साना साना हाथ जोड़ि

29
Chapter 3 - सससस-सससस ससस ससससस (सससससस सससससस) Question 1: ससससससससस ससससससस सस ससससस ससस ससससस ससससस सससससस सस ससस ससस सससससससस सस ससस सस? ससस सस सससससस ससस ससससससस सस ससससस ससस ससससस सससससस सस ससससस ससससस सससस ससस सस ससस सस सससस ससस सससससससस सस ससस सस सस सससस सससस सससससससस सससससस सस सस ससस सस, सस ससस ससससससस सस स सससस ससससस ससससससस सस ससससससस सस ससस स सस ससस सस ससससससससससस ससस सससस ससस सस

Upload: bikrant-roy

Post on 25-Jul-2015

30 views

Category:

Education


4 download

TRANSCRIPT

Page 1: साना साना हाथ जोड़ि

Chapter 3 - सा�ना�-सा�ना� हा�थ जो�ड़ि (प्रश्न अभ्या�सा)Question 1:झि�लमि�ल�ते� सिसाते�रों� की� रों�शना� �� नाहा�या� गं�ते�की ल�खि!की� की� ड़िकीसा तेरोंहा साम्��ड़िहाते कीरों रोंहा� थ�?

रा�त के� अं�धके�रा में सि�त�रा �� नहा�या� हुआ गं�त�के ले�खि�के� के� जा�दुई अंहा��� केरावा� राहा� था�। उ�� याहा जा�दू ऐ�� �म्में�हिहात केरा राहा� था� हिके में�न� उ�के� आस्ति$तत्वा स्थहिगंत �� हा� गंया� हा�, �ब के( छ अंथा*हा+न �� था�। उ�के, चे�तन� शू/न्यात� के� प्रा�प्त केरा राहा+ था+। वाहा �(� के, अंत3द्रि5यात� में डू/ब+ हुई उ� जा�दुई उजा�ले� में नहा� राहा+ था+ जा� उ�� आत्मित्मेंके �(� प्रादा�न केरा राहा+ था+।

Question 2:गं�ते�की की� '��हानातेकीश बा�दश�हा� की� शहारों' क्या� कीहा� गंया�?गं�त�के के� ले�गं के, में�हानत हा+ था+ हिके गं�त�के आजा भी+ अंपन� प(रा�न� $वारूप के� के�यामें रा�� हुए हा=। उनके� अंथाके प्राया�� हा+ उनके, प्राके> हित के, धरा�हारा के� ��जा�या हुए हा=। याहा�? जा+वान ब�हादा केद्रि@न हा= परा याहा�? के� ले�गं न� इन केद्रि@न�ईया के� ब�वाजा/दा भी+ शूहारा के� हारा पले के� �(ब�/रात बन� द्रिदाया� हा=। इ�सिलेए ले�खि�के� न� इ��'में�हानतकेशू ब�दाशू�हा के� शूहारा' केहा� हा=।

Question 3:कीभी� श्वे�ते ते� कीभी� रों�गं�ना पते�की�ओं की� फहारों�ना� ड़िकीना अलगं-अलगं अवसारों� की� ओरों सा�की� ते कीरोंते� हा-?याद्रिदा हिके�+ ब(द्धिC$ट के, में>त्या( हा�त+ हा= त� उ�के, आत्में� के, शू��हित के� सिलेए 1081 श्वे�त पत�के�ए? फहारा�ई जा�त+ हाG। केई ब�रा हिके�+ नए के�या* के� अंवा�रा परा रा�गं+न पत�के�ए? फहारा�ई जा�त+ हाG। इ�सिलेए या� पत�के�ए?,शू�के वा नए के�या* के� शू(भी��राभी के, ओरा ��के� त केरात� हाG।

Question 4:

Page 2: साना साना हाथ जोड़ि

झिजोते�ना ना�गं. ना� ल�खि!की� की� सिसाक्किक्की� की� प्रकी0 ड़िते, वहा�1 की� भी2गं�सिलकी क्कि3ड़िते एव� जोनाजो�वना की� बा�रों� �� क्या� �हात्वप6र्ण8 जो�नाकी�रिरोंया�1 द:, सिलखि!ए।(के) न�गंI के� अंन(��रा सि�क्किKकेमें में घा�द्रिटया�?, ��रा� रा�$त� हिहामें�लेया के, गंहानतमें घा�द्रिटया�? औरा फ/ ले �� लेदाN वा�द्रिदाया�? मिमेंलेगं+।(�) न�गंI के� अंन(��रा पहा�ड़ी+ रा�$त परा फहारा�ई गंई ध्वाजा� ब(द्धिC$ट के, में>त्या( वा नए के�या* के, शू(रूआत परा फहारा�ए जा�त� हाG। ध्वाजा� के� रा�गं श्वे�त वा रा�गं-हिबरा�गं� हा�त� हा=।(गं) सि�क्किKकेमें में भी+ भी�रात के, हा+ तराहा घा/मेंत� चेक्र के� रूप में� आस्थ�ए?, हिवाश्वे��, अं�धहिवाश्वे�� प�प-प(ण्या के, अंवाध�राणा�ए? वा केल्पन�ए? एके जा=�+ था3।(घा) वाहा�? के, या(वाहितया�? ब�के( न�में के� सि�क्किKकेमें के� परिराध�न डू�लेत+ हाG। द्धिजा�में उनके� �Wदाया* के, छट� हिनरा�ले+ हा�त+ हा=। वाहा�? के� घारा, घा�द्रिटया में त�शू के� घारा के, तराहा प�ड़ी के� ब+चे छ�ट�-छ�ट� हा�त� हाG। वाहा�? के� ले�गं में�हानकेशू ले�गं हाG वा जा+वान के�फ, में(स्तिXकेले भीरा� हा=। बच्चों के� बहुत ऊँ? चे�ई परा पढ़ा�ई वा� सिलेए जा�न� पड़ीत� हा= Kया हिके दूरा-दूरा तके के�ई $के/ ले नहा3 हा=। इन �ब के� हिवाषया में न�गंI ले�खि�के� के� बत�त� चेले� गंया�।(ङ) न�गंI के� अंन(��रा सि�क्किKकेमें के� केट�ओ शूहारा के, �(ब�/रात+, स्ति$वाट̂ज़रालेGडू के, �/ब�/रात+ के� में�त दा�त+ हुई द्रिदा��ई दा�त+ हा=।

Question 5:ल�गं स्टॉ>की �� घू6�ते� हुए चक्र की� द�!कीरों ल�खि!की� की� प6रों� भी�रोंते की� आत्�� एकी−सा� क्या� दिद!�ई दF?ले�खि�के� सि�क्किKकेमें में घा/मेंत+ हुई केवा3-ले गं $ट`के न�में के, जागंहा परा गंई । वाहा�? एके के( द्रिटया� में घा/मेंत� चेक्र हा=। में�न्यात� हा= हिके इ�� घा(में�न� �� ��रा� प�प के� न�शू हा�त� हा=। ले�खि�के� के� अंन(��रा आप भी�रात के� हिके�+ भी+ के�न� में चेले� जा�ए? आपके� ले�गं के, आस्थ�ए?, हिवाश्वे��, अं�धहिवाश्वे��, प�प−प(ण्या के, अंवाध�राणा�ए? औरा केल्पन�ए? हारा जागंहा एके �+ मिमेंलेगं+ हारा जागंहा उनके� भीगंवा�न बदाले जा�ए?, प/जा� के� तरा+के में अंन्तरा हा� परान्त( हिवाश्वे�� �दा=वा एके �� राहा�गं� औरा याहा+ हिवाश्वे�� प/रा� भी�रात के� एके हा+ �/त्र में ब�?ध दा�त� हा= जाहा�? प/रा� भी�रात के, एके आत्में� प्राहितत हा�, ऐ�� जा�न� पड़ीत� हा=।

Page 3: साना साना हाथ जोड़ि

Question 6:झिजोते�ना ना�गं. की� गं�इड की� भी6मि�की� की� बा�रों� �� ड़िवच�रों कीरोंते� हुए सिलखि!ए ड़िकी एकी कीI शल गं�इड �� क्या� गंIर्ण हा�ते� हाJ?न�गंI एके के( शूले गं�इडू था�। वाहा अंपन� प�शू� के� प्राहित प/रा� �मेंर्पिपcत था�। उ�� सि�क्किKकेमें के� हारा के�न� के� हिवाषया में भीराप/रा जा�नके�रा+ प्रा�प्त था+ इ�सिलेए वाहा एके अंच्छा� गं�इडू था�।एके के( शूले गं�इडू में हिनम्नसिलेखि�त गं(णा के� हा�न� आवाXयाके हा= -

(के) एके गं�इडू अंपन� दा�शू वा इले�के� के� के�न�−के�न� �� भीले+ भी�?हित परिरासिचेत हा�त� हा=, अंथा�*त^ उ�� �म्पू/णा* जा�नके�रा+ हा�न+ चे�हिहाए।(�) उ�� वाहा�? के, भीfगं�सिलेके क्किस्थहित, जालेवा�या( वा इहितहा�� के, �म्पू/णा* जा�नके�रा+ हा�न+ चे�हिहाए।(गं) एके के( शूले गं�इडू के� चे�हिहाए हिके वा� अंपन� भ्रमेंणाकेत�* के� हारा प्राश्नों के� उत्तरा दा�न� में �क्षमें हा�।(घा) एके के( शूले गं�इडू के� अंपन+ हिवाश्वे�न+यात� के� हिवाश्वे�� अंपन� भ्रमेंणाकेत�* के� द्रिदाले�न� आवाXयाके हा=। तभी+ वाहा एके आत्में+या रिराXत� के�यामें केरा अंपन� के�या* के� केरा �केत� हा=।(ङ) गं�इडू के� के( शूले वा ब(द्धिCमें�न व्यसिl हा�न� आवाXयाके हा=। त�हिके �मेंया पड़ीन� परा वाहा हिवाषमें परिराक्किस्थहितया के� ��मेंन� अंपन+ के( शूलेत� वा ब(द्धिCमें�न+ �� केरा �के� वा अंपन� भ्रमेंणाकेत�* के, �(राक्ष� केरा �के� ।(चे) गं�इडू के� इ� ब�त के� ध्या�न रा�न� चे�हिहाए हिके भ्रमेंणाकेत�* के, रूसिचे प/रा+ या�त्र� में बन+ राहा� त�हिके भ्रमेंणाकेत�* के� भ्रमेंणा केरान� के� प्राया�जान �फले हा�। इ�के� सिलेए उ�� हारा उ� छ�ट� बड़ी� प्रा�के> हितके राहा$या वा ब�त के� ज्ञा�न हा� जा� या�त्र� के� रूसिचेप/णा* बन�ए।(छ) एके के( शूले गं�इडू के, वा�णा+ के� प्राभी�वाशू�ले+ हा�न� आवाXयाके हा= इ��� प/रा+ या�त्र� प्राभी�वाशू�ले+ बनत+ हा= औरा भ्रमेंणाकेत�* के, या�त्र� में रूसिचे भी+ बन+ राहात+ हा=।

Question 7:इसा या�त्रा� − व0त्तां��ते �� ल�खि!की� ना� ड़िहा��लया की� झिजोना − झिजोना रूप� की� सिचत्रा !Nच� हा-, उन्हा� अपना� शब्द� �� सिलखि!ए।

Page 4: साना साना हाथ जोड़ि

गंGगंट`के के� हा�टले के, ब�लेकेन+ �� उ�� हिहामें�लेया के, त+�रा+ �ब�� बड़ी+ चे�टN के� चेनजा�घा� द्रिदा��ई दा�त+ परान्त( मेंf�में के, �रा�ब+ के� के�राणा वाहा उ�के� दाशू*न नहा3 केरा प�ईं। परा चे�रा तराफ़ उ�� तराहा−तराहा के� रा�गं−हिबरा�गं� फ/ ले हा+ फ/ ले द्रिदा�� द्धिजा�न� उ�� में�हिहात केरा सिलेया�। चे�रा तराफ़ हिहामें�लेया के, गंहानतमें वा�द्रिदाया�? औरा फ/ ले �� लेदाN घा�द्रिटया�? था+। में�गं* ज़रूरा �तरान�के था� परान्त( उ�के� चे�रा ओरा मेंन�हा�रा+ वा आत्में+या �(� दा�न� वा�ले� दृXया था�। या/मेंया�?गं के� केरा+ब जा=��−जा=�� वाहा बढ़ान� लेगं� रा�$त� वा+रा�न, �?केरा� वा जाले�ब+ के, तराहा घा(में�वादा�रा हा� राहा� था�। हिहामें�लेया बड़ी� हा�त�−हा�त� अंब हिवाशू�लेके�या लेगंन� लेगं�। घा�द्रिटया�? गंहारा�त+−गंहारा�त+ प�त�ले न�पन� लेगं3। वा�द्रिदाया�? चेfड़ी+ हा�त+ गंईं औरा वा�द्रिदाया�? फ/ ले �� भीरान� लेगं3। ऐ�� लेगं राहा� था� में�न� $वागं* में पहु?चे गंए हा । चे�रा तराफ दूध के, ध�रा के, तराहा द्रिदा�न� वा�ले� जालेप्राप�त था� त� वाहा3 न+चे� चे�?दाN के, तराहा केWध में�रात+ हित$त� नदाN। द्धिजा�न� ले�खि�के� के� ह्रदाया के� आनन्दा �� भीरा द्रिदाया�। इ� अंन(पमें दृXया के� दा��केरा हिहामें�लेया के� प्राहित उ�के� अं�+में प्रा�में �म्में�न के� रूप में झु(के गंया�। ��वान सि�$ट�* वा`टरा फ�ले दा��केरा त� ले�खि�के� में�त्रमें(ग्ध हा� गंई। $वाया� के� इ� पहिवात्र वा�त�वाराणा में प�केरा भी�वाहिवाभी�रा हा� गंई द्धिजा�न� उनके� ह्रदाया के� के�व्यमेंया बन� द्रिदाया�।

Question 8:प्रकी0 ड़िते उसा अना�ते औरों ड़िवरों�टॉ स्वरूप की� द�!कीरों ल�खि!की� की� की- सा� अनाIभी6ड़िते हा�ते� हा-?प्राके> हित के� उ� अंन�त औरा हिवारा�ट $वारूप के� दा��केरा ले�खि�के� के� अं�+में आत्में+या �(� के, अंन(भी/हित हा�त+ हा=। इन ��रा� दृXया में जा+वान के� �त्या के� ले�खि�के� न� अंन(भीवा हिकेया�। इ� वा�त�वाराणा में उ�के� अंद्भुuत शू�न्तिन्त प्रा�प्त हा� राहा+ था+। इन अंद्भुuत वा अंन/@� नज़�रा न� ले�खि�के� के� पले में�त्र में हा+ जा+वान के, शूसिl के� अंहा��� केरा� द्रिदाया�। उ�� ऐ�� अंन(भीवा हा�न� लेगं� में�न� वाहा दा�शू औरा के�ले के, �राहादा �� दूरा बहात+ ध�रा� बनकेरा बहा राहा+ हा� औरा उ�के� अं�तरामेंन के, ��रा+ त�मेंसि�केत�ए? औरा ��रा+ वा��न�ए? इ� हिनमें*ले ध�रा� में बहा केरा नष्ट हा� गंई हा औरा वाहा चे+राके�ले तके इ�+ तराहा बहात� हुए अं�+में आत्में+या �(� के� अंन(भीवा केरात+ राहा�।

Question 9:

Page 5: साना साना हाथ जोड़ि

प्र�की0 ड़ितेकी साSदया8 की� अल2ड़िकीकी आना�द �� ड6बा� ल�खि!की� की� की2ना−की2ना सा� दृश्या �की��रों गंए?ले�खि�के� हिहामें�लेया या�त्र� के� दाfरा�न प्रा�के> हितके �Wदाया* के� अंलेfहिकेके आनन्दा में डू/ब+ हुई था+ परान्त( जा+वान के� के( छ �त्या जा� वाहा इ� आनन्दा में भी/ले चे/के, था+, अंके$में�त ̂वाहा�? के� जानजा+वान न� उ�� झुकेझु�रा द्रिदाया�। वाहा�? के( छ पहा�ड़ी+ औरात जा� में�गं* बन�न� के� सिलेए पत्थरा परा ब=@केरा पत्थरा त�ड़ी राहा+ था3। उनके� आट� �+ के�मेंले के�या� परा हा�था में के( दा�ले वा हाथा�ड़ी� था�। केईया के, प+@ परा बच्चों� भी+ ब?ध� हुए था�। इनके� दा��केरा ले�खि�के� के� बहुत दु� हुआ हिके या� हामें �=ले�हिनया के� भ्रमेंणा के� सिलेए हिहामें�लेया के, इन दुगंमें* घा�द्रिटया में में�गं* बन�न� के� के�या* केरा राहा+ हाG। जाहा�? परा जा�न केब जा�ए के�ई नहा3 जा�नत�। इनके� सिलेए याहा भी�जान में�त्र प�न� के� ��धन हा= औरा हामें�रा� जा=�� �fले�हिनया के� सिलेए मेंन�राजा�न के�। दू�रा+ ब�रा उ�के, जा�दूई हिन5� तब ट/टN जाब उ�न� पहा�ड़ी+ बच्चों के� उन�� सिलेफट में�?गंत� दा���। ��त आ@ ��ले के� बच्चों के� रा�ज़ त+न−��ढ़ा� त+न हिकेले�में+टरा के� �फ़रा तया केरा $के/ ले पढ़ान� जा�न� पढ़ात� हा=। $के/ ले के� पश्चा�त ̂वा� बच्चों� मेंवा�सिशूया के� चेरा�त� हाG तथा� लेकेहिड़ीया के� गंट्ठरा भी+ ढो�त� हाG। त+�रा� ले�खि�के� न� जाब चे�या के, पत्तित्तया के� चे/नत� हुए सि�क्किKकेमें+ परिराध�न में ढोके, हुई लेड़ीहिकेया के� दा���। ब�के( पहान� उनके� �Wदाया* इ�5धन(ष छट� हिब��रा राहा� था�। द्धिजा�न� उ�� में�त्रमें(ग्ध केरा द्रिदाया� था�। उन्हा में�हानत केरात+ हुई इन ब�ले�ओं के� �Wदाया* अं�ह्रया लेगं राहा� था�।

Question 10:सा-ल�ड़िनाया� की� प्रकी0 ड़िते की� अल2ड़िकीकी छटॉ� की� अनाIभीव कीरोंव�ना� �� ड़िकीना−ड़िकीना ल�गं� की� या�गंद�ना हा�ते� हा-,उल्ल�! कीरों�।�=ले�हिनया के� प्राके> हित के, अंलेfहिकेके छट� के� अंन(भीवा केरा�न� में �ब�� बड़ी� हा�था एके के( शूले गं�इडू के� हा�त� हा=। जा� अंपन+ जा�नके�रा+ वा अंन(भीवा �� �=ले�हिनया के� प्राके> हित वा स्थ�न के� दाशू*न केरा�त� हा=। वाहा�? के� स्थ�न+या हिनवा�सि�या वा जान जा+वान के� भी+ मेंहात्वाप/णा* स्थ�न हा�त� हा=। उनके� द्वा�रा� हा+ इ� छट� के� �Wदाया* के� बले मिमेंलेत� हा= Kया हिके याद्रिदा या� न� हा त� वा� स्थ�न न+रा� वा ब�जा�न लेगंन� लेगंत� हाG। �ब�� मेंहात्वाप/णा* अंपन� मिमेंत्र वा �हाया�हित्रया के� ��था प�केरा या�त्र� औरा भी+ रा�में��चेके�रा+ वा आनन्दामेंया+ बन

Page 6: साना साना हाथ जोड़ि

जा�त+ हा=।

Question 11:"ड़िकीतेना� की� ल�कीरों या� सा��जो की� ड़िकीतेना� असिXकी व�पसा ल2टॉ� द�ते� हाJ।" इसा कीथना की� आX�रों परों स्पष्ट कीरों� ड़िकी आ� जोनाते� की� द�श की� आर्थिथ\की प्रगंड़िते �� क्या� भी6मि�की� हा-?हामें�रा� दा�शू के, आमें जानत� द्धिजातन� श्रमें केरात+ हा=, उ�� उ�के� आध� भी+ प्रा�प्त नहा3 हा�त� परान्त( हिफरा भी+ वा� अं��ध्या के�या* के� अंपन� केत*व्य �मेंझु केरा केरात� हाG। वा� �में�जा के� केल्या�णा केरात� हाG परान्त( बदाले� में उन्हा $वाया� न�मेंमें�त्र के� हा+ अं�शू प्रा�प्त हा�त� हा=। याद्रिदा या� आमें जानत� न� हा� त� दा�शू के, आर्थिथाcके प्रागंहित हिबगंड़ी जा�एगं+। इन्हा3 के� श्रमें के� के�राणा दा�शू के, आर्थिथाcके प्रागंहित बढ़ात+ हा=। उदा�हाराणा के� तfरा परा याद्रिदा या� ले�गं पवा*त परा या� में(स्तिXकेले स्थ�न परा के�या* न� केरा त� में�गं* बनन� आ��न न हा�गं�। हामें के= �� �=ले�हिनया के� घा(में�न� के� स्थ�न तके पहु?चे� प�ए?गं� Kया हिके �=ले�हिनया �� प्रा�प्त प=� �� दा�शू के, आर्थिथाcके क्किस्थहित मेंजाब/त हा�त+ हा=।  सि�फ* इ�+ क्ष�त्र में नहा3 अंहिपत( �भी+ क्ष�त्र में आमें जानत� हा+ भी�रात हिके आर्थिथाcके क्किस्थहित के� मेंजाब/त केरान� में मेंहात्वाप/णा* भी/मिमेंके� हिनभी�त+ हा=। 

Question 12:आजो की� प�ढ़ी^ द्वा�रों� प्रकी0 ड़िते की� सा�थ ड़िकीसा तेरोंहा की� खि!लव� ड़िकीया� जो� रोंहा� हा-। इसा� रों�कीना� �� आपकी� क्या� भी6मि�की� हा�ना� च�ड़िहाए।आजा के, प+ढ़ाN के� द्वा�रा� प्राके> हित के� प्रादूहिषत हिकेया� जा� राहा� हा=। हामें�रा� के�रा��न �� हिनकेलेन� वा�ले� जाले में �तरान�के के= मिमेंकेले वा रा��यान हा�त� हाG द्धिजा�� नदाN में प्रावा�हिहात केरा द्रिदाया� जा�त� हा=। ��था में घारा �� हिनकेले� दूहिषत जाले भी+ नद्रिदाया में हा+ जा�त� हा=। द्धिजा�के� के�राणा हामें�रा+ नद्रिदाया�? लेगं�त�रा दूहिषत हा� राहा+ हाG। अंब नद्रिदाया के� जाले प+न� ले�याके नहा3 राहा� हा=। इ�के� जा+वान्त उदा�हाराणा यामें(न� नदाN हा=। जा� आजा एके न�ले� में बदाले गंई हा=। वान के, अंन्धां��ध(ध केट�ई �� में>दा� के� केट�वा हा�न� लेगं� हा= जा� ब�ढ़ा के� आमें�हित्रत केरा राहा� हा=। दू�रा� अंमिधके प�ड़ी के, केट�ई न� वा�त�वाराणा में के�ब*नडू�इ आK��इडू के, अंमिधकेत� बढ़ा� दाN हा= द्धिजा��� वा�या( प्रादुहिषत हा�त+ जा� राहा+ हा=। हामें चे�हिहाए हिके हामें मिमेंलेकेरा इ� �में$या� के� �में�ध�न हिनके�ले�। हामें �बके� मिमेंलेकेरा अंमिधके �� अंमिधके प�ड़ी के� लेगं�न� चे�हिहाए। प�ड़ी के�

Page 7: साना साना हाथ जोड़ि

के�टन� �� रा�केन� के� सिलेए उसिचेत केदामें उ@�न� चे�हिहाए त�हिके वा�त�वाराणा के, शू(Cत� बन+ राहा�।हामें न�द्रिदाया के, हिनमें*लेत� वा $वाच्छात� के� बन�ए रा�न� के� सिलेए के�रा��न �� हिनकेलेन� वा�ले� प्रादूर्पिषcत जाले के� नद्रिदाया में डू�लेन� �� रा�केन� चे�हिहाए। नद्रिदाया के, $वाच्छात� बन�ए रा�न� के� सिलेए, ले�गं के, जा�गंरूकेत� के� सिलेए अंन�के के�या*क्रमें के� आया�जान हा�न� चे�हिहाए।

Question 13:प्रदूषर्ण की� की�रोंर्ण स्ना�फ>ल �� की�� की� झिजोक्र ड़िकीया� गंया� हा-? प्रदूषर्ण की� औरों की2ना − की2ना सा� दुष्परिरोंर्ण�� सा��ना� आए हाJ, सिल!�।प्रादूषणा के� के�राणा वा�या(मेंण्डूले में के�ब*नडू�इआK��इडू के, अंमिधकेत� बढ़ा गंई हा= द्धिजा�के� के�राणा वा�या( प्रादूहिषत हा�त+ जा� राहा+ हा=। इ��� ��?� के, अंन�के ब+में�रिराया�? उत्पन्न हा�न� लेगं+ हा=। जालेवा�या( परा भी+ इ�के� ब(रा� प्राभी�वा दा��न� के� मिमेंले राहा� हा= द्धिजा�के� के�राणा केहा3 परा ब�रिराशू के, अंमिधकेत� हा� जा�त+ हा= त� हिके�+ स्थ�न परा �/�� पड़ी जा�त� हा=। केहा3 परा ब�रिराशू न�मेंमें�त्र के, हा�त+ हा= द्धिजा� के�राणा गंमें� में केमें+ नहा3 हा�त+। मेंf�में परा त� इ�के� अं�रा ��फ द्रिदा��ई दा�न� लेगं� हा=। गंमें� के� मेंf�में में गंमें� के, अंमिधकेत� दा��त� बनत+ हा=। केई ब�रा त� प�रा� अंपन� ��रा� रिराके�डू* के� त�ड़ी चे(के� हा�त� हा=। �दा�या के� �मेंया में या� त� केमें �दा� पड़ीत+ हा= या� केभी+ �दा� के� पत� हा+ नहा3 चेलेत�। या� �ब प्रादुषणा के� के�राणा हा+ �म्भवा हा� राहा� हा=। जालेप्रादूषणा के� के�राणा $वाच्छा जाले प+न� के� नहा3 मिमेंले प� राहा� हा= औरा प�ट �म्बन्धां+ अंन�के ब+में�रिराया�? उत्पन्न हा� राहा+ हाG।ध्वाहिन प्रादूषणा �� मेंन(ष्या में के�न �म्बन्धां+ रा�गं हा� राहा� हाG।

Question 14:'कीटॉ�ओ' परों ड़िकीसा� भी� दुकी�ना की� ना हा�ना� उसाकी� सिलए वरोंद�ना हा-। इसा कीथना की� पक्ष �� अपना� रों�या व्यक्त की�झिजोए?याद्रिदा अंमिधके दुके�न �(ले+ त� �=ले�हिनया के� अंमिधके आगंमेंन आराम्भ हा� जा�एगं� द्धिजा� के�राणा उ�के, �(न्दारात� परा भी�रा पड़ी जा�एगं�। Kया हिके वाहा�? परा वा�हान के� अंमिधके प्राया�गं �� वा�या( में प्रादुषणा बढ़ा जा�एगं�। �=ले�हिनया द्वा�रा� जागंहा−जागंहा इ$त�में�ले हिकेए गंए प्ले�न्ति$टके था=ले+, हिगंले�� आद्रिदा चे+ज़ �� प्रा�के> हितके �Wदाया* घाट जा�एगं�। इ�सिलेए वाहा�? दुके�न के� न हा�न�

Page 8: साना साना हाथ जोड़ि

उ�के� सिलेए हिके�+ वारादा�न �� केमें नहा3 हा=।

Question 15:प्रकी0 ड़िते ना� जोल सा�चया की� व्यव3� ड़िकीसा प्रकी�रों की� हा-?

प्राके> हित, �र्दिदाcया के� �मेंया में पहा�ड़ी परा बफ* बरा�� दा�त+ हा= औरा जाब गंमें� शू(रू हा� जा�त+ हा= त� उ� बफ* के� हिपघाले� केरा नद्रिदाया के� जाले �� भीरा दा�त+ हा=। द्धिजा��� गंमें� �� व्य�के( ले ले�गं के� गंर्मिमेंcया में जाले के, केमें+ नहा+ हा�त+। याद्रिदा प्राके> हित न� बफ* के� में�ध्यामें �� जाले ��चेया के, व्यवास्थ� न� के, हा�त+ त� हामें�रा� जा+वान के� सिलेए आवाXयाके जाले के, आप/र्पितc �म्भवा नहा3 था+। 

Question 16:द�श की� सा��� परों बा-ठे� फ़ौ2जो� ड़िकीसा तेरोंहा की� कीदिठेना�इया� सा� जो6�ते� हाJ? उनाकी� प्रड़िते हा��रों� क्या� उत्तांरोंद�मियात्व हा�ना� च�ड़िहाए?

हामें�रा� �=हिनके  (फfजा+) भी�ईया के� उन बफ* �� भीरा+ @�डू में द्रि@@(रान� पड़ीत� हा=। जाहा�? परा त�पमें�न शू/न्या �� भी+ न+चे� हिगंरा जा�त� हा=। वाहा�? न� में �/न के� जामें� दा�न� वा�ले+ @�डू हा�त+ हा=। वाहा वाहा�? �+में� के, राक्ष� के� सिलेए त=न�त राहात� हाG औरा हामें आरा�में �� अंपन� घारा परा ब=@� राहात� हाG। वा� हामें�रा� सिलेए अंपन� प्रा�णा के� बसिलेदा�न केरात� हाG, एके �जागं प्राहारा+ के, तराहा �+में� के, राक्ष� केरात� हाG। हामें चे�हिहाए हिके हामें उनके� वा उनके� परिरावा�रा वा�ले के� प्राहित �दा=वा �म्में�नन+या व्यवाहा�रा केरा। द्धिजा� तराहा वाहा अंपन� केत्त*व्य के� हिनवा�*हा केरात� हाG, हामें उनके� परिरावा�रा वा�ले के� ध्या�न रा� उ�+ तराहा अंपन� केत*व्य के� प�लेन केरान� चे�हिहाए। उनके� अंन�दा�रा नहा3 केरान� चे�हिहाए, �दा=वा उनके� अंपन� �� पहाले� प्रा�थामिमेंकेत� दा�न+ चे�हिहाए हिफरा चे�हा वा� हिके�+ भी+ जागंहा हा । इ�के� द्वा�रा� हामें के( छ हादा तके अंपन� केत्त*व्य के� हिनवा�*हा केरा �केत� हाG।