सम्मोहन विद्या

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ससससससस सससससस ससससससस सससससस सस ससससस सससस सस ससस ससससस ससससस सस सससससस सस सससससस ससस सस ससससस सस ससससस सससससस सससससस सससस सस सससस ससससस ससस सससससस ससससससस ससससस सससससस सससस सससस सस सस ससस ससससससस ससससस ससससस सससससस सस सससससससस सससस सससस सस ससससससस सससस ससस ससससससस ससससस सस ससस ससससससस ससस सस सससससस सससस ससस सससससस सससस सस, ससससससस सस सस सस सस ससससस ससससस सस सस ससस ससस सस ससससस सस सससससस, सससससस सससससस सस सससस ससससस सस ससससससस सस सससससस ससससस सससस सस ससस सस सस सस सससस सससस सस सससससस ससससस सससससस सस सससस सससससस सससससस सस सस सससससससस सस ससससस, ससससस ससससस सस सस सससस-सससस ससस ससस सस सससस सस ससस ससस ससससस ससससससससस सस ससससससससस सससस सस सस सससससससस ससस सससससस सस सससससस ससससस ससससससस ससससससस ससससससस ससस सससससस सससस सससससस ससससस सससस ससससस सससस सस सससस ससससस सस ससससससस सससस सस सससस ससस सस सससससस स ससस सस ससससससससससस सससससस सससस ससससस सस सस सससस सस स ससससस सससस सस सस ससससस ससससससस सस सस ससससस सस सस सससससससस सस ससस सस ससससस सससससस सस ससससस ससससससस सस ससस सस सस सस सससस सस ससस सस ससस सससस ससस, सससससस ससससस ससससस ससससस सससससस सससस सस सस सस सस सससससससस ससस ससससस सससससस सस सससससस सससस ससस सससस सससस सस ससससस सससससस सस सससस ससससस ससससस ससससससस सस ससस ससस सससस ससस ससससस सस ससससस सससस सससससस सस सससस सस सससस सससस सस सससस सससससससस ससससस सस सस सस ससससस सस सससस सस सससससस ससस ससस ससससससस सससस सस सससस सससस ससससससससससस सस सससससस सससससससससस सससससस

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Page 1: सम्मोहन विद्या

सम्मो�हन वि�द्या

सम्मो�हन वि�द्या को� हसिसल कोरन� को� सिलए प्रथमो स�ढ़ी� ह� त्राटको को अभ्यास। याह� �ह सधन ह� जि�सको विनर तर अभ्यास कोरन� स� आपको$ आ खों& मो' अद्भु)त चुं+ बको$या शसि. �ग्रत ह�न� लगत� ह� और याह� चुं+ बको$या शसि. दूसर� प्रणी� को� सम्मो�विहत कोरको� अपन� ओर आकोर्षि67त कोरत� ह�। सम्मो�हन स�खोंन� को� सिलए वि�धिध�त9 रूप स� सिशक्षा ल�न को�ई आ�श्याको नह> ह�, क्या&विको याह त� मोन और इच्छा शसि. को ह� खों�ल ह�। आप स्�या को� प्रयास, विनर तर अभ्यास और अस�मो ध�याC स� सम्मो�हन को� प्रया�ग स�खोंन आर भ कोर दें' त� आप भ� अपन� अ देंर याह अद्भु)त शसि. �ग्रत कोर सकोत� हF।याह वि�द्या मोन को$ एकोग्रत और ध्यान, धरणी समोधिध को ह� धिमोल-�+ल रूप ह�। आप विकोस� भ� आसन मो' ब�ठकोर श तसिचुंत्त स� ध्यानमोग्न ह�कोर मोन को$ गहरइया& मो' झां कोन� को प्रयास कोर'।

हल विको प्रर भ मो'आपको� को+ छ ब�रिरयात अथ� कोठिठनई मोहसOस ह�ग� पर त+ याह> त� आपको� ध�याC को$ पर�क्षा आर भ ह� �त� ह�। आप वि�चुंसिलत न ह& और ध�याCपO�Cको प्रयास �र� रखों'। मोन को� कोह> भ� न भटकोन� दें'। मोन को� समोस्त वि�चुंर& को� एको बिंब7दु पर ह� को' ठिRत कोर ल' और सिसर्फC दृष्टा बन �या' अथCत9 �� को+ छ भ� मोन को� भ�तर चुंल रह ह� उस� चुंलन� दें', छ�ड़ें' नह>। सिसर्फC दें�खोंत� �या'। आपको� त� बस मोन को$ गहरइया& मो' उतरकोर झां कोन� को प्रयास कोरन ह�। शन�X शन�X आप मोहसOस कोर'ग� विको आपको� आ सिशको सर्फलत प्रप्त ह� रह� ह�। आपको� को+ छ अन�खों स सहसOस ह�न� लग�ग। बस याह> स� आर भ ह�त� ह� आपको$ �स्तवि�को सधन और अब आप त�यार ह� �ए एको अद्भु)त �गत मो' पदेंपCणी कोरन� को� सिलए। �ह वि�सिचुंत्रातए और आलZविकोको अन+भOवितया ब ह' पसर� आपको स्�गत कोरन� को� आत+र हF। याह आकोर आपको� सब को+ छ (भOत-�तCमोन � भवि�ष्या) एको चुंलसिचुंत्रा को$ भ वित स्पष्टा रूप स� दृधिष्टाग�चुंर ह�न� लगत ह�। ध्यान को� द्वार मोन को$ गहरइया& मो' आकोर उसको रहस्या �न � सकोत ह�। मोन को� �श मो' कोरन� को$ प्रमो+खों वि�धिध ध्यान ह� ह�। सम्मो�हन अथ� �श�कोरणी वि�द्या मो' दूसर& को� �श मो' कोरन� स� पO�C स्�या अपन� मोन को� अपन� ह� �श मो' कोरन परमो आ�श्याको ह�। �ब आपको मोन आपको� विनया त्राणी मो' ह� �या� त� दूसर& को� �श�भOत कोरन त� विर्फर बया' हथ को खों�ल ह�। सम्मो�हन मो' प्र��णीत हसिसल कोरन� को� सिसर्फC त�न ह� विनयामो हF। पहल अभ्यास, दूसर और ज्यादें अभ्यास तथ त�सर और अ वितमो विनयामो ह� विनर तर अभ्यास। इस वि�द्या को� हसिसल कोरन� को� सिलए प्रथमो स�ढ़ी� ह� त्राटको को अभ्यास। याह� �ह सधन ह� जि�सको विनर तर अभ्यास कोरन� स� आपको$ आ खों& मो' अद्भु)त चुं+ बको$या शसि. �ग्रत ह�न� लगत� ह� और याह� चुं+ बको$या शसि. दूसर� प्रणी� को� सम्मो�विहत कोरको� आकोर्षि67त कोरत� ह�। भरत�यामोन�वि6या& न� �ह एको ओर सम्मो�हन स�खोंन� को� सिलए यामो, विनयामो, आसन, प्रत्याहर, प्रणीयामो, धरणी, ध्यान और समोधिध ��स� आ�श्याको तत्� विनधCरिरत विकोया� हF। �ह> दूसर� ओर पश्चात्या वि�द्वान& और सम्मो�हन��त्तओं न� विहप्नो�ठिटज्मो मो' प्र��णीत प्रप्त कोरन� को� सिलए सिसर्फC प्रणीयामो और त्राटको को� अधिधको मोहत्� ठिदेंया ह�। पश्चात्या��त्तओं को मोनन ह� विको श्वास- प्रश्वास पर विनया त्राणी ए� त्राटको द्वार न�त्रा& मो' चुं+ बको$या शसि. को� �ग्रत कोरको� ह� मोन+ष्या सर्फल विहप्नो�ठिटस्ट बन सकोत ह�। त्राटको को� द्वार ह� मोन को� एकोग्र कोरको� मोन+ष्या अपन� मोन पर विनया त्राणी स्थाविपत कोरसकोत ह�। याह हमो अपन� भरत�या ऋवि6-मो+विनया& और सम्मो�हनवि�ज्ञों& को� दें�र्घCकोल�न अन+भ� को लभउठत� हुए उनको� द्वार प्रदेंत्त को+ छ विनयामो& को भ� याठिदें पलन कोर सको' त� हमो श�ध्रत स� सम्मो�हन मो' को+ शलत प्रप्त कोर सकोत� हF। आहर-वि�हर को$ श+जिj, वि�चुंर& मो' सत्वित्�कोत, प्रणीयामो-त्राटको और ध्यान को विनयाधिमोत अभ्यास तथ अस�मो ध�याC और वि�श्वास को� स या+ग्मोन स� सम्मो�हन वि�द्या को� पOणीCत को� सथ आत्मोसत9 विकोया � सकोत ह�। ��स� पश्चात्या��त्तओं को� मोतन+सर सिसर्फC प्रणीयामो � त्राटको सधन कोरको� भ� सम्मो�हन स�खोंन� मो' को�ई हविन नह> ह�। विहप्नो�ठिटज्मो को उपया�ग मो+ख्यातX मोन���ज्ञोंविनको सिचुंविकोत्स मो' विकोया �त ह�। शर�रिरको ए� मोनसिसको र�ग& को� उपचुंर मो' इसको प्रया�ग पOणीCतX सर्फल रह ह�। पश्चिश्चामो� दें�श& मो' त� सम्मो�हन को� एको वि�ज्ञोंन को� रूप मो' कोनOन� मोन्यात प्रप्त ह� चुं+को$ ह� और �ह को� समोस्त अस्पतल& मो' अन्या सिचुंविकोत्सको&, र�ग- वि�श�6ज्ञों& को$ भ वित विहप्नो�ठिटस्ट9स (सम्मो�हन��त्तओं) को� सिलए भ� अलग स� पदें विनधCरिरत ह�त�हF। अब त� �ह को$ प+सिलस भ� अपरध& को$ र�कोथमो कोरन�ए� अपरधिधया& स� अपरध कोबOल कोर�न� मो' विहप्नो�ठिटज्मो को भरपOर उपया�ग कोरन� लग� ह�, पर त+ वि�डम्बन याह� ह� विको जि�स दें�श मो' इस वि�द्या को$ उत्पश्चित्त हुई याविन भरत�6C मो' आ� स�कोड़ें& �6p पश्चात9 भ� सम्मो�हन को� मोन्यात नह> धिमोल पया� ह�। सम्मो�हन को अभ्याससधको& को� अत्याधिधको लभपहु चुंत ह�। �ह एको ओर उनको$ आत्मित्मोको शसि. प्रबल ह�त� ह� �ह> दूसर� ओर उनको� आत्मोवि�श्वास मो' अभOतपO�C�rजिj ह�कोर इच्छा-शसि. सrदृढ़ी ह� �त� ह�। इन सबको सधको को� मोनसिसको ए� शर�रिरको स्�स्थ्या पर भ� अन+कोO ल प्रभ� पड़ेंत ह�। र्फलस्�रूप उसको व्यसि.त्� चुं+ बको$या बन �त ह�।

सम्मो�हनवि�द्या को उपया�ग सदें�� दूसर& को� लभ पहु चुंन� को� सिलए ह� कोरन चुंविहए। प्रवितकोO लअथ� वि�र�ध� भ�न स� विकोया गया सम्मो�हन को प्रया�ग प्रयाX असर्फल ह� रहत ह�। सधको को� कोभ� भ� अपन� इस शसि. को अश्चिभमोन नह> कोरन चुंविहए। उस� इस शसि. बन ल'। विबन श�श� �ल� लकोड़ें� को� फ्रे� मो को� ऊपर कोडC ब�डC को� सिचुंपको दें' और कोमोर� को$ दें��र पर इस� पयाCप्त उ चुंई पर ट ग दें'। अब उस ब�डC स� लगभग त�न र्फ+ ट को$ दूर� पर �मो�न पर आसन विबछकोर स+खोंसन अथ� पद्मासन मो' ब�ठ �या' और कोल� बिंब7दु पर दृधिष्टा को� एकोग्र कोर ल'। को+ छ दें�र को� अभ्यास को� पश्चात9 �ब कोल बिंब7दु कोभ� ओझांल ह� �या� और कोभ� प+नX प्रकोट

Page 2: सम्मोहन विद्या

ह�न� लग� त� समोझांन चुंविहए विको आपको� सर्फलत धिमोलन आर भ ह� गई ह� और अभ्यास विनर तर �र� रखों'। �ब आ खों& स� पन� आन� लग� त� उठ �या' और अपन� आ खों' ठ ड� पन� अथ� ग+लब �ल स� ध� ल'। तत्पश्चात9 अगल� ठिदेंन प+नX अभ्यास कोर'। को+ छ ठिदेंन& को� अभ्यास को� पश्चात �ब कोल बिंब7दु न�र& स� पOणीCतX ओझांल ह� �या� और सिसर्फC सर्फ� दें ड्राॅyइ गश�ट ह� ठिदेंखोंई दें�न� लग� त� समोझांन चुंविहए विको आपको� पOणीC सर्फलत प्रप्तह� चुं+को$ ह�। इस प्रकोर स� याह अभ्यास कोमो स� कोमो प Rह ठिदेंन& तको कोरन चुंविहए। बिंब7दु त्राटको को अभ्यास कोरन� स� मोन एकोग्र ह�त ह� और सधको को$ आ खों& मो' चुं+ बको$या शसि. उत्पन्न ह�न� लगत� ह�। दें�पको त्राटको: रवित्रा को� समोया श+j दें�स� र्घ� को एको दें�पको �लकोर अपन� आ खों& को$ स�ध मो' ढाई-त�न र्फ$ट को$ दूर� पर रखोंल�न चुंविहए। ब�ठन� को$ स्थिस्थावित �मो�न पर आसन विबछकोर अथ� स�र्फ� या को+ स} पर ब�ठकोर भ� बनई� सकोत� ह�। दें�पको को� �लकोर उसको$ लZ पर को� �नकोल्याणी मो' उपया�ग कोरन चुंविहए। सम्मो�हनको एको कोल भग याह भ� ह� विको इसवि�द्या को उपया�ग कोरको� अपरध � अन्या ब+र� कोयाC भ� कोर�या� � सकोत� हF ल�विकोन इस वि�द्या को दुरुपया�ग कोरन� को� परिरणीमोस्�रूप सधको को$ शसि. को अत्याधिधको अपव्यया ह�न� लगत ह� और स सिचुंत शसि. श�घ्र ह� नष्टा ह� �त� ह� अथ� सधको को� मोनसिसको वि�कोर उत्पन्न कोर दें�त� ह�। बिंब7दु त्राटको: एको �गCकोर सर्फ� दें कोडC ब�डC/ड्राॅइ ग प�पर ल�कोर उसको� ब�चुं&ब�चुं मो' एको छ�ट- स कोल� धिमोचुंC को� आकोरको कोल� र ग को ग�ल बिंब7दु अपन ध्यान को� जिन्Rत कोर'। को+ छ दें�र को� अभ्यास को� पश्चात्र्फO को मोरकोर लZ को� ब+झां दें' और अ ध�र� मो' दें�खोंन� को अभ्यास कोर'। को+ छ ठिदेंन& को� विनर तर अभ्यास को� पश्चात9 आपको$ आ खों& को� ब�धको दृधिष्टा प्रप्त ह� �या�ग� और आप अ ध�र� मो' भ� दें�खोंन� मो' पOणीCतX सक्षामो ह� �या'ग�। इस प्रकोर स� विनर तर कोमो स� कोमो ब�स ठिदेंन& तको विनयामोपO�Cको अभ्यास कोर'। दें�पको त्राटको को अभ्यास कोरन� स� आपको� अलZविकोको ठिदेंव्य दृधिष्टा प्रप्त ह�त� ह�। इसस� आपको$ आ खों& मो' अग्निग्न को� समोन चुंमोकोप�दें ह� �या�ग�। को�ई भ� व्यसि. आपको$ आ खों& मो'आ खों' डलकोर बत कोरन� को प्रयास कोर�ग त� �ह त+र त परस्त ह�कोर मोनसिसको रूप स� आपको आधिधपत्या स्��कोर कोर ल�ग। प्रवितबिंब7ब त्राटको: प्रवितबिंब7ब त्राटको एको अवित सरल और मोहत्�पOणीC सधन ह�। इसको अभ्यास देंपCणी मो' अपन प्रवितबिंब7ब दें�खोंकोर विकोया �त ह�। स�Cप्रथमो एको र्फ+ ट चुं�ड़ें और एको र्फ+ टऊ चुं चुं�को�र एको बठिढ़ीया को चुं (देंपCणी) ल�कोर फ्रे� मो मो'कोस�कोर कोमोर� मो' विकोस� एको दें��र पर इतन� उ चुंई परलग दें' विको �मो�न पर ब�ठन� को� पश्चात9 देंपCणी आपको$ आ खों& को$ स�ध मो' रह�।अब �मो�न पर आसन विबछकोर देंपCणीस� त�न-चुंर र्फ$ट को$ दूर� पर ब�ठ �या' और प्रणीयामो को अभ्यास कोर'। (याह ध्यान दें�न� या�ग्या आ�श्याको तथ्या याह ह� विको प्रवितविबम्ब त्राटको मो' स्नन और प्रणीयामो को स�Cधिधको मोहत्त्� ह�त ह�। अतए� इस अभ्यास स� पO�C स्नन और प्रणीयामो अत्या�श्याको ह�।) तत्पश्चात9 देंपCणी मो' ठिदेंखोंई दें� रह� अपन� प्रवितबिंब7ब को$ दें�न& भrकोO ठिटया& को� मोध्या अपन� दृधिष्टा को� एकोग्र कोरको� ध�मो� गवित स� स स ल�न आर भ कोर दें'। कोमो स� कोमो ब�स धिमोनट तको प्रवितठिदेंन इस� तरह स� अभ्यास कोर'। को+ छ ठिदेंन& को� अभ्यास को� पश्चात9 आपको प्रवितबिंब7बको+ छ-को+ छ ध+ धल-स ठिदेंखोंईदें�न� लग�ग और देंपCणी मो' आपको� अनयास ह� को+ छ दृश्या या चुं�हर� ठिदेंखोंई दें'ग� जि�न्ह' पO�C मो' आपन� कोभ� नह> दें�खों ह�ग। इस प्रकोर को� न��न दृश्या दें�खोंन� को तत्पयाC ह� विको आप सह� रस्त� पर चुंल रह� हF। आपको� अ तमोCन मो' देंब� हुई त�व्र आको क्षाए ह� आपको� सिचुंत्रास्�रूप मो' देंपCणी मो' ठिदेंखोंई दें�त� हF। इस� प्रकोर को+ छ�को ठिदेंन तको और अभ्यास कोरत� रहन� को� परिरणीमोस्�रूप आपको� या� दृश्या भ� ठिदेंखोंई दें�न� ब दें ह� �या'ग�और उसको� स्थान पर आपको� एको चुंमोकोदेंर प्रकोश ठिदेंखोंई दें�ग।याह अ�स्था ‘त+र�या�स्था’ कोहलत� ह� जि�सको� अ तगCत सधको को �गrत मोन वि�ल+प्त ह�कोर स�Cत्रा स्�या ह� व्यपको ह� �या�ग।याठिदें प्रवितबिंब7ब त्राटकोको विनयाधिमोत अभ्यास विकोया �या� त� सधको मोत्रा चुंल�स ठिदेंन ठिदेंन को� भ�तर ह� ‘त+र�या�स्था’ को� प्रप्त कोर ल�त ह�। जि�स�सधन को$ सर्फलत मोन �त ह�।इस सधन मो' प्रया�ग विकोए �न� �ल� देंपCणी को� दें�विनकोउपया�ग मो' नह> ल�न चुंविहए अविपत+ सधन पOणीC ह� �न� को� पश्चात इस देंपCणी को� विकोस� मोह�न मोलमोल को� �स्त्रा मो' लप�टकोर रखों दें�न चुंविहए।याह ध्यान मो' अ�श्या रखोंन� या�ग्या तथ्या ह� विको इस देंपCणी पर विकोस� को$ न�र न पड़ें�। सधको भ� सिसर्फC सधन को� समोया ह� इस देंपCणी को� इस्त�मोल कोर�। प्रवितबिंब7ब त्राटको को$ सधन को� परिरणीमोस्�रूप सधको को$ आ खों' ओ�स्�� और त��मोया ह� �त� हF। उसको$ आ खों& मो' एको वि�श�6 प्रकोर को$ ऐस� चुंमोको उत्पन्नह� �त� ह� विको �� भ� शख्स एको बर उन आ खों& मो' झां को ल� त� �ह त+र त उसको� �श मो' ह� �या�ग। सधको को� सिलए विर्फर को�ई भ� कोयाC अस भ� नह> रह �त ह�। इस सधन को� पश्चात9 सधको मोन+ष्या त� क्या पश+- पक्षा� तको को� भ� स+वि�धपO�Cको सम्मो�विहत कोर सकोत ह�। याह तको विको �ड़ें अथ� विन�}� पदेंथp को� भ� सम्मो�विहत कोरपन� मो' स क्षामो ह� �त ह�। त्राटको को� अभ्यास को� अवितरिर. श्री�या त्रा को$ वि�धिध�त9 उपसन को+ डसिलन� �गरणीतथ गयात्रा� मो त्रा को$ सधन स� भ� सम्मो�हनशसि. प्रप्त को$ � सकोत� ह�।

अगर आपको� स+वि�ध ह� त� आप इस मो त्रा को �प स+भह ६ स� ९ को� ब�चुं मो� र�� ११ मोल रवि��र को� ठिदेंन पO�C ठिदेंश को� और मो+खों कोरको� कोर सकोत� ह�। 

Page 3: सम्मोहन विद्या

मो त्रा :-॥ ॐ ह्रीं> सOयाC सम्मो�हया ह्रीं> ॐ ॥ इस मो त्रा को� �प स� को+ छ ठिदेंन� बदें शर�र मो� गरमो� बढ़ी सकोत� ह�, त� ऐस� समोया पर देंह� चुं�ल खोंन उपया�ग� रह�ग

आदें�श........................