मेरी भक्ति

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मममम ममममम, मममम मम ममममम म मममम मममममम मममममम मममम मम ममममम-मममम-मममममम म ममम मममम मममम ममम ममममम ममम-ममम, ममम-ममम ममममममम मममम-ममम ममममममम मममममम-ममम ममममममम, ममम मममममम-मममम मम-मममम मम-मममममम-ममम, ममममम- ममममम ममममममम-मममम मममम-मममम मममममममममम-ममम, ममम-मममम मम मममम-मममम मम-मम मममममम मममममम, ममम ममम मममम म ममममम मममममम ममममममम मम म म ममम मममम मममम मममम” ममममम- ममममममममम मम मम मममममममम मममम मम मम ममममम मममम मम मम ममममममम ममममम मम मम ममममममममम मममम मममममम ममममममम मम मममममम-ममम ममम मममम मममम ममममममममम-मममम मममम मम मममम, मममम मम मममम मम ममममम मम मममममम मममम ममम मममममम-मम मममम मममममममम मममम ममम मम ममममममम मममममम ममम मम मममम मममममममममम मम ममम, मममम मम ममममम मम मममम मम मममम ममममम- ममममममम ममममम म मममम ममममममम म मम ममममम मम ममममममम मम मममम मम मममम मममम-मममम-ममम-ममममम मम ममममममम मममम ममम ममममम मम मममम म मममम मममम मम मममम मम

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sabar mantra

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Page 1: मेरी भक्ति

मेरी भक्ति�, गुरु की शक्ति�। फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।।

नवनाथ-शाबर-मन्त्र“ॐ नमो आदेश गुरु की। ॐकारे आदिद-नाथ, उदय-नाथ पाव"ती। सत्य-नाथ ब्रह्मा। सन्तोष-नाथ विवष्णुः, अचल अचमे्भ-नाथ। गज-बेली गज-कन्थवि2-नाथ, ज्ञान-पारखी चौरङ्गी-नाथ। माया-रुपी मचे्छन्द्र-नाथ, जवित-गुरु है गोरख-नाथ। घट-घट विपण्2े व्यापी, नाथ सदा रहें सहाई। नवनाथ चौरासी क्तिसद्धों की दुहाई। ॐ नमो आदेश गुरु

की।।”

विवधिEः- पूण"मासी से जप प्रारम्भ करे। जप के पूव" चावल की नौ ढेरिरयाँ बनाकर उन पर ९ सुपारिरयाँ मौली बाँEकर नवनाथों के प्रतीक-रुप में रखकर उनका षो2शोपचार-पूजन करे। तब गुरु, गणेश और इष्ट का स्मरण कर आह्वान

करे। विफर मन्त्र-जप करे। प्रवितदिदन विनयत समय और विनश्चिRत संख्या में जप करे। ब्रह्मचय" से रहे, अन्य के हाथों का भोजन या अन्य खाद्य-वस्तुए ँग्रहण न करे। स्वपाकी रहे। इस साEना से नवनाथों की कृपा से साEक Eम"-अथ"-काम-मोक्ष को प्राप्त करने में समथ" हो जाता है। उनकी कृपा से ऐविहक और पारलौविकक-सभी काय" क्तिसद्ध होते हैं।विवशेषः-‘शाबर-पद्धवित’ से इस मन्त्र को यदिद ‘उज्जैन’ की ‘भतृ"हरिर-गुफा’ में बैठकर ९ हजार या ९ लाख की संख्या में जप लें, तो परम-क्तिसद्धिद्ध धिमलती है और नौ-नाथ प्रत्यक्ष दश"न देकर अभीष्ट वरदान देते हैं।