मेरी भक्ति
DESCRIPTION
sabar mantraTRANSCRIPT
मेरी भक्ति�, गुरु की शक्ति�। फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।।
नवनाथ-शाबर-मन्त्र“ॐ नमो आदेश गुरु की। ॐकारे आदिद-नाथ, उदय-नाथ पाव"ती। सत्य-नाथ ब्रह्मा। सन्तोष-नाथ विवष्णुः, अचल अचमे्भ-नाथ। गज-बेली गज-कन्थवि2-नाथ, ज्ञान-पारखी चौरङ्गी-नाथ। माया-रुपी मचे्छन्द्र-नाथ, जवित-गुरु है गोरख-नाथ। घट-घट विपण्2े व्यापी, नाथ सदा रहें सहाई। नवनाथ चौरासी क्तिसद्धों की दुहाई। ॐ नमो आदेश गुरु
की।।”
विवधिEः- पूण"मासी से जप प्रारम्भ करे। जप के पूव" चावल की नौ ढेरिरयाँ बनाकर उन पर ९ सुपारिरयाँ मौली बाँEकर नवनाथों के प्रतीक-रुप में रखकर उनका षो2शोपचार-पूजन करे। तब गुरु, गणेश और इष्ट का स्मरण कर आह्वान
करे। विफर मन्त्र-जप करे। प्रवितदिदन विनयत समय और विनश्चिRत संख्या में जप करे। ब्रह्मचय" से रहे, अन्य के हाथों का भोजन या अन्य खाद्य-वस्तुए ँग्रहण न करे। स्वपाकी रहे। इस साEना से नवनाथों की कृपा से साEक Eम"-अथ"-काम-मोक्ष को प्राप्त करने में समथ" हो जाता है। उनकी कृपा से ऐविहक और पारलौविकक-सभी काय" क्तिसद्ध होते हैं।विवशेषः-‘शाबर-पद्धवित’ से इस मन्त्र को यदिद ‘उज्जैन’ की ‘भतृ"हरिर-गुफा’ में बैठकर ९ हजार या ९ लाख की संख्या में जप लें, तो परम-क्तिसद्धिद्ध धिमलती है और नौ-नाथ प्रत्यक्ष दश"न देकर अभीष्ट वरदान देते हैं।