अलंकार
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हिं��दी� अलंका�र
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द्वा�र� :-
म��प सिं��� काक्षा� – नवीं� , ब विवींषय – हिं��दी� काद्रीं�य विवींदी�लंय , गो�मती�नगोर, लंखनऊ व्दि$दीती�य प�लं�
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अलं�का�र
जिस प्रका�र एका स न्दर� वि�भि�न्न आ��षणों� द्वा�र� अपने� शर�र का स�ती� है#, उस� प्रका�र कावि� �� अपने� कावि�ती� का वि�वि�ध शब्द � अर्थ( यो ने�ओं स� स�ती� है#। �� स सज्जि-ती शब्द � अर्थ( यो ने�ए. है� का�व्य में1 अलं�का�र काहैलं�ती� है2।
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र�में ने�में मेंविने द्वा3प बरू �है-द�हैर� द्वा�र।
में�टी3 काहै� का म्है�र स�, ती� क्यो� र�द� में यो।एका दिदने ऐस� आएगा�, में2 र�द�गा� ती यो।।
शब्द���षणों
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प�य� जी� म&न' र�मरतीन धन प�य�।
विकातीने� कारुणों� विकातीने� स�द�श। पर्थ में1 विबछ �ती� बने पर�गा।।
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आओ अलं�का�र� स� �����ष� � �ने में1।अनेप्र�श्ले�षयोमेंका पमें�, रूपका त्प्र�क्षा� में�ने��कारणों का� चमेंने में1।।
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अलं�का�र का� द ��द है2
शब्द अलं�का�र
२. अर्थ( अलं�का�र
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शब्द�लं�कार
शब्दी�लंकार शब्दी द्वा�र� का�व्य म- चमत्का�र उत्पन्न कारती' �&। यदिदी जिजी� शब्दी द्वा�र� चमत्का�र उत्पन्न �� र�� �4, उ�' �टा�कार अन्य �म�न शब्दी वीं��7 रख दिदीय� जी�ए, ती� वीं��7 अलंका�र न�� र�ती�।
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शब्द�लं�कार का� ती�ने ��द।
2. योमेंका
1. अने प्र�स
3. श्ले'ष
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1. अने प्र�स
* जी��7 व्यजीन: का; आवीं=त्ति? ध्वींविन-�AदीयB का� बढा�ए, वीं��7 अनDप्रा�� अलंका�र ��ती� �4। व्यजीन: का; आवीं=त्ति? एका विवींश'ष क्रम �' ��न� च�वि�ए। �AदीयB-वींधBका व्यजीन शब्दी: का' प्रा�रभ , मध्य, य� अती म- आन' च�वि�ए।
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उद�हैरणों
1. में हैने काD मेंध र में रलं� में�र� मेंने मेंयो�र का मेंस्ती कारती� है#।
2. च�रू च�द्र काD च�चलं विकारणों1 खे�लं रहै� है2 लं र्थलं में1।
इस का�व्य में1 ‘में’ काD आ�KभिL ब�र-ब�र हुई है2।
इस का�व्य में1 ‘च,लं’ काD आ�KभिL ब�र-ब�र हुई है2।
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2.योमेंका
जी��7 पर एका शब्दी का; ब�र-ब�र आवीं=त्ति? ��ती� �4 और उतीन� �� ब�र उ�का� अर्थB अलंगो- अलंगो ��ती� �4, वीं��7 यमका अलंका�र ��ती� �4।
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उद�हैरणों
का�लं� घटी� का� घमें�ड घटी�।
इस द है1 में1 प्रर्थमें घटी� का� अर्थ( है2 का�लं� ब�दलं और दूसर� घटी� का अर्थ( है2 कामें है ने�।
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श्ले�ष
है�. एका है� शब्द का� द्वा�र� एका स� अधिधका अर्थ( का� ब ध है , �है�. श्ले�ष अलं�कार है ती� है#।
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उदी��रण
रवि�मन प�न� र�व्दिखए विबन प�न� �ब �Kन।प�न� गोए न ऊबर4, म�ती� म�नDष चKन।।
इस का�व्य में� प�ने� का� ती�ने अर्थ( है# 1.समें�न्यो लं2.में ती� काD चमेंका 3.मेंने ष्यो का� सम्में�ने
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अर्थ�(लं�का�र
अर्थ�(लं�का�र में1 सUदयो( '���' स� स�ब�धिधती है ती� है#, 'शब्दV' स� नेहैW। अर्थ�(लं�का�र चमेंत्का�र काD ब�यो ��� काD अने ��विती में1 ती�व्रती� लं�ती� है2 अर्थ�� ��� स�ब�ध� चमेंत्का�र उत्पन्न कारती� है2।
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स�� ��� में1 भि�न्न-भि�न्न प्रका�र का� ��� है ती� है2।
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अर्थ�(लं�का�र का� ��द।
उपमें�
रूपका
उत्प्र�क्षा�
में�ने��कारणों
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उपमें�
है�. पर द �स्ती ओं काD ती लंने� उनेका� रुप, र�गा � गा णों का� अने स�र काD �ए उसका उपमें� अलं�का�र काहैती� है2।
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उदी��रण
च�.द स� स न्दर में खे'
'
उपमें�यो ‘में खे’
उपमें�ने ‘च�.द’
स�ध�रणों धमें( ‘स �दर’
��चका शब्द ‘स�’
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है�. उपमें�यो पर उपमें�ने का� आर प विकायो� �यो,�है�. रूपका अलं�का�र है ती� है# , यो�ने� उपमें�यो और उपमें�ने में1 का ई अन्तीर ने दिदखे�ई पड़े� ।
2.रूपका अलंका�र
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उदी��रण
प�य� जी� म&न' र�मरतीन धन प�य�।
में�र� ने� प्र� र�में का आत्में� स� अपने� ��ने में� रतीने रूप� धने में�ने� है#
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ब�ती� वि����र� �गार� अ�बर पनेघटी में1 ड ब रहै� ती�र�-घटी ऊष�-ने�गार�।
प्र�ती[ का�लं का� समेंयो आका�श काD छ�यो� पनेघटी में1 दिदखे�ई द�ती� है2।
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है�. उपमें�यो का है� उपमें�ने में�ने लिलंयो� �ती� है# यो�ने� अप्रस्ती ती का प्रस्ती ती में�नेकार �णों(ने विकायो� �ती� है#। �है� उत्प्र�क्षा� अलं�का�र है ती� है#। योहै�. भि�न्नती� में1 अभि�न्नती� दिदखे�ई �ती� है#।
3.उत्प्रा'क्षा� अलंका�र
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उदी��रण
काहैती� हुई यो� उLर� का� ,ने�त्र लं स� �र गाए।विहैमें का� काणों� स� प�णों( में�ने ,है गाए प�का नेए।।
आ.स� स� �र� उLर� का� ने�त्र में�ने ओस �र� कामेंलं लंगा रहै� है2।
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म�नवीं�कारण
है�. विकास� अच�तीने �स्ती का में�ने� काD तीरहै गावितीवि�धिध कारती� दिदखे�यो� �ए ,�है�. में�ने��कारणों अलं�का�र है ती� है#।
![Page 27: अलंकार](https://reader036.vdocuments.pub/reader036/viewer/2022062313/55cf7376bb61ebb32f8b4704/html5/thumbnails/27.jpg)
उद�हैरणों
में�घ आए बड़े� बने-ठने का� स.�र का� ।
इस का�व्य में� में�घ� का मेंने ष्यो काD तीरहै स� स��र� काहै�. गायो� है#।
![Page 28: अलंकार](https://reader036.vdocuments.pub/reader036/viewer/2022062313/55cf7376bb61ebb32f8b4704/html5/thumbnails/28.jpg)
दिद�स��सने का� समेंयोमें�घमेंयो आसमें�ने स� उतीर रहै�स�ध्यो�-स �दर� पर�-स� ध�र�-ध�र�।
इस का�व्य में� स�ध्यो� का� समेंयो का� ड�बती� स�र काD ती लंने� आका�श स� उतीरती� पर� स� काD है#।