[९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5...

171
ई+..22 ११5 /0॥ अणराणालट (णवलणापा ^ अशलगपा) 1 [९९ पण परडफाधाता उतराभतता ॥[भापऽत) [८ (7क5रवकलएवयाका-कलईय, 111८ वाकय (द षणी 15 न, गात (€ {ददव फ] अाा-शा०'७ (भाला पता ४४ चापा परभत, पञञो णलाए७9 211 4 [178 गपरङशाय (लात€ णि" 95 ^ अभा (णाच 1{पता€8 1989

Upload: others

Post on 10-Aug-2021

0 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

Page 1: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

ई+..22 ११5 /0॥

अणराणालट (णवलणापा ^ अशलगपा) 1

[९९ पण र परडफाधाता उतराभतता ॥[भापऽत) [८ (7क5रवकलएवयाका-कलईय, 111८ वाकय (द षणी 15 न,

गात (€ {ददव फ] अाा-शा०'७ (भाला

पता ४४

चापा परभत, पञञो णलाए७9 211 4 [178 गपरङशाय

€ (लात€ णि" 95 ^ अभा (णाच 1{पता€8

1989

Page 2: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

(0111€ा118

व [91706 [सता पाद

ए€8८८ एषा [295 [2101

[ववष ग दक

। 6 1 1 (2

1. (गालगतकषा८€ ग वटवऽ€ (11४८5 भात‌ 4शापञलाए 008

(८ ऋ. ल०लत‌ (लालमतकषा८€ ज (€ एषहाच0ा) अ 111€ रिदइला( ४0] पा१€

कात‌ [6 वानि

८] तिता

मप

1

3

Page 3: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

ठाटरतात‌

(जाणटा € अपावण रहा ठत आ कती एपत पलापजछव$ भात‌ 7-

पलावपठाव] पकाञकातकपरजा८८गापपटकठा परलणठात5, पल पण€ ५ € एषकरलप‌ फ

पल शापा आ पील विदत‌ ज एपोजजहङ 785 दटमा€ फा अत‌ फठा€

पराकता, फ ]€ [आ ५९८९5 8६ वपहणःडपलबा फफएगका। पावापडलात ऽ शला€

३८८८८ नण ५ 8 शवापि ज एतणाटहलत‌ उदौजडड, आ एटलला( ए८छाऽ 10

360] (८७९७ (कपतक 8178४8८8 ज वात‌ लहलिला८८७ 10 शाकापञलात[018." (10

लल रालाजालाजा 15 ल ञ पराललछ( प पल पदत‌ ग पलजरावणो$. 1108६

तवलटाप८ऽ ज दमत 1ाव‌ञ," शणालो फला ातपककग पपतता 10 ण व फटवाऽ [0851

का 10तवछ लह [पपणतवपटलत‌ परा पालाः गहटापशङ वलललव‌ जिा)8 पप) ऽपल)

पर1लता8 85 विलञपा]< एषणाञपषट, [प € [ह ज उपत) वटरलगपाला१७, 1 [दशच 10

{0 शणता (€ 1वदड ज 0पया (लपर अजह 8 लाद ज [एग 45187

परिवापञलटाा। पलगरठतपलपजा$.

1 88 तआ क€ ऽपय ज 1987 णाल 7 [कतापरादचातप पीव ए ए. 0. ाह०‌,

(रल रिदडटवालौ कलः ण पा लठणोपर४§ वविशतला लार, 75॥ व०8तलव‌

पल अपा वलरठतपलाष ऽनपल [पातात पोकापञलाीऽ गनि) 1 ऋऽपपजः,

7ााल]४, € दलाल §वाञता+- वात‌ लाना-गाहपञहट लजाटटम) पलो 1 ॥०व‌

दगा€ 9८055 पलाल [आ 1972 शात‌ कषल) [ वकत वलञालत‌ 0 (ग$ अप८ ॥ 76.

€ व< [1८७३९ (0 एटडला( ऽजा)€ ज {11086 फाञपपडलाः 5 [लाट आ {€ 5६ जज

ण कणः एिणिरपालतड (वतालपका 4 ञपटमपफा ला९ऽ पाठपहा ल ८०-गलाकषाग

€ दववजाता ^तोा४८७, [इञतापशातप अत‌ [आऽपाजाऽ 7 1€ पपोष 5191€8,

(78१८९, वात पट एलण€ 5 रिकणात ग त3.

ग15, ध€ रिऽ{ जप ॥ कल उला€७, (णाक ऽदटाहत‌ 3516 (लाइ तल 11€

पिका ४३त> 5८700] ज [फतवा धात $3 पव. € ज € 1६द5जाऽ जि

छपा दौजत€ 15 10 [टञला( एदडटशलौ परोशा2]8 पीव (वा) € पलत 7 लछपाऽ€ऽ ज

एपतताः ऽपत€8.

[ल पल वलात‌ (€ कटवत‌ 1121 जाम €८8 (0वादपया अ बपिलजापा 15 व)

11

गहजष एणलल शणालौा शन पो णाल शण एणटडला( पदाएतपलामाऽ जा

पजा पतला वऽ ॥ 81 (€ प2}0ए 45187 1317 ०३६९७.

रभपा€ [इ1{भपापाव

1207८८०

7/1 (८7८ ©. ८७४ 45 ववा (८4८7८ ,5८५व7९

1197९] 1989

Page 4: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

{1€8८€

ग< कोोपञलाऽ ज तल [पकाः [ाथाष, पठ [0८वालत‌ 1 11€ ऽतवलइऽ ज तल

31018] ^ तलौषटड, [वपाााोतण, 3716 वलएवातलत‌ 85 गो€ त € 1081 ४बप९ह

८पहणा9 पलटवडपाः<ऽ ग ववलव‌. 77< उलोजकषङ लजापपाा दशा 10 [ठम ज पाड

पटवऽपा€ 0) आ 1905, शणाला 8 [7888 &€वञता एपत 115 शफरठणड

८०१९10६६, ,ऽद८टवलव कद 4. कव (पलः 244१5८0 ०/ ८7८ 12८7647 1767472.

171८८ 15 कपरालवपमा इवोऽराा(६ उलामकषाऽ ॥३५४८ [दला पञ {116 पराकराला1815, [ष

पलाल कल 501] पोवाोड पावापञला [015 शलौ ॥4५८ 101 [लल प[ढटत‌,.

1१ ५०5 1 1985 ध19+ [€ पिलव। २८३८गल] (लाट, [सतात तआ ८ज[शलावपलय

का) 116 िशाजा| ^+लौ1*€8, एष7[§लत 8 वल) दतापजा ज पीट [501८१]

पाता पञला [वाठ 95 {€ @#व८व (दघव 1/4715द८4८. [7 णा€ 1987, षणा [ ०5

पर तणह रज पलरठवणलफह कककला पजा ल, ] कशलालत‌ 0 परललः एर.

पिकापो€ इवोप, िललजाः ज € (ला [ज 851 ञव (णापर अापताल

((2^5), अत‌ रजा. पञ ञः (वलाादव8 ज पिशतक8 (ापाषला $. [ आरट

पला € रातपञलए६ 73|], कात‌ 1 (€ (छपाऽ€ ज छपा लजाषलाऽवपठा [ लपा€७8८त‌

ा४ तलञा€ (0 [ष]75], 11 106 8 ला(८३| लतीपजा, पीला 3( 1881 8 विलञा1]€ दतातला)

५ णाा€ ज कल धाह वात [फएलातदया( [लड [आ € विदल ८1५८6. एनी

81101875 वादल कलत (€ 1त4€8, कात‌ रिता. [दावा परा पालातणालत‌ (181 वलछतपलतठा

र एकराट‌ परााला14]5 का ञाता) उपता€ऽ लजा€ऽ एप (€ 5८०ा0€ (^ (5.

ए. हिपयाापा० [णाक जला 07. विशोव पिशतवद०, (रल ज ४८ (^ (5

ए€8८816}) वात ह लााव| किऽ €ललाजा), 10 विल‌8‌ 1 एलतपशा$ 1988, चात‌ 85 8

टञप( जा एणा एटहठततचतलाोऽ ८ वललतवलत‌ 10 [णणतपलल 8 ला1८8 दवापर ग पाट

1711756द पञ7ह 91] (€ ३५३1[ब]€ ववा गाकचापञलाऽ छा पल ऽपररलला, एठा (015

िणलला पल किशपलाक] &लो४८७ [8८ ३४३]4]€ 10 (६45 पणद< एपततीऽ।

1105जा८ब] (८५७, परवाल] $, (€ = 17-5८460क चव = दक‌, पाऽ. 10. 5/6462, (€

1775व7६द‌ पा. 710. 5८136, धात‌ 11€ 17-17775766, 18. 10. 1८16097.

(€ कपरालदतला) ता € शलो।€ लतापजा ज 11168 इउपतताा5। 105०0१८9

{लत5 णण] परशपल 9 उज‌ लजाततपतजो ८५ एपतताऽः उपतालछ. 0 एलदोरगा ज (€

4411018] ८५९७, ] कलिः पोर आपरललल( वा |ए5 10 91 10586 र]}0 लाट तरलटपज

छा [आताकटलङ ऋरल]रटत‌ तर 1[€ णार, घत लङललशाङग 10 [श03. [दा{वपापा8 वात‌

[वली

उशा) [288 {28180

(व १९९४८८7८ (2/तल- प द०१वा 47८72८९5, 1 ८1171477वच/

लललाकफला 1988

Page 5: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[०तपल८ाफ [रला1911ए8

[1 115, (€ षडा णपापट ज प)€ एिशउपरा८५ (कलवा ^ ञाता ऽला1€5, ट

एणा5) ला उपततञ॥ ऽ ारा( परापडला1ए॥8 (^ -]) ग पााद€ ारऽ [४ 116 हाट

[पताक एपत पावल ४८वङपकपतौप (4-5 ८. ५.79.) : कल व7चवहककरवगरवलव,

€ द रवाददव णाो) 15 एद वात‌ पल 17795 णण इताकषा8॥'5 (जरला काप.

ग< एलडला( शजपाल लजाकाऽ जाट पाञपडला ए (4) जा पल 7कणवदणदसवतवलय

कात‌ 0९ एशषवहव; एक0 पापल (4 कत‌ 1) ज पाल एमषवयाषदण त, जा

पलो) () ३ जता ८०; {0 पोकरापडला 18 (^ वात‌ [) ग € 41775. 70€

1881 जा €5€ पाशचापञल5 (व) 15 €ञललश[ङ षमा, अ 11 लताप€ऽ पठि पल

(पधपाव २३१८८ ज पल वविशतरजाक[ाप८€७ 1 लप.

परा रल शला€ 89]€ ० लनीलल कपः 9 टिकर पाञापञला1!8 ज प)€8€ १८५8, ट

(०णात‌ 10८म ऽटखला पाकापञलाए5 ((-) ज करल 47051८4 द+4. ^ टाटा

लजाषाञजा ० € लजाला§ ज 0८8८ ऽदणला 16४८818, 110 शरट, 1118६ अजा €

परिद‌ग‌७€ पशचपञटत]0!§ ज {1€ 17775720 द +व = पला€ 15 ०ा€ 517£]€ ०1113]

परावापञलाए६ कात‌ तवा तल पटडा कल कण तन ज 1६ कशापवा$ © अणव [0

1 एणा [जानहााटम [पपपकरतठा 00 (८७८ 1९०६७९७, इ८€ 572८ 3६2 77155747 7९177744 05472 02)५/7; एरटडलाणटत अ १€ शलपोक ज [.लपलऽ, णारलाञ( ज (न४०, §ऽल€णऽ {ऽवा 14, (0४०, 1981, ए. 1-8, 12-13; कत‌ एलल एषव, 4140 द४काव 1 €5 तवा8|416त‌ 1110 (क €ञलाा [वाह ८२६८३, (ताप,

1986, एए. 107-108, 118- 119. ऽछणल ॥लाऽ 7०६ लपतत प कलल ोरहासणटड अलः ४. ४. (०) र,

"हितवहालाइ जा उपादा = वङदकसयविवकषवछकव 7 पौल एवा8 लजाटधणगा रण गएलकया

पकषचञल( पाशषला95," वनतक ५ ल (हसलस ८ ०/ 7०द पपाशपरप८ञ §लतपजा, पवि०. 27 (1968) , 7. 175-179; १. ऽ. ]कोण, “ना ऽअत पिकहफलाऽ ज छापाठतट४०३ 477 गषडरदवय दद" 5/4९17 न‌/ 1/९

.८॥००८ ९ @तटयव/ कव ततव" ,७८५क९ + (1985) , ए. 470-492; पि१०४० पोत ५॥५अा, "दिकम‌

आवत (त प कलाप "फ पज उसपरपपः ० तऽवाजप' ((0ञलाषवपणा ठा ¶€ ¶12-1101576, ए88९त गा

१ (जााएषाोञणा ज प€ दिभ०।८७८ कषभापञल ए) , 8/9 ९१८६१ (]०णा7३ ज रिल]षटाठपड 5ापता€३) पद०.

267 (1986) , ए. 639-640; [०0४8 हतपचञका, चिग‌ उना व वडौत प ताप "पर पडत उकरपणपः 7०

(लाला 166, पावा पपजय पिएण [ाला1ह€ [041712€ ०० (उलएएज प (उपल .ल€ल-एजा 7०

(लल ० परजजकरलल--" (कि {€ इवाड (ल ज पल कषद कत‌ (116 ह5। अत‌ ऽललछपत‌ छलाऽ८७

म पल दबध करललमतगह ५ 0८ विदत वफपञततड-- प इलवल) ज कल कपहापन लम

लऽ एवाप), 2669९८५ 5९? (एपतताऽ६ इला) ०. 43 (1986) , 77. 15-30.

भर

८०ञतरापालव‌ जाट वात‌ धल उवा€ पराशापञलाए(. ¶1€ (० पराकषोपञलत5§ (6 भत‌ [)) चल

पलो 1 1€ ऽकरा€ लाक. ( 15 पराड‌ ३ एकता ज कट टत, भात‌ पाऽ [ब<पाव‌

(८ग7लछएगात‌ऽ €>३८॥ ङ 10 {. € 15 पपञ वटवपङग वातल [0 (० एवय 8. 0 [लऽ प

11८ लत [टलडलोङग बलिः पल 185 109८ 1 पल परि एका (त; कात‌ कट कि [टज

€ ऽदलजात‌ [का ज € लजपापटड {€ षट लकल शाला पाल [३8६ 17८ ज 1) [६७५९७

ज. एणा ऽजफा€ पछ 7८वञजा, € [६8४९ ग € जाहा0व] पाकापञला (^, पणड

7 [18 [षमलः एवञज) त कील पतत‌।€ ज ©) शला ऽदका३॥८६त‌, भात‌ #¶€ 77101

एकत ज पल जपतत] पशाषञलका जठ लपररठालत गात‌ टल रत‌ [पतकलपवला पङ 85

€ टदा पाोशापञलाए( 0. (€ षड(+ आत‌ ॥ल€ [आव एवा15 9 1115 जा]

पराकरापञलत कला एष 1छहलील 10 कण जलः रतदललातला( पराकापडलाा, प09

पिठ, 50 {खः 88 {1€ जतीला पाथापडला1]15 (-1) ग 0€ 11107576 द» ९०]]द८।लव

ला 8८ (काोललरलत‌, 1 15 8 परठतलती तछ$ रण 0. ६ पपछपी परि अट‌ परजा प

(गणड ग (, एवञ‌ कीट (ण 1६ 85 1 1 लाल 8 (जाल शला, षटी) 76

बणशचला{ 8 वाला८३8 जा (< 5728}1€ |टपा३ ललात वआ 1६. € [शलपाच€ प हपर

८०ा7€अजात‌ 10 [9६९5 21.4-35.10 जा ध1€ 51४ का [.€ ४ लतापतला, णाल (जयालञजात‌,

88 € [18४८ ¡घ5( ऽटला ३00४९, €> ८४ सा पवापडल 1 (8६८ (91८5 वा 87 वा

एल‌).

ऽ८€ (€ ऽअत पाापञटतएऽ पलणाऽल]षटऽ बा< पटाएतपरललत‌ [आ वलञपाा]€, 1६ 18

पाा€८८७बा४ 10 [टइला( 8 वललत वटइतपठ) ज पाला. ५/८ 7लडाला छण वला ]ए8

10 पद {8 पीवा कषत रल पट कटहल {0 वटि 10 पट [टडला( +छपलः

1. जलणला9] 1891€ ज वकाषला18, ववलापतङिषठ ल ऋजएऽ लणासषपलत‌ प दवा

परोापञलाा वात [ता८वतह € 05981८8] लौीवा8८।ला151165 अत‌ [10४३१८९

9 {€ पोोपञला1[015.

1. लगालनतशरा८€ न ८६३३८ प६€§ भात‌ पराधापडलताए। 01105.

Page 6: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[ा. एलमालव‌ लजपटमतशषालल ज क एकहापडठा ज परल एाटञटणा एजएणकर शात‌

[.€४15 दतापठा.

+€ छत‌ [८ ० पञ ए0द5§0ा (० €(€ (211131, [लठ ० 117€ [डपा ५८६

(1411158 पजा [परताल€, 8713, अयात‌ एाट8ञजाः दसिला1गात‌ ^. ऊत‌, [0ऋलल०ाः ज {€

णडापा€ जिः ^ वरशाललत‌ उाणतालऽ णा छठत‌ रिलाहाठा)5, विटप शठ, 07 ऽपर

7€अललतरल‌४ पराशापरञला15 ए वात ९. € 876 8150 71081 ह78ारटषि] (0 पल (णाता

९०३८८ ग पाट विशचना०ा11€5, एला, [0 एछणताह ५5 1) 8 (0४ र (€

{177 श5द पराापञलाए(. (पा पाशा](ऽ 8180 &० 0 = एि०ट88छा ^ लला(॥ $टयल,

[0दललाः जललव] ज पल पिद‌७।-(ललाकनो भशापरडला॥ रिषटञला४३॥०) ए0}€८॥, [जि

ला८०पा8हा7ह छपा शठा], पताका पऽ गाला काो0पड (लाका लालााऽ6€ छपा

एषञा कजाः शठपारत ककरट कलला किः पराठा€ तरिप ८० कललमााऽी. ^ 1०५८ 3], ७८

0षोत‌ [€ ७ ददा€७§ छपा [7०0िपात‌ कात‌ लला हा कतपत‌€ 10 एातटड0ाः एववा

{95 041182०], लारल रलडटगलौ 0रपरिलला ज पाल पिसधणाश ^7ल1४८5 ण पिद‌ग‌,

(त चापाातप, लि 5 ला 10 एपत ब 0णः १189058] परणालाछपड वल‌)

राापञलऽ. पराजणः [5 हावलछपञ वडडाडाकलट भात‌ [5 वपपीजा128 0, ऽ

(नाललछा शपात‌ प५॥ [१४८ एदल 055101९.

भधा

Page 7: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[ . ७€01€4] {8701€ (01115

1155 € जा ४४०15 ॥५॥शला12।

५ परि, ४8, 7 एव-न

४ ॥() एप

& ॥8.51 [8 1

0 1) एक -1<

६ गड एष

रि गड एषट

त 8.51 एवल

पर गा पराठतलाा) परजाटनन]ह

॥ ४5४ रठतलाा) 761९06०

1 गा ए08111-]€ग

3126

28.5 >< 5 वा

30 ><5.5 चा

30.5 > 6 ला

3ॐ0 >< 5 ला

23.5 >< 15 चा

20 >< 8 ला

33.5 >< 13 चा

20.5 >< 17 वा

21>617 वा

31><4.5 चा

†\4(1111061 9 0105 = ?10\/678766 ग 116 7181705611015

3 णाह

6 [011५8

14 01७5

13 {01७5

32 [8६९8

20 {011०8

13 {01७5

24 [३8६९8

35 ३8६८5

1 गा

पि8॥018| लौ *€8, [87 9ातप, पवि€०७।, 113. प. 5-6462 (8 पत‌व‌113त 4758112 44)

9008] ‰1ल}01 ४९5, [इवो ततप, पला91, 145. पवि०. 1-1697 पए (एशपत‌त‌ा18त815808 81)

पिज तोर, [सवताडपतप, पला ०, 145. ०. 5- 136 ४ (9पत‌त‌)3त4158118 4018)

पवि31018| ^ ली) *८€5, चोफाशतप, पव€‌2।, 1415. 140. 1-1697 ४ (पतत 24815318 38)

[ऽतप १€ (1 1118द पजा [ताला€, एवा5, ाा1८€

[पराप जि ^तरकाललव‌ उतवा ज फरगात रिदा, पिद ४०], (5.4, 11813 1-157

पिशा &ल‌ाा४८७, [चतापाशातप, पिद‌०।, 145. विण. 5-255

पविशप०ा9| (लौ ५८8, (80810, पिल73}, 145. पि०. 5-262

पि९घ०718| ^+लो1*८€8, [<वकापराकाातप, पिल), 115. पि०. 5-260

(णीषपा०। २०३८९ ज (€ विजा 9110८8, एल‌, ए९०1€ 8 ररदषणाल ज (णय

कलापाः ति = गाइ४व0दरापरतलइय; कप वतापरकव; (51 = (-811598; ४§ = ४ ऽवत; ४६४ = ८5

1

Page 8: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

11. (जाललतकषा८€ ज (1टबा§€ (11165 911 1187108€171 01105

11॥6& 11804501

8 (1.1.111

॥ (11, 111 रा साः) रा

॥ (1111111 1.1

8१1, 111

प क18598

ए 1 [.€४। 15.1-21.4]

६ 2 [ल 21.4-35.10]

ए. 3 [[.लम 35.10-45.4

^ (101- 384)

^ (384-435) [3150 = 1 1 [ (1-11)]

8 (170६), 1(1-11)

^ (485-5))) , ] (नट) [38 लजापरलत‌ 7 ८ -- पर, 1 (12-35) ॥

¢ (10-60) * £ (1-14.7) ए (19-933) © (19-684)

0 (शणागल) * 1 (12-35)

¢ (208-27) * ए (14.7-32) ए? (933-200) ( (685-13))

* (~ शत [0 दणञपषट 0 कत‌ पोट उवा परा80पड८त.

पर (1-10.2)

परि 0.3-24)

Page 9: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

1. [लगात‌ (गालगत०१८८ ग 1116 38171801) ग {€ रिटडला॥ ४०] पा71€

2116 [.€ ५15 [ताजा

(€ पपफलऽ एरटलटवलव 0४ पट अलणशजाऽ छ§४ वात‌ प 7ता८३द पाट 048९5 17 [.€७'8 दवात.)

{ड स 11815610 0105 (65010610 ॥) [€ ५1§ € =: (7त=-~ 1815611१ 01108 @076500106106 1) [6४15 दतत

1 ^ (13) | 203२) | ५४6४ 4.15-5.21 2 ^ (10-23) 11 8 (30-42) 5५ 5.21-6.30

1 | (ऽप त 1-119 12 (4४-52) | ४§५ 6.30-8.13 24: | (ऽपि ८ 1192-228: 13 8 (50-69) | ५६९ 8.13-9.17

3 ^ (20-38) 14 8 (69-79) | ४६४ 9.18-10.26 20: | (अदि (ए 2282-3 15 (7) | ४5४ 10.26-11.7

321-4: | (अपि च 33-38 16 € (1-29) | (1 15.1-16.6 3894-6: | #§ [ए 1-4८1 17 © (2-3) (पा) 16.6-17.1

4 ^ (30-48) 18 ¢ (ॐ -4>) गष 17.1-17.31 30: | ४§ [° 4८2- 158: 19 ¢ (49-58) | गग} 17.31-19.9

481-5: | ४§ [° 1582-22 20 ¢ (5 -68) | (ॐ) 19.9-20.12 4456-6: | ग र" 1-38 21 © (6४) | व 20.12-21.4

3 ^ (4\-58) ¢ (209) (7) 35.10-35.28 40: | 1 [चर -166 22 € (209-213) गप) 35.28-37.1 58: | श र" 16८-283 23 © (210-223) गड) 37.1-38.8

6 ^ (50) ग [च 280-30 24 € (220-238) (1 38.8-39.6 7 ^ (50 11) 25 (23-242) गगा 39.6-40.12 8 ^ (5) 71&]11) 26 € (240-252) (ॐ) 40.12-41.19 9 8 (2) 6४ 3.17-4.15 श € (250-268) | 1/1 41.19-43.6

Page 10: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

इ. € ॥ {©

0768601 ४०1८7)&

28

29

30

11811301 +| 0105 |

©0176500106106 ॥ [€ ५15 6011101 |. ३96 ॥ {€

0165नाी† ५011716 18105611 01105 @0116500106106 ॥1 {€ ४5 € 1110

¢ (269-272)

© (27)

0 (79)

7 (7-88)

1 (89-98)

7 (७-109)

0 (100-119)

7 (110-129)

7 (12-139)

70 (157-149)

0 (137-148 लाश)

0 (147-158)

0 (15-168)

0 (1509-168 रा)

70 (150-168 0)

7 (160-178)

70 (17- 188)

7 (18-198) 7 (190)

7 (19) |<)

7 (19 तवार)

7 (19) पप)

2 (9. 1)

ए. 2)

(7. 3)

एक. 4)

(हा 43.6-44.13

178 44.14-45.4

वष) 21.4-21.22

18 21.22-22.29

प) 22.30-24.13

वप) 24.13- 25.25

(प) 25.26-26.28

11 26.28-27.27

व) 27.27 -28.30

व) 28.30-30.1

व") 30.1-31.1

ग) 31.1-31.30

[781 31.30-32.2

1781 32.27-33.25

178} 33.25-34.25

| 34.25- 35.10

781 15.1-15.13

वप) 15.13-16.4

73) 16.4-16.17

7.5)

> क. 6)

९. 7)

7. 8)

४.9)

ए (ए. 10) ह. 11) ए. 12)

९ (. 13)

8 (ए. 14) (11.1-7;)

(11.7-11;)

£ (?. 15) ६ (ए. 16)

६ (. 17)

£ (ए. 18)

ए. 19)

2.

(ष.

7 @. 22)

ए @. 23)

ए.

ए. 25)

४ (क. 26)

2 (क. 27)

£ (.

(9.2

णड] 16.17- 16.29

णड] 16.29-17.9

वषड 17.9- 17.22

णडा) 17.22-18.5

175} 18.5-18.19

18} 18.19-19.8

178] 19.8-19.21

गडा 19.22-20.7

ए] 20.7-20.20

175] 20.20-21.4

15] 35.10-38.17

गड] 38.17-36.3

[ठ] 36.3-36.19

51 36.19-37.4

1 37.4-37.19

781 37.19-38.7

ण] 38.7-38.20

811 38.21-39.2

78] 39.3-39.17

31 39.17-40.8

178] 40.8-40.23

षडा 40.23-41.8

51 41.8-41.22

(51 41.22-42.10

(51 42.10-42.26

(178 42.26-43.15 =

Page 11: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

= = (= न एतासा 1 11210561101 01108 @गा6ऽ[9010&7166 17 [ 6४5 €त¶ठा ^ 11814501 1 @0165[00766106 1 | 6४15 €त॥जा

79 | 2 (क. 30) ग) 43.15-44.6 । © (10-23) (1 15.1-16.16 80 | 2 (7. 31) (छा 44.6-44.20 105 © (20-38) गछ] 16.16-17.19 81 | £ (9. 32) गए) 44.20-45.4 106 | © (-49) 71) 17.19-18.25 82 ए (18) | (पछ 15.1-15.11 107 | 6 (49-53) । णठ) 18.25-20.5 83 7? (179-28) 1) 15.11-16.8 108 | © (50-68) 50-644: | 1] 20.5-21.3 84 20-33) | 17775} 16.8-16.26 6845-6: | {18} 35.10-35.14 85 30-43) (75) 16.26-17.13 109 © (60-72) 17 35.14-36.24 86 40-58) (75) 17.13-18.2 110 © (7-88) गण] 36.24-38.3 87 7? (508-68) 78} 18.2-19.1 111 © (8-98) | ग¶पा 38.3-39.3 88 | 7? (67-72) ग] 19.1-19.21 112 | 6 (७-109) | बणठ) 39.3-40.10 89 | 7 (7-82) ग} 19.21-20.13 113 © (100-118) गए] 40.10-41.16 90 १ (80-94) = 879-993:| 781 20.13-21.3 114 © (110-128) गग॥ 41.17-43.1

983-7: | 13} 35.10-35.17 115 © (120-138) गण॥ 43.1-44.13 91 | 7? (9-108) | 7) 35.17-36.12 116 © (139) (ठ) 44.13-45.4 92 ए (109-113) | ण} 36.12-37.6 117 पर क. 1) (ण) 15.1-15.17 98 7? (110-128) | (पा 37.6-38.2 118 पक. 2) गग} 15.17- 16.10 94 ए (120-138) 71"॥ 38.2-38.27 119 पर 4 च. 3) | गग] 16.10-16.29 95 7 (13-14) 75) 38.27-39.17 120 (ए. 4) ण] 16.30-17.16 96 | ? (14-158) (ए) 39.17-40.12 121 पर क. 5) | 8 17.16-18.4 97 | 7? (15-169) | ग] 40.12-41.6 122 पर क. 6) (5) 18.5-18.25 98 £ (16-172) गड) 41.6-42.2 123 परक. 7) ग} 18.25-19.16 99 ? (170-188) (78 42.3-43.2 124 प क. 8) ग} 19.17-20.7 100 ? (1809-192) (गड) 43.2-44.2 125 पक. 9) गण) 20.7-21.2 101 ए (197-203) गड) 44.2-44.23 126 पर. 10) (11.1-2;) | 1] 21.2-21.3 102 7 (20) 1ण॥ 44.23-45.4 (1.3-10:) | (ग8]} 35.10-35.18 103 | © (18) 127 | (7. 11) ग78] 35.18-36.10

3.1

Page 12: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

(इ 1 {€

0165ला ४०1८7& 14810561 9105 0016500106706 ॥१ [€ ५1ऽ €तध।धण)

~~ ` उहध 206 1 18

016ऽनो{ ५0107१€ 11870561101 0105 ©01165001606106 11 { 6४15 €

128

129

130

131

132

133

135

136

137

138

139

140

141

142

143

|& &. 44

145

146

147

पर क. 12)

पर फ. 13)

प. 14)

प @. 15)

प @. 16)

पर क. 17)

पर @. 18)

पर ®. 19)

पर ®. 20) पर ®. 21)

पत क. 22)

पर क. 23)

पर क. 24)

1 क. 1)

1 ®. 2)

1@ 1 1 @. 5)

1

1 1 7. 8)

1 फ. 9)

1 क. 10)

1 क. 11)

1 ¢. 12) 1 छ. 13)

181 36.10-36.30

81 36.30-37.20

व81 37.20-38.14

81 38.14-39.1

781 39.1-39.20

7231 39.21-40.12

7811 40.12-41.4

751) 41.4-41.23

वडा 41.23-42.13

5] 42.14-43.5

731 43.5-43.23

(81 43.24-44.16

ए] 44.17-45.4

5 3.17-4.18

\/5४ 4.18-5.7

$ 5.8-5.27

5४ 5.27-6.24

5४ 6.24-7.16

४5४ 7.17-8.10

४5४ 8.11-8.30

४5४ 8.31-9.19

४5४ 9.19-10.9

४5४ 10.10-10.28

४5४ 10.29-11.7

(8) 21.4-21.23

2) 21.23-22.16

4.11

148

149

150

151

1 52

153

154

158

159

1. 14)

[1 फ. 15)

1 क. 16)

1. 17)

1 0. 18)

1 क. 19)

॥ (7. 20)

1. 21)

1 (9. 22)

1 9. 23)

॥ (. 24)

1 क. 25)

1 ए. 26)

1 ®. 27)

1 (0. 28)

1 ®. 29)

1 क. 30)

1. 31)

1 फ. 32)

1 क. 33)

1 क. 34)

1 ए. 35)

] (18, 1)

¶78॥ 22.17-23.5

(गडा 23.5-23.27

¶8॥ 23.27-24.20

(8 24.20-25.15

81 25.15-26.4

(8 26.4- 26.21

(81 26.22-27.8

87 27.8-27.25

(81 27.25-28.13

(781 28.13-29.1

(73) 29.1-29.19

78] 29.19-30.4

गड] 30.4-30.21

¶1281 30.21-31.7

8] 31.7-31.24

(81 31.24-32.8

781 32.8-32.25

(781 32.25-33.9

81 33.9-33.27

(81 33.27-34.12

175} 34.13-34.30

781 34.30-35.10

वप ° 1-30

Page 13: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

^ (12)

Page 14: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

& (109-22) (ऽरि

Page 15: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

4 (2-34) (अपि८४§

Page 16: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

^ (ॐ-48) एइ

Page 17: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

१ भक

4 (4४-58) श

9

Page 18: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

^ (5)

Page 19: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

^ (6) श

Page 20: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

^ (5) शः

Page 21: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

8 (29) इए

Page 22: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[~ शना डताकडयमा 1 अआगयगरस 114

नाश र | शत अरवत \ 1 एत गरयव ठ इ यायभ भन

४ [यकः

शवक

8 (20-32) ऽए

- 10 -

Page 23: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

भद अकय. शन भ, प 1यवकयी यम नाषडिडम‌ 8 १९ अनतगतमा कभीरम‌ च २ । य दाति

द ० - श ग १२षदम थ शि , _ "कथायः न २1 मतथ परः । 3१ ५ (५ पठः व द लय थ $ तत गागा भावः ध हवः ओः > ११५१२ न‌ कन प व: १११ सथः

गश नशखयणन‌

दथ भ ३ हय वायरमथ |

ए (30-48) ५5४

= 11

Page 24: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

यजया २ ० 1 ध

दरय शशयर पषथ भासनयालार शय रवा तिवस हरिन दषवधदावथमङ‌६म गज यम य सदर कापर द राध शच

जयनर0 वण ववा वयव गीगिव दर २। भा व यविहस इ »

दयषमषनयाय नाम कतदरकर जञ

सदम ाकसणयर गतवानःरलवया सपयायीडरगपयवाककनयर भारत यगलपदा आरा रश, त 5 अर दयः ।

ममन 1 शना शभः न १ व (8

8 (49-53) छइ

Page 25: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

मीना शग धदववनश धः गय मावा दशतना जबवतशष ५ बश‌

४ ध ‡ गना कना गाज भारव

=-13 ~

8 (69-69) जड

Page 26: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

1 कथ 1 शमदम कामनयानाङशति यजन निषवायङ‌वयनभरमागव मथथ धना ०1 अहि कजाः ङन नम मका

सपम ६ छाव ` वामनान‌ ० (सयभदरो नरवपरमः ड

0 ए ९ फ भीम‌

कवथ! भव न नासदनम आयतम रथाव परत‌

8 (6972) ४§

नथ ~

Page 27: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

8 (7) $

--15--

Page 28: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

शभाखभि मशकगदसयावय पयहागाविधमणदमटक वज वादानादयः ` (कगादयतन पतगना 111 ५५

` नाययवदमामिपमवक गयम हर (व मलर ५ जञनादधषडयावरगयनियसबरङग दीय गसङयवद ग यला

मा चमवङ लादि. कया कयान‌, गादगनमिलमवडस‌ यटा वनायधवि छ! वकयावययमथिमवशरननवयङन‌

। उवढिदविववरगमकरदमङन,ग अय री(नमरकाबदकवगङम वनि व गखतानमरवङतमदिगमाछ१अववाव‌वड र

भिद खाषदिरमागय वार गसन दणावमोयङननलरमशचदनलनमङल ध माणन यरवधयवः सान) त‌ वदाङखनद षयम

८ ॐ = ५५

ङवागवववकिपक कम रत विदय वइङगममथसतर ड अवन यर मात गरश माद कावगाषयासावा ग जायभि

तिषवीयशयव कण तरारःएसषयार गव द 0 बकाभा-

कजयनगलवङढदनयङडगदःवविवशछः ` & लक ारधताङर‌ मरना मा तद (5 कनानिङरयपवनाङ स राविशममभि £: -जवगनोयगारदमरयय सातया धय रम य ङगन

पि \ | म मनाय याबराञान‌स३

भवायागयाताशचःयरषयङयादवणरायः

¢ (109-24) श)

= 6; =

Page 29: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

जाधिनजकामाद णवर विज (ताग शवल यपमका गवादन दवमत शङगगयपवालमावपाऽकयगकषशायय‌ 1 ग मछयमान य ऊमा तङ‌

„ ` कयवम यदग रनि (म करजाया ता वयमङग (2 २ व ग ह दयक वाषदाङध यावा २य‌ ङक

८ 1 ६. भ नाम गषयनङखयिग।क‌ ९ नाषवनतङभप 11 करि हायादिकतलमवायमगनीर‌।म सनागर

सवाशगहाणमवमङकमययवसहनमागाय द शल, मदवयगानषया वि गरसायवशञनाना वाग आप वग^वनापन जञन 6 ¶ काचम‌, व 'अनामम‌ः म,जककटमा यड‌ ५ $ श‌ ` मधिमागय खनिरदचवचरयारसानिग याज नधि धा दतम‌ भ १य‌ य मामव उवदचसागधवचाविस‌नमाववयीर 9 व नरवनकयायय टक थायाकाररदाविसमणमनगादय ड माशनामग दाक जमाना सवयाय ःकभयम‌ पन

` शयरमारवखशादिवदयरमारनरमअगडमशचययवम पव

¢ 3) पश

1

Page 30: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

ड गामानाव छणम‌ मबा, ङ रसाधिमदाकपनगायचः

मषणावजीवषवा य राषशा रय ९१९० भाय ४

नाग माङाषवमषयायदाखगमदा १३. 1 ९ मषथाःोगओआटशञ मासावषठ ग धानम‌! [दपय व‌

व नातवकतगवाय वण ठय वाया म

य मागायनानवसतकाय वाय स

‌ लः धल

कलाम श वक ङ कय खावार वका मि ककव य कर कयरलपयामा च वमकयमना द नाना दखन यक च

1 क ।१ र =, < ह ५ स प 3 र >

गगम गरङयविङ‌नङन ति ङदासनगलदथनववरगसानाव‌गमानञनका ।

१ ननन गम^-रशचार। अमल

6 दलन सध श

धन व दकर दषय

क 9 ल कचन गशर भ

याजा व माधववकयननणमः ६ (कमना नव चकञ‌ सः ग साक धषलावासथवमा लवक ङ क दि कणना वव कयायः

प यङख काय वयसमः तमवङञना$वान य वषडल गछ र याभी,

€ (ॐ-49) गड

78

Page 31: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

चगाउषदर ५) ४३ इवास नङगनाङगनमालयवजञनकरयाकः- जर ज 4 कसावविनजगमगखषटदयरमनावास‌ःवयषडोमनः 8:

गव कगनाकमारतकमरास नायर यरद धालदयड-

त 1 | 8 ।कसान‌ सोरण बङन व यक४मरववीरक‌ 1 यमनकङ‌द परम मोकभकव गवी सनतवगानय॥ आन यम भ ति ययल

=

¢ (40-59) णडी)

Page 32: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

कशवा नाङ याद मकरतयावाम‌ नाव कङधवादान यवङगलभ नामाद अनापमारशरिजद दशय गिजषवरनाकषव , मम दिदगसटसमगदम वदि मगसायाद

व यङयनामय'गमायनरयदयाः €@$ <चमयममनस शया

पवायम मधय साग वदय डयक 4.82 कय वीमगगलाद‌य याक कषा यादन वमव

याय (0 -अलशरनाकधय यक‌ लाद न वदिव,

© (5४-6४) षी

=-=

Page 33: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

विरः 9 रकदलकमादवरकिसयषवयायातयनच.ाकषयववदः करय माकर समानि करव १ सनभाडरशःम ६ ः

तथान जव ?एस थाक 2अरग ९ ई क

ख चषव,दिषयाण डमङदतवयनमनवयाम कालयषठड दधार न क व 2 चनरव+नञ5 यय मिभषठाः हयः नभ

© (6४, 209) गग

= 9 ~

Page 34: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

© (209-219) ॥8.:1

- 22 -

Page 35: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

1

> 2 (८/1: द 1 उ स 1

रनमनभाचचगकयम १५.

| (© (2 -224) वण |

Page 36: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

कयन इई अवानला

{© 4 (कय 0; -: ज जवदय 'ा 1 न । 1६ म १

यम: क

९ इयवतक स । = ष “1 कदो दवाः सयर

© 220-238) ष)

Page 37: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

€ नः

वदय सणामरवाट ॐकधावचलखवदनठगनयनामानदोखदजयनार व ‡ {अदधदचव ड गनशीयर कडखयना 4 दछकमरगमारनम वय २१ । यञच कनयव यनदयशामसखाकरजजगदयदका द

र ।नवसडअदय ८: अरय अरोवगथावछसीव.खम।ठटनाजरयजनय ।नयञवटकगदकदःसववायायननयजः र द| व शचठ।नवनयन वथ वागसखवय नायन न

, कागय वकनय ऽ अलषयाञव ३। यर ववक ख रफ य चरख छ य मार‌ ! यदय

|ॐ दकसनयमाजवमयर 0 ओशाववादह यः ठ । ख ठ यार‌ (यन स ठदहलयधन म एय य रन

~~

य 1 ध: & समजनयनर तयम ला डयतकगयः + ६ ~ ॐ ना यः स यन र

= चः

२ ध सा 1 व नलन

¢ (230-248) 1

~~

Page 38: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

© 249-259)

> #) =-= डन वः खानः (९ नः स

नचा यमजवयानलगर क‌ ५ यगरडःवधमलीयहवयहमापाव कवन ह था सवया 1 दव

कक 1. । यनगअव वान वीय स

छ क 9 शय ।यनन दयन व. अ पशमायवल री । चवय! यजञ

वमवक थ 1 4 व 01 (1 नः व ननन 6 ;

र वः क र न यवमनयगयजगअयननाजका२। प ` 1 ध लय

ऽनव ० कमलाननाम‌: ङ| ५ प स

गोठ

==

Page 39: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

111 1 | नरककाम‌ वः ववार 1 िथनःयनमाछो क ध यार गचजारयसदधय 9 क वाञयः। कव ययाम] स(3ल | सदनान गाकगकच कषरा ५ २ 4

; ध त व व ० ऋऋहि॥या मरा

९९॥ जवनयार। सवावजनयः कट ॥भित ` -दमारपनजवः कराड कटारा नसनरसयन ति ङकरी

कायन । वयभा यजजय शयन प लय सताारडयवाननास नः की

4 ध 0 माकण स व कज छक >| गवङदगादम हय

डश 4 यमन नायमा न ~ € (250-269)

== 27

Page 40: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

सिग वखयकजरययदक ज या शाकागारग नाग छ व(नायलयवलञगार।कगायनवङ नया रजावहाकठिना जमः ` वीयनाठ॥यनागतवननङनलःगयलतर ठ न> ४) (म

(4. 5 ( व व ठ । यकार गधदजनानङजटणव 2 ङा ~: २ वजगरयाशय त कामन) (आङगयः हण

जरकछनङयादहाछाग ९०४३ (गाटानर८यर श (ना न स व भन गरजहीयल। जव य वतरमानः मव 5व2 (कवक च वरक कछार। अचच वतत ^नो अनवा ज गर कधयनछक गद हद वाएयो सरन

© (260-272) प"

- 28 -

Page 41: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

1 9

ॐ ववाया जचङयाव

ऊहो यजगाधर। (यामा व ागाल

= 70

€ (27)

Page 42: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

0 79)

=-ॐ ~

Page 43: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (70-88)

== 31 ~

Page 44: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

0 (89-99) षठा

42 -~

Page 45: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

। श) (99-108) (णाः

Page 46: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (100-119) पछ

==.

Page 47: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| ऋ (110-128) श]

Page 48: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (120-138) ी1

~~

Page 49: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

0 (150-148) ष

= 3 ~

Page 50: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (139-148) #१, 1

=-=

Page 51: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

गछ 7 (140- 158)

= अ

Page 52: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

. (150-169) (फ)

- 10 -

Page 53: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (15-169) ष

Page 54: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

(-- (£ |) (- मड (> ५ ~र (त न (9) ©

Page 55: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (167-179) व)

==

Page 56: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| (170-182) गड

==

Page 57: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (180-198) 1

~ 45 -

Page 58: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण
Page 59: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| (19) षठी

== 47

Page 60: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

0 (19) बषः

- 48 -

Page 61: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 (19) गछ

~ 49 ~

Page 62: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

र र

र - &

1

= १

क इ > ~

= र

>

# विशिङभाग प | वशि ^

र +

=

व ^

^

= =

र ४ =

= 1)

„ 1) षठी

= =

Page 63: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

निवि १

शरीगशोशयनमः यलयरमनरचययोरषनिषननविनिपनानामविपरी ` तप लथरमनशनपर खनिषादनारथतरिशिकाविकषितनिधवकरा रभः, घज लय मजरतय ति मादनयनःकशजञयावरसा षटाशारथ तधाललाकमषशटिण भवारगादयककशय लन रचयावगो धषचसतकायदःणति यरनवनि ठ ` तयटाणाय यवरनमानःस 1 (भसजिरतयनतानादपिकतयाव रणति पनभनबाजनयावररा जही यति। कशतयावरणा यङारामयचिमो कष सजनवाधिगमाथीनशाहिमोकषयापररावरामितयतलखयदीरख व यहानयतरतनिणतिवनतभलम‌ <, १ किखटमजञान। तसिनषहीरोसोकरिजयःगाकरमयनिरणय जान घव इनपतःसरवजञनव मनि गमयत, अभवायरमभलाभिनिविशाधिवरमाजरयथा ०

फ (ल मप

Page 64: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

वशरथपकरशारभः।अथवाविजालविजञयमपिशमन शनिकविसनपत। विकतयवदविजञानसपिसनवतरितखवनपरमारथन शयसयदधिक) रसपाषयको

सय तवाङपरघनिशषयारथाषकरशारभः।भकमधमौ हवो बवी लोकशाखयोरिनिगकछशवःविनानपरिशामगरोभा रति # -वधयत,आनमायमगवोयवरथत गतयातमथमोयकारः सथनरामनिरिषि

| $रभयलतनिशवविरिथशनयनकयकार ।आतमाजीवोनत बजोभाषवड 1

५ नविवमादिकओनमो पवारशनरावादरवभायनिकतरनन‌ अमारासानमन ५५.५०० भविकानपरिणानादवहिरभावात‌ः रामोनामभिनयभानवकारश स कषशः तमला

ला य ५५५७५ पोषाद एमादि ~ अविजानारातमादिनिभसिविकसयोडषदितिभासशवोतययततमातमदिति २ -“*

। 1 -तनाि रप नतत विमकारा निन मिदन पादिकी धवोयपार :। आय (पकारः) सयतो भिञान गरम शन शय शयनि व वषि कत एतस‌) व

--- कन

९.3) गप

Page 65: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

"= कामपवारदतियदयवनाभितपनीयवरयन तथथागदिरशोः सववि र ५८

मिरषिनिभोसदतसमिकसयादिरननोराङायाायपयतकखािरीय

वारशाबरिकलिकययरननविनापिविनाननाशरधरमशवत यथानिमिरिकसयकग

मखसय वहिशथातयमभिवा गरि कसथितरबातमायरगशवसबरपरमारथनःस 7 नीनिविजञानवधिञयमषिरतयनसवतययमकोतवादोनागयपयःड प ारसयव‌ य / ५५५ निरवौसयासभवादवगपविननानयरिणम वसनोशचपगन गोयजासायरमो | पवारधवनताअनशवाय मसपयमोनसङगिकषमोविजतानमपिविततयवनतत

^ कनितखवनयरमारथतरति। सततिनोषयभावयसजञाननरिससततिरविससाराना "^" यनयन।तसमादयमकानवरिषधिपकारधितिरयकिकनवानौशषउहपा वायव कनि न (सवचसरवविजयणरिकलयितसभावतवाबसनोनवियनचिनानय नःती तसमपयननतशङगतीसततयभयधयधरीतयससनयनव पनरवितासयष `

Page 66: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

रिरगसशषयनजा पितत कथमतभमयविनाबिनारथनविशानमरथीकार भगपयन,रनिगाशचोशरथःसवभासविजञानवििनजनकिनविलछनसपालव नघनयवटययतनकासातवमातररासमनतरदियतपयादिविशषाषसगान‌। सविनालवनशवपयवविनञान- सराकारवार। नवसवितमवयबसहनि माता यनयचिधत'तर व यवामोकरसविताकारवितानाभावात‌ तसमिनव लनारयनविजान सविश कारसतयन यपर राबरवसविताशसणरष त सवितानसपरायाषरमागा‌ नाकशविरानमतिशचयःतसम) र‌सविनव वलवन

उषभियथाघा\ ययाषछवमीभियतवया यदिवपरमारावरवपरधरयशवाविनञानसय

~ न

[

अनयम नपतरफतकणरमारररयनिर यदछोकीरयोबदवसतथरयरप सयरपशषा किपमदयौ ; कम 9 लोमोपिजोवर

Page 67: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

|||; |||

८ थ

दिषयीभदतिखयसनियोरषडकापाकारमरविजानसनसयाःयरमारणतामन दाका रतवान‌नरारतिरभोसिसयविहतामसपामयाकरोविषयोसजयनऽनिधसशर न

| वपरमारणवलभारिवतपसमारथतः सति(अवीशचभि परभावसदचावा न‌ तमनर अनि ममदन पगमकाभ कषिा परततरदिदि यःसयरमाोरगसणतद। तरशवविनता रिक वारथकिरमनयदनतवभमिनानयरिविभयय नातीनाजागता सलराशारविकान भवि ।लयवततमानावरतमानजनकाडनयथ नातसात |

मरानाबशयायाममनवारनय नसयपितरकरिशोनयनततवानन ५. वअमरतीनिमनोविजलानमगयनालवनमकोनयदय। भनपरवा। भ

घसमथमखशयकरनयनयो माभवरसमपदारथनतसशशोनपसिनविषयतयशवशाइय । तथा अख

Page 68: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

तीननननात

तनसदखवमाशावकनयोशवसायारशोधरमकपिलसतीशषाशसतपनिरमारा वङशययगारकियति,अवदयनिरमानवकनिकषयरयन उभयथाछठष =^ अ जञनखाथारणपित तीकषण वानवसाथाररणमभिाव

५ थ कणनवकपिस‌ तवयोञचतपविना तवानमानव‌ पजा तयभा |

नङपिलादभोगित रषदरकादितनसतारिभार 44 । व =

शमाधवारः आवा बषयिगनिलीणो गणः ष ~ रवमगदकितरहिततोतबिशयसपसाभयधतिवसानतविननिगो मिम 1 रयवमीकषसपकपिलसपवासहवकयखितीशशोकपिलवा साड! पदार

छः. |

Page 69: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[4

< ५ वकनरगौषनसवनात‌॥तसमदमोषयरोभनव यप लजजरखसयसरकञालाभिषौ विख यानिकरोनतवा रन

` कथवाकनरि व प थ क ाणवभणयसगः नहिगरानभितीनगपतिरिकतोनयपर‌) यस

| सीतातवधागसिमलानिानाम वरसव वभिभानाभिभ

कि स शनय.वौरोनियमाननवय $ सकि = ः उतिनसामोभितसव

नारथमाकपरिशामःसनतरिथायवातसाशयपवारधरभोणवरयो समन क |

Page 70: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[= । हः

„ हरष रलभावलवगरिरतमवरिरणभो गार लयविजञानबिणाकनिःगय -सवासनाणरिमषटिलणरिरमःखरविषाकवासनातिलाभारालयविनलान

वयः र/सधवकनीपरिसमाषट बनिकायसभाीन रिथभिनिनिःनिवयदवासना सापो हनिलाभाञच।यायततनिविकानानकिटसपसनसकील यविजञानारविनिरि। ^

.3 ततररनिविानकशलाकशलमगलयविजञानविधाकवासननिययदवासनाय। शि किण । 4 । अतर दथरशनाथमाह । विषाङरोमननासयशवविततविवि |

पवतिसरधरविथःरभरिरामविषाकासयाम म तरबिसयदिरशमासया ध नि रल | [ि तिरगवाकवकनन स न #~ [3 1

। (प

- इ 1

शदिविजानमसणकारमधिविष मापय।रसादिविसय यनयवभासनवाचह ऽ

. यविकितलसछनिर शवर एनत

Page 71: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

„40

हि. गनशननोयसपवसरयतथया वररभखलार। तजालयारमिसानविषाकनत == ५ रववीजकमिनितजतियोयमननसक चिदियःयरिशोामःआलतयारयिनयाल |

सानसोधकरयदिलानसदिापरिशामःवसरवसोकशिकथरमवीनसयानतवारा | म लयःभासतयसयानभिनिषमीोभथवालीयनउपनिवयतऽसिनतरदथरमाः कारय

भावनौकषालीयनिउपरनिवथनिकारशभविनसरवधरमिधिनपर याविशचतीनिकिदञा नन

न> >।सरवथागतियोनिशचङशललाकशबटविषाकतवाधिपाकःसरवविमरीजाशयाता यसतिविनतानययतिसिसालयवितानसशिकरतनोसमासवन |

Page 72: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| 41

| | नामवाभसयालबनसयानिस.समनयन‌,अननविदितकषोपारिषणानविजविककन अपाद‌ तभकषविदितकउवादियसमिन, परबिरिनकावसया जमिितियसषिनतरागतवि जानमघयनिरितङोपरिसयानरदिनिक उषा नसषाद वासनारसादि धमबिकलपवासनाव)तकनावासालयविजानननाहमारिविकरसो [8 + ५ र ५ | एमाय

| | तत आशरयोषाशनवोपदिः स त नरय$षरान शष यसनमकयोगकषोभगतनत डपा हो योरनोमिढ_ „>; फणोरसाकनभारसयथादोतरषयीनरण वकिटवासनावरसयोगिवतवरससनविणङावसथलससषारानमिदनवाषनिसवद पिमकरभिःयनोसविरितरतय(सवानविननिभाननसोक सनिवशदितननिः' =" $

Page 73: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| ॥ र व. साषवरििनालकनाकारथतगनयासयविरितलञयत। कथविजागप वरिता ६ भविवयनोकरिभनपविानयादिलामपिनिरथसमायनया

तलयमतजजनिरोथसमापतयायवसथविजाननवासमीिशकधनिषत, | यठि विरधानष_ -जविरधादततितवासणारनविनानमितकतकितता ज वाययप वतः सरयतमितयलोकसयकनमःकतिभिशवतसिरसय नयत | तथाककिःसरव 72; , शससनयत।दतनितयन जाह सरसपङमनरकारवितसनञावनननििनमिनि)

“क; नियावरालयबिनान दनि" मनसक रदनासजञावतनासःपोवमिः सरय ग शमरनवितमदनविनरततरसप अतरिकसनिषातिर व पवदना &

55८: मोन कमकःडधियतरिवियविनालानि सारपवकनिकतसपकारयलाराभावनस ^ " मसयानचिकसनिषातशञभिनसनितसमकालभषिकरियसथससवादिवदनाम) लीयो र: "-“.- विकारणनसशोगिमयसपलसलादिवदनीगाकारमरिखिरोयससयरपरतिययनयन |

Page 74: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

(गः, नथारणयनरयवालवनयनःख नवितःनरजसोरतचकरमवित

वि नननन - = नः द \ = र रि त र 3 द. . भः ट श ५ , र ॥ श

कः ~ ^ ४1 ८, \; ५ ५ १४ 49 1 ५

स +

+^ 2 9 ख

ॐ}; . पिरयशामणडःसादिरततयतियसनलतसपविस‌रः सरगःकलिजिकारला | धशोनवियसय शिदियनवासथरतदिसप चयत [भतरवविञचयदिकरणरिचदाद |

सकोषीशरियविकाररिदध सकतडनिलवद ०८ मीयसयशवनीततययतसखवदितमिनिविससननसकारतनतसभाभोगभायजन न साभोगभालवनय नरिततमभिखो कियत नसनरललवनविन म 1"

वितमतमरानजन मनविशिषटवनसको जभितो श रः सय यतिविदरकषरोनसयरिथनि न 2०८: रकषणानरवरलालवतवभावाायनविषयसाहदकमि “न ~" विविकतसवसयसाशषातक सवत [ # मनपमथभाशभोनोकरमरदलविपाकघतमभवतयननतमभवः

शोणएलभवाकविषाकअषठभानोदरवदभययामःरमर अहवासयवि

> (. 13) (छी

Page 75: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

र _. तततम 1( ०११०१ ^ (चलन = 4 ५८

च कनमवभभारमकरमविषाकः-- धञकरवोयशयापरमारथतःशभाशवभानो 9 करमररलवियाकभखडःखयासकशलारशलकरमविषाकजाधिपा

पवारनवरसखो?" रोयममिननयनविवग खानिसछयनःसयोगचजञीय `^ [कि तदः ण लभनयलिलतपननवियगि चथानिससथदखनरसयोगाभङःसास‌

। ३८८> सवायसिचतय )१ शशयनजायनिसपताविवयनिभिनभहराविषयभालय अः कमि = दशनिरसर । । 7: ीमनबषीनण त क

8 लतिकयोयहनगलयपितरपलवितनाविषा ४ । विप यवित विविानसवनतो

००५०८००० = ५4 तरासीतयतः सविकञानपरिणको असवाल वनलातकथपगरकिायतत‌ |

|

% र १ 4 | | १ ४ 5

| 4 = = =

| | 2 (क. 14) (प) |

। म =

Page 76: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

#

| त

| रकवनमसदितियशषियखकाररातममि समय वविरदवनडधीारतनः | नाममत ध

भिीविसयाल

[ः

सतिनवमायागथनगरणवघन (यदिवदिकता कनतमालवन “यो

जसयालवनगतिबशचरतयाङसवात‌ःरवसनिमायाकिनाीभावा ५ साधा ` )

सरायव अ सासीयविजञानाशधितानमनयशननवा ७ जरसा गहय

भादा णि पचरायरथर विरस सन स तकनदभ जत नसानछरवरिपि रयितवाधिकलपसयाल ष५ना

॥ सिनो नतावतसमरिषाषरिषटपापवादप यरलधिमया,आ' १०६५" अकमि ननपमनसमात।यसानपरणमानमक कटयनय नाजरमि।त! त):

धिकरलयतनननननालितसमािजयाभागाातरवविजपरिभाजक क = ५० ०.५.२५०

सरवरिलजिमाजकमवनतनोनपकरनकिरणवालिकथ मटकिलिनारनकरशधतार‌

Page 77: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

सलोदरस कतवा ध रमाशनपा ह । सद दीजटिविजानपरिरगमसतथातथागायनयोस सजधनजसीथरी जगसान‌।सरदरीनदि नमिन तयारनस ङग सान‌) कवर विना ५१... |

लयदिानवितानहिसमीजायणयस निनतरमदीनभित ट दिजानादपतिरिव दयत सानभिनपा।अथकारकपरयनि वर पिविशखसवि |

शषपनदसभनारयरखःपरिसाससतथातथायानमनयसदिनि परायसतनय नरः “र” धानावःपरिशखामः। तथानथनितसपतसपवकलपसपानततपा | = क

Page 78: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| त = नदर ए वासना यसयवासनयासहोणोवदिपाकोतयधिषाकजन यगि तदि नि ।

; तर सरपासरषानदधवतनाकरम, गनकरमरायदनायानातभावाभि निकततभालय न विनसामथोमाहित सा मवा सनाथा गाहयाहोयाकयासथ। नरि

ठ इ भतथाककयारः

सप षठपनागततङचतीययारधारकयारोतयतिरीजयारघयवासनाततकमवासनामि य सरगजितदनातमभावभदवीजमदादरारणदवत) या

जोखथासवमाबराभभयोतपादनषसततानासरकरितवणनिषथथाअवोदरोङ रसणतयकनाविनि सवदनरकलाः

हः तीलकतगवति।अतसवाह बारडमसासनया सनि कषशदरिषमदिकाकन द व == ॐ 1

१ 1 < 3. १

गराहया

ऋखी.य [९१

०८ ^

> (9. 17) 1

Page 79: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

^^

क ८ य वपिसतकनादिकरिस जतानमितिङनरतत‌भागमषथकषितशचहकतहिभि गद विसम सतनस स वसलारथतिरभिकायसनागपरख `>

9 क न पगकनयनिसधिरिरानकलतकारघतपयषरिकरय > ससारसयआखयविशानानसपगमषति सथिदिकानास प

Page 80: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

स ०० रखतपयनोरमिकतिअतशवससकारणतपयनामरखम बासत

किारणनरिविजानविपाकदासनोनियय रविपाकरासनोनिययररासनयासवासमनपाषनसमरयसया

Page 81: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

, यजयत! ससारसयिकरमनण शव कारणनयभथनक शाय मान । तथालकिशधिय दयनरभवमपिकरमक -

खपपखयरदसतदानिरयाषाया तोभदिभिकखखनिलपथसपतयास असथ) सयन‌ःखसकः)

रथरिभिाविनकिनोतयतपसभमा नजिकतानयनपयनासरयनसयान‌वम यतसयात‌ र

वयारवसनियतपयनरलरानसपान‌।ततशवससार थह निरवनसयाक‌ तसमाद‌विडधी

चापया.ससकरजञशयिवाकषतवालयविजानखसकार यनय य विजञानःनननपयपति सधोनाभरखभितपयवतीतिरतिसवथा ।सखारजिदरनिरपिआसरय दिनअकचनिन

` तयानकम )नरभवाकषमसमरथगवनिनानपय नथा कि

चम‌

रभ वीभवति नानयथा सव वरछशारवससारयततःणथानतदा तपल हसतखचदीनखससकारिनिदधतिनासपथाननकालयविःानमनर रकतहाशयजपति।कथपनरनयजयत सस पीथलोशचरःखटयतजावसयोवा तकसपवभःषहयनतिभनिषिरतवीतजषहाामाङरथानावागीनादतथोषिनव

+-3- -- = तसकाहविच राययय कर) तदि ना नना तर उमम | -

४ (ए. 20) #११२॥

Page 82: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

५० सवीनयीननतपयदसनधिनसतनिमरणन दाया लय

(ध -तिकरमविधमागसपिनशख भरी नखसरकरिकोरर ` ० ०४ हमभिनिनरतथितसमीसढमालयविजानसति

शवसदिविकषानअतिरिकरमपलयगिजान ` ।

Page 83: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

1.5 1 प. ५

५ ` . तयवयसयरमदीनागनकलवशकएददिानभिहयशवगत विसलरविवारलष १ चसकथङञोघनिवधनाददिनयधयदिविजतिमवमवय कथनससचविरोधःसत £ षनयपवनावाउकताःपरिकलिितःपरलकरभरिनिषयरशवनलविदित विनिम

वसतिसवभावकयवयवसयानान‌।कथमितयतआङ यनयनविक व वलगरनवरिकरयनानानतयणय रीयननारयनयनविकरषनलिणशसविक

वामत यमद‌ लपत वात यवि छषमाअयपरिकलवि तरगवासोसवभायनव म समातसनाभावासवियतः सौत

छतपयणनिषदलभादतथादतकषमिव नवतयकबसततरभाय | सनि। तरभववधरसयरशकरनकबिकसयथनि दया

परपरविरकषनङसवभावोयजयत | वसमानसीमिदविकलमधवमवतदरथसयपरि

Page 84: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

५ {4 2 ५.१)

१ = | - 2 |

कलपितरसनवानऽकवदत :सभतदररततरथाविदयनयथावालयथ ` सतमाभिनिविडटाञनि) परकिलयितातततरषरलदसवभावोवकतवयति। भतओआह‌। परतदगसखभावसविङलयतपयोशनवः खतो | सभवसरिकरपति

। | „~. मालतमदभिनाखषीकाषवितयतयःवथोकतसगतपरिकरसि त वितवषलनिषा यनः || “म लकाइनि पररवयतपयसतशऋरतःलिषरल‌टरउतयाधतशतयरथःसननयरतषःषयथ

निवकषतमलाभशतियावङकभ व ििकथरनचषट परिनिखपननः कथमितयत ण ह निषयननरलसख मरवरासरारहितताल याअविकारणरिनिखनबा सणरिनिखयनतः। तसपनिरततसय ० कमावःपरिक सविततथाहितकषियग

९. अतपजतरबसनवनिणरिकलषितनसवभदन परततरपयससशररितताषरिनि “4 कगाऽकवणिपरमनमदक लफरतति हप कननो इततच राहङशपएनवरसपकतम ~ &3 रत उशयचछ पण 0

Page 85: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

पता वषठनायषनतप । परननययजयत त दिभपलशवषर |

श“ = न शलयः

| सतरक सय य | ननयरनियाकशव सवता यदिससकरषयोशचितयताभनण सवनरहिससकारानितयाः सवः अयाननपरवमपिस

2 म ˆ + ` हकमावरहितःपरलर जािरिायत

अतञआलनाचटटसमसचचपतनाचटकिपनीनिपरिनिखयतरसवभवसददयत डति | परतककनिधिक ससशोनरानडपरयरनिमभनलवभावजसटभ

4० |

Page 86: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

4 ४

खतिविदचअसाशषततननधलयरकिककलनगमपनवा नणसोवोनवत जननयषछकतभनःयरिनिरवयमभदटयशतकनडणतनियनकोतसजा व ग नमायामरीविसवननयतिशयकवनिभिनसलाकरवपसो ,; , सयतितोति प ८ पर सगसीनाअभियनापपरिनिययनषवाकार यर करसःकषनच =. उषतीतिषरल त षशनासादधतामाच रजनान‌ २

दत -यशमाहिसवभावाअनतयरजनिसख दन वभसयसवमावसपतविवौनिःसवभावातो सथारयसवपरमाणोरशिकानिःसका वतावयरवसवभावानयदभसतिनिायना थसवयानिरदशः खनसखनलसश

नविदमानजनसवतीति) विविगन -लभाकतवरलकषरानिःसवभोवनातयङगनिः

|

Page 87: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

न = नद‌

6

सजिःखशतमहासरययशणपििकसपितषरलतरपरिनिःयनातमकाः, (4 ~ तसयथङषयताह [जथो „>

व 4 | कसवितःसवभावःभरयव यभाशापर‌ “शत

सवभावःतसवशरासवनधिततवानररयरगसिशरखअजथनरलशचसययदन तपादि।अनशवसवससाभावादसवययवधवासवसयशो वनिःसमभावःजयरसयनरि तिषरनवरलवमावननसवयमावसलसयमाोथवतयरयतपयनोतपकतभनशवयथाय `

5 याथःय‌ रमा वाय

सवना | पासय हनाव सरदषशनाणायर

न = = = = 7 (0. 26) छ)

Page 88: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

~ स ०

> ल ग

०००० रसनसयशमःरषशवय‌ `

Page 89: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

~ ^ 1

० श

ध चछि गणता ५ | ` भदससखयनीनपयङनितवन अषट अतिथिता तिरनिगराह =; नि य सस यपवसरविनि क

रोचतयनआह यपवदिशनिमातररररिजानवाबतिखति दनिनिरतरःाब थ निङितरयादयाह

तसयकरटारणय

Page 90: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

"खर गञचकरिकवानीलकवाविधयकबाभाबातमकादिक वातनसतरनारवतिदनविनना

क इ ट ८^ ८ > ई / ५

ज ` नकि | याररदिननतिमाचकायोशसायो कविनि बिशकनिगा

यथाशनलमः ५ नसाव

शन

न 0 भनतरषथितविङञानमोचतव

मबपथालवनविननानरवरशविारलोपलभगनपयनिस ण तिभिविरतनन ०१. ऋयथायलाभरीगाललजानभवहकिनकालदिकषानयससयकषशोसववि

नीालयदध नव‌

Page 91: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

2 प ९ < । ‰ र

तषममनायाशचपमिशिमोभव१ि। भददकारशमाह | याहामाबनरगरषयदितिधारसति४ गासकभदतिसत णादयभाव इनि याछभविशचदकाभावमति षनिणशयननङवल

गलरजील व नििकसपोको कर कतनमतययताधार ^4 य सवरितरपरलतायाशवपितमवतथितभवनि) य ववि तभनिबाजनायोविनमवयतभवनि। तथाकथवयपिडयनशनयालअविनोनष च

९७ स ॐ तआशनयसयपरानचतििसरोसषदानितः ~ खवानशन -ना धन धात‌>२

ज शलोक | शरबततर। ह

4 ५ तसमि पकवपवःय # ध सपलरहवि न कएरनिरिनिः प र» कञयनदरगनमाः ( सङञाविकाविननिजय १५ | ~ विषटयषीनःतजयाहकककभिवालयाहारथलणलमाघत क =

विननवान‌लोक) गकार उमदितरितसपकञानणानतरआशवयतयपरसतीरमि वीनि

(रमयत तयोजन (अगि यय

ए (@. ॐ0) गा

Page 92: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

नः ध #,४ 1 | ४; १.

| +. त) ९. इशाकरणवीज तट णानातसयनञातावनिरभवनीनि सरकलाभनव षालरिनिस

^ तसयपरातनिरथीरोखलययि वाकशयवासलाभायननितचकनोसनणाकरमरषलाषठरम कायाशयजलानमादनषश तनिषपनरणभरपरततिकसययटारयाषयति (अतर‌ डि मीरोढलयहा

० जितःकिभनिनमश वरणदलवजञयाव रणरोड सशच रोङलयमाशनयसाकः रो = ‡अयकदिगतद कचछहानिनशव वाचयत (यदाह‌ । सतवगतरदलपहामित शवषाषपनोकराह | शनारमोपिमहसनिरिनििषाभावरणमभदनसोनरनिसन ` रचभानययराततिसतीभजगा था नयनारानदिनानयावरणलषरो सरी जरमरवणो कयलतशदोरिनिादकशरभसतवयोऽआशवसयनत शवीजदतरसय

निरिदधिसयनवातसतवाशवदिग अषरनिरपोभनायोषातरिलखयत ~क ५ ** -&. र (

Page 93: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

0 | ९. क | =" कवी " त ० क ३ ` |

शगमास‌। महममणषरमकायसय गतत) स सारा | -- तवानोसरवषरमविरषलाभनशवकमकाय रतयचति। ण | सरमभोजययोगातकोभगवासासनिरिनि। "नि १ क < 0. = ४ यद‌ तद दधव 7 ठ तात) कषण अनाशरया । तनो तियनात‌+ दव का । गरतो नितयताक‌क गदय तद‌ दः ऋ 4/१ ॥ टषनयशवार | कलन) शणदधानकय‌ ठप ऋक . ५

2.\

१६ |

(> $) |

{> (क. 3ॐ2) (11

Page 94: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

नर + ए. नाथाय पतिम ५.४ गानामविपनीतपरकनजमनिणा टमि | | पादनाथीयमिमाविषटिकि वम‌९। पनधरजमत वतिपादनमयनपभटयावन धप एध

| | । गथ करत शदवि परहगनी या ऊय) १प इतमनाचयाववीधषवरतताय प पवि पम कलः

|| | । प यवरकमानधसरकटम च पि ॥ व सविनालयनारविषहपावनधधवि ए अलाहवा तदतीव | | < सयावधपददम पमाशरतरवहाधिगमारथकरसाहिमाकचिाफ तावन धमिन 8१ ९।८।

| दीद तयनमतषयावनधमपि सरविनदयदरानषदकि कतिवश हव नङिमदान व 6 | नसरवलिसवि दय सक मपि लवशषनववरकनिथछगशपरवदद मियय तवथ

अः. 0

13) षठा

Page 95: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

का ५

परताहिनिबिदनिक‌मरययादग चहनकीकपराधमपरतनतास धदणनिनसकतदिषटफिमथि , दचपरयतपतणौरधकनकीनन‌१।अयवाविदटाननिदयमपिदहयतषतिकविनमनय१ी विषयवदि

हानमविरषिवचदत तन मारथछछषि कान लाधकाक वादस घविष लारयीपक वधौ वम ॥ । भालधरधतहिविवि (लयणयवग। नाकमीौसयानितिवाकरवविशटन पवि धरमरतो). ॥ | धमीपिवानषटति सधय। मालयाधरलविपवरयक शरा धभनिवाना॥ ए पननालविषटक

सरछपिरकिषवविविधशकनकपरकानशजासागीवीक मदक माधवशवमादिकमासमायवानप

लशवाशतवशायतनानियमषदनाका एपताना विदानमिगवमादि काल कीपिवानशजय विका

नप वदनपतिभानथ नमयनति त ८ धसतिनाहनमयवि ( एरातपनिधौमा पहि टावात‌॥ कय पति भभानामशनवथौ ता कानधकन धनिनी ध रमकाना कानथ कध वितकध।६। कारयलाललाटणपवि भौम 9 सादिविक ल वारनापविषीमा पाटविकनयवासनापनिध।माचालयविषनानललादिनिरटताविकनधादरपादिति ठि सखथग।गमालादििररसितणादितिररिषवगदलाहिकतयादटिगनिवीपादायाला ५ नीतरपादि धमिवानधवानादिकानिकापवहग विनापि वाकछनासना धममि गथभनपिषि कलयशौषकाशपचानणि।यनयवनाहिगक‌ यापवरमि॥ गय सावाकषक9। दरवि,

११ 4

--83 - 7 (1४9-29) परा

Page 96: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

ानलदरपवहिषलाधरमाटिवलतिकनिगथवलाधसीषयनहपनमारधाट पकीतिविशठन वदिषयमपय‌ यतपयसकाकवदीगहपय9।उपचतरखतवनिना धन सारएवा दव विषटमपविशाविगौ+पगक शरयवाल धकपिवानधवकी।दगबवरयमदयपम मयङकिमाविधानमपिविहयवलवदवनपनसाथाषतिसिगौ वयाव पस बरहिशिरतिदरमादानाय कत गसादयका कवा कामावितियकिकलाशयास दावायविःवन। छव परवविशरयपतिकलपिग ए शवलाधहगान विय विदरनपरन द‌; पकीशयरगलन शापयो रीकतषय द रमसन हयन विषटानषठ पतिधौमभयत २.

हापिरग॥करथमकमया विङकनवा धनारधनविषानभवारछीकानभ‌सथषतिवाशची रथा शसविषटानविषटानऊनकट नविशान छालमवत पय षटशयतन कान धमा ध समनननाष पशयादििविशमास ¶। सीकिगालनवनागदवविशान कशकामला१‌। तच एशिण मवयवतएिमावादविथ‌॥ तद वयवानधाशचरतविगाकान वि हानाहावा९॥ सम ववा विरानहदगिताकानमलथति। गचन माधव विग बण सालमबन परननाधनाममदाकाकलया।न‌ सहङचिना वर सङधिणावषछारयापनमाध‌नाकमिरलयाणि सय गाद दधितनतरिताभविपन साधवीणिवातनरगजनयलमनव ५ ककपनमाध‌

ए (20-33) (प) = ~

Page 97: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

यसनिदभा (वी वियवतवलपनमयनाप काय 9 पराध।तयामपिापशचनिनभशचावशया नासति णयोहाददकारनीमदधिव शल मगीदियतमदा।यदिवपनमाधव८वपनमपकरापशरा विदरतसयविवयीहवनि। ०सतियरय परकथाचाकमिषदीविषन मन खानपवमातामगदा कायला१।नवानयनिरशयविशटन सानपाकानीविभयायजः तिपत कात‌। नवरणत नानव क कादिबदयनमाधनिः ठि परावत कषवात‌॥हदनकषपगम ग परवदङिकौपनीषनी दिदिगयायशतपतमाकषरमसा१।गगभवविषटानवत‌। पनमा पत परदनरदशपस कौ धरवगाकनाधीशवाठिरानभवाधकनमदसथग।छपरविटातवरिशदधपय।पिदनादयापि

तातीतानागगालकानविहानकन कति र गा गलात‌। चव तानावरमान‌ ऽन काऽ लकषम बहणायामसतादनावकतधावरिरानसापिगरा कासौ तनरतानकिकषिनटय मही गि मनीविष तनमानन नरभवीथग) गतता ह।अस ननि भवयम‌ तापवानान य ॥उ पवा नटितम‌ एवतिनानमतमारावषयापराि सट यलिनिवयगयाधयताधस ` यथौ 4 कपिलहवीशचरवासशनिरमा १९१९(पवानकियन।सथ कनिमधिवकषतिजातिपदाण वारयम ।उकयभपयप तानाशवशागयकावनमागऽहधीनधकपिलसनी किरा नव साधीतध धरिय माध

भन 0६ (०,५०.०. स ण 9 न ७५ १ ध ति

१ (ॐ-42) 1

Page 98: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[1 फताघपचानीहविशयति।जानिहाधविवी कत कतितलयानधियक दषतिकतरितादवरि नफ

विनाटविरवापचानाशावीहतोविव माधव $चिभातिरकवला१‌।१सानमाधवकापरतवा त एनहवति।नतिवथापचानषठामाधमशिका१।नहिया सही दधकवितोनिा स‌ वना वितरदि धय विटीषललाथयपरगिवहालविनाननिगना(तरमधिवकडप वान यः

` भनिगधटाहनणदफयिवत‌।धरवनपयति यथसोवगीकल कपिललवामाधवकशागीशरण , 2 विवा तादभदपवनियकनदमाधिव+एतरदनिलादतारत१८।९।१८ा यपच ४

पौवग‌ फाौ॥ मरथपिणराथगिवाकि ततछतपल सरवषानाटिभ।नविजयागिकानलात‌। पकषनहिय धण म नादि धनपतिना हलम१।२ मथव एततयप रध नषि हाना हिकन सतिविको ` धयःपरारलिदपपति दिषपायकीधपभीन छतपविघयवानाटिवानारावामव शरय? पदा दशवार धरवयावदध दद १ टावादानाटिननादाववशर हिषठीनाटिदधयाटावागोवभसव |

परारशहि।खपिवररववारयरोधछव मरा ङिरो 6 हिनामयायथा विच मानन दपधणव १८1 | सरद विमानमिव रधनपतयवकमयगोनरयानासव।गथयदरकमससाननिशवया | मभपवीपनतानौनयकरटिनदयरकविषटनपनि शीम‌? कनिषटदषनिनषरय)। गह दाप

शषट ~

Page 99: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| | हतदविननवि | ग 1 ५ 011

। पाकवारनाटहिलाहदालयविशनलपरशियपति समाफोयातरिकाय सागि एि९। निणयनदवासनादहि ता राच।यापरदषटिविषटनाना किद खचमन भाल यविषहटनादटिनिहि6ा ग पटहिविशरनकषनाकशनमालय विदाम वरिपाकवासनोतिशवनदवानाशठम याकि वीम मौनिधनवानाभवयोरीविविधपनि भौमउकी {रावि नयम ॥ भग शद पदनि वि पोकामननावयधयविदकिरविषियशषति। सधवदिविधणपतिकौमीविपाकािमननारभरविसरय

विषषागयषचाहशनाङगभनकरवासनापतरिणाक व यश (करपहनादिनिदहिरविपाकध। विमना निरमननालरलातमननापय॥तरपादितरिषयपरश वश ठाबकनादिविरारनभगरमन मपिवियविष पि9।गलवपनिदभमनय धनवदतीयग शप यदययतछनपगयधीषटविदरणयनाह। नथा लया विदधानविणाकधरववी कमिति तियाय सन कनक विविकषषपति ध।मशशालयसयनि शरालय विदरातररकयशिररतरविाकपति धमशा गवसरविभिर धरमि ऊ छनलारनयश शतयः कानतितिपरययि।कथवातीयनी उपति वधन सिनरवधणारयहान। व पतालीयगउपतिय धण कानलहवनपवधरमाहचिशषातयणविाना कविवर, एरव ए गगियानितातिष‌ कभताद‌

7 (50-69) छा

Page 100: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

भरमा | ॥

शनकरमविपाकचाधिपाक०। सरवधरम ञाधयलासरववीरक।यरिधदकविषरान यति तरिक नालय विषनमकिगगीःखालमवनमाकानवावकवय। तहि निनातसवननिनाकारन वाविरानय म ॥ मत‌ गतिनालगबननिनाकानयशचगीकिनरमतिदधितानमवनाकानीरकिकानरध। सजादालयतिदरन विचर) दधौससपादानविषफिगीवहिरणाहतिदधितामानरानविषकिगषय। वाधा शरपादार।पनिकलतिगलशवातरिनिवभवाकषनाशटाविशवानमिदधियद‌ पनामशचर।शयालमबना

तिरकरवाग‌।थरसविदिगकीपादिरानविषकिककरीगन‌॥ य सविदििकउमणादिरयकिह शविदि ५7 | तमावहानविशरभिरयसिर‌नदलयविदानभरठविदिव कापादिशलनविदकिरउपादनशरपादिः ६ |

रपननासाषरविरमवासनान‌पादिधरमविकनवासनाच।गसषाव नि 1111 री.सितरिदक दिति धति एवदनाकनिधरविदित रशत कदसविदितकापा दशय शधयापा दानव पादि१।शधरयशलसकावशकाधिहनमिदधियदरपनामच । स परनरशपादानमरणगम नभकयागमलननङ‌पादिश।वथकामनरय धालावानामिनपयदपारान" गानरषव धामन‌ पवीनिनागहादपवरिपाकानटिनिि नामा णादानमव कक वासनावकहभवगरनरणीनवरिपाका वर"वहननरमारानमिदकया परविरवद विद मणक मिनस वि दिदयग।ानविश

ए (69-72) पछ = 88 ~

Page 101: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

ति ति वतालयावविानमिन क विशरर वनथरऽटषदकमिशतीवङरयककमधकतिहिषवपति ९४ एदारपयकम। गथाकिमऽतरवगरसषय‌ का ।उगमसत‌ ६ ।सदालयनमिन सातव नाविरि। दगियावभानयविारनतावधतिणलरभनिनानयदनासशावनाययधवकषरिषति " वरोरजभवदिगोयदनानि९। ग खरभहिकरतिपारगकदधियविकान पविद०।वधनासनिशय `

करमा >०।२९ययविमयवशरानानिसी सवविरकगल मरयक धावनरमवछरनविकरठनिणाग९। 7 सिछगिगतमकानमधधियश ससयादिषदना लायदिकननसदशौविषयललपवादिधदी वाकानपतरिरदयशएसय 3) षदधियपनथत विलय रपवादिषटयरखधति पयत सतषयपर कानहखरमपनतिदियविकानरा दसम लिय शटसतीयियत वात षनिरम रयत भव थविभयविकानपविरदासकपीदधियविकानपनिनदउक8 वदनारसतिधरयलससखकरम धवकगसयशलयदनीयसरवगीशालथगदरवधदिगमििविकटनह।ननरमशगस‌श शौ गशाशादटफन मारीगशनतलमवगधनविक‌ महिमरवी किय) मपननासमबनविक चानरध‌

7 (70-8) 1 - 89 -

Page 102: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| करमयषठचिर‌ धनरधपनरफवालरगषन षविह सावन छा करमवि कवा तखननियभनविभि

मनन वि $ारकिनदयशवतिविह रधग पति कथमव यापानीनकक शौक विदन) २ व‌ हावाः शाषनवि मया ऊोदकपतिगाप १ टयाकानविवि कन‌ तर शरकन धदव धवति रव ह यवाथहवाहताच) दरवत नमतयकीरठाशराना कसि ङत वपाकधशषवदवनतमन कन‌ ठव गधधशानीमरमणा रतान‌एवशछतवि पाक ०। य‌ राना ६२8) उ षाम हयद‌ वभाशधवालय विषतभवशटाशयहकरतीविपाका = वयठीवापशवापनसाथोऽराथतानामधिरलवरिनकः ८ सशव शटवयी कमलाकमनकरमविपाकनापि पाकर पचान व यललिनसनत

पवियारकनिददवपनशतयाराछ जाय (वरव भायसिनयनगियारा छानिरधवपननसयारा |

| । ऋ 1‌८खाहायिनदन परवादरयनभायन। सशटविषयतिमिषाशरहधविययशालमवन ।

| | | तितिहगदिमीनीलपीगाधा लमनवन यवकाकानधी काद हधनिद‌णरधनी लभवननपीगमि |

|| जमटिहितशायविकलय म य धानिपिकधकनानाधपाठका विकयकाविकतय उयत ॥य९। कम

| हल पतिकलकविकयकहिपाएकशटगिगनतिविकषन विकलनातयविनषिदधसन१ धह

विशन खशवनसरसपरयटाशयठिरतयारगषीकननादाकवधालायगनन‌पन दादि रवहछगनाहि

श ठ४। एविषटानणतिकमावरिकनयञयरग। ज दालसवन लात‌ । कथमयनन गविषटय गवालसवन

ए (8-9) श) =

Page 103: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

~ ~|

|

मरदििमहिगरशानधािरमयनाविवर धवार सथानानि दान वनायागथरदनगन घर विमितादावरलाननवभयग। यदिव विशन खानखत परीव दवउता११सा१ सरवसीमिरयारि हा

वातविदवानमत यग॥॥सालरकानिय‌ ाठदातीयविशनाकविहान गख ीनवाकार सिन

एविटवाताडवािनियरथतियनरधपनखनवितरकषषिपहभनवकखतनछनविर हान कातकरतदकतसाहायधयनाततिन‌नलाषिकयषातनरनमतदिति परिपकरव छनन नावत‌ टनायोणाहपतिषठापवराकपविभ यवा कह दवकल निति पम गकार‌ शरः

याति धौमासरनविकलनयधि कलग नगा हाच या दवा१‌। पर वितिनधर ९

>

दरवभितिरदकमलगकरामाधगदलदतिकविभय सवदकदारथ४। ककानशपादपरनधीथय ॥ दिसरवविशकिमायकरभ नवी धय करकरधवाहि। करथदनविदाना दन वििणादथ तकन

विकयाणपवकएगएहट।एरववीमदिविषटनषति भौम कथ गथ याणनगनववनथनविकनबस‌

ठगायग।कथरवधमलिादनगकषादगमा९) एववरगविषटननिशवालय विशन विरह टरववी$ा दगयहातिदगररववगनिशठाह। विनादय दति फविलभनितिरववत कलपरतथगिविषटान

मिना कभवा।धकपशयहिवातपिविरघयविरादयदनावायदधि०पिभम क ५

तनधायवनादिि। दवि सानथरावणयतरिभौम१।भ)१९तित लग विकयशयान "1

ए? (@-108) रणा ~~~

Page 104: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[ऋ =

सारनरमरभवदपरपरीएि अनय वदि । थौ लविता विविरगह त करिपवियरथवर मान निमिनिदाकयविशन णिनत रिषि शातयविदातपमितमथवहनाषवि | हानसयतरिनिट वति) वमनत वधक रतयघवई १) ठछादलयविषानाननाननरिषठिता

` दभकधरकानाविकवयभटमाय। दववनानमनमनिय ० रयविषटानाछदषविषानकवात‌ | पहिटवि।थौययाणटयानि विद किमाग सनाराजिनवमानजमनिनादधरतियभौपरिरधधी | यग दरणयनाषट।करगकषवाहनाहवयवाहय‌( ह ६। तर परवविभाकपमदिमा नय गदः कितिति दापदीनिकरडिनाकर मनकरयकषीयदनागकरालरताटिनि दहयत लय ६ +"

"~ "~~" नन

विषटामरोमथीमाषहिीसाकरयवाशनापराहपय। परहिकर६क ९५ वरविदरानादटयराव | पकानाधमतिरगयाकषकयाधकिकमनारततकरातीयगर ध हक पर दि वीक एराधरकचय वासना वरकरवासनाहवाफतिएदनलशवरदणवीकटदा ९ ४नटतव‌। पय वसना एरवक दा रनानायभौसमालिकालशकीसावनधदकरना ठह मातिखपतितथ। गथ रवादया ऊनकषाचकावितिाचकधीनकवनएकरमवानापहकयवासनारमनयहीगाविषागदकनयकीशच

| कटवि) गतशवाषायाकवयवाहनयासट गिण कीपरवविपरकनदिपारकञतयषििदिनि॥ । परवसापतिनकरमाशियवद हति पाकादि मकत शी ॥भाङगपभातपरयरावहि

| 1 | र (10-118) छः - 92 -

Page 105: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

गयसावननकरछारना फ £कषयवादनाठदिाउयदकरषठिपाकादवविमारवदावायवरननयकि ॥ शातय विषटरमदमतियकाच सयविधाकदयाटावाक‌। 9 स वीवषाक ससम नाल तकण विह नति।भनयहनिपार$नया-हरारठ॥ वनादिविशटानयतिविक मालयविषनमकि 10 वच शरववी ऊ कनअनादिविशरानमिति 570) कागमायरकग षव उफहिदगवनाहि धर ।भनापरिकाति

कथि09॥ सवध महिमाशरय९। ग लिकठतिरतिरदिराौवरिगमपिव॥ नवालयविषान नकन" ५ धदतायधहिरनिहि वीयकी।गवसरानषदकिरनिशयमशगाहनदवतिरनिव‌भनिट‌ | किषटीपविरनितरपधिमसनिरवात५।१९। तात, ानागयनलानपतरयविदारनन‌ | ध

॥ 1 भातरयविदटानानदप गभधरतिरसनधि ` विरनीवाररामपररयपमिकनपान एछानशतरिता४। शदविषटनसायाशाकनरयरानाधरातिप वविकाविषातथणयतम गम पकितिनिन‌खला क निद धलवापत चा१।गतगमभवशवयटरावा । ननय परति एथिविषरमय‌ रो) परति स छिवनामनर‌ पमधवहिनिकदल विषवगवि नमीवरललातधशयननामतपनिनि) काय किण पातत परयनामनरपमिगिवकरय) नति

हानतिति। कतम दनयविषतशकयनामदरपयरकनकाततनितिवह परिष जजिकनामत णाता साविषटयणयतय विदवानपशयनपरवीापरवशः पछायपशयनीहनमिनिशगषवरछतनप `

= 93 ए (119-128) (1

Page 106: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| तशय धमन भिकत हकिपनिभाम विर माथथौवन वासना दषटि तारद एति कर।

यवण) िजनततदिविकविणमादतिशद नवा हाहायापामरलाठति कामिकविनकवीतनापयनागागिषठगयनयनरदा१।अगसनवछनचाएच)0॥ नापय

रबहयषाति

दव हिमावनिभाधपतमामषाथव र पनशलान पनिशावि 7 विशाल वा त‌॥ विदान परय तामनरणनरदयन‌ पष डायगननरसया‌॥ दरयातङगातिधशचरयञन‌ मनन

लात गमसदानपटहिनविभानय व शनण‌ठतिनयकग ॥ रान ख ६ करयङिणाका नतधाणिभोधभती वभादिमौ विय एाजधखीपवन(ाकपसम भठिवति नान १।।१ जनिनपनमविकरममौपिशादवपनवीहवविनाय परवनतव तान?

धभागतालत "आर 5१ रछानीविनिवरहतीनाच१।॥ नचान विहान महन भग तरनव ] कयशनरगय‌ द १1 ठ‌ रवीटगी बङगनण १४ ॥ वीकावहछवा। ग ीटणपरहायतरति।भनि

दियर वव परहटध माफ काना वावीमाबर वपरय) नषि पशचकदानीढिशिदन शत

पाय यशकसवीॐ विविगन ध वायत गभपरतिपशकचविह‌ धवकणवीत नम

भषयतीनहितत‌ ऊणीवीमन‌ वकम गदयणिपकरारवि महिना ०६४५ ऊरगारसतातति

दकिहरवनि)गहयादव छ भानरय विानगवयविदरान ए८टतिशरोरविरन।कवीडककनाणान

ए (120-138) णम - 94 -

Page 107: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| ५ ह पनाय) गा शानाणलवि दानयनन वीम ल हहवाकमथिपशचमार धीमन‌) 14 00141

४ | सी रधनातिनपननिशभीनरववभवदिकरमविधमानम‌

विङकरदपकष रतश 7नथौरावामत दव महिनिवहचिद हम) रवमातयविनए

ठ राय षटनिषट ५५

सतशदपविनिदनधयानाङिदिनाधःविषि मात धव निलटामएय वलल नात‌॥ कथमिश‌गण

हथनयनविङतपनयथलविरनय। पविकदित५वारी छ‌ गीनतवियग। शवी सिहवाह विकलयवहरपनविशनयरनामाननधपरयभयनाहाथतयन‌ विभबयनति।यथ

दविरनयरी। श `

शालि गहकहसयवदधमिविभयतरिकनितछवारत टाव शत भनतमाह वदवि

पणि।यपहविकयविघयरधलासषापटाव सविधग। वाश पति कनि हाव

नवपरकय परगिप € सशव ४ दकलिवसति।कदटाकवपयसतवि दर शरहकविकय धरहि

दठ‌।नवतदछवलतदहावीवापनखनविदनकलर यर‌ कग वहयतसरमभिदविकनयमाव

) हव सथवरवादिषिषान यणितिकभालयपिन। तदव एरव

वीजादगगवयवकनापिविक महदपगकय) वित विगनल पधरल व कीपति वनाद;

हनि सथविनीधः एथशटितयशासचरावठ का पनि;

। लिक

.

== ए (130-148) षठी

Page 108: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

स हीपनतनपता चह धरमी एभौवियरगय थ वानफथ कना

1 हवीवकयगगि।सणथाह।पननन सरवकविकवषव

शया हवण.सगरचविडनयशरीपनतक हतरपमाद वशया व नापिपततकरादि चनपर

कमाशावधपतरिकर हभताङमनयाकगरदरिजार वह माभिकवगय + कनटरगपवि कय विषयािभठकाीि। पणधपयसशरतणि पतग ऽसाथवणएरथणलगाधयषठधष‌ य पविकशालनाहशटि यावकम‌ ववि) उ कशयनककशपतितिशचन? कथनिनर६। निन सारध ठदानहितिगाकयापमविकानपतिनिशलयापत पति निधयन।१षतिपन7 क ख पर €

पमिकलितनतसछलिवि कतय पय कटावधपति कलिव वभौ हिगछिविकवय पारा हकम‌ विथमानभवपतरिकलपरगषति॥पतिभनििमय।नया6प/एकधपनगनरछसयाररवकात सहकवषटिततयापतिनिशयन स राव। आ वपवान। नाननधननरि। शरश यततिषतिकनिमन ल हवन णनग कल एपानषितिनावति तरिनत वषि गाव धरमन ठा धरमताधमनिनयानाननयाय‌ कपी पवितिषयनसवपततक धरम लत$यतगकासितरिवषयननाना ीनाननयधलीविधद 9 यदिदटिपतितियनरणयततकादय यादव तपति कनिननन तक भय यौननयछवमपिपतितिषयनीनविशघनानशचनशछात‌ पनत वऽ लक

ए (149-158) =

Page 109: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

॥ सकःखात‌ पितरया दननलायनिनिषयनरवन‌भनिषयताटिरवका 040 घ यथाकति तगादधरवगाशनादयगाच एछानादिसनानवानानना।यः दविपानदाधतिशवफायनयाोरवगिहिषलानातिशराणछय४। भभाननाधव मपि छानत 0वनपाशहसनिकतावत‌ 4रवङ४ादिवपि बया यद।१ य हकटावमलििणपनक४कथ

सरोषजगदकतमाकषावाकथमरी ति विषटायगी।भगकाहनाध. सर टण नाणलिन तिपतितिशमनशवत‌ रणा गिपनगनणटवकातिरविकलतीकीकयदन षष पतिनिधय मलहार विधभराशोगरटदनथसगोङकशन गमयात‌ पनननदकिनन

एग।अगणपतिनिषयनयधपतगदीनदशय। नपनसकिकनहानणषटलशना पिश टत यसौतिरविकनयपषमायाधततण यक एशचनशचनषटाननमायामनीविधपरति शवी चनवतिमि समालरवधरमादिएतीि।रथवधराणपनगकद दााशहिगभा

` पतितिषयनधयकावदकडतषानिवियशरदनिविकनधनदटाननाकाम समतया ससधतीतिपनात धमरधिकथनामावदसनिकयदिडयमवपतगरणडरथ रव धिः छहावाशनलनरतिकषरवितिरदिर। नलिरिनीधणयसाशदरिदिधदयछदाव विविध) तिशशवारनाहहायररवमिपिणितानिशहावता। वयशव शवान दरछहीतिायतारथ

ध ४/४)

== 9 ए (157-168) गष

Page 110: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

^

पयानिद।४ खन सनलशचलतवि यमानवदठ वतीति विविकतौ िशवलावतणटशचधनिशछठावक खकितिशललावगा पयमारधनिशवलावताच सरवधरमापनिकचिगपनगन‌ पिनि शना क९।२४६

दानीनरिवरिधदधहवटवशच॥ याय खनिशवटावकातोगसखध दभयजाहा धमी लशच मवनिश टावारपतएनधनसयनाववशतपनानिषहावना। धरमात माथधयिसयतकयग पिए धयपरणतिकनमिगषतवषययमी नकधगवनिशलशनः चदथ छकरिगदा१।बपत। वकछधातरपरत‌दवतॐधाववमलादि।दतसवलपरपाटावात‌ यषथचवत‌ छदणयवनिषरावः

सपनऽपननिविषनतरघवराव०।ननवय ठाव कदय मायावत‌ पनपरदयनील४१।०तरवयधौप

पयातिग धौ चाठहिनकीतिगपीशचञ कि दयत धमरधिप दति

1 विकानारधनव। पमितिथवधवलएव9पनमारधतिशलतदगपति निषदय हाव श२८१। दिपकपनमाथाटिपामनव पिति धथनिशा।@ररहितदतपिपि भयात वरततयतागदमवाहिधवयशरलहियावकधरयकषव पयार ठनमयि ध यति॥ सरवमारतगथराठाकधा।गथटि एयसनर रार कावर सरववारततधव हवति नानय २0

तदशयतङिपनरयनागयविति यनथदविदकिमाधताउगनयारिष किमशरगा॥भगज ह (

ह (169-173) ग" व

Page 111: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

१ |= | हकिमाधरा। विदल कषत ववाधीयररकनाहितिषटवितचविततयाकलातर दनात‌ नानि छनादविरकादपरनह परहीयत ।नापनहहदा धव नमशवनावयात‌। एववा वरिथदीनटगीतरदमिः सवतरिरपि मारछरनकवततनाति समयक यदिति दकिमातमषय‌॥ कलावशरटादधराधननटमिषनपमदगशनरछमीतिङगतीशचददवगीरतथाषयावद फरिमातरिदधान विषण हदयदयान‌यकावनरविनि वप दधकायामहाकरम वाना 1६ धयवाहनाएधगकचीपरवविणाक य दिपारवमनयक वला धमपरधचिशवग ग‌ यावषिभदरचविदननाकगिदिशठीविहनभ।यवविरमाया विदिता

तहरमनाकी शा ितरटििककीपलसवनगि फ ९४ 9 सयदिविमानागनशर ट वयासिणयगीङ तातयविदगयावरद यन विटणिनधरयी गिनि ॥ एतठिषधिहवतितावपनकवगर दका दणयीनवितरिवतीनपर 0१०२ | पतकधरहधनाशषौलफीपतराशरपतधनदणिमिि।शासिवरयश हवकषनदिरिः तरपादीत‌ करामी) द मिरातीवकयमिमरधनधिविविकनपलटातातिर धरमिवहाननषटाषट | ठिदरविनिलरमरषदनिगकवि सररतटगशछ मयननयरतडकिममिक मना वीटा । | क ति।गयकायषपननाठिसानिकशथपनावरठसानीयाद ह विदफिमाशणाययदाय | |

=909= ए (17-188) 1

Page 112: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

कि 7ि119६ दाहा भभाह॥विषफमापमपतनिशरवि कषप ९१ धवार विषकि नादमवदशरथ

नहिनिवाकछणिीतिधवम‌पलरभीगर हतत विगन तपर ॥गथगषशरिम‌रयङचय

तिणि यथौ भरतममनसावहघरकानदार‌। यागानाजालमबनानोकिकिदि परा ह।भहिरभमलिक ` मवानीनरमवाविपयकमवाविपदरकावायाधयौलादि कजागसानावति षग विदनापरतशा पर

6॥१॥क‌ परविटानाहसधषा तठमायनारय वापरिषधिगीरदनीलवगसछह। यवालाव गव

निषटातमधापनकरमगदाहि तिशनमावसपर कराव दिति॥ यि -कारशनाल नभ‌ ववादरनवरन ाकछगवनरपरदाधाततन विषटर बहिषिकातनीमतहगनपभभतिनका

गिनाहििविणग‌। यथौटतारथरनानठनाप‌ धि कविदग टपरटरभहविएधरमतामषवपरीि दिगीटवति। जवान धमा य कदीधववदर धिति परति धकधक नद कटागषछत। ४ शवक ननवि करिषयनन मव वषिटततमारतयात ततिरवा नदथाौपादराटकाहितिवणाणपदयो। हतिहवरमतयानविकतङतित दवति यत िदकन

ततानाविकतवलतिटवी।वदाकभयमविषधाय‌ाविदनतररोतजामरन ५११ ४ शताटिदिभषदय कतिर धवाना चयनविनचशहततशरववया विति कायाटिधरययिपिनघरदतिति वख सदमनननिनषददन = तदय

7 (180-199) षीः -100-

Page 113: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

|- | | र किट पिनवत ऋ ह क वतादतगनिरििणखावनीकारीतति 11 ५ १ 1९0) 0िटपनयमाजधियलधत रकित शम (द मानयविदन। वमत दठिवरिदनविनाठ दयवा ५8 धनतो रम पिधरमकथ) धयनहवतपन द| रापननाणय पाशह 7लावीकणदान ४४ गल छन 8। वरि धतिङकणवनध रोक ादनभो दय शर 4 ह

नप६कनहयावव यी तभत नधयपनादकिणदावताितरोददनितषदधा र +

य। यका विमक कायश वीनिसलगतरएत हनि परापयो । यदाह । धमरवाति मपर 0िदिधमावगधतदतकहनानिवषएनावकयपनाषहिनकानयगोय। दयमादनविदधधयी ववततकरभरववीतडनवीडवचकतषटया नितिपठ जिपरिपरीवकवीिरलय गायलङतवी दरपनयदयावनधरवीजवशथराणा क सथवाकषयपताएहिवपगनाधरवयध विशयति शवपाक सदाधवविगरषतनाधवविगण दना भारणनरमणत एद५। पदम ४८५११।अविशवकर प वनवाणषकलधथ ` ला धदवाकारावादच)। हणी विशरातमनदत परमताम‌ शनाधमधरमनणलान। ४थिनिषन

-101-- 7 (19-208)

= ---~- --~--------- ----- ----~- - --- - ---

Page 114: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

सा

१ (209) णडा

1 ससनिशलदवयधतण दय भयवतितति। ॥ | परस < ४: 'मसादमए) पकतीष। वकाधीविगकिसायः। सथवधयपनादठितकच शा धमयामाी॥म‌ ५ का नयाङलङयावनधवषनतशयदरत एवि समदागमाद‌।मनमधरमजाय क य। सतान पनिशषागक‌ ददप सतानोररवधरमविशवत नाह? क । स तितिणननोनमथतदाहगानकषमनिमिति।१॥ हति तावारयालिनमहभ९म रजवा १०१९ अपर,

--102-

Page 115: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| 4

९ज (गना तारिक, ,

गय [सयरभत सतष‌

सवय १५ शखपमीःनगर य.)

=2103 = © (18) शी

Page 116: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

खी भजथविरिकाविनतिभागमम‌। परलीन रलयप सपतिपननवषि पाना मविपीत न िकादिशिपकरणा रमभः॥ पङगनधरर तरसपघरतिपादन पनःकतातपावयणनषणारथम‌। तथाहलमधयि परधना रगाययः सतराः. पदगमनरसपददगोधशच सनय

- दः पिपास णाप घवरमानः सरवताय नति धीन एलय कनादपि त शरण परतिपकतलाजीयावरण पशयत 1 दशतथव णप छणमपि गरषसरवजलापिगमारथम‌ कशा च. भगर एवरणभिति,जतकतष पिच मकषोऽथिगमपति ॥तषपवरणमपि सन‌ तय रन घकतिषतिथनधभतमनञिम‌ म जञानम‌ तसथिन‌ घण गतऽसिन‌) सवीकरि तय ऽत मधति तच अनपतय तःसवङलभपिगभयत यवाधरदपक लभिनिविभ दविम शथभरत यनाननतीरतधरमप नजएवय‌ चद न नमः जविशपिमातरऽ पण उवतारथकर णामः अथवाविजानविङञगमपि नयत‌ शवति क चि--प.त १ वितपथनि कनभपि सवदितटव नपयमारथत इददयदविपकार यपयकलतवाय सय भतिवधारथः घकरणारममः॥जकधरमियारप विविधोकरवरदत (तगकशरातरयोरिविनावयकरवः (विशामपि. णपि ऽपो +कधरमपयास र तिसबधयति जादमाभमीशचापचरयनतइसयलधरमोपवारः, च पनशदवितपिरथमघतदशचविविध सजकपकार, जा कीय.नभनोमा

एव उदवमायिक आमोषथार सपव. आघतनानि सखवदन ाषपवाए विलानमितयवमिकोधरमोपवा॥ अय पिखकषयऽधयपयशवि जान परिणाम शव नखय जमनिधोवि चतिदतषटतत‌ + धभीणाभपमनदच विकीनरपीफामा एरिणिवात‌॥कोऽयपरि णनषनाप -जनययालम‌ ) कारगकषणनिर धसषमकनःकारणकषणविनभरवारवयामनभःपणछिपमःातनामदि विकनयवासना पशपिघागपाधिविकनयवासनापपिमोशानधालयवि नाय मधिनिरभसिनिदनयोसयधिनिरीशचोययत॥ तमपाधि नि सदिनिरभसनच तसपदिदतपषरिभतमिवोपायदामायपयार खादिधरभी पना सशचानाधिकानिकःवरतत॥विनापिनालिनामनाधरमशच तथा तभिरिकपकतो एकायपवार एति, यच यनाति तकतपरोपवयत॥ तधथा, व हिकगीः।एव वितनषवसिवषशवादधरभावातयरिकनित‌ एवासाधरभीशच नहपयमरधतःस-तीति विदन बधि तयमयपचयत, शवदपयमिदा -तवादोनाधपपयः॥उपवारशयय नि एधाधतयानचभवादवगपदि ानपरिःणमपवसततोऽतकप गनत यनदमधरीपयारः पवरतत॥जतशचायशचपग मरोनयकिकषमोविततानमपि विनमवसदतित शव नपरमारथत एति॥ सकवितोऽपयमावपघादल तिन कति निसा ना यजयत ५ वषमाद यमक -तवायदि घकाशऽपिनिरयकिकबा यानय पतययारयबयनम‌॥ एव शभरथवितिय परिक वयितवभावादसततो नविधति॥विानपनःपीतयसमय

छ (19-29) कराय -104-

Page 117: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[-- [च

-नलादरयतऽीतयभयप यम‌ परतीतयसमतयनरत पनरविानसयपिणामगर न कषपितम‌॥कथमतङमयत विनागदनरयनर वि तानभि वरथकार यथत ॥एतिवादोषरथःकाहतविजञान.जनकवनवितरानसयानभबनघयय‌ इशवतनसारणशचमतरण शमनर पवययायि विरषापल त‌ ॥ सञिनानमबनच पञवजानकायासतयाकार नाद‌ ॥ नरचि वयवरमषतिमानादनयधिथत तद वयना नयो छठमचितानर विजञानाभावात‌॥ तम कित) चन याच नरथरविानसचिनानरछ य घत ॥ नचपपमणवशवसिताशतशय कवन‌ पथमाणतामतदा कार वात‌ नदयसचितावसयातःपन शितादशयायो नगमपाकशचिपतमातिरयः॥ तसमाय घशचितय तशिता अपि परमाण वोनवबनम‌॥अ-यसतमनयत › एककपरमाणर नाति

सपशसोऽकीदधिमोब इ वसतपरसयरपिषषय इनदिया घवागतिषषमपिकषपि भनिर चादसयदोरनातिशकाभावयि कान जनय ए लजनम दियिलवा५सदिचपरमाणव एव पर सयरपकषाविानसप विषवोभवनि॥वसतियऽयचःकगााकारमदोवि तान सनशयाद‌॥ परमाण

नमतदाकापनत‌ ॥ नजानयनिभसिसयविकानसयानवकरि विप मधयतपिषसञलत ५ नवपसमाणबः पमपा व पररथतःसनि (भवी €मपपपरमावसावाद‌तदनभयपनिवा परवदकिणापरततरादि पिय दपः पसमाणोरयशयात‌ ॥ ततशचवि शवान यसमाणरपपपरप

चपषयन चपरगठो॥ छव वारयभाकादिानमवाशीकारमययत परविानवदिःयभपपिभ‌ एवद नदपरऽपिनपरीतानागवालदाकायवि तानजनकानिरसनतलात‌ (नचवरतमानावरतमानजनकाञय धमानावसथायमपनात‌ ५5 वय नादया यावि कषलसयथि तद करि णषदा जलानि दचिनकरदवयमसतीतिमनविसानमषपनानकबनमवोतययत॥जनयसवास।(न छयासनिमषयधष योपय नपजपत॥ सप चरिरितिवभवति नानपतमरभविभषयपसपयततषटक५ व, ` ५ धारणरमकपिलदतीशणयवातयणनभीणवकपयपयास ययत (भ हयनिरमाणवकति यतिरवयञचो पचयत ॥उभसथायपपन शभावः ॥तचतावनननातःपनाधा पणकपिननतवतीशषणनववा+। न र जयतऽतिषजलत‌ (ऊत‌ परमलषपनतिकतीशणतवकपिनवपरोजीतपविनाभाविषया-माणवक -बातयपयरिनवि शवति((नादयभावऽपिवीशणतय कचि न लयो भीचावकयगी तदवि -मपवितवमशरकम‌जनविनाभादिवतओपवा एभवोऽमाविन माणयदऽवि रतिम सर बाद वशया नमाणव‌ क-नापवारसभवति॥(नपिदवयोपचारसामानपधरमामानाता। नलतमिऽमिललीकणिशणःकपि रोवा घ एवमा ण व, किवरिि

^

105 -- 6 (20-32) ॥8.२।

Page 118: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

लाभिनिकननिवि पाकः जरिषटभनोनितचयभनः जपिःतिशवासरनिरदिशमनतरण तदधतीथत इः

िततरतपोऽवभन-तरदधलनिविधःपिगामः+जानवखयमिःथालयविशानस रग यि. कधरमीनशयानतययालयः+आनयखयानमिति पयय + जथ नाऽ लीयत ऽपनिनधयनऽखििसरयधरमी

© (ॐ-48) पण 06

Page 119: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| (जशिम उपनिबतकाटणभावनशधथितयलय] विजानातीति विन सरवधदगतिङनि जिकर गानाकशानकरधविपाक वदधिः ८ -शरयनकभरवशजकन‌\वदिपनकषिनिशषान पनित, आनचविजानभलिततिऽचयानतबनताकसिववकतयः) निनि श नमबननिरनन = धवदिनबजयत भनननानएनमबननिरार निषठि ५ दितरपरिदधि-वानमबनाकारम‌॥ िकारणम‌,॥ यमाषठनयनिनरन हि गजि वरति, नप मषपयतनवि कितोविि परि चछिनादररयनन दिशय ननाधयाममपादा नम‌ परित नपितषनाविनिनिकावा तनसपयमतनम‌ रियम ५ आसयानमबनसपािमनात।भरसविदितदतपादिभयानविजशिकखतत (न विदित कऽपाद दिर -भरसविदित कायशयानबिभषरयसमिन‌॥ तदपनथविशः नम +अधाविदितदपि शय नवि तकम‌) ऽपय मपादिलननरापिविकलयकाम‌ ना ससपदिधरमविकनपनमन‌ःच॥ त सावादःनयविशचानना मादिविकनयोङगपपयिविकःलय इर णापलविदित इतयतसतरधविगिितकषपाकषीतयचयत ॥ आशरयीपायानषषादिः आशरयजनन भववःसायिशछनभिगियमपनाम ५

यहसयपभरदपायनपपगमनमिकपोभ कमवन‌तदपापि शलकभमसा वधो नमफपोसाथनम‌) मसा ततसत भ, - नापसविपककानभिनिरनवभिपपदनभिवमि तवा नानसयमनततफस‌ "विपकव ॥तयनसपायनभिय-तभापतिस वदमितमतराववमितयतविदितदसवप धमा ननिसपररननजकरनिवि शविजिभाणायपरि दि ताजमब नाकाय भवत यविदितनयचय ॥कथविानमपरिचिनानमबनाकारभविचवतीति 3-अनयविलाननाधिनामपिनिरोपसनापःायवसछास वजयमत नचनिरधसमापवयाववशयासच विन तरवाकीतिशशयत अतिपतम‌॥ सकरिविरपय सउविरषाधत ॥ तनलश विानभितयतवि जनखानतपतसषयकतमिनयतो ददयकतमःकिभिशच त‌ सयसशपजयत रथिनः मवयाट यजयत ।उतनिवयत सयासचगीम नसकार वकत तायत रावितभ‌।एति॥ सविति या नदालयवि ाननावयमिः शव ीमनसवार नद नपत ता व तनः पञचमिसरवनओणिरधरमसचित‌॥ दवित‌ ।तवसपरसतिकरसनिषद, शदियविकायपिदिदःजिद नास निनय करकः उदिविबभविपवानितिणयवचिवःनसपकाकायणभावन समवसथान विकरघनिपा तः तसिनधति ततम जमविनधिपसय

© (49-58) (ग -107-

Page 120: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

कर

7 ~ धतिषदसपविदारः सपनरदिपरविकासपाशिननपपिसमशरापीरिि णनाम‌ वपत ऽतिनसपीरनयत अतर वविषषयविकारपपि पापमाववगः

फमोऽवीनधिपविकारपि वपरः वर -निशरपलमणययरम व हस शखययश पषी वयातपथति शखनपिमि करिव

तिविशतखः॥मनसकारमयतससाभोगः) आभ -ननमाभोगः, आतयननि य नचिवभभिमशवीकियति नन स नमबनचिततभारणक भी.चिहपारणपनसनजवानमबनपनःयनशरितरसप वनम‌+ टतवधकरमविवस-सति रनननिरभनवशिषः मनतकएमयपि रवषिकरभ ननपरचतिवितनषतणम‌ तकशिछतिषाणमवनवापसिन‌ -कषणपप पवनभनभवशयभानगाशरपनरविख यमाापक.पणनिप यःत दभपाखारविविकरशव पसा भातछरभन(िताभ बति भसमा ज दःववठखाच‌ ५ धवनतः

जगमनयनपशभाङभानो करधाणोषलविषाषवयनभवनयनिनवयनभवशतजशभा नो मणो लऽ तभवःकनविपपन

शमानाएःलः,उभवषामपएःणासः) लवनालपवि शानि वशभा भरभविणायः) = अपवि परमारथत र

भाक करमणा पजनिषदःसषदः८पोलककननाकगरलकरमविपाय-नतवाधिरा मपय. २. र खोऽनभवो पसि -ननप न यभलनि‌

; अवपनन नपर ॥दःखोऽवभवः। पष सपनविधभिचधानिसदवपनर स यणचत 1 जङषपयथसमिनसत निरषभ

(व © (5-684) (षा

भ ननि ॥लाविदचपनिभिङि रणम‌" विष जानमदनम‌प निभि तविगीषोतीनपीता धनमदननपनशया जरर णम‌ तशव ननि गीत जपीतपनिति),

ट र भभिरि ततिषऽधविकनपः+(आषणकपिता

भीरमाराःतरधपनकाशयवाविवःनङवप+यथकतम‌। जभ‌ तप कलवयलचिदरगदरापविधा रमः (पति (ति नचिविनविकचयना लयति

-108-

Page 121: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

वक जानकमनः॥ धदतिविआनसवभावनससपपरोगलाधकिकिलपत ॥भाननमाताषकनधधातलीपत न षशबधदि बसतनासततयकतशनिशषनपरि

ध शामोविकपञ ॥जसवानमबननताकरनरितषि ादततयालरनमसविति।चदिपरापकरणोनसिनसमगषविसकवतद यदि , = तनपतविशानञचमापारनधरवनगदसपरतिमिरयावसतानभवनजायगरपिचविशानसपालमबनघधतिय वयापयत‌ वधतिभायपि थामानात‌॥ ननिशनससयथत(वसनकनिरककसमावीसविन नितानमतपघत॥ नयदचयरथतिहिनघसपिभावार‌॥ चछ चभिनऽयधतिपतणोपरशयरविदातिपतिः॥नयकसपपरतयरविमानकामक यजया खापतयरिपितसनाधिकनपशपान पबनभसयितिपतिपतनयम‌॥ जननतावसतमिपरतपकिष तपपना दानतपरिनिलिरधरा++ तन लवि सतिमतकरम ५ नतितसापममाशयधिणगतकनावियरप नमि नतमाितमाधिवधमभावात‌। सविङचभाजकम‌ ५ निनि नभववकरधतशचमानशबयततपयिकविषमनयवचपयः। क कारपावपणारथः॥सथिसरवविघनाज किव नतन ऽ-यःवः

। ीकरणशननि॥करथरलविजानादनपिषठितावसदिकरणषिवःलयाःयवसति ऽवया सरवौ अवि शरपरिणपमालयातया॥ = €

फातयनपनवसाधनविकनयःचघ नाधत।तचसरवपमितपाय न गनवन भाता छरववीरजविआनपनितयालयवि वानम‌ वि शनघठघरदणी. नाप पयसतीति॥जतःधरथवीजमिवयाह॥विषनाद नपपपिक शचिदधषयानादिसरयवी.नकनफात ¶ति। विशनमितपार॥जथवाटकपय वयभिचा रऽविनिकोषणविशखननयथी ना नासनधवःपपणिानसतयातयायातय नव नवयकरादिति पवीवसवातरऽनप वभावः पणाः तथात यतितसपतसयविकलपषयाननतरतपाय नसमपयीवधया धोरीवपरयः(जभयोनपनकाविति॥ तथािवधतरायिविनानसवशकतिपपिि वरममारनकदविदिशिष सपालपरविजानपरिणमस निभिरदकीऽपि-लालपविशानपरिणामनधरथशपिविानसप निगिरदभनति+॥ वमननोनपवकरायशछादभर चरवरतत॥ तसतापतलपविताना दनचना नपिषिताधनकयकशविकलयः एस जायति ॥ तजचवरतमानज नमनि पथालतसविशानाखरिविजगानसपतपतिभविति॥ तयाखमातभि पत मीविजचिमतर॥ नागत ननमब मा न-जनलनिरिभ सति यथा पतिस-भीपरत तसयपकीपननाद। करमणाचा तनाथ इ यनासनपरा छट ॥कषीणिपरयविपकिऽनपदचिषाक भ नपनितत‌॥ रति धय पणपान (नःचतनाकर तनकरगणाययानागतातमभावाभिनिनःय + नालपरविशन शामयदवत, छा मनास‌ ना शराह

= 6 (6४-79) गणा

Page 122: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

7 3

पतचटदगि तियोऽवनिशवसःगासछया पवी छाठव धरालकिमनागत दमनीपगषच शरकगठितयतिओ = दिना

आदपपवासना॥ तलकरमनास‌ नम षतविभयनासमभावनियः॥ कष नोपपकपमष जत षटवासनातसरववरमजाम‌ नान वक |

; मनासमि भानोतयायनघ कताम कधिरवघतिणधनि ॥ तध था, भरजययातयवविति ॥चचनकिभलपयः नाकचना गराघसमासना ननभरिवविषाक जनप-ीयरकभववि अत एवा आह वायनासरितत कषण विषणल9 नदिपकशनपितषितिपजनमपचितनकपिणायःघविषाकोऽभितिरवतसतसिि कषिति ए आापनपकलपरमनतारमसवित॥

अया यरलवरगवानाधाषवय वाय नाञचहि ताञयभकताधिधपकापनपकिपाकतद भनयपवि तन ‰ -ननपनि ॥आनसवि दानजप‌

हिरकणानयरपविषयकसपभावात‌।कषणपरदिषाकशयननकावता-तमरिररतिननधदिषव-ननशमती सछधनतम‌४व प

चिविशानसथतिग दभानयविजानमलितववय सरवजन -चरयिवि शानमनितिप कव एतत‌धनागनाभकितमच॥ जिम ५७.

गवतामिषरभजपमनपपिकानिकभातः अकषमघनःशनपः( तचिनसति गिसरवीनिलीएायिरमऽपिका + नचानपतवि का नम

ण सशषपपपननिद.तिवी धजयत॥ त जरसशपष वतिरविवरदठभागसतष पदिसःपवन-धः(विषटतनिःसोषधङभोनिससधिकशषि सशचनिनीणधरतसतनापनपरवि कनपदनपतत छकापयवयथवि रव नधरजयति।सकापशचससयनिनतानभानषकततरषपभा बस

सारसयानपवि जानानमपपमषतिसानयावि शान वाससकाए अलप परिकलपय ससकाएनावितः बद ला नरप

तजथरखसकाएःघतिसधपिकाविलानपरनयपननषवःत॥ तषौचियनिरकजनाद‌।नितरसपनासननादछतशच चरमसनवमानाजर ।

सकाए अवयरयपतिरछनयवि शन मजयत५ धतिसमोन नमससभपयानि नकवनगविान दजवि जञानम नसक. धय न नए

मरपभिति'।कातजमकरिः। तपस एपप नामसभितिवकरनपमप, नतविशजानपितिपकतपप नपवि कषा नतमय नामक

पद रपानमितिभवलपयतिसनयिरव नामरसात‌ः न -नाातितासः॥ यतातिववितानपयवयदः नप अमएचरचसषयाएथ

लयनतफिति५भतधरमार च-प ममम नास बिखतिवि निना इलतोएण णपि-कनि ति नतकनतिसनिषवि

== 1

Page 123: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

(| ८ =

वििका ‹ नकापणनपपतपरपत ॥शशकाएपगिसाविरनदङगितानकापाञनपि नशकाप भरतयपविजरनघ जयति दिः काण निवि शा विष | < क वारना निषयनद जासन गसवाभनयापर नरय वव भनिकारितवििधात नापयनागतसततवर गलयननतनात‌ 1 जनवनन व

सतवात.४नापववपरखहय तवतनिह दमवाट;सनलिदिजनठन नियिषसमःय शचच वलथालषनःसतकाणमितिवितचिःतीषतय मभवादपविकषनशरवपनमिभषभर-हतापवञषतन नसयातफाररवचपवनादिदयरद नरामसणानसपपतप‌ वतन

` सापवनिननसमाल‌॥ तशषपरबिधाःअनपप दसकाए॥ तदथिवाचिचालनितानमसवत पयनयपवि तान तशवययच तिम-थोनममरखमिलधन कितिरनविा ॥ ससाएनिदतिपषथि, आपनमावि शानि ऽसति नय जयत) स लए सपषिकरमकर का अवतपणनतजोशच ककाःअधागम‌ तथ ककयिपनयनकानम त पनरभनादोचसमरथिनतिप। प नपवणा तया = । | आतिषठपनरभननपिकरगक-शाधिषयरिःय नरभि यरि. नानणचणा एवशचतछ टव जकनतिःषषननवा | | -मघलमए। ज वसतिम‌ च लिणषठ सशवारविनिल.मतनतनपथा॥। न नासनपरयि राननत द काएचयनयति)पकथमन न |

नः ---7-----------~ =

मजपषभरशतोवङरकरहियति).द-नावशयो वातव पवीभलःवतिरत (शि अनिकिरव धम‌ (तज घकतणभाफ शयो वामो -जायशयोषिनवघरियत नहिपरतिपशषातवतनी दिशचिदनपयभनपःाभपयो।यजङ शयी नय वयित ततपतिपसवए धित ॥ भथ तिपविदषवशयीआनवातःशयत॥ नरि त दक नानवाकरवतसतिष सवभवितभ पिति नचापरपण जकी जा न शाति बहिःतभनति ॥तसमापनरपमालपविजानतयनपवि शान ससभरिःयजतोभीयय४सवनी जपदया यानत इतयभयपयप‌॥ चष ६ नशचिततवसनततिपषपणिमविगषः धयान चाभनपवषनमषतिदगिपञ-गः घव ई त तषाशचालपरवि हपननधव सयि दी -नतनसषभगाङरपतिपवमणिप वीयत ।ततिघापजीनिनपनकिनाशपिणड ऽ मतयविरितिपसोपथिशिम निरण पातःपयतप परवकरमकषिपरनमनिरभव (ततऽ नपजनमापतिशनवानानिमसपिङकधानि एषय र4िकरमतवि चमन ५ | मपित शषघतिणिवसमाणिकारणःन वःय नभवपभिनिवरपिवछमरयम‌ (एनमपनपविःानमति असार पददिरनिव, दिच(नानपदपवशरपनच कमरयिविभःनवयतिषतकिमानपवि नानम॥तिकवसरबधरमीजानगवशचयशवरसयि वि जञानभिस

© (89-9) पञ ==

Page 124: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| करिः भयप बिसतर विर स पञचषदनद कपनियपषिपि वनयः पपचिविजषषिनरभवद कथन न सजित धः सजमहि नयः सवमा

९ वाञकाःचपिकनपितःपयय-अःपषिनिषय तशच नसिविरोमः५वितदिणारखवसलिसवनननगनपनलयानातकनमितपत ना

हपपनसनयिकातपि नरचटलषव दः वपत । पषिकनपि तषटज शवा दो नवि घि जनपपफतकमिकनछजछविनःलपपयज भद ननिमतवयानाभरननत घ दिपक यरनपनविननयनिति पय घदठसतषक नत ४शाधपपमियःबलय गनत कोपा

द पमरमकषपिषरि वनवत ट वरो शवभा ज इदयनतकरणभा रन सवि धति इति यदटसतनिकथपनिव स~ यसमात तीमः

ना-नविधन॥वशमाददलपपवितपितसवभा वमिव निव धतयय निप सवभावम‌) +तपयाचिकचमि न‌ःन सततयनच पर सन

सविमशरिवपविकरयघवतिषा पन-चतव कवनतदभायोकपयलपएथिमजरिवःसवभायो यजयततसमासरवभिय विकल

परातरभवतपरयसयपि .कनधितदपनयाता-गकञचगजर ॥ नणवलषनःकभतिधरमीसपयावि घत पच मानपकज नान

पिनिविदपरतिपवदःदनपिताननरपः.तवसवभावो वदय एति।जतआ हट ५यरततरसवभायसतविकरप,घर पनः ९

ननव == का

जजनिकनपषतिर तनतरछलसपप ६", चथयगरडव इसयनि नपिपरत-अभिधानघडदनिनिभितशपहपत परि क नपःक उषलाद

शना रतभपमिननासतषयनन व साः पथोरम॥जभलपकनयसचितदसिपयतचयः हति । पर दपवयभ सत-यपत पदिषयतनजरञटप धत दवयरथः षवमऽनयङकत घनपयपति दधक लाम रति ॥ थान कभनति ॥उकतःपरत तः परिनि

षनःवःचमिरपत‌ शा ह॥ निषपनन शतसयधयणसपरदषिद स गमा) आिरापएपरि.षपतपाशपणि निषप नः+ तसवितिणर.त

-नयषगतिपण. कलपति तसमिन. नि कय रायगरात वपकनःपततकावय वः+ वथाहितचिन‌ विकःविशराषय परा.

कसवमविषचमानमव परिक षयत शवि पसव तमनम तिन गमय नन नसछरतरजकाजमसय तरि तापपलपरिनिषयनसवभा वः जतसयसम नासि नाननपनणर लनकरतः++मरतरतसन वति चसिव जथिनिन‌सव

भाविनपरलःरसयशचनपणिततायरिनिषय नः यहितताचधमतादनत नानय नान च जपत ॥ नपि निषय‌ जशच `

वरल^जधरयनववतमपरतनतरातपौीःनिवपननीनचनप नरन नय इति ओदधनपः सपिहिपपनिषय ननः चरस अदया सपपयन‌

© (90-109) 1)

Page 125: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

(~|

वमीशवसतोति॥जवयपमपवरननजरटलिवा अभिपनाःपधिनिवलनथाकाशवय वरथनञानशचतयोकतमपनिरवि कनयना न नाका रसमतायाशचरवधमी नयकपपीति पर तशरधमीणतनततथाशराजदरनात‌४ दि दर वयमवपर तःकययजल ` यधमीनिःसवभाना जरलननाःजनिः क ऽतिनिरधिशयनत पनासलिनिरीषप-पछतविधवशयघयनानसम जिविानितवनान | ता सथाप शरधतो दशञिनानिः शवता ता जयहवसवभाना नच तरी ऽसतीति कायनय पामि तिनतिन ध | लकषणन निमा नबसनवततिनिनिधानिःचकधन तानत भणनि वनवत जतपतिनिःघवभावता पारयनिःवभाजता = . ` ज पीधरमः पणिकरनधितपपतनतरनपपिनिशय"नामकाः।। 6 तामतिजिविधतयसयनाल तपयचपनितयभपनता ना नसप । क

` रयकदमजा५धचमतपदणिनननिःशवननोऽषए पमः॥ नसवरयभाव टतचवलमपयनदिललभाग ता ।४दीणापएना यशव सपततवणतापिकधथमःपणिशानपितवमानत+सचचनषसिनिननिःहवभावसतमनणएा शयत ञितवात‌ मा नशनणापसमरनभवनय भणावयननपायिः॥ जनशवसवदनपयानबषयनतचरणोगनिःवभानः जनि ऽ परयनरि ति

© (100-118) 11 ==

Page 126: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

जकिला ययतशरखयभावः।॥मरयभान शतसयमाया बनदयथलयततयदर तशचययापयनिल चगवासयति तीति अतो लयोतपदहिकरि

¶ क पम. राननिरसदर नवायाथ परय + विदिनवयम-

ध, नशवननःचयमारऽनयत पथगरहासपरिनिषयशसभावः थ, | धरभाणापरवनयरामनान दजलगतििकला सासय निषप जर नसवमतनतयरपरयतिःछनववाचचिनिषयदर

सवाभावशचभावतवाद‌विघनःरपयीमिरमनिनबषयिनियङरि भिधरतवयोनितपा५दि नरहिससथ तापिकपपिःा शरकिवरतथयताङधोभनामिधातनधः। किति पान-तोधर$षयतपरयााःसनिनतिरषय भिधाय ऽति ॥ भका लततथाभा नात‌।तथवा॥ तथाषटियक. ननशयकोाशाशसकालपःतथ नधजति तानयपयतितयतदषयतरविपनसता

| | तसपषिनिषयवयविङषिनपयता ।उतापाविगषिमवता८ अव भागवि िमाजता (+सनविगषल कणा मधः

धयोहगत।गालतितिकतितछितत पा त.भनाज दी नीद‌॥ ननिषयानपवनिपाठपनपरः चलित नतय लत दसयव ११

| सय ततिभपयतसयपात‌॥छवीबयणविमोकष निभ नमह दसत शति ॥भवनि तपिमातरतदयननबयननभिणपरय उः गदिवि जपविमाजति

दमप वशः ससयनियवादय गनधश शवी नयलतीवपत आ पयपतिङपिमानलनि सान नवतिफति॥

| पराघपशयानशायः सताजणतविनिनरत तज यना याशतषकरमना छना शरटदठयनास नपता कीणिधरयविपणिःऽनपदिपाकननन

|| „ पभीलनकम‌। तसमाजरयपरततरममारणथतयत जा यानदिजञपिमषजजविरान तवतिरछीतिविसतए(यावननिवधरमनापावि

। सषधिणानरमदिःताया बिशारन नावतिकति॥ वितरदि पराकोपलभभचपि शरपम‌। भाहययतपणह नख तवयानका यतात आनागतगरटषपोधयसयकी नमलपवि तान षावयवय ल शणोविजषधिम योगिन िततिषितभवति) ता

। वच परकानशो नविनिवरदि॥परिषतशवयरथः ज ऋरबिभय ननभमतजरहणिनाषयातिकतपनममा पछठणववितिषिपि,+ भ

तोऽवयवभवति अछ ध रादिशचिशयापतः क ग नीति + पपि तरीविङवय वि‌ अरय तविवभातरोपननभदितधरभभा

वशथान ननफकितिवितपिना चभचदभितयपि यपनमभवः॥ शयापय‌ नयतः किचन मा अनानतिकन॥ शति आजथना

| © (110-122) षा

| -114--

Page 127: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

। तलरववोपिषरपरनः बवियय क गावयाधयादकािरकवानः

कोठर आनमय फदशरासकभिनिवगातशचभनिपनोपसवचितधरमगयाशचनिकमरदधयि भवति यदवविःषिनावनाशादचितभवधथितभवति॥त यकरथनयपदिःयत हठ(अदितोऽनपनमयोऽ काननम‌ शरयषपर द तिियकनयघतनितःसटनाशर योधा

षिलयपलमभवडवययिविङषधिनानमनयन+ आरि गभगरतह यभिभलशयापनिति ५ वयार तसा नटथकारनबाः

पनखमिमानिकःशरतनपण जीवि हषविनाज‌ ६

शवमलरभचिमानतायावाघतिषठिोभनती तयत आ ६५

तरचिनयःदगनोधव‌ः॥ धनगिरतिषधोऽकोधनीषयाःपमएमनितऽदितदवशनोकधतरन ददन माएव तयविपरोषः धवा नसपनिरानिता वितकषिमाचछविमःमोगिनशतनगाषक यिभानात‌॥ शरारी तपलननषद+ जनिदरीभपलममोऽकति - अजचितलात‌।) जक = चारभानात‌। लिरविकनयनयाञचजाकनयतरीरणमिति आन ओओ वर वतपिति ५हसय नशयत | -नाशरयसय परावतिरभजतीति पनाय आ शपरस जतिपिति॥ आशर मऽच सजमो नकमालमविानम‌) तसपप = < | एदतिरणयो कःरपविपर म नासनाऽभविननिकःङौ ततया करमणयताधरमकततरापजञातभावन धशवदविभाणनय शरय नय | दतकसपपतणाापयत।॥अतओए ५ विभाद कनपहठति तः िभतिनन शवर द नय णान ण योषनयशच य क चयमा 4 | गदसपाकरमणयतात सनः मऽननपरानरणठोमीनमसापनरनयपरदतिःआागकपि भतीषनयनि नशचघापपत +य ता५विम‌ |

| ___ = (120-133) (ष =

Page 128: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| ॥ िकागशतिवोधिपलगतयकतनितशषधति॥यदारमीणयषपिमषशचनिषिति।विपानरणमयनसतरएनिमतएव, जमपरपएनति) क जज

| ` 4 गाथा यमपयानविजानदयाभयणन शणम‌ रमवीजक वीज न-धसतोमोः॥रति॥ शरावक यषिसनयमोरोधसमङखशवीनभ‌। इतरसय विदषटिनिणचमः धपावरणबीनम‌॥।तदकततातरवलताथषिभनतीतिसशयान शरनोधावपितिषसवा--भयपरतिसम। जमाकाोधारपरिसचयतिषनिरय = पनयलाततलाशनपविगति इतयनाशव आरदधमपिववामातहनरयो धनधा भचिनयललकीजोवर वात‌ वलालधनाषशछनभानठ = इशनोविगकमवनलात‌। मतयात‌-अजनाशरकपरममयलवशच॥धगोनिदयनात‌ +भ कषयतभाससोनिवयनपिवयपनिलपत शः एम नितपरतिषजसललःङवावरणहवकारणानिगकिभपाससाशपरभविनसषमोधमीषयाऽषयततभनिमिधर रभिवादिभाजनाङशतपरावरणयदाणयतताजाशनयपय नहि गमात‌ भषभनिरभमकाभर यजयत ॥ स तारपपि तयाज

त‌ तदशपनदतशः लान सरगधरमनिभवमनाभलशच = धरमकाष शप त ॥भहपननरिति णयनतनधयणाष

कोभगव-जहाशनिपिति॥ निशिकानि तखविमापनसनाचचम॥ छतिरमारयधयिर भतः ष ॥ १३

|

© (13) गष

-116--

Page 129: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

प. 1) गी

Page 130: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण
Page 131: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

र ८

= 12 प.3) षा

पररा

Page 132: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

॥ 1 सति पः^य चरक ऽच‌ ण नकाएरपि (सरपरश रणरपए नपप

` पतया जतयरनयनितरत सव पपर सयानववचस र विवय: मयः

तति सग ए८। कय परमा एवः सतानि नः कर नार सनियम 1

धय परपयलशवका८। तय प‌ शनव शरद दवितय तत एदि उभ <वसपछषरसय शर .; कि शः स परप फष म समप शत तध‌ सनरदयशरिव `|

घरस-त प रयत) सट वव दवयो दिपदतिवयाचत ए भः |

पण \सवश(वितयदि+नभय व ष। यद दचतऽवः (त

सतयसकरदयिदरपपतप निम‌ दर पततत नव जरिमा ना

; छवशवमउ परात वयवयत सावा उतयन सथत विष.

` सपफतिः तदाचधार रः वःनतय 4 (चाय च न सतिति न

| नव नतय तपय "त /प ति, उनयकतवा5- + अनवि षय थर / -वय पचादि “दः यत. इवत (द ननिष सवतिः

` नशय परलय वपथ धतति नविदयत शव तय शय तयः परतयः तयोः 4 लकारः च

किय रतय च सथमनिःी एवय शयकःनत ८ यः कः

| हनि रयन ततिति वययो पच पत उतसवादप-त र

एवल (ववम, स (तदवि (त व

च र छ धर तासथधस तय नणणोकयो उ दतक त. यवत, तिशरसछतष‌

` जउपणङकयो५पव जति , कि एपयनछपिदवयो शत पजिशाभववि- ` ववाःनरएरथसप जम वनधा त भवन मि\.जपय मऽपि शि

कलपनसविदचनत वद वशय निमय‌ भक

पर. 4) षठी -120-

Page 133: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

॥ क

¢ गन

(यो, सति.

। ६ ९

रचः. . .चशलल,

अक €नचत‌। दटवनरनतजन ग रासणव कलय कवचिलसय त

` रवयकदनम चि उततः

वितानः प -यो-पनया एसो भताव भा ठा विजि र | नात‌ तसत लन शस रपनय शय दार, लि वि भय फलदः |

सदरनवयपरणिपत नि माऽ मि सीशपतो गणान किदय ना सटवः

शाला, वप त (तयः प विषठोचचसय वयपति नाम‌ पनमरनि लनाम सतरवद उषतत य! उनमि शलश

` सवरत गोर वल शत पयोऽ नति, लहा यो वतरमशषः^= |

च सय प वस, स = शननः |

एकस ए शर$त शरवो ङ. १6९ घः जतताततनि.म- | सवि वधय -योचःवात गर कतिः पसः तप ~ ॥

य परह ॥

पटिः लज तनिशण९ “१५ ` |

क त

= 121 प .5) वणा

Page 134: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

शतः नर वपिएषणत सा$लयपिःान 4 | पषट (हतयरथः एनरिपक नपतरि दा यविदरनसय ॥ क पतवा ीकषपथि सपपरो यानिकतचय शर हरवव(धितिरवः तिनि:

= च

(= र £ ५ ~ ।

सतर; = फलमा दय पद नरभय , स प कम पटयन नवि |

| | - , खास सनि वि चपक प स नि.वर ल-त कन ॥

| १ ० दतवा पर (द एवनदयालपप, मरा सौ तषि | 1 भ र ध पिः &

+ सवमत = यत तयति सतय सवक ख सतपर व दत { (> द | (पस मारजम यत विषाः छगबकिकमर‌ ,

| सरता य पिरवर? 4 एतय । उतसमः सथानि | व , किचमी म । उतनदधली यः .उ पमि कयन लि

(म

पर .6) वा -122-

Page 135: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

भ णर र पिवाम - र

पद -धाल यः चिरि निकल धत ज कतिकति ऊ शारपकशसतकः शिवि वाकत (दवान: १ तन पमी कयत वसनकठत म‌! यदि ववन विपतवयातिि अलययदरि न ॥

(तत लयालमबन शरा कत तव यकम‌ । 0 परितलमव | पनिठकट नत निन मजया नतन रलङनन ति टा यतय

न\ (च (रघकल दण. रर‌, य सता दा= सयपि ददत चितः अतथा उ नर निरत हि~ धवी$ पलि दलमररणतजतनि न (30 धवा, वयाम‌ पटिः

तनति, (तकन चदलविसयानरयि(निः 4१7 (-त सिवा, शिम तातय

(1

आ समालातवतसणरिष ८. = स उनसर < पाषदि 13 ॥

अकतसति(दत ड रपषर . स

लसि ‹ वशव स ,वादिःगनदसवानर >जतपतदरि, एमचप‌ { ||

शोशि -८ € दिति शति ल दवद द र &-। ॥ ॥ तवतत स निदि ललनद वदहर, ऊतनत, णात ||

नषय वादि उदजन उ-तननपवटसतदलन शतरनम | |

=-123 = पि.) गण

Page 136: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

१ ठ अत हसयनवपति 4 सवति यरपथर विनत रषरषाक= | शिन. (मिरी कतव सथाम (रः ^ ध ससव सथन‌नतप-

शवान दभव नद सञ^यचरितयत सतनित (५ नपणो परमिप भनति तः पछशतदषरि- , | दधिः पटबनतनप पनत < जिद वयत; कथः (यन लष । =) तिदधलनपकतन-करर +> घय (ति, ९ उतभि पतदभलसनसयि-

` कररधलसणयःणाशवनसमाल गसचनत न (नटा वमाप ~ शण लिव शय भति वरम‌ मनिन ५९.१६ ॥

भिहि पवनः तय‌ तमित (कसत (यिदव जवम ८ च, य लपरपनकननि(लतति चत वततः चपि त --; हद‌

करत निति सहच यभय इतन (क । 1 श सपोबनसका विद क‌, ८२५ =

लव शि सपदि यपय ददमि (मोदि यशसवता दन ह

च कषय तसय वतरय परदर दपर दद ठिञ करल

(ई वरपः \ तज कस पतत & य "तभ स कबरम‌,

ठ जति, मः चिः इत तको नित. । र सवर लनि कनि धानः शनदियियरदवटदितदः" भदत लिक | |

९ शशथः रः १ हनि थ (निवन न- नी रः निषध त सय -कतायर करतव | च । कनसन- निनसमनि चर न,९ तलति र नरलधकादिनिम- |

दवगाषकदः क - सर ससव < पलत जः नियगदसति-न सति पविचयसम- ।

| ~ ~. : “ सद मान सकरिद सत ए यतरि (नियम य~ ||

पर. 8) षा । == 124 ~

Page 137: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

तिनि सविकार लाश ण धय तनदिः शरसय | शपत इय (उर ९८ विवि एवित ननि- $थ वपि |

` सदिः र रः दनि पतनतय ८८ छर चरत घल |

॥ भिदिषट सवसरः पविपनयो 28

कमि शति एापरनट-भापरठ कन ॥

"करटविविःत सवरगता भद (>वशवर भवगदिः सत $

अकषया स तवा, नयन शाधि रएण पर(धिपा-

न शत नवननरय न (र कषण वह सपवोडद भवः पल

~: ह वनिबषनः(ऊनभरनत {धयः "ऊहत धा कररय पवः (अर -नाल भवि

१ जनः = नना ित। ---मन यक रना न 1 ५ नर च त पशयि पाकः 4 सषईःदवमल कशा १९८

। कमः कत दविकपपतभा शल सरो (५नथः) यिन (वत । मनिदानम‌ दन तत सोना. थिर‌ दःपय$कषवनःणलचि ।

` गशपग-पि यरनि‌ दवध चर र मोञर तत) र दषस पय

भसतिननिनन नशत योभय ज पनर; लत विषयिननिरः (

ननित, सय पिक भव वपि (76 जतिषशरन लन सव नन ९)+ शषशरप-

= पर .9)

Page 138: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

५ ८

शरिषएमर निवाशनाति , नितरिन- ^ दविशिषा ल पीतधालतयनद-म-

वसथतरणभर, शतयो कल निहसवहः (तलप .ज पदनि |

५० = = |, ] ~

४ 2.6 ~ >

पर क.10) शछ -126--

Page 139: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

४21

„` अदिनः निन तमपवयन यतिना. सयात एत सतिम पनदिषय भ

पया तमितरतन न "य धति । नसता नमिषत -तवि यिनि

~ लानि ~ चपरि तप दद -चमिः

` - (निसकरदगम दपि न(जविःपलानदिः समन न पि चिदपप

पस ननतय न अदभ7र\ (सतर << टतवि,

मबन न छप दयति पःत थ न‌ उतत

पादन पिजिदीरवणा, उत6-। `.“ तन छनिक

तति र शर, य कत (परिभ

तत (सतिः ततरा {दधि भया+न

-वलि\ नथ शरलनिदरतत <

र {८7८

दतिः क एसो- (मिद <वाः वन

अम विप लव सनध द वय सपि तरतत एरर तनोतमर € ५

क 6 ९१ नितत उनन दममयदरछपविचयर ह व (जगोलएविशोषयःव दशर

= = प फ. 11) षडा

Page 140: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

॥ }

पक. 12) पा -128-

Page 141: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

शस,

गन -ससयरराः पातिखनधिति विदर ववम तिधा

-129 - पर क. 13) षणा

Page 142: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

त स स पर फ. 14) श -130-

Page 143: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

(8

डतः परथस‌ कद भिपःयतया व पततिशकष पलम- (यति शरष‌ भर वषत उरहलिप पति “व @क^- ध

8 बत पनत रपर ट 22" खट सष र

नट परवात लसन‌ । तसति त जतन, (निनिनदत कपय |

शर ( ८तनालयनिरपमनषट ए ततया य जपः रपय ८

जयत श सतिशरति न ऊत अहि यन बिवसथोा+ तन वगषणो-

` शए९ चित शतिः उिदििनतवश‌। ^ अह एना रधत नप |

दया < १अ११‌पख ए म पत निरत खय शतरि विकिर

भिरोषा शल सः वथनिदो हति व दप पर, । नको नानलधत दवन वषणिदीजत तलह भत शरिषद |

नरम पररिथङत। तकि शन नतत. पन सत भा कतः (|

नाशवसत सपवणिशदघो नि करत शरावयत व ६

चनदकरदित धो (तियतन निहवनिगषोनि-

नीः हि न (सिध नारयिः निर क अशिलिष लक कः 4

दिरशागनाषय (कतननिनिव तिनि समथ षटय माल म~ (|

~ पर ®. 15) णठ

Page 144: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

( 1 - ¢

पिशपत लति क सरघनयिरतिवटतिकन+ ना यषयतवशय दए +

निति १ शदन = छनद नदतनीजत

धिः रन कतममरम प गमन‌। वनिसवश तवसत कलक |

सधि पिजत दद रवः १ यत विकि पदव ८ ५6 ५

सथः सव) कर उततः सविसय ,पमः,

सत सकरन र स पिशचम २८।

दय सिदवनिररपयानपापपण‌

लय वनत धऽध। ८ सता (सः पिनि 6 । धिव रति य (थण च

नसया इन य पल; = सगस4^ ख धम धमी ससा

नवि यवक ललवशचलनर अनिषट त, पपिकिखविाः

“` ` ननत चरत त वरन कमि, अ 36

परि क. 16) णञी -132-

Page 145: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

वतयसयनपथःसत मि जकलवः सशपगनदध १

ॐ निकटम‌ 6 चदनकसमहसपट । अ

जटति पत वशर इवीह-॥ तज पिसय करव

सारमकतदिर हय र (जगत, पषप ,

ह 8 चवतयपसशनररः, =

शनि च भजसय कतिः चरण उव ...वत९ सवि$ यदन कतव शरिय ल +त

छथ सवाः अदध.नरहिताः साः स परषि गिषम- सवशषधः

अत टय सवयो पः यद,

। शतिमिक-मः९ चद (हि विनिषयःः व एर दवत हय दकर

वति वरन मः सयः { उतचतमरथय यशवः पतिररिषयनत- (

1 न निशचा.धयालमबनः स (परतन सव शतन ट परतः

परक. 17) ा

Page 146: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण
Page 147: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

त 3 व ध =

वतय छयजत ए दरिति तिः व यषट

सवतः त-अ तोति णनो सलमानिरददत सवरतः

"नदति विनयति, जरिनिदया ¶निः छव

(निःसवभवजतर उनमितिः सवपतः वा. (

९ सत, ससक, `

समर परयात परतय यन(वन \ 34 ‰ थव पलय

^ सग तपति ररि, अ ई ६! उषपनिनिः ववषप

` चयति(तीए वमषण, ल स सतथता^षि ( 9 षटि.

जोन र (नि मतत ता ध चतभ ( उतत उतः

शल (त त र नरा रपप- वदितिषच-+-

सनः प रषनत शर परर (रटिनिषप ९२ पनभणवः [य

इती हत तट सप वरप ५:/ (नतित शत तता (पहि

<~ पर क. 19) कछ

| | |

Page 148: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

। ह णनरवप-व छत सनः रटन नहि समन^तयःत |

लपा शासय^तन, कि पनः दा चिशवनतत

पटिनतववि (भरति नपणडः। (गदर (वरह धविषठ

उतविशपवया (दना शनधवनिव तवयः किः

` लिकदधपषकनमन‌ ग वदर लयशरमतः न न ॥

(विनन सवा दवशविपना निदा त नि, -

ह (रसादय सतायनभ विति न रित 2५

प (®.20) नता) -136-

Page 149: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

श सात तत कप (

शति, उचथनर

^ अन निव ररजतथता ९1:5ह परा (वित 8, ^ रः

लानत । नवदपन निम दनितलमवि (यपल हवाषि९

पमिकपिधयशनि गअ -वातनोऽयो हरीति टननरः च ।

चनत शरश (चितन र एम रपत ९ उग कम |

पविभषव समय शनिरमनिः अवातः वन 46 छकर ए |

= (. 21) शष

Page 150: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

पर क. 22) डा)

। [== ` ममो गाना ए शव पत िि(रिद+ा, ८

ह, नव ` .. शरोलः८; नायि शरटल चर ति वदशत लयाथयपमततयतर ना

लमत लषयति कत विति तःलभनपहर एष। दा वम

-138-

Page 151: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

पर. 23) गछा

Page 152: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

पिपर एत (दवपशयभिजि-

पयनट तप पः "योन

शवल वा ९ एश + परकषभतर शतय

पर क. 24) 11 -110-

Page 153: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| ( परल नादषनत नल -पथन पत नणि)

निथमाः समनानानिःयमरः दतयकरि गाव न‌ यञमत, न-लल ज मतमन, समा नदषणिनि ममः सि सवघरकनवङग न सवनवत‌। क तन वर पमनापयनि किवम दःरो {क ननिदभजएरम कमी प षणिक शमन तसत (तरजस = विनापयभति यककरतिम मः 9यतयतकनः समानानिमनः, सिसिः जरमन; बतालाभिनि भत), कण /9 ष सम सम हन दि वनिः

पगशो चयनकषि, चछ धरन, तसमकलीनिपाकन रहि यन सरम परय भर नदी पशचयननि नकर शव याथा परकशि भ पिष

दविपः द खासिरव मतव रभिषिनानितयायियणन। शव सनषना- नियम ¶िननपरीनषम सतयचय व िदः । सवदग चयावः .यकरिमा ,

सिफनि नयितनयम‌। यथाग यसमायकनिभ-तरोण-शकऋरनिकरणा ।

लकघःणः सवपरोष धाः खन नावया ` "य हश यतराकलनि मननिः

चतय निपत‌ 1 नरक नन करथ ।किकमिति यदधिमवयम‌, नपमषम नरकनन; थिन पलादि रन पनरव ना चन) यथितयमष

` नारकछाणणी नरय पलादि यर याकारलननिगननन सि म यसकोकथाणनन आमन स ततशादियरणन य नव तदधन तिद मकसवपि 7रकपालवि स समानसय पि पनयपततयपि सीमन दतछा लकि यदिचछा सिरन नदिनवय नधि ग जषा शि चो कवा

स सया नवयत-अकगात‌, नषट कारन यजजनो नरा ~

पतिसमनदधना रः परसयर यात यनानिम जारा इम नक पाली इनि यवससय समन‌ । नसयादनि षयाणनसषनाकन परसयर‌ यमता

न तधा सयात‌) खड‌ टःपनञच पकषः याममोपरया भरभानसहमानह

वयतप परा-पातयक-। उमारकाणो ज रक कतः लमभः दय निरो सवी सननः, णन तरन फ नि णाः नरकपाला कषिना समभवः.सयात‌ / =

निरशका साकम सको यथा नदयो तथा । न कता यतस डः -नभरमान त ॥। ५ ।'

मषिनिरजशकः सर सकमननि त तजनो सन ख कनमनर मन करिणा ततर सता र सस -वतयनभवनि। नधः नरक भातवादमो

` नार दल पतमलधवनि सतनन निरशनग सननो यर पचि ` कनातर, तमा नदधिसकाणण कीति शत शलचधितिधा-मशनन नि यणडनिषभगणनलविशिशा म | तिल भग, तधा परिणनि यदिति दखरिकरिपादिकिया करीन दमम शवगोनकामनाथी यथाभ कातयः थता उकण हज मनन ---- --नमतव

कण उ शनोपररनीनवःन परवीभयनत र मति। न त जसभाननमकः 9 , “<. यदि तकमीतिसतत शरता सननसतथा।

~ -नषननननि

1 (क. 1) ५5४

Page 154: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

|

(ए. 3)

|

ध =

विानरलननत मीन सर परिणम‌ य सानन चयत दि परन शनानि करकर, - उ पिन) =

कमणो नलम तयतर शलभनयः करय! ।

नशरवतययत यतन कसः वन चर शश११.००१

मन हि करमणा. टन ण न दक शतान सममः करको पिणमच| तसम करण नपतनानषा नि.लगव - -- सननि शतय. मतव |

तना नतभयः पलल रद सिकिन परिणा मःपरनषयत यन वासनी ,

नदि नत तसपा पल रणयति दिम करण, अतन अयश, ।

यदिरिानन इदि षति भाकसया-नपाधिको धतरा रजा परा मत |

कितव भगवता नन समात‌. रण मन यसमानलायायतनाननितवः ।

| थिन नगतिः ;

` उषनाटक दय शगावतामि पा मनपर 9 बन समम य र मायतपाभीिः

तमरसी ह सन उताना लिन रा भिनतवनपन‌ +न

सादनायगनाननिनयमपय शर भयना गधा विन कननरभिकनयः नयनियिकः नवन‌, रा नि पायः, 4 सवनी-ना दविरथ कम परवप रिमि ारिनिन म तसया छनिरजवी द‌ 11 पश भवि, पपतिभासता निशि रयनः सजलीजातयरिणामनिशकषषार दनपलन; तशच नीतयाधकितान करत तसमा निजभय |

धयक शवगनानवनी त‌ ) एव बावमम कवय बति + सा विजञशच यि

\/ऽ४

सववीतता लपरि णानविरोषा ईनपयन-तच सीत यजपतिभालान सागरनसयाः

कायसवरवयायनहनिन मथार भ शगवपतदयीदिनय यममि पाकः । शव नरभि पायवो दणमितया द शणाः, तथा पलम रकम रि! त भाहिदतरमन पदचसमररठय घनिनि, इ---- -जटधपकन नत किरि वषकनि त कननमननयक विदितम ज रजनरामय |

दकिन स परलनरवतय पनदिनि, अलयप पमदशान ५ ।

र मरातमयम १।६। उचय थति {तिप‌ सततम । "द धममीहमयः

प९। निजपमिान निद कवादिरमपति भा सभनवचत नत पाय सकण धरम------- -ङरितिषित "य दिितितपया नरमोणसनि नपर जपित ता रगि नि कर (रि यकसयाचयत, तरय सवणा

चरमो सती.मन वनित पततर + ननि, अरबित, = (ममा, मो जार सनभयनो शल गारक दिः परिकनवितकनन कलविगन- तमना तषो मराकषय ननयननरिलपयनातनना गत बरन $निकय शति.

व नितितरसयपि नि लयनर षरिकनयितका मना नराय पपर विजञशचिलातसपवसका पन या -लयरमािग "तराय पथत भनति ततर -

तर -पनाषनादात, क निजपिपानान नसिथनाषनितीतवा दविततदीनाभर‌, बध पनर .

` पतथतवय भमनभिषायण भजन सादायतनाकनिन‌ पस न

पनः समन तनि जानि कका दिगिजञतिना चनमक निपरयीभिननीनि)।

1 क. 4) ४६४

Page 155: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

` सहा गिषयगणिवननि उ प

+ | |

सगि नर जानन विष यः परमा णार पर न समा यदननातवयः || भण? सिखय, भसि, क निदरषरीना पतयकः निषयः समारय नासया काऽवयविकषः नससयत मक उशनकना परमाण (स

व यन भगोनयसयात यविकपयतय करिः | वः+ न तावम नर निकम (४ । प सरणा नापयमः परा पतयकमशरहणाद‌। पि नः |

खगत‌ ¢ बदध स गपदनोगा रभाणो-भडङकता {7 को दि जभय पराणभि मौणपोजकति ५७५ षठजनापराओति, खसय | | मरासतना-पनसयासभनातर‌५धणणो समानयगरषवविषछः | अस गनन सय परमाणो दः ससय कणणो तत -करमषा [ताय वरना |

च पिणडः परमाणमापनः समा करसपदनयनिरकादिनि जकिधिणण |

धरमः समान कन टि पर माणः सगरो गदिन शतया ना दष गोकः | पसः, सद परसय व व शतयः, यः पराणा सहो ज सम +योऽनिरनिनि;

परमागर-त योग (सत लि करय चः। ४ स योगा शतिक, तानन. भका नगो निरयनिरः | न लक .कथकनयो नय न‌ यजयत न नरि फरमत शला निरज यका ~ योगो न िऽनीति चकरसय, ताव पवरयादि टि सशसय सगोगान-

। | |

॥ 3 म शवय न कियति हि समो गशषयत यदिन

पिरकागभो नितत मनयः -अनणहि पटाग; - ~ दद नोदिनमति दिनना भद सनि कथ नदानमकरसती पराणोरोकन यकन शत गावटरी कथः यनक सम पदशणो दि$मागमरो नसया दादियोद म कमनय 2 भवितययजन कः, तलिन सयानयः पट वातयो- न

समा पर शरण परमा वरणा अ दि दिरभा- गयो नषय; निक शनि -----> परभागो नि यतागकरनाक‌- “भनमयसय पनि चानः रमान‌; अ+ सनि-ग वनि चात सवष समानश

वफसरम सहनः परमाण मातरःसयादितय - -- - विमव षयत विषयः नख या-रती न पर ताणि नि, दधिःयसन पर शणाभयोऽनयःपिः पय यसयतसयार नतमाह+अनयोनयविणडॐयनननसयश - -- ] यः प रमाणभयः पिणड षयत नतसमति कि भवनि धनिनकयहि- कलय परमाणः सन £ सधिभन या चिगथा लगकर ण-त वा --- त षतिचिधयतः पनसनघा कषण -य क रदिविषयतव नीतनीदितयसव नदय द सप वारयत; यननः रानी विषयोः नील कितायिनयभिषयान किदन यनयभ ~ - यनकननिति कि-रव, उजमकतय त वअ ।

1 (0. 5) ॥ (3५ = 1

= ~

1.6) ५४

| अ अआ

Page 156: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

| =

मनत, नय =

शकम म गिति .यगाणनर ड 1 ५ भिचिनितनिनभरवयानिशच सङभातिदता ज नो भयतए1॥ १५॥

गदि यान‌ निचिनिना ईवशरशषि। सतदकः य कचवयत

पथिरवयाकरगनिननितया (समन मितययौ। (य ल‌-अकरगकम-व शकण करागसयचछय (-अतषननसयादनषि

नसथनि दामी, गहणसजाधरहणतन म-‌, विचिसयनयोनकसय 0 प हया चरन © रोनरवरकिनि कथय चिदधि --- न = मपा सतव नायाजसवथाञच

र सथलः समान ह.वाणा भनीशवरण न सयात यथि = ददिव उसयानःतयकलषनो नायथव, तसावजरतषय भ सनितः

व पभाणकतर( रितय नासतितव वर नि.शतयीम सरवषा ध पाय क तयसतपयवकनियननिभ ५ न तयकषयाम ४ निनषयधभर ति शरः निव सा-चयदानः

सोनः पतथ न +^¶६ ॥ अदाव परकष ----गीड म पतय तशानसोरयोधवमत सनोतिन परित दिनसय त कानिमवा कविनि ।

| |

सचनत “ति `

खयि, तरस द सपा चकरदिनिषयल - - -तिरिककितवि

च |) नमथत शप चतयदनयमिषट शर, र ८ नदा

नि सङम न दष रसादिःव। तन श भ ननिदञपन समरमत हनय सः नचच एमि नरि गसम करय _ पत षतव ननम‌, उक परनिदम‌ नभतसयारपसयि सरणण भवतीतितयसा पि यचरसासो विपरि] निनापयभनि- यथितात (व ¦ विलाकादिका ति हदधिहनपदयत 4 नषि निः तशवः खटति सप खकरा नतवनि भासन ऊादविनिकनपि का भमगिवि शसय यनति न सलयतपादा नि भयः यरि गधसवदन विजञ विर शरतषथनि तन शभ लोकधः सवशव गचछत, नतमय भयति तसमानन शव परशनारथो पलननविः सी निररथक, द मजञा, यसमान‌; ; सवपर रभदिधःथाननः नप‌ वत वगा ^) लटक नितिन लपाषा कना सनवानि या वस डोलाकः सव भर 4 जनतव गचछनि; गक न तपनि पदनन गरसय सानङताभा ‌नति शयनि नदा तए शडररनध/ & न वा दवि षयः भाव यथाः

शव गनदनीनि शतना त" यदिः ९ नपि णणमकििकादन सननरनानरधपति शवसता विज पय.उतयशध).यीकिश॥ कन नद |

य शक पापकलयाणनिि सप नसएलदरमशयणा ज वितविनियमः

1 क. 7) ५/४

144 ~

1 ®. 8) ५ 78४

Page 157: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

< सनिः 1 अनमग-याशियतनितयन नितिन नव निः {

` र हि. सनया 2; विपर यपनयता निचयो रि निभः

|

भरवति यव योग, नि थ ठति पयर‌ । अः समानानतः

न -रकविकात‌ धिः

यथा सवपन नि शय रििदचिरन शया नद सराव

कशननयपरदानार सषपस भरमः सनवय भलनिटानि कना ~

भकति यकतरात‌, ॥ |

१ " 1-4 =

यदि 1 । दणडसय हि| र वर पदछ (> ‡ चरित (ल) अह षत / द द भातदकनरणयानि ^ श 5 ध; तत छन न >। नीतसय मतरः असयगति-॥ =

„ _ सवदत भिङकनगपश चि वर.समर

द शमन काण ननवव धयति; ६ र! १८

पवतरमव य प (भसय चि नम शव ५ शना समर णत भति, उततम चा (सप क स मोतभरय पि

याणि; ` ना वनन माग भनभनि;

प. शिविशषषदविकरिया यथा|

सथा हि (किशन भतपर तनिनषय

1

दिननयष िशतवादिकतोनशरतत‌ (११९५ मयशततरनम को ररिततप सव शर दजरनि नतिः -रदविननतिजकणजय यथा कषद

सित यः व. वनति

ऋत, मरथः नमर‌ %

मम म कथकाः तिन #.२८८५ यथरय कलययन रसपरयः सतक- | उतसवा नतवरमीटिन शरट ओः उतथन सति कथ - तन करमन (गण) मनो द; भवयः हनशतम सिदधो भति तनम नतर ४ 7 सतकवा मर‌रनह.

, सि परयनि । य विशरिमरतरमकद‌ पर‌ कि -पर‌-

यान‌. रस ध भिलतम व गोचरः

चवातः, अषय नानत पर‌षच तटा रन

सधि म ३ तदनय धटमय- : , यथा रननिरः

7 तद‌ रनततद

कसया यनद -ह साथः वनः ण

-पदषाच‌ वभ--

+य न यरधरतभ विद शतिमखनया गरकठकवङिलपः

विविरभिी कचिविकरियोतवशचत [सया सभागसनबनिकिकरवयभर‌ग व; ` सयाशरहणणतयत‌_ -भसरमलनितरिदचय रदरव गदय - निकततरि शगतरततथ 1

1 (9.9) ५5४ 1 ®. 10) जड

Page 158: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

= | ३ € यन ^ 1) पचितसिः कजम 4 ‡ सय कत ग (1

कनतकषिमाचर तर 4 सवश शवया { _ | | करत लकः ~ वविःसय > सातिना जिनामि सक म म

+ कया मालमभवन सपति नत सः पसयनद {व भरवति ८अयः ६ सरगशरकणदा न ख मरश नय शकयत नरमन‌ | पशकसयन‌॥ वद अय‌ दवा इ न व ।

नवः ` ८ २२ ८ , | आचतःघकाः , ऊतः करपा.छ-तवियतानयाकत‌ प

"टः सकनद ~ व नल मितत विधित सवमानमोपदोत न निनत निषणणौ | ट नयनतनत कतसपनयनता ६ शपि शाः

वयात निवटनावयाङन निणिन रिता यनः ` समर उत

कसय खनः सा थ नट रतय ॥ | क

रग‌ वख टि सा शर सरव जञय सषनगवि धतत |

विनि ननिककिनननहिदिः | | (उव शणन (लनितयनानमाकत ततत‌! । ई, नधः = 1 (6 (| | . ततरतमालयविःानभन पडकततथा"स धयत उपय विन -

"अथ वदना न-लसय नव त मो परिचणिमयनानवष{ः-एण दव षनशभितनवाचच(अनिचनातनयङनः तवनशरसितिनभिनिः

.\ पङरतम‌, ततरानिर नयहण निरतनयवचयफय रया | " कलना क 4ालपयक सारथ मभि रगन सपमोना-

= । = वयनतवादनिचयत भ । निषवङतवादधिपा वति क रनाङककण- | | 1 | ह -यादरणणयनया द तमततया सय यः माजा लयः ( = इ ज निषाकोऽ परि दधिनतरालमननानपार सरा सप भिर नवित,

५ तननचोयशन वद ननिःटतावयाठ नव नया सय नय पयकानत- = २८ । - स ननियाकरा 0 |

| 92 4 शनतवय विजञानन निरगता सो कोयकमः | | ४ -धनिवयनारिन याक कवानययजिकानवद‌ः नहि विषदन- |

1 (0. 12) षटा) 1 क. 11) ५5५

-146--

Page 159: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[= नलम कणिकनना‌, पि तष म, रोतः

_ लशच सदणकाषछ गो म याररि-कषकरच य-गवथति) व

नच निःलानमाशच ाषलामव~नि रयत उछयत सयतः दधि छसय मत

|

शभननपनिचपतनभपरिषयनिातगमदनाकर णच पि नयिननालपमा-

नाकपत शभवकति, खननयनापिनानयतर रि पन कदम) कक मगन ताकतसारभनवरमत+८उ त सनतत; ४४ नक

क) तचः नयिः

५ यविःलानफन सबधयत ततर सत दन फल मो तनरयपिननधोनन करकि

रकस परवापरणपगणजिनतदन प, गल शसचयःयः

पणमाःणमान ऊय य मी ना समन गत सपशाननसका रशि

स सकषपपम यप एल परवन निन सन खप सता षक सव क.

वका -यारनि तवाह रिय नट निर करर पनरसिनि तर

नरायलनितयम) असय पन यीगा कतरम -यन किम षपननषका -तानलयत। तसया सथाशवभास यनि-हनारिन श लयतरिसः

नशरम पलाणः दाल स निशान तयार "नति; सवना यन सथा

(ऊषः छनिभवङधोनिषाक परिणा; = दयमीरनर एय भिरि

परि न १ नि पति निदः पततर यधा चदल

शिनि -चङणद प आशरयतविन रद यशकालमवनदयम असिः । नव किसय शमस उगशमय ऊतलमक ना पिदरम‌।

अशच यालमवन पति पए यनाम तसनिषरनियादनाना इ । | |

~ ---- प र

~~~" ~

५५ ष

'शशनिवय पश ह तडकतरितय पननत । । । तगालशन ¡ निदलान नसया कमनः भः १ |

तरननितय पवरत कनिननवसयनाल यनिशषनममिसर चलः न कत

न 4 दतय द ४अगवयना समित शो) दाल सविता नि चरन कतस-

चि छि मन सन शनक दनक ञनि; तयति वटजितवान दानितम |

पनत < | सपमःगण र क नगनतयाल यनिानालभवनतयान‌, दरयपनरयरन

निना पदय नदनालमकय परि, यथव तर‌ निनदता िका(व- ` वकसयाचि दवय =:

लभवनपरव त इतयथ नप वि-ताननिनि| मन तनपन उसम यसय दिजानसयदपल यनि जञान माशरितय पन (नित दावन भवतव शम ताकतयन-गीलल य निरय -द4गि-ताना ज "यवग

(नः दि सवभासरररिवया< + मनना भक निति] खत भननयः

ध नतनरनि चिना निजञान सवरनवायन शय

चः सप मजयत) दद‌ त तलायतत कनर -जनौः कियदधिःकिकन (1 (0

न शवरि दि निवयनयकतःसदा॥ सिप दख ख गनय-, त दनयरयोनमन द काथोभ ९, त शपि नच क प यजयनति हितथा 1

1 (9. 13) षी

-147-

1 फ. 14) ¶पञ

Page 160: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[द

सच सशरटः

(न जन सपम‌ ह, पञविकरिकि शः, उनद‌ तिव ता-

वयादपताचव) अन टणमनिदिषतथीपरपट , निट तावयाकरति षटन‌

न हि तिटगन (तदणपनना रना सघ योगः सटरवति+ निनधताः (िषकलान‌ अरया ता ववर नभनतकरणण समत ल

कास. मानदनति ननन सय सकर खशनायनि विष दिशन नटाय

हतिविगरोबगनिरङशाति, | (उमद मोपमाना करन सनमः 1९९ `

उपादानसक-थननोपि निमा दिः सतकायशिषिनमम, मशि\-लानम; अआ करनय.तष न पनत नो, उपिध शान जानमानो

, सि मान हय चि उनानमनिसिट८उतमपरम तय धर । नपल यविवामन -तानजपतरर टि परनवाद‌यति आनमदतरनकिदो विन |

समोनननिः सोऽसिभानः + रतस सतय सनि ऊना भित वदननि | योऽभिि ,स अण €ः,७ श, ह

उगियधरा-चपमषषयया-नाखिरनननय नःय रदव मननातवशरण म #॥

निमनित भ दधिष सदन यन‌ । : ˆ ऊशसावयादन चितत सनतर रकारणम‌॥। | रोन नो जन न (मिक साशरभमना- पनिशानानन ज [9 - र कीचयन अह‌ 1 | ८ यन सम रिति „1

विष

ह: = रिति यत वत मो ना पत सत.शानकः सत ननिक रनःच शख मनमत,-प-म वात न दनयभनिर मा वििपिन शवनमिशिनक-श-सखमजयततोरया ह । “अभः सयति तन,

सघ मनयन ईनि स चमत, -च दतय दमनव याथि सप नि (मिनदसवाहमयस तपच लतानि, श टि पञचभी ४ कवितलानः स यजन, रमरि यतर नर तसत भरग सच यजप-

नाय नात भनिकः+ [अभवन -भरिनि भरललनिननस प मत "य~

-दयाय शललनि-तापर निखा तत सपणीद‌ यः िरत मनसि मोतिया । अभि नधि मनः यतन वरि.शााताः

4 पतरप^ जतसय रि निरजिःर सि, अ+निवयततव ननि शग शन निषतवः पसजयत, न सजमन

गरहति शव सपया पतो) शनि कसत. ए, 1१ =

अषटन कन गोष रतपय शणः सनन नापत, तदिभानाभिकः

भवना पावय ज (बदलवा धथाननतरयमणित यशि ममःनदः

नम पन दहतवानसमा नन वियत, उशदिरकनयासननयीतःतग- शयापयतानननिनो 4 वषवा वननितनाभिनो नागिनसन निक

सशणपकलन नयव ननर सतवत नसथषतभषि नि

9 4 राघवमनिाना यन चननफि-, =, ,

मरि जषङषनरन (न चति; | नष शल ण लोनिररयवमरथ ट मनः परनि टर; नरानपयदनिसमानन- ।

स |

1 (. 15) षठ)

--148--

1 @. 16) षठी

Page 161: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

= | | ।| ( 8

सपनति धनि सकषः ॥ नषयति कर िश

पिपशचमो मा नलोभनत‌ र भारगो ननिस-यनः तसमादपि - सम म खनिनतपनदोतययतरति ती मः परिषप , फीषडिश तननिनिगल मति ^बनी य परिणाानक‌ कती पिर ड ऊह [दीः बग रय या]

विभयसमोापन नोः. सपतीम नन घदिणान शतिनानयककः, चिकय.सन ठ = त | रकधि भसमति षट‌ स । वशननयभिवनाष 0 त, | स ति पिशित पता ऋटयाभिवरद‌ यरनिशरगणरिनिरयाः म सयनिर वसत , | उमम दि रला, अऊसपना,अपयाक [7 उ-तष बषटशश ग यनिशरवणा दि पानिय, ससव वीबिना- | म. नकरः ४, उरदरभोकग। तिश नसतति तपीवावशएण

सप यका यतरनी। जोभिषनगछस पञगाऽक शालाः ॐ म,निशितग =

जरसप‌काञकया मसत कशजनयथ + सातपतकिषीः का यदगसत रसि ग ननिशिनम‌, मनोनावारण निरिति भः शचनतिकः सवमशयतः 1 ननपमोगिणशरननति शय, नितयदःखगारकपण तननादम रण कसय वलन शवतसय

¦ नअ&। । ५ नमव मतमनानस मितत र‌ णमः शसन सलरयताकान

दः शतसःस! _ ` करकः ऊरव व भदभिपरधवो हि दः ना "पर पनादिभिः परव

सपरणा तथाऊकसः श नद | | > ततसऽनििछनता। यरत समीय दवि टा कोन गतिष तमया < मसतत बसन शरितम‌, उकवनभयन यह णानिषणार णया

। (4 सरवजायरथः (याहि _ शरस पमचः, घः छलसय नरन पनन‌ तवन‌ मरण रिका सवानसा सनि नसल तः ननिति अथमतो | । कपि नधन मिन‌ निना सवा पमरविशोषनरिषय,

1 (7. 17) षी 1 क. 18) गट)

-149-

Page 162: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

- चपि वसनि नति सनम- अना(उकवथिशि बसत शश ना; रकया, एनररपवनना

ङानसनकि {४ यमान मः सालक जिन मशचतपरिशषनात‌ः ह पला|सापमरप वरीकथशय न विचय गा मगविषिति+ ,

यधा ति; धिरधचोतीनि चनि : समपनिषकानण सरणः | सवसषाभानधनः ; ८4 नयोग गोदः पन

श चोपयशोऽन करान पतय, तन तरिकण योगम गनित

स नःशरतम‌ 1 पनतप- ञवनवन सरणया णया दशयन सवश क ख, छनद निषण न जतिता

` म यः, समानरिज नामः उम ध

यणिच शर सरमायि सनाम 5 1 1 उपपि नियम लोकनि नवयः नमोच शच न यगिद,

शरषिषलच ० सनव सथा @& {जिररकणसतनः म भवितनयभ‌, समः (= = ॥

उ-काविनिःयतप, न रमि जका पीन । "जपष षति पशतभकी को शष | ^ ण | [पम‌ कपा ८1 ५ सय डासन नच धरषनिथानः । जशदरणो षपतिपक |

1 क. 19) (षणी 1 क. 20) णठ}

-150-

Page 163: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

स मरभ‌। पशरनषि। य चितत मणया ओोषट<य -रायनरिियोक-

भणमता शाकन लममिजणिनच। तद‌ षगम पशरषडिसशनान‌+ तत ऋयनरिणयता | यसय शवकरमज.ल श सत भतथापनता नतन नि) चवितिवरगणयता -लयममनसिः नर ष यन कयटपय चण धयतिरभिगी

मनबतसिनद शमर, मथोगादधितत- वलमनन पननः

सव 2 नासन) य पश टजितएश तरचतवर णनिषक दिग कनि, स परपदिक स श पत हनि (ति सपपमादिनम, वपदकरसोऽवकरतः कत रनर, कानत सजतवा न, श कशसया- नाह निदभिनम एचच दि (प सादति त शवशनिरिपम‌दशलातनाजञ छयन विशषायत। तनना परशरारत

= | ।

परभावः अ = आआननभगधः न शल-धरमा यज छति, ततपति पर शबः धना

नष‌, र इथोऽ पमाः, । दयान किष सपनतौकिकसः क (1. ॐ चचनिसनतातिन षर) न ५

1

8.

खाभिसतिभिः पर कचदकक माजि वयाज सानावसथः

ततरल यजो न मो तशय ततयनकाका दो निन तरमता। न, नभिसत.सकादरग पौ निकी सभारितयन स सधय सतसयव

क‌ षल(कठता, कद परय सथालयो तय) र ९7 द] धि नतरगनफचिरः पः षशटरी

शा कोन चकः ननिः नाभिणाव‌ दया सयाता भिगत शमर कनटषर 1/3

करा निशरयः कमि] गिदध निरि चलि {नध

अः-धनदादिमिः सायो-तमविदटनमविरदिला छनिक -स‌णा दण

दीनि नसगा, शमितिसपनसयालया सरय दणदहिनयः य गिनलोधि परदःख दःखी भवतीति १८४ गा (ङि टादश पशया जयगनर षि टास द इनथन लल

4 धट समा <गबिनिकिनति

1 0. 21) (षी 1 ®. 22) वा

Page 164: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

( र न काशरकषा कसय कात

णसय नन करम निरदिभियनः चतिधः -तवषया घातः, कनि सरषथिनता नािषटः सना वशयः (चिनपपथ ति, ससनरसयः निशचितिः शच ह. गगनकरदः सपशो) सस तन स दिती विषटरः सवनराबिषठरः नसम विषरऽसयदरिकरः ईः शवसहित‌ शतयद क = 6 दन सयसपनशतारा ववि चिकतटनिधानय-कऋ नरपयतखवलि पष शः सय सवित, सपीवितोमनि पति चितसय 5 हलर इशरवपिन कनन मक, मोलजषाभक स‌ तिणि तनपिचञपङ प हतशच मषाशचाकपिरन दन कलसकध

४: ः

तः भ

-सङधरणतपतति सनिशरसय दनकडि 1 नर विशवः सज: शकत

स ङशषसयानलाभः।८उननः सनिशराययान‌ः गान सशय रयि त तोनभीगियःकर

त. सयति; भातः भटि सवय शयक- न) स पनरकरििन समसनतिल घा भः। त- हम | भमतयाभान तत ।

} उचयगमो भिक मयति) सचानतरन दः ड

= 1

तिकरमनः। 4 पननम पकष नदतः ऋ यनक चोरखससरता। टःरवगतयनिः पनन तपतिः!

-पसरीरकननिसनफपमदचि (वविनो-नतिनि(निभयानछ- शवा भवय, ४ िऽतिषरान शणनमाबि- टिनककनिपनविः

शरया ५ व 3 शिनि ८

किकञाणकिनिः वययनम‌ शरोतः जप शमन शरियम विनतननिनरनि मा गििरसम-नतति रय नण विशानः! गत नसत पा दमदक षना तप करिगरहि ककयाः गत थाचिनतसमरननतिः सतर सिषपः 1 गिरा जसी परजनर निशमानिगर कापर भयतिया चिततसमनननिः मपि भान‌ः ( नभाः बरलनर विशिषटा नकलवि राच \ शितषसति करलगिशयारदिगभिररिति "या

चितसमननतिर

धम ण.णनरसमरापणना नरि & शरभवपि गणन थ

वशधनना (भयाम {स यत, 1 9 न (कायनजन ङक काः+समकयट शादि दषट यः त।

1 फ „ 23) ॥, 1 क. 24) 11

Page 165: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

1 (¶. 25) ॥१.11

ठ सवस नवययति; का सनदिथि-

चयम ॥ दिमकोः पशवकषपारानसकज शरटततः परमद शच यदधि! शगिलवरनयगः

कः क मरो न यीषनिकन-शच म‌ ' रम षल कतयः विविशषाभति दिति पष शव जतयनोयोगका, उगः कः ासनिदानीमपनवखणा चकत शय -उ ह)

कोषयोणन.र यः॥ य { १।

प शक५नहिताशलि रः नमदवः। नशी ति + तासम‌ | १ नमय जिदनमध -न/ पयार क पड श 1

स.जयाशयानः, उ यवा-

धानि रन \ 4 फतनसय पतिचसयावसथा-

ह 4 -परणरः पारषय मम +

इन याशिता, ८ पदक ङईरफतीनि चणड

उम-कशव -ानशनरिन प

विशष -परलपनवा पच सिक नमान फषनर‌ नागमम यशरनस | <न धातः सानासततरविष यः, दणडदाना श शत ोति {परत \ ९उवनपत नगमधः जन शव मषरन यमपदन‌मि तयसम नरातनर सम मसमतरम, वत. घनरतन‌ ष. 6३ 1 सनिशरयसखनकरमनधिः, ७८ ` कननिर पनपण नपण परमवकारतिरपि वीच, उतमपपि नो धथ तपदरषःवसभावि-यप 6४४ ॐ6: पजि धनन गदितिवय; । भकमासरम °नच‌दना रट‌ माविननिणकनय काण ननिः तकिणा-यो कष न कनयन करी; ऊहसय मोलि) शय पचया अकः, मो लकि करो) कनय पकषसय चधतयनानय-

तयास छनि ५ वरषा य~ यतः । कोषनयनतय त; नोपया वोिशयत

न 5तिऽ' पया शरनथ सना, करषः यनयो गो. दशनति ८११.

तिता, जयश नोपोषनाद ककः गरति पानि चासि श न कयौ नवय ऋनरमनिः +असयरनिदरनरमननवः नङ पयन‌ ( ईरा परसमपतौ-रनसो कातभो

सवजा धातव

इलसय दःडलना

==

1 क. 26) गछी)

Page 166: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

[

ि\ हरन खभयगन, र यला+रपरिप-थनद किदन, समय गननादम योल यकतिरो भनि सतसया म क शति | भदः सन समपनतौ गन‌समो रषशचन.लः परया, नम‌ ऊलरिजयमोजननतन- | कर शन मत भा करषः सवममयनमि उ रय लकि .मनव निरण चितमसनतनतोननिःमन नम दानमतनरीकरणा (रथा भवनतीनयन‌रः -वतसवः पयदिषन आगन सपत? प- सनि य दानकरमकतः | विरि अतवविटडना 'वितिथ न~ कन नाऽनतजनानिभिः सनाम‌ दि विग, निषिवय गासन = शरवसय विषम सप पनः वी निषध १९ सल चिन रा, सकव- विहढनकरनिग निहियिनयचयत, ऊत तिज सवयभवयनपल-ता, तिन म मोम स-यमान। (2 योऽशयनालचजा साः ननश, िविपकषकचतम‌ । उलन षनापयथ रोऽ दा जज, नथः दसपिद ङत पर या ति यत हयन मन गधो य तशरा पप ययल (सा+ पनापयनिपकषः वः । रतर य भवि सदति षङशसयला खरम शश दरष भोपप घ सनी -छनवारयपिभवदनषठ रमदषमोरमोडा त नतर सवततरभसिति । समान जिर समाक णमता सपतिः ह इदवः नमकननिः गयोगा नकभकनि, परित ननि (ाल-

1 क. 27) षठ

-154-

1. 28) ब)

Page 167: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

ड | | ठ वलशल, तिचतरसससल-गदाननरम ननि | ध भ तक ष (रवन समाः शमालमनना- | नयम‌ । भोदि (1 पतननवा-अ मल कयःदमन नणभननिधात। दिधशकषिषनत; नष कथा सभव न ४पणो; षच शरागय १र- | तयग वककमः, छ पसललथिटि सफभिविग तऽवप । । पनयककः। फन थतनय षध रत यय, मवा$किदधिना ।

जिना तत । कमयनाकविनः जनिकरिनपरमादिष बत, अरणी पि 4 थाः | नरगकम। शरय ` ताना न 1 रो नय-

` । नम नयः. शनिः शरक चतिःतारः , < न तनिनि दल ननः ननश, शन जकन गाणवःच 4/> भिशषपतययः। चमातरऽभिलाबशव मथाधम‌, विधव विव यः चतसि-भिना श, अनरङान कितव ोगयःय कयत क नमिस पतय ग प चिकरसथितपदि ~ 1 |भिमसवनननरजियतसोऽभिसकष- सादोऽ भिपनाकञय, कोक सनिशरथकननरगतम‌। अशर ९३ पः, र जिरासभवत पनटनिः कषा सवननना ड नर

शवानपमतसथटदाना नाः कोतर सनिशरयमरनयः मीदानन) नकी मिक । रयाति सनभारणानफरनि द सिशवत सऽसयापतरता | स नभनसालि बी निय, कश कामनाः 4४4 ० सा गतः रनि वनिम‌ , अनचि) ॥ प शचनसशनशरदधियदः

करमणि निशवाहव-शयनससननाकनम मो शोक) | णा षरि; ‹ रन (लो पतप. तिनि) 3 दनवातिषनि- | „सा , एज ऊत पकष पयोग परिपथनरन भर‌, पारो" मः सनिशरययवनः $ नितयः परयो अनषजलपः, पता बतना- , । + ऊर वाणदधकमशदिनिरत जन विशषः, परवषकः निमिनरदिनि सणरपवयनः + मनसो ग

। स तष यीभदवषमरोह- | नय मनमजरप+ < सगऽ थन, चतन पजञा- | | शरिद पम रतपयत "जयनाकलनरदनि करदपल प हिनः | चछिमःशति, चिकतयशि सयाम रवम‌, पलायाशव शण | =». छथिना सरनिः ककि श खरनिः किरि ओषनिवकककारतचानशचोन

वयपयकता,६यन विकषिवसशिशरयदततकरिभतः गि वितरक तदधि, ककानिय

कषीचः रागदरषमः ठ सि (शिः शतस विसारः वितिभषिम ओः 4 परन

परः, क दाचि नवित ननोः

1 ®. 29) 1 क. 30) गणा

-155-

Page 168: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

|

~: स जी कारिनः ति; सथना वसन -

मतन पथि निरतम‌ एः 149 1 निरषिषि चतनपपनतपनिशोषाभनरः , यवक भजोतलय रन‌, दर तददिनि । | 0 णा दत णव-र चितसरईमतमचयति ¡ रमो-च सपरग

सपरशवि. 9 सदरतया

ष यङकरणशर‌ ( अयदधिनदति; शयन शच यशच धम न पनः क‌ नन निचररो-च, खय -ववार धरम दिशया । दविःरि 1 तताल परकतया. कलव दधया यवतसो- , विजिशव कोकनयम‌, यायलभदनवा ननकोदनय भिम‌

। मिशरषि करटा चनि दः िरथचन थम च कम‌, अगि । चितरनिदधमवरि.शटनि सम 91 वयाषानिि

| विनितननङधि प 4 यसभा

यचिनणारोजजि षटः ५ मरकौदधनयनिवि ननन; छि 9नशखनी-

क नतर\ नन धा सय षल न भ‌ पा यथाकम सनन ततिः / । तरब मोनी यन कलपलः दजम‌प- कशर) र ना 1 -सखमनयत, ससया,

समोप कसभानीयष रादिष (अला शनयाकना-वउ-लयकितान‌नन

2 पः व स पमरऽपत, नापयसततरवोवतरि वदम

1 (7. 31) (शी

यसरनननि =

) | ।

> रतव रि भनः ८ पटच मिशवनरिशि करभरान- भरो ९द‌ हप #गिकतनचकषीन 0 ररि निनय, क| पञजाना ब ।

माना दकधथिननपजनिभटनति नक" त

वावयादधतसतगनि ( ¶यभि-

ज, सथग कनयन, न कोविदा शि. गपलननत रय यदभवालनयदध-

क ४हनतत। 4 न नारि यमन, यदयदध सयन वतययसरगनिधय

मनछवोनपन, र कक वद न पयय लाननिमऽपतिनधिती- शयत.गड (

। ~~

धर ० ति नदधः

शनन चकषरदि( नफ

| पवाना तरनवितरषन मकाय दभन । सहता नरतना (गा) यया-जस-1 14

लाना दन चर ोनिजञानसचदिनानाभर‌,

न वीिशरयतवालल.ऊ-नपर नीतिष नारनय वितान ललजिततानभितमरपत; यथा पनय

भदध हति, व यसय यः पनय) सननिहित सतसय तरम नियम पवकउदमलाभः

जघन ति, अशन (यः

तपरो) £> नः \, यः

वलकः शयगकय न

€ “यिनि गपरमण ता, तरकाणा या

पलाना नपरजनिवितानाना यगपद गपो- ४९। थाति गसलमनगमडत उगनसय

र समतपजि परतययः घलमपससथिनो भवनयकः-

1 क. 32) (गय

Page 169: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

। ॥ |

मव तङ ५ सचषयोसतरथाण मद‌ईलानात र‌ $ गः मतजि- । | षनयः पनपपसथिनो भवति, = लानि त रञाणि बकन

` नय 1 कौ यसय सोतसा वलः समतिनि शिनि वणो परतायत; इवम पितरणसभरत। त कनय खतिषछाय- रकमकविलोयनि पम यः पथषसथिनो-

| । भव, गमन श शवििन पवत; सच दसनयाणी सयनप-

, 'तपञचानतो सरटि करनति , आल नग *7 1 | १

= सवाना (0 प पसमिनो वयति स चान

= < # तनि सरववी को ( | । नानलारबो त घनकनिनो शकन उन परिकनवमजीः ५८ । नदिविशप, ख मनायन ममन चतय न करनत र पतय ग शषक;

। पमनिःतनसम न नरनपनम गयभमषगणन | ॥ | 6 कतनशदवमरा पपि समननरघनय या शधलमवनकलानििषय भो न

खनय मपतिनियाम प जवागानव यप‌

1 क. 3ॐ3) पश

तदोः सथाय मालयदितन सनि

र | उसमोमस

स (िषनात, सणदपतति याननिडनरसनाय‌- . र सिन सतिरः

|

समापनाय मारत]

षयतचि किह, | पननसय,

यतसिकतनौ कः विमो नः ॥समा पनिद यशलोजिसमाषनि निः | सचसभरापनिश तनाशतदिसमायनि 4 सख -पसपरनी हा निःसर णसला परवण |मनसिनतरण- मो १.तनसय तनसयानननपभय चबन यो निश सोना सनि-सशा- पततिशिमतयत, तिसय भोनति निन क स~ स सिग शम मनोतिततनसय कसत-नपनिस षवः, 1 सच समरापततिनिः यदननत नि-ला-नतनपकिनि स अगशरयः परय <: < म रगसम शनन हप. र दधिण भनसिकारण ससषषमोगसय मोः विरनसम‌ दधिटशयच‌ मनस यो निरोच । इ यमतयसदि समाननि-

(८ अविनशनि ङ जादठमि कष वकाल मनोतितानच. ; रचिनकनितय-

= , उतो. निधानन तविनकिमलकम) गदनय णया यदशव मनो निनलपय रनति िसअम‌ 1 ननण-

दतवा दाशच यसय

=

1 क. 34) षा

Page 170: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

= रन चचक = षर-यस ह सवनसथास ; 1 वया॥ शनमारसनि

कायि ष षण निकर निसदध तदपभम दः तपउनथदयः यन

प य निकसा भ दिक<सथन । न गनधा तितरन ५, पि

(१ मओ या दिनपरिणा न (सविनि धोऽ ध

| |

1 ®. 3ॐ5) ष

Page 171: [९९ पण र प्रडफाधाता उतराभतता ......ई+..22 ११5 /0॥ अण र ण ल ट (ण वल ण प ^ अशलगप ) 1 [९९ पण

1 (18, 1४) शः

==-199 ~