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5 फरवर 2020 : समाचार वलेषण सामाय अययन 2 से संबंधत : राजयवथा और शासन : रायापी NRC पर अभी तक कोई नणय नहं : संग : सरकार ने लोकसभा को चत कया वारा अभी तक राय तर पर नागरक के राय रिजटर (NRC) को तैयार करने का कोई नणय नहं लया है ववरण : इसके अलावा, सरकार राय जनसंया रिजटर (NPR) को लाग करने के संबंध राय के साथ चचा कर रह है नागरकता नयम, 2003 के अन सार, NPR, NRC के संकलन दशा पहला कदम है • NPR फॉम को अभी अंतम नहं दया गया है और अधस चत कया गया है , लेकन पछले साल ायल फॉम 21 मापदंड पर 30 लाख उरदाताओं का ववरण एक कया गया था, िजसम पता और माता के जम का थान और नवास का अंतम थान शामल थाचंताएं : कई वप शासत राय 1 अैल, 2020 से होने वाले NPR के साथ दशकय जनगणना का भी का खर वरोध कर रहे नोट : NRC / NPR के बारे अधक जानकार के लए पछले संकरण को पढ़ सामाय अययन 2 से संबंधत : राजयवथा और शासन : तमलनाड वधायक अयोयता दलल पर अब तक कोई कारवाई नहं : SC संग : फरवर 2017 तमलनाड के यमंी एडापडी पलानीवामी के ववास ताव के खलाफ मतदान के लए उपम यमंी . पनीरसेवम और अनाम के 10 अय वधायक के खलाफ दसवीं अन ची ( दलबदल वरोधी कान ) के तहत दायर अयोयता याचकाओं के संबंध सवच यायालय ने तमलनाड वधानसभा अय नियता पर सवाल उठाया है ठभ : • 20 माच , 2017 को पाट के आदेश को मानने के लए पनीरसेवम और 10 अय वधायक के खलाफ दसवीं अन ची के तहत याचकाएँ दायर थी

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  • 5 फरवर� 2020 : समाचार �व�लेषण सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : रा���यापी NRC पर अभी तक कोई �नण�य नह�ं : क� � �संग : • सरकार ने लोकसभा को स�ूचत �कया �क क� � �वारा अभी तक रा���य �तर पर नाग�रक� के रा���य रिज�टर (NRC) को तयैार करने का कोई �नण�य नह�ं �लया है। �ववरण : • इसके अलावा, सरकार रा���य जनसं�या रिज�टर (NPR) को लागू करने के संबंध म� रा�य� के साथ चचा� कर रह� है। • नाग�रकता �नयम, 2003 के अनसुार, NPR, NRC के संकलन क� �दशा म� पहला कदम है। • NPR फॉम� को अभी अ�ंतम �प नह�ं �दया गया है और न ह� अ�धस�ूचत �कया गया है, ले�कन �पछले साल �ायल फॉम� म� 21 मापदंड� पर 30 लाख उ�रदाताओ ंका �ववरण एक� �कया गया था, िजसम� �पता और माता के ज�म का �थान और �नवास का अ�ंतम �थान शा�मल था। �चतंाएं : • कई �वप� शा�सत रा�य 1 अ�लै, 2020 से श�ु होने वाले NPR के साथ ह� दशक�य जनगणना का भी का मखुर �वरोध कर रहे ह�। नोट : NRC / NPR के बारे म� अ�धक जानकार� के �लए �पछले सं�करण� को पढ़�। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : त�मलनाडु �वधायक� क� अयो�यता क� दल�ल� पर अब तक कोई कार�वाई �य� नह�ं : SC �संग : • फरवर� 2017 म� त�मलनाडु के म�ुयमं�ी एडा�पडी पलानी�वामी के �व�वास ��ताव के �खलाफ मतदान के �लए उपम�ुयमं�ी ओ. प�नीरसे�वम और अ�ना�मकु के 10 अ�य �वधायक� के �खलाफ दसवीं अनसुचूी (दलबदल �वरोधी काननू) के तहत दायर अयो�यता या�चकाओ ंके संबंध म� सव��च �यायालय ने त�मलनाडु �वधानसभा अ�य� क� �नि��यता पर सवाल उठाया है। प�ृठभ�ूम : • 20 माच�, 2017 को पाट� के आदेश� को न मानने के �लए �ी प�नीरसे�वम और 10 अ�य �वधायक� के �खलाफ दसवीं अनसुचूी के तहत या�चकाएँ दायर क� ग� थी।

  • • हालाँ�क, इससे पहले �क अ�य� इन या�चकाओ ंपर कार�वाई करता, चनुाव आयोग ने �ी प�नीरसे�वम के गुट को एक "अलग समहू" के �प म� मा�यता दे द�। • इसके बाद, प�नीरसे�वम और पलानी�वामी (OPS-EPS) गुट� का �वलय हो गया। • नवंबर 2017 म�, ECI ने दोन� को AIADMK के नेता के �प म� मा�यता दे द�। • इस बीच, DMK ने 11 �वधायक� क� अयो�यता के �लए उ�च �यायालय का दरवाजा खटखटाया, ले�कन उ�च �यायालय �वारा �रट या�चकाएं खा�रज कर द� ग�, िजसके बाद मई 2018 म� DMK ने स�ुीम कोट� का �ख �कया। �ववरण : • व�र�ठ अ�धव�ता क�पल �स�बल ने �यायम�ूत� रो�हटंन नर�मन क� अगुवाई वाल� तीन-�यायाधीश� के पीठ �वारा �दए गए जनवर� 2020 के फैसले का हवाला �दया, िजसम� �पीकर को अ�धकतम तीन मह�ने के भीतर दल-बदल �वरोधी काननूी या�चकाओ ंपर �नण�य करने का �नद�श �दया गया था। • राज�� �सहं राणा मामले म� एक सं�वधान पीठ �वारा 2007 के एक फैसले ने �नधा��रत �कया था �क " अ�य� �वारा अपने अ�धकार �े� के उपयोग क� �वफलता क� ि�थ�त �या�यक समी�ा को आक�ष�त करेगी"। • राणा के फैसले को �यायम�ूत� नर�मन क� अगुवाई वाल� तीन �यायाधीश� क� पीठ के सम� जनवर� 2020 के फैसले म� उजागर और दोहराया गया था। नोट : दल-बदल �वरोधी काननू क� गहन समझ के �लए, भारतीय सं�वधान क� 10 वीं अनसुचूी पढ़�। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : अतंरा����य संबंध : पा�क�तान संसद ने ��ताव पा�रत कर भारत से क�मीर पर अपना �नण�य वापस लेने को कहा : �संग : • पा�क�तान क� संसद ने सव�स�म�त से एक ��ताव पा�रत �कया है िजसम� क�मीर� लोग� के ��त अटूट समथ�न �य�त �कया गया है और भारत से ज�म ूऔर क�मीर क� �वशषे ि�थ�त को र�द करने के अपने फैसले को वापस लेने क� मांग क� गई है। �ववरण : • पा�क�तानी नेशनल अस�बल� या �नचले सदन म� इस ��ताव को पा�रत �कया गया है। पा�क�तान 5 फरवर� को क�मीर एकजटुता �दवस के �प म� मनाएगा। �चतंाएं : • भारत और पा�क�तान के बीच तनाव तब से बढ़ा हुआ है जब 5 अग�त 2019 को भारत सरकार ने ज�म-ूक�मीर क� �वशषे ि�थ�त को र�द करने के �लए सं�वधान के अन�ुछेद 370 को र�द कर �दया था। • भारत के इस फैसले पर पा�क�तान से तीखी ��त��याएं आ� थी, िजसने दोन� देश� के म�य राजन�यक संबंध� को कमजोर कर �दया। इस फैसले के संदभ� म� पाक ने भारतीय दतू को �न�का�सत कर �दया था।

  • • भारत ने अतंरा����य समदुाय को �प�ट �प से कहा है �क ज�म-ूक�मीर क� �वशषे ि�थ�त को र�द करने वाले सं�वधान के अन�ुछेद 370 को र�द करने का उसका यह कदम एक आतं�रक मामला था और भारत ने पा�क�तान को भी वा�त�वकता �वीकार करने क� सलाह द� है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : आतं�रक सरु�ा : विै�वक �च�क�सा डटेा ल�क से �भा�वत रा�य� क� सचूी म� महारा�� सबसे ऊपर : �संग : • जम�न साइबर �स�यो�रट� फम� �ीनबोन स�टेनेबल रेिज�लएंस �वारा �का�शत एक हा�लया �रपोट� के अनसुार, 120 �म�लयन से अ�धक भारतीय रो�गय� का मे�डकल �ववरण ल�क हो गया है और इंटरनेट पर �वतं� �प से उपल�ध है। �ववरण : • पहल� �रपोट� अ�टूबर 2019 म� �का�शत हुई थी, िजसम� �ीनबोन ने बड़ ेपमैाने पर �यापक डटेा ल�क का खलुासा �कया था, िजसम� सीट� �कैन, ए�स-रे, MRI और यहां तक �क रो�गय� क� त�वीर� भी शा�मल थीं। • अनवुत� �रपोट�, जो नवंबर म� �का�शत हुई थी, पहल� �रपोट� साव�ज�नक होने के बाद उनक� सरकार� �वारा क� गई कार�वाई के आधार पर देश� को "संतोष�द" (Good), "गंभीर" (Bad) और "संकटमय" (Ugly) �े�णय� म� वग�कृत करती है। • य.ूएस. के बाद भारत "संकटमय" �ेणी म� दसूरे �थान पर है। म�ुदा : • �ीनबोन क� मलू �रपोट� म� कहा गया है �क �प�चर आका�इ�वगं एंड क�य�ुनकेशंस �स�ट�स (PACS) सव�र, जहाँ ये �ववरण सं�ह�त ह�, सरु��त नह�ं ह� और �बना �कसी सरु�ा के साव�ज�नक इंटरनेट से जड़ु ेहुए ह�, िजससे दभुा�वनापणू� त�व इस डटेा तक आसानी से पहँुच सकत ेह�। • �ीनबोन क� �ारं�भक �रपोट� �का�शत होने के बाद एक मह�ने के भीतर ह� इस संवेदनशील डटेा वाले डटेा भंडार �थान (trove) क� सं�या म� उ�लेखनीय व�ृ�ध हुई है। • अ�यतन �रपोट� म� ल�क से �भा�वत रा�य� म� महारा�� को सबसे ऊपर रखा गया है। �चतंाएं : • PACS सव�र हमले के �खलाफ असरु��त ह� और अतीत म� इस �वषय पर कई �रपोट� आई ह�। • हालां�क, �कसी भी �रपोट� म� असरु��त PACS सव�र से जड़ुी सम�या क� गहराई पर बात नह�ं क� गई है। • ल�क �चतंाजनक है �य��क �भा�वत रो�गय� म� आम कामकाजी आदमी से लेकर राजनेता और मशहूर हि�तयां तक कोई भी शा�मल हो सकता है।

  • • इससे राजनी�त या मनोरंजन जसेै छ�व-संचा�लत �े�� के लोग� क� छ�व को बहुत बड़ा झटका लग सकता है। • एक अ�य �चतंा, �ववरण� का उपयोग करके बनाई जा रह� नकल� पहचान क� है, िजसका �कसी भी संभा�वत तर�के से द�ुपयोग �कया जा सकता है। �न�कष� : • डॉ�टर और मर�ज के बीच कोई भी संवाद �वशषेा�धकार �ा�त है। एक डॉ�टर या एक अ�पताल, इस संबंध म�, गोपनीयता बनाए रखने के �लए काननूी और न�ैतक �प से बा�य है । सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : रो�गय� के �हत� से कोई समझौता नह�ं : �संग : • नी�त आयोग मौजदूा �नजी मे�डकल कॉलेज� को िजला अ�पताल� के साथ �यवहाय�ता अतंर �व� पोषण के मा�यम से जोड़ने के �लए मसौदा मानदंड� के साथ सामने आया है, जसैा �क आकां�ी िजल� के �लए बजट 2020-21 म� घो�षत �कया गया है। �ववरण : • �वा��य मं�ी ने रा�यसभा म� ��नकाल के दौरान कहा �क, सरकार� अ�पताल� को साव�ज�नक-�नजी भागीदार� (PPP) मोड के मा�यम से �नजी मे�डकल कॉलेज� को स�पने के दौरान सरकार मर�ज� के �हत� से समझौता नह�ं करेगी। • मं�ी ने कहा �क मे�डकल काउं�सल ऑफ इं�डया (MCI) अ�ध�नयम 1999 क� धारा 2 (5) के तहत इस कदम को अनमु�त द� गई थी और यह �प�ट �कया गया था �क यह �नजी �े� को बढ़ावा देने के �लए नह�ं �कया जा रहा है। • सरकार ने कहा �क MCI क� मे�डकल कॉलेज� क� �थापना �व�नयम, 1999 क� धारा 2 (5) म� कहा गया है �क सरकार एक समझौत ेके तहत �कसी �यि�त / एज�सी / ��ट / समाज / कंपनी �वारा मे�डकल कॉलेज क� �थापना के �लए सरकार� �वा�म�व और सरकार �वारा �बं�धत अ�पताल क� स�ुवधाओ ंके उपयोग क� अनमु�त दे सकती है। • मं�ी ने कहा �क �लकं �कया जा रहा अ�पताल आव�यक �यनूतम ढांचागत स�ुवधाओ ंके साथ �यनूतम 300 �ब�तर� का होगा जो ��ता�वत मे�डकल कॉलेज के �लए एक �श�ण सं�थान के �प म� �वक�सत होने म� स�म होगा। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : अतंरा����य संबंध : भटूान ने भारतीय पय�टक� के �लए म�ुत �वेश को ख�म �कया : �संग : • भटूान ने भारत से आने वाले पय�टक� क� �न:श�ुक �वेश को ख�म कर �दया है। अब यहां आने वाले पय�टक� को श�ुक का भगुतान करना होगा।

  • • भारत से आने वाले पय�टक� को ��त�दन 1200 �पए का श�ुक देना होगा। यह श�ुक जलुाई 2020 से लागू होगा। बां�लादेश और मालद�व के पय�टक� पर भी ये श�ुक लागू होगा। • भारत, मालद�व और बां�लादेश से आने वाले पांच साल से कम उ� के ब�च� को �कसी तरह का श�ुक नह�ं देना होगा। जब�क 6 से 12 साल के ब�च� के �लए 600 �पए का श�ुक देना होगा। • श�ुक, िजसे एक सतत �वकास श�ुक (SDF) कहा जाता है , का उ�दे�य पय�टक� क� बढ़ती सं�या के म�देनजर सरकार क� मदद करना है । भटूान सरकार एक नई पय�टन नी�त के मा�यम से इसे �व�नय�मत करना चाह रह� है। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : हर 100 आगंनवाड़ी लाभा�थ�य� म� शहर� �े�� से केवल 7 आगंनवाड़ी लाभाथ� : �संग : • सचूना के अ�धकार (RTI) के तहत पछेू गए एक ��न पर सरकार क� ��त��या के अनसुार, देश म� ��येक 100 आगंनवाड़ी लाभा�थ�य� म� शहर� �े�� से केवल 7 आगंनवाड़ी लाभाथ� ह�। • यह असमानता म�ुय �प से शहर� म� आगंनवा�ड़य� क� भार� कमी के कारण है। �ववरण : • 6 सेवाओ ंका एक समे�कत पकेैज �दान करने के �लए म�हला और बाल �वकास मं�ालय �वारा एक�कृत बाल �वकास सेवा (ICDS) के तहत आगंनबाड़ी या ड-ेकेयर क� � �था�पत �कए जात ेह�। • सेवाओ ंम� परूक पोषण शा�मल ह�। ये ह�- �ी-�कूल गैर-औपचा�रक �श�ा; ट�काकरण, पोषण और �वा��य �श�ा और रेफरल सेवाएं। • योजना का उ�दे�य �शश ुम�ृय ुदर और बाल कुपोषण को कम करना है । • लाभा�थ�य� म� छह मह�ने से छह वष� क� आय ुके ब�चे, और गभ�वती म�हलाएं और �तनपान कराने वाल� माताएं शा�मल ह�। म�ुदे : • 30 �सतंबर, 2019 तक देश म� आगंनवाड़ी योजना के कुल 7.95 करोड़ लाभाथ� थे, ले�कन शहर� आगंनबा�ड़य� म� केवल 55 लाख लाभाथ� ह� पंजीकृत थे । • इसका म�ुय कारण शहर� �े�� म� आगंनवाड़ी क� �� क� कमी का होना है। • देश भर म� लगभग 13.79 लाख आगंनवाड़ी क� � ह�, िजनम� से 9.31 लाख क� � सरकार क� वेब-स�म डटेा ��वि�ट �णाल� से जड़ु ेह� िज�ह� रै�पड �रपो�ट�ग �स�टम कहा जाता है।

  • • िजन आगंनवा�ड़य� पर ऑनलाइन नजर रखी जा सकती है, उनम� से 1.09 लाख क� � शहर� इलाक� म� ि�थत ह� और शषे 8.22 लाख देश के �ामीण इलाक� म� ि�थत ह�। • 2011 क� जनगणना के अनसुार, भारत क� 1.2 �ब�लयन आबाद� म� से 32% लोग शहर� म� रहत ेह�, हालां�क �वशषे�� ने कहा है �क अगर शहर� बंदोब�त क� प�रभाषा को �यापक बनाया गया, तो शहर� आबाद� क� �ह�सेदार� बहुत अ�धक होगी। • हाल ह� म� पोषण क� ि�थ�त के बारे म� अपनी तरह के पहले अ�खल भारतीय अ�ययन (�यापक रा���य पोषण सव��ण 2016-18) म� पाया गया �क पांच साल से कम उ� के 35% ब�चे बौनेपन और 17% ब�चे वे�टेड (उ� के �हसाब से कम लंबाई) थे। यह भी पाया गया �क 5-9 साल के आय ुवग� के 22% ब�च� बौनेपन और 23% ब�चे अपनी उ� के �हसाब से कम वजन के थे। इसके अलावा, 10-19 वष� क� आय ुवग� के 20% लोग अपनी उ� के �हसाब से कम वजन के थे । • इसी अव�ध के दौरान, चार-वष�य ब�च� म� से 2%, 5-9 वष� के आय ुवग� म� 8% ब�चे और 6% �कशोर अ�धक वजन वाले थे। आकंड़� से यह भी पता चला है �क शहर� �े�� म� अ�धक वजन वाले ब�च� क� सं�या �ामीण इलाक� के ब�च� क� तलुना म� दो से तीन गुना अ�धक है। �न�कष� : • इन त�य� के साथ, नी�त आयोग ने �वासन, जनसं�या घन�वसे स�बं�धत उठने वाल� चनुौ�तय� को �यान म� रखत ेहुए, शहर� �े�� म� ICDS काय��म को मजबतू करने के �लए एक मसौदा काय�प� तयैार �कया है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : �व�ान और तकनीक �कसी �नयम का उ�लंघन नह�ं �कया गया : NCBS प�ृठभ�ूम : • सरकार ने नागाल�ड म� अमे�रका, चीन और भारत के शोधकता�ओ ं�वारा चमगादड़� और इंसान� पर एंट�बॉडी (एबोला के �लए) का पर��ण करने वाले एक अ�ययन क� जांच का आदेश �दया था। • अ�ययन इस�लए जाँच के दायरे म� आया �य��क 12 म� से दो शोधकता� वहुान इं�ट��यटू ऑफ इमिज�ग इ�फे�शस �डसीज से संबं�धत थे और इसे संय�ुत रा�य अमे�रका के र�ा �वभाग क� र�ा खतरा �नवारण एज�सी (DTRA) �वारा �व� पो�षत �कया गया था। • जांच का आदेश इस�लए �दया गया था �क कैसे व�ैा�नक� को �बना �कसी अनमु�त के चमगादड़ और चमगादड़ �शकार� (मन�ुय�) के जी�वत नमनू� को ए�सेस करने क� अनमु�त द� गई। �ववरण : • नेशनल स�टर फॉर बायोलॉिजकल साइंसेज (NCBS) ने कहा �क NCBS के शोधकता�ओ ंने चमगादड़� और मन�ुय� से सीरम के नमनेू एक� �कए थे। • NCBS म� इन नमनू� का पर��ण �यकू-नेशनल य�ूनव�स�ट� ऑफ़ �सगंापरु मे�डकल �कूल (�यकू-एनयएूस) �वारा आप�ूत� क� गई तकनीक� के मा�यम से �कया गया था।

  • • 12 शोधकता�ओ ंम� से 2 वहुान इं�ट��यटू ऑफ इमिज�ग इंफेि�शयस �डजीज के थे, और इस अ�ययन को संय�ुत रा�य अमे�रका के र�ा �वभाग क� �डफ� स �ेट �रड�शन एज�सी (DTRA) �वारा �व� पो�षत �कया गया था। • NCBS ने कहा �क उसके शोधकता� 2012 से नागाल�ड म� बटै एंट�बॉडी का अ�ययन कर रहे ह�। • 2017 म�, NCBS और �यकू-NUS ने एक सहयोग श�ु �कया, िजसम� NCBS के शोधकता�ओ ंने चमगादड़� और मन�ुय� से सीरम के नमनेू एक� �कए। • NCBS ने कहा �क वहुान इं�ट��यटू ऑफ वायरोलॉजी के शोधकता� सीधे अ�ययन म� शा�मल नह�ं थे। उ�ह� केवल सह-लेखक� के �प म� सचूीब�ध �कया गया था �य��क वे अ�भकम�क� क� आप�ूत� करत ेथे, जो �क व�ैा�नक लेखक� के �लए मानक अ�यास है। • हालां�क, �का�शत अ�ययन के अनसुार, वहुान इं�ट��यटू ऑफ वायरोलॉजी के शोधकता�ओ ंने समी�ा �लखने और संपादन करने म� भी योगदान �दया है। • NCBS के बयान म� आगे कहा गया है �क यह DTRA के अनसुंधान �न�धय� का ��य� �ा�तकता� नह�ं है, िजसने अ�ययन को �व� पो�षत �कया है, और �कसी भी ज�ैवक नमनेू या सं�ामक एज�ट� को भारत म� या उससे बाहर �थानांत�रत नह�ं �कया गया था। अ�ययन �या सझुाव देता है? • PLOS म� �का�शत अ�ययन म� कहा गया है �क शोधकता�ओ ंको पवू��र भारत म� मानव और चमगादड़ दोन� आबाद� म� �फलोवायरस (filovirus) ��त��याशील एंट�बॉडी क� उपि�थ�त �मल� है। • नागाल�ड के अ�ययन से पता चलता है �क द��ण ए�शया म� चमगादड़ �फलोवायरस क� एक �व�वध �ेणी के मेजबान के �प म� काय� करत ेह� और इन चमगादड़� म� �फलोवायरस ि�पलओवर मानव संपक� के मा�यम से होता है।

  • कई वायरस का वाहक होने के बाद भी चमगादड़ �भा�वत �य� नह�ं होता? • इबोला वायरस, �नपाह वायरस, सी�वयर ए�यटू रेि�परेटर� �स�ंोम (SARS) और �म�डल ई�ट रेि�परेटर� �स�ंोम (MERS) और 2019 नोवेल कोरोनवायरस जसेै कोरोनवायरस स�हत कई वायरस के �लए चमगादड़ �ाकृ�तक मेजबान के �प म� काय� करता है। • ये वायरस मन�ुय� को नकुसान पहंुचात ेह�, ले�कन बहुत कम ह� चमगादड़ म� �कसी भी हा�नकारक �भाव का कारण बनत ेह�। • �पछले साल जन�ल नेचर माइ�ोबायोलॉजी म� �का�शत एक अ�ययन ने चमगादड़ म� मौजदू उस तं� का खलुासा �कया िजसके कारण कई वायरस का वाहक होने के बाद भी चमगादड़ �बना �भा�वत हुए काफ� समय तक जी�वत रहता है। �थल�य �तनधा�रय� क� तलुना म� चमगादड़ का जीवनकाल लंबा होता है। • इसका कारण है - चमगादड़ ए�से�सव वायरस-इनडुसड इ��लामेशन (excessive virus-induced inflammation) से बच सकत ेह�, जो अ�सर जानवर� और वायरस से सं��मत लोग� म� गंभीर बीमा�रय� का कारण बनता है। • जब रोगजनक (pathogens) मन�ुय� और चहू� को सं��मत करत ेह�, तो ��तर�ा �णाल� स��य हो जाती है और रोगाणओु ंसे लड़ने के �लए एक �व�श�ट उ�ेजक ��त��या देखी जाती है। जब�क सं�मण से लड़ने के �लए �नयं��त उ�ेजक ��त��या मन�ुय� को �व�थ रखने म� मदद करती है, यह सं�ामक रोग� से होने वाले नकुसान म� योगदान कर सकती है, ले�कन जब उ�ेजक ��त��या अ�य�धक हो जाती है तो उ� से संबं�धत बीमा�रयां भी होने लगती ह�।

  • • इसके �वपर�त, शोधकता�ओ ंने पाया �क उ�ेजक ��त��या चमगादड़ म� पाए जाने वाले वायरस क� �व�वधता म� मौजदू होती है। इसका कारण NLRP3 �ोट�न का कम उ�पादन होना है। ले�कन चहू� और मन�ुय� के मामले म� ऐसा नह�ं था। चहू� और मन�ुय� NLRP3 �ोट�न का उ�पादन अ�भा�वत रहता है। मह�वपणू� त�य : 1. कोरोना वायरस के कारण सरूत का ह�रा उ�योग �भा�वत : • चीन म� कोरोनावायरस के �कोप ने सरूत के ह�रा उ�योग पर ��तकूल �भाव डाला है, जो चीन-यएूस �यापार सं�ध के पहले सं�करण के बाद व�ृ�ध क� उ�मीद कर रहा था। • इस वायरस के अचानक और तजेी से फैलने के कारण �नया�त बढ़ने क� संभावना नह�ं है। • इस कारण सरूत के ह�रा उ�योग को एक और झटका लगेगा, �य��क सरूत, हांगकांग से अप�र�कृत र�न का आयात करता है और पॉ�लश ह�रे को हांगकांग और चीन को �नया�त करता है। • एक अनमुान के अनसुार, भारत से हांगकांग को �नया�त �कए गए ह�रे का 37-38% सरूत से होता है। इसके अलावा पॉ�लश �कए गए ह�रे से बने आभषूण भी सरूत से हांगकांग को �नया�त �कए जात ेह�। • इससे पहले, हांगकांग म� लोकतं�-समथ�क आदंोलन ने ह�रा उ�योग को �भा�वत �कया था और अब कोरोनोवायरस के डर से इस उ�योग को कई सौ करोड़ �पये का नकुसान हो सकता है। UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�: 1. यनेू�को क� �व�व धरोहर �थल के �प म� एक �थान का पदनाम, इस बात का सबतू देता है �क इस तरह का �थल िजनेवा क�व�शन के तहत काननूी �प से य�ुध के काननू के अनसुार संर��त है। 2. भारत से यनेू�को क� सचूी म� शा�मल ह�ने वाला नवीनतम �व�व धरोहर �थल जयपरु है। 3. भारत के कुल 38 �थान� को यनेू�को ने �व�व धरोहर �थल के �प म� ना�मत �कया है। �दए गए कथन� म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 1 और 2 (c) 2 और 3 (d) 1, 2 और 3 उ�र : d �प�ट�करण : यनेू�को के �व�व �वरासत �थल एक ऐसे �थल होत ेह� िजसे संय�ुत रा�� श�ै�क, व�ैा�नक और सां�कृ�तक संगठन (यनेू�को) �वारा �वशषे सां�कृ�तक या भौ�तक मह�व के �प म� सचूीब�ध �कया गया है। यनेू�को क� �व�व धरोहर

  • �थल के �प म� एक �थान का पदनाम, इस बात का सबतू देता है �क इस तरह का �थल िजनेवा क�व�शन के तहत काननूी �प से य�ुध के काननू के अनसुार संर��त है। जलुाई 2019 म�, भारत के जयपरु को यनेू�को क� �व�व �वरासत �थल क� सचूी म� शा�मल �कया गया था। इसके साथ ह�, भारत को अपना 38वां यनेू�को �व�व �वरासत �थल �मला। �व�व क� धरोहर� क� सचूी म� शा�मल राजधानी जयपरु क� �थापना 1727 म� आमेर के त�काल�न कछवाहा राजपतू शासक , सवाई जय �सहं ��वतीय �वारा क� गई थी। शहर को मदैानी भाग पर बसाया गया था और व�ैदक वा�तकुला के �काश म� �या�या�यत ��ड योजना के अनसुार इसे �न�म�त �कया गया था। भारत म� 38 �व�व धरोहर �थल ह� िजनम� 30 सां�कृ�तक �वरासत �थल, 7 �ाकृ�तक �थल और 1 �म��त �थल शा�मल ह�। ��न 2. 'अमराबाद टाइगर �रजव�' ि�थत है: (a) आ�ं �देश (b) तलेंगाना (c) त�मलनाडु (d) कना�टक उ�र : b �प�ट�करण : अमराबाद टाइगर �रज़व� पहले, 'नागाजु�नसागर-�ीशलैम टाइगर �रज़व� (NSTR)' का एक �ह�सा था, ले�कन तलेंगाना और आ�ं �देश के �वभाजन के बाद, �रजव� के उ�र� भाग को तलेंगाना रा�य म� शा�मल कर �दया गया और इसका नाम बदलकर 'अमराबाद टाइगर �रज़व�' कर �दया गया, जब�क द��णी भाग आ�ं �देश के साथ 'NSTR' के भाग के �प म� बना हुआ है। ��न 3. एक�कृत बाल �वकास योजना (ICDS) के अतंग�त �न�न�ल�खत म� से कौन सी सेवा / सेवाएं कवर ह�? 1. 14 वष� से कम उ� के ब�च� को परूक पोषण। 2. गभ�वती और �तनपान कराने वाल� माताओ ंको परूक पोषण। 3. �ी-�कूल गैर-औपचा�रक �श�ा। 4. गभ�वती और �तनपान कराने वाल� माताओ ंके �लए �वा��य जांच। सह� �वक�प चनु�: (a) केवल 1 और 2 (b) केवल 1, 2 और 3 (c) 2, 3 और 4 ह� (d) 1, 2, 3 और 4 उ�र : c �प�ट�करण: एक�कृत बाल �वकास योजना के तहत, परूक पोषण केवल 6 वष� से कम उ� के ब�च� को �दान �कया जाता है। ICDS के तहत 6 सेवाओ ंका एक समे�कत पकेैज �दान �कया जाता ह�: परूक पोषण ��तर�ा �वा��य जांच रेफरल सेवाएं

  • �ी-�कूल गैर-औपचा�रक �श�ा पोषण और �वा��य �श�ा ��न 4. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�: 1. जब �कसी सद�य को दल-बदल के आधार पर अयो�य ठहराए जाने का सवाल उठता है, तो सदन के अ�य� या सभाप�त का �नण�य अ�ंतम होता है। 2. 10 वीं अनसुचूी के तहत �कसी सदन का सद�य होने के �लए अयो�य घो�षत सद�य तब तक मं�ी के �प म� �नय�ुत नह�ं �कया जाएगा, जब तक �क वह सदन के सद�य के �प म� �फर से �नवा��चत नह�ं हो जाता। 3. �कसी भी �यायालय को 10 वीं अनसुचूी के तहत �कसी सदन के सद�य क� अयो�यता से जड़ु ेमामले के संबंध म� कोई अ�धकार �े� नह�ं होगा। �दए गए कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 1 और 2 (c) केवल 1 और 3 (d) केवल 1, 2 और 3 उ�र : d �प�ट�करण: सभी कथन सह� ह�। �या�यक ह�त�ेप : 10 वीं अनसुचूी �कसी भी अदालत को अनसुचूी के तहत �कसी सदन के सद�य क� अयो�यता से जड़ु ेमामल� के संबंध म� �कसी भी �े�ा�धकार से रोकती है। इसके अलावा, अन�ुछेद 122 और 212 �प�ट �प से संसद और रा�य �वधानमंडल क� काय�वाह� म� अदालत� के ह�त�ेप को रोकत ेह�। हालाँ�क, अन�ुछेद 32 और 226 के अनसुार, �रट जार� करने के संबंध म� सव��च �यायालय और उ�च �यायालय� क� शि�त लागू रहती है। च�� कुमार बनाम भारत संघ म�, सव��च �यायालय ने कहा �क य�द �कसी काननू का कोई �ावधान �कसी �यायालय के �रट अ�धकार �े� को छ�नता है, तो इसे सं�वधान के मलू ढांचे का उ�लंघन माना जाएगा। �कहोटो होलोहन बनाम ज़ा�च�ल ु और अ�य के मामले के अनसुार, दसवीं अनसुचूी के तहत अयो�य ठहराए जाने वाल� या�चकाओ ंका फैसला करत ेसमय �पीकर को �या�यक जांच से ��तर�ा का लाभ नह�ं �मलता है। इस मामले म� यह भी कहा गया था �क एक अ�य� या एक सभाप�त, दसवीं अनसुचूी के तहत काय� करने वाला एक �याया�धकरण है। इस�लए इसने �पीकर के आदेश को सी�मत आधार पर �या�यक समी�ा के अधीन कर �दया। इससे यह �प�ट हो गया �क अदालत का अ�धकार �े� तब तक लागू नह�ं होगा जब तक �क अ�य� कोई आदेश पा�रत नह�ं कर देता। 2015 म�, हैदराबाद उ�च �यायालय ने एक या�चका पर सनुवाई के बाद ह�त�ेप करने से इनकार कर �दया िजसम� आरोप लगाया गया था �क तलेंगाना �वधानसभा अ�य� �वारा एक सद�य के �खलाफ दलबदल �वरोधी काननू के तहत कार�वाई म� देर� क� गई थी। UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. 2005 के आपदा �बंधन अ�ध�नयम म� संशोधन करने क� सरकार क� योजना के स�दभ� म� , द�घ�का�लक �रकवर� पर जोर देने के साथ आपदा �बंधन क� अवधारणा के मह�व पर चचा� कर�। द�घ�का�लक �रकवर� उपाय� पर �वचार करत ेसमय �कन घटक� को संबो�धत करने क� आव�यकता है? (15 अकं, 250 श�द)।

  • ��न 2. �हदं महासागर �े� म� �ाकृ�तक आपदाओ ंक� बढ़ती घटनाओ ंके संबंध म�, एक �े�ीय सरु�ा �दाता के �प म� भारत क� बढ़ती भ�ूमका पर �ट�पणी कर�। �या भारत क� बढ़ती भ�ूमका सतक� ता का �मखु कारण है? अपने उ�र के संदभ� म� उ�चत तक� द�िजए। (15 अकं, 250 श�द)।