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Goraksha Gayatri Mantra

Ganesh Gayatri Mantra

Pran Gayatri Mantra

Kalastra Mantra

Dasmahavidya Mantra Jap

Dasmahavidya Mantra Jap

प्रथम ज्यो�ति� महाकाली प्रगटली |(महाकाली )

ॐ ति�रन्ज� ति�रकार अवग� पु�रुष �� सार, �� सार मध्यो� ज्यो�� ज्यो�� मध्यो� पुरम ज्यो��, पुरम ज्यो�� मध्यो� उत्पुन्न भई, म� शम्भु� शिशव� काली , ओ काली काली महाकाली , का' ष्ण वण*, शव वहा� , रुद्र का, पु�षण , हाथ खप्पुर खडं0ग धार , गली� म�ण्डंमली हा0सा म�ख | जिजह्वा ज्वली दन्� काली | मद्य म0सा कार श्मश� का, र� | म0सा खयो� रक्त - पु - पुव� | भस्मन्तिन्� मई जहा0 पुर पुई �हा0 लीगई | सा� का, �� धाम; का, बे�ट= इन्द्र का, साली काली का, काली ज�ग का, ज�तिग�, �ग? का, �तिग� म� म�� �� सा0ग रमई �हा@ �� श्मश� तिAर� अका� ली ४ व र अष्ट भDर , घो�र काली अघो�र काली अजर बेजर अमर काली भख जF� ति�भ;यो काली बेली भख, दुष्ट का� भख, काली भख पुपु पुखण्डं का� भख ज� सा� का� रख, ओं काली ��म बेली � व'द्धा, द�व � द�व, �र यो �र द�व ज ��म �� हा� पुरब्रह्मा काली |

क्रींM क्रींM क्रींM हूँO हूँO ह्रीं@ ह्रीं@ दक्षिRण� हूँO हूँO ह्रीं@ ह्रीं@ क्रींM क्रींM क्रींM स्वहा,

तिS� यो ज्यो�ति� �र तिTका� ट ���ली प्रगट= |(�र)

ॐ आदिद यो�ग अ�दिद मयो जहा0 पुर ब्रह्माण्डं उत्पुन्न भयो | ब्रह्माण्डं सामयो आकाश मण्डंली �र तिTका� ट ���ली म� � �? बेसाD ब्रह्मा कापुशिली, जहा0 पुर ब्रह्मा तिवष्ण� महा�श उत्पुक्षिW, साFरज म�ख �पु� चं0द्र म�ख अमिमरसा पु व�, अग्नि[� म�ख जली�, आद का�0 वर हाथ खङग गली म�ण्डं मली, म�द; मर ऊपुर खड़ी द�व �र | � ली कायो पु ली जट, काली दन्� जिजह्वा दबेयो | घो�र �र अघो�र �र, दूधा पुF� का भण्डंर भर | पु0चं म�ख कार� हा हा ऽ:ऽ:कार, डं0का� शतिका� भF� पुशिली� साa साa का�सा दूर भगयो | चं0डं �र तिAर� ब्रह्मा0डं ��म �� हा? � � ली�का का, ज�� |

ॐ ह्रीं@ श्रीं@ Aटc, ओं ऐं ह्रीं@ श्रीं@ हूँ0 Aटc |

�'� यो ज्यो�ति� तिTपु�र सा�न्दर प्रगट= |(ष�डंश - तिTपु�र सा�न्दर )

ॐ ति�रन्ज� ति�रकार अवधाF मFली Sर मe बेन्ध लीगई पुव� पुलीट� गग� सामई, ज्यो�ति� मध्यो� ज्यो�� ली� स्थिhर हा� भई ॐ मध्यो: उत्पुन्न भई उग्र तिTपु�र सा�न्दर शशिक्त आव� शिशवघोर बेDठो�, म� उ�म�, बे�धा शिसाद्धा शिचंW मe भयो �द | � �? एका तिTपु�र सा�न्दर भयो प्रकाश | हाथ चंपु शर धार एका हाथ अ0का� श | तिT��T अभयो म�द्र यो�ग भ�ग का, म�Rदमियो� | इडं पिंपुmगली सा�ष�म्� द�व �ग� ज�ग� तिTपु�र सा�न्दर | उग्र बेली, रुद्र बेली � �? ब्रह्मापु�र मe भयो उजिजयोली | यो�ग का� घोर ज�ग� बेली, ब्रह्मा तिवष्ण� शिशव का, म� |

श्रीं@ ह्रीं@ क्ली@ ऐं साp ह्रीं@ श्रीं@ का0 एईलीह्रीं@ हा0सा काहाली ह्रीं@ साकाली ह्रीं@ सा�:

ऐं क्ली@ ह्रीं@ श्रीं@

चं��थ; ज्यो�ति� भ�व��श्वर प्रगट= |(भ�व��श्वर )

ॐ आदिद ज्यो�� आ�दिद ज्यो��, ज्यो�� मध्यो� पुरम ज्यो�� - पुरम ज्यो�� मध्यो� शिशव गयोT भई उत्पुन्न, ॐ प्र�: सामयो उत्पुन्न भई द�व भ�व��श्वर | बेली सा�न्दर कार धार वर पुश0का� श अन्न्पु�ण* दुधापुF� बेली द� बेलीका ऋजिद्धा शिसाजिद्धा भण्डंर भर�, बेलीका� बेली द� ज�ग का� अमर कायो | १४ भ�व� का रजपुट सा0भली काट� र�ग यो�ग का, दुष्ट का� म�ष्ट, काली कान्टका मर | यो�ग बे�खण्डं वसा, साद सा0ग रहा� भ�व��श्वर म� |

ह्रीं@

पु0चंम ज्यो�ति� शिtन्नमस्� प्रगट= |(शिtन्नमस्�)

सा� का धाम; सा� का, कायो, ब्रह्मा अग्नि[� मe यो�ग जमयो | कायो �पुयो� ज�ग (शिशव ग�रख) बेDठो, �भ कामली पुर शिtन्नमस्�, चंन्द्र साFर मe उपुज सा�ष�म्� द�व , तिTका� ट= महाली मe तिAर� बेली सा�न्दर , �� का म�न्डा हाथ मe ली न्हा, दतिहा�� हाथ मe खप्पुर धायो; | पु पु पु व� रक्त, बेरसा� तिTका� ट मस्�का पुर अग्नि[� प्रजली , श्व�� वण* म�क्त का� श काD चं धार | द�व उम का, शशिक्त tयो, प्रलीयो खयो� सा'मिष्ट सार | चंण्डं , चंण्डं तिAर� ब्रह्माण्डं भख भख बेली भख दुष्ट का� म�ष्ठ ज� , सा� का� रख, यो�ग घोर ज�ग� बेDठोw, श्रीं शम्भु�ज� ग�रख�थ ज �� भख | शिtन्नमस्� जपु� जपु, पुपु कान्टcन्�� आपु� आपु ज� ज�ग कार� सा�मिमरण पुपु पु�ण्यो सा� न्योर रहा� | काली � खयो� |

श्रीं@ क्ली@ ह्रीं@ ऐं वज्र वDर� चं� यो� हूँO हूँO Aटc स्वहा: |

षष्टमc ज्यो�ति� भDरव प्रगट= |(भDरव )

ॐ सा� भDरव भDर� काली योम ज�� योम भFपुली � � ��T �र तिTका� ट=, गली� मe मली म�ण्डं� का, | अभयो म�द्र पु यो� रुमिधार �शवन्� ! काली खप्पुर हाथ खन्जर, कालीपु र धाम; धाFपु ख�वन्�� वसा� गई सा�व� पु�ली, सा�व� पु�ली मध्यो� पुरम�त्व पुरम�त्व मe ज��, ज�� मe पुरम ज��, पुरम ज�� मe भई उत्पुन्न काली भDरव , तिTपु�र भDरव , सामपु� प्रद भDरव , काD ली�श भDरव , शिसाद्धा भDरव , तिवध्व0शिसाति� भDरव , चंD�न्यो भDरव , काम�श्वर भDरव , षटका� ट भDरव , ति�त्यो भDरव | जपु अजपु ग�रR जपुन्� योहा म0T मत्स्यो�न्द्र�थ ज का� साद शिशव �� काहायो | ऋद्धा AF र� शिसाद्धा AF र� सा� श्रीं शम्भु�ज� ग�रु ग�रR�थ ज अ�न्� का�दिट शिसाद्धा ली� उ�र�ग काली का� पुर, भDरव भDरव खड़ी जिज� श श पुर, दूर हाट� काली जन्जली भDरव अम0T बेDका� ण्ठो वसा | अमर ली�का मe हुव ति�वसा |

"ॐ हास्T� हास्कालीर� हास्T�:" |

साप्�म ज्यो�ति� धाFमव� प्रगट= |(धाFमव� )

ॐ पु�ली ति�रन्ज� ति�रकार, आकाश मण्डंली धा�न्ध�कार, आकाश दिदश सा� काa� आई, काa� रथ काa� असावर, आकाश दिदश सा� धाFमव0� आई, काका ध्वज का रथ अस्वर थरD धारT थरD आकाश, तिवधाव रुपु लीम्बे� हाथ, लीम्बे �का का� दिटली ��T दुष्ट स्वभव, डंमरु बेज� भद्रकाली , क्ली�श कालीहा कालीरतिT | डं0का डं0का� काली तिकाट तिकाट हास्यो कार | ज व रRन्�� ज व भRन्�� जयो ज यो आकाश ��र हा�यो� | धाFमवन्� पु�र मe वसा, � हा�� द�व � द�व �हाO � हा�� पुFज � पु� �हाO � हा�� ज� � ज� �बे आयो� श्रीं शम्भु�ज� ग�रु ग�रR�थ आपु भयो अ� � |

ॐ धाF0: धाF0: धाFमव� Aटc स्वहा: |

अष्ठम ज्यो�ति� बेगलीम�ख प्रगट= |(बेगलीम�ख )

ॐ साa साa सा�� साम�न्दर टपुF, टपुF मe थपु सिंसाmहासा� पु ली | सिंसाmहासा� पु ली� ऊपुर काa� बेDसा� सिंसाmहासा� पु ली ऊपुर बेगलीम�ख बेDसा�, बेगलीम�ख का� काa� सा0ग काa� साथ | काच्ची बेच्ची काका - का� � यो - स्व� शिचंतिड़ीयो, ॐ बेगली बेली हाथ म�[दर मर, शT� ह्रींदयो पुर स्वर ति�साका, जिजव्हा ग्निखच्चीD बेली | बेगलीम�ख मरण कारण उच्चीट� धारण , अ�न्� का�दिट शिसाद्धा? �� म� ॐ बेगलीम�ख रम� ब्रह्माण्डं मण्डं� चंन्द्रcसाFर तिAर� खण्डं� खण्डं� | बेली बेगलीम�ख �म� �मस्कार |ॐ हृली@ ब्रह्मास्Tयो~ तिवदमहा� स्�म्भु�बेणयोDधा मतिहा �न्न� बेगली प्रचं�दयो�c

�वम ज्यो�ति� म�0ग प्रगट= |(म�0ग )

ॐ ग�रूज शFन्यो शFन्यो महाशFन्यो, महाशFन्यो मe ओंकार ॐकार मe शिशवमc शिशवमc मe शशिक्त - शशिक्त अपुन्�� उहाज आपु� आपु�, सा�भयो मe धाम कामली मe तिवश्रींम, आसा� बेDठोw, सिंसाmहासा� बेDठोw पुFज पुFज� म�0ग बेली, श श पुर शश अमिमरसा प्योली हाथ खडंcग � ली कायो | बेल्ली पुर अस्वर उग्र उन्म� म�द्रधार , उद ग�[ग�ली पुण सा�पुर , ख र� खण्डं� मद्य म0सा� घो'� का� ण्डं� साव�गधार | बे�न्द मT�� काडंव प्योली, म�0ग म� �'प्योन्�� �'प्योन्�� | ॐ म�0ग सा�न्दर , रुपुव0� , कामद�व , धा�व0� , धा�द� , अन्नपुFण* अन्न्द� , म�0ग जपु म0T जपु� काली का ��म काली का� खयो� | ति�साका, रR शम्भु�ज� ग�रु ग�रR�थ ज कार� |

ॐ ह्रीं क्ली@ हूँO म�0[योD Aटc स्वहा |

दसाव@ ज्यो�ति� कामली प्रगट= |(कामली)

ॐ अयो�� श0कार ॐकार रुपु, कामली द�व सा� पुव;� का स्वरुपु | हाथ मe सा��� का कालीश म�ख सा� अभयो म�द्र | श्व�� वण; सा�व पुFज कार�, �रद इन्द्र | द�व द�वत्यो �� तिकायो जयो ओंकार | कामली द�व पुFज� का� शर पु� सा�पुर , चंकामका चं � A�र ति�ली ग�[गली साहास्T कामली? का तिकायो हाव� | काहा� ग�रख, म0T जपु� जपु जपु� ऋजिद्धा शिसाजिद्धा का, पुहाचं� ग0ग गaरज पुव;� ज� | जिजसाका, � � ली�का मe भयो म� | कामली द�व का� चंरण कामली का� आद�श |

ॐ ह्रीं@ क्ली@ कामली द�व Aटc स्वहा:

सा��� पुव;� हाम मत्स्यो�न्द्र पुF�, आदिद�थ �� , हाम शिशव स्वरुपु उलीट= थपु� थपु यो�ग का यो�ग, दसा तिवद्य शशिक्त ज��, जिजसाका भ�द शिशव श0कार हा पुयो� | शिसाद्धा यो�ग मरम ज� ज�� तिवरली ति�साका� प्रसान्न भयो महाकाशिलीका | यो�ग यो�ग ति�त्यो कार� प्र�: उसा� वरद भ�व��श्वर म� | शिसाद्धासा� शिसाद्धा, भयो श्मश� ति�साका� सा0ग बेDठोw बेगलीम�ख | ज�ग खडं दश;� का� कार ज� , ख�ली गयो �ली ब्रह्माण्डं भDरव | �भ h�� उडं य्यो� बे0धा म� पु�र चंक्रीं मe बेDठोw, शिtन्नमस्� र� | ॐकार ध्यो� ली[यो तिTका� ट=, प्रगट= �र बेली सा�न्दर | पु�ली ज�ग� (का� ण्डंशिली� ) गग� का� चंढ़ी=, जहाO पुर बेDठोw तिTपु�र सा�न्दर | आलीसा म�ड़ी�, ति�न्द्र ��ड़ी� ति�साका, रR द�व धाFमव0� कारe | हा0सा जयो� दसावe Sर� द�व म�0ग का आवगम� ख�ज� | ज� कामली द�व का, धाF� चं��यो� ति�साका, ऋजिद्धा शिसाजिद्धा सा� भण्डंर भर� | ज� दशतिवद्य का सा�मिमरण कार� | पुपु पु�न्यो सा� न्योर रहा� | यो�ग अभ्योसा सा� भयो� शिसाद्धा आवगम� ति�वर�� | मन्T पुढ़ी� सा� �र अमर ली�का मe जयोe | इ�� दसा महातिवद्य मन्T जपु

साम्पूFण; भयो | अ�न्� का�ट शिसाद्धा? मe, ग�दवर त्र्योम्बेका R�T अ��पु� शिशली, अवलीगढ़ी पुव;� पुर बेDठो श्रीं शम्भु�ज� ग�रु ग�रR�थ ज �� पुढ़ी काथ कार सा��यो श्रीं �थज ग�रूज का� आद�श | आद�श |ॐ शिशव ग�रR यो�ग

Aadesh Gayatri Jaapआद�श गयोT जपु

ॐ �म आद�श ग�रन्ज काFO आद�श , ॐ आद�शयो तिवद्महा� |सा�हा0 आद�शयो धा मतिहा �न्न� आद�श�म प्रचं�दयो�c ||

आद�श �म गयोT जपु उठोन्�� अ��भवद�व |साप्� द=पु �व खण्डंमe आद�श �मका, सा�व ||

आद�श �म अ�घोड़ीका, कायो रर0कारमe झं0कार सामयो |सा�हा0कारसा� ॐ उपुयो वज्र शर र अमर कार कायो ||आद�श �म अम'� रसाम�व आद ज�गद कारूO मD सा�व |आद�श �म अ�घोड़ीज �� भख्यो लीख चंaरसा पुड़ी� रख्यो ||आद�श �म पुख� �रई आद�श �म जपु�र� भई |आद�श �म जपुन्�� द�व व्रह्मा तिवष्ण� महा�श्वर एव ||शिसाद्धा चंaरसा �थ �व ज�ग आव गम� काद� �तिहा भ�ग |रज प्रज जपुD दिद� रति� दूधा पुF� घोर सा0पुति� आति� ||आद�श �म गयोT सार जपु� भa उ�र� पुर |आद�श �म गयोT उWम जपु�0वर � का,जD ज�म ||

इ�� आद�श �म गयोT जपु साम्पूFरण0 साहा |अटली दली चं� वDठोका� श्रीं �थज ग�रुज �� काहा ||

�थज ग�रुज का� आद�श आद�श ||

�a�थरR जपुNau Nath Raksha Jaap

ॐ अवधाF�थ ग�रष आव�, शिसाद्धा बेली ग�दई |घो�ड़ी चं�ली आव�, आव� कान्थड़ी वरदई || १ ||शिसाधा काण�र पुव आव�, आव� औशिलीयो जली0धार |अजD पुली ग�रुद�व आव�, आव� ज�ग�सार मt0दर || २ ||धाFOधाली मली आव�, आव� ग�तिपुचंन्द ति�ज��गहाण |�a�थ आव� शिसाधा0 साहा� महारजD !

म�झं रR कारण || ३ ||

रमरRम0T जपु Ram Raksha Mantra Jaap

व�उ0 सा सा रखD सा0इयो0 श्रींवण शिसारज� हार |�D�F0 रषD ति�रहार �सा अपुर0 पुर || १ ||म�ख रR मधावD काण्ठो रR कार�र |हृदD हारिर रR कारD �भ तिTभवण सार || २ ||ज0घो रR जगद=साका, पु डं पुली� हार |तिगर रR ग�तिवन्दका, पुग�शिली पुरम उदर || ३ ||आगD रषD रमज पु tD रषण हार |बे0म दतिहाणD रतिषलीD कार ग्रहा कार�र || ४ ||जम डंOका लीगD �हा@ तिवघो�कालीभD दूर |रम रR ज�का, कारD वजD अ� हाद �Fर || ५ ||काली�ज� रषD का� साव� जिजभ्योकाF0 जगद=सा |आ�मकाF0 अलीष रषD ज वकाF0 ज�ति�सारूपु || ६ ||रष रष सार�गति� ज वकाF0 अवका, वर |साधा0का, रR कारD श्रीं ग�रष सा�ग�रु शिसारज� हार || ७ ||

ग�रRपु0चंRर जपु Goraksha Panchakshar Jaap

ग�रष�थ सिंलीmवस्वरूपु0 गउ ग� प्रति�पुली�0 |अग�चंर0 गहार गभ र0 गकारइ न्म� न्म� || १ ||रहा�0चं ति�रली0बे0 अh0भ0 भव�0 तिTयो0 |रष रष श्रींव भF��0 रकारइ न्म� न्म� || २ ||षकार इकामियोसा व्रह्मा0डं0 ष�चंर0 जगद ग�रु0 |ष�Tपुली0 षडंग व0सा� षकारइ न्म� न्म� || ३ ||�� सासा साम� दइ �� रूपु प्रकाशिसा�0 |�द पिंवmद साम� ज�ति� �कारइ न्म� न्म� || ४ ||थतिपु�0 थली सा0सार0 अली�ष0 अपुर0 अग�चंर0 |थवर� ज0गम� साशिचंव0 थकारइ न्म� न्म� || ५ ||गकार0 [यो� सा0यो�क्त0 रकार0 रूपु लीछ्�0 |षकार0 इका,सा व्रह्मा0डं0 �कार0 �दिद पिंवmदए || ६ ||थकार0 थ�म�यो� शिथर थपु� थपु;�0 |ग�रष�थ अRर0 म0T0 श्रींवधारइ न्म� न्म� || ७ ||ॐ ग? ग�रR�थयो तिवद्महा� शFन्योपु�Tयो धा मतिहा �न्न�ग�रR ति�र0ज�� प्रचं�दयो�c | आद�श आद�श शिशवग�रR ||ग�रRवली0 ग�रु शिशष्योपुली0 श�षतिहामली0 शशिशखण्डं भलीम |कालीस्योकाली0 जिज�जन्मजली0 वन्द� जटली0 जगदब्ज �ली0 ||

Shree Bala Jaap Beej Mantraश्रीं बेली जपु बे जम0T

ॐ �म� आद�श ग�रूज काp, आद�श ॐ ग�रूज -ॐ सा�हा0 ऐं क्ली@ श्रीं सा�न्दर बेली

काहा� हा� पु�स्�का काहा� हा� मली |बेयोe हा� पु�स्�का दयोe हा� मली जपु� �पु� श्रीं सा�न्दर बेली |जिजवतिपुण्डंका �F0 रखवली हा0सा म0T का� लीका� ण्डंली बेली |बेली जपु� सा� बेली हा�यो बेFढा जपु� सा� बेली हा�यो ||घोट तिपुण्डंका रखवली श्रीं श0भ� जति� ग�रु ग�रख बेली |उलीट0� वली पुलीट0� कायो शिसाद्धा?का मरग साधाका?�� पुयो ||ॐ ग�रूज , ॐ काa� जपु0�� सा�हा0 काa� जपु0�� ऐं काa� जपु0�� |क्ली@ काa� जपु0�� श्रीं सा�न्दर काa� जपु0�� बेली काa� जपु0�� ||ॐ ग�रूज , ॐ जपु0�� भFचंर�थ अलीख अगaचंर असिंचंmत्यो�थ |सा�हा0 जपु0�� ग�रु आदिद�थ ध्यो� रूपु पुठोन्�� पुठो ||ऐ जपु0�� व्रह्माचंर व�द रूपु जग सारज� हार |क्ली@ जपु0�� तिवष्ण� द�व� ��ज रूपु रजसा� �पु� ||श्रीं सा�न्दर पुरव� जपुन्� धार� रूपु भण्डंर भरन्� |बेली जपु0�� ग�रख बेली ज्यो�ति� रूपु घोट घोट रखवली ||ज� वली�का ज�� भ�व आपुतिहा कार� आपुतिहा द�व |एका म�� कार जपु� जपु अन्�व�ली� �तिहा मई बेपु ||ग�रु साOभली� आपु� आपु तिवगसा� ज्ञा� �सा� सान्�पु |जहा0 ज�� �हाO ग�रुका ज्ञा� ग�ग0ग मिमली धारिरयो� ध्यो� ||घोट तिपुण्डंका रखवली श्रीं श0भ� जति� ग�रु ग�रख बेली |जहा0 बेली �हा0 धाम;शली सा���का, काF चं रुपु�का �ली ||जिज� शिसार ऊपुर साहा0सार �पुई घोटका भयो प्रकाश |ति�ग�र ज� सा�ग�र भयो काट� का�दिट अघो रश ||सा�चं�� साD� सा� ग�रु लीखयो पुडं� � तिपुण्डं तिव�सा� � कायो |साD� शब्द ग�रु कान्हाe सा��यो अचं�� चं��� साचं�� आयो ||ध्यो� स्वरूपु ख�शिलीयो �ली तिपुण्डं व्रह्माण्डं भयो उजिजयोली |ग�रु म0T जपु सा0पुFरण भयो सा�ण पुरव� महाद�व काह्ना ||�थ ति�र0ज� � रकार बे जम0T पुयो �� सार |गग� मण्डंली मe जयो जयो जपु� का�दिट द�व� ति�ज शिसार �पु� ||तिTका� दिट महाली मe चंमका हा�� एका?कार �थ का, ज�� |दशवe Sर भयो प्रकाश बे जम0T, ति�र0ज� ज�ग का� पुसा ||ॐ सा? शिसाद्धा?का, मयो सा� ग�रु साD� अगम गति� पुयो |बे ज म0T का, श �ली tयो भर� तिपुण्डं � तिव�सा� कायो ||ज� ज� धार� बेली का ध्यो� उसाका, म�स्किस्काली ह्ना�यो आसा� |ॐ सा�हा0 एका?कार जपु� जपु भव जली उ�र� पुर ||व्रह्मा तिवष्ण� धार0�� ध्यो� बेली बे जम0T �� ज� |काश R�T धाम; का धाम जहा0 AF क्यो सा� ग�र�� का� ||ॐ बेली सा�हा0 बेली तिकासा पुर बेDठो तिकायो प्रति� पुली |ऋद्धा ली� आवD सा�ण्ढा सा�ण्ढाली तिहा� ली� आवD हा��म� बेली ||ज�ग ली� आव� ग�रख बेली ज� ली� आव� लीtम� बेली |अग� ली� आव� साFरज बेली अम'� ली� आव� चंन्द्रम बेली ||बेली वली� का धार ध्यो� असा0ख जग का, कारण ज� |म0गली मई ज�� जगई तिTका� दिट महाली मe सा�र� पुई ||शिशव शशिक्त मिमली वDठो� पुसा बेली सा�न्दर ज�� प्रकाश |शिशव काD लीसा पुर थपु� थपु व्रह्मा तिवष्ण� भरD ज� साख ||

बेली आयो आपुतिहा आपु ति�सावली�का मइ � बेपु |बेली जपु� सा�न्न महा सा�न्न बेली जपु� पु�न्न महा पु�न्न ||बेली जपु� ज�ग कार ज�शिक्त बेली जपु� म�R महा म�शिक्त |बेली बे ज म0T अपुर बेली अजपु एका?कार ||ज� ज� कार� बेली का, सा�व �काp साFझं� तिTभ�व� द�व |ज� ज� कार� बेली का, भ्राँO� �का� चंढा� दDत्योका� दO� ||भरम पुडं सा� भर उठोवD जहाO जवD �हाO ठोaर � पुवD |धाFपु द=पु ली� ज�� जगई �हाO वDठोw श्रीं तिTपु�र मई ||ऋद्धा शिसाद्धा ली� चंaका पु�रयो सा�ग�र ज� मिमली दश;� पुयो |सा�वका जपुD म�शिक्त कार पुवD बे ज म0T ग�रु ज्ञा� सा�हावD ||ॐ सा�हा0 सा�धा� कायो ग�रु म0T ग�रु द�व बे�यो |साव शिसाद्धा�का� म�खसा� आयो शिसाद्धा वचं� ति�र0ज� ध्योयो ||ओव0 कारमe साकाली पुसार अRयो ज�तिग जग�सा� न्योर |श्रीं सा� ग�रु ग�रुम0�र द=जD अपु� ज� अपु� कार ली जD ||ज� ग�रु लीग सान्म�ख का� सा� ग�रु हारिर हार व्रह्मा साम� |ग�रु हामर� हारका� जग� अरज कारू0 सा� ग�रुका� आग� ||ज�� पुट मDद� रचंयो सा�सा� ल्योयो धाम;सा� तिवठोयो |का� AF का सार ज व� का,यो सा� ज�ग�सार ज�ग ज�ग ज यो ||ज� ज� कार� बेलीका, आसा सा� पुवD शिशवपु�रिरका वसा |जतिपुयो� भजिजयो� श्रीं सा�न्दर बेली आव गव� मिमट� ज0जली ||ज� Aली म0गFO सा� Aली हा�यो बेली बे ज म0T हाD सा�यो |ग�रु म0T सा0पुFरण मली रR कारD ग�रु ग�रख वली ||सा�वका आयो सारणमe धान्यो चंरणमe श ष |बेलीका ज� कार का,जिजयो� दयोदृमिष्ट आश ष ||ग�रु हामर� हारका� जग� � वO � वO �वFO मथ |वशिलीहार ग�रुर आपुण� जिज� द=पुका द=� हाथ ||

Dukh Naashini Durgasttotramदु�ख�शिश� दुग;स्W�T0

ॐ पुव्र;ह्मा स्वरूपु0 चं व�डं गभ� जगन्मयो म |शरण्यो� त्वमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म || १ ||

कामख्यो0 कामद0 श्योम0 कामरूपु0 म��रमम |इश्वर@ त्वमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म ||

तिT��T0 हास्यो सा0यो�क्त0 साव;ली0कार भFतिष�म |तिवजयो0 त्वमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म || ३ ||

व्रह्मादिदक्षिभ� स्�Fयोम�0 शिसाद्धा ग0धाव; सा�तिव�म |भव�@ त्वमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म ||

ति�श�0भ श�0भ मथ�@ मतिहाषसा�र घोति�� म |दिदव्यरुपुमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म || ५ ||

पिंवmशत्योधा;भ�ज0 द�व@ श�द्धा का0चं� सामिन्नभम |गaर रुपुमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म ||

तिTशFली0 खडंग0 चंक्रीं0 चं वण0 शसिंक्तm पुरश्वधाम |दधा�0 त्वमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म || ७ ||

जगन्मयो@ महातिवद्य0 सा'मिष्टसा0हार कारिरण म |साव; दवमहा0 वन्द� दुग� दुग;ति� �शिश� म ||

इद0 �� कावचं0 पु�ण्यो0 महाम0T0 महाAलीम |यो� पुठो� न्म�व� ति�त्यो मस्मद्भशिक्त सामन्तिन्व�� |धा�धान्यो0 प्रयोच्छामिम साका' दवW;��� �� || ९ ||

तिवश्वरRम0T जपु�Vishwa Raksha Mantra Jaap

यो श्रीं � स्वयो0 सा�का' ति��0 भव��श्वलीक्ष्म �पुपुत्म�0 का' �मिधायो0 हृदयो�ष� बे�जिद्धा� |श्रींद्धा सा�0 का� लीज�प्रभवस्यो लीज्जा�0 त्व0 ��� स्म पुरिरपुलीयो द�तिव ! तिवश्वमc ||साaम्यो साaम्यो�रश�ष साaम्यो�भ्योस्त्वति� सा�न्दर |पुरपुरण0 पुरम त्वम�व पुरम�श्वर ||साaम्योति� योति� रूपुक्षिण TDली�क्यो� तिवचंरन्तिन्� �� |योति� चंत्योथ;घो�रक्षिण �D रRस्म0 स्�थ भ�वमc ||

अन्नद�वका, आर� जपु Ann Dev Ki Aarti Jaap

आर� हाD अन्नद�व ��म्हार , ज�� रहा� ग�रु कायो हामर |आर� हाD अन्नद�व ��मर ज || ट�का ||

रज प्रज ज�ग आसा�धार सा��कार� ग�रु सा�व ��मर || १ ||द�व द�व� व्रह्मा व्रह्माचंर , सा��कार� ग�रु सा�व ��मर || २ ||पु र पु�ग0बेर tTtTधार सा��कार� ग�रु सा�व ��मर || ३ ||भ�� ग�रष�थ सा����जधार द�व�म� द�व अन्न म�रर

आर� हाD अन्नद�व ��मर ज || ४ ||

तिवश्वरRम0T जपु�Vishwa Raksha Mantra Jaap

यो श्रीं � स्वयो0 सा�का' ति��0 भव��श्वलीक्ष्म �पुपुत्म�0 का' �मिधायो0 हृदयो�ष� बे�जिद्धा� |श्रींद्धा सा�0 का� लीज�प्रभवस्यो लीज्जा�0 त्व0 ��� स्म पुरिरपुलीयो द�तिव ! तिवश्वमc ||साaम्यो साaम्यो�रश�ष साaम्यो�भ्योस्त्वति� सा�न्दर |पुरपुरण0 पुरम त्वम�व पुरम�श्वर ||साaम्योति� योति� रूपुक्षिण TDली�क्यो� तिवचंरन्तिन्� �� |योति� चंत्योथ;घो�रक्षिण �D रRस्म0 स्�थ भ�वमc ||

अन्नद�वका, आर� जपु

Ann Dev Ki Aarti Jaapआर� हाD अन्नद�व ��म्हार , ज�� रहा� ग�रु कायो हामर |

आर� हाD अन्नद�व ��मर ज || ट�का ||रज प्रज ज�ग आसा�धार सा��कार� ग�रु सा�व ��मर || १ ||द�व द�व� व्रह्मा व्रह्माचंर , सा��कार� ग�रु सा�व ��मर || २ ||पु र पु�ग0बेर tTtTधार सा��कार� ग�रु सा�व ��मर || ३ ||भ�� ग�रष�थ सा����जधार द�व�म� द�व अन्न म�रर

आर� हाD अन्नद�व ��मर ज || ४ ||

अथ ग�रुमन्T�Ath Guru Mantra

ॐ ग�रुज ! ओं सा�ऽहा0 अशिलीयो0 काशिलीयो0 �र तिTपु�र ���ली |काहा� हाथ पु�स्�का ? काहा� हाथ मली ?

बेयोe हाथ पु�स्�का दयोe हाथ मली |जपु� �पु� श्रीं सा�न्दर बेली |

रR कारD ग�रुग�रR�थ बेली |ज व तिपुण्डंका �F0 रखवली |

�थज ग�रुज आद�श आद�श ||

श्रीं ग�रुमन्Tका महात्म्योShree Guru Mantra Kaa Maahaatmya

ॐ ग�रुज ! ओं सा�ऽहा0 अशिलीयो0 काशिलीयो0 श्रीं सा�न्दर बेली |काa� जपुन्�� ओं ? काa� जपुन्�� सा�ऽहा0 ? काa� जपुन्�� अशिलीयो0 ? काa� जपुन्�� काशिलीयो0 ? काa� जपुन्�� सा�न्दर ? काa� जपुन्�� बेली ?ओं जपुन्�� ति�रन्ज� ति�रकार अवग� सारुपु | सा�ऽहा0 जपुन्�� मई पुरव� महाद�व ध्यो� सारुपु | अशिलीयो0 जपुन्�� ब्रह्मा सारस्व� व�द सारुपु | काशिलीयो0 जपुन्�� धार� म� अन्नपुFण£श्वरिर | बेली जपुन्�� श्रीं शम्भु�योति� ग�रुग�रR�थ शिशव सारुपु |आ ओ सा�न्दर आली0 पुFt� द�हा काa� काaका यो�ग�श्वर ? काa� काa� �ग�श्वर ? धाव धाव ईश्वर ! धाव धाव महा�श्वर ! बेयोe हाथ पु�स्�का | दतिहा�� हाथ मली | जपु� �पु� श्रीं सा�न्दर ग�रुग�रR बेली |इ�� बेली बे जमन्T साम्पूFण; भयो अ�न्�का�दिट शिसाद्धा? मe बेDठोकार श्रीं शम्भु�योति� ग�रु ग�रR�थज �� �a�थ चंaरसा शिसाद्धा? का� पुढ़ी काथकार सा��यो शिसाद्धा? ! ग�रुपु र� ! आद�श आद�श ||

श्रीं ग�रुमन्Tका तिS� यो महात्म्योShree Guru Mantra Kaa Dvitiya Maahaatmya

ॐ ग�रुज ! पुव�पुव;� ऊध्व;म�ख का� आ सा�ग�रु आयो� ति�र0कार ब्रह्मा आयो� द�ख काa� हाथ पु�स्�का ? काa� हाथ मली ? बेयोe हाथ पु�स्�का दतिहा�� हाथ मली जपु� �पु� शिशव0 सा�ऽहा0 सा�न्दर बेली | बेली जपु� सा� बेली हा�व� | बेFढा जपु� सा� बेली हा�व� | यो�ग जपु� सा� ति�र�ग हा�यो जपु� जपुन्� काटन्� पुपु | अन्� बे�ली� मई � बेपु | ग�रु सा0भली� आपु� आपु | इ�� ग�रुमन्T साम्पूFण;मc |---------------------------------------------------------------------------------------------------------GORAKH SANTAK MOCHAN

बेली यो�ग भयो� रूपु शिलीए �बे, आदिद�थ शिलीयो� अव�र?।

�तिहा साम� सा�ख शिसाद्धा� का� भयो�, �� शिशव ग�रख �म उचंर�॥भ�ष भगव� का� कार तिव�� �बे अ��पु� शिशली पु� ज्ञा� तिवचंर�।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

सात्यो यो�ग म� भयो� कामधा��� गa �बे ज� ग�रख�थ का� भयो� प्रचंर?।आदिद�थ वरद� दिदयो� �बे , गa�म ऋतिष सा� शब्द उचंर�॥तिTम्बेका R�T म� h� तिकायो� �बे ग�रR ग�A का �म उचंर� ।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

सात्यो वद= भयो� हारिरश्चं0द्र शिशष्यो �बे, श�न्यो शिशखर सा� भयो� जयोकार?।ग�दवर का R�T पु� प्रभ� �� , हार हार ग0ग शब्द उचंर�।योदिद शिशव ग�रR जपु जपु� , शिशवयो�ग भयो� पुरम सा�खर�।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

अदिद शशिक्त सा� सा0वद भयो� जबे , मयो मत्साeद्र �थ भयो� अव�र?।�तिहा सामयो प्रभ� �थ मत्साeद्र, सिंसाmहाली S=पु का� जयो सा�धार� ।रज्यो यो�ग म� ब्रह्मा लीगयो� �बे, �द बे0द का� भयो� प्रचंर?।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

आ� ज्वली ज तिका� �पुस्यो , �बे ज्वली द�व �� शब्द उचंर�।ली� ज� ग�रR�थ का� �म �बे, ग�रख तिडंब्बे का� �म पु�कार�॥शिशष्यो भयो जबे म�रध्वज रज ,�बे ग�रRपु�र म� जयो शिसाधार�।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

ज्ञा� दिदयो� जबे �व �थ? का� , T�� यो�ग का� भयो� प्रचंर?।यो�ग शिलीयो� रमचं0द्र ज �� जबे, शिशव शिशव ग�रR �म उचंर� ॥�थ ज �� वरद� दिदयो �बे, बेद्र=�थ ज �म पु�कार�।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

ग�रR मढ़ी= पु� �पुस्चंयो; तिकान्हा �बे, Sपुर यो�ग का� भयो� प्रचंर?।का' ष्ण ज का� उपुद�श दिदयो� �बे, ऋतिष म�ति� भयो� पुरम सा�खर�॥पुली भFपुली का� पुली��� शिशव , म�ली तिहामली भयो� उजिजयोर�।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

ऋतिष म�ति� सा� सा0वद भयो� जबे , यो�ग काशिलीयो�ग का� भयो� प्रचंर?।कायो; म� साहा तिकायो जबे जबे रज भर��हार का� दु�ख ति�वर�,ली� यो�ग शिशष्यो भयो जबे रज, र� पिंपुmगली का� सा0काट �र�।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

मD�व� र� �� स्��ति� का, जबे का� व पु� जका� शब्द उचंर�।रज ग�पु चं0द शिशष्यो भयो� �बे, �थ जली0धार का� सा0काट �र�। ।�व�थ चंaरसा शिसाद्धा� म� , भग� पुFरण भयो� पुरम सा�खर�।का� �हा ज�� हाD जग म� ज� ग�रख�थ हाD �म ��म्हार� ॥

द�हा :- �व �थ� म� �थ हाD , आदिद�थ अव�र ।ज� ग�रु ग�रR�थ ज� , पुFण; ब्रह्मा कार�र॥सा0काट -म�चं� �थ का , सा�मर� शिचंW तिवचंर ।ज� ग�रु ग�रR�थ ज म�र कार� ति�स्�र ॥

अल्लीख ति�र0ज� ॥ आद�श ॥ॐ हा*म हा;म रR रR शिशव ग�रR ॥ 

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�थ पु0थ धा�पु म0T

ॐ �म� आद�श. ग�रूज का� आद�श. ॐ ग�रूज . पु� का बेF0द, पुव�का थम्बे, जहाउपुज काल्पु व'R का का0 धा।काल्पुव'R व'R का� tयो । जिजसाम� ति�ली घो�साली� का� तिकायो वसा।धा�� धाFतिपुयो अग� चंढायो, शिसाद्धा का मग; तिवरली� पुयो।उरधा म�ख चंढ़ी� अग� म�ख जली� हा�म धा�पु वसा� हा�यो ली , lएतिकासा ब्रह्मा0डं �D� सा कार�ड़ी, द�व द�व का� � हा�म धा�पु वसा।साप्�म� पुटली �व्का� ली �ग , वसा�का का� � हा�म घो'� वसा।श्रीं �थज का, चंरण काम पुदुका का� � हा�म धा�पु वसा।अली ली अ�द धाम� रज धाम� ग�रु द�व का� � हा�म धा�पु वसा।धार�र अकासा पुव� पु� का� � हा�म धा�पु वसा।चंOद साFरज काF0 हा�म धा�पु वसा ,�र ग्रहा �RT काF0 हा�म धा�पु वसा।�व�थ चंaरसा शिसाद्धा काF0 हा�म धा�पु वसा।अग्नि[� म�ख धा�पु पुव� म�ख वसा।वसा� वसाली� थपु� थप्ली� जहाO धा�पु �हा द�व।जहा द�व �हा पुFज . अलीख ति�र0ज� और � दूज।इति� म0T पुढ़ी धा�पु ध्यो� कार� सा� ज�ग अमरपु�र �र�।तिबे� म0T धा�पु ध्यो� कार� खयो जर� � वचं A� र�।इ�� धा�पु का म0T जपु सा0पुFण; साहा । ।अ�0� का�ट शिसाद्धा म� श्रीं �थज काहा ,�थज ग�रूज काF0 आद�श आद�श, , ,

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ग�रR ग�रु स्��T

ग�रु ग��लीयो पुर , पुर धा �थ सा�न्दर , ग�रु द�वदिदका हु� वरिरष्ठ �Fचं एका साजिजर

ग�� व�र �F धार�ति�यो जगसा �रिरसा , सा�र म�� श्वर अलीभ्यो यो ग� सा �रिरसा ,

जयो ग�रुत्व बे�मिधाली� �योसा कायो; सामिधाली� , भवण;वसा ली0मिघोली� सा�तिवघ्� दुग; भ0ग ली� ,

साहा रिरपु�न्शी जिंजmतिकाली� ति�जत्म �त्त्व सिंचंmति�ली� , पुर�पुरश पुतिहाली�प्रका' ष्ट दुख सातिहाली�,

ग�रु उदर मउली , प्रश0� साaख्यो साउली , जयो �रसा पुउली , �योसा शिसाजिद्धा गवली

ग�रु ग�रु ग�रु ग�रु म्हाण�� ज� स्मर� �रु , �र�� म�हा सागरु सा�ख घोडं� ति�र0�रू,

ग�रु शिचंदब्धि¬ चं0द्र हा , महात्पुद= महाeद्र हा , ग�रु प्र�पु रुद्र हा ,ग�रु का' पु साम�द्र हा ,

ग�रु स्वरुपु द� स्व�, ग�रुचं ब्रह्मा साव;थ , ग�रु तिव� महा व्यथ �सा�ज� ति�वरिर�शिशव हु� ग�रु असा� अमिधाका मली दिदसा� , �रसा म�R द्यवयो ग�रु स्वरुपु घो��सा�शिशव स्वरुपु अपु�ली� � म�R द�ग्निखली� , ग�रुत्व साव; घो��ली� म्हाण�� का' त्यो साधा ली� , 

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शिशव ग�रR बेव� ॥

शिशव ग�रR श�भ�म का� रट�� श�ष महा�श॥सारस्व� पुFज� कार� व0द� कार� गण�श॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रट� ज� म� दिद� र�॥आवगम� का� भ�ट का� म�व0शिt� Aली पु�॥शिशव ग�रR श�भ�म सा� हुए हाD शिसाद्धा सा�ज�॥�म प्रभव सा� मिमट गयो ली�भ क्रीं�धा अक्षिभम�॥शिशव ग�रR श�भ�म सा� हा� जओ भव� पुर॥काशिलीकाली मe हाD बेड़ी सा�0दर ख�व� हार॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD जिजसा�� शिलीयो शिचंWलीयो ॥अश्W शिसाजिद्धा �वति�मिधा मिमली , अ0� मe अमर काहा� ॥शिशव ग�रR श�भ�म मe शशिक्त अपुरम्पूर ॥ली�� हा मिमट जट हाD अन्�र का� अन्धकार ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD रट� ज� ति�षc दिद� जिजव ॥�श्वर योहा �� t�ड़ी का� जिजव बे��ग शिशव॥शिशव ग�रR श�भ�म का� म� �F रट ली� अघोयोकाहा� का� चं0चंली भयो जDसा� पुश� हारयो॥शिशव ग�रR श�भ�म मe ति�षc दिद� कार �F वसा॥अश�भ काम; साबे tF ट हाD सात्यो का हा�ग भसा॥

शिशव ग�रR श�भ�म मe शशिक्त भर अगधा॥ली��� सा� हा �र गए � चं का�दिट का� व्यधा ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� ज� धार� अन्�र तिबेचं॥साबेसा� ऊO चं हा�� हाD भली� हा�यो वहा � चं ॥शिशव ग�रR श�भ�म मe कार� ज� �र अति� प्र�म ॥उसाका� �हा कार� पुड़ी� पुFज व्र� जपु ��म ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रट� ज� बेरम्बेरसाहाजहा मe हा� जयोeग� भव� शिसान्ध� सा� पुर।शिशव ग�रR श�भ�म सा� शिसाख ली�व अSD�।म�र ��र t�ड़ी द� �ज� साका यो� SD� ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रत्� आठो� योमc ॥आग्नि­र मe योहा आएग म�द= ��मका� कामशिशव ग�रR श�भ�म मe शशिक्त भर अथहा॥रट�� वली� का� मिमली भव� शिसान्ध� का थहा॥शिशव ग�रR श�भ�म का� पुतिहाचं� जयोद�वयोहा दुस्साहा सा0सार सा� �र गए व� �ट ख�व॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रसा� रट �F हाम�श॥व'थ �हा बेकावद कार पुली पुली काहा� आद�श॥शिशव ग�रR श�भ�म का� र�ली �F शिचंट्टा लीयोघो�र काशिली सा� बेचं�� का एका योहा उपुयो ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� म� �F रट दिद� र� ॥झंFट प्रपु0चं का� त्योग द� t�ड़ी जग� का, बे�॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रसा� कार �F योद॥काहा� स्वथ; मe भFली का� व'थ कार� बेदcकावद॥शिशव ग�रR श�भ�म का� म� �F रट दिद� रD� ॥काभF � खली ज� द� एका भ ��र बेD�॥शिशव ग�रR श�भ�म का� सा�मिमर� का�दिट सा0�॥श्रीं �थ का' पु सा� हा� गयो जन्म मरण का अ0�शिशव ग�रR श�भ�म हाD ति�म;ली पुव� ग0गरट�� सा� रहा� हाD साद साद रिरजिद्धा शिसाजिद्धा साबे सा0ग॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD जDसा पुF�म चंOद ॥रट�� हाD ति�शदिद� उन्हाe रम का' ष्ण ग�तिवन्द ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD जDसा ग0ग � र ॥रट का� उ�र� का�दिट ज� भव� सागर का� � र॥शिशव ग�रR श�भ�म मe ज� ज� कार�� आसाति�श्चंयो व� �� जट हाD अलीख पु�रूष का� पुसा ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD जDसा� सा�0दर आम ॥

रट�� सा� हा हा� गयो अमर जग� मe �म ॥शिशव ग�रR श�भ�म मe जDसा� द=पु प्रकाश॥ति�� रट�� सा� हा�� हाD अलीख पु�रूष का भसा ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD उदमिधा �र� का� जहाज ॥रट�� सा� हा� गयो हाD अमर भर�र रज ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD जDसा� साFयो; तिकारण ॥र�ली जिजव �F प्र�म सा� चंहा� ज� शिसान्ध� �र� ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD ति�म;ली और तिवश�धा ॥रट�� सा� श�द हा�� हाD हा�यो ज� जिजव अश�धा ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD अमर सा�धा रसा तिबेन्द॥तिपु�� सा� हा� गए हाD अजर अमर ग�पु चं0द ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD रट� अ��का� रज ॥जर मरण का भयो मिमट सा�धार� साबेका� काज॥शिशव ग�रR श�भ�म का� र� हाD पुFरण मली ॥आधा व्यमिधा मिमट गई जन्म मरण गयो टली॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रट�� चं��र सा�ज�अन्�र ति�मिमर तिव�श हा� उपुज� हाD श�ध्हा ज्ञा� ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD सा�0दर उज्जावली भ� ॥रट�� वली� का� काभ हा�व� �हा का� t हा�॥शिशव ग�रR श�भ�म का� पुरसा पुत्थर ज� ॥जिजव रूपु इसा ली�हा का� कार�� स्वण; साम� ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� ज�� सा�र �रु वर ॥रट�� सा� मिमली जट हाD जिजव का� इस्थिच्छा� वर ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रट�� का�दिटका सा0��म प्र�पु सा� काट गयो चंaरसा का A0 द ॥शिशव ग�रR श�भ�म का बेहु� बेड़ी हाD पुव; ॥जिजसाका� हाD रट�� साद सा�र �र म�ति� गन्धव; ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रट�� श्रीं हा��म�भक्त� मe हुए अग्रगण्यो द�व� मe मिमली म� ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� रट� ज� जिजव अज्ञा��क्षिभ प्र�पु सा� हा�� हाD ति�श्चंयो चं��र सा�ज�॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD जDसा� ति�म;ली जली ॥प्र�म लीग रट�� रहा� Rण Rण और पुली ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD काशिली �र� हार ॥रट�� वली� का� शिलीए ख�ली हाD म�R का Sर॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD जDसा स्वच्छा आकाश ॥रट�� वली� का� बे� ली��� हाD ति�ज दसा॥

शिशव ग�रR श�भ�म हाD अ[�� अपु� आपु ॥रट�� वली� का� साभ जली ज�� हाD पुपु ॥शिशव ग�रR श�भ�म हाD अमर सा�धारसा तिबेन्दु ॥तिपु�� सा� �र जट हाD साहाज हा मe भव� शिसान्ध� ॥शिशव ग�रR श�भ�म का, मतिहाम अपुरम्पूर ॥का' पु शिसान्ध� का, तिबेन्दु का� काडं; भव� सा� पुर ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� बे0द� कारू हाज़ार ॥का' पु कार� तिTली�का पुर कारद� भव� सा� पुर ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� प्र�म सातिहा� आद�श ॥ऐसा का' पु कार� प्रभ� रहा� �हा का� t श�ष ॥शिशव ग�रR श�भ�म का� का�दिट कारू आद�श॥कारका� का' पु मिमटइए जन्म मरण का क्ली�श॥

ॐ शिशव ग�रR अल्लीख ति�र0ज� आद�श ।ग�रR बेलीम ग�रु शिशष्यो पुली0 श�ष तिहामलीमशशिश ख0डं भली0 ॥कालीस्यो काली0 जिज� जन्म जलीम व0द� जटली0 ज[दब्ज �ली0 ॥

सा��� सा��व� प्र�मवश पुFज� अपु�� हाथ ।म� इच्छा साबे काम� , पु�र� ग�रR�थ

ग�रु ॐ ग�रु ॐ ग�रु ॐ ग�रु ॐ ग�रु ॐ ग�रु ॐअल्लीख ॥ ॥ ॥ ॥ ॥ 

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श्रीं ग�रR अष्ट�Wर �मवली

ॐ श्रीं ग�रR �म�ॐ उ0 श्रीं ग�रRयो �म�हा± श्रीं ग�रRयो �म�श्रीं श्रीं ग�रR �थयो �म�श्रीं ग? श्रीं ग�रR�थयो �म�श्रीं ली@ श्रीं ग�रR�थयो �म�श्रीं हा0 श्रीं ग�रR �थयो�म�श्रीं हाO श्रीं ग�रR �थयो �म�श्रीं ति�र0ज�त्म ��यो �म�श्रीं हूँO श्रीं ग�रR �थयो �म�श्रीं सा0 श्रीं ग�रR �थयो �म�श्रीं हा0सा श्रीं ग�रR �थयो �म�श्रीं ग�रुपुद जपु सात्योयो �म�श्रीं अSD�यो �म�श्रीं प्रण चंD�न्योयो �म�श्रीं ति�त्यो ति�ग�;�यो �म�श्रीं महात्म��यो �म�श्रीं ति�स्थिल्ग्रवयो �म�श्रीं सा�हामसाद्यकायो �म�श्रीं ओमकार रुपु�यो �म�श्रीं ग�रु भक्तयो �म�श्रीं श्रीं ग�रु भaमयो �म�श्रीं श्रीं ग�रुचंरण तिप्रयोयो �म�श्रीं ग�रु उपुसाकायो �म�श्रीं श्रीं ग�रु भशिक्ततिप्रयोयो �म�श्रीं यो�ग�श्वरयो �म�ॐ श्रीं रजयो�गयो �म�ॐ श्रीं अस्T तिवद्य प्रतिव�यो �म�ॐ अस्T तिवद्य प्रतिव�यो �म�श्रीं वयो� �0द �यो �म�श्रीं काम0दलीF धाका;यो �म�श्रीं तिTशFली धार कायो �म� ----------------------------------------------------------------------------------------------------------

शिशर ग�रु ग�रR�थ ज का, सा0ध्यो आर� ॐ ग�रूज शिशव जयो जयो ग�रR द�व। श्रीं अवधाF हार हार ग�रR द�व॥सा�र म�ति� ज� ध्योव� सा�र �र म�ति� ज� सा�व� ।शिसाद्धा कार� साबे सा�व, श्रीं अवधाF सा0� कार� साबे सा�व। शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ १॥

ॐ ग�रूज यो�ग यो�ग� कार ज�� म�� ब्रह्मा ज्ञा� ।श्रीं अवधाF म�� साव; ज्ञा� ।शिसाद्धा शिशर�मक्षिण रज� सा0� शिशर�मक्षिण साज�।ग�रR ग�� ज्ञा� , श्रीं अवधाF ग�रR साव; ज्ञा� । शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ 2॥

ॐ ग�रूज ज्ञा� ध्यो� का� धार ग�रु साबे का� हा� तिहा�कार ।श्रीं अवधाF साबे का� हा� सा�खकार ।

ग� इजिन्द्रयो? का� रRका साव; इजिन्द्रयो? का� पुलीका।रख� सा�धा साडं , श्रीं अवधाF रख� सा�धा सार । शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ 3॥

ॐ ग�ज* रम�� श्रीं रम साकाली यो�ग मतिहा चंयो हाD �हा ।श्रीं अवधाF मयो हाD �हा ।घोट घोट का� ग�रR व्यपु� साव; घोट श्रीं �थ ज तिवरज�।सा� लीR म� मतिहा श्रीं अवधाF सा� लीR दिदली मतिहा॥ शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ ४॥

ॐ ग�रूज भस्म ग�रु लीसा� साज;� हाD अ0ग�।श्रीं अवधाF ज�� हाD सा0ग� ।व�डं उचंर� सा� ज�� यो�ग तिवचंर� सा� म�� ।यो�ग ग�रु बेहुर0ग श्रीं अवधाF बेली� ग�रR साव; सा0ग। शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ ५॥

ॐ ग�रूज का0 ठो तिवरज� सा�ली और श'0ग ज� म� सा�ख बे�ली ।श्रीं अवधाF ज� साDट सा�ख बे�ली ।भगव का0 थ सा�हा�- ग�रुव अ0चंली सा�हा� ज्ञा� र�� थDली ।श्रीं अवधाF यो�ग यो�ग� झं�ली । शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ ६॥

ॐ ग�रूज का�� मe का�0 डंली रज� साज� रतिव चं0द्रम ।श्रीं अवधाF सा�हा� मस्�का चं0द्रम ।बेजट श'0ग �द- ग�रु बेज� अ�हाद �द -ग�रु भज� दु�ख S0द।श्रीं अवधाF �श� साव; सा0शयो । शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ ७॥

ॐ ग�रु ज ति�द्र मर� ग�रु काली सा0हार� -सा0काट का� हा� बे�र ।श्रीं अवधाF दुष्ट� का� हा� बे�र ।कार� का' पु सा0�� पुर ग�रु दयो पुली� भक्त� शरणग� ��म्हार । शिशव जयो जयोग�रR द�व॥ ८॥

ॐ ग�रु ज इ�� श्रीं �थ ज का, सा0ध्यो आर� ।ति�षc दिद� ज� गव� - श्रीं अवधाF साव; दिद� रट गव� ।वर� रज रमचं0द्र स्वम ग�रु जपु� रज , रमचं0द्र यो�ग ।म�व0शिt� Aली पुव� श्रीं अवधाF सा�ख सा0पुक्षिW Aली पुव�। शिशव जयो जयो ग�रR द�व॥ ९॥ 

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Navgraha Havan Mantra

Navgraha Havan Mantra

Rudraksha Utpatti (Origin) Mantra

Rudraksha Utpatti (Origin) Mantra

RUDRAKSHA MANTRA - SHABAR

Sat Namo Adesh, Guruji Ko Adesh, Om Guruji,Mukhe Brahma Madhye Vishnu Ling Naam Maheshwar Sarvadeva Namaskaram Rudrakshaya Namoh Namah.

Use the above SHABAR Mantra for immediate effects. The Mantra can be recited before wearing Rudraksha / Rudraksha Mala and after removing the same.

RUDRAKSHA MANTRA - THE COMPLETE SHABAR MANTRA

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