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Post on 13-Dec-2015

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परमा�त्मा� और कि�सा�न  

एक बा�र एक  किकसा�न परमा�त्मा� सा� बाड़ा� न�र�ज हो� गया� ! कभी� बा�ढ़ आ ज�या�, कभी� सा�खा� पड़ा ज�ए, कभी� धू�प बाहुत त�ज हो� ज�ए त� कभी� ओले� पड़ा ज�या�! होर बा�र क� छ न� क� छ क�रण सा� उसाक" फसाले थो�ड़ा� ख़र�बा हो� ज�या�! एक  दि'न बाड़ा� त(ग आ कर उसान� परमा�त्मा� सा� कहो� ,'�खिखाया� प्रभी�,आप परमा�त्मा� हो+ , ले�किकन लेगत� हो, आपक� खा�त� बा�ड़ा� क" ज्या�'� ज�नक�र� नहो. हो, ,एक प्र�थो/न� हो, किक एक सा�ले मा�झे� मा1क� '2जिजया� , ज,सा� मा, चा�हू वै,सा� मा1सामा हो�,किफर आप '�खान� मा, क, सा� अन्न क� भीण्डा�र भीर दूं(ग�! परमा�त्मा� मा�स्क� र�या� और कहो� ठी?क हो,, ज,सा� त�मा कहो�ग� वै,सा� हो� मा1सामा  दूं(ग�, मा, 'खाले नहो. करूँA ग�!

किकसा�न न� ग�हू( क" फ़साले बा�ई ,जबा धू�प  चा�हो� ,तबा धू�प  मिमाले�, जबा प�न� तबा प�न� ! त�ज धू�प, ओले�,बा�ढ़ ,आ(धू� त� उसान� आन� हो� नहो. '2, सामाया क� सा�थो फसाले बाढ़2 और किकसा�न क" ख़�शी� भी�,क्याGकिक ऐसा� फसाले त� आज तक नहो. हुई  थो� !  किकसा�न न� मान हो� मान सा�चा� अबा पत� चाले�ग� परमा�त्मा� क�, क" फ़साले क, सा� करत� हो+ ,बा�क�र हो� इतन� बारसा होमा किकसा�न� क� पर�शी�न करत� रहो�.

फ़साले क�टन� क� सामाया भी� आया� ,किकसा�न बाड़ा� गवै/ सा� फ़साले क�टन� गया�, ले�किकन ज,सा� हो� फसाले क�टन� लेग� ,एक'मा सा� छ�त� पर हो�थो रखा कर बा,ठी गया�!  ग�हू( क" एक भी� बा�ले� क� अन्'र ग�हू( नहो. थो� ,सा�र� बा�लिलेया�A अन्'र सा� खा�ले� थो�,  बाड़ा� दुखा� हो�कर उसान� परमा�त्मा� सा� कहो� ,प्रभी�  या�  क्या� हुआ ?

तबा परमा�त्मा� बा�ले�,” या� त� हो�न� हो� थो�  ,त�मान� प1धूG  क� सा(घर्ष/ क� ज़र�  सा�  भी� मा1क� नहो. दि'या� . न� त�ज  धू�प माQ उनक� तपन� दि'या� , न� आ(धू� ओलेG सा� ज�झेन� दि'या� ,उनक�  किकसा� प्रक�र क" चा�न1त�  क� अहोसा�सा जर� भी� नहो. हो�न� दि'या� , इसा�लिलेए साबा प1धू� खा�खाले� रहो गए, जबा आ(धू� आत� हो,, त�ज बा�रिरशी हो�त� हो, ओले� किगरत� हो+ तबा प�धू� अपन� बाले सा� हो� खाड़ा� रहोत� हो,, वै� अपन� अस्तिस्तत्वै बाचा�न� क� सा(घर्ष/ करत� हो, और इसा सा(घर्ष/ सा� ज� बाले प,'� हो�त� हो, वै�हो� उसा� शीलिT '�त� हो, ,उज�/ '�त� हो,, उसाक" ज�वैटत� क� उभी�रत� हो,.सा�न� क� भी� क�( 'न बानन� क� लिलेए आग माQ तपन� , होथो1ड़ा�  सा� किपटन�,गलेन� ज,सा� चा�न�कितया� सा� ग�जरन� पड़ात� हो, तभी� उसाक" स्वैर्णिणVमा आभी� उभीरत� हो,,उसा� अनमा�ले बान�त� हो, !”

उसा� तरहो जिंजV'ग� माQ भी� अगर सा(घर्ष/ न� हो� ,चा�न1त�  न� हो� त� आ'मा� खा�खाले�  हो� रहो ज�त� हो,, उसाक� अन्'र क�ई ग�ण नहो. आ प�त� ! या� चा�न�कितया�A  हो� हो+ ज� आ'मा� रूँप� तलेवै�र क� धू�र '�त� हो+ ,उसा� साशीT और प्रखार बान�त� हो+, अगर प्रकितभी�शी�ले� बानन� हो, त� चा�न�कितया�A  त� स्वै�क�र करन� हो� पड़ाQग�, अन्याथो� होमा खा�खाले� हो� रहो ज�याQग�.  अगर जिंजV'ग� माQ प्रखार बानन� हो,,प्रकितभी�शी�ले� बानन� हो, ,त� सा(घर्ष/ और चा�न�कितया� क� सा�मान� त� करन� हो� पड़ा�ग� !

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