arati at kamakhya temple

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गणेश जी की अरती जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा | माता जाकी पाव वती पता महादेवा | माता पाव वती पता महादेवा || एकदत दयावत चारभुजधारी || (2) माथे पसधूर सहे मूपषकी सवारी | माथे पर पतलक सहे मूसे की सवारी || जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा | माता जाकी पाव वती पता महादेवा || (2) पान चढे फू ल चढे और चढे माला | पान चढे फू ल चढे और चढे मेवा || लड् डु ऄन का भोग लगे संत करे सेवा || (2) जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा | माता जाकी पाव वती पता महादेवा || (2) ऄधन को अँख देत कोपढन को काया || (2) बाँझन को पु देत पनधवन को माया || (2) सुबह शाम शरण अव और करे सेवा | सुबह शाम शरण अव सुफल कीजै सेवा || लड् डु ऄन का भोग लगे संत करे सेवा || (2) जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा | माता जाकी पाव वती पता महादेवा || (2)

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गणेश जी की अरती, पशव जी की अरती, कामाख्या मय्या की अरती

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Page 1: Arati at Kamakhya temple

गणेश जी की अरती

जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा |

माता जाकी पाववती पपता महादेवा |

माता श्री पाववती पपता महादेवा ||

एकदन्त दयावन्त चारभुजोंधारी || (2)

माथे पसन्धरू सहे मपूषकी सवारी |

माथे पर पतलक सहे मसेू की सवारी ||

जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा |

माता जाकी पाववती पपता महादेवा || (2)

पान चढे फूल चढे और चढे माला |

पान चढे फूल चढे और चढे मेवा ||

लड्डुऄन का भोग लगे संत करे सेवा || (2)

जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा |

माता जाकी पाववती पपता महादेवा || (2)

ऄन्धन को अँख देत कोपढन को काया || (2)

बाँझन को पुत्र देत पनधवन को माया || (2)

सुबह शाम शरण अवें और करे सेवा |

सुबह शाम शरण अवें सुफल कीज ैसेवा ||

लड्डुऄन का भोग लगे संत करे सेवा || (2)

जय गणेश जय जणेश जय गणेश देवा |

माता जाकी पाववती पपता महादेवा || (2)

Page 2: Arati at Kamakhya temple

पशव जी की अरती

ॎ जय पशव ॎकारा | प्रभु जय पशव ॎकारा ||

ब्रम्हा पवष्णु सदापशव | भोले भोलेनाथ महादेवा | ऄधाांगीधारा ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

एकानन चतुरानन पंचानन राज ै| हो भोले पंचानन राज ै||

हंसासन गरुडासन | हंसासन गरुडासन | वषृवाहन साज ै||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

दोभुज चार चतुभुवज दशभुज ऄपतशोभे | हो भोले दशभुज ऄपतशोभे ||

तीनों लोकमे रखता | प्रभुजीके रूपमे पनरखता | पत्रभुवन मनमोहे ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

ऄक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी | हो भोले नागमालाधारी (हो भोले वनमालाधारी) ||

चंदन मगृमद चंदा | पतलक केसर सुगंधा | भाले शुभकारी/ भोले शुभकारी ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

शे्वतांबर पीतांबर वाघांबर ऄंगे | हो भोले वाघांबर ऄंगे ||

सनकापदक प्रभुतापदक | सनकापदक प्रभुतापदक | भतूापदक संगे ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

करमध्ये कमंडलु चक्र पत्रशलूधताव | हो भोले चक्र पत्रशलूधताव ||

जगकताव जगहताव | सुखकताव दुःखहताव | जगपालनकताव ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

ब्रम्हा पवष्णु सदापशव जानत ऄपववेका | हो भोले जानत ऄपववेका ||

प्रणवाक्षर मध्ये | ॎकारेश्वर मध्ये | ये तीनों एका ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

काशी मे पवश्वनाथ पवराजत नंदो ब्रम्हचारी | हो भोले नंदी ब्रम्हचारी ||

पनत उपि भोग लगावत | सेवत नरनारी | पशवजीके दशवन पावक | मपहमा ऄपतभारी ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

Page 3: Arati at Kamakhya temple

जय पशव ॎकारा |

हो भोले पाववती प्यारा | हो भोले भांग पीनेवाला | हो भोले रहते मतवाला | हो भोले नाग गलेमाला |

जटा मे गंगा पवराजत मस्तक मे चंद्र पवराजत ऄधाांगीधारा ||

हरर ॎ हरहरहर महादेव ||

कामाख्या मय्या की अरती

ॎ जय मा कामाख्या | मय्या जय मा कामाख्या ||

तुमको पनशपदन ध्यावत | मय्यजीको (सब पदन) सब जुग सेवत ||

हरर ब्रम्हा पशवजी ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

माँग पसन्दूर पवराजत टीको मगृमदको | हो मय्या टीको मगृमदको ||

उज्जज्जवल से दोउ ननैा | पनमवल से दोउ ननैा | चन्द्रवदन नीको ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राज ै| हो मय्या रक्ताम्बर राज ै||

रक्त पुष्प गलमाला | लाल फूल गलमाला | कण्िन पर साज/ै शरणों मे साज ै||

ॎ जय मा कामाख्या ||

केहरी वाहन राजत खड्ग खप्परधारी | हो मय्या शंख चक्रधारी ||

सुरनर मुपनजन सेवत | पनपशजन मुपनजन सेवत | पतनके दुःखहारी ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

कानन कुण्डल शोपभत नासागे्र मोती | हो मय्या नासागे्र मोती ||

कोपटक चन्द्र पदवाकर | कोपटक सयूव प्रभाकर | राजत सम ज्जयोती ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

शंुभ पनशंुभ पवदारी मपहषासुरघाती | हो मय्या मपहषासुरघाती ||

धमू्रपवलोचन ननैा | मधुर मनोहर ननैा | पनशपदन मदमाती ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

Page 4: Arati at Kamakhya temple

चण्ड मुण्ड संहारी शोपणत बीज हरी | हो मय्या शोपणत बीज हरी ||

मधुकैटभ दोउ मारी | मधुकैटभ दोउ मारी | सुरभय हीनकरी ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

ब्रम्हाणी रुद्राणी तुम कमलाराणी | हो मय्या तुम कमलाराणी ||

अगम पनगम बखानी | वेद पुराण बखानी | तुम पशवपटराणी ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

चौसि योपगपन गावत नतृ्य करत भरँैू | हो मय्या नतृ्य करत भरँैू ||

बाजत ताल मदंृगा | बाजत डोल मदंृगा | ऄरु बाजत डमरू ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

तुमही जगकी माता तुमही हो भताव | हो मय्या तुमही हो भताव ||

भक्तन के दुःख हरता | संतान के दुःख हरता | सुख संपपत करता |

ॎ जय मा कामाख्या ||

भुजा चार ऄपत शोपभत वरमुद्राधारी | हो मय्या वरमुद्राधारी ||

मनवांपित फल पावत | मन आच्िा फल पावत | सेवत नरनारी |

ॎ जय मा कामाख्या ||

कंचन थार पवराजत ऄगर कपरू भाती | हो मय्या ऄगर कपरू भाती ||

नीलाचल मे पवराजत | नीलाचल मे पवराजत | कामाख्या मय्या ||

ॎ जय मा कामाख्या ||

ॎ जय मा कामाख्या |

हो मय्या जय मंगल करणी | हो मय्या जय अनंद करणी | हो मय्या जय ऋपि पसपि करणी |

हो मय्या जय संकट हरणी | हो मय्या जय रोगा हरणी | हो मय्या जय पचंता हरणी |

हो मय्या भक्त पवजय करणी | हो मय्या जय जय जय करणी ||

तुमको पनशपदन ध्यावत | मय्यजीको सब जुग सेवत ||

हरर ब्रम्हा पशवजी ||

ॎ जय मा कामाख्या ||