Download - Shri Shri Padyabali
शलङकनररखलदख। चशरडि ।
डकोचजोजनलतयोगवनतो 1
नोयर कनटभोखाभिन। मगोखङ)
पलीगतिखा नननयथडवरटनछन
लव यङनकक (खमिन “~
जसर ।
वयभखमा नवम ववा निङटकवमा बटरखमाथटनखामिन
ओखर मयकिश ङ<कनिर8शरटमम
सवर मननीकटकन
मटरखछनावटनीखमिटननङिखाड 8० जशथ7 कर
वयोयनमखा थषञो यनति बरङः य कजिङ],
मग विन। विदर] ए।
यटवनायौ चरनिजा ; यटनरकका$ 8२८
कओटगोतररदिख अरखि ।
ममल शर दकवा |
गहो दनौ--थीौननन यशखननटणतर वरण मौनि छङि-
वरमाञजक मशर नटतावर 4कथोनि सकत मयर अषट । भ (ड)
मगर, ७ (न कङरछिवर पौिभाथा ममि-गोगिक]-(गोङधिटक
गश (षारन यानिको। जगौ कशटशौखमो दडवर अभदरिख) ।
< गान भनातर भदरन कानखमर निदातर शगर-तवर (टम
मन थीौ१ शरलकिर रङपर चछ । गर ८ बरामनोवरपर रिकतावर बरमपर मन ३२३७ मौटम
कदब अर गतादनौ मनि मादरवाष कोन कबविगराशटिघनन । भला}धिक निदकषम खर मकटनतर शथथश शपर नाद) भरशोश ङदटड चातर थकढि मसछतर१-- (कवन गनमाव थकानिर रभ (षन, कि खर ७ मकटगवर सवना नमर । (पव) कव-विटमषर
गारथटदमवर यकरर अटनदकतर सनबरिरडि। गषार-मधकदरपम- गनाखदवि (ङ) यादद, छा) शोष! अदथानि “विर पिवरटिड” वन। ददर ; «फ वकि मख रन । वकषीनि णोन शखनिषिर शरि ५द९ चक दरण यिर मशडदरनवर माराय नहर वयान मशछदरगषि मनणागिर रवमम। न$- नितरशण।गि मटक शरषजर नव नो दशानख यवनचिर रदगरा । किड छनविटगपव गतादरषपरिखतवर नोदमवर (भान मिकिकिपड भीतर यार नाट। विकाातरपतर मशछवरः (य (चकि "ममर ४” दनिषरो
19
ठतनिपिर, मषाद-नऽशव८। (गि दषर (छा "कमार" भदरि शदविणडि, चावाबर शनिरविख शर षिटड ङ (छ (मनि स कोशबरऽ नागभरजोगर चकि |
पवरिसवर मलनोदरथ भिनिदादर नदड। छोद भटमवर मरन
कतरिरा--पनीका-वाषरि पिपा 4र मशछदरभ काग कबविटड गोदरिगाय न।। रल एरशथिङ७ वररिनाम । याया शवरम)ाषा
श वरपनकशर भिद «र नएटादनौ वर छन रामिटछन । ऊरतर भोखि-शखिव छएकभर वडयान मछवरगषि ( धक शखर ) विनाभपना दिदरि ङरटवन ।
कनिकर।, बटर नाथ (भरौखगोव टदकवममकरौम
(मम, भिभनिगर । जयदनङर (शशाम
9 णह एस, वकस >७१
वव ककटषरकणदलत अमि ।
ञ ञज तत ोनवननो 1
कसभम विषवषिटफ सवनम मटयामयः च
भमा वनौ विदरषटखा भिरकथ-कन-
मखक- दक वर-णम। सयगटफोनिजिशचः ।
वरया] मगशरगमार पयनौ कटमम
मशशखटड ङखिकणशषक-(कोङका ॥ ° ॥ यशवथावरटड मकरनाएठदरनम ।
कषट
नलव) ननिनटनलागर (वधवाविटनारषिटन । बषाषतरषा गानननिटन वनमाौनिपन ॥ > ॥
मातकखछ--
रकिवयर -विटना कन-थनभरिनौ नौटनारनग-सगङधिनौ बनानखनखा९ मयािनिवरटररनीदडरिरषथा टम । ग वटनाकबरशनिशौ तमिका वराधाटमोखषडी
वशरक९ ककर रव] नन? (नटय ररव 1 रटवरः + २ ॥
रक
८स (गादरकन-अन-करकामवरम-वारभिकवश कन
८अ वमतावनङछिय वण दध-नोटमाभदा(न{नि 5॥
नमोनोभता वनो |
८य णखाक-खगकपरः कवनगनानो$ख पोनाडम।
८ (व गकषनमाएवद मङडई कशमिदस। वाङद‡ ॥ ७॥
| रवर-
मोषः वावरमानािन-शवरखिकनाचलान-मषटकडनाम)-
कख तोद कएटदछशट कतरगकला-मिकषयषठाकता ग ।
(मोखागाः व मगङागरषङ मधखितः (कनिदागागभटरछः मानक ङ४- बन दन-वतरभमिकमशदयनदस। (वननाका ॥ $ ॥
सव यकषयङिम |
कख{ए९--
यटछोरि? कनरा९ चन गलिखोर धनौगनः? टमननख। टन म९ कथलः १ कनिनर)र वदः छगकरौनखाम।
विः गौरनखार दिभः परनरोभागरोङि परपलाषडमर नौन-रन निरादर-वागनिटन ङक रत नमः ॥ ८ ।
कणऽ९-
वौरगलाकखपरयफानमयदमपाड1छनिद गन
(पितोषीिवदमोरा पनि (यगनध नन) < ।
(गवाः जनङदवरव मरदरखादटरमदठ पड मान
दा विरौवगक कदवदराि. नोकषयनारना) ऊनः ॥ २)
अश एकन मश खम ।
कछरि९--
वा4एदरग दश. 5 वण) विकरा) भपरल का
कशः सब माम बरभनदिकः किर छः दरगार दनम ।
मिलि गभवनौ | र,
दशनः (का विशव शकवनटरकजना कि (नीकषः छठ) एवा (कवन न ए शटनरकियिटशर) मोववः ॥ १।
जविषशयतीगोतोमोम-
रट रब व) करन (कादर, विषट खशरदखि गव रकि यठौमान । किदरखि विषयकः माक भौ पषभिनर-
इपरमनि म गटशटन) निरकिटमदः विर ॥ ४.॥ ,
(रसाटयव-- `
रपि मधगथन | डञवि टमयौ९ कति विगशखि कशखि द) रिघवको |
रमयिनमनि एषर९ बिटमाटक करयकर९ न- क क मवम ॥>
कशए९-
कोषागर ए (खाणमोरि-निगराला वा वटम दामटख।
व थाना तथव यनि दरखबरा छठ) छव? ऋरौशरटड ।
ङि छौड-कनिकटनलरनगराषतरब विकरौषटड।
(शी विनवमा नफावदिनकखछना वर (नननि।॥ >* ॥
सनयनमिगरतयव थानिनार नारकारमार
नितरमन-विषावर य] करङटखि वागी ।
यरि खदरखि गकटन ररङिदरानना ख]
विवएरि एवरनाख-(गाकमोयाकागननौः ॥ २२.॥,
` यद (ममः (मोखनम 1
] ॥
॥
8 नजगणा)वनौ ।
जतवरागानमातरोपर--
नाटनागवङनखनमाईवटडोः
(८थमटगद रकङशर सदविख९ मा९ । षाव९ करमषि भवर सदर निनाम।
छ व९ सचीप खवटडा मङ रकराटशएय ॥ ३२।॥
कचषिर- >
ऊथरकििदरनखोविज। बः को परखर कपि कटछाशनि लराटड ।
उव (मोनायगि (नौनाटथकनः कगरटकाठिरकटखन नराटड ॥*य। जदवर हामिनाम-
सान गङि ङनिङ$ इना परार (यम टनव रनिरड रनामराम ।
मिरिपवरव जनिखाब रना कनाम रनिर९ न एमागराम ॥ > ।
॥ अङ नाम-गोरोखान।
यिनसनो ददानम- ९९४ मशशवरणविनर मङषगरएतद मकनटलाकख।
उदरभिदरिद छिभिदखगवि९ खदररि कभगरभन९ दपवरमामि ॥ २९। कखषि<-
एनीः (वताना९ समवित मा कवा दवििषी
ए ररवपवदरमः "फ गदषटि नाव नभम । उमर नापरषड। वदरयनिमयाजमानमधना
धरनोटम कानोपया न ङदवि-चवरसयाशबर किमति ॥ >५ ॥
विमगोशतवरशतरो शाकानाम
(पाि-कडाशगणि-निरमदनवा नाकवमाविख- - शवावराकाः यङग नितरमयो बरक उदङ विणा ।
लि शिभनः।दलौ । 1,
सनरोक कपखकशकरतर-(ोगरौनरि-णौवनबर-
(अनो-खामनवाग-नाम सष ०1९ स गराख लचछावषि ॥ ३१॥
क छटि९--
कलागना निधान कलिमनगथन९ शौदन९ नोवमानाः
गोदम दबब(कराः मरि नतनकयोशचटमर (थाामानम ।
दिथीगषानटमक९ कवि दददा खौ दन९ मसबनोनार
वौण९ शरफमछ रद °वर ङरटय ककनाग ॥ >४॥ क खए९- ।
(वगख दरदखोनि (मरमर मरारमगशषटड मारकः नथवनौ९ कनगरखि भओषि७छः कर ।
माननतः मधनरकमख. खदिद) (वदीः कटवराङाताम वकर नानि खटवशवराखिनिषिटर कमः किमन] भतर १२॥
साननतोफरषमा--
कः शटव खन भत भवन वरः (क) रपदथ पौ परकिशतर ।
कङनाम सग कयरनर कशनौमवरवरौ कदवरडि ८९९ ॥ २० ॥
यड१व४-
८एव।परनगायल मर उवमश)पावातरिनिरकीनन
(यदरशटकतवरखि कदिख३१९ विण] दशलौवनम । सोननदमविवरकनः थङिगतर शनीमखोशपनः
गरक इपनगनः नतरः विङबरड जककमरकौरखनम ॥ २२ ॥
(कवा कि<--
दकषाशनः (काहिनसवाविकानाम वशवार बटन व यइनः ।
भोदि टख खारः कषटनाम जटन मादा९ मोदनः क) पन क ॥ २२॥
जो व गमावनौ ।
योरभवर वामनोतामाम -
विटदशरनीदियव शररमः मयनमनरतर ननोर गीतम बकषारिनवछागोरदिवरङिमथ टदा जगकदनहरकिम ।
उदका म विदवभतरिर मखिकिन नयो छिवौख र मध) मनदषीनकटवाटव बरखि ए शकर [गपर इ] मि बधम ॥२०॥
८छषोटमव--
नाग शामः ककटकङकरवरमविथ४ ।
भः छटकत। मिखाशटकारखितर यतरा मनामिटना४ ॥ २8 ॥
अमौवाटयव-
गधवरमपवटयरखककनर यचनानाः
मकननिभयवदलोमररन९ एर खकरभष ।
मकङनि शदवितरौखर (शममर) यकषभर। द
वतर | मतवरभाखर ऊवरषऽ कषछनाम ॥२८॥
कटि९-
सकनीरथीभर दावभिखिवरदमो पौनबरदडाव (गाकान
(योकता टगक खनबरखि खन९ (कवन९ (करगखोखम ।
(व)टनोदकयो शरः नतर य-विवरमखाटमः किर थखोटमः
मरद९ खात 1 गम ङ बरगन। ककःकटकि (वरोड ॥ २५ ॥
यदवकामिनोगोनाम-
मतौ मरद नङ विभमयाणार रव नदः
रथोटणाक९ (छा क९ नरि रवरटता४ नवगखिमि९ ।
म९ किरव थर खव छ छगदन ! नागयधिनः
म. ९ मरनाबरः कवछि कखवर< (मदागनशरा ॥२१॥
विभिष वनौ |
मचरौधवरनम-
याकिः करठरगो९ सयरखागकानदभरटमाम पसारोशनयमकटना कसनटर] वशच (गाकरयिगरः ।
८न) पौर म ए पकिनाः न ए चववीर मनानौकरछ
गपडादषरर वरमनाननरशव कनङि जकनायाखकः ॥ २८॥ रवाननख--
दिदगरानि विषठौषानि विषरानि वरन४नन४।
कशगख शममौव उतरामानि वद न ॥ २> ॥
बर दर--
नातरगकाबरि व निखमरववभकि- दयोरनिङ। निगनमिरः खव न कान ।
खानी छव कग] छशदन | मगानि
दटवमोषएनमिशोखनि नावा ¶४ ॥ ७० ॥
वय नागमहौरनम ।
ओरनवर--
छनाणजि खनन दवरो तरिव मिशन ।
सथोनिन) मानटपन कौरडनौभर म] रदभिः ॥ ०७ ॥
ववनकतोदतरागाम-
निताटयडि अनारछटनरि कना नाटथि नवरोशरटम-
1 नटनपखि पभनपवरङि कमना काटङखि कटकडि ए ।
विमतराय-मरशराकिगदतरौ कयवानगशः बर
गर९ तरमतखटनवम वमर मा९ नाथ ! निखा६ कङग ॥ ०२ ॥
स नोगपवनौ |
८छरवाटमव-
तन का क ककनगम कशचन
टकवना-दलनर भक मदाङटकडि।
ना या वनौ विनटगौकिकरौव-नननौ - नावा-वशनकतौ९ कददामि कट ॥ ७< ॥
क छ९-
क तराय मकन दयन वारटणव छश.९दत)
गरछ कषन नोदरमिःङ वरर तौ कव शरि यौम।
(पव-णामव-ना व शि-गनोख- वनता पस निट
८षवकौसर (एरि (म व गौतडकिगषएशनाय ॥ ०४ ॥
निटवरदख--
(श (शीरगोनक (र करनकलनिःद (र भिकनककरनटछ
ङ कशमोक (र भटछचककन नतौ (ङ मौ षद ।
८ वाभौकख (र खशर लसशटत। (र चखतो काकर माः
(ङ (वानीजननाय नानगर गत छानामि न ओर विन।॥ ०५)
रटछव-
जिना तसम शर9तौ कनगरन जतरम मौखाशटड
(भ विनकोषाड मनतननतन बरकनसोननत फाटमोकषतर ।
विट] तवव दरटपव नशटवर (कतव सबपन
ममा दररव-करगीचरक शटत यकक खा नय ॥ ८५ ॥
जटतनीभोनरडानाम-
छोट नि थॐग$न दतर जवछनिशारण (र
कनो वनाश दमवर चछद मटन बरहम मन ।
ल न शगली । क
कोनिमपौयिपर ननननकन गदराननध ददि टनमरम
यदनादिन गरकन सनतवररटन) गोर तौनगाननपर ॥ ७५॥
य यिकरकथो-माश खाम ।
।ङगदषवामोनाम-
खरमटशोगनिदरः पषव इवरिकषमख९। सपर मणि ऊव ड-कननोय- मटका ॥ < ॥
करिबरबर--
टनव रिवा-रषटछाभमरणटय नाचवरभमनि नाश कामलतर।
याड कमविदिबर पएिटमरिटन क कएकनिषबिडोमडानि (म ॥ ७ॐ> ॥
जट व-
खटा चटित कटनरिममटड सदी-स शतरा-यभतः गट । शिटनतरिएन एम न-रल-वङनः यटग। यटगोफाखनगर तरीपरहड ।॥8०॥
वोटवकशतो यनोकानोम-
ननहननन-ट कटी द-नौ नामखयरा षषी ।
निगरमार किथनरकर मिरवहन-नदनोडम। ॥ 8> ॥
ब शतरखा मिनोतोनाम-
इ९कथमर-गीटशाटशौ विशवरट। मरोगष ।
करवदडि ईनः (करकरः टा शमम ॥ 8२ ॥
कछए९--
ङटवद शम] यना ए उड (शाादवरौ ख मदरशछो ए ।
मदवागि जौरथीमि दजडि उक दाटातयातावर-कवाथमकगः ।। ४०॥
ॐ न नोगषावनौ |
गहत क-- य रकिननकषौरवि कामकानार श गिगक (योभखजाम। गाननपलशनौ दिटकछछटमोपएन म) कामि. नौनावङ मा शव | 8४॥
अथ जङख-वानम ।
गतरणकान -
रटशननौ दतर ङाङिभिनदणनः वर ¶वखधमयिशरः
ओव रमाकभमी व-(कोखरधतः गौरा सनय वरम । (शा नीना९ नपरटनारगना किर" (नोट भमया वड (भोविनम कनटवथ वामन वर पिवा कवर रटक ॥ 8८ ॥
ककष
खशमागसिख- वाग कनत यटनता रख-क न?
किशिरकशिगड-८कामनाशवशहि९ भाएिथमोटवकरनम ।
टल) नाकनिनदटवगदरनि काया तगरखः भष मन कनररटदरिरकरननिखर दाम कशदवरशनम ॥ 8५ ॥
शरकरटवा ठमटणवमा-- यशद विनिरिरदरणर एषमककङटयन दिकनरिटखाङधनम
विनः एशानगशमः दान नयायि मरः किङकशमम ॥ 8१।
रद -
काराषटनाएकमन९ गनिरदिखतरौ- (मोखा गागशम-विवरनौङख-८ कमभ नम । गि श वरशमगववौ कर-दशमनान-
गदाटाशनशरटनमि कना विटमदम ॥ ४८ ॥ सय जिकर उर कसननाम ।
वोजभषावमौ | 3
णाकिनाोखाछ--
अजकिर-एमगछि-थरिख-दखगचौ क नोर-गनिना कः किमिखि विखाखशरवरम ।
य वरन-गखिमरर शङभदा कमाता र
ए िथववर-बरङटड खभदखतोटगर नम ॥ ५>॥
८योनएौलोदन दाक}९ यगरवामनाोकानाम-- रमम वरविबरिवाकागमसलङामशरवानः
भव ३व छसिखाना९ खादयौ द (यथः | निितरिव निषनागर डोवदरःवानगरान छखिवभिव कमनः (न) फोडङमापराखि (नोतरि ॥ ५० ॥
अश रकना याङओाम ।
काकछिनाखाख--
वशनाप-नोवरण नतरामवर-शरऽवरोक-
वाजाषननौष-खक-(गौन क-ोशर-फोनखान ।
करकयाकरटनोकव-रिडोषन रा ङनापौन
शनानिनान नतवरमडाशवखान नमायि॥ ८>॥
कचषटिर--
जदिटकषगः खव गकनौकिषडदरटवगनाम किर कौरडटन
पयसतात "वर उचचि छकटन गकरो? चथ? शखटन । अकदखरिवनफटन किङ 1चछशव मटवारषछनः
मरवखाख निदवषटम दनितर< कष छिटवरषा१ भदरम ॥ ८२ ॥ ॐ<कनख-
रतखा नटमाशख रव-वातरिरि-नौरग-गड-
मर मशर-(माकऋ१-दिरकन-गौषएपक३ ।
भर नय भि गतोवलौ |
कटरखिवरमवननयवदमन (पषाम
सानन भर वड मरखिड-(बरामलनपः ॥ ८० ॥
मशव ननतछ--
दविग) खनी म-शिमि ड-गनटमो य कङिनः
मधवाम कटय] परनय गाननत-मनिनम।
खटव) एछरकः वर शकतसटवीवरममवटन किमटटराटदरमममपन ग नखिगटवः ॥ ८8 ॥
मरदकख--
अड कः मविरा९ भच एन कबर शटा खवा कवरः
(गकर शशडि (नाषटव९ किमशवरर टम गषि९ ङखाव९ । हि ददम निनो गकनव९ कनरकय९ कषद
मशमो वरः गद रिद९ कियनतर (९९ निख९ ८ दरव९ ॥ ९८ ॥
यियोववमवखखो न नतोनाम-
मौगासमोवरणम। यनो यमनः जोवतर वौबरौशपव भपददातथ-कररक-करकम-िवार पतवरशाश दा रटवरः सानटडोरगि न भौन खडस चर य दकिमकराएटख सार भविपवसगदछभि वरमः शवी न करकौ -गपम९ 1 ९७।
कएि९--
क{ मदन क; ८कए९ (क ष९ कब वन क {8 ।
वष दितामानोर शकलोनौवनष क ॥ ८१॥
थ ख ढ 1न९ टत छि ।
ममाश टतखानि--
नमानि अनदमरन (छ सरकखनाः रदडि इटछ९मद
शायानि यशबरहि रख कणकशामानि (नलोभनम ।
लिखगकाोदनौ। 9
मायानि खरिगकनोः भरदरनिकाखाङाकगरवटड
कायात खएएटलगायिर विदरख.नानशि नः (गीरटड ॥ 4
भधनागरामि म रलयरटव शषटौवर-नानयपर-
आाटरगाडिभरशौखमशनगडिन) (कन गङरशर९ ।
पौटछनाण). सकनपनिन विवष-कोडिषडितोकोगरिन।
षामङरि-कर उभषव दतर ! मणिषठगखोशतर ॥ ८> ॥
दिवरख-विविश-दाटथ लोङिटवनषशाटष
-दववछि खवभरटवर गसबटड। (म दिप ।
सनदनधनवटक। र] करगोटकभगौटम। मकम कङ-विनखः (एर रा वनशचम ॥ ७० ॥
कशवरशतोनोकोनाम-
नखान दा-दिषिटखः शकिटगतरीगपरनौन)९ करटर-
म करक यदरनन-विनखिदरनः (वरमकवान यङकटवरः!
माकटनोशनि शकन ! गषटि छव चखा इ तमो वटन
करि यनममाोन ! (एमि कषर नोयानि नपगराखि (ड ॥७३॥
9<कनख--
अ (जोगमौ-भदरिलौ८ य शसय यकर ।
मभाएड ककनाभषड ! ग जबर ङ खा दघतर 4७२१.
सतरोवटमनख--
ौनदकदरिरटि नीम (ख चतरन यामटवसछ ! शछिरखोदद ग गदद ।
रछबदमगच) दयि कट मोयकर सपमया ख कशनपर 4 «० ॥
बनपरछ- ` `
चछावकाव एषटम(थाततय) उव का रनवन ! खवः ।
(मबक: नरमथातशगः सदर वाखपणद | रि (क र ञम ॥ ५98 ॥
{ ३
ल नकावनौ |
कखहि<--
गदष-कन मिलक न खव९ नत? शवरय-(गएारएय न रि बर नदर |
दखि दिषटा शषत ! यरि गौगत सषरएिडः यषनथ ! खौषएवर ॥७।
क खषटि९--
छटवाखव-(करम-कग-मखारखः नतरिययिशिस-क] भश खटवर ।
निगरगीखोः मशव ! (य गटनोरगरङतरविगतको शषएटरकिवङषएन ॥५७
न धाटडशमि न कौरशिछोशमि न गमाभदरोरछाशमि चथ
८न सगरा वटश।एदवर उव गषाटखटछ ए छि? क ।
(रना? वषदशवखखनखप €] एमोगौपमोः
९ ककरन! निटई ! विषशङि ककना९ जक ! परौएन मतरि ॥ ७१॥
क खए९-
भवतरनयमि रटव टछ बटा
खय गधररणन दासटकव विटक । ` निवरवरषि कनटषोद-कादरिन९ भार
भख तशर खनफौन ! दक दकर ॥ ५४८ ॥
। गाशिनाजाक-- `
तिनापफौ मवरापव ! मिमीतो मतरा |
रना भदरापव ! निनाद शदापवर ! |
निनोटड भवो! निनोसड बरतराधवर!
` खटबटक1 भरखिनखटमटक) भङिन‡ ॥ ५> ॥
खड दरः-
सभि ननखनख ! रिहनरः शङखः यार विषटम रवाबरटव) ¦
कभश। रद गोपक दिर-पनौ-गतमः दिषटि ॥ १० ॥
ख विधरमरनद 1; क
चश रतामार. निहा +
यिनाकपसय रटोराभा-
न वर कव] म खोरकिक) न ह (दताङ-निरखख-गो वनः ।
नष दामिनिदातरकाः नतरः कणर दरकिटमवरकिहनर ॥ १; ॥
ककष शबरिदङ टम यथौरवगरः नदर मवएवरा न वदर विशवरगरायः। दबचि-वरन-गरिवरा-यतोखिगदठी इवि विलशोम नम निविभोम ॥ १२ ॥
कशणिस९-
नाङ९ विदथ) न ए नदरधडिनरगनि दवन न गदो (न वा वरगौ नष धशभखिटिनि† वनद यडिद। किष ८ शातातिरिल-गवरमाननत-न वीगरापक- (नौ रदः गतकमनटपरममामाङनामः ॥ १०॥
लशवदशरतो गोपानाम दका नार ङरि जमखा९ तिरिदव-गखाथ-कटशौ कमर मखा नननदरमर वि का ब-वविरद-दा] छाय ङम ई ।
सनवाकः किन वलनवौ-वरणविपम वनदौ-नानटम। (शरागः (कगि मटरखनो ग-कषकड गहः कौषट ॥ १8 ।
मोषदवछगतौ वगाकानाम- तम९ थनरमष कदिरमिरई। दकतामखः दकमिदरदनि विषटः ।
वह कषाकनिखवरशम९ भशौखदशमर कयनि यपरायः ॥ १० ॥
कविवरबरछ--
दना? कियन शवरमर (य जामङधि उडर
रवा थ? तरमदकषयवर ढ शरा या) |
>€ वननविनौ
सनपराकङ थङरमिपवरहरवरदर 1 कविरन (षञामः कमक-भदरिषिः गकणाटकरररमाञचा॥ ५७ ॥
; >. टव लार यारड न गारजिदश^९ टनटङ चक (मानषठ
मकषटड न ए (यागमिकिम विपरः (याक नाकाचछरडि । कानिकौ-वनमौगमि हवरड एटनरषषटड) ८कवमः छट दकरपि वदनवौ-ङखनङायषक मटन) दद ॥ ११॥
विवावटवहनवरौनोतानाम
गकषा-दकन छढमछ रदपठ (राः परान टाः नटय ८ङ (कवाः नखर उरथमविददौ नादः करमः कयाराम । . यञ कानि निरमा साषदकटनाङःमछ कसमदिषः
दरश वरमष< शवरामि छप मक किमटकन (य ॥ १४॥ ( छनः ानगद< किगन। न ४ किः मकता ए वकताखदर- (दगर (वपरमवान माशन मनपषिरोखः ऋ । वटव यरवशटरो कदवनिषपरः थाः करः यावान णडः एषि ाफटदङतवरगाटडापक ममोरनिमम ॥ १>॥ )
कखऽ९-
(मदकौखनगरटमदकौरदन (य रदागि म खवाभि किरः ।
छ९शट९ कन म९शवरशि व] यानम, दर दपदएणनिरम ॥ ४० । जगाददनन-- |
यर मो९ निग नौखिनिगना योङ गटवपतिक) `
मनतर याङदमशरा षरिगरर मदार (माषवराः।
छनरडः शनिएन) विषवकटवा कायः मराषाशिकः `
(माङ ९ न कर मनागि मन) (ोविकासयरोम ॥ ४>॥
[॥
नीनिशगमायमौ | ५५
िदरवगकागादाोदरख-- छागतयव भतर करनर शदरौ मशशतरौ वदरा।
वभरः ९कटगीवरकर (दाशर लापा अद नदत वरम ॥४२॥
शदवराडगोोरबख-
शरवः नछवर विगककिनिवरमिर बराार कटर धवदराकाम।
नढनानरोनकनटडः (मवापमवाखविाशशमि ॥ ४० ॥
9१ कवौकलख--
८करानौ शङग ददकमकि कनद
निखार कतामि वरयानगथानगानम।
धवकवा मथव] नरघक निवामः
श} वोरटणव | गय नखि १ङिदणशच। ॥ ४8 ॥
गिकविदराजमियख-
रिम शता] व] दिखरर शदरः वाभि।
शरथ दसिरमनि यार न भक (कमव शमौ ॥ ४८५॥ सव रकोनाम ॐररका-भोरथन।।
सकताए)वीनाप-
नननननन नना वविननटशा४ छनतमान-यकवरनददिनपव ।
भिकषवः नवम-(मो चाममनफतार नमपरह समपरर मयानिमम ॥ ८८ ॥
- जदरवगङानीषामरनाम-
दर ददमान मगणदरषरमिर नः शमौ खटभौ दशमौम शडि मौव चटङ। ८य बमनाडोवर शिनः वासा ९ ॥ ४८१॥
ययद विनछ--
अकरमो निङ-ककशदापिकारा९ रयनानरिङ-भौ उमोटिका दभ 1 बदरनो-कमकशिटर बरडागराः यम (वयश कपश-८तवखापराम ॥. ४
1 लवयशकशवमौ ।
यरवाननछ -- सा तक-पोरघनगरटनमा मञरनाखिका कनरभकिषि-ननिङर वशरटरोपशनः } डगर म (मदमा शणपराशकरर चिव वनत वौननबरनोनबरषक व ॥ ८२ ॥
ञमारदटखो बढा कीोगोम-
नादनगौमखवछ-यभतियनङवरौ-नवरौ ग} कः । र) कनाना< शणबरः कशठरिनोवरः नबिनकबरष ॥ >° ॥
(ङदटमव--
रदध छनि खगरनि यल (ख बदरनौकनई ।
करनटभपरडयोशराखि कि९ ८ निरवदोनवाष + >> ॥
(कसो ९--
साख) छः वयतो वरणषछणमिद य वार नद९ कचचर
च} नादर रव पगडय वष-गा दभानचरौ विव। (वयोषदवासा९ ए वविषथगङ-दनिर।-गटनमवागद (म ९नटवशर एवि ड कग यनिगः ओक ! ना साड (ख ५ >> +
वटौ सडशरवः- . नपरनर गनमखद वरम! वतमर नतशपकढवर तरिवर) ।
शरनटकनिषङिः वशर कष द नागथरटन खविसाछि ॥ >७॥ म शनरम सनरन सनदरौर कविरा९ वा सशम! कोमदषर।
गम जगरनि जगरनौषटवर यखररकितरदशङकौ मि ४>४॥ (भोषौपरख--
(ग दकन-धट-न वा षद? कनिकक)-मदनौनभशम ।
बका दटनापोबर-रगानगादौ खगवगरजाङडिवर कवर ४ >
यव ज गषाौदनौ । 9
यमोशवखश तौ गोपौनोग--
अनक वरन-एरतरो-ए गन-कर-(नला शम गछ ननाकबरङ७न-नविरक।ङ-9७ मः ।
बटकोललमिर-ना गतरौ निकवर-बरोमनोटछारखकः
म (ग मशि मौनघम ऋङ (क)रति (भशालकड ॥ >५॥
अष रकनाम छरक |
तवन गादागर--
खरर? शनौन कलौ किथिर वपर मोचयः षङगः 1
खटिगरड शटिवरव मघरटनतरोडौबरौ खि नतबरः दकर ॥ >१॥
रट व-
र९ अङ कथशनिनौटम नशथि (कोवा रोखिमगरड ।
<भानखरिनपराकट (गन वधनीदििः वकव ॥ > ॥
माकटयोयणदएोरकीनोम--
खण ङ९ कनङङख९ मर गबरिषटिरवागौ रिकश निककिर
मोगाशमा दिषटिडद मोरथामदनिधदीपण वोम मडिः |
वाड} शवरिनौीनिख४ मवरङमर किष ऋदगमाशतरौ-
वातर शन ननमरष-ग वनौ बकिङगो करद ॥ >> 9
८ङवाटयव-
अमनौमवमौधयाधवरोगार नरतरौ काएन छङतरौ कनानोब ¦
रतनी ककटड बटन) मणौशरः सवरनौ नाक रनणव मवरापतरः ४००
कखषि९--
यनदवररि मटन ८य ८काशगा भरर कको गः
यनर-यवरिङ-(लो तर शङना-थोनएोगरः ।
ङ, लतशनादमौ।
वनपर-दमम-(ोपवर वानदशागौीजनानः मगरन-सकत-(एोदरः नना मलानम ॥ > ॥
टवििकानख--
अनर खिरिव-वारडपरा किथिखि मारदटोमयिसा
विषवरखतरदरछिनो खद (याकनशचौ बरनि । कनिनभितिनमकिनौ ररनिकशनटभरटष
भट) रवरछि (कवन नवरगामनोन९ मड ॥ २ +
भरवविकशाविटनाकानाम- `
खदटन)किमङरटयापिखया निभि ख नाखिबरङत 9६ ।
सरधिवनपावनकचः यवरकषटनञजर मभोम॥ ७ ॥
जया वटवख श वौ नोकानाम--
कष] नछामि मनश वानकर नौशभनकम।
गोन क९ मरदमदधना९ नमङिन कनकम ॥ ४ ॥
नमो दवपसो--
कष वननावरदभ निरितरषरिडङ मकष-गशिटख
गहय {शया यर एतरिङ-नर तौ (शोकन नट । ननम टकरदनननरमो९ (वगिखिबर९
कदटष (मरकट निरषगनिदग कर विषठनिनाम ॥ ९ ॥ ए वरापदरोदङ नणौदङि ङ१वनामनि श
वोन शशरिदलन नटि कशनि (सागनिवकम |
कखदिःरषौखय) ईखयशरविम। म) मषदविदनौ-
बकशयानपरकर कडिभिवदरमापदराकाि कक ॥ ५॥
लजगषोवनौ । २
ककष
छ९फतर खानि क-यटनावरयभग 1र5 खनकरखष शा दरदिकः । भशनगरम गाफमतरा कराथर कपाः कषागरा ऽणि परकनयर ८ ॥ १॥
कछ९-
(ती रि नौवरमनयछनषखि-८णौरगौः दनक ]ङि-मङखिम ।
कस | नखन-जमा न-(कामना९ (कशिना९ खव ९ ए विगव९॥०॥
| मोरदोगखटट -
वभः (मोल दिलशवसमौनामान खारन मानाकबर-ममनटतर। (शागखौखिः मशवौडः। ८नवोननप करवन क ! इ (रपरोन व] टकष।
मरव कोया$ मनगटतावननाकर (य ङणागौना$ ॥ > ॥
सथ (याकतानातवरः।
निवदमीनिनम-
छकछिः (मद] खशदट मङकिखर गफलशवनम 1
छक बट मौनखः वीना वथोङद. भमिषषि ॥ ०० ॥
विरङमर--
छवदरषडिएप रट नगशषायि नबकटपर।
रवान यड वर९ शाम दखि चढ दिनशाएड ॥ > ॥
ककए९--
ङख शि परटड मिज! शरा खन यथ मानमब।
विदरवकिटनासनि (व कग1खकम मारिटक गलत + >२।
३ ध 1918
कछहि९--
क) दः भककिकरवा शरा उव कशमफकनरारिर यकरनवटतस (तव छदटङ) परौ चमस यागरिख । रषव खडि मनागनानमि कषर कवापनोरयी९ यरि
तरात) निखमाय-एनतमवमाएन न (नाग छटव९ ॥ > ॥
` यव गरगदरच-मरिम।।
णाकरिनाखाख--
यटा विषम निनायौऽ कस नवरवरिटिवकटव कोङिवदि-
दिरषणव टरदञवाना९ कनिमनमथटन नाएरौरष वकि !
छविटसरशनीमि यदत मकमकलदङ नसम मा गङधि-
विरव मरखशवटदम रगिखचमयथौरछ व। नावरकौ म ॥ २४ ॥
रखा डि यतशचिमकररङनमौ (ख (डा र९ नका. चनपविकार वर बताना नष वरि -करवकमा-मकरखम ।
जिनाशौनमङिः शिरि वरिणटनषरसमकतज९ कि बर
ग मयो पनिनानगिषटयङरय। (कारटभाष (नाटक बर ॥>५।
अथ ९नघवणत-जमरभम-विखि$ ।
कतोगाशज ० -
रिख गद रटक बषनि विषादशच वखनरवाश
षरिकछौटव मय; क-रिशिनिर) गवतरिटन। | यदगताः छटछ उखबवखतिएडगरधनि (ख
यथामौोरापयाखगररभनरापतरदनि ककराम ॥ >७॥
ठत नषएदनौ | ९७
कखछि९-
ष थौखिविरदारनपठ बदविटण। ! करगिषड पाषमौ या (भवनय, य ए गशटक टर बटमीपोरशिड ।
खावरदोख-मगरिएड नदबरिककटदशवटवर (सारिः
थ] द। (छ तरिखामिनौ-विनिरिपरशपशयागि ऊामरथपर ॥>१।
भाङ,$ --
छोपवर शा यनपररनितड कयनगर। वियग कमि
पतड नयटनि उसर मधतरदम (मोगोखगर नड ।
। खवरषखः गरखनीर वरवानिटतमीगरगरा
करटखरदधिन ध वरङखयरणपर रवर बरपमानरौषवर बरणिम >॥
अथ यगदर-यरिगा।
वदरो ममाररदः--
वौ ख गछिरटव) ठनरथशफगौ-निष दरङ< खावरकः
दीम (थमदरमख दाशखि-धदरा-मनीवरकर गादरकम *।
<पयद निवामिनागमरद एिषटकिदखिषबरर
मथ वामनानि बाशदररवरौ मदः यबर ककिगरार ॥>>\ विखबरखि बतनरमः थटटर नदि उखमानखनार बर कानि;
विटरमि वर छकििटयाभटयर खव मषट मङगा जितरागदनिः ।
कखषटि<-
(ङ शङमपटव ङटयव निगर षामि रमौरन
निवकाीख नखशरः मख? मविशगरखा९ गर मड नः।
# छावरराषछामपड गदछिः (अगरकिष शोदरक दड--शराशवएनम मज
व।।था८न मरटवकिखवाम | .
२8 वयोलयौ शक [वनी
रिख) ङ निराङग ९१९ दवक कशग उयाटछाकदिएगोएनः म रभदान (यनव दधिः ॥ २० ॥
कविटमयवरख-- `
भरलामौ< किन नम-मणर चका य)खवकर नः वकषषटम कटवरारनि कामखिवरन वटकारख एटशपवरः ।
ठ९ म शवर-वषठ-व,-िगरन९-शोग धौ तर निवन याननतारधदरः कत मधशरमौर शचशरिवायाशम ॥ २२॥
मम) ६१- ९
रखारिना पिधकवरमरणमडटवाशनि
खषायान) स वररनणरषरारदषटव ।
एखन <1९कम-गम<गएवखि- व या
म बराकटखशण) यत रबदराखषनौ ॥ २७ ॥
लटन विमरियोनीम-
दट१ अधत मगरटन रधन वकटन गरतरा खट अबनरा।
शरदरटट) यशदरा शबरटड। यत अभवरा सथ बभवा बरनरा || २8 ।
खथ जननन-शना य ।
| सवरदनङएगोधाोगर-
खडियनदवर बखिनिरटद सोवररगटछ उख रदो छ४ ।
अदमिर मनदर वटना यछानिटनम गबरः वकर ॥२९॥.
गगाद$ 5-
मक काकरमदमनर सनव कः मक म-कष-नयनम ।
ननः एनमिन-दशदः एनरन-८गो वरिष दट ॥ २४ ॥
नजभणादनौ । २९
सव यिरटमात-दनपनम।
रटम}व--
अहन-गष नारा नवा-वनाजो९ दिरवि-कछिमिषएपराम।
दिदररडि-खग<थतमो ताः बहव टमा तो९ नमानि ॥ >२१॥
अथ भिककछ-टनगदन |
कमाषि<--
चअङिटनोङिख-कनर-षएटदभ९ चशन-८शी।वरएनोखिनकम ।
द$-नदविवरिख-ण कर मदवन श ननी दविन, दटनत ॥ २४ ॥
जिगङनमा-
सखटकषामनोनि-(नाएनमा भिदः नरषा) 8८ग क९ छनः
मकाः अन.ख-एरद-किकमनवरः दटछन मरम ।
माल) ए कनि-नानिखमः वन (अत बरगा८4 बर
विसय कडोदरकटनोकरदा ग-दवन) कखदरखिः शोर दः ॥२ब१
क विमदटटोगच-
कनमनर क नगन क नामिक) क खख निशखि (नङ३ ।
शट रद निरिराकमौषएन दननदौकनगननरगर< द ॥ ५० ४
वदर) माटछोमणढोरवामा--
(गोटभशवतौ-दमन-क९कङि-(नोन-(नयः
सोरषटयन शतवोमङ गकदरधम ।
क ङिनिद-गविरसको-य दवाः
दन९ रमोनपन- नौनयर९ रख मि ॥ ७? ॥
ङतानोयणयनकानि बर ह) दरपनशनम ।
ङरामोरमव ८ कष ! शनिभमतरिडः वशर ॥ ५२१
॥५।
२ वयजन वनौ
खय] ¶यर--
गकदरषरखटनाममकम धौवगौनमनक कटलकरनम ।
किङवि-वनद-रत-नशटवर दरशिखर नग नननननम ॥७७)
सम जवनतोएौ-वननम । <धटडो करषि९--
सख छ रङतण1 9९ उभि र त< ङ ९ नत तर ।
विनिङछ-कषभननप)म खरद वनपतषटौर वदन ॥ 8 ६
( कणरयाश खद दनत दरना योर} वक
मरि कशशिषमटकवोशरदतोनीशववः मा९।
खशि ए नशन) ना९ य नटक नमघर
(यङ वगरङल यश खबरहद<मख] वम ॥ ०८८ ॥ })
सथ ९मनटवरनि ङकनष ।
मिवाकन--
खदतमधटत क ८2 मषट करमप न)- ननिकरानिटक क (न नौख८नन ममङधभम ।
भिखवरिखि यकन कटकः) वकरःखटन निरिखकितरा-
तरिङङ-शरनक (खवः नोस)९ शऋद।नमदिथङ8 ॥ ७७ ॥
जिम कनरछाणवार--
वनयानिनि गिवरदक तननि वादन परषः एवरिखम । नद-नव-(भाशदधनि-नधिर-नवनी)पी नविपरि ॥ ५१॥
एषछ†वनोमशौ-वषटनम । वनबानिनः--
मखकति९ रव! खि छरननोः ए फरखवान कटख
र घए. चिविकनपतरष नगननाोननपः कदनीगनम |
निभो भफोवनौ | २५
रष] कः नविटनङनषटनणप। काकलिर चनदन
(गातिः शरवरङः चनोर कन रो गडा मसट] शविः ॥८५८॥ भोतकरख-
नौर नव. मवनीख९ किबरएिखि कपवण बटन शषः
ङरणिखि ७करखनगविषद विश ङ-शनि}-नदवरौ ववः नपर ॥ ७>।
पौगकश--
क यामि मषक (षमदरिटक ] अभिरर ९ एद पिडोपरमिर मयकः दङमि ककटक कनककभ।
खाप मवटाभिक)-कषएयभर मिगशम वना-
बरमरशरनकमशटन) सगरि (षा कटन (कमव ॥ 8० ॥
खश शवा-रबरणम | कछए९--
एवश-वनोखराखनः खोदरएरकमनखोरजषयम । माडरोखि-गदिदरछिखानन९ ९कबयवर किमि टनमव९ छट ॥8 >)
(कसर
मरभ दनोरयङि कम गिर खविदकोमभः
एष) गकखयर) कमोतयगदरः मकिहसन शकर ।
मगः रि रवान यगराढ उदटख छनि मयः कचिटड
य] गार रम-कएटमाङरनयन वादन) शरः गौर द४॥8२
क छ{६९--
एदिगिथन-निनाटतखा कमि य यखोटड
निरगकमगो त" वदलदौना९ यविदः ।
यशकमनमनौटबदा® निदधन पौभान
कदनिर-नवमौडः शोङ मा< दान ङ ९९ ॥ 8७॥
-3.॥ चल शकादनौ ।
|+
मटदा गनौ निगमिख-दरद९ किङिनीमाय भला कखौडगर नप ङिडियममनमः विशच । खटकरकरा) िङमिरखगदी वरतमन मधयकीन। मोर? ननरपिर वरड सदवि ट दरयकषदौनम ॥ 88 ॥
ममाङड.४--
गएकामान वोतरोकनदवि विषीमर खिषटवरान
मगखगोटनान९ नपरनदभन९ रिकर विकिरन ।
भि ९ विलपवक,९ परिशवरननौन ए नदौ? जगः (न गीनो९ यधचिशर वभर थविगिखि ॥ ४८ ॥
कमाषटिड--
मषम कौदागिटपदीन यरम रकमौ न निषटई- दराख।गरखोग ङख मनरि गकमभरन किङकिगो (गयनासाम ।
वा वबशद]दरर विमरीटन रिगिकिनि दिकिवशटतराषएटन (नान डटर
मनतरमनतः समकः गविमदरनमटड धषटनोनोन दानः ॥5}
खथ शटतः शशरोगिखम ।
मशतमाः-
मटछ] खो शखयामाजोगि टटड। दाटमन शतव
(कोट कगन९ कवर सवरगटङ विटखम (न) एशएम |
३५९ खशरभरमा टकरतिटभोऽ खड] कनछ] चिदर
किर किर वालक } छनतरनोखारषडिर कड गाङ, दः ॥९१।
खघ दख--
दौब] शबिि छद छावरमघवरि न)
नटवष कशमषरकः दिनि शाखषामि ।
निशिगणः।दनौ । न
डराङख-खिभिख-(भौनदध-खखोनि "शर[भरिखानि वङटकव निटगख खडि ॥ 8४ ॥
यरटपवम}-
<टड नचछम ! सोनकोदिदररिनर बोर (यतरामत
मयगगोव {दिवौनसरखानमगयो कतत ककशनिनाः । रः व खट-नरवव णनदर (व बरागशन। गकरिङ
(मवार गषिखय। भ वः सवष खशच) बगटना रतिः ॥ 8२51
निषलोदिखनन-निकतम1 रि ।
ख षन छिद --
कानिनपोशलिदम भमनन गष) टनटनानगदनानम
माटशविमा छन पन न यद नवीशिदः वौकतटम |
पषटः करव टङौतरिघड मनिगरयर (नटनरयदनगोनदड-
दिलवमा शरघवा रमतधिनवरखातिरमम रजि गाङ द ॥ ९५। खखननतनमा--
वसम ।दत-कनत८तय वविषटदन परवथषटत नद}
शससान वौनछा शवः तरोगनकषर नावरावरनर वासमि)
टडाकमा वलमोनषरा गततिनोवदााजञशखि शदद
विटकोषटदम-शाए- धौ एनदनोपरदा ङो वर सिम ॥ ५८ ॥
कम]ए९--
परलय! नीय वदव क९ रकवन। मीषरखि <३ खः निङ
व 18} गङवकनिवषटन मवम कडछमार व दारवनई ।
कशटमाखि शरबोङनयीः निखकथागाकमा नाटय)
(मोजिपब क बदवदरषछ. वरि दाथ) विदरः नाड द ॥८२॥
७० ज मिगतवनौ |
मकवाननतमा--
छाएमाकखः। सगिवि न मिट] ८नङि माशच निज
निखाटरटड)४ गन एर कश क।बगरववौः ककष ¦
वकतः खातरवर वि बरडननानवर परोवरभिया-
तरिङाङम) शविडमतगरटर (कवकौननमनम ॥ ८७ ॥
सथ (नोवरकरफिनोन।।
८वटजशव--
(मदर)टयकखखद)-दनशरिङ-नशरो-मरफि, दिर-वाद- तरीरन (गौरकनौखोकनवबरषटिङमितशपमयत धथनीटर१ । रभ ऋटरोक-षगर-मयतकन)-वक- पौरवकः
कोरटतागीनमरधिम बरदिभरददर)लख- (ग बनौ न ॥ ८8 ॥
८कनदषरवि-
यो वकटभोन) यशवरमवनो एग) ग कनम
अननणटनत वरर मकटगटन ¶एटन तर िवङधि । भ व वनररन-यवम-)म- लक) विषव
योङ] (वकषन निए दो-८णागि काड) टवरष ॥ ८८ ॥
सथ (नोनार (अटमोर करः ।
मरवविषटाविटनातानोम-
दवरवी९ मानगवरिथदशरजि खबटन पकाशककानमशचनस |.
(गानौनो# विटवषएटम९ निधवमादषड वटशमारभनम ।
गोषठो मछवरि९ विनामवितरदडौ न भर दचषन रटनतोदवदरकरनर मवरवविटनौ द रय दवाटनककनम ॥ ९४ ॥
यि ओशगादनौ | ४
कभाश-
विटनाका कष लखवा मटन जटवखिपरोगर नरनङटमव । माकन] रटषदनिनाकछकरोटयषटन शरन} शवणखटथव ॥ ८१ ॥
सथ (गोनीडि मर नौन।।
यन कटव।डबटकवमा-
कनिनगौखनटकनि-८नानखकरगीत वौख-षौनारस क] निरनडाजन खनानि गीविङदणौ रौटनौ क} गरदद। पिम । खोटवा शा ख-गिनधिककखवटन शरष< छतरा९ गशडः (गपोटवर मञचमरशचिय। वि मरटड मो कख- (व वनि ॥ ९४ ॥
डोख कषम] खव ।
षिशचीवना-
(खम-धरादिङ-शनिगगम कलन- थक ख-कटमनी तरा द-
विखखागविखनटर) मवनिकाः नोत दिटननशवि ।
नौन)-(वलिङ-दलन वौ-कवनिर-ख)ङम] दनवटन
जगरा कशमबविटगोङिरकर वशर गटकामगर। फ कडि ॥ ९> ॥
सिकक य शमतनटिनि वदायशरर ।
कमार
खवचनि-रऽव-कना-मभतोनन मः
कटकनि-८कोदरक-कदतिङड-करमन वरः ।
(क)]रगरर नवोन-निकटसा नन-ङना-(८गटर
शमबरटदण मथि गाम खअवनोकटवङि॥ ५० ॥
७२ जीन शमदनौ |
“किगरक९ शरनकषाखोम, शखि वणडौ९ मवी थखि
मरददविकावितनीगोनाम-
डम रदवा नत-मटरोतव-(मषरवथ- दर¶म सवर कनकवकनिखर पवनः |
खग -(मौ खिक-टन)रत-श त-वकक)
कारमः षव खनत नकश कटति ॥ ७>॥
मटशाडदम ।
क {४९--
खि (करनि छिभित-खनकम? किशकिशिड-गकर म भमरखि ।
यनमनोगनि निमया क) दषनी वधरसतपरा शख शट ॥ ७२ ॥
तधा शरवत र ।
शरक मटतवशछ--
मटौर मगरश-वागववागाघवपगरङौव खटमोविकाटवः ।
फौनानन) दाषरवोषट बरा) उप] उपानोखन-मनरटथ म] ॥ ७० ॥
कवषक--
यवय गनकट चनकणएितवटना कि ८क)रनि |
मनिनौषन हव मलिन९ «कवि उबरना रटड (एङः ॥ ५8 1
खरर --
खअकनरोटककञिम शदि मयि यपर वगरनखर '
खर] पट शरर नवखन शतरा गन ।
म एग. खकरा] किशवरिककङ मर छोटन रर र प
गएन) (न बनन कषएन भशकषा म वनटड + ४९ ॥
ल नशो | ७०
कख९-
शरटवा नौीनटका।९ तर] उपक यशनाडौ-गदियल-
खटड। लौनाघवभ-कगिरमङर काकौ कगदरवः । रटङ विषाषननौ -वनरिर-षएमरकाव-नरशवौ-
उवकनालादन]९ उषटर मङख।नम ठप ॥ ४४॥
कदिषकख-
यपददि वथनपराोव- वानो वरकट
गरतवरिशधर-गषगौन। (नानो गटनाकि । रएदि यय एड कशि९ काीरमोव
न रि नगडि बङ कि९ विदशबरर न टन ॥१॥
कखहि९--
अण सनतरि कनिनतननिनौ-डौ वकशङवि (कनिननमः ।
वाशरन शवनिङो९ शदम रय ¶टव) शवरखि गोगक९ यन ॥ ७ ॥
मरकविटनषवर--
यणवयि शदननननघननमः जरशषवरि ! (गाषएनटभषठ दरौ वदद ।
मदि यनपरानिटनरनटन व) मशख-विषट वर-शवराषवर यटन। (य ॥४२॥
न वनख--
अममकषगममममममबनटयरा निम ।
दहलदकमादका) ररि-शबरि इवरबरौकरिखः कषका९॥ १०।
गकमजहएरवीख-
छथाखि यषमकरयशनः शवाखि खएरोर टदनटड सरम ।
चिषडि कटगानगानौ मथि वनमोनौ किमाएनाकि ॥ १>॥
७8 जोओभषावनी ।
मषमकविटनषव-
छगवरि उगागखटवा मरि गविगखभदतिनपम$मर (कारचि ।
रद मतरनौ-षवनो कनयरवीमामटव) नपरखि ॥ १२॥ कखषिर--
रख कखमनि रः रिपकरटट यममः मब न माष यरदटड ।
दनवरिनशरि यननाकरङकनन९ ए विरटनाछि (वना म ॥१८॥
मरबविषाविघमातछ- करक नकषन मवदम) गङगङिएवरिङक प करन किमभि ।
विावरमरखि ममर सिद-निव भदरनौ रबर ८ड६ ॥ 48 ॥
उटमाव--
खविनर खदम] छादगरिज९ उथाौखकार)2 ।
छगयमन९ वनयानौ यौदधतरपड न नरखगरि ॥ १९ ॥
कम1छ९--
ङद (भ षटिखयदाना चखदः कटवर (म नीखिखवरर भशशतर
मणि वटकराकङ याङषनर यमा बनफ।दन-क सशखम ]४ ॥ १४ ॥
कमाण९-
यौ निर पिन शर मनषणरा। र. खकक ७बरदः शित लसजब
ङा वड] यणि कनि कनर रथाख
बरामारपक मयि उदन यदटनारवा भम ॥ ९१ ॥ शता कश--
शानौ कनाखि कनाख९ गगरिखन) निकङि निग माम सच, किः रषडामिदर सनखो (योर मदमानखदम ।
लम ज नशावनौ | ७९६
योगो खर शनटतरलणद यपर एक तरः तर
(यन शरित षरट ग वरदविटनाः (मोनगरामो वरः दशर ॥ १४॥ कछटि९--
किर दरशिटनिम यथषएडि ! भटनातटथन खावङिङख सरकखोनि कषर ङखौनि।
वा दटलद यय खमरकनर९ गतोबि-
परलमर नषि विर ¶१खागडोनि ॥ १> ॥ कख{६९--
ररि षम निगखि-ररागोखकरममिखो शग व) | वा|
शरनवशि म (वननौटक रणि करमनदथ नटरडटपवानय ॥ ४० ॥
कशश९--
छावराखिमातवरक एदरथ-निनौ-गग
कागगवरारि-नदविवकन (मव ङखाम।
टा) मटय) रव ८य मर (न पन]
यिशानवाणवषटना शाखिगपनमिकठिः ॥ ४८३ ॥
सथ।क-एरवरमयौ-विररकः | दगा-
निष)खपरखि न किङकिद लमरखि पशदमव (कवन९ व ।
व श९ मधि नधर कपशरकर-(पदर)- कड] ॥ ८२ ॥
अथ दराषो९ यखि मयौ थशच? ।
। उटखद--
काम दशः शरनि ननम शख।एख
व मशोपनक मथि कननि वकरः ।
ननन भक।दनौ |
खा गकमत- य बरनौवरद-माशतरौ ८ (एः सवाशछवटन उवरनौ कटबराि ॥ ८७ ॥
करषि
शः कगवधखङ९ वितिरएमव रडरदषट- छथ]नि उदरनानघय न विवरखमि (क) एथ ।
कटबागि मि किर टर पङकटयववि-वशनौबरटव
मनाभनि बघनो न (म खषयि टववीगानकषटरड ॥ ८8 ॥
( ङा९ मथौः अखि वरोशा-र]ठदरम । )
(भाविनकखडख--
गार खतरमि द$मर४ वनज वर मख}९ कन९ निय म
मख] निशकरटनार शपर मङवरः जख] खपरटवर जबर । < मरव मि विशनवरमि किख (खाढाखििख ¶ गट
८एवराण-बकन-मदक-गरनो-निख)न-दशाकगीखि ॥ ४९
कखश९-
च)खा९ खादन कौखिटय- उतर। उथाड कशाम |
एर कशमिवामौ९ ८७ रदविव<मौ वरदशषटडो ॥ ८७ ॥
सथ वरोदार यख मदौ-ननपोशौमः।
मदददिफाविटनोनोनाम-
निम) खननमसकन। छितर भञनौनः खष- ,
वबरषव नवशनवः दनतरशरव-नौशतागभनम।
सन९ शगयि निजबर दचशरटशरनि मरकत
ककशवनमटणव ष] नदमम-मौ मद षिः ॥ ८१।
जो ओनकरादनौ | ७१
सथ जकर पयि तावादववतर-कशमम। कमि
आगअनोगरखि रनस विटलाकौ ९ गड कदनयमौगररि करनभवम । चार शरगियाविषगरयौ सरि जोवगरखो दटकोनिनौन-नवनोनमरपि९ कटतराडि ५ ८८ ॥
रबविशवरमा--
शदोरर खासन गविणन-दटणाखिन सयौ शवरखःणक गबररवर शखोरयनि निनि । टथद)।ट टर? कनिख-कनिवनलो-किमनग-
खटशदाना९ छमा कभकरबखा नौ -नबरिरटखम ॥ ४>
करकछिखपमापरो-
थ य-शावक-नौषोकौ बरश खव कभदनटर |
नय पराः धन] ङटयो शरना ९ ऋयनकम] ॥ >° ॥ बवरशवर गारम-वरिम) कथमिर वा? कवकमीवाा६।
सवारगव-गखिखाचि (अमत मभषरखि ॥ >> ॥
(कीवकषनाएरकमप-
ऋमररि गोटपठ नदमखि वषटय कपरणि म दिनकौबः शटि भभवरकर डव मटमशीकनर कष ॥ >२॥
जयाः यङि कसणद वरन-कषनम | ` कमर-
(कनौ कनार कगग) नजततर वरतरा
खरो वर-नोतरय-एनः कडिवान मरि! ॐ
^ निनिशकाकनौ |
बरव दभर मशणकातरि रटभ। शकय
पातया वररभि भवर भवरमोदरदर नह ॥ >७॥
एकखा विनशिरमा-
वरमतर एोवरपरखि वाषरटड म (दथ
मायोएटछ न यबरन।-दनगाकरटडन ।
कट निनी भिषिन९ वनिटछडगतर-
मरखरशर) शवमिडि सनति नम रषरः ॥ >8 ॥
वकण -
मददीरिक भकन-८कनिकना-विपश$
तरिकषऽ म धस मतमकतनरघा-कशः।
९ सषएटटड सपि रम उक नानति इश
मषा९ किमन}करधिकश इवटन रद ॥ >९ ॥
सथ यतषाम। अछि ।
थनिकछ--
मनः निरि एवन गबिददरि मौनः दामः निहव दलरावनिगशटनन ¶
मा खनन माङमिनि गीवरक-एय काड-
एारन वष व रदमशमि ममा शशरङधि ॥ >< $
मरददविकाविटमाकानाम--
किमडोः नदाः कगिर-ङखगौ-८खा भ-दिषटच। विषवा) ङमरः रिथिङि कननोनौ-कटतिव । ङखि गाविः शाद पतर-एनिरङ-गौखदराखि- कर) मव (नम३ निभि मतरन-(क१ः विदकिबररि ॥ २१॥
ल शिभषा)दलौ । धि
कखषि९--
षया९कौरीषि विषशदरएखोरिजिटक। वरखनाः किशदा कमएछिमदरः१ माशमर योवा ।
धवा शाशा1 यतिनिरड९ बाशगरखय काम-
वामार नौमि नरि कमिरनोतदरटवरादौ वाशि ॥ > ॥
. खथ यदराषार यङि मकौवाकाम }
क खषशटि९--
मशरटथानरिरमषाखः अखि कटि किन ममनमऽगरिम | कि भिश मशगौवटनाषएटएन (वाणपनकिङ-रदशो वनि टद
| ममार
(भदिटन खपरम कटवा? मघतखटनघठ
(ययक) ददरदनतरनभर मरि' म ।
करनभर म कक ततराबटना कणाटन
दिकटड करिमि किमटम दिवा ॥ २००५
खश वरर] ।
कविदरकमि थख--
नतरयारागवर दरप शदविदरट-(कौमन-वि कानिखावमरा । म छमर] मर दनराजटमारभवः निवरवाशरणडिरिनि थछटनव दः ॥>॥
कछ९--
सनन कथ दिनानि यनडि *दन, दरखटर (कारन नन गयः किर न शटङखाणमवरडि १9८१ जोरजोटरटरकागाम ।
खचधिन बराधमटष वः सषगरङ विनमम कौषपर। £कनखातरि-
द [रशना पश तरिथदलधदषवरा बरा दटवोदयो षन णन ॥ २ ॥
११ निल गकाबनौ |
भप कोषानखदरः ानरौनार मरौ नार नङिः ।
मगाठ ४--
दर निषएन-निकटक यषागशा ख ब रिकनमजनि नया] कछ दानवान । दखि निभषखि बटन (यारिखा९ गो दररान
गरिख-वनिख-वरधामादाघनाङिखानि ॥ ० ॥
४ खथ गश-वान वाकमम।
नगटमनण -
क दषनगागपर गर सख (कना कटकषीएलवर
(गौगौकखन-दङर पाम रिफ वयाच९ मगर वरशखाम ।
रः मशदटदन (भोगनिखन) वाटड वगानयटब- शाद मोवा थ अरि दनिखटरदानम। एषः ॥ 8४
लदाषपर। मर गिनाखवरषकनिः। खय मवौोदाकाम। ममाश,
सन) विगना टरवङकः ककटष कि₹ ७करदिखयानमाकि ।
कगमनि नानगौखि क८8 गदनौएकायनकाकनौ वराटतः ॥५।
सय छमा: मषोर अङि माकखवाकाम । क छषट९-
श गविकरिरटषदख९ नपरनघयरतरौशनिषड। गाखवरः ,
षमो निमिपडशनाखपरङि यपनाणिखः मनडौखनः ।
छक वरामपरमकनिः किमभना प उकरिखोटवन (ख
धवएकषौ- विदिष-थवङ-वरमिक वटरवीरगरमज यमः ॥२०५।
वजननादनौ | , 83
इवच
भवछङीङङ-८कोकिनापि-निनरषः करमषिकः करद वाटवरनरोएम-(नान-खय-दनगर-क१९ मङ$ ९४ ।
(कमर (कबरभिखि यरभख-खदरङौ-वएकान पन खटना वादौ थीकर-(का१-८कानिविषभि-(काटड शङ, गरदतरी ॥ १॥
लशनटभनख-~ माड] भटडासमटद मिनि ¶ ९ ग< विशष द? (साकम कथ कलवबहदक)किनौ बानाङि। यरम इर ररियार मगरानगमिडि सद) यटमतोभिदरा
शष गाषदटतराक यङि गश दटनरतलमा षवः ॥ ४॥
पकरिगाखछ-
शषछो माएराङ परणघनम खवर कि९ ईखिक<नताटङ किटङव९ दिखनषटरौर उखन४ मखो वबरङखथ] ।
शख गद-रभि-शटएिङ-वश वश न-(यपनना- भातिषान शरनधका<कवराररटरटनी गौर शवि नौर वः ॥>॥
सथ मथौ-न। भग)ङई,-
भि शनकिनो मकमण। वरशखिनौरखय)नगर था} ॥
विकाखखिनि नमर करखटकन कन1मि॥ २०१५ पश शरनवरतनाङावरङमादरिक)।
प रठ मसौदकमम। रट खव--
सङग ङषरःखिखिवभखकशरटमकखःरमरन कखनान
अङः (वति यवर)एनरएन कटकषद कटशषकरणः।
न ~~ = + 0 भन
8श लीखोशणवनौ ]
अनागरनतदिकररखव कटवर नोप नि दिथीगाख
किर कटया दरभिकाशगौवरमि षन (नगरः विनशकरम।॥ >॥
सम गतोकरणकाविनौ९ मशौ९ थि
लिव वाकाम- कख एट--
नटषनदवावटिख) किमव कनिटगौशकष कगरषडि- मीटफव विनजिड) भयि शनः (कमर कनिना] |
सरि) वनहषटिटवव मरम} वनावनौ कगौ वयान] 4द ममरथिोऽ मरि एिदरर उटन किट] उरः ॥ >२॥
कखषटि९--
टव (कनिमदवा कदर विऽटतश"शिननघनौखखः कशीतगरोकछिकगोजिकीर उक ए खा) शद पः गकटवः । थ म-दिप" डङनरखपर परवाखगिौ वड] मकौ निकगीवमशवनि नतर (यगोङपरः निकडि॥ ३७ ॥
यना शनिववप मख 1 दा कम
नकटब]गटएद--
दाखौरोः जी द यनशर-वह मटन। वभिनिछ।
करता) ष}'ख) ८म भदिगरखिरिपरर थामिडगि ।
वटशषटः ८४९ दिदरहि वदः दिषाङ- यगम)
विव) बटयापड निक-मध-सरशाःङयङडपरः ॥ >8 #
उटरक--
म ग शकमत गकनतौः शवरीब. .; य मि माखन कवरनत-दरमन वम #
निलो शषपदनौ | ६.
खरानि र<यनगरङकविगरशिजानि नानि ऋणन कमगटररणा सौव ॥ >८ ॥
थ नन मोमरगापरखि मटव
मशौभिकर |
भगारऊ &- 1,
रथन ददनषङटव वयनकतर खर बरवङटक बानन |
4 वहलटर टि शकरटस एाकिनार एरशयगषरखि ॥ २७॥
यरबरि९ यि यनिनोयरोददौकम।
पयटत
व रििड९ टता गाटनवरभ९ धिष भमाङीः उदरदनि न (ङ (ीदवोशछक९ दिदि नदरदः।
व यपि ङथङखर (पथम यननमिगोर पमः
वकङिएगन क} नः शौ) भतछ ङङ दिटठ ॥ >२१॥
खथ वमक मञज) |
वरबना थत।मख--
उशनर कनन परि शननरकटनबङन ङ) यदश
निरवकघः मय शरणयमछनविषद नोपरि किर भ$मि।
शमा कतो एपमनतयकडममः वनत वौ९ उखटवर
छटफ| एनय क मावय निरव गरर गनः गट ॥ >४॥
ध टव कङिड] 1
कख{ऽ९-
मयि म विशिटड) दौनी कषान शवचिष।
गगिखगरवङाङ९ ढ कशीननिर कदब ।
86 वजगातनौ ।
कमिखवरश (मरनौय चनकर
धमदरछि नछाबररधादगौटननो सिद दिनशरदड ॥ >> ॥
पातरर--
अवरडितरिरणडि च†९ न मियो भनगरटि खमा शतीगरन। म (रासन ।
दिवरमडि बरखनौ न मकषमाम। वरि रङखषरडो९ न एटरपराभ६ ॥२०।
सथ विथनर। ।
रटग)व--
छि पडि योम शटम वोरखवानि नागराखः।
थार शतरमभि ोपदसलौ दिखमोटश। छटवङमौ) ॥ २०॥
-पथ च िड। |
७<कनमा--
नाक [-नशच मनाए गहङिरः (कभभ भटन दटक, कशछनकानि) नपरनददरारशरनताटशर। पन । एष (कोशविषामि बनि खकिदरः ८थगरटम) नोन वरहमोटत पगपमः शरीमा ममाखिर शरा ॥२२।
सथ रमा] बाकम ।
करणम) --
कखः गिशाणटनरदिन दिति कामक एिद९, ` विगर जोदमघवाटकबरखिमवर.यतौपमरन वभटमः । रिनाटम थ} उव शरि भः दरो भददटन- मर किट कसा कवदग एतरगाः॥ २९॥
बोल शकावनौ । 8८
उटमाद-
माक मटन दरशनटडडव ध काड। मवद ङि मनमि लिमख। ददरमा1 । सनराकगणिन रि ककछिरिशोवकाम-
टनय९ कः एदननख-विषनाखि$ ॥ २४ ॥
विशरनाथख ~
सनगहतछार गि माषद रदरमि मटमा (म मम! मखम ।
किः शरनवरनरच९ मशयखि नयदरकरटटर खाई ॥ २८१ शर करटवाडगघठदर--
कर खा यतषछशरा किणव यारड (गागीकनाः. (थगानर न दिषडि याशव ङटतर किर छार (र ८करवब | ५सा दख रखानपर सकडव९ उटयाकणान। भतर
८खना शः यनटपररभना चल भम धथोट१ ममः शखडि ॥ २४॥
निषागडि कटर मवौराकाम।
गनाङढ,ः--
गा छ-कङतरममर किमौकटम यार यार मपि शरखनारणनः । यौ मतनौखि-एटवरो९ रि गामवरौः (नवख९ नतरमटवाभिव ॥ २१॥
अद जडकरोवाकाम।
वाटिणणखी--
(थमो वगोरनङटड मानः य दकत एिदरर कबरदखकर। नाकरि किर ङ गट सोखर भौयखगहटन शवरनम ॥ २४॥
विशयचि विगर वर खाविनि गसय म शाः ।
ग निशगनिशरः कडिगगर-कगा)नपठ निबरि ॥ २> ।
8७ मि जशणोवनौ 1
यथ परो९ यरि जवादावाकाम। सकछ
सरगयनगशनछ रख नर
शरनरनि एमद कण) #डः म कान? । कथभर कश द) खन परि
वयडिवषनः विसटछारशि गाननौगरम ॥ ७० ॥
धर रार कनरखवरिखा९ खि
णकरिणिमयौवाकाम। समटत--
यनाटनाएा (यमनः नतरिनखिगनाएखा सरप
खगरारका८७ यान कियिङि मवरहल (थगरभि क ।
मय कग (रटर दिवररपशटनाोशदरभिथ)ः चररटछनाशोताखतनमशनावनाकरपिटड ॥ ७ ॥
सथ करकममभौदाकाम। ममोङछ.;-
यानवक यङि शशवररौ (शतरव म शल शदरसर (भोदि, णाव म रटङ परक वरिव कटक बरन) न रि माशवौ ॥७२॥
सथ खा९ थि ञतराषदाकपम।
समटतोः--
खरटशोश७गिरनछिवरर नगरनदसादखाशयौमौननः , `
(दाक. गकिङमा टव ₹निङः (मोटनरडिवाशः कङः।
एवीर कर मनि शिोकभिष९ (रः कशङिकरा दषटड। गा ननदिजषड नतरिकढरः भिङिदि ९कटव श] + ७०
लवोल नतावली 1 8१
कटर
खोनायि (मोनयनमाजि ददादिरक उकौगखर नमनटदरतरनि ए} रतरौ ।
या वरननन-मशगय-मत-गशनौ वशनौ वरद सङि न यामदगौकटबराखि ॥ ७8 +
वसयरनाएानाम- मखार गटनोमि मयि निखानवयिषपरारटमौ (शर गखथीयि सपमरर बटन एटनाडि ।
गदा कशकन मयर गमिटडरगनि ञरिन मा; उ कानमरवरनौ कवनौ कटवर ॥ ७८ ॥
कषि९--
न टन मगरवीशरातड सिगरामि वणि चशर।
धशराङि मम भयानि (यवा किम (नदम ॥ ५७
शराति नशर) जरि मकनमकरर न नममश
कर वषछदडः1 ट विशणगन९ (यथ अनिषििम । मगः (८खनाना नर म गि -कररङधा) मथनबरः
विषाङटरमवागरः चफनशबरिभीनियभतरिमा 1 ७१॥
भ पथ मवगाः गोरखगरर वाकम ।
ममार ६. # ) १
यमि विक] गबरटन मवरनौ वक, चिष। दकः ।
खचरत] वन शनरर उदरः मवि रदखबरटडाव ५ ७ ४
8४ लिजोगकादनी ।
य करिखववाटवा किः ।
समटतराः-
निशवीन। वन९ परि कपगरः निम नमगरशाटख
निय) धमखि न पशटड चिरम वः बरविकतिदिर करषाएठ |
यकत (ग वशट गख गोपशङिः ८ थपरशछटवाएगकिरः
मष? कि९ खनमाकलया मरिटर गान दगर कदर ॥७२>॥
मातरख-वि दर श गरखौ९ खार थखि
क छानछििवाकनम।
कम] ९ ।
चारटदर विदवि ममणदिसपर भटम निबदिः नता
नामो टय नगनः यद क नवर यटषछकोनः मन६।
(मोनः (एतमिप९ ए गछ मयिन९ यण दिशवगाखरि (र खषडगराः जयि (सोतिनो किमि (ऊः किव विटमरातिदमि ॥४०॥
खश छो यि नतराधोवाकाम। कमाए<--
भशम विनरङ-विकटनन दबरमिश विबरटश न मकषयम |
दः म व मम दिदवनयभि खगरदरः विबरदर ॥ 8>॥
खश यकख विदर । कनाश९-
मकष 17 रितरदर कमरानि रट भकरानिटड षश
क{निनौरखफ-(वरमौवन-षनषोपरा-निकषौ खनः । शीय दः कनक-किख-कन) (भोगमा करमदिटव। विशछ।-दचछिर- रान मरछिख-यकतपदिणछ रिख शौरगः ॥४२॥
सोषोनणावलौ | 8ॐ
अथ ओकरशशनबर-वराधाथमाएनम ।
रवविरवरना-
मितरश कः ख परय कर बर धाषएतनटशौ-
८. । वननौषडोगरमिदरयनि रगौ बर-थडिकटख । रखि कौोटकोपन निररमखसनौ वना गरन- यमो) कौ साखायनि करमगचछः रि रवट६ ॥ २४०
अश ज क९ डि ितराधामशौ दा कब ।
(नवकनाषएोरबामा-
म} मव टथख बरक वरा शर दशव न गथ वरछि । च७मनटटखद ब]7$ (रदनगादमा खकटमाव ॥ 88 ॥
वोकणख--
9 रवर सटम}रङख। सदन<नयशदटकश
शाडिनिविनड। (यगोशिका९ षवर कननकम ।
खद सपपयर ग)टडशटगौव९ मटकद खथशदय
यम मरकदौ मा निश८मर। मनभशि न ङख] ॥ 8८ ॥
वयथ रिनाङवरवाॐ) |
ह खि <९--
"छ शर} यमिना -माङख-मयौ-कड)ङटत मनमि
टत कवि बरनशर-निङटड धतछशणमरदारनम।
कछ स) सगरगवनडगरा किन मशौयोटडछाव दकक मटनः
विदमीनीखाखशमर मौनिरहम। माननगाघदरानि खम ४ 8५ ॥
कादरजिरिपम- वदध बर खोर] उगर! वाकिटड कश गनिकघन ।
८गमनयिगरनवीफम] शबद {विखरफनलशद< यपयो। ४१॥
जल शणाोवलौ |
मा ददद] मधवरमाधवौनख-२७दन भट दम अभलधड । मकषटतरो यदना (शरोगिक)-गानमौनवदषिपमन (वधम) 18४५
सथ शषणषटटनन यकशभयटमममरखौर
यरद९ यख क नकिषरककिः ।
मरव विकराविदमोषानाम-
गश? (कममदररख ८७ भदिशतर यङरमखादना- ८यखयडमीवि खगहदवि यशर (नययनानो नट । नोट नौनमददरखगषडन€ग९ रटत म नादव
कदष (करन कनि कटनगनदरिः शरट किन (थनडि ॥8>
यश रख यमनाटत शरखमर यद षमरा गश रट? मटछरकश) ।
शम वख
क, ९ >} शवपिक] चषमि कि मान९ खरौर थिम
१६ (मारकयन। यनोतरनि मि*व (ना दि ¦ ङडाटखरखकशवरटनः थगरिरखौर दोदर गथौपदगदौ-
दरौ र) क७१२९ थकाभिरखदर (गट) रगरिः नर व ॥२९०}
कखष९--
दम? मतरटक] दिशिनगखमः इई ए खदरनौ, ` नदरकामोटवटम वशमि दगरयश7रिरनतौः।
दख द व वरई करणमथ विलशवख यि द
" ९ ख रर) दकर एददएनानामदमदगः ॥ ¢> #
खो नोशपतावनौ | ९
अथ उद दषावाकम।
कछटिर--
वायो गरद) वन९ वनमिषर वानाशटमकाकिनौः (करोग मा वभटड रमानगलिनषड सर} -डगशमङ छः । खट रनतद क ब जरम) वटञजछि दरषाजिवर
सद] ङ]९ गवरिरङ] यगरशकनामटक) रतरि गौ व ॥५२॥
वश खापीनरर क ।
कछटि९-
गकतरौदिवषनङकय) वराशाकषटकनमगकरमवामनौ ।
कङयनि (दवा< नरनन वहनदटदटव रदविख डि ॥ ८८ ॥
अथ दशनौदोरकीम ।
टणडपदविरभाऽङछ-- 2
नौटषकर {पथ एवनवयानशरय मकयखौ
ड] ङ कनकदनगकरा<छिगङौ इख)टड ;
गपोगषकशकिखरकिरर मपताटमाकगरखौ
चवि) शि रवखि वरनौयकटड। नशद ॥ ८४ ।
सथ खर बतनौ९ लङि ओदारथदाकाय ¦
लटनीदिनपसियागा म--
“ सषछिविगध शपर भवििभरनगख
` (पवदायदड मिरग धक यड ।
कञछयिटय मि रिममि मतनिवषड
यषवमदवरबतनि धम कङनाऽ कटवरमि॥ ८८ ॥
९२ नि भष1वनौ |
(रसाटयव -
५कढ९ सतय मगोषवभिपः €कदयटकरस (म (मो दरकी९ दकनाथनामकशटन पड उवा! नखम । ख | क९ (न गवनि यरषछनि शरनटतरीविगर वकत मदः य९ ‰ 3 वनः दम विपषौ निन सयर ग दमि ।८७॥
खव मापर सटवव स] शमनम।
कखषटि९-
गखक भिरपव वरि निरशिन वाोवरषरन (शकनः
दङ {भौरकगमभबरषिङः (गोदनिरधयः तद६९। ४ गड) वनगोनबब नविनडः याटररगि दा)कखि-
(ग ¶{नगरौनपपनासमघपवा दिवर (यगररमि दः (कव ॥९१। रठ ककिदरकछिः।
कखरिर--
ए। (कमव (शौ-नवरा शरध] किङ वषः मगर (नपा निग ना #ङिङ]९ किर नाग नानकम |
कखः विसटयय-शिघर-मनमा९ मदवीवनोनौर ¶छि-
(नीटगादर १ फिङः मटगमयवजापशाछ २वदरछिवरम ॥८४॥
क<--
नौखिदणम-दिनिषदमिर (वभ ष -निरटिख क- कव) खः ।
सदना गि-गतरिमशठि-फ७ः शतो कनन) दछनाश ॥ ८० ॥
खय विदापिकागोः (मोखगोम। „` छमागखिषदर--
यदननौ वनटनः कशराभि नगरटन)गरटद कमरा गि शरि-
(ख))£ स विषरदविटडः कगरानि निर९ ग दिरखाषदनि ।
लो खी गक]1वनौ । ८०
भटकवीटषटम-कखो वटरन-ननिङ-यखाकि दरोदानटन
माखकनमरर सगरि शङखः कशमषिदय] एष ॥ ५ ॥
खिद ककतमरमदफममिनिङ-(८यी या वरमः छदरष- वटर {ङडिङ-८कगनौममरष-कवदनतनौ-रियमम ।
अटवन-निदवनि खधवनरर मोकरङ-वरधानन-
छरामिनिखएषटि (श; कननटडव क शरक भ व; ६ ५>॥
माद कख--
रम मरक-कट न न-वरग-वपम-द]]मक-दिषषाषद-
चटनधा 7) विङ- यनन यन-गवन-धथ वक-गकषवनिः ।
9वघकिय-(ना न-र]दरनि कत यड) कट का[नन-
छद ककणमशपठनिषएमखर न) च वादद8 ॥ भर +
खर ८शटमोरनम ।
| गतर ख--
खा यिम-दिर)दनिनहमो नोपाफनौतनक ड- मत क शस इदराकनम नः षिटलः नपर विनमखः !
छन खाटरषसमदा-यचिर-यगर दत खदा ल-न- छ} तकवोनगटनोरव९ मरि भरा गर (कचि पोतमाकवः ॥ <
सश जकर यङि एश दलौम) दषएनम ¦
ध कख [5९-
नश णमा४ कोकौमनमिशगिखयाकरमी मरम
यमो धियालधव नि थिन टि वरङव?
खटतङ९ काट घ खबधगम-इषट वट]
दविना वरनडौ किमभिन मयौ (म ननबरडि ॥ ८४ ।
¢8 लजशता†दनौ ।
सथ जोटभोवकषटनोकवरनम ।
(मीदोगकमः-
मलामारडि रटमोपतरा यिगररशनयोडक१ः दरो नरशरदनवरदखिः भवरङमर मखा विखाटयरशिटिखः ' छौ ख नजविङदिनबिटडन विदम नटन फनाकि
गो परारदः कबरनगर-सशिख-मरटमनः मनोम ₹दविः ॥५९॥
मदनमा-- .टकटनद णवागर कक रवर) (भौ दकषएनरमर श
शोटरोशमि नयम ख मनछरमगौ मद वमर पशटङ ।
दहली मिखटतो (भोगनिवषट कििखौककन- ककटषटनखदरािपठ दिकरदडि (लवा दविः गङ द ॥ ४५ ॥
र वटकाः-
चिदरौशमि ब टन विषटि वगरमिखि वरर भियिनङणः
छवदधविरखडद। श (भोटनय रमन शबिख यि ॥ ५१॥
छटाशमा--
पवर एषि शवो डटवरोखद शववरही वकषन वियवछ-
खयागकक नः कटगौणबरि कवरखटखारना ब ङपपरम।
(शीभौनानिखि सतरिड९ कलषवड वराधोनिदवराधायगरर चाग? टननखबरयबयमकबरा$ करमदिवः गाद द ॥ “ट ॥
यथ (नौकौष) | । मकषमकदिटयवरगा--
कर भतः यना गरहवरिरि (भागौ रिकररकगरोदखः ।
छदरिख-कण-मपराबविशगौनदन] ररिक शरि ॥ ५>॥
ल शिशमावनौ | ९९
योर बरिपयो -
दिषठा तराखयवरो ८य खकरमि यम रटदरः किवरातवरारण क। गाकगोवामि बर खदगिमिर बरतवतायगर| क] बरख दौटगरर (नोथमःटकत कथमनि ररि) ना दटसा मकषमा वडा नौडि जिख)माः किङ वयकिङः दरा वावपरामि ॥१०॥
ग] ख बरनिदरन.शखक नरौ
नव] ए (नौदिङ कव श]टयव । मठानिपतौनयिएटयद गमखमायः
ख९ ४९गल] यि माव नावटकशमि॥ १३॥
खगतामनछवरोबरख--
खौ रनौ मदिकडःव भखोतरनोवर
दान) दगर मकनरिवगनरषटर ट ।
निष! दवौ लमिषएमव करटमोपवरोगार
यशरधद ममि मय करवदावरः ॥ १२॥
रमएामखछ-
यषटमि खबमिस जगरा खङिर-खवमि? म (एव कोरः ।
य) उवर-विविङिङ-(गा शाः कौदरमरथमोकरटड (खतः । १७॥
° किर
` वोट रटवव दरनननन शदाऊएवा
ङाटवरारनि वादवियि मघा मरम विकरम ।
पतौ कड% कषम बनघय र कनः *
कन कनिनररिरनम उगरम ॥ १8 ॥
८ नन गकादनी
भटनाोरबख-
भमरशरटद धरी मगरि १उबरमी 5 गदटन- रोषवर कनिनपौगपरभि रदविटदरब। विड ।
चर] (य दरटकरदः गवमकरक।कखरणटमरा
शवरिकवा तरशवावर ठनि कबरङनि९ वषटरखि ॥ १८ ॥
जखटखव--
भनौगरदमषएटनदिषशौ गय ९नव नक विथोगयाङखकगि (छ नदविरमदौग ।
खोदामि ८ए९ धरनवश न ष] काशि
कख खरौ रङदटम) एदटभौ तणोमि ॥ १७॥
न~ 1
रणमभिश दरः चमभौर खटव नम ।
यभटनव खोादरषरौ उव नव। नोदिटकाशखभत ॥ ११॥
र{टकडवन) मदिषखोव। उदरएन] नमस करतः ।
सवनाशगटनडि सोदरवखर मयि षव ननवरौर किर कतभि ॥५४।
बबरर ममाङड६--
नोनकरटड इडिकष९ न शरषणीखि ककरः
गभय९ करर न गङरटर निगरणम । क
ट] कि९ विददमरमधन। मयि ननद “
मवा उनरिमि उबबिः उबरघन शटनाडि ॥ १>॥
तष उ करतकनजविखडए।९मख) नर) शमवरः उतरिदशचिरनरि दपदरः मक कना ।
लो न शषा दनी । ८१
कारिछि९ छ नो समदर वषः बरा वथनादकन (ख खौ वायः गछ$मावौकक निवपन विघनाना समदम ॥ ४० ॥
कक कटवदि भरटकमकतौ भ -
शर कि९ नङ बश किरद शष।दि। क ब]दा खौरखवरमियमन।खि ण ड-
(भोगखनोगनरिषषनषवौ (ख ॥-४२४ ,
अभ बरादम। मर रटतदर¶टकोवाकाम।
कखि९--
पशना] कः कव] ९ रवि कषटिटन बव कि वमटख।
(मा एकौ किर कनाघना नरि दरमिदतरः किर पििदवः कमीखः ¦ ना९ (वौ वादिमौ किमि शनगखिटन1 रदः कि९ कनौटनो
दषादागडिदविथः यरजिखदन? नोर दककगौभिः ॥ ४८२॥
एक नट१९--
कः छ] निमि (कमव? मिवभिटक किर नग शदरममघम
रट (नोति वङ९ टमः निगदखः भख किर रारिर ।
एक एशमयि शचयषछमि (म कडो वनिर (तारनोम
रर (ग नवधजिटडाड तरय ङौटग) इदरिः शी द४ ॥ ८७ ॥
कख{४९--
दाम (मव मचयडि क उवटछ) भटकषकट१ नरि वाम९ करि न? यकाम सख अणता डमशमरगड ।
योभिकरागमिखः क ध रिणटम ₹}खि किरयाभिनी (मोगी चदधर टन भदविशगघपदरदिटदः श दः ॥ *8 ॥
९४ ननजनफावनौ | नम 9 ~~ = ~ =-=
टविङदख--
बरव इ९ कशि खद क-गिर] सषि दटरशछ। यर च९ छ ख९ उटयव कभ ख|९ गाड] न दिटखारशबः !
(पवि खर भबविश मटकनिकनटरशशनङ। सटमटदपाटमौ (टत वहनदकनवरौमदनयम (गौबविः चिबमर व किषा९ ॥०८॥
सथ तज]
क ि९--
वरनत वण यगन-मकटन महि कनरषनटनीतड
विडयोशटमः किवनकषटिदतर ८काकिनोटषगटनोदछ ।
वराद एटि श€गवनिराषडटपशशशौतौ
कशमाताटछय 'शबग तनौ वाखवरौटणो तरबरख ॥ ८४ ॥
ओाशटदकछशरतौ वनापोनाम-
यवदोगरमोधतोधतरोट१) सतरिनोनामबरनौनिनात ५य४।
धरखान मनधयटमोतमटकङ दविषौ नोः ङदविनौपमर मनोनोम ॥*१॥ कएि<-
मौना मशबरिखम वनौ-खतवरनो कर- (नी नखौदिनोनिवङ४ । उद मधनि मर कर ना मरोएबटड उवङ ॥ ४८ ॥
म मौर, -
कत नाष विलवः म कतरः (मरशबरिः यामि।
न मर श ९ यततपमो भशञखि मवरनौ थगनखगडौव ॥ ४२
जयो दकामवारिनौनवठः-- ।
एखाषएशिखएाङरख कपरर ए मोकबवराख षतरः कटनर$डशमिखकरगिका दकर ९ कनतरगङटवरा निनम ।
निल भका।दलौ | ९४
दरयो दातन-वावकक-वनन९ वकौरददौकम खाश]९ छचवमवदायाः नतरिगङर कखडषवर (रकिएदर ॥ >° ॥
वयककशवा काम |
वषर नयारडऽ-
शषः (कनि कटति व नदिदर भटक भरदनीकटन द] दर} खनशतरर निभि वटन शतर यपछाशड४।
पय क] रोखिवरमनप -फ)म द वध-भिनक लम प रटवर (पाए८७ गग छोखि रौदार नषिटकाटछ कनकौपग४ ॥ >> ॥ वचछाखोटन वरखि चरटन परशरटतर दखोखः
क} वषक चनडि सणशर-एयटणरषर मजोन।म ।
मोगङिकः सगरर भरान य) विकरकत९ करव मोरः कदो मच विषकड ङ शना नौः ॥ >२॥
खश दखटकवौनाम छडतरम |
क९ दौथीमनदरगहिमिमि षम थनदधिनौः
वमौ खा मिकाम अखथिनभयौर गोवि मदरनीम |
रवरखौ गरवी गिवनिव चटवर शरशमि शमर
नपर शलयम यषएवतर श नदलिपरखि नई ॥ >७ ॥
शकरपवाडयटफवमा--
(गौभौखनोनिजि खशा भः (वमर शगर ङगटनानटनमम ।
कटढवटव यनछपवरमवफ९ नयामि क६ सश करन ॥ >8 ॥
रडनातरोरगख-
कानिनराः शलिनम (क निकनिखोगरख] बराएम बरमः
गणड खौमदरशषटारकनयर कशमरधिटव) बररनकिम
९७ ववायाशककना |
ख९नक-यखिग।-निषवनिख-गछाडख-(दोटमाफदछ-
वर एधीरकरनगरः मननपपरिखोएषट शरण द ॥ > ॥
लिङकशङकषौटन छामो९ धशच । ममाद, ४--
लभ विनममि ९ मति काखमि शदरा रगकपनिनि टकः मकरञोकौ विखमि | कथगरङ वर गभः कियमनरोख किन
दभि कन कनतः कनपटत मनपरर ५ >४ ॥ कखि९--
पषटः कानि म मरषटव। दखदधमोतोमर का कितः मरद] थव रि वरकिड)ई गवि वपरः (माशटकनीदसरा यरि।
८ (ष शषटरमिषापौदा गङग) वरारशाः भशो) कटवर (शर भौपदमशवर निकककङवर टख तरिः गाङ दः । २१॥
दधानयौ-वाकाम।
नगएटलषागख -
सप] सोटको वीव) राड विनिटन छोर वकि खदान सरलः रज९ द] बककन नट ईो९ व कः । दण करब (म शरदखि ङणपरः य९ किनि रमा परथ कावर करनाखनक नाभि भगिडई ॥ > ॥
कषि९--
ननछोः यकषाशदन बागवनटयर विख बरभरखन। क वरौ वरखिदिणामवनौदिकधवपक नना । कौषफरोवगछएनन नतरिटड शषन इषा मी षाः दनोनक-मद-मषग-शष। शोपरारविशतरौ रविः ॥ >> +
लोओशभगावनौ । ९७फ
अथ जलन ।
कखण<-
खनटकनिरखतरन-कवररनमषकनरनशनिरिखवरौरिकावणमः । जगद (का कशरटनोविषफनमरयनटकगडदौ कख | ००० ॥
पथ खल (वषटवरानी कि ।
तोकरिनाखामा-
म कमनोनः यनः कियन रम९ (कवक कमटि। ८९ गामरङि सदनत) निकमभगङभटड (नोभ) ॥ > १
वरषनरा नोधा परख--
रर रटगोखिवटखः कनिखः छदट श शवागा नाम ।
सामा९ य< कषकटङ नौनभिटछःनौशरखि उकर ॥२॥
लिदरदागयर थखि हलौवनीमया15 माजपरवा क)म ।
नोटयाकवर-
य] नरदभषङ कटगागरटन एकषि
कशखरखनिविखा नवगभनौरि ।
चयकानि किशन मवि छखनयोकगोनार टवदरौ न (एशखदङि (वगशवरदर सः ॥ ७ ॥
अद यतरावागषाः माकरः दा कम
(गौ वकषनाएोरबाख-
उशददि (शाङनमणिडः मयखनि करबषखामनदथनी ।
जषटारडकथिटदञरर रवसि एलोदनौ सार ॥8 ॥
प
र षमो ग नत] वमो |
नकरववीर भणि मथौवाक]भ।
(शौविगरढर-- (मोखघकन वथकर दबननरचाः किङििकापङ कोलिनौः यपि थामि सनदबगि धरनय 19४ कतस कीम ।
कशछडिढ निखाङनिनखबषटछटमोरर यगम मनन
नदध (नाएममौभनि (नाऽगनषगः न %डि चदश ॥९॥
करम वर--
खटमाशग९ पिव? गदपप गषटटनः माश रश श(<खक1 शणणरथर मसि सामि सामनरफः शारि दाश = मय।
किटडकर धतककककनवरखटनाक] मदएरकश।
नक] यर कषन? कतरि खटन) कर) (खनकन] ॥॥
बर कददः-- शङता। (र बरगनि यन) वदधटछ (एशि पोनौः
ककच म 72 मशखमबटन द कनः भश} ।
गषषटसरदवान)रङ सपिद) श) ग दरपवकरणाटदर
बलोटणाक) बररमि मदनोनोपन) करथः ॥ १। २३.४ --
छबटन म ककक विक. कः मरडर गनपितनः सरटि ।
यौदगन (नाशर मसमि कमदठिपयो दसय ॥ ४॥
कचछषट«--
नन नौगमवलशा कमकिकागर
कन दिनोगभतनय कमरन शकना
घीौक शतग< कलमभडमि (लनः
° द. ९ वचिवगर (नानवलालनोपरः॥ > ॥
ल नोशता।वनौ ।
मगारङ ४--
मटथ]] यदश रयङर कनमौर वरदी शनीमखोव-गररौमषनङबिजोमि।
क) किनोर सथनमि मा यरि ननबखटमा
गचछमि कौवनमिणर मङम) शरवत ॥ ५० ॥
९ षि रो नकिषिः ।
रटखदव-
बतराखा। वननम उव ङख९ वटका खटसा नप म
9७८} ग कतौ वफ! ए म कननौटनतघनन विकषवशभिर। ।
करख) दय वरङनरकटकनिरितरिरः उदरौ ए धट उदर
मङ]९ खनरमि खोदरला यद बरम यध रषीनङ४ ॥ ३>॥
रर वः खि मदौ दाकम । | रटव--
सङ यम लिवरनथाः किमिव मनः मरविटन कडमि । बगन नदनवि कौरन-शिषक-दखऽ-गिकषत नम ॥ ३२ ॥
एर वनौ खि र) वाकाब | रट खद--
क]र{गनोकसगकगनश) किमरथ
क]डावरत ककरव९ कङकतभरामि।
शश खनखवकटषखद कणट ककः
नषा खमन। खव मगकगपौकरटरददमो ॥ २७ ।
९ , अग निखानौोन)।,
वनत दटन भ कनतमा निखानौन) रिदरौखटड । नयस बरकशोषलोनदिदगि (नाातड ॥ ° ॥
8 ज न शणाौवन ।
खखिनिखादिङ।वरघमय उशरट वनरादटन यादवा (गोशवडाखबषोखिवरिङाखिषिनोक (था यिगराटर टवरः । गौनावरदवरछर। दखगटरट खटर। शश स-
उडटखछरनि न वराषपवरवरभमनः वा}ए४ टवगराभकिः ॥ ‹ । छथोटि नाक भारकटखा दारव९ नडटतवर) वरः ।
(न-(वाग-(नौशिकानघक रव जरर करमर] ॥ ° ॥
सथ य कठनोनानापव छोरिनि रए-
मधान दरदोमशौदाकाब ।
कणख--
भटताव ९ खिन -एखटतथ)- मश]९ उमर सतरित भजि वदराका।४।
कट शटछ कखयग१क डर खट
ाभादनिर कथमर कद दिटयााभि दभ ॥ >28॥
अथ यवराशदाङाम।
समटवाः-
शान दनटशर क वथिरमटरबटसवरखख९ ११
शर म ऋनमामिख९ व वमिखर शिटडन नऽ धरत ।
साः निशरिखषटरमि यिगरङपय मटरदई मम अदिड। भखटव} गरि खौ विरयिगरशङऽमोरथः कथ जाखाटड ॥ ३४ ॥
मथ यरटतरम -वराथटवनः | वागोविनागख-
होसानि (गाएमनथर न कथम बछई
° मपरः दधमभबरयथागनङटवरोखि ।
लोगिनफ।वनौ। ˆ ७९
किवभकनया गवतानशटवर शकन-
अटकषारनि वकक-कव-कड-कव सारि ॥ ५४ ॥
रद शरदररौन< दौकाम।
८वरङककटवः--
समयः (माक. विनः कनीरटङ बरन ।
यटदार शदरिषषटः ख९ टकटमोवरर खखदौडिः ॥ ०१॥
वाशनिनटड--
मोस ननतयनडयव]समखर यएटयाजिटनोररशगि म
मोककारकषट गनगटड यखििनः बवाषटिनिकजोनोः नतरम ।
६कर]ख} ख वाभिन९ बदखगरकलकष वा? (कोरका-
णोनिकषि ममानगङि गड) करव षरि ए ॥ २४॥ कगोद--
यगम म कनीय दामगोनः यगन ननटवरम ननतः ।
समनिरननिनौषएटनव वानी यररगननव व काननाः ॥*>॥
सभ सवदर वनान४।
करय ख--
शोछामौरखि मगएाङमा छनः विखकमा करमः
शषम प वरटनकिट) गवरपमो वावखा न तरा*।
रचक शरनबरागरोचि खवदन सोनाख अव शङ;
मषः भर खौ विथगभिनो एडातरः (वरोरिमि ॥ २० ॥
नक तमा-
नदख। सट) शडो वाटयो भख। बाया नखः पिनम |
श] ङङ किर कवरिवामि न नशामि ङपतरशर चम ॥२०॥
^ ज ब भका।वनौ |
बशववममा-
कमनाधनिटन मरकरिनदरपवगः कसरममा कनकम । न शरनः मवि (नाकमिषाटठ कनपरोदकिटन रमः ॥२२॥
धकमा- बः गडि यथि चट शा मरि (गाविः ।
अनयक र भटङ कट शख) निभि टवदविनी ॥ २७ ॥
मचम कविदग षतख--
(म शम वगनमटम] दिगिन९ उटकडर
८मशर९ निककििभी नियिनः उका ।
श] शड कि नदनौवपटकायलाटकष
नोटलाकि धषणवदरषः यशमावङोव४ ॥ २४ ॥
न खभवङः-
गभोगरिख९ निटमटवम एकर] सी व षा मिखमन ।
गक परिड९ सखश९ मरद (शा विनपविदरट१ (म ॥ २८ ॥
थटङ खवषटः--
भनर कमश शटफएटदशरः विद। नर सिशरएङ वशछि विकनः कटवर बहार न कडि (एरमाम।
सवगि ठनमखप1द६ कटदराखि न छनमा९
ङख विरिममचषतौ नकङखि खौविम ¶२५॥ यमगर खनन गडीन यापर एकान * कनपर निरिनः (कटक<कशन कटकीदरतर (करकान ।
विदमि छटन ग नक 1 दिटमापपरडि दशाम भङदरम शनः मदणठोवादिः विषातर किमौरदम ॥२१॥ ~
ल नशहाोवनौ | ७१
कप --
एः (करकिषनिधनतमिकर (दाम कमामदौकछिडाः
कणडोः निनौकर कनतनखः (मए कता निम । मथ] मसवदखाय शरकड उपर कराबरटदवाकना
ङोनाशोधनासि वछषणिड) मन९ मङिटवा षमान ॥ २४॥
रदरठख--
(मपर नतौ कषरषवङकक ब†ख «टख
खकया भन ऊ मिक विगिन९ खटमड ।
(८ख बहव कर वरटर। गकङख व
ङ। ानदलरड सशन रड।९ नटडाशमि ॥२> ॥
टख तरकख--
यषरन1¶ खवषम 7९ कथमयि कत) मरणनगरः |
यशण९ भदरिखः दीवि) विकमदधिव नम छदन ॥ ७० ॥
` निम) वटवखशरवौ वनापानाम-
खमि मौनदराज नथ (र अशदानोय कपोवनकाटन।
समर पफटना क करबर फरि यो माङि [कई कटतागाङम ॥७२॥
वाक
एखोषपव दखि ङ नटव न!दशशिन
छौ टव) शशि गमात; उतरलशचख व ।
रटडकटमद गम एषवमदननननः
लदगशतरष मरिद यकः न घाः ॥ ७२ ॥ क खि९--
लवषडिन रथो अारिगदषः मरङवरि वहनदषटखविथदशर# ।
कखिबदरवमटनः नरौ पदरयगटडनगएतर पद वाम ॥०७॥
७४ नयनिशतावनौ |
ईटत--
टम करलयवलषा विशरमम) दरकषमि छौदयविनिगटड) यरि छा९। ८नो रि मकनटनाकरटिखककीतरौ यर कनकबरख९ रितः किमरथम ॥ «8 ॥
करकख--
छमत भिनिदोमाफर (कोनदः ममौवर ममौतरम कफ मगितनागौ कोम बटनाक ममननम । खददििवमः गरः मवा) दिर ररकशा सगरमशन किरि कर मन।कषिदरटा ॥ ०८ ॥
शवविखठष-
नाराखि (एवर गख मवि दन कमर
थानप परवि दरश पषरि याड ड ।
५कः शवः शपि मन यम वी
रट यरिनकदतन९ न विटनाकिरः ९ ॥ ०५ ॥
कश९-
ग% इ९ रङपवरद ङनिवश शापटम विमड चः
शाखादरः वथगिनखा ङ निदरग) उडोनि वोट वतम ।
उषो नीम नबरखपौ बभकटव (अ) खिरपौपरारबन-
(वारि (वाग उप घरदपय नि षद) डन दटङरनिनः ॥७१।
विखदः -
साधिव) द) गोतवरखछार निनषट, माम सतमनिागरमङछर कटरा दा ।
यथ। छव) व विषदार ननद] मसथागनोकदध म थव नोशतरः ००
निल भकादनौ । -<७>
सथ यथतामरोर ययटनाएार शरद)
ओकररवाकाम |
टव ङख --
खालः चमषरविरमिखः (क) (य भटव निककिटन- गरान थगरडक ए वषटनः (का यार वटन शागटशर< ।
षएङरौखि रिषरदनावरिरद खः खाट निभारोधम)
८कनिखषभिषकः यम शर नवगवबर दधर क ॥ > ॥
यथ िदरादाशखा) जरटवरद¶काम। टखबरङङख-- `
यरि निङखयदरनार वीरतर यान गोर
कथमन षएिदरकानः धनागोतकन नन टछ । सवितरम-भगषटसथ च वरा न भिदः
मनिभषि खद (गपोटकः भौ वभिटषा भदि ॥8०॥
छकव९ छि रषवरदकाम।
कणषटिऽ--
दिषपतरब खावकतवनाखाखनि (भाग) शख वभव ए४ ।
मदवा खामागनि म उायनि नाषटिवौकरिङ९ किमि ५४॥
छवन बरा शटवरः मटनकनः ।
कषा %९--
यावि वनिएन न (दन शरमिषछ (रङखनौगननि
करोपरञानि न एोनतरावदिरशिन] नख) न (य दरषटछ । नौगषथथखिषदरतिनसिख भजौ षयक ङः जा शय खर
(थमनरछ ददरा कियषा कवरटव दड मिछागाघ वम ५४२
9 निलय गतादनौ |
८कमबवाोषारषख-
धार ८ दण<एनवरमाखो कमर विदद
एपत ए ख}: रव रकरनवरौवरनषदनागि |
ङटपरङपरः १खिडिदिषषः कि योद विदर)
नपरौत९ सोतर खयननगटन कनि (तश) मभानि ॥8२
यथ वनत दन९ शष छद वाकम ।
| एग वथख--
ठषर९ म कनिनौ कदनषपनसनिशचयभवरा
मतवा) कखडवन-खनदरह-अनगरिनौ ।
शरवरा यापर मवखम-मरङ कः भरवरखिपरत।
भडः यीौटपरा (रगौ निशरदनविटनो एन रिवमा४ ॥४॥
मद ¶ननछ--
शर८वमरः कानिनपौ वखखन ददना९ खनजन- छनताटशखिनन) नवन-ननिनौरङषटगिनम 1
टर} गोऽ निखा करिगनिटखः कषलनखटन-
वरिमानोऽ बाटखशमिन पिशनयनिनार८गरद बिटरभौ ॥ ४८ ॥ ८गएक-
रभ ९ कनिनतोभरनिनयिङ कशमोसवरिदप। वम? शधद निर कवनई (गो कनम९ । यमरथ कागय वनमरटनी डो वरमशरवर- ॥
चदाखदतीगोखिरिनि पिनि मभषवरगगनिनम ॥ ४४ ॥ क ख४९-
छपखा। नटय ददद दाएठा। यामा९ खटणटखवरिषि ामाटनः ।
बऽ दएन निनामटखः कटन परौ गद उपर रखि टददखगरङौ ॥8१॥
लम तो नषा वनौ । १४
लणटपवौ कन भङाफदवाकाम। कमाछि९--
विलबरागिनौनायनि नकिर (व] न (वातन चम कम ।
दटफवरधगख नदर शरम यष नख) (दासन परनम ॥ ४८ ॥
खषव पषट गवीर थखि यवाशीवा कम ।
बराग गख--
कनानर कशमरौमि किर मरधि टषटतस शशवर९ शत]
मछ नोम मगोवरिर मतवरिएनोः थोघयशतरीखि अमरा ।
मोः (थयङपौखगरा९ धिगरखषः पषि एर९ पट
शकतििनिन (योङ मरनगरवङौ भषट।मि (ना ककन ॥8>॥
सपथ सत खि छकदवा काम ।
वशतौ गख--
भगिन नञजनाभन)मखिगचषखर कबरटख] ब कक |
ककरमदकतण]न८२) शबिियि छभरः ककनार दिम ॥९०॥
सव ठषवर थि तरादौनयौवाकाम।
रबविशवच--
शट पटत दिनिषशटिर क-कटनौननीटन-
वरथख-(लाएनसन-परनिखोननस४ )
, दानयकनपिनोवदि मादद२७
पिखोनटवाशनि क 4व मवोशच) ॥ ¢> ॥
` शटमाद--
निशछननोनि वगिखायनि ममि
निषणननवानि ए एिनिखवरकानम]नि।
१२ ज नोनकादनौ |
निशनङखा कनि मविरमवभौकलानि
स!खानि रिवरशटयणमगना न गीम ॥ ५२ ॥
तरबषएलवगोमख- |
धोन।र९ खमख टटवरवरनि चरब मटकरटदनचना- नार दखखकवा भिर रवान मी शनम करः ।
दशटट। गाशवरनिषणनिन मव मशथखभि ओनटड- वरकमणरगनविलनरनरङरवाङ। दटटकारमि न ॥ ८७ ॥
शरथ यदरादामथा] ५व चक मपननः। ,
विरिकगख--
टकभो भभकम भदरन। भकारटवरमा षरा इशारा कशविरनटक मनम) एमम । दपरागायखमिककरवशरठशरा चगमोरवाखबरघन
शरा) शकयगरौरशङिडतिदर वरोलिनिवः ररौतरपड ॥ ९8 ॥
(ऋतम
टकर मकरखतररदरचवि धानम कट खौदः कवकिमनटञर गोरनीमरौ कटभोनः।
अशटम (दग कषएगजिमटवर एकन वाहि (मोन छाः मरक शिरखिमिहि न ए रोर विना काति ८४८; ॥९९।
ख।मरटऊ-
ह एलयनि थनदरगमि (दामाजरनएछबमि "ˆ "फषडशविशनटरखमि मनि 7 ववर निटथगरमि । शरीगः टकतवटकीवरकीगरखि बशः रर मदवराख रणि
कोपतरागौरर मतरदथ) एतनि 5 वाक एकागर ॥०६॥
लोओभफवनौ } १७
न छ रख--
खख मत। रिवररवङटि जिव कगान- रट हछिटडासमि रपटतर इमिर विचाराः ।
` <अटमरनौ क वरनटम खि ८७ बरत
बरष। ककन९ दमि टनव कपानि श ॥ ७८१ ॥
गडिकलख--
भरारा नयर९ ब कनम कथपनाटयागी मट कश गगरिचछ$ मनम फनः विनिङिखर वमा†४ मखाटन सरि ।
योटतौ छवाठि मकएरादर उनहरमङगा गकार ननो च चखो९ एशरदणटि ए शवौमा दशखः निषौ ॥ ९८ ॥
सखाननम--
छकत.दगरख खननटरखि ननिनौगएयन (नावौखाटड नक) मारि नाक कर नदरखटकाणाडम। भिटादड ।
मौकमाखिखदरा< नतराखव रख वयाटसन म व नललवा- (दरन) वकमि < कथ९ कनरटमा रोदि मयादौगरडम ॥८>
कम] ष<-
निवमछि यरि खव शषणटपर म वरा श। ववषिटरद नधम 1 ८९, कभग९ रगा) चबरदिनिटषखाखामानापरः ॥४०॥
गपटख]--
खछगौगछि नवन नोरि वरखि (चलोगकटगना दष कौखाकाननगाविगखि वनबरकट१8 ममदखोममन । ३९ शललदणजिनानिनशटकशष माटकषिकः-
वा।शोतराः खरग उपौगरदिबरदर बरशामषौनार मिषः ५५२ %
१8 लि न गणावनौ |
गोनटड-- भनघाक] गषछ। उवछि शरननदरना। यएनलशरः
किमरगोमौगरशार सखन मिविनापरौयनि निनि । निशखाखयामाः करगमवरटमथश खय कट
जयोशिः खोड यथबनएरटतीरगि न शई ॥९२॥ वनछ--
णयिगर अगरि एिषिटड रदरव) एदक ररा धन-
विर व मगौनपडसरकनिषटश दना ७टन (योकिखः। य वटक खव धि करनपि शरम ऊाखचि छनः ङङिः योशवगशा (कनवद शिवः म} रख एएलोशट ॥ ®< ॥
करषि<-- "
स) गखहटिबरख। दन शदधिनड९ च। शटबरा शवि
या टको व नशर कटवराखि रखमाएटथ जमोनिजिदम । छ वख निकटमव (परमषिवरापोनिक) (वरो गिर
षट 1 वटिखनषछएनन किरः गए शदबरादतवरनि ॥ ४8 ॥ कम--
सषितरः नगरन शर वकष करर खगः जपौरादिट। टपनर९ कखगटममरः गवविकटन एड} करटखा]हरिड। ।
वयम]. शरः किन निवखिः वखखि म। गरीटमः शदरः रिकाषट
विखटक। उद दिषथटदर] खमि खः ४९ विर च! ॥ ४८
अथा) व भटथदयरषर सचचिखम । =
ख शमाषटममशख-- ।
गवा शदीममकाः] गदशमगरख थदौखतरि यरम । ककछमि नजरशकरपव (मोशगका यछ क] भदरौ तम] ॥ ५५ ॥
लओ वनौ | द
„. खथ वखटणदौना९ (मारथाजः मटमतमः ।
। कचणि<-- ए] छ गरणनमशरदशरा कि? कि द] निटमषविदवटमन विटनोकिटखन \
८ नाव ननमररड (गोकनसखनतवरोगा-
गनौ मशषटगनौ दमि उङिटवरद ॥ ४१॥
अथ रथरथमटनपणः |
यशमानख--
य वरमौ कमनिकटनन षा ७कनमबाखदरम भाच भन । विबर छव (नोशिकोः कथर जमबरख) नगगर याव ॥ ७ ॥
“ यौवरगवरखा४-- गशतरागिक मबाघवरकरगटगगरः घोतरि दलनदौदषनम । शरनवरनि यमनागनिदन कानिभरनवरनानटन। खनि ॥ ५> ॥
अव दागरवरौटख रटतरवितरः । गतरनख--
कानिनरौगङरकनटकोगनबरोभिनमौ ववर मना टमदगो शाख वः कक रटम वादमारिनः कनावरन । वर & अवाखा वरबधदा९ लाखो करडा न? शत-
तर दा वरवरोगखिञिरवनोटमापोगर पोटयोपत४ ॥ १० ॥ रटखव-
कायशकायबरटड न (कलिननिनौ नाटगाएटड (कोभगौ- निशदन समौरटड मशोगानोगनौना बनि । मौलटव निम निःमशखङरएडा गो खिनोवागटन-
दरटकचछा माङि (एमि वकवधयाशोमर भट) दवरिः ॥ ११ ॥
५७ सल शकदनौ |
चमा गखिषवर--
बररषट रावरि-खनटदौ मनिटदर पोवरकारा कदिणनि थदननरलटकटमानिकिरख ।
विशः गरागररनरमनाङौवरवा नौ दरकद तरशटकनोगतिमगखदरवा भरा शदर; ॥ १२॥
रटखव-
नियथन यतरि यनगरखः नोनि? मयानिकतिड। ८कनानौकमिषः उवाएा कथिखः वरौट बरष रोमाभि,। ठ ङा<खधरनवरनधतास मन र दषटः नकिन कमिग)) भिपिनौकरः मकगफर कशय भर द४॥ १७॥
ज दनदर वटमशतरौ-विबररगौखम ।
सनदरकिरख-
याटड दादरदौशरवर मबदनिटन) उदमसदना कानिनौखकशचवङकननजामोगकषा (मा<करधशरा । छपरौर९ खकदानभगगतशनडो वरव बरोरो
(परमाखरखनषरिखिरषनणटवबरथ)< क भ९ ककषिखम ॥ १६ ॥
यश दलए दौन मटनतम ।
(गोवरषनारवीख-
भ दोदरदडोर थथामि दरि (ङ उट दकोमकटएम+
ववा? बबरहमारमहदिदम। (ौदनारथि मोमाणछिडोः ।
सखा (कनिकतसषनिगहटगदराएना कणा नः कानिनौरकङगगररगि छव ८ॐ) मोड एिषडानणकम । १८ ॥
ल चशनौवलौ । १५
नौन-
८ (शर।दकषमकननरा म यनाकषछई म (यट) वणड। ख]ॐोवरः म वनसणखि$ गरषदराएछ रष (नीङकनम ।
किषड शोवरवरौरख समयः नापरारि (पाटदवनौ- खा वरटव) सरि दरःम९ वख दधमटकगनना९ टट ॥ १६ ॥
गॐ उह कङः--
कोनिगकाौः चरनिनः यटफौवयकटर) वमाः मगो कशनव? मषाग९ न रवद नाम निखवर९ करकर कनरार शरनः।
गिः कपयादिखोरिरि शवः मशमशटरर ङशशरटतर निशवामाः यगरखौ परि वरयधोदमोखा ग गरषडिम ॥ ११ ॥
खश वतो गान यलि वषा वरटकशववरदएनम।
दटवः--
म 9) -दलनयकरनः ख भट (चरटरन गर दष खिटडि थदख। यथाखिनिविखः करविङएपोमौनछ । कटय सड खप।पगिलख यन ९नटद गष रो गिक
रछद]] वपरमोषटवर रद] दा ददनतरमनम ॥ १४॥
खशर]एिकः एषट । उ कनम ।
कखटि९--
खप८८₹९ नर गजिवरगिषः नलकव कामः णिकः
म (षरकरखो एवरडि कबिगाटमखा शनोङ। बर४ । ग कट मसनशवनि कनभिरण६ मकरौरकर (यारि
षब सख कथ९ दिटभोरगमिसररोर ङमिर मयादरागिड ॥ °>
व ववलोभपा[दनौ ।
अथ रकरटकटल ओवनमावटनश वौिखम । । रवश--
८षटनर रषिरन वाङम)
मौमाशखि-वरिख-खमवरपमानएमन । सछतरिगोगा नञज भषिटिखव बराषा वाटगन (छन नबरटनन फपरण करम ॥ ८० ॥
खख -- सोनटनतौफीखदा भ बरनिडिङ९ ए क? कमर (नककि वाड मौषड व रनणदिशटक मटछ न क$थदश 1 " वानो मशवयनमगतोकतवरगक] मशटकरएनो नः मन म}< दललरमकरटमारनि सषि वरालाटड) विदर भ ट ॥४२॥
८ सथ वरखषनशरखः बङ९ अटि ।
क ९
कि९ गोकोटड लमि विना: शोमिटना दि चणका
कि< कान९ रणिखिवरखखठ कटर शवर 4४ 1
चप ग ाविनारमिर बभर छौ विः इविषपटभ
रदवथानाः चिपर दखि नङ इ९ बटमवाटनगर ॥ ४२ ॥
यश टव मषौ९ यङि ओवराववनम ।
कशणि<-
यः (कमीमावरशबरः ज चव रि वबरर। थव ठएयचशा- = (ख (छागो निखयानरौ सदर? (थोः कणषोनिनाः ! म ठएवानि रशानि उठ सतरा नौ रनौना विवी (वराददरा शमि (दरनौखकररटन (एः मबरकट ॥ ४७॥
ललनणादनौ । ॐ
गयारड.ऽ--
यिगरः (मार परः कः मरषतरि ककरएकलमिनिख- खथ[ङ९ जा तषो रपिपशररदपरा मकयरथम।
उथगरटशमनयधदबरवनो नशमखटव
मटन) (म कानिगरौशरनिनदिभिनातर नथ शरि ॥ ४ ॥
स ममोटशौ मकनाषवरनम
चदड) यविनसमवरशषया-
टश म विवापमख वगङि< कटमण। शकर खाङा९ मादर र शरतरीकनपरटम माखा मिमत मानभर । नननौ९ निकमरखः खपरशददरविटधी धवखदवद¶{कटना- गिखाकषथङिटसदमा ननि विरि गन रबरिः द द? ॥०९॥
यषरदरभ]वरशमागर वनत दमदिश दवि ।
मनो रगा रखतरर इतरहर नयः ॥ ०४ ॥
(चाटशरशचवछ-
योगाडखवरयनतरजिभिथबरवाचषठनाविनकवर९-
८कभदाः श कदररककषदक वरथो ¶ वमिः । कटाकयय कटगीनविनम<गयाकतएपिटन।
~ (शौए-७)ः कलिकौनकवावशव कसमपिष न व ॥ ४१॥
( कशरषटिऽ-
८कषट९ रकनवर उद कखन) खणटनकराना४ शटबर-
दए (याशरखामनथशरपनटव उकिथगानाङष। } भनधर क९ दवि दशिकदडिभ २९ बको दनव म€
(रर (शागरमरिथगरखमङः कामाः मिववदा भर ॥ ७४४)
४० ` ` जनपतावनौ |
खपरणव-रिषयकतत ४, ४६. कर (यशव मछि मकडी |
(खवो९ शषठानि विना ग :.“ ^` ` खरगाढ ॥ * । ( गमपषषनतवमखभम। (#क= जगनिकानि-कनिरः ।
मरौ भिखयखिएणा९ एकरणखम+ `नीपशः (काशचि । ° ॥)
दखि जगकनएीशौमिना :६. जर
नियनणावनौ मषाह,
िकरशरभभमख |