जन्म कुंडली के चौथे व पाँचवें भाव से...

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जजजज जजजजजज जज जजजज ज जजजजजजज जजज जज जजजजज जजजज (जजजजजजज जजजजजज जजजजजज जज जजज))—– जजजजज जज जजजजजजज जजजजजजजज जजजज जज ‘जजज-जज जजजज जजजजज’ जज जजजज जजजजजज जजजजजज जज जजजजज ज जजजज जजजज जज जजजज-जजजज जज जजजज जजजजजजजजजजजजजजज जज जजज जजजज जज जजज जजजजजज जज जज जजज जजजज जजजजजजजजजज जजज जजजज जजज जजजजजजजजज जजजजज, जज जजजज जजजजजज जजजजजज जजजजज जजजज जजजज जज जज जजजज जज जज जजजज जजजजज जज जजजज जजज जजजजज जजजज जजजजजजज जजज जज जज जजजजजजजजजज जजजजज जजज जज जजज जजजजज जज जजजजजजज जज जजजजजजज जजजजजजजज जज जज, जजजज जजजजज जजजज जजजज जजजज जज जजजज जज जज जज जजज जज जजजज जज जजज जजज जज जजजज जजज जजजजजजज जजजज जजजजजज जजजजजजजज जजजज जजजजज जजज जज जजजज जजजजजजजजजजजजज जजज जजजज जजज जज जजजजजज जजज जजज जजज जज जजजज जजजजजज जजज जजजजज जज जजजज जजज जजजजज जजजज जजजज जजजजजज जजजज जजजज जज जजजजजज जजज जजजज जजज जजज जजजज जजजजजज जजज जज जजज जजजज जजज जज जजज-जजज जजजजजज जज जजजजजज जज, जज जजजज जजज-जजजज

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Page 1: जन्म कुंडली के चौथे व पाँचवें भाव से जानें विषय

जन्म कुं�� डली कुं चौ�थे व पाँ��चौव� भा�व से ज�नें� विवषय—

(ज्य�वि�ष अनें�से�र शि�क्षा� कुं य�ग))—–

दसेव# कुं$ पाँरक्षा� उत्तीर्ण( कुंर� ही ‘कुं�नें-से� विवषय चौ�नें�’ यही यक्षा प्रश्न बच्चों. कुं से�मनें आ खड़ा� ही��� ही2। म���-विपाँ�� कुं� अपाँनें महीत्व�कुं��क्षा�ओं कुं� पाँर रखकुंर एकुं नेंजर कुं�� डली पाँर भा म�र लीनें चौ�विहीए। बच्चों विकुंसे विवषय म� शिसेद्धहीस्� ही.ग, यही ग्रही स्थि;वि� स्पष्ट ब��� ही2।आज जवनें कुं हीर म�ड़ा पाँर आम आदम स्वय� कुं� ख�य� हुआ महीसे?से कुंर�� ही2। विव�ष रूपाँ से वही विवद्या�थेB जिजसेनें ही�ली ही म� दसेव# य� ब�रहीव# कुं$ पाँरक्षा� उत्तीर्ण( कुं$ ही2, उसेकुं से�मनें सेबसे बड़ा� से�कुंट यही रही�� ही2 विकुं वही कुं�नें से विवषय कुं� चौयनें कुंर ज� उसेकुं शिलीए ली�भाद�यकुं ही�। एकुं अनें�भाव ज्य�वि�ष आपाँकुं$ अच्छीF मदद कुंर सेकुं�� ही2। जन्मपाँविGकुं� म� पाँ�चौम भा�व से शि�क्षा� �थे� नेंवम भा�व से उच्चों शि�क्षा� �थे� भा�ग्य कुं ब�र म� विवचौ�र विकुंय� ज��� ही2। सेबसे पाँहीली ज��कुं कुं$ कुं�� डली म� पाँ�चौम भा�व �थे� उसेकुं� स्व�म कुं�नें ही2 �थे� पाँ�चौम भा�व पाँर विकुंनें-विकुंनें ग्रही. कुं$ दृष्टिष्ट ही2, य ग्रही ��भा-अ��भा ही2 अथेव� ष्टिमG-�G�, अष्टिKष्टिमG हीL विवचौ�र कुंरनें� चौ�विहीए। दूसेर ब�� नेंवम भा�व एव� उसेकुं� स्व�म, नेंवम भा�व स्थि;� ग्रही, नेंवम भा�व पाँर ग्रही दृष्टिष्ट आदिद ��भा���भा कुं� ज�नेंनें�। �सेर ब�� ज��कुं कुं� से�द�(नें चौ�द्र स्थि;� श्रेष्ठ लीग्नें कुं द�म भा�व कुं� स्व�म नेंव��� कुं�� डली म� विकुंसे र�शि� म� विकुंनें पाँरिरस्थि;वि�य. म� स्थि;� ही2 ज्ञा�� कुंरनें�, �सेर स्थि;वि� से ज��कुं कुं$ आय एव� आय कुं स्G�� कुं� ज्ञा�नें ही�ग�। जन्मकुं�� डली म� ज� सेव�(ष्टिKकुं प्रभा�व ग्रही ही��� ही2 से�म�न्य�: व्यशिU उसे ग्रही से से�ब�ष्टिK� कुं�य(-व्यवसे�य कुंर�� ही2। यदिद हीम� कुं�य( व्यवसे�य कुं ब�र म� ज�नेंकुं�र ष्टिमली ज�� ही2 �� शि�क्षा� भा उसे से से�ब�ष्टिK� ही�ग। ज2से यदिद जन्म कुं�� डली म� ग�रु सेव�(ष्टिKकुं प्रभा�व ही2 �� ज��कुं कुं� शिचौविकुंत्से�, लीखनें, शि�क्षा�, ख�द्या पाँद�थे( कुं द्वा�र� आय ही�ग। यदिद ज��कुं कुं� शिचौविकुंत्सेकुं य�ग ही2 �� ज��कुं जव विवज्ञा�नें विवषय लीकुंर शिचौविकुंत्सेकुं बनेंग�। यदिद पाँविGकुं� म� ग�रु कुंमज�र ही2 �� ज��कुं आय�वXदिदकुं, ही�म्य�पाँ2शिथेकुं, र2कुं$ य� इनेंकुं सेमकुंक्षा ज्ञा�नें प्र�प्� कुंरग�। श्रेष्ठ ग�रु ही�नें पाँर एमबबएसे कुं$ पाँढ़ा�ई कुंरग�। यदिद ग�रु कुं से�थे म�गली कुं� श्रेष्ठ य�ग बनें रही� ही2 �� �ल्य शिचौविकुंत्सेकुं, यदिद से?य( से य�ग बनें रही� ही2 �� नेंG शिचौविकुंत्से� य� से�नें�ग्र�फी$ य� इलीक्ट्रॉbविनेंकुं उपाँकुंरर्ण से से�ब�ष्टिK� विवषय कुं$ शि�क्षा�, यदिद ��क्र ही2 �� मविहीली� र�ग विव�षज्ञा, ब�K ही2 �� मनें�र�ग �थे� र�हु ही2 �� हीड्डी र�ग विव�षज्ञा बनेंग�। चौ�द्र कुं$ श्रेष्ठ स्थि;वि� म� विकुंसे विवषय पाँर गहीनें अध्ययनें कुंरग�। लीखकुं, कुंविव, श्रेष्ठ विवचौ�रकुं बनेंग� �थे� बए, एमए कुंर श्रेष्ठ चिंचौg�नें�ली, य�जनें�कुं�र ही�ग�। से?य( कुं प्रबली ही�नें पाँर इलीक्ट्रॉbविनेंकुं से से�ब�ष्टिK� शि�क्षा� ग्रहीर्ण कुंरग�। यदिद म�गली अनें�कुं? ली ही2 �� ऐसे� ज��कुं कुंली�, भा?ष्टिम, भावनें, विनेंम�(र्ण, खद�नें, कुं ष्टिमकुंली आदिद से से�ब�ष्टिK� विवषय शि�क्षा� ग्रहीर्ण कुंरग�। ब�K प्रK�नें कुं�� डली व�ली ज��कुं बLकुं, बम�, कुंम�नें, विवत्तीय से�;�नें, व�र्ण से से�ब�ष्टिK� कुं�य(, ज्य�वि�ष-व2द्या, शि�क्षाकुं, वकुं$ली, सेली�हीकुं�र, चौ�ट(ड अकुं�उ�ट�ट, इ�जविनेंयर, लीखपाँ�ली आदिद कुं� कुं�य( कुंर� हीL। अ�: ऐसे ज��कुं कुं� से�इ�से, म2थ्से कुं$ शि�क्षा� ग्रहीर्ण कुंरनें� चौ�विहीए किंकुंg�� यदिद ब�K कुंमज�र ही� �� व�णिर्णज्य विवषय लीनें� चौ�विहीए। ब�K कुं$ श्रेष्ठ स्थि;वि� म� चौ�ट(ड अकुं�उ�ट�ट कुं$ शि�क्षा� ग्रहीर्ण कुंरनें� चौ�विहीए। ��क्र कुं$ अनें�कुं? ली�� से ज��कुं से�इ�से कुं$ शि�क्षा� ग्रहीर्ण कुंरग�। ��क्र कुं$ अष्टिKकुं अनें�कुं? ली�� ही�नें से ज��कुं फी2 �नें, से�ग�ष्टिK� व्यवसे�य, श्रेष्ठ कुंली�कुं�र �थे� रत्नें. से से�ब�ष्टिK� विवषय कुं� चौ�नें�� ही2। �विनें ग्रही प्रब�K, ली�ही �त्व, �ली, म�नेंर आदिद विवषय कुं� कुं�रकुं ही2। अ�: ऐसे ज��कुं. कुं$ शि�क्षा� म� व्यवK�नें कुं से�थे पाँ?र्ण( ही�� ही2। �विनें कुं से�थे ब�K ही�नें पाँर ज��कुं एमबए फी�इनें�से म� कुंरग�। यदिद �विनें कुं से�थे म�गली भा कुं�रकुं ही2 �� सेनें�-पाँ�शिलीसे अथेव� ��य( से से�ब�ष्टिK� विवभा�ग म� अष्टिKकुं�र बनेंग�। र�हु कुं$ प्रK�नें�� कुं� दिटली ज्ञा�नें कुं� द��(� ही2। कुं �� – �ज म�दF �थे� अचौ�नेंकुं आय दनें व�ली कुं�य( �यर, �ज म�दF कुं ब�ज�र, सेट्टा�, प्रवि�य�ग क्वज, लीbटर आदिद। कुंभा-कुंभा एकुं ही ग्रही विवणिभान्न विवषय. कुं से?चौकुं ही�� हीL �� ऐसे स्थि;वि� म� ज��कुं एव� ज्य�वि�ष द�नें. ही अविनेंर्ण(य कुं$ स्थि;वि� म� आ ज�� हीL। उसेकुं� सेही अनें�म�नें लीग�नें� ज्य�वि�ष कुं� कुं�य( ही2। ऐसे स्थि;वि� म� द�, कुं�ली एव� पाँ�G कुं� दखकुंर विनेंर्ण(य लीनें� उशिचौ� रहीग�। ज2से नेंव��� म� ब�K कुं� स्वर�शि� ही�नें� ज्य�वि�ष, व2द्या, वकुं$ली, सेली�हीकुं�र कुं� से?चौकुं ही2। अब यही�� ज��कुं कुं विपाँ�� कुं� व्यवसे�य (स्वय� कुं$ रुशिचौ) जिजसे विवषय कुं$ ही�ग, वही उसे विवषय कुं� अध्ययनें कुंर Kनें�ज(नें कुंरग�।से�म�न्य�: व2दिदकुं ग्र�थे. कुं अनें�से�र से?य(, चौ�द्र, म�गली, ब�K, ग�रू और �विनें इनें से�� ग्रही. कुं� अपाँनें� अलीग-अलीग क्षाG और प्रभा�व ही2। लीविकुंनें, जब इनें ग्रही. कुं� आपाँसे य�ग बनें�� ही2 �� क्षाG और प्रभा�व बदली ज�� हीL। इनें ग्रही. कुं से�थे र�हु और कुं �� ष्टिमली ज�य, �� कुं�य( म� ब�K� उत्पाँन्न कुंर� हीL। व्यवही�रिरकुं भा��� म� कुंही� ��

Page 2: जन्म कुंडली के चौथे व पाँचवें भाव से जानें विषय

ट��ग अड़ा�� हीL। जन्मकुं�� डली कुं म�ख्य कुं�रकुं ग्रही ही कुं�� डली कुं प्रशिसेड�ट ही�� हीL। य�नें ज� भा कुं� छ ही�ग� वही उनें ग्रही. कुं$ दखरख म� ही�ग�, अ�: यही ध्य�नें म� जरूर रख� विकुं इसे कुं�� डली म� कुं�रकुं ग्रही कुं�नें से हीL। अगर कुं�रकुं ग्रही कुंमज�र हीL य� अस्� ही2, वqद्ध�व;� म� हीL �� उसेकुं ब�द व�ली ग्रही. कुं� असेर आर�भा ही� ज�यग�। म�गली, ��क्र और से?य(, �विनें कुंरिरयर कुं$ द�� �य कुंर� हीL। ब�K और ग�रु उसे क्षाG कुं$ ब�जिद्ध और शि�क्षा� प्रद�नें कुंर� हीL। यद्याविपाँ क्षाG इनेंकुं� भा विनेंणिr� ही2, लीविकुंनें इनें पाँर जिजम्मद�रिरय�� ज्य�द� रही� हीL। इसेशिलीय कुं�� डली म� इनेंकुं$ �शिU महीत्वपाँ?र्ण( भा?ष्टिमकुं� विनेंभा�� ही2। आज हीम विकुंसे एकुं य� द� ग्रही. कुं कुंरिरयर पाँर प्रभा�व कुं$ चौचौ�( कुंर�ग। जन्मकुं�� डली म� व2से �� सेभा ब�रही भा�व एकुं दूसेर कुं� पाँ?रकुं हीL, किंकुंg�� पाँर�क्रम, ज्ञा�नें, कुंम( और ली�भा इनेंम� मही�s?वपाँ?र्ण( ही2। इसेकुं से�थे ही इनें सेभा भा�व. कुं� प्रभा�व नेंवम भा�ग्य भा�व से �य ही��� ही2। अ�: यही पाँरम भा�व ही2।

से?य( और म�गली य�नें से�चौ और से�हीसे कुं पाँरम ��भा ग्रही म�नें गय हीL। से?य( कुं� कुं�� डली कुं$ आत्म� कुंही� गय� ही2। और ��Kपाँरकुं, आविवष्कुं�रकुं, रचौनें�त्मकुं क्षाG से से�ब�ष्टिK� कुं�यu म� इनेंकुं� ख�से दखली रही�� ही2। म�नेंर अथेव� व2ज्ञा�विनेंकुं कुं�यu कुं$ सेफीली�� से?य(दव कुं बग2र से�भाव ही नेंही# ही2। जब यही से?क्ष्म कुं�य( म�नेंव �रर से ज�ड़ा ज��� ही2 �� ��क्र कुं� र�ली आर�भा ही� ज��� ही2, क्य.विकुं म�विडकुंली एस्ट्रॉ�जbली म� ��क्र ��विGकुं� ��G विवज्ञा�नें कुं कुं�रकुं हीL। य�नें ��क्र कुं� न्य?र�लीbज और ग�प्� र�ग कुं� ज्ञा�नें दनें व�ली� म�नें� गय� ही2। सेजव म� ��क्र कुं� र�ली अष्टिKकुं रही�� ही2 और विनेंजBव म� से?य( कुं� र�ली अष्टिKकुं रही�� ही2। यदिद आपाँकुं$ कुं�� डली म� य द�नें. ग्रही एकुं से�थे हीL और दक्षा अ�� कुं$ दूर पाँर हीL �� ही म�नेंकुंर चौली� विकुं इनेंकुं� फीली आपाँकुं ऊपाँर अष्टिKकुं घदिट� ही�ग�। �सेर भा�व, पाँ��चौव� भा�व, द�म भा�व और एकुं�द� भा�व म� इनेंकुं$ स्थि;वि� आपाँकुं कुं� �ली व2ज्ञा�विनेंकुं, आविवश्कुं�रकुं, डbक्टर, से�ग�ज्ञा, फी2 �नें विडज�इनेंर, ही�ट( अथेव� न्य?र� सेज(नें बनें� सेकुं� ही2। इनें द�नें. कुं$ य�वि� म� ��क्र बलीव�नें ही., �� स्G र�ग विव�षज्ञा बनें� सेकुं� हीL। से�थे ही लीशिली� कुंली� और विफील्म उद्या�ग म� से�ग�कुं�र आदिद बनें सेकुं� हीL। लीविकुंनें, जब इन्ही# से?य( कुं से�थे म�गली ष्टिमली हीL, �� पाँ�शिलीसे, सेनें�, इ�जविनेंयर, अग्निग्नें�मनें विवभा�ग, कुंq विष कुं�य(, जमनें-ज�यद�द, ठेकुं द�र, सेज(र, खली, र�जनेंवि� �थे� अन्य प्रब�Kनें कुं�य( कुं क्षाG म� अपाँनें� भा�ग्य आजम� सेकुं� हीL। यदिद इनेंकुं$ य�वि� पाँर�क्रम भा�व म� द�म अथेव� एकुं�द� भा�व म� ही� इ�जविनेंयरिंरgग, आईआईटF व2ज्ञा�विनेंकुं बनेंनें कुं से�थे-से�थे अच्छी ग्निखली�ड़ा और प्र��सेकुं बनेंनें� लीगभाग से�विनेंणिr� कुंर द� ही2। अष्टिKकुं�र व2ज्ञा�विनेंकुं, ग्निखली�विडय़ों. और प्रभा�व��ली व्यशिUय. कुं$ कुं�� डली म� यही य�वि� और य�ग दख ज� सेकुं� हीL। आज कुं प्र�फी �नेंली य�ग म� इनेंकुं� प्रभा�व और फीली चौरम पाँर रही�� ही2। इसेशिलीय यही म�नेंकुंर चौली� विकुं यदिद कुं�� डली म� म�गली, से?य( �सेर दसेव य� ग्य�हीरव� भा�व म� ही� �� अन्य ग्रही. कुं द्वा�र� बनें हीय� य�ग. कुं� ध्य�नें म� रखकुंर उपाँर�U कुंही गय क्षाG. म� अपाँनें� भा�ग्य आजम�नें� चौ�विहीय। यदिद इनेंकुं से�थे ब�K भा ज�ड़ा ज�य� �� एज�कुं �नें, बLकुं और बम� क्षाG म� विकुंस्म� आजम� सेकुं� हीL। लीविकुंनें, इसेकुं शिलीय कुं�� डली म� ब�K ओर ग�रु कुं$ स्थि;वि� पाँर ध्य�नें दनें कुं$ जरूर� ही2। व�स्��कुंली� �थे� अन्य नेंक्कुं�� व�ली क्षाG. कुं दरव�ज भा आपाँकुं शिलीय ख�ली ज�य�ग, इसेशिलीय कुं�� डली म� अगर से?य(, म�गली कुं$ प्रK�नें�� ही� �� इनेंकुं कुं�रकुं अथेव� से�ब�ष्टिK� क्षाG अवि� ली�भाद�यकुं और कुं�मय�ब दिदली�नें व�ली रही�ग, इसेशिलीय ज� बही�र और आपाँकुं$ प्रकुंq वि� कुं� से?ट कुंर वही क्षाG चौ�नें�।

* विवषय कुं चौ�नें�व ही�� कुं�� डली कुं चौ�थे व पाँ��चौव� भा�व कुं� प्रम�ख रूपाँ से अध्ययनें कुंरनें� चौ�विहीए। से�थे ही लीग्नें य�नें व्यशिU कुं स्वभा�व कुं� भा विववचौनें कुंर लीनें� चौ�विहीए।

ग्रही�नें�से�र विवषय :—–* यदिद चौ�थे व पाँ��चौव� भा�व पाँर ही�।

1से?य( कुं� प्रभा�व – आटs( से, विवज्ञा�नें

2 म�गली कुं� प्रभा�व – जव विवज्ञा�नें

3. चौ�द्रम� कुं� प्रभा�व – ट्रॉवचिंलीgग, ट?रिरज्म,

Page 3: जन्म कुंडली के चौथे व पाँचवें भाव से जानें विषय

4. बqहीस्पवि� कुं� प्रभा�व – विकुंसे विवषय म� अध्य�पाँनें कुं$ विडग्र

5 ब�K कुं� प्रभा�व – कुंbमसे(, कुंम्प्य?टर

6 ��क्र कुं� प्रभा�व- मविडय�, म�से कुंम्य�विनेंकुं �नें, ग�यनें, व�दनें

7 �विनें कुं� प्रभा�व- �कुंनेंकुं$ क्षाG, गणिर्ण�

इनें म�खs य ग्रही. कुं अली�व� ग्रही. कुं$ य�वि�-प्रवि�य�वि� कुं� भा अध्ययनें कुंर�, �भा विकुंसे विनेंष्कुंष( पाँर पाँहु�चौ�। (ज2से ��क्र और ब�K ही� �� ही�म्य�पाँ2थे य� आय�वXद पाँढ़ा�ए�) ��विकुं चौ�नें� गय� विवषय बच्चों कुं� आग सेफीली�� दिदली� सेकुं ।

कुं2 से ही�ग शि�क्षा�..??? विकुंसे दिद�� म� और विकुंसे क्षाG म� ही�ग शि�क्षा� ..???व�(म�नें म� प्रत्यकुं व्यशिU उच्चों शि�क्षा� पाँ�नें� चौ�ही�� ही2 अथेव� अपाँनें सेन्��नें कुं� उच्चों शि�क्षा� दिदली�नें� चौ�ही�� ही2 जिजसेसे वही भाविवष्य म� अच्छीF नें�कुंर य� व्य�पाँ�र कुंरकुं से�ख व सेमस्य� रविही� जवनें ज सेकुं । दूसेर �ब्द. म� यही कुंही लीजिजए विकुं प्रत्यकुं व्यशिU सेन्��नें कुं� उच्चों शि�क्षा� दिदली�कुंर उसेकुं� अच्छी� कुं2 रिरयर बनें�नें� चौ�ही�� ही2। उच्चों शि�क्षा� प्र�प्तिप्� कुं शिलीए कुं� ण्डली कुं� चौ��थे(, पाँ�चौम एव� विद्वा�य भा�व म� स्थि;� ग्रही व उनेंकुं स्व�ष्टिमय. कुं$ स्थि;वि�, पाँ�चौम�, चौ��थेX�, विद्वा�य� कुं से�थे ��भा व अ��भा ग्रही. कुं$ स्थि;वि�, दृष्टिष्ट व य�वि�, द�म� व द�म भा�व कुं$ स्थि;वि� कुं से�थे-से�थे चौ��र्विवg���� कुं�� डली, द�म��� कुं�� डली �थे� कुं�र�कुं�� कुं�� डली कुं� अध्ययनें शि�क्षा�, व�र्ण, ब�जिद्ध �थे� �कुं( �शिU आदिद कुं ब�र म� ब���� ही2।

शि�क्षा� कुं2 से ही�ग, ज��कुं भाविवष्य म� विकुंसे दिद�� म�, क्षाG म�, अपाँनें आजविवकुं� प्र�प्� कुंरग� व उसेकुं से�खद भाविवष्य कुं शिलीए कुं�नें-कुं�नें क्षाG अच्छी रही�ग, इनें प्रश्न. कुं उत्तीर एकुं ज्य�वि�ष जन्मकुं�� डली कुं� विवश्लेषर्ण कुंरकुं ब�� सेकुं�� ही2।कुं� ण्डली कुं चौ��थे( भा�व से विवद्या�, पाँ�चौम भा�व से ब�जिद्ध, विद्वा�य भा�व से व�र्ण, आठेव� भा�व से से�म�न्य ज्ञा�नें एव� ग�प्� विवद्या� �थे� द�म भा�व से विवद्या� जविनें� य� व आजविवकुं� कुं� भा�नें ही��� ही2। इनें सेभा भा�व. म� स्थि;� ग्रही, इनेंकुं स्व�म ग्रही आदिद कुं विवश्लेषर्ण से ज��कुं कुं$ शि�क्षा� व विवद्या� कुं� क्षाG कुं2 से� रहीग� �थे� भाविवष्य कुं2 से� ही�ग� यही ज�नें� ज��� ही2।शि�क्षा� प्र�प्तिप्� कुं कुं� छ अनें�भा?� ज्य�वि�ष य�ग. कुं$ चौचौ�( कुंर� हीL-1-यदिद ग�रु कुं� द्र(1,4,7 व 10) म� ही� �� ज��कुं ब�जिद्धम�नें ही��� ही2। ग�रु उच्चों अथेव� स्वग्रही ही� �� और अच्छी� फीली द�� ही2।2-पाँ�चौम भा�व म� से?य( चिंसेgही र�शि� म� ही� �� ज��कुं मनें�नें�कुं? ली शि�क्षा� पाँ?र्ण( कुंर�� ही2।3-ब�K पाँ�चौम म� ही� �थे� पाँ�चौम� बली ही�कुंर कुं� द्र म� स्थि;� ही� �थे� ��भा ग्रही. से दृष्ट ही� �� ज��कुं ब�जिद्धम�नें ही��� ही2।4-पाँ�चौम� उच्चों कुं� कुं� द्र य� विGकुं�र्ण म� स्थि;� ही� �� ज��कुं पाँ?र्ण( शि�क्षा� पाँ��� ही2।5-ग�रु ��क्र व ब�K यदिद कुं� द्र व विGकुं�र्ण म� एकुं से�थे य� अलीग-अलीग स्थि;� ही. �थे� ग�रु उच्चों, स्वग्रही य� ष्टिमG क्षाG म� ही� �� सेरस्व� य�ग बनें�� ही2। ऐसे ज��कुं पाँर सेरस्व� कुं$ विव�ष कुंq पाँ� ही�� ही2।6-द�म� व पाँ�चौम� कुं� ;�नें पाँरिरव�(नें अथे�(�s द�म भा�व कुं� स्व�म पाँ�चौम म� �थे� पाँ�चौम भा�व कुं� स्व�म द�म म� ही� �� व्यशिU अच्छीF शि�क्षा� प्र�प्� कुंर�� ही2।7-ब�K, चौ�द्रम� व म�गली पाँर ��क्र य� ग�रु कुं$ दृष्टिष्ट ही� �� भा ज��कुं बड़ा� ब�जिद्धम�नें ही��� ही2।8-पाँ�चौम भा�व म� ग�रु ही� �� ज��कुं अनेंकुं ��स्G. कुं� ज्ञा��� पाँ�G व ष्टिमG. से सेमqद्ध, ब�जिद्धम�नें व K2य(व�नें ही��� ही2।9-लीग्नें� यदिद 12 व� य� 8 व� भा�व म� ही� �� ज��कुं शिसेजिद्ध प्र�प्� कुंर�� ही2 और वही विवद्या� विव��रद ही��� ही2।10-चौ��थेX� सेप्�म व लीग्नें म� ही� �� ज��कुं बहु� से विवद्या� कुं� ज्ञा��� ही��� ही2।11-चौ�द्रम� से ग�रु विGकुं�र्ण म� ही�, ब�K से म�गली विGकुं�र्ण म� और ग�रु से ब�K एकुं�द� ;�नें म� ही� �� ज��कुं अच्छीF शि�क्षा� प्र�प्� कुंरकुं बहु� से� Kनें अज(नें कुंर�� ही2।

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12-शि�क्षा� प्र�इज़ म� से?य( चौ�द्र, ब�K, ग�रु, म�गली व �विनें ग्रही कुं$ विव�ष भा?ष्टिमकुं� ही2। इसेकुं अवि�रिरU लीग्नें�, पाँ�चौम� व नेंवम� �थे� इनें भा�व. कुं� विवश्लेषर्ण भा उच्चों शि�क्षा� प्र�प्तिप्� ही�� कुंरनें� चौ�विहीए। लीग्नें� विनेंब(ली हुआ �� ब�जिद्ध व भा�ग्य व्यथे( ही� ज�ए�ग, यदिद पाँ�चौम भा�व विनेंब(ली हुआ �� �रर और भा�ग्य क्य� कुंर�ग और यदिद भा�ग्य कुंमज�र हुआ �� �रर व ब�जिद्ध व्यथे( ही.ग।13-पाँ�चौम� ��भा ग्रही ही� और पाँ�चौम� कुं� नेंव���पाँवि� भा �G� ग्रही. से य�� व दृष्ट� नें ही� �� उच्चों शि�क्षा� प्र�प्� ही�� ही2।14-ग�रु कुं� द्र य� विGकुं�र्ण म� ही�कुंर �विनें, र�हु, कुं �� से य�� य� दृष्ट ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� प्र�प्� कुंर विवद्वा�नें बनें�� ही2।15-ग�रु विद्वा�य� ही�कुंर बलीव�नें से?य( व ��क्र से दृष्ट ही� �� ज��कुं व्य�कुंरर्ण ��स्G कुं� ज्ञा��� ही��� ही2।16-पाँ�चौम भा�व व पाँ�चौम� ब�K व म�गली कुं प्रभा�व म� ही� �� ज��कुं वs?य�पाँ�र से�ब�K उचौs?चौ शि�क्षा� प्र�प्� कुंर�� ही2।17-Kनें भा�व म� म�गली ��भा ग्रही. से दृष्ट ही� य� Kनेंभा�व म� चौ�द्र, म�गली कुं$ य�वि� ही� व ब�K द्वा�र� दृष्ट ही� �� ज��कुं गणिर्ण� विवषय कुं� ज्ञा��� ही��� ही2।18-यदिद विद्वा�य� से 8 व�, 12 व� ��भा ग्रही ही. �� ज��कुं प्रखर विवद्वा�नें ही��� ही2।19-लीग्नें�, पाँ�चौम�, नेंवम� म� पाँरसेs?पाँर य�वि� य� दृष्टिष्ट से�ब�K ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� प्र�प्� कुंर�� ही2।20-ग�रु व चौ�द्रम� एकुं-दूसेर कुं घर म� ही� �� चौ�द्रम� पाँर ग�रु कुं$ दृष्टिष्ट ही� �� सेरस्व� य�ग ही��� ही2, जिजसेसे ज��कुं से�विहीत्य, कुंली� व कुं�व्य म� उच्चों शि�क्षा� पाँ�कुंर ली�कुंविप्रय ही��� ही2।21- ग�रु लीग्नें म� ही� �थे� चौ�द्र से �q�य से?य(, म�गली, ब�K ही� �� ज��कुं विवज्ञा�नें विवषय म� उच्चों शि�क्षा� पाँ�कुंर व2ज्ञा�विनेंकुं बनें�� ही2।22-यदिद मष लीग्नें ही� और पाँ�चौम म� ब�K �थे� से?य( पाँर ग�रु कुं$ दृष्टिष्ट पाँड़ा �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।23-यदिद वqष लीग्नें ही� और उसेम� से?य( ब�K कुं$ य�वि� लीग्नें, चौ��थे( य� अष्टम म� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।24-यदिद ष्टिमथे�नें लीग्नें ही� और लीग्नें म� �विनें, �q�य म� ��क्र �थे� नेंवम म� ग�रु स्थि;� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।25-यदिद कुंकुं( लीग्नें ही� और उसेम� लीग्नें म� ब�K, ग�रु व ��क्र कुं$ य�वि� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।26-यदिद चिंसेgही लीग्नें ही� और म�गली-ग�रु कुं$ य�वि� चौ��थे(, पाँ�चौम य� एकुं�द� भा�व म� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।27-यदिद कुंन्य� लीग्नें ही� और उसेम� एकुं�द� भा�व म� ग�रु, चौ�द्र �थे� नेंवम भा�व म� ब�K स्थि;� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।28-यदिद ��ली� लीग्नें ही� और अष्टम म� �विनें ग�रु द्वा�र� दृष्ट ही� �थे� नेंवम म� ब�K स्थि;� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।29-यदिद वqणिrकुं लीग्नें ही� और उसेम� ब�K से?य( ही� �थे� नेंवम भा�व म� ग�रु चौ�द्र स्थि;� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।30- यदिद Kनें� लीग्नें ही� और उसेम� ग�रु ही� �थे� पाँ�चौम म� म�गली व चौ�द्र स्थि;� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।31- यदिद मकुंर लीग्नें ही� और उसेम� ��क्र-म�गली कुं$ य�वि� ही� �थे� पाँ�चौम भा�व म� चौ�द्र ग�रु द्वा�र� दृष्ट ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।32- यदिद कुं�� भा लीग्नें और एकुं�द� भा�व म� चौ�द्र �थे� षष्ठ भा�व म� ग�रु स्थि;� ही� �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।33- यदिद मनें लीग्नें ही� और उसेम� ग�रु षष्ठ, ��क्र अष्ठम, �विनें नेंवम �थे� म�गली-चौ�द्र एकुं�द� भा�व म� ही. �� ज��कुं उच्चों शि�क्षा� पाँ��� ही2।(आपाँ अपाँनें कुं� ण्डली म� उU य�ग. कुं� विवचौ�रकुंर शि�क्षा� से�ब�K विवश्लेषर्ण कुंर सेकुं� हीL।)

बच्चों कुं� म?ली स्वभा�व ज�नेंकुंर ही शि�क्षा� द�..( अ�कुं ��स्G अनें�से�र)—-

अ�कुं ज्य�वि�ष म� म?ली��कुं जन्म ��रख कुं अनें�से�र 1 से 9 म�नें ज�� हीL।

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प्रत्यकुं अ�कुं व्यशिU कुं� म?ली स्वभा�व दिदख��� ही2। बच्चों कुं� म?ली स्वभा�व ज�नेंकुंर ही म���-विपाँ�� उसे सेही ��लीम द सेकुं� हीL। आइए, ज�नें� कुं2 से� ही2 आपाँकुं बच्चों कुं� स्वभा�व।

म?ली��कुं 1 (1, 10 19, 28) : य बच्चों क्र�K, जिजदs दF व अही�कुं�र ही�� हीL। अच्छी प्र��सेविनेंकुं अष्टिKकुं�र बनें� हीL। य �कुं( कुं बच्चों हीL अ�: ड��ट-डपाँट नेंही# सेही�ग। इन्ही� �कुं( से नेंही#, प्य�र से सेमझा�ए�।

* म?ली��कुं 2 (2, 11, 20, 29) : य ����, सेमझाद�र, भा�व�कुं व ही�शि�य�र ही�� हीL। म���-विपाँ�� कुं$ सेव� कुंर� हीL। जर� से� �ज ब�लीनें� इन्ही� ठेसे पाँहु�चौ��� ही2। इनेंसे ���वि� व सेमझाद�र से ब�� कुंर�।

* म?ली��कुं 3 (3, 12, 21,30 ) : य सेमझाद�र, ज्ञा�नें व घम�ड ही�� हीL। अचौs छ सेली�हीकुं�र बनें� हीL। इन्ही� सेमझा�नें कुं शिलीए पाँय�(प्� कुं�रर्ण व ज्ञा�नें ही�नें� जरूर ही2।

* म?ली��कुं 4 (4, 13, 22) : बपाँरव�ही, ग्निखली�दड़ा व कुं�रस्��नें ही�� हीL। रिरस्कुं लीनें� इनेंकुं� स्वभा�व ही��� ही2। इन्ही� अनें���सेनें म� रखनें� जरूर ही2। य व्यसेनें�Kनें ही� सेकुं� हीL।

* म?ली��कुं 5 (5, 14, 23) : ब�जिद्धम�नें, ����, आ��व�दF ही�� हीL। रिरसेचौ( कुं कुं�म. म� रूशिचौ ली� हीL। इनेंकुं से�थे K2य( से व ���वि� से ब��चौ� कुंर�।

* म?ली��कुं 6 (6, 15, 24) : ही�सेम�ख, ��कुं$नें ष्टिमज�ज व कुंली�प्रम ही�� हीL। ‘ख�ओ विपाँय� मस्� रही�’ पाँर ज� हीL। इन्ही� सेही से�स्कुं�र व सेही दिद��-विनेंदX� जरूर ही2।

* म?ली��कुं 7 (7, 16, 25) : भा�व�कुं, विनेंर���व�दF, �विनेंकुं स्व�थेB मगर �व्र ब�जिद्ध कुं ही�� हीL। व्यसेनें�Kनें जल्दF ही�� हीL। कुंली�कुं�र ही� सेकुं� हीL। इन्ही� कुंड़ा अनें���सेनें व सेही म�ग(द�(नें कुं$ जरूर� ही�� ही2।

* म?ली��कुं 8 (8, 17, 26) : �विनेंकुं स्व�थेB, भा�व�कुं, अवि� व्य�वही�रिरकुं, महीनें� व व्य�पाँ�र ब�जिद्ध व�ली ही�� हीL। जवनें म� दर से गवि� आ� ही2। इन्ही� से�� सेहीय�ग व अच्छी से�शिथेय. कुं$ जरूर� ही�� ही2।

* म?ली��कुं 9 (9, 18, 27) : ऊज�(व�नें, �2��नें व �व्र ब�जिद्ध कुं विवद्र�ही ही�� हीL। म���-विपाँ�� से अष्टिKकुं बनें� नेंही# ही2। प्र��सेनें म� कुं� �ली ही�� हीL। इनेंकुं$ ऊज�( कुं� सेही दिद�� दनें� व इन्ही� सेमझानें� जरूर ही��� ही2।

व्यवसे�य म� सेफीली�� कुं� सेटFकुं अध्ययनें—–

शि�क्षा� पाँ?र्ण( ही�नें कुं पाँr�� अक्सेर य�व�ओं कुं मनें म� यही दुविवK� रही� ही2 विकुं नें�कुंर य� व्यवसे�य म� से उनेंकुं शिलीए उशिचौ� क्य� ही�ग�। इसे से�ब�K म� जन्मकुं�� डली कुं� सेटFकुं अध्ययनें सेही दिद�� चौ�नेंनें म� सेही�यकुं ही� सेकुं�� ही2।* नें�कुंर य� व्यवसे�य दखनें कुं शिलीए सेव(प्रथेम कुं�� डली म� द�म, लीग्नें और सेप्�म ;�नें कुं अष्टिKपाँवि� �थे� उनें भा�व. म� स्थि;� ग्रही. कुं� दख� ज��� ही2।* लीग्नें य� सेप्�म ;�नें बलीव�नें ही�नें पाँर स्व��G व्यवसे�य म� सेफीली�� कुं� य�ग बनें�� ही2।* प्र�य� लीग्नें र�शि�, चौ�द्र र�शि� और द�म भा�व म� स्थि;� ग्रही. कुं बली कुं ��लीनें�त्मकुं अध्ययनें द्वा�र� व्यवसे�य कुं� विनेंK�(रर्ण कुंरनें� उशिचौ� रही�� ही2।* प्र�य� अग्निग्नें �त्व व�ली र�शि� (मष, चिंसेgही, Kनें�) कुं ज��कुं. कुं� ब�जिद्ध और म�नेंशिसेकुं कुं��ली से�ब�K व्यवसे�य ज2से कुं�चिंचौgग कुंक्षा�ए�, कुंन्सेल्ट�से, लीखनें, ज्य�वि�ष आदिद म� सेफीली�� ष्टिमली� ही2।* पाँqथ्व �त्व व�ली र�शि� (वqष, कुंन्य�, मकुंर) कुं ज��कुं. कुं� ��ररिरकुं क्षाम�� व�ली व्यवसे�य ज2से कुंq विष, भावनें विनेंम�(र्ण, र�जनेंवि� आदिद म� सेफीली�� ष्टिमली� ही2।जली �त्व व�ली र�शि� (कुंकुं( , वqणिrकुं, मनें) कुं ज��कुं प्र�य� व्यवसे�य बदली� रही� हीL। इन्ही� द्रव, स्प्रि�ट, �ली, जही�ज से भ्रमर्ण, दुग्K व्यवसे�य आदिद म� सेफीली�� ष्टिमली सेकुं� ही2।

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* व�य� �त्व (ष्टिमथे�नें, ��ली�, कुं�� भा) प्रK�नें व्यशिU से�विहीत्य, पाँर�म�(द���, कुंली�विवद, प्रकुं��नें, लीखनें, रिरपाँ�ट(र, म�कुंX टिंटgग आदिद कुं कुं�म. म� अपाँनें� हुनेंर दिदख� सेकुं� हीL।* द�म ;�नें म� से?य( ही� : पाँ2�qकुं व्यवसे�य (औषष्टिK, ठेकुं द�र, से�नें कुं� व्यवसे�य, वस्G. कुं� क्रय-विवक्रय आदिद) से उन्नवि� ही�� ही2। य ज��कुं प्र�य� सेरकुं�र नें�कुंर म� अच्छी पाँद पाँर ज�� हीL।* चौन्द्र ही�नें पाँर : ज��कुं म��q कुं� ली कुं� व्यवसे�य य� म��� कुं Kनें से (आभा?षर्ण, म��, ख�, वस्G आदिद) व्यवसे�य कुंर�� ही2।* म�गली ही�नें पाँर : भा�इय. कुं से�थे पाँ�ट(नेंरशि�पाँ (विबजली कुं उपाँकुंरर्ण, अस्G-�स्G, आवि��ब�ज, वकुं�ली�, फी�जद�र) म� व्यवसे�य ली�भा द�� ही2। य व्यशिU सेनें�, पाँ�शिलीसे म� भा सेफीली ही�� हीL।* ब�K ही�नें पाँर : ष्टिमG. कुं से�थे व्यवसे�य ली�भा द�� ही2। लीखकुं, कुंविव, ज्य�वि�ष, पाँ�र�विही�, शिचौGकुंली�, भा�षर्णकुंली� से�ब�K कुं�य( म� ली�भा ही��� ही2।* बqहीस्पवि� ही�नें पाँर : भा�ई-बहीनें. कुं से�थे व्यवसे�य म� ली�भा, इवि�ही�सेकुं�र, प्र�फी सेर, Kम�पाँद�कुं, जज, व्य�ख्य�नेंकुं��( आदिद कुं�यu म� ली�भा ही��� ही2।* ��क्र ही�नें पाँर : पाँत्नें से Kनें ली�भा, व्यवसे�य म� सेहीय�ग। ज�हीर कुं� कुं�य(, भा�जनें, ही�टली से�ब�K कुं�य(, आभा?षर्ण, पाँ�ष्पाँ विवक्रय आदिद कुं�म. म� ली�भा ही��� ही2।�विनें :- �विनें अगर दसेव� भा�व म� स्वग्रही य�नें अपाँनें ही र�शि� कुं� ही� �� 36 व� से�ली कुं ब�द फी�यद� ही��� ही2। ऐसे ज��कुं अष्टिKकुं��� नें�कुंर ही कुंर� हीL। अष्टिKकुं�र शिसेविवली य� म2कुं विनेंकुंली इ�जविनेंयरिंरgग म� ज�� ही2। लीविकुंनें अगर दूसेर र�शि� य� �G� र�शि� कुं� ही� �� बहीद �कुंलीफी. कुं ब�द सेफीली�� ष्टिमली� ही2। अष्टिKकुं��� म�मली. म� कुंम स्�र कुं म�नेंर कुं�मकुं�ज से व्यशिU ज�द� ही� ज��� ही2।र�हू :- अचौ�नेंकुं लीbटर से, सेटs ट से य� �यर से व्यशिU कुं� ली�भा ष्टिमली�� ही2। ऐसे ज��कुं र�जनेंवि� म� विव�ष रूपाँ सेफीली रही� हीL।कुं �� :- कुं �� कुं$ द�म म� स्थि;वि� से�दिदग्K म�नें ज�� ही2 किंकुंg�� अगर से�थे म� अच्छी ग्रही ही� �� उसे ग्रही कुं अनें�से�र फीली ष्टिमली�� ही2 लीविकुंनें अकुं ली� ही�नें य� पाँ�पाँ प्रभा�व म� ही�नें पाँर कुं �� व्यशिU कुं� कुंरिरयर कुं क्षाG म� ड?ब� द�� ही2।

बहीरही�ली हीम ब�� कुंर रही हीL व्यशिU कुं र�जग�र(Profession) कुं$. चौ�ही ली�ली-विकुं��ब ही� अथेव� व2दिदकुं ज्य�वि�ष, अष्टिKकुं�र ज्य�वि�ष व्यशिU कुं कुं�य(क्षाG, र�जग�र कुं प्रश्न पाँर विवचौ�र कुंरनें कुं शिलीए जन्मकुं�� डली कुं द�म भा�व (कुंम( भा�व) कुं� महीत्व द� हीL. व� सेमझा� हीL विकुं ज� ग्रही द�म ;�नें म� स्थि;� ही� य� ज� द�म ;�नें कुं� अष्टिKपाँवि� ही�, व� इन्से�नें कुं$ आजविवकुं� कुं� ब�ली��� ही2. अब उनेंकुं अनें�से�र यही द�म ;�नें सेभा लीग्नें. से ही� सेकुं�� ही2——जन्मलीग्नें से, से?य(लीग्नें से य� विफीर चौन्द्रलीग्नें से, जिजसेकुं द�म म� स्थि;� ग्रही. कुं स्वभा�व-ग�र्ण आदिद से मनें�ष्य कुं$ आजविवकुं� कुं� पाँ�� चौली�� ही2. जबविकुं ऎसे� विबल्कुं� ली भा नेंही# ही���. य पाँ?र �रही से गली� थ्य�र ही2.

द�म ;�नें कुं� ज्य�वि�ष म� कुंम( भा�व कुंही� ज��� ही2, ज� विकुं द2व विवकुं�से�त्मकुं य�जनें� (Evolutionary Plan) कुं� एकुं अ�ग ही2.यही�� कुंम( से ��त्पाँय( इन्से�नें कुं नें2वि�कुं अथेव� अनें2वि�कुं, अच्छी-ब�र, पाँ�पाँ-पाँ�ण्य आदिद कुंमu से ही2. दूसेर �ब्द. म� इनें कुंमu कुं� सेम्बन्ध Kम( से, भा�वनें� से �थे� उनेंकुं$ सेही अथेव� गली� प्रकुंq वि� से ही2 नें विकुं पाँ2से� कुंम�नें कुं विनेंष्टिम� विकुंए ज�नें व�ली कुंम((र�जग�र) से.

आइय ज�नें Kनें प्र�प्तिप्�/शि�क्षा�/र�जग�र कुं कुं� छ ख�से/महीत्वपाँ?र्ण( कुंरकुं य�ग—

इ�जविनेंयरिंरgग शि�क्षा� कुं कुं� छ य�ग –

जन्म, नेंव��� य� चौन्द्रलीग्नें से म�गली चौ��थे( ;�नें म� ही� य� चौ��थेX� म�गली कुं$ र�शि� म� स्थि;� ही�।म�गली कुं$ चौ��(थे भा�व य� चौ��थेX� पाँर दृष्टिष्ट ही� अथेव� चौ��थेX� कुं से�थे य�वि� ही�।म�गली और ब�K कुं� पाँ�रस्परिरकुं पाँरिरव�(नें य�ग ही� अथे�(� म�गली ब�K कुं$ र�शि� म� ही� अथेव� ब�K म�गली कुं$ र�शि� म� ही�।

Page 7: जन्म कुंडली के चौथे व पाँचवें भाव से जानें विषय

शिचौविकुंत्सेकुं (ड�क्टर )शि�क्षा� कुं कुं� छ य�ग –

ज2ष्टिमविनें से?G कुं अनें�से�र शिचौविकुंत्से� से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य� म� ब�K और ��क्र कुं� विव�ष महीत्व हीL। ’’��क्रन्द� ��क्रदृष्ट� रसेव�दF (1/2/86)’’ – यदिद कुं�रकुं��� म� चौन्द्रम� ही� और उसे पाँर ��क्र कुं$ दृष्टिष्ट ही� �� रसे�यनें��स्G कुं� ज�नेंनें व�ली� ही��� हीL। ’’ ब�K दृष्ट णिभाषकुं ’’ (1/2/87) – यदिद कुं�रकुं��� म� चौन्द्रम� ही� और उसे पाँर ब�K कुं$ दृष्टिष्ट ही� �� व2द्या ही��� हीL।ज��कुं पाँरिरज�� (अ.15/44) कुं अनें�से�र यदिद लीग्नें य� चौन्द्र से द�म ;�नें कुं� स्व�म से?य( कुं नेंव��� म� ही� �� ज��कुं औषK य� दव� से Kनें कुंम��� हीL। (अ.15/58) कुं अनें�से�र यदिद चौन्द्रम� से द�म म� ��क्र – �विनें ही� �� व2द्या ही��� हीL।वqहीज्जा��कुं (अ.10/2) कुं अनें�से�र लीग्नें, चौन्द्र और से?य( से द�म ;�नें कुं� स्व�म जिजसे नेंव��� म� ही� उसेकुं� स्व�म से?य( ही� �� ज��कुं कुं� औषK से Kनेंप्र�प्तिप्� ही�� हीL। उत्तीर कुं�ली�मq� (अ. 5 श्ले�. 6 व 18) से भा इसेकुं$ पाँ�ष्टिष्ट ही�� हीL।फीलीदFविपाँकुं� (5/2) कुं अनें�से�र से?य( औषष्टिK य� औषष्टिK सेम्बन्ध कुं�य� से आजविवकुं� कुं� से?चौकुं हीL। यदिद द�म भा�व म� ही� �� ज��कुं लीक्ष्मव�नें, ब�जिद्धम�नें और य�स्व ही��� हीL (8/4) ज्य�वि�ष कुं आK�विनेंकुं ग्रन्थों. म� अष्टिKकुं��� नें शिचौविकुंत्से� कुं� से?य( कुं अष्टिKकुं�र क्षाG म� म�नें� हीL और अन्य ग्रही. कुं य�ग से शिचौविकुंत्से� – शि�क्षा� अथेव� व्यवसे�य कुं ग्रहीय�ग इसे प्रकुं�र ब�ली�ए हीL -से?य( एव� ग�रू — विफीजशि�यनेंसे?य( एव� ब�K — पाँर�म�( दनें व�ली� विफीजशि�यनेंसे?य( एव� म�गली — विफीजशि�यनेंसे?य( एव� ��क्र एव� ग�रू — मटर्विनेंgटFसे?य(,��क्र,म�गली, �विनें—- वनेंरलीसे?य( एव� �विनें —– हीड्डी/द��� सेम्बन्धसे?य( एव���क्र , ब�K —- कुं�नें, नें�कुं, गली�से?य( एव� ��क्र $ र�हु , य?रनेंसे —- एक्सेरसे?य( एव� य�रनेंसे —- ��K शिचौविकुंत्से�से?य( एव� चौन्द्र , ब�K — उदर शिचौविकुंत्से�, पाँ�चौनें�न्Gसे?य( एव�चौन्द्र , ग�रू — हीर्विनेंgय� , एपाँस्थिण्डक्सेसे?य( एव� �विनें (चौ��थे( कुं�रकुं) — टF0 ब0, अ;म�से?य( एव� �विनें (पाँ�चौम कुं�रकुं) —- विफीजशि�यनें

न्य�य�K� बनेंनें कुं कुं� छ य�ग – —

यदिद जन्मकुं� ण्डली कुं विकुंसे भा�व म� ब�K-ग�रू अथेव� र�हु-ब�K कुं$ य�वि� ही�।यदिद ग�रू, ��क्र एव� Kनें� �नें. अपाँनें म?ली विGकुं�र्ण अथेव� उच्चों र�शि� म� कुं न्द्र; अथेव� विGकुं�र्ण; ही� �थे� से?य( म�गली द्वा�र� दृष्ट ही� �� ज��कुं न्य�य��स्G कुं� ज्ञा��� ही��� हीL।यदिद ग�रू पाँ�चौम� अथेव� स्वर�शि� कुं� ही� और �विनें व ब�K द्वा�र� दृष्ट ही�।यदिद लीग्नें, विद्वा�य, �q�य, नेंवमs, एकुं�द� अथेव� कुं न्द्र म� वqणिrकुं अथेव� मकुंर र�शि� कुं� �विनें ही� अथेव� नेंवम भा�व पाँर ग�रू-चौन्द्र कुं$ पाँरस्पर दृष्टिष्ट ही�।यदिद �विनें से सेप्�म म� ग�रू ही�।यदिद से?य( आत्मकुं�रकुं ग्रही कुं से�थे र�शि� अथेव� नेंवम��� म� ही�।यदिद सेप्�म� नेंवम भा�व म� ही� �थे� नेंवम� सेप्�म भा�व म� ही�।यदिद �q�य�, षष्ठ�, ग�रू �थे� द�म भा�व – य चौ�र. बलीव�नें ही�।

शि�क्षाकुं कुं कुं� छ य�ग –

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यदिद चौन्द्रलीग्नें एव� जन्मलीग्नें से पाँ�चौम� ब�K, ग�रू �थे� ��क्र कुं से�थे लीग्नें चौ��थे(, पाँ�चौम, सेप्�म, नेंवम अथेव� द�म भा�व म� स्थि;� ही�।यदिद चौ��थेX� चौ��थे( भा�व म� ही� अथेव� चौ��थे( भा�व पाँर ��भा ग्रही. कुं$ दृष्टिष्ट ही� अथेव� चौ��थे( भा�व म� ��भा ग्रही स्थि;� ही�।यदिद पाँ�चौम� स्वगqही, ष्टिमGगqही, उच्चोंर�शि�; अथेव� बली ही�कुंर चौ��थे(, पाँ�चौम, सेप्�म, नेंवम अथेव� द�म भा�व म� स्थि;� ही� और द�म� कुं� एकुं�द�� से सेम्बन्ध ही�।यदिद पाँ�चौम भा�व म� से?य(-म�गली कुं$ य�वि� ही� अथेव� र�हु, �विनें, ��क्र म� से कुं�ई ग्रही पाँ�चौम भा�व म� ब2ठे� ही� और उसे पाँर पाँ�पाँग्रही कुं$ दृष्टिष्ट भा ही� �� ज��कुं अ�ग्रज भा�ष� कुं� विवद्वा�नें अथेव� अध्य�पाँकुं ही��� हीL।यदिद पाँ�चौम� ब�K, ��क्र से य�U अथेव� दृष्ट ही� अथेव� पाँ�चौम� जिजसे भा�व म� ही� उसे भा�व कुं स्व�म पाँर ��भाग्रही कुं$ दृष्टिष्ट ही� अथेव� उसेकुं द�नें. ओर ��भाग्रही ब2ठे� ही�।यदिद ब�K पाँ�चौम भा�व म� अपाँनें स्वर�शि� अथेव� उच्चोंर�शि� म� स्थि;� ही�।यदिद विद्वा�य भा�व म� ग�रू य� उच्चों; से?य(, ब�K अथेव� �विनें ही� �� ज��कुं विवद्वा�नें एव� से�वU� ही��� हीL।यदिद बqहीस्पवि� ग्रही चौन्द्र, ब�K अथेव� ��क्र कुं से�थे ��भा ;�नें म� स्थि;� ही�कुंर पाँ�चौम एव� द�म भा�व से सेम्बन्धिन्ध� ही�।से?य(,चौन्द्र और लीग्नें ष्टिमथे�नें,कुंन्य� य� Kनें र�शि� म� ही� व नेंवम �थे� पाँ�चौम भा�व ��भा व बली ग्रही. से य�U ही� ।

ज्य�वि�ष ��स्Gय ग्रन्थों. म� सेरस्व� य�ग ��रद� य�ग, कुंली�विनेंष्टिK य�ग, चौ�मर य�ग, भा�स्कुंर य�ग, मत्स्य य�ग आदिद विवशि�ष्ट य�ग. कुं� उल्लीख हीL। अगर ज��कुं कुं$ कुं� ण्डली म� इनेंम से कुं�ई य�ग ही� �� वही विवद्वा�नें अनेंकुं ��स्G. कुं� ज्ञा���, य�स्व एव� Kनें ही��� ही2।

ज�विनेंए र�शि�य. से ज�ड़ा नें�कुंर और व्यवसे�य—

1-मष: – पाँ�शिलीसे अथेव� सेनें� कुं$ नें�कुंर, इ�जविनेंय���र�ग, फी�जद�र कुं� वकुं$ली, सेज(नें, ड्रा�इकिंवgग, घड़ा कुं� कुं�य(, रविडय� व टF.व. कुं� विनेंम�(र्ण य� मरम्म�, विवद्या�� कुं� से�म�नें, कुंम्प्य?टर, ज�हीर, अग्निग्नें सेम्बन्ध कुं�य(, मकुं विनेंकुं, ईंट. कुं� भाट्टा�, विकुंसे फी2 क्ट्रॉF म� कुं�य(, भावनें विनेंम�(र्ण से�मग्र, K��� व खविनेंज सेम्बन्ध कुं�य(, नें�ई, दजB, बकुंर कुं� कुं�य(, फी�यरमनें, कुं�रपाँन्टर।2-वqषभा: – से�न्दय( प्रसे�Kनें, हीर� उद्या�ग, �यर ब्रो�कुंर, बLकुं कुंम(चौ�र, नेंसे(र, ख�, से�ग�, नें�टकुं, विफील्म य� टF.व. कुंली�कुं�र, पाँन्टर, कुं ष्टिमस्ट, ड्रासे विडज�इनेंर, कुंq विष अथेव� र�जस्व विवभा�ग कुं$ नें�कुंर, मविहीली� विवभा�ग, सेलीटक्से य� आयकुंर विवभा�ग कुं$ नें�कुंर, ब्य�ज से Kनें कुंम�नें कुं� कुं�य(, सेज�वट �थे� विवली�शिसे�� कुं$ वस्��ओं कुं� विनेंम�(र्ण अथेव� व्य�पाँ�र, शिचौGकुं�र, कुं�द�कुं�र, कुंली�त्मकुं वस्��ओं सेम्बन्ध कुं�य(, फी2 �नें, कुं$म� पाँत्थर. य� K��� कुं� व्य�पाँ�र, ही�टली व बफी( सेम्बन्ध कुं�र�ब�र।3-ष्टिमथे�नें: – पाँ�स्�कुं�लीय अध्यक्षा, लीख�कुं�र, इ�जविनेंयर, टशिलीफी�नें आपाँरटर, सेल्सेमनें, आढ़ावि�य�, �यर ब्रो�कुंर, दली�ली, सेम्पा�दकुं, से�व�दद���, अध्य�पाँकुं, दुकुं�नेंद�र, र�डवज कुं$ नें�कुंर, ट्यू?�नें से जविवकुं� कुंम�नें व�ली�, उद्या�गपाँवि�, सेशिचौव, से�ईविकुंली कुं$ दुकुं�नें, अनें�व�दकुं, स्ट�नेंर कुं$ दुकुं�नें, ज्य�वि�ष, गणिर्ण�ज्ञा, शिलीविपाँकुं कुं� कुं�य(, चौ�ट(ड एकुं�उन्ट�ट, भा�ष� विव�षज्ञा, लीखकुं, पाँGकुं�र, प्रवि�शिलीविपाँकुं, विवज्ञा�पाँनें प्रबन्धनें, प्रबन्धनें (मनेंजमन्ट) सेम्बन्ध कुं�य(, दुभा�विषय�, विबक्र$ एजन्ट।

4-कुंकुं( : – जड़ा-ब?टिंटgय. कुं� व्य�पाँ�र, विकुंर�नें कुं� से�म�नें, फीली. कुं जड़ा पाँ�K सेम्बन्ध कुं�य(, रस्ट�रन्ट, चौ�य य� कुं�फी$ कुं$ दुकुं�नें, जली व कुं��चौ से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य(, मK���ली�, ली��ड्रा, नें�विवकुं, डयर फी�म(, जव विवज्ञा�नें, वनेंस्सेपाँवि� विवज्ञा�नें, प्र�र्ण विवज्ञा�नें आदिद से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य(, मK� कुं व्यवसे�य, से�गन्धिन्ध� पाँद�थे( व कुंली�त्मकुं वस्��ओं से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य(, सेज�वट कुं$ वस्��ए�, अगरबत्ती, फी�ट�ग्र�फी$, अणिभानेंय, पाँ�र��त्व इवि�ही�से, से�ग्रही�लीय, शि�क्षाकुं, से�म�जिजकुं कुं�य(कुं��( य� से�म�जिजकुं से�;�ओं कुं कुंम(चौ�र, अस्प��ली कुं$ नें�कुंर, जही�ज कुं$ नें�कुंर, म�सेम विवभा�ग, जली विवभा�ग य� जली सेनें� कुं$ नें�कुंर, जनेंरली मचौXन्ट।5-चिंसेgही: – पाँट्रॉ�शिलीयम, भावनें विनेंम�(र्ण, शिचौविकुंत्सेकुं, र�जनें��, औषष्टिK विनेंम�(र्ण एव� व्य�पाँ�र, कुंq विष से उत्पाँ�दिद� वस्��ए�, स्ट�कुं एक्सेचौ�ज, कुंपाँड़ा�, रूई, कुं�गज, स्ट�नेंर आदिद से सेम्बन्धिन्ध� व्यवसे�य, जमनें से प्र�प्� पाँद�थे(, ��सेकुं, प्रसे��कुं, अष्टिKकुं�र, वनें अष्टिKकुं�र, र�जदू�, सेल्से म2नेंजर, ऊनें कुं गरम कुंपाँड़ा. कुं�

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व्य�पाँ�र, फीनेंBचौर व लीकुंड़ा कुं� व्य�पाँ�र, फीली व मव. कुं� व्य�पाँ�र, पाँ�यलीट, पाँ�qकुं व्यवसे�य।6-कुंन्य�: – अध्य�पाँकुं, दुकुं�नें, सेशिचौव, रविडय� य� टF.व. कुं� उद्घो�षकुं, ज्य�वि�ष, ड�कुं सेव�, शिलीविपाँकुं, ब2किंकुंgग, लीख� सेम्बन्ध कुं�य(, स्व�ग�कुं��(, म2नेंजर, बसे ड्रा�यवर और से�व�हीकुं, जिजल्दसे�ज, आ��शिलीविपाँकुं, अनें�व�दकुं, पाँ�स्�कुं�लीय अध्यक्षा, कुं�गज कुं व्य�पाँ�र, हीस्�लीख और अ�ग�ली कुं विव�षज्ञा, मनें�व2ज्ञा�विनेंकुं, अन्वषकुं, सेम्पा�दकुं, पाँरक्षाकुं, कुंर अष्टिKकुं�र, से2ल्से मनें, ��K कुं�य( पाँGकुं�रिर�� आदिद।7-��ली�: – न्य�य�K�, मजिजस्ट्रॉट, पाँर�म�(द���, विफील्म य� टF.व. से सेम्बन्ध, फी�ट�ग्र�फीर, फीनेंBचौर कुं$ दुकुं�नें, म?ल्यव�नें वस्��ओं कुं� विवविनेंमय, Kनें कुं� लीनें-दनें, नेंqत्य-से�ग� य� शिचौGकुंली� से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य(, से�ज-सेज्जा�, अध्य�पाँकुं, बLकुं क्लीकुं( , एजन्से, दली�ली, विवली�शिसे�� कुं$ वस्��ए�, र�जनें��, जनें सेम्पाकुं( अष्टिKकुं�र, फी2 �नें मbडली, से�म�जिजकुं कुं�य(कुं��(, रस्�र�� कुं� म�शिलीकुं, चौ�य य� कुं�फी$ कुं$ दुकुं�नें, म?र्वि�gकुं�र, कुं�ट?(विनेंस्ट, पाँ���कुं कुं� विडज�इनेंर, मकुंअपाँ सेही�यकुं, कुं बर प्रद�(नें।8-वqणिrकुं: – कुं ष्टिमस्ट, शिचौविकुंत्सेकुं, वकुं$ली, इ�जविनेंयर, भावनें विनेंम�(र्ण, टलीफी�नें व विबजली कुं� से�म�नें, र�ग, सेमन्ट, ज्य�वि�ष और ���विGकुं, ज�से?से कुं� कुं�म कुंरनें व�ली�, दन्� शिचौविकुंत्सेकुं, मकुं विनेंकुं, ठेकुं द�र, जवनें बम� एजन्ट, रली य� ट्रॉकुं कुंम(चौ�र, पाँ�शिलीसे और सेनें� कुं कुंम(चौ�र, टशिलीफी�नें आपाँरटर, सेम�द्रF ख�द्या�न्न. कुं व्य�पाँ�र, ग��� लीग�कुंर म�� विनेंकुं�लीनें कुं� कुं�म, ही�टय य� रस्ट�रन्ट, चौ�र य� डकुं2 �, �र�ब कुं$ फी2 क्ट्रॉF, वकुं( ��पाँ कुं� कुं�य(, कुंली-पाँ�ज� कुं$ दुकुं�नें य� फी22 क्ट्रॉF, ली�ही य� स्टFली कुं� कुं�य(, �म्ब�कुं? य� शिसेगरट कुं� कुं�य(, नें�ई, ष्टिमष्ठ�नें कुं$ दुकुं�नें, फी�यर विबग्रड कुं$ नें�कुंर।9-Kनें�: – बLकुं कुं$ नें�कुंर, अध्य�पाँनें, विकुंसे K�र्मिमgकुं ;�नें से सेम्बन्ध, ऑविडट कुं� कुं�य(, कुंम्पानें सेकुं ट्रॉF, ठेकुं द�र, सेट्टा� व्य�पाँ�र, प्रकुं��कुं, विवज्ञा�पाँनें से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य(, सेल्सेमनें, सेम्पा�दकुं, शि�क्षा� विवभा�ग म� कुं�य(, लीखनें, वकुं�ली�� य� कुं�नें?नें सेम्बन्ध कुं�य(, उपाँद�कुं, न्य�य�K�, Kम(-से�K�रकुं, कुंम�नें ऐजन्ट, आय��-विनेंय�(� सेम्बन्ध कुं�य(, प्र��सेनें�ष्टिKकुं�र, पाँ��ओं से उत्पाँन्न वस्��ओं कुं� व्य�पाँ�र, चौमड़ा य� ज?� कुं व्य�पाँ�र, घ�ड़ा. कुं प्रशि�क्षाकुं, ब्य�ज सेम्बन्ध कुं�य(, स्ट�नेंर विवक्र ��।10-मकुंर: – नेंव कुं$ नें�कुंर, कुंस्टम विवभा�ग कुं� कुं�य(, बड़ा� व्य�पाँ�र य� उच्चों पाँद�ष्टिKकुं�र, सेम�जसेव, शिचौविकुंत्सेकुं, नेंसे(, जलीर य� जली से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य(, से�ग�कुं�र, ट्रॉवली एजन्ट, पाँट्रॉ�ली पाँम्पा, मछली कुं� व्य�पाँ�र, मनेंजमन्ट, बम� विवभा�ग, ठेकुं द�र, रविडमड वस्G, प्ली�प्तिस्टकुं, ग्निखली�नें�, ब�गव�नें, ख�नें सेम्बन्ध कुं�य(, सेशिचौव, कुंq षकुं, वनें अष्टिKकुं�र, शि�ल्पाँकुं�र, फी2 क्ट्रॉF य� ष्टिमली कुं�रगर, सेभा प्रकुं�र कुं मजदूर।11 -कुं� म्भ: – ��K कुं�य(, शि�क्षार्ण कुं�य(, ज्य�वि�ष, ���विGकुं, प्र�कुंq वि�कुं शिचौविकुंत्सेकुं, इ�जविनेंयर य� व2ज्ञा�विनेंकुं, द��(विनेंकुं, एक्से-र कुंम(चौ�र, शिचौविकुंत्सेकुं$य उपाँकुंरर्ण. कुं विवक्र ��, विबजली अथेव� पाँरम�र्ण� �शिU से सेम्बन्धिन्ध� कुं�य(, कुंम्प्य?टर, व�य�य�नें, व2ज्ञा�विनेंकुं, दूरद�(नें ट2क्नें�ली�ज, कुं�नें?नें सेली�हीकुं�र, म�नेंर सेम्बन्ध कुं�य(, बम� विवभा�ग, ठेकुं द�र, ली�ही�, ���ब�, कुं�यली� व ईKनें कुं विवक्र ��, चौ�कुं$द�र, �व पाँदिटकुं� और मकुंबर� बनें�नें व�ली, चौमड़ा कुं$ वस्��ओं कुं� व्य�पाँ�र।12 -मनें: – लीखनें, सेम्पा�दनें, अध्य�पाँनें कुं�य(, शिलीविपाँकुं, दली�ली, मछली कुं� व्य�पाँ�र, कुंम�नें एजन्ट, आय��-विनेंय�(� सेम्बन्ध कुं�य(, ख�द्या पाँद�थे( य� ष्टिमष्ठ�नें सेम्बन्ध कुं�य(, पाँ��ओं से उत्पाँन्न वस्��ओं कुं� व्य�पाँ�र, विफील्म विनेंम�(र्ण, से�म�जिजकुं कुं�य(, से�ग्रही�लीय य� पाँ�स्�कुं�लीय कुं� कुं�य(, से�ग�ज्ञा, य�G� एजन्ट, पाँट्रॉ�ली और �ली कुं व्य�पाँ�र, सेम�द्रF उत्पाँ�द. कुं व्य�पाँ�र, मनें�र�जनें कुं न्द्र. कुं म�शिलीकुं, शिचौGकुं�र य� अणिभानें��, शिचौविकुंत्सेकुं, सेज(नें, नेंसे(, जलीर और जली कुं कुंम(चौ�र, ज्य�वि�ष, पाँ�ष(द, वकुं$ली, प्रकुं��कुं, र�कुंविड़ाय�, �म्ब�कुं? और विकुंर�नें� कुं� व्य�पाँ�र, से�विहीत्यकुं�र।