रा लेखा व भाग - cgdacgda.nic.in/sas2004-09/saspartii/nov2009_hindi.pdf ·...

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रा लेखा वभाग अधीनःथ लेखा सेवा परा-भाग 2(नवीन पायबम) नवबर, 2009 पऽ 8-(अहक पऽ) वषयः कायालय पऽ-यवहार अनुमय समयः 03 घंटे अिधकतम अंकः 150 टपणयाः 1. यह केवल अहक पऽ है जसम एक अयथ ारा अिनवाय प से 60 अंक ा करने चाहए। इस पऽ म ा अंक को न तो अय पऽ म ा कुल अंक म िगना जाएगा और न ह जोड़ा जाएगा। 2. अयिथय ारा 6 म से चार(4) का उर दया जाना है। 3. पऽ 1 अिनवाय है जसके 40 अंक ह । शीषक और बदुओं के सार के िलए बमशः 5 और 10 अंक मूल संेपण के िलए तथा 25 अंक आरत है 4. संया 2 भी अिनवाय है जसके 40 अंक ह। 5. बमांक 3 से 6 म दए गए म से अयिथय को 2 का उर देना है। येक 35 अंक का है जसका कुल योग 70(35X2) अंक है। 1. परिश 1 से 4 म दए गए पऽ का सार ःतुत कजए। साथ ह एक उपयु शीषक भी सुझाएं और बदुओं का सार ःतुत कर। (40 अंक) सं 0 1 का परिश-1 से परिश-VI कायालय रा लेखा महािनयंऽक, पमी खंड-5, आर.के.पुरम, नई दली-110066 धान एककृत वीय सलाहकार वंग वषयः आयु यूिनट ारा ःथानीय अिधाि 1. आयु पदःथितय क तािलका म ािधकृत आयु भंडार क ःथानीय खरद अपने मूल डपुओं से अनुपबधता माणपऽ को ा करने के पात यूिनट/फामशन क ताकािलक आवयकताओं को पूरा करने के िलए ःथानीय पंजीकृत आपूितकताओं से क जाती है। आयु तथा साथ ह साथ अय सण वीय ािधकारय क वीय शयां , वीय शय(थलसेना) का यायोजन, 2006 क अनुसूची-12 म िनधारत है। अनुसूची-12(सी) के बमांक 41 के अधीन आयु भंडार क ःथानीय खरद के िलए ओ.सी. .ओ.यू./ओ.एम.सी./ए..ओ.एस. मुयालय तोपखाना भाग को यायोजत वीय शय के योग के संबंध म थलसेना मुयालय ड.जी.ओ.एस. और इस कायालय के बीच मतभेद उपन हुआ है। मंऽालय ारा समुिचत ःपीकरण दान करने के िलए ववदत वषय के संबंध म नीचे चचा क गई है।

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  • र�ा लेखा �वभाग

    अधीनःथ लेखा सेवा पर��ा-भाग 2(नवीन पा�यबम)

    नव�बर, 2009

    ू� पऽ 8-(अह�क ू� पऽ)

    �वषयः काया�लय पऽ-!यवहार

    अनुम#य समयः 03 घंटे अिधकतम अकंः 150

    �ट�प�णयाः

    1. यह केवल अह�क ू� पऽ है �जसम� एक अ�यथ� �ारा अिनवाय� "प से 60 अकं ूा$ करने चा�हए। इस

    ू� पऽ म� ूा$ अकं( को न तो अ+य ू� पऽ( म� ूा$ कुल अकं( म� िगना जाएगा और न ह/ जोड़ा जाएगा।

    2. अ�यिथ�य( �ारा 6 ू�( म� से चार(4) ू�( का उ2र �दया जाना है।

    3. ू� पऽ 1 अिनवाय� है �जसके 40 अकं ह4 । शीष�क और 8ब+दओु ंके सार के िलए बमशः 5 और 10 अकं

    मूल सं=ेपण के िलए तथा 25 अकं आर�=त है।

    4. ू� सं?या 2 भी अिनवाय� है �जसके 40 अकं ह4।

    5. बमांक 3 से 6 म� �दए गए ू�( म� से अ�यिथ�य( को 2 ू�( का उ2र देना है। ूAयेक ू� 35 अकं का है

    �जसका कुल योग 70(35X2) अकं है।

    ू� 1. पBरिशC 1 से 4 म� �दए गए पऽ( का सार ूःतुत कE�जए। साथ ह/ एक उपयुF शीष�क भी सुझाए ंऔर

    8ब+दओु ंका सार ूःतुत कर�। (40 अकं)

    ू� सं0 1 का प%रिश(-1 से प%रिश(-VI

    काया�लय र�ा लेखा महािनयंऽक, प)*मी खंड-5, आर.के.पुरम, नई -द/ली-110066

    ूधान एक1कृत �व4ीय सलाहकार �वंग

    8वषयः आयुH यूिनट( �ारा ःथानीय अिधूाि$

    1. आयुH पद�ःथितय( कE तािलका म� ूािधकृत आयुH भंडार( कE ःथानीय खर/द अपने मूल �डपुओं से

    अनुपबMधता ूमाणपऽ को ूा$ करने के पNात यूिनट/फामPशन( कE ताAकािलक आवँयकताओं को पूरा

    करने के िलए ःथानीय पजंीकृत आपूित�कता�ओं से कE जाती है। आयुH तथा साथ ह/ साथ अ+य स=ण

    8व2ीय ूािधकाBरय( कE 8व2ीय श8Fयां, 8व2ीय श8Fय((थलसेना) का ूAयायोजन, 2006 कE अनुसूची-12

    म� िनधा�Bरत है। अनुसूची-12(सी) के बमांक 41 के अधीन आयुH भंडार( कE ःथानीय खर/द के िलए ओ.सी.

    ड/.ओ.यू./ओ.एम.सी./ए.ड/.ओ.एस. मु?यालय तोपखाना ूभाग को ूAयायो�जत 8व2ीय श8Fय( के ूयोग

    के संबधं म� थलसेना मु?यालय ड/.जी.ओ.एस. और इस काया�लय के बीच मतभेद उAप+न हुआ है। मंऽालय

    �ारा समुिचत ःपCीकरण ूदान करने के िलए 8व8व�दत 8वषय के संबंध म� नीचे चचा� कE गई है।

  • 2. 33 सशS ड/.ओ.यू. 16 और 24 इ+फै+श/ ड/.ओ.यू. �ारा ूःतुत आयुH भंडार( कE ःथानीय खर/द से

    संबंिधत 8बल( पर र=ा लेखा ूधान िनयंऽक(एस.डUMय.ूसी.) �ारा िनVनिल�खत लेखा�ट�प�णय( के साथ

    आप82 कE गई हैः

    (i) 50000 से अिधक के आपिूत� आदेश� को ूःततु �कया गया है जो अनसुचूी 12(सी) म� यथा िनधा�!रत सी.ओ.ड$.ओ. य.ू क% &व(ीय श&)य� से परे है। अतः अगले उ.चतर ूािधकार$ क% काय/(र मजंरू$ आवँयक

    है। (ii) मूल आपूित� आदेश और साथ ह$ साथ उन मामल� म� जहां &वक3प क% शत� स45मिलत क% गई है, वहां एक

    से अिधक बार पुनरादेश �दया गया है और वह स8ंया का 50% से अिधक है। चू�ंक यह ड$.पी.एम. 2006 के

    पैरा 5.11 का उ3लघंन है, अतः एक काया�&विधक चकू होन ेके कारण जी.ओ.सी.इन.सी क% ःवीकृित िनयम

    178 एफ आर पाट� 1 के अतंग�त अपे4?त है।

    3. ऊपर बमांक (ii) म� उ43ल4खत जहां तक पुनरादेश का सबंंध है वहां र?ा लेखा ूधान िनयऽंक(एस.डD3य.ूसी.) क%

    आप&( को ड$.जी.ओ.एस. Eारा ःवीकार कर िलया गया है, 4जFह�ने यह कहा है �क इस सबंंध म� सबंंिधत यिूनट� को

    आवँयक अनदेुश जार$ �कए जाएगं�। उपयु�) बमांक (i) म� िन�हत 8वषय के संबधं म� सेना ूािधकाBरय( के मत नीचे �दए जा रहे हैः

    सी.ओ.ड/.ओ.यू. कE 8व2ीय श8Fयां 50000 ूितमद ूित�दन क% सीमा क% शतH के अधीन हI। चू�ंक एक आपिूत� आदेश क% मद� &विभFन ूकृ&( क% हI, अतः 50000 ूितमद ूित�दन क% शत� का उ3लघंन

    नह$ं �कया गया है। अतः खर$द सी.ओ.ड$.ओ.य.ू क% श&)य� क% ?मताओं के अधीन है। (ii) ड$.जी.ओ.एस. Eारा यह तक� �दया गया है �क र?ा मऽंालय के �दनांक 26 जलुाई 2006 के पऽांक ए/

    89591/एफपी-1/1974/2006/ड$ (जी.एस.-1) क% अनसूुची XII क% मद सं0 34(ए) के सम? इस आशय क%

    �टLपणी के अनसुार �क मौ�िक सीमा �कसी एक समय म� ूित एकल मद के Oप म� क% गई खर$द� पर लागू

    होगी, अतः एक &विशP मद के एकल लेनदेन के सदंभ� म� श&)य� पर &वचार करना होगा। इसका ूभावी अथ�

    यह होगा �क �कसी &विशP �दन एक &विशP मद क% एकल लेन-देन को स?म &व(ीय ूािधकार$ क%

    प!रभा&षत &व(ीय श&)य� से अिधक नह$ं होना चा�हए। तदनसुार, एक से अिधक मद के &ववरण स ेिन�हत

    औऱ ूितमद ूित�दन क% प!रभा&षत &व(ीय श&)य� से अिधक नह$ं होना चा�हए।तदनसुार एक से अिधक

    मद के &ववरण से िन�हत और ूितमद ूित�दन के लेन-देन के िलए प!रभा&षत स?म &व(ीय ूािधकार$ क%

    श&)य� से अिधक क धनरािश का योग करते हुए एक &बल को स?म &व(ीय ूािधकार$ क% श&)य� से

    अिधक के एक &बल के Oप म� नह$ं समझा जाना चा�हए जब तक �क उसम� स45मिलत ूTयेक मद क%

    धनरािश ूTयायो4जत श&) क% सीमा के भीतर है।

    4. उपयु�) के सदंभ� म� यह उ3लेख �कया जाता है �क अनसुूची XII म� द$ गई उ) �टLपणी &वशेष Oप से अनसुूची XII(सी)

    के बमांक 34(ए) के अधीन क% गई खर$द� यथा ओ.सी.ए.एफ.एम.एस.ड$. के िलए है और वह अनसुचूी क% अFय मद� के िलए

    नह$ं है। अनसुूची XII(सी) के बमांक 41, 4जसके अधीन ओ.सी.ड$.ओ.य.ू को श&)यां ूTयायो4जत क% गई हI, म� ऐसी कोई &विशP

    �टLपणी व4ण�त नह$ ंक% गई है। इसके अित!र) उ) र?ा मऽंालय के �दनांक 26.07.2006 के पऽ के पैरा 13 के अनसुार

    अनसुूची म� िन�हत &व(ीय श&)यां ूTयेक लने-देन के सबंंध म� हI औऱ िन�द�P &व(ीय श&)य� के भीतर एक या अिधक मद� को

    कवर कर सकती हI। अतः अनसुचूी XII(सी) के बमांक 41 के अधीन आयुV स?म &व(ीय ूािधका!रय� को ूTयायो4जत श&)यां

    ूTयके लेन-देन के िलए ह�गी। इसके अित!र) अनसूुची XII(सी) के बमांक 6 से 12 के नीचे द$ गई �टLपणी के अनसुार एक

    लेन-देन को इस Oप म� प!रभा&षत �कया गया है."उस �दन अथवा अनमुािनत �दन� क% स8ंया क% आवँयकता पर आधा!रत

    आपूित�कता� को �दए गए सबी आदेश� का मू3य। जहां एक से अिधक आपिूत�कता� िन�हत हI वहां ूTयके आपिूत�कता� के साथ

    �कया गया लेन-देन एकल लेन-देन माना जाएगा। तथा&प, य�द राशन ःकेल के एक मद क% खर$द एक से अिधक आपिूत�कता� स े

    क% जाती है, तो &विशP तार$ख को ूदान �कए गए उस मद के सभी आदेश� के कुल म3ूय को स?म &व(ीय ूािधकार$ के

    िनधा�रण के िलए एक साथ िलया जाएगा।" इसके अित!र) ूTयायो4जत &व(ीय श&)य�(भारत सरकार के �दनाकं 26.7.2006 के

  • पैरा 4 म� सदंिभ�त और उसके प!रिशP म� उVत) के ूयोग �क िलए माग�दशW िसVाFत� के पैरा 4 के अनसुार ूTयेक मामले म�

    िनयत मौ�िक सीिम का &वःतार ूTयके अलग ःवीकृित के िलए होता है।

    5. इस सदंभ� म� ड$.जी.ओ.एस. ने अपने उ) �दनांक 6 िसत5बर 2007 के पऽ म� यह Xय) �कया है �क अपनाई जा रह$

    ःथानीय खर$द क% काय�&विध ड$.जी.ओ.एस. तकनीक% अनदेुश 014 और 038 क% शतH के अधीन है। ड$.जी.ओ.एस.ट$.आई. 014

    (पैरा 3) और 038[पैरा 3(ए)] के अनसुार ःथानीय खर$द के िलए अफसर� क% &व(ीय श&)यां एक ह$ समय म� खर$द$ गई �कसी

    वःत ुअथवा समान ूकार क% अनेक वःतओुं के िलए ह�गी। हमारे &वचार से चू�ंक ड$.जी.ओ.एस. तकनीक% अनदेुश मानक

    स�ंबयाTमक काय�&विध के Oप म� है औऱ जो &विशP सरकार$ आदेश�/अनदेुश� पर आधा!रत है, अतः उFह� इस Oप म� अYतन

    �कया जाना चा�हए �क वे &व(ीय श&)य� के ूTयायोजन के ताजा सरकार$ आदेश� के अनOूप हो जाएं। तदनसुार इस काया�लय

    का यह मत है �क चंू�क उ) र?ा मऽंालय के �दनांक 26.07.2006 के अधीन ूTयायो4जत &व(ीय श&)य� को भंडार� क%

    अिधूािZ के िलए लागू �कया जा रहा है, अतः उ) पऽ के पैरा 13 के अनसुार &व(ीय श&)य� के ूयोग को िनय&ंऽत करने वाली

    &वYमान शतH का पालन इस समय तक �कया जाता है जब तक �क अFयथा &विन�द�P न हो।

    6. ड$.जी.ओ.एस. को इस सलाह के साथ उपयु�) 4ःथित को ःपP �कया गया था �क वे अनसुूची XII(सी) के बमांक 41

    म� इस आशय क% एक &वशेष �टLपणी स45मिलत कर� 4जसम� यह ःपP �कया जाए �क ड$.जी.ओ.एस. तकनीक% अनदेुश (014

    और 038) के अनसुार �बया&विध का अनपुालन �कया जाएगा और &वशषे Oप स ेमौ�िक सीिम �कसी एक समय ूित एकल मद

    के Oप म� क% गई खर$द� के संदभ� म� न �क ूTयेक खर$द लने-देन के िलए लाग ूहोगी।

    7. ड$.जी.ओ.एस. ने �दनांक 27.12.07 क% स8ंया ए/28324/ओ.एस.-आई.बी. के पऽ के अनसुार हमार$ सलाह को

    ःवीकर नह$ं �कया है। उ) पैरा के परैा 2 म� कहा गया है �क अनुसचूी XII म� यथा िनधा�!रत भडंार� क% खर$द के िलए आयVु

    तथा साथ ह$ साथ अFय स?म &व(ीय ूािधका!रय� क% &व(ीय श&)यां &व(ीय &विनयमावली भाग-1 4ज3द 1 के िनयम 147 म�

    यथा व4ण�त �कसी एक मद क% खर$द अथवा एक समय म� एक समान मद� क% �कसी भी स8ंया क% खर$द को सदंिभ�त करती

    है। अतः यह दावा �कया गया है �क ूधान एक%कृत &व(ीय सलाहकार का इस आशय का मत �क बमांक 34(ए) म� अिभय&ु)

    ःत5भ म� �दया गया यह उपबंध ए.एफ.एम.एस.ड$. स?म &व(ीय ूािधका!रय� पर लागू होता है और बमांक 41 पर आयVु

    स?म &व(ीय ूािधका!रय� पर लागू नह$ं होता है, सह$ नह$ं है।

    8. उपयु�) सदंभ� म� यह सकेंत �कया जाता है �क जहां कह$ं भी &वYमान अनदेुश� के अनसुार सशंोिधत/बढ$ हुई श&)य�

    का उपयोग �कया जाना है, वहां सगंत अनसुिूचय� म� ऐसे आदेश�/अनदेुश� का &वशेष Oप से उ3लेख �कया गया है। उदाहरण के

    िलए अनसुचूी XII(ए), XII(ड$), XII(बी), XIV(सी), XX और XXII आ�द म� &विभFन बमांक� के अधीन द$ गई सशंोिधत श&)य� के

    ूयोग करने के िलए &वYमान �बया&विध के सदंभH को �दया गया है। ड$.जी.ओ.एस. तकनीक% अनदेुश� के अधीन िनधा�!रत

    &वYमान �बया&विध को जार$ रहने के िलए ऐसे �कसी &विशP सदंभ� को &व(ीय श&)य� के ूTयायोजन क% अनसुचूी XII(सी) के

    बमांक 41 म� नह$ं �दया गया है। जसैा�क ड$.जी.ओ.एस. Eारा सकेंत �कया गया है, िनयम 147 &व(ीय &विनयमावली भाग-1, यह

    ूावधान करता है �क भंडार� क% ःथानीय खर$द के मामल� म� उ) अनसुूची XII म� िन�हत ूTयायो4जत श&)यां �कसी एक वःत ु

    क% खर$द अथवा एक समय म� �कसी भी स8ंया म� समान वःतुओं क% खर$द के िलए होती है। तथा&प, &व(ीय श&)य� का

    ूTयायोजन, जलुाई 2006 के अनुसार सशंोिधत अनुसचूी XII म� िन�हत &व(ीय श&)यां ूTयके लेनदेन के िलए हI और &विन�द�P

    &व(ीय श&)य� के भीतर एक अथवा अिधक मद� क% अिधूािZ को कवर करती है। तदनसुार यह स&ुवचा!रत मत है �क िनयम

    147 &व(ीय &विनयमावली भाग-1, 4ज3द-1 के ूावधान र?ा मऽंालय के �दनांक 26.07.2006 के पऽांक ए/89591/एफ.पी.1/

    1974/2006/ड$(जी.एस.-1) के पैरा 13 के अधीन जार$ संशोिधत आदेश� के जार$ होने स ेअब लागू नह$ं है। इस सबंंध म� उ)

    सरकार$ पऽ का परैा 4 यह भी ःपP करता है �क &व(ीय श&)य� का पालन &वषय पर समय-समय पर सरकार Eारा यथा

    संशोिधत &वYमान आदेश� और अनदेुश� और उसके प!रिशP म� िन�हत अनदेुश�/माग�दशW िसVांत� और साथ ह$ व े 4जFह�

    अनसुिूचय� क% �टLप4णय� म� �दया गया है, के Eारा िनय&ंऽत �कया जाएगा।

    9. उपयु�) को देखते हुए मामल ेको र?ा मऽंालय(&व() के पास इस आशय क% प&ुP के िलए सदंिभ�त �कया जाता है �क

    अनसुूची XII(सी) के बमांक 41 म� &वशषे उ3लखे के अभाव म� मौ�िक सीमा एक समय म� खर$दे गए �कसी भी स8ंया म� समान

    पद� क% खर$द� पर लागू होगी और यह �क 'ू�द मद' के आधार पर ूTयायो4जत श&)य� का ूयोग िनयमानुसार नह$ं है।

  • अनकु43पत Oप स े&व(ीय श&)य� के ूTयायोजन के आवँयक संशोधन को जार$ �कया जाना होगा 4जसके Eारा बमांक 41 म�

    इस आशय क% एक �टLपणी स45मिलत करनी होगी �क य�द उपयु�) सदंिभ�त ड$.जी.ओ.एस.ट$.आई. 014 और 038 म� िन�हत

    ूावाधान को जार$ रखा जाता है तो ये श&)यां ूTयेक मद के िलए हI। ूधान एक%कृत &व(ीय सलाहकार Eारा अवलो�कत।

    -ह0-

    र?ा लखेा सयं)ु महािनयऽंक

    (आई.एफ.ए.)

    ------------------------------------------------------------

    ौी अिमत कौिशश, आई.ड$.ए.एस.

    अित!र) &व(ीय सलाहकार और सयं)ु सिचव

    र?ा मऽंालय(&व()

    साउथ Dलॉक, नई �द3ली-11 ____________________________________________________

    अ.�ट.पी.आई.एफ.ए./सामा.पऽा./आई.एफ.ए.(आमW/ओ) 4ज3द-2

    �दनांकः 31.01.2008

    ूितिल&प ूे&षतः

    (1) र.ले.ू.िन.(द.प.क.)

    खातीपुरा रोड़, जयपुर...इस काया�लय के �दनांक 04.10.07 के समस8ंयक पऽांक के अनबुम म� उपयु�) ड$.जी.ओ.एस.

    का �दनांक 27.12.07 का पऽ सलं^न है।

    (2) र?ा लखेा सयं)ु िनयऽंक ले.प. 1 (ःथानीय)__________________________ड$.ओ.____________________________

    (3) ड$.जी.ओ.एस., एम.जी.ओ. ॄांच

    आई.एच.`य.ू र?ा मऽंालय(सेना)

    नई �द3ली-110010

    सूचनाथ�

    -ह-

    र.ले.संयु� म.िन.(ए.�व.स.)

  • प�रिश�-II

    र�ा मंऽालय (�व�)

    &वषयः आयVु यिूनट� Eारा ःथानीय खर$द।

    काया�लय, र?ा लेखा महािनयऽंक ने अपने �दनांक 31.01.2008 क% अ.�ट.स8ंया पी.आई.एफ.ए./जन.कोर./आईएफए

    (आमW/ए/ओ) वॉ3य-ूII के Eारा इस प&ुP क% अपे?ा क% है �क र?ा मऽंालय के �दनांक 26 जलुाई 2006 के पऽांक

    ए/89591/ एफ.पी.-1/1974/2006/ड$(जी.एस.1) क% अनसुूची XII(सी) के बमांक 41 म� एक &वशेष उ3लेख के अभाव

    म� उसम� उ43ल4खत मौ�िक सीमा एक समय म� खर$दे गए �कसी भी स8ंया म� समान मद� क% खर$द� पर लाग ूह�गी

    और यह �क 'ूित मद' के आधार पर ूTयायो4जत श&)य� का ूयोग िनयमानुसार नह$ं हI। यह भी सझुाव �दया गया है

    �क य�द श&)य� का ूयोग 'ू�द मद' के आधाप पर �कया जाना है तो उप!रकिथत सरकार$ पऽ को सशंोिधत �कया

    जाना होगा 4जसम� बमांक 41 म� इस आशय क% एक �टLपणी जोड़नी पड़ेगी �क य ेश&)यां ड$जीओएसट$आई 014 और

    038 म� यथा उ43ल4खत ूTयेक मद के िलए है।

    2. सगंत आदेश� और र?ा लेखा महािनयऽंक तथा ड$जीओएस के बीच हुए पऽाचार के आलोक म� मामले का पर$?ण

    �कया गया है। उप!रकिथत सरकार$ पऽ के बमांक 41 के अनसुार ओसीड$ओय/ूओएमसी/एड$ओएस मु8यालय

    तोपखाना ूभाग बमशः भडार� क% ःथानीय खर$द औऱ रोकड़ खर$द के िलए 50000 और 14000 तक क% रािशय�

    का उपयोग कर सकते हI। इन श&)य� का ूयोग एक%कृत &व(ीय सलाहकार के परामश� के &बना �कया जाता है। बम

    सं8या 41 के अbय&ु) ःतंभ म� कोई अFय शत� नह$ं है। तथा&प उप!रकिथत सरकार$ पऽ का पैरा 13 इस बात का

    ूावधान करता है �क अनसुिूचय� म� िन�हत &व(ीय श&)यां ूTयके लने-देन के सबंंध म� हI और िन�द�P &व(ीय श&)य�

    के भीतर एक अथवा अिधक मद� क% अिधूािZ को कवर कर सकती हI। उ) पैरा म� आगे यह ूावधान है �क खर$द

    आदेश को एक िनचले स?म &व(ीय ूािधकार$ क% ूTयायो4जत &व(ीय श&)य� के भीतर लान ेके उcेँय से &वभ) नह$ं

    �कया जाएगा। ूTय?तः इसका अथ� यह होगा �क ूTयके लेन-देन, भले क% वह चाहे एक मद के सबंंध म� हो अथवा

    एक से अिधक मद के िलए हो, उसे ूTयायो4जत श&)य� क% &व(ीय सीमा के भीतर होना चा�हए।

    3. यहां तक �क &व(ीय &विनयमावली भाग 1, 4ज3द 1 इस बात का ूावधान करता है �क भडंार� क% ःथानीय खर$द के

    मामले म� एक अिधकार$ क% &व(ीय श&)यां उस सीमा तक &वःता!रत होती है 4जस सीमा तक �कसी एक वःतु क%

    खर$द अथवा एक समय म� समान ूकार क% �कतनी भी स8ंया म� वःतओुं क% क% गई खर$द का ूावधान प!रिशP II

    भाग 1 सेना क% अनसुचूी XII म� �कया गया है। ड$ जी ओ एस ट$ आई स8ंया 014(प!रशोिधत) तथा साथ ह$ साथ ड$

    जी ओ एस ट$ आई 038 (िनग�म 1) का पैरा 3(ए) यह ूावधान करता है �क किथत परैा म� िन�द�P अिधकार$गण

    �कसी एक वःत ुअथवा एक ह$ समय म� अनेक सं8या म� वःतुओं क% क% गई खर$द के सबंंध म� िन5निल4खत Dयौर�

    के अनसुार &व(ीय श&)य� का ूयोग कर�गे ूTय?तः इन ूावधान� का &ववेचन इस Oप म� नह$ं �कया जा सकता है

    �क उसका अथ� यह हो �क &वYमान श&)य� का ूयोग अलग-अलग Oप म� ूTयेक मद के संबंध �कया जा सकता है

    उस समय भी जब बड़$ स8ंया म� मद� क% खर$द ठeक उसी औऱ सभंवतः उसी आपूित� आदेश के माfयम से क% जा

    रह$ है। तथा&प ूधान एक%कृत &व(ीय सलाहकार को सबंोिधत एम.जी.ओ. शाखा के �दनांक 27 �दस5बर 2007 के

    पऽांक ए/28324/ओ एस-1 बी के अवलोकन से यह ूतीत होगा �क अबी तक यह परंपरा रह$ है �क उस समय भी

    जब बड़$ स8ंया म� खर$द एक ह$ आपूित� आदेश के अधीन क% जाती है वहां अलग-अलग Oप मे ूTयेक मद के सदंभ�

    म� श&)य� का ूयोग �कया जाता है।

    4. &व(ीय &विनयमावली म� िनधा�!रत ःथानीय खर$द क% श&)यां नई नह$ं हI। ड$.जी.ओ.एस. के तकनीक% अनदेुश 4जनका

    सहारा एम.जी.ओ. शाखा Eारा अलग-अलग Oप म ंूTयेक मद के संदभ� म� श&)य� के उपयोग को उिचत ठहरान ेके

    िलए �कया जा रहा है वे भी नए नह$ं हI। वःततुः &व(ीय &विनयमावली और तकनीक% अनदेुश के ूावधान समान हI

    औऱ �दनांक 26 जलुाई 2006 के सरकार$ पऽ म� �कसी अbय&ु) के अभाव म� एम.जी.ओ. शाखा Eारा ठeक इFह$ं

    ूावधान� को इस तक� के साथ उV!रत �कया जा रहा �क ये श&)यां अलग-अलग Oप म� ूTयेक मद के संबंध म�

    ूयोग के यो^य हI। अतः इस बात का पता लगािन अपे4?त होगा �क भूतकाल म� इस श&)य� का ूयोग �कस Oप म�

  • �कया जाता रहा था तथा साथ ह$ अFय ौऽेीय िनयऽंक� Eारा `या नीित अपनाई जा रह$ है। यह महTव+-पूण� है

    `य��क इस मामल ेपर इस Oप म� िनण�य देना उिचत नह$ं होगा �क उससे &पछल ेअनेक दशक� से &व(ीय लेखा

    िनयऽंक� Eारा ूयोग क% जा रह$ श&)य� को सीिमत कर �दया जाए। र?ा लेखा महािनयऽंक काया�लय इस संबंध म�

    4ःथित क% जानकार$ िनयऽंक� से कृपया ूाZ कर� और ःपP कर� `य��क इस &वषय म� िलए जाने वाले िनण�य के

    जमीनी हक%कत क% 4ःथित को अवँय ह$ fयान म� रखा जाना चा�हए।

    -ह-

    &व(ीय अपर सलाहकार(ए)

    और संय)ु सिचव

    र?ा लखेा सयं)ु महािनयऽंक(एक%कृत &व(ीय सलाहकार) __________________________________________________________________ र?ा मऽंालय(&व() अ.ं&व. सं0 1188/एड$शनल एफ.ए.(ए)

    �दनांकः 1 मई 2008

  • प%रिश(-111

    काया�लय र�ा लेखा महािनयंऽक, प)*मी खंड-5, आर.के.पुरम, नई -द/ली-110066

    ूधान एक1कृत �व4ीय सलाहकार �वंग

    &वषयः आयVु यिूनट� Eारा ःथानीय अिधूािZयां

    सदंभ�ः ौी अिमत कौिशश, अपर &व(ीय सलाहकार(ए) एवं सयं)ु सिचव को सबंोिधत और अFय� के साथ ए.ट$. &वंग को

    ूितिल&प पhृां�कत इस काया�लय क% समसं8यक अनौपचा!रक �टLपणी।

    उपयु�) सदंिभ�त पऽ के उ(र म� ूे&षत र?ा मंऽालय(&व() क% �दनाकं 01.05.08 क% अ.&व. सं0 1188/एड$शनल

    एफ.ए.(ए) क% एक ूित एतiEारा सलं^न है।

    2. &वषय म� अिंतम िनण�य िलए जाने से पूव� र?ा मऽंालय(&व() ने अपने परैा 4 म� इस बात को जानना चाहा है �क पवू�

    म� इन श&)य� का ूयोग �कस Oप म� �कया जाता रहा था और साथ ह$ अFय ?ेऽीय िनयंऽक� Eारा `या नीित

    अपनाई जा रह$ है। अतः िनवेदन है �क मामल ेको र?ा मंऽालय (&व() के साथ उठाने के िलए ए.ट$. &वंग Eारा

    4ःथित से कृपया अवगत कराया जाए। ूधान एक%कृत &व(ीय सलाहकार Eारा अवलो�कत।

    -ह-

    एक%कृत &व(ीय उप सलाहकार(ए)

    र?ा लखेा सयं)ु महानयऽंक(ले.प.II) _______________________________________________________ स0ं पीआईएफए/जन कोर/आईएफए(ए/ओ)/वा3यमू II

    �दनांकः 11 जनू 08

  • प%रिश(-IV

    काया�लय र�ा लेखा महािनयंऽक, प)*मी खंड-5, आर.के.पुरम, नई -द/ली-110066

    ूधान एक1कृत �व4ीय सलाहकार �वंग

    8वषयः आयुH यूिनट( �ारा ःथानीय खर/द

    संदभ�ः आपकE 11.06.2008 कE अ0�ट0 सं0 पीआईएफए/जन कोर/आईएफए(ए/ओ)/वा3यमू II

    &विभFन ?ेऽीय िनयऽंक� Eारा अपनाई जा रह$ पVितयां ूाZ हो गई हI। यह देखा गया है �क ?ेऽीय िनयऽंक� के

    काय�लय� Eारा &विभFन Xया8याओं स�हत िभFन-भFन पVित अपनाई जा रह$ है। र?ा लेखा ूधान िनयऽंक(उ(र$ कमान) ज5म,ू

    र?ा लेखा ूधान िनयऽंक(प.क.) चjड$गढ़, र?ा लेखा िनयऽंक, गुवाहाट$ और र?ा लेखा िनयऽंक, जबलपुर &व(ीय श&)य� को

    एक मद अथवा ठeक उसी समय खर$द$ गई समान ूकार क% मद� के समहू के संदभ� म� &विनयिमत कर रहे हI, जब�क र?ा

    लेखा ूधान िनयऽंक(म.क.), लखनऊ, र?ा लेखा ूधान िनयऽंक(द.प.क.), जयपुर, र?ा लखेा िनयऽंक(सेना), मेरठ, र?ा लेखा

    िनयऽंक, पटना और र?ा लखेा िनयऽंक, िसकFदराबाद ूTयके लेन-देन के सदंभ� म� श&)य� को &विनयिमत कर रहे हI।

    इस सबंंध म� मु8यालय के लेखा पर$?ा &वंग ने आगे यह भी कहा है �कः

    (i) ड$.जी.ओ.एस. का यह तक� �क &व(ीय श&)या, र?ा मऽंालय के �दनांक जुलाई 2006 के पऽ क% अनसूुची 12 क% �टLपणी

    34(ए) के अधीन अbय&ु) के आधार पर �कसी एक समय म� एकल मद क% खर$द पर लाग ूहोती है, वह तक� सगंत नह$ं है

    `य��क य ेअbय&ु)यां केवल बमांक 34(ए) अथा�त िच�कTसा भडंार� के िलए ह$ लागू होती है।

    (ii) ूTयायो4जत &व(ीय श&)य� को लागू करने वाले �दनांक जुलाई 2006 के सरकार$ पऽ के परैा 13 Eारा एक लेन-देन म� एक

    से अिधक मद� को स45मिलत करन ेका ूावधान है और यह ःपP �कया गया है �क एक अथवा अिधक मद� के साथ लेन-

    देन स?म ूािधकार$ क% &व(ीय श&)य� को नह$ं बढ़ा सकती है।

    (iii) अनसुूची 12(सी) क% �टLपणी 5 के अनसुार इस बात का ूावधान है �क सीधी खर$द क% सीमा ूTयेक वःत ुअथवा �कसी

    एक समय म� खर$द$ गई एक समान वःतुओं के समहू पर लागू होती है। पैरा 13 के साथ इन ूावधानो क% ूTय?

    &वसगंित है। चू�ंक ?ेऽ म� अपनाई जा रह$ िभFन ूकार क% पVित समOपी नह$ं है औऱ सरकार$ पऽ के िभFन-िभFन ूावधान� क%

    Xया8या म� वाःत&वक बम क% गंुजाइश क% सभंावना है, अतः ऐसा अनभुव �कया जाता है �क एक मानक माग� के िनधा�रण

    के िलए र?ा मऽंालय(&व() को इस &वषय म� नए िसरे स े&वचार करना होगा।

    -ह-

    र?ा लखेा उप महािनयऽंक(ले.प.)

    ूधान एक%कृत &व(ीय सलाहकार &वंग(ःथानीय) _____________________________________ अ.शा. स ंएट$/IX/9047-2007(पी.सी.)

    �दनांकः 17.02.2009

  • प%रिश(-V

    काया�लय र�ा लेखा महािनयंऽक, प)*मी खंड-5, आर.के.पुरम, नई -द/ली-110066

    ूधान एक1कृत �व4ीय सलाहकार �वंग

    8वषयः आयHु यूिनट( �ारा ःथानीय खर/द

    संदभ�ः इस काया�लय का �दनांक 31.01.08 तथा 11.06.08 का समसं?यक पऽ तथा आपकE �दनांक 1.5.2008 कE

    अ.ं8व. सं0 1188/ए�डशनल एफ ए(ए)

    र=ा मंऽालय(8व2) कE �दनाकं 1.5.2008 �ारा माग�दश�न ूदान करने के िलए �दनांक 26.07.2006 के

    ूAयायो�जत 8व2ीय श8F कE सारणी XII के अधीन उF सारणी म� अदद स=म 8व2ीय ूािधकार/ पर िनण�य देने

    के िलए आयुH भंडार( कE ःथानीय खर/द के िलए =ेऽीय िनयंऽक( के 8विभ+न काया�लय �ारा अपनाई जा रह/

    पHित को उनसे मांगा गया था।

    2. 8विभ+न =ेऽीय िनयंऽक( �ारा अपनाई जा रह/ पHित को ूा$ कर िलया गया है। &विभFन ?ेऽीय िनयऽंक� Eारा अपनाई जा रह$ पVितयां ूाZ हो गई हI। यह देखा गया है �क ?ेऽीय िनयऽंक� के काय�लय� Eारा &विभFन Xया8याओं स�हत

    िभFन-भFन पVित अपनाई जा रह$ है। र?ा लेखा ूधान िनयऽंक(उ(र$ कमान) ज5म,ू र?ा लखेा ूधान िनयऽंक(प.क.)

    चjड$गढ़, र?ा लेखा िनयऽंक, गुवाहाट$ और र?ा लेखा िनयऽंक, जबलपुर &व(ीय श&)य� को एक मद अथवा ठeक उसी समय

    खर$द$ गई समान ूकार क% मद� के समूह के सदंभ� म� &विनयिमत कर रहे हI, जब�क र?ा लखेा ूधान िनयऽंक(म.क.),

    लखनऊ, र?ा लखेा ूधान िनयऽंक(द.प.क.), जयपुर, र?ा लखेा िनयऽंक(सेना), मेरठ, र?ा लखेा िनयऽंक, पटना और र?ा

    लेखा िनयऽंक, िसकFदराबाद ूTयके लने-देन के सदंभ� म� श&)य� को &विनयिमत कर रहे हI।

    3 इस सबंंध म� मु8यालय के लेखा पर$?ा &वंग ने आगे यह भी कहा है �कः

    (i) ड$.जी.ओ.एस. का यह तक� �क &व(ीय श&)या, र?ा मऽंालय के �दनांक जुलाई 2006 के पऽ क% अनसुचूी 12 क%

    �टLपणी 34(ए) के अधीन अbय&ु) के आधार पर �कसी एक समय म� एकल मद क% खर$द पर लागू होती है, वह तक� सगंत

    नह$ं है `य��क य ेअbय&ु)यां केवल बमांक 34(ए) अथा�त िच�कTसा भडंार� के िलए ह$ लागू होती है।

    (ii) ूTयायो4जत &व(ीय श&)य� को लागू करने वाले �दनांक जुलाई 2006 के सरकार$ पऽ के परैा 13 Eारा एक लेन-देन म�

    एक से अिधक मद� को स45मिलत करन ेका ूावधान है और यह ःपP �कया गया है �क एक अथवा अिधक मद� के साथ

    लेन-देन स?म ूािधकार$ क% &व(ीय श&)य� को नह$ं बढ़ा सकती है।

    (iii) अनसुूची 12(सी) क% �टLपणी 5 के अनसुार इस बात का ूावधान है �क सीधी खर$द क% सीमा ूTयके वःत ुअथवा

    �कसी एक समय म� खर$द$ गई एक समान वःतुओं के समहू पर लागू होती है। पैरा 13 के साथ इन ूावधानो क% ूTय?

    &वसगंित है।

    4. उपयु�) को देखते हुए र?ा मऽंालय(&व() से िनवेदन है �क वे इस बात क% प&ुP कर� �क `या अनुसचूी XII(सी) के बमांक 35

    से 41 के सम? &वशेष उ3लेख के अभाव म�, मौ�िक सीमा एक मद अथवा एक समय म� एक समान ूकार क% मद� क% �कसी

    भी स8ंया म� खर$द पर लागू होगा वकै43पक Oप से य�द ड$.जी.ओ.एस. तकनीक% अनदेुश 014 औऱ 038 म� िन�हत ूावधान को

    जार$ रखा जाना है तो बमांक 35-41 म� ताराकंन के साथ यह जोड़कर �क ये श&)यां ूTयके समय क% मद के िलए हI, &व(ीय

    श&)य� के ूTयायोजन म� आवँयक सशंोधन को जार$ �कए जाने पर &वचार �कया जाए।

    ूधान एक%कृत &व(ीय सलाहकार Eारा अवलो�कत।

    -ह-

    र?ा लखेा सयं)ु महािनयऽंक(ले.प.)

    ौी अिमत कौिशश, भा.र.ले.से.

  • संयुF सिचव और अपर 8व2ीय सलाहकार,

    र=ा मंऽालय(8व2)

    साउथ Uलॉक, नई �दMली

    सं0 पी.आई.एफ/जन कोस�/आईएएफ(ओ)/वॉMयूम-II

    �दनांकः 27.03.09

  • प%रिश(-VI

    काया�लय र�ा लेखा महािनयंऽक, प)*मी खंड-5, आर.के.पुरम, नई -द/ली-110066

    (ूधान एक1कृत �व4ीय सलाहकार �वंग)

    पी.आई.एफ/जनकोस�/आईएएफ(ओ)/वॉMयूम-II

    2009 कE अनुदेश सं?या

    �दनाकः 26.5.2006

    सेवा म�,

    सभी र.ले.ू.िन./र.ले.िन./ए.8व.स.(एकिनZ एवं मनोनीत)

    8वषयः आयुH भंडार( कE ःथानीय खर/द

    आयु7 भंडार9 क1 ःथानीय खर�द

    8विभ+न �डप( के स=म 8व2ीय ूािधकाBरय( �ारा आयHु भडंार( कE ःथानीय खर/द के संबधं म� ड/.जी.ओ.एस.

    �ारा यह [8Cकोण अपनाया गया था �क अनुसूची XII(सी) के बमांक 41 म� िन�हत ूAयायो�जत श8Fय( पर

    8विशC मद के एकल लेन-देन के आलोक म� 8वचार �कया जाना होगा। ड/.जी.ओ.एस.ट/.आई. 014 और 038

    यह ूावधान करता है �क 8व2ीय श8Fयां �कसी एक मद अथवा ठ]क एक ह/ समय म� समान ूकार कE

    सं?या म� खर/द/ गई ःथानीय खर/द के िलए ह(गी। उसके अितBरF अनुसूची XII(सी) के अधीन द/ गई

    �ट�पणी 5 के अनुसार सीधी खर/द कE सीमा ूAयेक वःतु अथवा �कसी एक समय म� खर/द/ गई समान

    ूकार कE वःतुओ ं के समूह के मूMय पर लाग ू होनी है। तथा8प भारत सरकार, र=ा मंऽालय के �दनांक

    26.07.2006 के पैरा 13 म� यह ूावधान है �क सार�णय( म� िन�हत 8व2ीय श8Fयां ूAयेक लेन-देन के संबधं

    म� ह4 और िन�द�C 8व2ीय श8Fय( के भीतर एक अथवा अिधक मद( कE अिधूाि$ को कवर कर सकती है। इस

    ूकार ड/.जी.ओ.एस.ट/.आई. और अनुसूची XII(सी) के अधीन �ट�पणी 5 के ूावधान( म� पBरशोिधत

    ूAयायो�जत 8व2ीय श8Fय( पर �दनांक 26.07.2006 के सरकार/ पऽ के पैरा 13 के साथ 8वरोधाभास है।

    2. अतः र=ा मंऽालय(8व2) के पास ःपCीकरण के िलए भेजा गया था। र=ा मंऽालय(8व2) ने �दनांक

    08.05.2009 के अ.8व. सं0 1655/एड/शनल एफए(ए)/09 म� यह ःपC �कया है �क िनयम 147 8व2ीय

    8विनयमावली भाग-1, 1983, तथा उसके नीचे कE �ट�पणी (i) तथा (ii) तथा �दनांक 26.07.2006 के भारत

    सरकार के पऽ कE अनुसूची XII(सी) के अधीन �ट�पणी(4) के ूावधान( पर 8वचार करते हुए अनुसूची XII(सी)

    के बमांक 35-41 म� द/ गई मौ�िक सीमा एक मद अथवा एक समय म� �कतनी भी सं?या म� समान मद( कE

    कE गई खर/द पर लागू होगा।

    -ह-

    र=ा लेखा संयुF महािनयंऽक

    (एकEकृत 8व2ीय सलाहकार)

  • उ2र 1

    शीष�कः1 भंडार का ःथानीय बय - ःप�ीकरण

    सार �ब:द ु

    1. ड/जीओएस �ारा देखा गया �क अनुसूची 12(सी) बम सं0 41 के अधीन ूAयायो�जत 8व2ीय श8Fयां �कसी

    एक समय म� ूित एकल मद कE बय से संबिंधत है।

    2. ड/सीओएस ट/1 014 एव ं038 यह ूवधान करता है �क 8व2ीय श8Fयां �कसी एक मद अथवा ठ]क एक ह/

    समय म� समान ूकार कE सं?या म� खर/द/ गई ःथानीय खर/द के िलए ह(गी।

    3. �दनांक 26 जलुाई 2006 के सरकार/ पऽ के पैरा 13 म� यह ूावधान है �क अनुसूिचय( म� िन�हत 8व2ीय

    श8Fयां ूAयेक लेनदेन के संबधं म� ह4।

    4. इस ूकार इन ूावधान( म� सरकार/ पऽ के परैा 13 के साथ ूAय= 8वरोधाभास है।

    5. ू.ए.8व.स. का [8Cकोण है �क ड/.जी.ओ.एस. ट/.आई. 014 एव ं038 मानक सं�बयाAमक काय�8विध कE

    �ःथित म� है तथा 8व2ीय श8Fय( के संशोिधत ूAयायोजन के आधार पर अ_तन �कया जाना अपे�=त है।

    6. ू.ए.8व.स. ने ड/.जी.ओ.एस. को ड/.जी.ओ.एस. ट/.आई. 014 एव ं038 के ूावधान( के अनुसार अनुसूची

    12(सी) के बम सं0 41 के ूित 8विशC �ट�प�णय( को शािमल करने के िलए र=ा मंऽालय के सम=

    मामले को उठाने कE सलाह द/, �जसे ड/.जी.ओ.एस. �ारा ःवीकार नह/ं �कया गया।

    7. ड/.जी.ओ.एस., ू.ए.8व.स. के [8Cकोण से भी सहमत नह/ं है �क सरकार/ पऽ के बम सं0 34(क) के ूित

    �ट�प�णयां केवल ए.एफ.एम.एस.ड/. पर ह/ लागू ह4।

    8. ू.ए.8व.स. �ारा मामले को र=ा मंऽालय(8व2) के पास ःपCीकरण के िलए भेजा गया था।

    9. र=ा मंऽालय �ारा दशा�या गया �क न तो एफ.आर. न ह/ ड/.जी.ओ.एस. तकनीकE अनुदेश नए ह4, =ेऽीय

    िनयंऽक( �ारा पूव� म� अपनाई जा रह/ पHित ूा$ कE जा सकती ह4।

    10. =े8ऽय िनयंऽक( के [8Cकोण जानने के पNात `ात हुआ हुआ �क वे 8विभ+न पHितयां अपना रहे थे.

    11. ू.ए.8व.स. �ारा लेखा पर/=ा ःकंध के [8Cकोण को 8विधवत दशा�ते हुए र=ा मंऽालय(8व2) को उF से

    अवगत करा �दया गया।

    12. र=ा मंऽालय �ारा ःपC �कया गया �क अनुसूची 12(सी) के बमांक 35-41 पर मौ�िक सीमाएं �कसी एक

    मद अथवा ठ]क एक ह/ समय म� समान ूकार कE �कसी भी सं?या म� खर/द/ गई ःथानीय खर/द के िलए

    ह(गी।

  • सारलेख

    33 सशl ड$.ओ.य ूEारा ूःतुत ःथानीय बय &बल पर र.ले.ू.िन.(द.प.क.) Eारा इस आधार आप&( दज� क% गई �क

    50,000/- का &बल, र?ा मऽंालय के �दनांक 26 जलुाई 2006 के पऽ क% अनसुूची 12(सी) के अनसुार सी.ओ. ड$.ओ.य.ू क%

    &व(ीय श&)य� के बाहर है। सFैय ूािधका!रय� का m&Pकोण था �क सी.ओ. ड$.ओ.य.ू क% &व(ीय श&)यां 50,000/- ूितमद

    ूित�दन क% सीमा क% शतH के अधीन हI। ड$.जी.ओ.एस. Eारा ूित&वरोध �कया गया �क र?ा मंऽालय के �दनांक 26 जलुाई

    2006 के पऽ क% अनसूुची 12(सी) क% मद सं0 34(ए) के ूित द$ गई �टLप4णय� के अनसुार मौ�िक सीमा एक ह$ समय म�

    ूित एकल मद पर बय क% गई मद पर लाग ूहोगी। तदनसुार, &बल 4जसम� एक मद से अिधक का Dयौरा िन�हत है तथा

    4जसक% रािश ूितमद ूित�दन के लेनदेन के िलए &व.ले.िन. क% प!रभा&षत श&) से अिधक हो को &व.ले.िन. क% श&) से बाहर

    का &बल न माना जाए। ू.ए.&व.स. का m&Pकोण था �क अनसूुची 12 क% मद सं0 34(ए) के ूित द$ गई �टLप4णयां केवल

    ओ.सी. तथा ए.एफ.एम.सी.ड$. पर ह$ लागू हI तथा अनसुचूी 12 क% मद स0ं 41 के ूित ऐसी कोई �टLप4णयां नह$ं दशा�ई गई हI

    4जनके अधीन सी.ओ. ड$.ओ.य.ू को श&)या ंूTयायो4जत क% गई हI। इसके अित!र) र?ा मंऽालय के �दनांक 26 जलुाई 2006

    के पऽ के पैरा 13 के अनसुार अनुसचूी म� िन�हत &व(ीय श&)यां ूTयेक लेन-देन के सबंंध म� हI और िन�द�P &व(ीय ूािधका!रय�

    को ूTयायो4जत श&)यां ूTयके लेन-देन के िलए होगी। अतः अनुसचूी 12(सी) के बमांक 41 के अधीन आयुV स?म &व(ीय

    ूािधका!रय� को ूTयायो4जत श&)यां ूTयेक लेन-देन न �क एकल मद के िलए ह�गी।

    ड$.जी.ओ.एस. ने अपने �दनांक 6/9/2007 के पऽ म� यह Xय) �कया है �क अपनाई जा रह$ ःथानीय खर$द क%

    काय�&विध ड$.जी.ओ.एस. तकनीक% अनदेुश 014 और 038 क% शतH के अधीन है 4जसम� Xय) �कया गया है �क ःथानीय खर$द

    के िलए अफसर� क% &व(ीय श&)यां एक ह$ समय म� खर$द$ गई �कसी एक वःत ुअथवा समान ूकार क% अनेक वःतओु ंके

    िलए ह�गी। ू.ए.&व.स. का m&Pकोण था �क चू�ंक उपयु�) अनदेुश &विन�द�P सरकार$ आदेश�/ अनदेुश� पर आधा!रत मानक

    स�ंबयाTमक काय�&विध के Oप म� हI अतः उFह� र?ा मऽंालय के �दनांक 26 जलुाई, 2006 के पऽ के अधीन &व(ीय श&)य� के

    नवीनतम ूTयायोजन को m&P म� रखते हुए अYतन करने क% आवँयकता है। अतः ड$.जी.ओ.एस. को ड$.जी.ओ.एस. ट$.आई.

    014 एवं 038 के अनसुार अनसुचूी 12(सी) के बम स0ं 41 के ूित &विशP �टLप4णय� को शािमल करने के िलए र?ा मऽंालय

    के सम? मामले को उठाने क% सलाह द$ गई 4जस ेड$.जी.ओ.एस. Eारा ःवीकार नह$ं �कया गया। उFह�ने उ3लेख �कया है �क

    अनसुूची 12 के अधीन ूTयायो4जत &व(ीय श&)य� का अथ� जसैा �क िनयम-147 एफ आर भाग 1 म� उ43ल4खत है, �कसी एक

    मद का बम या एक ह$ समय पर बय क% गई �कसी भी स8ंया म� मद� स ेहै, ड$.जी.ओ.एस., ू.ए.&व.स. के m&Pकोण से भी

    सहमत नह$ं है �क पूव/) सरकार$ पऽके बमांक 34(ए) के ूित �टLप4णयां ए.एफ.एम.एस.ड$. पर लागू हI पर बमांक 41 पर

    आयVु &व.ले.िन. पर नह$ं।

    तदनसुार, ू.ए.&व.स. Eारा मामले को र?ा मऽंालय(&व() के पास इस आशय क% प&ुP के िलए भेज �दया गया �क

    अनसुूची 12(सी) के बमांक 41 म� &वशेष उ3लखे के अभाव म� मौ�िक सीमा एक समय म� खर$दे गए �कसी भी स8ंया म� समान

    मद� क% खर$द� प लागू होगी और यह ूितमद के आधार पर ूTयायो4जत श&)य� का िनयमानुसार नह$ं है। अनकु43पत Oप स े

    &व(ीय श&)य� के ूTयायोजन के आवँयक संशोधन को जार$ �कया जाना होगा 4जसके Eारा बमांक 41 म� इस आशय क% एक

    �टLपणी स45मिलत करनी होगी �क य�द उपयु�) सदंिभ�त ड$.जी.ओ.एस. ट$.आई. 014 और 038 म� िन�हत ूावधान को जार$

    रखा जाता है तो ये श&)यां ूTयेक मद के िलए हI।

    र?ा मऽंालय(&व() Eारा मामले क% जांच क% गई तथा उFह�न ेउ3लेख �कया �क बमांक 41 के �टLपणी कॉलम म� कोई

    अFय शत� नह$ं है, तथा&प उप!रकिथत सरकार$ पऽ का परैा 13 इस बात का ूावधान करता है �क अनसुिूचय� म� िन�हत &व(ीय

    श&)यां ूTयेक लेन-देन के सबंंध म� हI औऱ िन�द�P &व(ीय श&)य� के भीतर एक अथवा अिधक मद� क% अिधूािZ को कवर कर

    सकती है। र?ा मऽंालय ने आगे उ3लेख �कया है �क पैरा 147, एफ.आर भाग 1 म� म� ूावधान है �क &व(ीय श&)यां उस सीमा

    तक &वःता!रत रहती हI 4जस सीमा तक �कसी एक वःतु क% खर$द अथवा एक समय म� समान ूकार क% �कतनी भी स8ंया म�

    खर$द क% गई हो। समान ूावधान ड$.जी.ओ.एस. ट$.आई. 014 और 038 म� िन�हत हI। इन ूावधान� का &ववेचन इस nप म�

    नह$ं �कया जा सकता है �क उसका अथ� यह हो �क &वYमान श&)य� का ूयोग अलग-अलग Oप म� ूTयेक मद के संबंध म�

    �कया जा सकता है, उस समय भी जब बड़$ स8ंया म� मद� क% खर$द ठeक उस समय और उसी आपूित� आदेश के अधीन क% जा

  • रह$ हो। तथा&प, एम.जी.ओ. शाखा के �दनांक 27 �दस5बर, 2007 के पऽ के अवलोकन से ूतीत होता है �क अभी तक यह

    परंपरा रह$ है �क उस समय भी जब बड़$ स8ंया म� खर$द एक ह$ आपिूत� आदेश के अधीन क% जाती है, वहां पथृक Oप म�

    ूTयके मद के सदंभ� म� श&)य� का उपयोग �कया जाता है। र?ा मऽंालय ने आगे उ3लखे �कया है �क एफ.आर. एव ं

    ड$.जी.ओ.एस. ट$.आई. तकनीक% अनदेुश� के अधीन ूावधान नए नह$ं हI तथा वःततुः दोन� म� ूावधान समान हI �कFत ु�दनांक

    26 जलुाई 2006 के सरकार$ पऽ म� �कसी अbय&ु) के अभाव म� एम.जी.ओ.शाखा Eारा ठeक इFह$ं ूावधान� को तक� के साथ

    उV!रत �कया जा रहा है �क ये श&)यां अलग-अलग nप म� ूTयेक मद के सबंंध म� ूयोग के यो^य हI। अतः र?ा मऽंालय ने

    उ3लेख �कया है �क इस बात का पता लगाना अपे4?त होगा �क भूतकाल म� इस श&)य� का ूयोग �कस Oप म� �कया जाता

    रहा था तथा ?ेऽीय िनयऽंक� Eारा `या नीित अपनाई जा रह$ है। ू.ए.&व.स. से अनरुोध �कया गया था �क वे िनयऽंक� Eारा इस

    सबंंध म� अपनाई जा रह$ नीितय� क% जानकार$ ूाZ कर�। तदनसुार, ू.ए.&व.स. ने ?ेऽीय िनयऽंक� Eारा अपनाई जा रह$ नीितय� क% जानकार$ ूाZ करने के िलए मामले को

    र.ले.म.िन. के लेखा पर$?ा अनभुाग के सम? उठाया। ?ेऽीय िनयंऽक� स ेm&Pकोण ूाZ करने के पoात लेखा पर$?ा ःकंद न े

    उ3लेख �कया �क ये काया�लय &विभFन पVितयां अपना रहे हI। उFहोन� आगे सूिचत �कया �क (i) अनुसूची 12 क% �टLपणी 34(ए)

    के अधीन �टLप4णयां केवल िच�कTसा भडंार� पर ह$ लागू हI (ii) जलुाई 2006 के सरकार$ पऽ के परैा 13 म� &विन�द�P �कया गया

    है �क एक या अिधक मद� क% लने-देन &व.ले.िन. क% &व(ीय श&)य� से अिधक नह$ं हो सकती तथा (iii) अनुसचूी 12(सी) क%

    �टLपणी-5 के अनसुार सीधी खर$द क% सीमा ूTयेक मद या एक ह$ समय पर खर$द$ गई समान वःतुओं क% ौणेी पर लागू

    होती है। अतः पैरा-3 के साथ इन ूावधान� का ूकट &वरोधाभास है और अतः र?ा मंऽालय को एक मानक m&Pकोण िनधा�!रत

    करने के िलए इस मcेु पर नए िसरे से देखना होगा। तदनसुार, ू.ए.&व.स. Eारा &विभFन ?ेऽीय िनयऽंक� Eारा अपनाई जा रह$ पVितय� के सबंंध म� लेखापर$?ा ःकंद के

    &वचार� से र?ा मऽंालय को अपने �दनांक 27 माच� 09 क% अ.शा. के तहत अवगत करा �दया गया। ू.ए.&व.स. ने र?ा मऽंालय

    से अनरुोध �कया वे पु&P कर� �क `या अनुसचूी 12(सी) के बमांक 35 एवं 41 म� &विन�द�P उ3लेख के अभाव म� मौ�िक सीमा

    �कसी मद या एक ह$ समय म� समान मद� क% �कसी भी स8ंया क% खर$ध पर लाग ूहोगी। य�द ड$.जी.ओ.एस. ट$.आई. 014

    और 038 म� िन�हत ूावधान� को जार$ रखना है तो &व(ीय श&)य� के ूTयायोजन के बमांक 35-41 म� आवँयक सशंोधन� के

    सबंंध म� &वचार करना होगा।

    र?ा मऽंालय Eारा उपयु�) मcेु क% जांच क% गई। ू.ए.&व.स. ने अपने �दनांक 26/5/09 के अनदेुश स0ं 7 के तहत

    र?ा मऽंालय(&व() के िनण�य को सभी सबंिंधत� को प!रचािलत �कया 4जसम� ःपP �कया गया िनयम 147 एफ.आर.भाग 1 एव ं

    उसके अधीन �टLपणी(i) तथा (ii) तथा 26 जलुाई, 2006 के सरकार$ पऽ क% अनसुूची 12(सी) के अधीन �टLपणी(4)को fयान

    म� रखते हुए अनसुचूी 12(सी) के बमांक 35-41 क% मौ�िक सीमा �कसी मद या एक समय पर समान मद क% �कसी भी सं8या

    क% खर$द पर लागू होगी।

  • 2. ौी ए`स एक र?ा िस&विलयन को ऑःटोपोरोिसस क% िच�कTसा के िलए पणुे म� गैर केFि$य सरकार ःवाःqय सेवा योजना

    Eारा माFयता ूाZ ूाइवेट अःपताल म� भतW कराया गया था, यY&प एक सरकार$ अःपताल औऱ कुछ केFि$य सरकार

    ःवाःqय सवेा योजना के माFयता ूाZ अःपताल जो ऑःटोपोरोिसस क% िच�कTसा उपलDध कराते हI, िनकट ह$ 4ःथत थे।

    Xय&) न ेपुणे म� ूाइवेट अःपताल म� अपनी िच�कTसा को आपात आधार पर Fयायोिचत ठहराया और उसे &वभाग ूमखु/

    के.स.ःवा.यो. से पवू� अनमुित न लेने का आधार बताया। केFि$य सरकार ःवाःqय योजना के उप िनदेशक के पास भेजे गए

    एक संदभ� पर उनके Eारा यह ःपPीकरण �दया गया था �क 20,000 के िच�कTसा &बल को र?ा लेखा िनयऽंक के

    काया�लय Eारा इस आधार पर अःवीकार कर �दया गया था �क जैसा �क उपिनदेशक, के.स.ःवा.से. योजना Eारा सलाह द$

    गई है &बमार$ आपात ूकार क% नह$ं थी और Xय&) ने िनकट 4ःथित सरकार$/के.स.ःवा.से.यो. के माFयता ूाZ अःपताल�

    से इलाज का लाभ नह$ं उठाया था। इस आदेश के &वnV Xय&) न ेशा4ःतक Dयाज के साथ अपने िच�कTसा दावे क% ूितपिूत�

    के िलए क� ि$य ूशासिनक पंचाट, मु5बई म� ओ.ए.सं8या XXX/2008 दायर �कया है।

    सबंिंधत अनुभाग अिधकार$ (लेखा) के Oप म� उपयु�) व4ण�त तqय� के आधार पर एक मसौदा ूित-शपथ पऽ तयैार क%4जए।

    (40 अकं)

    उ(र केFि$य ूशासिनक पंचाट, म5ुबई के सम? ूित-शपथ पऽ

    (उ(रदाताओं क% ओर स)े

    ओ.ए. स0ं XXX/2008 म�

    िन5निल4खत के मामले म�

    ौी ............................................................................आवेदक

    &वnV

    संघ भारत एवं अFय ............................................................................ूितवाद$

    ौी एएए, भा.र.ले.से., पुऽ ौी बीबीबी, आयु लगभग.....................वष� का शपथ-पऽ

    मI, उप!रनािमत अिभसा?ी, एतदEारा सTयिनhा स ेअिभपPु करता हंू तथा सादर िन5निल4खत सूिचत कर हँू-

    1- �क अिभसा?ी वत�मान म� काया�लय, र?ा लखेा ूधान िनयऽंक(नौसेना), म5ुबई म� र?ा लखेा उप िनयऽंक के Oप म�

    काय�रत है तथा मामले के तqय� से भली-भांित प!रिचत है और ूितवाद$ क% ओर से वत�मान शपथ-पऽ फाइल करने के िलए

    स?म है।

    यो^य आधा!रत उ(रः

    2. आवेदक का कथन �क वह िच�कTसा Xयय के Eारा 20,000/- क% पूण� रािश क% ूितपिूत� के हकदार हI, तक� सगंत

    नह$ं है, अतः अःवीकार �कया जाता है। ऑःटोपोरोिसस नामक रोग, जसैा �क उपिनदेशक, के.स.ःवा.यो. Eारा अिभिन4oत

    �कया गया, आपात ूकृ&( का नह$ं है, अतः आपातकाल के आधार पर िनजी अःपताल म� इलाज िलया जाना Fयायोिचत नह$ं

    है, खासकर उस 4ःथित म� जब अFय सरकार$ अःपताल एव ंके.स.ःवा.यो. से माFयता ूाZ कुछ अःपताल जो इस रोग का

    इलाज करने म� स?म हI तथा उसी आसपास के ?ेऽ म� 4ःथत हI। वःततुः Xय&) Eारा उिचत अःपताल म� अपन ेमामले को

    रैफर करान े से सबंंिधत �कसी भी काय�&विध का पालन नह$ं �कया गया तथा उसके बजाय ःवंय से ह$ �कसी िनजी गैर-

    माFयता ूाZ अःपताल म� इलाज करा िलया, अतः केFि सरकार के िच�कTसा इलाज िनयम� के अधीन िच�कTसा ूितपिूत�

    ःवीकाय� नह$ं है। अतः उपयु�) आधार पर ओ.के. रc माना जाए।

  • ूाथ�नाः

    3. उप!रकिथत तqय� तथा ूःतुितकरण को fयान म� रखते हुए ओ.ए. को ःवीकृित के यो^य नह$ं माना जा सकता है

    तथा यह अता�क� क आधार पर है अतः यह लागत स�हत रc करने के यो^य है। तदनसुार, ूाथ�ना क% जाती है।

    ूितवाद$

    माfयम से

    सरकार$ अिधव)ा

    ःटेशनः म5ुबई

    �दनांकः 2009

    सTयापनः

    2009 के .............................माह के ...........................�दन को म5ुबई म� सTया&पत �कया जाता है �क पैरामाफ

    1 एव 2 क% द$ गई अतंव�ःतु मेर$ सव/(म जानकार$ के अनसुार स.चे एवं सह$ हI तथा शेष के सबंंध म� मझेु &वtास है �क वह

    ूाZ काननूी परामश� के अनसुार सह$ है।

    ूितवाद$

    3- र?ा लेखा &वभाग के एक उपकाया�लय म� सेवारत ौी ए`स व!रh लेखा पर$?क ने &वभागाfय? से &विधवत ्अनमुित

    ूाZ करके 2.0 लाख क% अनमुािनत लागत पर एःकाट� हाट� इंःट$vयटू एjड !रसच� स�टर िलिमटेड, नई �द3ली म� ओपन हाट�

    सज�र$ कराई। Xय&) को 1,94,400 का एक अिमम भुगतान �कया गया था। Xय&) ने 2,65,000 का एक अंितम &बल

    ूःततु �कया। उसम� से 1,68,160 को ःवीकार कर िलया गया। Xय&) Eारा ूःतुत कुछ और &बल थे और उFह� समायो4जत

    करने के पoात Xय&) Eारा 24,940 क% धनरािश देय हो गई थी। काया�लय ने उसके 4,695 के वेतन से 2000 क%

    दर से मािसक �कःत� म� शेष देय क% वसलूी का आदेश जार$ �कया। इससे परेशान होकर Xय&) न े�द3ली उ.च Fयायालय म�

    स0ं XXXX/2002 का एक !रट पे�टशन दायर कर �दया 4जसम� यह ूाथ�ना क% गई थी �क &वभाग को यह िनदेश �दया जाए �क व े

    इस आधार पर िच�कTसा Xयय क% पूर$ ूितपिूत� कर� `य��क अःपताल केFि$य सरकार ःवाःqय योजना के अधीन एक माFयता

    ूाZ अःपताल था औऱ उसके वेतन से मािसक कटौती बंद क% जाए।

    मामला 12.05.2008 को यािचका कता� के प? म� िन4ण�त हुआ और माननीय Fयायालय न ेूितवाद$ को यह िनदेश

    �दया �क वे पहले ह$ भगुतान क% नई धनरािश को घटाकर पूरे िच�कTसा Xयय का भगुता कर�। Fयायालय ने यह भी िनदेश �दया

    �क उसके वेतन से काटे गए 6000 को बे�डट �कया जाए। माननीय Fयायालय ने यह भी िनदेश �दया है �क कुल आंकिलत

    10000 क% कुल लागत म� स े 5000 को यािचकाकता� को भुगतान �कया जाए और शषे 5000 क% धनरािश को इस

    तqय को fयान म� रखत ेहुए �द3ली उ.च Fयायालय, &विधक सवेा कमटे$ के पास जमा कराया जाएगा �क ूितवाद$ Fयायालय

    Eारा �दए गए िनण�य के &वnV अभी भी Xयवहार कर रहा है और कोट� डोकेट पर अनावँयक भार डाल रहा है और अपने

    कम�चा!रय�/रोिगय� को अस&ुवधा ूदान कर रहा है। माननीय Fयायालय के आदेश� का पालन आदेश क% तार$ख से दो माह के

    भीतर �कया जाना था।

    र?ा मऽंालय (&व() को सबंोिधत मु8यालय काया�लय से जार$ होने वाली एक अनौपचा!रक �टLपणी का मसौदा तयैार

    कर� 4जसम� यह ूाथ�ना क% जाए �क मामले का पर$?ण �कया जाए और माननीय Fयायालय के आदेश� को काया�4Fवत �कए जान े

    अथवा अFयथा के िलए अपना अनुमोदन ूदान �कया जाए।

    (35 अकं)

  • उ(र.

    काया�लय र�ा लेखा महािनयंऽक, प)*मी खंड-5, आर.के.पुरम, नई -द/ली-110066

    &वषयः ौी ए`स लेखा पर$?क Eारा दायर डD3य ु पी म� �द3ली उ.च Fयायालय का �दनांक 12.05.2008 के आदेश का

    काया�Fवयन।

    &वचाराथ� मामला एःकाट� हाट� इंःट$vयटू एjड !रसच� स�टर िलिमटेड, नई �द3ली म� ओपन हाट� सज�र$ के िलए ौी ए`स

    लेखा पर$?क Eारा �कए गए िच�कTसा Xयय क% ूितपूित� के िलए �दनांक 12.05.2008 के �द3ली उ.च Fयायालय के आदेश के

    काया�Fवयन से सबंंिधत है।

    मामले से सबंिंधत तqय स?ेंप म� िन5निल4खत �दए गए हैः

    2- र.ले.उप िनयऽंक(XX) म� सवेारत ौी ए`स व!रh लेखा पर$?क न े&वभागाfय? स े&विधवत ्अनमुित ूाZ करके एःकाट�

    हाट� इंःट$vयटू एjड !रसच� स�टर िलिमटेड, नई �द3ली म� ओपन हाट� सज�र$ कराई।

    3- आरंभ म� ओपन हाट� सज�र$ के िलए िच�कTसा Xयय क% अनमुािनत रािश 2.0 लाख आंकिलत क% गई थी तथा

    Xय&) को 1,94,400 का अिमम ूदान �कया गया था। अंततः उ) ऑपरेशन के दौरान कुल 265000 क% रािश का Xयय

    हुआ जब�क &वभाग न ेकेवल 168160 अनमुो�दत �कए थ।े उसके पoात कुछ और रािश पास क% गई तथा Xय&) से शेष

    बकाया रािश 24940 सिूचत क% गई।

    4- प!रणामःवOप, काया�लय ने उपयु�) बकाया रािश के िलए उनके 4695/- के वेतन से 2000/- ूितमाह क%

    �कँत के Oप म� वसलूी हेतु आदेश जार$ कर �दया।

    5- Xय&) न े�द3ली उ.च Fयायालय म� स0ं XXXX/2002 के अधीन िस&वल !रट पे�टशन दायर कर द$ 4जसम� ूितवाद$ को

    िच�कTसा पर हुए Xयय क% परू$ रािश क% ूितपूित� के िलए िनदेश �दए जाने का अनरुोध �कया गया था `य��क उ) अःपताल

    के.स.ःवा.यो. से माFयता ूाZ था तथा यह भी ूाथ�ना क% उनक% तु.छ वेतन से क% जा रह$ मािसक कटौती को भी रोका जाए।

    तथा&प, रािश क% कटौती के ूित यािचकाकता� के प? म� अतं!रम राहत ूदान क% गई।

    6- मामले पर 12.05.2008 को िनण�य िलया गया। माननीय उ.च Fयायालय ने ूितवाद$ को िनदेश �दया है �क वे

    यािचकाकता� को पहले ह$ भुगतान �क गए 194400 को घटा कर एःकॉट� अःपताल Eारा तैयार �कया गया 265000/- के

    पूण� िच�कTसा Xयय का भगुतान कर�। यािचकाकता� के वेतन म� से अब तक कटौती �कए गए 6000 क% भी ूितपिूत� क% जाए।

    आवँयक कार�वाई 12.05.2008 से अिधकतम दो माह के भीतर क% जाए।

    7- माननीय Fयायालय ने यह भी िनदेश �दया है �क कुल आकंिलत 10000 क% कुल लागत म� से 5000 को

    यािचकाकता� को भुगतान �कया जाए और शेष 5000 क% धनरािश को इस तqय को fयान म� रखते हुए �द3ली उ.च

    Fयायालय, &विधक सवेा कमटे$ के पास जमा कराया जाएगा �क ूितवाद$ Fयायालय Eारा �दए गए िनण�य के &वnV अभी भी

    Xयवहार कर रहा है और कोट� डोकेट पर अनावँयक भार डाल रहा है और अपने कम�चा!रय�/रोिगय� को असु&वधा ूदान कर रहा

    है। माननीय Fयायालय के आदेश� का पालन आदेश क% तार$ख से दो माह के भीतर �कया