सीखने के...

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y भू-, जलवायु, स साधन (भोजन, जल, आय, आजीववका) तथा सा सकवतक जीवन म आपसी स ध सथावपत करत ह। (उदाहरण क वलए, द रसथ तथा कविन जै स गम/ि मसथल म जीवन।) y वसतुओ , सामी तथा गवतववधय का उनक लण तथा गुण जैस-आकार, सवाद, र ग, सवप, ववन आवद वविताओ आधार पर समूह बनात ह। y वतमान तथा अतीत म हमारी आदत/पवतय, थाओ , तकनीक म आए अ तर का वसक, पव ग, समारक, हालय क मायम स तथा ब स बातचीत कर पता लगात ह, (उदाहरण क वलए, सल उगान, स रण, उतसव, वस, वाहन, सामवय या उपकरण, वयवसाय, मकान तथा भवन, भोजन बनान, खान तथा काय करन क स ध म।) y पररघनाओ की वसथवतय और गुण का अनुमान लगात ह। सथान धी माक, द री, फल, आयतन, भार का अनुमान लगात ह और साधारण मानक इकाइय ारा वयकत तथा साधारण उपकरण/सअप ारा उनक सतयापन की जाँच करह। (उदाहरण क वलए, तैरना, डूबना, वमवत होना, वापन, कुरण, न होना, शवास लना, सवाद आवद ।) y अवलोकन, अनुभव तथा जानकाररय को एक वयवसथत म म ररकाॅड करत ह (उदाहरण क वलए, सारणी, आकवतय, बारा, पाई चा आवद क प म) और कारण तथा भाम स ध सथावपत करन हतु गवतववधय, पररघनाओ म पैन का अनुमान लगात ह (उदाहरण क वलए तैरना, डूबना, वमवत होना, वापन, अ कुरण, न होना, खराब हो जाना)। y कत, वदिाओ , ववभनन वसतुओ की वसथवतय, इलाक क भूवम वच और मण वकए गए सथल को मानवच म पहचानत ह तथा वभनन सथल की वसथवतय क दभ म वदिाओ का अनुमान लगात ह। y आस-पास मण वकए गए सथान क पोसर, वडजाइन, मॉडल, ढाँच, सथानीय सामवयाँ, वच, नकि ववध सथानीय और बकार वसतुओ स बनात ह। और कववताएँ/नार/याा वणन वलखत ह। y अवलोकन और अनुभव वकए गए मु पर आवा उिाकर अपन मत वयकत करत ह और वयापक सामावजक मु को समाज म चवलत रीवतय/घनाओ , जैस – पहुँच क वलए भदभाव, स साधन क सवावमतव, वास/ वसथापन/ पररवजन और बाल अवधकार आवद स जोत ह। y सवचता, सवासय, अपवि क ब धन, आपदा/ आपातकालीन वसथवतय स वनपन क स ध म तथा स साधान (भूवम, इधन, वन, ज गल इतयावद) की सुरा ह तु सुझाव दत ह तथा सुववधाव वचत क वत स वदना दिात ह। ENGLISH The learner— answers coherently in written or oral form to questions in English based on day-to- day life experiences, unfamiliar story, poem heard or read. recites and shares English songs, poems, games, riddles, stories, tongue twisters, etc., recites and shares with peers and family members. acts according to instructions given in English, in games/sports, such as ‘Hit the ball!’ ‘Throw the ring.’ ‘Run to the finish line!’, etc. reads independently in English storybooks, news items / headlines, advertisements, etc., talks about it, and composes short paragraphs. conducts short interviews of people around him, e.g, interviewing grandparents, teachers, school librarian, gardener, etc. uses meaningful grammatically correct sentences to describe and narrate incidents; and for framing questions. uses synonyms such as ‘big/large’, ‘shut/ close’, and antonyms like inside/outside, light/dark from clues in context. reads text with comprehension, locates details and sequence of events. connects ideas that he/she has inferred, through reading and interaction, with his/her personal experiences. takes dictation for different purposes, such as lists, paragraphs, dialogues, etc. uses the dictionary for reference. identifies kinds of nouns, adverbs; differentiates between simple past and simple present verbs. writes paragraphs in English from verbal, visual clues, with appropriate punctuation marks and linkers. writes a ‘mini biography’ and ‘mini autobiography’. writes informal letters, messages and e-mails. reads print in the surroundings (advertisements, directions, names of places, etc.), understands and answers queries. attempts to write creatively (stories, poems, posters, etc.). writes and speaks on peace, equality, etc., suggesting personal views. appreciates either verbally/in writing the variety in food, dress, customs and festivals as read/heard in his/her day-to day life, in storybooks/heard in narratives/seen in videos, films, etc. सीखने के तिफल क 5 अतिक जनकरी के तलए स पक कर राय परयोजना वनदिालय सव विा अवभयान एराीय मायवमक विा अवभयान डी.पी.ई.पी. भवन, लालपानी (विमला), वहमाचल दि- 171001 रभाष: 0177-2658668, फैकस: 0177-2808624 ई-मल: [email protected], वबसाई: edumis.hp.gov.in राय परयोजना वनदिालय, सविा अवभयान, वहमाचल दि

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Page 1: सीखने के प्रतिफलedumis.hp.gov.in/Application/uploadDocuments/content/V...y भ -क ष त र , जलव य , स स धनर (भ जन, जल,

y भ-कषतरो, जलवाय, ससाधनरो (भोजन, जल, आशरय, आजीववका) तथा सासकक वतक जीवन म आपसी सबध सथावपत करतष ह। (उदाहरण कष वलए, दरसथ तथा कविन कषतरो जसष गमम/िडष मरसथलरो म जीवन।)

y वसतओ, सामगी तथा गवतवववधयरो का उनकष लकणरो तथा गणरो जसष-आकार, सवाद, रग, सवरप, धववन आवद ववविष‍टताओ कष आधार पर समह बनातष ह।

y वतममान तथा अतीत म हमारी आदतरो/पदधवतयरो, परथाओ, तकनीकरो म आए अतर का वसककरो, पव‍टग, समारक, सगहालय कष माधयम सष तथा बडरो सष बातचीत कर पता लगातष ह, (उदाहरण कष वलए, फसल उगानष, सरकण, उतसव, वसतरो, वाहनरो, सामवगयरो या उपकरणरो, वयवसायरो, मकान तथा भवनरो, भोजन बनानष, खानष तथा कायम करनष कष सबध म।)

y पररघ‍टनाओ की वसथवतयरो और गणरो का अनमान लगातष ह। सथान सबधी मातकरो, दरी, कषतफल, आयतन, भार का अनमान लगातष ह और साधारण मानक इकाइयरो दारा वयकत तथा साधारण उपकरणरो/सष‍टअप दारा उनकष सतयापन की जाच करतष ह। (उदाहरण कष वलए, तरना, डबना, वमवशरत होना, वाषपन, अकरण, नष‍ट होना, शवास लषना, सवाद आवद ।)

y अवलोकनरो, अनभवरो तथा जानकाररयरो को एक वयववसथत करम म ररकाडम करतष ह (उदाहरण कष वलए, सारणी, आकक वतयरो, बारगाफ, पाई चा‍टम आवद कष रप म) और कारण तथा परभाव म सबध सथावपत करनष हषत गवतवववधयरो, पररघ‍टनाओ म प‍टननो का अनमान लगातष ह (उदाहरण कष वलए तरना, डबना, वमवशरत होना, वाषपन, अकरण, नष‍ट होना, खराब हो जाना)।

y सकष तरो, वदिाओ, वववभनन वसतओ की वसथवतयरो, इलाकरो कष भवम वचहरो और भरमण वकए गए सथलरो को मानवचत म पहचानतष ह तथा वववभनन सथलरो की वसथवतयरो कष सदभम म वदिाओ का अनमान लगातष ह।

y आस-पास भरमण वकए गए सथानरो कष पोस‍टर, वडजाइन, मॉडल, ढाचष, सथानीय सामवगया, वचत, नकिष ववववध सथानीय और बषकार वसतओ सष बनातष ह। और कववताए/नारष/याता वणमन वलखतष ह।

y अवलोकन और अनभव वकए गए मदरो पर आवाज उिाकर अपनष मत वयकत करतष ह और वयापक सामावजक मदरो को समाज म परचवलत रीवतयरो/घ‍टनाओ, जसष – पहच कष वलए भषदभाव, ससाधनरो कष सवावमतव, परवास/ ववसथापन/ पररवजमन और बाल अवधकार आवद सष जोडतष ह।

y सवचछता, सवासथय, अपविष‍टरो कष परबधन, आपदा/आपातकालीन वसथवतयरो सष वनप‍टनष कष सबध म तथा ससाधानरो (भवम, इइधन, वन, जगल इतयावद) की सरका हषत सझाव दषतष ह तथा सववधाववचत कष परवत सवषदना दिामतष ह।

English

The learner—• answers coherently in written or oral form

to questions in English based on day-to-day life experiences, unfamiliar story, poem heard or read.

• recites and shares English songs, poems, games, riddles, stories, tongue twisters, etc., recites and shares with peers and family members.

• acts according to instructions given in English, in games/sports, such as ‘Hit the ball!’ ‘Throw the ring.’ ‘Run to the finish line!’, etc.

• reads independently in English storybooks, news items / headlines, advertisements, etc., talks about it, and composes short paragraphs.

• conducts short interviews of people around him, e.g, interviewing grandparents, teachers, school librarian, gardener, etc.

• uses meaningful grammatically correct sentences to describe and narrate incidents; and for framing questions.

• uses synonyms such as ‘big/large’, ‘shut/ close’, and antonyms like inside/outside, light/dark from clues in context.

• reads text with comprehension, locates details and sequence of events.

• connects ideas that he/she has inferred, through reading and interaction, with his/her personal experiences.

• takes dictation for different purposes, such as lists, paragraphs, dialogues, etc.

• uses the dictionary for reference.• identifies kinds of nouns, adverbs;

differentiates between simple past and simple present verbs.

• writes paragraphs in English from verbal, visual clues, with appropriate punctuation marks and linkers.

• writes a ‘mini biography’ and ‘mini autobiography’.

• writes informal letters, messages and e-mails.

• reads print in the surroundings (advertisements, directions, names of places, etc.), understands and answers queries.

• attempts to write creatively (stories, poems, posters, etc.).

• writes and speaks on peace, equality, etc., suggesting personal views.

• appreciates either verbally/in writing the variety in food, dress, customs and festivals as read/heard in his/her day-to day life, in storybooks/heard in narratives/seen in videos, films, etc.

सीखन क परतिफलककषा 5

अतिक जषानकषारी क तलए सपकक करराजय पररयोजना वनदषिालय

सवम विका अवभयान एव राष‍टीय माधयवमक विका अवभयान डी.पी.ई.पी. भवन, लालपानी (विमला), वहमाचल परदषि- 171001

दरभाष: 0177-2658668, फकस: 0177-2808624ई-मषल: [email protected],

वषबसाई‍ट: edumis.hp.gov.in

राजय पररयोजना वनदषिालय, सवम विका अवभयान, वहमाचल परदषि

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तिदी बच —

y सनी अथवा पढी रचनाओ (हासय, साहवसक, सामावजक आवद ववषयरो पर आधाररत कहानी, कववता आवद) की ववषय-वसत, घ‍टनाओ, वचतरो और पातरो, िीषमक आवद कष बारष म बातचीत करतष ह/परशन पछतष ह/अपनी सवतत व‍टपपणी दषतष ह/अपनी बात कष वलए तकम दषतष ह/वनषकषम वनकालतष ह।

y अपनष आस-पास घ‍टनष वाली वववभनन घ‍टनाओ की बारीवकयरो पर धयान दषतष हए उन पर मौवखक रप सष अपनी परवतवकरया वयकत करतष ह/परशन पछतष ह।

y भाषा की बारीवकयरो पर धयान दषतष हए अपनी (मौवखक) भाषा गढतष ह।

y ववववध परकार की सामगी (अखबार, बाल सावहतय, पोस‍टर आवद) म आए सवषदनिील वबदओ पर (मौवखक/वलवखत) अवभवयवकत करतष ह, जसष–‘ईदगाह’ कहानी पढनष कष बाद बचचा कहता ह – म भी अपनी दादी की खाना बनानष म मदद करता ह।

y वववभनन वसथवतयरो और उदषशयरो (बलषव‍टन पर लगाई जानष वाली सचना, कायमकरम की ररपो‍टम, जानकारी आवद परापत करनष कष वलए) कष वलए पढतष और वलखतष ह।

y अपनी पाियपसतक सष इतर सामगी (अखबार, बाल पवतका, होवडइगस आवद) को समझतष हए पढतष और उसकष बारष म बतातष ह।

y सनी अथवा पढी रचनाओ (हासय, साहवसक, सामावजक आवद ववषयरो पर आधाररत कहानी, कववता आवद) की ववषय-वसत, घ‍टनाओ, वचतरो और पातरो, िीषमक आवद कष बारष म बातचीत करतष ह/परशन पछतष ह/अपनी सवतत व‍टपपणी दषतष ह/अपनी बात कष वलए तकम दषतष ह/वनषकषम वनकालतष ह।

y अपररवचत िबदरो कष अथम िबदकोि सष खोजतष ह। y सवषचछा सष या विकक दारा तय गवतवववध कष अतगमत लषखन की

परवकरया की बषहतर समझ कष साथ अपनष लषखन को जाचतष ह

और लषखन कष उदषशय और पािक कष अनसार लषखन म बदलाव करतष ह, जसष – वकसी घ‍टना की जानकारी कष बारष म बतानष कष वलए सकल की वभवति पवतका कषष वलए वलखना और वकसी दोसत को पत वलखना।

y भाषा की बारीवकयरो पर धयान दषतष हए अपनी भाषा गढतष ह और उसष अपनष लषखन/बषल म िावमल करतष ह।

y भाषा की वयाकरवणक इकाइयरो (जसष – कारक-वचह, वकरया, काल, ववलोम आवद) की पहचान करतष ह और उनकष परवत सचषत रहतष हए वलखतष ह।

y वववभनन उदषशयरो कष वलए वलखतष हए अपनष लषखन म ववराम-वचहरो, जसष – पणम ववराम, अलप ववराम, परशनवाचक वचह, उदधरण वचह का सचषत इसतषमाल करतष ह।

y सतरानसार अनय ववषयरो, वयवसायरो, कलाओ आवद (जसष– गवणत, ववजान, सामावजक अधययन, नकतयकला, वचवकतसा आवद) म परयकत होनष वाली िबदावली को समझतष ह और सदभम एव वसथवत कष अनसार उनका लषखन म इसतषमाल करतष ह।

y अपनष आस-पास घ‍टनष वाली वववभनन घ‍टनाओ की बारीवकयरो पर धयान दषतष हए उन पर वलवखत रप सष अपनी परवतवकरया वयकत करतष ह।

y उदषशय और सदभम कष अनसार िबदरो, वाकयरो, ववराम-वचहरो का उवचत परयोग करतष हए वलखतष ह।

y पाियपसतक और उससष इतर सामगी म आए सवषदनिील वबदओ पर वलवखत/बषल वलवप म अवभवयवकत करतष ह।

y अपनी कलपना सष कहानी, कववता, पत आवद वलखतष ह। कववता, कहानी को आगष बढातष हए वलखतष ह।

गतििबच —

y बडी सखयाओ पर कायम करतष ह। – पररवषि म उपयोग की जानष वाली 1000 सष बडी सखयाओ

को पढ तथा वलखतष ह।

– 1000 सष बडी सखयाओ पर, सथानीय मान को समझतष हए चार मल सवकरयाए करतष ह।

– मानक ऐलगोररदम दारा एक सखया सष दसरी सखया को भाग दषतष ह।

– जोड, घ‍टाव, गणन तथा भागफल का अनमान लगातष ह तथा वववभनन तरीकरो का परयोग कर उनकी पवष‍ट करतष ह, जसष – मानक ऐलगोररदम का परयोग कर या वकसी दी हई सखया को अनय सखयाओ कष जोड तथय कष रप म वलखकर सवकरया का उपयोग करना। उदाहरण कष वलए, 9450 को 25 सष भाग दषनष हषत 9000 को 25 सष, 400 को 25 सष तथा अत म 50 को 25 सष भाग दषकर वजतनष भी भागफल परापत हरो उन सभी को जोडकर उतिर परापत करतष ह।

y वभनन कष बारष म समझ अवजमत करतष ह। – समह कष वहससष कष वलए वभनन सखया बनातष ह। – एक वदए गए वभनन कष समतलय वभनन की पहचान कर

सकतष ह तथा समतलय वभनन बनातष ह। – वदए गए वभननरो 1/2, 1/4, 1/5 को दिमलव वभनन म

तथा दिमलव वभनन को वभनन रप म वलखतष ह, जसष –लबाई और मदा की इकाइयरो का उपयोग `10 का आधा ` 5 होगा।

– वभनन को दिमलव सखया तथा दिमलव सखया को वभनन म वलखतष ह।

y कोणरो तथा आकक वतयरो की अवधारणा की खोजबीन करतष ह। – कोणरो को समकोण, नयन कोण, अवधक कोण म वगगीकक त

करतष ह, उनह बना सकतष ह व खाका खीचतष (‍टषस) ह। – अपनष पररवषि म उन 2D आकक वतयरो को पहचानतष ह

वजसम घणमन तथा परावतमन समवमतता हो, जसष – अकर तथा आकक वत।

– नष‍ट का परयोग करतष हए घन, बषलन, िक बनातष ह।

y सामानयतः परयोग होनष वाली लबाई, भार, आयतन की बडी तथा

छो‍टी इकाइयरो म सबध सथावपत करतष ह तथा बडी इकाइयरो को

छो‍टी व छो‍टी इकाइयरो को बडी इकाई म बदलतष ह।

y जात इकाइयरो मषष वकसी िोस वसत का आयतन जात करतष ह,

जसष – एक बाल‍टी का आयतन जग कष आयतन का 20 गना ह। y पसा, लबाई, भार, आयतन तथा समय अतराल सष सबवधत

परशनरो म चार मल गवणतीय सवकरयाओ का उपयोग करतष ह। y वतभजीय सखयाओ तथा वगम सखयाओ कष प‍टनम पहचानतष ह। y दवनक जीवन सष सबवधत वववभनन आकडरो को एकत करतष ह

तथा सारणीबदध कर सकतष ह एव दड आलषख खीचकर उनकी वयाखया करतष ह।

परषाकवरि अधररनबच —

y पि-पवकयरो की अवत सवषदी इवदयरो और असाधारण लकणरो (दवष‍ट, गध, शरवण, नीद, धववन आवद) कष आधार पर धववन तथा भोजन कष परवत उनकी परवतवकरया की वयाखया करतष ह ।

y दवनक जीवन की आधारभत आवशयकताओ (भोजन, जल आवद) और उनह उपलबध करानष की परवकरया तथा तकनीकी को समझतष ह, उदाहरण कष वलए, खषत म उतपनन वसतओ का रसोई घर पहचना, अनाज का रो‍टी बनना, सरकण तकनीकरो, जल सोतरो का पता लगानष और जल एकवतत करनष की तकनीक को समझातष ह।

y पषड-पौधरो, जीव-जतओ तथा मनषयरो म परसपर वनभमरता का वणमन करतष ह। (उदाहरण कष वलए, आजीववका कष वलए समदायरो की जीव-जतओ पर वनभमरता और साथ ही बीजरो कष परकीणमन म जीव-जतओ और मनषय की भवमका आवद)

y दवनक जीवन म उपयोगी वववभनन ससथाओ (बक, पचायत, सहकारी, पवलस थाना आवद) की भवमका तथा कायनो का वणमन करतष ह।