मध्र्प्रदेश विधान सभा की कार्यिाह...

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विधान सभा कायिाही / 7 December 2016 अशोवधत / काशन के विए नह मदेश विधान सभा कᳱ कायिाही (अवधकृत वििरण) __________________________________________________________ चतुदयश विधान सभा ादश स ᳰदसबर 016 स बुधिार, ᳰदनािक 7 ᳰदसबर 016 (6 अहाण, शक सित् 6938 ) [खड- 60 ] [अिक- 3 ] __________________________________________________________

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Page 1: मध्र्प्रदेश विधान सभा की कार्यिाह proceedings/hp071216.pdf · डॉ0 न ोत्तम वमश्र -- पहिे

विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मधरपरदश विधान सभा

की

कारयिाही

(अवधकत वििरण)

__________________________________________________________

चतदयश विधान सभा दवादश सतर

ददसम बर 016 सतर

बधिार, ददनााक 7 ददसम बर 016

(6 अगरहारण, शक साित 6938 )

[खणड- 60 ] [अाक- 3 ]

__________________________________________________________

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मधरपरदश विधान सभा

बधिार, ददनााक 7 ददसम बर 016

(6 अगरहारण, शक साित 6938)

विधान सभा पिायहन 66013 ब समित हई0

{अधरकष महोदर (डॉ0सीतासरन शमाय) पीठासीन हए0}

अध रकष महोदर -- परश न र.0 6

शरी वत पटिारी -- आदरणीर अध रकष ी..

परभारी नता परवतपकष (शरी बािा बच चन) -- माननीर अध रकष महोदर, कि हमार आगरह पर

आपन रह व रि‍ ा नही दी0 000(व रिधान00)

अध रकष महोदर -- परश नकाि तो होन दीवए भाई0

शरी बािा बच चन -- माननीर अध रकष महोदर, हमन दकसानो स साबावधत ‍ गनन ददरा ह ,

वनरम-639 क अातगनयत हमन चचाय माागनी ह 0 दकसान िोगन बहाि ह , तरावह-तरावह मची हई ह , हा-

हाकार ह , बोिनी नही कर पा रह ह0 000(व रिधान00)

सासदीर कारय मातरी (डॉ0 नरोत तम वमशर) -- अध रकष महोदर, मरा आपक माध रम स नता

परवतपकष स वनिदन ह दक परश नकाि हो ान द.0 000(व रिधान00)

अध रकष महोदर -- कि भी आपन रह विषर उठारा ा, पहि भी हम िोगन रह बात कर

चक ह और अनक बार अनरोध दकरा ह दक परश नकाि होना चावहए0

शरी मकश नारक -- अध रकष महोदर, परश नकाि होना चावहए िदकन परश नकाि क पहि

आपस विनमर परा यना ह दक आप इस पर व रि‍ ा द द. दक वनरम-639 क तहत दकसानो की

सम‍ राओ को िकर ो हमन पर‍ ताि ददरा ह , उस पर चचाय होगनी, आप किि व रि‍ ा द द.0

अध रकष महोदर -- क रा आप सब व रि‍ ाएा परश नकाि म. ही माागन ि.गन0

शरी मकश नारक -- अध रकष महोदर, कि भी आपस चचाय हई ी0

डॉ0 नरोत तम वमशर -- वनरम-639 की चचाय की बात नही हई ी0

अध रकष महोदर -- कि वनरम-639 की चचाय की बात नही हई ी पर शरी रामवनिास राित

ी न कि विषर उठारा ा तो मन उनको कहा ा दक दकसी न दकसी रप म. ि.गन, पर अभी

परश नकाि तो होन दीवए0 000(व रिधान00)

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी बाबिाि गनौर -- अध रकष महोदर, मझ भी परश नकाि क बाद एक वमनट का समर परदान

कर.0

शरी बािा बच चन -- माननीर अध रकष महोदर, अवधकतम विधारको का ‍ गनन ह , मरा भी

‍ गनन ह , आदरणीर शरी रामवनिास राित ी का ह , आदरणीर आररफ भाई का ह , आदरणीर

कािखडा ी का ह , मकश नारक ी का भी ह , वत पटिारी ी का भी ह , डॉ0 गनोविाद वसाह का

भी ह 0 000(व रिधान00)

डॉ0 रान‍द र पाण डर -- माननीर अध रकष ी, आप तो परश नकाि पराराभ कर., मरा परश न 67

नाबर पर ह , नही तो मर परश न का नाबर ही नही आएगना0

अध रकष महोदर -- परश न र.0 6 000(व रिधान00)

शरी वत पटिारी -- अध रकष ी, मरा एक विषर महत िपणय ह 0

डॉ0 रान‍द र पाण डर -- अर वत भाई, परश नकाि होन दो0 परश नकाि स ररी क रा ह 0

000(व रिधान00)

शरी वत पटिारी -- माननीर अध रकष ी, वस तरीक स आईएएस और आईपीएस िोगन00

000(व रिधान00)

डॉ0 रान‍द र पाण डर -- माननीर अध रकष ी, मरा परश न भी दकसानो स साबावधत ह , 67ि.

नाबर पर ह नही तो िह परश न ही नही आएगना0 000(व रिधान00)

अध रकष महोदर -- पहि एक विषर तो हो0

डॉ0 नरोत तम वमशर -- रह काागरस की अातकय िह ह 0 नता परवतपकष कछ कह रह ह0 ‍ गनन की

बात कह रह ह0 कोई वनरम 639 की बात कह रहा ह , कोई आईएएस कोई आईपीएस की बात कह

रहा ह समझ नही आ रहा ह दक माागन दकस बात की ह 0000 (000व रिधान000)

शरी बािा बच चन -- अध रकष महोदर, परदश म. दकसानो दवारा खाद, बी न खरीद पान स

बोिनी म. हो रह वििाब क साबाध म. ‍ गनन ददरा ह 0 (0000व रिधान0000)

शरी वत पटिारी -- आपका वनरातरण हट गनरा ह 0 अवधकारररो और कमयचारररो पर स

आपका वनरातरण हट गनरा ह , सरकार ान िािी ह 0

डॉ0 नरोत तम वमशर -- अध रकष ी, ‍ गनन पर चचाय माागन रह ह0 639 पर चचाय माागन रह ह रा

आईएएस, आईपीएस पर माागन रह ह0 अपन दि को तो एक करो0

शरी बािा बच चन -- अध रकष महोदर, हमारा ‍ पष ट आगरह ह दक दकसानो को ो ददक कत हई

ह और इसस साबावधत हमन ‍ गनन माागना ह उस पर हम चचाय करना चाहत ह0 िदकन ऐसा िगन रहा

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह दक सरकार की माशा ठीक नही िगन रही ह 0 शारद चचाय म. नही आएगना इसविए हम पराराभ म. ही

इस बात को रख रह ह0 हमार ‍ गनन को ‍ िीकार कर.0 उस पर चचाय कराएा वसस दक सरकार

दकसानो क सा खडी ददख और दकसानो को ो ददक कत. आ रही ह िह ददक कत. दर हो0

शरी क0क0शरीिा‍ ति – (XXX)

डॉ0 नरोत तम वमशर -- पहि आप अपनी पाटी को तो एक कर िो0 आप िोगन अिगन-अिगन

विषर की माागन उठा रह ह0 कोई 639 की माागन उठा रहा ह कोई आईएएस, आईपीएस की माागन उठा

रहा ह 0 काागरस का नता परवतपकष नही होन स रह सारी की सारी ददक कत. ह0 (00000व रिधान0000)

शरी बािा बच चन -- माननीर मातरी ी, हमारी रही माागन ह 0

शरी मकश नारक -- अध रकष महोदर, कोई अिगन-अिगन माागन नही उठा रहा ह 0 परा विपकष

एकट ह 0 हम माागन करत ह दक दकसानो की सम‍ राओ पर चचाय की ाए0 (000000व रिधान000)

शरी आररफ अकीि -- आप वस विषर पर भी चचाय कराना चाहत ह करिाएा तो0 दकसी

ए.ड पर, दकसी बात पर, दकसी मदद पर चचाय कराना चाहत ह तो करिाएा0 (000000व रिधान00000)

शरी रामवनिास राित -- माननीर अध रकष महोदर, हमार दि क अवधकााश सद‍ रो न परदश

म. हो रही दकसानो की बदहािी क साबाध म. ‍ गनन ददरा ा0 आसादी स व रि‍ ा आई ी दक चचाय

कराएागन, विचार करक चचाय कराएागन0 आ तीसरा ददन ह और दो ददन शष बच ह0 अब बात आती

ह दक आसादी पर भरोसा करना चावहए0 हम. आसादी पर परा भरोसा ह विश िास ह , िदकन वस

तरह स कारयसची बनाई ा रही ह , कारय मातरणा म. रह तर हआ ा दक दो 639 क विषरो पर

चचाय की ाएगनी0 एक कपोषण की और दसरी बीहड कवषकरण की0 बीहड कवषकरण की चचाय तो

समाप त हो गनई तो 639 कपोषण की चचाय भी आ ाना चावहए ा0 रह आपन नही िी0 अब आप

हम. बताएा दक हम सरकार पर भरोसा कर., आसादी पर भरोसा कर.0 विश िास का साबाध सबस बडा

ह 0 दकसानो की बदहािी पर हम चचाय कराना चाहत ह0 परदश म. दकसान खाद, बी नही ि पा रहा

ह 0 परदश म. दकसान कौव डरो क भाि माि बचन को मबर हो रहा ह 0(000व रिधान000)

डॉ0 नरोत तम वमशर -- मना कौन कर रहा ह ? (000व रिधान000)

शरी रामवनिास राित -- क रा सरकार को अवधकार ह 0000000(000व रिधान000)

सभापवत महोदर -- कारयिाही 61 वमनट क विए ‍ वगनत0

(66019 ब सदन की कारयिाही 61 वमनट क विए ‍ वगनत की गनई0)

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

66001 ब विधानसभा पनः समित हई0

{अधरकष महोदर (डॉ0 सीतासरन शमाय)पीठासीन हए}

अधरकष महोदर--- परशन र.मााक 60

परभारी नता परवतपकष(शरी बािा बचचन)-- माननीर अधरकष महोदर हमारा आगरह ह और

हमारा आगरह ब तक आसादी वयि‍ ा नही दती और सरकार चचाय नही कराती हमार ‍ गनन पर

तब तक00

डॉ0नरोततम वमशर-- नताी परशनकाि तो होन द.0

शरी बािा बचचन--- माननीर अधरकष महोदर हमारा रह आगरह ह आदरणीर मखरमातरी ी

भी आ गनर ह दकसानो को वयिहाररक ददककत. आ रही ह0

िन मातरी(डॉ0 गनौरीशाकर शिार)—माननीर अधरकष महोदर रह कौनसी परापरा ह

मतिब विपकष क नता परशनकाि को खद बावधत कर रह ह आपको अहसास ह दक आप दकतनी बडी

गनददी पर ह और आप दकतनी बडी गनिती कर रह ह0विपकष क नता होत हए आप परशनकाि को

बावधत कर रह ह0

शरी बािा बचचन--- दकसान वबिी का वबि नही भर पा रह ह बोनी नही कर पा रह ह

फसि बीमा उनको वमिा नही ह राहत रावश नही वमिी ह 0अधरकष महोदर माननीर मखरमातरी ी

भी आ गनर ह0 माननीर मातरी ी हमार बहत सार विधारक साव रो न इस विषर पर ‍ गनन ददरा

ह 0 00(वयिधान)000

डॉ0 गनौरीशाकर शिार-- आप परशनकाि को बावधत कर रह ह0

शरी बािा बचचन-- बावधत नही कर रह ह हम दकसानो की माागन रख रह ह0

डॉ0 गनौरीशाकर शिार-- आप बावधत कर रह ह आपको अपनी गनिती का अहसास करना

चावहए0

शरी बािा बचचन—मातरी ी आप हमको इसक विए बाधर नही कर सकत हो0माननीर

अधरकष महोदर मातरी ी का रह कोई तरीका ह ? आप भी ब इधर आप इस भवमका म.

आपकी बात सरकार मानती ी और चचाय कराती ी0

डॉ0 नरोततम वमशर-- अभी आप मर ऊपर वचलिा रह अब शिार ी को आप बोि रह

ह रह करा तरीका ह 000(वयिधान)00

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

डॉ0 गनौरीशाकर शिार-- म आपक सी अभरता नही करता हा आपका वयिहार सासदीर

कारयमातरी ी स सममाननक नही ा0

मखरमातरी((शरी वशिरा वसाह चौहान)-- माननीर अधरकष महोदर सममाननीर नता

परवतपकष न चचाय की बात कही ह हम चचाय क विए त रार ह हम चचाय स कहाा भागनत ह0 (मो की

प पाहट) म आपस रह परा यना करता हा दक चचाय ततकाि पराराभ कर.0

शरी बािा बचचन-- माननीर अधरकष महोदर आप हमार इस आगरह को ‍िीकार कर. हम

िोगन भी त रार ह0 हम तो दो ददन स इस बात क विए आसादी स आगरह कर रह ह0

डॉ0 नरोततम वमशर- नताी हमन चचाय को मना नही दकरा हा ोड रह दक परशनकाि

चि ान दीवर0 चचाय क विए आपस मना ही नही दकरा ा0

शरी बािा बचचन—हमको ऐसा िगना दक वयि‍ ा नही होगनी0

शरी रामवनिास राित-- आप मना भी नही कर रह िदकन हाा भी नही कर रह

000(वयिधान)000

डॉ0 नरोततम वमशर-- अधरकष महोदर अब तो सदन क नता न बोि ददरा ह चचाय पराराभ

कर.0

शरी बािा बचचन—माननीर अधरकष महोदर अब तो माननीर मखरमातरी ी भी त रार हो

गनर ह सरकार त रार ह तो आप इस पर वयि‍ ा द.0 आ ही इस पर चचाय क विए हम िोगन भी

त रार ह करोदक मधरपरदश क दकसानो का रह जििात मददा ह 0

पा0 रमश दब-- अधरकष महोदर हमार परशन िगन हए ह0

डॉ0 रान‍दर पााड-- हमार भी दकसानो स साबावधत परशन िगन हए ह0

अधरकष महोदर--- परशनकाि का आधा घाटा बचा ह 0 मरा ऐसा मत ह दक माननीर सदन क

नताी त रार ह तो इस पर चचाय ततकाि कराई ा सकती ह दकन‍दत परशनकाि का आधा घाटा ही

बचा ह 0

डॉ नरोततम वमशर—अधरकष महोदर अब इस पर चचाय करिा ही द.0

डॉ0रान‍दर पााड-- अधरकष महोदर परशनकाि का आधा घाटा बचा ह हमारा भी दकसानो स

साबावधत मामिा ा हम भी उस पर बात करना चाहत 000(वयिधान)00

डॉ0 नरोततम वमशर-- अधरकष महोदर चचाय पराराभ कर. नता भी त रार ह उपनता भी त रार

ह काह क विए वििाब कर रह ह0आप तो चचाय पराराभ कर.0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी बहादर वसाह चौहान-- माननीर अधरकष महोदर रह वबना कारण क हमारा आधा घाटा

चिा गनरा0 हमारा आपस आगरह ह दक हाउस का आधा घाट का समर बढा द.0 हमार भी महतिपणय

परशन िगन हए ह0 आप हमको समर द.0 परशन कभी-कभी तो िगन पात ह0

डॉ0 रान‍दर पााड—अधरकष महोदर हमारा मामिा भी दकसानो स साबावधत ह हम तीन

साि स कोवशश कर रह ह आध घाट का समर ो इन‍दहोन बावधत दकरा ह तो इनका समर कम

दकरा ार0

अधरकष महोदर—चादक शासन इस ‍ गनन पर चचाय क पकष म. ह इसविए म इस चचाय क

विए ‍िीकार करता हा वसम. सभी पकषो क सद‍र भागन ि सक. गन0 रह चचाय अभी पराराभ की ाती

ह 0

डॉ0 रान‍दर पााड-- माननीर अधरकष महोदर हमारा मामिा भी अतरात आिशरक ह और

दकसानो को मामिा ह दकसानो स साबावधत बात ह तो हमारा परशन तो चिा गनरा हमारी बात तो

दफर अगनि सतर पर चिी गनई0 हम भी दकसानो क मामि पर परशन क माधरम स चचाय करना चाहत

धरान आकषट कराना चाहत 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

66:05 ब ‍ गनन पर‍ ताि

नोटबादी दकर ान स परदश म. उत पन‍द न व‍ वत

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

परभारी नता परवतपकष (शरी बािा बच चन )— माननीर अध रकष महोदर, हमार पर दि की

तरफ स बहत- बहत धन‍द रिाद दक आपन हमार इस िोक महत ि क मदद को ‍ िीकार दकरा, दकसानो

स साबावधत मदद को ‍ िीकार दकरा और आ की कारयसची म. ो उल िख दकरा गनरा ा और ो

कारो का एन‍द डा ा उसको ‍ वगनत करत हए दकसानो क मदद को आपन विरा ह 0 उसक विए म,

मरी त ा मर दि की तरफ स आपका धन‍द रिाद अदा करता हा0 गनााि क दकसान वबिी क वबि नही

भर पा रह ह, बी नही खरीद पा रह ह0 उसक बाद ो सोसाररटरो म. विा सहकारी बको म.

हाा उनका ो व रिहार ा िहाा उनका व रिहार बाद हो गनरा ह वसस काफी ददक क त. भी आ रही

ह0 वबिी का वबि अदा नही हो पा रहा ह 0 उसक बाद अभी तक ो बोिनी होनी चावहए ी,

वपछि िषय ो बोिनी हई ी उसकी िगनभगन 51 परवतशत बोिनी ही हो पाई ह 0 माननीर अध रकष

महोदर, माननीर मख रमातरी ी भी रहाा ब ठ हए ह परी सरकार रहाा पर ह 0 माननीर मख रमातरी

ी, हम रह आगरह करना चाहत ह दक आपन रह बात पहि भी कही ी दक ो दकसान वबिी क

वबि नही भर पा रह ह हाा 05 परवतशत वबिी क वबि वन टाासफामयर स ड हए का ज रमसय न

अगनर भर ददरा ह तो उनकी वबिी सप िाई बाद नही की ा सकती ह 0 इसस िह भी ददक क त म. आ

गनए ह0 टाासफामयर ि ात ह, खराब हो ात ह तो भी टाासफामयर बदि नही ा रह ह माननीर

मख रमातरी ी, आप इसस भी उनको वनात ददििाएा और अभी रबी का सीन ह गनहा, चना और

सरसो की इतनी कम बोिनी अभी तक क रो हो पाई ह 0 51 परवतशत कम हो पाई ह 0 माननीर

अध रकष महोदर, म आपक माध रम स माननीर मख रमातरी ी की ानकारी म. िाना चाहता हा

माननीर मख रमातरी ी आ दफर रा‍ ि विभागन का िाब दन का ददन ह 0 वपछि सतरो म. 663

परश नो क िाब एक स आए दक साबावधत विो क किक टरो स ानकारी एकवतरत की ा रही

ह 0 आ तक उनक िाब हम. नही वमि और आ भी परश नो का एक सा िाब ह दक साबावधत

विो क किक टरो स ानकाररराा एकवतरत की ा रही ह0 इसस रह ‍ पष ट झिकता ह दक

विधानसभा क िाब दन म., विधारको क परश नो क िाबो को बनान म. शारद सरकार उतनी

गनम भीर नही ह 0 मरा दकसानो की तरफ स रह परश न खडा होता ह दक ब हम विधारको क परश नो

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

का िाब सरकार नही द पा रही ह 663 परश न वपछि सतरो क और आ तो क रा फसि बीमा

बाटा होगना और क रा दकसानो क विए राहत रावश का काम होगना0 माननीर मख रमातरी ी आप

इसको भी ददखिाएा इसस धीर- धीर हम विधारको की गनररमा भी कम होती ा रही ह और हमारी

तातर पर ो पकड होना चावहए िह भी कम होती ा रही ह 0 माननीर अध रकष महोदर, विशषकर

रा‍ ि विभागन का वस तरह स अभी ो आचरण ह इसको आप ददखिाएा0 इसक अिािा भी

हमारा रह कहना ह दक हाा दकसान 01 िाख की वडमााड करत ह िहाा उन‍द ह. 0 स 4 िाख रपए

वमित ह क रा मध रपरदश शासन न इस मामन म. कोई पतर आर0बी0आई0 को विखा ह नही तो 63

साि की सत ता म. सब (XXX) ह0 परदश की दकसी भी विा सहकारी बक म. शादी का काडय

ददखाकर रा दकसी को शादी का काडय भी अगनर ददखात. ह तो ढाई िाख रपए0000

अध रकष महोदर—रह शब द वनकािा ददरा ाए0

शरी बािा बच चन—….तक की ो बात बोिी गनई ह िदकन ढाई िाख रपए तक की रावश वमिती

नही ह 0 इसी तरह मत र भो भी ह माननीर अध रकष महोदर एक शादी की तारीख तो बदिी ा

सकती ह िदकन वनक रहाा ड हई ह उनको 0 हार और 4 हार वमि पात ह इसस काफी

ददककत. हो रही ह0 िोगनो को एटीएम और बको की िाइन म. िगनना पडता ह वयािहाररक ददककत. आ

रही ह0 मधरपरदश म. हाा तक मरी ानकारी ह 64 स 65 दकसानो की मतर हो गनई ह 0 इसी परकार

दश म. 1-71 िोगनो की मतर हई ह 0 माननीर मखरमातरी ी आप कम स कम मधरपरदश म. इस बात

को ददखिाएा0 इसी परकार रबी क सीन म. दकसानो को 65 हार करोड क ऋण वितरण क िकषर

क सामन मातर 51 परवतशत ऋण ही वितररत हो पारा ह 0 रह बडी विडमबना ह 0 ऋण नही वमिन

स बोिनी का रकबा भी काफी कम हआ ह 0 ि सचार रप स खाद बी ि सक. बोिनी कर सक. और

वबिी क वबि भर सक. आप इस पर वयि‍ ा द.0 आपन रह चचाय ‍िीकार की उसक विए हम

आपको धन‍दरिाद दत ह0

अधरकष महोदर दकसान ि गरामीण अपन खन पसीन की कमाई की एफ डी करात ह ि एफ

डी मचरोर हो ान क बाद भी उसकी रावश इन िोगनो को नही वमि पा रही ह 0 गनााि िाि इस बात

को नही ानत ह दक उनका बक एकाउाट सहकारी बको म. ह रा राषटरीरकत बको म. ह 0 ब ि बक

ात ह और उन‍दह. पता चिता ह दक रह सहकारी बक ह रहाा उनको रावश नही वमि पाएगनी इसस

उनको ददककत होती ह और बक िाि भी हाा उनका एकाउाट ह िहाा स रावश न दत हए चक दकर

दसरी गनह उनको दौड िगनिात ह 0 इस परकार काफी अवनरवमतताएा और ददककत. हो रही ह

मखरमातरी ी इस पर धरान द.0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर हाा तक सम यन मलर की बात ह 0 मधरपरदश म. धान की फसि बहत होती

ह 0 धान मकक और कपास को सम यन मलर पर नही खरीद पा रह ह0 आप सम यन मलर पर धान

मकका और कपास की खरीदी करिाएा तो म समझता हा दक सरकार दकसानो क सा खडी ददखगनी

और ो दकसान आ मारस ह उन दकसानो को िगनगना दक सरकार हमार सा ह 0 दकसानो की

मािी हाित ख‍ता होती ा रही ह ऐस म. सरकार को उनक सा ददखना चावहए0 हाा तक मरी

ानकारी ह धान की खरीदी 6111 रपर म. िी ा रही ह 0 सम यन मलर क वहसाब स खरीद नही

हो पान क कारण काफी ददककत. हो रही ह0 खवतरा पानसमि और वनमाड म. रह हो रहा ह दक

अगनर आप 511 रपर का नोट ि ाओगन तो वयापारी बोित ह दक 5111 रपर परवत कवा टि कपास

ि.गन और रदद 611-611 क नोट ि.गन तो दफर 4111 रपर परवत कवा टि कपास विरा ाएगना0 इस

परकार 511 और 6111 रपर क नोटो की बोिी िगनन कारण भी दकसानो को ददककत. आ रही ह0

511 और 6111 रपर क नोटो का मन मर ‍ गनन म. कही उलिख नही दकरा ह 0 िदकन सरकार न

पर दश और परदश म. ो फरमान ारी दकरा ह रह हाहाकार मचान िािा फरमान ारी दकरा ह 0

इसस काफी अवनरवमतताएा और ददककत. हई ह0 इस कारण हमन रह माागन की ी दक इस पर

ततकाि चचाय होनी चावहए0 इसी परकार हम िोगनो की ो बको म. रावश मा ह िह बक की िाइन

म. िगनन बाद भी वतनी रावश चावहए उतनी नही वमि पा रही ह 0 रह तमाम हमार मदद ह इसक

अिािा भी म आपको बताना चाहता हा दक ऐस िोगनो की ााच होना चावहए वन‍दहोन 6-6 करोड

रपए भी बक म. मा करिाए ह0 ऐस 65-6 िोगन मधरपरदश म. ह0 मखर मददा तो हमारा रह ह दक

रह ो ददककत. हई ह0 पिय म. ओिािवषट अवतिवषट सखा पडा उसकी रावश दकसानो को नही वमि

पाई ह 0 खाद बी नही ि पा रह ह सवबराा मावडरो म. सड रही ह गनि रही ह 0

माननीर मखरमातरी ी मर बाद हमार और भी विधारक सा ी इस पर बोि.गन आप उस पर

वयि‍ ा द.0 म समझता हा दक परदश की नता की दकसानो की आप मदद करत ह आप अपन

सरकारी तातर को उनक सा िगनाएा नही तो सा मन उलिख दकरा ह दक रा‍ि विभागन क रह

हाि ह ऐस ही गराम सिक और पटिारी खतो म. पहाच नही ह 0 पर म. हाहाकार मचा हआ ह 0 आप

हमारी इन बातो को धरान म. रख. और आ ही इस बात का आगरह कर.गन दक मधरपरदश क ो

सीमािती राजर ह स महाराषटर गनरात रा छततीसगनढ उन राजरो म. मधरपरदश क िाखो िोगन ा

रह ह आप इसको भी रकिाएा0 मनरगना का पम.ट बाद ह मनरगना क काम बाद ह बीआरीएफिार

बाद हो गनई ह इसको आप चाि करिाएा वसस परदश म. सियहारा िगनय को मदरो को काम वमि

सक0 अभी तक की ो मदरी नही वमिी ह उसका भी भगनतान करिाएा0 हमार पास ऐसी बहत

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सारी बात. ह वसको म समझता हा दक हमार विधारक सा ी उठाएागन0 म तो रही आगरह करना

चाहता हा दक आपन ो हमारा ‍ गनन पर‍ताि ‍िीकार दकरा ह उसक विए आपका धन‍दरिाद करना

चाहता हा0 हमार इन मददो को सरकार गनाभीरता स ि0 माननीर मखरमातरी ी आपन दकसानो क

विर शन‍दर परवतशत बरा रोना िागन की ी रह मन अपन ‍ गनन पर‍ ताि म. भी ददरा ह दक उसम.

ऋण मा करन की वतव 08 माचय को पररिरतयत करक 08 फरिरी कर दी ह , इसस भी दकसानो

को ददक कत आ रही ह 0 आपन एक महीना कम क रो कर ददरा ह , मख रमातरी ी ब आप बोि. तो

इस पर भी आप व रि‍ ा द.0 दकसानो और कषक मदरो की भी परवतददन आत महत रा करन की

परिवतत बढती ा रही ह 0 हमार पास रह आाकड ह दक िषय 0165 म. मध रपरदश म. 0411 दकसानो न

आत महत रार. की ह0 हमार परश न क िाब म. रह भी आरा ह दक अभी फरिरी 016 स अपर ि

016 तक करीब 5 6 दकसानो न आत महत राएा की ह0 तो माननीर मख रमातरी ी आप उनक सा

खड हो और कम स कम ो दकसान आत महत रा करत ा रह ह और रह परिवत ो बढ ती ा रही ह ,

इसको अगनर आप रोक पान म. सफि होगन तो म समझता हा दक मध रपरदश क दकसानो क विर और

हम सबक विर ज रादा ठीक होगना0 अध रकष महोदर, बाकी और बात. हमार विधारक सा ीगनण

बोि.गन0 म तो बस इतना कहना चाहता हा दक आपन हमारी इस बात को ‍ िीकार दकरा, आपन

हमारी बात को माना, हमन वनरम 639, ‍ गनन और ध रानाकषयण भी ददर 0 आ हमको रह रख

इसविर अवख तरार करना पडा दक हम. कि शाम तक इस बात की उम मीद कर रह दक आसादी

व रि‍ ा दगनी, िदकन व रि‍ ा नही ददखी, इस कारण स हम. िगना दक रह ज ििात मददा मध रपरदश क

दकसानो का ह , रह उठना चावहर और सरकार को गनाभीरता स िना चावहर, सरकार को उनक सा

उठना चावहर0 हमारी पाटी क तमाम साव रो न ध रानाकषयण, वनरम 639 और ‍ गनन पर‍ ताि क

अातगनयत दकसानो को आन िािी ददक कत क विर व रि‍ ा माागनी ी और आ आपन ो व रि‍ ा दी

परश नकाि को रोककर आपन हमारी बात को माना ह , और आदरणीर मख रमातरी ी न रह बात

‍ िीकार की ह , इसक विर हमार दि की तरफ स शरआत म. धन‍द रिाद तो द ही चका हा0 आपक

माध रम स माननीर मख रमातरी ी को बताना चाहता हा दक रह चचाय तब सा यक होगनी ब

मध रपरदश क दकसानो क सा सरकार खडी ददखगनी, ो मदद मन अपन ‍ गनन पर‍ ताि म. िगनार िह

और ो म बोि रहा हा िह मदद, दसरा अभी वतनी भी दर की ो चचाय होगनी,हमार विधारक

साव रो की ओर स ो बात आरगनी, उनका वनराकरण होगना, उनका हि होगना तब ाकर रह

िगनगना दक रह चचाय सा यक ह नही तो इस पर भी कोई रानीवत न हो ार0 इसक विर आपको

और सरकार 0000

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मख रमातरी (शरी वशिरा वसाह चौहान):- इसम. रानीवत कहाा स आ गनरी0

शरी बािा बच चन :- भाषणबाी क अिािा कछ ऐसा न हो दक, दवखर मन बोिा ह , आपक

माध रम स मन रह आगरह दकरा ह 0

शरी रशपाि वसाह वससोददरा:-बवहगनयमन मत करना, परी बात सन िना0 आपक नतत ि म.

िोगन चि न ार.0

शरी बािा बच चन :- मझ ो अादशा ह , मन िह बात बोिी ह 0 अध रकष महोदर, मन अपनी

बात रखी ह 0 अब हमार विधारक सा ी और अन‍द र भी सदन क सद‍ रगनण भी अपनी बात रख.गन0

आदरणीर मख रमातरी ी भी रहाा पर ब ठ ह0 दकसानाा क विर कोई हि और कोई वनराकरण होगना

ो अभी तक िषय 0163 की कही सखा रावश, बीमा रावश कोई मआिा रावश, आप दकसानो स

बीमा की रावश तो मा करिात ह तो म समझता हा दक इस चचाय क बात दकसानो की सम‍ रा का

वनराकरण तो वनकिगना0 सरकार ो आगरह पटिारी स आर0आई, गराम सिको स तहसीिदारो स

और उनको अपन खतो म. सि और मआिन क विर त रार करती ह , दकसी भी तरह स तो म

समझता हा दक उस पर भी दबाि बनगना, वसस अभी तक सि नही हआ ा िहाा पर सि भी होगना0

उसक बाद सब गनह हाा हा-हाकार और तरावह-तरावह मची हई ह , िह भी खत म होगनी0 म समझता

हा दक रह अच छी बात ह दक आपन व रि‍ ा दी और ो तत काि चचाय करारी ह और भी बहत सार

मदद हमारी सा ी बोि.गन0 म आपको धन‍द रिाद दता हा, धन‍द रिाद0

शरी वशिरा वसाह चौहान :- माननीर अध रकष महोदर, मरा किि इतना वनिदन ह दक

माननीर नता परवतपकष ी न विषर उठारा, हम िोगनो न चचाय ‍ िीकार की, िदकन मन दखा दक

ो विषर ‍ गनन पर‍ ताि म. विखकर ददरा ा, उस पर तो िह बहत कम बोि ह, पराराभ म. ोडा

बहत बोि ह0 बाद म. िह इधर उधर की बात. िह उठात रह,मरा किि इतना वनिदन ह दक वस

विषर पर ‍ गनन ददरा गनरा ह , माननीर सद‍ र उस विषर पर चचाय कर.0िही परासावगनक होगना0

शरी बािा बच चन :- मन िगनभगन िही मदद किर दकर ह0

डॉ0नरोततम वमशरा--माननीर अधरकष महोदर काागरस ितयमान म. दश क अादर बड भरम की

व‍ वत म. ी रही ह 0 आदरणीर नता परवतपकष ी न ो ‍ गनन ददरा ह नोटबादी को िकर उसम.

पता ही नही चि रहा ह दक िह नोटबादी क सम यन म. ह अ िा विरोध म. ह0

शरी बािा बचचन--अधरकष महोदर नोटबादी क बार म. मरा कही पर भी उलिख नही ह 0

डॉ0नरोततम वमशरा--आप इसको पढ ि. मन उसको पढा ह 0 म आपक पास इसको वभिा

दता हा0 आररफ भाई आपन भी ददरा ह 0

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शरी बािा बचचन--अधरकष महोदर उसस ो वयिहाररक ददककत. आ रही ह उसका उलिख

दकरा ह 0

शरी आररफ अकीि--अधरकष महोदर दफर हम नोटबादी पर चचाय कर.गन0

डॉ0नरोततम वमशरा--हाा कररर ना0 आररफ भाई हर विषर पर चचाय कर. उसम. व‍ वत तो

‍पषट कर. काागरस नोटबादी क पकष म. ह अ िा वखिाफ म. ह 0 कछ तो काागरस क िोगन बोि. (XXX)0

परदश म. काागरस की करा व‍ वत ह एक नोटबादी न एक तीर स इतन वशकार हए ह0

अधरकष महोदर-- इसको वििोवपत कर.0

शरी अर वसाह--अधरकष महोदर काागरस की हाा तक बात ह िह नोटबादी क पकष म. ह

िदकन उसस ो वयिहाररक करठनाई दकसान एिा समा को उठानी पड रही ह उसक ऊपर

हमारी चचाय ह 0

डॉ0नरोततम वमशर--अधरकष महोदर एक नोटबादी दश म. हई उसस कई ची. बदि गनई0

काशमीर म. वस ददन नोट बाद हआ उस ददन स पत र दफकना बाद हो गनर िहाा पर 0 महीन स िगना

करफरय भी शाात हो गनरा0 उन िानो स ो उरी म. शहीद हए आपका नता वमिन नही गनरा िदकन

कन‍दह रा स वमिन ाता ह 0 ो कहता ह दक भारत तर टकड होगन इाशाअलिाह-इाशाअलिाह उनस

वमिन आपक उपाधरकष दौड कर क ात ह0 काागरस की सरकार नोटबादी का विरोध करन िािी

सरकार ह 0

शरी रामवनिास राित--अधरकष महोदर परदश क करोडो दकसानो क सा म. आप माक

कर रह ह0 रह कौन सा विषर ह 0 परदश क दकसानो की पीडा का माक उडा रह ह आप0

अधरकष महोदर--माननीर मातरी ी आप विषर पर आर.0 (वयिधान)

शरी रामवनिास राित-- करा तरीका ह इनका, आसादी इनको कछ भी बोिन दगनी0

परदश का दकसान सम‍राओ स झ रहा ह रह रहाा पर क सी बात. कर रह ह0(वयिधान)

अधरकष महोदर--माननीर मातरी ी क अिािा ो भी बोि.गन उनका नही विखा ाएगना0

शरी रामवनिास राित (XXX)

डॉ0गनौरीशाकर शिार (XXX)

शरी बिबीर वसाह दणडोवतरा (XXX)

शरीमती उषा चौधरी (XXX)

शरी मकश नारक (XXX)

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अध रकष महोदर – कपरा सन ि.0 कपरा विषर पर आर.0

डॉ0 नरोत तम वमशर – माननीर अध रकष महोदर, िानो की बात िहाा स आई ी0 अगनर कोई

मझस सिाि करगना तो म उसका िाब दागना, िदकन इसम. परी की परी बात. वतनी आई ह एिा

ो नता परवतपकष न कही ह 0

शरी सोहनिाि बाल मीक – अध रकष महोदर, रह गनित ची ह 0 सासदीर कारयमातरी सदन का

समर खराब कर रह ह0 वस विषर म. ‍ गनन ददरा गनरा ह , उस विषर पर चचाय करनी चावहए0

इस तरह क भरम फ िान की कोवशश न कर.0 सरकार को िाब दना चावहए0 ो हमार नता परवतपकष

न कहा ह , उसका िाब दना चावहए0 हम िोगन एिा और भी िोगन दकसानो पर बोिन क विए ब ठ

ह0 इस तरह का व रिहार सदन म. होगना तो वनवचितत रप स सदन गनमराह होगना0

अध रकष महोदर – आप ब ठ ाएा0

शरी रामश िर शमाय – माननीर अध रकष महोदर, अगनर सद‍ र को इतना ही ान ा तो अपन

नता परवतपकष को दत0 हमारा तो समर खराब दकरा0 हमार तो परश नोत तर . क रा हम वनिायवचत

सद‍ र नही ह ? ो साि धावनक व रि‍ ा ी, आपन उसको तो खराब दकरा0 रह आपक नताओ को

दना चावहए ा0 आपन सदन को पहि बावधत दकरा ा0 (व रिधान)

शरी रामवनिास राित – आप अपन नताओ को चिन‍द करो0 आप व रि‍ ाओ को चिन‍द

कर रह हो0 (व रिधान)

अध रकष महोदर – कपरा सभी ब ठ ाएा0 रदद आप रह समझत ह दक विषर महत चपणय ह

तो आप कपरा ब ठ ाएा0 माननीर मातरी ी अपनी बात परी कर.0

डॉ0 रान‍द र पाण डर – आप परा क रो नही सन रह ह, परा सनन म. क रा ददक कत ह ?

अध रकष महोदर – आप िोगन ब ठ ाएा0 कपरा सवनर0 डण डौवतरा ी एिा बाल मीक ी ब ठ

ाइर0

डॉ0 नरोत तम वमशर – माननीर अध रकष महोदर, रह तो चचाय माागनन क पहि ही सोचना

चावहए ा0 अगनर बात वनकिगनी तो दर तक ाएगनी0 नता परवतपकष न कहा दक एटीएम की िम बी-

िम बी िाईन िगनी ह0 म बहनी पर बोि रहा हा, आप रदकर0 आप ब ठो, नोटो की मािा अब नही

पहन पाओगन0

शरी बििीर वसाह डण डौवतरा – काागरस, बीपी स वमिी हई ह 0

अध रकष महोदर – कपरा ब ठ ाएा0 (व रिधान) मातरी ी अपनी बात ल दी समाप त कर.0

शरीमती ऊषा चौधरी – (XXX)

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अध रकष महोदर – रह कछ विखा नही ारगना0

डॉ0 नरोत तम वमशर – अध रकष महोदर, नता परवतपकष म. कहा ह दक एटीएम पर िम बी-िम बी

िाईन. िगनी ह एिा परदश म. 65 मौत. हो गनई0 इन‍द होन क स कहा दक 65 मौत हो गनई ह? परदश क

अन‍द दर रह भरम फ िान की रानीवत गनित ह 0 एटीएम की िम बी िाईन म. नताी िोगन नोट बदिन

को नही िगन ह, िोगन दश बदिना चाहत ह इसविए एटीएम की िाईन म. िगन ह0

बच चन ी, इवतहास इस बात का साकषी ह दक ब-ब दश को, वस-वसन बदिन की

कोवशश की, चाह िह वदवतीर विश र रध क अन‍द दर इररारि म. िहाा क नता न माागन की ी दक

हमार पास हव रार कम पड रह ह, असिाह कम पड रहा ह , आपक घर म. वतना आररन का

सामान ह , िह हम. द दीवर0 िोगनो न हव रार और असिाह बनान क विए चम मच और ाविराा

तक द दी ी और खादको म. रहन चि गनए 0 िदकन दश का परश न सबस पहि आरा ा इसविए

उन‍द होन िह काम दकरा ा0

माननीर अध रकष महोदर, ऐसा नही ह दक इनकी पाटी क नताओ न नही कहा ा0 सन

69 5 म. िाि बहादर शा‍ तरी ी न कहा ा दक एक ददन का खाना दश की नता छोड द तो दश

की नता न सोमिार का भोन त रागना ा0 शरीमती इवन‍ददरा गनााधी ी न भी कहा ा दक ब

बााग िादश स रध हआ ा दक सना क ान क विए आप िोगन टनो म. सफर न कर. और दश क िोगनो

न उस ददन टन म. रातरा नही की ी, वस ददन टनो म. सना गनई ी0 माननीर परधानमातरी ी न 51

ददन दश बदिन क विए माागन ह0 इसविए उस वहसाब स दश बदि भी रहा ह 0

शरी रामवनिास राित – माननीर अध रकष महोदर, क रा रह सब विषर ि‍ त ह ?

अध रकष महोदर – आप मातरी ी को बोिन दीवए0 आप कपरा ब ठ ाइर0

शरी रामवनिास राित – ि परदश क दकसानो का माक नही उडा रह ह0 ि क रा कछ भी

बोि.गन0 (व रिधान)

अध रकष महोदर – आपन ो विषर उठारा ह 0 ि क रा आपक वहसाब स बोि.गन?

शरी बािा बच चन – िदकन हमन ो ‍ गनन ददरा ह , ि उस पर तो बोि.0

डॉ0 रान‍द र पाण डर – इसम. क रा माक उड गनरा ह ?

शरी बािा बच चन – ि दकसानो स साबावधत बोि.0 मातरी ी ो उत तवत हो रह ह0 आ

उन‍द ही क परश न का िाब ा एिा परश नो का िाब क रो ऐसा ददरा ? अब उनक मदद पर ही आ

गनए ह0

अध रकष महोदर – चविर0 मातरी ी, आप बोविर0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

डा0 नरोत तम वमशर – माननीर अध रकष महोदर, म दकसान पर ही आ रहा हा और म दफर कह

रहा हा दक नता ी आपन परी गनित ानकारी दकर क इस परदश को गनमराह करन की कोवशश की

ह 0 माननीर अध रकष महोदर, र कह रह ह दकसान बोिनी नही कर पा रहा ह , वपछि साि ो

बोिनी 77008 िाख हक टरर हई ी, इस साि िही बोिनी अभी तक 95 िाख हक टरर हई ह 0

बताइर दकसन गनमराह दकरा, माननीर अध रकष महोदर, म दफर कह रहा हा दक दश इसविए बदि

रहा ह 0 िाखनवसाह ी, आपक पास बगनि म. ब ठ ह वभतरिार स विधारक ह , अभी बहन इमरती

दिी ी, डबरा स आई नही ह विधारक ह , पवछए उनस आडत बाद नही हो पाई आ तक आादी

क बाद स डबरा म., इनक वभतरिार क भी िोगन ात ह, डबरा क भी िोगन ात ह, म िहाा का रहन

िािा हा, वस ददन स नोट बाद हआ माननीर अध रकष महोदर, व रापारी और दकसान क बीच स

आडवतरा हट गनए, वस बरोकर और दिाि कहत ह. एक एक दकसान को एक महीन क अादर 51-

51 हार रपए का िाभ हआ ह , र पररितयन आरा ह दश क अादर माननीर अध रकष महोदर, (मो

की प पाहट) र पररितयन आरा ह दश क अादर0 च क स भगनतान हो रहा ह , डबरा माडी क अादर म

िहाा स आता हा और म कह रहा हा दक दश बदि रहा ह , बीच का दिाि हट गनरा ह 0 इसविए

बदिन की कोवशश ह , इस दश को0

शरी िाखन वसाह रादि - दकसान परशान ह , वपछि 65 ददन स माडी बाद ह 0

अध रकष महोदर - ब ठ ाइए आप, कम.ट पर कम.ट करना उवचत नही ह , माननीर मातरी ी

दकतना समर ि.गन0

डा0 नरोत तम वमशर - माननीर अध रकष महोदर, अगनर प सा नही वमि रहा ा, तो म

शासकीर आाकडा द रहा हा दक वपछि साि स ज रादा बोिनी हई. म आवधकाररक रप स बोि रहा

हा0

अध रकष महोदर - कपरा समाप त कर. आप0

डा0 नरोत तम वमशर - माननीर अध रकष महोदर, शर दकरा ह तो बोिन दीवए, व रिधान

का समर भी काट न आप0

शरी गनोपाि भागनयि - नरोत तम ी, बोिनी इनकी वबगनड गनई ह , असि म. ददक कत रह ह 0

डा0 नरोत तम वमशर - इनका एक नता कह रहा ा दक मोदी ी न त रारी नही की, र नही

कहा दक मोदी ी न त रारी नही करन दी0 र व‍ वत हो गनई ह , माननीर अध रकष महोदर, हम तो

आपक सामन पराराभ स आए ह और आप पररितयन की बात पर दफर रोकन िगन.गन मझ0 आप दख. तो

सही क स पररितयन आरा दश म., र ो तीन चार नता नोटबादी का विरोध कर रह ह, माननीर

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अध रकष महोदर, आप कल पना कर.गन, करीिाि की खाासी ठीक हो गनई, मिारम वसाह ी का परा

कनबा वबखरा हआ, इकटठा हो गनरा, नोटबादी उधर बाद हई, र सभी एकट हो गनए, माननीर

अध रकष महोदर, नोटो की मािा पहनना बाद हो गनई0 हा ी वपचककर भसो क झाड म. वछप गनरा,

िोगन ढाढ रह ह दक भसो क झाड म. हा ी कहाा ह , र व‍ वत हो गनई ह 0

अध रकष महोदर - कपरा समाप त कर. आप0

शरी बििीर वसाह डण डौवतरा –(XXX), हा ी नही वपचक सकता, हा ी तो घम रहा ह ,

र0पी0 म.0

अध रकष महोदर - मानननीर मातरी ी कपरा समाप त कर., 65 वमनट हो गनए0

डा0 नरोत तम वमशर - माननीर अध रकष महोदर, दश दकधर ा रहा ा मझ समझ नही

आरा0 हम तो विधानसभा और िोकसभा म. भाषण दत ह, अपनी बात रखत ह और घर पर ाकर

खाट प सोत ह और िोगन खाट पर भाषण द रह ह और िोकसभा म. सो रह ह. र मझ समझ नही

आ रहा ह दक र कौन सी रानीवत ह 0 माननीर अध रकष महोदर वबगनडी हई व रि‍ ाओ को

साभािन क विए, इस दश स भरष टाचार समाप त करन क विए, कािाधन िापस िान क विए,

दकसानो की खशहािी क विए, 75 स 81 परवतशत दकसान इस दश क अादर ह , उनकी खशहािी क

विए र िारा गनरा ह 0 आप दवखए नोटबादी हई 8 तारीख को तो 61 तारीख स खाद की कीमत कम

हई, डीि की कीमत कम हो गनई0

शरीमती उषा चौधरी - माननीर अध रकष महोदर, म र पछना चाहती हा दक गनरीबो क,

दकसानो क, मदरो क अिािा अगनर कोई बडा आदमी िाइन म. िगना हो 0000 रपए वनकािन क

विए तो बताईए, क रा बाबा रामदि 0111 रपए वनकािन क विए िाइन म. िगन ह0

डा0 नरोत तम वमशर - माननीर अध रकष महोदर, बोिन तो दीवए आ, व रिधान तो

ोडो उसम.0

अध रकष महोदर - माननीर मातरी ी कपरा समाप त कर. 65 वमनट हो गनए ह0

शरी बािा बचचन -- अधरकष महोदर आपन मर ‍ गनन पर‍ताि को ‍िीकारा और उस पर

चचाय कराई ह 0 मातरी ी आपन मर ‍ गनन को िगनता ह दक पढा नही ह 0 उसम. नोट बादी का एक

शबद भी नही ह 0 अभी ब ठ कर पढ िीवर और दफर बोविर0 इसम. नोट बादी का एक शबद नही

ह 0 मर ‍ गनन पर‍ताि को शारद मखरमातरी ी न अभी पढा होगना0 नोट बादी का कही पर भी

एक शबद नही ह 0 आप सासदीर कारय मातरी ह और उसक बाद ऐसा बरान कर रह ह0 इसम. कहाा

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नोट बादी का उलिख ह 0 इसम. एक भी नोट बादी का उलिख नही ह0 चादक मर ‍ गनन पर चचाय

हो रही ह 0 आप गनित बरान कर रह ह0

00(वयिधान)00

शरी मनो वसाह पटि -- नता परवतपकष ी पााच और िोगनो न ‍ गनन ददरा ह

पााचो म. तो दखो आप0

अधरकष महोदर -- कपरा ब ठ ार.0

डॉ0 नरोततम वमशर -- नता ी म पढ कर सना दा0

अधरकष महोदर -- आप मत पदढर0 00(वयिधान)00 कपरा ब ठ ार.0 दो ददन स

परवतपकष क माननीर सद‍रो िररषठ सद‍रो दवारा भी रह बात उठाई ा रही ी दक ो नोट

बादी क कारण परशावनराा नता को आ रही ह उन पर चचाय कराई ा रही ह 0 उसी साबाध म.

रह ‍ गनन ‍िीकार दकरा ह और आपन ो सम‍राएा विखी ह िह नोट बादी स उतपनन व‍ वत

की ही ह0 उसी पर मातरी ी आपकी बात का उततर द रह ह वन माननीर सद‍रो क मन नाम

पढ ह ‍ गनन पर‍ताि म.0 अब मातरी ी कपरा समापत कर.0 शरी मकश नारक0

शरी बािा बचचन -- मातरी ी मर ‍ गनन म. कही पर भी नोट बादी का एक शबद

नही ह 0 आपन उधर स ओपवनागन की ह मर ‍ गनन पर‍ताि पर चचाय हो रही ह उसम. नोट बादी का

एक शबद भी नही ह 0

डॉ0 नरोततम वमशर -- नता ी मर पास आपका ‍ गनन ह और उसम. विखा ह 0

शरी बािा बचचन -- आप चाह. तो पढकर सना दीवर0

अधरकष महोदर -- आप कपरा ब ठ ार.0 ो मन नाम पढ ह उसम. नोट बादी स

उतपनन व‍ वत क साबाध म. ही ह 0

शरी बािा बचचन -- मर ‍ गनन पर‍ताि म. नोट बादी शबद नही ह 0

डॉ0 नरोततम वमशर -- ह 0

शरी बािा बचचन -- आप पढकर सना दो0

डॉ0 नरोततम वमशर -- मन परा पढा ह 0

अधरकष महोदर -- आप ब ठ ाइर0 शरी मकश नारक0

राजरमातरी सामान‍दर परशासन (शरी िािवसाह आरय) -- अधरकष महोदर र नोट बादी स

दकतन डर हए ह रह बािा बचचन ी क बरान स िगनता ह 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

डॉ0 नरोततम वमशर -- अधरकष महोदर चिननी बन‍दद करन िाि िोगन पााच सौ और

एक हार का नोट बाद हो गनरा तो ददककत तो उन‍दह. आरगनी0 र चिननी स ऊपर ही बढ नही पार

0

अधरकष महोदर -- आप कपरा ब ठ ार.0 शरी मकश नारक0

डॉ0 नरोततम वमशर -- अधरकष महोदर कपरा बोि िन दीवर0

अधरकष महोदर -- 60011 ब रह ह0 शरी मकश नारक0

डॉ0 नरोततम वमशर -- अधरकष महोदर बहत बहत धन‍दरिाद0

शरी मकश नारक (पिई) -- अधरकष महोदर नोट बादी को िकर और उसक पडन

िाि परभाि खास तौर स परी गरामीण अ य वयि‍ ा चादक भारत परा दश गरामोन‍दमखी ह और

पर दश क दकसानो पर मधरम िगनीर िोगनो पर और आम नता पर पडन िाि परभाि पर हम

चचाय कर रह ह0 ब परधानमातरी ी न नोट बादी की घोषणा की00

शरी ािम वसाह पटि -- अधरकष महोदर माननीर सद‍र नोट बादी की चचाय कर

रह ह बदक बािा बचचन ी कह रह दक हमन ‍ गनन पर‍ताि म. नोट बादी का उलिख नही

दकरा ह 0

अधरकष महोदर -- नही उसी पर चचाय हो रही ह 0 रह पररव‍ वतराा उसी स उतपनन

हई ह रही बात दो ददन स उठ रही ह 0 रह आ की बात नही ह 0

शरी मकश नारक -- अधरकष महोदर मितः परधानमातरी ी न चार बातो का

उसम. उलिख दकरा दक भारत म. काि धन क परिाह को खतम करन क विर भारत म. हिािा

वयापार को खतम करन क विर भारत म. त‍करी को रोकन क विर और नकिी नोट ो पर

दश की अ य वयि‍ ा म. चिन म. ह इनको रोकन क विर हम भारत िषय म. ितयमान 511 और

6111 क नोट की िीगनि ििवडटी को खतम करत ह0 इस दश म. परी अ य वयि‍ ा की 8 फीसदी

कर.सी िगनभगन 64 िाख 1 हार करोड रपर एक ददन म. बाद कर ददर गनर0 त रारी नही ी

उददशर अचछा ा दक भारत म. ो नकिी नोट चित ह वसका फारदा आताकिादी भी उठात ह

त‍कर एिा डरगन वयापारी उठात ह0 इन तमाम गनित कारोबार को रोकन क विर ररी ह दक

इन बड नोटो को खतम कर ददरा ार इसको चिन स बाहर कर ददरा ार0 िदकन त रारी नही

होन क कारण और पर अनमान वबगनड ान क कारण ो दश की नता क ऊपर परभाि पडा ह िो

बहत वििकषण दक‍म का परभाि ह 0 हम साफ साफ दख रह ह दक भारत की अ य-वयि‍ ा म. एक

समानान‍दतर कर.सी होती ह ो िाखो-करोडो रपर की ह 0 दकसान अपना 611 बोरा गनहा बचता ह

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उसको प स वमित ह और उस प स का िह उपभोगन करता ह दकरान िाि को दता ह कपड िाि को

दता ह बस क दकरार म. दता ह और रह ो धन का उपभोगन ह रह समानान‍दतर आर यक चर. ह

भारत की रह परिि कर.सी ह 0 म आपस विनमरतापियक रह कहता हा दक रह परिि कर.सी ही ह

वसन अातरायषटरीर ररसशन क समर अातरायषटरीर आर यक मादी क समर ो भारत म. बीच म. वसन

‍िब का काम दकरा वसन भारत की अ यवयि‍ ा को बतारा रह भारत की परिि कर.सी ह ो

इस वनणयर स दश म. खतम हो गनई0 इसका भराकर परभाि आन िाि तीन स चार साि तक भारत की

परी अ यवयि‍ ा पर होगना0 आ तो हम साफ साफ दख रह ह दक सारा नीिन अ‍त-वय‍त हो

गनरा ह छोट वयापार खतम हो गनर ह0 भारत म. कपड का वयापार दकरान का वयापार चमड का

वयापार छोट छोट वयापार गरामीण कषतरो म. ो भारत की अ यवयि‍ ा को मबत बनात ह

रोगनार नरट करत ह रह सारी की सारी परिि कर.सी एक वनणयर म. पर भारत िषय म. धि‍त

हो गनई0

माननीर अधरकष महोदर म दसरी बात आपक माधरम स कहना चाहता हा दक माननीर

भतपिय परधानमातरी मनमोहन वसाह ी न भी िोक सभा म. कही ी0 ि स तो परी दवनराा म. अनक

बार इस तरह क वनणयर हर0 िोकसभा म. भी हमार सममावनत नताओ न इस बात का उलिख दकरा

ा और अपनी बात कही ी0 एक बार मसोविनी न इस तरह का वनणयर विरा एक बार सददाम

हस न न इस तरह का वनणयर विरा एक बार कनयि गनददाफी न इस तरह का वनणयर विरा और एक

बार वहटिर न इस तरह का वनणयर विरा और अब की बार माननीर मोदी ी न इस तरह की मरा

को बाद करन का वनणयर विरा 0

अधरकष महोदर म कहना चाहता हा दक पहिी बार इस तरह की मरा चिन स बाहर नही

हई ह 0 आपको म राद ददिाना चाहता हा सदन को राद ददिाना चाहता हा और सममानीर सद‍र

भी ानत ह दक 6947 म. आादी क बाद िगनभगन 4 स 5 साि तक भारत औऱ पादक‍तान म. एक

ही मरा का चिन ा मरा बदिी नही गनई ी0 उसक बाद पादक‍तान न अपनी मरा बनाई अपन

रपर बनार उनका आर यक परिाह बना उनकी आर यक नीवतराा बनी और000

पाचारत एिा गरामीण विकास मातरी (शरी गनोपाि भागनयि )-- मकश भाई आपन मसोविनी

गनददाफी सददाम हस न वहटिर इन सबस मोदी ी की तिना की0 भारत म. ही इसक पिय म. नोट

बदि ा चक ह0

शरी मकश नारक -- म सब बता रहा हा परा बता रहा हा आप सवनर तो0

शरी गनोपाि भागनयि-- तो आप उसक विर000

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी मकश नारक-- दकतन बार बदि गनर म तारीख. तक बताता हा ब ठ. तो आप0 अभी

बताता हा0 भाई मोरारी भाई दसाई न भी एक मरा बदिी ी0

सासदीर कारय मातरी(डॉ0नरोततम वमशर)-- अधरकष महोदर हमारा पकष आ नही पारा ा0

शरी मकश नारक-- सन िीवर आपन ब चचाय उठाई ह तो बता हा0 ब मोरारी भाई

दसाई न बडा नोट बाद दकरा ा तो भारतीर नता पाटी न अपन कारायिर म. आदफवसरि परस

कान‍दरन‍दस बिाई ी और उस वनणयर का विरोध दकरा ा0 करा आपको मािम नही करा रह बात ?

बीपी न अपन कारायिर म. आदफवसरि परस कान‍दरन‍दस बिाई ी0

शरी मनो वनभयर वसाह पटि- उस समर भारतीर नता पाटी नही ी0

शरी गनोपाि भागनयि- मकश भाई आप अपनी ानकारी दर‍त कर ि.0 उस समर नता पाटी

ी और नसाघ ब मय हई ी रह 6978 की बात ह 0 उस समर बीपी नही ी बीपी तो

6981 म. बनी0

शरी मकश नारक-- आप परी बात तो सन. महानभाि0 आप बाि की खाि करो वनकाि रह

ह0 आप मर बोिन का आशर भी समझ रह हो दक नही समझ रह हो0

शरी गनोपाि भागनयि- कम स कम असतर ानकारी तो सदन म. न कह.0बीपी ी ही नही उस

समर0

शरी मनो वनभयर वसाह पटि- कोई भी आरोप िगनाना मनगनढात आरोप िगनाना ह इसस

रह सावबत होता ह दक परी काागरस इस नोटबादी क मामि म. मनगनढात आरोप िगना रही ह 0

शरी मकश नारक- आप मरा आशर समझ रह हो मर बोिन का अ य समझ रह हो0माननीर

अधरकष महोदर कम स कम मझ बोिन तो द.0

शरी बाबिाि गनौर-- मकश भाई मोरारी भाई नता पाटी क परधान मातरी 0 भारतीर

नता पाटी नही ी उस समर0

शरी मकश नारक-- अधरकष महोदर इस सदन म. बीपी क नताओ की सबस बडी सम‍रा

रह ह दक रह परी बात सनना ही नही चाहत हमारी परी बात सन ि.0 आपको अिसर वमिगना

उस समर आप िाब द द.0 आपको दकसन मना दकरा ह 0 मझ पता नही ह करा दक 6977 म. दकस

पाटी की सरकार ी0

शरी बाबिाि गनौर- हम. वड‍टबय करन का अवधकार ह 0

शरी मकश नारक -- वड‍टबय करन का अवधकार ह (हासी) तो आप उस अवधकार का उपरोगन

कर.0 आप बहत सीवनरर िीडर ह0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर- आप अपनी बात कपरा ारी रख.0

शरी मकश नारक -- अगनर आप कहत ह दक वड‍टबय करन का अवधकार ह तो आप तो

मखरमातरी रह ह बड बड पदो पर रह ह और ो पहिी बार चनकर क आर ह रह आपस करा

सीख.गन ?

अध रकष महोदर-- कपरा अपनी बात ारी रख. सीधी बहस नही कर.0 0( व रिधान)00

शरी मकश नारक-- माननीर अध रकष महोदर विचार शराखिा टट ाती ह और (XXX)

अध रकष महोदर-- रह विषर नही ह इसको वनकाि दीवर कारयिाही स अब आप दो-तीन

वमनट म. अपनी बात समाप त कर.0

शरी मकश नारक-- 6977 की बात कर रहा हा ब वभन‍द न-वभन‍द न घटक दिो न वमिकर

भारत म एक सरकार बनाई ी0

अध रकष महोदर-- नही िह तो आ गनई बात आप दसरी बात कररर0

शरी मकश नारक-- और उस समर आरएसएस स ररिटड बीपी की विचारधारा क वतन

भी नता उन‍द होन पतरकारिाताय बिाकर उस वनणयर का विरोध दकरा ा0 000 (व रिधान)0000

शरी बाबिाि गनौर-- हम तो नता पाटी म. 0 000(व रिधान)000

शरी मकश नारक-- माननीर अध रकष महोदर मख रमातरी ी दकसानो की बात करत ह

अभी सासदीर कारयमातरी ी न रह कहा दक हमारा बोरा गनरा कषतर भी बढा वपछि साि की तिना

म. ज रादा दकसानो न बी बो ददरा मन वपछि बट सतर म. ब माननीर मख रमातरी ी न कवष

कमयण पर‍ कार विरा इसकी असिी कहानी बताई ी और उस समर मन कहा ा दक बीपी की

सरकार न पािर पाइाट पर.टशन म. ो कवष उत पादन क आाकड ददर बोर गनर कषतर क आाकड ददर

वसाचाई कषमता क पररोगन क आाकड ददर और आपन तो राज रपाि क अवभभाषण म. रह तक विख

ददरा दक रपाादकत कषमता स ज रादा हमन वसाचाई की ह रा इसको समझाइर दक आपन रपाादकत

कषमता स ज रादा वसाचाई की ह 0

अध रकष महोदर-- आप कपरा विषर पर आर. और अपनी बात कर.0

शरी मकश नारक- रह असत र क न करत ह और दसरो पर आरोप िगनात ह0 रह पर फी

आाकड सदन म. दत ह उसका उत तर भी नही दत0 मन माननीर मख रमातरी ी स रह पछा ा दक

माननीर मख रमातरी ी अभी उत तर द दीवर0

अध रकष महोदर-- ‍ गनन पर‍ ताि पर तात काविक विषरो पर चचाय होती ह भाषणो पर

नही होती0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी मकश नारक-- म आपस परश न करता हा दक पािर पाइाट पर .टशन क समर ो आपन

मध रपरदश म. कवष उत पादन क आाकड ददर और ो सदन को आपन आाकड ददर इसम. अातर क रो

ा इस बात को बतार. मध रपरदश की विधान सभा को0

अध रकष महोदर-- माननीर सद‍ र स मरा अनरोध ह तात काविक विषर पर ह आप

भाषणो का विश िषण रदद परानो का करन िगन.गन तो आप ो अभी विषर उठा ह ो परशानी हो

रही ह उसकी चचाय कररर0

शरी मकश नारक-- सासदीर कारयमातरी ी न ो विषर विधान सभा म. रखा ह म उसको

इिबरट कर रहा हा0 000 (व रिधान)000

शरी मनो वनभयर वसाह पटि-- माननीर अध रकष महोदर इनक पास विषर नही ह बोिन

क विर 0000(व रिधान)0000 पहि तो इनस विषर पर आन क विर कह.0 रह अभी माननीर गनौर

साहब को कह रह दक रह सीवनरर मख रमातरी रह ह इनस हम क रा सीख.गन0

शरी मकश नारक-- (XXX)

अध रकष महोदर-- रह कारयिाही स वनकाि दीवर0 शरी विश िास सारागन ी0

शरी मकश नारक-- इसम. ऐसा क रा वनकािन िारक ह 0 रह पर दश को ो ददख रहा ह

उसी पर चचाय हो रही ह 0

शरी विश िास सारागन-- माननीर अध रकष महोदर

शरी मकश नारक-- मध र परदश म. रह हाित ह नोटबादी क कारण 000(व रिधान)000

अध रकष महोदर-- आप ब ठ ार. कपरा0

शरी मकश नारक-- परी अ यव रि‍ ा ध ि‍ त हो गनई ह परा दकसान परशान ह दकसान

आत महत रा कर रह ह 000(व रिधान)00 मर परश न क उत तर म. रह कहा गनरा दक किि 4 दकसानो न

मध रपरदश म. आत महत रा की रह परा ररकाडय ह मर पास िषय 0161 म. 0000(XXX)

अध रकष महोदर--- आप ब ठ ार. नारक ी का कछ नही विखा ारगना0 माननीर

विश िास सारागन ी को बोिन द.0 आप ब ठ ाइर कपरा0

शरी मकश नारक-- (XXX) आपका समर खत म हो चका ह 000(व रिधान)000(XXX)

अध रकष महोदर-- रह शब द कारयिाही स वनकाि दीवर0 000(व रिधान)000 चविर उत तर द

द.गन िह0 000(व रिधान)000

शरी रामश िर शमाय-- माननीर अध रकष महोदर मकश नारक ी बहत िररष ठ सद‍ र ह

आप पवछर 61 करोड िोगन बक की िाइन म. िगन होगन कहाा आगननी हई कहाा गनण डागनदी हई

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

कहाा शहर बाद हआ अर नोटबादी म. तो परी काागरस बाद हो गनई इसविर बौखिा रह हो0

000(व रिधान)000

राजरमातरी सहकाररता(शरी विशवास सारागन) - माननीर अधरकष महोदर काागरस क सद‍रो

दवारा नोटबादी और उसक बाद हो रही त ाकव त दकसानो को हो रही परशानी को िकर ‍ गनन

पर‍ताि रहाा रखा और एक बार काागरस दफर वहट विकट हो गनई0 (XXX) और बािा बचचन ी को म

ोडी सी सिाह दना चाहता हा ि बहत िररषठ ह0

अधरकष महोदर - रह वनकाि द. कारयिाही स00रह उवचत नही ह माननीर मातरी ी0

शरी बािा बचचन - रह कोई दािदारी की होड क विर ोड दकरा ह 0

अधरकष महोदर - रह वनकाि द. कारयिाही स00रह उवचत नही ह माननीर मातरी ी0

(00वयिधान00)

शरी विशवास सारागन - माननीर अधरकष महोदर काागरस क नताओ न बहत बात. कही0 एक शर

ह कौम क गनम म. 00(00वयिधान00)

अधरकष महोदर - िह कारयिाही स वनकाि ददरा0 उनस भी अनरोध कर विरा ि नही

बोि.गन0

शरी मकश नारक - सहकारी बको म. एक बोर की स स वसििाई 67 रपर िी और करोडो

बोरो की वसििाई म. 01-05 करोड रपर खा गनर0

अधरकष महोदर - ब ठ ाईर नारक ी कपरा0

शरी विशवास सारागन - माननीर अधरकष महोदर दकसी न कहा ह -

"कौम क गनम म. वडनर खात हककाम क सा

रा िीडर को बहत ा मगनर आराम क सा "

नोट बादी को िकर इतनी बडी-बडी बात. हई0 मकश नारक ी न वहटिर की बात कह दी0 रह बात

सही ह दक काागरस क नताओ और विपकष क नताओ क पट म. ददय रर हो गनरा0 पपप भी िाईन म.

िगन गनरा0 ढाई हार रपर बदििान क विर 05 िाख की गनाडी म. पहाच गनरा0

(00वयिधान00)

शरी क0क0शरीिा‍ति - आप बताओ पपप कौन ह 0

(00वयिधान00)

शरी विशवास सारागन - आप दकसको समझ रह हो0 अधरकष महोदर00

अधरकष महोदर - ब ठ ाईर सभी सद‍रगनण0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी सखन‍दर वसाह - परधानमातरी ी की माा भी िाईन म. िगन गनई0

शरी िाि वसाह आरय - माननीर अधरकष महोदर स िाि कपडा सााड को ददखान स िह

वबदकता ह 0 रह पपप शबद काागरस दकसको मानती ह 0

अधरकष महोदर - आप ब ठ ाईर0

शरी विशवास सारागन - माननीर अधरकष महोदर काागरस क नताओ का000

शरी सखन‍दर वसाह - 91 साि की बढी माता को िाईन म. िगनाकर रानीवत की गनई0

(00वयिधान00)

अधरकष महोदर - सभी ब ठ ाईर0

शरी रामशवर शमाय - पपप पर करो नारा होत हो0

अधरकष महोदर - सभी सद‍रगनण ब ठ ाएा0

(00वयिधान00)

शरी विशवास सारागन-- अधरकष महोदर इस दश म. नोटबादी क बाद िगनातार एक सकारातमक

माहौि बना ह 0 (वयिधान)

अधरकष महोदर-- ब ठ ाईर0 (वयिधान)

शरी वत पटिारी—(XXX)

शरी सन‍ददर िाि वतिारी—(XXX) (वयिधान)

अधरकष महोदर-- वतिारीी कपरा ब ठ ाएा0 (वयिधान) वतिारी ी ो बोि रह ह िह

कारयिाही स वनकाि दीवए0 विशवास ी आप तो बोविए0 वतिारी ी कोई बात ररकाडय म. नही

आती0 (वयिधान)

शरी विशवास सारागन-- अधरकष महोदर नोटबादी को िकर पर दश म. सकारातमक माहौि ह 0

पर दश की नता खश ह 0 इस दश म. मोदी ी की नोटबादी क बाद पहिी बार ावत और धमय की

बहस खतम होकर अमीर और गनरीब और दसरी सबस महतिपणय बात दक बईमान और ईमानदार

की बहस शर हई ह 0 ो बईमान ह उनक पट म. ददय होगना0 सा नरोततम ी न बतारा अशोका

गनाडयन म. मर विधान सभा कषतर म. (वयिधान) अधरकष ी र बोिन नही द रह ह0

अधरकष महोदर-- कपरा ब ठ ाईर0

एक माननीर सद‍र-- करा दकसान बईमान ह0 (वयिधान)

शरी तरण भनोत-- सारागन ी ईमानदार ह करोदक िाइन म. नही िगन0 (वयिधान) करोडो

िोगन िाइन म. िगन िह सब वहाद‍तान म. बईमान ह0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर-- भानोत ी कपरा ब ठ ाएा0

शरी तरण भनोत—(XXX)0 र ब बोित ह तो आप उनको नही ब ठात ह0

अधरकष महोदर-- उनको मन बोिन का अिसर ददरा ह आपको नही ददरा ह 0 रह आपकी

करा बात हई !

शरी तरण भनोत-- रह कछ भी बोि.गन0

अधरकष महोदर-- मन उनका नाम पकारा ह 0 आपका नाम पकारा ह करा? ब ठ ाईर0 आप

बहत वयिधान करत ह रह बात ठीक नही ह 0

शरी सन‍ददर िाि वतिारी--अधरकषी वयापम म.0000

अधरकष महोदर-- वतिारी ी ब ठ ाएा0 कौन सा विषर चि रहा ह पढ कर तो आरा कर.0

(वयिधान) अपना क सट बदिो और ब ठ ाएा0 (हासी) िह नही समझत तो करा कर.0 विशवास ी

आप बोविए0

शरी विशवास सारागन-- अधरकष ी क स बोिा0

अधरकष महोदर-- िह नही समझत0 उनका कोई उपार मर पास नही ह 0

शरी विशवास सारागन-- अधरकष महोदर दश म. एक सकारातमक माहौि बना ह 0 पहिी बार

इस दश की नता न रह माना ह दक कोई सरकार रा सरकार का परधानमातरी इस दश क हािात

और इस दश की अ य वयि‍ ा को बदिन क विए काम कर रहा ह 0 मरा सीधा आरोप ह ो भी इस

दश म. नोटबादी का विरोध करत ह िह आताकिाद क खातम का विरोध करत ह0 ो भी इस दश म.

नोटबादी का विरोध करत ह िह इस दश स कािा धन को वमटान का विरोध करत ह0

शरी तरण भनोत--अधरकष महोदर हम नोटबादी का विरोध नही करत उसस ो अवयि‍ ा

हई उसका विरोध करत ह0 (वयिधान) पवत पतनी को घर म. रखगना िह राषटररोही ह 0 रह पररभाषा

द.गन दक कौन राषटरभकत ह और कौन राषटररोही ह 0 (वयिधान) ो ो विरोध कर रह ह िह राषटररोही

ह 0 (वयिधान)

शरी विशवास सारागन--अधरकष ी तरण भनोत ी इसका विरोध कर रह ह0 मझ कछ

आचितरयनक नही िगन रहा करोदक (XXX).

अधरकष महोदर-- र वयवकतगनत आरोप नही िगनाएा0 इसको कारयिाही स वनकाि द.0 वयवकतगनत

आरोप नही िगनाएा0 (वयिधान) आप अपनी बात कह.0 मातरी ी कपरा समापत कर.0

शरी वत पटिारी--अधरकष ी एक बहत गनाभीर बात आरी ह 0 परदश क मातरी न रह कहा दक

(XXX)0(वयिधान)

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर - मन वडस-अिाऊ कर ददरा0 आप ब ठ ाएा0 रह भी कारयिाही स वनकाि

द.0

(वयिधान)00

शरी विशवास सारागन - रह आपन ही तो बतारा ा0

अधरकष महोदर - अब आप कपरा समापत कर.0

शरी मनो वनभयर वसाह पटि - शरी वत पटिारी ी न मान विरा दक तरण भनोत ी क

नौकर िाइन म. िगन 0 रह शरी वत पटिारी ी न मान विरा0

अधरकष महोदर - आप सब ब ठ ाइए0

(वयिधान)00

शरी तरण भनोत - अधरकष महोदर (XXX)

अधरकष महोदर - आप ब ठ. 0

शरी विशवास सारागन - मझ शरी वत न बतारा0 अधरकष महोदर रह बात शरी वत न बोिी

ी दक भनोत ी क रहाा रह हआ0

अधरकष महोदर - माननीर मातरी ी आप ब ठ ाएा0

(वयिधान)00

शरी मध भगनत - करा आप दखन क विए िाइन म. खड ?

अधरकष महोदर - आप ब ठ ाएा0000आप सन तो िीवए0 ब मातरी ी न कहा तो मन

ततकाि मातरी ी को भी अनरोध दकरा दक िह वयवकतगनत बात न कर. और उसको कारयिाही स

वनकाि ददरा उसक बाद उसको दकन‍दही सद‍रो न आगन बढारा दोनो बात. अनवचत ह0 उसको

कारयिाही स वनकाि दी ह 0 उस विषर को समापत कर.0 शरी विशवास सारागन ी कपरा करक दो

वमनट म. अपनी बात समापत कर.0

शरी विशवास साारगन - अधरकष महोदर म माफी माागनता हा0 म शरी तरण भाई स माफी माागन

रहा हा0 आप इतन नारा करो हो गनर? अधरकष महोदर अभी बात हई म रहाा पर एक आाकडा

दना चाहता हा दक कवष मातरािर क आाकडो क अनसार 05 निमबर 016 तक सपताह म. बआई

वहन‍दद‍तान म. 35 परवतशत हई0 उसक बाद 7 ददनो म. 07 परवतशत बआई म. बढोतरी हई वसको

िकर आप बोि रह ह दक बआई नही हो पाई0 इसी तरह स वपछि साि की तिना म. इस साि

िगनभगन 9 परवतशत जरादा इस दश म. खती म. बआई हई ह 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी बािा बचचन - आप गनित आाकड. कह रह ह0 वपछि साि इस समर तक 619 िाख

ह कटरर बआई हई ी और उसस 51 परवतशत बआई अभी कम हई ह 0

अधरकष महोदर - आपको दफर अिसर वमिगना आप सन िीवए0 आपन अपन आाकड. ददर

ि अपन आाकड. द रह ह0

शरी बािा बचचन - आप भरवमत आाकड. द रह ह0 इस समर तक वपछि साि 619 िाख

ह कटरर बआई हई ी0

शरी विशवास सारागन - अधरकष महोदर उसी तरह स उपा यन क मामि म. बहत सारी बात.

रहाा पर हई ह0 म बताना चाहता हा दक मकका म. अभी तक 663934 मीरटक टन का उपायन हो

गनरा रावश िगनभगन 6 0 करोड रपए और इसी तरह स धान का 075011 मीरटक टन और रावश

िगनभगन 419 करोड रपए ह ो दक वपछि साि स जरादा ह 0 आप कह रह ह दक नोटबादी क कारण

ददककत हो गनई0

अधरकष महोदर - (शरी सन‍ददरिाि वतिारी सद‍र क अपन आसन स खड होकर बोिन पर)

रह परशनकाि नही ह 0 आप ब ठ ाएा0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - दकतन दकसानो न आतमहतरा की ह ?

अधरकष महोदर - वतिारी ी रह परशनकाि नही ह 0 कपा करक आप समझा तो कररए0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - अधरकष महोदर मरा वनिदन तो सन.गन000

अधरकष महोदर - नही सन.गन0 वसफय ो समझत ह उनका वनिदन सना ाता ह आप ब ठ

ाइए0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - वहन‍दद‍तान म. दकतन दकसान फाासी िगनाकर मर ह रह भी बता

दीवए?

शरी विशवास सारागन - अधरकष महोदर इस दश म. ब पररितयन की बात आ रही ह दश म.

सवयि‍ ा िान की बात हो रही ह तो काागरस नही चाहती विपकषी दि नही चाहत अभी बहन

समा पाटी क भी बहत सार विधारक खड हए उततर परदश म. हम. मािम ह दक दकस ढागन स रटकट

बाटत ह और अब तो नरी बात आ गनई अब प स स रटकट नही बाट रह अब तो बदि द.गन तो रटकट

ि ाओ मददा रह ह दक प स पर क पर िापस हो गनर0

शरी बििीर वसाह डणडौवतरा - 00(वयिधान)00(XXX).. (वयिधान) 00

शरी विश िास सारागन- अात म. म रही कहागना दक परदश म. माननीर अध रकष महोदर, वशिरा

वसाह चौहान क नतत ि म. भारतीर नता पाटी की सरकार म. एक-एक दकसान सखी ह और इसका

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सीधा-सीधा पररणाम ह , शहडोि और नपानगनर का उपचनाि, हाा हम परचाड बहमत स ीत ह0

िोकतातर म. किि नता का िोट ही मापदाड होता ह 0

शरी सादरिाि वतिारी- माननीर अध रकष महोदर, (XXX)0

अध रकष महोदर- वतिारी महोदर, आप ब ठ ाईर0

शरी विश िास सारागन- माननीर अध रकष महोदर, काागरस क नता विरोध कर रह ह, (XXX)

अध रकष महोदर- रह कारयिाही स वनकाि ददरा ार0

शरी बािा बच चन- माननीर अध रकष महोदर, मातरी महोदर क पास सहकाररता विभागन ह 0

50 िाख दकसानो क सहकारी बको म. खात ह0 इन खाताधारको का िनदन परी तरह स परभावित

हो चका ह 0 मातरी न इस पर एक शब द भी नही बोिा ह 0 इसस र ‍ पष ट होता ह दक आपन हमार

‍ गनन को पढा ही नही ह , दखा ही नही ह 0 रह दकसानो की बहत बडी अिमानना ह 0 मातरी न सदन

म. गनित बरानी की ह 0

शरी रामवनिास राित- माननीर अध रकष महोदर, मातरी महोदर न ो बोफोसय िगन रह कहा

ह 0 माननीर अध रकष महोदर, मरी विनमरतापियक परा यना ह परा सदन, मीवडरा दख रहा ह 0 सदन

दकस तरह स चि रहा ह ? दकस तरह क शब दो का पररोगन हो रहा ह ? आसादी का भी कछ कत तयव र

हो ाता ह 0 मरा आपस वनिदन ह दक कपरा विषरि‍ त पर ही बििार. और विषरि‍ त तक ही

सीवमत रखिार.0

अध रकष महोदर- मन तत काि ि शब द कारयिाही स वनकििा ददए ह0 म आपकी बात स

सहमत हा0 आपक दवारा ो आपवतत उठाई गनई ह , िह बात वनकििा दी ह 0 दोनो ही पकषो को किि

विषरि‍ त पर ही बोिना चावहए और ररपीटशन नही होना चावहए0 इसका ध रान सभी रख.गन0

शरी रामवनिास राित- इस परकार की व‍ वत सदन म. कभी नही हई ह 0

शरी विश िास सारागन- माननीर अध रकष महोदर, म तो विषर पर ही बोिा हा0 नोटबादी और

भरष टाचार की बात ही कही ह 0 भरष टाचार बोफोसय म. हआ ह , इसम. नई कौन सी बात ह 0

शरी रामवनिास राित- तम त.दपत ता मदर क रा ? सी0बी0आई0 स ााच करा िो0

भरष टाचार की बात करत हो0

शरी विश िास सारागन- माननीर अध रकष महोदर, बोफोसय म. भरष टाचार हआ0 काागरस न दकरा0

इसम. नई कौन सी बात ह 0 नोटबादी का विरोध करत हो0 भरष टाचार की ब साखी पर चित हो0

अध रकष महोदर- आप सभी ब ठ ाईर0 शरी आररफ अकीि क वसिार दकसी का नही विखा

ाएगना0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी कमिश िर पटि- (xxx)

शरी मनो वनभयर वसाह पटि- (xxx)

शरीमती शका तिा खटीक- (xxx)

शरी आररफ अकीि (भोपाि-उत तर)- (XXX) माननीर अध रकष महोदर, व रि‍ ा ी नही0

पप प और इस तरह की भाषा इनको अच छी िगन रही ी0 अब भाषा बरी िगनगनी0 घर म. व रि‍ ा ह

नही दक िोगनो को नोट बदि क द दो0 उनको िाबी-चौडी िाईन म. िगना ददरा ह 0 िोगन िाईन म. िगन

ह, हाटय-फि हो रह ह, मर रह ह0 बी क विए परशान ह, रोटी क विए परशान ह, खान क विए

परशान ह और इसक बाद हम कह. दक (XXX) तो आप कह.गन दक र क रा शब द ह0

डॉ गनौरीशाकर शिार -- आप तो गनािी म. पर म आर.गन आपको कौन रोक सकता ह 0

शरी आररफ अकीि -- अर आपक शबद तो, म आपक विए तो एक शबद कह चका हा और िह

वडकशनरी म. विख द. दक मन कभी नही सना ह दक (XXX)0

अधरकष महोदर -- रह कारयिाही स वनकाि द.0...(वयिधान)00

शरी आररफ अकीि –(XXX)000(वयिधान)

डॉ नरोततम वमशर -- अधरकष महोदर करा आपको रह नही िगनता दक रह जरादा हो रहा ह 0

शरी आररफ अकीि -- अधरकष महोदर मन तो एक कहाित कही ह दकसी का नाम नही विरा

ह इसविए रह आपवतत उवचत नही ह मन कहा दक (XXX) आप वनकािना चाहत ह तो वनकाि द.

रह आपका अवधकार ह 0

अधरकष महोदर -- रह सदन ह रह परदश की सबस बडी पाचारत ह रहाा पर भाषा की

मरायदा को वनरावतरत रखना ही पडगना और महािर िह ही बोि ार.गन ो दक वयािहाररक हो और

वनकी भाषा ठीक हो0

शरी आररफ अकीि -- आप कारयिाही दख ि. दक मन दकसी का नाम विरा ह करा0

अधरकष महोदर -- रह बात उवचत नही ह कोई भी महािर कही भी बोि.गन रह कारयिाही

स वनकाि. रह ठीक बात नही ह 0

शरी आररफ अकीि -- आप वनकाि द. िह अवधकार ह आपका िदकन मन दकसी का नाम

नही विरा ह 0000(वयिधान)00

शरी बाबिाि गनौर -- शिार ी खड हए ह इसक बाद म. आपन रह शबद कहा ह तो रह

दकसक विए कहा ह (XXX)0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी आररफ अकीि -- माननीर अधरकष महोदर आप हम. िडाना चाह रह ह मन तो किि

वमसाि दी ह एक कहाित कही ह अब आप वस पर दफट ब ठती ह उस पर िगना द.00(वयिधान)00

इसक विए म आपको अवधकत करता हा0 मन वितत मातरी ी को फोन दकरा ा आपक सवचिािर

को फोन दकरा ा दक वन वन िोगनो को आपन 04 - 04 हार रपर वनकािन का अवधकार

ददरा ह िह िोगन बक म. प स वनकािन क विए ा रह ह उनको मातर 5 हार रपर ददर ा रह

ह0 म वितत मातरी ी का आभारी हा उन‍दहोन कहा दक म आपकी बात को ऊपर पहाचाऊा गना िदकन

आ तक उसका पररणाम नही आरा ह बहत सारी बक. ऐसी ह वसम. आ भी िोगन परशान हो

रह ह0

शरी िि वसाह भरररा --आररफ ी काागरस को सबस जरादा तकिीफ हो रही ह 0 पहि पढ

विखकर आरा करो चाह ो रहाा पर सदन म. बोिन की अनमवत आपको नही ह 0

अधरकष महोदर -- िि वसाह ी आप ब ठ ार.0

शरी आररफ अकीि -- अब तो ठीक ह 0 म इतना पढा विखा हा दक इन स 3 5 को पढा

सकता हा और रो किास िन िगनागना अगनर आप हकम द.गन तो म कह रहा हा दक वयि‍ ा ह

आपकी विधान सभा म. ो बक ह उसम. आप पता कर ि. विधारको न ो प सा िन क विए

आिदन ददरा ह नता की बात तो छोड द. उनको 5 - 5 हार रपर दन की बात कही गनई ह दक

04 हार रपर हमार पास म. नही ह हम नही द सकत ह000(वयिधान) म तो रहाा पर विधारको

की बात क सा म. नता की बात भी कह रहा हा दोनो की बात कह रहा हा ो पढ विखन क

विए कह रह ह उनको पढा रहा हा0

अधरकष महोदर -- मरा माननीर सद‍रो स अनरोध ह दक ‍ गनन पर‍ताि इसविए विरा

ाता ह दक तातकाविक विषर ो दक बहत महतिपणय होता ह सार काम रोककर विर ात ह इस

तरह स वयिधान न कर. इसक बाद म. धरानाकषयण विर ार.गन सारी वयि‍ ाएा आप चिन द. ो

माननीर सद‍र बोि रह ह उनको बोिन द. और ो माननीर सद‍र बोि रह ह उनस मरा

अनरोध ह दक विषर पर बोि. पनरािवतत न कर. और सासदीर भाषा का पररोगन कर. कोई भी

वयिधान नही डािगना0

शरी रामवनिास राित -- अधरकष महोदर आसादी स अभी आपन वनदश ददर ह दक इसक

बाद म. धरानाकषयण विर ार.गन0 म समझता हा दक ‍ गनन तो तब ही विरा ाता ह दक सदन क

सम‍त कारय ‍ वगनत करक ‍ गनन पर‍ताि विरा ाता ह 0

अधरकष महोदर -- हाा तो कारय ‍ वगनत करक ही तो विरा ह 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रामवनिास राित -- उसक बाद म. कोई कारयिाही नही होती ह 0

अधरकष महोदर -- नही ऐसा नही ह पिय क पचासो उदाहरण ह

शरी रामवनिास राित -- आप रा ‍ गनन क बार म. वनरम और परदर.राओ को दख ि.0

अधरकष महोदर -- आप रा पढ विरा कर. म मानता हा दक आप बहत विदवान सद‍र ह

‍ गनन पर‍ताि का रह अ य होता ह 000

शरी रामवनिास राित -- आसादी तो आपको चिाना ह स चाह ि स चिार.000(वयिधान)

डॉ नरोततम वमशर -- आसादी चिाती ह सदन को बहमत नही चिाता ह इस तरह की अनक

परापरा रही ह0

अधरकष महोदर -- ‍ गनन पर‍ताि का अ य भी उन‍दहोन गनित समझ विरा ह ‍ गनन पर‍ताि

का अ य सदन को ददन भर क विए ‍ वगनत करना नही ह ‍ गनन पर‍ताि का अ य ह दक ो भी

कारयिाही चि रही ह उसको रोककर क ततकाि उस अवििाबनीर िोक महति क विषर पर चचाय

करिाई ार उसक बाद म. शासन का उततर सनकर करोदक उसक बाद म. शासन को उस पर ो

भी कारयिाही करना ह उसक बार म. उततर म. बतारगना उसक बाद म. सामान‍दर रप स कारयिाही

चि सकती ह ोडा सा पढ ि इसको तो ठीक रहगना0

शरी आररफ अकीि -- माननीर अध रकष महोदर, बहत सारी सोसाइटी म. दकसानो क प स

मा ह0 दकसान िहाा प स िन क विए ा रह ह तो सोसाइटी िाि उनको िाब द रह ह दक

हमारा तो खाता बक म. ह , बक िाि अगनर हम. 04111 रपर द.गन तो ो 51 हार वहतगराही ह हम

उन प सो को उनम. बााट द.गन0 मन इस साबाध म. पीएस, सहकाररता स भी अनरोध दकरा दक

सोसाइटी को इतन प स द दो दक ो दकसान बोिनी करना चाहत ह उनकी बोिनी हो ाए, ि

डीि की व रि‍ ा करन क विए प स िना चाहत ह तो उनक विए प सो की व रि‍ ा हो ाए0

माननीर अध रकष महोदर, हम तो रह सोच रह दक हमार परदश क मख रमातरी ी गनरीबो

क ऐस वहत षी ह, गनरीबो की आिा सनन िाि ह दक ब रह कािा कानन बनकर दश म. िागन

हआ तो उस िक त इनको कोई ऐसी व रि‍ ा करनी चावहए ी दक कोई भी गनरीब भखा न सो

पाएगना, उनको घर म. रोटी वमिगनी0 दकसी भी दकसान को अपन खत म. रदद बोिनी करन क विए

बी की आिश रकता होगनी तो उस बी वमिगना0

शरी ििवसाह भरररा -- (XXX)

अध रकष महोदर -- प िी ब ठ ाइए0 ििवसाह ी का कछ नही विखा ाएगना0 आप बार-

बार व रिधान डाित ह रह ठीक बात नही ह 0 ब रठए आप0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी आररफ अकीि -- अध रकष ी, मझ िगन रहा ा दक मख रमातरी ी ऐसी व रि‍ ा कर.गन

और वसक विए र ान ात ह, गनरीबो की मदद करत ह, िह मदद होगनी, िदकन इनका कही भी

कोई ‍ टटम.ट नही आरा, न ही इनकी सरकार क दकसी मातरी का ‍ टटम.ट आरा0 मन तो रह सना ह

टाासपोटय िाि बता रह दक (XXX)0 गनरीबो की, उनक वहतो की, परदश क िोगनो की इनको कोई

वचाता नही ी, ऐसी कोई व रि‍ ा नही ी0 नही तो आप बताओ दक ो कि तक मदर आ ि

करोडपवत क स हो गनए ? आपकी पाटी क वन कारयकतायओ क पास कि तक साइदकि ी आ

ि बोिरो गनाडी म. क स घमत दफर रह ह0 उनक पास कहाा स रह आई, क रा आप इस बात की ााच

करिाएागन ? म आपस पछना चाहता हा दक क रा इस बात की व रि‍ ा करोगन0 माा दकस कहत ह माा

को िाइन म. िगनान की आिश रकता नही होती, बीबी क क रा हक होत ह उसको अदा करन क विए

दकसी की ररत नही पडती, बीबी क ो हक ह उनको अदा करन क विए आदमी को सकषम होना

चावहए0(XXX)0 अध रकष महोदर, आपन समर ददरा, धन‍द रिाद0

अध रकष महोदर -- आखरी की िाइन कारयिाही स वनकाि द.0 (...व रिधान000)

शरी आररफ अकीि -- अध रकष महोदर, आप वनकािन क विए परा भाषण वनकाि सकत ह0

अध रकष महोदर -- नही, परा नही वनकािा0

शरी आररफ अकीि -- मन क रा दकसी का नाम विरा0

अध रकष महोदर -- मन किि आखरी की िाइन वनकािी ह 0

शरी आररफ अकीि -- र डर क रो रह ह, र क रा समझ रह ह हमारा इशारा दकसकी तरफ ह

र बताएा0 हम तो माफी माागन ि. िदकन पहि बताओ तो दक क रा समझ0

अध रकष महोदर -- कछ मत बताओ आप0

शरी आररफ अकीि -- दकसन माा का हक नही वनभारा, दकसन बीबी का हक नही वनभारा,

उसका नाम तो बताओ, हम माफी माागन ि.गन0

शरी बाबिाि गनौर -- समझदार को इशारा काफी ह 0

अध रकष महोदर -- आररफ भाई, ब ठ ाइर0 िह कारयिाही स वनकाि ददरा ह 0 माननीर

मातरी ी0

शरी भपन‍द र वसाह, गनह एिा पररिहन मातरी -- माननीर अध रकष महोदर, हमार दश क

परधानमातरी ी न हमार इस दश क विकास क विए और हमार दश स भरष टाचार समाप त हो, गनरीबो

क कल राण म. सरकार अवधकतम प सा खचय कर सक, दश म. महागनाई कम हो, दश म. परॉपटी क दाम

कम हो, इन सब बातो को ध रान म. रखकर रह ऐवतहावसक वनणयर हमार दश क परधानमातरी

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

माननीर शरी नरन‍द र मोदी ी न विरा ह 0 सा हमार मख रमातरी ी कहत ह दक ऐसा वनणयर कोई

दशभक त ही इस दश क अादर ि सकता ह , िह वनणयर िन का काम हमार दश क परधानमातरी ी न

दकरा0

माननीर अध रकष ी, म इस बात को नही कह रहा हा दक विपकष क रा चाहता ह , न मरा

विपकष क ऊपर कोई आरोप ह , पर परधानमातरी ी न ो वनणयर विरा िह वनणयर दश क वहत म.

विरा और अगनर परधानमातरी ी न रह वनणयर दश क वहत म. विरा ह तो दश क परवत विपकष की भी

उतनी ही वम मदारी ह वतनी सत ता पकष की ह 000

12.40 ब {उपाध रकष महोदर (डॉ0 रान‍द र कमार वसाह) पीठासीन हए0}

शरी भपन‍द र वसाह -- ‍ िाभाविक रप स इतना बडा वनणयर हआ ा0 एकदम कोई इतना बडा

वनणयर हआ ह तो कछ शरआती करठनाइराा आएागनी0 सरकार इस बात को कही रह नही कह रही ह

दक शरआती करठनाइरॉ िोगनो को नही हई0 वनवचितत रप स शरआती करठनाइरॉ होगनी चादक

वनणयर बडा ा परन‍द त विपकष की रह वम मदारी ी दक विपकष इस दश वहत क वनणयर म. सरकार का

सहरोगन करता परन‍द त माननीर उपाध रकष ी, रह दभायग रनक ह दक दश क वहत म. इतना बडा

वनणयर ब सरकार न विरा तो िगनातार दश क सापणय विपकष न दश म. र िातािरण बनान का

पररास दकरा दक दश क समकष बहत बडा साकट आ गनरा ह 0 तमाम तरह स विपकष न सरकार पर

आरोप िगनान का काम दकरा0 िोगनो को दश म. भडकान का काम दकरा0 िोगन चाहत दक दश म.

ऐस हािात उत पन‍द न हो ाएा दक दश म. िॉ एाड रडयर की सम‍ रा उत पन‍द न हो ाए और सरकार को

वनणयर िापस करना पड परन‍द त म दश की नता का अवभनादन करता हक ा दक इस दश की नता न

िाइन म. खड होकर कई च नि महा म. माइक ठासत पर उसक बाद भी िाइन म. खड होकर

नागनररक र कहता ा दक म परधानमातरी क इस वनणयर का ‍ िागनत करता हक ा0 रह दश क नागनररको न

कहा और विपकष न इस दश म. ो षडरातर दकरा ा दक दश म. िॉ एाड रडयर की व‍ वत बन ाए

आ म आपस पछता हक ा दक कहाा पर आ की तारीख म. ह 0 आ व रि‍ ा धीर-धीर सामान‍द र हो

रही ह 0 आ परॉपटी क दाम 31 परस.ट कम हए ह0 क रा इसका िाभ गनरीब आदमी को नही वमिगना,

म नता परवतपकष ी स पछना चाहता हक ा ?

शरी बािा बच चन -- आपन मझ कोट दकरा, इसविए म बोि रहा हक ा0

शरी भपन‍द र वसाह -- म आपकी परशासा कर रहा हक ा0 म आपको कोट करक आपक वखिाफ नही

बोि रहा हक ा0 आप ब रठए0

शरी बािा बच चन -- मन ‍ गनन म. कही भी इसका उल िख नही दकरा ह 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी भपन‍द र वसाह -- आप ब ठ ाइए0 आप भि आदमी ह0

शरी बािा बच चन -- मन ो ‍ गनन ददरा ह उस पर तीनो मातरी हट कर बोि रह ह0 दकसानो

की वचन‍द ता कीवए0 मध रपरदश क दकसानो क क रा हािात ह0

शरी भपन‍द र वसाह -- क रा दकसान परॉपटी नही खरीदत ह ?

शरी बािा बच चन -- मध रपरदश म. दकसानो क क रा हािात हो गनए ह , उसस साबावधत हमारा

‍ गनन ह 0

शरी भपन‍द र वसाह -- नता परवतपकष ी, अगनर परॉपटी क रट कम होगन, तो क रा दकसान परॉपटी

नही खरीदगना ? हमार दश क अादर परॉपटी क दाम 31 परवतशत कम हो गनए ह0 8 तारीख क इस

फ सि क बाद आ की तारीख म. िगनभगन 66 िाख करोड रपर बको म. मा हए ह0 रह 66 िाख

करोड रपर बको म. मा होन क बाद आ दश क अनक बको न अपन ब रा की दर. कम कर दी

ह0 क रा बको क ब रा की दर. कम नही हई ह ? क रा इसका िाभ दकसानो को नही वमिगना ? क रा

इसका िाभ गनरीब आदमी को नही वमिगना ? आ दश म. महागनाई कम हई ह 0 अगनर दश म. महागनाई

कम हई ह तो इसका िाभ दश क गनरीब को नही वमिगना ? तो आवखर सरकार न इस दश क अादर

कौन-सा अपराध कर ददरा0 हमन भरष टाचार रोकन की कोवशश की0 हमन इस दश म. ो प सा िोगनो

क पास पडा हआ ा हम इस बात को नही कहत दक सारा प सा बईमानी का ा0 कछ ईमानदारी

का प सा भी िोगनो का होगना, परन‍द त हमार दश क अादर बको की व‍ वत रह आ गनई ी दक अगनर

बको क अादर प सा नही ाता तो हमार दश की माचय तक 06 बक. एनपीए हो ाती और इसका

पररणाम दश क अादर क रा होता, गनरीब आदमी को प सा कहाा स वमिता ? गनरीब आदमी व रिसार

कहाा स करता ? बक. कहाा स चिती ? और इसविए रह ो वनणयर सरकार न विरा ह इस वनणयर

की परी दवनरा न परशासा की ह 0 अकि भारत ही नही, परी दवनरा न इस वनणयर की परशासा की ह

और रहाा तक की चीन की मीवडरा न भी कहा ह दक मोदी ी न ो वनणयर विरा ह िह दवनरा म.

कोई व रवकत ऐसा वनणयर नही कर सकता ा, ो वनणयर हमार दश क परधानमातरी माननीर नरन‍द र

मोदी ी न विरा ह और इसविए मरा विपकष स रह वनिदन ह दक शरआती करठनाइरॉ ी0 हम

इसको मानत ह और विपकष की वममदारी दश की परवत वतनी हमारी ह उतनी आपकी भी ह 0

वतन दशभकत हम ह उतन ही दशभकत आप भी ह0 परन‍दत माननीर उपाधरकष महोदर मझ

तकिीफ इस बात की होती ह दक म अभी शहडोि क चनाि म. ा और िहाा काागरस क नता ाकर

ो भाषण दत उसकी मर पास परी ररकारडिगन ह आप कह.गन तो म उसको हाउस म. सनिा दागना0

काागरस क नताओ न िहाा ाकर रह भाषण ददरा दक अभी इन‍दहोन रह कािाधन बाद दकरा ह 0 अब

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

रह िोगनो की मीन छीन ि.गन अब रह िोगनो का सोना छीन ि.गन0 करा रही आपकी दश क परवत

दशभवकत ह ? करा रही आपकी दश क परवत वममदारी ह दक अगनर हम कोई ठीक काम कर रह ह

सरकार कोई ठीक काम कर रही ह और नता न नादश उसी बात पर ददरा ह 0 हमारी पाटी न

हमारी सरकार न चनाि क समर ब हम नता क पास गनर हम रह म.डट िकर गनर दक हम

दश को एक पारदशी सरकार दन का काम कर.गन हम दश को भरषटाचार मकत सरकार दन का काम

कर.गन हम दश क अादर ो बि कमनी ह उसको रोकन का काम कर.गन0

माननीर उपाधरकष महोदर अकि एक साि म. 11 करोड रपर का हिािा धन रोकन का

काम भारत की मोदी ी की सरकार न दकरा ह कौनसा अपराध कर ददरा मोदी ी न? माननीर

उपाधरकष महोदर इस दश क अादर हमारी सरकार न िोगनो को अिसर ददरा हमन 31 वसताबर

तक का समर ददरा और उसक बाद इस दश म. 5 हार करोड रपर िोगनो न ‍िीकार दकरा और

वसस सरकार को 41 हार करोड रपर का रा‍ि परापत हआ और इस 41 हार करोड रपर क

रा‍ि स हम परधानमातरी आिास रोना क माधरम स गनरीबो का मकान बनान का काम कर रह

ह तो हम कौनसा अपराध कर रह ह? इस दश क अादर हमारी सरकार और हमार मखरमातरी ी का

साकलप ह दक हमार परदश और दश क अादर 0100 तक एक भी गनरीब पररिार ऐसा नही बचगना

वसका हम परधानमातरी आिास रोना क अादर मकान बनाकर दन का काम नही कर.गन कौनसा

अपराध कर रह ह हम ? रह 41 हार करोड रपर ो भरषटाचार म. ा रहा ा ो कािधन म. ा

रहा ा िह प सा िाकर क रदद हम गनरीब का मकान बनान का काम दश क अादर कर रह ह तो

कौनसा अपराध सरकार कर रही ह 0 उपाधरकष महोदर मरा विपकष स विनमर आगरह ह दक म दकसी

पर कोई आरोप नही िगनाना चाहता हा परन‍दत सरकार की नीरत ठीक ह सरकार दश क विए काम

करना चाहती ह सरकार दश की नता क विए काम करना चाहती ह0 वतन हम वममदार ह

उतन आप भी वममदार ह इसीविर इस अचछ वनणयर म. ो शरआती ददककत. आई होगनी िह

िगनभगन अब ठीक हो गनई ह0 इसविए इस वनणयर म. आप सभी सरकार का सहरोगन कर. और माननीर

मखरमातरी ी क नतति म. आ मधरपरदश वस ती स दश म. आगन बढ रहा ह ो मधरपरदश

बीमार राजर कहिाता ा िह मधरपरदश आ दश की अवगरम पावकत क पााच राजरो म. माननीर

वशिरा ी क नतति म. खडा हआ ह 0 आप सब सहरोगन करन का काम कररर रह म वनिदन म

आप सबस करना चाहता हा0 बहत धन‍दरिाद0

शरी रामवनिास राित(विरपर)-- माननीर उपाधरकष महोदर हम विपकष क सद‍रो

दवारा परदश म. दकसानो की बदहािी दकसानो की सम‍रा स साबावधत ‍ गनन पर‍तत दकरा गनरा0हम

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

आसादी क आभारी ह दक आसादी न रह ‍ गनन ‍िीकार दकरा और सरकार न भी ‍ गनन गराहय करन

का आगरह दकरा उनको भी हम धन‍दरिाद दत ह0माननीर उपाधरकष महोदर िदकन वस तरह स

‍ गनन की विषरि‍त को बदिा ा रहा ह वस तरह स ‍ गनन की विषरि‍त को विषराातर

करन का काम दकरा ा रहा ह रह बडी दभायगरनक व‍ वत ह 0 म समझता हा दक रह पहिी बार

म अपन इतन सासदीर ीिन म. विधानसभा क कारयकाि म. दख रहा हा दक दकसी ‍ गनन की

विषरि‍त अिगन ह और चचाय कछ अिगन हो रही ह 0 माननीर उपाधरकष महोदर विषरि‍त ी

दक परदश म. दकसानो की हो रही बदहािी परदश म. आतमहतरा करत हए दकसान परदश म. खती को

िाभ का धाधा बनान की बात करन िाि भापा की सरकार और माननीर मखरमातरी ी और

मोदी ी दक हम दगननी आर बढाएागन 0 आ दकसान की आर कहाा स कहाा पहाच गनई ह दकसान की

व‍ वत करा ह इस पर ‍ गनन िगनारा गनरा ा0 माननीर उपाध रकष महोदर, मर आ ही क परश न म

मन पछा ा दक मध रपरदश म. दकतन िोगनो न आत महत रा की माननीर मख रमातरी ी, आप पढ िना

िगनभगन 00 िोगन परवतददन आत महत रा कर रह ह0 इनम. स 4 िोगन दकसान कषक िगनय स और कषक

मदर िगनय स ह0 परदश क चार दकसान रो आत महत रा कर रह ह रह मर परश न की ानकारी म. ह

मरा आ का परश न र.मााक 651 (र.मााक 65,68) रह गनह विभागन स साबावधत ह 0 हम दकस तरह स

दकसानो की चचाय को विषरान‍द तर करन का पररास कर रह ह रह बडी दभायग रपणय व‍ वत ह 0

माननीर उपाध रकष महोदर, हम चाहत ह दक परदश का दकसान खशहाि रह, परदश का गनरीब बगनय

खशहाि रह, परदश क मदर को मदरी वमि और हम इसम. सरकार क सा ह0 माननीर

मख रमातरी ी, सा सहरोगन चाह. ि सा सहरोगन करन क विए त रार ह हम इसम. वबल कि भी पीछ

नही ह0 िदकन माननीर उपाध रकष महोदर, आ ो व‍ वत ह सरकार की वम मदारी बनती ह हम

चाहत ह वमवनमम सपोटय पराइर क रो घोवषत दकरा ाता ह माननीर मख रमातरी ी आप बताएागन

अपन भाषण म.0 वमवनमम सपोटय पराइर इसविए घोवषत दकरा ाता ह दक रदद दकसान की फसि

का सही मल र दकसान को न वमि तो सरकार उसको सही मल र ददिाना क विए व रि‍ ा करगनी रा

सरकार उस दकसान क खादयान की खरीदी करगनी0 माननीर उपाध रकष महोदर, म बताना चाहागना

दक अभी ो 016 -67 का कछ वन‍द सो का ो मल र ह बारा का सम यन मल र 6331 ह दकसान

माडी म. बारा 6011 म. बच रहा ह , मक का का सम यन मल र 63 5 दकसान माडी म. 6011 म. बच

रहा ह , अरहर का मल र 5151 ह दकसान को 3011 रपए म. अरहर बचनी पड रही ह 0 इसी त रह स

मागन सम यन मल र 5105 और दकसान को बचना पड रही ह 3011 रपए म., उडद 5111 रपए ह

माकट म. 4111 रपए म. दना पड रही ह 0 हमारा परदश सोराबीन का बहत बडा उत पादक परदश ह 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सोराबीन क बहत बड उत पादक दकसान ह इसका सम यन मल र 0775 रपए ह िदकन दकसान को

मबर होकर क 0011 रपए म. बचना पड रहा ह 0 अगनर आप इनकी खरीदी की व रि‍ ा कर. तो

वनवचितत रप स हम आपक सा ह0 आप रह परण ि., आप रह साकल प ि. दक हम दकसान क मल र का

उवचत दाम ददििाएागन तो आपकी सरकार क सा परा विपकष आपक सा ह 0 आप सा सहरोगन

चाह. ि सा सहरोगन करन क विए त रार ह 0 आ दकसान इतना मबर ह मावडराा दकसानो की वस

ददन स नोटबादी हई ह रा वस ददन स कर.सी की सम‍ रा उत पन‍द न हई ह परदश की सारी की सारी

मावडराा बाद ह हम चाहत ह दक अपन िाब म. रह रर बताएा दक 8 निाबर स िकर आ तक

परदश की मावडरो म. दकतनी कम आिक हई ह 0 तभी हम मान.गन दक वनवचितत रप स आप दकसान क

वहत षी ह हम रह भी चाहत ह आप अपनी सरकार क माध रम स दकसान वहत षी रोनाएा चिा रह

ह और इन रोनाओ का प सा आप रिन‍द र स िसि करत ह हम चाहत ह दक 8 निाबर स िकर आ

तक मध रपरदश की सरकार क रिन‍द र म. दकतनी वगनरािट आई रह आप ‍ पष ट कर.0 अगनर रिन‍द र म.

वगनरािट आई ह तो आपक पास प सा कहाा स आरा दकसानो का वहत करन क विए गनरीबो क विए

गनरीबो क उत ान क विए आप कहाा स रावश िाओगन0 माननीर उपाध रकष महोदर, मन दखा ह दक

एक दकसान वसका बटा बीमार ह उसको इिा क विए ज िार का मल र ो बार म. 5111 स

111 ा दो हार रपए म. मबर होकर दकसी व रापारी की दकान पर ाकर बचकर इिा क

विए ि ाना पड रहा ह रह व‍ वत माननीर उपाध रकष महोदर, पर परदश की हो रही ह इसी

कारण स परदश का दकसान आत महत रा कर रहा ह 0 परदश क दकसानो की फसिो का िागनत मल र बढा

ह िागनत मल र की तिना म. हम वमवनमम सपोटय पराइर नही बढा पाए ह0 वपछि दो िषो म.

वमवनमम सपोटय पराइर इस िषय बढारा ह 0 माननीर उपाध रकष महोदर, बड दभायग र की व‍ वत ह

वनकी आप तारीफ कर रह हो परी सरकार तारीफ कर रही ह परा सत ता पकष तारीफ कर रहा ह

उन‍द होन पहिी बार परधानमातरी बनन क बाद राज रसरकार दवारा ददरा ान िािा बोनस बाद करान

का नोरटस ददरा0 और आपन डर की िह स बोनस भी बाद कर ददरा माननीर मख रमातरी ी रह

दकतन बड दभायग र की बात ह आप वहत करना चाहत दकसानो का िदकन परधानमातरी ी क डर

की िह स आपन बोनस बाद दकरा और कन‍द र सरकार स वमिन िािा बोनस भी आपन बाद कर

ददरा आप अपन आपको दकसान वहत षी बनन की बात कर रह ह0 आप अगनर बोनस दत ह परी

सरकार सा ह इस बट म. ो परािधान करोगन दक हम दकसानो को बोनस द.गन उसका परा काागरस

पकष सम यन करगना पीछ नही हटगना0 माननीर उपाध रकष महोदर, दकसानो की सवबराा महागनाई

दकस ची म. कम हई ह 0 वास भी बता दत दक ो उतपादन दकसान करता ह उसम. महागनाई कम हई

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह सवबरो को दकसान टकटर म. िाता ह फ. ककर ा रहा ह बाार म. नही वबक रही ह मावडरो म.

नही वबक रही ह बााटकर ा रहा ह रह व‍ वत दकसान की बनी हई ह 0 दकसान बोिनी नही कर

पा रहा ह 0 हम चाहत दक आप समवचत वयि‍ ा करत वसस दकसान को सवबरो का उवचत

मलर वमि0 आप महागनाई कम करन की बात करत ह0 आप बता द. करा ‍टीि क दाम कम हए ह

करा सीम.ट क दाम कम हए ह रा पहनन िाि कपडो क अ िा तो क दाम कम हए ह0 अगनर

इनक दाम कम हए ह तो मान ि.गन दक महागनाई कम हई ह 0 रररि इ‍टट म. उतार आरा ह उसम.

महागनाई कम हई ह 0 िदकन कोई दकसान भोपाि म. मकान खरीदकर रहन क विए नही आ रहा ह 0

दकसान अपनी ीविका क विर साघषय कर रहा ह उनका सहरोगन करन का आप काम कर.गन तो बडी

कपा होगनी0 आप सहकारी बको क माधरम स शन‍दर परवतशत बरा पर ऋण दत ह0 आ आपकी

बको न शन‍दर परवतशत बरा पर ऋण दना बाद कर ददरा ह 0 कछ फसि उतपाददत की खरीफ की

मोट अना की उनक पास परान नोट दकसान रबी की फसि बोना चाहता ा बी िना

चाहता ा खाद िना चाहता ा िह भी अगनर दकसानो न बक म. मा दकए तो कन‍दरीरकत बक.

दकसानो न उनक ऋण क पट कसीसी क पट मा कर विए भि ही उनकी अिवध नही हई ी0

परदश म. आ दकसान खािी हा खडा ह 0 सहकारी बको दवारा ऋण नही ददरा ा रहा ह न नोट

बदि ा रह ह बदक सहकारी बक भी आरबीआई स ‍िीकवत परापत बक ह0

माननीर उपाधरकष महोदर नोटबादी क कारण फवकटरो म. परी तरह स ताि िगन गनए ह0

हारो मदर मधरपरदश म. बरोगनार हो रह ह0 अभी भाई सवचन रादि बता रह दक उनक रहाा

बडिानी म. खरगनोन म. स.चरी फकटी बाद हो ान क कारण एक हार मदरो को बिक-आउट कर

ददरा ह 0 उन मदरो क पररिारो को ीविका क िाि पड रह ह0 अगनर उनक सा माननीर

मखरमातरी ी आप खड हो तो काागरस आपका सा दगनी0 सतता अगनर अचछ काम कर सरकार अगनर

अचछ काम कर तो हम. दकसी भी तरह की कोई आपवतत नही ह 0

उपाधरकष महोदर परधानमातरी बीमा रोना की बात आई0 माननीर मखरमातरी ी आपन

एक महासममिन करक परधानमातरी बीमा रोना का परचार करन क विए करोडो अरबो रपए वयर

दकरा0 हम. कोई आपवतत नही ह 0 बीमा रोना अगनर दकसानो क विए चिती ह दकसानो को उसका

िाभ वमि तो कोई आपवतत नही ह 0 मर 5 तारीख क एक परशन क िाब को म पढकर सनाता हा

मखरमातरी ी आप भी सन िना0 परदश म. परधानमातरी फसि बीमा रोना क अन‍दतगनयत मधरपरदश म.

खरीफ 016 हत िगनभगन 34 िाख 07 हार 306 कषको का फसि बीमा दकरा गनरा0 कषक अाश

क रप म. एगरीकलचर इाशरोर.स का पनी आफ इावडरा विवमटड को रावश 036035 करोड रपए

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

एचडीएफसी नरि इाशरोर.स का पनी को 1014 करोड रपए और आईसीआईसीआई िोमबाडय

नरि इाशरोर.स का पनी को 6140 0 करोड रपए0 इस परकार दकसानो क अाश की रावश कि

39 016 करोड रपए की परीवमरम रावश कषको की इन इाशरोर.स कमपवनरो को दी गनई0 माननीर

मखरमातरी ी आप भी ानत ह0 आप आगन दख. कि परीवमरम रावश म. स कषक अाश घटाकर शष

अनमावनत रावश 0315078 करोड राजर एिा कन‍दर सरकार दवारा दी ाना ी िदकन इसम.

एचडीएफसी नरि इाशरोर.स का पनी को मातर 3067 करोड का अवगरम भगनतान राजर शासन दवारा

दकरा गनरा ह शष रावश मा दकरा ाना बाकी ह 0 उपाधरकष महोदर आपन दकसानो स इाशरोर.स

का पनी को रावश ददििा दी0 ब तक राजर सरकार और कन‍दर सरकार अपन वह‍स की रावश नही

दगनी तो बीमा का पवनराा दकस तरह स दकसानो का बीमा कर.गनी दकस तरह स आप बीमा

ददििाओगन0 पर परदश म. सोराबीन की फसि म. नकसान हआ उडद म. नकसान हआ कई अन‍दर

फसिो म. नकसान हआ0 किि दवतरा म. आपन बीम की रावश ददििाई ह बाकी पर परदश म. आप

कही भी बीम की रावश नही ददििा पाए ह करोदक कषक क बीमा अाश की ो रावश कन‍दर ि राजर

सरकार दवारा मा की ाना ी िह रावश अभी तक मा ही नही की गनई0

उपाधरकष महोदर--राित ी आप समापत कर.0 आपको 61 वमनट हो गनए ह0

शरी रामवनिास राित--माननीर उपाधरकष महोदर इन‍दहोन एनपीए की बात की अब म

वसार.ोनाइ करना चाहागना कम करना चाहागना नोटबादी की बात की 8 निाबर को, माननीर

उपाध रकष महोदर, 8 निम बर, को माननीर परधानमातरी ी न नोट बादी की की घोषणा की, उस ददन

नोटबादी म. घोषणा करत समर ो उन‍द होन नोटबादी क समर दश क नाम सादश ददरा ा, उसम.

कािधन पर रोक और आताकिाद को समाप त करन की बात कही ी0 उन‍द होन कहा ा दक हम. दश

स कािाधन समाप त करना ह और आताकिाद समाप त करना ह 0 माननीर उपाध रकष महोदर, क रा

आताकिाद समाप त हआ, नही हआ0 आताकिाद की व‍ वत रह ह दक आ भी सीमाओ पर िगनातार

रो हमि और आर.मण हो रह ह0 रो हमार िीर िान सीमाओ की सरकषा करत हए शहीद हो

रह ह0 क रा उसम. रकािट आरी नही आरी0 उसक बाद मोदी ी धीर-धीर आर दक हम. भरष टाचार

वमटाना ह , रह नोटबादी का शब द ऐसा ह दक दकसी स पछा ार दक भष टाचार वमटाना ह तो हर

व रवकत हाा करगना दक हाा भरष टाचार वमटाना ह 0 कोई इसका विरोधी नही ह , कािाधन समाप त करना

ह , हाा करना ह 0 इसक सार पकषधर ह, िदकन क रा रह सब हआ और रो वस ददन स नोटबादी की

घोषणा की, उस ददन स रो वनरम बदित रह, कभी चार हार वनकािन क आदश,कभी दो

हार वनकािन का आदश, कभी चाबीस हार वनकािन का आदश0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उपाध रकष महोदर :- राित ी अब आप समाप त कररर0 आपको बोित हए 60 वमनट हो

गनर ह0

शरी रामवनिास राित :- इसी तरह स रो-रो चिता रहा0 कोई विन नही ा, कोई

नीवत नही ी और आ आ गनर, आ कािाधन भी समाप त हो गनरा, भरष टाचार भी समाप त हो

गनरा, अब इस पर आ गनर दक हम. क शिस इकानॉमी बनानी ह 0

माननीर उपाध रकष महोदर, परदश की, दश की वशकषा की क रा व‍ वत ह0 दकतन िोगन

क शिस ईकानॉमी क विर त रार ह0 मध रपरदश म. मदरी करन िािा कोई मदर च न‍द नई म. ाता

ह , ददल िी म. ाता ह 0

उपाध रकष महोदर :-राित ी रह विषराातर हो रहा ह 0 रह तो आप दसरी बात पर चचाय

कर रह ह0 आपन दकसान की बात तो कह िी ह 0 अब आप समाप त कर.0

शरी रामवनिास राित :- माननीर उपाध रकष महोदर, म अपनी बात कहना चाहागना दक मोदी

ी भाषण तो अच छा दत ह0 इन‍द होन मिा कहा ा दक अच छ ददन िार.गन, रह भी मिा ा, 65

िाख हर व रवकत क खात म. पहाचार.गन, रह भी मिा ा0 रह आप िोगन मिा कहत ह, िदकन रह

सरासर असत र ह , (XXX) , आपन तो कछ भी कह ददरा. आपन तो कह ददरा कछ भी, अगनर हम

कह. दक (XXX) की घोषणा ऐसी चिती रहगनी, इनको दश की कोई वचन‍द ता नही ह , तब आपको

क सा िगनगना0 माननीर उपाध रकष महोदर, हम मध रपरदश क मख रमातरी स और परी सरकार स चाहत

ह दक परदश क दकसानो की भिाई क विर काम कर और सम यन मल र पर खरीदी ारी कर और

दकसानो दवारा उत पाददत की ा रही फसिो का उत पादन मल र सही तरीक स ददििार.0 इसम. हम

उनक सा ह िदकन आ पर परदश म. चार दकसान रो आत महत रा कर रह ह, हम. बडा दख ह 0 हम

चाहत ह दक परदश क दकसानो का उत ान कर.0 आपन मझ समर ददरा, इसक विर बहत-बहत

धन‍द रिाद0

डॉ गनौरीशाकर शिार (िन मातरी) :- माननीर उपाध रकष महोदर, भारत सरकार दवारा

नोटबादी क वनणयर पर चचाय क विर रह ‍ गनन पर‍ ताि गराहय हआ ह 0 इसम. ो विषर उठार गनर ह,

िह बड भरामक और असत र ह0 अ‍ ारी विदयत कनक शनो दक दरो म. बढोत तरी, नोटबादी स इसका

कोई साबाध नही ह और न ही दकसानो क विर अ‍ ारी कनक शन म. बढोत तरी की गनरी ह 0 उपाध रकष

महोदर, म आपको बताना चाहता हा दक दकसानो न आिश रकता क अनसार व रापक अ‍ ारी

कनक शन विर ह और हमारी ो विदयत वितरण का पनी ह इसम. अ‍ ारी कनक शनो की साख रा बढा

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह 0 दसरी बात इन‍द होन कहा ह दक टाासफामयर बदि नही ा रह ह. इसका कही दर-दरा तक कही

कोई साबाध नही ह 0

उपाध रकष महोदर:- डॉक टर साहब,विषर नााटबादी नही ह 0 इसको आप दख ि.0

डॉ0 नरोत तम वमशर:- उपाध रकष ी, इसको दख विरा ह 0 विषर नोटबादी भी ह 0 आप दख ि.0

शरी बािा बच चन:- कहाा पर ह 0 आप हमार ‍ गनन को दख ि.0

डॉ0 नरोत तम वमशर:- िह दख रह ह0िह आपको बता द.गन0

शरी बािा बच चन :- हमार ‍ गनन म. कही नोटबादी नही ह 0 आप सरकार की ओर स मातरी

होकर बोि रह ह और वबना ‍ गनन को पढ बोि रह ह0

डॉ0 नरोत तम वमशर :- उन‍द होन पढा ह 0 आसादी न पढा ह 0 आरा ह शब द नोट बादी0

उपाध रकष महोदर :- नोटबादी स उत पन‍द न सम‍ रा0

डॉ नरोत तम वमशर :- आरा ह तो िह ठीक बोि रह ह0

डॉ गनौरी शाकर शिार :-माननीर उपाध रकष महोदर, िोगन बराबर वबिी क वबि भर रह

ह, दकसान वबिी क वबि भर रह ह0

6015 ब {माननीर अधरकष (डॉ0सीतासरन शमाय) पीठासीन हए0}

डॉ0गनौरीशाकर शिार--अधरकष महोदर कही भी दकसान को दर-दर तक कोई सम‍रा नही

ह 0 माननीर मखरमातरी ी न गनाािो क विर और वसाचाई क विर अिगन-अिगन फीडर बनान की बात

कही ह उसका बराबर रप स परायपत काम चि रहा ह 0 गनााि म. 04 घाट वबिी आ उपिबध ह और

दकसानो को 61 घाट वबिी दी ा रही ह 0

शरी कमिशवर पटि--माननीर मातरी ी असतर बोि रह ह0

डॉ0गनौरीशाकर शिार--अधरकष महोदर कषको को हाा तक ऋण का सिाि ह परायपत

मातरा म. ददरा ा रहा ह उनको ऋण वमिा ह 0 माननीर मखरमातरी ी न बहत महतिाकााकषी अपना

कारयर.म ारी दकरा ह 0 सबस पहि तो उन‍दहोन 68 परवतशत बरा को ीरो परवतशत बरा दकरा

और इसक बाद कही कोई आिशरकता पडन पर हमन कही कोई दकसान का परोकरोरम.ट म. बोनस

बाद दकरा तो उसकी जरादा भरपाई की और हमन ो 61 परवतशत प सा ह ो टोटि ऋण ा उसम.

स आप 611 रपर का ऋण िीवर उसम. स 91 प स मा कीवर टोटि हम इसका वहसाब ोड.

तो पहि की तिना म. जरादा प सा दकसानो को सरकार द रही ह और जरादा साखरा म. दकसानो को

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इसका िाभ वमि रहा ह 0 इसका नोटबादी स दरदरा तक साबाध नही ह पता नही नोटबादी का

नाम िकर इस विषर को रहाा पर उठाना चाहत 0 हाा तक मदरो क भगनतान का त ा प.शन

वहतगरावहरो का सिाि ह 0 माननीर मखरमातरी ी न साि भर पहि स ही इसका अचछा वनणयर

िकर ई पमन‍दट स वनरातर इसको सवनवचितत दकरा ह दक हर आदमी त ा मदर को भी समर पर

पमन‍दट वमिना चावहर और ो प.शनधारी ह उनको भी समर पर पमन‍दट वमिना चावहर0 वनरातर

बडी-बडी ब ठको म. माननीर मखरमातरी ी इसकी मॉनीटररागन कर रह ह0 अधरकष महोदर कही कोई

रोगनार पर असर नही आरा ह खादयानन साकट कही नही ह 0 बराबर हमारी ो स‍त मलर की

दकान. ह उन दकानो पर परायपत राशन वमि रहा ह 0 दकानो पर हर ची वहतगरावहरो क विर

उपिबध ह 0 पता नही इन‍दहोन बोिा ह दक आर0टी0ी0एस0 स त ा च क स भगनतान बड बड िोगन

पमन‍दट करना चाहत ह िोगन बराबर बक क माधरम स उनक प स टाासफर हो रह ह0 च क ो द रह ह

बराबर उनका रनर हो रहा ह और सही समर पर सब ची. आ रही ह0 रह क स इस विषर को

ोडना चाहत रह बात मरी समझ म. नही आरी0 कछ ची. ऐसी ह ो आपक त ा माननीर

मखरमातरी ी माननीर नता परवतपकष क साान म. िाना चाहता हा0 विपकष क नता ी न अपन

भाषण म. कहा दक हमन ‍ गनन ददरा धरानाकषयण ददरा शन‍दरकाि की सचना दी और 639 म. भी

विषर को उठारा0 मरी बात पर ोडा सा धरान द.गन ‍ गनन क विषर को हम शन‍दरकाि म. उठात ह

करा ? नही उठात ह0 हमार विदवान सद‍र अपनी िररषठता बता रह सारोगन स म भी बहत सािो

स आप सबकी त ा मर कषतर की नता की कपा स चनकर क आ रहा हा िदकन ो ‍ गनन का

विषर ह उसको ‍ गनन म. ही उठारा ाता ह ो शन‍दरकाि का विषर ह उसको शन‍दरकाि म.

उठारा ाता ह 0 विपकष क नता ी न ो बात कही ह एक विषर म. आपन शन‍दरकाि म. भी उठारा

और उसी को ‍ गनन म. भी उठारा और इसका मतिब ह दक आप विषर क महति को ही नही समझ

पार0

शरी बािा-बचचन--अधरकष महोदर हमार ‍ गनन को िन की माागन की ी माननीर मातरी ी

और मर साव रो न सब न माागन की ी दक इस पर चचाय करारी ाए उसको आपन पढा नही ह

आप खद ही ददशा-भरवमत हो रह ह0 हमन रह माागन की ी चचाय करारी ार0 मर ‍ गनन म.

नोटबादी का कहाा ह मर पास इसकी कापी रखी ह बताएा0

डॉ0गनौरीशाकर शिार--अधरकष महोदर म सब कछ बताता हा आप ब ठ ाएा0

म अपन दि क सद‍रो स विनमर परा यना करना चाहता हा दक कभी-कभी बीच बीच म. बोि दत ह

दक बचचन ी आपक नतति म. आप करो भरवमत ह नतति इनका ह कौन इनक नतति को मान रहा

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह उसका उदाहरण मर सामन ह 0 रह कह रह ह दक मन नोटबादी की बात ही नही की0 उन‍द होन

नोटो की व राख रा कर दी तब कब नोट बन‍द द नही हए 0

शरी बािा बच चन – माननीर मातरी ी, अभी शरी अर वसाह का भाषण कहाा हआ?

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – नता कह रहा ह दक नोटबादी की बात नही की तो सच क रा ह ?

शरी वत पटिारी – अध रकष महोदर, म माननीर मख रमातरी ी स ोडा नारा हो गनरा ा0

ब उन‍द होन गनौर साहब और सरता वसाह ी को मातरीमण डि स बाहर दकरा ा0

अध रकष महोदर – माननीर मातरी ी, समाप त कर.0

शरी वत पटिारी – मख रमातरीी, आप सही दक उमर का अपना तकाा होता ह 0 शरी

अर वसाह ी का भाषण हआ ही नही ह दफर भी बोि रह ह दक हआ ह 0

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – म विनमर परा यना कर रहा हा दक नता परवतपकष की िाईन म. ो

िोगन खड ह0 उन‍द होन नोटबादी का सम यन दकरा और रहाा माननीर परधानमातरी ी की तारीफ की ह 0

उन‍द होन कहा ह दक नोटबादी का वनणयर बहत अच छा ह 0 शरी मकश नारक न नोटबादी का कही-कही

विरोध दकरा ह और परधानमातरी ी तारीफ की ह 0 उन‍द होन ठीक दकरा ह , म रह मानता हा0 रह

अच छा काम दकरा ह 0 ब नोटबादी पर ‍ गनन आरा ह तो नोटबादी पर चचाय ह तो आप खड होकर

क रो मना कर रह ह दक मन नोटबादी क ‍ गनन की कोई बात नही की ह 0 रदद मझ आपवतत ह तो इस

बात की ह दक ो ‍ गनन का विषर ह , िह ‍ गनन म. ही उठाना चावहए और ो शन‍द रकाि का

विषर ह , िह शन‍द रकाि म. ही उठाना चावहए0 क रा ऐसा नही िगन रहा ह दक शन‍द रकाि क विषर पर

आ ‍ गनन क रप म. चचाय हो रही ह 0

अध रकष महोदर – मातरी ी, आप समाप त कर.0

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – अध रकष महोदर, मर पास परायप त समर ह और मन तो बोिा ही

नही ह 0

अध रकष महोदर – आपक 61 वमनट हो चक ह0

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – अध रकष महोदर, म आपस विनमर परा यना करना चाहता हा दक

माननीर भपन‍द र वसाह ी न माननीर परधानमातरी ी की परशासा करत हए दश की अ यव रि‍ ा

नोटबादी स क स सधरगनी ? आम आदमी को क रा िाभ होगना, गनरीब को क रा िाभ होगना और दकसान

को क रा िाभ होगना0 (व रिधान)

शरी सन‍द दरिाि वतिारी - (XXX)

अध रकष महोदर – रह कारयिाही स वनकाि दीवए0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – अब मझ बोिन दीवए0 आपन बोि विरा ह 0 ‘ाकी रही

भािना सी, वतन दखी परभ मरत त सी’ म एक इासान हा0 र हमशा ानिरो की ही बात. करत ह0

इसक पहि और पाित ानिरो की बात हई0

शरी कमिश िर पटि – माननीर मातरी ी, क रा आप ागनि क पशओ क विरोधी ह?

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – (XXX)

अध रकष महोदर – रह कारयिाही स वनकाि दीवए0

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – आपन ो मी आई, िह बोिा0 मन कोई आपवतत नही उठाई0

आपक और मर बहत अच छ साबाध ह0

शरी वत पटिारी – इसम. मझ आपवतत ह 0

अध रकष महोदर – इसको कारयिाही स वनकििा ददरा ह , ो उवचत नही ह 0

शरी वत पटिारी – ि डाररक ट एिा इनडाररक ट गनाविराा द रह ह0

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – (XXX)

अध रकष महोदर – रह कारयिाही स वनकाि ददरा ार0 वतिारी ी आप ब ठ ाइर0

शरी सन‍द दरिाि वतिारी – रह चचाय वनरमो क विरध हो रही ह 0

अध रकष महोदर – – मातरी ी, समाप त कर.0

शरी आररफ अकीि – म भी आ तक इन‍द ही क सा रहा हा0

शरी वत पटिारी – अध रकष ी, इन‍द होन शब दो का दोहरा अ य वनकािकर गनाविराा दी ह0

मरा अनरोध ह इनस माफी मागनिाना चावहए0 र सीवनरर सद‍ र होकर इस तरह की भाषा बोित

ह0 र ानिर का उपरोगन करत ह0 र (XXX) कहत ह0

अध रकष महोदर – ब ठ ाइर0

शरी शाकरिाि वतिारी – माननीर अध रकष महोदर, र विधानसभा क (XXX) वत पटिारी

ह, उनको ब ठाइर0 (XXX) ब ठ ाइर (व रिधान)

डॉ0 गनौरीशाकर शिार – माननीर अध रकष महोदर, एक बात रह कही गनई दक फसि की

कीमत बाारो म. नही वमि रही ह और कहा गनरा ह दक धान 6,111 रपर कवा टि वबक रही ह 0

आप रारसन म. चि ाइर, धान 0611 रपर कवा टि वबक रही ह 0 हारो की साख रा म. िहाा

टाविराा आ रही ह और बराबर िोगन धान खरीद रह ह0 आप सदन को असत र ानकारी क रो द रह

ह ?

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अध रकष महोदर, आपन रहाा पर चचाय करिाकर बडी कपा की ह 0 रह नोटबादी का विषर

कन‍द र सरकार का ह , िदकन रहाा ो िोगनो क मन म. भरम ह 0 माननीर मख रमातरी ी अपनी बात

वि‍ तार स रख.गन और तकय सागनत और त‍ रात मक रख.गन0 कम स कम िोगन इस बात को समझ पार.गन

दक हमार परधानमातरी न दश की अ यव रि‍ ा को सधारन क विए एक अच छा वनणयर विरा ह 0

हमार परधानमातरी ी न ो अि धावनक कर.सी ी, उसको खत म करन क विए एक अच छा वनणयर

विरा ह , आताकिाद को समाप त करन क विए माननीर परधानमातरी ी न एक अच छा वनणयर विरा

ह , माननीर भपन‍द र वसाह ी न बहत अच छा बात रखी और माननीर मख रमातरी ी इसको वि‍ तार

स बताएा रही मरी परा यना ह , िदकन भ रा वनरम कानन पढो और वनरम पर चिो रार और आपका

तो बनना बहत मवशकि ह , भविष र म. आप कभी नही बन सकत इस सदन क नता0

शरी वत पटिारी - आप भी नही बन सकत मख रमातरी0

अध रकष महोदर - शरी महन‍द र वसाह कािखडा0

शरी महन‍द र वसाह कािखडा(मागनाििी) - आदरणीर अध रकष महोदर0

डा0 गनौरीशाकर शिार - ो पहाच चक ह मावि पर, िो करत नही ह , वर.-ए-सफर,

वराती ी, र आपक विए समरपयत ह पटिारी ी आपको समरपयत ह दक दो चार कदम ो चि

अभी, ररफतार की बात. करत ह0

शरी बािा बच चन - माननीर मातरी ी र पटिारी ी ह , वराती ी उधर ह 0

डा0 गनौरीशाकर शिार - वराती ी ही बनगना, मर माह स अगनर बात वनकिी ह , उस

विधानसभा कषतर क विए तो बनगना वराती ही बनगना, तम वादगनी म. कभी नही आओगन0

शरी महन‍द र वसाह कािखडा - मन दकसानो की सम‍ राओ क बार म. 639 म. इसका वनिदन

दकरा ा दक रदद 639 म. इसको ि विरा ाता तो आ परश नकाि बावधत नही होता और ‍ गनन

िन की नौबत नही आती, िदकन हमार सासदीर कारयमातरी न एक षडरातर दकरा और एक छोट स

विषर को वभाड, मर ना क कटान क मामि को 639 म. ि विरा ो दक शन‍द रकाि का मामिा ा,

रा ज रादा स ज रादा ध रानाकषयण म. आ ाता0 दसरा षडरातर र हआ दक नोटबादी इसको करार कर

ददरा गनरा0 हमार बािा बच चन ी न ो ‍ गनन ददरा, वसको आपन त‍ रात मक होन क कारण

‍ िीकार दकरा0

रा‍ ि मातरी(शरी उमाशाकर गनप ता) - र षडरातर का आरोप आप आसादी पर िगना रह ह रा

सासदीर कारयमातरी पर0

शरी महन‍द र वसाह कािखडा - म सासदीर कारयमातरी पर िगना रहा हा0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी उमाशाकर गनप ता - र सासदीर कारयमातरी ‍ िीकार करत ह रा आसादी ‍ िीकार करती ह

दक कौन सा विषर कब विरा ाए? आप क रा इस षडरातर का आरोप आसादी पर िगना रह ह क रा?

शरी महन‍द र वसाह कािखडा - नाम नही ि रहा हा म, आप समझ ाओ0

शरी उमाशाकर गनप ता - र सासदीर कारयमातरी ‍ िीकार करत ह क रा की कौन सा विषर कब

विरा ाए0

शरी महन‍द र वसाह कािखडा - षडरातर तो उन‍द ही का ह 0

शरी उमाशाकर गनप ता - मझ िगनता ह , माननीर अध रकष महोदर, इसको आप ददखिा िीवए

र आरोप दक 639 ‍ िीकार सासदीर कारयमातरी न दकरा ह , रा षडरातरपियक विरा ह, ऐसा उवचत

नही ह 0

शरी महन‍द र वसाह कािखडा - ऐसा विषर विरा ह ो विा ‍ तर का भी नही ह , ो

शन‍द रकाि म. आना चावहए, ो ध रानाकषयण क भी िारक नही ह 0 (XXX)

शरी उमाशाकर गनप ता - तो क रा र सासदीर कारयमातरी िता ह क रा, आप इतन सीवनरर हो,

आप र अध रकष पर, आसादी पर आरोप िगना रह ह क रा, र ‍ िीकार कौन करता ह 0 0 (XXX)

शरी महन‍द र वसाह कािखडा - मन अध रकष महोदर ी क विए कछ नही कहा0 0 (XXX)

अध रकष महोदर - इसको कारयिाही स वििोवपत कर द., शरी महन‍द र वसाह ी अपनी बात रख.

शरी महन‍द र वसाह कािखडा - अध रकष महोदर, शरी बािा बच चन ी क ‍ गनन म. नोटबादी का

कही वर. नही आरा ह 0 मन 639 म. ो ददरा ह , उसम. नोटबादी का मामिा नही उठारा ह , िदकन

इसको रोनाबध तरीक स नोटबादी षडरातर करक नोटबादी म. पररिरतयत कर ददरा ह 0 हमन

दकसानो की सम‍ राओ को उठान का वनणयर विरा ह और िही विखकर ददरा ह 0 आ मध रपरदश म.

दकसानो की वपछि तीन िषय म. बहत बरी हाित ह , क रोदक कभी सखा और कभी अवतिवषट क

कारण और कभी सोराबीन और चन की फसि क अफिन क कारण दकसान परशान ा, वपछि

तीन सािो स िदकन उसको मआिा भी नही वमिा, बोिनी की धनरावश भी नही वमिी, उसक

नकसान का आाकिन उवचत तरीक स नही हआ और उसको प सा नही वमिा और मनरगना क पास

प सा नही ा, वसकी िह स गनरीब दकसान और मदर को मदरी नही वमिी0 दकसान की

ददयशा इतनी बरद‍ त हई ह वसका िणयन नही दकरा ा सकता0 वबिी का वबि नही चकान क

कारण दकसानो को वबिी नही वमि रही ह , िदकन र नही सोचा ा रहा ह दक उसको वबिी

वमि तो फसि का उत पादन होगना और वसस िह वबिी का वबि चकान म. दकसान सम य हो

ाएगना. वबिी िाि कमयचारी कभी ‍ टाटयर ि ात ह, कभी तार खोि दत ह , डीपी टाासफामयर

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वबिकि ठीक नही होत ह, इस तरह स दकसान बहत परशान ह 0 नकिी बी, खाद और कीटनाशक

स दकसान तो परशान ह ही, िदकन ब अभी बआई का समर ह तो दकसान क पास प सा ही नही ह

बी बगन रह खरीदन क विए, इसक कारण दकसानो को बआई म. बहत तकिीफ हई और साहकारो

स उसको प सा िना पडा, वसका ब रा बहत ज रादा दकसानो को दना पडगना0 मर कषतर क

भररराखडी म. सब ‍टशन ह ककरटा0 वपछि 65 ददनो स उस सब ‍टशन स वबिी उसक आस

पास क पचासो गनाािो म. नही ा रही ह 0 एक तरफ आप दकसानी को िाभ का धाधा बनान की

बात करत ह और दसरी तरफ सोराबीन क भाि करा ह रह आप बता दीवर और इतनी धान

की कम कीमत एिा धान की कीमत त ा सोराबीन की कीमत वतनी दकसानो को वमिनी

चावहर िह नही वमि रही ह 0 सहकारी बको का बहत बरा हाि ह 0 सहकारी बको क 50 िाख

खाता धारक ह0 पहि उनस प सा ि विरा गनरा और उसक बाद म. कई ददनो बाद एक आदश आ

गनरा दक उनको प सा नही िना ह और उनको प सा बदिना भी नही ह 0 इसक कारण स कडो

दकसान करठनाई म. आ गनर0 माडी म. छोट दकसानो की फसि नही वबक रही ह 0 कम मातरा म. फसि

नही ि रह ह और ो फसि वबक रही ह उसक चक वमि रह ह0 चक का भगनतान नही हो रहा ह 0

कब चक म. दकतना प सा वमिगना रह भी ानकारी दकसान को नही वमि रही ह और दकसान हर

तरफ भटक रहा ह 0 मावडरा काफी िमब समर तक बाद रही और दकसानो का माि नही वबका0

वयापारररो क पास प सा ही नही ा दक िह दकसानो का भगनतान कर.0 दकसानो की फसि का

आाकिन सही नही दकरा गनरा और उनको मआिा नही वमिा बीमा नही वमिा0 बीम क

मामि म. दकतना परीवमरम आपन विरा ह और दकसानो को दकतना बीमा वमिा ह रह आप बता

दीवर वपछि 63 सािो म.0 परधानमातरी बीमा रोना म. दकसानो क विर इाशोर.स कमपनी स

बात करनी चावहर उनका डीटि बनाना चावहर0 इाशोर.स कमपनी क िोगन टिीफोन पर नही

वमित और ि परधानमातरी बीमा रोना को असफि करन म. ट हए ह0 अब मातरी ी न

कशमीर म. पत रबाी की बात कर दी0 नोटबादी की बात कर दी0 अब पादक‍तान क दो टकड

दकसन दकर और सीकि ‍टाइक हई ह तो सषमा ी कहती ी दक एक क बार दस वसर

िाना चावहर0 एकाध तो वसर ि आत0 सीकि ‍टाइक क बाद आर.मण बाद नही हए ह0 इसक

कारण आताकिाद तो और फ ि रहा ह और बढ गनरा ह 0 तो आप क स कहत ह दक आताकिाद खतम

हआ और उसक विर रह सीकि ‍टाइक दकरा ा0

अधरकष महोदर िषो तक िोकसभा को वबिकि नही चिन दन िाि िोगन अब

कहत ह दक आप सासद नही चिन दत ह0 मीनाकषी िखी बीपी की ‍पोकसमन ह0 ब मनमोहन

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वसाह ी न रही नोटबादी करन का विचार दकरा ा तब उन‍दहोन ‍पोकसमन होन क नात इसका

विरोध दकरा ा0 तो ब नोटबादी का विरोध मीनाकषी िखी न दकरा ा और रह िीवडरो भी

िाररि हआ ह 0 तो ब आप िोगन नोटबादी का विरोध करत वस तरह स आप ीएसटी का

विरोध करत अब आप ीएसटी का पकष ि रह ह0 मनमोहन वसाह ी आरबीआई क गनिनयर

उन‍दहोन उसक बार म. पारियराम.ट म. बहत अचछा भाषण ददरा ह 0 सिाि रह ह दक इसस िोगनो को

तकिीफ इसविर हई ह दक वबना त रारी क आपन रह सब वनणयर ि विरा और वबना एकसपटय की

रार क रह वनणयर ि विरा0 आपन एाटीवसपट नही दकरा दक इसस करा करा पराबिमस दकसानो

को हो सकती ह0 इसविर रह सारी सम‍रा हई ह 0 दकसानो की दाि क भाि 651 एिा 011

रपर बसन क भाि हो गनर और आप कह रह ह दक महागनाई कम हो गनई ह 0 दकसान और मदर

इतनी महागनी दाि खरीद क स सकत ह0 बडी मवशकि स आप दो हार रपर क नोट द रह ह

तो िह छटट नही हो रह ह0 उसस करा दध रा सबी का वबि ददरा ा सकता ह 0 आ परधानमातरी

ी दकसानो की दोगननी आर करन की बात कर रह ह0 हमार मखरमातरी ी खती को िाभ का धाधा

करन की बात कर रह ह0 िदकन दकसानो की ो ददयशा ह िह बहत बरद‍त ह और आप िोगन

वर. करत ह दक िह िाइन म. िगना और रह िाइन म. नही िगना0 (XXX) िाइन म. करो िगनी रह

करो नही बोिा आप िोगनो न0 मरा आपस अनरोध ह दक दकसानो को राहत ददिार. और दकसानो

को प सा वमि0 धन‍दरिाद र वहन‍दद0

डॉ0 नरोततम वमशर -- कािखडा ी आपन वर. दकरा म आपको सच बता रहा हा

दक वस ददन स नोटबादी हई उस ददन स कशमीर म. पत र दफकना बाद हो गनर0 आप रह तर

मान कर चिो दक अभी तक गनोिीबारी िहाा स चाि होती ी इधर स शाावत की अपीि होती

ी0 अब बराबरी स गनोिी चि रही ह 0 शाावत की अपीि ि कर रह ह हम नही कर रह ह0 आप

वचाता न कर. आताकिाद को खतम करन की ो बात ह िह परी करक ही रह.गन0

अधरकष महोदर -- मातरी ी कपरा ब ठ ार.0

शरी रामवनिास राित -- कछ भी फ. कत रहो0 ोडी बहत तो शमय करो0 कछ भी

फ. क ा रह हो0

शरी महन‍दर वसाह कािखडा -- आताकिाद और बढ गनरा ह और हमार वसपावहरो

की मौत जरादा हो रही ह 0

शरी रामवनिास राित -- हमार िोगन जरादा शहीद हए ह0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

डॉ0 नरोततम वमशर -- हम कह रह ह दक हम बराबरी स िाब द रह ह0 ईट का

िाब पत र स द रह ह और छोड.गन नही आप बस परतीकषा करो0

शरी महन‍दर वसाह कािखडा -- अभी दफर हमार वसपाही का वसर काटकर ि गनर0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर- इस ‍ गनन पर‍ताि पर िगनभगन 0 घणट चचाय हो चकी ह 0 पर‍ताि पर परायपत

चचाय हो गनई ह अब पनरािवतत हो रही ह 0 मरा माननीर सद‍रो स अनरोध ह दक रदद आप सबकी

सहमवत हो तो म उन‍दही सद‍रो क नाम पकारा वनका नाम ह वसस शासन का उततर भी आ

ार0

शरी रामवनिास राित- माननीर अधरकष महोदर हमारा अनरोध ह दक दकसी सद‍र न

धरानाकषयण िगनारा ह दकसी न ‍ गनन पर‍ताि िगनारा ह तो रदद आप सभी को ोडा ोडा समर

द द.गन तो बहतर होगना0 हम सदन म. ब ठ.गन और आ की कारयसची क सार विषर को वनपटान क

विर भी हम त रार ह0

अधरकष महोदर- माननीर मखर सचतक ी आपकी बात स हम इस शतय क सा म. सहमत

होत ह दक कोई भी सद‍र पनरािवतत नही करगना और 0 वमनट स जरादा कोई सद‍र नही बोिगना

अपनी बात कह और नर पाईट को कह0

शरी रामवनिास राित- ी ठीक ह 0

शरी बहादर वसाह चौहान(मवहदपर) -- माननीर अधरकष महोदर दकसानो की सम‍रा पर

सदन म. चचाय चि रही ह 0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी--कसम खाओ दक ो भी कहोगन सच कहोगन सच क वसिार कछ नही

कहोगन0

शरी बहादर वसाह चौहान- आपकी कसम सच कह.गन0 अब आपकी कसम खा िी ह 0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी- नाम क अनरप ही बोविरगना0

शरी बहादर वसाह चौहान- िही बोिता हा0 ो मन म. विचार आत ह उनको कभी नही

रोकता हा0 माननीर अधरकष महोदर दकसानो की सम‍रा को िकर क सदन म. चचाय चि रही ह 0 म

‍िरा एक दकसान हा0 रहाा पर हमार वमतरो दवारा रह कहा गनरा ह दक 51 परवतशत रकि म. वसाचाई

नही हो पाई ह 0 म इस सदन म. दाि क सा म. कहता हा दक मधरपरदश म. 69 तारीख को मावडराा

चाि हई ी िदकन आप मवहदपर का ररकाडय उठाकर क दख ि. 65 तारीख को चक क दवारा

मावडराा पराराभ हो गनई ी और दकसान की सोराबीन 0911 स 3611 क बीच म. वबक रही ह इसक

म परमाण भी पर‍तत कर सकता हा0 रहाा पर 0611-0011 की बात कह रह ह वसका म विरोध

करता हा0

माननीर अधरकष महोदर िषय 0114 म. कि ीस का उतपादन 0064 करोड म रटक करोड

टन ा इन 60-63 िषो म. 400 करोड म रटक टन हआ0 मर कहन का मतिब ह दक वबिी और

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

पानी क कारण ही रह प दािार हई ह 0 हाा तक नकिी खाद बी और दिाई दकसानो को वमिन

की बात ह उसक बार म. म कहना चाहता हा दक दकसानो को परायपत खाद एडिाास म. वमि रही ह 0

हमार विरोधी भाई सदन म. असतर क न कह रह ह दक दकसानो को खाद नही वमि रही ह दफर

दकसान को बी और खाद िन क विर प स की आिशरकता ही नही ह उसका तो िहाा पर एकाउन‍दट

ह वसस वनकािकर क सभी दकसानो न अपनी वसाचाई अचछी तरीक स कर िी ह 0 म इस सदन को

बताना चाहता हा दक रिी की फसि का उतपादन परदश म. आरगना और वपछि 60-63 िषो म. ो

रिी की फसि का उतपादन आरा ह उसस अवधक आरगना0 रह म दािा कर रहा हा0 अगनर 51

परवतशत क रकि म. वसाचाई नही होगनी तो प दािार कहाा स होगनी0 0113 म. परदश म. 0911 मगनािॉट

वबिी ी और उस समर काागरस पाटी की सरकार ी और उस समर वबिी की वगरड दकसान

िाता ा उस समर वबिी क टाासफारमयर एक-एक माह म. बदि ात आ म दाि क सा

म. कह सकता हा दक मरी विधानसभा म. 0 स 3 ददन म. सामान‍दर रप स टाासफामयर बदि ात ह

कही कही पर 7 ददन िगन ात होगन0 म रह बात गनाराटी क सा म. कह रहा हा0 आपक मान म.

दकसानो को वबिी नही वमिती ी दकसान परशान ा0 आप दकसानो की बात करत ह आपकी

सरकार ब परदश म. ी उस समर 0114 म. वसाचाई का रकिा साढ सात िाख हकटरर ा अब

37051 िाख वसाचाई का रकबा ह इसविर एक बार नही दो बार नही तीन तीन बार महामवहम

राषटरपवत महोदर ी न परदश को चार बार कवष कमयणर अिाडय स निाा ह 0 और आन िाि िषय म.

भी रह अिाडय मधरपरदश को ही वमिगना0दकसान कही पर भी परशान नही ह परशान तो काागरस ह 0

अधरकषीर घोषणा

‍ गनन पर‍ताि पर चचाय पणय होन तक सदन क समर म. िवध

अधरकष महोदर- ‍ गनन पर‍ताि पर चचाय पणय होन तक सदन क समर म. िवध की ार0 म

समझता हा दक सदन इसस सहमत ह 0

(सदन दवारा सहमवत परदान की गनई)

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी बहादर वसाह चौहान (ारी)-- माननीर अध रकष ी म दकसान हा म खत म. टक टर

चिाना ानता हा खतो म. मन काम दकरा ह मरी बात को ध रान स सन. आप िोगन0 0113 म.

नरटर चिात 0

शरी मनो वनभयर वसाह पटि-- माननीर अध रकष ी बािा बच चन ी क वहसाब स परी

तरह दकसानो क ऊपर बोि रह ह बहादर वसाह ी इसविर इनको तो समर ददरा ही ाना

चावहर0 क रो बािा बच चन ी परी तरह आपकी बात का िाब द रह ह रह0

शरी बािा बच चन-- अभी आसादी न उनको मना कहाा दकरा ह 0 अभी आसादी न तो कछ

बोिा ही नही0

शरी मनो वनभयर वसाह पटि-- उन‍द होन ब ठन का कहा तो मन वनिदन दकरा ह दक बािा

बच चन ी क वहसाब स कहा ह 0

अध रकष महोदर-- साकषप म. कपरा एक वमनट म. अपनी बात समाप त कर.0

शरी बहादर वसाह चौहान-- अब नोटबादी क कारण 0000(हासी)0000 माननीर अध रकष ी इस

परदश म. ो ‍ गनन िारा गनरा ह विपकष दवारा ऐसी कोई सम‍ रा नही ह इस सम‍ रा को बनारा

ा रहा ह हर कारय हो रहा ह दकसान को व रापारी क रहाा स उधार वमिता ह 0 पहि परापरा ह

दक दकसान ाकर 611 कवा टि 011 कवा टि व रापारी को माि तौि दता ा 61 हार 5 हार

रपरा वतनी आिश रकता होती ी उतना िाकर अपना काम करता ा परा प सा दकसान घर

िकर नही ाता आप इस बात को अच छी तरह स ानत हो और म भी ानता हा इस बात को

इसविर कोई सम‍ रा नही ह 0 माननीर अध रकष ी इादौर स उज न की दरी 51 दकिोमीटर ह

िदकन उसक आसपास आप पधार मरी मवहदपर विधान सभा म. िहाा पर मीनो क रट 5 हार

61 हार बीघा हो गनर अब उन मीनो को आध रट म. िन को कोई त रार नही ा इस रररि

‍ टट म. वतना भी प सा िगना हआ ा िह दश का कािाधन िगना हआ ा इस कारण उन मीनो क

रट कम हो गनर ह0 आ दकसान 6 बीघा मीन खरीदन की व‍ वत म. नही ा इतन रट बढा ददर

0

अध रकष महोदर-- कपरा समाप त कर.0

शरी बहादर वसाह चौहान-- म अावतम रह कहना चाहता हा दक-

"सरफरोशी की तमन‍द ना अब हमार ददि म. ह

दखना ह ोर दकतना बाए कावति म. ह 0

िक त आन पर बता द.गन तझ ए आसमाा

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

हम अभी स क रा बतार. क रा हमार ददि म. ह 0"

"इवतहास कााच क टकडो क नही हीरो क बनत ह

इवतहास घास क वतनको क नही तारो क बनत ह

ओ ीिन सागराम म. ीन िािो समर ब पक ाता ह तो इवतहास

काररो का नही शरिीरो का बनता ह 0 "

मोदी शरिीर ह दश का परधानमातरी शरिीर ह उन‍द होन बहत अच छा वनणयर विरा ह बहत-

बहत धन‍द रिाद0

शरी बिबीर वसाह डण डौवतरा (ददमनी)-- माननीर अध रकष महोदर दकसानो की सबस

ज रादा सम‍ रा मन कि अपन रहाा दखी ह मन मातरी ी को भी बताई ह हमार रहाा एक विधारक

ी न कहा ह दक परी दकसानो को वबिी वबिी तो वमि रही ह 04 घाटा की िाइट ह िदकन

वन दकसानो की मीन ह उनका 61-61 सािो का ो वबि ह िह 0-0 3-3 िाख रपर का

वबि द ददरा ह उनकी डीपी उतार िी गनई ह दकसान भराकर परशान ह डी0पी0 उतार िी गनई ह

उनक खत बार पड हर ह0 कि मातरी ी न आश िासन ददरा ह दक म ददखिाकर उसका वनराकरण

करा गना तो रह तो किि (XXX) म. िगन ह रह िहाा ाकर दख. दक दकसानो की हाित क रा हो रही

ह 0 मन कि एक परश न िगनारा ा गनारो क बार म. दक गनारो की क रा हाित हो रही ह दकसान 5

दकिोमीटर गनारो को िकर ाता ह और दफर 5 दकिोमीटर िौटकर आता ह डाडो स उनको

भगनारा ाता ह 0 हमारा मध रपरदश गनारो की पा करता ह गनारो की व‍ वत दखो क रा हो रही ह 0

दकसान गनारो स इतना परशान ह दक अगनर कानन नही बनारा मन परश न िगनारा 0 साि म. एक

बार आरा मरा परश न िह भी आ क वसि करिा ददरा परश न बोिन का कोई मौका नही वमिा

क रोदक हमार काागरसी िािो न भी हल िा कर ददरा रह वमि हर ह क रा बात ह 0 मरा रही वनिदन

ह दक दकसानो की सम‍ राओ को सनी ार. वबिी का वबि ह तो उनकी 4 दकश त की ार. अगनर

वबि नही भर. तो उनका कनक शन काटा ार स 6 िाख रपर ह तो 05 हार रपर अभी मा

करा ि. और 05 हार च तर म. मा करा ि. तब तो दकसान की सम‍ रा हि होगनी0 इन‍द होन कहा ह

दक िाइन म. नही िगन. िाइन म. दकसान ही िगना ह दकसान की बटी की शादी ह वस िडकी की

शादी ह िह भी िाइन म. िगनकर प सा वनकाि रही ह सम‍ रा तो ह सम‍ रा रहाा ब ठकर नही

सिझाई ारगनी िहाा पर ाकर दख. म अपन वि की कह रहा हा0 मझ और विो की नही पता

हमार मातरी ी ब ठ ह वबिी की सम‍ रा दकतनी करठन ह िाइट रर 04 घाट की ह पर वन

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

पर वबि रख ददरा गनरा ह 6 िाख का 4 िाख 75 परवतशत वबि बढा ददरा ह और सबस ज रादा

गनरीबो का वबि िहाा चाह एसी किर कछ भी चि रहा होगना उसका वबि नही ह और ो दकसान

एक िटट एक पाखा चिा रहा ह उसका हार पााच सौ रपर का वबि आ रहा ह 0 म मातरी ी स

कहना चाहता हा दक इसकी ााच कराई ार0 मीटर सही िगनार ार. इसस दकसानो की भिाई

होगनी और गनारो क विर एक कानन बनारा ार0 हर दकसान एक गनार रख एिा दो ब ि हि चिान

हत रख ऐसा पहि ा तो ि आ ो फाित खचय कर रह ह0 िह गनार का दध वपरगना तो अचछा

रहगना0 इसस परदश का भिा होगना0 गनारो का खराि नही रखोगन तो गनारो का इतना बडा शराप

िगनगना0 वबिी क बार म. सा मन कहा दक इस पर धरान ददरा ार0 नही तो दकसान फसि म.

पानी नही द सकगना0 अब तो िह खत बचकर भी वबि नही भर सकता ह 0 धन‍दरिाद0

शरी वत पटिारी(राऊ) - आदरणीर अधरकष महोदर इतन महतिपणय विषर पर नता

परवतपकष न दकसानो क ददय पर दकसानो की तकिीफो पर और दकसानो क आतमहतरा करन पर

आपस चचाय का समर माागना और सरकार और सासदीर कारय मातरी ी न इसको ‍िीकार दकरा उसक

विर म उनको धन‍दरिाद दता हा0 कोई भी सरकार ब चनकर बनती ह नरन‍दर मोदी ी को िोगनो न

चना दश की सरकार बनाई0 31-35 साि बाद दश म. कोई भारी बहमत स मबत सरकार बनी

और मोदी ी न ो िाद दकर िोगनो स उन िादो म. चाह िह पारह िाख रपर की बात

हो दकसानो क वहत की बात हो रा िह ददककत. ो वपछिी रपीए की सरकार म. आ रही ी उनको

उभार कर उन‍दहोन िोगनो की भािनाओ स खिा िह दकसी स वछपा नही ह 0 बािा बचचन ी न ो

आपको ‍ गनन ददरा ा िह कवष स ड हए मददो दकसानो की तकिीफ मदरो की तकिीफो क

आधार पर ददरा ा0उसकी कापी रह ह 0(कापी ददखारी गनरी) इसम. कही भी नोटबादी का वर.

नही ा पर ो आसादी की तरफ स हम. ो सचना वमिी उसम. एक िाईन नोटबादी की डी0 ख र

िह िाईन क स डी रह तो अधरकष महोदर आपका विषर ह परात आप विपकष और पकष दोनो को

चिान क सा -सा दोनो पर िरदह‍त रख. इस भाि स म आपस अनरोध करना चाहता हा दक

आगन स ऐसी गनलती नही होनी चावहर0 गनलती क रप म. म इसको परवतपाददत करता हा0 आ सरकार

ो भी बन िह कोवशश करती ह दक म जरादा स जरादा िोगनो का मन ीता िोगनो की सिा

करा आम नता की मदद करा 0 कोई भी मखरमातरी बन परधानमातरी बन विधारक बन िह सोचता हा

दक िह जरादा स जरादा िोगनो को खश क स रख सका इसक विर िह पररास करता ह 0 उसक अचछ

रा बर ो पररणाम आर.गन िह काम परा होन क बाद पता चिता ह 0 हाा तक कवष क बार म. इस

नोटबादी क बाद की पररव‍ वतरो पर बात कर.0 भारत क दकसानो की अ यवयि‍ ा नबब परवतशत

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नगनद पर आधाररत ह और रह नोटबादी उस समर हई ब उसको फसि बोना ा0 उसको वसाचाई

क विर सासाधन की आिशरकता ी0 ो बढ हए वबिी क टररफ ह अ‍ ाई कनकशनो पर उसस

दकसानो को ददककत हई0 उसक बाद माडी पारह ददन बाद रही तो माडी बाद रहन स वस तरह दकसानो

को तकिीफ आई उस पर हम. बात करना ी तो सहकाररता क कषतर म. सहकारी बको

पर सोसाररटरो पर ररिय बक न ो परवतबाध िगनारा उसस दकसानो को ो सम‍राएा आई उस पर

हम. बात करना ी0 आदरणीर सहकाररता मातरी खड हए उन‍दहोन िह सब बात. कही वसम.

रानीवत ी परात एक भी बात ऐसी नही कही उनक विभागन न बदिी हई पररव‍ वत म. करा

दकसानो क विर दकरा0सहकाररता कषतर म. करा बदिाि दकरा0 ररिय बक न ब परवतबाध िगनारा

तो हमारी सरकार न रह पररास दकरा0रह नही बतारा वसफय रानीवत0 िन मातरी खड हए त.द

पतता और िन उप स अपना ीिन वनिायह करन िािा गनरीब इस पररव‍ वत म. क स वरा इस प

र बात नही कही0 पपप कहा दकसी को शराप ददरा दकसी को आशीिायद ददरा और मझ कहा दक

अगनिी बार म नही आऊा गना0दकसी को पपप कहा0 दकसी को शराप ददरा0 दकसी को आशीिायद ददरा0

मझ कहा दक त अगनिी बार नही आएगना0 िह रहाा पर ह नही0 िदकन उनस अनरोध करना चाहता

हा दक पापी आदमी का कभी शराप िगनता नही और दानिीर आदमी कभी शराप दता नही0 आप

दानिीर होगन तो मझ आपका शराप िगनगना नही और आगन की बात आप खद समझत ह0 करोदक स

शबद आपन उपरोगन उधर स ि स ही शबदो की हम. अपकषा करनी चावहए0

अधरकष महोदर कछ बात. ऐसी ह0 आदरणीर गनह मातरी ी भी खड हए 0 उन‍दहोन सारी

बात. कही0 सरकार की भािना बतारी0 परधानमातरी ी की भी भािना बतारी दक दकस तरीक स

आताकिाद पर कािधन पर और फक (नकिी) मनी पर का टोि होगना रह बतारा0 क शिस

इकॉनामी बनानी ह इस पर भी बात कही िदकन एक भी बार रह नही कहा दक फिाा गनह िाईन

म. एक भी वयवकत को हाटय अट क आरा उसक विए गनह मातरािर न रह दकरा0 एक भी बार रह नही

कहा दक एक पािक न एक बाप न बटी की शादी नही कर पान क कारण आतमहतरा कर िी उसक

विए सरकार न करा दकरा. विपकष को दकतना कोस सकत ह दकतनी गनािी द सकत ह इसक

अिािा कछ नही कहा0

अधरकष महोदर ब मखरमातरीी रहाा चन कर आर और पहिी बार बोिन का अिसर

वमिा0 म हमशा मानता हा और ‍पषटतः रह ‍िीकार करता हा दक भारतीर नता पाटी क

मखरमातरी नही ह0 आदरणीर वशिरा वसाह परदश क मखरमातरी ह0 ब परदश की बात आती ह तो

आदरणीर वशिरा वसाह ी मर भी मखरमातरी ह0 अधरकष महोदर म आपक माधरम स मखरमातरी

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ी स आगरह करना चाहता हा दक मन वचटठी क माधरम स भी उनको कहा ा0 ब िह अपन दि क

विधारको की ब ठक. िन िगन कषतर की सम‍राएा पछन िगन तो परदश क मखरमातरी क विए तो सार

विधारक एक स ह0 आपन वसफय बीपी क विधारको स ही करो पछना ह0 करा आधार बनता ह

एक परदश क ऐस मखरमातरी का ो खद सदन क सार सममावनत सद‍रो क सा भदभाि करता ह 0

मखरमातरी ी इसम. सधार की आिशरकता ह 0

शरी अवनि दफरोवरा--अधरकष महोदर वत पटिारी ी विषर स भटक रह ह0 (वयिधान)

आप ‍ गनन पर चचाय कर रह ह रह विषर स भटक रह ह0

एक माननीर सद‍र-- मखरमातरी ी स वमिन स इनको दकसी न मना दकरा करा? र उनस

वमित करो नही ह0

अधरकष महोदर--कपरा समापत कर.0

शरी वत पटिारी-- अधरकष ी अभी मझ जरादा समर नही हआ0 रदद रोक-टोक होगनी तो

म चप रहागना0 म सकारातमक बात. करना चाहता हा0

अधरकष महोदर-- वतनी बात. ‍ गनन म. ी िह सब आपन कह दी0 सकारातमक बात. कह

रह ह िदकन बीच म. विषर स भटक ात ह0

शरी वत पटिारी-- म िह बात. करना चाहता हा ो परदश सरकार को सझाि क रप म. ह 0

मरा अनरोध रह ह दक ब दकसानो पर इतनी बडी गना वगनरी0 कवष आधाररत नकद अ य वयि‍ ा

होती ह 0 (वयिधान) ऐसी पररव‍ वत म. ब दकसानो को इस बात की आिशरकता ी दक वबिी

को वबिो को भरना ह और आपन ट ररफ बढा ददरा0 इस बार 7 स 31 परवतशत की िवध हई ह 0 ो

एक महीन का कनकशन ि सकता ा उसको भी बरन 3 और 4 महीन क कनकशन ददए गनए0

अगनर एक भी माननीर सद‍र इसको असतर बता द तो बताएा0 वबिी विभागन क अवधकारी और

कमयचारररो न नोटबादी क पहि दकस तरीक का तााडि मचारा0 िोगनो की मोटर सारकि. ककय की0

िोगनो को डरारा-धमकारा0 61 तरीक स उसको ब-इजजत करन की कोवशश की0 इसक साबाध म. भी

मन मखरमातरी ी और उाय मातरी ी को वचटठी विखी ी0 उसका िाब नही आरा0

अधरकष महोदर-- कपरा समापत कर.0

शरी वत पटिारी-- अधरकष ी मन भी रह ‍ गनन िगनारा ह इस नात मरा परा हक बनता

ह 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर-- ो आपन ददरा उसम. कही भी वबिी क साबाध म. उलिख नही ह 0 वसफय

सहकाररता म. नोटबादी क कारण सम‍रा आरी ह उसका उलिख ह 0 एक ही विषर पर बात की ा

सकती ह 0

शरी वत पटिारी-- अधरकष महोदर गनहा वबकता ह तो उसका प सा वमिता ह 0 कोई ि‍त

वबकती ह तो उसका प सा वमिता ह िदकन नोट वबकता ह तो उसक बदि नई करासी वमिती ह 0

शरी ििवसाह भरररा-- अधरकष ी वत पटिारी ी एकदम असतर बोि रह ह कही पर भी

दकसी की मोटर सारकि ककय नही हई0 (वयिधान)

अधरकष महोदर- कपरा समापत कर.0

शरी वत पटिारी--अधरकष ी नोट वबकन िगन और सरकार न गनह मातरािर न करा दकरा

इसका उततर दकसी न नही ददरा0 मरा मखरमातरी ी स अनरोध ह दक सम यन मलर की बात

आदरणीर रामवनिास राित ी न की ी0 सम यन मलर क हािात आप मझस बहतर समझत ह0

सोराबीन क भाि बढ ह रह सभी न कहा ह 0 सोराबीन क ति क भाि बढ ह परन‍दत सोराबीन

हाा 4511 4111 रपए ी िह 0511 रपए म. दकतनी सोराबीन वबक रही ह रा आप गनााि-

गनााि ाकर दख.0 रह ो 6511 रपए की कमी ह इसस करा खती दकसान क विए िाभ का धाधा

बनगनी? आ तक मझ रह समझ म. नही आरा दक वस तरीक स दकसान क बचच बीमारी का

इिा नही करा पाए उसक विए करा आगन बढकर सरकार न डॉकटरो स बात की?

शरी मनो वनभयर वसाह पटि - आपकी बात कर रहा हा सोराबीन क भाि 0511 3111

रपए ह काागरस क शासनकाि म. िही उतपादन दो कवा टि का होता ा0 आ माननीर मखरमातरी

ी क कारण िही उतपादन 8 स 61 कवा टि एकड का हो रहा ह 0 इसक सा -सा अधरकष महोदर

एक बात और कहना चाहता हा0

अधरकष महोदर - नही अब समापत कर.0 शरी ददनश रार..00अनातकाि तक कोई नही बोि

सकता0

शरी वत पटिारी - आरकर विभागन क नोरटस दकसानो को वमिन िगन गनर0 वस दकसान

को आरकर स छट वमिती ह 00

अधरकष महोदर - रह रहाा का विषर नही ह 0

शरी वत पटिारी - रह विषर ही ह 0

अधरकष महोदर - वसफय विषर रह ा दक इसक कारण परदश म. ो परशानी हो रही ह ो

मि विषर ा000

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी वत पटिारी - 00रह विषर स बाहर नही ह दक दकसान का बटा ब पढन क विए फीस

नही भर पारा तो उसको एगाम स बाहर होना पडा रह ‍ गनन का विषर ह 0 मरा आपस अनरोध

ह अधरकष महोदर हम आपस आशीिायद चाहत ह0

अधरकष महोदर - नही अनातकाि तक दकसी भी विषर पर बहस नही चि सकती0 आपक

दि को बहत समर ददरा ह 0 दसर िोगनो को भी बोिना ह 0 कपा करक अब समापत कर.0

शरी वत पटिारी - अधरकष महोदर एक वमनट का समर द द.0 मर सममावनत सद‍रो स

अनरोध करना चाहता हा दक इस नोटबादी का सम यन दकसन दकरा अवमताभ बचचन न दकरा

नोटबादी का सम यन दकसन दकरा िीरन‍दर सहिागन न दकरा अनपर खर न दकरा और इसका विरोध

दकसन दकरा? अमतरय सन नोबि पर‍कार विता न दकरा इसका विरोध दकसन दकरा डॉ0

मनमोहन वसाह न दकरा ो दक विशव क सियशरषठ विततमातरी ह उन‍दहोन दकरा0 इसका विरोध उसन

दकरा शरी रघराम रान न ो इसस पहि गनियनर उन‍दहोन दकरा इसविए नोटबादी म. काागरस

पाटी न वयि‍ ा का विरोध दकरा (वयिधान)000शरी मकश नारक न अगनर परधानमातरी की बात का

सम यन दकरा तो मर भी दश क परधानमातरी ह उनस आशा करता हा दक 65 िाख रपए ो उन‍दहोन

िारदा दकरा ा िह डाि.0 उस गनरीब क घर म. उस दकसान क घर म. (वयिधान)00 म नही समझता

दक इन सब बातो पर आप रानीवत कर पाएागन0

अधरकष महोदर - कछ नही विखा ाएगना0 आप ब ठ ाएा0

शरी वत पटिारी - (xxx)

शरी ददनश रार (वसिनी)- अधरकष महोदर नोटबादी का म परा सम यन करता हा0

(मो की प पाहट)00 नोटबादी िा‍ति म. परदश और दश क विए वहतकारी ह 0 नोटबादी क सा

म रह भी आगरह करता हा कन‍दर सरकार स तो नही मधरपरदश स दक वस तरीक स नोटबादी हई ह

उसी तरीक स शराबबादी हो ार0 उसी तरीक स म शासन स चाहता हा दक मीन खरीदी की तरफ

भी सीविागन एकट 61 एकड का िगना ददरा ाए0 61 एकड स जरादा मीन दकसी ट‍ट क पास न

हो कोई का पनी बनाकर न ि न कोई वयवकतगनत ि0 अगनर रह भी मधरपरदश सरकार िागन कर दगनी

िा‍ति म. मधरपरदश को िोगन सोन की वचवडरा कह.गन0 दकसानो की ितयमान म. ो व‍ वत ह

दकसानो न ो बोनी की ह कछ िोगनो न कहा ह दक शासन की रोनाओ का उन‍दहोन फारदा विरा

ह 0 िदकन म वनिदन करता हा दक दकसान वसफय दो फसि िता ह उसको इस बार फसि बोना ा

इसविए आपक आाकड बढ सकत ह उसकी मबरी ी उसन उधार म. प सा विरा0 उन‍दहोन

वयापारररो को स‍ती कीमत म. दाना ददरा उधार रावश िकर उसन बी बोरा ह इसविए आाकड

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

बढ रह ह0 िदकन दकसान कही न कही इस सम‍रा स उबर नही पा रहा ह 0 मरा आगरह ह दक

वबिी कटौती हमार कषतर म. बहत हो रही ह 0 िहाा पर िोलट सही नही वमि रहा ह 0 वबिी

विभागन कहता ह दक टाासफामयर 3 ददन म. बदि द.गन0 माननीर मातरी ी स मरा आगरह ह दक महीन-

महीन भर िहाा क टाासफामयर नही बदि रह ह0 3 एचपी की मोटर म. िहाा क िाइनम न कमयचारी

चमकात ह िाइनम न भी प सा माागनता ह 0 वनरर इाीवनरर तो माागन ही रहा ह िाइनम न भी

रावश माागनता ह वबना रावश ददर कही पर टाासफामयर नही बदि रह ह0 मरा आगरह ह दक सबस

ज रादा नोट भरष ट अवधकारररो क पास ह0 उसक बाद नताओ, व रापारररो और उदयोगनपवतरो क पास

भी नोट ह0 एक नाबर म. रखी हई रावश बको म. बदिी ा रही ह 0 मरा माननीर मख रमातरी स आगरह

ह दक वन बको म. टोकन वस‍ टम स कारय हो रहा ह , िहाा कोई व रवकत परशान नही हो रहा ह 0

मध रपरदश शासन को एटीएम म. भी टोकन वस‍ टम कर दना चावहए0 वस परकार हम डॉक टर क

पास इिा करान ात ह, तो हम. डॉक टर क पास स टोकन नाबर पराप त होता ह 0 रदद एटीएम

मशीनो पर भी टोकन बााट ददए ार. तो कोई व रवकत िाईन म. घाटो खडा होकर अपना समर बबायद

नही करगना0 रदद उस व रवकत का 3 घाट क बाद का नाबर होगना तो िह भोन करगना, अपन काम

करगना, माकट घमगना उसक िाईन म. आकर अपन 65 वमनट खराब करगना0 रदद शासन सभी बको

और एटीएम मशीनो म. टोकन वस‍ टम कर द तो कोई भी व रवकत परशान नही होगना0 मरा एक और

आगरह ह मावडरो म. किि बड व रापारी ही खरीदी कर रह ह, छोट व रापारी खरीदी नही कर पा रह

ह क रोदक ि कम रावश का माि खरीदत ह0 वसक कारण दकसान परशान ह0 मरा वनिदन ह दक

माडी क अवधकारी कही न कही भरष टाचार कर रह ह0 ि माडी म. किि बड व रापारररो स खरीदी

करिा रह ह0 छोट दकसान ो 05 स 51 दकिो अना बचना चाहत ह, ि नही बच पा रह ह0 इसक

अवतररक त म कहना चाहता हा दक रदद शासन की ओर स अभी मावडरो म. 5/- रपर ािी क

वहसाब स भोन की व रि‍ ा कर दी ार तो म समझता हा दक रह एक बहत बडा उपकार होगना0

आपन मझ बोिन का अिसर ददरा इसक विए बहत-बहत धन‍द रिाद0

अध रकष महोदर- ‍ गनन पर‍ ताि पर कि 65 सद‍ रो दवारा चचाय की ा चकी ह 0

शरी रामवनिास राित- माननीर अध रकष महोदर, मन आपस वनिदन दकरा ा दक आप

सभी सद‍ रो को अपनी बात रखन द.0 सभी सद‍ रो न दकसानो स साबावधत कोई न कोई सम‍ रा

दकसी न दकसी माध रम स रखी ह 0

अध रकष महोदर- राित महोदर, आपन बहत िाबी वि‍ ट दी ह 0 म किि इस शतय पर सभी

सद‍ रो क नाम पकारा गना दक कोई भी सद‍ र 0 वमनट स ज रादा नही बोिगना और कोई ररपीटशन

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नही होगना0 िगनभगन सभी बात. आ चकी ह0 मख र सचतक महोदर एिा माननीर सद‍ र इसम. सहरोगन

कर.0

शरी बािा बच चन- माननीर अध रकष महोदर, इसक विए आपका धन‍द रिाद0

अध रकष महोदर- कपरा करक कोई व रिधान न कर.0 रदद आप िोगन व रिधान कर.गन तो

उनका टाईम बढगना और उनको 6 वमनट बोनस का ददरा ारगना0

शरी वनशाक कमार न (बासौदा)- माननीर अध रकष महोदर, माननीर मख रमातरी सदन म.

मौद ह0 माननीर मख रमातरी हमार साासद रह ह0 म एक किा म. इन‍द ह. अपना गनर पहि भी मानता

ा और आ भी मानता हा0 िह ह , उनकी भाषण किा0 म आपक माध रम स माननीर मख रमातरी को

कछ साि पीछ ि ाना चाहता हा0 माननीर मख रमातरी अपन कषतर म. और पर परदश म. भाषण दत

दक दकसान मरा दिता ह 0

अध रकष महोदर- इस बात का ‍ गनन स क रा साबाध ह ?

शरी वनशाक कमार न- अध रकष महोदर, म उसी बात पर आ रहा हा0 मख रमातरी कहत

दकसान मरा भगनिान ह 0 मध रपरदश की नता मरा माददर और म इस माददर का पारी हा0

शरी विश िास सारागन- अध रकष महोदर, र ह वसरत की बात कर.0 अपन ‍ तर की बात कर.0 र

बरद‍ ती की बात रह रह ह0

शरी वनशाक कमार न- विश िास भाई आप ब ठ ाईर0 म अपन ‍ तर की ही बात कर रहा

हा0 म पारी की बात कर रहा हा0 ह वसरत की बात नही कर रहा हा0 म माननीर मख रमातरी को राद

ददिाना चाहता हा और उनस कहना चाहता हा दक ब सीहोर म. दश क परधानमातरी आए तो एक

बड कारयर.म म. परधानमातरी फसि बीमा रोना की घोषण परधानमातरी दवारा की गनई0 म आपक

माध रम स पर सदन क अपन साव रो स पछना चाहता हा दक रदद आपकी गनाडी का एक सीड.ट होगना

तो बीमा की रावश दकस वमिगनी, आपको रा मझ ? मगनर इस परदश का दभायग र दवखर शासन न

परधानमातरी फसि बीमा रोना िागन की और इकाई दकस बनारा ? उडद की फसि म. इकाई

बनारा गनरा ह दक ब तक पर वि क उडद का नकसान नही होगना, तब तक दकसान को उसक

उडद क बीम का िाभ नही वमिगना0 सोराबीन म. ब तक परी पाचारत का नकसान नही होगना तब

तक उसक बीम का िाभ उस नही वमिगना0

अध रकष महोदर- इस अनपरक म. बोविरगना0 र रहाा का विषर नही ह 0 आप ब ठ ाईर.

वनशाक महोदर का अब कछ नही विखा ाएगना0 ो बोि विरा उन‍द होन िो बोि विरा0 उन‍द होन

विषर पर एक बात भी नही बोिी0 शरी उमागन वसाघार ो बोि.गन किि िही विखा ाएगना0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी उमागन वसाघार ( गनाधिानी ) --माननीर अधरकष महोदर म एक बात स शरआत करना

चाहता हा दक नरोततम वमशर ी न एक बात कही ी सरयकि ‍टाइक को िकर0 दश म. रह कहा

गनरा दक पादक‍तान म. घसकर वहन‍दद‍तान की सना न मारा0 रह हम. मािम होना चावहए दक हम

पाक अवधकत कशमीर म. गनर कशमीर तो हमारा पहि स ह 0 हम पादक‍तान म. कहाा घस ह

पादक‍तान म. घसकर वस ददन आप सरयकि ‍टाइक करिार.गन उस ददन हमारी पाटी भी आपका

सा दगनी0 मरा कहना ह दक नरोततम वमशर ी ोडा करकशन कर ि.0

दसरा म रह कहना चाहता हा दक आरबीआई क दवारा सहकारी सोसाररटरो क अादर

शरआत क तीन ददन प सा विरा गनरा उसक बाद म. बाद कर ददरा गनरा ह 0 मरा आपस अनरोध ह

दक इन सोसाररटरो क अादर ो खातदार ो ऋणदाता उन िोगनो क खातो की ााच सरकार

को कराना चावहए दक उनक खातो म. शरिात क तीन ददन म. दकन दकन क प स मा हए ह

अवधकतर सोसारटी भापा बाहलर की ह अगनर मखरमातरी इस पर गनौर कर.गन दक शरआत क तीन

ददन म. इनम. दकसका प सा मा हआ ह गनरा परसाद - राम परसाद को पता ही नही ह दक उसक खात

म. प सा मा हो गनरा ह अगनर िा‍ति म. आप दकसान की बात करत ह तो दकसान क विए आप

पहि कर. दक इन सोसाररटरो की आप ााच करार.0 पर परदश क अादर 74 िाख अमानतदारो क

खात ह 54 िाख दकसानो क खात ह इन सिा करोड दकसानो क खातो की वन‍दहोन ऋण विरा ह

िदकन उनको पता ही नही ह दक उनक नाम स प सा मा कर ददरा गनरा ह 0 उनकी ााच की अगनर

पहि कर.गन तो रह सचची कािधन की मखरमातरी ी की पहि होगनी0

रह बात सच ह दक फसि क भाि कम हए ह हाा पर 7 हार रपर कवा टि सोराबीन का

बी बोरा ा िहाा पर आ दकसान को 0 हार रपर कवा टि वमि रहा ह 0 आ तीन स साढ

तीन हार रपर कवा टि क भाि म. वयापारी खरीद रहा ह िदकन दकसान की मबरी ह दक उसको

अपन घर म. शादी करना ह उ स आ खाद क विए प सा चावहए0 वयापारी उसको कहत ह दक 0

हार क अादर दना ह तो द दो नही तो रहन द.0 िह च क िकर ाता ह आपकी सदन की ानकारी

क विए बताना चाहता हा दक 06 परवतशत नता बक स दर ह हमार 06 करोड िोगन बाहर ह

वनक पास म. बक क खात नही ह0 म नोटबादी क वखिाफ नही ह न ही हमारी पाटी नोटबादी क

वखिाफ ह िदकन इसक वयापक रप स ो दषपररणाम आर ह उसक विए परदश ‍तर पर माननीर

मखरमातरी ी को सहकाररता क कषतर पर धरान दना चावहए0 आपन समर ददरा धन‍दरिाद0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

का िर सौरभ वसाह ( बहोरीबाद ) -- अधरकष महोदर आपन अिसर ददरा उसक विए

धन‍दरिाद सबस पहि तो म आपकी अनमवत स शिार ी क क शरीिा‍ति मनो पटि और

ििवसाह ी को परणाम करना चाहागना करोदक रह ही वयिधान उतपनन कर.गन0

हमार वि म. धान का सम यन मलर 64 1 रपर ह िदकन िा‍तविक हकीकत रह ह दक

751 स िकर 911 रपर परारिट म. धान खरीदी ा रही ह 0 माननीर खती को हम िोगन िाभ का

धाधा बोि रह ह0 हकीकत रह ह दक 6951 म. मर रहाा पर टकटर इापोटय हआ ा0 मर दादा ी िार

और कटनी वि म. िगनभगन सबस बड दकसानो की वगननती म. हमारा नाबर आता ह और आ भी

दकसानी स आगन हम िोगन नही बड पार वस भी वयवकत क पास म. कोई वयापार ह रा साधन ह

िह आगन बढ ाता ह िदकन दकसानी स आगन नही बढ पाता ह 0 आदरणीर मरा इस ‍ गनन क

माधरम स वनिदन ह दक भाषण भर दन स खती नही बढन िािी ह ब दकसान रात म. पानी

िगनाता ह तो सााप वबचछ गनोहरा पता नही दकतनी तरह की सम‍राएा हम िोगनो क बीच म. आती ह

और दकसान मरता ह उसका कही नाम तक नही आता0 हाा तक वबिी क वबि का विषर ह ,

माननीर मख रमातरी ी न 611 र0 परवत हॉसयपािर बढारा ह पर मरा वनिदन ह दक आप हर दकसान

स माह का एडिाास ि रह ह, क रा दकसान चोर ह ो उनस माह का एडिाास विरा ाता ह 0

माननीर, न आप व रापारी स एडिाास ि रह ह, न दकसी उपभोक ता स एडिाास ि रह ह, ब डीपी

िती ह , टाासफामयर िता ह तो पहि आप 51 परवतशत प स हमस मा करिा रह ह0 विगनत 3-4

साि स हमार रहाा सखा पड रहा ह , दकसान की हाित खराब ह . माननीर, ब दकसान सोसाइटी

म. अपना गनल िा दता ह तो 0-3 माह म. उसक पास प सा आता ह 0 अभी तो 31 परवतशत बोिनी बची

हई ह 0 म आपक माध रम स रह कहना चाहता हा दक वस तरह दकसान ब भी कोई परोक ट िता

ह तो बी वनगनम आधा प सा दकसान को दता ह उसी तरह दकसानो को भी प सा वमिना चावहए,

0-3 महीन तक नही रकना चावहए0 रही बात सम यन मल र और बोनस की तो हर दकसान क

उत पादन का बहत बडा वह‍ सा मदरी म. ाता ह , बी क विए िह रख िता ह रा पहि स उसन

िोकि दकसानो स, िोकि व रापारररो स एडिाास िकर रखा होता ह वसक कारण िह अपन

उत पाद का 51 परवतशत वह‍ सा ही सम यन मल र और बोनस क रट म. बचता ह 0 मरा आपस वनिदन

ह दक कपरा इस पर ध रान द.0 सवमवत म. अवधकााशत: िही दकसान ाता ह ो सकषम होता ह 0

माननीर, हम नोटबादी क वखिाफ नही ह पर सम‍ रा इस बात की ह दक 011 रपर िकर एक

दकसी पराइिट सा‍ ा का कमयचारी कटनी स बिपर ाता ह और िह दोपहर का खाना न खाकर

दो समोस म. अपना काम चिाता ह दक रात को 60 ब घर पहाचकर खाना खा िागना0 िह रात को

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

टन स िापस आता ह और ो खान का 1-71 रपर बचाता ह रह उसका कािाधन ह 0 कािाधन

िह भी वनकि रहा ह ो हमारी माताओ-बहनो न घर खचय स बचाकर रखा ा0 माननीर, रह सब

आाकडो का खि ह , मरा खासतौर स माननीर मख रमातरी ी स भी रह वनिदन ह दक सार दकसान

िगनान दत ह, पर रदद आाकडो म. ाएा तो माननीर मख रमातरी ी क ऊपर भी अभी िगनान बकारा

आ रहा ह 0

अध रकष महोदर -- कपरा समाप त कर., आप हमशा सहरोगन करत ह आ भी कर.0

का िर सौरभ वसाह -- बहत-बहत धन‍द रिाद0

शरी सखन‍द र वसाह (मऊगना) -- माननीर अध रकष महोदर, आपन मझ बोिन का अिसर ददरा,

धन‍द रिाद0 आ चचाय हो रही ह , हमार वि क परभारी मातरी ी न सबस पहि शरआत की ह और

उन‍द होन दो परधानमावतररो का वर. दकरा, िाि बहादर शा‍ तरी और ‍ िगनीर शरीमती इाददरा गनााधी ी

का, उन‍द होन रह कहा दक उन‍द होन भी ऐस वनणयर विए , उन‍द होन एक-एक ददन का समर नता स

माागना ा0 नता न अपना एक-एक ददन का समर सहषय ददरा ा0 िदकन शरी नरन‍द र मोदी ी न

51 ददन का समर माागना तो नता को सहषय दना चावहए0 हमार कहन का मतिब हमार दश म.

81 परवतशत नसाख रा दकसानो की ह 0 क रा दकसानो को 51 ददन का समर नही ददरा ा सकता0

टाासफामयर तभी िगन.गन ब तक पर दकसानो क वबि मा नही हो ात0 वबिी तभी दी ाएगनी

ब पर वबि मा हो ाएागन0 क रा इस तरीक का वनणयर होना चावहए रा दकसानो को परी सविधा

दनी चावहए0 दकसान इस समर आपदा स परशान ह 0 हमार वि म. वपछि िषय दकसान सख स

परशान ा और आ भी िही व‍ वत बनी हई ह . दकसान समवचत रप स अपनी ताई-बिाई नही

कर पा रहा ह 0 अत: अध रकष महोदर क माध रम स मरा अनरोध ह दक वस तरीक स 51 ददन का

समर सरकार न माागना ह उसी तरीक स 51 ददन का समर दकसानो को भी ददरा ाए0 सी दक

अभी सरयकि ‍ टाइक की बात हई, तो हमार कहन का मतिब रह ह दक 5 इाच का सीना वसफय

पादक‍ तान स िडन क विए ही ह रा चीन क विए भी ह ो हमार ऊपर डाररक ट, इनडाररक ट

आर.मण करता रहता ह , क रा चीन स भी िडाई होगनी0 चीन की भी बात करनी चावहए न दक वसफय

पादक‍ तान, पादक‍ तान, धन‍द रिाद0

का िर विर.म वसाह (रानगनर) -- माननीर अध रकष महोदर, आपन मझ बोिन का समर

ददरा उसक विए बहत-बहत धन‍द रिाद0 मर छतरपर वि म. मन अवधकतर दखा ह दक ब साढ

तीन सौ रपर की ररररा की बोरी खरीदन क विए दकसान सोसाइटी म. ाता ह तो उसको रह कह

ददरा ाता ह दक खल ि प स नही ह0 खल ि प स न होन की िह स उसको परशानी होती ह 0 511

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

र0 रा अगनर 0111 र0 का नोट ह तो ो भी प सा िह मा करता ह तो उसको च. प स नही वमित

ह0नोटबादी क कारण रह व‍ वत िा‍ ति म. उत पन‍द न हई ह और म एक बात कहना चाहागना दक हमार

कषतर का दकसान वपछि 5 साि स सख की चपट म. रहा0 अब इस िषय तीता इतना ज रादा हो गनरा

दक उडद, वतल िी की फसि, अरहर की फसि सब बबायद हो गनई0 दकसान को दन क विए 611 रपर

ो सम यन मल र रखा गनरा ह उस बोनस स कछ नही होता0 कम स कम सम यन मल र 6111 रपर

परवत दकसान कवा टि क वहसाब स ददरा ाए, रह अच छी बात होगनी0 शादी का ब समर आता ह तो

शादी क विए ढाई िाख रपर की व रि‍ ा बक स हो ाती ह परन‍द त इस ढाई िाख रपर को िकर

वसक घर म. शादी ह िह ाता ह 0

अध रकष महोदर -- कपरा समाप त कर.0

का िर विर.म वसाह -- माननीर अध रकष महोदर, आपन बोिन का समर ददरा, बहत-बहत

धन‍द रिाद0

शरी सवचन रादि (कसरािद) -- अध रकष महोदर, आ की हमारी ो गरामीण अ यव रि‍ ा

ह िह परी तरह स चरमरा गनई ह और विशषकर हमार ो दकसान ह उन दकसानो को भारी

सम‍ रा का सामना कर पड रहा ह 0 वन दकसानो न हमारी सिा सहकारी सोसाररटरो स और

विा बको क ो खातदार ह हाा स ि ऋण ित ह अपना व रिहार करत ह आ उनक सामन

बहत सारी परशावनरॉ, बहत सारी ददक कत. ह0 िगनभगन 6 करोड 0 िाख ो खातदार ह ि अपना

व रिहार परा वमक सोसाररटरो स और विा बको स करत ह और हमारी ो विा बक. ह उन

विा बको को आरबीआई स िारस.स पराप त ह और आरबीआई स िारस.स िन क कारण िह ि ध

तरीक स अपना व रिसार और व रिहार कर रही ह और बकका गन की सिार. दकसानो को द रही ह 0

मरा रह कहना ह दक ो सरकार का वनणयर ह , सरकार न ो फ सिा विरा ह और ो दोहरी नीवत

सरकार अपना रही ह उसस कही न कही हमारा दकसान ठगना महसस कर रहा ह 0 आप सभी ानत

ह दक ो सिा सहकारी सोसाररटरॉ होती ह ो अपक स बक ह ो हमार विा सहकारी बक ह

उसम. ो व रिहार करत ह िह हमार सार दकसान सा ी होत ह और सरकार न नोटबादी का ो

फ सिा विरा ह और ो 511 और 6111 रपर सरकार न बाद दकए ह उसक कारण दकसान ऋण

की अदारगनी नही कर पा रहा ह वसक कारण आन िाि समर म. वनवचितत ही उसको अवधक ब रा

अपन ऋण क अगन.‍ ट म. दना पडगना0 चादक माननीर मख रमातरी ी रहाा ब ठ ह, सहकाररता मातरी ी

ब ठ हए ह म उनस आगरह करना चाहता हक ा, म उनस वनिदन करना चाहता हक ा दक आप कन‍द र सरकार

स वनिदन कर., र परा यना कर. और ऐस कोई कदम उठाएा वसस इतनी भारी साख रा म. हमार

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

दकसान ो इन सिा सहकारी सोसाररटरो स कई िषो स व रिहार करत आ रह ह, विा बको स

व रिहार करत आ रह ह और अपनी महनत की कमाई इन बको म. मा कर रह ह उनक सा ठीक

व रिहार हो, रही मरी परा यना ह 0 आपन बोिन का समर ददरा, बहत-बहत धन‍द रिाद0

शरी हरदीप वसाह डागन (सिासरा) -- माननीर अध रकष महोदर, ो नोटबादी पर चचाय चि

रही ह 0 म गरामीण कषतर स आता हक ा0 मर विधानसभा कषतर म. 355 गनााि ह0 रदद बको की वगननती की

ाए तो मातर 05 स 31 बक. ह और ब गरामीण कषतर की नता िहाा पर आती ह तो 5-5, - ददन

क बाद भी उनको रपए नही वमि पा रह ह0 सबस बडी बात तो रह ह दक ो एटीएम की बात की

ा रही ह , म आपको ध रान ददिाना चाहता हक ा दक एक एटीएम चादिासा म. ब नोटबादी हई ी

उसक कम स कम दो महीन पहि उस एटीएम म. चोरी हई ी, िह एटीएम आ तक चाि नही हो

पारा ह वसक कारण एटीएम भी हमार कषतर म. बाद पड ह0 आ िम बी-िम बी कतार. दकसानो की

िगनी हई ह0 पहि सोसारटी क माधरम स मआि का वितरण दकरा गनरा ा तो करा कारण रहा

दक अभी सोसाररटरो म. दकसानो का ो िन-दन होना ा नोटबादी क बाद िह नही हो पारा0

करा उसको सोसाररटरो पर भरोसा नही रहा? बदक उन‍दहोन मआि का वितरण अचछी तरह

दकरा ा और कवष उप माडी म. ो दकसानो को चक ददर ा रह ह, ब िह बक म. चक मा

करान ात ह उनक सा ो अपमावनत भाषा का उपरोगन दकरा ाता ह और बक म. चक दकर क

दकसानो को 65-65 ददन हो गनर ह आ तक उनको भगनतान नही हो पा रहा ह इस पर भी धरान

ददरा ार और िा‍ति म. अगनर गनरीबो का भिा करना ह तो 65 िाख रपर का ो आपका िादा

ा और उसस पहि का 51 हार पहि िादा ा उस तरह स साढ 65 िाख रपर गनरीबो क खात

म. मा करार. तो नोटबादी का अ य वनकिगना0 रवहाद0

शरी वगनरीश भाडारी (नरवसाहगनढ)-- माननीर अधरकष महोदर चादक रह हमारा ‍ गनन

पर‍ताि आ दकसानो की बदहािी और दकसानो क सा ो हाित हई ह उसको िकर रह विरा

गनरा ह तो म दकसानो क साबाध म. वसफय दो बात आपक माधरम स इस सदन म. रखना चाहता हा0

सबस बडी बात रह ह दक 8 तारीख क बाद स कि रा 7 ददन ही मावडराा चाि हो पाई और दफर

मावडराा बाद हो गनई0 आ दकसान की हाित रह ह दक रोमराय की ची. खरीदन क विए भी उसक

पास प सा नही ह और उसन ो 7 ददन मावडराा खिी ी उसम. ो अना बचा ा उसक बदि

हा म. चक पकडा ददर गनर और िह चक आ बको म. भनान क विए उसको 8-8 61-61 ददन हो

चक ह िदकन उसको भगनतान नही वमि पा रहा ह 0 उसक कारण अवयि‍ ा हई ह 0 वयापारी वबना

प स क आ माडी म. वयापार कर रहा ह उसन च क द ददरा उसन अपना माि खरीदा दसर ददन

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

पिान‍दट म. माि भ ददरा0 आरटीीएस क माधरम स उसक पास तो पम.ट आ गनरा उसक खात म.

प सा आ गनरा िदकन दकसान को 61-61 65-65 ददन हो गनर उसको भगनतान नही वमि पा रहा

ह िही वयापारी वबना प स क रो िगनातार इनक सोराबीन का वयापार कर रहा ह 0 आ हाित

रह ह दक दकसान को रदद मोटर साइदकि म. पटोि भरिाना ह टकटर म. डीि डििाना ह उसक

विए उसको कही स भी उधार नही वमि पा रहा ह और हार पााच सौ रपर क विए भी िह कही-

न-कही वयापारररो क चककर िगना रहा ह दक िह उसको हार पााच सौ रपर द द. और आ हाित

रह ह दक मर रहाा कि 7 ददन माडी चाि हो पाई ह 03 तारीख को माडी चाि हई ी कि 7 ददन

चिी उसक बाद स पर समर क विए माडी बाद कर दी गनई ह 0 मर पर नरवसाहगनढ विधानसभा कषतर म.

4 मावडराा िगनती ह और चारो बाद पडी ह0 आ दकसान की रह हाित ह दक वपछिी सोराबीन का

फसि बीमा दकसान न करारा ा िदकन आ तक दकसान फसि बीमा क विए प सो क विए भटक

रहा ह उसको फसि बीमा नही वमि पारा ह 0

अधरकष महोदर आ ो दकसानो का प सा कोपररटवह रा सहकारी सोसाररटरो म. मा

ा उस प स क विए भी दकसान दर-दर भटक रहा ह 0 आ मदरो की हाित रह ह दक उनको

उनकी मदरी नही वमि रही ह मदर को ो शाम को प सा चावहए िह उसको नही वमि पा

रहा ह 0 मरा रह वनिदन ह दक सबस जरादा बदहािी आ दकसानो की हो रही ह इस बात को

िकर शासन को कही-न-कही कोई पररास करना चावहए0 शासन को मावडरो म. ऐसी वयि‍ ा करना

चावहए तादक दकसानो को नगनद प सा वमि सक और िह अपन रोमराय क ीिन उपरोगन की ि‍त

खरीद सक0 धन‍दरिाद0

शरी फन‍ददिाि वसाह माको(पषपरागनढ)-- माननीर अधरकष महोदर वस तरीक स पर

परदश म. ो नोटबादी क बाद पररव‍ वतराा उतपनन हई ह और रोमराय का ीिन ी रही परदश की

नता परशान ह 0 इसको दखकर आपन सहता स इस ‍ गनन को ‍िीकार दकरा उसक विए म

धन‍दरिाद दता हा और उन विकवसत और विकासशीि दशो क बार म. भी बताना चाहागना दक कछ

ऐस दश ह वन‍दहोन अपन दश क पिय उनक दशो म. नोटबादी कानन िागन दकरा और इस नोटबादी

कानन स ो पररव‍ वतराा उन दशो म. उत पन‍द न हई उनक बार म. भी म सदन क माध रम स बात

रखना चाहागना0 नाइीरररा न 6984 म. नोटबादी कानन िागन दकरा, घाना 6980, वम बाि, ना य

कोरररा 0161 और मरााक 6987 सोविरत रवनरन और इसक बाद 604 िषय पिय अमररका दश न

भी नोटबादी कानन िागन दकरा और बाद म. ऐस विकवसत दश न रह महसस दकरा दक अमररका म.

नोटबादी कानन िागन करन की रह सबस बडी भि रही ह 0 माननीर अध रकष महोदर, आ पर दश

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

और परदश म. मध रपरदश म. ऐसी व‍ वत उत पन‍द न हो गनई ह दक गनााि म. ो मदर ह िह अपन महनत

और मशक कत क सा 511 और 6111 रपए बचाकर रखा ा दक कही म बीमार पड ाऊा , मर

बट की फीस दागना, कही बटी की शादी करना ह , िडक का एडमीशन कराना ह और ब वस ददन

रह कानन िागन दकरा गनरा, नोट बाद दकए गनए0 अपनी गनााठ म. बााध िह माता 511 क नोट को

िकर ब िह बाार म. ाती ह , म अपनी आाख की दखी हई घटना बता रहा हा, ब िह बाार

म. गनई, अपन नाती को इस विकराि ठण डी म. पष परागनढ म. ‍ िटर पहना दी और अपन आाचि स

खोिकर 511 रपए ब उस व रापारी को ददए तो उस व रापारी न मना कर ददरा दक रह नोट अब

बाद हो गनए ह0

अध रकष महोदर—कपरा आप समाप त कर.0

शरी फन‍द दिाि वसाह माको— माननीर अध रकष महोदर, रह नोट अब बाा र म. नही चि रह

ह0 हम चाहत ह दक इस नोटबादी का सकारात मक पररणाम इस दश म. आए, खशहािी और बहािी

हो, इस दश की एक अच छी आर यक व‍ वत बन0 रह आताकिाद को समाप त करन क उददश र स िागन

दकरा गनरा ह िा‍ ति म. इसका फारदा हम. वमिता ह 0 हम मानत ह दक नोटबादी स हमार दश म.

परदश म. खशहािी और बहािी होगनी, ऐसा मझ परा विश िास ह , धन‍द रिाद0

शरी मध भगनत (परसिाडा) —अध रकष महोदर, आपन बोिन का अिसर ददरा आपको बहत

बहत धन‍द रिाद दत ह0 सा म. म वसफय दो वमनट म. कछ बात. अपनी सा यक रखना चाहता ा0 म

चाहता ा इस दो वमनट तक और मख रमातरी ी ब ठ रह.0 रा उन तक मरी आिा ा रही ह तो म

दकसान क वहत की ही बात करना चाहता हा0 सबस पहि तो म रहाा ब ठ हमार माननीर मातरी ी,

वसाचाई विभागन नरोत तम वमतरा ी स वनिदन करना चाहता हा उसक पिय म. वित त मातरी ो आ ह

पहि वसाचाई विभागन मातरी , शरी रात मि रा ी, म आपस वनिदन करना चाहता हा 6981 की

मरी सातनारी क बााध की दकसानो स साबावधत माागन ह वसम. 6 गनााि ह उसक चित िहाा पर 91

गनााि क बा म. ढटी बााध स पानी ाता ह , म िगनातार तीन िषो स इस मदद क ऊपर परश न उठा

रहा हा0 सार मावतररो न आश िासन ददए, सार किक टरो न आश िासन ददए इस सदन स भी आश िासन

वमिा, पर मर उस 6 गनााि क 01 हार दकसानो को पानी नही वमिा0 वस परकार स मन

विधानसभा परश न िगनारा तो उस परश न का िाब सीधा सीधा आरा दक इसक विए धन व रि‍ ा

और दसरी अन‍द र व रि‍ ाओ का सा यक कदम नही उठा सकत इसविए इसको रदद कर ददरा गनरा म

ानना चाहता हा दक क रा रहाा पर मातरी शिार साहब वनस मन वनिदन दकरा उनस मन कहा

दक आपको तो वसफय भवम टाासफर करनी ह िदकन इसका सा यक िाब नही आरा0 अध रकष

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

महोदर, म चाहता हा आपक माध रम स मातरी ी मरी इस माागन को गनम भीरता स ित हए कही धोख

स ऐसा न हो दक इस सातनारी बााध को बनात-बनात मरी ान न चिी ाए0

डॉ0 नरोत तम वमशर—रह फॉर‍ ट िड का मामिा ह 0

अध रकष महोदर—रह परश नकाि नही ह , कोई विषर भी नही ह 0 आप बाद म. उनस चचाय

कर िीवए0

शरी मध भगनत – आप िोगन इसक ऊपर गनम भीर नही ह, क रोदक आप दकसानो की बात करत

ह पर आप दकसानो क विए गनम भीर नही ह बहत तकिीफ होती ह ब म िहाा ाता हा0 6981 स

इस मदद को िकर क ब ठा हआ हा0 हमार माननीर कवष मातरी शरी गनौरीशाकर वबसन ी ो मर वि

स आत ह मन कि उनस बाहर वनकित स ही बोिा दक सातनारी बााध क विए आप कछ करत क रो

नही आप तो वि क मातरी ह तो उन‍द होन कहा आप बोित क रो नही, आप आइए वमविए0 साहब म

आपस तीन साि स वमि रहा हा आपस और क स वमिा0

अधरकष महोदर--कपरा अपनी बात समापत कर.0 धीर रख. र.ोवधत न हो0 आप उनस वमि

िीवएगना ि अभी उततर द रह आप बाद म. वमि िीवएगना0 अभी रहन दीवए इस विषर म.

आप बाद म. माननीर सद‍र को बिाकर उनस बात कर ि.0 बाद म. बात कर ि. रहाा कोई परशनकाि

नही ह 0 आपकी बात आ गनई ो आप कहना चाहत अब कपा करक उनको बोिन द., ि आवखरी

िकता ह0

शरी मध भगनत--धन‍दरिाद0 अगनर रह बन गनरा तो म धन‍दर मानागना इस भारतीर नता पाटी

क मखरमातरी वशिरा वसाह चौहान ी नरोततम वमशरा ी गनौरीशाकर शिार ी रात मि रा

ी शरी गनौरीशाकर वबसन ी को0 माननीर अधरकष महोदर इसकी घोषणा आ करिा दीवए0

डॉ0 रामदकशोर दोगनन (हरदा)--माननीर अधरकष महोदर ितयमान म. मधरपरदश म. ो

व‍ वत चि रही ह उस साबाध म. बात करन क विए आपन समर ददरा उसक विए बहत-बहत

धन‍दरिाद0

अधरकष महोदर आ हम दख. दक दकसान की बात हर आदमी करता ह परन‍दत उसक विए

काम कोई नही करता ह 0 आ सदन म. ब ठ 031 विधारको म. स 81-91 परवतशत विधारक दकसान

ह पर दकसान क बार म. कोई सोच नही रहा ह 0 िागनत मलर की बात हर आदमी करता ह और रही

वनरम और कानन बनत ह पर रहाा कोई िागनत मलर की बात नही करता ह 0 न िागनत मलर क

वहसाब स मलर वनवचितत करक उसको ददििारा ाता ह 0 आ दकसान हर गनह परशान ह 0 हरदा

म. अभी दकसानो को 61 एकड पर बीम की रावश 441 रपए वमिी ह 0 अभी अभी सचना वमिी ह

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

दक एक दकसान को 68 रपए भी बीम की रावश वमिी ह दकसी को 6111 रपए एकड भी वमिी ह 0

रह बीमा रावश दकस वहसाब स दी ा रही ह और दकसान का आप करा भिा करना चाहत ह0

परानी बीमा पॉविसी ोडी बहत ठीक ी0 अभी नई बीमा पॉविसी आई ह उसक अनसार तो मर

खराि स दकसी भी दकसान को बीमा नही वमि पाएगना0 मआिा दना तो सरकार न बाद ही कर

ददरा ह 0 रदद बीमा और मआिा नही वमिगना तो उसकी आर यक व‍ वत और भी खराब होगनी0 रह

बडी विडमबना ह दक हर आदमी ‍िीकार करता ह दक म दकसान हा दकसान का बटा हा और रहाा

पर ो ब ठ ह ि दकसान क बार म. कोई बात नही कर रह ह0 मरा मखरमातरी ी स वनिदन ह

करोदक उन‍दहोन बार-बार घोषणा की ह दक िागनत क वहसाब स फसिो का मलर होना चावहए0 मरा

वनिदन ह दक आ रह घोषणा कर.0 स गनहा क विए 6 11 रपए आप द रह ह गनहा को बोन स

िकर खाद बी कटाई सब वमिाकर 3111 रपए क िगनभगन िागनत आती ह इसकी घोषणा कर.

तो ही दकसान का भिा हो सकता ह 0 दसरी फसिो की भी रही व‍ वत ह सभी फसिो म. िागनत

मलर क वहसाब स मलर द.गन तो ठीक रहगना दकसान का भिा होगना0

अधरकष महोदर आपन बोिन का मौका ददरा उसक विए धन‍दरिाद रवहाद0

शरी रादिन‍दर वसाह (नागनौद)--माननीर अधरकष महोदर हमार साव रो न आपस नोटबादी

आदद की बात की0 नोट की वचाता साासदो को और हमार दवारा चन हए राजरसभा साासदो को होना

चावहए0 इसकी वचाता करन क विए दश म. बहत िोगन ह0 म अपन कषतर की बात करना चाहता हा0

गनौ-माता हमार साभागन म. दकसान की सबस बडी सम‍रा बन गनई ह 0 बादिखाड और रीिा साभागन म.

दकसान सबस जरादा आिारा पशओ स परशान ह 0 गनारो क सा उनक पवत ो ब ि ह उनक विए

मखरमातरी ी ो कानन बनाए ह0 छततीसगनढ म. टकटर स खती नही होती ह िहाा पर ब िो स खती

होती ह पहाडी कषतरो म.0 रदद ब िो क पररिहन की अनमवत छततीसगनढ क विए द दी ाए तो शारद

दकसान ‍ितातर होकर सो सक0 परी रात ागनता ह 0 सपयदाश स मौत. हो रही ह खविहानो म. आगन

िगन रही ह 0 रा‍ि विभागन स उनकी मतर क बाद प सा नही ा रहा ह ि स ही 51 हार ददरा

ाता ह ो दक कम ह िह भी नही ददरा ाता ह 0 वहादी म. बता रह ह हम अपन गनााि की भाषा म.

बोि रह ह0

अधरकष महोदर--अचछी ह आपकी भाषा0

शरी रादिन‍दर वसाह--अधरकष महोदर वबिी िाि नता क सा बहत सखती कर रह ह

उनका कनकशन काट रह ह0 तीन हासय पॉिर की मोटर ह और सात हासय पािर का वबि बनाकर ि

रह ह इस िसिी को एक महीन क विए रोक दीवए निरी म. धान का प सा आ ाएगना उस

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

समर दकसान 51 परवतशत नही 611 परवतशत वबिी क वबि का भगनतान कर दगना0 ो धान की

फसि कटी ह िह बो द दकसान 65 ददन शष बच ह ददसाबर तक बोिनी ह 0 हम सब आाकड सन रह

0 न भारतिषय की मीन बढ रही ह 0वतना आाकडा ह , िह सब हम सन रह न तो मीन भारत

िषय की बढ रही ह न ही मध रपरदश की मीन बढ रही ह 0 वसका प सा मा ह , उसका भी नही

िगना ह 0 म कोई असत र बात नही बोि रहा हा, म सही बात बोि रहा हा0 आप दकसानो को एक नही

दो महीन का समर द.0 दफर पचास नही सौ परवतशत द.0 आपक पास धारा 638, 655 उसम. ि

भ द.0 आप ब िो का पररिहन कर द.0 वसस हमारी खती बच0

दसरी एक महत िपणय बात और कहना चाहता हा रहाा पर सारागन ी ब ठ ह0 बाऊपर

सोसारटी ऊचहरा ब िॉक म. ह , िहाा पर गन.ह उपायन का प सा वपछि साि का िाख रपर, ो

सखा राहत की रावश ी,उसको राम िोटन नाम का सवमवत सिक उसस उसन राईस वमि िगना

िी, उसस हाि‍ टर खरीद विरा परन‍द त िह प सा आ तक दकसान को नही वमिा ह 0 उस सवमवत

सिक क ऊपर कारयिाही की ार0 रह सारागन ी क विभागन का मसिा ह 0 रह बहत ही ररी ह ,

उसन करोडो रपर का गनबन दकरा ह 0 उस पर कारयिाही की ार0 धन‍द रिाद0

शरी सोहनिाि बाल मीक(परावसरा):- माननीर अध रकष महोदर, आ ‍ गनन पर ो चचाय

चि रही ह 0 इस मौक पर म भी अपनी बात रखना चाहता हा0 िगनातार चार िषो स परदश म.

विपदा, आपदा आन क कारण दकसानो की फसि. अत रवधक खराब हो गनरी ह और दकसानो का

आर यक नकसान हआ ह 0 वनवचितत रप स दकसानो की वस तरह स सरकार की मदद करनी चावहर

ी, उतनी मदद सरकार नही कर पारी ह 0 कहन को हमार विवभन‍द न सद‍ रो और मावतररो न अपनी

बात रखी ह 0 मगनर सच चाई रह ह दक आ दकसान बहत बदहाि व‍ वत म. ह 0 म अपन कषतर की

बात कहना चाहता हा दक मर कषतर म. भी दकसानो की िगनभगन चार िषो स खराब हई ह 0 वपछिी

बार परावसरा विधान सभा म. दकसी भी दकसान को मआिा नही वमिा0 वसफय नौ िाख पतीस

हार रपर दकसानो को मआिा बाटा ह 0 बदक पीिामौक स ो दकसानो की फसि. खराब हई

ी0 उसस सोराबीन की अत रवधक फसि. खराब हई ी0 िगनभगन 81 परवतशत फसि. खराब हई ी

और मातर नौ िाख, पतीस हार रपर इनको मआिा बाटा ा0 इसी तरह स वपछि िषय भी

फसि. खराब हई0 मन बहत वशकारत. की, बहत सारी बात. हई0 एक कवष विभागन की टीम बनी

वसम. काफी िोगन शावमि 0 अध रकष महोदर, म आपको बताना चाहता हा दक हाा-हाा मन

वचवन‍दहत दकरा दक रहाा पर मर कषतर की फसि. खराब हई ह, हाा पर िोगनो क खत बह गनर ह, मटटी

बह गनरी ह , पविरा टट गनरी ह , उन सब गनहो का वनरीकषण दकरा गनरा0 मगनर इस वनरीकषण क

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

दौरान मझ उस सवमवत म. शावमि नही दकरा गनरा0 मरा आपस वनिदन ह दक म अपन विधान

सभा कषतर का विधारक हा और म दकसानो क बार म. अपनी बात रख रहा हा और दकसानो क बार म.

अपनी वचन‍द ता व रक त कर रहा हा और विवखत म. द रहा हा दक मर कषतर म. रहाा-रहाा मर कषतर म.

नकसान हो रहा ह , दकसानो की फसिो का नकसान हआ ह 0 परन‍द त ब विभागन की टीम ाती ह तो

मझ शावमि नही करती ह 0 ऐसी व‍ वत क रो वनरमयत होती ह 0

अध रकष महोदर, म आपक माध रम स माननीर मख रमातरी ी का ध रान ददिाना चाहता हा

दक ऐसी कोई टीम बनती ह तो उस कषतर क दकसानो को भी उसम. शावमि दकरा ाना चावहर0 म

सा ही सा रह भी कहना चाहता हा दक वन दकसानो की नददरो क पास म. भवम ी, उसकी

वमटटी बही ह , उसम. बतारा गनरा ह वसफय 7 दकसानो को वसफय एक िाख पााच हार रपर का

मआिा ददरा गनरा ह 0 क रा वन दकसानो का खत बहा ह , क रा उसका इस तरह स आाकिन होगना0

वनवचितत रप स कही न कही हम सब िोगनो की वचन‍द ता का विषर ह 0 म रह भी कहना चाहता हा दक

नोटबादी क कारण दकसानो न 63 5 रपर ो सोसारटी म. मक का ददरा ाना चावहर. (XXX)

अध रकष महोदर :- शरी सन‍द दर िाि वतिारी, आप बोविर, उनका समर परा हो गनरा ह 0

उनका कछ नही विखा ा रहा ह 0

शरी सादरिाि वतिारी--माननीर अधरकष महोदर आपक माधरम स माननीर मखरमातरी ी

त ा सरकार का धरानाकरषयत करना चाहता हा0 सततापकष क िोगनो न दकसानो को बहत राहत दी ह

रह बात उधर की तरफ स आरी ह 0 म किि एक सिाि माननीर मखरमातरी ी स करना चाहता हा

दक परा आपन दकसानो स करा भाि खरीदा ह रपर दकिो खरीदा ह 0

अधरकष महोदर--रह ‍ गनन का विषर ह करा ?

शरी सादरिाि वतिारी--दकसान की सम‍रा की बात ह 0

अधरकष महोदर--नोटबादी क पहि की बात ह 0

शरी सादरिाि वतिारी--अधरकष महोदर नोटबादी की बात नही कर रह ह हम दकसानो की

बात कर रह ह दक हमार वि म. हारो टक परा रपर दकिो क रप म. खरीदी और हारो

टक हमार वि क दकसानो न फ. क दी त ा सडा भी दी उनको कोई िन िािा आदमी नही वमिा0

एक दकिो परा की िागनत कम स कम 5 रपर परवत दकिो आती ह 0 रह सरकार ऐसा वयिहार

दकसानो क सा कर रही ह 0 अब हमारा कहना ह दक वपछिी बार भी मन वनिदन दकरा ा और

माननीर मखरमातरी ी न मरी परशासा भी की ी उसक विर उनको दफर स धन‍दरिाद द रहा हा0 एक

माागन हमन रखी ी दक कम स कम दकसान पररभावषत हो ाए दक आवखर दकसान ह कौन ?

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डॉ0नरोततम ी डॉ0गनौरीशाकर शिार माननीर मखरमातरी ी भी दकसान ह और िह सबस बड

दकसान ह0 करोडो करोड इन‍दकम ट कस दन िािा भी दकसान ही ह0 मखरमातरी ी न वहममत की दक

एक आदश पाररत दकरा दक ो इन‍दकम ट कस दत ह रा इतनी िाबा ितन पा रह ह उनको मआिा

नही ददरा ाएगना रह आदश पर परदश म. ददरा0

अधरकष महोदर--रह अनपरक का विषर ह वतिारी ी0

शरी सादरिाि वतिारी--अधरकष महोदर म दकसान की बात कर रहा हा मरा एक शबद भी

गनित हो तो बोि दीवर िदकन पता नही माननीर मखरमातरी ी को इतना डरिा ददरा दक

आपक पर िोट ही खतम हो गनर0

अधरकष महोदर--अब आप समापत कर.0 आपकी बात आ गनरी ह आप कपरा ब ठ ाएा0

शरी सादरिाि वतिारी--अधरकष महोदर एक अावतम बात कहना चाहता हा दक अभी तो म

दकसानो की हाित पर आ रहा हा0 अब वबिी मातरी ी न हमको वचटठी विखी ह .

अधरकष महोदर--आपक दो वमनट हो गनर ह आप ब ठ ाएा0

शरी सादरिाि वतिारी--नही हए दो वमनट एक बात और बोिन द.0

अधरकष महोदर--चविर बोविर0

शरी सादरिाि वतिारी--अधरकष महोदर दकसानो स रपर दकिो परा विरा ा उसको

भविषर म. कम स कम 05 रपर दकिो सरकार दकसानो स खरीद और सरकार उनकी फसिो का

सम यन मलर द.0 रही बात नोटबादी की हम तो 611 रपर क नोट बाद करिाना चाहत ह0

अधरकष महोदर--अब आप ब रठर0 हमशा स ही आप ऐसा करत ह0 रह बात ठीक नही ह 0

रह ो बोि रह ह उनका नही विखा ाएगना0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी (XXX)

शरीमती उषा चौधरी--माननीर अधरकष महोदर मझ भी एक वमनट बोिन क विर समर द.0

अधरकष महोदर--ठीक ह बोि.0

शरीमती ऊषा चौधरी (र गनााि) – माननीर अध रकष महोदर, आपन मझ बोिन का मौका

ददरा, उसक विए धन‍द रिाद0 आ ो दश क अन‍द दर ढाई साि म. हािात प दा हए ह0 माननीर

परधानमातरी ी न कहा ा दक हम विदशो स 611 ददन क अन‍द दर कािा धन िापस िार.गन, िदकन

ढाई साि म. ऐसी कौन सी व‍ वत बनी दक परधानमातरी ी न नोटबादी का वनणयर विरा0 उन‍द होन कहा

दक 61 महीन पहि स हमारी त रारी चि रही ी िदकन अभी वनणयर िन का क रा मकसद ा ?

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अध रकष महोदर, वस तरह स दकसान, मदर और गनरीब िोगन िाईन म. िगन ह0 मन अपनी

आाखो स दखा ह दक एक िकडी िािी न 611 रपर की िकडी बची और वसन िकडी खरीदी,

उसन उस िडकी को 511 रपर का नोट मा ददरा0 िह िकडी िािी 511 रपर का नोट िकर

पर बाार म. शाम तक घमती रही िदकन उस छटटा नही वमिा और न ही उस खान को अना

वमिा0 िह रो का अना घर पर ि ान िािी िडकी ी0

अध रकष महोदर, म कहना चाहती हा दक वस तरह स सदन क अन‍द दर हमार दि क दकसी

भी विधारक न नोटबादी पर चचाय नही की और न ही चचाय करना चाहत , िदकन माननीर मातरी

महोदर न हमारी बहन ी क ऊपर रटप पणी की ह , िह बहत गनित ह 0 म बताना चाहती हा दक

हमारी बहन सशरी मारािती ी न अगनर नोटो की मािा पहनी ह तो िह गनरीब पोविागन एिा सक टर

क कारयकतायओ न 611-611 रपर इकटठा करक अपनी वादा दिी को नोटो की मािा पहनाई ह ,

िह कोई कािा धन नही ा0 इस दश क अन‍द दर सबस ज रादा ट क स भरन िािी बहन ी ह0 बहन ी

का कोई खाता नही ह , उसकी ााच करिा िी ार0 इस दश म. सबस ज रादा कािा धन माददरो क

अन‍द दर चढा रा ाता ह . रपरा, प सा, सोना एिा चाादी, उस पर रह सरकार गनौर नही करती ह 0

अध रकष महोदर – आप समाप त कीवर0 आप मरायदा रवखर0 रह बात ठीक नही ह , आप ब ठ

ाइर0 अब कछ नही विखा ारगना0

शरीमती ऊषा चौधरी – (XXX)

मख रमातरी (शरी वशिरा वसाह चौहान) – माननीर अध रकष महोदर, आ आम तौर पर

परम परा स हटकर क रोदक अक सर परवतपकष क वमतरो और सत ता पकष क भी माननीर सद‍ र चाहत ह

दक परश नकाि चि, िदकन कि स माननीर नता परवतपकष ो बहत शािीन एिा बहत गनाभीर ह0 ि

िगनातार रह कह रह दक इस विषर पर चचाय होनी चावहए, इसविए आ ब परश नकाि पराराभ

हआ और सदन ‍ वगनत हआ तो मन कारण पता दकरा तो रह पता चिा दक नोटबादी क कारण

उत पन‍द न पररव‍ वतरो पर चचाय होना ह 0 अब इस पर भी, हमार परवतपकष क वमतरो म. मतभद दक

चचाय नोटबादी पर होना ह , नोटबादी स उत पन‍द न दकसानो की सम‍ राओ रा अन‍द र सम‍ राओ पर होना

ह िदकन रह बात तर ी दक आ चचाय होना ह 0 मझ भी िगना दक माननीर परवतपकष क नता और

बाकी सद‍ र अगनर इस विषर पर चचाय करना चाहत ह तो सदन म. चचाय होनी चावहए इसविए

सरकार न भी सहमवत दी0 चचाय सा यक हो, रह आपन पररास दकरा ह 0

माननीर अध रकष महोदर, चादक चचाय इतनी व रापक हो गनई0 नता परवतपकष ी अिगन कह रह

िदकन बाकी हमार विदवान विधारक शरी मकश ी न नोटबादी क और कई पकषो की चचाय की,

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

हमार वत ी न उसम. कछ पकष ोड, आररफ भाई न कछ पकष ोड0 िह चचाय इतनी व रापक हो

गनई दक कछ हमार विधारक सा ी उसको अपन कषतर की तरफ भी ि गनर, िदकन चचाय अच छी हई0

मरा र वनिदन ह , चादक चचाय बहत व रापक हई ह इसविए हमको र ‍ िीकार करना पडगना दक

नोटबादी का फ सिा आसान नही ा0 आमतौर पर कोई नही ि सकता ऐसा फ सिा, क रोदक

नोटबादी क बाद ो पररव‍ वतरो प दा होती ह , उसका कोई चनािी गनवणत गनणा-भागन अगनर दखता

तो कोई र फ सिा नही कर पाता, िदकन एक फ सिा आताकिाद क वखिाफ, कािधन क वखिाफ,

कािधन क कारण ो अ यव रि‍ ा पनपी ी उसक वखिाफ, भरष टाचार क वखिाफ िना ा तो र

फ सिा विरा, शरीमान नरन‍द र मोदी ी न और म रह कह सकता हा दक कोई रगनपरष कमयवनष ठ और

दशभक त परधानमातरी ही ऐसा फ सिा ि सकता ा. (मो की प पाहट) फ सिा सोच समझकर

विरा, ानकार विरा, करठनाई हो सकती ह , िदकन परवतपकष क वमतर भी कम स कम इस बात स

तो सहमत होगन, ब रपीए की सरकार ी, तब भी अक सर हम रह समाचार पढत दक रहाा फक

कर.सी पकडी गनई, रहाा ािी नोट पकड गनए, हमार पडौसी राष टो स बडी साख रा म. ािी नोट

भारत म. आ रह , बडी साख रा म. आ रह और िह किि नकिी नोट चिान िािो वगनरोह का

नही ा ो िगनातार हमार राष ट म. नकिी मरा भकर भारत की अ यव रि‍ ा को ध ि‍ त करना

चाहत .

कािाधन एक कारण ा, नरोत तम ी न और उसक बाद हमार वमतर भपन‍द र वसाह ी न उस

पर वि‍ तार स चचाय की, िदकन म उस गनहराई पर नही ा रहा हा, उस पर ान की आिश रकता

नही ह , िदकन म दाि क सा कह सकता हा दक परधानमातरी का रह फ सिा दश क वहत म. ा, राष ट

क वहत म. ा0 अब र बात अनको बार कही गनई वबना त रारी क फ सिा विरा विरा गनरा. अब ऐस

फ सि, माननीर अध रकष महोदर, बताकर नही दकए ा सकत, अगनर पहि स सवचत कर दत तो ो

उददश र उसक पीछ ा, िह उददश र परा नही होता0 अब रहाा भी हमार वमतर भरम की व‍ वत म. ,

अच छा कह दक बरा कह, िदकन रह किि रहाा की बात नही ी, ददल िी की भी रही व‍ वत ी,

सम यन कर. दक विरोध कर., विरोध करन म दान म. उतर हाा िोगन बक म. िाइन म. िगन , प सा

वनकािन क विए हमार कछ राष टीर दिो क नता उन िाइन म. िगन िोगनो क पास पहाच गनए, ि

चाहत दक िोगन विरोह कर., पररव‍ वतराा वबगनड और कानन और व रि‍ ा की व‍ वत प दा हो,

िदकन ब िाइन म. िगन हए िोगनो क पास हमार ऐस नतागनण गनए तो िोगनो न िहाा पर मोदी,

मोदी, मोदी क नार िगनाए और कहा दक कष ट सह ि.गन, तकिीफ सह ि.गन िदकन र फ सिा दश क

वहत म. ह इसविए हम इस फ सि क सा खड ह0 अब आप मान रा न मान म गनाभीरता स कह रहा

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

हा, म हल क फल क अादा म. नही कह रहा हा, आप मान रा न मान िदकन दश की नता रह मानती

ह दक र फ सिा दश क व रापक वहत म. ह कम अिवध क विए नही, िाब समर क विए रह भारत की

अ यव रि‍ ा को बहत आगन ि ाएगना0 एक साहसी परधानमातरी न र फ सिा दकरा ह , इसविए हम

इस फ सि का सम यन करत ह0(मो की प पाहट) और आप भी इस भरम की व‍ वत म. न रह इस

फ सि का सम यन आप म. स अनक वमतरो न भी दकरा ह और बाद म. ‍ ट ण ड बदिा, ‍ ट ण ड ददल िी म.

भी बदिा, ‍ ट ण ड रहाा भी बदिा दक नही नही हम नोटबादी क वखिाफ नही ह , हम तो नोटबादी क

कारण ो सम‍ रा हो रही ह , उसक वखिाफ ह 0

माननीर अध रकष महोदर, इस ददक कत का अादाा पहि ददन स भारत क परधानमातरी को

ा, इसविए 8 तारीख को ब नोटबादी का फ सिा नता क बीच म. अपन सादश क माध रम स ि

ा रह , तब उन‍द होन नता स विनमरता स कहा ा, कछ ददक कत. हो सकती ह , परशानी हो सकती

ह , िदकन दश क विए आप र ददक कत और परशानी सहन कर.गन, ऐसा मरा विश िास ह . पचास ददन

का समर परधानमातरी ी न माागना ा, म मानता हा दक ोडी परशानी हो सकती ह , िदकन आ

वस तरह की चचाय रहाा हई ह , उसम. रह बता ददरा गनरा दक दकसान परी तरह स बहाि ह ,

परशान ह और मख रमातरी, मरी सरकार, मर मातरी सब क सब बस दकसान को परशान करन म. िगन

ह, दकसान की तकिीफ की तरफ कोई ध रान नही द रहा ह 0 हमार एक वमतर न कहा दक मख रमातरी

कहत ह, िो भि गनए होगन, म कहता हा तो शब दो स नही कहता, पर मन स, आत मा स कहता हा, आ

दफर दोहरा रहा हा दक मध रपरदश मरा माददर ह , उसम. रहन िािी नता मरा भगनिान ह और उस

नता का पारी वशिरा वसाह चौहान ह , र मर विए शब द नही ह , मातर ह 0 परवतपकष म. होन क

कारण आप ‍ िीकार कर. रा न कर., आपकी मी विरोध करन का आपको अवधकार भी ह, िदकन

हम ऐस बर तो नही ह दक अपन दकसान को, अपन परदश की नता को दर दर की ठोकर खान क

विए बाध र कर द., ऐसी बात. कही गनई दक दकसान मर रहा ह दकसान परशान ह 0 म राद ददिाना

चाहता हा दक एक रगन म. दकसानो की हाित करा ी0 मझ रह कहत हए गनिय ह दक परदश की

सरकार न परदश की भारतीर नता पाटी की सरकार न सरकार परी नता की ह िदकन

चनकर भारतीर नता पाटी आई दकसानो क वहत म. स फ सि दकर 1 सािो म. पहि कभी

नही दकर गनर0 रह म दाि क सा कह सकता हा0 68 परवतशत बरा को ीरो परस.ट पर ि

आना0 अब किि ीरो परस.ट पर नही अब तो हमन फ सिा दकरा ह आपकी ानकारी म. ह 0

खाद और बी का काय अगनर एक िाख ि ाओ तो साि भर बाद 91 हार द ाओ0 ऐसी

सरकार कब ी म रह पछना चाहता हा0 रहाा कई तरह क दकसानो और खती क मामि म. आरोप

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िगनार गनर0 अभी बात हो रही ी फसि बीमा रोना की0 कभी कह ददरा दक फसि खराब हो

गनरी करा वमि गनरा दकसानो को0 म कहना चाहता हा दक वहन‍दद‍तान क इवतहास म. रह पहिी

बार हआ ह वपछि साि ब खरीफ सोराबीन की फसि खराब हई और तब म भी कषतर म.

गनरा ा0 दकसानो क खतो म. गनरा ा0 तब भी हमार कछ परवतपकष क वमतरो न कहा ा दक

मखरमातरी तो ओिा परयटन कर रह ह0 अब दकसान क खतो म. ाना ओिा परयटन करना ा

िदकन िह किि परयटन नही ा 4 11 करोड रपर की राहत की रावश पहिी बार मधरपरदश की

सरकार न दकसानो क खातो म. भन का काम दकरा0 कौन इसस इाकार कर सकता ह 0 4 11

करोड रपरा उस समर दकसानो क खातो म. गनरा और अब वहन‍दद‍तान क इवतहास की सबस बडी

फसि बीमा रोना की रावश अगनर वितररत होन िािी ह तो 61 तारीख स दकसानो क खातो

म. ारगनी 4411 करोड रपरा साढ बीस िाख दकसानो क खात म. ारगनी0 4 11 करोड रपरा

पहि 4411 करोड रपरा अब0 म कहना चाहता हा दक किि 9 हार करोड रपरा खरीफ

वसम. सोराबीन परमख ा उसकी राहत की रावश और बीमा की रावश वमिाकर मधरपरदश क

दकसानो क खातो म. ा रही ह 0 रह कब हआ करा इसक बाद भी हम दकसान विरोधी ह और रह

रावश ा रही ह 0 आप ानत ह दक 0 हार करोड रपरा परदश की सरकार न अपन खान स

ददरा 0 हार करोड रपरा क. र की सरकार न ददरा0 म एक नही अगनर दकसानो को दी ान

िािी सविधाओ पर बोिागना तो रहाा शाम हो ारगनी0 इतन फ सि परदश की सरकार न दकसानो

क वहत म. दकए ह0 अब वसाचाई क सिाि कई गनह उठार गनर ह0 कब वसाचाई ऐसी होती ी म

पछना चाहता हा0 एक माना ा बााध बन गनर िदकन बााध बनाकर पानी दकसानो क खत तक

पहाच ार इसका इाताम 01-00 िषय तक नही दकरा गनरा0 इन‍दि‍ट हो गनरा पानी भरा रहा

िदकन नहर. नही बनी तो दकसान क सख खतो की परास नही बझी0 रह सरकार ो इस तरफ

ब ठी ह उन खतो म. हाा 01-00 सािो म. पानी नही गनरा ा वभणड स विो म. िहाा पानी

पहाचान का चमतकार दकरा ह तो इसी सरकार न दकरा ह 0 इसविर अगनर कोई कहता ह दक हम

दकसान विरोधी ह पर मधरपरदश क अिगन अिगन वह‍सो म. दख िीवर दक दकतनी वसाचाई की

रोनाएा पहि बनी दकतनी अभी बनी ह0 दकतनी हम परी कर रह ह0 दकतनी िगनातार हम

‍िीकत करत ा रह ह0 अभी अगनर म पर मधरपरदश का वििरण दना शर करा तो कोई कषतर ऐसा

नही ह हाा वसाचाई की दकसी न दकसी रोना पर काम न चि रहा हो करोदक म रह मानता

हा दक खती को अगनर िाभ का धाधा बनाना ह तो वसाचाई की कषमता बढार वबना काम नही

चिगना0 दकसान को और कछ मत दो पानी द दो बाकी काम दकसान अपन आप कर िगना0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

इसविर म गनिय क सा कह सकता हा दक हाा साढ सात िाख हकटर मीन म. वसाचाई होती ी

काागरस राा निाब अागर सब की वमिाकर किि काागरस शासन की बात नही कर रहा हा0 साढ

सात िाख हकटरर राा निाब अागर काागरस सब की ी और अब बढाकर िह हो गनरी ह कि

वमिाकर 41 िाख हकटरर0 रह काम सरकार अगनर कर पाई तो इसविर कर पाई दक हम

दकसानो क वहत म. फ सि करत ह0 बािा बचचन ी मर बहत अचछ वमतर ह0 िदकन उसक कारण

उनक नमबर नही कट ार. रह मत कह दना0 कई बार तो ददककत होती ह 0 मर एक वमतर कह रह

दक मखरमातरी ी हमको बिात ही नही ह0 मर परवतपकष क अनको विधारक सा ी ानत ह

दक ब भी कोई वमतर आरा हो मन परा आदर सममान ददरा ह और ो काम हो सकता ह मन

करन की कोवशश की ह 0 रह बात सही ह म मखरमातरी हा तो पर मधरपरदश का मखरमातरी हा0

ब आप आर.गन म कभी इाकार नही करागना ो हो सकता ह 0 वतना सममान भारतीर नता

पाटी क विधारको का करागना उतना ही सममान म परवतपकष क विधारको का भी करागना0 िदकन

अगनर कोई इतना डर ार दक मखरमातरी ी क बगनि म. ान स हाईकमान की नर. टढी हो

ार.गनी0िोगन कह.गन दक मखरमातरी स वमि रहा ह गनडबड ह 0 करोदक िह तो एक ही उददशर उनको

िगनता ह 0 मखरमातरी की परवतमा खावडत करो0 आरोप िगनाओ0 इसविर कई िोगन डर ार. तो म

करा करागना0 आप कभी भी आइर0 म वनवचितत तौर पर इस बात को मानता हा दक सब क कहन पर

ार नता क काम ह िह होन चावहर उसम. हम कोताही भी नही बरत.गन0 िदकन दकसानो

क मामि म. वस ढागन क आरोप िगनार गनर उन आरोपो म. सतरता नही ह हाा रह म रर मानता हा

दक नोटबादी क फ सि क बाद कछ समर तक वनवचितत तौर पर तकिीफ. आई ह परशावनराा हई ह

िदकन उन परशावनरो को दर करन की गनाभीर कोवशश भी की ह 0 दकसी वमतर न रह भी कहा दक

भारत सरकार न रो फ सि बदि अर भाई सी पररव‍ वतराा होती ी और िगनता ा दक उस

पररव‍ वत स वनपटन क विर एक फ सिा करना ररी ह तो िह सािदनशीि सरकार ी भारत

सरकार वसन अगनर ररत पडी तो फ सि बदि पहि 4 111 रपर एकसच. करन की बात आई

दफर 04 111 रपर परवत सपताह वनकाि सकत ह रह तर हआ दफर रह हआ दक दकसान 04 111

रह भी वनकाि सकता ह 05 111 रपर हर सपताह और िह वनकाि सकता ह तो ब ब सी

आिशरकता पडी उस आिशरकता को धरान म. रखत हर कई बार फ सि बदिन की कोवशश हई ह 0

माननीर अधरकष महोदर म आशव‍त करता हा परवतपकष क वमतरो को भी और सदन क सतता

पकष और बाकी वमतरो को भी दक रह सरकार की परवतबध ता ह दकसानो का कलराण0 खती को

फारद का धाधा बनाना ह उस ददशा म. हम िगनातार पररास कर.गन िदकन कछ ची. कही गनई ह म

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उसका उततर दना चाहता हा0 एक बात रह कही गनई दक बोिनी की व‍ वत बडी खराब ह बोिनी

नही हो रही ह दकसान बिाई नही कर पा रहा ह 0 म एक बार दफर माननीर सदन क सामन रह

आाकड दोहराना चाहता हा 016 -67 म. ो अब तक बोिनी हई ह िह ह 95 िाख हकटरर म.

इसी अिवध म. वपछि साि 0165-6 म. बोिनी हई ी 77003 िाख हकटरर म.0 वपछि साि स

जरादा बोिनी इस साि जरादा हो चकी ह अगनर आप गनहा की बोिनी दख.गन 48 िाख 66 हार

हकटरर म. हई ह वपछि साि 3 िाख 74 हार हकटरर म. हई ी 0 चन की बोिनी दख. 36

िाख 5 हार हकटरर म. हई ह 0 विगनत िषय इस समर तक 05 िाख 54 हार हकटरर म. हई ी0

सरसो की बोिनी अगनर दख. िाख 01 हार हकटरर म. हई ह विगनत िषय इसी समर तक 4 िाख

8 हार हकटरर म. हई ी0

माननीर अधरकष ी मझ रह कहत हर परसननता ह दक इस िषय मानसन भी अचछा रहा ह

और इसविर 016 -67 म. 65 निरी तक 665 िाख हकटरर रबी की बोिनी की ारगनी ो

अपन आपम. एक ररकाडय होगना अपन आपम. इवतहास होगना0 इसविर रह कहना दक दकसान बोिनी

नही कर पा रहा ह रह कहना सच नही ह दफर भी वन वन माननीर विधारको न अपन अपन

कषतर की ो सम‍रा कही ह करठनाईराा बताई ह म उन‍दह. आशव‍त करता हा दक आपन ो कहा ह

उसको गनाभीरता स िागना 0 कषतर विशष म. अगनर कोई सम‍रा ह तो परी सरकार सरकार स साबावधत

हर मातरी अगनर उसक विभागन स साबावधत सम‍रा ह तो उसको हि करन म. परी गनाभीरता स अपनी

कषमता झोकगना और म भी कोई कसर नही छोडागना0 करोदक हम हो रा आप हो आवखर नता की

बहतरी क विर काम कर रह ह नता की भिाई क विर काम कर रह ह0

माननीर अधरकष महोदर रह बात आई दक दकसान बी नही खरीद पा रह ह बी की

बडी सम‍रा ह 0 म वनिदन करना चाहता हा दक कि उपिबधता बी की इस िषय ह 00 िाख 00

हार िाख कवा टि आिशरकता वतनी ह िह उपिबध ह 0 पर अभी तक ो बी का वितरण हआ

ह ो बी दकसानो न उठारा ह 6 िाख 30 हार कवा टि 0वपछि साि इसी अिवध म. 61 िाख

04 हार कवा टि उठा ा इसविर बी की मातरा परायपत ह 0 बी उपिबध ह और उसी क कारण

रह िगनातार बोिनी भी होती ा रही ह और रबी की ो फसि ह उसका रकबा बढता ा रहा ह 0

खाद की अगनर बात कर. दकसी वमतर न कहा खाद क विर दकसान दर दर भटक रह ह0 म वनिदन

करना चाहता हा दक भणडारण हमार पास 01 िाख 03 हार म रटक टन का ह हमन िषय 0165-

6 म. ो हमारा भणडारण ा उसस जरादा भणडारण ह 0 िषय 016 -67 म. अब तक 9 िाख 44

हार म रटक टन खाद वितररत दकरा ा चका ह वपछि साि इसी अिवध म. 8 िाख 0 हार

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

म रटक टन खाद वितररत हआ ा0 अभी बात आ रही ी दक रट बढ रह ह तो म कहना चाहता हा

दक रह सरकार की नीवत का पररणाम ह 0 म कन‍दर सरकार को धन‍दरिाद दना चाहता हा परधानमातरी

ी को धन‍दरिाद दना चाहता हा डीएपी क ो रट वपछि साि क इस साि क अगनर आप रट दख.

तो 6 5 रपर परवत बोरी स जरादा कम हर ह0और रह 6 5 रपर कम हआ ह और एक माना ा

ब डीएपी आता ा और ररररा तो दसरी गनह अिगन अिगन फ वकटरो म. चिा ाता ा नीम

कोटड ररररा की वयि‍ ा करक इसी कन‍दर की सरकार न मोदी ी क नतति म. इस तरह की

कािाबाारी और गनित उपरोगन को परी तरह स समापत कर ददरा और दकसानो को 61 परवतशत

खाद भी कम िगनता ह 0 अगनर हम दकसान विरोधी होत तो खाद की कीमत. कम करो होती0 नीम

कोटड ररररा का नरा पररोगन करो कर पात इसविर खाद की उपिबधता को भी बनाकर क रखा

गनरा ह 0एक बात आई मावडरो की दक मावडरो म. वबर.ी नही हो रही दकसान का माि आ रहा ह

और मावडरो म. खरीदा नही ा रहा ह रह बात सही ह दक पराराभ म. ददक कत. हई ी तत काि

नोटबादी क फ सि क बाद ही 9 तारीख को मन ब ठक बिाई ी 9 तारीख की शाम को हमन ब ठक

की ी ब ठक म. सारी पररव‍ वतरो की समीकषा की ी और समीकषा करक रह तर दकरा ा दक

हम सवनवचितत कर. दक नता को ददक कत और परशानी न हो अगनर कोई तकिीफ आती ह तो उस

तकिीफ को क स दर दकरा ार और अगनर आ की अदयतन व‍ वत आप दख.गन तो हमन. मावडरो म.

रह व रि‍ ा की क रोदक तत काि क श उतना नही ा0 क श क अभाि म. चक स और आरटीीएस क

माध रम स भी दकसानो को पम.ट दकरा ार इस भगनतान को मान‍द र दकरा ार0 रह भगनतान मान‍द र

दकरा गनरा और व रापारी और दकसानो न वमिकर क शि स टााक शन भी दकरा ह 0 माननीर अध रकष

महोदर कई व रापारररो क पास ब चकबक समाप त हो गनई चक बच नही तब हमन दफर

बकसय क सा ब ठक की और रह व रि‍ ा करिाई दक व रापारी अगनर सची बनाकर भी विखकर द

दता ह दक फिान दकसान को इतना दना ह फिान दकसान स इतना खरीदा इतना दना ह सची

क आधार पर अगनर व रापारी विखकर द दता ह दक इतन दकसानो का अना मन खरीदा ह और मर

खात स वनकािकर रह प स इन दकसानो क खातो म. भ ददरा ार तो इसको भी मान‍द र दकरा

ार और बको न इसको भी मान‍द र दकरा और इसविर ोड ददनो क बाद मावडरो म. व‍ वत सामान‍द र

हो गनई0 हमन एक तत काि व रि‍ ा रह की ी दक दकसान अगनर तत काि अपना अना नही बचना

चाहता तो माडी क गनोदाम म. उसक माि को वनशल क रखन की व रि‍ ा भी की ार तादक बाद म.

िह बच सक0

माननीर अध रकष महोदर धान मक का कपास क वमवनमम सपोटय पराइ की भी हमन

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

समीकषा की दक इसको क स हम ती स शर कर सकत ह और इसविर पहि ददन स हम िोगनो न

रह कोवशश की दक नता की विशषकर दकसानो की तकिीफ. कम स कम हो0 म द वनक माडी की

आिक इस सदन क सामन रखना चाहता हा निम बर 016 की अगनर बात कर. तो रह बात सच ह

दक पहि-पहि रह आिक कम हई 3 िाख 67 हार कवा टि रह गनई बदक 0165 म. िाख 93

हार कवा टि ी िदकन माननीर अध रकष महोदर आ ददसम बर की आप बात कर. म रह कहना

चाहता हा व‍ वत सामान‍द र ह ददसम बर क महीन म. ो रो की आिक ह उसका वििरण म आपक

सामन रख रहा हा 8 िाख 57 हार कवा टि अब रो आ रहा ह वपछि साि 8 िाख 53 हार

कवा टि आता ा और 0 ददसम बर क मन आाकड बििार तो 0 ददसम बर 016 को 61 िाख 54

हार कवा टि आिक माडी म. हई ह तो अब माडी म. भी व‍ वत धीर-धीर सामान‍द र हो रही ह और ो

पररव‍ वत पहि ी उन पररव‍ वतरो को परी तरह स 000

शरी रादिन‍द र वसाह (नागनौद)-- एक वमनट आप भाषण रोक द. मरा वनिदन ह 6111 स

6611 रपर म. दकसानो की धान िी ा रही ह 6 हार म. िी ा रही ह मर सतना वि म. 63

साि हो गनर आपको मख रमातरी बन0 दाारी तटिती बरगनी नहर का आ तक हाा काम रका ह 63

साि स आगन नही बढा0

अध रकष महोदर-- ब ठ ाइर आपकी बात आ गनई 0 000(व रिधान)0000 ब ठ ाइर आप िोगन

कारदा रही ह दक ब सदन क नता खड रह. तो हमको ब ठना चावहर0

शरी वत पटिारी-- अध रकष ी एक वमनट0

अध रकष महोदर-- मख रमातरी ी ब ठ ार. तो मझ कोई ऐतरा नही ह 0 आप ब ठ ाइर

रादिन‍द र वसाह ी ब ठ ाइर आ गनई बात आपकी0

शरी वशिरा वसाह चौहान-- रादिन‍द र वसाह ी आाकड रा राद रखा करो आप भि ात

हो 63 साि ोडी हर ह अभी 66 साि ही हए ह0

अध रकष महोदर-- रादिन‍द र वसाह ी कपरा ब ठ ार.0 ब ठ ाइर0

शरी वशिरा वसाह चौहान-- माननीर अध रकष महोदर म दोनो तरह क भाषण द सकता हा

रा तो म आरोप परत रारोप का हासी माक म. हल क म. त श म. िाब दकर बात समाप त कर दा िह

भी म कर सकता हा िदकन दसरी बात रह ह दक त‍ रो क सा आाकडो सवहत म अपनी बात रखा

अगनर रह भाषण ोडा शष क और नीरस िगन रहा हो तो म दसर फॉमय म. आ ाता हा मझ कोई

ददक कत नही0

शरी रामवनिास राित-- रह कौन सा फॉमय ह (XXX)0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अध रकष महोदर-- रह कारयिाही स वनकाि द0

शरी वशिरा वसाह चौहान-- राित ी रह तो नता स पवछर रह कौन सा फामयिा ह और

म एक बात और परवतपकष क वमतरो स कहना चाहता हा0

शरी रामवनिास राित-- इसक विर परवतपकष को धन‍द रिाद दो विपकष की िह स ही हो0

डॉ0 नरोत तम वमशर-- और भगनिान कर ऐस ही रहो आप अगनि 63 साि भी ऐस ही रहो0

000 (हासी)000

शरी वशिरा वसाह चौहान-- अब अपनी कमोरी खद ही बता रह ह माननीर अध रकष

महोदर म क रा करा 0

शरी रामवनिास राित-- अपनी कमोरी ‍ िीकार कर.गन तभी सधार होगना0

शरी बािा बचचन - माननीर अधरकष महोदर माननीर मखरमातरी ी आपन 60 निमबर को

एक आपात ब ठक बिाकर उसम. रह वनणयर विरा ा दक मावडरो म. बकका गन सविधा शर कराई

ारगनी दसरा वयापारररो को रह कहा ा दक एक हार रपर िाि चक भी त रार रख ार. तो र

दोनो ची. नही हई ह0

शरी वत पटिारी - माननीर अधरकष होदर आदरणीर मखरमातरी ी न बहत अचछी बात.

कही0 ऐसा कह रह ह स इसस अचछी खशहािी तो हो ही नही हो सकती0इतनी जरादा आपन

आिक तारीखिार बताई ह तो दकसान को उसक उतपादन का वतना मलर वमिना ा उसक भी

आाकड आप बता द. तो महरबानी होगनी0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - अधरकष महोदर एक आाकडा रर बता द. माननीर मखरमातरी ी

आपन कहा दक बोिनी का कषतर बहत बढा ह 00

अधरकष महोदर - नही विखा ारगना0 आप ब ठ ार. वतिारी ी0 रह परशनकाि ह करा0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - (XXX)

अधरकष महोदर - वतिारी ी आप ब ठ ार.0

शरी वशिरा वसाह चौहान - माननीर अधरकष महोदर वतिारी ी महान विदवान ह0 अब ि

मझस पछ रह ह दक बोिनी तो बढ गनई िदकन नसाखरा दकतनी बढ गनई र भी बताओ0 रह कौन स

फामयि स होगना दक नसाखरा बढ तो मीन भी तन कर बढ ार0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - (XXX)

शरी वशिरा वसाह चौहान - वतिारी ी स विदवान महापरष को म परणाम करता हा0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - (XXX)

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर - वतिारी ी ब ठ ाओ आप0 आप करा बोि रह हो करा कर रह हो कछ

समझा तो करो0

शरी वशिरा वसाह चौहान -माननीर अधरकष महोदर म विनमरता क सा कहना चाहता हा

दक परदश म. एक भी आतमहतरा हो िह दखद ह िदकन ब हम आतमहतरा को रानीवत का विषर

बनात ह और हर ची को ोडकर दखत ह दक इस कारण हआ0 काागरस क मान क आाकड उठा

िीवर दकतनी आतमहतराएा होती ी0 सार विदवान वमतर रहाा ब ठ ह दकतन दकसान आतमहतरा

करत 0 म रह दाि क सा कहता हा दक दकसानो की आतमहतराएा ब शरीमान ददवगिर वसाह ी

मखरमातरी तब बहत जरादा होती ी रह त‍र ह और िह खती क कारण नही0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - (XXX)

(00वयिधान00)

राजरमातरी सामान‍दर परशासन(शरी िािवसाह आरय)- काागरस की सरकार म. ब ति म. वन

दकसानो को मारा गनरा ा रह भी मधरपरदश का दकसान भिा नही ह 0

शरी रामवनिास राित - उन‍दही दकसानो की आह न उनको भगना ददरा और रही दकसानो की

आह आपको भी भगना दगनी0

शरी वशिरा वसाह चौहान - रह आह दकसी क कहन स नही िगनती0 रह सचचाई करा ह उसक

आधार पर आप फ सिा कीवर0 म दाि क सा दढतापियक कह रहा हा दक भारतीर नता पाटी

की परदश सरकार न दकसानो क कलराण क ो काम दकर ह कभी काागरस न सोच भी नही करन की

बात तो अिगन ह 0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - (XXX)

अधरकष महोदर - आप वतिारी ी कहाा स कहाा पहाच ात हो0 आप तो कछ भी उठाकर

बोि दत हो0विषर करा चि रहा ह बोित कछ भी ह आप0 न तो समर का धरान न अिसर का न

विषर का धरान रखत ह0

शरी रामवनिास राित - 73 हार करोड रपर का कय आप माफ कर.गन ?

(00वयिधान00)

शरी वशिरा वसाह चौहान-- अधरकष महोदर अब क की व‍ वत क बार म. कई बार

हमार000

शरी सन‍ददरिाि वतिारी-- अधरकष ी मरा वनिदन ह दक सही आाकड द द. दक दकतन

दकसानो न000

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर-- ब ठ ार.0

डॉ नरोततम वमशर-- रह दफर स गनित परमपरा शर कर रह ह0

शरी वशिरा वसाह चौहान-- अधरकष महोदर वतिारी ी की इस बात की ााच तो होना

चावहए दक ि बार बार खड करो होत ह0 अगनर चचाय गनाभीरता स करना चाह सा मन पहि ही

कहा ा दफर त‍रो क सा बात कर. और चचाय इसी ददशा म. ि ाना ह 0 (वयिधान)

अधरकष महोदर--माननीर मखरमातरी ी मरा आपस विनमर अनरोध ह दक वतिारी की बात

का िाब दना कोई आिशरक नही ह 0 अपनी बात रख.0

शरी वशिरा वसाह चौहान-- अधरकष महोदर म मधरपरदश म. बको की व‍ वत का भी वर.

करना चाहागना0 कि वमिाकर 8 निमबर स 31 निमबर तक नोटबादी की घोषणा क बाद बक म. कि

0 हार करोड रपर मा दकए गनए और इसक बदि म. 63 हार करोड रपर की नकदी भी

उपिबध करिारी गनई0 रह बात सही ह दक शर म. ददककत. और परशानी ी0 परदश म. 9 हार 711

एटीएम ह0 म इस सदन क माधरम स नता क बीच भी अपनी बात रख रहा हा0 उन एटीएम म. स

97 परवतशत आ कारयरत ह0 आप ाएागन तो उनम. स प सा आपको वमिगना0 अब नए नोट भी वमि

रह ह0 पहि ोडी सी ददककत हई िदकन कन‍दर सरकार न तिररत कारयिाही करक उन ददककतो को

समापत दकरा ह 0 अधरकष महोदर 9 हार 11 वबनस कॉर‍प.ड.ट (बीसी) इस समर कारयरत ह

इसविए ो परारावभक ददककत ी उसस अब परदश उबर रहा ह 0 ररमोट एरररार म. भी अब ठीक ढगन

स वयि‍ ा होन की कोवशश हो रही ह 0 वितत मातरी ी की अधरकषता म. हमन टा‍क फोसय बनारी ह 0

उसकी वनरवमत ब ठक. हो रही ह 0 आरबीआई क सा बको क सा वमि कर हम िगनातार चचाय

कर रह ह0 म इसक पहि िगनातार कई ब ठक. कर चका हा0 आ म दफर िीवडरो कॉन‍दर. वसागन क

ररए चचाय करागना0 हमारी पहि ददन स रह वचन‍दता ी दक नता की ददककत. तकिीफ और

परशानी कम हो0 परशानी कम करन क विए हमन कई कदम िगनातार उठाएा ह0 हमन नीवतगनत

कदम भी उठाएा ह0 इसविए ो परारावभक ददककत. ी िह ददककत. अब धीर-धीर कम हो रही ह और

व‍ वत िगनातार सामान‍दर होती चिी ा रही ह 0

अधरकष महोदर एक बात रह भी आरी दक नधन खात म. पता नही कौन कौन प सा मा

कर गनरा0 अब ो कािा धन मा कर गनए रह बात आरी दक उसकी ााच होना चावहए वबिकि

ााच होना चावहए और म दाि क सा कहता हा ााच होगनी और अगनर दकसी न कािा धन मा

दकरा ह तो िह मोदी ी की सरकार म. बचगना नही0 नही बचगना0

शरी बािा बचचन-- माननीर मखरमातरी ी काि धन की पररभाषा करा ह ?

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी वशिरा वसाह चौहान-- अधरकष महोदर अब र तो और भी विदवान वनकि दक काि धन

की पररभाषा बताओ0 (हासी)

शरी बािा बचचन-- माननीर मखरमातरी ी आपन परा विषरान‍दतर कर ददरा ह 0 हमन काि

धन को और नोटबादी पर मरा ो ‍ गनन ा िह तो ह ही नही0 आपन परा विषरान‍दतर कर ददरा0

नोटबादी अिगन विषर ह 0 हमन दकसानो को ो ददककत. आ रही ह िह हमन उठारा ह 0 आपन

नोटबादी कािा धन पर ि आर0

डॉ नरोततम वमशर-- अधरकष ी र पराराभ स एक ही बात कह रह ह0 पहि तो रह मरा मरा

कहन की गनह परवतपकष क नता क नात हमारा कह.0 दसरा आपन रहाा स नाम पढ ह0 उसम. अकि

इनका नाम नही पढा0 आपन आधा दयन स अवधक नाम पढ ह0 और आधा दयन स अवधक नाम

आसादी क पास ह वनम. िह सार विषर ह वन विषरो पर माननीर मखरमातरी ी चचाय कर रह

ह0 (वयिधान)

शरी रामवनिास राित-- हमारा इसम. कोई विषर नही ह 0 दख ि.0 मरा पास भी ह 0

डॉ नरोततम वमशर-- आररफ भाई की सचना उठाओ0 उसम. रह विषर ह रा नही? आप

आररफ भाई िािी सचना को पढ.0(वयिधान)

शरी रामवनिास राित-- िदकन आसादी स भाई बािा बचचन ी की सचना पढी गनई0 रह

विषर बािा बचचन न ददरा उसस साबावधत ह 0(वयिधान)

डॉ नरोततम वमशर-- ो पढा गनरा िह भी आप सन ि.0 िह टबि हो गनरा ह और िह परा

परदश दखगना0

शरी रामवनिास राित-- रह सासदीर कारय मातरी की मी स नही चिगना0

डॉ नरोततम वमशर-- आपकी मी स भी नही चिगना0 ो पढा गनरा िह भी दख ि.0

(वयिधान)

शरी रामवनिास राित - ो पढा गनरा िही चिगना वसम. आसादी चचाय कराना चाहती

ह िही चिगना0

डॉ0 नरोततम वमशर - उपाधरकष महोदर न उसको किररफाई भी दकरा0

अधरकष महोदर - म आपकी इस बात स सहमत नही हा राित ी दक ो पढा गनरा िही पढा

ाता ह सबस ससागनत0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - सम यन मलर दकतना बढा ह इतना ही हम िोगन सनना चाहत ह

दकसानो का िाभ हो ार0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर - ससागनत और ‍पषट पढा ाता ह 0 माननीर सद‍रो न ो विषर ददर ह

‍ गनन पर‍ताि म. इसम. नोटबादी का ‍पषट उलिख ह उसम. रह सार विषर उठाए गनए ह0 अिगन-

अिगन सद‍रो न अिगन-अिगन विषर उठाए इसक अिािा वनक नाम आपक दि स आए

उन‍दहोन भी बहत स विषर रहाा उठाए इसीविए उनम. स रदद कछ विवखत म. नही भी होगन तो रहाा

उठाएागन और िह नाम आपक दि न ही ददर इसविए उनक भी रदद उततर ददर ा रह ह तो िह

समसामवरक ह0 अब इस पर िाद-वििाद नही होगना माननीर मखरमातरी बोि.गन0

शरी वशिरा वसाह चौहान - (शरी कमिशवर पटि सद‍र क अपन आसन स खड होकर

बोिन पर) अब नही0

अधरकष महोदर - अब नही रह िाद-वििाद नही ह 0 नॉट एट रि0 आप कपरा ब ठ ाइए0

आपका कछ विखा नही ाएगना0 आप ब ठ ाइए0 आप करा कह रह ह िह सनाई ही नही पढ रहा

ह 0 आपका बोिन का कोई मतिब ही नही ह 0 (वयिधान)00(शरी कमिशवर पटि सद‍र क अपन

आसन स िगनातार बोित रहन पर) आपका भी टाइम ि‍ट कर रह ह और सदन का भी कर रह ह0

रह परशनकाि नही ह एक वमनट भी नही आधा वमनट भी नही0 इस तरह स आप इाटरदफरर नही

कर सकत0 पटि साहब आप ब ठ ाइए0 आपन कछ विखकर नही ददरा ा0 वतिारी ी आप भी

ब ठ ाइए0 वतिारी ी कपा करक आप ब ठ ाओ0

शरी बािा बचचन - अधरकष महोदर मर ‍ गनन पर चचाय हो रही ह और मरा ‍ गनन ो

आपन पढा उसम. वबलकि भी रह नोटबादी िािा विषर नही ह 0 रह सरकार विषराातर कर रही ह

और माननीर मखरमातरी ी 00

शरी वशिरा वसाह चौहान - अधरकष महोदर रह बवहगनयमन की ददशा म. बढ रह ह0 मझ ऐसा

िगन रहा ह 0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी - दकसानो को सम यन मलर दकतना द.गन?

3063 ब गनभय गनह म. परिश एिा बवहगनयमन

शरी बािा बचचन परभारी नता परवतपकष क नतति म. इावडरन नशनि काागरस क सद‍रगनण दवारा

शासन क िाब स असातषट होकर गनभय गनह म. परिश एिा बवहगनयमन

परभारी नता परवतपकष (शरी बािा बचचन) - माननीर मखरमातरी ी क िाब स हम सातषट नही

ह हम सदन स बवहगनयमन करत ह0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

(शरी बािा बचचन परभारी नता परवतपकष क नतति म. इावडरन नशनि काागरस क सद‍रगनण

शासन क िाब स असातषट होकर गनभयगनह म. आए और नारबाी करन िगन एिा कछ दर पचितात

सदन स बवहगनयमन दकरा गनरा0)

‍ गनन पर‍ताि (र.मशः)

नोटबादी दकर ान स परदश म. उतपनन व‍ वत

मखरमातरी (शरी वशिरा वसाह चौहान) - अधरकष महोदर ऐसा दरनीर विपकष कभी नही

दखा ो चचाय करक भगन और हागनामा मचाए0 परा परदश रह दख रहा ह दक र पिारनिादी ह

नता की सम‍राओ स इनका कोई िना-दना नही ह किि हागनामा खडा करत ह0 परा परदश आ

दख रहा ह 0 ऐसा दरनीर विपकष मन आ तक नही दखा0 अधरकष महोदर सच सनन का साहस

परवतपकष म. नही ह इसविए हागनामा कर रह ह म परवतपकष क इस वयिहार की वनादा करता हा चचाय

नही करना चाहत चचाय करक भगनना चाहत ह0

सासदीर कारयमातरी (डॉ0 नरोततम वमशर) - अधरकष महोदर म पर‍ताि करता हा दक विपकष क

इस वयिहार की परा सदन वनादा करता ह 0

(वयिधान)00

शरी सादरिाि वतिारी- मख रमातरी ी आप दकसानो की फसिो का सम यन मल र बढाईर

और सदन म. घोषणा कीवर0

शरी वत पटिारी- सदन को भाषण नही, सम यन मल र चावहए0

(व रिधान00000000)

शरी वशिरा वसाह चौहान- उनको ान दीवर0 दफर हमारी बात ररकॉडय म. आ ारगनी0

माननीर अध रकष महोदर, म बड दख क सा कहता हा दक म परी गनाभीरता स परवतपकष क माननीर

सद‍ रो दवारा उठार हए हर मदद का उत तर द रहा ा0 क रोदक म इस चचाय को सा यक बनाना

चाहता ा0 मर मन म. रह भाि ा दक परवतपकष क विधारक वमतरो न भी अगनर नता की कछ

सम‍ रार. रखी ह तो म उसका भी िाब दा और रदद कही कोई कदम उठान की ररत ह तो कदम

भी उठाऊा 0 परात मन ऐसा दरनीर विपकष कही नही दखा ह 0 ो चचाय करक मदद उठार और सदन

छोड क भागन ाए0 (मो की प पाहट) माननीर अध रकष महोदर, आ काागरस क सद‍ रो न सदन

का अपमान दकरा ह , चचाय करक भागन ाना, आरोप िगनाना, मदद उठाना और िाब सन वबना

भागन ाना, रह सदन का अपमान ह 0 िोकतातर का और इसक सा ही र मध रपरदश की नता का

भी अपमान ह 0 रह म रन ररकॉडय कहना चाहता हा0 रह कोई बात नही ह 0 माननीर अध रकष

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

महोदर, मख रमातरी सदन म. ब ठकर िगनातार घाटो सन, एक-एक ची विख दक कौन सा विधारक

क रा कह रहा ह और इसक बाद वबना िाब सन, वबना त‍ रो क आधार पर विपकष सदन म. कछ

भी माागन करन िगन0 र िोगन कछ भी माागन कर रह ह दफर कहत ह इस परी करो, सदन म. घोषणा

करो, फिाना ऐिान करो0 ऐसा होता ह क रा ? परवतपकष की रह व‍ वत िोकतातर क विए सही नही

ह 0 माननीर अध रकष महोदर, म ऐसी बात कभी नही कहता हा0 िदकन म आ की इस घटना क

कारण आहत हा और परवतपकष की वनादा करता हा0 वस परकार का व रिहार परवतपकष न दकरा ह , रह

वनवचितत तौर पर अत रात िज ानक ह 0 म कािधन की व‍ वत बता रहा ा0 उनका कहना ह दक

कािाधन मा हआ ह 0 अगनर दकसी न मा दकरा ह तो उस पर कारयिाही होगनी0 म आपक माध रम

स सदन और नता क सामन मध रपरदश क आाकड रखना चाहता हा0 परदश म. न-धन रोना क

विवभन‍द न बको म. 0 करोड 03 िाख खात ह0 नोटबादी क पहि इन खातो म. 0 हार करोड रपर

मा और 31 निाबर तक इनम. 3 हार करोड रपर मा हए ह0 िगनभगन 6 हार करोड रपर

नोटबादी क बाद न-धन खातो म. मा हए ह0 रदद खातो क औसत स वनकाि. तो 511 रपर परवत

न-धन खात मा हए ह0 माननीर अध रकष महोदर, गनरीब क पास 511 रपर तो होगन ही0 र

हमारा रा ह 0 गनरीब क पास प सा ज रादा आरा ह 0 उसकी र.र शवकत बढी ह 0 अब गनरीब इतना

विपन‍द न नही रहा ह 0 म दाि क सा कहता हा दक गनरीब आ 6 रपरा दकिो चािि, गनहा और नमक

क कारण च न की वादगनी ी रहा ह 0 गनरीब भी सरकार की बनाई रोनाओ क कारण मकान म.

रहन की व‍ वत म. पहाचा ह 0 इिा की व रि‍ ा हो रा बच चो की पढाई का इाताम, र सरकार

सब कछ बहतर ढागन स करन का पररास कर रही ह 0 हाा कही ोडा बहत कािाधन मा हआ होगना

तो उस पर कारयिाही की ारगनी0 माननीर अध रकष महोदर, परवतपकष सम यन मल र की बात कर

रहा ा0 म बताना चाहता हा दक भारत सरकार न धान का सम यन मल र इसी साि 1 रपर

बढारा ह 0 मक क का 41 रपरा, बार का 55 रपरा और ज िार का 55 रपरा सम यन मल र इसी

साि बढारा ह 0 हाा तक सम यन मल र पर खरीदी की बात ह , म दाि क सा कहता हा दक कछ

फसिो म. चाह िह मक का हो रा धान हो, अगनर सम यन मल र क नीच कही भाि गनर ह, तो हम

सम यन मल र पर खरीदी कर रह ह0 म आपक माध रम स मध रपरदश क दकसानो को आश ि‍ त करना

चाहता हा दक उनकी फसि क एक-एक दान की खरीदी सम यन मल र पर रह सरकार करगनी0

दकसानो को हम रा‍ त पर नही छोड.गन0 माननीर अध रकष महोदर, िदकन कई फसि. ऐसी ह, वनक

मल र सम यन मल र स काफी अवधक ह0 ि फसि. बाार म. वबक रही ह0 इसविए इस बार म.

परवतपकष का कछ भी कहना गनित ह 0 मनरगना की बात शारद नता परवतपकष न ही उठाई ी दक

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मनरगना म. काम नही वमि रहा ह 0 आ की तारीख म. 4 िाख 7 हार शरवमक मनरगना क अातगनयत

कारयरत ह0 61 निाबर क बाद अब तक 43 करोड 86 िाख रपर का भगनतान इन शरवमको को हआ

ह 0 इस ददशा म. भी सरकार परी गनाभीरता क सा काम कर रही ह 0

माननीर अधरकष महोदर म और भी सब मददो का उततर द सकता हा0 िदकन म किि

इतना ही कहना चाहता हा दक रह ो फ सिा ह रह राषटर क वहत म. दकरा गनरा ह 0परधानमातरी

‍िपनदशी परधानमातरी ह परधानमातरी दरदषटा परधानमातरी ह परधानमातरी रगन दषटा परधानमातरी ह 0 रह

कदम परधानमातरी ी न इसविए उठारा दक कािधन की अ यवयि‍ ा समापत हो और अब किि

नोटबादी का फ सिा नही ह नोटबादी क बाद म. क शिस वयि‍ ा की तरफ ि ाना चाहत ह0 अगनर

कािधन की अ यवयि‍ ा को परी तरह स समापत करना ह तो ब म. अब रपरा िकर घमन की

आिशरकता नही ह िह रगन चिा गनरा दक नोटो क वबना िन दन क काम नही चिता ा0 एक

माना ा ब ि‍त विवनमर की परणािी भारत म. ी दफर रपरो क िन दन की बात आरी और

आ ब क शिस की बात करत ह तो कई बार परवतपकष क वमतर कहत ह दक क स होगना0

अधरकष महोदर एक माना ब मोबाइि फोन की कोई कलपना नही करता ा दक हर

एक हा म. मोबाइि फोन होगना 0 मझ अचछी तरह स राद ह ब दश म. पहि पहि मोबाइि

फोन आर तो हमार ‍िगनीर नता परमोद महान ी न मोबाइि फोन का इ‍तमाि करना शर

दकरा ा तब उन पर आरोप िगन दक फाइि ‍टार कलचर ह 0 र म न ट म न कााटकट की गनह

मोबाइि फोन पर ा रह ह0 िदकन उस समर दकसन सोचा ा दक मदरी करन िािा द वनक

मदरी करन िािा मदर भी मोबाइि फोन रखगना और सलफी खीचन का काम करगना0 िह सपना

आ साकार हो गनरा ह हर हा म. आ मोबाइि फोन ह 0 म रह दाि क सा कहता हा दक

परधानमातरी ी क पररतनो क कारण वसम. हम सब सहभागनी होगन रह क शिस टााकशन का सपना

भी साकार होगना पहि िस क श होगना मतिब वतना ररत ह सबी भाी खरीदन कविए

उतना ब म. प सा हो0 अब डवबट काडय र.वडट काडय अब किि रह ही नही मोबाइि क बार म.

परधानमातरी ी न कहा ह दक मोबाइि को बटआ बना िो0 मोबाइि स भी हम पमणट कर सकत ह

आ रह सपना िगनता ह 0 िदकन मधरपरदश की सरकार तीनो काम कर रही ह 0 एक माइाड सट

बदिन क विए परवशकषण का कारयर.म वयापक प मान पर परारमभ करगनी0 म आपको धन‍दरिाद दना

चाहता हा दक 8 तारीख को क स क शिस टााकशन हो इसकविए माननीर विधारको को विधान

सभा म. परवशकषण दन का कारयर.म रखा गनरा ह 0 क शिस टााकशन क स कर. रह सीख.गन और इसक

बाद म. नता को वसखार.गन वयापारररो क बीच म. भी हम ा रह ह आ ही म एक िीवडरो

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

काार. स कर रहा हा हर वि म. अवभरान चिगना दक क शिस टााकशन करो करोदक परमान.ट

कािधन की अ यवयि‍ ा को समापत करना ह 0 रही तरीका ह नोटो क िन दन म. ही कािाधन मा

होता ह 0 अगनर एकाउणट ट एकाउणट आन िाइन भगनतान होगना तो आन ररकाडय सब ची. होगनी

हमार वयापारी भाई बइमान ह ऐसा हमारा कहना नही ह िह भी ईमानदारी स वयापार करना

चाहत ह0 कर का ो दाररा ह िह बढगना क शिस टााकशन ब होगन तो सब ची. ररकाडय पर

आर.गन उसक कारण सरकारो को भी जरादा कर वमिगना जरादा कर वमिगना तो ो इारा‍टकचर क

काम ह उनम. हम जरादा प सा िगनार.गन जरादा प सा िहाा िगनगना तो रोगनार क नर अिसर सवत

होगन और आ भी ो प सा मा हो रहा ह मर वमतरो न कहा िह बता चक ह दक उस प स का

उपरोगन भी गनरीबो क कलराण म. और दश और परदश क विकास म. दकरा ारगना क शिस

टााकशन की तरफ बढान कविए एक तो टवनागन और दसरा वयि‍ ाएा खडी करना माइाड सट

बनाना इसकी कोवशश हम कर रह ह क स पिाइाट आफ सि मशीन जरादा स जरादा वयापारी

भाइरो क पास म. आर इसकी हम कोवशश कर.गन उनको हम ट कस मकत करन का काम कर.गन और

मोबाइि स क स हम पम.ट कर सकत ह इसकी टवनागन हम वयापक प मान पर नता को भी दन का

काम कर.गन0

अधरकष महोदर अगनर हम. वडवटि इावडरा का सपना साकार करना ह तो मोबाइि र.ाावत

क बाद म. रह ररी ह दक हम इस वयि‍ ा की तरफ बढ. और हर गनरीब क खात खि गनर ह अभी

भी हम अवभरान चिा रह ह कोई रह गनरा ह तो उसको ढाढ ढाढकर खाता खोि रह ह वबना खात

क दकसी गनरीब को न रहन द. रह वयि‍ ा आन िाि समर गनरीब क वहत म. भी ह रह कािधन

की अ यवयि‍ ा को भी समापत करगनी आताकिाद की रीढ पर चोट करगनी और कि वमिाकर दश

बहत ती स आगन बढगना0 तातकाविक रप स हम. उस समर कछ करठनाइराा हम. अिशर ददखाई दी

होगनी िदकन अब व‍ वत सामान‍दर हो रही ह दश ती स आगन बढ रहा ह भारत बदि रहा ह

भारत बढ रहा ह मोदी ी क नतति म. और मरा विशवास ह दक आन िािा समर रह किि म ही

नही कह रहा हा ो बड विदवान ह इस कषतर क तातकाविक रप स कछ ‍िो डाऊन आ सकता ह

िदकन मधरपरदश म. तो अब िह भी समापत हो रहा ह 0

अभी म आाकड ि रहा ा विततमातरी ी रहाा पर ब ठ ह0 मधरपरदश म. कामरशयरि ट कस म.

04 परवतशत की िवध और रव‍टशन म. 9 परवतशत की िवध निमबर म. दय की गनई ह 0 रह आशाका

की ी दक रह कम होगनी िदकन अब रह धीर धीर वयापार अपन रागन म. आ रहा ह 0 दश को आगन

बढान क विए ो पररास परधानमातरी ी न दकर ह और क शिस टााकशन की तरफ वस ती क

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सा हम बढन का पररास कर.गन वनवचितत तौर परभारत को विकास क एक नर रगन म. रह फ सि ि

ार.गन0 मझ िह ददन दर नही िगनता ब भारत दवनरा क सरता राषटरो म. स एक होगना0 ि स भी

हमार परधानमातरी पसयन आफ द ईरर हो गनर ह डोनालड टमप पीछ रह गनर ह और बराक ओबामा

साहब पीछ रह गनर ह और रह ऐस ही नही होता ह कोई बात तो होगनी ो मोदी ी को िहाा तक

ि ा रही ह 0 मोदी ी इस दश को आगन ि ार.गन0 भारत आगन बढगना मधरपरदश आगन बढगना0 दश

की नता की आर यक व‍ वत सधरगनी म सचमच म. कहता हा दक सचमच म. भारत खद तो बदिगना

ही भौवतकता की अवि म. दगध विशव मानिता को भी शाशवत शाावत क प का ददगनदशयन करारगना

और इसविए ऐस फ सिो क विए हम परधानमातरी ो को धन‍दरिाद दत ह उनक सा खड ह उनका

सम यन करत ह छोटी मोटी तकिीफ. हम दर करत हए िगनातार आगन बढ.गन0 बहत बहत धन‍दरिाद0

अधरकष महोदर -- विधान सभा की कारयिाही अपराहन 14045 ब तक क विए ‍ वगनत0

( 1300 ब स 14045 ब तक अातराि )

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4051 ब विधानसभा पन: समित हई0

{उपाधरकष महोदर (डॉ0 रान‍द र कमार वसाह) पीठासीन हए0}

वनरम 0 7-क क अधीन विषर

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4056 ब पतरो का पटि पर रखा ाना

(6) मध रपरदश अधोसारचना विवनधान वनवध बोडय का 65िाा िारषयक परवतिदन िषय 0165-016

(0) मध रपरदश ‍ टट वसविि सप िाई कापोरशन विवमटड का 46िाा िारषयक परवतिदन िषय 0164-

0165

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(3) (क) मध रपरदश ‍ टट इिक टावनक स डव िपम.ट कापोरशन विवमटड का 31िाा िारषयक परवतिदन

िषय 0163-0164, त ा

(ख) रा‍ ि विभागन की अवधसचना र.मााक एफ-60-0-0164-सात-0ए, ददनााक 01 अक टबर,

016

(4) ऊाय विभागन की अवधसचना र.मााक एफ-3-10-0166-तरह, ददनााक 15 अगन‍ त, 016

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(5) नानाी दशमख वचदकत सा विान विश िविदयािर, बिपर का िारषयक िखा परवतिदन िषय

0164-0165 एिा 0165-016

( ) एम0पी0‍ टट एगरो इण ड‍ टी डव िपम.ट कापोरशन विवमटड का 4 िाा िारषयक परवतिदन एिा

िख िषय 0164-0165

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4054 ब ध रानाकषयण

(6) मध रपरदश पवश चम मध र कषतर विदयत वितरण कम पनी दवारा विदयत टाासफामयर कषमता म.

िवध हत सहरोगन रोना क नाम पर कषको स िसिी दकरा ाना0

शरी क िाश चाििा (मनासा) -- माननीर उपाध रकष महोदर, मरी ध रानाकषयण की सचना

का विषर इस परकार ह :-

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ऊाय मातरी (शरी पारस चार न) --

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी क िाश चाििा--- माननीर उपाधरकष महोदर माननीर मातरी ी न अपन िाब म.

वतनी बात. कही ह उसम. स आध स जरादा तो धरानाकषयण स साबावधत नही ह 0 ो धरानाकषयण

मन उठारा ह उसम. मातर दो वबाद ह दक 6 निाबर को पवचितमी कषतर सीएमडी न एक आदश ारी

दकरा वसम. सहरोगन रोना क नाम कषमतािवध क विए दकसानो स प सा िसि करन क वनदश

ददर गनर0 इसी परकार दसरा वबाद उसम. रह ा दक दकसान साभागनीर कारायिर स अपना टाासफामयर

िकर ाएगना िहाा का िा हआ टाासफामयर भी िाएगना और िह िाइनमन क वनदशन म. िाइट बाद

करिाकर वबिी सपिाई बाद करिाकर टाासफामयर चढाएगना और अगनर कोई दघयटना घटती ह तो

उसक विए भी िाबदार दकसान ‍िरा होगना0तीसरी बात रह ह दक रह परारोवगनक तौर पर ो

कहा ा रहा ह इसम. शासन का अनमोदन भी सीएमडी न परापत नही दकरा और एक का पनी न

किि परारोवगनक दकरा0 अगनर सभी का पवनराा एक सा करती तो बात समझ म. आती दक एक पररोगन

क तौर पर हमन दकरा0 एक का पनी म. दसरी नीवत दसरी का पनी म. दसरी नीवत0 रह वयिहाररक

क स हो सकता ह 0 इसविए मरा वनिदन रह ह दक एक तो सभी सीएमडी को वनदश ददर ाना

चावहए0 करा मातरी ी इसम. वनदश द.गन दक इस परकार की कोई रोना अगनर बनाई ाती ह तो

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उसम. एकरपता हो और शासन का अनमोदन पहि परापत दकरा ार0 इसक बाद म. अगनिा परशन

करा गना0

शरी पारस चन‍दर न-- माननीर उपाधरकष महोदर पहि तो रह ो िागन दकरा ा उसको

िापस ि विरा ह स आपन का पवनरो क विए बात की तो उसक विए हम आदवशत कर.गन दक कोई

भी का पनी इस परकार कर तो पहि शासन स आदश परापत कर.0

उपाधरकष महोदर-- पिय म. अनमोदन ि ि. शासन स0

शरी क िाश चाििा-- माननीर उपाधरकष महोदर एक रपता क विए रह आदश सभी

का पवनरो को ाना चावहए दक इस तरीक का पररोगन करन स पहि िह शासन स अनमोदन करार

ो इसम. नही करारा गनरा रह गनाभीर तररट हई ह और इसस म मानता हा दक शासन की छवि भी

खराब हई ह 0 अगनर एक कषतर म. आपन 71 टाासफामयरो का पराककिन बनारा ह और उसम. प सा विरा

ह और दसर कषतर म. नही विरा ह तो रह भदभािपणय ह 0

उपाधरकष महोदर-- इसम. शासन न अनमोदन नही ददरा ह इसविए उन‍दहोन वनर‍त कर

ददरा ह 0

शरी क िाश चाििा-- मरा वनिदन ह दक उन‍दहोन वबना अनमोदन क प सा िसि कर विरा

ह रह मातरी ी न ‍िीकार भी दकरा ह और दसरी का पवनरो न ऐसा नही दकरा0 दो कषतरो म. अिगन-

अिगन बात होती ह तो रह शासन की छवि खराब करन िािी बात ह 0 माननीर मखरमातरी ी ब

दकसानो को परायपत वबिी दन की बात कर रह ह तो इस तरीक का हडयि प दा करना रह उवचत

नही ह इसक विए मातरी ी समवचत वनदश द.0 दसरा मरा वनिदन रह भी ह दक दकसानो क विए

तो आपन वनरम बना ददरा दक िह अपना टाासफामयर ि गनरा तो िकर आएगना और िापस ि

ाकर क उसको िगनाएगना0 पर करा शहरी कषतर क विर का पनी न रह वनरम िागन दकरा ा0 शहरी

कषतर क विए रह वनरम िागन नही दकरा ा0 इसका मतिब रह ह दक आप शहरी और गरामीण कषतर

म. भी भदभाि करना चाहत ह रह क स साभि ह 0 माननीर मातरी ी आप इस बार म. गनाभीरता स

विचार कर. दक ऐस वबना वििकपणय वनणयर रदद हमार अवधकारी करत ह और शासन की छवि

खराब होती ह तो उनको कड वनदश ददर ान चावहए दक िह इस तरीक की कारयिाही न कर.0 मरा

आवखरी सिाि रह ह दक वन िोगनो स प सा िसि कर विरा गनरा चादक आपन इसको िागन न

करन का वनणयर कर विरा इसक विए तो म आपको और विभागन को धन‍दरिाद दता हा परन‍दत उनक

प स िापस िौटान क वनदश आप द.गन करा0

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शरी पारस चन‍दर न-- माननीर उपाधरकष महोदर स ही हमार साान म. आरा इसको

हमन िापस विरा0 िदकन सद‍र न रह पछा ह दक ऐस 71 ‍ ानो म. कषमता िवध की ‍िीकवत की

गनई ी 65 िाख 45 हार रपर परापत हए ह रह रावश दकसानो को िावपस दी ाएगनी करोदक

रह दकसानो की सरकार ह आ सबह भी दकसानो की ही बात हो रही ी0 मखरमातरी ी भी चाहत

ह दक दकसानो को राहत वमि0 म आदरणीर सद‍र को धन‍दरिाद दता हा दक इतना अचछा मददा

आपन उठारा ह और सद‍र की माशानसार सरकार भी परी तरह स सहमत ह 0

उपाध रकष महोदर—एक और ची उन‍द होन पछी ह दक शहरी और गरामीण कषतर म. भदभाि

क रो दकरा ह

शरी पारस चन‍द र न-- उपाध रकष महोदर, भना तो हमको ही चावहए िदकन कभी कभी

ऐसा होता ह दक गरामीण कषतर म. दकसान ल दी आकर ि ाता ह 0 इसका हम परा ध रान रख.गन और

आपन ो कहा ह हम उसका पािन करिाएागन दक हमार ही कमयचारी िोगन िहाा भ.0

उपाध रकष महोदर— अपन दकसान ागनरक ह0

शरी क िाश चाििा—माननीर उपाध रकष महोदर, वबिी का पनी क पास इतन साधन ही

नही ह दक िह टाासफामयर िकर आए, साधन बढाए ान चावहए0 तादक दकसान को टाासफामयर

उसक मौक पर पहाचाकर ददरा ाए0 परात होता रही ह दक ब टाासफामयर उपिब ध ह गनाडी

उपिब ध नही ह तो मबर होकर दकसान अपना टक टर िकर आता ह 0 िा हआ टाासफामयर िकर

आता ह 0 उस ददन उसको कहत ह दक टाासफामयर नही ह 0 दफर िह अपना टक टर खािी िकर ाता

ह दफर तीसर ददन दफर आता ह 0 इस परकार दकसान को कम स कम एक टाासफामयर बदिन क विए

टाासफामयर का दकरारा 4, 5 हार रपए भरना पडता ह रह व‍ वत ठीक की ानी चावहए, ऐसा

मरा मातरी ी को सझाि ह 0

उपाध रकष महोदर—शासकीर िाहन उपिब ध रह0

शरी पारस चन‍द र न—माननीर उपाध रकष महोदर, ो सद‍ र न बात कही ह दक हम भन

की व रि‍ ा और एक सकय िर और वनकाि द.गन दक उसका पािन दकरा ाए0

शरी ओमपरकाश सखिचा (ािद) – रह ो परी पररव‍ वतराा उत पन‍द न हो रही ह इसकी

भवमका म. भी ाना पडगना0

उपाध रकष महोदर – वनराकरण हो गनरा ह सम‍ रा का0

शरी ओमपरकाश सखिचा—म एक वमनट म. अपनी बात समाप त कर दागना वपछि आठ महीन

स दकतन कषमता िवध क टाासफामयर रोक हए ह कषमता िवध न करक उनक सपरराट.ड.ट इाीवनरर

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

की ररकमन‍द डशन क बाद सी0एम0डी0कारायिर न रोक हए ह पहिी बात सी0एम0डी0 कारायिर न िह

उन पर क रा एक शन ि.गन, िह आठ महीन स परशान ह0 दसरा विषर वतन भी डी0पी0 पर

टाासफामयर पर ओव हरिोड ह, आव हरिोड 0ई0 की मी और िाइनमन की ‍ िीकवत क वबना हो ही

नही सकता ह वपछिी बार माननीर मातरी ी ब दौर पर आए ािद तो उनक सामन भी कई

दकसानो न रह बात रखी ी, उनक सामन रह बात आई ी िदकन आ रहाा स कछ वनदश द. दक

अगनर कोई ओव हरिोड टाासफामयर ह तो उस गनह का वनरर इाीवनरर उसक विए वम मदार

होगना और उसक ऊपर क रा अवतररक त कारयिाही कर.गन0 अगनर कोई भी िोड ह और दकसान को

कनक शन समर पर वमिना चावहए और अगनर िह ओव हरिोड ह तो उसकी कषमता िवध सीन क

पहि करना अवनिारय होना चावहए क रोदक कन‍द ज रमर फोरम म. ाएगना दकसान तो एक नई ददक क त

होगनी और उसकी समर सीमा भी तर होना चावहए0

शरी पारस चन‍द र न—माननीर उपाध रकष महोदर, म न िाब म. भी बतारा ा दक 4661

वितरण टाासफामयरो की कषमता िवध आाकवित की गनई ी0 वसम. स 0850 टाासफामयर कषमता िवध

का कारय परा दकरा गनरा0 बाकी ह िह भी अवतशीघर कर रह ह हम और वतना वस परकार सद‍ र

न पछा ह रदद डी0पी0 क टाासफामयर की िवध ह तो उसको तरात काम करान का हम आदवशत कर.गन

रदद कोई दोषी होगना तो हम उस विचार कर.गन0

उपाध रकष महोदर—आपका क िररदफकशन हो गनरा ह 0

शरी ओमपरकाश सखिचा—दकतन ददन म. ओव हरिोड टाासफामयर पर कषमता िवध कर दी

ाएगनी उसकी सीमा तर कर द. क रोदक उस समर सीमा म. उतनी हो ाए0

उपाध रकष महोदर—मातरी ी आप कोई समर सीमा दना चाह.गन0

शरी ओमपरकाश सखिचा-- सबस महत िपणय बात िही ह 0

शरी पारस चन‍द र न—ल दी स ल दी0

शरी ओमपरकाश सखिचा—वडपाटयम.ट भी उतना बडा ह और कमयचारी भी उतन ही ह0

कमयचारररो की कोई कमी नही ह 0

उपाध रकष महोदर—मातरी ी न कहा ह अवतशीघर कर द.गन0 समर सीमा बताना साभि नही

होगना0

शरी ओमपरकाश सखिचा—फसि वनकिन क बाद क रा फारदा0

उपाध रकष महोदर—िह भी दकसान वहत षी ह, सरकार दकसान वहत षी ह 0 ऐसा क स होगना

दक ल दी नही कर.गन0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी ओमपरकाश सखिचा—हमन मातरी ी क सामन सब दकसानो को खडा कर ददरा ा और

उस ददन तर दकरा ा उनक आदश क बाद भी कोई कारयिाही नही हई0

उपाध रकष महोदर—बात साान म. आ गनई ह शीघर कर द.गन0

शरी ओमपरकाश सखिचा – ब फसि चिी ाएगनी दफर क रा बात ह 0

शरी पारस चन‍द र न—उपाध रकष महोदर, ध रानाकषयण क माध रम स ो पछा ा िह मन

बतारा भी उसम. हमन 0800 टाासफामयर कषमता िवध की ह 0 समर तो िगनता ह िदकन दफर भी

हम चाह.गन ो हमार सद‍ र न बात उठाई ह दक हम ल दी स ल दी कोई भी फसि आती ह उसक

पहि हम सि करिा ि.गन0

उपाधरकष महोदर--माननीर मातरी ी ि टाासफामयर विशष की बात कर रह ह हाा आप

दौर पर गनए िहाा रह बात आपक साान म. िाई गनई ी0

शरी ओमपरकाश सखिचा--उपाधरकष महोदर िहाा पर दकसानो दवारा 01-05 टाासफामयरो की

सची दी गनई ी0

उपाधरकष महोदर--मातरी ी न कहा ह दक शीघर कर द.गन0

शरी ओमपरकाश सखिचा--दसर परशन का उततर नही आरा ह दक वस गनह ो भी

ओवहरिोड टाासफामयर ह उनकी तरात सचना दन की वममदारी िाइनमन ि ई की होना चावहए

रह काम विभागन का होना चावहए न दक दकसान का अभी तक दकसानो को परशान कर रह ह रह

बात उस ददन भी आई ी0

उपाधरकष महोदर--आपका परशन आ गनरा0

शरी ओमपरकाश सखिचा--उपाधरकष महोदर िदकन उसका उततर नही आरा ह 0

उपाधरकष महोदर--हाा ओवहरिोडड टाासफामयर होगन िहाा िाइनम न और ई सचना द.गन0

शरी पारस चन‍दर न--हाा ओवहरिोडड टाासफामयर ह िह आाकडा भी मन बतारा ह और

इनस कहा ह दक रदद कही होगना तो हम कर.गन ना हम कहाा मना कर रह ह0 म इनक कषतर म. गनरा

ा0 विभागनीर मातरी होन क कारण मन कहा ा दक विधारक ी आप सबको बिाओ हम िाइट की

सम‍रा क बार म. बात कर.गन0 मन िहाा बात भी की ह और िहाा की सम‍रा का हमन वनराकरण भी

दकरा ह 0

उपाधरकष महोदर--बहत साधारण बात उन‍दहोन पछी ह दक हाा ओवहरिोडड टाासफामयर

होगन उसकी सचना दना दकसान का नही बवलक ई और िाइनमन का काम होगना0 इसम. आपको

कोई ददककत नही होना चावहए0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी पारस चन‍दर न--उपाधरकष महोदर रह वबिकि िाइनमन और ई का ही काम ह 0 ि

हमको सचना द.गन0

शरी ओमपरकाश सखिचा--रदद कोई िाइनमन रा ई आगन एक महीन म. दोषी पारा गनरा

तो इसकी सचना तो करिा द.0 रदद दोषी पारा गनरा तो करा भविषर म. ई पर कारयिाही होगनी ?

म एक महीन बाद की बात कर रहा हा आ की बात नही कर रहा हा0

उपाधरकष महोदर-- मातरी ी त रार ह इसक विए0

शरी ओमपरकाश सखिचा-- इस पर मातरी ी न सहमवत नही दी ह पिी इस पर सहमवत

ददििा दीवए0 माननीर मातरी ी न बहत सहदरता स िहाा आकर हमारी मदद की िदकन नीच

िाि फॉिो करन को त रार नही ह0 मरा माननीर मातरी ी स हा ोडकर वनिदन ह दक सदन म.

घोषणा कर द. दक अगनर एक महीन की समर सीमा म. सभी ररपोटय नही हए तो उसक विए ई पर

कारयिाही होगनी0 बस म इतना ही चाहता हा0

शरी पारस चन‍दर न--म आपकी बात स सहमत हा रदद ई और िाइनमन न सचना नही दी

तो उसको बदिन का हमारा काम ह नही बदि.गन तो हम उनक वखिाफ कारयिाही कर.गन0

शरी रशपाि वसाह वससोददरा (मादसौर)-- माननीर उपाधरकष महोदर म माननीर चाििा

ी को धन‍दरिाद दना चाहागना करोदक मधरपरदश म. सबस जरादा कएा और विदयत पाप क कनकशन

नीमच और मादसौर वि म. ह0 इसी हाउस म. ऊाय विभागन ब माननीर रान‍दर शकि ी क पास

ा0 तब मरा परशन ा धरान आकषयण ा तब रह बात सामन आई ी दक का पवनराा दकसानो क खतो

स विदयत क टाासफामयरो को िान का पररिहन नही कराएागनी रह का पवनरो की िाबदारी होगनी0

िदकन अममन रह दखा ाता ह दक टकटर टािी और वपक-अप गनावडरो स दकसान अपन खतो स

टाासफामयर ि ान का काम करत ह0 म रहाा तक कह रहा हा दक का पवनराा उन टाासफामयरो को

सधारन क बाद वबि पर‍तत करती ह दक परारिट ठकदार न इन टाासफामयरो को िाकर ‍ ावपत

दकरा ह और ररपरररागन कराई ह 0

उपाधरकष महोदर म आपका सारकषण चाहागना इस विषर पर0 दकसान एक उपभोकता ह 0

का पनी का टाासफामयर रदद िता ह खराब होता ह तो दावरति का पवनरो का बनता ह 0

उपाधरकष महोदर--रह बात मातरी ी न कह दी ह ि इसक विए आदश ारी कर.गन0

शरी रशपाि वसाह वससोददरा--उपाधरकष महोदर आदश पिय म. भी सदन म. ारी हए ह0

आदरणीर रान‍दर शकि ी न आशव‍त दकरा ा और घोषणा की ी िदकन पािन नही होता ह

इसका सखती स पािन करारा ाना चावहए0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी पारस चन‍दर न--माननीर उपाधरकष महोदर सखती स पािन कराएागन0

शरी रशपाि वसाह वससोददरा--उपाधरकष महोदर वतन दकसान उन टाासफामयरो को िकर

आ रह ह करा ऐसी वयि‍ ा माननीर मातरी ी कर द.गन दक उनका और आपका ो पररिहन ह

उसम. दकतना अातर आ रहा ह दकसान िकर आ रहा ह टाासफामयर टकटर टाविरो म. आ रहा ह और

आप कह रह ह दक ददखिा ि.गन0

उपाधरकष महोदर--भविषर म. नही होगना ऐसा मातरी ी कह रह ह0

शरी रशपाि वसाह वससोददरा--उपाधरकष महोदर पहि भी वयि‍ ा आई ह िदकन ढाक क

तीन पात0

उपाधरकष महोदर--एक बार और दख िीवए नर मातरी ह नरा अादा दख िीवए0

शरी रशपाि वसाह वससोददरा--उपाधरकष महोदर आपका सारकषण चाहत हए रह तर हो

ाना चावहए दक दकतन दकसान उसको िा रह ह0

शरी सन‍ददरिाि वतिारी (गनढ0)--माननीर उपाधरकष महोदर म आपक माधरम स माननीर

मातरी ी स एक वनिदन करना चाहता हा दक आपन एक पतर विधारको को विखा ा ि आदश ारी

दकरा ा दक रदद एक टाासफामयर पर 41 परवतशत स जरादा प सा बकारा ह तो िह टाासफामयर बाद

कर ददरा ाएगना और उसस वबिी सपिाई नही होगनी0 रा 71 परवतशत का जरमर पम.ट द रह ह तो

िह टाासफामयर चिगना, नही तो नही चिगना0 उपाध रकष महोदर, मरा आपक माध रम स मातरीी स

कहना ह दक ो आन‍ ट कन‍द मसय ह ो वनरातर प सा द रह. तो िह भी उसस परभावित हो रह ह और

िह भी अाधर म. रह ह और हर महीन वनरातर प सा दत चि ा रह. ह , तो उनकी क रा गनिती ह 0

उनको क रो सा वमि रही ह ,क रा आप इन वनरमो म. कोई साशोधन कर.गन दक ो आन‍ ट कन‍द रमसय

ह िह उसस परभावित न हो और उनको वबिी वमि सक0 रह हमारा आपस आगरह ह 0

उपाध रकष महोदर :- इनका कहना ह दक बाकी उपभोक ता ो वबि द रह ह0

शरी पारसचन‍द र न :- माननीर उपाध रकष महोदर, हमन तीन अमण डम.ट दकर ह0 पहि

पचास परवतशत पर टाासफामयर वमिता ा उसको अब हमन चािीस परवतशत पर दकरा ह , दकसानो

की वचन‍द ता को दखत हए0 दफर हमन रह भी दकरा ह रदद कोई व रवकत ऐसा ह दक ो तीन साि स

गनााि छोडकर चिा गनरा तो िह भी हम टाासफामयर िस कर.गन और तीसरा रह दक रदद कोई मर

गनरा तो उसको भी टाासफामयर िस कर.गन0 इतनी सविधा हमारी सरकार द रही ह 0 अब इनका कहना

ह दक रदद ऐसा ह तो हम कहत ह दक रदद प सा ह तो ही काम चिगना0 आपन रह कहा ह दक ो

आदमी प सा भर रहा ह और रदद उसका कनक शन ह तो हम चाह.गन दक उसको तक तकिीफ न हो0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी सन‍द दरिाि वतिारी :- मातरी ी, मरा कहना ह दक ो रन‍ ट का ज रमसय ह उनक विर

आप क रा कर.गन ?

उपाध रकष ाा महोदर :- आप सन िीवर, मातरीी न बतारा ह दक इतनी सविधाएा उन‍द होन

दी ह, बाकी ो का ज रमसय ह, प स नही द रह ह0 41 परवतशत की शरणी म. िान क विर आपका भी

कछ काम ह 0 आप भी िोगनो को परोत सावहत कररर0

शरी सन‍द दरिाि वतिारी :- मातरी ी, मरा कहना ह दक ो अाधर म. रह रह ह, क रा आप उनक

विर कछ रोना बनार.गन ? आपन इमानदार को भी चोर बना ददरा ह 0 िह प सा भी द रह ह0

शरी िाि वसाह आरय :- वतिारी ी,आपक समर म. तो वबि म. कराट आता ा0

डॉ रान‍द र कमार पाण डर :- माननीर उपाध रकष महोदर, म दो बातो पर आपका ध रान

आकरषयत करा गना0 रीवडागन नही िी ाती ह और वबना रीवडागन क वबि आ ात ह0 उसका ददखिारा

ार0 रदद 01 का ज रमसय ह और उनम. स 67-68 िोगनो न प सा मा करा ददरा, शष 0 रा 3 बचत

ह तो उनक कनक शन रफ करक शष 67 को िाभ ददरा ाना चावहर0 उनको विदयत की सप िाई

की ाना चावहर और रह दकरा ा सकता ह 0

शरी पारसचन‍द र न :- माननीर उपाध रकष ी, तीन ददन पहि हमन एक सिाहकार सवमवत

बनारी ह 0

(0) विददशा वि क विकास खण ड गना बसौदा एिा ग रारसपर अातगनयत अनक विदयािरो म. पहाच

मागनय न बनार ान स उत पन‍द न व‍ वत

शरी वनशाक कमार न :- (अनपव‍ त) 0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

5068 ब

अनपव‍ वत की अना

वनिायचन कषतर र.मााक 7-रामपर बघिान स वनिायवचत सद‍ र, शरी हषय वसाह को विधान सभा स

ददसम बर, 016 सतर की ब ठको स अनपव‍ त रहन की अना0

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5069 ब

परवतिदनो की पर‍ तवत

(6) रावचका सवमवत का अभ रािदनो स साबावधत षष टम परवतिदन

शरी शाकरिाि वतिारी( सभापवत):- म रावचका सवमवत का अभ रािदनो स साबावधत षष टम

परवतिदन करता हा0

(2) मवहिाओ एिा बािको क कलराण साबाधी सवमवत का पर म एिा वदवतीर परवतिदन

सशरी उषा ठाकर(सभापवत)--माननीर उपाधरकष महोदर म मवहिाओ एिा बािको क

कलराण साबाधी सवमवत का पर म एिा वदवतीर परवतिदन(चतदयश विधान सभा) पटि पर रखती हा0

5006 ब िषय 016 -0167 क वदवतीर अनपरक अनमान का उप‍ ापन

विततमातरी (शरी रात मि रा)--माननीर उपाधरकष महोदर म राजरपाि महोदर क

वनदशानसार िषय 016 -0167 क वदवतीर अनपरक अनमान का उप‍ ापन करता हा0

उपाधरकष महोदर--म इस वदवतीर अनपरक अनमान पर चचाय और मतदान क विर ददनााक

8 ददसमबर 016 को 0 घाट का समर वनरत करता हा0

5000 ब रावचकाओ की पर‍तवत

उपाधरकष महोदर--आ की कारय सची म. सवममवित सभी रावचकाएा पर‍तत की हई मानी

ाएागनी0

5000 ब

शासकीर विवध विषरक कारय

मधरपरदश माधर‍ म अवधकरण (साशोधन) विधरक 016 (र.मााक 04 सन 016

विवध और विधारी कारय मातरी (शरी रामपाि वसाह)--माननीर उपाधरकष महोदर म पर‍ताि

करता हा दक मधरपरदश माधर‍ म अवधकरण (साशोधन) विधरक 016 पर विचार दकरा ार0

5003 ब {माननीर सभापवत (शरी मनो वनभयर वसाह पटि) पीठासीन हए0

(मो की प पाहट)

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सासदीर कारय मातरी (डॉ0नरोततम वमशर)--माननीर सभापवत महोदर सभी का अवभिादन

‍िीकार नही कर रह ह0

सभापवत महोदर--सभी का धन‍दरिाद0

शरी वत पटिारी--सभापवत महोदर आपको बहत बहत बधाई हो0

शरी कमिशवर पटि--सभापवत महोदर आसन‍ददी गरहण करन पर आपको बधाई0

सभापवत महोदर--सभी का धन‍दरिाद0

सभापवत महोदर--पर‍ताि पर‍तत हआ दक मधरपरदश माधर‍ म अवधकरण (साशोधन)

विधरक 016 पर विचार दकरा ार0

परभारी नता परवतपकष (शरी बािा बचचन)--माननीर सभापवत महोदर मधरपरदश माधर‍ म

अवधकरण (साशोधन) विधरक 016 क साबाध म. आपक माधरम स मातरी ी एिा सरकार को रह

कहना ह दक ब हाईकोटय न अपन आदश ददनााक 4 ददसमबर 0111 म. रररारती करार को "साकमय

साविदा" क अातगनयत नही माना तो सरकार को रह साशोधन विधरक िान की करा ररत पड गनई0

हाईकोटय न ही इसको नही माना0 तो करा रह हाईकोटय क आदश की अिमानना नही ह उनकी

भािनाओ क वखिाफ नही ह ? करा ररत पड गनई साशोधन विधरक की माननीर मातरी ी आप

ब बोि. तो आप इसको ‍पषट कर. और आपन इसम. रह भी दकरा ह दक "साकमय साविदा" म. सिाओ

का वि‍तार करत हए इसम. भाड पर िी गनई सिाएा भी शावमि कर िी गनई ह0 हाईकोटय न इसको

वनर‍त कर ददरा0 दसरा आगन रह भी दकरा ह दक "साकमय साविदा" म. सिाओ का भी वि‍तार करत

हए भाड पर िी गनई सिाएा भी शावमि कर िी ह और राजर की बगन र सहारता िाि विभागन भी

शावमि कर विर गनर ह बदक मर वहसाब स रह आना होना नही चावहर ा और इस साशोधन

विधरक की आिशरकता भी नही ी0 ब सरकार सहकाररता म. रटबरनि क पदो को नही भर पा

रही ह 0 तो सरकार उसको नही कर पा रही ह तो ब हाईकोटय शासन को इस बार म. आदश ारी

कर चका ह तो दफर ऐसा क रो दकरा ह 0 माननीर मातरी ी, ब आप बोि. तो इसको ‍ पष ट कर. और

अपन उत तर म. इस बात को बताएा तब तो म समझता हा दक रह साशोधन विधरक िान की

सा यकता होगनी अन‍द र ा इसका कोई मतिब नही होगना0 धन‍द रिाद0

शरी रशपाि वसाह वससौददरा (मादसौर) – माननीर सभापवत महोदर, माननीर नता

परवतपकष न माननीर मातरी ी स ही कोटय, न‍द रार स साबावधत मामिो को िकर अपनी बात कही ह 0 म

‍ िरा चाहागना दक माननीर मातरी ी उसका कछ ‍ पष टीकरण द द.0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी दगनायिाि विर (श रोपर) – सभापवत महोदर, म किि 0 वमनट बोिागना0 आपको

बहत-बहत बधाई0 अभी माध र‍ म अवधकरण का ो साशोधन रहाा पर पर‍ तावित दकरा ह 0 म इस

साशोधन का सम यन करता हा0 हाईकोटय न मना नही दकरा ह 0 ो परकरण माननीर उच च न‍द रारािर

म. पर‍ तत हआ ा, उस परकरण म. चादक र सिाएा माध र‍ म अवधकरण क अातगनयत शावमि नही ी,

इसक कारण स उस परकरण म. इसको मान‍द र नही दकरा तो ‍ िाभाविक परदर.रा ह दक अवधवनरम म.

बहत अवधक सिाओ को ोड ान की आिश रकता महसस की ा रही ह 0 इसक कारण इस

माध र‍ म अवधकरण क अातगनयत, ो परािधान ह, उसका िाभ सबको पराप त हो सक, इसी को

दवषटगनत रखत हए रह साशोधन पर‍ तावित दकरा गनरा ह और इस साशोधन म. ऐसी सभी सिाओ को

ोडन का पररास दकरा गनरा ह , ो शासकीर न भी हो िदकन िोगनो की दवषट स ो िोगन सिाओ म.

िगन हए ह, उनम. टोि ट क स एिा अन‍द र बहत सारी सिाएा ह, ो माध र‍ म अवधकरण क अातगनयत

शावमि नही ी, इसको व रापक बनान एिा वि‍ तार दन की दवषट स सविधा परदान करन की दवषट स

रह साशोधन िारा गनरा ह 0 म इसका सम यन करता हा0 धन‍द रिाद0

विवध एिा विधारी कारय मातरी (शरी रामपाि वसाह) - सभापवत महोदर, रह ो मध रपरदश

माध र‍ म अवधकरण (साशोधन) विधरक 016 हम िार ह0 इसको बहत सोच-समझ कर विचार

कर िार ह0 माननीर हमार सा ी ो कह रह दक माननीर न‍द रारािर म. पहि रह शावमि नही

ा िदकन सरकार की सविधा की दवषट स समर पर वनणयर हो और पहि कई रोनाएा चिती नही

ी0 नर वनरम बन., हम उस वहसाब स इसको िार ह और इसविए हम इसम. रररारती करार को

साशोधन करक शावमि कर रह ह0

सभापवत महोदर, सरकार की ‍ पष ट माशा ह दक समर पर काम हो और वनराकरण हो और

ो पकषकार ह0 कई िोगन सडक बना रह ह, उनका भी समर पर वनराकरण हो, वनणयर हो और

इसविए हम इसम. आावशक साशोधन कर रह ह0 सन 6983 म. ो व रि‍ ा ी, हम उसम. दो िाईन.

बढाकर, इसम. रररारती करार को भी शावमि कर रह ह0 इसम. सरकार की मि भािना रह ह दक

समर पर वनराकरण हो और पकषकार को इधर-उधर न भटकना पड, इसविए हम रह महत िपणय

साशोधन िार ह0 इसम. माननीर न‍द रारािर का सम मान ही ह , कोई ऐसी बात नही ह 0 इसका आपन

ो अध ररन दकरा ह , उसक विए बहत-बहत धन‍द रिाद0

परभारी नता परवतपकष (शरी बािा बच चन) – माननीर सभापवत महोदर, 4 ददसम बर 0163

का हाईकोटय का रह आदश ह वसम. रररारती करार को साकमय साविदा क अातगनयत नही माना ह , तो

मन मातरी ी ानना चाहा दक क रा हाईकोटय की अिमानना नही होगनी0 रह तो हाईकोटय का आदश

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह दक रह रररारती करार वसक विए आप साशोधन विधरक िाए ह इसको साकमय साविदा क

अातगनयत इसको ो शावमि कर रह ह, हाईकोटय तो पहि ही कह चका ह 0

अध रकषीर घोषणा

5:31 ब सदन क समर म. िवध विषरक

सभापवत महोदर - आ की कारयसची का कारय पणय होन तक सदन क समर म. िवध की

ाए, म समझता हा, सदन इसस सहमत ह 0

(सदन दवारा सहमवत व रक त की गनई)

विवध और विधारी कारय मातरी (शरी रामपाि वसाह) - ‍ पष ट ह , आप अध ररन कर ि., सरकार

न एक वनणयर विरा ह , इसको आप दख ि., पहि र शावमि नही ा, इसविए माननीर न‍द रारािर

न कहा, पहि र रोना चिती नही ी कई रोनाएा मध रपरदश सरकार न चिाई ह . टोि स

िसिी कर रह ह, ठकदार आ रह ह, उनका वनराकरण क विए हमन सहता क विए र वनरम हम

उसम. शावमि कर रह ह0

शरी बािा बच चन - तो क रा सरकार हाईकोटय क आदश का पािन नही कर.गनी0

शरी रामपाि वसाह - हम तो अकषरश: पािन कर.गन0

शरी बािा बच चन - हाईकोटय का उसम. तो आडयर ह .

शरी रामपाि वसाह - आदश सही ह , ब नही ा, अब इसम. हम उसको आडयर को ोड रह

ह0

शरी शाकरिाि वतिारी - हम ह सरकार म. बच चन ी, इसविए ोड रह ह0

सभापवत महोदर - परश न रह ह दक मध रपरदश माध र‍ म अवधकरण (साशोधन) विधरक,

016 पर विचार दकरा ाए.

पर‍ ताि ‍ िीकत हआ.

सभापवत महोदर - अब विधरक क खण डो पर विचार होगना0

परश न रह ह दक खाड 0 इस विधरक का अागन बन,

खाड 0 इस विधरक का अागन बना0

परश न रह ह दक खाड 6 इस विधरक का अागन बन.

खाड 6 इस विधरक का अागन बना0

परश न रह ह दक पणय नाम त ा अवधवनरमन सतर विधरक का अागन बन0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

पणय नाम त ा अवधवनरमन सतर विधरक का अागन बन0

शरी रामपाि वसाह - माननीर सभापवत महोदर, म पर‍ ताि करता हा दक मध रपरदश

माध र‍ म अवधकरण (साशोधन) विधरक, 016 पाररत दकरा ाए0

सभापवत महोदर - पर‍ ताि हआ दक मध रपरदश माध र‍ म अवधकरण (साशोधन) विधरक,

016 पाररत दकरा ाए0

पर‍ ताि ‍ िीकत हआ.

विधरक पाररत हआ0

मध रपरदश नगनर त ा गराम वनिश (साशोधन त ा विवधमान‍द रकरण) विधरक, 016

नगनरीर विकास एिा आिास मातरी (शरीमती मारा वसाह) - म पर‍ ताि करती हा दक मध रपरदश

नगनर त ा गराम वनिश (साशोधन त ा विवधमान‍द रकरण) विधरक, 016 पर विचार दकरा ाए0

सभापवत महोदर - पर‍ ताि पर‍ तत हआ दक मध रपरदश नगनर त ा गराम वनिश (साशोधन त ा

विवधमान‍द रकरण) विधरक, 016 पर विचार दकरा ाए0

शरी बािा बच चन - माननीर सभापवत महोदर, मध रपरदश नगनर त ा गराम वनिश साशोधन

विधरक 016 क साबाध म. मरा कहना ह दक र विधरक नता क अवधकारो का हनन करन िािा

विधरक ह , क रोदक इसम. वन धाराओ क अातगनयत भ अयन स साबावधत कारयिाही होती ी, उन

धाराओ को ही वििोवपत करन का इस विधरक म. आपन पर‍ ताि रखा ह , धारा 5 और को, ो

धारा (5) और ( ) आपवततरो ि सझािो क विर गनरठत कमटी पर ी उसका आप इस साशोधन क

माधरम स िोप करन ा रह ह0 भ-अयन कारयिाही इन धाराओ स ही होती ी0 म समझता हा दक

मातरी महोदर रह गनित होगना और हाा तक मरी ानकारी म. ह दक ो कािोनी डििपर ह ो

गनरीब तबक क विर गनरीब नता क विर 61 स 65 परवतशत तक की ो मीन का वह‍सा गनरीब

िोगनो क विर रखत और किकटर क मतावबक उसका वनराकरण और वनधायरण होता ा िह भी

अब समापत हो ारगना अब किकटर का रोि खतम हो ारगना और ो कािोनी डििपर ह िह

अपन वहसाब स वि‍ट किकटर को दगना और किकटर स िह मनिारगना इसस ो 61 स 65

परवतशत का गनरीबो का वह‍सा ह िह उनको नही वमि पारगना और इस साशोधन क बाद म. परदश

का गनरीब तबका उस सविधा स िावचत हो ारगना0 मातरी ी आपको इस पर विचार करना चावहर

करोदक रह साशोधन विधरक तो ि सा ही होगना स दक गनरीब नता की आिा को दबा दना और

परी छट इस साशोधन क माधरम स हम कािोनी डििपर को दन ा रह ह0 कािोनी डििपर और

वबलडर मनमानी कर.गन और 61 स 65 परवतशत का ो वह‍सा गनरीबो का वमिना चावहर िह उनको

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नही वमिगना उनको परशानी होगनी0 इसविर मातरी ी स मरा अनरोध ह दक इस पर आप एक बार

और विचार कर ि. 0 म समझता हा दक इस साशोधन को सरकार सोच समझकर क िाती और गनरीबो

को िावचत करन स बचा सक. गनी तो म समझता हा दक बहतर होगना नही तो बड िोगनो को फारदा

पहाचान क विर और कािोनी डििपर और वबलडर को फारदा पहाचान क विर िारा गनरा

साशोधन विधरक होगना उन‍दही िोगनो को इसका िाभ होगना तो आप इस पर एक बार दफर स विचार

कर ि. रह मरा आपस आगरह ह 0

डॉ0 मोहन रादि(उजज न-दवकषण) -- माननीर सभापवत महोदर बड आचितरय की बात ह दक

नता परवतपकष न ो बात रखी ह मझ िगनता ह दक इस साशोधन को उन‍दहोन ठीक स पढा नही ह 0

रह साशोधन बहत अचछा ह 0 दरगनामी दवषट स शहर क विकास क विर परदश भर क विर एक नई

सौगनात िकर क आन िािा रह साशोधन ह 0 वसक माधरम स हम अपन परतरक मा‍टर पिान का

ठीक स परकाशन क सा ही उसका विकास करन क विर एक नरा रा‍ता दन का पररास कर.गन0 बड

दभायगर की बात ह दक ो गनरीबो क वहत की बात हो सकती ह नता परवतपकष उसम. भी अपनी

भािना पता नही िह दकस कारण स बता नही पा रह ह रा उन‍दहोन साशोधन विधरक पढा नही0

अगनर आपन साशोधन विधरक को दखगन. तो आप पार.गन दक धारा 51 की उप धारा (5) और ( ) क

वििोपन क सा ही अभी तक ो अवधवनरम 6973 ा वस बात को िकर क म इस साशोधन

विधरक का सम यन कर रहा हा मधरपरदश गराम वनिश अवधवनरम 6973 वसम. धारा 51 की उप

धारा (5) और ( ) क विर ो कमटी गनरठत ी िह मातर मलरााकन कमटी ी ो दक भवम का

मलरााकन करती ी कीमत का वनधायरण करती ी0 कीमत वनधायरण मामि म. परान अनभि रह

कहत ह दक आ तक उन कमरटरो न कभी कीमत का वनधायरण नही दकरा0 मित: उन‍दहोन दकसानो

क सा सद ि अवहत ही दकरा ह 0 दसरी बात ब रोना का परकाशन होता ह उस रोना क

परकाशन क सा ही उस शहर की ददशा तर होती ह दक अगनिा विकास दकस परकार स होगना कहाा

पर ‍टवडरम बनगना कहाा पर कामरशयरि माकट बनगना कहाा पर कािोवनराा बन.गनी कहाा पर

बगनीच बन.गन और इनको विकास करन क विर मा‍टर पिान म. कोई एगीकरशन ए.सी नही होती

ी0 आमतौर पर एगीकरशन क विर विकास परावधकरण ही उसम. मबत सशकत वनकार ह और

ऐस म. विकास परावधकरण को सशकत करन की अतरात आिशरकता ह 0 म समझता हा दक वस परकार

स ‍कीमो को िागन दकरा ाता ह 0इसम. ो एक विसागनवत खडी हई ी उस विसागनवत को इस

साशोधन क माधरम स दर करन का पररास दकरा गनरा ह 0 धारा 38 क माधरम स रह ो हमार

ोनि पिान वनकित ह वन ोनि पिान का एगीकरशन ‍ ानीर वनकार करत ह िह नगनरीर

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वनकार नगनर वनगनम नगनर पाविका हो सकती ह 0 इनकी कन‍दटोिसी को बचान क विर रह साशोधन

िारा गनरा ह तादक परावधकरण अपन ढागन स उस मा‍टर पिान का परकाशन ो उन‍दहोन दकरा ा

उसका एगीकरशन कर सक कहाा पर बारपास वनकािना ह रा दकसी परकार का विकास करना ह

म समझता हा दक वस ढागन स उन‍दहोन पिान दकरा ह रह बात भी सही ह दक परावधकरण क पास

भी खद का बोडय होता ह और परावधकरण अगनर एगीकरशन की कारयिाही करता ह तो भवम

अवधवनरम क अातगनयत इसम. रह परािधान भी ह दक ो हमार अपन िड एगीकरशन एकट क

अातगनयत ो दकसानो को छट दी गनई ह िो शहरी मलर क वहसाब स दो गनना रा गरामीण क वहसाब स

चार गनना वस ढागन स चाह और एक और ानकारी दना चाह.गन दक इसम. कही पर भी रह बाधरता

नही ह दक दकसान को मीन दना ही पडगनी िदकन चादक मा‍टर पिान का परकाशन शहर नही

परदश क विर भी आिशरक ह और दकसी भी शहर की स-वयि‍ ा क विर विकास की अतरात

आिशरक अिधारणा होती ह और उसको परा करन क विर रह अतरात आिशरक ह 0 मझ िगनता ह

दक वस ढागन स रह साशोधन दकरा गनरा ह न किि रह शहर क विर आिशरक होगना बवलक इसम.

ही इस बात को पररिवकषत दकरा गनरा ह दक गनरीब िगनय क विर भी ो भखाड दना ह रा भिन

बनाकर क दना ह रा ो अभी अबयन डििपम.ट ‍कीम क अातगनयत काम करना ह 0 सभी की मीन.

इसक बाद ही वमिगनी मझ िगनता ह दक रह अत रात आिश रक साशोधन ह और वनवचितत रप स म

इसका सम यन करता हा उम मीद करता हा दक साशोधन पाररत होन क सा ही हमार परत रक

परावधकरण क दरवमरान रा साडा क अातगनयत होन िाि विकास क कामो को ठीक ढागन स बढािा

वमिगना0 म अपनी ओर स एक बार दफर मातरी ी को धन‍द रिाद दत हर इस विधरक का सम यन

करता हा0 धन‍द रिाद0

शरी बािा बच चन-- माननीर रादि ी रह बात तो मन बोिी ह दक बड िोगनो को फारदा

पहाचान िािा साशोधन विधरक ो िीकर सक शन ह वनको 61 स 65 परवतशत उस मीन का

वह‍ सा ो वमिना चावहर मन इसविर अपनी वचाता ावहर की दक उन िोगनो को वमिना चावहर

क रोदक कॉिोनी डव हिपर ो किक टर क अाडर म. होता ा तो किक टर इसका पािन करिात

अब किक टर को कॉिोनी डव हिपर बतारगना तो िह भी अवधकार उनका िावचत हो ारगना0

शरी मोहन रादि-- बच चन ी इसम. म आपका साशोधन की तरफ ध रान ददिा दागना ो

बात आपन कही िह ह नही आपकी ानकारी क विर बता दा ईडब ल रएस सक टर क ो हमार अभी

तक दो-दो साि क तीन-तीन साि क ह उसका वनितयन नही हो पारा तो इसस क स उसका वनितयन

होगना0 रह अपन समझन की ररत ह दक वनका ो हक ह उस हक को ददिान क विर अगनर

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

परावधकरण बीच म. आता ह तो एक शासकीर वनकार होन क कारण स उसकी गनाराटी ज रादा अच छी

ह बार पराइिट सक टर म. ान क तो वनवचितत रप स मझ िगनता ह दक रह बहत ही नोपरोगनी

पर‍ ताि ह वस पर हमको इस अवधवनरम क पाररत होन क सा शहर को और बाकी सभी िोगनो

को िाभ वमिगना0

शरी सादरिाि वतिारी (गनढ)-- माननीर सभापवत ी आपक माध रम स माननीर मातरी ी

स म वनिदन करना चाहता हा और सभी मावतररो स रह वनिदन करना चाहता हा0

सभापवत महोदर-- आप विषर पर रह.गन तो मझ अच छा िगनगना0

शरी सादरिाि वतिारी-- म विषर स बाहर कभी ाता ही नही0

सभापवत महोदर-- सभी मावतररो पर कहाा आ गनर आप0

शरी सादरिाि वतिारी-- सभापवत ी हम बता रह ह आप उसको सन तो अगनिी िाइन0

र ो साशोधन एक ट कि पर:‍ ावपत दकरा गनरा ह और आ इस पर बहस हो रही ह और पास

होन की सामन बात आ गनई0 मरा कहना ह दक कछ ऐस गनाभीर कानन रहत ह ो सदन म. पर‍ तत

दकर ात ह वनको हमको दखना पडता ह विधारको को समझना पडता ह दकताबो को का सनय

करना पडता ह िोगनो स बातचीत करना पडता ह क रोदक रह पर राज र म. िागन होगना दकसी एक

व रवकत की बात नही ह तो आपन ाद की तरह कि पश दकरा और आ पास करन क विर बात

करन िगन0 अब सार विधारको क पास िारबररी तो ह नही दक घर म. िारबररी ह तो हम उस ल दी

खोिकर दख ि.0 तो मरा रह कहना ह दक ो गनाभीर साशोधन आत ह और वस पर पर राज र क

िोगन इफक ट होत ह उनम. ोडा सा समर दना चावहर वसस हम विवधित त रारी करक और मातरी

का और सरकार का सहरोगन कर सक. और उनका ध रान आकरषयत कर सक. दक इसम. रह तररट हो

रही ह और इसम. रह साशोधन होना चावहर एक नरा साशोधन होना चावहर0 मरा आपक माध रम

स रह वनिदन ह सभी मावतररो स और अध रकष महोदर रहाा नही ह उनस भी मरा रही वनिदन ह 0

सभापवत महोदर-- ठीक ह आपकी बात आ गनई अब साशोधन पर कछ बोि द.0

शरी मोहन रादि-- सभापवत महोदर इनको ानकारी नही ह 0

शरी सादरिाि वतिारी-- हाा हो सकता ह सा िह कह रह ह म अानी आदमी हा ‍ िीकार

कर रहा हा0 000(हासी)000 म अानी हा दफर इसीविर कह रहा हा0 रह विधावरका ह हम विधारक

बनकर आर ह और (XXX) क रप म. रहाा स कानन पास होकर चि ात ह0 …….

XXX : आदशानसार ररकाडय नही दकरा गनरा0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

रहाा वित तमातरी ी ब ठ ह मन वपछिी बार एक सिाि उठारा ा ो दकसी की नर म. नही आरा

और बाद म. बडी दर स हमारी नर म. आरा हमन उठारा भी वित तमातरी ी को उसकी गनाभीरता

मािम ह 0 मरा कहना ह दक ो गनाभीर विषर ह उनम. ोडा सा समर वमिना चावहर0

सभापवत महोदर-- आप तो सीध विषर पर आर.0

शरी रशपाि वसाह वससौददरा-- माननीर वतिारी ी सचना कन‍द र पर द‍ तखत करन आप

पधार होगन हाा पर ह‍ ताकषर करत ह िहाा अपन खान बन हर ह रह कि नही बाटा ह रह परसो

बाटा ह 0 आप खाना साभाित ही नही द‍ तखत करक आ ात ह0

शरी सादरिाि वतिारी-- हमको कि वमिा ह 0 हो सकता ह ानबझकर हमार खान म. नही

रखा हो तो म क रा करा 0 तो मरा रह कहना ह दक आपन विकास रोना डव हिपम.ट प िान

इनक िडस स ोवनागन प िान अब रहाा स ोवनागन प िान को आपन ररमि कर ददरा दक ोवनागन प िान

हटा ददरा ार0 अब रह सक शन 01 म. वपरपरशन आफ ोवनागन प िान रह नगनर वनगनम को ोवनागन

प िान बनान का एक अवधकार ा वसक तहत िह डव हिपम.ट प िान म. स एक एरररा िकर एक

प िान बनारा करत 0 और उस पर कारयिाही उस शहर म. होती ी0 मरा सभापवत ी वनिदन ह

दक अब ोवनागन पिान को पररभाषा स अिगन कर ददरा0 अब सिाि रह ह दक उस ोन का पिान

कौन बनाएगना0 दो िोगन बनाएागन0 एक परावधकरण को भी आपन अवधकार द ददरा एक नगनर वनगनम

को भी पिान बनान का अवधकार द ददरा0 ठीक ह दक ो पिान सरकार ‍िीकत करगनी तभी िागन

होगना िदकन शहर म. ो दो इकाईराा काम कर रही ह उनम. सामन‍द‍र क स ‍ ावपत होगना0

परावधकरण िाि अपना नरा पिान त रार कर.गन नगनर वनगनम िाि दसरा पिान त रार कर.गन तो

उसम. वििाद होगन0 हमारा रह कहना ह 0 मरा रह कहना ह दक एक वडव‍टकट िवबि पर कोई एक

परटयकरिर ए.सी होनी चावहर ो उस पिान को फाईनिाईजड कर0 सरकार तो करती ह िदकन

वडव‍टकट िवबि पर इसक विर कोई भी कमटी नही ह ो इसको फाईनि कर0 दसर हमारा रह

कहना ह दक रह एकट तो बना ह िदकन रह परदश क अादर कही िागन नही ह और इसीविर अि ध

कािोवनराा बनती ह और अि ध का ‍टकशास हो ात ह0 इतन बड ‍तर पर का ‍टकशास हो ात ह तो

दफर सरकार उस पर कछ नही कर सकती करोदक परातातर म. िोट की कीमत हो ाती ह 0 ो

आाकड आ रह ह अभी हमार शहर की आबादी 30 परवतशत ह 0 8 परवतशत आबादी हमारी गनाािो म.

ह और ो विदवानो न कहा ह दक आन िाि तीस िषय क अादर हमारी 70 परवतशत हमारी शहर म.

आ ारगनी और 08 परवतशत आबादी गनाािो म. रहगनी तो अगनर हम इसका पािन सवनवचितत नही

कर.गन तो शहर का ो ीिन ह उसका िही हाि होगना ो ददलिी म. हो रहा ह 0 परदषण होगना

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

पानी पीन को नही वमिगना हिा साफ नही वमिगनी0 मरा कहना ह दक रह टाउन एाड का टी पिावनागन

का ो रह एकट ह इसका पािन करान म. धरान दना चावहर और गनरीबो का खराि दकरा ार0

सा हमार नता परवतपकष न कहा ह दक गनरीबो क वखिाफ रह एकट िारा ा रहा ह 0 गनरीबो को

उसस दर रखा ा रहा ह 0 तो गनरीबो को और गनह द.0 हाा तक शहरो म. गनरीबो क विर मकान

बनान की बात ह रह पहि भी बन ह आ भी बन ह0 पहि भी गनाािो म. गनरीबो क विर इाददरा

आिास रोना िागन ी0 आ स पचचीस साि पहि ब म नपद अधरकष ा तो मझ मािम ह दक

गनाािो म. इाददरा आिास रोना क तहत गनरीबो को प सा ददरा ा रहा ा और िहाा गनरीबो क घर

बनिार ा रह 0 इसीविर आ ो िाबी-िाबी बात. सरकार दवारा कही ा रही ह िह कोई नरी

बात नही ह0 बहत परानी बात. ह0 काागरस पाटी हमशा गनरीबो का धरान रखती ी0 मरा दफर स रह

कहना ह दक इस तरह क ब कानन िार. तो हम. उसका अधररन करन क विर परायपत समर ददरा

ार0 धन‍दरिाद0

शरी रशपाि वसाह वससोददरा - एक साि म. एक गराम पाचारत को कि दो इाददरा आिास0

शरी दगनायिाि विर(शरोपर) - माननीर सभापवत महोदर मधरपरदश नगनर त ा गराम

वनिश साशोधन विधरक 016 म. सी अभी चचाय म. बात आई0 साशोधन म. ऐसा कोई विषर नही

ह 0 साशोधन म. किि भअयन की ो कारयिाही म. वििाब हआ ह उस वििाब को रोकन की दवषट स

कछ धाराओ म. साशोधन दकरा ह 0 सभापवत महोदर दसरा साशोधन धारा-51 म. दकरा ह वसक

कारण पिय म. ‍ ानीर शासन- नगनर वनगनम नगनर पाविका और नगनर पाचारत रा ‍ ानीर परशासन

क दवारा ो भ-अयन की कारयिाईराा की गनई ह उन कारयिाईरो को इस अवधवनरम क अातगनयत िान

की दवषट स रह साशोवधत पर‍तावित दकरा ह 0

सभापवत महोदर शहरी विकास की गनवत बढान की दवषट स अवधवनरम म. ो करठनाईराा

ी और भ-अयन अवधवनरम और नगनर वनिश अवधवनरम ोडा ‍पषटतः नही हो पान क कारण

वनणयर िन म. करठनाईराा आ रही ी उन करठनाईरो को दर करन की दवषट स रह परािधान इसम.

दकए गनए ह0

सभापवत महोदर इसम. गनरीबो क हक को सा रहाा पर माननीर नता परवतपकष न कहा ह

उसको हटान क विए इस साशोधन म. कोई परािधान नही ह और न ही इस साशोधन क माधरम स

किकटर क अवधकारो को समापत करन की बात ह 0 पहि मलरााकन करन की दवषट स विा ‍तर पर

सवमवतराा बनारी गनई ी उन धाराओ को वििोवपत करन का इस साशोधन क माधरम स परािधान

दकरा गनरा ह 0 उसम. धारा 4 (अ) 5 और ह उन दो धाराओ को वििोवपत करत हए उसम. रह

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परािधान दकरा गनरा दक पहि स भ-अयन की कारयिाई भ-अयन अवधवनरम 0163 क अातगनयत

0118 क पहि तक की गनई कारयिाईराा ह उनम. भि ही िोगनो को मआिा न ददरा गनरा हो भि

ही उनका कबा परापत नही दकरा गनरा हो िदकन ऐस सब विषर अब नगनर वनिश अवधवनरम क

अातगनयत सकषम अवधकारी वनपटान क विए पातर होगन0 उनको इसम. समाविषट करन का कारय दकरा

गनरा ह 0 इसक कारण गनरीबो का हक छीन विरा ऐसा कछ नही ह 0

सभापवत महोदर म साकषप म. पढकर सनाना चाहता हा0 इसम. धारा- 01 म. उपधारा(6)

ोडकर पिय क परािधान को ही उपधारा (6) म. िारा गनरा ह और एक नई उपधारा (0)

परवत‍ ावपत करन का परािधान दकरा गनरा ह 0 उस परािधान क अातगनयत “इस अवधवनरम म. अातरियषट

दकसी बात क होत हए भी हाा कोई पररकषवतरक रोना उपधारा (6) क अधीन त रार नही की

ाती ह िहाा पिय अवधसवचत और दर.रावन‍दित रा दर.रावन‍दित की ा रही रा अवधसवचत और

दर.रावन‍दित की ान िािी नगनर विकास रोनाओ क विए अधरार-सात क अधीन उपबावधत शवकत

और कतरो का पररोगन और पािन नगनर विकास रोनाओ क अनसार दकरा ा सकगना0”

सभापवत महोदर-- दगनायिाि ी आपकी बात आ गनई0

शरी दगनायिाि विर-- सभापवत महोदर साशोधन नगनर विकास की दवषट स बहत आिशरक

ह 0 िाब समर स भ-अयन क परकरण नगनरीर कषतर म. िावबत ह उनका भी वनराकरण होगना0 इसम.

शहरी विकास की ो रोनाएा ो बहत सािो स िावबत ह उनक विए अचछा मागनय परश‍त होगना

और ती स काम आगन बढगना रही उददशर इस साशोधन का ह 0 म इसका सम यन करता हा0 आपन

समर ददरा0 धन‍दरिाद0

शरी शाकरिाि वतिारी (सतना) - सभापवत महोदर म सोचता हा दक काफी बात. आ चकी

ह0 रश‍िी मातरी ी दवारा वस ढागन स नगनरीर वनकार और विकास परावधकरण क बीच म. ो ोडी-

सी ददककत रह होती ी दक कई बार सवमवतराा उस पास नही करती ी और ोन क चककर म. रह

विकास परावधकरण की रोनाएा रखी रह ाती ी0 इसका सीधा-सीधा एक ही फारदा होन िािा

ह दक रदद रह धारा वििोवपत कर दी ाएगनी तो विकास परावधकरण क काम ो अनािशरक रप

स कई बार िापरिाही कई बार दरी करन क कारण और सवमवतरो म. ान की बाधरता क कारण

रक ात रा दर स होत उन कामो गनवत आएगनी0 म इसका सम यन करता हा0

परभारी नता परवतपकष (शरी बािा बचचन) - सभापवत महोदर इस साशोधन क उददशरो और

कारणो क क न क वबन‍दद 4 म. रह विखा ह दक चादक मामिा अतरािशरक ा और मधरपरदश

विधान सभा का सतर चाि नही ा अतः मधरपरदश नगनर त ा गराम वनिश अधरादश 016 िाना

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

बतारा गनरा ह 0 म पहि अपनी बात रख चका हा िदकन म इसम. रह ानना चाह रहा ा दक ब

सतर नही ा तब अधरादश िान की ररत करो पडी?

नगनरीर विकास एिा आिास मातरी (शरीमती मारा वसाह ) - सभापवत महोदर मधरपरदश नगनर

एिा गराम वनिश अवधवनरम 6973 क अनसार परदश क परावधकरणो दवारा कषतर क वि‍तार और

सधार क विए मा‍टर पिान त रार कर भवम को अरयत दकरा ाता ह 0 इसम. मधरपरदश नगनर गराम

वनिश अवधवनरम क समान ही छततीसगनढ का भी अवधवनरम ह 0 छततीसगनढ क एक परकरण म.

माननीर सिोचच न‍दरारािर न परावधकरण क दवारा अर यत की गनई भवम को एक रोना को शन‍दर

और अि ध घोवषत दकरा ा वसम. मखर आधार रह ा दक ोनि पिान की अनपव‍ वत म.

टाऊन डििपम.ट ‍कीम बनारा ाना विवध अनकि नही ह . इसी त य पर मधरपरदश म. भी अनको

रावचकाएा िगन गनई ी0 चादक अवधवनरम की धारा 38 (0) और 51 म. टाऊन डििपम.ट ‍कीम क

पहि ोनि पिान क अागनीकत होन की कोई शतय नही ी अतः रह साशोधन आिशरक ा0

महावधिकता की सहमवत स और हमन बहत सारी विवभनन साबावधत धाराओ उपधाराओ क

वििोपन और साशोधन का परािधान इसम. रखा वसम. मखर रप स रह साशोधन ह दक ोनि

पिान क अभाि म. टाऊन डििपम.ट ‍कीम म. सवममवित कषतर क विए ऐसी रोनाओ का ोनि

पिान मान‍दर करन का परािधान पर‍तावित ह इसविए रह िारा ह 0 ोनि पिान क अभाि म.

मा‍टर पिान का दर.रान‍दिरन रोकना उवचत नही ह और रही कारण ा दक रह साशोधन िारा गनरा

ह 0 इसम. म रह कहना चाहती हा दक रह अवधवनरम की धारा 01 म. ो साशोधन दकरा गनरा ह

उसम. ोनि पिान और मा‍टर पिान का अातर साबाध ो ह िह और अवधक ‍पषट होगना0 शरी बािा

बचचन ी न ो सिाि उठारा ा आप अवधवनरम म. साशोधन क ‍ ान पर कॉिोनाइर का

वनरम ो ह िह बोि रह 0 रह अवधवनरम ो ह िह मा‍टर पिान और ोनि पिान स साबावधत

ह 0 कॉिोनाइर वनरम प क ह इसविए मधरपरदश म. नगनर त ा गराम वनिश अवधवनरम 6973

म. साशोधन नगनर विकास रोनाओ स साबावधत ह इसविए िारा गनरा ह 0 शरी वतिारी ी न एक

बात उठाई ी और शरी बचचन ी न रह भी कहा दक इसको सरकार न वबलडरो और बड िोगनो को

िाभ पहाचान क विए िारा ह 0 नही बवलक म रह कहना चाहती हा दक आम िोगनो क वहत को

धरान म. रखत हए और खासतौर स शहरी विकास को धरान म. रखत हए हमन रह कदम उठारा ह 0

इस हम कोई लदबाी म. नही िाए ह अधरादश क रप म. पहि िाए करोदक रह ररी ा

उस िकत मधरपरदश की विधान सभा नही चि रही ी और अब अधरादश क बाद रह विधरक क

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

रप म. आ सदन म. रहाा पर‍तत ह 0 इसविए म आगरह करना चाहागनी दक इस विधरक को

सियसममवत स पाररत दकरा ार0

शरी बािा बच चन- माननीर सभापवत महोदर, म रह ानना चाहता हा दक कमोर िगनय

हत 61 स 65 परवतशत का ो आरकषण पिय म. रहता ा, िह इसम. रहगना रा नही ?

शरीमती मारा वसाह- विधारक ी, इस विधरक स उसका कोई साबाध ही नही ह 0

सभापवत महोदर- परश न रह ह दक मध रपरदश नगनर त ा गराम वनिश (साशोधन त ा

विवधमान‍द रकरण) विधरक, 016 पर विचार दकरा ाए0

पर‍ ताि ‍ िीकत हआ0

सभापवत महोदर- अब विधरक क खण डो पर विचार होगना0

परश न रह ह दक खण ड 0 स 7 इस विधरक का अागन बन0

खण ड 0 स 7 इस विधरक का अागन बन0

परश न रह ह दक खण ड 6 इस विधरक का अागन बन0

खण ड 6 इस विधरक का अागन बना0

परश न रह ह दक पणय नाम त ा अवधवनरमन सतर विधरक का अागन बन0

पणय नाम त ा अवधवनरमन सतर विधरक का अागन बन0

नगनरीर विकास एिा आिास मातरी (शरीमती मारा वसाह)- सभापवत महोदर, म, पर‍ ताि

करती हा दक मध रपरदश नगनर त ा गराम वनिश (साशोधन त ा विवधमान‍द रकरण) विधरक, 016

पाररत दकरा गनरा0

सभापवत महोदर- पर‍ ताि पर‍ तत हआ दक मध रपरदश नगनर त ा गराम वनिश (साशोधन त ा

विवधमान‍द रकरण) विधरक, 016 पाररत दकरा ाए0

परश न रह ह दक मध रपरदश नगनर त ा गराम वनिश (साशोधन त ा विवधमान‍द रकरण) विधरक,

016 पाररत दकरा ाए0

पर‍ ताि ‍ िीकत हआ0

विधरक पाररत हआ0

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मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन) विधरक, 016

नगनरीर विकास एिा आिास मातरी (शरीमती मारा वसाह)- सभापवत महोदर, म पर‍ ताि

करती हा दक मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन) विधरक, 016 पर विचार दकरा

ाए0

सभापवत महोदर- पर‍ ताि पर‍ तत हआ दक मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन)

विधरक, 016 पर विचार दकरा ाए0 शरी बािा बच चन ी0

परभारी नता परवतपकष (शरी बािा बच चन)- माननीर सभापवत महोदर, माननीर मातरी

महोदरा दवारा िाए गनए मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन) विधरक, 016 पर मरा

रह कहना ह दक माह बाद मध रपरदश क आददिासी बाहल र इिाको क 81 स 91 ‍ ानीर

वनकारो क चनाि ह0 रह साशोधन विधरक िान क पिय उन‍द ह. सचना नही दी गनई ह 0 म रह आगरह

करना चाहता हा दक इन नगनर पाचारतो एिा ‍ ानीर वनकारो की बहत सारी कॉिोवनराा िाडो म.

शावमि नही हो पाई ह, क रोदक ि अध यविकवसत कॉिोवनराा ह0 बहत सी कॉिोवनरो एिा गनाािो स

सट इिाको म. िोगनो न मकान बना विए ह0 रदद र इिाक िाडो म. शावमि नही हए तो उस इिाक

क िोगन ‍ ानीर वनकाए क चनािो म. िोरटागन स िावचत हो ार.गन0 रदद र िोगन िोरटागन स िावचत

रह गनए तो बाद म. ि कॉिोवनराा विकवसत नही हो पार.गनी0 हाा तक मन इस साशोधन विधरक को

समझा ह , इस ल दबाी म. और वबना त रारी क वबना विचार-मा न क िारा गनरा ह 0 इसविए

मातरी महोदरा इस पर पन: विचार कर. दक कम स कम ो कॉिोवनराा बन चकी ह ि िाडो म.

शावमि हो ार. तादक बडी साख रा म. िोगन इन ‍ ानीर वनकाए क चनाि म. िोरटागन स िावचत न रह

ार., क रोदक हम िोकतातर म. ह और रदद रहाा कोई िोरटागन स िावचत रह ाता ह तो रह उसका

बहत बडा नकसान ह 0 इसविए रह साशोधन विधरक अिोकताावतरक भी ह 0 माननीर मातरी महोदरा

आपस आगरह ह दक मर दवारा रख गनए सझािो पर आप वचातन-मनन कर.0 वसस िहाा क ‍ ानीर

वनकार क चनाि म. मतदाताओ को उनक िोरटागन का अवधकार भी वमि और उसक बाद कॉिोवनरो

का विकास भी समवचत रप स हो0 इस साशोधन विधरक पर मरा रह सझाि ह और सरकार स

मरा विनमर आगरह भी ह 0

शरी अशोक रोहाणी ( बिपर क. टोनम.ट ) -- माननीर सभापवत महोदर सबस पहि तो

आपको बधाई आप सभापवत की कसी पर विरामान ह 0 राजर वनिायचन आरोगन की माशानसार

पर‍तत साशोधन आिशरक हो गनरा ा0 वनिायचन आरोगन क सझािो क चित पर‍तत साशोधन एिा

अवधवनरम का म ‍िागनत करता हा0 साशोधन दकर ान पर ‍ ानीर वनकारो क वनिायचन समर

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पर पणय हो ार.गन वनिायचन की परदर.रा क पिय पररसीमन क बाद म. उपी पररव‍ वतरो क चित

कई मामिो म. परकरण अनािशरक रप स न‍दरारािरीन परदर.रा म. उिझ ात 0 इस साशोधन क

बाद म. न‍दरारािरीन परकरणो की व‍ वत उतपनन नही होगनी0 राजर वनिायचन आरोगन वनधायररत समर

सीमा म. वनिायचन परदर.रा परारमभ कर िगना विा परशासन को भी वनिायचन की सम‍त परदर.रा का

सापादन करन म. सहविरत होगनी0 ‍ ानीर वनकारो उममीदिारो महापोर अधरकष एिा पाषयदो को

वनिायचन कषतर क िाडो की सीमािार सही ानकारी परापत होगनी0 धन‍दरिाद0

शरी रशपाि वसाह वससौददरा ( मादसौर ) -- माननीर सभापवत महोदर माननीर मातरी

महोदरा को धन‍दरिाद दना चाहता हा दक इस ततीर नगनरपाविका विवधक साशोधन 016 को

िाकर क इसविए भी दक सरकार स सझािो को िकर क वयि‍ ा म. सधार को िकर राजर

वनिायचन आरोगन न ही अपनी माशा ावहर की ह रह आरोगन की माशा ह दक िाडो क पररसीमन को

िकर वनिायचन की परदर.राओ को िकर मतदाता सवचरो को साशोवधत करन को िकर क िाडो म.

सधार को िकर क िाडो का पररसीमन िाडो को वमिाना हटाना ोडना काटना इन सब बातो

को िकर वय य का वििाब होता ा और कभी कभी ‍ ानीर ‍तर क चनाि होत ह िह नगनर वनगनम

क हो रा नगनरपाविका क होत रा िह नगनर पाचारतो क करो न हो0 इसम. सभापवत महोदर

‍ ानीर वनकारो की सचनाएा राजर वनिायचन आरोगन तक ान म. वििाब हो ाता ा और उस

कारण स न‍दरारािरीन परदर.रा म. भी मामिा उिझ ाता ा और कई ऐस परकरण ‍ ानीर तौर

पर ो चनाि क िाडय क विभान को िकर क पररसीमन को िकर क समरानकि पररव‍ वत म.

राजर वनिायचन आरोगन क सा कही न कही कमरवनकशन गनप को िकर कही पर वयि‍ ाओ म.

दरररो को िकर कमी होती ी तो उसम. वय य का वििाब होता ा0

नता परवतपकष ी न दफर एक बार डरािना ि भरािह चहरा ददखान की कोवशश की ह 0 रह

दकसी परकार स मतदाताओ को रोकन का काम नही ह 0 इन िाडो क पररसीमन स कोई अि ध

कािोनी ि ध नही हो ारगनी और कोई ि ध कािोनी अि ध नही हो ारगनी0 रह माशा राजर

वनिायचन आरोगन की ह करोदक उन‍दहोन सझाि ददरा ह इस परकार स 69 6 की धारा 09 म. दकरा

ाना पर‍तावित आिशरक साशोधन का परारप ो ह उसम. अगनर आिशरक साशोधन कर विरा

ारगना तो राजर वनिायचन आरोगन को इसम. सहविरत होगनी और ो विरटगनशन होत ह ो

न‍दरारािरीन परकरण बरद‍ती क बनत ह ‍ ानीर ‍तर का नपरवतवनवध भी चाहत ह दक

समरानकि चनाि हो ार. और िाडो क नागनररक ह ो मतदाता ह िह भी उसकी चतर सीमा स

कही न कही अनवभ होत ह उसस भी इसको मदद वमिगनी करोदक नता मतदाताओ क बीच म.

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इस विधरक क साशोधन क बाद म. एक सीधा ददशा वनदश ारगना दक उनका नाम दकस मतदाता

सची म. ह उनका पररसीमन करा ह िाडय की सीमा रखा करा ह पोविागन ब करा ह इन सबक

पहाचन क कारण स वनवचितत रप स मतदाताओ को भी आसानी होगनी न किि चनाि तक बवलक

आन िाि चनाि तक भी ‍ ानीर नपरवतवनवध होत ह उनक विए भी राजर वनिायचन आरोगन का

सझाि ‍िागनत रोगर माना ा सकता ह 0

माननीर सभापवत महोदर, ‍ ानीर नपरवतवनवध ो होत ह उनक विए भी राज र

वनिायचन आरोगन का रह सझाि ‍ िागनत रोग र माना ा सकता ह वसम. पाषयद होत ह, अध रकष

होत ह, महापौर होत ह0 इनक वनिायचनो को िकर समर-समर पर उनको ानकाररराा पराप त हो

सक. गनी और सा ही मतदाताओ स सापकय करन म. परायप त समर भी ‍ ानीर नपरवतवनवधरो को,

महापौर को, अध रकष को, नगनर पररषद क पाषयद इन सबको वमि पाएगना0

माननीर सभापवत महोदर, पहि नगनरीर वनकारो क िाडो की सीमािवध , िाडो क

पनरनयधायरण की सचना म. अवनवश चतता ी, अ‍ पष टता ी, इसविए कही न कही राज र वनिायचन

आरोगन को रह िगना दक इसम. साशोधन आिश रक ह और इस साशोधन को िकर उन‍द होन रह पहि

की ह और उन‍द होन ही रह सझाि ददरा ह दक इसम. साशोधन की अवत आिश रकता ह तादक समर पर

मतदाता सवचराा त रार हो ाएा और समर पर सारी परदर.राएा पणय कर िी ाएा तादक न‍द रारािरीन

परदर.राओ क दारर म. आगन चिकर कही न कही ‍ गनन क मामि न बन और ‍ ानीर चनािो म.

वििाब न हो0 इसविए पररसीमन को िकर, साि धावनक कत रो क समर-सीमा म. पािन को िकर रह

ो साशोधन विधरक आरा ह , म इसक विए माननीर मातरी महोदरा का हदर स आभार व रक त

करना चाहता हा वन‍द होन राज र वनिायचन आरोगन क इस गनाभीरता िाि विषर को त िररत साान म.

ित हए इस साशोधन विधरक की आिश रकता को परवतपाददत दकरा ह 0 म समझता हा दक परा सदन

इस साशोधन विधरक को सिायनमवत स रदद पास करगना तो बहत अच छा होगना, बहत खशी होगनी0

माननीर सभापवत महोदर, आपन बोिन का अिसर ददरा इसक विए आपको बहत-बहत

धन‍द रिाद0

नगनरीर विकास एिा आिास मातरी (शरीमती मारा वसाह) -- माननीर सभापवत महोदर,

मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन) विधरक, 016 ो ह , उसम. मध रपरदश

नगनरपाविका वनगनम अवधवनरम, 695 की धारा-61 और मध रपरदश नगनरपाविका अवधवनरम,

69 6 की धारा-09, इसम. र.मश: नगनर वनगनम और नगनरपाविका िाडो की साख रा और उसक

वि‍ तार स साबावधत ह 0 ितयमान म. नगनरीर वनकारो की िाडो की सीमा म. पररितयन रा पनरनयधायरण

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की सचना वनिायचन आरोगन को वनवश चत समरािवध म. दन साबाधी कोई ‍ पष ट उल िख नही ा0

इसस कई परशावनराा भी खडी होती ी0 मध रपरदश वनिायचन आरोगन दवारा विभागन को िख दकरा

गनरा दक नगनरीर वनकारो का पररसीमन एक वनवश चत समर-सीमा म. करारा ाना ररी ह 0 इसी

क आधार पर वनिायचन आरोगन क सझाि और सवमवत की ब ठक स रह साशोधन का पर‍ ताि आरा

दक नगनरीर वनकारो का कारयकाि पणय होन क माह पहि ही उसकी सीमािवध रा उसम. कमी रा

नए िाडय ोड ान रा िाडो क पनरनयधायरण की परदर.रा अवनिारय रप स परी कर िी ानी चावहए

अन‍द र ा क रा होता ह दक वनिायचन आरोगन पिय वनधायररत और परचवित पररसीमन क आधार पर

वनिायचन परदर.रा शर कर दता ह 0 उन‍द होन कहा दक अगनर महीन तक इस कारय को कर विरा तो

ठीक ह परात महीन स पिय नही दकरा तो िह ो वनधायररत परदर.रा ह उसक आधार पर चनाि

कराएगना0 इसस न किि वनिायचन साबाधी कारय वनधायररत समर पर पर होगन बवल क म रह कहना

चाहती हा दक अनािश रक न‍द रारािरीन परकरण ो बन ात ह ि सी व‍ वत भी वनरमयत नही होगनी,

िदकन म रह भी कहना चाहती हा दक वनिायचन आरोगन क सझाि क अनसार ो साशोधन दकए ह,

म बािा बच चन ी को भी रह बताना चाहती हा दक इसस वनिायचन आरोगन दवारा वनिायचन हत

मतदाता सची त रार करन साबाधी कारय समर पर पर होगन, सा ही सा अनािश रक न‍द रारािरीन

परकरण होन की व‍ वत भी उत पन‍द न नही होगनी0 इसम. ‍ ानीर वनिायचन क कारो म. भी सविधा

होगनी और नागनररक भी इस त‍ र स अिगनत हो ाएागन दक ि दकस िाडय क वनिासी ह, मतदाता सची

म. उनका नाम दकस िाडय म. दय ह , पोविागन ब म. क रा ह , रह सारी ानकारी वि‍ तार स उनको हो

सकगनी और विा परशासन को मतदाता सची त रार करन म. और पोविागन ब त रार करन म. रा

पोविागन पाटी ो त रार करत ह इन सब कामो म., वनिायचन और अन‍द र काम सापाददत करन म. इसक

माध रम स सहविरत भी होगनी और दफर पाषयद, अध रकष, महापौर आदद ो परत राशी चनाि िडत ह

ि भी अपन वनिायचन कषतर रा िाडय क बार म. समर पर ानकारी पराप त कर सक. गन0 म रह कहना

चाहती हा दक रह सारी परदर.रा िाई, 0167 म. 50 वनकारो क चनाि होन िाि ह उसक विए भी

रह आिश रक ह 0दसरा िाडय क पररसीमन की कारयिाही ह िह फरिरी माह तक परी हो सकती ह

तो िाडय की िवध रा उसम. कािोनी ोडन की बात ो आपन उठाई ह उसम. कोई परवतबाध नही ह 0

इसक विए हमन परवतबाध िगना ददरा ह दक उसक बाद रह सब नही होगना0 कोई ऐसा परवतबाध नही

ह 0 मातर समर-सीमा वनधायररत की गनई ह 0 पररसीमन ो ह िह सामान‍द र वनिायचन क माह म. हम.

परा करना ह 0 उसस साबावधत छोटा सा साशोधन ह ो दक रहाा आपक सामन पर‍ तत ह 0 म आगरह

करना चाहागनी दक इस सियसम मवत स पाररत दकरा ार0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी बािा बच चन -- माननीर सभापवत महोदर, इसम. माह पिय तक िाडय बन ाना

चावहए ा0 अगनर िह नही बन पारा ह 0 अभी क रा ा दक अगनर इिक शन क पहि तक ो नर

मकान बनत , नई कॉिोवनरॉ बनती ी, डव हिप होन क बाद िह बाद म. िाडय म. पररिरतयत हो

ाती ी0 िहाा क िोगन िोरटागन स िावचत नही हो पात 0 रह ो समर महीन का रखा ह इस

दरवमरान ि िोरटागन स िावचत हो सकत ह0 कपरा उसको ददखिा ि.0

शरीमती मारा वसाह -- अगनर माह म. रह परदर.रा परी नही हई, तो पिय म. ो वनधायररत

और परचवित पररसीमन ह उसक आधार पर िह चनाि कराएागन0

शरी बािा बच चन -- ठीक ह 0

सभापवत महोदर -- परश न रह ह दक मध रपरदश नगनरपाविका विवध (ततीर साशोधन)

विधरक, 016 पर विचार दकरा ाए0

पर‍ ताि ‍ िीकत हआ0

सभापवत महोदर -- अब विधरक क खाडो पर विचार होगना0

परश न रह ह दक खण ड 0 त ा 3 इस विधरक का अागन बन0

खण ड 0 त ा 3 इस विधरक का अागन बन0

परश न रह ह दक खण ड 6 इस विधरक का अागन बन0

खण ड 6 इस विधरक का अागन बना0

परश न रह ह दक पणय नाम त ा अवधवनरमन सतर विधरक का अागन बन0

पणय नाम त ा अवधवनरमन सतर विधरक का अागन बन0

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विधान सभा कारयिाही / 7 December 2016 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नगनरीर विकास एिा आिास मातरी (शरीमती मारा वसाह) -- माननीर सभापवत ी, म,

पर‍ ताि करती हक ा दक मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन) विधरक, 016 पाररत दकरा

ाए0

सभापवत महोदर -- पर‍ ताि पर‍ तत हआ दक मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन)

विधरक, 016 पाररत दकरा ाए0

परश न रह ह दक मध रपरदश नगनरपाविक विवध (ततीर साशोधन) विधरक, 016 पाररत

दकरा ाए0

पर‍ ताि ‍ िीकत हआ0

विधरक पाररत हआ0

सभापवत महोदर -- विधान सभा की कारयिाही गनरिार, ददनााक 18 ददसम बर, 016 क

66.00 ब तक क विए ‍ वगनत0

सारा 068 ब विधान सभा की कारयिाही गनरिार, ददनााक 18 ददसम बर, 016

(अगरहारण 67, शक साित 6938) क परात: 66011 ब तक क विए ‍ वगनत की गनई0

भोपाि, अिधश परताप वसाह

ददनााक : 7 ददसम बर 016 परमख सवचि,

मध रपरदश विधानसभा