यूिनकोडbank-naraakaas-jaipur.co.in/unicode sandarbh.pdf · utpad उ \पाद...

16
यूिनकोड कं᭡यूटर पर ᳲहदी मᱶ काम ᱟआ िबलकुल आसान

Upload: others

Post on 24-Mar-2020

0 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • यिूनकोड

    कं यूटर पर हदी म काम

    आ िबलकुल आसान

  • यूिनकोड या ह?ै

    यूिनकोड का िव ता रत प ह ैयूिनवसल कोड. इसके तहत येक अ र के िलए एक िवशेष कोड दान कया जाता ह ैएवं उस अ र के संबंध म इसी कोड का इ तेमाल सभी लटैफॉम,

    ो ाम एवं भाषा के संबंध म कया जाता ह.ै क यूटर, मूल प स,े कोड क भाषा समझते ह जो क अंक (0 से 9) अथवा उनके संयोजन/संिम ण के प म होते ह.ै

    इस सम या को दरू करने के िलए यूिनकोड क सॉ शयम क थापना ई. इस क सॉ शयम ने िव क अिधकांश िलिपय के िलए यूिनवसल को डग णाली अथात यूिनकोड तैयार कया. आज इस क सॉ शयम क सद य अिधकांश हाडवेयर/सॉ टवेयर कंपिनयां ह. ये

    येक अ र और वण के िलए एक कोड िनधा रत करके अ र और वण सं िहत करता ह.ै

    यूिनकोड को डग के आने के पहल,े ऐसे कोड दनेे के िलए सकड को डग णािलयां चिलत थ . ये को डग णािलयां पर पर िवरोधी थ . दो िविभ अ र के िलए एक ही

    कोड का योग अथवा समान अ र के िलए िविभ कोड का योग कया जाता था. इस कारण जब भी दो िविभ कोड णाली अथवा लेटफॉम के बीच डाटा भेजा जाता था तो उस डाटा के हमेशा खराब होने का जोिखम रहता था.

  • िह दी यूिनकोड

    यूिनकोड के आगमन के पूव िह दी भाषा म टाइप करने के िलए अलग-अलग सॉ टवेयर के िह दी फॉ स जैस े दवेकृित, आकृित, िह द मथ आ द का योग कया जाता था, िजससे क यूटर म िह दी म टाइप तो हो जाता था क तु उस फ़ाइल को कसी दसूरे क यूटर पर खोले जाने पर फ़ाइल के फॉ ट गारबेज के प म दखाई दतेे थे. यह इस कारण होता था क इन सॉ टवेयर म िह दी अ र को टाइप करने के िलए अलग अलग को डग प ित का इ तेमाल कया जाता था. फल व प एक सॉ टवेयर म तैयार क गई साम ी को दसूरे सॉ टवेयर म पढ़ा या संपा दत नह कया जा सकता था. इस सम या से िनजात पाने के िलए ”कनवटस” तैयार कए गए परंतु इनके उपयोग ारा दए गए फॉ स के पांतरण म काफ अशुि यां रह जाती थी. यूिनकोड के आगमन के प ात सभी क यूटर म िह दी के मंगल एवं ए रयल यूिनकोड एमएस फॉ ट अिनवाय प से उपल ध हो गए. फल व प यूिनकोड िह दी फॉ ट म तैयार साम ी का कसी भी यो ा ारा पढ़ना एवं संपा दत करना सहज एवं सरल हो गया. आज िव भर म िह दी के िलए मंगल और ए रयल यूिनकोड एमएस फॉ ट इ तेमाल म लाए जाते ह िजस े कसी भी क यूटर पर आसानी स ेटाइप कया जा सकता ह ैएवं पढ़ा जा सकता ह.ै

  • यूिनकोड इ तमेाल करन ेके फायद े

    यूिनकोड िह दी फॉ ट के आने के प ात क यूटर म िह दी योग क सम या का पूण िनदान हो गया ह.ै अब आप यूिनकोड िह दी फॉ ट का योग करते ए क यूटर पर वे सभी काय कर सकते ह जो आप अं ेज़ी म कया करते ह. बस ज रत ह इस ेअपने क यूटर/लैपटाप म इ टाल करने क . इ टालेशन के प ात िन िलिखत काय िह दी म कए जा सकते ह:-

    � एमएस वड , पावर पॉइंट, ए सले, द तावेज़ िह दी म तैयार करना. � िह दी म ईमेल भेजना. � िह दी म वेबसाइट तैयार करना. वेबसाइट दखेने के िलए फॉ ट डाउनलोड करने क

    आव यकता नह . � फ़ाइल के नाम िह दी म दनेा.

  • यूिनकोड का कं यटूर म इ टालशेन

    � इंटरनेट पर www.bhashaindia.com/ilit साइट पर जाए.ं � भाषा िवक प म िह दी भाषा का चयन कर. � Install Desktop Version पर ि लक कर. � Install now पर ि लक कर. � Run पर ि लक कर � शत को वीकार करते ए इस ेInstall कर. � आपके क यूटर पर माइ ोसॉ ट इंिडक भाषा इनपुट टूल इ टाल हो जाएगा.

  • इ टालशेन सबंंधी नशॉ स

    न I

    न II

  • न III

    न IV

  • न V

    न VI

  • क बोड ारा टाई पग

    � नया वड डॉ यूमट खोल� न के बॉटम े म दाय ओर EN (English) िच न होगा, उस पर ि लक करके HI (Hindi) को चुन � (HI को चुनते ही क -बोड

    ाइवर याि वत हो जाएगा) ए रयल यूिनकोड एमएस या मंगल फॉ ट म हदी टाइ पग शु कर .

    � अं ेजी म टाइप करना हो तो बॉटम े म HI पर ि लक कर और EN को चुन या Alt और Shift को एक बार दबाए.ं पुन: हदी म टाइप करने के िलए वही प ित अपनाएं.

    � िह दी म टाइ पग हतुे व या मक (फोने टक) प ित का इ तेमाल कर अथात आप जैसे बोलते ह उसी तरह उसे अं ेज़ी म टाइप कर. जैस े क mujhe karyalay ka kaam hindi mein karna hai ( मुझे कायालय का काम िह दी म करना ह)ै.

    � आपके क यूटर पर इ टाल आ माइ ोसॉ ट इंिडक भाषा इनपुट टूल आपके ारा टाइप कए जाने वाले येक श द हतुे उस श द से िमलते जुलते पांच सुझाव

    दतेा ह.ै 99% मामल म आपके ारा व या मक (फोने टक) प म टाइप करने पर िह दी म श द सही प म आते ह;ै य द ये गलत आ रह ह तो आप पांच िवक प म स ेएक का चयन कर सकते ह.

  • फोने टक क बोड ारा िह दी म टाइ पग

    वर

    अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अ ं अः

    a aa i ee u oo e ai o au an a:

    मा ा

    क का क क कु कू के कै को कौ कं क:

    k ka ki kee ku koo ke kai ko kau kan k:

  • ंजन

    क ख ग घ

    K Kh g gh

    च छ ज झ

    ch chh j jh

    ट ठ ड ढ ण

    T Th D Dh N

    त थ द ध न

    t th d dh n

    प फ ब भ म

    p ph b bh m

    य र ल व श

    y r l v sh

    ष स ह

    Sh s h ksh gy

    tr

  • फोने टक क बोड ारा िह दी म टाइ पग का अ यास

    anchal अंचल vishishth िविश

    anya अ य karyanvyan काया वयन

    badauda बड़ौदा chutti छु ी

    chhaatra छा uchchhrankhal उ ंखल

    chaand चाँद rin ऋण

    grahak ाहक udyam उ म

    kshetr े praudyogiki ौ ोिगक

    sugandh सुगंध arthvyavstha अथ व था

    gunvatta गुणव ा sikka िस ा

    prayokta यो ा arpan अपण

    meeyadi मीयादी traimasik ैमािसक

    prapt ा sashart सशत

    pratilekhan ितलेखन sthir ि थर

    utpad उ पाद nivarak िनवारक

    policy पॉिलसी insurance इ शुरस

    dishanirdesh दशािनदश rajsv राज व

    pramukh मुख aprachalit अ चिलत

    vinapaani वीणापािण bahubhashi ब भाषी

    karmik का मक vinirmaan िविनमाण

    sarvekshan सव ण seemant सीमांत

    sheyar शेयर samashodhan समाशोधन

    swamitv वािम व mainyual मै युअल

    alpadhikaar अ पािधकार main म

  • madhyam मा यम pratispardha ित पधा

    mulyankan मू यांकन aastiyan आि तयां

    aamantrit आमंि त nishkriya िनि य

    vaanijyik वािणि यक sakshya सा य

    sampatti संपि panjikaran पंजीकरण

    prastavit तािवत saapeksh सापे

    punarnivesh पुन नवेश sansadhan संसाधन

    samiksha समी ा sanyukt संयु

    paatra पा dhyanpurvak यानपूवक

  • अ यास कर

    िन श द को टाइप कर

    ज म दन पया म य थ अनुवी ण सम थत ेणी संप रवतन अिधमूि यत लेटफॉम बेईमान दािय व अंतरणीय लॉिगन प ित सं वतक आयु

    वािणि यक उ ािधकार अंतरा ीय घृत य े तर श दावली

    यो ा िमक पांतरण िनकट थ तैयार िनयात सॉ टवेयर वैि छक

    फल व प यो ा पारद शता सीमांत मह वपूण वैयि क सव ण अ ेषण

  • िन िलिखत पैरा ाफ टाइप कर

    1. बक क मोबाइल ब कग (बड़ौदा एम-कने ट) सेवा क शु आत वष 2011 म ई थी तथा इसके आसान योग, ाहको मुखी िवशेषताए ंऔर सरु ा उपाय के कारण यह ाहक के िलए धीरे-धीरे पसंदीदा ब कग चैनल बनता जा रहा ह.ै आइकॉन आधा रत इंटरफेस क शु आत के बाद एम-कने ट को अ छी गित िमली ह.ै (प रप ांक बीसीसी:बीआर:107:57 दनांक 04 फरवरी 2015 का संदभ ल). वतमान म, एम-कने ट के 25 लाख से अिधक ाहक ह तथा इसके ज रए ित दन 49,000 स े अिधक लेन-दने कए जात े ह. हमारी मोबाइल ब कग पंजीयन क सिुवधा एटीएम तथा शाखा ( फनेकल मेनू िवक प) के मा यम से उपल ध ह.ै

    2. हम आपको सहष सिूचत करते ह क हमारे कायपालक िनदशेक ने ाहक से सहमित प के साथ आधार नंबर को एक करन ेऔर संबंिधत लक शाखा को आधार दज करने के िलए तुत करन ेहतेु ित ाहक क दर से . 2/- क ो साहन रािश अनुमो दत क ह.ै यह ो साहन योजना 30 जून, 2015 तक वैध रहगेी. आपको जानकारी होगी क हम 10 अ ैल से 10 मई तक धान मं ी जन धन योजना अिभयान का आयोजन कर रह ेह िजसका ल य 75% बचत बक खात म आधार दज करना ह.ै इस उ े य को आसानी स े पूरा करने के िलए हमे अपने साथ काम करने वाल े यवसाय ितिनिधय को पूरी सहायता दान करनी होगी. यह ो साहन योजना िनि त प स े

    हमारे यवसाय ितिनिधय को अपने ल य को पूरा करने एवं इस हतेु अित र त समय दनेे क दशा म उ ेरक एवं ो साहन के प म काय करेगी.

    3. दोन मामल के बीच अनु पता सुिनि त करने के िलए , वतमान घरेलू ऋण नीित -2014 म, िविनयामक और गैर-िविनयामक अनुभाग के ारा मू यांकन क प ित म संशोधन कया गया. इसके अित र त, बक ने ‘नायक सिमित’ क अनुशंसा को भी अपनाया. तदनुसार, घरेलू ऋण नीित 2014 म, मू यांकन उ े य के िलए उपरो त के आधार पर िवभेद कया गया. गैर-िविनयामक अनुभाग के अंतगत आने वाली इकाइय के संदभ म, ऋण दनेे क दसूरी प ित को अपनान ेक आव यकता ह.ै िविनयामक के अंतगत आने वाली इकाइय के संबंध म, ‘टनओवर प ित’ या ‘ऋण दनेे क पहली प ित’, इसम से जो अिधक हो, के आधार पर कायशील पंूजी का िनधारण कया जाना चािहए. ऋण सीमा क मा ा मू यांकन के िलए मापद ड नह ह ैले कन यह िव पोषण कए जा रह ेअि म का िह सा ह.ै

    4. हम आपको सूिचत करते ह क माननीय धानमं ी न े 8 अ ैल, 2015 को ‘फंड द अनफंडडे (ज रतमंद को ऋण)’ के उ े य के साथ धानमं ी मु ा योजना (पीएमएमवाई) का शुभारंभ कया ह ैजो ऐसे उ म को औपचा रक िव ीय णाली म लाने और उ ह वहन यो य लागत पर

    ऋण उपल ध कराने का काय करेगा. एनएसएसओ (रा ीय नमूना सव ण संगठन) के अनुमान के अनुसार लगभग 5.77 करोड़ लघु एवं अित लघु इकाइयां दशे म िव मान ह ैऔर ये िविनमाण, यापार एवं सेवा े म काय कर रही ह. इनम से अिधकांश औपचा रक ब कग से बाहर ह और

    िव क कमी अथवा अनौपचा रक चैनल जो क काफ मंहगे एवं अिव वसनीय होत ेह, पर िनभर होने के कारण अपना अि त व बनाए रखने अथवा वृि दज करन ेम सफल नह हो पर रह ेह. उ त मसले के समाधान के िलए हमारे धानमं ी ने एक िवशेषीकृत एजसी माइ ो यूिनट िवकास एवं पुन वत एजसी (मु ा) िल. का दनाकं 08 अ ैल 2015 को शुभारंभ कया ह ैएवं उसी दन उ त पीएमएमवाई योजना के शु आत क भी घोषणा क ह.ै आप जानते ह क ब कग े िजसम वािणि यक बक, े ीय ामीण बक एवं सहकारी बक शािमल ह, इस े को ऋण उपल ध

  • कराने क दशा म मह वपूण भूिमका अदा कर सकते ह. औपचा रक ब कग णाली से वतमान म वंिचत ऐसी इकाइय क बड़ी सं या तक प चं बनाने के काय क क ठनाई को यान म रखत े ए इस े को िव उपल ध कराने के काय को अिभयान के तौर पर पूरा कया जाना चािहए.

    5. िव त मं ालय ने बक को सूिचत कया ह ै क बक क वेबसाइट के साथ-साथ एसएलबीसी क वेबसाइट पर यवसाय ितिनिधय के िववरण अपलोड कर. इस संबंध म बक ने एक यूआरएल आधा रत डाटा िवि या तैयार क ह ैिजसके मा यम से बीसी के िववरण ा त कए जाएगें और वतः ही वेबसाइट पर अ तन कए जाएगें. शाखा को यूआरएल URL

    http://172.16.51.70/bc_info_capture को सीबीएस पीसी पर ए सेस करना होगा और

    अपनी शाखा से लक बीसी के िववरण को िव ट करने हते ुअपने सीबीएस डोमेन आईडी और पासवड का योग करते ए पोटल पर लॉग इन करना होगा. हम आशा ह ै क सभी शाखा के पास उनके अिधकार े के तहत कायरत बीसी के िववरण उपल ध ह गे. अ यथा, वह संबंिधत बीसी से जानकारी ा त कर सकत ेह और पोटल पर िव ट कर सकते ह.