ूःतावना - reserve bank of india...¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À ƒÄŸ¸½¥¸ À...

111
¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected] 5 भाग - I . ःतावना (i) िनयात यापार को वािणय और उोग मंऽालय, वािणय मंऽालय, भारत सरकार के अधीन कायरत िवदेश यापार महािनदेशालय (डीजीएफट) और उसके ेऽीय कायालय िनयंिऽत करते हɇ। भारत से िनयातɉ के िलए अनुसरण की जाने वाली अपेित नीितयɉ और िबयािविध की घोषणा िवदेश यापार महािनदेशालय (डीजीएफट) ारा समय- समय पर की जाती है। (ii) ािधकृ त यापारी चिलत िवदेश यापार नीित और भारत सरकार ारा बनाए गए िनयम और अिधिनयमɉ के तहत िरज़व बɇक ारा समय-समय पर जारी िनदȶशɉ के अनुǾप िनयात लेनदेन कर सकते हɇ। िवदेशी मुिा बंध अिधिनयम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 के उप-िविनयम (1) और उप-िविनयम (3) के खंड () और धारा 47 की उप-धारा (2) ारा शियɉ का योग करते हए िरज़व बɇक ने भारत से माल और सेवाओं के िनयात से संबंिधत िवदेशी मुिा बंध (माल और सेवाओं का िनयात) िविनयमावली, 2000, अब से आगे "िनयात िविनयमावली" के Ǿप मɅ उिलिखत , को अिधसूिचत िकया है। इन िविनयमɉ को समय-समय पर यथासंशोिधत 3 मई 2000 की अिधसूचना सं . फे मा 23/2000-आरबी ारा अिधसूिचत िकया गया है। (iii) इस पिरपऽ मɅ अंतिव िनदȶशɉ को भारत सरकार, िमंऽालय ारा िदनांक 3 मई 2000 की अिधसूचना सं . जी.एस.आर.381(E) (अनुबंध-2) के ज़िरए अिधसूिचत िनयमɉ के साथ भारतीय िरज़व बɇक ारा समय-समय पर यथा संशोिधत िदनांक 3 मई 2000 की अिधसूचना सं .फे मा 23/2000 आरबी (संलनक 2) के जिरए अिधसूिचत िविनयमɉ के साथ पढ़ा जाए (iv) 3 मई 2000 की भारतीय िरज़व बɇक की अिधसूचना सं .फे मा 8/आरबी ारा अिधसूिचत िवदेशी मुिा बंध (गारंटी) िविनयमावली, 2000 के िविनयम 4 के अनुसार ािधकृ त यापारी बɇकɉ को भारत के बाहर िनयातɉ पर िनयातक माहकɉ की ओर से िनधािरत शतɟ पर गारंटी जारी करने की अनुमित दी गई है (v) िवदेशी मुिा बंध अिधिनयम, 1999 के तहत बनाए गए िनयमɉ, िविनयमɉ, अिधसूचनाओं और िनदȶशɉ के अनुसार भारतीय ǽपए मɅ िनयात संिवदाओं के इनवायिसंग पर कोई रोक नहीं है। इसके अलावा, िवदेशी यापार नीित के पैरा 2.40 ( 27 अगःत 2009 - 31 माच 2014) के अनुसार, "सभी िनयात संिवदाओं और बीजकɉ को मु Ǿप से पिरवतनीय मुिा या भारतीय ǽपए मɅ मूयांिकत िकया जाएगा िकतु िनयात ायɉ की वसूली मु Ǿप से पिरवतनीय मुिा मɅ की जाएगी। िफर भी, िकहीं िवशेष िनयातɉ की जमानत पर िनयात ायɉ की वसूली भी ǽपए मɅ की जाएगी बशतȶ यह एिशयाई समाशोधन संघ (एसीयू) का सदःय या नेपाल या भूटान से इतर िकसी देश मɅ िथत अिनवासी का मु Ǿप से पिरवतनीय वाःशो खाते के मायम से हो "भारतीय Ǿपया अभी तक मु Ǿप से पिरवतनीय मुिा नहीं है।

Upload: others

Post on 19-Mar-2020

3 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    5

    भाग - I अ. ूःतावना (i) िनयार्त व्यापार को वािणज्य और उद्योग मऽंालय, वािणज्य मऽंालय, भारत सरकार के अधीन

    कायर्रत िवदेश व्यापार महािनदेशालय (डीजीएफटी) और उसके के्षऽीय कायार्लय िनयंिऽत करते हैं। भारत से िनयार्तों के िलए अनुसरण की जाने वाली अपेिक्षत नीितयों और िबयािविध की घोषणा िवदेश व्यापार महािनदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा समय- समय पर की जाती है।

    (ii) ूािधकृत व्यापारी ूचिलत िवदेश व्यापार नीित और भारत सरकार द्वारा बनाए गए िनयम और अिधिनयमों के तहत िरज़वर् बैंक द्वारा समय-समय पर जारी िनदेर्शों के अनुरूप िनयार्त लेनदेन कर सकते हैं। िवदेशी मिुा ूबंध अिधिनयम, 1999 (1999 का 42) की धारा 7 के उप-िविनयम (1) और उप-िविनयम (3) के खंड (क) और धारा 47 की उप-धारा (2) द्वारा ूदत्त शिक्तयों का ूयोग करते हएु िरज़वर् बैंक ने भारत से माल और सेवाओं के िनयार्त से सबंंिधत िवदेशी मिुा ूबंध (माल और सेवाओं का िनयार्त) िविनयमावली, 2000, अब से आगे "िनयार्त िविनयमावली" के रूप में उिल्लिखत , को अिधसिूचत िकया है। इन िविनयमों को समय-समय पर यथासशंोिधत 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ं फेमा 23/2000-आरबी द्वारा अिधसिूचत िकया गया है।

    (iii) इस पिरपऽ में अतंिवर्ष्ट िनदेर्शों को भारत सरकार, िवत्त मऽंालय द्वारा िदनांक 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ं जी.एस.आर.381(E) (अनुबंध-2) के ज़िरए अिधसिूचत िनयमों के साथ भारतीय िरज़वर् बैंक द्वारा समय-समय पर यथा सशंोिधत िदनांक 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ंफेमा 23/2000 आरबी (सलंग्नक 2) के जिरए अिधसिूचत िविनयमों के साथ पढ़ा जाए ।

    (iv) 3 मई 2000 की भारतीय िरज़वर् बैंक की अिधसचूना स.ंफेमा 8/आरबी द्वारा अिधसिूचत िवदेशी मिुा ूबंध (गारंटी) िविनयमावली, 2000 के िविनयम 4 के अनुसार ूािधकृत व्यापारी बैंकों को भारत के बाहर िनयार्तों पर िनयार्तक माहकों की ओर से िनधार्िरत शतोर्ं पर गारंटी जारी करने की अनुमित दी गई है ।

    (v) िवदेशी मिुा ूबंध अिधिनयम, 1999 के तहत बनाए गए िनयमों, िविनयमों, अिधसचूनाओं और िनदेर्शों के अनुसार भारतीय रुपए में िनयार्त सिंवदाओं के इनवायिसगं पर कोई रोक नहीं है। इसके अलावा, िवदेशी व्यापार नीित के पैरा 2.40 ( 27 अगःत 2009 - 31 माचर् 2014) के अनुसार, "सभी िनयार्त सिंवदाओ ंऔर बीजकों को मकु्त रूप से पिरवतर्नीय मिुा या भारतीय रुपए में मलू्यांिकत िकया जाएगा िकन्तु िनयार्त ूाप्यों की वसलूी मकु्त रूप से पिरवतर्नीय मिुा में की जाएगी। िफर भी, िकन्हीं िवशेष िनयार्तों की जमानत पर िनयार्त ूाप्यों की वसलूी भी रुपए में की जाएगी बशतेर् यह एिशयाई समाशोधन सघं (एसीयू) का सदःय या नेपाल या भटूान से इतर िकसी देश में िःथत अिनवासी का मकु्त रूप से पिरवतर्नीय वाःशो खाते के माध्यम से हो "। भारतीय रूपया अभी तक मकु्त रूप से पिरवतर्नीय मिुा नहीं है।

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    6

    (vi) जब तक अन्यथा िनिदर्ष्ट न हो, िरज़वर् बैंक से कोई भी पऽाचार सवरू् थम िवदेशी मिुा िवभाग के के्षऽीय कायार्लय से करना चािहए िजसके के्षऽािधकार में आवेदक व्यिक्त, फमर् अथवा कंपनी िनवास अथवा कायर् करता है। यिद िकसी िविशष्ट कारण के िलए फमर् अथवा कंपनी िकसी दसरेू िवदेशी मिुा िवभाग के कायार्लय से व्यवहार करना चाहती है तो वह िजसके के्षऽािधकार के अतंगर्त कायर् करती है, उससे अपेिक्षत अनुमोदन हेतु सपंकर् कर सकता है ।

    (vii) व्यापार से सबंंिधत सभी मामलों के लेनदेनों के िलए िवत्तीय वषर् (अूैल से माचर् ) का समय आधार है।

    भाग 2 आ. िनयार्त के िलए सामान्य िदशा-िनदेर्श

    आ.1 घोषणा से छटू

    जीआर से छटू 3 मई, 2000 की अिधसचूना स.ं फेमा 23/2000-आरबी के िविनयम स.ं4 (सलंग्न 2) में िविनिदर्ष्ट

    मामलों के िलए िनधार्िरत फामर् में माल और सॉफ्टवेयर के िनयार्त की घोषणा की आवँयकता लागू नहीं होगी। तथािप, िनयार्तक, फेमा िविनयमों के अनुसार िनयार्त आय की वसलूी और उसके ूत्यावतर्न के िलए दायी होंगे।

    जीआर से छटू ूदान करना (i) ूािधकृत व्यापारी बैंक िनयार्त सवंधर्न के िलए 5 लाख रुपए की सीमा के अधीन िनयार्तकों के

    िपछले तीन वषर् के औसत वािषर्क आयात के 2 ूितशत तक िन:शुल्क माल के िनयार्त हेत ुिनयार्तकों से जीआर से छटू के िलए ूाप्त आवेदनों पर िवचार करें। हैिसयतवाले िनयार्तकों के िलए सीमा वतर्मान िवदेशी व्यापार नीित के अनुसार यह सीमा 10 लाख रुपए अथवा िपछले तीन लाइसेंिसगं वषोर्ं (अूैल-माचर्) के दौरान औसत वािषर्क िनयार्त वसलूी का 2 ूितशत, जो भी अिधक हो, है।

    (ii) मालों के िनयार्त िजसमें ूत्यक्ष अथवा अूत्यक्ष रूप से कोई िवदेशी मिुा लेनदेन शािमल नहीं है, वहाँ उसके िलए िरज़वर् बैंक से जीआर/पीपी ूिबया में छटू आवँयक है।

    आ.2 ूािप्त और भगुतान िविध

    (i) िनयार्ितत मालों के पूणर् िनयार्त मलू्य को दशार्ने वाली रािश 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ंफेमा. 14/2000-आरबी द्वारा अिधसिूचत िवदेशी मिुा ूबंध (ूािप्त और भगुतान की िविध) िविनयमावली, 2000 (संलग्नक-3) में िविनिदर्ष्ट तरीके से िकसी ूािधकृत व्यापारी बैंक के जिरए ूाप्त की जानी चािहए:

    (क) बैंक साफ्ट, भगुतान आदेश, बैंकर या व्यिक्तगत चेकों के रूप में । (ख) खरीददार से भारत याऽा के दौरान िवदेशी करेंसी नोटों / िवदेशी करेंसी याऽी चेकों के रूप में। (ग) खरीददार द्वारा रखी गई एफसीएनआर / एनआरई खाता में धािरत िनिधयों में से भगुतान के

    रूप में ।

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    7

    (घ) खरीददार के अतंरार्ष्टर्ीय बेिडट काडर् । िटप्पणी : िवदेशी बेताओं को उनकी याऽाओं के दौरान बेचे गए मालों के सबंंध में भगुतान जब अतंरार्ष्टर्ीय बेिडट काडोर्ं के ज़िरए ूाप्त होता है तब ूािधकृत व्यापारी बैंक उनके नास्तर्ो खाते में िनिधयों की ूािप्त पर या सबंंिधत ूािधकृत व्यापारी बैंक के बेिडट काडर् सेवा ूदान करनेवाला बैंक न होने की िःथित में , िनयार्तक द्वारा भारत में बेिडट काडर् सेवा ूदान करनेवाले बैंक से ूाप्त इस आशय के एक ूमाण पऽ के ूःतुतीकरण पर ही िक िवदेशी मिुा में यह समतुल्य रािश ूाप्त हईु है, जीआर/एसडीएफ़ (डुिप्लकेट) जारी करे। जहाँ काडर् जारी करने वाले बैंक / सःंथा िवदेशी मिुा में ूितपूितर् ूाप्त करेंगें वहाँ ूािधकृत व्यापारी बैंक भारत के बाहर िकए गए िनयार्त मलू्य ूाप्त करने के िलए आयातक के बेिडट काडर् के नामे द्वारा भी भगुतान ूाप्त कर सकता है। (ii) व्यापार लेनदेन िनम्नवत ्भी िनपटाया जा सकता है : (क) भारत के िनवासी व्यिक्त और नेपाल अथवा भटूान के िनवासी व्यिक्त के बीच सभी

    लेनदेनों का िनपटान भारतीय रुपयों में िकया जाए। तथािप, नेपाल को िकए जाने वाले मालों के िनयार्त के मामले में, जहाँ नेपाल राष्टर् बैंक ने नेपाल के िनवासी आयातक को मकु्त िवदेशी मिुा में भगुतान की अनमुित दी है वहाँ इस ूकार के भगुतानों को एसीयू व्यवःथा के माध्यम से ही भेजा जाए।

    (ख) िवशेष आिथर्क के्षऽों और ईओय ूकी इकाइयों द्वारा िनयार्त भगुतान की ूािप्त िनयार्त िकए गए ःवणार्भषूणों के मलू्य के समतुल्य मिणयों और ःवणार्भूषणों के रूप में, अथार्त ्सोना/ चांदी/ प्लिैटनम ् से की जा सकती हैं, बशतेर् िबबी सिंवदा में उसका ूावधान िकया गया हो और कीमती धातुओ ं के अनुमािनत मलू्य का उल्लेख सबंंिधत जीआर/ एसडीएफ/ पीपी फामोर् में िकया गया हो ।

    (iii) एिशयन िक्लयिरंग एसोिशयेसन मैकेिनज्म के तहत के व्यवःथापन ूणाली (क) (ख)

    लेनदेन/ िनपटानो को सिुवधाजनक बनाने के उदे्दँय से 01 जनवरी 2009 से एिशयन िक्लयिरडग यूिनयन के सहभािगयों के पास यह िवकल्प होगा िक वे अपने लेनदेनों का भगुतान चाहे एसीय ूडॉलर में अथवा एसीयू.यूरो में करें । तद्नसारु , एसीय ूमौििक इकाई बमश: 'एसीयू डॉलर ' तथा ' एसीय ूयूरो ' के रूप में मलू्यविगर्त की जायेगी । इसके अितिरक्त , ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंकों को भाग लेने वाले अन्य देशों के सपंकीर् बैंकों में 'एसीयू डॉलर ' तथा ' एसीयू यूरो 'खाते खोलने तथा उनके सचंलान की अनुमित होगी । सबंंिधत बैंकों द्वारा इन्ही खातों के माध्यम से पाऽ सभी भगुतानों का िनपटान करना अपेिक्षत होगा ।

    (ग) एसीयू मेकैिनज्म से छटू - इंडो-मांम्यार व्यापार मांम्यार के साथ होने वाले व्यापार के लेनदेन एसीयू मेकैिनज्म के अितिरक्त अन्य मकु्त रूप

    से पिरवतर्नीय मिुाओं में िनपटाए जायेंगे ।

    आ-3 िनयार्त आय की वसलूी और उसका ूत्यावतर्न

    यह िनयार्तक की िजम्मेदारी है िक िनयार्त की तारीख से िनधार्िरत अविध के अदंर िनयार्त माल अथवा

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    8

    सॉफ्टवेयर की पूरी रािश की वसलूी करके तथा उसे िनम्नवत भारत ूत्यावितर्त करें । (i) िवशेष आिथर्क अंचलों में िःथत इकाइयां : कोई िनधार्िरत अविध तय नहीं । (ii) िवदेशी व्यापार नीित के अनुसार ' हैिसयतवाले िनयार्तक ': िनयार्त की तारीख से बारह माह की

    अविध के अदंर (iii) 01 िसतंबर 2004 के को या उसके बाद िकये गये िनयार्तों के िलए 100 ूितशत िनयार्तोन्मखु

    इकाइयों (ईओय ू ) तथा इलेक्शॉिनक टेक्नोलॉजी हाडर्वेयर पाक्दस ् (ईएचटीपीएस) , सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पाक्दस ्(एसटीपीएस) और बायोटेक्नोलॉजी पाक्सर् (बीटीपीएस) आिद को िनयार्त की तारीख से बारह माह की अविध के अदंर

    (iv) भारत के बाहर ःथािपत वेयरहाउस को िनयार्त माल : जसेै ही िनयार्त माल की पूरी रािश की वसलूी हो जाये िकंत ुहर हालत में पोतलदान की तारीख से पंिह माह की अविध के अदंर ।

    (v) अन्य सभी मामलों में : 3 जनू 2008 से 31 माचर् 2011 तक िनयार्त की तारीख से वसलूी और उसे भारत ूत्यावितर्त करने की अविध बढ़ाकर 12 माह कर दी गई है ।

    आ-4 िवदेशी मुिा खाता

    (i) अतंरार्ष्टर्ीय ूदशर्िनयों/ व्यापार मेला के सहभािगयों को 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ं फेमा 10/2000-आरबी के तहत अिधसिूचत िवदेशी मिुा ूबंध (भारत में िनवासी व्यिक्त द्वारा िवदेशी मिुा खाता) के िविनयम 7(7) द्वारा िवदेश में एक अःथायी िवदेशी मिुा खाता खोलने की अनुमित है। अतंरार्ष्टर्ीय ूदशर्नी/ व्यापार मेले में वःतुओं की िबबी द्वारा ूाप्त िवदेशी मिुा को िनयार्तक भारत से बाहर ठहरने के दौरान खाते में जमा कर सकते हैं , उसका पिरचालन कर सकते हैं बशतेर् िक खाते में शेष रािश को ूदशर्नी/ व्यापार मेला की समािप्त की तारीख से एक माह की अविध के अदंर भारत को ूत्यावितर्त िकया जाता है और उसका के पूरा ब्यौरा सबंंिधत ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंकों को सौंप िदया जाता है।

    (ii) भारतीय िरज़वर् बैंक अच्छे शैक िरकाडर् वाले िनयार्तकों से फामर् ईएफ़सी (संलग्नक-6) में ूाप्त आवेदनों पर कुछ िनयमों और शतोर्ं के अधीन िवदेशी करेंसी खाते खोलने के िलए िवचार कर सकता है। भारत में िकसी ूािधकृत व्यापारी बैंक की िकसी शाखा के पास ऐसा कोई खाता खोलने के िलए आवेदन पऽों को उस शाखा के ज़िरए ूःतुत करना होगा िजसके यहाँ िवदेशी करेंसी खाता रखा जाना है। यिद खाता िवदेश में रखा जाना है तो िनयार्तक उस बैंक के पूरे ब्योरे देते हएु , िजसके पास खाता रखा जायगा, आवेदन करे।

    (iii) समय-समय पर यथासशंोिधत 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ं फेमा 10/2000-आरबी के िविनयम 7 में िनधार्िरत शतोर्ं के तहत कोई भारतीय कंपनी को भी िवदेश में अपने कायार्लय/ शाखा के नाम पर उक्त कायार्लय/ शाखा अथवा ूितिनिध के सामान्य व्यापार पिरचालन के ूयोजन हेत ुूेषण द्वारा भारत के बाहर के बैंक में िवदेशी मिुा खाता खोलने , उससे लेनदेन करने और उसे बनाए रखने की अनमुित है।

    (iv) िवशेष आिथर्क अचंल (एसईज़ेड) िःथत इकाई,समय-समय पर यथासशंोिधत मई 3, 2000 की

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    9

    अिधसचूना स.ं फेमा 10/2000-आरबी के िविनयम 6(अ) में िविनिदर्ष्ट शतोर्ं के अधीन भारत में ूािधकृत व्यापारी बैंक के साथ िवदेशी मिुा खाता खोल सकता है और रख सकता है।

    (v) भारत में िनवासी कोई व्यिक्त जो िक िकसी पिरयोजना/ सेवा-िनयार्तक हो तो वह मानक शतोर्ं तथा ज्ञापन पीईएम शतोर्ं के अधीन भारत के बाहर या भारत में िकसी बैंक में िवदेशी मिुा खाता खोल सकता है उससे लेनदेन कर सकता है और उसे रख सकता है।

    आ-5 डायमडं डॉलर खाता

    (i) भारत सरकार की योजना के तहत खुरदरे, या कटे हएु और पॉिलश िकए हएु हीरों/ हीरे-जिड़त जवाहरात के बय/ िवबय में लगी हईु फमर् और कंपिनयाँ, िजनका हीरों के आयात या िनयार्त में कम से कम दो वषोर्ं का शैक िरकाडर् है और िपछले तीन लाइसेंिसगं वषोर्ं (लाइसेंिसगं वषर् अूैल से माचर् तक है) के दौरान 3 करोड़ रुपए या उससे अिधक का औसत वािषर्क टनर्ओवर है , उन्हें डायमडं डॉलर खातों के ज़िरए अपना कारोबार चलाने की अनुमित है।

    (ii) उन्हें अपने बैंकों के पास अिधकतम पांच डायमडं डॉलर खाते खोलने की अनुमित दी जाए।

    (iii) पाऽ फमर् और कंपिनयाँ अनुमित हेतु अपने ूािधकृत व्यापारी ौणेी- I बैंकों को िनधार्िरत फॉमेर्ट में आवेदन कर सकती हैं ।

    आ-6 िवदेशी मुिा अजर्क िवदेशी मिुा (ईईएफसी) खाता

    (i) समय-समय पर यथासशंोिधत 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ं फेमा.10/2000-आरबी के तहत अिधसिूचत िवदेशी मिुा ूबंध (भारत में िनवासी व्यिक्त द्वारा िवदेशी मिुा खाता) िविनयमावली के िविनयत 4 के अनुसार भारत में िनवासी व्यिक्त भारत में िकसी ूािधकृत व्यापारी के पास िवदेशी मिुा अजर्क िवदेशी करेंसी (ईईएफ़सी) खाते के रूप में अिभिहत िवदेशी करेंसी खाता खोल सकता है।

    (ii) िवदेशी मिुा अजर्क की सभी ौिेणयों को अपने िवदेशी मिुा अजर्न 100 ूितशत तक अपने िवदेशी मिुा अजर्क िवदेशी करेंसी (ईईएफ़सी) खाते में जमा करने की अनुमित है।

    (iii) यह खाता ब्याज रिहत चाल ूखाते के रूप में ही रखा जाएगा । ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक द्वारा िवदेशी मिुा अजर्क िवदेशी करेंसी (ईईएफ़सी) खाते में धािरत, न तो िनिध आधािरत और नहीं गरै -िनिध आधािरत , ूितभिूत शेषों पर ,िकसी भी ूकार की ऋण सिुवधा नहीं दी जाएगी।

    (iv) पाऽ ऋण, िनम्निलिखत का ूितिनिधत्व करता है: (क) सामान्य बैंिकंग चैनल के माध्यम से ूाप्त आवक ूेषण का और यह भारतीय िरज़वर् बैंक को िदए

    गए िकसी वचन पऽ के अनुसरण में ूाप्त ूेषण अथवा जटुायी गई िवदेशी करेंसी ऋण अथवा भारत के बाहर ूाप्त िनवेश अथवा िजन िनयार्तकों को िवदेश व्यापार नीित के अनुसार िवशेष दाियत्वों को पूरा करने के िलए खाताधारक द्वारा की गई ूािप्त से इतर है।

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    10

    (ख) घरेल ूूशुल्क के्षऽ (डीटीए) में इकाई द्वारा िवशेष आिथर्क के्षऽ की इकाई को माल की आपूितर् के

    िलए उसके िवदेशी मिुा खातों में से ूाप्त भगुतान को ईईएफसी खाते में जमा करने के िलए पाऽ िवदेशी मिुा अजर्न माना जाएगा।

    (v) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक, समय-समय पर यथासशंोिधत 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ं फेमा 3/2000-आरबी के ूावधानों के अनुपालन के अधीन, अपने िनयार्तक गाहकों को उनके ईईएफसी खाते में से समिुपारीय आयातकों को, िबना िकसी सीमा के व्यापार सबंंधी ऋण/ अिमम देने की अनुमित दे सकते हैं।

    (vi) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक िनयार्तकों को रुपया या िवदेशी मिुा में ली गई पैिकंग ऋण अिममों को उनके ईईएफसी खाते की शेष रािश में से िवदेशी मिुा अथवा रुपए के स्तर्ोत से, वाःतव में िकए गए िनयार्त की सीमा तक चुकौती करने की अनुमित दे सकते हैं।

    आ-7 िवदेश में कायार्लय खोलना और समिुपारीय कायार्लयों के िलए अचल सपंित्त का अिधमहण

    (i) भारत से बाहर कायार्लय खोलते समय ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक शुरुआती खचेर् के िलए िपछले दो लेखा वषर् की औसत वािषर्क िबबी/ आय अथवा टनर्ओवर के पंिह ूितशत तक अथवा िनवल मािलयत का पच्चीस ूितशत तक, जो भी अिधक हो, के ूेषण की अनुमित दे सकते हैं।

    (ii) भारत के बाहर कायार्लय (व्यापािरक/ गरै-व्यापािरक)/ शाखा या ूितिनिध कायार्लय के सामान्य कारोबारी पिरचालन के ूयोजन के आवतीर् खचेर् के िलए िपछले दो िवत्तीय वषर् के दौरान औसत वािषर्क िबबी/ आय या टनर्ओवर के दस ूितशत तक िनम्निलिखत शतोर्ं पर िवूेषण भेजा जा सकता है :

    (क) समिुपारीय शाखा/ कायार्लय खोलना या ूितिनिध की तैनाती भारतीय कंपनी के सामान्य बैंिकंग कायर्कलाप को करने के िलए की गई है;

    (ख) समिुपारीय शाखा/कायार्लय/ूितिनिध अिधिनयम, उसके तहत बनाए गए िनयमों या िविनयमों का उल्लघंन करते हएु कोई सिंवदा या करार नहीं करेगा।

    (ग) भारत िःथत ूधान कायार्लय के िलए कोई आकिःमक िवत्तीय देयताए ंया अन्यथा सिृजत नहीं करेगा और इसके साथ ही भारतीय िरज़वर् बैंक के पूवार्नुमोदन के बगरै िवदेश में अितिरक्त िनिधयों का िनवेश भी नहीं करेगा।अितिरक्त िनिधयां होने पर उन्हें भारत ूत्यावितर्त िकया जाएगा।

    (iii) िवदेश में खोले गए बैंक खाते के ब्योरों की सचूना तत्काल ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक को दी जाए।

    (iv) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक भी , भारत में िनगिमत कंपिनयों को, िजनके समिुपारीय

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    11

    कायार्लय है, आरंिभक और आवतीर् खचेर् के िलए उपयुर्क्त सीमा के अदंर अपने व्यापार और ःटाफ के िरहाइशी ूयोजन हेतु भारत के बाहर अचल सपंित्त का अिधमहण करने की अनुमित दे सकते हैं।

    (v) सॉफ्टवेयर िनयार्तक कंपनी/ फमर् के समिुपारीय कायार्लय/कंपनी/फमर् की शाखा ूत्येक "ऑफ साइट" सिंवदा के मलू्य का 100 ूितशत भारत को ूत्यावितर्त कर सकती हैं ।

    (vi) "ऑन साइट " सिंवदा लेनेवाली कंपिनयों के मामले में, वे ऐसी "ऑन साइट " सिंवदाओं के लाभ को उक्त सिंवदा के पूरा होने के बाद ूत्यावितर्त करे।

    (vii) समिुपारीय कायार्लय द्वारा की गई "ऑफ साइट" और "ऑन साइट" सिंवदाओ ंके तहत ूािप्तयों और उस पर व्यय और ूत्यावतर्न को दशार्ते हएु िविधवत लेखा परीिक्षत वािषर्क िववरण ूािधकृत व्यापारी बैंकों को भेजा जाए।

    आ-8 िनयार्त के िलए अिमम िवूेषण

    (1) 3 मई 2000 के फेमा 23/2000-आरबी के िविनयम 16 के अनुसार जहां िनयार्तक भारत के बाहर के बेता से अिमम भगुतान (ब्याज के साथ अथवा बगरै ब्याज के) लेता है,वहाँ िनयार्तक का दाियत्व है िक वह सिुनिश्चत करें िक (i) माल का लदान अिमम भगुतान ूािप्त की तारीख से एक वषर् के अंदर िकया जाए; (ii) अिमम भगुतान पर देय कोई ब्याज हो तो उसकी दर िलबोर+100 आधार िबंद ुसे अिधक न हो,

    और (iii) लदान को सरुक्षा देनेवाले दःतावेज़, उस ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक के माध्यम से भेजे जाएं ,

    िजसके माध्यम से अिमम भगुतान ूाप्त िकया गया है बशतेर् िक अिमम भगुतान ूािप्त की तारीख से एक वषर् के अदंर िनयार्तक द्वारा अशंतः या पूणर्तः लदान करने में असमथर् होने की िःथित में, िरज़वर् बैंक के पूवार्नुमोदन के िबना एक वषर् की उक्त अविध की समािप्त के बाद अिमम भगुतान के उपयोग न िकए गए अशं की धनवापसी या ब्याज के भगुतान के िलए िवूेषण नहीं िकया जाएगा।

    (2) जहां अिमम भगुतान की ूािप्त की तारीख से एक वषर् की अविध से आगे िवःतािरत अविध में माल के लदान का ूावधान िकया जाता है, िनयार्तक को िरज़वर् बैंक से पूवार्नुमोदन लेना आवँयक है।

    (3) अन्य शाखाओं/ बैंकों में रखे गए िनयार्तक के ईईएफसी खाते में धािरत सपंूणर् शेष रािश के उपयोग के बाद ही ईईएफसी खाते में जमा अिमम भगुतान से धनवापसी के िलए बाज़ार से िवदेशी मिुा खरीदने की अनुमित दी जाए।

    िटप्पणी : ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक गारंटी और सह-ःवीकायर्ता पर डीबीओडी द्वारा जारी माःटर पिरपऽ के अनुसार कायर् करें । आ-9 िवदेश में व्यापार मेले/ ूदशर्नी के िलए जीआर अनुमोदन

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    12

    िवदेश में व्यापार मेले/ ूदशर्नी में भाग लेने वाली फमोर्ं/ कंपिनयों और अन्य सगंठनों को भारत के बाहर ूदशर्नी में भाग लेने और िबबी हेतु माल ले जाने/ िनयार्त करने के िलए िरज़वर् बैंक की पूवार्नुमित की आवँयकता नहीं है। िजन वःतुओं की ूदशर्नी में िबबी नहीं हो पाती है उन्हें उसी देश में ूदशर्नी/ व्यापार मेले के बाहर या िकसी अन्य तीसरे देश में बेच सकते हैं। इस ूकार की िबबी बट्टाकृत मलू्य में भी की जा सकती है। ूित ूदशर्नी/ व्यापार मेले में ूित िनयार्तक को 5000 अमरीकी डॉलर मलू्य की न िबकी हईु वःतुओं का उपहार देने की भी अनुमित है। ूािधकृत व्यापारी बैंक, भारत के बाहर व्यापार मेले/ ूदशर्नी में ूदशर्न या ूदशर्न-व-िबबी के िलए िनयार्त वःत ुके िलए जी आर फामर् को िनम्निलिखत शतोर्ं के अधीन अनुमोदन दे सकते हैं : (i) िनयार्तक,न िबकी हईु वःतुओं के भारत में पुनः आयात के िलए सबंंिधत आगत-िबल को एक

    माह के भीतर ूःतुत करें , (ii) िबबी की गई वःतुओं की िबबी आय भारत में िवदेशी मिुा ूबंध (िवदेशी मिुा की वसलूी,

    ूत्यावतर्न और अभ्यपर्ण) िविनयमावली, 2000 के अनुसार ूत्यावितर्त की जाती है। (iii) िनयार्तक ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक को िनयार्त की गई सभी वःतुओ ंके िनपटान िविध के

    साथ-साथ भारत में आय की ूत्यावतर्न पद्धित के बारे में िरपोटर् करेगा । (��) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-� बैंक द्वारा अनुमोिदत इस ूकार के लेनदेन उनके आतंिरक िनरीक्षक/

    लेखा परीक्षक द्वारा शत-ूितशत लेखा परीक्षा के अधीन होंगे।

    आ-10 पुनः आयात हेतु माल के िनयार्त के िलए जीआर अनुमोदन

    (i) ऐसे मामलों में जहां माल का िनयार्त मरम्मत/ रखरखाव/ परीक्षण/ कैिलॄेशन आिद के बाद पुनःआयात के िलए िकया जाता है, ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक जीआर अनुमोदन देने के िलए िनयार्तकों के अनुरोध पर िवचार कर सकते हैं, बशतेर् िनयार्तक भारत से िनयार्ितत वःतुओं के पुनः आयात के एक महीने के अदंर सबंंिधत आगत-िबल (िबल ऑफ इंशी )ूःततु करें।

    (ii) जहां परीक्षण के िलए िनयार्ितत वःतुएं परीक्षण के दौरान नष्ट हो जाती हैं, ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक आयात के िलए िबल ऑफ एंशी के बदले परीक्षण करनेवाली एजेंसी से इस आशय का एक ूमाणपऽ ूाप्त करे िक परीक्षण के दौरान वःतएुं नष्ट हो गई हैं।

    आ-11

    आंिशक आहरण/ अनाहिरत शेष रािश

    (i) कितपय िनयार्त व्यापार के कायर्के्षऽों में िनरीक्षण और िवशे्लषण के िलए माल के आने के बाद तौल, माऽा आिद सिुनिश्चत िकए जाने पर उसमें पाए गए अतंर के समायोजन के बाद भगुतान हेतु अनाहिरत बीजक मलू्य का एक छोटा अशं को छोड़ देने की ूथा है। ऐसे मामलों में ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक िबलों की िबबी बातचीत से तय कर सकते हैं, बशतर्ः-

    (क) पूणर् िनयार्त मलू्य के अिधकतम 10 ूितशत के शतर् के अधीन िनयार्त व्यापार के िविशष्ट कायर्के्षऽ में अनाहिरत शेष रािश को सामान्य समझा जाता हो।

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    13

    (ख) िनयार्तक से जीआर/ एसडीएफ/ पीपी फामोर्ं की अनुिलिप पर इस आशय का एक वचन-पऽ ूाप्त िकया जाता है िक वह वसलूी हेतु िनधार्िरत अविध के अदंर पोतलदान के शेष आगम अभ्यिपर्त करेगा/ लेखा-जोखा देगा।

    (ii) उन मामालों में जहाँ िनयार्तक को अनाहिरत शेष के ूत्यावतर्न के िलए काफी ूयास के बावजदू व्यवःथा कर पाना सभंव नहीं हआु , ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक मामले की ूामािणकता के बारे में सतंुष्ट होने पर यह सिुनिश्चत करें िक िजसके िलए शुरू में (अनाहिरत शेषों को छोड़कर) िनयार्तक ने कम से कम मलू्य का िबल आहिरत िकया था अथवा जीआर/पीपी/एसडीएफ़ फामर् पर घोिषत मलू्य का 90 ूितशत, जो भी अिधक है, की वसलूी की है और पोत लदान की ितिथ से एक वषर् की अविध बीत चुकी है।

    आ-12 परेषण िनयार्त

    (i) जब परेषण आधार पर माल का िनयार्त िकया गया है, तब ूािधकृत व्यापारी बैंक अपने िवदेशी शाखा/सपंकीर् को पोत लदान दःतावेजों को भेजते समय यह सिूचत करें िक िनयार्त के ूाप्यों की वसलूी हेत ुिनधार्िरत अविध के भीतर िकसी िविशष्ट ितिथ को िबबी ूाप्यों की सपुुदगीर् के िलए न्यास रसीद / वचन पऽ पर ही उन्हें सपुुदर् करें। इस िबयािविध का अनुसरण कितपय व्यापारों में ूथा के अनुसार तब भी करना चािहए जब अनुमािनत मलू्य के अशं के िलए िबल िनयार्तों पर अिमम के रूप में आहिरत है।

    (ii) एजेंट/ूेिषती उतराई ूभारों गोदाम भाड़ा, लदाई-उतराई ूभारों आिद, जसेै माल के रसीद, भडंारण और िबबी पर सामान्यतः िकए गए मालें के खचोर्ं की िबबी ूाप्यों से कटौती करके शुद्ध ूाप्य िनयार्तक को ूेिषत करे।

    (iii) एजेंट/ूेिषती से ूाप्त िबबय-लेखा की जाँच ूािधकृत व्यापारी बैंक द्वारा की जानी चािहए। िबबय-लेखा में कटौितयों के साथ, डाक िटकट/केबल ूभारों, ःटैम्प ड्यूटी आिद जसेै फुटकर मदों के मामले को छोड़कर , िबलों/रसींदें मलू रूप में लगी होनी चािहए।

    (iv) परेषण आधार पर िनयार्त िकये जाने वाले माल के मामले में भाडे और नौवहन बीमा की व्यवःथा भारत में ही की जाए।

    ूािधकृत व्यापारी बैंक , िनयार्तक को िबबी करार अविध की समािप्त पर न िबकी शेष पुःतकों के छोड़ देने की अनुमित दे सकते हैं । तद्नसारु , िनयार्तक न िबकी शेष पुःतकों के मलू्य को िवबय-लेखा में िनयार्त आय से कटौती के रूप में दशार्ए।

    आ-13 िवदेश में गोदाम(वेयरहाउस) खोलना/ िकराये पर लेना ूािधकृत व्यापारी ौणेी-। बैंक, िवदेश में गोदाम खोलने/ िकराए पर लेने के िलए िनयार्तकों से ूाप्त आवेदन पर िवचार कर सकते हैं और िनम्निलिखत शतोर्ं के अधीन उन्हें अनुमित दे सकते हैं: (i) आवेदक का िनयार्त बकाया िपछले वषर् में िकए गए िनयार्त के 5 ूितशत से ज्यादा न

    हो।

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    14

    (ii) आवेदक का िपछले वषर् के दौरान न्यूनतम िनयार्त टनर्-ओवर 100,000/- अमरीकी डॉलर रहा हो।

    (iii) वसलूी की अविध वही हो जो िक लागू है । (iv) सभी लेनदेन , ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक की नािमत शाखा के माध्यम से, िकए

    जाएंगे। (v) िनयार्तकों को उक्त अनुमित ूारंभ में एक साल के िलए दी जाए और उसके बाद आवेदक

    द्वारा उपयुर्क्त अपेक्षाएं पूरा करने की शतर् पर नवीकरण हेतु िवचार िकया जा सकता है। (vi) ऐसी अनुमित/अनुमोदन देने वाले ूािधकृत व्यापारी बैंक िदए गए अनुमोदनों का उिचत

    िरकाडर् रखेंगे।

    अ-14 िनयार्तकों द्वारा ूलेखों का सीधा ूेषण

    (I) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक , सामान्यतः लदान ूलेख अपनी िवदेशी शाखाओं/ सपंिकर् यों को तुरंत भेजें। तथािप, वे ऐसे मामलों में लदान ूलेखों को सीधे ूेिषती अथवा मालों के अिंतम गतंव्य देश में िनवासी एजेंट को भेजें, जहां

    (क) िनयार्त लदान के पूणर् मलू्य का अिमम भगुतान अथवा अूितसहंरणीय साख पऽ ूाप्त हआु हो और पूवर्ताूाप्त िबबी सिंवदा/साखपऽ में लदान ूलेखों को सीधे ूेिषती अथवा माल के अिंतम गतंव्य देश में िनवासी अपने एजेंटों को भेजने का ूावधान हो।

    (ख) यिद िनयार्तक िनयिमत माहक है और ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक , िनयार्तक की ूितष्ठा और िपछले कायर्िनंपादन िरकाडर् तथा िनयार्त ूाप्यों की वसलूी हेतु की गई व्यवःथा से सतंुष्ट है तो ऐसा अनुरोध ःवीकार िकया जा सकता है।

    (ग) माल या सॉफ्टवेयर के सबंंध में दःतावेज िनयार्तक द्वारा ऐसे घोषणा पऽ के साथ सलंग्न है िक उसका मलू्य 25,000/- रुपयों से एयादा नहीं है और जीआर/ एसडीएफ़/ पीपी/ सॉफ्टेक्स फामर् पर घोिषत नहीं है।

    (II) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक , "हैिसयतवाले िनयार्तक" (िवदेशी व्यापार नीित में यथा पिरभािषत ) को और िवशेष आिथर्क अचंल (एसईज़ेड) में इकाइयों को भारत के बाहर के ूेिषती को िनयार्त दःतावेज़ भेजने की अनुमित भी िनम्निलिखत िनयम और शतोर्ं के अधीन दे सकते हैं

    (क) जीआर फॉमर् में उिल्लिखत ूािधकृत व्यापारी बैंक के माध्यम से िनयार्त आय ूत्यावितर्त की गयी है।

    (ख) िनयार्तक ने िनयार्त की ितिथ से 21 िदन के भीतर जीआर फॉमर् की ूितिलिप ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक , को िनगरानी हेतु ूःतुत की है।

    (III) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक, िनयार्तक द्वारा सीधे परेिषती को अथवा माल के अिंतम गतंव्य देश में रहने वाले एजेंट को 1 िमिलयन अमरीकी डॉलर अथवा उसके समतुल्य तक के ूित िनयार्त िशपमेंट के पोत िशपमेंट दःतावेज भेजने के मामलों को िनम्निलिखत शतोर्ं पर िनयिमत कर सकते हैं :

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    15

    (क) सपंूणर् िनयार्त आय की वसलूी हो चुकी हो । (ख) िनयार्तक ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक का कम से कम छ: माह से िनयिमत माहक

    रहा हो । (ग) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक में िनयार्तक के खाते के िलए भारतीय िरजवर् बैंक के

    'अपने माहक को जािनए'/ 'धन शोधन िनवारक ' पर मौजदूा िदशा-िनदेर्शों का अनुपालन िकया गया हो ।

    (घ) ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक, लेनदेनों की वाःतिवकता से सतंुष्ट हो ।

    िकसी ूकार का सदेंह होने पर ,ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक , एफआईयू-आईएनडी (भारत में िवत्तीय आसचूना इकाई ) में सिंदग्ध लेनदेन िरपोटर् ( एसटीआर) दज़र् करवा सकते हैं। आ.15 सॉफं्टवेयर िनयार्त का बीजक

    (i) ूेषणों की ौृखंला को शािमल करनेवाले दीघार्विध सिंवदाओ ंके सबंंध में, िनयार्तक, अपने

    िवदेशी माहकों को आविधक रूप से अथार्त ्माह में कम से कम एक बार अथवा िवदेशी माहक के साथ िकए गए सिंवदा में िदए गए अनुसार "महत्वपूणर् िःथित" पर पहँचनेु पर िबल दे और अिंतम बीजक/ िबल सिंवदा की पूरी होने की ितिथ से 15 िदन के अदंर दे। िनयार्तक के िलए यह उिचत होगा िक वह एक माह में ूाप्त अिमम ूेषणों सिहत िकसी िविशष्ट िवदेशी माहक के िलए बनाए गए सभी बीजकों के िलए एक समेिकत सॉफ्टेक्स फामर् ूःतुत करें।

    (ii) केवल "एक खेप पिरचालन" को शािमल करनेवाले सिंवदाओं के सबंंध में बीजक/ िबल ूेषण की ितिथ से 15 िदन के भीतर तैयार िकया जाना चािहए।

    (iii) कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर और ऑिडओ / वीिडओ/ टेिलिवज़न के िनयार्त के बारे में िनयार्तक घोषणा फामर् सॉफ्टेक्स में तीन ूितयों में मलू्यांकन ूमाणीकरण हेतु एसटीपीआइ/ ईपीज़ेड/एसईज़ेड ःतर पर भारत सरकार के सबंंिधत नािमत अिधकारी को बीजक की ितिथ से/ उक्त दशार्ए गए अनुसार माह में बनाए गए िपछले बीजक की ितिथ से 30 िदनों के अदंर ूःतुत करे। नािमत अिधकारी उनके पास पंजीकृत इओय ू से सबंंिधत सॉफ्टेक्स फॉमोर्ं को भी ूमािणत करें।

    (iv) उक्त (i) और (ii) के अनुसार िवदेशी माहकों पर बनाए गए बीजक भारत सरकार के सबंंिधत नािमत अिधकारी द्वारा सॉफ्टेक्स फामर् में घोिषत िनयार्त का मलू्यांकन अथवा बीजक मलू्य में िकए गए पिरणामी सशंोधन, यिद आवँयक हो तो, के अधीन होंगे।

    आ.16 रोका गया पोतलदान/ अपूणर् पोतलदान

    (i) जब सीमा शुल्क के पास पहले से फाइल िकए गए िकसी जीआर फामर् द्वारा कवर िकए गए पोतलदान का कोई िहःसा अपूणर् पोतलदान हो जाता है, तो िनयार्तक िनधार्िरत फामर् और तरीके से सीमा शुल्क को अपूणर् पोतलदान की सचूना दें । सीमाशुल्क से ूमािणत

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    16

    अपूणर् पोतलदान की सचूना ूाप्त करने में िवलबं होने के मामले में िनयार्तक ूािधकृत व्यापारी बैंक को इस आशय का एक वचन पऽ दें िक उन्होंने अपूणर् पोतलदान की सचूना सीमाशुल्क के पास दायर की है और ूाप्त होते ही वह उसे यथाशीय ूःततु करेगा।

    (ii) जहाँ पोतलदान पूरी तरह रोक िदया गया है और पुनः पोत लदान की व्यवःथा होने में िवलबं है , वहाँ िनयार्तक इस ूयोजन हेतु दो ूितयों में िनधार्िरत तरीके और िनधार्िरत फामर् में उपयोग न िकए गए जीआर फामर् और पोत लदान िबल की ूितिलिप सलंग्न करते हएु कःटम िवभाग को सचूना दें। कःटम िवभाग यह जाँच करेगा िक पोतलदान सचमचु रोका गया है और सचूना को सही ूमािणत करते हएु उसे उपयोग न िकए गए जीआर फामर् की दसरीू ूित के साथ िरज़वर् बैंक को भेजेगा। इस िःथित में, कःटम िवभाग से पहले ही ूाप्त मलू जीआर फामर् को रद्द कर िदया जाएगा । यिद पोतलदान बाद में िकया जाता है तो जीआर फामर् का नया सेट भरा जाए।

    आ.17 जवाबी (काउंटर) व्यापार व्यवःथा

    भारतीय िरज़वर् बैंक, जवाबी व्यापार ूःतावों, िजनमें िक भारत में खोले गए अमरीकी डॉलर में एःबो खाते के ज़िरए भारतीय पाटीर् और िवदेशी पाटीर् के बीच ःवैिच्छक रूप से की गई व्यवःथा के अनुसार भारत से िनयार्ितत मालों के मलू्य के बदले भारत में आयाितत सामानों के मलू्य के समायोजन शािमल है, पर िवचार करेगा। (i) व्यवःथा के तहत सभी आयात और िनयार्त, िवदेश व्यापार नीित और िवदेशी मिुा ूबंध

    अिधिनयम, 1999 एवं उसके अधीन बनाए गए िनयमों और िविनयमों के अनुरूप अतंरार्ष्टर्ीय मलू्यों पर होना चािहए।

    (ii) एःबो खाते में जमा शेषों पर ब्याज देय नहीं होगा िकंतु अःथायी रूप से अिधशेष देनेवाले िनिधयों को एक वषर् में (अथार्त ्12 महीनों के एक ब्लॉक में) तीन महीनों की कुल अविध तक अल्पकालीन जमा में रखा जाए और बैंक लागू दर पर ब्याज अदा करें।

    (iii) िनिध आधािरत/ अथवा गरै िनिध आधािरत सिुवधाएं देने की अनुमित एःबो खाता में धािरत शेषों के िलए नहीं होगी।

    (iv) िवदेशी िनयार्तक/ सगंठन एःबो खाता खोलने की अनुमित हेतु आवेदन अपने ूािधकृत व्यापारी बैंक के ज़िरए भारतीय िरज़वर् बैंक के अपने सबंंिधत के्षऽीय कायार्लय को ूःतुत करें।

    आ-18 पट्टा, भाड़े आिद पर वःतुओं के िनयार्त

    पट्टा िकराया/ भाड़ा ूभारों की वसलूी और आिखरी पुनः आयात पर िवदेशी पट्टाधारी के साथ करारनामा के तहत पट्टा/ भाड़ा आिद आधार पर मशीनरी, उपकरण के िनयार्त के िलए िरज़वर् बैंक का पूवर् अनुमोदन अपेिक्षत है। िनयार्तक , आवँयक अनुमित हेतु िनयार्त िकए जानेवाले

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    17

    वःतुओं के पूणर् ब्योरे देते हएु ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक के जिरए िरज़वर् बैंक के सबंंिधत के्षऽीय कायार्लय को आवेदन करें। आ-19 िवःतािरत ऋण शतोर्ं पर िनयार्त

    िवःतािरत ऋण शतोर्ं पर मालों के िनयार्त करने का इरादा रखने वाले िनयार्तक पूरे ब्योरे देते हएु अपने ूःताव अपने बैंकों के ज़िरए िरज़वर् बैंक के सबंंिधत के्षऽीय कायार्लय को िवचाराथर् ूःतुत करें। आ-20 िवशेष आिथर्क के्षऽ द्वारा माल का िनयार्त

    िवशेष आिथर्क के्षऽ की इकाइयों को िवदेश में िनयत कायर् करने और अपने देश से माल िनयार्त करने की अनुमित िनम्निलिखत शतोर्ं के अधीन दी गई है :- (i) ूसःंकरण / िविनमार्ण ूभार को िनयार्त कीमत में उपयकु्त ढंग से शािमल िकया जाता

    है और वह अिंतम बेता द्वारा वहन िकया जाता है।

    (ii) सामान्य जीआर ूिबया के अधीन, िनयार्तक द्वारा पूणर् िनयार्त मलू्य की वसलूी के िलए सतंोषजनक सामान्य व्यवःथा की गई है।

    ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक घरेल ू ूशुल्क के्षऽ की इकाइयों को िवशेष आिथर्क अचंल की इकाइयों द्वारा उन्हें आपूितर् िकए गए माल के भगुतान हेतु िवदेशी मिुा खरीदने की अनुमित दे सकते हैं। आ-21 पिरयोजना िनयार्त और सेवा िनयार्त

    आःथािगत भगुतान शतोर्ं पर इंजीिनयिरंग का सामान िनयार्त करने और तैयार हालत में ूःततु की जाने वाली पिरयोजनाओं (टनर् की ूोजेक्टस ) और िसिवल िनमार्ण सिंवदाओं का िनंपादन को िवदेश में सामिूहक रूप से "पिरयोजना िनयार्त" के रूप में समझा जाता है। िवदेशी बेताओ ंको आःथािगत भगुतान शतोर्ं का ूःताव करनेवाले भारतीय िनयार्तक और िवदेश में टनर् की /िसिवल िनमार्ण कायर् लेने के िलए िवश्वव्यापी टेंडसर्/ िनिवदाओ ंमें भाग लेनेवालों को ऐसी सिंवदाओ ं के िनंपादन से पहले अिधिनणर्योत्तर अवःथा में ूािधकृत व्यापारी/ एिक्ज़म बैंक/ कायर्दल का अनुमोदन ूाप्त करना अपेिक्षत है । "पिरयोजना िनयार्तों" और "सेवा िनयार्तों" से सबंंिधत िविनयमों को पिरयोजना िनयार्त से सबंंिधत सशंोिधत ज्ञापन (पीईएम) में िनधार्िरत िकया गया है (समय-समय पर यथा सशंोिधत पीईएम-अकू्तबर 2003)। पिरयोजना िनयार्तकों और सेवा िनयार्तकों को िवदेश में उनके लेनदेन को और सिुवधाजनक बनाने के िलए पीईएम के पैरा आ.10(i)(च), इ.1(ii), ई.1 (i) ई.3 और ई.4(iv) द्वारा िनधार्िरत िदशा-िनदेर्शों में िनम्नवत ्पिरवतर्न कर िदया गया है । जसैा िक नीचे िदया गया है , अःथायी रोकड़ शेष के उपयोग की सिुवधा पिरयोजना िनयार्तकों और सेवा िनयार्तकों को भी ूदान कर

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    18

    दी गयी है । (i) व्यवःथा [ आ.10(i)(च) तथा ई.4(iv)]- अतंर- पिरयोजना अतंरण

    अतंिरती पिरयोजना से मशीनरी आिद को बाज़ार मलू्य (अिंकत मलू्य से कम नहीं) की वसलूी से सबंंिधत ूितबंध हटा िदया गया है। इसके अलावा िनयार्तक , ूायोजक ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक (बैंकों)/ एिक्ज़म बैंक/ कायर्कारी दल की सतंुिष्ट की शतर् पर साथ ही िरपोिटर्ंग अपेक्षा पूरी करने की शतर् पर भी िकसी देश में िनयार्तकों द्वारा कोई अन्य ूाप्त सिंवदा के िनंपादन के िलए भी वह मशीनरी/ उपकरण आिद उपयोग कर सकते हैं और ूायोजक ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक (बैंकों)/ एिक्ज़म बैंक/ कायर्कारी दल अतंर-पिरयोजना अतंरण की िनगरानी करेंगे। (ii) िनिधयों [ ई.1(i) तथा ई.3] का अतंर- पिरयोजना अतंरण

    ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक / एिक्ज़म बैंक/ कायर्कारी दल िनयार्तकों को िकसी देश या मिुा में िनिधयों के अतंर-पिरयोजना अतंरणीयता के साथ उनकी पसदं की मिुा/ मिुाओं में एक से अिधक िवदेशी मिुा खाता/ खाते खोलने, रखने और पिरचालन करने की अनुमित दे सकते हैं। ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक / एिक्ज़म बैंक कायर्कारी दल अंतर-पिरयोजना अतंरण की िनगरानी करेंगे। (iii) अःथायी नकदी अिधशेष का िविनयोजन

    ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंक(बैंकों)/ एिक्ज़म बैंक /कायर्कारी दल द्वारा िनगरानी के अधीन पिरयोजना/सेवा िनयार्तक , भारत के बाहर अिजर्त अपने अःथायी नकदी अिधशेषों को िनम्निलिखत िलखतों/ उत्पादों में िविनयोिजत कर सकते हैं: (क) खजाना िबल और एक वषर् या उससे कम की पिरपक्वता या शेष पिरपक्वतावाले और

    िजनकी रेिटंग कम-से-कम ःटैंडडर् एण्ड पुअर द्वारा A-1/AAA अथवा मडूीज़ द्वारा P-1/Aaa अथवा िफट्च आइबीसीए आिद द्वारा F1/AAA हो, सिहत िवदेश के अल्पाविध पऽों मे िनवेश,

    (ख) भारत में ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंकों के भारत के बाहर शाखाओं/ सहयोगी सःंथाओ ंके पास जमा।

    (iv) ऑन-साइट सॉफ्टवेयर सिंवदा [ इ-1(ii) )] के मामले में िनिध का ूत्यावतर्न

    सॉफ्टवेयर िनयार्तक कंपनी/ फमर् द्वारा ऑन-साइट सिंवदा के सबंंध में सिंवदा मलू्य के 30 ूितशत के ूत्यावतर्न की आवँयकता को छोड़ िदया गया है। िफर भी, वे सिंवदा के पूरा होने के बाद ऑन-साइट सिंवदा के लाभ को ूत्यावितर्त करें।

    आ-22 मिुा-िनयार्त

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    19

    समय-समय पर यथासशंोिधत 3 मई 2000 की अिधसचूना स.ंफेमा 6/ आरबी-2000 द्वारा अिधसिूचत िवदेशी मिुा ूबंध (मिुा का िनयार्त और आयात) िविनयमावली, 2000 के अनुसार िविनयमावली के तहत ूदान िकए गए िकसी सामान्य अनुमित के तहत अनुमत सीमा को छोड़कर 7,500/- रु. से अिधक मलू्य के भारतीय मिुा के िकसी िनयार्त को िरज़वर् बैंक के पूवार्नुमोदन की आवँयकता होगी। आ-23 फारफेिटंग

    भारतीय िनयार्त-आयात बैंक (एिक्ज़म बैंक) और ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंकों को िनयार्त ूाप्यों के िवत्तपोषण के िलए फारफेिटंग ूारंभ करने की अनुमित दी गई है । अतः एिक्ज़म बैंक/ सबंंिधत ूािधकृत व्यापारी बैंक द्वारा यथा अनुमोिदत िनयार्तक द्वारा देय वचनबद्धता शुल्क/ सेवा ूभारों आिद के ूेषण की ूािधकृत व्यापारी बैंक अनुमित दें। इस ूकार के ूेषण सबंंिधत एजेंसी द्वारा यथानुमोिदत एक मुँ त रािश में अिमम के रूप में अथवा मािसक अतंराल में िकए जाएं। आ-24 सड़क, रेल अथवा नदी द्वारा पड़ोसी देशों को िनयार्त

    िनयार्तक जब सड़क, रेल अथवा नदी पिरवहन से पड़ोसी देशों को िनयार्त करता है तब वे जीआर/ एसडीएफ़ फ़ामोर्ं की मलू ूितयों को भरने के िलए िनम्निलिखत पद्धित अपनाएं: (i) नौकाएं/ देशी यान/ सड़क पिरवहन से िनयार्तों के मामले में िनयार्तक अथवा उसके

    एजेंट को फ़ामर् उस सीमा के सीमाशुल्क कायार्लय में ूःतुत करना चािहए िजससे गजुरकर जहाज अथवा वाहन िवदेश के्षऽ में ूवेश करेगा। इस ूयोजनाथर् िनयार्तक फामर् को जहाज अथवा वाहन के ूभारी व्यिक्त को देने अथवा सीमा पर इसके एजेंट को अमेिषत करने की व्यवःथा करें जो इसे सीमाशुल्क को ूःतुत करेगा।

    (ii) रेल से िनयार्तों के सबंंध में सीमाशुल्क औपचािरकताएं पूरी करने के िलए कितपय नािमत रेल ःटेशनों पर सीमाशुल्क ःटाफ को तैनात िकया गया है। वे इन ःटेशनों पर लादे गए माल के सबंंध में जीआर/ एसडीएफ़ फ़ामर् जमा करेंगे तािक माल िवदेशी देश की सीमा पर और िकसी औपचािरकताओं के िबना सीधे पहँचु सकें । नािमत रेल ःटेशनों की सचूी रेल से ूाप्त की जा सकती है। नािमत ःटेशनों से इतर ःटेशनों पर लादे गए माल के सबंंध में िनयार्तक को सीमावतीर् ूदेश कःटम ःटेशन पर सीमाशुल्क अिधकारी को जहाँ सीमाशुल्क औपचािरकताएं पूरी की जाती हैं जीआर/ एसडीएफ़ फामोर्ं को ूःतुत करने की व्यवःथा करनी होगी।

    आ-25 म्याँमार के साथ सीमा व्यापार

    यह भारत और म्याँमार के बीच सीमावतीर् व्यापार नीित द्वारा िनयिंऽत होता है। वःतु-िविनमय व्यवःथा के तहत भारत-म्याँमार की सीमा के दोनों तरफ रहने वाले लोगों को ःथानीय रूप से

  • ¨¸½¤¸¬¸¸ƒ’ À www.rbi.org.in ƒÄŸ¸½¥¸ À [email protected]

    20

    उत्पािदत कितपय िविशष्ट पण्यों (सलंग्नक 5) के िविनमय की अनुमित दी गई है। वे मकु्त रूप से पिरवतर्नीय मिुा में भी व्यापार कर सकते हैं। ूािधकृत व्यापारी बैंक 16 अकू्तबर 2000 के ए.पी.(डीआइआर िसरीज़) पिरपऽ स.ं17 द्वारा िनधार्िरत िदशा-िनदेर्शों का अनुसरण करें। आ-26 राज्य ऋणों का भुगतान

    पूवर्वत यूएसएसआर द्वारा ूदान िकए गए राज्य ऋणों के भगुतान की जमानत पर माल और सेवाओं के िनयार्त भारतीय िरज़वर् बैंक के, समय-समय पर यथासशंोिधत , वतर्मान िदशा-िनदेर्शों द्वारा िनयंिऽत होते रहेंगे। आ-27

    रोमािनया के साथ जवाबी-व्यापार व्यवःथा

    भारतीय िरज़वर् बैंक , रोमेिनया के साथ िनयार्तक के काउंटर शेड ूःतावों , िजनमें सबंंिधत पक्षों के बीच ःवैिच्छक रूप से िकए गए करार के अनुसार भारत में आयातों के मलू्य पर भारत से िनयार्तों के मलू्य का समायोजन िनयोिजत हो, अन्य शतोर्ं के साथ-साथ इस शतर् पर िवचार करेगा िक भारतीय िनयार्तक, खाता खोलने की अनुमित दी गई एःबो खाते में जमा की तारीख से छः महीने के अदंर उन िनिधयों को भारत में रोमेिनया से माल के आयात के िलए उपयोग करता है।

    भाग Ð 3

    ूािधकृत व्यापारी ौणेी-I बैंकों के िलए पिरचालनात्मक िदशा-िनदेर्श

    इ-1 िविशष्ट पहचान सखं्या उद्धतृ करना (i) सभी आवेदनों/ िरज़वर् बैंक के साथ पऽा�