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  • 15 �दसंबर 2019 समाचार �व�लेषण

    सामा�य अ�ययन- 2

    राज�यव�था और शासन

    मेघालय म� �वेश के �लए पर�मट लागू करने का �यास:

    संदभ�:

    मेघालय रा�य म� �वेश करने वाले बाहर� लोग� के पजंीकरण के �लए मेघालय सरकार �वारा अ�यादेश पा�रत �कया गया है।

    �ववरण:

    • इनर लाइन पर�मट (ILP) �णाल� के समान सशंो�धत मेघालय �नवासी सरं�ा और सरु�ा �वधेयक (MRRSA) 2019, मेघालय मं��मंडल �वारा नवबंर 2019 म� एक अ�यादेश के �प म� पा�रत �कया गया था और अभी इसे रा�यपाल क� सहम�त �मलना बाक� है।

    • भारत के उ�र पवू� रा�य� म� नाग�रकता (सशंोधन) अ�ध�नयम के �खलाफ �वरोध क� प�ृठभ�ूम म�, मेघालय ने मांग क� है �क रा�य म� भी इनर लाइन पर�मट (ILP) क� तरह कुछ "सरु�ा" उपाय लाग ू�कया जाए।

    • म�णपरु, नागाल�ड, अ�णाचल �देश और �मजोरम म� अ�भ ILP �णाल� लाग ूहै और इ�ह� नाग�रकता काननू म� छूट द� गई है।

    • सरकार ने कहा है �क मेघालय �वारा ��ता�वत काननू बाहर� लोग� को रा�य का दौरा करने से रोक नह�ं सकता है। यह एक सचूना सं�ह त�ं के �प म� प�रकि�पत �कया गया है और जो कोई भी मेघालय जाना चाहता है, उसे पहले से ऑनलाइन या आगमन के बाद पजंीकरण करना होगा। यह न केवल रा�य क� सरु�ा स�ुनि�चत करेगा बि�क आने वाले �यि�त क� भी सरु�ा स�ुनि�चत करेगा।

    इनर लाइन पर�मट (ILP) �णाल�:

    • इनर लाइन पर�मट (ILP) एक आ�धका�रक या�ा द�तावेज है, जो सरकार �वारा एक सी�मत अव�ध के �लए एक संर��त �े� म� एक भारतीय नाग�रक को �वेश क� अनमु�त देने के �लए जार� �कया जाता है।

    • यह इस कुछ �वशषे रा�य� के बाहर के भारतीय नाग�रक� के �लए सरं��त रा�य म� �वेश करने क� अनमु�त �ा�त करने के �लए अ�नवाय� है।

    �वशषेताएं:

    • �व�भ�न �कार के इनर लाइन पर�मट ह�, जसेै- एक पय�टक� के �लए और एक अ�य लोग� के �लए, जो अ�सर रोजगार के उ�दे�य� के �लए लबें समय तक रहना चाहत ेह�।

  • • आईएलपी संब�ंधत रा�य सरकार �वारा जार� �कया जाता है और ऑनलाइन या �यि�तगत �प से आवेदन करके �ा�त जा सकता है।

    • द�तावेज़ म� या�ा क� तार�ख� का उ�लेख होता है और यह उन �वशषे �े�� को �न�द��ट करता है, जहाँ इनर लाइन पर�मट धारक या�ा कर सकता है। पर�मट म� �दए गए समय के समा�त होने के बाद आगंतकु के �लए वहां ठहरना अवधै है।

    उ�दे�य:

    • ILP �णाल� का म�ुय उ�दे�य इन रा�य� म� अ�य भारतीय नाग�रक� क� बसाहट से �वदेशी आबाद� क� र�ा करना है। द�तावेज़ भारत के अतंररा���य सीमा के पास ि�थत कुछ �े�� म� आवाजाह� को �व�नय�मत करने का भी �यास करता है।

    �णाल� का �वकास:

    • यह बंगाल ई�टन� �ं�टयर रेगलेुशसं, 1873 का एक �ावधान है, िजसने "���टश �वषय�" को इन "संर��त �े��" म� �वेश करने से रोककर चाय, तले और हाथी के �यापार म� �ाउन के �हत क� र�ा क� (ता�क उ�ह� कोई �यावसा�यक उ�यम �था�पत करने से रोका जा सके)।

    1950 म� "���टश �वषय" श�दांश को भारत के नाग�रक �वारा ��त�था�पत �कया गया था। इस त�य के बावजदू �क ���टश सरकार �वारा ILP मलू �प से अपने �यावसा�यक �हत� क� र�ा के �लए अपनाया गया था, अब इसका उपयोग भारत म� पवू��र �े� म� आ�दवासी स�ंकृ�तय� क� र�ा के �लए आ�धका�रक तौर पर �कया जाता है। ।

    िजन �े�� म� लाग ूहै:

    • मलू �प से अ�णाचल �देश, नागाल�ड और �मजोरम रा�य� म� ILP �णाल� थी। हाल ह� म� म�णपरु भी ILP �णाल� को लाग ू�कया गया है।

    • ज�म ूऔर क�मीर म� लेह िजले के कुछ �ह�स� जसेै न�ुा घाट�, खारदुंग ला, प�ग�ग �सो, सोमर�र� आ�द के �लए एक ILP आव�यक है। बाहर� नाग�रक� को इस �े� के �लए ‘सरं��त �े� पर�मट’ �ा�त करना आव�यक है।

    संर��त �े� (�ोटे�टेड ए�रया) पर�मट (PAP):

    • �वदेशी �वषयक (संर��त �े�) आदेश 1958 म� कहा गया है �क गरै-भारतीय नाग�रक� को भारत म� कुछ �े�� क� या�ा करने के �लए एक संर��त �े� पर�मट (PAP) क� आव�यकता होती है।

    • PAP के तहत आने वाले �े�� म� �सि�कम, अ�णाचल �देश के कुछ भाग, �हमाचल �देश, ज�म ूऔर क�मीर, राज�थान और उ�राखडं शा�मल ह�।

  • • इस पर�मट को �ा�त करने के �लए कुछ अह�ताओ ंको परूा करना होगा। पय�टक� को कम से कम 2 के समहू� म� या�ा करना पड़ता है और केवल एक पजंीकृत �ैवल एज�ट के साथ या�ा करनी होती है। कुछ �े�� म� केवल कुछ �वेश/ �नकास �बदंओु ंक� अनमु�त है। कुछ �े�� म� गरै-भारतीय �ब�कुल �वेश नह�ं कर सकत ेह�। पा�क�तान, बां�लादेश, चीन और �यांमार के नाग�रक गहृ म�ंालय क� मजंरू� के बाद ह� PAP �ा�त कर सकत ेह�

    • इन �े�� म� �नवास नह�ं करने वाले भारतीय नाग�रक� को इन �थान� म� �वेश करने के �लए इनर लाइन पर�मट (ILP) क� आव�यकता होती है। इनर लाइन पर�मट �ा�त करना तलुना�मक �प से आसान है।

    ��तब�ंधत �े� पर�मट (RAP):

    • �वदेशी �े� (��तब�ंधत �े�) आदेश 1963 म� कहा गया है �क गरै-भारतीय� को भारत के कुछ �े�� म� जाने के �लए एक ��तब�ंधत �े� पर�मट (RAP) क� आव�यकता है।

    • क� � शा�सत �देश अडंमान और �नकोबार �वीप समहू और �सि�कम रा�य के कुछ �ह�स� के �लए RAP क� आव�यकता है।

    • PAP के �वपर�त, RAP आमतौर पर �यि�तगत या��य� के �लए उपल�ध है और �वदेशी दतूावास� �वारा जार� �कए जा सकत ेह�। भारतीय नाग�रक� को ��तबं�धत �े�� क� या�ा के �लए �वशषे अनमु�त क� आव�यकता नह�ं है।

    सामा�य अ�ययन 2

    राज�यव�था और शासन

    ‘डटेा संर�ण �वधेयक मसौदे के अन�ुप नह�ं’

    संदभ�:

    पस�नल डटेा �ोटे�शन �बल, 2019 को �दसबंर 2019 म� इले��ॉ�न�स और सचूना �ौ�यो�गक� म�ंी �वारा लोकसभा म� पेश �कया गया था।

    प�ृठभ�ूम:

  • पस�नल डटेा �ोटे�शन �बल, 2018 का मसौदा �वधेयक, स�ुीम कोट� के पवू� �यायाधीश बी.एन. �ी कृ�ण क� अ�य�ता म� एक उ�च-�तर�य �वशषे� स�म�त �वारा तयैार �कया गया था। ।

    �ववरण:

    • �यि�तगत डटेा वह डटेा है जो पहचान क� �वशषेताओ,ं ल�ण� या गणु� से सबं�ंधत है, िजसका उपयोग �कसी �यि�त क� पहचान करने के �लए �कया जा सकता है।

    • �वधेयक �यि�तय� के �यि�तगत डटेा को सरु�ा �दान करने का �यास करता है।

    वग�करण:

    • �वधेयक कुछ �यि�तगत डटेा को सवेंदनशील �यि�तगत डटेा के �प म� वग�कृत करता है। इसम� �ा�धकरण और संब�ंधत �े�ीय �नयामक के परामश� से �व�ीय डटेा, बायोमे��क डटेा, जा�त, �वा��य डटेा, धा�म�क या राजनी�तक �व�वास या सरकार �वारा �न�द��ट डटेा क� कोई अ�य �ेणी शा�मल है।

    �यो�यता:

    • �वधेयक म� �यि�तगत डटेा के �सं�करण को �नय�ं�त करने का अ�धकार इनके पास है: (i) सरकार (ii) भारत म� �नग�मत कंप�नयाँ और (iii) �वदेशी कंप�नयाँ जो भारत म� �यि�तय� के �यि�तगत डटेा से संबं�धत ह�।

    डटेा �यासी क� बा�यता:

    • �बल म� डटेा स�ंह �वारा �यि�तगत डटेा के स�ंह, भडंारण और �स�ंकरण पर �यापक �दशा-�नद�श �दए गए ह�। उदाहरण के �लए, �यि�तगत डटेा को केवल �व�श�ट, �प�ट और वधै उ�दे�य के �लए संसा�धत �कया जा सकता है। यह एक �नधा��रत आचार स�ंहता का पालन करता है।

    • सभी डटेा �यासी को कुछ पारद�श�ता और जवाबदेह� के उपाय करने चा�हए: जसेै (i) सरु�ा उपाय� (जसेै डटेा एि���शन और डटेा के द�ुपयोग को रोकना) को लाग ूकरना और (ii) �यि�तय� क� �शकायत� को दरू करने के �लए �शकायत �नवारण तं� �था�पत करना। ब�च� के सवेंदनशील �यि�तगत डटेा को ससंा�धत करत ेसमय उ�ह� आय ुस�यापन और माता-�पता क� सहम�त के �लए भी तं� �था�पत करना होगा।

    �यि�त के अ�धकार:

    • �वधेयक �यि�त के कुछ अ�धकार� को �नधा��रत करता है। इनम� �न�न अ�धकार शा�मल ह�: (i) यह स�ुनि�चत �कया जाना चा�हए �क �या उनके �यि�तगत डटेा का इ�तमेाल �कया गया है, (ii) �यि�तगत डटेा म� ��ुट, अपणू�ता, या परुाना हो जाने पर उसम� सधुार �कया जाये (iii) कुछ �वशषे प�रि�थ�तय� म� �या �यि�तगत डटेा को अ�य डटेा �यासी को �थानांत�रत कर �दया गया है और (iv) एक डटेा �यासी �वारा उनके �यि�तगत डटेा के �नरंतर �कट�करण को ��तब�ंधत करता है, य�द यह आव�यक नह�ं है या सहम�त वापस ले ल� गई है। इसम� भलुाये �दए जाने के अ�धकार का �ावधान है,

  • जहां �यि�त को �यि�तगत डटेा के �नरंतर �कट�करण को ��तबं�धत करने या रोकने का अ�धकार होगा।

    �नजी डटेा को ससंा�धत करने के �लए आधार:

    • �वधेयक केवल �यि�तय� �वारा सहम�त �दान �कए जाने पर ह� डटेा के �स�ंकरण क� अनमु�त देता है।

    • सहम�त को स�ूचत, �प�ट और �व�श�ट होना चा�हए।

    • हालां�क, कुछ प�रि�थ�तय� म�, �यि�तगत डटेा को सहम�त के �बना ससंा�धत �कया जा सकता है। इनम� शा�मल ह�: (i) य�द रा�य �वारा �कसी �यि�त को लाभ �दान करने के �लए आव�यक हो, (ii) काननूी काय�वाह�, (iii) �च�क�सा आपातकाल के समय।

    डटेा संर�ण �ा�धकरण:

    • �वधेयक एक डटेा संर�ण �ा�धकरण �था�पत करता है जो: (i) �यि�तय� के �हत� क� र�ा के �लए कदम उठाएगा, (ii) �यि�तगत डटेा के द�ुपयोग को रोकेगा, और (iii) �वधेयक का अनपुालन स�ुनि�चत करेगा।

    • इसम� एक अ�य� और छह सद�य शा�मल ह�गे, जो डटेा सरु�ा और सचूना �ौ�यो�गक� के �े� म� कम से कम 10 साल क� �वशषे�ता का अनभुव रखत ेह�गे। �ा�धकरण के आदेश� को एक अपील�य �याया�धकरण म� अपील क� जा सकती है। ���यनूल से अपील स�ुीम कोट� म� जाएगी।

    भारत के बाहर डटेा का �थानांतरण:

    • संवेदनशील �यि�तगत डटेा को �स�ंकरण के �लए भारत से बाहर �थानांत�रत �कया जा सकता है य�द कुछ अ�त�र�त शत� के अधीन �यि�त �वारा �प�ट �प से सहम�त द� जाती है, । हालां�क, इस तरह के सवेंदनशील �यि�तगत डटेा को भारत म� स�ंह�त �कया जाना चा�हए।

    • सरकार �वारा मह�वपणू� �यि�तगत डटेा के �प म� अ�धस�ूचत कुछ �यि�तगत डटेा को केवल भारत म� ह� संसा�धत �कया जा सकता है।

    छूट (अपवाद):

    • क� � सरकार अपनी �कसी भी एज�सी को अ�ध�नयम के �ावधान� से छूट दे सकती है: (i) रा�य क� सरु�ा, साव�ज�नक �यव�था, भारत क� स�ंभतुा और अखडंता और �वदेशी रा�य� के साथ म�ैीपणू� संबंध� के �हत म�, और (ii) उपरो�त मामल� से सबं�ंधत �कसी भी स�ेंय अपराध को �कये जाने के उकसावे को रोकने के �लए (यानी �गर�तार� वारंट के �बना)।

    • कुछ अ�य उ�दे�य� जसेै: (i) रोकथाम, जांच, या �कसी अपराध के अ�भयोजन, या (ii) �यि�तगत, घरेल,ू या (iii) प�का�रता �योजन� के �लए �यि�तगत डटेा के �स�ंकरण को भी �बल के �ावधान� से

  • छूट द� गई है। हालां�क, इस तरह के �स�ंकरण कुछ सरु�ा सरु�ा उपाय� के साथ एक �व�श�ट, �प�ट और वधै उ�दे�य के �लए होना चा�हए।

    अपराध:

    • �बल के तहत अपराध� म� शा�मल ह�: (i) �बल के �ावधान� उ�लंघन करत ेहुए �यि�तगत डटेा को संसा�धत करना या �थानांत�रत करना, (ii) डटेा ऑ�डट करने म� �वफलता।

    • सहम�त के �बना पहचान �कए गए �यि�तगत डटेा क� पनु: पहचान और �स�ंकरण दंडनीय है।

    सरकार के साथ गैर-�यि�तगत डटेा साझा करना:

    • क� � सरकार डटेा �यासी को �न�न�ल�खत को �दान करने के �लए �नद��शत कर सकती है: (i) गैर-�यि�तगत डटेा और (ii) सेवाओ ंके बेहतर ल�यीकरण के �लए अनाम �नजी डटेा (जहाँ डटेा ���ंसपल क� पहचान करना संभव नह�ं है)।

    अ�य काननू� म� सशंोधन:

    • �वधेयक �नजी डटेा क� सरु�ा म� �वफलता के �लए कंप�नय� �वारा देय मआुवजे से सबं�ंधत �ावधान� को हटाने के �लए सचूना �ौ�यो�गक� अ�ध�नयम, 2000 म� सशंोधन करता है।

    �चतंाय�:

    डटेा सरं�ण �ा�धकरण:

    • डाटा �ोटे�शन अथॉ�रट� ऑफ इं�डया के स�ंवधान के बारे म�, �ा�ट �बल म� �सफा�रश क� गई थी �क इस �ा�धकरण म� ऐसे लोग शा�मल होने चा�हए जो �वत�ं ह�, जो लोग �हतधारक� के ��त�न�ध ह� और साथ ह� कुछ सरकार� ��त�न�ध ह�।

    • हालां�क, नया �बल केवल सरकार� ��या�शय� क� �सफा�रश करता है, िजससे सरकार को अपने कामकाज म� बहुत अ�धक छूट �मलती है। यह देखत ेहुए �क सरकार� एक �मखु �हतधारक ह� और डटेा का द�ुपयोग कर त�काल�न सरकार� �वारा भी �वधेयक के मलू उ�दे�य से �वचलन सभंव है।

    सहम�त क� आव�यकता को दर�कनार:

    • स�ुीम कोट� के सेवा�नव�ृ �यायाधीश बी.एन. �ीकृ�ण ने कहा है �क वत�मान काननू इसक� �सफा�रश के अन�ुप नह�ं है, �य� �क �कसी भी �यि�त क� सहम�त के �बना कोई डटेा ससंा�धत नह�ं �कया जाना चा�हए।

    सरकार को �वाय�ता:

    • यह �वधेयक कई प�र��य� म� सरकार को �वाय�ता �दान करता है।

    • वत�मान �बल के तहत सरकार �यि�तय� को �ोफाइल कर सकती है और कई तर�क� से डटेा का द�ुपयोग कर सकती है। इस जानकार� को �कसी �यि�त क� सहम�त के �बना ए�सेस �कया जा सकता है िजसका उपयोग लोग� के �खलाफ ष�य�ं करने और उ�ह� आरो�पत करने म� �कया जा सकता है।

  • सरु�ा उपाय� का अभाव:

    • �बल का मसौदा तयैार करने वाल� स�म�त �वारा सझुाए गए सभी सरु�ा उपाय �बल का �ह�सा नह�ं ह�।

    �नजता के अ�धकार के �स�धांत के �खलाफ:

    • भारत के सव��च �यायालय ने �यायम�ूत� के.एस. प�ुटा�वामी (सेवा�नव�ृ) बनाम य�ूनयन ऑफ इं�डया केस म� माना है �क �नजता का अ�धकार अन�ुछेद 21 के तहत जीवन और �यि�तगत �वत�ंता के अ�धकार के आतं�रक भाग के �प म� और स�ंवधान के भाग III �वारा गारंट�कृत �वत�ंता के �ह�से के �प म� सरं��त है।

    • ऐसी �चतंाएं ह� �क �वधेयक अपने मौजदूा �व�प म� इस मामले म� तय �कए गए कुछ �स�धांत� के �खलाफ है और इसे उ�चतम �यायालय म� चनुौती द� जा सकती है।

    अ�त�र�त जानकार�:

    • जनरल डटेा �ोटे�शन रेगलेुशन (ईय)ू (जीडीपीआर) यरूोपीय सघं (ईय)ू और यरूोपीय आ�थ�क �े� (ईईए) के सभी �यि�तगत नाग�रक� के �लए डटेा सरं�ण और गोपनीयता पर यरूोपीय सघं के काननू� म� शा�मल �कया गया एक �व�नयमन है।

    सामा�य अ�ययन 3

    कृ�ष

    स�मेलन म� �कसान� ने खेती के �थानीय तर�क� पर �काश डाला

    संदभ�:

    • भारत म� कृ�ष संकट और जनजातीय सकंट क� प�ृठभ�ूम म� राज�थान के बांसवाड़ा म� “�ाइबल �वराज और सं�भतुा स�मेलन (सोवा�न�ट� कॉ��लेव) आयोिजत �कया गया।

    �ववरण:

    • द��णी राज�थान के जनजातीय �े� के �कसान� ने इस काय��म म� �थानीय कृ�ष प�ध�तय� को बचाने के साथ-साथ वषा� जल सचंयन, मदृा सरं�ण और औषधीय पौध� क� खेती के अपने �यास� को उजागर �कया।

    • यह आयोजन �थायी खेती और वन, भ�ूम और बीज� क� सरु�ा पर क� ��त है।

    आगे क� राह:

    पारंप�रक तर�क� पर जोर:

  • • �ाकृ�तक वषा� आधा�रत कृ�ष तकनीक� क� र�ा के �लए नए �सरे से जोर देने से गरै-उपजाए पौि�टक भोजन को बचाने और आ�दवासी �कसान� को आ�म�नभ�र बनाने म� मदद �मलेगी।

    • आ�दवा�सय� के पास भोजन इक�ठा करने, पहाड़ी खेती, पशपुालन, �म और ह�त�श�प पर �ान का एक "�वशाल भडंार" है।

    • �थायी �प से उ�पा�दत �व�थ और सां�कृ�तक �प से उपय�ुत भोजन �ा�त करने के �लए आ�दवासी �कसान� को अपने �वय ंके भोजन और कृ�ष �णा�लय� को प�रभा�षत करने के �लए �ो�सा�हत �कया जाना चा�हए।

    �थायी कृ�ष:

    • भारत म� जल संकट को �यान म� रखत ेहुए जल सचंयन के पारंप�रक तर�क� को बहाल करने के �लए एक साम�ूहक �ि�टकोण पर जोर �दया जाना चा�हए।

    • पया�वरण पर क�टनाशक� के हा�नकारक �भाव� और �कसान� पर आ�थ�क बोझ को देखत ेहुए, एक�कृत क�ट �बंधन के अ�धक �कफायती और पया�वरण के अनकूुल �ि�टकोण क� उपल�धता को देखत ेहुए क�टनाशक� के उपयोग को कम करना चा�हए।

    • अ�धक दधू के �लए दधुा� पशओु ंके ट�काकरण के हा�नकारक �भाव� पर �काश डालने वाले अ�ययन� के साथ-साथ पशपुालन म� पारंप�रक �थाओ ंको बनाए रखने क� आव�यकता है।

    • गोबर जसैी �थानीय �प से उपल�ध साम�ी का उपयोग उव�रक के �प म� करना चा�हए।

    आ�थ�क �प से परूक �यव�था:

    • �कसान� को पा�र��मक म�ूय स�ुनि�चत करने और सरकार के �लए राज�व उ�प�न करने के �लए �े� क� पारंप�रक फसल� का पेट�ट कराया जाना चा�हए।

    �वके���कृत समदुाय सचंा�लत �ि�टकोण:

    • �ाम पंचायत� को �वक� ��कृत �ि�टकोण के बाद सरकार के ह�त�ेप के �बना पारंप�रक कृ�ष �णा�लय� को पनुज��वत करना चा�हए। इस �दशा म� म�ुत �न�ध का उपयोग मदद कर सकता है। यह �ि�टकोण �कसी �वशषे �े� क� �वशषे ज�रत� को परूा कर सकता है।

    व�ैा�नक ह�त�ेप के �लए गुंजाइश:

    • पारंप�रक तर�क� को बनाए रखत ेहुए �कसान कुछ व�ैा�नक नवो�मेष के साथ उ�ह� परूक बना सकत ेह�। उ�ह� पहले �म�ट� पर��ण को अपनाने पर �वचार करना चा�हए और फसल� क� बवुाई से पहले अनपुि�थत पोषक त�व� के �लए �यास करना चा�हए।

    • कृ�ष उ�पाद� के �वपणन के �लए �कसान सगंठन� के गठन से �कसान� को बेहतर म�ूय �मलेगा।

  • एक�कृत �वकास:

    • भ�ूम �रण, सामदुा�यक वा�नक�, कुपोषण म�ुत जनजातीय �वकास, सामदुा�यक बीज �बधंन, च��य अथ��यव�था, बाल �म और �वास और आ�दवासी समदुाय� के सश�तीकरण के �लए �ाम सभा के मह�व के म�ुद� म� एक एक�कृत �ि�टकोण क� आव�यकता है।

    सामा�य अ�ययन 3

    अवसंरचना

    तीन लाख �ामीण बि�तय� म� पेयजल क� आप�ूत� अ�नय�मत

    संदभ�:

    लोकसभा म� जल शि�त मं�ालय �वारा ��ततु आकंड़।े

    प�ृठभ�ूम:

    • ��येक �ामीण घर क� घरेल ूज�रत� को परूा करने के �लए, जल जीवन �मशन (JJM) अग�त-2019 म� श�ु �कया गया है, िजसका उ�दे�य क� � और रा�य� के बीच सम�वय �वारा 2024 तक 55 lpcd (ल�टर ��त �यि�त ��त�दन) के �तर पर घरेल ूनल कने�शन (FHTC) के मा�यम से पीने यो�य पानी उपल�ध कराना है। ।

    • रा���य �ामीण पेयजल काय��म (NRDWP) का उ�दे�य ��येक �ामीण �यि�त को पीने, खाना पकाने और अ�य ब�ुनयाद� घरेल ूज�रत� के आधार पर पानी क� �यनूतम गणुव�ा मानक के साथ पया��त सरु��त पानी उपल�ध कराना है, जो आसानी से हर समय और सभी ि�थ�तय� म� सलुभ होना चा�हए।

    रा���य �ामीण पेयजल काय��म के �लए क� � और रा�य/ क� �शा�सत �देश� के बीच �न�ध-साझाकरण, एक क� � �ायोिजत काय��म के तौर पर क� � शा�सत �देश� के �लए 100%, �हमालयी और पवू��र रा�य� के �लए 90:10 और अ�य रा�य� के �लए 50:50 के अनपुात म� �कया जाना �नधा��रत �कया गया है। इसम� �व�व ब�क से �ा�त सहायता भी शा�मल है।

    • आस��नक और �लोराइड �भा�वत 27,544 �चि�हत �ामीण बि�तय� को सरु��त पेयजल उपल�ध कराने के �लए रा���य जल गणुव�ा उप-�मशन श�ु �कया गया।

    �ववरण और �चतंाएं:

    • देश भर म� तीन लाख से अ�धक �ामीण बि�तय� को सरकार के �यनूतम �नधा��रत �ावधान से ��त �दन 40 ल�टर ��त �यि�त (पीने का पानी) पीने के पानी क� �यनूतम गणुव�ा से व�ंचत रखा जाता है।

  • • मं�ालय ने उ�लेख �कया �क उ�चत दरू� पर मौजदू �ोत� के साथ �यनूतम 40 lpcd क� उपल�धता का �ावधान था। यह जल जीवन �मशन म� प�रकि�पत काया��मक घरेल ूनल कने�शन (FHTC) क� अवधारणा के अन�ुप नह�ं है।

    • राज�थान, पि�चम बगंाल, असम इस स�ुवधा से व�ंचत होने वाले रा�य� क� सचूी म� शीष� �थान पर है जहां कवरेज गणुव�ा के म�ुद� का सामना कर रहा है या कम आप�ूत� क� सम�या से पी�ड़त है। �बहार, पंजाब, कना�टक, त�मलनाडु और उ�राखडं अ�य रा�य ह�, जो इस सम�या से जझू रहे ह�।

    सामा�य अ�ययन 2

    अतंरा����य स�ब�ध

    इं�डयन ओ�सयन �रम एसो�सएशन (IORA) के रा��� को इंडो-प�ैस�फक के �लए एक समान �ि�टकोण अपनाना चा�हए

    संदभ�:

    इंडो-प�ैस�फक �े� म� भागीदार� पर �वदेश म�ंालय के '�द�ल� सवंाद' म� �वदेश म�ंी का सबंोधन।

    �ववरण:

    • यह सबंोधन इंडो-प�ैस�फक �े� म� वत�मान प�र��य और भ�व�य क� सभंावनाओ ंसे सबं�ंधत है।

    • गौरतलब है �क, हालां�क '�द�ल� डायलॉग' स�मेलन म� भारत के �वाड (4 का समहू) भागीदार�, अमे�रका, ऑ��े�लया और जापान के ��तभा�गय� ने भाग �लया था, �ी जयशकंर ने इंडो-प�ैस�फक रणनी�त को �वाड �यव�था से अलग रखने के सरकार के उ�दे�य के अन�ुप अपने सबंोधन म� �वाड का कोई उ�लेख नह�ं �कया।

    �चतंाय�:

    • इंडो-प�ैस�फक सम�ु� �े� म� साझदेार� बनाने म� सम�याओ ंम� से एक यह है, �क भारत तक �शांत �े� क� भौगो�लक सीमा" क� अवधारणा पर आम सहम�त क� कमी थी।

    • जब�क अमे�रका जसेै देश इंडो-प�ैस�फक को भारतीय उपमहा�वीप तक �व�ता�रत �प म� प�रभा�षत करत ेह�, जब�क भारत और जापान जसेै साझदेार इसके �व�तार को अ��का तक बढ़ात ेह�।

    • पवू� ए�शया �शखर स�मेलन और आ�सयान �े�ीय मचं जसेै तं� क� तलुना म� �ह�द महासागर तट�य �े� सघं (IORA) के अपवाद के अलावा भारत के पि�चम म� भारत-�शांत �े� म� इस तरह के ऐसे �कसी संगठन क� कमी है, िजसका �व�तार परेू �े� म� फैला हो।

  • आगे क� राह:

    �े� के �लए �ि�टकोण:

    • �हदं महासागर �े� (IORA) देश� को इस �े� और इसके लोग� के �लए एक सामा�य �ि�टकोण �वक�सत करने पर काम करना चा�हए।

    • इस �े� के �लए �ि�ट यह स�ुनि�चत करने के माग�दश�क �स�धांत पर आधा�रत होनी चा�हए �क �े� सं�भतुा, समानता और एक �नयम-आधा�रत �णाल� के मापदंड� के भीतर सभी के साथ समावेशी भागीदार� के �लए खलुा और �वत�ं बना रहे।

    कनेि�ट�वट� म� व�ृ�ध:

    • बेहतर भारत-�शांत साझदेार� के �नमा�ण के �लए कनेि�ट�वट� एक बड़ी चनुौती है, और �वकास प�रयोजनाओ ंके �व�तार को बढ़ाने क� पहल को तजे �कया जाना चा�हए।

    व�ैा�नक पहल:

    • IORA के �लए एक ��ड चलै�ज �क�म स�हत 100 पो�ट-डॉ�टरेट �व�वान� के �लए फेलो�शप योजना; एक दसूरे के महासागर�य अनसुधंान जहाज� पर आपसी भागीदार�; आ�द पहल� पर �वचार �कया जाना चा�हए।

    • भारत जसैी �े�ीय शि�तय� को भारत म� कम लागत, कम ऊजा� खपत वाल� �वलवणीकरण स�ुवधाओ ंक� मौजदूा तकनीक� को साझा करने पर �वचार करना चा�हए, जो �वशषे �प से �वीपीय देश� के �लए उपयोगी हो सकता है।

    सम�ु� सरु�ा:

    • इस �े� म� एक बड़ी चनुौती सम�ु� सरु�ा है।

    • सभी सद�य देश� को सम�ु� डोमेन डटेा साझा करने के �लए एक साथ काम करने क� आव�यकता है ता�क यह स�ुनि�चत हो सके �क सम�ु� सरु�ा समान �प से मजबतू हो।

    सामा�य अ�ययन 2

    अतंरा����य स�ब�ध

    ‘भारत के साथ सरु�ा सबंधं एक �ाथ�मकता है, ले�कन चीन अवसरंचना के �े� म� सहायक है’:मालद�व

    संदभ�:

    मालद�व के �वदेश म�ंी अ�द�ुला शा�हद का सा�ा�कार

  • �ववरण:

    • मालद�व के �वदेश मं�ी ने चार साल म� होने वाले पहले भारत-मालद�व सयं�ुत आयोग के �लए अपने समक� एस.जयशकंर से मलुाकात क�।

    • मं�ी ने कहा है �क �वकास प�रयोजनाओ ंपर भारत-मालद�व के ��वप�ीय सबंधं बहुत ह� तजेी से आगे बढ़ रहे ह�।

    भारत-मालद�व सबंधं:

    • 2015 के बाद से, दोन� देश� के बीच बातचीत क� औपचा�रक ���या के तहत भारत-मालद�व ने एक संय�ुत आयोग क� बठैक नह�ं क� है। यामीन सरकार के काय�काल म� दोन� देश� के बीच कई अनबन हुई।

    भारत क� �वकासा�मक सहायता:

    • नई सरकार के गठन के बाद से, भारत ने $ 8,000 �म�लयन क� �े�डट लाइन के अलावा बजट�य समथ�न म� $ 1.4 �ब�लयन क� घोषणा क� है।

    • भारतीय सहायता म� छोट� �वकास प�रयोजनाओ ं(एसडीपी) और बड़ी ब�ुनयाद� ढांचा प�रयोजनाओ ंदोन� पर �यान क� ��त �कया गया है। �यापक सामािजक �भाव वाल� प�रयोजनाओ ंपर �यान क� ��त �कया गया है। �वीप पर भारत �वारा सहायता �ा�त एक क�व�शन स�टर के साथ-साथ लोग� क� आजी�वका के �लए म��य �स�ंकरण प�रयोजनाओ ंको भी शा�मल �कया है।

    र�ा सहायता:

    • दोन� के बीच सरु�ा सबंधं दशक� से जार� ह�। भारत और मालद�व क� भौगो�लक ि�थ�त के अनसुार मालद�व क� �व�रत सहायता के �लए भारत क� अवि�थ�त सव��म है।

    • भारत के पास साधन और �थान है, ले�कन यह मालद�व के ��त उदार भी है, जो वा�तव म� सरु�ा संबंध� को एक वा�त�वकता बनाता है।

    चीन कारक:

    • चीन के ह�त�ेप ने �े� क� भ-ूराजनी�त को बदल �दया है। माले बदंरगाह म� चीनी य�ुधपोत क� डॉ�कंग, भारत म� गहर� असरु�ा पदैा करती है।

    • चीन ने मालद�व को कज� के जाल म� फंसाने के �लए आवास और ब�ुनयाद� ढांचा प�रयोजनाओ ंम� �नवेश �कया है। चीनी ऋण और प�रयोजनाओ ंको र�द करने, चीन के साथ एफट�ए को र�द करने और ऋण के पनुग�ठन के �लए घरेल ू�तर पर मांग क� जा रह� है।

    �हदं महासागर �े� म� मालद�व क� भ�ूमका:

  • • �े� के सभी प�� को यह स�ुनि�चत करने क� आव�यकता है �क �हदं महासागर का �े� शां�तपणू� रहे, जो मालद�व क� ि�थरता के �लए आव�यक है। य�द �हदं महासागर म� देश ��त�व�ं�वता करत ेह�, तो मालद�व को नकुसान होगा।

    • मालद�व एक बड़ा महासागर�य रा�य है, िजसम� भ�ूम क� तलुना म� महासागर�य �े� अ�धक ह�। इसके �लए ने�वगेशन क� �वत�ंता, इंडो-प�ैस�फक रणनी�त क� समावेशी अवधारणा सव�प�र है।

    लोग� से लोग� के संबधं:

    • लोग� के बीच आपसी सपंक� करने के �लए बढ़ावा देने के �लए भारत मालद�व को एक अतंरा����य ��केट रा�� के �प म� देखने का इ�छुक है और मालद�व म� एक ��केट �टे�डयम का �नमा�ण कर रहा है।

    सामा�य अ�ययन 3

    अथ��यव�था

    भारत के UPI का अनसुरण करे अमे�रक� फेडरल �रजव�: गगूल

    संदभ�:

    गूगल �वारा भारत क� एक�कृत भगुतान इंटरफ़ेस �णाल� (UPI) क� सराहना

    प�ृठभ�ूम:

    • नेशनल पेम��स कॉरपोरेशन ऑफ इं�डया (NPCI) ने 2016 म� एक �रयल टाइम भगुतान �णाल� य�ूनफाइड पेम�ट इंटरफेस (UPI) क� श�ुआत क�।

    UPI क� �वशषेताएं:

    • सबसे पहले, UPI एक इंटरब�क �ांसफर �स�टम है [श�ु म� भाग लेने वाले 9 ब�क� के साथ श�ु होने के बाद अब 140 से अ�धक सद�य ब�क ह�]।

    • दसूरा, यह एक �रयल टाइम �णाल� है।

    सफलता:

    • UPI को योजनाब�ध तर�के से �डजाइन �कया गया था और इसके �डजाइन के मह�वपणू� पहलओु ंने इसक� सफलता स�ुनि�चत क�।

  • • केवल तीन वष� के बाद, UPI के मा�यम से �वा�हत होने वाले लेनदेन क� वा�ष�क दर भारत के सकल घरेल ूउ�पाद का लगभग 10% है, िजसम� 800 �म�लयन मा�सक लेनदेन शा�मल ह�, िजसक� क�मत $ 19 �ब�लयन है।

    • इं�डया �डिजटल पेम��स �रपोट� - Q3 2019 ’नामक नवीनतम व�ड�लाइन �रपोट� के अनसुार, भारत म� Q-3 2019 म� यपूीआई लेनदेन क� कुल मा�ा 2.7 �ब�लयन हो गई, जो एक साल पहले क� तलुना म� 183% क� व�ृ�ध �दखाती है। म�ूय म�, UPI ने 4.6 ���लयन डॉलर क� व�ृ�ध दज� क�, जो �क Q-3 2018 क� तलुना म� 189% �यादा है।

    • हाल ह� म� एसोचमै-पीड�लसूी के एक अ�ययन के अनसुार, 2023 म� भारत म� �डिजटल भगुतान 2023 म� $ 64.8 �ब�लयन से $ 135.2 �ब�लयन हो जाएगा, िजसम� वा�ष�क व�ृ�ध 20.2% होगी।

    �ववरण:

    • भारत क� य�ूनफाइड पेम��स इंटरफेस (UPI) क� �शसंा करत ेहुए गगूल ने यएूस फेडरल �रजव� बोड� को �लखा है �क 'FedNow' के �नमा�ण के �लए भारत म� UPI- आधा�रत �डिजटल भगुतान के सफल उदाहरण का अनसुरण कर� –

    • गूगल ने भारत के �डिजटल भगुतान बाजार से अपने सबक सीखने के बाद कहा, उसने फेड �रजव� को "�रयल टाइम कम लागत वाले और उ�च म�ूय भगुतान का समथ�न करने, �व�ता�रत मेटाडटेा के साथ मानक�कृत मसेैिजगं �ोटोकॉल का उपयोग करने, और �प�ट मानक �दान करने के �लए �व�श�ट सझुाव �दए। एक एि�लकेशन �ो�ा�मगं इंटरफ़ेस (एपीआई) �तर, जो लाइस�स �ा�त गरै-�व�ीय सं�थान को इस भगुतान �णाल� म� आवेदन करने म� स�म बनाती है।

    सामा�य अ�ययन 2

    राज�यव�था और शासन

    पवू��र �य� उबाल पर है?

    संदभ�:

    असम, ��परुा और मेघालय रा�य� म� नाग�रकता (सशंोधन) अ�ध�नयम, 2019 पर �वरोध जार� है।

    प�ृठभ�ूम:

    ● नाग�रकता (संशोधन) अ�ध�नयम, 2019 �वधेयक 11 �दसबंर को रा�यसभा �वारा पा�रत �कया गया था और भारत के रा��प�त ने 12 �दसबंर को इस पर अपनी सहम�त दे द� ।

    ● नाग�रकता (संशोधन) अ�ध�नयम, 2019 के �खलाफ �हसंक �वरोध �दश�न हुए ह�।

  • ● कुछ रा�य� को अ�ध�नयम के दायरे से बाहर रखा गया, जो छठ� अनसुचूी और इनर लाइन पर�मट (ILP) �णाल� के तहत तीन देश�, बां�लादेश, अफगा�न�तान और पा�क�तान के �हदंओु ंऔर अ�य गैर-मिु�लम अ�पसं�यक� को नाग�रकता �दान कर�गे, ले�कन इस �े� क� जातीय �व�वधता के �लए इसका �या अथ� होगा, इस बारे म� आम लोग� के मन म� बेचनैी है।

    ●, उदाहरण के �लए, असम म� पय�वे�क� का कहना है �क अस�मया बोलने वाल� ��मप�ु घाट� और बंगाल� भाषी बराक घाट� के बीच �वभाजन गहरा होने क� सभंावना है; और ��परुा म� आ�दवा�सय� और बंगाल� भाषी बहुस�ंयक� के बीच सबंधं� को नकुसान होगा।

    ● इस संशोधन के �नयम िजसके तहत �हदं ूऔर अ�य अ�पस�ंयक� को राज�मा �मल सकती है, अभी तक �न�द��ट नह�ं �कए गए ह�।

    �ववरण:

    असम:

    इ�तहास:

    ● 1979 और 1985 के बीच, ऑल असम �टूड��स य�ूनयन (AASU) और ऑल असम गण स�ंाम प�रषद ने अवधै घसुप�ैठय� के �खलाफ एक आदंोलन चलाया, िजसके कारण यनूाइटेड �लबरेशन �ंट स�हत �व�भ�न सगंठन� को �यापक �हसंा और उ�वाद का सामना करना पड़ा।

    ● हजार� लोग� क� जान जाने के बाद, असम समझौत ेपर 1985 म� ह�ता�र �कए गए थे िजसका उ�दे�य अस�मया लोग� क� दो �मखु �चतंाओ ंको दरू करना था: बां�लादेश से "बाह�रय�" को रोकना और अस�मया नाग�रक� के �लए कुछ संवधैा�नक सरु�ा उपाय �दान करना।

    ● सबसे पहले, नाग�रक� को नाग�रकता हा�सल करने क� कट-ऑफ तार�ख 25 माच�, 1971 को �नधा��रत क� गई थी, हालां�क, श�ु म�, आदंोलन के नेता चाहत ेथे �क अवधै �वा�सय� को रा���य नाग�रक रिज�टर 1951 के अनसुार �न�का�सत कर �दया जाए; आदंोलन के नेताओ ंने 1967 क� कट-ऑफ �त�थ क� भी बात कह� थी; और समझौत ेके खडं 6 म� कहा गया है �क "सवंधैा�नक, �वधायी और �शास�नक सरु�ा उपाय, लाग ूह�गे, जो अस�मया लोग� क� सां�कृ�तक, सामािजक, भाषाई पहचान और �वरासत क� र�ा और सरं�ण के �लए �दान �कए जाएंगे।"

    छठ� अनसुचूी के तहत सरं�ण:

    ● CAA, 2019, एक नया उप-धारा 6B सि�म�लत करत ेहुए, तीन देश� के �हदं ूऔर अ�य गरै-मिु�लम अ�पसं�यक� को नाग�रकता के अ�धकार �दान करने के �ावधान� को सचूीब�ध करत ेहुए कहता है, "इस खंड म� कोई भी आ�दवासी �े� पर लागू नह�ं होगा [s] असम, मेघालय, �मजोरम या ��परुा जसैा �क सं�वधान क� छठ� अनसुचूी म� शा�मल है और बगंाल पवू� सीमा �नयमन, 1873 के तहत अ�धस�ूचत 'इनर लाइन' के तहत आने वाला �े� शा�मल है।

    ● छठ� अनसुचूी आ�दवासी �े�� म� �वाय� िजला प�रषद� के गठन क� अनमु�त देती है: असम (तीन), मेघालय (तीन), �मजोरम (तीन) और ��परुा (एक) - पवू��र म� सभी 10।

  • ● इस �कार असम म�, काब� आगंल�ग �वाय� प�रषद (काब� आ�ंल�ग िजला के �लए), द�मा हसाओ �वाय� प�रषद (द�मा हसाओ या त�काल�न उ�र कछार �ह�स िजले के �लए) और बोडोल�ड �ादे�शक प�रषद (बोडोल�ड �ादे�शक �े� िजला) ह�। । इन �े�� को अ�ध�नयम के दायरे से छूट द� गई है।

    CAA के साथ �चतंा:

    ● एएएसय ूने भारत के सव��च �यायालय म� एक या�चका दायर क� है िजसम� अ�ध�नयम को चनुौती द� गई है �क यह असम समझौत ेका उ�लंघन करता है।

    ● 2011 क� जनगणना के अनसुार, असम क� आबाद� 3.12 करोड़ है, िजसम� 61.47% �हदं ूऔर 34.22% मिु�लम ह�। बोडो और अ�य लोग� म� लगभग 12.44% आबाद� आ�दवासी है। पवू��र के जनजातीय रा�य� को असम के �वपर�त ILP �णाल� के साथ CAA से सरु�ा �मल� हुई है।

    ��परुा:

    इ�तहास:

    ● उ�वाद कम होने के बाद 2015 म� ��परुा सरकार ने सश�� बल (�वशषे अ�धकार) अ�ध�नयम या AFSPA को र�द कर �दया।

    ● AFSPA, जो 1997 से रा�य म� लाग ूथा, ��परुा आ�दवासी �े�� �वाय� िजला प�रषद के चनुाव� के बाद �नर�त कर �दया गया था। यह आ�दवासी दल� क� लबें समय से क� जा रह� मांग थी, जसेै �क इं�डिजनस नेशन�ल�ट पाट� ऑफ ��परुा और इं�डिजनस पीप�ुस �ंट ऑफ ��परुा।

    ● नाग�रकता (संशोधन) �वधेयक के पा�रत होने के बाद कम से कम चार िजल� म� �वरोध �दश�न श�ु हो गया।

    CAA के साथ �चतंा:

    ● लगभग 36 लाख क� आबाद� वाले ��परुा के लगभग 32% लोग आ�दवासी ह�।

    ● कुछ वग� ने इस त�य पर �यान �दया है �क रा�य म� �वा�सय� क� स�ंया बढ़ गयी है, पहले पवू� पा�क�तान से और बाद म� बां�लादेश से। अब, बगंाल� भाषी आबाद� ��परुा म� बहुमत म� है और रा�य के मामल� को �भा�वत करती है। यहाँ अशां�त क� आशकंा वा�त�वक और �यापक �प से �े� के सभी रा�य� म� होती है।

    मेघालय:

    ● छठ� अनसुचूी के कारण मेघालय का अ�धकांश भाग CAA से सरु��त है - राजधानी �शलांग के कुछ �े� हालां�क इस दायरे से बाहर ह�। ले�कन रा�य म� ILP का �व�तार करने क� मांग है।

    ● �दश�नकार� चाहत ेह� �क रा�यपाल एक ��ता�वत अ�यादेश को अपना समथ�न द�, जो रा�य म� आईएलपी के तहत बाहर� लोग� के �लए अ�नवाय� पजंीकरण क� मांग करता है।

  • म�णपरु:

    ● 1950 म� म�णपरु से ILP र�द कर �दया गया।

    ● रा�य सरकार के तीन �वधेयक� के मा�यम से इसे पनुः लाग ूकरने के �यास� के कारण 2015 म� आ�दवा�सय� �वारा �हसंक �वरोध �दश�न हुए।

    ● म�ुयमं�ी एन बीरेन �सहं ने 2018 म� इस �वचार को �फर रखा और म�णपरु पीप�ुस �ोटे�शन �बल, आ�दवा�सय� स�हत सभी �हतधारक� के साथ परामश� के बाद पा�रत �कया गया।

    ● ILP बंगाल पवू� सीमा �नयमन, 1873 के तहत बाहर� लोग� क� रा�य के भीतर क� या�ा को �नयं��त करता है। यह अब तक तीन पवू��र रा�य� अ�णाचल �देश, �मजोरम और नागाल�ड म� लाग ूथा, ले�कन हाल ह� म�, म�णपरु भी ILP शासन के अतंग�त लाया गया।

    ● 2011 क� जनगणना के अनसुार, म�णपरु क� जनस�ंया 28.56 लाख है, िजसम� 41.39% �हदं ूऔर 41.29% ईसाई और तांगखलु नागा और कूक� स�हत यह अ�य जनजा�तय� का �े� है।

    नागाल�ड:

    ● नागाल�ड, द�मापरु, रा�य का वा�णि�यक क� � जो ILP के बाहर था, को इसके दायरे म� लाया गया।

    ● द�मापरु म� गैर-आ�दवा�सय� क� बड़ी आबाद� है।

    ● नागाल�ड सरकार क� अ�धसचूना म� कहा गया है �क ��येक गरै-�थानीय �यि�त जो 21 नवबंर, 1979 को या उसके बाद द�मापरु म� बस गया या �वेश कर गया, उसे 90 �दन� के भीतर ILP �ा�त करना होगा। अब जब द�मापरु भी "आ�दवासी बे�ट" बन गया है, तो अब नागाल�ड के सभी 12 िजले ILP के अधीन ह�।

    ● �पछले साल असम म� नाग�रक� के रा���य रिज�टर को अपडटे �कया जा रहा था, नागाल�ड �ाइ�स काउं�सल, �ाइबल होहोस और नाग�रक सगंठन� के एक समहू ने औप�नवे�शक यगु के काननू (बगंाल पवू� सीमावत� �व�नयमन 1873) म� बदलाव लाने के �लए रा�य सरकार से या�चका दायर क� थी। परेू रा�य को बाहर� लोग� से "�वदेशी लोग�" क� र�ा करने के �लए ILP के तहत, िजसम� बां�लादेश से "अवधै �वासी" भी शा�मल ह�।

    सामा�य अ�ययन 2

    राज�यव�था और शासन

    तकनीक� �द�गज� पर �नगरानी

    संदभ�:

    अमेजन, गगूल, फेसबकु और ए� पल को अमे�रका म� एंट��� ट �ोब का सामना करना पड़ रहा है।

  • प�ृठभ�ूम:

    ● ऑनलाइन �व�ापन बाजार और �बग डटेा क� बढ़ती �ह�सेदार� �वारा सचंा�लत व�ृ�ध के बाद, अमेज़न, ऐ�पल, फेसबकु, और गगूल स�हत �स�लकॉन वलै� के �द�गज� को अब नी�त�नमा�ताओ ं�वारा अकुंश लगाने के �लए उनक� बाजार पर एका�धकार शि�त के �प म� एक अभतूपवू� चनुौती का सामना करना पड़ रहा है।

    ● इन चार टेक फम� से संब�ंधत तनाव के दो �ोत ह� िज�ह�ने परेू अमे�रका, यरूोप और अ�य जगह� पर तनाव पदैा �कया है:

    Ø सबसे पहले वे कई वष� से ��त�पध� ��त�पधा��मक �यवहार म� �ल�त ह�, इस �कार छोटे सभंा�वत ��त�व�ं�वय� को पीछे करके और एक बाजार क� �ह�सेदार� पर पकड़ बना सकत ेह�।

    Ø दसूरे, इस मेटा�टै�टक �वकास के प�रणाम�व�प, अब उनका �पे��म पर राजनी�त, नी�त और �यि�तगत ��त�ठा पर �यापक �भाव है, िजससे इन फम� �वारा डटेा गोपनीयता उ�लघंन� क� ि�थ�त को भयावह बना �दया गया है।

    ● जलुाई 2019 म� यनूाइटेड �टे�स जि�टस �डपाट�म�ट और हाउस �य�ूड�शयर� कमेट� ने गगूल, फेसबकु, अमेज़ॅन और ऐ�पल म� एंट���ट जांच क� घोषणा क�, िजसम� "�वशालकाय तकनीक� �लेटफाम� �वारा आयोिजत बाजार क� शि�त क� शीष�-से-नीचे तक समी�ा" का वादा �कया गया था।

    ● उ�ह�ने तकनीक� �े� म� ��त�पधा� और "अपमानजनक आचरण" और �वशषे �प से "बाजार-अ�णी ऑनलाइन �लेटफाम�" म� एक ��वदल�य जांच क� घोषणा क� है।

    ● अगले कुछ मह�न� म�, 50 अमे�रक� रा�य� और �े�� म� अटॉन�-जनरल ने गगूल और फेसबकु म� एक संय�ुत एंट���ट जांच क� घोषणा क�, और हाउस एंट���ट उपस�म�त ने सभी चार तकनीक� �द�गज� के �लए एक �व�ततृ जानकार� क� मांग क�, िजसम� 10 साल के अ�ध�हण और जांच से संबं�धत अ�य मामल� के �व�ततृ �रकॉड� का अनरुोध �कया गया। ।

    अ�व�वास (एंट���ट) के मामले का पवूा�नमुान:

    ● अमे�रका म� चार तकनीक� फम� के �खलाफ मामल� को सभंवतः शम�न और �लेटन एं�ट��ट अ�ध�नयम� के संभा�वत उ�लघंन� पर क� ��त �कया जाएगा - दो काननू जो फेडरल एंट���ट अ�भयोजन के मलू आधार ह�।

    �लेटन एंट���ट अ�ध�नयम:

    ● 1914 का �लेटन एंट���ट ए�ट, �लेटन ए�ट के साथ सयं�ुत रा�य अमे�रका के एंट���ट काननू का एक �ह�सा था, जो उनक� असगंतता म� ��त�पध�-�वरोधी �थाओ ंको रोकने क� मांग कर रहा था।

    ● अ�ध�नयम अन�ैतक �यावसा�यक �थाओ ंको प�रभा�षत करता है, जसेै �क म�ूय-�नधा�रण और एका�धकार और यह �म के �व�भ�न अ�धकार� का समथ�न करता है।

  • ● �लेटन एंट���ट ए�ट ��त�पध�-�वरोधी �वलय और भेदभावपणू� म�ूय �नधा�रण, और अन�ैतक कॉप�रेट �यवहार के अ�य �प� को ��तब�ंधत करता है।

    शम�न एंट���ट अ�ध�नयम:

    ● 1890 का शम�न एंट���ट ए�ट सयं�ुत रा�य अमे�रका का एक एंट���ट काननू है जो उ�यम� के बीच ��त�पधा� को �नय�ं�त करता है, िजसे ब�जा�मन है�रसन क� अ�य�ता म� कां�ेस �वारा पा�रत �कया गया था।

    ● शम�न अ�ध�नयम मोटे तौर पर (1) ��त�पध�-�वरोधी समझौत� और (2) एकतरफा आचरण पर रोक लगाता है जो एका�धकार या संब�ंधत बाजार पर एका�धकार करने का �यास करता है।

    �चतंाय�:

    अमेज़न:

    ● पारंप�रक खदुरा बाजार� और छोटे �व�ेताओ ंपर इसके ऑनलाइन �ब�� मचं के �वघटनकार� �भाव के प�रणाम�व�प वष� से काननू�वद� और कई देश� म� अमेज़न के क�थत �वरोधी-��त�पध� �थाओ ंपर रोक लगाने के �लए �नयम� पर �वचार �कया गया है।

    ● अ�सर इस बात पर सवाल उठाए गए ह� �क अ�य �व�ेताओ ंको अपनी �व�ापन सेवाओ ंया प�ूत � नेटवक� का उपयोग करने के �लए �या अमेज़ॅन उ�पाद खोज �दश�न� क� र��कंग के �वारा या अ�य �व�ेताओ ंके डटेा का उपयोग करके अपने �वय ंके �ांडडे उ�पाद� को तीसरे प� के �व�ेताओ ंक� तलुना म� अ�धक �मोट करता है ।

    ए�पल:

    ● �सतंबर 2019 म�, अमे�रक� कां�ेस के जांचकता�ओ ंने ए�पल से कंपनी के ऐप �टोर क� नी�तय� पर �काश डालने के �लए द�तावेज� क� मांग क�, �वशषे �प से इस बारे म� �क उस �लेटफ़ॉम� पर Apple कैसे खोज प�रणाम �ा�त करता है, आसपास के ��न ऐ�पल से इन-ऐप खर�दार� से होने वाले राज�व का �ह�सा कैसे �नधा��रत करत ेह�।

    उदाहरण के �लए, टेक पेर�ट �वारा �व-�न�म�त ��त�पध� सेवाओ ंको पेश करने के बाद, य.ूएस., यरूोप और �स म� एपल के क�थत ��तबधं के बारे म� कुछ परै�ट-कं�ो�लगं एि�लकेशन के पीछे उन लोग� ने �नयामक� को �शकायत� दज� क� ह�।

    फेसबकु:

    ● �नयामक� ने पूजंी बाजार� म� फेसबकु के अ�ध�हण पर अपना �यान क� ��त �कया है, उदाहरण के �लए, अमे�रक� संघीय �यापार आयोग (एफट�सी) ने इस बात क� जांच क� �क �या फेसबकु ने कुछ कंप�नय� को सोशल नेटव�क� ग �स�टम म� अपनी �मखु बाजार ि�थ�त को बनाए रखने के �लए र�ा�मक �प से खर�दा है।

  • ● �वशषे �प से, सवाल फेसबकु डटेा 2013 म� खर�दे गए डटेा �व�लेषण फम� ओनावो के साथ फेसबकु के संबंध� पर क� ��त ह�, जो तब संभा�वत ��त�वं��वय� को देखने के �लए सोशल मी�डया �द�गज को क�थत तौर पर मदद करत ेथे।

    गूगल:

    ● गूगल द�ुनया भर म� 90% से अ�धक ऑनलाइन सच� को सभंालता है, इस�लए �नयामक एक माइ�ो�कोप के तहत इसके खोज प�रणाम� के �वतरण को देख रहे ह�।

    ● हाल के वष� म� इस त�य पर �चतंा बढ़ गई है �क गगूल तजेी से उपयोगकता�ओ ंको अपनी साइट� पर अपने ��न� का उ�र देने के �लए भेज रहा है, िजसम� गगूल �लाइट और गगूल म�ैस जसेै उ�पाद शा�मल ह�।

    ● इस �कार, Google खदु को �नयामक� �वारा �नगरानी के अ�दर पाता है, चाहे वह अपने सच� के �भ�ुव का द�ुपयोग कर रहा हो। यरूोपीय सघं ने 2018 म� गगूल पर पहले ह� 5.1 �ब�लयन डॉलर का जमुा�ना लगाया है।

    �ारं�भक पर��ा के �लए ज�र� त�य:

    बे�न ूसे नमनेू एक��त �कये गए

    ● OSIRIS Rex �मशन नासा का पहला �मशन होगा, जो �ु��ह से नमनेू एक� करेगा और प�ृवी पर वापस आएगा। यह �दसबंर 2018 से �ु��ह बे�न ुक� प�र�मा कर रहा है।

    रा���य औष�ध म�ूय �नधा�रण �ा�धकरण (एनपीपीए) ने 12 आव�यक दवाओ ंक� सी�लगं �ाइस बढ़ाई:

    ● रा���य औष�ध म�ूय �नधा�रण �ा�धकरण (एनपीपीए) ने इन दवाओ ंक� उपल�धता स�ुनि�चत करने के �लए साव�ज�नक �वा��य काय��म म� 12 आव�यक �थम-पिं�त उपचार दवाओ ंक� सी�लगं �ाइस म� 50% क� व�ृ�ध क� है।

    ● रा���य औष�ध म�ूय �नधा�रण �ा�धकरण (NPPA) एक सरकार� �नयामक एज�सी है जो भारत म� फामा��य�ूटकल दवाओ ंक� क�मत� को �नय�ं�त करती है। एनपीपीए �नय�मत �प से दवाओ ंक� सचूी और उनक� अ�धकतम सी�लगं �ाइस को �का�शत करता है

    कुछ छोटे-मोटे त�य

    राज�थान क� नई औ�यो�गक नी�त क� �परेखा क� घोषणा

    ● राज�थान ने स�ूम, लघ ुऔर म�यम उ�योग� को बढ़ावा देने के �लए, सबं�ध �व� स�हत कई नवीन उपाय� को श�ु करने के अलावा, एक नई औ�यो�गक नी�त क� �परेखा क� घोषणा क� है, जो

  • �नवेश को आक�ष�त करेगा और वन-�टॉप समाधान और �शकायत� के समय पर �नपटान क� पेशकश करेगा।

    ● नी�त क� "अनठू� �वशषेताएं" रोजगार पदैा करेगी और रा�य के �वकास को ग�त देगी।

    ● 17 �वभाग� क� नई औ�यो�गक इकाइय� के �लए 104 �कार क� अनमु�तयाँ वन-�टॉप �वडंो पर उपल�ध ह�गी।

    ● �बजल�, पानी, �दषूण और राज�व से सबं�ंधत म�ुद� को हल करने के �लए पहले से ह� काय� योजना तयैार क� गई थी।

    ● रा�य सरकार ने रा�य-�तर�य �नया�त परु�कार� क� भी घोषणा क� है, िजसके तहत �व�भ�न �े�णय� म� 30 �नया�तक� का चयन �कया गया है।

    संसद स� उ�पादक, वाद-�ववाद क� गणुव�ा म� सधुार: व�कैया

    ● रा�य सभा का 250वां स� �थ�गत कर �दया गया, और इसम� शत-��तशत उ�पादकता दज� क� गयी।

    ● उपरा��प�त ने अपने वधैा�नक सबंोधन म� कहा �क ऊपर� सदन ने 49 वष� म� सव��े�ठ �दश�न �कया, िजसम� औसत 9.5 तारां�कत ��न ��त�दन मौ�खक �प से पछेू गए और 39% समय �बल पास करने म� �यतीत हुआ।

    ● अ�य� ने कहा �क स� के दौरान, �वधायी ���या म� 39% काया��मक समय, �व�भ�न उपकरण� के तहत ज�र� साव�ज�नक मह�व के मामल� को रखने और चचा� करने पर 25.4%, ��नकाल पर 13% और �नजी सद�य� के �बल� पर 5% समय खच� �कया गया।

    �ारं�भक पर��ा ��न:

    1. �न�न�ल�खत म� से कौन सा कथन सह� है?

    1. गंगा क� सफाई क� देखरेख के �लए 2016 म� रा���य गंगा प�रषद का गठन �कया गया था।

    2. उन रा�य�, िजनके मा�यम से गंगा बहती है, के म�ुयम�ं�य� म� से एक च��य आधार पर रा���य गंगा प�रषद का अ�य� बन जाता है।

    �वक�प:

    a) केवल 1

    b) केवल 2

    c) 1 और 2 दोन�

    d) न तो 1 और न ह� 2

  • उ�र: c

    �या�या:

    ● रा���य गंगा कायाक�प, सरं�ण और �बधंन प�रष� अ�टूबर 2016 म� गंगा नद� (कायाक�प, संर�ण और �बधंन) �ा�धकरण के आदेश, 2016 के तहत बनाया गया एक �ा�धकरण है, िजसने रा���य गंगा नद� बे�सन �ा�धकरण को भगं कर �दया है। इस प�ृठभ�ूम म�, रा���य गंगा प�रषद को एक �ा�धकरण के �प म� �था�पत �कया गया है और �व�छ गंगा के �लए रा���य �मशन को भी एक �ा�धकरण म� बदल �दया गया है।

    ● रा���य गंगा प�रषद, गंगा नद� के अधी�ण, �दशा, �वकास और �नय�ंण और नद� म� पया�वरण �दषूण के संर�ण, रोकथाम, �नयं�ण और उ�मलून के �लए (�व�ीय और �शास�नक मामल� स�हत) संपणू� नद� के �लए िज�मेदार होगी। इसक� �ाकृ�तक और �ाचीन ि�थ�त का कायाक�प और गंगा नद� म� �नरंतर पया��त जल �वाह स�ुनि�चत करना इसका उ�दे�य है।

    2 �न�न�ल�खत म� से कौन-सा कथन सह� है?

    1. �ेन-18, एक �वदेशी सेमी हाई-�पीड �ेन है।

    2. यह एक इंजन-र�हत �ेन है, िजसम� इलेि��क से�फ-�ोपे�लगं म�ट�पल य�ून�स होती ह�।

    �वक�प:

    a) केवल 1

    b) केवल 2

    c) 1 और 2 दोन�

    d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र: c

    �या�या:

    ● वंदे भारत ए�स�ेस, िजसे �ेन-18 के �प म� भी जाना जाता है, एक भारतीय सेमी हाई-�पीड इंटर�सट� इलेि��क म�ट�पल य�ूनट है। यह भारत सरकार क� मेक इन इं�डया पहल के तहत इंट��ल कोच फै��� (ICF) चे�नई �वारा 18 मह�न� म� तयैार क� गयी थी।

    ● इसम� एक अलग इंजन कोच शा�मल नह�ं है, ले�कन इसम� इलेि��क से�फ-�ोपे�लगं कई इकाइयां ह�।

    3. �

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