वन उत्पादकता स॓स्थान रा॓ची - icfre · 2020. 5....

Post on 11-Nov-2020

5 Views

Category:

Documents

0 Downloads

Preview:

Click to see full reader

TRANSCRIPT

वन उत्पादकता संस्थान, रांची हरित कौशल विकास कार्यक्रम (GSDP)

पर्ायििण, िन एिं जलिारु् परिितयन मंत्रालर्, भाित सिकाि द्िािा प्रार्ोजजत “बांस प्रिर्यन एि ंप्रबंर्न” पि प्रशशक्षण

(दिनाकं: 10.02.2020 से 14.03.2020)

पर्ाावरण, वन एवं जलवार्ु पररवतान मंत्रालर्, भारत सरकार द्वारा प्रार्ोजजत हररत कौशल ववकास कार्ाक्रम के अंतर्ात “बांस प्रवर्ान एवं प्रबंर्न” ववषर् पर वन उत्पादकता संस्थान, रांची द्वारा छः सप्ताह (लर्भर् 200 घंटे) का प्रशशक्षण कार्ाक्रम का आर्ोजन ककर्ा र्र्ा जजसका उदघाटन संस्थान के ननदेशक डॉ. नननतन कुलकणी द्वारा दीप प्रज्वशलत कर ककर्ा र्र्ा। संस्थान के ननदेशक डॉ. नननतन कुलकणी ने उदघाटन सत्र को संबोधर्त करते हुए प्रर्ानमंत्री की महत्वाकांक्षी र्ोजना “कौशल ववकास” कक चचाा करते हुए मंत्रालर् द्वारा हररत कौशल ववकास कार्ाक्रम के तहत आर्ोजजत प्रशशक्षण कार्ाक्रम की ववस्तार से चचाा की एवं कार्ाक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। झारखंड, बबहार तथा पजचचम बंर्ाल के छात्र, ककसान एवं उद्र्मी सहहत 25 प्रनतभाधर्र्ों को संबोधर्त करते हुए ननदेशक महोदर् ने बांस प्रवर्ान एव ंप्रबंर्न के ववशभन्न ववषर्ों पर चचाा की एवं इसकी उपर्ोधर्ता, रोर् ननदान , उत्तक संवर्ान, बांस संसार्न,शमट्टी की र्ुणवत्ता, मूल्र्वर्ान आहद ववषर्ों पर प्रशशक्षण के दौरान तकनीकी जानकारी हदरे् जाने का अहवाहन ककर्ा। ननदेशक ने प्रनतभाधर्र्ों से अपील ककर्ा कक प्रशशक्षण के उपरान्त वे अपना कौशल ववकास करें एवं समाज के अंनतम वर्ा को कौशल ववकास के शलए प्रोत्साहहत करे। उन्होने स्पष्ट ककर्ा कक जनसंख्र्ा के अनुपात में रोजर्ार सजृन आपकी क्षमता पर ननभार करता है। वैजचवक चुनौती का सामना करने के शलए र्ुवाओं में कौशल क्षमता ननमााण आवचर्क है।

कार्ाक्रम के पाठ्र्क्रम ननदेशक सह समुह समन्वर्क अनुसंर्ान डॉ. र्ोर्ेचवर शमश्रा न ेप्रनतभाधर्र्ों को प्रशशक्षण के दौरान हदरे् जाने वाले ववशभन्न पाठ्र्क्रम ववषर्ों की ववस्ततृ जानकारी दी एवं प्रनतभाधर्र्ों को इस दौरान अनुशासन बनाए रखने एवं संस्थान के संसार्न का तर् मानक के भीतर उपर्ोर् करने का ननदेश हदर्ा। उन्होने बतार्ा कक बांस का उपर्ोर् मानव जीवन के आरम्भ से अन्त तक है और आवचर्कता के अनुपात में देश में बांस संसार्न बहुत कम है। उन्होने प्रशशक्षण के दौरान सैद्र्ांनतक पाठ्र्क्रम के अलावा प्रर्ोधर्क प्रशशक्षण एवं मूल्र्वर्ान हेतु शशल्पकला का प्रशशक्षण भी उपलब्र् कराने का आचवासन हदर्ा। पाठ्र्क्रम

ननदेशक ने स्पष्ट ककर्ा कक आंतररक ववशेषज्ञों के अलावा वाहर् ववशेषज्ञों की भी व्र्वस्था की र्ई है ताकक महत्तम ववषर्ों को प्रशशक्षण में शाशमल ककर्ा जा सके साथ ही साथ ववशभन्न प्रदेशों से दक्ष बांस शशल्पकार/कारीर्र प्रनतभाधर्र्ों को हुनरमंद बनाने में मदद करेंर्े। कार्ाक्रम का संचालन संस्थान की वैज्ञाननक श्रीमती रूबी सुसाना कुजूर ने ककर्ा।

इस अवसर पर संस्थान के वररष्ठ वैज्ञाननक डॉ. शरद नतवारी, डॉ. अननमेष शसन्हा, श्री संजीव कुमार, श्री आहदत्र् कुमार, श्रीमती रूबी सुसाना कुजूर तथा समस्त तकनीकी अधर्कारी एवं कमाचारी उपजस्थत रहे।

तकनीकी एिं प्रशशक्षण सत्र

हदनांक 10.02.2020 स े 14.03.2020 तक चलने वाले इस प्रशशक्षण कार्ाक्रम की तकनीकी सत्र की शुरूआत श्री रवव शंकर प्रसाद, मु.त.अ. के “भारत में पारे् जाने वाले बांस के प्रकार” ववषर् से की र्ई। तत्पचचात ववशभन्न आंतररक एवं वाह्र् ववशेषज्ञों द्वारा ववशभन्न ववषर्ों पर प्रशशक्षण हदर्ा र्र्ा। आंतररक ववशेषज्ञ में डॉ. नननतन कुलकणी (समजन्वत कीट प्रबंर्न), डॉ. र्ोर्ेचवर शमश्रा (बांस पौर्शाला एवं प्रबंर्न, भारत में बांस संसार्न, बांस प्रवर्ान की ववधर्र्ााँ, बांस रोपण एवं प्रबंर्न, बांस बखार प्रबंर्न), डॉ. शरद नतवारी (बांस सवेक्षण में भूर्ोलीर् सूचना तंत्र, NICHE), डॉ. अननमेष शसन्हा (उत्तक संवर्ान द्वारा बांस प्रवर्ान, उत्तक संवर्ान तकनीक, उत्तक संवर्ान मीडडर्ा), श्री संजीव कुमार (अकाष्ट वनोत्पाद एवं बांस plus tree

selection, बांस बखार मापन एवं बार्ोमास), श्री आहदत्र् कुमार (कृवष वाननकी एवं बांस, बांस बीज संरक्षण तकनीक, बांस रोपण माडल), श्रीमती रूबी सुसाना कुजूर (बांस उत्पाद एवं मूल्र्वर्ान, बांस के उपर्ोर्, सौन्दर्ा प्रसार्न में बांस), श्री रवव शंकर प्रसाद (बांस के पहचान, ववशभन्न प्रजानत के बांस के उपर्ोर्, बांस एवं उसकी चाररबत्रक पहचान, बांस बीज तकनीक, पौर्शाला एवं बांस रोपण), डॉ. शंभुनाथ शमश्रा (बांस प्रबंर्न में GIS एवं GPS का उपर्ोर्, Distribution of Hill Bamboo using GIS based species distribution modeling) आहद ने प्रशशक्षण हदर्ा। वहीं बाह्र् ववशेषज्ञों में साई नाथ ववचवववद्र्ालर्, रांची के डॉ. ववमलेंद ु कुमार (खाद्र् पदाथों में बांस के उपर्ोर्, बांस के रासार्ननक संर्ठन, बांस के औषर्ीर् उपर्ोर्), डॉ. पी.बी. मेशराम, सेवा ननवतृ वजै्ञाननक-जी (बांस के दचुमन कीट का जैववक ननर्ंत्रण, जैववक खाद उत्पादन एवं उपर्ोर्, बांस के दचुमन कीट एवं उसका प्रबंर्न), डॉ. ववजर्कांत पाण्डेर्, साईनाथ ववचवववद्र्ालर् (बांस की जैववक ववववर्ता एवं इसका महत्व) आहद में अपने-अपने ववषर् पर प्रशशक्षण हदर्ा। इसके साथ-साथ कई अन्र् ववशेषज्ञों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के ववषर्ों में प्रशशक्षण हदर्ा र्र्ा। श्री एस.एन. वैद्र् एवं श्री बी.डी. पंडडत ने लाह के संक्षक्षप्त पररचर् एवं

प्रकक्रर्ाओं से अवर्त करार्ा। सैद्र्ांनतक प्रशशक्षण के अलावा पर्ोर्शाला में भी श्री सतीश कुमार, श्री राकेश कुमार, श्री अतनु सरकार ने मदृा परीक्षण, उत्तक संवर्ान आहद का प्रशशक्षण हदर्ा एवं प्रर्ोर् करवार्ा।

प्रार्ोधर्क कार्ा स्वर्ं प्रनतभाधर्र्ों द्वारा करवार्ा र्र्ा। श्री एस.एन. वैद्र्, श्री बी.डी. पंडडत, श्री सूरज कुमार, श्री सुभाष प्रसाद, श्री महेश कुमार द्वारा प्रशशक्षणाधथार्ों से बांस

पौर्शाला, बांस रोपण आहद के ववशभन्न प्रार्ोधर्क कार्ा बतार्ा र्र्ा एव ंकरवार्ा र्र्ा। ववशभन्न ववधर्र्ों द्वारा बांस तैर्ार करने, रोपण करने का प्रार्ोधर्क प्रशशक्षण हदर्ा र्र्ा। श्री बी.डी. पंडडत एवं श्री सूरज कुमार द्वारा प्रनतभाधर्र्ों को वन अनुसंर्ान एवं प्रसार कें द्र जदआु, हाजीपुर ले जार्ा र्र्ा जहां बांस हस्तशशल्पकार श्री मनोज कुमार मजल्लक द्वारा हस्तशशल्प ननमााण का प्रशशक्षण हदर्ा र्र्ा। श्री दीनानाथ पाण्डेर् एवं श्री एच.एस. ववध्र्ाथी द्वारा कें द्र जस्थत अर्रबत्ती ननमााण र्ूननट के ववशभन्न र्ंत्र चालन एवं ननमााण प्रकक्रर्ा का प्रशशक्षण हदर्ा। प्रनतभाधर्र्ों द्वारा अनेकों हस्तशशल्प वस्तुओं का ननमााण ककर्ा र्र्ा जजसे श्री बी.डी. पंडडत एवं श्री सूरज कुमार की देखरेख में वन उत्पादकता संस्थान, रांची लार्ा र्र्ा। श्री महाबीर महली द्वारा संस्थान के प्रांर्ण में भी बांस हस्तशशल्प कला का प्रशशक्षण हदर्ा र्र्ा। श्री एस.एन. वैद्र् एवं श्री ननसार आलम द्वारा प्रनतभाधर्र्ों को ववववर् कौशल संस्थान लोहान्ती दमुका का भ्रमण करार्ा र्र्ा। शशल्पकला ननमााण में प्रनतभाधर्र्ों ने काफी रूधच हदखाई एवं कई स्वननशमात उत्पाद तैर्ार ककर्ा।

इस प्रकार 35 हदनों में सभी 25 प्रनतभाधर्र्ों को आंतररक एवं वाह्र् ववशेषज्ञों द्वारा बांस प्रवर्ान एवं प्रबंर्न के ववशभन्न ववषर्ों का प्रशशक्षण देकर उनमें कौशल क्षमता ववकास ककर्ा र्र्ा। सैद्र्ांनतक, प्रार्ोधर्क एवं प्रदशानी प्रशशक्षण के माध्र्म से उनके कौशल क्षमता का ववकास ककर्ा र्र्ा।

वन उत्पादकता संस्थान, रांची में पर्ाावरण, वन एवं जलवार्ु पररवतान मंत्रालर् द्वारा संचाशलत “बांस प्रवर्ान एवं प्रबंर्न” ववषर् पर पाठ्र्क्रम प्रशशक्षण कार्ाक्रम का समापन समारोह हदनांक 14.03.2020 को आर्ोजजत ककर्ा र्र्ा। समापन समारोह की अध्र्क्षता करते हुए संस्थान के ननदेशक डॉ. नननतन कुलकणी ने प्रनतभाधर्र्ों की लर्नशीलता की सराहना की। उन्होने बतार्ा कक बांस न केवल औध्र्ोधर्क उपर्ोधर्ता रखता है बजल्क ग्रामीण एवं जनजातीर् जीवनशैली का एक अशभन्न अंर् है। प्रनतभाधर्र्ों द्वारा ननशमात बांस उत्पाद की सराहना की लेककन कहा कक और अधर्क उत्पाद ननशमात हो सकते थे। उन्होनें प्रनतभाधर्र्ों के उज्जवल भववष्र् की कामना की एवं अपने कौशल स े समाज को लाभाजन्वत करने का आग्रह ककर्ा। पाठ्र्क्रम ननदेशक डॉ. र्ोर्ेचवर शमश्रा ने प्रनतभाधर्र्ों द्वारा ननशमात बांस उत्पाद की सराहना की

एवं उनके उज्जवल भववष्र् की कामना की। उन्होनें आशा व्र्क्त ककर्ा कक इस प्रशशक्षण से प्रनतभाधर्र्ों के कौशल क्षमता मे ननजचचत रूप से ववकास होर्ा। बांस की उपलब्र्ता सतत बनी रहे इसके शलए बांस प्रवर्ान एवं प्रबंर्न पाठ्र्क्रम मील का पत्थर साबबत होर्ा। इस अवसर पर ननदेशक, पाठ्र्क्रम ननदेशक एवं श्री सजचचदानंद वैध्र् ने डॉ. र्ोर्ेचवर शमश्रा और सहभाधर्र्ों द्वारा शलखखत तकनीकी पुस्तक “बांस प्रवर्ान एवं प्रबंर्न” का ववमोचन ककर्ा। प्रशशक्षण को सफलतापूवाक पूणा करने पर प्रनतभाधर्र्ों को प्रमाण-पत्र भी ववतररत ककर्ा र्र्ा।

इस अवसर पर प्रनतभाधर्र्ों ने अपने-अपने ववचार रखे एवं प्रशशक्षण की प्रशंसा की। उन्होनें इसी तरह के अन्र् ववषर्ों पर भी संस्थान द्वारा प्रशशक्षण करारे् जाने का आग्रह ककर्ा एवं प्रशशक्षण से प्राप्त कौशल से समाज को लाभाजन्वत करने का संकल्प शलर्ा।

इस पूरे प्रशशक्षण कार्ाक्रम में ववस्तार प्रभार् के श्री एस.एन. वैध्र्, श्री बी.डी. पंडडत, श्री सूरज कुमार की महत्वपूणा भूशमका रही। प्रशशक्षण कार्ाक्रम के सफल संचालन में श्री शंभुनाथ शमश्रा, श्री रववशंकर प्रसाद, श्री ननसार आलम, श्री राम कुमार महतो, श्री सुभाष प्रसाद, श्री बसंत कुमार, श्री मनीष कुमार, श्री बबनोद राम, श्री महेश कुमार तथा संस्थान के अन्र् कमाचाररर्ों का महत्वपूणा र्ोर्दान रहा।

वन उत्पादकता संस्थान के ननदेशक का स्वार्त एवं तकनीकी पुस्तक ववमोचन

प्रशशक्षण कार्ाक्रम का उद्दघाटन सत्र

बांस ववशेषज्ञ द्वारा बांस प्रवर्ान एवं प्रवंर्न पर प्रशशक्षण

बांस ववशेषज्ञ द्वारा बांस प्रवर्ान एवं प्रवंर्न पर प्रशशक्षण

बांस पौर्शाला भ्रमण एवं बांस पौर् लर्ाने की ववधर्

बांस हस्त शशल्प काल प्रशशक्षण

बांस ववशेषज्ञ द्वारा बांस प्रवर्ान एवं प्रवंर्न पर प्रशशक्षण

मदृा प्रर्ोर्शाला में मदृा जांच प्रशशक्षण

बांस हस्त कला प्रशशक्षण एवं LIMS Institute Dumka में क्षेत्र भ्रमण

बांस द्वारा ननशमात सामग्री

नाल कहटरं् द्वारा बांस प्रवर्ान एवं मदृा तत्व जांच प्रशशक्षण

बांस ववशेषज्ञ द्वारा बांस प्रवर्ान एवं प्रवंर्न तथा कीट प्रवंर्न पर प्रशशक्षण

उत्तक संबर्ान प्रर्ोर्शाला एवं उत्तक संबर्ान द्वारा बांस प्रवर्ान काक्षेत्र भ्रमण

बांस हस्त शशल्पकार (र्ोलबंर्ा) दमुका , झारखंड क्षेत्र का भ्रमण

हररत कौशल ववकास कार्ाक्रम प्रशशक्षण का समापन सत्र संबोर्न एवं प्रमाण पत्र ववतरण

प्रशशक्षणाधथार्ों द्वारा ववशभन्न बांस के ननशमात सामग्री एवं बांस ननशमात सामग्री का अवलोकन

समूह तस्वीर

top related