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वा�याशं के �लए एक श�द
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अ�छ� रचना के �लए आव�यक ह �ैक कम स केम श�द� म��वचार�कट �कए जाए।ँ भाषा म�यह स�ुवधा भी होनी चा�हए �क व�ा यालखेक कम स केम श�द� म�अथा�त स्�ंपे म�बोलकर या �लखकर�वचार अ�भ�� कर सके। कम स केम श�द� म�अ�धका�धक अथ�को �कट करन केे �लए ‘वा�याशं या श�द–समहू के �लए एक श�द’का �व�ततृ �ान होना आव�यक ह।ै ऐस शे�द� के �योग सेवा�य–रचना म�स�ं��तता, स�ुदरता तथा गभंीरता आ जाती ह।ै
कुछ उदाहरण �न�न�ल�खत ह�–
वा�याशं या श�द समहू -- श�द
• हाथी हाकँन केा छोटा भाला— अकंुश
• जो कहा न जा सके— अकथनीय
• �जस �ेमा न �कया जा सके— अ��य
• �जस �थान पर कोई न जा सके— अग�य
• जो कभी बढ़ूा न हो— अजर
• �जसका कोई श� नु हो— अजातश�ु
• जो जीता न जा सके— अजये
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• जो �दखाई न पड़—े अ��य
• �जसके समान कोई न हो— अ��तीय
• �दय क� बात�जानन वेाला— अ�तया�मी
• प�ृवी, �ह� और तार� आ�द का �थान— अ�त�र�
• दोपहर बाद का समय— अपरा�
• जो सामा�य �नयम के �व�� हो— अपवाद
• �जस पर मकुदमा चल रहा हो/अपराध करन केा आरोपहो/अ�भयोग लगाया गया हो— अ�भय�ु
• जो पहल केभी नह� �आ— अभतूपवू�
• फ�क कर चलाया जान वेाला ह�थयार— अ��
• �जसक� �गनती न हो सके— अग�णत/अगणनीय
• जो पहल पेढ़ा �आ न हो— अप�ठत
• �जसके आन के� �त�थ �न��त न हो— अ�त�थ
• कमर के नीच पेहन जेान वेाला व��— अधोव��
• �जसके बार मे�कोई �न�य न हो— अ�न��त
• �जसका भाषा �ारा वण�न असभंव हो— अ�नव�चनीय
• अ�य�धक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात— अ�तशयो��
• सबस आेग रेहन वेाला— अ�णी
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• जो पहल जे�मा हो— अ�ज
• जो बाद म�ज�मा हो— अनजु
• जो इ�ं�य� �ारा न जाना जा सके— अगोचर
• �जसका पता न हो— अ�ात
• आग आेन वेाला— आगामी
• अ�ड से जे�म लने वेाला— अ�डज
• जो छून येो�य न हो— अछूत
• जो छुआ न गया हो— अछूता
• जो अपन �ेथान या ��थ�त स अेलग न �कया जा सके— अ�यतु
• जो अपनी बात स टेल नेह�— अटल
• �जस प�ुतक म�आठ अ�याय ह�— अ�ा�यायी
• आव�यकता स अे�धक बरसात— अ�तव�ृ�
• बरसात �ब�कुल न होना— अनाव�ृ�
• ब�त कम बरसात होना— अ�पव�ृ�
• इ�ं�य� क� प�चँ स बेाहर— अती���य/इ�ंयातीत
• सीमा का अन�ुचत उ�लघंन— अ�त�मण
• जो बीत गया हो— अतीत
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• �जसक� गहराई का पता न लग सके— अथाह
• आग केा �वचार न कर सकन वेाला— अ�रदश�
• जो आज तक स से�ब�ध रखता ह—ै अ�तन
• आदशे जो �न��त अव�ध तक लाग हूो— अ�यादशे
• �जस पर �कसी न अे�धकार कर �लया हो— अ�धकृत
• वह सचूना जो सरकार क� ओर स जेारी हो— अ�धसचूना
• �वधा�यका �ारा �वीकृत �नयम— अ�ध�नयम
• अ�ववा�हत म�हला— अनढ़ूा
• वह ��ी �जसके प�त न �ेसरी शाद� कर ली हो— अ�यढ़ूा
• �सर के� �ववा�हत ��ी— अ�योढ़ा
• ग�ु के पास रहकर पढ़न वेाला— अ�तवेासी
• पहाड़ के ऊपर क� समतल जमीन— अ�ध�यका
• �जसके ह�ता�र नीच अे�ंकत ह�— अधोह�ता�रक�ा�
• एक भाषा के �वचार� को �सरी भाषा म��� करना— अनवुाद
• �कसी स��दाय का समथ�न करन वेाला— अनयुायी
• �कसी ��ताव का समथ�न करन के� ��या— अनमुोदन
• �जसके माता–�पता न ह�— अनाथ
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• �जसका ज�म �न�न वण� म��आ हो— अ�ंयज
• पर�परा स चेली आई कथा— अन�ु�ुत
• �जसका कोई �सरा उपाय न हो— अन�योपाय
• वह भाई जो अ�य माता स उे�प� �आ हो— अ�योदर
• पलक को �बना झपकाए— अ�नमषे/
�न�न�मषे
• जो बलुाया न गया हो— अना�त
• जो ढका �आ न हो— अनावतृ
• जो दोहराया न गया हो— अनावत�
• पहल �ेलख गेए प� का �मरण— अन�ुमारक
• पीछ–ेपीछ चेलन वेाला/अनसुरण करन वेाला— अनगुामी
• महल का वह भाग जहा रँा�नया �ँनवास करती ह�—अतंःपरु/र�नवास
• �जस �ेकसी बात का पता न हो— अन�भ�/अ�
• �जसका आदर न �कया गया हो— अना�त
• �जसका मन कह� अ�य� लगा हो— अ�यमन�क
• जो धन को �थ� ही खच� करता हो— अप�यी
• आव�यकता स अे�धक धन का सचंय न करना— अप�र�ह
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• जो �कसी पर अ�भयोग लगाए— अ�भयोगी
• जो भोजन रोगी के �लए �न�ष� ह—ै अप�य
• �जस व�� को पहना न गया हो— अ�हत
• न जोता गया खते— अ�हत
• जो �बन मागँ �ेमल जाए— अया�चत
• जो कम बोलता हो— अ�पभाषी/
�मतभाषी
• आदशे क� अवहलेना— अव�ा
• जो �बना वतेन के काय� करता हो— अवतै�नक
• जो ��� �वदशे म�रहता हो— अ�वासी
• जो सहनशील न हो— अस�ह�णु
• �जसका कभी अ�त न हो— अन�त
• �जसका दमन न �कया जा सके— अद�य
• �जसका �पश� करना व�ज�त हो— अ�प�ृय
• �जसका �व�ास न �कया जा सके— अ�व��त
• जो कभी न� न होन वेाला हो— अन�र
• जो रचना अ�य भाषा क� अनवुाद हो— अन�ूदत
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• �जसके पास कुछ न हो अथा�त द्�र�— अ�क�चन
• जो कभी मरता न हो— अमर
• जो सनुा �आ न हो— अ��
• �जसको भदेा न जा सके— अभ�े
• जो साधा न जा सके— असा�य
• जो चीज इस ससंार म�न हो— अलौ�कक
• जो बा� ससंार के �ान स अेन�भ� हो— अलोक�
• �जस लेाघँा न जा सके— अलघंनीय
• �जसक� तलुना न हो सके— अतलुनीय
• �जसके आ�द (�ार�भ) का पता न हो— अना�द
• �जसक� सबस पेहल गेणना क� जाय—े अ�गण
• सभी जा�तय� स से�ब�ध रखन वेाला— अ�तजा�तीय
• �जसक� कोई उपमा न हो— अनपुम
• �जसका वण�न न हो सके— अवण�नीय
• �जसका खडंन न �कया जा सके— अखडंनीय
• �जस जेाना न जा सके— अ�ये
• जो ब�त गहरा हो— अगाध
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• �जसका �चतँन न �कया जा सके— अ�च�ँय
• �जसको काटा न जा सके— अका�
• �जसको �यागा न जा सके— अ�या�य
• वा�त�वक म�ूय स अे�धक �लया जान वेाला म�ूय— अ�धम�ूय
• अ�य स सेबंधं न रखन वेाला/�कसी एक म�ही आ�था रखन वेाला—अन�य
• जो �बना अ�तर के घ�टत हो— अन�तर
• �जसका कोई घर (�नकेत) न हो— अ�नकेत
• क�न�ा (सबस छेोट�) और म�यमा के बीच क� उगँली— अना�मका
• मलूकथा म�आन वेाला �सगं, लघ कुथा— अतंःकथा
• �जसका �नवारण न �कया जा सके/�जस केरना आव�यक हो—अ�नवाय�
• �जसका �वरोध न �आ हो या न हो सके— अ�न��/अ�वरोधी
• �जसका �कसी म�लगाव या �मे हो— अनरु�
• जो अन�ुह (कृपा) स ये�ु हो— अनगुहृीत
• �जस पर आ�मण न �कया गया हो— अना�ातं
• �जसका उ�र न �दया गया हो— अन�ु�रत
• अनकुरण करन येो�य— अनकुरणीय
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• जो कभी न आया हो (भ�व�य)— अनागत
• जो ��े गणु� स ये�ु न हो— अनाय�
• �जसक� अप�ेा हो— अप�े�त
• जो मापा न जा सके— अप�रमये
• नीच के� ओर लाना या ख�चना— अपकष�
• जो सामन ने हो— अ��य�/परो�
• �जसक� आशा न क� गई हो— अ��या�शत
• जो �माण स �ेस� न हो सके— अ�मये
• �कसी काम के बार–बार करन केे अनभुव वाला— अ�य�त
• �कसी व�त कुो �ा�त करन के� ती� इ�छा— अभी�सा
• जो सा�ह�य कला आ�द म�रस न ल—े अर�सक
• �जसको �ा�त न �कया जा सके
• जो कम जानता हो— अ�प�
• जो वध करन येो�य न हो— अव�य
• जो �व�ध या काननू के �व�� हो— अवधै
• जो भला–बरुा न समझता हो अथवा सोच–समझकर काम न करताहो— अ�ववके�
• �जसका �वभाजन न �कया जा सके— अ�वभा�य/अभा�य
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• �जसका �वभाजन न �कया गया हो— अ�वभ�
• �जस पर �वचार न �कया गया हो— अ�वचा�रत
• जो काय� अव�य होन वेाला हो— अव�यभंावी
• �जसको �वहार म�न लाया गया हो— अ�व�त
• जो ��ी सयू� भी नह� दखे पाती— असयू�प�या
• न हो सकन वेाला काय� आ�द— अश�य
• जो शोक करन येो�य नह� हो— अशो�य
• जो कहन,े सनुन,े दखेन मे�ल�जापणू�, �घनौना हो— अ�ील
• �जस रोग का इलाज न �कया जा सके— असा�य रोग/लाइलाज
• �जसस पेार न पाई जा सके— अपार
• बढ़ूा–सा �दखन वेाला ���— अधड़े
• �जसका कोई म�ूय न हो— अम�ूय
• जो म�ृय कुे समीप हो— आस�म�ृयु
• �कसी बात पर बार–बार जोर दनेा— आ�ह
• वह ��ी �जसका प�त परदशे स लेौटा हो— आगतप�तका
• �जसक� भजुाए घँटुन� तक ल�बी ह�— आजानबुा�
• म�ृयपुय��त— आमरण
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• जो अपन ऊेपर �नभ�र हो— आ�म�नभ�र/�वावलबंी
• �थ� का �दश�न— आड�बर
• परू जेीवन तक— आजीवन
• अपनी ह�या �वय कंरना— आ�मह�या
• अपनी �शसंा �वय कंरन वेाला— आ�म�ाघी
• कोई ऐसी व�त बुनाना �जसको पहल केोई न जानता हो—आ�व�कार
• ई�र म��व�ास रखन वेाला— आ��तक
• शी� �स� होन वेाला— आशतुोष
• �वदशे स देशे म�माल मगँाना— आयात
• �सर स पेावँ तक— आपादम�तक
• �ार�भ स लेकेर अतं तक— आ�ोपा�त
• अपनी ह�या �वय कंरन वेाला— आ�मघाती
• जो अ�त�थ का स�कार करता ह—ै आ�तथये/मजेबान
• �सर केे �हत म�अपना जीवन �याग दनेा— आ�मो�सग�
• जो ब�त �ूर �वहार करता हो— आततायी
• �जसका स�ब�ध आ�मा स हेो— आ�या��मक
• �जस पर हमला �कया गया हो— आ�ातं
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• �जसन हेमला �कया हो— आ�ातंा
• �जस सेूँघा न जा सके— आ�ये
• �जसक� कोई आशा न क� गई हो— आशातीत
• जो कभी �नराश होना न जान—े आशावाद�
• �कसी नई चीज क� खोज करन वेाला— आ�व�कारक
• जो गणु–दोष का �ववचेन करता हो— आलोचक
• जो ज�म लते हेी �गर या मर गया हो— आज�मपात
• वह क�व जो त�काल क�वता कर सके— आशकु�व
• प�व� आचरण वाला— आचारपतू
• लखेक �ारा �वय कं� �लखी गई जीवनी— आ�मकथा
• वह चीज �जसक� चाह हो— इ��छत
• �क�ह� घटनाआ�का काल�म स �ेकया गया वण�न— इ�तव�ृ
• इस लोक स सेबं�ंधत— इहलौ�कक
• जो इ�� पर �वजय �ा�त कर चकुा हो— इ�ंजीत
• मा–ँबाप का अकेला लड़का— इकलौता
• जो इ���य� स पेर हेो/जो इ���य� के �ारा �ात न हो— इ���यातीत
• �सर के� उ��त स जेलना— ई�या�
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• उ�र और पवू� के बीच क� �दशा— ईशान/ईशा�य
• पव�त क� �नचली समतल भ�ूम— उप�यका
• �सर केे खान से बेची व�त—ु उ��छ�
• �कसी भी �नयम का पालन नह� करन वेाला— उ�छृखंल
• वह पव�त जहा सँ सेयू� और च��मा उ�दत होत मेान जेात हे�—उदयाचल
• �जसके ऊपर �कसी का उपकार हो— उपकृत
• ऐसी जमीन जो अ�छ� उ�पादक हो— उव�रा
• जो छाती के बल चलता हो (सापँ आ�द)— उरग
• �जसन अेपना ऋण परूा चकुा �दया हो— उऋण
• �जसका मन जगत स उेचट गया हो— उदासीन
• �जसक� दोन� म��न�ा हो— उभय�न�
• ऊपर क� ओर जान वेाला— उ�व�गामी
• नद� के �नकलन केा �थान— उ�म
• �कसी व�त कुे �नमा�ण म�सहायक साधन— उपकरण
• जो उपासना के यो�य हो— उपा�य
• मरन केे बाद स�प�� का मा�लक— उ�रा�धकारी/वा�रस
• सयू�दय क� ला�लमा— उषा
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• �जसका ऊपर कथन �कया गया हो— उपयु��
• कुँए के पास का वह जल कुंड �जसम�पश पुानी पीत हे�— उबारा
• छोट�–बड़ी व�तआु�को उठा ल जेान वेाला— उठाई�गरा
• �जस भ�ूम म�कुछ भी पदैा न होता हो— ऊसर
• सयूा��त के समय �दखन वेाली ला�लमा— ऊषा
• �वचार� का ऐसा �वाह �जसस केोई �न�कष� न �नकल—े ऊहापोह
• कई जगह स �ेमलाकर इक�ा �कया �आ— एक�कृत
• सासंा�रक व�तआु�को �ा�त करन के� इ�छा— एषणा
• वह ��थ�त जो अ�ंतक �नणा�यक हो, �न��त— एका�ंतक
• जो ��� क� इ�छा पर �नभ�र हो— ऐ��छक
• इ�ं�य� को ��मत करन वेाला— ए��जा�लक
• लकड़ी या प�थर का बना पा� �जसम�अ� कूटा जाता ह—ै ओखली
• सापँ–�ब�छू के जहर या भतू–�ते के भय को म�ं� स झेाड़नेवाला— ओझा
• जो उप�नषद� स सेबं�ंधत हो— औप�नष�दक
• जो मा� �श�ाचार, �ावहा�रकता के �लए हो— औपचा�रक
• �ववा�हता प�नी स उे�प� सतंान— औरस
• ह��य� का ढाचँा— कंकाल
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• दो ���य� के बीच पर�पर होन वेाली बातचीत— कथोपकथन
• बत�न बचेन वेाला— कसरेा
• �जस अेपन मेत या �व�ास का अ�धकआ�ह हो— क�र
• �जसक� क�पना न क� जा सके— क�पनातीत
• ऐसा अ� जो खान येो�य न हो— कद�
• हाथी का ब�चा— कलभ
• कम� म�त�पर रहन वेाला— कम�ठ
• एक के बाद एक— �म
• कान म�कही जान वेाली बात— कानाबाती/कानाफूसी
• सरकार का वह अगं जो काननू का पालन करता ह—ै काय�पा�लका
• शृंगा�रक वासनाआ�के ��त आक�ष�त— कामकु
• जो �ःख या भय स पेी�ड़त हो— कातर
• अपनी गलती �वीकार करन वेाला— कायल
• �सर के� ह�या करन वेाला— का�तल
• बा�याव�था और यवुाव�था के बीच क� अव�था— �कशोराव�था
• जो बात पवू�काल स लेोग� म�सनुकर �च�लत हो—�क�वद�ती/जन��ुत
• अपन केाम के बार मे�कुछ �न�य न करन वेाला— �क�कत���वमढ़ू
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• व�ृ लता आ�द स ढेका �थान— कु�
• �जस लड़के का �ववाह न �आ हो— कुमार
• ऐसी लड़क� �जसका �ववाह न �आ हो— कुमारी
• बरु केाय� करन वेाला— कुकम�
• बरु मेाग� पर चलन वेाला— कुमाग�
• �जसक� ब�ु� ब�त तजे हो— कुशा�ब�ु�
• जो अ�छ केुल म�उ�प� �आ हो— कुलीन
• वह ��� �जसका �ान अपन हेी �थान तक सी�मत हो—कूपमडंकू
• �कए गए उपकार को मानन वेाला— कृत�
• �कए गए उपकार को न मानन वेाला— कृत�न
• जो धन को अ�य�धक कंजसूी स खेच� करता हो— कृपण
• �जसन सेकं�प कर रखा ह—ै कृतसकं�प
• जो के�� स हेटकर �र जाता हो— के��ापसारी
• जो के�� क� ओर उ�मखु हो— के��ा�भसारी/के��ा�भमखु
• सप� के शरीर स �ेनकली �ई खोली— क�चलुी
• जो �मा �कया जा सके— ��य
• �जसका कुछ ही समय म�नाश हो जाए— �णभगंरु
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• जहा धँरती और आकाश �मलत �ेए �दखाई दते हे�— ���तज
• जो भखू �मटान केे �लए बचेनै हो— �धुातरु
• भखू स पेी�ड़त— �धुात�
• वह ��ी �जसका प�त अ�य ��ी के साथ रात को रहकर �ातःलौट—े ख�ंडता
• आकाशीय �प�ड� का �ववचेन करन वेाला— खगोलशा��ी
• जो ��� अपन हेाथ म�तलवार �लए रहता ह—ै खडग्ह�त
• नायक का ��त����— खलनायक
• जहा सँ गेगंा नद� का उ�म होता ह—ै गगंो�ी
• शरीर का �ापार करन वेाली ��ी— ग�णका
• जो आकाश को छू रहा हो— गगन�पश�
• पहल से चेली आ रही पर�परा का अनपुालन करन वेाला—गतानगु�तक
• �हण करन येो�य— �ा�
• गीत गान वेाला/वाली— गायक/गा�यका
• गीत रचन वेाला— गीतकार
• हर पदाथ� को अपनी ओर आकृ� करन वेाली श��— ग�ु�वाकष�ण
• जो बात गढ़ू (रह�यपणू�) हो— गढ़ूो��
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• जीवन का ��तीय आ�म— गहृ�था�म
• गाय� के खरु� स उेड़ी धलू— गोध�ूल
• जब गाय�जगंल स लेौटती ह�और उनके चलन के� धलू आसमान म�उड़ती ह (ै�दन और रा�� के बीच का समय)— गोध�ूल बलेा
• गाय� के रहन केा �थान— गौशाला
• घास खोदकर जीवन–�नवा�ह करन वेाला— घ�सयारा
• शरीर क� हा�न करन वेाला— घातक
• जो घणृा का पा� हो— घ�ृणत/घणृा�पद
• �जसके �सर पर च�ंकला हो (�शव)— च�ंचड़ू/च�ंशखेर
• वह कृ�त �जसम�ग�और प� दोन� ह�— चपंू
• च� के �प म�घमूती �ई चलन वेाली हवा— च�वात
• �याज का वह �कार �जसम�मलू �याज पर भी �याज लगता ह—ैच�व�ृ� �याज
• �जसके हाथ म�च� हो— च�पा�ण
• चार भजुाआ�वाला— चतभुु�ज
• काय� करन के� इ�छा— �च�क�षा�
• लबं सेमय तक जीन वेाला— �चरजंीवी
• जो �चरकाल स चेला आया ह—ै �चरतंन
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• जो ब�त समय तक ठहर सके— �चर�थायी
• �चतँा (�चतँन) करन येो�य बात— �चतँनीय/�च�ँय
• �जस पर �च� लगाया गया हो— �च��त
• चार परै� वाला— चौपाया/चत�ुपद
• जो ग�ुत �प स �ेनवास कर रहा हो— छ�वासी
• �सर� के केवल दोष� को खोजन वेाला— �छ�ा�वषेी
• प�थर को गढ़न वेाला औजार— छनैी
• एक �थान स �ेसर �ेथान पर चलन वेाला— जगंम
• पटे क� अ��न— जठरा��न
• बारात ठहरन केा �थान— जनवासा
• जो जल बरसाता हो— जलद
• जो जल स उे�प� हो— जलज
• वह पहाड़ �जसके मखु स आेग �नकल—े �वालामखुी
• जल म�रहन वेाला जीव— जलचर
• जनता �ारा चलाया जान वेाला त�ं— जनत�ं
• उ� म�बड़ा— �य�े
• जो चम�कारी ��याआ�का �दश�न करता हो— जा�गर
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• �जसन आे�मा को जीत �लया हो— �जता�मा
• जानन के� इ�छा रखन वेाला— �ज�ासु
• इ���य� को वश म�करन वेाला— �जत�े��य
• �कसी के जीवन–भर के काय� का �ववरण— जीवन–च�र�
• जो जीतन केे यो�य हो— जये
• जठे (प�त का बड़ा भाई) का प�ु— जठेोत
• ���य� �ारा अपनी इ�जत बचान केे �लए �कया गया साम�ूहकअ��न-�वशे— जौहर
• �ान दने वेाली— �ानदा
• जो �ान �ा�त करन के� इ�छा रखता हो— �ान�पपासु
• ब�त गहरा तथा ब�त बड़ा �ाकृ�तक जलाशय— झील
• जहा �ँस�क� क� ढलाई होती ह—ै टकसाल
• बत�न बनान वेाला— ठठेरा
• जनता को सचूना दने हेते बुजाया जान वेाला वा�— �ढ�ढोरा
• जो �कसी भी गटु म�न हो— तट�थ/�नगु�ट
• ह�क� न�द— त��ा
• जो �कसी काय� या �च�तन म�डबूा हो— त�लीन
• ऋ�षय� के तप करन के� भ�ूम— तपोभ�ूम
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22
• उसी समय का— त�कालीन
• वह राजक�य धन जो �कसान� क� सहायता हते �ुदया जाता ह—ैतक़ाबी
• �जसम�बाण रख जेात हे�— तरकश/तणूीर
• जो चोरी–�छप मेाल लाता ल जेाता हो— त�कर
• �कसी को पद छोड़न केे �लए �लखा गया प�— �यागप�
• तक� करन वेाला ���— ता�क�क
• द�ैहक, द�ैवक और भौ�तक सखु— ताप�य
• तरै कर पार जान के� इ�छा— �ततीषा�
• �ान म��वशे का माग�दश�क— तीथ�कर
• वह ��� जो छुटकारा �दलाता ह/ैर�ा करता ह—ै �ाता
• �खा�त नाटक— �ासद�
• भतू, वत�मान और भ�व�य को जानन/ेदखेन वेाला— ��काल�/
��कालदश�
• गगंा, जमनुा और सर�वती नद� का सगंम— ��वणेी
• �जसके तीन आखँ हे�— ��न�े
• वह �थान जो दोन� भकृु�टआ�के बीच होता ह—ै ��कुट�
• तीन महीन मे�एक बार— �मैा�सक
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23
• जो धरती पर �नवास करता हो— थलचर
• प�त और प�नी का जोड़ा— दपंती
• दस वष� क� समयाव�ध— दशक
• गोद �लया �आ प�ु— द�क
• सकंु�चत �वचार रखन वेाला— द�क़यानसू
• धन जो �ववाह के समय प�ुी के �पता स �ेा�त हो— दहजे
• जगंल म�फैलन वेाली आग— दावानल
• �दन भर का काय��म— �दनचया�
• �दखन मेा� को अ�छा लगन वेाल— �दखावट�
• जो सपना �दन (�दवा) म�दखेा जाता ह—ै �दवा�व�
• दो बार ज�म लने वेाला (�ा�ण, प�ी, दातँ)— ��ज
• �जसन दे��ा ली हो— द���त
• अन�ुचत बात के �लए आ�ह— �रा�ह
• बरु भेाव स के� गई स�ंध— �र�भस�ंध
• वह काय� �जसको करना क�ठन हो— ��कर
• दो �व�भ� भाषाए जँानन वेाल �े��य� को एक–�सर के� बातसमझान वेाला— �भा�षया
• जो शी�ता स चेलता हो— ��तगामी
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• �जस के�ठनाई स जेाना जा सके— ���य
• �जसको पकड़न मे�क�ठनाई हो— �र�भ�ह/��ा�
• प�त के �नहे स वे�ंचत ��ी— �भ�गा
• �जस के�ठनता स सेाधा/�स� �कया जा सके— ��सा�य
• जो क�ठनाई स सेमझ म�आता ह—ै �ब�ध
• वह माग� जो चलन मे�क�ठनाई पदैा करता ह—ै �ग�म
• �जसम�खराब आदत�ह�— ���सनी
• �जसको मापना क�ठन हो— ��प�रमये
• �जसको जीतना ब�त क�ठन हो— �ज�य
• वह ब�चा जो अभी मा कँे �ध पर �नभ�र ह—ै �धमुँहा
• बरु भेा�य वाला— �भा��यशाली
• �जसम�दया भावना हो— दयालु
• �जसका आचरण बरुा हो— �राचारी
• �ध पर आधा�रत रहन वेाला— ��धाहारी
• �जसक� �ा��त क�ठन हो— �ल�भ
• �जसका दमन करना क�ठन हो— �द�मनीय
• आग के� बात सोचन वेाला ���— �रदश�
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• दशे स �ेोह करन वेाला— दशे�ोही
• दहे स से�ब��धत— द�ैहक
• दवे के �ारा �कया �आ— द�ैवक
• ��त�दन होन वेाला— द�ैनक
• धन स से�प�— धनी
• जो धनषु को धारण करता हो— धनधु�र
• धन क� इ�छा रखन वेाला— धन�ेछु
• गरीब� के �लए दान के �प म��दया जान वेाला अ�–धन आ�द—धमा�दा
• �जसक� धम� म��न�ा हो— धम��न�ा
• �कसी के पास रखी �ई �सर के� व�त—ु धरोहर/थाती
• मछली पकड़कर आजी�वका चलान वेाला— धीवर
• जो धीरज रखता हो— धीर
• धरुी को धारण करन वेाला अथा�त आ्धारभतू काय� म��वीण—धरुधंर
• अपन �ेथान पर अटल रहन वेाला— �वु
• �यान करन येो�य अथवा ल�य— �यये
• �यान करन वेाला— �याता/�यानी
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• �जसका ज�म अभी–अभी �आ हो— नवजात
• गाय को �हत सेमय बछड़ केा गला बाधँन के� र�सी जो गाय के परै�म�बाधँी जाती ह—ै न�व
• जो नया–नया आया ह—ै नवागतंकु
• �जसका उदय हाल ही म��आ ह—ै नवो�दत
• जो आकाश म��वचरण करता ह—ै नभचर
• स�मान म�द� जान वेाली भ�ट— नजराना
• �जस ��ी का �ववाह अभी �आ हो— नवोढ़ा
• ई�र म��व�ास न रखन वेाला— ना��तक
• परुाना घाव जो �रसता रहता हो— नासरू
• जो न� होन वेाला हो— नाशवान/न�र
• नरक के यो�य— नारक�य
• वह �थान या �कान जहा हँजामत बनाई जाती ह—ै ना�पतशाला
• �कसी स भेी न डरन वेाला— �नडर/�नभ�क
• जो कपट स रे�हत ह—ै �न�कपट
• जो पढ़ना–�लखना न जानता हो— �नर�र
• �जसका कोई अथ� न हो— �नरथ�क
• �जस केोई इ�छा न हो— �न�पहृ
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• रात म��वचरण करन वेाला— �नशाचर
• �जसका आकार न हो— �नराकार
• केवल शाक, फल एव फंूल खान वेाला या जो मासं न खाता हो—�नरा�मष
• �जसस �ेकसी �कार क� हा�न न हो— �नरापद
• �जसके अवयव न हो— �नरवयव
• �बना भोजन (आहार) के— �नराहार
• जो यह मानता ह �ैक ससंार म�कुछ भी अ�छा होन के� आशा नह�ह—ै �नराशावाद�
• जो उ�र न द सेके— �न��र
• �जसके कोई दाग/कलकं न हो— �न�कलकं
• �जसम�कोई कंटक/अड़चन न हो— �न�कंटक
• �जसका अपना कोई श�ुक न हो— �नःश�ुक
• �जसके सतंान न हो— �नःसतंान
• �जसका अपना कोई �वाथ� न हो— �न��वाथ�
• �ापा�रक व�तआु�को �कसी �सर देशे म�भजेन केा काय�— �नया�त
• �जसको दशे स �ेनकाल �दया गया हो— �नवा��सत
• �बना �कसी बाधा के— �नबा�ध
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• जो मम�व स रे�हत हो— �नम�म
• �जसक� �कसी स उेपमा/तलुना न द� जा सके— �न�पम
• जो �नण�य करन वेाला हो— �नणा�यक
• �जस �ेकसी चीज क� लालसा न हो— �न�काम
• �जसम��कसी बात का �ववाद न हो— �न�व�वाद
• जो �न�दा करन येो�य हो— �न�दनीय
• �जसम��कसी �कार का �वकार उ�प� न हो— �न�व�कार
• जो ल�जा स रे�हत हो— �नल��ज
• �जसको भय न हो— �नभ�य
• जो नी�त जानता हो— नी�त�
• रगंमचं पर पद�के पीछ केा �थान— नपे�य
• आजीवन ��चय� का �त करन वेाला— न�ै�क
• जो नी�त के अनकुूल हो— न�ैतक
• जो �यायशा�� क� बात जानता हो— नयैा�यक
• घतृ, ��ध, द�ध, शहद व श�कर स बेनन वेाला पदाथ�— पचंामतृ
• प�पात करन वेाला— प�पाती
• पदाथ� का सबस छेोटा कण— परमाणु
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• �जतन के� आव�यकता हो उतना— पया��त
• महीन केे दो प�� म�स एेक— पखवाड़ा
• नाटक का पदा� �गरना— पटा�पे/
यव�नकापतन
• अपनी गलती के �लए �कया �आ �ःख— प�ाताप
• केवल अपन पे�त म�अनरुाग रखन वेाली ��ी— प�त�ता
• प�त को चनुन के� इ�छा वाली क�या— प�त�वरा
• उपाय/माग� बतान वेाला— पथ-�दश�क/माग�दश�क
• अपन मेाग� स �ेयतु/भटका �आ— पथ��
• अपन पेद स हेटाया �आ— पद�यतु
• जो भोजन रोगी के �लए उ�चत ह—ै प�य
• घमून–े�फरन/ेदशे–दशेा�तर �मण करन वेाला या�ी— पय�टक
• केवल �ध पर �नभ�र रहन वेाला— पयोहारी
• �सर� पर �नभ�र रहन वेाला— परा��त/परा�यी
• परप�ुष स �ेमे करन वेाली ��ी— परक�या
• प�त �ारा छोड़ द� गई प�नी— प�र�यका
• �सर केा मुँह ताकन वेाला— परमखुाप�ेी
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• जो पहनन लेायक हो— प�रधये
• जो मापा जा सके— प�रमये
• जो सदा बदलता रह—े प�रवत�नशील
• जो आखँ� के सामन ने हो— परो�/
अ��य�
• �सर पेर उपकार करन वेाला— परोपकारी/परमाथ�
• जो परूी तरह स पेक चकुा हो/पारगंत हो चकुा हो— प�रप�व
• पद�के अदंर रहन वेाली— पदा�नशीन
• �शसंा करन येो�य— �शसंनीय
• �कसी �� का त�काल उ�र द सेकन वेाली म�त— ��य�ुप�म�त
• �कसी वाद का �वरोध करन वेाला— ��तवाद�
• शरणागत क� र�ा करन वेाला— �णतपाल
• वह �व�न जो कह� स टेकराकर आए— ��त�व�न
• जो �कसी मत को सव��थम चलाता ह—ै �वत�क
• वह ��ी �जसके हाल ही म��शश उु�प� �आ हो— �सतूा
• वह आकृ�त जो �कसी शीश,े जलआ�द म��दखाई द—े ��त�ब�ब
• हा�य रस स पे�रपणू� ना�टका— �हसन
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• �माण �ारा �स� करन येो�य— �मये
• स�ंया के बाद व रा�� होन केे पवू� का समय— �दोष/पवू�रा�
• �ान न�े स देखेन वेाला अधंा ���— ��ाच�ु
• सभा म��वचाराथ� ��ततु बात— ��ताव
• हाथ स �ेलखी गई प�ुतक— पा�ड�ुल�प
• �कसी प�र�म के बदल �ेमलन वेाली रा�श— पा�र��मक
• �जसका �वभाव पशआु�के समान हो— पाश�वक
• महीन केे ��यके प� स सेबं�ंधत— पा��क
• �कसी �वषय का पणू� �ाता— पारगंत
• �जसम�स आेर–पार दखेा जा सकता हो— पारदश�
• जो परलोक स सेबं�ंधत हो— पारलौ�कक
• माग� म�खान केे �लए भोजन— पाथये
• �जसका सबंधं प�ृवी स हेो— पा�थ�व
• �ात इ�तहास के पवू� समय का— �ाग�ैतहा�सक
• �थल का वह भाग �जसके तीन ओर पानी हो— �ाय��प
• �जसको दखेकर अ�छा लग—े ��यदश�
• पीन के� इ�छा रखन वेाला— �पपासु
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32
• बार–बार कही गई बात— पनु���
• �जसका पनुः ज�म �आ हो— पनुज��म
• पहल �ेकया गया कथन— पवू��
• दोपहर स पेहल केा समय— पवूा��
• �ाचीन इ�तहास का �ाता— परुात�वव�ेा
• पीन येो�य पदाथ�— पये
• �पता एव �ं�पताआ�स सेबं�ंधत— पतैकृ
• जो स�प�� �पता स �ेा�त हो— पतैकृ स�प��
• फट–ेपरुान केपड़ पेहनन वेाला— फट�चर
• केवल फल� पर �नवा�ह करन वेाला— फलाहारी
• फल क� इ�छा रखन वेाला— फल�ेछु
• बरुी �क�मत वाला— बद�क�मत
• बरु �ेमजाज (आचरण) वाला— बद�मजाज
• सयू�दय स पेहल देो घड़ी तक का समय— ��म�ुत�
• जीवन का �थम आ�म— ��चया��म
• ब�त �वषय� का जानकार— ब��
• �जसन सेनुकर अनके �वषय� का �ान �ा�त �कया हो— ब��तु
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• सम�ु म�लगन वेाली आग— बड़वानल
• जो अनके �प धारण करता हो— ब���पया
• ब�त स देवेताआ�के अ��त�व म��व�ास करन वेाला मत—ब�दवेवाद
• काफ� अ�धक क�मत का— ब�म�ूय
• अनके भाषाआ�को जानन वेाला— ब�भाषा�वद्
• रात का भोजन— �याल/ूरा��भोज
• �जस ��ी के कोई सतंान नह� �ई हो— बाझँ
• खान केा इ�छुक— बबु�ुु
•
• �कसी भवना�द के ख�ंडत होन केे बाद बच भेाग— भ�नावशषे
• भय के कारण बचेनै— भयाकुल
• भा�य पर भरोसा रखन वेाला— भा�यवाद�
• जो भा�य का धनी हो— भा�यवान
• द�वार� पर बन �ेए �च�— �भ���च�
• जो प�ृवी के भीतर का �ान रखता हो— भगूभ�वतेा
• धरती पर चलन वेाला ज�त—ु भचूर
• जो पहल थेा या �आ— भतूपवू�
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• धरती को धारण करन वेाला पव�त— भधूर
• औष�धय� का जानकार— भषेज
• �ातःकाल गाया जान वेाला राग— भरैवी
• सयू�दय के पहल केा समय— भोर
• भगूोल स सेबं�ंधत— भौगो�लक
• फूल� का रस— मकरदं
• दोपहर का समय— म�या�
• सद� म�होन वेाली वषा�— महावट/मावठ
• हाथी को हाकँन वेाला— महावत
• सखु एव �ंःख म�एक समान रहन वेाला— मन�वी
• �जसक� आखँ�मगर जसैी हो— मकरा�
• �कसी मत का अनसुरण करन वेाला— मतानयुायी
• दो प�� के बीच म�पड़कर फैसला करान वेाला—मख�ाता/य�र�क
• जो ब�त ऊँची अका�ंा/इ�छा रखता हो— मह�वाका�ंी
• �जसक� ब�ु� कमजोर ह—ै म�दब�ु�/
म�तमा��
• �जसक� आ�मा महान हो— महा�मा
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• �कसी चीज के मम� का �ाता— मम��
• म�यरा�� का समय— म�यरा�
• मन का असीम �ःख— मन�ताप
• जहा कँेवल रते ही रते हो— म��थल
• मासँ आ�द खान वेाला— मासँाहारी
• माह म�होन वेाला— मा�सक
• माता क� ह�या करन वेाला— मातहृतंा
• कम खान वेाला— �मताहारी
• कम खच� करन वेाला— �मत�यी
• जो अस�य बोलता हो— �म�यावाद�
• �जस ��ी क� आखँ�मछली के समान ह�— मीना�ी
• थोड़ा �खला �आ फूल— मकुुल
• शभु काय� हते �ुनकाला गया समय— म�ुत�
• �दल खोलकर कहना— म�ुकंठ
• म�ुा का अ�धक चलन/�सार— म�ुा�फ��त
• मरणास� अव�थावाला/श�� के अनसुार— ममुषूु
• मरन के� इ�छा— ममुषूा�
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• मो� क� इ�छा रखन वेाला— ममु�ुु
• चपुचाप दखेन वेाला— मकूदश�क
• ह�रण के न�े� जसैी आखँ� वाली— मगृनयनी
• जो मीठ� वाणी बोलता हो— म�ृभाषी
• �जसन मे�ृय कुो जीत �लया हो— म�ृयुंजय
• कमल क� डडंी— मणृाल
• जो रचना �कसी ��� क� अपनी �वय कं� हो एव नंई हो— मौ�लक
• जड़ुवा भँाई या बहन— यमल/यमला
• रगंमचं का परदा— यव�नका
• श�� के अनसुार करना— यथाश��
• जसैा चा�हए, उ�चत हो वसैा— यथो�चत
• जो य�ं स सेबं�ंधत हो— या�ं�क
• जब तक जीवन रह—े याव�जीवन/
जीवनपय�त
• घमू–घमूकर जीवन �बतान वेाला— यायावर
• समाज को नई �दशा दकेर नए यगु क� श�ुआत करन वेाला—यगु�वत�क
• अपन येगु का �ान रखन वेाला— यगु��ा
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• य�–�थान पर �था�पत �कया जान वेाला खभंा— यपू
• रात को कुछ भी �दखाई नह� दने वेाला रोग— रत�धी
• �कसान� स भे�ूम कर लने वेाला सरकारी �वभाग— राज�व �वभाग
• रा�य �ारा आ�धका�रक �प स �ेका�शत होन वेाला प�—राजप�(गजट)
• �जसके नीच रेखेाए लँगाई गई ह�— रखेा�ंकत
• �मे, आन�द, भय आ�द स रे�गट खेड़ हेोन के� दशा— रोमाचं
• �स�ता स �ेजसके र�गट खेड़ हेो गए ह�— रोमा�ंचत
• जो लकड़ी काटकर जीवन �बताता हो— लकड़हारा
• �जसका वशं ल�ुत हो गया हो— ल�ुतवशं
• लोभी �वभाव वाला— ल�ुध/लोभी
• �जस देखेकर र�गट खेड़ हे� जाए—ँ लोमहष�क
• वशं पर�परा के अनसुार— वशंानगुत
• �जसके हाथ म�व� हो— व�पा�ण
• ब�त ही कठोर और बड़ा आघात— व�ाघात
• बचपन और यौवन के म�य क� उ�— वयस�ंध
• �जसका वण�न न �कया जा सके— वण�नातीत
• अ�धक बोलन वेाला— वाचाल
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• स�तान के ��त �मे— वा�स�य
• मकुदमा दायर करन वेाला— वाद�
• भाषण दने मे�चतरु— वा�मी
• �जसका वाणी पर पणू� अ�धकार हो— वाच�प�त
• सामा�जक मानमया�दा के �वपरीत काय� करन वेाला— वामाचारी
• गहृ–�नमा�ण सबंधंी �व�ान— वा�त�ुव�ान
• बाहर के तापमान का असर रोकन हेते कु� जान वेाली �व�था—वातानकुूलन
• वह क�या �जसके �ववाह करन केा वचन द �ेदया गया हो— वा�दता
• �जसम��वष �मला �आ हो— �वषा�
• �जस पर �व�ास �कया जा सके— �व��त
• �जस �वषय म��न��त मत न हो— �ववादा�पद
• �जसक� प�नी मर चकु� हो— �वधरु
• ��ी �जसका प�त मर गया हो— �वधवा
• सौतलेी मा—ँ �वमाता
• जो �सरी जा�त का हो— �वजातीय
• �जस पर अभी �वचार चल रहा हो— �वचाराधीन
• वह ��ी जो पढ़�–�लखी व �ानी हो— �व�षी
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39
• अपना �हत–अ�हत सोचन मे�समथ�— �ववके�
• अपनी जगह स अेलग �कया �आ— �व�था�पत
• �जसके अदंर कोई �वकार आ गया हो— �वकृत
• जो अपन धेम� के �व�� काय� करन वेाला हो— �वधम�
• जो �व�ध/काननू के अनसुार सही हो— �व�धवत/्वधै
• �कसी �वषय का �वशषे �ान रखन वेाला— �वशषे�
• �वनाश करन वेाला— �व�वसंक
• �जसके शरीर के भाग म�कमी हो— �वकलागं
• �जस �ेाकरण का परूा �ान हो— वयैाकरण
• सौ वष� का समहू— शता�द�
• जो शरण म�आ गया हो— शरणागत
• शरण क� इ�छा रखन वेाला— शरणाथ�
• हाथ म�पकड़कर चलाया जान वेाला ह�थयार जसै तेलवार— श��
• सौ व�तआु�का स�ंह— शतक
• जो सौ बात�एक साथ याद रख सकता ह—ै शतावधानी
• �जसके �मरण मा� स हेी श� कुा नाश हो/श� कुा नाश करनेवाला— श��ुन
• �जसका कोई आ�द और अतं न हो— शा�त
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40
• शाक, फलऔर फूल खान वेाला— शाकाहारी/�नरा�मष
• �जस श�द के दो अथ� ह�— �शल�
• �शव का आलय (�थान)— �शवालय
• शभु चाहन वेाला— शभु�ेछु/
शभुाका�ंी
• अनसुधंान के �लए �दया जान वेाला अनदुान— शोधव�ृ�
• जो सनुन येो�य हो— ��/�वणीय
• �जसम���ा भावना हो— ��ालु
• प�त/प�नी का �पता— �सरु
• प�त/प�नी क� माता— �� (ूसास)
• प�त/प�नी का भाई— �शयु� (साला)
• �जसके छह कोण ह�— षटक्ोण
• �जसके छह पद ह� (भ�रा)— षटप्द
• छह–छह माह म�होन वेाला— ष�मा�सक
• सोलह वष� क� अव�था वाली ��ी— षोडशी
• दो न�दय� के �मलन केा �थान— सगंम
• इ���य� को वश म�रखन वेाला— सयंमी
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• जो समाचार भजेता ह—ै सवंाददाता
• एक ही मा सँ उे�प� भाई/बहन— सहोदर/सहोदरा
• सात सौ दोह� का समहू— सतसई
• जो गणु–दोष� का �ववचेन करता हो— समालोचक
• सब कुछ जानन वेाला— सव��
• जो समान आय कुा हो— समवय�क
• जो सभी को समान ��� स देखेता हो— समदश�
• सा�ह��यक गणु–दोष� क� �ववचेना करन वेाला— समी�क
• वह ��ी �जसका प�त जी�वत हो— सधवा
• जो सदा स चेला आ रहा हो— सनातन
• अ�य लोग� के साथ गाया जान वेाला गीत— सहगान
• उसी समय म�होन वेाला/रहन वेाला— समकालीन
• साथ पढ़न वेाला— सहपाठ�
• जो �सर� क� बात सहन कर सकता हो— स�ह�णु
• छूत या ससंग� स फेैलन वेाला रोग— स�ंामक
• जो एक ही जा�त के ह�— सजातीय
• गीत� क� धनु बनान वेाला— सगंीतकार
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• रस पणू�— सरस
• साथ काम करन वेाला— सहकम�
• सबको ��य लगन वेाला— सव���य
• सद आ्चरण रखन वेाला— सदाचारी
• �ान दने वेाली दवेी— सर�वती
• जो अपनी प�नी के साथ हो— सप�नीक
• स�य के �लए आ�ह— स�या�ह
• शत� के साथ काम करन केा समझौता— स�ंवदा
• जो स�य बोलता हो— स�यवाद�/
स�यभाषी
• सहंार करन वेाला/मारन वेाला— सहंारक
• �जसका च�र� अ�छा हो— स�च�र�
• न ब�त ठ�डा न ब�त गम�— समशीतो�ण
• जो सब कुछ खाता हो— सव�भ�ी
• सब कुछ पान वेाला— सव�ल�ध
• जो सम�त दशे�/�थान� स सेबं�ंधत हो— साव�भौ�मक
• रथ हाकँन वेाला— सार�थ
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• जो पढ़ना–�लखना जानता ह—ै सा�र
• स�ताह म�एक बार होन वेाला— सा�ता�हक
• सभी लोग� के �लए— साव�ज�नक
• आकार स ये�ु (म�ूत�मान)— साकार
• जो सब जगह �व�मान हो— सव��ापी
• �जसक� �ीवा सुंदर हो— स�ुीव
• जो सोया �आ हो— सषु�ुत
• सधवा रहन के� दशा या अव�था— सहुाग
• पसीन से उे�प� जीव (जसै जेूँआ�द)— �वदेज
• �कसी स�ंथा या ��� के पचास वष� परू केरन केे उपल�य म�होनेवाला उ�सव— �वण� जयतंी
• ��ी के �वभाव जसैा— ��णै
• ग�तहीन रहन वेाला— �थावर
• �जसको �स� करन केे �लए अ�य �माण� क� ज�रत न हो—�वय�ंस�/
�वतः �माण
• अपनी ही इ�छानसुार प�त का वरण करन वेाली— �वयवंरा
• जो �वय भंोजन बनाकर खाता हो— �वयपंाक�
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• जो अपन हेी अधीन हो— �वाधीन
• जो अपना ही �हत सोचता हो— �वाथ�
• सौ व�तआु�का स�ंह— स�कड़ा/शतक
• हमला करन वेाला— हमलावर
• सनेा का वह भाग जो सबस आेग हेो— हरावल
• हवन स सेबं�ंधत साम�ी— ह�व
• ऐसा बयान जो शपथ स�हत �दया गया हो— हलफनामा
• �सर केे काम म�दखल दनेा— ह�त�पे
• ऐसा �ःख जो �दय को चीर डाल—े �दय �वदारक
• �दय स सेबं�ंधत— हा�द�क
• �जस पर हसँी आती हो/जो हसँी का पा� हो— हा�या�पद
• �कसी स�ंथा या ��� के साठ वष� परू हेोन केे उपल�य म�होनेवाला उ�सव— हीरक जयतंी
• जो बात �दय म�अ�छ� तरह बठै गई हो— �दयगंम
• �सर� का �हत चाहन वेाला— �हतषैी
• न टलन वेाली घटना/अव�यभंावी घटना/भा�याधीन— होनहार
• य� म�आ��त दने वेाला— होमा��न
�व�भ� �कार क� इ�छाए:ँ
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• �कसी व�त कुो �ा�त करन के� ती� इ�छा— अभी�सा
• सासंा�रक व�तआु�को �ा�त करन के� इ�छा— एषणा
• काय� करन के� इ�छा— �चक�षा�
• जानन के� इ�छा— �ज�ासा
• जीतन,े दमन करन के� इ�छा— �जगीषा
• �कसी को जीत लने के� इ�छा रखन वेाला— �जगीषु
• �कसी को मारन के� इ�छा— �जघासंा
• भोजन करन के� इ�छा— �जघ�सा
• �हण करन,े पकड़न के� इ�छा— �जघ�ृा
• �जदँा रहन के� इ�छा— �जजी�वषा
• �ान �ा�त करन के� इ�छा— �ान�पपासा
• तरै कर पार जान के� इ�छा— �ततीषा�
• धन क� इ�छा रखन वेाला— धन�ेछु
• पीन के� इ�छा रखन वेाला— �पपासु
• फल क� इ�छा रखन वेाला— फल�ेछु
• खान के� इ�छा— बभु�ुा
• खान केा इ�छुक— बभु�ुु
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• जो अ�य�धक भखूा हो— बभु�ु�त
• मो� क� इ�छा रखन वेाला— ममु�ुु
• मरन के� इ�छा— ममुषुा�
• मरणास� अव�था वाला/मरन केो इ�छुक— ममुषूू�
• य�ु क� इ�छा रखन वेाला— ययु�ुसु
• य�ु करन के� इ�छा— ययु�ुसा
• शभु चाहन वेाला—शभु�ेछु
• �हत वाला— �हतषैी
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