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ONLINE TAIYARI GROUP --> +91-9555951655 1 ONLINE TAIYARI GROUP +91-9555951655 वाया श क लए एक शद

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    ONLINE TAIYARI GROUP

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    वा�याशं के �लए एक श�द

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    अ�छ� रचना के �लए आव�यक ह �ैक कम स केम श�द� म��वचार�कट �कए जाए।ँ भाषा म�यह स�ुवधा भी होनी चा�हए �क व�ा यालखेक कम स केम श�द� म�अथा�त स्�ंपे म�बोलकर या �लखकर�वचार अ�भ�� कर सके। कम स केम श�द� म�अ�धका�धक अथ�को �कट करन केे �लए ‘वा�याशं या श�द–समहू के �लए एक श�द’का �व�ततृ �ान होना आव�यक ह।ै ऐस शे�द� के �योग सेवा�य–रचना म�स�ं��तता, स�ुदरता तथा गभंीरता आ जाती ह।ै

    कुछ उदाहरण �न�न�ल�खत ह�–

    वा�याशं या श�द समहू -- श�द

    • हाथी हाकँन केा छोटा भाला— अकंुश

    • जो कहा न जा सके— अकथनीय

    • �जस �ेमा न �कया जा सके— अ��य

    • �जस �थान पर कोई न जा सके— अग�य

    • जो कभी बढ़ूा न हो— अजर

    • �जसका कोई श� नु हो— अजातश�ु

    • जो जीता न जा सके— अजये

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    • जो �दखाई न पड़—े अ��य

    • �जसके समान कोई न हो— अ��तीय

    • �दय क� बात�जानन वेाला— अ�तया�मी

    • प�ृवी, �ह� और तार� आ�द का �थान— अ�त�र�

    • दोपहर बाद का समय— अपरा�

    • जो सामा�य �नयम के �व�� हो— अपवाद

    • �जस पर मकुदमा चल रहा हो/अपराध करन केा आरोपहो/अ�भयोग लगाया गया हो— अ�भय�ु

    • जो पहल केभी नह� �आ— अभतूपवू�

    • फ�क कर चलाया जान वेाला ह�थयार— अ��

    • �जसक� �गनती न हो सके— अग�णत/अगणनीय

    • जो पहल पेढ़ा �आ न हो— अप�ठत

    • �जसके आन के� �त�थ �न��त न हो— अ�त�थ

    • कमर के नीच पेहन जेान वेाला व��— अधोव��

    • �जसके बार मे�कोई �न�य न हो— अ�न��त

    • �जसका भाषा �ारा वण�न असभंव हो— अ�नव�चनीय

    • अ�य�धक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात— अ�तशयो��

    • सबस आेग रेहन वेाला— अ�णी

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    • जो पहल जे�मा हो— अ�ज

    • जो बाद म�ज�मा हो— अनजु

    • जो इ�ं�य� �ारा न जाना जा सके— अगोचर

    • �जसका पता न हो— अ�ात

    • आग आेन वेाला— आगामी

    • अ�ड से जे�म लने वेाला— अ�डज

    • जो छून येो�य न हो— अछूत

    • जो छुआ न गया हो— अछूता

    • जो अपन �ेथान या ��थ�त स अेलग न �कया जा सके— अ�यतु

    • जो अपनी बात स टेल नेह�— अटल

    • �जस प�ुतक म�आठ अ�याय ह�— अ�ा�यायी

    • आव�यकता स अे�धक बरसात— अ�तव�ृ�

    • बरसात �ब�कुल न होना— अनाव�ृ�

    • ब�त कम बरसात होना— अ�पव�ृ�

    • इ�ं�य� क� प�चँ स बेाहर— अती���य/इ�ंयातीत

    • सीमा का अन�ुचत उ�लघंन— अ�त�मण

    • जो बीत गया हो— अतीत

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    • �जसक� गहराई का पता न लग सके— अथाह

    • आग केा �वचार न कर सकन वेाला— अ�रदश�

    • जो आज तक स से�ब�ध रखता ह—ै अ�तन

    • आदशे जो �न��त अव�ध तक लाग हूो— अ�यादशे

    • �जस पर �कसी न अे�धकार कर �लया हो— अ�धकृत

    • वह सचूना जो सरकार क� ओर स जेारी हो— अ�धसचूना

    • �वधा�यका �ारा �वीकृत �नयम— अ�ध�नयम

    • अ�ववा�हत म�हला— अनढ़ूा

    • वह ��ी �जसके प�त न �ेसरी शाद� कर ली हो— अ�यढ़ूा

    • �सर के� �ववा�हत ��ी— अ�योढ़ा

    • ग�ु के पास रहकर पढ़न वेाला— अ�तवेासी

    • पहाड़ के ऊपर क� समतल जमीन— अ�ध�यका

    • �जसके ह�ता�र नीच अे�ंकत ह�— अधोह�ता�रक�ा�

    • एक भाषा के �वचार� को �सरी भाषा म��� करना— अनवुाद

    • �कसी स��दाय का समथ�न करन वेाला— अनयुायी

    • �कसी ��ताव का समथ�न करन के� ��या— अनमुोदन

    • �जसके माता–�पता न ह�— अनाथ

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    • �जसका ज�म �न�न वण� म��आ हो— अ�ंयज

    • पर�परा स चेली आई कथा— अन�ु�ुत

    • �जसका कोई �सरा उपाय न हो— अन�योपाय

    • वह भाई जो अ�य माता स उे�प� �आ हो— अ�योदर

    • पलक को �बना झपकाए— अ�नमषे/

    �न�न�मषे

    • जो बलुाया न गया हो— अना�त

    • जो ढका �आ न हो— अनावतृ

    • जो दोहराया न गया हो— अनावत�

    • पहल �ेलख गेए प� का �मरण— अन�ुमारक

    • पीछ–ेपीछ चेलन वेाला/अनसुरण करन वेाला— अनगुामी

    • महल का वह भाग जहा रँा�नया �ँनवास करती ह�—अतंःपरु/र�नवास

    • �जस �ेकसी बात का पता न हो— अन�भ�/अ�

    • �जसका आदर न �कया गया हो— अना�त

    • �जसका मन कह� अ�य� लगा हो— अ�यमन�क

    • जो धन को �थ� ही खच� करता हो— अप�यी

    • आव�यकता स अे�धक धन का सचंय न करना— अप�र�ह

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    • जो �कसी पर अ�भयोग लगाए— अ�भयोगी

    • जो भोजन रोगी के �लए �न�ष� ह—ै अप�य

    • �जस व�� को पहना न गया हो— अ�हत

    • न जोता गया खते— अ�हत

    • जो �बन मागँ �ेमल जाए— अया�चत

    • जो कम बोलता हो— अ�पभाषी/

    �मतभाषी

    • आदशे क� अवहलेना— अव�ा

    • जो �बना वतेन के काय� करता हो— अवतै�नक

    • जो ��� �वदशे म�रहता हो— अ�वासी

    • जो सहनशील न हो— अस�ह�णु

    • �जसका कभी अ�त न हो— अन�त

    • �जसका दमन न �कया जा सके— अद�य

    • �जसका �पश� करना व�ज�त हो— अ�प�ृय

    • �जसका �व�ास न �कया जा सके— अ�व��त

    • जो कभी न� न होन वेाला हो— अन�र

    • जो रचना अ�य भाषा क� अनवुाद हो— अन�ूदत

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    • �जसके पास कुछ न हो अथा�त द्�र�— अ�क�चन

    • जो कभी मरता न हो— अमर

    • जो सनुा �आ न हो— अ��

    • �जसको भदेा न जा सके— अभ�े

    • जो साधा न जा सके— असा�य

    • जो चीज इस ससंार म�न हो— अलौ�कक

    • जो बा� ससंार के �ान स अेन�भ� हो— अलोक�

    • �जस लेाघँा न जा सके— अलघंनीय

    • �जसक� तलुना न हो सके— अतलुनीय

    • �जसके आ�द (�ार�भ) का पता न हो— अना�द

    • �जसक� सबस पेहल गेणना क� जाय—े अ�गण

    • सभी जा�तय� स से�ब�ध रखन वेाला— अ�तजा�तीय

    • �जसक� कोई उपमा न हो— अनपुम

    • �जसका वण�न न हो सके— अवण�नीय

    • �जसका खडंन न �कया जा सके— अखडंनीय

    • �जस जेाना न जा सके— अ�ये

    • जो ब�त गहरा हो— अगाध

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    • �जसका �चतँन न �कया जा सके— अ�च�ँय

    • �जसको काटा न जा सके— अका�

    • �जसको �यागा न जा सके— अ�या�य

    • वा�त�वक म�ूय स अे�धक �लया जान वेाला म�ूय— अ�धम�ूय

    • अ�य स सेबंधं न रखन वेाला/�कसी एक म�ही आ�था रखन वेाला—अन�य

    • जो �बना अ�तर के घ�टत हो— अन�तर

    • �जसका कोई घर (�नकेत) न हो— अ�नकेत

    • क�न�ा (सबस छेोट�) और म�यमा के बीच क� उगँली— अना�मका

    • मलूकथा म�आन वेाला �सगं, लघ कुथा— अतंःकथा

    • �जसका �नवारण न �कया जा सके/�जस केरना आव�यक हो—अ�नवाय�

    • �जसका �वरोध न �आ हो या न हो सके— अ�न��/अ�वरोधी

    • �जसका �कसी म�लगाव या �मे हो— अनरु�

    • जो अन�ुह (कृपा) स ये�ु हो— अनगुहृीत

    • �जस पर आ�मण न �कया गया हो— अना�ातं

    • �जसका उ�र न �दया गया हो— अन�ु�रत

    • अनकुरण करन येो�य— अनकुरणीय

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    • जो कभी न आया हो (भ�व�य)— अनागत

    • जो ��े गणु� स ये�ु न हो— अनाय�

    • �जसक� अप�ेा हो— अप�े�त

    • जो मापा न जा सके— अप�रमये

    • नीच के� ओर लाना या ख�चना— अपकष�

    • जो सामन ने हो— अ��य�/परो�

    • �जसक� आशा न क� गई हो— अ��या�शत

    • जो �माण स �ेस� न हो सके— अ�मये

    • �कसी काम के बार–बार करन केे अनभुव वाला— अ�य�त

    • �कसी व�त कुो �ा�त करन के� ती� इ�छा— अभी�सा

    • जो सा�ह�य कला आ�द म�रस न ल—े अर�सक

    • �जसको �ा�त न �कया जा सके

    • जो कम जानता हो— अ�प�

    • जो वध करन येो�य न हो— अव�य

    • जो �व�ध या काननू के �व�� हो— अवधै

    • जो भला–बरुा न समझता हो अथवा सोच–समझकर काम न करताहो— अ�ववके�

    • �जसका �वभाजन न �कया जा सके— अ�वभा�य/अभा�य

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    • �जसका �वभाजन न �कया गया हो— अ�वभ�

    • �जस पर �वचार न �कया गया हो— अ�वचा�रत

    • जो काय� अव�य होन वेाला हो— अव�यभंावी

    • �जसको �वहार म�न लाया गया हो— अ�व�त

    • जो ��ी सयू� भी नह� दखे पाती— असयू�प�या

    • न हो सकन वेाला काय� आ�द— अश�य

    • जो शोक करन येो�य नह� हो— अशो�य

    • जो कहन,े सनुन,े दखेन मे�ल�जापणू�, �घनौना हो— अ�ील

    • �जस रोग का इलाज न �कया जा सके— असा�य रोग/लाइलाज

    • �जसस पेार न पाई जा सके— अपार

    • बढ़ूा–सा �दखन वेाला ���— अधड़े

    • �जसका कोई म�ूय न हो— अम�ूय

    • जो म�ृय कुे समीप हो— आस�म�ृयु

    • �कसी बात पर बार–बार जोर दनेा— आ�ह

    • वह ��ी �जसका प�त परदशे स लेौटा हो— आगतप�तका

    • �जसक� भजुाए घँटुन� तक ल�बी ह�— आजानबुा�

    • म�ृयपुय��त— आमरण

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    • जो अपन ऊेपर �नभ�र हो— आ�म�नभ�र/�वावलबंी

    • �थ� का �दश�न— आड�बर

    • परू जेीवन तक— आजीवन

    • अपनी ह�या �वय कंरना— आ�मह�या

    • अपनी �शसंा �वय कंरन वेाला— आ�म�ाघी

    • कोई ऐसी व�त बुनाना �जसको पहल केोई न जानता हो—आ�व�कार

    • ई�र म��व�ास रखन वेाला— आ��तक

    • शी� �स� होन वेाला— आशतुोष

    • �वदशे स देशे म�माल मगँाना— आयात

    • �सर स पेावँ तक— आपादम�तक

    • �ार�भ स लेकेर अतं तक— आ�ोपा�त

    • अपनी ह�या �वय कंरन वेाला— आ�मघाती

    • जो अ�त�थ का स�कार करता ह—ै आ�तथये/मजेबान

    • �सर केे �हत म�अपना जीवन �याग दनेा— आ�मो�सग�

    • जो ब�त �ूर �वहार करता हो— आततायी

    • �जसका स�ब�ध आ�मा स हेो— आ�या��मक

    • �जस पर हमला �कया गया हो— आ�ातं

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    • �जसन हेमला �कया हो— आ�ातंा

    • �जस सेूँघा न जा सके— आ�ये

    • �जसक� कोई आशा न क� गई हो— आशातीत

    • जो कभी �नराश होना न जान—े आशावाद�

    • �कसी नई चीज क� खोज करन वेाला— आ�व�कारक

    • जो गणु–दोष का �ववचेन करता हो— आलोचक

    • जो ज�म लते हेी �गर या मर गया हो— आज�मपात

    • वह क�व जो त�काल क�वता कर सके— आशकु�व

    • प�व� आचरण वाला— आचारपतू

    • लखेक �ारा �वय कं� �लखी गई जीवनी— आ�मकथा

    • वह चीज �जसक� चाह हो— इ��छत

    • �क�ह� घटनाआ�का काल�म स �ेकया गया वण�न— इ�तव�ृ

    • इस लोक स सेबं�ंधत— इहलौ�कक

    • जो इ�� पर �वजय �ा�त कर चकुा हो— इ�ंजीत

    • मा–ँबाप का अकेला लड़का— इकलौता

    • जो इ���य� स पेर हेो/जो इ���य� के �ारा �ात न हो— इ���यातीत

    • �सर के� उ��त स जेलना— ई�या�

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    • उ�र और पवू� के बीच क� �दशा— ईशान/ईशा�य

    • पव�त क� �नचली समतल भ�ूम— उप�यका

    • �सर केे खान से बेची व�त—ु उ��छ�

    • �कसी भी �नयम का पालन नह� करन वेाला— उ�छृखंल

    • वह पव�त जहा सँ सेयू� और च��मा उ�दत होत मेान जेात हे�—उदयाचल

    • �जसके ऊपर �कसी का उपकार हो— उपकृत

    • ऐसी जमीन जो अ�छ� उ�पादक हो— उव�रा

    • जो छाती के बल चलता हो (सापँ आ�द)— उरग

    • �जसन अेपना ऋण परूा चकुा �दया हो— उऋण

    • �जसका मन जगत स उेचट गया हो— उदासीन

    • �जसक� दोन� म��न�ा हो— उभय�न�

    • ऊपर क� ओर जान वेाला— उ�व�गामी

    • नद� के �नकलन केा �थान— उ�म

    • �कसी व�त कुे �नमा�ण म�सहायक साधन— उपकरण

    • जो उपासना के यो�य हो— उपा�य

    • मरन केे बाद स�प�� का मा�लक— उ�रा�धकारी/वा�रस

    • सयू�दय क� ला�लमा— उषा

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    • �जसका ऊपर कथन �कया गया हो— उपयु��

    • कुँए के पास का वह जल कुंड �जसम�पश पुानी पीत हे�— उबारा

    • छोट�–बड़ी व�तआु�को उठा ल जेान वेाला— उठाई�गरा

    • �जस भ�ूम म�कुछ भी पदैा न होता हो— ऊसर

    • सयूा��त के समय �दखन वेाली ला�लमा— ऊषा

    • �वचार� का ऐसा �वाह �जसस केोई �न�कष� न �नकल—े ऊहापोह

    • कई जगह स �ेमलाकर इक�ा �कया �आ— एक�कृत

    • सासंा�रक व�तआु�को �ा�त करन के� इ�छा— एषणा

    • वह ��थ�त जो अ�ंतक �नणा�यक हो, �न��त— एका�ंतक

    • जो ��� क� इ�छा पर �नभ�र हो— ऐ��छक

    • इ�ं�य� को ��मत करन वेाला— ए��जा�लक

    • लकड़ी या प�थर का बना पा� �जसम�अ� कूटा जाता ह—ै ओखली

    • सापँ–�ब�छू के जहर या भतू–�ते के भय को म�ं� स झेाड़नेवाला— ओझा

    • जो उप�नषद� स सेबं�ंधत हो— औप�नष�दक

    • जो मा� �श�ाचार, �ावहा�रकता के �लए हो— औपचा�रक

    • �ववा�हता प�नी स उे�प� सतंान— औरस

    • ह��य� का ढाचँा— कंकाल

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    • दो ���य� के बीच पर�पर होन वेाली बातचीत— कथोपकथन

    • बत�न बचेन वेाला— कसरेा

    • �जस अेपन मेत या �व�ास का अ�धकआ�ह हो— क�र

    • �जसक� क�पना न क� जा सके— क�पनातीत

    • ऐसा अ� जो खान येो�य न हो— कद�

    • हाथी का ब�चा— कलभ

    • कम� म�त�पर रहन वेाला— कम�ठ

    • एक के बाद एक— �म

    • कान म�कही जान वेाली बात— कानाबाती/कानाफूसी

    • सरकार का वह अगं जो काननू का पालन करता ह—ै काय�पा�लका

    • शृंगा�रक वासनाआ�के ��त आक�ष�त— कामकु

    • जो �ःख या भय स पेी�ड़त हो— कातर

    • अपनी गलती �वीकार करन वेाला— कायल

    • �सर के� ह�या करन वेाला— का�तल

    • बा�याव�था और यवुाव�था के बीच क� अव�था— �कशोराव�था

    • जो बात पवू�काल स लेोग� म�सनुकर �च�लत हो—�क�वद�ती/जन��ुत

    • अपन केाम के बार मे�कुछ �न�य न करन वेाला— �क�कत���वमढ़ू

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    • व�ृ लता आ�द स ढेका �थान— कु�

    • �जस लड़के का �ववाह न �आ हो— कुमार

    • ऐसी लड़क� �जसका �ववाह न �आ हो— कुमारी

    • बरु केाय� करन वेाला— कुकम�

    • बरु मेाग� पर चलन वेाला— कुमाग�

    • �जसक� ब�ु� ब�त तजे हो— कुशा�ब�ु�

    • जो अ�छ केुल म�उ�प� �आ हो— कुलीन

    • वह ��� �जसका �ान अपन हेी �थान तक सी�मत हो—कूपमडंकू

    • �कए गए उपकार को मानन वेाला— कृत�

    • �कए गए उपकार को न मानन वेाला— कृत�न

    • जो धन को अ�य�धक कंजसूी स खेच� करता हो— कृपण

    • �जसन सेकं�प कर रखा ह—ै कृतसकं�प

    • जो के�� स हेटकर �र जाता हो— के��ापसारी

    • जो के�� क� ओर उ�मखु हो— के��ा�भसारी/के��ा�भमखु

    • सप� के शरीर स �ेनकली �ई खोली— क�चलुी

    • जो �मा �कया जा सके— ��य

    • �जसका कुछ ही समय म�नाश हो जाए— �णभगंरु

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    • जहा धँरती और आकाश �मलत �ेए �दखाई दते हे�— ���तज

    • जो भखू �मटान केे �लए बचेनै हो— �धुातरु

    • भखू स पेी�ड़त— �धुात�

    • वह ��ी �जसका प�त अ�य ��ी के साथ रात को रहकर �ातःलौट—े ख�ंडता

    • आकाशीय �प�ड� का �ववचेन करन वेाला— खगोलशा��ी

    • जो ��� अपन हेाथ म�तलवार �लए रहता ह—ै खडग्ह�त

    • नायक का ��त����— खलनायक

    • जहा सँ गेगंा नद� का उ�म होता ह—ै गगंो�ी

    • शरीर का �ापार करन वेाली ��ी— ग�णका

    • जो आकाश को छू रहा हो— गगन�पश�

    • पहल से चेली आ रही पर�परा का अनपुालन करन वेाला—गतानगु�तक

    • �हण करन येो�य— �ा�

    • गीत गान वेाला/वाली— गायक/गा�यका

    • गीत रचन वेाला— गीतकार

    • हर पदाथ� को अपनी ओर आकृ� करन वेाली श��— ग�ु�वाकष�ण

    • जो बात गढ़ू (रह�यपणू�) हो— गढ़ूो��

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    • जीवन का ��तीय आ�म— गहृ�था�म

    • गाय� के खरु� स उेड़ी धलू— गोध�ूल

    • जब गाय�जगंल स लेौटती ह�और उनके चलन के� धलू आसमान म�उड़ती ह (ै�दन और रा�� के बीच का समय)— गोध�ूल बलेा

    • गाय� के रहन केा �थान— गौशाला

    • घास खोदकर जीवन–�नवा�ह करन वेाला— घ�सयारा

    • शरीर क� हा�न करन वेाला— घातक

    • जो घणृा का पा� हो— घ�ृणत/घणृा�पद

    • �जसके �सर पर च�ंकला हो (�शव)— च�ंचड़ू/च�ंशखेर

    • वह कृ�त �जसम�ग�और प� दोन� ह�— चपंू

    • च� के �प म�घमूती �ई चलन वेाली हवा— च�वात

    • �याज का वह �कार �जसम�मलू �याज पर भी �याज लगता ह—ैच�व�ृ� �याज

    • �जसके हाथ म�च� हो— च�पा�ण

    • चार भजुाआ�वाला— चतभुु�ज

    • काय� करन के� इ�छा— �च�क�षा�

    • लबं सेमय तक जीन वेाला— �चरजंीवी

    • जो �चरकाल स चेला आया ह—ै �चरतंन

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    • जो ब�त समय तक ठहर सके— �चर�थायी

    • �चतँा (�चतँन) करन येो�य बात— �चतँनीय/�च�ँय

    • �जस पर �च� लगाया गया हो— �च��त

    • चार परै� वाला— चौपाया/चत�ुपद

    • जो ग�ुत �प स �ेनवास कर रहा हो— छ�वासी

    • �सर� के केवल दोष� को खोजन वेाला— �छ�ा�वषेी

    • प�थर को गढ़न वेाला औजार— छनैी

    • एक �थान स �ेसर �ेथान पर चलन वेाला— जगंम

    • पटे क� अ��न— जठरा��न

    • बारात ठहरन केा �थान— जनवासा

    • जो जल बरसाता हो— जलद

    • जो जल स उे�प� हो— जलज

    • वह पहाड़ �जसके मखु स आेग �नकल—े �वालामखुी

    • जल म�रहन वेाला जीव— जलचर

    • जनता �ारा चलाया जान वेाला त�ं— जनत�ं

    • उ� म�बड़ा— �य�े

    • जो चम�कारी ��याआ�का �दश�न करता हो— जा�गर

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    • �जसन आे�मा को जीत �लया हो— �जता�मा

    • जानन के� इ�छा रखन वेाला— �ज�ासु

    • इ���य� को वश म�करन वेाला— �जत�े��य

    • �कसी के जीवन–भर के काय� का �ववरण— जीवन–च�र�

    • जो जीतन केे यो�य हो— जये

    • जठे (प�त का बड़ा भाई) का प�ु— जठेोत

    • ���य� �ारा अपनी इ�जत बचान केे �लए �कया गया साम�ूहकअ��न-�वशे— जौहर

    • �ान दने वेाली— �ानदा

    • जो �ान �ा�त करन के� इ�छा रखता हो— �ान�पपासु

    • ब�त गहरा तथा ब�त बड़ा �ाकृ�तक जलाशय— झील

    • जहा �ँस�क� क� ढलाई होती ह—ै टकसाल

    • बत�न बनान वेाला— ठठेरा

    • जनता को सचूना दने हेते बुजाया जान वेाला वा�— �ढ�ढोरा

    • जो �कसी भी गटु म�न हो— तट�थ/�नगु�ट

    • ह�क� न�द— त��ा

    • जो �कसी काय� या �च�तन म�डबूा हो— त�लीन

    • ऋ�षय� के तप करन के� भ�ूम— तपोभ�ूम

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    • उसी समय का— त�कालीन

    • वह राजक�य धन जो �कसान� क� सहायता हते �ुदया जाता ह—ैतक़ाबी

    • �जसम�बाण रख जेात हे�— तरकश/तणूीर

    • जो चोरी–�छप मेाल लाता ल जेाता हो— त�कर

    • �कसी को पद छोड़न केे �लए �लखा गया प�— �यागप�

    • तक� करन वेाला ���— ता�क�क

    • द�ैहक, द�ैवक और भौ�तक सखु— ताप�य

    • तरै कर पार जान के� इ�छा— �ततीषा�

    • �ान म��वशे का माग�दश�क— तीथ�कर

    • वह ��� जो छुटकारा �दलाता ह/ैर�ा करता ह—ै �ाता

    • �खा�त नाटक— �ासद�

    • भतू, वत�मान और भ�व�य को जानन/ेदखेन वेाला— ��काल�/

    ��कालदश�

    • गगंा, जमनुा और सर�वती नद� का सगंम— ��वणेी

    • �जसके तीन आखँ हे�— ��न�े

    • वह �थान जो दोन� भकृु�टआ�के बीच होता ह—ै ��कुट�

    • तीन महीन मे�एक बार— �मैा�सक

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    • जो धरती पर �नवास करता हो— थलचर

    • प�त और प�नी का जोड़ा— दपंती

    • दस वष� क� समयाव�ध— दशक

    • गोद �लया �आ प�ु— द�क

    • सकंु�चत �वचार रखन वेाला— द�क़यानसू

    • धन जो �ववाह के समय प�ुी के �पता स �ेा�त हो— दहजे

    • जगंल म�फैलन वेाली आग— दावानल

    • �दन भर का काय��म— �दनचया�

    • �दखन मेा� को अ�छा लगन वेाल— �दखावट�

    • जो सपना �दन (�दवा) म�दखेा जाता ह—ै �दवा�व�

    • दो बार ज�म लने वेाला (�ा�ण, प�ी, दातँ)— ��ज

    • �जसन दे��ा ली हो— द���त

    • अन�ुचत बात के �लए आ�ह— �रा�ह

    • बरु भेाव स के� गई स�ंध— �र�भस�ंध

    • वह काय� �जसको करना क�ठन हो— ��कर

    • दो �व�भ� भाषाए जँानन वेाल �े��य� को एक–�सर के� बातसमझान वेाला— �भा�षया

    • जो शी�ता स चेलता हो— ��तगामी

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    • �जस के�ठनाई स जेाना जा सके— ���य

    • �जसको पकड़न मे�क�ठनाई हो— �र�भ�ह/��ा�

    • प�त के �नहे स वे�ंचत ��ी— �भ�गा

    • �जस के�ठनता स सेाधा/�स� �कया जा सके— ��सा�य

    • जो क�ठनाई स सेमझ म�आता ह—ै �ब�ध

    • वह माग� जो चलन मे�क�ठनाई पदैा करता ह—ै �ग�म

    • �जसम�खराब आदत�ह�— ���सनी

    • �जसको मापना क�ठन हो— ��प�रमये

    • �जसको जीतना ब�त क�ठन हो— �ज�य

    • वह ब�चा जो अभी मा कँे �ध पर �नभ�र ह—ै �धमुँहा

    • बरु भेा�य वाला— �भा��यशाली

    • �जसम�दया भावना हो— दयालु

    • �जसका आचरण बरुा हो— �राचारी

    • �ध पर आधा�रत रहन वेाला— ��धाहारी

    • �जसक� �ा��त क�ठन हो— �ल�भ

    • �जसका दमन करना क�ठन हो— �द�मनीय

    • आग के� बात सोचन वेाला ���— �रदश�

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    • दशे स �ेोह करन वेाला— दशे�ोही

    • दहे स से�ब��धत— द�ैहक

    • दवे के �ारा �कया �आ— द�ैवक

    • ��त�दन होन वेाला— द�ैनक

    • धन स से�प�— धनी

    • जो धनषु को धारण करता हो— धनधु�र

    • धन क� इ�छा रखन वेाला— धन�ेछु

    • गरीब� के �लए दान के �प म��दया जान वेाला अ�–धन आ�द—धमा�दा

    • �जसक� धम� म��न�ा हो— धम��न�ा

    • �कसी के पास रखी �ई �सर के� व�त—ु धरोहर/थाती

    • मछली पकड़कर आजी�वका चलान वेाला— धीवर

    • जो धीरज रखता हो— धीर

    • धरुी को धारण करन वेाला अथा�त आ्धारभतू काय� म��वीण—धरुधंर

    • अपन �ेथान पर अटल रहन वेाला— �वु

    • �यान करन येो�य अथवा ल�य— �यये

    • �यान करन वेाला— �याता/�यानी

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    • �जसका ज�म अभी–अभी �आ हो— नवजात

    • गाय को �हत सेमय बछड़ केा गला बाधँन के� र�सी जो गाय के परै�म�बाधँी जाती ह—ै न�व

    • जो नया–नया आया ह—ै नवागतंकु

    • �जसका उदय हाल ही म��आ ह—ै नवो�दत

    • जो आकाश म��वचरण करता ह—ै नभचर

    • स�मान म�द� जान वेाली भ�ट— नजराना

    • �जस ��ी का �ववाह अभी �आ हो— नवोढ़ा

    • ई�र म��व�ास न रखन वेाला— ना��तक

    • परुाना घाव जो �रसता रहता हो— नासरू

    • जो न� होन वेाला हो— नाशवान/न�र

    • नरक के यो�य— नारक�य

    • वह �थान या �कान जहा हँजामत बनाई जाती ह—ै ना�पतशाला

    • �कसी स भेी न डरन वेाला— �नडर/�नभ�क

    • जो कपट स रे�हत ह—ै �न�कपट

    • जो पढ़ना–�लखना न जानता हो— �नर�र

    • �जसका कोई अथ� न हो— �नरथ�क

    • �जस केोई इ�छा न हो— �न�पहृ

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    • रात म��वचरण करन वेाला— �नशाचर

    • �जसका आकार न हो— �नराकार

    • केवल शाक, फल एव फंूल खान वेाला या जो मासं न खाता हो—�नरा�मष

    • �जसस �ेकसी �कार क� हा�न न हो— �नरापद

    • �जसके अवयव न हो— �नरवयव

    • �बना भोजन (आहार) के— �नराहार

    • जो यह मानता ह �ैक ससंार म�कुछ भी अ�छा होन के� आशा नह�ह—ै �नराशावाद�

    • जो उ�र न द सेके— �न��र

    • �जसके कोई दाग/कलकं न हो— �न�कलकं

    • �जसम�कोई कंटक/अड़चन न हो— �न�कंटक

    • �जसका अपना कोई श�ुक न हो— �नःश�ुक

    • �जसके सतंान न हो— �नःसतंान

    • �जसका अपना कोई �वाथ� न हो— �न��वाथ�

    • �ापा�रक व�तआु�को �कसी �सर देशे म�भजेन केा काय�— �नया�त

    • �जसको दशे स �ेनकाल �दया गया हो— �नवा��सत

    • �बना �कसी बाधा के— �नबा�ध

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    • जो मम�व स रे�हत हो— �नम�म

    • �जसक� �कसी स उेपमा/तलुना न द� जा सके— �न�पम

    • जो �नण�य करन वेाला हो— �नणा�यक

    • �जस �ेकसी चीज क� लालसा न हो— �न�काम

    • �जसम��कसी बात का �ववाद न हो— �न�व�वाद

    • जो �न�दा करन येो�य हो— �न�दनीय

    • �जसम��कसी �कार का �वकार उ�प� न हो— �न�व�कार

    • जो ल�जा स रे�हत हो— �नल��ज

    • �जसको भय न हो— �नभ�य

    • जो नी�त जानता हो— नी�त�

    • रगंमचं पर पद�के पीछ केा �थान— नपे�य

    • आजीवन ��चय� का �त करन वेाला— न�ै�क

    • जो नी�त के अनकुूल हो— न�ैतक

    • जो �यायशा�� क� बात जानता हो— नयैा�यक

    • घतृ, ��ध, द�ध, शहद व श�कर स बेनन वेाला पदाथ�— पचंामतृ

    • प�पात करन वेाला— प�पाती

    • पदाथ� का सबस छेोटा कण— परमाणु

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    • �जतन के� आव�यकता हो उतना— पया��त

    • महीन केे दो प�� म�स एेक— पखवाड़ा

    • नाटक का पदा� �गरना— पटा�पे/

    यव�नकापतन

    • अपनी गलती के �लए �कया �आ �ःख— प�ाताप

    • केवल अपन पे�त म�अनरुाग रखन वेाली ��ी— प�त�ता

    • प�त को चनुन के� इ�छा वाली क�या— प�त�वरा

    • उपाय/माग� बतान वेाला— पथ-�दश�क/माग�दश�क

    • अपन मेाग� स �ेयतु/भटका �आ— पथ��

    • अपन पेद स हेटाया �आ— पद�यतु

    • जो भोजन रोगी के �लए उ�चत ह—ै प�य

    • घमून–े�फरन/ेदशे–दशेा�तर �मण करन वेाला या�ी— पय�टक

    • केवल �ध पर �नभ�र रहन वेाला— पयोहारी

    • �सर� पर �नभ�र रहन वेाला— परा��त/परा�यी

    • परप�ुष स �ेमे करन वेाली ��ी— परक�या

    • प�त �ारा छोड़ द� गई प�नी— प�र�यका

    • �सर केा मुँह ताकन वेाला— परमखुाप�ेी

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    • जो पहनन लेायक हो— प�रधये

    • जो मापा जा सके— प�रमये

    • जो सदा बदलता रह—े प�रवत�नशील

    • जो आखँ� के सामन ने हो— परो�/

    अ��य�

    • �सर पेर उपकार करन वेाला— परोपकारी/परमाथ�

    • जो परूी तरह स पेक चकुा हो/पारगंत हो चकुा हो— प�रप�व

    • पद�के अदंर रहन वेाली— पदा�नशीन

    • �शसंा करन येो�य— �शसंनीय

    • �कसी �� का त�काल उ�र द सेकन वेाली म�त— ��य�ुप�म�त

    • �कसी वाद का �वरोध करन वेाला— ��तवाद�

    • शरणागत क� र�ा करन वेाला— �णतपाल

    • वह �व�न जो कह� स टेकराकर आए— ��त�व�न

    • जो �कसी मत को सव��थम चलाता ह—ै �वत�क

    • वह ��ी �जसके हाल ही म��शश उु�प� �आ हो— �सतूा

    • वह आकृ�त जो �कसी शीश,े जलआ�द म��दखाई द—े ��त�ब�ब

    • हा�य रस स पे�रपणू� ना�टका— �हसन

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    • �माण �ारा �स� करन येो�य— �मये

    • स�ंया के बाद व रा�� होन केे पवू� का समय— �दोष/पवू�रा�

    • �ान न�े स देखेन वेाला अधंा ���— ��ाच�ु

    • सभा म��वचाराथ� ��ततु बात— ��ताव

    • हाथ स �ेलखी गई प�ुतक— पा�ड�ुल�प

    • �कसी प�र�म के बदल �ेमलन वेाली रा�श— पा�र��मक

    • �जसका �वभाव पशआु�के समान हो— पाश�वक

    • महीन केे ��यके प� स सेबं�ंधत— पा��क

    • �कसी �वषय का पणू� �ाता— पारगंत

    • �जसम�स आेर–पार दखेा जा सकता हो— पारदश�

    • जो परलोक स सेबं�ंधत हो— पारलौ�कक

    • माग� म�खान केे �लए भोजन— पाथये

    • �जसका सबंधं प�ृवी स हेो— पा�थ�व

    • �ात इ�तहास के पवू� समय का— �ाग�ैतहा�सक

    • �थल का वह भाग �जसके तीन ओर पानी हो— �ाय��प

    • �जसको दखेकर अ�छा लग—े ��यदश�

    • पीन के� इ�छा रखन वेाला— �पपासु

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    • बार–बार कही गई बात— पनु���

    • �जसका पनुः ज�म �आ हो— पनुज��म

    • पहल �ेकया गया कथन— पवू��

    • दोपहर स पेहल केा समय— पवूा��

    • �ाचीन इ�तहास का �ाता— परुात�वव�ेा

    • पीन येो�य पदाथ�— पये

    • �पता एव �ं�पताआ�स सेबं�ंधत— पतैकृ

    • जो स�प�� �पता स �ेा�त हो— पतैकृ स�प��

    • फट–ेपरुान केपड़ पेहनन वेाला— फट�चर

    • केवल फल� पर �नवा�ह करन वेाला— फलाहारी

    • फल क� इ�छा रखन वेाला— फल�ेछु

    • बरुी �क�मत वाला— बद�क�मत

    • बरु �ेमजाज (आचरण) वाला— बद�मजाज

    • सयू�दय स पेहल देो घड़ी तक का समय— ��म�ुत�

    • जीवन का �थम आ�म— ��चया��म

    • ब�त �वषय� का जानकार— ब��

    • �जसन सेनुकर अनके �वषय� का �ान �ा�त �कया हो— ब��तु

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    • सम�ु म�लगन वेाली आग— बड़वानल

    • जो अनके �प धारण करता हो— ब���पया

    • ब�त स देवेताआ�के अ��त�व म��व�ास करन वेाला मत—ब�दवेवाद

    • काफ� अ�धक क�मत का— ब�म�ूय

    • अनके भाषाआ�को जानन वेाला— ब�भाषा�वद्

    • रात का भोजन— �याल/ूरा��भोज

    • �जस ��ी के कोई सतंान नह� �ई हो— बाझँ

    • खान केा इ�छुक— बबु�ुु

    • �कसी भवना�द के ख�ंडत होन केे बाद बच भेाग— भ�नावशषे

    • भय के कारण बचेनै— भयाकुल

    • भा�य पर भरोसा रखन वेाला— भा�यवाद�

    • जो भा�य का धनी हो— भा�यवान

    • द�वार� पर बन �ेए �च�— �भ���च�

    • जो प�ृवी के भीतर का �ान रखता हो— भगूभ�वतेा

    • धरती पर चलन वेाला ज�त—ु भचूर

    • जो पहल थेा या �आ— भतूपवू�

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    • धरती को धारण करन वेाला पव�त— भधूर

    • औष�धय� का जानकार— भषेज

    • �ातःकाल गाया जान वेाला राग— भरैवी

    • सयू�दय के पहल केा समय— भोर

    • भगूोल स सेबं�ंधत— भौगो�लक

    • फूल� का रस— मकरदं

    • दोपहर का समय— म�या�

    • सद� म�होन वेाली वषा�— महावट/मावठ

    • हाथी को हाकँन वेाला— महावत

    • सखु एव �ंःख म�एक समान रहन वेाला— मन�वी

    • �जसक� आखँ�मगर जसैी हो— मकरा�

    • �कसी मत का अनसुरण करन वेाला— मतानयुायी

    • दो प�� के बीच म�पड़कर फैसला करान वेाला—मख�ाता/य�र�क

    • जो ब�त ऊँची अका�ंा/इ�छा रखता हो— मह�वाका�ंी

    • �जसक� ब�ु� कमजोर ह—ै म�दब�ु�/

    म�तमा��

    • �जसक� आ�मा महान हो— महा�मा

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    • �कसी चीज के मम� का �ाता— मम��

    • म�यरा�� का समय— म�यरा�

    • मन का असीम �ःख— मन�ताप

    • जहा कँेवल रते ही रते हो— म��थल

    • मासँ आ�द खान वेाला— मासँाहारी

    • माह म�होन वेाला— मा�सक

    • माता क� ह�या करन वेाला— मातहृतंा

    • कम खान वेाला— �मताहारी

    • कम खच� करन वेाला— �मत�यी

    • जो अस�य बोलता हो— �म�यावाद�

    • �जस ��ी क� आखँ�मछली के समान ह�— मीना�ी

    • थोड़ा �खला �आ फूल— मकुुल

    • शभु काय� हते �ुनकाला गया समय— म�ुत�

    • �दल खोलकर कहना— म�ुकंठ

    • म�ुा का अ�धक चलन/�सार— म�ुा�फ��त

    • मरणास� अव�थावाला/श�� के अनसुार— ममुषूु

    • मरन के� इ�छा— ममुषूा�

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    • मो� क� इ�छा रखन वेाला— ममु�ुु

    • चपुचाप दखेन वेाला— मकूदश�क

    • ह�रण के न�े� जसैी आखँ� वाली— मगृनयनी

    • जो मीठ� वाणी बोलता हो— म�ृभाषी

    • �जसन मे�ृय कुो जीत �लया हो— म�ृयुंजय

    • कमल क� डडंी— मणृाल

    • जो रचना �कसी ��� क� अपनी �वय कं� हो एव नंई हो— मौ�लक

    • जड़ुवा भँाई या बहन— यमल/यमला

    • रगंमचं का परदा— यव�नका

    • श�� के अनसुार करना— यथाश��

    • जसैा चा�हए, उ�चत हो वसैा— यथो�चत

    • जो य�ं स सेबं�ंधत हो— या�ं�क

    • जब तक जीवन रह—े याव�जीवन/

    जीवनपय�त

    • घमू–घमूकर जीवन �बतान वेाला— यायावर

    • समाज को नई �दशा दकेर नए यगु क� श�ुआत करन वेाला—यगु�वत�क

    • अपन येगु का �ान रखन वेाला— यगु��ा

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    • य�–�थान पर �था�पत �कया जान वेाला खभंा— यपू

    • रात को कुछ भी �दखाई नह� दने वेाला रोग— रत�धी

    • �कसान� स भे�ूम कर लने वेाला सरकारी �वभाग— राज�व �वभाग

    • रा�य �ारा आ�धका�रक �प स �ेका�शत होन वेाला प�—राजप�(गजट)

    • �जसके नीच रेखेाए लँगाई गई ह�— रखेा�ंकत

    • �मे, आन�द, भय आ�द स रे�गट खेड़ हेोन के� दशा— रोमाचं

    • �स�ता स �ेजसके र�गट खेड़ हेो गए ह�— रोमा�ंचत

    • जो लकड़ी काटकर जीवन �बताता हो— लकड़हारा

    • �जसका वशं ल�ुत हो गया हो— ल�ुतवशं

    • लोभी �वभाव वाला— ल�ुध/लोभी

    • �जस देखेकर र�गट खेड़ हे� जाए—ँ लोमहष�क

    • वशं पर�परा के अनसुार— वशंानगुत

    • �जसके हाथ म�व� हो— व�पा�ण

    • ब�त ही कठोर और बड़ा आघात— व�ाघात

    • बचपन और यौवन के म�य क� उ�— वयस�ंध

    • �जसका वण�न न �कया जा सके— वण�नातीत

    • अ�धक बोलन वेाला— वाचाल

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    • स�तान के ��त �मे— वा�स�य

    • मकुदमा दायर करन वेाला— वाद�

    • भाषण दने मे�चतरु— वा�मी

    • �जसका वाणी पर पणू� अ�धकार हो— वाच�प�त

    • सामा�जक मानमया�दा के �वपरीत काय� करन वेाला— वामाचारी

    • गहृ–�नमा�ण सबंधंी �व�ान— वा�त�ुव�ान

    • बाहर के तापमान का असर रोकन हेते कु� जान वेाली �व�था—वातानकुूलन

    • वह क�या �जसके �ववाह करन केा वचन द �ेदया गया हो— वा�दता

    • �जसम��वष �मला �आ हो— �वषा�

    • �जस पर �व�ास �कया जा सके— �व��त

    • �जस �वषय म��न��त मत न हो— �ववादा�पद

    • �जसक� प�नी मर चकु� हो— �वधरु

    • ��ी �जसका प�त मर गया हो— �वधवा

    • सौतलेी मा—ँ �वमाता

    • जो �सरी जा�त का हो— �वजातीय

    • �जस पर अभी �वचार चल रहा हो— �वचाराधीन

    • वह ��ी जो पढ़�–�लखी व �ानी हो— �व�षी

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    • अपना �हत–अ�हत सोचन मे�समथ�— �ववके�

    • अपनी जगह स अेलग �कया �आ— �व�था�पत

    • �जसके अदंर कोई �वकार आ गया हो— �वकृत

    • जो अपन धेम� के �व�� काय� करन वेाला हो— �वधम�

    • जो �व�ध/काननू के अनसुार सही हो— �व�धवत/्वधै

    • �कसी �वषय का �वशषे �ान रखन वेाला— �वशषे�

    • �वनाश करन वेाला— �व�वसंक

    • �जसके शरीर के भाग म�कमी हो— �वकलागं

    • �जस �ेाकरण का परूा �ान हो— वयैाकरण

    • सौ वष� का समहू— शता�द�

    • जो शरण म�आ गया हो— शरणागत

    • शरण क� इ�छा रखन वेाला— शरणाथ�

    • हाथ म�पकड़कर चलाया जान वेाला ह�थयार जसै तेलवार— श��

    • सौ व�तआु�का स�ंह— शतक

    • जो सौ बात�एक साथ याद रख सकता ह—ै शतावधानी

    • �जसके �मरण मा� स हेी श� कुा नाश हो/श� कुा नाश करनेवाला— श��ुन

    • �जसका कोई आ�द और अतं न हो— शा�त

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    • शाक, फलऔर फूल खान वेाला— शाकाहारी/�नरा�मष

    • �जस श�द के दो अथ� ह�— �शल�

    • �शव का आलय (�थान)— �शवालय

    • शभु चाहन वेाला— शभु�ेछु/

    शभुाका�ंी

    • अनसुधंान के �लए �दया जान वेाला अनदुान— शोधव�ृ�

    • जो सनुन येो�य हो— ��/�वणीय

    • �जसम���ा भावना हो— ��ालु

    • प�त/प�नी का �पता— �सरु

    • प�त/प�नी क� माता— �� (ूसास)

    • प�त/प�नी का भाई— �शयु� (साला)

    • �जसके छह कोण ह�— षटक्ोण

    • �जसके छह पद ह� (भ�रा)— षटप्द

    • छह–छह माह म�होन वेाला— ष�मा�सक

    • सोलह वष� क� अव�था वाली ��ी— षोडशी

    • दो न�दय� के �मलन केा �थान— सगंम

    • इ���य� को वश म�रखन वेाला— सयंमी

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    • जो समाचार भजेता ह—ै सवंाददाता

    • एक ही मा सँ उे�प� भाई/बहन— सहोदर/सहोदरा

    • सात सौ दोह� का समहू— सतसई

    • जो गणु–दोष� का �ववचेन करता हो— समालोचक

    • सब कुछ जानन वेाला— सव��

    • जो समान आय कुा हो— समवय�क

    • जो सभी को समान ��� स देखेता हो— समदश�

    • सा�ह��यक गणु–दोष� क� �ववचेना करन वेाला— समी�क

    • वह ��ी �जसका प�त जी�वत हो— सधवा

    • जो सदा स चेला आ रहा हो— सनातन

    • अ�य लोग� के साथ गाया जान वेाला गीत— सहगान

    • उसी समय म�होन वेाला/रहन वेाला— समकालीन

    • साथ पढ़न वेाला— सहपाठ�

    • जो �सर� क� बात सहन कर सकता हो— स�ह�णु

    • छूत या ससंग� स फेैलन वेाला रोग— स�ंामक

    • जो एक ही जा�त के ह�— सजातीय

    • गीत� क� धनु बनान वेाला— सगंीतकार

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    • रस पणू�— सरस

    • साथ काम करन वेाला— सहकम�

    • सबको ��य लगन वेाला— सव���य

    • सद आ्चरण रखन वेाला— सदाचारी

    • �ान दने वेाली दवेी— सर�वती

    • जो अपनी प�नी के साथ हो— सप�नीक

    • स�य के �लए आ�ह— स�या�ह

    • शत� के साथ काम करन केा समझौता— स�ंवदा

    • जो स�य बोलता हो— स�यवाद�/

    स�यभाषी

    • सहंार करन वेाला/मारन वेाला— सहंारक

    • �जसका च�र� अ�छा हो— स�च�र�

    • न ब�त ठ�डा न ब�त गम�— समशीतो�ण

    • जो सब कुछ खाता हो— सव�भ�ी

    • सब कुछ पान वेाला— सव�ल�ध

    • जो सम�त दशे�/�थान� स सेबं�ंधत हो— साव�भौ�मक

    • रथ हाकँन वेाला— सार�थ

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    • जो पढ़ना–�लखना जानता ह—ै सा�र

    • स�ताह म�एक बार होन वेाला— सा�ता�हक

    • सभी लोग� के �लए— साव�ज�नक

    • आकार स ये�ु (म�ूत�मान)— साकार

    • जो सब जगह �व�मान हो— सव��ापी

    • �जसक� �ीवा सुंदर हो— स�ुीव

    • जो सोया �आ हो— सषु�ुत

    • सधवा रहन के� दशा या अव�था— सहुाग

    • पसीन से उे�प� जीव (जसै जेूँआ�द)— �वदेज

    • �कसी स�ंथा या ��� के पचास वष� परू केरन केे उपल�य म�होनेवाला उ�सव— �वण� जयतंी

    • ��ी के �वभाव जसैा— ��णै

    • ग�तहीन रहन वेाला— �थावर

    • �जसको �स� करन केे �लए अ�य �माण� क� ज�रत न हो—�वय�ंस�/

    �वतः �माण

    • अपनी ही इ�छानसुार प�त का वरण करन वेाली— �वयवंरा

    • जो �वय भंोजन बनाकर खाता हो— �वयपंाक�

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    • जो अपन हेी अधीन हो— �वाधीन

    • जो अपना ही �हत सोचता हो— �वाथ�

    • सौ व�तआु�का स�ंह— स�कड़ा/शतक

    • हमला करन वेाला— हमलावर

    • सनेा का वह भाग जो सबस आेग हेो— हरावल

    • हवन स सेबं�ंधत साम�ी— ह�व

    • ऐसा बयान जो शपथ स�हत �दया गया हो— हलफनामा

    • �सर केे काम म�दखल दनेा— ह�त�पे

    • ऐसा �ःख जो �दय को चीर डाल—े �दय �वदारक

    • �दय स सेबं�ंधत— हा�द�क

    • �जस पर हसँी आती हो/जो हसँी का पा� हो— हा�या�पद

    • �कसी स�ंथा या ��� के साठ वष� परू हेोन केे उपल�य म�होनेवाला उ�सव— हीरक जयतंी

    • जो बात �दय म�अ�छ� तरह बठै गई हो— �दयगंम

    • �सर� का �हत चाहन वेाला— �हतषैी

    • न टलन वेाली घटना/अव�यभंावी घटना/भा�याधीन— होनहार

    • य� म�आ��त दने वेाला— होमा��न

    �व�भ� �कार क� इ�छाए:ँ

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    • �कसी व�त कुो �ा�त करन के� ती� इ�छा— अभी�सा

    • सासंा�रक व�तआु�को �ा�त करन के� इ�छा— एषणा

    • काय� करन के� इ�छा— �चक�षा�

    • जानन के� इ�छा— �ज�ासा

    • जीतन,े दमन करन के� इ�छा— �जगीषा

    • �कसी को जीत लने के� इ�छा रखन वेाला— �जगीषु

    • �कसी को मारन के� इ�छा— �जघासंा

    • भोजन करन के� इ�छा— �जघ�सा

    • �हण करन,े पकड़न के� इ�छा— �जघ�ृा

    • �जदँा रहन के� इ�छा— �जजी�वषा

    • �ान �ा�त करन के� इ�छा— �ान�पपासा

    • तरै कर पार जान के� इ�छा— �ततीषा�

    • धन क� इ�छा रखन वेाला— धन�ेछु

    • पीन के� इ�छा रखन वेाला— �पपासु

    • फल क� इ�छा रखन वेाला— फल�ेछु

    • खान के� इ�छा— बभु�ुा

    • खान केा इ�छुक— बभु�ुु

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    • जो अ�य�धक भखूा हो— बभु�ु�त

    • मो� क� इ�छा रखन वेाला— ममु�ुु

    • मरन के� इ�छा— ममुषुा�

    • मरणास� अव�था वाला/मरन केो इ�छुक— ममुषूू�

    • य�ु क� इ�छा रखन वेाला— ययु�ुसु

    • य�ु करन के� इ�छा— ययु�ुसा

    • शभु चाहन वेाला—शभु�ेछु

    • �हत वाला— �हतषैी

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