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ctk fcxqy esgurd'k tkx] fpaxkjh ls yxsxh vkx! (पेज 10 पर जारी) (पेज 8 पर जारी) सादक मल ekfld lekpkji=k l iw.kk±d 50 l o"kZ 6] vad 3 l ebZ 2016 l ik¡p #i;s l 16 i`"B पनामा पेपस मामला : पू ँ जीवादी पतन का एक तनधि उदाहरण 7 'आिार' – जनता के दमन का औजार 5 कीर : आओ देखो गललयों म बहता ल 11 पिछली 18 अल को बगलूर के सक रेडीमेड कि के कारखान म काम करने वाले मद र की पवशाल संखा सक िर उतर आी। उनने बगलूर की सबसे मतविू र सक म से एक, ोसुर रोड को घंट तक जाम कर पदा। े वी सक जो बगलूर की इलेक्पनक पसटी तक जाती जाँ तमाम सटवेर और आीटी कमिपन के आलीशन दतर । भारी संखा म सश िुपलस बल के बबर दमन के बावजूद मद र ने िुपलस से डटकर मोरा पला। गुससाे मद र ने िपलस थान िर मला पका और कई बस को भी आग लगा दी। मद र के उ आनदोलन के आगे सरकार को घुटने टेकने िे और घोषरा करनी िी पक ोपवडट फंड (िी.एफ.) के पनम म ोने वाले बदलाव वािस ले पले जागे। इस आनदोलन ने मद र के अपिकार िर लगातार मले कर री मोदी सरकार के मद र-पवरोिी इराद िर करारी रोट की । बगलूर के गारमट मद र म करीब 85 पतशत पाँ और इस आनदोलन म भी सबसे बी तादाद म पाँ ी थ और अगुवाई भी उन् के ाथ म थी। इसने एक बार पिर सापबत पका पक पाँ अगर अिने के पलए जाग उठ तो बदसत जुझा ढंग से लती और दमन-उतिीन भी उनके ौसल को तो न िाता। 18 अल को मद र की बगावत अरानक भक उठने की शुआत इस खबर से ुई पक सरकार के ने पनम के तत मद अिने िी।एफ से कारखाना मापलक के अंशदान वाली रकम 58 वष की उ से िले न पनकाल सकगे। लेपकन आनदोलन के इतना उ ि िारर करने और देखते-देखते लाख मद र को समेट लेने के िीछे पसफ ी बात न थी। इसे समझने के पलए म बगलूर और देश के करो गारमट मद र के ालात िर नर डालनी ोगी। नरक जैसे हालात म काम करते भारत के गारमट मजदूर देश के र बे शर म खुले जगमगाते मल के शोम म सजे बांडेड किे पदखने म बे सुनदर और ललराने वाले लगते िर इनके रंग की रमक मद र के आँसुओं और खून से आती । अगर आिको पवास न ो रा ो तो आइे एक सरसरी पनगा डालते व उोग िर, पजससे मारी मोदी सरकार के दो वष म ी इसकी कलई एकदम आम लोग के सामने भी िूरी तर खुल रुकी । आम रुनाव म लोग को ठगने के पलए पके गे 'सबका साथ सबका पवकास' के दावे वा ो रुके और जनता के बुपनादी अपिकार की कीमत िर लुटेरे िजीिपत के म सारे फसले पले जा रे । जनता के बते असनतोष को पततर-पबतर करने और लोग का धान बँटाने के पलए देशभर म िम, जापत और ेीता के नाम िर नफरत िलाने और दंगे कराने का खुला खेल खेला जा रा । र बीतते पदन के साथ मोदी सरकार और संघ िरवार के नािाक मंसूबे नंगे ोते जा रे । े ालात मेनतकश के पलए आने वाले खतरनाक पदन की ओर इशारा कर रे और म रेतावनी दे रे पक अगर मने एकजुट ोकर जुझा ढंग से इन मल का मुकाबला न पका तो े िापसस्ट ा तो इस देश को खून के दलदल म डुबो दगे ा पिर एक ऐसे जेलखाने म तब्दील कर दगे जाँ पसफ पसर झ काकर, आँख-मु िर िी बाँ िकर िन्नासेठ और बबर की गुलामी करने के पसवा लोग के िास कोई रारा न ोगा। ालाँपक कुछ लोग अभी भी इस खुशफमी म जी रे पक बस तीन साल इनतार करने की बात , 2019 के रुनाव म जनता इन् सा से उतार देगी और पिर सुख-रन के पदन आ जागे। ऐसा सोरकर ाथ िर ाथ िरे बठे रना बुत बी भूल ोगी। इपतास गवा पक िापसस्ट को रुनाव से पशकसत न दी जा सकती। इन् छुा छो पदा गा तो े सा म बने रने के पलए कोई भी पवनाशकारी दम उठा सकते । आज ालत ऐसी बना दी गी पक जो भी सरकार के गलत दम के पखलाफ आवाज उठाे व देशोी और जो भी सरकार की र बात म पसर पलाे वी देशभ । तर- तर की गुणडावापपन को सक िर खुला छो पदा पक व ऐसे सभी 'देशोप' को सबक पसखा जो पक मोदी और संघ िरवार की ाँ म ाँ न पमलाते ! लेपकन रा सोपरे! देशभप के इस गुबार म आम जनता की पनदगी के री मु को ढँक देने की कोपशश ो री । दाल, सबी, दवाएँ, पशा, तेल, गस, पकराा- भाा, र री की कीमत आसमान छू री और गरीब तथा पनमन मधवग के लोग का जीना मुाल ो गा । नरे न मोदी का िाखणडी मुखौटा तार- तार ो रुका । देश ी न, पवदेश म भी उसकी फजीत ो री और संघ िररवार ारा िलाे जा रे घृ रा के वातावरर की की आलोरना ो री । लेपकन िीछे टने के बजा वे और भी बेशम के साथ गुणडई िर आमादा । पबका ुआ कारिोरेट मीपडा उनका भिू बना ुआ । इसके जररे वे तमाम गपतशील, जनवादी और जनििर तात को अनिािुनि झ ठे रार के जररे देशोी करार देकर उनका मु बनद करना राते । जो आादी के आनदोलन के गार थे और पजनने अंेज के पखलाि कभी एक ढेला तक न रलाा वी आज देशभप का सपटपिकेट बाँटने म लगे । पजनके नेताओं ने अंे के पलए मुखपबरी करने, माफीनामे पलखने और रानी को सलामी देने का काम पका था वे आज लोग के की बात करने वाल को देशोी क रे ? जब देश के पनद , मुपसलम, पसख सभी पमलकर अंे से ल रे थे तब भी आरएसएस मुसलमान के पव लोग को भकाकर आिसी एकता तोने और गोर की मदद करने का काम कर रा था। आज भी मोदी सरकार पवदेशी लुटेरी कम्िपन के साथ देश बे रने वाले समझौते कर री , अमे रका के आगे घुटने टेककर देश के पत के सौदे कर री और पवज माल्ा और लपलत मोदी जसे देशी रोर को देश का िसा लेकर पवदेश भाग जाने म मदद कर री । े पकस मु ँ से देशभप की बात करगे? इपतास गवा पक जमनी म पटलर ने भी ठीक इसी तर झ ठे आरोि लगाकर िले र उस आवा को रुि कराा जो उसका पवरोि कर सकती थी और पिर जनता को लूटने और िीस भतव तनधि पर गग त डालने वाली मोदी सरकार के ख़िलाफ़ बगलु की ी गारमट मजद रों ने संभाली कमान, सरकार को झ काया मोदी सरकार और संघ परवार के नापाक मंसूबे दो साल म ही नंगे हो चुके ह ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkuk gS rks ,dtqV gksdj mB [kM+s gks!

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Page 1: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

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(पज 10 पर जारी)

(पज 8 पर जारी)

समादक मणडल

ekfld lekpkji=k l iwkkplusmnd 50 l okZ 6] vad 3 l ebZ 2016 l ikiexclp is l 16 i`B

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण 7

आिार ndash जनता क दमन का औजार 5

कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह 11

पिछली 18 अपरल को बगलर क सरकडो रडीमड किडो क कारखानो म काम करन वाल मजदरो की पवशाल सखा सडको िर उतर आी उनहोन बगलर की सबस महतविरण सडको म स एक होसर रोड को घटो तक जाम कर पदा वही सडक हर जो बगलर की इलक टरॉपनक पसटी तक जाती हर जहा तमाम सरॉफटवर और आीटी कमिपनो क आलीशन दफतर ह भारी सखा म सशसतर िपलस बल क बबणर

दमन क बावजद मजदरो न िपलस स डटकर मोराण पला गससा मजदरो न िपलस थानो िर हमला पका और कई बसो को भी आग लगा दी मजदरो क उगर आनदोलन क आग सरकार को घटन टकन िड और ह घोषरा करनी िडी पक पोपवडट फड (िीएफ) क पनमो म होन वाल बदलाव वािस ल पल जा ग इस आनदोलन न मजदरो क अपिकारो िर लगातार हमल कर रही मोदी सरकार क मजदर-पवरोिी इरादो

िर करारी रोट की हर बगलर क गारमट मजदरो म

करीब 85 पपतशत पसतरा ह और इस आनदोलन म भी सबस बडी तादाद म पसतरा ही थी और अगवाई भी उन ही क हाथो म थी इसन एक बार पिर सापबत पका पक पसतरा अगर अिन हक क पलए जाग उठ तो जबदणसत जझार ढग स लडती ह और दमन-उतिीडन भी उनक हौसलो को तोड नही िाता 18 अपरल को मजदरो की बगावत अरानक भडक

उठन की शरआत इस खबर स हई पक सरकार क न पनम क तहत मजदर अिन िीएफ स कारखाना मापलक क अशदान वाली रकम 58 वषण की उमर स िहल नही पनकाल सक ग लपकन आनदोलन क इतना उगर रि िारर करन और दखत-दखत लाखो मजदरो को समट लन क िीछ पसफण ही बात नही थी इस समझन क पलए हम बगलर और दश क करोडो गारमट मजदरो क हालात िर नजर डालनी होगी

नरक जस हालात म काम करत भारत क गारमट मजदर

दश क हर बड शहर म खल जगमगात मरॉलो क शोरमो म सज बाडड किड पदखन म बड सनदर और ललरान वाल लगत ह िर इनक रगो की रमक मजदरो क आसओ और खन स आती हर अगर आिको पवशास न हो रहा हो तो आइ एक सरसरी पनगाह डालत ह वसतर उदोग िर पजसस हमारी

मोदी सरकार क दो वषषो म ही इसकी कलई एकदम आम लोगो क सामन भी िरी तरह खल रकी हर आम रनाव म लोगो को ठगन क पलए पक ग सबका साथ सबका पवकास क दाव हवा हो रक ह और जनता क बपनादी अपिकारो की कीमत िर लटर िजीिपतो क हक म सार फर सल पल जा रह ह जनता क बढत असनतोष को पततर-पबतर करन और लोगो का धान बटान क पलए दशभर म िमण जापत और कतीता क नाम िर नफरत िर लान और दग करान का खला खल खला जा रहा हर हर बीतत पदन क साथ मोदी सरकार और सघ िररवार क नािाक मसब नग होत जा रह ह

हालात महनतकशो क पलए आन वाल खतरनाक पदनो की ओर इशारा कर रह ह और हम रतावनी द रह ह पक अगर हमन एकजट होकर

जझार ढग स इन हमलो का मकाबला नही पका तो िापसस ट ा तो इस दश को खन क दलदल म डबो दग ा पिर एक ऐस जलखान म तब दील कर दग जहा पसफण पसर झकाकर आख-मह िर िटी बािकर िन नासठो और बबणरो की गलामी करन क पसवा लोगो क िास कोई रारा नही होगा हालापक कछ लोग अभी भी इस खशफहमी म जी रह ह पक बस तीन साल इनतजार करन की बात हर 2019 क रनाव म जनता इन ह सता स उतार दगी और पिर सख-ररन क पदन आ जा ग ऐसा सोरकर हाथ िर हाथ िर बरठ रहना बहत बडी भल होगी इपतहास गवाह हर पक िापसस टो को रनाव स पशकसत नही दी जा सकती इन ह छटा छोड पदा गा तो सता म बन रहन क पलए कोई भी पवनाशकारी कदम उठा सकत ह

आज हालत ऐसी बना दी गी हर

पक जो भी सरकार क गलत कदमो क पखलाफ आवाज उठा वह दशदोही हर और जो भी सरकार की हर बात म पसर पहला वही दशभकत हर तरह-तरह की गणडावापहपनो को सडक िर खला छोड पदा हर पक वह ऐस सभी दशदोपहो को सबक पसखा जो पक मोदी और सघ िररवार की हा म हा न पमलात हो लपकन जरा सोपर दशभपकत क इस गबार म आम जनता की पजनदगी क जररी मदो को ढक दन की कोपशश हो रही हर दाल सबजी दवाए पशका तल गरस पकराा-भाडा हर रीज की कीमत आसमान छ रही ह और गरीबो तथा पनमन मधवगण क लोगो का जीना महाल हो गा हर नरनद मोदी का िाखणडी मखौटा तार-तार हो रका हर दश ही नही पवदशो

म भी उसकी फजीहत हो रही हर और सघ िररवार दारा िर ला जा रह घरा क वातावरर की कडी आलोरना हो रही हर लपकन िीछ हटन क बजा व और भी बशममी क साथ गणडई िर आमादा ह पबका हआ कारिोरट मीपडा उनका भोि बना हआ हर इसक जरर व तमाम पगपतशील जनवादी और जनिकिर ताकतो को अनिािनि झठ परार क जरर दशदोही करार दकर उनका मह बनद करना राहत ह

जो आजादी क आनदोलन क गदार थ और पजनहोन अगरजो क पखलापि कभी एक ढला तक नही रलाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटन म लग ह पजनक नताओ न अगरजो क पलए मखपबरी करन माफीनाम पलखन और रानी को सलामी दन का काम पका था व आज लोगो क हक की बात करन वालो को दशदोही कह रह ह

जब दश क पहनद मपसलम पसख सभी पमलकर अगरजो स लड रह थ तब भी आरएसएस मसलमानो क पवरदध लोगो को भडकाकर आिसी एकता तोडन और गोरो की मदद करन का काम कर रहा था आज भी मोदी सरकार पवदशी लटरी कम िपनो क साथ दश बरन वाल समझौत कर रही हर अमररका क आग घटन टककर दश क पहतो क सौद कर रही हर और पवज माल ा और लपलत मोदी जरस दशी रोरो को दश का िरसा लकर पवदश भाग जान म मदद कर रही हर पकस मह स दशभपकत की बात करग

इपतहास गवाह हर पक जमणनी म पहटलर न भी ठीक इसी तरह झठ आरोि लगाकर िहल हर उस आवाज को रि कराा जो उसका पवरोि कर सकती थी और पिर जनता को लटन और िीस

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

मोदी सरकार और सघ पररवार क नापाक मसब दो साल म ही नग हो चक ह

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkuk gS rks dtqV gksdj mB [kM+s gkss

मजदर तबगल की वबसाइटwwwmazdoorbigulnet

इस वबसाइट पर दिसमबर 2007 स अब तक दबगल क सभी अक करमवार उसस पहल क कछ अको की सामगी तथा राहल फाउणशन स परकादशत सभी दबगल पदतकाए उपलबध ह दबगल क परवशाक स लकर नवमबर

2007 तक क सभी अक भी वबसाइट पर करमशः उपलबध कराय जा रह हमजिर दबगल का हर नया अक परकादशत होत ही वबसाइट पर दनशलक

पढा जा सकता हआप इस फसबक पज क जररय भी lsquoमजिर दबगलrsquo स जड सकत ह

wwwfacebookcomMazdoorBigul

lsquolsquoबरजआ अखबार परी की विशाल राशशयो क दम पर चलत ह मज़दरो क अखबार खद मज़दरो दारा इकटा ककय गय पस स चलत हrsquorsquo - लतनन

1 lsquoमजिर दबगलrsquo वयापक महनतकश आबािी क बीच करादतकारी राजनीदतक दशकषक और परचारक का काम करगा यह मजिरो क बीच करादतकारी वजादनक दवचारधारा का परचार करगा और सचची सववहारा स कक दत का परचार करगा यह िदनया की करादतयो क इदतहास और दशकषाओ स अपन िश क वगव सघरषो और मजिर आिोलन क इदतहास और सबक स मजिर वगव को पररदचत करायगा तथा तमाम पजीवािी अफवाहो-कपरचारो का भणाफोड करगा

2 lsquoमजिर दबगलrsquo भारतीय करादत क वरप रात और समयाओ क बार म करादतकारी कमयदनटो क बीच जारी बहसो को दनयदमत रप स छापगा और lsquoदबगलrsquo िश और िदनया की राजनीदतक घटनाओ और आदथवक दथदतयो क सही दवशरण स मजिर वगव को दशदकषत करन का काम करगा

3 lsquoमजिर दबगलrsquo वय ऐसी बहस लगातार चलायगा तादक मजिरो की राजनीदतक दशकषा हो तथा व सही लाइन की सोच-समझ स लस होकर करादतकारी पाटटी क बनन की परदकरया म शादमल हो सक और वयवहार म सही लाइन क सतयापन का आधार तयार हो

4 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क बीच राजनीदतक परचार और दशकषा की कारववाई चलात हए सववहारा करादत क ऐदतहादसक दमशन स उस पररदचत करायगा उस आदथवक सघरषो क साथ ही राजनीदतक अदधकारो क दलए भी लडना दसखायगा िअनी-चवनीवािी भजाछोर lsquolsquoकमयदनटोrdquo और पजीवािी पादटवयो क िमछलल या वयदतिवािी-अराजकतावािी टयदनयनो स आगाह करत हए उस हर तरह क अथववाि और सधारवाि स लडना दसखायगा तथा उस सचची करादतकारी चतना स लस करगा यह सववहारा की कतारो स करादतकारी भरती क काम म सहयोगी बनगा

5 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क करादतकारी दशकषक परचारक और आहानकताव क अदतररति करादतकारी सगठनकताव और आिोलनकताव की भी भदमका दनभायगा

lsquoमजदर तबगलrsquo का सवरप उदशय और जज मदाररया

पपरय पाठको बहत स सदसो को lsquoमजदर तबगलrsquo तनयगमत भजा जा रहा ह लककन काफ़ी

समय स हम उनकी ओर स न कोई जवाब नही गमला और न ही बकाया राजि आपको बतान की जररत नही कक मजदरो का यह अिबार लगातार आरथिक समसा क बीच ही तनकालना होता ह और इस जारी रखन क ललए हम आपक सहयोग की जररत ह अगर आपको lsquoमजदर तबगलrsquo का परकािन जररी लगता ह और आप इसक अक पात रहना चाहत ह तो हमारा अनरोि ह कक आप कपया जलद स जलद अपनी सदसता राजि भज द आप हम मनीआडसर भज सकत ह या सीि बक खात म जमा करा सकत ह

मनीआडसर क ललए पतामजदर तबगल दारा जनचतनाडी-68 तनरालानगर लखनऊ-226020बक खात का तववरणः Mazdoor Bigul खाता सखाः 0762002109003787 IFSC PUNB0076200पजाब निनल बक तनिातगज िाखा लखनऊ

सदसताः वारषिक 70 रपय (डाकिचस सकहत) आजीवन 2000 रपयमजदर तबगल क बार म ककसी भी सचना क ललए आप हमस इन माधयमो

स समकस कर सकत हःफ़ोन 8853093555 9936650658ईमलः bigulakhbargmailcom फ़सबक wwwfacebookcomMazdoorBigul

मजदर तबगलसमपािकीय कायावलय ः 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 फोन 8853093555दिलली समपकव ः बी-100 मकि दवहार करावलनगर दिलली-94 फोनः 011-64623928 ईमल ः bigulakhbargmailcomमलय ः एक परदत - र 5- वादरवक - र 70- (ाक खचव सदहत) आजीवन सियता - र 2000-

lsquoमजदर तबगलrsquo मजदरो का अपना अिबार ह यह आपकी दनयदमत आदथवक मिि क दबना नही चल सकता

दबगल क दलए सहयोग भदजयजटाइय सहयोग कपन मगान क दलए मजिर दबगल कायावलय को दलदखय

मजदर तबगल क ललए अपन कारिान दफतर या बसी की ररपोटट लख पतर या सझाव आप इन तरीको स भज सकत हः

डाक स भजन का िता मजिर दबगल दारा जनचतना ी-68 दनरालानगर लखनऊ-226020ईमल स भजन का िता bigulakhbargmailcom

2 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस िकार रहा त सर मजदर-पकसानहोस मह आइ ररhellip

अपिकारा नर खतम करर िजीवाद बदमास घराकछ साला मह िजीवाद नर कर पदा दखो नास घरािदाण होगा िास घरा घटा महरनत का सममानहोस मह आइ रर

बारा घणट हाड पिटाई जलम लग इब होर दखपनजीकरर ो लाग रहा सर बीज पबघन क बोर दखक लग नीद मह सोर दख महारा लट गा पहनदसतानहोस मह आइ रर

पशकागो क मह िार खन की मजदर लड थ अडकर ररकाम क घणट आठ और मजरी अपिकार पल थ लडकर ररइब हक महारा हडकर रर मोट होग बईमानहोस मह आइ रर

मजदर भाइो म हररारा क िानीित शहर म रहता ह मरी उमर तईस साल हर और हा तीन साल स एक रडीमड किड की दकान िर नौकरी कर रहा ह मरा जनम गरामीर कत म हआ और वही मरा बरिन बीता मरा जनम एक रपढवादी बाहमर िररवार म हआ लपकन मर पिताजी िजािाठ और कमणकाणड की बजा हमारी छोटी सी जमीन िर खती ही करत थ कछ जमीन तो हमारी अिनी थी और कछ ठक िर लत थ लपकन िानी की पदककत थी खती स गजारा नही हो रहा था हर साल नकसान ही उठाना िडता था

लगभग 2003 म पिताजी अिनी थोडी सी जमीन को ठक िर दकर िानीित आ ग और एक िर कटरी म नौकरी करन लग और थोड पदनो बाद हमारा िरा िररवार ही िानीित आ गा तब तक म सातवी कका म हो रका था घर क हालात क कारर िढाई का भी नकसान हो रहा था दर-सबर हम भी पिताजी क साथ लगना ही था पजसस पक िररवार को आपथणक मदद पमल सक बड भाई उस सम नौवी कका म थ उनहोन उसी सम स िर कटरी म काम करना शर कर पदा था और िढाई ओिन स जारी थी िरस की पदककत क कारर व बडी मपकल स दसवी कर िा जरस ही म सकल स आता तो घर िर होन वाल िीस

लटरा गला जग होवर इब और नही को रारा सरइजजत सती जीरा सीखो जो अपिकार हमारा सरइनकलाब का नारा सर अर झणडा लाल पनशानहोस मह आइ रर

रामिारी सर खटकपड तनर दस जगारा होगा ररमजदर-पकसान-करमरारी कछ ठारा ठारा होगा ररजोश मह गारा होगा रर त ऊरी कर ल तानहोस मह आइ रर

मई पदवस िकार रहा त सर मजदर-पकसानहोस मह आइ रर

mdash रामधारी खटकड जीि हररयाणा(घरा - ज़ादा पबघन - पवनाश दख ndash दपख अडकर - अडकर मकाबला करना हडकर - हडि कर गला - क साथ सती ndash क पलए ठारा ठारा ndash िहल ठारा का अथण पजममदारी और दसर ठारा का अथण हर उठाना)

हररयाणवी रागणी

मई ददवस

आपस की बातरट क काम म हाथ बटाता जरस पक िाग की गाठो को सलझाना ा रदर की गाठ बािना मरी मा भी लगी रहती और उनह घर क काम भी करन िडत थ

मन भी आपथणक तगी क रलत 12वी क बाद िढाई छोडकर काम करना शर कर पदा काम क दबाव क कारर हमारा िररवार अपिकतर सम बीमार ही रहता था मर पिताजी को िर कटरी म जबरन ओवरटाइम करना िडता था 10 घणट की पशफट होती थी और दो घणट अपतररकत काम क कोई िरस भी नही पमलत थ हा िर अब भी ही हाल हर िर कटरी भी 13 पकलोमीटर दर थी जहा उनह साइपकल स जाना िडता अिना मकान बनान क रककर म हम कजण म डब ग पजस कारर हम पदन-रात महनत-मशककत करनी िडी और िर पकटो म खटना िडा हम दोनो भाइो की शापदो म िररवार िर पिर कजण रढ गा अब म मरा भाई और पिताजी तीनो काम करत ह और पिर भी ढग स खरण नही रला िात लपकन शहर म रहकर और जीवन क पलए सघषण करक मझ ह एहसास जरर हआ पक काम करन वालो क हक-अपिकार एक जरस होत ह और मापलको क पहत एक जरस होत ह राह पिर व पकसी भी जापत और िमण क को न हो खान-िान को लकर बनी सोर और ऊर-नीर क तमाम पवरार अब मर

पलए कोई मान नही रखत मझ दकान िर जहा काम करत ह वही एक साथी क माधम स भगतपसह क पवरारो क बार म और मजदरो क अपिकारो क बार म जानकारी पमली

मजदर पबगल आज मजदरो क पलए बहत बपढा काम कर रहा हर ह मजदरो को उनक हक-अपिकारो क पलए सही ढग स लडन की पररा दता हर एकता काम करन की बात करता हर और दश-दपना क मजदरो क हालात की जानकारी दता हर और मजदरो क शोषर स रपहत ववसथा काम करन की बात करता हर मझ पबगल अखबार का बसबी स इनतजार रहता हर और अिन दोसतो क दार म भी म अखबार क बार म बताता ह म अिनी मापकण ट क सलसमरनो स भी बात करता रहता ह िर आमतौर िर व अिनी कम रतना क रलत और नौकरी छट जान क रलत आग नही आ िात पकनत लगातार बातरीत क कारर और अिन काम करन क हालात क रलत कछ-कछ रीजो को समझन भी लग ह तथा िीर-िीर जागपत आ रही हर मझ उममीद हर पबगल अखबार इसी तरह स दश क मजदरो को पशपकत करता रहगा

mdash परवश शमावपानीपत हररयाणा

सब मजदरो क कहत एक जस ह और माललको क एक जस

मजदर तबगल मई 2016 3

6 मई 2016 की रात 2 बज तीन मजदर बाजडा रोड महरबान लपिाना िर पसथत जानरनद डाइग (इस गलशन हौजरी भी कहत ह) म भडकी आग म झलस कर मार ग मार जान वाल आशतोष बणटी झा की उमर 28 वषण थी और उसकी तीन महीन की बचरी हर सतीश राऊत की उमर 25 थी और उसक तीन और दो वषण क बचर ह 21 वषण क भोला िर अिन िररवार की बडी पजममदारी थी कािी पवरोि होन िर दो-दो लाख रिए की नाममात मदद का भरोसा दकर िर कटी मापलक न सदम का पशकार िीपडत िररवारो का मह बनद कर पदा िपलस न मामल को रिा-दिा करन क पलए हर पकार स िर कटी मापलक की मदद की इतनी भानक घटना क बाद मापलक मरनजर व अन पजममदार लोगो की तरनत पगरफतारी और मजदरो की मौत क काररो की जार-िडताल होनी रापहए थी मगर िपलस न मापलक को बरान क पलए काम पका

रात म घटना क बाद ही कारखान म और आस-िास क बड इलाक म सरकडो की सखा म िपलस तरनात कर दी गी लाश तरनत पसपवल असिताल िहरा दी गी इस तरह मजदरो क आकोश स पनिटन क पलए िहल ही िर पबनि कर

लधियाना क तीन कपडा मजदरो की ददसनाक मौत का जज मदार कौन मनाफ की खाततर मजदरो की हताए आख़खर कब रक गी

पदलली क सरकडो घरल कामगारो न पदलली सरकार क सपरवाल िर एक जझार पदशणन पका और उनक पपतपनपिमडल न पदलली राज क शरम मनती को अिनी मागो का जािन सौिा

शरम पवभाग म अपनवा ण िजीकरर ननतम वतन का णपदवस सापापहक छटी एव अन अवकाशो का पनिाणरर सवासथ और दघणटना बीमा िीएफ िशन ईएसआी एव सामापजक सरका क अन पाविान आपद घरल कामगारो की पमख माग थी उनका कहना था पक थाशीघर कानन बनाकर सरकार को माग िरी करनी रापहए तथा घरल कामगारो स जडी सकीमो क पवत-िोषर क पलए lsquoघरल कामगार कलार कोषrsquo की सथािना की जानी रापहए

पदशणन-सथल िर सभा को समबोपित करत हए lsquoपदलली घरल कामगार पननrsquo की सोजक कपवता

न कहा पक घरल मजदर महनतकशो क बीर का सबस अपिक उिपकत सबस अपिक उतिीपडत सबस अपिक असगपठत काननी तौर िर अरपकत और अद-पा पहससा हर कनद और राजो की सरकारो न घरल कामगारो क साथ लगातार छल और पवशासघात पका हर अनतरराषटी शरम सगठन न 2013 म घरल कामगारो स समबपनित कवशन िाररत पका लपकन भारत सरकार न अभी तक उसका अनमोदन नही पका हर घरल कामगारो क पलए कानन क दो पवि क 2008 और 2010 म सरकार क सामन रख ग िर सरकार न ा ससद म बरठी पकसी िाटमी न ऐसा कानन बनान की पदशा म कोई िहल नही ली ही हाल राजो की सरकारो का रहा हर कवल तपमलनाड महाराषट करल मधपदश आनधरपदश और राजसथान की सरकारो न कछ बहद कमजोर काननी पाविान करक

ा नोपटपफ कशन जारी करक घरल मजदरो को िजीकरर ननतम वतन और अवकाश की सपविाए दन जरसी घोषराए की ह लपकन जमीनी सतर िर इन िर भी अमल नही हो रहा हर पदलली दश की राजिानी हर लपकन हा क घरल मजदरो को कोई भी सरका पाप नही हर अब सम आ गा हर पक इसक पलए एकजट होकर आवाज उठाी जा और आनदोलन खडा पका जा

तभी सरकार की कमभकरमी नीद टटगी सघषण क पबना हम अिना हक कतई नही हापसल होगा

पनन की सोजन सपमपत की सदस पवमला सककरवाल न कहा पक घरल कामगारो क पलए कानन बनान क पलए सरकार पद जलदी-स-जलदी कोई पवशष कमटी की घोषरा नही करती हर और सदन क आगामी सतो म इसक पलए पवि क िश करन

की घोषरा नही करती हर तो हम िरी पदलली म अिना आनदोलन तज करना होगा सरकार तब तक इतना तो कर ही सकती हर पक आपिकाररक तौर िर घरल मजदरो को असगपठत मजदरो की शररी म रखकर असगपठत मजदरो को जो भी थोड-बहत काननी अपिकार हापसल ह उनका अपिकारी घरल मजदरो को भी बना द कानन बनन तक नोपटपफ कशन और शासनादशो क दारा भी िजीकरर

ननतम मजदरी सपनपचित का णपदवस अवकाश आपद क अपिकार घरल मजदरो को पद जा सकत ह जरसा पक कछ राज सरकारो न पका भी हर

पनन की सोजन सपमपत क अन सदस अिवण मालवी न कहा पक हम इन मागो को लकर सगपठत होकर एक लमबी लडाई रलानी होगी और राज क साथ ही कनद की सरकार िर भी दबाव बनाना होगा पक वह कनदी

सतर िर थाशीघर घरल मजदरो क पलए कानन बना और उसक अनरि कानन बनान क पलए राज सरकारो िर दबाव बना हमारी कोपशश हर पक अन राजो म भी घरल कामगारो को सगपठत पका जा और उन सभी क एकीकत आनदोलन दारा कनद सरकार िर भी दबाव बनाा जा उनहोन कहा पक सभी मजदर एकजट होकर एक-दसर का साथ दकर ही अिनी लडाइो को कामाब बना सकत ह इसपलए जररी हर पक घरल मजदर सभी असगपठत मजदरो क सघषषो म उनका साथ द और अिन आनदोलनो म उनह साथ ल हम lsquoमजदर एकता पजनदाबादrsquo क नार को कभी भलना नही रापहए

अिवण मालवी न घरल मजदरो की सभी मागो का औपरत बतात हए तफसील स ह समझाा पक पकस पकार पवलापसता व अमीरी की रीजो की खरीद िर उिकर (सस) लगाकर lsquoघरल शरपमक कलार कोषrsquo बनाकर सरकार घरल मजदरो क िीएपि िशन दघणटना बीमा ईएसआी आपद मागो को आसानी स िरा कर सकती हर उनहोन कहा पक कानन बनन क साथ ही शरम पवभागो म ऐसी ववसथा और ऐसा मकपनज़म बनाना होगा पक उकत कानन िर पभावी अमल की गारणटी हो सक हम घरल मजदरो क पलए विानन ही नही बपलक उसक पभावी अमल क पलए भी एक लमबी

ददली सलचवालय पर घरल कामगारो का जझार परदिसनददली क शरम मनती न शरम आयकत स उनकी मागो पर 15 ददन क अनदर सटस ररपोटस मागी

जानचि ाइइगगलशन हौजरी का वह जलकर राख हआ हॉल जहा तीन मजिर की मौत हई हॉल स दनकलन का एक ही राता था जहा भयानक आग की लपट उठ रही थी मजिर चीखत-दचललात रह लदकन उह बचान वाला कोई न था मादलक मन गट को ताला लगाकर अपन बगल क एसी कमर म सो रहा था

पल ग टकसटाइल-हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन क नततव म कारखाना मापलक व शरम अपिकाररो िर कारणवाई व िीपडत िररवारो को उपरत मआवज की माग कर रह मजदरो िर लाठीराजण हआ मजदर नता लखपवनदर को पगरफतार करन की कोपशश हई िपलस मापलक ठकदारो मापलको क अन दलालो न सदम का पशकार िीपडत िररवारो िर तरह-तरह स समझौत क पलए दबाव बनाा और 174 की िारा क तहत

सारा मामला रिा-दिा करवा पदा मदद क नाम िर महज दो लाख पद ग पनन न बीस लाख मआवज की माग की थी पनन क आन स िहल पसिण बीस हजार मआवज की बात हो रही थी जब पनन क नततव म िरना लगा नारबाजी हई तो तरनत मापलक दो लाख िर आ गा अगर िीपडत िररजन डट रहत तो इतना त हर पक हजारो मजदर उनक साथ खड होत और इसस कही ज़ादा मआवजा पमल सकता था व मापलक क पखलाफ कारणवाई

भी करवाई जा सकती थी इसस अन िजीिपतो िर भी कारखानो म सरका क इतजाम करन का बडा दबाव बनता लपकन िजीिपत व िपलस ऐसा हरपगज नही राहत थ और इसम व कामाब हए रनावी िापटणो का मजदर पवरोिी रररत इस मामल न भी नगा कर पदा पकसी भी भाजिाई कागरसी अकाली अन पकसी रनावी िाटमी क नताओ न मजदरो क िक म और मापलक-िपलस क पखलाि आवाज नही उठाई इस हमाम म सब नग ह

मजदरो की ददणनाक मौत का कसरवार सिषट तौर िर मापलक ही हर कारखान म आग लगन स बराव क कोई सािन नही ह आग लगन िर बझान क कोई सािन नही ह रात क सम जब मजदर काम िर कारखान क अनदर होत ह तो बाहर स ताला लगा पदा जाता हर उस रात भी ताला लगा था पजस हरॉल म आग लगी उसस बाहर पनकलन का एक ही रासता था जहा भानक लिट उठ रही थी करोडो-अरबो का कारोबार करन वाल मापलक क िास का मजदरो की पजनदपगा बरान क पलए हादसो स सरका क इतजाम का िरसा भी नही हर मापलक क िास दौलत बपहसाब हर लपकन िजीिपत मजदरो को इसान नही समझत इनक पलए मजदर कीड-मकोड

ह मशीनो क िजज ह ह कहना जरा भी अपतशोपकत नही हर पक महज हादस म हई मौत नही हर बपलक मनाि की खापतर की गी हताए ह

पशन ह भी उठता हर पक शरम पवभाग क अपिकाररो िर कारणवाई को नही की गी हर पजनकी कारखानो म सरका क इतजाम करान की पजममदारी बनती हर कारखान क गट िर कोई बोडण तक नही लगा हर मजदरो को ईएसआई िीएि िहरानित बोनस ननतम वतन जरस काननी हक नही पमलत हादसो व बीमाररो स सरका क कोई इतजाम नही ह सरकारी शरम अपिकारी इस बात का जवाब द पक आपखर कारखाना रल कर स रहा हर आपखर पकतनी घस लकर मजदरो की पज नदपगो क साथ पखलवाड पका गा हर इनह तो जल म होना रापहए लपकन आरामदाक कपसणो िर बरठकर मजदरो का खन रस रह ह

मजदरो को िर सला करना होगा पक उनह आदमखोर कारखानो म कब तक मापलको की मनाि की हवस की बपल रढत रहना हर हम सभी जानत ह पक पजन काररो स 6 मई को हमार तीन मजदर साथी पजनदा झलस कर मर ह व कारर पसिण जानरनद डाईगगलशन

(पज 4 पर जारी)

(पज 10 पर जारी)

4 मजदर तबगल मई 2016

लपिाना क एक कारखान म 13 अपरल 2016 को गजदर महतो (उमर 32 साल) एक िावर पस मशीन रला रहा था कारखाना मापलक न उसी दसरी िावर पस मशीन िर काम करन को कहा गजद न दखा पक उस मशीन क ससर खराब ह कलर भी ढीला हर हादसा होन क डर स उसन दसरी मशीन रलान स इनकार कर पदा मापलक न उस काम स पनकाल दन की िमकी दी उसकी आपथणक हालत कछ ज़ादा ही खराब रल रही थी अभी कछ पदन िहल ही उसकी ितनी क कान का आिरशन हआ हर तीन बचर भी ह इस हालत म वह काम छोडन की पहममत नही जटा सका और दसरी मशीन रलान लगा कछ ही सम बीता था पक एक भानक हादसा हो गा उसका दाा हाथ अभी पस क बीर म ही था पक ढीला कलर दब गा अगठ क साथ वाली एक उगली कट गी मापलक उस उठाकर एक पनजी असिताल ल गा मापलक न कहा पक वह िपलस क िास न जाए िरा इलाज करवान हमशा क पलए काम िर रखन मआवजा दन आपद का भरोसा पदा गजदर मापलक की बातो म आ गा िनदह पदन भी नही बीत थ पक उस काम स पनकाल पदा गा मापलक न इलाज करवाना बनद कर पदा और अन पकसी भी पकार की आपथणक मदद करन करन स भी साि

पावर परस मजदर की उगली कटी माललक बोला मजदर न जानबझ कर कटवाई ह

मकर गाह हादसा सिषट तौर िर कारखाना

मापलक की मनाि की हवस और आिरापिक लािरवाही का नतीजा हर लपकन बशममी की हद दखो मापलक कह रहा हर पक गजदर न जानबझ कर अिनी हाथ मशीन म पदा हर

कारखान म लगभग 15 मजदर काम करत ह लपकन पकसी भी मजदर को ना तो िहरान ित पमला हर न ईएसआई और न ही िीएि की सपविा पमली हर कारखान का नाम पकसी भी मजदर को नही िता हर बस मापलक का नाम िता हर ndash बीडबल शमाण लपिाना क शरिर इलाक म शहीद भगतपसह नगर की

तीन नमबर गली म पसथत इस कारखान क गट िर कोई बोडण नही लगाा गा (लपिाना म बडी पगनती कारखानो की ही हालत हर) न ही कारखान क मजदर एकजट ह और न ही इलाक म मजदरो की पनन बनी हर नतीजा ह हर पक अन कारखाना मापलको की तरह ह मापलक भी मजदरो को जमकर लटन क पलए िरी तरह आजाद हर ऐस ही हालात ज़ादातर िर कटररो म ह कोपक मापलक को मजदर की सरका िर एक रिा भी खरण करना िालत खरण लगता हर दसर एक मजदर को पनकालो

तो िार काम करन को तरार पमल जात ह

गजदर न 30 अपरल को कारखाना मजदर पनन क साथ समिकण पका िपलस क िास पशकात दजण करवाी गी हर शरम पवभाग म भी पशकात की जाएगी उस इलाक म मजदरो की एकजटता ना होन क रलत पसिण काननी मदद ही की जा सकती हर वासतपवक हल तो मजदरो की एकता स ही हो सकता हर अगर इलाक क मजदरो की एकजटता होती तो मापलक इस ढग स अिनी मनमजमी नही सक सकता था

mdash दबगल सवाििाता

राहल साकतान क जनम पदवस 9 अपरल स समपत पदवस 14 अपरल तक उतर-िपचिमी पदलली की जागरक नागररक मर और नौजवान भारत सभा दारा lsquoभागो नही दपना को बदलोrsquo जन अपभान की शरआत की गी िार पदवसी इस जन अपभान म जगह-जगह िोसटर पदशणनी लगाी गी और िराण पवतरर पका गा

राहल साकतान न िर समाज म िापमणक रपढ ो और िाखणडो क पखलाफ लडाई लडी और आम महनतकश जनता को जागरक पका आज भी समाज को िमण और समपदा क आिार िर बाटन वाली शपकता राहल साकतान क पवरारो स डरती ह िहल ही पदन सबह िाकण म िोसटर पदशणनी लगात सम सपघो न इसका पवरोि करना शर पका लपकन आम जनता क समथणन की वजह स व कछ करन की पहममत नही कर सक

िापमणक िाखणडो और सामपदापक

िापससटो की कलई खोलन वाल िोसटर दखकर सघी िहल पदन की तरह दसर पदन भी िोसटर दखकर भडक ग और िोसटर िाडन और पदशणनी हटान की कोपशश करन लग उनहोन lsquoदश भपकत और दशदोहrsquo का राग अलािना शर पका लपकन जनता क समथणन म खड होन की वजह स व कछ कर नही सक

पदशणनी अपभान क दौरान आरएसएस क lsquolsquoदशपमीrsquorsquo राहल साकतान और रािामोहन गोकल जी पमरनद और भगतपसह को पवदशी बतान लग इस िर लोगो न ही सवाल कर पदा पक लखक पवदशी कर स ह तो उनहोन माओवादी नकसली होन का आरोि लगात हए हगामा शर पका

और कहा पक इनको पवदशो स िरसा आता हर लपकन इस िर भी जब इनकी दाल नही गली और लोगो को अिन पवरोि म दखा तो व वहा स पनकल पल

िापमणक कटरता जापतभद की ससकपत और हर तरह की पदमागी गलामी क पख लाफ राहल क आहान िर अमल हमार समाज की आज की सबस बडी जररत हर िजी की जो रौतरफा जकडबनदी आज हमारा दम घोट रही हर उस तोडन क पलए जररी हर पक तमाम िरशान-बदहाल महनतकश आम लोग एकजट हो और ह तभी हो सकता हर जब व िापमणक रपढो

और जात-िात क भदभाव स अिन को मकत कर ल

राहल साकतान की िरमिरा पगपत और सामापजक-सासकपतक कापनत क अपवरल पवाह की िरमिरा हर राहल उन करसीतोड समाज परनतको म स नही थ जो कवल पकताब

और ित-िपतकाए िढकर समाज िररवतणन क खाली पसदधानत पसतत कर दत ह बपलक व एक दाशणपनक पवरारक इपतहासकार िराततववता सापहतकार भाषाशासतरी और वरजापनक भौपतकवाद क परारक होन क साथ ही लोकपप जन-नता भी थ जो जनता क सघषषो स लगातार जड रह

lsquoभागो नही िदनया को बिलोrsquo राहल क जीवन का सतवाक था व हर तरह की पशपथलता गपतरोि किमणडकता अनिपवशास तकण हीनता थापसथपतवाद िनरतथानवाद और अतीतोनमखता क पखलाफ पनरनतर सघषण करत रह

राहल साकतान न कहा था - lsquolsquoजगत की गदत क साथ हम भी सरपट िौडना चादहए दकत धमव हम खीचकर पीछ रखना चाहत ह कया हमार दपछडपन स ससार चकर हमारी परतीकषा क दलए खडा हो जायगा सामादजक दवरमता क नाश दनकममी और अनपदकषत सतान क दनरोध आदथवक समयाओ क नय हल सभी बातो म तो यह मजहब पराणपरण स हमारा दवरोध करत ह हमारी समयाओ को और अदधक उलझाना और परगदत-दवरोदधयो का साथ िना ही एकमातर इनका कतववय रह गया हrsquorsquo

राहल साकतायन क जनम ददवस (9 अपरल) स सतत ददवस (14 अपरल) तक

lsquoभागो नही दतनया को बदलोrsquo जन अजभयान

हौजरी तक सीपमत नही ह लपिाना ही नही बपलक दश क तमाम कारखानो म हालात बन रक ह कही कारखानो की इमारत पगर रही ह कही खसताहाल बवालर व डाईग मशीन िट रही ह और कही कारखानो म आग लगन स मजदर पजनदा झलस रह ह और सोरन वाली बात हर पक कही भी मापलक नही मरता हमशा गरीब मजदर मरत ह रलत कारखानो को बाहर स ताल लगा पद जात ह (खासकर रात म) अनदर मजदर मरन-कटन क पलए छोड पदए जात ह

हादस होन िर सरकार िपलस पशासन शरम अपिकाररो की मदद स मामल रिा-दिा कर पदए जात ह बहत सार मामलो म तो मापलक हादस का पशकार मजदरो को िहरानन स ही इनकार कर दत ह मजदरो को न तो कोई िहरान ित पदा जाता हर और न ही िकका हापजरी काडण पदा जाता हर इन हालात म मापलको क पलए मामला रिा-दिा करना आसान हो जाता हर

mdash दबगल सवाििाता

तीन मजिरो की भयानक मौत को पदलस न अपनी जब भरन क दलए इतमाल दकया मामला रफा-िफा करन की कोदशश हई जब यदनयन क नतकतव म मजिर इककठा होन शर हए तो मजिरो पर लाठीचाजव दकया गया लदकन मजिरो न अपना परिशवन जारी रखा बाि म टकसटाइल-हौजरी कामगार यदनयन कारखाना मजिर यदनयन दबगल मजिर िता व नौजवान भारत सभा दारा कारखानो म सरकषा क सवाल पर जारी एक पचाव महरबान व अय इलाको म बाटा गया और मजिरो की नककड सभाए व मीदटग की गयी

मनाफ की खाततर मजदरो की हताए आख़खर कब रक गी

(पज 3 स आग)

(पज 7 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 5

िहली मई 1886 क ऐपतहापसक पदन ह माकज ट पशकागो अमररका म मजदर बड िरमान िर उठ खड हए थ िजीिपत मापलको स अिन हक की लडाई लडन क पलए हक और इसाि की माग करत इन मजदरो िर मापलको की पिठ िपलस न पनदण तािरण हमला कर बहत सार मजदरो की हता कर दी थी उस पदन बह मजदरो क इस खन स ही रगकर दपना क मजदरो क झड का रग लाल हआ इसन मजदर वगण को पसखाा पक िजीवादी ववसथा का जनतत मापलक बजणआ वगण का जनतत हर महनतकशो का नही ndash उनक पल तो वह अपिनाकवाद हर जो मापलको दारा मजदर वगण की लट क तत की पहिाजत करता हर

दपना भर क मजदरो न लाल झड क साथ मई पदवस को मनाना शर पका पशकागो क उनही बपलदानी मजदरो को शरदधाजपल दन और ह शिथ लन क पल पक ह लडाई िजीवाद को उखाड ि कन व शोषर मकत समाज काम करन की पजममदारी िर होन तक जारी रखी जागी इस lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo नाम पदा गा ह बतान क पल पक दपना भर क मजदर एक दसर क बि-बािव ह और उनका साझा द मन हर दपना का िजीिपत वगण जो उनकी लडाई को कमजोर करन क पल उनह राषट कत भाषा मजहब आपद क नाम िर बाट कर आिस म पभडा रखना राहता हर

दपना क मजदरो को सरमादारो की सता व शोषर को खतम करन क सघषण की पररा दन वाला ह मई पदवस िजीिपत वगण व उसक िररोकारो को

आरएसएस और बीएमएस क मई ददवस तवरोि क असली कारणकर स िसद आ सकता हर ह तो उनक पदलो म भ और किकिी िरदा करन का सदश दन वाला पदन हर इसपल सवाभापवक ही हर पक व मई पदवस को बदनाम कर इसक सदश को भलान-भरमान की कोपशश कर और मजदर वगण को इसक बार म बरगला

ही काम आज भारत क िजीिपत वगण की सबस पवशसत िाटमी और उसकी राबी अिन हाथ म रखन वाला राषटी सवसवक सघ (आरएसएस) करना राहता हर इनको अचछी तरह मालम हर पक पसिण दमन क बल िर मजदर वगण क सघषण को रोकादबाा नही जा सकता पजस पदन मजदर वगण अिनी कापनतकारी िाटमी क नततव म सरत और सगपठत हो जागा वह सार दमन-उतिीडन क बावजद इस िजीवादी ववसथा को उखाड ि कगा उसको रोकन का एक ही तरीका हर उसकी वगमी रतना-समझ को भोथरा और कनद करना इसक पल ही िजीिपत वगण क भाड क टट भड की खाल िहन भपड की तरह मजदरो की टड पनन बनात ह उनह पसिण कछ आपथणक व अन छोटी-मोटी सपविाओ की लडाई तक सीपमत करत ह और मजदरो को मापलको का अहसानमद भकत बनन की पशका दत ह

आरएसएस का टड पनन सगठन भारती मजदर सघ (बीएमएस) इसीपलए मजदरो क मई पदवस मनान क पवरोि म हर इसक सपरव क अखबारो म पकापशत वकतव क अनसार 1 मई 1886 को पशकागो क ह माकज ट म हए lsquoरकतिात व पहसाrsquo की वजह स व मई पदवस को नही मानत lsquoहम ऐसी ददणनाक घटनाओ का समरर नही करत

ह सजनातमक पवरार नही हर ह मजदरो म निरत भडकाता हरlsquo मतलब साि हर पक छदम मजदर पहतरषी इस बात को मजदरो की ाददात स ही पमटा दना राहत ह पक पकस पकार अिन वापजब हक की आवाज उठात मजदरो की हता की गी थी कर स उनक नताओ को झठ-िजमी मकदमो म िसाकर िासी-उमरकर द की सजा दी गी थी उनकी बात पबलकल सही भी हर ndash िजीिपत वगण का रररत उस जोक का हर जो मजदर वगण का खन रसकर मोटी होती जा रही हर उस जोक को अगर खन रसन स रोक पदा जा तो पनपचित ही उसक पल वह बहत ददणनाक होगा इसी तरह मजदर वगण का अिन हक क पल उठ खड होन की घटना भी िजीिपत वगण क पल एक lsquoददणनाक घटनाrsquo थी उसको ाद करन स उनको अिन लटटत क खतम होन का दःसवपन पदखाई दता हर और इस डर व स थरथरान लगत ह ndash पनपचित ही ऐसी पकसी ददणनाक घटना को व ाद नही करना राहत लपकन का मजदर वगण की राहत भी वही हर जो मापलको की पनपचित ही नही ndash मजदर वगण की राहत हर शोषर की ववसथा की समापप इसपल कोई भी सगठन जो मजदर वगण का पहतरषी हर वह कर स मई पदवस क पखलाि हो सकता हर सवभापवक ही हर पक इस अतारार का पपतकार करन की रतना अगर मजदर वगण म िरदा होगी तो वह मापलको को निरत ही पदखाई दगी लपकन मजदर वगण का असली सगठन कभी भी इस रतना को दबान क बजा इस और तीवर ही करना राहगा

बीएमएस क सपरव का आग

कहना हर ndash lsquoमई पदवस भारती मानस का अग नही हर इसपल बीएमएस इस नही मानता ह मजदरो को अचछा सदश नही दता इसपल हम इसक बजा पवशकमाण जती क पदन भारती शरपमक पदवस मनात हlsquo मई पदवस दारा अिन वापजब हक क पल लडन क सदश को lsquoअचछा नहीrsquo कहन वाला सगठन आपखर पवशकमाण जती स मजदरो को का सदश दना राहता हर मजदरो को बतात ह पक मापलक लोग अिनी महनत व पपतभा स उदोग लगात ह उसस मजदरो को रोजगार पमलता हर उनक िररवारो की रोजी-रोटी रलती हर इसपल मजदरो को उनका अहसानमद होना रापह पजन मशीनो-औजारो िर काम करक उनकी रोजी-रोटी रलती हर उनकी िजा करनी रापह उनकी सिाई-दखभाल करनी रापह और ज़ादा स ज़ादा काम करन की शिथ लनी रापह पजसस उतिादकता बढ लपकन वह मजदरो को ह नही बतात पक मापलक का मनािा मजदर क शरम स उतिाद की वसत क मल म होन वाल इजाि स ही आता हर ndash तो मजदर पजतना ज़ादा शरम करग मापलको उनकी महनत क मल को उतना ही ज़ादा अिनी जब म डालकर और भी समिपतशाली होत जा ग और इसस मजदरो को कछ हापसल नही होगा मजदरो का नाम लन वाला लपकन अनदर स मापलको क पहतो का िोषर करन वाला कोई सगठन ही मजदरो को ऐसा सदश दन को अचछा बता सकता हर

इनका और भी कहना हर पक lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo lsquoभारती ससकपतrsquo स पवलग हर और lsquoसासकपतक

राषटवादrsquo क पविरीत हर इनक अनसार मजदर पदवस वामिपथो की lsquoसामापजक पवदषrsquo िर लान की पवपत का अग हर इनको अचछी तरह मालम हर पक मजदर वगण की दश और दपना क िरमान िर एकता उसक सघषण का बडा हपथार हर इसपल हमशा मजदरो को िमण मजहब भाषा इलाका जापत आपद क नाम िर बाट कर आिस म लडाना राहत ह तापक एक कत ा दश क मजदरो क सघषण म बाकी मजदर उनकी मदद करना तो दर बपलक इनक इशार िर उनको अिना द मन मानकर उनिर दमन करन म मापलको की पहमात और मदद कर इसीपल मजदर वगण क सगठन म राषट और ससकपत को सवाल खडा करत ह लपकन मजदरो को िछना होगा पक कौन सी ससकपत जो मापलको क शोषर को जााज ठहराती हर ा मजदर वगण को अिन शोषर क पखलाि उठ खड होन की पररा दती हर

महनतकश तबक को आज यह पकका समझ लना चादहय दक इस परकार क मजिर वगव दहत दवरोधी दवचार फलान वाल सगठन असल म मजिर वगव को धोखा िकर मादलको क दहत साधन वाल सगठन ह मजिरो को भरदमत व बरगलान वाल इन ट यदनयनो को पहचानकर उनका भाफो करन और उह मजिरो क बीच स भगा िन की सखत जररत ह

mdash मकश तयागी

बीती 11 मारण को लोकसभा म आिार काननndash2006 िाररत कर पदा गा हर इसस समबपनित पबल मोदी सरकार दारा िन समबनिी पबल क रि म िश पका गा था इसपलए इस राजसभा म िाररत करवान की जररत नही िडगी लोकसभा म मोदी सरकार क िास बहतमत हर लपकन राजसभा म नही हर राजसभा म इस कानन को िाररत करवा िाना मोदी सरकार क पलए बहत मपकल था इस पलए इस िन समबनिी कानन क रि म िश करना बहतर समझा आिार कानन क तहत वतन भगतान बढािा िशन सकल दापखला टन बपकग पववाह िजीकरर डाईपवग लाईसस पसम काडण खरीदन साईबर कर ि इसतमाल करन आपद क पलए आिार काडण लापजमी कर पदा गा हर आिार काडण इसतमाल करन की इतनी सारी मजबररो क बाद आिार काडण बनवाना मजबरी बन जाता हर

1 अकटबर 2013 को आिार काडण समबनिी िररोजना शर की गी थी उस सम कहा गा था पक आिार काडण बनवाना पकसी क पलए आवक नही हर कोई बनवा राह

न बनवा सरकार की शर स ही ह कोपशश रही हर पक भारत वापसो क पलए ह काडण बनवाना मजबरी बन जाए इसपलए रसोई गरस बक खाता आपद पवपभनन सवाओ क पलए इस आवक बनान की कोपशश की गी सपीम कोटण न इस समबनि म एक िर सला पका था पक पकसी भी सवा क पलए आिार काडण आवक तौर िर नही मागा जाना रापहए इसक बाद अब सरकार ह आिार कानन ल आी हर हालापक सरकार आिार को एक जनिकिर िररोजना क रि म पराररत कर रही हर लपकन वासतव म आिार राजसता क हाथ म दमन क एक बहद खतरनाक औजार क पसवा और कछ नही हर आिार काडण क जररए पवपभनन सपविाए -आपथणक लाभ-सपबसपडा जनता तक िहरान की बात तो पसिण एक बहाना ह जनता क पनजी गपता क अपिकार का हनन इस तरह जनता क अन जनवादी अपिकारो को करलना ही वासतपवक पनशाना हर

बहत सार लोगो को हमारी उिरोकत बात बहत हररानी वाली लगगी लपकन हमार दारा ह बात कह जान क िखता

कारर ह जब स दश म आिार काडण लाग पका गा हर तब स ही अनको लोग आिार काडण िर पशन परहन लगा रह ह कागरस क नततव वाली गठबनिन सरकार दारा इस लाग पका गा और इसन भी इस लोगो िर जबरदसती थोिन की कोपशश की थी लपकन अब जब भाजिा क नततव वाली गठबनिन सरकार न इस बार म कानन बनाा हर तो कागरस इसकी सहोगी व अन िापटणा आिार कानन क कछ िको की आलोजना कर रही ह और जररी सशोिनो की जररत िर जोर द रही ह वोट पसासत म रनावी िापटणो को सहमती होत हए भी असहमती क डराम करन िडत ह बहत सार लोग आिार काडण समबनिी लोगो की पनजी गपता की सरका की गारणटी करन क पलए जररी काननी पाविानो की बात कह रह ह लपकन हमारा मानना हर पक समरी आिार िररोजना को ही खतम पका जाना रापहए

आिार काडण क पलए भारत वापसो क नाम ित तसवीर सपहत हाथो की उगपलो की पनशान और आखो की ितपलो क सकर न आपद पनजी जानकारी जटाई जाती हर इस

जानकारी को भारत की आिार अथाररटी क कनदी डाटाबस म इकटा पका जा रहा हर जनगरना क तहत जटाई कई वपकतगत जानकारी भी इस आिार खात क साथ जोडी जा रही हर िर दश म पवपभनन सवाओ को इस कनदी डाटाबस क साथ इणटरनट क जररए जोडा जा रहा हर काननन इस जानकारी को कोई भी अिसर ा अन कोई वपकत सावणजपनक नही कर सकता लपकन अदालत जररत िडन क आिार िर उिलबि जानकारी मगवा सकत ह जवाइणट सकटी सतर का अपिकारी राषटी सरका का कारर बतात हए पकसी वपकत की जानकारी सावणजपनक करन की आजा द सकता हर

इस तरह आिार क जररए कम स कम इतना तो िकका कर पदा गा हर पक सरकारी तत क िास आिार काडणिारक समबनिी िरी जानकारी उिलबि होगी पवपभनन सवाए हापसल क पलए पलए लोगो को आिार काडण इसतमाल करना िडगा कौन कहा आ-जा रहा हर बक खात क जररए का लन-दन कर रहा हर पकस स िोन िर बात कर रहा हर आपद अनको पनजी गपता वाली जानकाररा

अब सरकारी तत क िास हर वकत उिलबि रहगी मसला पसिण आिार स जडी वपकतगत जानकारी सावणजपनक पक जान का नही हर बपलक सबस बडी बात हर पक जनपवरोिी सरकारी तत आिकी पजनदगी क बड दार म ताक-झाक कर सकता हर दखल द सकता हर आिकी पजनदगी को बरी तरह पभापवत कर सकता हर कर सकता हर नही बपलक ह कहना ज़ादा ठीक रहगा पक करगा ही करगा मती सासद पविाक व राजनीपतक िहर वाल तमाम वपकत िपलस-िौज अदालत समाज का राजनीपतक-आपिणक असर-रसख वाला सारा तबका आिार क जररए काननी-गररकाननी ढग स हापसल जानकारी क जररए सािारर जनता को बड सतर िर तग-िरशान करगा जलम-दमन का पशकार बनागा पवपभनन जगह िर पबखरी जानकारी को इस मकसद क पलए जटाना अिकाकत मपकल हर लपकन अब सारी जानकारी एक जगह पमल जागी राजनीपतक पवरोपिो को दबान क पलए खासकर कापनतकारी-जनवादी आनदोलन क साथ जड नताओ का णकताणओ

आिार ndash जनता क दमन का औजार

6 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस क शहीद अलबटण िासणनस न िासी क तखत स रीखकर िजीिपत वगण क रतावनी दी थी - lsquolsquoअगर तम सोरत हो पक हम िासी िर लटकाकर तम मजदर आनदोलन कोhellipगरीबी और बदहाली म कमरतोड महनत करनवाल लाखो लोगो क आनदोलन को करल डालोग अगर तमहारी ही रा हर ndash तो खशी स हम िासी द दो लपकन ाद रखोhellipआज तम एक परगारी को करल रह हो लपकन हा-वहा तमहार िीछ तमहार सामन हर ओर लिट भडक उठगी ह जगल की आग हर तम इस कभी भी बझा नही िाओगhelliprsquorsquo मजदरो क उस महान नता न पबलकल सर कहा था मजदर शहीदो की कबाणपना पवश मजदर वगण को अथाह पररा व ऊजाण दती आी ह

भल ही हर वषण िहली मई को मनाए जान वाल अनतरराषटी मजदर पदवस की महान पवरासत िर िल-राख की मोटी रादर डालन की रग-पबरगी िजीवादी ताकतो न हर समभव कोपशश की हर लपकन मई पदवस आज भी मजदर वगण क पलए अथाह पररा का सोत हर इस पदन को महज एक अनषान म बदल दन की कोपशश होती रही ह इस रनावी वोट मदाररो न मजदरो की वोट हापसल करन क पलए इसतमाल पका हर इस पदन िर कछ िजीवादी नताओ को मजदरो क मसीह बनाकर िश करन की कोपशश की जाती हर मई पदवस क महतव को घटान क पलए इस पदन मरो िर घपटा सतर क गीत-नार िश पकए जात ह िजीिपतो की दलाल टड पननो न इस पदन को अिन नीर उद ो क पलए इसतमाल पका हर िजीिपत इस िर मजदरो को ह बतान की कोपशश करत ह पक ह पदन तो और महनत करक कारोबार बढान की कसम खान का पदन हर बहत सार ऐस ह जो मजदरो की सोर को िजीवादी ववसथा क पखलाफ जान स रोकन क पलए इस पदन िर का णसथल (कारखाना खत भटा आपद) सतर की आपथणक मागो स ऊिर की कोई बात नही करत अगर व सरकार क पखलाफ भी बोलत ह तो उनका मकसद मजदरो क पदमाग म अथणवादी माग पबठाना ही होता हर इन ताकतो म खद को वामिथी ऐलान करन वाल नकली लाल झणडो की भपमका कािी अहम हर मजदर वगण क िजीवाद क पखलाफ सघषण की िार को कनद करन क पलए इनस बपढा भपमका और कौन पनभा सकता हर लपकन इस सब क बावजद भी कल पमलाकर मजदरो का िजीवादी ववसथा क पखलाफ गससा बढता जा रहा हर जो हर साल मई पदवस क पवपभनन आोजनो म दखन को पमलता हर

इस वषण भी पवशभर म करोडो मजदरो न िजीवादी लट क पखलाफ जोरदार आवाज बलनद की हर आोजन राह कापनतकारी ताकतो की िहलीकदमी िर हए हो ा राह िजीिरसत नताओसगठनो की िहलकदमी िर हए हो अनतरराषटी मजदर पदवस िर मजदरो दारा पदखाा जोश ह पदखाता हर पक व मौजदा लटरी ववसथा स पकस कदर दखी ह पक व िजीिकिर नताओ क

लको स अगली कारणवाई राहत ह पक व गलामी वाली िररपसथपतो स छटकारा राहत ह अनक सथानो िर कापनतकारी व मजदर िकिर ताकतो क नततव म आोजन हए पजनक दौरान मजदर वगण की मपकत की लडाई जारी रखन िजीवादी ववसथा को जड स पमटान िजीिपत वगण क मजदर वगण और अन महनतकश लोगो क पखलाफ तीख हो रह हमलो क पखलाफ सघषण तज करन क सकलि पलए ग

इस वषण िहली मई क पदन पवशभर म मजदर कही सरकडो कही हजारो तो कही लाखो की सखा म इकठ होकर मई पदवस क पार मजदर शहीदो को लाल सलाम कह रह थ मजदर वगण क रोशन भपवष क पलए दी गइइ उनकी कबाणपनो को ाद कर रह थ कई जगह मजदरो न सरकार की िजीिपत वगण क पहत म और मजदर वगण क पखलाफ नीपतो का तीखा पवरोि दजण कराा इस दौरान िलीस क साथ तीखी झडि हइइ बडी सखा म मजदरो की पगरफताररा हइइ मजदर और िपलस वाल जखमी हए अिन जोशील पदशणनो और समागमो क जररए इस बार पिर मई पदन िर मजदर वगण न शासक िजीिपत वगण क सामन ह ऐलान पका हर पक व गलामी की जजीर हर हाल म तोड कर रहग

हा हम पवश म मई पदवस िर हई कछ गपतपवपिो की जानकारी साझा करग

मजदर वगण न फास की राजिानी िररस म अिनी िहली राजसता काम की थी जो पवश मजदर वगण क पलए पररा व पशका का सोत रही हर फास क मजदर आज भी अिनी िजीवादी

लट-अना क पखलाफ सखत लडाई लड रह ह और पवश क मजदरो का पसर गवण क साथ ऊरा कर रह ह मारण-अपरल महीनो क दौरान फास क मजदरो नौजवानो छातो न सरकार की मजदर व जनपवरोिी नीपतो खासकर शरम काननो म मजदर पवरोिी सशोिनो क पसतावो क पखलाभ जबरदसत आनदोलन लडा हर लाखो की सखा म मजदरो नौजवानो छातो न सडको िर उतरकर हकमरानो को टककर दी हर 28

अपरल को भी लाखो मजदरो न सरकार क पखलाफ पदशणन पक थ िहली मई क पलए भी बड पदशणनो का ऐलान पका गा था िहली मई को फास की सडको िर तथाकपथत वामिथी सरकार की कटर िजीवादी नीपतो क पखलाफ मजदरो-नौजवानो की बाढ सी आ गी िार लाख स अपिक लोगो न मई पदवस क पदशणनो म पहससा पला हकमरानो न ताकत क जररए मजदरो की आवाज दबानी राही लापठा बरसाई गी आस गरस क गोल ि क ग बडी सखा लोगो की पगरफताररा हइइ लपकन मजदरो-नौजवानो का जोश ठणडा नही िडा बपलक उनका लडाई लडन का अहसास और भी गहरा हो गा

दपकर कोररा म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िर हकमरानो की मजदर अपिकारो को करलन की नीपतो क पखलाफ जोरदार पदशणन पक हा भी सरकार िजीिपतो को मजदरो की छटनी करन की बडी छट दन क पलए और अन शरम अपिकार छीनन क पलए कानन ला रही हर हा भी मजदरो की िलीस क साथ सख टककर हई मजदर जखमी हए पगरफतार

पकए ग लपकन उनका लाल झणडा झका नही

रस म तजी स बढती आपथणक बदहाली का पशकार मजदर लाखो की सखा म मई पदवस िर सडको िर उतर आ मासको क लाल रौक म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िरड म भागीदारी की और िजीवादी हकमरानो को रनौती दी उनक हाथो म मजदर वगण क महान पशकको व नताओ माकसण एगलस लपनन सटापलन की तसवीर

थी व समाजवाद की िनःसथािना क पलए आवाज उठा रह थ और िजीवादी हकमरानो क पदलो म किकिी िरदा कर रह थ

तकमी म मई पदवस क पदशणनो को रोकन क पलए सरकार न अनक सखत िाबपनदो का ऐलान पका था इसताबल शहर क तकसीम रौक िर लोगो क इकट होन िर भी रोक लगाई गी थी तकसीम रौक राजनीपतक रोष पदशणनो-ररपलो क पलए अहम सथान हर मई पदवस क साथ इसका खास समबनि हर िहली मई 1977 क पदशणन को रोकन क पलए हा दपकरिथी बदकिाररो न 36 लोगो को शहीद कर पदा था इस जगह िर मई पदवस क पदशणन रोकन क पलए हर वषण की तरह इस बार भी सरकार न जोरदार ताकत झोकी थी अमररकी सामराजवादी हकमरानो न खपिा एजपसो और अन ढगो स सरकार की मदद की इसताबल शहर म लगभग 25 हजार िलीस बल तरनात पका गा हरलीकरॉपटर पदशणनकाररो की पनशानदही करन क पलए शहर क ऊिर मडरा रह थ तकसीम रौक िर मजदरो को िहरन स रोकन क पलए दमन पका

गा िपलस क एक टक न एक बजगण पदशणनकारी को टारो तल करल पदा दो सौ अपिक पदशणनकाररो को पगरफतार कर पला गा

मई पदवस की जनमभपम अमररका म भी मजदरो न अनक जगहो िर बड पदशणन पक पसएटल म कई हजार मजदरो न एकजट होकर मजदर अपिकारो क पलए आवाज उठाई व पवापसो क अपिकारो क पलए जोरदार आवाज बलनद कर रह थ पदशणनकाररो म राषटिपत िद क उममीदवार डोनालड टमि दारा पवासी मजदरो क पखलाफ भडकाई जा रही निरत क पखलाफ आकोश था पदशणन को रोकन क पलए हा भी िपलस न लाठीराजण पका आस गरस क गोल ि क पगरफताररा की उिर कनाडा म भी बड पदशणन हए और मजदरो-नौजवानो को दमन का सामना करना िडा

सार पबटन म मई पदवस िर पदशणन हए इस दौरान अन मदो क साथ-साथ रोि म िासीवादी ताकतो क पखलाफ आवाज उठाई गी ताईवान म हजारो मजदरो न काम क घणट घटान और वतन वपदध क पलए पदशणन पकए नान म सरकार दारा जनता की सहलत छीन जान क पखलाफ मजदरो न जोरदार आवाज बलनद की

भारत म भी मजदर वगण न बडी सखा म मई पदवस आोजनो म भागीदारी की मजदर शहीदो को तहपदल स ाद पका गा सरकार की मजदर पवरोिी-जन पवरोिी नीपतो क पखलाफ आवाज उठाई गी िासीवादी ताकतो दारा जनता को आिस म िमण क नाम िर बाटन और जनवादी अपिकारो क हनन क पखलाफ आवाज उठाई गी हमार दश म औदोपगक मजदर बड सतर िर असगपठत ह जो सगपठत भी ह उनम भी ज़ादा पभाव नकली लाल झणडो वाली िापटणो व अन हकमरान वगमी िापटणो क साथ जडी पननो का हर कापनत-िकिर अपिकतर िापटणागरि औदोपगक मजदरो क आनदोलन को जररी अहपमत नही दत कछ कापनतकारी गरि गमभीरता स भारत स औदोपगक मजदरो को सगपठत करन म लग हए ह इन सगठनो न जोश-खरोश क साथ मई पदवस मनाा कई जगहो िर मई पदवस आोजनो क पलए लमबी मपहम रलाकर वािक मजदर आबादी को मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन की कोपशश की गी दपना क अन दशो की तरह भारत क मजदरो को भी मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन क पलए बहत कछ पका जाना जररी हर मई पदवस को रसम अदागी म बदल दन अथणवादी मागो-मसलो स जोड कर इस पदन क कापनतकारी महतव को घटान आपद की सापजश स पनिटन क पलए कापनतकारी कमपनसटो काम करना होगा हर साल मई पदन िर पवश मजदर वगण क एक अचछ-खास पहसस दारा पदपशणत जोश-खरोश हम अथाह पररा दता हर ऊजाणवान करता हर मजदर वगण क रोशन भपवष म हमारा पवशास और िकका करता हर

mdash लखदविर

अनतरराटिटीय मजदर ददवस पर तवशवभर म गजी मजदर मककत की आवाज

मजदर तबगल मई 2016 7

(पज 10 पर जारी)

अपरल क शरआती हफत म िनामा ििसण क नाम स जारी हए दसतावजो न इस सम िरी वरपशक राजनीपत म एक तरह का भकि सा ला खडा पका हर फजमी किपना बनाकर िर पवश क िन-कबर पकस तरीक स अिनी कमाई को टरकसो स बरात ह ही इजहार हआ हर िनामा की एक किनी मोसाक िोसका क बार म हए खलास स खलास इपतहास क इस तरह क सबस बड खलास बताए जा रह ह कोपक कल दसतावजो की पगनती 115 करोड स भी ज़ादा हर इन खलासो स इस िरी िजीवादी ववसथा की सडन नजर आती हर कोपक इन खलासो म कोई एक-आि दजणन वपकतो मात क नाम नही हर बपलक िर पवश म िर ल इस फजमी कारोबार की कपडा िजीिपतो राजनताो पफलमी कलाकारो पखलापडो आपद स जडी ह

इगलरणड आइसलड बाजील रस रीन भारत िापकसतान मध-िवण आपद सभ दशो क िपनको क नाम इस सरी म दजण ह अपमताभ बचरन स ल कर डपवड कर मरन तक िटबाल पखलाडी पलओनल मरसी स लकर अदाकार जरकी ररन रसी राषटिपत िपतन स लकर रीनी िाटमी क मबरो क नाम सबक सब इन खलासो क जररए नग हए ह इन खलासो क सामन आन क बाद कई दशो म लोग इन राजनताओ क पखलाि सडको िर आ ग ह आइसलड क पिानमती पसगमडर गनलाउगसन को तो जन-दबाव क रलत असतीिा दना िडा इसी तरह इगलरणड म भी डपवड कर मरन को कटघर म खडा करन क पलए लोगो का दबाव बढता जा रहा हर

रपक इस सरी म अमररका क पकसी भी पपतपनपि का नाम नही आा

और पजस तरह मीपडा रस और रीन को खास तौर स पनशाना बना रहा हर उस स इन खलासो क िीछ क राजनीपतक पहतो क बार म भी सवाल उठन शर हो ग ह बहरहाल पहत राह जो भी हो इस सरी न िजीवादी ढार की एक और पघनौनी सचराई को वािक करन म सहाता की हर

इस सम िर पवश म 90 स अपिक ऐस दश ह पजनक अनदर पवश क िरजीवी िजीिपत अिना िरसा पनवश करत ह और ह खलास कवल एक छोट स दश िनामा क ह ऐस दशो को टरकस हरवन कहा जाता हर मतलब पक इन दशो क अनदर टरकस-दर बहद कम ह इसीपलए पवश क सब बड िजीिपत पफलमी हपसता पखलाडी तसकर आपद अिनी कमाई को इन दशो म गप रि स जमा करत रहत रहत ह इस कारोबार को सरार रि स रलान क पलए कई िजमी कागजी कमिपना बनाई जाती ह पजनम ह िरसा पनवश होता हर मोसाक िोसका एक ऐसी ही किनी हर पजसका काम अन कमिपनो की िरदावार करना हर मतलब िजीिपतो क िरस को िजमी किपनो क मापिम स पनवश करवान क तरीक ईजाद करना हर इस सारी पपका को िजीवादी ना ववसथा पबलकल जाज मानती हर (उदाहरर क पलए िापकसतान क पिान मती नवाज शरीि का नाम आन क बाद उसका बराव करत हए िापकसतान क सरना मती न कहा पक सब को अपिकार हर पक वह अिनी सिपत क साथ जो मजमी कर ह िापकसतानी कानन क अनसार व अनतराषटी कानन क अनसार कोई अिराि नही हर) इस मती न िजीवादी ववसथा की कर सचराई को बड सीि-सिषट तरीक स बान कर पदा

इस िर मामल स दो बपनादी सवाल उभर कर सामन आत ह िहला ह पक आपथणक सकट क इस दौर म पवकपसत दशो की सरकार खरण घटान की नीपतो को लाग कर रही ह सवासथ सपविाओ िर खराण लगातार कम पका जा रहा हर बचरो क पलए पाइमरी सकल खोलन स सरकार इनकार कर रही ह िशनो िर हमल पक जा रह ह लाइबररा बद की जा रही ह और सरकारी इमारतोसगरहालो को भी नीलाम पका जा रहा हर और ह सब िरस की कमी क बहान पका जा रहा हर टरकसो का बोझ आम जनता क ऊिर लादा जा रहा हर वरस तो िहल ही आमदनी क ऊिर लगन वाल टरकस स सरकार की आ बहत कम होती हर ऊिर स ह िनी िजीिपत इसी टरकस को बरान क पलए अिनी िजी इन टरकस हरवन म पनवश करत ह एक तो िहल ही सरकार उनको तमाम तरह की ररात दन क पलए आम जनता क टरकस म स बडा पहससा खरण करती हर और जब इन सहलतो का इसतमाल करक ह िजीिपत बड मनाि कमात ह तो उसम स टरकस दना भी गवारा नही समझत

टरकस जपसटस नटवकण क एक अधन क मतापबक इस सम पवश-भर की कल सिपत का 813 पहससा इन टरकस हरवनस म लगा हआ हर जो तकरीबन 30 खरब डालर बनता हर और इस आकड म भी लगातार इजािा होता जा रहा हर पद इस आकड को सनदभषो म रखकर दख तो बहतर समझ आगा -

यदि पर दवशव म स गरीबी को खतम करना हो तो 20 साल तक क दलए सालाना तकरीबन 175 अरब ालर की जररत पडगी इस तरह कल खचाव (लगभग 3500 अरब

ालर) टकस हवस म पडी सपदत का तकरीबन नौवा दहसा ( 1 खरब = 1000 अरब) ही बनता ह

यदि दवशव म स भखमरी को खतम करना ह तो हर साल तकरीबन 30 अरब ालर की जररत ह मतलब इन हवस म लगी रकम का 1000 वा दहसा

दवशव की 40 आबािी क पास पीन वाल साफ पानी की भी सदवधा नही ह दवशव क सभी लोगो को साफ पानी महया करवान का खचाव 10 अरब ालर सालाना ह मतलब टकस हवस म लगी रकम का 3000वा दहसा

लपकन सभी पसिण आकड ह पजनक साकार होन की गजाइश इस िजीवादी ढार क भीतर नही हर कोपक सवासथ सपविाओ को मनाि िर बरकर लोगो को बीमार रखकर ही तो ह मनाि िर पटका पबि रल रहा हर इस पलए शासक वगण खद कभी ह सार खरज करगा इसकी कोई सभावना नही कोपक ऐसा होन स िर िजीवादी ढार की बपनाद पहल जागी

दसरा सवाल जो इस िर मामल म स उभरा हर वह हर इस समसा क समािान का कई लोगो का मानना हर पक अमीरो क ऊिर टरकस दरो को बढाकर और सखती क साथ वसलन का पनम बनाकर इस समसा को सलझाा जा सकता हर लपकन आज क वरशीकरर क इस सकटगरसत दौर क अनदर ऐसी कलिना करना भी बकार हर अमली तौर िर ऐसी पकसी ोजना की अववापहररकता हमार सामन फास की पमसाल क रि म मौजद हर फ़ास क राषटिपत फासवा ओलानद न 2012 क अिन रनाव परार क दौरान ह वादा पका था पक वह रन जान िर उन

िजीिपतो क ऊिर 75 टरकस लाग करवागा पजनकी आमदनी 10 लाख रो सालाना स अपिक हर िजीिपतो की ओर स ह कहकर दबाव बनाा गा पक ऐसा होन की सरत म वह फास म अिन वािार को बद करक अिनी िजी दसर दशो म ल जा ग इस दबाव क रलत िहल तो ओलानद इस दर को 50 िर ल आा और अतत इस िरी ोजना को ही ठनड बसत म डाल पदा

इसका मतलब ह हरपगज नही पक अमीरो क ऊिर अपिक टरकसो की माग नही उठाी जानी रापहए ऐसी माग पबलकल उठानी रापहए लपकन साथ ही साथ िजीवादी ढार क भीतर इसकी सीमा को भी समझना रापहए इसी तरीक स ही ह ढारा लोगो क बीर स अिनी साथणकता खो दगा रपक मौजदा सम म बड सतर िर कोई सचरी कपनतकारी िाटमी मौजद नही हर जो इस मद की अगवाई कर सक इसीपलए इन खलासो क बाद कछ खास नही बदलगा पजनक नाम इस सरी म आ ह उनम स एक-दो को छोडकर (और शाद वह भी नही) पकसी का बाल भी बाका ना होगा और टरकस स बरन का ह कारोबार िहल की तरह रलता रहगा ना कवल िनामा म ही बपलक सभी जगहो िर लपकन इतना त हर पक आज क सम म ह िजीवादी ढारा पजतना सकटगरसत हर ह लगातार ऐस मौक दता जा रहा हर पजनका इसतमाल इस को इसक अजाम तक िहरान क पलए पका जा सकता हर आज जररत हर ऐसी कापनतकारी ताकतो की जो ऐस मौको को सम रहत सभाल सक और लोगो क बीर इस गल-सड ढार को और नगा कर सक

mdash मानव

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण

समथणको शभपरनतको को दमन का पशकार बनान क पलए आिार का हर तरह स इसतमाल पका जाएगा

सरकारी तत म असर-रसख क पबना इणटनट िर उिलबि आिार कनदी डाटाबस िर िडी जानकारी को भद िाना दशो-पवदशो क हरकरो क पलए कौन सी मपकल बात हर सरकार राह इस जानकारी क सरपकत होन की पकतनी भी बात करती रह लपकन ह असरपकत हर अनको मापहर वपकत इस बात की िपषट कर रक ह इस समबनिी अनको लख छि रक ह भारत सरकार की इस िररोजना का एक गप दसतावज गप दसतावजो को लीक करन वाली वबसाइट पवकीलीकस क जररए लीक हो रका हर ह दसतावज मानता हर पक आिार जानकारी लीक होन और इसम छडछड होन की समभावनाए ह लोगो की पनजी जानकारी की सरका पनजी गपता क जनवादी अपिकार की गारणटी करना लोगो की सरका की गारणटी करना जनपवरोिी सरकार का लक हर भी नही वासतपवक मकसद

जनता की पजनदगी म दखल दना हर लोगो की जाससी करना हर जनता की सता पवरोिी सरकार पवरोिी लट-खसट-अना पवरोिी हर सपकता को दबान की बपहसाब ताकत हापसल करना हर

जहा तक लोगो को आिार काडण क जररए सरकारी सहलत-सपबसपडा आपद िाद िहरान का सवाल हर ह सरासर बकवास हर मौजदा उदारीकरर-पनजीकरर क दौर म सरकार लोगो क सवासथ पशका िररवहन िानी पबजली साफ-सिाई आपद बपनादी जररतो स जडी सरकारी सहलतो-सपबसपडो का बड सतर िर खातमा कर रकी हर और कर रही हर ऐस सम म लोगो को सहलत िहरान की बात करना हासासिद बात हर आिार काडण क जररए तो कम स कम 15 करोड लोग तो अिनी िहरान ही सापबत नही कर िा ग कपष पनमाणर और हाथो स कठोर काम करन वाल लोगो की उगपलो क पनशान कािी पघस जात ह मदधम िड जात ह पजनह ससर उठा नही िा ग ससरो िर उगपलो क

कम-ज़ादा दबाव उगपला रख जान की पदशा जररत स अपिक सखी ा परकनाहट वाली रमडी आपद भी पनशान पमला जान म गमभीर पदककत ह इन पदककतो क बार म आिार अथाररटी क दसतावजो म भी माना गा हर आखो की ितपलो का सकर न अिो मोपता पबनद स गरसत आखो म पनशान वाल आपद लोगो िर नही पका जा सकता और ससरो और सकर नरो को िोखा पदा जा सकता हर अमररका पबटन आसटपला रीन कनाडा जमणनी जरस दशो न ऐस पोजकट लाग करनी की असिल कोपशश क बाद इस अवावहाररक नाजाज व खतरनाक माना हर लपकन भारत क हकमरान पिर भी इस लाग कर रह ह

सरकारी सपविाओ का िादा लोगो तक न िहरन का कारर ह नही हर पक लोग अिनी िहरान पसदध नही कर िात इसका कारर ह हर पक समाज क मटी भर लोग समाज क समाज क सोत-ससािनो िर पनतर रख रह ह ह मटीभर तबका सार िाद ल जाता हर सरकारी सहपलतो का मख रि

स काननी-गररकाननी ढग स ही तबका िादा ल रहा हर उदाहरर क तौर िर गरीबी रखा स नीर वाल िररवार िकक राशन काडण होन क बावजद भी अनाज का िरा कोटा हापसल कर िान म अकम होत ह कोपक राशन पडिो क इजाजण उनकी लट करत ह वह गरीबो को मजबर करत ह पक व अिन कोट स कम ल (पलखवा ज़ादा) दपलत छातो को लग वजीि उनह इसपलए हापसल नही होत पक व अिन दपलत होन का सबत नही द िात बपलक सकलो-कालजो का पशासन अनको ढगो स उनका वजीिा मार जाता हर लोगो को सहपलत िहरान क पलए आिार काडण की जरा भी जररत नही हर ऐसा िहल स मौजद पमारितो क जररए भी पका जा सकता हर बशतण पक ऐसा करन क पलए एक जनिकिर आपथणक-राजनीपतक ढारा मौजद हो

भारत क जनपवरोिी हकमरानो न जनता क जनवादी अपिकारो-आजादी क पखलाफ एक जग छडी हई हर जनता क पखलाफ इस जग म हकमरान तरह-तरह क हथकणड अिना

रह ह िहल स बन दमनकारी काननो का इसतमाल बढ रका हर न-न दमनकारी काल कानन-पनम जारी पक जा रह ह दमन क औजारो क भणडार म आिार को भी शापमल पका गा हर मौजदा िासीवादी उभार क सम म जब राजसता की पहमात पाप पहनदतववादी अिराषटवाद व सामपदापकता का बोलबाला हर जब जनता क पवरारो की अपभवपकत की आजादी अपिकारो क पलए सगपठत होन व सघषण करन क सपविापनक-जनवादी अपिकारो िर राजसता दारा जोरदार हमल हो रह ह ऐस िासीवादी उभार क सम म दश क िजीवादी हकमरानो क हाथ म आिार जरसा दमन का औजार आना एक बहद परताजनक बात हर जनता को हकमरानो क इस हमल स िररपरत कराना इसक पखलाफ जगाना सगपठत करना बहत जररी हर

mdash रणबीर

आिार ndash जनता क दमन का औजार(पज 5 स आग)

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

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कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 2: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

मजदर तबगल की वबसाइटwwwmazdoorbigulnet

इस वबसाइट पर दिसमबर 2007 स अब तक दबगल क सभी अक करमवार उसस पहल क कछ अको की सामगी तथा राहल फाउणशन स परकादशत सभी दबगल पदतकाए उपलबध ह दबगल क परवशाक स लकर नवमबर

2007 तक क सभी अक भी वबसाइट पर करमशः उपलबध कराय जा रह हमजिर दबगल का हर नया अक परकादशत होत ही वबसाइट पर दनशलक

पढा जा सकता हआप इस फसबक पज क जररय भी lsquoमजिर दबगलrsquo स जड सकत ह

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lsquolsquoबरजआ अखबार परी की विशाल राशशयो क दम पर चलत ह मज़दरो क अखबार खद मज़दरो दारा इकटा ककय गय पस स चलत हrsquorsquo - लतनन

1 lsquoमजिर दबगलrsquo वयापक महनतकश आबािी क बीच करादतकारी राजनीदतक दशकषक और परचारक का काम करगा यह मजिरो क बीच करादतकारी वजादनक दवचारधारा का परचार करगा और सचची सववहारा स कक दत का परचार करगा यह िदनया की करादतयो क इदतहास और दशकषाओ स अपन िश क वगव सघरषो और मजिर आिोलन क इदतहास और सबक स मजिर वगव को पररदचत करायगा तथा तमाम पजीवािी अफवाहो-कपरचारो का भणाफोड करगा

2 lsquoमजिर दबगलrsquo भारतीय करादत क वरप रात और समयाओ क बार म करादतकारी कमयदनटो क बीच जारी बहसो को दनयदमत रप स छापगा और lsquoदबगलrsquo िश और िदनया की राजनीदतक घटनाओ और आदथवक दथदतयो क सही दवशरण स मजिर वगव को दशदकषत करन का काम करगा

3 lsquoमजिर दबगलrsquo वय ऐसी बहस लगातार चलायगा तादक मजिरो की राजनीदतक दशकषा हो तथा व सही लाइन की सोच-समझ स लस होकर करादतकारी पाटटी क बनन की परदकरया म शादमल हो सक और वयवहार म सही लाइन क सतयापन का आधार तयार हो

4 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क बीच राजनीदतक परचार और दशकषा की कारववाई चलात हए सववहारा करादत क ऐदतहादसक दमशन स उस पररदचत करायगा उस आदथवक सघरषो क साथ ही राजनीदतक अदधकारो क दलए भी लडना दसखायगा िअनी-चवनीवािी भजाछोर lsquolsquoकमयदनटोrdquo और पजीवािी पादटवयो क िमछलल या वयदतिवािी-अराजकतावािी टयदनयनो स आगाह करत हए उस हर तरह क अथववाि और सधारवाि स लडना दसखायगा तथा उस सचची करादतकारी चतना स लस करगा यह सववहारा की कतारो स करादतकारी भरती क काम म सहयोगी बनगा

5 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क करादतकारी दशकषक परचारक और आहानकताव क अदतररति करादतकारी सगठनकताव और आिोलनकताव की भी भदमका दनभायगा

lsquoमजदर तबगलrsquo का सवरप उदशय और जज मदाररया

पपरय पाठको बहत स सदसो को lsquoमजदर तबगलrsquo तनयगमत भजा जा रहा ह लककन काफ़ी

समय स हम उनकी ओर स न कोई जवाब नही गमला और न ही बकाया राजि आपको बतान की जररत नही कक मजदरो का यह अिबार लगातार आरथिक समसा क बीच ही तनकालना होता ह और इस जारी रखन क ललए हम आपक सहयोग की जररत ह अगर आपको lsquoमजदर तबगलrsquo का परकािन जररी लगता ह और आप इसक अक पात रहना चाहत ह तो हमारा अनरोि ह कक आप कपया जलद स जलद अपनी सदसता राजि भज द आप हम मनीआडसर भज सकत ह या सीि बक खात म जमा करा सकत ह

मनीआडसर क ललए पतामजदर तबगल दारा जनचतनाडी-68 तनरालानगर लखनऊ-226020बक खात का तववरणः Mazdoor Bigul खाता सखाः 0762002109003787 IFSC PUNB0076200पजाब निनल बक तनिातगज िाखा लखनऊ

सदसताः वारषिक 70 रपय (डाकिचस सकहत) आजीवन 2000 रपयमजदर तबगल क बार म ककसी भी सचना क ललए आप हमस इन माधयमो

स समकस कर सकत हःफ़ोन 8853093555 9936650658ईमलः bigulakhbargmailcom फ़सबक wwwfacebookcomMazdoorBigul

मजदर तबगलसमपािकीय कायावलय ः 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 फोन 8853093555दिलली समपकव ः बी-100 मकि दवहार करावलनगर दिलली-94 फोनः 011-64623928 ईमल ः bigulakhbargmailcomमलय ः एक परदत - र 5- वादरवक - र 70- (ाक खचव सदहत) आजीवन सियता - र 2000-

lsquoमजदर तबगलrsquo मजदरो का अपना अिबार ह यह आपकी दनयदमत आदथवक मिि क दबना नही चल सकता

दबगल क दलए सहयोग भदजयजटाइय सहयोग कपन मगान क दलए मजिर दबगल कायावलय को दलदखय

मजदर तबगल क ललए अपन कारिान दफतर या बसी की ररपोटट लख पतर या सझाव आप इन तरीको स भज सकत हः

डाक स भजन का िता मजिर दबगल दारा जनचतना ी-68 दनरालानगर लखनऊ-226020ईमल स भजन का िता bigulakhbargmailcom

2 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस िकार रहा त सर मजदर-पकसानहोस मह आइ ररhellip

अपिकारा नर खतम करर िजीवाद बदमास घराकछ साला मह िजीवाद नर कर पदा दखो नास घरािदाण होगा िास घरा घटा महरनत का सममानहोस मह आइ रर

बारा घणट हाड पिटाई जलम लग इब होर दखपनजीकरर ो लाग रहा सर बीज पबघन क बोर दखक लग नीद मह सोर दख महारा लट गा पहनदसतानहोस मह आइ रर

पशकागो क मह िार खन की मजदर लड थ अडकर ररकाम क घणट आठ और मजरी अपिकार पल थ लडकर ररइब हक महारा हडकर रर मोट होग बईमानहोस मह आइ रर

मजदर भाइो म हररारा क िानीित शहर म रहता ह मरी उमर तईस साल हर और हा तीन साल स एक रडीमड किड की दकान िर नौकरी कर रहा ह मरा जनम गरामीर कत म हआ और वही मरा बरिन बीता मरा जनम एक रपढवादी बाहमर िररवार म हआ लपकन मर पिताजी िजािाठ और कमणकाणड की बजा हमारी छोटी सी जमीन िर खती ही करत थ कछ जमीन तो हमारी अिनी थी और कछ ठक िर लत थ लपकन िानी की पदककत थी खती स गजारा नही हो रहा था हर साल नकसान ही उठाना िडता था

लगभग 2003 म पिताजी अिनी थोडी सी जमीन को ठक िर दकर िानीित आ ग और एक िर कटरी म नौकरी करन लग और थोड पदनो बाद हमारा िरा िररवार ही िानीित आ गा तब तक म सातवी कका म हो रका था घर क हालात क कारर िढाई का भी नकसान हो रहा था दर-सबर हम भी पिताजी क साथ लगना ही था पजसस पक िररवार को आपथणक मदद पमल सक बड भाई उस सम नौवी कका म थ उनहोन उसी सम स िर कटरी म काम करना शर कर पदा था और िढाई ओिन स जारी थी िरस की पदककत क कारर व बडी मपकल स दसवी कर िा जरस ही म सकल स आता तो घर िर होन वाल िीस

लटरा गला जग होवर इब और नही को रारा सरइजजत सती जीरा सीखो जो अपिकार हमारा सरइनकलाब का नारा सर अर झणडा लाल पनशानहोस मह आइ रर

रामिारी सर खटकपड तनर दस जगारा होगा ररमजदर-पकसान-करमरारी कछ ठारा ठारा होगा ररजोश मह गारा होगा रर त ऊरी कर ल तानहोस मह आइ रर

मई पदवस िकार रहा त सर मजदर-पकसानहोस मह आइ रर

mdash रामधारी खटकड जीि हररयाणा(घरा - ज़ादा पबघन - पवनाश दख ndash दपख अडकर - अडकर मकाबला करना हडकर - हडि कर गला - क साथ सती ndash क पलए ठारा ठारा ndash िहल ठारा का अथण पजममदारी और दसर ठारा का अथण हर उठाना)

हररयाणवी रागणी

मई ददवस

आपस की बातरट क काम म हाथ बटाता जरस पक िाग की गाठो को सलझाना ा रदर की गाठ बािना मरी मा भी लगी रहती और उनह घर क काम भी करन िडत थ

मन भी आपथणक तगी क रलत 12वी क बाद िढाई छोडकर काम करना शर कर पदा काम क दबाव क कारर हमारा िररवार अपिकतर सम बीमार ही रहता था मर पिताजी को िर कटरी म जबरन ओवरटाइम करना िडता था 10 घणट की पशफट होती थी और दो घणट अपतररकत काम क कोई िरस भी नही पमलत थ हा िर अब भी ही हाल हर िर कटरी भी 13 पकलोमीटर दर थी जहा उनह साइपकल स जाना िडता अिना मकान बनान क रककर म हम कजण म डब ग पजस कारर हम पदन-रात महनत-मशककत करनी िडी और िर पकटो म खटना िडा हम दोनो भाइो की शापदो म िररवार िर पिर कजण रढ गा अब म मरा भाई और पिताजी तीनो काम करत ह और पिर भी ढग स खरण नही रला िात लपकन शहर म रहकर और जीवन क पलए सघषण करक मझ ह एहसास जरर हआ पक काम करन वालो क हक-अपिकार एक जरस होत ह और मापलको क पहत एक जरस होत ह राह पिर व पकसी भी जापत और िमण क को न हो खान-िान को लकर बनी सोर और ऊर-नीर क तमाम पवरार अब मर

पलए कोई मान नही रखत मझ दकान िर जहा काम करत ह वही एक साथी क माधम स भगतपसह क पवरारो क बार म और मजदरो क अपिकारो क बार म जानकारी पमली

मजदर पबगल आज मजदरो क पलए बहत बपढा काम कर रहा हर ह मजदरो को उनक हक-अपिकारो क पलए सही ढग स लडन की पररा दता हर एकता काम करन की बात करता हर और दश-दपना क मजदरो क हालात की जानकारी दता हर और मजदरो क शोषर स रपहत ववसथा काम करन की बात करता हर मझ पबगल अखबार का बसबी स इनतजार रहता हर और अिन दोसतो क दार म भी म अखबार क बार म बताता ह म अिनी मापकण ट क सलसमरनो स भी बात करता रहता ह िर आमतौर िर व अिनी कम रतना क रलत और नौकरी छट जान क रलत आग नही आ िात पकनत लगातार बातरीत क कारर और अिन काम करन क हालात क रलत कछ-कछ रीजो को समझन भी लग ह तथा िीर-िीर जागपत आ रही हर मझ उममीद हर पबगल अखबार इसी तरह स दश क मजदरो को पशपकत करता रहगा

mdash परवश शमावपानीपत हररयाणा

सब मजदरो क कहत एक जस ह और माललको क एक जस

मजदर तबगल मई 2016 3

6 मई 2016 की रात 2 बज तीन मजदर बाजडा रोड महरबान लपिाना िर पसथत जानरनद डाइग (इस गलशन हौजरी भी कहत ह) म भडकी आग म झलस कर मार ग मार जान वाल आशतोष बणटी झा की उमर 28 वषण थी और उसकी तीन महीन की बचरी हर सतीश राऊत की उमर 25 थी और उसक तीन और दो वषण क बचर ह 21 वषण क भोला िर अिन िररवार की बडी पजममदारी थी कािी पवरोि होन िर दो-दो लाख रिए की नाममात मदद का भरोसा दकर िर कटी मापलक न सदम का पशकार िीपडत िररवारो का मह बनद कर पदा िपलस न मामल को रिा-दिा करन क पलए हर पकार स िर कटी मापलक की मदद की इतनी भानक घटना क बाद मापलक मरनजर व अन पजममदार लोगो की तरनत पगरफतारी और मजदरो की मौत क काररो की जार-िडताल होनी रापहए थी मगर िपलस न मापलक को बरान क पलए काम पका

रात म घटना क बाद ही कारखान म और आस-िास क बड इलाक म सरकडो की सखा म िपलस तरनात कर दी गी लाश तरनत पसपवल असिताल िहरा दी गी इस तरह मजदरो क आकोश स पनिटन क पलए िहल ही िर पबनि कर

लधियाना क तीन कपडा मजदरो की ददसनाक मौत का जज मदार कौन मनाफ की खाततर मजदरो की हताए आख़खर कब रक गी

पदलली क सरकडो घरल कामगारो न पदलली सरकार क सपरवाल िर एक जझार पदशणन पका और उनक पपतपनपिमडल न पदलली राज क शरम मनती को अिनी मागो का जािन सौिा

शरम पवभाग म अपनवा ण िजीकरर ननतम वतन का णपदवस सापापहक छटी एव अन अवकाशो का पनिाणरर सवासथ और दघणटना बीमा िीएफ िशन ईएसआी एव सामापजक सरका क अन पाविान आपद घरल कामगारो की पमख माग थी उनका कहना था पक थाशीघर कानन बनाकर सरकार को माग िरी करनी रापहए तथा घरल कामगारो स जडी सकीमो क पवत-िोषर क पलए lsquoघरल कामगार कलार कोषrsquo की सथािना की जानी रापहए

पदशणन-सथल िर सभा को समबोपित करत हए lsquoपदलली घरल कामगार पननrsquo की सोजक कपवता

न कहा पक घरल मजदर महनतकशो क बीर का सबस अपिक उिपकत सबस अपिक उतिीपडत सबस अपिक असगपठत काननी तौर िर अरपकत और अद-पा पहससा हर कनद और राजो की सरकारो न घरल कामगारो क साथ लगातार छल और पवशासघात पका हर अनतरराषटी शरम सगठन न 2013 म घरल कामगारो स समबपनित कवशन िाररत पका लपकन भारत सरकार न अभी तक उसका अनमोदन नही पका हर घरल कामगारो क पलए कानन क दो पवि क 2008 और 2010 म सरकार क सामन रख ग िर सरकार न ा ससद म बरठी पकसी िाटमी न ऐसा कानन बनान की पदशा म कोई िहल नही ली ही हाल राजो की सरकारो का रहा हर कवल तपमलनाड महाराषट करल मधपदश आनधरपदश और राजसथान की सरकारो न कछ बहद कमजोर काननी पाविान करक

ा नोपटपफ कशन जारी करक घरल मजदरो को िजीकरर ननतम वतन और अवकाश की सपविाए दन जरसी घोषराए की ह लपकन जमीनी सतर िर इन िर भी अमल नही हो रहा हर पदलली दश की राजिानी हर लपकन हा क घरल मजदरो को कोई भी सरका पाप नही हर अब सम आ गा हर पक इसक पलए एकजट होकर आवाज उठाी जा और आनदोलन खडा पका जा

तभी सरकार की कमभकरमी नीद टटगी सघषण क पबना हम अिना हक कतई नही हापसल होगा

पनन की सोजन सपमपत की सदस पवमला सककरवाल न कहा पक घरल कामगारो क पलए कानन बनान क पलए सरकार पद जलदी-स-जलदी कोई पवशष कमटी की घोषरा नही करती हर और सदन क आगामी सतो म इसक पलए पवि क िश करन

की घोषरा नही करती हर तो हम िरी पदलली म अिना आनदोलन तज करना होगा सरकार तब तक इतना तो कर ही सकती हर पक आपिकाररक तौर िर घरल मजदरो को असगपठत मजदरो की शररी म रखकर असगपठत मजदरो को जो भी थोड-बहत काननी अपिकार हापसल ह उनका अपिकारी घरल मजदरो को भी बना द कानन बनन तक नोपटपफ कशन और शासनादशो क दारा भी िजीकरर

ननतम मजदरी सपनपचित का णपदवस अवकाश आपद क अपिकार घरल मजदरो को पद जा सकत ह जरसा पक कछ राज सरकारो न पका भी हर

पनन की सोजन सपमपत क अन सदस अिवण मालवी न कहा पक हम इन मागो को लकर सगपठत होकर एक लमबी लडाई रलानी होगी और राज क साथ ही कनद की सरकार िर भी दबाव बनाना होगा पक वह कनदी

सतर िर थाशीघर घरल मजदरो क पलए कानन बना और उसक अनरि कानन बनान क पलए राज सरकारो िर दबाव बना हमारी कोपशश हर पक अन राजो म भी घरल कामगारो को सगपठत पका जा और उन सभी क एकीकत आनदोलन दारा कनद सरकार िर भी दबाव बनाा जा उनहोन कहा पक सभी मजदर एकजट होकर एक-दसर का साथ दकर ही अिनी लडाइो को कामाब बना सकत ह इसपलए जररी हर पक घरल मजदर सभी असगपठत मजदरो क सघषषो म उनका साथ द और अिन आनदोलनो म उनह साथ ल हम lsquoमजदर एकता पजनदाबादrsquo क नार को कभी भलना नही रापहए

अिवण मालवी न घरल मजदरो की सभी मागो का औपरत बतात हए तफसील स ह समझाा पक पकस पकार पवलापसता व अमीरी की रीजो की खरीद िर उिकर (सस) लगाकर lsquoघरल शरपमक कलार कोषrsquo बनाकर सरकार घरल मजदरो क िीएपि िशन दघणटना बीमा ईएसआी आपद मागो को आसानी स िरा कर सकती हर उनहोन कहा पक कानन बनन क साथ ही शरम पवभागो म ऐसी ववसथा और ऐसा मकपनज़म बनाना होगा पक उकत कानन िर पभावी अमल की गारणटी हो सक हम घरल मजदरो क पलए विानन ही नही बपलक उसक पभावी अमल क पलए भी एक लमबी

ददली सलचवालय पर घरल कामगारो का जझार परदिसनददली क शरम मनती न शरम आयकत स उनकी मागो पर 15 ददन क अनदर सटस ररपोटस मागी

जानचि ाइइगगलशन हौजरी का वह जलकर राख हआ हॉल जहा तीन मजिर की मौत हई हॉल स दनकलन का एक ही राता था जहा भयानक आग की लपट उठ रही थी मजिर चीखत-दचललात रह लदकन उह बचान वाला कोई न था मादलक मन गट को ताला लगाकर अपन बगल क एसी कमर म सो रहा था

पल ग टकसटाइल-हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन क नततव म कारखाना मापलक व शरम अपिकाररो िर कारणवाई व िीपडत िररवारो को उपरत मआवज की माग कर रह मजदरो िर लाठीराजण हआ मजदर नता लखपवनदर को पगरफतार करन की कोपशश हई िपलस मापलक ठकदारो मापलको क अन दलालो न सदम का पशकार िीपडत िररवारो िर तरह-तरह स समझौत क पलए दबाव बनाा और 174 की िारा क तहत

सारा मामला रिा-दिा करवा पदा मदद क नाम िर महज दो लाख पद ग पनन न बीस लाख मआवज की माग की थी पनन क आन स िहल पसिण बीस हजार मआवज की बात हो रही थी जब पनन क नततव म िरना लगा नारबाजी हई तो तरनत मापलक दो लाख िर आ गा अगर िीपडत िररजन डट रहत तो इतना त हर पक हजारो मजदर उनक साथ खड होत और इसस कही ज़ादा मआवजा पमल सकता था व मापलक क पखलाफ कारणवाई

भी करवाई जा सकती थी इसस अन िजीिपतो िर भी कारखानो म सरका क इतजाम करन का बडा दबाव बनता लपकन िजीिपत व िपलस ऐसा हरपगज नही राहत थ और इसम व कामाब हए रनावी िापटणो का मजदर पवरोिी रररत इस मामल न भी नगा कर पदा पकसी भी भाजिाई कागरसी अकाली अन पकसी रनावी िाटमी क नताओ न मजदरो क िक म और मापलक-िपलस क पखलाि आवाज नही उठाई इस हमाम म सब नग ह

मजदरो की ददणनाक मौत का कसरवार सिषट तौर िर मापलक ही हर कारखान म आग लगन स बराव क कोई सािन नही ह आग लगन िर बझान क कोई सािन नही ह रात क सम जब मजदर काम िर कारखान क अनदर होत ह तो बाहर स ताला लगा पदा जाता हर उस रात भी ताला लगा था पजस हरॉल म आग लगी उसस बाहर पनकलन का एक ही रासता था जहा भानक लिट उठ रही थी करोडो-अरबो का कारोबार करन वाल मापलक क िास का मजदरो की पजनदपगा बरान क पलए हादसो स सरका क इतजाम का िरसा भी नही हर मापलक क िास दौलत बपहसाब हर लपकन िजीिपत मजदरो को इसान नही समझत इनक पलए मजदर कीड-मकोड

ह मशीनो क िजज ह ह कहना जरा भी अपतशोपकत नही हर पक महज हादस म हई मौत नही हर बपलक मनाि की खापतर की गी हताए ह

पशन ह भी उठता हर पक शरम पवभाग क अपिकाररो िर कारणवाई को नही की गी हर पजनकी कारखानो म सरका क इतजाम करान की पजममदारी बनती हर कारखान क गट िर कोई बोडण तक नही लगा हर मजदरो को ईएसआई िीएि िहरानित बोनस ननतम वतन जरस काननी हक नही पमलत हादसो व बीमाररो स सरका क कोई इतजाम नही ह सरकारी शरम अपिकारी इस बात का जवाब द पक आपखर कारखाना रल कर स रहा हर आपखर पकतनी घस लकर मजदरो की पज नदपगो क साथ पखलवाड पका गा हर इनह तो जल म होना रापहए लपकन आरामदाक कपसणो िर बरठकर मजदरो का खन रस रह ह

मजदरो को िर सला करना होगा पक उनह आदमखोर कारखानो म कब तक मापलको की मनाि की हवस की बपल रढत रहना हर हम सभी जानत ह पक पजन काररो स 6 मई को हमार तीन मजदर साथी पजनदा झलस कर मर ह व कारर पसिण जानरनद डाईगगलशन

(पज 4 पर जारी)

(पज 10 पर जारी)

4 मजदर तबगल मई 2016

लपिाना क एक कारखान म 13 अपरल 2016 को गजदर महतो (उमर 32 साल) एक िावर पस मशीन रला रहा था कारखाना मापलक न उसी दसरी िावर पस मशीन िर काम करन को कहा गजद न दखा पक उस मशीन क ससर खराब ह कलर भी ढीला हर हादसा होन क डर स उसन दसरी मशीन रलान स इनकार कर पदा मापलक न उस काम स पनकाल दन की िमकी दी उसकी आपथणक हालत कछ ज़ादा ही खराब रल रही थी अभी कछ पदन िहल ही उसकी ितनी क कान का आिरशन हआ हर तीन बचर भी ह इस हालत म वह काम छोडन की पहममत नही जटा सका और दसरी मशीन रलान लगा कछ ही सम बीता था पक एक भानक हादसा हो गा उसका दाा हाथ अभी पस क बीर म ही था पक ढीला कलर दब गा अगठ क साथ वाली एक उगली कट गी मापलक उस उठाकर एक पनजी असिताल ल गा मापलक न कहा पक वह िपलस क िास न जाए िरा इलाज करवान हमशा क पलए काम िर रखन मआवजा दन आपद का भरोसा पदा गजदर मापलक की बातो म आ गा िनदह पदन भी नही बीत थ पक उस काम स पनकाल पदा गा मापलक न इलाज करवाना बनद कर पदा और अन पकसी भी पकार की आपथणक मदद करन करन स भी साि

पावर परस मजदर की उगली कटी माललक बोला मजदर न जानबझ कर कटवाई ह

मकर गाह हादसा सिषट तौर िर कारखाना

मापलक की मनाि की हवस और आिरापिक लािरवाही का नतीजा हर लपकन बशममी की हद दखो मापलक कह रहा हर पक गजदर न जानबझ कर अिनी हाथ मशीन म पदा हर

कारखान म लगभग 15 मजदर काम करत ह लपकन पकसी भी मजदर को ना तो िहरान ित पमला हर न ईएसआई और न ही िीएि की सपविा पमली हर कारखान का नाम पकसी भी मजदर को नही िता हर बस मापलक का नाम िता हर ndash बीडबल शमाण लपिाना क शरिर इलाक म शहीद भगतपसह नगर की

तीन नमबर गली म पसथत इस कारखान क गट िर कोई बोडण नही लगाा गा (लपिाना म बडी पगनती कारखानो की ही हालत हर) न ही कारखान क मजदर एकजट ह और न ही इलाक म मजदरो की पनन बनी हर नतीजा ह हर पक अन कारखाना मापलको की तरह ह मापलक भी मजदरो को जमकर लटन क पलए िरी तरह आजाद हर ऐस ही हालात ज़ादातर िर कटररो म ह कोपक मापलक को मजदर की सरका िर एक रिा भी खरण करना िालत खरण लगता हर दसर एक मजदर को पनकालो

तो िार काम करन को तरार पमल जात ह

गजदर न 30 अपरल को कारखाना मजदर पनन क साथ समिकण पका िपलस क िास पशकात दजण करवाी गी हर शरम पवभाग म भी पशकात की जाएगी उस इलाक म मजदरो की एकजटता ना होन क रलत पसिण काननी मदद ही की जा सकती हर वासतपवक हल तो मजदरो की एकता स ही हो सकता हर अगर इलाक क मजदरो की एकजटता होती तो मापलक इस ढग स अिनी मनमजमी नही सक सकता था

mdash दबगल सवाििाता

राहल साकतान क जनम पदवस 9 अपरल स समपत पदवस 14 अपरल तक उतर-िपचिमी पदलली की जागरक नागररक मर और नौजवान भारत सभा दारा lsquoभागो नही दपना को बदलोrsquo जन अपभान की शरआत की गी िार पदवसी इस जन अपभान म जगह-जगह िोसटर पदशणनी लगाी गी और िराण पवतरर पका गा

राहल साकतान न िर समाज म िापमणक रपढ ो और िाखणडो क पखलाफ लडाई लडी और आम महनतकश जनता को जागरक पका आज भी समाज को िमण और समपदा क आिार िर बाटन वाली शपकता राहल साकतान क पवरारो स डरती ह िहल ही पदन सबह िाकण म िोसटर पदशणनी लगात सम सपघो न इसका पवरोि करना शर पका लपकन आम जनता क समथणन की वजह स व कछ करन की पहममत नही कर सक

िापमणक िाखणडो और सामपदापक

िापससटो की कलई खोलन वाल िोसटर दखकर सघी िहल पदन की तरह दसर पदन भी िोसटर दखकर भडक ग और िोसटर िाडन और पदशणनी हटान की कोपशश करन लग उनहोन lsquoदश भपकत और दशदोहrsquo का राग अलािना शर पका लपकन जनता क समथणन म खड होन की वजह स व कछ कर नही सक

पदशणनी अपभान क दौरान आरएसएस क lsquolsquoदशपमीrsquorsquo राहल साकतान और रािामोहन गोकल जी पमरनद और भगतपसह को पवदशी बतान लग इस िर लोगो न ही सवाल कर पदा पक लखक पवदशी कर स ह तो उनहोन माओवादी नकसली होन का आरोि लगात हए हगामा शर पका

और कहा पक इनको पवदशो स िरसा आता हर लपकन इस िर भी जब इनकी दाल नही गली और लोगो को अिन पवरोि म दखा तो व वहा स पनकल पल

िापमणक कटरता जापतभद की ससकपत और हर तरह की पदमागी गलामी क पख लाफ राहल क आहान िर अमल हमार समाज की आज की सबस बडी जररत हर िजी की जो रौतरफा जकडबनदी आज हमारा दम घोट रही हर उस तोडन क पलए जररी हर पक तमाम िरशान-बदहाल महनतकश आम लोग एकजट हो और ह तभी हो सकता हर जब व िापमणक रपढो

और जात-िात क भदभाव स अिन को मकत कर ल

राहल साकतान की िरमिरा पगपत और सामापजक-सासकपतक कापनत क अपवरल पवाह की िरमिरा हर राहल उन करसीतोड समाज परनतको म स नही थ जो कवल पकताब

और ित-िपतकाए िढकर समाज िररवतणन क खाली पसदधानत पसतत कर दत ह बपलक व एक दाशणपनक पवरारक इपतहासकार िराततववता सापहतकार भाषाशासतरी और वरजापनक भौपतकवाद क परारक होन क साथ ही लोकपप जन-नता भी थ जो जनता क सघषषो स लगातार जड रह

lsquoभागो नही िदनया को बिलोrsquo राहल क जीवन का सतवाक था व हर तरह की पशपथलता गपतरोि किमणडकता अनिपवशास तकण हीनता थापसथपतवाद िनरतथानवाद और अतीतोनमखता क पखलाफ पनरनतर सघषण करत रह

राहल साकतान न कहा था - lsquolsquoजगत की गदत क साथ हम भी सरपट िौडना चादहए दकत धमव हम खीचकर पीछ रखना चाहत ह कया हमार दपछडपन स ससार चकर हमारी परतीकषा क दलए खडा हो जायगा सामादजक दवरमता क नाश दनकममी और अनपदकषत सतान क दनरोध आदथवक समयाओ क नय हल सभी बातो म तो यह मजहब पराणपरण स हमारा दवरोध करत ह हमारी समयाओ को और अदधक उलझाना और परगदत-दवरोदधयो का साथ िना ही एकमातर इनका कतववय रह गया हrsquorsquo

राहल साकतायन क जनम ददवस (9 अपरल) स सतत ददवस (14 अपरल) तक

lsquoभागो नही दतनया को बदलोrsquo जन अजभयान

हौजरी तक सीपमत नही ह लपिाना ही नही बपलक दश क तमाम कारखानो म हालात बन रक ह कही कारखानो की इमारत पगर रही ह कही खसताहाल बवालर व डाईग मशीन िट रही ह और कही कारखानो म आग लगन स मजदर पजनदा झलस रह ह और सोरन वाली बात हर पक कही भी मापलक नही मरता हमशा गरीब मजदर मरत ह रलत कारखानो को बाहर स ताल लगा पद जात ह (खासकर रात म) अनदर मजदर मरन-कटन क पलए छोड पदए जात ह

हादस होन िर सरकार िपलस पशासन शरम अपिकाररो की मदद स मामल रिा-दिा कर पदए जात ह बहत सार मामलो म तो मापलक हादस का पशकार मजदरो को िहरानन स ही इनकार कर दत ह मजदरो को न तो कोई िहरान ित पदा जाता हर और न ही िकका हापजरी काडण पदा जाता हर इन हालात म मापलको क पलए मामला रिा-दिा करना आसान हो जाता हर

mdash दबगल सवाििाता

तीन मजिरो की भयानक मौत को पदलस न अपनी जब भरन क दलए इतमाल दकया मामला रफा-िफा करन की कोदशश हई जब यदनयन क नतकतव म मजिर इककठा होन शर हए तो मजिरो पर लाठीचाजव दकया गया लदकन मजिरो न अपना परिशवन जारी रखा बाि म टकसटाइल-हौजरी कामगार यदनयन कारखाना मजिर यदनयन दबगल मजिर िता व नौजवान भारत सभा दारा कारखानो म सरकषा क सवाल पर जारी एक पचाव महरबान व अय इलाको म बाटा गया और मजिरो की नककड सभाए व मीदटग की गयी

मनाफ की खाततर मजदरो की हताए आख़खर कब रक गी

(पज 3 स आग)

(पज 7 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 5

िहली मई 1886 क ऐपतहापसक पदन ह माकज ट पशकागो अमररका म मजदर बड िरमान िर उठ खड हए थ िजीिपत मापलको स अिन हक की लडाई लडन क पलए हक और इसाि की माग करत इन मजदरो िर मापलको की पिठ िपलस न पनदण तािरण हमला कर बहत सार मजदरो की हता कर दी थी उस पदन बह मजदरो क इस खन स ही रगकर दपना क मजदरो क झड का रग लाल हआ इसन मजदर वगण को पसखाा पक िजीवादी ववसथा का जनतत मापलक बजणआ वगण का जनतत हर महनतकशो का नही ndash उनक पल तो वह अपिनाकवाद हर जो मापलको दारा मजदर वगण की लट क तत की पहिाजत करता हर

दपना भर क मजदरो न लाल झड क साथ मई पदवस को मनाना शर पका पशकागो क उनही बपलदानी मजदरो को शरदधाजपल दन और ह शिथ लन क पल पक ह लडाई िजीवाद को उखाड ि कन व शोषर मकत समाज काम करन की पजममदारी िर होन तक जारी रखी जागी इस lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo नाम पदा गा ह बतान क पल पक दपना भर क मजदर एक दसर क बि-बािव ह और उनका साझा द मन हर दपना का िजीिपत वगण जो उनकी लडाई को कमजोर करन क पल उनह राषट कत भाषा मजहब आपद क नाम िर बाट कर आिस म पभडा रखना राहता हर

दपना क मजदरो को सरमादारो की सता व शोषर को खतम करन क सघषण की पररा दन वाला ह मई पदवस िजीिपत वगण व उसक िररोकारो को

आरएसएस और बीएमएस क मई ददवस तवरोि क असली कारणकर स िसद आ सकता हर ह तो उनक पदलो म भ और किकिी िरदा करन का सदश दन वाला पदन हर इसपल सवाभापवक ही हर पक व मई पदवस को बदनाम कर इसक सदश को भलान-भरमान की कोपशश कर और मजदर वगण को इसक बार म बरगला

ही काम आज भारत क िजीिपत वगण की सबस पवशसत िाटमी और उसकी राबी अिन हाथ म रखन वाला राषटी सवसवक सघ (आरएसएस) करना राहता हर इनको अचछी तरह मालम हर पक पसिण दमन क बल िर मजदर वगण क सघषण को रोकादबाा नही जा सकता पजस पदन मजदर वगण अिनी कापनतकारी िाटमी क नततव म सरत और सगपठत हो जागा वह सार दमन-उतिीडन क बावजद इस िजीवादी ववसथा को उखाड ि कगा उसको रोकन का एक ही तरीका हर उसकी वगमी रतना-समझ को भोथरा और कनद करना इसक पल ही िजीिपत वगण क भाड क टट भड की खाल िहन भपड की तरह मजदरो की टड पनन बनात ह उनह पसिण कछ आपथणक व अन छोटी-मोटी सपविाओ की लडाई तक सीपमत करत ह और मजदरो को मापलको का अहसानमद भकत बनन की पशका दत ह

आरएसएस का टड पनन सगठन भारती मजदर सघ (बीएमएस) इसीपलए मजदरो क मई पदवस मनान क पवरोि म हर इसक सपरव क अखबारो म पकापशत वकतव क अनसार 1 मई 1886 को पशकागो क ह माकज ट म हए lsquoरकतिात व पहसाrsquo की वजह स व मई पदवस को नही मानत lsquoहम ऐसी ददणनाक घटनाओ का समरर नही करत

ह सजनातमक पवरार नही हर ह मजदरो म निरत भडकाता हरlsquo मतलब साि हर पक छदम मजदर पहतरषी इस बात को मजदरो की ाददात स ही पमटा दना राहत ह पक पकस पकार अिन वापजब हक की आवाज उठात मजदरो की हता की गी थी कर स उनक नताओ को झठ-िजमी मकदमो म िसाकर िासी-उमरकर द की सजा दी गी थी उनकी बात पबलकल सही भी हर ndash िजीिपत वगण का रररत उस जोक का हर जो मजदर वगण का खन रसकर मोटी होती जा रही हर उस जोक को अगर खन रसन स रोक पदा जा तो पनपचित ही उसक पल वह बहत ददणनाक होगा इसी तरह मजदर वगण का अिन हक क पल उठ खड होन की घटना भी िजीिपत वगण क पल एक lsquoददणनाक घटनाrsquo थी उसको ाद करन स उनको अिन लटटत क खतम होन का दःसवपन पदखाई दता हर और इस डर व स थरथरान लगत ह ndash पनपचित ही ऐसी पकसी ददणनाक घटना को व ाद नही करना राहत लपकन का मजदर वगण की राहत भी वही हर जो मापलको की पनपचित ही नही ndash मजदर वगण की राहत हर शोषर की ववसथा की समापप इसपल कोई भी सगठन जो मजदर वगण का पहतरषी हर वह कर स मई पदवस क पखलाि हो सकता हर सवभापवक ही हर पक इस अतारार का पपतकार करन की रतना अगर मजदर वगण म िरदा होगी तो वह मापलको को निरत ही पदखाई दगी लपकन मजदर वगण का असली सगठन कभी भी इस रतना को दबान क बजा इस और तीवर ही करना राहगा

बीएमएस क सपरव का आग

कहना हर ndash lsquoमई पदवस भारती मानस का अग नही हर इसपल बीएमएस इस नही मानता ह मजदरो को अचछा सदश नही दता इसपल हम इसक बजा पवशकमाण जती क पदन भारती शरपमक पदवस मनात हlsquo मई पदवस दारा अिन वापजब हक क पल लडन क सदश को lsquoअचछा नहीrsquo कहन वाला सगठन आपखर पवशकमाण जती स मजदरो को का सदश दना राहता हर मजदरो को बतात ह पक मापलक लोग अिनी महनत व पपतभा स उदोग लगात ह उसस मजदरो को रोजगार पमलता हर उनक िररवारो की रोजी-रोटी रलती हर इसपल मजदरो को उनका अहसानमद होना रापह पजन मशीनो-औजारो िर काम करक उनकी रोजी-रोटी रलती हर उनकी िजा करनी रापह उनकी सिाई-दखभाल करनी रापह और ज़ादा स ज़ादा काम करन की शिथ लनी रापह पजसस उतिादकता बढ लपकन वह मजदरो को ह नही बतात पक मापलक का मनािा मजदर क शरम स उतिाद की वसत क मल म होन वाल इजाि स ही आता हर ndash तो मजदर पजतना ज़ादा शरम करग मापलको उनकी महनत क मल को उतना ही ज़ादा अिनी जब म डालकर और भी समिपतशाली होत जा ग और इसस मजदरो को कछ हापसल नही होगा मजदरो का नाम लन वाला लपकन अनदर स मापलको क पहतो का िोषर करन वाला कोई सगठन ही मजदरो को ऐसा सदश दन को अचछा बता सकता हर

इनका और भी कहना हर पक lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo lsquoभारती ससकपतrsquo स पवलग हर और lsquoसासकपतक

राषटवादrsquo क पविरीत हर इनक अनसार मजदर पदवस वामिपथो की lsquoसामापजक पवदषrsquo िर लान की पवपत का अग हर इनको अचछी तरह मालम हर पक मजदर वगण की दश और दपना क िरमान िर एकता उसक सघषण का बडा हपथार हर इसपल हमशा मजदरो को िमण मजहब भाषा इलाका जापत आपद क नाम िर बाट कर आिस म लडाना राहत ह तापक एक कत ा दश क मजदरो क सघषण म बाकी मजदर उनकी मदद करना तो दर बपलक इनक इशार िर उनको अिना द मन मानकर उनिर दमन करन म मापलको की पहमात और मदद कर इसीपल मजदर वगण क सगठन म राषट और ससकपत को सवाल खडा करत ह लपकन मजदरो को िछना होगा पक कौन सी ससकपत जो मापलको क शोषर को जााज ठहराती हर ा मजदर वगण को अिन शोषर क पखलाि उठ खड होन की पररा दती हर

महनतकश तबक को आज यह पकका समझ लना चादहय दक इस परकार क मजिर वगव दहत दवरोधी दवचार फलान वाल सगठन असल म मजिर वगव को धोखा िकर मादलको क दहत साधन वाल सगठन ह मजिरो को भरदमत व बरगलान वाल इन ट यदनयनो को पहचानकर उनका भाफो करन और उह मजिरो क बीच स भगा िन की सखत जररत ह

mdash मकश तयागी

बीती 11 मारण को लोकसभा म आिार काननndash2006 िाररत कर पदा गा हर इसस समबपनित पबल मोदी सरकार दारा िन समबनिी पबल क रि म िश पका गा था इसपलए इस राजसभा म िाररत करवान की जररत नही िडगी लोकसभा म मोदी सरकार क िास बहतमत हर लपकन राजसभा म नही हर राजसभा म इस कानन को िाररत करवा िाना मोदी सरकार क पलए बहत मपकल था इस पलए इस िन समबनिी कानन क रि म िश करना बहतर समझा आिार कानन क तहत वतन भगतान बढािा िशन सकल दापखला टन बपकग पववाह िजीकरर डाईपवग लाईसस पसम काडण खरीदन साईबर कर ि इसतमाल करन आपद क पलए आिार काडण लापजमी कर पदा गा हर आिार काडण इसतमाल करन की इतनी सारी मजबररो क बाद आिार काडण बनवाना मजबरी बन जाता हर

1 अकटबर 2013 को आिार काडण समबनिी िररोजना शर की गी थी उस सम कहा गा था पक आिार काडण बनवाना पकसी क पलए आवक नही हर कोई बनवा राह

न बनवा सरकार की शर स ही ह कोपशश रही हर पक भारत वापसो क पलए ह काडण बनवाना मजबरी बन जाए इसपलए रसोई गरस बक खाता आपद पवपभनन सवाओ क पलए इस आवक बनान की कोपशश की गी सपीम कोटण न इस समबनि म एक िर सला पका था पक पकसी भी सवा क पलए आिार काडण आवक तौर िर नही मागा जाना रापहए इसक बाद अब सरकार ह आिार कानन ल आी हर हालापक सरकार आिार को एक जनिकिर िररोजना क रि म पराररत कर रही हर लपकन वासतव म आिार राजसता क हाथ म दमन क एक बहद खतरनाक औजार क पसवा और कछ नही हर आिार काडण क जररए पवपभनन सपविाए -आपथणक लाभ-सपबसपडा जनता तक िहरान की बात तो पसिण एक बहाना ह जनता क पनजी गपता क अपिकार का हनन इस तरह जनता क अन जनवादी अपिकारो को करलना ही वासतपवक पनशाना हर

बहत सार लोगो को हमारी उिरोकत बात बहत हररानी वाली लगगी लपकन हमार दारा ह बात कह जान क िखता

कारर ह जब स दश म आिार काडण लाग पका गा हर तब स ही अनको लोग आिार काडण िर पशन परहन लगा रह ह कागरस क नततव वाली गठबनिन सरकार दारा इस लाग पका गा और इसन भी इस लोगो िर जबरदसती थोिन की कोपशश की थी लपकन अब जब भाजिा क नततव वाली गठबनिन सरकार न इस बार म कानन बनाा हर तो कागरस इसकी सहोगी व अन िापटणा आिार कानन क कछ िको की आलोजना कर रही ह और जररी सशोिनो की जररत िर जोर द रही ह वोट पसासत म रनावी िापटणो को सहमती होत हए भी असहमती क डराम करन िडत ह बहत सार लोग आिार काडण समबनिी लोगो की पनजी गपता की सरका की गारणटी करन क पलए जररी काननी पाविानो की बात कह रह ह लपकन हमारा मानना हर पक समरी आिार िररोजना को ही खतम पका जाना रापहए

आिार काडण क पलए भारत वापसो क नाम ित तसवीर सपहत हाथो की उगपलो की पनशान और आखो की ितपलो क सकर न आपद पनजी जानकारी जटाई जाती हर इस

जानकारी को भारत की आिार अथाररटी क कनदी डाटाबस म इकटा पका जा रहा हर जनगरना क तहत जटाई कई वपकतगत जानकारी भी इस आिार खात क साथ जोडी जा रही हर िर दश म पवपभनन सवाओ को इस कनदी डाटाबस क साथ इणटरनट क जररए जोडा जा रहा हर काननन इस जानकारी को कोई भी अिसर ा अन कोई वपकत सावणजपनक नही कर सकता लपकन अदालत जररत िडन क आिार िर उिलबि जानकारी मगवा सकत ह जवाइणट सकटी सतर का अपिकारी राषटी सरका का कारर बतात हए पकसी वपकत की जानकारी सावणजपनक करन की आजा द सकता हर

इस तरह आिार क जररए कम स कम इतना तो िकका कर पदा गा हर पक सरकारी तत क िास आिार काडणिारक समबनिी िरी जानकारी उिलबि होगी पवपभनन सवाए हापसल क पलए पलए लोगो को आिार काडण इसतमाल करना िडगा कौन कहा आ-जा रहा हर बक खात क जररए का लन-दन कर रहा हर पकस स िोन िर बात कर रहा हर आपद अनको पनजी गपता वाली जानकाररा

अब सरकारी तत क िास हर वकत उिलबि रहगी मसला पसिण आिार स जडी वपकतगत जानकारी सावणजपनक पक जान का नही हर बपलक सबस बडी बात हर पक जनपवरोिी सरकारी तत आिकी पजनदगी क बड दार म ताक-झाक कर सकता हर दखल द सकता हर आिकी पजनदगी को बरी तरह पभापवत कर सकता हर कर सकता हर नही बपलक ह कहना ज़ादा ठीक रहगा पक करगा ही करगा मती सासद पविाक व राजनीपतक िहर वाल तमाम वपकत िपलस-िौज अदालत समाज का राजनीपतक-आपिणक असर-रसख वाला सारा तबका आिार क जररए काननी-गररकाननी ढग स हापसल जानकारी क जररए सािारर जनता को बड सतर िर तग-िरशान करगा जलम-दमन का पशकार बनागा पवपभनन जगह िर पबखरी जानकारी को इस मकसद क पलए जटाना अिकाकत मपकल हर लपकन अब सारी जानकारी एक जगह पमल जागी राजनीपतक पवरोपिो को दबान क पलए खासकर कापनतकारी-जनवादी आनदोलन क साथ जड नताओ का णकताणओ

आिार ndash जनता क दमन का औजार

6 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस क शहीद अलबटण िासणनस न िासी क तखत स रीखकर िजीिपत वगण क रतावनी दी थी - lsquolsquoअगर तम सोरत हो पक हम िासी िर लटकाकर तम मजदर आनदोलन कोhellipगरीबी और बदहाली म कमरतोड महनत करनवाल लाखो लोगो क आनदोलन को करल डालोग अगर तमहारी ही रा हर ndash तो खशी स हम िासी द दो लपकन ाद रखोhellipआज तम एक परगारी को करल रह हो लपकन हा-वहा तमहार िीछ तमहार सामन हर ओर लिट भडक उठगी ह जगल की आग हर तम इस कभी भी बझा नही िाओगhelliprsquorsquo मजदरो क उस महान नता न पबलकल सर कहा था मजदर शहीदो की कबाणपना पवश मजदर वगण को अथाह पररा व ऊजाण दती आी ह

भल ही हर वषण िहली मई को मनाए जान वाल अनतरराषटी मजदर पदवस की महान पवरासत िर िल-राख की मोटी रादर डालन की रग-पबरगी िजीवादी ताकतो न हर समभव कोपशश की हर लपकन मई पदवस आज भी मजदर वगण क पलए अथाह पररा का सोत हर इस पदन को महज एक अनषान म बदल दन की कोपशश होती रही ह इस रनावी वोट मदाररो न मजदरो की वोट हापसल करन क पलए इसतमाल पका हर इस पदन िर कछ िजीवादी नताओ को मजदरो क मसीह बनाकर िश करन की कोपशश की जाती हर मई पदवस क महतव को घटान क पलए इस पदन मरो िर घपटा सतर क गीत-नार िश पकए जात ह िजीिपतो की दलाल टड पननो न इस पदन को अिन नीर उद ो क पलए इसतमाल पका हर िजीिपत इस िर मजदरो को ह बतान की कोपशश करत ह पक ह पदन तो और महनत करक कारोबार बढान की कसम खान का पदन हर बहत सार ऐस ह जो मजदरो की सोर को िजीवादी ववसथा क पखलाफ जान स रोकन क पलए इस पदन िर का णसथल (कारखाना खत भटा आपद) सतर की आपथणक मागो स ऊिर की कोई बात नही करत अगर व सरकार क पखलाफ भी बोलत ह तो उनका मकसद मजदरो क पदमाग म अथणवादी माग पबठाना ही होता हर इन ताकतो म खद को वामिथी ऐलान करन वाल नकली लाल झणडो की भपमका कािी अहम हर मजदर वगण क िजीवाद क पखलाफ सघषण की िार को कनद करन क पलए इनस बपढा भपमका और कौन पनभा सकता हर लपकन इस सब क बावजद भी कल पमलाकर मजदरो का िजीवादी ववसथा क पखलाफ गससा बढता जा रहा हर जो हर साल मई पदवस क पवपभनन आोजनो म दखन को पमलता हर

इस वषण भी पवशभर म करोडो मजदरो न िजीवादी लट क पखलाफ जोरदार आवाज बलनद की हर आोजन राह कापनतकारी ताकतो की िहलीकदमी िर हए हो ा राह िजीिरसत नताओसगठनो की िहलकदमी िर हए हो अनतरराषटी मजदर पदवस िर मजदरो दारा पदखाा जोश ह पदखाता हर पक व मौजदा लटरी ववसथा स पकस कदर दखी ह पक व िजीिकिर नताओ क

लको स अगली कारणवाई राहत ह पक व गलामी वाली िररपसथपतो स छटकारा राहत ह अनक सथानो िर कापनतकारी व मजदर िकिर ताकतो क नततव म आोजन हए पजनक दौरान मजदर वगण की मपकत की लडाई जारी रखन िजीवादी ववसथा को जड स पमटान िजीिपत वगण क मजदर वगण और अन महनतकश लोगो क पखलाफ तीख हो रह हमलो क पखलाफ सघषण तज करन क सकलि पलए ग

इस वषण िहली मई क पदन पवशभर म मजदर कही सरकडो कही हजारो तो कही लाखो की सखा म इकठ होकर मई पदवस क पार मजदर शहीदो को लाल सलाम कह रह थ मजदर वगण क रोशन भपवष क पलए दी गइइ उनकी कबाणपनो को ाद कर रह थ कई जगह मजदरो न सरकार की िजीिपत वगण क पहत म और मजदर वगण क पखलाफ नीपतो का तीखा पवरोि दजण कराा इस दौरान िलीस क साथ तीखी झडि हइइ बडी सखा म मजदरो की पगरफताररा हइइ मजदर और िपलस वाल जखमी हए अिन जोशील पदशणनो और समागमो क जररए इस बार पिर मई पदन िर मजदर वगण न शासक िजीिपत वगण क सामन ह ऐलान पका हर पक व गलामी की जजीर हर हाल म तोड कर रहग

हा हम पवश म मई पदवस िर हई कछ गपतपवपिो की जानकारी साझा करग

मजदर वगण न फास की राजिानी िररस म अिनी िहली राजसता काम की थी जो पवश मजदर वगण क पलए पररा व पशका का सोत रही हर फास क मजदर आज भी अिनी िजीवादी

लट-अना क पखलाफ सखत लडाई लड रह ह और पवश क मजदरो का पसर गवण क साथ ऊरा कर रह ह मारण-अपरल महीनो क दौरान फास क मजदरो नौजवानो छातो न सरकार की मजदर व जनपवरोिी नीपतो खासकर शरम काननो म मजदर पवरोिी सशोिनो क पसतावो क पखलाभ जबरदसत आनदोलन लडा हर लाखो की सखा म मजदरो नौजवानो छातो न सडको िर उतरकर हकमरानो को टककर दी हर 28

अपरल को भी लाखो मजदरो न सरकार क पखलाफ पदशणन पक थ िहली मई क पलए भी बड पदशणनो का ऐलान पका गा था िहली मई को फास की सडको िर तथाकपथत वामिथी सरकार की कटर िजीवादी नीपतो क पखलाफ मजदरो-नौजवानो की बाढ सी आ गी िार लाख स अपिक लोगो न मई पदवस क पदशणनो म पहससा पला हकमरानो न ताकत क जररए मजदरो की आवाज दबानी राही लापठा बरसाई गी आस गरस क गोल ि क ग बडी सखा लोगो की पगरफताररा हइइ लपकन मजदरो-नौजवानो का जोश ठणडा नही िडा बपलक उनका लडाई लडन का अहसास और भी गहरा हो गा

दपकर कोररा म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िर हकमरानो की मजदर अपिकारो को करलन की नीपतो क पखलाफ जोरदार पदशणन पक हा भी सरकार िजीिपतो को मजदरो की छटनी करन की बडी छट दन क पलए और अन शरम अपिकार छीनन क पलए कानन ला रही हर हा भी मजदरो की िलीस क साथ सख टककर हई मजदर जखमी हए पगरफतार

पकए ग लपकन उनका लाल झणडा झका नही

रस म तजी स बढती आपथणक बदहाली का पशकार मजदर लाखो की सखा म मई पदवस िर सडको िर उतर आ मासको क लाल रौक म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िरड म भागीदारी की और िजीवादी हकमरानो को रनौती दी उनक हाथो म मजदर वगण क महान पशकको व नताओ माकसण एगलस लपनन सटापलन की तसवीर

थी व समाजवाद की िनःसथािना क पलए आवाज उठा रह थ और िजीवादी हकमरानो क पदलो म किकिी िरदा कर रह थ

तकमी म मई पदवस क पदशणनो को रोकन क पलए सरकार न अनक सखत िाबपनदो का ऐलान पका था इसताबल शहर क तकसीम रौक िर लोगो क इकट होन िर भी रोक लगाई गी थी तकसीम रौक राजनीपतक रोष पदशणनो-ररपलो क पलए अहम सथान हर मई पदवस क साथ इसका खास समबनि हर िहली मई 1977 क पदशणन को रोकन क पलए हा दपकरिथी बदकिाररो न 36 लोगो को शहीद कर पदा था इस जगह िर मई पदवस क पदशणन रोकन क पलए हर वषण की तरह इस बार भी सरकार न जोरदार ताकत झोकी थी अमररकी सामराजवादी हकमरानो न खपिा एजपसो और अन ढगो स सरकार की मदद की इसताबल शहर म लगभग 25 हजार िलीस बल तरनात पका गा हरलीकरॉपटर पदशणनकाररो की पनशानदही करन क पलए शहर क ऊिर मडरा रह थ तकसीम रौक िर मजदरो को िहरन स रोकन क पलए दमन पका

गा िपलस क एक टक न एक बजगण पदशणनकारी को टारो तल करल पदा दो सौ अपिक पदशणनकाररो को पगरफतार कर पला गा

मई पदवस की जनमभपम अमररका म भी मजदरो न अनक जगहो िर बड पदशणन पक पसएटल म कई हजार मजदरो न एकजट होकर मजदर अपिकारो क पलए आवाज उठाई व पवापसो क अपिकारो क पलए जोरदार आवाज बलनद कर रह थ पदशणनकाररो म राषटिपत िद क उममीदवार डोनालड टमि दारा पवासी मजदरो क पखलाफ भडकाई जा रही निरत क पखलाफ आकोश था पदशणन को रोकन क पलए हा भी िपलस न लाठीराजण पका आस गरस क गोल ि क पगरफताररा की उिर कनाडा म भी बड पदशणन हए और मजदरो-नौजवानो को दमन का सामना करना िडा

सार पबटन म मई पदवस िर पदशणन हए इस दौरान अन मदो क साथ-साथ रोि म िासीवादी ताकतो क पखलाफ आवाज उठाई गी ताईवान म हजारो मजदरो न काम क घणट घटान और वतन वपदध क पलए पदशणन पकए नान म सरकार दारा जनता की सहलत छीन जान क पखलाफ मजदरो न जोरदार आवाज बलनद की

भारत म भी मजदर वगण न बडी सखा म मई पदवस आोजनो म भागीदारी की मजदर शहीदो को तहपदल स ाद पका गा सरकार की मजदर पवरोिी-जन पवरोिी नीपतो क पखलाफ आवाज उठाई गी िासीवादी ताकतो दारा जनता को आिस म िमण क नाम िर बाटन और जनवादी अपिकारो क हनन क पखलाफ आवाज उठाई गी हमार दश म औदोपगक मजदर बड सतर िर असगपठत ह जो सगपठत भी ह उनम भी ज़ादा पभाव नकली लाल झणडो वाली िापटणो व अन हकमरान वगमी िापटणो क साथ जडी पननो का हर कापनत-िकिर अपिकतर िापटणागरि औदोपगक मजदरो क आनदोलन को जररी अहपमत नही दत कछ कापनतकारी गरि गमभीरता स भारत स औदोपगक मजदरो को सगपठत करन म लग हए ह इन सगठनो न जोश-खरोश क साथ मई पदवस मनाा कई जगहो िर मई पदवस आोजनो क पलए लमबी मपहम रलाकर वािक मजदर आबादी को मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन की कोपशश की गी दपना क अन दशो की तरह भारत क मजदरो को भी मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन क पलए बहत कछ पका जाना जररी हर मई पदवस को रसम अदागी म बदल दन अथणवादी मागो-मसलो स जोड कर इस पदन क कापनतकारी महतव को घटान आपद की सापजश स पनिटन क पलए कापनतकारी कमपनसटो काम करना होगा हर साल मई पदन िर पवश मजदर वगण क एक अचछ-खास पहसस दारा पदपशणत जोश-खरोश हम अथाह पररा दता हर ऊजाणवान करता हर मजदर वगण क रोशन भपवष म हमारा पवशास और िकका करता हर

mdash लखदविर

अनतरराटिटीय मजदर ददवस पर तवशवभर म गजी मजदर मककत की आवाज

मजदर तबगल मई 2016 7

(पज 10 पर जारी)

अपरल क शरआती हफत म िनामा ििसण क नाम स जारी हए दसतावजो न इस सम िरी वरपशक राजनीपत म एक तरह का भकि सा ला खडा पका हर फजमी किपना बनाकर िर पवश क िन-कबर पकस तरीक स अिनी कमाई को टरकसो स बरात ह ही इजहार हआ हर िनामा की एक किनी मोसाक िोसका क बार म हए खलास स खलास इपतहास क इस तरह क सबस बड खलास बताए जा रह ह कोपक कल दसतावजो की पगनती 115 करोड स भी ज़ादा हर इन खलासो स इस िरी िजीवादी ववसथा की सडन नजर आती हर कोपक इन खलासो म कोई एक-आि दजणन वपकतो मात क नाम नही हर बपलक िर पवश म िर ल इस फजमी कारोबार की कपडा िजीिपतो राजनताो पफलमी कलाकारो पखलापडो आपद स जडी ह

इगलरणड आइसलड बाजील रस रीन भारत िापकसतान मध-िवण आपद सभ दशो क िपनको क नाम इस सरी म दजण ह अपमताभ बचरन स ल कर डपवड कर मरन तक िटबाल पखलाडी पलओनल मरसी स लकर अदाकार जरकी ररन रसी राषटिपत िपतन स लकर रीनी िाटमी क मबरो क नाम सबक सब इन खलासो क जररए नग हए ह इन खलासो क सामन आन क बाद कई दशो म लोग इन राजनताओ क पखलाि सडको िर आ ग ह आइसलड क पिानमती पसगमडर गनलाउगसन को तो जन-दबाव क रलत असतीिा दना िडा इसी तरह इगलरणड म भी डपवड कर मरन को कटघर म खडा करन क पलए लोगो का दबाव बढता जा रहा हर

रपक इस सरी म अमररका क पकसी भी पपतपनपि का नाम नही आा

और पजस तरह मीपडा रस और रीन को खास तौर स पनशाना बना रहा हर उस स इन खलासो क िीछ क राजनीपतक पहतो क बार म भी सवाल उठन शर हो ग ह बहरहाल पहत राह जो भी हो इस सरी न िजीवादी ढार की एक और पघनौनी सचराई को वािक करन म सहाता की हर

इस सम िर पवश म 90 स अपिक ऐस दश ह पजनक अनदर पवश क िरजीवी िजीिपत अिना िरसा पनवश करत ह और ह खलास कवल एक छोट स दश िनामा क ह ऐस दशो को टरकस हरवन कहा जाता हर मतलब पक इन दशो क अनदर टरकस-दर बहद कम ह इसीपलए पवश क सब बड िजीिपत पफलमी हपसता पखलाडी तसकर आपद अिनी कमाई को इन दशो म गप रि स जमा करत रहत रहत ह इस कारोबार को सरार रि स रलान क पलए कई िजमी कागजी कमिपना बनाई जाती ह पजनम ह िरसा पनवश होता हर मोसाक िोसका एक ऐसी ही किनी हर पजसका काम अन कमिपनो की िरदावार करना हर मतलब िजीिपतो क िरस को िजमी किपनो क मापिम स पनवश करवान क तरीक ईजाद करना हर इस सारी पपका को िजीवादी ना ववसथा पबलकल जाज मानती हर (उदाहरर क पलए िापकसतान क पिान मती नवाज शरीि का नाम आन क बाद उसका बराव करत हए िापकसतान क सरना मती न कहा पक सब को अपिकार हर पक वह अिनी सिपत क साथ जो मजमी कर ह िापकसतानी कानन क अनसार व अनतराषटी कानन क अनसार कोई अिराि नही हर) इस मती न िजीवादी ववसथा की कर सचराई को बड सीि-सिषट तरीक स बान कर पदा

इस िर मामल स दो बपनादी सवाल उभर कर सामन आत ह िहला ह पक आपथणक सकट क इस दौर म पवकपसत दशो की सरकार खरण घटान की नीपतो को लाग कर रही ह सवासथ सपविाओ िर खराण लगातार कम पका जा रहा हर बचरो क पलए पाइमरी सकल खोलन स सरकार इनकार कर रही ह िशनो िर हमल पक जा रह ह लाइबररा बद की जा रही ह और सरकारी इमारतोसगरहालो को भी नीलाम पका जा रहा हर और ह सब िरस की कमी क बहान पका जा रहा हर टरकसो का बोझ आम जनता क ऊिर लादा जा रहा हर वरस तो िहल ही आमदनी क ऊिर लगन वाल टरकस स सरकार की आ बहत कम होती हर ऊिर स ह िनी िजीिपत इसी टरकस को बरान क पलए अिनी िजी इन टरकस हरवन म पनवश करत ह एक तो िहल ही सरकार उनको तमाम तरह की ररात दन क पलए आम जनता क टरकस म स बडा पहससा खरण करती हर और जब इन सहलतो का इसतमाल करक ह िजीिपत बड मनाि कमात ह तो उसम स टरकस दना भी गवारा नही समझत

टरकस जपसटस नटवकण क एक अधन क मतापबक इस सम पवश-भर की कल सिपत का 813 पहससा इन टरकस हरवनस म लगा हआ हर जो तकरीबन 30 खरब डालर बनता हर और इस आकड म भी लगातार इजािा होता जा रहा हर पद इस आकड को सनदभषो म रखकर दख तो बहतर समझ आगा -

यदि पर दवशव म स गरीबी को खतम करना हो तो 20 साल तक क दलए सालाना तकरीबन 175 अरब ालर की जररत पडगी इस तरह कल खचाव (लगभग 3500 अरब

ालर) टकस हवस म पडी सपदत का तकरीबन नौवा दहसा ( 1 खरब = 1000 अरब) ही बनता ह

यदि दवशव म स भखमरी को खतम करना ह तो हर साल तकरीबन 30 अरब ालर की जररत ह मतलब इन हवस म लगी रकम का 1000 वा दहसा

दवशव की 40 आबािी क पास पीन वाल साफ पानी की भी सदवधा नही ह दवशव क सभी लोगो को साफ पानी महया करवान का खचाव 10 अरब ालर सालाना ह मतलब टकस हवस म लगी रकम का 3000वा दहसा

लपकन सभी पसिण आकड ह पजनक साकार होन की गजाइश इस िजीवादी ढार क भीतर नही हर कोपक सवासथ सपविाओ को मनाि िर बरकर लोगो को बीमार रखकर ही तो ह मनाि िर पटका पबि रल रहा हर इस पलए शासक वगण खद कभी ह सार खरज करगा इसकी कोई सभावना नही कोपक ऐसा होन स िर िजीवादी ढार की बपनाद पहल जागी

दसरा सवाल जो इस िर मामल म स उभरा हर वह हर इस समसा क समािान का कई लोगो का मानना हर पक अमीरो क ऊिर टरकस दरो को बढाकर और सखती क साथ वसलन का पनम बनाकर इस समसा को सलझाा जा सकता हर लपकन आज क वरशीकरर क इस सकटगरसत दौर क अनदर ऐसी कलिना करना भी बकार हर अमली तौर िर ऐसी पकसी ोजना की अववापहररकता हमार सामन फास की पमसाल क रि म मौजद हर फ़ास क राषटिपत फासवा ओलानद न 2012 क अिन रनाव परार क दौरान ह वादा पका था पक वह रन जान िर उन

िजीिपतो क ऊिर 75 टरकस लाग करवागा पजनकी आमदनी 10 लाख रो सालाना स अपिक हर िजीिपतो की ओर स ह कहकर दबाव बनाा गा पक ऐसा होन की सरत म वह फास म अिन वािार को बद करक अिनी िजी दसर दशो म ल जा ग इस दबाव क रलत िहल तो ओलानद इस दर को 50 िर ल आा और अतत इस िरी ोजना को ही ठनड बसत म डाल पदा

इसका मतलब ह हरपगज नही पक अमीरो क ऊिर अपिक टरकसो की माग नही उठाी जानी रापहए ऐसी माग पबलकल उठानी रापहए लपकन साथ ही साथ िजीवादी ढार क भीतर इसकी सीमा को भी समझना रापहए इसी तरीक स ही ह ढारा लोगो क बीर स अिनी साथणकता खो दगा रपक मौजदा सम म बड सतर िर कोई सचरी कपनतकारी िाटमी मौजद नही हर जो इस मद की अगवाई कर सक इसीपलए इन खलासो क बाद कछ खास नही बदलगा पजनक नाम इस सरी म आ ह उनम स एक-दो को छोडकर (और शाद वह भी नही) पकसी का बाल भी बाका ना होगा और टरकस स बरन का ह कारोबार िहल की तरह रलता रहगा ना कवल िनामा म ही बपलक सभी जगहो िर लपकन इतना त हर पक आज क सम म ह िजीवादी ढारा पजतना सकटगरसत हर ह लगातार ऐस मौक दता जा रहा हर पजनका इसतमाल इस को इसक अजाम तक िहरान क पलए पका जा सकता हर आज जररत हर ऐसी कापनतकारी ताकतो की जो ऐस मौको को सम रहत सभाल सक और लोगो क बीर इस गल-सड ढार को और नगा कर सक

mdash मानव

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण

समथणको शभपरनतको को दमन का पशकार बनान क पलए आिार का हर तरह स इसतमाल पका जाएगा

सरकारी तत म असर-रसख क पबना इणटनट िर उिलबि आिार कनदी डाटाबस िर िडी जानकारी को भद िाना दशो-पवदशो क हरकरो क पलए कौन सी मपकल बात हर सरकार राह इस जानकारी क सरपकत होन की पकतनी भी बात करती रह लपकन ह असरपकत हर अनको मापहर वपकत इस बात की िपषट कर रक ह इस समबनिी अनको लख छि रक ह भारत सरकार की इस िररोजना का एक गप दसतावज गप दसतावजो को लीक करन वाली वबसाइट पवकीलीकस क जररए लीक हो रका हर ह दसतावज मानता हर पक आिार जानकारी लीक होन और इसम छडछड होन की समभावनाए ह लोगो की पनजी जानकारी की सरका पनजी गपता क जनवादी अपिकार की गारणटी करना लोगो की सरका की गारणटी करना जनपवरोिी सरकार का लक हर भी नही वासतपवक मकसद

जनता की पजनदगी म दखल दना हर लोगो की जाससी करना हर जनता की सता पवरोिी सरकार पवरोिी लट-खसट-अना पवरोिी हर सपकता को दबान की बपहसाब ताकत हापसल करना हर

जहा तक लोगो को आिार काडण क जररए सरकारी सहलत-सपबसपडा आपद िाद िहरान का सवाल हर ह सरासर बकवास हर मौजदा उदारीकरर-पनजीकरर क दौर म सरकार लोगो क सवासथ पशका िररवहन िानी पबजली साफ-सिाई आपद बपनादी जररतो स जडी सरकारी सहलतो-सपबसपडो का बड सतर िर खातमा कर रकी हर और कर रही हर ऐस सम म लोगो को सहलत िहरान की बात करना हासासिद बात हर आिार काडण क जररए तो कम स कम 15 करोड लोग तो अिनी िहरान ही सापबत नही कर िा ग कपष पनमाणर और हाथो स कठोर काम करन वाल लोगो की उगपलो क पनशान कािी पघस जात ह मदधम िड जात ह पजनह ससर उठा नही िा ग ससरो िर उगपलो क

कम-ज़ादा दबाव उगपला रख जान की पदशा जररत स अपिक सखी ा परकनाहट वाली रमडी आपद भी पनशान पमला जान म गमभीर पदककत ह इन पदककतो क बार म आिार अथाररटी क दसतावजो म भी माना गा हर आखो की ितपलो का सकर न अिो मोपता पबनद स गरसत आखो म पनशान वाल आपद लोगो िर नही पका जा सकता और ससरो और सकर नरो को िोखा पदा जा सकता हर अमररका पबटन आसटपला रीन कनाडा जमणनी जरस दशो न ऐस पोजकट लाग करनी की असिल कोपशश क बाद इस अवावहाररक नाजाज व खतरनाक माना हर लपकन भारत क हकमरान पिर भी इस लाग कर रह ह

सरकारी सपविाओ का िादा लोगो तक न िहरन का कारर ह नही हर पक लोग अिनी िहरान पसदध नही कर िात इसका कारर ह हर पक समाज क मटी भर लोग समाज क समाज क सोत-ससािनो िर पनतर रख रह ह ह मटीभर तबका सार िाद ल जाता हर सरकारी सहपलतो का मख रि

स काननी-गररकाननी ढग स ही तबका िादा ल रहा हर उदाहरर क तौर िर गरीबी रखा स नीर वाल िररवार िकक राशन काडण होन क बावजद भी अनाज का िरा कोटा हापसल कर िान म अकम होत ह कोपक राशन पडिो क इजाजण उनकी लट करत ह वह गरीबो को मजबर करत ह पक व अिन कोट स कम ल (पलखवा ज़ादा) दपलत छातो को लग वजीि उनह इसपलए हापसल नही होत पक व अिन दपलत होन का सबत नही द िात बपलक सकलो-कालजो का पशासन अनको ढगो स उनका वजीिा मार जाता हर लोगो को सहपलत िहरान क पलए आिार काडण की जरा भी जररत नही हर ऐसा िहल स मौजद पमारितो क जररए भी पका जा सकता हर बशतण पक ऐसा करन क पलए एक जनिकिर आपथणक-राजनीपतक ढारा मौजद हो

भारत क जनपवरोिी हकमरानो न जनता क जनवादी अपिकारो-आजादी क पखलाफ एक जग छडी हई हर जनता क पखलाफ इस जग म हकमरान तरह-तरह क हथकणड अिना

रह ह िहल स बन दमनकारी काननो का इसतमाल बढ रका हर न-न दमनकारी काल कानन-पनम जारी पक जा रह ह दमन क औजारो क भणडार म आिार को भी शापमल पका गा हर मौजदा िासीवादी उभार क सम म जब राजसता की पहमात पाप पहनदतववादी अिराषटवाद व सामपदापकता का बोलबाला हर जब जनता क पवरारो की अपभवपकत की आजादी अपिकारो क पलए सगपठत होन व सघषण करन क सपविापनक-जनवादी अपिकारो िर राजसता दारा जोरदार हमल हो रह ह ऐस िासीवादी उभार क सम म दश क िजीवादी हकमरानो क हाथ म आिार जरसा दमन का औजार आना एक बहद परताजनक बात हर जनता को हकमरानो क इस हमल स िररपरत कराना इसक पखलाफ जगाना सगपठत करना बहत जररी हर

mdash रणबीर

आिार ndash जनता क दमन का औजार(पज 5 स आग)

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

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कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 3: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

मजदर तबगल मई 2016 3

6 मई 2016 की रात 2 बज तीन मजदर बाजडा रोड महरबान लपिाना िर पसथत जानरनद डाइग (इस गलशन हौजरी भी कहत ह) म भडकी आग म झलस कर मार ग मार जान वाल आशतोष बणटी झा की उमर 28 वषण थी और उसकी तीन महीन की बचरी हर सतीश राऊत की उमर 25 थी और उसक तीन और दो वषण क बचर ह 21 वषण क भोला िर अिन िररवार की बडी पजममदारी थी कािी पवरोि होन िर दो-दो लाख रिए की नाममात मदद का भरोसा दकर िर कटी मापलक न सदम का पशकार िीपडत िररवारो का मह बनद कर पदा िपलस न मामल को रिा-दिा करन क पलए हर पकार स िर कटी मापलक की मदद की इतनी भानक घटना क बाद मापलक मरनजर व अन पजममदार लोगो की तरनत पगरफतारी और मजदरो की मौत क काररो की जार-िडताल होनी रापहए थी मगर िपलस न मापलक को बरान क पलए काम पका

रात म घटना क बाद ही कारखान म और आस-िास क बड इलाक म सरकडो की सखा म िपलस तरनात कर दी गी लाश तरनत पसपवल असिताल िहरा दी गी इस तरह मजदरो क आकोश स पनिटन क पलए िहल ही िर पबनि कर

लधियाना क तीन कपडा मजदरो की ददसनाक मौत का जज मदार कौन मनाफ की खाततर मजदरो की हताए आख़खर कब रक गी

पदलली क सरकडो घरल कामगारो न पदलली सरकार क सपरवाल िर एक जझार पदशणन पका और उनक पपतपनपिमडल न पदलली राज क शरम मनती को अिनी मागो का जािन सौिा

शरम पवभाग म अपनवा ण िजीकरर ननतम वतन का णपदवस सापापहक छटी एव अन अवकाशो का पनिाणरर सवासथ और दघणटना बीमा िीएफ िशन ईएसआी एव सामापजक सरका क अन पाविान आपद घरल कामगारो की पमख माग थी उनका कहना था पक थाशीघर कानन बनाकर सरकार को माग िरी करनी रापहए तथा घरल कामगारो स जडी सकीमो क पवत-िोषर क पलए lsquoघरल कामगार कलार कोषrsquo की सथािना की जानी रापहए

पदशणन-सथल िर सभा को समबोपित करत हए lsquoपदलली घरल कामगार पननrsquo की सोजक कपवता

न कहा पक घरल मजदर महनतकशो क बीर का सबस अपिक उिपकत सबस अपिक उतिीपडत सबस अपिक असगपठत काननी तौर िर अरपकत और अद-पा पहससा हर कनद और राजो की सरकारो न घरल कामगारो क साथ लगातार छल और पवशासघात पका हर अनतरराषटी शरम सगठन न 2013 म घरल कामगारो स समबपनित कवशन िाररत पका लपकन भारत सरकार न अभी तक उसका अनमोदन नही पका हर घरल कामगारो क पलए कानन क दो पवि क 2008 और 2010 म सरकार क सामन रख ग िर सरकार न ा ससद म बरठी पकसी िाटमी न ऐसा कानन बनान की पदशा म कोई िहल नही ली ही हाल राजो की सरकारो का रहा हर कवल तपमलनाड महाराषट करल मधपदश आनधरपदश और राजसथान की सरकारो न कछ बहद कमजोर काननी पाविान करक

ा नोपटपफ कशन जारी करक घरल मजदरो को िजीकरर ननतम वतन और अवकाश की सपविाए दन जरसी घोषराए की ह लपकन जमीनी सतर िर इन िर भी अमल नही हो रहा हर पदलली दश की राजिानी हर लपकन हा क घरल मजदरो को कोई भी सरका पाप नही हर अब सम आ गा हर पक इसक पलए एकजट होकर आवाज उठाी जा और आनदोलन खडा पका जा

तभी सरकार की कमभकरमी नीद टटगी सघषण क पबना हम अिना हक कतई नही हापसल होगा

पनन की सोजन सपमपत की सदस पवमला सककरवाल न कहा पक घरल कामगारो क पलए कानन बनान क पलए सरकार पद जलदी-स-जलदी कोई पवशष कमटी की घोषरा नही करती हर और सदन क आगामी सतो म इसक पलए पवि क िश करन

की घोषरा नही करती हर तो हम िरी पदलली म अिना आनदोलन तज करना होगा सरकार तब तक इतना तो कर ही सकती हर पक आपिकाररक तौर िर घरल मजदरो को असगपठत मजदरो की शररी म रखकर असगपठत मजदरो को जो भी थोड-बहत काननी अपिकार हापसल ह उनका अपिकारी घरल मजदरो को भी बना द कानन बनन तक नोपटपफ कशन और शासनादशो क दारा भी िजीकरर

ननतम मजदरी सपनपचित का णपदवस अवकाश आपद क अपिकार घरल मजदरो को पद जा सकत ह जरसा पक कछ राज सरकारो न पका भी हर

पनन की सोजन सपमपत क अन सदस अिवण मालवी न कहा पक हम इन मागो को लकर सगपठत होकर एक लमबी लडाई रलानी होगी और राज क साथ ही कनद की सरकार िर भी दबाव बनाना होगा पक वह कनदी

सतर िर थाशीघर घरल मजदरो क पलए कानन बना और उसक अनरि कानन बनान क पलए राज सरकारो िर दबाव बना हमारी कोपशश हर पक अन राजो म भी घरल कामगारो को सगपठत पका जा और उन सभी क एकीकत आनदोलन दारा कनद सरकार िर भी दबाव बनाा जा उनहोन कहा पक सभी मजदर एकजट होकर एक-दसर का साथ दकर ही अिनी लडाइो को कामाब बना सकत ह इसपलए जररी हर पक घरल मजदर सभी असगपठत मजदरो क सघषषो म उनका साथ द और अिन आनदोलनो म उनह साथ ल हम lsquoमजदर एकता पजनदाबादrsquo क नार को कभी भलना नही रापहए

अिवण मालवी न घरल मजदरो की सभी मागो का औपरत बतात हए तफसील स ह समझाा पक पकस पकार पवलापसता व अमीरी की रीजो की खरीद िर उिकर (सस) लगाकर lsquoघरल शरपमक कलार कोषrsquo बनाकर सरकार घरल मजदरो क िीएपि िशन दघणटना बीमा ईएसआी आपद मागो को आसानी स िरा कर सकती हर उनहोन कहा पक कानन बनन क साथ ही शरम पवभागो म ऐसी ववसथा और ऐसा मकपनज़म बनाना होगा पक उकत कानन िर पभावी अमल की गारणटी हो सक हम घरल मजदरो क पलए विानन ही नही बपलक उसक पभावी अमल क पलए भी एक लमबी

ददली सलचवालय पर घरल कामगारो का जझार परदिसनददली क शरम मनती न शरम आयकत स उनकी मागो पर 15 ददन क अनदर सटस ररपोटस मागी

जानचि ाइइगगलशन हौजरी का वह जलकर राख हआ हॉल जहा तीन मजिर की मौत हई हॉल स दनकलन का एक ही राता था जहा भयानक आग की लपट उठ रही थी मजिर चीखत-दचललात रह लदकन उह बचान वाला कोई न था मादलक मन गट को ताला लगाकर अपन बगल क एसी कमर म सो रहा था

पल ग टकसटाइल-हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन क नततव म कारखाना मापलक व शरम अपिकाररो िर कारणवाई व िीपडत िररवारो को उपरत मआवज की माग कर रह मजदरो िर लाठीराजण हआ मजदर नता लखपवनदर को पगरफतार करन की कोपशश हई िपलस मापलक ठकदारो मापलको क अन दलालो न सदम का पशकार िीपडत िररवारो िर तरह-तरह स समझौत क पलए दबाव बनाा और 174 की िारा क तहत

सारा मामला रिा-दिा करवा पदा मदद क नाम िर महज दो लाख पद ग पनन न बीस लाख मआवज की माग की थी पनन क आन स िहल पसिण बीस हजार मआवज की बात हो रही थी जब पनन क नततव म िरना लगा नारबाजी हई तो तरनत मापलक दो लाख िर आ गा अगर िीपडत िररजन डट रहत तो इतना त हर पक हजारो मजदर उनक साथ खड होत और इसस कही ज़ादा मआवजा पमल सकता था व मापलक क पखलाफ कारणवाई

भी करवाई जा सकती थी इसस अन िजीिपतो िर भी कारखानो म सरका क इतजाम करन का बडा दबाव बनता लपकन िजीिपत व िपलस ऐसा हरपगज नही राहत थ और इसम व कामाब हए रनावी िापटणो का मजदर पवरोिी रररत इस मामल न भी नगा कर पदा पकसी भी भाजिाई कागरसी अकाली अन पकसी रनावी िाटमी क नताओ न मजदरो क िक म और मापलक-िपलस क पखलाि आवाज नही उठाई इस हमाम म सब नग ह

मजदरो की ददणनाक मौत का कसरवार सिषट तौर िर मापलक ही हर कारखान म आग लगन स बराव क कोई सािन नही ह आग लगन िर बझान क कोई सािन नही ह रात क सम जब मजदर काम िर कारखान क अनदर होत ह तो बाहर स ताला लगा पदा जाता हर उस रात भी ताला लगा था पजस हरॉल म आग लगी उसस बाहर पनकलन का एक ही रासता था जहा भानक लिट उठ रही थी करोडो-अरबो का कारोबार करन वाल मापलक क िास का मजदरो की पजनदपगा बरान क पलए हादसो स सरका क इतजाम का िरसा भी नही हर मापलक क िास दौलत बपहसाब हर लपकन िजीिपत मजदरो को इसान नही समझत इनक पलए मजदर कीड-मकोड

ह मशीनो क िजज ह ह कहना जरा भी अपतशोपकत नही हर पक महज हादस म हई मौत नही हर बपलक मनाि की खापतर की गी हताए ह

पशन ह भी उठता हर पक शरम पवभाग क अपिकाररो िर कारणवाई को नही की गी हर पजनकी कारखानो म सरका क इतजाम करान की पजममदारी बनती हर कारखान क गट िर कोई बोडण तक नही लगा हर मजदरो को ईएसआई िीएि िहरानित बोनस ननतम वतन जरस काननी हक नही पमलत हादसो व बीमाररो स सरका क कोई इतजाम नही ह सरकारी शरम अपिकारी इस बात का जवाब द पक आपखर कारखाना रल कर स रहा हर आपखर पकतनी घस लकर मजदरो की पज नदपगो क साथ पखलवाड पका गा हर इनह तो जल म होना रापहए लपकन आरामदाक कपसणो िर बरठकर मजदरो का खन रस रह ह

मजदरो को िर सला करना होगा पक उनह आदमखोर कारखानो म कब तक मापलको की मनाि की हवस की बपल रढत रहना हर हम सभी जानत ह पक पजन काररो स 6 मई को हमार तीन मजदर साथी पजनदा झलस कर मर ह व कारर पसिण जानरनद डाईगगलशन

(पज 4 पर जारी)

(पज 10 पर जारी)

4 मजदर तबगल मई 2016

लपिाना क एक कारखान म 13 अपरल 2016 को गजदर महतो (उमर 32 साल) एक िावर पस मशीन रला रहा था कारखाना मापलक न उसी दसरी िावर पस मशीन िर काम करन को कहा गजद न दखा पक उस मशीन क ससर खराब ह कलर भी ढीला हर हादसा होन क डर स उसन दसरी मशीन रलान स इनकार कर पदा मापलक न उस काम स पनकाल दन की िमकी दी उसकी आपथणक हालत कछ ज़ादा ही खराब रल रही थी अभी कछ पदन िहल ही उसकी ितनी क कान का आिरशन हआ हर तीन बचर भी ह इस हालत म वह काम छोडन की पहममत नही जटा सका और दसरी मशीन रलान लगा कछ ही सम बीता था पक एक भानक हादसा हो गा उसका दाा हाथ अभी पस क बीर म ही था पक ढीला कलर दब गा अगठ क साथ वाली एक उगली कट गी मापलक उस उठाकर एक पनजी असिताल ल गा मापलक न कहा पक वह िपलस क िास न जाए िरा इलाज करवान हमशा क पलए काम िर रखन मआवजा दन आपद का भरोसा पदा गजदर मापलक की बातो म आ गा िनदह पदन भी नही बीत थ पक उस काम स पनकाल पदा गा मापलक न इलाज करवाना बनद कर पदा और अन पकसी भी पकार की आपथणक मदद करन करन स भी साि

पावर परस मजदर की उगली कटी माललक बोला मजदर न जानबझ कर कटवाई ह

मकर गाह हादसा सिषट तौर िर कारखाना

मापलक की मनाि की हवस और आिरापिक लािरवाही का नतीजा हर लपकन बशममी की हद दखो मापलक कह रहा हर पक गजदर न जानबझ कर अिनी हाथ मशीन म पदा हर

कारखान म लगभग 15 मजदर काम करत ह लपकन पकसी भी मजदर को ना तो िहरान ित पमला हर न ईएसआई और न ही िीएि की सपविा पमली हर कारखान का नाम पकसी भी मजदर को नही िता हर बस मापलक का नाम िता हर ndash बीडबल शमाण लपिाना क शरिर इलाक म शहीद भगतपसह नगर की

तीन नमबर गली म पसथत इस कारखान क गट िर कोई बोडण नही लगाा गा (लपिाना म बडी पगनती कारखानो की ही हालत हर) न ही कारखान क मजदर एकजट ह और न ही इलाक म मजदरो की पनन बनी हर नतीजा ह हर पक अन कारखाना मापलको की तरह ह मापलक भी मजदरो को जमकर लटन क पलए िरी तरह आजाद हर ऐस ही हालात ज़ादातर िर कटररो म ह कोपक मापलक को मजदर की सरका िर एक रिा भी खरण करना िालत खरण लगता हर दसर एक मजदर को पनकालो

तो िार काम करन को तरार पमल जात ह

गजदर न 30 अपरल को कारखाना मजदर पनन क साथ समिकण पका िपलस क िास पशकात दजण करवाी गी हर शरम पवभाग म भी पशकात की जाएगी उस इलाक म मजदरो की एकजटता ना होन क रलत पसिण काननी मदद ही की जा सकती हर वासतपवक हल तो मजदरो की एकता स ही हो सकता हर अगर इलाक क मजदरो की एकजटता होती तो मापलक इस ढग स अिनी मनमजमी नही सक सकता था

mdash दबगल सवाििाता

राहल साकतान क जनम पदवस 9 अपरल स समपत पदवस 14 अपरल तक उतर-िपचिमी पदलली की जागरक नागररक मर और नौजवान भारत सभा दारा lsquoभागो नही दपना को बदलोrsquo जन अपभान की शरआत की गी िार पदवसी इस जन अपभान म जगह-जगह िोसटर पदशणनी लगाी गी और िराण पवतरर पका गा

राहल साकतान न िर समाज म िापमणक रपढ ो और िाखणडो क पखलाफ लडाई लडी और आम महनतकश जनता को जागरक पका आज भी समाज को िमण और समपदा क आिार िर बाटन वाली शपकता राहल साकतान क पवरारो स डरती ह िहल ही पदन सबह िाकण म िोसटर पदशणनी लगात सम सपघो न इसका पवरोि करना शर पका लपकन आम जनता क समथणन की वजह स व कछ करन की पहममत नही कर सक

िापमणक िाखणडो और सामपदापक

िापससटो की कलई खोलन वाल िोसटर दखकर सघी िहल पदन की तरह दसर पदन भी िोसटर दखकर भडक ग और िोसटर िाडन और पदशणनी हटान की कोपशश करन लग उनहोन lsquoदश भपकत और दशदोहrsquo का राग अलािना शर पका लपकन जनता क समथणन म खड होन की वजह स व कछ कर नही सक

पदशणनी अपभान क दौरान आरएसएस क lsquolsquoदशपमीrsquorsquo राहल साकतान और रािामोहन गोकल जी पमरनद और भगतपसह को पवदशी बतान लग इस िर लोगो न ही सवाल कर पदा पक लखक पवदशी कर स ह तो उनहोन माओवादी नकसली होन का आरोि लगात हए हगामा शर पका

और कहा पक इनको पवदशो स िरसा आता हर लपकन इस िर भी जब इनकी दाल नही गली और लोगो को अिन पवरोि म दखा तो व वहा स पनकल पल

िापमणक कटरता जापतभद की ससकपत और हर तरह की पदमागी गलामी क पख लाफ राहल क आहान िर अमल हमार समाज की आज की सबस बडी जररत हर िजी की जो रौतरफा जकडबनदी आज हमारा दम घोट रही हर उस तोडन क पलए जररी हर पक तमाम िरशान-बदहाल महनतकश आम लोग एकजट हो और ह तभी हो सकता हर जब व िापमणक रपढो

और जात-िात क भदभाव स अिन को मकत कर ल

राहल साकतान की िरमिरा पगपत और सामापजक-सासकपतक कापनत क अपवरल पवाह की िरमिरा हर राहल उन करसीतोड समाज परनतको म स नही थ जो कवल पकताब

और ित-िपतकाए िढकर समाज िररवतणन क खाली पसदधानत पसतत कर दत ह बपलक व एक दाशणपनक पवरारक इपतहासकार िराततववता सापहतकार भाषाशासतरी और वरजापनक भौपतकवाद क परारक होन क साथ ही लोकपप जन-नता भी थ जो जनता क सघषषो स लगातार जड रह

lsquoभागो नही िदनया को बिलोrsquo राहल क जीवन का सतवाक था व हर तरह की पशपथलता गपतरोि किमणडकता अनिपवशास तकण हीनता थापसथपतवाद िनरतथानवाद और अतीतोनमखता क पखलाफ पनरनतर सघषण करत रह

राहल साकतान न कहा था - lsquolsquoजगत की गदत क साथ हम भी सरपट िौडना चादहए दकत धमव हम खीचकर पीछ रखना चाहत ह कया हमार दपछडपन स ससार चकर हमारी परतीकषा क दलए खडा हो जायगा सामादजक दवरमता क नाश दनकममी और अनपदकषत सतान क दनरोध आदथवक समयाओ क नय हल सभी बातो म तो यह मजहब पराणपरण स हमारा दवरोध करत ह हमारी समयाओ को और अदधक उलझाना और परगदत-दवरोदधयो का साथ िना ही एकमातर इनका कतववय रह गया हrsquorsquo

राहल साकतायन क जनम ददवस (9 अपरल) स सतत ददवस (14 अपरल) तक

lsquoभागो नही दतनया को बदलोrsquo जन अजभयान

हौजरी तक सीपमत नही ह लपिाना ही नही बपलक दश क तमाम कारखानो म हालात बन रक ह कही कारखानो की इमारत पगर रही ह कही खसताहाल बवालर व डाईग मशीन िट रही ह और कही कारखानो म आग लगन स मजदर पजनदा झलस रह ह और सोरन वाली बात हर पक कही भी मापलक नही मरता हमशा गरीब मजदर मरत ह रलत कारखानो को बाहर स ताल लगा पद जात ह (खासकर रात म) अनदर मजदर मरन-कटन क पलए छोड पदए जात ह

हादस होन िर सरकार िपलस पशासन शरम अपिकाररो की मदद स मामल रिा-दिा कर पदए जात ह बहत सार मामलो म तो मापलक हादस का पशकार मजदरो को िहरानन स ही इनकार कर दत ह मजदरो को न तो कोई िहरान ित पदा जाता हर और न ही िकका हापजरी काडण पदा जाता हर इन हालात म मापलको क पलए मामला रिा-दिा करना आसान हो जाता हर

mdash दबगल सवाििाता

तीन मजिरो की भयानक मौत को पदलस न अपनी जब भरन क दलए इतमाल दकया मामला रफा-िफा करन की कोदशश हई जब यदनयन क नतकतव म मजिर इककठा होन शर हए तो मजिरो पर लाठीचाजव दकया गया लदकन मजिरो न अपना परिशवन जारी रखा बाि म टकसटाइल-हौजरी कामगार यदनयन कारखाना मजिर यदनयन दबगल मजिर िता व नौजवान भारत सभा दारा कारखानो म सरकषा क सवाल पर जारी एक पचाव महरबान व अय इलाको म बाटा गया और मजिरो की नककड सभाए व मीदटग की गयी

मनाफ की खाततर मजदरो की हताए आख़खर कब रक गी

(पज 3 स आग)

(पज 7 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 5

िहली मई 1886 क ऐपतहापसक पदन ह माकज ट पशकागो अमररका म मजदर बड िरमान िर उठ खड हए थ िजीिपत मापलको स अिन हक की लडाई लडन क पलए हक और इसाि की माग करत इन मजदरो िर मापलको की पिठ िपलस न पनदण तािरण हमला कर बहत सार मजदरो की हता कर दी थी उस पदन बह मजदरो क इस खन स ही रगकर दपना क मजदरो क झड का रग लाल हआ इसन मजदर वगण को पसखाा पक िजीवादी ववसथा का जनतत मापलक बजणआ वगण का जनतत हर महनतकशो का नही ndash उनक पल तो वह अपिनाकवाद हर जो मापलको दारा मजदर वगण की लट क तत की पहिाजत करता हर

दपना भर क मजदरो न लाल झड क साथ मई पदवस को मनाना शर पका पशकागो क उनही बपलदानी मजदरो को शरदधाजपल दन और ह शिथ लन क पल पक ह लडाई िजीवाद को उखाड ि कन व शोषर मकत समाज काम करन की पजममदारी िर होन तक जारी रखी जागी इस lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo नाम पदा गा ह बतान क पल पक दपना भर क मजदर एक दसर क बि-बािव ह और उनका साझा द मन हर दपना का िजीिपत वगण जो उनकी लडाई को कमजोर करन क पल उनह राषट कत भाषा मजहब आपद क नाम िर बाट कर आिस म पभडा रखना राहता हर

दपना क मजदरो को सरमादारो की सता व शोषर को खतम करन क सघषण की पररा दन वाला ह मई पदवस िजीिपत वगण व उसक िररोकारो को

आरएसएस और बीएमएस क मई ददवस तवरोि क असली कारणकर स िसद आ सकता हर ह तो उनक पदलो म भ और किकिी िरदा करन का सदश दन वाला पदन हर इसपल सवाभापवक ही हर पक व मई पदवस को बदनाम कर इसक सदश को भलान-भरमान की कोपशश कर और मजदर वगण को इसक बार म बरगला

ही काम आज भारत क िजीिपत वगण की सबस पवशसत िाटमी और उसकी राबी अिन हाथ म रखन वाला राषटी सवसवक सघ (आरएसएस) करना राहता हर इनको अचछी तरह मालम हर पक पसिण दमन क बल िर मजदर वगण क सघषण को रोकादबाा नही जा सकता पजस पदन मजदर वगण अिनी कापनतकारी िाटमी क नततव म सरत और सगपठत हो जागा वह सार दमन-उतिीडन क बावजद इस िजीवादी ववसथा को उखाड ि कगा उसको रोकन का एक ही तरीका हर उसकी वगमी रतना-समझ को भोथरा और कनद करना इसक पल ही िजीिपत वगण क भाड क टट भड की खाल िहन भपड की तरह मजदरो की टड पनन बनात ह उनह पसिण कछ आपथणक व अन छोटी-मोटी सपविाओ की लडाई तक सीपमत करत ह और मजदरो को मापलको का अहसानमद भकत बनन की पशका दत ह

आरएसएस का टड पनन सगठन भारती मजदर सघ (बीएमएस) इसीपलए मजदरो क मई पदवस मनान क पवरोि म हर इसक सपरव क अखबारो म पकापशत वकतव क अनसार 1 मई 1886 को पशकागो क ह माकज ट म हए lsquoरकतिात व पहसाrsquo की वजह स व मई पदवस को नही मानत lsquoहम ऐसी ददणनाक घटनाओ का समरर नही करत

ह सजनातमक पवरार नही हर ह मजदरो म निरत भडकाता हरlsquo मतलब साि हर पक छदम मजदर पहतरषी इस बात को मजदरो की ाददात स ही पमटा दना राहत ह पक पकस पकार अिन वापजब हक की आवाज उठात मजदरो की हता की गी थी कर स उनक नताओ को झठ-िजमी मकदमो म िसाकर िासी-उमरकर द की सजा दी गी थी उनकी बात पबलकल सही भी हर ndash िजीिपत वगण का रररत उस जोक का हर जो मजदर वगण का खन रसकर मोटी होती जा रही हर उस जोक को अगर खन रसन स रोक पदा जा तो पनपचित ही उसक पल वह बहत ददणनाक होगा इसी तरह मजदर वगण का अिन हक क पल उठ खड होन की घटना भी िजीिपत वगण क पल एक lsquoददणनाक घटनाrsquo थी उसको ाद करन स उनको अिन लटटत क खतम होन का दःसवपन पदखाई दता हर और इस डर व स थरथरान लगत ह ndash पनपचित ही ऐसी पकसी ददणनाक घटना को व ाद नही करना राहत लपकन का मजदर वगण की राहत भी वही हर जो मापलको की पनपचित ही नही ndash मजदर वगण की राहत हर शोषर की ववसथा की समापप इसपल कोई भी सगठन जो मजदर वगण का पहतरषी हर वह कर स मई पदवस क पखलाि हो सकता हर सवभापवक ही हर पक इस अतारार का पपतकार करन की रतना अगर मजदर वगण म िरदा होगी तो वह मापलको को निरत ही पदखाई दगी लपकन मजदर वगण का असली सगठन कभी भी इस रतना को दबान क बजा इस और तीवर ही करना राहगा

बीएमएस क सपरव का आग

कहना हर ndash lsquoमई पदवस भारती मानस का अग नही हर इसपल बीएमएस इस नही मानता ह मजदरो को अचछा सदश नही दता इसपल हम इसक बजा पवशकमाण जती क पदन भारती शरपमक पदवस मनात हlsquo मई पदवस दारा अिन वापजब हक क पल लडन क सदश को lsquoअचछा नहीrsquo कहन वाला सगठन आपखर पवशकमाण जती स मजदरो को का सदश दना राहता हर मजदरो को बतात ह पक मापलक लोग अिनी महनत व पपतभा स उदोग लगात ह उसस मजदरो को रोजगार पमलता हर उनक िररवारो की रोजी-रोटी रलती हर इसपल मजदरो को उनका अहसानमद होना रापह पजन मशीनो-औजारो िर काम करक उनकी रोजी-रोटी रलती हर उनकी िजा करनी रापह उनकी सिाई-दखभाल करनी रापह और ज़ादा स ज़ादा काम करन की शिथ लनी रापह पजसस उतिादकता बढ लपकन वह मजदरो को ह नही बतात पक मापलक का मनािा मजदर क शरम स उतिाद की वसत क मल म होन वाल इजाि स ही आता हर ndash तो मजदर पजतना ज़ादा शरम करग मापलको उनकी महनत क मल को उतना ही ज़ादा अिनी जब म डालकर और भी समिपतशाली होत जा ग और इसस मजदरो को कछ हापसल नही होगा मजदरो का नाम लन वाला लपकन अनदर स मापलको क पहतो का िोषर करन वाला कोई सगठन ही मजदरो को ऐसा सदश दन को अचछा बता सकता हर

इनका और भी कहना हर पक lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo lsquoभारती ससकपतrsquo स पवलग हर और lsquoसासकपतक

राषटवादrsquo क पविरीत हर इनक अनसार मजदर पदवस वामिपथो की lsquoसामापजक पवदषrsquo िर लान की पवपत का अग हर इनको अचछी तरह मालम हर पक मजदर वगण की दश और दपना क िरमान िर एकता उसक सघषण का बडा हपथार हर इसपल हमशा मजदरो को िमण मजहब भाषा इलाका जापत आपद क नाम िर बाट कर आिस म लडाना राहत ह तापक एक कत ा दश क मजदरो क सघषण म बाकी मजदर उनकी मदद करना तो दर बपलक इनक इशार िर उनको अिना द मन मानकर उनिर दमन करन म मापलको की पहमात और मदद कर इसीपल मजदर वगण क सगठन म राषट और ससकपत को सवाल खडा करत ह लपकन मजदरो को िछना होगा पक कौन सी ससकपत जो मापलको क शोषर को जााज ठहराती हर ा मजदर वगण को अिन शोषर क पखलाि उठ खड होन की पररा दती हर

महनतकश तबक को आज यह पकका समझ लना चादहय दक इस परकार क मजिर वगव दहत दवरोधी दवचार फलान वाल सगठन असल म मजिर वगव को धोखा िकर मादलको क दहत साधन वाल सगठन ह मजिरो को भरदमत व बरगलान वाल इन ट यदनयनो को पहचानकर उनका भाफो करन और उह मजिरो क बीच स भगा िन की सखत जररत ह

mdash मकश तयागी

बीती 11 मारण को लोकसभा म आिार काननndash2006 िाररत कर पदा गा हर इसस समबपनित पबल मोदी सरकार दारा िन समबनिी पबल क रि म िश पका गा था इसपलए इस राजसभा म िाररत करवान की जररत नही िडगी लोकसभा म मोदी सरकार क िास बहतमत हर लपकन राजसभा म नही हर राजसभा म इस कानन को िाररत करवा िाना मोदी सरकार क पलए बहत मपकल था इस पलए इस िन समबनिी कानन क रि म िश करना बहतर समझा आिार कानन क तहत वतन भगतान बढािा िशन सकल दापखला टन बपकग पववाह िजीकरर डाईपवग लाईसस पसम काडण खरीदन साईबर कर ि इसतमाल करन आपद क पलए आिार काडण लापजमी कर पदा गा हर आिार काडण इसतमाल करन की इतनी सारी मजबररो क बाद आिार काडण बनवाना मजबरी बन जाता हर

1 अकटबर 2013 को आिार काडण समबनिी िररोजना शर की गी थी उस सम कहा गा था पक आिार काडण बनवाना पकसी क पलए आवक नही हर कोई बनवा राह

न बनवा सरकार की शर स ही ह कोपशश रही हर पक भारत वापसो क पलए ह काडण बनवाना मजबरी बन जाए इसपलए रसोई गरस बक खाता आपद पवपभनन सवाओ क पलए इस आवक बनान की कोपशश की गी सपीम कोटण न इस समबनि म एक िर सला पका था पक पकसी भी सवा क पलए आिार काडण आवक तौर िर नही मागा जाना रापहए इसक बाद अब सरकार ह आिार कानन ल आी हर हालापक सरकार आिार को एक जनिकिर िररोजना क रि म पराररत कर रही हर लपकन वासतव म आिार राजसता क हाथ म दमन क एक बहद खतरनाक औजार क पसवा और कछ नही हर आिार काडण क जररए पवपभनन सपविाए -आपथणक लाभ-सपबसपडा जनता तक िहरान की बात तो पसिण एक बहाना ह जनता क पनजी गपता क अपिकार का हनन इस तरह जनता क अन जनवादी अपिकारो को करलना ही वासतपवक पनशाना हर

बहत सार लोगो को हमारी उिरोकत बात बहत हररानी वाली लगगी लपकन हमार दारा ह बात कह जान क िखता

कारर ह जब स दश म आिार काडण लाग पका गा हर तब स ही अनको लोग आिार काडण िर पशन परहन लगा रह ह कागरस क नततव वाली गठबनिन सरकार दारा इस लाग पका गा और इसन भी इस लोगो िर जबरदसती थोिन की कोपशश की थी लपकन अब जब भाजिा क नततव वाली गठबनिन सरकार न इस बार म कानन बनाा हर तो कागरस इसकी सहोगी व अन िापटणा आिार कानन क कछ िको की आलोजना कर रही ह और जररी सशोिनो की जररत िर जोर द रही ह वोट पसासत म रनावी िापटणो को सहमती होत हए भी असहमती क डराम करन िडत ह बहत सार लोग आिार काडण समबनिी लोगो की पनजी गपता की सरका की गारणटी करन क पलए जररी काननी पाविानो की बात कह रह ह लपकन हमारा मानना हर पक समरी आिार िररोजना को ही खतम पका जाना रापहए

आिार काडण क पलए भारत वापसो क नाम ित तसवीर सपहत हाथो की उगपलो की पनशान और आखो की ितपलो क सकर न आपद पनजी जानकारी जटाई जाती हर इस

जानकारी को भारत की आिार अथाररटी क कनदी डाटाबस म इकटा पका जा रहा हर जनगरना क तहत जटाई कई वपकतगत जानकारी भी इस आिार खात क साथ जोडी जा रही हर िर दश म पवपभनन सवाओ को इस कनदी डाटाबस क साथ इणटरनट क जररए जोडा जा रहा हर काननन इस जानकारी को कोई भी अिसर ा अन कोई वपकत सावणजपनक नही कर सकता लपकन अदालत जररत िडन क आिार िर उिलबि जानकारी मगवा सकत ह जवाइणट सकटी सतर का अपिकारी राषटी सरका का कारर बतात हए पकसी वपकत की जानकारी सावणजपनक करन की आजा द सकता हर

इस तरह आिार क जररए कम स कम इतना तो िकका कर पदा गा हर पक सरकारी तत क िास आिार काडणिारक समबनिी िरी जानकारी उिलबि होगी पवपभनन सवाए हापसल क पलए पलए लोगो को आिार काडण इसतमाल करना िडगा कौन कहा आ-जा रहा हर बक खात क जररए का लन-दन कर रहा हर पकस स िोन िर बात कर रहा हर आपद अनको पनजी गपता वाली जानकाररा

अब सरकारी तत क िास हर वकत उिलबि रहगी मसला पसिण आिार स जडी वपकतगत जानकारी सावणजपनक पक जान का नही हर बपलक सबस बडी बात हर पक जनपवरोिी सरकारी तत आिकी पजनदगी क बड दार म ताक-झाक कर सकता हर दखल द सकता हर आिकी पजनदगी को बरी तरह पभापवत कर सकता हर कर सकता हर नही बपलक ह कहना ज़ादा ठीक रहगा पक करगा ही करगा मती सासद पविाक व राजनीपतक िहर वाल तमाम वपकत िपलस-िौज अदालत समाज का राजनीपतक-आपिणक असर-रसख वाला सारा तबका आिार क जररए काननी-गररकाननी ढग स हापसल जानकारी क जररए सािारर जनता को बड सतर िर तग-िरशान करगा जलम-दमन का पशकार बनागा पवपभनन जगह िर पबखरी जानकारी को इस मकसद क पलए जटाना अिकाकत मपकल हर लपकन अब सारी जानकारी एक जगह पमल जागी राजनीपतक पवरोपिो को दबान क पलए खासकर कापनतकारी-जनवादी आनदोलन क साथ जड नताओ का णकताणओ

आिार ndash जनता क दमन का औजार

6 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस क शहीद अलबटण िासणनस न िासी क तखत स रीखकर िजीिपत वगण क रतावनी दी थी - lsquolsquoअगर तम सोरत हो पक हम िासी िर लटकाकर तम मजदर आनदोलन कोhellipगरीबी और बदहाली म कमरतोड महनत करनवाल लाखो लोगो क आनदोलन को करल डालोग अगर तमहारी ही रा हर ndash तो खशी स हम िासी द दो लपकन ाद रखोhellipआज तम एक परगारी को करल रह हो लपकन हा-वहा तमहार िीछ तमहार सामन हर ओर लिट भडक उठगी ह जगल की आग हर तम इस कभी भी बझा नही िाओगhelliprsquorsquo मजदरो क उस महान नता न पबलकल सर कहा था मजदर शहीदो की कबाणपना पवश मजदर वगण को अथाह पररा व ऊजाण दती आी ह

भल ही हर वषण िहली मई को मनाए जान वाल अनतरराषटी मजदर पदवस की महान पवरासत िर िल-राख की मोटी रादर डालन की रग-पबरगी िजीवादी ताकतो न हर समभव कोपशश की हर लपकन मई पदवस आज भी मजदर वगण क पलए अथाह पररा का सोत हर इस पदन को महज एक अनषान म बदल दन की कोपशश होती रही ह इस रनावी वोट मदाररो न मजदरो की वोट हापसल करन क पलए इसतमाल पका हर इस पदन िर कछ िजीवादी नताओ को मजदरो क मसीह बनाकर िश करन की कोपशश की जाती हर मई पदवस क महतव को घटान क पलए इस पदन मरो िर घपटा सतर क गीत-नार िश पकए जात ह िजीिपतो की दलाल टड पननो न इस पदन को अिन नीर उद ो क पलए इसतमाल पका हर िजीिपत इस िर मजदरो को ह बतान की कोपशश करत ह पक ह पदन तो और महनत करक कारोबार बढान की कसम खान का पदन हर बहत सार ऐस ह जो मजदरो की सोर को िजीवादी ववसथा क पखलाफ जान स रोकन क पलए इस पदन िर का णसथल (कारखाना खत भटा आपद) सतर की आपथणक मागो स ऊिर की कोई बात नही करत अगर व सरकार क पखलाफ भी बोलत ह तो उनका मकसद मजदरो क पदमाग म अथणवादी माग पबठाना ही होता हर इन ताकतो म खद को वामिथी ऐलान करन वाल नकली लाल झणडो की भपमका कािी अहम हर मजदर वगण क िजीवाद क पखलाफ सघषण की िार को कनद करन क पलए इनस बपढा भपमका और कौन पनभा सकता हर लपकन इस सब क बावजद भी कल पमलाकर मजदरो का िजीवादी ववसथा क पखलाफ गससा बढता जा रहा हर जो हर साल मई पदवस क पवपभनन आोजनो म दखन को पमलता हर

इस वषण भी पवशभर म करोडो मजदरो न िजीवादी लट क पखलाफ जोरदार आवाज बलनद की हर आोजन राह कापनतकारी ताकतो की िहलीकदमी िर हए हो ा राह िजीिरसत नताओसगठनो की िहलकदमी िर हए हो अनतरराषटी मजदर पदवस िर मजदरो दारा पदखाा जोश ह पदखाता हर पक व मौजदा लटरी ववसथा स पकस कदर दखी ह पक व िजीिकिर नताओ क

लको स अगली कारणवाई राहत ह पक व गलामी वाली िररपसथपतो स छटकारा राहत ह अनक सथानो िर कापनतकारी व मजदर िकिर ताकतो क नततव म आोजन हए पजनक दौरान मजदर वगण की मपकत की लडाई जारी रखन िजीवादी ववसथा को जड स पमटान िजीिपत वगण क मजदर वगण और अन महनतकश लोगो क पखलाफ तीख हो रह हमलो क पखलाफ सघषण तज करन क सकलि पलए ग

इस वषण िहली मई क पदन पवशभर म मजदर कही सरकडो कही हजारो तो कही लाखो की सखा म इकठ होकर मई पदवस क पार मजदर शहीदो को लाल सलाम कह रह थ मजदर वगण क रोशन भपवष क पलए दी गइइ उनकी कबाणपनो को ाद कर रह थ कई जगह मजदरो न सरकार की िजीिपत वगण क पहत म और मजदर वगण क पखलाफ नीपतो का तीखा पवरोि दजण कराा इस दौरान िलीस क साथ तीखी झडि हइइ बडी सखा म मजदरो की पगरफताररा हइइ मजदर और िपलस वाल जखमी हए अिन जोशील पदशणनो और समागमो क जररए इस बार पिर मई पदन िर मजदर वगण न शासक िजीिपत वगण क सामन ह ऐलान पका हर पक व गलामी की जजीर हर हाल म तोड कर रहग

हा हम पवश म मई पदवस िर हई कछ गपतपवपिो की जानकारी साझा करग

मजदर वगण न फास की राजिानी िररस म अिनी िहली राजसता काम की थी जो पवश मजदर वगण क पलए पररा व पशका का सोत रही हर फास क मजदर आज भी अिनी िजीवादी

लट-अना क पखलाफ सखत लडाई लड रह ह और पवश क मजदरो का पसर गवण क साथ ऊरा कर रह ह मारण-अपरल महीनो क दौरान फास क मजदरो नौजवानो छातो न सरकार की मजदर व जनपवरोिी नीपतो खासकर शरम काननो म मजदर पवरोिी सशोिनो क पसतावो क पखलाभ जबरदसत आनदोलन लडा हर लाखो की सखा म मजदरो नौजवानो छातो न सडको िर उतरकर हकमरानो को टककर दी हर 28

अपरल को भी लाखो मजदरो न सरकार क पखलाफ पदशणन पक थ िहली मई क पलए भी बड पदशणनो का ऐलान पका गा था िहली मई को फास की सडको िर तथाकपथत वामिथी सरकार की कटर िजीवादी नीपतो क पखलाफ मजदरो-नौजवानो की बाढ सी आ गी िार लाख स अपिक लोगो न मई पदवस क पदशणनो म पहससा पला हकमरानो न ताकत क जररए मजदरो की आवाज दबानी राही लापठा बरसाई गी आस गरस क गोल ि क ग बडी सखा लोगो की पगरफताररा हइइ लपकन मजदरो-नौजवानो का जोश ठणडा नही िडा बपलक उनका लडाई लडन का अहसास और भी गहरा हो गा

दपकर कोररा म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िर हकमरानो की मजदर अपिकारो को करलन की नीपतो क पखलाफ जोरदार पदशणन पक हा भी सरकार िजीिपतो को मजदरो की छटनी करन की बडी छट दन क पलए और अन शरम अपिकार छीनन क पलए कानन ला रही हर हा भी मजदरो की िलीस क साथ सख टककर हई मजदर जखमी हए पगरफतार

पकए ग लपकन उनका लाल झणडा झका नही

रस म तजी स बढती आपथणक बदहाली का पशकार मजदर लाखो की सखा म मई पदवस िर सडको िर उतर आ मासको क लाल रौक म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िरड म भागीदारी की और िजीवादी हकमरानो को रनौती दी उनक हाथो म मजदर वगण क महान पशकको व नताओ माकसण एगलस लपनन सटापलन की तसवीर

थी व समाजवाद की िनःसथािना क पलए आवाज उठा रह थ और िजीवादी हकमरानो क पदलो म किकिी िरदा कर रह थ

तकमी म मई पदवस क पदशणनो को रोकन क पलए सरकार न अनक सखत िाबपनदो का ऐलान पका था इसताबल शहर क तकसीम रौक िर लोगो क इकट होन िर भी रोक लगाई गी थी तकसीम रौक राजनीपतक रोष पदशणनो-ररपलो क पलए अहम सथान हर मई पदवस क साथ इसका खास समबनि हर िहली मई 1977 क पदशणन को रोकन क पलए हा दपकरिथी बदकिाररो न 36 लोगो को शहीद कर पदा था इस जगह िर मई पदवस क पदशणन रोकन क पलए हर वषण की तरह इस बार भी सरकार न जोरदार ताकत झोकी थी अमररकी सामराजवादी हकमरानो न खपिा एजपसो और अन ढगो स सरकार की मदद की इसताबल शहर म लगभग 25 हजार िलीस बल तरनात पका गा हरलीकरॉपटर पदशणनकाररो की पनशानदही करन क पलए शहर क ऊिर मडरा रह थ तकसीम रौक िर मजदरो को िहरन स रोकन क पलए दमन पका

गा िपलस क एक टक न एक बजगण पदशणनकारी को टारो तल करल पदा दो सौ अपिक पदशणनकाररो को पगरफतार कर पला गा

मई पदवस की जनमभपम अमररका म भी मजदरो न अनक जगहो िर बड पदशणन पक पसएटल म कई हजार मजदरो न एकजट होकर मजदर अपिकारो क पलए आवाज उठाई व पवापसो क अपिकारो क पलए जोरदार आवाज बलनद कर रह थ पदशणनकाररो म राषटिपत िद क उममीदवार डोनालड टमि दारा पवासी मजदरो क पखलाफ भडकाई जा रही निरत क पखलाफ आकोश था पदशणन को रोकन क पलए हा भी िपलस न लाठीराजण पका आस गरस क गोल ि क पगरफताररा की उिर कनाडा म भी बड पदशणन हए और मजदरो-नौजवानो को दमन का सामना करना िडा

सार पबटन म मई पदवस िर पदशणन हए इस दौरान अन मदो क साथ-साथ रोि म िासीवादी ताकतो क पखलाफ आवाज उठाई गी ताईवान म हजारो मजदरो न काम क घणट घटान और वतन वपदध क पलए पदशणन पकए नान म सरकार दारा जनता की सहलत छीन जान क पखलाफ मजदरो न जोरदार आवाज बलनद की

भारत म भी मजदर वगण न बडी सखा म मई पदवस आोजनो म भागीदारी की मजदर शहीदो को तहपदल स ाद पका गा सरकार की मजदर पवरोिी-जन पवरोिी नीपतो क पखलाफ आवाज उठाई गी िासीवादी ताकतो दारा जनता को आिस म िमण क नाम िर बाटन और जनवादी अपिकारो क हनन क पखलाफ आवाज उठाई गी हमार दश म औदोपगक मजदर बड सतर िर असगपठत ह जो सगपठत भी ह उनम भी ज़ादा पभाव नकली लाल झणडो वाली िापटणो व अन हकमरान वगमी िापटणो क साथ जडी पननो का हर कापनत-िकिर अपिकतर िापटणागरि औदोपगक मजदरो क आनदोलन को जररी अहपमत नही दत कछ कापनतकारी गरि गमभीरता स भारत स औदोपगक मजदरो को सगपठत करन म लग हए ह इन सगठनो न जोश-खरोश क साथ मई पदवस मनाा कई जगहो िर मई पदवस आोजनो क पलए लमबी मपहम रलाकर वािक मजदर आबादी को मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन की कोपशश की गी दपना क अन दशो की तरह भारत क मजदरो को भी मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन क पलए बहत कछ पका जाना जररी हर मई पदवस को रसम अदागी म बदल दन अथणवादी मागो-मसलो स जोड कर इस पदन क कापनतकारी महतव को घटान आपद की सापजश स पनिटन क पलए कापनतकारी कमपनसटो काम करना होगा हर साल मई पदन िर पवश मजदर वगण क एक अचछ-खास पहसस दारा पदपशणत जोश-खरोश हम अथाह पररा दता हर ऊजाणवान करता हर मजदर वगण क रोशन भपवष म हमारा पवशास और िकका करता हर

mdash लखदविर

अनतरराटिटीय मजदर ददवस पर तवशवभर म गजी मजदर मककत की आवाज

मजदर तबगल मई 2016 7

(पज 10 पर जारी)

अपरल क शरआती हफत म िनामा ििसण क नाम स जारी हए दसतावजो न इस सम िरी वरपशक राजनीपत म एक तरह का भकि सा ला खडा पका हर फजमी किपना बनाकर िर पवश क िन-कबर पकस तरीक स अिनी कमाई को टरकसो स बरात ह ही इजहार हआ हर िनामा की एक किनी मोसाक िोसका क बार म हए खलास स खलास इपतहास क इस तरह क सबस बड खलास बताए जा रह ह कोपक कल दसतावजो की पगनती 115 करोड स भी ज़ादा हर इन खलासो स इस िरी िजीवादी ववसथा की सडन नजर आती हर कोपक इन खलासो म कोई एक-आि दजणन वपकतो मात क नाम नही हर बपलक िर पवश म िर ल इस फजमी कारोबार की कपडा िजीिपतो राजनताो पफलमी कलाकारो पखलापडो आपद स जडी ह

इगलरणड आइसलड बाजील रस रीन भारत िापकसतान मध-िवण आपद सभ दशो क िपनको क नाम इस सरी म दजण ह अपमताभ बचरन स ल कर डपवड कर मरन तक िटबाल पखलाडी पलओनल मरसी स लकर अदाकार जरकी ररन रसी राषटिपत िपतन स लकर रीनी िाटमी क मबरो क नाम सबक सब इन खलासो क जररए नग हए ह इन खलासो क सामन आन क बाद कई दशो म लोग इन राजनताओ क पखलाि सडको िर आ ग ह आइसलड क पिानमती पसगमडर गनलाउगसन को तो जन-दबाव क रलत असतीिा दना िडा इसी तरह इगलरणड म भी डपवड कर मरन को कटघर म खडा करन क पलए लोगो का दबाव बढता जा रहा हर

रपक इस सरी म अमररका क पकसी भी पपतपनपि का नाम नही आा

और पजस तरह मीपडा रस और रीन को खास तौर स पनशाना बना रहा हर उस स इन खलासो क िीछ क राजनीपतक पहतो क बार म भी सवाल उठन शर हो ग ह बहरहाल पहत राह जो भी हो इस सरी न िजीवादी ढार की एक और पघनौनी सचराई को वािक करन म सहाता की हर

इस सम िर पवश म 90 स अपिक ऐस दश ह पजनक अनदर पवश क िरजीवी िजीिपत अिना िरसा पनवश करत ह और ह खलास कवल एक छोट स दश िनामा क ह ऐस दशो को टरकस हरवन कहा जाता हर मतलब पक इन दशो क अनदर टरकस-दर बहद कम ह इसीपलए पवश क सब बड िजीिपत पफलमी हपसता पखलाडी तसकर आपद अिनी कमाई को इन दशो म गप रि स जमा करत रहत रहत ह इस कारोबार को सरार रि स रलान क पलए कई िजमी कागजी कमिपना बनाई जाती ह पजनम ह िरसा पनवश होता हर मोसाक िोसका एक ऐसी ही किनी हर पजसका काम अन कमिपनो की िरदावार करना हर मतलब िजीिपतो क िरस को िजमी किपनो क मापिम स पनवश करवान क तरीक ईजाद करना हर इस सारी पपका को िजीवादी ना ववसथा पबलकल जाज मानती हर (उदाहरर क पलए िापकसतान क पिान मती नवाज शरीि का नाम आन क बाद उसका बराव करत हए िापकसतान क सरना मती न कहा पक सब को अपिकार हर पक वह अिनी सिपत क साथ जो मजमी कर ह िापकसतानी कानन क अनसार व अनतराषटी कानन क अनसार कोई अिराि नही हर) इस मती न िजीवादी ववसथा की कर सचराई को बड सीि-सिषट तरीक स बान कर पदा

इस िर मामल स दो बपनादी सवाल उभर कर सामन आत ह िहला ह पक आपथणक सकट क इस दौर म पवकपसत दशो की सरकार खरण घटान की नीपतो को लाग कर रही ह सवासथ सपविाओ िर खराण लगातार कम पका जा रहा हर बचरो क पलए पाइमरी सकल खोलन स सरकार इनकार कर रही ह िशनो िर हमल पक जा रह ह लाइबररा बद की जा रही ह और सरकारी इमारतोसगरहालो को भी नीलाम पका जा रहा हर और ह सब िरस की कमी क बहान पका जा रहा हर टरकसो का बोझ आम जनता क ऊिर लादा जा रहा हर वरस तो िहल ही आमदनी क ऊिर लगन वाल टरकस स सरकार की आ बहत कम होती हर ऊिर स ह िनी िजीिपत इसी टरकस को बरान क पलए अिनी िजी इन टरकस हरवन म पनवश करत ह एक तो िहल ही सरकार उनको तमाम तरह की ररात दन क पलए आम जनता क टरकस म स बडा पहससा खरण करती हर और जब इन सहलतो का इसतमाल करक ह िजीिपत बड मनाि कमात ह तो उसम स टरकस दना भी गवारा नही समझत

टरकस जपसटस नटवकण क एक अधन क मतापबक इस सम पवश-भर की कल सिपत का 813 पहससा इन टरकस हरवनस म लगा हआ हर जो तकरीबन 30 खरब डालर बनता हर और इस आकड म भी लगातार इजािा होता जा रहा हर पद इस आकड को सनदभषो म रखकर दख तो बहतर समझ आगा -

यदि पर दवशव म स गरीबी को खतम करना हो तो 20 साल तक क दलए सालाना तकरीबन 175 अरब ालर की जररत पडगी इस तरह कल खचाव (लगभग 3500 अरब

ालर) टकस हवस म पडी सपदत का तकरीबन नौवा दहसा ( 1 खरब = 1000 अरब) ही बनता ह

यदि दवशव म स भखमरी को खतम करना ह तो हर साल तकरीबन 30 अरब ालर की जररत ह मतलब इन हवस म लगी रकम का 1000 वा दहसा

दवशव की 40 आबािी क पास पीन वाल साफ पानी की भी सदवधा नही ह दवशव क सभी लोगो को साफ पानी महया करवान का खचाव 10 अरब ालर सालाना ह मतलब टकस हवस म लगी रकम का 3000वा दहसा

लपकन सभी पसिण आकड ह पजनक साकार होन की गजाइश इस िजीवादी ढार क भीतर नही हर कोपक सवासथ सपविाओ को मनाि िर बरकर लोगो को बीमार रखकर ही तो ह मनाि िर पटका पबि रल रहा हर इस पलए शासक वगण खद कभी ह सार खरज करगा इसकी कोई सभावना नही कोपक ऐसा होन स िर िजीवादी ढार की बपनाद पहल जागी

दसरा सवाल जो इस िर मामल म स उभरा हर वह हर इस समसा क समािान का कई लोगो का मानना हर पक अमीरो क ऊिर टरकस दरो को बढाकर और सखती क साथ वसलन का पनम बनाकर इस समसा को सलझाा जा सकता हर लपकन आज क वरशीकरर क इस सकटगरसत दौर क अनदर ऐसी कलिना करना भी बकार हर अमली तौर िर ऐसी पकसी ोजना की अववापहररकता हमार सामन फास की पमसाल क रि म मौजद हर फ़ास क राषटिपत फासवा ओलानद न 2012 क अिन रनाव परार क दौरान ह वादा पका था पक वह रन जान िर उन

िजीिपतो क ऊिर 75 टरकस लाग करवागा पजनकी आमदनी 10 लाख रो सालाना स अपिक हर िजीिपतो की ओर स ह कहकर दबाव बनाा गा पक ऐसा होन की सरत म वह फास म अिन वािार को बद करक अिनी िजी दसर दशो म ल जा ग इस दबाव क रलत िहल तो ओलानद इस दर को 50 िर ल आा और अतत इस िरी ोजना को ही ठनड बसत म डाल पदा

इसका मतलब ह हरपगज नही पक अमीरो क ऊिर अपिक टरकसो की माग नही उठाी जानी रापहए ऐसी माग पबलकल उठानी रापहए लपकन साथ ही साथ िजीवादी ढार क भीतर इसकी सीमा को भी समझना रापहए इसी तरीक स ही ह ढारा लोगो क बीर स अिनी साथणकता खो दगा रपक मौजदा सम म बड सतर िर कोई सचरी कपनतकारी िाटमी मौजद नही हर जो इस मद की अगवाई कर सक इसीपलए इन खलासो क बाद कछ खास नही बदलगा पजनक नाम इस सरी म आ ह उनम स एक-दो को छोडकर (और शाद वह भी नही) पकसी का बाल भी बाका ना होगा और टरकस स बरन का ह कारोबार िहल की तरह रलता रहगा ना कवल िनामा म ही बपलक सभी जगहो िर लपकन इतना त हर पक आज क सम म ह िजीवादी ढारा पजतना सकटगरसत हर ह लगातार ऐस मौक दता जा रहा हर पजनका इसतमाल इस को इसक अजाम तक िहरान क पलए पका जा सकता हर आज जररत हर ऐसी कापनतकारी ताकतो की जो ऐस मौको को सम रहत सभाल सक और लोगो क बीर इस गल-सड ढार को और नगा कर सक

mdash मानव

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण

समथणको शभपरनतको को दमन का पशकार बनान क पलए आिार का हर तरह स इसतमाल पका जाएगा

सरकारी तत म असर-रसख क पबना इणटनट िर उिलबि आिार कनदी डाटाबस िर िडी जानकारी को भद िाना दशो-पवदशो क हरकरो क पलए कौन सी मपकल बात हर सरकार राह इस जानकारी क सरपकत होन की पकतनी भी बात करती रह लपकन ह असरपकत हर अनको मापहर वपकत इस बात की िपषट कर रक ह इस समबनिी अनको लख छि रक ह भारत सरकार की इस िररोजना का एक गप दसतावज गप दसतावजो को लीक करन वाली वबसाइट पवकीलीकस क जररए लीक हो रका हर ह दसतावज मानता हर पक आिार जानकारी लीक होन और इसम छडछड होन की समभावनाए ह लोगो की पनजी जानकारी की सरका पनजी गपता क जनवादी अपिकार की गारणटी करना लोगो की सरका की गारणटी करना जनपवरोिी सरकार का लक हर भी नही वासतपवक मकसद

जनता की पजनदगी म दखल दना हर लोगो की जाससी करना हर जनता की सता पवरोिी सरकार पवरोिी लट-खसट-अना पवरोिी हर सपकता को दबान की बपहसाब ताकत हापसल करना हर

जहा तक लोगो को आिार काडण क जररए सरकारी सहलत-सपबसपडा आपद िाद िहरान का सवाल हर ह सरासर बकवास हर मौजदा उदारीकरर-पनजीकरर क दौर म सरकार लोगो क सवासथ पशका िररवहन िानी पबजली साफ-सिाई आपद बपनादी जररतो स जडी सरकारी सहलतो-सपबसपडो का बड सतर िर खातमा कर रकी हर और कर रही हर ऐस सम म लोगो को सहलत िहरान की बात करना हासासिद बात हर आिार काडण क जररए तो कम स कम 15 करोड लोग तो अिनी िहरान ही सापबत नही कर िा ग कपष पनमाणर और हाथो स कठोर काम करन वाल लोगो की उगपलो क पनशान कािी पघस जात ह मदधम िड जात ह पजनह ससर उठा नही िा ग ससरो िर उगपलो क

कम-ज़ादा दबाव उगपला रख जान की पदशा जररत स अपिक सखी ा परकनाहट वाली रमडी आपद भी पनशान पमला जान म गमभीर पदककत ह इन पदककतो क बार म आिार अथाररटी क दसतावजो म भी माना गा हर आखो की ितपलो का सकर न अिो मोपता पबनद स गरसत आखो म पनशान वाल आपद लोगो िर नही पका जा सकता और ससरो और सकर नरो को िोखा पदा जा सकता हर अमररका पबटन आसटपला रीन कनाडा जमणनी जरस दशो न ऐस पोजकट लाग करनी की असिल कोपशश क बाद इस अवावहाररक नाजाज व खतरनाक माना हर लपकन भारत क हकमरान पिर भी इस लाग कर रह ह

सरकारी सपविाओ का िादा लोगो तक न िहरन का कारर ह नही हर पक लोग अिनी िहरान पसदध नही कर िात इसका कारर ह हर पक समाज क मटी भर लोग समाज क समाज क सोत-ससािनो िर पनतर रख रह ह ह मटीभर तबका सार िाद ल जाता हर सरकारी सहपलतो का मख रि

स काननी-गररकाननी ढग स ही तबका िादा ल रहा हर उदाहरर क तौर िर गरीबी रखा स नीर वाल िररवार िकक राशन काडण होन क बावजद भी अनाज का िरा कोटा हापसल कर िान म अकम होत ह कोपक राशन पडिो क इजाजण उनकी लट करत ह वह गरीबो को मजबर करत ह पक व अिन कोट स कम ल (पलखवा ज़ादा) दपलत छातो को लग वजीि उनह इसपलए हापसल नही होत पक व अिन दपलत होन का सबत नही द िात बपलक सकलो-कालजो का पशासन अनको ढगो स उनका वजीिा मार जाता हर लोगो को सहपलत िहरान क पलए आिार काडण की जरा भी जररत नही हर ऐसा िहल स मौजद पमारितो क जररए भी पका जा सकता हर बशतण पक ऐसा करन क पलए एक जनिकिर आपथणक-राजनीपतक ढारा मौजद हो

भारत क जनपवरोिी हकमरानो न जनता क जनवादी अपिकारो-आजादी क पखलाफ एक जग छडी हई हर जनता क पखलाफ इस जग म हकमरान तरह-तरह क हथकणड अिना

रह ह िहल स बन दमनकारी काननो का इसतमाल बढ रका हर न-न दमनकारी काल कानन-पनम जारी पक जा रह ह दमन क औजारो क भणडार म आिार को भी शापमल पका गा हर मौजदा िासीवादी उभार क सम म जब राजसता की पहमात पाप पहनदतववादी अिराषटवाद व सामपदापकता का बोलबाला हर जब जनता क पवरारो की अपभवपकत की आजादी अपिकारो क पलए सगपठत होन व सघषण करन क सपविापनक-जनवादी अपिकारो िर राजसता दारा जोरदार हमल हो रह ह ऐस िासीवादी उभार क सम म दश क िजीवादी हकमरानो क हाथ म आिार जरसा दमन का औजार आना एक बहद परताजनक बात हर जनता को हकमरानो क इस हमल स िररपरत कराना इसक पखलाफ जगाना सगपठत करना बहत जररी हर

mdash रणबीर

आिार ndash जनता क दमन का औजार(पज 5 स आग)

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

mdash osrk dkSy

कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 4: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

4 मजदर तबगल मई 2016

लपिाना क एक कारखान म 13 अपरल 2016 को गजदर महतो (उमर 32 साल) एक िावर पस मशीन रला रहा था कारखाना मापलक न उसी दसरी िावर पस मशीन िर काम करन को कहा गजद न दखा पक उस मशीन क ससर खराब ह कलर भी ढीला हर हादसा होन क डर स उसन दसरी मशीन रलान स इनकार कर पदा मापलक न उस काम स पनकाल दन की िमकी दी उसकी आपथणक हालत कछ ज़ादा ही खराब रल रही थी अभी कछ पदन िहल ही उसकी ितनी क कान का आिरशन हआ हर तीन बचर भी ह इस हालत म वह काम छोडन की पहममत नही जटा सका और दसरी मशीन रलान लगा कछ ही सम बीता था पक एक भानक हादसा हो गा उसका दाा हाथ अभी पस क बीर म ही था पक ढीला कलर दब गा अगठ क साथ वाली एक उगली कट गी मापलक उस उठाकर एक पनजी असिताल ल गा मापलक न कहा पक वह िपलस क िास न जाए िरा इलाज करवान हमशा क पलए काम िर रखन मआवजा दन आपद का भरोसा पदा गजदर मापलक की बातो म आ गा िनदह पदन भी नही बीत थ पक उस काम स पनकाल पदा गा मापलक न इलाज करवाना बनद कर पदा और अन पकसी भी पकार की आपथणक मदद करन करन स भी साि

पावर परस मजदर की उगली कटी माललक बोला मजदर न जानबझ कर कटवाई ह

मकर गाह हादसा सिषट तौर िर कारखाना

मापलक की मनाि की हवस और आिरापिक लािरवाही का नतीजा हर लपकन बशममी की हद दखो मापलक कह रहा हर पक गजदर न जानबझ कर अिनी हाथ मशीन म पदा हर

कारखान म लगभग 15 मजदर काम करत ह लपकन पकसी भी मजदर को ना तो िहरान ित पमला हर न ईएसआई और न ही िीएि की सपविा पमली हर कारखान का नाम पकसी भी मजदर को नही िता हर बस मापलक का नाम िता हर ndash बीडबल शमाण लपिाना क शरिर इलाक म शहीद भगतपसह नगर की

तीन नमबर गली म पसथत इस कारखान क गट िर कोई बोडण नही लगाा गा (लपिाना म बडी पगनती कारखानो की ही हालत हर) न ही कारखान क मजदर एकजट ह और न ही इलाक म मजदरो की पनन बनी हर नतीजा ह हर पक अन कारखाना मापलको की तरह ह मापलक भी मजदरो को जमकर लटन क पलए िरी तरह आजाद हर ऐस ही हालात ज़ादातर िर कटररो म ह कोपक मापलक को मजदर की सरका िर एक रिा भी खरण करना िालत खरण लगता हर दसर एक मजदर को पनकालो

तो िार काम करन को तरार पमल जात ह

गजदर न 30 अपरल को कारखाना मजदर पनन क साथ समिकण पका िपलस क िास पशकात दजण करवाी गी हर शरम पवभाग म भी पशकात की जाएगी उस इलाक म मजदरो की एकजटता ना होन क रलत पसिण काननी मदद ही की जा सकती हर वासतपवक हल तो मजदरो की एकता स ही हो सकता हर अगर इलाक क मजदरो की एकजटता होती तो मापलक इस ढग स अिनी मनमजमी नही सक सकता था

mdash दबगल सवाििाता

राहल साकतान क जनम पदवस 9 अपरल स समपत पदवस 14 अपरल तक उतर-िपचिमी पदलली की जागरक नागररक मर और नौजवान भारत सभा दारा lsquoभागो नही दपना को बदलोrsquo जन अपभान की शरआत की गी िार पदवसी इस जन अपभान म जगह-जगह िोसटर पदशणनी लगाी गी और िराण पवतरर पका गा

राहल साकतान न िर समाज म िापमणक रपढ ो और िाखणडो क पखलाफ लडाई लडी और आम महनतकश जनता को जागरक पका आज भी समाज को िमण और समपदा क आिार िर बाटन वाली शपकता राहल साकतान क पवरारो स डरती ह िहल ही पदन सबह िाकण म िोसटर पदशणनी लगात सम सपघो न इसका पवरोि करना शर पका लपकन आम जनता क समथणन की वजह स व कछ करन की पहममत नही कर सक

िापमणक िाखणडो और सामपदापक

िापससटो की कलई खोलन वाल िोसटर दखकर सघी िहल पदन की तरह दसर पदन भी िोसटर दखकर भडक ग और िोसटर िाडन और पदशणनी हटान की कोपशश करन लग उनहोन lsquoदश भपकत और दशदोहrsquo का राग अलािना शर पका लपकन जनता क समथणन म खड होन की वजह स व कछ कर नही सक

पदशणनी अपभान क दौरान आरएसएस क lsquolsquoदशपमीrsquorsquo राहल साकतान और रािामोहन गोकल जी पमरनद और भगतपसह को पवदशी बतान लग इस िर लोगो न ही सवाल कर पदा पक लखक पवदशी कर स ह तो उनहोन माओवादी नकसली होन का आरोि लगात हए हगामा शर पका

और कहा पक इनको पवदशो स िरसा आता हर लपकन इस िर भी जब इनकी दाल नही गली और लोगो को अिन पवरोि म दखा तो व वहा स पनकल पल

िापमणक कटरता जापतभद की ससकपत और हर तरह की पदमागी गलामी क पख लाफ राहल क आहान िर अमल हमार समाज की आज की सबस बडी जररत हर िजी की जो रौतरफा जकडबनदी आज हमारा दम घोट रही हर उस तोडन क पलए जररी हर पक तमाम िरशान-बदहाल महनतकश आम लोग एकजट हो और ह तभी हो सकता हर जब व िापमणक रपढो

और जात-िात क भदभाव स अिन को मकत कर ल

राहल साकतान की िरमिरा पगपत और सामापजक-सासकपतक कापनत क अपवरल पवाह की िरमिरा हर राहल उन करसीतोड समाज परनतको म स नही थ जो कवल पकताब

और ित-िपतकाए िढकर समाज िररवतणन क खाली पसदधानत पसतत कर दत ह बपलक व एक दाशणपनक पवरारक इपतहासकार िराततववता सापहतकार भाषाशासतरी और वरजापनक भौपतकवाद क परारक होन क साथ ही लोकपप जन-नता भी थ जो जनता क सघषषो स लगातार जड रह

lsquoभागो नही िदनया को बिलोrsquo राहल क जीवन का सतवाक था व हर तरह की पशपथलता गपतरोि किमणडकता अनिपवशास तकण हीनता थापसथपतवाद िनरतथानवाद और अतीतोनमखता क पखलाफ पनरनतर सघषण करत रह

राहल साकतान न कहा था - lsquolsquoजगत की गदत क साथ हम भी सरपट िौडना चादहए दकत धमव हम खीचकर पीछ रखना चाहत ह कया हमार दपछडपन स ससार चकर हमारी परतीकषा क दलए खडा हो जायगा सामादजक दवरमता क नाश दनकममी और अनपदकषत सतान क दनरोध आदथवक समयाओ क नय हल सभी बातो म तो यह मजहब पराणपरण स हमारा दवरोध करत ह हमारी समयाओ को और अदधक उलझाना और परगदत-दवरोदधयो का साथ िना ही एकमातर इनका कतववय रह गया हrsquorsquo

राहल साकतायन क जनम ददवस (9 अपरल) स सतत ददवस (14 अपरल) तक

lsquoभागो नही दतनया को बदलोrsquo जन अजभयान

हौजरी तक सीपमत नही ह लपिाना ही नही बपलक दश क तमाम कारखानो म हालात बन रक ह कही कारखानो की इमारत पगर रही ह कही खसताहाल बवालर व डाईग मशीन िट रही ह और कही कारखानो म आग लगन स मजदर पजनदा झलस रह ह और सोरन वाली बात हर पक कही भी मापलक नही मरता हमशा गरीब मजदर मरत ह रलत कारखानो को बाहर स ताल लगा पद जात ह (खासकर रात म) अनदर मजदर मरन-कटन क पलए छोड पदए जात ह

हादस होन िर सरकार िपलस पशासन शरम अपिकाररो की मदद स मामल रिा-दिा कर पदए जात ह बहत सार मामलो म तो मापलक हादस का पशकार मजदरो को िहरानन स ही इनकार कर दत ह मजदरो को न तो कोई िहरान ित पदा जाता हर और न ही िकका हापजरी काडण पदा जाता हर इन हालात म मापलको क पलए मामला रिा-दिा करना आसान हो जाता हर

mdash दबगल सवाििाता

तीन मजिरो की भयानक मौत को पदलस न अपनी जब भरन क दलए इतमाल दकया मामला रफा-िफा करन की कोदशश हई जब यदनयन क नतकतव म मजिर इककठा होन शर हए तो मजिरो पर लाठीचाजव दकया गया लदकन मजिरो न अपना परिशवन जारी रखा बाि म टकसटाइल-हौजरी कामगार यदनयन कारखाना मजिर यदनयन दबगल मजिर िता व नौजवान भारत सभा दारा कारखानो म सरकषा क सवाल पर जारी एक पचाव महरबान व अय इलाको म बाटा गया और मजिरो की नककड सभाए व मीदटग की गयी

मनाफ की खाततर मजदरो की हताए आख़खर कब रक गी

(पज 3 स आग)

(पज 7 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 5

िहली मई 1886 क ऐपतहापसक पदन ह माकज ट पशकागो अमररका म मजदर बड िरमान िर उठ खड हए थ िजीिपत मापलको स अिन हक की लडाई लडन क पलए हक और इसाि की माग करत इन मजदरो िर मापलको की पिठ िपलस न पनदण तािरण हमला कर बहत सार मजदरो की हता कर दी थी उस पदन बह मजदरो क इस खन स ही रगकर दपना क मजदरो क झड का रग लाल हआ इसन मजदर वगण को पसखाा पक िजीवादी ववसथा का जनतत मापलक बजणआ वगण का जनतत हर महनतकशो का नही ndash उनक पल तो वह अपिनाकवाद हर जो मापलको दारा मजदर वगण की लट क तत की पहिाजत करता हर

दपना भर क मजदरो न लाल झड क साथ मई पदवस को मनाना शर पका पशकागो क उनही बपलदानी मजदरो को शरदधाजपल दन और ह शिथ लन क पल पक ह लडाई िजीवाद को उखाड ि कन व शोषर मकत समाज काम करन की पजममदारी िर होन तक जारी रखी जागी इस lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo नाम पदा गा ह बतान क पल पक दपना भर क मजदर एक दसर क बि-बािव ह और उनका साझा द मन हर दपना का िजीिपत वगण जो उनकी लडाई को कमजोर करन क पल उनह राषट कत भाषा मजहब आपद क नाम िर बाट कर आिस म पभडा रखना राहता हर

दपना क मजदरो को सरमादारो की सता व शोषर को खतम करन क सघषण की पररा दन वाला ह मई पदवस िजीिपत वगण व उसक िररोकारो को

आरएसएस और बीएमएस क मई ददवस तवरोि क असली कारणकर स िसद आ सकता हर ह तो उनक पदलो म भ और किकिी िरदा करन का सदश दन वाला पदन हर इसपल सवाभापवक ही हर पक व मई पदवस को बदनाम कर इसक सदश को भलान-भरमान की कोपशश कर और मजदर वगण को इसक बार म बरगला

ही काम आज भारत क िजीिपत वगण की सबस पवशसत िाटमी और उसकी राबी अिन हाथ म रखन वाला राषटी सवसवक सघ (आरएसएस) करना राहता हर इनको अचछी तरह मालम हर पक पसिण दमन क बल िर मजदर वगण क सघषण को रोकादबाा नही जा सकता पजस पदन मजदर वगण अिनी कापनतकारी िाटमी क नततव म सरत और सगपठत हो जागा वह सार दमन-उतिीडन क बावजद इस िजीवादी ववसथा को उखाड ि कगा उसको रोकन का एक ही तरीका हर उसकी वगमी रतना-समझ को भोथरा और कनद करना इसक पल ही िजीिपत वगण क भाड क टट भड की खाल िहन भपड की तरह मजदरो की टड पनन बनात ह उनह पसिण कछ आपथणक व अन छोटी-मोटी सपविाओ की लडाई तक सीपमत करत ह और मजदरो को मापलको का अहसानमद भकत बनन की पशका दत ह

आरएसएस का टड पनन सगठन भारती मजदर सघ (बीएमएस) इसीपलए मजदरो क मई पदवस मनान क पवरोि म हर इसक सपरव क अखबारो म पकापशत वकतव क अनसार 1 मई 1886 को पशकागो क ह माकज ट म हए lsquoरकतिात व पहसाrsquo की वजह स व मई पदवस को नही मानत lsquoहम ऐसी ददणनाक घटनाओ का समरर नही करत

ह सजनातमक पवरार नही हर ह मजदरो म निरत भडकाता हरlsquo मतलब साि हर पक छदम मजदर पहतरषी इस बात को मजदरो की ाददात स ही पमटा दना राहत ह पक पकस पकार अिन वापजब हक की आवाज उठात मजदरो की हता की गी थी कर स उनक नताओ को झठ-िजमी मकदमो म िसाकर िासी-उमरकर द की सजा दी गी थी उनकी बात पबलकल सही भी हर ndash िजीिपत वगण का रररत उस जोक का हर जो मजदर वगण का खन रसकर मोटी होती जा रही हर उस जोक को अगर खन रसन स रोक पदा जा तो पनपचित ही उसक पल वह बहत ददणनाक होगा इसी तरह मजदर वगण का अिन हक क पल उठ खड होन की घटना भी िजीिपत वगण क पल एक lsquoददणनाक घटनाrsquo थी उसको ाद करन स उनको अिन लटटत क खतम होन का दःसवपन पदखाई दता हर और इस डर व स थरथरान लगत ह ndash पनपचित ही ऐसी पकसी ददणनाक घटना को व ाद नही करना राहत लपकन का मजदर वगण की राहत भी वही हर जो मापलको की पनपचित ही नही ndash मजदर वगण की राहत हर शोषर की ववसथा की समापप इसपल कोई भी सगठन जो मजदर वगण का पहतरषी हर वह कर स मई पदवस क पखलाि हो सकता हर सवभापवक ही हर पक इस अतारार का पपतकार करन की रतना अगर मजदर वगण म िरदा होगी तो वह मापलको को निरत ही पदखाई दगी लपकन मजदर वगण का असली सगठन कभी भी इस रतना को दबान क बजा इस और तीवर ही करना राहगा

बीएमएस क सपरव का आग

कहना हर ndash lsquoमई पदवस भारती मानस का अग नही हर इसपल बीएमएस इस नही मानता ह मजदरो को अचछा सदश नही दता इसपल हम इसक बजा पवशकमाण जती क पदन भारती शरपमक पदवस मनात हlsquo मई पदवस दारा अिन वापजब हक क पल लडन क सदश को lsquoअचछा नहीrsquo कहन वाला सगठन आपखर पवशकमाण जती स मजदरो को का सदश दना राहता हर मजदरो को बतात ह पक मापलक लोग अिनी महनत व पपतभा स उदोग लगात ह उसस मजदरो को रोजगार पमलता हर उनक िररवारो की रोजी-रोटी रलती हर इसपल मजदरो को उनका अहसानमद होना रापह पजन मशीनो-औजारो िर काम करक उनकी रोजी-रोटी रलती हर उनकी िजा करनी रापह उनकी सिाई-दखभाल करनी रापह और ज़ादा स ज़ादा काम करन की शिथ लनी रापह पजसस उतिादकता बढ लपकन वह मजदरो को ह नही बतात पक मापलक का मनािा मजदर क शरम स उतिाद की वसत क मल म होन वाल इजाि स ही आता हर ndash तो मजदर पजतना ज़ादा शरम करग मापलको उनकी महनत क मल को उतना ही ज़ादा अिनी जब म डालकर और भी समिपतशाली होत जा ग और इसस मजदरो को कछ हापसल नही होगा मजदरो का नाम लन वाला लपकन अनदर स मापलको क पहतो का िोषर करन वाला कोई सगठन ही मजदरो को ऐसा सदश दन को अचछा बता सकता हर

इनका और भी कहना हर पक lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo lsquoभारती ससकपतrsquo स पवलग हर और lsquoसासकपतक

राषटवादrsquo क पविरीत हर इनक अनसार मजदर पदवस वामिपथो की lsquoसामापजक पवदषrsquo िर लान की पवपत का अग हर इनको अचछी तरह मालम हर पक मजदर वगण की दश और दपना क िरमान िर एकता उसक सघषण का बडा हपथार हर इसपल हमशा मजदरो को िमण मजहब भाषा इलाका जापत आपद क नाम िर बाट कर आिस म लडाना राहत ह तापक एक कत ा दश क मजदरो क सघषण म बाकी मजदर उनकी मदद करना तो दर बपलक इनक इशार िर उनको अिना द मन मानकर उनिर दमन करन म मापलको की पहमात और मदद कर इसीपल मजदर वगण क सगठन म राषट और ससकपत को सवाल खडा करत ह लपकन मजदरो को िछना होगा पक कौन सी ससकपत जो मापलको क शोषर को जााज ठहराती हर ा मजदर वगण को अिन शोषर क पखलाि उठ खड होन की पररा दती हर

महनतकश तबक को आज यह पकका समझ लना चादहय दक इस परकार क मजिर वगव दहत दवरोधी दवचार फलान वाल सगठन असल म मजिर वगव को धोखा िकर मादलको क दहत साधन वाल सगठन ह मजिरो को भरदमत व बरगलान वाल इन ट यदनयनो को पहचानकर उनका भाफो करन और उह मजिरो क बीच स भगा िन की सखत जररत ह

mdash मकश तयागी

बीती 11 मारण को लोकसभा म आिार काननndash2006 िाररत कर पदा गा हर इसस समबपनित पबल मोदी सरकार दारा िन समबनिी पबल क रि म िश पका गा था इसपलए इस राजसभा म िाररत करवान की जररत नही िडगी लोकसभा म मोदी सरकार क िास बहतमत हर लपकन राजसभा म नही हर राजसभा म इस कानन को िाररत करवा िाना मोदी सरकार क पलए बहत मपकल था इस पलए इस िन समबनिी कानन क रि म िश करना बहतर समझा आिार कानन क तहत वतन भगतान बढािा िशन सकल दापखला टन बपकग पववाह िजीकरर डाईपवग लाईसस पसम काडण खरीदन साईबर कर ि इसतमाल करन आपद क पलए आिार काडण लापजमी कर पदा गा हर आिार काडण इसतमाल करन की इतनी सारी मजबररो क बाद आिार काडण बनवाना मजबरी बन जाता हर

1 अकटबर 2013 को आिार काडण समबनिी िररोजना शर की गी थी उस सम कहा गा था पक आिार काडण बनवाना पकसी क पलए आवक नही हर कोई बनवा राह

न बनवा सरकार की शर स ही ह कोपशश रही हर पक भारत वापसो क पलए ह काडण बनवाना मजबरी बन जाए इसपलए रसोई गरस बक खाता आपद पवपभनन सवाओ क पलए इस आवक बनान की कोपशश की गी सपीम कोटण न इस समबनि म एक िर सला पका था पक पकसी भी सवा क पलए आिार काडण आवक तौर िर नही मागा जाना रापहए इसक बाद अब सरकार ह आिार कानन ल आी हर हालापक सरकार आिार को एक जनिकिर िररोजना क रि म पराररत कर रही हर लपकन वासतव म आिार राजसता क हाथ म दमन क एक बहद खतरनाक औजार क पसवा और कछ नही हर आिार काडण क जररए पवपभनन सपविाए -आपथणक लाभ-सपबसपडा जनता तक िहरान की बात तो पसिण एक बहाना ह जनता क पनजी गपता क अपिकार का हनन इस तरह जनता क अन जनवादी अपिकारो को करलना ही वासतपवक पनशाना हर

बहत सार लोगो को हमारी उिरोकत बात बहत हररानी वाली लगगी लपकन हमार दारा ह बात कह जान क िखता

कारर ह जब स दश म आिार काडण लाग पका गा हर तब स ही अनको लोग आिार काडण िर पशन परहन लगा रह ह कागरस क नततव वाली गठबनिन सरकार दारा इस लाग पका गा और इसन भी इस लोगो िर जबरदसती थोिन की कोपशश की थी लपकन अब जब भाजिा क नततव वाली गठबनिन सरकार न इस बार म कानन बनाा हर तो कागरस इसकी सहोगी व अन िापटणा आिार कानन क कछ िको की आलोजना कर रही ह और जररी सशोिनो की जररत िर जोर द रही ह वोट पसासत म रनावी िापटणो को सहमती होत हए भी असहमती क डराम करन िडत ह बहत सार लोग आिार काडण समबनिी लोगो की पनजी गपता की सरका की गारणटी करन क पलए जररी काननी पाविानो की बात कह रह ह लपकन हमारा मानना हर पक समरी आिार िररोजना को ही खतम पका जाना रापहए

आिार काडण क पलए भारत वापसो क नाम ित तसवीर सपहत हाथो की उगपलो की पनशान और आखो की ितपलो क सकर न आपद पनजी जानकारी जटाई जाती हर इस

जानकारी को भारत की आिार अथाररटी क कनदी डाटाबस म इकटा पका जा रहा हर जनगरना क तहत जटाई कई वपकतगत जानकारी भी इस आिार खात क साथ जोडी जा रही हर िर दश म पवपभनन सवाओ को इस कनदी डाटाबस क साथ इणटरनट क जररए जोडा जा रहा हर काननन इस जानकारी को कोई भी अिसर ा अन कोई वपकत सावणजपनक नही कर सकता लपकन अदालत जररत िडन क आिार िर उिलबि जानकारी मगवा सकत ह जवाइणट सकटी सतर का अपिकारी राषटी सरका का कारर बतात हए पकसी वपकत की जानकारी सावणजपनक करन की आजा द सकता हर

इस तरह आिार क जररए कम स कम इतना तो िकका कर पदा गा हर पक सरकारी तत क िास आिार काडणिारक समबनिी िरी जानकारी उिलबि होगी पवपभनन सवाए हापसल क पलए पलए लोगो को आिार काडण इसतमाल करना िडगा कौन कहा आ-जा रहा हर बक खात क जररए का लन-दन कर रहा हर पकस स िोन िर बात कर रहा हर आपद अनको पनजी गपता वाली जानकाररा

अब सरकारी तत क िास हर वकत उिलबि रहगी मसला पसिण आिार स जडी वपकतगत जानकारी सावणजपनक पक जान का नही हर बपलक सबस बडी बात हर पक जनपवरोिी सरकारी तत आिकी पजनदगी क बड दार म ताक-झाक कर सकता हर दखल द सकता हर आिकी पजनदगी को बरी तरह पभापवत कर सकता हर कर सकता हर नही बपलक ह कहना ज़ादा ठीक रहगा पक करगा ही करगा मती सासद पविाक व राजनीपतक िहर वाल तमाम वपकत िपलस-िौज अदालत समाज का राजनीपतक-आपिणक असर-रसख वाला सारा तबका आिार क जररए काननी-गररकाननी ढग स हापसल जानकारी क जररए सािारर जनता को बड सतर िर तग-िरशान करगा जलम-दमन का पशकार बनागा पवपभनन जगह िर पबखरी जानकारी को इस मकसद क पलए जटाना अिकाकत मपकल हर लपकन अब सारी जानकारी एक जगह पमल जागी राजनीपतक पवरोपिो को दबान क पलए खासकर कापनतकारी-जनवादी आनदोलन क साथ जड नताओ का णकताणओ

आिार ndash जनता क दमन का औजार

6 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस क शहीद अलबटण िासणनस न िासी क तखत स रीखकर िजीिपत वगण क रतावनी दी थी - lsquolsquoअगर तम सोरत हो पक हम िासी िर लटकाकर तम मजदर आनदोलन कोhellipगरीबी और बदहाली म कमरतोड महनत करनवाल लाखो लोगो क आनदोलन को करल डालोग अगर तमहारी ही रा हर ndash तो खशी स हम िासी द दो लपकन ाद रखोhellipआज तम एक परगारी को करल रह हो लपकन हा-वहा तमहार िीछ तमहार सामन हर ओर लिट भडक उठगी ह जगल की आग हर तम इस कभी भी बझा नही िाओगhelliprsquorsquo मजदरो क उस महान नता न पबलकल सर कहा था मजदर शहीदो की कबाणपना पवश मजदर वगण को अथाह पररा व ऊजाण दती आी ह

भल ही हर वषण िहली मई को मनाए जान वाल अनतरराषटी मजदर पदवस की महान पवरासत िर िल-राख की मोटी रादर डालन की रग-पबरगी िजीवादी ताकतो न हर समभव कोपशश की हर लपकन मई पदवस आज भी मजदर वगण क पलए अथाह पररा का सोत हर इस पदन को महज एक अनषान म बदल दन की कोपशश होती रही ह इस रनावी वोट मदाररो न मजदरो की वोट हापसल करन क पलए इसतमाल पका हर इस पदन िर कछ िजीवादी नताओ को मजदरो क मसीह बनाकर िश करन की कोपशश की जाती हर मई पदवस क महतव को घटान क पलए इस पदन मरो िर घपटा सतर क गीत-नार िश पकए जात ह िजीिपतो की दलाल टड पननो न इस पदन को अिन नीर उद ो क पलए इसतमाल पका हर िजीिपत इस िर मजदरो को ह बतान की कोपशश करत ह पक ह पदन तो और महनत करक कारोबार बढान की कसम खान का पदन हर बहत सार ऐस ह जो मजदरो की सोर को िजीवादी ववसथा क पखलाफ जान स रोकन क पलए इस पदन िर का णसथल (कारखाना खत भटा आपद) सतर की आपथणक मागो स ऊिर की कोई बात नही करत अगर व सरकार क पखलाफ भी बोलत ह तो उनका मकसद मजदरो क पदमाग म अथणवादी माग पबठाना ही होता हर इन ताकतो म खद को वामिथी ऐलान करन वाल नकली लाल झणडो की भपमका कािी अहम हर मजदर वगण क िजीवाद क पखलाफ सघषण की िार को कनद करन क पलए इनस बपढा भपमका और कौन पनभा सकता हर लपकन इस सब क बावजद भी कल पमलाकर मजदरो का िजीवादी ववसथा क पखलाफ गससा बढता जा रहा हर जो हर साल मई पदवस क पवपभनन आोजनो म दखन को पमलता हर

इस वषण भी पवशभर म करोडो मजदरो न िजीवादी लट क पखलाफ जोरदार आवाज बलनद की हर आोजन राह कापनतकारी ताकतो की िहलीकदमी िर हए हो ा राह िजीिरसत नताओसगठनो की िहलकदमी िर हए हो अनतरराषटी मजदर पदवस िर मजदरो दारा पदखाा जोश ह पदखाता हर पक व मौजदा लटरी ववसथा स पकस कदर दखी ह पक व िजीिकिर नताओ क

लको स अगली कारणवाई राहत ह पक व गलामी वाली िररपसथपतो स छटकारा राहत ह अनक सथानो िर कापनतकारी व मजदर िकिर ताकतो क नततव म आोजन हए पजनक दौरान मजदर वगण की मपकत की लडाई जारी रखन िजीवादी ववसथा को जड स पमटान िजीिपत वगण क मजदर वगण और अन महनतकश लोगो क पखलाफ तीख हो रह हमलो क पखलाफ सघषण तज करन क सकलि पलए ग

इस वषण िहली मई क पदन पवशभर म मजदर कही सरकडो कही हजारो तो कही लाखो की सखा म इकठ होकर मई पदवस क पार मजदर शहीदो को लाल सलाम कह रह थ मजदर वगण क रोशन भपवष क पलए दी गइइ उनकी कबाणपनो को ाद कर रह थ कई जगह मजदरो न सरकार की िजीिपत वगण क पहत म और मजदर वगण क पखलाफ नीपतो का तीखा पवरोि दजण कराा इस दौरान िलीस क साथ तीखी झडि हइइ बडी सखा म मजदरो की पगरफताररा हइइ मजदर और िपलस वाल जखमी हए अिन जोशील पदशणनो और समागमो क जररए इस बार पिर मई पदन िर मजदर वगण न शासक िजीिपत वगण क सामन ह ऐलान पका हर पक व गलामी की जजीर हर हाल म तोड कर रहग

हा हम पवश म मई पदवस िर हई कछ गपतपवपिो की जानकारी साझा करग

मजदर वगण न फास की राजिानी िररस म अिनी िहली राजसता काम की थी जो पवश मजदर वगण क पलए पररा व पशका का सोत रही हर फास क मजदर आज भी अिनी िजीवादी

लट-अना क पखलाफ सखत लडाई लड रह ह और पवश क मजदरो का पसर गवण क साथ ऊरा कर रह ह मारण-अपरल महीनो क दौरान फास क मजदरो नौजवानो छातो न सरकार की मजदर व जनपवरोिी नीपतो खासकर शरम काननो म मजदर पवरोिी सशोिनो क पसतावो क पखलाभ जबरदसत आनदोलन लडा हर लाखो की सखा म मजदरो नौजवानो छातो न सडको िर उतरकर हकमरानो को टककर दी हर 28

अपरल को भी लाखो मजदरो न सरकार क पखलाफ पदशणन पक थ िहली मई क पलए भी बड पदशणनो का ऐलान पका गा था िहली मई को फास की सडको िर तथाकपथत वामिथी सरकार की कटर िजीवादी नीपतो क पखलाफ मजदरो-नौजवानो की बाढ सी आ गी िार लाख स अपिक लोगो न मई पदवस क पदशणनो म पहससा पला हकमरानो न ताकत क जररए मजदरो की आवाज दबानी राही लापठा बरसाई गी आस गरस क गोल ि क ग बडी सखा लोगो की पगरफताररा हइइ लपकन मजदरो-नौजवानो का जोश ठणडा नही िडा बपलक उनका लडाई लडन का अहसास और भी गहरा हो गा

दपकर कोररा म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िर हकमरानो की मजदर अपिकारो को करलन की नीपतो क पखलाफ जोरदार पदशणन पक हा भी सरकार िजीिपतो को मजदरो की छटनी करन की बडी छट दन क पलए और अन शरम अपिकार छीनन क पलए कानन ला रही हर हा भी मजदरो की िलीस क साथ सख टककर हई मजदर जखमी हए पगरफतार

पकए ग लपकन उनका लाल झणडा झका नही

रस म तजी स बढती आपथणक बदहाली का पशकार मजदर लाखो की सखा म मई पदवस िर सडको िर उतर आ मासको क लाल रौक म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िरड म भागीदारी की और िजीवादी हकमरानो को रनौती दी उनक हाथो म मजदर वगण क महान पशकको व नताओ माकसण एगलस लपनन सटापलन की तसवीर

थी व समाजवाद की िनःसथािना क पलए आवाज उठा रह थ और िजीवादी हकमरानो क पदलो म किकिी िरदा कर रह थ

तकमी म मई पदवस क पदशणनो को रोकन क पलए सरकार न अनक सखत िाबपनदो का ऐलान पका था इसताबल शहर क तकसीम रौक िर लोगो क इकट होन िर भी रोक लगाई गी थी तकसीम रौक राजनीपतक रोष पदशणनो-ररपलो क पलए अहम सथान हर मई पदवस क साथ इसका खास समबनि हर िहली मई 1977 क पदशणन को रोकन क पलए हा दपकरिथी बदकिाररो न 36 लोगो को शहीद कर पदा था इस जगह िर मई पदवस क पदशणन रोकन क पलए हर वषण की तरह इस बार भी सरकार न जोरदार ताकत झोकी थी अमररकी सामराजवादी हकमरानो न खपिा एजपसो और अन ढगो स सरकार की मदद की इसताबल शहर म लगभग 25 हजार िलीस बल तरनात पका गा हरलीकरॉपटर पदशणनकाररो की पनशानदही करन क पलए शहर क ऊिर मडरा रह थ तकसीम रौक िर मजदरो को िहरन स रोकन क पलए दमन पका

गा िपलस क एक टक न एक बजगण पदशणनकारी को टारो तल करल पदा दो सौ अपिक पदशणनकाररो को पगरफतार कर पला गा

मई पदवस की जनमभपम अमररका म भी मजदरो न अनक जगहो िर बड पदशणन पक पसएटल म कई हजार मजदरो न एकजट होकर मजदर अपिकारो क पलए आवाज उठाई व पवापसो क अपिकारो क पलए जोरदार आवाज बलनद कर रह थ पदशणनकाररो म राषटिपत िद क उममीदवार डोनालड टमि दारा पवासी मजदरो क पखलाफ भडकाई जा रही निरत क पखलाफ आकोश था पदशणन को रोकन क पलए हा भी िपलस न लाठीराजण पका आस गरस क गोल ि क पगरफताररा की उिर कनाडा म भी बड पदशणन हए और मजदरो-नौजवानो को दमन का सामना करना िडा

सार पबटन म मई पदवस िर पदशणन हए इस दौरान अन मदो क साथ-साथ रोि म िासीवादी ताकतो क पखलाफ आवाज उठाई गी ताईवान म हजारो मजदरो न काम क घणट घटान और वतन वपदध क पलए पदशणन पकए नान म सरकार दारा जनता की सहलत छीन जान क पखलाफ मजदरो न जोरदार आवाज बलनद की

भारत म भी मजदर वगण न बडी सखा म मई पदवस आोजनो म भागीदारी की मजदर शहीदो को तहपदल स ाद पका गा सरकार की मजदर पवरोिी-जन पवरोिी नीपतो क पखलाफ आवाज उठाई गी िासीवादी ताकतो दारा जनता को आिस म िमण क नाम िर बाटन और जनवादी अपिकारो क हनन क पखलाफ आवाज उठाई गी हमार दश म औदोपगक मजदर बड सतर िर असगपठत ह जो सगपठत भी ह उनम भी ज़ादा पभाव नकली लाल झणडो वाली िापटणो व अन हकमरान वगमी िापटणो क साथ जडी पननो का हर कापनत-िकिर अपिकतर िापटणागरि औदोपगक मजदरो क आनदोलन को जररी अहपमत नही दत कछ कापनतकारी गरि गमभीरता स भारत स औदोपगक मजदरो को सगपठत करन म लग हए ह इन सगठनो न जोश-खरोश क साथ मई पदवस मनाा कई जगहो िर मई पदवस आोजनो क पलए लमबी मपहम रलाकर वािक मजदर आबादी को मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन की कोपशश की गी दपना क अन दशो की तरह भारत क मजदरो को भी मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन क पलए बहत कछ पका जाना जररी हर मई पदवस को रसम अदागी म बदल दन अथणवादी मागो-मसलो स जोड कर इस पदन क कापनतकारी महतव को घटान आपद की सापजश स पनिटन क पलए कापनतकारी कमपनसटो काम करना होगा हर साल मई पदन िर पवश मजदर वगण क एक अचछ-खास पहसस दारा पदपशणत जोश-खरोश हम अथाह पररा दता हर ऊजाणवान करता हर मजदर वगण क रोशन भपवष म हमारा पवशास और िकका करता हर

mdash लखदविर

अनतरराटिटीय मजदर ददवस पर तवशवभर म गजी मजदर मककत की आवाज

मजदर तबगल मई 2016 7

(पज 10 पर जारी)

अपरल क शरआती हफत म िनामा ििसण क नाम स जारी हए दसतावजो न इस सम िरी वरपशक राजनीपत म एक तरह का भकि सा ला खडा पका हर फजमी किपना बनाकर िर पवश क िन-कबर पकस तरीक स अिनी कमाई को टरकसो स बरात ह ही इजहार हआ हर िनामा की एक किनी मोसाक िोसका क बार म हए खलास स खलास इपतहास क इस तरह क सबस बड खलास बताए जा रह ह कोपक कल दसतावजो की पगनती 115 करोड स भी ज़ादा हर इन खलासो स इस िरी िजीवादी ववसथा की सडन नजर आती हर कोपक इन खलासो म कोई एक-आि दजणन वपकतो मात क नाम नही हर बपलक िर पवश म िर ल इस फजमी कारोबार की कपडा िजीिपतो राजनताो पफलमी कलाकारो पखलापडो आपद स जडी ह

इगलरणड आइसलड बाजील रस रीन भारत िापकसतान मध-िवण आपद सभ दशो क िपनको क नाम इस सरी म दजण ह अपमताभ बचरन स ल कर डपवड कर मरन तक िटबाल पखलाडी पलओनल मरसी स लकर अदाकार जरकी ररन रसी राषटिपत िपतन स लकर रीनी िाटमी क मबरो क नाम सबक सब इन खलासो क जररए नग हए ह इन खलासो क सामन आन क बाद कई दशो म लोग इन राजनताओ क पखलाि सडको िर आ ग ह आइसलड क पिानमती पसगमडर गनलाउगसन को तो जन-दबाव क रलत असतीिा दना िडा इसी तरह इगलरणड म भी डपवड कर मरन को कटघर म खडा करन क पलए लोगो का दबाव बढता जा रहा हर

रपक इस सरी म अमररका क पकसी भी पपतपनपि का नाम नही आा

और पजस तरह मीपडा रस और रीन को खास तौर स पनशाना बना रहा हर उस स इन खलासो क िीछ क राजनीपतक पहतो क बार म भी सवाल उठन शर हो ग ह बहरहाल पहत राह जो भी हो इस सरी न िजीवादी ढार की एक और पघनौनी सचराई को वािक करन म सहाता की हर

इस सम िर पवश म 90 स अपिक ऐस दश ह पजनक अनदर पवश क िरजीवी िजीिपत अिना िरसा पनवश करत ह और ह खलास कवल एक छोट स दश िनामा क ह ऐस दशो को टरकस हरवन कहा जाता हर मतलब पक इन दशो क अनदर टरकस-दर बहद कम ह इसीपलए पवश क सब बड िजीिपत पफलमी हपसता पखलाडी तसकर आपद अिनी कमाई को इन दशो म गप रि स जमा करत रहत रहत ह इस कारोबार को सरार रि स रलान क पलए कई िजमी कागजी कमिपना बनाई जाती ह पजनम ह िरसा पनवश होता हर मोसाक िोसका एक ऐसी ही किनी हर पजसका काम अन कमिपनो की िरदावार करना हर मतलब िजीिपतो क िरस को िजमी किपनो क मापिम स पनवश करवान क तरीक ईजाद करना हर इस सारी पपका को िजीवादी ना ववसथा पबलकल जाज मानती हर (उदाहरर क पलए िापकसतान क पिान मती नवाज शरीि का नाम आन क बाद उसका बराव करत हए िापकसतान क सरना मती न कहा पक सब को अपिकार हर पक वह अिनी सिपत क साथ जो मजमी कर ह िापकसतानी कानन क अनसार व अनतराषटी कानन क अनसार कोई अिराि नही हर) इस मती न िजीवादी ववसथा की कर सचराई को बड सीि-सिषट तरीक स बान कर पदा

इस िर मामल स दो बपनादी सवाल उभर कर सामन आत ह िहला ह पक आपथणक सकट क इस दौर म पवकपसत दशो की सरकार खरण घटान की नीपतो को लाग कर रही ह सवासथ सपविाओ िर खराण लगातार कम पका जा रहा हर बचरो क पलए पाइमरी सकल खोलन स सरकार इनकार कर रही ह िशनो िर हमल पक जा रह ह लाइबररा बद की जा रही ह और सरकारी इमारतोसगरहालो को भी नीलाम पका जा रहा हर और ह सब िरस की कमी क बहान पका जा रहा हर टरकसो का बोझ आम जनता क ऊिर लादा जा रहा हर वरस तो िहल ही आमदनी क ऊिर लगन वाल टरकस स सरकार की आ बहत कम होती हर ऊिर स ह िनी िजीिपत इसी टरकस को बरान क पलए अिनी िजी इन टरकस हरवन म पनवश करत ह एक तो िहल ही सरकार उनको तमाम तरह की ररात दन क पलए आम जनता क टरकस म स बडा पहससा खरण करती हर और जब इन सहलतो का इसतमाल करक ह िजीिपत बड मनाि कमात ह तो उसम स टरकस दना भी गवारा नही समझत

टरकस जपसटस नटवकण क एक अधन क मतापबक इस सम पवश-भर की कल सिपत का 813 पहससा इन टरकस हरवनस म लगा हआ हर जो तकरीबन 30 खरब डालर बनता हर और इस आकड म भी लगातार इजािा होता जा रहा हर पद इस आकड को सनदभषो म रखकर दख तो बहतर समझ आगा -

यदि पर दवशव म स गरीबी को खतम करना हो तो 20 साल तक क दलए सालाना तकरीबन 175 अरब ालर की जररत पडगी इस तरह कल खचाव (लगभग 3500 अरब

ालर) टकस हवस म पडी सपदत का तकरीबन नौवा दहसा ( 1 खरब = 1000 अरब) ही बनता ह

यदि दवशव म स भखमरी को खतम करना ह तो हर साल तकरीबन 30 अरब ालर की जररत ह मतलब इन हवस म लगी रकम का 1000 वा दहसा

दवशव की 40 आबािी क पास पीन वाल साफ पानी की भी सदवधा नही ह दवशव क सभी लोगो को साफ पानी महया करवान का खचाव 10 अरब ालर सालाना ह मतलब टकस हवस म लगी रकम का 3000वा दहसा

लपकन सभी पसिण आकड ह पजनक साकार होन की गजाइश इस िजीवादी ढार क भीतर नही हर कोपक सवासथ सपविाओ को मनाि िर बरकर लोगो को बीमार रखकर ही तो ह मनाि िर पटका पबि रल रहा हर इस पलए शासक वगण खद कभी ह सार खरज करगा इसकी कोई सभावना नही कोपक ऐसा होन स िर िजीवादी ढार की बपनाद पहल जागी

दसरा सवाल जो इस िर मामल म स उभरा हर वह हर इस समसा क समािान का कई लोगो का मानना हर पक अमीरो क ऊिर टरकस दरो को बढाकर और सखती क साथ वसलन का पनम बनाकर इस समसा को सलझाा जा सकता हर लपकन आज क वरशीकरर क इस सकटगरसत दौर क अनदर ऐसी कलिना करना भी बकार हर अमली तौर िर ऐसी पकसी ोजना की अववापहररकता हमार सामन फास की पमसाल क रि म मौजद हर फ़ास क राषटिपत फासवा ओलानद न 2012 क अिन रनाव परार क दौरान ह वादा पका था पक वह रन जान िर उन

िजीिपतो क ऊिर 75 टरकस लाग करवागा पजनकी आमदनी 10 लाख रो सालाना स अपिक हर िजीिपतो की ओर स ह कहकर दबाव बनाा गा पक ऐसा होन की सरत म वह फास म अिन वािार को बद करक अिनी िजी दसर दशो म ल जा ग इस दबाव क रलत िहल तो ओलानद इस दर को 50 िर ल आा और अतत इस िरी ोजना को ही ठनड बसत म डाल पदा

इसका मतलब ह हरपगज नही पक अमीरो क ऊिर अपिक टरकसो की माग नही उठाी जानी रापहए ऐसी माग पबलकल उठानी रापहए लपकन साथ ही साथ िजीवादी ढार क भीतर इसकी सीमा को भी समझना रापहए इसी तरीक स ही ह ढारा लोगो क बीर स अिनी साथणकता खो दगा रपक मौजदा सम म बड सतर िर कोई सचरी कपनतकारी िाटमी मौजद नही हर जो इस मद की अगवाई कर सक इसीपलए इन खलासो क बाद कछ खास नही बदलगा पजनक नाम इस सरी म आ ह उनम स एक-दो को छोडकर (और शाद वह भी नही) पकसी का बाल भी बाका ना होगा और टरकस स बरन का ह कारोबार िहल की तरह रलता रहगा ना कवल िनामा म ही बपलक सभी जगहो िर लपकन इतना त हर पक आज क सम म ह िजीवादी ढारा पजतना सकटगरसत हर ह लगातार ऐस मौक दता जा रहा हर पजनका इसतमाल इस को इसक अजाम तक िहरान क पलए पका जा सकता हर आज जररत हर ऐसी कापनतकारी ताकतो की जो ऐस मौको को सम रहत सभाल सक और लोगो क बीर इस गल-सड ढार को और नगा कर सक

mdash मानव

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण

समथणको शभपरनतको को दमन का पशकार बनान क पलए आिार का हर तरह स इसतमाल पका जाएगा

सरकारी तत म असर-रसख क पबना इणटनट िर उिलबि आिार कनदी डाटाबस िर िडी जानकारी को भद िाना दशो-पवदशो क हरकरो क पलए कौन सी मपकल बात हर सरकार राह इस जानकारी क सरपकत होन की पकतनी भी बात करती रह लपकन ह असरपकत हर अनको मापहर वपकत इस बात की िपषट कर रक ह इस समबनिी अनको लख छि रक ह भारत सरकार की इस िररोजना का एक गप दसतावज गप दसतावजो को लीक करन वाली वबसाइट पवकीलीकस क जररए लीक हो रका हर ह दसतावज मानता हर पक आिार जानकारी लीक होन और इसम छडछड होन की समभावनाए ह लोगो की पनजी जानकारी की सरका पनजी गपता क जनवादी अपिकार की गारणटी करना लोगो की सरका की गारणटी करना जनपवरोिी सरकार का लक हर भी नही वासतपवक मकसद

जनता की पजनदगी म दखल दना हर लोगो की जाससी करना हर जनता की सता पवरोिी सरकार पवरोिी लट-खसट-अना पवरोिी हर सपकता को दबान की बपहसाब ताकत हापसल करना हर

जहा तक लोगो को आिार काडण क जररए सरकारी सहलत-सपबसपडा आपद िाद िहरान का सवाल हर ह सरासर बकवास हर मौजदा उदारीकरर-पनजीकरर क दौर म सरकार लोगो क सवासथ पशका िररवहन िानी पबजली साफ-सिाई आपद बपनादी जररतो स जडी सरकारी सहलतो-सपबसपडो का बड सतर िर खातमा कर रकी हर और कर रही हर ऐस सम म लोगो को सहलत िहरान की बात करना हासासिद बात हर आिार काडण क जररए तो कम स कम 15 करोड लोग तो अिनी िहरान ही सापबत नही कर िा ग कपष पनमाणर और हाथो स कठोर काम करन वाल लोगो की उगपलो क पनशान कािी पघस जात ह मदधम िड जात ह पजनह ससर उठा नही िा ग ससरो िर उगपलो क

कम-ज़ादा दबाव उगपला रख जान की पदशा जररत स अपिक सखी ा परकनाहट वाली रमडी आपद भी पनशान पमला जान म गमभीर पदककत ह इन पदककतो क बार म आिार अथाररटी क दसतावजो म भी माना गा हर आखो की ितपलो का सकर न अिो मोपता पबनद स गरसत आखो म पनशान वाल आपद लोगो िर नही पका जा सकता और ससरो और सकर नरो को िोखा पदा जा सकता हर अमररका पबटन आसटपला रीन कनाडा जमणनी जरस दशो न ऐस पोजकट लाग करनी की असिल कोपशश क बाद इस अवावहाररक नाजाज व खतरनाक माना हर लपकन भारत क हकमरान पिर भी इस लाग कर रह ह

सरकारी सपविाओ का िादा लोगो तक न िहरन का कारर ह नही हर पक लोग अिनी िहरान पसदध नही कर िात इसका कारर ह हर पक समाज क मटी भर लोग समाज क समाज क सोत-ससािनो िर पनतर रख रह ह ह मटीभर तबका सार िाद ल जाता हर सरकारी सहपलतो का मख रि

स काननी-गररकाननी ढग स ही तबका िादा ल रहा हर उदाहरर क तौर िर गरीबी रखा स नीर वाल िररवार िकक राशन काडण होन क बावजद भी अनाज का िरा कोटा हापसल कर िान म अकम होत ह कोपक राशन पडिो क इजाजण उनकी लट करत ह वह गरीबो को मजबर करत ह पक व अिन कोट स कम ल (पलखवा ज़ादा) दपलत छातो को लग वजीि उनह इसपलए हापसल नही होत पक व अिन दपलत होन का सबत नही द िात बपलक सकलो-कालजो का पशासन अनको ढगो स उनका वजीिा मार जाता हर लोगो को सहपलत िहरान क पलए आिार काडण की जरा भी जररत नही हर ऐसा िहल स मौजद पमारितो क जररए भी पका जा सकता हर बशतण पक ऐसा करन क पलए एक जनिकिर आपथणक-राजनीपतक ढारा मौजद हो

भारत क जनपवरोिी हकमरानो न जनता क जनवादी अपिकारो-आजादी क पखलाफ एक जग छडी हई हर जनता क पखलाफ इस जग म हकमरान तरह-तरह क हथकणड अिना

रह ह िहल स बन दमनकारी काननो का इसतमाल बढ रका हर न-न दमनकारी काल कानन-पनम जारी पक जा रह ह दमन क औजारो क भणडार म आिार को भी शापमल पका गा हर मौजदा िासीवादी उभार क सम म जब राजसता की पहमात पाप पहनदतववादी अिराषटवाद व सामपदापकता का बोलबाला हर जब जनता क पवरारो की अपभवपकत की आजादी अपिकारो क पलए सगपठत होन व सघषण करन क सपविापनक-जनवादी अपिकारो िर राजसता दारा जोरदार हमल हो रह ह ऐस िासीवादी उभार क सम म दश क िजीवादी हकमरानो क हाथ म आिार जरसा दमन का औजार आना एक बहद परताजनक बात हर जनता को हकमरानो क इस हमल स िररपरत कराना इसक पखलाफ जगाना सगपठत करना बहत जररी हर

mdash रणबीर

आिार ndash जनता क दमन का औजार(पज 5 स आग)

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

mdash osrk dkSy

कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 5: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

(पज 7 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 5

िहली मई 1886 क ऐपतहापसक पदन ह माकज ट पशकागो अमररका म मजदर बड िरमान िर उठ खड हए थ िजीिपत मापलको स अिन हक की लडाई लडन क पलए हक और इसाि की माग करत इन मजदरो िर मापलको की पिठ िपलस न पनदण तािरण हमला कर बहत सार मजदरो की हता कर दी थी उस पदन बह मजदरो क इस खन स ही रगकर दपना क मजदरो क झड का रग लाल हआ इसन मजदर वगण को पसखाा पक िजीवादी ववसथा का जनतत मापलक बजणआ वगण का जनतत हर महनतकशो का नही ndash उनक पल तो वह अपिनाकवाद हर जो मापलको दारा मजदर वगण की लट क तत की पहिाजत करता हर

दपना भर क मजदरो न लाल झड क साथ मई पदवस को मनाना शर पका पशकागो क उनही बपलदानी मजदरो को शरदधाजपल दन और ह शिथ लन क पल पक ह लडाई िजीवाद को उखाड ि कन व शोषर मकत समाज काम करन की पजममदारी िर होन तक जारी रखी जागी इस lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo नाम पदा गा ह बतान क पल पक दपना भर क मजदर एक दसर क बि-बािव ह और उनका साझा द मन हर दपना का िजीिपत वगण जो उनकी लडाई को कमजोर करन क पल उनह राषट कत भाषा मजहब आपद क नाम िर बाट कर आिस म पभडा रखना राहता हर

दपना क मजदरो को सरमादारो की सता व शोषर को खतम करन क सघषण की पररा दन वाला ह मई पदवस िजीिपत वगण व उसक िररोकारो को

आरएसएस और बीएमएस क मई ददवस तवरोि क असली कारणकर स िसद आ सकता हर ह तो उनक पदलो म भ और किकिी िरदा करन का सदश दन वाला पदन हर इसपल सवाभापवक ही हर पक व मई पदवस को बदनाम कर इसक सदश को भलान-भरमान की कोपशश कर और मजदर वगण को इसक बार म बरगला

ही काम आज भारत क िजीिपत वगण की सबस पवशसत िाटमी और उसकी राबी अिन हाथ म रखन वाला राषटी सवसवक सघ (आरएसएस) करना राहता हर इनको अचछी तरह मालम हर पक पसिण दमन क बल िर मजदर वगण क सघषण को रोकादबाा नही जा सकता पजस पदन मजदर वगण अिनी कापनतकारी िाटमी क नततव म सरत और सगपठत हो जागा वह सार दमन-उतिीडन क बावजद इस िजीवादी ववसथा को उखाड ि कगा उसको रोकन का एक ही तरीका हर उसकी वगमी रतना-समझ को भोथरा और कनद करना इसक पल ही िजीिपत वगण क भाड क टट भड की खाल िहन भपड की तरह मजदरो की टड पनन बनात ह उनह पसिण कछ आपथणक व अन छोटी-मोटी सपविाओ की लडाई तक सीपमत करत ह और मजदरो को मापलको का अहसानमद भकत बनन की पशका दत ह

आरएसएस का टड पनन सगठन भारती मजदर सघ (बीएमएस) इसीपलए मजदरो क मई पदवस मनान क पवरोि म हर इसक सपरव क अखबारो म पकापशत वकतव क अनसार 1 मई 1886 को पशकागो क ह माकज ट म हए lsquoरकतिात व पहसाrsquo की वजह स व मई पदवस को नही मानत lsquoहम ऐसी ददणनाक घटनाओ का समरर नही करत

ह सजनातमक पवरार नही हर ह मजदरो म निरत भडकाता हरlsquo मतलब साि हर पक छदम मजदर पहतरषी इस बात को मजदरो की ाददात स ही पमटा दना राहत ह पक पकस पकार अिन वापजब हक की आवाज उठात मजदरो की हता की गी थी कर स उनक नताओ को झठ-िजमी मकदमो म िसाकर िासी-उमरकर द की सजा दी गी थी उनकी बात पबलकल सही भी हर ndash िजीिपत वगण का रररत उस जोक का हर जो मजदर वगण का खन रसकर मोटी होती जा रही हर उस जोक को अगर खन रसन स रोक पदा जा तो पनपचित ही उसक पल वह बहत ददणनाक होगा इसी तरह मजदर वगण का अिन हक क पल उठ खड होन की घटना भी िजीिपत वगण क पल एक lsquoददणनाक घटनाrsquo थी उसको ाद करन स उनको अिन लटटत क खतम होन का दःसवपन पदखाई दता हर और इस डर व स थरथरान लगत ह ndash पनपचित ही ऐसी पकसी ददणनाक घटना को व ाद नही करना राहत लपकन का मजदर वगण की राहत भी वही हर जो मापलको की पनपचित ही नही ndash मजदर वगण की राहत हर शोषर की ववसथा की समापप इसपल कोई भी सगठन जो मजदर वगण का पहतरषी हर वह कर स मई पदवस क पखलाि हो सकता हर सवभापवक ही हर पक इस अतारार का पपतकार करन की रतना अगर मजदर वगण म िरदा होगी तो वह मापलको को निरत ही पदखाई दगी लपकन मजदर वगण का असली सगठन कभी भी इस रतना को दबान क बजा इस और तीवर ही करना राहगा

बीएमएस क सपरव का आग

कहना हर ndash lsquoमई पदवस भारती मानस का अग नही हर इसपल बीएमएस इस नही मानता ह मजदरो को अचछा सदश नही दता इसपल हम इसक बजा पवशकमाण जती क पदन भारती शरपमक पदवस मनात हlsquo मई पदवस दारा अिन वापजब हक क पल लडन क सदश को lsquoअचछा नहीrsquo कहन वाला सगठन आपखर पवशकमाण जती स मजदरो को का सदश दना राहता हर मजदरो को बतात ह पक मापलक लोग अिनी महनत व पपतभा स उदोग लगात ह उसस मजदरो को रोजगार पमलता हर उनक िररवारो की रोजी-रोटी रलती हर इसपल मजदरो को उनका अहसानमद होना रापह पजन मशीनो-औजारो िर काम करक उनकी रोजी-रोटी रलती हर उनकी िजा करनी रापह उनकी सिाई-दखभाल करनी रापह और ज़ादा स ज़ादा काम करन की शिथ लनी रापह पजसस उतिादकता बढ लपकन वह मजदरो को ह नही बतात पक मापलक का मनािा मजदर क शरम स उतिाद की वसत क मल म होन वाल इजाि स ही आता हर ndash तो मजदर पजतना ज़ादा शरम करग मापलको उनकी महनत क मल को उतना ही ज़ादा अिनी जब म डालकर और भी समिपतशाली होत जा ग और इसस मजदरो को कछ हापसल नही होगा मजदरो का नाम लन वाला लपकन अनदर स मापलको क पहतो का िोषर करन वाला कोई सगठन ही मजदरो को ऐसा सदश दन को अचछा बता सकता हर

इनका और भी कहना हर पक lsquoअनतराणषटी मजदर पदवसrsquo lsquoभारती ससकपतrsquo स पवलग हर और lsquoसासकपतक

राषटवादrsquo क पविरीत हर इनक अनसार मजदर पदवस वामिपथो की lsquoसामापजक पवदषrsquo िर लान की पवपत का अग हर इनको अचछी तरह मालम हर पक मजदर वगण की दश और दपना क िरमान िर एकता उसक सघषण का बडा हपथार हर इसपल हमशा मजदरो को िमण मजहब भाषा इलाका जापत आपद क नाम िर बाट कर आिस म लडाना राहत ह तापक एक कत ा दश क मजदरो क सघषण म बाकी मजदर उनकी मदद करना तो दर बपलक इनक इशार िर उनको अिना द मन मानकर उनिर दमन करन म मापलको की पहमात और मदद कर इसीपल मजदर वगण क सगठन म राषट और ससकपत को सवाल खडा करत ह लपकन मजदरो को िछना होगा पक कौन सी ससकपत जो मापलको क शोषर को जााज ठहराती हर ा मजदर वगण को अिन शोषर क पखलाि उठ खड होन की पररा दती हर

महनतकश तबक को आज यह पकका समझ लना चादहय दक इस परकार क मजिर वगव दहत दवरोधी दवचार फलान वाल सगठन असल म मजिर वगव को धोखा िकर मादलको क दहत साधन वाल सगठन ह मजिरो को भरदमत व बरगलान वाल इन ट यदनयनो को पहचानकर उनका भाफो करन और उह मजिरो क बीच स भगा िन की सखत जररत ह

mdash मकश तयागी

बीती 11 मारण को लोकसभा म आिार काननndash2006 िाररत कर पदा गा हर इसस समबपनित पबल मोदी सरकार दारा िन समबनिी पबल क रि म िश पका गा था इसपलए इस राजसभा म िाररत करवान की जररत नही िडगी लोकसभा म मोदी सरकार क िास बहतमत हर लपकन राजसभा म नही हर राजसभा म इस कानन को िाररत करवा िाना मोदी सरकार क पलए बहत मपकल था इस पलए इस िन समबनिी कानन क रि म िश करना बहतर समझा आिार कानन क तहत वतन भगतान बढािा िशन सकल दापखला टन बपकग पववाह िजीकरर डाईपवग लाईसस पसम काडण खरीदन साईबर कर ि इसतमाल करन आपद क पलए आिार काडण लापजमी कर पदा गा हर आिार काडण इसतमाल करन की इतनी सारी मजबररो क बाद आिार काडण बनवाना मजबरी बन जाता हर

1 अकटबर 2013 को आिार काडण समबनिी िररोजना शर की गी थी उस सम कहा गा था पक आिार काडण बनवाना पकसी क पलए आवक नही हर कोई बनवा राह

न बनवा सरकार की शर स ही ह कोपशश रही हर पक भारत वापसो क पलए ह काडण बनवाना मजबरी बन जाए इसपलए रसोई गरस बक खाता आपद पवपभनन सवाओ क पलए इस आवक बनान की कोपशश की गी सपीम कोटण न इस समबनि म एक िर सला पका था पक पकसी भी सवा क पलए आिार काडण आवक तौर िर नही मागा जाना रापहए इसक बाद अब सरकार ह आिार कानन ल आी हर हालापक सरकार आिार को एक जनिकिर िररोजना क रि म पराररत कर रही हर लपकन वासतव म आिार राजसता क हाथ म दमन क एक बहद खतरनाक औजार क पसवा और कछ नही हर आिार काडण क जररए पवपभनन सपविाए -आपथणक लाभ-सपबसपडा जनता तक िहरान की बात तो पसिण एक बहाना ह जनता क पनजी गपता क अपिकार का हनन इस तरह जनता क अन जनवादी अपिकारो को करलना ही वासतपवक पनशाना हर

बहत सार लोगो को हमारी उिरोकत बात बहत हररानी वाली लगगी लपकन हमार दारा ह बात कह जान क िखता

कारर ह जब स दश म आिार काडण लाग पका गा हर तब स ही अनको लोग आिार काडण िर पशन परहन लगा रह ह कागरस क नततव वाली गठबनिन सरकार दारा इस लाग पका गा और इसन भी इस लोगो िर जबरदसती थोिन की कोपशश की थी लपकन अब जब भाजिा क नततव वाली गठबनिन सरकार न इस बार म कानन बनाा हर तो कागरस इसकी सहोगी व अन िापटणा आिार कानन क कछ िको की आलोजना कर रही ह और जररी सशोिनो की जररत िर जोर द रही ह वोट पसासत म रनावी िापटणो को सहमती होत हए भी असहमती क डराम करन िडत ह बहत सार लोग आिार काडण समबनिी लोगो की पनजी गपता की सरका की गारणटी करन क पलए जररी काननी पाविानो की बात कह रह ह लपकन हमारा मानना हर पक समरी आिार िररोजना को ही खतम पका जाना रापहए

आिार काडण क पलए भारत वापसो क नाम ित तसवीर सपहत हाथो की उगपलो की पनशान और आखो की ितपलो क सकर न आपद पनजी जानकारी जटाई जाती हर इस

जानकारी को भारत की आिार अथाररटी क कनदी डाटाबस म इकटा पका जा रहा हर जनगरना क तहत जटाई कई वपकतगत जानकारी भी इस आिार खात क साथ जोडी जा रही हर िर दश म पवपभनन सवाओ को इस कनदी डाटाबस क साथ इणटरनट क जररए जोडा जा रहा हर काननन इस जानकारी को कोई भी अिसर ा अन कोई वपकत सावणजपनक नही कर सकता लपकन अदालत जररत िडन क आिार िर उिलबि जानकारी मगवा सकत ह जवाइणट सकटी सतर का अपिकारी राषटी सरका का कारर बतात हए पकसी वपकत की जानकारी सावणजपनक करन की आजा द सकता हर

इस तरह आिार क जररए कम स कम इतना तो िकका कर पदा गा हर पक सरकारी तत क िास आिार काडणिारक समबनिी िरी जानकारी उिलबि होगी पवपभनन सवाए हापसल क पलए पलए लोगो को आिार काडण इसतमाल करना िडगा कौन कहा आ-जा रहा हर बक खात क जररए का लन-दन कर रहा हर पकस स िोन िर बात कर रहा हर आपद अनको पनजी गपता वाली जानकाररा

अब सरकारी तत क िास हर वकत उिलबि रहगी मसला पसिण आिार स जडी वपकतगत जानकारी सावणजपनक पक जान का नही हर बपलक सबस बडी बात हर पक जनपवरोिी सरकारी तत आिकी पजनदगी क बड दार म ताक-झाक कर सकता हर दखल द सकता हर आिकी पजनदगी को बरी तरह पभापवत कर सकता हर कर सकता हर नही बपलक ह कहना ज़ादा ठीक रहगा पक करगा ही करगा मती सासद पविाक व राजनीपतक िहर वाल तमाम वपकत िपलस-िौज अदालत समाज का राजनीपतक-आपिणक असर-रसख वाला सारा तबका आिार क जररए काननी-गररकाननी ढग स हापसल जानकारी क जररए सािारर जनता को बड सतर िर तग-िरशान करगा जलम-दमन का पशकार बनागा पवपभनन जगह िर पबखरी जानकारी को इस मकसद क पलए जटाना अिकाकत मपकल हर लपकन अब सारी जानकारी एक जगह पमल जागी राजनीपतक पवरोपिो को दबान क पलए खासकर कापनतकारी-जनवादी आनदोलन क साथ जड नताओ का णकताणओ

आिार ndash जनता क दमन का औजार

6 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस क शहीद अलबटण िासणनस न िासी क तखत स रीखकर िजीिपत वगण क रतावनी दी थी - lsquolsquoअगर तम सोरत हो पक हम िासी िर लटकाकर तम मजदर आनदोलन कोhellipगरीबी और बदहाली म कमरतोड महनत करनवाल लाखो लोगो क आनदोलन को करल डालोग अगर तमहारी ही रा हर ndash तो खशी स हम िासी द दो लपकन ाद रखोhellipआज तम एक परगारी को करल रह हो लपकन हा-वहा तमहार िीछ तमहार सामन हर ओर लिट भडक उठगी ह जगल की आग हर तम इस कभी भी बझा नही िाओगhelliprsquorsquo मजदरो क उस महान नता न पबलकल सर कहा था मजदर शहीदो की कबाणपना पवश मजदर वगण को अथाह पररा व ऊजाण दती आी ह

भल ही हर वषण िहली मई को मनाए जान वाल अनतरराषटी मजदर पदवस की महान पवरासत िर िल-राख की मोटी रादर डालन की रग-पबरगी िजीवादी ताकतो न हर समभव कोपशश की हर लपकन मई पदवस आज भी मजदर वगण क पलए अथाह पररा का सोत हर इस पदन को महज एक अनषान म बदल दन की कोपशश होती रही ह इस रनावी वोट मदाररो न मजदरो की वोट हापसल करन क पलए इसतमाल पका हर इस पदन िर कछ िजीवादी नताओ को मजदरो क मसीह बनाकर िश करन की कोपशश की जाती हर मई पदवस क महतव को घटान क पलए इस पदन मरो िर घपटा सतर क गीत-नार िश पकए जात ह िजीिपतो की दलाल टड पननो न इस पदन को अिन नीर उद ो क पलए इसतमाल पका हर िजीिपत इस िर मजदरो को ह बतान की कोपशश करत ह पक ह पदन तो और महनत करक कारोबार बढान की कसम खान का पदन हर बहत सार ऐस ह जो मजदरो की सोर को िजीवादी ववसथा क पखलाफ जान स रोकन क पलए इस पदन िर का णसथल (कारखाना खत भटा आपद) सतर की आपथणक मागो स ऊिर की कोई बात नही करत अगर व सरकार क पखलाफ भी बोलत ह तो उनका मकसद मजदरो क पदमाग म अथणवादी माग पबठाना ही होता हर इन ताकतो म खद को वामिथी ऐलान करन वाल नकली लाल झणडो की भपमका कािी अहम हर मजदर वगण क िजीवाद क पखलाफ सघषण की िार को कनद करन क पलए इनस बपढा भपमका और कौन पनभा सकता हर लपकन इस सब क बावजद भी कल पमलाकर मजदरो का िजीवादी ववसथा क पखलाफ गससा बढता जा रहा हर जो हर साल मई पदवस क पवपभनन आोजनो म दखन को पमलता हर

इस वषण भी पवशभर म करोडो मजदरो न िजीवादी लट क पखलाफ जोरदार आवाज बलनद की हर आोजन राह कापनतकारी ताकतो की िहलीकदमी िर हए हो ा राह िजीिरसत नताओसगठनो की िहलकदमी िर हए हो अनतरराषटी मजदर पदवस िर मजदरो दारा पदखाा जोश ह पदखाता हर पक व मौजदा लटरी ववसथा स पकस कदर दखी ह पक व िजीिकिर नताओ क

लको स अगली कारणवाई राहत ह पक व गलामी वाली िररपसथपतो स छटकारा राहत ह अनक सथानो िर कापनतकारी व मजदर िकिर ताकतो क नततव म आोजन हए पजनक दौरान मजदर वगण की मपकत की लडाई जारी रखन िजीवादी ववसथा को जड स पमटान िजीिपत वगण क मजदर वगण और अन महनतकश लोगो क पखलाफ तीख हो रह हमलो क पखलाफ सघषण तज करन क सकलि पलए ग

इस वषण िहली मई क पदन पवशभर म मजदर कही सरकडो कही हजारो तो कही लाखो की सखा म इकठ होकर मई पदवस क पार मजदर शहीदो को लाल सलाम कह रह थ मजदर वगण क रोशन भपवष क पलए दी गइइ उनकी कबाणपनो को ाद कर रह थ कई जगह मजदरो न सरकार की िजीिपत वगण क पहत म और मजदर वगण क पखलाफ नीपतो का तीखा पवरोि दजण कराा इस दौरान िलीस क साथ तीखी झडि हइइ बडी सखा म मजदरो की पगरफताररा हइइ मजदर और िपलस वाल जखमी हए अिन जोशील पदशणनो और समागमो क जररए इस बार पिर मई पदन िर मजदर वगण न शासक िजीिपत वगण क सामन ह ऐलान पका हर पक व गलामी की जजीर हर हाल म तोड कर रहग

हा हम पवश म मई पदवस िर हई कछ गपतपवपिो की जानकारी साझा करग

मजदर वगण न फास की राजिानी िररस म अिनी िहली राजसता काम की थी जो पवश मजदर वगण क पलए पररा व पशका का सोत रही हर फास क मजदर आज भी अिनी िजीवादी

लट-अना क पखलाफ सखत लडाई लड रह ह और पवश क मजदरो का पसर गवण क साथ ऊरा कर रह ह मारण-अपरल महीनो क दौरान फास क मजदरो नौजवानो छातो न सरकार की मजदर व जनपवरोिी नीपतो खासकर शरम काननो म मजदर पवरोिी सशोिनो क पसतावो क पखलाभ जबरदसत आनदोलन लडा हर लाखो की सखा म मजदरो नौजवानो छातो न सडको िर उतरकर हकमरानो को टककर दी हर 28

अपरल को भी लाखो मजदरो न सरकार क पखलाफ पदशणन पक थ िहली मई क पलए भी बड पदशणनो का ऐलान पका गा था िहली मई को फास की सडको िर तथाकपथत वामिथी सरकार की कटर िजीवादी नीपतो क पखलाफ मजदरो-नौजवानो की बाढ सी आ गी िार लाख स अपिक लोगो न मई पदवस क पदशणनो म पहससा पला हकमरानो न ताकत क जररए मजदरो की आवाज दबानी राही लापठा बरसाई गी आस गरस क गोल ि क ग बडी सखा लोगो की पगरफताररा हइइ लपकन मजदरो-नौजवानो का जोश ठणडा नही िडा बपलक उनका लडाई लडन का अहसास और भी गहरा हो गा

दपकर कोररा म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िर हकमरानो की मजदर अपिकारो को करलन की नीपतो क पखलाफ जोरदार पदशणन पक हा भी सरकार िजीिपतो को मजदरो की छटनी करन की बडी छट दन क पलए और अन शरम अपिकार छीनन क पलए कानन ला रही हर हा भी मजदरो की िलीस क साथ सख टककर हई मजदर जखमी हए पगरफतार

पकए ग लपकन उनका लाल झणडा झका नही

रस म तजी स बढती आपथणक बदहाली का पशकार मजदर लाखो की सखा म मई पदवस िर सडको िर उतर आ मासको क लाल रौक म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िरड म भागीदारी की और िजीवादी हकमरानो को रनौती दी उनक हाथो म मजदर वगण क महान पशकको व नताओ माकसण एगलस लपनन सटापलन की तसवीर

थी व समाजवाद की िनःसथािना क पलए आवाज उठा रह थ और िजीवादी हकमरानो क पदलो म किकिी िरदा कर रह थ

तकमी म मई पदवस क पदशणनो को रोकन क पलए सरकार न अनक सखत िाबपनदो का ऐलान पका था इसताबल शहर क तकसीम रौक िर लोगो क इकट होन िर भी रोक लगाई गी थी तकसीम रौक राजनीपतक रोष पदशणनो-ररपलो क पलए अहम सथान हर मई पदवस क साथ इसका खास समबनि हर िहली मई 1977 क पदशणन को रोकन क पलए हा दपकरिथी बदकिाररो न 36 लोगो को शहीद कर पदा था इस जगह िर मई पदवस क पदशणन रोकन क पलए हर वषण की तरह इस बार भी सरकार न जोरदार ताकत झोकी थी अमररकी सामराजवादी हकमरानो न खपिा एजपसो और अन ढगो स सरकार की मदद की इसताबल शहर म लगभग 25 हजार िलीस बल तरनात पका गा हरलीकरॉपटर पदशणनकाररो की पनशानदही करन क पलए शहर क ऊिर मडरा रह थ तकसीम रौक िर मजदरो को िहरन स रोकन क पलए दमन पका

गा िपलस क एक टक न एक बजगण पदशणनकारी को टारो तल करल पदा दो सौ अपिक पदशणनकाररो को पगरफतार कर पला गा

मई पदवस की जनमभपम अमररका म भी मजदरो न अनक जगहो िर बड पदशणन पक पसएटल म कई हजार मजदरो न एकजट होकर मजदर अपिकारो क पलए आवाज उठाई व पवापसो क अपिकारो क पलए जोरदार आवाज बलनद कर रह थ पदशणनकाररो म राषटिपत िद क उममीदवार डोनालड टमि दारा पवासी मजदरो क पखलाफ भडकाई जा रही निरत क पखलाफ आकोश था पदशणन को रोकन क पलए हा भी िपलस न लाठीराजण पका आस गरस क गोल ि क पगरफताररा की उिर कनाडा म भी बड पदशणन हए और मजदरो-नौजवानो को दमन का सामना करना िडा

सार पबटन म मई पदवस िर पदशणन हए इस दौरान अन मदो क साथ-साथ रोि म िासीवादी ताकतो क पखलाफ आवाज उठाई गी ताईवान म हजारो मजदरो न काम क घणट घटान और वतन वपदध क पलए पदशणन पकए नान म सरकार दारा जनता की सहलत छीन जान क पखलाफ मजदरो न जोरदार आवाज बलनद की

भारत म भी मजदर वगण न बडी सखा म मई पदवस आोजनो म भागीदारी की मजदर शहीदो को तहपदल स ाद पका गा सरकार की मजदर पवरोिी-जन पवरोिी नीपतो क पखलाफ आवाज उठाई गी िासीवादी ताकतो दारा जनता को आिस म िमण क नाम िर बाटन और जनवादी अपिकारो क हनन क पखलाफ आवाज उठाई गी हमार दश म औदोपगक मजदर बड सतर िर असगपठत ह जो सगपठत भी ह उनम भी ज़ादा पभाव नकली लाल झणडो वाली िापटणो व अन हकमरान वगमी िापटणो क साथ जडी पननो का हर कापनत-िकिर अपिकतर िापटणागरि औदोपगक मजदरो क आनदोलन को जररी अहपमत नही दत कछ कापनतकारी गरि गमभीरता स भारत स औदोपगक मजदरो को सगपठत करन म लग हए ह इन सगठनो न जोश-खरोश क साथ मई पदवस मनाा कई जगहो िर मई पदवस आोजनो क पलए लमबी मपहम रलाकर वािक मजदर आबादी को मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन की कोपशश की गी दपना क अन दशो की तरह भारत क मजदरो को भी मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन क पलए बहत कछ पका जाना जररी हर मई पदवस को रसम अदागी म बदल दन अथणवादी मागो-मसलो स जोड कर इस पदन क कापनतकारी महतव को घटान आपद की सापजश स पनिटन क पलए कापनतकारी कमपनसटो काम करना होगा हर साल मई पदन िर पवश मजदर वगण क एक अचछ-खास पहसस दारा पदपशणत जोश-खरोश हम अथाह पररा दता हर ऊजाणवान करता हर मजदर वगण क रोशन भपवष म हमारा पवशास और िकका करता हर

mdash लखदविर

अनतरराटिटीय मजदर ददवस पर तवशवभर म गजी मजदर मककत की आवाज

मजदर तबगल मई 2016 7

(पज 10 पर जारी)

अपरल क शरआती हफत म िनामा ििसण क नाम स जारी हए दसतावजो न इस सम िरी वरपशक राजनीपत म एक तरह का भकि सा ला खडा पका हर फजमी किपना बनाकर िर पवश क िन-कबर पकस तरीक स अिनी कमाई को टरकसो स बरात ह ही इजहार हआ हर िनामा की एक किनी मोसाक िोसका क बार म हए खलास स खलास इपतहास क इस तरह क सबस बड खलास बताए जा रह ह कोपक कल दसतावजो की पगनती 115 करोड स भी ज़ादा हर इन खलासो स इस िरी िजीवादी ववसथा की सडन नजर आती हर कोपक इन खलासो म कोई एक-आि दजणन वपकतो मात क नाम नही हर बपलक िर पवश म िर ल इस फजमी कारोबार की कपडा िजीिपतो राजनताो पफलमी कलाकारो पखलापडो आपद स जडी ह

इगलरणड आइसलड बाजील रस रीन भारत िापकसतान मध-िवण आपद सभ दशो क िपनको क नाम इस सरी म दजण ह अपमताभ बचरन स ल कर डपवड कर मरन तक िटबाल पखलाडी पलओनल मरसी स लकर अदाकार जरकी ररन रसी राषटिपत िपतन स लकर रीनी िाटमी क मबरो क नाम सबक सब इन खलासो क जररए नग हए ह इन खलासो क सामन आन क बाद कई दशो म लोग इन राजनताओ क पखलाि सडको िर आ ग ह आइसलड क पिानमती पसगमडर गनलाउगसन को तो जन-दबाव क रलत असतीिा दना िडा इसी तरह इगलरणड म भी डपवड कर मरन को कटघर म खडा करन क पलए लोगो का दबाव बढता जा रहा हर

रपक इस सरी म अमररका क पकसी भी पपतपनपि का नाम नही आा

और पजस तरह मीपडा रस और रीन को खास तौर स पनशाना बना रहा हर उस स इन खलासो क िीछ क राजनीपतक पहतो क बार म भी सवाल उठन शर हो ग ह बहरहाल पहत राह जो भी हो इस सरी न िजीवादी ढार की एक और पघनौनी सचराई को वािक करन म सहाता की हर

इस सम िर पवश म 90 स अपिक ऐस दश ह पजनक अनदर पवश क िरजीवी िजीिपत अिना िरसा पनवश करत ह और ह खलास कवल एक छोट स दश िनामा क ह ऐस दशो को टरकस हरवन कहा जाता हर मतलब पक इन दशो क अनदर टरकस-दर बहद कम ह इसीपलए पवश क सब बड िजीिपत पफलमी हपसता पखलाडी तसकर आपद अिनी कमाई को इन दशो म गप रि स जमा करत रहत रहत ह इस कारोबार को सरार रि स रलान क पलए कई िजमी कागजी कमिपना बनाई जाती ह पजनम ह िरसा पनवश होता हर मोसाक िोसका एक ऐसी ही किनी हर पजसका काम अन कमिपनो की िरदावार करना हर मतलब िजीिपतो क िरस को िजमी किपनो क मापिम स पनवश करवान क तरीक ईजाद करना हर इस सारी पपका को िजीवादी ना ववसथा पबलकल जाज मानती हर (उदाहरर क पलए िापकसतान क पिान मती नवाज शरीि का नाम आन क बाद उसका बराव करत हए िापकसतान क सरना मती न कहा पक सब को अपिकार हर पक वह अिनी सिपत क साथ जो मजमी कर ह िापकसतानी कानन क अनसार व अनतराषटी कानन क अनसार कोई अिराि नही हर) इस मती न िजीवादी ववसथा की कर सचराई को बड सीि-सिषट तरीक स बान कर पदा

इस िर मामल स दो बपनादी सवाल उभर कर सामन आत ह िहला ह पक आपथणक सकट क इस दौर म पवकपसत दशो की सरकार खरण घटान की नीपतो को लाग कर रही ह सवासथ सपविाओ िर खराण लगातार कम पका जा रहा हर बचरो क पलए पाइमरी सकल खोलन स सरकार इनकार कर रही ह िशनो िर हमल पक जा रह ह लाइबररा बद की जा रही ह और सरकारी इमारतोसगरहालो को भी नीलाम पका जा रहा हर और ह सब िरस की कमी क बहान पका जा रहा हर टरकसो का बोझ आम जनता क ऊिर लादा जा रहा हर वरस तो िहल ही आमदनी क ऊिर लगन वाल टरकस स सरकार की आ बहत कम होती हर ऊिर स ह िनी िजीिपत इसी टरकस को बरान क पलए अिनी िजी इन टरकस हरवन म पनवश करत ह एक तो िहल ही सरकार उनको तमाम तरह की ररात दन क पलए आम जनता क टरकस म स बडा पहससा खरण करती हर और जब इन सहलतो का इसतमाल करक ह िजीिपत बड मनाि कमात ह तो उसम स टरकस दना भी गवारा नही समझत

टरकस जपसटस नटवकण क एक अधन क मतापबक इस सम पवश-भर की कल सिपत का 813 पहससा इन टरकस हरवनस म लगा हआ हर जो तकरीबन 30 खरब डालर बनता हर और इस आकड म भी लगातार इजािा होता जा रहा हर पद इस आकड को सनदभषो म रखकर दख तो बहतर समझ आगा -

यदि पर दवशव म स गरीबी को खतम करना हो तो 20 साल तक क दलए सालाना तकरीबन 175 अरब ालर की जररत पडगी इस तरह कल खचाव (लगभग 3500 अरब

ालर) टकस हवस म पडी सपदत का तकरीबन नौवा दहसा ( 1 खरब = 1000 अरब) ही बनता ह

यदि दवशव म स भखमरी को खतम करना ह तो हर साल तकरीबन 30 अरब ालर की जररत ह मतलब इन हवस म लगी रकम का 1000 वा दहसा

दवशव की 40 आबािी क पास पीन वाल साफ पानी की भी सदवधा नही ह दवशव क सभी लोगो को साफ पानी महया करवान का खचाव 10 अरब ालर सालाना ह मतलब टकस हवस म लगी रकम का 3000वा दहसा

लपकन सभी पसिण आकड ह पजनक साकार होन की गजाइश इस िजीवादी ढार क भीतर नही हर कोपक सवासथ सपविाओ को मनाि िर बरकर लोगो को बीमार रखकर ही तो ह मनाि िर पटका पबि रल रहा हर इस पलए शासक वगण खद कभी ह सार खरज करगा इसकी कोई सभावना नही कोपक ऐसा होन स िर िजीवादी ढार की बपनाद पहल जागी

दसरा सवाल जो इस िर मामल म स उभरा हर वह हर इस समसा क समािान का कई लोगो का मानना हर पक अमीरो क ऊिर टरकस दरो को बढाकर और सखती क साथ वसलन का पनम बनाकर इस समसा को सलझाा जा सकता हर लपकन आज क वरशीकरर क इस सकटगरसत दौर क अनदर ऐसी कलिना करना भी बकार हर अमली तौर िर ऐसी पकसी ोजना की अववापहररकता हमार सामन फास की पमसाल क रि म मौजद हर फ़ास क राषटिपत फासवा ओलानद न 2012 क अिन रनाव परार क दौरान ह वादा पका था पक वह रन जान िर उन

िजीिपतो क ऊिर 75 टरकस लाग करवागा पजनकी आमदनी 10 लाख रो सालाना स अपिक हर िजीिपतो की ओर स ह कहकर दबाव बनाा गा पक ऐसा होन की सरत म वह फास म अिन वािार को बद करक अिनी िजी दसर दशो म ल जा ग इस दबाव क रलत िहल तो ओलानद इस दर को 50 िर ल आा और अतत इस िरी ोजना को ही ठनड बसत म डाल पदा

इसका मतलब ह हरपगज नही पक अमीरो क ऊिर अपिक टरकसो की माग नही उठाी जानी रापहए ऐसी माग पबलकल उठानी रापहए लपकन साथ ही साथ िजीवादी ढार क भीतर इसकी सीमा को भी समझना रापहए इसी तरीक स ही ह ढारा लोगो क बीर स अिनी साथणकता खो दगा रपक मौजदा सम म बड सतर िर कोई सचरी कपनतकारी िाटमी मौजद नही हर जो इस मद की अगवाई कर सक इसीपलए इन खलासो क बाद कछ खास नही बदलगा पजनक नाम इस सरी म आ ह उनम स एक-दो को छोडकर (और शाद वह भी नही) पकसी का बाल भी बाका ना होगा और टरकस स बरन का ह कारोबार िहल की तरह रलता रहगा ना कवल िनामा म ही बपलक सभी जगहो िर लपकन इतना त हर पक आज क सम म ह िजीवादी ढारा पजतना सकटगरसत हर ह लगातार ऐस मौक दता जा रहा हर पजनका इसतमाल इस को इसक अजाम तक िहरान क पलए पका जा सकता हर आज जररत हर ऐसी कापनतकारी ताकतो की जो ऐस मौको को सम रहत सभाल सक और लोगो क बीर इस गल-सड ढार को और नगा कर सक

mdash मानव

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण

समथणको शभपरनतको को दमन का पशकार बनान क पलए आिार का हर तरह स इसतमाल पका जाएगा

सरकारी तत म असर-रसख क पबना इणटनट िर उिलबि आिार कनदी डाटाबस िर िडी जानकारी को भद िाना दशो-पवदशो क हरकरो क पलए कौन सी मपकल बात हर सरकार राह इस जानकारी क सरपकत होन की पकतनी भी बात करती रह लपकन ह असरपकत हर अनको मापहर वपकत इस बात की िपषट कर रक ह इस समबनिी अनको लख छि रक ह भारत सरकार की इस िररोजना का एक गप दसतावज गप दसतावजो को लीक करन वाली वबसाइट पवकीलीकस क जररए लीक हो रका हर ह दसतावज मानता हर पक आिार जानकारी लीक होन और इसम छडछड होन की समभावनाए ह लोगो की पनजी जानकारी की सरका पनजी गपता क जनवादी अपिकार की गारणटी करना लोगो की सरका की गारणटी करना जनपवरोिी सरकार का लक हर भी नही वासतपवक मकसद

जनता की पजनदगी म दखल दना हर लोगो की जाससी करना हर जनता की सता पवरोिी सरकार पवरोिी लट-खसट-अना पवरोिी हर सपकता को दबान की बपहसाब ताकत हापसल करना हर

जहा तक लोगो को आिार काडण क जररए सरकारी सहलत-सपबसपडा आपद िाद िहरान का सवाल हर ह सरासर बकवास हर मौजदा उदारीकरर-पनजीकरर क दौर म सरकार लोगो क सवासथ पशका िररवहन िानी पबजली साफ-सिाई आपद बपनादी जररतो स जडी सरकारी सहलतो-सपबसपडो का बड सतर िर खातमा कर रकी हर और कर रही हर ऐस सम म लोगो को सहलत िहरान की बात करना हासासिद बात हर आिार काडण क जररए तो कम स कम 15 करोड लोग तो अिनी िहरान ही सापबत नही कर िा ग कपष पनमाणर और हाथो स कठोर काम करन वाल लोगो की उगपलो क पनशान कािी पघस जात ह मदधम िड जात ह पजनह ससर उठा नही िा ग ससरो िर उगपलो क

कम-ज़ादा दबाव उगपला रख जान की पदशा जररत स अपिक सखी ा परकनाहट वाली रमडी आपद भी पनशान पमला जान म गमभीर पदककत ह इन पदककतो क बार म आिार अथाररटी क दसतावजो म भी माना गा हर आखो की ितपलो का सकर न अिो मोपता पबनद स गरसत आखो म पनशान वाल आपद लोगो िर नही पका जा सकता और ससरो और सकर नरो को िोखा पदा जा सकता हर अमररका पबटन आसटपला रीन कनाडा जमणनी जरस दशो न ऐस पोजकट लाग करनी की असिल कोपशश क बाद इस अवावहाररक नाजाज व खतरनाक माना हर लपकन भारत क हकमरान पिर भी इस लाग कर रह ह

सरकारी सपविाओ का िादा लोगो तक न िहरन का कारर ह नही हर पक लोग अिनी िहरान पसदध नही कर िात इसका कारर ह हर पक समाज क मटी भर लोग समाज क समाज क सोत-ससािनो िर पनतर रख रह ह ह मटीभर तबका सार िाद ल जाता हर सरकारी सहपलतो का मख रि

स काननी-गररकाननी ढग स ही तबका िादा ल रहा हर उदाहरर क तौर िर गरीबी रखा स नीर वाल िररवार िकक राशन काडण होन क बावजद भी अनाज का िरा कोटा हापसल कर िान म अकम होत ह कोपक राशन पडिो क इजाजण उनकी लट करत ह वह गरीबो को मजबर करत ह पक व अिन कोट स कम ल (पलखवा ज़ादा) दपलत छातो को लग वजीि उनह इसपलए हापसल नही होत पक व अिन दपलत होन का सबत नही द िात बपलक सकलो-कालजो का पशासन अनको ढगो स उनका वजीिा मार जाता हर लोगो को सहपलत िहरान क पलए आिार काडण की जरा भी जररत नही हर ऐसा िहल स मौजद पमारितो क जररए भी पका जा सकता हर बशतण पक ऐसा करन क पलए एक जनिकिर आपथणक-राजनीपतक ढारा मौजद हो

भारत क जनपवरोिी हकमरानो न जनता क जनवादी अपिकारो-आजादी क पखलाफ एक जग छडी हई हर जनता क पखलाफ इस जग म हकमरान तरह-तरह क हथकणड अिना

रह ह िहल स बन दमनकारी काननो का इसतमाल बढ रका हर न-न दमनकारी काल कानन-पनम जारी पक जा रह ह दमन क औजारो क भणडार म आिार को भी शापमल पका गा हर मौजदा िासीवादी उभार क सम म जब राजसता की पहमात पाप पहनदतववादी अिराषटवाद व सामपदापकता का बोलबाला हर जब जनता क पवरारो की अपभवपकत की आजादी अपिकारो क पलए सगपठत होन व सघषण करन क सपविापनक-जनवादी अपिकारो िर राजसता दारा जोरदार हमल हो रह ह ऐस िासीवादी उभार क सम म दश क िजीवादी हकमरानो क हाथ म आिार जरसा दमन का औजार आना एक बहद परताजनक बात हर जनता को हकमरानो क इस हमल स िररपरत कराना इसक पखलाफ जगाना सगपठत करना बहत जररी हर

mdash रणबीर

आिार ndash जनता क दमन का औजार(पज 5 स आग)

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

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कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 6: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

6 मजदर तबगल मई 2016

मई पदवस क शहीद अलबटण िासणनस न िासी क तखत स रीखकर िजीिपत वगण क रतावनी दी थी - lsquolsquoअगर तम सोरत हो पक हम िासी िर लटकाकर तम मजदर आनदोलन कोhellipगरीबी और बदहाली म कमरतोड महनत करनवाल लाखो लोगो क आनदोलन को करल डालोग अगर तमहारी ही रा हर ndash तो खशी स हम िासी द दो लपकन ाद रखोhellipआज तम एक परगारी को करल रह हो लपकन हा-वहा तमहार िीछ तमहार सामन हर ओर लिट भडक उठगी ह जगल की आग हर तम इस कभी भी बझा नही िाओगhelliprsquorsquo मजदरो क उस महान नता न पबलकल सर कहा था मजदर शहीदो की कबाणपना पवश मजदर वगण को अथाह पररा व ऊजाण दती आी ह

भल ही हर वषण िहली मई को मनाए जान वाल अनतरराषटी मजदर पदवस की महान पवरासत िर िल-राख की मोटी रादर डालन की रग-पबरगी िजीवादी ताकतो न हर समभव कोपशश की हर लपकन मई पदवस आज भी मजदर वगण क पलए अथाह पररा का सोत हर इस पदन को महज एक अनषान म बदल दन की कोपशश होती रही ह इस रनावी वोट मदाररो न मजदरो की वोट हापसल करन क पलए इसतमाल पका हर इस पदन िर कछ िजीवादी नताओ को मजदरो क मसीह बनाकर िश करन की कोपशश की जाती हर मई पदवस क महतव को घटान क पलए इस पदन मरो िर घपटा सतर क गीत-नार िश पकए जात ह िजीिपतो की दलाल टड पननो न इस पदन को अिन नीर उद ो क पलए इसतमाल पका हर िजीिपत इस िर मजदरो को ह बतान की कोपशश करत ह पक ह पदन तो और महनत करक कारोबार बढान की कसम खान का पदन हर बहत सार ऐस ह जो मजदरो की सोर को िजीवादी ववसथा क पखलाफ जान स रोकन क पलए इस पदन िर का णसथल (कारखाना खत भटा आपद) सतर की आपथणक मागो स ऊिर की कोई बात नही करत अगर व सरकार क पखलाफ भी बोलत ह तो उनका मकसद मजदरो क पदमाग म अथणवादी माग पबठाना ही होता हर इन ताकतो म खद को वामिथी ऐलान करन वाल नकली लाल झणडो की भपमका कािी अहम हर मजदर वगण क िजीवाद क पखलाफ सघषण की िार को कनद करन क पलए इनस बपढा भपमका और कौन पनभा सकता हर लपकन इस सब क बावजद भी कल पमलाकर मजदरो का िजीवादी ववसथा क पखलाफ गससा बढता जा रहा हर जो हर साल मई पदवस क पवपभनन आोजनो म दखन को पमलता हर

इस वषण भी पवशभर म करोडो मजदरो न िजीवादी लट क पखलाफ जोरदार आवाज बलनद की हर आोजन राह कापनतकारी ताकतो की िहलीकदमी िर हए हो ा राह िजीिरसत नताओसगठनो की िहलकदमी िर हए हो अनतरराषटी मजदर पदवस िर मजदरो दारा पदखाा जोश ह पदखाता हर पक व मौजदा लटरी ववसथा स पकस कदर दखी ह पक व िजीिकिर नताओ क

लको स अगली कारणवाई राहत ह पक व गलामी वाली िररपसथपतो स छटकारा राहत ह अनक सथानो िर कापनतकारी व मजदर िकिर ताकतो क नततव म आोजन हए पजनक दौरान मजदर वगण की मपकत की लडाई जारी रखन िजीवादी ववसथा को जड स पमटान िजीिपत वगण क मजदर वगण और अन महनतकश लोगो क पखलाफ तीख हो रह हमलो क पखलाफ सघषण तज करन क सकलि पलए ग

इस वषण िहली मई क पदन पवशभर म मजदर कही सरकडो कही हजारो तो कही लाखो की सखा म इकठ होकर मई पदवस क पार मजदर शहीदो को लाल सलाम कह रह थ मजदर वगण क रोशन भपवष क पलए दी गइइ उनकी कबाणपनो को ाद कर रह थ कई जगह मजदरो न सरकार की िजीिपत वगण क पहत म और मजदर वगण क पखलाफ नीपतो का तीखा पवरोि दजण कराा इस दौरान िलीस क साथ तीखी झडि हइइ बडी सखा म मजदरो की पगरफताररा हइइ मजदर और िपलस वाल जखमी हए अिन जोशील पदशणनो और समागमो क जररए इस बार पिर मई पदन िर मजदर वगण न शासक िजीिपत वगण क सामन ह ऐलान पका हर पक व गलामी की जजीर हर हाल म तोड कर रहग

हा हम पवश म मई पदवस िर हई कछ गपतपवपिो की जानकारी साझा करग

मजदर वगण न फास की राजिानी िररस म अिनी िहली राजसता काम की थी जो पवश मजदर वगण क पलए पररा व पशका का सोत रही हर फास क मजदर आज भी अिनी िजीवादी

लट-अना क पखलाफ सखत लडाई लड रह ह और पवश क मजदरो का पसर गवण क साथ ऊरा कर रह ह मारण-अपरल महीनो क दौरान फास क मजदरो नौजवानो छातो न सरकार की मजदर व जनपवरोिी नीपतो खासकर शरम काननो म मजदर पवरोिी सशोिनो क पसतावो क पखलाभ जबरदसत आनदोलन लडा हर लाखो की सखा म मजदरो नौजवानो छातो न सडको िर उतरकर हकमरानो को टककर दी हर 28

अपरल को भी लाखो मजदरो न सरकार क पखलाफ पदशणन पक थ िहली मई क पलए भी बड पदशणनो का ऐलान पका गा था िहली मई को फास की सडको िर तथाकपथत वामिथी सरकार की कटर िजीवादी नीपतो क पखलाफ मजदरो-नौजवानो की बाढ सी आ गी िार लाख स अपिक लोगो न मई पदवस क पदशणनो म पहससा पला हकमरानो न ताकत क जररए मजदरो की आवाज दबानी राही लापठा बरसाई गी आस गरस क गोल ि क ग बडी सखा लोगो की पगरफताररा हइइ लपकन मजदरो-नौजवानो का जोश ठणडा नही िडा बपलक उनका लडाई लडन का अहसास और भी गहरा हो गा

दपकर कोररा म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िर हकमरानो की मजदर अपिकारो को करलन की नीपतो क पखलाफ जोरदार पदशणन पक हा भी सरकार िजीिपतो को मजदरो की छटनी करन की बडी छट दन क पलए और अन शरम अपिकार छीनन क पलए कानन ला रही हर हा भी मजदरो की िलीस क साथ सख टककर हई मजदर जखमी हए पगरफतार

पकए ग लपकन उनका लाल झणडा झका नही

रस म तजी स बढती आपथणक बदहाली का पशकार मजदर लाखो की सखा म मई पदवस िर सडको िर उतर आ मासको क लाल रौक म दपसो हजार मजदरो न मई पदवस िरड म भागीदारी की और िजीवादी हकमरानो को रनौती दी उनक हाथो म मजदर वगण क महान पशकको व नताओ माकसण एगलस लपनन सटापलन की तसवीर

थी व समाजवाद की िनःसथािना क पलए आवाज उठा रह थ और िजीवादी हकमरानो क पदलो म किकिी िरदा कर रह थ

तकमी म मई पदवस क पदशणनो को रोकन क पलए सरकार न अनक सखत िाबपनदो का ऐलान पका था इसताबल शहर क तकसीम रौक िर लोगो क इकट होन िर भी रोक लगाई गी थी तकसीम रौक राजनीपतक रोष पदशणनो-ररपलो क पलए अहम सथान हर मई पदवस क साथ इसका खास समबनि हर िहली मई 1977 क पदशणन को रोकन क पलए हा दपकरिथी बदकिाररो न 36 लोगो को शहीद कर पदा था इस जगह िर मई पदवस क पदशणन रोकन क पलए हर वषण की तरह इस बार भी सरकार न जोरदार ताकत झोकी थी अमररकी सामराजवादी हकमरानो न खपिा एजपसो और अन ढगो स सरकार की मदद की इसताबल शहर म लगभग 25 हजार िलीस बल तरनात पका गा हरलीकरॉपटर पदशणनकाररो की पनशानदही करन क पलए शहर क ऊिर मडरा रह थ तकसीम रौक िर मजदरो को िहरन स रोकन क पलए दमन पका

गा िपलस क एक टक न एक बजगण पदशणनकारी को टारो तल करल पदा दो सौ अपिक पदशणनकाररो को पगरफतार कर पला गा

मई पदवस की जनमभपम अमररका म भी मजदरो न अनक जगहो िर बड पदशणन पक पसएटल म कई हजार मजदरो न एकजट होकर मजदर अपिकारो क पलए आवाज उठाई व पवापसो क अपिकारो क पलए जोरदार आवाज बलनद कर रह थ पदशणनकाररो म राषटिपत िद क उममीदवार डोनालड टमि दारा पवासी मजदरो क पखलाफ भडकाई जा रही निरत क पखलाफ आकोश था पदशणन को रोकन क पलए हा भी िपलस न लाठीराजण पका आस गरस क गोल ि क पगरफताररा की उिर कनाडा म भी बड पदशणन हए और मजदरो-नौजवानो को दमन का सामना करना िडा

सार पबटन म मई पदवस िर पदशणन हए इस दौरान अन मदो क साथ-साथ रोि म िासीवादी ताकतो क पखलाफ आवाज उठाई गी ताईवान म हजारो मजदरो न काम क घणट घटान और वतन वपदध क पलए पदशणन पकए नान म सरकार दारा जनता की सहलत छीन जान क पखलाफ मजदरो न जोरदार आवाज बलनद की

भारत म भी मजदर वगण न बडी सखा म मई पदवस आोजनो म भागीदारी की मजदर शहीदो को तहपदल स ाद पका गा सरकार की मजदर पवरोिी-जन पवरोिी नीपतो क पखलाफ आवाज उठाई गी िासीवादी ताकतो दारा जनता को आिस म िमण क नाम िर बाटन और जनवादी अपिकारो क हनन क पखलाफ आवाज उठाई गी हमार दश म औदोपगक मजदर बड सतर िर असगपठत ह जो सगपठत भी ह उनम भी ज़ादा पभाव नकली लाल झणडो वाली िापटणो व अन हकमरान वगमी िापटणो क साथ जडी पननो का हर कापनत-िकिर अपिकतर िापटणागरि औदोपगक मजदरो क आनदोलन को जररी अहपमत नही दत कछ कापनतकारी गरि गमभीरता स भारत स औदोपगक मजदरो को सगपठत करन म लग हए ह इन सगठनो न जोश-खरोश क साथ मई पदवस मनाा कई जगहो िर मई पदवस आोजनो क पलए लमबी मपहम रलाकर वािक मजदर आबादी को मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन की कोपशश की गी दपना क अन दशो की तरह भारत क मजदरो को भी मई पदवस की महान पवरासत क साथ जोडन क पलए बहत कछ पका जाना जररी हर मई पदवस को रसम अदागी म बदल दन अथणवादी मागो-मसलो स जोड कर इस पदन क कापनतकारी महतव को घटान आपद की सापजश स पनिटन क पलए कापनतकारी कमपनसटो काम करना होगा हर साल मई पदन िर पवश मजदर वगण क एक अचछ-खास पहसस दारा पदपशणत जोश-खरोश हम अथाह पररा दता हर ऊजाणवान करता हर मजदर वगण क रोशन भपवष म हमारा पवशास और िकका करता हर

mdash लखदविर

अनतरराटिटीय मजदर ददवस पर तवशवभर म गजी मजदर मककत की आवाज

मजदर तबगल मई 2016 7

(पज 10 पर जारी)

अपरल क शरआती हफत म िनामा ििसण क नाम स जारी हए दसतावजो न इस सम िरी वरपशक राजनीपत म एक तरह का भकि सा ला खडा पका हर फजमी किपना बनाकर िर पवश क िन-कबर पकस तरीक स अिनी कमाई को टरकसो स बरात ह ही इजहार हआ हर िनामा की एक किनी मोसाक िोसका क बार म हए खलास स खलास इपतहास क इस तरह क सबस बड खलास बताए जा रह ह कोपक कल दसतावजो की पगनती 115 करोड स भी ज़ादा हर इन खलासो स इस िरी िजीवादी ववसथा की सडन नजर आती हर कोपक इन खलासो म कोई एक-आि दजणन वपकतो मात क नाम नही हर बपलक िर पवश म िर ल इस फजमी कारोबार की कपडा िजीिपतो राजनताो पफलमी कलाकारो पखलापडो आपद स जडी ह

इगलरणड आइसलड बाजील रस रीन भारत िापकसतान मध-िवण आपद सभ दशो क िपनको क नाम इस सरी म दजण ह अपमताभ बचरन स ल कर डपवड कर मरन तक िटबाल पखलाडी पलओनल मरसी स लकर अदाकार जरकी ररन रसी राषटिपत िपतन स लकर रीनी िाटमी क मबरो क नाम सबक सब इन खलासो क जररए नग हए ह इन खलासो क सामन आन क बाद कई दशो म लोग इन राजनताओ क पखलाि सडको िर आ ग ह आइसलड क पिानमती पसगमडर गनलाउगसन को तो जन-दबाव क रलत असतीिा दना िडा इसी तरह इगलरणड म भी डपवड कर मरन को कटघर म खडा करन क पलए लोगो का दबाव बढता जा रहा हर

रपक इस सरी म अमररका क पकसी भी पपतपनपि का नाम नही आा

और पजस तरह मीपडा रस और रीन को खास तौर स पनशाना बना रहा हर उस स इन खलासो क िीछ क राजनीपतक पहतो क बार म भी सवाल उठन शर हो ग ह बहरहाल पहत राह जो भी हो इस सरी न िजीवादी ढार की एक और पघनौनी सचराई को वािक करन म सहाता की हर

इस सम िर पवश म 90 स अपिक ऐस दश ह पजनक अनदर पवश क िरजीवी िजीिपत अिना िरसा पनवश करत ह और ह खलास कवल एक छोट स दश िनामा क ह ऐस दशो को टरकस हरवन कहा जाता हर मतलब पक इन दशो क अनदर टरकस-दर बहद कम ह इसीपलए पवश क सब बड िजीिपत पफलमी हपसता पखलाडी तसकर आपद अिनी कमाई को इन दशो म गप रि स जमा करत रहत रहत ह इस कारोबार को सरार रि स रलान क पलए कई िजमी कागजी कमिपना बनाई जाती ह पजनम ह िरसा पनवश होता हर मोसाक िोसका एक ऐसी ही किनी हर पजसका काम अन कमिपनो की िरदावार करना हर मतलब िजीिपतो क िरस को िजमी किपनो क मापिम स पनवश करवान क तरीक ईजाद करना हर इस सारी पपका को िजीवादी ना ववसथा पबलकल जाज मानती हर (उदाहरर क पलए िापकसतान क पिान मती नवाज शरीि का नाम आन क बाद उसका बराव करत हए िापकसतान क सरना मती न कहा पक सब को अपिकार हर पक वह अिनी सिपत क साथ जो मजमी कर ह िापकसतानी कानन क अनसार व अनतराषटी कानन क अनसार कोई अिराि नही हर) इस मती न िजीवादी ववसथा की कर सचराई को बड सीि-सिषट तरीक स बान कर पदा

इस िर मामल स दो बपनादी सवाल उभर कर सामन आत ह िहला ह पक आपथणक सकट क इस दौर म पवकपसत दशो की सरकार खरण घटान की नीपतो को लाग कर रही ह सवासथ सपविाओ िर खराण लगातार कम पका जा रहा हर बचरो क पलए पाइमरी सकल खोलन स सरकार इनकार कर रही ह िशनो िर हमल पक जा रह ह लाइबररा बद की जा रही ह और सरकारी इमारतोसगरहालो को भी नीलाम पका जा रहा हर और ह सब िरस की कमी क बहान पका जा रहा हर टरकसो का बोझ आम जनता क ऊिर लादा जा रहा हर वरस तो िहल ही आमदनी क ऊिर लगन वाल टरकस स सरकार की आ बहत कम होती हर ऊिर स ह िनी िजीिपत इसी टरकस को बरान क पलए अिनी िजी इन टरकस हरवन म पनवश करत ह एक तो िहल ही सरकार उनको तमाम तरह की ररात दन क पलए आम जनता क टरकस म स बडा पहससा खरण करती हर और जब इन सहलतो का इसतमाल करक ह िजीिपत बड मनाि कमात ह तो उसम स टरकस दना भी गवारा नही समझत

टरकस जपसटस नटवकण क एक अधन क मतापबक इस सम पवश-भर की कल सिपत का 813 पहससा इन टरकस हरवनस म लगा हआ हर जो तकरीबन 30 खरब डालर बनता हर और इस आकड म भी लगातार इजािा होता जा रहा हर पद इस आकड को सनदभषो म रखकर दख तो बहतर समझ आगा -

यदि पर दवशव म स गरीबी को खतम करना हो तो 20 साल तक क दलए सालाना तकरीबन 175 अरब ालर की जररत पडगी इस तरह कल खचाव (लगभग 3500 अरब

ालर) टकस हवस म पडी सपदत का तकरीबन नौवा दहसा ( 1 खरब = 1000 अरब) ही बनता ह

यदि दवशव म स भखमरी को खतम करना ह तो हर साल तकरीबन 30 अरब ालर की जररत ह मतलब इन हवस म लगी रकम का 1000 वा दहसा

दवशव की 40 आबािी क पास पीन वाल साफ पानी की भी सदवधा नही ह दवशव क सभी लोगो को साफ पानी महया करवान का खचाव 10 अरब ालर सालाना ह मतलब टकस हवस म लगी रकम का 3000वा दहसा

लपकन सभी पसिण आकड ह पजनक साकार होन की गजाइश इस िजीवादी ढार क भीतर नही हर कोपक सवासथ सपविाओ को मनाि िर बरकर लोगो को बीमार रखकर ही तो ह मनाि िर पटका पबि रल रहा हर इस पलए शासक वगण खद कभी ह सार खरज करगा इसकी कोई सभावना नही कोपक ऐसा होन स िर िजीवादी ढार की बपनाद पहल जागी

दसरा सवाल जो इस िर मामल म स उभरा हर वह हर इस समसा क समािान का कई लोगो का मानना हर पक अमीरो क ऊिर टरकस दरो को बढाकर और सखती क साथ वसलन का पनम बनाकर इस समसा को सलझाा जा सकता हर लपकन आज क वरशीकरर क इस सकटगरसत दौर क अनदर ऐसी कलिना करना भी बकार हर अमली तौर िर ऐसी पकसी ोजना की अववापहररकता हमार सामन फास की पमसाल क रि म मौजद हर फ़ास क राषटिपत फासवा ओलानद न 2012 क अिन रनाव परार क दौरान ह वादा पका था पक वह रन जान िर उन

िजीिपतो क ऊिर 75 टरकस लाग करवागा पजनकी आमदनी 10 लाख रो सालाना स अपिक हर िजीिपतो की ओर स ह कहकर दबाव बनाा गा पक ऐसा होन की सरत म वह फास म अिन वािार को बद करक अिनी िजी दसर दशो म ल जा ग इस दबाव क रलत िहल तो ओलानद इस दर को 50 िर ल आा और अतत इस िरी ोजना को ही ठनड बसत म डाल पदा

इसका मतलब ह हरपगज नही पक अमीरो क ऊिर अपिक टरकसो की माग नही उठाी जानी रापहए ऐसी माग पबलकल उठानी रापहए लपकन साथ ही साथ िजीवादी ढार क भीतर इसकी सीमा को भी समझना रापहए इसी तरीक स ही ह ढारा लोगो क बीर स अिनी साथणकता खो दगा रपक मौजदा सम म बड सतर िर कोई सचरी कपनतकारी िाटमी मौजद नही हर जो इस मद की अगवाई कर सक इसीपलए इन खलासो क बाद कछ खास नही बदलगा पजनक नाम इस सरी म आ ह उनम स एक-दो को छोडकर (और शाद वह भी नही) पकसी का बाल भी बाका ना होगा और टरकस स बरन का ह कारोबार िहल की तरह रलता रहगा ना कवल िनामा म ही बपलक सभी जगहो िर लपकन इतना त हर पक आज क सम म ह िजीवादी ढारा पजतना सकटगरसत हर ह लगातार ऐस मौक दता जा रहा हर पजनका इसतमाल इस को इसक अजाम तक िहरान क पलए पका जा सकता हर आज जररत हर ऐसी कापनतकारी ताकतो की जो ऐस मौको को सम रहत सभाल सक और लोगो क बीर इस गल-सड ढार को और नगा कर सक

mdash मानव

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण

समथणको शभपरनतको को दमन का पशकार बनान क पलए आिार का हर तरह स इसतमाल पका जाएगा

सरकारी तत म असर-रसख क पबना इणटनट िर उिलबि आिार कनदी डाटाबस िर िडी जानकारी को भद िाना दशो-पवदशो क हरकरो क पलए कौन सी मपकल बात हर सरकार राह इस जानकारी क सरपकत होन की पकतनी भी बात करती रह लपकन ह असरपकत हर अनको मापहर वपकत इस बात की िपषट कर रक ह इस समबनिी अनको लख छि रक ह भारत सरकार की इस िररोजना का एक गप दसतावज गप दसतावजो को लीक करन वाली वबसाइट पवकीलीकस क जररए लीक हो रका हर ह दसतावज मानता हर पक आिार जानकारी लीक होन और इसम छडछड होन की समभावनाए ह लोगो की पनजी जानकारी की सरका पनजी गपता क जनवादी अपिकार की गारणटी करना लोगो की सरका की गारणटी करना जनपवरोिी सरकार का लक हर भी नही वासतपवक मकसद

जनता की पजनदगी म दखल दना हर लोगो की जाससी करना हर जनता की सता पवरोिी सरकार पवरोिी लट-खसट-अना पवरोिी हर सपकता को दबान की बपहसाब ताकत हापसल करना हर

जहा तक लोगो को आिार काडण क जररए सरकारी सहलत-सपबसपडा आपद िाद िहरान का सवाल हर ह सरासर बकवास हर मौजदा उदारीकरर-पनजीकरर क दौर म सरकार लोगो क सवासथ पशका िररवहन िानी पबजली साफ-सिाई आपद बपनादी जररतो स जडी सरकारी सहलतो-सपबसपडो का बड सतर िर खातमा कर रकी हर और कर रही हर ऐस सम म लोगो को सहलत िहरान की बात करना हासासिद बात हर आिार काडण क जररए तो कम स कम 15 करोड लोग तो अिनी िहरान ही सापबत नही कर िा ग कपष पनमाणर और हाथो स कठोर काम करन वाल लोगो की उगपलो क पनशान कािी पघस जात ह मदधम िड जात ह पजनह ससर उठा नही िा ग ससरो िर उगपलो क

कम-ज़ादा दबाव उगपला रख जान की पदशा जररत स अपिक सखी ा परकनाहट वाली रमडी आपद भी पनशान पमला जान म गमभीर पदककत ह इन पदककतो क बार म आिार अथाररटी क दसतावजो म भी माना गा हर आखो की ितपलो का सकर न अिो मोपता पबनद स गरसत आखो म पनशान वाल आपद लोगो िर नही पका जा सकता और ससरो और सकर नरो को िोखा पदा जा सकता हर अमररका पबटन आसटपला रीन कनाडा जमणनी जरस दशो न ऐस पोजकट लाग करनी की असिल कोपशश क बाद इस अवावहाररक नाजाज व खतरनाक माना हर लपकन भारत क हकमरान पिर भी इस लाग कर रह ह

सरकारी सपविाओ का िादा लोगो तक न िहरन का कारर ह नही हर पक लोग अिनी िहरान पसदध नही कर िात इसका कारर ह हर पक समाज क मटी भर लोग समाज क समाज क सोत-ससािनो िर पनतर रख रह ह ह मटीभर तबका सार िाद ल जाता हर सरकारी सहपलतो का मख रि

स काननी-गररकाननी ढग स ही तबका िादा ल रहा हर उदाहरर क तौर िर गरीबी रखा स नीर वाल िररवार िकक राशन काडण होन क बावजद भी अनाज का िरा कोटा हापसल कर िान म अकम होत ह कोपक राशन पडिो क इजाजण उनकी लट करत ह वह गरीबो को मजबर करत ह पक व अिन कोट स कम ल (पलखवा ज़ादा) दपलत छातो को लग वजीि उनह इसपलए हापसल नही होत पक व अिन दपलत होन का सबत नही द िात बपलक सकलो-कालजो का पशासन अनको ढगो स उनका वजीिा मार जाता हर लोगो को सहपलत िहरान क पलए आिार काडण की जरा भी जररत नही हर ऐसा िहल स मौजद पमारितो क जररए भी पका जा सकता हर बशतण पक ऐसा करन क पलए एक जनिकिर आपथणक-राजनीपतक ढारा मौजद हो

भारत क जनपवरोिी हकमरानो न जनता क जनवादी अपिकारो-आजादी क पखलाफ एक जग छडी हई हर जनता क पखलाफ इस जग म हकमरान तरह-तरह क हथकणड अिना

रह ह िहल स बन दमनकारी काननो का इसतमाल बढ रका हर न-न दमनकारी काल कानन-पनम जारी पक जा रह ह दमन क औजारो क भणडार म आिार को भी शापमल पका गा हर मौजदा िासीवादी उभार क सम म जब राजसता की पहमात पाप पहनदतववादी अिराषटवाद व सामपदापकता का बोलबाला हर जब जनता क पवरारो की अपभवपकत की आजादी अपिकारो क पलए सगपठत होन व सघषण करन क सपविापनक-जनवादी अपिकारो िर राजसता दारा जोरदार हमल हो रह ह ऐस िासीवादी उभार क सम म दश क िजीवादी हकमरानो क हाथ म आिार जरसा दमन का औजार आना एक बहद परताजनक बात हर जनता को हकमरानो क इस हमल स िररपरत कराना इसक पखलाफ जगाना सगपठत करना बहत जररी हर

mdash रणबीर

आिार ndash जनता क दमन का औजार(पज 5 स आग)

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

mdash osrk dkSy

कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 7: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

मजदर तबगल मई 2016 7

(पज 10 पर जारी)

अपरल क शरआती हफत म िनामा ििसण क नाम स जारी हए दसतावजो न इस सम िरी वरपशक राजनीपत म एक तरह का भकि सा ला खडा पका हर फजमी किपना बनाकर िर पवश क िन-कबर पकस तरीक स अिनी कमाई को टरकसो स बरात ह ही इजहार हआ हर िनामा की एक किनी मोसाक िोसका क बार म हए खलास स खलास इपतहास क इस तरह क सबस बड खलास बताए जा रह ह कोपक कल दसतावजो की पगनती 115 करोड स भी ज़ादा हर इन खलासो स इस िरी िजीवादी ववसथा की सडन नजर आती हर कोपक इन खलासो म कोई एक-आि दजणन वपकतो मात क नाम नही हर बपलक िर पवश म िर ल इस फजमी कारोबार की कपडा िजीिपतो राजनताो पफलमी कलाकारो पखलापडो आपद स जडी ह

इगलरणड आइसलड बाजील रस रीन भारत िापकसतान मध-िवण आपद सभ दशो क िपनको क नाम इस सरी म दजण ह अपमताभ बचरन स ल कर डपवड कर मरन तक िटबाल पखलाडी पलओनल मरसी स लकर अदाकार जरकी ररन रसी राषटिपत िपतन स लकर रीनी िाटमी क मबरो क नाम सबक सब इन खलासो क जररए नग हए ह इन खलासो क सामन आन क बाद कई दशो म लोग इन राजनताओ क पखलाि सडको िर आ ग ह आइसलड क पिानमती पसगमडर गनलाउगसन को तो जन-दबाव क रलत असतीिा दना िडा इसी तरह इगलरणड म भी डपवड कर मरन को कटघर म खडा करन क पलए लोगो का दबाव बढता जा रहा हर

रपक इस सरी म अमररका क पकसी भी पपतपनपि का नाम नही आा

और पजस तरह मीपडा रस और रीन को खास तौर स पनशाना बना रहा हर उस स इन खलासो क िीछ क राजनीपतक पहतो क बार म भी सवाल उठन शर हो ग ह बहरहाल पहत राह जो भी हो इस सरी न िजीवादी ढार की एक और पघनौनी सचराई को वािक करन म सहाता की हर

इस सम िर पवश म 90 स अपिक ऐस दश ह पजनक अनदर पवश क िरजीवी िजीिपत अिना िरसा पनवश करत ह और ह खलास कवल एक छोट स दश िनामा क ह ऐस दशो को टरकस हरवन कहा जाता हर मतलब पक इन दशो क अनदर टरकस-दर बहद कम ह इसीपलए पवश क सब बड िजीिपत पफलमी हपसता पखलाडी तसकर आपद अिनी कमाई को इन दशो म गप रि स जमा करत रहत रहत ह इस कारोबार को सरार रि स रलान क पलए कई िजमी कागजी कमिपना बनाई जाती ह पजनम ह िरसा पनवश होता हर मोसाक िोसका एक ऐसी ही किनी हर पजसका काम अन कमिपनो की िरदावार करना हर मतलब िजीिपतो क िरस को िजमी किपनो क मापिम स पनवश करवान क तरीक ईजाद करना हर इस सारी पपका को िजीवादी ना ववसथा पबलकल जाज मानती हर (उदाहरर क पलए िापकसतान क पिान मती नवाज शरीि का नाम आन क बाद उसका बराव करत हए िापकसतान क सरना मती न कहा पक सब को अपिकार हर पक वह अिनी सिपत क साथ जो मजमी कर ह िापकसतानी कानन क अनसार व अनतराषटी कानन क अनसार कोई अिराि नही हर) इस मती न िजीवादी ववसथा की कर सचराई को बड सीि-सिषट तरीक स बान कर पदा

इस िर मामल स दो बपनादी सवाल उभर कर सामन आत ह िहला ह पक आपथणक सकट क इस दौर म पवकपसत दशो की सरकार खरण घटान की नीपतो को लाग कर रही ह सवासथ सपविाओ िर खराण लगातार कम पका जा रहा हर बचरो क पलए पाइमरी सकल खोलन स सरकार इनकार कर रही ह िशनो िर हमल पक जा रह ह लाइबररा बद की जा रही ह और सरकारी इमारतोसगरहालो को भी नीलाम पका जा रहा हर और ह सब िरस की कमी क बहान पका जा रहा हर टरकसो का बोझ आम जनता क ऊिर लादा जा रहा हर वरस तो िहल ही आमदनी क ऊिर लगन वाल टरकस स सरकार की आ बहत कम होती हर ऊिर स ह िनी िजीिपत इसी टरकस को बरान क पलए अिनी िजी इन टरकस हरवन म पनवश करत ह एक तो िहल ही सरकार उनको तमाम तरह की ररात दन क पलए आम जनता क टरकस म स बडा पहससा खरण करती हर और जब इन सहलतो का इसतमाल करक ह िजीिपत बड मनाि कमात ह तो उसम स टरकस दना भी गवारा नही समझत

टरकस जपसटस नटवकण क एक अधन क मतापबक इस सम पवश-भर की कल सिपत का 813 पहससा इन टरकस हरवनस म लगा हआ हर जो तकरीबन 30 खरब डालर बनता हर और इस आकड म भी लगातार इजािा होता जा रहा हर पद इस आकड को सनदभषो म रखकर दख तो बहतर समझ आगा -

यदि पर दवशव म स गरीबी को खतम करना हो तो 20 साल तक क दलए सालाना तकरीबन 175 अरब ालर की जररत पडगी इस तरह कल खचाव (लगभग 3500 अरब

ालर) टकस हवस म पडी सपदत का तकरीबन नौवा दहसा ( 1 खरब = 1000 अरब) ही बनता ह

यदि दवशव म स भखमरी को खतम करना ह तो हर साल तकरीबन 30 अरब ालर की जररत ह मतलब इन हवस म लगी रकम का 1000 वा दहसा

दवशव की 40 आबािी क पास पीन वाल साफ पानी की भी सदवधा नही ह दवशव क सभी लोगो को साफ पानी महया करवान का खचाव 10 अरब ालर सालाना ह मतलब टकस हवस म लगी रकम का 3000वा दहसा

लपकन सभी पसिण आकड ह पजनक साकार होन की गजाइश इस िजीवादी ढार क भीतर नही हर कोपक सवासथ सपविाओ को मनाि िर बरकर लोगो को बीमार रखकर ही तो ह मनाि िर पटका पबि रल रहा हर इस पलए शासक वगण खद कभी ह सार खरज करगा इसकी कोई सभावना नही कोपक ऐसा होन स िर िजीवादी ढार की बपनाद पहल जागी

दसरा सवाल जो इस िर मामल म स उभरा हर वह हर इस समसा क समािान का कई लोगो का मानना हर पक अमीरो क ऊिर टरकस दरो को बढाकर और सखती क साथ वसलन का पनम बनाकर इस समसा को सलझाा जा सकता हर लपकन आज क वरशीकरर क इस सकटगरसत दौर क अनदर ऐसी कलिना करना भी बकार हर अमली तौर िर ऐसी पकसी ोजना की अववापहररकता हमार सामन फास की पमसाल क रि म मौजद हर फ़ास क राषटिपत फासवा ओलानद न 2012 क अिन रनाव परार क दौरान ह वादा पका था पक वह रन जान िर उन

िजीिपतो क ऊिर 75 टरकस लाग करवागा पजनकी आमदनी 10 लाख रो सालाना स अपिक हर िजीिपतो की ओर स ह कहकर दबाव बनाा गा पक ऐसा होन की सरत म वह फास म अिन वािार को बद करक अिनी िजी दसर दशो म ल जा ग इस दबाव क रलत िहल तो ओलानद इस दर को 50 िर ल आा और अतत इस िरी ोजना को ही ठनड बसत म डाल पदा

इसका मतलब ह हरपगज नही पक अमीरो क ऊिर अपिक टरकसो की माग नही उठाी जानी रापहए ऐसी माग पबलकल उठानी रापहए लपकन साथ ही साथ िजीवादी ढार क भीतर इसकी सीमा को भी समझना रापहए इसी तरीक स ही ह ढारा लोगो क बीर स अिनी साथणकता खो दगा रपक मौजदा सम म बड सतर िर कोई सचरी कपनतकारी िाटमी मौजद नही हर जो इस मद की अगवाई कर सक इसीपलए इन खलासो क बाद कछ खास नही बदलगा पजनक नाम इस सरी म आ ह उनम स एक-दो को छोडकर (और शाद वह भी नही) पकसी का बाल भी बाका ना होगा और टरकस स बरन का ह कारोबार िहल की तरह रलता रहगा ना कवल िनामा म ही बपलक सभी जगहो िर लपकन इतना त हर पक आज क सम म ह िजीवादी ढारा पजतना सकटगरसत हर ह लगातार ऐस मौक दता जा रहा हर पजनका इसतमाल इस को इसक अजाम तक िहरान क पलए पका जा सकता हर आज जररत हर ऐसी कापनतकारी ताकतो की जो ऐस मौको को सम रहत सभाल सक और लोगो क बीर इस गल-सड ढार को और नगा कर सक

mdash मानव

पनामा पपसस मामला पजीवादी पतन का एक परतततनधि उदाहरण

समथणको शभपरनतको को दमन का पशकार बनान क पलए आिार का हर तरह स इसतमाल पका जाएगा

सरकारी तत म असर-रसख क पबना इणटनट िर उिलबि आिार कनदी डाटाबस िर िडी जानकारी को भद िाना दशो-पवदशो क हरकरो क पलए कौन सी मपकल बात हर सरकार राह इस जानकारी क सरपकत होन की पकतनी भी बात करती रह लपकन ह असरपकत हर अनको मापहर वपकत इस बात की िपषट कर रक ह इस समबनिी अनको लख छि रक ह भारत सरकार की इस िररोजना का एक गप दसतावज गप दसतावजो को लीक करन वाली वबसाइट पवकीलीकस क जररए लीक हो रका हर ह दसतावज मानता हर पक आिार जानकारी लीक होन और इसम छडछड होन की समभावनाए ह लोगो की पनजी जानकारी की सरका पनजी गपता क जनवादी अपिकार की गारणटी करना लोगो की सरका की गारणटी करना जनपवरोिी सरकार का लक हर भी नही वासतपवक मकसद

जनता की पजनदगी म दखल दना हर लोगो की जाससी करना हर जनता की सता पवरोिी सरकार पवरोिी लट-खसट-अना पवरोिी हर सपकता को दबान की बपहसाब ताकत हापसल करना हर

जहा तक लोगो को आिार काडण क जररए सरकारी सहलत-सपबसपडा आपद िाद िहरान का सवाल हर ह सरासर बकवास हर मौजदा उदारीकरर-पनजीकरर क दौर म सरकार लोगो क सवासथ पशका िररवहन िानी पबजली साफ-सिाई आपद बपनादी जररतो स जडी सरकारी सहलतो-सपबसपडो का बड सतर िर खातमा कर रकी हर और कर रही हर ऐस सम म लोगो को सहलत िहरान की बात करना हासासिद बात हर आिार काडण क जररए तो कम स कम 15 करोड लोग तो अिनी िहरान ही सापबत नही कर िा ग कपष पनमाणर और हाथो स कठोर काम करन वाल लोगो की उगपलो क पनशान कािी पघस जात ह मदधम िड जात ह पजनह ससर उठा नही िा ग ससरो िर उगपलो क

कम-ज़ादा दबाव उगपला रख जान की पदशा जररत स अपिक सखी ा परकनाहट वाली रमडी आपद भी पनशान पमला जान म गमभीर पदककत ह इन पदककतो क बार म आिार अथाररटी क दसतावजो म भी माना गा हर आखो की ितपलो का सकर न अिो मोपता पबनद स गरसत आखो म पनशान वाल आपद लोगो िर नही पका जा सकता और ससरो और सकर नरो को िोखा पदा जा सकता हर अमररका पबटन आसटपला रीन कनाडा जमणनी जरस दशो न ऐस पोजकट लाग करनी की असिल कोपशश क बाद इस अवावहाररक नाजाज व खतरनाक माना हर लपकन भारत क हकमरान पिर भी इस लाग कर रह ह

सरकारी सपविाओ का िादा लोगो तक न िहरन का कारर ह नही हर पक लोग अिनी िहरान पसदध नही कर िात इसका कारर ह हर पक समाज क मटी भर लोग समाज क समाज क सोत-ससािनो िर पनतर रख रह ह ह मटीभर तबका सार िाद ल जाता हर सरकारी सहपलतो का मख रि

स काननी-गररकाननी ढग स ही तबका िादा ल रहा हर उदाहरर क तौर िर गरीबी रखा स नीर वाल िररवार िकक राशन काडण होन क बावजद भी अनाज का िरा कोटा हापसल कर िान म अकम होत ह कोपक राशन पडिो क इजाजण उनकी लट करत ह वह गरीबो को मजबर करत ह पक व अिन कोट स कम ल (पलखवा ज़ादा) दपलत छातो को लग वजीि उनह इसपलए हापसल नही होत पक व अिन दपलत होन का सबत नही द िात बपलक सकलो-कालजो का पशासन अनको ढगो स उनका वजीिा मार जाता हर लोगो को सहपलत िहरान क पलए आिार काडण की जरा भी जररत नही हर ऐसा िहल स मौजद पमारितो क जररए भी पका जा सकता हर बशतण पक ऐसा करन क पलए एक जनिकिर आपथणक-राजनीपतक ढारा मौजद हो

भारत क जनपवरोिी हकमरानो न जनता क जनवादी अपिकारो-आजादी क पखलाफ एक जग छडी हई हर जनता क पखलाफ इस जग म हकमरान तरह-तरह क हथकणड अिना

रह ह िहल स बन दमनकारी काननो का इसतमाल बढ रका हर न-न दमनकारी काल कानन-पनम जारी पक जा रह ह दमन क औजारो क भणडार म आिार को भी शापमल पका गा हर मौजदा िासीवादी उभार क सम म जब राजसता की पहमात पाप पहनदतववादी अिराषटवाद व सामपदापकता का बोलबाला हर जब जनता क पवरारो की अपभवपकत की आजादी अपिकारो क पलए सगपठत होन व सघषण करन क सपविापनक-जनवादी अपिकारो िर राजसता दारा जोरदार हमल हो रह ह ऐस िासीवादी उभार क सम म दश क िजीवादी हकमरानो क हाथ म आिार जरसा दमन का औजार आना एक बहद परताजनक बात हर जनता को हकमरानो क इस हमल स िररपरत कराना इसक पखलाफ जगाना सगपठत करना बहत जररी हर

mdash रणबीर

आिार ndash जनता क दमन का औजार(पज 5 स आग)

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

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कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 8: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

(पज 1 स आग)

8 मजदर तबगल मई 2016

बात सिषट हो जागीका आि जानत ह पक lsquoगरिrsquo

lsquoहस एड मरॉररजrsquo lsquoओलड नवीrsquo lsquoबनाना ररिपबलकrsquo lsquoज सी िनीrsquo lsquoजाराrsquo lsquoटसकोrsquo और lsquoवालमाटणrsquo जरस अतराणषटी बाड अिन किड मखत तीसरी दपना क दशो ापन रीन बागलादश पवतनाम भारत मपकसको मलपशा िापकसतान आपद पवकासशील दशो म बनवात ह और इसक िीछ सबस बडा कारर हर इन मलको की ससती शरमशपकत इन सभी दशो म मजदरो क पलए काम करन की िररपसथता कमोबश खराब ही ह तकरीबन दो साल िहल बागलादश क ढाका म राना पलाजा नाम की बहमपजला इमारत पगर जान स उसम काम करन वाल 1000 स ज़ादा गारमट कामगारो की मौत हम भल नही सकत वरस इनह मौत नही बपलक नरसहार कहा जाना रापहए और बात कवल बाग लादश की ही नही हर िर कटी मापलको क पलए मजदर पकसी भड-बकरी स ज़ादा कछ नही होत बागलादश हो ा रीन िापकसतान हो ा भारत

अगर आि गडगाव पतरिर बगलर ा ऐसी ही पकसी जगह रहत ह जहा गारमट िर कटी लगी हो तो आिको इस कत म काम करन वाल मजदरो क हालात का थोडा-बहत अदाजा तो पनपचित तौर िर होगा इन कारखानो म काम करन वाल ज़ादातर कामगार इतनी कम मजदरी िर काम करत ह पक पजन बड-बड बाडस क पलए वो किड बनात ह उस खद स खरीदन का कवल सिना ही दख सकत ह सिरवाइजरो क दारा कामगारो क साथ गाली-गलौज करना तो आम बात हर कभी कभी वो िकका-मककी और मार-िीट तक उतर आत ह कहन की जररत नही पक पदन-रात हाड-मास गलाकर खटन क बावजद औसतन मात 7000 स 8500 रि तक की मापसक तनखवाह िर काम करन वाल मजदर अिनी महनत क साथ ही अिना आतमसममान अिनी आतमा भी बर डालन क पलए मजबर होत ह इन कारखानो म मखतः टारगट क आिार िर काम पला जाता हर मसलन ऑनलाइन समारार िोटणल lsquoसकरॉलrsquo म छिी ररिोटण क अनसार lsquoगरिrsquo बाड क पलए किड बनान वाली बगलर की एक िर कटी म काम करन वाली जममा बताती ह ldquoहर मजदर को किड का एक पहससा पसलना होता हर और उस एक घट म 60 िीस खतम करना ही होता हरrdquo वरस टारगट किड क सटाइल और काम की जपटलता िर पनभणर करता हर और 80-100 िीस तक का टारगट भी मजदरो को पदा जाता हर टारगट िरा ना होन िर सिरवाइजरो क दारा मजदरो को जलील पका जाना आम बात हर इतन ऊर टारगट क दबाव म कामगार नाता-िानी ा शौराल क पलए छोटा सा पवराम तक नही ल िात

इन गारमट मजदरो क बीर काम

करन वाली गारमट एड टकसटाइल वकण सण पनन (पजसकी कल सदस सखा 8000 हर) और एक गरर-लाभकारी सगठन सटर फरॉर वकण सण मरनजमट क दारा सकत रि स पक ग अधन म िाा गा पक कई गारमट मजदर बगलर म पकराा बहत ज़ादा होन क कारर शहर क बाहर कमरा लकर रहत ह ऐस म आन-जान म उनको काफी दर हो जाती हर ज़ादातर मजदर सबह 7 बज पनकल िडत ह काम क पलए और रात म घर वािस िहरन तक 8 स 9 तक बज जात ह शहर क अनदर िहरत ही आन-जान का पकराा बहत ज़ादा हो जाता हर इसपलए बहत स मजदर आि घट स भी ज़ादा िरदल रलकर कारखाना िहरत ह पिर इतना ही वािस जात वकत भी रलना िडता हर कई बार मपहला मजदर समह बनाकर ऑटो बक कर लती ह मात तीन लोगो क ऑटो म 10 क आसिास मपहला मजदरो का जाना आम बात हर कोपक वतणमान म ऑटो बक करन का पकराा बगलर म 13 रपकमी हर ऊिर स ऑटो

वाल कई बार पनपचित दर स ज़ादा ही कीमत लत ह अधन की ररिोटण क अनसार मजदरो क दारा बाहर पफलम दखन जाना पकसी रसटोरट म अकल ा िररवार क साथ खान जाना पकसी जगह घमन जाना ापन मनोरजन िर पका जान वाला खरण शन हर पजसकी वजह हर िरसा और सम दोनो का अभाव एक पदन की छटी भी ा तो ओवरटाइम करन ा घर का बाकी काम करन ा सपाह भर की थकान पमटान म ही पनकल जाता हर ऊिर हमन बताा पक कर स कामगार बहत ऊर टारगट क रलत छोट-मोट पवराम नही ल िात इस अधन क अनसार 60 कामगार तो अिना मधाहन भोजन भी छोड दत ह जबपक पपत घट एक किड िर आन वाली शरम की कीमत बाजार म उसक पवक मल का महज 1 हर करॉलस क पलए एक शटण बनान म जहा मात 16 रि 88 िरस लगत ह वही करॉलस इस बाजार म 32 डरॉलर (ानी करीब

2130 रि) म बरता हर इतन ज़ादा काम क दबाव म हर मजदर औसतन 5 बार साल म बीमार िड जाता हर मजदरो को होन वाली करॉपनक (दीघणकापलक) बीमाररो म मख वजह काम करन की िररपसथता होती ह पजसम िररो म ददण का बना होना सबस सामान हर इसक अलावा लगातार बखार थकान िीठ ददण िट की बीमाररा सतरी रोग इतापद भी काफी मजदरो म िा जात ह

इतनी अमानवी िररपसथपतो म और इतनी कम मजदरी िर काम करन वाल मजदरो को पनन तक नही बनान पदा जाता पनन बनान स रोकन क पलए मजदरो को वतन रोक दन और िर कटी बद कर दन की िमपका दी जाती ह पकसी मजदर क दारा पनन स जड जान िर उसको िरशान पका जाता हर और उसका टारगट भी बढा पदा जाता हर हालात ऐस ह पक बगलर और इसक आस-िास की लगभग 800 िर पकटो म काम करन वाल तकरीबन 5 लाख गारमट मजदरो का कवल 3 पहससा ापन मात 15000 मजदर ही पकसी पनन स जड ह िर इन सबक बावजद जब इस बार क दी सरकार न मजदरो की भपवष पनपि िर अिनी पगदध-दपषट डाली तो मानो िानी सर क ऊिर रला गा और बगलर क 125 लाख गारमट मजदर सडको िर उतर आ आइ इस वषण की इस अतत महतविरण घटना िर एक सरसरी पनगाह डालत ह

कस फली बगलर म तवरोि परदिसन की आग

कमणरारी भपवष पनपि बरत का एक सािन होती हर पजसम हर माह कमणरारी और उसक पनोकता (नौकरी दन वाला) दोनो क ही दारा मल वतन का 12 जमा पका जाता हर पनोकता क दारा जमा पक ग पहसस का 833 िशन कोष म रला जाता हर और बाकी 367 भपवष पनपि म क द सरकार

न इसी साल 10 िरवरी को अ प ि स र न ा जारी कर इस 367 वाल पहसस को कमणरारी क दारा 58 साल की उमर हो जान स िहल पनकाल जान िर रोक लगा दी थी मापसक त न ख व ा ह काफी कम होन की वजह स इन मजदरो क पलए भपवष पनपि घर म शादी िडन पकसी क

बीमार िड जान ा पकस अन इमरजसी की िररपसथपत म बहत सहाक पसदध होती हर और ऐस म इसक पकसी भी पहसस को सवा-पनवपत तक रोका जाना मजदरो क पलए कषटकारक ही होगा लपकन िजीिपतो क अर छ पदनो को लान क पलए जी जान स जटी मोदी सरकार मजदरो की ज पनदगी की रही-सही सरका भी छीन लन िर उतार हर

बगलर क होसर रोड क िास पसथत शाही एकसिोटणस पा पल क कछ मजदरो न जब एक सथानी कननड अखबार म भपवष पनपि क एक पहसस की पनकासी िर रोक लगान की खबर िढी तो उनहोन ततिरता पदखात हए उस खबर की िोटोकरॉिी कराई और उन करॉपिो को बाकी मजदरो म पवतररत कर पदा पजसक बाद 18 अपरल को शाही एकसिोटणस क मजदर िरन िर बरठ ग खबर जब शाही एकसिोटणस की ही 80 पकमी दर बोममानाहलली पसथत एक दसरी इकाई म िहरी तो वहा क

मजदर भी सडको िर उतर आ इस इलाक म बहत सारी गारमट िर पकटा ह और िीर-िीर लगभग लाख क आसिास मजदर सडको िर िहर रक थ दसर पदन िपलस दारा कछ मजदरो को िीट जान और कई मजदरो को पहरासत म पलए जान िर पवरोि पदशणन और ज़ादा तीवर हो गा

बतात रल पक बगलर क टक सटाइल स उदोग म काम करन वाल 5 लाख मजदरो म स तकरीबन 4 लाख मजदर मपहला ह और कछ ऐसा ही अनिात हम पवरोि पदशणन क दौरान सडको िर भी दखन को पमला इतनी भारी सखा म मपहलाओ की भागीदारी की वजह स कोई उममीद कर सकता हर पक िपलपसा दमन थोडा सीपमत रहा होगा िर ऐसा नही हर आनदोलन को करलन क पलए िपलस न कोई कोर-कसर बाकी न रखी आनदोलन क दौरान की ही एक वीपडो इनटरनट िर वारल हई पजसम सिषट रि स पदख रहा हर पक कर स िपलस मजदरो िर बतहाशा लाठी राजण करक उनह िरना-सथल स भगा रही हर असल म िहल ही पदन शाही-एकसिोटणस क कामगारो को िपलस न डड क दम िर पछतर-पबतर करन की कोपशश की पजसस एक गभणवती मजदर को असिताल म भतमी कराना िडा मगर अिनी लाख कोपशशो क बावजद िपलस आदोपलत मजदरो का हौसला नही तोड िाी आनदोलन न भाजिा नीत क द की गठबिन सरकार को तातकापलक तौर िर पपतपका दन िर बाध कर पदा और सरकार न अिन िर सल को तीन महीन क पलए पनलपबत कर पदा मगर इस िोख और पदखाव वाली पपतपका िर आनदोलन और तज हो गा और अतत सरकार न हार मानत हए भपवष पनपि सबिी अपिसरना वािस ल लीमीडडया और मधयवगस का रवया

इस बीर तमाम बजणआ अखबारो और टीवी समारार ररनलो की बात की जा तो असल म राषटी मीपडा म तो इस घटना को नाममात ही कवरज पमली सथानी अखबारो और ररनलो न इस कवर पका भी तो अिनी वगण िकिरता जापहर करत हए ऐस िहलओ िर ही ज़ादा जोर पदा पजनस मजदरो की मागो और समसाओ का कोई खास

भतवषय तनधि पर गगदध दतटि डालन वाली मोदी सरकार क ख़िलाफ़ बगलर की सती गारमट मजदरो न सभाली कमान सरकार को झकाया

(पज 9 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

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कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 9: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

मजदर तबगल मई 2016 9

(पज 8 स आग)

लना दना नही था मसलन lsquoगारमट मजदरो न पका रोड बलरॉकrsquo lsquoपदशणन कर रह मजदर हए पहसकrsquo lsquoमजदरो न पका सावणजपनक सिदा का नकसानrsquo इतापद पकसी भी अन आनदोलन की तरह िपलपसा दमन की पसथपत म सडक िर िड ककड-ितथर क टकडो को ि क जान की घटना को ऐस पदखाा गा मानो मजदर भी िपलस वालो का दमन करन िर उतर आ हो ा मानो मजदर भी आिपनक राइिल लकर िरन िर बरठ हो

दसरी तरफ मध और उचर मध वगण अिनी सहज वगण रतना क कारर शासक वगषो की िढी िढाई बात जिन म वसत रहा मसलन lsquoमजदरो को कानन की मदद लनी थी ऐस सडको को जाम करक दश का नकसान ही हो रहा हरrsquo किमडकता का िररम फहरान वाल इन lsquoदशभकतोrsquo को इस बात स पबलकल फकण नही िडता पक जो बाडड किड िहन कर व इतरात ह वो इनही मजदरो क खन-िसीन स बनता हरमजदरो पर lsquoहता क परयासrsquo का कस दजस राजयसता पललस और कारखाना परबिनो की खली नगई

मजदरो क इस वािक जनउभार और िपलपसा दमन क पखलाफ उनक जझार सघषण स बौखलाए कारखानो क पबिन और िपलस न आिसी पमलीभगत स दगा सावणजपनक सिदा को नकसान नौकरशाहो की पताडना क साथ हता क पास तक की िाराओ क अतगणत मजदरो क पखलाफ पाथपमकी दजण की हर इसी बीर अिना जनपवरोिी रररत जापहर करत हए कनाणटक क कागरस िाटमी की सरकार क मखमती पसदारमर ा और गह मती िरामशरा न एक जरस बान दत हए कहा पक िपलस न गारमट मजदरो क पदशणन को काफी कशलता स सभाला आइ इस lsquoकशलताrsquo की एक बानगी दखत ह इपडन एकसपस की वबसाइट िर पकापशत खबर क अनसार एक एनजीओ एमनसटी इटरनशनल इपडा दारा 18 गारमट मपहला मजदरो स िछताछ िर उन सबका कहना था पक उनहोन िपलस को शापतिरण पदशणन कर रह मजदरो को गापला दत और िीटत दखा इनही म स िीना इलाक म पदशणन करन वाली एक मजदर का कहना हर ldquoिपलस न अिन डड स हमार गपागो िर पहार पका एक िपलस वाल न कहा ldquoवा कही की तझ गारमट िर कटी म काम करन स का पदककत हरrdquo सिषट हर पक क द सरकार दारा मजदरो की मागो िर शर म बहद बरखी पदखात हए मात तीन महीन क पलए भपवष पनपि समबनिी अपिसरना टाल दन क अलावा िपलस का भी मजदरो को उकसान म बहत बडा रोल रहा मगर जहा एक तरफ कनाणटक की जनपवरोिी सरकार िपलस की तारीफ कर रही हर वही दसरी ओर अभी भी 200 स ऊिर की सखा म मजदर जमानत नही

पमल िान क कारर जल म सड रह ह कोपक इन मजदरो क पखलाफ दगा करन क साथ-साथ हता क पास का गरर-जमानती कस भी दजण पका गा हर िपलस िीना और बोममानाहलली इलाको क कारखानो म जा रही हर और अिनी मजमी स पकसी भी मजदर को उठा क ल जा रही हर जझार आररर वाल मजदरो को कारखाना पबिन सवचछा स िपलस को सौि रहा हर

सवतसतस आनदोलनहम िहल ही पजक कर रक ह पक

कल 5 लाख मजदरो का एक बहत छोटा सा पहससा ही पकसी पनन स जडा हर इस पलहाज स इस आनदोलन की सबस खास बात रही इसकी सवतसितणता थोडा सा गहराई म जाकर आकलन पका जाए तो समझना कपठन नही पक पबना पकसी नततव क जगल की आग की तरह िर ल इस आनदोलन क िीछ भपवष पनपि समबपित अपिसरना तो एक तातकापलक वजह मात थी असल म आनदोलन काम करन स लकर रहन-खान तक की पनहात ही पपतकल िररपसथपतो (पजनका पजक हम ऊिर कर रक ह) की वजह स मजदरो म लमब सम स वाप असतोष की भी अपभवपकत थी इस बात को समझ लन िर पकसी सवत सितण नततवपवहीन आनदोलन की सीमा भी हम समझ म आ जाती हर पकसी फलरश पबद की तरह िटल िर उिपसथत होकर तरत खतम हो जान वाल इस आनदोलन म पकसी कापतकारी नततव की कमी पनपचित तौर िर खली अनथा इस आनदोलन को मात भपवष पनपि समबनिी अपिसरना वािस लन की माग तक ही सीपमत ना रखत हए इस मजदरो-दपलतो-छातो-पसतरो क वािक सामापजक-राजनीपतक-आपथणक पहतो स जोडत हए एक दीघणकालीन और बड आनदोलन म तबदील पका जा सकता था िर भारत म िहल स ही काफी कमजोर िड रक कापतकारी कमपनसट आनदोलन क बाद भी अभी बहत स लोग कठमललावाद स आजाद नही हो िा ह वरना लाखो लाख की आबादी म बसन वाल मजदरो क ररहाशी इलाको म काम करन की असीम सभावनाए ह

वरस तो बगलर म सभी क दी टड पननो की उिपसथपत हर िर सशोिनवाद की गटरगगा म डबकी लगाती पननो का असगपठत कत क मजदरो िर कोई पभाव तो वरस भी नही हर और जहा कही थोडी बहत िहर इनकी हर भी तो सशोिनवादी अथणवाद स आग कभी बढ ही नही िात ा दसर शबदो म अथणवाद स आग बढना ही नही राहत मजदरो म राजनीपतक रतना का पसार करना तो बहत दर की बात हर आज इन क दी टड पननो का नततव ही बरी तरह स वरराररक रि स दररद होता हर और अगर वरराररक दररदता ही काफी नही थी तो इनक कछ नता तो िर कटी क मापलको स दलाली तक करत हए िा जात ह राषटी सवसवक सघ

की टड पनन lsquoभारती मजदर सघrsquo को तो बनाा ही गा हर भारती मजदर आनदोलन को िजीिपतो का पिछलगग बना दन क पलए इस पनन का महासपरव गारमट मजदरो क आनदोलन को एक lsquoराजनीपतक सापजशrsquo करार दता हर और कहता हर पक अन राजो म जब पविान सभा रनाव रल रह ह ऐस म मपहला मजदरो को आनदोलन करन

क पलए lsquoगमराहrsquo पका गा थाबहरहाल घर कारखान स लकर

िर समाज म कदम कदम िर पितसता और बबणर िजीवाद का दश झलन वाली मपहला मजदरो न इस आनदोलन की अगआई की िपलपसा दमन का डटकर सामना पका और अिन हक की एक छोटी लडाई भी जीती ह छोटी लडाई मजदर वगण क भीतर िल रह जबदणसत

गसस का सकत दती हर इस आकोश को सही पदशा दकर महज कछ तातकापलक मागो स आग बढकर ववसथा िररवतणन की पदशा म मोडन की रनौती आज क दौर की सबस बडी रनौती हर

mdash दशदशर गपा

िररस कमन की िरती फास म शोषरकारी हकमरानो क पखलाफ जनानदोलनो की एक शानदार िरमिरा रही हर सम-सम िर फासीसी जनता हकमरानो की जनपवरोिी नीपतो का जबरदसत पवरोि करती रही हर पिछल पदनो मारण-अपरल महीनो क दौरान भी फास क मजदरो नौजवानो व छातो दारा मजदर पवरोिी शरम सिारो जनता स सरकारी सहलत छीनन आपद क पखलाफ फास भर म बड िरमान िर जबरदसत पदशणन हए ह िहली मई को भी फास म बड सतर िर पदशणन हए ह इन पदशणनो म दस लाख स अपिक मजदरो नौजवानो छातो न शमलीत की हर इस दौरान लोगो की िलीस क साथ जबरदसत झडि हई ह पदशणनकाररो िर िपल स न जमकर लापठा बरसाई आस गरस क गोल ि क बडी सखा पदशणनकाररो को पगरितार पका लपकन हापकमो का दमन जनाकोश को शात नही कर िाा हर सबस जबरदसत पदशणन फास की राजिानी िररस म हए ह

फास म इस सम बरोजगारी बहत बड सतर िर िर ली हई हर फास क करीब 25 पपतशत नौजवान बरोजगार ह बहत मजदरो और नौजवानो को बहत कम तनखाहो िर और कठोर शतषो िर गजार क पलए पनजी कमिपनो को अिना कीमती शरम बरना िडता हर छातो को अिन भपवष की परनता सता रही हर बहतरी क पलए बदलाव की उममीद म फास की सािारर जनता न खद को वामिनथी कहन वाली िापटणो को वोट दी नतीज क तौर िर मारण 2014 म समाजवादी िाटमी क नततव म तथाकपथत वामिनथी गठजोड की सरकार बनी थी लपकन सरकार बनन क बाद तथाकपथत वामिपनथो का

िजीिरसत वासतपवक रहरा जनता क सामन आा जब इनहोन िजीिपतो क िक म जनता क अपिकारो िर बड सतर िर कटौती क पसलपसल को ही आग बढाा अब फासीसी सरकार मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर डाका मारन जा रही हर फास की

जनता न सरकार की इस मजदर पवरोिी कारणवाई का डटकर पवरोि पका हर

फास की सरकार व िजीिपतो का कहना हर पक वहा शरम कानन बहत सखत ह पजनक रलत िजीिपतो को पनवश करन व अपिक मजदरो को काम िर रखन समबनिी समसाए आती ह अगर शरम काननो को ढीला कर पदा जाए तो बरोजगारी की समसा हल हो जाएगी ऐसा कहत हए फासीसी सरकार ना कानन ला रही हर पजसक जररए मजदरो क काननी शरम अपिकारो िर बड सतर िर कटौती करन की कोपशश की जा रही हर छटनी करन िर मजदरो को पदए जान वाल मआवज िर कट लगाा जा रहा हर मजदरो व मापलको क पववादो म िजीिपतो की टाग और ऊिर करन क पलए पनम बनाए जा रह ह फास की बहसखा जनता सरकार क इन कदमो क पखलाफ हर लपकन सरकार अपडल रख अिनात हए मजदर पवरोिी शरम सिारो को लाग करन िर बपजद हर

िहल ही बरोजगारी क सताए लोगो का सरकार क रवर क कारर गससा और भडक उठा हर पवपभनन टड पननो क आहान िर शरम सिारो क पखलाफ हए पदशणनो म बडी सखा म नौजवान-छात सवसितण ढग स शापमल हए ह

फास क इस घटनाकम न एक बार

पिर ह सिषट कर पदा हर पक िजीवादी ववसथा स घलपमल रक तथाकपथत वामिपथो स जनता को उदारीकरर-पनजीकरर क मौजदा पवशवािी दौर म जनता क पहतो म आपथणक सिारो की कोई उममीद नही रखनी रापहए उनकी कहनी और करनी म जमीन आसमान का िकण हर हमशा जनता को िोखा दत आ ह

आज िर ससार म उदारीकरर-पनजीकरर की आिी झल रही हर और मजदरो-महनतकशो नौजवानो छातो क अपिकारो को बरी तरह करला जा रहा हर िरी दपना म ही मजदर पवरोिी शरम सिार पकए जा रह ह हमार दश म भी ही हालत हर ऐस सम म फास क मजदरो नौजवानो छातो का शरम सिारो क पखलाफ जबदसत आनदोलन भरिर सवागतोग हर िररस कमन की िरती क जझार सापथो को इकलाबी सलाम

mdash लखदविर

सरकार की कठोर पजीवादी नीततयो क ख़खलाफ़

फास क लाखो मजदर नौजवान छातर सडको परबगलर क गारमट मजदरो न

सरकार को झकाया(पज 8 स आग)

फास की राजिानी पररस क मख चौक पर लाखो महनतकिो और नौजवानो का हजम

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

mdash osrk dkSy

कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 10: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

10 मजदर तबगल मई 2016

(पज 1 स आग)

भाषर द डाला उनहोन कहा पक मन और मर िपत न जीवन का 22 साल स ज़ादा वकत समाज की सवा म अपिणत कर पदा मरा मानना हर पक ईमानदारी और नरपतकता क साथ कारोबार करना सबका हक हर

उनकी नरपतकता और ईमानदारी ही हर पक लोगो को उनकी जगह-जमीन स उजाडकर कौपडो क भाव पाकपतक ससािन लटकर उस िर कारोबार खडा पका जा और मनमापफ क मनाफा लटा जाए वरस इन नताओ और िजीिपतो स इसस ज़ादा उममीद भी का की जा सकती हर पक वह जनता को खलकर लट और उस लट को जाज ठहरान क पलए नरपतकता और ईमानदारी का िाठ िढा

पजस दश म रोज हजारो बचर भख स मरत हो करोडो बघर हो बरोजगार हो बपनादी जररत की सारी रीज महगी हो गी हो पशका सवासथ की सपबसडी

म लगातार कटौती की जा रही हो और दसरी तरि िजीिपतो क करोडो रि क कजण माफ पक जा रह हो उस दश म जब जनता पशका सवासथ रोजगार का सवाल उठाती हर तो कहा जता हर पक दश आपथणक सकट स गजर रहा हर गरीबो को ही कबाणनी करन और अिन खाली िट को थोडा और कसकर बाि लन क पलए तरार रहना होगा सकट क कारर कभी ऐसा नही होता पक अिनी अयापशो िर करोडो रि िकन वाल अमीरो िर लगाम कसी जा उनकी पफ जलखपरण ो िर रोक लगाी जा उनकी लाखो-करोडो की तनखवाहो म कटौती की जाए ा उनकी बतहाशा आमदनी िर टरकस बढाकर सकट का बोझ हलका पका जा

बपलक होता ह हर पक अबानी-अडानी गरि को हजारो एकड जमीन एक रि की दर िर और तमाम िजीिपतो और उनक सवको को कौपडो क भाव जमीन और पाकपतक ससािन लटान

लडाई लडनी होगीपदशणन क बाद पदलली घरल

कामगार पनन क पपतपनपिमणडल स पदलली सरकार क शरम मनती गोिाल रा क ओएसडी आरक गौर न मलाकात की और जािन लन क साथ ही करीब 45 पमनट की वाताण क दौरान बताा पक पदलली सरकार घरल कामगारो क पलए कानन बनान िर काम कर रही हर पजसम 8 स 12 महीन लगग घरल कामगारो क अपनवा ण िजीकरर की माग िर उनहोन कहा पक पदलली सरकार पलसमट एजपसो क माधम स ह काम करन िर पवरार कर रही हर पपतपनपिमणडल न इस िर कहा पक पलसमणट एजपसो की पनगरानी और रगलशन की ववसथा की जा और पलसमणट क सभी बोर शरम कााणलो म ा घरल कामगारो क पलए बन बोडण क सामन जमा करना उनक पलए अपनवा ण बनाा जा शरम मनती क ओएसडी न इस माग

िर भी पवरार करन की बात कही पक कानन बनन तक घरल कामगारो क कछ बपनादी अपिकारो को सपनपचित करन क पलए सरकार अपिसरना जारी कर आज पद ग जािन िर रराण क पलए पदलली घरल कामगार पनन क पपतपनपिमणडल को अगल सपाह शरम मनती की ओर स पमलन क पलए बलाा गा हर

पनन न ह सकलि पकट पका पक इन मागो क मान जान तक पदलली क घरल कामगार रि नही बरठग इन मागो को लकर िरी पदलली म घरल कामगारो क बीर वािक अपभान रलाा जागा और अपिक बड िरमान िर आनदोलन खडा पका जागा

mdash दबगल सवाििाता

वाली सरकार कहती हर पक गरीबो को पमलन वाली सपबसडी स अथणववसथा िर बरा असर िडता हर उनह खतम करना जररी हर इसीपलए लगातार पशका सवासथ क मदो म कटौती कर रही हर और महनतकशो की हडपड ा ज़ादा पनरोडकर िजीिपतो की पतजोररा भर रही हर कहन की जररत नही हर पक अपतक करो क रि म सरकार हर साल महनतकश जनता स खरबो रि वसलती हर इस िरस स रोजगार क न अवसर और झगगीवालो को मकान दन क बजा ह अबानी-अडानी को सपबसडी दन म खरण कर दती हर

अब सोरना हम हर पक का हम सरकार और ववसथा की खलआम नगई और भरषटारार को ही हाथ िर हाथ िर बरठ दखत रहग ा इस ववसथा को उखाड ि कन क पलए अिनी गपत को तज करग

mdash नदमता

डालन क पलए िजीिपतो को खली छट द दी दशभपकत और पवशपवज क नारो का बखार जब तक जनता क पसर स उतरा तब तक बहत दर हो रकी थी उनक सार अपिकार छीन जा रक थ अगर हम आज ही पहटलर क इन अन ापो की असपलत नही िहरानत और इनक पखलाफ आवाज नही उठात तो कल बहत दर हो जागी हर जबान िर ताला लग जागा इपतहास का आज तक का ही सबक रहा हर पक िासीवाद पवरोिी पनराणक सघषण सडको िर होगा और मजदर वगण को कापनतकारी ढग स सगपठत पक पबना ससद म और रनावो क जररए िासीवाद को पशकसत नही दी जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण को िजीवाद पवरोिी सघषण स काटकर नही दखा जा सकता िजीवाद क पबना िासीवाद की बात नही की जा सकती िासीवाद पवरोिी सघषण एक लमबा सघषण हर और उसी दपषट स इसकी तरारी होनी रापहए

दसर हम ह समझन की जररत हर पक िासीवाद कछ वपकतो ा पकसी िाटमी की सनक नही हर ह िजीवाद क लाइलाज रोग स िरदा होन वाला ऐसा कीडा हर पजस िजीवाद खद अिन सकट को टालन क पलए बढावा दता हर ह िजीवादी ववसथा अनदर स सड रकी हर और इसी सडाि स िरी दपना क िजीवादी समाजो म पहटलर-मसोपलनी क व वाररस िरदा हो रह ह पजनह िापससट कहा जाता हर िापससट िजीवादी लोकतता को भी नही मानत और उस िरी तरह रसमी बना दत ह और वासतव म िजी की नगी खली तानाशाही काम कर दत ह िापससट िमण ा नसल क आिार िर आम जनता को बाट दत ह व नकली राषटभपकत क उनमादी जनन म हक की लडाई की हर आवाज को दबा दत ह व िापमणक ा नसली अलिसखको को पनशाना

बनाकर एक नकली लडाई खडी करक असली लडाई को िीछ कर दत ह और िर दश म दगो और खन-खराबो का पवनाशकारी खल शर कर दत ह िजीिपत वगण अिन सकटो स पनजात िान क पलए िासीवाद को बढावा दता हर और जजीर स बि पशकारी कत की तरह जनता को डरान क पलए उसका इसतमाल करना राहता हर लपकन जब-तब ह कता अिनी जजीर छडा भी लता हर और तब समाज म भकर खनी उतिात मराता हर

मोदी का सता म आना िरी दपना म रल रह पसलपसल की ही एक कडी हर नवउदारवाद क इस दौर म िजीवादी ववसथा का सकट जरस-जरस गमभीर होता जा रहा हर वरस-वरस दपनाभर म िासीवादी उभार का एक ना दौर पदखाी द रहा हर गरीस सिन इटली फास और उकन जरस रोि क कई दशो म िापससट पकसम की िर दपकरिथी िापटणो की ताकत बढ रही हर अमररका म भी डोनालड टमि और टी िाटमी जरसी िर दपकरिथी शपकतो का पभाव बढ रहा हर नव-नाजी गरिो का उतिात तो इगलरणड जमणनी नावज जरस दशो म भी तज हो रहा हर तकमी इडोनपशा जरस दशो म िहल स पनरकश सताए विाम ह जो िजीिपतो क पहत म जनता का कठोरता स दमन कर रही ह हाल क वषषो म कई जगह ऐसी ताकत सीि ा पिर दसरी बजणआ िापटणो क साथ गठबनिन म शापमल होकर सता म आ रकी ह जहा व सता म नही ह वहा भी बजणआ जनवाद और िासीवाद क बीर की पवभाजक रखा िपमल-सी िडती जा रही हर और सडको िर िासीवादी उतिात बढता जा रहा हर

सघ िररवार को दशको की तरारी क बाद इस बार जो मौका पमला हर उसका िरा फादा उठाकर वह लमब सम तक सता म बन रहन की ोजना िर काम कर रहा हर भाजिा गठबिन क शासन का सबस अपिक कहर मजदर

वगण िर बरिा हआ हर अलग बात हर पक मीपडा म उसकी कही रराण नही होती मनाफाखोरो की पतजोररा भरन क पलए मजदरो की हडपडो तक को पनरोडन की खली छट द दी गी हर टड पननो क पलए मजदरो-कमणराररो क आपथणक मदो की लडाई लडना भी मपकल हो गा हर काननो म बदलाव करक मजदरो क रह-सह काननी भी खत म करन की तरारी िरी हो रकी हर हर साल दो करोड रोजगार दन क वाद तो जमल सापबत हो ही रक ह आकड बता रह ह पक दश म रोजगार घट रह ह मजदर अिन अनभव स भी इस बात को समझ रह ह सरकारी नौकररो म कटौती जारी हर ठकाकरर-पनजीकरर लगातार जारी हर सरकारी िररसमिपतो को औन-िौन दामो िर िजीिपतो क हवाल पका जा रहा हर और जनता को पमलन वाली सरकारी सपविाओ म और अपिक कटौती की जा रही हर

सघी पगरोह की िरी कोपशश हर पक िापमणक अलिसखको को एक lsquoआतक राजrsquo क मातहत दोम दजज का नागररक बनकर जीन िर मजबर पका जा अलिसखको को बरी तरह दबाकर आतपकत करक कोन म िकलकर उनकी पसथपत पबलकल दोम दजज की बना दी जा इसी क तहत दशभर म अलिसखको िर हमल और उनक पवरदध जहर उगलन की खली छट सघी गडो को दी गी हर अनक सबत होन क बावजद एक-एक करक पहन दत व क नाम िर आतक िर लान वालो को छोडा जा रहा हर दपलतो का उतिीडन अिन ररम िर हर पसतरो क पवरदध सघी नफरत इनक नताओ क मह स िटी िड रही हर मोदी की आपथणक नीपतो का बलडोजर आग बढन क साथ-साथ अवाम म बढत असनतोष को भटकान क पलए सामपदापक और जापतगत आिार िर महनतकश जनता को बाटकर उसकी वगमी एकजटता को ज़ादा स ज़ादा तोडन की कोपशश अभी और तज

होती जा गी दश क भीतर क असली द मनो स धान भटकान क पलए उगर अनिराषटवादी नार पद जा ग और सीमाओ िर तनाव िरदा पका जागा इसपलए महनतकशो नौजवानो और सजग-पनडर नागररको को रौकस रहना होगा उनह खद सामपदापक उनमाद म बहन स बरना होगा और उनमाद िरदा करन की पकसी भी कोपशश को नाकाम करन क पलए सपक हसतकि करन का साहस जटाना होगा साथ ही इन असली दशदोपहो और जनदोपहो को नगा करन क पलए जनता क बीर जाकर िआिार परार अपभान रलाना होगा

िासीवादी उभार क पलए उन सशोिनवापदो ससदमागमी नकली कमपनसटो और सामापजक जनवापदो को इपतहास कभी नही माि कर सकता पजनहोन पिछल कई दशको क दौरान माता आपथणक सघषषो और ससदी पवभरमो म उलझाकर मजदर वगण की वगणरतना को कपणठत करन का काम पका सशोिनवादी िासीवाद-पवरोिी सघषण को माता रनावी हार-जीत क रि म ही पसतत करत रह ा पिर सडको िर माता कछ पतीकातमक पवरोि-पदशणनो तक सीपमत रह आज भी पिर वही कर रह ह और मोदी सरकार स जनता क बढत मोहभग का रनाव म फादा उठान की उम मीद म जी रह ह दरअसल सशोिनवादी आज िासीवाद का जझार और कारगर पवरोि कर ही नही सकत कोपक मानवी रहर वाल नवउदारवाद का और कीपनसाई नसखो वाल कलारकारी राज का पवकलि ही सझात ह आज िजीवादी ढार म रपक इस पवकलि की समभावनाए बहत कम हो गी ह इसपलए िजीवाद क पलए भी सशोिनवादी कािी हद तक अपासपगक हो ग ह बस इनकी एक ही भपमका रह गी हर पक मजदर वगण को अथणवाद और ससदवाद क दार म कर द रखकर उसकी वगणरतना को

कपणठत करत रह और वह काम करत रहग बस ससद म गत की तलवार भाजत रह और टीवी और अखबारो म बानबापजा करत रह ना इनक कलज म इतना दम हर और ना ही इनकी औकात रह गी हर पक िासीवादी पगरोहो और लमिटो क हजमो स आमन-सामन की लडाई लडन क पलए लोगो को सडको िर उतार सक

िासीवादी हमला लगातार जारी हर लपकन इसका दसरा िहल ह हर पक मजदर वगण और समरी महनतकश जनता और दश क छात-नौजवान सबकछ झलत रहन क पलए तरार नही ह व लडन क पलए सडको िर उतर रह ह इन सघषषो को पदशा दन उन ह और व ािक बनान और जनता क तमाम पहस सो की लडाइो को आिस म जोडन की जररत हर आन वाला सम महनतकश जनता और कापनतकारी शपकतो क पलए कपठन और रनौतीिरण हर हम राजसता क दमन का ही नही सडको िर िासीवादी गणडा पगरोहो का भी सामना करन क पलए तरार रहना िडगा रासता पसफण एक हर हम जमीनी सतर िर गरीबो और मजदरो क बीर अिना आिार मजबत बनाना होगा पबखरी हई मजदर आबादी को जझार पननो म सगपठत करन क अपतररकत उनक पवपभनन पकार क जनसगठन मर जझार सवसवक दसत रौकसी दसत आपद तरार करन होग आज जो भी वाम जनवादी शपकता वासतव म िासीवादी रनौती स जझन का जज़बा और दमखम रखती ह उनह छोट-छोट मतभद भलाकर एकजट हो जाना रापहए हम भलना नही रापहए पक इपतहास म मजदर वगण की िौलादी मटी न हमशा ही िासीवाद को रकनारर पका हर आन वाला सम भी इसका अिवाद नही होगा हम अिनी भरिर ताकत क साथ इसकी तरारी म जट जाना रापहए

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत(पज 16 स आग) (पज 3 स आग)

घरल कामगारो का जझार परदिसन

nsk dks [+kwuh nyny k X+kqykeksa ds dSn[+kkus esa rCnhy gksus ls cpkus fy mB [kM+s gkss

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

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कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 11: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

(पज 16 स आग)

मजदर तबगल मई 2016 11

याद रखोएक बचच की हतयाएक औरत की मौतएक आदमी कागोलियो सच लथडा तनलकसी शासन का ही नहीसमपरण राषटर का ह तनऐसा खपन बहकरधरती म जजब नही होताआकाश म फहरातच झडो कोकािा करता हलजस धरती रफौजी बपटो कच लनशान होऔर उन रिाश लगर रही होवह धरतीयलद तमहारच खपन मआग बन कर नही दौडतीतो समझ िोतम बजर हो गयच होसवजशर दाल सक सना की कपवता

lsquoदश कागज िर बना कोई नक शा नही होताrsquo की िपकता कमीर म पिछल कई दशको स मौजद नारकी हालात और कमीरी जनता क पपत खा-िी-अघा मधवगण की बरखी को काफी हद तक बान कर दती ह ह वह वगण हर जो दशभपकत और राषटवाद क नाम िर बहाई जा रही आिी म जोर-शोर स मदमसत हआ जा रहा हर उसक पलए कमीर का मतलब भारत क नक श क lsquoताजrsquo स अपिक कछ नही कमीर की जनता पकस पकार पिछल ढाई दशको स सशसतर बलो की मौजदगी म रोज-रोज पतल-पतलकर मर रही हर इसस इस वगण को कोई िकण नही िडता बहरहाल अिवादो को छोडकर सिरणता म इस वगण स तो भी जन-सरोकारो की उममीद करना बवकफी होगी लपकन हम महनतकशो को कमीर म मौजद हालात कमीरी जनता की आकाकाओ और भारती राज स उसक अलगाव क काररो को तो जानना-समझना ही होगा और साथ ही इस समसा क पपत एक सही नजररा भी पवकपसत करना होगा

हम हापला घटनाकम स अिनी बात को आग बढात ह बीती 16 अपरल को कमीर क किवाडा पजला क हदवारा इलाक म एक सरनकममी न 16 वषमी छाता क साथ छडछाड की बाद म सरन बलो न इस घटना का पवरोि कर रह सथानी लोगो िर िाररग की पजसम िार लोगो की जान रली गी ही नही िपलस न िीपडत छाता और उसक पिता िर दबाव बनान क पलए उनह पहरासत म पला िीपडता िर दबाव डाला गा पक वह सरनकममी क पखलाफ पदए अिन बान को वािस ल ल

कमीर म सरन दलो दारा सथानी लोगो िर ढाए जान वाल जलमोndashपसतम की न तो ह िहली घटना हर न ही आपखरी उनक वहपशाना हरकतो की िहररसत काफी लमबी हर िरवरी 1991 म किवाडा पजल क ही कनन-िोशिोरा गाव म िहल गाव क िरषो

को पहरासत म पला गा ातनाए दी गी और बाद म राजिताना राइिलस क सरनकपमण ो दारा गाव की अनक मपहलाओ का उनक छोट-छोट बचरो क सामन बलातकार पका गा (अनक सोत इनकी सखा 23 बतात ह लपकन पपतपषत अनतरराषटी ससथा हमन राइटस वरॉर सपहत कई मानवापिकार सगठनो क अनसार ह सखा 100 तक हो सकती हर) वषण 2009 म सशसतर बल दारा शोपिा पजल म दो मपहलाओ का बलातकार करक उनह बरहमी स मौत क घाट उतारा गा बढत जनदबाव क बाद कही जाकर राज िपलस न एफआईआर दजण की सीबीआई को जार क आदश पद ग और बशममी का िररर दत हए उसन सरपनको दारा मपहलाओ क साथ पक ग बलातकार और हता की बात को ही खाररज कर पदा ही नही जनवरी 1990 म

गावकदल म िररापमलीटी बलो दारा 52 पदशणनकाररो की पनमणम हता 2000 म छतीपसहिरा िथरीबल बराकिर और 2010 की मापछल िजमी मठभडो और वषण 2010 म ही तिर ल मट की सना की गोलाबारी म हई मौत क बाद िरी कमीर घाटी म उठ वािक जनउभार म सरन बल दारा अिनी गोपलो स 100 स अपिक वाओ पकशोरो और बचरो की जान पल जान की घटनाए आम तौर िर पशनो स िर समझ जान वाली सना िर और साथ ही साथ जनवाद का ढोग करन वाल राज िर भी कई पशन परहन खड करती हर अगर आकडो की बात कर तो जनवरी 1989 स लकर मारण 31 2016 तक करीब 94332 कमीररो की हता की गी हर पजसम 7043 हताए पहरासत म हई ह एक लाख स अपिक कमीरी जल की सलाखो क िीछ ह दस हजार स अपिक मपहलाओ का सना दारा बलातकार पका गा हर कई ररिोटट और अदालतो म दापखल दसतावज इसकी िपषट करत ह

गौरतलब हर पक भारती राज दारा सशसतर बल पवशषापिकार अपिपनम ानी आफसिा (AFSPA) कानन 1958 म बनाा गा आफसिा और कछ नही राजसता दारा जनता क दमन और उतिीडन का एक ऐसा औजार हर जो जनवाद की रादर ओढ इस िजीवादी पनजाम की हकीकत को तार-तार कर दता हर आफसिा कानन

को उतर-िवमी राजो और िजाब क बाद 1990 म आतकवाद का बहाना बनाकर कमीर म लाग पका गा पजसक तहत सना को असीपमत अपिकार पदए ग इस कानन क तहत सना महज शक क आिार िर पकसी को भी गोली मार सकती हर पकसी भी इमारत को तबाह कर सकती हर आज जब कमीर म आतकवाद नगर होन की कगार िर हर तब भी इस कानन और सशसतर सरका बल की लाखो की तादाद म मौजदगी एक सवापला पनशान छोड दती हर सना की गरर-जररी मौजदगी को कमीरी जनता भारती राजसता दारा उनकी जमीन िर कबजा समझती हर और इसपलए भारती राजसता क हर पतीक स वह तहपदल स नफरत करती हर भारती राजसता दारा कमीर की जनता क दमन उतिीडन और ऐपतहापसक पवशासघात का एक लम बा

इपतहास हर पजस कमीरी वाम की आन वाली िीपढा कभी नही भलगी कमीरी जनता पजस भी हद तक सभव हर उस हद तक भारती राजसता की बशमण कारगजररो का पवरोि भी कर रही हर और आग भी करती रहगी

अगर हम इपतहास म थोडा िीछ की ओर मड तो हम भारती राजसता क पपत कमीरी जनता म मौजद नफरत और अलगाव क काररो को िता रलगा अगरजो की गलामी स आजाद होन क सम जमम और कमीर उन 562 ररासतो म स एक था जो अगरजी राज क अिीन था आजादी क बाद हरदराबाद जनागढ और जममndashकमीर को छोडकर अन सभी ररासतो क राज-रजवाडो न ा तो भारत ा पिर िापकसतान म शापमल होन का िर सला पला हरदराबाद का पनजाम एक सवतत राषट क सिन दख रहा था और जनागढ का नवाब िापकसतान म शापमल होना राहता था इन दोनो ररासतो क पवल क सदभण म भारती राजसता न दलील दी पक उनक पवल स सबपित िर सल का अपिकार उन ररासतो क शासको को नही बपलक वहा की जनता को हापसल होगा इसक मदनजर जनागढ म आतमपनरण का अपिकार पदा गा और जनमत सगरह कराा गा अनतत दोनो ही ररासत भारत म शापमल हई

अगरजी गलामी स आजादी क बाद भी कमीर म हरी पसह अिन वश क

शासन को बरकरार रखन क पलए भारत और िापकसतान म पवल की अिका एक सवतत राषट बनाना राहता था कमीरी जनता म आजादी की लडाई क दौर स ही पजस नता की सबस अपिक साख थी व थ शख अबदललाह शख अबदललाह सापदापक आिार िर िापकसतान म शापमल होन क पहमाती नही थ आजादी क तरत बाद िापकसतान दारा समपथणत कबाली हमल क बाद तो शख अबदललाह िापकसतान म शापमल होन क पवरोिी हो ग हालापक व भारती राज म शापमल होन को लकर भी काफी सशपकत थ वषण 1947 स 1953 तक शख अबदललाह कमीर क िापकसतान म पवल और जनमत सगरह की अिका सवाता क िकिर थ अिनी राषटी असपमता क पपत सरत कमीरी जनता भी पकसी शतण को सामन रख बगरर

भारत म शापमल होन को लकर दपविा म थी आपखरकार काफी राजनीपतक मथन क बाद कमीर इस शतण िर भारत म शापमल हआ पक पवदशी मामलो मदा रलन और सरका मसलो क अपतररकत भारती राज कमीर क मामलो म दखल नही दगा इसी आिार िर सपविान म िारा 370 को शापमल पका गा कमीर क भारत म शापमल होन िर कमीरी जनता स भपवष म जनमत सगरह करान का वादा पका गा था जो कभी िरा नही पका गा नहर का तकण था पक िापकसतान

समपथणत हमल क बाद जब िापकसतान कमीर क उतर-िपचिमी पहसस स अिनी सना वािस बला लगा तब जनमत सगरह कराा जाएगा िापकसतानी हकमरानो न अिना कबजा छोडा नही और इस पकार भारती राजसता न जनमत सगरह स इकार कर पदा

इिर दसरी ओर जमम म श ामा पसाद मखजमी क नततव म भारती जनसघ दारा समपथणत पजा िररषद आदोलन क बाद कमीर समसा का तजी स सापदापकीकरर हआ इसका नतीजा था पक कमीरी जनता का भारत स अलगाव बढन लगा और साथ ही साथ शख अबदललाह अब भारती राज क भीतर कमीर की सवाता की बजा कमीर की आजादी क बार म पवरारन लग इसक बाद नहर और शख अबदललाह क बीर दररा बढन लगी और अनतत 1953 म नहर न शख अबदललाह की रनी हई सरकार को बखाणसत कर पदा शख अबदललाह की जगह भारती राज न अिन पिट बखशी गलाम मोहममद को जमम-कमीर का पजममा सौि पदा इसक बाद तो नहर कमीर म जनमत सगरह क अिन वाद स िरी तरह मकर ग 1964 म शख अबदललाह जब ररहा हए तब तक कमीर क जनमत सगरह और सवातता क मसल िर उनका रख काफी समझौता िरसत हो रका था 1971 क भारत-िापकसतान दध

क बाद उनहोन भारत सरकार क सामन अिन घटन िरी तरह टक पदए 1975 म इपदरा गािी-शख अबदललाह क बीर हए समझौत क तहत शख अबदललाह न िारा 370 की पभावहीनता को भी मजरी द दी

इस ऐपतहापसक पवशासघात न कमीर की जनता म अलगाव को और अपिक बढाा बहरहाल इस िर दौर म कमीर म जनमत सगरह और सवातता की माग को लकर अलग-अलग सगठन कमीरी जनता क बीर सपक रह ही वह दौर भी था जब िापकसतान न कमीर म आतकवाद को बड िरमान िर बढावा पदा 1989 स लकर 1991-92 क बीर कई हजार कमीररो न आतकवाद और भारती राजसता क आिसी टकरावो की कीमत रकाी भारती राजसता क पवशासघात और सना दारा कमीरी जनता िर ढा जान वाल दमन और बबणरता न वह जमीन काफी िहल तरार की थी पजसकी एक पपतपका क तौर िर कमीरी नौजवान बडी तादाद म आतकवाद और िापमणक कटरिथ क रासत िर आग बढन लग 1989 स भारती राज न आतकवाद क पखलाफ बड िरमान िर सरन अपभान रलाा और इसी दौर म कखात कानन आफसिा भी लाग पका गा इस दौरान आतकवाद का मकाबला करन क नाम िर सना न कमीरी जनता का बबणर दमन और उतिीडन पका जो पक आज तक बदसतर जारी हर आतकवाद क काफी हद तक करल पदए जान क बावजद सरन उिपसथपत को भारती राजसता एक हजार एक बहानो स जाज ठहराकर जनमानस को भी बड िरमान िर पभापवत कर रही हर

पिछल लगभग छ दशको स भी अपिक सम क दौरान भारती राजसता दारा कमीरी जनता क दमन उतिीडन और वादापखलाफी स उसकी आजादी की आकाकाए और पबल हई हर और साथ ही भारती राजसता स उसका अलगाव भी बढता रहा हर बहरहाल सरन दमन क बावजद कमीरी जनता की सवातता और आतमपनरण की माग कभी भी दबाई नही जा सकती मगर ह बात भी उतनी ही सर हर पक िजीवाद क भीतर ह माग कभी िरी भी नही होगी भारती शासक वगण अलग-अलग ररनीपता अिनात हए कमीर िर अिन अपिकार को बना रखगा भारत और िापकसतान दोनो क शासक वगण अिन पहतो को सािन क नजरर स कमीर को राषटी शान का पशन बनाए रखग

कमीर क आवाम की महतवकाका की िपतण तो एक समाजवादी समाज म ही सभव हर जहा कमीर सपहत अन दपमत राषटीताओ को आतमपनरण का िरा अपिकार हापसल होगा इसका अथण ह हआ पक कमीर और अन राषटीताओ क आतमपनरण क अपिकार का सघषण समाजवाद क पलए सवणहारा कापत क सघषण क साथ जडा हर

mdash osrk dkSy

कशीर आओ दखो गललयो म बहता लह

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 12: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

12 मजदर तबगल मई 2016

पबगल मजदर दसता एव पदलली इसिात उदोग मजदर पनन दारा पदलली क वजीरिर औदोपगक कत म 131व मई पदवस क अवसर िर सासकपतक का णकम का आोजन पका गा मई पदवस क पदन सबह वजीरिर पसथत शरीराम रौक िर एक जनसभा का आोजन पका गा पजसम मजदरो क पलए मई पदवस क महतव मई पदवस क अमर शहीदो की करबानी और मजदरो क सघषण क गौरवशाली इपतहास क बार म बताा गा मई पदवस क

इपतहास और आज क मजदर आदोलन क समक खड ज ररी मदो स जड िरषो का पवतरर भी पका गा शाम को मई पदवस क शहीदो की शान म एक सासकपतक का णकम आोपजत पका गा पजसम मजदरो न बढ रढ कर पहससा पला का णकम म कापतकारी गीतो की पसतपत और मजदर वगण क सामन फासीवाद की िोल खोलत नाटक ह पदल माग मोर गरजी का मरन भी पका गा पबगल मजदर दसता क सनी न कहा पक मई पदवस

कवल पशकागो क मजदरो की कबाणनी की ादपदहानी करन का एक पदन नही हर बपलक ह वह ऊजाण सतरोत हर पजसस आज क सम म हम अिन सघषषो क पलए शपकत सोख सकत हर पशकागो क मजदर पसिण अिन आपथणक हको ा राजपनपतक हको की लडाई नही लड रह थ बपलक वह समर मजदर वगण क पलए इसानो क लाक पजनदगी जीन क अपिकार क पलए लड रह थ उनहोन शोषर क िर तत क पखलाफ सघषण का पबगल िखा था उनकी कबाणनी

की वजह स ही दपनाभर क शासको को 8 घणट क काम की माग को सवीकार करना िडा था लपकन आज इन अपिकारो को भी हमस छीना जा रहा हर इसीपलए आज बहद जररी हर पक हम न कवल अिन िरखो की करबानी को ाद कर बपलक उनस पररा लकर सगपठत हो और मजदरो क शोषर क िर ढार को बदलन क पलए सघषण कर पबगल मजदर दसता की पशवानी न आज मजदर वगण क सामन अिनी मपकत क सघषण क रासत म फासीवाद की रनौती का

सामना करन क पलए एकजट होन की बात िर जोर पदा उनहोन कहा पक फासीवाद न हर हमशा रग नसल िमण क आिार िर जनता को बाट कर मजदर वगण का पनमणमता स शोषर पका लपकन इपतहास हम ह भी बताता हर पक जब-जब मजदरो न अिनी एकता काम की हर तो फासीवाद को महकी खानी िडी हर का णकम क अत म लडाई जारी हर पिलम पदखाी गी

लपिाना क ताजिर रोड पसथत मजदर िसतकाल िर टकसटाईल हौजरी कामगार पनन व कारखाना मजदर पनन न सकत रि स मजदर पदवस सममलन का आोजन पका मई पदवस क शहीदो की कबाणनी व पवश मजदर वगण क जझार कापनतकारी सघषण का पतीक लाल झणडा िहरा कर lsquoमई पदवस क शहीदो को लाल सलामrsquo lsquoदपना क मजदरो एक होrsquo आपद

कापनतकारी गगनभदी नार बलनद करत हए मजदर शहीदो को ाद पका और मजदर मपकत क उनक सघषण को जोरदार ढग स आग बढान का पर पका सासकपतक मर lsquoदसतकrsquo क सापथो न कापनतकारी गीतो-नाटको का का णकम िश पका इस अवसर िर पबगल मजदर दसता क सखपवनदर कारखाना मजदर पनन क अधक लखपवनदर नौजवान भारत सभा

की बलजीत न लोगो को समबोपित पका राजपवनदर न मर सरालन पका इस अवसर िर जनरतना दारा कापनतकारी-पगपतशील सापहत की पदशणनी लगाी गी अनत म जीटी रोड तक िरदल मारण पका गा सममलन म लगभग 750 मजदर शापमल हए

वकताओ न कहा पक अनतरराषटी मजदर पदवस दपना क मजदरो को लट

शोषर अना क पखलाि एकजट होकर कापनतकारी सघषण लडन का आहान करता हर मजदर पदवस बताता हर पक मजदर वगण की मपकत खद मजदर वगण दारा ही होगी पवश म कही भी मजदरो क काम क घणटो समबनिी कोई कानन नही था उस सम अमररका क मजदरो न lsquoआठ घणट काम आठ घणट आराम आठ घणट मनोरजनrsquo क नार तल सखत सघषण पका मजदर सघषण

पबगल मजदर दसता ममबई न मई पदवस िर मानखदण इलाक म कई सभाए की व हजारो की सखा म दो िरषो का पवतरर पका एक िरज म मई पदवस का इपतहास और आज इसकी पासपगकता बताी गी थी तो दसर िरज म मजदरो को जापत-िमण क नाम िर आिस म बाटन की सघ िररवार की सापज श क पपत आगाह पका गा था

पनतश न मई पदवस की पवरासत स मजदरो को िररपरत करवाा ननदन न कहा पक आजकल मई पदवस िर रनावबाज िापटणा और मापलक ऐस मजदरो को ldquoशरष मजदर अवाडणrdquo दत ह जो मापलक का मनािा बढान क पलए ज़ादा स ज़ादा महनत करत ह िर ही लोग अिन अपिकार मागन वाल मजदरो

का बबणर दमन करत ह आज 93 िीसदी मजदर असगपठत ह और उसक पलए शरम काननो का कोई मतलब नही रह गा हर मई पदवस क शहीद सिाइस और िासणनस का सगठन 1886 क सम म मजदरो को सगपठत करन क पलए तीन भाषाओ म िार अखबार पनकालता था आज हम भी ऐस कापनतकारी मजदर अखबारो को हर मजदर तक ल जाना होगा कोपक अमीरो की िजी स रलन वाल अखबार मजदर वगण की बात नही करन वाल

सतनारार न कहा पक महाराषट म िहली मई महाराषट पदवस व मजदर पदवस दोनो क रि म मनाा जाता हर कोपक महाराषट को अलग राज बनान क पलए हा क महनतकश वगण न ही बपलदान पदा

था िर आज िर दश की तरह ही महाराषट क मजदरो पकसानो क हालात बदतर हो रह ह 2015 म महाराषट म 3228 पकसानो न आतमहता की महाराषट म इस सम 2 करोड स भी ज़ादा लोग किोषर का पशकार ह और उनकी दरपनक आ 12 रि स भी कम हर ऐस म आज क पदन मई पदवस क शहीदो को ाद कर हम एक बहतर भपवष क पलए एकजट होना होगा

उदोगिपतो की सवा म पनत न कीपतणमान सथापित करन म वसत मोदी क सघी साथी जनता को गमराह करन म लग ह तापक इनका असली रहरा छिा रह मई पदवस क शहीदो को सचरी शरदधाजपल ही हो सकती हर पक हम मजदर िासीवाद को हरान क पलए एकजट हो जा

ममबई म मई ददवस पर जातत-िमस पर ना बटकर मजदर वगस की काततकारी एकजटता बनान का आहान

ददली क वजीरपर म मई ददवस क िहीदो की िान म सासततक कायसकमसघषिषो की अलख जगाओ मई ददवस की तवरासत को आग बढाओ

अनतरराटिटीय मजदर ददवस क अवसर पर लधियाना म मजदर ददवस समलन का आयोजनपजीवादी लट क ख़खलाफ सघषिस जारी रखन का सकलप

क दमन क बावजद मजदरो की आवाज दबाई नही जा सकी अमररका और पवश क अन पहससो म आठ घणट काम पदहाडी का कानन बनान की माग िर मजदरो का सघषण आग बढा और बडी जीत हापसल की मई पदवस की महान कापनतकारी पवरासत मौजदा अिर सम म मजदरो को एकजट होकर जझार सघषण लडन क पलए पररत कर रही हर और रासता पदखा रही हर

मजदर पदवस सममलन की तरारी क पलए कारखाना मजदर पनन व टकसटाईल हौजरी कामगार पनन क सापथो की टीमो न पिछल बीस पदन स लपिाना शहर क पवपभनन पहससो म परार-पसार पका था हजारो िरज बाट ग व दीवारो िर िोसटर परिका ग जगह-जगह नककड सभाए की गी कारखाना गटो िर ररहाशी इलाको म घर-घर जाकर मजदर पदवस क शहीदो का कापनतकारी िरगाम िहराा गा कछ जगहो िर दसतावजी पिलम lsquoमई पदवस की अमर कहानीrsquo भी पदखाी गी

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 13: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

मजदर तबगल मई 2016 13

(पज 14 पर जारी)

सादथ योबहत समय पहल दप छली सिी म

सभी िशो क मजिरो न फसला दल या था दक व हर साल यह दि न पहली मई मनाया करग यह फसला 1889 म दल या गया था जब कई िशो क समाजवादि यो की परर स कागस म मजिरो न सकलप क साथ ऐलान दक या था दक ठीक इसी दि न मई की पहली तारीख को जब परकक दत सदिवयो की नीि स जाग उठती ह जब वनो और पहाडो पर हरर याली का समारोह दि खाई िन लगता ह और जब खत-खदल हान और घास क मिान फलो की शोभा स भर उठत ह सरज की गमव धप दख ल उठती ह हवा म नवजीवन का नया आनि भर जाता ह और परकक दत नकतय और आनि म झम उठती हmdashठीक उसी दि न उहोन सकलप

क साथ बलि आवाज म ऐलान दक या था दक मजिर वगव मानवजादत क जीवन म बसत की बहार लान जा रहा ह लान जा रहा ह पजीवाि क दश कज स मदति का आवािन आजािी और समाजवाि क आधार पर िदन या का कायाकलप करना ही मजिर वगव का धयय ह

हर वगव क अपन उतसव होत ह कलीन सामत जमीिार वगव न अपन उतसव चलाय और इन उतसवो पर उहोन ऐलान दक या दक दक सानो को लटना उनका अदध कार ह पजीपदत वगव क अपन उतसव होत ह और इन पर व मजिरो का शोरण करन क अपन अदध कार को जायज ठहरात ह परोदह त-पािरर यो क भी अपन उतसव ह और उन पर व मौजिा वयवथा का गणगान करत ह दज सक

तहत महनतकश लोग गरीबी म दप सत ह और दन ठलल लोग ऐशो-आराम म रहकर गलछरर उडात ह मजिरो क भी अपन उतसव होन चादह ए दज स दि न व ऐलान कर सभी को काम सभी क दल ए आजािी सभी लोगो क दल ए सववजनीन बराबरी यह उतसव ह मई दि वस का उतसव

बहत समय पहल 1889 म ही मजिरो न यह सकलप दल या था

तभी स मजिर वगव की समाजवाि की रणभरी पहली मई क इस दि वस पर जलस-जलसो म परबल स परबलतर वर म गज उठी ह मजिर आिोलन का महासागर लगातार उददलत होता जा रहा ह फलता जा रहा ह नय-नय िशो म दव दभन राजयो म यरोप-अमरर का स लकर एदश या अफी का और आटदल या

तक कवल कछ िशको क िौरान ही पहल का कमजोर अतरराषटीय मजिर सघ एक मजबत अतरराषटीय भाईचार म तबिील हो गया ह दन यदम त रप स उसकी कागस आयोदज त हो रही ह और िदन या क कोन-कोन म करोडो मजिर आज उसम एकजट ह मजिर वगव क आकरोश का सागर परमतत लहर उठात हए उफन रहा ह और पजीवाि क लडखडात गढ क दव रदध परलयकारी वग स आग बढता जा रहा ह गट दरि टन जमवनी बदलजयम अमरर का आदि िशो म कोयला खान मजिरी की हाल ही म जो दव शाल हडताल हई वह एक ऐसी हडताल हई ह दज सस सारी िदन या क शोरक क दि लो म कपकपी मच गयी ह यह इस बात का एक साफ सकत ह दक समाजवािी करादत अब िर नही ह

पजय धन क हम पजारी नही ह हम बजवआ वगव और अतयाचारर यो का राज नही चाहत पजीवाि का नाश हो नाश हो पजीवाि की पिा की हई गरीबी और रतिपात की दव भीदर काओ का मजिरो का राज दज िाबाि समाजवाि दज िाबाि

इस दि वस पर सभी िशो क वगव सचत मजिर यही ऐलान कर रह ह

(इस पचर को lsquoपहली मई दज िाबािrsquo शीरवक स माचव 1912 म

रसी मजिरो दारा मई दि वस मनान क

दल ए जोसफ तादल न दारा तयार

और परकादश त दक या गया था)

मजदरो का भी अपना उतसव होना चाकह ए वह उतसव ह पहली मई का दद न और इस पर उन ऐलान करना चाकह एसभी को काम सभी को आजादी सभी को बराबरी

पबगल मजदर दसता लकमी साइपकल इजीपनररग वकण सण पनन टकसटाइल वकण सण पनन न 131व अतराणषटी मजदर पदवस क अवसर िर गोरखिर क बरगदवा औदोपगक कत म जनसभा जलस और सासकपतक का णकम का आोजन पका

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दलाल टड पननो रनावी

नौटकीबाजो दारा मई पदवस क का णकमो को रसमी बना पदा गा हर इनक पभाव म आकर मजदर वगण भी मई पदवस की कापनतकारी पवरासत को भलता जा रहा हर इनक दारा िर मजदर वगण क मपकत की लडाई को कवल कारखान क भीतर की पसथपतो म कछ सिार लान जरस दअननी-रवननी की लडाइो तक समट पदा जाता

हर मई पदवस की कापतकारी पवरासत हम मजदर वगण क महान पशकको की इस पशका की ाद पदलाती हर पक मजदर वगण का ऐपतहापसक पमशन िजीवाद को कापनत क रासत धवसत कर सता अिन हाथ म लना हर कोपक िजीवादी ववसथा म मजदर वगण की िरण मपकत कभी समभव नही हर आज मजदर आनदोलन ठहराव की पसथपत स

गजर रहा हर ऐस म जररी हर पक िजीवादी परारतत दारा िर ला झठ का जवाब पदा जा और िजीवाद की नी ररनीपतो िर पनपमत रराणए आोपजत की जा तथा मजदर वगण की एक नी कापनतकारी िाटमी खडी करन की तरारी की जा

पबगल मजदर दसता क का णकताणओ न कहा पक आज दशभपकत और दशदोह

पब गल मजदर दसता और नौजवान भारत सभा न 130व मई पद वस क अवसर िर हररारा क कलात शहर म नककड सभाए और िराण पव तरर करत हए ररली पन काली पब गल मजदर दसता क बणटी न कहा पक मई पद वस मजदरो की मपकत सघषण और कबाणनी का तौहार हर आज पि र दश-दपन ा म मनािाखोर िजीिपत वगण कापब ज हर मजदरो की लाखो कबाणपन ो की बदौलत पम ल अपि कारो को लगातार छीना जा रहा हर ररली क समािन िर पब गल मजदर और नौजवान भारत सभा क सदसो न शिथ ली पक व मई पद वस की गौरवशाली पव रासत को हर मजदर तक िहरान का पास करग

शाम को कर थल क बलराज नगर म सभा व पि लम शो का आोजन पक ा गा का णकम की शरआत मजदरो क

गीत lsquoइनसा िररो िर खड हएrsquo स हई पब गल क अज न बताा पक आज हम महनतकश आबादी को न पसर स एकजट करना होगा हम कारखानो स लकर मजदर बपसतो गाव-दहात म

इलाकाई पनन बनानी होगी पजसम सभी अलग-अलग िशो क लकर सतरी-िरष मजदरो की सचरी एकता काम की जा सक महनतकशो क सामन नारकी गलामी अिमान और बबसी की पजनदगी स पनजात िान का मात ही एक रासता हर पिछली हारो स जररी सबक लकर िजीवादी ववसथा क खातम की लमबी लडाई की तरारी करनी होगी इसपलए महनतकश सापथो आओ िौलादी एकता बना दश-दपना समाज क बार म अिनी समझ बढा पदमागी गलामी की जजीरो को तोड द और एक-एक अपिकार क पलए लडत हए कदम-ब-कदम आग बढत जा अनत म लडाई जारी हरrsquo पि लम का पदशणन पक ा गा

मई पदवस क अवसर िर पबगल मजदर दसता सतरी मजदर सगठन और नौजवान भारत सभा की उतर-िपचिमी पदलली इकाई दारा भोरगढ होलमबी क मटो पवहार िस-2 बवाना जज कालोनी रोपहरी क सकटर 27 की बसती व बादली औदोपगक कता क राजा पवहार म दो पदन साइपकल मारण पनकाला गा और नककड सभाए करत हए वािक िराण पवतरर पका गा

नककड सभाओ म पबगल मजदर दसता क अिवण न कहा पक आज स 130 साल िहल पशकागो क मजदरो न 8 घणट काम 8 घणट आराम और 8 घणट मनोरजन का

नारा पदा और इस अपिकार को हापसल करन की कीमत तमाम मजदरो को अिन खन स रकानी िडी लपकन आज पिर इस दश क महनतकश उनही गलामी क हालात म जीन क पलए मजबर ह अगर हम उममीद करत ह पक शासक वगण मजदरो को अिनी इचछा स तमाम अपिकार द दग तो ह हमारी सबस बडी भल हर मजदरो न जो भी सहपलत और अपिकार हापसल पक ह उनक पलए उनह सघषण करना िडा हर

सतरी मजदर सगठन की पवमला सककरवाल न कहा पक आज मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए तमाम

िापससट सगठन मजदर बपसतो म काम कर रह ह और उनक बीर िमण-जापत कतवाद क सकीरण मदो को भडका रह ह मजदरो क इन सबस बड द मनो की असपलत को िहरानना होगा मजदर वगण को इन इनसापनत क द मनो स लोह क हाथो स पनिटना होगा तभी जाकर इस दश को िापससट बबणरता स बराा जा सकता हर

नौजवान भारत सभा क पशवम न कहा पक आज िर

दश को िजीिपतो का कारखाना बनान की कोपशश की जा रही हर और मजदरो क तमाम हको को काननी तौर िर खतम पका जा रहा हर मजदरो की वगण एकजटता को तोडन क पलए िापससट सगठन लगातार सामपदापक जनन िरदा कर रह ह िापससटो को रोकन क पलए ससदी सअरबाड म लोट लगान वाली तमाम िापटणा और सशोिनवादी कवल गत की तलवार भाज रह ह इन िापससट बबणरो को महतोड जवाब दन क पलए आमन-सामन की लडाई की तरारी करनी होगी

मई ददवस का नारा ह सारा ससार हमारा ह

का शोर मरा हआ हर आरएसएस और भाजिा पजनहोन आजादी की िरी लडाई क दौरान अगरजो क पखलाफ एक िला तक नही उठाा वही आज दशभपकत का सपटणपिकट बाटत घम रह ह मजदर वगण जानता हर पक दश की आम जनता को उनक आिसी भाईरार को दश क पाकपतक ससािनो को आज खतरा पकनस हर

का णकम क दसर पदन गीतापस क मजदरो क बीर िराण पवतरर पका गा गौरतलब हर पक पिछल पदनो गीतापस क मजदरो न शोषर क पखलाफ मरनजमट क पवरदध आनदोलन पका था लपकन कछ दलाल टड पननो और रनावी िापटणो क नताओ क िीछ रलकर वह आनदोलन अिन मकाम तक नही िहर सका और आज आनदोलन क नताओ क घटनाटक रवर क रलत ठहराव का पशकार हर तीसर पदन गोरखिर क एक अन औदोपगक कत गीडा (गोरखिर इडपसटल डवलिमट अथरॉररटी) क मजदरो क बीर नककड सभाओ एव िराण पवतरर का आोजन पका गा

गोरखपर म मई ददवस पर िोषिण क ख़ि लाफ़ डफर एकजट होन का सकलप

ददली क बादली-बवाना इलाक म मई ददवस पर दो ददन का मजदर जागरण अजभयान

हरर याणा म मई दद वस क कायसकम

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 14: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

14 मजदर तबगल मई 2016

आददम सचय पजीवादी फामसर की उतपधत

जहा तक पतक पभावो का सबि हर खपतहर आबादी का समिपतहरर बड भसवामी ही िरदा कर सकता था लपकन रपक िजीवादी िामणर की उतिपत कई सपदो तक जारी रहन वाली वाली एक िीमी पपका क तहत हई इसपलए हम उसक काररो को समझ सकत ह सवतत छोट मापल क पकसानो की ही तरह भदासो क िास भपम पवपभन न काश तकाररो म थी और इसपलए उनको भदासतव स मपकत भी बहपवि रिो म पमली

नदरहवी सदी म जब तक सवततर लकसान और अनच समय का आलशक लहससच म खद कच लिए काम करनच वािच खचलतहर मजदपर खद कच शरम सच अनी समलधि बढातच रहच तब तक फामणर की ररलसथलतया औसत दजज की ही रही और उसकच उतादन का कचतर भी सीलमत रहा िचलकन नदरहवी सदी की अलनतम लतहाई और सोिहवी सदी कच अलधकाश लहससच कच दौरान होनच वािी और कलि कालनत नच फामणर को उतनी ही तचजी सच समधि बनाया लजतनी तचजी सच खचलतहर आबादी को दररदर बनाया सामपलहक भपलम कच अहरर आलद नच उसकच मवचलशयो की तादाद म िगभग लबना लकसी िागत कच उलिचखनीय वलधि करना सभव बनाया और मवचलशयो सच उसच कलि-योगय भपलम को उजाऊ बनानच कच लिए और भरपर खाद लमिी

सोलहवी सदी म एक पनराणक कारक उसक साथ महतविरण रि स जड गा उन पदनो फामषो क िट लबी अवपि अकसर पननानब वषषो क पलए पलख जात थ बहमल िातओ क मल म लगातार जारी पगरावट और उसकी वजह स मदा क मल म आी कमी स िामणर की रादी हो गई मदा क अवमलन न मजदरी म पगरावट क िवण उपलल पख त काररो को और अपिक बल पदा इस पकार जो िहल मजदरी हआ करती थी उसका एक पहससा अब फामण क मनाफ म जड गा अनाज ऊन मीट और सकि म कह तो सभी कपष उतिादो की कीमत म हई पनरतर वपदध स िामणर की मदा िजी पबना पकसी तन क ही बढ गई जबपक उस जो लगान दना था वह रपक अवमपलत मदा म मािा जाता था इसपलए उसम पनरतर कमी आी इस पकार िामणर अिन मजदरो और अिन भसवामी दोनो की कीमत िर समदध हआ ऐस म ह ह आचि ण की बात नही हर पक सोलहवी सदी क अनत तक इगलरणड म समदधशाली lsquorsquoिजीवादी िामणरोrsquorsquo का एक वगण िरदा हो रका था

हालापक खत जोतन वालो की सखा कम हई लपकन पिर भी जमीन की िरदावार िहल जरसी ही थी कोपक सिपत सबिो म वािक बदलाव क साथ ही साथ अपिक सहोग उतिादन क सािनो क अपिक सकनदर आपद दारा खती की बहतर िदधपत पोग म आ रकी थी ऐसा इसपलए भी हआ कोपक खपतहर मजदरो को न पसफण अपिक सघन काम क पलए पोतसापहत पका गा बपलक लगातार बढती हद तक उनह उतिादन क उन कतो स वपरत पका गा पजसम व खद क पलए काम कर सकत थ

इस परकार जब खचलतहर आबादी का एक लहससा जमीन सच मकत कर लदया गया तो जमीन र काम करनच वािच मजदपर कच र म उनह लजन जीवन लनवाणह

कच साधनो सच ोलित लकया जाता था वच उनसच भी मकत हो गयच जीवन पनवाणह क व सािन िररवतणनशील िजी क भौपतक ततवो म बदल ग लकसानो को लजनका सलतिहरर लकया जा का था और जो दर-दर भटकनच कच लिए छोड लदयच गयच थच अब अनच नयच मालिक औदोलगक पजीलत सच परापत मजदपरी कच र म इन साधनो का मपलय खरीदना डता था जो जीवन पनवाणह क सािनो क साथ हआ वही कचर मालो क साथ हआ जो कपष क उतिादन क सािन थ व पसथर िजी क एक ततव म रिानतररत हो ग

ररख और करघ जो िहल िर गरामीर कत म पबखर होत थ अब कछ बड शरम-बररको म एकपत त कर पद ग और इसी पकार मजदर व कचर माल भी एकपत त पक जान लग उस सम स ररख और करघ जो िहल कताई और बनाई करन वाल लोगो क सवतत अपसततव क सािन हआ करत थ कताई और बनाई करन वाल लोगो को पनपतत करन एव उनस अवरतपनक शरम पनरोडन क सािन म रिातररत हो ग

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -1

औदोपगक िजीिपत की उतिपत की पपका िामणर की उतिपत स कम िीमी थी पनससदह पशलि सघो क कई छोट मापलक और उनस भी अपिक सखा म सवतत दसतकार ा हा तक पक उजरती मजदर भी छोट िजीिपत बन और बाद म उजरती मजदर क शोषर की सीमा का पवसतार करक और इस पकार सर का पवसतार करक उनम स कछ िरण रि स पवकपसत िजीिपत बन ग इस िदधपत की घोघ जरसी राल पकसी भी तरीक स उस नी दपना क बाजार की वापरपजक शतषो क अनरि नही था जो िनदहवी सदी क अनत म हई भौगोपलक खोजो क बाद बना था िरनत मधग न पबलकल पभनन सामापजक-आपथणक ववसथाओ क भीतर िररिकव हए िजी क दो पभनन रि पद और पजनह उतिादन की िजीवादी िदधपत सथापित होन क ग स िहल पबना पकसी पवशषर क िजी क नाम स जाना था म बात कर रहा ह महाजनी िजी और वािाररक िजी की

मौजपदा दौर म समाज की समप ी सदा हिच पजीलत कच कबजच म जाती हवह भसवामी को उसका भाडा दता हर मजदर को उसकी मजदरी दता हर कर तथा दशाश एकत करन वालो को उनका िावना दता हर और शरम की वापषणक िरदावार का बडा पहससा वासतव म सबस बडा और पनरतर बढता हआ पहससा अिन िास रखता हर

अब पजीलत को समदाय की सदा का परथम सवामी कहा जा सकता ह हािालक उसच इस सलति का अलधकार लकसी कानपन नच नही लदया हयह बदिाव पजी र बयाज िगानच की वजह सच आया हhellipऔर यह कम लवलतर बात नही ह लक यपरो कच सभी कानपन बनानच वािो नच कानपन कच दारा इसको रोकनच की कोलशश की उदाहरर कच लिए सपदखोरी कच लखिाफ कानपन

दचश की समप ी सदा र पजीलत का अलधकार सलति कच अलधकार म परण बदिाव ह और यह लकस कानपन या कानपनो की शरखिा कच जररयच हआrsquorsquo

बहतर होता पद लखक को ह ाद होता पक कापनता काननो दारा नही सिनन की जाती ह

सदखोरी और वािार स िरदा हई मदा िजी क औदोपगक िजी म रिातरर म दहातो म समाज का सामती ढारा और शहरो म पशल ि सघो का सगठन बािा िरदा करत थ बािाए तब पवलप हो गई जब सामती समाज पवघपटत हो गा जब भदासता की जजीर तोड दी गई जब दहाती लोगो का सिपतहरर पका गा और उनह आपश क रि स जमीन स खदड पदा गा न मरनिर कररसण बदरगाहो म ा दहात क ऐस पहसस म जम ग जहा िरानी नगर ववसथा नही काम थी और जहा पशल ि सघो (जो उस ववसथा का पहससा थ) का कोई पनतर नही था इसीपलए इगलरणड म पनगपमत नगरो और न औदोपगक नसणररो क बीर तीखा सघषण हआ

अमररका म सोन व रादी की खोज आपदवासी आबादी का कछ मामलो म समल नषट पका जाना और अन मामलो म उनको दास बनाा जाना उनको खानो म पज नदा दफना पदा जाना ईस ट इडीज की पवज और लट का पारभ अफीका का दास वािार क कचर माल क रि म नीगरो की आिपतण करन वाल कत म तबदील हो जानाmdash व घटनाए थी जो िजीवादी उतिादन क ग क अररोद की अपभलाकपरकताए थी वो पपकाए थी जो आपदम सर की मख कारक बनी उनक ठीक बाद ही रोिी दशो क बीर वापरपजक दध पछडा जो भमणडल क समर कत िर लडा गा था उसकी शरआत नीदरलरणड क सिन स अलग होन स हई इगलरणड क जरकोपबन-पवरोिी दध म उसन भीमका रि िारर कर पला और हापल ा सस करर रीन पवरदध अफीम-दधो म दखन म आ रहा हर (पबटन न िहला अफीम दघ 1939-1842 म लडा और दसरा 1856-60 म)

बि-परयोग हर उस समाज कच लिए बचा दा करानच वािी धाय मा का काम करता ह लजसकच गभण म एक नयच समाज का अकर ि रहा होता ह यह अनच आ म एक आलथणक शलकत ह

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत -2

डबल होपवट पजनहोन ईसाई िमण का पवशष रि स अधन पका हर ईसाई औिपनवपशक ववसथा क बार म पलखत हए कहत ह

lsquolsquoतथाकलथत ईसाई नसि नच दलनया कच हर इिाकच म और हर ऐसी कौम र लजनह दबानच म वच सफि हई ह लजतनच बबणर और खौफनाक जलम ढायच ह उतनच लकसी भी अनय नसि नच थवी र लकसी भी यग म नही ढायच ह भिच ही वच लकतनच खप खार जालहि एव दया व शमण सच लवहीन कयो न रहच होrsquorsquo

हरॉलरणड जो सतहवी सदी क दौरान एक आदशण िजीवादी राषट था क औिपनवपशक पशासन का इपतहास lsquolsquoिोखािडी घसखोरी कतलआम एव

नीरता क सबस असािारर सबिो म स एक हरrsquorsquo इसकी पमख पवशषता जावा म इसतमाल करन क पलए सलबीज म दासो का अिहरर करन की पराली थी इस मकसद क पलए अिहररकताणओ को धानिवणक पपशपकत पका जाता था इस घपरत वािार क मख एजट वासतपवक रोर दभापषए और बरन वाल होत थ मख खरीदार दशी राजकमार हआ करत थ अिहत वा लोगो को जब तक पक व दासो क जहाजो म भज जान क पलए तरार नही हो जात थ सलबीज क कर दखान म रखा जाता था एक आपिकाररक ररिोटण क अनसार lsquolsquoउदाहरर क पलए मरकससर का ह शहर गप कारागारो स िटा हआ हर पजनम स हरक दसर स ज ादा खौफनाक हर पजनम लोभ और अतारार क पशकार उन अभाग लोगो को ठसा गा हर पजनको जजीरो स बािकर जबरन उनक िररवारो स अलग कर पदा गा हरrsquorsquo

जरसा पक सपवपदत हर अगरजो की ईस ट इपणडा किनी का न पसफण भारत म राजनीपतक शासन िर सवाणपिकार था बपलक रा क वािार का एकापिकार आम तौर िर रीन क वािार और रोि स मालो क लान और वहा ल जान का एकापिकार था िरनत भारत क समदतटी वािार एव दीिो क बीर क वािार एव भारत क अदरनी वािार िर किनी क उचर अपिकाररो का एकापिकार था नमक अफीम िान एव अन मालो क वािार का एकापिकार सिदा की अक खान जरसा था अपिकारी अिनी मनमजमी स कीमत त करत थ और अभाग पहनदओ को पनमणमता स लटत थ इस पनजी वािार म गवनणर-जनरल भी भाग लता था उसक किािातो को इतनी अर छी शतषो िर ठक पमलत थ पक व हवा म हवा म हाथ घमाकर सोना बना दत थ आपखर व कीपमागरो स भी ज ादा रालाक जो थ अिार िन-दौलत ककरमतो की तरह िनिन लगी एक पशपलग भी िशगी क रि म नही लगाना िडता था और आपदम सर िडलल स रल पनकलता था वारन हपसटगस क महापभोग की ररिोटण ऐसी पमसालो स भरी हर एक पमसाल दख

सलीवान नामक एक शखस जब भारत क आपिकाररक पमशन िर जा रहा था तो उस अफीम का ठका पदा गा जबपक वह भारत क ऐस पहसस म जा रहा था जो उन पजलो स काफी दर था जहा अफीम उगाई जाती थी इसपलए उसन अिना ठका पबन नामक शखस को 40000 िाउड म बर पदा उसी पदन पबन न वह ठका 60000 िाउड म पकसी और को पिर स बर पदा दसर खरीदार न पजसन उस ठक को रलाा बताा पक उसन भारी मनाफा कमाा ससद क समक पसतत एक सरी क अनसार 1757 और 1766 क बीर किनी और उसक कमणराररो न भारतीो स तोहफ क रि म 60 लाख िाउड पाप पक 1769 एव 1770 म अगरजो न भारत का सारा रावल खरीद पला और ऊर दाम िा पबना बरन स इन कार करक वहा अकाल िरदा कर पदा

जालहर ह लक आलदवालसयो कच साथ सबसच बरा बताणव मातर लनयाणत वयाार कच लिए िगायच गयच बागानो म होता जसच वचसट इडीज और मचलकसको एव भारत जसच समधि व घनी आबादी वािच दचशो म लजनह िपट कच लिए सौ लदया गया था रनत तथाकलथत वासतलवक उलनवचशो म भी आलदम सय अनच ईसाई र म अकणर था 1703 म परोटसटट मत कच गभीर साधको नयप इगिणड कच पयपररटनो नच अनी असबिी कच अधयादचश दारा एक आलदवासी को मारकर उसकी खोडी िानच कच लिए या उसच लज नदा कडनच कच लिए 40 ाउड का ईनाम रखा 1720 म परलत खोडी 100 ाउड ाउड ईनाम की चशकश की गई जब मसासचटस-बच नच एक खास कबीिच को लवदरोही घोलित लकया तो लनमनलिलखत

मारस की lsquoपजीrsquo को जातनय लचतराकनो क साथिअमररका की कमयदनट पाटटी क सिय एव परदसदध राजनीदतक दचतरकार हगो गलटव न 1934 म माकसव की lsquoपजीrsquo क आधार पर एक पतक lsquoकालव

माकसरज कदपटल इन दलथोगाफस दलखी थी दजसम lsquoपजीrsquo म िी गयी परमख अवधारणाओ को दचतरो क जररय समझाया गया था गलटव क ही शबिो म इस पतक म lsquolsquoमल पाठ क सबस महतवपणव अश ही दिय गय ह लदकन माकसववाि की बदनयािी समझ क दलए आवशयक सामगी दचतराकनो की मिि स ाली गयी हrsquorsquo lsquoमजिर दबगलrsquo क पाठको क दलए इस शानिार कक दत क चदनिा अशो को एक शकखला क रप म दिया जा रहा ह mdash समपािक

(तीसरी ककस)

(पज 15 पर जारी)

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 15: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

मजदर तबगल मई 2016 15कीमतो की चशकश की गई

lsquorsquo12 विण या उससच अलधक आय कच रिो की खोडी कच लिए नई मदरा म 100 ाउड रि कदी कच लिए 106 ाउड मलहिा और बाि कलदयो कच लिए 50 ाउड आलदवासी सती और बचो की खोडी कच लिए 50 ाउडrsquorsquo

कछ दशको बाद औलनवचलशक वयवसथा नच लवतर-हदय तीथण यालतरयो की सतानो सच बदिा लिया जो अब लवदरोही बन कच थच अगचजो कच उकसावच म और अगचजो कच सच की एवज म भाडच कच टटट कि हाडी सच उनका लसर किम करनच िगच लरिलटश ससद नच घोिरा की लक उनकच ीछच लशकारी कतिो को छोडना और उनका लसर किम करना lsquolsquoईशवर एव परकलत दारा उनकच हाथ म लदयच गयच साधन हrsquorsquo

आददम पजी सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत-3

औिपनवपशक ववसथा की छतछाा म वापरज और नौ-िररवहन गरीनहाउस म िकन वाल िल की भापत पवकपसत हए राटणडण किपना िजी क सक दर को पोतसापहत करन म मजबत औजार का काम करती थी उिपनवशो न उभरत हए उदोगो क पलए बाजार उिलबि करा और इस बाजार िर एकापिकार न सर को तज पका रोि क बाहर पतक लट दास बनान और हताकाणडो स पाप सिदा को मातभपम की ओर पवापहत कर पदा जाता था और उनह िजी म तबदील कर पदा जाता था हरॉलरणड जो औिपनवपशक ववसथा को उसकी िरणता तक िहरान वाला िहला दश था 1648 म ही अिनी वापरपजक महानता क ररमोत कषण िर िहर गा था उसका lsquolsquoरोि क दपकर-िवण और उतर-िपचिम क बीर ईसट इपणडा क वािार एव वापरज िर लगभग एकापिकार था उसक मतस िालन उसक समदी वािार उसक उदोगो न सभी दशो को िीछ छोड पदा था उस गरतत क िास इतनी िजी थी पक वह सभवत शष रोि की कल पमलाकर पजतनी िजी होती उसस भी अपिक थीrsquorsquo लखक इसम ह जोडना भल गा पक 1648 तक आत-आत हरॉलरणड क आम लोगो िर कामो का बोझ बहत अपिक था व इतन अपिक दररद और अपिक उतिीपड त थ पजतन पक शष रोि म कल पमलाकर नही रह होग

नयच दचवता नच अलतररकत मपलय कमाना ही मानवता का एकमातर िक य घोलित कर लदया

सावणजपनक ऋर (अथाणत राषटी ऋर) की ववसथा पजसकी शरआत मधग क अनत क करीब जनोआ और वपनस स दखी जा सकती हर मरनिर करररग ग म रारो ओर िर ल गई औिपनवपशक ववसथा अिन समदी वापरज और वािाररक दधो क दारा अिन पवकास और अपिक पररत कर रही थी ही कारर था पक ऋर ववसथा न सबस िहल हरॉलरणड म अिनी जड जमाी

राषटरीय कच लडट की पररािी (अथाणत राजय को ाहच वो लनरकश हो या सवधालनक अथवा गरतालतरक बचनच की पररािी) नच पजीवादी यग र अनी अलभिाकलरक छा छोडी तथाकलथत राषटरीय सदा का एकमातर लहससा जो आधलनक िोगो कच सामपलहक आलधतय म आता ह वो ह उनका राषटरीय ऋर

इसी क एक अपनवा ण िररराम क रि म ह आिपनक पसदधानत आता हर पक कोई राषट पजतना ही अपिक कजज म डबा हो वह उतना ही अपिक समदधशाली होता हर सावणजपनक कपडट िजी का ईमान

बन जाती हर राषटी ऋर की पराली क उभार क साथ-साथ इस ससथा म आसथा की कमी अकम िाि माना जान लगता हर lsquoिपवत आतमाrsquo क पख लाफ िाि

सावणजपनक ऋर आपदम सर क सबस शपकतशाली परको म स एक बन जाता हर जादई छडी को घमान क साथ स lsquolsquoिणडrsquorsquo बाझ मदा म िनरतिादन की शपकत भर दता हर और इस पकार उस िजी म तबदील कर दता हर और वह भी पबना उस जोपखम क जो औदोपगक उिकमो म पनवश क साथ और हा तक पक सदखोरी म पनवश क साथ अपभन न रि स जडा होता हर

इसकच अलतररकत राषटरीय ऋर की पररािी नच न लसफण इन माधयमो सच एक कालहि बाडधारक को दा लकया ह उसनच न लसफण सरकार तथा जनता कच बी लबौलिए का काम करनच वािच लवति-परबधको कच ास लबना लकसी कषट उठायच सदा दा की ह उसनच न लसफण कर-वसपिी का काम करनच वािो का वयााररयो को एव लनजी मनयफकरसण को दा लकया ह लजनकच ास परतयचक राषटरीय ऋर का एक लहससा आकाश सच लगरी पजी कच र म लमिनच िगता ह इसकच अिावा इसनच ज वाइट-स टॉक कलनयो तमाम परकार की लवलनमयशीि परलतभपलतयो की िचनदचन बटच का वयाार और सकच म कह तो शचयर बाजार कच सटच और आधलनक बकलतयो को भी जन म लदया ह

राषटी उिापिो स पवभपषत बड-बड बक पारभ स ही पनजी पहत म सटबाजी करन वालो क सघ मात थ जो सरकारो क िक म खड थ और राज स पाप होन वाल पवशषापिकारो की बदौलत व राज को उिार दन की पसथपत म थ इसीपलए राषटी ऋर क सर का इन बको की श र-िजी म उतरोतर होन वाली वपदध स अपिक अरक सरकाक और कोई नही हर इन बको का िरण पवकास 1694 म बक ऑि इगलरणड की सथािना क साथ हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 4

बक ऑि इगलरणड न सरकार को 8 पपतशत की दर िर उिार दकर शरआत की साथ ही उस उसी िजी को बक-नोटो क रि म पिर स जनता को उिार दकर मदा म ढालन की अनमपत ससद दारा पाप थी उसको इन नोटो क दारा हपडा भनान मालो क दाम िशगी दन और बहमल िातओ को खरीदन की भी अनमपत थी बहत सम नही बीता पक इस कपडट मदा न ही पजस खद इस बक न बनाा था उस माधम का रि ल पला पजसक दारा बक ऑि इगलरणड राज को उिार दता था और राज की ओर स सरकारी ऋर का बाज अदा करता था इतना ही िाणप नही था पक बक एक हाथ स पजतना दता था उसस अपिक दसर हाथ स लता था

पवपभन न पक स म क राषटी ऋर की उतिपत क

साथ ही साथ एक अनतरराषटी कपडट ववसथा का भी जन म हआ जो अक सर इस ा उस राषट म आपदम सर क एक सोत को पछिान का काम करती थी अत वपनस की लट की पराली हरॉलरणड की िजी सिदा की गप सोत थी कोपक ितनशील वपनस न डर को भारी रकम उिार दी थी ऐस ही सबि हरॉलरणड और इगलरणड क बीर थ अठारहवी सदी क पारभ होत-होत डर उदोग-िि अिन मख पपतददी स काफी पिछड रक थ वह पमख वापरपजक और औदोपगक राषट नही रह गा था इसपलए 1701 स 1776 क बीर डर वािार का एक मख ववसा पवशषकर अिन पमख पपतददी इगलरणड को िजी की बडी रकम उिार दना था आज

इगलरणड और सकत राज अमरीका क बीर भी ऐसा ही पसलपसला रल रहा हर

आज जो पजी लबना लकसी जन म-परमारतर कच सयकत राजय अमरीका म परकट हो रही ह वह कि तक इगिणड म बचो कच पजीकत रकत कच र म लवदमान थी

रपक राषटी ऋर को सावणजपनक राजसव स सहारा पमलता हर पजस ब ाज क वापषणक अदागी क पलए आवश क रकम पदान करना होता हर इसपलए आिपनक कर-पराली राषटी ऋर पराली की आवश क िरक हर ऋरो न करदाताओ िर तातकापलक रि कोई ना बोझ डाल पबना सरकार क पलए असािारर खरण वहन करना सभव बनाा िरनत इस लाभ क बदल अनतत उचर कर दन िडत ह वही दसरी ओर एक क बाद एक ऋर लत जान स ऋर क सर क कारर करो म वपदध सरकार क पलए न असािारर खरषो को वहन करन क पलए बार-बार न ऋर लना आवश क बना दती हर

आिपनक राजकोषी पराली पजसकी िरी रपक जीवन-पनवाणह की अतत आवश क सािनो िर कर लगान िर पटकी होती हर ( और इस तरह उनह महगा बनान िर) इसपलए उसक भीतर ही उसक सवत बढत जान की पवपत पनपहत होती हर अतपिक करािान अब कोई आकपसमक रीज न होकर एक पसदधानत बन रका हर हरॉलरणड म जहा ह पराली सबस िहल लाग की गई पवखात दशभकत द पवट न अिनी ररना मरपकसम स म इस पराली को मजदरो को दब ब बनान पमतवी बनान िररशरमी बनान और उनह उनक ऊिर कमरतोड शरम को बोझ लादन क पलए सवणशरष ठ पराली क तौर िर मपहमामडन पका था हालापक हा िर हमारा सरोकार अतपिक करािान स मजदरो की पसथपत िर िडन वाल पवनाशकारी पभावो िर उतना नही हर पजतना पक इस िर हर पक पकस तरह स इसका िररराम पकसानो दसतकारो ा सकि म कह तो पनम न मधवगण क जबरन सिपतहरर क रि म सामन आता हर

अतपिक करािान की सिपतहरर की का ण-कमता सरकर की पराली क कारर और भी बढ जाती हर जो पक इसका अपभन न अग होती हर

सरकर की पराली कारखानदारो को पनपमणत करन सवतत कारीगरो का सिपतहरर करन उतिादन और जीवन-पनवाणह क राषटी सािनो का िजीकरर करन और मधगीन उतिादन-पराली तथा आिपनक उतिादन-पराली क बीर क सकमरकाल को जबरन छोटा करन की एक ितणता भरी तरकीब थी रोि क कई राजो क बीर इस आपवष कार क िटट क पलए होड मर गई थी जरस ही इन राजो न अपतररकत मल बनान वालो की सवा करना सवीकार पका व अिन खद क लोगो को लटन स सतषट नही रह सक अपतक तौर िर सरकर-कर लगाकर और पतक तौर िर पनाणत िर पीपमम दकर और ऐस ही अन तरीको स पनभणर िडोसी दशो म उदोग-िि जबरन उजाड पद ग उदाहरर क तौर िर जो हशर इगलरणड क शासन क तहत आरलरणड क ऊन पनमाणताओ का हआ

आददम सचय औदोगगक पजीपतत की उतपधत ndash 5

औिपनवपशक ववसथा राषटी ऋर पराली एव करो का भारी बोझ सरकर वापरपजक दध आपद तथाकपथत मरनिर करररग काल की इन सभी सतानो का बड िरमान क उदोग की बाल ावसथा क दौरान परर माता म पवकास हआ बड िरमान क उदोग

क जन म का जशन पनददोषो का कत लआम करक मनाा गा था ा पिर उसक िरक ानी बचरो क ववपसथत अिहरर करक

lsquolsquoडबमीशार नरॉपटघमशार की काउपटो म और पवशषकर लकाशार म नवआपवष कत मशीन ऐसी नपदो क तट िर पनपमणत बडी िर पकटो म इसतमाल की गई जो िनरक की रलान म सकम थी शहरो स दर इन सथानो िर काक हजारो मजदरो की आवश कता िडी पवशष रि स लकाशार म जो उस सम तक बहत कम आबादी वाला और उजाड सथान था आबादी ही एकमात रीज थी पजसकी अब उसको जररत थी रपक उस सम सबस अपिक माग छोटी और ितमीली उगपलो वाल बचरो की हआ करती थी इसपलए ततकाल ही लदन बपमइघम एव अन सथानो क सावणजपनक महताज-खानो स शापगदण बचरो को मगवान की पथा परपलत हो गई सात वषण स लकर तरह-रौदह वषण तक की आ क हजारो बदनसीब बचरो को उतर म काम करन क पलए भज पदा गा मापलक कारखानदारो क सरकर म रख ग इन पनरिराि और पमतहीन पापरो क साथ अतत हदपवदारक करताए की जाती थी उनस इतना अपिक काम पला जाता था पक व मौत क कगार तक िहर जात थ hellip उनको कोडो स मारा जाता था जजीरो स जकडकर रखा जाता था करता क न तरीक ईजाद करक ातनाए दी जाती थीhellip कई मामलो म उनह काम क सम कोडो स िीट जात सम इतना भखा रखा जाता था पक उनकी हडपडा पदखन लग जाती थीhellip और कछ मामलो म तो उनह आतमहता क पलए मजबर कर पदा जाता था लोगो की पनगाह स दर डबमीशार नरॉपटघमशार और लकाशार की मनोरम रमानी घापटा दारर और मनहस ातनागहो और बहतो क पलए विस थलो म िरररत हो गी थी

कारखानानदारो क मनाफ बशमार होत थ लपकन इसस उनकी भख सतषट होन की बजा बढती ही जाती थी और इसपलए उनहोन ऐसी तरकीब पनकाली पजसस ऐसा लगन लगा पक उनक मनाफ पबना पकसी सीमा क बढत ही जा ग उनहोन lsquoरात म काम करनrsquo की पथा शर की पजसम पदनभर काम करन क बाद मजदरो क एक समह क थकन क बाद उनक िास रातभर काम करन वाल मजदरो क दसर समह उिलबि रहा करत थ rsquorsquo

मनयफकररग कच काि म पजीवादी उतादन कच लवकास होनच कच साथ ही साथ यपरो की आम राय नच िजजा और लववचक कच अलनतम अवशचिो को भी खो लदया राषटरो नच हर ऐसच अनाार की बचरखी सच डीग हाकी जो पजी कच सय कच साधन का काम करतच थच उदाहरर कच लिए सयोगय ए एणडरसन कच वालरलजयक वतिात को ढ उसम यह घोिरा की गई ह लक यह अगचजो की राजनीलतजञता की बडी भारी सफिता थी लक यपतरचखत की सलध र हसताकर करनच कच समय उनहोनच अलस एतो सलध (दास-वयाार सबधी सलध ) कच दारा अफीका और सचनी अमचररका कच बी नीगो कच वयाार का अलधकार सचन वािो सच छीन लिया इसकच हिच वच कच वि अफीका और लरिलटश वचस ट इडीज कच बी ही नीगो का वयाार कर सकतच थच इस सलध कच दारा इगिणड को 1743 तक परलत विण 4800 नीगो सचनी अमचररका भचजनच का अलधकार लमि गया इसकच साथ ही इससच लरिलटश तस करी कच लिए आलधकाररक आवरर का भी काम लकया

दास वयाार की बलनयाद र लिवरपि एक बडा शहर बना कयोलक दास वयाार आलदम सय की एक धिलत थी

सती उदोग न इगलरणड म बाल दासता की शरआत करन क साथ ही सकत राज की दास पथा न शोषर क एक वापरपजक ववसथा म रिातररत हो जान को बढावा पदा आम तौर िर बात कर तो रोिी मजदरो की पर छन न दासता नी दपना म पतक दासता का आिारसतभ बन गई

लजस परकार औलजए नच कहा था मदरा lsquolsquoअनच गाि र एक दाइशी लनशान लिए हए ससार म आती हrsquorsquo उसी परकार यह कहना उतना ही सही ह लक पजी इस ससार म लसर सच ाव तक कीड म लिथडी हई और अनच रोम-रोम सच खपन टकाती हई आती ह

mdash अनवाि आनि दसह

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)

Page 16: ns'k dks [+kwuh nyny ;k X+kqykeksa ds dSn[+kkus …मजद र तबग ल, द र जनच तन ड -68, तनर ल नगर, लखनऊ-226020 ब क ख त क Mazdoor

मदरक परकाशक और वामी कातयायनी दसहा दारा 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006 स परकादशत और उही क दारा मलटीमीदयम 310 सजय गाधी परम फजाबाि रो लखनऊ स मददरत समपािक सखदविर अदभनव l समपाकीय पता 69 ए-1 बाबा का परवा पपरदमल रो दनशातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l May 2016 RNI No UPHIN201036551

ाक पजीयन SSPLWNP-3192014-2016पररण ाकघर आरएमएस चारबाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनाक 20 परतयक माह

िजीवादी ववसथा मजदरो की शरम शपकत क शोषर िर पटकी होती हर और िजीवादी दरत मजदरो का खन िीकर ही जीता हर लपकन इनकी हवस इतन स ही नही पमटती मनाि की अिािि दौड म िगलाए हाथी की तरह हर उस रीज को कबज म कर लना राहत ह पजसस इनका मनािा पदन दना रात रौगना बढता रह 1991 क बाद जबस उदारवादी नीपता जोर-शोर स शर हई ह उसक बाद स ही दश क पाकपतक ससािन िजीिपतो को लटान की गपत तज हई हर

वरस तो भारत म बनन वाली अलग-अलग सरकार िजीिपतो की सवा म तललीन रहती ह व इस तत को िखता बनाती ह पजसस िजीिपत वगण आम

जनता का शोषर बरोकटोक जारी रख सक और दश क तमाम पाकपतक ससािन भी िजीिपतो और उनक सवको राजनीपतजो नौकरशाहो को लटन की खली छट पमल सक व इस बात को सापबत करती रही ह पक सरकार पसिण िजीिपतो की मरनपजग कमटी होती हर

लपकन मोदी सरकार क सता म आत ही ह गपत सरिट दौडन लगी तमाम लोकलभावन जमलो और भरषटारार को पकसी भी हालत म बदाणत ना करन का दावा करक सता म आी मोदी सरकार म बशममी स भरषटारार जारी हर कोला अनक बशकीमती खपनज िदाथण नपदा जगल िहाड जरस पाकपतक ससािन और जमीन

सार पनम-कादो को ताक िर रखकर कौपडो क भाव िजीिपतो को लटा जा रह ह

इसकी एक पमसाल हर भाजिा सासद हमामापलनी को ममबई क अिरी म नत अकादमी खोलन क पलए करोडो रि की सरकारी जमीन मात 70 हजार रि म द दी गी और जब सवाल उठन लग तो महाराषट क राजसव मती न बराव करत हए कहा ह जमीन आबटन कोई गलती नही बपलक सरकारी नीपत क तहत पका गा हर ह भी कहा पक अगर हमा मापलनी स जमीन वािस ली जाती हर तो कलाकारो पशकापवदो िवणमपतो कलबो और पजमखाना को पद ग आबटन भी वािस लन होग

ापन व जान-अनजान ह साफ-

साफ कह ग पक िहल भी तो जनता की सिपत औन-िौन दाम िर िजीिपतो को लटाी जाती रही हर तो अब ह सवाल को उठाा जा रहा हर और सर ही तो हर पक िजीिपतो को बरोकटोक और ससत दामो िर जमीन हडिन म मदद करन क पलए भपम अपिगरहर नीपत म भी बदलाव पका जा रहा हर

दसरा वाका गजरात की मखमती आनदीबन िटल की िती अनार िटल और उनक पबजनस िाटणनर की किनी को 422 एकड जमीन 92 की छट िर पद जान का हर मालम हो पक गजरात सरकार न 2010 म गीर क आपिकाररक वन कत म ह जगह 15 रि पपत वगण मीटर की दर स ापन 15 करोड रि म वाइलडवड ररजरॉटण एव ररलटीज पा

पल को दी इस जमीन का बाजार मल 125 करोड रि था जात हो पक इस किनी म अनार िटल का भी पहससा हर इसक बाद किनी न आसिास की 172 एकड कपष भपम भी खरीद ली और राज सरकार न कपष भपम को वावसापक भपम म बदलन की इजाजत भी द दी किनी को फादा िहरान क पलए सभी पनमो-कादो को ताक िर रखकर राजसव पवभाग क सकत सपरव न कहा पक राज दारा पला गा िर सला पबलकल सही हर और इसस राज म ि णटन उदोग को बढावा पमलगा अनार िटल भी अिन और सहोपगो क बराव म खलकर सामन आ गी और समाजसवा िर

दि क पराकततक ससािनो को लट रह मोदी सरकार क चहत

पिछल कछ सालो स बडी रराण हर जीएसटी की सारा बजणआ परार तत और उसक भाड अथणशासतरी -पवशषज ऐसा समा बािन की कोपशश कर रह ह पक जीएसटी लाग होन स अथणववसथा म बडी तजी आगी कारोबार म तरककी होगी और रोजगार क मौक बढग कछ छोट पबनदओ को छोडकर सारी बजणआ राजनीपतक िापटणा भी इस िर कमो बश एक रा हो रकी ह और अब पसिण एकमात शष मदा उनका आिस का ह दद हर पक पकस को इसक पल पकतना शर पमल सवाल उठाना लापजमी हर पक आपखर जीएसटी म ऐसा का हर पक िरा बजणआ तत इस क पल एक रा होकर इतना उतावला हर और इसका महनतकश तबक क जीवन िर का असर होगा इस दपषटकोर स इसका अधन-पवशषर पका जाना बहत जररी हर

जीएसटी लाग करन और इसक असर को समझन क पल िहल हम िजीवादी समाज म टरकस नीपत क कछ मल पबनदओ को समझना होगा पनजी समिपत िर आिाररत िजीवादी ववसथा म राजसता क खरण को रलान क पल उतिादन आ समिपत वािार आपद िर कर लगाना शासन ववसथा का एक आवक अग हर लपकन ह पसदधात भी बजणआ मानवतावादी जनतापतक परतन की ही उिज था पक एक कपमक (Progressive) कर पराली होनी रापह इसका अथण हर पक कर की दर आमदनीसमिपत क बढन क कम म बढनी रापह लपकन ह पवरार 20वी सदी म मजबत महनतकश आनदोलनो क डर स ही कछ हद तक लाग हो िाा था कपमक करािान नीपत क अनसार वपकतगत आकर की दर आमदनी क बढत कम म होनी रापह और करॉिदोरट कर भी इसक अनरि हो साथ ही बडी समिपत िर समिपत कर और उसक उतरापिकार िर एसटट डटी भी लगाई गी ह कर पराली िजीवादी ववसथा म शोषर स मपकत तो नही िर महनतकश लोगो को कछ तातकापलक राहत पदान करती थी

लपकन जरस ही महनतकश जनता

क आनदोलन अिन भटकावो की वजह स कमजोर िड और िजीवादी ववसथा का सकट और तज हआ बाकी दशो की तरह भारत म भी शासक वगण न इस कपमक कर पराली को बदलना शर कर पदा लगातार िरजीवी बनत िजीिपत वगण न नीपत अिनाई करो का बोझ खद स कमकर ज़ादा स ज़ादा िहल स ही शोपषत मजदर पकसान पनमन मध वगमी लोगो िर डालन की इसक पल आकरकरॉरिोरट कर की उचरतम दरो को तो जापहर हर कम पका ही गा लपकन और भी सकमजपटल कदम उठा ग जो आम जनता को सीि नजर न आ लपकन कर का बोझ अमीर तबक स कम कर गरीब लोगो क पसर िर डाल द इन उिाो की पवसतत रराण नीर हर

आ क कई सोत ह हालापक महनतकश लोगो क पल तो उनकी मजदरी ा छोट-मोट काम-िि स होन वाली बरत ही आ का मख सोत हर लपकन जरस-जरस उचर आ वगण की तरि बढत ह उनकी आ म वतन का पहससा बहत कम रह जाता हर और उनकी ज़ादातर आ आती हर बाज लाभाश और िजीगत लाभ स बाज हम जानत ह लाभाश का मतलब हर ववसा क मनाि म िजी क मापलको को पमलन वाला पहससा और िजीगत लाभ का मतलब हर पकसी समिपत ndash जमीन-मकान-श र-बरॉनडस आपद ndash की कीमत म होन वाली बढत स पमलन वाला लाभ तो रालाकी स िररवतणन ह पका गा पक आ क इन सोतो िर वतन आपद जरसी आकर की सामान दर लाग होन क बजा कम दर लाग की गई जरस लाभाश िर बहत साल स शन आकर था अब 10 लाख स ऊिर वाली रकम िर दोबारा लगाा गा लपकन सामान 30 क बाजा पसिण 10 इसी पकार िजीगत लाभ िर शन 5 10 ा 20 की दर हर (20 की दर क साथ उस कम करन क पल सरीकरर का उिा भी साथ ही हर) साथ ही समिपत कर और एसटट डटी तो समाप ही कर दी गी हर इस सबका सीिा नतीजा हर पक जहा

हम बताा जाता हर पक अमीर लोगो िर 30 का आकर हर वहा असल म सबस अमीर लोगो को आिनी आ का लगभग मात 10 - 15 ही टरकस दना होता हर वह भी अगर रोरी न कर तो अगर कमिपनो की बात कर तो इस बार क बजट म सरकार न खद बताा हर पक घोपषत 30 की दर क बजा सबस बडी कमिपना पसिण 21 की दर स ही करॉिदोरट टरकस का भगतान करती ह

अब बात कर गरीब महनतकश जनता िर लगन वाल करो की कछ लोग आचि ण करग पक का गरीब लोग भी टरकस दत ह ऐसा एक दषपरार समाज म खडा पका गा हर पक पसिण 4 लोग ही टरकस दत ह और गरीब लोग पसिण सरकार स सबपसडी िात ह लपकन ह सर नही हर ndash दश क सब लोग टरकस दत ह गरीब स गरीब मजदर भी असल म ऊिर पजन करो की बात हमन की वह ह पतक कर ानी पजस िर टरकस लगा उसन पदा दसर पकसम क कर ह अपतक कर जो लगत कमिपनोवािाररो िर ह लपकन पजनको आपखर दता आम नागररक हर कोपक वसतओ-सवाओ की कीमतो म इनह शापमल कर पला जाता हर ह हर सलस वरट एकसाइज कसटमस सपवणस टरकस रगी आपद तथाकपथत आपथणक सिारो का एक िहल इस पकार क अपतक करो को लगाना और बढाना हर कछ साल िहल 8 स शर हआ सपवणस टरकस दखत-दखत 15 िहर रका हर

तीसरा िहल हर कर पराली और सामान अथणववसथा म ऐस पनम बनाना पजसस िजीिपत तबका अिनी आमदनीदौलत क एक बड पहसस को दश क बाहर ल जा सक और कोई भी टरकस न रका अगर वोडािोन क मामल िर धान द तो िहल हर नाम की कमिनी भारत म अिना मोबाइल कारोबार रलाती थी पिर उसन ह कारोबार वोडािोन को बर पदा लपकन भारत म पसथत समिपत की खरीद-पबकी का ह काम हागकाग म कर पला गा और इस तरह लगभग 9000 करोड रि का टरकस बरा पला

गा ऐस ही अन बहत स मामल ह भारत म कारोबार करत ा समिपत रखत बहत सार लोग खद को दसर दशो का पनवासीनागररक घोपषत कर हा शन ा बहत कम टरकस अदा करत हर

अब इस िररपसथपत म दखत ह जीएसटी को ऊिर बता ग अपतक करो ndash सलस सपवणस एकसाइज रगी वरट आपद - को पमलाकर अब एक ना कर जीएसटी लगान का पसताव हर जीएसटी का एक मकसद तो हर िर दश क िरमान िर एक ही टरकस ववसथा लाग करना इसस िर दश म कारोबार करन वाली कमिपनो को टरकस क पहसाब व कागजी कारणवाई म सहपलत होगी दसर अभी सभी राजो म अलग पनम व कर दर होन स बडी कमिपनो को पवपभनन राजो क बाजार म कारोबार क पल सथानी कारोबाररो क साथ अलग-अलग तरीक स पपतोपगता क पल तरार होना िडता हर जीएसटी लाग होन स िर दश का बाजार अब एक ही पनमो स सरापलत होगा और बड िजीिपतो क पल इस ऐकीकत बाजार म अिनी इजारदारीपनतर सथापित करना आसान हो जागा आज बहत सारी कमिपनो को राजो क पभनन टरकस काननो क कारर राजवार अिन कारोबार को सरापलत करना िडता हर और कई मामलो म इस पहसाब स कछ िर कटररागोदाम बनान की भी जररत िडती हर जीएसटी लाग होन स ह जररत कम होगी और कछ सथानो स ही वह कशलता स अिना कारोबार रला सक गी कछ सथानो िर कनदीकत बड कारखानोगोदामो को रलान क पल कम मजदरोकमणराररो की जररत होगी और वह शरपमको क वतन िर अिना खरण कम करन की पसथपत म होगी मतलब और मनािा ही वजह हर पक पिककी ऐसोररम सीआीआी आपद िजीिपतो क सगठन इसक पल सरकार और राजनीपतक दलो िर भारी दबाव बना हए ह

जीएसटी का दसरा िहल हर जनता िर इसका असर अथाणत ज़ादा स ज़ादा वसतओ और सवाओ को करो क दार म लाना और इन करो की दर को ऊरा

करना अभी जीएसटी क पल 18 स 22 तक की दर की रराण सनन म आ रही ह अथाणत इसक लाग होन िर ज़ादातर वसतओ-सवाओ िर इतना कर दना िडगा उदाहरर क पल 100 रि का मोबाईल ररराजण करान िर उसका 18 स 22 पपतशत जीएसटी म जागा नतीजा और महगाई पजन दशो म िहल जीएसटी लाग हई हर उनम ज़ादातर म इसक बाद मदासिीपतमहगाई म वपदध हई हर और भारत म ह मानन की कोई वजह नही पक ऐसा नही होगा

तीसरी बात हर पक दपि जीएसटी की दर कहन क पल सब िर बराबर होगी लपकन इसका असर अमीर और गरीब लोगो िर बराबर नही होगा जहा ज़ादातर गरीब लोग अिनी सारी कमाई स पकसी तरह जीवन रलात ह तो उनकी िरी आ िर ह 18 स 22 टरकस लग जागा कोपक जीएसटी लगभग सभी वसतओ - सवाओ िर लगगा वही कोपक अमीर तबका अिनी आ का एक छोटा पहससा ही इन िर खरण करता हर तो आमदनी क पहसस क रि म दखा जा तो वासतव म गरीब महनतकश लोगो िर ज़ादा टरकस और पजतना अमीर उतना ही कम

कल पमलाकर दखा जा तो जीएसटी समत इन टरकस नीपतो की पदशा हर िजीिपत वगण को करो क बोझ स पजतना हो सक बराना और िजीवादी राजसता को सभालन का बोझ भी िहल स ही शोपषत-िीपडत महनतकश तबक िर बढाना और उसकी िहल स ही सीपमत आ म इस जरर स और भी कटौती कर दना इसका नतीजा होगा िजीिपतो क हाथ म िन और समिदा का और भी ज़ादा कनदीकरर और मजदर वगण की पजनदगी म और भी ज़ादा तबाही असल म आज की पसथपत म शासक िजीिपत वगण की वतणमान ववसथा क सरालन म भी पसिण एक ही भपमका रह गी हर ndash िरजीवी जोक की तरह पसिण खन रसना इसक पसवा उसका अन कोई ोगदान नही हर

ndash मकश तयागी

जीएसटी और अनय टर नीततयो का महनतकिो की जज नदगी पर असर

(पज 10 पर जारी)