गाँधीवाद की मृत्यु (गाँधी-जयंती...
DESCRIPTION
२ अक्टूबर को गाँधी -जयंती बड़ी धूमधाम से मनायी जाती है और सरकार द्वारा जनता के पैसे का खूब दुरूपयोग किया जाता है । सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात है की एक भी गाँधीवादी वर्तमान में भारतीय समाज की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत नहीं है, क्यूंकि वर्तमान की ज्यादातर समस्याएँ उनके ही गुरु भाई राजनीतिज्ञों द्वारा समाज को उपहार के रूप में दी गयी हैं । गाँधीजी को भारत में ही नहीं विश्व में शांतिदूत की तरह माना जाता है। लेकिन कुछ समय से गाँधीजी की लोकप्रियता में कमी आई है जो की एक संकेत है की गाँधीवाद अब उतना लुभावना नहीं रहा जितना की गांधीवादियों और सरकार ने जनता के सामने रखा था।TRANSCRIPT
-
1 | P a g e G a n d h i - J a y a n t i - 2 0 1 3
http://positivephilosophy.webs.com
(- )-
-
,
:
-
2 | P a g e G a n d h i - J a y a n t i - 2 0 1 3
http://positivephilosophy.webs.com
-
- ?
-
3 | P a g e G a n d h i - J a y a n t i - 2 0 1 3
http://positivephilosophy.webs.com
.
.
Links:
The Philosophy of Liberation
http://msesaim.wordpress.com/2013/10/01/%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%81%e0%a4%
a7%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%95%e0%a5%80-
%e0%a4%ae%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%81-
%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%81%e0%a4%a7%e0%a5%80/