सूरदास

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Chapter 1 - सससससस (सससससस सससससस) Question 1: ससससससस सससससस ससससस सस ससससससस स सससस ससस सससस ससससससस ससससस सस? ससससससस ससससस सस सससससससस सससस ससस ससससससस सससस सस सस सससस ससससस सस ससससससस ससस सससस ससस सस सस सससस ससससस सस ससससस सस सससससस ससससस ससस सस सससस सससस ससससस सस ससससस स ससससस सस सससस ससस ससस सस सससस सससस?, सससस ससससस सस ससससस सससस सससस सससस ससस सससससस ससससससस सससस ससस? ससससससस सससस ससससस सस ससस ससस ससससससस सस सससस सस सससससस सस सस सस सस ससससससस सस

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Page 1: सूरदास

Chapter 1 - सू�रदा�सू (प्रश्न अभ्या�सू)Question 1:गो�पि�या� द्वा�र� उद्धव को� भा�ग्याव�न कोहन� में� क्या� व्यं�ग्या पिनपिहत ह ?

गो�पि�याँ�� उद्धव को� भा�ग्याँव�न कोहते� हुए व्यं�ग्याँ कोसते� ह� पिको श्री� को� ष्ण को� स�पिनध्याँ में� रहते� हुए भा� व� श्री� को� ष्ण को� प्रे�में स� सव"था� में$क्त रह�। व� को� स� श्री� को� ष्ण को� स्न�ह व प्रे�में को� बं�धन में� अभा� तेको नह+ बं�ध�?, श्री� को� ष्ण को� प्रेपिते को� स� उनको� हृदयाँ में� अन$र�गो उत्�न्न नह+ हुआ? अथा�"ते1 श्री� को� ष्ण को� स�था को�ई व्यंक्तिक्त एको क्षण भा� व्यंते�ते कोर ले� ते� वह को� ष्णमेंयाँ ह� जा�ते� ह�। �रन्ते$ याँ� उद्धव ते� उनस� तेपिनको भा� प्रेभा�पिवते नह+ ह� प्रे�में में� डू9बंन� ते� अलेगो बं�ते ह�।Question 2:उद्धव को�  व्यंवह�र को! त"लन� पिकोसू-पिकोसू सू� को! गोई ह ?

गो�पि�याँ: न� उद्धव को� व्यंवह�र को; ते$लेन� पिनम्नक्तिलेखि>ते उद�हरण: स� को; ह� -

(1)गो�पि�याँ: न� उद्धव को� व्यंवह�र को; ते$लेन� कोमेंले को� �त्ते� स� को; ह� जा� नद@ को� जाले में� रहते� हुए भा� जाले को; ऊ�र� सतेह �र ह� रहते� ह�। अथा�"ते1 जाले को� प्रेभा�व उस �र नह+ �ड़ते�। श्री� को� ष्ण को� स�पिनध्याँ ��कोर भा� वह श्री� को� ष्ण  को� प्रेभा�व स� में$क्त हC। (2)वह जाले को� मेंध्याँ र>� ते�ले को� गो�गोर (मेंटको� ) को; भा��पिते हC, जिजास �र जाले को; एको बं9�द भा� टिटको नह+ ��ते�। उद्धव �र श्री� को� ष्ण को� प्रे�में अ�न� प्रेभा�व नह+ छो�ड़ ��याँ� ह�, जा� ज्ञा�पिनयाँ: को; तेरह व्यंवह�र कोर रह� हC।(3) उद्धव न� गो�पि�याँ: को� जा� याँ�गो को� उ�द�श टिदयाँ� था� उसको� बं�र� में� उनको� याँह कोहन� ह� पिको याँह याँ�गो स$नते� ह� कोड़व� कोकोडू को� समें�न प्रेते�ते ह�ते� ह�। इस� पिनगोले� नह+ जा� सकोते�।

Question 3:गो�पि�या� न� पिकोन-पिकोन उदा�हरणों� को�  में�ध्यामें सू� उद्धव को� उल�हन� दिदाए ह)?

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गो�पि�याँ: न� पिनम्नक्तिलेखि>ते उद�हरण: को�  में�ध्याँमें स� उद्धव को� उले�हन� टिदए हC -

(1) कोमेंले को� �त्ते� जा� नद@ को� जाले में� रहते� हुए भा� जाले को� प्रेभा�व स� में$क्त रहते� ह�।(2) जाले को� मेंध्याँ र>� ते�ले को; मेंटको;, जिजास �र ��न� को; एको बं9�द भा� टिटको ��ते�।(3) कोड़व� कोकोड़� जा� >� ले� जा�ए ते� गोले� स� न�चे� नह+ उतेरते�।(4) प्रे�में रु�� नद@ में� ���व डू9बं�कोर भा� उद्धव प्रेभा�व रपिहते हC। 

Question 4:उद्धव द्वा�र� दिदाए गोए या�गो को�  सू�दा�श न� गो�पि�या� को! पिवरह�ग्निग्न में� घी- को� को�में को सू� पिकोया�?

गो�पि�याँ�� इस� टिदन को� इ�तेज़ा�र में� अ�न� जा�वन को; एको-एको घड़� को� को�ट रह� हC पिको श्री� को� ष्ण हमेंस� मिमेंलेन� को� व�द� कोरको� गोए हC। व� इस� इ�तेजा�र में� बं�ठीQ हC पिको श्री� को� ष्ण उनको� पिवरह को� समेंझें�गो�, उनको� प्रे�में को� समेंझें�गो� और उनको� अते�प्ते मेंन को� अ�न� दश"न स� ते�प्ते कोर�गो�। �रन्ते$ याँह�� सबं उल्ट� ह�ते� ह�। श्री� को� ष्ण ते� द्वा�रको� जा�कोर उन्ह� भा9ले ह� गोए हC। उन्ह� न ते� उनको; ��ड़� को� ज्ञा�न ह� और न ह� उनको� पिवरह को� दु:> को�। बंल्किल्को उद्धव को� और उन्ह� समेंझें�न� को� क्तिलेए भा�जा टिदयाँ� ह�, जा� उन्ह� श्री� को� ष्ण को� प्रे�में को� छो�ड़कोर याँ�गो स�धन� कोरन� को� भा�षण द� रह� ह�। याँह उनको� दु:> को� कोमें नह+ कोर रह� अपि�ते$ उनको� हृदयाँ में� जाले रह� पिवरह�खिग्न में� घ� को� को�में कोर उस� और प्रेज्वक्तिलेते कोर रह� ह�।

Question 5:'मेंरजा�दा� न लह-' को�  में�ध्यामें सू� को/न-सू- मेंया�0दा� न रहन� को! बा�त को! जा� रह- ह ?गो�पि�याँ: न� अ�न� प्रे�में को� कोभा� पिकोस� को� सम्में$> प्रेकोट नह+ पिकोयाँ� था�। वह श��ते भा�व स� श्री� को� ष्ण को� ले[टन� को; प्रेते�क्ष� कोर रह� था+। को�ई भा� उनको� दु:> को� समेंझें नह+ �� रह� था�। वह चे$प्�� लेगो�ए अ�न� मेंयाँ�"द�ओं में� क्तिले�ट@ हुई इस पिवयाँ�गो को� सहन कोर रह� था+ पिको व� श्री� को� ष्ण स� प्रे�में

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कोरते� हC। �रन्ते$ इस उद्धव को� याँ�गो स�द�श न� उनको� उनको; मेंयाँ�"द� छो�ड़कोर बं�लेन� �र मेंजाबं9र कोर टिदयाँ� ह�। अथा�"ते1 जा� बं�ते क्तिसर्फ़" वह� जा�नते� था+ आजा सबंको� �ते� चेले जा�एगो�।

Question 6:को2 ष्णों को�  प्रपित अ�न� अनन्या प्र�में को� गो�पि�या� न� पिकोसू प्रको�र अभिभाव्यंक्त पिकोया� ह ?

को� ष्ण को�  प्रेपिते अ�न� अनन्याँ प्रे�में को� गो�पि�याँ: न� पिनम्नक्तिलेखि>ते उद�हरण: द्वा�र� व्यंक्त पिकोयाँ� ह� -(1) उन्ह:न� स्वयाँ� को; ते$लेन� चे+टिटयाँ: स� और श्री� को� ष्ण को; ते$लेन� गो$ड़ स� को; ह�। उनको� अन$स�र श्री� को� ष्ण उस गो$ड़ को; भा��पिते हC जिजास �र चे+टिटयाँ�� क्तिचे�को; रहते� हC। (गो$र चे��ट@ ज्याँ^ ��गो�)(2) उन्ह:न� स्वयाँ� को� ह�रिरले �क्ष� व श्री� को� ष्ण को� लेकोड़� को; भा��पिते बंते�याँ� ह�, जिजास तेरह ह�रिरले �क्ष� लेकोड़� को� नह+ छो�ड़ते� उस� तेरह उन्ह:न� मेंन, क्रमें, वचेन स� श्री� को� ष्ण को; प्रे�में रु�� लेकोड़� को� दृढ़ते��9व"को �कोड़ क्तिलेयाँ� ह�। (हमें�रC ह�रिरले को; लेकोर�, मेंन क्रमें वचेन न�द-न�दन उर, याँह दृढ़ कोरिर �कोर�)(3) वह श्री� को� ष्ण को� प्रे�में में� र�ते-टिदन, स�ते�-जा�गोते� क्तिसर्फ़" श्री� को� ष्ण को� न�में ह� रटते� रहते� ह�। (जा�गोते स�वते स्वप्न टिदवस-पिनक्तिस, को�न्ह-को�न्ह जाको र�।)

Question 7:गो�पि�या� न� उद्धव सू� या�गो को! भिशक्षा� को सू� ल�गो� को� दा�न� को! बा�त कोह- ह ?

गो�पि�याँ: को� अन$स�र याँ�गो को; क्तिशक्ष� उन्ह+ ले�गो: को� द�न� चे�पिहए जिजानको; इजिन्dयाँ�� व मेंन उनको� बंस में� नह+ ह�ते�। जिजास तेरह स� चेक्र; घ9मेंते� रहते� ह� उस� तेरह उनको� मेंन एको स्था�न �र न रहकोर भाटकोते� रहते� ह�। �रन्ते$ गो�पि�याँ: को� याँ�गो को; आवश्याँकोते� ह� ह� नह+ क्याँ:पिको वह अ�न� मेंन व इजिन्dयाँ: को� श्री� को� ष्ण को� प्रे�में को� रस में� डू9बं� चे$को; हC। व� इन सबंको� श्री� को� ष्ण में� एको�ग्र कोर चे$को; हC। इसक्तिलेए उनको� इस याँ�गो को; क्तिशक्ष� को;

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आवश्याँकोते� नह+ ह�।

Question 8:प्रस्त"त �दा� को�  आधा�र �र गो�पि�या� को� या�गो-सू�धान� को�  प्रपित दृपि<को�णों स्प< कोर�।

प्रेस्ते$ते �द: में� याँ�गो-स�धन� को� ज्ञा�न को� पिनरथा"को बंते�याँ� गोयाँ� ह�। याँह ज्ञा�न गो�पि�याँ: को� अन$स�र अव्यंव�हरिरको और अन$�याँ$क्त ह�। उनको� अन$स�र याँह ज्ञा�न उनको� क्तिलेए कोड़व� कोकोड़� को� समें�न ह� जिजास� पिनगोलेन� बंड़� ह� में$ल्किश्कोले ह�। स9रद�स जा� गो�पि�याँ: को� में�ध्याँमें स� आगो� कोहते� हC पिको याँ� एको बं�में�र� ह�। व� भा� ऐस� र�गो जिजासको� बं�र� में� ते� उन्ह:न� �हले� कोभा� न स$न� ह� और न द�>� ह�। इसक्तिलेए उन्ह� इस ज्ञा�न को; आवश्याँकोते� नह+ ह�। उन्ह� याँ�गो को� आश्रीयाँ तेभा� ले�न� �ड़�गो� जाबं उनको� क्तिचेत्ते एको�ग्र नह+ ह�गो�। �रन्ते$ को� ष्णमेंयाँ ह�कोर याँह याँ�गो क्तिशक्ष� ते� उनको� क्तिलेए अन$�याँ�गो� ह�। उनको� अन$स�र को� ष्ण को� प्रेपिते एको�ग्र भा�व स� भाक्तिक्त कोरन� व�ले� को� याँ�गो को; ज़ारूरते नह+ ह�ते�।

Question 9:गो�पि�या� को�  अन"सू�र र�जा� को� धामें0 क्या� ह�न� चा�पिहए?गो�पि�याँ: को� अन$स�र र�जा� को� धमें" उसको; प्रेजा� को; हर तेरह स� रक्ष� कोरन� ह�ते� ह� तेथा� न�पिते स� र�जाधमें" को� ��लेन कोरन� ह�ते�। एको र�जा� तेभा� अच्छा� कोहले�ते� ह� जाबं वह अन�पिते को� स�था न द�कोर न�पिते को� स�था द�।

Question 10:गो�पि�या� को� को2 ष्णों में� ऐसू� को/न-सू� �रिरवत0न दिदाखा�ई दिदाए जिजानको�  को�रणों व� अ�न� मेंन व��सू �� ल�न� को!बा�त कोहत- ह)?

उनको� अन$स�र श्री� को� ष्ण द्वा�रको� जा�कोर र�जान�पिते को� पिवद्वा�न ह� गोए हC। जा� उनको� स�था र�जान�पिते को� >�ले >�ले रह� हC। उनको� अन$स�र श्री� को� ष्ण �हले� स� ह� चेते$र था� अबं ते� ग्र�था� को� �ढ़कोर औऱ भा� चेते$र बंन गोए हC। द्वा�रको� जा�कोर ते� उनको� मेंन बंहुते बंढ़ गोयाँ� ह�, जिजासको� को�रण उनह:न� गो�पि�याँ: स� मिमेंलेन� को� स्था�न �र याँ�गो को; क्तिशक्ष� द�न� को� क्तिलेए उद्धव को� भा�जा टिदयाँ� ह�।

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श्री� को� ष्ण को� इस कोदमें स� उनको� हृदयाँ बंहुते आहते हुआ ह� अबं वह अ�न� को� श्री� को� ष्ण को� अन$र�गो स� व��स ले�न� चे�हते� हC। Question 11:गो�पि�या� न� अ�न� व�क्चा�त"या0 को�  आधा�र �र ज्ञा�न- उद्धव को� �र�स्त कोर दिदाया�, उनको�  व�क्चा�त"या0 को!पिवश�षत�एF लिलखिखाए?

गो�पि�याँ: को�  व�क्चे�ते$याँ" को; पिवश�षते�ए� इस प्रेको�र ह� - (1) ते�न: द्वा�र� (उ��ले�भा द्वा�र�)  - गो�पि�याँ�� उद्धव को� अ�न� ते�न: को� द्वा�र� चे$� कोर� द�ते� हC। उद्धव को� ��स उनको� को�ई जाव�बं नह+ ह�ते�। व� को� ष्ण तेको को� उ��ले�भा द� डू�लेते� हC। उद�हरण को� क्तिलेए -इको अपिते चेते$र हुते� �पिहलेC ह�, अबं गो$रु ग्र�था �ढ़�ए।बंढ़@ बं$जिद्ध जा�न� जा� उनको;, जा�गो-स�द�स �ठी�ए।(2) तेको" क्षमेंते�  - गो�पि�याँ: न� अ�न� बं�ते तेको" �9ण" ढं�गो स� कोह� ह�। वह स्था�न-स्था�न �र तेको" द�कोर उद्धव को� पिनरुत्तेर कोर द�ते� हC। उद�हरण को� क्तिलेए -"स$नते जा�गो ले�गोते ह� ऐस[, ज्याँ^ कोरुई कोकोर�।"स$ ते[ ब्याँ�मिध हमेंको^ ले� आए, द�>� स$न� न कोर�।याँह ते[ 'स9र' पितेनपिह ले� स^�[, जिजानको� मेंन चेकोर�।।(3) व्यं�ग्याँ�त्मेंकोते�  - गो�पि�याँ: में� व्यं�ग्याँ कोरन� को; अद्भुpते क्षमेंते� ह�। वह अ�न� व्यं�ग्याँ बं�ण: द्वा�र� उद्धव को� घ�याँले कोर द�ते� हC। उनको� द्वा�र� उद्धव को� भा�ग्याँव�न बंते�न� उसको� उ�ह�स उड़�न� था�।(4) ते�>� प्रेह�र: द्वा�र�  - गो�पि�याँ: न� ते�>� प्रेह�र: द्वा�र� उद्धव को� प्रेते�ड़न� द@ ह�।

Question 12:सू�कोलिलत �दा� को� ध्या�न में� रखात� हुए सू�र को�  भ्रमेंरगो-त को! में"ख्या पिवश�षत�एF बात�इए?भ्रमेंरगो�ते को; पिनम्नक्तिलेखि>ते पिवश�षते�ए� इस प्रेको�र हC -(1) स9रद�स न� अ�न� भ्रमेंर गो�ते में� पिनगो$"ण ब्रह्म को� >�डून पिकोयाँ� ह�।(2) भ्रमेंरगो�ते में� गो�पि�याँ: को� को� ष्ण को� प्रेपिते अनन्याँ प्रे�में को� दश�"याँ� गोयाँ� ह�।(3) भ्रमेंरगो�ते में� उद्धव व गो�पि�याँ: को� में�ध्याँमें स� ज्ञा�न को� प्रे�में को� आगो� नतेमेंस्तेको ह�ते� हुए बंते�याँ� गोयाँ� ह�, ज्ञा�न को� स्था�न �र प्रे�में को� सवt�रिर

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कोह� गोयाँ� ह�।(4) भ्रमेंरगो�ते में� गो�पि�याँ: द्वा�र� व्यं�ग्याँ�त्मेंको भा�ष� को� प्रेयाँ�गो पिकोयाँ� गोयाँ� ह�।(5) भ्रमेंरगो�ते में� उ��ले�भा को; प्रेध�नते� ह�।(6) भ्रमेंरगो�ते में� ब्रजाभा�ष� को; को�मेंलेको��ते �द�वले� को� प्रेयाँ�गो हुआ ह�। याँह मेंध$र और सरस ह�।(7) भ्रमेंरगो�ते प्रे�मेंलेक्षण� भाक्तिक्त को� अ�न�ते� ह�। इसक्तिलेए इसमें� मेंयाँ�"द� को; अवह�लेन� को; गोई ह�।(8) भ्रमेंरगो�ते में� स�गो�ते�त्मेंकोते� को� गो$ण पिवद्यमें�न ह�।