अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल -...

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अरहर (रेड मा) कȧ फसलो×तर ोफाइल 2004 भारत सरकार कृ ǒष मंऽालय (कृ ǒष एंव सहकाǐरता ǒवभाग) ǒवपणन एंव िनरȣ¢ण िनदेशालय धान शाखा काया[लय नागपुर

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Page 1: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

अरहर (रड माम) क फसलो तर ोफाइल

2004 भारत सरकार क ष मऽालय

(क ष एव सहका रता वभाग) वपणन एव िनर ण िनदशालय

धान शाखा कायालय नागपर

वषय सची

प ठ स

10 भिमका 1 11 उ पित 2 12 मह व 2 20 उ पादन 3 21 व म मख उ पादक दश 3 22 भारत म मख उ पादक रा य 4 ndash 6 23 जोन-वार मख वा ण यक कः म 7 ndash 8 30 फसलो तर (पोः ट हावः ट) बधन 9

31 फसलो तर होनवाली हािनया 9 32 फसलो तर दखभाल 10 33 म डग 11

331 मड सबधी विश टया 12 ndash 21 332 िमलावट एव वष 22 ndash 24 333 उ पादक ः तर पर तथा एगमाक क अतगत म डग 24 ndash 25 34 पक जग 25 ndash 26 35 प रवहन 26 ndash 28 36 भडारण 28 ndash 29 361 मख भडारण पः ट पीड़क ज त तथा िनयऽण सबधी उपाय 29 ndash 31 362 भडारण क सरचनाए 32 363 भडारण स वधाए 32 (i) उ पादको ारा यव ः थत भडारण 32 (ii) मामीण गोदाम 33

(iii) मड गोदाम 33

(iv) क ि य वयरहाउस कारपोरशन 34

(v) रा य वयरहाउस कारपोरशन 35 (vi) सहका रता को-ऑपर टव 36

364 िगरवी (pledge) व त णाली 37

प ठ स 40 वपणन सबधी प दितया और बाधाए 38

41 समहक (मख म डया) 38

411 आगमन 38 412 षण 39 42 वतरण 40 421 अतर रा य आवाजाह 40 43 िनयात और आयात 41 ndash 42 431 ः व छता और फाइटो - साफ सफाई सबधी 43 ndash 44 432 िनयात सबधी बयाए 44 ndash 45 44 वपणन सबधी बाधाए 46

50 वपणन चनल लागत और मा जन 47 51 वपणन चनल 47 ndash 49 52 वपणन लागत और मा जन 50 ndash 52 60 वपणन सचना और वः तार 53 ndash 57 70 वपणन क वक पक णािलया 58 71 य वपणन 58 72 स वदागत वपणन 58 ndash 59 73 सहकार वपणन 59 ndash 60

74 वायदा बाजार 60 ndash 62 80 सः थागत स वधाए 63 81 सरकार सावजिनक ऽ क ः क म स सबिधत वपणन 63 ndash 65 82 सः थागत ऋण सबधी स वधाए 65 ndash 67

83 वपणन सवाए दान करन वाली एजिसयासगठन 67 ndash 69

90 अपयोिगता 70 91 बमण 70 92 उपयोग 70 ndash 72 100 या कर व या न कर 73 ndash 74

110 सदभ 75 ndash 76

ः तावना

अरहर भारत क मह वपण दलहन ह इसका उ पादन कल दलहन का लगभाग 20 ितशत ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा उ पादक दश ह तथा व व क कल उ पादन म इसका योगदान लगभग 81 ितशत ह ोट न क चरता तथा अ य दलहन स सः ता होन क कारण शाकाहार जनस या का एक बड़ा भाग इस पका कर दाल क प म इसका उपभोग करता ह अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक क फ श ह य क वायमडल म व मान नाइशोजन म ः थरता लात हए िम ट क उवरक मता को बढ़ाता ह

अरहर का यह ोफाइल क ष वपण सधार (मई 2002) पर ग ठत अतर मऽालयी कायबल (टाः क फोस) क िसफा रस पर तयार कया गया ह इस ोफाइल ववरण का लआ य उ पादक को यह स वधा दान करना ह क अपन उ पाद का कब कस तथा कहॉ बच ता क उ ह बहतर लाभ िमल सक इस ोफाइल म अरहर क वपणन क लगभग सभी पहलओ को िलया गया ह जस फसल कटाई क बाद का बधन बाजार णािलय वपणन समः याऍ वपणन चनल बाजार म य तथा लाभ ऋण दन वाली सः थाऍ वपणन सवाऍ बाजार सचना तथा वः तार एव सरकार क विभ न वपणन योजनाऍ आ द

यह ोफाइल ौी बीड शरकर उप क ष वपणन सलाहकार तथा ौी एचपी िसह सय त क ष वपणन सलाहकार धान शाखा कायालय नागपर क पयव ण म तथा डॉ जीआर भा टया क ष वपणन सलाहकार क समम मागदशन म ौी मनोजकमार वपणन अिधकार ारा तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय इस ोफाइल क सकलन हत ससगत आकडसचना दान करन क िलए सरकार अधसरकार िनजी सगठनो ारा दान कए गए सहयोग तथा सहायता क िलए आभार ह

भारत सरकार को इस ोफाइल म शािमल कसी भी ववरण क िलए ज मदार नह माना जाना चा हए फर दाबाद

दनाक 14102004 पीक अमवाल क ष वपणनलाहकार

भारत सरकार

1 10 भिमका

अरहर भारत म एक मह वपण दलहन फसल ह इस पजनपी रड माम तथा

तर क नाम स भी जाना जाता ह अरहर म य प स व व क वकासशील दश म ह उगाई तथा इः तमाल क जाती ह यह फसल भारत म यापक प स उगाई जाती ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा अ पादक तथा उभो ता दश ह वष 2000-2001 क दौरान दश म कल दलहन उ पादन का लगभग 20 ितशत अरहर ह था

अरहर ोट न स भरपर खा ा न ह इस म कर ब 22 ितशत ोट न होता ह जो क अनाज स लगभग तीन गना ह अरहर स दश क शाकाहार जनस या क ोट न सबधी ज रत क पित होती ह अरहर का म यत दाल क प म उपयोग कया जाता ह जो क दलहन आध रत फसल का एक म य परक ह दाल चावल या दाल रोट का मल औसत भारतीय भोजन का म य अग ह गह या चावल का अरहर क साथ सयोजन स आव यक अमीनो अ ल क बीच परक सबध क कारण इसका ज वक म य अ यिधक बढ़ जाता ह इसम वशष प स लायजीन राइबो ला बन थायमाइन िनयािसन तथा लौह त व चर माऽा म होत ह

मन य तथा पशओ क भोजन का मह वपण ः ऽोत होन क अलावा अरहर िम ट क

भौितक गण बढ़ाता ह तथा वायम डलीय नाइशोजन क ः तर को ः थर रख कर िम ट क उवरमता बनाए रखन म मह वपण भिमका अदा करता ह इस फसल पर सख का भाव नह पडता अत यह सख ऽ म उपजाए जान यो य ह तथा इस दो फसलो क बीच क अविध म उगाया जाता ह अरहर क खान यो य भाग का पौ टक मान सारणी स1 म दया गया ह

2 सारणी स1

ित 100 माम अरहर क खा भाग क पौ टक मान फसल उजा

(कलार ) ोट न (माम)

वसा (माम)

क शयम आयरन

(िममा)थायमाइन रबोफ-

ल वन िममा

िनयािसनिममा

माऽा माइबो (माम)

अरहर क दाल

335 223

17 73 58 045 019 29 132

ः ऽोत भारतीय खा ा नो क पौ टक माऽा गोपालन सी एव अ य भारतीय

िच क सा अनसधान प रषद काशन 1971 पस 60-114 11 उ प त

इस दलहन क मल ः थान क बार म मतभद ह कछ लोग इस भारत तो कछ अ का मानत ह व वलोव (1928) क अनसार कज़ानस जीनस का उ व ह दः थान म हआ वान डर मासन (1980) क अनसार भी इस फसल का उ दव क ि भारत ह ब थम 1861 तथा ड क डाल (1886) क अनसार इसक उ प त अ का म हई

वानः पितक ववरण अरहर [कजानस कजान एल िमलः प] का सबध फलीदार फसल स ह इसक जड़ पर कई छोट मिथयॉ होती ह इन मिथय म राइज बयम ब ट रया होत ह जो वायमडलीय नाइशोजन का पौध म ः थर करत ह प प क पराग कण ः वत वरागण वाल होत ह परत कछ जीमातक सकट भी हो सकता ह अरहर का फल फली होती ह इसक बीज गोल या ल स क आकार क होत ह कजानस क अनक जाितयॉ ात ह जनक ऊचाई कार पकन का समय रग फिलय तथा बीज क आकार तथा बनावट म िभ न-िभ न ह य सभी फसल दो ौ णय म वग कत क गई ह i) कजानस कजान वार बाईकलर इस समह म दर स पकन वाी कः म शािमल ह लब झाड़ दार पौध होत ह तथा शाखा क िसर पर फल लगत ह फिलयॉ अप ाकत लबी होती ह तथा इसम 4-5 बीज या दान होत ह ii) कजानस कजान वार लवस इस समह म ज द पकन वाली कः म शािमल ह छोट पौध होत ह तथा शाखा क कई ः थानो पर फल लगत ह फिलयॉ छोट होती ह तथा इसम 2-3 बीज होत ह

2002 क दौ रा न अरहर उगा न वा ल परमख दश (वि शzwj व उतzwj पादन का परति शत)

26264

1002

325

8149

इडिया मया मा र मला वी उगा डा अनय

3 12 मह व

व व क अरहर क कल अ पादन का 81 उ पादन त था व व क कल उपभोग का 90 कवल भारत म हई 2000-01 म दश का कल दलहन उ पादन 1108 िमिलयन टन था जसम अरहर का उ पादन 225 िमिलयन टन था सामा य तथा इस फसल को नकद फसल क प म नह उगाया जाता ह तथा उ पादन का एक बड़ा भाग उ पादक रा य म ह खप जाता ह इस फसल क जड़ क मिथय म राईजो बयम ब ट रया का साकितक सयोजन होन स तथा इसक ारा वायमडलीय नाइशोजन का ः तर ः थर रखन स िम ट क उवरक मता बनाए रखन क विश ट गण क कारण अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक कारखाना ह उ पादन तथा िम ट क उवरकता बढ़ान क िलए अरहर क फसल विभ न फसल (कपास सोधम ( वार) सोया बन मगफली पल िमलट हरा चना काला चना म का) क साथ बीज को फसल क प म भी उगाई जाती ह

20 उ पादन

21 व व म म य उ पादक दश

अरहर व व क सपण उ णक टबधीय तथा क टबधीय दश म वशष प स द ण एिशया पव तथा द णी अ का ल टन अम रका कर बयन दश तथा आः शिलया म उपजाई जाती ह एफ ए ओ क आकडो क अनसार अरहर व व म 416 िमिलयन ह टयर भिम पर उगाई जाती ह तथा 2002 म इसका उ पादन 299 िमिलयन टन था व व क कल उ पादन क 8149 ितशत तथा कल 8059 ितशत ऽ क साथ भारत इसका सबस बड़ा उ पादक ह अरहर क अ य म य उ पादक दश ह यामार (1002 ितशत) मलावी (264 ितशत) तथा उगा डा (26 ितशत) उ पादन ित ह टयर क आधार पर सवािधक बड़ा दश उगा डा (1000 कमाह ट) ह इसक बाद दसर ः थान पर नपाल (875 कमाह ट) तथा भारत (728 कमाह ट) ह

2002 क दौरान अरहर उगान वाल मख दश ( व व उ पादन का ितशत)

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

55

2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

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4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

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8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

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11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

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70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

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कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

66

5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

67

3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

68

द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

69

iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 2: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

वषय सची

प ठ स

10 भिमका 1 11 उ पित 2 12 मह व 2 20 उ पादन 3 21 व म मख उ पादक दश 3 22 भारत म मख उ पादक रा य 4 ndash 6 23 जोन-वार मख वा ण यक कः म 7 ndash 8 30 फसलो तर (पोः ट हावः ट) बधन 9

31 फसलो तर होनवाली हािनया 9 32 फसलो तर दखभाल 10 33 म डग 11

331 मड सबधी विश टया 12 ndash 21 332 िमलावट एव वष 22 ndash 24 333 उ पादक ः तर पर तथा एगमाक क अतगत म डग 24 ndash 25 34 पक जग 25 ndash 26 35 प रवहन 26 ndash 28 36 भडारण 28 ndash 29 361 मख भडारण पः ट पीड़क ज त तथा िनयऽण सबधी उपाय 29 ndash 31 362 भडारण क सरचनाए 32 363 भडारण स वधाए 32 (i) उ पादको ारा यव ः थत भडारण 32 (ii) मामीण गोदाम 33

(iii) मड गोदाम 33

(iv) क ि य वयरहाउस कारपोरशन 34

(v) रा य वयरहाउस कारपोरशन 35 (vi) सहका रता को-ऑपर टव 36

364 िगरवी (pledge) व त णाली 37

प ठ स 40 वपणन सबधी प दितया और बाधाए 38

41 समहक (मख म डया) 38

411 आगमन 38 412 षण 39 42 वतरण 40 421 अतर रा य आवाजाह 40 43 िनयात और आयात 41 ndash 42 431 ः व छता और फाइटो - साफ सफाई सबधी 43 ndash 44 432 िनयात सबधी बयाए 44 ndash 45 44 वपणन सबधी बाधाए 46

50 वपणन चनल लागत और मा जन 47 51 वपणन चनल 47 ndash 49 52 वपणन लागत और मा जन 50 ndash 52 60 वपणन सचना और वः तार 53 ndash 57 70 वपणन क वक पक णािलया 58 71 य वपणन 58 72 स वदागत वपणन 58 ndash 59 73 सहकार वपणन 59 ndash 60

74 वायदा बाजार 60 ndash 62 80 सः थागत स वधाए 63 81 सरकार सावजिनक ऽ क ः क म स सबिधत वपणन 63 ndash 65 82 सः थागत ऋण सबधी स वधाए 65 ndash 67

83 वपणन सवाए दान करन वाली एजिसयासगठन 67 ndash 69

90 अपयोिगता 70 91 बमण 70 92 उपयोग 70 ndash 72 100 या कर व या न कर 73 ndash 74

110 सदभ 75 ndash 76

ः तावना

अरहर भारत क मह वपण दलहन ह इसका उ पादन कल दलहन का लगभाग 20 ितशत ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा उ पादक दश ह तथा व व क कल उ पादन म इसका योगदान लगभग 81 ितशत ह ोट न क चरता तथा अ य दलहन स सः ता होन क कारण शाकाहार जनस या का एक बड़ा भाग इस पका कर दाल क प म इसका उपभोग करता ह अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक क फ श ह य क वायमडल म व मान नाइशोजन म ः थरता लात हए िम ट क उवरक मता को बढ़ाता ह

अरहर का यह ोफाइल क ष वपण सधार (मई 2002) पर ग ठत अतर मऽालयी कायबल (टाः क फोस) क िसफा रस पर तयार कया गया ह इस ोफाइल ववरण का लआ य उ पादक को यह स वधा दान करना ह क अपन उ पाद का कब कस तथा कहॉ बच ता क उ ह बहतर लाभ िमल सक इस ोफाइल म अरहर क वपणन क लगभग सभी पहलओ को िलया गया ह जस फसल कटाई क बाद का बधन बाजार णािलय वपणन समः याऍ वपणन चनल बाजार म य तथा लाभ ऋण दन वाली सः थाऍ वपणन सवाऍ बाजार सचना तथा वः तार एव सरकार क विभ न वपणन योजनाऍ आ द

यह ोफाइल ौी बीड शरकर उप क ष वपणन सलाहकार तथा ौी एचपी िसह सय त क ष वपणन सलाहकार धान शाखा कायालय नागपर क पयव ण म तथा डॉ जीआर भा टया क ष वपणन सलाहकार क समम मागदशन म ौी मनोजकमार वपणन अिधकार ारा तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय इस ोफाइल क सकलन हत ससगत आकडसचना दान करन क िलए सरकार अधसरकार िनजी सगठनो ारा दान कए गए सहयोग तथा सहायता क िलए आभार ह

भारत सरकार को इस ोफाइल म शािमल कसी भी ववरण क िलए ज मदार नह माना जाना चा हए फर दाबाद

दनाक 14102004 पीक अमवाल क ष वपणनलाहकार

भारत सरकार

1 10 भिमका

अरहर भारत म एक मह वपण दलहन फसल ह इस पजनपी रड माम तथा

तर क नाम स भी जाना जाता ह अरहर म य प स व व क वकासशील दश म ह उगाई तथा इः तमाल क जाती ह यह फसल भारत म यापक प स उगाई जाती ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा अ पादक तथा उभो ता दश ह वष 2000-2001 क दौरान दश म कल दलहन उ पादन का लगभग 20 ितशत अरहर ह था

अरहर ोट न स भरपर खा ा न ह इस म कर ब 22 ितशत ोट न होता ह जो क अनाज स लगभग तीन गना ह अरहर स दश क शाकाहार जनस या क ोट न सबधी ज रत क पित होती ह अरहर का म यत दाल क प म उपयोग कया जाता ह जो क दलहन आध रत फसल का एक म य परक ह दाल चावल या दाल रोट का मल औसत भारतीय भोजन का म य अग ह गह या चावल का अरहर क साथ सयोजन स आव यक अमीनो अ ल क बीच परक सबध क कारण इसका ज वक म य अ यिधक बढ़ जाता ह इसम वशष प स लायजीन राइबो ला बन थायमाइन िनयािसन तथा लौह त व चर माऽा म होत ह

मन य तथा पशओ क भोजन का मह वपण ः ऽोत होन क अलावा अरहर िम ट क

भौितक गण बढ़ाता ह तथा वायम डलीय नाइशोजन क ः तर को ः थर रख कर िम ट क उवरमता बनाए रखन म मह वपण भिमका अदा करता ह इस फसल पर सख का भाव नह पडता अत यह सख ऽ म उपजाए जान यो य ह तथा इस दो फसलो क बीच क अविध म उगाया जाता ह अरहर क खान यो य भाग का पौ टक मान सारणी स1 म दया गया ह

2 सारणी स1

ित 100 माम अरहर क खा भाग क पौ टक मान फसल उजा

(कलार ) ोट न (माम)

वसा (माम)

क शयम आयरन

(िममा)थायमाइन रबोफ-

ल वन िममा

िनयािसनिममा

माऽा माइबो (माम)

अरहर क दाल

335 223

17 73 58 045 019 29 132

ः ऽोत भारतीय खा ा नो क पौ टक माऽा गोपालन सी एव अ य भारतीय

िच क सा अनसधान प रषद काशन 1971 पस 60-114 11 उ प त

इस दलहन क मल ः थान क बार म मतभद ह कछ लोग इस भारत तो कछ अ का मानत ह व वलोव (1928) क अनसार कज़ानस जीनस का उ व ह दः थान म हआ वान डर मासन (1980) क अनसार भी इस फसल का उ दव क ि भारत ह ब थम 1861 तथा ड क डाल (1886) क अनसार इसक उ प त अ का म हई

वानः पितक ववरण अरहर [कजानस कजान एल िमलः प] का सबध फलीदार फसल स ह इसक जड़ पर कई छोट मिथयॉ होती ह इन मिथय म राइज बयम ब ट रया होत ह जो वायमडलीय नाइशोजन का पौध म ः थर करत ह प प क पराग कण ः वत वरागण वाल होत ह परत कछ जीमातक सकट भी हो सकता ह अरहर का फल फली होती ह इसक बीज गोल या ल स क आकार क होत ह कजानस क अनक जाितयॉ ात ह जनक ऊचाई कार पकन का समय रग फिलय तथा बीज क आकार तथा बनावट म िभ न-िभ न ह य सभी फसल दो ौ णय म वग कत क गई ह i) कजानस कजान वार बाईकलर इस समह म दर स पकन वाी कः म शािमल ह लब झाड़ दार पौध होत ह तथा शाखा क िसर पर फल लगत ह फिलयॉ अप ाकत लबी होती ह तथा इसम 4-5 बीज या दान होत ह ii) कजानस कजान वार लवस इस समह म ज द पकन वाली कः म शािमल ह छोट पौध होत ह तथा शाखा क कई ः थानो पर फल लगत ह फिलयॉ छोट होती ह तथा इसम 2-3 बीज होत ह

2002 क दौ रा न अरहर उगा न वा ल परमख दश (वि शzwj व उतzwj पादन का परति शत)

26264

1002

325

8149

इडिया मया मा र मला वी उगा डा अनय

3 12 मह व

व व क अरहर क कल अ पादन का 81 उ पादन त था व व क कल उपभोग का 90 कवल भारत म हई 2000-01 म दश का कल दलहन उ पादन 1108 िमिलयन टन था जसम अरहर का उ पादन 225 िमिलयन टन था सामा य तथा इस फसल को नकद फसल क प म नह उगाया जाता ह तथा उ पादन का एक बड़ा भाग उ पादक रा य म ह खप जाता ह इस फसल क जड़ क मिथय म राईजो बयम ब ट रया का साकितक सयोजन होन स तथा इसक ारा वायमडलीय नाइशोजन का ः तर ः थर रखन स िम ट क उवरक मता बनाए रखन क विश ट गण क कारण अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक कारखाना ह उ पादन तथा िम ट क उवरकता बढ़ान क िलए अरहर क फसल विभ न फसल (कपास सोधम ( वार) सोया बन मगफली पल िमलट हरा चना काला चना म का) क साथ बीज को फसल क प म भी उगाई जाती ह

20 उ पादन

21 व व म म य उ पादक दश

अरहर व व क सपण उ णक टबधीय तथा क टबधीय दश म वशष प स द ण एिशया पव तथा द णी अ का ल टन अम रका कर बयन दश तथा आः शिलया म उपजाई जाती ह एफ ए ओ क आकडो क अनसार अरहर व व म 416 िमिलयन ह टयर भिम पर उगाई जाती ह तथा 2002 म इसका उ पादन 299 िमिलयन टन था व व क कल उ पादन क 8149 ितशत तथा कल 8059 ितशत ऽ क साथ भारत इसका सबस बड़ा उ पादक ह अरहर क अ य म य उ पादक दश ह यामार (1002 ितशत) मलावी (264 ितशत) तथा उगा डा (26 ितशत) उ पादन ित ह टयर क आधार पर सवािधक बड़ा दश उगा डा (1000 कमाह ट) ह इसक बाद दसर ः थान पर नपाल (875 कमाह ट) तथा भारत (728 कमाह ट) ह

2002 क दौरान अरहर उगान वाल मख दश ( व व उ पादन का ितशत)

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

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2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

56

4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

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8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

58

11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

59

70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

60

कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

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5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

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3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

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द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

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iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 3: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

प ठ स 40 वपणन सबधी प दितया और बाधाए 38

41 समहक (मख म डया) 38

411 आगमन 38 412 षण 39 42 वतरण 40 421 अतर रा य आवाजाह 40 43 िनयात और आयात 41 ndash 42 431 ः व छता और फाइटो - साफ सफाई सबधी 43 ndash 44 432 िनयात सबधी बयाए 44 ndash 45 44 वपणन सबधी बाधाए 46

50 वपणन चनल लागत और मा जन 47 51 वपणन चनल 47 ndash 49 52 वपणन लागत और मा जन 50 ndash 52 60 वपणन सचना और वः तार 53 ndash 57 70 वपणन क वक पक णािलया 58 71 य वपणन 58 72 स वदागत वपणन 58 ndash 59 73 सहकार वपणन 59 ndash 60

74 वायदा बाजार 60 ndash 62 80 सः थागत स वधाए 63 81 सरकार सावजिनक ऽ क ः क म स सबिधत वपणन 63 ndash 65 82 सः थागत ऋण सबधी स वधाए 65 ndash 67

83 वपणन सवाए दान करन वाली एजिसयासगठन 67 ndash 69

90 अपयोिगता 70 91 बमण 70 92 उपयोग 70 ndash 72 100 या कर व या न कर 73 ndash 74

110 सदभ 75 ndash 76

ः तावना

अरहर भारत क मह वपण दलहन ह इसका उ पादन कल दलहन का लगभाग 20 ितशत ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा उ पादक दश ह तथा व व क कल उ पादन म इसका योगदान लगभग 81 ितशत ह ोट न क चरता तथा अ य दलहन स सः ता होन क कारण शाकाहार जनस या का एक बड़ा भाग इस पका कर दाल क प म इसका उपभोग करता ह अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक क फ श ह य क वायमडल म व मान नाइशोजन म ः थरता लात हए िम ट क उवरक मता को बढ़ाता ह

अरहर का यह ोफाइल क ष वपण सधार (मई 2002) पर ग ठत अतर मऽालयी कायबल (टाः क फोस) क िसफा रस पर तयार कया गया ह इस ोफाइल ववरण का लआ य उ पादक को यह स वधा दान करना ह क अपन उ पाद का कब कस तथा कहॉ बच ता क उ ह बहतर लाभ िमल सक इस ोफाइल म अरहर क वपणन क लगभग सभी पहलओ को िलया गया ह जस फसल कटाई क बाद का बधन बाजार णािलय वपणन समः याऍ वपणन चनल बाजार म य तथा लाभ ऋण दन वाली सः थाऍ वपणन सवाऍ बाजार सचना तथा वः तार एव सरकार क विभ न वपणन योजनाऍ आ द

यह ोफाइल ौी बीड शरकर उप क ष वपणन सलाहकार तथा ौी एचपी िसह सय त क ष वपणन सलाहकार धान शाखा कायालय नागपर क पयव ण म तथा डॉ जीआर भा टया क ष वपणन सलाहकार क समम मागदशन म ौी मनोजकमार वपणन अिधकार ारा तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय इस ोफाइल क सकलन हत ससगत आकडसचना दान करन क िलए सरकार अधसरकार िनजी सगठनो ारा दान कए गए सहयोग तथा सहायता क िलए आभार ह

भारत सरकार को इस ोफाइल म शािमल कसी भी ववरण क िलए ज मदार नह माना जाना चा हए फर दाबाद

दनाक 14102004 पीक अमवाल क ष वपणनलाहकार

भारत सरकार

1 10 भिमका

अरहर भारत म एक मह वपण दलहन फसल ह इस पजनपी रड माम तथा

तर क नाम स भी जाना जाता ह अरहर म य प स व व क वकासशील दश म ह उगाई तथा इः तमाल क जाती ह यह फसल भारत म यापक प स उगाई जाती ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा अ पादक तथा उभो ता दश ह वष 2000-2001 क दौरान दश म कल दलहन उ पादन का लगभग 20 ितशत अरहर ह था

अरहर ोट न स भरपर खा ा न ह इस म कर ब 22 ितशत ोट न होता ह जो क अनाज स लगभग तीन गना ह अरहर स दश क शाकाहार जनस या क ोट न सबधी ज रत क पित होती ह अरहर का म यत दाल क प म उपयोग कया जाता ह जो क दलहन आध रत फसल का एक म य परक ह दाल चावल या दाल रोट का मल औसत भारतीय भोजन का म य अग ह गह या चावल का अरहर क साथ सयोजन स आव यक अमीनो अ ल क बीच परक सबध क कारण इसका ज वक म य अ यिधक बढ़ जाता ह इसम वशष प स लायजीन राइबो ला बन थायमाइन िनयािसन तथा लौह त व चर माऽा म होत ह

मन य तथा पशओ क भोजन का मह वपण ः ऽोत होन क अलावा अरहर िम ट क

भौितक गण बढ़ाता ह तथा वायम डलीय नाइशोजन क ः तर को ः थर रख कर िम ट क उवरमता बनाए रखन म मह वपण भिमका अदा करता ह इस फसल पर सख का भाव नह पडता अत यह सख ऽ म उपजाए जान यो य ह तथा इस दो फसलो क बीच क अविध म उगाया जाता ह अरहर क खान यो य भाग का पौ टक मान सारणी स1 म दया गया ह

2 सारणी स1

ित 100 माम अरहर क खा भाग क पौ टक मान फसल उजा

(कलार ) ोट न (माम)

वसा (माम)

क शयम आयरन

(िममा)थायमाइन रबोफ-

ल वन िममा

िनयािसनिममा

माऽा माइबो (माम)

अरहर क दाल

335 223

17 73 58 045 019 29 132

ः ऽोत भारतीय खा ा नो क पौ टक माऽा गोपालन सी एव अ य भारतीय

िच क सा अनसधान प रषद काशन 1971 पस 60-114 11 उ प त

इस दलहन क मल ः थान क बार म मतभद ह कछ लोग इस भारत तो कछ अ का मानत ह व वलोव (1928) क अनसार कज़ानस जीनस का उ व ह दः थान म हआ वान डर मासन (1980) क अनसार भी इस फसल का उ दव क ि भारत ह ब थम 1861 तथा ड क डाल (1886) क अनसार इसक उ प त अ का म हई

वानः पितक ववरण अरहर [कजानस कजान एल िमलः प] का सबध फलीदार फसल स ह इसक जड़ पर कई छोट मिथयॉ होती ह इन मिथय म राइज बयम ब ट रया होत ह जो वायमडलीय नाइशोजन का पौध म ः थर करत ह प प क पराग कण ः वत वरागण वाल होत ह परत कछ जीमातक सकट भी हो सकता ह अरहर का फल फली होती ह इसक बीज गोल या ल स क आकार क होत ह कजानस क अनक जाितयॉ ात ह जनक ऊचाई कार पकन का समय रग फिलय तथा बीज क आकार तथा बनावट म िभ न-िभ न ह य सभी फसल दो ौ णय म वग कत क गई ह i) कजानस कजान वार बाईकलर इस समह म दर स पकन वाी कः म शािमल ह लब झाड़ दार पौध होत ह तथा शाखा क िसर पर फल लगत ह फिलयॉ अप ाकत लबी होती ह तथा इसम 4-5 बीज या दान होत ह ii) कजानस कजान वार लवस इस समह म ज द पकन वाली कः म शािमल ह छोट पौध होत ह तथा शाखा क कई ः थानो पर फल लगत ह फिलयॉ छोट होती ह तथा इसम 2-3 बीज होत ह

2002 क दौ रा न अरहर उगा न वा ल परमख दश (वि शzwj व उतzwj पादन का परति शत)

26264

1002

325

8149

इडिया मया मा र मला वी उगा डा अनय

3 12 मह व

व व क अरहर क कल अ पादन का 81 उ पादन त था व व क कल उपभोग का 90 कवल भारत म हई 2000-01 म दश का कल दलहन उ पादन 1108 िमिलयन टन था जसम अरहर का उ पादन 225 िमिलयन टन था सामा य तथा इस फसल को नकद फसल क प म नह उगाया जाता ह तथा उ पादन का एक बड़ा भाग उ पादक रा य म ह खप जाता ह इस फसल क जड़ क मिथय म राईजो बयम ब ट रया का साकितक सयोजन होन स तथा इसक ारा वायमडलीय नाइशोजन का ः तर ः थर रखन स िम ट क उवरक मता बनाए रखन क विश ट गण क कारण अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक कारखाना ह उ पादन तथा िम ट क उवरकता बढ़ान क िलए अरहर क फसल विभ न फसल (कपास सोधम ( वार) सोया बन मगफली पल िमलट हरा चना काला चना म का) क साथ बीज को फसल क प म भी उगाई जाती ह

20 उ पादन

21 व व म म य उ पादक दश

अरहर व व क सपण उ णक टबधीय तथा क टबधीय दश म वशष प स द ण एिशया पव तथा द णी अ का ल टन अम रका कर बयन दश तथा आः शिलया म उपजाई जाती ह एफ ए ओ क आकडो क अनसार अरहर व व म 416 िमिलयन ह टयर भिम पर उगाई जाती ह तथा 2002 म इसका उ पादन 299 िमिलयन टन था व व क कल उ पादन क 8149 ितशत तथा कल 8059 ितशत ऽ क साथ भारत इसका सबस बड़ा उ पादक ह अरहर क अ य म य उ पादक दश ह यामार (1002 ितशत) मलावी (264 ितशत) तथा उगा डा (26 ितशत) उ पादन ित ह टयर क आधार पर सवािधक बड़ा दश उगा डा (1000 कमाह ट) ह इसक बाद दसर ः थान पर नपाल (875 कमाह ट) तथा भारत (728 कमाह ट) ह

2002 क दौरान अरहर उगान वाल मख दश ( व व उ पादन का ितशत)

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

55

2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

56

4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

57

8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

58

11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

59

70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

60

कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

63

यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

64

80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

65

2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

66

5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

67

3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

68

द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

69

iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 4: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

ः तावना

अरहर भारत क मह वपण दलहन ह इसका उ पादन कल दलहन का लगभाग 20 ितशत ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा उ पादक दश ह तथा व व क कल उ पादन म इसका योगदान लगभग 81 ितशत ह ोट न क चरता तथा अ य दलहन स सः ता होन क कारण शाकाहार जनस या का एक बड़ा भाग इस पका कर दाल क प म इसका उपभोग करता ह अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक क फ श ह य क वायमडल म व मान नाइशोजन म ः थरता लात हए िम ट क उवरक मता को बढ़ाता ह

अरहर का यह ोफाइल क ष वपण सधार (मई 2002) पर ग ठत अतर मऽालयी कायबल (टाः क फोस) क िसफा रस पर तयार कया गया ह इस ोफाइल ववरण का लआ य उ पादक को यह स वधा दान करना ह क अपन उ पाद का कब कस तथा कहॉ बच ता क उ ह बहतर लाभ िमल सक इस ोफाइल म अरहर क वपणन क लगभग सभी पहलओ को िलया गया ह जस फसल कटाई क बाद का बधन बाजार णािलय वपणन समः याऍ वपणन चनल बाजार म य तथा लाभ ऋण दन वाली सः थाऍ वपणन सवाऍ बाजार सचना तथा वः तार एव सरकार क विभ न वपणन योजनाऍ आ द

यह ोफाइल ौी बीड शरकर उप क ष वपणन सलाहकार तथा ौी एचपी िसह सय त क ष वपणन सलाहकार धान शाखा कायालय नागपर क पयव ण म तथा डॉ जीआर भा टया क ष वपणन सलाहकार क समम मागदशन म ौी मनोजकमार वपणन अिधकार ारा तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय इस ोफाइल क सकलन हत ससगत आकडसचना दान करन क िलए सरकार अधसरकार िनजी सगठनो ारा दान कए गए सहयोग तथा सहायता क िलए आभार ह

भारत सरकार को इस ोफाइल म शािमल कसी भी ववरण क िलए ज मदार नह माना जाना चा हए फर दाबाद

दनाक 14102004 पीक अमवाल क ष वपणनलाहकार

भारत सरकार

1 10 भिमका

अरहर भारत म एक मह वपण दलहन फसल ह इस पजनपी रड माम तथा

तर क नाम स भी जाना जाता ह अरहर म य प स व व क वकासशील दश म ह उगाई तथा इः तमाल क जाती ह यह फसल भारत म यापक प स उगाई जाती ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा अ पादक तथा उभो ता दश ह वष 2000-2001 क दौरान दश म कल दलहन उ पादन का लगभग 20 ितशत अरहर ह था

अरहर ोट न स भरपर खा ा न ह इस म कर ब 22 ितशत ोट न होता ह जो क अनाज स लगभग तीन गना ह अरहर स दश क शाकाहार जनस या क ोट न सबधी ज रत क पित होती ह अरहर का म यत दाल क प म उपयोग कया जाता ह जो क दलहन आध रत फसल का एक म य परक ह दाल चावल या दाल रोट का मल औसत भारतीय भोजन का म य अग ह गह या चावल का अरहर क साथ सयोजन स आव यक अमीनो अ ल क बीच परक सबध क कारण इसका ज वक म य अ यिधक बढ़ जाता ह इसम वशष प स लायजीन राइबो ला बन थायमाइन िनयािसन तथा लौह त व चर माऽा म होत ह

मन य तथा पशओ क भोजन का मह वपण ः ऽोत होन क अलावा अरहर िम ट क

भौितक गण बढ़ाता ह तथा वायम डलीय नाइशोजन क ः तर को ः थर रख कर िम ट क उवरमता बनाए रखन म मह वपण भिमका अदा करता ह इस फसल पर सख का भाव नह पडता अत यह सख ऽ म उपजाए जान यो य ह तथा इस दो फसलो क बीच क अविध म उगाया जाता ह अरहर क खान यो य भाग का पौ टक मान सारणी स1 म दया गया ह

2 सारणी स1

ित 100 माम अरहर क खा भाग क पौ टक मान फसल उजा

(कलार ) ोट न (माम)

वसा (माम)

क शयम आयरन

(िममा)थायमाइन रबोफ-

ल वन िममा

िनयािसनिममा

माऽा माइबो (माम)

अरहर क दाल

335 223

17 73 58 045 019 29 132

ः ऽोत भारतीय खा ा नो क पौ टक माऽा गोपालन सी एव अ य भारतीय

िच क सा अनसधान प रषद काशन 1971 पस 60-114 11 उ प त

इस दलहन क मल ः थान क बार म मतभद ह कछ लोग इस भारत तो कछ अ का मानत ह व वलोव (1928) क अनसार कज़ानस जीनस का उ व ह दः थान म हआ वान डर मासन (1980) क अनसार भी इस फसल का उ दव क ि भारत ह ब थम 1861 तथा ड क डाल (1886) क अनसार इसक उ प त अ का म हई

वानः पितक ववरण अरहर [कजानस कजान एल िमलः प] का सबध फलीदार फसल स ह इसक जड़ पर कई छोट मिथयॉ होती ह इन मिथय म राइज बयम ब ट रया होत ह जो वायमडलीय नाइशोजन का पौध म ः थर करत ह प प क पराग कण ः वत वरागण वाल होत ह परत कछ जीमातक सकट भी हो सकता ह अरहर का फल फली होती ह इसक बीज गोल या ल स क आकार क होत ह कजानस क अनक जाितयॉ ात ह जनक ऊचाई कार पकन का समय रग फिलय तथा बीज क आकार तथा बनावट म िभ न-िभ न ह य सभी फसल दो ौ णय म वग कत क गई ह i) कजानस कजान वार बाईकलर इस समह म दर स पकन वाी कः म शािमल ह लब झाड़ दार पौध होत ह तथा शाखा क िसर पर फल लगत ह फिलयॉ अप ाकत लबी होती ह तथा इसम 4-5 बीज या दान होत ह ii) कजानस कजान वार लवस इस समह म ज द पकन वाली कः म शािमल ह छोट पौध होत ह तथा शाखा क कई ः थानो पर फल लगत ह फिलयॉ छोट होती ह तथा इसम 2-3 बीज होत ह

2002 क दौ रा न अरहर उगा न वा ल परमख दश (वि शzwj व उतzwj पादन का परति शत)

26264

1002

325

8149

इडिया मया मा र मला वी उगा डा अनय

3 12 मह व

व व क अरहर क कल अ पादन का 81 उ पादन त था व व क कल उपभोग का 90 कवल भारत म हई 2000-01 म दश का कल दलहन उ पादन 1108 िमिलयन टन था जसम अरहर का उ पादन 225 िमिलयन टन था सामा य तथा इस फसल को नकद फसल क प म नह उगाया जाता ह तथा उ पादन का एक बड़ा भाग उ पादक रा य म ह खप जाता ह इस फसल क जड़ क मिथय म राईजो बयम ब ट रया का साकितक सयोजन होन स तथा इसक ारा वायमडलीय नाइशोजन का ः तर ः थर रखन स िम ट क उवरक मता बनाए रखन क विश ट गण क कारण अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक कारखाना ह उ पादन तथा िम ट क उवरकता बढ़ान क िलए अरहर क फसल विभ न फसल (कपास सोधम ( वार) सोया बन मगफली पल िमलट हरा चना काला चना म का) क साथ बीज को फसल क प म भी उगाई जाती ह

20 उ पादन

21 व व म म य उ पादक दश

अरहर व व क सपण उ णक टबधीय तथा क टबधीय दश म वशष प स द ण एिशया पव तथा द णी अ का ल टन अम रका कर बयन दश तथा आः शिलया म उपजाई जाती ह एफ ए ओ क आकडो क अनसार अरहर व व म 416 िमिलयन ह टयर भिम पर उगाई जाती ह तथा 2002 म इसका उ पादन 299 िमिलयन टन था व व क कल उ पादन क 8149 ितशत तथा कल 8059 ितशत ऽ क साथ भारत इसका सबस बड़ा उ पादक ह अरहर क अ य म य उ पादक दश ह यामार (1002 ितशत) मलावी (264 ितशत) तथा उगा डा (26 ितशत) उ पादन ित ह टयर क आधार पर सवािधक बड़ा दश उगा डा (1000 कमाह ट) ह इसक बाद दसर ः थान पर नपाल (875 कमाह ट) तथा भारत (728 कमाह ट) ह

2002 क दौरान अरहर उगान वाल मख दश ( व व उ पादन का ितशत)

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

55

2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

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4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

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8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

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11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

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70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

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कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

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5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

67

3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

68

द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

69

iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 5: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

1 10 भिमका

अरहर भारत म एक मह वपण दलहन फसल ह इस पजनपी रड माम तथा

तर क नाम स भी जाना जाता ह अरहर म य प स व व क वकासशील दश म ह उगाई तथा इः तमाल क जाती ह यह फसल भारत म यापक प स उगाई जाती ह भारत व व म अरहर का सबस बड़ा अ पादक तथा उभो ता दश ह वष 2000-2001 क दौरान दश म कल दलहन उ पादन का लगभग 20 ितशत अरहर ह था

अरहर ोट न स भरपर खा ा न ह इस म कर ब 22 ितशत ोट न होता ह जो क अनाज स लगभग तीन गना ह अरहर स दश क शाकाहार जनस या क ोट न सबधी ज रत क पित होती ह अरहर का म यत दाल क प म उपयोग कया जाता ह जो क दलहन आध रत फसल का एक म य परक ह दाल चावल या दाल रोट का मल औसत भारतीय भोजन का म य अग ह गह या चावल का अरहर क साथ सयोजन स आव यक अमीनो अ ल क बीच परक सबध क कारण इसका ज वक म य अ यिधक बढ़ जाता ह इसम वशष प स लायजीन राइबो ला बन थायमाइन िनयािसन तथा लौह त व चर माऽा म होत ह

मन य तथा पशओ क भोजन का मह वपण ः ऽोत होन क अलावा अरहर िम ट क

भौितक गण बढ़ाता ह तथा वायम डलीय नाइशोजन क ः तर को ः थर रख कर िम ट क उवरमता बनाए रखन म मह वपण भिमका अदा करता ह इस फसल पर सख का भाव नह पडता अत यह सख ऽ म उपजाए जान यो य ह तथा इस दो फसलो क बीच क अविध म उगाया जाता ह अरहर क खान यो य भाग का पौ टक मान सारणी स1 म दया गया ह

2 सारणी स1

ित 100 माम अरहर क खा भाग क पौ टक मान फसल उजा

(कलार ) ोट न (माम)

वसा (माम)

क शयम आयरन

(िममा)थायमाइन रबोफ-

ल वन िममा

िनयािसनिममा

माऽा माइबो (माम)

अरहर क दाल

335 223

17 73 58 045 019 29 132

ः ऽोत भारतीय खा ा नो क पौ टक माऽा गोपालन सी एव अ य भारतीय

िच क सा अनसधान प रषद काशन 1971 पस 60-114 11 उ प त

इस दलहन क मल ः थान क बार म मतभद ह कछ लोग इस भारत तो कछ अ का मानत ह व वलोव (1928) क अनसार कज़ानस जीनस का उ व ह दः थान म हआ वान डर मासन (1980) क अनसार भी इस फसल का उ दव क ि भारत ह ब थम 1861 तथा ड क डाल (1886) क अनसार इसक उ प त अ का म हई

वानः पितक ववरण अरहर [कजानस कजान एल िमलः प] का सबध फलीदार फसल स ह इसक जड़ पर कई छोट मिथयॉ होती ह इन मिथय म राइज बयम ब ट रया होत ह जो वायमडलीय नाइशोजन का पौध म ः थर करत ह प प क पराग कण ः वत वरागण वाल होत ह परत कछ जीमातक सकट भी हो सकता ह अरहर का फल फली होती ह इसक बीज गोल या ल स क आकार क होत ह कजानस क अनक जाितयॉ ात ह जनक ऊचाई कार पकन का समय रग फिलय तथा बीज क आकार तथा बनावट म िभ न-िभ न ह य सभी फसल दो ौ णय म वग कत क गई ह i) कजानस कजान वार बाईकलर इस समह म दर स पकन वाी कः म शािमल ह लब झाड़ दार पौध होत ह तथा शाखा क िसर पर फल लगत ह फिलयॉ अप ाकत लबी होती ह तथा इसम 4-5 बीज या दान होत ह ii) कजानस कजान वार लवस इस समह म ज द पकन वाली कः म शािमल ह छोट पौध होत ह तथा शाखा क कई ः थानो पर फल लगत ह फिलयॉ छोट होती ह तथा इसम 2-3 बीज होत ह

2002 क दौ रा न अरहर उगा न वा ल परमख दश (वि शzwj व उतzwj पादन का परति शत)

26264

1002

325

8149

इडिया मया मा र मला वी उगा डा अनय

3 12 मह व

व व क अरहर क कल अ पादन का 81 उ पादन त था व व क कल उपभोग का 90 कवल भारत म हई 2000-01 म दश का कल दलहन उ पादन 1108 िमिलयन टन था जसम अरहर का उ पादन 225 िमिलयन टन था सामा य तथा इस फसल को नकद फसल क प म नह उगाया जाता ह तथा उ पादन का एक बड़ा भाग उ पादक रा य म ह खप जाता ह इस फसल क जड़ क मिथय म राईजो बयम ब ट रया का साकितक सयोजन होन स तथा इसक ारा वायमडलीय नाइशोजन का ः तर ः थर रखन स िम ट क उवरक मता बनाए रखन क विश ट गण क कारण अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक कारखाना ह उ पादन तथा िम ट क उवरकता बढ़ान क िलए अरहर क फसल विभ न फसल (कपास सोधम ( वार) सोया बन मगफली पल िमलट हरा चना काला चना म का) क साथ बीज को फसल क प म भी उगाई जाती ह

20 उ पादन

21 व व म म य उ पादक दश

अरहर व व क सपण उ णक टबधीय तथा क टबधीय दश म वशष प स द ण एिशया पव तथा द णी अ का ल टन अम रका कर बयन दश तथा आः शिलया म उपजाई जाती ह एफ ए ओ क आकडो क अनसार अरहर व व म 416 िमिलयन ह टयर भिम पर उगाई जाती ह तथा 2002 म इसका उ पादन 299 िमिलयन टन था व व क कल उ पादन क 8149 ितशत तथा कल 8059 ितशत ऽ क साथ भारत इसका सबस बड़ा उ पादक ह अरहर क अ य म य उ पादक दश ह यामार (1002 ितशत) मलावी (264 ितशत) तथा उगा डा (26 ितशत) उ पादन ित ह टयर क आधार पर सवािधक बड़ा दश उगा डा (1000 कमाह ट) ह इसक बाद दसर ः थान पर नपाल (875 कमाह ट) तथा भारत (728 कमाह ट) ह

2002 क दौरान अरहर उगान वाल मख दश ( व व उ पादन का ितशत)

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

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2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

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4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

57

8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

58

11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

59

70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

60

कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

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5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

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3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

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द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

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iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 6: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

2 सारणी स1

ित 100 माम अरहर क खा भाग क पौ टक मान फसल उजा

(कलार ) ोट न (माम)

वसा (माम)

क शयम आयरन

(िममा)थायमाइन रबोफ-

ल वन िममा

िनयािसनिममा

माऽा माइबो (माम)

अरहर क दाल

335 223

17 73 58 045 019 29 132

ः ऽोत भारतीय खा ा नो क पौ टक माऽा गोपालन सी एव अ य भारतीय

िच क सा अनसधान प रषद काशन 1971 पस 60-114 11 उ प त

इस दलहन क मल ः थान क बार म मतभद ह कछ लोग इस भारत तो कछ अ का मानत ह व वलोव (1928) क अनसार कज़ानस जीनस का उ व ह दः थान म हआ वान डर मासन (1980) क अनसार भी इस फसल का उ दव क ि भारत ह ब थम 1861 तथा ड क डाल (1886) क अनसार इसक उ प त अ का म हई

वानः पितक ववरण अरहर [कजानस कजान एल िमलः प] का सबध फलीदार फसल स ह इसक जड़ पर कई छोट मिथयॉ होती ह इन मिथय म राइज बयम ब ट रया होत ह जो वायमडलीय नाइशोजन का पौध म ः थर करत ह प प क पराग कण ः वत वरागण वाल होत ह परत कछ जीमातक सकट भी हो सकता ह अरहर का फल फली होती ह इसक बीज गोल या ल स क आकार क होत ह कजानस क अनक जाितयॉ ात ह जनक ऊचाई कार पकन का समय रग फिलय तथा बीज क आकार तथा बनावट म िभ न-िभ न ह य सभी फसल दो ौ णय म वग कत क गई ह i) कजानस कजान वार बाईकलर इस समह म दर स पकन वाी कः म शािमल ह लब झाड़ दार पौध होत ह तथा शाखा क िसर पर फल लगत ह फिलयॉ अप ाकत लबी होती ह तथा इसम 4-5 बीज या दान होत ह ii) कजानस कजान वार लवस इस समह म ज द पकन वाली कः म शािमल ह छोट पौध होत ह तथा शाखा क कई ः थानो पर फल लगत ह फिलयॉ छोट होती ह तथा इसम 2-3 बीज होत ह

2002 क दौ रा न अरहर उगा न वा ल परमख दश (वि शzwj व उतzwj पादन का परति शत)

26264

1002

325

8149

इडिया मया मा र मला वी उगा डा अनय

3 12 मह व

व व क अरहर क कल अ पादन का 81 उ पादन त था व व क कल उपभोग का 90 कवल भारत म हई 2000-01 म दश का कल दलहन उ पादन 1108 िमिलयन टन था जसम अरहर का उ पादन 225 िमिलयन टन था सामा य तथा इस फसल को नकद फसल क प म नह उगाया जाता ह तथा उ पादन का एक बड़ा भाग उ पादक रा य म ह खप जाता ह इस फसल क जड़ क मिथय म राईजो बयम ब ट रया का साकितक सयोजन होन स तथा इसक ारा वायमडलीय नाइशोजन का ः तर ः थर रखन स िम ट क उवरक मता बनाए रखन क विश ट गण क कारण अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक कारखाना ह उ पादन तथा िम ट क उवरकता बढ़ान क िलए अरहर क फसल विभ न फसल (कपास सोधम ( वार) सोया बन मगफली पल िमलट हरा चना काला चना म का) क साथ बीज को फसल क प म भी उगाई जाती ह

20 उ पादन

21 व व म म य उ पादक दश

अरहर व व क सपण उ णक टबधीय तथा क टबधीय दश म वशष प स द ण एिशया पव तथा द णी अ का ल टन अम रका कर बयन दश तथा आः शिलया म उपजाई जाती ह एफ ए ओ क आकडो क अनसार अरहर व व म 416 िमिलयन ह टयर भिम पर उगाई जाती ह तथा 2002 म इसका उ पादन 299 िमिलयन टन था व व क कल उ पादन क 8149 ितशत तथा कल 8059 ितशत ऽ क साथ भारत इसका सबस बड़ा उ पादक ह अरहर क अ य म य उ पादक दश ह यामार (1002 ितशत) मलावी (264 ितशत) तथा उगा डा (26 ितशत) उ पादन ित ह टयर क आधार पर सवािधक बड़ा दश उगा डा (1000 कमाह ट) ह इसक बाद दसर ः थान पर नपाल (875 कमाह ट) तथा भारत (728 कमाह ट) ह

2002 क दौरान अरहर उगान वाल मख दश ( व व उ पादन का ितशत)

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

55

2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

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4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

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8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

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11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

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70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

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कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

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5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

67

3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

68

द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

69

iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 7: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

2002 क दौ रा न अरहर उगा न वा ल परमख दश (वि शzwj व उतzwj पादन का परति शत)

26264

1002

325

8149

इडिया मया मा र मला वी उगा डा अनय

3 12 मह व

व व क अरहर क कल अ पादन का 81 उ पादन त था व व क कल उपभोग का 90 कवल भारत म हई 2000-01 म दश का कल दलहन उ पादन 1108 िमिलयन टन था जसम अरहर का उ पादन 225 िमिलयन टन था सामा य तथा इस फसल को नकद फसल क प म नह उगाया जाता ह तथा उ पादन का एक बड़ा भाग उ पादक रा य म ह खप जाता ह इस फसल क जड़ क मिथय म राईजो बयम ब ट रया का साकितक सयोजन होन स तथा इसक ारा वायमडलीय नाइशोजन का ः तर ः थर रखन स िम ट क उवरक मता बनाए रखन क विश ट गण क कारण अरहर का यक पौधा अपन आप म लघ उवरक कारखाना ह उ पादन तथा िम ट क उवरकता बढ़ान क िलए अरहर क फसल विभ न फसल (कपास सोधम ( वार) सोया बन मगफली पल िमलट हरा चना काला चना म का) क साथ बीज को फसल क प म भी उगाई जाती ह

20 उ पादन

21 व व म म य उ पादक दश

अरहर व व क सपण उ णक टबधीय तथा क टबधीय दश म वशष प स द ण एिशया पव तथा द णी अ का ल टन अम रका कर बयन दश तथा आः शिलया म उपजाई जाती ह एफ ए ओ क आकडो क अनसार अरहर व व म 416 िमिलयन ह टयर भिम पर उगाई जाती ह तथा 2002 म इसका उ पादन 299 िमिलयन टन था व व क कल उ पादन क 8149 ितशत तथा कल 8059 ितशत ऽ क साथ भारत इसका सबस बड़ा उ पादक ह अरहर क अ य म य उ पादक दश ह यामार (1002 ितशत) मलावी (264 ितशत) तथा उगा डा (26 ितशत) उ पादन ित ह टयर क आधार पर सवािधक बड़ा दश उगा डा (1000 कमाह ट) ह इसक बाद दसर ः थान पर नपाल (875 कमाह ट) तथा भारत (728 कमाह ट) ह

2002 क दौरान अरहर उगान वाल मख दश ( व व उ पादन का ितशत)

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

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(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

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60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

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2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

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4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

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8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

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11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

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70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

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कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

63

यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

66

5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

67

3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

68

द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

69

iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 8: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

4

2002 क दौरा व व क म य दश म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी म दया गया ह

सारणी-2 ऽ उ पादन एव अरहर क म य उ पादन करन वाल दश

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) दश

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002 व व म

2000 2001 2002

भारत 343000 368000 335000 8059 269000 226000 244000 8149 784 614 728

यामार 30600 48000 48000 1154 18873 30000 30000 1002 617 625 625

मनावी 12300 12300 12300 296 7900 7900 7900 264 642 642 642

उगाडा 7800 7800 7800 188 7800 7800 7800 260 1000 1000 1000

तजािनया 6600 6600 6600 159 4700 4700 4700 157 712 712 712

नपाल 2271 2404 2400 058 2247 2094 2100 070 989 871 875

अ य 3885 3542 3598 086 2913 2814 2932 098 750 795 815

व व 406456 448646 415698 10000 313434 281308 299432 10000 771 627 720

ः ऽोत वबसाइट wwwfaoorg

22 भारत म म य उ पादक रा य भारत म अरहर दलहन म सवािधक उगाई जान वाली फसल ह वष 2001-2002 क दौरान यह 230 िमिलयन टन क उ पादन क साथ 338 िमिलयन ह टयर ऽ पर उगाई गई थी वगत पाच वष म भारत म अरहर का ऽफल उ पादन तथा उ पादकता िन निल खत सारणी-3 म द गई ह

सारणी-3 सन 1997-98 स 2001-2002 तक सपण भारत म अरहर का उ पादन एव उपज का ऽफल

वष ऽ (िमिलयन टन)

उ पादन

(िमिलयन टन)

उ पाद ( कमाह ट)

1997-1998 336 185 551 1998-1999 344 271 787

1999-2000 343 269 786

2000-2001 363 225 618

2001-2002 338 230 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

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2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

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4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

57

8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

58

11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

59

70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

60

कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

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5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

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3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

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द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

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iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 9: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

185

271 269225 23

0

1

2

3

1997-98

1998-99

1999-2000

2000-01

2001-02

सन 1997-98 स 2001-02 तक भा रत म अरहर का

सन 2001-2002 क दौ रा न अरहर का उतzwj पादन करन वा ल परमश रा जzwj य (अखि ल भा रत सzwj तर पर परति शत)

3349

19731218

817

813

634

1196

महा रा षzwj ट उतzwj तर परदश मधzwj य परदश आनzwj धर परदश गजरात करनाटक अनzwj य

5 सन 1997-98 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का उ पादन

महारा श कल उ पादन क 3349 ितशत क साथ सबस बड़ा उ पादक रा य ह उसक बाद उ तर दश (1973 ितशत) म य दश (1218 ितशत) आी दश (817 ितशत) गजरात (812 ितशत) तथा कनाटक (634 ितशत) ह 2001-2002 म इन छह मख उ पादक रा शो न कल उ पादन का लगभग 88 ितशत उ पादन कया तथा कल ऽ क लगभग 88 ितशत ऽ पर यहा फसल उगाई अरहर का उ पादन करन वाल म य रा य म स महारा श म यह सवािधक ऽ म उपजाया जाता ह दश म अरहर क कल ऽफल म महारा श म (3011 ितशत) पर कनाटक म (1427 ितशत) आी दश (1240 ितशत) उ तर दश (1176 ितशत) म य दश (991 ितशत) तथा गजरात म (984 ितशत) म अरहर उपजाया जाता ह जब क सवािधक उ पादकता रा य बहार (1281 कमाह ट) ह उसक बाद उ तर दश (1142 कमाह ट) म य दश (837 कमाह ट) तथा महारा श (757 कमाह ट) का ः थान ह

सन 2001-2002 क दौरान अरहर का उ पादन करन वाल मख रा य

(अ खल भारत ः तर पर ितशत)

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

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2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

56

4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

57

8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

58

11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

59

70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

60

कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

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5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

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3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

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द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

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iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

Page 10: अरहर रेड माम क फसलो ूोफाइल - AGMARKNETagmarknet.gov.in/Others/RedGramHindi.pdfअरहर व व क स प ण[उ णकटब ध य

6 सारणी स-4

अरहर का म य उ पादन करन वाल रा यो का ऽफल उ पादन एव उपज

ऽफल (000 ह टर) उ पादन (000 टन) उपज ( कमाह ट) रा य 1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

ित-शत

1999-2000

2000-2001

2001-2002

(अितम)

आी दश 4322 5130 4190 124 1548 2190 1880 817 358 427 449

बहार 665 437 420 124 821 589 538 239 1235 1348 1281 गजरात 3580 3179 3323 984 2908 1072 1870 813 812 337 563

कनाटक 5081 5827 4820 1427 2895 2635 1460 634 570 452 303

म य दश 3173 3129 3349 991 2709 2104 2803 1218 854 672 837

महारा श 10410 10961 10173 3011 8680 6603 7706 3349 834 602 757

उड़ सा 1360 1490 1416 419 850 750 786 342 625 503 555

तिमलनाड 878 633 634 188 624 451 417 181 711 712 658

उ तर दश 4147 4066 3974 1176 5440 5098 4540 1973 1312 1254 1142

अ य 654 1471 1486 44 465 973 1011 439 711 661 680

अ खल भारत

34270 36323 33785 10000 26945 22465 23011 10000 786 618 681

ः ऽोत क ष एव सहका रता वभाग नई द ली

7 23 जोनवार वा ण यक कः म

सारणी स-5 भारत म विभ न जोन क िलए अरहर क सम नत कः म

I उ तर-प चम ऽ (जोन) (पजाब ह रयाणा राजः थान हमाचल दश ज म क मीर) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

शारदा (एस 8) एच वाई 3 सी एच वाई 3ए एच वाई 4 एच वाइ 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी बी एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड एस ए 1

II उ तर-पव ऽ (जोन) (पव उ तर दश बहार प चम बगाल उड़ सा असम) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 पसा 84 पट ए 1 ट ट 5 बी एस 1

शारदा म ता लआ मी बहार बहार बसत बीआर 65 बीआर 183 सी 11 20 (105) (राबी)

ट 7 ट 17 एन पी (ड ल आर) 15 चनी (बी 517) वता III म य ऽ (जोन) (म य दश गजरात महारा श) श आती कः म म यम कः म बादक कः म

भात यपीएएस120 ट 21 पसा अगती पसा 74 ज 9- 19 ट ए ट 10 वशाखा 1 (ट ट 6)

शारदा म ता सी 11 सी 36 बी ड एन 1 बी ड एन 2 न148 खरगाव 2 ट 15-15 पी ट 301 ज ए 3 न84 न290-21 हदराबाद 185 एन पी (ड ल आर) 15 वािलयर 3

8 IV पिन सलर ऽ (जोन) (आी दश तिमलनाड करल कनाटक) श आती कः म म यम कः म

बादक कः म

gt भात ट 21 पसा अगती बी ड एन 2 पी ट 221

gt शारदा (एस 8) एच वाई 3 ए एच वाई 4 एच वाई 5 सीओ 2 सीओ 4 सीओ 5 जीएस 1 सी पी ड एम 1 एफ 52 सी 28 एस ए 1 पलनायड

gt एस ए 1 ः ऽोत एडवा सस इन प स ोड शन ट नालॉजी (दाल उ पादन ोधिगक म उ नित) एल

एम जसवानी और बी बलदव पी पी-86

सारणी स-6 भारत म विभ न रा यो म अरहर क सकर कः म

कः म रा य क नाम

आई सी पी एच-8 म य दश महारा श गजरात

पी पी एच-4 पजाब

ए क पी एच-4101 महारा श

सी ओ पी एच-2 तिमलनाड

ः ऽोत इ डयन फारिमग दसबर2002 पी पी 13-20

सारणी स7 विभ न रा यो क िलए अरहर क अनशािसत विभ न अ पकाली अविध क कः म

कः म प रप वता ( दन) रा य

गित (आईसीपीएल-87) 140 - 150 म य दश महारा श गजरात आी दश कनाटक

पसा 855 135 - 140 पजाब ह रयाणा उ तर दश म य दश

पारस (एच 22-1) 135 - 140 पजाब ह रयाणा प चमी उ तर दश

वा भन -- तिमलनाड

एएल-201 135 - 140 पजाब ह रयाणा आईसीपीएल-85010 125 - 130 हमाचल दश

स रता -- हमाचल दश

दगा (आईसीपीएल-84031)

ः ऽोत इ डयन फािमग दसबर2002 प 13-20

9 30 फसलो तर बधन

31 फसलो तर हािनया - फसलो तर विभ न काय जस ािशग फटकना प रवहन ोसिसग

तथा भ डारण क दौरान दलहन क माऽा मक तथा गणा मक ट स हािन होती ह इसिलए फसल क कटाई क बाद क बयाओ क दौरान होन वाल दलहन क माऽा सबधी एव गणा मक नकसान जो अनमानत 95 ितशत ह इस नकसान को कम करन पर बल दया जाना उिचत होगा दलहन क फसल क बाद विभ न ः तर पर हािनयॉ सारणी स 8 म द गई ह

सारणी स 8

अरहर को स मिलत करत हए इलहन क फसलो तरक आकिलत हािनयॉ बस ः तर उ पादन हािन (ितशन)

1 खिलहान 05

2 प रवहन 05

3 ोसिसग 10

4 भ डारण 75 कल 95

ः ऽोत बीरवार बीआर 1984 दलहन क फसलो तर तकनीक प स ोड शन कॉ सश टस ए ड अपारचिनट स ऑ सफोड ए ड आई बी एच प लिशग क नई द ली भारत पीपी 425-438

ािशग फटकन भ डारण बमण सभालाई तथा प रवहन क बया म अरहर क फसलो तर हािनय यनतम क जा सकती ह i) ािशग तथा फटकना खिलहान म नकसान क ितशत 05 ितशत तक होती ह इस

कम करन क िलए ािशग तथा फटकन क बयाओ को उ नत उपकरण क ारा कम स कम समय म परा करना आव यक ह

ii) प रवहन हािन प रवहन क दौरान नकसान का ितशत 05 ितशत तक होता ह

तथा इस हािन को कम करन क िलए व रत प रवहन आव यक ह iii) बमण दाल िमल म परानी विधय क उपयोग क कारण इस ः तर पर 10 ितशत

तक हािन होती ह िमल होन वाल नकसान को कम करन तथा उ पादन को बढ़ान क िलय सीएफट आरआई मसर ारा वकिसत क गई विध को अपनाना चा हए

iv) भ डारण भ डारण क अनिचत तथा िन भावी विधय क कारण भ डारण क दौरान आकिलत हािन 75 ितशत तक होती ह मालवाहक नकसान क ड़ इ लय तथा प य

10 ारा खराब करन तथा खान स होता ह अत इन हािनय को कम करन क िलए उ नत

भ डारण स वधाए अपनायी जानी चा हए फसलो तर हािन को कम करन क िलए िन निल खत िनवारणा मक उपाय पर वचार करना चा हए

हािनयॉ कम करन क िलए फसल क कटाई समय पर कर फसल कटाई क उिचत विध का उपयोग कर आधिनक मशीनी विधयॉ अपनाकर ािशग तथा फटकन क नकसान स बच ोसिसग क उ नत तकनीक अपनाए व तीय हािन स बचन क साथ-साथ अ छ दाम ा त करन क िलए म डग अपनाए भ डारण तथा प रवहन क िलए उ तम को ट क पक जग साममी का इः तमाल कर

जस बी- टवल जट बग या एच ड पी इ बग भ डारण क उिचत तकनीक का उपयोग कर भ डारण क दौरान क ट िनयऽण उपाय उपयोग म लाए खत तथा बाजार ः तर पर माल क प रवहन क उपय त स वधा क साथ समय पर तथा अिचत पस हडिलग क जाए हडिलग क समय मजदर ारा हक का उपयोग न कया जाए 32 फसल क कटाई क दौरान बरती जान वाली सावधानी

फसल क कटाइ क दौरान माऽा तथा गणा मक नकसान स बचन क िलए उिचत सावधानी बरती जानी चा हए फसल कटाई क दौरान िन निल खत सावधािनयॉ रखी जाए -

फसल क कटाई समय पर क जानी चा हए समय पर फसल कटाई करन स फसल पकन स पहल कटाई करन स साता यतया कम पदावार िमलती ह क च दान

का अिधक अनपात होता ह दान क घ टया गणव ता तथा भ डारण क दौरान बमार क सभावना अिधक होती ह

अरहर क फसल क कटाई म वलब स फिलयॉ झड़न लगती ह तथा प य चह व कड़ स अ य नकसान भी होत ह

जब अिधकतर (80) ितशत फिलयॉ पणत प रप व हो चक ह तभी फसल कटाई का सवािधक उपय त समय आता ह

खराब मौसम जस वषा जस खराब मौसम म फसल क कटाई न क जाए फसल कटाई क िलए सह उपकरण (हिसया) उपयोग कया जाए

फसल कटाई स पहल फसल को क ड़ा लगन स बचाना चा हय भावी ािशग क िलए फसल क सभी ग ठ को एक ह दशा म रखना चा हए

11 य द मौसम अ छा हो तो काटन क बाद फसल को सखन क िलए खिलहान म ह

पड़ रहन द िय द ािशग त काल करना सभव न हो सक तो कट फसल बडल बनाकर च ट

लगाकर रख ता क उनक चार ओर वाय का सचार बना रह फसल कटाई क पहल ह िमलावट खरपतवार आ द को हटा द इसस बाज़ार म फसल

क अ छ क मत िमलगी अरहर क यक कः म क कट हई फसल को अलग-अलग रख अरहर क प रप वता अविध कः म क अनसार िभ न-िभ न होती ह फसल क विभ न कः म क प रप वता अविध नीच द गई ह

सारणी स9

अरहर क प रप वता अविध

बस कः म प रप वता अविध

1 अ प अविध क कः म 100 - 150 दन

2 म यम अविध कः म 150 - 180 दन

3 द घाविध कः म 180 - 300 दन

ः ऽोत एडवािसस इन प स ट नॉलौजी एलएम जसवानी ए ड बी बलदव पज-84

33 म डग म डग का अथ िनधा रत ौणी मानक क अनसार उ पाद क एक समान गण वाली वः तओ को अलग-अलग करना ह अ पाद क ौणी कई गणव ता कारक क आधार पर िनधा रत क जाती ह अरहर का ौणीकरण कषक यापा रओ तथा उपभो ताओ सभी क िलए हतकार ह बब क पहल उ पाद क ौणी िनधा रत हो जान स कषको को उनक उपज क अ छ क मत िमलती ह जब क ौणीकरण स उपभो ताओ को भी उिचत म य पर ः तर य गणव ता उ पाद िमल पात ह ौणीकरण क बाद उपभो ता क िलए बाजार म कसी उ पाद क विभ न गणव ता कः म क िभ न-िभ न क मत क आधार पर आपस म तलना करना आसान हो जाता ह ौणीकरण कए हए उ पाद क गणव ता क बारम कसी आ वासन क आव यकता नह होती ौणीकरण स माक टग लागत म भी कमी आती ह

बाजार म बब सामा यतया उपल ध नमन क य िनर ण तथा ः थानीय नाम क साथ क जाती ह खर दार विभ न कः म क पर खप क अनाज क दान का आकार व

12 रग नमी क माऽा तथा खरपतवार क माऽा क य पर ण क आधार पर क मत

रखता ह कषक को उनका प रौिमक म य दान करान तथा उपभो ता का व वास ा त करन क िलए अरहर का ौणीकरण यव ः थत प स कया जाना चा हए

331 एगमाक क अतगत ौणीकरण

क ष उपज ौणीकरण और िच हाकन अिधिनयम 1937 को भारत म क ष उपज क गणव ता को बनाए रखन क िलए लाग कया गया था इस अिधिनयम क तहत क ि सरकार को ौणी मानक को िनधा रत करन तथा अनसिचय म स मिलत क ष वः तओ क ौणीकरण म अपनाई जान वाली बया स सबिधत िनयम बनान क िलए ािधकत कया गया ह इस अिधिनयम क अनसार अरहर क िलए विभ न गणव ता कारक क आधार पर विश टया तयार क गई ह

वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत सपण तथा वख डत अरहर क िलए विश ट ौणी मानक नीच दए गए ह - एगमाक क अतगत समची अरहर क गणव ता क ौणी विश ट तथा प रभाषा क) वशष आव यकताऍ

अिधकतम स यता सीमा (भार का ितशत)

बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खान यो य अ न

ितमः त खा ा न

घन लगा अनाज ितशत

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7)

वशष 100 010 0 05 05 30

मानक 120 050 010 20 20 50

साधारण 140 075 025 50 50 100

ट पणी बा पदाथ म पशओ स सबिधत अश दता कल भार क 010 स अिधक नह हो

ख) सामा य आव यकताऍ

साबत तरअरहर क) दान साबत तथा सख हय ह ख) मीठ साफ आरो यजनक हो आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क

ट स अ छ ः थित म ह

ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलावट रग बदब बरग न हो घ) चह क िमगनी व बाल स म त हो

13 ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया (बोटोल रया ः प) कोन क कल

(एमोः टममा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस क मिनस एल) जमसन वीड

(धतरा ः प) आज मोन म सीकाना खसार तथा अ य बीज स म त हो जो क सामा यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प म पहचान जात ह

च) य रक एिसड तथा ए लटो सन को बमश 100 िमलीमाम तथा 30 माइबोमाम ित कलोमाम स अिधक न हो

छ) समय-समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन जहर ली धातए (िनयम 57) फसल म िमलावट (िनयम 57-क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57-ख) क टनाशी दवा का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब धो का पालन कया गया हो

एगमाक क अधीन अरहर क दाल क िछलक मड विश ट तथा गणव ता क प रभाषा क) वशष अप ाए

सहन करन क अिधकतम सहायता सीमा बा पदाथ

ौणी नाम आिता

काबिनक अकाबिनक

अ य खा ा न

ितमः त दान

टट हए दान

घन लग दान

(ितशत म)

(1) (2) (3) (4) (5) (6) (7) (8)

वशष 100 010 0 0 05 20 10

मानक 120 050 010 02 20 50 20

साधारण 140 075 025 05 50 80 30

ट पणी बा पदाथ म पशओ स होन वाली अश दता कल भार क 010 ितशत स अिधक न ह

उपरो त सामा य आव यकताऍ ndash अरहर क दाल (िछलक) ndash

क) िछलक दाल क दान स हत समा हत ह ख) मीठ साफ आरो य जनक ह आकार कार रग म एक समान हो तथा यापार क िलए

अ छ ः थित म ह ग) जी वत व मत क ड़ो फफद अड िमलाए गए रगीन पदाथ क िम ट बदब बरग न ह घ) चह क िमगनी व बाल स म त ह

ड) वषल व हािनकारक बीज जस बोटोल रया बोटोल रया ः प कोन कॉकत (एमोट मा िगथागो एल) काः टर बीन ( रिसनस कॉ यिनस एल) जीमसन बीड (धतरा ः प) अग मोन

14 म सीना खसर तथा अ य बीज स म त हो जो सामप यतया ः वाः थ क िलए हािनकारक क प

म जान जात ह च) य रक अ ल तथा ए लटो सन को बमश 100 िमली माम तथा 30 माइबोमाम ित कलो

स अिधक न िमलाए छ) समय समय पर यथा सशोिधत खा अपिमौण िनवारण (अिधिनयम 1955) क अधीन

जहर ली धातए (िनयम 57) फसल अपिमौण (िनयम 57 क) ाकितक प स बनन वाल वषल पदाथ (िनयम 57) ख क ड़ानाशी का उपयोग (िनयम 65) तथा अ य उपब ध का पालन कया गया हो

या या - इन िनयम क योजनाथ -

1) बा खा पदाथ का अथ ह खा ा न को छोड़कर कोई अ य बाहर वः त जसम िन निल खत स मिलत ह -

क) अकाबिनक पदाथ जस धात क टकड धल रत प थर बजर गदगी ककड

क चड़ खत क िम ट जानवर का मल (गोबर) आ द ख) काबिनक पदाथ जस भसी ितनक तथा अ य अखा पदाथ आ द 2) अ य खान यो य अनाज का अथ वचाराधीन स इतर खान यो य अनाज ह जस ितलहन 3) ितमः त दान का अथ अ यिधक गम छोट क ड़ नमी या मौसम रोग मः त अनाज तथा गठलीदार अनाज स ह 4) टट हए दान म साबत frac34 दान स कम तथा frac14 स अिधक बड़ टकड़ स मिलत हो 5) टटा हआ तथा ख डत दान म साबत दान frac34 भाग टट दान शािमल ह 6) धन लग दान का अथ ऐसा अनाज ह जो अनाज क िलए घातक क ड़ ारा अशत या

पणत िछ ित कर दया गया हो परत इसम क टाणओ ारा खाया गया या अनक अ डो ारा खराब अनाज स मिलत नह ह

7) जहर ल वषल तथाया हािनकारक बीज का अथ जस धतर क बीज (ड फाः टओसा िल न तथा ड ः शमािनयम िल न) कोन कोकल (एमोः ट मा िगथागो एल माची लािलयम िल न) अकरा ( विसया ः पाईिसस) ह जो ः वाः थ पर ितकल तथा घातक भाव डाल सकत ह

ः ऽोत - दलहन ौणीकरण तथा वपणन िनयम 2003 वपणन एव िनर ण िनदशालय ारा अिधसिचत जी एस आर स 129 दनाक 07042004

15 ii) नफड ारा ापण क िलए म डग

म य समथन योजना (पी एस एस) क अतगत विभ न रा य म अरहर क ापण क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एजसी ह सबिधत रा य का को- ऑपर टव वपणन फडरशन नफड का ापण एजट ह म य समथन योजना क अतगत अरहर क साथ दलहन क ापण क िलए माऽ एक ौणी अथात अिचत औसत गणव ता (एफ ए य) ित वष मौसम क िलए िनधा रत करता ह

नफड ारा पीएसएस क अ धीन समः त खर द उनक विश ट विनदशन क अनसार क जाती ह

अरहर का नफड ौणी सबधी विश ट विनदशन (वष 2002-2003 क वपणन मौसम क दौरान म य समथन चालन)

क) सामा य अप ाए i) दाल का आकार कार तथा रग एक समान होना चा हए ii) दाल ः वा द ट साफ पौ टक होनी चा हए तथा क ड़ पतग इ लय बदब रगह नता हािनकारक िमौण ( जसम रग कारक भी ह) तथा अनसची क इिगत ः तर तक ः वीकत अ य अपिमौण स म त होनी चा हए

ख) वशष अप ाए

बस

वशष गण एफए य क िलए अिधकतम मता सीमा (ित व भार पर ितशत)

1 बा पदाथ 2

2 अपिमौण 3

3 ितमः त दाल 3

4 आिशक प स ितमः त दाल 4

5 क चा तथा िसकड़ा दाल 3

6 घन लगी दाल 4

7 नमी 12

16 ख) ट पणी 1) बा पदाथ म धल प थर िम ट भसा डठल िछलक या खान यो य या अखा अ य कोई भी अश द स मिलत ह

2) अपिमौण का अथ म य दाल क अलावा अ य कोई दाल ह 3) ितमः त दलहन व ह जो इस ः तर तक आत रक प स ितमः त या रगह न ह क उसस इनक गणव ता पर भाव पड़गा

4) आिशक प स ितमः त दाल व ह जो बा प स दखन पर ितमः त ह तथा इसस इनक गणव ता भा वत नह होती ह

5) क चा तथा िसकड हई दाल व ह जो भली कार स पक या वकिसत नह हई ह 6) धन लगी दाल व ह जो क जनम अशत या पणत घन लगी ह ः ऽोत - ए शन लान तथा ऑपरशनल एमीमट फॉर ोज ट ऑफ ऑइल सी स ए ड प सस अ डर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीज़न 2002 नफड नई द ली iii) खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम पीएफए क अतगत ौणीकरण

िछलक वाली दालअरहर दाल अरहर म िछलकदार तथा टट बीज होत ह [कजानल कजान (एल) िमलः प] इस पौ टक साफ ः वा द ट सखा तथा सपबत एव अपिमौण स म त होना चा हए

यह िन निल खत मानक क अन प भी होना ह अथात -

i) नमी - वजन स 14 अिधक नह इस दो घ ट क िलए 1300 स - 1330 स पर बकनी को गम करक ा कया जा सकता ह

ii) बा पदाथ - भार क 2 ितशत स अिधक नह इसम स काबिनक पदाथ भार का

1 ितशत स अिधक नह होना चा हए iii) अ य खा ा न - भार का 05 ितशत स अिधक नह iv) ितमः त अनाज - भार का 5 ितशत स अिधक नह v) घन लगा अनाज - नाप स 3 ितशत स अिधक नह vi) य रक अ ल का अश - 100 िमली माम ित कलोमाम स अिधक नह vii) 1[ए लटॉ सन - 30 माइबो माम ित कलोमाम स अिधक नह ] 2[(viii) चह क बाल तथा िमगनी - ित कलोमाम 5 टकडो स अिधक नह ]

बशत सपण बा पदाथ अ य खा ा न तथा ितमः त अनाज कल भार स 6 ितशत स अिधक नह होना चा हए 17 1 जीएसआर 692 (ई) दनाक 11 अ तबर1999 (स भावी 11101999) 2 जीएसआर 792 (ई) दनाक 11 दसबर 1995 (स भावी 13121995)

ः ऽोत - वः त इड स स भावी स हत खा ा न अपिमौण िनवारण दसवा िनवारण िनयम सशोधन िनयमावली 2000 ारा यथा सशोिधत खा ा न अपिमौण 1955 क साथ खा अपिमौण िनवारण अिधिनयम 1954

iv) कितपय दलहन क िलए कोड स मानक क अतगत ौणीकरण कोड स मानक 171 - 1989 (प र 1-1995)

इस मानक क सल नक म ऐस उपबध भी शािमल ह जो कोड स एलीम ट रयस क सामा य िस दातो क धारा 4(क)(i)(ख) क उपबधो क ः वीकित क अथ ऽ क भीतर लाग नह होत ह

1 काय ऽ

यह मानक साबत िछलकदार या दली हई नीच प रसा बत खोलीदार या दाल पर लाग होता ह जो सीध मानव उपभोग क उ य स तयार क गई ह य मानक उन दलहन पर लाग नह होत जो कारखाना ौणीकरण तथा पक जग औ ौिगक बमण या पशओ क चार क प म उपयोग कए जान ह य उन दली हई दाल पर लाग नह होत जब इिस प म बच जात ह या अ य फिलय पर लाग नह हो जनक िलए पथक मानक बताए गए ह

2 वणन 21 उ पाद क प रभाषा - दाल फलीदार पौध क सख हए बीज ह जो ितलहन क बीज स िभ न होत ह यो क इनम दाल म वसा क माऽा कम होती ह इस मानक क अतगत आन वाली दाल िन निल खत ह

फसलस ः प क फिलयॉ (फसलस पग एल साम वगना मगो (एल) ह पर तथा फसलस ऑरयस रॉ सब फसलस र डएटर (एल) वगना र डटा एल व ज़क) को छोड़कर

ल स किलपा रस क मसर मड किसम ल स एः कल टा मोएक पसम स टवम एल क मार सीसर अ रए टयम एल का चना विसया फबा एल क फ ड बी ट व ना अनगईकलाटा (एल) वा प िसन

व ना सस यपडािलस ह व ना िसननिसस (एल) सावी ए सड हासक यल बया 18 3 आव यक सघटन त था गणव ता घटक 31 गणव ता घटक - सामा य 311 दाल सर त तथा मानव उपभोग क िलए उपय त होनी चा हए 312 दलहन असामा य ः वाद बदब तथा जी वत क ड़ो स म त होनी चा हए 313 दाल (पश जिनत गदगी व मत क ड स भी) उस माऽा तक म त हो जो मानव ः वाः थ को

नकसान पहचात ह

32 गणव ता घटक - विश ट

321 नमी क माऽा 3211 विभ न वातावरणीय प र ः थितय तथा वपणन णािलय का सामना करन क िलए

दो अिधकतम नमी ः तर िनधा रत कए गए थम ः तर पर दशाए गए िन न म य क िलए सझाए गए ह जब उ ण क टबधीय जलवाय वाल दश या जब लब समय तक (एक वष म एक स अिधक फसल) भ डारण क िलए सामा य चलन हो दसर ः तर पर दशाए गए म य ऐस ः थान क िलए अिधक सामा य जलवाय ह या जहॉ कम समय क िलए भ डारण एक सामा य प रपाट ह जहॉ सझाए गए ह

दाल नमी क माऽा (ितशत)

बी स 15 19

मसर 15 16

मटर 15 18

चना 14 16

लो बया 15 18

फ ड बी स 15 19

िन न नमी ः तर कछ वशष ः थान क वातावरण प रवहन काल तथा भ डारण काल क सबध म िभ न हो सकत ह इन मानक को अपनान वाल रा श स अनरोध कया जाता ह क व अपन ऽ म आव यकताओ को इिगत तथा यायोिचत ठहराकर लाग कर

3212 बगर िछलक क दाल क मामल म अिधकतम नमी क माऽा यक मामल म 2 ितशत िन चत स कम होनी चा हए

322 बा पदाथ खिनज या काबिनक पदाथ ह (धल ड डल बीज क िछलक अ य जाती क बीज मत क ड़ टट हए या क ड़ो क अवशष म त या जानवर जिनत कोई अ य

अपिमौण) दलहन म 1 ितशत स अिधक बा पदाथ नह होनी चा हए जसम स खिनज पदाथ 025 ितशत स अिधक नह हो तथा मत क ड़ टटन या क ड़ो क अवशष तथाया जानवर जिनत कोई अ य अश द 010 ितशत स अिधक नह होनी चा हए

19 3221 वषल या हािनकारक बीज

इस मानक क ावधान क अतगत आन वाल उ पाद को िन निल खत वषल या हािनकारक बीज स उस सीमा तक म त रहना चा हए क मानव ः वाः य क िलए द भाव उ प न न हो

बोओल रया (बोओल रया ः प) कान कॉकल (एमोः ट मा िगथागो एल) काः टोर बीन ( रिसनस क यिनस एल) ज सन वीड (धतरा ः प) तथा अ य बीज सामा य प स ः वाः य क िलए हािनकारक मान जात ह 4 सदषक 41 भार धातऍ

दलहन को भार धातओ स उस सीमा तक म त रहना चा हए जो क य ः वाः य क िलए हािनकारक न ह

42 क टनाशी अवशष दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 43 कवक दाल क मामल म इस उ पाद क िलए कोड स एिलम टा रयस ारा िनधा रत अिधकतम कवक सीमा का पालन कया जाना चा हए 5 ः व छता 51 यह िसफा रश क जाती ह क इस मानकोक उपब धो क अतगत आन वाल उ पाद को सः तत अतररा श य कोड ऑफ सीपल - ज टल सीपल ऑफ फड हायजीन सी एसीआर सीपी 1-1969 प र 2-1985 कोड स अिलम टा रयस ख ड 1 बी तथा इस उ पाद स स िधत कोड स अिलम टा रयस कमीशन ारा िसफा रश कया गया अ य कोड क उपय त धाराओ क अनसार तयार तथा हडल कया जाए 52 अ छ विनमाण णाली म जहॉ तक सभव हो उ पाद को आप त जनक पदाथ स म त

होना चा हए 53 जब उ पाद क नमन तथा जॉच क उिचत विधय ारा जाचा जाए तब उ पाद को

- सआ म जीव स उस ः तर तक म त रहना चा हए ता क ः वाः य क िलए य हािन कारक न ह

- ऐस परजी वय स म त रहना चा हए जो ः वाः य क िलए हािन कारक ह

- सआ म जीव जिनत कोई ऐसा पदाथ नह होना चा हए जो ः वाः य क िलए हािनकारक हो सकता ह 20 6 पक जग 61 दाल को ऐस क टनर म पक करना चा हए जसम उ पाद क ः व छता पौ टमता ौ ोिगक य तथा खशब ः वाद आ द जसी वशषताए बनी रह 62 पक करन वाली साममी तथा क टनर ऐसी साममी म बनाए जाऍ जो योकता क िलए

सर त तथा उपय त ह उसस उ पाद म कोई वषला त व या बदब या ः वाद नह आना चा हए

63 जब फसल को बोर म पक कया जाए व साफ मजबत तथा अ छ तरह स िसल हए व सील कय हए होन चा हए

7 लबल बगाना

पक करन क पहल खा पदाथ पर लबल लगान (कोड स ः टन 1-1985 प र 1-1991 कोड स एिलम ट रयम ख ड 1 क) क िलए कोड स क सामा य मानक क अलावा िन निल खत विश ट उपब ध भी लाग ह ग -

71 उ पाद का नाम लबल पर िलख जान वाल उ पाद का नाम दाल क वा ण यक कार वाला होना चा हए

72 गर-फटकर कटरन पर लबल लगाना गर-फटकर कटनर क िलए सचना या तो कटनर पर या उसक साथ लग दः तवज पर द जानी चा हए उ पाद का नाम लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पता कटनर पर दशाया जाना चा हए तथा प लॉट पहचान तथा उ पादक या पक करन वाली कपनी का नाम व पत क ः थान पर पहचान िच ह लगाया जा सकता ह बशत क ऐसा िच ह साथ लग दः तावज पर ः प ट प स ः प ट कया जाए

8 व लषण त था ितचयन क विध -

कोड स एिलम ट रयस वा यम 13 दख [सल नक] ऐस मामल म जहॉ व लषण क एक स अिधक घटक सीमा तथाया विध द गई ह हम यह सझाव दग क उपयोगकता व लषण को उिचत सीमा तथा विध का योग कर

21

कारकवणन सीमा म याकन क विध

ऽ टयॉ गभीर ऽ टय वाल बीज बीज

जनका बीजपऽ भा वत हआ ह या उस क ट न खा िलया ह फफद क रश या बीजपऽ क थोड़ स भाग पर ध ब वाल बीज

बहत कम ऽ टय वाल बीज बीज जनका पण वकास नह हआ ह ऐस बीज जनक बीजपऽ पर अिधक ध ब ह व बीजपऽ भा वत नह हआ ह बीज जनका बीजपऽ कई परत क साथ िसकड गया ह अथवा ख डत दलहन

ख डत दलहन क पणत ख डत दलहन स ह जनम बीजपऽ अलग हो गया ह या एक बीजपऽ टट गया ह जनका बीजपऽ टट चका ह

अिधकतम 10

अिधकतम 70

जसम स ख डत दलहन क माऽा 30 स अिधक न हो

दख कर पर ण

बीज क रगह नता एक ह रग क परत विभ न

वा ण यक कः म क बीज (ऐसी फिलयॉ को छोड़कर जनम सफद बीज ह )

विभ न रगो क बीज (बरग बीज को छोड़कर)

अिधकतम 30 अिधकतम 60

दख कर पर ण

बरग बीज एक ह कार क वा ण यक कः म

क बरग बीज क च बीज क साथ बाकला बी स

अिधकतम 30

अिधकतम 100

अिधकतम 200

दख कर पर ण

तथा हर बीज क साथ मटर जसम ह का सा फ कापन हो

22

ः ततीकरण खोलकर दलहन बना बीजपऽ क दलहन जनक

बीजपऽ पथक नह कए गए ह ख डत दलहन बना बीजपऽ वाली दलहन

जनक दोन बीजपऽ एक दसर स अलग हो गए ह

खर दार क ाथिमकता

ः ऽोत wwwcodecalimentariusnet

332 िमलावट तथा वषलापन

िमलावट भारत म उपज म िमलावटअपिमौण या तो व तीय लाभ क िलए जानबझकर कया जाता ह या बया प कग भ डारण प रवहन और वपणन क अनकल प र ः थय क कमी तथा असावधानी क कारण आक ः मक प स िमलावट हो जाती ह इन िमलावट स विभ न खा ा नजिनत रोग हो जात ह

अरहर म सामा यतया िन निम खत िमलावट पाई जाती ह -

कसर दाल - कसर दाल अरहर दाल क साथ अिधकतर िमिौत कर द जाती ह कसर दाल म बीटा ऑ सीलल अमीनो एलानाइन बी ओ ए ए नामक वषला त व होता ह यह यराओ सन अमीनो एिसड तथा जल म घलनशील ह जब कसर दाल को लब समय तक अ यिधक माऽा म िनयिमत प स खाया जाता ह तो शर र क िनचल हः स म त ऽका-प घात हो जाता ह जस लथय रसम कहा जाता ह

इसक िनयऽण क विध ह वषल त व का वषलापन िनकालन का साधारण घरल बया ह अथात दाल को उबलत हए पानी म डालन तथा उस पकान स पहल उस पानी को िनकाल दन पर उस आसानी स हटाया जा सकता ह

पीली मटािनल - इस अरहर दाल को आकषक गहर पील रग म रगन क िलए उपयोग कया जाता ह पीली मटािनल एक गर प रमट ा त कोलतार रग ह जस कशोर रग क नाम स जाना जाता ह जो क वषला ह तथा ितबिधत ह इसस कसर होता ह अ य खान क रग बाजार म उपल ध ह परत यापार इस ह उपयोग करत ह य क यह सः ता होता ह

23 लड बोमट - यह भी अरहर दाल को रगन क काम आता ह यह लड का सवािधक वषला लवण ह इस अनीिमया प ाघात ब च म मानिसक अवरोध तथा म ः त क को ित हो सकती ह तथा गभवित ः ऽय म गभपात हो सकता ह य द इस लब समय तक िनयिमत अतराल पर खाया जाता ह तो इसस मन य क शर र म असा य रोग हो सकत ह

अपिमौण का साधारणतया योगशाला म क गई जाच स ह पता लगाया जा सकता ह तथा प कछ सामा य ः ब िनग जाच ारा अपिमौण का पता लगाया जा समता ह

सारणी स 10 अरहर म क जान वाली िमलावट तथा पता लगान क पर ण

िमलावट पता लगान का पर ण

1 कसर दाल (जीव व ानी नाम लथायरस सट वस)

दाल क थोड माऽा म 50 िमली पतला एचसीएल अ ल िमलाए तथा 15 िमनट तक पानी म उबाल य द गलाबी रग आए तो कसर दाल होन का सकत ह

2 मटािनल यलो पानी क थोड सी माऽा म थोड दाल डाल तथा गाढ़ा एचसीएल अ ल िमलाए त काल गलाबी रग हो जाना तािनल यलो तथा उ नी कार क अ य रग (डाई) क उप ः थित का सचक ह

3 लड बोमट 5 िमली पानी म 5 माम अरहर लकर उस हलाऐ तथा एचसीएल अ ल क कछ माऽा डाल गलाबी रग आन पर यह लड बोमट का सचक ह

ः ऽोत सशल एगमाक लबोरटर वपणन तथा िनर ण िनदशालय नागपर

वषलापन - ऑ स स कछ खा पदाथ म पाया जान वाला ाकितक वषला त व ह जसस गभीर बीमा रयॉ हो सकती ह

ऍ लटो सन - ऍ लटो सन अपिमौण उपजखा पदाथ म सवािधक सामा य ह यह मायकोटॉ सन नामक वषल पदाथ का ह एक कार ह जो फफद स होता ह दाल म इसका अपिमौण खत मए भ डारण करत हए या स बया क दौरान उ च नमीमदा तथा तापमान या फगी क उ प न होन क अनकल वातावरण होन पर हो सकता ह ऍ लटो सन

फगी अथात एः पिगलस ल स एः पिगलस ओचरासस तथा एः पिगलस परासाई टकस क ारा होता ह ऍ लटो सन एः पिगली को सामा य तथा भ डारण फगी क नाम स जानत ह

24 भोजन म इस त व क उपयोग स मन य क शा रर क वकास जनन मता तथा

ितशत मता म कमी आती ह ऍ लटो सन कारिसनोजिनक तथा यटाजिनक ह तथा इसस यकत आ द ितमः त हो सकत ह

ऍ लटो सन क रोकथाम व िनयऽण

अरहर को सखा कर उसक नमी का ः तर व हत सीमा क भीतर लाकर भ डा रत कर अनाज को अ छ कार स सखा कर ऍ लटो सन व द को िनय ऽत कर समिचत तथा व ािनक तर क स भ डारण कर क ड़ो क भाव स बचन क िलए रसायन का उपयोग कर

ऍ लटो सन अपिमौण स बचन क िलए सबिमत अनाज को अ य अनाज स अलग रख

333 उ पादक क ः तर पर तथा एगमाक क अतगत ौणीकरण -

इस वाः त वकता को मानन म बढोतर हई क बब स पहल उ पाद का उनक उ पाद क ौणीकरण म सहायता दना आव यक ह ता क स बहतर म य पा सक उ पादक - वबता क पया प लाभ सर त करन क िलए वपणन तथा िनर ण िनदशालय ारा 1962-63 म उ पादक क ः तर पर ौणीकरण क योजना ारभ क गई थी बब क िलए ः ता वत कए जान स पहल उ पाद क साधारण जाच क जाए तथा उनका ौणीकरण कर दया जाए यह इस योजना का म य उ य ह ौणीकरण क बाद उ पादक को उ पाद क गणव ता क त य क मत िमल जाती ह यह कायबम रा यसघ रा य ऽ ारा भी काया वत कया जा रहा ह 31032002 तक सार दश म 1411 ौणीकरण इकाहयॉ ः था पत कर द गई थी उ पादक क ः तर पर ौणीकरण स कषक को उपज का अिधक म य िमलता ह साथ ह इसस उपभो ता को भी उिचत म य पर अ छ गणव ता का उ पाद िमलन म सहायता िमलती ह ौणीकरण स न कवल म य तथा बाजार सचना का वः तार होता ह ब क इसस सभी ः तर पर यव ः थत वतरण म भी सहायता िमलती ह

सारणी स 11 एगमाक क अधीन तथा उ पादक क ः तर पर अरहर क ौणीकरण क गित

उ पादक क ः तर पर एगमाक क अधीन वष

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

माऽा (टन म)

म य

(लाख म)

2001-2002 237939 3270688 11636 332637

2002-2003

(अनितम)

188896 2735061 11708 496416

कल दलहन ( यक दाल स सबिधत आकड उपल ध नह ह) 25 ः ऽोत वपणन तथा िनर ण िनदशालय फर दाबाद

वष 2001-2002 क दौरान 3270688 लाख म य क लगभग 237939 टन अरहर क तलना म वष 2002-2003 म 2735061 लाख म य क 188896 टन अरहर क उपज उ पादक क ः तर पर ौणीकत क गई थी तथा प घरल उपयोग क िलए वष 2001-2002 क दौरान एगमाक क अतगत 332637 लाख म य क कवल 11636 टन दलहन क अप ा वष 2002-2003 क दौरान 496416 लाख टन म य का 11708 टन दलहन ौणीकत कया गया था (अनितम)

34 पक जग - अरहर क वपणन क दौरान पक जग मह वपण काय ह भ डारण प रवहन तथा अ य वपणन स बयाओ क दौरान उ पाद को कसी भी कार क ित स बचाना प रपाट ह हाल क वष म पक जग उ पाद क वपणन म मह वपण भिमका िनभाती ह अरहर क अ छ पक जग न कवल इसक भ डारण तथा प रवहन को स वधाजनक बनान म सहायक होती ह ब क उपभो ताओ को अिधक क मत चकान क िलए भी आक षत करती ह पक जग वपणन म य को कम करती ह तथा गणव ता क र ा करती ह

पक जग वः तओ क उपल धता -

अरहर क पक जग साममी म िन निल खत साममी का उपयोग कया जाता ह 1 जट क थल - जट स बनी बो रया कषक तथा यापा रय ारा बहतायत म उपयोग क

जाती ह नफड क अनसार अरहर क प कग य बी हल जट क बो रय म नट 100 कमा म क जानी चा हए इन बो रय का म य वतरक पित व वपणन महािनदशालय

(ड जी एस ए ड ड ) कोलकाता ह 2 एचड पीईपीपी बोर - य बो रया भी अरहर क प कग क िलए उपयोग क जाती ह 3 अदर क और पोिलथीन लगी जट क बोर - य जट क बोर िस थ टक स िमिौत होती ह 4 पॉली पाऊच - हाल क वष म अरहर को आकषक लबल तथा ाड नाम स पॉली पाऊच म

पक कया जाता ह सामा यतया य 1 2 तथा 5 कमा क आकार म उपल ध होत ह

5 कपड क थल - कछ ऽ म अरहर को पक करन क िलए कपड क थलो का भी उपयोग कया जाता ह साधारणतया बीज क प म योग क जान वाली अरहर कपड़ क थल म पक क जाती ह

26 अ छ पक जग क िलए प कग साममी म िन निल खत वशषताऍ होनी चा हए इसम गणव ता तथा माऽा सर त रहनी चा हए इसम प रवहन तथा भ डारण क दौरान खराब होन स बचाव क यवः था होनी चा हए इसम उ पाद क गणव ता कः म प कग क तार ख भार तथा म य आ द क जानकार द जानी चा हए हडिलग क दौरान स वधाजनक होनी चा हए च ट लगान म स वधाजनक होनी चा हए यह सः ती साफसथर तथा आकषक होनी चा हए इसम ज वक प स न ट होन क वशषता होनी चा हए इस हािनकारक रसायन स म त होना चा हए प कग साममी को एक बार उपयोग कर िलए जान क बाद पन उपयोग कए जान यो य होना चा हए प कग क विध (i) दाल को टाटजट क थल पॉली वोवन थल पॉली पाऊच कपड़ क थल या साफ मजबत क ड़ फफदो क सबमण स म त अ य उपय त पकज म होना चा हए तथा प कग साममी खा अपिमौण िनवारण िनयम 1955 क अधीन परिमट ाइज़ होनी चा हए (ii) दाल को ऐस कटनरो म पक कर जनम उ पाद क ः वाः थवधक पौ टक तथा आगनोल टक

विश टताऍ सर त रह (iii) कटनर तथा प कग स जड़ा सामान को ऐसी साममी स बनाय जो उपयोग क ट स सर त

तथा उपय त ह उ पाद म कोई वषला पदाथ या अवािछत बदब या ः वाद का िमौण न हो जाए

(iv) पकट म दलहन का नट वजन पकज उ पाद िनयम 1977 क अधीन व हत उपब ध क अनसार होना चा हए

(v) यक पकट म एक ह कः म क तथा एक ह ौणी क दाल होनी चा हए

(vi) यक पकट को सर त प स ब द तथा सील कया जाना चा हए

35 प रवहन - अरहर का प रवहन साधन क उपल धता उ पाद क गणव ता तथा वपणन क ः तर क आधार पर म य प स िसर पर रखकर बलगाड़ ऊटगाड़ श टर शॉली शक रल या जहाज स कया जाता ह

27

सवािधक प म उपयोग म आन वाल प रवहन साधन सारणी 12 म दए गए ह

सारणी स12 वपणन क विभ न ः तर पर उपयोग कए जान वाल प रवहन क साधन

वपणन का ः तर एजिसयॉ उपयोग कया गया यातायात साधन

ािशग लोर स लकर माम या ाथिमक बाजार तक

कषक िसरपर रखकर पशओ पर बलगाड़ या ऊटगाड़ तथा श टर शॉली

ाथिमक बाजार स तीयक थोक बाजार तथा िमल तक

यापर िमल का मािलक

शक रल स

थोक बाजार तथा िमल स फटकर यापा रय तक

िमलफटकर यापार

शक रल िमनी शक श टर शॉली स

फटकर यापा रय स उपभो ता तक उपभो ता हाथ म साई कल र सा ारा

आयात िनयात क िलए आयातक तथा िनयातक

रल जहाज ारा

प रवहन क राः त तथा स वधाजनक साधन क उपल धता - अरहर क प रवहन क िलए विभ न प रवहन मा यम का उपयोग कया जाता ह रल तथा सड़क प रवहन सामा यतया आत रक बाजार क िलए उपयोग कया जाता ह तथा प आयात व िनयात क िलए म यत समि माग का ह उपयोग कया जाता ह सवािधक सामा य प रवहन क साधन ह -

1) सड़क प रवहन - खतो स अितम उपभो ता तक अरहर को पहचान क िलए सड़क प रवहन सवािधक प स उपयोग कया जान वाला मा यम ह दश क विभ न भाग म अरहर क प रवहन क िलए िन निल खत सड़क प रवहन साधन उपयोग कए जात ह

क) िसर पर उठाकर

28 ख) पशओ क पीठपर लादकर ग) बलगा डय पर लादकर घ) श टर शॉली पर ड) शक पर

2) रल - रलव अरहर क प रवहन म सबस मह वपण साधनो म स एक ह यह सड़क

प रवहन स सः ता ह तथा ल बी दर तथा अ यिधक माऽा म प रवहन क िलए अिधक उपय त ह अरहर क प रवहन म हडिलग क िलए अिधक यय क आव यकता पड़ती ह य क इसस लादन और उतरान स सबिधत भाड़ा तथा ः थानीय प रवहन यय पर खच होता ह रलव ारा प रवहन म हािन अिधक होती ह

3) जल प रवहन - यह प रवहन का सवािधक पराना तथा सः ता साधन ह इसम नद नहर

प रवहन तथा समि माग स मिलत ह आत रक जलमाग स कवल कम माऽा म हल उ पाद का प रवहन होता ह आयात-िनयात म य प स समि प रवहन ारा कया जाता

ह यह प रवहन णाली धीमी ह परत अरहर क बड़ माऽा क प रवहन क िलए सः ती तथा उपय त ह

29 प रवहन क साधन का चयन प रवहन क साधन क चयन क िलए िन निल खत ब दओ पर वचार करना चा हए प रवहन का साधन सभी उपल ध वक प म सः ता हो चढ़ाई और उतराई क दौरान स वधाजनक हो ितकल जलवाय स सबिधत प र ः थितय क दौरान प रवहन सर त हो यह चोर आ द स सर त हो इसक ारा अरहर माल पान वाल को अनबिधत समय सीमा क भीतर पहचना चा हए

वशष प स फसल क कटाई क बाद क समय म यह सलभ होना चा हए दर पर वचार कया जाना चा हए 36 भ डारण फसल कटाई क बाद क नकिनक म भ डारण एक मह वपण पहल ह य क

अरहर उ पादन वशष मौसम म होता ह तथा इसका उपभोग वष भर कया जाता ह अत समिचत भ डारण क ारा अरहर क आपित वष भर बनाए रखी जा सकती ह भ डारण अनाज क गणव ता म रण होन स बचाता ह तथा माग आपित क िनयिमतीकरण ारा क मत को ः थर बजट रखन म सहायता करता ह हमार दश म चह क ड़ तथा सआ मजीव स सवािधक नकसान होता ह भ डार क स वधाओ क कमी होन क कारण कषक कटाई क तरत बाद कम क मत पर फसल बचन क िलए मजबर हो जात ह यह आव यक ह क भ डारण क दौरान अरहर अ छ ः थित म रह तथा फफद या क ड़ क सबमण या चह क कारण उसक गणव ता का य न ह

सर त भ डारण सबधी अप ाए -

अरहर क स र त भ डारण क िलए िन निल खत अप ाए पर होनी चा हए - ः थल (ः थान) का चयन - भ डार गह कसी ऊच व सख ः थान पर ः थत होना

चा हए वहॉ पहचना स वधाजनक हो भ डार गह नमी उ यिधक गम सीधी सय करण कड़ो व चह स सर त होना चा हए भ डार गोदाम भली कार स बन मजबत चबतर पर बनाया जाए जसक ऊचाई जमीन स 1 फट स कम न हो

भ डारण सरचनाढाच का चयन - भ डारण सरचना का चयन उसम भ डा रत क जान वाली अरहर क माऽा क अनसार कया जाना चा हए

भ डारण क क साफ-सफाई - अरहर क भ डारण स पहल भ डार गह को अ छ कार स साफ कया जाना चा हए यहॉ पराना अनाज दरार िछि तथा बल (crevices) नह होन चा हए जसम क ड़ रह सक भ डारण स पव भ डार गह को धए स ः व छ कर लना चा हए 30

बो रय क सफाई - जहॉ तक सभव हो जट क नए थल का उपयोग करना चा हए परान थल को अ छ कार स साफ करना सखाना तथा धआ दना चा हए

परान तथा नए ः टॉक का पथक - पथक भ डारण - बीमा रय स बचाव तथा गोदाम क वातावरण को ः वः थ बनाए रखन क िलए नए तथा परान माल को पथक - पथक भ डा रत कर

वाहन क सफाई - अरहर क प रवहन क िलए उपयोग कए जान वाल वाहन को फनाइल स समिचत प स साफ करना चा हए

डनज़ का उपयोग - जमीन स नमी सोखन स बचाव क िलए डनज़ का उपयोग कया जाना चा हए थल को पॉिलथीन क चादर क साथ लकड़ क त तो पर या बास क चटाई पर रखा जाना चा हए

समिचत वाय वाह - सख मौसम म वायवाह समिचत होना चा हए परत वषा क मौसम म इसस बचाव कया जाना चा हए

िनयिमत िनर ण - बीमा रय स बचाव क िलए भ डा रत अरहर का िनयिमत िनर ण कया जाना चा हए यह अनाज को उपय त बनाए रखन क िलए आव यक ह

361 म य भ डारण क ट तथा उनपर िनयऽण क उपाय - भ डारण क दौरान कई क ट उपज

को नकसान पहचाती ह इनस माऽा मक तथा गणा मक दान कार क ह हािन होती ह अरहर क बीज जीवन मता तथा पौ टकता दोन क महामार स भा वत होती ह

इनस अनाज म नमी मदा तापमान भ डारण सरचना भ डारण काल बया ितकल प र ः थितया आ द विभ न कारक पर िनभर करती ह भ डा रत अरहर वषयक म य महामार तथा उन पर नयऽण क उपाय नीच दए गए ह

31 क ट का नाम क ट का िचऽ ित क कित िनयऽण ndash उपाय 1) दाल का भग (बीटल) कलोसोकस ः पसी

iv) लावा खा ा न म िछि कर अदर चल जात ह तथा बीज खोल को छोड़कर भीतर का भाग परा चटकर जात ह ii) वयः क भग बीज म गोल-मोल िछि कर दत ह iii) कईबार जब इन क ड़ो क अडा दन पर क टनाशी का योग कया जाता ह िन पक हो जाता ह जब खत म फिलय पकन क ः तर पर होता ह तथा य फसल कटाई क बाद अनाज क साथ भ डारण गह तक पहच जात ह iv) य कट िछलकवाली दाल पर हमला नह करत ह

2) खपरा भग शोगोडमा मन रयम (एवटस)

i) लावा सवािधक खतरनाक अनाज भ डारण क ट ह परत भग ः वय न ट नह होता ह ii) लावा बीज को ण ब द स खाना ारभ करता ह तथा पर िगर को चटकर जाता ह कवल खोल ह बचा रह जाता ह iii) भा वत दानो म ाख लावा क कचली तथा मल

उ पीड़न को िनय ऽत करन

क िलए दो कार क उपचार कए जात ह क) ोफायल टक उपचार बचाव अरहर क गोदाम तथा भ डारगह को क ट स बचाव क िलए िन निल खत दवा योग कर 1) मलिथयन (50 ईसी) ndash 100 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वष मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर प यक 15 दन क अतराल पर िछड़काव कर 2) ड ड वी पी-(50 ईसी) 150 लीटर पानी म 1 लीटर िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3 लीटर तयार घोल का उपयोग कर भ डा रत अनाज पर िछड़काव न कर जब भी आव यक हो या माह म एक बार गोदाम क द वार तथा फश पर िछड़काव कर 3) ड टामथ रन 25ड ल पी ndash 25 लीटर पानी म 1 क मा िमलाए ित 100 वग मीटर क ऽ म 3

(excreta) होता ह जसस अनाज क गणव ता न ट होती ह

iv) लावा कई बार जट क थलो क िसर पर पाए जात ह तथा मिसत सपण भडार को ह गदा कर दत ह

लीटर तयार घोल का योग

32 3) श क बीन घन अका थः कलस अ ट टस स

i) खतो म फसल क पकन क दौरान जब फिलयॉ टट जाए तब खत म ह इनक अडो का िनषचन हो जाता ह ii) लावा छद कर अदर घस जाता ह तथा बीज घटकर जाता ह

4) राइस मोथ कोकयरा िसफलोिनका (ः टनटॉन)

i) घन पखो उ सग तथा बाल ारा लावा अनाज को द षत करता ह

ii) खा ा न क ढर जम जात ह 5) क यः ड लोर भग शबोिलयम क यसम जडवी

1) भग तथा लावा दोन ह खिनज तथा ितमः त अनाज जो क िमिलग या चढ़ाई उतराई क दौरान या अ य क ट ारा हमला करन पर ितमः त अनाज को खाकर जी वत रहत ह

6) चह

i) चह सपण अनाज तथा दली हई दाल खा जात ह ii) व अनाज क बोर तथा अ य भ डारण ढाचो को कतर कर अरहर को भौितक ित पहचात ह जसस अनाज का नकसान होता ह iii) व अनाज को खात कम तथा

कर अनाज क थल पर 3 माह क अतराल पर िछड़काव कर ख) रोगनाशक उपचार - अरहर क क ट उ पी डत भ डारगोदाम म क ट क िनयऽण क िलए िन निल खत ीमीकरण उपचार कर -

1) ए यमीिनयम फोः फाइड - भ डारण धीकरण क िलए 3 टबलटटन उपयोग कर तथा क ट भावी भ डार पर पॉिलथीन का कवर डाल गोदाम धीकरण क िलए 120 स 140 टबलट100 घन मीटर ऽ क हसाब स उपयोग कर तथा गोदाम को 7 दन क िलए वायरोधी प स बद कर द पजरा - बाजार म चह को पकड़न क िलए कई कार क पजर उपल ध ह पकड़ गए चहो को पानी म डबाकर मारा जा सकता ह

जहर क गोिलयॉ - क टनाशी ए ट -कोए यल ट जस जक फाः फाइड ड या अ य खा

बबाद यादा करत ह iv) चह क बाल िभगनी ारा भी दाल द षत होती ह इसस गणव ता कम होती ह तथा कोलरा खा वषलापन रग वाम रबीज आ द बीमा रया होती ह

पदाथ म एक स ताह तक रख

33 362 भ डारण सरचनाऍ -

पारप रक भ डारण सरचनाऍ - कछ सामा य ढाच िन निल खत ह कोठ - गीली िम ट क साथ भसा गोबर गारा िमलाकर टो स वलनाकार प म बनाए जात ह धात क टा कया - लोह क चादर स बनी वलनाकार टा कयॉ होती ह ठ का - आपताकार तथा पटसन या ई को लकड़ क आधार क चोटा और लपटा जाता ह पटसन क बोर - जट स बनी बोर उ नत भ डारण सरचनाऍ - भारत सरकार न खत क ः तर पर उ नत भ डारण स वधाओ को बढान तथा अनाज क भ डारण क सबध म कषका को व ािनक जानकार दान करन क िलए lsquo सव फड मन lsquo अिभयान चलाया था भारतीय व ािनक तथा क ष व ािनक न भारतीय कषक क उपयोग क िलए उ नत भ डारण ड ब तयार कए ह जो नमी रोधी तथा चह स बचाव करन वाल ह

i) उ नत ड ब ( बन)

क) पसा कोठ ख) न दा बन ग) हापड कोठ घ) पी ए य बन

ड) पी क वी बन च) िच तौड़ ः टोन बन आ द ii) माल गोदाम - माल गोदाम व ािनक भ डार गह ह जो सी ड ल सी एस ड ल सी

नाफड आ द विभ न सगठन ारा बनकर तथा उपयोग कए जात ह iii) सी ए पी भ डारण - यह यापक ः तर पर भ डारण का सः ता मा यम ह (क हर

एव ल थ)

iv) ग डा (िसलो) - अनाज क भ डारण क िलए िसलो का उपयोग कया जाता ह य टो काब ट तथा धा वक वः तओ क बनाए जात ह जनम ः वचिलत साममी लादन व उतारन

क उपकरण लग होत ह

363 भ डारण स वधाऍ - i) उ पादक क भ डार गह - उ पादक अरहर को विभ न ढाचो म भ डा रत

करत ह सामा यतया य भ डार सरचनाऍ कम समय क िलए उपयोग म लाई जाती ह विभ न सगठन सः थाओ न विभ न मताओ वाल भ डारण क उ नत ढाच तयार कए ह य हापड कोठ पसा कोठ न दा बन पी क वी बन जस आकार म ह य सभी सामा य प स एक ऊच चबतर या ल थ पर बनाए जात ह यह ऊचा इट प थर क िस ल या लकड़ क त त पर िम ट का लप लगाकर बनाया जाता ह कछ उ पादक अरहर को जट क बो रय म या पॉलीथीन लगी जट क बो रय म कमर म भ डा रत कए जात ह

34 ii) मामीण माल गोदाम - क ष उपज क वपणन म मामीण भ डारण क मह व को

यान म रखत हए वपणन तथा िनर ण िनदशालय न नाबाड तथा एन सी ड सी क सहयोग स मामीण माल गोदाम योजना ारभ क ह जसम मामीण ऽ स सब स वधाओ स य त व ािनक भ डार गह म तथा रा य तथा सघ रा य ऽ म मामीण गोदाम का एक जाल बछाया जाएगा इस योजना क अतगत 31122002 तक कल 3662 लाख टन भ डारण मता क 2373 नए गोदाम बनान तथा 0956 लाख टन क कल भ डारण मता वाल 973 गोदाम क पनिनमाण तथा वः तार क प रयोजना का अनमोदान नाबाड तथा एन सी ड सी स ा त हो गया ह मामीण गोदाम योजना क मख लाभ िन निल खत ह -

i) फसल कटाई क त काल बाद खा ा न तथा अ य क ष उपज क हािनकारक बब स बचाव

ii) घ टया कः म क गोदाम म भ डारण स गणा मक सह-माऽा मक हािनय को कम करना

iii) फसल कटाई क बाद क काल क दौरान प रवहन तऽ पर पड़न वाल दबाव को कम करना

iv) भ डा रत उपज क एवज म कषक को रहन ऋण लन म सहायता करना

iii) म ड गोदाम - कई रा य तथा सघ रा य ऽ म क ष उपज वपणन िनयमन अिधिनयम लाग कर दया गया ह विनयिमत बाजार योजना म फसल क नकसान को कम करन का लआ य रखा गया ह विनयिमत बाजार स आव यक ढाचागत स वधाओ वाल आधिनक यातार याड वकिसत हए ह ए पी एम सी क कई गोदाम बनाए ह ता क बाजार म लाया गया क ष उ पाद बाजार सिमितय ारा सर त प

स भ डा रत कया जा सक ौणीकरण क बाद उ पाद को गोदाम म रखत समय उस उ पादक - वबता क सामन मौजदगी म तोला जाता ह तथा उ पाद क गणव ता तथा भार को दशान वाली रसीद जार क जाती ह रसीद लायस स धार सामा य कमीशन एज ट ारा या दलाल ारा जसा भी मामला हो जार क जाती ह सी ड ल सी एस ड ल सी तथा को-ऑपर टव सोसाय टय न भी माकट याड म गोदाम बनवाए ह अिधकतर तीयक तथा अिधक विनयिमत बाजार क ि य तथा रा य माल गोदाम काप रशन भी व हत भ डारण भार पर व ािनक भ डारण स वधा उपल ध कराती ह तथा उ पाद क रहन क एवज म मालगोदाम रसीद जार करती ह जो क अिधसिचत बक स व तीय ऋण ा त करन क िलए पराबा य दः तावज ह

35

iv) क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) - 1957 क दौरान सी ड ल सी ः था पत कया गया था यह दश का सवािधक बड़ा सरकार माल गोदाम ऑपरटर ह माच2002 तक सी ड ल सी 891 िमिलयन टन क कल मता क साथ 16 ऽो अधीन कल 225 जल म दश भर म 475 माल गोदाम का सचालन कर कहा ह 31032002 तक सी ड ल सी क रा यवार भ डारण मता िन न िल खत ह

सारणी 13 दनाक 31122002 को सी ड ल सी क पास रा यवार भ डारण मता

बस रा य का नाम माल गोदाम क स या कल मता (टन) 1 आ ी दश 49 1259450

2 असम 6 46934

3 बहार 13 104524

4 छ तीसगढ़ 10 2559964

5 द ली 11 135517

6 गजरात 30 515301 7 ह रयाणा 23 338860

8 कनाटक 36 436893

9 करल 7 93599

10 म य दश 31 665873

11 महारा श 52 1248510

12 उड़ सा 10 150906

13 पजाब 31 820604

14 राजः थान 26 371013

15 तिमलनाड 27 676411 16 उ तराचल 7 73490

17 उ तर दश 50 1018821 18 प चम बगाल 43 563698

19 अ य 13 136826

कल 475 8917194

ः ऽोत - वा षक रपोट 2001-2002 क ि य भाडागार िनगम (सी ड ल सी) नई द ली भ डारण क अलावा सी ड ल सी िनकासी तथा अमषण हडिलग तथा प रवहन बय

तथा वतरण वसबमण सवा धकरण सवा तथा अ य सहायक बयाकलाप सबधी सवाए दान करता ह अथात सर ा व बचाव बीमा मानक करण तथा लखन करता ह व ािनक भ डारण तथा सावजिनक मालगोदाम क उपयोग क लाभ क बार म कषक को िश त करन क िलए सी ड ल सी न कषक वः तार सवा मानक योजना भी ारभ क ह

36 31032002 तक सी ड ल सी कल 695 लाख टन क कल मता क साथ 109

कः टम स सबिधत माल गोदाम का चालन कर रहा ह य माल गोदाल वशषत प तन पर या हवाई अ ड पर बनाए जात ह तथा वः तओ क आयातक ारा सीमा श क अदा करन तक आयाित त वः तओ को भ डार क िलए रखा जाता ह

v) रा य भाडागार िनगम - दश म विभ न रा य म अपन मालगोदाम ः था पत कए ह रा य क जल रा य माल गोदाम कॉप रशन क म य काय ऽ ह रा य माल गोदाम क कल शयर पजी क ि सरकार तथा सबिधत रा य सरकार क बीच बराबर बराबर बाट जाती ह दसबर 2002 क अत तक रा य माल गोदाम कॉप रशन 20190 लाख अन क कल मता क साथ 17 रा य म 1537 माल गोदाम सचािलत कर रह ह 31122002 तक

रा य माल गोदाम कॉप रशन क रा यवार भ डारण मता नीच द गई ह -

सारणी 14 दनाक 31122002 को रा य माल गोदाम िनगम क पास उपल ध रा यवार भ डारण मता बस (एस ड ल सी) का नाम माल गोदाम क स या कल मता (लाख टनो म)

1 आ ी दश 120 1714

2 असम 44 267

3 बहार 44 229

4 छ तीसगढ़ 95 666

5 गजरात 50 143

6 ह रयाणा 113 2048

7 कनाटक 107 667

8 करल 62 185

9 म य दश 219 1157

10 महारा श 157 1032

11 मघालय 5 011

12 उड़ सा 52 230

13 पजाब 115 7203

14 राजः थान 87 704

15 तिमलनाड 67 634

16 उ तर दश 168 3042

17 प चम बगाल 32 258

कल 1537 20190

ः ऽोत - क ि य भाडागार िनगम नई द ली 37 vi) सहका रता को-ऑपर टव - रा श य सहकार वकास िनगम एन सी ड सी सहकार ः तर पर

व ािनक भ डारण स वधाओ क ः थापना म सहायता क यव ः थत तथा सतत यास कर रह ह एनसीड सी विभ न योजनाओ अथात क ि य ायो जक योजना सहका रता ायो जत योजना तथा अ य अतररा श य अनदान ा त प रयोजनाओ क ज रए भ डारण कायबम लाग कर रहा ह इस योजना का उ य कषक ारा आपातकालीन ः थित म वबय को रोकना तथा क ष उ पाद को उिचत म य पर उपल ध कराना ह 31032001 तक एनसीड सी ारा कल 13763 लाख भ डार मता अ जत करली गई ह एनसीड सी क पास उपल ध को-ऑपर टव गोदाम क रा यवार स या तथा मता नीच द गई ह -

सारणी 15 दनाक 31122001 को एनसीड सी क पास उपल ध रा यवार सहकार भ डारण मता बस रा य का नाम मामीण ः तर शहर अध शहर ः तर कल मता

(टनो म)

1 आ ी दश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900

3 बहार 2455 496 557600

4 गजरात 1815 401 372100

5 ह रयाणा 1454 376 693960

6 हमाचल दश 1634 203 202050

7 कनाटक 4828 921 941660

8 करल 1943 131 319585

9 म य दश 5166 878 1106060

10 महारा श 3852 1488 1950920

11 उड़ सा 1951 595 486780

12 पजाब 3884 830 1986690

13 राजः थान 4308 378 496120

14 तिमलनाड 4757 409 956578

15 उ तर दश 9244 762 1913450

16 प चम बगाल 2791 469 478560

17 अ य रा य 1031 256 312980

कल 55886 9426 13763463

ः ऽोत - वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहकार वकास िनगम नई द ली

38 364 िगरवी व त णाली - सआ म ः तर पर अ ययन स सकत िमलत ह क छोट कषक ारा

मजबर म फसल क बब क कारण बाजार म 50 अिधशष माल आता ह कई बार कषक को अपना माल फसल कटाई क तरत बाद क बाजार म बचन पर मजबर होना पड़ता ह जब क क मत कम होती ह ऐसी दखद बब को रोकन क िलए भारत सरकार न मामीण गोदाम क नटवक त था पराब य गोदाम म ा रत णाली क मा यम स रहन व त ः क म को बढ़ावा दया इस योजना क तहत छोट तथा सीमात कसान को अपनी आव यकताऍ पर करन क िलए त काल व तीय सहायता िमल सकती ह तथा व अपनी उपज को अ छ क मत िमलन तक अपन पास रख सकत ह

भारतीय रजव बक क दशािनदश क अनसार इस योजना क अतगत कषक को िगरवी क ष उ पाद ( जसम मालगोदाम क रसीद शािमल ह) पर म य का 75 तक तथा अिधकतम 1 लाख पए ित य त क सीमा तक ऋण दया जा सकता ह

यह ऋण 6 मास क अविध क िलए दया जाता ह जस बाद म ऋण दन वाल बक क वा ण यक िनणय क आधार पर बढ़ाकर 12 माह तक कया जा सकता ह वा ण यक बक को ऑपरट बक क ष मामीण बक इस योजना क अतगत गोदाम म भ डा रत उ पाद क िलए कषक को ऋण उपल ध करवात ह भारतीय रजव बक क दशा िनदश क अनसार (Pledge) ब कग सः थान उ पाद को िगरवी रखकर िगरवी क िलए बक को विधवत प ठा कत करत ह तथा गोदाम रसीद को ः वीकार करत ह एक बार िगरवी ऋण क अदायगी क बाद कषक अपनी भ डा रत उपज वापस लन क िलए ः वतऽ होत ह

िगरवी रखकर ऋण क स वधा सभी कषक को उपल ध कराई गयी ह भल ह व ाथिमक क ष ऋण सोसाइ टय (पी ए सी एस) क लनदार सदः य ह या नह तथा जला क ि य को-ऑपर टव बक (ड सीसीबी) क धरोहर क रािश क आधार पर सीध कषक को य तगत प स ऋण दान कर सकत ह

लाभ - i) यह छोट कसान क ितधारण मता को बढ़ाता ह जसस कषक आपात ः थित म बब

स बचत ह ii) इसस कषक क कमीशन एज ट पर िनभरता कम हो जाती ह य क धरोहर ऋण फसल कटाई क तरत बाद क काल म व तीय सहायता दान करता ह iii) कषक क भागीदार वषभर बाजार याड म बनी रहती ह इस सबध म उनक पास उपल ध जमीन पर यान नह दया जाता iv) य द उनक उपज त काल बाजार म बकती नह तब भी कषक म एक सर ा क भावना पदा होती ह

39

40 वपणन णाली तथा बाधाए 41 समहण

समह एक मह वपण वपणन बया विध ह इसम अरहर उ पाद को विभ न माम स इक ठा करक क ि य बाजार अथात ाथिमक बाजार तथा असक बाद दाल िमल या उपभो ता क िलए तीयक बाजार तक ल जाता ह

म य समहण बाजार -

विभ न रा य क कछ मह वपण अनाज मड िन निल खत ह

म य उ पादक रा य क नाम

मह वपण मड या बाजार

1 आ ी दश आिसफाबाद इकोडा कागजनगर आ दलाबाद नायणपट बाडप ली शादनगर गादवाल आलमपर कर मनगर जािगतयाल ज मक टा वारगल कशमिम जनगाव महबबाबाद जह राबाद टाडर वकाराबाद परगी वजयवाडा तनाली सयापट िमयालगडा वजयनगरम

2 कनाटक सदम गलबगा बीदर रायचर यादिगर शोरापर बासवाक याणी भा क गाडग होलयलर मदगी हबली रानीब नर बगल हवर चनापटना अस कर िचताम ण ह रयर दवनगड तमकर पावागाडा मधिग र िसरा भगलकोटा बादामी

3 म य दश जबलपर शाहपरा कटनी गदरवाडा तदखडा िछदवाडा बतल र वा भोपाल गरतगज उदयपरा खड़ कया इटारसी पप रया सतना िस द खातगाव क नोड डबरा िभ ड आलमपर लाहर इ दौर ख डवा बरहानपर हरसद सागर दमोह अजयगढ लौ ड दवास

4 महारा श जामखड़ करजात कोपरगाव नवासा पाटनर पाथड राहड़ सगमनर रोवगाव

ौीगो डा ौीरामपर धल अकोला डो दचा बारामती सागली शोलापर औरगाबाद जालना म द नागपर

5 उ तर दश कानपर वाराणसी गोरखपर आगरा इलाहबाद हाथरस लखनऊ बहराइच बथरा बिलया राबटगज बरली मरठ सीतापर

411 आगमन फसल कटाई क तरत बाद कसान को व तीय लनदन चकान क िलए धन क आव यकता पड़ती ह इसिलए अरहर क बब ािशग कछ ह समय म कर द जाती ह वष 2000-2001 क दौरान उ तर दश क 12 बाजार म अरहर क कल आवक 192013 टन थी इसक बाद महारा श क 21 बाजार म कल 332862 टन रह जब क कनाटक म य दश तथा आ ी दश म आवक बमश 570565 55776 तथा 23521 टन थी वष

40 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान अरहर क म य उ पादक रा य म आवक

िन निल खतानसार ह

सारणी -16

भारत क म य उ पादक रा यो क मख बाजार म अरहर क आवक

आवक (टन म) बम स या

रा य का नाम

1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 आ ी दश

(20 बाजार) 35982 23521 27246

2 कनाटक (4 बाजार)

557438 570565 517743

3 म य दश

(30 बाजार) 85722 55776 65114

4 महारा श

(21 बाजार) 974382 332862 लाग नह

5 उ तर दश

(12 बाजार) 140265 192013 167850

ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय 412 षण - अरहर अ य दाल (चना छोड़कर) अिधकतर रा य व उस रा य स लग अ य

रा य क बाजार म भजी जाती ह उ तर दश स अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) म यत असम बहार प बगाल तथा तिमलनाड को भजी जाती ह प बगाल स दाल म यत असम भजी ह आ ी दश स असम द ली तथा प बगाल जब क बहार स

असम प बगाल द ली स असम उ तर दश तिमलनाड प बगाल जब क महारा श स द ली उ तर दश प बगाल तथा राजः थान को भजी जाती ह वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान विभ न रा य को भजी गई अरहर तथा अ य दाल (चना छोड़कर) िन निल खतानसार ह -

41 सारणी ndash 17

रा य स भजा गया रा य को भजा गया 1 आ ी दश असम द ली प बगाल 2 बहार असम प बगाल तिमलनाड ऽपरा 3 द ली असम उ तर दश तमिलनाड प बगाल आ ी दश

4 ह रयाणा असम गजरात 5 महारा श द ली उ तर दश प बगाल पजाब राजः थान 6 म य दश बहार उड सा प बगाल 7 राजः थान तिमलनाड ज म और क मीर उ तर दश 8 उ तर दश असम बहार प बगाल तिमलनाड आ ी दश अ णाचल दश

कनाटक राजः थान 9 प बगाल असम द ली नागाल ड ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

42 वतरण - क ष उपज को एक ऽत करना तथा उसका वतरण परः पर जड़ हए ह समह म अरहर का खत स क िो तक प रवहन कया जाता ह जब क वतरण क दौरान इस और आग उपभो ताओ तक पहचाया जाता ह

सबिधत एजिसयॉ - विभ न ः तर पर अरहर क थोक तथा फटकर वतरण म िन निल खत एजिसयॉ शािमल ह उ पादक ( कसान) कमीशन एज ट या आढ़ती माम यापार दाल िमल क मािलक क ितिनिध मणशी यापार सहकार (को-ऑपर टव) सगठन

थोक यापार सहकार सगठन फटकर यापार

421 अतररा य सचलन - अरहर व अ य दाल (चन को छोड़कर) को अ य रा य म भजन वाल म य रा य उ तर दश महारा श म य दश बहार आ ी दश द ली प बगाल तथा तिमलनाड इसक म य आयातक रा य ह

वष 1999-2000 क दौरान दाल का अतररा य ः तर पर सचलन स ः प ट होता ह क महारा श स म य प स द ली पजाब आ ी दश प बगाल तथा महारा श पोट पर 663481 वटल अरहर व अ य दाल का (चना छोड़कर) िनयात कया गया इसक बाद द ली न 167740 वटल दलहन असम व आ ी दश को िनयात कया जो क दाल क ोसिसग तथा एकऽण का बड़ा क ि य बाजार ह बहार स 135562 वटल दलहन असम

42

तथा तिमलनाड को भजा गया फरभी म य दश स 58180 वटल दलहन उड़ सा तथा बहार को भजा गया

वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर व अ य दाल (चना छोड़कर) का अतररा य सचलन इस कार रहा

सारणी-17 वष 1998-99 स 2000-2001 क दौरान रल नद तथा वाय माग ारा अरहर को स मिलत

करत हए (चना छोड़कर) दलहन का अतररा यीय सचलन

(माऽा - वटल म)

जस रा य स भजा गया 1998-99 1999-2000 2000-01 1 आ ी दश 00 17170 73590

2 बहार 134069 135562 74738

3 द ली 132060 167740 37270

4 गजरात 508 440 00

5 ह रयाणा 00 38450 16450

6 महारा श 38170 663481 2520

7 म य दश 500 58180 00

8 उड़ सा 00 00 540

9 पजाब 480 00 280

10 राजः थान 42389 10264 2763

11 उ तर दश 234889 114970 550700

12 प बगाल 40560 44710 79906

कल 623625 1250967 839757

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकता

43 आयात - िनयात

िनयात - जसा क पहल उ लख कया गया ह भारत अरहर का म य बड़ा उ पादक रा श ह तथा उपज का एक बड़ा भाग दश म ह उपभोग कया जाता ह च क भारत म दाल क कमी ह अत कवल कछ माऽा म ह अरहर म य पस यएई अमर का टन कवत मलिशया िसगापर तथा सऊद अरब को िनयात क जाती ह वष 2000-2001 क दौरान दश स 1924 करोड़ पय म य क 7401 टन अरहर क तलनाम वष 2001-2002 म 2449 करोड पय म य क 9087 टन अरहर का िनयात कया गया

43 वष 1999-2000 स 2001-2002 क दौरान भारत स विभ न दश को िनयात क

गई अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

सारणी स 18 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत स अरहर का िनयात (दशवार)

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा म य माऽा म य माऽा म य

आः शिलया 142296 498235 79254 257587 211056 576395बहर न 2191 63021 3217 92225 7315 175753कनाडा 383117 1085787 288629 73292 361891 975886कवत 274672 741901 230945 604375 50948 1253315मलिशया 627501 1632943 729516 1767494 418374 1011938मा रशस 257285 667143 9250 224901 10578 312435कतार 2300 56932 22656 51384 11754 297423सऊद अरब 194956 544234 334828 866036 191884 46907िसगापर 21491 667600 320232 914192 183715 496314ौीलका 111642 270194 288062 42016 353254 749796यएई 2351382 6591201 1577392 3887605 205608 5111799यक 132548 387238 62806 1583918 668537 1658275सएसए 2156733 6414918 248259 6818002 3512723 10476705अ य 159035 429145 29455 1018042 323942 924512कल 7050987 20050492 7401384 19238841 9087406 24489616

ः ऽोत वा ण यक आसचना और सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) कोलकाता

आयात - वष 2000-2001 क दौरान भारत ारा आयाितत 6278 करोड पय म य क 4345890 टन अरहर क तलना म 2001-2002 क दौरान 48457 करोड पय म य क 35417593 टन अरहर म यत यामार (लगभग 90 ितशत) स आयात क गई वष 1999-2000 स 2001-2002 भारत म विभ न रा शो स आयाितत अरहर क माऽा तथा म य नीच दया गया ह

44

सारणी स 19 1999-2002 स 2001-2002 तक भारत म अरहर का दशवार आयात

1999-2000 2000-2001 2001-2002 दश का नाम माऽा

(टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

माऽा (टन)

म य (करोड म)

क िनया 000 000 000 000 254100 384

यामार 536100 1000 3919400 5616 33854437 46189

यज़ीलड 000 000 000 000 90800 125

पा कः तान 000 000 000 000 67505 135

िसगापर 8600 015 318056 473 184900 250

तजािनया 6600 010 000 000 825400 1145

अ य 56900 088 108434 189 140451 229

कल 608200 1121 4345890 6278 35417593 48457

431 ः व छता एव फाइटो ः व छता एसपीएस सबधी अप ाए आयात तथा िनयात क िलए साफ-साफ तथा फाइटो ः व छता (एसपीएस) सबधी गट (जी ए ट ट ) करार 1994 का भाग ह नए ऽ अथात आयात रा शो म नए क ट तथा बमा रय क उ प न होन क जो खम स बचाव ह इस करार का म य उ य ह इस करार का म य लआ य सभी सदः य रा श म मानव ः वाः थ पशओ क ः वाः थ तथा पादप ः व छता (फाइटो सिनटर ) क सर ा तथा सदः य को विभ न सफाई तथा फाइटो सिनटर मानक क आय पर मनमान यवहार तथा भदभाव स सर ा दान करना ह

एसपीएस करार सभी सफाई तथा फाइटो ः व छता उपाय पर लाग होता ह जो य प स या अ य प स अतररा श य यापार को भा वत कर सकता ह सफाई उपाय का सबध मानव या पश ः वाः थ तथा फाइटो-ः व छता स ह मानव तथा पश या वनः पितय क ः वाः थ क िलए चार प र ः थितय म एसपीएस उपाय लाग होत ह

क ट बीमा रय रोग वाहक जीव या बीमार उ प न करन वाल जीव का वश वकास तथा सार स बढ़न वाला खतरा

खा पदाथ पय पदाथ म िमलावट सदषण टोिनग या रोग उ प न करन वाल जीवो स होन वाल खतर

क ट क वश ः थान तथा सार स पशओ पौध या उनक उ पाद ारा वहन क जान वाली बीमा रय क बढ़न का खतरा

क ट क वश बन रहन तथा सार ारा हए नकसान स बचाव या रोकथाम सरकार ारा सामा यत लाग कए गए एस पी एस मानक जनस आयात पर भाव पड़ता ह

45 (i) जब कसी आपदा क आन क पर सभावना हो आयात पर ितबध (पणत

अशत) लगाया जाता ह (ii) तकनीक विनदशन ( बया मानकतकनीक मानक) सवािधक माऽा म लाग कया

जान वाला उपाय ह तथा पव िनधा रत विनदशन क अनपालन क शत क साथ आयात क अनमित द जाती ह

(iii) सचना सबधी अप ाओ (लबल लगानाः व छक दाव पर िनयऽण) क अधीन आयात क अनमित द जाती ह बशत समिचत प स सचना लबल लगा हो

िनयात क िलए एस पी एस माण पऽ जार करन क बया आयातक दश म चिलत फाइटो-ः व छता विनयम क अन प पौध को सबमक रोग तथा अ य खतरनाक क ट स म त रखन क िलए िनयातक ारा पौध बीज क बआईखान क यो यता को नकसान पहचाए बना उपय त क टनाशी दवाक टनाशी उपाय कए जान चा हए

िनयात कए जान वाल पौध बीज खा पदाथ उ पाद आ द क बार म भारत सरकार

न कछ िनजी क ट िनयऽण ऑपरटर को ािधकत कया ह जो िनयात कए जान वाल क ष उ पाद क सर ा म िनपण ह िनयातक को कम स कम 7 स 10 दन पहल व हत आवदन फाम म फाइटो-ः व छता माण पऽ पीएससी क िलए भार अिधकार वनः पित र ण तथा सबमण बचाव ािधकार क पास आवदन करना होगा पीएससी जार करन क िलए आवदन दन स पव यह सिन चत कया जाना चा हए क माल क जाच लाइसस ा त पीसीओ ारा उिचत कार स कर ली गई ह

म य िनयात बाजार - यएई अमर का टन कवत िसगापर सऊद अरब तथा मलिशया भारत स अरहर क म य एव मह वपण वदशी बाजार ह

432 िनयात बया -

अरहर का िनयात करत समय िनयातक को िन निल खत िनधा रत बया यान म रखनी चा हए -

1 भारतीय रजव बक म पजीकरण कोड नबर ा त करन क िलए व दत फाम (सीएनए स) म आवदन कर यह कोड न िनयात सबधी सभी दः तावज पर िलखा जाए 2 आयातक िनयातक कोड (आईई कोड) स वदश यापार महािनदशालय स ा त क जानी चा हए

3 पजीकरण सह-सदः यता माण पऽ ा त करन क िलए क ष तथा ससािधत खा पदाथ िनयात वकास ाइज़ (एपीईड ए) क पास पजीकरण कराए

46 4 तब िनयातक िनयात सबधी आडर ा त कर 5 िनर ण एज सी ारा उ पाद क गणव ता का म याकन कया जाए तथा इस सबध म माण पऽ भी जार कया जाए 6 अब उ पाद पोट पर ः थानात रत हो गया ह 7 कसी भी बीमा कपनी स समि बीमाकवर ा त कर ल 8 उपज क विभ न कः म को अलग-अलग करन क िलए तथा जहाज पर माल चढ़ान क िलए िसमा श क ािधका रय ारा बल ा त करन क िलए समाशोधन तथा अमषण (सी ए ड एफ) एज ट स सपक कर 9 जहाज रानी बल सी ए ड एफ एज ट ारा कः टम हाऊस म स यापन क िलए ः तत कया जाता ह तथा स या पत षण बल िनयात क िलए का टग आदश ा त करन हत रोड अधी क को दया जाता ह 10 सी ए ड एफ एज ट जहाज म माल लादन क िलए षण बल िनवारक अधी क को ः तत करता ह 11 जहाज म माल लादन क बाद जहाज क क तान ारा बदरगाह क अधी क को lsquoमटrsquo रसीद द जाती ह जो बदरगाह श क क गणना करता ह तथा इस सी ए ड एफ एज ट स ा त करता ह 12 भगतान क बाद सी ए ड एफ एज ट मट रसीद लकर तथा बदरगाह ािधकार य स सबिधत िनयातक का माल भाड़ा बल तयार करन का अनरोध करता ह

13 तब सी ए ड एफ एज ट यह माल भाड़ा बल सबिधत िनयातक को भज दता ह 14 दः तावज ा त करन क बाद िनयातक च बर ऑफ कॉमस स यह माण पऽ ा त

करता ह क यह माल भारतीयक उ पाद ह

15 िनयातक ारा आयातक को जहाज म माल चढ़ान क तार ख जहाज का नाम मालभाड़ा बल उपभो ता बीजक प कग सची आ द क बार म सचना द जाती ह

16 िनयातक सभी दः तावज स यापन क िलए अपन बक म जमा करता ह तथा बक मल सारण पऽ क ित कागजात का स यापन करता ह

17 स यापन क बाद बक वदशी आयातक को दः तावज भजता ह ता क वह उ पाद ा त कर सक

18 कागजात ा त करन क बाद आयातक बक क मा यम स भगतान करता ह तथा जी आर फाम रजव बक को भजता ह यह फाम िनयात-आयात क वसली का माण ह 19 अब िनयातक विधवत चगी वापसी ः क म क अतगत विभ न लाभ लन क िलए आवदन करता ह

47 44 वपणन क बा यताऍ

वपणन क म य बा यताऍ िन निल खत ह व तीय आपदा म बब - व तीय आपदा क कारण कषक अपनी उपज कटाई क

तरत बाद ह बचन क िलए बा य हो जात ह इस दौरान बाजार म माल क

अिधकता होन स कषक को कम म य िमलता ह धन क त काल आव यकता होन

क कारण कसान अपन उ पाद कछ समय क िलए रोककर या भ डा रत करक नह रख सकत

अ ः थर म य - सामा यत बाजार म अिधक आवक क कारण अरहर का म य फसल कटाई क बाद कम हो जाता ह तथा थोड़ समय बाद ह इसका म य बढ़ता ह इस अ ः थर म य क कारण या कसान को उपज क कम दाम िमलत ह

वपणन सचना क कमी - अ य बाजार म आवक तथा म य स सबिधत सचना क कमी क कारण उ पादक अपनी उपज िनकट क बाजार म कम क मत पर ह बच दत ह जसस बचा जा सकता ह

मानक को अपनाना - सामा यतया कसान अपनी उपज का ौणीकरण नह करत ह जसस उ ह बाजार म ऊचा म य नह िमल पाता ह

अपया त भ डारण स वधाऍ - मामीण ऽो म भ डारण क अपया त स वधाऍ होन क कारण कषक क उपज को बहत यादा नकसान सखन न ट होन तथा चह आ द क कारण होता ह भ डारण क स वधा न होन क कारण कसान को अपनी उपज फसल कटाई क तरत बाद बचना पड़ती ह अत फसल कटाई क त काल बाद बब को रोकन क िलए मामीण ः तर पर गोदाम होना अित आव यक ह

उ पादक क ः तर पर भ डारण स वधाए - माम ः तर क पया त स वधाए न होन स कसान अपन खतो स ह फसल यापार को या माम म बाजार भाव स कम दाम पर बच दत ह

उ पादक का िश ण - उ पादको का उनक उ पाद क वपणन क सबध म िश ण अ याव यक ह इसस उपज क वपणन सबिधत कौशल म सधार होगा

ढाचागत स वधाऍ - कषक यापा रय तक बाजार ः तर पर अपया त ढाचागत स वधा होन स अरहर क वपणन पर ितकल भाव पड़ता ह

बाजार म कर ितया - बाजार म कई कार क कर ितया व मान होती ह जस अिधक तलवाई भगतान म दर उ पादक स बड़ माऽा म नमना लना उ पादक स धािमक तथा दान क िलए विभ न कार क कटौती अ यिधक कमीशन भार तलवाई म दर चढ़ाई उतराई तथा तोलन का खचा

अित र त बचौिलए - बचौिलय क एक बड़ ौखला होन स उपभो ता ारा चकाए गए म य का कम भाग ह उ पादक वबता तक पहच पाता ह 48

50 वपणन मा यम म य तथा उपात (मा जन)

51 वपणन मा यम - अरहर क िलए म य वपणन मा यम िन निल खत ह -

(क) िनजी वपणन मा यम - यह भारत म पारप रक तथा सवािधक सामा य वपणन मा यम ह अरहर क िलए म य िनजी वपणन मा यम िन निल खतानसार ह -

i) उ पादक दाल िमल का मािलक (िमलर) उपभो ता ii) उ पादक माम यापार दाल िमलर थोक वबता फटकर वबता उपभो ता

iii) उ पादक दाल िमलर फटकर उपभो ता उपभो ता iv) उ पादक थोक वबता दाल िमलर फटकर वबता उपभो ता v) उ पादक थोक वबता दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता vi) उ पादक कमीशन एज ट दाल िमलर थोक वबता

फटकर वबता उपभो ता

(ख) सः थागत वपणन मा यम - कछ सः थाओ को अरहर वपणन का काय सौपा गया जस रा श य क ष को-आपर टव वपणन फडरशन नाफड नाफड उ पादक को उनक उपज का यनतम समथन म य दलान क िलए नौडल एज सी ह अरहर क िलए म य सः थागत वपणन मा यम िन निल खत अनसार ह -

1 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर उपभो ता

2 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर थोक यापार

खदरा यापार उपभो ता 3 उ पादक ापण एजसी दाल िमलर फटकर यापार

उपभो ता 49 मा यम क चयन का मानद ड -

वपणन मा यम क चयन क िलए िन निल खत मानद ड को यान रखना चा हए

1) उस मा यम को सवािधक भावी मा यम माना जाता ह जो उ पादक को अिधक अश दलाए तथा उपभो ता को भी सः ता म य उपल ध कराए

2) छोट मा यम म बाजार म य कम लगता ह 3) लब मा यम स बच जसम अिधक बचौिलए होत ह तथा उ च बाजार क मत तथा

उ पादक का अश कम हो 4) ऐस मा यम का चयन कर जो उ पाद का वतरण सबस कम क मत लकर कर तथा

अभी ट माऽा म माल को खपाए

50

51

चाट स-01 अरहर का वपणन मा यम

उ पादक

ाइवट सः थागत

कमीशन एजट थोक वबता मामीण यापार ापण एजसी

दाल िमल मािलक दाल िमल मािलक

थोक वबता

फटकर वबता थोक वबता (दाल)

फटकर वबता

उपभो ता

52 वपणन लागत तथा बचत वपणन लागत - वपणन लागत ह वह वाः त वक यय ह जो की उत पाद तथा सवाओ को उ पदक स उपभो ता तक लान म होता ह

(i) ः थानीय ः थल पर हडिलग प र यय (ii) एकऽण भार (iii) प रवहन तथा भ डारण लागत (iv) थोक यापा रय तथा फटकर यापा रय ारा हडिलग प र यय

(v) गौण सवाओ जस व तीयन जो खम उठाना तथा बाजार आसचना सबधी खच

(vi) विभ न एज सय ारा िलए गए लाभ मा जन

वपणन मा जन - वपणन मा जन अथात वपणन तऽ म कसी विश ट वपणन

एज सी जस एकल खदरा यापार या अ य को वपणन एज सी अथात खदरा यापार या थोक यापार या वपणन एज सी क कसी अ य सयोजन ारा भगतान म य तथा ा त म य क बीच का अतर स सबिधत ह कल वपणन मा जन म अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान क लागत तथा विभ न वपणन कायकताओ क लाभ भी शािमल होत ह

कल वपणन मा जन

=

अरहर को उ पादक स उपभो ता तक ल जान म आई लागत

+

विभ न वपणन कायकताओ क लाभ

कल वपणन मा जन का िनरप म य एक बाजार स अ य बाजार म एक मा यम स

दसर मा यम तथा एक काल स दसर काल म बदलता रहता ह विनयिमत बाजार म कषक तथा यापा रय ारा ली गई वपणन लागत म (i) बाजार श क (ii) कमीशन (iii) कर तथा (iv) व वध भार स मिलत होत ह

(i) बाजार श क - बाजार श क या वश श क बाजार क बाजार कमट

ारा वसल कया जाता ह यह या तो उ पाद क क मत या भार क आधार पर लगाया जाता ह यह सामा यतया खर दार स िलया जाता ह इसक दर रा य-दर-रा य िभ न-िभ न होती ह यह म यानसार 05 स 20 ितशत तक होता ह

(ii) कमीशन - इसका भगतान कमीशन एज ट को कया जाता ह तथा या तो वबता या बता या कभी-कभी दोन क ारा दया जाता ह यह भार नगद ह िलया जाता ह तथा सामा यतया प रवतनशील होता ह

52

(iii) कर - विभ न बाजार म िभ न-िभ न कर लगाए जात ह जस चगी कर सीमा कर बब कर आ द इन कर क उगाह दर एक ह रा य क िभ न-िभ न बाजार म िभ न-िभ न हो सकती ह तथा एक रा य स दसर रा य म भी बदल जाती ह इन कर का भगतान सामा यतया वबता ारा कया जाता ह

(iv) व वध भार - उ त उ ल खत भार क अलावा बाजार म कछ अ य भार भी लगाए जात ह इनम हडिलग तथा तलवाई भार (तौलना चढ़ाना उतारना सफाई आ द नगद दान ौणीकरण भार डाक यय माली जमादार चौक दार आ द) का भार शािमल होत ह य भार या तो बबता या बता ारा अदा कए जात ह

विभ न रा य म वपणन श क कमीशन भार कर तथा अ य भार नीच सारणी

स 20 म दए गए ह

सारणी स 20 बड़ उ पादक रा य म अरहर पर लगन वाला बाजार श क कमीशन कर तथा व वध भार

रा य बाजार श क

कमीशन बब कर

लाइस स फ स ित वष अ य भार

1 आ ी दश 1 15-2 4 सी ए सह यापार क- 3000- ख- 2000- ग- 1000- (5 वष क िलए)

कमीशन एज ट - 125 ित वष

--

2 गजरात 05 15 श य सी ए सह क कार क यापार 125- क कार क यापार 90- क कार क सीिमत यापार 50- ख कार क यापार 75- ग कार क वशष यापार 50- फटकर यापार 10-

दलाल 5-

श य

3 कनाटक 1 2 श य स 2

यापार सी ए 200- आयातकिनयातक 100- ोफसर 100- भ डारक 100- (ः टॉ कः ट)

--

53 (1) (2) (3) (4) (5) (6)

4 म य दश 2 श य श य यापार 1000- ोफसर 1000-

--

5 महारा श 060 स 105

125 स 325 तक

-- जार करन का श क नवीनीकरण

यापार - 100-210 90-200

(बाजार पर िनभर)

--

6 उड़ सा 1 0 स 04 तक

4 यापार - 35 - 300-

7 तिमलनाड 1 श य श य थोक यापार - 100- अ य यापार - 75- छोट यापार - 75-

8 राजः थान 25 15 2 यापार सी ए - 200- यापार + सी ए - 300- (एक बार क िलए)

9 उ तर दश 25 15 2 यापार सह सी एथोक यापार अड़हितयादलाल - 250- फटकर यापार - 100-

दलाली- 05

नोट - तलवाई चढ़ाई उतराई सफाई आ द क भार 02 स 115 ित यिनट तक बदलत

रहत ह ः ऽोत - वपणन तथा िनर ण िनदशालय क उप-कायालय

54

60 वपणन सचना तथा वः तार

वपणन सचना - भावी बाजार सबिधत िनणय लन क िलए ितः पध बाजार बया को विनयिमत करन तथा एकािधकार या कसी क ारा अ यािधक लाभ कमान पर रोक लगान क िलए वपणन सचना एक मख घटक ह यह उ पादक ारा उनक उ पाद क वपणन म तथा उ पादन योजना म ज र होता ह तथा यह बाजार क दसर भागीदार क िलए भी उतना ह ज र होता ह कषक को क मत क अिधक वसली क िलए क ष वपणन क विभ न ऽ स प रिचत होना चा हए बाजार सचना खत स लकर अितम उपभो ता तक तथा इसी कार इन ः तर पर सभी भागीदार अथात उपभो ताओ िमल मािलक उपभो ताओ आ द क िलए आव यक ह यह बाजार तऽ म सचालना मक तथा म य द ता क ट स म य कारक ह वपणन वः तार - वपणन वः तार कषक को उनक उ पाद क वपणन तथा वपणन समः याओ क बार म जानकार दन वाला मह वपण कारक ह यह कषक यापा रय तथा उपभो ताओ को िश त करन तथा उनक ान कौशल अिभ िच तथा यवहार म अभी ट प रवतन लान म योगदान दता ह वतमान व वक क ष प र य म कषक को अपनी उ पादकता गणव ता तथा बाजार माग को यान म रखकर िश त कया जाना चा हए ता क व आधिनक बाजार उ मख क ष को ः वीकार सक कषक को बाजार माग क अनसार अपन उपज चब को पन िनधा रत करना होगा कषक को क ष उ पाद क िलए तजी स बदलती हई तकनीक आिथक सधार उ पादक जाग कता तथा नए आयात िनयात िनितय क साथ चलना होगा कारगर वपणन वः तार सवा समय क माग ह इसन व व यापार सगठन समझौत क अतगत आिथक उदार करण क प रणाम ः व प तजी स बदलत यापार माहौल म मह वपण ः थान हािसल कया ह वपणन वः तार सगठन कायकताओ को बाजार उ मख उ पादन कायबम फसल कटाई उपरात बधन वपणन व त क उपल धता ौणीकरण क स वधा प कग भ डारण प रवहन बाजार सचना तऽ स सीधा सपक वपणन मा यम ठक पर क ष य वपणन जसम अमषण तथा भ व य क बाजार स मिलत ह जस ऽ म आधारभत ः तर पर सपण सट क तथा नवीनतम बाजार सचना का सार करना चा हए

लाभ 1) उ पादक - वतमान ः थित म बाजार सबधी कारगर सचना तथा वः तार सवा

उपल ध होती ह जसस यह िनणय िलया जा सकता ह क कब कहॉ और कस अरहर का वपणन कया जाए

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2) उपभो ताओ को - बाजार सचना तथा वः तार क सहायता स कषक अिधकतम म य ा त करन क िलए उपभो ता क तरजीह क आधार पर अरहर का उ पादन करग

3) यापा रय को - बाजार सचना तथा वः तार सवा बाजार क खला डय क बीच ः वः थ ितः पधा को ो सा हत करती ह यह बाजार म अरहर क आवक माग उपभो ता क ि ौणीकरण प कग भ डार ः थित आ द क व त क जानकार क ारा खर द बब तथा भ डारण आ द सबधी िनणय लन म सहायता करता ह

4) सरकार को - बाजार सचना स वसली आयात-िनयात यनतक समथन म य क बार म समिचत क ष िनितयॉ बनान म मह वपण भिमका अदा करता ह

ः ऽोत - हमार दश म कई ः ऽोतसः थान ह जो य तथा परो प म बाजार सचना क सार तथा वः तार सबधी सवाऍ उपल ध कराता ह

ः ऽोतसः था बाजार सचना तथा वः तार सबधी बया कलाप

1) वपणन तथा िनर ण िनदशालय ड एमआई एन एच-IV सीजीओ का ल स फर दाबाद वबसाइट - wwwagmarknetnicin

दश यापी वपणन सचना नटवक ारा सचना उपल ध कराता ह (एगमाकनट पोटल)

उपभो ताओ उ पादक ौणीकरणकताओ आ द क िश ण ारा बाजार का वः तार वपणन अनसधान तथा सव ण

रपोट प फलट पिचयॉ क ष वपणन पऽ प ऽकाओ एगमाक मानक आ द का काशन करता ह

2) क ष उपज बाजार सिमितयॉ (एपीएमसी)

माल क आवक व मान म य षण आ द क बार म बाजार सचना उपल ध कराता ह

सट हएअ य बाजार सबधी सिमितय क बाजार सचना उपल ध कराता ह

िश ण दौर दशिनयॉ लगवाता ह 3) वा ण यक आसचना तथा सा यक महािनदशालय (ड जीसीआईएस) 1 काउिसल हाऊस ः श ट कोलकाता-1 वबसाइट - wwwdgciskolninin

बाजार स सबिधत आकड अथात आयात िनयात आकड अतररा यीय खा ा न प रवहन आ द का समह सकलन तथा चार-सार

56

4) विभ न रा य क राजधािनयो क रा य क ष वपणन बोड

रा य क सभी बाजार सिमितय म सम वय ः था पत करन हत बाजार सबधी सचना उपल ध करवाना

क ष वपणन सबधी वषय पर सगो ठयॉ कायशालाए दशिनयॉ आयो जत करना

उ पादक यापा रय तथा बोड क कमचा रय को िश ण क स वधा दान करना

5) आिथक तथा सा यक िनदशालय शाः ऽी भवन

नई द ली

वबसाइट - wwwagricoopnicin

वकास तथा योजनाओ क िलए ऽ उ पादन तथा उ पादकता सबधी क ष आकड का सकलन

काशन तथा इटरनट ारा बाजार आसचना का चार-सार

6) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 42 िसर इः ट यशनल ए रया िसर फोट क सामन नई द ली-16

वबसाइट - wwwficocomcwc

वष 1978-79 म सीड लसी ारा कषक वः तार सवा योजना िन निल खत उ यो को सामन रखकर ारभ क गई थी -

i) कषक को व ािनक भ डारण तथा सावजिनक गोदाम क उपभोग क बार म िश त करना

ii) कषक को व ािनक भ डारण क तकनीक तथा खा ा न क सः करण का िश ण दना

iii) मालगोदाम रसीद को धरोहर क प म रखकर बको स ऋण लन म कषक क सहायता करना

iv) क ट िनयऽण हत ः तथा धऑ फलान वाली विधय का दशन

7) भारतीय िनयात सः थान प रसघ (एफआईईओ) पीएच य हाऊस (ततीय तल) एिशयन ग स क सामन नई द ली-16

अपन सदः य को आयात-िनयात क अ तन वकास क जानकार उपल ध कराना

अतररा श य यापार िमल दशिनय म ायोजक क प म भाग लना सगो ठय कायशालाए ः ततीकरण दौर बता- वबता बठक आयो जत करना तथा वशषीकत ख ड क साथ सलाहकार सवाए दान करना

बाजार वकास सहायता योजनाओ क बार म सचना उपल ध कराना

व वध आकड क साथ भारतीय आयात-िनयात क उपयोगी जानकार उपल ध कराना

57

8) कसान कॉल स टर (नई द ली म बई च नई कोलकाता हदराबाद बगलोर च ड गढ़ तथा लखनऊ)

कषक को वशष परामश उपल ध कराता ह

य क ि दश भर म म त टलीकॉम लाइन क ारा चािलत कए जात ह

इन क ि को एक चार अक का दश यापी 1551 न आब टत कया गया ह

9) क ष वः तार सबधी का जनसचार मा यम

क ष वः तार क जनसचार मा यम का वः तार तीन नई पहल क साथ बढ़ाया गया ह -

i) थम चरण म इ दरा गाधी रा श य म त व व व ालय क पास उपल ध स वधाओ का उपयोग रा श य सारण क िलए कवल उपमह मा यम क ः थापना क जाती ह

ii) दसर घटक का उपयोग दरदशन क कम तथा अिधक श त क शासमीटर को ऽ वशष म सारण म कया जाना ारिभक प स सारण क िलए 12 ः थान चन गए ह - जलपाहगड (प बगाल) इदौर (म य दश) सभलपर (उड़ सा) िशलाग (मघालय) हसार (ह रयाणा) मज फरपर ( बहार) डगढ़ (असम) वाराणसी (उदश) वजयवाड़ा (आ ी दश) गलबगा (कनाटक) राजकोट (गजरात) डा टनगज (झारख ड)

iii) तीसर घटक का उपयोग 96 एफ एम ः ट न क ारा ऽ वशष सारण उपल ध करान क िलए आकाशवाणी

क एफ एम शासमीटर नटवक स कया जाता ह 10) क ष ः नातक क ारा क ष िनदानालय क ष यापार

क ि य ऽ क योजना ः नातक ारा सचािलत क ष िनदानालय तथा क ष यापार क ि क ः थापना वष 2001-2002 म लाग क गई थी

इसका उ य आिथक प स यावहा रक उ म ारा क ष वकास म सहायता दन क िलए सभी पाऽ क ष ः नातक को अवसर उपल ध कराना ह

यह योजना नाबाड रा श य क ष वः तार बधन सः था तथा एस एफ एसी ारा सय त प स तथा दश क 66 याित ा त सः थाओ क साथ लाग क जा रह ह

58

11) क ष वपणन सचना पर विभ न वबसाइट

wwwagmarknetnicin wwwagricoopnicin wwwficoconcwc wwwncdcnicin wwwapedacom wwwfmcgovin wwwfaoorgin wwwicarorgin wwwdpdmpnicin wwwagriculturalinformationcom wwwagriwatchcom wwwkisannet wwwindiaagronetcom wwwcommodityindiacom

59

70 वपणन क वक पक णािलयॉ 71 य वपणन - इस सक पना म उ पाद अथात अरहर को बना कसी बचौिलए क

कषक स सीध उपभो तािमलर को पहचाना होता ह य वपणन स उ पादक तथा िमलर तथा अ य थोक बता ारा उठाई जान वाली प रवहन लागत को कम करक वसली म य म सधार कया जा सकता ह इसस बड़ ः तर क कपिनय को भी ो साहन िमलता ह अथात जब िमलर तथा िनयातक सीध उ पादन ऽ स ह खर दत ह इमार दश म य वपणन अथात कषक स उपभो ता को वबय पजाब तथा ह रयाणा म अपनी म डयॉ क ारा योिगक प स कया जा रहा ह यह सक पना कछ सधार क साथ रत बाजार ारा आ ी दश म लोक य हो रह ह वतमान म य बाजार म यः थ क सहायता क बना छोट तथा मझोल उ पादक ारा वपणन को ो साहन दन ो साहन उपाय क प म रा य क राजकोष क यय पर य बाजार लगाए जात ह इन बाजार म अ य वः तओ क साथ म यत फल तथा स जयॉ बची जाती ह

लाभ -

इसस उ पादक का अिधक मनाफा िमलता ह इसस वपणन लागत कम होती ह वपणन तऽ क वतरण कौशल को ो साहन िमलता ह इसस उ पादक का िनयोजन बढ़ता ह य वपणन स उपभो ता का सत ट बढ़ती ह इसस उ पादक को अ छ वपणन तकनीक िमलती ह यह मागो मख उ पादन क िलए उ पादक तथा उपभो ता क बीच सीधा सपक बढ़ाता ह

यह कषक को उनक उपज फटकर म बचन क िलए ो सा हत करता ह

72 स वदागत वपणन - स वदागत वपणन ऐसी णाली ह जहॉ उ मी या यापार या उ पादक प च बय (Buy-Back) एक एज सी स अनबध क अधीन कसान ारा बाजार क िलए चयिनत फसल ऊपजाई जाती ह इसन आिथक उदार करण क दौर म जोर पकड़ा ह तथा रा श य तथा बहरा श य कपिनया क ष उपज क वपणन क िलए अनबध करती ह स वदा वपणन स वदा एज सय को पारः प रक स वदा- म य पर उ च गणव ता क उ पाद क लगातार आपित क साथ ह साथ उ पाद क समय रहत वपणन सिन चत करती ह स वदा वपणन दोन ह प अथात कषक तथा स वदा एज सय क िलए लाभदायक ह

60

कषक को लाभ -

म य ः थरता स उ पाद क अ छ क मत सिन चत होती वपणन आउटलट तथा म यः थ क असब दता सिन चत होती तरत तथा िन चत भगतान खत म उ पादन स कटाई तक तकनीक परामश यापार क िन प प रपाट ऋण स वधा फसल बीमा नई तकनीक तथा सव तम प दितय क बार म जानकार स वदा एज सी को लाभ -

उ पाद क सिन चत आपित क च माल आव यकतानसार उ पादनफसल कटाई क बाद हडिलग पर िनयऽण उ पाद क गणव ता पर िनयऽण

पारः प रक सहमित स स वदा िनयम तथा शत क आधार पर म य म ः थरता अभी ट कः म क फसल को लान तथा ारभ करन का अवसर विश ट उपभो ता आव यकतापसद को समझन म सहायता लॉ ज ः टक पर अ छा िनयऽण उ पादक-खर दार क बीच ढ़ सबध 73 को-आपर टव वपणन - को-आपर टव सोसायट अपन सदः य क उ पाद को सीध

बाजार म बचती ह तथा अिधकतम क मत ा त करती ह को-आपर टव सोसाय टयॉ सदः य क उ पाद को स मिलत प स बाजार म लाती ह तथा अपन सदः य क िलए ः कल क कफायत क लाभ सर त करती ह

सवाऍ -

क ष उपज क वसली तथा बचना उ पाद क ोसिसग

ौणीकरण प कग भ डारण

प रसहन साख 61

वपणन सबधी कर ितय स बचाव

को-ऑपर टव सोसाय टय क ारा क ष वपणन को मजबत बनान तथा सार क िलए 1956 म रा श य सहकार वकास िनगम ः था पत कया गया था को-ऑपर टव वपणन सोसाय टय का ढाचा ऽः तर य होता ह

i) माम ः तर पर ाथिमक वपणन सोसायट (पीएमएस) ii) रा य ः तर पर रा य को-ऑपर टव वपणन फडरशन (एससीएमएफ)

iii) रा श य ः तर पर भारतीय रा श य क ष को-ऑपर टव वपणन फडरशन िल (एनएएफईड )

दश म 3216 सामा य योजन क िलए तथा 5385 वशष वः त को-ऑपर टव वपणन सोसाय टयॉ ह नफड क साथ सामा य योजन क िलए 26 रा य तथा 4 सघ रा य ऽ (अ डमान तथा िनकोबार समह द ली ल प तथा पा डचर ) म उ चतम ः तर क वपणन फडरशन ः था पत क गई ह लाभ -

उ पादक को लाभकार क मत वपणन लागत म कमी कमीशन भार म कमी सरचना मक ढ़ाच का भावी उपयोग ऋण स वधा समय पर प रवहन सवा कर ितय म कमी वपणन सचना क ष इनपट क आपत साम हक ोसिसग

74 वायदा यापार - वायदा यापार का अथ ह कसी वशष कः म क तथा कसी सिन चत माऽा म सिन चत समय क अदर स वदा म य पर कसी वः त क िलए वबता तथा खर दार क बीच स वदा या अनबध यह एक कार का ऐसा यापार ह जो क ष उपज क म य अ ः थरता क ः थित म सर ा दान करता ह उ पादक यापार तथा िमल- मािलक म य क खतर स बचन क िलए भावी यापार स वदा करत ह वतमान म दश म भावी यापार बाजार वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 स विनयिमत होत ह वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) अिमम तथा भ व य यापार म सलाहकार मानीटरन 62

पयव ण तथा विनयमन का काय करता ह इसम लन-दन इस अिधिनयम क अतगत

र जः श कत सघ क ए सचज ारा िन पा दत कया जाता ह य ए सचज एफएमसी ारा जार कए गए दशािनदश क अधीन ः वतऽ प स सचािलत होत ह भारत सरकार क आिथक ः थायी सिमित (सीसीईए) ारा हाल ह म फरवर 2003 म दए गए िनणय क बाद वायदा स वदा ( विनयमन) अिधिनयम 1952 क धारा 15 क अतगत अरहर क भावी यापार क अनमित द द गई ह पहल अरहर क भावी यापार क अनमित नह थी

वायदा स वदा मोट तौर पर दो कार क होती ह - क) विश ट सपदगी स वदा - विश ट सपदगी स वदा अिनवाय यापार स वदा ह जो वः त

क उ पादक तथा उपभो ताओ को बमश अपन यापार का वपणन करन तथा आव यकताओ क पित करन म स म बनाती ह सामा यतया य स वदाए उ पाद क उपल धता क आधार पर प क बीच सीधी बात चीत क प म होती ह बातचीत क दौरान स वदा म गणबम माऽा म य सपदगी का ः थान भगतान का तर का आ द स सबिधत शत तय क जाती ह विश ट सपदगी स वदा दो कार क होती ह i) अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (ट एसड )

ii) गर-अतरणीय विश ट सपदगी स वदा (एनट एसड ) ट एसड स वदा म स वदा क अतगत अिधकार या दािय व क अतरण क अनमित होती ह जब क एनट एसड म ऐसी अनमित नह होती ह

ख) विश ठ सपदगी स वदा स िभ न स वदा - य प इस अिधिनयम क अधीन स वदा को समिचत प स प रभा षत नह कया गया ह इ ह भावी यापार स वदा कहा जाता ह भावी यापार स वदाए विश ठ सपदगी स वदा स िभ न वायदा स वदा ह सामा यतया स स वदाए कसी ए सचज या सघ क सर ण क अधीन मा य होती ह भावी यापार स वदाओ म उ पाद क गणव ता तथा माऽा स वदा क प रप वता क तार ख सपदगी का ः थान आ द मानक कत होत ह तथा स वदा करन वाल प को स वदा करन क समय व मान म य पर बातचीत करनी होती ह

लाभ - भावी यापार स वदा दो मह वपण काम का िन पादन करती ह (i) म य का पता

लगाना तथा (ii) म य जो खम बधन यह अथ यवः था क सभी ख ड क िलए लाभदायक ह

उ पादक - यह उ पादक क िलए उपयोगी ह य क व भ व य म कसी वशष काल म म य का आकलन कर सकत ह तथा व अपन अनकल उ पादक का समय तथा उसक योजना बना सकत ह

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यापार िनयातक - भावी यापार स जड यापा रय िनयातक क िलए भी बहत उपयोगी ह य क उसस आन वाल समय म म य का सकत िमलता ह इसस यापा रय िनयातक को यावहा रक म य कोट करन म सहायता िमलती ह तथा इसीिलए ितः पध बाजार म यापारिनयात स वदा सर त रहती ह

िमल मािलकउपभो ता - भावी यापार िमल मािलक उपभो ताओ को उस क मत क बार म प रखा दता ह जस पर भ व य म कसी समय कोई वः त उपल ध होगी

भावी यापार क अ य लाभ िन निल खतानसार ह -

i) म य ः थर करण - अ यािधक अ ः थरता क समय भावी यापार म य स सबिधत िभ नता को कम करती ह ii) ितयोिगता - भावी यापार ितयोिगता को ो सा हत करती ह तथा कषक िमल मािलक या यापा रय को ितयोगी म य उपल ध कराता ह iii) माग व पित - इसस वष भर माग व पित क ः थित म वष भर सतलन बना रहता ह iv) म य का एक करण - भावी यापार दश भर म एक कत म य को ो सा हत करता ह

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80 सः थागत स वधाए

81 सरकार िनजी ऽ क वपणन सबधी योजनाए

योजनालाग करन वाल सगठन का नाम

उपल ध स वधाएम य वशषताएउ य

मामीण भ डारण योजना वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

यह मामीण गोदाम क विनमाणपनिनमाण वः तार क िलए धन िनवश क स सड योजना ह यह योजना नाबाड तथा एनसीड सी क सहयोग स ड एमआई ारा लाग क गई ह इस योजना का उ य मामीण ऽ म सब द स वधाओ क साथ व िनक भडारण का सजन करना ह ता क उपज ोसस कए गए क ष उ पाद उपभो ता क वः तओ एव क षगत िनवश स सबिधत कसान क आव यमताओ क पित क जा सक

फसल कटाई क त काल बा मजबर म क जान वाली बब स बचाव

क ष उपज क बब मता को बढ़ान क िलए ौणीकरण मानक करण तथा गणव ता िनयऽण को उ नत करना

गोदाम म ः टोर क गई क षगत वः तओ क सबध म मालगोदाम ा त क रा श य णाली का आरभ करन क िलए दश भर म क ष ndash वपणन को स ढ़ बनान क ट स ितभत व तीय सहायता एव वपणन ऋण को बढ़ावा दना

उ मी कसी भी ः थान पर तथा कसी भी आकार का गोदाम बनान क िलए ः वतऽ ह ग बशत क वह नगर िनगम ऽ स बाहर हो तथा उसक यनतम मता 100 टन हो इस योजना क अतगत भी योजना क लागत क 25 क दर स ऋण िलक बक रड पजी िनवश स सड द जाती ह इसक अिधकतम सीमा 3750 लाख ित प रयोजना ह उ तरपव तथा पवतीय ऽ म जनक समितल स ऊचाई 1000 मी स अिधक ह उ ह अन जाितअन जनजाित क उ िमय को प रयोजना लागत क 33 तक अिधकतम स सड मा ह इस सबध म अिधकतम सीमा 5000 लाख ह

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2 एगमाक ौणीकरण तथा मानक करण

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

क ष उपज ौणीकरण तथा वपणन अिधिनयम 1937 क अधीन क ष तथा सबध वः तओ क ौणीकरण को ो साहन दना

क ष उ पाद क िलए उनक अतगत गण क आधार पर एगमाक विनदशन बनाना व व यापार म ितः पधा हत इन मानक म खा सर ा कारक समा व ट करना व व यापार सगठन क अप ाओ को यान म रखत हए मानक को अतररा श य मानक क साथ समिलत करना उ पादक तथा उपभो ताओ क लाभ क िलए क ष उ पाद का माणीकरण

3 क ष वपणन सचना नटवक

वपणन तथा िनर ण िनदशालय म यालय एनएच-IV फर दाबाद

बाजार आकड को भावी तथा समय अन प उपयोग क िलए शीय समह तथा वः तार हत नटवक क ः थापना करना

उ पादक यापा रय तथा उपभो ताओ को िनयिमत तथा व वसनीय आकड़ दना यह सिन चत करना क बब तथा खर द स अिधकतम लाभ िमलग

व मान बाजार सचना तऽ म भावशाली सधार लाकर वपणन क कशलता बढ़ाई जाए

इस योजना स रा य क ष वपणन वभाग एसएएमड बोड बाजार को स मिलत करत हए 710 नोड म सपक उपल ध करना इन सबिधत नोड म यक को एक क यअर तथा उसक अ य उपकरण उल ध कराए जाए य एसएएमड बोड बाजार स अप त सचना एक ऽत करत ह तथा उस सबिधत रा य ािधका रय तथा ड एमआई क म यालय को आग भज दया जाता ह पाऽ बाजारो को क ष मऽालय स 100 ितशत अनदान दया जाता ह दसवी योजना क समय रा श य क ष नीित न 2000 अ य नोड इसक अतगत लान का ः ताव रखा ह

4 म य समथन योजना (पीएसएस)

रा श य क ष सहकार वपणन सघ भारत

(नफड) नफड हाउस िस दाथ इन लव नई द ली - 110014

म य समथन योजना क अधीन अरहर क ा त क िलए नफड भारत सरकार क नोडल एज सी ह

अरहर क उ पादन को बनाए रखन तथा इस बढ़ावा दन हत िनयिमत बाजार समथन उपल ध कराना इस योजना का उ य ह

जब अरहर का म य विश ट वष क िलए घो षत समथन स कम हो या तक हो पीएसएस क अतगत खर द क जाती ह

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5 तलना मक प स कम वकिसतअ प वकिसत रा य म सहकार वपणन ोसिसग भ डारण योजनाए

रा श य सहकार वकास िनगम (एनसीड सी) हौजखास नई द ली ndash 110016

समाज क कमजोर वग तथा कषक क आय बढ़ान हत उदार शत पर व तीय सहायता उपल ध करा कर अ वकिसतअ प वकिसत रा य सघ रा य ऽ म सहकार क ष वपणन ोसिसग भ डारण आ द क विभ न कायबम क वकास क दर को बढ़ाना तथा ऽीय असतलन को ठ क करना

इस ः क म क अतगत क षगत िनवश क वतरण भ डारण स हत क ष-ोसिसग क वकास खा ा न रोपणबागवानी जसी फसल क वपणन कमजोर तथा जनजाित वग क वकास द ध मग पालन तथा मछली पालन सबधी सहकार सिमितयॉ क यवः था क जाती ह

82 सः थागत ऋण स वधाऍ - क ष हत सः थागत ऋण स वधाओ का स वतरण कया जाता

ह स वतरण सहकार सिमितय क ारा जसका वष 2002-2003 क दौरान लआ य क ष म मामीण ऋण वाह 43 वा ण य बक न (50 ितशत) तथा मामीण बक म (7 ितशत) (82073 करोड़ स) ह क ष क िलए सः थागत ऋण अ पाविध म याविध तथा द घकािलक प म दया जाता ह

अ पविध त था म याविध ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए 1 उपज ऋण कषको क सभी

ौ णया अ पाविध ऋण क प म विभ न उपज क िलए खती सबधी क यय क पित करना

यह ऋण कषक को सीध व त क प म दान कया जाता ह जसक पन अदायगी 18 माह स कम क समय म क जानी होती ह

2 उ पाद वपणन ऋण

(पीएमएल)

कषक क सभी ौ णया

यह ऋण कसान क मजबर म कय जान वाल वबय को रोकन हत ः वय ारा ह उपज को भ डा रत करन म सहायता दन क िलए दया जाता ह

इस ऋण म अगली फसल क िलए उपज ऋण क त काल नवीनीकरण क स वधा ह

इस ऋण क पनअदायगी अविध 6 माह स अिधक नह ह

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3 कसान ऋण पऽ योजना

सभी क ष सवाथ जनका पछल दो वष का रकाड अ छा हो

यह काड कसान को उ पादन ऋण तथा आक ः मक आव यमताओ को परा करन क िलए खाता चलान क स वधाए उपल ध कराता ह

इस योजना म कषक को आव यकता क समय उपज ऋण लन म स म बनान हत साधारण बया बनाई गई ह

चालन भिम जोत उपज पटन तथा व त क माप क आधार पर यनतम ऋण सीमा 3000- ह

रकम सरल तथा स वधाजनक रकम िनकासी पच स िनकाली जा सकती ह कसान ऋण ितवष नवीनीकरण करान पर तीन व तक मा य होता ह

यह म य या ः थायी वकलागता क ः थित म बमश अिधकतम 50000 तथा 25000 क य तगत बीम क स वधा भी दान करता ह

4 रा श य क ष बीमा योजना

यह स वधा कसान क पास उपल ध जोत क आकार स िनरप ऋणी दोन ह ौणी क कसान को दान क जाती ह

ाकितक आपदा क ड़ या बमार क कोप स कसी भी अिधसिचत फसल न होन वफलता क ः थित म कषक को बीमा कवर तथा व तीय सहायता दान करना

कषक को क ष म गामी क ष प दित ऊच म य इनपट तथा उ च तकनीक अपनान क िलए ो सा हत करना

वशषकर आपदा क वष म क ष आय को ः थर बनाए रखना

भारत सामा य बीमा सहका रता (जीआईसी) लाग करन वाली सः था ह

बीिमत रािश बीिमत ऽ क सीमा उ पादकता क म य तक द जाती ह

सभी खा ा न (अ न बाजरा तथा दलहन) तल बीज तथा वा षक वा ण यकफल फल क फसल को कवर दान करना

छोट तथा म यम आकार क कषक को उनक ीिमयम श क का 50 ितशत प रदान दान करना इस प रदान को सयाः त आधार पर 5 वष क अविध होन पर समा त कर दया जाएगा

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द घकािलक ऋण -

योजना का नाम पाऽता उ यस वधाए क ष िमयाद ऋण सभी ौ णय

छोटम यम तथा क ष मजदर क कषक पाऽ ह ग बशत क उ ह अप त काय तथा ऽ म आव यक अनभव हो

बक फसल उ पादनआय व द को सगम बनान क िलए कषक को दान करन ह

भिम वकास छोट िसचाई योजना खत का मशीनीकरण व ारोपण तथा बाग लगान द ध उ पादन क कट उ पादन रशम उ पादन बजर भिम वकास योजनाए आ द कया कलाप इस योजना क अतगत आत ह

यह ऋण कषक को य व त क प म दया जाता ह जसका पनभगतान अिधक स अिधक 15 वष म तथा कम स कम 3 वष म करना होता ह

83 वपणन सवाए दान करन वाली सः थाएएज सया

सः था का नाम तथा पता दान क गई सवाए 1) वपणन तथा िनर ण िनदशालयए (ड एमआई) एनएच-IV फर दाबाद वबसाइट wwwagrmaknetnicin

दश म क ष तथा सबध उ पाद क वपणन क वकास का समाकलन करना

क ष तथा सबध उ पाद क मानक करण तथा ौणीकरण को ो सा हत करना

विनयमन योजना बनाना तथा वाः तव म बाजार क आयोजना तथा डजाइिनग ारा बाजार का वकास

शीत भ डारण (को ड ः टोरज) को ो साहन दना दश भर म फल अपन ऽीय कायालय (11) तथा उप कायालय

(37) ारा क ि तथा रा य सरकार क बीच सपक ः था पत करना

2) क ष तथा ोसस कए गए खा ा न उ पाद िनयात वभाग ािधकरण एपीईड ए एनसीयआई ब डग 3 ौी इ ः ट यशनल ए रया अगः त बाती माग नई द ली-16

वबसाइट wwwapedacom

िनयात क िलए अनसिचत क ष उपज आधा रत उ ोग का वकास

इन उ ोग को सव ण करान समा ता अ ययन राहत तथा व तीय सहायता योजनाओ क िलए व तीय मदद दान करना

अनसिचत उ पाद क िलए िनयातक का पजीकरण

अनसिचत उ पाद क िनयात उ य स मानक तथा विनदशन को अपनाना

मास तथा इसस बनन वाल उ पाद क गणव ता सिन चत करन क िलए िनर ण करना

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iii) अनसिचत उ पाद क प कग को उ नत बनाना

iii) िनयातो मख उ पाद का ो साहन तथा अनसिचत उ पाद का वकास

अनसिचत उ पाद क वपणन को सधारन क िलए आकड का समह तथा काशन

अनसिचत उ पाद स सबिधत उ ोगो क विभ न पहलओ क बार म िश ण

iii) भारतीय रा श य क ष सहकार वपणन सघ िल (नफड) नफड हाउस िस दाथ इ लव नई द ली-110014

वबसाइट wwwnafed-indiacom

iii) म य समथन योजना क अतगत दलहन बाजरा ितलहन क ापण क िलए भारत सरकार क क ि य नोडल एज सी

iii) पीएसएस क अतगत वसल ापण कए गए दलहन तथा ितलहन क बब तथा आयात करता ह

iii) भ डारण स वधा उपल ध कराता ह

नफड का उपभो ता वपणन ख ड दिनक उपयोग क उपभो ता वः तऍ उपल ध कराकर अपन फटकर िनगम क ि क नटवक ारा द ली म उपभो ताओ को सवाऍ दना

आत रक यापार क िलए दलहन फल आ द क ोसिसग 4) क ि य मालगोदाम िनगम सीड लसी 41 ौी इ ः ट यशनल ऽ िसट फोट क सामन नई द ली-110016

व ािनक भ डारण तथा हडिलग स वधाए उपल ध कराना

iii) विभ न एज सय को मालगोदाम क आधारभत सरचना क िनमाण क िलए सलाहकार सवािशषण दान करना

आयात िनयात मालगोदाम स वधाए

क टनाशी सवा दान कराना 5) रा श य सहकार वकास िनगम एनसीड सी 4 िसट इ ः ट यशनल ऽ नई द ली-110016 वबसाइट wwwncdcnicin

क ष उपज क उ पादन ोसिसग वपणन भ डारण आयात तथा िनयात हत आयोजना ो साहन तथा व तीय कायाबम बनाना

ाथिमक ऽीय रा य तथा ः तर य वपणन सिमितय को िन निल खत क िलए व तीय सहायता दान करना

iii) क ष उ पाद क यापार चालन को बढ़ान क िलए मा जन पजी तथा कायकार पजी

ii) शयर पजी आधार को मजबत बनाना तथा

iii) प रवहन क िलए वाहन क खर द 70

6) वदशी यापार महािनदशालय (ड जीएफट ) उ ोग भवन नई द ली-16 वबसाइट wwwnicineximpol

विभ न वः तओ क आयात तथा िनयात क दशा िनदश बया उपल ध कराना

उपज का िनयात करन वाल को आयात िनयात कोड स या आब टत करना

7) रा य क ष वपणन बोड (एसएएमबी)

रा य म वपणन का विनयमन करना अधसिचत क ष उपज क वपणन क िलए आधारभत स वधाए उपल ध कराना

बाजार म क ष उ पाद का ौणीकरण

सचना सवाओ क िलए सभी बाजार सिमितय का सम वय

ऋण तथा अनदान क प म आव यक बाजार वः तओ या व तीय प स कमजार बाजार वः तओ क िलए सहायतानदान दान करना

बाजार तऽ म कर ितय को दर करना

क ष वपणन स सबिधत वषय पर सिमनार कायशाला या दशिनय क यवः था करना या आयोजन करना

71

90 उपयोग

91 ोसिसग - वतमान म अरहर क वपणन क िलए ोसिसग मह वपण काय ह ोसिसग बया क च माल को प रवितत करक उ पाद को उपभोग क लायक बनाता ह उसम उ पाद क कार प रवतन क ारा उसक म य व पर यान दया जाता ह दलहन को समा यतया पण बीज को िछलका उतारकर तथा िछलकवाली दाल बनाया जाता ह दश म उगाई जान वाली कल फलीदार फसल क 75 माऽा क दाल बना द जाती ह

अरहर क ोसिसग को दाल पषण (िमिलग) या ड -हॉिलग क नाम स जाना जाता ह

पषण (िमिलग) का अथ बाहर िछलक को हटाना तथा अनाज को दो बराबर भाग म वख डत करना दाल िमिलग दश म चावल िमिलग क बाद सबस बड़ा ोसिसग उ ोग म ह पषण (िमिलग) क पारप रक विध म दाल क बदलन क गणव ता कम हो जाती ह इसस वशषत िभगो कर पकान स गणव ता कम हो जाती ह पषण म औसत 68-75 ितशत स दाितक प स 85 ितशत क बीच दाल ा त होती ह अथात पारप रक विधय स अरहर को धली दाल म बदलन पर 10-17 ितशत क बीच िनवल हािन होती ह

आधिनक दाल िमल उ ोग म क ि य खा ोिगक अनसधान सः थान

सीएफट आरआई मसर न दाल पषण (िमिलग) क उ नत विध सझाई ह जो प ठ स 50 पर सारणी 2 म दखाई गई ह

92 उपयोग - अरहर का पौधा तथा बीज कई कार स खा पदाथ चारा धन बाढ़ लगान तथा िम ट क उवरकता बनाए रखन म उपयोगी होता ह अरहर क म य उपयोग िन निल खत ह -

दाल - सपण बीज का िछलका िनकालकर दला हआ

प म दाल कहलाता ह अरहर को भारत म दाल क प म उपभोग कया जाता ह दाल रशदान खा ह तथा भारतीय लोग क भोजन का एक म य घठक ह यह अ का म यगा डा तथा तजािनया म तथा अ य द ण एिशयाई दश म दाल क प म खाया जाता ह 72

साबत सख बीज - साबत सखा बीज उबाला जाता ह तथा पव अ का वः टइ ड ज तथा इडोनिशया म उपभोग कया जाता ह इस यामार म भी खाया जाता ह

भना हआ तथा पका हआ बीज - भारत म भन हए दान क प म खाया जाता ह

हरा क चा बीज - भारत क कछ ऽ (म यत गजरात म) तथा कर बयन दश ल टन अमर कन दश तथा द ण पव अ का म भी स जी क प म योग कया जाता ह

नई फिलयॉ - बीज बनन क पहल ह नई फिलयॉ तर म पका कर भारत जावा तथा टन क कई भाग म उपभोग क जाती ह

बीज क उ य स - सामा यत क षक उपज का एक भाग अगल मौसम म बआई क िलए अपन पास रख लत ह

पश चारा - द ण एिशया अ का तथा कर बयन दश म पौध क हर प तीय तथा शीष भाग को पशओ क िलए चार क प म उपयोग म लाए जात ह बीज का िछलका टटन तथा दाल िमल स िनकली चर जसी बची कची वसतऍ दधा पशओ क िलए ोट न का एक बहम य ः ऽोत ह कट फट तथा सकड हए बीज भी पश खा ान क प म उपयोग कए जात ह1 ािसग क दौरान िनकलन वाला िछलका तथा प तयॉ बहम य पश जारा ह

धन - भारत म पौधो का सखा तना तथा सखी प तय को मामीण ारा खाना पकान क िलए धन क प म उपयोग म लाया जाता ह

बाढ़ लगाना - पौध का सखा डढल बाढ़ लगान तथा डिलया बनान क काम म आता ह

लाख उ पादन - चीन तथा यामार म यह फसल लाख उ पादन करन वाल क ड़ क पालन क िलए भी उपजाई जाती ह

िम ट क उवरता बढ़ान क िलए - अरहर क जड़ क ग छ म राइज़ो बयम ब टर या क साथ िमल जाता ह तो वातासरणी म नाइशोजन ः थर रहती ह तथा िम ट क उवरता बनी रहती ह

73

चाट स 02 दाल पषण (िमिलग) क चरण

सफाई धल गदगी भसी ककड आ द को अरहर स अलग करना तथा अनाज को आकार क आधार पर पथक करना सफाई रोटर बीज सफाई यऽ म क जाती ह

ी कड शिनग (अनकलन पव)

साफ अरहर को कड शन करन क िलए एलएसड कार का सायर उपयोग कया जाता ह साफ अनाज को लगभग 1000C क गम वाय म स दो बार ल जाया जाता ह तथा यक चब क बाद लगभग छ घ ट तक ट प रग ड ब म रखा जाता ह अरहर क ी क डशिनग स उसका िछलका आसानी स उतर जाता ह

ड -ह ः कग

(िछलका उतारना) ी कड शन करन क बाद अरहर क दान क ड -ह ः कग क जाती ह इसक िलए पलर या ड हः कर का उपयोग कया जाता ह तथा लगभग सभी दान का िछलका एक बार चालन म ह िनकाल दया जाता ह सपण िछलका उतर अलग को टट बीज िछलक तथा दली अरहर स पथक कया जाता ह िछलक उतर साबत बीज को ः क क वयर म लाया जाता ह जहॉ िनय ऽत माऽा म पानी िमलाया जाता ह यह नम िमौण फश पर जमा कया जाता ह तथा उस लगभग आध घ ट तक वस ह छोड़ दया जाता ह

झड तोड़ना भीग हए दान स बन कछ झड को तोड़न क िलए ल प ोकर का उपयोग कया जाता ह

कड शिनग तथा (अनकल) दलना

झड को तोड़न क बाद एलएफय कार क सायर म उपय त नमी ः तर तक सखान क बाद सार िछलक उतर दान क गम क ड शन कया जाता ह तथा सख िछलका उतार साबत दानो को एमर रोलर म दला जाता ह सभी दान एक बार म टट नह पात ह अत ौणी I को िछलका उतर िमौण तथा छोट टकड स पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पथक कया जाता और दलन क िलए साबत िछलका उतर दान को पन क ड नर म डाल दया जाता ह

74 100 या कर तथा या न कर

कर न कर अरहर क कटाई फसल पकन पर सह

समय पर कर x फसल कटाई म दर स फिलय िगरन लगती ह

अरहर क कटाई तब कर जब 20

फसल पक गयी हो x फलीय क पर तरह पकन स पहल अरहर क कटाई स कम उ पादकता अप रप व बीज क अिधक दर घ टया गणव ता होती ह

अ छ मौसल म कटाई कर x ितकल मौसमी प र ः थितय म (बरसात या बादल वाल मौसम म) फसल क कटाई न कर

ािशग तथा उड़ावन प क फश पर कर x ािशग तथा उड़ावन क च फश पर

बाजार म अरहर क अ छ क मत पान क िलए एगमाक ारा ौणीकरण क बाद ह वपणन क जाए

x बना ौणीकरण क वपणन स कम क मत िमलती ह

उ पाद का वपणन करन स पहल agmarknetnicin वबसाइट समाचार पऽ ट वी र डओ तथा सबिधत एपीएमसी द तर आ द स लगातार बाजार क जानकार लत रह

x बाजार सचना एक ऽत कए बना उ पाद का वपणन करना

फसल क कटाई क बाद अरहर को भ डा रत करक रख तथा बाजार म क मत बढ़न पर ह इस बच

x फसल क कटाई क त काल बाद अरहर को बचना जब मालक अिधकता क कारण म य कम िमलता ह

भ डारण क िलए उिचत व ािनक विध का उपयोग कर

x भ डारण हत पारप रक तथा परानी विध का उपयोग जसस भ डारण क दौरान हािन होती ह

नकसान को कम करन क िलए क ि ारा ायो जत मा मीण भ डारण योजना का लाभ उठाय तथा अरहर क िलए मामीण गोदाम बनाए तथा उस भ डा रत कर

x अरहर को अव ािनक पस गलत ः थान पर अफरा-तफर म भ डा रत करना जसस गणा मक तथा माऽा मक नकसान होता ह

75

वप पान म अिधािधक लाभ ा त करन क िलए सबस छोट तथा फलो पादक वपणन मा यम का चयन कर

x लब वपणन मा यम का उपयोग जसस अिधक कमीशन दन क साथ-साथ उ पादक को लाभ भी कम िमलता ह

प रवहन तथा भ डारण क दौरान उ पाद क माऽा तथा गणव ता क बचाव हत प कग भली कार स कर

x ठ क कार स प कग न होन स प रवहन तथा भ डारण क दौरान हािन अिधक होती ह

उपल ध वक प म स सबस सः त तथा स वधाजनक प रवहन मा यम का योग कर

x ऐस प रवहन मा यम का उपयोग जो हािन का कारण बन तथा अिधक लागत वाला हो

अनाज का नकसान कम हो उसक िलए अरहर का प रवहन बोर म होना चा हए

x अरहर का प रवहन ढर लगाकर करना जसस नकसान अिधक होता ह

फसल क कटाई क बाद क नकसान स बचन क िलए फसल क कटाई क बाद तकनीक तथा ोसिसग तकनीक भावी फलो पादक तथा उ नत का उपयोग कर

x फसल कटाई क बाद क चालन तथा ोसिसग क िलए पारप रक तथा परानी तकनीक का योग करना जसस माऽा मक तथा गणा मक दोनो प म हािन होती ह

अिधकता क ः थित म म य समथन स वधा का उपयोग कर

x अिधकता क ः थित म ः थानीय यापा रय या खानाबदोश यापा रय को अरहर बचना

िनयात क दौरान सिनटर तथा फाइटा- सिनटर उपाय का लाभ ल

x सिनटर तथा फाइटो सिनटर उपाय क बगर िनयात

उ पाद क अ छ वपणन को सिन चत करन क िलए स वदा क ष क स वधा का लाभ ल

x कसी वष क िलए बाजार म अरहर क माग का आकलन कए बना अरहर उगाना

वः त क म य म अ यािधक अ ः थरता क कारण म य जो खम स बचन क िलए वायदा यापार का लाभ ल

x उ पाद को अ ः थर म य क दौरान या आिध य क ः थित म बचना

76 110 सदभ

1 एडवािसस इन प स ोउ शन ट नालॉजी जसवानी एलएम एड बलदव बीए भारतीय क ष अनसधान का काशन (1988)

2 िसप स एड टस ऑफ पोः ट हावः ट ट नालॉजी पाड पीएच (1988)

3 एमीक चरल माक टग इन इ डया आचाय एसएस एड अमवाल एनएल (1999)

4 हडिलग एड ः टोरज ऑफ फड म स पगल एसवी (1976)

5 फडामट स ऑफ फड एड य शशन मदा बी एसआर एड राजगोपाल एमवी 6 पोः ट हावः ट ट नालॉजी ऑफ सीर स प सस एड ऑयल सी स चबवत ए (1988)

7 वा षक रपोट 2001-2002 तथा 2002-2003 क ष एव सहका रता वभाग क ष मऽालय भारत सरकार

8 वा षक रपोट 2001-2002 रा श य भारतीय क ष सहका रता वपणन फडरशन िलिमटड (नफड)

9 वा षक रपोट 2000-2001 रा श य सहका रता वकास िनगम नई द ली 10 वा षक रपोट 2001-2002 एमीक चरल एड सः ड फड ोड ट ए सपोट डवलपमट अथॉ रट (एपडा) नई द ली 11 वा षक रपोट 2001-2002 सशल वयरहाऊस काप रशन नई द ली 12 िचकपी एड पीजनपी वरायट ज फॉर ः टबल ड शन ऑफ प सस िसह एनबी एव अ य इ डयन फािमग दसबर 2004 प ठ 13-20

13 एः टो लिशग रजनल एड लोबल माक टग नटवक फॉर ः मॉल हो डस एमीक चरल ो यस ोड स वद र स ट सिनटर एड फाइटो - सिनटर (एसपीएस) र वायरमट

अमवाल पीक एमीक चरल माक टग अल - जन 2002 प 15-23

14 इनश स ट काश ट फािमग दवी एल एमीक चर टड िसतबर 2003 प 27-35 15 कॉ श ट फािमग एसोिशए टग फॉर यचअल बनी फट ग राजा एच wwwcommodity

Indiacom जन 2002 प 29-35 16 माक टग कॉः ट मा ज स एड एफ िशय सी िसह एचपी क ष वपणन म ड लोमा प यबम

क साममी (एएमट सी सी रज-3) वपणन तथा िनर ण िनदशालय शाखा म य कायालय नागपर

17 रोल ऑफ को-आपर टव माक टग इन इ डया पाड वाईक एव अ य एमीक चरल माक टग अ तबर - दसबर 2000 प 20-21

77 18 ए रया ोड शन एड एवरज यी ड ॉम डपाटमट ऑफ एमीक चर एड काप रशन नई द ली 19 ए सपोट इ पोट एड इटर-ः टट मवमट ॉम डाइर टोरट जनरल ऑफ कमिशयल इटिलजस

एड ः ट ट ः ट स (ड जीसीआईएस) कोलकाता 20 रपोट ऑफ इटर य ndash िमिनट टाः क फोस ऑन एमीक चरल माक टग रफॉ स मई 2002 21 माकट अराइव स माकट फ स एड टकसशन ॉम सब ऑ फिसस ऑफ डाइर टोरट ऑफ

माक टग एड इः प शन

22 आपरशनल गाइड स ऑफ मामीण भडारण योजना क ष मऽालय क ष सहका रता वभाग वपणन तथा िनर ण िनदशालय नई द ली

23 ए शन लान एड आपरशनल अरजम स फॉर योरमट ऑफ ऑयल सी स एड प सस अडर ाइस सपोट ः क म इन खर फ सीजन 2002 नफड नई द ली

24 एगमाक म डग ः ट ट ः ट स 2001-2002 डाइर टोरट ऑफ माक टग एड इः प शन फर दाबाद

25 एगमाक म डग ॉम एमीक चरल ो यस (म डग एड मा कग) ए ट 1937 वद स मड अपट 31 दसबर 1979 (पाचवा सः करण) (माक टग सी रज न 192) वपणन तथा िनर ण िनदशालय

26 पक जग ऑफ फडम स इन इ डया मक जग इ डया फरवर -माच 1999 प 59-63

27 पजाब माच टव स इडः श एलाय स wwwcommodity Indiacom मई 2003 प 17-26

28 फावड श डग एड फावड माक स कमीशन बल टन िसतबर 2000 म बई

29 वबसाइट wwwagmarnetnicin

wwwagricoopnicin wwwapedacom wwwfaoorg wwwnabardorg wwwicarorgin wwwncdcnicin

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