शिक्षण, अशिगम और आकलन में आई.सी.टी....

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मॉड् यूल 6 शिण, अशिगम और आकलन म आई.सी.टी. (स चना एव चार शगकी) का समाकलन यह मॉड्यूल आई.सी.टी. की अवधारणा और शिण-अशधगम म इसकी स भावनाओ पर चचा करता है। मॉड्यूल का उशय शिक को समीातमक प स शवषयवसत, दभ, शिण-अशधगम की पशत का शवशलषण करन और उपयत आई.सी.टी. क बार म जानन क शलए तैयार करना है। इसक साथ ही यह भावी ढ ग स समशकत नीशतयाँ बनान क बार म भी उह सम बनाता है। अशिगम के उे इस मॉड्यूल को सही ढ ग स समझन क बाद, शिाथ— • आई.सी.टी. का अथ सपट कर सक ग; • शवषयवसत क मूल सवप और शिण-अशधगम की नीशतय क अनकूल उपयत शिण साधन की पहचान कर सकग; • शवशवध शवषय क शलए शिण, अशधगम व मू लया कन हत शवशभन ई-क टट (शडशजटल या इलॉशनक प म उपलबध सामी), उपकरण, सॉटवयर, हाडवयर की जानकारी ात कर सकग; • आई.सी.टी. शवषयवसत शिणिास समकन क आधार पर शिण-अशधगम की परखा शनमाण एव शयावयन कर सकग। परामिदाता धान द • परामिदाता को यह सशनशशचत करना चाशहए शक रत क अनसार शिण सथल पर डसकटॉप/ लैपटॉप, ोजिन शसटम, सपीकर, मोबाइल फोन और इ टरनट की सशवधा उपलबध हो। • परामिदाता क शलए शिण क दौरान इसतमाल की जान वाली सामी को पना व समझना री है। मॉड्यूल म शदए गए उदाहरण क अलावा परामिदाता अय उदाहरण का भी उपयोग कर सकत ह। • स को आर भ करन स पहल, सभी अशनवाय स साधन को शिण सथल पर उपयोग की जा रही णाशलय (डसकटॉप/लैपटॉप) क साथ जाँचना आवशयक है। • स म सशय प स भाग लन क शलए शिाशथय को अपन मोबाइल/समाट फोन को साथ लान क शलए सूशचत शकया जाना चाशहए। यशद स भव हो तो उसम इ टरनट की सशवधा भी होनी चाशहए। • मॉड्यूल म दी गई गशतशवशधय का स चालन करन क शलए शनदि का पालन कर।

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  • मॉड््यलू 6

    शिक्षण, अशिगम और आकलन में आई.सी.टी. (सचूना एवं सचंार प्रौद्योशगकी) का समाकलन

    यह मॉड्यलू आई.सी.टी. की अवधारणा और शिक्षण-अशधगम में इसकी संभावनाओ ंपर चचाचा करता ह।ै मॉड्यलू का उद्देशय शिक्षक को समीक्षातमक रूप सदे शवषयवसततु, संदभचा, शिक्षण-अशधगम की पद्धशत का शवशलदेषण करनदे और उपयतुक्त आई.सी.टी. कदे बारदे में जाननदे कदे शलए तैयार करना ह।ै इसकदे साथ ही यह प्रभावी ढंग सदे समदेशकत नीशतयाँ बनानदे कदे बारदे में भी उन्हें सक्षम बनाता ह।ै

    अशिगम के उदे्श्य

    इस मॉड्यलू को सही ढंग सदे समझनदे कदे बाद, शिक्षाथथी—• आई.सी.टी. का अथचा सपष्ट कर सकें गदे; • शवषयवसततु कदे मलू सवरूप और शिक्षण-अशधगम की नीशतयों कदे अनतुकूल उपयतुक्त शिक्षण

    साधनों की पहचान कर सकें गदे;• शवशवध शवषयों कदे शलए शिक्षण, अशधगम व मलूयांकन हदेततु शवशभन्न ई-कंटेंट (शडशजटल या

    इलदेक्ट्ॉशनक रूप में उपलबध सामग्ी), उपकरण, सॉफ़टवदेयर, हाडचावदेयर की जानकारी प्राप्त कर सकें गदे;

    • आई.सी.टी. शवषयवसततु शिक्षणिासत्र समदेकन कदे आधार पर शिक्षण-अशधगम की रूपरदेखा शनमाचाण एवं शरियान्वयन कर सकें गदे।

    परामि्शदाता धयान दें• परामिचादाता को यह सतुशनशशचत करना चाशहए शक ज़रूरत कदे अनतुसार प्रशिक्षण सथल पर

    डदेसकटॉप/ लैपटॉप, प्रोजदेक्िन शससटम, सपीकर, मोबाइल फोन और इटंरनदेट की सतुशवधा उपलबध हो।

    • परामिचादाता कदे शलए प्रशिक्षण कदे दौरान इसतदेमाल की जानदे वाली सामग्ी को पढ़ना व समझना ज़रूरी ह।ै मॉड्यलू में शदए गए उदाहरणों कदे अलावा परामिचादाता अन्य उदाहरणों का भी उपयोग कर सकतदे हैं।

    • सत्र को आरंभ करनदे सदे पहलदे, सभी अशनवायचा संसाधनों को प्रशिक्षण सथल पर उपयोग की जा रही प्रणाशलयों (डदेसकटॉप/लैपटॉप) कदे साथ जाँचना आवशयक ह।ै

    • सत्र में सशरिय रूप सदे भाग लदेनदे कदे शलए शिक्षाशथचायों को अपनदे मोबाइल/समाटचा फोन को साथ लानदे कदे शलए सशूचत शकया जाना चाशहए। यशद संभव हो तो उसमें इटंरनदेट की सतुशवधा भी होनी चाशहए।

    • मॉड्यलू में दी गई गशतशवशधयों का संचालन करनदे कदे शलए शनददेिों का पालन करें।

  • 182 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    भूमिकायह एक सवचाशवशदत तथय ह ैशक कोई भी दो वयशक्त एक जैसदे नहीं होतदे हैं। चूशँक हर बचचा अलग होता ह,ै इसशलए वह एक शवशिष्ट तरीकदे सदे सीखता ह।ै वासतशवकता तो यह ह ैशक शिक्षाशथचायों को अगर एक सदे अशधक ज्ानेंश द्रयों का उपयोग करकदे पढ़ाया जाए, तो वदे बदेहतर ढंग सदे सीख सकतदे हैं। अशधगम को बदेहतर बनानदे कदे शलए इसतदेमाल की जानदे वाली एक सदे अशधक ज्ानेंश द्रय कायचानीशतयाँ दृशय, श्रवण, गशतसंवदेदी और सपिचानीय (यानी सतुनना,ददेखना, सूँघना, चखना और छूना) ह।ै

    पा््यपतुसतकें , आस-पास का पररवदेि, कक्षाओ ंकी चारदीवारों कदे भीतर और बाहर हुए अनतुभव शिक्षण-अशधगम कदे संसाधन अशधगम में महतवपणूचा भशूमका शनभातदे हैं। हमें यह भी सतुशनशशचत करना चाशहए शक प्रतयदेक बचचा सवयं सीखनदे वाला, आतमशनभचार, समीक्षातमक और रचनातमक शवचारक तथा समसया समाधानकताचा बनदे। इसकदे शलए उसदे सक्षम बनानदे की आवशयकता ह।ै इसकदे शलए बचचदे को आकँडदे/सचूना एकत्र करनदे, शवशलदेषण करनदे, संशलदेषण करनदे और आकँडों कदे प्रसततुतीकरण तथा इसदे दसूरों कदे साथ साझा करनदे की आवशयकता होती ह।ै यदे प्रशरियाए ँ बचचों को अवधारणा ग्न में मदद करती हैं। अत: जरूरी ह ै शक बचचदे पा््यपतुसतकों कदे अलावा भी ज्ान अशजचात करें और अशधक सदे अशधक शडशजटल और बाह्य संसाधनों का उपयोग करें। इसी पषृ््भशूम को धयान में रखतदे हुए, सचूना और संचार प्रौद्ोशगकी (आई.सी.टी.) शिक्षण-अशधगम पररवदेि में सतुधार करनदे में महतवपणूचा भशूमका शनभा सकती ह।ै बहुत ही कम समय में आई.सी.टी., आधतुशनक समाज कदे बतुशनयादी शनमाचाण ढाँचदे में सदे एक बन गया ह।ै आजकल आई.सी.टी. की समझ और बतुशनयादी कौिल में महारत हाशसल करना, पढ़नदे-शलखनदे और संखयातमकता कदे साथ-साथ शिक्षा कदे मतुखय भाग का एक शहससा बन गया ह।ै

    आई.सी.टी. की अविारणा

    गशतशवशि 1आई.सी.टी. की अविारणा कयो समझनाआई.सी.टी. शकससदे संबंशधत ह,ै इस पर अपनदे शवचार साझा करें—

    आई.सी.टी. सबंंशित है…

  • 183शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    यनूदेसको कदे अनतुसार आई.सी.टी. शवशभन्न श्रदेशणयों कदे तकनीकी उपकरणों और संसाधनों का उललदेख करता ह ै शजनका उपयोग सचूनाओ ंकदे शनमाचाण, संग्हण, संचारण, साझा करनदे या आदान-प्रदान करनदे कदे शलए शकया जाता ह।ै इन तकनीकी उपकरणों और संसाधनों में कंप्यटूर, इटंरनदेट (वदेबसाइट, बलॉग और ईमदेल), सीधदे प्रसारण की प्रौद्ोशगकी (रदेशडयो, टदेलीशवज़न और वदेबकाशसटंग), ररकाडचादेड प्रसारण प्रौद्ोशगकी (पॉडकाशसटंग, ऑशडयो और वीशडयो प्लदेयर और सटोरदेज उपकरण) और टदेलीफोन (शिक्सड/मोबाइल) उपग्ह, दृशय/वीशडयो-कॉन्फ्ें शसंग आशद) िाशमल हैं।

    श कसी भी तकनीक या उपकरण कयो आई.सी.टी. के रूप में कैसे वगगीकृत शकया जाए?आइए, समाटचा फोन कदे उदाहरण लदेतदे हैं। समाटचा फोन को आई.सी.टी. उपकरण कदे रूप में वगथीकृत शकया जा सकता ह ैक्योंशक इसका उपयोग एक शडशजटल इमदेज (छशव) बनानदे और उसदे जब भी आवशयक हो, संग्शह त और पतुनः प्राप्त करनदे कदे शलए शकया जा सकता ह।ै ज़रूरत कदे अनतुसार शडशजटल इमदेज (छशव) में बदलाव भी शकया जा सकता ह ैऔर शजसदे दसूरों को भदेजकर, उस पर प्रशतशरिया भी प्राप्त की जा सकती ह।ै इस प्रकार शडशजटल सचूना कदे शनमाचाण, संग्हण, पतुन: प्राशप्त, िदे रबदल संचारण और प्राप्त करनदे कदे शलए उपयोग शकए जानदे वालदे शकसी भी उपकरण/तकनीक को आई.सी.टी. कदे रूप में वगथीकृत शकया जा सकता ह।ै

    आई.सी.टी. नदे शिक्षण-अशधगम सशहत सभी क्षदेत्रों में रिांशतकारी बदलाव ला शदयदे हैं। इसका प्रभाव, नए यतुग कदे शिक्षक शकस तरह सदे सीखनदे और मूलयांकन कदे शवसतार कदे शलए सामग्ी पर शवचार करतदे हैं, उशचत तरीकों का उपयोग करकदे सामग्ी को पहुँचातदे हैं, उपयतुक्त संसाधनों को एकीकृत करतदे हैं और कायचानीशतयों को अपनातदे हैं, कदे तरीकदे पर भी पडा है। शडशजटल दतुशनया में होनदे वाली प्रगशत को धयान में रखतदे हुए शिक्षकों को शिक्षण और अशधगम कदे शलए आई.सी.टी. का वयावसाशयक रूप सदे उपयोग करनदे में सक्षम होना चाशहए। शिक्षण-अशधगम प्रशरिया में आई.सी.टी. को समदेशकत करनदे का अथचा कदे वल इटंरनदेट और शडशजटल उपकरणों का उपयोग करना ही नहीं है, बशलक जो शवषय पढ़ाना और सीखना है, यह उससदे संबंशधत लक्यों और सीखनदे कदे प्रशतिलों को प्राप्त करनदे का भी माधयम है। शिक्षकों को समझना चाशहए शक कैसदे तकनीक को शिक्षणिासत्र और शवषयवसततु को सीखनदे कदे शलए एकीकृत शकया जाता है, शजससदे ज्ान

    अाई.सी.टी. बताता है...

    प्ाश्त

    सजृन

    पुनः प्ाश ्त

    फेरबदल

    शिशज टल सचूना

    सगं्रहण

    पे्षण

    सदंभ्श

    तकनीकी शिक्षणिासत्रीय शवषयवसततु ज्ान(टी.पी.एसी.कदे .)

    तकनीकी शिक्षणिासत्रीय शवषयवसततु ज्ान

    (पी.सी.कदे .)

    शिक्षणिासत्रीय ज्ान(टी.पी.कदे .)

    शिक्षणिासत्रीय ज्ान

    (पी.कदे .)

    शवषयवसततु ज्ान(सी.कदे .)

    तकनीकी ज्ान(टी.कदे .)

    तकनीकी शवषयवसततु ज्ान

    (टी.सी.कदे .)

  • 184 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    अशजचात होता है। नीचदे शदए गए शचत्र में यह शदखाया गया है शक कैसदे तदेज़ी सदे बदलती तकनीकों को िैक्षशणक पद्धशतयों और शवषयवसततु सदे जतुडदे क्षदेत्रों कदे साथ एकीकृत शकया जा सकता है। आई.सी.टी. इस संदभचा कदे बारदे में बात करता ह।ै

    आई.सी.टी. कयो समेशकत करते समय शवचार शकए जाने वाले मानदिं शवचार शकए जानदे वालदे प्रमतुख मानदणड संदभचा, शवषयवसततु या शवषय का सवरूप, शिक्षण/अशधगम शवशध और तकनीकी कदे प्रकार और उसकी शविदेषताए ँआशद हैं।

    मानदडं 1— शवषयवसततु का सवरूपक्या सभी शवषयवसततुओ ंकदे शिक्षण या अशधगम कदे शलए आई.सी.टी. का उपयोग करना आवशयक ह?ै

    कतु छ मामलों में शवषयवसततु कदे सवरूप को ददेखतदे हुए आई.सी.टी. का उपयोग करना आवशयक नहीं ह।ै उदाहरण कदे शलए, भोजन कदे बारदे में पढ़ातदे समय शवद्ाशथचायों को तसवीरों कदे माधयम सदे नहीं, बशलक वासतशवक खाद् पदाथचा या उनकदे द्ारा खानदे कदे शडबबों में लाए गए भोजन या सकूल में दोपहर में परोसदे गए भोजन कदे माधयम सदे समझाना जयादा कारगर साशबत होगा। इसी तरह पौधों कदे अलग-अलग भागों को पढ़ानदे कदे दौरान, बदेहतर यही होगा शक शवद्ाशथचायों को असली पौधदे शदखाए जाए ँऔर पौधों को छूनदे, उनकी पशतियों, िाखाओ,ं तनदे, जडों/कशलयों आशद की सरंचना व बनावट को महससू करनदे कदे अवसर शदए जाए।ँ साथ ही उन्हें सवयं एक गमलदे/बोतल/शगलास में बीज बोनदे, पौधों को पानी ददेनदे, सरूज की रोिनी शदखानदे, परूी अकंतु रण प्रशरिया और बीज सदे बीज तक की यात्रा को ददेखनदे व उसका अवलोकन करनदे कदे अनतुभव भी शदए जा सकतदे हैं। इस तरह का अनतुभवातमक शिक्षण कक्षा कदे प्रतयदेक शवद्ाथथी कदे शलए एक यादगार अनतुभव होगा, जो पीपीटी, वीशडयो और मलटीमीशडया द्ारा शिक्षण कराए जानदे सदे कहीं बदेहतर शवकलप ह।ै हाँ, यह सही ह ैशक जीव शवज्ान की कक्षा में जानवरों और पौधों की चीर-िाड एक आम बात ह,ै लदेशकन आजकल मेंढकों की चीड-िाड करना अनैशतक और अवैध माना जाता ह।ै ऐसी शसथशत में शिक्षक बचचों को मलटीमीशडया आधाररत आभासी चीर-िाड शदखा सकतदे हैं। कतु छ मामलों में शवषयवसततु कदे सवरूप कदे आधार पर सही मीशडया/तकनीक का चयन करना भी महतवपणूचा ह,ै इसशलए मीशडया/तकनीक का चयन करतदे समय शजन प्रशनों पर शवचार शकया जाना चाशहए, वदे शनमन हैं—●● क्या आई.सी.टी. शकसी शविदेष सामग्ी को शसखानदे और सीखनदे कदे शलए आवशयक ह?ै●● यशद हाँ, तो शकस प्रकार कदे आई.सी.टी./मीशडया माधयमों का उपयोग शकया जाना चाशहए?

    शनमनशलशखत उदाहरणों पर गौर करें —1. मौशलक कतचावयों की सचूी बनाना2. एक ्ोस शसलेंडर कदे सतही-भाग को पररभाशषत करना3. पाचन तंत्र कदे कायचा4. “ददेिों कदे बीच टकराव को समाप्त करनदे कदे शलए क्या यतुद्ध एक अचछा तरीका ह”ै

    पर शवचार

  • 185शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    शवषयवसततु कदे सवरूप, मीशडया का चतुनाव और इस शविदेष मीशडया को चतुननदे का मलू कारण क्या ह,ै इसदे समझनदे कदे शलए ताशलका ददेखें।

    क्रम सं शवषयवसतु शवषयवसतु का सवरूपमीशिया शजसका प्ययोग

    शकया जा सकता हैमीशिया प्ययोग करने का मूल कारण

    1. भारतीय संशवधान में मौशलक अशधकार (कक्षा 8)

    तथयातमक दृशय (शवजतुअल)— मौशलक अशधकारों की सचूी में शकसी भी प्रकार की प्रसततुशत, जैसदे— सलाइड प्रसततुशत, शडशजटल पोसटर, शडशजटल फलैिकाडचा, इतयाशद

    चूशँक, सामग्ी तथयातमक ह ैऔर शवद्ाशथचायों को कदे वल मौशलक अशधकारों को सचूीबद्ध करनदे की आवशयकता ह,ै इस शसथशत में एक श्रवय-दृशय साधन अनावशयक होगा। छात्रों को कदे वल शकसी भी दृशय-सामग्ी (फलैिकाडचा, चाटचा, पोसटर आशद) की सचूी सहायता कदे रूप में प्रदान की जा सकती ह।ै

    2. एक ्ोस शसलेंडर का सतही-भाग (कक्षा 6)

    वैचाररक वीशडयो प्रदिचान यहाँ, शवद्ाशथचायों को समझाना होगा शक एक ्ोस शसलेंडर कदे सतही-भाग का शनधाचारण कैसदे शकया जाता ह।ै यहाँ अपनदे आप में एक श्रवय माधयम पयाचाप्त नहीं होगा, क्योंशक शवद्ाशथचायों को शसलेंडर और उसकी शवशभन्न सतहों की कलपना करनी होगी। एक वीशडयो प्रदिचान, शजसमें शदखाया गया हो शक शसलेंडर में दो वतृि होतदे हैं और एक आयत, जयादा बदेहतर व असरदार तरीका हो सकता ह।ै

    3. पाचन तंत्र कदे कायचा (कक्षा 7)

    प्रशरियातमक एशनमदेिन वीशडयो/सं वशधचात वासतशवकता (एक ऐसी तकनीक, जो वासतशवक दतुशनया की सचूना को कंप्यटूर द्ारा उतपन्न छशवयों और शवषयवसततु को साथ शमलाती ह ैऔर शकसी कंप्यटूर सरिीन और मोबाइल फोन ब्ाउज़र पर शमलाकर प्रसततुत की जाती ह ैशजससदे उपयोगकताचा को एक सहभागी अनतुभव शमलता ह)ै आधाररत मोबाइल एप्स, जैसदे— एनाॅटमी (िरीर रचना शवज्ान) 4 D, बायोशडशजटल मानव, आशद।

    चूशँक, सामग्ी ऐसी होनी चाशहए शक शवद्ाथथी एक प्रशरिया को समझ सकें , इसशलए कदे वल दृशय या श्रवय माधयमों सदे सही ढंग सदे सीखना संभव नहीं ह।ै अगर एक एशनमदेटदेड वीशडयो या संवशधचात वासतशवकता आधाररत साधन का उपयोग भोजन की पाचन प्रशरिया को शचशत्रत करनदे कदे शलए शकया जाता ह,ै तो छात्र इसदे बदेहतर ढंग सदे समझ पाएगँदे।

  • 186 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    4. शवशव में शरिसमस का सवचाश्रदेष्् उपहार (कक्षा 1–8) कायचाकलाप— “ददेिों कदे बीच टकराव को समाप्त करनदे कदे शलए क्या यतुद्ध एक अचछा तरीका ह”ै पर शवचार

    अपनी शवचार प्रशरिया कदे बारदे में समझ

    चचाचा मचं यहाँ सवयं शनणचाय लदेनदे की प्रशरिया पर सवाल उ्ाया जाना और शवशलदेषण शकया जाना ह।ै चचाचा मचं का उपयोग शिक्षाशथचायों कदे शवशभन्न शवचारों और शनणचायों पर चचाचा करनदे कदे शलए शकया जा सकता ह।ै

    ई-सामग्री की वयापक शे्शणयाँ

    छशव (इमेज)

    ऑशिययो (श्वय)

    वीशिययो (दृश्य)

    सवंादातमक (इटंरैश्टव)

    एशन मेिन छद््म पररशसिशत में प्ययोग (शसमुलेिन)

    शवषय (टे्सट)

    चित्र 1— ई-सामग्री की व्ापक श्रेचि्ाँ

    उपरोक्त ताशलका दिाचाती ह ै शक आई.सी.टी. को उपयोग करनदे कदे शलए शवषयवसततु कदे सवरूप को समझना आवशयक ह।ै एक उपयतुक्त ढंग सदे चयन करनदे कदे शलए शिक्षक को शवषयवसततु कदे साथ-साथ शवशभन्न आई.सी.टी./मीशडया माधयमों का ज्ान भी होना चाशहए। ई-सामग्ी को मोटदे तौर पर नीचदे शदए शचत्र कदे माधयम सदे वगथीकृत शकया जा सकता ह—ै

    शिक्षक आई.सी.टी. का शववदेकपणूचा ढंग सदे उपयोग करनदे में तभी सक्षम होंगदे जब वदे शवषयवसततु का शवशलदेषण कर पाए ँतथा उसकदे अनतुरूप उपयतुक्त मीशडया का चयन कर सकें और उसदे उशचत ढंग सदे शवद्ाशथचायों कदे सामनदे प्रसततुत कर सकें शजससदे शवद्ाथथी आसानी सदे शवषयवसततु समझ सकें ।

    गशतशवशि 2

    शदए गए काडडों में सदे शवषय का चयन करें। उस शवषय पर अपनी पसंद का प्रसंग चतुनें। उसकदे शलए सीखनदे कदे प्रशतिलों को सचूीबद्ध करें। कम सदे कम तीन प्रमतुख शवचारों/शवषयवसततुओ ंको शनधाचाररत करें, शजन्हें आप सीखनदे कदे प्रशतिल को प्राप्त करनदे कदे शलए चयशनत शवषय कदे तहत शसखाएगँदे। सामग्ी कदे सवरूप (तथयातमक, वैचाररक, प्रशरियातमक और अपनी शवचार प्रशरिया कदे बारदे में समझ) कदे आधार पर शवशलदेश षत और वगथीकृत करें।

  • 187शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    मानदडं 2— सदंर्भसंदभचा शवशलदेषण, उस पररवदेि का शवशलदेषण करनदे की एक शवशध ह ैशजसमें एक आई.सी.टी. समथचाकृत शिक्षण-अशधगम प्रशरिया संचाशलत होती ह।ै संदभचा शवशलदेषण, शिक्षण-अशधगम की शसथशत कदे परूदे पररवदेि पर शवचार करता ह।ै

    शनमनशलशखत बातों पर शवचार करें—

    1. सकूल में आई.सी.टी. की कौन-सी सतुशवधाए ँउपलबध हैं?2. सकूल का सहायक तंत्र आई.सी.टी. का उपयोग करनदे कदे शलए शकतना प्रदेररत करता ह?ै3. शिक्षकों कदे पास कौन-कौन सी आई.सी.टी. दक्षताए ँहैं?4. क्या सभी शवद्ाथथी आई.सी.टी. का उपयोग कर सकतदे हैं?5. क्या उपलबध सतुशवधाओ ंऔर शवद्ाशथचायों की शविदेषताओ ंकदे आधार पर आई.सी.टी.

    उपकरण चतुनदे गए हैं?कक्षा कदे माहौल का शवशलदेषण करतदे समय, बतुशनयादी ढाँचदे और मानव संसाधन दोनों

    पहलतुओ ंपर धयान शदया जाना चाशहए। बतुशनयादी ढाँचदे कदे अतंगचात कक्षा का सामान्य ढाँचा आता ह,ै जैसदे— शबजली, प्रक्षदेपण प्रणाली (प्रोजदेक्िन शससटम), इटंरनदेट, शपं्रटर, कंप्यटूर/लैपटॉप/टैबलदेट आशद की उपलबधता। मानव संसाधन सदे आिय ह—ै शिक्षकों/तकनीकी जानकारों की उपलबधता, आई.सी.टी. को ्ीक तरह सदे समझा पानदे में शिक्षक की योगयता आशद।

    एक शिक्षक को सीखनदे वालदे को यह भी समझाना होगा शक वह अपनदे सीखनदे की वयापकता का शवसतार करनदे कदे शलए उपयतुक्त शवशध और आई.सी.टी. उपकरणों/संसाधनों का चयन कैसदे करदे। आई.सी.टी. का उपयोग करनदे कदे शलए शिक्षाथथी कदे चार आयाम हैं, शजन्हें समझनदे की आवशयकता ह।ै यदे आयाम शनमन हैं—

    जनसांश्यकी— शिक्षक कक्षा कदे आकार, आयतु कदे संदभचा में शवशभन्नता, सांसकृशतक संदभचा, सामाशजक-आशथचाक शसथशत, जेंडर, हाशियाकरण, भौगोशलक शसथशत और उपलबधता/तकनीकी सतुगमता पर शवचार कर सकता ह।ै

    सजं्ानातमक और पूव्श-ज्ान — िशैक्षक सतर, प्राथशमक, उचच प्राथशमक, अशनवायचा ज्ान और अनतुभव, सीखनदे की िलैी, शडशजटल साक्षरता का सतर, संज्ानातमक क्षमता।

    भावातमक/सामाशजक— शिक्षक, शिक्षण और अशधगम, ऑनलाइन शिक्षण कदे वातावरण, सवयं कदे प्रशत सोच, प्रदेरक सतर, पारसपररक संबंध और शजन क्षदेत्रों में उसकी रुशच ह,ै कदे बारदे में अपनदे सवयं कदे दृशष्टकोण का आतमशवशलदेषण कर सकतदे हैं। इसकदे साथ ही शवद्ाशथचायों कदे साथ वयवहार करतदे समय इन सब बातों पर भी गौर शकया जा सकता ह।ै

    शिक्षािगी के बारे में शवचार करने वाले मानदिं

    जनसांश्यकी

    सजं्ानातमक

    सामाशजक

    मनयोवैज्ाशनक

    भावातमक

  • 188 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    दैशहक— शिक्षक को अपनदे शवद्ाशथचायों कदे सामान्य िारीररक और भावनातमक सवासथय और शविदेष ज़रूरतों कदे बारदे में पता हो सकता ह।ै इस तरह की जागरुकता सदे उसदे यह तय करनदे में मदद शमलदेगी शक शकस तरह की शचशकतसा और उपचार करवानदे का सतुझाव शदया जाना ह ैऔर शकन सहायक तकनीकों को अपनाया जा सकता ह।ै

    उदाहरण कदे शलए, दृशष्ट बाशधत छात्र को िशैक्षक संसाधन प्रदान करतदे समय, जानकारी को उस तक पहुचँानदे में ‘टदेक्सट टू सपीच’ जैसदे आई.सी.टी. उपकरण महतवपणूचा भशूमका शनभातदे हैं। संसाधनों को सभी कदे शलए उपलबध करानदे और उन्हें मतुफ़त में प्रदान करनदे सदे शनमन आशथचाक पषृ््भशूम कदे बचचों को भी उनका उपयोग करनदे कदे अवसर शमलतदे हैं। इस प्रकार की समझ सदे शिक्षाथथी को उशचत आई.सी.टी. का चयन करनदे में मदद शमलती ह ैऔर कक्षा को सभी कदे अनतुरूप बनाया जा सकता ह।ै

    गशतशवशि 3

    शवसताररत गशतशवशि (मंच/समूह में चचा्श)एक अलग संदभचा में आई.सी.टी. का उपयोग करतदे हुए दो शिक्षकों पर शि़लमाए गए शनमनशलशखत वीशडयो ददेखें—https://youtu.be/yhhmcaq-8_whttps://youtu.be/fyXRYb3awfAशनमनशलशखत पर शवचार करें —• गशतशवशध िीट में शदए गए शवषय को शसखानदे-सीखनदे कदे शलए शकन आई.सी.टी. सतुशवधाओ ं

    की ज़रूरत होती ह?ै क्या यदे सतुशवधाए ँआपकदे शवद्ालय में उपलबध हैं?• क्या कायचाकलापों में प्रयतुक्त/आवशयक आई.सी.टी. आपकी कक्षा कदे सभी प्रकार कदे

    शिक्षाशथचायों कदे शलए उपयतुक्त ह?ै क्या आपको लगता ह ैशक अलग-अलग शिक्षाशथचायों कदे शलए अलग-अलग आई.सी.टी. की आवशयकता होती ह?ै

    मानदडं 3— शिक्षण-अशिगम के तरीकेशवचार करें—

    1. शिक्षण-अशधगम कदे शवशभन्न तरीकों कदे शरियान्वयन में आई.सी.टी. कैसदे सहयोग ददेता ह?ै2. शवशिष्ट शवषयों कदे शिक्षण और अशधगम कदे शलए कौन सदे नवीन और एकीकृत तरीकदे

    हैं, शजन्हें आई.सी.टी. में समाशहत शकया जा सकता ह?ैआई.सी.टी. उपकरण/मीशडया कदे वल तभी कारगर साशबत होतदे हैं जब इसका उपयोग

    शवषयवसततु और शिक्षण-अशधगम पद्धशत कदे साथ उशचत रूप सदे शकया जाता ह।ै उदाहरण कदे शलए, यशद शिक्षक धाततुओ ंऔर अधाततुओ ंकी अवधारणा को शसखाना चाहता ह,ै तो उसकदे संदभचा कदे अनतुसार शकसी भी एक पद्धशत को चतुना जा सकता ह।ै एक तरीका यह भी हो सकता ह ैशक एक समहू गशतशवशध द्ारा रखी गइ� वसततुओ ंकदे बीच ततुलना और अतंर कराकर और अग्शलशखत चरणों का पालन करतदे हुए धाततु और अधाततु को पररभाशषत शकया जाए—

  • 189शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    ●● कक्षा में धाततु (जैसदे— सटदेपलर शपन, सोनदे की अगं्ूी) और अधाततु (जैसदे— प्लाशसटक कदे चममच, लकडी कदे बलॉक) सदे बनी वसततुओ ंको शदखाए।ँ ●● धाततुओ ं की अशनवायचा (जैसदे— ्ोस प्रकृशत, शबजली का संवाहक) और गैर-अशनवायचा (जैसदे— आकार, रंग) शविदेषताओ ंका अनतुमान लगानदे कदे शलए, इसकदे गतुणों की ततुलना व अतंर करें। ●● जो गतुण शदखाई दें, उनकदे आधार पर धाततुओ ंऔर अधाततुओ ंको पररभाशषत करें।●● पररभाषा कदे आधार पर और भी उदाहरण (जैसदे— लोहा, तांबा), जो उदाहरण नहीं हैं (जैसदे— प्लाशसटक, लकडी) शवपरीत उदाहरण (जैसदे— पारा) और भी दें।

    गशतशवशि 4

    गशतशवशध 2 में चयशनत शवषयों कदे आधार पर प्रतयदेक शवषय कदे शलए शिक्षण काडचा सदे उपयतुक्त शिक्षण पद्धशत को चतुनें। शिक्षण की उस पद्धशत का चयन करनदे कदे कारण पर चचाचा करें।

    मानदडं 4— तकनीक/उपकरण/ई-सामग्ीशवषयवसततु कदे सवरूप और शजस पद्धशत को अपनाया जाना ह,ै उसकदे साथ उनकी उपयतुक्तता कदे अनतुसार उपयतुक्त आई.सी.टी. उपकरण और संसाधन चतुनदे जा सकतदे हैं।

    छद््म पररशसिशतयों में प्ययोग– आई.सी.टी. द्ारा उन वसततुओ ंको शदखाया जा सकता ह,ै शजन्हें कक्षा में आसानी सदे सतुलभ नहीं कराया जा सकता ह।ै उदाहरण कदे शलए, उन वसततुओ ंको लाना जो धाततु या अधाततु हैं और ततुलना व संकतु चन द्ारा धाततुओ ंऔर अधाततुओ ंकी पररभाषा शनधाचाररत करनदे कदे शलए उसकदे गतुणों का परीक्षण करना। इसकदे शलए, अनतुकरण का उपयोग शकया जा सकता ह।ै

    सलाइि की प्सतुशत– धाततुओ ं और अधाततुओ ं को पररभाशषत करना और उनकदे उदाहरण ददेना।

    सवंादातमक गशतशवशियाँ (जैसे H5P)– समहू गशतशवशध द्ारा धाततुओ ंतथा अधाततुओ ंकदे बीच ततुलना और अतंर करवाना। शिर उन्हें समानता कदे आधार पर वगथीकृत कर धाततुओ ंऔर अधाततुओ ं की पररभाषा शनधाचाररत करना। (http://nroer.gov.in पर H5P संवादातमक सामग्ी ददेखें)।

    अत: यह शिक्षक पर शनभचार करता ह ै शक वह शिक्षण-अशधगम पद्धशत पर आधाररत उपयतुक्त माधयम का उपयोग करें। यह समझना भी महतवपणूचा ह ै शक एक शिक्षक पररचय, वयाखया, सारांि आशद जैसदे उद्देशयों पर आधाररत आई.सी.टी./मीशडया माधयमों का भी चयन

  • 190 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    कर सकता ह।ै इस प्रकार, यह समझना आवशयक ह ैशक प्रतयदेक पद्धशत की अपनी क्षमता ह ैऔर उसी कदे अनतुसार उसकी आई.सी.टी. में भी अलग ज़रूरतें हैं। शिक्षक में शकसी भी पद्धशत का शवशलदेषण करनदे की क्षमता और आई.सी.टी. में उसकी शविदेष ज़रूरतों की जानकारी होनी चाशहए। तभी वदे उपयतुक्त आई.सी.टी. मीशडया माधयम का चयन कर पाएगँदे। सीखनदे कदे अनतुभवों में वयापक रूप सदे सतुधार लानदे कदे शलए कई नवीन तरीकों/पद्धशतयों, जैसदे— शफ़लप क्लास (कक्षा कदे बाहर, अक्सर ऑनलाइन, शनददेिातमक सामग्ी प्रदान करकदे पारंपररक िशैक्षक वयवसथा को उलटनदे वाली प्रणाली), बलेंडदेड लशन�ग, सहयोगी शिक्षण आशद का उपयोग शकया जा रहा ह।ै ई-सामग्ी या तकनीकी माधयम/यंत्रों का चयन करतदे समय शिक्षकों द्ारा शवचार शकए जानदे वालदे मानदडं—

    क्रम स.ं मानदिं शविेषताएँ

    1. लशक्षत समहू आयतुवगचा, पवूचा-ज्ान, सामाशजक सांसकृशतक पषृ््भशूम, सीखनदे की िलैी, भाषा, जनसांशखयकीय जानकारी, भावनातमक शवकास, क्षमता सतर, सामाशजक शवकास

    2. शवषय सटीकता, प्रासंशगकता, सामग्ी की शवसततृ सचूना, नवीनतम, पा््यरिम कदे अनतुरूप आशद।

    3. िकै्षशणक शववदेचन उद्देशय, सामग्ी पहुचँानदे का तरीका, मीशडया चयन, प्रसततुशत प्रारूप, सपष्ट संचार, पक्षपात सदे मतुक्त, सथानीय आवशयकताओ ंकदे शलए प्रासंशगकता, मलूयांकन कदे अनदेक तरीकदे , शिक्षाथथी की भागीदारी आशद।

    4. प्रसततुशत सौंदयचािासत्र, प्रदेरणा, अशभनव/रचनातमक, फॉन्ट, प्रभाव, मीशडया ततवों में सामजंसय, मथंन और संग्न, शविदेष आवशयकता वालदे बचचों कदे शलए उपयतुक्तता, जेंडर समानता पर चचाचा, बहुसंसकृशतवाद आशद।

    5. तकनीकी तकनीकी त्रतुशटयों सदे रशहत, ऑशडयो शवजतुअल गतुणवतिा, शनबाचाध संवादातमकता और संचालन, लाइसेंस आशद।

    6. प्रिासशनक शवचार लागत, शवतरण तंत्र, सहायता, सदेवाए,ँ प्रशिक्षण, रख-रखाव, ढाँचीय और तकनीकी आवशयकता, उपलबधता/प्राप्त करनदे का स्ोत

    कई मतुफ़त और सभी कदे शलए उपलबध सॉफ़टवदेयर हैं, शजनका उपयोग शिक्षण-अशधगम प्रशरिया और साथ ही ई-सामग्ी कदे शवकास कदे शलए शकया जा सकता ह।ै कतु छ सॉफ़टवदेयर शवषयों सदे संबंशधत हैं जो कक्षा में परसपरता में बढ़ोततरी करनदे कदे साथ-साथ सीखनदे की प्रशरिया में वयापक सतुधार कर सकतदे हैं। कतु छ सामान्य/शवषय शवशिष्ट सॉफ़टवदेयर हैं—

    सॉफ़टवेयर शे्णी

    शजओज्देबाGeogebra

    शवशिष्ट शवषय — गशणत

    कदे हगंमानKHangman

    शवशिष्ट शवषय — अगँ्देज़ी

  • 191शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    कलशज़यमKalzium

    शवशिष्ट शवषय — रसायन शवज्ान

    एवोगदेड्ोAvogadro

    शवशिष्ट शवषय — रसायन शवज्ान

    भतुवनBhuvan

    शवशिष्ट शवषय — भगूोल

    जी कॉमप्राइज़ एजतुकदे िनल सटूGComprise Educational Suit

    शवशिष्ट शवषय — प्राथशमक सतर कदे सभी शवषय

    ऑडाशसटीAudacity

    सामान्य

    ओपनिॉट वीशडयो एडीटरOpenshot Video Editor

    सामान्य

    फ्ीप्लदेनFreeplane

    सामान्य

    जीआईएमपीGIMP

    सामान्य

    टटचालबलॉकTurtleblock

    सामान्य

    सरैिचScratch

    सामान्य

    टक्स पेंटTux Paint

    सामान्य

    कई मोबाइल ऐप हैं, जो शिक्षण-अशधगम को सतुधारनदे में भी मदद करतदे हैं। उनमें सदे कतु छ हैं—

    1. एनाटॉमी 4डी (Anatomy 4D)2. ऑनलाइन लैबस (Online Labs)3. क्वीवर (Quiver)4. सकाईवय ूफ्ी (Skyview Free)

  • 192 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    5. आट्् सचा एडं कलचर (Arts and Culture)6. सटार टै्कर (Star Tracker)7. पीएच ईटी (Ph ET)8. सटॉप मोिन एशन मदेिन (Stop motion animation)9. सट्ीट शवय ू(Street View)

    10. कहूट (Kahoot) आशदयह शिक्षक की शज़ममदेदारी ह ै शक वह सीखनदे को प्रभावी बनानदे कदे शलए सामग्ी,

    शिक्षण-अशधगम की पद्धशत और संदभचा कदे आधार पर उपयतुक्त उपकरण का चयन करें।

    गशतशवशि 5गशतशवशध 4 में चयशनत सामग्ी और पद्धशत कदे आधार पर आई.सी.टी. काडचा कदे सदेट (श्रदेणी) सदे प्रतयदेक सामग्ी कदे शलए उपयतुक्त आई.सी.टी. साधनों की पहचान करें। उस आई.सी.टी. साधन को चतुननदे कदे पीछदे की वजह पर चचाचा करें।

    आई.सी.टी. शिक्षणिासत्र शवषयवसतु का समेकनशवषयवसततु और शिक्षणिासत्र कदे साथ आई.सी.टी. समदेशकत करना शिक्षकों की दक्षताओ ंपर शनभचार करता ह।ै हो सकता ह ैशक अशधकांि कक्षाएँ पूरी तरह सदे आई.सी.टी. आधाररत सत्र न हों, बशलक वह शमशश्रत कक्षाएँ हो, शजसमें आई.सी.टी. आधाररत गशतशवशधयों को पारंपररक शिक्षण/सीखनदे कदे अनतुभवों कदे साथ शमशश्रत शकया जाता ह।ै अभयास और शिक्षणिासत्र, प्रौद्ोशगकी और शवषय ज्ान (तकनीकी शिक्षािासत्र और शविदेष ज्ान TPACK) पर आधाररत आई.सी.टी. को एकीकृत करनदे का कौिल शिक्षण, सीखनदे और मलूयांकन में मदद करता ह।ै आई.सी.टी. का समदेकन इस तरह साथचाक होना चाशहए शक यह शकसी अन्य पारंपररक शिक्षण सहायक का शवकलप बननदे कदे बजाय शिक्षाशथचायों द्ारा ज्ान कदे सजृन को बढ़ावा ददे।

    आई.सी.टी. एकीकृत गशतशवशियों के शलए उदाहरणशवषय— शवज्ानकक्षा— आ्अधयाय— फसल उतपादन और प्रबंधनशवषय— फसलें और फसल कदे प्रकार

    सीखने के प्शतफल• कृशष, फसल, खरीफ, रबी, नकदी और खाद् फसल तथा इन िबदों को पररभाशषत करें।• शवशभन्न प्रकार की फसलों कदे उदाहरण दें।• रबी की फसल और खरीफ की फसल, खाद् फसल और नकदी फसल तथा संकर फसल

    और पारंपररक फसल कदे बीच कदे अतंर को सपष्ट करें।

  • 193शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    • फसलों को खरीफ, रबी, नकदी और खाद् फसलों में वगथीकृत करें।• मानव जीवन में कृशष कदे महतव पर प्रकाि डालें।

    प्मुख शवचार• फसल— जब एक ही तरह कदे पौधों को बडदे पैमानदे पर एक जगह पर उगाया व जोता

    जाता ह।ै• कृशष— शवज्ान की वह िाखा जो खाद् उतपादन की शवशधयों सदे संबंशधत ह।ै• खरीफ की फसल— बाररि कदे मौसम में उगायी जानदे वाली फसल ह।ै• रबी की फसल— सशदचायों में उगायी जानदे वाली फसल ह।ै• संकर फसलें— वदे फसलें होती हैं, शजनका दो अतंःप्रजात पौधों सदे परागण करतदे हुए

    उतपादन शकया जाता ह।ै • नकदी/वाशणशजयक फसलें— ऐसी फसल, जैसदे शक तंबाकू, शजन्हें पितुओ ंकदे चारदे कदे बजाय

    सीधदे शबरिी कदे शलए उगाया जाता ह।ै

    पूव्श-ज्ान• फसल, कृशष आशद का ज्ान• उपयोगी पौधों और जानवरों का वगथीकरण• शवशभन्न पौधों और जानवरों का उपयोग• पौधों और जानवरों में पोषण

    आई.सी.टी. एकीकृत अशिगम अनुभव• संवादातमक (इटंरैशक्टव) शक्वज़ (जैसदे— कहूट) का उपयोग करना, कृशष संबंशधत जो पवूचा-

    ज्ान आपकदे पास ह,ै उसको जाँचें। • उपयोगी पौधों और जानवरों को याद रखनदे कदे शलए इटंरैशक्टव (संवादातमक) डै्ग एडं ड्ॉप

    एशक्टशवटी (जैसदे— H5P) का उपयोग करना। • छात्र इस बलॉग पर फसलों कदे प्रकार कदे बारदे में पढ़ें— https://testbook.com/blog/

    crops-in-india-gk-notes-pdf/ और अलग-अलग समहूों में पढ़दे गए पा्ों कदे आधार पर शवशभन्न प्रकार की फसलों पर चचाचा करें। एक समहू कदे रूप में शवद्ा शथचायों नदे जो पढ़ा ह,ै उसकदे आधार पर शडशजटल इन्िोग्ाशि़क (दृशय संचार का एक रूप) तैयार करें (इसकदे शलए Easel.ly एलवाई जैसदे ऑनलाइन साधन का उपयोग शकया जा सकता ह)ै।

    • शिक्षक शवशभन्न प्रकार की फसलों कदे नमनूदे (छशवयों या वीशडयो का उपयोग करकदे ) शदखा सकतदे हैं और प्रतयदेक प्रकार की फसल कदे बारदे में बता सकतदे हैं।

    • शवद्ाथथी इटंरनदेट द्ारा हर प्रकार की फसलों का उतपादन करनदे वालदे प्रमतुख राजयों का पता लगाएगँदे। (वदेबसाइट शलंक शिक्षक द्ारा शदया जा सकता ह)ै।

    • भारत में प्रमतुख फसल क्षदेत्रों को दिाचानदे वालदे भारत कदे मानशचत्र का उपयोग करतदे हुए शिक्षक, भारत में फसल शवतरण पर चचाचा कर सकतदे हैं। India https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Major_crop_areas_India.

    • माइडं मपै का उपयोग करकदे शनष्कषचा शनकालना (शिक्षक इटंरैशक्टव माइडं मपै का भी उपयोग कर सकतदे हैं)।

  • 194 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    • पतुनरीक्षण कदे शलए ददेखें (अशतररक्त स्ोत) ■ https://youtu.be/mFmCrN9nVXE ■ https://youtu.be/IrwRM244lPQ ■ https://youtu.be/WZeNnoGETnI

    शवसतृत रूप से सीखने के शलए गशतशवशियाँ • दतुशनया भर में उगाई जानदे वाली प्रमतुख फसलों का पता लगाए।ँ उन्हें शवशव मानशचत्र पर

    शचशनित करें।• चचाचा मचं पर “प्रतयदेक प्रकार की फसल की वशृद्ध कदे शलए आवशयक िततें” पर आप क्या

    सोचतदे हैं, उसदे साझा करें। साथ ही “पयाचावरण संरक्षण में मदेरी भशूमका” पर शडशजटल पोसटर भी बनाए।ँ

    • अपनदे आस-पास चल रही शवशभन्न कृशष गशतशवशधयों का पता लगाए ँऔर उनकी एक सचूी बनाए।ँ

    • आनतुवांशिक संिोशधत फसलों (जदेनदेशटक मॉशडफाइड रिॉप्स-जीएम रिॉप्स) कदे बारदे में जानकारी एकत्र करें।

    मूलयांकन• फसलों कदे प्रकारों और इसकदे उदाहरणों (H5P) पर बहुशवकलपीय प्रशन• फसलों कदे वगथीकरण की वकचा िीट (गगूल िॉमचा)• “ओट्स, मटर, बीन्स एडं बालदे ग्ो,” यह गीत (https://youtu.be/‘wmYJueP9kA)

    पर ददेखें। शकसी भी अशभनव तरीकदे सदे फसलों कदे प्रकारों कदे बारदे में आपको जो जानकारी ह,ै उसको बतानदे कदे शलए एक वीशडयो प्रसततुशत तैयार करें।

    भडंारण खाद डालना शसंचाई

    रबी की फसल

    जटू

    रदेिा

    कपासनकदी फसल

    लकडी

    वगथीकृत

    कटाई भदेड

    बकरीभैंसगाय

    सतुअर

    मतुगथी पालन

    मधतुमक्खी पालन

    सीप की खदेती

    भडंारणमछली पालन

    जल संसकृशत

    खरीि की फसल

    मौसम कदे अाधार पर

    औषधीय फसल

    उपयोग कदे आधार पर

    प्रतयारोपण

    शमट््टी की तैयारी

    कदे रदेिास

    शजनमें िाशमल हैं

    शजनमें िाशमल हैं

    शजनमें िाशमल हैं

    खोती

    पितुधन का प्रबंधनशजनमें िाशमल हैं

    उदाहरणओमामेंटल

    होगा

    हो सकता है िीत ऋततु वषाचा ऋततुदालें

    तदेल का उतपादन

    सशबज़याँ

    खाद् फसलें

    खाद् फसल

    बतुआई फसलें

    मवदेिी/दतुगध उतपादन

    पितुपालन

    पौधदे

    बंदगोभीबागबानी फसलें

    संकर फसलें

    मसालदे

    मछली पालन

    फसल उतपादन कदे चरण

    रदेिम की खदेती(रदेिम उद्ादेग)

    कृशष

    ततपरता

    जानवर

  • 195शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    गशतशवशि 6 (शवसतृत पठन)

    नीचदे शदए गए शलंक में आई.सी.टी. माधयमों कदे बारदे में शिक्षकों कदे शलए कदे शलए दी गई अशतररक्त जानकारी को पढ़ें http://cemca.org.in/ckfinder/userfiles/files/Technology%20% 20For% 20Teachers_Low.pdf

    प्रतयदेक समहू एक सॉफ़टवदेयर और एक मोबाइल ऐप पर जाएगा और शसखानदे-सीखनदे में सॉफ़टवदेयर और मोबाइल एदेप की उपयोशगता पर एक लदेख (150 िबद) तैयार करदेगा। इस लदेख को पोटचाल पर पोटचाफोशलयो कदे रूप में प्रसततुत करें।

    सारांिसजृन

    दतुशनया सदे जतुडना

    एक-दसूरदे सदे जतुडना

    आई.सी.टी. सजृन

    आई.सी.टी. कदे साथ परसपर संबंध सथाशपत करना

    लोगों तक पहुचँकर अतंर को पाटना

    कक्षा वातावरण

    शिक्षाथथी की शविदेषताएँ

    सामग्ी कदे शलए महतिा

    शिक्षाथथी कदे शलए उपयतुक्तता

    आई.सी.टी. की वयाखया करनदे में कतु िलता

    लागत

    पतुन: प्राशप्त संग्हण

    शडशजटल सचूना

    शवषयवसततु, संदभचा और शिक्षणिासत्र कदे आधार पर उपयतुक्त आई.सी.टी. का चयन

    कक्षा में उशचत ढंग सदे प्रयोग

    आई.सी.टी. समदेकन

    आई.सी.टी.-शिक्षणिासत्र समेकन

    शवषयवसततु का शवशलदेषण करें और शवषयवसततु कदे सवरूप का पता लगाएँ

    सामग्ी कदे सवरूप कदे अनतुसार उपयतुक्त शिक्षणिासत्र का पता लगाएँ

    शिक्षणिासत्र कदे अनतुसार उपयतुक्त आई.सी.टी. का चयन

    साथचाक ढंग सदे शवषयवसततु, शिक्षणिासत्र और आई.सी.टी. में समदेशकत करें

    ्यों?

    ्या?

    कैसे?

    िदे रबदलभदेजनाप्राप्त करना

    पोर्टफोमियो गमिमिमियाँ 1. शनमनशलशखत कायचा करकदे पररणाम को जमा करें।

    शसिशत 1कलपना करें शक आप भाषा शिक्षक हैं और शनमनशलशखत शसथशत पर शवचार करें।

    आप हमदेिा कशवता का गायन करकदे पढ़ातदे हैं और आपनदे इस अनतुभव को अपनदे अन्य शमत्रों कदे साथ साझा शकया ह ैशक यह तरीका अशधक कारगर ह।ै अन्य सकूलों में पढ़ानदे वालदे आपकदे दोसत भी कशवता का गायन करकदे पढ़ाना पसंद करतदे हैं। वह आपसदे अनतुरोध करतदे हैं शक शजन कशवताओ ंको आप गातदे हैं, वदे उन्हें भी भदेजें। अपनी आवाज़ में गायन की गई कशवता भदेजकर उनकी मदद करें। अपनी पसंद की शकसी एक कशवता पर शवचार करें—

    आई.सी.टी.

  • 196 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    उदाहरण 1“हरी डाल पर लगी हुई थी

    नन्हीं सतुन्दर एक कलीशततली उससदे आकर बोली

    ततुम लगती हो बडी भली ....”

    उदाहरण 2“My house is red – a little house;

    A happy child am I.I laugh and play the whole day long,

    I hardly ever cry...”

    शसिशत 2 कलपना करें शक आप कक्षा 3 को पढ़ानदे वालदे गशणत शिक्षक हैं और शनमनशलशखत शसथशत पर शवचार करें।

    आपनदे कक्षा में कागज़ को मोडकर (पदेपर फोशलडंग) हवाई जहाज बनानदे की शवशध को दिाचाया। आप शवद्ाशथचायों को घर पर हवाई जहाज बनानदे और अगलदे शदन उसदे कक्षा में लानदे कदे शलए कहतदे हैं। इस हवाई जहाज बनानदे की गशतशवशध को दिाचातदे हुए अपनदे शवद्ाशथचायों की मदद करें, ताशक वदे घर पर उसकदे अनतुसार हवाई जहाज बना सकें ।

    शसिशत 3कलपना करें शक आप प्राथशमक कक्षा कदे पयाचायवरण अधययन शिक्षक हैं।

    1. आप इटंरनदेट पर जानकाररयाँ खोजनदे में माशहर हैं। एक अन्य शिक्षक अन्य सकूल में पयाचावरण अधययन ही पढ़ाता ह।ै वह चौथी कक्षा का एक अधयाय “फ्ॉम द शवंडो” पढ़ाना चाहता ह।ै वह अपनदे शवद्ाशथचायों को एक नदी पर बनदे पतुल कदे ऊपर सदे ट्देन कदे गतुजरनदे का अनतुभव वीशडयो कदे माधयम सदे ददेना चाहता ह।ै लदेशकन वह इटंरनदेट का उपयोग करनदे में कतु िल नहीं ह।ै ऐसदे वीशडयो खोज कर और उसदे शिक्षक सदे साझा करकदे उसकी मदद करें।

    2. अपनी शवषयवसततु सदे संबंशधत अपनी पसंद कदे शकसी भी शवषय का चयन करें। चयशनत शवषय में अाई.सी.टी. एकीकृत शिक्षण/अशधगम/मलूयांकन शवचारों में कहाँ समाशहत हो सकता ह,ै उसको शचशनित करें और शनमनशलशखत शववरण प्रसततुत करें—●● शवषयवसततु●● श्रदेणी ●● अधयाय●● शवषय●● सीखनदे कदे प्रशतिल●● मतुखय शवचार/सामग्ी क्षदेत्र (कवरदेज़)

  • 197शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

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    ●● पवूचा-ज्ान●● आई.सी.टी. समदेशकत अशधगम कदे अनतुभवों कदे शलए योजना●● आकलन कदे शलए योजना

    गमिमिमियों का सचंािन करने के मिए परािर्टदािाओ ंहेिु मनददेर

    गशतशवशि 1— आई.सी.टी. की अविारणा कयो समझनापरामिचादाता इस कायचाकलाप को दो तरीकों सदे कर सकतदे हैं—

    1. यशद इटंरनदेट की सतुशवधा उपलबध नहीं ह—ै शिक्षाशथचायों सदे आई.सी.टी. शकस संदभचा पर बात करता ह,ै उस पर उनकदे शवचारों को साझा करनदे कदे शलए कहें और सभी शवचारों को फ्ीमाइडं जैसदे माइडं मपै टूल का उपयोग करकदे िाशमल कर लें। प्रशतशरियाओ ंकदे आधार पर परामिचादाता आई.सी.टी. की अवधारणा कदे बारदे में चचाचा करें।

    2. यशद इटंरनदेट की सतुशवधा उपलबध ह—ै परामिचादाता शकसी भी सहयोगी उपकरण, जैसदे मेंटीमीटर, का उपयोग कर सकता ह ैऔर प्रशतशरियाए ँएकत्र कर सकता ह।ै प्रशतशरियाओ ंकदे आधार पर परामिचादाता आई.सी.टी. की अवधारणा कदे बारदे में चचाचा करें।

    गशतशवशि 2— आई.सी.टी. के शलए सामग्री का सवरूप और सभंावनाशवषय कदे आधार पर समहू में सीखनदे वालदे (छात्रों की कतु ल संखया कदे आधार पर एक ही शवषय कदे शलए अनदेक समहू बना लीशजए) शिक्षाशथचायों को सत्र कदे अतं तक एक ही समहू में बनदे रहनदे कदे शलए कहें। प्रतयदेक समहू को सामग्ी काडचा का एक सदेट दें। शदए गए काडचा सदे उन्हें शवषय का चयन करनदे कदे शलए कहें। उन्हें गशतशवशध को समहू में शनमनशलशखत कायचा करनदे कदे शलए शनददेि दें—●● चयशनत शवषयवसततु में सदे अपनी पसंद कदे शवषय चतुन लें।●● उस शवषय कदे सीखनदे कदे प्रशतिलों को सचूीबद्ध करें।●● सीखनदे कदे प्रशतिलों को हाशसल करनदे कदे शलए, कम सदे कम तीन प्रमतुख शवचारों/सामग्ी की पहचान करें।●● शवषयवसततु कदे सवरूप का शवशलदेषण करें।

    शिक्षाशि्शयों कयो शनमनशलशखत शववरण तैयार करने के शलए कहें—शवषयवसततुश्रदेणीशवषयसीखनदे कदे प्रशतिलसामग्ी क्षदेत्र 1. सामग्ी 12. सामग्ी 23. सामग्ी 3

  • 198 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    उदाहरण के शलए,शवषय— शवज्ानकक्षा— आ्अधयाय— फसल उतपादन और प्रबंधनशवषय— फसलें और फसल कदे प्रकारसीखन कदे प्रशतिल—• कृशष, फसल, खरीफ, रबी, नकदी और खाद् िसल, इन िबदों को पररभाशषत करें।• फसलों को खरीफ, रबी, नकदी और खाद् िसलों में वगथीकृत करें।• शवशभन्न प्रकार की फसलों कदे उदाहरण दें।• रबी की फसल और खरीफ की फसल, खाद् फसल और नकदी फसल तथा संकर फसल

    और पारंपररक िसल कदे बीच कदे अतंर को सपष्ट करें ।सामग्ी क्षदेत्र—• कृशष, फसलों की अवधारणा• िसलों कदे प्रकार— खरीि, रबी, संकर, नकदी, और वाशणशजयक फसलें• शविदेषताओ ंकदे आधार पर फसलों का वगथीकरण

    शकसी भी समहू को प्रसततुत करनदे कदे शलए कहें। प्रसततुशत कदे आधार पर, सामग्ी शवशलदेषण और आई.सी.टी. का उपयोग करनदे की संभावना कदे बारदे में जाननदे कदे शलए इस तरह कदे शवशलदेषण की आवशयकता पर चचाचा करें।

    गशतशवशि 3— अपने सदंभ्श कयो जाननाइस गशतशवशध को सत्र खतम होनदे कदे बाद चचाचा मचं/समहू में शनमनशलशखत प्रशनों पर शवचार करनदे कदे शलए एक शवसताररत गशतशवशध कदे रूप में शदया जा सकता ह—ै

    1. इस गशतशवशध को करनदे कदे शलए शकन आई.सी.टी. सतुशवधाओ ंकी ज़रूरत ह?ै क्या यदे सतुशवधाए ँआपकदे शवद्ालय में उपलबध हैं?

    2. क्या गशतशवशध में प्रयतुक्त/आवशयक आई.सी.टी. आपकी कक्षा कदे सभी प्रकार कदे शिक्षाशथचायों कदे शलए उपयतुक्त ह?ै क्या आपको लगता ह ैशक अलग-अलग शिक्षाशथचायों कदे शलए अलग-अलग आई.सी.टी. की आवशयकता होती ह?ै

    गशतशवशि 4— सामग्री और सदंभ्श के आिार पर उपुय्त पद्धशत/नीशत की पहचान करनागशतशवशध 2 कदे समहूों कदे साथ गशतशवशध को जारी रखें। प्रतयदेक समहू को शिक्षणिासत्र काडचा का एक सदेट दें। गशतशवशध 2 में शचशनित की गई प्रतयदेक सामग्ी को शसखानदे कदे शलए समहू को एक तरीकदे /नीशत को शचशनित करनदे कदे शलए कहें।

  • 199शिक्षण, अशधगम और आकलन में आई.सी.टी.…

    मॉड््यलू 6

    सामग्री पद्धशत/नीशत

    सामग्ी 1 पद्धशत/नीशत 1

    सामग्ी 2 पद्धशत/नीशत 2

    सामग्ी 3 पद्धशत/नीशत 3

    पद्धशत/नीशत कदे चयन और चयन करनदे की वजह प्रसततुत करनदे कदे शलए शकसी भी समहू सदे पछूें। प्रशतशरियाओ ंकदे अनतुसार, सामग्ी और संदभचा कदे आधार पर पद्धशत/नीशत कदे चयन की प्रशरिया पर चचाचा करें।

    गशतशवशि 5— उपुय्त आई.सी.टी. की पहचान करनासमान समहूों कदे साथ गशतशवशध जारी रखें। प्रतयदेक समहू को आई.सी.टी. काडचा का एक सदेट दें। समहू को चयशनत पद्धशत/नीशत को धयान में रखतदे हुए सामग्ी कदे शलए एक उपयतुक्त आई.सी.टी. को शचशनित करनदे कदे शलए कहें।

    सामग्री पद्धशत/नीशत आई.सी.टी.

    सामग्ी 1 पद्धशत/नीशत 1 आई.सी.टी. 1

    सामग्ी 2 पद्धशत/नीशत 2 आई.सी.टी. 2

    सामग्ी 3 पद्धशत/नीशत 3 आई.सी.टी. 3

    पद्धशत/नीशत कदे चयन और चयन करनदे की वजह प्रसततुत करनदे कदे शलए शकसी भी समहू सदे पछूें। प्रशतशरियाओ ंकदे अनतुसार, सामग्ी और संदभचा कदे आधार पर पद्धशत/नीशत कदे चयन की प्रशरिया पर चचाचा करें।

    यशद इटंरनदेट की सतुशवधा उपलबध ह ैऔर सहयोग कदे शलए संभावना ह,ै तो परामिचादाता शनमनशलशखत ताशलका बना सकतदे हैं और सामग्ी को जोडनदे कदे शलए इसदे समहूों कदे साथ साझा कर सकतदे हैं शजसकदे आधार पर चचाचा की जा सकती ह।ै

    समूह सामग्रीसझुायी गई शिक्षण-अशिगम

    पद्धशत/नीशतउपुय्त आई.सी.टी.

    समहू 1 सामग्ी 1 पद्धशत/नीशत 1 आई.सी.टी. 1

    सामग्ी 2 पद्धशत/नीशत 2 आई.सी.टी. 2

    सामग्ी 3 पद्धशत/नीशत 3 आई.सी.टी. 3

    समहू 2 सामग्ी 1 पद्धशत/नीशत 1 आई.सी.टी. 1

    सामग्ी 2 पद्धशत/नीशत 2 आई.सी.टी. 2

  • 200 शनष््ा — प्रशिक्षण पैकदे ज

    मॉड््यलू 6

    सामग्ी 3 पद्धशत/नीशत 3 आई.सी.टी. 3

    समहू 3 सामग्ी 1 पद्धशत/नीशत 1 आई.सी.टी. 1

    सामग्ी 2 पद्धशत/नीशत 2 आई.सी.टी. 2

    सामग्ी 3 पद्धशत/नीशत 3 आई.सी.टी. 3