bahl - 302 उर ाखड म ु िव िव ालय · 2018-06-02 · 1.3.2 ह...

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BAHL - 302 उराखड म िविवालय मानिवक िवाशाखा िदी भाषा : उव एव िवकास

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  • BAHL - 302

    उ�राख�ड मु� िव�िव�ालय मानिवक� िव�ाशाखा

    िहंदी भाषा : उ�व एवं िवकास

  • िवशेष� सिमित

    �ो0 एच0पी0 श�ुला �ो0 सयकाम िनदशेक, मानिवक� िव�ाशाखा िह�दी िवभाग इ�नू, नई िद�ली उ राख"ड म$ुिव%िव�ालय ह�&ानी, नैनीताल

    �ो.आर.सी.शमा' िह�दी िवभाग अलीगढ़ िव%िव�ालय,अलीगढ़

    डा0 शशांक श�ुला डा0 राजे�- कैड़ा अिस0ट2ट �ोफेसर, िह�दी िवभाग एकेडेिमक एसोिसएट उ राख"ड म$ु िव%िव�ालय, िह�दी िवभाग, ह�&ानी, नैनीताल उ राख"ड म$ु िव%िव�ालय, ह�&ानी, नैनीताल पाठ्य�म सम� वयक, संयोजन एवं संपादन

    डा0 शशांक श�ुला डा0 राजे�- कैड़ा अिस0ट2ट �ोफेसर, िह�दी िवभाग, एकेडेिमक एसोिसएट िह�दी िवभाग, उ राख"ड म$ु िव%िव�ालय, उ राख"ड म$ु िव%िव�ालय, ह�&ानी, नैनीताल ह�&ानी, नैनीताल इकाई लेखक इकाई सं�या

    डा0 शशांक श�ु ला 1, 2, 3, 4, अिस0ट2ट �ोफेसर, िह�दी िवभाग, उ राख"ड म$ु िव%िव�ालय, ह�&ानी, नैनीताल

    डॉ. िदलीप पा"डेय 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 िहदंी िवभाग, रजा राजक�य 0नातको र महािव�ालय, रामपुर, नैनीताल

    कापीराइट@उ�राख�ड मु� िव�िव�ालय सं�करण: 2015 सीिमत िवतरण हतेु पवू� �काशन �ित �काशकः उ�राख�ड म�ु िव�िव�ालय, ह"#ानी ,नैनीताल -263139 मु$क : �ीिमयर ि�ंिटंग �ेस, जयपरु उ�राख�ड म�ु िव�िव�ालय, ह"#ानी ,नैनीताल -263139 ISBN - 978-93-84813-63-5

  • ख� ड 1 – िह�दी भाषा एवं िलिप प�ृ ठ सं� या

    इकाई 1 िहंदी भाषा का उ�व एवं िवकास 1-10

    इकाई 2 िहदंी: उपभाषाएँ एवं बोिलयाँ 11-19

    इकाई 3 भारतीय संिवधान एवं िहदंी 20-31

    इकाई 4 दवेनागरी िलिप: उ�व एवं िवकास 32-44

    ख� ड 2 – िह�दी भाषािव�ान पृ� सं�या

    इकाई 5 �विन िव�ान-1 (�वन िव�ान) 45-64

    इकाई 6 �विन िव�ान-2 (�विनम ि!या) 65-85

    इकाई 7 "प िव�ान 86-101

    इकाई 8 वा#य संरचना 102-121

    इकाई 9 अथ(िव�ान 122-139

    इकाई 10 अ�य )याकरिणक इकाईयाँ 101-172

    इकाई 11 िहदंी क. श0द-संपदा 173-208

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 1

    इकाई 1 हिन्दी भाषा का उद्भव एवं हवकास इकखईकीरूपरेाणख

    1.1 प्रस्तखशनख

    1.2 पखठकखउद्द्े

    1.3 ििन्दीभखषखकखउद्भशएशंिशकखस

    1.3.1 भखषखअर्थएशंपरराभखषख

    1.3.2 ििन्दीभखषख-परराच

    1.3.3 ििन्दीभखषखकखउद्भशएशंिशकखस

    1.4 ििन्दीभखषखऔराुखनकीकराणकखप्रश्न

    1.5 ििन्दीऔराउददथकखप्रश्न

    1.6 सखराखंश

    1.7 शब्दखशयी

    1.8 अभ् खसप्रश्नोंकेउत्तरा

    1.9 संदभथग्रन्र्सदची

    1.10 सिख क/उप ोगीपखठ् सखुग्री

    1.11 िनबन्धखत्ुकप्रश्न

    1.1 प्रस्तावना एु.ए.ििती शषथकेततृी प्रश्नपत्रकी िप्रर्ुइकखईि।ै िण् ििन्दीभखषखएशं

    ियिपसे संबंिधति।ै ििन्दीभखषखकखसम्बन्धभखराोपी परराशखरासेि।ेभखराोपी भखषखपरराशखरा,

    संसखराकखसबसेबड़खभखषखपरराशखराि।ैइसीभषखपरराशखराुेंसंस्कृत, ििन्दीजसैीभखषखएँआती

    ि।ै ििन्दीभखषखकीयम्बीसखंस्कृितकपराम्पराख रािी ि।ै संस्कृतजसैी सुदृ्धभखषख के दख को

    स्शीकखराकराके ििशकिसतिुईि।ैशौरासेनीअपभ्रशसेििन्दीभखषखकेिशकखसकोिस्र्रािक ख

    ग खि।ैशौरासेनीअपभ्रशंकखसंबंधशदरासेनप्रदशेशउसकेआस-पखसकेक्षेत्रसेरािखि।ैभखषख

    शजै्ञखिनक दृिि से प्रखकृत भखषख के क्रुशः कई भदे िो ग े- शौरासेनी, पैशखची, ुिखराखष्ट्री,

    अधथुखगधीएशंुखगधी।ििन्दीशउसकीबोिय ोंकखसम्बन्धउपराोक्तअपभ्रशंोंसेिीिुआि।ै

    ििन्दीभखषखकेशयएकभखषखनिींि,ै अिपतकएकसंस्कृिति।ैििन्दीभखषखएकजखती चेतनखि।ै

    ॉ.राखुिशयखसशुखथििन्दीकोएक‘जखित’ (िशराखटसंस्कृित)केरूपुेंिीदणेतेिैं।कखराण ि

    िक िअपनेुेंुखत्रएकभखषखनिींि,ै अिपतककईबोिय ों/भखषखओंकीजखती संस्कृितको

    सुटेेएकिशराखटसंस्कृिति।ै

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 2

    ििन्दी भखषख कख पररादृ् इतनख व् खपक िै िक इसके कई स्र्खनी रूप श शिैय खँ

    प्रचियतिोगईि।ैअिणयभखराती संदभथ केकखराण इसके व् खकरािणकरूपोंुेंभी िकंिम्बत

    परराशतथनिोग ेिैं।अतःइससंबंधुेंुखनकीकराणकखप्रश्नभीउठणड़खिोतखि।ैििन्दीऔरा

    उददथकेसंदभथकखप्रश्नभीिशशखिदतरािखि।ेउददथ, ििन्दीकीएकशयैीिै खस्शतंत्रभखषख? इसप्रश्न

    कोसखििित् क, धखिुथक, राखजनीितक-सखम्प्रदखि ककईदृिि ोंसेदणेखग खि।ैइसप्रश्नपराभी

    िुइसइकखईुेंअध् नकराेंग।े

    1.2 पाठ का उद्दशे्य बी.ए.एच.एय-302ििन्दीभखषखएशंियिपनखुकण् की िप्रर्ुइकखईि।ैइस

    इकखईकेअध् नकेपश्चखत्आप-

    भखषखकेअर्थकोसुझसकें ग।े

    ििन्दीभखषखकेउद्भशएशंिशकखसकीप्रिक्र खकोसुझसकें ग।े

    ििन्दीभखषखकीजनपदी बोिय ोंसेपररािचतिोसकें ग।े

    ििन्दीऔराउददथकेअतंसथम्बन्धकोसुझसकें ग।े

    भखषखऔराुखनकीकराणकेप्रश्नकोसुझसकें ग।े

    1.3 हिन्दी भाषा का उद्भव एवं हवकास ििन्दीभखषखकेउद्भशएशंिशकखसकीरूपरेाणखकीसुझकेियएभखषखकीसुझिोनख

    अिनशख थि।ै ििन्दीभखषखकीसम्प्रेषणी तखऔराउसकेसखुखिजकसराोकखराकीसुझके ियए

    भीभखषखकीसुझआश् कि।ै

    1.3.1 भाषााः अर्थ एविं परिभाषा

    भखषख् खि?ै िुभखषखकखव् शिखरा् ोंकरातेिैं? िदिुखरेापखसभखषखनिोतीतो

    िुखराखजीशनकैसखिोतख? भखषखकखुदयउद्द्े ् खि?ै जसेेढेराोंप्रश्नगिरेािशचखराकीुखँगकराते

    िैं।‘भखषख’ धखतकसेउत्पन्नभखषखकखशखिब्दकअर्थि-ैबोयनख।शख द िव् खख् खतबप्रचियत

    िुईिोगीजबुनकष्ट् केशयबोयतखर्ख, खनीउससु तकियिपकखआिशष्ट्कखरानिींिुआ

    र्ख।प्रश्न ििैिकिबनखबोये् खुनकष्ट् रािसकतखि?ै शस्तकतःभखषखसखुखिजकतखकखआधखरा

    ि.ै.....ुनकष्ट् केसुस्तिचंतनशउपयिब्ध ोंकखआधखराि।ेइसकखअर्थ िनिींिैिकपशक-

    पिक्ष ों के पखसकोईभखषख निीं िोती, उनके पखसभीभखषख िोती िै िकन्तक शे उसभखषखकख

    िय खन्तराणनिींकरासकेिैं।भौितकआश् कतखओंसेऊपराकखिचंतनशिशकखसिबनखभखषख

    केसंभशिीनिींि।ेिुभखषखुेंसीचतेिैं......भखषखुेंिीिचंतनकरातेिैं िदुनकष्ट् सेउसकी

    भखषखछीनयीजख ेतोशिपशकतकल् िोजख ेगख।आजअनकेभखषखएँसंकटकेुकिखनेपराणड़ी

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 3

    ि,ै दराअसय िसंकटसभ् तखशसंस्कृितकखभीिैतोभखषखकखुदयकख थिैसम्प्रेषण।िजस

    व् िक्तकेपखससम्प्रेषणकेिजतनेकखरािोशउतनीिीिशिध खँशपद्धित खँणोजयेतखि।ैकर्न

    केइतनेप्रकखराशढंगुनकष्ट् केसम्प्रेषणकेिीप्रकखराि।ैसम्प्रषेणकीप्रिक्र खुेंकु-से-कुदो

    व् िक्त ों कख िोनखआश् क ि।ै खनी इस प्रिक्र ख ुें एक शक्तखऔरा एक श्रोतख कख िोनख

    आश् कि।े इसप्रिक्र खुें एकतीसराखतत्शऔरािोतख िैऔरा शििैसम्प्रेषणकखकथ् ।

    सम्प्रेषणकेकथ् कखतखत्प थशक्तखकेसंदशेसेि।ैऔराइससखराीप्रिक्र खकखअिंतुयक्ष् एक

    णखसप्र ोजनकीप्रखििि।ैइनसखराीप्रिक्र खकोिुइसआरेाणकेुखध् ुसेसुझनेकखप्र खस

    कराें-

    3. संदशे

    1. शक्तख 2.श्रोतख=4. कथ् /संदशेकखप्र ोजन

    भखषख सम्प्रेषण की ि प्रिक्र ख प्रखर्िुकऔराआधखराभदत ि।ै ुनकष्ट् के भखषख सम्प्रेषण की

    िशशेषतखिैिक िध्शिनएशंउच्चररातध्शिन ोंकीप्रतीकव् शस्र्खसेसंचखियतिोतीि।ैजब

    भखषखको परराभखिषतकराते िुएकिख ग ख ि-ै ‘‘भखषख उच्चररात ध्शिन प्रतीकोंकी खदृिच्छक

    श्रृंणयखि’ै’ स्पििै िकुकणिखराखउच्चररातध्शिन ोंकोिीभखषख केअतंगथतसुखिशि िक ख

    जखतख ि।ै सम्प्रेषण केऔरा भी कई रूप िैं जसैे- आणँ िखराख, स्पशथ िखराख, गधं िखराख, इशखरेा

    िखराख,....... इत् खिद....।िुसखुखन् रूपसेसखरेाुखध् ुोंकखप्र ोगकरातेिैंयेिकनभखषखकेुदय

    रूपुेंउच्चररातकखिीप्र ोगकरातेिैंुनकष्ट् कीभखषखप्रतीकबद्धढंगसेसंचखियतिोतीि।ैिरा

    शब्दअपनेियएएकप्रतीकराचतेिैं, चकनतेिैं।औराशिप्रतीकएकददसरेाशब्दसेिभन्नआर्थ

    िय ेिुएिोतखि।ैभखषख के इसप्रतीकबद्धव् शस्र्खकोिुएकआरेाणकेुखध् ुसेसुझ

    सकतेिैं-

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 4

    प्रतीकोंकेिनुखथणआधखरा(सखभखराइग्नद)

    को

    (प्रतीकोंकेसम्प्रेषणकीव् शस्र्ख)

    शक्तख संदशे श्रोतख

    (अर्थ खअिभप्रख )

    ुखध् ु

    इसप्रिक्र खुेंसम्प्रेषणकेियएआश् कि:ै1. शक्तख2. श्रोतख3. ुखध् ु4. को व् शस्र्ख-

    िजसकेसंदशेकोश्रोतखओंतकपिुचँख खजखतखि।ै4. प्र ोजन/

    1.3.2 ह न्दी भाषा: परिचय

    जबिु ििन्दीभखषखशब्दकख व् शिखराकराते िैं तबिुखरेासखुने तीनअर्थ तीनि।ै

    एक-ऐसीभखषख, िजसकखउत्तराभखरातकेयोगसखुखन् बोयचखयुेंइसकखप्र ोगकरातेि।ैदो-

    ुखनकििन्दी, जोसखिित् शसंस्कृितकखप्रतीकि।ैतीन-जोभखरातकीराखजभखषखिैऔरािजसकख

    प्र ोगसराकखराीकखु-कखजकेियएिक खजखतखि।ै िखँिुप्रुकणरूपसेििन्दीभखषखकीबखत

    करारािेिैं। ििन्दीभखषखकेिशकखसक्रुको1000ई.सेुखनग खि।ैििुखय सेिशन्ध् खचयश

    राखजस्र्खनसेयेकराबंगखयतकइसकखके्षत्रुखनखग खि।ै18बोिय ोंकेसं कक्तदख कोयेकरा

    इसभखषखकखगठनिुआि।ैभखषखकेरूपुेंइसकखिशस्तखरापदशथकेप्रेदश(बंगखरा, उिड़ ख)तकिैं,

    जिखँकीििन्दीब्रजबकियि,ै शिींपिश्चुकेप्रदशेगकजराखती, राखजस्र्खनीएशंइिक्षण-पिश्चुीभखषख

    ुराखठीतकइसकखप्रसखराि।ैइसीप्रकखराउत्तराीके्षत्रुेंििुखचयप्रदशेशजम्ुदतकतर्खदिक्षणके

    प्रदशेुेंिदैराखबखद(दकनीििन्दी)तकइसकखप्रसखराि।ै

    1.3.3 ह न्दी भाषा का उद्भव एविं हवकास

    ििन्दीभखषख के िशकखसकखसम्बन्धअपभ्रशं सेजकड़ख िुआि।ै संस्कृतभखषख सेकई

    प्रखकृतों िशकिसत िुई औरा उन प्रखकृतों से अपभ्रंश। इन अपभ्रशंों से आधकिनक भखराती

    आ थभखषखओंकखजन्ुिुआ। ॉ0धीरेान्रशुखथनेआधकिनकआ थभखषखओंकखशगीकराणइस

    प्रकखरािक खि-ै

    उत्तराी - िसंधी, यिदंख, पंजखबी

    पिश्चुी - गकजराखती

    ुध् दशेी - राखजस्र्खनी, पिश्चुीििन्दी, पदशीििन्दी, िबिखराी, पिखड़ी,

    पदशी - ओिड़ ख, बंगयख, असिु ख

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 5

    दिक्षणी - ुराखठी

    जबिक ॉ0िग्र सथनकखशगीकराणइसप्रकखराि ै -

    (क) बखिराीउपशखणख

    प्रर्ु - उत्तराी-पिश्चुीसुकदख

    1. यिदंखअर्शखपिश्चुीपंजखबी

    2. िसन्धी

    ििती - दिक्षणीसुकदख

    3. ुराखठी

    ततृी - पदशीसुकदख

    4- ओिड़ ख

    5- िबिखराी

    6- बखंगयख

    7- असिु ख

    (ण) ुध् उपशखणख

    चतकर्थ - बीचकखसुकदख

    8- पदशीििन्दी

    (ग) भीतराी उपशखणख

    पंचु - कें री अर्शखभीतराीसुकदख

    9- पिश्चुीििन्दी

    10- पंजखबी

    11- गकजराखती

    12- भीयी

    13- णखनदशेी

    14- राखजस्र्खनी

    पष्ठ - पिखड़ीसुकदख

    15- पदशीपिखड़ी(नेपखयी)

    16- ुध् खकें री पिखड़ी

    17- पिश्चुीपिखड़ी

    स्र्दयरूपुेंिुआधकिनकभखराती आ थभखषखओंको1000ई0केआस-पखससेुखनसकतेिैं।

    भखराती भखषखकेिशकखसक्रुकोप्रुकणतःतीनचराणोंुेंिशभक्तिक खग खि-ै

    1. ििन्दीभखषखकखआिदकखय(1000-1500ई0तक)

    2. ििन्दीभखषखकखुध् कखय(1500से1800ई0तक)

    3. ििन्दीभखषखकखआधकिनककखय(1800ई.केबखदसेआजतक)

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 6

    भखराती आ थभखषख:िशकखसक्रु

    भखराती आ थभखषखओंकेिशकखसक्रुकोइसप्रकखरासुझखजखसकतखि।ैभखराती आ थभखषख

    केिशकखसक्रुकोतीनचराणखपेंुेंिशभक्तिक खग खि।ैभखषखिशकखसक्रुकोआइएदणेें-

    1. प्रखचीनभखराती आ थभखषख(1500ई.पद.से500ई.पद.)

    2. ुध् कखनीनभखराती आ थभखषख(500ई.पद.से1000ई.तक)

    3. आधकिनकभखराती आ थभखषख(1000ई.सेअबतक)

    1- ह न्दी भाषा का आहदकाल

    भखषखिशकखसक्रुकेअध् नकीप्रिक्र खुेंिुनेदेणखिक1000ई.केआस-पखस

    कखसु भखषखकीदृििसेिनणखथ किबन्दकिेंइसिबन्दकपराअपभ्रशंकोकें चकयउतखराकराभखषख

    आधकिनकभखराती आ थभखषखओंुेंढयनखप्रखराम्भकरादतेीि।ैभखषखकीदृििसेइसकखयको

    ‘संक्रखितकखय’ किखजखसकतखिै् ोंिकअपभ्रंशभखषखअपनखस्शरूपपरराशितथतकरारािीर्ी।

    सन्1000से1200ई0तककखसु िशशषेरूपसे, इससंदभथुेंयिक्षतिक खजखसकतखि।ै

    इसकखयकेअपभ्रंशको‘अशिट्ट’ नखुदेिद खग खि।ैिश्खपितनेकीितथयतखकीभखषखको

    ‘अशिट्ट’ िीकिखि।ैकक छयोगोंनेइसेिी‘पकराखनीििन्दी’ (चन्रधराशुखथगकयेराी)किखि।ैतखत्प थ

    ििकििन्दीभखषखअपनेिनुखथणकीप्रिक्र खसेगकजरारािीर्ी।णड़ीबोयीकखआरािम्भकरूप

    अुीराणकसराोतर्खबखदुेंकबीराकेसखिित् ुेंस्पि तखिुयनेयगतेिैं।जनै, बौद्ध, नखर्, योक

    किशआिदकेुखध् ुसेििन्दीभखषखकेिशिशधरूपिुेंदणेनेकोिुयतेिैं।राखजस्र्खनी-णड़ी

    बोय-अपभ्रशंकेिुश्रणसे‘ि ंगयशैयी’ कखप्रचयनिआु।इससंबंधुेंश्रीधराको‘राणुय

    छंद’ शकल्यौयकिशकी ‘ढोयखुखरूराखदोिख’ प्रितिनिधराचनखएंिैं। राखसोसखिित् केऊपरा

    ि ंगय, शयैीकखप्रभखशदेणखजखसकतखि।ेइसीप्रकखराअपभ्रशंभखषखकेब्रजभखषखकेिुश्रणसे

    िपंगय’ शयैीकखजन्ुिुआ।इसीप्रकखराणड़ीबोयीऔराफखरासीकेप्रभखश से ‘ििन्दशी’ की

    शयैीप्रचियतिुई।अुीराणकसराोइसशयैीकेप्र ोक्तखि।ै

    2- ह न्दी भाषा का मध्यकाल

    ििन्दीभखषखकखुध् कखय1500ई.से1800ई.तकि।ैइससु तकणड़ीबोयी

    भखषखकेरूपुेंअिस्तत्शयेचककीर्ी, येिकनअशधीएशंब्रजभखषखिीसखििित् कदृििसेसुदृ्ध

    भखषखएंबनपखईर्ीं। ्िपुौिणकसम्प्रेषण -सखुखिजकसम्प्रेषणकीभखषख केरूपुेंणड़ी

    बोयीयोकुेंबराखबराचयरािीर्ी।भखषखकीदृििसेइसेििन्दीभखषखकखस्शणथकखयकिखग ख

    ि।ै सदरा, तकयसी, ुीराख, रािीु, रासणखन, केशशजसेै सैक ो ो़ किश ों ने इसकखय केभखषख एशं

    सखिित् कीशिृद्धकीि।ै

    ििन्दीभखषखकीदृििसेददसराखपरराशतथन ििुआिकफखरासीशब्दोंकखबड़ीसंख् खुेंसुखशशे

    िोग ख।तकयसी, सदराजसैकिश ोंकीभखषखपराभीइसप्रभखशकोदणेखजखसकतखि।ै

    3- ह न्दी भाषा का आधुहिककाल

    ििन्दीभखषखकेआधकिनककखयुें1800ई0 केबखदकेसु कोराणखग खि।ैइस

    सु तकग्केरूपुेंणड़ीबोयीकीराचनखएँप्रकखशुेंआनीशकरूिोजखतीि।ैअकबराके

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 7

    दराबखराीकिश गगंकी ‘चन्रछन्द बराननकी ुििुख’ तर्ख राखुप्रसखद िनरंाजनीक’ भखषख ोग

    शिशष्ठ’ कीराचनखओंुेंिुेंणड़ीबोयीग्कखदशथनिोतखि।ेइसीक्रुुेंस्शखुीप्रखणनखर्की

    ‘शणेुीराखजीकखिकस्सख’ भीुित्शपदणथराचनखि।ेयेिकनणड़ीबोयीकखशखस्तिशकप्रसखराफोटथ

    िशिय ुकॉयेजकीस्र्खपनखकेबखदिोतखि।ै

    अगं्रेजी राखज् केसकचखरूरूप सेचयखने के ियएअगं्रेजोंने ििन्दीभखषखुें पखठ् पकस्तकें बड़ी

    संख् ख ुें तै खराकराशखई...कक छ केअनकशखदकख थकराशख े। बखईिबय के ििन्दीअनकशखद ने भी

    ििन्दीभखषखकेप्रचखरा-प्रसखराुेंअपनख ोगदखनिक ख।10-11शींसदीकीराचनख‘राखउयशेय’ ुें

    िीणड़ीबोयीकेदशथनिोनेशकरूिोजखतेिैं, िकन्तकआधकिनककखयुेंआकराउसकखिशशषे

    प्रसखरािोतखि।ैफोटथिशय ुकॉयेजकेिप्रंिसपयिगयक्रखइस्टकेिनदशेनुें, यल्यदयखय, इशंख

    अल्यखणखँ ने भखषखकीपकस्तकें तै खराकराशखने ुें ुददकी। इसकेअितरराक्तसदखसकणयखयश

    सदय िुश्रकख ोगदखनभीकुनिीं ि।ै इसीसु पत्र-पित्रकखओं के प्रकखशनने भी ििन्दी

    भखषख के प्रचखरा-प्रसखरा ुें भी ुित्शपदणथ ोगदखन िद ख। भखरातेन्दक िरराशचन्र के आगुन से

    णड़ीबोयीकेप्रसखराुें कगखन्तकखराीपरराशतथनआ ख।किशतखकीभखषखपियेब्रजऔराअशधी

    िुआकरातीर्ी, अबणड़ीबोयीुें भीकिशतखएँ िोनेयगीं। ग् के के्षत्रुें तो कगखन्तकखराी

    परराशतथनआ खिी।ग्कीनईिशधखएँउपन् खस, किखनी, जीशनी, आत्ुकर्ख, संस्ुराणआिद

    ििन्दीभखषखकोिुयीं।ििन्दीभखषखनेफखरासी, अगं्रेजीएशंअन् खन् भखषखओंकेशब्दोंकोग्रिण

    िक ख.....।

    अभ् खसप्रश्न1

    1. िटप्पणीकीिजए।

    1- ििन्दीभखषखकखआिदकखय

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ...............................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    2- भखषख : अर्थएशंपरराभखषख

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ...............................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ...............................................................................................................

    2. सत् /असत् कखचकनखशकीिजए।

    1. णड़ीबोयीकीउत्पित्तअधथुखगधीअपभ्रशंसेिुईि।ै

    2. राखुिशयखसशुखथने‘ििन्दीजखित’ कीअशधखराणखपराबयिद खि।ै

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 8

    3. ििन्दीभखषखकेिशकखसक्रुको1000ई0केआस-पखससेुखनखजखतखि।ै

    4. ििन्दीभखषखुें18बोिय खँिैं।

    5. ुराखठीदिक्षणीसुकदख केअतंगथतुखनीजखतीि।ै

    1.4 हिन्दी भाषा और मानकीकरण का प्रश्न िुनेअध् निक खिकििन्दीभखषखकखके्षत्री िशस्तखराबिुतज् खदखि।ैअयग-अयग

    बोिय ोंएशंजनपदी िशस्तखराकेशिैशध् केकखराणििन्दीभखषखुेंप खथिअसुखनतखएँदेणनेको

    िुयती िैं।भखषख िशिशधतख केभौगोियक -ऐितिखिसककखराणिोते िैं। ऐितिखिसककखराणोंसे

    भखषखिनत् परराशितथतिोतीराितीि.ै...अतःप्रश्नभखषखकेपकराखनेरूपोंऔरान ेरूपोंकेबीचउठ

    णड़खिोतखि।ैइसीप्रकखराभौगोियकपरराशशेकीिभन्नतखकेकखराणभीएकिीभखषखुेंिशभदे

    उत्पन्निोजखतेिैं।ुखनकभखषखकोच नकीप्रिक्र खकिखग खि।ैिॉगनकेशब्दोंुेंभखषखके

    रूपकोको बद्धकरानेकीप्रिक्र खुखनकीकराणि।ैुखनकीकराणकखतखत्प थ ििै िकिकसी

    भखषख केघटकोंुेंजो िशकल्पि,ै उनुें सेएक िशकल्पकोस्शीकृतकराअन् ख िशकल्पोंको

    अस्शीकृतकरािद खजख े।सुखजिखराखिकसीएकरूपकखच निक खजख ,े ुखनकीकराणकख

    िप्र ोजनि।ैभखषखिचंतकों/व् खकराणिशदोंिखराखभखषखकेिकसीिनिश्चतरूपोंकेच नकोिी

    ुखनकीकराणकिखग खि।ैुखनकीकराणकीप्रिक्र खबिुत िशस्ततृप्रिक्र खि।ै िकसीभखषख के

    ुखनकीकराणकेकईआधखराि।ैुखनकीकराणकेस्शरूपकोिनम्नइकखइ ोंकेुखध् ुसेसुझख

    ग खि।ैएकआरेाणकेुखध् ुसेिुइसेअच्छेढंगसेसुझसकतेिैं-

    ुखनकीकराणकखस्शरूप(आरेाण)

    उच्चखराण शणथकीआकृितशणथु खयखशतथनीव् खकरािणकसंराचनखएँशब्द

    इसी प्रकखरा ििन्दीभखषख के ुखनकीकराण के संदभथ ुें भीकई िशसंगित खँ दणेनेको िुयी िैं,

    िजनकेिनराखकराणकखप्र खससु -सु परािक खग खि।ै ेप्रश्नदशेनखगराीशणथु खयखकेसंदभथ

    ुें, ििन्दीशतथनीुखनकीकराणकेसंदभथुेंिशशेषरूपसेउठख ेग ेिैं।

    1.5 हिन्दी और उददू का प्रश्न ििन्दीऔराउददथभखषखएकिीभखषखएँिैं खस्शतंत्ररूपसेअयगभखषखएँ? उददथ, ििन्दी

    कीएकशयॅीिै खउससेस्शतंत्रकोईभखषख? इनप्रश्नोंकीसुझआश् कि।ै‘उददथ’ शब्दकख

    औरािशशराकेअर्थुेंिय खग खि।ैुकगयिशशराोंकेआस-पखसबसेबखजखराऔरासैिनकोंकी

    बोयचखयकीभखषखकेरूपुेंउददथभखषखकखजन्ुिुआुखनखजखतखि।ैिखंयखिकददसराखशगथइस

    तकथ सेसुिुनिींि।ैभखषखशजै्ञखिनकुतऔरासखर्िी राखजनीितक-धखिुथकपक्षभी इसी के

    सखर्जकड़तेग े।फयतः िप्रश्नभीउयझतखग ख।उददथकेसंदभथुें‘रेाणतख’ शब्दकखप्र ोगभी

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 9

    िक खग खि।ै1700ई.ुेंबयीदकनीकेदिक्षणसेिदल्यीआनेकीघटनखसेरेाणतखकखसंबंध

    जोड़खग खि।ैरेाख्तखकोफखरासीजखननेशखयेयोगभीसुझसकतेर्ेऔराििन्दीसुझनेशखये

    योगभी।धीरेा-धीरेाइसभखषखुेंअराबी-फखरासीकेशब्दबढ़तेग ेऔरा िभखषखकीएकनई

    शयैीकेरूपुेंप्रचियतिोगई।

    1.6 सारांश बी.ए.एच.एय. 302की इस इकखई -ििन्दी भखषख कख उद्भश एशं िशकखस -कखआपने

    अध् निक ख।इसइकखईकेअध् नकेपश्चखतआपनेजखनखिक-

    प्रखकृत भखषख से कई अपभ्रंशों कख िशकखस िुआ। शौरासेनी, पैशखची, ुिखराखष्ट्री, अधथुखगधीएशंुखगधी।ििन्दीभखषकखसम्बन्धशौरासेनीअपभ्रशंसेि।ै

    ििन्दीभखषखअपनेजनपदी िशस्तखराकेकखराणएकजखती संस्कृितकखरूपग्रिणकखचककी ि।ै राखुिशयखसशुखथ जसेै िशिखन इसीकखराण ििन्दीको ‘एकजखित’ किते िैं।

    िखंयखिकइसव् खख् खसेरिशड़शअन् संस्कृित ोंसेििन्दीकेिशभदेकीसंभखशनखभी

    बढ़जखतीि।ै

    भखषखकीव् शस्र्खुेंशक्तख, श्रोतख, संदशेशसंदशेकखप्र ोजनअिनशख थरूपसेजक ेो़राितेिैं।

    ििन्दीभखषखुें5उप-भखषखएँऔरा18बोिय खँि,ै जोसखंस्कृितकरूपुेंएक-ददसरेासेजकड़ीिुईि।ै

    ििन्दीभखषखकेिशकखसक्रुकोतीनकखयोंुेंिशभक्तकरािद खग खि-ै 1. ििन्दीभखषखकखआिदकखय(1000- 1500ई.)

    2. ििन्दीभखषखकखुध् कखय (1500- 1800ई0)

    3. ििन्दीभखषखकखआधकिनकखय(1800-सेअबतक)

    1.7 अभ्यास प्रश्नों के उत्तर (1) 2. 1- असत्

    2- सत्

    3- सत्

    4- सत्

    5- सत्

    1.8 शब्दावली दख - प्रभखश, प्रेराणख

    िकंिचत - ुखुदयी, र्ोड़ख

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 10

    ियप् खन्तराण - भखषखकेुौिणकरूपकोियिपबद्धकरानख

    खदृिच्छक - इच्छखनकसखरा, िनिश्चत िसद्धखन्त से िट करा भखषख कख अर्थ सकिनिश्चतकरानख।

    ुखनकीकराण - भखषखकेिकसीिनिश्चतरूपोंकखच नकरानख।

    1.9 संदभू ग्रन्थ सदची 1. ििन्दी भखषख कख उद्भश औरा िशकखस - ितशखराी, उद नखराख ण, िकतखबुिय,

    इयखिखबखद, संस्कराण1965।

    2. ििन्दी भखषख कख इितिखस (2) - इिंदराख गखंधी राखष्ट्री ुकक्त िशश्विश्खय , ुखनिशकी

    िश्खपीठ, अगस्त2010।

    1.10 सिायक/उपयोगी पाठ्य सामग्री 1. ििन्दीसखिित् कखइितिखस-शक्य, राखुचन्र, नखगराीप्रचखरराणीसभख, शखराखणसी।

    2. ििन्दीभखषखकखइितिखस,शुखथ,धीरेान्र,इन्दकस्तखनीएके ेुी,इयखिखबखद

    1.11 हनबन्धात्मक प्रश्न 1. भखषखकेअर्थएशंपरराभखषखपरािशचखराकीिजए।

    2. ििन्दीभखषखकेउद्भशएशंिशकखसपरािनबन्धियिणए।

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 11

    इकाई 2 हिन्दी: उपभाषाएँ एवं बोहिया ँइकखईकीरूपरेाणख

    2.1 इकखईकीरूपरेाणख

    2.2 प्रस्तखशनख

    2.2 पखठकखउद्द्े

    2.3 ििन्दीःउपभखषखएँएशंबोिय खँ

    2.3.1 ििन्दीभखषखकखिशकखसक्रु

    2.3.2 ििन्दीउपभखषखएँबोिय खँ

    2.4 ििन्दीकीप्रुकणबोिय ोंकखपरराच

    2.5 भखषखऔराबोयीकखअंतसथम्बन्ध

    2.6 सखराखंश

    2.7 शब्दखशयी

    2.8 अभ् खसप्रश्नोंकेउत्तरा

    2.9 संदभथग्रन्र्सदची

    2.10 सिख क/उप ोगीपखठ् सखुग्री

    2.11 िनबन्धखत्ुकप्रश्न

    2.1 प्रस्तावना िपछयीइकखईुेंआपनेििन्दीभखषखकेउद्भशएशंिशकखसकखअध् निक ख।आपने

    अध् न िक ख िक संस्कृत, पखिय, प्रखकृत, अपभ्रशंआिद के िकस प्रकखरा ििन्दी भखषख कख

    िशकखसिुआ।संपदणथभखराती भखषखओंकेिशकखसक्रुकखभीआधकिनकभखराती आ थभखषखके

    सखर्जकड़खिुआि।ैिपछयीइकखईुेंिुनेचचखथकीभीिकििन्दीभखषखकेकईरूपसुखजुें

    प्रचियतिैं।कभी-कभीििन्दीकखअर्थबोयचखयकीणड़ीबोयीकेअर्थुेंिय खजखतखिैतो

    कभी-कभीसखििित् कििन्दीकेअर्थुें।अतःिुेंणड़ीबोयीिदल्यी, ुरेाठ, िबजनौरा, ुकराखबखद

    केआस-पखसबोयीजखनेशखयीएकबोयीिै, जबिक18बोिय ोंकेसुकच्च कखनखुििन्दी

    भखषखि।ैइसीियएइसे‘जबखन-ए-ििन्द’ जसैखनखुभीिद खग खर्ख।

    ििन्दीभखषखकखिशकखसक्रुिकसप्रकखरािशिभन्नुोड़ोंसेगकजराखि,ै इसकखअध् नआपनेकरा

    िय ख िै । िखँ िु ििन्दी की उपभखषखएँ एशं उनके अंतगथत बोयी जखनेशखयी बोिय ों के

    अतंसथम्बन्धकोसुझनेकखप्र खसकराेंग।े

    इसीसंदभथुेंिुभखषखऔराबोयीकेअतंसथम्बन्धकोभीसुझेंग।े

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 12

    2.2 पाठ का उद्दशे्य बी.ए.एच.एय.-302की िििती इकखईि।ैइसइकखईकेअध् नकेपश्चखत्आप-

    ििन्दीकेजनपदी आधखराकोसुझसकें गे।

    ििन्दीकीसखुखिसकप्रकृितकखअध् नकराेंग।े

    ििन्दीकीउप-भखषखएँएशंबोिय ोंकेबखरेाुेंजखनसकें ग।े

    ििन्दीकेबोय ोंएशंउनकेके्षत्रकेबखरेाुेंसुझसकें ग।े

    ििन्दीबोिय ोंकेअतंसथम्बन्धकोजखनसकें गें

    भखषखऔराबोयीकेअतंसथम्बन्धकोसुझसकें ग।े

    2.3 हिन्दीीः उपभाषाएँ एवं बोहलया ँ

    2.3.1 ह न्दी भाषा का हवकास क्रम

    ििन्दी भखषख के िशकखस क्रु के अध् न ुें िुने पढख ो़ िक ििन्दी भखषख कख संबंध

    आधकिनकभखराती आ खथभखषख से ि।ै प्रर्ुआ थभखषखकखकखय1500 से 500 ई. पदशथ तक,

    ििती आ थभखषखकखकखय500ई.0पद0 से येकरा1000ई.तकतर्खतीसराी खआधकिनक

    भखराती आ थभखषखकखकखय1000ई0सेअबतकिनधखथररातिक खग खि।ै

    इसीप्रकखराििन्दीभखषखकेिशकखसकखयकोभीतीनचराणोंुेंिशभक्तकरािद खग खिै।

    1. 1000 - 1500ई0

    2. 1500 - 1800ई0तर्ख

    3. 1800 - सेअबतककेकखयतक

    इसप्रकखराभखषखकखिशकखसकखयक्रुशःआगेबढ़तखग खि।ैििन्दीभखषख, जोकभीुखत्रकक छ

    जनपदोंकीबोयीर्ी, आजउसनेसखुखिसुरूपग्रिणकरािय खि।ै

    ििन्दीभखषखकेिशकखसक्रुको िददणेखजख ेतोकक छबखतेस्पििैं-

    1. भखषखक्रुशःजिटयतखसेसरायतखकीओदराबढी ो़ि।ै

    2. िक्र खरूपोंसेसरायीकराणकीप्रशिृत्तदणेनेकोिुयतीि।ै

    3. ििन्दीभखषखुेंग्रिणशीयतखकीप्रशिृत्ततीव्रिोतीगईि।ैुध् कखयतकइसनेअराबी-

    फ़खरासी के शब्द ग्रिण करा िय े र्े तर्ख आधकिनक कखय तकआते-आते इसने पकतथगखयी,

    फ्खंसीसीऔराअगं्रेजीकेशब्दप खथिुखत्रखुेंग्रिणिक ख।आजकीििन्दीभखषखतोअगं्रेजीसे

    ज् खदखिीप्रभखिशतिुईि।ै

    4. ििन्दीभखषखकेबोयनेशखयोंकीसंख् खुेंिनरान्तराशिृद्धिुईि।ैएकभखषखकेरूपुें ि

    आजिशश्वकीकक छप्रुकणभखषखओंुेंसेएकि।ै

    5. ििन्दीभखषखकेिशकखसक्रुकीएकिशशषेतखइसकखउन्नतसखिित् भीि।ैसु औरा

    संदभखथनककद यििन्दीभखषखनेअपनेको कग-परराशशेसेजोड़खि।ै

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 13

    2.3.2 ह न्दी उपभाषाएए एविं लिहलयाए

    आजिजसेिुििन्दीभखषखकितेिैं, उसुेंकोईएकभखषखनिींि,ै बिल्कइसुेंकईप्रदशेोंकी

    बोिय खँसिम्ुियतिैं।तो् खइसकख िअर्थयगख खजखसकतखिैिकििन्दीकखअपनखकोई

    क्षेत्र निीं ि?ै निीं ऐसख निीं किख जख सकतख। बड़ी/सुदृ्ध भखषखएँ अपनख िशस्तखरास िशिभन्न

    जनपदोंशपरराशशेोंुेंकरायेतीि।ैअतःउनकखजनपदिशस्ततृिोजखतखि।ैब्रजभखषख खअशधी

    भखषख स्शतंत्र भखषखएँ िैं। ख सदरा, तकयसी ििन्दी के किश निीं ि.ै............ इस प्रकखरा के तकथ

    िशिभन्नआयोचकोंिखराखप्रस्तकतिक ेग ेिैं।भखषखऔराबोयीकेभदेकोआधकिनककखयुें

    िशशेषरूपसेउठख खग खि।ेििन्दीकेसंदभथुेंएकप्रश्न िभीउठख खग खिेइसकीबोिय ों

    ुें परास्परा िभन्नतखकी िस्र्िति।ै एकिीभखषखकीबोिय ोंुें इतनखभदे उिचतनिींि।ै इस

    प्रकखराकेप्रश्नकोभखषखशजै्ञखिनकढंगसेिीसुझखजखसकतखि,ै ददसरेाििन्दीभखषखकीसंस्कृित

    केआधखरापराभीइनप्रश्नोंकखसुखधखनिक खजखसकतखि।ै

    ििन्दीभखषख केप्रसखराएशं िशस्तखराकखप्रश्नशिैश्वकिोचयखि।ैएिश ख केकईदशेोंुें ििन्दी

    भखषखबोयीऔरासुझीजखतीि।ैजबिकसैकड़ोंदशेोंुेंििन्दीभखषखकखअध् खपनकख थचय

    रािखि,ै इसप्रकखरा िसखंस्कृितकसंपकथ कखकख थकरारािीि।ै

    ििन्दीभखषख केक्षेत्री प्रसखराको ‘ििन्दीभखषीक्षेत्र’ किख ग ख ि।ै इसुें िदल्यी, उत्तराप्रदशे,

    िबिखरा, झखराण् , ुध् प्रदशे, छत्तीसगढ़, उत्तराखण् , ििुखंचय प्रदशे, िररा खणख, राखजस्र्खन

    इत् खिदप्रदशेआतेिैं।इनप्रदशेुेंबोयीजखनेशखयीबोिय ोंकोिुयखकराििन्दीभखषीप्रदशे

    बनतखि।ै िखँिुििन्दीकीउपभखषखएशंबोिय ोंकखपरराच दणेें-

    ह न्दी भाषा

    उपभाषा लिहलयाए

    1. पहिमी ह न्दी - 1. णड़ीबोयी

    2. बखंगरू खिररा खणशी

    3. ब्रजभखषख

    4. कन्नौजी

    5. बकन्दयेी

    2. पूवी ह न्दी - 1. अशधी

    2. शघयेी

    3. छत्तीसगढ़ी

    3. िाजस्र्ािी - 1. ुशेखती

    2. ुखयशी

    3. िखड़ौती(ज पकराी)

    4. ुखराशखड़ी(ुशेखड़ी)

    4. हल ािी - 1. भोजपकराी

    2. ुगिी

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 14

    3. ुिैर्यी

    5. प ाड़ी - 1. कक ुखऊँनी

    2. गढ़शखयी

    3. नेपखयी

    अभ्यास प्रश्न 1

    िटप्पणीकीिजए।

    1. ििन्दीभखषखकखिशकखसक्रु

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    2. ििन्दीउपभखषखएँएशंबोिय खँ

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    ..........................................................................................................................

    2- सत् /असत्सकखचकनखशकीिजए।

    1. कन्नौजीपिश्चुीििन्दीकीबोयीि।ै

    2. ििन्दीकी5उपभखषखएँिैं।

    3. अशधीपदशीििन्दीकीबोयीि।ै

    4. ुिैर्यीपिश्चुीििन्दीकीबोयीि।ै

    5. पिखड़ीुेंतीनबोिय खँआतीि।ै

    3.4 हिन्दी की प्रमुख बोहलयों का पहरचय ििन्दी भखषख के उपभखषखओं एशं बोिय ों कख आपने अध् न करा िय ख ि।ै 5

    उपभखषखओंएशं18बोिय ोंुेंिशभक्तििन्दीभखषखभखराती संस्कृितकीप्रितिनिधभखषखरािीि।ै

    अबिुििन्दीकीप्रुकणबोिय ोंएशंउपभखषखओंकखअध् नकराेंग।े

    1. पिश्चुीििन्दी

    ििन्दीकखउप-भखषखओंुेंसेसशखथिधकप्रुकणउप-भखषखकेरूपुेंपिश्चुीििन्दीकीगणनखकी

    जखतीि।ैइसउपभखषखकखक्षेत्रिदल्यी, ब्रज, िररा खणख, कन्नौजशबकंदयेण् केके्षत्रोंकोअपने

    ुेंसुटेेिुएिैं।णड़ीबोयीऔराब्रजभखषखकेकखराण िििन्दीकखप्रितिनिधउपभखषखपरराशखराि।ै

    आइएइसकीबोिय ोंकखसंके्षपुेंपरराच प्रखिकराें-

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 15

    (क) खड़ी लिली - णड़ी बोयीकखक्षेत्र ुरेाठ, िबजनौरा, ुकजफ्फरा, सिखरानपकरा,

    ुकराखदखबखद, राखुपकराआिदिजयेि।ैसखिित् कीदृििसेणड़ीबोयीकखसखिित् सशखथिधकसुदृ्ध

    ि।ै

    2. ब्रज - ब्रजभदिु ुें बोयी जखने शखयी भखषख कख नखु ब्रजभखषख ि।ै ुर्कराख,

    शृदंखशन केआस-पखसकख क्षेत्र, आगराख ुर्कराख, एटख, ुनैपकराी, फरूथ णखबखद, बकयंदशिरा, बदख दँ

    आिदिजयोंुेंब्रजभखषखबोयीजखतीि।ैसदरा, अिछखपकखसखिित् , िबिखराी, दशे, घत्रनंदसुते

    पदराखराीितकखय, जगन्नखर्दखसरात्नखकरा, िरराऔधजसेैकिश ोंकेसखिित् सेब्रजभखषखसुदृ्धि।ै

    व् खकरािणकदृिि सेओ/औकराखंत इसी िशशेषतख ि।ै ग ो, भयो, कि ो इत् खिदशब्द इसके

    उदखिराणिैं।

    3. कन्िौजी - कन्नौजीकखक्षेत्रपिश्चुीउत्तराप्रदशेकेइटखशख, फरूथ णखबखद,

    शखिजिखँपकराआिदिजयेिैं।कखनपकरा, िरादोईकेििस्सेभीकन्नौजीकेक्षेत्रिैं। िब्रजभखषखऔरा

    बकन्दयेीकेबीचकखके्षत्रि।ैणोटो, छोटो, ुरेाो, भ ो, बइठोइत् खिद‘ओ’ कखराखन्तभखषखकेरूप

    ुेंकन्नौजीकोदणेखजखसकतखि।ै

    4. लुन्देली - बकन्दयेण् जनपदकीबोयीकोबकन्दयेीकिखग खि।ैइस

    बोयीकखक्षेत्रझखँसी, जखयौन, सखगरा, िोशगंखबखद, भोपखयइत् खिदि।ै

    5. लाएगरू ( रियाणवी) - िररा खणख प्रदशे की बोयी को िररा खणशी किख

    ग खि।ै िबोयी िदल्यीकेकक द ििस्सोंुें, करानखय, राोितकअबंखयखआिद िजयोंुेंबोयी

    जखतीि।ैकोकेियएनेकखप्र ोगिररा खणशीकीिशशषेतखि।ै

    (ख) पूवी ह न्दी - पदशी ििन्दी ुें तीन बोिय खँ िैं- अशधी, बघयेी एशं

    छत्तीसगढ़ी।पदशीििन्दीउपभखषख, ििन्दीुेंिशिशिस्र्खनराणतखिै, ् ोंिकइसुेंतकयसीदखसश

    राखुचररातुखनसजसैीकृित खँिैं।आइएपदशीििन्दीकीबोिय ोंसेपररािचतिों।

    1. अवधी - अशधु् यकीबोयीकोअशधीकिखग खि।ैइसभखषख

    कख प्रुकण के्षत्र यणनऊ, उन्नखश, राख बरेायी, फैजखबखद, प्रतखपगढ़, इयखिखबखद, फतेिपकरा

    आिदिजयेआतेिैंराखुभिक्तशखणखकखकें न्रअशधु् यिीरािखि।ैइसभखषखुेंतकयसीदखस

    प्रुकणकिशिैं।

    2. लघेली - बघयेण् की बोयी को शघयेी किख ग ख ि।ै बघेयी ुें राीशखँ,

    जबयपकरा, ुखँ शख, बखयखघखटआिदिजयेआतेिैं।शघेयीुेंयोकसखिित् िुयतखि।ै

    3. छतीसगढ़ी - छतीसगढ़कीबोयीकोछतीसगढ़ीकिखग खि।ैुध् प्रदशे

    केराख पकरा, िशयखसपकरािजयेइसकेप्रुकणकेन्रिैं।

    (ग) िाजस्र्ािी - राखजस्र्खनी, ििन्दी कख प्रुकण उपभखषख ि।ै राखजस्र्खनी

    उपभखषख ुें चखरा बोिय खँ िैं। ुखराशखड़ी, ुगेती, ज पकराी एशं ुखयशी। राखसो सखिित् से येकरा

    आधकिनककखयतकराखजस्र्खनीसखिित् कखििन्दीपराप्रभखशदणेखजखसकतखि।ै

    1. जयपुिी - ज पकरा केन्रिोने केकखराण इसेज पकराीकिखग खि।ै इस

    बोयीकोढदँढख ो़यीभीकितेिैं।िख ैतीइसकीउपबोयीि।ैज पकराीबोयीकेके्षत्रकोटख, बदँदीके

    िजयेएशंज पकरािैं।

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    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 16

    2. मेवाती - ि राखजस्र्खनी के उत्तरा सीुख केअतंगथत बोयी जखती ि।ै

    इसकीप्रुकणउपबोयीअिीराशखटीि।ैुशेखतीअयबरा, भरातपकराऔगकड़गखँशकेिजयोंुेंबोयी

    जखतीि।ै

    3. मालवी - दिक्षणी राखजस्र्खन की बोयी को ुखयशी किख जखतख ि।ै

    ुखयशीकख ुकख् के्षत्र दिक्षणी राखजस्र्खन के बदँदी, झखयखशखड़ िजये तर्ख उत्तराी ुध् प्रदशे के

    ुदंसौरा, इदंौरा, रातयखुआिदिजयेआतेिैं। िबोयीगकजराखतीऔरापिश्चुीििन्दीकेबीचकी

    ि।ै

    4. मािवाड़ी - राखजस्र्खनीकीपिश्चुीबोयीकखनखुुखराशखड़ीि।े इसकख

    केन्र ुखराशखड़ ि।ै इसकख केन्र ुखराशखड़ ि।े इस बोयीकख केन्र जोधपकरा, बीकखनेरा, जसैयुरेा,

    उद पकराआिदिजयेिैं।ििन्दीसखिित् कीशीरागखर्खएँुखराशखड़ीुेंिीियणीग ीर्ीं।ुीराखकख

    कखव् ुखराशखड़ीुेंिीरािचति।ेइसप्रकखराराखजस्र्खनीकीबोिय ोंुेंुखराशखड़ीसखििित् कदृिि

    सेसशखथिधकपरराष्ट्कृति।ै

    (घ) हल ािी - इस उपभखषख कख केन्र िबिखरा िोनेके कखराण इसकख नखु

    िबिखराीप खि।ैिबिखराीउपभखषखुेंतीनबोिय खँिै-भोजपकराी, ुगिीएशंुिैर्यी।

    1. भिजपुिी - भोजपकराी, िबिखराीकीसशखथिधकबोयीजखनेशखयीबोयीि।ै

    िबिखराकखभोजपकरा िजयखइसबोयीकखकेन्रि।ैइसबोयीकेप्रुकणके्षत्रोंुें- बिय ख,बस्ती,

    गोराणपकरा, आजुगढ़, गखजीपकरा, जौनपकरा, शखराखणसी, िुजखथपकरा, सोनभर, चंपखरान, सिखरान, भोजपकरा,

    पखयखुऊआिदआतेिैं।इसप्रकखराइसबोयीकखकेन्रुकख् रूपसेिबिखराएशंपदशीउत्तराप्रदशे

    ि।ैभोजपकराीभखषखुेंप खथियोकसखिित् िुयतखि।ैकबीराजसेैबड़ेकिशकेऊपराभीभोजपकराी

    कखप्रभखशि।ैआजभोजपकराी िफल्ुोंने इसबोयीको राखष्ट्री एशंअंतराखथष्ट्री प्रिसिद्धदीि।ै

    भोजपकराीिशदशेोंुें-ुखराीशस, सदराीनखुुेंभीप्रचियतशयोकिप्र ि।ै

    2. मग ी - ुगध प्रदशेकी भखषख िोने के कखराण इसकख नखु ुखगधी

    पड़खि।ै िबोयीुकख् रूपसेिबिखराकेपटनख, ग खआिदिजयोंुेंबोयीजखतीि।ै

    3. मैहर्ली - िुिर्यखप्रदशेकीभखषखिोने केकखराणइसभखषखकखनखु

    ुिैर्यीिै। िबोयीप्रुकणरूपसेउत्तराीिबिखराएशंपदशीिबिखराकेचंपखरान, ुकजफ्फरापकरा, ुकगंरेा,

    भखगयपकरा, दराभगंख, पदिणथ खआिदिजयोंुेंबोयीजखतीि।ैुिैर्यीििन्दीकीभखषखिै खनिीं?

    इसप्रश्नकोयेकराुतै् निींि/ैशसैेपराम्पराखगतरूपसेुिैर्यीकोििन्दीभखषखकीबोयीके

    रूपुेंिीस्शीकृित िुयीिुईि।ैसखििित् कदृििसेुिैर्यी, िबिखराीउपभखषखकीबोिय ोंुें

    सशखथिधकसंपन्नि।ैुिैर्यकोिकयिश्खपिततोििन्दीभखषखकेगौराशिैिीं।आधकिनककिश ों

    ुेंनखगजकथनजसेैसुर्थकिशुिैर्यभखषखकीिुट्टीसेिीऊपजेिैं।

    (च) प ाड़ी उपभाषा - इसउपभखषखकखसंबंधपिखड़ीअचंयकीबोिय ों

    से जकड़ख िुआ ि,ै इसियए इसे पिखड़ी नखु िद ख ग ख ि।ै ििन्दी भखषख के पिखड़ी अचंय ुें

    उत्तराखण् श ििुखंचयप्रदशेकख के्षत्रआतखि।ै िग्र सथननेनेपखयीकोभीपिखड़ी केअतंगथत

    ुखनख र्ख। इस उपभखषख के दो भखग िक े ग े िैं- पिश्चुीऔरा ुध् शती। पिश्चुी पिखड़ी ुें

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 17

    जौनसखराी, चुोयी, भरशखिीआिदबोिय खँआती िै तर्ख ुध् शती पिखड़ी ुेंकक ुखऊँनी एशं

    गढ़शखयी।

    1. कुमाऊए िी - कक ुखऊँ ण् ुें जखने कखराण इस बोयी कख नखु कक ुखऊँ

    पड़खि।ै उत्तराखण् के उत्तराीसीुख/क्षेत्र इसकख केन्रि।ै िबोयी उत्तराखण् केउत्तराकखशी,

    नैनीतखय, अल्ुोड़ख, िपर्ौराखगढ़, चम्पखशतआिद िजयों ुें बोयी जखती ि।ै कक ुखऊँ बोयी ुें

    सुदृ्ध सखिित् िुयतख ि।ै कक ुखऊँ ने ििन्दी सखिित् को सकिुत्रखनंदन पंत, शणेरा जोशी,

    ुनोिरा् खुजोशी,इयखचन्रजोशीजसैेबड़ेसखिित् कखरािद ेिैं।

    2. गढ़वाली - उत्तराखण् के गढ़शखय ण् की बोयी िोने के कखराण

    इसकखनखुगढ़शखयीपड़खि।ै िबोयीप्रुकणरूपसेउत्तराकखशी, टेिराीगढ़शखय, पौड़ीगढ़शखय,

    दिक्षणी नैनीतखय, तराखई दिेराखददन, सिखरानपकरा, िबजनौरा िजयों ुें बोयी जखती ि।ै गढ़शखयी ुें

    सुदृ्ध योक सखिित् िुयतख ि।ै गढ़शखयी की उपभखषखओं ुें राखठी, श्रीनगराररा ख आिद िैं।

    गढशखय ु ंय ने ििन्दी सखिित् को पीतखम्बरा दत्त बर्थशखय, शीरेान ंगशखय औरा ुगंयेश

    बराखयजसैेख् खितनखुसखिित् कखरािद ेिैं।

    2.5 भाषा और बोली का अंतसूम्बन्ध िकसीभीसुदृ्धभखषखकीबोिय खँऔराउप-बोिय खँिोतीि।ै ििन्दीकेसंदभथुें ि

    प्रश्नउठख खजखतखरािखिै िकइसकेिशिभन्नरूप, के्षत्री िशभदेकोबढख ो़शखदतेेिैं।जबिक िी

    प्रश्न यैिटन, ग्रीक, फ्ें च, रूसी के संदभथ निीं उठख ख जखतख । जखििरा ि,ै इस प्रश्न के ुदय ुें

    राखजनीित ज् खदख िोती ि,ै र्खथर् कु। िकसी भी सुदृ्ध भखषख कख िशस्तखरा भौगोियक एशं

    सखििित् कदृििसेबिुतज् खदखिोतखि,ै इसियएएकबोयीसेददसराीबोयीुेंसम्प्रेषणी तखकी

    सुस् खणड़ीिोजखतीि।ैबोयी(1)औराबोयी(18)ुेंइतनखभौगोियकअंतरािोतखि,ै िक

    उनकेबीचसम्प्रेषणकीसुस् खउठनखस्शखभखिशकिीि।ैभखषखऔराबोयीकेअतंसथम्बन्धकख

    एकप्रश्न राखजनीितकऔरासखििित् कभीि।ै एकिीबोयी राखजनीितक-सखििित् ककखराणोंसे

    कभीबोयीबनजखतीिैऔराकभीभखषख।इससंदभथुेंभखषखशजै्ञखिनकोंनेयिक्षतिक खिैिक

    णड़ीबोयीजोकभीकक छ-एकजनपदोंुेंबोयीजखनेशखयीबोयीभी, राखजनीितक-सखििित् क

    कखराणोंसेभखषखकखरूपयेयेतीि।ैऔराकेशयभखषखिीनिींबनतीबिल्कएकसंस्कृितबन

    जखतीि।ै इसीप्रकखराुध् कखयकीब्रजभखषखएशंअशधीभखषखएँक्रुशःबोिय ोंकखरूप ये

    येतीि।ैइसप्रकखराभखषखऔराबोिय ोंकेअतंसथम्बन्धकोकईरूपोंुेंसुझखजखसकतखि।ै

    अभ् खसप्रश्न2

    1- रराक्तस्र्खनकीपदितथकीिजए।

    1. ब्रजभखषख.......................कीबोयीि।ै(पदशीििन्दी/पिखड़ी/पिश्चुीििन्दी)

    2. ुरेाठ...................कखक्षेत्रिैं।(ब्रजभखषख/णड़ीबोयी/अशधी)

    3. शृदंखशन..............कखक्षेत्रि।ै(अशधी/कन्नौजी/ब्रज)

    4. बिय ख................कखके्षत्रिैं।(बकन्दयेी/अशधी/भोजपकराी)

    5. िररा खणशी............ुेंबोयीजखतीि।ै(छतीसगढ़/करानखय/जबयपकरा)

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 18

    2- सत् /असत् कखचकनखशकीिजए।

    1. राख पकराुेंछतीसगढ़ीबोयीजखतीि।ै

    2. कोटखके्षत्रुेंज पकराीबोयी, बोयीजखतीि।ै

    3. जोधपकराके्षत्रुेंुखराशखड़ीबोयीजखतीि।ै

    4. ुगधके्षत्रुेंभोजपकराीबोयीजखतीि।ै

    5. चंपखरानुेंुगिीबोयीजखतीि।ै

    2.6 सारांश बी.ए.एच.एय.302की िइकखईििन्दीकीउपभखषखओंएशंबोिय ोंपराकें िन्रति।ै

    इसइकखईकेअध् नकेपश्चखत्आपनेजखनखिक -

    ििन्दी के कई रूप सुखज ुें प्रचियत िैं। बोयचखय की ििन्दी, कख खथय ी ििन्दी, सखििित् कििन्दी।

    णड़ीबोयीऔराििन्दीभखषखकीव् ंजनखकेअतंराकीसुझभीआश् कि।ैणड़ीबोयीकक छजनपदोंकीबोयीि,ै जबिकििन्दीभखषख18बोिय ोंकखसुकच्च ि।ै

    ििन्दी भखषख योचदखरा एशं गितशीय भखषख रािी ि।ै ििन्दी भखषख ने न केशय ददसराीभखषखओंकेशब्दोंकेग्रिणिक खि,ै अिपतकसम्शदेनखकखिशस्तखराभीिक खि।ै

    ििन्दीभखषखपिश्चुीििन्दी, पदशीििन्दी, राखजस्र्खनी, िबिखराीएशंपिखड़ीउपभखषखओंएशंइनउपभखषखओंकी18बोिय ोंसेिुयकराबनीि।ै

    पिश्चुीििन्दीप्रुकणउपभखषखि।ैइसुेंब्रजभखषखएशंणड़ीबोयीजसैीसुदृ्धभखषखएँिैं।

    भखषखऔराबोयीकखघिनष्ठसम्बन्धि।ैराखजनीितक, सखििित् ककखराणोंसेएकबोयी, भखषखकखरूपयेयेतीिैतोकभीभखषख, बोयीुेंपरराशितथतिोजखतीि।ै

    2.7 शब्दावली सुकच्च - संकयन, सखर्

    अतंसथम्बन्ध - आतंरराकसंराचनखकखजकड़खश

    संदभखथनककद य - दशे-कखय-पररािस्र्ितकेअनककद य

    ु् य - कईिजयोंकोिुयखकराबनखएकक्षेत्र।

    2.8 अभ्यास प्रश्नों के उत्तर 1-2.

    1. सत्

    2. सत्

    3. सत्

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 19

    4. असत्

    5. सत्

    2)1.

    1. पिश्चुीििन्दी

    2. णड़ीबोयी

    3. ब्रज

    4. भोजपकराी

    5. करानख

    2-

    1. सत्

    2. सत्

    3. सत्

    4. असत्

    5. असत्

    2.9 संदभू ग्रन्थ सदची 1. ििन्दीभखषखकखिशिशधरूप–इग्नद, ुखनिशकीिश्खपीठ, 2010।

    2.10 सिायक/उपयोगी पाठ्य सामग्री 1. ििन्दी औरा उसकी उपभखषखओं कख स्शरूप - सकु न, अबंख प्रसखद, ििन्दी सखिित्

    सम्ुयेन, प्र खग

    2.11 हनबन्धात्मक प्रश्न 1. ििन्दीकीउपभखषखएशंबोिय ोंकखपरराच दीिजए।

    2. पिश्चुीििन्दीपरािटप्पणीियिणए।

  • ह िंदी भाषा : उद्भव एविं हवकास BAHL - 302

    उत्तराखण् ुक्तिश्शिश्खय 20

    इकाई 3 भारतीय सहंवधान एवं हिन्दी इकखईकीरूपरेाणख

    3.1 प्रस्तखशनख

    3.2 पखठकखउद्द्े

    3.3 भखराती संिशधखनएशंििन्दी

    3.3.1 संिशधखनऔराििन्दी

    3.3.2 राखजभखषखअिधिन ु

    3.4 राखजभखषखएशंराखष्ट्रभखषखकखप्रश्न

    3.5 सखराखश

    3.6 शब्दखशयी

    3.7 अभ् खसप्रश्नोंकेउत्तरा

    3.8 संदभथग्रन्र्सदची

    3.9 सिख क/उप ोगीपखठ् सखुग्री

    3.10 िनबंधखत्ुकप्रश्न

    3.1 प्रस्तावना भखराती संिशधखनुें ििन्दीकोराखजभखषखकेरूपुेंुखन् खतिुयीि।ैअनकच्छेद343

    (1) केअनकसखराििन्दीसंघकीराखजभखषखि।ैभखराती भखषखओंुेंराखजभखषखबदयतीरािी।िकसी

    भी कगुेंराखजभखषखकखगौराशउस कगकीसुदृ्धभखषखकोिुयतखरािखि।ैिखंयखिकसुदृ्धतखकख

    कोई शस्तकगत ुखपद् निीं ि।ै कई बखरा राखजनीितक-धखिुथककखराणों से भी िकसी भखषख को

    राखजभखषखबनख िद खजखतख ि।ै ुकगयकखयुेंफखरासीभखरातकी राखजभखषखर्ी, येिकनफखरासी

    संपदणथदशे के िनशखिस ोंकीभखषखनिींर्ी।इसप्रकखरा राखजभखषखबनने केकईकखराकिोतेिैं।

    भखरात की राखजभखषख पिये संस्कृत र्ी, िफरा बौद्ध शखसन कखय ुें पखिय िुई, उकसे बखद

    प्रखकृत....।क्रुशःफखरासीऔराअगं्रेजीशखसनकखयुेंअगं्रेजी।यम्बेसंघषथकेपश्च�