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ISSN 0972-5636

सलाहकार समिमत िनदशकराशअपरप षिकशसनापषि अधzwjयकषअषशषि राजरानी अधzwjयकषपरकाशनपरभाग एमषसराजअनिर

सपादकीय समिमत अकादििकसपादक षजिनzwjदरकमारपाटीदार िखzwjयसपादक शििाउपपल

अनय सदसय राजरानी रजनाअरोडा उिाशमामा मधzwjाषलकाएसपटल बीपीभारदाज

परकाशन िडल िखzwjयवzwjयापारपरबधक गौिमगागली

िखzwjयउतपादनअिधकारी अणषचिकारा उतपादनसहाzwjयक परकाशिीरषसह

आवरणअषमिशीिासिि

हिार कायायालय

परकाशनपरभाग

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शीअरषिदमागमानयी मदलली 110 016 फोन011-26562708

108100फीटरोडहोसकरहललीएकसटशनबनाशकरीसटजबगलर 560 085 फोन080-26725740

निजीिनटरसटभिनडाकघरनिजीिनअहिदाबाद 380 014 फोन079-27541446

सीडबलzwjयसीक पसधनकलबससटटॉपकसामनपषनहटीकोलकाता 700 114 फोन033-25530454

सीडबलzwjयसीकटॉमपलकसमालीगािगवाहाटी 781 021 फोन0361-2674869

िलय एकपरषि`50 िाषिमाक`200

पमरzwjिका क बार िभारतीzwjयआधिनकिशकषाराषटरीzwjशषकषकअनसधानऔरपरषशकषणपररिदकीएकतमाषसकपषतकाहइसपषतकाकामखzwjउदशzwjह षशकषाषिदोशषकषकपरशासको षशकषक-परषशकषको षशकषकोशोधकोएि षिदारथी-षशकषकोकोएकमचपरदानकरनाषशकषाएिषशकषकषशकषाकषिषभनzwjनअाzwjामोजसmdashबालzwjािसरामषिकाससमकालीनभारिएिषशकषाषशकषामदाशमाषनकएिसामाषजकपररपरकषzwjजानकआधारएिपाठzwjचzwjामाअषधगमकाआकलनअषधगमएिषशकषणसमाजएिषिदालzwjकसदभमामजडरसमािशीषशकषाषशकषाएिषशकषकषशकषाहिआईसीटीमनिीनषिकासराषटरीzwjएिअिरामाषटरीzwjसिरपरषशकषाएिषशकषकषशकषाकासिरपषिषभनzwjनराजzwjोमषशकषाएिषशकषकषशकषाकीषसरषिपरमौषलकएिआलोचनातमकषचिनकोपरोतसाषहिकरनािराषशकषाएिषशकषकषशकषाकीगणितामसधारएिषिकासकोबढािादनालखकोदाराभजगएसभीलखशोध-पतआषदकापरकाशनकरनसपयिमासबषधिलखशोध-पतआषदकासमककषषिदानोदारापयणमाषनषपकषिापयिमाकपनरीकषणषकzwjाजािाहलखकोदारावzwjकिषकएगएषिचारउनकअपनहअिzwj षकसीभीपरकारसपररिदकीनीषिzwjोकोपरसििनहीकरिइसषलएइससबधzwjामपररिदकाकोईउतरदाषzwjतिनहीह

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अकादमिक सपादकभारतीय आिमनक मशषिाअधयापक मशषिा मवभाग

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ISSN 0972-5636

भारतीय आधनिक निका

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इस अक म

सपादकीय 3

भारतममहिलासाकषरतासबधीचनौहतया रहमशीवासतव 5

बालकोमजाननऔरसमझनसबधीउपकरणोकाहवकास इनददहिया 17एकवयाविाररकउपागम बीएसडागर

सजनातमकतादयकलाएवगसालवादीहवचारधारा परहतभा 32एकहवलषणातमकअधययन

हिकषाकाअहधकारअहधहनयम2009काहवदाहथियो सीमािमाथि 41कीहनयहमतताविहकषकउपलहधपरपरभाव

हिकषाकअहधकारकाननकाया थि सनीताहसि 55एकहववचना

गहतहवहधआधाररतहिकषणदाराहवदाहथियो सररताबोबड 67कसवततररपससीखनकअवसरोकाअधययन मधहलकावमाथि

इ रमीहडएसतरकहवदाह थियोकीवयावसाहयक सजीवकमारिकला 75अहभरहचयोकातलनातमकअधययन (वाहणजयऔरहवजानवयवसायकहविषसदभथिम)

वहदकगहणतहवहधएवपरपरागतगहणतहिकषणहवहधका आरतीिाकया 84हवदाह थियोकीतकथि िहकतकपररपरकयमतलनातमकअधययन अचथिनादब

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झकातकनीक भारती 93 डीएनसनसनवाल

दोवषषीयबीएडपाठयकरमकपरहत रजनीहसि 100हवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणकाअधययन हववकनाहतरपाठी

बीएडहवदाषी-हिकषकोकअभयास-हिकषणमहिकषण तारकवरगपता 111कौिलोकपरयोगकसमयउतपननसमसयाओकाअधययन

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सपादकीय

जलाईकामिीनािमार हलए हविषमितव रखताि इस मिीन का सरोकार ससार म आबादी कहवहभननपिलओपरहवचार-हवमिथिएवहचतनकरनस ि हजस lsquoहवव जनसखया हदवसrsquo किा जातािजो11जलाईकोपरहतवषथिमनायाजातािइसहदवस पर िमार दि म भीआबादी की गणवताबढानिततमामपरयासोपरम नहकयागयाइनिीपरयासोमहिकषाएकपरमखघकिहिकषाककषतरम बाहलकाओदारा हवहभनन परीकषाओमअववलरिना दि की सामाहजक वयवसा म रचनातमकपररवतथिनकोदिाथिताि

हिकषाआयोग(1964ndash66)नअपनीररपो थिमकिाा lsquoलडहकयोकी हिकषाका हकतनामितविइसपर हजतनाजोर हदयाजाएउतनािीोडाििमारमानवीयसाधनो कपणथि हवकासघरो कसधारहनमाथिणकहलएमहिलाओकीहिकषापरषोकीहिकषासभीजयादामितवपणथििजसाहकपिलकिागयािमहिलाओकी हिकषापरजननदरकोघानमकाफीसिायताकरसकतीिrsquoपरतवतथिमानदौरमपरजननदरपरहनयतरणतोिआलहकनउसकापरतयकषपरभावलडहकयोकीजनम-दरपरपडादिमकरलएकऐसाराजयिजिापरलडकोकीतलनामलडहकयाअहधकिबाहकराजयोमयिहसहतएकदमहवपरीतिअाथितलडहकयाकमवलडकअहधकयिीजडरअनपातमअसमानतासमाजकहलएगभीरसमसयािोगईि

इस समसया का मकाबला करन म हिकषाहविषकरबाहलका हिकषायायिकि हकमहिलाहिकषा मितवपणथि साधन ि इसी कडी म रहमशीवासतव का लख ldquoभारत म महिला साकषरतासबधी चनौहतयाrdquo ता इन चनौहतयो का सामनाकरन ित सझाए गए उपाय महिला हिकषा कोबढावा दन म मदद करग विी इनद दहियाऔरबी एस डागर क लख ldquoबालको म जाननऔरसमझन सबधी उपकरणो का हवकासmdashएकवयाविाररकउपागमrsquorsquoबचचोमसवततरहचतनकरनाहसखान परजोर दता ि बचचोम हवलषणातमकताहकथि ककषमताकाहवकासिोनपरअधयापकउनिसलषणातमकताअाथितपणथिताकीओरलजाएगायिी पणथिता गसालवादी हवचारधारा कीओर लजातीिहजसमबालककलासमीकषासौदयाथिनभहतसजनातमकता आहद सजानातमक भावातमक एवहकरयातमक हकरयाएकरता ि इनिी सभी बातोकासमाविपरहतभानअपनिोधपतरमहकयाि

िमारदिम1अपरल2010सहनःिलकएवअहनवायथि बाल हिकषा का अहधकार अहधहनयम2009लागहकयागयािजोबचचोकोगणवतापणथिपरारहभकहिकषाकामौहलकअहधकारपरदानकरताि इसी मौहलक हिकषा की गणवता को परखनका काम सीमा िमाथि दारा ldquoहिकषा का अहधकारअहधहनयम 2009का हवदाह थियो की हनयहमतताव िहकषक उपलहध पर परभावrdquo पर हकए गए

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4 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िोध अधययन ता ldquoहिकषा क अहधकार काननका या थिmdashएक हववचनाrdquo पर सनीता हसि दारािोधअधययनकमाधयमसहकयागयादोनोिोधअधययनोदाराबचचोकोमौहलकहिकषापरदानकरनकतमामपरयासोका हवलषणातमकअधययनकरवासतहवकतासअवगतकरायागयाि

हिकषा क अहधकार न बालको को सहकरयरखत िए हसखानपरजोर हदया हजसमगहतहवहधआधाररत हिकषण परमख ि इस पर सररता बोबडऔरमधहलकावमाथिनldquoगहतहवहधआधाररतहिकषणदाराहवदाह थियोकसवततररपससीखनकअवसरोकाअधययनrdquoनामकिोधअधययनहकया

सजीव िकला न ldquoइ रमीहडए सतर कहवदाह थियो की वयावसाहयक अहभरहचयो कातलनातमकअधययनrdquoपरिोधकायथिहकयायिकायथिवाहणजयवहवजानसकायकसामानयवगथिहपछडवगथिताअनसहचतजाहतकहवदाह थियोपरहकयागयाविी हवदाह थियोम तकथि िहकतबढानवाली ldquoवहदकगहणत हिकषण हवहध एव परपरागत गहणत हिकषणहवहध म तलनातमक अधययनrdquo परआरती िाकयऔरअचथिनादबनिोधअधययनहकया

िम ऐसी हिकषण हवहधयो की बात करत िजोअहधगमकताथिकोसतकथि वसहकरयरख हजससउनमगरिणिीलताबढउनहवहधयोमसएकऐसीहवहध या तकनीक ि हजस हविषकर उचच सतरकीककषाओमअधयापकोदाराअधयापनकदौरानउपयोगकरनपरअहधगमकताथिअहधकसीखसकतिइसतकनीककोझकातकनीककिाजाताि

इस तकनीक पर डी एन सनसनवाल क अगरजीम हलखमौहलकलखकाभारतीदारा हिदीभाषीपाठकोकहलएभाषातरहकयागयािइसीकडीमजबगणवतापणथिहिकषकहिकषाकीबातकरतितोिमएनसीीईहवहनयम2014परधयानदनकीआवयकताि इस हवहनयमम हिकषक हिकषा ककछपाठयकरमोकीअवहधएकवषथिसदोवषथिकरदीगईिइसकसािीअभयास-हिकषण(इ नथिहिप)कीअवहधभी16सपतािकरदीगईि इसीपरआधाररत रजनी हसिऔर हववकना हतरपाठीकािोध पतर दिाथिता ि हक सरकारी एव गर-सरकारीहिकषक हिकषा ससानो ता उनम पढान वालहिकषक-परहिकषकोवहवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणमकोईहविषपररवतथिननिीआयाि

तारकवरगपताकािोधपतरबीएडहवदाषी-हिकषकोकअभयास-हिकषणमहिकषणकौिलोकपरयोग क समय उतपनन समसयाओ का अधययनकरतािइसकअलावाइसिोधमहिकषकहिकषाससानो म परहिकषको की कमी ता नीहतयो मवयापकसमनवयताकाअभावपायागया

आप सभी की परहतहकरयाओ की िम सदवपरतीकषा रिती ि आप िम हलख हक यि अकआपको कसालगा सा िीआिाकरत ि हकआपिमअपनमौहलकतापरभावीलखएविोधपतरपरकािनितभजगआपअपनलखएविोधपतर िम ई-मल journalsncertdtegmailcomपरभीभजसकति

अकादमिक सपादकीय समिमि

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भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

रशमि शरीवासतव

साकषरता एक मानव अधिकार ह सशधzwjततकरण का मारग ह और समाज तथा वयधzwjतत क धवकास का सािन इस तथय को सववीकार करत हए भारत सरकार धनरकषरता उनममलन हत परयासरत ह धजसम राषटवीय साकषरता धमशन की शरआत 5 मई 1988 म की रई थवी इस कायगकरम को आर बढ़ात हए तथा इसम सिार करत हए साकषर भारत कायगकरम 2009 स लारम धकया रया इसक अलावा मधहला धशकषा को बढ़ावा दन क धलए मधयाहन भोजन कसतमरबा रािवी बाधलका योजना बटवी बचाओ बटवी पढ़ाओ योजना आधद योजनाए धकरयाधनवत की जा चकी ह धिर भवी हमार दश म मधहला साकषरता सबिवी अनक चनौधतया ह धजनम परषो क मकाबल मधहलाओ की धनमन साकषरता दर की चनौतवी राजयवार मधहला साकषरता की दशा व चनौतवी अनसमधचत जाधत तथा अनसमधचत जनजाधत की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया शहरवी तथा गामवीण कषतर की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया समचना तथा धवधिक साकषरता सबिवी नववीन चनौधतया ह इस लख म इनही चनौधतयो का तथयपमवगक धवशलषणातमक अधययन कर उधचत समािान सझान का परयास धकया रया ह

अधससटट परोिसर (बरीएड) मिशिला शवदालय परीजरी कॉलज लखनऊ उततर परदश 226 007

शशका आयोग (1964ndash66) न अपनरी ररपोरट मि किा था lsquoलड़शकयो की शशका का शकतना मिितव ि इस पर शजतना जोर शदया जाए उतना िरी थोड़ा ि िमिार मिानवरीय साधनो क परट शवकास घरो क सधार शनमिाटर क शलए मिशिलाओ की शशका परषो की शशका स भरी जयादा मिितवपरट ि जसा शक पिल किा गया ि मिशिलाओ की शशका परजनन दर को घरान मि काफी सिायता कर सकतरी िrsquo भारत मि मिशिला शशका की इस सवरीकारोशzwjतत क बावजद वयविार मि मिशिला शशका क वयवसथापन की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि एक लबरी अवशध

भारत की मिशिलाओ न चारदरीवाररी क भरीतर शबताई ि शजसस तमिामि पाररवाररक सामिाशजक वयवसथाए उसरी क अनरप बनतरी रिरी ि इन वयवसथाओ और मिानयताओ की जड़ इतनरी मिजबत एव दढ़ ि शक नयरी वयवसथाए आसानरी स इनक साथ शिल-शमिल निी पाती मिशिला शशका क परसार मि भरी यि समिसया आड़ आतरी रिरी ि सवततर भारत मि उनकी शशका क तमिामि परावधानो तमिामि सिशलयतो क बावजद िमि शत-परशतशत लकय परापत निी कर सक ि िालात यि ि शक आज भरी बड़री सखया मि मिशिलाए अकर जान स भरी वशचत ि

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6 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साकरता शशका की परारशभक अवसथा ि यशद िमि अपनरी मिशिलाओ को साकरता क घर मि िरी ना ला सक तो आग शसथशतया ठरीक निी िोगरी यिा सबस पिल नजर डाल साकरता क आशय पर साकरता का अथट ि ndash साकर िोना अथाटत अकरो की जानकाररी स यzwjतत िोना पढ़न-शलखन की कमिता रखन वाला भारत की जनगरना ररपोरट (1981) क अनसार lsquoजनगरना परयोजन क शलए साकर उस वयशzwjतत को मिाना जाता ि जो शकसरी भरी भाषा को समिझ सकता ि उस भाषा मि शलख सकता ि और उस पढ़ सकता ि वि वयशzwjतत जो शकसरी भाषा को कवल पढ़ लता ि लशकन शलख निी सकता साकर निी मिाना जाताrsquo

साकषरता दर शकसरी भरी दश या भ-भाग की साकरता दर विा क कल लोगो की जनसखया व पढ़-शलख लोगो क अनपात को किा जाता ि इस जयादातर परशतशत मि दशाटत ि किी-किी इस परशत िजार पर भरी दशाटया जाता ि साकरता दर को समिझन का गशरतरीय सतर ि साकरता दर परशतशत = शशशकत जनसखयाकल जनसखया times 100 अथाटत परतयक सौ की जनसखया मि शकतन लोग साकर ि भारत की शशका वयवसथा मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान क शलए कत सकलप रिरी ि राषटरीय शशका नरीशत (1986) न इस सबध मि उललख भरी शकया ि lsquoशशका का उपयोग मिशिलाओ की शसथशत मि बशनयादरी पररवतटन लान क शलए एक साधन क रप मि शकया जाएगा अतरीत स चलरी आ रिरी शवकशतयो और शवषमिताओ को खतमि करन क शलए शशका वयवसथा का सपषर झकाव

मिशिलाओ क पक मि िोगाrsquo मिशिलाओ की साकरता क परशत सवदनशरीलता शदखात िए राषटरीय शशका नरीशत मि किा गया ि शक lsquoमिशिलाओ मि साकरता परसार को तथा उन रकावरो को दर करन को शजसक कारर लड़शकया परारशभक शशका स वशचत रि जातरी ि सववोपरर पराथशमिकता दरी जाएगरी इस कामि क शलए शवशष वयवसथा की जाएगरी समियबदध लकय शनधाटररत शकए जाएग और उनक कायाटनवयन पर कड़री शनगाि रखरी जाएगरीrsquo

भारत म महिला साकषरता क हिकास ित परमख परयाससाकरता एक मिानव अशधकार ि सशशzwjततकरर का मिागट ि और समिाज तथा वयशzwjतत क शवकास का साधन ि इस तथय को सवरीकार करत िए भारत सरकार शनरकरता उनमिलन ित परयासरत रिरी ि शशका नरीशत की इस सदभट मि परशतबदधता क मिदनजर मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ान क शलए भारत सरकार दारा तमिामि परयास भरी शकए गए ि इनमि स कछ परमिख उपायो पर एक नजर डाल ldquoराषटरीय साकरता शमिशनrdquo दश भर मि साकरता क परसार की एक मिितवपरट योजना ि इस शमिशन की शरआत 5 मिई 1988 मि की गई थरी इस शमिशन का मिखय उद य 2007 तक 15 स 34 आय वगट क उतपादक और पनरतपादक समिि क शनरकर लोगो को वयाविाररक साकरता परदान करत िए 75 परशतशत साकरता का लकय िाशसल करना था 2009 मि इस कायटकरमि को आग बढ़ात िए तथा इसमि सधार करत िए साकर भारत कायटकरमि लाग शकया गया इस शमिशन को ततकालरीन परधानमितररी डॉ मिनमिोिन शसि दारा शर शकया गया था परारभ मि यि योजना 31 मिाचट 2012

Chapter 1indd 6 742018 100407 AM

7भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

तक िरी लाग की गई तथा इस 12वी पचवषषीय योजना (2012ndash17) मि भरी शाशमिल शकया गया

शनरकरता उनमिलन क शलए राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि क एक सिायक कायटकरमि क रप मि गामिरीर कायाटतमिक साकरता कायटकरमि मिई 1986 मि शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य अशधगमिकताट मि पढ़न-शलखन की कमिता का शवकास करना अशधगमिकताट मि अपन अशधकार एव कततटवयो क परशत जागरकता उतपनन करना आशद था यि कायटकरमि राषटरीय सवा योजना मििाशवदालयो और शववशवदालयो क शवदाशथटयो क सियोग स सचाशलत शकया गया था परौढ़ मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि 2 अzwjततबर 1978 को शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य 15ndash35 आय वगट की मिशिलाओ और परषो को शशशकत करना व साकरता क शलए परररत करना था यि कायटकरमि क दर सरकार राजय सरकार क दर शाशसत परदशो क परशासको शववशवदालयो मििाशवदालयो सवयसवरी ससथाओ और यवा क दरो क सयzwjतत परयासो स शकरयाशनवत शकया गया

क दर व राजय सरकार अपन-अपन सतर पर शनरकरता उनमिलन ित अनक योजनाए सचाशलत कर रिरी ि आपरशन बलक बोडट मिधयाहन भोजन कायटकरमि शजला पराथशमिक शशका कायटकरमि मिशिला सामिाखया लोक जशबश कसतरबा गाधरी बाशलका योजनाए इनमि परमिख ि आशथटक दशषर स कमिजोर तथा अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए साकरता क दायर मि आ सक इसक शलए भरी पयाटपत परयास शकए जा रि ि अनसशचत जाशतअनसशचत जनजाशत एव आशथटक

भलाई मि शशकक शवकास मिितवपरट भशमिका शनभाता ि भारत सरकार न समिाज क कमिजोर वगट क शितो को परोतसाशित करन और समिानता सशनशचत करन क शलए कई कदमि उठाए ि शशकक ससथाओ की सखया बढ़ाकर बितर पिच सशनशचत करन क परयास भरी शकए गए ि बाशलका शशका को परोतसाशित शकए जान की योजना lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओ योजनाrsquo भरी शकरयाशनवत की जा चकी ि

साकरता क शवकास ित राषटरीय सतर पर राषटरीय साकरता शमिशन पराशधकरर (एनएलएमिए) की वयवसथा ि यि राषटरीय सतर की शरीषट एजसरी ि इसकी सथापना 1988 मि मिशतरमिडल क अनमिोदन स मिानव ससाधन शवकास मितरालय (ततकालरीन शशका शवभाग) क सवततर और सवायततशासरी खड क रप मि की गई थरी lsquoसाकर भारतrsquo क सजन का सवपन साकार करन क शलए क दररीय एव राजय सरकारो पचायत राज ससथानो गर-सरकाररी सगठनो (एनजरीओ) और समिाज को शमिलकर कामि करना ि lsquoसाकर भारतrsquo का शनरपर 2009 मि परष और मिशिला साकरता क अतर को अशधक स अशधक 10 परशतशत तक कमि करन की पररकलपना क साथ परौढ़ मिशिला साकरता पर फोकस स राषटरीय सतर पर 2012 तक 80 परशतशत साकरता सतर परापत करन क उद य स शकया गया था शमिशन क चार परमिख उद य थ mdash1 गर साकरो को कायाटतमिक साकरता और अकर

जान परदान करना2 औपचाररक शशका पररालरी की समितलयता

परापत करना3 सगत कौशल शवकास कायटकरमि करना तथा

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8 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 सतत शशका क शलए अवसर परदान करक जानवान समिाज को बढ़ावा दनातमिामि सवशzwjछक सगठन एव समिाजसवरी ससथाए

भरी इस कतर मि सशकरय ि इनमि मिशिला साकरता क परशत सवदनशरीलता सववोपरर रिरी ि खद का शवषय ि शक तमिामि परयासो क बावजद आज भरी भाररी सखया मि मिशिलाए अकर जान स वशचत ि भारत दश मि मिशिला साकरता दर को बढ़ान की अपनरी शवशष चनौतरी ि इसमि कोई दो राय निी

भारत म महिला साकषरता सबधी चनौतीसाकरता अथवा अकर जान शशका का वि परथमि पायदान ि जो आग का मिागट परशसत करता ि शकत आज भरी शवव की लगभग 30 परशतशत शनरकर जनसखया भारतरीय ि यनसको की 2015 की ररपोरट क अनसार शवव मि मिशिलाओ की कल साकरता दर 827 परशतशत ि जबशक भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 628 परशतशत ि जो शक शवव मि शनचल पायदान पर ि इस ररपोरट क अनसार शरीलका जस छोर स दश मि साकरता दर 917 परशतशत ि चरीन बाजरील तथा जापान मि मिशिला

साकरता दर करमिशः 945 परशतशत 929 परशतशत तथा 990 परशतशत ि जो शक भारत दश की तलना मि काफी ऊचा सतर ि

शवगत अनक वषषो मि परौढ़ शशका क परसार और पराथशमिक शशका को अशनवायट बनान क भरसक परयासो क बावजद भारत मि शनरकर मिशिलाओ की सखया को खतमि निी शकया जा सका ि भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि मिशिला साकरता भरी इसस अछतरी निी ि शजसकी करमिबदध शववचना इस परकार ि mdash

परषो क मकाबल निमि साकषरता दर की चिौतीपरष परधान भारत दश मि एक बालक और बाशलका को सकल भज जान क परन मि परारशभक मिितता बालक की ि िमि अपन आस-पास क दशनक जरीवन मि इस तरि क तमिामि उदािरर दख सकत ि जिा बाशलका की शशका का परन दोयमि दजज का ि भारत की जनगरना 2011 क परापत आकड़ो स सपषर पता चलता ि शक तमिामि सवधाशनक वयवसथाओ और सरकाररी एव गर-सरकाररी परयासो क बावजद आज भरी मिशिलाओ की साकरता दर परषो स किी कमि ि

सारणी 1 mdash भारत म महिला तथा परषो की साकषरता दर (1951ndash2011)

िषष वयहzwjतत परष महिला1951 183 272 891961 283 404 1541971 345 460 2201981 436 564 2981991 522 641 3992001 648 753 5372011 730 809 646

(1951ndash1971mdash आय 5+ 1981ndash2011mdash आय 7+)सोत mdash एजकशन सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी आफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर

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9भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

सारररी 1 मि परदशशटत आकड़ो मि 1951 1961 तथा 1971 की जनगरना मि साकरता दर पाच वषट और उसस ऊपर की आबादरी स सबशधत ि 1981 1991 2001 तथा 2011 की जनगरना मि साकरता दर सात वषट और उसस अशधक की आबादरी स सबशधत ि सारररी 1 दारा सपषर ि शक सवततरता पराशपत क पचात सन 1951 मि भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 89 थरी िषट का शवषय ि शक 2011 तक मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 646 िो गई ि शकत तलनातमिक दशषर स य वशदध बित उतसािवधटक निी ि िमि आज भरी शत-परशतशत मिशिलाओ को साकरता की पररशध मि लान मि नाकामि रि ि साकरता अथवा अकर जान जो शक शशका का परथमि पायदान ि यशद यिा िमि अपन लकय स मिरीलो दर ि तो मिशिलाओ को बितर शशका शदला सकन का लकय एक सवपन मिातर िोगा शनससदि परषो क मिकाबल मिशिलाओ की साकरता दर आज भरी शनन ि िमि अपनरी तमिामि वयवसथाओ को और सदढ़ तथा नवरीनरीकत करक मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ाना िोगा

राजयवार मनिला साकषरता की दशा एव चिौतीभारत मि अलग-अलग राजयो मि मिशिला साकरता दर की अपनरी शवशष चनौशतया ि सारररी 2 पर

नजर डालन पर पता चलता ि शक जिा करल शमिजोरमि लकदरीप गोवा तथा शतरपरा मि मिशिला साकरता दर करमिशः 921 893 879 847 तथा 827 ि विी शबिार राजसथान झारखड जमि और कमिरीर तथा उततर परदश मि यि परशतशत करमिशः 515 521 554 564 तथा 572 मिातर ि िमि धयान दना िोगा शवकास की गशत सदा एक साथ एक लय मि चलन पर जयादा सिज व सतशलत िोतरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि इतना अशधक अतर सतशलत शवकास का पयाटय निी ि िमिार नरीशत-शनमिाटताओ शशकाशवदो तथा समिाज सवरी ससथाओ को इस ओर भरी धयान दना िोगा शक जो राजय मिशिला साकरता क लकय मि बित अशधक शपछड़ िए ि उन पर शवशष धयान शदया जाए शवशष आशथटक सिायता तथा सदढ़ कायटकरमिो दारा विा की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान का परयास शकया जाए यिा इस बात की खोज करना भरी जरररी ि शक राजय शवशष की मिशिलाओ की साकरता दर शनन zwjतयो रिरी उन काररो को दर करना भरी एक परमिख चनौतरी ि

सारणी 2 mdash जनगणना 2011 की कल साकषरता दर म परष और महिलाओ क आकड़ो क आधार पर राजयोक दर शाहसत परदशो का सथान

कल वयहzwjतत परष महिला

राजयसघ कषतर साकषरता दर राजयसघ कषतरसाकषरता

दरराजयसघ कषतर

साकषरता दर

1 करल 940 करल 961 करल 921

2 लकदरीप 918 लकदरीप 956 लकदरीप 893

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10 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

3 शमिजोरमि 913 शमिजोरमि 933 शमिजोरमि 879

4 गोवा 887 गोवा 926 गोवा 847

5 शतरपरा 872 दमिन और दरीव 915 शतरपरा 827

6 दमिन और दरीव 871 शतरपरा 915 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

824

7अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

866 पदचररी 913 चडरीगढ़ 812

8राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

862 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

909 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

808

9 चडरीगढ़ 860 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

903 पदचररी 807

10 पदचररी 858 चडरीगढ़ 900 दमिन और दरीव 795

11 शिमिाचल परदश 828 शिमिाचल परदश 895 नागालड 761

12 मििाराषट 823 मििाराषट 884 शिमिाचल परदश 759

13 शसशzwjतकमि 814 उततराखड 874 मििाराषट 759

14 तशमिलनाड 801 तशमिलनाड 868 शसशzwjतकमि 756

15 नागालड 796 शसशzwjतकमि 866 तशमिलनाड 734

16 मिशरपर 792 मिशरपर 861 मिघालय 729

17 उततराखड 788 गजरात 858 मिशरपर 724

18 गजरात 780 दादरा और नागर िवलरी

852 पजाब 707

19 पशचमि बगाल 763 िररयारा 841 पशचमि बगाल 705

20दादरा और नागर िवलरी

762 नागालड 828 उततराखड 707

21 पजाब 758 कनाटरक 825 गजरात 697

22 िररयारा 756 पशचमि बगाल 817 कनाटरक 681

23 कनाटरक 756 ओशडशा 824 असमि 672

24 मिघालय 744 पजाब 804 िररयारा 659

25 ओशडशा 729 छततरीसगढ़ 803 दादरा और नागर िवलरी 643

26 असमि 722 राजसथान 792 ओशडशा 644

27 छततरीसगढ़ 703 मिधय परदश 787 छततरीसगढ़ 602

28 मिधय परदश 693 असमि 778 मिधय परदश 592

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11भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

अिसनचत जानत तथा अिसनचत जिजानत की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाभारत मि मिशिला शशका सबधरी चनौशतयो मि एक बड़री चनौतरी अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान की ि जाशतगत आधार पर भारतरीय समिाज उzwjच तथा शनन जाशत वगट मि बरा िआ ि िमि दखत ि शक मिशिला शशका क नजररय स इन जाशत वगट की मिशिलाओ की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि इन दोनो िरी वगषो की मिशिलाए एक लबरी अवशध तक शशका क परकाश स वशचत रिी शकत ऊचरी जाशत की मिशिलाए इस शनरकरता क बरीच भरी पररवारो मि शशका क परभाव

क ससगट को खद-ब-खद पातरी रिी उनिोन अपन शपता पशत और पतरो को शासतर पढ़त-बोलत दखा उस पर चचाट िोत सना जबशक अनसशचत जाशत और अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की शसथशत पर नजर डाल तो इन मिशिलाओ न अपन शपता पशत और पतरो को भरी अशशशकत िरी दखा उनका शकताबो काशपयो मि शलख-पढ़ जान वाल अकरो स दर-दर तक कोई वासता निी था अतः आधशनक काल मि जब मिशिलाओ को अकर जान (साकरता) की पररशध मि लान क लकय शनधाटररत शकए गए तो अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए अशधक जशरलता मि शदखी

29 उततर परदश 677 उततर परदश 773 आधर परदश 591

30 जमि और कमिरीर 672 झारखड 768 अरराचल परदश 577

31 आधर परदश 670 जमि और कमिरीर 768 उततर परदश 572

32 झारखड 664 मिघालय 760 जमि और कमिरीर 564

33 राजसथान 661 आधर परदश 749 झारखड 554

34 अरराचल परदश 654 अरराचल परदश 726 राजसथान 521

35 शबिार 618 शबिार 712 शबिार 515

सारणी 3 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (7+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानतयोग 648 547 471 730 661 590 परष 753 670 590 809 752 685

महिला 537 420 350 646 565 494

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर बयरो ऑफ पलाशनग

हिपपणीmdash 2011 की जनगरना क शलए 7 वषट और उसस ऊपर की आय की साकरता दर क सबध मि मिशरपर क आकड़ो मि सनापशत शजल क तरीन सब-शडशवजनोmdashमिाओमिारमि पावोमिाता और परल क आकड़ शाशमिल निी ि

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12 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारररी 3 व 4 मि शदए गए आकड़ो पर एक नजर डालन पर पता चलता ि शक सन 2001 मि भारत की कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (648) मि 7+ आय वगट की अनसशचत जाशत की बाशलकाओ की साकरता दर मिातर 420 ि अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ की साकरता दर 350 मिातर ि 2011 मि कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (730) मि अनसशचत जाशत की मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 565 तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 494 िो गई ि जो शक बित सतोषजनक निी ि अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ का एक बड़ा वगट आज भरी साकरता क दायर स बािर ि पदरि वषट स ऊपर आय वगट की अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 2011 मि करमिशः 486 तथा 402 मिातर थरी जो शक 7+ आय वगट स नरीच सतर पर ि सपषर ि शक भारतरीय समिाज का यि वगट अपनरी शशकक समिसयाओ स उबर निी सका ि अतः आवयक ि शक अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकर करन ित शवशष

कायटकरमि चलाए जाए इनमि जागरकता व परोतसािन कायटकरमिो की अपनरी शवशष मिितता ि

शिरी एव गामीण कषतर की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाशिररी एव गामिरीर पररवश मि मिशिला शशका क परचार-परसार की अपनरी शवशष समिसयाए ि शिररी कतरो मि आधशनकीकरर क परसार सचार साधनो की पिच व तरीवर आशथटक शवकास क कारर मिशिला शशका सबधरी जागरकता भरी तरीवर रिरी ि शिररी कतर की मिशिलाओ को तजरी स बदलत सामिाशजक पररवश मि सिजता स समिायोशजत िोन क अवसर शमिल ि शजसस उनिोन इन बदलावो को सरल रप मि सवरीकार भरी शकया ि जबशक गामिरीर पररवश मि आज भरी रशढ़वादरी परपराए पदाट परथा और ससाधनो की अनपलबधता विा की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान मि समिसया खड़री कर रिरी ि नशनल फशमिलरी िलथ सवजmdash 3 (2005ndash06) की ररपोरट क अनसार गामिरीर कतरो मि परष-मिशिला साकरता अनपात मि अतर शिररी कतर स अशधक ि शिररी कतरो मि परषो की साकरता दर 88 परशतशत तथा

सारणी 4 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (15+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानतअिसनचत जिजानत

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत

योग 610 441 408 693 604 519

परष 734 593 548 788 716 637

महिला 478 285 267 593 486 402

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ ियमिन ररसोसट शडवलपमिर

Chapter 1indd 12 742018 100408 AM

13भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

मिशिलाओ की साकरता दर 75 ि विी गामिरीर कतरो मि परष साकरता दर 75 परशतशत की तलना मि मिशिला साकरता दर मिातर 46 परशतशत ि ऐसा दखा गया ि शक परायः सदर बशसतयो एव गामिरीर इलाको मि सरकाररी नरीशतयो का सिरी परकार स पालन निी िो पाता भौगोशलक जशरलताए इन कतरो मि शशकको की उपलबधता को भरी बाशधत करतरी ि परष परधान मिानशसकता बाल शववाि तथा घरल कामि-काज मि मिशिलाओ की भागरीदाररी आशद अनक ऐसरी समिसयाए ि जो गामिरीर कतरो मि मिशिला शशका को बाशधत कर रिरी िभदौररया और गोर (2011) उललख करतरी ि शक सामिाशजक व सासकशतक शवसगशतया तथा कररीशतया भरी मिशिलाओ की साकरता मि बाधक ि जानवरो क शलए चारा लाना उपल बनाना खाना बनाना पररवार की आय क शलए योगदान दना पदाट परथा घरल कामि-काज मि अतयशधक वयसतता आशद अनक बशदश मिशिलाओ को औपचाररक शशकर ससथाओ मि पढ़न स वशचत करतरी ि गामिरीर अचल की मिशिलाओ को साकर बनान ित उनक बरीच जाकर उनक िरी साथ शमिलकर परयास करन िोग गामिरीर कतर क सथानरीय लोगो को साकरता कायटकरमिो मि शाशमिल करक इन कायटकरमिो को अशधक सफल बनाया जा सकता ि मिशिलाओ की शशका क शलए मिशिलाओ की िरी मिदद भरी इस शदशा मि सकारातमिक परयास िो सकता ि

सचिा एव नवनधक साकषरता सबधी िवीि चिौनतयाभारत एक शवकासशरील दश ि और शवव क साथ कध स कधा शमिलाकर चलन को कतसकलप ि

शवजान एव तकनरीकी क तरीवर शवकास न आज िमिार समिक नयरी चनौशतया पदा की ि भारत मि मिशिलाओ को शवकास की धारा स जोड़न उनि बराबररी का दजाट शदलान और शवशभनन सामिाशजक आशथटक एव शशकक सिशलयत परदान करन क शलए तमिामि काननरी वयवसथाए सशनशचत की गई ि अतः यिा मिशिला साकरता कायटकरमिो की बड़री चनौतरी इन मिशिलाओ को सचना साकर एव शवशधक साकर बनाना भरी ि सचना साकरता स आशय एक वयशzwjतत की उस योगयता स ि शजसस उस शजस सचना की जररत ि वि उस सचना क सदशभटत सोतो को जान सक एक सचना साकर वयशzwjतत मि उस सचना का मिलयाकन करन और उस सचना का परभावरी ढग स उपयोग करन की योगयता भरी िो चशक आज का यग सचना का यग ि िर तरफ स सचना का शवसफोर िो रिा ि अतः यि जरररी शदखता ि शक िमि कमि-स-कमि समिय मि सिरी सचना पराशपत क सोतो क जानकार िो मिशिलाओ मि सचना साकरता की शवशष आवयकता उनक सशशzwjततकरर स सबशधत ि

अतः यि जरररी शदखाई दता ि शक साकरता अशभयानो मि मिशिलाओ को सचना साकरता क दायर मि भरी लान क परयास सशमिशलत शकए जाए यिा एक अनय मिदा शवशधक साकरता का भरी ि शवशधक साकरता का आशय जनता को कानन स सबशधत सामिानय बातो स पररशचत कराकर उनका सशzwjततरीकरर करन स ि पवट मि शवशधक रप मि साकर िोन का अथट काननरी दसतावजा शवचारो शनरटयो काननो आशद को शलखपढ़ जान की कमिता स था शकत अब इसका आशय कानन स सबशधत इतनरी

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14 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

कमिता स ि जो शकसरी काननरी समिाज मि अथटपरट जरीवन जरीन क शलए जरररी ि भारत मि मिशिलाओ का बड़ा तबका शवशधक साकरता स दर ि शवशधक शनरकरता क कारर मिशिलाए परायः कानन स भयभरीत रितरी ि और उसस दर िरी रिना चाितरी ि कभरी-कभरी जानकाररी क अभाव मि कानन क शवपररीत आचरर भरी कर सकतरी ि व परायः समिसया की शसथशत मि कानन स सिायता परापत कर सकन मि अकमि िोतरी ि शवशधक रप स शनरकर मिशिलाए अपन शवशधक अशधकारो स भरी अनजान िोतरी ि व उनका उपयोग निरी कर पाती

भारतरीय सशवधान क अनzwjछद 39(A) मि सभरी क शलए नयाय सशनशचत शकया गया ि गररीबो तथा समिाज क कमिजोर वगषो क शलए शनःशलक काननरी सिायता की वयवसथा ि 1987 मि पाररत शवशधक सवा पराशधकरर अशधशनयमि क तित राषटरीय शवशधक सवा पराशधकरर (नालसा) का गठन इस शदशा मि सकारातमिक पिल ि नालसा का अशत शवसतत कायटकतर mdash मिफत काननरी सवाए काननरी सिायता योजना सलाि और समिाधान योजना सवशzwjछक सामिाशजक सवा ससथाओ का सतयापन आशद ि शजसक तित नालसा दश क शवशभनन शिससो मि काननरी सवा कायटकरमिो स जड़री बठक सशमिनार और कायटशालाए आयोशजत करक शवशधक साकरता का परचार करता ि शनससदि मिशिलाए इसका एक शिससा भर ि शवशधक समिसयाओ की जशरलता स जझ रिरी भारत की मिशिलाओ क शलए इस सबध मि भरी बितर परयास करन िोग

उपयटzwjतत शवलषर दारा सपषर ि शक भारत मि मिशिला साकरता आज भरी एक समिसयातमिक परन ि

सवततरता पराशपत क इतन वषषो बाद भरी िमि अपन दश की बाशलकाओ यिा की मिशिलाओ को शत-परशतशत साकरता क दायर मि निी ला सक ि मिशिला साकरता मि उततरोततर शवकास क बावजद परषो क मिकाबल उनका परशतशत कमि िरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि भाररी असमिानता ि उततर परदश जमि कमिरीर झारखड राजसथान एव शबिार जस राजयो मि मिशिला साकरता दर अतयत शपछड़री िई ि िमि अनसशचत जाशत अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को भरी उzwjच जाशत वगट की मिशिलाओ क समिकक निी ला सक ि कशष परधान गामिरीर पषठभशमि क भारत दश मि गामिरीर सतर की मिशिलाओ की साकरता दर भरी शिररी कतर स किी शपछड़री िई ि िाल क वषषो मि सचना साकरता एव शवशधक साकरता भरी मिशिलाओ क शलए एक चनौतरी साशबत िो रिरी ि िमिार दश की मिशिलाओ का एक बड़ा वगट इनक दायर स दर ि अतः जरररी शदखाई दता ि शक िमिाररी सरकार सवशzwjछक सगठन एव समिाज सवरी ससथाए एकजर िोकर इस शदशा मि वयवशसथत रप मि परयास कर मिशिला साकरता को बढ़ावा दन ित कछ परभावरी परयास सझाए गए ि जो इस परकार िो सकत िmdash

bull सरकार दारा चलाए जा रि शशकक कायटकरमिो का परा-परा लाभ मिशिलाओ तक पिचना सशनशचत शकया जाए परायः दखा यिरी जाता ि शक शवशवध राजनरीशतक काररो स अzwjछरी स अzwjछरी योजनाए अपन लकय को पररी तरि परापत निी कर पातरी ि

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15भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

bull भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि अतः शकसरी भरी योजना क शकरयानवयन मि मिशिलाओ ित पथक कायटकरमि उनकी जररतो क अनसार सशनशचत शकए जाए मिशिलाओ और परषो क शलए सामिशिक रप स शकरयाशनवत योजनाए परायः मिशिलाओ को परा-परा लाभ निी द पातरी ि

bull मिशिला साकरता चशक दश क एक-एक वगट दश क एक-एक शिसस गलरी-गलरी दरसथ व भौगोशलक दशषर क चनौतरीपरट सथानो मि शनवास कर रिरी मिशिलाओ स सबशधत ि अतः यिा एक लकय ित एक जसरी योजना स सफलता निी शमिलगरी इन सभरी की जररतो क अनरप वयवसथाए िरी इनि घरो स शनकाल कर अकरजान क कररीब ला सक गरी

bull मिशिलाओ को साकर बनान मि एक बड़री चनौतरी पररवारो मि मिशिलाओ की शशका को उपका स दखा जाना भरी ि आज भरी दर-दराज क गावो कसबो मि बाशलकाओ क अशभभावक यि कित शदख िरी जाएग शक lsquoकौन-सरी नौकररी करनरी ि घर मि रि घर का कामि-काज सरीखrsquo इस परकार की मिानशसकता क बरीच रि रिरी मिशिलाओ की साकरता अपन आप मि एक बड़री चनौतरी ि अतः जागरकता कायटकरमि भरी मिशिला साकरता कायटकरमिो का एक शिससा िो शपछड़ वगषो अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान क शलए भरी शवशष परयास करन िोग शजसमि परोतसािन एव परसकार की अपनरी शवशष मिितता िो सकतरी ि

bull मिशिला साकरता की एक बड़री चनौतरी खद मिशिलाओ मि कागज-पन को िाथ मि पकड़न स िोन वालरी शिचक भरी ि सकलो क भरीतर

ना जा पान वालरी तमिामि बाशलकाओ और मिशिलाओ की सोच परायः यिरी िो जातरी ि शक य कागज पन पशसल तो उनक शलए ि िरी निी िमि अपनरी बाशलकाओ और मिशिलाओ को इस मिानशसकता स शनकालना िोगा उनि इस मिानशसकता स शनकाल कर अकर जान परदान कर आतमिशववास स पररपरट करना िोगा

bull मिशिला साकरता कायटकरमिो मि शनरकर मिशिलाओ क शलए साकर मिशिलाओ की उपलबधता भरी एक कारगार उपाय िो सकतरी ि मिशिला सचाशलत क दरो मि व अशधक सिजता स पढ़न आ सक गरी

bull शवदालयो व साकरता क दरो स दर मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित घरो क भरीतर गलरी-मििललो मि एकजर िोकर एक अशभयान क रप मि शनरकरता उनमिलन भाव भरी इस समिसया क समिाधान मि मिितवपरट कड़री िो सकता ि िमिमि स परतयक साकर यशद एक शनरकर को अकर जान शदए जान क शलए कतसकलप िो उठ तो दश की एक-एक मिशिला को साकर िोत दर निी लगगरी िमि दखत ि शक तमिामि घरल कामि-काज व िनर जसmdash खाना पकाना शसलाई बनाई कढ़ाई आशद अनक िनर िमिार दश की बाशलकाए घरो क भरीतर एक-दसर की मिदद स आसानरी स सरीख जातरी ि िमिार घरो क भरीतर मिशिला साकरता क शलए सवदनशरीलता यशद मिखररत िो उठ तो य िनरमिद मिशिलाए शनरकरता क कलक स उबर उठगरी

bull अतः य जरररी शदखाई दता ि शक शनरकरता उनमिलन एक आदोलन क रप मि िमिार दरो-शदवारो पर फल जाए

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16 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

bull पररवशतटत सामिाशजक पररवश मि मिशिलाओ को

सचना एव शवशधक साकरता क दायर मि लाना

भरी आन वाल समिय मि एक बड़री चनौतरी बनगरी

अतः आवयक ि शक िमि इस सबध मि भरी

सचत िो और अपन साकरता कायटकरमिो मि इनि

भरी शाशमिल कर

आज क आधशनक पररवश मि एक भरी मिशिला की शनरकरता िमिाररी शशकक वयवसथा पर गिरा काला धबबा ि िमि अपन दश की एक-एक मिशिला क िाथो तक अकरो की पिचान उनकी बनावर की कला और उसस शनकलत अथट की समिझ पिचानरी िोगरी एक-एक नजर को साकरता क गमिान स सनिररी रगत द उनि नजर उठा दशनया दखन की ताकत दनरी िोगरी

सदभष

एडलर शलटसरी रर पापलशन 15+ इयर यआईएस डरा सनरर यनसको अगसत 2015नशनल फशमिलरी िलथ सवज (एमिएफएचएसndash3) इशडया (2005ndash06) जडर इzwjतवशलररी एड वमिन इपावरमिर इन इशडया

अगसत 2009 इररनशनल इनसररीरयर फॉर पापयलशन साइस शडयोनार मि बईभदौररया मिदला और रशमि गोर 2011 भारतवषट मि साकरता क शवशभनन पिल भारतवीय आिधनक धशकषा वषट 32 अक 1

2011 एनसरीईआरररी नयरी शदललरी प 94भारत की जनगरना 1981 खला-1 भारत जनसखया क अनशनतमि आकड़ भारत क मििापजरीकार और जनगरना

आयzwjतत भारत सरकार नयरी शदललरी प 43मिानव ससाधन शवकास मितरालय 1986 राषटवीय धशकषा नवीधत mdash 1986 भारत सरकार शशका शवभाग नयरी शदललरी प 4ndash5mdashmdash 2014 एजकशन सटधटधसटzwjतस एट ए गलास बयरो ऑफ पलाशनग मिॉशनरररग एड सरशरशसरzwjतस गवमिमर ऑफ इशडया

नयरी शदललरीशशका मितरालय 1968 धशकषा आयोर की ररपोटग (1964ndash66) mdash धशकषा और राषटवीय धवकास परथमि ससकरर शिदरी शशका

मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प152 mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग सचना और परसारर मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प

284ndash285mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग www mhrdgovinwww papersssrncom

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बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकास एक वािहाररक उपागम

इनद हियाबीएस डागर

यह शोध पतर इककीसवी शताबदी लिए लशका पर बन यनसो डिसस आयोग (1996) पर आधाररत ह इस पक म आयोग दारा परसतालवत लशका चार सततभ म स परथम सततभ की ाशसलन तथा मनोवजालन वयाखया ह इस आयोग की ररपोरस ा शदीरस ldquoिलनिगmdash ल टजर लवइनrdquo (Learning The Treasure Within) ह इस डिसस आयोग नाम स जाना जाता ह इस शोध पतर ा आशय ए पराथलम अधयाप लिए उन परायोलग शकलि लनलहताथथो ो सपषर रना ह लजन आधार पर वह बचचो ो सवयत लचततन रन म सहायता र सत ह इस बात लिए ल बचच सवयत लचततन रना सदीख जाए उनह सवसपरथम सवयत ो जानन तथा बोध (समझ) लिए अलनवायस साधनो या उपरिो ा लवास रना होगा आयोग अनसार य उपरि ह mdash एागरता की शलकत ा लवास सममलत एवत लवचारि की शलकत ा लवास इन शलकतयो लवास म सकम होन लिए ए अधयाप ो चालहए ल वह बचचो म उनकी लववचनातम योगयता की उतपररिा म सहायता र उनकी बौलधि लजजासा जागरत र और वजालन लवलध ा जान परापत रन म उनकी सहायता र इस पतर ो तयार रन म ए परायोलग तथा वयावहारर उपागम ो आधार बनाया गया ह लजसम उाहरिो अभयास मािाओ त और सादषयो ा भरपर परयोग लया गया ह इस बात लिए ल बचच अपन अनभवो आधार पर लचततन तथा त स ा परयोग र स लन जदीवन अनभवो पर आधाररत उपयकत परशनो तथा लसथलतयो ा लनमासि लया गया ह जो उनह उना हि ढढ़न लिए परररत र सत ह बचच लसदी समसया ा समाधान रन लिए स त स रना सदीख सत ह इसा ए सरि शसन परसतत लया गया लजसम लनगलम (Deductive) और आगलम (Inductive) ोनो परार तथो उाहरि लए गए ह

बीएमसी लीलावती मदशी कॉलज ऑफ एजदकशन कसततरबा गाधी मागग नयी हलली 110 001 परोफसर (सवाहनवतत) हशका हवभाग मिहग यान हवशवहवदालय ररोितक (िररयाणा) 124 001

डलसग आयरोग (1996) का मानना ि हक वतगमान सभयता एक जान सचाहलत सभयता ि जिा हनरतर रप स वतगमान जान तथा कौशलो का हवकास िरो

रिा ि और जरो भहवषय की कद शलताओ का आधार हनहमगत करती ि हशका की अपकाओ क पहत पारपररक तरीक अहनवायगतः मातातमक तथा सतचना

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18 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

आधाररत रि ि अतः वतगमान हसथहत म व उपयदकत निी ि अथागत एक बचच करो हशहकत करन का अथग यि निी ि हक पतयक बचच करो ढर सारा जान पान करन की आवशयकता िरोगी अहपतद आवशयकता इस बात की ि हक उस ऐस उपकरणो या साधनो स लस हकया जाए हजसस वि सवय सीखन अपन कौशलो व अहभवहततयो करो अहधक वयापक बनान अपन पररवश करो समझन और उसक अनदरप अपन आपकरो ढालन या रपातररत करन क अवसरो करो समझ सक इककीसवी शताबी क हलए हशका पर पकाहशत अतरागषzwjटीय आयरोग की इस ररपरोरग म (हजस सामानयतः डलसग आयरोग क नाम स भी जाना जाता ि) हशका की कलपना एक ऐसी इमारत क रप म की गई ि जरो चार सतभो पर खड़ी ि इस आयरोग क अनदसार य सतभ िmdash (1) जानना सीखना (2) करना सीखना (3) परसपर रिना सीखना तथा (4) अपन अहसततव करो बनाए रखना सीखना (अपन वयहकततव म अतहनगहित जनमजात कमताओ का पसफद रन या पकरीकरण करना सीखना) एक रप म य चार पकार क अहधगम ि

यिा पर अतयत सहकपत रप म lsquoजानना सीखनाrsquo का अथग ि mdash समझ या हववक क उपकरणो की यरोगयता करो अहजगत करना lsquoकरक सीखनाrsquo स अहभपाय ि अपन पररवश करो सजनातमक रप स पभाहवत करन या बलन की यरोगयता पापत करना lsquoहमलजदल कर (परसपर) रिना सीखनाrsquo स तातपयग ि समसत मानव हरियाकलापो म तसर वयहकतयो क साथ सिभाहगता व सियरोगपतवगक रिना सीखना तथा अहसततव की पिचान करना सीखना हशका

क चौथ सतभ करो इहगत करता ि हजसम सवय करो एक हवहशषर अहवितीय अवसथा पिचान पकहत या भतहमका क रप म पसफद हरत करना ि पतयक वयहकत म जनम स िी बित सारी यरोगयताए अतहनगहित िरोती ि हजनि साकार करना चौथ सतभ का आशय ि यि चौथा सतभ अहनवायगतः उपयदगकत तीनो पकार क अहधगमो स अगरसर िरोता ि अहधगम अथवा जान क य चार पग (मागग) एक सघहरत समहषर का हनमागण करत ि जरो हशका का सार ि एक कका अधयापक क हलए इनम स पतयक पकार क अहधगम क वयापक हनहिताथग ि हजनक विारा हवदाहथगयो करो जान का सवय हनमागण करन म हशहकत हकया जा सकता ि हनससि यि सब अधयापक क मागगशगन म भली-भाहत िरो सकता ि इस लख म इन चार सतभो म स पथम सतभ lsquoजानना सीखनाrsquo की हवसतार स वयाखया की गई ि

डलसग (1996) क अनदसार lsquoसीखन क हलए सीखनाrsquo अलग-अलग (मवार) जान पापत करन का हवय निी ि अहपतद जानन समझन या खरोज करन का साधन ि हजसस वयहकत करो वयहकतक शरोध क सदख की अनदभतहत िरोती ि यि अहधगम अनय पकार क अहधगमो की अपका अहधक मौहलक और आधाररक ि

बौवधिक वजजासा को उतपररत करना बचचो करो हशहकत करन या पवहतगत करन क हलए सवगपथम अधयापक करो उन तरीको क हवय म हवचार करना चाहिए हजनस व बचचो की बौहधिक हजजासा करो उतपररत कर सक ऐसा करन क हलए आप बचचो स हवहभनन पकार क पशन पतछ सकत ि अथवा ऐसी

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19बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हसथहतयो का हनमागण कर सकत ि हजनस उनकी हजजासा जागरत िरो सक बचच क बालयकाल का एक अहत मितवपतणग पक ि उसक शरीर म हवदमान पाच जानहरियो का बरोध बचच जस-जस अपन वातावरण का पकण करत ि साथ-साथ व हवहभनन धवहनयो दशयो गधो सवाो तथा सवनाओ करो पिचानना तथा उनम भ करना रोनो सीख जात ि ऐस अनदभवो क आधार पर व सवय क तथा अपन वातावरण क पहत हजजासा का भाव हवकहसत कर लत ि जरो सवय करो समझन म उनकी सिायता करता ि समरण रि हक हजजासा करो सफलता या हनषपहतत का सरोत भी किा जा सकता ि बौहधिक हजजासा एक जनमजात अहभपरणा िरोती ि जरो उस सीखन क हलए पररत करती ि (लरोवसरीन 1994)

बचच करो बौहधिक हजजासा की ओर अगरसर करन क हलए यि आवशयक ि हक कका-कक भली-भाहत पकाहशत िरो पमदहत करन वाला िरो तथा आकगक िरो तसरा पाठ करो पढ़ात समय िम सदहनहशचत कर हक बचचो की अहधकाहधक जानहरियो करो सहमहलत हकया गया ि और सभी बचच पाठ क हवकास म सिभागी िो न कवल व बचच जरो अपना िाथ उठात िो इसस भी मितवपतणग ि हक बचचो करो छान-बीन करन हचतन करन तथा खरोजन क हलए समय हया जाए हकसी पशन का ततकाल उततर निी मागना चाहिए बचचो करो हसखाया निी जाना चाहिए उनम तरो जाच पड़ताल करन की पहवत हजजासा जनमजात िी िरोती ि जसा आइसरीन मिरोय न किा था

बचचो की वििचनातमक ोगता को उतपररत करना इसक हलए ऐस उतपरकोउदीपको क हवय म आप जरो सरोच उनि पान कर सकत ि हववचनातमक रप स सीखना बचचो क सवागहधक मितवपतणग कौशलो म स एक ि जरो उनक भहवषय क हलए अहनवायग ि हववचनातमक अहभवहत क हवकास म बचचो की सिायता करन क हलए एक अधयापक या अहभभावक क रप म आप करो चाहिए हक (1) उनि खलन क हलए अहधकाहधक अवसर पान कर तथा (2) बचचो स हकसी भी पशन का उततर जानन क हलए थरोड़ा रक पतीका कर और उनि सरोचन क हलए उपयदकत समय ततकाल िसतकप कभी न कर बचचो स जरो पशन पतछ जाए व हववरणातमक िो न हक सतचनातमक और इसस भी मितवपतणग हक यह बचच पशन या समसया क हवय म करोई पररकलपना सथाहपत करना चाि तरो उसम उनकी सिायता कर तथा परोतसाहित कर

थाथथता क भाि का वनमाथण करना यथाथगता क हवय म जरो भी बचचो का बरोध ि उस अहभवयकत करन क हलए अहभपररत कर इस पकार की अहभवयहकत की सवततता उनम हसथहतयो का अथग हनकालन या उनकी वयाखया करन म सिायक िरोगी और व सवय यथाथगता करो अथग पान करना या सरोचना सीख जाएग और उनम सवतत हनणगय लन की कमता का हवकास आरभ िरो जाएगा डी नरोरा की दहषर म हजन भी यथाथगताओ करो िम वासतहवक िरोन की सजा त ि व वासतहवक समय म िमार

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20 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

मानय ससथाहपत वयविार ि वासतव म जरो िमस पर हवदमान ि वि तरो अपन आप म जानातीत ि तथा जरो िम अहभवयकत करत ि वि िमारी वयहकतगत वयाखया ि ऐस वयविारो क अतगगत बित सारी चीज आती ि जस mdash पौदरोहगकी पाथग वयहकत घरनाए सकत वयाखया तथा मीहडया आह इन वयविारो का परीकण सपषर करता ि हक वासतहवकता (या कि हक उसकी िमारी वयाखया) सव आभासी रप स िी वासतहवक िरोती ि जरो वयहकत विारा सरलीकत या हनपतणगतापतवगक हनहमगत िरोती ि तथाहप यथाथगता का भाव (या वयाखया) जरो वयहकत उस पान करता ि अपन पररणामो क आधार पर वासतहवक िरोता ि (गहलवसकी 2013)

िजावनक विवध क जान को अवजथत करन अथिा समझन म बचचो की सहाता करना यह आप एक अधयापक क रप म इस सफलतापतवगक कर सकत ि तरो बचच जीवनपययत हवजान क हमत और जान क सजक बन जाएग ऐसा कर सकन क हलए अधयापक करो सवय हचतन करना िरोगा ताहक व बचचो करो सवय हचतन करना हसखान म सकम िरो सक कयोहक जरो अधयापक सवय हचतन निी करता वि बचचो म हचतन की यरोगयता का हवकास निी कर सकता

उपयदगकत चार यरोगयताओ का हवकास करन क हलए हकस-हकस पकार क पशन बचचो क सामन पसतदत हकए जा सकत ि या हकस पकार की हसथहतयो का हनमागण हकया जा सकता ि यि अधयापक करो पिल िी सरोच कर कका म आना िरोगा ऐसी

अहभवहतत का हवकास िरोन क साथ बचचा धीर-धीर सवय सरोचना आरभ कर गा

यि समरण रि हक पतयक बचच म उपयदगकत सभी कमताए जनम स िी िरोती ि िम धयान ना िरोगा हक बचचो करो पतयक चीज करो कठसथ करन क हलए पररत न कर यह बचच जानन की हवहध करो सीख जाए तरो व सवतत रप स सवय िी जान का हनमागण कर लग और जब बचचा वजाहनक हवहध का अनदपयरोग करक अपन पयासो स सीखता ि तरो उसम एक समगर अहधगम अहभवहतत का हवकास िरो जाता ि यिी ि शरोध का आन जरो अननय रप स आतमसतरोी िरोता ि इसक अलावा इस बात स भी हनराहशत न िो हक शरोध तरो मात वयसको क हचतन का कत ि या उनका हवश ाहधकार ि वसतदतः यि तरो एक जनमजात लकण या गदण ि कार क अनदसार यि एक वचाररक रप ि या एक ऐसा साचा ि हजसक अनदसार पतयक मानव सरोचता ि बचच करो एक लघद वजाहनक समझा जाता ि समसत खल-हरियाकलाप अहधगम हरियाकलाप िरोत ि उािरणाथग एक रो या तीन साल का बचचा जब बार-बार अपन हखलौन करो जमीन पर फ कता ि तरो वि उन सभी हवहभनन पकार की धवहनयो या गहतहवहधयो करो सीखता ि जरो हखलौन विारा जमीन क कठरोर या नरम तल स रकरान स उतपनन िरोती ि इन रोनो अवसथाओ स रकरान स उतपनन धवहनयो अथवा गहतहवहध क अतर करो बचचा समझ लता ि यदहप उस अभी तक भाहक अहभवयहकत करनी निी आती ऐसी हसथहत म एक अधयापक या अहभभावक स यि अपहकत ि हक वि

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21बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

बचचो की गहतहवहधयो का धयानपतवगक अवलरोकन कर और उनि आग सीखन क हलए अनय पकार की हसथहतयो का हनमागण कर

जब िम हकसी हसथहत म सवय सरोचकर सवतत हनणगय लत ि तरो समहझए हक िम यथाथगता की वयाखया कर रि ि एक अवधारणा क रप म यथाथगता वि ि हजसका अहसततव िमार मन स पर हवदमान ि परतद वयविार म जरो िम स पर सवतत रप म हवदमान ि वि तरो जानातीत ि उसका जान उसक सिी रप म काहप निी िरोता इस अनदभव हकया जाता ि और पतयक अनदभव वयहकतपरक िरोता ि कयोहक वि उस वयहकत की जानहरियो क माधयम स आता ि

हकसी घरना या वसतद करो खकर जरो अनदभतहत मदझ िरोगी उसी वसतद या घरना करो खकर हकसी अनय वयहकत की अनदभतहत अथवा वयाखया मरी अनदभतहत अथवा वयाखया स हकसी न हकसी रप म अलग िरोगी अतः यथाथगताए जरो बािर मौजत ि उनकी वयाखया िरोती ि जन शगन म इस सयावा की सजा ी गई ि हजस सापकता का हसधिात भी किा जाता ि

तथाहप अधयापक क रप म िम ऐसी हसथहतयो (चाि वासतहवक िरो अथवा कालपहनक) करो पसतदत कर सकत ि और बचचो स जरो भी व अनदभव करत ि उन हसथहतयो की वयाखया करवा सकत ि जरो उनक सवय क हनणगयो पर आधाररत िरोगी जब भी बचच हकसी भी चीज क हवय म सवतत रप स सरोच कर हनणगय लत ि तरो समहझए हक व वासतहवकता की वयाखया कर रि ि बचचो विारा की गई यथाथगता

की वयाखया वयसको की वयाखया स हभनन िरो सकती ि परतद इसका अथग यि काहप निी लगाना चाहिए हक बचच गलत ि यि सभव ि हक बचच वयसको स अहधक सजनातमक तथा सदसपषर िो

इसी पकार यि भी निी समझना चाहिए हक वजाहनक हवहध जाच या खरोज की एक उननत हवहध ि हजसका पयरोग मात वयसक िी कर सकत ि वसतदतः यि बात पतयक बचचा समझता ि हक यह कद छ घहरत िआ ि करोई चीज तरो ि हजसक कारण ऐसा िआ ि अधयापक करो चाहिए हक व ऐस अवसरो क पहत सतगक रि और बचचो क समक उनि उािरण क रप म पसतदत कर हजसस बचचो म कारण-पभाव क सबधो की समझ हवकहसत िरो इस पकार व बचचो की हजजासा और इस हववचनातमक समझ करो उदीपत कर सकत ि हक यह करोई कारण ि तरो उसका करोई पभाव भी िरोगा और यह पभाव अनदभव िरो रिा िरो तरो वि हकसी कारण स िी िरोगा और अततः यि भी समझ म आ जाएगा हक अकारण कद छ भी निी िरोता ि

यिा यि समरण रि हक बचचा करोई एक मात सववोततम या सवगमानय उततर न या कारण बतान का पयास निी करगा इसक हवपरीत वि कई सार सभाहवत उततर सकता ि यह ऐसा िरोता ि तरो जाहनए हक यि हचतन करन या वजाहनक रप स वयविार करन की अवसथा ि तसर शबो म यि पररकलपना हनमागण या सजनातमक हचतन की अवसथा ि इस अवसथा करो मिान जमगन हवचारक कार न lsquoकारण-पभाव का बरोधrsquo (एक वचाररक रप) की सजा ी वि इसी पकार क बारि वचाररक

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22 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

रपो की बात करत ि हजनि तीन-तीन रपो क चार समतिो म हवभकत हकया गया ि य चार समति िmdash माता लकण (गदणधमग) सबध तथा रपातमकता उािरणाथगः माता करो िम एकतव अनकतव या समहषर क रप म सरोचत ि य तीन व रप ि हजनक विारा िम माता क बार म सरोच सकत ि सभी 12 वचाररक रप एक तरीक स व साच ि हजनम करोई मनदषय सरोच सकता ि अथवा जगत की यथाथगता करो समझ सकता ि हजनका अहसततव िमार मन स पर ि य सभी वचाररक रप जनम स िी िमार पास िरोत ि अथागत य वचाररक रप जनमजात ि जब भी िम ससार क हवय म करोई हचतन करत ि तरो िम इन चार समतिो (माता हवश ता सबध तथा रपातमकता) स बािर निी सरोच सकत इनक उपयरोग क हबना वासतव म सरोचना सभव िी निी ि ऐसा कार का मानना ि

उािरण क रप म कारण-पभाव क सबध म आप करोई पभाव हखाकर बचचो स उसका कारण जात करवा सकत ि और करोई कारण कर उसक पभावो करो जानन क हलए उनि पररत कर सकत ि जस mdash1 यह आप हकसी ग करो लबवत (ऊधवागधर)

हशा म ऊपर की ओर फ कत ि तरो कया िरो सकता ि करक हखए

2 यह आपक भी पहकयो जस पख िो तरो आप कया-कया कर सकत िरो

3 यह आप पानी स भरी हकसी बालरी की तली म एक लकड़ी का रदकड़ा रख तरो कया िरोगा और यह लकड़ी की बजाए एक पतथर का रदकड़ा िरो तरो कया िरोगा

4 यह करोई बालक कका म हचलला रिा ि तरो आपक हवचार म उस बालक क इस वयविार का कया कारण िरो सकता िसकत ि

5 भरोजन अवकाश क समय जब आपन अपन भरोजन का हडबबा खरोला तरो खा हक वि तरो खाली ि उस समय आप कसा अनदभव करग बता सकत ि हक ऐसा कयो िआ िरोगा

6 शहनवार करो आप अपना रोपिर का भरोजन करना भतल गए और भरोजन क हडबब करो घर भी ल जाना भतल गए वि आपक डसक म पड़ा रिा सरोमवार करो जब आप हवदालय म आए और अपना भरोजन का हडबबा खरोला तरो पाया हक उसम स बबत आ रिी ि ऐसा कयो िआइसी पकार आप उपयदगकत पकार की बित सारी

हसथहतयो पर हवचार कर सकत ि हजनका सबध बचचो क हनक अनदभवो स िरो ऐसी हसथहतयो करो पसतदत कर आप बचचो करो कारण-पभाव हनयम समझन क हलए पररत कर सकत ि यह आप सफलतापतवगक ऐसा करत िरो तरो हनशचय िी आप उनि सिी रप म हचतनरोनमदख बनान की हशा म चल रि ि ऐसा करन स आप उनम समझ या हववक क उपकरणो करो हवकहसत करन म सिायता कर रि िरो

डलसग (1996 प87) क अनदसार जानना सीखन की पररकलपना ि हक सीखा कस जाता ि हजसक हलए एकागरता समहत तथा हचतन शहकत अपहकत िरोती ि अधयापक क रप म िमारा लकय यि ि हक बचचो क धयान क रिण (एकागरहचततता) करो वसतदओ पहरियाओ और घरनाओ पर क हरित करन म सिायता करना ि परतद दःख की बात ि हक आजकल बचच एकागरहचततता क अभाव म तजी स

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23बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

एक क बा एक सतचनाओ करो महसतषक परल पर ौड़ात रित ि जरो खरोज पहरिया करो समझन क हलए अतयत िाहनकर िरोती ि कयोहक खरोज पहरिया म समय लगता ि तथा अपका की जाती ि हक पापत सतचना की ति तक जाया जाए

एकागरता का अभासएकागरता सीखना कई पकार स िरो सकता ि और इसम कई पकार की अवहसथहतयो का पयरोग हकया जा सकता ि उािरणाथगmdash खल उदरोग म पहशकण काल याता पयरोगातमक पायरोहगक कायग इतयाह स सबहधत हजसम भी बचच की रहच िरो अधयापक क रप म िम ऐसी चदनौतीपतणग हसथहतयो का हनमागण करना चाहिए जरो बचचो क हलए रहचकर िो तथा उनका धयानाकगण कर सकती िो तथाहप िम यि भी समरण रखना चाहिए हक सभी बचचो करो एक िी पकार की अवहसथहतया अथवा हरियाकलाप ररोचक निी लगग अतः िम हवहभनन पकार की अवहसथहतयो या हरियाकलापो क हवय म सरोचना िरोगा हजनम स व अपनी-अपनी रहच अनदसार हकसी हसथहत हवश का चयन कर सक इसक हलए आप उपयदकत यरोगाभयास सबधी हवहधयो का चदनाव भी कर सकत ि बशतत यरोग हरियाओ क पहत उनकी अहभरहच िरो (उािरणाथग हवहभनन पकार क तारक अनदलरोम-हवलरोम पाणायाम इतयाह)

सममवत का विकाससमहत का हवकास समहत क उपयरोग स िरोता ि समहत का अथग ि अतीत म घहरत घरनाओगहतहवहधयो बातो का समरण करना परतद पशन यि

ि हक िम बचचो की सिायता कस कर हक व अपनी समहत क उपयरोग म वहधि कर सक सभवतः बचचो करो खल-खल म उनक अनदभवो क हवय म पतछा जाए तरो िम उनकी समहत क उपयरोग करो बितर रप स बढ़ा सकत ि िम जानत ि हक समहत रो पकार की िरोती िmdash ीघागवहध (ीघगकाहलक) तथा अलपावहध (अलपकाहलक)

अलपकालिक समलि का लिकास अलपकाहलक समहत का हवकास करन क हलए आप बचचो करो हकसी ररोचक सथान क भरमण पर ल जा सकत ि अगल हन जब बचच कका म आए तरो आप उनस भरमण का हवसतत वततात हलखन अथवा बतान क हलए कि सकत ि इस कायग क हलए पतयक बचच करो उपयदकत सकारातमक पबलन ताहक व परोतसाहित िरो

तसरा आप कका म फलप चारग पर बचचो करो कद छ सकड क हलए करोई सखया हलखकर हखाए ततपशचात तदरत आप एक-एक करक बचचो स उस सखया क अको करो उसी रिम म बरोलन क हलए कि आप यि आकलन कर हक हकतन बचच सिी रिम म सखया क अको करो बतान म सफल िरोत ि आप हनरतर अको की सखया बढ़ात रि और उसी पकार बचचो का मतलय हनधागरण करत रि तथा पररणाम नरोर करत रि

कद छ हनो क पशचात इस पयरोग करो रोिराए कद छ अवलरोकनो क पशचात ख हक बचचो की अलपकाहलक समहत म हकतनी वहधि िई इस पयरोग करो खल की भावना स कर तथा बचचो करो हकसी भी पकार का ड न कवल उनि परोतसाहित कर

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24 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

समरण रि हक जब भी आप इस पकार का पयरोग कर तरो आरभ म बचचो करो िसाकर तनावरहित कर और हफर कि आओ अब एक खल खल ऐस हरियाकलापो की सखया बढ़ान क हलए आप बचचो विारा वतगमान म हकए गए हरियाकलाप का वणगन करवा सकत ि अथवा उनक विारा खी गई घरनाओ का हलहखत या मौहखक वणगन करन क हलए भी कि सकत ि

दीरघकालिक समलि का लिकास ीघगकाहलक समहत का हवकास करन क हलए अधयापक बचचो करो अतीत क अनदभवो या घरनाओ का हववरण न क हलए कि सकत ि ऐस अनदभव हजनिोन बचचो करो सकारातमक या नकारातमक रप स पभाहवत हकया िरो या हकसी न हकसी रप म व ररोचक रि िो उािरणाथग बचचो स कि सकत ि हक व अपन बचपन की हकनिी रो घरनाओ का वणगन कर जरो उनकरो बित अचछी अथवा अहपय या डरावनी लगी िो जस तद िार बचपन म ऐसी कौन-सी घरना थी हजसन तद ि भयभीत कर हया िरो और अब आप उसक हवय म कसा अनदभव करत िरो (आपकरो बचचो करो आशवसत करना िरोगा हक यि अनदभव या घरना पतणग रप स गरोपनीय रखी जाएगी)

ऐस अनदभवो क वणगन स न कवल बचचो की ीघगकाहलक समहत का हवकास करन म सिायता हमलगी अहपतद बचचो करो मनरोवजाहनक रप स तथा पतणग रप स समझन म भी सिायता हमलगी हजसका जान अधयापको क हलए अतयत आवशयक ि

बचचो की ीघगकाहलक अथवा अलपकाहलक समहत क हवकास म सिायता करन क हलए हवहभनन

पकार क हरियाकलाप िरो सकत ि अधयापक ऐसी अभयास-मालाओ की एक लबी सतची तयार कर सकत ि हजनि व बचचो क खाली समय क सदपयरोग ितद सक ऐस हरियाकलापो का अभयास करन स बचचो की समहत क साथ-साथ उनकी सजनातमक कलपनाशहकत का हवकास भी िरो सकता ि जरो हशका का एक मितवपतणग उदशय ि

परतद इस अवसर पर एक सावधानी बरतन की भी आवशयकता ि वि यि ि हक िम lsquoसमहत का उपयरोगrsquo नामक सदहकत (मदिावरा) करो lsquoररनाrsquo निी समझ लना चाहिए lsquoररनाrsquo शब स तातपयग ि हबना अथगगरिण हकए हकसी चीज करो कठसथ कर लना जसmdash करोई वयहकत जरो जमगन भाा निी जानता वि जमगन म हलखी हकसी सतहकत करो रर लता ि अतयहधक तथयातमक सतचनाओ करो ररन करो बौहधिक हवकास का सकतक निी मानना चाहिए उािरणसवरप आपन रलीहवजन पर कद छ बचचो करो खा िरोगा हजनि दहनया की असखय सतचनाए कठसथ ि और व फराफर हकसी भी पशन का उततर त ि ऐस बचचो की समरणशहकत तरो हवलकण ि िी परतद सवसथ बौहधिक हवकास क हलए यि हबलकद ल आवशयक निी ि कयोहक ऐसा करन म हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का उपयरोग या हवकास हनहित निी ि और अततरोगतवा बचच क बौहधिक हवकास म यि साधक निी अहपतद बाधक िी िरोगा ररना वासतव म हकसी चीज करो याहतक अहववहचत तथा मौहखक रप स रोिराना ि जबहक lsquoसमहत का उपयरोगrsquo िमार हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का अग ि जरो अवयकत सतर पर िरोता ि कद छ चीजो अथवा घरनाओ का भतलना उतना िी आवशयक ि हजतना

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25बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हक चीजो करो या रखना बहलक मनरोवजाहनक दहषर स यि भी किा जाता ि हक हवसमरण समरण क हलए सिायक या साधन िरोता ि यदहप अहधगम क एक साधन या उपकरण क रप म कठसथीकरण की अनदशसा बचचो की हशका म कम-स-कम की जाती ि तथाहप बचचो क हवकास क हकसी सतर पर या कद छ सभभो या मामलो म इसका वणागतमक उपयरोग पतणग रप स हनरथगक निी िरोता ि अहपतद उपयरोगी और आवशयक िरोता ि उािरणाथगmdash हगनती सीखना पिाड़ या करना कद छ सततो (फामतगलो) आह करो समरण रखना इतयाह

इसक अहतररकत समहत कमता करो सािचयग क गदण उपयरोग का उपयरोग कर बढ़ाया जा सकता ि उािरणाथग हकसी वयहकत की चाल खकर हकसी वयहकत हवश का समरण िरो जाता ि समहत वसतदओ हसथहतयो अथवा वयहकतयो म पाए जान वाल लकणो या ततवो की समानता अथवा हवमता क आधार पर कायग करती ि अतः बचचो म समहत का उपयरोग हवकहसत करन अथवा उस बढ़ान क हलए िम ऐसी हसथहतयो का सजन कर सकत ि जसmdash शबो तथा उनक अथभो पाहणयो परोशाको वयहकत की चाल सासकहतक रपो रीहत-ररवाजो बालो क रगो मदखाकहत शारीररक गठन हवहभनन जानवरो अथवा हवहभनन सगीतीय यतो की आवाज और इसी पकार वसतदओ वयहकतयो हसथहतयो की अनय हवहशषरताओ लकणो या हवश ताओ (हवश कर व जरो बचचो क वयहकतक अनदभवो क अतगगत आती िो) पर आधाररत अभयासो का उपयरोग हकया जा सकता ि ऐस अभयासो करो अनदसरण या पिचान

तकनीको का उपयरोग कर हवकहसत हकया जा सकता ि ऐसी तकनीको का उपयरोग बचचो क हलए रो या अहधक अवधारणाओ वसतदओ इतयाह म अतर करन की यरोगयता का हवकास करन म भी सिायक िरोगा साथ िी उनकी हववचनातमक तथा हवमगक कमता का हवकास भी िरोगा अधयापक करो चाहिए हक बचचो करो समझान क हलए कद छ उािरण पसतदत कर और बचचो करो भी ऐस अनय उािरण सहजत करन क हलए परोतसाहित कर

विचारण ोगता का विकासहवचारण या हववचन यरोगयता क अतगगत कद छ पततो अथवा कद छ तकग वाकयो क आधार पर हकसी हनषकग या हनणगय पर पिचना सहमहलत िरोता ि ऐसा करन क हलए िम तकग का उपयरोग करत ि तकग मतलरप स तीन पकार क िरो सकत िmdash (i) हनगमनातमक तकग (Deductive) (ii) आगमनातमक तकग तथा (Inductive) (iii) अहभवहतगत या अपवहतगत तकग (Abductive)

लिगिातक िकघ हनगमनातमक तकग एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि हजसम सामानय पकार क कथन (हजनि आधार-वाकय किा जाता ि) का उपयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि उािरणाथग अहनता रहशम स बड़ी ि तथा रहशम रखा स बड़ी ि तरो रखा अहनता स छरोरी िरोगी सभी जीव नशवर िरोत ि मनदषय एक जीव ि अतः मनदषय नशवर ि इसी पकार िम गहणत क उािरण भी ल सकत िmdash A की लबाई B की लबाई स अहधक ि तथा

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26 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

B की लबाई C स अहधक ि तरो िम हनहशचत रप स कि सकत ि हक A की लबाई C की लबाई स अहधक िरोगी अथवा C की लबाई A की लबाई स कम िरोगी एक अधयापक क रप म आप बित सार ऐस पशनो का हनमागण कर बचचो स उततर हनकलवा सकत ि हजस पकार क तकग का उललख उपयदगकत उािरणो म हया गया ि अथागत हजसम सामानय कथनो क आधार पर हवहशषर हनषकग पर पिचा जा सकता ि य हनगमनातमक तकग क उािरण ि अतः हनगमनातमक तकग हजस हनगमनातमक तकग शासत भी किा जाता ि एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि जिा सामानय कथनो (आधार वाकयो) का पयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि इस पकार तकग की हवशता ि हक यह आधार वाकय सिी या सतय िोग तरो हनषकग भी अहनवायगतः सतय िी िोग परतद यह आधार वाकयो म स करोई भी वाकय असतय िरोगा तरो यि आवशयक निी हक हनषकग सतय िरो बशक हनषकग ताहकग क दहषर स वध कयो न िरो हनगमनातमक तकग म हनषकग की सतयता अथवा असतयता आधार वाकय की सतयता अथवा असतयता पर आहरित िरोती ि उािरणाथग mdash सभी वधि वयहकत शारीररक रप स दबगल िरोत ि रिीमान अबदललाि 65 वग क ि अतः रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल ि कयोहक उपयदकत उािरण म पाथहमक आधार वाकय अहनवायग रप स सतय निी ि अतः यि आवशयक निी हक रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल िो

अभयास क हलए कद छ उािरण नीच हए गए ि mdash1 सभी पालतत जानवर घास खात ि िमन हजतन

भी पालतत जानवर ख व घास खात ि अथवा िमन एक भी पालतत जानवर निी खा जरो घास निी खाता ि अतः कद तता खाता ि

2 सभी जानवर हजनक शवाड (वधअवध) पन और लब िरोत ि व मासािारी िरोत ि कद तत क शवाड लब और पन िरोत ि अतः कद तत िरोत ि

3 पकी सतयागसत क पशचात निी उड़त अब रात करो अधरा िरो चदका ि अतः आप आकाश म हकसी पकी करो निी खग

4 हचकना धरातल हफसलनयदकत िरोता ि इस बराम का फशग बित हचकन पतथर स बना ि धयान स चल वरना जाओग

5 सभी सखयाए हजनका अहतम अक सम िरो रो स हवभाहजत िरो जाती ि बताइए 315979 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी इस पकार सखया 195883 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी

6 करोई सखया हजनक अको का यरोग तीन स हवभाहजत िरो जाता ि तरो वि सखया भी तीन स हवभाहजत िरो जाएगी बताइए कया सखया 259734 तीन स हवभाहजत िरो जाएगी अथवा निी

7 करोई भी ब आकहत हजसकी चार भदजाए िरोती ि चतदभदगज किलाती ि अतः एक वगग और एक आयत ि

8 सभी शीत रकत जानवर रगत ि क चदआ रग कर चलता ि अतः क चदआ शीत रकतक ि वधअवध

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27बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

9 कद ततो की सतघन की शहकत अहत तीवर िरोती ि अतः पायः कद ततो का उपयरोग पदहलस विारा अपराहधयो करो क हलए हकया जाता ि

10 मर पररवार म कद ल तीन ससय ि और एक भी ाए िाथ स निी हलखता ि अतः मर पररवार म सभी ससय ि

लिगिातक िकघ क अनय पारप1 यि हबलली गदराग रिी ि अतः सतकग रहिए यि

आपकरो कार न ल2 मदझ हवदालय स घर जान म डढ़ घरा लगता

ि अब सायकाल क साढ़ चार बज ि म बज तक घर पिच सकता ि

3 यि सड़क हफसलन वाली ि अपनी साईहकल धयान स चलाए अनयथा आप सकत िएक अधयापक क रप म आप इस पकार की

बित सारी अभयास-मालाओ का हनमागण कर सकत ि हजनक विारा आप बचचो की अतहनगहित तकग शहकत का पता लगा सकत ि और उसका हवकास भी कर सकत ि इस पकार क अभयास हजसम बचच अनदमान लगाकर ररकत सथानो करो भर बचचो की हवचारणशहकत क हवकास क हलए एक पभावी माधयम या उपकरण ि

लिगिातक िकघ पर आधाररि िकघ या यलzwjति की िधिा को सझिातकग शासत क अनदसार रो ऐस मानड ि हजनक आधार पर यि मालतम कर सकत ि हक करोई तकग वध ि अथवा निी1 करोई तकग वध समझा जाएगा यह आधार

वाकयो की सतयता हनषकग की सतयता करो आशवसत करती िरो

2 करोई तकग अवध िरोगा यह सभी आधार वाकय सिी िरोन पर भी हनषकग असतय िरो

कद छ उािरणmdash1 या तरो रसरोई म आग लग गई ि अथवा तव पर

ररोरी जल उठी ि म ख सकता ि हक रसरोई म आग तरो निी लगी ि अतः तव पर ररोरी जल रिी ि (वध)

2 पॉश कॉलरोहनयो म रिन वाल वयहकत धनाढय िरोत ि सदरिी रणद गररर कलाश कॉलरोनी नयी हलली म रिती ि अतः वि अवशय िी धनाढय िोगी (अवध)

3 भारत म धनवान वयहकतयो न हवमदरिीकरण का हवररोध हकया सवामीनाथन एक बित धनाढय वयहकत ि अतः सवामीनाथन न हवमदरिीकरण का अवशय हवररोध हकया िरोगा (अवध)

तकग की पामाहणकता1 एक हनगमनातमक तकग पामाहणक किलाएगा

यहmdash (अ) यि वध िरो अथवा (ब) यह इसक सभी आधार वाकय सतय िो2 करोई हनगमनातमक तकग अपामाहणक िरोगा

यहmdash (अ) या तरो यि अवध िरो अथवा (ब) इसका कम स कम एक आधार वाकय

असतय िरो

आगिातक िकघआगमनातमक तकग म िम कद छ हवहशषर पकणो क आधार पर हकसी हनषकग अथवा सामानयीकरण पर पिचत ि उािरणाथगmdash

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28 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 जब म िाइडलबगग म गया तरो खा हक पतयक वािन सड़क क ाइय और चलत ि इसी पकार जब जमगनी क अनय शिरो म गया तरो भी ऐसा िी पाया इन पकणो क आधार पर िम हवशवसतता क साथ इस हनषकग पर पिच सकत ि हक जमगनी म वािन सड़क क ायी ओर िी चलाए जात ि

2 मन जब भी करोई छरोरा कद तता खा उसक शरीर पर गिर लब लरोम थ अतः िम हवशवास क साथ कि सकत ि हक छरोर कद ततो क शरीर पर लब गिर लरोम िरोत िआगमनातमक तकग क आधार पर हनकाल गए

हनषकभो अथवा सामानयीकरणो पर भररोसा हकया जा सकता ि या व सतय िरो सकत ि परतद यि आवशयक निी हक अहनवायगतः सतय िी िो तथा सव और सभी पररहसथहतयो म सतय िो इसका कारण ि हक िमन मात कद छ सीहमत मामलो का अवलरोकन हकया ि ऐस सामानयीकरण जरो िमारी जानहरियो पर आधाररत िो उनि आगमनातमक (आगहमक) या अनदभवजनय सामानयीकरण अथवा हनषकग किा जाता ि जसmdash चीनी का सवा मीठा िरोता ि कद नीन की गरोली कड़वी िरोती ि यह आकाश साफ िरोता ि तरो वि नील रग का िरोता ि िवाई जिाज की गहत रल या कार की गहत स अहधक िरोती ि यह आप गमग तव करो छत एग तरो आपका िाथ जल सकता ि यह आप ककर करो छत स नीच छरोड़ तरो वि सवतः िी जमीन पर हगरगा यह आप अपन दपहिया वािन करो हफसलन वाली जगि पर चलाएग तरो आप हगर सकत ि आप ऐस सकड़ो उािरण सकत ि

हकसी आगमनातमक तकग म िम हकसी घरना करो पकहत म बार-बार िरोत खत ि इन अवलरोकनो क

आधार पर िम एक परनग या पहतरप खत ि हजसक आधार पर िम एक सामानयीकरण अथवा हनषकग हनकालत ि इन सामानयीकरणो क आधार पर उस घरना की वयाखया करत ि अथवा सपषरीकरण त ि एक पररकलपना करत ि और अत म उस पररकलपना का परीकण कर एक हसधिात पर पिचत ि

हकसी भी वजाहनक शरोध म आगहमक अनदमान या हनषकग (जरो हवहशषर अवलरोकनो पर आधाररत िरोता ि) तथा हनगमनातमक हनषकग (जरो हकसी हसधिात पर आधाररत िरोता ि) क मधय एक पारसपररक पभाव या अनयरोनय हरिया िरोती ि इस पकार िम सतयता क बित हनकर पिच जात ि परतद पतणग सतय का पता निी लगा सकत यिी कारण ि हक वजाहनक हसधिात सव सभावय तरो िरोत ि परतद अहनवायग निी जबहक गहणत या लॉहजक (तकग ) क आधार पर हनकाल गए हनषकग अहनवायग रप स हनहशचत िरोत ि (कयोहक उनम वसतदहनषठता िरोती ि)

अतः आगहमक (आगमनातमक) तकग म िम ऐस अवलरोकनो स आरभ करत ि हजनका कायगकत सीहमत तथा हवहशषर िरोता ि इनक आधार पर एक सामानयीकत हनषकग की ओर अगरसर िरोत ि जरो सहचत तथयो या साकयो क पकाश म सभव तरो अवशय ि परतद हनहशचत या अहनवायग निी िरोता ि आगहमक तकग क आधार पर पापत हनषकग सभव इसहलए िरोत ि कयोहक पापत साकय समावशी या हनणागयक निी िरोत अतः हवहशषर रप स इनकी पिचान पहतजाहपतयो म स हकसी एक अथवा रोनो और हनषकग क सभाहवत ावो क रप म िरोती ि आगहमक तकग म साहखयकीय तथा जनसाहखयकीय

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29बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

तकग पतवागनदमान सायानदमान (analogies) तथा वयाखयाए सहमहलत िरोती िकद छ उािरणmdash1 यि पदरसकार या तरो सदरश करो अथवा िरीश करो

हमल सकता ि∙ सदरश इस पापत निी कर पाया∙ अतः यि िरीश करो िी हमला िरोगा

2 मरा मानना ि हक lsquoXrsquo की ितया lsquoYrsquo न की िरोगी कयोहक lsquoYrsquo क पास कारण या अहभपायः भी था अवसर भी उसक खतन स रग सतान ितया सथल स हमल और ऐसा करोई सबतत निी हमला हक ितया क समय lsquoYrsquo किी और था

3 मदझ हवशवास ि हक रजनी तरना जानती िरोगी कयोहक उसक अड़रोस-पड़रोस म रिन वाल अहधकाश वयहकत तरना जानत ि

4 यह आप धतमरपान ब कर तरो आप अहधक समय तक जीहवत रिग वतगमान शरोधो स यि सपषर िआ ि हक जरो वयहकत धतमरपान निी करत उनकी आयद धतमरपान करन वाल वयहकतयो स औसतन 5ndash6 साल अहधक िरोती ि

तकथ क विवभनन पारपतकग चाि वि आगहमक िरो अथवा हनगहमक इस शाहबक तथा अशाहबक रो रपो म हनहशगत हकया जा सकता ि शाहबक तकग क अतगगत शबो म अहभवयकत अवधारणाओ करो समझना और तकग करना ि इसका लकय सजनातमक रप स सरोच-हवचार करना िरोता ि अशाहबक तकग क अतगगत हचतातमक अथवा आरखीय दशय पततो करो समझना वयाखया करना तथा हवशलण करना अशाहबक तकग म समसया का समाधान सहमहलत

िरोता ि कयोहक अशाहबक परीकण म पशन अथवा समसयाए आरखीय या हचतातमक रप म पसतदत की जाती ि अतः इन परीकणो करो अमततग हचतन परीकण भी किा जाता ि तकग क इन रोनो रपो करो आररोिी वयदतरिम म रिणीकत हकया जा सकता ि इस आररोिी वयदतरिम का आधार बचचो का आयद रिम िरो सकता ि इस तरि क परीकण हवदालयो म सामानय अथवा हवहशषर पयरोग करन क हलए बाजार म उपलबध ि शाहबक या अशाहबक तकग परीकणो का हनमागण इनक उपवगभो क आधार पर िरो सकता ि इनकरो समझन क हलए शाहबक तथा अशाहबक तकग परीकण अभयास क कद छ उािरण नीच हए जा रि ि mdash

शालदक िकघ अभयास क लिए कछ उदाहरण(आयद वगग 11ndash12 क हलए)1 सखया-शब करोड का उपयरोग

∙ यह MEND का करोड 5163 िरो तरोmdash i DEN का करोड कया िरोगा ii 163 हकसका करोड िरोगा

∙ यह SPACE का करोड 25378 िरो तरोmdash i तरो APE का करोड कया िरोगा ii 2587 हकसका करोड िरोगा2 अकर सबध अभयास

∙ L का N स विी सबध ि जरो T का स ि∙ D का A स विी सबध ि जरो X का स ि

3 अकर शब करोड∙ यह HAND का करोड JCOF िरो तरो AND

का करोड कया िरोगा∙ यह LOCAL का करोड JMAJY िरो तरो

CALL का करोड कया िरोगा

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30 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 ताहकग क वाकय (हनगहमक तकग ) क) हचतकार बदशो तथा रगो का पयरोग करत ि

i सदमश एक हचतकार िii बताइए हननहलहखत म स कौन-स

वाकय सिी ि∙ हचतकार हशहकत वयहकत िरोत ि∙ सदरश क पास बित सार बदश ि∙ सदरश एक फरोररोगराफर ि

ख) वको पर पतत िरोत ि बरग एक वक ि अतः

i वक बड़ िरोत िii बरग क पतत झड़ जात िiii बरग पर पतत ि

ग) अजिर एक हचहकतसक ि हचहकतसको क पास हचहकतसा का कायग करन क हलए लाइसस पजीकरण िरोना अहनवायग ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन अहनवायग रप स सतय िi अजिर क पास हचहकतसा अभयास

करन क हलए लाइसस िii कद छ हचहकतसको करो अभयास क हलए

लाइसस की आवशयकता निी िरोतीiii सभी पशवर हचहकतसको क पास

हचहकतसा म सनातक हडगरी िरोती ि5 पिली िल करना

क) गायती रजनी िनीफा तथा डाना चमच-अडा ौड़ म भाग लती ि िनीफा ौड़ म हवजयी िरोती ि डाना चौथ सथान पर

आती ि रजनी हवितीय सथान पापत करती ि गायती का सथान अहतम निी ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन सिी निी िरो सकता

i िनीफा पथम सथान पापत करती िii रजनी हवितीय सथान पापत करती िiii गायती ौड़ करो जीत लती िiv डाना अहतम सथान पर रिती ि

ख) अिम हजम मिनरि और अणगव एक पायरोहजत ौड़ म भाग लत ि अणगव सबस तर तक जाता ि मिनरि 8 हकमी चलता ि हजम मिनरि स 2 हकमी अहधक चलता ि अिम कवल 4 हकमी की तरी तय कर पाता ि

यह उपयदगकत कथन सिी िो तरो हननहलहखत म स कौन-सा एकमात कथन सिी िi अिम 5 हकमी चलता िii मिनरि सबस अहधक तरी तय करता िiii हजम 6 हकमी चलता िiv हजम मिनरि स अहधक तरी तक जाता ि

6 तथयो करो ढतढ़नािमा सरोनी कलपना तथा रवती अपनी-अपनी पस क फलो क हवय म बातचीत कर रिी ि िमा और कलपना करो सब पस ि कलपना सरोनी और रवती करो सतर पस ि िमा कलपना और सरोनी करो आलदबदखारा पस ि सबस कम फल हकस पस ि

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31बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

7 शब-सबध i अगदली का िाथ स विी सबध ि जरो पर क

अगतठ का (पर म ान चलना) स ि ii तरन का ताल स विी सबध ि जरो जाहगग

का (करोरग म ान zwjटक) स ि8 नीच हए गए शबो करो पदनगगहठत कीहजए ताहक

एक वाकय बन जाएmdash i I sweet apples like ii My project prize first won

9 अकर अनदरिम i S R Q P ( ) ii M O Q S ( ) iii T P L H ( )

नरोरmdash अशाहबक या अमततग तकग क उािरण आप हकसी मानकीकत परीकण पत स पापत कर सकत ि ऐस परीकण बाजार म उपलबध ि

सदभथ

गहलसकी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसगरोसवामी उा 2010 इतडलकरव एतड लडडलकरव रदीजलनतग ndash हडब ऑफ चाइलडहड ॉलगनलरव डविपमर अधयाय 15

पहबलशड ऑनलाइनगरोसवामी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसजॉनसन बन 2010 हाऊ र इगनाइर इतरिकचअि कयररयोलसरदी इन सरडरस जॉजग लदकास एजदकशनल फाउडशन यतकडलसग जकवी 1996 िलनिग ndash टजर लवइन ndash ररपवोर रत यतनसकरो ऑफ इररनशनल कहमशन ऑन एजदकशन फॉर

21st सचदरी यतनसकरो पररसडी नरोरा रीआ 2014 मल त ग सस ऑफ ररयलिरदी ndash लचर एतड लपरसपशन इन परवदी ड िाइफ सज पहबलकशन यत कलरोवसरीन जी 1994 साइकरोलॉजी ऑफ कयतररयरोहसरी साइोिॉलजि बिलरन वॉलयतम 116शकरर ज 2013 एतसाइकिोपदीलडया ऑफ माइतड सज पहबलकशन यतकwwwetlearningcom Early childhood learning ndash 5 way to develop your childrsquos curiosityHTTPSwwwasueduHTTPSwwwlaneccedu

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सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधारा एक ववशलषणातमक अधययन

परतिभा

कला समीका सौदरायानभति सजनातमकिा आतद परतरिराए मानव की सजानातमक तरिराओ स सबदध होिी ह आधतनक रग क अनक तवदानो न मनोतवजान क अधररनो म सजनातमकिा क सजानातमक आधार पर अपनी तवचारधाराए सातपि की ह रह शोध सजानातमक तवचारधाराओ क अिगयाि एक परमख तवचारधारा गसालवाद का दशरकला क पररपरकर म अधररन को इतगि करिा ह गसालवादी तवचारधारा का मि ह तक मनषर तकसी भी आकार को अलग-अलग इकाइरो क रप म न दखकर परयािा क सा दखिा व अनभव करिा ह जो कवल परतरकर ही नही बतलक मानव अतधगम समति और तवचार आतद को भी परदतशयाि करिा ह इस शोध अधररन म तवतभनन दशरकला तचतो का तवशलषर इसी तवचारधारा क सदभया म तकरा गरा ह

अतित तशतककातिकातिभागतिकातिदिालयतदलललीसरकारतदललली302िदाििगलीिअपारटमरजलीरलीरोडसातिबाबादगातजयाबाद201005

परसतावनामाििजलीििमकलातिकाकातििषसाििोिािइसकमितिकोउजागरकरििएराषzwjटलीयपाठयचयाटकीरपरखाmdash2005मसपषररपसइतगितकयागयाि तकlsquoिमकलाकमितिकीअतिकसमयिकउपकाििीकरसकिऔरिमबचचोमकलासबिली जागरकिा ि रतच क परसार-परोतसािि कतलएसारसभातििससाििऔरसारलीऊजाटलगादिलीचातिएिमारदिमकलािमटतिरपकिाऔरसासकतिकतितिििाकाजलीिा-जागिाउदािरणिउसमदिकिरभागकलोकऔरिासzwjतलीयगायिितय सगलीि पिल बिािा तमटली का कामआतद

िातमल ि इिम स तकसली भलीकलाकाअधययििमारयिा तिदात टयो कजािकोि किलसमदधकरगा बतलक िि सकक ल क बािर भली जलीिि भरउिककामआएगा

दशय और परदिटि दोिो िली कलाओ कोपाठयचयाटमतिकाकामितिपकणटतिससाबिाएजािकी जररि ि बचच इि कzwjतो म किल मिोरजिकतलएिलीकौिलिातसलिकरबतलकऔरभलीदकिाएतिकतसिकरकलाकीपाठयचयाटकदारातिदात टयोकोदिकीतितििकलातमकपरपराओसपररचयकरिािाचातिएकलातिकाआिशयकरपसएकउपकरणऔरतिषयकरपमतिकाका

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33सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

तिससा(कका10िक)िोऔरिरसकक लमइसससबतििसतििाएिोकलाकअिगटिसगलीिितयदशयकलाऔरिारकचारोकोिातमलतकयाजािाचातिएकलाकमितिकसबिमअतभभािकोसकक लअतिकाररयोऔरपरिासकोकोअिगिकराएजािकीजररििकलातिकणमजोरसलीखिपरिोितकतसखािपरऔरइसमदतषरसिभातगिापरआिाररििोrsquo

तिदालयलीतिकाकदौराििरसिरपरकलाकतितििमाधयमऔरसिरपबचचोकोखल-खलमिातिषयबदधरपमतिकतसििोिममददकरििउनिअतभवयतzwjतिककईरासितसखाििसगलीिितयऔर िारक तिदात टयो कआतमबोि उिकजािातमकऔरसामातजकतिकासमसिायकिोिि पकिट परातमकऔर परातमक सिरो पर य सभलीकलाए बिद मितिपकणट ि बचचभाषा परकति करपोकीखोजसियकीऔरअनयकीसमझआतदकोकला कमाधयमसआसािलीस तिकतसिकरसकििकलाकीपरितििलीऐसलीिोिलीितकसभलीबचचउसमभागलीदारलीकरसकिि

कलाऔरतिरासितिलपोकोतिकासजोड़िक ससािि िर सकक ल म उपलबि िोि चातिएइसतलए यि मितिपकणट ि तक पाठयचयाट म कलागतितितियोकतलएपयाटपिसमयिोिारक-ितयमकतिटकलासबिलीककाओकतलएघर-डढ़-घरकासमयचातिएजोर इसबािपरििीिो तकबचचियसकोकमािकोकतिसाबसकलासलीखयापकणटकलाकातिकासिोबतलककला-तिकाकमाधयमस बचचकोअपिआप तिकतसििोिका मौका

तदया जाए उि पर अतिक दबाि ि डाला जाएकछसालोमतिकककीसिायिासतिदाथीअपिसमपटणिमिििससििzwjतकलापररयोजिाएपरसििकरपाएगतजसकसाउिमसौदयटबोिगणितािशषठिाभलीपिपसकगली

सकक लोममाधयतमकऔरउचचमाधयतमकसिरपरकलापाठयचयाटकअिगटितिदाथीकोअपिलीरतचकीतकसलीभलीकलामतििषजिालिदलीजाएकलाकी िाललीम लिऔर उसकाअभयासकरिसमयतिदाथीइसउमरिककलािसौदयटबोिकसबिमकछसदधातिकजािभलीपरापिकरसकििजोजािकइसकzwjतकमितिकोगिराईससमझिममददकरगालोकतपरयकलाचचाटमसिभातगिाकरि पर तितभनि परकार की कला-परपराओ एिरचिातमकिाकीतििाओसतिदात टयोकोउिकीअलग-अलग रतचयो एि परपराओकी जािकारलीभली तमल सकगली इसतलए यि मितिपकणट ि तकपाठयचयाटमउचचयातिमिकलाकाउललखििोउसमिासzwjतलीयऔरलोककलाकाभदििोइससितिदाथीभलीियारिोसक गजोबारििीकतलएकलाकातििषअधययिकरिाचाििियाआगकलाकोिलीअपिावयिसायबिािाचाििि

िसििःlsquoसौदयटएिकलाकतितभनिरपोकोसमझिािउसकाआिदउठािामाििजलीििकाअतभनिअगिकलासातितयऔरजािकअनयकzwjतोमसजिातमकिाकाएक-दकसरसघतिषठसबििबचचकीरचिातमकअतभवयतzwjतिऔरसौदयाटतमकआसिादिकीकमिाकतिसिारकतलएसाििऔरअिसरमियाकरािातिकाकाअतििायटकतटवयि

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34 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अिः कला तिका पर तिकको को अतिकससािि सामगली दली जाए तिकक-परतिकण औरउनमखलीकरणमकलाससबतििमितिपकणटअियििोिचातिएिातकतिककदकिासऔररचिातमकढगसकलाका तिकणकरसक सािलीबालभििोकोसभली तजलाऔरखडसिरपरसातपितकया जाए इसस कलाऔर तिलप सबिली जािऔरअिभिकाअतिररzwjतितिकासिोसकगाऔरबचचोको तकसलीकलाको परतयकरपस सलीखिकाअिसरतमलसकगाइसकपररणामसिरपउिमसजिातमकिाकाअातिभाटिभलीिोसकगा

समलीकातमकरपमदखाजाएिोसौदयटिासzwjतकी मिोतिशलषणातमक परपरा कला समलीकाककzwjत मअपिा एकमितिपकणट साि रखिली िसौदयटिातसzwjतयो ि कला समलीका क तलए अिकदतषरकोण तदए कभली उनिोि तचzwjतो की समलीकाउिक भौतिक सिरप क आिार पर की कभलीउसस उतपनि िोि िालली माितसक परतरियाओ कआिार पर तकि गसरालरिादली तिचारिारा मकलाकारकीमाितसकअिसाको िलीअधययिकाआिारबिायागया तिदािो ियिमािा तकमिोिजातिकयगमतचzwjतदखिासमझिाअिभिकरिायाआिदपरापिकरिाइिसभलीकीपरतरियाएक समाि िली िोिली ि अाटि कलाकार अपिलीतचzwjत रचिा म तजस माितसक परतरिया स गजरिािदिटकभलीउसलीपरतरियासगजरिािऔरइिकामाििाि तकयतददिटककलाकार कसमािउसमाितसकपरतरियासगजरगािभलीििउसतचzwjतकायाटआिदलपाएगा

गसालवादी ववचारधारा यिआितिकमिोतिजािकीपरमखतिचारिाराओमसएकिआितिककालमपरायःसभलीतिदािोिमाििजलीिि क तितििपकोकोआिारबिाकरमिोतिजािसबिलीतिचारपरतिपातदितकएिआितिक मिोतिजाि का तिकास लगभग 20िीििाबदली क मधय स मािा जािा ि 1860 कबाद अिक तिचारिाराओ काआतिभाटि िआइसदतषरसिषट1860कबादस1905िककासमयभलीसपकणट तिशिमअतयिमितिपकणटकालरिा पतशचम म परायः सभली आितिक कला कआनदोलिो जसmdash परभाििाद उतरपरभाििादिििाद फाििाद सरलीलिाद आतद सभली इससमयमौजकदयतदभारििषटकसदभटमदखिोइसकसमकाललीिबगालिललीककलाकारकायटकररिऔरउिकसािलीआिदकमारसिामलीईबली ििल अरतिनद घोष रतिनदरिा ठाकरतििोदतबिारलीमखजथीअतसिकमारिलदरआतदकलाकारकलासबिलीपरयोगकरकलासौदयटपरअपितिचारवयzwjतिकररि

इसली परकार जमटिली म भली अिक तिदाि इसदौरािकायटकररि औरउसलीदौराििारसििामकतिदाििवयििारसबिलीअपितिचारपरसिितकएइसलीदौरािबतलटितिशितिदालयकिलीििियिकोिदथीमर कोिलरऔर कोफका ि अपि अधययिोकआिार पर गसरालर मिोतिजािकी िीि रखलीइि मिोिजातिको क मिािसार मािि मिअतयिजतरलएिअ टपकणटिोिािऔरतकसलीभलीवयतzwjतिकजलीििमउसकाअिदटिटिबििमितिपकणटिोिा

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35सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

िइितिचारकोिमाििमतसिषककोसजािातमकरप स समझि िए िातकट क दतषर स बौतदधकपषठभकतमकोसमझिकीचषराकीलगभग1910स1912िकइिलोगोिचलतचzwjतोकमिोिजातिकपिलओपरपरयोगतकएइसकतलएइनिोिकमरसअलग-अलगआसिोमतचzwjततलएपरतयकतचzwjतअपिआपम तसर िोिा िऔर इसक तलए इनिोि कछपरयोगतकएयतददोतचzwjतोकोकछसमयािरालसतदखायाजाएिोिदोअलग-अलगतचzwjततदखिितकियतददोिोतचzwjतोकोइििाजलदलीतदखायाजाएतकबलीचमसमयािरालििोिोिएकिलीतचzwjतकसमाितदखिििदथीमरिअपिपरयोगकदारायितिषकषटतिकालातकएककबाददकसरातफरिलीसराऔरइसलीपरकारकईतचzwjतजबजलदली-जलदलीतदखाएजािििोचलिकाआभासिोिाि

यदतपइितचzwjतोमतकसलीभलीिसिमगतिििीिोिलीऔरििलीपरदपरतदखाएजािपरउिमगतिआिलीिपरिजबउनिपरदपरतदखािििबदोतचzwjतोकबलीचमसपरकाििरातदयाजािाििोउसअिरकोदिटकसमझििीपाििपररणामसिरपदखििालकोगतिकाआभासिोिाि

इसलीपरकारउनिोिरखाओकोलकरभलीपरयोगतकए जस तक दो रखाए सा-साखीचली गइइऔरउिककोि तिपरलीितदिामकरतदएगएिोउससएकियपरकारकभरमकायागतिकाभािउतपनििोिाि

िदथीमरकामाििाा तक इसपरकार रखाओम गति सपषर या परतयक तदखाई दिली िऔरगतिसिदिा का अग ि इि परयोगो क आिार परगसरालरमिोिजातिको ियितिषकषट तिकालातकरखाओकपरयोगम पकणटिाकामितिपकणटयोगदाििोिािआकारकीपकणटिाकोिलीइिमिोिजातिकोिगसरालरकािामतदया

गसरालरिबदअगजलीभाषाकिबदगसरालरि(Gestalten) िाजमटिभाषा किबद गसरालरिकसमािि तकसलीभलीिसि कजािकोजोउसकआकार रगरपगतिआतद क दारा िोिा िकोगसरालरि किा जािा ि तजसकाअ ट िmdashरप(form)िापकणट(whole)जमटिभाषामगसरालरिबदतिमिदोअथोमपरयzwjतििोिािmdash1 तकसलीभलीपदा ट करपम उसकाआकारmdash

इसअ टम तzwjतभजकीतzwjतभजकाररिाचिभटजकी चिभटजकाररिा कसथी मज फक ल पतलीआतदकसपकणटआकारकोगसरालरकिग

2 गतिकरिमकोभलीगसरालरकिििजसmdashिाचिादौड़िाचलिाआतदअिःगसरालरिबदकापरयोगिमटऔरिमथी

(कमटऔरकिाट)दोिोअथोमतकयाजािािऔरइनिी परआग परयोगकरि िए गसरालरिातदयो िकछतसदधािोअिातियमोकीसापिाकीपरयोगोकआिारपरसातपितियमतिमििििmdash

समीपता का नियमयितियमबिािाितकजबकोईवयतzwjतिपषठभकतमम तकनिी तचििोकोदखिािऔरि तचििएकरिमबदधरपिारणतकएिएिोिििोउिकाकोई

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36 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अतसितिििीिोिापरियतदउनिपासलायाजाएिोिएक-दकसरकोअ टपरदािकरिितचzwjत1काअिलोकिकरिस इस तियमकाबोि सििः िोजािाि

तचzwjत1

तचzwjत3

तचzwjत2

समािता का नियमसमाििाकातियमबिािाितकजोिसिएआपसमसमाििोिलीियतदितकसलीभलीसमकिमतसरििोिअपिरपकोउससमकिमसपषरिापरदतिटिकरदिलीितचzwjत2मइसआियकाबोिसपषरिोिाि

परणता का नियमयि तियम सपषरकरिा ि तक तकसली िसि म यतदअिरालिया ररzwjतिसािियाउसक तिससकरिएििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआितिमभरिएतदखाईदिितचzwjत3काअिलोकिकरिसइसतियमकाबोििोिाि

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37सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

निरतरता का नियमयि तियम इस बाि का बोि करािा ि तक तजिउतजिाओकसाएकतदिामजाियाआिकीतिरिरिादखलीजािलीििोवयतzwjतिउनिएकसमकिमसगतठिकरकपरतयकलीकरणकरिाितचzwjत4मइसआियकाबोिसििःसपषरिोिाि

मिोतिजाि क अिगटि कायट करिा ि जो किलपरतयकणिलीििीबतलकमाििअतिगमसमतिऔरतिचारआतदकोभलीपरदतिटिकरिाि

िषट 1940 म कोफका ि lsquoपररॉबलम इि दसाइकोलरॉजलीइिआरटrsquoिामकतिषयपरवयाखयािदि िए अपि तिचार परकर तकए कोफका कामाििा ा तक तचzwjत क दारा कला का रसासिादितकयाजासकिाििाकलाएिकलासमलीकापरआिाररि मकलभकि तियमो काआिार लकर कलाकोपरसिितकयाजासकिािपिलकलाकतियाकोईभलीकतिएकदशयरपमपरतयकणकतियमोपरपरकरिोिलीिदकसराइसतरियामभौतिककलाकतिकीउपतसतििोिलीिअाटिजबतकसलीकलाकतिकीबािकरि ि िो दिटककी तचzwjत क परति िोििाललीमिोिजातिकतरियाभलीउसमसमातिििोिलीि

कोफकाका माििा ि तक तचzwjत म िसि जसलीतदखिलीिजररलीििीतकया टमभलीिसलीिोयितचzwjतमlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणिोिािlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणकाअ टितकसलीकचिरकीमखमदराओकोसमझिायापरसििकरिायिगण तकसली कचिरकीखिलीयादखकोपरसििकरिािकोफकाकामाििाितकतफतजयोिरॉमलीतचzwjतकीतििषिािोिलीि उसका परतयक तचzwjत मअपिा मितिपकणट साििोिािजसतकरगआतदकािोिाितफतजयोिरॉमलीतििषिः सिय म तििष गण ि उस तकसलीऔरिसिमििीबदलाजासकिािजसmdashकोईदशयउदासयादखली तदखाईदिाििो इसकायिअ टििीितकदशयतचzwjतिासििमउदासििरिउसतचzwjत को दखकर िो सकिा ि तक िम खिली का

तचzwjत4

गसाल मनोववजान और दशयकलाकोफकाकोिलरऔरिदथीमरिामकमिोिजातिकोको गसरालरमिोतिजािकाजिकमािाजािा ियदतप उनिोि कला पर सलीि-सलीि फोकस ििीतकयाा तकिउिक तिचारकलास िजदलीकसजड़िएिगसरालरतिचारिारामयिमािागयातकमिषयतकसलीभलीआकारकोअलग-अलगइकाइयोक रप म ि दखकर पकणटिा क सा दखिाऔरअिभिकरिािगसरालरमिोतिजािसजािातमक

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38 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

आभास उतपनि िो उस अतभवयतzwjति म तचzwjत कसपकणटितिसमातिििोििसपकणटिाकीतििषिाए(Propertiesofwhole)गसरालरतिचारिाराकामकलिजसmdashतबदिादकअिगटिजाजटसयकरादारातितमटि कति lsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo (A Sunday Afternoon on the Island of La Grande)यिकतिरगोकछोर-छोरतबदओदारातितमटिकीगईिपाससदखिपरतबदसपषररपस तदखाईदििपरियतदइसकलाकतिकोसपकणटिाकतसदधािपरदखाजाएिोएकसदरदशयिमारसामिआिािऔरिमउसदशयकाआिदलिि तचzwjत5मसपकणटिाकइसतसदधािकाआभासिोिाि

गसरालरतिचारािाराकाएकअचछाउदािरणििरली मातिस (Henry Matisse) दारा तितमटिकतिlsquoलाडासrsquo(La Danse)िजो तकगसरालर

तचzwjत5mdashजाजटसयकरादारातितमटिकतिlsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo

तिचारिारा क पकणटिा क तियम िा तिरिरिा कतियमपरआिाररििपकणटिाकतियमकअिसारतकसलीिसिमयतदअिरालियाररzwjतिसािििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआकतिकरपमतदखाईदिलीिइसलीपरकारमातिसकीइसकतिमआकतियोदाराबिायागयागोलआकारपकणटििीिउसमररzwjतिसािििबभलीिमपरतयकलीकरणकदाराउसपकणटपरिलीिकरििसािलीतिरिरिाकतियमकअिसारआकारोकोएकतदिामघकमि तचतzwjतितकयागयाििोदिटकउनिएकसमकिमसगतठिकरकउिकापरतयकलीकरणकरिा ि यदतप उिकीगति दोआकारो क िाोकबलीचकअिरालककारणरकरसकिलीिपरिसगठिकपरतयकलीकरणकदारादिटकउिकातिरिरगतिमिलीपरतयकलीकरणकरिािजसातकतचzwjत6ससपषरिोरिाि

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39सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

कोफकाकअिसारमाििपरतयकलीकरणमएकपरितििोिलीितकििसिलिकोपसदकरिाियाउसदखिाचाििाितकसलीभलीअसितलििसिकोदखकरििउसकसिलिकीकामिारखिाि

वनषकषषयि किा जा सकिा ि तक परतयकलीकरण एकसजिातमकितzwjतििजोlsquoगडगसरालरrsquoकीिरफलजािलीिअिःकोईभलीकलाकतिसियमlsquoगडगसरालरrsquoबिजािलीिकोफकाकायिभलीमाििाि तककोई भलीकलाकतिकलाकार क सियकीआिररकदतियाकाबाियपरकरलीकरणियितचत

याकायटकीिदधिासियमिलीदिटककोअपिलीदतिया म आमतzwjति करि की योगयिा रखिली िइसकतलएतकसलीअनयउपकरणकीआिशयकिाििी िोिली इसतलए कलाकार की अपि तचzwjत मगििआतमसाि िोिकी परतरिया उसक तचतमउसकीदतियाकोसजलीिरपमपरसििकरपािलीिअिःकिाजासकिाितककलाकारदारातकएगएतचzwjतणसउसकीसजिातमकिाकाबोििोिाि जो तक परतयकलीकरण दारा सपषर िो जािा िzwjतयोतकदखििालकोउसमसपकणटिाकाआभासिोिाि

तचzwjत6mdashििरलीमातिस(HenryMatisse)दारातितमटिकतिlsquoलाडासrsquo

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40 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरष

अिटिलीमरडरॉलफ1969तवजअल ततकगकतलफोतिटयायकतिितसटरलीपरसअसािातितपि2002मनोतवजान और तशका म मापन एव मलराकनतििोदपसिकमतदरआगराएमरतमकल(सपादक)1993द तवजअल माइड आ या एड म मतकसक तबजदएमआईपलीपरसकतजटबकसडली1987तवजअल इमतजनशन ndash एन इटोडकशन आ याएगलिडतzwjतलफसपरतरसिरॉलजयपरकािऔरदिली दयाल1973आधतनक मनोतवजान की ऐतिहातसक पषzwjठभतममधयपरदि तिदलीगअकादमली

भोपालमधयपरदिराषzwjटलीयितककअिसिािअौरपरतिकणपररषद2005राषटीर पाzwjठरचराया की रपरखाmdash 2005एिसलीईआररलीियली

तदलललीिमाटरामपालतसि1988मनोतवजान क समपरदारतििोदपसिकमतदरआगराउतरपरदििातसयायि1992वरवहाररक मनोतवजानकदारिारामिापरकाििमरठतिगिमाकट 2006ततकग तवजअलीएिलीएपतबलिसटतसिरजरलडwwwenotescomwwwwikipediaorgwikivisualperceptionwwwjstororg

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शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाश थियो की शियशमततषा ि िशकक उपलशि पर परभषाि

सीमा शमामा

शिकषा कषा लकषय मषानव वषयशzwjतzwjितव कषा परण शवकषास और मषानव अशिकषारो एव मौशलक सवzwjितरzwjिषाओ की परशzwjिषzwjषा को बढ़षानषा ह भषारzwjिीषय सशविषान क 86व सिोिन क दषारषा अनचद 21 (अ) को जोड़षा गषयषा ह शजसम 6 स 14 वरण zwjिक क बचचो क शलए शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार कषा परषाविषान शकषयषा गषयषा ह शजस शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 कहzwjि ह षयह अशिशनषयम 1 अपरल 2010 स दि भर म लषाग हो गषयषा इस कषानन म बचचो क शलए गरवतषापरण शिकषा की भी बषाzwjि कही गई ह इसी पररपरकषय म िोशिकषा दषारषा इस शवरषय पर िोि शकए जषान की आवशषयकzwjिषा महसस की गई zwjिथषा षयह जषाzwjि करन कषा परषयषास शकषयषा गषयषा शक शवदषालषय शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009 क शनषयमो कषा पषालन शकस सzwjिर zwjिक कर पषा रह ह शवदषाशथणषयो न शवदषालषयो म परवि ल zwjिो शलषयषा ह पर zwjतषयषा व उस शवदषालषय म शमतरो व शिकको स समषाषयोजन कर पषा रह ह zwjतषयषा व शवदषालषय म शनषयशमzwjि उपशसथzwjि हो रह ह इसकषा शवदषाशथणषयो की िशकक उपलशि पर zwjतषयषा परभषाव पड़ रहषा ह षयह िोि अधषयषयन मधषय परदि रषाजषय क zwjिीन शजलो mdash सीहोर होिगषाबषाद एव रषाषयसन क िहरी एव गषामीर कतरो क िषासकीषय व अिषासकीषय शवदषालषयो क ककषा 6 और 7 क 750 शवदषाशथणषयो 300 शिकक-शिशककषाओ 300 अशभभषावको क नषयषादिण पर शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन की परकशzwjि सववकर थी िोि अधषयषयन म परदत सकलन हzwjि उपकररो म (परषाथशमक सोzwjिो क रप म) शवदषाशथणषयो क शलए क शदरzwjि समह चचषाण व सषाकषातकषार अनसची शिकको व परिषानषाधषयषापको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली अशभभषावको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली िशकक उपलशि परीकर (शहदी गशरzwjि व अगजी शवरषयो क शलए) zwjिथषा सव-अवलोकन परपतर एव शदzwjिीषयक सोzwjि क रप म शवदषालषय उपशसथशzwjि रशजसटर zwjिथषा परीकषा परररषामो कषा परषयोग शकषयषा गषयषा परदतो कषा शवशलरर परशzwjििzwjि मधषयमषान परमषाशरक शवचलन ldquoटीrdquo परीकर zwjिथषा सहसबि दषारषा जषाzwjि शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन म शनषकरण क रप म पषाषयषा गषयषा शक शवदषालषय म शवदषाशथणषयो की शनषयशमzwjिzwjिषा औसzwjि स भी कम रहzwjिी ह zwjिथषा उनकी िशकक उपलशि भी शनमन पषाई गई शवदषाशथणषयो को ककषा म रोकन और शनषकषासन क शनरि परषाविषान क zwjिहzwjि रोकन पर भी व पढ़षाई म रशच नही लzwjि षयह शनषकरण भी सषामन आषयषा शक इस अशिशनषयम क लषाग होन क ह सषाल बीzwjिन क बषाद भी शवदषालषयो म पषयषाणपzwjि ससषािन उपलि नही हो पषाए ह शवदषालषयो म बषालक व बषाशलकषा क शलए पथक िौचषालषय zwjिक नही ह और जहषा पर पथक िौचषालषय ह वहषा की सफषाई नही होzwjिी ह शवदषालषयो म पसzwjिकषालषय की सशविषा सरकषा हzwjि बषाउणडीवषाल व गट की कमी ह कल शमलषाकर बचचो क शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009

सहषाषयक परषाधषयषापक (बीएड) बरकतउलाह विशिविदाय भोपा (मधय परदश) 462 026

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42 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

बच राषzwjटर क सिवोच भविषzwjय ह उनकी दखभा और वता करना हमारी विममदारी ह बचो की आिशयकताओ और उनक परवत हमार दावयति सविधान म बताए गए ह सविधान की धारा 26 क अनसार परतयक वयवzwjतत को वशका पान का अवधकार ह वशका का कय मानि वयवzwjततति का परमा विकास एि मानि अवधकारो एि मौवक सिततरताओ की परवतषzwjzwjा को बढ़ाना होगा भारतीय सविधान क 86ि सशोधन क दारा अनचद 21 (अ) को िोड़ा गया ह विसम 6 स 14 िरमा तक क बचो क वए वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परािधान वकया गया ह ससद दारा पाररत वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 बचो की शवकक आिशयकताओ क बार म राषzwjटर की नीवत को वनददवशत करता ह आि वकसी भी राषzwjटर की वसथिवत का आकन वशका क सतर दारा ही वकया िाता ह zwjतयोवक वशका ही नागररको की सपननता समवधि एि सरका क सतर को वनधामाररत करती ह वशका ही सामाविक आवथिमाक और सासकवतक पररितमान का शवzwjततशाी साधन ह वशका क दारा ही विदावथिमायो क कौश एि जान म िवधि होती ह भारत क विममदार और सवरिय नागररक बनन क वए वशका आिशयक ह इसी उदशय को कर 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश

भर म ाग हआ विस वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 कहत ह

िोि की आिशयकतषा एि औशितय 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश भर म ाग हआ सभी बचो को वनःशलक एि अवनिायमा वशका दन क उदशय स दश म सिमा वशका अवभयान कायमारिम को आरभ वकया गया थिा इसम सदह नही वक सिमा वशका अवभयान क अतगमात वकए गए परयासो स वशका स िवत अनक बचो का सको म दावखा कराया गया मिमदार (2011) क शोध दारा यह परदवशमात होता ह वक lsquoसक ो अवभयानrsquo स विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत बढ़ी ह बचो क शाा तयागन की सखया म भी कमी आई ह वकन आजादी क ह दशक बीतन क बाद आि भी हमार दश म बड़ी सखया म ऐस बच ह िो सक क बाहर ह एक सिदकर ररपोरमा क अनसार दश म 6 स 14 िरमा की आय क बचो की क सखया अनमानतः 22 करोड़ ह और इस आय िगमा क 46 परवतशत बाक (गभग 92 ाख) अभी भी विदाय की ौखर तक नही पह पात ह वशका का अवधकार कानन बचो को वनःशलक एि अवनिायमा बवनयादी वशका का अवधकार दता ह इस कानन म गरितापरमा वशका की भी बात कही गई ह परत उनका वरियानियन

कषा खलआम उललघन हो रहषा ह पषयषाणवरर सबिी समसषयषाओ उनक कषारर zwjिथषा शनरषाकरर आशद क बषार म अशिकषाि वषयशzwjतzwjिषयो कषा जषान zwjिथषयो zwjिक ही सीशमzwjि ह षयही कषारर ह शक अब zwjिक हम पषयषाणवरर सबिी शवशव दशषटकोर कषा शवकषास नही कर सक षयहषा zwjिक शक अपन ही भशवषषय क बषार म हम अब zwjिक वzwjिणमषान पीढ़ी को सचzwjि सवदनिील एव सषाविषान करन म असफल रह ह

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43शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

समवत रप स विदाय म नही हो पा रहा ह आायमा (2013) न अवनिायमा पराथिवमक वशका की नीवतयो क वरियानियन स सबवधत शोध वकया और पाया वक सक परशासको वशकको अवभभािको को वशका नीवतयो एि सरकारी सविधाओ की िानकारी का अभाि ह और ि इनह िानन म भी रव नही त ह वयास (2011) न शोध म यह पाया वक 45 परवतशत अशासकीय विदायो म कायमारत वशकको म वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 क परािधानो की िानकारी का अभाि ह फावससका (2008) न भारत म बचो को शाय उपवसथिवत एि उनकी माताओ क काम क बहसतरीय मॉड पर शोध म पाया वक िब माता को काम की अवधक अािशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनम बचो को सक भिन की परिवत कम होती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह मिमदार और रायौधरी (2011) न पराथिवमक सतर पर विदावथिमायो की शवकक उपवधयो क वए विममदार कारको का अधययन कर वनषzwjकरमा वनकाा वक विदावथिमायो को उनकी वनयवमत उपवसथिवत हत परररत वकया िाना ावहए वनयवzwjतत विभाग को विदावथिमायो क गरितापरमा परदशमान हत परवशवकत वशकको की वनयवzwjतत की िानी ावहए तावक सक ोड़ हए विदाथिथी भी शावम हो सक शरीिासति (2012) न आवदिासी विदावथिमायो म सक ोड़न की परिवत

आवदिासी विदावथिमायो क वए होसर सविधा 1961 स 2001 तक आवदिासी एि सामानय िनो म साकरता िवधि दर पर अधययन म पाया वक वप ौबीस िरयो म सामानय िन की अपका अनसवत िनिावत म साकरता दर बढ़ी ह 1981ndash1991 क दौरान मवहा साकरता दर अनसवत िनिावत म अानक बढ़ी वकत अनसवत िनिावत म सक ोड़न की दर भी बहत अवधक ह सामानयतः परारवभक वशका क बाद सक ोड़न की दर अवधक ह इसक परमख कारर हmdashखतो पर कायमा करना मजदरी पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद गाधी और यादि (2013) न पराथिवमक विदायो क वशकको की वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 क परवत िागरकता का अधययन वकया शोध अधययन स वनषzwjकरमा वनका वक मवहा ि परर वशकको की िागरकता म साथिमाक अतर ह परत शासकीय ि अशासकीय वशकको की अवधवनयम क परवत िागरकता म साथिमाक अतर नही ह

कमार (2014) न हररयारा परदश की नोड तहसी क पराथिवमक विदायो पर lsquoवनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009rsquo क परभाि का अधययन वकया शोध म पाया वक अवधवनयम क परभाि स विदायो म विदावथिमायो की नामाकन सखया बढ़ी ह अवधवनयम क वरियानियन क फसिरप वशकको क कायमाभार म िवधि हई अवधवनयम क वरियानियन क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ अवधवनयम क वरियानियन क बाद वशकर

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44 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवरिया म सधार हआ अवधवनयम क परभाि स विदाय म कायमापरराी म पररितमान आया अवधवनयम क परभाि स विदायो म आधारभत सविधाओ म विसतार हआ शzwjता (2014) न माधयवमक शााओ म भौवतक मानिीय ससाधनो का विदावथिमायो की उपवसथिवतयो उपवधयो पर पड़न िा परभाि का अधययन वकया उनहोन पाया वक विन शााओ म भौवतक ि मानिीय ससाधन पयामापत ह िहा विदावथिमायो की उपवसथिवत ि उपवध का सतर अचा ह पाणडय (2015) दारा शासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क काररो का त नातमक अधययन होशगाबाद ि इरारसी शहर क सदभमा म वकया गया शोध क वनषzwjकरमा क रप म पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

अतः इस विरय पर शोध वकए िान की आिशयकता ह वक विदाय (आररीई एzwjतर 2009) क वनयमो का पान वकस सतर तक कर पा रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर zwjतया ि उस विदाय म वमतरो ि वशकको स समायोिन कर पा रह ह zwjतया ि विदाय म वनयवमत उपवसथित हो रह ह इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इसी विजासािश शोवधका न इस विरय पर शोध करना आिशयक समझा

िोि क उदशय इस शोध कायमा क वनमनववखत उदशय थि mdash1 विदावथिमायो की वनयवमतता पर वनःशलक एि

अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना2 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर वनःशलक

एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना

3 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान का परभाि िानना

4 शवकक उपवध पर शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान का परभाि िानना तथिा

5 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय सहसबध जात करना

िोि की पररकलपिषाए इस शोध कायमा की वनमनववखत पररकलपनाए थिी mdash1 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार

अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह

2 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

3 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह

4 कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

5 शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

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45शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

6 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह

नयषादिथि परषारपइस शोध अधययन म मधय परदश राजय क तीन

विोmdashसीहोर होशगाबाद एि रायसन क शहरी एि

गामीर कतरो क शासकीय ि अशासकीय विदायो

क क 750 विदाथिथी 300 वशकक-वशवककाए तथिा

300 अवभभािक सवममवत थि इन 750 विदावथिमायो

म स 600 विदाथिथी शासकीय ि अशासकीय

सषारणी 1 mdash नयषादिथि कषा शिलिषार शििरण

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी

1 सीहोर 125 125 250

2 होशगाबाद 125 125 250

3 रायसन 125 125 250

कल 375 375 750

सषारणी 2 mdash नयषादिथि म सशमशलत अिषासकीय शिदषालयो म शिःिलक परिशित शिदषाथी सखयषा

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी1 सीहोर 25 25 50

2 होशगाबाद 25 25 50

3 रायसन 25 25 50

कल 75 75 150

सषारणी 3 mdash नयषादिथि म सशमशलत शिकको की सखयषा

कर स शिलषा शिकक शिशककषाए कल शिकक-शिशककषाए1 सीहोर 50 50 100

2 होशगाबाद 50 50 100

3 रायसन 50 50 100

कल 150 150 300

विदायो क कका 6 ि 7 क विदाथिथी थि और

150 विदाथिथी अशासकीय विदायो क वनःशलक

परिवशत विदाथिथी थि

िोि शिशिइस शोध अधययन हत शोधाथिथी न िरमानातमक

सिदकर विवध का परयोग वकया थिा

उपकरण इस शोध अधययन हत वनमनववखत उपकररो का

उपयोग वकया गया थिाmdash

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46 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 पराथिवमक सोत bull विदावथिमायो क वए क वरित समह ामा ि

साकातकार अनस ी bull वशकको एि परधान अधयापको क वए

सिवनवममात परशनािी bull अवभभािको क वए सिवनवममात परशनािी bull शवकक उपवध परीकर (वहदी गवरत

एि अगजी विरयो क वए)2 वदतीयक सोत (विदाय उपवसथिवत रविसरर

एि परीका पररराम)3 सि-अिोकन परपतर

परदतो क शिशलषण हत सषाशखयकी इस शोध अधययन म परदतो का विशरर करन क वए परवतशत मधयमान परमावरक विन lsquoरीrsquo-परीकर तथिा सह-सबध जात करन हत सकरर डायगाम और एसपीएसएस सॉफ़रियर का परयोग वकया गया

विशzwjलषण एि परिणामपररकलपना 1 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह वनःशलक एि

सषारणी 4 mdash नयषादिथि म सशमशलत अशभभषािको की सखयषामशहलषा परष कल100 100 200

अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता को विदायो म अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा जात वकया गया परापत आकड़ो को परवतशत म साररी 5 म दशामाया गया ह

साररी 5 क आधार पर सपषzwjर होता ह वक सीहोर वि म वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 32 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय म आत ह होशगाबाद वि क 40 परवतशत विदाथिथी परवतवदन विदाय आत ह तथिा रायसन वि म परवतवदन आन िा विदावथिमायो का परवतशत 36 ह इस परकार यह जात होता ह वक वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन ह असिीकत की िाती ह

सषारणी 5 mdash शिलिषार शिदषाश थियो की शियशमततषाकरस शिलषा कल शिदषाथी उपशशत शिदषाथी परशतित

1 सीहोर 50 16 32

2 होशगाबाद 50 20 40

3 रायसन 50 18 36

कल शिदषाथी 150 54 36

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47शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

पररकलपनषा 2 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत विदावथिमायो पर उपवध परीकर परशावसत वकया गया विसक पररराम साररी 6 म वदए गए ह

साररी 6 क आधार पर सपषzwjर ह वक 68 परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवत या करत ह 39 परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 परवतशत ह 51 परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो की अगजी क बड़ ि ोर अकरो को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह 69 परवतशत विदाथिथी आसान स शदो की सपवग भी नही वख पात ह 72 परवतशत विदाथिथी आसान

सषारणी 6 mdash शिदषाश थियो कषा िशकक उपलशि सबिी परशतित

कर स मखय शबद परशतित

1 वहदी म मातराओ की गवतया करना 68

2 बारहखड़ी का सही जान न होना 39

3 नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39

4 अगजी क ोर ि बड़ अकर न पहानन िा विदावथिमायो का परवतशत 51

5 अगजी का वहदी म अथिमा न िानन िा विदाथिथी 38

6 आसान शदो की ितमानी (सपवग) न बता पान िा विदाथिथी 69

7 सॉरी और थिzwjतय िस शद न वख पान िा विदाथिथी 72

8 पहाड़ और वगनती भी न सना पान िा विदाथिथी 57

9 िोड़ना और घराना क साधारर परशन ह न कर पान िा विदाथिथी 56

10 गरा और भाग नही कर पान िा विदाथिथी 67

स शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह 56 परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन भी ह नही कर पात ह 67 परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत पररराम स जात हआ वक मातर 39 परवतशत विदाथिथी ही उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 3 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह ातर एि

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48 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ातराओ की शवकक उपवधयो म साथिमाक अतर ह या नही यह दखन क वए री-परीकर का परयोग वकया गया परापत आकड़ो को साररी म दशामाया गया ह

साररी 7 क आधार पर सपषzwjर ह वक ातर एि ातराओ की शवकक उपवध परीकर क विशरर स परापत री-मान 198 ह िो वक df = 358 क वए 001 साथिमाकता सतर पर परापत मान 201 स कम ह अतः ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह सिीकत की िाती ह

सषारणी 7 mdash छषातर एि छषातरषाओ की िशकक उपलशि कषा टी-मषाि मधयमषाि ि अतर की सषा थिकतषा

करस समहकल सखयषा

मधयमषाि M

परमषाशणक शििलि SD

मषािक तरशटSE

टी-कषा सषारणी मषाि

शिषकषथिटी- मान

005 सारथकतासति पि

001सारथकतासति पि

1 ातर 180 217 361 0467 198 268 201

साथिमाक अतर नही2 ातरा 180 2206 415

पररकलपनषा 4 mdash कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर शवकक उपवध परशनािी परसावशत की गई थिी विसस परापत पररराम साररी 8 म वदए गए ह

साररी 8 स सपषzwjर होता ह वक वशकक परशनािी म विदावथिमायो की शवकक उपवध को जात करन स सबवधत परथिम परशन विदावथिमायो की पढ़ाई क परवत रव स सबवधत थिा विसम 86 परवतशत

सषारणी 8 mdash ककषा म रोकि और शिषकषासि कषा शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही 1 पढ़ाई क परवत रव 14 86

2 वनयवमत उपवसथिवत 36 64

3 विदाथिथी एि वशकक सबध 26 74

4 शवकक उपवध 34 66

5 परािधान का नकारातमक परभाि 21 79

कल परशतित 28 72

Chapter 4indd 48 762018 105438 AM

49शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

वशकको न बताया वक विदाथिथी पढ़ाई म रव रह ह 36 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत वनयवमत ह िबवक 64 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िाएगा इसवए ि विदाय नही आत ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी एि वशकको क मधय सबध पिमा की त ना म अच नही ह िबवक 26 परवतशत वशकक सबधो को सामानय बतात ह 66 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की शवकक उपवध नयनतम ह 34 परवतशत वशकको का कहना ह वक पररवसथिवतयो को दखत हए विदावथिमायो की शवकक उपवध zwjीक ह 79 परवतशत वशकक यह मानत ह वक परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत सभी वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता

ह वक 72 परवतशत कारर यह सपषzwjर करत ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम ह कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह अतः पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 5 mdash शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परशनािी परशावसत की गई थिी विसस परापत आकड़ो को साररी 9 म दशामाया गया ह

सषारणी 9 mdash िषारीररक दड और मषािशसक उतपीड़ि क शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही

1 वनदानातमक ककाओ का आयोिन 74 26

2 अवतररzwjतत ककाओ म उपवसथित रहना 24 76

3 वनयवमत विदाय न आना 84 16

4 परीका क परवत ापरिाही 74 26

5 वशकर म रव का अभाि 86 14

6 वशकक की आजा का पान 26 74

7 अनशासनहीनता 79 21

8 शवकक उपवध 36 64

9 परािधान का नकारातमक परभाि 77 33

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50 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साररी 9 स सपषzwjर ह वक विदायो म 74 परवतशत वशकको का कहना ह वक ि वनदानातमक ककाओ का आयोिन करत ह परत 76 परवतशत विदाथिथी उन ककाओ म नही आत ह वनयवमत विदाय न आन िा विदावथिमायो का परवतशत 84 परवतशत ह 74 परवतशत वशकक यह बतात ह वक विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि विदाय म परीका क परवत भी ापरिाही करत ह 86 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म वशकर म रव का अभाि ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह 79 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म अनशासनहीनता ह विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परवतशत 36 परापत हआ 77 परवतशत वशकको का कहना ह वक शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम हई ह अतः पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 6 mdash विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क मधय साथिमाक सहसबध ह या नही यह दखन क वए वनयवमतता ि शवकक उपवध क परापताको क आधार पर एसपीएसएस क दारा सहसबध गराक की गरना की गई गरना स परापत आकड़ो को साररी 10 म दशामाया गया ह

साररी 10 स सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क विशरर स परापत r का मान 031 ह िो वक 001 साथिमाकता सतर पर मान 025 स अवधक ह इस परकार पररकलपना वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह सिीकत की िाती ह अतः विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध म साथिमाक सहसबध ह

सषारणी 10 mdash शियशमततषा ि िशकक उपलशि क मधय सहसबि गणषाक r कषा मषाि

करस िर कल सखयषा df r मषाि

r-सषारणी मषाि

005सारथकतासति पि

001 सारथकतासति पि

1 वनयवमतता 200 199031 019 025

2 शवकक उपवध 200 199

िोि अधययि स परषापत शिषकषथि इस शोध अधययन म शोधाथिथी दारा उदशयिार सि-वनवममात उपकररो एि वदतीयक आकड़ो क माधयम स िानकारी क सकन और साररीयन क उपरात उनका विरय-िसत विशरर एि सावखयकीय विवधयो क दारा विशरर वकया गया विसक उदशयिार वनषzwjकरमा इस परकार ह mdash

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51शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि का परभािवनःशलक एि अवनिायमा वशका क परािधान क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता की िा शोधाथिथी दारा सि-अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा की गई परापत आकड़ो का परवतशत वनकान पर पाया गया वक 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह 34 परवतशत विदाथिथी कभी-कभी विदाय आत ह और 30 परवतशत विदावथिमायो की उपवसथिवत मातर 20 परवतशत ही ह य ि विदाथिथी ह विनकी पाररिाररक वसथिवत zwjीक नही ह य विदाथिथी खती क काम म माता-वपता क साथि रहत ह या माता-वपता क मजदर होन पर ोर-भाई बहनो की दखभा करत ह तथिा क विदाथिथी ापरिाही या माता-वपता क धयान न वदए िान क कारर झzwj-बोकर विदाय नही िात ह इस परकार शोध की पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह असिीकत की िाती ह

इस शोध क उzwjतत वनषzwjकरमा की पवषzwjर फावससका (2008) क शोध स परापत वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक िब माता को काम की अवधक आिशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनक बचो म सक िान की परिवत कम होती िाती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता

बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह साथि ही इस शोध क वनषzwjकरमा की पवषzwjर शरीिासति (2012) क शोध स भी होती ह विसक वनषzwjकरमा म पाया गया वक परारवभक वशका को विदाथिथी का खतो म कायमा करना मजदरी करना पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद परभावित करत ह

ौतीस परवतशत विदाथिथी विदाय म कभी-कभी विदाय आत ह विदावथियो क साथि समह ामा म वनषzwjकरमा परापत हआ वक य ि विदाथिथी ह िो वक वनयवमत विदाय आन म रव नही त ह और विनह वशकको का वयिहार अचा नही गता ह तो क क अनसार िब ि विदाय आत ह तो वशकको दारा डारा िाता ह पढ़ाई म मन नही गता ह इस शोध क उzwjतत कायमा की पवषzwjर पाणडय (2015) क दारा वकए गए शोध कायमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

शवकक उपzwjवि पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि अविवनयम का परभािइस शोध म पाया गया वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत परररामो स वनषzwjकरमा परापत हआ वक 39 परवतशत विदाथिथी ही शवकक उपवध परीकर म उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका

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52 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

bull अड़सzwj परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवतया करत ह

bull उनताीस परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 ह

bull इzwjतयािन परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो वक अगजी क बड़ ि ोर अकर को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह

bull उनहार परवतशत विदाथिथी आसान शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह

bull बहार परवतशत विदाथिथी सॉरी और थिzwjतय िस शद भी नही वख पात ह

bull पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह

bull पपन परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन ह नही कर पात ह

bull सड़सzwj परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात हइस शोध वनषzwjकरमा की पवषzwjर खरि (2014) क

शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक शोध वनदानातमक ककाओ क अभाि म अगजी विरय क पररराम म कमी पाई िाती ह कमार (2014) क शोध वनषzwjकरमा म पाया गया वक अवधवनयम क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ इसका कारर यह हो सकता ह वक अवधवनयम क परािधान क अनसार विदावथिमायो को कका म रोकन और

वनषzwjकासन का वनरध ह अतः परीका परररामो म सधार हआ परत विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन हई ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि कका म िोकनल औि वनषकासन का वनषलि पराििान का परभाि इस शोध म पाया गया वक कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िा सकता इसवए ि विदाय नही आत ह तथिा पढ़ाई म रव भी नही त ह परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि शािीरिक दड औि मानवसक उतपीड़न का वनषलि पराििान का परभाि शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती असिीकत की िाती ह विदायो म विदाथिथी वनदानातमक ककाओ म उपवसथित ही नही होत ह विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि परीकाओ म भी ापरिाही करत ह विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह अथिामात अनशासनहीनता ह

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53शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता का शवकक उपzwjवि कल मधय सहसबि विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध ह अथिामात यवद विदाथिथी विदाय म वनयवमत विदाय िाता ह तो उसकी शवकक उपवध उच होगी इस शोध दारा परापत वनषzwjकरमा की पवषzwjर ॉस (2013) और अशमारी (2011) क शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो की उपवसथिवत दर का उनक सपरमा शाय उपवधयो पर गहरा परभाि पड़ता ह िो बच वनयवमत रप स वशकको का मागमादशमान परापत करत ह उनम अवधगम बहतर होता िाता ह

विदाzwjयो की वसरवत विदाय बचो क वए जान और मनोरिन का क रि होता ह विदावथिमायो का सपरमा िीिन विदाय स परभावित होता ह वशका का उदशय बचो को वनभमाय जानी सकम और समधि बनाना ह वकत विस तरह क विदाय भिनो म वशका दी िाती ह उसस जयादा कौश विकास की उममीद नही की िा सकती ह बचो क पढ़न क वए हर ककानसार कमर नही ह सको म वबिी साफ पयि का पखता इतजाम नही ह इस शोध अधययन स यह वनषzwjकरमा सामन आता ह वक इस अवधवनयम क ाग होन क ह सा बीतन क बाद भी विदायो म पयामापत ससाधन उपध नही हो पाए ह सपरीम कोरमा क बार-बार आदश दन क बाद भी सको म बाक ि बावका क वए पथिक शौाय तक नही ह और िहा पर पथिक शौाय ह िहा की सफाई नही होती ह सको म पसतकाय

की सविधा सरका हत बाउणडीिा ि गर की कमी ह क वमाकर बचो क वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 का ख आम उलघन हो रहा ह

िोि अधययि क िशकक शिशहतषा थिवनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम ितमामान समय म एक आशा की वकरर ह िो हमार विदावथिमायो क हमखी विकास और सिवरमाम भविषzwjय की नीि क रप म परसतत ह इसम बा-क वरित गवतविवधयो खोि आधाररत वशका ख -ख म वशका परीका क डर स दर भयमzwjतत िातािरर म वशका की बात परमख परािधानो म सवममत ह शासन ाह तो इस शोध अधययन क वनषzwjकरयो क अनसार िनवहत म नीवतगत वनरमाय वए िा सकत ह सममाननीय कायमा वसथिवत ि उवत ितन की वयिसथिा कर वशकको को परोतसावहत वकया िा सकता ह विसस वशकक खशी-खशी अपना कायमा कर

शोध अधययन क आधार पर जात हआ वक विदाय वशका क अवधकार अवधवनयम क परािधानो का वकस सतर तक पान कर रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर ि विदायो म वमतरो ि वशकको स वकस तरह समायोिन कर पा रह ह ि विदाय म वकतना वनयवमत उपवसथित हो रह ह तथिा इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इस शोध अधययन स नए तथय परकाश म आए ह इन तथयो पर आधाररत नीवतगत वनरमाय न और वरियानियन करन स हमार दश तथिा समाि का भविषzwjय उननत उजजि एि परभािकारी होगा

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सदभथि

अगिा वििय 2006 पढ़ो zwjिो ऐस पढ़ो इनरिा पववशग हाऊस भोपा मधय परदशआायमा ए 2013 कमपलसरी परषाइमरी एजकिन इन आधरपरदिmdashए पषाशलसी पीए डी शोध परबध आसाम

विशिविदाय असमआयमा पीक 2006 बचचो की परशzwjिभषा कस शनखषार मनोि पवकशस वदलीक रॉ 1969 कणzwjषा एव ददmdashअसषामषानषय मनोशवजषान मोतीा बनारसीदास वदली प107कमार अवन 2014 lsquoहररयारा परदश की होड तहसी क पराथिवमक विदायो पर वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका

का अवधकार अवधवनयम 2009 क परभाि का अधययनrsquo पीएडी शोध परबध बरकतउलाह विशिविदाय भोपा

कौ ोकश 2001 िशकक अनसिषान की कषाषयणपररषाली विकास पववशग हाउस पराव नयी वदलीकौवशक एसए 1977 शिकषा करम शवकषास वहदी गथि अकादमी ियपर रािसथिानकतरपा बीएस 2011 शनःिलक बषाल शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 एव शनषयम 2010 कतरपा पवकशन

इदौर मधय परदशखरि परदीप 2014 lsquoआवदिासी गामीर कतर की हाईसक म अगजी क पररराम का त नातमक अधययनrsquo एम एड घ

शोध परबध वशका महाविदाय खडिािॉन होलर 2002 बचच असफल कस होzwjि ह एकवय परकाशन भोपा मधय परदशपाडय और पाडय सिीि 2015 lsquoशासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क

काररो का त नातमक अधययनrsquo सषामषाशजक िोि षयोजनषा िॉलयम-2 प14पा एआर 2008 िशकक िोि मधयपरदश वहदी गथि अकादमी भोपाबघका वगिभाई 2001 मषाzwjिषा-शपzwjिषा स मारसरी बा वशकर सवमवतबघ रिािी और भपनरि वनगम 2009 िोि मथन ररसचण डषाzwjतषयमनटmdash2009 राजय वशका क रि भोपा प149मिमदार और रामौधरी 2011 lsquoअरडस इज िन ऑफ द मिर फzwjतरर फॉर अकडवमक परफॉमस ऑफ द सरडरस ऑफ

एीमटरी zwjतासस इशडषयन एजकिनल ररवषय िॉलयम-50 प47 एनसीईआररी नयी वदली

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शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथ एक शििचनषा

सनीता ससह

निःशलक एव अनिवारय बाल नशका का अनिकार अनिनिरम 2009 (आरटीईएकट 2009) क लाग होि क बाद पारनिक नशका का शनकक सतर कहा तक पहचा ह इस रथाथय को जािि क नलए इस शोि का चरि नकरा गरा था अनिनिरम क लाग होि क बाद निससदह बचचो क नलए साकर अनिकार सपनि मजबत बिि क रासत खल ह नकत नपछल सात दशको क बाद िी पारनिक नशका सावयिौनमकीकरण एव नरितम अनिगम सतर आिाररत शकनणक गणवता क लकर स काफी दर ह इस शोि अधररि हत शोनिका दारा उतर पदश राजर क पतापगढ़ और नमजायपर नजल क पाच पाथनमक एव उचच पाथनमक नवदालरो का चरि कर शोि अधररि नकरा गरा इस शोि अधररि म शोनिका दारा सवर चरनित नवदालरो का अवलोकि कर तथर एकनरित नकए गए इस शोि परि म नशका क अनिकार अनिनिरम स लािाननवत बालको का रथाथय पाथनमक नवदालर की शनकक गणवता का रथाथय पाथनमक नवदालरो की नगरती शकनणक गणवता क कारण नवदालर पबि सनमनत व नवदालर नवकास रोजिा का रथाथय निजी पड़ोसी नवदालरो का रथाथय निःशलक का रथाथय नवदालर दरी का रथाथय मलराकि (िो निटनशि पॉनलसी) पणाली का रथाथय तथा नशका क अनिकार कािि म वरापत नवरोिािास एव सशोिि की आवशरकता पर कछ सझावो स पररचर करारा गरा ह

सहारक आचारय राजीव गाधी दसषिणी पररसर बरकछा काशी सहद सवशवसवदालय मीराापर 231 001

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम स लषाभषाशित बषालको कषा यथषाथथसशषिा क असधकार कानन क दारा समाज का कौन-सा वगा सबस असधक लाभासवत ह इसक यथाथा को जानन क सलए परतापगढ़ जनपद क सदर बलाक क कछ गावो का चयन सवसभन जासत वगा की जनसखया बाहलयता क आधार पर सकया गया चयसनत गावो क पराथसमक व उचच पराथसमक सवदालयो का अवलोकन

आरटीईएकट 2009 म वसणात कछ सबदओ जसmdashसवदाथथी पजीकरण सखया सवदाथथी-सशषिक अनपात कषिो असतररकत कषिो की सखया सवदालय परबध ससमसत पयजल शौचालय (बालकबासलका) वयवसथा क असतररकत मधया भोजन कायाकरम का सकरयावयन सनःशलक पाठयपसतक यनीफॉमा सवतरण आसद को लकर सकया गया अवलोकन क दौरान नामासकत सवदासथायो क वगा सवशष को

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जानन का परयास सकया गया और चयसनत पराथसमक एव उचच पराथसमक सवदालयो क परधानाधयापको स पराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क कारणो को लकर सवसततत वाताा की गई तथा उनक दारा बताए गए कारण एव सझाव इस परकार ह

चयसनत परथम पराथसमक सवदालय बहलोलपर लोसहया गामmdashबहलोलपर जनपदmdashपरतापगढ़ म दो सहायक अधयापक व एक परधानाधयापक 80 छातो क सापषि सवारत थ सवदालय म सामाय जासत क दो तथा अय अनससचत जासत एव सपछड़ वगा क सवदाथथी थ सवदालय म एक शौचालय दो बाथरम व एक हडपप था एक असतररकत कषि सनसमात था परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता का कारण जानन पर उहोन कहा सक इन सवदालयो को मात गरीब मरदर शरसमक वगा क लोगो की मजबररयो न जीसवत रखा ह वतामान म सनयकत असधकाश अधयापक वासछत योगयता स उचच सशषिाधारी ह अतः बरोरगारी को दखत हए मजबरी म व नौकरी करत ह अतः सशषिक एव सवदाथथी दोनो को मजबरी खीचकर सवदालय म लाई ह ऐस म गणवता की आशा कस कर सकत ह पनः उनक दारा सवदालय म कम उपससथसत का कारण सवदासथयो का फसल कटाई घरल काययो मरदरी आसद म लग रहना बताया गया तथा एक कारण पराथसमक सवदालय क सशषिको का पराथसमक सशषिक सघ बनाकर नतासगरी करन और सशषिण असधगम म कम रसच रखन की परवतसत को भी बताया गया

उनका मानना था सक मधया भोजन कायाकरम क बहत स सकारातमक पषि ह परत इसक सकरयावयन म

सवदालय का एक सशषिक सबरी गस मसाला फल दध खरीदन तथा परसतसदन सखलान का सहसाब लगान म वयसत रहकर अधयापक वतसत स दर हो जाता ह और यह ससथसत सवदासथायो की एकागता को बासधत करती ह उहोन पयावषिण काया को सशषिा सवभाग क असतररकत अय सवभागो दारा करान और सरकारी पदो पर कायारत असभभावको क बचचो का परवश मात सरकारी पाठशालाओ म करान पर बल सदया उहोन सशषिको दारा सकए जान वाल गर-शषिसणक काययो को कम करवान पर भी बल सदया

चयसनत सदतीय सवदालय लोसहया गाम बहलोलपर का उचच पराथसमक सवदालय था जहा सवदाथथी पजीकत त सखया 35 पर तीन मसहला और तीन परष सशषिक सनयकत थ परष सशषिको म एक बससक सशषिा असधकारी (बीएसए) कायाालय व दो खडपरखड ससाधन क दर (बीआरसी) पर सलगन थ दो शौचालय (बालकबासलका) एक बाथरम व हडपप खराब ससथसत म था दो असतररकत कषि जजार ससथसत म थ परधानाधयासपका नसीम फासतमा जी न मायता परापत सनजी सवदालयो की मायता रदद करन पर रोर सदया व मधया भोजन कायाकरम क सचालन स परशान सदखी उनका कहना था सक कायाकरम दारा सरकार हमस चोरी करन को कहती ह और हम करत ह उहोन कहा सक सवदालय म कल नामासकत सवदाथथी पतीस ह सजनम स परसतसदन पचचीस ही आत ह यसद हम सवदासथायो की वासतसवक सखया रसजसटर पर चढ़ाए तो सवदालय बद हो जाएगा व सशषिक हटा सदए जाएग और कागर पर हम फसग अतः लगभग सभी पराथसमक सवदालयो म सखया बढ़ाकर भजी

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57शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

जाती ह मधया भोजन कायाकरम क सथान पर उहोन सवदासथायो क सनधााररत बक एकाउट म धन डालन का सझाव सदया उहोन कवल सरकारी सवदालय म पढ़ रह सवदासथायो एव उनक असभभावको को ही सरकारी योजनाओ की ससवधा सदए जान पर बल सदया परधानाधयासपका स लोसहया गाम होन क फायद पछन पर उहोन कहा सक सवदालय को कोई सवशष फायदा नही समला ह हा सड़क अवशय बन गई ह और परशाससनक असधकाररयो क औचक पयावषिण क डर स सशषिक सवदालय समय स आत-जात ह

सदतीय गाव सवकरमपर सवधानसभा षितndash सदरmdashपरतापगढ़ स दो पराथसमक सवदालय और एक उचच पराथसमक सवदालय का चयन सकया गया पराथसमक सवदालय सवकरमपर म एक परधानाधयापक एव कल चार सशषिक-सशसषिकाए सवदाथथी सखया साठ क सापषि सनयकत थ असधकाश सवदाथथी गरीबी रखा स नीच जीवनयापन करन वाल (बीपीएल) व अनससचत जनजासत वगा क थ पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा (सवकरमपर) म दो सशषिक एक सशसषिका एक परधानाधयासपका पजीकत त सवदाथथी सखया उतासलस क सापषि सवारत थ सवदालय म 20 स 25 सवदाथथी ही उपससथत समल उचच पराथसमक सवदालय सवकरमपर म कल चार सशसषिकाए नामासकत सवदाथथी सखया 31 क सापषि सवारत थी दोनो ही सवदालय सड़क सकनार थ अतः सशसषिकाओ की सखया सवदाथथी सखया क अनपात म असधक थी सवदालय म दो असतररकत कषि दो शौचालय व एक हडपप था असतररकत कषि म आगनवाड़ी क दर सचासलत था

पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा क परधानाधयापक क दारा मफत सशषिा पर असभभावको का कम भरोसा अगरी माधयम न होन सीध कषिा एक म सवदासथायो क परवश स सबसधत कारणो पर बल सदया गया उनका सझाव था सक यसद पराथसमक सवदालयो म अय सनजी सवदालयो की भासत पवा पराथसमक सवदालय (पल गप) सशषिा को भी जोड़ सदया जाए तो सरकारी सवदालयो की नामाकन एव शसषिक गणवता म वतसधि होगी उचच पराथसमक सवदालय की परधानाधयासपका और सशसषिकाओ न एक सवर म मधया भोजन कायाकरम को कवल कषिा एक स पाच तक लाग करन पर बल सदया वहा की एक सशसषिका न सझाव सदया सक सरकार को परतयक गाव म मधया भोजन योजना क दरो को राषzwjटीय खाद सरषिा असधसनयम 2013 क तहत खोल दना चासहए सजसस बचचो सक भोजन और सशषिा दोनो पराथसमक आवशयकताए गणवतापणा एव पारदशथी तरीक स पणा हो सक

तततीय गाव सजला मसजसzwjटट परतापगढ़ दारा चयसनत आदशा गाव बड़नपर चयसनत सकया गया जहा क पराथसमक सवदालय बड़नपर म नामासकत सवदाथथी सखया 63 पर छह अधयासपकाए कायारत थी सड़क सकनार सवदालय होन क कारण सशसषिकाओ की सखया बहत असधक थी सवदालय म चहार दीवारी चार शौचालय पयजल हत नल चार असतररकत कषि उतम बठक वयवसथा एव भौसतक ससाधन शयामपटट आसद उपलबध थ परधानाधयासपका स पछन पर सक आपक सवदालय म भौसतक ससाधन और सशसषिकाओ की कोई कमी नही सफर भी गाव

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क असधकाश सवदाथथी सनजी सवदालयो म कयो जात ह उहोन कहा हम भी बचचो को पढ़ाना चाहत ह मगर सजस असभभावक क पास फीस दन भर का पसा ह वह पराथसमक सवदालयो क माहौल को खराब मानकर अपन बचचो को यहा भजना अपमान समझत ह उनका मानना ह सक पसा दन पर ही सही सशषिा समलती ह नामासकत सवदासथायो म सभी अनससचत जासत-जनजासत वगा एव बीपीएल पररवार क थ परधानाधयासपका न सशषिको की सशषिण परसतबधिता म आई कमी को सशषिा की गणवता म सगरावट क सलए सजममदार बताया

चतथा गाव आसथाक रप स मधयम एव असधक जनसखया वाला गाम कमईपर चयसनत सकया गया पराथसमक सवदालय कमईपर म परभारी सहायक अधयासपका एक परसशषि-अधयापक एव एक सशषिासमत नामासकत सवदाथथी सखया 56 पर सवारत थ हडपप स गदा पानी सनकल रहा था दो शौचालय दो असतररकत कषि थ सवदासथायो क बठन हत चटाई थी सवदाथथी अनससचत जासत अनससचत जनजासत एव बीपीएल पररवारो स थ गामवाससयो का पराथसमक सवदालय क परसत दसषटकोण नकारातमक लगा व मानत ह सक 4 रपय 75 पस का परसत सवदाथथी भोजन व शलक सवहीन सशषिा गणवतापणा नही हो सकती सवदालय म कछ सवदाथथी नामासकत थ जो पराथसमक सवदालय म तो नामासकत थ परत सनजी सवदालयो म सशषिा गहण करत थ कारण पछन पर पता लगा सक य बालक कषिा पाच क बाद गामीण षित स नवोदय सवदालय की परवश परीषिा

म बठना चाहत ह अतः गामीणो की नकारातमकता कवल सरकारी पराथसमक सवदालयो स थी जबसक व नवोदय सवदालय और अय सरकारी सवदालयो को सममान की दसषट स दखत थ

पचम गाव मससलम बाहलय कटरा मदनीगज सवधानसभा षितmdashसदर जनपदmdashपरतापगढ़ स पराथसमक सवदालय कटरा म नामासकत सवदाथथी सखया 50 क सापषि चार सशषिक सवारत थ मससलम बाहलय होत हए भी मससलम सवदासथायो का अनपात कम था मससलम असभभावको को मदरसो पर असधक सवशवास था सवदालय म मससलम लड़सकया (बड़ी उमर 11ndash14 वषा) मात पाच थी व घरल काययो ससलाई एव साड़ी बनन म परायः वयसत रहती थी सवदालय म दो शौचालय (बालकबासलका) एक हडपप और दो असतररकत कषि थ बठक वयवसथा हत चटाई और दररया थी परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता क कारणो पर उपरोकत अय क भासत ही परकाश डाला गया

इस परकार लाभासवत बालको की दसषट स दख तो इस आरटीई एकट 2009 क लाग होन स अनससचत जासत-जनजासत गरीब बीपीएल काडा धारी एव कछ सपछड़ी जासत क बालक-बासलकाओ को सवाासधक लाभ हआ ह वही य सवदालय समावशी समाज की सकलपना स दर गरीबो क सवदालय क रप म सरसचत हए ह सपन एव अलपसखयक वगयो क सवदासथायो को इस एकट न कम आकसषात सकया ह अवलोकन स सवदालयो म चहारदीवारी एव खल क मदान की महती आवशयकता पररलसषित हई

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59शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

पषाथशमक शिदषालय की िशकक गणितषा कषा यथषाथथशसषिक गणवता बढ़ान क सदभा म सशषिा आयोग (1964ndash66) की ररपोटा म कहा गया ह सक ldquoसभी पराथसमक सवदालयो का यनतम सनधााररत सतर तक सधार करना परथम काया हrdquo सशषिा का असधकार असधसनयम म भी कोठारी आयोग क सझावो को सवीकार सकया गया ह सनससदह आरटीईएकट 2009 क लाग होन क बाद पराथसमक सशषिा म नामाकन 92 परसतशत (2005) स बढ़कर 96 परसतशत तक पहच चका ह परत ldquoअसरrdquo (सशषिा क सतर पर वासषाक ररपोटाmdash2014) की ररपोटा क अनसार गामीण भारत क आध बचच सामाय सतर स तीन कषिा सनचल सतर की शषिसणक गणवता रखत ह

यहा शषिसणक गणवता स तातपया बचचो की सहदी और अगरी भाषा की पसतक क पठन-पाठन गसणत की ससकरयाओ को हल करन एव लखन स सबसधत उपलसबधयो स ह शषिसणक गणवता का सशषिा का असधकार असधसनयम लाग होन क बाद क तलनातमक अधययन हत असर (गर-सरकारी सगठन) दारा सतmdash2008 2009 2010 और 2011 क अधययनरत सवदासथायो का करमशः अगली तीनो कषिाओ तक शसषिक उपलसबध का अधययन करन पर जात हआ ह सक सत 2008 क नामासकत सवदासथायो की शसषिक उपलसबध शष सत क सवदासथायो स अचछी थी सजला सतर की सशषिा हत सचना परणाली (डीआईएसई) की ररपोटा क अनसार कषिा दो क सवदासथायो को पढ़ना सलखना और 100 तक की सखयाओ की बनयादी ससकरयाए आनी चासहए

जबसक असर की ररपोटा क अनसार सत 2010 म 134 परसतशत 2012 म 248 परसतशत 2013 म 285 परसतशत 2014 म 325 परसतशत बचच अषिर नही पहचान पा रह थ सनषकषातः यह कहा जा सकता ह सक सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद अषिर न पहचान पान क करम म करमशः बढ़ोतरी हई ह गसणत की शषिसणक गणवता क सदभा म असर न कषिा 6 7 8 क सवदासथायो पर सकए गए सवव म पाया सक करमशः 322 परसतशत 378 परसतशत 442 परसतशत ही भाग ससकरयाओ म सषिम थ जबसक आठ वषथीय सकल सशषिण परणाली पणा करन क बाद 100 परसतशत सवदासथायो दारा भाग ससकरया हल कर लना यनतम सनधााररत मानदड क अतगात आता ह जबसक 50 परसतशत स भी कम सवदाथथी इस परापत कर पा रह ह अतः परशन यह ह सक कया य सवदाथथी अगली कषिाओ क सामाय गसणत ससकरयाओ को समझ सक ग

अगरी सवषय को पराथसमक सवदालयो म कषिा 1 स ही पढ़ाया जाता ह अतः अगरी शबदो वाकयो को पढ़न एव उनक अथा को समझन को लकर असर दारा सकए गए सवव स जात हआ सक कषिा 6 स 8 तक कवल 69 परसतशत बचच सकताब पढ़न म सषिम ह 20 परसतशत बचच अषिर पहचानत ह वही 14 परसतशत शबदो को पढ़ लत ह परत लब वाकय नही पढ़ पात ह 19 परसतशत वाकय पढ़त ह तो लब पाठ नही पढ़ पात ह इस परकार य आकड़ सगरती शषिसणक गणवता क यथाथा की सववचना करत ह डाइस (2013ndash14) की ररपोटा म कहा गया ह सक दश म कषिा 3 क आठ करोड़ बचच ह जो सरकारी

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सवदालयो म अधययनरत ह इनकी शसषिक गणवता पर ततकाल धयान दन की आवशयकता ह सजसस व बसनयादी षिमताओ को हाससल कर सक यदसप सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद कछ राजयो जसmdashमहाराषzwjट छतीसगढ़ पजाब आधरपरदश और कनााटक म पराथसमक सशषिा म सतोषजनक सधार भी आए ह (असर ररपोटा 2013ndash14)

पषाथशमक शिदषालयो की शगरती िकशणक गणितषा क कषारणपराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क सवसभन कारण ह सजनम स कछ सशषिक समदाय स कछ असभभावको स और कछ सरकार क ढलमल रवय तथा सशषिा का असधकार असधसनयम क कमरोर सकरयावयन पषि स जड़ ह अवलोकन क दौरान कछ महतवपणा कारण जात हए जसmdashपराथसमक उचच पराथसमक सवदालयो म सजममदार अनभवी परधानाधयापको का अभाव ह परायः सवदालय आपसी तालमल क दारा समतलय सहायक अधयापको क परभारी परधानाधयापक कायाभार गहण करन स चलता रहता ह अतः सवदालयो म अधयापक अनपससथसत की दर परायः बढ़ जाती ह दो सशषिकीय सवदालय एक सशषिक की अनपससथसत म एकल सवदालय म पररवसतात हो जाता ह उपससथत अधयापक सजगता स सवदालय खोलकर मधया भोजन को यथावत चलाकर पनः समय स सवदालय बद कर दता ह सवदालयो की शसषिक गणवता स सशषिक का कोई लना-दना नही होता ह सवदालयो म इस परकार

की खानापसता को राकन क सलए कशल अनभवी पररशरमी परधानाधयापक का होना आवशयक ह

पराथसमक सतर पर सजममदाररयो का सवक दरीकरण क दर स राजय राजय स सजला व सजला स खडपरखड ससाधन सतर एव याय पचायत ससाधन सतर और सथानीय सवदालय क परधानाधयापको सशषिको तक सकया गया ह इसक असतररकत परतयक सजल म सजला सशषिा परसशषिण ससथान भी शषिसणक गणवता सवधान म महतवपणा भसमका सनभाती ह परत य सभी पयावषिक सवा सशषिा असभयान मधया भोजन कायाकरम कसतरबा गाधी सवदालय सनःशलक पसतक सवतरण डस सवतरण भवन चहारदीवारी शौचालय असतररकत कषि सनमााण सवदालयो की रगाई-पताई सवसभन परकार क परसशषिण जनगणना मतगणना बथ सतर क असधकारी क रप म (बीएलओ) काया टीकाकरण आसदवासी जनजासत सवदालयो क सचालन आसद काययो म वयसत रहत ह अतः इन सभी योजनाओ क बीच शषिसणक गणवता का अहम काया परभासवत होता ह

अवलोकन क दौरान चचाा करन पर पता चला सक पराथसमक सतर पर कोई भी सथानीय नता अपन परभाव को सदखाकर अपन नरदीकी सशषिक नताओ को मनपसद सवदालय स सबधि करवा दत ह और बससक सशषिा असधकारी भी धन अजान की दसषट रखत हए सशषिको क मन मतासबक सथानातरण एव सबधिीकरण करत ह सजसस सवदाथथी-सशषिक अनपात सबगड़ता ह पररणामतः शसषिक गणवता परभासवत होती ह

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61शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

सशषिा क असधकार कानन क लाग होन क बाद सनससदह भवन एव असतररकत कषि सनमााण का काया बहत तीवरता स सकया गया ह इसक पीछ कारण ह सक सशषिको न सशषिण क सथान पर ठकदारी म अचछी रसच सदखाई ह कयोसक इसस कछ असतररकत धन कमाया जा सकता ह

शसषिक गणवता सगरन का एक और कारण उचच पराथसमक सवदालयो की पराथसमक सवदालयो क सापषि सखया म कमी होना ह उतर परदश राजय क परतापगढ़ सजल म परसत 108 सरकारी पराथसमक सवदालयो क सापषि 35 उचच पराथसमक शालाए ह माधयसमक एव उचचतर माधयसमक शालाओ (कषिा 9 स 12 तक) का अनपात यन ह परतापगढ़ सजल क सववषिण अनसार असधकाश गामीण सरकारी उचचतर माधयसमक शालाओ म गसणत एव सवजान सशषिको की कमी ह इस कारण गामीण सवदाथथी सवजान सवषय नही पढ़ पात ह तथा कोसचग की धारणा को बढ़ावा समलता ह इस परकार सरकारी योजनाओ और सशषिा क असधकार कानन का यथाथातः सकरयावयन नही हो रहा ह गणवता क आकड़ कागरो पर सदखाई दत ह ऐस म सरकार स उममीद ह सक वह दढ इचछाशसकत सदखात हए पराथसमक सशषिा म बढ़ रही घसखोरी को सनयसतत करन का परयास कर सजसस योजनाओ का सही एव धरातलीय सकरयावयन हो सक

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शिदषालय पबि सशमशत एि शिदषालय शिकषास योजनषा कषा यथषाथथ सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 म भाग 2 म सवदालय परबध ससमसत का गठन एव कतावय का

सववरण ह असर क आकड़ो क अनसार यह ससमसत सवदालयो म असभलख सवरप ह सजसम गाव क कछ लोग और असभभावको क नाम कल 15 की सखया म दजा सकए गए ह सवदालय परबध ससमसत (एसएमसी) बठक सवदालय म कम होती ह 743 परसतशत बठक जलाई-ससतमबर क बीच हई ह बठको म उपससथत सदसयो का परसतशत मात 13 ह सवदालय परबध ससमसत क सचालन का यथाथा जानन क सलए परतापगढ़ सजल क सदर बलॉक क सात पराथसमक सवदालयो को चयसनत कर वहा क सवदालय परबध ससमसत क सदसयो दारा सवसनसमात सवदालय परबध असधकार व जागरकता परशनावली को भरवाया गया आसानी स उपलबध 20 असभभावको का साषिातकार भी सलया गया इसस जात हआ सक 90 परसतशत सवदालय परबध ससमसत सदसयो असभभावको को इसक कतावय तथा असधकारो की जानकारी नही ह कवल 20 परसतशत जागरक असभभावको न सवदालय स जड़ी समसयाओ जसmdash चहारदीवारी सवचछ पयजल बठक वयवसथा आसद पर अपना सवचार सदया कछ असभभावको दारा बठक स सबसध त परशन पछन पर उहोन कहा सक जलाई माह म परवश करान आए थ तब मासटर साहब न हसताषिर करवाए थ परधानाधयासपका तथा अधयापको दारा सवदालय परबध ससमसत स सबसधत कोई भी जानकारी पवा म नही दी गई थी

इस परकार चाह सवदालय म परबध गाम सशषिा या अय और कोई नवीन ससम सत भी बन जाए जब तक उसक परसत जागरकता सतर एव उसक सकरयावयन पषि को मरबती स लाग नही सकया

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जाएगाmdashशसषिक गणवता म सधार सभव नही ह सवदालय सवकास योजना क यथाथा को जानन क सलए असर क आकड़ो का सहारा सलया गया ह असर (2013ndash14) की ररपोटा क अनसार लगभग 19 परसतशत सवदालयो न सवदालय सवकास योजना बनान की बात सवीकार की परत परतयषि परमाण नही सदखाए जबसक 423 परसतशत म सवदालयो म सवकास योजना का परतयषि परमाण उपलबध था वही 388 परसतशत सवदालयो म सवदालय सवकास योजना स सबसधत दसतावर सनसमात नही सकए गए थ इस परकार सशषिा का असधकार असधसनयम म वसणात सवदालय परबध ससमसत एव सवदालय सवकास योजना मात ससधिात बन कर रह गए ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शनजी पड़ोसी शिदषालयो कषा यथषाथथतलनातमक रप स भारत व अय दशो जसmdashजी-8 व कनाडा आसद दशो क पड़ोसी सवदालय सावाजसनक सकल परणाली को अधययन करन स जात हआ सक इन दशो म पड़ोसी सवदालय वह सवदालय ह सजसका अपना पड़ोसी होता ह और वहा की सरकार दारा इस पड़ोसी सवदालय षित क अतगात चाह सजस वगा (वसचत गरीब अमीर सासद सवधायक मरदर सकसान) का बालक हो वह उसी षित वाल सवदालय म सशषिा पान का हकदार होता ह उन सवदालयो की सजममदारी ह सक सबना छटाई जाच-सवाल क वह उन बालको को परवश द व मफत सशषिा द इस परकार वहा क पड़ोसी सवदालय यहा क पड़ोसी सनजी सवदालय की तलना म समावशी समाज क लकय को सावाजसनक

सकल परणाली क अतगात आसानी स परापत कर लत ह अतः सनयोजनकतााओ व सरकार को सशषिा क असधकार असधसनयम म सनसहत पड़ोसी सवदालय सपरतयय को वयापकता दकर सनजी सवदालयो को सनयसतत कर सरकारी सवदालयो की शसषिक दगासत को रोकन एव बढ़त बारारीकरण पर अकश लगान क सलए परसतबधि होना होगा

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शनःिलक कषा यथषाथथसशषिा क असधकार असधसनयम म वसणात सनःशलक का तातपया सनजी सवदालय टयशन फीस माफ करन क रप म लत ह वहा पढ़ रह 25 परसतशत वासछत वगा क बालको स अय मदो जसmdashपरीषिा पररवहन खलकद रडकरास सकाउसटग एव सवकास क नाम पर फीस ली जाती ह इस तरह परतयक तीसर माह य बचच 300ndash400 र तक सवदालय म फीस जमा करत ह जो सामायतया उनकी पहच स जयादा होता ह इस परकार असधसनयम म वसणात सनःशलक की अवधारणा को वयापक बनात हए मफत सशषिा दन की आवशयकता ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शिदषालय दरी कषा यथषाथथ एि सझषािकछ राजयो जसmdashसदलली उतर परदश तसमलनाड पजाब इतयासद म बालको को बस या अय पररवहन साधन स करमशः 125 सकमी 5 सकमी 7 सकमी 75 सकमी की दरी सवदालय पहचन म तय करनी पड़ती ह वही असधसनयम क भाग 4 क छठव सबद म सवदालय दरी पराथसमक व उचच पराथासमक सवदालयो क सदभा म करमशः 1 व 3 सकलोमीटर तय की गई ह असधसनयम क लाग होन क परारसभक

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63शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

दशक म इस मानक को परापत करना कसठन ह अतः उचच पराथसमक सवदालयो को पररवहन वयवसथा दकर सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) तथा सवषयवार सशषिण-असधगम की आवशयकता नामाकन दर एव शसषिक गणवता को आसानी स बढ़ाया जा सकता ह इसक असतररकत नवीन सवदालयो की सथापना स पवा सवदालय क सथान की जाच की महती आवशयकता ह

शिदषालय सरचनषा स सबशित सझषािसनजी सवदालयो की सवदालयी सरचना इस परकार की होती ह सक कषिा 1 स 8 या 12 तक क सवदाथथी एक ही सवदालय म अधययन करत ह पररणामसवरप सवदासथायो का सवदालयो क अधयापको व अय सवदासथायो स सबध मरबत होता ह जबसक सरकारी सवदालयो म नामासकत सवदाथथी को 1 स 12 तक की सशषिा परी करन म लगभग तीन सवदालयो म परवश लना होता ह पररणामतः सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) सभावना बढ़ जाती ह अतः भसवषय म उचच पराथसमक एव पराथसमक सतर तक क सवदालयो को एक चहारदीवारी क अदर सरसचत करन की आवशयकता ह सजसस अनभवी परधानाधयापको सशषिको एव पयजल की वयवसथा की कमी स सनपटा जा सक

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित मलयषाकन (नो शिटिन पॉशलसी) पणषाली कषा यथषाथथ एि सझषािभारतीय परपरागत सशषिा परणाली बालको की परीषिा जाच-परख मलयाकन परीषिा परणाली पर सनभार थी बदलत समय क साथ सतत एव समग मलयाकन गसडग परणाली को अपनाना सनसशचत

रप स सकरातमक कदम ह कयोसक इसस सवसथ परसतसपधाातमक वातावरण एव समग वयसकततव सनसमात होता ह परत सतत एव समग मलयाकन क तहत नो सडटशन पॉसलसी कषिा 1 स 8 तक सवदासथायो की बोडा की कोई परीषिा न लना (आरटीईएकट 2009 की धारा 30 (1) क अनसार) बोडा परीषिाओ का समापत करना सशषिको को नो सडटशन पॉसलसी क सदभा म परसशषिण न द पाना आसद कछ ऐस महतवपणा कारक ह जो सशषिा का असधकार असधसनयम क लाग होन क बाद-सगरती हई शषिसणक गणवता का कारण बन गए ह

शिकषा क अशिकषार कषानन म वयषापत शिरोिषाभषास एि सिोिन की आिशयकतषा1 सनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा असधकार

असधसनयम 2009 लाग होन क बाद सवसभन सवदान सशषिासवदो क मतमतातर को पढ़न और सनन क बाद कानन क परसत समझ सवकससत हो जान पर कछ सबदओ म सवरोधाभास पररलसषित होता ह जसmdashअसधसनयम की धारा चार म परवश की उमर क सबध म कहा गया ह सक सजन बालको न पढ़ाई छोड़ दी ह या पढ़ाई परी नही की ह यसद व 6 वषा की आय क ऊपर सवदालय म परवश लन आत ह तो उनको उनकी उमर अनसार कषिा म परवसशत सकया जाए सदतीय सवशष परसशषिण सदया जाए तततीय 14 वषा क बाद भी इह परारसभक सशषिा पणा करन का असधकार होगा शाला म परवसशत सकसी भी बालक को अनतीणा न करन का परावधान ह धारा 30 (1) म बोडा परीषिा स

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मसकत व धारा 30 (2) म परारसभक सशषिा पणा करन वाल बालको को सनधााररत रीसत क परमाण पत दन का परावधान ह इन सभी परावधानो को यसद एक ही शाला सजसम दो सशषिक दो बड़ी कषिा एव एक बरामदा ह उसम लाग सकया जाए तो बहकषिीय और बहसतरीय असधगम परणाली को लाग करन की आवशयकता होती ह जो वयावहाररक रप स ऐस सवदालयो म सभव ही नही ह इस परकार वसणात परावधानो को यसद लाग भी सकया जाए तो आरटीई एकट 2009 क शरआती वषयो म सशषिको की सजममदारी बढ़ जाती ह जसmdash परथमतः वह वासछत बचचो को सचसहत कर सवदालय लाए उह उमर अनसार कषिा म परवश द सवशष परसशषिण द परत इन सब क दौरान वह उह अनशासनहीनता पर दसडत नही कर सकता ह न फल कर सकता ह अतः जहा सशषिक की सवायता पर सनयतण ह वही उस पर असतररकत सशषिण बोझ भी सदखाई दता ह

2 सशषिा क असधकार असधसनयम का सामासजक आधार समावशी समाज को सनसमात करना ह परत असधसनयम म वसणात कई सनयम सवसभन सवदालयो जसmdashसरकारी अनदान परापत सवशष शरणी सकल अनदान न पान वाल सनजी सकलो पर समान रप स लाग नही होत ह तदपरात शसषिक भदभाव एव सवषमता उतपन होती ह परायः धनाडय लोगो क बचचो क परवश हत चयसनत सवदालय को वतामान समय म एक परसतषठा का सवषय मानत ह व नही चाहत सक

जहा उनकी बाई चपरासी डाइवर का बचचा पढ़ वहा उनका बचचा भी अधययनरत हो इसी पररपरकय म यथााथ ससथसत को जानन क सलए डीएलएड परथम वषा क सवदाथथी-सशषिको क 14 सदवसीय इटनासशप क दौरान समराापर शहर क राजकीय इटर कॉलज बीएलज इटर कॉलज आया कया इटर कॉलज शरी माता परसाद माता भीख इटर कॉलज क कषिा 6 7 8 क सवदासथायो का सामासजक-आसथाक आधार जानन स जात हआ सक उपरोकत सभी सवदालयो क 80 परसतशत सवदासथायो क सपता सकसान मरदर दरथी मोची ठला लगान पचर जोड़न का काया करत ह य सभी सवदाथथी बीपीएल पररवारो स थ अवलोकन दारा यह भी पररलसषित हआ सक सरकारी सवदालायो म पढ़ान वाल सशषिक परधानाचाया या चपरासी का भी बचचा उस सवदालय म नही पढ़ता था असर क आकड़ो म भी असधसनयम क लाग होन क बाद उतर परदश राजय म सनजी सवदालयो म सवदाथथी नामाकन बढ़न क तथय सदए गए ह उदाहरणतया 2006 म जहा 322 परसतशत सवदाथथी नामासकत थ वही 2014 म यह परसतशत 458 ह

असधसनयम म 6 स 14 वषा आय को सनधााररत सकया गया ह जबसक सयकत राषzwjट बाल असधकार सममलन को आधार मानत हए 18 वषा को बालय उमर क मानक क रप म सवीकार सकया गया ह भारतीय ससवधान क अनचछद 45 एव नीसत सनदवशक ससधिातो म

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65शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

भी 0ndash6 आय वगा को जोड़ा गया ह सववोचच यायालय क 1993 उनीकत षणन फसल न भी इस पषट सकया ह अतः पराथसमक सशषिा को पवा पराथसमक सशषिा एव उचच पराथसमक को माधयसमक सशषिा म सयोसजत करत हए उमर पररसध को बढ़ान की महती आवशयकता ह

3 सशषिा क असधकार कानन म शाला सशषिण सवसध सीखन का मलयाकन सभी की सधिासतक वयाखया की गई ह परत इसक वयावहाररक सकरयावयन म अतराल सदखाई दता ह जस कषिा 1 स 5 तक एकल सशषिक सवदालय म सीखना-ससखाना गसतसवसध अवषण सवसध आसद स कर पाना मात पररकलपना ह

4 सशषिा क असधकार असधसनयम म सशषिको की यनतम अहाताओ को सशसथलीकरण करत हए 23 (2)व सबद पर पाच वषा की अवसध क भीतर यनतम अहाताए असजात करन क सलए अधयापक सशषिण ससवधा उपलबध करन की बात कही गई ह सवसभन राजय सरकारो दारा परा सशषिक सशषिाकमथी ससवदा सशषिक अनदशक आसद को सजला सतर पर सनयसकत दी जाती ह सजसस सशषिक पद की जवाबदही घट गई ह वतामान समय म उतर परदश म सशषिा समतो की सथायीकरण एव उनकी शसषिक योगयता का मददा यायालय म लसब त भी ह राजय सरकारो दारा सशषिक पातता परीषिा (टट) जसी परीषिा को पास करन का सनयम एक सधारातमक कदम ह सफर भी पारदसशाता और उचच सशषिक परसशषिणो की आवशयकता ह इसक सलए सजला

सशषिा-परसशषिण ससथानो म सशषिक-परसशषिको की तवररत सनयसकत की आवशयकता ह

5 सशषिा का असधकार असधसनयम क अधयाय 5 की धारा 29 (1) व (2) क अकादसमक परासधकारी उपधारा (1) म उललसखत पाठयचयाा और मलयाकन क सनमााण म वसणात कछ सबद जसmdashसशषिा स बालक का सवाागीण सवकास बालक की जान षिमताओ परसतभा का सपणा सवकास तथा शारीररक एव मानससक षिमताओ का सपणा सवकास कवल लाइनो को बढ़ाना ह य दोहराव सशषिा का असधकार असधसनयम क परसत समझ व सपषटता को कम करत ह

6 सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 क सफल सकरयावयन हत अफसरशाही सनयतणो को परसतसथासपत कर समान गणवतापरक सकल पधिसत को लाग करन की आवशयकता ह जो सनससदह दषपरापय तो ह परत सभव नही ह इसस सवततता क असधकार का हनन तो होगा सकत समानता और समावशी समाज की सकलपना सच हो सकगी इसस सवततता क नाम पर बढ़त कोसचग ससथानो सवदालयी सशषिा क वयावसायीकरण पर अकश भी लगगा इसका फायदा उचच सशषिा क पररपरकय म होगा कयोसक यसद सभी सवदालयो म समान पाठयकरम समान वातावरण समान माधयम लाग होगा तो उचच सशषिा की परवश परीषिाए सवतः ही अतग यहण षिमता की जाच पर आधाररत होगी न सक जान की माता को जाचन वाली ऐसी पररससथसतयो म सवदासथायो का सवाागीण सवकास सभव हो पाएगा

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सदभथ

असर 2014 एिअल सटटस ऑफ एजकशिल ररपोटय असर नयी सदललीकमार कत षण 2009 सशषिा का असधकार कानन (इटरवय) नशका नवमशय नवबर-सदसबर सवशषाक पत 17ndash16 जयपरजन पकज एस और रवीदर एच ढोलसकया 2009 सशषिा क असधकार सवधयक को अमल म लान की सभावयता या

वयवहायाता इकॉिोनमक एि पॉनलनटकल वीकली भाग 11 अक-25 जन पत 38ndash43 मबईडाइस 2013 सकल एजकशन इन इसडयाndashररपोटा यपा नयी सदललीधनकर रोसहत 2014 सशषिा दशान रररत और अथा नशका नवमशय सवशषाक मई-जन पत 24ndash29 जयपरभारत का राजपत lsquoसनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा का असधकार असधसनयम 2009rsquo सखया-39 अगसत 27 2009

भारत सरकार नयी सदललीरना सवनोद 2009 सशषिा का असधकार कानन कोठारी आयोग क समान सकल क ससधिात स तलना नशका नवमशय नवबर-

सदसबर सवशषाक पत 8ndash16 जयपरसदगोपाल असनल 2009 सशषिा का असधकार काननmdash नव उदारवाद का नया चहरा नशका नवमशय नवबर-सदसबर

सवशषाक पत 49ndash61 जयपरसारगपासण एम पदा 2009 कम लागत की सनजी सकल सशषिा गणवता वयावहाररकता और वाछनीयता नशका नवमशय

नवबर-सदसबर सवशषाक पत 40ndash43 जयपरwwwdisein

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गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदात थियो क सिितर रप स सीखन क अिसिो का अधययन

सरिता बोबडमधलिका वमामा

भारत का भविषय ककाओ म विवममित होता ह विसम सिततर रप स विकण अविगम क अिसर वमलत ह राषटरीय पाठयचयामि की रपरखाmdash2005 की अििसा और विःिलक एि अवििायमि बाल विका का अविकार अविवियम 2009 क अिरप गवतविवि (एबरीएल) आिाररत अविगम कायमिकरम आरभ वकया गया था यह िोि अधययि सिवकणातमक था इसम इदौर विल क गवतविवि आिाररत अविगम दारा विकण पापत कर रह विदावथमियो म सिततर रप स सरीखि क अिसरो का अधययि वकया गया उपकरण क रप म अिलोकि मापिरी का उपयोग वकया गया विसम गवतविवि आिाररत अविगम सामगरी स सबवित 12 कथि बिाए गए थ नयादिमि म इदौर विल क सरकाररी विदालयो म चल रह गवतविवि आिाररत विकण क अतगमित अधययि करिा रह विदालयो क कका पाचिी क विदावथमियो एि विकको को वलया गया अधययि स पापत पदतो का विशलषण पवतिताक विवि स वकया गया विसम विदावथमियो ि गवतविवि आिाररत अविगम क विवभनि लोगो (वचहिो) क उपयोग पर 1250 पवतित ि हा पर एि 8750 पवतित िही विकलप पर सहमवत दरी डरॉप बरॉकस का उपयोग िाल कथि पर 8150 पवतित ि हा पर एि 1850 पवतित ि िही विकलप पर सहमवत दरी वकट सामगरी का उपयोग पर 86 पवतित ि हा विकलप पर एि 14 पवतित ि िही पर सहमवत दरी गवतविवि क दौराि सिततरता पर 82 पवतित बचचो ि सहमवत वयकत की विकक सहयोग पर 8550 पवतित ि सहमवत दरी माइलसटोि का उपयोग करि की सिततरता पर 8650 पवतित तथा कका म बात करि की सिततरता पर 93 पवतित ि सहमवत िताई इस पकार गवतविवि आिाररत अविगम पर औसति 64 पवतित विदावथमियो ि सहमवत वयकत की एि 36 पवतित ि असहमवत वयकत की अतः विदावथमियो क सिततर रप स सरीखि क अिसरो क सदभमि म गवतविवि आिाररत विकण पभािरी पाया गया

पीएचडी िोिाथथी लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001 िररषठ वयाखयाता लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001

परसिािनाभाित का भलवषय तथा भागय कका म लनलममात िोता ि इसलिए लिकण अलधगम परलरिया एक मखय लबद ि इसक लिए लिकक दािा सतत रप स परयास लकए

जा िि ि लक लिकण अलधगम परलरिया को सधािा जा सक (कोठािी आयोग 1966) परािलभक लिका क िोक-वयापीकिण ित सवमा लिका अलभयान को आग बढात िए सबकी अपका ि लक परतयक बचच को

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सीखन क बिति अवसि औि परिलथलतया उपिबध िो अनक कािणो स परािलभक ककाओ म दो या तीन लिकक कायमाित ि औि उनि एक साथ एक िी समय म दो या दो स अलधक ककाओ का सचािन किना पड ििा ि अतः एक साथ इन ककाओ का सचािन किना अतयत चनौतीपणमा ि लजसका उलचत समाधान किना िमािी आवशयकता बन गई ि अतः लनःिलक एव अलनवायमा बाि लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो म भी पराथलमक ककाओ म 30 बचचो पि एक लिकक का परावधान लकया गया ि

िाषटीय पाठयचयामा की रपिखा mdash 2005 की अनसिा क अनरप मधय परदि म सन 2008ndash09 म गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम का आिभ लकया गया था लवगत पाच वरषो क ककागत अनभवो लिकको बचचो पािको लिकालवदो िोध लनषकरषो स परापत सझावो एव बचचो क लनःिलक एव अलनवायमा लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो क परिपरकय म परचलित गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम की समीका किना आवशयक परतीत िो गया था बचचो को गलतलवलध आधारित लिकण क साथ मानलसक तनाविलित सतत एव समगर मलयाकन उपिबध किाया जाए यि सभावनाए क वि गलतलवलध आधारित अलधगम म सलनलशचत की जा सकती ि इस अवलध म लिकक साथी बचचो को रलचपणमा व िोचक तिीक स गलतलवलध आधारित लिकण किा सक ग कयोलक छोटी ककाओ म अधययनित बचचो क सीखन का ति उनक सीखन की गलत औि सीखन की कमता म भी वयापक अति िोता ि अथामात िम कि सकत

ि लक पथक-पथक लवरय म परतयक बचच की सीखन की गलत औि कमता भी पथक-पथक िोती ि

भाित म गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सात िाजयो पलशचम बगाि ओलडिा िाजथान लबिाि गजिात छतीसगढ औि मधय परदि म सचालित िो ििा ि मधय परदि क इदौि लजि म यि 40 लवदाियो म चि ििा ि लजसम इदौि गरामीण कतर म 20 लवदािय एव इदौि ििि म 20 लवदािय िालमि ि

गतितिति आिारिि अतिगम तिकषण गलतलवलध दािा लिकण म लवदाथथी पणमा रप स सलरिय िोता ि साथ िी उसम उसकी अलधकालधक इलरियो का परयोग िोता ि लजसस वि अलधक सीखता ि औि जान थायी िो जाता ि गलतलवलध उसक जान को वयाविारिक जीवन स जोडती ि इसस एक तिफ तो लवदाथथी म उस लवरय क परलत नीिसता समापत िो जाती ि विी दसिी ओि उसकी तकमा िलकत का लवकास िोता ि उसकी लरियािीिता एव सिभालगता बढ जाती ि इन सबका परभाव उसकी अलधगम कमता पि पडता ि लजसस उसकी अलधगम कमता का ति बढ जाता ि

गलतलवलध आधारित लिकण का मखय उदशय सभी गणो स सपनन आदिमा मनषय का लनमामाण किना ि कयोलक गलतलवलधयो दािा लिकण किन स लवदालथमायो का सवाागीण लवकास िो सकता ि

गतितिति तिकषण की परिभाषाएडोलफ फ िि (1963) क िबदो म ldquoलरियािीि लिकण बािक की वातलवक परकलत की सभी सववोतम बातो का लवकास किन का परयास किता

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69गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

ि इसकी परिभारा कायमारिम लिकण लवलध स लनलशचत निी की जा सकती इसम गलतलििता परिवतमानीय िrdquo

गलतलवलध लिकण म ज सी मोिीसन (1996) का नाम भी परलसदध ि इनक अनसाि ldquoइस लिकण कायमारिम म बित स कायमा लकए जात ि लजसस लक पाठयरिम म लवलभनन गलतलवलधयो को समालित लकया जा सक इसम बािक िोध औि िाव-भाव की गलतलवलधयो म तथा अपन कायमा कतर म अपनी परलतलदन की गलतलवलधयो की योजना बनान म काम िता िrdquo

गतितिति आिारिि अतिगम क घटकगलतलवलध आधारित लिकण कायमारिम म बचचो को वततर रप स सीखन पि मितव लदया गया ि इसलिए इस कायमारिम म सीखन क उदशयो की परालपत क सभी ततवो को एक-दसि स कलडयो क रप म जडना आवशयक ि तथा इनकी सामगरी क उपयोग को भी इतना आसान बनाना जरिी ि लक बचच वय इनका उपयोग किना सीख सक इस कायमारिम म सभी घटको को छोट-छोट मोलतयो की मािा क रप म लपिोया गया ि गलतलवलध आधारित लिकण म बचचा सीखन की परलरिया म रिमबदध रप स आग बढता जाता ि

गतितिति आिारिि अतिगम क घटको क जडन की परतरिया

bull माइलसटटोन mdash गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम म सीखन क उदशयो को पाठयरिम क अनसाि रिमबदध रप स कई चिणो म बाटा गया ि एव परतयक चिण को माइिटोन किा गया ि इसम बचच अनक िोचक औि आनददायी गलतलवलधयो स सीखत िए रिमबदध रप स आग बढत ि

bull लटोगटो (तिहन)mdashपरतयक माइिटोन म लकसी एक लवरय-वत को सीखन क लिए कई अिग-अिग गलतलवलधया दी गई ि िि एक गलतलवलध को लकसी एक परतीक लचिन स दिामाया गया ि परतीक लचिन को िोगो किा गया ि lsquoिोगोrsquo यानी सक त लचिन परिवकीय वतओ पि आधारित ि औि बचच उनस परिलचत िित ि

bull सीखन की सीढ़ी mdash माइिटोन औि िोगो को रिमबदध रप स बढत रिम म वयवलथत लकया गया ि लजस सीखन की सीढी नाम लदया ि यि सीढी बचचो को रिमवाि गलतलवलधयो स सीखन क लिए लनददलित किती ि िोगो को दखकि बचचो क मन म अलधक तथयो को वय किक सीखन की इचछा बिवती िोती ि

bull डरॉप बरॉकस mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम क अतगमात बचचो को परोतसालित लकए जान क लिए कई गलतलवलधया दी गई ि परलतलदन लवदािय म िोन वािी गलतलवलधयो क साथ-साथ अपन घि परिवाि औि समाज क बीच घटनाओ या समिण क बाि म अपन लवचाि अपनी बात अपन सझाव लिखकि डरॉप बरॉकस म डाि सकत ि इस बरॉकस म बचच उपकाओ औि समयाओ को भी लिखकि डाि सकत ि

bull तकट सामगी mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम म गलतलवलधयो पि आधारित सामगरी को गलतलवलध आधारित अलधगम लकट क रप म पराथलमक लवदाियो को उपिबध किाया गया ि लजसम इस सामगरी को िखा गया ि

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जसmdash काडमास लिकण अलधगम सामगरी िोगो टीकि समि िोगो सीखन की सीढी अभयास पलतका गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण लिकक मागमादलिका पोटसमा आलद

िटोि का उदशयगलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसिो का अधययन किना

िटोि की परिकलपनागलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसि परापत िए िोग

नयादिथि इस िोध अधययन का परकाि सवदकणातमक था इस िोध कायमा म नयादिमा क रप म इदौि लजि क सिकािी लवदाियो म चि िि गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण क अतगमात अधययन किवा िि लवदाियो क कका पाचवी क लवदालथमायो तथा लिकको को लिया गया लजसम 10 लवदािय गरामीण एव 10 लवदािय िििी थ लवदालथमायो एव लिकको का सामालजक-आलथमाक ति समान था औि य सभी लनमन एव मधयमवगथीय परिवािो स सबलधत थ लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध दािा लकया गया गलतलवलध का माधयम लिदी भारा था

उपकिणइस िोध अधययन म लजन आलरित चिो का आकिन लकया गया उसम गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम की परभाविीिता क अधययन

ित वततर सीखन क अवसि अविोकन मापनी लनलममात की गई अविोकन मापनी म गलतलवलध आधारित अलधगम सामगरी स सबलधत 12 कथन थ जो लक लवदालथमायो क पाठयरिम स सबलधत थ इस अविोकन मापनी को लवदालथमायो दािा भिवाया गया इसम कोई समय सीमा निी दी गई थी एव उति एक िाइन म लिया गया

परदतत सकलन तितिइस िोध अधययन ित नयादिमा क रप म इदौि लजि क गलतलवलध आधारित अलधगम लवलध दािा सचालित िासकीय पराथलमक लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध स लकया गया

नयादिमा क रप म 20 लवदाियो का चयन लकया गया लजसम स 10 िििी एव 10 गरामीण गलतलवलध आधारित लवदािय थ नयादिमा म लवदािय क कका पाचवी क समत लवदालथमायो एव लिकको को लिया गया नयादिमा क लिए गलतलवलध का माधयम लिदी िखा गया िोध उपकिणो की सिायता स परदत एकलतरत लकए गए कायमा योजना का अनसिण कित िोधाथथी दािा वय लवदािय जाकि अविोकन लकया गया लजसम माइिटोन िोगो सीखन की सीढी डरॉप बरॉकस का अविोकन लकया गया

सातयकीय िकनीकइस िोध अधययन म परदतो का लवशिरण परलतिताक लवलध दािा लकया गया

परिणामो की तिििनाइस िोध अधययन म गलतलवलध आधारित लिकण की ककाओ क लवदालथमायो को सीखन क वततर

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71गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

अवसिो की मापनी दी गई मापनी स परापत परदतो का परिणाम एव लवशिरण सािणी 1 क अनसाि लदया गया िपरम कनmdashldquoसीढी क लकतन पद वय बनाए िrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी अतः किा जा सकता ि लक लवदालथमायो न ldquoसीढीrdquo क पद वय निी बनाएतदिीय कनmdashldquoिोगो का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा पि अपनी सिमलत

सािणी 1mdashतिदात थियो म सीखन क सिितर अिसि अिलटोकन मापनी स परापि परिणाम

करमाक कनपरतििि

हा नही1 सीढी क लकतन पद वय बनाए ि 1250 8750

2 िोगो (लचिन) का उपयोग लकस परकाि लकया गया 1250 8750

3 डरॉप बरॉकस का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8150 1850

4 लकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8600 1400

5 गलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गई 8200 1800

6 आपको वततर रप स सीखन क लकतन अवसि लमित ि 8150 1850

7 कया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात ि 8550 1450

8 कया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता ि 8750 1250

9 कया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती ि 3100 6900

10कया आपको अपनी इचछा क अनसाि माइिटोन स अभयास किन की वततरता ि

8650 1350

11कया आपको अपनी रलच क अनसाि (िोगो) का उपयोग किक पढन की वततरता ि

700 9300

12 कया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता ि 9600 400

दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो न ldquoिोगोrdquo गलतलवलध का कम उपयोग लकयाििीय कनmdashldquoडरॉप बाकस का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8150 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो दािा ldquoडरॉप बरॉकसrdquo का उपयोग लकया गयािि थि कनmdashldquoलकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन पि 86 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 14 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः

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गलतलवलध आधारित अलधगम म लकट सामगरी का उपयोग लकया जाता ि जो लक गलतलवलध लिकण म सिायक सामगरी िपिम कनmdashldquoगलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गईrdquo इस कथन पि 82 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 18 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो को गलतलवलधयो की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो क अलधगम म वलदध िोती िछठा कनmdashldquoआपको वततर रप स सीखन क लकतन वततर अवसि लमित िrdquo इस कथन पि 8150 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को सीखन क अलधक-स-अलधक अवसि परदान लकए जात ि लजसस लवदालथमायो म लिकण क परलत रलच बढती ि अतः यि परभावी लिकण िसाििा कनmdashldquoकया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात िrdquo इस कथन म 8550 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1450 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लवकलप लिकण म लिकक सभी लवदालथमायो की मदद कित िआठिा कनmdashldquoकया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता िrdquo इस कथन पि 8750 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न निी

लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लिकण कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि िर िो जाता िनौिा कनmdashldquoकया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती िrdquo इस कथन पि 69 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी एव 31 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप चना अतः गलतलवलध अलधगम म ldquoलकट सामगरीrdquo लवदालथमायो को अपन पास निी िखन दी जातीदसिा कनmdashldquoकया आपको अपनी इचछानसाि lsquoमाइिटोनrsquo स अभयास की वततरता िrdquo इस कथन पि 8650 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1350 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः किा जा सकता ि लक गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी इचछानसाि माइिटोन स अभयास की वततरता दी जाती िगयािहिा कनmdashldquoकया आपको अपनी रलच क अनसाि िोगो का उपयोग किक पढन की वततरता िrdquo इस कथन म 93 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना एव 07 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप को चना अतः गलतलवलध आधारित लिकण म लवदालथमायो को अपनी रलच क अनसाि ldquoिोगोrdquo का उपयोग किक पढन की वततरता परदान निी की गईबािहिा कनmdashldquoकया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता िrdquo इस कथन म 96 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप का चयन लकया एव 4 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी

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73गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

बात किन की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो म अपनी बातो को किन की कमता बढती ि अतः यि परभावी ि

गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण की परभाविीिता का अधययन लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म लकया गया ि लवदालथमायो म सीखन क वततर अवसि अविोकन मापनी क आधाि पि अधययन लकया गया गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि परिणाम परापत िए लजसम िा का परलतित 6496 परलतित पाया गया एव निी का परलतित 3504 परलतित पाया गया अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सीखन क वततर अवसिो क सदभमा म लवदालथमायो क लिए परभावी पाया गया अथामात लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि किा जा सकता ि लक लवदालथमायो को सीखन क वततर अवसि परापत िए अतः िोध अधययन की परिकलपना सतय सालबत िोती ि

तनषकषथि bull लवदालथमायो क सीखन क वततर अवसि म

ldquoिोगोrdquo एव ldquoमाइिटोनrdquo का कम उपयोग लकया गया अतः लवदालथमायो को िोगो एव माइिटोन उपयोग की जानकािी कम थी

bull लवदालथमायो न डरॉप बरॉकस एव लकट सामगरी का गलतलवलध क दौिान वततर रप स सीखन म अचछा उपयोग लकया

bull गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी बात किन की पणमा वततरता एव इचछानसाि माइिटोन का उपयोग किक सीखन की वततरता भी ििती ि

bull गलत लव लध आधारित अलध गम लि कण म समि म गलतलवलध क दौिान समय परबधन एव समि बनान म समया आती ि

ितकषक तनतहिा थि लिका क कतर म कायमा किन वाि समत वयलकतयो क लिए वतमामान िोध का मितवपणमा उपयोग ि इस िोध स परापत परिणामो का उपयोग कि पाठयप तक िखक लिकक लवदाथथी औि िोधाथथी मागमादिमान ि सकत ितिकषकmdashअगि लिकक गलतलवलध आधारित लिकण कायमा कित ि तो व अपन लवरय म अलधक स अलधक अलधगम उदशयो को परापत कि सकत ि तिदाथीmdashलवदाथथी लकसी कलठन परकिण को गलतलवलध आधारित अलधगम क माधयम स सििता स समझ सकत ि िटोिाथीmdashिोधाथथी इस िोध अधययन क आधाि पि अलधगमकतामा की आवशयकता को धयान म िखकि लवलभनन लवरयो क लवलभनन परकिणो की गलतलवलधयो का लवकास कि सकत ि

सदभथि कापस वरामा 2012 कका सातवी क गलणत लवरय ित गलतलवलध लिकण का लवदालथमायो की िकलणक उपिलबध एव

लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

गपत िाम बाब 1995 भारतरीय विका और उसकी समसयाएmdashमदावलयर कमरीिि ितन परकािन मलदि आगिा उति परदि

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जिा तबसम 1993 पवमा-पराथलमक लिकक परलिकण ति पि लरिया आधारित अनदिन की परभालवता का अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

जन िलिकिा औि पलणमामा पलडत 2014 पराथलमक िािा क गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम लजिा लिका एव परलिकण सथान बीजिपि इदौि मधय परदि

झािानी एम 2014 मधय पदि गवतविवि आिाररत अविगम कायमिकरमmdashविकक मागमिदविमिका िाजय लिका क रि भोपाि मधय परदि

बच एमबी 1983ndash1988 फाथमि सिव ऑफ एिकििल ररसचमि वरॉलयम 2 एनसीईआिटी नयी लदलिीभािदाज एस औि एम कटािा 2005 एलकटलवटी बड टीलचग िलनाग टटजीस इन िाजमा किासरमस साइको वलविवसटक

असोवसएिि ऑफ इविया वरॉलयम 1 प 70ndash76िाषटीय िलकक अनसधान औि परलिकण परिरद 2005 िाषटीय पाठयचयामा की रपिखाmdash2005 एनसीईआिटी

नयी लदलिीिलिथा एमएस 1981 इफ लकटवनस ऑफ ए टटजी ऑफ टलनग फरॉि इटीगरलटग टीलचग लकलस ऑन टीलचग कपीटस

ऑफ टडट टीचसमा लडपाटमामट ऑफ परॉट-गरजएट टडीज एड रिसचमा इन एजक िन मसि लवशवलवदािय इलडया साि िाक ि कमाि 1996 कका पाचवी क लिए पयामाविणीय लिका ित लवजान पाठयरिम गलतलवलध का लवकास क सदभमा म

अधययन एम एि अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदिलसि नवनीत 2013 कका छठी क लवदालथमायो ित लवजान लवरय पि परदिमान लवलध एव लवकलसत गलतलवलधयो की परभालवता

का लवजान लवरय म उपिलबध एव परदिमान लवलध क परलत परलतलरियाओ क आधाि पि अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

िरिििण पी 2005 इफ लकटवनस ऑफ एलकटलवटी ब ड िलनाग मथडोिोजी फाि एिीमटी कि एजक िन wwwcryorghttpwwwncertnicinrightsidelinkspdfframeworkncf_hindi_2005ncf2005pdf

निनि परॉलिसी ऑन एजक िन 1986 httpwwwncertnicinoth_anounnpe86pdf

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इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक अधययन

(ियाडिजय और डिजयान वयिसयाय क डिशष सदिथि म)

सजीव कमार शका

इस शोध अधययन स यह जञात करन कञा परयञास ककयञा गयञा कक कयञा वगग कवशष क कवदञाक गयो की अकिरकियञा ककसी दसर वगग कवशष क कवदञाथी स किनन-किनन होती ह परतयक बञालक की रकि परवकति कषमतञा योगयतञा किनन होती ह आज अकधकञाश कवदञाक गयो क सञामन शककषक एव वयञावसञाकयक समसयञाए बनी रहती ह कजनह व सवय नही सलझञा सकत बञालको कञा सवञाागीण कवकञास करन क कलए यह जञाननञा आवशयक ह कक व ककस कषतर म आग बढ़ सकत ह बञालको की िञावी सफलतञा म उनकी अकिरकियो कञा कञाफी सीमञा तक योगदञान रहतञा ह इन बञातो कञा धयञान रखत हए शोधञाथी न अपन शोध अधययन क कलए इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो को िनञा और शोध कवषय क रप म ldquoइटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो कञा तलनञातमक अधययनrdquo ककयञा इसक कलए शोधञाथी न सीतञापर जनपद क कहदी िञाषञा मञाधयम क इटरमीकिएट सतर क सतर 2015ndash16 म अधययनरत कवदञाक गयो को कलयञा तञा शोध अधययन क कलए सववकषण कवकध कञा परयोग ककयञा इस शोध अधययन म इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो क मधय अतर की सञा गकतञा जञात करन क कलए कञाई-वगग परीकषण कञा परयोग ककयञा गयञा इस शोध अधययन म पञायञा गयञा कक वञाकणजय क कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही ह जबकक सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर पञायञा गयञा दसरी ओर कवजञान कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही पञायञा गयञा

परवकतञा बीएड ववभाग शी गाधी महाववदाय वसधौी सीतापर उततर परदश 261 303

परसतयािनया ldquoवकसी राषटर का धन व समवधि औदयोगीकरण दारा उसक मानव तथा भौवतक साधनो क समवित उपययोग पर वनभभर करता ह मनषय का औदयोगीकरण

म उपययोग करन क वए यह जररी ह वक उस ववजान की वशका तथा तकनीकी कौश का परवशकण वदया जाए उदयोग दारा परतयक वयवकत क वए अवधक सपननता की सभावनाए उतपनन हयो जाती ह भारत की

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जनशवकत का पयाभपत साधन वशवकत तथा परवशवकत हयोन पर ही आधवनक ससार म उपययोगी सपवतत बन सकता हrdquo आज क तकनीकी और वजावनक यग म आजीववका या रयोटी की समसया सपणभ मानव जावत क सामन ह इस समसया क वनराकरण हत वयवकत वकसी न वकसी परकार का रयोजगार (वयवसाय) करता ह परत वयवकत कयो अपन वयवसाय म पणभतः सफता पान क वए उसका सवय का वशवकत हयोना अतयत आवशयक ह

मदावयर कमीशन (1952ndash53) न ववदावथभयो म वयावसावयक कशता क ववकास पर ब वदया ह उसक अनसार माधयवमक वशका म औदौवगक एव वयावसावयक ववषयो कयो सथान वदया जाना िावहए इन ववषयो की वशका स ववदावथभयो और दश दयोनो का वहत हयोगा ववदाथथी अपनी वशका समापत करन क पशिात वकसी वयवसाय कयो सवततर रप स गरहण कर सक ग अतः उनकयो नौकरी खयोजन क वए इधर-उधर भटकना नही पड़गा दश का वहत यह हयोगा वक उस अपन वववभनन उदयोगो एव वयवसायो क वए परवशवकत वयवकत सरता स वम जाएग

वशका और रयोजगार परणाी पर कयोठारी कमीशन (1964ndash66) न भी अपन वविार परसतत वकए कमीशन का वविार ह वक mdash ldquoमौजदा वशका परणाी म वशका और रयोजगार क बीि कयोई सीधा सबध नही ह यही नही वशका परणाी दारा तयार वकए गए वयवकतयो की सखया तथा अपवकत जनशवकत या नौकरी क अवसरो क बीि गहरा सबध सथावपत करक वशका तथा रयोजगार क मधय परयोक सबध सथावपत करन की कयोवशश भी नही की गई ह

कयोठारी कमीशन न वयावहाररक रप स ऐसा अनभव वकया वक वशका और जीवन का आपसी ताम नही बठ रहा ह अतः जीवन क वए वशका हयो ववदाय सतर पर वयावसावयक पाठयकरम ाग करन का सझाव वदया तथा कहा वक वयावसावयक वशका दन म ववदावथभयो की रवि तथा सवभाव पर ववशष धयान वदया जाए कयोवक यवद उनकी अवभरवि क अनसार वयवसाय स सबवधत वशका वमगी तयो सफता की सभावना बढ़ सकती ह

रवि वयवकत क सपणभ वयवकततव की एक महतवपणभ ववधा ह शारीररक गठन मानवसक ययोगयता सवभाव आिार-वविार बवधि अवभकमता अवभववततया ववषयो वयवकतयो वसतओ वकरयाओ वयवसायो आवद क परवत वयवकतयो की रविया वभनन-वभनन हयोती ह कयोई भी वयवकत आईएएस डॉकटर वकी अवभयनता अधयापक वयवसायी तथा उदमी आवद बनना िाहता ह वभनन-वभनन ववदाथथी कयो वभनन-वभनन ववषय जस mdash गवणत इवतहास वहदी वितरका तथा ववजान आवद अचा गता ह वकसी वयवकत कयो अवकाश क समय म सावहतय पढ़न का शौक हयोता ह वकसी कयो आराम करन का मन हयोता ह तथा वकसी कयो वाताभाप करन की इचा हयोती ह इस परकार क सभी अतर रवियो की वववभननताओ क कारण हयोत ह वकसी कायभ म रवि हयोन पर वयवकत उस कायभ कयो सरता शीघरता और मनयोययोग स करता ह तथा सफता परापत करता ह इसक ववपरीत रवि क अभाव म वयवकत मन गाकर कायभ नही करता ह पररणामतः परायः असफ हयो जाता ह यही कारण ह वक शवकक एव

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77इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

वयावसावयक वनददशन व परामशभ म रवियो का भी धयान रखा जाता ह

वभनन-वभनन वयवकतयो म शारीररक मानवसक सवभाव अवभरवि तथा ययोगयता की दवषट स अतर हयोता ह आज वशवीकरण औदयोगीकरण एव वडवजट करावत क कारण वयवसायो की सखया म वनरतर ववधि हयो रही ह ववववध परकार क वयवसायो क वए वभनन-वभनन ययोगयता तथा कमता वा वयवकतयो की आवशयकता हयोती ह इसवए वववभनन वयवसायो क वए उपयकत वयवकतयो का िनाव करन क वए परतयक बाक की वयवकतगत ययोगयता कमता कौशो तथा रवि का अधययन भी आवशयक ह

वयवसायो की अवधकता क कारण ववदाथथी यह समझ नही पाता ह वक उस कौन-सा वयवसाय अपनाना िावहए अवधकाश ववदाथथी अपन माता-वपता की उचि आकाका की पवतभ क वए उन ववषयो का िनाव कर त ह वजन वयवसायो म उनकी रवि नही हयोती ह व ववदाथथी अरविकर ववषयो कयो कर एक ही कका म दयो-तीन सा तक फ हयोत रहत ह वजसस उन ववदाथथी कयो तयो वनराशा का सामना करना ही पड़ता ह साथ-ही-साथ उनक माता-वपता भी दःखी हयोत ह बाको क सवाागीण ववकास क वए यह जानना आवशयक ह वक बाक वकस कतर म आग बढ़ सकत ह बाको की भावी समसया म उनकी अवभरवियो का काफी सीमा तक ययोगदान रहता ह

वयावसावयक अवभरवियो पर पवभ म भी शयोध अधययन वकए जा िक ह जस mdash जन (1951) न lsquoवयोकशन इटरसट ऑफ हमनrsquo अधययन दारा

वसतरयो की वयावसावयक रवियो कयो जानन का शयोध अधययन वकया उनहोन पाया वक वववभनन वयवसायो म स वकस वयवसाय म वसतरयो की रवि अवधक ह और वकसम कम ह इसक वए इनहोन रवि क वसतवनषठ एव वनबधातमक परीकणो कयो अपनाया पररणाम यह आया वक वसतरयो म सबस अवधक रवि वशकण क कतर म थी और वयवसायो क परवत उनक वविार अवनवशित थ शमाभ (1955) न ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो एव ियन पर शयोध अधययन वकया उनहोन वदली शहर और गरामीण कतरो क सको क 250 ववदावथभयो का ियन वकया वनषकषभ म पाया गया वक पाररवाररक वातावरण तथा वपता की इचा का ववदावथभयो की रवियो पर बहत परभाव पड़ता ह

अवभाषी (1957) न पवभ सनातक सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो पर शयोध अधययन वकया उनहोन राजसथान क उदयपर शहर क का और ववजान क 250 ववदावथभयो का ियन नयादशभ क रप म वकया शयोध अधययन म पाया गया वक िार परवतशत ववदाथथी वयवसाय स पररवित थ तथा उनह पह स उनका अनभव था अवधकाश ववदावथभयो न इजीवनयर डॉकटर तथा वशकक बनन की वरीयता दी इस वरीयता क कारण का आधार ववदावथभयो न अपनी रवि दश की सवा माता-वपता की इचा आवद कयो बताया ए वसध (1967) न lsquoपटनसभ ऑफ एजकशन एड वयोकशन एड इटरसट ऑफ एडयोससrsquo नामक शयोध अधययन दारा वकशयोर ववदावथभयो की शवकक और वयावसावयक रवियो का अधययन वकया शयोध अधययन का मखय उदशय था वक नगरीय और गरामीण कतरो क वकशयोर ड़क और ड़वकयो की शवकक

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78 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

और वयावसावयक रवियो क कया आदशभ ह इस अधययन म उनहोन नगर और गाव म 500 ववदावथभयो का नयादशभ वया वजसम उनहोन नगर एव गाव क करमशः 125ndash125 ड़क और 125ndash125 ड़वकयो कयो वया इस सबध म उनहोन सह-सबध तथा इनकम रज टसट का परययोग वकया इस शयोध अधययन स पाया गया वक वकशयोर ातरो और ातराओ की शवकक और वयावसावयक रवियो क परवत कयोई परतयक सबध नही ह वववभनन कतरो क ववदावथभयो की शवकक व वयावसावयक रवि म वभननता ह नगर की ातराओ की अनय वयवसायो म अवधक रवि ह जबवक गाव की ातराए कव घर वयवसाय करती ह दयोनो ही ातराओ म कवष वयवसाय क परवत कम-स-कम रवि ह वसनहा और दास (1959) न वयावसावयक वरीयता म पररणा ततव पर शयोध अधययन वकया इस शयोध अधययन म पाया वक सामावजक परवतषठा मखय कारक क रप म तथा धन वयय ियन म गौण कारक हयोता ह

उपरयोकत शयोध अधययनो स यह सपषट हयोता ह वक अभी तक वयावसावयक अवभरवि पर तयो शयोध अधययन हए ह परत इसम इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की अवभरवि का अधययन करन पर कयोई शयोध अधययन नही हआ ह अतः इस ररकतता की पवतभ क वए इस शयोध अधययन की आवशयकता परतीत हयोती ह

उदशयइस शयोध अधययन क उदशय वनमनववखत थ mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

पररकलपनयाएइस शयोध अधययन की वनमनववखत शनय पररकलपनाए थी mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवियो म साथभक अतर नही ह

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

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79इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शोध डिडध इस शयोध अधययन क वए सवदकण वववध का परययोग वकया गया था इस वणभनातमक अनसधान वववध क नाम स भी जाना जाता ह

नययादशथि इस शयोध अधययन म उततर परदश क सीतापर जनपद क वहदी भाषा माधयम क इटरमीवडएट सतर पर अधययनरत ववदावथभयो का ियन वकया गया था नयादशभ क रप म सामानय वपड़ा एव अनसवित जावत वगभ क ववदावथभयो का ियन उदशयातमक नयादशभ वववध दारा वकया गया परतयक वगभ म 50 ववदावथभयो का ियन वकया गया था अतः नयादशभ म तीनो वगगो स वमाकर क 150 ववदावथभयो का ियन वकया गया था

उपकरि इस शयोध अधययन म डी एन शीवासतव और बी पी बस दारा वनवमभत lsquoवयावसावयक रवि परपतरrsquo का परययोग वकया गया था शीवासतव और बस दारा

वनवमभत वयावसावयक रवि परपतर म परारभ म 176 पद थ वजनह दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया था वकन बाद म इसम 128 पदो कयो रखा गया और इन 128 पदो कयो दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया

परदतो कया डिशलषि एि वययाखययापररकलपनया 1 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 1 म वदए गए ह

सारणी 1 म काई-वगभ का परापत मान 158 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जाता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 2 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 1 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=158सामानय वगभ 28 25 13 14 9 11 0 0 0 0 50

वपड़ा वगभ 22 25 15 14 13 11 0 0 0 0 50

ययोग 50 28 22 0 0 100

Chapter 7indd 79 752018 111201 AM

80 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 2 म वदए गए ह

सारणी 2 म काई-वगभ का परापत मान 1550 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स अवधक ह अतः यह साथभक ह इस साथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो असवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो असवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर हपररकलपनया 3 mdash वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 3 म वदए गए हसारणी 3 म काई-वगभ का परापत मान 430 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय वयवसाय क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 4 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 2 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=1550सामानय वगभ 28 20 13 175 9 75 0 1 0 0 50

अनसवित जावत 12 20 22 175 14 75 2 1 0 0 50

ययोग 40 35 23 2 0 100

सयारिी 3 mdash ियाडिजय वयिसयाय म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=430वपड़ा वगभ 22 17 15 185 13 135 0 1 0 0 50अनसवित जावत 12 17 22 185 14 135 2 1 0 0 50ययोग 34 37 27 2 0 100

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81इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 4 म वदए गए ह

सारणी 4 म काई-वगभ का परापत मान 278 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 5 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 5 म वदए गए ह

सारणी 5 म काई-वगभ का परापत मान 658 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 6 mdash ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 6 म वदए गए ह

सारणी 6 म काई-वगभ का परापत मान 338 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम

सयारिी 4 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=278सामानय वगभ 7 75 23 215 12 15 6 45 2 15 50

वपड़ा वगभ 8 75 20 215 18 15 3 45 1 15 50

ययोग 15 43 30 9 3 100

सयारिी 5 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=658सामानय वगभ 7 6 23 185 12 18 6 55 2 2 50

अनसवित जा वत 5 6 14 185 24 18 5 55 2 2 50

ययोग 12 37 36 11 4 100

Chapter 7indd 81 752018 111202 AM

82 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शडकक डनडितया थि वशका न कव समाज बवलक सपणभ राषटर की उननवत का म आधार मानी जाती ह राषटर की उननवत वयवसायो की उननवत पर वनभभर करती ह वववभनन परकार क वयवसायो की उननवत सफ ववदावथभयो पर वनभभर करती ह ववदाथथी एक वयवसाय म तभी सफ हयोगा जबवक उस वयवसाय क परवत ववदाथथी की भी रवि हयो

इस शयोध अधययन म इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक अवभरवियो का त नातमक अधययन वकया गया इस शयोध अधययन स वशकक ाभावनवत होग वशकक कयो ववदावथभयो की रवियो क बार म पता हयोन पर वह ववदाथथी की उननवत क वए उवित वनददशन और परामशभ द सकत ह ववदाथथी की नकारातमक रवियो कयो सकारातमक

कायभ की ओर गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो अनय वयवसाय क परवत भी गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो सही वदशावनददश दकर उस सफ नागररक बना सकत ह

वववभनन वयवसायो क परवत अपन बाक की रविया जानन क पशिात अवभभावको स अपन बाक कयो सही रप म पहिानन म भ नही हयोगी अवभभावक कयो यह पता हयोगा वक बचिा वकस वयवसाय म अवधक रवि रखता ह वजसस वक व अपनी आकाका कयो योड़कर बाक की उननवत क ववषय म अवधक सयोि सक ग

अपनी रविया जानन क पशिात ववदाथथी सवय भी ाभावनवत होग कयोवक आज औदयोगीकरण क कारण वयवसायो की सखया बहत अवधक हयो गई ह ववदावथभयो कयो सवय ही पता नही हयोता वक उनकी रवि वकस कतर म अवधक ह व जान-अनजान म उस पाठयकरम कयो पढ़त रहत ह वजसम उनकी रवि नही हयोती ह रविया जानन क पशिात ववदाथथी उस वयवसाय कयो ही अपनाएग वजनम उनकी अवधक रवि हयोगी और उनह वनराशा की वसथवत का सामना नही करना पड़गा

सयारिी 6 mdash डिजयान क कतर म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=338वपड़ा वगभ 6 65 20 17 18 21 3 4 1 15 50

अनसवित जावत 5 65 14 17 24 21 5 4 2 15 50

ययोग 13 34 42 8 3 100

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83इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

अतः सपषट ह वक यह शयोध अधययन वशका क कतर म तथा वनददशन क कतर म अमलय ययोगदान द सकता ह आज क इस यग म जब वयवसायो क इतन अवधक कतर ह जहा बाक यह वनणभय न म

असमथभ हयोता ह वहा पर यह शयोध अधययन उसकी सहायता कर सकता ह अतः इस शयोध अधययन क पररणाम वशका जगत क वए अतयत उपययोगी वसधि होग

सदिथि

कवप एिक 2004 अनसधञान कवकधयञा एिपी भागभव बक हाउस आगरागपता एसपी और अका गपता 2011 सञाकयकीय कवकधयञा शारदा पसतक भवन इाहाबाद उततर परदशतयागी रिना और धीरनदर विकारा 2011 lsquoसरकारी सहायता परापत ववदायो क आठवी कका क ववदावथभयो म वहदी और

अगरजी भाषा की समझ और पढ़न म रवि mdash एक अधययनrsquo मलय-अवमलयन वषभ-1 अक-3 अकटबर-2011 पषठ-18 व 38 सारग परकाशन खीमपर-खीरी

पाणडय कसम 1989 इाहाबाद ववशवववदाय की सनातकयोततर ातराओ म वयावसावयक आकाका का अधययन अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदश

भटनागर सरश 2010 कोठञारी कमीशन और शककषक पररवतगन आरा बक वडपयो मरठ उततर परदशराम पयार 1985 सटडी ऑफ वयोकशन इटरसट एड इटीजस ऑफ बीएस-सी बीकाम एड बीए ऑफ इाहाबाद

ववशवववदाय अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदशराय पारसनाथ 1996 अनसधञान पररिय कमीनारायण अगरवा परकाशन आगरा उततर परदशसवखया एसपी पीवी महरयोतरा और आरएन महरयोतरा 1990 शककषक अनसधञान क मल ततव ववनयोद पसतक मवदर

आगरा उततर परदशवसह अरण कमार 2009 कशकषञा मनोकवजञान भारती भवन पवशसभ एड वडसटरीयटसभ पटना वबहार

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वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदाद थियो की तकथि िदzwjत क पररपकय म तलनातमक अधययन

आरती शाका अरचना दब

इस शोध अधययन क अतरगत नौवी ककषा क ववदषाव गयो कषा वविक रवित वववध एव परपरषारत रवित वशकि वववध म तकग शवzwjत क पररपकय म तलनषातमक अधययन वकयषा रयषा शोध क वलए मह शहर क ववदषालयो म अधययनरत नौवी ककषा क कल 50 ववदषाव गयो को नयषािशग क रप म वलयषा रयषा शोध क वलए पवग परीकि पशzwjच परीकि वनयवरित समह अविकलप कषा पयोर वकयषा रयषा विसम पयोरषातमक समह को वविक रवित वववध स तषा वनयवरित समह को परपरषारत वशकि वववध स 30 विनो तक पवतविन 40 वमनट की अववध तक पढ़षायषा रयषा पितो क सकलन क वलए शोवधकषा न बषायती (1984) दषारषा वनवमगत तकग शवzwjत परीकि कषा उपयोर वकयषा पषापत पितो क ववशलषि क वलए सषावयकीय तकनीक एक-मषारगीय एनकोवषा कषा पयोर वकयषा रयषा शोध अधययन स पषायषा रयषा वक वविक रवित वववध परपरषारत रवित वशकि वववध स सषागक रप स पिषावी ह

पसतावनागणित मानव मणतषक की खोज ह ह एक ऐसा साधन ह णजसक माधम स णवदारथी णकत कत ढग स णरतन बोध तकच -णवतकच णवशzwjषि एव पषzwjीकरि करन की ोगता अणजचत करता ह एक णवणशषzwj णवष होन क अणतररकत गणित को ऐस णकसी भी णवष का सहवतथी माना जाता ह णजनम णवशzwjषि एव तकच शणकत की आवशकता ह सामानता णवदारथी गणित णवष को कणिन समझत ह कोणक गणित म उचर तर की तकच शणकत होती ह गणित ताणकच क

दणषzwjकोि पदा करता ह णजसस णवदारथी को सही उततर पापत करन म सहाता णमzwjती ह

तकथि िदzwjत का अ थि तकच अतीत क अनभवो को इस पकार जोड़ता ह णक समा का समाधान हो जाए तकच समा स जड़ णपछzwj समाधानो को पनः ाद कर वतचमान समा क समाधान को खोजन म सहाता करता ह गरzwj (1961) क अनसार lsquoतकच करमानसार णरतन ह णजसका मणतषक म पोजन अरवा zwjक होता हrsquo

सहषायक पषाधयषापक शी गजराती समाज बीएड कॉzwjज इदौर मध पदश 452 001 पोफसर णशका अधनशाzwjा दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश 452 001

Chapter 8indd 84 6262018 92358 AM

85वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

वि का अ थि वद शबद की वतपणतत स जो अरच णनकzwjता ह उसका तातप च ह णक वदो म मानव समाज क णzwjए आवशक न कवzwj आधाणतमक वरन इहzwjौणकक सासाररक ा वावहाररक सपिच जान होता ह वदो म सारी मानव जाणत क णवकास की णजतनी भी णदशाए सभव ह उनकी सवाागीि सपिच तरा अणधकतम सफzwjता क णzwjए भी आवशक जान होता ह उनम णनणहत जान पर णकसी भी णवष म णकसी भी णदशा म सीमा बाधन वाzwjा णवशzwjषि ा बधन नही हो सकता ह भारती सकक णत म रार वद ह उनक रार उपवद ह तरा छह वदाग भी ह सभी णमzwjकर उस णदव जान का अभाज सगरह बनात ह

वि उपविऋगवद आववद

सामवद गधवचवद

जववद धनववद

अरवचवद रापतवद

वदिक गदित क मखय गि 1 वणदक गणित क सतर गणित की सभी शाखाओ

क सभी अधाो क सभी णवभागो पर zwjाग होत ह

2 वणदक गणित क सतर सहज ही समझ म आ जात ह उनका अनपोग सरzwj ह व सहज ही ाद हो जात ह तरा सारी पणकरा lsquoमौणखकrsquo ह

3 कई ररिो की पणकरा वाzwj जणzwjzwj पशनो को हzwj करन म आधणनक पाशरात णवणध (परणzwjत) की अपका वणदक गणित णवणध स एक णतहाई रौराई दसवा तरा उसस भी कम सम zwjगता ह

औदितयपवच शोध अधनो क अनसार zwjाzwj दारा (1982 1983 एव 1985) म पारीन गणित पर िी म मवटzwjस एिकशन पणतरका म अनक zwjख पकाणशत णकए गए णजसम पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको को णवतार स समझाा गा ह तरा वतचमान म उसकी उपोणगता बताई गई ह

राव (1983) न गणित म अणभकरणमत अणधगम और परपरागत णवणध का तzwjनातमक अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत अणधगम णवणध का माध उपzwjणबध फzwjाक परपरागत णवणध क माध उपzwjणबध फzwjाक की तzwjना म सारचक रप स उचर ह णरतकारा (1985) न गणित उपzwjणबध पर णवणभनन णशकि णवणधो की पभावशीzwjता का अधन णzwjग बणधिzwjणबध तरा वणकततव क सदभच म णका शोध म रार णशकि णवणधो वाखान सह रराच आगमनातमक अभास और वणनदवणशत समह रराच की तzwjना परपर की गई शोध म पाा गा णक गणित उपzwjणबध क सदभच म तीनो णशकि णवणधा समान रप स पभावी ह भाzwjवनकर (1983) न एकसपोणि zwjरी एपोर (Expository Approach) और णनदवणशत खोज णवणध की सापणकक तzwjना बणधि क णवणभनन तरो पर गणित की उपzwjणबध क सदभच म शोध अधन णका शोध पररिाम म पाा गा णक दोनो णवणधा जान और अवबोध तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर णनदवणशत खोज णवणध स बहतर रही उचर बणधिकत णवदाणरचो क णzwjए अनपोग तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर बहतर रही

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86 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

नागर (1988) न णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन णका तरा पाा णक (i) गणित णशकि म कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) णशकक तरा णवदारथी दोनो क णzwjए zwjाभदाक ह (ii) CAT स णवदाणरच ो को वणकतगत रप स नए कतरो म सकजनातमकता बढ़ान म मदद णमzwjती ह जो णवष-वत क माधम स नही हो पाता (iii) CAT स अधन क णzwjए कपzwjर का जान होना आवशक नही ह तरा णवदाzwjो म कपzwjर की सणवधा कम री (iv) णवदाzwj म कपzwjर क पणत जागरकता का अभाव पाा गा (v) CAT क माधम स वणकतगत अधन को बढ़ावा णमzwjता ह णजसम णशकको पर काम का दबाव कम होता ह शमाच (1989) न कका आिवी क गणित क णवदाणरच ो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का पाोणगक शोध अधन णका शोध अधन म ह पाा गा णक पाोणगक समह क समाोणजत माध तरा णनणतरत समह क समाोणजत माध म सारचक अतर ह ह भी पाा गा णक मलाकन णवणध परपरागत णवणध की तzwjना म गणित णशकि क णzwjए अणधक उपोगी ह दतत (1990) न गणित णशकि क णzwjए दश-शव सामगरी का णनमाचि कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक दश-शव सामगरी क माधम स रखा गणित सबधी सकलपना म णवदाणरच ो की रणर पाई गई तरा पषzwjता एव धारि करन की शणकत का णवकास हआ

वाघ (1991) न णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरच ो क णzwjए

मलzwjीमीणडा इ zwjीzwjशनzwj णसzwjम (Multimedia Institutional SystemmdashMMIS) का णवकास कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णवदारथी णभनन सखा तरा उसकी णकराओ णत चकगिा जोड़-घzwjाना गिा भाग म सामान तौर पर गzwjणता करत ह एमएमआईएस णवणध न परपरागत णवणध स अणधक समझ पदा की नzwjणनी (1991) न पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक पाोणगक समह का माध णनणतरत समह क माध स उचर तरी रा अक खzwj णवणध णवदारथी क पररकzwjन कौशzwj क णवकास को पररत करती ह पभा (1992) न गणित म अणभकरणमत पािप तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध पर शोध अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत पािप तक समह और परपरागत णवणध क मध सारचक अतर ह तरा अणभकरणमत पािप तक क माधम स अधन क णzwjए पवच उपzwjणबध की कोई भणमका नही होती ह णसह (1992) न जानातमक और अजानातमक ररो पर कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म णशकि की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णजस समह को CAT स पढ़ाा गा उसम पाचपत वकणधि हई CAT णवणध गणित म अणधक पभावी रही तरा णनरीकि स पापत हआ णक पाोणगक समह क ववहार म णनणतरत समह की तzwjना म सारचक पररवतचन आा कोलह (2004) न वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध का

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87वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

तzwjनातमक अधन नौवी कका क णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध एव पणतणकराओ क पररपक म णका शोध अधन म पाा गा णक वणदक गणित णवणध णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध क सदभच म परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णवणध क पणत पाोणगक समह क णवदाणरचो की पणतणकरा सकारातमक पाई गई

पाः दखा गा ह णक परपरागत णशकि णवणध स णवदारथी कका म रणर नही zwjता ह णशकक कका म एक ही णवणध का उपोग करता ह गणित को रणरकर बनान क णzwjए गणित म पोग तरा वणदक गणित का उपोग करना राणहए वणदक गणित स णवदारथी पणतोगी परीकाओ म कम सम म गणित क अणधक पशनो को हzwj कर सकत ह वतचमान सम पणतोणगता तरा पररवतचन का सम ह णजसम वणकत अपनी णरणत को बनाए रखन क णzwjए सदव पतनशीzwj रहता ह णवदारथी णशकि कतर म भी अपनी शिी बनाए रखन क णzwjए अरक पास करत ह णवणभनन णवषो म अणधक अक पापत करन क णzwjए णवदारथी अzwjग-अzwjग पकार की णवणधा स अधन करता ह गणित एक ऐसा कणिन णवष ह णजसम णवदारथी मातर उततीिच होन की उममीद करत ह और ऐसी णवणध राहत ह जो सरzwj हो णजसकी सहाता स पशन कम सोपानो म हzwj हो जाए

उपचकत शोध अधनो स जात होता ह णक वतचमान गणित णशकि म अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक तरा खzwj इताणद

णवणधो का पोग णका गा खzwj णवणध का गणित णशकि म पोग मातर पारणमक तर तक ही णका जा सकता ह उचर कका क णzwjए इस णवणध का पोग नही कर सकत अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक की णवणधा आणद कछ णवशष णवदाzwjो तक ही सीणमत ह इनका पोग करना सामान णवदाzwjो क णzwjए सभव नही ह तरा पतक णवदारथी तक इसका zwjाभ पहराना सभव नही ह वणदक गणित पारीन वदो स बनाए 16 सतरो पर आधाररत ह गणित की पणतरका िी ममवटzwjस एिकशन म पकाणशत zwjखो स जात होता ह णक वणदक गणित गणित की सभी शाखाओ म उपोगी ह

जात शोध अधनो स पता रzwjता ह णक वणदक गणित णवणध स सबणधत कछ ही सतरो को zwjकर शोध का च णका गा ह इस शोध अधन म अन न सतरो को भी शाणमzwj णका गा ह ह शोध वणदक गणित णवणध की पभावशीzwjता का अधन करन स सबणधत ह इस शोध क दारा ह जानन का पतन णका गा ह णक का वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स तzwjनातमक रप स पभावी ह

उदशयइस शोध अधन का उदश रा mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

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88 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

पररकलपनाइस शोध अधन की पररकलपना री mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

नयाििथिइस शोध का च क णzwjए शवत पणबzwjक हार सक डी णवदाzwj मह इदौर (मध पदश) क नौवी कका क दो वगगो को णzwjा गा णजसम णवदाणरचो की कzwj सखा 50 री णवदाणरचो को दो समहो म ादणचछक णवणध स णवभाणजत णका गा परम समह म 25 णवदारथी और णदती समह म 25 णवदारथी र परम समह को पाोणगक समह और णदती समह को णनणतरत समह नाम णदा गा नादशच म रणनत सभी णवदारथी मध पदश माधणमक णशका मडzwj भोपाzwj स सबधि णवदाzwjो क णनणमत तरा णहदी माधम क णवदारथी र णजनकी उमर 15ndash16 वषच क मध री

उपकरिशोध अधन म रर क मापन क णzwjए शोणधका न बाती (1984) दारा णनणमचत परीकि का पोग णका इसम कzwj 84 पशन णदए गए ह तरा पतक पशन क सामन रार णवकलप णदए गए ह पशनो को हzwj करन क णzwjए 70 णमनzwj का सम णनधाचररत णका गा ह इस परीकि की णवशवसनीता अधचणवचछद णवणध स णनकाzwjी गई इसका णवशवसनीता गिाक

छातराओ क सदभच म 068 एव छातरो क सदभच म 028 तरा सामान 041 ह इसी पकार समवतथी वधता दब (1971) क परीकि क सार जात की गई वधता छातराओ क सदभच म 041 एव छातरो क सदभच म 041 ह तकच शणकत क मानक 13 स 16 वषच क णवदाणरचो क णzwjए णनधाचररत णकए गए ह

वणदक गणित पढ़ान क णzwjए रणनत पकरि णनमनणzwjणखत र mdash1 वगच जात करन की णवणधा अ एकाणधकन पववि ब एकननन पववि स ावदन तावदनीकक त वगच र ोजत2 घन जात करन की णवणधा अ वकणलपक णवणध ब णनणखzwjम सतर णवणध3 गिनखड जात करन की णवणधा अ समहन णवणध ब आदन-अनतम अनतन णवणध स ऊधवचणत चक णवणध4 भाग णवणध अ परावत च णवणध5 समीकरि हzwj करन की णवणध अ परावत च णवणध दारा गपत सरzwj समीकरि

पितत सकलन इस शोध अधन क णzwjए पदतत सकzwjन हत कका नौवी की गणित की पािप तक क वगच घन गिनखड भाग तरा समीकरि पकरिो का रन णका गा वगच जात करन की णवणधो म एकाणधकन पववि एकननन पववि ावदन तावदनीकक त वगच र

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89वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

ोजत घन जात करन की णवणधो म वकणलपक णवणध णनणखzwjम सतर गिनखड जात करन की णवणधो म समहन णवणध आदन-अनतम अनतन णवणध ऊधवचणत चक णवणध भाग जात करन की णवणध म परावत च णवणध तरा समीकरि हzwj करन म परावत च णनम दारा गपत सरzwj समीकरि णवणध का उपोग णका गा पदततो का सकzwjन सोदश नादशच णवणध दारा रणनत णवदाzwj म णका गा सवचपरम दोनो समहो पर बाती (1984) दारा णनणमचत तकच शणकत परीकि (पवच परीकि) पशाणसत णका गा इसक बाद पाोणगक समह को वणदक गणित णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश तरा णनणतरत समह को परपरागत णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश पणतणदन पढ़ाा गा 30 णदन क पशरात दोनो समहो पर पनः तकच शणकत परीकि पशाणसत णका गा

पररिाम दवविना एव ििाथिवणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो इसस सबणधत पदततो का णवशzwjषि

ANCOVA दारा णका गा इसक पररिाम सारिी 1 म णदए गए ह

सारिी 1 क अनसार उपरार क णzwjए समाोणजत F का मान 29017 ह जो णक सारचकता क 001 तर पर सारचक ह जबणक वततरता क अशो (df) का मान 150 ह इसस पता रzwjता ह णक पोगातमक तरा णनणतरत समहो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म सारचक अतर ह जबणक पवच तकच शणकत क पापताको को सहरर क रप म णzwjा गा ह इस पररपक म शन पररकलपना णक lsquoपोगातमक समह एव णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो णनरत की जाती ह

दोनो समहो क समाोणजत तकच शणकत माधो का अधन आवशक ह उपरार समहवार समाोणजत तकच शणकत माध सारिी 2 म णदए गए ह

सारिी 2 स पषzwj ह णक पोगातमक समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 4944 तरा णनणतरत समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 3904 ह इसस ह जात होता ह णक पोगातमक समह क णवदाणरचो का तकच शणकत माधमान 4944

सारिी 1mdash तकथि िदzwjत क दलए एक-मागगीय ANCOVA का सारािीकरि

दविरि क सतरोत df Ssyx Mssyx Fyxउपरार 1 895887 897887 29017

तरणzwj 49 142229 30-875

ोग 50 7128320

सारचकता क 001 तर पर सारचक

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90 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह जो णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत माधमान 3904 स उचर ह अतः कहा जा सकता ह णक वणदक गणित णवणध दारा अधन पभावी रहा ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

पररिामो की दवविनाशोध अधन स पापत पररिामो स ह णनषकषच णनकzwjता ह णक वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णशकि णवणध क पभावी होन क णनमन कारि हो सकत ह mdash

bull वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स रणरकर होन क कारि णवदाणरचो को अचछी zwjगी वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म सीखन म सरzwj ह

bull वणदक गणित णशकि णवणध म पशनो को हzwj करन की णवणधा सतरबधि ह णजसक कारि इन णवणधो को ाद रख पाना आसान ह

bull वणदक गणित णवणध स सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म कम सोपानो का पोग णका जाता ह णजसस सवाzwjो का उततर कम सम म तरा आसानी स

पापत हो जाता ह तरा सोपानो को ाद रखना सरzwj रहता ह

bull एक ही पकार क सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए अनक सतरो का पोग णका जा सकता ह

bull इस णवणध स सवाzwjो का उततर जलदी पापत होता ह पररिामवरप णवदाणरचो को उततर पाणपत स आतम सतणषzwj की अनभणत हई होगी

bull आतम सतणषzwj क कारि णवदारथी इस णवणध स अणधक सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए पररत हए होग

bull इस णवणध क दारा णवदारथी सवाzwjो को मौणखक रप स भी हzwj कर सकत ह

bull तकच शणकत का णवदाणरचो की उपzwjणबध पर भी पभाव पड़ता ह कोणक तकच शणकत क दारा णवदाणरचो म तकच कमता का णवकास होता ह पररिामवरप णवदारथी समा क णवणभनन पको का तकच क आधार पर णवशzwjषि कर समा का हzwj खोजता ह

िदकषक दनदिता थिइस शोध अधन का उपोग णनमनणzwjणखत पकार स णका जा सकता ह mdash

bull णवदारथी वणदक गणित क णवणभनन सतरो का तकच क आधार पर रन कर गणित क सवाzwjो को हzwj कर सकत ह

सारिी 2 mdash समिवार उपिार सखया और समायरोदित तकथि िदzwjत माधय एव मानक तदि

उपिार सतर सखया (N) समायरोदित तकथि िदzwjत माधय (Myx) मानक तदि

पोगातमक समह 25 4944 552328

णनणतरत समह 25 3904 965004

कzwj 50 4424 938857

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91वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

bull पतक अणभभावक अपन बचरो की गणित म उपzwjणबध क णzwjए पासरत रहता ह इसणzwjए अणभभावक वणदक गणित णवणध सीखकर अपन बचरो को घर पर ही गणित पढ़ा सकत ह

bull पाराच तरा कzwj पशासन क णzwjए भी ह शोध अधन उपोगी हो सकता ह इस णवणध स णशकि करवान क णzwjए अपन णवदाzwj म अzwjग स काzwjाश zwjगवा सकत ह

bull णzwjणपक वगच क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह

कोणक णzwjणपक वगच का सबध हमशा अको स होता ह उनह पणतणदन जोड़ घzwjाना गिा और भाग करना पड़ता ह इस णवणध का उपोग करन स गzwjती होन की सभावना कम रहती ह

bull परीकाओ की तारी करन वाzwj पणतभाणगो क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह कोणक पणतोगी परीकाओ म पतक पशन को हzwj करन क णzwjए zwjगभग 30ndash40 सक ड का सम होता ह णजसक णzwjए ह णवणध उणरत ह

सिरथि

कोलह मनीष 2004 वणदक गणित एव परपरागत गणित णशकि णवणध का तzwjनातमक अधन mdash नौवी कका क छातरो की गणित म उपzwjणबध व पणतणकराओ क पररपक म एमएड लघ शोध पबध (अपकषावशत) णशका सरान दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

गरzwj एरई और आरएस वडवरच 1981 सटवटवसटवzwjस इन सषाइकोलॉिी एड एिकशन वकीलस फरर एड साइमस णzwjणमzwjड मबई

गड सीवी 1952 वडzwjशनरी आफ एिकशन मकगरो णहzwj बक कपनी न ॉकच णरतकारा एम 1985 इफणकzwjवनस ऑफ णडफरzwj zwjटzwjजीस ऑफ zwjीणरग ऑन अरीवमzwj इन मरमणzwjकस इन ररzwjशन zwj

इzwjzwjीजस सकस एड पसचनणzwjzwjी सपादन म बर एम बी (सपादक) फॉ ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

दशमख दवनदर राव 1985 वविक रवित णवदाzwj भारती भोपाzwj मध पदशनzwjणनी 1991 पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता का अधन एमएड

लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशनागर 1988 णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत)

दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशपभा 1992 गणित म अणभकरणमत प तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध का

अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशबताzwj आनद 1981 वविक रवित सरणर साणहत नी णदलzwjीभzwjवाकर एजी 1985 ए zwjडी ऑफ इफकzwjस ऑफ एकसपोणजzwjरी एड गाइणडड णडकवरी मरडस ऑफ zwjीणरग

मरमणzwjकस ऑन अरीवमzwj ऑफ zwjडzwjस ऑफ णडफरzwj zwjवलस ऑफ इzwjीणzwjजस सपादन म एम बी (सपादक) फषा ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

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रावत एमएम 1985 रवित वशकि णवनोद प तक मणदर आगरा उततर पदशzwjाzwj 1985 पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको का णवतार स अधन एमएड लघ

शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशवाघ 1991 णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरचो क णzwjए बह माधम अनदशनातमक

पिाzwjी का णवकास एमएडलघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशशमाच रामनार 1979 वविक रवित तारा प तक भडार बजनारसम शमाच 1989 कका आिवी क गणित क णवदाणरचो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का

पाोणगक अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशणसह आरपी 1989 णहनद अरचमणzwjक एड ऑपरशन उसक अतगचत बीज गणिती सतरो का अधन िी म मवटzwjस

एिकशन वॉलम 23 अक 2णसह 1992 जानातमक और अजानातमक ररो पर सगिक सहाक अनदशन और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म

णशकि की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

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झटका तकनीक

भारतीडी एन सनसनवाल

समाज म बदलाव आधनिकीकरण और नवकास क नलए निका की महतवपणण भनमका होती ह अतः सभी दि अपिी कमतािसार आधनिक और उनित तकिीक का उपयोग कर निका को परभावी बिाि की कोनिि कर रह ह इनही परयासो क अतगणत इस लख म निकण-अनधगम हत झटका तकिीक (Jerk Technology) क बार म बताया गया ह जो नकफायती एव हर नथिनत म परयोग कर निका म सधार करि म मदद कर सकती ह इस तकिीक का निकको दारा कका म परयोग करि स नवदानथिणयो को सनरिय बिाया जा सकता ह कयोनक नवदानथिणयो क सनरिय रहि स उिकी गरहणिीलता बढ सकती ह अतः इस तकिीक क नवनभनि उपकरणो जसmdashदपणण परनतनबब लखि गर-आिपानतक िबद लखि लघ लखि दोहर िकारातमक वाकय िए असाधारण वाकय रििाए तानकण क रप स अतानकण क निषकरण समािाथिथी बह-िबदो का परयोग बमल उदाहरण दिा तथिा निकक की जात गलनतयो को उदाहरण दकर समझाया गया ह

सहायक पराधयापक ववशष आवशयकता समह वशका ववभाग एनसीईआरटी नयी विलली 110 016 परोफसर भतपवण निदिक एव डीि वशका ससान िवी अवहलया ववशवववदालय इिौर 452 001 दारा अगजी म वलख गए मौवलक लख का

भाषातर

ववशव म बिलाव आधवनकीकरण और ववकास क वलए वशका की महतवपणण भवमका होती ह अतः सभी िश अपनी कमतानसार आधवनक और उवित तकनीक का उपयोग कर वशका को परभावी बनान की कोवशश कर रह ह कवल यही नही भारत सरकार अपन सीवमत ससाधनो क सा वशका सधार क वलए आधवनक तकनीक (वडवि टल इवडया क माधयम स) का परयोग करन का परयतन कर रही ह लवकन आधवनक तकनीक िसmdashइटरनट मलटीमीवडया वीवडयो

कानफ वसग इतयावि सभी ववदालयो म उपलबध नही ह क दर क सा-सा राजय सरकारो क भी ईमानिार परयतनो स परतयक ववदालय महाववदालय और ववशवववदालयो तक तकनीक पहिान का परयास वकया िा रहा ह वशकण-अवधगम हत एक ऐसी तकनीक क बार म सोिा िाना िावहए िो वशका म सधार ला सक िो वकफायती हो और हर वसवत म परयोग म लाई िा सक इस लख म वशकण-अवधगम म झटका तकनीक (Jerk Technology) पर ििाण की गई ह

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94 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवधकाश वशकको परािाययो परशासको अवभभावको इतयावि की राय और अनभव यही ह वक जयािातर कका-कक गवतवववधया नीरस होती ह ववदाथी सवरिय नही रहत लवकन उनह वशकक सवरिय बना सकत ह ववदाव णयो को सवरिय बनान की कमता वाली आधवनक एव शषzwjठतम तकनीको का परयोग वशकक अपन वशकण क िौरान कर सकत ह भारत म सभी असमानताओ को समान बनाना मवशकल ह कयोवक शायि वशकको क पास आधवनक तकनीक का अनभव नही होगा और न ही यह हर िगह उपलबध ही होगी इसक अवतररकत ककाओ क बड़ आकार परवशकण का अभाव सववधाओ का अभाव वशकण म रवि एव तयारी क समय का अभाव इतयावि क कारण वशकक कवल वयाखयान वववध का ही परयाग करत ह विसक कारण वशकक कका-कक की गवतवववधयो को नीरस बना ित ह

वतणमान कका-कक की तलना सपाट सड़क पर िलती बस स कर सकत ह अपन अनभव पयणवकण और कलपना क आधार पर कोई भी कह सकता ह वक सपाट सड़क पर िलती बस म बzwjठ लोग सो सकत ह इसवलए िालक यावरियो को सवरिय करन क वलए कभी-कभी बक लगा िता ह या गवत अवरोधक आ िान स बक लगाता ह इस कारण झटको स यारिी सवरिय हो िात ह इसी परकार स कका म ववदावणयो को भी सवरिय बनाया िा सकता ह कयोवक सवरियता क कारण ववदाव णयो की गहणशीलता बढ़ सकती ह

झटका तकनीक क उदशय वनमन उदशयो की परावzwjतत क वलए वशकक एव वशकक-परवशकक झटका तकनीक का परयोग कर सकत ह mdash

1 ववदाव णयो को सवरिय एव सीखन वाला बनान क वलए

2 अवधगम को आनििायी बनान म3 कका-कक म तनावमकत वातावरण बनान म4 अवधगमकताण की मिि यह िानन म करना वक

उस कया समझ आया ह5 कका-कक म अवधगमकताण की बौवधिक

विमागी उपवसवत को बढ़ाना6 वशकक और ववदाथी क बीि सवस सबध

सावपत करन म ता7 कका-कक की नीरसता तोड़न म

झटका तकनीक और उदीपन विविधता कौशल उदीपन ववववधता वशकण कौशलो म स एक ह इसका मखय उदशय ह वक आवाज म बिलाव दशय-शवय सहायक सामगी हाव-भाव इतयावि क परयोग स वशकण म ववववधता लाना िसरी ओर झटका तकनीक क वलए कछ वववशषट कौशलो की आवशयकता होगी झटका तकनीक क वलए उवित कौशल समह को अनसधान क जररए पहिानना होगा झटका तकनीक क वलए आवशयक कशलताओ म स एक उदीपन ववववधता कौशल भी हो सकता ह

कका वशकण म झटका िन क वभनन तरीक हो सकत ह इसका ियन लवकत समह उदशय ववषय-वसत सिभण वशकक क वयवकततव इतयावि पर वनभणर करता ह झटका तकनीक क वववभनन उपकरण वनमन हो सकत ह mdash

1 दरपण परतितिि लखन साधारण तौर पर यह िखा गया ह वक वशकक शयामपटट का जयािा उपयोग करत ह ववदाथी

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95झटका तकनीक

वबना समझ ही शयामपटट पर वलखी हई िानकारी अपनी कॉवपयो म उतार लत ह कभी-कभी तो ववदाव णयो को पता भी नही होता ह वक उनहोन शयामपटट स नकल कर अपनी कापी म कया वलखा ह शयामपटट स नकल करन क सा-सा ववदाथी आपस म बातिीत िटकल सनाना अपनी पसि की वकताब पढ़ना गहकायण इतयावि करत रहत ह ववदाव णयो का यह वयवहार यह िशाणता ह वक शयामपटट स नकल करत समय ववदाथी ववषय-वसत क परवत उिासीन रहत ह इस परी परवरिया म अचछी बात यह ह वक वशकक और ववदाथी की लखन गवत लगभग एक समान होती ह ववदाथी स कोई िक नही होती ह कछ ववदालयोससानो म वशकक शयामपटट की बिाए परोिकटर का उपयोग करना पसि करत ह कयोवक तयार सलाइडस (PPT) का परयोग बार-बार वकया िा सकता ह इन सलाइडस का वशकक आपस म आिान-परिान भी कर सकत ह सलाइडस की गवत को वशकक वनयवरित करता ह अतः पढ़ान की गवत सववधानसार बढ़ाई या कम की िा सकती ह वशकण गवत बढ़ िान की वसवत म ववदाथी वशकक की गवत स तालमल बzwjठान का परयास करत ह और िब इस परयास म वह ववफल हो िात ह तो अततः उनक पास कवल सनन और पढ़न का ही रासता रह िाता ह इस तरीक स ववदाथी सवरिय होन क बिाए वनवषरिय हो िात ह कया वकसी ववदाथी को शयामपटट अवा सलाइडस पर लखन की सहायता स सवरिय बनाया िा सकता ह हा यह सभव ह अगवलवखत को पढ़न की कोवशश कर और अतर महसस कीविए mdash

शायि आपन महसस वकया होगा वक शबिो क िपणण परवतवबब (लखनी) को पढ़न म आपको जयािा धयान लगान की आवशयकता ह वशकक िपणण परवतवबब लखनी का उपयोग कवल तब कर सकत ह िब वह ववदाव णयो का धयान महतवपणण वबिओ की ओर ल िाना िाह िपणण परवतवबब लखनी हर पररवसवत म और वभनन अवधगमकताणओ क वलए उपयोगी ह इसक वलए अवतररकत वयय की आवशयकता भी नही होती वशकक सवय को परवशवकत कर सकता ह वजावनक दवषटकोण वाला वशकक इसका परयोग करक (ववदाव णयो की उपलवबध पर) जरर परभाव जात करना िाहगा

2 गर-आनरातिक शबद लखन आपन सड़को क वकनार टीवीपर समािार-परिो इतयावि म ववजापन तो अवशय ही िख या पढ़ होग इनम लखनी म बहत अतर होता ह अाणत लखनी गर-आनपावतक होती ह ऐसी लखनी का परयोग लोगो का धयानाकषणण क उदशय स वकया िाता ह इसका उपयोग वशकक भी अपन वशकण क िौरान कर सकत ह जयािातर वशकक कका म शयामपटट पर एक समान वलखत ह इसस ववदाथी शयामपटट पर वलख हए पर धयान िन क वलए परोतसावहत नही होत अतः ववदाव णयो को परोतसावहत करन क वलए गर-आनपावतक शबि लखन का उपयोग वकया िा सकता ह उिाहरण क वलए mdash

सककलबालक

भारत

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96 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

वशकक

समय की बित3 लघ लखन

कका म शयामपटट पर बड़ा-बड़ा वलखकर वशकक वपछली बिो पर बzwjठ ववदाव णयो का ववशष धयान रखत ह शायि इसस ववदाव णयो का भला होता परतीत नही होता कयोवक वह वनवषरिय ही रहत ह इनह सवरिय करन क वलए शयामपटट पर महतवपणण शबिो को इतना जयािा छोटा-छोटा वलखना वक शयामपटट क एकिम सामन की बि पर बzwjठ ववदाव णयो स भी सरलता स न पढ़ा िाए िस ही आप ऐसा कछ शयामपटट पर वलखत ह लगभग सभी ववदाथी पछना शर कर िग की आपन शयामपटट पर कया वलखा ह िब ववदाथी पछ तो वशकक को पढ़कर बताना नही िावहए कछ ववदाथी शायि अपन आप पढ़न की कोवशश करग इस परकार वलखन स व सवरिय होग ता उनकी गहणशीलता म भी सधार आएगा िस mdash

सववधान

एनसीईआरटी

4 दोहर नकारातमक वाकय वशकण क िौरान वशकक कछ महतवपणण वाकय बोलत ह कभी-कभी ववदाथी को सावधान करन क वलए कहत ह वक lsquoकपया धयान िीविएrsquo lsquoधयान स सवनएrsquo lsquoयह महतवपणण हrsquo इतयावि इसक पररणामसवरप कछ ववदाथी धयान ित

ह सवरिय सतकण आवि भी हो िात ह लवकन अवधकाश ववदाथी वनवषरिय अवा सतकण नही रहत ह इन ववदाव णयो का धयान आकवषणत करन हत महतवपणण वाकयो को िोहर नकारातमक शबिो का उपयोग करक िख वक इसस ववदाव णयो को महतवपणण वविार पर धयान क वदरत कर समझन म सहायता वमलती ह वक नही िस mdash

bull वह कका आzwjठवी की परीका म असफल नही रहा ह

bull मझ नही लगता वक उस समझ नही आया ह bull यह परीकण अववशवसनीय नही ह bull यह ववषय अरविकर नही ह

5 असाधारण वाकय रचना सामानयतः सवभावानसार मानव को बिलाव पसि नही होता ह यह िवनक िीवन म तो िखन को वमलता ह लवकन वशकण क िौरान नही शरआत म असाधारण वाकय रिना अभयास कवzwjठन हो सकता ह लवकन इसक वनयवमत उपयोग करन और समय क सा यह वकसी क वलए भी सहि हो िाता ह कका म इसका उपयोग करक ववदाव णयो की एकागता सतर म बिलाव महसस वकया िा सकता ह असाधारण वाकय रिना क कछ उिाहरण नीि विए गए ह िस mdash

bull म तमह पसि करती ह लवकन म उस नापसि नही करती

bull कया यह सपषट रप स असपषट ह bull कया यह परीकण ववशवसनीय रप स

अववशवसनीय ह

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97झटका तकनीक

6 िातकप क रर स अिातकप क तनषकरप वशकण का एक महतवपणण अवयय ह सपषटीकरण हर सपषटीकरण क अत म वनषकषण क रप म एक कन विया िाता ह वनषकषण कन अतयत महतवपणण होता ह और ववदाव णयो स अपका होती ह वक वह इस समझग और याि रखग अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक ववदाथी वनषकषण कन और सपषटीकरण क कनो म शायि ही कोई अतर महसस करत ह इसका एक कारण शायि वनषकषण कन की भाषा म पाया िा सकता ह िो शायि जयािा वभनन नही होता ह सही सपषटीकरण क आधार पर अतावकण क वनषकषण वनकालन की कोवशश कीविए आपको आशियण होगा वक िो ववदाथी आि तक कका म नही बोल वह ववदाथी भी बोलना शर कर िग ववदाथी शायि कहग वक वनषकषण सही नही ह इस अवसर को खोय वबना ववदाव णयो स सही वनषकषण पवछए अत म वशकक को सही वनषकषण जरर बता िना िावहए िस mdash

bull झटका तकनीक का उपयोग कका-कक म ववदाव णयो की सतकण ता बढ़ाएगा बढ़ी सतकण ता क कारण शायि ववदाव णयो की एकागता म भी सधार हो िाएगा पररणामसवरप समझ म सधार होगा बढ़ती समझ क सा ववदाथी शायि परशन पछना शर कर िग इस परवकया म ववदाथी शायि ऐसा परशन भी पछ सकत ह विसका उततर उस समय शायि वशकक को भी नही पता हो ऐसी वसवत क बार-बार सामन आन स वशकक की

परवतषzwjठा पर आि आ सकती ह इस कारण कका म वशकक दारा झटका तकनीक का परयोग नही करना िावहए

bull िब कभी ववदाथी महनत करत ह और कका म एकाग रहत ह तो उनक असफल होन की सभावना बढ़ िाती ह

7 समानारथी िह-शबदो का परयोग सवणमानय अनभवो क आधार पर कहा िा सकता ह वक पढ़ अवा सन गए शबिो म स सब कछ को समझ और समाववषट नही कर सकत ह इसक कई कारण हो सकत ह एक कारण शायि यह भी ह वक कई बार पढ़न और सनन वाला एक या अवधक शबिो को समझ नही पाता पररणामसवरप परा अनचछि अवा बोला गया वाकय समझ म नही आता कका म इस समसया का हल मखय शबि की िगह समान अ ण वाल कई शबिो का परयोग करक वकया िा सकता ह यह समानाथी बह-शबि कई भाषाओ िसmdashअगजी वहिी उिण गिराती इतयावि म बोल िा सकत ह कका म बोल गए बह-शबिो म स वनवशित रप स कछ शबि तो ववदाव णयो को समरण रहग और इसस शायि उनकी समझ म ववधि हो िाए इसक सा-सा कका-कक क वातावरण म भी ववववधता आती ह विसस कका क वातावरण म सधार हो सकता ह

bull यह वनबध lsquoकवzwjठनrsquo lsquoमवशकलrsquo lsquoिवटलrsquo ह bull शोध म उपयकत उपकरणो का ववशवसनीय या

भरोसमि होना अवत आवशयक ह

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98 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

8 िमल उदाहरण दना िहा भी िब भी सभव होता ह वशकक ववषय-वसत को सरल एव अवधगम योगय बनान क वलए उिाहरण ित ह तावक वभनन योगयता वाल ववदाथी समझ सक यह सझाव विया िाता ह वक वशकक को अवधगमकताण क िवनक िीवन स िड़ उिाहरण िन िावहए इसक अवतररकत िहा तक सभव हो वकताब म विए गए उिाहरणो को कका वशकण क िौरान नही िना िावहए इन सबस ववदाव णयो म रवि िागत होती ह लवकन अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक इसक बाविि भी ववदाथी कका-कक वशकण म रवि नही लत ह इसक कई कारण हो सकत ह लवकन एक कारण शायि कका-कक का नीरस वशकण ह वशकक क उिाहरणो स कका-कक वशकण की नीरसता टटनी और ववषय-वसत की समझ म बढ़ोतरी होनी िावहए हालावक इस उदशय की पवतण नही होती ह कया इसका अ ण यह ह वक वशकण म उिाहरणो का परयोग नही वकया िाए वासतव म उिाहरण तो अवनवायण ह लवकन उिाहरणो म बिलाव की जररत ह सामानय रप स उवित उिाहरण ही विए िात ह उवित उिाहरणो क सा कया आपन कभी अनवित उिाहरण भी विए ह यवि हा तो आपन जरर िखा होगा वक कछ ववदाव णयो न शायि जरर कहा होगा वक यह उिाहरण अनवित ह अवा यह बमल उिाहरण ह यवि ऐस बमल उिाहरण नही विए गए होत तो

ववदाव णयो की परवतवरिया नही होती ववदाव णयो दारा वववभनन उिाहरणो की पहिान िशाणती ह वक वह ववषय-वसत को समझन क सा-सा कका-कक म सतकण भी ह अतः उवित और सही उिाहरणो क सा बमल उिाहरण िना भी लाभिायक ह बमल उिाहरणो का परयोग तब कर िब आप िाहत ह वक ववदाथी सवरिय रह अवा आप उनकी समझिारी का परीकण करन वाल हो

9 तशकषक की जाि गलतिया वशकको क बार म लोगो की यह धारणा ह वक वशकक जान िानकारी इतयावि का सरकक ह उनस अपका की िाती ह वक उनह सब कछ पता होगा वशकको को जान का भडार माना गया ह लोगो का यह िान लना जररी ह वक वशकक भी मानव ही ह वह कछ कमताओ क सा िनम लत ह ता कछ कमताए उस विए गए परवशकण स और ववकवसत हो िाती ह परतयक वशकक का ववकास वभनन होगा और कका-कक म उनका परिशणन भी वभनन होगा वशकण क िौरान वशकक कोवशश करता ह वक वह सही िानकारी ि सही वलख सही विरि बनाए परयोगशाला म सही तार िोड़ सही सरि वलख इतयावि इस कारण स ववदाथी यह मानकर िलत ह वक कका म िो कछ भी वशकक दारा वकया िा रहा ह वह सब सही ही होगा इसम कछ गलत नही ह लवकन यह धारणा खतरनाक ह और शायि कभी-कभी यह अवधगम ववरोधी भी हो सकती ह

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99झटका तकनीक

यह भी तथय ह वक यवि ववदाव णयो न कका म पढ़ाई िा रही ववषय-वसत का अधययन पहल स वकया ह तो वशकक क पढ़ान पर उनकी समझ क सतर म ववधि हईवशकक कोई गलती नही करता ह अतः ववदाथी

वनवषरिय एव असतकण होत ह इस पररवसवत म ववदाव णयो क भल क वलए वशकक सधार कर सकत ह वशकक िानबझकर गलती कर सकत ह िस वक कzwjतयटर परोगावमग पढ़ात समय वशकक िानत हए आिश गलत ि यवि ववदाथी पढ़ाई िा रही ववषय-वसत पर धयान ि रह ह और सतकण ह तो वह तरत गलत आिश क परयोग की ओर इशारा करग अाणत गलती पकड़ी िाएगी कवल उस एक ववदाथी क दारा िो कका म धयान ि रहा ह और सतकण ह िस ही गलती की ओर इशारा होता ह अनय ववदाथी भी सतकण हो िात ह िो पहल न तो सतकण और न ही कका म धयान ि रह इस कण वशकक पछ सकता ह वक इस lsquoआिशrsquo का उपयोग कयो नही वकया िा सकता यह परशन ववदाव णयो को कका-कक वशकण म सवरिय भागीिारी का अवसर िगा इस तरह स ववदाथी सीख सक ग और वशकक

को ववदाव णयो की समझ क बार म फीडबक भी वमल िाएगा

इसी तरह स वशकक विरि बनात समय परयोगशाला म परयोग करत समय शयामपटट पर सरि वलखत समय वतणनी वसखात समय आवि म कछ सोिी-समझी गलवतया कर सकता ह यहा याि रखन वाली महतवपणण बात यह ह वक यवि ववदाथी सवय गलती नही पकड़ पाए तो वशकक को ववदाव णयो का धयान गलती पर ल िाना िावहए यवि ववदाथी नही बता पाए तो वशकक को सवय समझाना िावहए इसस ववदाव णयो को सवरिय अवधगमकताण बनान क सा-सा शायि उनम समीकातमक वितन कौशल ववकवसत करन म भी मिि वमलगी इस तरह स वशकक की जात गलवतया वशकण को रोिक और उपयोगी बनान म एक अचछा परयोग हो सकता ह

उपसहारअवधकाश वशकक वबना कोवशश वकए वकसी वविार को छोड़ ित ह लवकन कछ ववरल वशकक होत ह िो वविार छोड़ िन स पहल कोवशश जरर करत ह पाzwjठको स अपका ह वक वह लख म ववणणत झटका तकनीक क तरीको का परयोग अपनी ककाओ म अवशय करग

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दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

रजनी सिहसििकनाथ सरिपाठी

शिकषा कषा क दर अधषापक होत ह और अधषापको की गणवतषा परतक कतर म परशतशिशित होती ह शिकक कषा शिकण शिकषा क समसत आषामो को परभषाशवत करतषा ह इस िोध पतर म िीएड शवदषारथी-शिकको क दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत दशzwjटzwjिकोण कषा अधन शकषा गषा ह इस िोध म अधन क शिए 200 शवदषारथी-शिकको कषा चन उदशपरक नषाददि शवशध स शकषा गषा शिसम 100 शवदषारथी-शिकक सरकषारी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र और 100 शनिी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र इस अधन को पणद करन हत वणदनषातमक अनसधषान क अतगदत सववकणषातमक िोध शवशध कषा परोग तरषा आकड़ो क शवशिरण हत परशतित परशवशध एव zwjिी-परीकण कषा परोग शकषा गषा इस िोध क पररणषाम ह ितषात ह शक ससरषानो म पषाठकरम एव एनसीzwjिीई शवशनम 2014 क अनसषार ककषा-कक परोगिषािषा एव अन भौशतक ससषाधनो कषा अभषाव पषाषा गषा मषानवी ससषाधन क रप म अशधकतम ससरषानो म परशिशकत शिकक उपिबध नही ह शवदषारथी-शिकको क अनसषार ससरषानो म परशिशकत शिकको कषा अभषाव भी पठन-पषाठन म समसषा कषा एक परमख कषारण ह अशधकतम शवदषारथी-शिकको न समषावशध को िकर दो वरथी िीएड पषाठकरम की आिोचनषा की और सझषाव शदषा शक सरकषार को पनः एक वरद कषा िीएड पषाठकरम िनषानषा चषाशहए दो वरथी पषाठकरम क परशत सरकषारी एव गर-सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको क दशzwjटzwjिकोण म अतर पषाषा गषा सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको कषा दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत सकषारषातमक दशzwjटzwjिकोण पषाषा गषा

परसिावनासिका का क दर अधापक होत ह और अधापको की गणिता सिका क परतक करि म परसतसिसित होती ह राषzwjटी जान आोग न सिकक को राषzwjटी सिकाि क

सिए एक महतिपणण कारक माना ह सिकक सिका क िमसत आामो को परभासित करत ह सिकक का सिका जगत पर पणण परभाि एि महति रहता ह सिकक ही राषzwjट को िही रप परदान करन म पणणतः

िोशधकषा सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005 सहषाक आचषा द सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005

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101दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

िकम होता ह सिकक का परसिसकत होना सिकण क सिए आधारभत ढाचा तार करना होता ह सिकक सिका म गणातमक िधार का सिकाि तभी िभि ह जि हमार अधापक सि म जान आिोक क पज होग अतः िधार हत ह आिशक हो जाता ह सक सिकण वििा को मनिा िाचा एि कमणणा ि अपनाा जाए और इिम सिकक सिका िसथान की नसतक सजममदारी भी होनी चासहए तथा उिका िाधन िपनन होना भी आिशक ह िसकन इिि भी असधक आिशक ह ह सक सिकक को अपन का ण म सि दक होना चासहए िमाज म एक तरफ भमडिीकरण और िाजारिाद का परभाि एि दिाि सजि गसत ि िढ़ता जा रहा ह उिी परकार सिकक सिका को विससथत करना आिशक हो गा ह हम ह भी धान रखना पड़गा सक हमार सिकक सिका िसथान उिी परकार क सिकक तार कर जो चनौसतो को सिीकार कर िक तथा आगामी िमाज को उिकी मानसिकता क अनिार अधापको को तार कर िक

िहत सदनो ि सिकक सिका क सिसभनन पाठकरमो की िमीका की आिशकता महिि की जा रही थी और ह आिशक भी ह सक िम पर िमाज की आिशकता क अनिार पाठकरम का पररमाजणन एि निीनीकरण सका जाए तासक पाठकरम उन ितणमान सिदासथणो की सिकण दकता वाििासक कौििो को परा कर िक इि ससथसत को धान म रखत हए राषzwjटी अधापक सिका पररषद न सिकक सिका म सिसनम 2014 िाग कर सदा जो िरि 2015 ि परभािी ह इि सिसनम म िीएड

पाठकरम की अिसध एक िषण ि िढ़ाकर दो िषण कर दी गई सिदासथणो म परसिकण कौििो क सिकाि क सिए अभाि-सिकण जो एक माह का हआ करता था उिकी अिसध को चार माह कर सद ा गा और अन असतररकत सिषो को भी पाठकरम म िसममसित सका गा ह इि अधन म ह जानन का पराि सका गा ह सक ितणमान सिकक सिका पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण का ह इि पाठकरम क सिसभनन पको क परसत ि का िोचत ह और उनका अपना सिचार का ह पाठकरम क दौरान उनको सकन-सकन िमसाओ का िामना करना पड़ा इि पाठकरम को कि परभािी िनाा जाए आसद िातो का अधन करन क सिए इि िोध िमसा का चन सका गा

सकिी भी दि की परगसत उि दि की सिका की गणिता पर सनभणर करती ह और सिका की गणिता उि दि क सिकको पर सनभणर करती ह िशिीकरण एि सनजीकरण न अधापक सिका को िहत जादा परभासित सका ह असधकतम सिकक सिका िसथानो दारा राषzwjटी अधापक सिका पररषद दारा सनधाणररत सदिासनददिो का पािन नही सका जाता और सका जाता ह तो सिफण कागजो म इि कारण अधापक सिका की गणिता सदन-परसतसदन सगरती जा रही ह 2011 म मानि ििाधन सिकाि मरिाि दारा क दरी अधापक पारिता परीका की िरआत की गई और अधापक िनन क सिए पारिता परीका असनिा ण कर दी गई परत इि परीका म उतीणण सिदाथथी-सिकको की िखा िहत ही कम रही ही ससथसत िगभग िभी राजो म रही जो

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102 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अधापक सिका और अधापको की गणिता को दिाणता ह इन सिकक सिका िसथानो दारा सकि परकार परसिकण सदा जाए कि ििाधन उपिबध कराए जाए आसद कछ महतिपणण सिदओ को धान म रखत हए इि िोध िमसा का चन सका गा तासक इन सिदओ जिmdashपाठकरम पाठकरम का िदासतक एि परोगातमकवािहाररक पक अिसध मलाकन परसिसध अभाि-सिकण ििाधन आसद पर सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन सका जा िक

उदशय इि िोध अधन क सनमनसिसखत उदश थmdash1 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-

सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना2 िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका

िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना

3 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना तथा

4 दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना

नयादिशइि िोध अधन म 200 सिदाथथी-सिकको का चन उदशपरक नादिण सिसध ि सका गा सजिम 100 िरकारी सिकक सिका एि 100 गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत

सिदाथथी-सिकको को सिा गा इि चन परसकरा म किा एि सिजान िगण क सिदाथथी-सिकको का चन िमान रप ि सका गा

सातयकी िकनीकइि िोध अधन म आकड़ो क सिशिषण हत परसतित zwjिी-परीकण सिसध का परोग सका गा

उपकरण इि िोध अधन म आकड़ो क िगरह हत िोधकताण दारा सिकसित तीन सिदओ पर आधाररत दसषzwjिकोण मापनी का परोग सका गा सजिम पाठकरम की अिसध मलाकन परसिसध ििाधन सिकक पाठकरम का िदासतक एि परोगातमक पक आसद ि ििसधत कि 30 कथन थ सजिम दो कथन मकत परकसत क थ

तवशzwjरण एव वयाया दसषzwjिकोण मापनी दारा परापत आकड़ो का सिशिषण एि वाखा उदशो क अनिार की गई ह उदशय 1 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करन क सिए परसतित परसिसध का परोग सका गा सिशिषण ि परापत पररणाम और परसतित का मान िारणी 1 म सदा गा ह

दो िषथी िीएड पाठकरम क सिसभनन सिदओ क पररपरक म िारणी 1 क अनिार सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण की वाखा इि परकार ह mdash

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103दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सारणी 1mdash दो वरषीय बीएड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको का दतzwjटzwjिकोण (परतििि म)

करम स या करन सहमि असहमि अतनतशzwjिि1 अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि 50 50 mdash

2 अिसध िढ़ा दन ि गणिता म िसद 61 39 mdash

3 एनिीzwjिीई को परभािपणण तरीक ि िाग न करना 56 44 mdash

4 अिसध िढ़ान ि नामाकन का घzwjिना 63 30 7

5 पाठकरम क िचािन हत ििाधनो का उपिबध न होना 90 2 8

6 पाठकरम क अनकि पसतकाि म पसतक उपिबध न होना 60 15 25

7 पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि न होना 43 375 195

8 पाठकरम को िाग करन हत सिसभनन सिदओ पर धान 55 395 105

9 ितणमान वाििासक आिशकताओ की पसतण 55 mdash 45

10 अतसधक सिषो का न होना mdash 69 31

11 परसतिदता ि ििसधत सिसभनन आाम 10 30 60

12 पाठकरम और आदिण सिकक क गण न होना 595 mdash 405

13 पाठकरम और आतमसिशिाि 40 mdash 60

14 पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का सिकाि 50 50 mdash

15 सिकण कौििो का असधक होना mdash mdash mdash

16 पाठकरम िहाक िामगरी एि पसतको की उपिबधता 60 15 25

17 पाठकरम म िदासतक सिषो की अपका वािहाररक पक 56 33 11

18 पाठकरम म पाठ िहगामी सकराए 68 16 16

19 पाठकरम एि परोगातमक वािहाररकपक 88 12 mdash

20 िकम सिकण एि सिसभनन सिकण कौिि 52 mdash 48

21 पाठकरम एि अभाि-सिकण की अिसध 45 525 25

22 परसिकण एि उपससथसत का परसतित 60 40 mdash

23 पाठकरम की अिसध कम कर दना चासहए 90 10 mdash

24 ितणमान पाठकरम एि मलाकन परसिसध ि अितषzwjि 51 21 28

25 िमसzwjिर परणािी का उसचत होना 55 41 4

26 आतररक मलाकन को असधक महति न दना 555 425 2

27 पाठकरम परी तरह िमझ आ रहा ह mdash mdash mdash

28 सिकक mdash mdash mdash

29 िमसाओ का िामना करना पड़ा

30 िचािन हत िझाि

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104 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवतिmdash िीएड पाठकरम की अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि ह क ििध म 50 परसतित सिदाथथी-सिकको न उसचत एि अचछा पराि िताा जिसक 50 परसतित सिदाथथी-सिकक िरकार क अिसध िढ़ान िाि पराि को उसचत नही ितात ह िही जि सिदाथथी-सिकको ि अिसध िढ़ान ि गणिता म िसद होगी इि ििध म सिचार सिा तो िगभग 61 परसतित सिदाथथी-सिकको न इिको िही एि उसचत िताा सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक परसिकण की अिसध िढ़ान ि अधापक सिका म गणिता की िसद होगी जिसक 39 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार अिसध एि गणिता म कोई ििध नही ह

नबि परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार करत ह सक नामाकन िढ़ान हत िरकार को पाठकरम की अिसध कम कर दनी चासहए जिसक किि 10 परसतित इि ििध म अिहमसत वकत करत ह दो वरषीय पाठयकरम को zwjाग करना mdash परिािन दारा एनिीzwjिीई सिसनम 2014 को परभािपणण रप ि िाग करन हत महतिपणण भसमका सनभाई जा रही ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार परिािन इि दो िषथी पाठकरम को पणण रप ि िाग करन क सिए पणण भसमका नही सनभा रहा ह िही किि 44 परसतित इि िात पर िहमसत वकत करत ह सक परिािन अपनी महतिपणण भसमका अदा कर रहा ह सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक सिसनम 2014 को परभािपणण तरीक ि िाग करन क सिए परिािन अपनी महतिपणण भसमका नही सनभा रहा ह

नामाकन mdash सतरिठ परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम की अिसध िढ़ा दन ि ही िीएड म नामाकन घzwjिता जा रहा ह जिसक 30 परसतित अिहमसत वकत करत ह किि 7 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपना कोई मत नही दत हससािन mdash नबि परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म दो िषथी िीएड पाठकरम क परभािपणण िचािन हत पाणपत मारिा म मानिी एि भौसतक ििाधन उपिबध नही ह किि दो परसतित सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक ििाधन उपिबध ह िही पर 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम क अनिार पसतकाि म पसतक भी उपिबध नही हपाठयकरम mdash ितणमान पाठकरम वाििासक कौििो की पसतण करता ह एि पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सकए जान क ििध म करमिः 31 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपन सिचारो म असनसशचतता परकzwjि की िही पर 69 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सका जाना उसचत नही ह सिदाथथी-सिकको न ह िताा सक पाठकरम को परभािी तरीक ि िाग करन ि ििसधत सिसभनन सिदओ पर धान नही सदा गा 595 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आदिण सिकक िनान क सिए एि मलो क सिकाि हत पाणपत परािधान नही ह िगभग 50 परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार कर रह ह सक दो िषथी पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का

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105दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सिकाि हो रहा ह िही उतन ही परसतित इि ििध म अिहमसत वकत कर रह ह किि 43 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक ह पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि नही ह जिसक 375 परसतित ह मान रह ह सक पाठकरम सपषzwjि एि िरि ह िही 60 परसतित सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक पाठकरम क अनिार पसतकाि म पाणपत मारिा म पसतक उपिबध नही ह किि 15 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मान रह ह की पसतक उपिबध हपाठयकरम का सदातिक पकष mdash सिकक सिका पाठकरम म िदासतक पक की अपका वािहाररक पक को असधक महति सदा गा ह जो एक अचछा पराि ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपनी िहमसत 33 परसतित न अिहमसत और किि 11 परसतित न कोई सिचार परसतत नही सकए 68 परसतित ि असधक अथाणत असधकतम सिदाथथी-सिकको न िताा की ितणमान पाठकरम म पाठ-िहगामी सकराओ को सििष महति सदा गा ह जिसक किि 16 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपनी अिमणथता वकत करत हपाठयकरम म वयावहाररक पकष mdash अभाि-सिकण की अिसध असधक होन क ििध म 45 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक इिि सिकण कौििो क सिकाि म कोई परभाि नही पड़गा िही पर 525 परसतित सिदाथथी-सिकक ह भी सिीकार करत ह सक िकम सिकण की अिसध एि कौििो को िढ़ाा जाना (पणण) परसिकण क दसषzwjिकोण ि एक उसचत कदम नही ह दिरी तरफ

असधकतम सिदाथथी-सिकक (88 परसतित) न ह सिीकार सका सक वािहाररक पक पर सि िष धान दत हए िदासतक सिषो को कम कर दना चासहएतिकषक mdash सिकक सिका का णकरम क पाठकरम को परा करन हत सिकक पणण रप ि परसिसकत हो क ििध म सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक सिकक ितणमान पाठकरम क अनिार परसिसकत हउपतसरति mdash उपससथसत का परसतित िढ़ा दन ि सिदाथथी-सिकको क परसिकण ससथसत पर अिर पड़गा क ििध म 60 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि उसचत माना जिसक 40 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार उपससथसत का परसिकण ि कोई ििध नही हमलयाकन परतवतिmdash इकािन परसतित सिदाथथी-सिकक ितणमान पाठकरम की मलाकन परसिसध ि परी तरह अितषzwjि ह 28 परसतित सिदाथथी-सिकको न मलाकन परसकरा क िार म कोई सिचार परसतत नही सकए जिसक किि 21 परसतित सिदाथथी-सिकक मलाकन की परसिसध को उसचत मानत ह िही पर 555 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन पर असधक महति नही सदा गा ह जिसक 425 इि पक म ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन को महति सदा गा ह

ितणमान पाठकरम म िमसzwjिर परणािी एक उसचत कदम ह क ििध म 55 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि िही ठहराा जिसक 41 परसतित न गित किि 4 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि ििध म असनसशचतता वकत की

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106 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िारणी 2 ि सपषzwjि ह सक zwjिी-अनपात का मान 262 ह जो 01 सतर पर िाथणकता क सिए आिशक मान 260 ि असधक ह अतः पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही ह को असिीकार सका जाता ह सनषकषण क रप म कहा जा िकता ह सक दो िषथी पाठकरम म परसत

िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह मधमान क आधार पर ह भी कहा जा िकता ह सक िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण हउदशय 3 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क दौरान सिदाथथी-सिकको को होन िािी िमसाओ ि ििसधत परापत पररणाम िारणी 3 म सदए गए ह

पचानि परसतित ि असधक सिदाथथी-सिकको न अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना िताा जो सिना पाररशरसमक एि सनरीकण क हो रहा ह एक परमख िमसा ह िही पर 85 परसतित सिदाथथी-सिकको न िताा सक मॉडि सिदाि अथाणत परसिकण क सिए सिदाि का न होना ा दर

सारणी 2 mdash समहवार नयादिश मधयमान मानक तवzwjिzwjन एव zwjिी-परापिाक को दिाशिी सारणी

समहनयादिश की स या

मधयमान (M)

मानक तवzwjिzwjन (SD)

दोनो समह क बीzwjि मधयमान का अिर

मानक तवzwjिzwjन का अिर

zwjिी-परापिाक

िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7443 724

27 103 262गर-िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7173 754

उदशय 2 mdash िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना इि हत िन पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही हrdquo इि पररकलपना की जाच हत zwjिी-परीकण का परोग सका जो िारणी 2 म सदा गा ह

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107दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

नही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह 95 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो क पसतकािो म निीन पाठकरम क अनिार पसतको का अभाि ह जो हम िोगो क सिए एक िहत िड़ी िमसा ह सजिक कारण अधन िासधत होता ह किि 20 परसतित सिदाथथी-सिकक अनपकत सिष जो पाठकरम म ह ऐि सिष जो भसिष म उपोगी न हो को िमसा क रप म परदसिणत कर रह ह

उदशय 4 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना इि हत सिदाथथी-सिकको न अपन सनमनसिसखत िझाि परदान सकएmdash

bull औित ि असधक सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा की पाठकरम म िदासतक सिषो

होना भी एक िहत िड़ी िमसा ह सजिि आसथणक िोझ िढ़ गा ह िीएड पाठकरम की अिसध दो िषण होना 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार एक िमसा ह कोसक सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक अिसध असधक होन ि फीि म िसद हो गई ह जो एक आसथणक िमसा का परमख कारण िन रही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार दो िषण का पाठकरम होन ि धन का अपव हो रहा ह आग उनह िलक आिाि क खचण आसद क रप म आसथणक िमसाओ का िामना करना पढ़ रहा ह

िगभग 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध

सारणी 3 mdash पाठयकरम क दौरान तवदारषी-तिकषको को होन वाzwjी समसयाए

करम स या करन स या परतििि1 पाठकरम की अिसध का असधक होना 180 90

2 धन का अपव एि फीि िसद 120 60

3 ििाधनो की कमी 180 90

4 िम का दरपोग 140 70

5 पाठकरम का भसिष म कोई उपोग नही 40 20

6 परसिसकत सिकको का अभाि 120 60

7 अतसधक पाठकरम 140 70

8 पसतको का अभाि 190 95

10 मॉडि सिदाि परसिकण क सिए सिदाि का न होना 170 85

11 अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना 190 95

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108 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

को कम कर परोगातमक परसिकण पर सििष धान सदा जाए

bull पाठकरम अतत वापक ह और उिम अतसधक अनािशक सिषो को िसममसित सका गा ह जो ितणमान दसषzwjि ि उपोगी नही ह उन सिषो को हzwjिाा जाए

bull असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए

bull सिदाथथी-सिकको न पाठकरम क अनकि ििाधनो को उपिबध कराकर पाठकरम िाग करना चासहए था उनक अनिार परतक सिकक सिका िसथानो म सिकको का अभाि ह िरकार को आिशक मानिी एि भौसतक ििाधनो की विसथा करनी चासहए

bull सिदाथथी-सिकको की मलाकन परणािी को और िदढ़ िनाा जाए पररणाम िम पर सनकािा जाए और परसिकण परापत करन िाि सिदाथथी-सिकको को रोजगार भी उपिबध करान का िझाि सदा जाए

bull मलाकन म सिकको की सिकण ििी का मलाकन सका जाए एि हमारी उतर पससतकाए सदखान का परािधान सका जाए क िि ध म िझाि सदा

bull सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा सक दो िषथी पाठकरम होन ि िलक िढ़ गा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको को िमसाओ का िामना करना पड़ता ह अतः िलक कम सका जाए

bull पाठकरम क अनकि पसतकािो म पसतक उपिबध कराई जाए

bull िीएड पाठकरम क िाथ-िाथ परसतोगी परीकाओ की तारी हत ककाओ का परािधान सका जाए

bull पाठकरम म उसचत उपोगी एि भसिष क दसषzwjिकोण ि िाभदाक सिषो को िसममसित सका जाए परसिकण क सिए िरकार को अभाि-सिकण हत पाणपत सिदाि उपिबध कराना चासहए

तनzwjटकरशिोध अधन क पररणाम ह ितात ह सक सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध नही ह सिदाथथी-सिकको क अनिार िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए दो िषथी पाठकरम म परसत िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह िरकारी िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण ह

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109दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

अनय महतवपणश सझाव परसिकण म कमी हमिा वसकतगत कारणो ि नही होती कछ िामासजक एि आसथणक कारणो ि भी होती ह हम उि वििा की िासतसिक ससथसत का आकिन कर िकारातमक सदिा म पराि करना चासहए

bull अधापक सिका म का णरत िकसणक िसथाओ को चासहए सक ि अपन िसथानो म ऐि सिकको को तार कर जो पणण रप ि अपन कतणवो का पािन कर तथा िमाज म एक परसिसकत सिकक क रप म अपनी पहचान िना िक

bull हम इि पर सिचार करन की आिशकता ह सक अधापको क परसिकण हत का रणनीसत अपनाई जाए सजिि अधापको म परसिकण क सतर को िढ़ाा जाए तथा का ण क परसत ििदनिीिता िढ़ान की आिशकता ह

bull सिकको म मलो क अभाि एि कारणो जिािदही की कमी एि आतम चतना म कमी क कारणो का पता िगाा जाए तथा मलो क िरकण जिािदही का सनधाणरण सका जाए सजिि परसिकण म िकारातमक िधार िाा जा िक

bull िमसत सिकक सिका िसथानो सिदािो एि सिशिसिदािो म परसिकण का णकरमो म परसिकण क महति को िताा जाए तथा पाठकरम म परसिकण को उसचत सथान सदा जाए

bull अधापक सिका म परसिकण म होती कमी ा सगरािzwjि क कारणो का पता िगाकर उि दर करन की आिशकता ह

bull परसिकण क सिए जागरकता का णकरम का णिािाओ एि िगोसषठो का आोजन सका जाए अधापक सिका ि ििसधत सनमो मलो एि जिािदही का सनधाणरण सका जाए अधापक को उनक दासतिो एि कतणवो का िोध कराा जाए तथा इिक परसत उनम जागरकता िाई जाए परसिकण ि ििसधत अभाि का ण पाठकरम म िाा जाए

bull िकसणक परसकरा क िपादन परिधन एि पाठकरम क सिकाि म सिकको की भसमका दी जाए सजिि उनकी जिािदही का सनधाणरण सका जाए तथा उनकी उपिसबध का आकिन सका जाए

सदरश

अहमद िमीम 2012 परिपिन ररगासडग ओइआर द कि ऑफ पिणपसकzwjिि zwjिीचिण िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 37 निमिर-4 फरिरी 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एडिडण एिन 1969 zwjिशन स ऑफ एशzwjिzwjिड सकि कसटरिन िसकिि सफफर एड िाइमि पराइिzwjि सिसमzwjिड िामि सिद जिाइzwjि इसडन अमररकन परोगराम

कमार 2004 परारसभक सिका क भािी सिकको की सिकक असभिसतो तथा सिकण वििा क परसत िचनिदता एि िमपणण सतर का अधन

गपता ए पी 2005 सषाशकी शवशधषा िारदा पसतक भिन परकािन इिाहािाद

Chapter 10indd 109 762018 110937 AM

110 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

गिहान ज एि 2008 इनोिसzwjिि एपरोच zwjि द िीएड करीकिम इन द सनिसिणzwjिीज ऑफ महाराषzwjट िनदि ऑफ एिकिन ररसचद एड एसzwjििन िॉलम-45 अक 4 अकतिर-सदिमिर 2008 पषठ 1ndash11 कोइमिzwjिर

जान िी िसzwjि 2000 ररसचद इन एिकिन परसzwjिि हाि ऑफ इसडा सिसमzwjिडजन ररचा 2012 ऐसzwjि zwjिड ऑफ zwjिीचिण zwjििडण zwjिीसचग परोिि zwjटनड थ फॉमणि एड सडसzwjिनि मोड िनदि ऑफ इशडन

एिकिन एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड एम एम 2005 किासिzwjिी एना सिसिि ऑफ िीएड करीकिम इमपसिमzwjििन एड ऑउzwjिकम परोजकzwjि ऑफ द

आरआईई अजमर ररपोzwjिणि िाए इररक एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड ोगनदर और िरन कमार दि 2012 परॉबिम फिड िाई सपिि zwjिीचिण इन इमपसिमसzwjिग इकिसिि एजकिन अडर

ििण सिका असभान िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 निमिर 1 मई 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

पार आर क 2011 इफकzwjि ऑफ परोफिनि डििपमzwjि परोगराम ऑन दी ऐसzwjिzwjिड ऑफ परी-िसिणि zwjिीचिण zwjििडण सzwjिडzwjिि सिद सपिि नीडि िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 पषठ 46ndash58 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

िधोपाधा 2006 सिकक भषारती आधशनक शिकषा जिाई-अकतिर ि कताक िषण 25 अक 1-2 पषठ 1ndash5 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

सनसनाि एन पी और एिक िखरा 2007 नािज एड अिरनि ििि ऑफ zwjिीचिण अडर गोसइग िीएड zwjटसनग थ सडसzwjिनि मोड आन एच आइ िी इशडन िनदि आफ पषापििन एिकिन पषठ 61ndash69 नी सदलिी

ादि ितीि 2009 अधापक सिका िमसाए एि चनौसता भषारती आधशनक शिकषा िषण 30 अक 2 पषठ 79ndash85एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

शरीिासति राजि 2012 जनजाती सिका म सिकको की भसमका भषारती आधशनक शिकषा िषण-32 अक-4 अपरि 2012 पषठ 19ndash25 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एनिीzwjिीई रगििन 2014

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बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग क सम उतपनन समसयाओ कया अधन

तारकशzwjवर गपता

शिकषक शिकषषा महतवपरण कषारणकरम ह शिकषक शिकषषा म पषारोशिक शकररषाओ क अतिणत अभरषास-शिकषर (इटरणशिप) कषा शविष महतव होतषा ह तथषा शिकषर कौिलो कषा जषार शिकषषा क पसषार को िरवतषा पदषार करतषा ह शिकषर कौिलो कषा जषार एव शवकषास तथषा वषासतशवक पररशसथशत म परोि शिकषक की शवशिषट रोगरतषा को पदशिणत करतषा ह इस िोध पतर म शवदषाथथी-शिकषको म कौिल रकत शिकषषा पषापत करर एव अधरषापर कषारण म पवीर करर म आर वषाली समसरषाओ एव ततसबधी तथरो पर पकषाि डषालर कषा परषास शकरषा िरषा ह इस िोध अधररर की पकशत सववकषर थी इसम उदशरपरण पशतदिणर शवशध स चरशरत पशतदिण क रप म महषारषारषा पतषाप रषाजकीर सरषातकोतर महषाशवदषालर हरदोई (उर पदि) म सतर 2015ndash16 म अधररररत बी एड क 65 शवदषाथथी-शिकषको को सशमशलत शकरषा िरषा थषा उपकरर क रप म िोधक दषारषा सव-शरशमणत अभरषास-शिकषर सचरषा पतर कषा परोि शकरषा िरषा थषा शजसम छह शिकषर कौिलो क परोि तथषा उरक परोि क समर उतपनर होर वषाली कशिरषाइरो स सबशधत पशर थ इस िोध अधररर म पषारषा िरषा शक शवदषाथथी-शिकषको को सवषाणशधक समसरषा शवदषाशथणरो दषारषा ही आती ह सषाथ ही शिकषर वषातषावरर स भी समसरषा उतपनर होती ह शिकषर कौिलो क जषार कषा अभषाव तथषा परोि की परषाणपत जषारकषारी कषा र होरषा भी समसरषा उतपनर करतषा ह इर समसरषाओ कषा मखर कषारर पशिकषर ससथषारो म पशिकषको की कमी तथषा रीशतरो म वरषापक समनवरतषा कषा अभषाव पषारषा िरषा इसकषा एक अनर कषारर ससथषारो क पषास सवर क शवदषालर रही ह जहषा वरवशसथत तथषा परणकषाशलक पशिकषर सपनर करषारषा जषा सक

अशससटट पोफसर (बीएडवzwjवभाग) महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) 241 001

परसयािनयाldquoराषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का महतzwjव zwjवजावक दवषटिकोण की आzwjवशयकता अप काम म उतकक षटिता क वलए परवतबदध रहा और अप समाज क वलए विवतत होाrdquo एक य वशकषक की अवभकलपा होी िावहए िटोपाधयाय आयोग

(1983ndash85) एक वशकषक हमशा अप काम की उतकक षटिता क वलए परवतबदध और अप समाज क वलए विवतत रहता ह उस समय-समय पर उवित मागगदशग की आzwjवशयकता होती ह समाज वकस वदशा म अगरसर हो रहा ह उस पर उसकी दवषटि रहती ह य समाज की सरिा म य लोगो की ही भवमका होी

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112 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िावहए कयोवक उनह ही उस समाज म रहा ह तथा आ zwjवाली पीढ़ी क वलए य ससकार द ह वशकषक ब हत परवशकषण परापत कर रह वzwjवदाथथी-वशकषको म राषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का सिार तथा zwjवजावक दवषटिकोण को वzwjवकवसत करा एzwjव वशकषण कौशल सीखा आzwjवशयक ह

कोठारी आयोग (1964ndash66) वशकषा म गणातमक सधार क वलए वशकषको को बतौर पशzwjवर तयार कर पर बल वदया था आयोग का मत थाmdash ldquoवशकषक-वशकषा को एक तरफ वzwjवशzwjववzwjवदालयो की अकादवमक मखयधारा म और दसरी ओर सकली जीzwjव तथा शवकषक वzwjवकास म ला की बात पर जोर वदया जाएrdquo zwjवतगमा वशकषक-परवशकषण कायगकरम वशकषको को एक ऐसी वयzwjवसथा म समायोवजत कर क वलए परवशकषण दता ह वजसम वशकषा क बार म यह समझा जाता ह वक उसम कzwjवल सिाओ का परसार होता ह परिवलत वशकषक-परवशकषण कायगकरम म तो य वzwjविारो को सदभग म वलया जाता ह ही सकल और समाज स जड़ मदो की इसम ििाग हो पाती ह इसम य परकार क शकषवणक अभzwjवो क वलए कोई जगह ही होती वशकषक-परवशकषण क अभzwjवो स पता िलता ह वक उसम जा को परद की तरह वबा सzwjवाल उठाए पाठयियाग म बाध वदया जाता ह और उस तो वzwjवदाथथी-वशकषको दारा परीकषण वदया जाता ह ही वकसी अनय वशकषक दारा

समाज म समसयाए बहत ह वजक वराकरण क वलए सामावजक मलय वतक मलय एzwjव राजवतक मलयो को आतमसात कर की आzwjवशयकता होती ह वशकषक सzwjवय म इ मलयो को धाररत करता ह

तथा अप धमग का वzwjवागह करता ह वशकषक का धमग दश काल की पररवसथवतयो क असार समाज क ागररको को तयार करा तथा भाzwjवी सभाzwjवाओ की खोज करा ह मषय क जीzwjव को उनत बा क वलए वशकषा ही एकमातर साध ह वशकषा स मषय अप अवसततzwjव जीzwjव का उदशय तथा सामावजक सबधो एzwjव जीzwjव मलयो को समझ म सकषम हो पाता ह समाज की जवटिलताओ जीzwjव की उलझो का समाधा कर क साधो की खोज म वशकषा सहयोग परदा करती ह वशकषा क माधयम स मषय परकक वत क उ रहसयो को समझ पाता ह जो उसक वलए आशियग स कम ही होत वजको जा और समझ म मषय य-य आवzwjवषकार करता आ रहा ह इ आवzwjवषकारो मषय को भौवतक सवzwjवधाओ की उपलबधता परदा की ह

वशकषक ब की परवकरया म अधययरत वzwjवदाथथी-वशकषक जो इस कषतर म वबलकल य होत ह और वzwjववभन वzwjवषयो की पकषठभवम स जड़ होत ह वजनह zwjवी वzwjवषय वशकषा दशग वशकषा मोवzwjवजा वशकषा तकीकी वशकषा का इवतहास वशकषा परबध इतयावद का अधयय करा पड़ता ह इ सभी वzwjवषयो का जा एक वशकषक को आzwjवशयक ह इ वzwjवषयो क अभाzwjव म वशकषक अधयाप की पणगता को परापत कर म असमथग ह उचि वशकषा का यह कषतर अतयत महतzwjवपणग ह इस कषतर की गणzwjवा वशकषा क सभी सतरो को परभावzwjवत करती ह वशकषक वशकषा म वसदधात क अवतररकत परायोवगक वसथवत अतयत महतzwjवपणग ह वजसस वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjववभन ि ौवतयो का सामा करा पड़ता ह

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113बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

अभयास-वशकषण क समय वzwjवदाथथी-वशकषको को अक कौशलो की परसतवत करी पड़ती ह वzwjववभन कौशलो क वzwjवकास हत पाठ योजा का वमागण करा होता ह वजस वzwjववभन वशकषण वबदओ क सहयोग स वzwjवकवसत वकया जाता ह पाठ की परसताzwjवा क परश बाा जो परतयक वzwjवदाथथी-वशकषक क वलए ि ौती होती ह परशीकरण कौशल म सपणग पाठ योजा म वzwjववभन परकार क परशो का वमागण करा होता ह यथाmdash परसताzwjवा परश बोध परश वzwjवकासातमक परश तथा प राzwjवकव क परश इतयावद वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए वzwjववशषटि उदशयो का िय और लख कम ि ौतीपणग ही रहता वयाखया वलख म भी वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आती ह वशकषण सहायक सामगरी बा म तो वzwjवदाथथी-वशकषको को अवधक समय द ा पड़ता ह

zwjवसततः वशकषक-परवशकषण ि ौतीपणग कायग ह इस परवशकषण क माधयम स वzwjवदाथथी-वशकषक वशकषण क कायगकलाप म दकषता परापत करता ह अभयास-वशकषण स वzwjवदाथथी-वशकषक म कौशलो का वzwjवकास ही ही होता अवपत जीzwjव को सफल बा zwjवाल वzwjववभन ततzwjवो का भी वzwjवकास होता ह इस अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषक म समय परबध ककषा परबध अशास सहयोग वयाzwjवहाररकता समायोज तथा धयग कषमा आवद गण भी वzwjवकवसत होत ह य वzwjवदाथथी-वशकषक वzwjववभन वzwjवषयो म सातक एzwjव परासातक की वशकषा गरहण कर क बाद आत ह वकत वज वzwjवषयो स उका सामा होता ह zwjव उक वलए zwjवी होत ह वजसस उक दवषटिकोण म गणातमक पररzwjवतग आता ह

वशकषक अप वzwjवदाथथी तथा समाज दोो क वलए रोल मॉडल होता ह इसवलए उसक वयवकततzwjव म उ गणो का समाzwjवश होा अतयत आzwjवशयक ह जो उस एक अचा ागररक बा सक साथ ही सामावजक समसयाओ क समाधा हत उचि सतर क वित का भी वzwjवकास कर सक वशकषक सामावजक समसयाओ क समाधा हत उतकक षटि तकग और वzwjविार परसतत करता ह वजसक सहयोग स भाzwjवी पीढ़ी भवzwjवषय की योजाओ का वमागण करती ह तथा अप वलए सदर समाज का सकज करती ह समाज की वदशा और दशा को तय कर का दावयतzwjव भी वशकषक का ही होता ह zwjवह वजस सतर तक वितशील होता ह उसी सतर पर वदशा और दशा भी वधागररत होती ह

वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क समय कौशलो क वzwjवकास म कवठाई का सामा करा पड़ता ह मल समसया यह होती ह वक परभाzwjवी वशकषण कस वकया जाए परभाzwjवी वशकषण क वलए वzwjवषय का जा होा परथम शतग ह वशकषण क वलए उतसाह और सzwjवदशीलता क साथ ही सकजातमकता और गणzwjवा का होा भी आzwjवशयक ह जब वzwjवदाथथी-वशकषक ककषा म वशकषण कायग कर रहा होता ह उस समय उस एक साथ कई वबदओ क मधय सामजसय सथावपत करा पड़ता ह जस mdash ककषा का परबध ककषा का अशास वzwjवदावथगयो क साथ अतवकरया वशकषण कौशलो का यथासथा परयोग वzwjवषय जा आतमवzwjवशzwjवास आवद इ सभी वबदओ पर पयगzwjवकषक की वटिपपणी ही परकाश डालती ह

अभयास-वशकषण पर पzwjवग म हए शोधो म भागगzwjव (2009) ldquoटिीविग परवकटिस फॉर सटिडटि-टिीिर

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114 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ऑफ बी एड परोगराम mdash इशयज परीवडकामटिस एड सजशसrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषक बहआयामी समसयाओ का सामा करत ह वजसस वशकषण कायग म आzwjवशयक अभzwjव कौशल और आतमवzwjवशzwjवास म कमी आ जाती ह पयगzwjवकषको बताया वक जब zwjव परकषण का कायग परारभ करत थ तब zwjव सवकरय हो जात थ भाzwjवी वशकषको यह सzwjवीकार वकया वक जब पयगzwjवकषक ककषा म परकषण हत बठत थ तब zwjव वशकषण पाठय-zwjवसत भल जात थ और असहज महसस करत थ

अहमद और अनय (2010) ldquoटिीविग परवकटिसmdash परॉबलमस एड इशयज इ पावकसताrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको को अभयास-वशकषण हत वzwjवदालयो म जा स पzwjवग वयमो और अवधवयमो की वददवशका उपलबध ही कराई जाती पयगzwjवकषको दारा भी पाठ-योजा की पणग तयारी ही कराई जाती थी तथा उकी परभाzwjवी भवमका आतमवzwjवशzwjवास म zwjवकवदध दवषटिकोण तथा दकषता स सबवधत परवतपवषटि भी ही दी जाती थी वजसस उका अभयास-वशकषण कायग परभावzwjवत होता था

रज (2013) ldquoए सटिडी ऑफ परवकटिस टिीविग परोगराम mdash ए zwjटासलश फज फार सटिडटि-टिीिसगrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको का जो अभयास-वशकषण होता ह zwjवह अपयागपत ह वzwjवशषतया तब जब उकी तयारी वzwjवदालयो म हो zwjवाल परीकषा स पहल कराई जाती ह उस समय वzwjवदालयो क वशकषक अप वzwjवदावथगयो को लकर अतयवधक सकटिगरसत रहत ह अतः इस कारण स zwjव अपी ककषाओ को ोड़ क परवत

अवचक होत ह उस दशा म भाzwjवी वशकषको क अभयास-वशकषण का उदशय परभावzwjवत होता ह भाzwjवी वशकषक सामानयतया सzwjवारत सदसयो दारा असममा का भाzwjव महसस करत ह तथा जब उको वzwjवदालयो की वzwjववभन गवतवzwjववधयो म सवममवलत हो स मा वकया जाता ह तो उका उतसाह भग हो जाता ह उकत शोध अधययो क अधयय क आधार पर तथा zwjवतगमा म एसीटिीई रगयलश 2014 क आधार पर दो zwjवषथीय पाठयकरम म अभयास-वशकषण की अzwjववध 16 सपताह वकए जा क कारण इस शोध अधयय की आzwjवशयकता परतीत हई

उदशइस शोध अधयय क वमवलवखत उदशय थmdash1 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण

क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया का अधयय करा

2 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया का अधयय करा

3 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया का अधयय करा

4 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा

5 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा तथा

6 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग का अधयय करा

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115बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

विविइस शोध अधयय की परकक वत सzwjवदकषण थी

परवदिशपरवतदशग क रप म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) म सतर 2015ndash16 म अधययरत बीएड क 65 वzwjवदाथथी-वशकषको को सवममवलत वकया गया था इका िय उदशयपणग परवतदशग वzwjववध स वकया गया था

उपकरण इस शोध अधयय हत सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर का परयोग वकया गया था उपकरण म ह वशकषण कौशलो क परयोग तथा परयोग क समय उतपन हो zwjवाली कवठाइयो स सबवधत परश थ साथ ही वशकषण क दौरा वकस परकार की अवधक समसया आई और वकसस अवधक सहयोग परापत हआ जस वबदओ को भी सवममवलत वकया गया था उपकरण म पाठ योजा का वमागण वशकषण अzwjववध म परयकत कौशल ककषा परबध क समय समसया सपणग वशकषण अzwjववध म उतपन समसया

तथा अभयास-वशकषण अzwjववध म परापत सहयोग को सवममवलत वकया गया था

आकड़ो कया सकलनआकड़ो का सकल सतर 2015ndash16 म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) क बी एड वzwjवभाग म अधयय कर रह 65 वzwjवदाथथी-वशकषको पर सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर परशावसत कर वकया गया

विशलषण एि वयाखयाउदश 1 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 1 म वदया गया ह

सारणी 1 क आधार पर सपषटि ह वक पाठ योजा क वमागण म परसताzwjवा परश बा म सzwjवागवधक 5846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई जबवक पराथवमकता क आधार पर सबस कम (154 परवतशत) वयाखया वलख म समसया आई 1692 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को उदशय लख म तथा शयामपट साराश लख म 1538 परवतशत एzwjव 770

सयारणी 1mdash पयाठ-ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया

करम सखया पयाठ ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया परवि1 उदशय लख म 1692

2 परसताzwjवा परश बा म 5846

3 वयाखया वलख म 154

4 परश बा म 770

5 शयामपट साराश वलख म 1538

योग 10000

Chapter 11indd 115 732018 45941 PM

116 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को बोध एzwjव वzwjवकास परश बा म समसयाए उतपन हइइ िवक वकसी भी परकरण हत परसताzwjवा परश बा म वzwjववभन परकार की कवठाइया आती ह जस mdash परवशकषक दारा वzwjवसतकत ििाग कर पाा वzwjवदाथथी-वशकषक दारा वzwjवषय-zwjवसत को समझ पाा एzwjव अभयास का कम होा हो सकता ह परसताzwjवा क परथम परश को पzwjवग जा स जोड़ा तथा समसयातमक परश का सटिीक उर वzwjवदाथथी स अपवकषत रहता ह वजसकी अपवसथवत वयापक तयारी का अभाzwjव हो सकता ह उदश 2 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो का वzwjवशलषण सारणी 2 म वदया गया ह

सारणी 2 स सपषटि ह वक सzwjवागवधक (5846 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को परकरण वकलzwjवा म समसया आई तथा सबस कम (154 परवतशत) परशो को प म समसया हई ततपशिात वयाखया कर म 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई

प बगल कौशल क परयोग म 615 परवतशत एzwjव उदीप पररzwjवतग म 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया आई शयामपट कायग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा परकरण वकलzwjवाा वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए हमशा ि ौती रहती ह वजसका कारण वzwjवदावथगयो क मावसक सतर पर परशो का वमागण होा हो सकता ह तथा उदीप पररzwjवतग म आ zwjवाली समसया कौशलो का पयागपत अभयास होा और आतमवzwjवशzwjवास की कमी हो सकती ह भागगzwjव (2009) भी अप शोध वषकषग म इस ओर सकत वकया ह उदश 3 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 3 म वदया गया ह

सारणी 3 स सपषटि ह वक ककषा परबध म सzwjवागवधक (5538 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदावथगयो स समसया आई तथा सबस कम (615 परवतशत)

सयारणी 2 mdash कौिलो क परोग म सियाशविक समसया

करम सखया कौिलो क परोग म सियाशविक समसया परवि1 परकरण वकाल म 5846

2 वयाखया कर म 308

3 परशो को प म 154

4 प बगल द म 615

5 उदीप पररzwjवतग कर म 2308

6 शयामपट कायग म 770

योग 10000

Chapter 11indd 116 732018 45942 PM

117बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

पाठयियाग स समसया हई ततपशिात वzwjवदालय क वशकषको स 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384 परवतशत एzwjव ककषा क अदर की सामगरी स 1693 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई वzwjवदालय क परधाािायग स वकसी भी वzwjवदाथथी-वशकषक को वकसी परकार की समसया का सामा ही करा पड़ा ककषा परबध एक कला ह वzwjवदाथथी-वशकषक परवशकषण हत zwjवासतवzwjवक पररवसथवत

म पहली बार वकसी ककषा का सामा कर रह होत ह वजसम अतयवधक वzwjववभनता रहती ह साथ ही वzwjवदालयो का अशासही शवकषक zwjवाताzwjवरण तथा ककषा म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता ह उदश 4 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 4 म वदया गया ह

सयारणी 3 mdash ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवदावथगयो स 5538

2 वzwjवदालय क वशकषको स 770

3 परधाािायग स 000

4 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384

5 पाठयियाग स 615

6 ककषा क अदर की सामरगी स 1693

योग 10000

सयारणी 4 mdash सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवषय-zwjवसत स 1845

2 वzwjवदावथगयो स 2769

3 वशकषण zwjवाताzwjवरण स 2308

4 भाषा स 1077

5 कौशल क परयोग स 770

6 वशकषण शली क वzwjवकास म 923

7 पयगzwjवकषको स 308

योग 10000

Chapter 11indd 117 732018 45942 PM

118 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारणी 4 म सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध को सपषटि वकया गया ह वजसम सzwjवागवधक (2769 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क दौरा वzwjवदावथगयो स समसया हई ततपशिात वशकषण zwjवाताzwjवरण दारा 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई वzwjवषय-zwjवसत स 1845 परवतशत एzwjव भाषा दारा 1077 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई कौशल क परयोग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा जबवक वशकषण शली क वzwjवकास म 923 परवतशत एzwjव कzwjवल 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको दारा सपणग अभयास-वशकषण की अzwjववध म समसया हई सपणग वशकषण अzwjववध म वzwjवदावथगयो दारा सzwjवागवधक समसया उतपन की गई इसका कारण वzwjवदाथथी सपणग सतर म अप सथायी वशकषक दारा पढ़ता ह और कzwjवल 20 कायग वदzwjवसो म zwjवह अभzwjवही वzwjवदाथथी-वशकषको दारा साथ ही तला भी करता ह और लगातार ककषाओ क सिाल स परशा होकर ककषा स दर भागा या वफर वzwjववभन परकार क वकरयाकलापो दारा समसया उतपन करा हो सकता ह

उदश 5 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 5 म वदया गया ह

सारणी 5 म वशकषण क वzwjववभन कारको दारा उतपन समसयाओ को परदवशगत वकया गया ह सzwjवागवधक (5077 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदालय तक पहि म की जा zwjवाली यातरा स समसया आई ततपशिात वzwjवदालय की समय-सारणी भी 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया उतपन की आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स भी 2615 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषक समसयागरसत रह वशकषण क समय परवशकषण क दर यवद दर ह तथा यातायात क साधो का अभाzwjव ह तो इस परकार की समसया सzwjवाभावzwjवक ह साथ ही वzwjवदालय परशास और परवशकषको म सामजसय का अभाzwjव ह तो समय-सारणी की भी समसया आ सकती ह अकसर वzwjवदालयो म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इ समसयाओ क कारण होता हउदश 6 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 6 म वदया गया ह

सयारणी 5 mdash विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया परवि

1 वzwjवदालय तक पहि म यातरा स 5077

2 समय-सारणी स 2308

3 आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स 2615

योग 10000

Chapter 11indd 118 732018 45942 PM

119बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

सारणी 6 म अभयास-वशकषण की अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषको को वमल zwjवाल सहयोग का वzwjवzwjवरण परदवशगत वकया गया ह वzwjवदालय क कमगिाररयो स (2308 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को सहयोग परापत हआ 3846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको एzwjव साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स इस अzwjववध म सहयोग परापत हआ परवशकषण की अzwjववध म साथी वzwjवदाथथी-वशकषक महतzwjवपणग भवमका वभात ह zwjव पाठ योजा तयार करा म वशकषण क समय आतमवzwjवशzwjवास बढ़ा म सहयोग करत ह पयगzwjवकषक भी अप वzwjवदाथथी-वशकषको का पयागपत सहयोग करत ह

वनषकषशवषकषग क रप म कहा जा सकता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया वzwjवदावथगयो दारा ही आती ह साथ ही वशकषण zwjवाताzwjवरण स भी समसया उतपन हो रही ह अधयय म पाया गया वक वशकषण कौशलो क जा का अभाzwjव तथा परयोग की पयागपत जाकारी का होा समसया उतपन करता ह इस समसया का मखय कारण परवशकषण ससथाो म परवशकषको की कमी तथा ीवतयो म वयापक समनzwjवयता का अभाzwjव ह इसका एक अनय कारण

सयारणी 6 mdash अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग

करम सखया अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग परवि

1 वzwjवदालय क कमगिाररयो स 2308

2 पयगzwjवकषको स 3846

3 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 3846

योग 10000

ससथाो क पास सzwjवय क वzwjवदालय ही ह जहा वयzwjववसथत तथा पणगकावलक परवशकषण सपन कराया जा सक

सzwjवागवधक वzwjवदाथथी-वशकषक मात ह वक उनह परसताzwjवा क परश बा म और परकरण वकलzwjवा म समसया आती ह यह परवशकषको एzwjव परवशकषण ससथाो क वलए ि ौती ह वशकषण क आधवक उपकरण अपलबध ह तथा वशकषण मशी मकदल उपागम तथा परोगराम इसzwjटकशस की कमी भी रहती ह

िवकषक वनवहयारशइस अधयय स यह सपषटि होता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को परसताzwjवा परश बा म परकरण वकलzwjवा म उदीप पररzwjवतग कर म सzwjवागवधक समसया उतपन हो रही ह साथ ही ककषा-ककष की पररवसथवतयो म वzwjवदाथथी अवधक समसया उतपन कर रह ह सभी वशकषक-परवशकषण ससथाो क परवशकषक गभीरतापzwjवगक वzwjविार कर उपयोगी वशकषण कौशलो को तयार करा क उपरात यह सववशित कर वक वzwjवदाथथी-वशकषको म वशकषण कायग क परवत आतमवzwjवशzwjवास आ गया ह तब अभयास-वशकषण हत भज वजसस zwjवह पणग मोयोग क साथ वशकषण कर सकगा और एक अचा वशकषक बकर तयार हो सकगा

Chapter 11indd 119 732018 45942 PM

120 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरश

बसटि जो डबलय और जमस का बी 2008 ररसचण इर एजकिर वपयसग परवटिस हॉल यी वदललीभागगzwjव ए 2009 टिीविग परवकटिस फार सटिडटि-टिीिसग ऑफ बीएड परोगराम mdash इशयज परीवडकामटिस एड सजशस तशकण ि

ऑरलषाइर जरणल ऑफ शडसटस एजकिर 10(2) 1ndash7मगल एस क और उमा मगल 2009 शिकषषा तकरीकी पी एि आई लवइग पराइzwjवटि वलवमटिड यी वदललीराषzwjटीय शवकषक असधा और परवशकषण पररषद 2009 रषाषzwjटीर फोकस समह कषा आधषार पतर mdash शिकषक शिकषषा राषzwjटीय

शवकषक असधा और परवशकषण पररषद यी वदललीवसह ए क 2005 मरोशवजषार समषाजिषासतर तथषा शिकषषा म िोध शवशधरषा भारती भzwjव पवबलशसग एzwjव वडसzwjटीबयटिसग पटिा

वबहार

Chapter 11indd 120 732018 45942 PM

सलाहकार समिमत िनदशकराशअपरप षिकशसनापषि अधzwjयकषअषशषि राजरानी अधzwjयकषपरकाशनपरभाग एमषसराजअनिर

सपादकीय समिमत अकादििकसपादक षजिनzwjदरकमारपाटीदार िखzwjयसपादक शििाउपपल

अनय सदसय राजरानी रजनाअरोडा उिाशमामा मधzwjाषलकाएसपटल बीपीभारदाज

परकाशन िडल िखzwjयवzwjयापारपरबधक गौिमगागली

िखzwjयउतपादनअिधकारी अणषचिकारा उतपादनसहाzwjयक परकाशिीरषसह

आवरणअषमिशीिासिि

हिार कायायालय

परकाशनपरभाग

एनसीईआरटीक पस

शीअरषिदमागमानयी मदलली 110 016 फोन011-26562708

108100फीटरोडहोसकरहललीएकसटशनबनाशकरीसटजबगलर 560 085 फोन080-26725740

निजीिनटरसटभिनडाकघरनिजीिनअहिदाबाद 380 014 फोन079-27541446

सीडबलzwjयसीक पसधनकलबससटटॉपकसामनपषनहटीकोलकाता 700 114 फोन033-25530454

सीडबलzwjयसीकटॉमपलकसमालीगािगवाहाटी 781 021 फोन0361-2674869

िलय एकपरषि`50 िाषिमाक`200

पमरzwjिका क बार िभारतीzwjयआधिनकिशकषाराषटरीzwjशषकषकअनसधानऔरपरषशकषणपररिदकीएकतमाषसकपषतकाहइसपषतकाकामखzwjउदशzwjह षशकषाषिदोशषकषकपरशासको षशकषक-परषशकषको षशकषकोशोधकोएि षिदारथी-षशकषकोकोएकमचपरदानकरनाषशकषाएिषशकषकषशकषाकषिषभनzwjनअाzwjामोजसmdashबालzwjािसरामषिकाससमकालीनभारिएिषशकषाषशकषामदाशमाषनकएिसामाषजकपररपरकषzwjजानकआधारएिपाठzwjचzwjामाअषधगमकाआकलनअषधगमएिषशकषणसमाजएिषिदालzwjकसदभमामजडरसमािशीषशकषाषशकषाएिषशकषकषशकषाहिआईसीटीमनिीनषिकासराषटरीzwjएिअिरामाषटरीzwjसिरपरषशकषाएिषशकषकषशकषाकासिरपषिषभनzwjनराजzwjोमषशकषाएिषशकषकषशकषाकीषसरषिपरमौषलकएिआलोचनातमकषचिनकोपरोतसाषहिकरनािराषशकषाएिषशकषकषशकषाकीगणितामसधारएिषिकासकोबढािादनालखकोदाराभजगएसभीलखशोध-पतआषदकापरकाशनकरनसपयिमासबषधिलखशोध-पतआषदकासमककषषिदानोदारापयणमाषनषपकषिापयिमाकपनरीकषणषकzwjाजािाहलखकोदारावzwjकिषकएगएषिचारउनकअपनहअिzwj षकसीभीपरकारसपररिदकीनीषिzwjोकोपरसििनहीकरिइसषलएइससबधzwjामपररिदकाकोईउतरदाषzwjतिनहीह

copy 2018 पमरzwjिका ि परकामशत लखो का राशअपरप दारा सवायामिकार सरमषित ह पररषद की पवया अनिमत क मबना लखो का पनियादरण मकसी भी रप ि िानय नही होगा

लखको क मलए मदशामनददशलखकअपनमौषलकलख शोध-पतआषदसटॉफ़टकटॉपी(जहािकसभिहोzwjयनीकोडम)कसारषनमनपिzwjाई-मलjournalsncertdtegmailcomपरभजndash

अकादमिक सपादकभारतीय आिमनक मशषिाअधयापक मशषिा मवभाग

राषzwjटीय शमषिक अनसिान और परमशषिण पररषदशी अरमवद िागया नयी मदलली 110 016

लखक धयान रख मक लख शोि-परzwjि mdash ∙ सरलएिवzwjािहाषरकभािामहोजहािकसभिहोलख शोध-पतअाषदमवzwjािहाषरकचचामाएिदषनक

जीिनसजडउदाहरणोकासमािशकर∙ षििzwj-िसिलगभग2500स3000शबदोzwjाअषधकमषहदीफोटमटषकिहो∙ षििzwj-िसिकसारहीिाषलकाएिगाफहोिरावzwjाखzwjामिाषलकामषदएगएिथzwjोएिगाफकाउललखहो∙ गाफअलगसएकसलफाइल(ExcelFile)मभीभज∙ षििzwj-िसिमzwjषदषचतहोिोउनकसरानपरखालीबटॉकसबनाकरषचतसखzwjाषलखएिषचतअलगस

JPEGफटॉममटमभजषजसकाआकारकमसकम300dotsperinch(dpi)हो∙ लखकशोधकअपनासषकषपिषििरणभीद∙ सदभमािहीषलखजोलखशोत-पतआषदमआएहअरामािषजनकािणमानलखशोध-पतआषदमषकzwjागzwjा

हसदभमाषलखनकापरारपएनसीईआरटीकअनसारहोजसmdashपालहसराज2006परगतिशकषािनोिवजानषहदीमाधzwjzwjमकाzwjामानzwjिzwjषनदशालzwjषदललीषिशिषिदालzwjषदलली

लख शोि-परzwjि ∙ लखकीििमामानपररपरकषzwjपरआधाषरिसारमाकपरसिािनाषलखजोआपकलखकशीिमाकससबषधिहो

अरामािििमामानमषशकषाएिषशकषकषशकषापरराषटरीzwjzwjाराजzwjसिरपरजोनीषिगिपररििमानआएहउनकासमािशकरनकापरzwjासकर

∙ षनषकिमाzwjासमापनषिषशषटहोनाचाषहए∙ शोध-पतकीििमामानपररपरकषzwjपरआधाषरिसारमाकपरसिािनाएिऔषचतzwjषलखजोआपकशोध-पतक

शीिमाकससबषधिहोअरामािििमामानमषशकषाएिषशकषकषशकषापरराषटरीzwjzwjाराजzwjसिरपरजोनीषिगिपररििमानआएहएिजोशोधकाzwjमाहएहोउनकासमािशकरनकापरzwjासकर

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ISSN 0972-5636

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    • Page 1
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      • Prelims
      • Chapter 1
      • Chapter 2
      • Chapter 3
      • Chapter 4
      • Chapter 5
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सलाहकार समिमत िनदशकराशअपरप षिकशसनापषि अधzwjयकषअषशषि राजरानी अधzwjयकषपरकाशनपरभाग एमषसराजअनिर

सपादकीय समिमत अकादििकसपादक षजिनzwjदरकमारपाटीदार िखzwjयसपादक शििाउपपल

अनय सदसय राजरानी रजनाअरोडा उिाशमामा मधzwjाषलकाएसपटल बीपीभारदाज

परकाशन िडल िखzwjयवzwjयापारपरबधक गौिमगागली

िखzwjयउतपादनअिधकारी अणषचिकारा उतपादनसहाzwjयक परकाशिीरषसह

आवरणअषमिशीिासिि

हिार कायायालय

परकाशनपरभाग

एनसीईआरटीक पस

शीअरषिदमागमानयी मदलली 110 016 फोन011-26562708

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निजीिनटरसटभिनडाकघरनिजीिनअहिदाबाद 380 014 फोन079-27541446

सीडबलzwjयसीक पसधनकलबससटटॉपकसामनपषनहटीकोलकाता 700 114 फोन033-25530454

सीडबलzwjयसीकटॉमपलकसमालीगािगवाहाटी 781 021 फोन0361-2674869

िलय एकपरषि`50 िाषिमाक`200

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copy 2018 पमरzwjिका ि परकामशत लखो का राशअपरप दारा सवायामिकार सरमषित ह पररषद की पवया अनिमत क मबना लखो का पनियादरण मकसी भी रप ि िानय नही होगा

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अकादमिक सपादकभारतीय आिमनक मशषिाअधयापक मशषिा मवभाग

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ISSN 0972-5636

भारतीय आधनिक निका

वरष 38 अक 1 जलाई 2017

इस अक म

सपादकीय 3

भारतममहिलासाकषरतासबधीचनौहतया रहमशीवासतव 5

बालकोमजाननऔरसमझनसबधीउपकरणोकाहवकास इनददहिया 17एकवयाविाररकउपागम बीएसडागर

सजनातमकतादयकलाएवगसालवादीहवचारधारा परहतभा 32एकहवलषणातमकअधययन

हिकषाकाअहधकारअहधहनयम2009काहवदाहथियो सीमािमाथि 41कीहनयहमतताविहकषकउपलहधपरपरभाव

हिकषाकअहधकारकाननकाया थि सनीताहसि 55एकहववचना

गहतहवहधआधाररतहिकषणदाराहवदाहथियो सररताबोबड 67कसवततररपससीखनकअवसरोकाअधययन मधहलकावमाथि

इ रमीहडएसतरकहवदाह थियोकीवयावसाहयक सजीवकमारिकला 75अहभरहचयोकातलनातमकअधययन (वाहणजयऔरहवजानवयवसायकहविषसदभथिम)

वहदकगहणतहवहधएवपरपरागतगहणतहिकषणहवहधका आरतीिाकया 84हवदाह थियोकीतकथि िहकतकपररपरकयमतलनातमकअधययन अचथिनादब

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झकातकनीक भारती 93 डीएनसनसनवाल

दोवषषीयबीएडपाठयकरमकपरहत रजनीहसि 100हवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणकाअधययन हववकनाहतरपाठी

बीएडहवदाषी-हिकषकोकअभयास-हिकषणमहिकषण तारकवरगपता 111कौिलोकपरयोगकसमयउतपननसमसयाओकाअधययन

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सपादकीय

जलाईकामिीनािमार हलए हविषमितव रखताि इस मिीन का सरोकार ससार म आबादी कहवहभननपिलओपरहवचार-हवमिथिएवहचतनकरनस ि हजस lsquoहवव जनसखया हदवसrsquo किा जातािजो11जलाईकोपरहतवषथिमनायाजातािइसहदवस पर िमार दि म भीआबादी की गणवताबढानिततमामपरयासोपरम नहकयागयाइनिीपरयासोमहिकषाएकपरमखघकिहिकषाककषतरम बाहलकाओदारा हवहभनन परीकषाओमअववलरिना दि की सामाहजक वयवसा म रचनातमकपररवतथिनकोदिाथिताि

हिकषाआयोग(1964ndash66)नअपनीररपो थिमकिाा lsquoलडहकयोकी हिकषाका हकतनामितविइसपर हजतनाजोर हदयाजाएउतनािीोडाििमारमानवीयसाधनो कपणथि हवकासघरो कसधारहनमाथिणकहलएमहिलाओकीहिकषापरषोकीहिकषासभीजयादामितवपणथििजसाहकपिलकिागयािमहिलाओकी हिकषापरजननदरकोघानमकाफीसिायताकरसकतीिrsquoपरतवतथिमानदौरमपरजननदरपरहनयतरणतोिआलहकनउसकापरतयकषपरभावलडहकयोकीजनम-दरपरपडादिमकरलएकऐसाराजयिजिापरलडकोकीतलनामलडहकयाअहधकिबाहकराजयोमयिहसहतएकदमहवपरीतिअाथितलडहकयाकमवलडकअहधकयिीजडरअनपातमअसमानतासमाजकहलएगभीरसमसयािोगईि

इस समसया का मकाबला करन म हिकषाहविषकरबाहलका हिकषायायिकि हकमहिलाहिकषा मितवपणथि साधन ि इसी कडी म रहमशीवासतव का लख ldquoभारत म महिला साकषरतासबधी चनौहतयाrdquo ता इन चनौहतयो का सामनाकरन ित सझाए गए उपाय महिला हिकषा कोबढावा दन म मदद करग विी इनद दहियाऔरबी एस डागर क लख ldquoबालको म जाननऔरसमझन सबधी उपकरणो का हवकासmdashएकवयाविाररकउपागमrsquorsquoबचचोमसवततरहचतनकरनाहसखान परजोर दता ि बचचोम हवलषणातमकताहकथि ककषमताकाहवकासिोनपरअधयापकउनिसलषणातमकताअाथितपणथिताकीओरलजाएगायिी पणथिता गसालवादी हवचारधारा कीओर लजातीिहजसमबालककलासमीकषासौदयाथिनभहतसजनातमकता आहद सजानातमक भावातमक एवहकरयातमक हकरयाएकरता ि इनिी सभी बातोकासमाविपरहतभानअपनिोधपतरमहकयाि

िमारदिम1अपरल2010सहनःिलकएवअहनवायथि बाल हिकषा का अहधकार अहधहनयम2009लागहकयागयािजोबचचोकोगणवतापणथिपरारहभकहिकषाकामौहलकअहधकारपरदानकरताि इसी मौहलक हिकषा की गणवता को परखनका काम सीमा िमाथि दारा ldquoहिकषा का अहधकारअहधहनयम 2009का हवदाह थियो की हनयहमतताव िहकषक उपलहध पर परभावrdquo पर हकए गए

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4 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िोध अधययन ता ldquoहिकषा क अहधकार काननका या थिmdashएक हववचनाrdquo पर सनीता हसि दारािोधअधययनकमाधयमसहकयागयादोनोिोधअधययनोदाराबचचोकोमौहलकहिकषापरदानकरनकतमामपरयासोका हवलषणातमकअधययनकरवासतहवकतासअवगतकरायागयाि

हिकषा क अहधकार न बालको को सहकरयरखत िए हसखानपरजोर हदया हजसमगहतहवहधआधाररत हिकषण परमख ि इस पर सररता बोबडऔरमधहलकावमाथिनldquoगहतहवहधआधाररतहिकषणदाराहवदाह थियोकसवततररपससीखनकअवसरोकाअधययनrdquoनामकिोधअधययनहकया

सजीव िकला न ldquoइ रमीहडए सतर कहवदाह थियो की वयावसाहयक अहभरहचयो कातलनातमकअधययनrdquoपरिोधकायथिहकयायिकायथिवाहणजयवहवजानसकायकसामानयवगथिहपछडवगथिताअनसहचतजाहतकहवदाह थियोपरहकयागयाविी हवदाह थियोम तकथि िहकतबढानवाली ldquoवहदकगहणत हिकषण हवहध एव परपरागत गहणत हिकषणहवहध म तलनातमक अधययनrdquo परआरती िाकयऔरअचथिनादबनिोधअधययनहकया

िम ऐसी हिकषण हवहधयो की बात करत िजोअहधगमकताथिकोसतकथि वसहकरयरख हजससउनमगरिणिीलताबढउनहवहधयोमसएकऐसीहवहध या तकनीक ि हजस हविषकर उचच सतरकीककषाओमअधयापकोदाराअधयापनकदौरानउपयोगकरनपरअहधगमकताथिअहधकसीखसकतिइसतकनीककोझकातकनीककिाजाताि

इस तकनीक पर डी एन सनसनवाल क अगरजीम हलखमौहलकलखकाभारतीदारा हिदीभाषीपाठकोकहलएभाषातरहकयागयािइसीकडीमजबगणवतापणथिहिकषकहिकषाकीबातकरतितोिमएनसीीईहवहनयम2014परधयानदनकीआवयकताि इस हवहनयमम हिकषक हिकषा ककछपाठयकरमोकीअवहधएकवषथिसदोवषथिकरदीगईिइसकसािीअभयास-हिकषण(इ नथिहिप)कीअवहधभी16सपतािकरदीगईि इसीपरआधाररत रजनी हसिऔर हववकना हतरपाठीकािोध पतर दिाथिता ि हक सरकारी एव गर-सरकारीहिकषक हिकषा ससानो ता उनम पढान वालहिकषक-परहिकषकोवहवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणमकोईहविषपररवतथिननिीआयाि

तारकवरगपताकािोधपतरबीएडहवदाषी-हिकषकोकअभयास-हिकषणमहिकषणकौिलोकपरयोग क समय उतपनन समसयाओ का अधययनकरतािइसकअलावाइसिोधमहिकषकहिकषाससानो म परहिकषको की कमी ता नीहतयो मवयापकसमनवयताकाअभावपायागया

आप सभी की परहतहकरयाओ की िम सदवपरतीकषा रिती ि आप िम हलख हक यि अकआपको कसालगा सा िीआिाकरत ि हकआपिमअपनमौहलकतापरभावीलखएविोधपतरपरकािनितभजगआपअपनलखएविोधपतर िम ई-मल journalsncertdtegmailcomपरभीभजसकति

अकादमिक सपादकीय समिमि

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भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

रशमि शरीवासतव

साकषरता एक मानव अधिकार ह सशधzwjततकरण का मारग ह और समाज तथा वयधzwjतत क धवकास का सािन इस तथय को सववीकार करत हए भारत सरकार धनरकषरता उनममलन हत परयासरत ह धजसम राषटवीय साकषरता धमशन की शरआत 5 मई 1988 म की रई थवी इस कायगकरम को आर बढ़ात हए तथा इसम सिार करत हए साकषर भारत कायगकरम 2009 स लारम धकया रया इसक अलावा मधहला धशकषा को बढ़ावा दन क धलए मधयाहन भोजन कसतमरबा रािवी बाधलका योजना बटवी बचाओ बटवी पढ़ाओ योजना आधद योजनाए धकरयाधनवत की जा चकी ह धिर भवी हमार दश म मधहला साकषरता सबिवी अनक चनौधतया ह धजनम परषो क मकाबल मधहलाओ की धनमन साकषरता दर की चनौतवी राजयवार मधहला साकषरता की दशा व चनौतवी अनसमधचत जाधत तथा अनसमधचत जनजाधत की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया शहरवी तथा गामवीण कषतर की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया समचना तथा धवधिक साकषरता सबिवी नववीन चनौधतया ह इस लख म इनही चनौधतयो का तथयपमवगक धवशलषणातमक अधययन कर उधचत समािान सझान का परयास धकया रया ह

अधससटट परोिसर (बरीएड) मिशिला शवदालय परीजरी कॉलज लखनऊ उततर परदश 226 007

शशका आयोग (1964ndash66) न अपनरी ररपोरट मि किा था lsquoलड़शकयो की शशका का शकतना मिितव ि इस पर शजतना जोर शदया जाए उतना िरी थोड़ा ि िमिार मिानवरीय साधनो क परट शवकास घरो क सधार शनमिाटर क शलए मिशिलाओ की शशका परषो की शशका स भरी जयादा मिितवपरट ि जसा शक पिल किा गया ि मिशिलाओ की शशका परजनन दर को घरान मि काफी सिायता कर सकतरी िrsquo भारत मि मिशिला शशका की इस सवरीकारोशzwjतत क बावजद वयविार मि मिशिला शशका क वयवसथापन की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि एक लबरी अवशध

भारत की मिशिलाओ न चारदरीवाररी क भरीतर शबताई ि शजसस तमिामि पाररवाररक सामिाशजक वयवसथाए उसरी क अनरप बनतरी रिरी ि इन वयवसथाओ और मिानयताओ की जड़ इतनरी मिजबत एव दढ़ ि शक नयरी वयवसथाए आसानरी स इनक साथ शिल-शमिल निी पाती मिशिला शशका क परसार मि भरी यि समिसया आड़ आतरी रिरी ि सवततर भारत मि उनकी शशका क तमिामि परावधानो तमिामि सिशलयतो क बावजद िमि शत-परशतशत लकय परापत निी कर सक ि िालात यि ि शक आज भरी बड़री सखया मि मिशिलाए अकर जान स भरी वशचत ि

Chapter 1indd 5 742018 100407 AM

6 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साकरता शशका की परारशभक अवसथा ि यशद िमि अपनरी मिशिलाओ को साकरता क घर मि िरी ना ला सक तो आग शसथशतया ठरीक निी िोगरी यिा सबस पिल नजर डाल साकरता क आशय पर साकरता का अथट ि ndash साकर िोना अथाटत अकरो की जानकाररी स यzwjतत िोना पढ़न-शलखन की कमिता रखन वाला भारत की जनगरना ररपोरट (1981) क अनसार lsquoजनगरना परयोजन क शलए साकर उस वयशzwjतत को मिाना जाता ि जो शकसरी भरी भाषा को समिझ सकता ि उस भाषा मि शलख सकता ि और उस पढ़ सकता ि वि वयशzwjतत जो शकसरी भाषा को कवल पढ़ लता ि लशकन शलख निी सकता साकर निी मिाना जाताrsquo

साकषरता दर शकसरी भरी दश या भ-भाग की साकरता दर विा क कल लोगो की जनसखया व पढ़-शलख लोगो क अनपात को किा जाता ि इस जयादातर परशतशत मि दशाटत ि किी-किी इस परशत िजार पर भरी दशाटया जाता ि साकरता दर को समिझन का गशरतरीय सतर ि साकरता दर परशतशत = शशशकत जनसखयाकल जनसखया times 100 अथाटत परतयक सौ की जनसखया मि शकतन लोग साकर ि भारत की शशका वयवसथा मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान क शलए कत सकलप रिरी ि राषटरीय शशका नरीशत (1986) न इस सबध मि उललख भरी शकया ि lsquoशशका का उपयोग मिशिलाओ की शसथशत मि बशनयादरी पररवतटन लान क शलए एक साधन क रप मि शकया जाएगा अतरीत स चलरी आ रिरी शवकशतयो और शवषमिताओ को खतमि करन क शलए शशका वयवसथा का सपषर झकाव

मिशिलाओ क पक मि िोगाrsquo मिशिलाओ की साकरता क परशत सवदनशरीलता शदखात िए राषटरीय शशका नरीशत मि किा गया ि शक lsquoमिशिलाओ मि साकरता परसार को तथा उन रकावरो को दर करन को शजसक कारर लड़शकया परारशभक शशका स वशचत रि जातरी ि सववोपरर पराथशमिकता दरी जाएगरी इस कामि क शलए शवशष वयवसथा की जाएगरी समियबदध लकय शनधाटररत शकए जाएग और उनक कायाटनवयन पर कड़री शनगाि रखरी जाएगरीrsquo

भारत म महिला साकषरता क हिकास ित परमख परयाससाकरता एक मिानव अशधकार ि सशशzwjततकरर का मिागट ि और समिाज तथा वयशzwjतत क शवकास का साधन ि इस तथय को सवरीकार करत िए भारत सरकार शनरकरता उनमिलन ित परयासरत रिरी ि शशका नरीशत की इस सदभट मि परशतबदधता क मिदनजर मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ान क शलए भारत सरकार दारा तमिामि परयास भरी शकए गए ि इनमि स कछ परमिख उपायो पर एक नजर डाल ldquoराषटरीय साकरता शमिशनrdquo दश भर मि साकरता क परसार की एक मिितवपरट योजना ि इस शमिशन की शरआत 5 मिई 1988 मि की गई थरी इस शमिशन का मिखय उद य 2007 तक 15 स 34 आय वगट क उतपादक और पनरतपादक समिि क शनरकर लोगो को वयाविाररक साकरता परदान करत िए 75 परशतशत साकरता का लकय िाशसल करना था 2009 मि इस कायटकरमि को आग बढ़ात िए तथा इसमि सधार करत िए साकर भारत कायटकरमि लाग शकया गया इस शमिशन को ततकालरीन परधानमितररी डॉ मिनमिोिन शसि दारा शर शकया गया था परारभ मि यि योजना 31 मिाचट 2012

Chapter 1indd 6 742018 100407 AM

7भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

तक िरी लाग की गई तथा इस 12वी पचवषषीय योजना (2012ndash17) मि भरी शाशमिल शकया गया

शनरकरता उनमिलन क शलए राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि क एक सिायक कायटकरमि क रप मि गामिरीर कायाटतमिक साकरता कायटकरमि मिई 1986 मि शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य अशधगमिकताट मि पढ़न-शलखन की कमिता का शवकास करना अशधगमिकताट मि अपन अशधकार एव कततटवयो क परशत जागरकता उतपनन करना आशद था यि कायटकरमि राषटरीय सवा योजना मििाशवदालयो और शववशवदालयो क शवदाशथटयो क सियोग स सचाशलत शकया गया था परौढ़ मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि 2 अzwjततबर 1978 को शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य 15ndash35 आय वगट की मिशिलाओ और परषो को शशशकत करना व साकरता क शलए परररत करना था यि कायटकरमि क दर सरकार राजय सरकार क दर शाशसत परदशो क परशासको शववशवदालयो मििाशवदालयो सवयसवरी ससथाओ और यवा क दरो क सयzwjतत परयासो स शकरयाशनवत शकया गया

क दर व राजय सरकार अपन-अपन सतर पर शनरकरता उनमिलन ित अनक योजनाए सचाशलत कर रिरी ि आपरशन बलक बोडट मिधयाहन भोजन कायटकरमि शजला पराथशमिक शशका कायटकरमि मिशिला सामिाखया लोक जशबश कसतरबा गाधरी बाशलका योजनाए इनमि परमिख ि आशथटक दशषर स कमिजोर तथा अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए साकरता क दायर मि आ सक इसक शलए भरी पयाटपत परयास शकए जा रि ि अनसशचत जाशतअनसशचत जनजाशत एव आशथटक

भलाई मि शशकक शवकास मिितवपरट भशमिका शनभाता ि भारत सरकार न समिाज क कमिजोर वगट क शितो को परोतसाशित करन और समिानता सशनशचत करन क शलए कई कदमि उठाए ि शशकक ससथाओ की सखया बढ़ाकर बितर पिच सशनशचत करन क परयास भरी शकए गए ि बाशलका शशका को परोतसाशित शकए जान की योजना lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओ योजनाrsquo भरी शकरयाशनवत की जा चकी ि

साकरता क शवकास ित राषटरीय सतर पर राषटरीय साकरता शमिशन पराशधकरर (एनएलएमिए) की वयवसथा ि यि राषटरीय सतर की शरीषट एजसरी ि इसकी सथापना 1988 मि मिशतरमिडल क अनमिोदन स मिानव ससाधन शवकास मितरालय (ततकालरीन शशका शवभाग) क सवततर और सवायततशासरी खड क रप मि की गई थरी lsquoसाकर भारतrsquo क सजन का सवपन साकार करन क शलए क दररीय एव राजय सरकारो पचायत राज ससथानो गर-सरकाररी सगठनो (एनजरीओ) और समिाज को शमिलकर कामि करना ि lsquoसाकर भारतrsquo का शनरपर 2009 मि परष और मिशिला साकरता क अतर को अशधक स अशधक 10 परशतशत तक कमि करन की पररकलपना क साथ परौढ़ मिशिला साकरता पर फोकस स राषटरीय सतर पर 2012 तक 80 परशतशत साकरता सतर परापत करन क उद य स शकया गया था शमिशन क चार परमिख उद य थ mdash1 गर साकरो को कायाटतमिक साकरता और अकर

जान परदान करना2 औपचाररक शशका पररालरी की समितलयता

परापत करना3 सगत कौशल शवकास कायटकरमि करना तथा

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8 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 सतत शशका क शलए अवसर परदान करक जानवान समिाज को बढ़ावा दनातमिामि सवशzwjछक सगठन एव समिाजसवरी ससथाए

भरी इस कतर मि सशकरय ि इनमि मिशिला साकरता क परशत सवदनशरीलता सववोपरर रिरी ि खद का शवषय ि शक तमिामि परयासो क बावजद आज भरी भाररी सखया मि मिशिलाए अकर जान स वशचत ि भारत दश मि मिशिला साकरता दर को बढ़ान की अपनरी शवशष चनौतरी ि इसमि कोई दो राय निी

भारत म महिला साकषरता सबधी चनौतीसाकरता अथवा अकर जान शशका का वि परथमि पायदान ि जो आग का मिागट परशसत करता ि शकत आज भरी शवव की लगभग 30 परशतशत शनरकर जनसखया भारतरीय ि यनसको की 2015 की ररपोरट क अनसार शवव मि मिशिलाओ की कल साकरता दर 827 परशतशत ि जबशक भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 628 परशतशत ि जो शक शवव मि शनचल पायदान पर ि इस ररपोरट क अनसार शरीलका जस छोर स दश मि साकरता दर 917 परशतशत ि चरीन बाजरील तथा जापान मि मिशिला

साकरता दर करमिशः 945 परशतशत 929 परशतशत तथा 990 परशतशत ि जो शक भारत दश की तलना मि काफी ऊचा सतर ि

शवगत अनक वषषो मि परौढ़ शशका क परसार और पराथशमिक शशका को अशनवायट बनान क भरसक परयासो क बावजद भारत मि शनरकर मिशिलाओ की सखया को खतमि निी शकया जा सका ि भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि मिशिला साकरता भरी इसस अछतरी निी ि शजसकी करमिबदध शववचना इस परकार ि mdash

परषो क मकाबल निमि साकषरता दर की चिौतीपरष परधान भारत दश मि एक बालक और बाशलका को सकल भज जान क परन मि परारशभक मिितता बालक की ि िमि अपन आस-पास क दशनक जरीवन मि इस तरि क तमिामि उदािरर दख सकत ि जिा बाशलका की शशका का परन दोयमि दजज का ि भारत की जनगरना 2011 क परापत आकड़ो स सपषर पता चलता ि शक तमिामि सवधाशनक वयवसथाओ और सरकाररी एव गर-सरकाररी परयासो क बावजद आज भरी मिशिलाओ की साकरता दर परषो स किी कमि ि

सारणी 1 mdash भारत म महिला तथा परषो की साकषरता दर (1951ndash2011)

िषष वयहzwjतत परष महिला1951 183 272 891961 283 404 1541971 345 460 2201981 436 564 2981991 522 641 3992001 648 753 5372011 730 809 646

(1951ndash1971mdash आय 5+ 1981ndash2011mdash आय 7+)सोत mdash एजकशन सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी आफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर

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9भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

सारररी 1 मि परदशशटत आकड़ो मि 1951 1961 तथा 1971 की जनगरना मि साकरता दर पाच वषट और उसस ऊपर की आबादरी स सबशधत ि 1981 1991 2001 तथा 2011 की जनगरना मि साकरता दर सात वषट और उसस अशधक की आबादरी स सबशधत ि सारररी 1 दारा सपषर ि शक सवततरता पराशपत क पचात सन 1951 मि भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 89 थरी िषट का शवषय ि शक 2011 तक मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 646 िो गई ि शकत तलनातमिक दशषर स य वशदध बित उतसािवधटक निी ि िमि आज भरी शत-परशतशत मिशिलाओ को साकरता की पररशध मि लान मि नाकामि रि ि साकरता अथवा अकर जान जो शक शशका का परथमि पायदान ि यशद यिा िमि अपन लकय स मिरीलो दर ि तो मिशिलाओ को बितर शशका शदला सकन का लकय एक सवपन मिातर िोगा शनससदि परषो क मिकाबल मिशिलाओ की साकरता दर आज भरी शनन ि िमि अपनरी तमिामि वयवसथाओ को और सदढ़ तथा नवरीनरीकत करक मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ाना िोगा

राजयवार मनिला साकषरता की दशा एव चिौतीभारत मि अलग-अलग राजयो मि मिशिला साकरता दर की अपनरी शवशष चनौशतया ि सारररी 2 पर

नजर डालन पर पता चलता ि शक जिा करल शमिजोरमि लकदरीप गोवा तथा शतरपरा मि मिशिला साकरता दर करमिशः 921 893 879 847 तथा 827 ि विी शबिार राजसथान झारखड जमि और कमिरीर तथा उततर परदश मि यि परशतशत करमिशः 515 521 554 564 तथा 572 मिातर ि िमि धयान दना िोगा शवकास की गशत सदा एक साथ एक लय मि चलन पर जयादा सिज व सतशलत िोतरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि इतना अशधक अतर सतशलत शवकास का पयाटय निी ि िमिार नरीशत-शनमिाटताओ शशकाशवदो तथा समिाज सवरी ससथाओ को इस ओर भरी धयान दना िोगा शक जो राजय मिशिला साकरता क लकय मि बित अशधक शपछड़ िए ि उन पर शवशष धयान शदया जाए शवशष आशथटक सिायता तथा सदढ़ कायटकरमिो दारा विा की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान का परयास शकया जाए यिा इस बात की खोज करना भरी जरररी ि शक राजय शवशष की मिशिलाओ की साकरता दर शनन zwjतयो रिरी उन काररो को दर करना भरी एक परमिख चनौतरी ि

सारणी 2 mdash जनगणना 2011 की कल साकषरता दर म परष और महिलाओ क आकड़ो क आधार पर राजयोक दर शाहसत परदशो का सथान

कल वयहzwjतत परष महिला

राजयसघ कषतर साकषरता दर राजयसघ कषतरसाकषरता

दरराजयसघ कषतर

साकषरता दर

1 करल 940 करल 961 करल 921

2 लकदरीप 918 लकदरीप 956 लकदरीप 893

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10 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

3 शमिजोरमि 913 शमिजोरमि 933 शमिजोरमि 879

4 गोवा 887 गोवा 926 गोवा 847

5 शतरपरा 872 दमिन और दरीव 915 शतरपरा 827

6 दमिन और दरीव 871 शतरपरा 915 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

824

7अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

866 पदचररी 913 चडरीगढ़ 812

8राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

862 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

909 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

808

9 चडरीगढ़ 860 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

903 पदचररी 807

10 पदचररी 858 चडरीगढ़ 900 दमिन और दरीव 795

11 शिमिाचल परदश 828 शिमिाचल परदश 895 नागालड 761

12 मििाराषट 823 मििाराषट 884 शिमिाचल परदश 759

13 शसशzwjतकमि 814 उततराखड 874 मििाराषट 759

14 तशमिलनाड 801 तशमिलनाड 868 शसशzwjतकमि 756

15 नागालड 796 शसशzwjतकमि 866 तशमिलनाड 734

16 मिशरपर 792 मिशरपर 861 मिघालय 729

17 उततराखड 788 गजरात 858 मिशरपर 724

18 गजरात 780 दादरा और नागर िवलरी

852 पजाब 707

19 पशचमि बगाल 763 िररयारा 841 पशचमि बगाल 705

20दादरा और नागर िवलरी

762 नागालड 828 उततराखड 707

21 पजाब 758 कनाटरक 825 गजरात 697

22 िररयारा 756 पशचमि बगाल 817 कनाटरक 681

23 कनाटरक 756 ओशडशा 824 असमि 672

24 मिघालय 744 पजाब 804 िररयारा 659

25 ओशडशा 729 छततरीसगढ़ 803 दादरा और नागर िवलरी 643

26 असमि 722 राजसथान 792 ओशडशा 644

27 छततरीसगढ़ 703 मिधय परदश 787 छततरीसगढ़ 602

28 मिधय परदश 693 असमि 778 मिधय परदश 592

Chapter 1indd 10 742018 100408 AM

11भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

अिसनचत जानत तथा अिसनचत जिजानत की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाभारत मि मिशिला शशका सबधरी चनौशतयो मि एक बड़री चनौतरी अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान की ि जाशतगत आधार पर भारतरीय समिाज उzwjच तथा शनन जाशत वगट मि बरा िआ ि िमि दखत ि शक मिशिला शशका क नजररय स इन जाशत वगट की मिशिलाओ की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि इन दोनो िरी वगषो की मिशिलाए एक लबरी अवशध तक शशका क परकाश स वशचत रिी शकत ऊचरी जाशत की मिशिलाए इस शनरकरता क बरीच भरी पररवारो मि शशका क परभाव

क ससगट को खद-ब-खद पातरी रिी उनिोन अपन शपता पशत और पतरो को शासतर पढ़त-बोलत दखा उस पर चचाट िोत सना जबशक अनसशचत जाशत और अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की शसथशत पर नजर डाल तो इन मिशिलाओ न अपन शपता पशत और पतरो को भरी अशशशकत िरी दखा उनका शकताबो काशपयो मि शलख-पढ़ जान वाल अकरो स दर-दर तक कोई वासता निी था अतः आधशनक काल मि जब मिशिलाओ को अकर जान (साकरता) की पररशध मि लान क लकय शनधाटररत शकए गए तो अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए अशधक जशरलता मि शदखी

29 उततर परदश 677 उततर परदश 773 आधर परदश 591

30 जमि और कमिरीर 672 झारखड 768 अरराचल परदश 577

31 आधर परदश 670 जमि और कमिरीर 768 उततर परदश 572

32 झारखड 664 मिघालय 760 जमि और कमिरीर 564

33 राजसथान 661 आधर परदश 749 झारखड 554

34 अरराचल परदश 654 अरराचल परदश 726 राजसथान 521

35 शबिार 618 शबिार 712 शबिार 515

सारणी 3 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (7+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानतयोग 648 547 471 730 661 590 परष 753 670 590 809 752 685

महिला 537 420 350 646 565 494

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर बयरो ऑफ पलाशनग

हिपपणीmdash 2011 की जनगरना क शलए 7 वषट और उसस ऊपर की आय की साकरता दर क सबध मि मिशरपर क आकड़ो मि सनापशत शजल क तरीन सब-शडशवजनोmdashमिाओमिारमि पावोमिाता और परल क आकड़ शाशमिल निी ि

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12 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारररी 3 व 4 मि शदए गए आकड़ो पर एक नजर डालन पर पता चलता ि शक सन 2001 मि भारत की कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (648) मि 7+ आय वगट की अनसशचत जाशत की बाशलकाओ की साकरता दर मिातर 420 ि अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ की साकरता दर 350 मिातर ि 2011 मि कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (730) मि अनसशचत जाशत की मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 565 तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 494 िो गई ि जो शक बित सतोषजनक निी ि अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ का एक बड़ा वगट आज भरी साकरता क दायर स बािर ि पदरि वषट स ऊपर आय वगट की अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 2011 मि करमिशः 486 तथा 402 मिातर थरी जो शक 7+ आय वगट स नरीच सतर पर ि सपषर ि शक भारतरीय समिाज का यि वगट अपनरी शशकक समिसयाओ स उबर निी सका ि अतः आवयक ि शक अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकर करन ित शवशष

कायटकरमि चलाए जाए इनमि जागरकता व परोतसािन कायटकरमिो की अपनरी शवशष मिितता ि

शिरी एव गामीण कषतर की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाशिररी एव गामिरीर पररवश मि मिशिला शशका क परचार-परसार की अपनरी शवशष समिसयाए ि शिररी कतरो मि आधशनकीकरर क परसार सचार साधनो की पिच व तरीवर आशथटक शवकास क कारर मिशिला शशका सबधरी जागरकता भरी तरीवर रिरी ि शिररी कतर की मिशिलाओ को तजरी स बदलत सामिाशजक पररवश मि सिजता स समिायोशजत िोन क अवसर शमिल ि शजसस उनिोन इन बदलावो को सरल रप मि सवरीकार भरी शकया ि जबशक गामिरीर पररवश मि आज भरी रशढ़वादरी परपराए पदाट परथा और ससाधनो की अनपलबधता विा की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान मि समिसया खड़री कर रिरी ि नशनल फशमिलरी िलथ सवजmdash 3 (2005ndash06) की ररपोरट क अनसार गामिरीर कतरो मि परष-मिशिला साकरता अनपात मि अतर शिररी कतर स अशधक ि शिररी कतरो मि परषो की साकरता दर 88 परशतशत तथा

सारणी 4 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (15+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानतअिसनचत जिजानत

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत

योग 610 441 408 693 604 519

परष 734 593 548 788 716 637

महिला 478 285 267 593 486 402

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ ियमिन ररसोसट शडवलपमिर

Chapter 1indd 12 742018 100408 AM

13भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

मिशिलाओ की साकरता दर 75 ि विी गामिरीर कतरो मि परष साकरता दर 75 परशतशत की तलना मि मिशिला साकरता दर मिातर 46 परशतशत ि ऐसा दखा गया ि शक परायः सदर बशसतयो एव गामिरीर इलाको मि सरकाररी नरीशतयो का सिरी परकार स पालन निी िो पाता भौगोशलक जशरलताए इन कतरो मि शशकको की उपलबधता को भरी बाशधत करतरी ि परष परधान मिानशसकता बाल शववाि तथा घरल कामि-काज मि मिशिलाओ की भागरीदाररी आशद अनक ऐसरी समिसयाए ि जो गामिरीर कतरो मि मिशिला शशका को बाशधत कर रिरी िभदौररया और गोर (2011) उललख करतरी ि शक सामिाशजक व सासकशतक शवसगशतया तथा कररीशतया भरी मिशिलाओ की साकरता मि बाधक ि जानवरो क शलए चारा लाना उपल बनाना खाना बनाना पररवार की आय क शलए योगदान दना पदाट परथा घरल कामि-काज मि अतयशधक वयसतता आशद अनक बशदश मिशिलाओ को औपचाररक शशकर ससथाओ मि पढ़न स वशचत करतरी ि गामिरीर अचल की मिशिलाओ को साकर बनान ित उनक बरीच जाकर उनक िरी साथ शमिलकर परयास करन िोग गामिरीर कतर क सथानरीय लोगो को साकरता कायटकरमिो मि शाशमिल करक इन कायटकरमिो को अशधक सफल बनाया जा सकता ि मिशिलाओ की शशका क शलए मिशिलाओ की िरी मिदद भरी इस शदशा मि सकारातमिक परयास िो सकता ि

सचिा एव नवनधक साकषरता सबधी िवीि चिौनतयाभारत एक शवकासशरील दश ि और शवव क साथ कध स कधा शमिलाकर चलन को कतसकलप ि

शवजान एव तकनरीकी क तरीवर शवकास न आज िमिार समिक नयरी चनौशतया पदा की ि भारत मि मिशिलाओ को शवकास की धारा स जोड़न उनि बराबररी का दजाट शदलान और शवशभनन सामिाशजक आशथटक एव शशकक सिशलयत परदान करन क शलए तमिामि काननरी वयवसथाए सशनशचत की गई ि अतः यिा मिशिला साकरता कायटकरमिो की बड़री चनौतरी इन मिशिलाओ को सचना साकर एव शवशधक साकर बनाना भरी ि सचना साकरता स आशय एक वयशzwjतत की उस योगयता स ि शजसस उस शजस सचना की जररत ि वि उस सचना क सदशभटत सोतो को जान सक एक सचना साकर वयशzwjतत मि उस सचना का मिलयाकन करन और उस सचना का परभावरी ढग स उपयोग करन की योगयता भरी िो चशक आज का यग सचना का यग ि िर तरफ स सचना का शवसफोर िो रिा ि अतः यि जरररी शदखता ि शक िमि कमि-स-कमि समिय मि सिरी सचना पराशपत क सोतो क जानकार िो मिशिलाओ मि सचना साकरता की शवशष आवयकता उनक सशशzwjततकरर स सबशधत ि

अतः यि जरररी शदखाई दता ि शक साकरता अशभयानो मि मिशिलाओ को सचना साकरता क दायर मि भरी लान क परयास सशमिशलत शकए जाए यिा एक अनय मिदा शवशधक साकरता का भरी ि शवशधक साकरता का आशय जनता को कानन स सबशधत सामिानय बातो स पररशचत कराकर उनका सशzwjततरीकरर करन स ि पवट मि शवशधक रप मि साकर िोन का अथट काननरी दसतावजा शवचारो शनरटयो काननो आशद को शलखपढ़ जान की कमिता स था शकत अब इसका आशय कानन स सबशधत इतनरी

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14 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

कमिता स ि जो शकसरी काननरी समिाज मि अथटपरट जरीवन जरीन क शलए जरररी ि भारत मि मिशिलाओ का बड़ा तबका शवशधक साकरता स दर ि शवशधक शनरकरता क कारर मिशिलाए परायः कानन स भयभरीत रितरी ि और उसस दर िरी रिना चाितरी ि कभरी-कभरी जानकाररी क अभाव मि कानन क शवपररीत आचरर भरी कर सकतरी ि व परायः समिसया की शसथशत मि कानन स सिायता परापत कर सकन मि अकमि िोतरी ि शवशधक रप स शनरकर मिशिलाए अपन शवशधक अशधकारो स भरी अनजान िोतरी ि व उनका उपयोग निरी कर पाती

भारतरीय सशवधान क अनzwjछद 39(A) मि सभरी क शलए नयाय सशनशचत शकया गया ि गररीबो तथा समिाज क कमिजोर वगषो क शलए शनःशलक काननरी सिायता की वयवसथा ि 1987 मि पाररत शवशधक सवा पराशधकरर अशधशनयमि क तित राषटरीय शवशधक सवा पराशधकरर (नालसा) का गठन इस शदशा मि सकारातमिक पिल ि नालसा का अशत शवसतत कायटकतर mdash मिफत काननरी सवाए काननरी सिायता योजना सलाि और समिाधान योजना सवशzwjछक सामिाशजक सवा ससथाओ का सतयापन आशद ि शजसक तित नालसा दश क शवशभनन शिससो मि काननरी सवा कायटकरमिो स जड़री बठक सशमिनार और कायटशालाए आयोशजत करक शवशधक साकरता का परचार करता ि शनससदि मिशिलाए इसका एक शिससा भर ि शवशधक समिसयाओ की जशरलता स जझ रिरी भारत की मिशिलाओ क शलए इस सबध मि भरी बितर परयास करन िोग

उपयटzwjतत शवलषर दारा सपषर ि शक भारत मि मिशिला साकरता आज भरी एक समिसयातमिक परन ि

सवततरता पराशपत क इतन वषषो बाद भरी िमि अपन दश की बाशलकाओ यिा की मिशिलाओ को शत-परशतशत साकरता क दायर मि निी ला सक ि मिशिला साकरता मि उततरोततर शवकास क बावजद परषो क मिकाबल उनका परशतशत कमि िरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि भाररी असमिानता ि उततर परदश जमि कमिरीर झारखड राजसथान एव शबिार जस राजयो मि मिशिला साकरता दर अतयत शपछड़री िई ि िमि अनसशचत जाशत अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को भरी उzwjच जाशत वगट की मिशिलाओ क समिकक निी ला सक ि कशष परधान गामिरीर पषठभशमि क भारत दश मि गामिरीर सतर की मिशिलाओ की साकरता दर भरी शिररी कतर स किी शपछड़री िई ि िाल क वषषो मि सचना साकरता एव शवशधक साकरता भरी मिशिलाओ क शलए एक चनौतरी साशबत िो रिरी ि िमिार दश की मिशिलाओ का एक बड़ा वगट इनक दायर स दर ि अतः जरररी शदखाई दता ि शक िमिाररी सरकार सवशzwjछक सगठन एव समिाज सवरी ससथाए एकजर िोकर इस शदशा मि वयवशसथत रप मि परयास कर मिशिला साकरता को बढ़ावा दन ित कछ परभावरी परयास सझाए गए ि जो इस परकार िो सकत िmdash

bull सरकार दारा चलाए जा रि शशकक कायटकरमिो का परा-परा लाभ मिशिलाओ तक पिचना सशनशचत शकया जाए परायः दखा यिरी जाता ि शक शवशवध राजनरीशतक काररो स अzwjछरी स अzwjछरी योजनाए अपन लकय को पररी तरि परापत निी कर पातरी ि

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15भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

bull भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि अतः शकसरी भरी योजना क शकरयानवयन मि मिशिलाओ ित पथक कायटकरमि उनकी जररतो क अनसार सशनशचत शकए जाए मिशिलाओ और परषो क शलए सामिशिक रप स शकरयाशनवत योजनाए परायः मिशिलाओ को परा-परा लाभ निी द पातरी ि

bull मिशिला साकरता चशक दश क एक-एक वगट दश क एक-एक शिसस गलरी-गलरी दरसथ व भौगोशलक दशषर क चनौतरीपरट सथानो मि शनवास कर रिरी मिशिलाओ स सबशधत ि अतः यिा एक लकय ित एक जसरी योजना स सफलता निी शमिलगरी इन सभरी की जररतो क अनरप वयवसथाए िरी इनि घरो स शनकाल कर अकरजान क कररीब ला सक गरी

bull मिशिलाओ को साकर बनान मि एक बड़री चनौतरी पररवारो मि मिशिलाओ की शशका को उपका स दखा जाना भरी ि आज भरी दर-दराज क गावो कसबो मि बाशलकाओ क अशभभावक यि कित शदख िरी जाएग शक lsquoकौन-सरी नौकररी करनरी ि घर मि रि घर का कामि-काज सरीखrsquo इस परकार की मिानशसकता क बरीच रि रिरी मिशिलाओ की साकरता अपन आप मि एक बड़री चनौतरी ि अतः जागरकता कायटकरमि भरी मिशिला साकरता कायटकरमिो का एक शिससा िो शपछड़ वगषो अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान क शलए भरी शवशष परयास करन िोग शजसमि परोतसािन एव परसकार की अपनरी शवशष मिितता िो सकतरी ि

bull मिशिला साकरता की एक बड़री चनौतरी खद मिशिलाओ मि कागज-पन को िाथ मि पकड़न स िोन वालरी शिचक भरी ि सकलो क भरीतर

ना जा पान वालरी तमिामि बाशलकाओ और मिशिलाओ की सोच परायः यिरी िो जातरी ि शक य कागज पन पशसल तो उनक शलए ि िरी निी िमि अपनरी बाशलकाओ और मिशिलाओ को इस मिानशसकता स शनकालना िोगा उनि इस मिानशसकता स शनकाल कर अकर जान परदान कर आतमिशववास स पररपरट करना िोगा

bull मिशिला साकरता कायटकरमिो मि शनरकर मिशिलाओ क शलए साकर मिशिलाओ की उपलबधता भरी एक कारगार उपाय िो सकतरी ि मिशिला सचाशलत क दरो मि व अशधक सिजता स पढ़न आ सक गरी

bull शवदालयो व साकरता क दरो स दर मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित घरो क भरीतर गलरी-मििललो मि एकजर िोकर एक अशभयान क रप मि शनरकरता उनमिलन भाव भरी इस समिसया क समिाधान मि मिितवपरट कड़री िो सकता ि िमिमि स परतयक साकर यशद एक शनरकर को अकर जान शदए जान क शलए कतसकलप िो उठ तो दश की एक-एक मिशिला को साकर िोत दर निी लगगरी िमि दखत ि शक तमिामि घरल कामि-काज व िनर जसmdash खाना पकाना शसलाई बनाई कढ़ाई आशद अनक िनर िमिार दश की बाशलकाए घरो क भरीतर एक-दसर की मिदद स आसानरी स सरीख जातरी ि िमिार घरो क भरीतर मिशिला साकरता क शलए सवदनशरीलता यशद मिखररत िो उठ तो य िनरमिद मिशिलाए शनरकरता क कलक स उबर उठगरी

bull अतः य जरररी शदखाई दता ि शक शनरकरता उनमिलन एक आदोलन क रप मि िमिार दरो-शदवारो पर फल जाए

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bull पररवशतटत सामिाशजक पररवश मि मिशिलाओ को

सचना एव शवशधक साकरता क दायर मि लाना

भरी आन वाल समिय मि एक बड़री चनौतरी बनगरी

अतः आवयक ि शक िमि इस सबध मि भरी

सचत िो और अपन साकरता कायटकरमिो मि इनि

भरी शाशमिल कर

आज क आधशनक पररवश मि एक भरी मिशिला की शनरकरता िमिाररी शशकक वयवसथा पर गिरा काला धबबा ि िमि अपन दश की एक-एक मिशिला क िाथो तक अकरो की पिचान उनकी बनावर की कला और उसस शनकलत अथट की समिझ पिचानरी िोगरी एक-एक नजर को साकरता क गमिान स सनिररी रगत द उनि नजर उठा दशनया दखन की ताकत दनरी िोगरी

सदभष

एडलर शलटसरी रर पापलशन 15+ इयर यआईएस डरा सनरर यनसको अगसत 2015नशनल फशमिलरी िलथ सवज (एमिएफएचएसndash3) इशडया (2005ndash06) जडर इzwjतवशलररी एड वमिन इपावरमिर इन इशडया

अगसत 2009 इररनशनल इनसररीरयर फॉर पापयलशन साइस शडयोनार मि बईभदौररया मिदला और रशमि गोर 2011 भारतवषट मि साकरता क शवशभनन पिल भारतवीय आिधनक धशकषा वषट 32 अक 1

2011 एनसरीईआरररी नयरी शदललरी प 94भारत की जनगरना 1981 खला-1 भारत जनसखया क अनशनतमि आकड़ भारत क मििापजरीकार और जनगरना

आयzwjतत भारत सरकार नयरी शदललरी प 43मिानव ससाधन शवकास मितरालय 1986 राषटवीय धशकषा नवीधत mdash 1986 भारत सरकार शशका शवभाग नयरी शदललरी प 4ndash5mdashmdash 2014 एजकशन सटधटधसटzwjतस एट ए गलास बयरो ऑफ पलाशनग मिॉशनरररग एड सरशरशसरzwjतस गवमिमर ऑफ इशडया

नयरी शदललरीशशका मितरालय 1968 धशकषा आयोर की ररपोटग (1964ndash66) mdash धशकषा और राषटवीय धवकास परथमि ससकरर शिदरी शशका

मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प152 mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग सचना और परसारर मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प

284ndash285mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग www mhrdgovinwww papersssrncom

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बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकास एक वािहाररक उपागम

इनद हियाबीएस डागर

यह शोध पतर इककीसवी शताबदी लिए लशका पर बन यनसो डिसस आयोग (1996) पर आधाररत ह इस पक म आयोग दारा परसतालवत लशका चार सततभ म स परथम सततभ की ाशसलन तथा मनोवजालन वयाखया ह इस आयोग की ररपोरस ा शदीरस ldquoिलनिगmdash ल टजर लवइनrdquo (Learning The Treasure Within) ह इस डिसस आयोग नाम स जाना जाता ह इस शोध पतर ा आशय ए पराथलम अधयाप लिए उन परायोलग शकलि लनलहताथथो ो सपषर रना ह लजन आधार पर वह बचचो ो सवयत लचततन रन म सहायता र सत ह इस बात लिए ल बचच सवयत लचततन रना सदीख जाए उनह सवसपरथम सवयत ो जानन तथा बोध (समझ) लिए अलनवायस साधनो या उपरिो ा लवास रना होगा आयोग अनसार य उपरि ह mdash एागरता की शलकत ा लवास सममलत एवत लवचारि की शलकत ा लवास इन शलकतयो लवास म सकम होन लिए ए अधयाप ो चालहए ल वह बचचो म उनकी लववचनातम योगयता की उतपररिा म सहायता र उनकी बौलधि लजजासा जागरत र और वजालन लवलध ा जान परापत रन म उनकी सहायता र इस पतर ो तयार रन म ए परायोलग तथा वयावहारर उपागम ो आधार बनाया गया ह लजसम उाहरिो अभयास मािाओ त और सादषयो ा भरपर परयोग लया गया ह इस बात लिए ल बचच अपन अनभवो आधार पर लचततन तथा त स ा परयोग र स लन जदीवन अनभवो पर आधाररत उपयकत परशनो तथा लसथलतयो ा लनमासि लया गया ह जो उनह उना हि ढढ़न लिए परररत र सत ह बचच लसदी समसया ा समाधान रन लिए स त स रना सदीख सत ह इसा ए सरि शसन परसतत लया गया लजसम लनगलम (Deductive) और आगलम (Inductive) ोनो परार तथो उाहरि लए गए ह

बीएमसी लीलावती मदशी कॉलज ऑफ एजदकशन कसततरबा गाधी मागग नयी हलली 110 001 परोफसर (सवाहनवतत) हशका हवभाग मिहग यान हवशवहवदालय ररोितक (िररयाणा) 124 001

डलसग आयरोग (1996) का मानना ि हक वतगमान सभयता एक जान सचाहलत सभयता ि जिा हनरतर रप स वतगमान जान तथा कौशलो का हवकास िरो

रिा ि और जरो भहवषय की कद शलताओ का आधार हनहमगत करती ि हशका की अपकाओ क पहत पारपररक तरीक अहनवायगतः मातातमक तथा सतचना

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आधाररत रि ि अतः वतगमान हसथहत म व उपयदकत निी ि अथागत एक बचच करो हशहकत करन का अथग यि निी ि हक पतयक बचच करो ढर सारा जान पान करन की आवशयकता िरोगी अहपतद आवशयकता इस बात की ि हक उस ऐस उपकरणो या साधनो स लस हकया जाए हजसस वि सवय सीखन अपन कौशलो व अहभवहततयो करो अहधक वयापक बनान अपन पररवश करो समझन और उसक अनदरप अपन आपकरो ढालन या रपातररत करन क अवसरो करो समझ सक इककीसवी शताबी क हलए हशका पर पकाहशत अतरागषzwjटीय आयरोग की इस ररपरोरग म (हजस सामानयतः डलसग आयरोग क नाम स भी जाना जाता ि) हशका की कलपना एक ऐसी इमारत क रप म की गई ि जरो चार सतभो पर खड़ी ि इस आयरोग क अनदसार य सतभ िmdash (1) जानना सीखना (2) करना सीखना (3) परसपर रिना सीखना तथा (4) अपन अहसततव करो बनाए रखना सीखना (अपन वयहकततव म अतहनगहित जनमजात कमताओ का पसफद रन या पकरीकरण करना सीखना) एक रप म य चार पकार क अहधगम ि

यिा पर अतयत सहकपत रप म lsquoजानना सीखनाrsquo का अथग ि mdash समझ या हववक क उपकरणो की यरोगयता करो अहजगत करना lsquoकरक सीखनाrsquo स अहभपाय ि अपन पररवश करो सजनातमक रप स पभाहवत करन या बलन की यरोगयता पापत करना lsquoहमलजदल कर (परसपर) रिना सीखनाrsquo स तातपयग ि समसत मानव हरियाकलापो म तसर वयहकतयो क साथ सिभाहगता व सियरोगपतवगक रिना सीखना तथा अहसततव की पिचान करना सीखना हशका

क चौथ सतभ करो इहगत करता ि हजसम सवय करो एक हवहशषर अहवितीय अवसथा पिचान पकहत या भतहमका क रप म पसफद हरत करना ि पतयक वयहकत म जनम स िी बित सारी यरोगयताए अतहनगहित िरोती ि हजनि साकार करना चौथ सतभ का आशय ि यि चौथा सतभ अहनवायगतः उपयदगकत तीनो पकार क अहधगमो स अगरसर िरोता ि अहधगम अथवा जान क य चार पग (मागग) एक सघहरत समहषर का हनमागण करत ि जरो हशका का सार ि एक कका अधयापक क हलए इनम स पतयक पकार क अहधगम क वयापक हनहिताथग ि हजनक विारा हवदाहथगयो करो जान का सवय हनमागण करन म हशहकत हकया जा सकता ि हनससि यि सब अधयापक क मागगशगन म भली-भाहत िरो सकता ि इस लख म इन चार सतभो म स पथम सतभ lsquoजानना सीखनाrsquo की हवसतार स वयाखया की गई ि

डलसग (1996) क अनदसार lsquoसीखन क हलए सीखनाrsquo अलग-अलग (मवार) जान पापत करन का हवय निी ि अहपतद जानन समझन या खरोज करन का साधन ि हजसस वयहकत करो वयहकतक शरोध क सदख की अनदभतहत िरोती ि यि अहधगम अनय पकार क अहधगमो की अपका अहधक मौहलक और आधाररक ि

बौवधिक वजजासा को उतपररत करना बचचो करो हशहकत करन या पवहतगत करन क हलए सवगपथम अधयापक करो उन तरीको क हवय म हवचार करना चाहिए हजनस व बचचो की बौहधिक हजजासा करो उतपररत कर सक ऐसा करन क हलए आप बचचो स हवहभनन पकार क पशन पतछ सकत ि अथवा ऐसी

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19बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हसथहतयो का हनमागण कर सकत ि हजनस उनकी हजजासा जागरत िरो सक बचच क बालयकाल का एक अहत मितवपतणग पक ि उसक शरीर म हवदमान पाच जानहरियो का बरोध बचच जस-जस अपन वातावरण का पकण करत ि साथ-साथ व हवहभनन धवहनयो दशयो गधो सवाो तथा सवनाओ करो पिचानना तथा उनम भ करना रोनो सीख जात ि ऐस अनदभवो क आधार पर व सवय क तथा अपन वातावरण क पहत हजजासा का भाव हवकहसत कर लत ि जरो सवय करो समझन म उनकी सिायता करता ि समरण रि हक हजजासा करो सफलता या हनषपहतत का सरोत भी किा जा सकता ि बौहधिक हजजासा एक जनमजात अहभपरणा िरोती ि जरो उस सीखन क हलए पररत करती ि (लरोवसरीन 1994)

बचच करो बौहधिक हजजासा की ओर अगरसर करन क हलए यि आवशयक ि हक कका-कक भली-भाहत पकाहशत िरो पमदहत करन वाला िरो तथा आकगक िरो तसरा पाठ करो पढ़ात समय िम सदहनहशचत कर हक बचचो की अहधकाहधक जानहरियो करो सहमहलत हकया गया ि और सभी बचच पाठ क हवकास म सिभागी िो न कवल व बचच जरो अपना िाथ उठात िो इसस भी मितवपतणग ि हक बचचो करो छान-बीन करन हचतन करन तथा खरोजन क हलए समय हया जाए हकसी पशन का ततकाल उततर निी मागना चाहिए बचचो करो हसखाया निी जाना चाहिए उनम तरो जाच पड़ताल करन की पहवत हजजासा जनमजात िी िरोती ि जसा आइसरीन मिरोय न किा था

बचचो की वििचनातमक ोगता को उतपररत करना इसक हलए ऐस उतपरकोउदीपको क हवय म आप जरो सरोच उनि पान कर सकत ि हववचनातमक रप स सीखना बचचो क सवागहधक मितवपतणग कौशलो म स एक ि जरो उनक भहवषय क हलए अहनवायग ि हववचनातमक अहभवहत क हवकास म बचचो की सिायता करन क हलए एक अधयापक या अहभभावक क रप म आप करो चाहिए हक (1) उनि खलन क हलए अहधकाहधक अवसर पान कर तथा (2) बचचो स हकसी भी पशन का उततर जानन क हलए थरोड़ा रक पतीका कर और उनि सरोचन क हलए उपयदकत समय ततकाल िसतकप कभी न कर बचचो स जरो पशन पतछ जाए व हववरणातमक िो न हक सतचनातमक और इसस भी मितवपतणग हक यह बचच पशन या समसया क हवय म करोई पररकलपना सथाहपत करना चाि तरो उसम उनकी सिायता कर तथा परोतसाहित कर

थाथथता क भाि का वनमाथण करना यथाथगता क हवय म जरो भी बचचो का बरोध ि उस अहभवयकत करन क हलए अहभपररत कर इस पकार की अहभवयहकत की सवततता उनम हसथहतयो का अथग हनकालन या उनकी वयाखया करन म सिायक िरोगी और व सवय यथाथगता करो अथग पान करना या सरोचना सीख जाएग और उनम सवतत हनणगय लन की कमता का हवकास आरभ िरो जाएगा डी नरोरा की दहषर म हजन भी यथाथगताओ करो िम वासतहवक िरोन की सजा त ि व वासतहवक समय म िमार

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20 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

मानय ससथाहपत वयविार ि वासतव म जरो िमस पर हवदमान ि वि तरो अपन आप म जानातीत ि तथा जरो िम अहभवयकत करत ि वि िमारी वयहकतगत वयाखया ि ऐस वयविारो क अतगगत बित सारी चीज आती ि जस mdash पौदरोहगकी पाथग वयहकत घरनाए सकत वयाखया तथा मीहडया आह इन वयविारो का परीकण सपषर करता ि हक वासतहवकता (या कि हक उसकी िमारी वयाखया) सव आभासी रप स िी वासतहवक िरोती ि जरो वयहकत विारा सरलीकत या हनपतणगतापतवगक हनहमगत िरोती ि तथाहप यथाथगता का भाव (या वयाखया) जरो वयहकत उस पान करता ि अपन पररणामो क आधार पर वासतहवक िरोता ि (गहलवसकी 2013)

िजावनक विवध क जान को अवजथत करन अथिा समझन म बचचो की सहाता करना यह आप एक अधयापक क रप म इस सफलतापतवगक कर सकत ि तरो बचच जीवनपययत हवजान क हमत और जान क सजक बन जाएग ऐसा कर सकन क हलए अधयापक करो सवय हचतन करना िरोगा ताहक व बचचो करो सवय हचतन करना हसखान म सकम िरो सक कयोहक जरो अधयापक सवय हचतन निी करता वि बचचो म हचतन की यरोगयता का हवकास निी कर सकता

उपयदगकत चार यरोगयताओ का हवकास करन क हलए हकस-हकस पकार क पशन बचचो क सामन पसतदत हकए जा सकत ि या हकस पकार की हसथहतयो का हनमागण हकया जा सकता ि यि अधयापक करो पिल िी सरोच कर कका म आना िरोगा ऐसी

अहभवहतत का हवकास िरोन क साथ बचचा धीर-धीर सवय सरोचना आरभ कर गा

यि समरण रि हक पतयक बचच म उपयदगकत सभी कमताए जनम स िी िरोती ि िम धयान ना िरोगा हक बचचो करो पतयक चीज करो कठसथ करन क हलए पररत न कर यह बचच जानन की हवहध करो सीख जाए तरो व सवतत रप स सवय िी जान का हनमागण कर लग और जब बचचा वजाहनक हवहध का अनदपयरोग करक अपन पयासो स सीखता ि तरो उसम एक समगर अहधगम अहभवहतत का हवकास िरो जाता ि यिी ि शरोध का आन जरो अननय रप स आतमसतरोी िरोता ि इसक अलावा इस बात स भी हनराहशत न िो हक शरोध तरो मात वयसको क हचतन का कत ि या उनका हवश ाहधकार ि वसतदतः यि तरो एक जनमजात लकण या गदण ि कार क अनदसार यि एक वचाररक रप ि या एक ऐसा साचा ि हजसक अनदसार पतयक मानव सरोचता ि बचच करो एक लघद वजाहनक समझा जाता ि समसत खल-हरियाकलाप अहधगम हरियाकलाप िरोत ि उािरणाथग एक रो या तीन साल का बचचा जब बार-बार अपन हखलौन करो जमीन पर फ कता ि तरो वि उन सभी हवहभनन पकार की धवहनयो या गहतहवहधयो करो सीखता ि जरो हखलौन विारा जमीन क कठरोर या नरम तल स रकरान स उतपनन िरोती ि इन रोनो अवसथाओ स रकरान स उतपनन धवहनयो अथवा गहतहवहध क अतर करो बचचा समझ लता ि यदहप उस अभी तक भाहक अहभवयहकत करनी निी आती ऐसी हसथहत म एक अधयापक या अहभभावक स यि अपहकत ि हक वि

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21बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

बचचो की गहतहवहधयो का धयानपतवगक अवलरोकन कर और उनि आग सीखन क हलए अनय पकार की हसथहतयो का हनमागण कर

जब िम हकसी हसथहत म सवय सरोचकर सवतत हनणगय लत ि तरो समहझए हक िम यथाथगता की वयाखया कर रि ि एक अवधारणा क रप म यथाथगता वि ि हजसका अहसततव िमार मन स पर हवदमान ि परतद वयविार म जरो िम स पर सवतत रप म हवदमान ि वि तरो जानातीत ि उसका जान उसक सिी रप म काहप निी िरोता इस अनदभव हकया जाता ि और पतयक अनदभव वयहकतपरक िरोता ि कयोहक वि उस वयहकत की जानहरियो क माधयम स आता ि

हकसी घरना या वसतद करो खकर जरो अनदभतहत मदझ िरोगी उसी वसतद या घरना करो खकर हकसी अनय वयहकत की अनदभतहत अथवा वयाखया मरी अनदभतहत अथवा वयाखया स हकसी न हकसी रप म अलग िरोगी अतः यथाथगताए जरो बािर मौजत ि उनकी वयाखया िरोती ि जन शगन म इस सयावा की सजा ी गई ि हजस सापकता का हसधिात भी किा जाता ि

तथाहप अधयापक क रप म िम ऐसी हसथहतयो (चाि वासतहवक िरो अथवा कालपहनक) करो पसतदत कर सकत ि और बचचो स जरो भी व अनदभव करत ि उन हसथहतयो की वयाखया करवा सकत ि जरो उनक सवय क हनणगयो पर आधाररत िरोगी जब भी बचच हकसी भी चीज क हवय म सवतत रप स सरोच कर हनणगय लत ि तरो समहझए हक व वासतहवकता की वयाखया कर रि ि बचचो विारा की गई यथाथगता

की वयाखया वयसको की वयाखया स हभनन िरो सकती ि परतद इसका अथग यि काहप निी लगाना चाहिए हक बचच गलत ि यि सभव ि हक बचच वयसको स अहधक सजनातमक तथा सदसपषर िो

इसी पकार यि भी निी समझना चाहिए हक वजाहनक हवहध जाच या खरोज की एक उननत हवहध ि हजसका पयरोग मात वयसक िी कर सकत ि वसतदतः यि बात पतयक बचचा समझता ि हक यह कद छ घहरत िआ ि करोई चीज तरो ि हजसक कारण ऐसा िआ ि अधयापक करो चाहिए हक व ऐस अवसरो क पहत सतगक रि और बचचो क समक उनि उािरण क रप म पसतदत कर हजसस बचचो म कारण-पभाव क सबधो की समझ हवकहसत िरो इस पकार व बचचो की हजजासा और इस हववचनातमक समझ करो उदीपत कर सकत ि हक यह करोई कारण ि तरो उसका करोई पभाव भी िरोगा और यह पभाव अनदभव िरो रिा िरो तरो वि हकसी कारण स िी िरोगा और अततः यि भी समझ म आ जाएगा हक अकारण कद छ भी निी िरोता ि

यिा यि समरण रि हक बचचा करोई एक मात सववोततम या सवगमानय उततर न या कारण बतान का पयास निी करगा इसक हवपरीत वि कई सार सभाहवत उततर सकता ि यह ऐसा िरोता ि तरो जाहनए हक यि हचतन करन या वजाहनक रप स वयविार करन की अवसथा ि तसर शबो म यि पररकलपना हनमागण या सजनातमक हचतन की अवसथा ि इस अवसथा करो मिान जमगन हवचारक कार न lsquoकारण-पभाव का बरोधrsquo (एक वचाररक रप) की सजा ी वि इसी पकार क बारि वचाररक

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22 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

रपो की बात करत ि हजनि तीन-तीन रपो क चार समतिो म हवभकत हकया गया ि य चार समति िmdash माता लकण (गदणधमग) सबध तथा रपातमकता उािरणाथगः माता करो िम एकतव अनकतव या समहषर क रप म सरोचत ि य तीन व रप ि हजनक विारा िम माता क बार म सरोच सकत ि सभी 12 वचाररक रप एक तरीक स व साच ि हजनम करोई मनदषय सरोच सकता ि अथवा जगत की यथाथगता करो समझ सकता ि हजनका अहसततव िमार मन स पर ि य सभी वचाररक रप जनम स िी िमार पास िरोत ि अथागत य वचाररक रप जनमजात ि जब भी िम ससार क हवय म करोई हचतन करत ि तरो िम इन चार समतिो (माता हवश ता सबध तथा रपातमकता) स बािर निी सरोच सकत इनक उपयरोग क हबना वासतव म सरोचना सभव िी निी ि ऐसा कार का मानना ि

उािरण क रप म कारण-पभाव क सबध म आप करोई पभाव हखाकर बचचो स उसका कारण जात करवा सकत ि और करोई कारण कर उसक पभावो करो जानन क हलए उनि पररत कर सकत ि जस mdash1 यह आप हकसी ग करो लबवत (ऊधवागधर)

हशा म ऊपर की ओर फ कत ि तरो कया िरो सकता ि करक हखए

2 यह आपक भी पहकयो जस पख िो तरो आप कया-कया कर सकत िरो

3 यह आप पानी स भरी हकसी बालरी की तली म एक लकड़ी का रदकड़ा रख तरो कया िरोगा और यह लकड़ी की बजाए एक पतथर का रदकड़ा िरो तरो कया िरोगा

4 यह करोई बालक कका म हचलला रिा ि तरो आपक हवचार म उस बालक क इस वयविार का कया कारण िरो सकता िसकत ि

5 भरोजन अवकाश क समय जब आपन अपन भरोजन का हडबबा खरोला तरो खा हक वि तरो खाली ि उस समय आप कसा अनदभव करग बता सकत ि हक ऐसा कयो िआ िरोगा

6 शहनवार करो आप अपना रोपिर का भरोजन करना भतल गए और भरोजन क हडबब करो घर भी ल जाना भतल गए वि आपक डसक म पड़ा रिा सरोमवार करो जब आप हवदालय म आए और अपना भरोजन का हडबबा खरोला तरो पाया हक उसम स बबत आ रिी ि ऐसा कयो िआइसी पकार आप उपयदगकत पकार की बित सारी

हसथहतयो पर हवचार कर सकत ि हजनका सबध बचचो क हनक अनदभवो स िरो ऐसी हसथहतयो करो पसतदत कर आप बचचो करो कारण-पभाव हनयम समझन क हलए पररत कर सकत ि यह आप सफलतापतवगक ऐसा करत िरो तरो हनशचय िी आप उनि सिी रप म हचतनरोनमदख बनान की हशा म चल रि ि ऐसा करन स आप उनम समझ या हववक क उपकरणो करो हवकहसत करन म सिायता कर रि िरो

डलसग (1996 प87) क अनदसार जानना सीखन की पररकलपना ि हक सीखा कस जाता ि हजसक हलए एकागरता समहत तथा हचतन शहकत अपहकत िरोती ि अधयापक क रप म िमारा लकय यि ि हक बचचो क धयान क रिण (एकागरहचततता) करो वसतदओ पहरियाओ और घरनाओ पर क हरित करन म सिायता करना ि परतद दःख की बात ि हक आजकल बचच एकागरहचततता क अभाव म तजी स

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23बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

एक क बा एक सतचनाओ करो महसतषक परल पर ौड़ात रित ि जरो खरोज पहरिया करो समझन क हलए अतयत िाहनकर िरोती ि कयोहक खरोज पहरिया म समय लगता ि तथा अपका की जाती ि हक पापत सतचना की ति तक जाया जाए

एकागरता का अभासएकागरता सीखना कई पकार स िरो सकता ि और इसम कई पकार की अवहसथहतयो का पयरोग हकया जा सकता ि उािरणाथगmdash खल उदरोग म पहशकण काल याता पयरोगातमक पायरोहगक कायग इतयाह स सबहधत हजसम भी बचच की रहच िरो अधयापक क रप म िम ऐसी चदनौतीपतणग हसथहतयो का हनमागण करना चाहिए जरो बचचो क हलए रहचकर िो तथा उनका धयानाकगण कर सकती िो तथाहप िम यि भी समरण रखना चाहिए हक सभी बचचो करो एक िी पकार की अवहसथहतया अथवा हरियाकलाप ररोचक निी लगग अतः िम हवहभनन पकार की अवहसथहतयो या हरियाकलापो क हवय म सरोचना िरोगा हजनम स व अपनी-अपनी रहच अनदसार हकसी हसथहत हवश का चयन कर सक इसक हलए आप उपयदकत यरोगाभयास सबधी हवहधयो का चदनाव भी कर सकत ि बशतत यरोग हरियाओ क पहत उनकी अहभरहच िरो (उािरणाथग हवहभनन पकार क तारक अनदलरोम-हवलरोम पाणायाम इतयाह)

सममवत का विकाससमहत का हवकास समहत क उपयरोग स िरोता ि समहत का अथग ि अतीत म घहरत घरनाओगहतहवहधयो बातो का समरण करना परतद पशन यि

ि हक िम बचचो की सिायता कस कर हक व अपनी समहत क उपयरोग म वहधि कर सक सभवतः बचचो करो खल-खल म उनक अनदभवो क हवय म पतछा जाए तरो िम उनकी समहत क उपयरोग करो बितर रप स बढ़ा सकत ि िम जानत ि हक समहत रो पकार की िरोती िmdash ीघागवहध (ीघगकाहलक) तथा अलपावहध (अलपकाहलक)

अलपकालिक समलि का लिकास अलपकाहलक समहत का हवकास करन क हलए आप बचचो करो हकसी ररोचक सथान क भरमण पर ल जा सकत ि अगल हन जब बचच कका म आए तरो आप उनस भरमण का हवसतत वततात हलखन अथवा बतान क हलए कि सकत ि इस कायग क हलए पतयक बचच करो उपयदकत सकारातमक पबलन ताहक व परोतसाहित िरो

तसरा आप कका म फलप चारग पर बचचो करो कद छ सकड क हलए करोई सखया हलखकर हखाए ततपशचात तदरत आप एक-एक करक बचचो स उस सखया क अको करो उसी रिम म बरोलन क हलए कि आप यि आकलन कर हक हकतन बचच सिी रिम म सखया क अको करो बतान म सफल िरोत ि आप हनरतर अको की सखया बढ़ात रि और उसी पकार बचचो का मतलय हनधागरण करत रि तथा पररणाम नरोर करत रि

कद छ हनो क पशचात इस पयरोग करो रोिराए कद छ अवलरोकनो क पशचात ख हक बचचो की अलपकाहलक समहत म हकतनी वहधि िई इस पयरोग करो खल की भावना स कर तथा बचचो करो हकसी भी पकार का ड न कवल उनि परोतसाहित कर

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24 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

समरण रि हक जब भी आप इस पकार का पयरोग कर तरो आरभ म बचचो करो िसाकर तनावरहित कर और हफर कि आओ अब एक खल खल ऐस हरियाकलापो की सखया बढ़ान क हलए आप बचचो विारा वतगमान म हकए गए हरियाकलाप का वणगन करवा सकत ि अथवा उनक विारा खी गई घरनाओ का हलहखत या मौहखक वणगन करन क हलए भी कि सकत ि

दीरघकालिक समलि का लिकास ीघगकाहलक समहत का हवकास करन क हलए अधयापक बचचो करो अतीत क अनदभवो या घरनाओ का हववरण न क हलए कि सकत ि ऐस अनदभव हजनिोन बचचो करो सकारातमक या नकारातमक रप स पभाहवत हकया िरो या हकसी न हकसी रप म व ररोचक रि िो उािरणाथग बचचो स कि सकत ि हक व अपन बचपन की हकनिी रो घरनाओ का वणगन कर जरो उनकरो बित अचछी अथवा अहपय या डरावनी लगी िो जस तद िार बचपन म ऐसी कौन-सी घरना थी हजसन तद ि भयभीत कर हया िरो और अब आप उसक हवय म कसा अनदभव करत िरो (आपकरो बचचो करो आशवसत करना िरोगा हक यि अनदभव या घरना पतणग रप स गरोपनीय रखी जाएगी)

ऐस अनदभवो क वणगन स न कवल बचचो की ीघगकाहलक समहत का हवकास करन म सिायता हमलगी अहपतद बचचो करो मनरोवजाहनक रप स तथा पतणग रप स समझन म भी सिायता हमलगी हजसका जान अधयापको क हलए अतयत आवशयक ि

बचचो की ीघगकाहलक अथवा अलपकाहलक समहत क हवकास म सिायता करन क हलए हवहभनन

पकार क हरियाकलाप िरो सकत ि अधयापक ऐसी अभयास-मालाओ की एक लबी सतची तयार कर सकत ि हजनि व बचचो क खाली समय क सदपयरोग ितद सक ऐस हरियाकलापो का अभयास करन स बचचो की समहत क साथ-साथ उनकी सजनातमक कलपनाशहकत का हवकास भी िरो सकता ि जरो हशका का एक मितवपतणग उदशय ि

परतद इस अवसर पर एक सावधानी बरतन की भी आवशयकता ि वि यि ि हक िम lsquoसमहत का उपयरोगrsquo नामक सदहकत (मदिावरा) करो lsquoररनाrsquo निी समझ लना चाहिए lsquoररनाrsquo शब स तातपयग ि हबना अथगगरिण हकए हकसी चीज करो कठसथ कर लना जसmdash करोई वयहकत जरो जमगन भाा निी जानता वि जमगन म हलखी हकसी सतहकत करो रर लता ि अतयहधक तथयातमक सतचनाओ करो ररन करो बौहधिक हवकास का सकतक निी मानना चाहिए उािरणसवरप आपन रलीहवजन पर कद छ बचचो करो खा िरोगा हजनि दहनया की असखय सतचनाए कठसथ ि और व फराफर हकसी भी पशन का उततर त ि ऐस बचचो की समरणशहकत तरो हवलकण ि िी परतद सवसथ बौहधिक हवकास क हलए यि हबलकद ल आवशयक निी ि कयोहक ऐसा करन म हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का उपयरोग या हवकास हनहित निी ि और अततरोगतवा बचच क बौहधिक हवकास म यि साधक निी अहपतद बाधक िी िरोगा ररना वासतव म हकसी चीज करो याहतक अहववहचत तथा मौहखक रप स रोिराना ि जबहक lsquoसमहत का उपयरोगrsquo िमार हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का अग ि जरो अवयकत सतर पर िरोता ि कद छ चीजो अथवा घरनाओ का भतलना उतना िी आवशयक ि हजतना

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25बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हक चीजो करो या रखना बहलक मनरोवजाहनक दहषर स यि भी किा जाता ि हक हवसमरण समरण क हलए सिायक या साधन िरोता ि यदहप अहधगम क एक साधन या उपकरण क रप म कठसथीकरण की अनदशसा बचचो की हशका म कम-स-कम की जाती ि तथाहप बचचो क हवकास क हकसी सतर पर या कद छ सभभो या मामलो म इसका वणागतमक उपयरोग पतणग रप स हनरथगक निी िरोता ि अहपतद उपयरोगी और आवशयक िरोता ि उािरणाथगmdash हगनती सीखना पिाड़ या करना कद छ सततो (फामतगलो) आह करो समरण रखना इतयाह

इसक अहतररकत समहत कमता करो सािचयग क गदण उपयरोग का उपयरोग कर बढ़ाया जा सकता ि उािरणाथग हकसी वयहकत की चाल खकर हकसी वयहकत हवश का समरण िरो जाता ि समहत वसतदओ हसथहतयो अथवा वयहकतयो म पाए जान वाल लकणो या ततवो की समानता अथवा हवमता क आधार पर कायग करती ि अतः बचचो म समहत का उपयरोग हवकहसत करन अथवा उस बढ़ान क हलए िम ऐसी हसथहतयो का सजन कर सकत ि जसmdash शबो तथा उनक अथभो पाहणयो परोशाको वयहकत की चाल सासकहतक रपो रीहत-ररवाजो बालो क रगो मदखाकहत शारीररक गठन हवहभनन जानवरो अथवा हवहभनन सगीतीय यतो की आवाज और इसी पकार वसतदओ वयहकतयो हसथहतयो की अनय हवहशषरताओ लकणो या हवश ताओ (हवश कर व जरो बचचो क वयहकतक अनदभवो क अतगगत आती िो) पर आधाररत अभयासो का उपयरोग हकया जा सकता ि ऐस अभयासो करो अनदसरण या पिचान

तकनीको का उपयरोग कर हवकहसत हकया जा सकता ि ऐसी तकनीको का उपयरोग बचचो क हलए रो या अहधक अवधारणाओ वसतदओ इतयाह म अतर करन की यरोगयता का हवकास करन म भी सिायक िरोगा साथ िी उनकी हववचनातमक तथा हवमगक कमता का हवकास भी िरोगा अधयापक करो चाहिए हक बचचो करो समझान क हलए कद छ उािरण पसतदत कर और बचचो करो भी ऐस अनय उािरण सहजत करन क हलए परोतसाहित कर

विचारण ोगता का विकासहवचारण या हववचन यरोगयता क अतगगत कद छ पततो अथवा कद छ तकग वाकयो क आधार पर हकसी हनषकग या हनणगय पर पिचना सहमहलत िरोता ि ऐसा करन क हलए िम तकग का उपयरोग करत ि तकग मतलरप स तीन पकार क िरो सकत िmdash (i) हनगमनातमक तकग (Deductive) (ii) आगमनातमक तकग तथा (Inductive) (iii) अहभवहतगत या अपवहतगत तकग (Abductive)

लिगिातक िकघ हनगमनातमक तकग एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि हजसम सामानय पकार क कथन (हजनि आधार-वाकय किा जाता ि) का उपयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि उािरणाथग अहनता रहशम स बड़ी ि तथा रहशम रखा स बड़ी ि तरो रखा अहनता स छरोरी िरोगी सभी जीव नशवर िरोत ि मनदषय एक जीव ि अतः मनदषय नशवर ि इसी पकार िम गहणत क उािरण भी ल सकत िmdash A की लबाई B की लबाई स अहधक ि तथा

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26 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

B की लबाई C स अहधक ि तरो िम हनहशचत रप स कि सकत ि हक A की लबाई C की लबाई स अहधक िरोगी अथवा C की लबाई A की लबाई स कम िरोगी एक अधयापक क रप म आप बित सार ऐस पशनो का हनमागण कर बचचो स उततर हनकलवा सकत ि हजस पकार क तकग का उललख उपयदगकत उािरणो म हया गया ि अथागत हजसम सामानय कथनो क आधार पर हवहशषर हनषकग पर पिचा जा सकता ि य हनगमनातमक तकग क उािरण ि अतः हनगमनातमक तकग हजस हनगमनातमक तकग शासत भी किा जाता ि एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि जिा सामानय कथनो (आधार वाकयो) का पयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि इस पकार तकग की हवशता ि हक यह आधार वाकय सिी या सतय िोग तरो हनषकग भी अहनवायगतः सतय िी िोग परतद यह आधार वाकयो म स करोई भी वाकय असतय िरोगा तरो यि आवशयक निी हक हनषकग सतय िरो बशक हनषकग ताहकग क दहषर स वध कयो न िरो हनगमनातमक तकग म हनषकग की सतयता अथवा असतयता आधार वाकय की सतयता अथवा असतयता पर आहरित िरोती ि उािरणाथग mdash सभी वधि वयहकत शारीररक रप स दबगल िरोत ि रिीमान अबदललाि 65 वग क ि अतः रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल ि कयोहक उपयदकत उािरण म पाथहमक आधार वाकय अहनवायग रप स सतय निी ि अतः यि आवशयक निी हक रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल िो

अभयास क हलए कद छ उािरण नीच हए गए ि mdash1 सभी पालतत जानवर घास खात ि िमन हजतन

भी पालतत जानवर ख व घास खात ि अथवा िमन एक भी पालतत जानवर निी खा जरो घास निी खाता ि अतः कद तता खाता ि

2 सभी जानवर हजनक शवाड (वधअवध) पन और लब िरोत ि व मासािारी िरोत ि कद तत क शवाड लब और पन िरोत ि अतः कद तत िरोत ि

3 पकी सतयागसत क पशचात निी उड़त अब रात करो अधरा िरो चदका ि अतः आप आकाश म हकसी पकी करो निी खग

4 हचकना धरातल हफसलनयदकत िरोता ि इस बराम का फशग बित हचकन पतथर स बना ि धयान स चल वरना जाओग

5 सभी सखयाए हजनका अहतम अक सम िरो रो स हवभाहजत िरो जाती ि बताइए 315979 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी इस पकार सखया 195883 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी

6 करोई सखया हजनक अको का यरोग तीन स हवभाहजत िरो जाता ि तरो वि सखया भी तीन स हवभाहजत िरो जाएगी बताइए कया सखया 259734 तीन स हवभाहजत िरो जाएगी अथवा निी

7 करोई भी ब आकहत हजसकी चार भदजाए िरोती ि चतदभदगज किलाती ि अतः एक वगग और एक आयत ि

8 सभी शीत रकत जानवर रगत ि क चदआ रग कर चलता ि अतः क चदआ शीत रकतक ि वधअवध

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27बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

9 कद ततो की सतघन की शहकत अहत तीवर िरोती ि अतः पायः कद ततो का उपयरोग पदहलस विारा अपराहधयो करो क हलए हकया जाता ि

10 मर पररवार म कद ल तीन ससय ि और एक भी ाए िाथ स निी हलखता ि अतः मर पररवार म सभी ससय ि

लिगिातक िकघ क अनय पारप1 यि हबलली गदराग रिी ि अतः सतकग रहिए यि

आपकरो कार न ल2 मदझ हवदालय स घर जान म डढ़ घरा लगता

ि अब सायकाल क साढ़ चार बज ि म बज तक घर पिच सकता ि

3 यि सड़क हफसलन वाली ि अपनी साईहकल धयान स चलाए अनयथा आप सकत िएक अधयापक क रप म आप इस पकार की

बित सारी अभयास-मालाओ का हनमागण कर सकत ि हजनक विारा आप बचचो की अतहनगहित तकग शहकत का पता लगा सकत ि और उसका हवकास भी कर सकत ि इस पकार क अभयास हजसम बचच अनदमान लगाकर ररकत सथानो करो भर बचचो की हवचारणशहकत क हवकास क हलए एक पभावी माधयम या उपकरण ि

लिगिातक िकघ पर आधाररि िकघ या यलzwjति की िधिा को सझिातकग शासत क अनदसार रो ऐस मानड ि हजनक आधार पर यि मालतम कर सकत ि हक करोई तकग वध ि अथवा निी1 करोई तकग वध समझा जाएगा यह आधार

वाकयो की सतयता हनषकग की सतयता करो आशवसत करती िरो

2 करोई तकग अवध िरोगा यह सभी आधार वाकय सिी िरोन पर भी हनषकग असतय िरो

कद छ उािरणmdash1 या तरो रसरोई म आग लग गई ि अथवा तव पर

ररोरी जल उठी ि म ख सकता ि हक रसरोई म आग तरो निी लगी ि अतः तव पर ररोरी जल रिी ि (वध)

2 पॉश कॉलरोहनयो म रिन वाल वयहकत धनाढय िरोत ि सदरिी रणद गररर कलाश कॉलरोनी नयी हलली म रिती ि अतः वि अवशय िी धनाढय िोगी (अवध)

3 भारत म धनवान वयहकतयो न हवमदरिीकरण का हवररोध हकया सवामीनाथन एक बित धनाढय वयहकत ि अतः सवामीनाथन न हवमदरिीकरण का अवशय हवररोध हकया िरोगा (अवध)

तकग की पामाहणकता1 एक हनगमनातमक तकग पामाहणक किलाएगा

यहmdash (अ) यि वध िरो अथवा (ब) यह इसक सभी आधार वाकय सतय िो2 करोई हनगमनातमक तकग अपामाहणक िरोगा

यहmdash (अ) या तरो यि अवध िरो अथवा (ब) इसका कम स कम एक आधार वाकय

असतय िरो

आगिातक िकघआगमनातमक तकग म िम कद छ हवहशषर पकणो क आधार पर हकसी हनषकग अथवा सामानयीकरण पर पिचत ि उािरणाथगmdash

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28 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 जब म िाइडलबगग म गया तरो खा हक पतयक वािन सड़क क ाइय और चलत ि इसी पकार जब जमगनी क अनय शिरो म गया तरो भी ऐसा िी पाया इन पकणो क आधार पर िम हवशवसतता क साथ इस हनषकग पर पिच सकत ि हक जमगनी म वािन सड़क क ायी ओर िी चलाए जात ि

2 मन जब भी करोई छरोरा कद तता खा उसक शरीर पर गिर लब लरोम थ अतः िम हवशवास क साथ कि सकत ि हक छरोर कद ततो क शरीर पर लब गिर लरोम िरोत िआगमनातमक तकग क आधार पर हनकाल गए

हनषकभो अथवा सामानयीकरणो पर भररोसा हकया जा सकता ि या व सतय िरो सकत ि परतद यि आवशयक निी हक अहनवायगतः सतय िी िो तथा सव और सभी पररहसथहतयो म सतय िो इसका कारण ि हक िमन मात कद छ सीहमत मामलो का अवलरोकन हकया ि ऐस सामानयीकरण जरो िमारी जानहरियो पर आधाररत िो उनि आगमनातमक (आगहमक) या अनदभवजनय सामानयीकरण अथवा हनषकग किा जाता ि जसmdash चीनी का सवा मीठा िरोता ि कद नीन की गरोली कड़वी िरोती ि यह आकाश साफ िरोता ि तरो वि नील रग का िरोता ि िवाई जिाज की गहत रल या कार की गहत स अहधक िरोती ि यह आप गमग तव करो छत एग तरो आपका िाथ जल सकता ि यह आप ककर करो छत स नीच छरोड़ तरो वि सवतः िी जमीन पर हगरगा यह आप अपन दपहिया वािन करो हफसलन वाली जगि पर चलाएग तरो आप हगर सकत ि आप ऐस सकड़ो उािरण सकत ि

हकसी आगमनातमक तकग म िम हकसी घरना करो पकहत म बार-बार िरोत खत ि इन अवलरोकनो क

आधार पर िम एक परनग या पहतरप खत ि हजसक आधार पर िम एक सामानयीकरण अथवा हनषकग हनकालत ि इन सामानयीकरणो क आधार पर उस घरना की वयाखया करत ि अथवा सपषरीकरण त ि एक पररकलपना करत ि और अत म उस पररकलपना का परीकण कर एक हसधिात पर पिचत ि

हकसी भी वजाहनक शरोध म आगहमक अनदमान या हनषकग (जरो हवहशषर अवलरोकनो पर आधाररत िरोता ि) तथा हनगमनातमक हनषकग (जरो हकसी हसधिात पर आधाररत िरोता ि) क मधय एक पारसपररक पभाव या अनयरोनय हरिया िरोती ि इस पकार िम सतयता क बित हनकर पिच जात ि परतद पतणग सतय का पता निी लगा सकत यिी कारण ि हक वजाहनक हसधिात सव सभावय तरो िरोत ि परतद अहनवायग निी जबहक गहणत या लॉहजक (तकग ) क आधार पर हनकाल गए हनषकग अहनवायग रप स हनहशचत िरोत ि (कयोहक उनम वसतदहनषठता िरोती ि)

अतः आगहमक (आगमनातमक) तकग म िम ऐस अवलरोकनो स आरभ करत ि हजनका कायगकत सीहमत तथा हवहशषर िरोता ि इनक आधार पर एक सामानयीकत हनषकग की ओर अगरसर िरोत ि जरो सहचत तथयो या साकयो क पकाश म सभव तरो अवशय ि परतद हनहशचत या अहनवायग निी िरोता ि आगहमक तकग क आधार पर पापत हनषकग सभव इसहलए िरोत ि कयोहक पापत साकय समावशी या हनणागयक निी िरोत अतः हवहशषर रप स इनकी पिचान पहतजाहपतयो म स हकसी एक अथवा रोनो और हनषकग क सभाहवत ावो क रप म िरोती ि आगहमक तकग म साहखयकीय तथा जनसाहखयकीय

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29बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

तकग पतवागनदमान सायानदमान (analogies) तथा वयाखयाए सहमहलत िरोती िकद छ उािरणmdash1 यि पदरसकार या तरो सदरश करो अथवा िरीश करो

हमल सकता ि∙ सदरश इस पापत निी कर पाया∙ अतः यि िरीश करो िी हमला िरोगा

2 मरा मानना ि हक lsquoXrsquo की ितया lsquoYrsquo न की िरोगी कयोहक lsquoYrsquo क पास कारण या अहभपायः भी था अवसर भी उसक खतन स रग सतान ितया सथल स हमल और ऐसा करोई सबतत निी हमला हक ितया क समय lsquoYrsquo किी और था

3 मदझ हवशवास ि हक रजनी तरना जानती िरोगी कयोहक उसक अड़रोस-पड़रोस म रिन वाल अहधकाश वयहकत तरना जानत ि

4 यह आप धतमरपान ब कर तरो आप अहधक समय तक जीहवत रिग वतगमान शरोधो स यि सपषर िआ ि हक जरो वयहकत धतमरपान निी करत उनकी आयद धतमरपान करन वाल वयहकतयो स औसतन 5ndash6 साल अहधक िरोती ि

तकथ क विवभनन पारपतकग चाि वि आगहमक िरो अथवा हनगहमक इस शाहबक तथा अशाहबक रो रपो म हनहशगत हकया जा सकता ि शाहबक तकग क अतगगत शबो म अहभवयकत अवधारणाओ करो समझना और तकग करना ि इसका लकय सजनातमक रप स सरोच-हवचार करना िरोता ि अशाहबक तकग क अतगगत हचतातमक अथवा आरखीय दशय पततो करो समझना वयाखया करना तथा हवशलण करना अशाहबक तकग म समसया का समाधान सहमहलत

िरोता ि कयोहक अशाहबक परीकण म पशन अथवा समसयाए आरखीय या हचतातमक रप म पसतदत की जाती ि अतः इन परीकणो करो अमततग हचतन परीकण भी किा जाता ि तकग क इन रोनो रपो करो आररोिी वयदतरिम म रिणीकत हकया जा सकता ि इस आररोिी वयदतरिम का आधार बचचो का आयद रिम िरो सकता ि इस तरि क परीकण हवदालयो म सामानय अथवा हवहशषर पयरोग करन क हलए बाजार म उपलबध ि शाहबक या अशाहबक तकग परीकणो का हनमागण इनक उपवगभो क आधार पर िरो सकता ि इनकरो समझन क हलए शाहबक तथा अशाहबक तकग परीकण अभयास क कद छ उािरण नीच हए जा रि ि mdash

शालदक िकघ अभयास क लिए कछ उदाहरण(आयद वगग 11ndash12 क हलए)1 सखया-शब करोड का उपयरोग

∙ यह MEND का करोड 5163 िरो तरोmdash i DEN का करोड कया िरोगा ii 163 हकसका करोड िरोगा

∙ यह SPACE का करोड 25378 िरो तरोmdash i तरो APE का करोड कया िरोगा ii 2587 हकसका करोड िरोगा2 अकर सबध अभयास

∙ L का N स विी सबध ि जरो T का स ि∙ D का A स विी सबध ि जरो X का स ि

3 अकर शब करोड∙ यह HAND का करोड JCOF िरो तरो AND

का करोड कया िरोगा∙ यह LOCAL का करोड JMAJY िरो तरो

CALL का करोड कया िरोगा

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30 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 ताहकग क वाकय (हनगहमक तकग ) क) हचतकार बदशो तथा रगो का पयरोग करत ि

i सदमश एक हचतकार िii बताइए हननहलहखत म स कौन-स

वाकय सिी ि∙ हचतकार हशहकत वयहकत िरोत ि∙ सदरश क पास बित सार बदश ि∙ सदरश एक फरोररोगराफर ि

ख) वको पर पतत िरोत ि बरग एक वक ि अतः

i वक बड़ िरोत िii बरग क पतत झड़ जात िiii बरग पर पतत ि

ग) अजिर एक हचहकतसक ि हचहकतसको क पास हचहकतसा का कायग करन क हलए लाइसस पजीकरण िरोना अहनवायग ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन अहनवायग रप स सतय िi अजिर क पास हचहकतसा अभयास

करन क हलए लाइसस िii कद छ हचहकतसको करो अभयास क हलए

लाइसस की आवशयकता निी िरोतीiii सभी पशवर हचहकतसको क पास

हचहकतसा म सनातक हडगरी िरोती ि5 पिली िल करना

क) गायती रजनी िनीफा तथा डाना चमच-अडा ौड़ म भाग लती ि िनीफा ौड़ म हवजयी िरोती ि डाना चौथ सथान पर

आती ि रजनी हवितीय सथान पापत करती ि गायती का सथान अहतम निी ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन सिी निी िरो सकता

i िनीफा पथम सथान पापत करती िii रजनी हवितीय सथान पापत करती िiii गायती ौड़ करो जीत लती िiv डाना अहतम सथान पर रिती ि

ख) अिम हजम मिनरि और अणगव एक पायरोहजत ौड़ म भाग लत ि अणगव सबस तर तक जाता ि मिनरि 8 हकमी चलता ि हजम मिनरि स 2 हकमी अहधक चलता ि अिम कवल 4 हकमी की तरी तय कर पाता ि

यह उपयदगकत कथन सिी िो तरो हननहलहखत म स कौन-सा एकमात कथन सिी िi अिम 5 हकमी चलता िii मिनरि सबस अहधक तरी तय करता िiii हजम 6 हकमी चलता िiv हजम मिनरि स अहधक तरी तक जाता ि

6 तथयो करो ढतढ़नािमा सरोनी कलपना तथा रवती अपनी-अपनी पस क फलो क हवय म बातचीत कर रिी ि िमा और कलपना करो सब पस ि कलपना सरोनी और रवती करो सतर पस ि िमा कलपना और सरोनी करो आलदबदखारा पस ि सबस कम फल हकस पस ि

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31बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

7 शब-सबध i अगदली का िाथ स विी सबध ि जरो पर क

अगतठ का (पर म ान चलना) स ि ii तरन का ताल स विी सबध ि जरो जाहगग

का (करोरग म ान zwjटक) स ि8 नीच हए गए शबो करो पदनगगहठत कीहजए ताहक

एक वाकय बन जाएmdash i I sweet apples like ii My project prize first won

9 अकर अनदरिम i S R Q P ( ) ii M O Q S ( ) iii T P L H ( )

नरोरmdash अशाहबक या अमततग तकग क उािरण आप हकसी मानकीकत परीकण पत स पापत कर सकत ि ऐस परीकण बाजार म उपलबध ि

सदभथ

गहलसकी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसगरोसवामी उा 2010 इतडलकरव एतड लडडलकरव रदीजलनतग ndash हडब ऑफ चाइलडहड ॉलगनलरव डविपमर अधयाय 15

पहबलशड ऑनलाइनगरोसवामी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसजॉनसन बन 2010 हाऊ र इगनाइर इतरिकचअि कयररयोलसरदी इन सरडरस जॉजग लदकास एजदकशनल फाउडशन यतकडलसग जकवी 1996 िलनिग ndash टजर लवइन ndash ररपवोर रत यतनसकरो ऑफ इररनशनल कहमशन ऑन एजदकशन फॉर

21st सचदरी यतनसकरो पररसडी नरोरा रीआ 2014 मल त ग सस ऑफ ररयलिरदी ndash लचर एतड लपरसपशन इन परवदी ड िाइफ सज पहबलकशन यत कलरोवसरीन जी 1994 साइकरोलॉजी ऑफ कयतररयरोहसरी साइोिॉलजि बिलरन वॉलयतम 116शकरर ज 2013 एतसाइकिोपदीलडया ऑफ माइतड सज पहबलकशन यतकwwwetlearningcom Early childhood learning ndash 5 way to develop your childrsquos curiosityHTTPSwwwasueduHTTPSwwwlaneccedu

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सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधारा एक ववशलषणातमक अधययन

परतिभा

कला समीका सौदरायानभति सजनातमकिा आतद परतरिराए मानव की सजानातमक तरिराओ स सबदध होिी ह आधतनक रग क अनक तवदानो न मनोतवजान क अधररनो म सजनातमकिा क सजानातमक आधार पर अपनी तवचारधाराए सातपि की ह रह शोध सजानातमक तवचारधाराओ क अिगयाि एक परमख तवचारधारा गसालवाद का दशरकला क पररपरकर म अधररन को इतगि करिा ह गसालवादी तवचारधारा का मि ह तक मनषर तकसी भी आकार को अलग-अलग इकाइरो क रप म न दखकर परयािा क सा दखिा व अनभव करिा ह जो कवल परतरकर ही नही बतलक मानव अतधगम समति और तवचार आतद को भी परदतशयाि करिा ह इस शोध अधररन म तवतभनन दशरकला तचतो का तवशलषर इसी तवचारधारा क सदभया म तकरा गरा ह

अतित तशतककातिकातिभागतिकातिदिालयतदलललीसरकारतदललली302िदाििगलीिअपारटमरजलीरलीरोडसातिबाबादगातजयाबाद201005

परसतावनामाििजलीििमकलातिकाकातििषसाििोिािइसकमितिकोउजागरकरििएराषzwjटलीयपाठयचयाटकीरपरखाmdash2005मसपषररपसइतगितकयागयाि तकlsquoिमकलाकमितिकीअतिकसमयिकउपकाििीकरसकिऔरिमबचचोमकलासबिली जागरकिा ि रतच क परसार-परोतसािि कतलएसारसभातििससाििऔरसारलीऊजाटलगादिलीचातिएिमारदिमकलािमटतिरपकिाऔरसासकतिकतितिििाकाजलीिा-जागिाउदािरणिउसमदिकिरभागकलोकऔरिासzwjतलीयगायिितय सगलीि पिल बिािा तमटली का कामआतद

िातमल ि इिम स तकसली भलीकलाकाअधययििमारयिा तिदात टयो कजािकोि किलसमदधकरगा बतलक िि सकक ल क बािर भली जलीिि भरउिककामआएगा

दशय और परदिटि दोिो िली कलाओ कोपाठयचयाटमतिकाकामितिपकणटतिससाबिाएजािकी जररि ि बचच इि कzwjतो म किल मिोरजिकतलएिलीकौिलिातसलिकरबतलकऔरभलीदकिाएतिकतसिकरकलाकीपाठयचयाटकदारातिदात टयोकोदिकीतितििकलातमकपरपराओसपररचयकरिािाचातिएकलातिकाआिशयकरपसएकउपकरणऔरतिषयकरपमतिकाका

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33सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

तिससा(कका10िक)िोऔरिरसकक लमइसससबतििसतििाएिोकलाकअिगटिसगलीिितयदशयकलाऔरिारकचारोकोिातमलतकयाजािाचातिएकलाकमितिकसबिमअतभभािकोसकक लअतिकाररयोऔरपरिासकोकोअिगिकराएजािकीजररििकलातिकणमजोरसलीखिपरिोितकतसखािपरऔरइसमदतषरसिभातगिापरआिाररििोrsquo

तिदालयलीतिकाकदौराििरसिरपरकलाकतितििमाधयमऔरसिरपबचचोकोखल-खलमिातिषयबदधरपमतिकतसििोिममददकरििउनिअतभवयतzwjतिककईरासितसखाििसगलीिितयऔर िारक तिदात टयो कआतमबोि उिकजािातमकऔरसामातजकतिकासमसिायकिोिि पकिट परातमकऔर परातमक सिरो पर य सभलीकलाए बिद मितिपकणट ि बचचभाषा परकति करपोकीखोजसियकीऔरअनयकीसमझआतदकोकला कमाधयमसआसािलीस तिकतसिकरसकििकलाकीपरितििलीऐसलीिोिलीितकसभलीबचचउसमभागलीदारलीकरसकिि

कलाऔरतिरासितिलपोकोतिकासजोड़िक ससािि िर सकक ल म उपलबि िोि चातिएइसतलए यि मितिपकणट ि तक पाठयचयाट म कलागतितितियोकतलएपयाटपिसमयिोिारक-ितयमकतिटकलासबिलीककाओकतलएघर-डढ़-घरकासमयचातिएजोर इसबािपरििीिो तकबचचियसकोकमािकोकतिसाबसकलासलीखयापकणटकलाकातिकासिोबतलककला-तिकाकमाधयमस बचचकोअपिआप तिकतसििोिका मौका

तदया जाए उि पर अतिक दबाि ि डाला जाएकछसालोमतिकककीसिायिासतिदाथीअपिसमपटणिमिििससििzwjतकलापररयोजिाएपरसििकरपाएगतजसकसाउिमसौदयटबोिगणितािशषठिाभलीपिपसकगली

सकक लोममाधयतमकऔरउचचमाधयतमकसिरपरकलापाठयचयाटकअिगटितिदाथीकोअपिलीरतचकीतकसलीभलीकलामतििषजिालिदलीजाएकलाकी िाललीम लिऔर उसकाअभयासकरिसमयतिदाथीइसउमरिककलािसौदयटबोिकसबिमकछसदधातिकजािभलीपरापिकरसकििजोजािकइसकzwjतकमितिकोगिराईससमझिममददकरगालोकतपरयकलाचचाटमसिभातगिाकरि पर तितभनि परकार की कला-परपराओ एिरचिातमकिाकीतििाओसतिदात टयोकोउिकीअलग-अलग रतचयो एि परपराओकी जािकारलीभली तमल सकगली इसतलए यि मितिपकणट ि तकपाठयचयाटमउचचयातिमिकलाकाउललखििोउसमिासzwjतलीयऔरलोककलाकाभदििोइससितिदाथीभलीियारिोसक गजोबारििीकतलएकलाकातििषअधययिकरिाचाििियाआगकलाकोिलीअपिावयिसायबिािाचाििि

िसििःlsquoसौदयटएिकलाकतितभनिरपोकोसमझिािउसकाआिदउठािामाििजलीििकाअतभनिअगिकलासातितयऔरजािकअनयकzwjतोमसजिातमकिाकाएक-दकसरसघतिषठसबििबचचकीरचिातमकअतभवयतzwjतिऔरसौदयाटतमकआसिादिकीकमिाकतिसिारकतलएसाििऔरअिसरमियाकरािातिकाकाअतििायटकतटवयि

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34 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अिः कला तिका पर तिकको को अतिकससािि सामगली दली जाए तिकक-परतिकण औरउनमखलीकरणमकलाससबतििमितिपकणटअियििोिचातिएिातकतिककदकिासऔररचिातमकढगसकलाका तिकणकरसक सािलीबालभििोकोसभली तजलाऔरखडसिरपरसातपितकया जाए इसस कलाऔर तिलप सबिली जािऔरअिभिकाअतिररzwjतितिकासिोसकगाऔरबचचोको तकसलीकलाको परतयकरपस सलीखिकाअिसरतमलसकगाइसकपररणामसिरपउिमसजिातमकिाकाअातिभाटिभलीिोसकगा

समलीकातमकरपमदखाजाएिोसौदयटिासzwjतकी मिोतिशलषणातमक परपरा कला समलीकाककzwjत मअपिा एकमितिपकणट साि रखिली िसौदयटिातसzwjतयो ि कला समलीका क तलए अिकदतषरकोण तदए कभली उनिोि तचzwjतो की समलीकाउिक भौतिक सिरप क आिार पर की कभलीउसस उतपनि िोि िालली माितसक परतरियाओ कआिार पर तकि गसरालरिादली तिचारिारा मकलाकारकीमाितसकअिसाको िलीअधययिकाआिारबिायागया तिदािो ियिमािा तकमिोिजातिकयगमतचzwjतदखिासमझिाअिभिकरिायाआिदपरापिकरिाइिसभलीकीपरतरियाएक समाि िली िोिली ि अाटि कलाकार अपिलीतचzwjत रचिा म तजस माितसक परतरिया स गजरिािदिटकभलीउसलीपरतरियासगजरिािऔरइिकामाििाि तकयतददिटककलाकार कसमािउसमाितसकपरतरियासगजरगािभलीििउसतचzwjतकायाटआिदलपाएगा

गसालवादी ववचारधारा यिआितिकमिोतिजािकीपरमखतिचारिाराओमसएकिआितिककालमपरायःसभलीतिदािोिमाििजलीिि क तितििपकोकोआिारबिाकरमिोतिजािसबिलीतिचारपरतिपातदितकएिआितिक मिोतिजाि का तिकास लगभग 20िीििाबदली क मधय स मािा जािा ि 1860 कबाद अिक तिचारिाराओ काआतिभाटि िआइसदतषरसिषट1860कबादस1905िककासमयभलीसपकणट तिशिमअतयिमितिपकणटकालरिा पतशचम म परायः सभली आितिक कला कआनदोलिो जसmdash परभाििाद उतरपरभाििादिििाद फाििाद सरलीलिाद आतद सभली इससमयमौजकदयतदभारििषटकसदभटमदखिोइसकसमकाललीिबगालिललीककलाकारकायटकररिऔरउिकसािलीआिदकमारसिामलीईबली ििल अरतिनद घोष रतिनदरिा ठाकरतििोदतबिारलीमखजथीअतसिकमारिलदरआतदकलाकारकलासबिलीपरयोगकरकलासौदयटपरअपितिचारवयzwjतिकररि

इसली परकार जमटिली म भली अिक तिदाि इसदौरािकायटकररि औरउसलीदौराििारसििामकतिदाििवयििारसबिलीअपितिचारपरसिितकएइसलीदौरािबतलटितिशितिदालयकिलीििियिकोिदथीमर कोिलरऔर कोफका ि अपि अधययिोकआिार पर गसरालर मिोतिजािकी िीि रखलीइि मिोिजातिको क मिािसार मािि मिअतयिजतरलएिअ टपकणटिोिािऔरतकसलीभलीवयतzwjतिकजलीििमउसकाअिदटिटिबििमितिपकणटिोिा

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35सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

िइितिचारकोिमाििमतसिषककोसजािातमकरप स समझि िए िातकट क दतषर स बौतदधकपषठभकतमकोसमझिकीचषराकीलगभग1910स1912िकइिलोगोिचलतचzwjतोकमिोिजातिकपिलओपरपरयोगतकएइसकतलएइनिोिकमरसअलग-अलगआसिोमतचzwjततलएपरतयकतचzwjतअपिआपम तसर िोिा िऔर इसक तलए इनिोि कछपरयोगतकएयतददोतचzwjतोकोकछसमयािरालसतदखायाजाएिोिदोअलग-अलगतचzwjततदखिितकियतददोिोतचzwjतोकोइििाजलदलीतदखायाजाएतकबलीचमसमयािरालििोिोिएकिलीतचzwjतकसमाितदखिििदथीमरिअपिपरयोगकदारायितिषकषटतिकालातकएककबाददकसरातफरिलीसराऔरइसलीपरकारकईतचzwjतजबजलदली-जलदलीतदखाएजािििोचलिकाआभासिोिाि

यदतपइितचzwjतोमतकसलीभलीिसिमगतिििीिोिलीऔरििलीपरदपरतदखाएजािपरउिमगतिआिलीिपरिजबउनिपरदपरतदखािििबदोतचzwjतोकबलीचमसपरकाििरातदयाजािाििोउसअिरकोदिटकसमझििीपाििपररणामसिरपदखििालकोगतिकाआभासिोिाि

इसलीपरकारउनिोिरखाओकोलकरभलीपरयोगतकए जस तक दो रखाए सा-साखीचली गइइऔरउिककोि तिपरलीितदिामकरतदएगएिोउससएकियपरकारकभरमकायागतिकाभािउतपनििोिाि

िदथीमरकामाििाा तक इसपरकार रखाओम गति सपषर या परतयक तदखाई दिली िऔरगतिसिदिा का अग ि इि परयोगो क आिार परगसरालरमिोिजातिको ियितिषकषट तिकालातकरखाओकपरयोगम पकणटिाकामितिपकणटयोगदाििोिािआकारकीपकणटिाकोिलीइिमिोिजातिकोिगसरालरकािामतदया

गसरालरिबदअगजलीभाषाकिबदगसरालरि(Gestalten) िाजमटिभाषा किबद गसरालरिकसमािि तकसलीभलीिसि कजािकोजोउसकआकार रगरपगतिआतद क दारा िोिा िकोगसरालरि किा जािा ि तजसकाअ ट िmdashरप(form)िापकणट(whole)जमटिभाषामगसरालरिबदतिमिदोअथोमपरयzwjतििोिािmdash1 तकसलीभलीपदा ट करपम उसकाआकारmdash

इसअ टम तzwjतभजकीतzwjतभजकाररिाचिभटजकी चिभटजकाररिा कसथी मज फक ल पतलीआतदकसपकणटआकारकोगसरालरकिग

2 गतिकरिमकोभलीगसरालरकिििजसmdashिाचिादौड़िाचलिाआतदअिःगसरालरिबदकापरयोगिमटऔरिमथी

(कमटऔरकिाट)दोिोअथोमतकयाजािािऔरइनिी परआग परयोगकरि िए गसरालरिातदयो िकछतसदधािोअिातियमोकीसापिाकीपरयोगोकआिारपरसातपितियमतिमििििmdash

समीपता का नियमयितियमबिािाितकजबकोईवयतzwjतिपषठभकतमम तकनिी तचििोकोदखिािऔरि तचििएकरिमबदधरपिारणतकएिएिोिििोउिकाकोई

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36 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अतसितिििीिोिापरियतदउनिपासलायाजाएिोिएक-दकसरकोअ टपरदािकरिितचzwjत1काअिलोकिकरिस इस तियमकाबोि सििः िोजािाि

तचzwjत1

तचzwjत3

तचzwjत2

समािता का नियमसमाििाकातियमबिािाितकजोिसिएआपसमसमाििोिलीियतदितकसलीभलीसमकिमतसरििोिअपिरपकोउससमकिमसपषरिापरदतिटिकरदिलीितचzwjत2मइसआियकाबोिसपषरिोिाि

परणता का नियमयि तियम सपषरकरिा ि तक तकसली िसि म यतदअिरालिया ररzwjतिसािियाउसक तिससकरिएििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआितिमभरिएतदखाईदिितचzwjत3काअिलोकिकरिसइसतियमकाबोििोिाि

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37सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

निरतरता का नियमयि तियम इस बाि का बोि करािा ि तक तजिउतजिाओकसाएकतदिामजाियाआिकीतिरिरिादखलीजािलीििोवयतzwjतिउनिएकसमकिमसगतठिकरकपरतयकलीकरणकरिाितचzwjत4मइसआियकाबोिसििःसपषरिोिाि

मिोतिजाि क अिगटि कायट करिा ि जो किलपरतयकणिलीििीबतलकमाििअतिगमसमतिऔरतिचारआतदकोभलीपरदतिटिकरिाि

िषट 1940 म कोफका ि lsquoपररॉबलम इि दसाइकोलरॉजलीइिआरटrsquoिामकतिषयपरवयाखयािदि िए अपि तिचार परकर तकए कोफका कामाििा ा तक तचzwjत क दारा कला का रसासिादितकयाजासकिाििाकलाएिकलासमलीकापरआिाररि मकलभकि तियमो काआिार लकर कलाकोपरसिितकयाजासकिािपिलकलाकतियाकोईभलीकतिएकदशयरपमपरतयकणकतियमोपरपरकरिोिलीिदकसराइसतरियामभौतिककलाकतिकीउपतसतििोिलीिअाटिजबतकसलीकलाकतिकीबािकरि ि िो दिटककी तचzwjत क परति िोििाललीमिोिजातिकतरियाभलीउसमसमातिििोिलीि

कोफकाका माििा ि तक तचzwjत म िसि जसलीतदखिलीिजररलीििीतकया टमभलीिसलीिोयितचzwjतमlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणिोिािlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणकाअ टितकसलीकचिरकीमखमदराओकोसमझिायापरसििकरिायिगण तकसली कचिरकीखिलीयादखकोपरसििकरिािकोफकाकामाििाितकतफतजयोिरॉमलीतचzwjतकीतििषिािोिलीि उसका परतयक तचzwjत मअपिा मितिपकणट साििोिािजसतकरगआतदकािोिाितफतजयोिरॉमलीतििषिः सिय म तििष गण ि उस तकसलीऔरिसिमििीबदलाजासकिािजसmdashकोईदशयउदासयादखली तदखाईदिाििो इसकायिअ टििीितकदशयतचzwjतिासििमउदासििरिउसतचzwjत को दखकर िो सकिा ि तक िम खिली का

तचzwjत4

गसाल मनोववजान और दशयकलाकोफकाकोिलरऔरिदथीमरिामकमिोिजातिकोको गसरालरमिोतिजािकाजिकमािाजािा ियदतप उनिोि कला पर सलीि-सलीि फोकस ििीतकयाा तकिउिक तिचारकलास िजदलीकसजड़िएिगसरालरतिचारिारामयिमािागयातकमिषयतकसलीभलीआकारकोअलग-अलगइकाइयोक रप म ि दखकर पकणटिा क सा दखिाऔरअिभिकरिािगसरालरमिोतिजािसजािातमक

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38 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

आभास उतपनि िो उस अतभवयतzwjति म तचzwjत कसपकणटितिसमातिििोििसपकणटिाकीतििषिाए(Propertiesofwhole)गसरालरतिचारिाराकामकलिजसmdashतबदिादकअिगटिजाजटसयकरादारातितमटि कति lsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo (A Sunday Afternoon on the Island of La Grande)यिकतिरगोकछोर-छोरतबदओदारातितमटिकीगईिपाससदखिपरतबदसपषररपस तदखाईदििपरियतदइसकलाकतिकोसपकणटिाकतसदधािपरदखाजाएिोएकसदरदशयिमारसामिआिािऔरिमउसदशयकाआिदलिि तचzwjत5मसपकणटिाकइसतसदधािकाआभासिोिाि

गसरालरतिचारािाराकाएकअचछाउदािरणििरली मातिस (Henry Matisse) दारा तितमटिकतिlsquoलाडासrsquo(La Danse)िजो तकगसरालर

तचzwjत5mdashजाजटसयकरादारातितमटिकतिlsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo

तिचारिारा क पकणटिा क तियम िा तिरिरिा कतियमपरआिाररििपकणटिाकतियमकअिसारतकसलीिसिमयतदअिरालियाररzwjतिसािििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआकतिकरपमतदखाईदिलीिइसलीपरकारमातिसकीइसकतिमआकतियोदाराबिायागयागोलआकारपकणटििीिउसमररzwjतिसािििबभलीिमपरतयकलीकरणकदाराउसपकणटपरिलीिकरििसािलीतिरिरिाकतियमकअिसारआकारोकोएकतदिामघकमि तचतzwjतितकयागयाििोदिटकउनिएकसमकिमसगतठिकरकउिकापरतयकलीकरणकरिा ि यदतप उिकीगति दोआकारो क िाोकबलीचकअिरालककारणरकरसकिलीिपरिसगठिकपरतयकलीकरणकदारादिटकउिकातिरिरगतिमिलीपरतयकलीकरणकरिािजसातकतचzwjत6ससपषरिोरिाि

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39सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

कोफकाकअिसारमाििपरतयकलीकरणमएकपरितििोिलीितकििसिलिकोपसदकरिाियाउसदखिाचाििाितकसलीभलीअसितलििसिकोदखकरििउसकसिलिकीकामिारखिाि

वनषकषषयि किा जा सकिा ि तक परतयकलीकरण एकसजिातमकितzwjतििजोlsquoगडगसरालरrsquoकीिरफलजािलीिअिःकोईभलीकलाकतिसियमlsquoगडगसरालरrsquoबिजािलीिकोफकाकायिभलीमाििाि तककोई भलीकलाकतिकलाकार क सियकीआिररकदतियाकाबाियपरकरलीकरणियितचत

याकायटकीिदधिासियमिलीदिटककोअपिलीदतिया म आमतzwjति करि की योगयिा रखिली िइसकतलएतकसलीअनयउपकरणकीआिशयकिाििी िोिली इसतलए कलाकार की अपि तचzwjत मगििआतमसाि िोिकी परतरिया उसक तचतमउसकीदतियाकोसजलीिरपमपरसििकरपािलीिअिःकिाजासकिाितककलाकारदारातकएगएतचzwjतणसउसकीसजिातमकिाकाबोििोिाि जो तक परतयकलीकरण दारा सपषर िो जािा िzwjतयोतकदखििालकोउसमसपकणटिाकाआभासिोिाि

तचzwjत6mdashििरलीमातिस(HenryMatisse)दारातितमटिकतिlsquoलाडासrsquo

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40 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरष

अिटिलीमरडरॉलफ1969तवजअल ततकगकतलफोतिटयायकतिितसटरलीपरसअसािातितपि2002मनोतवजान और तशका म मापन एव मलराकनतििोदपसिकमतदरआगराएमरतमकल(सपादक)1993द तवजअल माइड आ या एड म मतकसक तबजदएमआईपलीपरसकतजटबकसडली1987तवजअल इमतजनशन ndash एन इटोडकशन आ याएगलिडतzwjतलफसपरतरसिरॉलजयपरकािऔरदिली दयाल1973आधतनक मनोतवजान की ऐतिहातसक पषzwjठभतममधयपरदि तिदलीगअकादमली

भोपालमधयपरदिराषzwjटलीयितककअिसिािअौरपरतिकणपररषद2005राषटीर पाzwjठरचराया की रपरखाmdash 2005एिसलीईआररलीियली

तदलललीिमाटरामपालतसि1988मनोतवजान क समपरदारतििोदपसिकमतदरआगराउतरपरदििातसयायि1992वरवहाररक मनोतवजानकदारिारामिापरकाििमरठतिगिमाकट 2006ततकग तवजअलीएिलीएपतबलिसटतसिरजरलडwwwenotescomwwwwikipediaorgwikivisualperceptionwwwjstororg

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शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाश थियो की शियशमततषा ि िशकक उपलशि पर परभषाि

सीमा शमामा

शिकषा कषा लकषय मषानव वषयशzwjतzwjितव कषा परण शवकषास और मषानव अशिकषारो एव मौशलक सवzwjितरzwjिषाओ की परशzwjिषzwjषा को बढ़षानषा ह भषारzwjिीषय सशविषान क 86व सिोिन क दषारषा अनचद 21 (अ) को जोड़षा गषयषा ह शजसम 6 स 14 वरण zwjिक क बचचो क शलए शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार कषा परषाविषान शकषयषा गषयषा ह शजस शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 कहzwjि ह षयह अशिशनषयम 1 अपरल 2010 स दि भर म लषाग हो गषयषा इस कषानन म बचचो क शलए गरवतषापरण शिकषा की भी बषाzwjि कही गई ह इसी पररपरकषय म िोशिकषा दषारषा इस शवरषय पर िोि शकए जषान की आवशषयकzwjिषा महसस की गई zwjिथषा षयह जषाzwjि करन कषा परषयषास शकषयषा गषयषा शक शवदषालषय शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009 क शनषयमो कषा पषालन शकस सzwjिर zwjिक कर पषा रह ह शवदषाशथणषयो न शवदषालषयो म परवि ल zwjिो शलषयषा ह पर zwjतषयषा व उस शवदषालषय म शमतरो व शिकको स समषाषयोजन कर पषा रह ह zwjतषयषा व शवदषालषय म शनषयशमzwjि उपशसथzwjि हो रह ह इसकषा शवदषाशथणषयो की िशकक उपलशि पर zwjतषयषा परभषाव पड़ रहषा ह षयह िोि अधषयषयन मधषय परदि रषाजषय क zwjिीन शजलो mdash सीहोर होिगषाबषाद एव रषाषयसन क िहरी एव गषामीर कतरो क िषासकीषय व अिषासकीषय शवदषालषयो क ककषा 6 और 7 क 750 शवदषाशथणषयो 300 शिकक-शिशककषाओ 300 अशभभषावको क नषयषादिण पर शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन की परकशzwjि सववकर थी िोि अधषयषयन म परदत सकलन हzwjि उपकररो म (परषाथशमक सोzwjिो क रप म) शवदषाशथणषयो क शलए क शदरzwjि समह चचषाण व सषाकषातकषार अनसची शिकको व परिषानषाधषयषापको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली अशभभषावको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली िशकक उपलशि परीकर (शहदी गशरzwjि व अगजी शवरषयो क शलए) zwjिथषा सव-अवलोकन परपतर एव शदzwjिीषयक सोzwjि क रप म शवदषालषय उपशसथशzwjि रशजसटर zwjिथषा परीकषा परररषामो कषा परषयोग शकषयषा गषयषा परदतो कषा शवशलरर परशzwjििzwjि मधषयमषान परमषाशरक शवचलन ldquoटीrdquo परीकर zwjिथषा सहसबि दषारषा जषाzwjि शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन म शनषकरण क रप म पषाषयषा गषयषा शक शवदषालषय म शवदषाशथणषयो की शनषयशमzwjिzwjिषा औसzwjि स भी कम रहzwjिी ह zwjिथषा उनकी िशकक उपलशि भी शनमन पषाई गई शवदषाशथणषयो को ककषा म रोकन और शनषकषासन क शनरि परषाविषान क zwjिहzwjि रोकन पर भी व पढ़षाई म रशच नही लzwjि षयह शनषकरण भी सषामन आषयषा शक इस अशिशनषयम क लषाग होन क ह सषाल बीzwjिन क बषाद भी शवदषालषयो म पषयषाणपzwjि ससषािन उपलि नही हो पषाए ह शवदषालषयो म बषालक व बषाशलकषा क शलए पथक िौचषालषय zwjिक नही ह और जहषा पर पथक िौचषालषय ह वहषा की सफषाई नही होzwjिी ह शवदषालषयो म पसzwjिकषालषय की सशविषा सरकषा हzwjि बषाउणडीवषाल व गट की कमी ह कल शमलषाकर बचचो क शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009

सहषाषयक परषाधषयषापक (बीएड) बरकतउलाह विशिविदाय भोपा (मधय परदश) 462 026

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42 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

बच राषzwjटर क सिवोच भविषzwjय ह उनकी दखभा और वता करना हमारी विममदारी ह बचो की आिशयकताओ और उनक परवत हमार दावयति सविधान म बताए गए ह सविधान की धारा 26 क अनसार परतयक वयवzwjतत को वशका पान का अवधकार ह वशका का कय मानि वयवzwjततति का परमा विकास एि मानि अवधकारो एि मौवक सिततरताओ की परवतषzwjzwjा को बढ़ाना होगा भारतीय सविधान क 86ि सशोधन क दारा अनचद 21 (अ) को िोड़ा गया ह विसम 6 स 14 िरमा तक क बचो क वए वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परािधान वकया गया ह ससद दारा पाररत वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 बचो की शवकक आिशयकताओ क बार म राषzwjटर की नीवत को वनददवशत करता ह आि वकसी भी राषzwjटर की वसथिवत का आकन वशका क सतर दारा ही वकया िाता ह zwjतयोवक वशका ही नागररको की सपननता समवधि एि सरका क सतर को वनधामाररत करती ह वशका ही सामाविक आवथिमाक और सासकवतक पररितमान का शवzwjततशाी साधन ह वशका क दारा ही विदावथिमायो क कौश एि जान म िवधि होती ह भारत क विममदार और सवरिय नागररक बनन क वए वशका आिशयक ह इसी उदशय को कर 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश

भर म ाग हआ विस वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 कहत ह

िोि की आिशयकतषा एि औशितय 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश भर म ाग हआ सभी बचो को वनःशलक एि अवनिायमा वशका दन क उदशय स दश म सिमा वशका अवभयान कायमारिम को आरभ वकया गया थिा इसम सदह नही वक सिमा वशका अवभयान क अतगमात वकए गए परयासो स वशका स िवत अनक बचो का सको म दावखा कराया गया मिमदार (2011) क शोध दारा यह परदवशमात होता ह वक lsquoसक ो अवभयानrsquo स विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत बढ़ी ह बचो क शाा तयागन की सखया म भी कमी आई ह वकन आजादी क ह दशक बीतन क बाद आि भी हमार दश म बड़ी सखया म ऐस बच ह िो सक क बाहर ह एक सिदकर ररपोरमा क अनसार दश म 6 स 14 िरमा की आय क बचो की क सखया अनमानतः 22 करोड़ ह और इस आय िगमा क 46 परवतशत बाक (गभग 92 ाख) अभी भी विदाय की ौखर तक नही पह पात ह वशका का अवधकार कानन बचो को वनःशलक एि अवनिायमा बवनयादी वशका का अवधकार दता ह इस कानन म गरितापरमा वशका की भी बात कही गई ह परत उनका वरियानियन

कषा खलआम उललघन हो रहषा ह पषयषाणवरर सबिी समसषयषाओ उनक कषारर zwjिथषा शनरषाकरर आशद क बषार म अशिकषाि वषयशzwjतzwjिषयो कषा जषान zwjिथषयो zwjिक ही सीशमzwjि ह षयही कषारर ह शक अब zwjिक हम पषयषाणवरर सबिी शवशव दशषटकोर कषा शवकषास नही कर सक षयहषा zwjिक शक अपन ही भशवषषय क बषार म हम अब zwjिक वzwjिणमषान पीढ़ी को सचzwjि सवदनिील एव सषाविषान करन म असफल रह ह

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43शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

समवत रप स विदाय म नही हो पा रहा ह आायमा (2013) न अवनिायमा पराथिवमक वशका की नीवतयो क वरियानियन स सबवधत शोध वकया और पाया वक सक परशासको वशकको अवभभािको को वशका नीवतयो एि सरकारी सविधाओ की िानकारी का अभाि ह और ि इनह िानन म भी रव नही त ह वयास (2011) न शोध म यह पाया वक 45 परवतशत अशासकीय विदायो म कायमारत वशकको म वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 क परािधानो की िानकारी का अभाि ह फावससका (2008) न भारत म बचो को शाय उपवसथिवत एि उनकी माताओ क काम क बहसतरीय मॉड पर शोध म पाया वक िब माता को काम की अवधक अािशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनम बचो को सक भिन की परिवत कम होती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह मिमदार और रायौधरी (2011) न पराथिवमक सतर पर विदावथिमायो की शवकक उपवधयो क वए विममदार कारको का अधययन कर वनषzwjकरमा वनकाा वक विदावथिमायो को उनकी वनयवमत उपवसथिवत हत परररत वकया िाना ावहए वनयवzwjतत विभाग को विदावथिमायो क गरितापरमा परदशमान हत परवशवकत वशकको की वनयवzwjतत की िानी ावहए तावक सक ोड़ हए विदाथिथी भी शावम हो सक शरीिासति (2012) न आवदिासी विदावथिमायो म सक ोड़न की परिवत

आवदिासी विदावथिमायो क वए होसर सविधा 1961 स 2001 तक आवदिासी एि सामानय िनो म साकरता िवधि दर पर अधययन म पाया वक वप ौबीस िरयो म सामानय िन की अपका अनसवत िनिावत म साकरता दर बढ़ी ह 1981ndash1991 क दौरान मवहा साकरता दर अनसवत िनिावत म अानक बढ़ी वकत अनसवत िनिावत म सक ोड़न की दर भी बहत अवधक ह सामानयतः परारवभक वशका क बाद सक ोड़न की दर अवधक ह इसक परमख कारर हmdashखतो पर कायमा करना मजदरी पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद गाधी और यादि (2013) न पराथिवमक विदायो क वशकको की वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 क परवत िागरकता का अधययन वकया शोध अधययन स वनषzwjकरमा वनका वक मवहा ि परर वशकको की िागरकता म साथिमाक अतर ह परत शासकीय ि अशासकीय वशकको की अवधवनयम क परवत िागरकता म साथिमाक अतर नही ह

कमार (2014) न हररयारा परदश की नोड तहसी क पराथिवमक विदायो पर lsquoवनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009rsquo क परभाि का अधययन वकया शोध म पाया वक अवधवनयम क परभाि स विदायो म विदावथिमायो की नामाकन सखया बढ़ी ह अवधवनयम क वरियानियन क फसिरप वशकको क कायमाभार म िवधि हई अवधवनयम क वरियानियन क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ अवधवनयम क वरियानियन क बाद वशकर

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44 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवरिया म सधार हआ अवधवनयम क परभाि स विदाय म कायमापरराी म पररितमान आया अवधवनयम क परभाि स विदायो म आधारभत सविधाओ म विसतार हआ शzwjता (2014) न माधयवमक शााओ म भौवतक मानिीय ससाधनो का विदावथिमायो की उपवसथिवतयो उपवधयो पर पड़न िा परभाि का अधययन वकया उनहोन पाया वक विन शााओ म भौवतक ि मानिीय ससाधन पयामापत ह िहा विदावथिमायो की उपवसथिवत ि उपवध का सतर अचा ह पाणडय (2015) दारा शासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क काररो का त नातमक अधययन होशगाबाद ि इरारसी शहर क सदभमा म वकया गया शोध क वनषzwjकरमा क रप म पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

अतः इस विरय पर शोध वकए िान की आिशयकता ह वक विदाय (आररीई एzwjतर 2009) क वनयमो का पान वकस सतर तक कर पा रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर zwjतया ि उस विदाय म वमतरो ि वशकको स समायोिन कर पा रह ह zwjतया ि विदाय म वनयवमत उपवसथित हो रह ह इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इसी विजासािश शोवधका न इस विरय पर शोध करना आिशयक समझा

िोि क उदशय इस शोध कायमा क वनमनववखत उदशय थि mdash1 विदावथिमायो की वनयवमतता पर वनःशलक एि

अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना2 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर वनःशलक

एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना

3 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान का परभाि िानना

4 शवकक उपवध पर शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान का परभाि िानना तथिा

5 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय सहसबध जात करना

िोि की पररकलपिषाए इस शोध कायमा की वनमनववखत पररकलपनाए थिी mdash1 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार

अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह

2 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

3 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह

4 कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

5 शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

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45शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

6 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह

नयषादिथि परषारपइस शोध अधययन म मधय परदश राजय क तीन

विोmdashसीहोर होशगाबाद एि रायसन क शहरी एि

गामीर कतरो क शासकीय ि अशासकीय विदायो

क क 750 विदाथिथी 300 वशकक-वशवककाए तथिा

300 अवभभािक सवममवत थि इन 750 विदावथिमायो

म स 600 विदाथिथी शासकीय ि अशासकीय

सषारणी 1 mdash नयषादिथि कषा शिलिषार शििरण

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी

1 सीहोर 125 125 250

2 होशगाबाद 125 125 250

3 रायसन 125 125 250

कल 375 375 750

सषारणी 2 mdash नयषादिथि म सशमशलत अिषासकीय शिदषालयो म शिःिलक परिशित शिदषाथी सखयषा

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी1 सीहोर 25 25 50

2 होशगाबाद 25 25 50

3 रायसन 25 25 50

कल 75 75 150

सषारणी 3 mdash नयषादिथि म सशमशलत शिकको की सखयषा

कर स शिलषा शिकक शिशककषाए कल शिकक-शिशककषाए1 सीहोर 50 50 100

2 होशगाबाद 50 50 100

3 रायसन 50 50 100

कल 150 150 300

विदायो क कका 6 ि 7 क विदाथिथी थि और

150 विदाथिथी अशासकीय विदायो क वनःशलक

परिवशत विदाथिथी थि

िोि शिशिइस शोध अधययन हत शोधाथिथी न िरमानातमक

सिदकर विवध का परयोग वकया थिा

उपकरण इस शोध अधययन हत वनमनववखत उपकररो का

उपयोग वकया गया थिाmdash

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46 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 पराथिवमक सोत bull विदावथिमायो क वए क वरित समह ामा ि

साकातकार अनस ी bull वशकको एि परधान अधयापको क वए

सिवनवममात परशनािी bull अवभभािको क वए सिवनवममात परशनािी bull शवकक उपवध परीकर (वहदी गवरत

एि अगजी विरयो क वए)2 वदतीयक सोत (विदाय उपवसथिवत रविसरर

एि परीका पररराम)3 सि-अिोकन परपतर

परदतो क शिशलषण हत सषाशखयकी इस शोध अधययन म परदतो का विशरर करन क वए परवतशत मधयमान परमावरक विन lsquoरीrsquo-परीकर तथिा सह-सबध जात करन हत सकरर डायगाम और एसपीएसएस सॉफ़रियर का परयोग वकया गया

विशzwjलषण एि परिणामपररकलपना 1 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह वनःशलक एि

सषारणी 4 mdash नयषादिथि म सशमशलत अशभभषािको की सखयषामशहलषा परष कल100 100 200

अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता को विदायो म अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा जात वकया गया परापत आकड़ो को परवतशत म साररी 5 म दशामाया गया ह

साररी 5 क आधार पर सपषzwjर होता ह वक सीहोर वि म वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 32 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय म आत ह होशगाबाद वि क 40 परवतशत विदाथिथी परवतवदन विदाय आत ह तथिा रायसन वि म परवतवदन आन िा विदावथिमायो का परवतशत 36 ह इस परकार यह जात होता ह वक वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन ह असिीकत की िाती ह

सषारणी 5 mdash शिलिषार शिदषाश थियो की शियशमततषाकरस शिलषा कल शिदषाथी उपशशत शिदषाथी परशतित

1 सीहोर 50 16 32

2 होशगाबाद 50 20 40

3 रायसन 50 18 36

कल शिदषाथी 150 54 36

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47शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

पररकलपनषा 2 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत विदावथिमायो पर उपवध परीकर परशावसत वकया गया विसक पररराम साररी 6 म वदए गए ह

साररी 6 क आधार पर सपषzwjर ह वक 68 परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवत या करत ह 39 परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 परवतशत ह 51 परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो की अगजी क बड़ ि ोर अकरो को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह 69 परवतशत विदाथिथी आसान स शदो की सपवग भी नही वख पात ह 72 परवतशत विदाथिथी आसान

सषारणी 6 mdash शिदषाश थियो कषा िशकक उपलशि सबिी परशतित

कर स मखय शबद परशतित

1 वहदी म मातराओ की गवतया करना 68

2 बारहखड़ी का सही जान न होना 39

3 नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39

4 अगजी क ोर ि बड़ अकर न पहानन िा विदावथिमायो का परवतशत 51

5 अगजी का वहदी म अथिमा न िानन िा विदाथिथी 38

6 आसान शदो की ितमानी (सपवग) न बता पान िा विदाथिथी 69

7 सॉरी और थिzwjतय िस शद न वख पान िा विदाथिथी 72

8 पहाड़ और वगनती भी न सना पान िा विदाथिथी 57

9 िोड़ना और घराना क साधारर परशन ह न कर पान िा विदाथिथी 56

10 गरा और भाग नही कर पान िा विदाथिथी 67

स शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह 56 परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन भी ह नही कर पात ह 67 परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत पररराम स जात हआ वक मातर 39 परवतशत विदाथिथी ही उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 3 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह ातर एि

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48 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ातराओ की शवकक उपवधयो म साथिमाक अतर ह या नही यह दखन क वए री-परीकर का परयोग वकया गया परापत आकड़ो को साररी म दशामाया गया ह

साररी 7 क आधार पर सपषzwjर ह वक ातर एि ातराओ की शवकक उपवध परीकर क विशरर स परापत री-मान 198 ह िो वक df = 358 क वए 001 साथिमाकता सतर पर परापत मान 201 स कम ह अतः ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह सिीकत की िाती ह

सषारणी 7 mdash छषातर एि छषातरषाओ की िशकक उपलशि कषा टी-मषाि मधयमषाि ि अतर की सषा थिकतषा

करस समहकल सखयषा

मधयमषाि M

परमषाशणक शििलि SD

मषािक तरशटSE

टी-कषा सषारणी मषाि

शिषकषथिटी- मान

005 सारथकतासति पि

001सारथकतासति पि

1 ातर 180 217 361 0467 198 268 201

साथिमाक अतर नही2 ातरा 180 2206 415

पररकलपनषा 4 mdash कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर शवकक उपवध परशनािी परसावशत की गई थिी विसस परापत पररराम साररी 8 म वदए गए ह

साररी 8 स सपषzwjर होता ह वक वशकक परशनािी म विदावथिमायो की शवकक उपवध को जात करन स सबवधत परथिम परशन विदावथिमायो की पढ़ाई क परवत रव स सबवधत थिा विसम 86 परवतशत

सषारणी 8 mdash ककषा म रोकि और शिषकषासि कषा शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही 1 पढ़ाई क परवत रव 14 86

2 वनयवमत उपवसथिवत 36 64

3 विदाथिथी एि वशकक सबध 26 74

4 शवकक उपवध 34 66

5 परािधान का नकारातमक परभाि 21 79

कल परशतित 28 72

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49शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

वशकको न बताया वक विदाथिथी पढ़ाई म रव रह ह 36 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत वनयवमत ह िबवक 64 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िाएगा इसवए ि विदाय नही आत ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी एि वशकको क मधय सबध पिमा की त ना म अच नही ह िबवक 26 परवतशत वशकक सबधो को सामानय बतात ह 66 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की शवकक उपवध नयनतम ह 34 परवतशत वशकको का कहना ह वक पररवसथिवतयो को दखत हए विदावथिमायो की शवकक उपवध zwjीक ह 79 परवतशत वशकक यह मानत ह वक परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत सभी वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता

ह वक 72 परवतशत कारर यह सपषzwjर करत ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम ह कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह अतः पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 5 mdash शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परशनािी परशावसत की गई थिी विसस परापत आकड़ो को साररी 9 म दशामाया गया ह

सषारणी 9 mdash िषारीररक दड और मषािशसक उतपीड़ि क शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही

1 वनदानातमक ककाओ का आयोिन 74 26

2 अवतररzwjतत ककाओ म उपवसथित रहना 24 76

3 वनयवमत विदाय न आना 84 16

4 परीका क परवत ापरिाही 74 26

5 वशकर म रव का अभाि 86 14

6 वशकक की आजा का पान 26 74

7 अनशासनहीनता 79 21

8 शवकक उपवध 36 64

9 परािधान का नकारातमक परभाि 77 33

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50 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साररी 9 स सपषzwjर ह वक विदायो म 74 परवतशत वशकको का कहना ह वक ि वनदानातमक ककाओ का आयोिन करत ह परत 76 परवतशत विदाथिथी उन ककाओ म नही आत ह वनयवमत विदाय न आन िा विदावथिमायो का परवतशत 84 परवतशत ह 74 परवतशत वशकक यह बतात ह वक विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि विदाय म परीका क परवत भी ापरिाही करत ह 86 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म वशकर म रव का अभाि ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह 79 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म अनशासनहीनता ह विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परवतशत 36 परापत हआ 77 परवतशत वशकको का कहना ह वक शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम हई ह अतः पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 6 mdash विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क मधय साथिमाक सहसबध ह या नही यह दखन क वए वनयवमतता ि शवकक उपवध क परापताको क आधार पर एसपीएसएस क दारा सहसबध गराक की गरना की गई गरना स परापत आकड़ो को साररी 10 म दशामाया गया ह

साररी 10 स सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क विशरर स परापत r का मान 031 ह िो वक 001 साथिमाकता सतर पर मान 025 स अवधक ह इस परकार पररकलपना वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह सिीकत की िाती ह अतः विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध म साथिमाक सहसबध ह

सषारणी 10 mdash शियशमततषा ि िशकक उपलशि क मधय सहसबि गणषाक r कषा मषाि

करस िर कल सखयषा df r मषाि

r-सषारणी मषाि

005सारथकतासति पि

001 सारथकतासति पि

1 वनयवमतता 200 199031 019 025

2 शवकक उपवध 200 199

िोि अधययि स परषापत शिषकषथि इस शोध अधययन म शोधाथिथी दारा उदशयिार सि-वनवममात उपकररो एि वदतीयक आकड़ो क माधयम स िानकारी क सकन और साररीयन क उपरात उनका विरय-िसत विशरर एि सावखयकीय विवधयो क दारा विशरर वकया गया विसक उदशयिार वनषzwjकरमा इस परकार ह mdash

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51शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि का परभािवनःशलक एि अवनिायमा वशका क परािधान क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता की िा शोधाथिथी दारा सि-अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा की गई परापत आकड़ो का परवतशत वनकान पर पाया गया वक 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह 34 परवतशत विदाथिथी कभी-कभी विदाय आत ह और 30 परवतशत विदावथिमायो की उपवसथिवत मातर 20 परवतशत ही ह य ि विदाथिथी ह विनकी पाररिाररक वसथिवत zwjीक नही ह य विदाथिथी खती क काम म माता-वपता क साथि रहत ह या माता-वपता क मजदर होन पर ोर-भाई बहनो की दखभा करत ह तथिा क विदाथिथी ापरिाही या माता-वपता क धयान न वदए िान क कारर झzwj-बोकर विदाय नही िात ह इस परकार शोध की पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह असिीकत की िाती ह

इस शोध क उzwjतत वनषzwjकरमा की पवषzwjर फावससका (2008) क शोध स परापत वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक िब माता को काम की अवधक आिशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनक बचो म सक िान की परिवत कम होती िाती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता

बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह साथि ही इस शोध क वनषzwjकरमा की पवषzwjर शरीिासति (2012) क शोध स भी होती ह विसक वनषzwjकरमा म पाया गया वक परारवभक वशका को विदाथिथी का खतो म कायमा करना मजदरी करना पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद परभावित करत ह

ौतीस परवतशत विदाथिथी विदाय म कभी-कभी विदाय आत ह विदावथियो क साथि समह ामा म वनषzwjकरमा परापत हआ वक य ि विदाथिथी ह िो वक वनयवमत विदाय आन म रव नही त ह और विनह वशकको का वयिहार अचा नही गता ह तो क क अनसार िब ि विदाय आत ह तो वशकको दारा डारा िाता ह पढ़ाई म मन नही गता ह इस शोध क उzwjतत कायमा की पवषzwjर पाणडय (2015) क दारा वकए गए शोध कायमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

शवकक उपzwjवि पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि अविवनयम का परभािइस शोध म पाया गया वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत परररामो स वनषzwjकरमा परापत हआ वक 39 परवतशत विदाथिथी ही शवकक उपवध परीकर म उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका

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52 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

bull अड़सzwj परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवतया करत ह

bull उनताीस परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 ह

bull इzwjतयािन परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो वक अगजी क बड़ ि ोर अकर को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह

bull उनहार परवतशत विदाथिथी आसान शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह

bull बहार परवतशत विदाथिथी सॉरी और थिzwjतय िस शद भी नही वख पात ह

bull पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह

bull पपन परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन ह नही कर पात ह

bull सड़सzwj परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात हइस शोध वनषzwjकरमा की पवषzwjर खरि (2014) क

शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक शोध वनदानातमक ककाओ क अभाि म अगजी विरय क पररराम म कमी पाई िाती ह कमार (2014) क शोध वनषzwjकरमा म पाया गया वक अवधवनयम क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ इसका कारर यह हो सकता ह वक अवधवनयम क परािधान क अनसार विदावथिमायो को कका म रोकन और

वनषzwjकासन का वनरध ह अतः परीका परररामो म सधार हआ परत विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन हई ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि कका म िोकनल औि वनषकासन का वनषलि पराििान का परभाि इस शोध म पाया गया वक कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िा सकता इसवए ि विदाय नही आत ह तथिा पढ़ाई म रव भी नही त ह परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि शािीरिक दड औि मानवसक उतपीड़न का वनषलि पराििान का परभाि शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती असिीकत की िाती ह विदायो म विदाथिथी वनदानातमक ककाओ म उपवसथित ही नही होत ह विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि परीकाओ म भी ापरिाही करत ह विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह अथिामात अनशासनहीनता ह

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53शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता का शवकक उपzwjवि कल मधय सहसबि विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध ह अथिामात यवद विदाथिथी विदाय म वनयवमत विदाय िाता ह तो उसकी शवकक उपवध उच होगी इस शोध दारा परापत वनषzwjकरमा की पवषzwjर ॉस (2013) और अशमारी (2011) क शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो की उपवसथिवत दर का उनक सपरमा शाय उपवधयो पर गहरा परभाि पड़ता ह िो बच वनयवमत रप स वशकको का मागमादशमान परापत करत ह उनम अवधगम बहतर होता िाता ह

विदाzwjयो की वसरवत विदाय बचो क वए जान और मनोरिन का क रि होता ह विदावथिमायो का सपरमा िीिन विदाय स परभावित होता ह वशका का उदशय बचो को वनभमाय जानी सकम और समधि बनाना ह वकत विस तरह क विदाय भिनो म वशका दी िाती ह उसस जयादा कौश विकास की उममीद नही की िा सकती ह बचो क पढ़न क वए हर ककानसार कमर नही ह सको म वबिी साफ पयि का पखता इतजाम नही ह इस शोध अधययन स यह वनषzwjकरमा सामन आता ह वक इस अवधवनयम क ाग होन क ह सा बीतन क बाद भी विदायो म पयामापत ससाधन उपध नही हो पाए ह सपरीम कोरमा क बार-बार आदश दन क बाद भी सको म बाक ि बावका क वए पथिक शौाय तक नही ह और िहा पर पथिक शौाय ह िहा की सफाई नही होती ह सको म पसतकाय

की सविधा सरका हत बाउणडीिा ि गर की कमी ह क वमाकर बचो क वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 का ख आम उलघन हो रहा ह

िोि अधययि क िशकक शिशहतषा थिवनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम ितमामान समय म एक आशा की वकरर ह िो हमार विदावथिमायो क हमखी विकास और सिवरमाम भविषzwjय की नीि क रप म परसतत ह इसम बा-क वरित गवतविवधयो खोि आधाररत वशका ख -ख म वशका परीका क डर स दर भयमzwjतत िातािरर म वशका की बात परमख परािधानो म सवममत ह शासन ाह तो इस शोध अधययन क वनषzwjकरयो क अनसार िनवहत म नीवतगत वनरमाय वए िा सकत ह सममाननीय कायमा वसथिवत ि उवत ितन की वयिसथिा कर वशकको को परोतसावहत वकया िा सकता ह विसस वशकक खशी-खशी अपना कायमा कर

शोध अधययन क आधार पर जात हआ वक विदाय वशका क अवधकार अवधवनयम क परािधानो का वकस सतर तक पान कर रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर ि विदायो म वमतरो ि वशकको स वकस तरह समायोिन कर पा रह ह ि विदाय म वकतना वनयवमत उपवसथित हो रह ह तथिा इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इस शोध अधययन स नए तथय परकाश म आए ह इन तथयो पर आधाररत नीवतगत वनरमाय न और वरियानियन करन स हमार दश तथिा समाि का भविषzwjय उननत उजजि एि परभािकारी होगा

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54 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदभथि

अगिा वििय 2006 पढ़ो zwjिो ऐस पढ़ो इनरिा पववशग हाऊस भोपा मधय परदशआायमा ए 2013 कमपलसरी परषाइमरी एजकिन इन आधरपरदिmdashए पषाशलसी पीए डी शोध परबध आसाम

विशिविदाय असमआयमा पीक 2006 बचचो की परशzwjिभषा कस शनखषार मनोि पवकशस वदलीक रॉ 1969 कणzwjषा एव ददmdashअसषामषानषय मनोशवजषान मोतीा बनारसीदास वदली प107कमार अवन 2014 lsquoहररयारा परदश की होड तहसी क पराथिवमक विदायो पर वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका

का अवधकार अवधवनयम 2009 क परभाि का अधययनrsquo पीएडी शोध परबध बरकतउलाह विशिविदाय भोपा

कौ ोकश 2001 िशकक अनसिषान की कषाषयणपररषाली विकास पववशग हाउस पराव नयी वदलीकौवशक एसए 1977 शिकषा करम शवकषास वहदी गथि अकादमी ियपर रािसथिानकतरपा बीएस 2011 शनःिलक बषाल शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 एव शनषयम 2010 कतरपा पवकशन

इदौर मधय परदशखरि परदीप 2014 lsquoआवदिासी गामीर कतर की हाईसक म अगजी क पररराम का त नातमक अधययनrsquo एम एड घ

शोध परबध वशका महाविदाय खडिािॉन होलर 2002 बचच असफल कस होzwjि ह एकवय परकाशन भोपा मधय परदशपाडय और पाडय सिीि 2015 lsquoशासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क

काररो का त नातमक अधययनrsquo सषामषाशजक िोि षयोजनषा िॉलयम-2 प14पा एआर 2008 िशकक िोि मधयपरदश वहदी गथि अकादमी भोपाबघका वगिभाई 2001 मषाzwjिषा-शपzwjिषा स मारसरी बा वशकर सवमवतबघ रिािी और भपनरि वनगम 2009 िोि मथन ररसचण डषाzwjतषयमनटmdash2009 राजय वशका क रि भोपा प149मिमदार और रामौधरी 2011 lsquoअरडस इज िन ऑफ द मिर फzwjतरर फॉर अकडवमक परफॉमस ऑफ द सरडरस ऑफ

एीमटरी zwjतासस इशडषयन एजकिनल ररवषय िॉलयम-50 प47 एनसीईआररी नयी वदली

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शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथ एक शििचनषा

सनीता ससह

निःशलक एव अनिवारय बाल नशका का अनिकार अनिनिरम 2009 (आरटीईएकट 2009) क लाग होि क बाद पारनिक नशका का शनकक सतर कहा तक पहचा ह इस रथाथय को जािि क नलए इस शोि का चरि नकरा गरा था अनिनिरम क लाग होि क बाद निससदह बचचो क नलए साकर अनिकार सपनि मजबत बिि क रासत खल ह नकत नपछल सात दशको क बाद िी पारनिक नशका सावयिौनमकीकरण एव नरितम अनिगम सतर आिाररत शकनणक गणवता क लकर स काफी दर ह इस शोि अधररि हत शोनिका दारा उतर पदश राजर क पतापगढ़ और नमजायपर नजल क पाच पाथनमक एव उचच पाथनमक नवदालरो का चरि कर शोि अधररि नकरा गरा इस शोि अधररि म शोनिका दारा सवर चरनित नवदालरो का अवलोकि कर तथर एकनरित नकए गए इस शोि परि म नशका क अनिकार अनिनिरम स लािाननवत बालको का रथाथय पाथनमक नवदालर की शनकक गणवता का रथाथय पाथनमक नवदालरो की नगरती शकनणक गणवता क कारण नवदालर पबि सनमनत व नवदालर नवकास रोजिा का रथाथय निजी पड़ोसी नवदालरो का रथाथय निःशलक का रथाथय नवदालर दरी का रथाथय मलराकि (िो निटनशि पॉनलसी) पणाली का रथाथय तथा नशका क अनिकार कािि म वरापत नवरोिािास एव सशोिि की आवशरकता पर कछ सझावो स पररचर करारा गरा ह

सहारक आचारय राजीव गाधी दसषिणी पररसर बरकछा काशी सहद सवशवसवदालय मीराापर 231 001

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम स लषाभषाशित बषालको कषा यथषाथथसशषिा क असधकार कानन क दारा समाज का कौन-सा वगा सबस असधक लाभासवत ह इसक यथाथा को जानन क सलए परतापगढ़ जनपद क सदर बलाक क कछ गावो का चयन सवसभन जासत वगा की जनसखया बाहलयता क आधार पर सकया गया चयसनत गावो क पराथसमक व उचच पराथसमक सवदालयो का अवलोकन

आरटीईएकट 2009 म वसणात कछ सबदओ जसmdashसवदाथथी पजीकरण सखया सवदाथथी-सशषिक अनपात कषिो असतररकत कषिो की सखया सवदालय परबध ससमसत पयजल शौचालय (बालकबासलका) वयवसथा क असतररकत मधया भोजन कायाकरम का सकरयावयन सनःशलक पाठयपसतक यनीफॉमा सवतरण आसद को लकर सकया गया अवलोकन क दौरान नामासकत सवदासथायो क वगा सवशष को

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56 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

जानन का परयास सकया गया और चयसनत पराथसमक एव उचच पराथसमक सवदालयो क परधानाधयापको स पराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क कारणो को लकर सवसततत वाताा की गई तथा उनक दारा बताए गए कारण एव सझाव इस परकार ह

चयसनत परथम पराथसमक सवदालय बहलोलपर लोसहया गामmdashबहलोलपर जनपदmdashपरतापगढ़ म दो सहायक अधयापक व एक परधानाधयापक 80 छातो क सापषि सवारत थ सवदालय म सामाय जासत क दो तथा अय अनससचत जासत एव सपछड़ वगा क सवदाथथी थ सवदालय म एक शौचालय दो बाथरम व एक हडपप था एक असतररकत कषि सनसमात था परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता का कारण जानन पर उहोन कहा सक इन सवदालयो को मात गरीब मरदर शरसमक वगा क लोगो की मजबररयो न जीसवत रखा ह वतामान म सनयकत असधकाश अधयापक वासछत योगयता स उचच सशषिाधारी ह अतः बरोरगारी को दखत हए मजबरी म व नौकरी करत ह अतः सशषिक एव सवदाथथी दोनो को मजबरी खीचकर सवदालय म लाई ह ऐस म गणवता की आशा कस कर सकत ह पनः उनक दारा सवदालय म कम उपससथसत का कारण सवदासथयो का फसल कटाई घरल काययो मरदरी आसद म लग रहना बताया गया तथा एक कारण पराथसमक सवदालय क सशषिको का पराथसमक सशषिक सघ बनाकर नतासगरी करन और सशषिण असधगम म कम रसच रखन की परवतसत को भी बताया गया

उनका मानना था सक मधया भोजन कायाकरम क बहत स सकारातमक पषि ह परत इसक सकरयावयन म

सवदालय का एक सशषिक सबरी गस मसाला फल दध खरीदन तथा परसतसदन सखलान का सहसाब लगान म वयसत रहकर अधयापक वतसत स दर हो जाता ह और यह ससथसत सवदासथायो की एकागता को बासधत करती ह उहोन पयावषिण काया को सशषिा सवभाग क असतररकत अय सवभागो दारा करान और सरकारी पदो पर कायारत असभभावको क बचचो का परवश मात सरकारी पाठशालाओ म करान पर बल सदया उहोन सशषिको दारा सकए जान वाल गर-शषिसणक काययो को कम करवान पर भी बल सदया

चयसनत सदतीय सवदालय लोसहया गाम बहलोलपर का उचच पराथसमक सवदालय था जहा सवदाथथी पजीकत त सखया 35 पर तीन मसहला और तीन परष सशषिक सनयकत थ परष सशषिको म एक बससक सशषिा असधकारी (बीएसए) कायाालय व दो खडपरखड ससाधन क दर (बीआरसी) पर सलगन थ दो शौचालय (बालकबासलका) एक बाथरम व हडपप खराब ससथसत म था दो असतररकत कषि जजार ससथसत म थ परधानाधयासपका नसीम फासतमा जी न मायता परापत सनजी सवदालयो की मायता रदद करन पर रोर सदया व मधया भोजन कायाकरम क सचालन स परशान सदखी उनका कहना था सक कायाकरम दारा सरकार हमस चोरी करन को कहती ह और हम करत ह उहोन कहा सक सवदालय म कल नामासकत सवदाथथी पतीस ह सजनम स परसतसदन पचचीस ही आत ह यसद हम सवदासथायो की वासतसवक सखया रसजसटर पर चढ़ाए तो सवदालय बद हो जाएगा व सशषिक हटा सदए जाएग और कागर पर हम फसग अतः लगभग सभी पराथसमक सवदालयो म सखया बढ़ाकर भजी

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57शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

जाती ह मधया भोजन कायाकरम क सथान पर उहोन सवदासथायो क सनधााररत बक एकाउट म धन डालन का सझाव सदया उहोन कवल सरकारी सवदालय म पढ़ रह सवदासथायो एव उनक असभभावको को ही सरकारी योजनाओ की ससवधा सदए जान पर बल सदया परधानाधयासपका स लोसहया गाम होन क फायद पछन पर उहोन कहा सक सवदालय को कोई सवशष फायदा नही समला ह हा सड़क अवशय बन गई ह और परशाससनक असधकाररयो क औचक पयावषिण क डर स सशषिक सवदालय समय स आत-जात ह

सदतीय गाव सवकरमपर सवधानसभा षितndash सदरmdashपरतापगढ़ स दो पराथसमक सवदालय और एक उचच पराथसमक सवदालय का चयन सकया गया पराथसमक सवदालय सवकरमपर म एक परधानाधयापक एव कल चार सशषिक-सशसषिकाए सवदाथथी सखया साठ क सापषि सनयकत थ असधकाश सवदाथथी गरीबी रखा स नीच जीवनयापन करन वाल (बीपीएल) व अनससचत जनजासत वगा क थ पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा (सवकरमपर) म दो सशषिक एक सशसषिका एक परधानाधयासपका पजीकत त सवदाथथी सखया उतासलस क सापषि सवारत थ सवदालय म 20 स 25 सवदाथथी ही उपससथत समल उचच पराथसमक सवदालय सवकरमपर म कल चार सशसषिकाए नामासकत सवदाथथी सखया 31 क सापषि सवारत थी दोनो ही सवदालय सड़क सकनार थ अतः सशसषिकाओ की सखया सवदाथथी सखया क अनपात म असधक थी सवदालय म दो असतररकत कषि दो शौचालय व एक हडपप था असतररकत कषि म आगनवाड़ी क दर सचासलत था

पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा क परधानाधयापक क दारा मफत सशषिा पर असभभावको का कम भरोसा अगरी माधयम न होन सीध कषिा एक म सवदासथायो क परवश स सबसधत कारणो पर बल सदया गया उनका सझाव था सक यसद पराथसमक सवदालयो म अय सनजी सवदालयो की भासत पवा पराथसमक सवदालय (पल गप) सशषिा को भी जोड़ सदया जाए तो सरकारी सवदालयो की नामाकन एव शसषिक गणवता म वतसधि होगी उचच पराथसमक सवदालय की परधानाधयासपका और सशसषिकाओ न एक सवर म मधया भोजन कायाकरम को कवल कषिा एक स पाच तक लाग करन पर बल सदया वहा की एक सशसषिका न सझाव सदया सक सरकार को परतयक गाव म मधया भोजन योजना क दरो को राषzwjटीय खाद सरषिा असधसनयम 2013 क तहत खोल दना चासहए सजसस बचचो सक भोजन और सशषिा दोनो पराथसमक आवशयकताए गणवतापणा एव पारदशथी तरीक स पणा हो सक

तततीय गाव सजला मसजसzwjटट परतापगढ़ दारा चयसनत आदशा गाव बड़नपर चयसनत सकया गया जहा क पराथसमक सवदालय बड़नपर म नामासकत सवदाथथी सखया 63 पर छह अधयासपकाए कायारत थी सड़क सकनार सवदालय होन क कारण सशसषिकाओ की सखया बहत असधक थी सवदालय म चहार दीवारी चार शौचालय पयजल हत नल चार असतररकत कषि उतम बठक वयवसथा एव भौसतक ससाधन शयामपटट आसद उपलबध थ परधानाधयासपका स पछन पर सक आपक सवदालय म भौसतक ससाधन और सशसषिकाओ की कोई कमी नही सफर भी गाव

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क असधकाश सवदाथथी सनजी सवदालयो म कयो जात ह उहोन कहा हम भी बचचो को पढ़ाना चाहत ह मगर सजस असभभावक क पास फीस दन भर का पसा ह वह पराथसमक सवदालयो क माहौल को खराब मानकर अपन बचचो को यहा भजना अपमान समझत ह उनका मानना ह सक पसा दन पर ही सही सशषिा समलती ह नामासकत सवदासथायो म सभी अनससचत जासत-जनजासत वगा एव बीपीएल पररवार क थ परधानाधयासपका न सशषिको की सशषिण परसतबधिता म आई कमी को सशषिा की गणवता म सगरावट क सलए सजममदार बताया

चतथा गाव आसथाक रप स मधयम एव असधक जनसखया वाला गाम कमईपर चयसनत सकया गया पराथसमक सवदालय कमईपर म परभारी सहायक अधयासपका एक परसशषि-अधयापक एव एक सशषिासमत नामासकत सवदाथथी सखया 56 पर सवारत थ हडपप स गदा पानी सनकल रहा था दो शौचालय दो असतररकत कषि थ सवदासथायो क बठन हत चटाई थी सवदाथथी अनससचत जासत अनससचत जनजासत एव बीपीएल पररवारो स थ गामवाससयो का पराथसमक सवदालय क परसत दसषटकोण नकारातमक लगा व मानत ह सक 4 रपय 75 पस का परसत सवदाथथी भोजन व शलक सवहीन सशषिा गणवतापणा नही हो सकती सवदालय म कछ सवदाथथी नामासकत थ जो पराथसमक सवदालय म तो नामासकत थ परत सनजी सवदालयो म सशषिा गहण करत थ कारण पछन पर पता लगा सक य बालक कषिा पाच क बाद गामीण षित स नवोदय सवदालय की परवश परीषिा

म बठना चाहत ह अतः गामीणो की नकारातमकता कवल सरकारी पराथसमक सवदालयो स थी जबसक व नवोदय सवदालय और अय सरकारी सवदालयो को सममान की दसषट स दखत थ

पचम गाव मससलम बाहलय कटरा मदनीगज सवधानसभा षितmdashसदर जनपदmdashपरतापगढ़ स पराथसमक सवदालय कटरा म नामासकत सवदाथथी सखया 50 क सापषि चार सशषिक सवारत थ मससलम बाहलय होत हए भी मससलम सवदासथायो का अनपात कम था मससलम असभभावको को मदरसो पर असधक सवशवास था सवदालय म मससलम लड़सकया (बड़ी उमर 11ndash14 वषा) मात पाच थी व घरल काययो ससलाई एव साड़ी बनन म परायः वयसत रहती थी सवदालय म दो शौचालय (बालकबासलका) एक हडपप और दो असतररकत कषि थ बठक वयवसथा हत चटाई और दररया थी परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता क कारणो पर उपरोकत अय क भासत ही परकाश डाला गया

इस परकार लाभासवत बालको की दसषट स दख तो इस आरटीई एकट 2009 क लाग होन स अनससचत जासत-जनजासत गरीब बीपीएल काडा धारी एव कछ सपछड़ी जासत क बालक-बासलकाओ को सवाासधक लाभ हआ ह वही य सवदालय समावशी समाज की सकलपना स दर गरीबो क सवदालय क रप म सरसचत हए ह सपन एव अलपसखयक वगयो क सवदासथायो को इस एकट न कम आकसषात सकया ह अवलोकन स सवदालयो म चहारदीवारी एव खल क मदान की महती आवशयकता पररलसषित हई

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59शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

पषाथशमक शिदषालय की िशकक गणितषा कषा यथषाथथशसषिक गणवता बढ़ान क सदभा म सशषिा आयोग (1964ndash66) की ररपोटा म कहा गया ह सक ldquoसभी पराथसमक सवदालयो का यनतम सनधााररत सतर तक सधार करना परथम काया हrdquo सशषिा का असधकार असधसनयम म भी कोठारी आयोग क सझावो को सवीकार सकया गया ह सनससदह आरटीईएकट 2009 क लाग होन क बाद पराथसमक सशषिा म नामाकन 92 परसतशत (2005) स बढ़कर 96 परसतशत तक पहच चका ह परत ldquoअसरrdquo (सशषिा क सतर पर वासषाक ररपोटाmdash2014) की ररपोटा क अनसार गामीण भारत क आध बचच सामाय सतर स तीन कषिा सनचल सतर की शषिसणक गणवता रखत ह

यहा शषिसणक गणवता स तातपया बचचो की सहदी और अगरी भाषा की पसतक क पठन-पाठन गसणत की ससकरयाओ को हल करन एव लखन स सबसधत उपलसबधयो स ह शषिसणक गणवता का सशषिा का असधकार असधसनयम लाग होन क बाद क तलनातमक अधययन हत असर (गर-सरकारी सगठन) दारा सतmdash2008 2009 2010 और 2011 क अधययनरत सवदासथायो का करमशः अगली तीनो कषिाओ तक शसषिक उपलसबध का अधययन करन पर जात हआ ह सक सत 2008 क नामासकत सवदासथायो की शसषिक उपलसबध शष सत क सवदासथायो स अचछी थी सजला सतर की सशषिा हत सचना परणाली (डीआईएसई) की ररपोटा क अनसार कषिा दो क सवदासथायो को पढ़ना सलखना और 100 तक की सखयाओ की बनयादी ससकरयाए आनी चासहए

जबसक असर की ररपोटा क अनसार सत 2010 म 134 परसतशत 2012 म 248 परसतशत 2013 म 285 परसतशत 2014 म 325 परसतशत बचच अषिर नही पहचान पा रह थ सनषकषातः यह कहा जा सकता ह सक सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद अषिर न पहचान पान क करम म करमशः बढ़ोतरी हई ह गसणत की शषिसणक गणवता क सदभा म असर न कषिा 6 7 8 क सवदासथायो पर सकए गए सवव म पाया सक करमशः 322 परसतशत 378 परसतशत 442 परसतशत ही भाग ससकरयाओ म सषिम थ जबसक आठ वषथीय सकल सशषिण परणाली पणा करन क बाद 100 परसतशत सवदासथायो दारा भाग ससकरया हल कर लना यनतम सनधााररत मानदड क अतगात आता ह जबसक 50 परसतशत स भी कम सवदाथथी इस परापत कर पा रह ह अतः परशन यह ह सक कया य सवदाथथी अगली कषिाओ क सामाय गसणत ससकरयाओ को समझ सक ग

अगरी सवषय को पराथसमक सवदालयो म कषिा 1 स ही पढ़ाया जाता ह अतः अगरी शबदो वाकयो को पढ़न एव उनक अथा को समझन को लकर असर दारा सकए गए सवव स जात हआ सक कषिा 6 स 8 तक कवल 69 परसतशत बचच सकताब पढ़न म सषिम ह 20 परसतशत बचच अषिर पहचानत ह वही 14 परसतशत शबदो को पढ़ लत ह परत लब वाकय नही पढ़ पात ह 19 परसतशत वाकय पढ़त ह तो लब पाठ नही पढ़ पात ह इस परकार य आकड़ सगरती शषिसणक गणवता क यथाथा की सववचना करत ह डाइस (2013ndash14) की ररपोटा म कहा गया ह सक दश म कषिा 3 क आठ करोड़ बचच ह जो सरकारी

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सवदालयो म अधययनरत ह इनकी शसषिक गणवता पर ततकाल धयान दन की आवशयकता ह सजसस व बसनयादी षिमताओ को हाससल कर सक यदसप सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद कछ राजयो जसmdashमहाराषzwjट छतीसगढ़ पजाब आधरपरदश और कनााटक म पराथसमक सशषिा म सतोषजनक सधार भी आए ह (असर ररपोटा 2013ndash14)

पषाथशमक शिदषालयो की शगरती िकशणक गणितषा क कषारणपराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क सवसभन कारण ह सजनम स कछ सशषिक समदाय स कछ असभभावको स और कछ सरकार क ढलमल रवय तथा सशषिा का असधकार असधसनयम क कमरोर सकरयावयन पषि स जड़ ह अवलोकन क दौरान कछ महतवपणा कारण जात हए जसmdashपराथसमक उचच पराथसमक सवदालयो म सजममदार अनभवी परधानाधयापको का अभाव ह परायः सवदालय आपसी तालमल क दारा समतलय सहायक अधयापको क परभारी परधानाधयापक कायाभार गहण करन स चलता रहता ह अतः सवदालयो म अधयापक अनपससथसत की दर परायः बढ़ जाती ह दो सशषिकीय सवदालय एक सशषिक की अनपससथसत म एकल सवदालय म पररवसतात हो जाता ह उपससथत अधयापक सजगता स सवदालय खोलकर मधया भोजन को यथावत चलाकर पनः समय स सवदालय बद कर दता ह सवदालयो की शसषिक गणवता स सशषिक का कोई लना-दना नही होता ह सवदालयो म इस परकार

की खानापसता को राकन क सलए कशल अनभवी पररशरमी परधानाधयापक का होना आवशयक ह

पराथसमक सतर पर सजममदाररयो का सवक दरीकरण क दर स राजय राजय स सजला व सजला स खडपरखड ससाधन सतर एव याय पचायत ससाधन सतर और सथानीय सवदालय क परधानाधयापको सशषिको तक सकया गया ह इसक असतररकत परतयक सजल म सजला सशषिा परसशषिण ससथान भी शषिसणक गणवता सवधान म महतवपणा भसमका सनभाती ह परत य सभी पयावषिक सवा सशषिा असभयान मधया भोजन कायाकरम कसतरबा गाधी सवदालय सनःशलक पसतक सवतरण डस सवतरण भवन चहारदीवारी शौचालय असतररकत कषि सनमााण सवदालयो की रगाई-पताई सवसभन परकार क परसशषिण जनगणना मतगणना बथ सतर क असधकारी क रप म (बीएलओ) काया टीकाकरण आसदवासी जनजासत सवदालयो क सचालन आसद काययो म वयसत रहत ह अतः इन सभी योजनाओ क बीच शषिसणक गणवता का अहम काया परभासवत होता ह

अवलोकन क दौरान चचाा करन पर पता चला सक पराथसमक सतर पर कोई भी सथानीय नता अपन परभाव को सदखाकर अपन नरदीकी सशषिक नताओ को मनपसद सवदालय स सबधि करवा दत ह और बससक सशषिा असधकारी भी धन अजान की दसषट रखत हए सशषिको क मन मतासबक सथानातरण एव सबधिीकरण करत ह सजसस सवदाथथी-सशषिक अनपात सबगड़ता ह पररणामतः शसषिक गणवता परभासवत होती ह

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61शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

सशषिा क असधकार कानन क लाग होन क बाद सनससदह भवन एव असतररकत कषि सनमााण का काया बहत तीवरता स सकया गया ह इसक पीछ कारण ह सक सशषिको न सशषिण क सथान पर ठकदारी म अचछी रसच सदखाई ह कयोसक इसस कछ असतररकत धन कमाया जा सकता ह

शसषिक गणवता सगरन का एक और कारण उचच पराथसमक सवदालयो की पराथसमक सवदालयो क सापषि सखया म कमी होना ह उतर परदश राजय क परतापगढ़ सजल म परसत 108 सरकारी पराथसमक सवदालयो क सापषि 35 उचच पराथसमक शालाए ह माधयसमक एव उचचतर माधयसमक शालाओ (कषिा 9 स 12 तक) का अनपात यन ह परतापगढ़ सजल क सववषिण अनसार असधकाश गामीण सरकारी उचचतर माधयसमक शालाओ म गसणत एव सवजान सशषिको की कमी ह इस कारण गामीण सवदाथथी सवजान सवषय नही पढ़ पात ह तथा कोसचग की धारणा को बढ़ावा समलता ह इस परकार सरकारी योजनाओ और सशषिा क असधकार कानन का यथाथातः सकरयावयन नही हो रहा ह गणवता क आकड़ कागरो पर सदखाई दत ह ऐस म सरकार स उममीद ह सक वह दढ इचछाशसकत सदखात हए पराथसमक सशषिा म बढ़ रही घसखोरी को सनयसतत करन का परयास कर सजसस योजनाओ का सही एव धरातलीय सकरयावयन हो सक

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शिदषालय पबि सशमशत एि शिदषालय शिकषास योजनषा कषा यथषाथथ सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 म भाग 2 म सवदालय परबध ससमसत का गठन एव कतावय का

सववरण ह असर क आकड़ो क अनसार यह ससमसत सवदालयो म असभलख सवरप ह सजसम गाव क कछ लोग और असभभावको क नाम कल 15 की सखया म दजा सकए गए ह सवदालय परबध ससमसत (एसएमसी) बठक सवदालय म कम होती ह 743 परसतशत बठक जलाई-ससतमबर क बीच हई ह बठको म उपससथत सदसयो का परसतशत मात 13 ह सवदालय परबध ससमसत क सचालन का यथाथा जानन क सलए परतापगढ़ सजल क सदर बलॉक क सात पराथसमक सवदालयो को चयसनत कर वहा क सवदालय परबध ससमसत क सदसयो दारा सवसनसमात सवदालय परबध असधकार व जागरकता परशनावली को भरवाया गया आसानी स उपलबध 20 असभभावको का साषिातकार भी सलया गया इसस जात हआ सक 90 परसतशत सवदालय परबध ससमसत सदसयो असभभावको को इसक कतावय तथा असधकारो की जानकारी नही ह कवल 20 परसतशत जागरक असभभावको न सवदालय स जड़ी समसयाओ जसmdash चहारदीवारी सवचछ पयजल बठक वयवसथा आसद पर अपना सवचार सदया कछ असभभावको दारा बठक स सबसध त परशन पछन पर उहोन कहा सक जलाई माह म परवश करान आए थ तब मासटर साहब न हसताषिर करवाए थ परधानाधयासपका तथा अधयापको दारा सवदालय परबध ससमसत स सबसधत कोई भी जानकारी पवा म नही दी गई थी

इस परकार चाह सवदालय म परबध गाम सशषिा या अय और कोई नवीन ससम सत भी बन जाए जब तक उसक परसत जागरकता सतर एव उसक सकरयावयन पषि को मरबती स लाग नही सकया

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जाएगाmdashशसषिक गणवता म सधार सभव नही ह सवदालय सवकास योजना क यथाथा को जानन क सलए असर क आकड़ो का सहारा सलया गया ह असर (2013ndash14) की ररपोटा क अनसार लगभग 19 परसतशत सवदालयो न सवदालय सवकास योजना बनान की बात सवीकार की परत परतयषि परमाण नही सदखाए जबसक 423 परसतशत म सवदालयो म सवकास योजना का परतयषि परमाण उपलबध था वही 388 परसतशत सवदालयो म सवदालय सवकास योजना स सबसधत दसतावर सनसमात नही सकए गए थ इस परकार सशषिा का असधकार असधसनयम म वसणात सवदालय परबध ससमसत एव सवदालय सवकास योजना मात ससधिात बन कर रह गए ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शनजी पड़ोसी शिदषालयो कषा यथषाथथतलनातमक रप स भारत व अय दशो जसmdashजी-8 व कनाडा आसद दशो क पड़ोसी सवदालय सावाजसनक सकल परणाली को अधययन करन स जात हआ सक इन दशो म पड़ोसी सवदालय वह सवदालय ह सजसका अपना पड़ोसी होता ह और वहा की सरकार दारा इस पड़ोसी सवदालय षित क अतगात चाह सजस वगा (वसचत गरीब अमीर सासद सवधायक मरदर सकसान) का बालक हो वह उसी षित वाल सवदालय म सशषिा पान का हकदार होता ह उन सवदालयो की सजममदारी ह सक सबना छटाई जाच-सवाल क वह उन बालको को परवश द व मफत सशषिा द इस परकार वहा क पड़ोसी सवदालय यहा क पड़ोसी सनजी सवदालय की तलना म समावशी समाज क लकय को सावाजसनक

सकल परणाली क अतगात आसानी स परापत कर लत ह अतः सनयोजनकतााओ व सरकार को सशषिा क असधकार असधसनयम म सनसहत पड़ोसी सवदालय सपरतयय को वयापकता दकर सनजी सवदालयो को सनयसतत कर सरकारी सवदालयो की शसषिक दगासत को रोकन एव बढ़त बारारीकरण पर अकश लगान क सलए परसतबधि होना होगा

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शनःिलक कषा यथषाथथसशषिा क असधकार असधसनयम म वसणात सनःशलक का तातपया सनजी सवदालय टयशन फीस माफ करन क रप म लत ह वहा पढ़ रह 25 परसतशत वासछत वगा क बालको स अय मदो जसmdashपरीषिा पररवहन खलकद रडकरास सकाउसटग एव सवकास क नाम पर फीस ली जाती ह इस तरह परतयक तीसर माह य बचच 300ndash400 र तक सवदालय म फीस जमा करत ह जो सामायतया उनकी पहच स जयादा होता ह इस परकार असधसनयम म वसणात सनःशलक की अवधारणा को वयापक बनात हए मफत सशषिा दन की आवशयकता ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शिदषालय दरी कषा यथषाथथ एि सझषािकछ राजयो जसmdashसदलली उतर परदश तसमलनाड पजाब इतयासद म बालको को बस या अय पररवहन साधन स करमशः 125 सकमी 5 सकमी 7 सकमी 75 सकमी की दरी सवदालय पहचन म तय करनी पड़ती ह वही असधसनयम क भाग 4 क छठव सबद म सवदालय दरी पराथसमक व उचच पराथासमक सवदालयो क सदभा म करमशः 1 व 3 सकलोमीटर तय की गई ह असधसनयम क लाग होन क परारसभक

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63शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

दशक म इस मानक को परापत करना कसठन ह अतः उचच पराथसमक सवदालयो को पररवहन वयवसथा दकर सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) तथा सवषयवार सशषिण-असधगम की आवशयकता नामाकन दर एव शसषिक गणवता को आसानी स बढ़ाया जा सकता ह इसक असतररकत नवीन सवदालयो की सथापना स पवा सवदालय क सथान की जाच की महती आवशयकता ह

शिदषालय सरचनषा स सबशित सझषािसनजी सवदालयो की सवदालयी सरचना इस परकार की होती ह सक कषिा 1 स 8 या 12 तक क सवदाथथी एक ही सवदालय म अधययन करत ह पररणामसवरप सवदासथायो का सवदालयो क अधयापको व अय सवदासथायो स सबध मरबत होता ह जबसक सरकारी सवदालयो म नामासकत सवदाथथी को 1 स 12 तक की सशषिा परी करन म लगभग तीन सवदालयो म परवश लना होता ह पररणामतः सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) सभावना बढ़ जाती ह अतः भसवषय म उचच पराथसमक एव पराथसमक सतर तक क सवदालयो को एक चहारदीवारी क अदर सरसचत करन की आवशयकता ह सजसस अनभवी परधानाधयापको सशषिको एव पयजल की वयवसथा की कमी स सनपटा जा सक

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित मलयषाकन (नो शिटिन पॉशलसी) पणषाली कषा यथषाथथ एि सझषािभारतीय परपरागत सशषिा परणाली बालको की परीषिा जाच-परख मलयाकन परीषिा परणाली पर सनभार थी बदलत समय क साथ सतत एव समग मलयाकन गसडग परणाली को अपनाना सनसशचत

रप स सकरातमक कदम ह कयोसक इसस सवसथ परसतसपधाातमक वातावरण एव समग वयसकततव सनसमात होता ह परत सतत एव समग मलयाकन क तहत नो सडटशन पॉसलसी कषिा 1 स 8 तक सवदासथायो की बोडा की कोई परीषिा न लना (आरटीईएकट 2009 की धारा 30 (1) क अनसार) बोडा परीषिाओ का समापत करना सशषिको को नो सडटशन पॉसलसी क सदभा म परसशषिण न द पाना आसद कछ ऐस महतवपणा कारक ह जो सशषिा का असधकार असधसनयम क लाग होन क बाद-सगरती हई शषिसणक गणवता का कारण बन गए ह

शिकषा क अशिकषार कषानन म वयषापत शिरोिषाभषास एि सिोिन की आिशयकतषा1 सनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा असधकार

असधसनयम 2009 लाग होन क बाद सवसभन सवदान सशषिासवदो क मतमतातर को पढ़न और सनन क बाद कानन क परसत समझ सवकससत हो जान पर कछ सबदओ म सवरोधाभास पररलसषित होता ह जसmdashअसधसनयम की धारा चार म परवश की उमर क सबध म कहा गया ह सक सजन बालको न पढ़ाई छोड़ दी ह या पढ़ाई परी नही की ह यसद व 6 वषा की आय क ऊपर सवदालय म परवश लन आत ह तो उनको उनकी उमर अनसार कषिा म परवसशत सकया जाए सदतीय सवशष परसशषिण सदया जाए तततीय 14 वषा क बाद भी इह परारसभक सशषिा पणा करन का असधकार होगा शाला म परवसशत सकसी भी बालक को अनतीणा न करन का परावधान ह धारा 30 (1) म बोडा परीषिा स

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मसकत व धारा 30 (2) म परारसभक सशषिा पणा करन वाल बालको को सनधााररत रीसत क परमाण पत दन का परावधान ह इन सभी परावधानो को यसद एक ही शाला सजसम दो सशषिक दो बड़ी कषिा एव एक बरामदा ह उसम लाग सकया जाए तो बहकषिीय और बहसतरीय असधगम परणाली को लाग करन की आवशयकता होती ह जो वयावहाररक रप स ऐस सवदालयो म सभव ही नही ह इस परकार वसणात परावधानो को यसद लाग भी सकया जाए तो आरटीई एकट 2009 क शरआती वषयो म सशषिको की सजममदारी बढ़ जाती ह जसmdash परथमतः वह वासछत बचचो को सचसहत कर सवदालय लाए उह उमर अनसार कषिा म परवश द सवशष परसशषिण द परत इन सब क दौरान वह उह अनशासनहीनता पर दसडत नही कर सकता ह न फल कर सकता ह अतः जहा सशषिक की सवायता पर सनयतण ह वही उस पर असतररकत सशषिण बोझ भी सदखाई दता ह

2 सशषिा क असधकार असधसनयम का सामासजक आधार समावशी समाज को सनसमात करना ह परत असधसनयम म वसणात कई सनयम सवसभन सवदालयो जसmdashसरकारी अनदान परापत सवशष शरणी सकल अनदान न पान वाल सनजी सकलो पर समान रप स लाग नही होत ह तदपरात शसषिक भदभाव एव सवषमता उतपन होती ह परायः धनाडय लोगो क बचचो क परवश हत चयसनत सवदालय को वतामान समय म एक परसतषठा का सवषय मानत ह व नही चाहत सक

जहा उनकी बाई चपरासी डाइवर का बचचा पढ़ वहा उनका बचचा भी अधययनरत हो इसी पररपरकय म यथााथ ससथसत को जानन क सलए डीएलएड परथम वषा क सवदाथथी-सशषिको क 14 सदवसीय इटनासशप क दौरान समराापर शहर क राजकीय इटर कॉलज बीएलज इटर कॉलज आया कया इटर कॉलज शरी माता परसाद माता भीख इटर कॉलज क कषिा 6 7 8 क सवदासथायो का सामासजक-आसथाक आधार जानन स जात हआ सक उपरोकत सभी सवदालयो क 80 परसतशत सवदासथायो क सपता सकसान मरदर दरथी मोची ठला लगान पचर जोड़न का काया करत ह य सभी सवदाथथी बीपीएल पररवारो स थ अवलोकन दारा यह भी पररलसषित हआ सक सरकारी सवदालायो म पढ़ान वाल सशषिक परधानाचाया या चपरासी का भी बचचा उस सवदालय म नही पढ़ता था असर क आकड़ो म भी असधसनयम क लाग होन क बाद उतर परदश राजय म सनजी सवदालयो म सवदाथथी नामाकन बढ़न क तथय सदए गए ह उदाहरणतया 2006 म जहा 322 परसतशत सवदाथथी नामासकत थ वही 2014 म यह परसतशत 458 ह

असधसनयम म 6 स 14 वषा आय को सनधााररत सकया गया ह जबसक सयकत राषzwjट बाल असधकार सममलन को आधार मानत हए 18 वषा को बालय उमर क मानक क रप म सवीकार सकया गया ह भारतीय ससवधान क अनचछद 45 एव नीसत सनदवशक ससधिातो म

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65शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

भी 0ndash6 आय वगा को जोड़ा गया ह सववोचच यायालय क 1993 उनीकत षणन फसल न भी इस पषट सकया ह अतः पराथसमक सशषिा को पवा पराथसमक सशषिा एव उचच पराथसमक को माधयसमक सशषिा म सयोसजत करत हए उमर पररसध को बढ़ान की महती आवशयकता ह

3 सशषिा क असधकार कानन म शाला सशषिण सवसध सीखन का मलयाकन सभी की सधिासतक वयाखया की गई ह परत इसक वयावहाररक सकरयावयन म अतराल सदखाई दता ह जस कषिा 1 स 5 तक एकल सशषिक सवदालय म सीखना-ससखाना गसतसवसध अवषण सवसध आसद स कर पाना मात पररकलपना ह

4 सशषिा क असधकार असधसनयम म सशषिको की यनतम अहाताओ को सशसथलीकरण करत हए 23 (2)व सबद पर पाच वषा की अवसध क भीतर यनतम अहाताए असजात करन क सलए अधयापक सशषिण ससवधा उपलबध करन की बात कही गई ह सवसभन राजय सरकारो दारा परा सशषिक सशषिाकमथी ससवदा सशषिक अनदशक आसद को सजला सतर पर सनयसकत दी जाती ह सजसस सशषिक पद की जवाबदही घट गई ह वतामान समय म उतर परदश म सशषिा समतो की सथायीकरण एव उनकी शसषिक योगयता का मददा यायालय म लसब त भी ह राजय सरकारो दारा सशषिक पातता परीषिा (टट) जसी परीषिा को पास करन का सनयम एक सधारातमक कदम ह सफर भी पारदसशाता और उचच सशषिक परसशषिणो की आवशयकता ह इसक सलए सजला

सशषिा-परसशषिण ससथानो म सशषिक-परसशषिको की तवररत सनयसकत की आवशयकता ह

5 सशषिा का असधकार असधसनयम क अधयाय 5 की धारा 29 (1) व (2) क अकादसमक परासधकारी उपधारा (1) म उललसखत पाठयचयाा और मलयाकन क सनमााण म वसणात कछ सबद जसmdashसशषिा स बालक का सवाागीण सवकास बालक की जान षिमताओ परसतभा का सपणा सवकास तथा शारीररक एव मानससक षिमताओ का सपणा सवकास कवल लाइनो को बढ़ाना ह य दोहराव सशषिा का असधकार असधसनयम क परसत समझ व सपषटता को कम करत ह

6 सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 क सफल सकरयावयन हत अफसरशाही सनयतणो को परसतसथासपत कर समान गणवतापरक सकल पधिसत को लाग करन की आवशयकता ह जो सनससदह दषपरापय तो ह परत सभव नही ह इसस सवततता क असधकार का हनन तो होगा सकत समानता और समावशी समाज की सकलपना सच हो सकगी इसस सवततता क नाम पर बढ़त कोसचग ससथानो सवदालयी सशषिा क वयावसायीकरण पर अकश भी लगगा इसका फायदा उचच सशषिा क पररपरकय म होगा कयोसक यसद सभी सवदालयो म समान पाठयकरम समान वातावरण समान माधयम लाग होगा तो उचच सशषिा की परवश परीषिाए सवतः ही अतग यहण षिमता की जाच पर आधाररत होगी न सक जान की माता को जाचन वाली ऐसी पररससथसतयो म सवदासथायो का सवाागीण सवकास सभव हो पाएगा

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सदभथ

असर 2014 एिअल सटटस ऑफ एजकशिल ररपोटय असर नयी सदललीकमार कत षण 2009 सशषिा का असधकार कानन (इटरवय) नशका नवमशय नवबर-सदसबर सवशषाक पत 17ndash16 जयपरजन पकज एस और रवीदर एच ढोलसकया 2009 सशषिा क असधकार सवधयक को अमल म लान की सभावयता या

वयवहायाता इकॉिोनमक एि पॉनलनटकल वीकली भाग 11 अक-25 जन पत 38ndash43 मबईडाइस 2013 सकल एजकशन इन इसडयाndashररपोटा यपा नयी सदललीधनकर रोसहत 2014 सशषिा दशान रररत और अथा नशका नवमशय सवशषाक मई-जन पत 24ndash29 जयपरभारत का राजपत lsquoसनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा का असधकार असधसनयम 2009rsquo सखया-39 अगसत 27 2009

भारत सरकार नयी सदललीरना सवनोद 2009 सशषिा का असधकार कानन कोठारी आयोग क समान सकल क ससधिात स तलना नशका नवमशय नवबर-

सदसबर सवशषाक पत 8ndash16 जयपरसदगोपाल असनल 2009 सशषिा का असधकार काननmdash नव उदारवाद का नया चहरा नशका नवमशय नवबर-सदसबर

सवशषाक पत 49ndash61 जयपरसारगपासण एम पदा 2009 कम लागत की सनजी सकल सशषिा गणवता वयावहाररकता और वाछनीयता नशका नवमशय

नवबर-सदसबर सवशषाक पत 40ndash43 जयपरwwwdisein

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गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदात थियो क सिितर रप स सीखन क अिसिो का अधययन

सरिता बोबडमधलिका वमामा

भारत का भविषय ककाओ म विवममित होता ह विसम सिततर रप स विकण अविगम क अिसर वमलत ह राषटरीय पाठयचयामि की रपरखाmdash2005 की अििसा और विःिलक एि अवििायमि बाल विका का अविकार अविवियम 2009 क अिरप गवतविवि (एबरीएल) आिाररत अविगम कायमिकरम आरभ वकया गया था यह िोि अधययि सिवकणातमक था इसम इदौर विल क गवतविवि आिाररत अविगम दारा विकण पापत कर रह विदावथमियो म सिततर रप स सरीखि क अिसरो का अधययि वकया गया उपकरण क रप म अिलोकि मापिरी का उपयोग वकया गया विसम गवतविवि आिाररत अविगम सामगरी स सबवित 12 कथि बिाए गए थ नयादिमि म इदौर विल क सरकाररी विदालयो म चल रह गवतविवि आिाररत विकण क अतगमित अधययि करिा रह विदालयो क कका पाचिी क विदावथमियो एि विकको को वलया गया अधययि स पापत पदतो का विशलषण पवतिताक विवि स वकया गया विसम विदावथमियो ि गवतविवि आिाररत अविगम क विवभनि लोगो (वचहिो) क उपयोग पर 1250 पवतित ि हा पर एि 8750 पवतित िही विकलप पर सहमवत दरी डरॉप बरॉकस का उपयोग िाल कथि पर 8150 पवतित ि हा पर एि 1850 पवतित ि िही विकलप पर सहमवत दरी वकट सामगरी का उपयोग पर 86 पवतित ि हा विकलप पर एि 14 पवतित ि िही पर सहमवत दरी गवतविवि क दौराि सिततरता पर 82 पवतित बचचो ि सहमवत वयकत की विकक सहयोग पर 8550 पवतित ि सहमवत दरी माइलसटोि का उपयोग करि की सिततरता पर 8650 पवतित तथा कका म बात करि की सिततरता पर 93 पवतित ि सहमवत िताई इस पकार गवतविवि आिाररत अविगम पर औसति 64 पवतित विदावथमियो ि सहमवत वयकत की एि 36 पवतित ि असहमवत वयकत की अतः विदावथमियो क सिततर रप स सरीखि क अिसरो क सदभमि म गवतविवि आिाररत विकण पभािरी पाया गया

पीएचडी िोिाथथी लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001 िररषठ वयाखयाता लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001

परसिािनाभाित का भलवषय तथा भागय कका म लनलममात िोता ि इसलिए लिकण अलधगम परलरिया एक मखय लबद ि इसक लिए लिकक दािा सतत रप स परयास लकए

जा िि ि लक लिकण अलधगम परलरिया को सधािा जा सक (कोठािी आयोग 1966) परािलभक लिका क िोक-वयापीकिण ित सवमा लिका अलभयान को आग बढात िए सबकी अपका ि लक परतयक बचच को

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सीखन क बिति अवसि औि परिलथलतया उपिबध िो अनक कािणो स परािलभक ककाओ म दो या तीन लिकक कायमाित ि औि उनि एक साथ एक िी समय म दो या दो स अलधक ककाओ का सचािन किना पड ििा ि अतः एक साथ इन ककाओ का सचािन किना अतयत चनौतीपणमा ि लजसका उलचत समाधान किना िमािी आवशयकता बन गई ि अतः लनःिलक एव अलनवायमा बाि लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो म भी पराथलमक ककाओ म 30 बचचो पि एक लिकक का परावधान लकया गया ि

िाषटीय पाठयचयामा की रपिखा mdash 2005 की अनसिा क अनरप मधय परदि म सन 2008ndash09 म गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम का आिभ लकया गया था लवगत पाच वरषो क ककागत अनभवो लिकको बचचो पािको लिकालवदो िोध लनषकरषो स परापत सझावो एव बचचो क लनःिलक एव अलनवायमा लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो क परिपरकय म परचलित गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम की समीका किना आवशयक परतीत िो गया था बचचो को गलतलवलध आधारित लिकण क साथ मानलसक तनाविलित सतत एव समगर मलयाकन उपिबध किाया जाए यि सभावनाए क वि गलतलवलध आधारित अलधगम म सलनलशचत की जा सकती ि इस अवलध म लिकक साथी बचचो को रलचपणमा व िोचक तिीक स गलतलवलध आधारित लिकण किा सक ग कयोलक छोटी ककाओ म अधययनित बचचो क सीखन का ति उनक सीखन की गलत औि सीखन की कमता म भी वयापक अति िोता ि अथामात िम कि सकत

ि लक पथक-पथक लवरय म परतयक बचच की सीखन की गलत औि कमता भी पथक-पथक िोती ि

भाित म गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सात िाजयो पलशचम बगाि ओलडिा िाजथान लबिाि गजिात छतीसगढ औि मधय परदि म सचालित िो ििा ि मधय परदि क इदौि लजि म यि 40 लवदाियो म चि ििा ि लजसम इदौि गरामीण कतर म 20 लवदािय एव इदौि ििि म 20 लवदािय िालमि ि

गतितिति आिारिि अतिगम तिकषण गलतलवलध दािा लिकण म लवदाथथी पणमा रप स सलरिय िोता ि साथ िी उसम उसकी अलधकालधक इलरियो का परयोग िोता ि लजसस वि अलधक सीखता ि औि जान थायी िो जाता ि गलतलवलध उसक जान को वयाविारिक जीवन स जोडती ि इसस एक तिफ तो लवदाथथी म उस लवरय क परलत नीिसता समापत िो जाती ि विी दसिी ओि उसकी तकमा िलकत का लवकास िोता ि उसकी लरियािीिता एव सिभालगता बढ जाती ि इन सबका परभाव उसकी अलधगम कमता पि पडता ि लजसस उसकी अलधगम कमता का ति बढ जाता ि

गलतलवलध आधारित लिकण का मखय उदशय सभी गणो स सपनन आदिमा मनषय का लनमामाण किना ि कयोलक गलतलवलधयो दािा लिकण किन स लवदालथमायो का सवाागीण लवकास िो सकता ि

गतितिति तिकषण की परिभाषाएडोलफ फ िि (1963) क िबदो म ldquoलरियािीि लिकण बािक की वातलवक परकलत की सभी सववोतम बातो का लवकास किन का परयास किता

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69गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

ि इसकी परिभारा कायमारिम लिकण लवलध स लनलशचत निी की जा सकती इसम गलतलििता परिवतमानीय िrdquo

गलतलवलध लिकण म ज सी मोिीसन (1996) का नाम भी परलसदध ि इनक अनसाि ldquoइस लिकण कायमारिम म बित स कायमा लकए जात ि लजसस लक पाठयरिम म लवलभनन गलतलवलधयो को समालित लकया जा सक इसम बािक िोध औि िाव-भाव की गलतलवलधयो म तथा अपन कायमा कतर म अपनी परलतलदन की गलतलवलधयो की योजना बनान म काम िता िrdquo

गतितिति आिारिि अतिगम क घटकगलतलवलध आधारित लिकण कायमारिम म बचचो को वततर रप स सीखन पि मितव लदया गया ि इसलिए इस कायमारिम म सीखन क उदशयो की परालपत क सभी ततवो को एक-दसि स कलडयो क रप म जडना आवशयक ि तथा इनकी सामगरी क उपयोग को भी इतना आसान बनाना जरिी ि लक बचच वय इनका उपयोग किना सीख सक इस कायमारिम म सभी घटको को छोट-छोट मोलतयो की मािा क रप म लपिोया गया ि गलतलवलध आधारित लिकण म बचचा सीखन की परलरिया म रिमबदध रप स आग बढता जाता ि

गतितिति आिारिि अतिगम क घटको क जडन की परतरिया

bull माइलसटटोन mdash गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम म सीखन क उदशयो को पाठयरिम क अनसाि रिमबदध रप स कई चिणो म बाटा गया ि एव परतयक चिण को माइिटोन किा गया ि इसम बचच अनक िोचक औि आनददायी गलतलवलधयो स सीखत िए रिमबदध रप स आग बढत ि

bull लटोगटो (तिहन)mdashपरतयक माइिटोन म लकसी एक लवरय-वत को सीखन क लिए कई अिग-अिग गलतलवलधया दी गई ि िि एक गलतलवलध को लकसी एक परतीक लचिन स दिामाया गया ि परतीक लचिन को िोगो किा गया ि lsquoिोगोrsquo यानी सक त लचिन परिवकीय वतओ पि आधारित ि औि बचच उनस परिलचत िित ि

bull सीखन की सीढ़ी mdash माइिटोन औि िोगो को रिमबदध रप स बढत रिम म वयवलथत लकया गया ि लजस सीखन की सीढी नाम लदया ि यि सीढी बचचो को रिमवाि गलतलवलधयो स सीखन क लिए लनददलित किती ि िोगो को दखकि बचचो क मन म अलधक तथयो को वय किक सीखन की इचछा बिवती िोती ि

bull डरॉप बरॉकस mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम क अतगमात बचचो को परोतसालित लकए जान क लिए कई गलतलवलधया दी गई ि परलतलदन लवदािय म िोन वािी गलतलवलधयो क साथ-साथ अपन घि परिवाि औि समाज क बीच घटनाओ या समिण क बाि म अपन लवचाि अपनी बात अपन सझाव लिखकि डरॉप बरॉकस म डाि सकत ि इस बरॉकस म बचच उपकाओ औि समयाओ को भी लिखकि डाि सकत ि

bull तकट सामगी mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम म गलतलवलधयो पि आधारित सामगरी को गलतलवलध आधारित अलधगम लकट क रप म पराथलमक लवदाियो को उपिबध किाया गया ि लजसम इस सामगरी को िखा गया ि

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जसmdash काडमास लिकण अलधगम सामगरी िोगो टीकि समि िोगो सीखन की सीढी अभयास पलतका गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण लिकक मागमादलिका पोटसमा आलद

िटोि का उदशयगलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसिो का अधययन किना

िटोि की परिकलपनागलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसि परापत िए िोग

नयादिथि इस िोध अधययन का परकाि सवदकणातमक था इस िोध कायमा म नयादिमा क रप म इदौि लजि क सिकािी लवदाियो म चि िि गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण क अतगमात अधययन किवा िि लवदाियो क कका पाचवी क लवदालथमायो तथा लिकको को लिया गया लजसम 10 लवदािय गरामीण एव 10 लवदािय िििी थ लवदालथमायो एव लिकको का सामालजक-आलथमाक ति समान था औि य सभी लनमन एव मधयमवगथीय परिवािो स सबलधत थ लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध दािा लकया गया गलतलवलध का माधयम लिदी भारा था

उपकिणइस िोध अधययन म लजन आलरित चिो का आकिन लकया गया उसम गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम की परभाविीिता क अधययन

ित वततर सीखन क अवसि अविोकन मापनी लनलममात की गई अविोकन मापनी म गलतलवलध आधारित अलधगम सामगरी स सबलधत 12 कथन थ जो लक लवदालथमायो क पाठयरिम स सबलधत थ इस अविोकन मापनी को लवदालथमायो दािा भिवाया गया इसम कोई समय सीमा निी दी गई थी एव उति एक िाइन म लिया गया

परदतत सकलन तितिइस िोध अधययन ित नयादिमा क रप म इदौि लजि क गलतलवलध आधारित अलधगम लवलध दािा सचालित िासकीय पराथलमक लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध स लकया गया

नयादिमा क रप म 20 लवदाियो का चयन लकया गया लजसम स 10 िििी एव 10 गरामीण गलतलवलध आधारित लवदािय थ नयादिमा म लवदािय क कका पाचवी क समत लवदालथमायो एव लिकको को लिया गया नयादिमा क लिए गलतलवलध का माधयम लिदी िखा गया िोध उपकिणो की सिायता स परदत एकलतरत लकए गए कायमा योजना का अनसिण कित िोधाथथी दािा वय लवदािय जाकि अविोकन लकया गया लजसम माइिटोन िोगो सीखन की सीढी डरॉप बरॉकस का अविोकन लकया गया

सातयकीय िकनीकइस िोध अधययन म परदतो का लवशिरण परलतिताक लवलध दािा लकया गया

परिणामो की तिििनाइस िोध अधययन म गलतलवलध आधारित लिकण की ककाओ क लवदालथमायो को सीखन क वततर

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71गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

अवसिो की मापनी दी गई मापनी स परापत परदतो का परिणाम एव लवशिरण सािणी 1 क अनसाि लदया गया िपरम कनmdashldquoसीढी क लकतन पद वय बनाए िrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी अतः किा जा सकता ि लक लवदालथमायो न ldquoसीढीrdquo क पद वय निी बनाएतदिीय कनmdashldquoिोगो का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा पि अपनी सिमलत

सािणी 1mdashतिदात थियो म सीखन क सिितर अिसि अिलटोकन मापनी स परापि परिणाम

करमाक कनपरतििि

हा नही1 सीढी क लकतन पद वय बनाए ि 1250 8750

2 िोगो (लचिन) का उपयोग लकस परकाि लकया गया 1250 8750

3 डरॉप बरॉकस का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8150 1850

4 लकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8600 1400

5 गलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गई 8200 1800

6 आपको वततर रप स सीखन क लकतन अवसि लमित ि 8150 1850

7 कया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात ि 8550 1450

8 कया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता ि 8750 1250

9 कया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती ि 3100 6900

10कया आपको अपनी इचछा क अनसाि माइिटोन स अभयास किन की वततरता ि

8650 1350

11कया आपको अपनी रलच क अनसाि (िोगो) का उपयोग किक पढन की वततरता ि

700 9300

12 कया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता ि 9600 400

दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो न ldquoिोगोrdquo गलतलवलध का कम उपयोग लकयाििीय कनmdashldquoडरॉप बाकस का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8150 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो दािा ldquoडरॉप बरॉकसrdquo का उपयोग लकया गयािि थि कनmdashldquoलकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन पि 86 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 14 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः

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72 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

गलतलवलध आधारित अलधगम म लकट सामगरी का उपयोग लकया जाता ि जो लक गलतलवलध लिकण म सिायक सामगरी िपिम कनmdashldquoगलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गईrdquo इस कथन पि 82 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 18 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो को गलतलवलधयो की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो क अलधगम म वलदध िोती िछठा कनmdashldquoआपको वततर रप स सीखन क लकतन वततर अवसि लमित िrdquo इस कथन पि 8150 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को सीखन क अलधक-स-अलधक अवसि परदान लकए जात ि लजसस लवदालथमायो म लिकण क परलत रलच बढती ि अतः यि परभावी लिकण िसाििा कनmdashldquoकया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात िrdquo इस कथन म 8550 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1450 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लवकलप लिकण म लिकक सभी लवदालथमायो की मदद कित िआठिा कनmdashldquoकया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता िrdquo इस कथन पि 8750 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न निी

लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लिकण कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि िर िो जाता िनौिा कनmdashldquoकया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती िrdquo इस कथन पि 69 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी एव 31 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप चना अतः गलतलवलध अलधगम म ldquoलकट सामगरीrdquo लवदालथमायो को अपन पास निी िखन दी जातीदसिा कनmdashldquoकया आपको अपनी इचछानसाि lsquoमाइिटोनrsquo स अभयास की वततरता िrdquo इस कथन पि 8650 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1350 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः किा जा सकता ि लक गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी इचछानसाि माइिटोन स अभयास की वततरता दी जाती िगयािहिा कनmdashldquoकया आपको अपनी रलच क अनसाि िोगो का उपयोग किक पढन की वततरता िrdquo इस कथन म 93 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना एव 07 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप को चना अतः गलतलवलध आधारित लिकण म लवदालथमायो को अपनी रलच क अनसाि ldquoिोगोrdquo का उपयोग किक पढन की वततरता परदान निी की गईबािहिा कनmdashldquoकया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता िrdquo इस कथन म 96 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप का चयन लकया एव 4 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी

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73गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

बात किन की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो म अपनी बातो को किन की कमता बढती ि अतः यि परभावी ि

गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण की परभाविीिता का अधययन लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म लकया गया ि लवदालथमायो म सीखन क वततर अवसि अविोकन मापनी क आधाि पि अधययन लकया गया गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि परिणाम परापत िए लजसम िा का परलतित 6496 परलतित पाया गया एव निी का परलतित 3504 परलतित पाया गया अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सीखन क वततर अवसिो क सदभमा म लवदालथमायो क लिए परभावी पाया गया अथामात लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि किा जा सकता ि लक लवदालथमायो को सीखन क वततर अवसि परापत िए अतः िोध अधययन की परिकलपना सतय सालबत िोती ि

तनषकषथि bull लवदालथमायो क सीखन क वततर अवसि म

ldquoिोगोrdquo एव ldquoमाइिटोनrdquo का कम उपयोग लकया गया अतः लवदालथमायो को िोगो एव माइिटोन उपयोग की जानकािी कम थी

bull लवदालथमायो न डरॉप बरॉकस एव लकट सामगरी का गलतलवलध क दौिान वततर रप स सीखन म अचछा उपयोग लकया

bull गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी बात किन की पणमा वततरता एव इचछानसाि माइिटोन का उपयोग किक सीखन की वततरता भी ििती ि

bull गलत लव लध आधारित अलध गम लि कण म समि म गलतलवलध क दौिान समय परबधन एव समि बनान म समया आती ि

ितकषक तनतहिा थि लिका क कतर म कायमा किन वाि समत वयलकतयो क लिए वतमामान िोध का मितवपणमा उपयोग ि इस िोध स परापत परिणामो का उपयोग कि पाठयप तक िखक लिकक लवदाथथी औि िोधाथथी मागमादिमान ि सकत ितिकषकmdashअगि लिकक गलतलवलध आधारित लिकण कायमा कित ि तो व अपन लवरय म अलधक स अलधक अलधगम उदशयो को परापत कि सकत ि तिदाथीmdashलवदाथथी लकसी कलठन परकिण को गलतलवलध आधारित अलधगम क माधयम स सििता स समझ सकत ि िटोिाथीmdashिोधाथथी इस िोध अधययन क आधाि पि अलधगमकतामा की आवशयकता को धयान म िखकि लवलभनन लवरयो क लवलभनन परकिणो की गलतलवलधयो का लवकास कि सकत ि

सदभथि कापस वरामा 2012 कका सातवी क गलणत लवरय ित गलतलवलध लिकण का लवदालथमायो की िकलणक उपिलबध एव

लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

गपत िाम बाब 1995 भारतरीय विका और उसकी समसयाएmdashमदावलयर कमरीिि ितन परकािन मलदि आगिा उति परदि

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74 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

जिा तबसम 1993 पवमा-पराथलमक लिकक परलिकण ति पि लरिया आधारित अनदिन की परभालवता का अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

जन िलिकिा औि पलणमामा पलडत 2014 पराथलमक िािा क गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम लजिा लिका एव परलिकण सथान बीजिपि इदौि मधय परदि

झािानी एम 2014 मधय पदि गवतविवि आिाररत अविगम कायमिकरमmdashविकक मागमिदविमिका िाजय लिका क रि भोपाि मधय परदि

बच एमबी 1983ndash1988 फाथमि सिव ऑफ एिकििल ररसचमि वरॉलयम 2 एनसीईआिटी नयी लदलिीभािदाज एस औि एम कटािा 2005 एलकटलवटी बड टीलचग िलनाग टटजीस इन िाजमा किासरमस साइको वलविवसटक

असोवसएिि ऑफ इविया वरॉलयम 1 प 70ndash76िाषटीय िलकक अनसधान औि परलिकण परिरद 2005 िाषटीय पाठयचयामा की रपिखाmdash2005 एनसीईआिटी

नयी लदलिीिलिथा एमएस 1981 इफ लकटवनस ऑफ ए टटजी ऑफ टलनग फरॉि इटीगरलटग टीलचग लकलस ऑन टीलचग कपीटस

ऑफ टडट टीचसमा लडपाटमामट ऑफ परॉट-गरजएट टडीज एड रिसचमा इन एजक िन मसि लवशवलवदािय इलडया साि िाक ि कमाि 1996 कका पाचवी क लिए पयामाविणीय लिका ित लवजान पाठयरिम गलतलवलध का लवकास क सदभमा म

अधययन एम एि अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदिलसि नवनीत 2013 कका छठी क लवदालथमायो ित लवजान लवरय पि परदिमान लवलध एव लवकलसत गलतलवलधयो की परभालवता

का लवजान लवरय म उपिलबध एव परदिमान लवलध क परलत परलतलरियाओ क आधाि पि अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

िरिििण पी 2005 इफ लकटवनस ऑफ एलकटलवटी ब ड िलनाग मथडोिोजी फाि एिीमटी कि एजक िन wwwcryorghttpwwwncertnicinrightsidelinkspdfframeworkncf_hindi_2005ncf2005pdf

निनि परॉलिसी ऑन एजक िन 1986 httpwwwncertnicinoth_anounnpe86pdf

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इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक अधययन

(ियाडिजय और डिजयान वयिसयाय क डिशष सदिथि म)

सजीव कमार शका

इस शोध अधययन स यह जञात करन कञा परयञास ककयञा गयञा कक कयञा वगग कवशष क कवदञाक गयो की अकिरकियञा ककसी दसर वगग कवशष क कवदञाथी स किनन-किनन होती ह परतयक बञालक की रकि परवकति कषमतञा योगयतञा किनन होती ह आज अकधकञाश कवदञाक गयो क सञामन शककषक एव वयञावसञाकयक समसयञाए बनी रहती ह कजनह व सवय नही सलझञा सकत बञालको कञा सवञाागीण कवकञास करन क कलए यह जञाननञा आवशयक ह कक व ककस कषतर म आग बढ़ सकत ह बञालको की िञावी सफलतञा म उनकी अकिरकियो कञा कञाफी सीमञा तक योगदञान रहतञा ह इन बञातो कञा धयञान रखत हए शोधञाथी न अपन शोध अधययन क कलए इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो को िनञा और शोध कवषय क रप म ldquoइटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो कञा तलनञातमक अधययनrdquo ककयञा इसक कलए शोधञाथी न सीतञापर जनपद क कहदी िञाषञा मञाधयम क इटरमीकिएट सतर क सतर 2015ndash16 म अधययनरत कवदञाक गयो को कलयञा तञा शोध अधययन क कलए सववकषण कवकध कञा परयोग ककयञा इस शोध अधययन म इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो क मधय अतर की सञा गकतञा जञात करन क कलए कञाई-वगग परीकषण कञा परयोग ककयञा गयञा इस शोध अधययन म पञायञा गयञा कक वञाकणजय क कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही ह जबकक सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर पञायञा गयञा दसरी ओर कवजञान कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही पञायञा गयञा

परवकतञा बीएड ववभाग शी गाधी महाववदाय वसधौी सीतापर उततर परदश 261 303

परसतयािनया ldquoवकसी राषटर का धन व समवधि औदयोगीकरण दारा उसक मानव तथा भौवतक साधनो क समवित उपययोग पर वनभभर करता ह मनषय का औदयोगीकरण

म उपययोग करन क वए यह जररी ह वक उस ववजान की वशका तथा तकनीकी कौश का परवशकण वदया जाए उदयोग दारा परतयक वयवकत क वए अवधक सपननता की सभावनाए उतपनन हयो जाती ह भारत की

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76 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

जनशवकत का पयाभपत साधन वशवकत तथा परवशवकत हयोन पर ही आधवनक ससार म उपययोगी सपवतत बन सकता हrdquo आज क तकनीकी और वजावनक यग म आजीववका या रयोटी की समसया सपणभ मानव जावत क सामन ह इस समसया क वनराकरण हत वयवकत वकसी न वकसी परकार का रयोजगार (वयवसाय) करता ह परत वयवकत कयो अपन वयवसाय म पणभतः सफता पान क वए उसका सवय का वशवकत हयोना अतयत आवशयक ह

मदावयर कमीशन (1952ndash53) न ववदावथभयो म वयावसावयक कशता क ववकास पर ब वदया ह उसक अनसार माधयवमक वशका म औदौवगक एव वयावसावयक ववषयो कयो सथान वदया जाना िावहए इन ववषयो की वशका स ववदावथभयो और दश दयोनो का वहत हयोगा ववदाथथी अपनी वशका समापत करन क पशिात वकसी वयवसाय कयो सवततर रप स गरहण कर सक ग अतः उनकयो नौकरी खयोजन क वए इधर-उधर भटकना नही पड़गा दश का वहत यह हयोगा वक उस अपन वववभनन उदयोगो एव वयवसायो क वए परवशवकत वयवकत सरता स वम जाएग

वशका और रयोजगार परणाी पर कयोठारी कमीशन (1964ndash66) न भी अपन वविार परसतत वकए कमीशन का वविार ह वक mdash ldquoमौजदा वशका परणाी म वशका और रयोजगार क बीि कयोई सीधा सबध नही ह यही नही वशका परणाी दारा तयार वकए गए वयवकतयो की सखया तथा अपवकत जनशवकत या नौकरी क अवसरो क बीि गहरा सबध सथावपत करक वशका तथा रयोजगार क मधय परयोक सबध सथावपत करन की कयोवशश भी नही की गई ह

कयोठारी कमीशन न वयावहाररक रप स ऐसा अनभव वकया वक वशका और जीवन का आपसी ताम नही बठ रहा ह अतः जीवन क वए वशका हयो ववदाय सतर पर वयावसावयक पाठयकरम ाग करन का सझाव वदया तथा कहा वक वयावसावयक वशका दन म ववदावथभयो की रवि तथा सवभाव पर ववशष धयान वदया जाए कयोवक यवद उनकी अवभरवि क अनसार वयवसाय स सबवधत वशका वमगी तयो सफता की सभावना बढ़ सकती ह

रवि वयवकत क सपणभ वयवकततव की एक महतवपणभ ववधा ह शारीररक गठन मानवसक ययोगयता सवभाव आिार-वविार बवधि अवभकमता अवभववततया ववषयो वयवकतयो वसतओ वकरयाओ वयवसायो आवद क परवत वयवकतयो की रविया वभनन-वभनन हयोती ह कयोई भी वयवकत आईएएस डॉकटर वकी अवभयनता अधयापक वयवसायी तथा उदमी आवद बनना िाहता ह वभनन-वभनन ववदाथथी कयो वभनन-वभनन ववषय जस mdash गवणत इवतहास वहदी वितरका तथा ववजान आवद अचा गता ह वकसी वयवकत कयो अवकाश क समय म सावहतय पढ़न का शौक हयोता ह वकसी कयो आराम करन का मन हयोता ह तथा वकसी कयो वाताभाप करन की इचा हयोती ह इस परकार क सभी अतर रवियो की वववभननताओ क कारण हयोत ह वकसी कायभ म रवि हयोन पर वयवकत उस कायभ कयो सरता शीघरता और मनयोययोग स करता ह तथा सफता परापत करता ह इसक ववपरीत रवि क अभाव म वयवकत मन गाकर कायभ नही करता ह पररणामतः परायः असफ हयो जाता ह यही कारण ह वक शवकक एव

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77इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

वयावसावयक वनददशन व परामशभ म रवियो का भी धयान रखा जाता ह

वभनन-वभनन वयवकतयो म शारीररक मानवसक सवभाव अवभरवि तथा ययोगयता की दवषट स अतर हयोता ह आज वशवीकरण औदयोगीकरण एव वडवजट करावत क कारण वयवसायो की सखया म वनरतर ववधि हयो रही ह ववववध परकार क वयवसायो क वए वभनन-वभनन ययोगयता तथा कमता वा वयवकतयो की आवशयकता हयोती ह इसवए वववभनन वयवसायो क वए उपयकत वयवकतयो का िनाव करन क वए परतयक बाक की वयवकतगत ययोगयता कमता कौशो तथा रवि का अधययन भी आवशयक ह

वयवसायो की अवधकता क कारण ववदाथथी यह समझ नही पाता ह वक उस कौन-सा वयवसाय अपनाना िावहए अवधकाश ववदाथथी अपन माता-वपता की उचि आकाका की पवतभ क वए उन ववषयो का िनाव कर त ह वजन वयवसायो म उनकी रवि नही हयोती ह व ववदाथथी अरविकर ववषयो कयो कर एक ही कका म दयो-तीन सा तक फ हयोत रहत ह वजसस उन ववदाथथी कयो तयो वनराशा का सामना करना ही पड़ता ह साथ-ही-साथ उनक माता-वपता भी दःखी हयोत ह बाको क सवाागीण ववकास क वए यह जानना आवशयक ह वक बाक वकस कतर म आग बढ़ सकत ह बाको की भावी समसया म उनकी अवभरवियो का काफी सीमा तक ययोगदान रहता ह

वयावसावयक अवभरवियो पर पवभ म भी शयोध अधययन वकए जा िक ह जस mdash जन (1951) न lsquoवयोकशन इटरसट ऑफ हमनrsquo अधययन दारा

वसतरयो की वयावसावयक रवियो कयो जानन का शयोध अधययन वकया उनहोन पाया वक वववभनन वयवसायो म स वकस वयवसाय म वसतरयो की रवि अवधक ह और वकसम कम ह इसक वए इनहोन रवि क वसतवनषठ एव वनबधातमक परीकणो कयो अपनाया पररणाम यह आया वक वसतरयो म सबस अवधक रवि वशकण क कतर म थी और वयवसायो क परवत उनक वविार अवनवशित थ शमाभ (1955) न ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो एव ियन पर शयोध अधययन वकया उनहोन वदली शहर और गरामीण कतरो क सको क 250 ववदावथभयो का ियन वकया वनषकषभ म पाया गया वक पाररवाररक वातावरण तथा वपता की इचा का ववदावथभयो की रवियो पर बहत परभाव पड़ता ह

अवभाषी (1957) न पवभ सनातक सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो पर शयोध अधययन वकया उनहोन राजसथान क उदयपर शहर क का और ववजान क 250 ववदावथभयो का ियन नयादशभ क रप म वकया शयोध अधययन म पाया गया वक िार परवतशत ववदाथथी वयवसाय स पररवित थ तथा उनह पह स उनका अनभव था अवधकाश ववदावथभयो न इजीवनयर डॉकटर तथा वशकक बनन की वरीयता दी इस वरीयता क कारण का आधार ववदावथभयो न अपनी रवि दश की सवा माता-वपता की इचा आवद कयो बताया ए वसध (1967) न lsquoपटनसभ ऑफ एजकशन एड वयोकशन एड इटरसट ऑफ एडयोससrsquo नामक शयोध अधययन दारा वकशयोर ववदावथभयो की शवकक और वयावसावयक रवियो का अधययन वकया शयोध अधययन का मखय उदशय था वक नगरीय और गरामीण कतरो क वकशयोर ड़क और ड़वकयो की शवकक

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78 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

और वयावसावयक रवियो क कया आदशभ ह इस अधययन म उनहोन नगर और गाव म 500 ववदावथभयो का नयादशभ वया वजसम उनहोन नगर एव गाव क करमशः 125ndash125 ड़क और 125ndash125 ड़वकयो कयो वया इस सबध म उनहोन सह-सबध तथा इनकम रज टसट का परययोग वकया इस शयोध अधययन स पाया गया वक वकशयोर ातरो और ातराओ की शवकक और वयावसावयक रवियो क परवत कयोई परतयक सबध नही ह वववभनन कतरो क ववदावथभयो की शवकक व वयावसावयक रवि म वभननता ह नगर की ातराओ की अनय वयवसायो म अवधक रवि ह जबवक गाव की ातराए कव घर वयवसाय करती ह दयोनो ही ातराओ म कवष वयवसाय क परवत कम-स-कम रवि ह वसनहा और दास (1959) न वयावसावयक वरीयता म पररणा ततव पर शयोध अधययन वकया इस शयोध अधययन म पाया वक सामावजक परवतषठा मखय कारक क रप म तथा धन वयय ियन म गौण कारक हयोता ह

उपरयोकत शयोध अधययनो स यह सपषट हयोता ह वक अभी तक वयावसावयक अवभरवि पर तयो शयोध अधययन हए ह परत इसम इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की अवभरवि का अधययन करन पर कयोई शयोध अधययन नही हआ ह अतः इस ररकतता की पवतभ क वए इस शयोध अधययन की आवशयकता परतीत हयोती ह

उदशयइस शयोध अधययन क उदशय वनमनववखत थ mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

पररकलपनयाएइस शयोध अधययन की वनमनववखत शनय पररकलपनाए थी mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवियो म साथभक अतर नही ह

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

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79इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शोध डिडध इस शयोध अधययन क वए सवदकण वववध का परययोग वकया गया था इस वणभनातमक अनसधान वववध क नाम स भी जाना जाता ह

नययादशथि इस शयोध अधययन म उततर परदश क सीतापर जनपद क वहदी भाषा माधयम क इटरमीवडएट सतर पर अधययनरत ववदावथभयो का ियन वकया गया था नयादशभ क रप म सामानय वपड़ा एव अनसवित जावत वगभ क ववदावथभयो का ियन उदशयातमक नयादशभ वववध दारा वकया गया परतयक वगभ म 50 ववदावथभयो का ियन वकया गया था अतः नयादशभ म तीनो वगगो स वमाकर क 150 ववदावथभयो का ियन वकया गया था

उपकरि इस शयोध अधययन म डी एन शीवासतव और बी पी बस दारा वनवमभत lsquoवयावसावयक रवि परपतरrsquo का परययोग वकया गया था शीवासतव और बस दारा

वनवमभत वयावसावयक रवि परपतर म परारभ म 176 पद थ वजनह दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया था वकन बाद म इसम 128 पदो कयो रखा गया और इन 128 पदो कयो दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया

परदतो कया डिशलषि एि वययाखययापररकलपनया 1 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 1 म वदए गए ह

सारणी 1 म काई-वगभ का परापत मान 158 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जाता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 2 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 1 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=158सामानय वगभ 28 25 13 14 9 11 0 0 0 0 50

वपड़ा वगभ 22 25 15 14 13 11 0 0 0 0 50

ययोग 50 28 22 0 0 100

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80 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 2 म वदए गए ह

सारणी 2 म काई-वगभ का परापत मान 1550 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स अवधक ह अतः यह साथभक ह इस साथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो असवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो असवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर हपररकलपनया 3 mdash वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 3 म वदए गए हसारणी 3 म काई-वगभ का परापत मान 430 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय वयवसाय क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 4 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 2 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=1550सामानय वगभ 28 20 13 175 9 75 0 1 0 0 50

अनसवित जावत 12 20 22 175 14 75 2 1 0 0 50

ययोग 40 35 23 2 0 100

सयारिी 3 mdash ियाडिजय वयिसयाय म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=430वपड़ा वगभ 22 17 15 185 13 135 0 1 0 0 50अनसवित जावत 12 17 22 185 14 135 2 1 0 0 50ययोग 34 37 27 2 0 100

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81इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 4 म वदए गए ह

सारणी 4 म काई-वगभ का परापत मान 278 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 5 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 5 म वदए गए ह

सारणी 5 म काई-वगभ का परापत मान 658 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 6 mdash ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 6 म वदए गए ह

सारणी 6 म काई-वगभ का परापत मान 338 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम

सयारिी 4 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=278सामानय वगभ 7 75 23 215 12 15 6 45 2 15 50

वपड़ा वगभ 8 75 20 215 18 15 3 45 1 15 50

ययोग 15 43 30 9 3 100

सयारिी 5 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=658सामानय वगभ 7 6 23 185 12 18 6 55 2 2 50

अनसवित जा वत 5 6 14 185 24 18 5 55 2 2 50

ययोग 12 37 36 11 4 100

Chapter 7indd 81 752018 111202 AM

82 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शडकक डनडितया थि वशका न कव समाज बवलक सपणभ राषटर की उननवत का म आधार मानी जाती ह राषटर की उननवत वयवसायो की उननवत पर वनभभर करती ह वववभनन परकार क वयवसायो की उननवत सफ ववदावथभयो पर वनभभर करती ह ववदाथथी एक वयवसाय म तभी सफ हयोगा जबवक उस वयवसाय क परवत ववदाथथी की भी रवि हयो

इस शयोध अधययन म इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक अवभरवियो का त नातमक अधययन वकया गया इस शयोध अधययन स वशकक ाभावनवत होग वशकक कयो ववदावथभयो की रवियो क बार म पता हयोन पर वह ववदाथथी की उननवत क वए उवित वनददशन और परामशभ द सकत ह ववदाथथी की नकारातमक रवियो कयो सकारातमक

कायभ की ओर गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो अनय वयवसाय क परवत भी गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो सही वदशावनददश दकर उस सफ नागररक बना सकत ह

वववभनन वयवसायो क परवत अपन बाक की रविया जानन क पशिात अवभभावको स अपन बाक कयो सही रप म पहिानन म भ नही हयोगी अवभभावक कयो यह पता हयोगा वक बचिा वकस वयवसाय म अवधक रवि रखता ह वजसस वक व अपनी आकाका कयो योड़कर बाक की उननवत क ववषय म अवधक सयोि सक ग

अपनी रविया जानन क पशिात ववदाथथी सवय भी ाभावनवत होग कयोवक आज औदयोगीकरण क कारण वयवसायो की सखया बहत अवधक हयो गई ह ववदावथभयो कयो सवय ही पता नही हयोता वक उनकी रवि वकस कतर म अवधक ह व जान-अनजान म उस पाठयकरम कयो पढ़त रहत ह वजसम उनकी रवि नही हयोती ह रविया जानन क पशिात ववदाथथी उस वयवसाय कयो ही अपनाएग वजनम उनकी अवधक रवि हयोगी और उनह वनराशा की वसथवत का सामना नही करना पड़गा

सयारिी 6 mdash डिजयान क कतर म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=338वपड़ा वगभ 6 65 20 17 18 21 3 4 1 15 50

अनसवित जावत 5 65 14 17 24 21 5 4 2 15 50

ययोग 13 34 42 8 3 100

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83इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

अतः सपषट ह वक यह शयोध अधययन वशका क कतर म तथा वनददशन क कतर म अमलय ययोगदान द सकता ह आज क इस यग म जब वयवसायो क इतन अवधक कतर ह जहा बाक यह वनणभय न म

असमथभ हयोता ह वहा पर यह शयोध अधययन उसकी सहायता कर सकता ह अतः इस शयोध अधययन क पररणाम वशका जगत क वए अतयत उपययोगी वसधि होग

सदिथि

कवप एिक 2004 अनसधञान कवकधयञा एिपी भागभव बक हाउस आगरागपता एसपी और अका गपता 2011 सञाकयकीय कवकधयञा शारदा पसतक भवन इाहाबाद उततर परदशतयागी रिना और धीरनदर विकारा 2011 lsquoसरकारी सहायता परापत ववदायो क आठवी कका क ववदावथभयो म वहदी और

अगरजी भाषा की समझ और पढ़न म रवि mdash एक अधययनrsquo मलय-अवमलयन वषभ-1 अक-3 अकटबर-2011 पषठ-18 व 38 सारग परकाशन खीमपर-खीरी

पाणडय कसम 1989 इाहाबाद ववशवववदाय की सनातकयोततर ातराओ म वयावसावयक आकाका का अधययन अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदश

भटनागर सरश 2010 कोठञारी कमीशन और शककषक पररवतगन आरा बक वडपयो मरठ उततर परदशराम पयार 1985 सटडी ऑफ वयोकशन इटरसट एड इटीजस ऑफ बीएस-सी बीकाम एड बीए ऑफ इाहाबाद

ववशवववदाय अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदशराय पारसनाथ 1996 अनसधञान पररिय कमीनारायण अगरवा परकाशन आगरा उततर परदशसवखया एसपी पीवी महरयोतरा और आरएन महरयोतरा 1990 शककषक अनसधञान क मल ततव ववनयोद पसतक मवदर

आगरा उततर परदशवसह अरण कमार 2009 कशकषञा मनोकवजञान भारती भवन पवशसभ एड वडसटरीयटसभ पटना वबहार

Chapter 7indd 83 752018 111202 AM

वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदाद थियो की तकथि िदzwjत क पररपकय म तलनातमक अधययन

आरती शाका अरचना दब

इस शोध अधययन क अतरगत नौवी ककषा क ववदषाव गयो कषा वविक रवित वववध एव परपरषारत रवित वशकि वववध म तकग शवzwjत क पररपकय म तलनषातमक अधययन वकयषा रयषा शोध क वलए मह शहर क ववदषालयो म अधययनरत नौवी ककषा क कल 50 ववदषाव गयो को नयषािशग क रप म वलयषा रयषा शोध क वलए पवग परीकि पशzwjच परीकि वनयवरित समह अविकलप कषा पयोर वकयषा रयषा विसम पयोरषातमक समह को वविक रवित वववध स तषा वनयवरित समह को परपरषारत वशकि वववध स 30 विनो तक पवतविन 40 वमनट की अववध तक पढ़षायषा रयषा पितो क सकलन क वलए शोवधकषा न बषायती (1984) दषारषा वनवमगत तकग शवzwjत परीकि कषा उपयोर वकयषा पषापत पितो क ववशलषि क वलए सषावयकीय तकनीक एक-मषारगीय एनकोवषा कषा पयोर वकयषा रयषा शोध अधययन स पषायषा रयषा वक वविक रवित वववध परपरषारत रवित वशकि वववध स सषागक रप स पिषावी ह

पसतावनागणित मानव मणतषक की खोज ह ह एक ऐसा साधन ह णजसक माधम स णवदारथी णकत कत ढग स णरतन बोध तकच -णवतकच णवशzwjषि एव पषzwjीकरि करन की ोगता अणजचत करता ह एक णवणशषzwj णवष होन क अणतररकत गणित को ऐस णकसी भी णवष का सहवतथी माना जाता ह णजनम णवशzwjषि एव तकच शणकत की आवशकता ह सामानता णवदारथी गणित णवष को कणिन समझत ह कोणक गणित म उचर तर की तकच शणकत होती ह गणित ताणकच क

दणषzwjकोि पदा करता ह णजसस णवदारथी को सही उततर पापत करन म सहाता णमzwjती ह

तकथि िदzwjत का अ थि तकच अतीत क अनभवो को इस पकार जोड़ता ह णक समा का समाधान हो जाए तकच समा स जड़ णपछzwj समाधानो को पनः ाद कर वतचमान समा क समाधान को खोजन म सहाता करता ह गरzwj (1961) क अनसार lsquoतकच करमानसार णरतन ह णजसका मणतषक म पोजन अरवा zwjक होता हrsquo

सहषायक पषाधयषापक शी गजराती समाज बीएड कॉzwjज इदौर मध पदश 452 001 पोफसर णशका अधनशाzwjा दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश 452 001

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85वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

वि का अ थि वद शबद की वतपणतत स जो अरच णनकzwjता ह उसका तातप च ह णक वदो म मानव समाज क णzwjए आवशक न कवzwj आधाणतमक वरन इहzwjौणकक सासाररक ा वावहाररक सपिच जान होता ह वदो म सारी मानव जाणत क णवकास की णजतनी भी णदशाए सभव ह उनकी सवाागीि सपिच तरा अणधकतम सफzwjता क णzwjए भी आवशक जान होता ह उनम णनणहत जान पर णकसी भी णवष म णकसी भी णदशा म सीमा बाधन वाzwjा णवशzwjषि ा बधन नही हो सकता ह भारती सकक णत म रार वद ह उनक रार उपवद ह तरा छह वदाग भी ह सभी णमzwjकर उस णदव जान का अभाज सगरह बनात ह

वि उपविऋगवद आववद

सामवद गधवचवद

जववद धनववद

अरवचवद रापतवद

वदिक गदित क मखय गि 1 वणदक गणित क सतर गणित की सभी शाखाओ

क सभी अधाो क सभी णवभागो पर zwjाग होत ह

2 वणदक गणित क सतर सहज ही समझ म आ जात ह उनका अनपोग सरzwj ह व सहज ही ाद हो जात ह तरा सारी पणकरा lsquoमौणखकrsquo ह

3 कई ररिो की पणकरा वाzwj जणzwjzwj पशनो को हzwj करन म आधणनक पाशरात णवणध (परणzwjत) की अपका वणदक गणित णवणध स एक णतहाई रौराई दसवा तरा उसस भी कम सम zwjगता ह

औदितयपवच शोध अधनो क अनसार zwjाzwj दारा (1982 1983 एव 1985) म पारीन गणित पर िी म मवटzwjस एिकशन पणतरका म अनक zwjख पकाणशत णकए गए णजसम पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको को णवतार स समझाा गा ह तरा वतचमान म उसकी उपोणगता बताई गई ह

राव (1983) न गणित म अणभकरणमत अणधगम और परपरागत णवणध का तzwjनातमक अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत अणधगम णवणध का माध उपzwjणबध फzwjाक परपरागत णवणध क माध उपzwjणबध फzwjाक की तzwjना म सारचक रप स उचर ह णरतकारा (1985) न गणित उपzwjणबध पर णवणभनन णशकि णवणधो की पभावशीzwjता का अधन णzwjग बणधिzwjणबध तरा वणकततव क सदभच म णका शोध म रार णशकि णवणधो वाखान सह रराच आगमनातमक अभास और वणनदवणशत समह रराच की तzwjना परपर की गई शोध म पाा गा णक गणित उपzwjणबध क सदभच म तीनो णशकि णवणधा समान रप स पभावी ह भाzwjवनकर (1983) न एकसपोणि zwjरी एपोर (Expository Approach) और णनदवणशत खोज णवणध की सापणकक तzwjना बणधि क णवणभनन तरो पर गणित की उपzwjणबध क सदभच म शोध अधन णका शोध पररिाम म पाा गा णक दोनो णवणधा जान और अवबोध तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर णनदवणशत खोज णवणध स बहतर रही उचर बणधिकत णवदाणरचो क णzwjए अनपोग तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर बहतर रही

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86 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

नागर (1988) न णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन णका तरा पाा णक (i) गणित णशकि म कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) णशकक तरा णवदारथी दोनो क णzwjए zwjाभदाक ह (ii) CAT स णवदाणरच ो को वणकतगत रप स नए कतरो म सकजनातमकता बढ़ान म मदद णमzwjती ह जो णवष-वत क माधम स नही हो पाता (iii) CAT स अधन क णzwjए कपzwjर का जान होना आवशक नही ह तरा णवदाzwjो म कपzwjर की सणवधा कम री (iv) णवदाzwj म कपzwjर क पणत जागरकता का अभाव पाा गा (v) CAT क माधम स वणकतगत अधन को बढ़ावा णमzwjता ह णजसम णशकको पर काम का दबाव कम होता ह शमाच (1989) न कका आिवी क गणित क णवदाणरच ो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का पाोणगक शोध अधन णका शोध अधन म ह पाा गा णक पाोणगक समह क समाोणजत माध तरा णनणतरत समह क समाोणजत माध म सारचक अतर ह ह भी पाा गा णक मलाकन णवणध परपरागत णवणध की तzwjना म गणित णशकि क णzwjए अणधक उपोगी ह दतत (1990) न गणित णशकि क णzwjए दश-शव सामगरी का णनमाचि कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक दश-शव सामगरी क माधम स रखा गणित सबधी सकलपना म णवदाणरच ो की रणर पाई गई तरा पषzwjता एव धारि करन की शणकत का णवकास हआ

वाघ (1991) न णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरच ो क णzwjए

मलzwjीमीणडा इ zwjीzwjशनzwj णसzwjम (Multimedia Institutional SystemmdashMMIS) का णवकास कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णवदारथी णभनन सखा तरा उसकी णकराओ णत चकगिा जोड़-घzwjाना गिा भाग म सामान तौर पर गzwjणता करत ह एमएमआईएस णवणध न परपरागत णवणध स अणधक समझ पदा की नzwjणनी (1991) न पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक पाोणगक समह का माध णनणतरत समह क माध स उचर तरी रा अक खzwj णवणध णवदारथी क पररकzwjन कौशzwj क णवकास को पररत करती ह पभा (1992) न गणित म अणभकरणमत पािप तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध पर शोध अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत पािप तक समह और परपरागत णवणध क मध सारचक अतर ह तरा अणभकरणमत पािप तक क माधम स अधन क णzwjए पवच उपzwjणबध की कोई भणमका नही होती ह णसह (1992) न जानातमक और अजानातमक ररो पर कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म णशकि की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णजस समह को CAT स पढ़ाा गा उसम पाचपत वकणधि हई CAT णवणध गणित म अणधक पभावी रही तरा णनरीकि स पापत हआ णक पाोणगक समह क ववहार म णनणतरत समह की तzwjना म सारचक पररवतचन आा कोलह (2004) न वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध का

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87वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

तzwjनातमक अधन नौवी कका क णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध एव पणतणकराओ क पररपक म णका शोध अधन म पाा गा णक वणदक गणित णवणध णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध क सदभच म परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णवणध क पणत पाोणगक समह क णवदाणरचो की पणतणकरा सकारातमक पाई गई

पाः दखा गा ह णक परपरागत णशकि णवणध स णवदारथी कका म रणर नही zwjता ह णशकक कका म एक ही णवणध का उपोग करता ह गणित को रणरकर बनान क णzwjए गणित म पोग तरा वणदक गणित का उपोग करना राणहए वणदक गणित स णवदारथी पणतोगी परीकाओ म कम सम म गणित क अणधक पशनो को हzwj कर सकत ह वतचमान सम पणतोणगता तरा पररवतचन का सम ह णजसम वणकत अपनी णरणत को बनाए रखन क णzwjए सदव पतनशीzwj रहता ह णवदारथी णशकि कतर म भी अपनी शिी बनाए रखन क णzwjए अरक पास करत ह णवणभनन णवषो म अणधक अक पापत करन क णzwjए णवदारथी अzwjग-अzwjग पकार की णवणधा स अधन करता ह गणित एक ऐसा कणिन णवष ह णजसम णवदारथी मातर उततीिच होन की उममीद करत ह और ऐसी णवणध राहत ह जो सरzwj हो णजसकी सहाता स पशन कम सोपानो म हzwj हो जाए

उपचकत शोध अधनो स जात होता ह णक वतचमान गणित णशकि म अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक तरा खzwj इताणद

णवणधो का पोग णका गा खzwj णवणध का गणित णशकि म पोग मातर पारणमक तर तक ही णका जा सकता ह उचर कका क णzwjए इस णवणध का पोग नही कर सकत अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक की णवणधा आणद कछ णवशष णवदाzwjो तक ही सीणमत ह इनका पोग करना सामान णवदाzwjो क णzwjए सभव नही ह तरा पतक णवदारथी तक इसका zwjाभ पहराना सभव नही ह वणदक गणित पारीन वदो स बनाए 16 सतरो पर आधाररत ह गणित की पणतरका िी ममवटzwjस एिकशन म पकाणशत zwjखो स जात होता ह णक वणदक गणित गणित की सभी शाखाओ म उपोगी ह

जात शोध अधनो स पता रzwjता ह णक वणदक गणित णवणध स सबणधत कछ ही सतरो को zwjकर शोध का च णका गा ह इस शोध अधन म अन न सतरो को भी शाणमzwj णका गा ह ह शोध वणदक गणित णवणध की पभावशीzwjता का अधन करन स सबणधत ह इस शोध क दारा ह जानन का पतन णका गा ह णक का वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स तzwjनातमक रप स पभावी ह

उदशयइस शोध अधन का उदश रा mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

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88 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

पररकलपनाइस शोध अधन की पररकलपना री mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

नयाििथिइस शोध का च क णzwjए शवत पणबzwjक हार सक डी णवदाzwj मह इदौर (मध पदश) क नौवी कका क दो वगगो को णzwjा गा णजसम णवदाणरचो की कzwj सखा 50 री णवदाणरचो को दो समहो म ादणचछक णवणध स णवभाणजत णका गा परम समह म 25 णवदारथी और णदती समह म 25 णवदारथी र परम समह को पाोणगक समह और णदती समह को णनणतरत समह नाम णदा गा नादशच म रणनत सभी णवदारथी मध पदश माधणमक णशका मडzwj भोपाzwj स सबधि णवदाzwjो क णनणमत तरा णहदी माधम क णवदारथी र णजनकी उमर 15ndash16 वषच क मध री

उपकरिशोध अधन म रर क मापन क णzwjए शोणधका न बाती (1984) दारा णनणमचत परीकि का पोग णका इसम कzwj 84 पशन णदए गए ह तरा पतक पशन क सामन रार णवकलप णदए गए ह पशनो को हzwj करन क णzwjए 70 णमनzwj का सम णनधाचररत णका गा ह इस परीकि की णवशवसनीता अधचणवचछद णवणध स णनकाzwjी गई इसका णवशवसनीता गिाक

छातराओ क सदभच म 068 एव छातरो क सदभच म 028 तरा सामान 041 ह इसी पकार समवतथी वधता दब (1971) क परीकि क सार जात की गई वधता छातराओ क सदभच म 041 एव छातरो क सदभच म 041 ह तकच शणकत क मानक 13 स 16 वषच क णवदाणरचो क णzwjए णनधाचररत णकए गए ह

वणदक गणित पढ़ान क णzwjए रणनत पकरि णनमनणzwjणखत र mdash1 वगच जात करन की णवणधा अ एकाणधकन पववि ब एकननन पववि स ावदन तावदनीकक त वगच र ोजत2 घन जात करन की णवणधा अ वकणलपक णवणध ब णनणखzwjम सतर णवणध3 गिनखड जात करन की णवणधा अ समहन णवणध ब आदन-अनतम अनतन णवणध स ऊधवचणत चक णवणध4 भाग णवणध अ परावत च णवणध5 समीकरि हzwj करन की णवणध अ परावत च णवणध दारा गपत सरzwj समीकरि

पितत सकलन इस शोध अधन क णzwjए पदतत सकzwjन हत कका नौवी की गणित की पािप तक क वगच घन गिनखड भाग तरा समीकरि पकरिो का रन णका गा वगच जात करन की णवणधो म एकाणधकन पववि एकननन पववि ावदन तावदनीकक त वगच र

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89वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

ोजत घन जात करन की णवणधो म वकणलपक णवणध णनणखzwjम सतर गिनखड जात करन की णवणधो म समहन णवणध आदन-अनतम अनतन णवणध ऊधवचणत चक णवणध भाग जात करन की णवणध म परावत च णवणध तरा समीकरि हzwj करन म परावत च णनम दारा गपत सरzwj समीकरि णवणध का उपोग णका गा पदततो का सकzwjन सोदश नादशच णवणध दारा रणनत णवदाzwj म णका गा सवचपरम दोनो समहो पर बाती (1984) दारा णनणमचत तकच शणकत परीकि (पवच परीकि) पशाणसत णका गा इसक बाद पाोणगक समह को वणदक गणित णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश तरा णनणतरत समह को परपरागत णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश पणतणदन पढ़ाा गा 30 णदन क पशरात दोनो समहो पर पनः तकच शणकत परीकि पशाणसत णका गा

पररिाम दवविना एव ििाथिवणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो इसस सबणधत पदततो का णवशzwjषि

ANCOVA दारा णका गा इसक पररिाम सारिी 1 म णदए गए ह

सारिी 1 क अनसार उपरार क णzwjए समाोणजत F का मान 29017 ह जो णक सारचकता क 001 तर पर सारचक ह जबणक वततरता क अशो (df) का मान 150 ह इसस पता रzwjता ह णक पोगातमक तरा णनणतरत समहो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म सारचक अतर ह जबणक पवच तकच शणकत क पापताको को सहरर क रप म णzwjा गा ह इस पररपक म शन पररकलपना णक lsquoपोगातमक समह एव णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो णनरत की जाती ह

दोनो समहो क समाोणजत तकच शणकत माधो का अधन आवशक ह उपरार समहवार समाोणजत तकच शणकत माध सारिी 2 म णदए गए ह

सारिी 2 स पषzwj ह णक पोगातमक समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 4944 तरा णनणतरत समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 3904 ह इसस ह जात होता ह णक पोगातमक समह क णवदाणरचो का तकच शणकत माधमान 4944

सारिी 1mdash तकथि िदzwjत क दलए एक-मागगीय ANCOVA का सारािीकरि

दविरि क सतरोत df Ssyx Mssyx Fyxउपरार 1 895887 897887 29017

तरणzwj 49 142229 30-875

ोग 50 7128320

सारचकता क 001 तर पर सारचक

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90 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह जो णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत माधमान 3904 स उचर ह अतः कहा जा सकता ह णक वणदक गणित णवणध दारा अधन पभावी रहा ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

पररिामो की दवविनाशोध अधन स पापत पररिामो स ह णनषकषच णनकzwjता ह णक वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णशकि णवणध क पभावी होन क णनमन कारि हो सकत ह mdash

bull वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स रणरकर होन क कारि णवदाणरचो को अचछी zwjगी वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म सीखन म सरzwj ह

bull वणदक गणित णशकि णवणध म पशनो को हzwj करन की णवणधा सतरबधि ह णजसक कारि इन णवणधो को ाद रख पाना आसान ह

bull वणदक गणित णवणध स सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म कम सोपानो का पोग णका जाता ह णजसस सवाzwjो का उततर कम सम म तरा आसानी स

पापत हो जाता ह तरा सोपानो को ाद रखना सरzwj रहता ह

bull एक ही पकार क सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए अनक सतरो का पोग णका जा सकता ह

bull इस णवणध स सवाzwjो का उततर जलदी पापत होता ह पररिामवरप णवदाणरचो को उततर पाणपत स आतम सतणषzwj की अनभणत हई होगी

bull आतम सतणषzwj क कारि णवदारथी इस णवणध स अणधक सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए पररत हए होग

bull इस णवणध क दारा णवदारथी सवाzwjो को मौणखक रप स भी हzwj कर सकत ह

bull तकच शणकत का णवदाणरचो की उपzwjणबध पर भी पभाव पड़ता ह कोणक तकच शणकत क दारा णवदाणरचो म तकच कमता का णवकास होता ह पररिामवरप णवदारथी समा क णवणभनन पको का तकच क आधार पर णवशzwjषि कर समा का हzwj खोजता ह

िदकषक दनदिता थिइस शोध अधन का उपोग णनमनणzwjणखत पकार स णका जा सकता ह mdash

bull णवदारथी वणदक गणित क णवणभनन सतरो का तकच क आधार पर रन कर गणित क सवाzwjो को हzwj कर सकत ह

सारिी 2 mdash समिवार उपिार सखया और समायरोदित तकथि िदzwjत माधय एव मानक तदि

उपिार सतर सखया (N) समायरोदित तकथि िदzwjत माधय (Myx) मानक तदि

पोगातमक समह 25 4944 552328

णनणतरत समह 25 3904 965004

कzwj 50 4424 938857

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91वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

bull पतक अणभभावक अपन बचरो की गणित म उपzwjणबध क णzwjए पासरत रहता ह इसणzwjए अणभभावक वणदक गणित णवणध सीखकर अपन बचरो को घर पर ही गणित पढ़ा सकत ह

bull पाराच तरा कzwj पशासन क णzwjए भी ह शोध अधन उपोगी हो सकता ह इस णवणध स णशकि करवान क णzwjए अपन णवदाzwj म अzwjग स काzwjाश zwjगवा सकत ह

bull णzwjणपक वगच क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह

कोणक णzwjणपक वगच का सबध हमशा अको स होता ह उनह पणतणदन जोड़ घzwjाना गिा और भाग करना पड़ता ह इस णवणध का उपोग करन स गzwjती होन की सभावना कम रहती ह

bull परीकाओ की तारी करन वाzwj पणतभाणगो क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह कोणक पणतोगी परीकाओ म पतक पशन को हzwj करन क णzwjए zwjगभग 30ndash40 सक ड का सम होता ह णजसक णzwjए ह णवणध उणरत ह

सिरथि

कोलह मनीष 2004 वणदक गणित एव परपरागत गणित णशकि णवणध का तzwjनातमक अधन mdash नौवी कका क छातरो की गणित म उपzwjणबध व पणतणकराओ क पररपक म एमएड लघ शोध पबध (अपकषावशत) णशका सरान दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

गरzwj एरई और आरएस वडवरच 1981 सटवटवसटवzwjस इन सषाइकोलॉिी एड एिकशन वकीलस फरर एड साइमस णzwjणमzwjड मबई

गड सीवी 1952 वडzwjशनरी आफ एिकशन मकगरो णहzwj बक कपनी न ॉकच णरतकारा एम 1985 इफणकzwjवनस ऑफ णडफरzwj zwjटzwjजीस ऑफ zwjीणरग ऑन अरीवमzwj इन मरमणzwjकस इन ररzwjशन zwj

इzwjzwjीजस सकस एड पसचनणzwjzwjी सपादन म बर एम बी (सपादक) फॉ ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

दशमख दवनदर राव 1985 वविक रवित णवदाzwj भारती भोपाzwj मध पदशनzwjणनी 1991 पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता का अधन एमएड

लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशनागर 1988 णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत)

दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशपभा 1992 गणित म अणभकरणमत प तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध का

अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशबताzwj आनद 1981 वविक रवित सरणर साणहत नी णदलzwjीभzwjवाकर एजी 1985 ए zwjडी ऑफ इफकzwjस ऑफ एकसपोणजzwjरी एड गाइणडड णडकवरी मरडस ऑफ zwjीणरग

मरमणzwjकस ऑन अरीवमzwj ऑफ zwjडzwjस ऑफ णडफरzwj zwjवलस ऑफ इzwjीणzwjजस सपादन म एम बी (सपादक) फषा ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

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92 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

रावत एमएम 1985 रवित वशकि णवनोद प तक मणदर आगरा उततर पदशzwjाzwj 1985 पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको का णवतार स अधन एमएड लघ

शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशवाघ 1991 णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरचो क णzwjए बह माधम अनदशनातमक

पिाzwjी का णवकास एमएडलघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशशमाच रामनार 1979 वविक रवित तारा प तक भडार बजनारसम शमाच 1989 कका आिवी क गणित क णवदाणरचो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का

पाोणगक अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशणसह आरपी 1989 णहनद अरचमणzwjक एड ऑपरशन उसक अतगचत बीज गणिती सतरो का अधन िी म मवटzwjस

एिकशन वॉलम 23 अक 2णसह 1992 जानातमक और अजानातमक ररो पर सगिक सहाक अनदशन और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म

णशकि की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

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झटका तकनीक

भारतीडी एन सनसनवाल

समाज म बदलाव आधनिकीकरण और नवकास क नलए निका की महतवपणण भनमका होती ह अतः सभी दि अपिी कमतािसार आधनिक और उनित तकिीक का उपयोग कर निका को परभावी बिाि की कोनिि कर रह ह इनही परयासो क अतगणत इस लख म निकण-अनधगम हत झटका तकिीक (Jerk Technology) क बार म बताया गया ह जो नकफायती एव हर नथिनत म परयोग कर निका म सधार करि म मदद कर सकती ह इस तकिीक का निकको दारा कका म परयोग करि स नवदानथिणयो को सनरिय बिाया जा सकता ह कयोनक नवदानथिणयो क सनरिय रहि स उिकी गरहणिीलता बढ सकती ह अतः इस तकिीक क नवनभनि उपकरणो जसmdashदपणण परनतनबब लखि गर-आिपानतक िबद लखि लघ लखि दोहर िकारातमक वाकय िए असाधारण वाकय रििाए तानकण क रप स अतानकण क निषकरण समािाथिथी बह-िबदो का परयोग बमल उदाहरण दिा तथिा निकक की जात गलनतयो को उदाहरण दकर समझाया गया ह

सहायक पराधयापक ववशष आवशयकता समह वशका ववभाग एनसीईआरटी नयी विलली 110 016 परोफसर भतपवण निदिक एव डीि वशका ससान िवी अवहलया ववशवववदालय इिौर 452 001 दारा अगजी म वलख गए मौवलक लख का

भाषातर

ववशव म बिलाव आधवनकीकरण और ववकास क वलए वशका की महतवपणण भवमका होती ह अतः सभी िश अपनी कमतानसार आधवनक और उवित तकनीक का उपयोग कर वशका को परभावी बनान की कोवशश कर रह ह कवल यही नही भारत सरकार अपन सीवमत ससाधनो क सा वशका सधार क वलए आधवनक तकनीक (वडवि टल इवडया क माधयम स) का परयोग करन का परयतन कर रही ह लवकन आधवनक तकनीक िसmdashइटरनट मलटीमीवडया वीवडयो

कानफ वसग इतयावि सभी ववदालयो म उपलबध नही ह क दर क सा-सा राजय सरकारो क भी ईमानिार परयतनो स परतयक ववदालय महाववदालय और ववशवववदालयो तक तकनीक पहिान का परयास वकया िा रहा ह वशकण-अवधगम हत एक ऐसी तकनीक क बार म सोिा िाना िावहए िो वशका म सधार ला सक िो वकफायती हो और हर वसवत म परयोग म लाई िा सक इस लख म वशकण-अवधगम म झटका तकनीक (Jerk Technology) पर ििाण की गई ह

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94 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवधकाश वशकको परािाययो परशासको अवभभावको इतयावि की राय और अनभव यही ह वक जयािातर कका-कक गवतवववधया नीरस होती ह ववदाथी सवरिय नही रहत लवकन उनह वशकक सवरिय बना सकत ह ववदाव णयो को सवरिय बनान की कमता वाली आधवनक एव शषzwjठतम तकनीको का परयोग वशकक अपन वशकण क िौरान कर सकत ह भारत म सभी असमानताओ को समान बनाना मवशकल ह कयोवक शायि वशकको क पास आधवनक तकनीक का अनभव नही होगा और न ही यह हर िगह उपलबध ही होगी इसक अवतररकत ककाओ क बड़ आकार परवशकण का अभाव सववधाओ का अभाव वशकण म रवि एव तयारी क समय का अभाव इतयावि क कारण वशकक कवल वयाखयान वववध का ही परयाग करत ह विसक कारण वशकक कका-कक की गवतवववधयो को नीरस बना ित ह

वतणमान कका-कक की तलना सपाट सड़क पर िलती बस स कर सकत ह अपन अनभव पयणवकण और कलपना क आधार पर कोई भी कह सकता ह वक सपाट सड़क पर िलती बस म बzwjठ लोग सो सकत ह इसवलए िालक यावरियो को सवरिय करन क वलए कभी-कभी बक लगा िता ह या गवत अवरोधक आ िान स बक लगाता ह इस कारण झटको स यारिी सवरिय हो िात ह इसी परकार स कका म ववदावणयो को भी सवरिय बनाया िा सकता ह कयोवक सवरियता क कारण ववदाव णयो की गहणशीलता बढ़ सकती ह

झटका तकनीक क उदशय वनमन उदशयो की परावzwjतत क वलए वशकक एव वशकक-परवशकक झटका तकनीक का परयोग कर सकत ह mdash

1 ववदाव णयो को सवरिय एव सीखन वाला बनान क वलए

2 अवधगम को आनििायी बनान म3 कका-कक म तनावमकत वातावरण बनान म4 अवधगमकताण की मिि यह िानन म करना वक

उस कया समझ आया ह5 कका-कक म अवधगमकताण की बौवधिक

विमागी उपवसवत को बढ़ाना6 वशकक और ववदाथी क बीि सवस सबध

सावपत करन म ता7 कका-कक की नीरसता तोड़न म

झटका तकनीक और उदीपन विविधता कौशल उदीपन ववववधता वशकण कौशलो म स एक ह इसका मखय उदशय ह वक आवाज म बिलाव दशय-शवय सहायक सामगी हाव-भाव इतयावि क परयोग स वशकण म ववववधता लाना िसरी ओर झटका तकनीक क वलए कछ वववशषट कौशलो की आवशयकता होगी झटका तकनीक क वलए उवित कौशल समह को अनसधान क जररए पहिानना होगा झटका तकनीक क वलए आवशयक कशलताओ म स एक उदीपन ववववधता कौशल भी हो सकता ह

कका वशकण म झटका िन क वभनन तरीक हो सकत ह इसका ियन लवकत समह उदशय ववषय-वसत सिभण वशकक क वयवकततव इतयावि पर वनभणर करता ह झटका तकनीक क वववभनन उपकरण वनमन हो सकत ह mdash

1 दरपण परतितिि लखन साधारण तौर पर यह िखा गया ह वक वशकक शयामपटट का जयािा उपयोग करत ह ववदाथी

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95झटका तकनीक

वबना समझ ही शयामपटट पर वलखी हई िानकारी अपनी कॉवपयो म उतार लत ह कभी-कभी तो ववदाव णयो को पता भी नही होता ह वक उनहोन शयामपटट स नकल कर अपनी कापी म कया वलखा ह शयामपटट स नकल करन क सा-सा ववदाथी आपस म बातिीत िटकल सनाना अपनी पसि की वकताब पढ़ना गहकायण इतयावि करत रहत ह ववदाव णयो का यह वयवहार यह िशाणता ह वक शयामपटट स नकल करत समय ववदाथी ववषय-वसत क परवत उिासीन रहत ह इस परी परवरिया म अचछी बात यह ह वक वशकक और ववदाथी की लखन गवत लगभग एक समान होती ह ववदाथी स कोई िक नही होती ह कछ ववदालयोससानो म वशकक शयामपटट की बिाए परोिकटर का उपयोग करना पसि करत ह कयोवक तयार सलाइडस (PPT) का परयोग बार-बार वकया िा सकता ह इन सलाइडस का वशकक आपस म आिान-परिान भी कर सकत ह सलाइडस की गवत को वशकक वनयवरित करता ह अतः पढ़ान की गवत सववधानसार बढ़ाई या कम की िा सकती ह वशकण गवत बढ़ िान की वसवत म ववदाथी वशकक की गवत स तालमल बzwjठान का परयास करत ह और िब इस परयास म वह ववफल हो िात ह तो अततः उनक पास कवल सनन और पढ़न का ही रासता रह िाता ह इस तरीक स ववदाथी सवरिय होन क बिाए वनवषरिय हो िात ह कया वकसी ववदाथी को शयामपटट अवा सलाइडस पर लखन की सहायता स सवरिय बनाया िा सकता ह हा यह सभव ह अगवलवखत को पढ़न की कोवशश कर और अतर महसस कीविए mdash

शायि आपन महसस वकया होगा वक शबिो क िपणण परवतवबब (लखनी) को पढ़न म आपको जयािा धयान लगान की आवशयकता ह वशकक िपणण परवतवबब लखनी का उपयोग कवल तब कर सकत ह िब वह ववदाव णयो का धयान महतवपणण वबिओ की ओर ल िाना िाह िपणण परवतवबब लखनी हर पररवसवत म और वभनन अवधगमकताणओ क वलए उपयोगी ह इसक वलए अवतररकत वयय की आवशयकता भी नही होती वशकक सवय को परवशवकत कर सकता ह वजावनक दवषटकोण वाला वशकक इसका परयोग करक (ववदाव णयो की उपलवबध पर) जरर परभाव जात करना िाहगा

2 गर-आनरातिक शबद लखन आपन सड़को क वकनार टीवीपर समािार-परिो इतयावि म ववजापन तो अवशय ही िख या पढ़ होग इनम लखनी म बहत अतर होता ह अाणत लखनी गर-आनपावतक होती ह ऐसी लखनी का परयोग लोगो का धयानाकषणण क उदशय स वकया िाता ह इसका उपयोग वशकक भी अपन वशकण क िौरान कर सकत ह जयािातर वशकक कका म शयामपटट पर एक समान वलखत ह इसस ववदाथी शयामपटट पर वलख हए पर धयान िन क वलए परोतसावहत नही होत अतः ववदाव णयो को परोतसावहत करन क वलए गर-आनपावतक शबि लखन का उपयोग वकया िा सकता ह उिाहरण क वलए mdash

सककलबालक

भारत

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96 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

वशकक

समय की बित3 लघ लखन

कका म शयामपटट पर बड़ा-बड़ा वलखकर वशकक वपछली बिो पर बzwjठ ववदाव णयो का ववशष धयान रखत ह शायि इसस ववदाव णयो का भला होता परतीत नही होता कयोवक वह वनवषरिय ही रहत ह इनह सवरिय करन क वलए शयामपटट पर महतवपणण शबिो को इतना जयािा छोटा-छोटा वलखना वक शयामपटट क एकिम सामन की बि पर बzwjठ ववदाव णयो स भी सरलता स न पढ़ा िाए िस ही आप ऐसा कछ शयामपटट पर वलखत ह लगभग सभी ववदाथी पछना शर कर िग की आपन शयामपटट पर कया वलखा ह िब ववदाथी पछ तो वशकक को पढ़कर बताना नही िावहए कछ ववदाथी शायि अपन आप पढ़न की कोवशश करग इस परकार वलखन स व सवरिय होग ता उनकी गहणशीलता म भी सधार आएगा िस mdash

सववधान

एनसीईआरटी

4 दोहर नकारातमक वाकय वशकण क िौरान वशकक कछ महतवपणण वाकय बोलत ह कभी-कभी ववदाथी को सावधान करन क वलए कहत ह वक lsquoकपया धयान िीविएrsquo lsquoधयान स सवनएrsquo lsquoयह महतवपणण हrsquo इतयावि इसक पररणामसवरप कछ ववदाथी धयान ित

ह सवरिय सतकण आवि भी हो िात ह लवकन अवधकाश ववदाथी वनवषरिय अवा सतकण नही रहत ह इन ववदाव णयो का धयान आकवषणत करन हत महतवपणण वाकयो को िोहर नकारातमक शबिो का उपयोग करक िख वक इसस ववदाव णयो को महतवपणण वविार पर धयान क वदरत कर समझन म सहायता वमलती ह वक नही िस mdash

bull वह कका आzwjठवी की परीका म असफल नही रहा ह

bull मझ नही लगता वक उस समझ नही आया ह bull यह परीकण अववशवसनीय नही ह bull यह ववषय अरविकर नही ह

5 असाधारण वाकय रचना सामानयतः सवभावानसार मानव को बिलाव पसि नही होता ह यह िवनक िीवन म तो िखन को वमलता ह लवकन वशकण क िौरान नही शरआत म असाधारण वाकय रिना अभयास कवzwjठन हो सकता ह लवकन इसक वनयवमत उपयोग करन और समय क सा यह वकसी क वलए भी सहि हो िाता ह कका म इसका उपयोग करक ववदाव णयो की एकागता सतर म बिलाव महसस वकया िा सकता ह असाधारण वाकय रिना क कछ उिाहरण नीि विए गए ह िस mdash

bull म तमह पसि करती ह लवकन म उस नापसि नही करती

bull कया यह सपषट रप स असपषट ह bull कया यह परीकण ववशवसनीय रप स

अववशवसनीय ह

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97झटका तकनीक

6 िातकप क रर स अिातकप क तनषकरप वशकण का एक महतवपणण अवयय ह सपषटीकरण हर सपषटीकरण क अत म वनषकषण क रप म एक कन विया िाता ह वनषकषण कन अतयत महतवपणण होता ह और ववदाव णयो स अपका होती ह वक वह इस समझग और याि रखग अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक ववदाथी वनषकषण कन और सपषटीकरण क कनो म शायि ही कोई अतर महसस करत ह इसका एक कारण शायि वनषकषण कन की भाषा म पाया िा सकता ह िो शायि जयािा वभनन नही होता ह सही सपषटीकरण क आधार पर अतावकण क वनषकषण वनकालन की कोवशश कीविए आपको आशियण होगा वक िो ववदाथी आि तक कका म नही बोल वह ववदाथी भी बोलना शर कर िग ववदाथी शायि कहग वक वनषकषण सही नही ह इस अवसर को खोय वबना ववदाव णयो स सही वनषकषण पवछए अत म वशकक को सही वनषकषण जरर बता िना िावहए िस mdash

bull झटका तकनीक का उपयोग कका-कक म ववदाव णयो की सतकण ता बढ़ाएगा बढ़ी सतकण ता क कारण शायि ववदाव णयो की एकागता म भी सधार हो िाएगा पररणामसवरप समझ म सधार होगा बढ़ती समझ क सा ववदाथी शायि परशन पछना शर कर िग इस परवकया म ववदाथी शायि ऐसा परशन भी पछ सकत ह विसका उततर उस समय शायि वशकक को भी नही पता हो ऐसी वसवत क बार-बार सामन आन स वशकक की

परवतषzwjठा पर आि आ सकती ह इस कारण कका म वशकक दारा झटका तकनीक का परयोग नही करना िावहए

bull िब कभी ववदाथी महनत करत ह और कका म एकाग रहत ह तो उनक असफल होन की सभावना बढ़ िाती ह

7 समानारथी िह-शबदो का परयोग सवणमानय अनभवो क आधार पर कहा िा सकता ह वक पढ़ अवा सन गए शबिो म स सब कछ को समझ और समाववषट नही कर सकत ह इसक कई कारण हो सकत ह एक कारण शायि यह भी ह वक कई बार पढ़न और सनन वाला एक या अवधक शबिो को समझ नही पाता पररणामसवरप परा अनचछि अवा बोला गया वाकय समझ म नही आता कका म इस समसया का हल मखय शबि की िगह समान अ ण वाल कई शबिो का परयोग करक वकया िा सकता ह यह समानाथी बह-शबि कई भाषाओ िसmdashअगजी वहिी उिण गिराती इतयावि म बोल िा सकत ह कका म बोल गए बह-शबिो म स वनवशित रप स कछ शबि तो ववदाव णयो को समरण रहग और इसस शायि उनकी समझ म ववधि हो िाए इसक सा-सा कका-कक क वातावरण म भी ववववधता आती ह विसस कका क वातावरण म सधार हो सकता ह

bull यह वनबध lsquoकवzwjठनrsquo lsquoमवशकलrsquo lsquoिवटलrsquo ह bull शोध म उपयकत उपकरणो का ववशवसनीय या

भरोसमि होना अवत आवशयक ह

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98 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

8 िमल उदाहरण दना िहा भी िब भी सभव होता ह वशकक ववषय-वसत को सरल एव अवधगम योगय बनान क वलए उिाहरण ित ह तावक वभनन योगयता वाल ववदाथी समझ सक यह सझाव विया िाता ह वक वशकक को अवधगमकताण क िवनक िीवन स िड़ उिाहरण िन िावहए इसक अवतररकत िहा तक सभव हो वकताब म विए गए उिाहरणो को कका वशकण क िौरान नही िना िावहए इन सबस ववदाव णयो म रवि िागत होती ह लवकन अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक इसक बाविि भी ववदाथी कका-कक वशकण म रवि नही लत ह इसक कई कारण हो सकत ह लवकन एक कारण शायि कका-कक का नीरस वशकण ह वशकक क उिाहरणो स कका-कक वशकण की नीरसता टटनी और ववषय-वसत की समझ म बढ़ोतरी होनी िावहए हालावक इस उदशय की पवतण नही होती ह कया इसका अ ण यह ह वक वशकण म उिाहरणो का परयोग नही वकया िाए वासतव म उिाहरण तो अवनवायण ह लवकन उिाहरणो म बिलाव की जररत ह सामानय रप स उवित उिाहरण ही विए िात ह उवित उिाहरणो क सा कया आपन कभी अनवित उिाहरण भी विए ह यवि हा तो आपन जरर िखा होगा वक कछ ववदाव णयो न शायि जरर कहा होगा वक यह उिाहरण अनवित ह अवा यह बमल उिाहरण ह यवि ऐस बमल उिाहरण नही विए गए होत तो

ववदाव णयो की परवतवरिया नही होती ववदाव णयो दारा वववभनन उिाहरणो की पहिान िशाणती ह वक वह ववषय-वसत को समझन क सा-सा कका-कक म सतकण भी ह अतः उवित और सही उिाहरणो क सा बमल उिाहरण िना भी लाभिायक ह बमल उिाहरणो का परयोग तब कर िब आप िाहत ह वक ववदाथी सवरिय रह अवा आप उनकी समझिारी का परीकण करन वाल हो

9 तशकषक की जाि गलतिया वशकको क बार म लोगो की यह धारणा ह वक वशकक जान िानकारी इतयावि का सरकक ह उनस अपका की िाती ह वक उनह सब कछ पता होगा वशकको को जान का भडार माना गया ह लोगो का यह िान लना जररी ह वक वशकक भी मानव ही ह वह कछ कमताओ क सा िनम लत ह ता कछ कमताए उस विए गए परवशकण स और ववकवसत हो िाती ह परतयक वशकक का ववकास वभनन होगा और कका-कक म उनका परिशणन भी वभनन होगा वशकण क िौरान वशकक कोवशश करता ह वक वह सही िानकारी ि सही वलख सही विरि बनाए परयोगशाला म सही तार िोड़ सही सरि वलख इतयावि इस कारण स ववदाथी यह मानकर िलत ह वक कका म िो कछ भी वशकक दारा वकया िा रहा ह वह सब सही ही होगा इसम कछ गलत नही ह लवकन यह धारणा खतरनाक ह और शायि कभी-कभी यह अवधगम ववरोधी भी हो सकती ह

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99झटका तकनीक

यह भी तथय ह वक यवि ववदाव णयो न कका म पढ़ाई िा रही ववषय-वसत का अधययन पहल स वकया ह तो वशकक क पढ़ान पर उनकी समझ क सतर म ववधि हईवशकक कोई गलती नही करता ह अतः ववदाथी

वनवषरिय एव असतकण होत ह इस पररवसवत म ववदाव णयो क भल क वलए वशकक सधार कर सकत ह वशकक िानबझकर गलती कर सकत ह िस वक कzwjतयटर परोगावमग पढ़ात समय वशकक िानत हए आिश गलत ि यवि ववदाथी पढ़ाई िा रही ववषय-वसत पर धयान ि रह ह और सतकण ह तो वह तरत गलत आिश क परयोग की ओर इशारा करग अाणत गलती पकड़ी िाएगी कवल उस एक ववदाथी क दारा िो कका म धयान ि रहा ह और सतकण ह िस ही गलती की ओर इशारा होता ह अनय ववदाथी भी सतकण हो िात ह िो पहल न तो सतकण और न ही कका म धयान ि रह इस कण वशकक पछ सकता ह वक इस lsquoआिशrsquo का उपयोग कयो नही वकया िा सकता यह परशन ववदाव णयो को कका-कक वशकण म सवरिय भागीिारी का अवसर िगा इस तरह स ववदाथी सीख सक ग और वशकक

को ववदाव णयो की समझ क बार म फीडबक भी वमल िाएगा

इसी तरह स वशकक विरि बनात समय परयोगशाला म परयोग करत समय शयामपटट पर सरि वलखत समय वतणनी वसखात समय आवि म कछ सोिी-समझी गलवतया कर सकता ह यहा याि रखन वाली महतवपणण बात यह ह वक यवि ववदाथी सवय गलती नही पकड़ पाए तो वशकक को ववदाव णयो का धयान गलती पर ल िाना िावहए यवि ववदाथी नही बता पाए तो वशकक को सवय समझाना िावहए इसस ववदाव णयो को सवरिय अवधगमकताण बनान क सा-सा शायि उनम समीकातमक वितन कौशल ववकवसत करन म भी मिि वमलगी इस तरह स वशकक की जात गलवतया वशकण को रोिक और उपयोगी बनान म एक अचछा परयोग हो सकता ह

उपसहारअवधकाश वशकक वबना कोवशश वकए वकसी वविार को छोड़ ित ह लवकन कछ ववरल वशकक होत ह िो वविार छोड़ िन स पहल कोवशश जरर करत ह पाzwjठको स अपका ह वक वह लख म ववणणत झटका तकनीक क तरीको का परयोग अपनी ककाओ म अवशय करग

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दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

रजनी सिहसििकनाथ सरिपाठी

शिकषा कषा क दर अधषापक होत ह और अधषापको की गणवतषा परतक कतर म परशतशिशित होती ह शिकक कषा शिकण शिकषा क समसत आषामो को परभषाशवत करतषा ह इस िोध पतर म िीएड शवदषारथी-शिकको क दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत दशzwjटzwjिकोण कषा अधन शकषा गषा ह इस िोध म अधन क शिए 200 शवदषारथी-शिकको कषा चन उदशपरक नषाददि शवशध स शकषा गषा शिसम 100 शवदषारथी-शिकक सरकषारी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र और 100 शनिी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र इस अधन को पणद करन हत वणदनषातमक अनसधषान क अतगदत सववकणषातमक िोध शवशध कषा परोग तरषा आकड़ो क शवशिरण हत परशतित परशवशध एव zwjिी-परीकण कषा परोग शकषा गषा इस िोध क पररणषाम ह ितषात ह शक ससरषानो म पषाठकरम एव एनसीzwjिीई शवशनम 2014 क अनसषार ककषा-कक परोगिषािषा एव अन भौशतक ससषाधनो कषा अभषाव पषाषा गषा मषानवी ससषाधन क रप म अशधकतम ससरषानो म परशिशकत शिकक उपिबध नही ह शवदषारथी-शिकको क अनसषार ससरषानो म परशिशकत शिकको कषा अभषाव भी पठन-पषाठन म समसषा कषा एक परमख कषारण ह अशधकतम शवदषारथी-शिकको न समषावशध को िकर दो वरथी िीएड पषाठकरम की आिोचनषा की और सझषाव शदषा शक सरकषार को पनः एक वरद कषा िीएड पषाठकरम िनषानषा चषाशहए दो वरथी पषाठकरम क परशत सरकषारी एव गर-सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको क दशzwjटzwjिकोण म अतर पषाषा गषा सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको कषा दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत सकषारषातमक दशzwjटzwjिकोण पषाषा गषा

परसिावनासिका का क दर अधापक होत ह और अधापको की गणिता सिका क परतक करि म परसतसिसित होती ह राषzwjटी जान आोग न सिकक को राषzwjटी सिकाि क

सिए एक महतिपणण कारक माना ह सिकक सिका क िमसत आामो को परभासित करत ह सिकक का सिका जगत पर पणण परभाि एि महति रहता ह सिकक ही राषzwjट को िही रप परदान करन म पणणतः

िोशधकषा सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005 सहषाक आचषा द सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005

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101दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

िकम होता ह सिकक का परसिसकत होना सिकण क सिए आधारभत ढाचा तार करना होता ह सिकक सिका म गणातमक िधार का सिकाि तभी िभि ह जि हमार अधापक सि म जान आिोक क पज होग अतः िधार हत ह आिशक हो जाता ह सक सिकण वििा को मनिा िाचा एि कमणणा ि अपनाा जाए और इिम सिकक सिका िसथान की नसतक सजममदारी भी होनी चासहए तथा उिका िाधन िपनन होना भी आिशक ह िसकन इिि भी असधक आिशक ह ह सक सिकक को अपन का ण म सि दक होना चासहए िमाज म एक तरफ भमडिीकरण और िाजारिाद का परभाि एि दिाि सजि गसत ि िढ़ता जा रहा ह उिी परकार सिकक सिका को विससथत करना आिशक हो गा ह हम ह भी धान रखना पड़गा सक हमार सिकक सिका िसथान उिी परकार क सिकक तार कर जो चनौसतो को सिीकार कर िक तथा आगामी िमाज को उिकी मानसिकता क अनिार अधापको को तार कर िक

िहत सदनो ि सिकक सिका क सिसभनन पाठकरमो की िमीका की आिशकता महिि की जा रही थी और ह आिशक भी ह सक िम पर िमाज की आिशकता क अनिार पाठकरम का पररमाजणन एि निीनीकरण सका जाए तासक पाठकरम उन ितणमान सिदासथणो की सिकण दकता वाििासक कौििो को परा कर िक इि ससथसत को धान म रखत हए राषzwjटी अधापक सिका पररषद न सिकक सिका म सिसनम 2014 िाग कर सदा जो िरि 2015 ि परभािी ह इि सिसनम म िीएड

पाठकरम की अिसध एक िषण ि िढ़ाकर दो िषण कर दी गई सिदासथणो म परसिकण कौििो क सिकाि क सिए अभाि-सिकण जो एक माह का हआ करता था उिकी अिसध को चार माह कर सद ा गा और अन असतररकत सिषो को भी पाठकरम म िसममसित सका गा ह इि अधन म ह जानन का पराि सका गा ह सक ितणमान सिकक सिका पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण का ह इि पाठकरम क सिसभनन पको क परसत ि का िोचत ह और उनका अपना सिचार का ह पाठकरम क दौरान उनको सकन-सकन िमसाओ का िामना करना पड़ा इि पाठकरम को कि परभािी िनाा जाए आसद िातो का अधन करन क सिए इि िोध िमसा का चन सका गा

सकिी भी दि की परगसत उि दि की सिका की गणिता पर सनभणर करती ह और सिका की गणिता उि दि क सिकको पर सनभणर करती ह िशिीकरण एि सनजीकरण न अधापक सिका को िहत जादा परभासित सका ह असधकतम सिकक सिका िसथानो दारा राषzwjटी अधापक सिका पररषद दारा सनधाणररत सदिासनददिो का पािन नही सका जाता और सका जाता ह तो सिफण कागजो म इि कारण अधापक सिका की गणिता सदन-परसतसदन सगरती जा रही ह 2011 म मानि ििाधन सिकाि मरिाि दारा क दरी अधापक पारिता परीका की िरआत की गई और अधापक िनन क सिए पारिता परीका असनिा ण कर दी गई परत इि परीका म उतीणण सिदाथथी-सिकको की िखा िहत ही कम रही ही ससथसत िगभग िभी राजो म रही जो

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102 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अधापक सिका और अधापको की गणिता को दिाणता ह इन सिकक सिका िसथानो दारा सकि परकार परसिकण सदा जाए कि ििाधन उपिबध कराए जाए आसद कछ महतिपणण सिदओ को धान म रखत हए इि िोध िमसा का चन सका गा तासक इन सिदओ जिmdashपाठकरम पाठकरम का िदासतक एि परोगातमकवािहाररक पक अिसध मलाकन परसिसध अभाि-सिकण ििाधन आसद पर सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन सका जा िक

उदशय इि िोध अधन क सनमनसिसखत उदश थmdash1 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-

सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना2 िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका

िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना

3 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना तथा

4 दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना

नयादिशइि िोध अधन म 200 सिदाथथी-सिकको का चन उदशपरक नादिण सिसध ि सका गा सजिम 100 िरकारी सिकक सिका एि 100 गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत

सिदाथथी-सिकको को सिा गा इि चन परसकरा म किा एि सिजान िगण क सिदाथथी-सिकको का चन िमान रप ि सका गा

सातयकी िकनीकइि िोध अधन म आकड़ो क सिशिषण हत परसतित zwjिी-परीकण सिसध का परोग सका गा

उपकरण इि िोध अधन म आकड़ो क िगरह हत िोधकताण दारा सिकसित तीन सिदओ पर आधाररत दसषzwjिकोण मापनी का परोग सका गा सजिम पाठकरम की अिसध मलाकन परसिसध ििाधन सिकक पाठकरम का िदासतक एि परोगातमक पक आसद ि ििसधत कि 30 कथन थ सजिम दो कथन मकत परकसत क थ

तवशzwjरण एव वयाया दसषzwjिकोण मापनी दारा परापत आकड़ो का सिशिषण एि वाखा उदशो क अनिार की गई ह उदशय 1 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करन क सिए परसतित परसिसध का परोग सका गा सिशिषण ि परापत पररणाम और परसतित का मान िारणी 1 म सदा गा ह

दो िषथी िीएड पाठकरम क सिसभनन सिदओ क पररपरक म िारणी 1 क अनिार सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण की वाखा इि परकार ह mdash

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103दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सारणी 1mdash दो वरषीय बीएड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको का दतzwjटzwjिकोण (परतििि म)

करम स या करन सहमि असहमि अतनतशzwjिि1 अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि 50 50 mdash

2 अिसध िढ़ा दन ि गणिता म िसद 61 39 mdash

3 एनिीzwjिीई को परभािपणण तरीक ि िाग न करना 56 44 mdash

4 अिसध िढ़ान ि नामाकन का घzwjिना 63 30 7

5 पाठकरम क िचािन हत ििाधनो का उपिबध न होना 90 2 8

6 पाठकरम क अनकि पसतकाि म पसतक उपिबध न होना 60 15 25

7 पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि न होना 43 375 195

8 पाठकरम को िाग करन हत सिसभनन सिदओ पर धान 55 395 105

9 ितणमान वाििासक आिशकताओ की पसतण 55 mdash 45

10 अतसधक सिषो का न होना mdash 69 31

11 परसतिदता ि ििसधत सिसभनन आाम 10 30 60

12 पाठकरम और आदिण सिकक क गण न होना 595 mdash 405

13 पाठकरम और आतमसिशिाि 40 mdash 60

14 पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का सिकाि 50 50 mdash

15 सिकण कौििो का असधक होना mdash mdash mdash

16 पाठकरम िहाक िामगरी एि पसतको की उपिबधता 60 15 25

17 पाठकरम म िदासतक सिषो की अपका वािहाररक पक 56 33 11

18 पाठकरम म पाठ िहगामी सकराए 68 16 16

19 पाठकरम एि परोगातमक वािहाररकपक 88 12 mdash

20 िकम सिकण एि सिसभनन सिकण कौिि 52 mdash 48

21 पाठकरम एि अभाि-सिकण की अिसध 45 525 25

22 परसिकण एि उपससथसत का परसतित 60 40 mdash

23 पाठकरम की अिसध कम कर दना चासहए 90 10 mdash

24 ितणमान पाठकरम एि मलाकन परसिसध ि अितषzwjि 51 21 28

25 िमसzwjिर परणािी का उसचत होना 55 41 4

26 आतररक मलाकन को असधक महति न दना 555 425 2

27 पाठकरम परी तरह िमझ आ रहा ह mdash mdash mdash

28 सिकक mdash mdash mdash

29 िमसाओ का िामना करना पड़ा

30 िचािन हत िझाि

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104 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवतिmdash िीएड पाठकरम की अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि ह क ििध म 50 परसतित सिदाथथी-सिकको न उसचत एि अचछा पराि िताा जिसक 50 परसतित सिदाथथी-सिकक िरकार क अिसध िढ़ान िाि पराि को उसचत नही ितात ह िही जि सिदाथथी-सिकको ि अिसध िढ़ान ि गणिता म िसद होगी इि ििध म सिचार सिा तो िगभग 61 परसतित सिदाथथी-सिकको न इिको िही एि उसचत िताा सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक परसिकण की अिसध िढ़ान ि अधापक सिका म गणिता की िसद होगी जिसक 39 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार अिसध एि गणिता म कोई ििध नही ह

नबि परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार करत ह सक नामाकन िढ़ान हत िरकार को पाठकरम की अिसध कम कर दनी चासहए जिसक किि 10 परसतित इि ििध म अिहमसत वकत करत ह दो वरषीय पाठयकरम को zwjाग करना mdash परिािन दारा एनिीzwjिीई सिसनम 2014 को परभािपणण रप ि िाग करन हत महतिपणण भसमका सनभाई जा रही ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार परिािन इि दो िषथी पाठकरम को पणण रप ि िाग करन क सिए पणण भसमका नही सनभा रहा ह िही किि 44 परसतित इि िात पर िहमसत वकत करत ह सक परिािन अपनी महतिपणण भसमका अदा कर रहा ह सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक सिसनम 2014 को परभािपणण तरीक ि िाग करन क सिए परिािन अपनी महतिपणण भसमका नही सनभा रहा ह

नामाकन mdash सतरिठ परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम की अिसध िढ़ा दन ि ही िीएड म नामाकन घzwjिता जा रहा ह जिसक 30 परसतित अिहमसत वकत करत ह किि 7 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपना कोई मत नही दत हससािन mdash नबि परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म दो िषथी िीएड पाठकरम क परभािपणण िचािन हत पाणपत मारिा म मानिी एि भौसतक ििाधन उपिबध नही ह किि दो परसतित सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक ििाधन उपिबध ह िही पर 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम क अनिार पसतकाि म पसतक भी उपिबध नही हपाठयकरम mdash ितणमान पाठकरम वाििासक कौििो की पसतण करता ह एि पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सकए जान क ििध म करमिः 31 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपन सिचारो म असनसशचतता परकzwjि की िही पर 69 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सका जाना उसचत नही ह सिदाथथी-सिकको न ह िताा सक पाठकरम को परभािी तरीक ि िाग करन ि ििसधत सिसभनन सिदओ पर धान नही सदा गा 595 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आदिण सिकक िनान क सिए एि मलो क सिकाि हत पाणपत परािधान नही ह िगभग 50 परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार कर रह ह सक दो िषथी पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का

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105दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सिकाि हो रहा ह िही उतन ही परसतित इि ििध म अिहमसत वकत कर रह ह किि 43 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक ह पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि नही ह जिसक 375 परसतित ह मान रह ह सक पाठकरम सपषzwjि एि िरि ह िही 60 परसतित सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक पाठकरम क अनिार पसतकाि म पाणपत मारिा म पसतक उपिबध नही ह किि 15 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मान रह ह की पसतक उपिबध हपाठयकरम का सदातिक पकष mdash सिकक सिका पाठकरम म िदासतक पक की अपका वािहाररक पक को असधक महति सदा गा ह जो एक अचछा पराि ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपनी िहमसत 33 परसतित न अिहमसत और किि 11 परसतित न कोई सिचार परसतत नही सकए 68 परसतित ि असधक अथाणत असधकतम सिदाथथी-सिकको न िताा की ितणमान पाठकरम म पाठ-िहगामी सकराओ को सििष महति सदा गा ह जिसक किि 16 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपनी अिमणथता वकत करत हपाठयकरम म वयावहाररक पकष mdash अभाि-सिकण की अिसध असधक होन क ििध म 45 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक इिि सिकण कौििो क सिकाि म कोई परभाि नही पड़गा िही पर 525 परसतित सिदाथथी-सिकक ह भी सिीकार करत ह सक िकम सिकण की अिसध एि कौििो को िढ़ाा जाना (पणण) परसिकण क दसषzwjिकोण ि एक उसचत कदम नही ह दिरी तरफ

असधकतम सिदाथथी-सिकक (88 परसतित) न ह सिीकार सका सक वािहाररक पक पर सि िष धान दत हए िदासतक सिषो को कम कर दना चासहएतिकषक mdash सिकक सिका का णकरम क पाठकरम को परा करन हत सिकक पणण रप ि परसिसकत हो क ििध म सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक सिकक ितणमान पाठकरम क अनिार परसिसकत हउपतसरति mdash उपससथसत का परसतित िढ़ा दन ि सिदाथथी-सिकको क परसिकण ससथसत पर अिर पड़गा क ििध म 60 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि उसचत माना जिसक 40 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार उपससथसत का परसिकण ि कोई ििध नही हमलयाकन परतवतिmdash इकािन परसतित सिदाथथी-सिकक ितणमान पाठकरम की मलाकन परसिसध ि परी तरह अितषzwjि ह 28 परसतित सिदाथथी-सिकको न मलाकन परसकरा क िार म कोई सिचार परसतत नही सकए जिसक किि 21 परसतित सिदाथथी-सिकक मलाकन की परसिसध को उसचत मानत ह िही पर 555 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन पर असधक महति नही सदा गा ह जिसक 425 इि पक म ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन को महति सदा गा ह

ितणमान पाठकरम म िमसzwjिर परणािी एक उसचत कदम ह क ििध म 55 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि िही ठहराा जिसक 41 परसतित न गित किि 4 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि ििध म असनसशचतता वकत की

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106 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िारणी 2 ि सपषzwjि ह सक zwjिी-अनपात का मान 262 ह जो 01 सतर पर िाथणकता क सिए आिशक मान 260 ि असधक ह अतः पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही ह को असिीकार सका जाता ह सनषकषण क रप म कहा जा िकता ह सक दो िषथी पाठकरम म परसत

िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह मधमान क आधार पर ह भी कहा जा िकता ह सक िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण हउदशय 3 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क दौरान सिदाथथी-सिकको को होन िािी िमसाओ ि ििसधत परापत पररणाम िारणी 3 म सदए गए ह

पचानि परसतित ि असधक सिदाथथी-सिकको न अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना िताा जो सिना पाररशरसमक एि सनरीकण क हो रहा ह एक परमख िमसा ह िही पर 85 परसतित सिदाथथी-सिकको न िताा सक मॉडि सिदाि अथाणत परसिकण क सिए सिदाि का न होना ा दर

सारणी 2 mdash समहवार नयादिश मधयमान मानक तवzwjिzwjन एव zwjिी-परापिाक को दिाशिी सारणी

समहनयादिश की स या

मधयमान (M)

मानक तवzwjिzwjन (SD)

दोनो समह क बीzwjि मधयमान का अिर

मानक तवzwjिzwjन का अिर

zwjिी-परापिाक

िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7443 724

27 103 262गर-िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7173 754

उदशय 2 mdash िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना इि हत िन पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही हrdquo इि पररकलपना की जाच हत zwjिी-परीकण का परोग सका जो िारणी 2 म सदा गा ह

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107दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

नही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह 95 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो क पसतकािो म निीन पाठकरम क अनिार पसतको का अभाि ह जो हम िोगो क सिए एक िहत िड़ी िमसा ह सजिक कारण अधन िासधत होता ह किि 20 परसतित सिदाथथी-सिकक अनपकत सिष जो पाठकरम म ह ऐि सिष जो भसिष म उपोगी न हो को िमसा क रप म परदसिणत कर रह ह

उदशय 4 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना इि हत सिदाथथी-सिकको न अपन सनमनसिसखत िझाि परदान सकएmdash

bull औित ि असधक सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा की पाठकरम म िदासतक सिषो

होना भी एक िहत िड़ी िमसा ह सजिि आसथणक िोझ िढ़ गा ह िीएड पाठकरम की अिसध दो िषण होना 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार एक िमसा ह कोसक सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक अिसध असधक होन ि फीि म िसद हो गई ह जो एक आसथणक िमसा का परमख कारण िन रही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार दो िषण का पाठकरम होन ि धन का अपव हो रहा ह आग उनह िलक आिाि क खचण आसद क रप म आसथणक िमसाओ का िामना करना पढ़ रहा ह

िगभग 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध

सारणी 3 mdash पाठयकरम क दौरान तवदारषी-तिकषको को होन वाzwjी समसयाए

करम स या करन स या परतििि1 पाठकरम की अिसध का असधक होना 180 90

2 धन का अपव एि फीि िसद 120 60

3 ििाधनो की कमी 180 90

4 िम का दरपोग 140 70

5 पाठकरम का भसिष म कोई उपोग नही 40 20

6 परसिसकत सिकको का अभाि 120 60

7 अतसधक पाठकरम 140 70

8 पसतको का अभाि 190 95

10 मॉडि सिदाि परसिकण क सिए सिदाि का न होना 170 85

11 अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना 190 95

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108 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

को कम कर परोगातमक परसिकण पर सििष धान सदा जाए

bull पाठकरम अतत वापक ह और उिम अतसधक अनािशक सिषो को िसममसित सका गा ह जो ितणमान दसषzwjि ि उपोगी नही ह उन सिषो को हzwjिाा जाए

bull असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए

bull सिदाथथी-सिकको न पाठकरम क अनकि ििाधनो को उपिबध कराकर पाठकरम िाग करना चासहए था उनक अनिार परतक सिकक सिका िसथानो म सिकको का अभाि ह िरकार को आिशक मानिी एि भौसतक ििाधनो की विसथा करनी चासहए

bull सिदाथथी-सिकको की मलाकन परणािी को और िदढ़ िनाा जाए पररणाम िम पर सनकािा जाए और परसिकण परापत करन िाि सिदाथथी-सिकको को रोजगार भी उपिबध करान का िझाि सदा जाए

bull मलाकन म सिकको की सिकण ििी का मलाकन सका जाए एि हमारी उतर पससतकाए सदखान का परािधान सका जाए क िि ध म िझाि सदा

bull सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा सक दो िषथी पाठकरम होन ि िलक िढ़ गा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको को िमसाओ का िामना करना पड़ता ह अतः िलक कम सका जाए

bull पाठकरम क अनकि पसतकािो म पसतक उपिबध कराई जाए

bull िीएड पाठकरम क िाथ-िाथ परसतोगी परीकाओ की तारी हत ककाओ का परािधान सका जाए

bull पाठकरम म उसचत उपोगी एि भसिष क दसषzwjिकोण ि िाभदाक सिषो को िसममसित सका जाए परसिकण क सिए िरकार को अभाि-सिकण हत पाणपत सिदाि उपिबध कराना चासहए

तनzwjटकरशिोध अधन क पररणाम ह ितात ह सक सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध नही ह सिदाथथी-सिकको क अनिार िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए दो िषथी पाठकरम म परसत िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह िरकारी िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण ह

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109दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

अनय महतवपणश सझाव परसिकण म कमी हमिा वसकतगत कारणो ि नही होती कछ िामासजक एि आसथणक कारणो ि भी होती ह हम उि वििा की िासतसिक ससथसत का आकिन कर िकारातमक सदिा म पराि करना चासहए

bull अधापक सिका म का णरत िकसणक िसथाओ को चासहए सक ि अपन िसथानो म ऐि सिकको को तार कर जो पणण रप ि अपन कतणवो का पािन कर तथा िमाज म एक परसिसकत सिकक क रप म अपनी पहचान िना िक

bull हम इि पर सिचार करन की आिशकता ह सक अधापको क परसिकण हत का रणनीसत अपनाई जाए सजिि अधापको म परसिकण क सतर को िढ़ाा जाए तथा का ण क परसत ििदनिीिता िढ़ान की आिशकता ह

bull सिकको म मलो क अभाि एि कारणो जिािदही की कमी एि आतम चतना म कमी क कारणो का पता िगाा जाए तथा मलो क िरकण जिािदही का सनधाणरण सका जाए सजिि परसिकण म िकारातमक िधार िाा जा िक

bull िमसत सिकक सिका िसथानो सिदािो एि सिशिसिदािो म परसिकण का णकरमो म परसिकण क महति को िताा जाए तथा पाठकरम म परसिकण को उसचत सथान सदा जाए

bull अधापक सिका म परसिकण म होती कमी ा सगरािzwjि क कारणो का पता िगाकर उि दर करन की आिशकता ह

bull परसिकण क सिए जागरकता का णकरम का णिािाओ एि िगोसषठो का आोजन सका जाए अधापक सिका ि ििसधत सनमो मलो एि जिािदही का सनधाणरण सका जाए अधापक को उनक दासतिो एि कतणवो का िोध कराा जाए तथा इिक परसत उनम जागरकता िाई जाए परसिकण ि ििसधत अभाि का ण पाठकरम म िाा जाए

bull िकसणक परसकरा क िपादन परिधन एि पाठकरम क सिकाि म सिकको की भसमका दी जाए सजिि उनकी जिािदही का सनधाणरण सका जाए तथा उनकी उपिसबध का आकिन सका जाए

सदरश

अहमद िमीम 2012 परिपिन ररगासडग ओइआर द कि ऑफ पिणपसकzwjिि zwjिीचिण िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 37 निमिर-4 फरिरी 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एडिडण एिन 1969 zwjिशन स ऑफ एशzwjिzwjिड सकि कसटरिन िसकिि सफफर एड िाइमि पराइिzwjि सिसमzwjिड िामि सिद जिाइzwjि इसडन अमररकन परोगराम

कमार 2004 परारसभक सिका क भािी सिकको की सिकक असभिसतो तथा सिकण वििा क परसत िचनिदता एि िमपणण सतर का अधन

गपता ए पी 2005 सषाशकी शवशधषा िारदा पसतक भिन परकािन इिाहािाद

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110 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

गिहान ज एि 2008 इनोिसzwjिि एपरोच zwjि द िीएड करीकिम इन द सनिसिणzwjिीज ऑफ महाराषzwjट िनदि ऑफ एिकिन ररसचद एड एसzwjििन िॉलम-45 अक 4 अकतिर-सदिमिर 2008 पषठ 1ndash11 कोइमिzwjिर

जान िी िसzwjि 2000 ररसचद इन एिकिन परसzwjिि हाि ऑफ इसडा सिसमzwjिडजन ररचा 2012 ऐसzwjि zwjिड ऑफ zwjिीचिण zwjििडण zwjिीसचग परोिि zwjटनड थ फॉमणि एड सडसzwjिनि मोड िनदि ऑफ इशडन

एिकिन एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड एम एम 2005 किासिzwjिी एना सिसिि ऑफ िीएड करीकिम इमपसिमzwjििन एड ऑउzwjिकम परोजकzwjि ऑफ द

आरआईई अजमर ररपोzwjिणि िाए इररक एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड ोगनदर और िरन कमार दि 2012 परॉबिम फिड िाई सपिि zwjिीचिण इन इमपसिमसzwjिग इकिसिि एजकिन अडर

ििण सिका असभान िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 निमिर 1 मई 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

पार आर क 2011 इफकzwjि ऑफ परोफिनि डििपमzwjि परोगराम ऑन दी ऐसzwjिzwjिड ऑफ परी-िसिणि zwjिीचिण zwjििडण सzwjिडzwjिि सिद सपिि नीडि िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 पषठ 46ndash58 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

िधोपाधा 2006 सिकक भषारती आधशनक शिकषा जिाई-अकतिर ि कताक िषण 25 अक 1-2 पषठ 1ndash5 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

सनसनाि एन पी और एिक िखरा 2007 नािज एड अिरनि ििि ऑफ zwjिीचिण अडर गोसइग िीएड zwjटसनग थ सडसzwjिनि मोड आन एच आइ िी इशडन िनदि आफ पषापििन एिकिन पषठ 61ndash69 नी सदलिी

ादि ितीि 2009 अधापक सिका िमसाए एि चनौसता भषारती आधशनक शिकषा िषण 30 अक 2 पषठ 79ndash85एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

शरीिासति राजि 2012 जनजाती सिका म सिकको की भसमका भषारती आधशनक शिकषा िषण-32 अक-4 अपरि 2012 पषठ 19ndash25 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एनिीzwjिीई रगििन 2014

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बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग क सम उतपनन समसयाओ कया अधन

तारकशzwjवर गपता

शिकषक शिकषषा महतवपरण कषारणकरम ह शिकषक शिकषषा म पषारोशिक शकररषाओ क अतिणत अभरषास-शिकषर (इटरणशिप) कषा शविष महतव होतषा ह तथषा शिकषर कौिलो कषा जषार शिकषषा क पसषार को िरवतषा पदषार करतषा ह शिकषर कौिलो कषा जषार एव शवकषास तथषा वषासतशवक पररशसथशत म परोि शिकषक की शवशिषट रोगरतषा को पदशिणत करतषा ह इस िोध पतर म शवदषाथथी-शिकषको म कौिल रकत शिकषषा पषापत करर एव अधरषापर कषारण म पवीर करर म आर वषाली समसरषाओ एव ततसबधी तथरो पर पकषाि डषालर कषा परषास शकरषा िरषा ह इस िोध अधररर की पकशत सववकषर थी इसम उदशरपरण पशतदिणर शवशध स चरशरत पशतदिण क रप म महषारषारषा पतषाप रषाजकीर सरषातकोतर महषाशवदषालर हरदोई (उर पदि) म सतर 2015ndash16 म अधररररत बी एड क 65 शवदषाथथी-शिकषको को सशमशलत शकरषा िरषा थषा उपकरर क रप म िोधक दषारषा सव-शरशमणत अभरषास-शिकषर सचरषा पतर कषा परोि शकरषा िरषा थषा शजसम छह शिकषर कौिलो क परोि तथषा उरक परोि क समर उतपनर होर वषाली कशिरषाइरो स सबशधत पशर थ इस िोध अधररर म पषारषा िरषा शक शवदषाथथी-शिकषको को सवषाणशधक समसरषा शवदषाशथणरो दषारषा ही आती ह सषाथ ही शिकषर वषातषावरर स भी समसरषा उतपनर होती ह शिकषर कौिलो क जषार कषा अभषाव तथषा परोि की परषाणपत जषारकषारी कषा र होरषा भी समसरषा उतपनर करतषा ह इर समसरषाओ कषा मखर कषारर पशिकषर ससथषारो म पशिकषको की कमी तथषा रीशतरो म वरषापक समनवरतषा कषा अभषाव पषारषा िरषा इसकषा एक अनर कषारर ससथषारो क पषास सवर क शवदषालर रही ह जहषा वरवशसथत तथषा परणकषाशलक पशिकषर सपनर करषारषा जषा सक

अशससटट पोफसर (बीएडवzwjवभाग) महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) 241 001

परसयािनयाldquoराषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का महतzwjव zwjवजावक दवषटिकोण की आzwjवशयकता अप काम म उतकक षटिता क वलए परवतबदध रहा और अप समाज क वलए विवतत होाrdquo एक य वशकषक की अवभकलपा होी िावहए िटोपाधयाय आयोग

(1983ndash85) एक वशकषक हमशा अप काम की उतकक षटिता क वलए परवतबदध और अप समाज क वलए विवतत रहता ह उस समय-समय पर उवित मागगदशग की आzwjवशयकता होती ह समाज वकस वदशा म अगरसर हो रहा ह उस पर उसकी दवषटि रहती ह य समाज की सरिा म य लोगो की ही भवमका होी

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112 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िावहए कयोवक उनह ही उस समाज म रहा ह तथा आ zwjवाली पीढ़ी क वलए य ससकार द ह वशकषक ब हत परवशकषण परापत कर रह वzwjवदाथथी-वशकषको म राषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का सिार तथा zwjवजावक दवषटिकोण को वzwjवकवसत करा एzwjव वशकषण कौशल सीखा आzwjवशयक ह

कोठारी आयोग (1964ndash66) वशकषा म गणातमक सधार क वलए वशकषको को बतौर पशzwjवर तयार कर पर बल वदया था आयोग का मत थाmdash ldquoवशकषक-वशकषा को एक तरफ वzwjवशzwjववzwjवदालयो की अकादवमक मखयधारा म और दसरी ओर सकली जीzwjव तथा शवकषक वzwjवकास म ला की बात पर जोर वदया जाएrdquo zwjवतगमा वशकषक-परवशकषण कायगकरम वशकषको को एक ऐसी वयzwjवसथा म समायोवजत कर क वलए परवशकषण दता ह वजसम वशकषा क बार म यह समझा जाता ह वक उसम कzwjवल सिाओ का परसार होता ह परिवलत वशकषक-परवशकषण कायगकरम म तो य वzwjविारो को सदभग म वलया जाता ह ही सकल और समाज स जड़ मदो की इसम ििाग हो पाती ह इसम य परकार क शकषवणक अभzwjवो क वलए कोई जगह ही होती वशकषक-परवशकषण क अभzwjवो स पता िलता ह वक उसम जा को परद की तरह वबा सzwjवाल उठाए पाठयियाग म बाध वदया जाता ह और उस तो वzwjवदाथथी-वशकषको दारा परीकषण वदया जाता ह ही वकसी अनय वशकषक दारा

समाज म समसयाए बहत ह वजक वराकरण क वलए सामावजक मलय वतक मलय एzwjव राजवतक मलयो को आतमसात कर की आzwjवशयकता होती ह वशकषक सzwjवय म इ मलयो को धाररत करता ह

तथा अप धमग का वzwjवागह करता ह वशकषक का धमग दश काल की पररवसथवतयो क असार समाज क ागररको को तयार करा तथा भाzwjवी सभाzwjवाओ की खोज करा ह मषय क जीzwjव को उनत बा क वलए वशकषा ही एकमातर साध ह वशकषा स मषय अप अवसततzwjव जीzwjव का उदशय तथा सामावजक सबधो एzwjव जीzwjव मलयो को समझ म सकषम हो पाता ह समाज की जवटिलताओ जीzwjव की उलझो का समाधा कर क साधो की खोज म वशकषा सहयोग परदा करती ह वशकषा क माधयम स मषय परकक वत क उ रहसयो को समझ पाता ह जो उसक वलए आशियग स कम ही होत वजको जा और समझ म मषय य-य आवzwjवषकार करता आ रहा ह इ आवzwjवषकारो मषय को भौवतक सवzwjवधाओ की उपलबधता परदा की ह

वशकषक ब की परवकरया म अधययरत वzwjवदाथथी-वशकषक जो इस कषतर म वबलकल य होत ह और वzwjववभन वzwjवषयो की पकषठभवम स जड़ होत ह वजनह zwjवी वzwjवषय वशकषा दशग वशकषा मोवzwjवजा वशकषा तकीकी वशकषा का इवतहास वशकषा परबध इतयावद का अधयय करा पड़ता ह इ सभी वzwjवषयो का जा एक वशकषक को आzwjवशयक ह इ वzwjवषयो क अभाzwjव म वशकषक अधयाप की पणगता को परापत कर म असमथग ह उचि वशकषा का यह कषतर अतयत महतzwjवपणग ह इस कषतर की गणzwjवा वशकषा क सभी सतरो को परभावzwjवत करती ह वशकषक वशकषा म वसदधात क अवतररकत परायोवगक वसथवत अतयत महतzwjवपणग ह वजसस वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjववभन ि ौवतयो का सामा करा पड़ता ह

Chapter 11indd 112 732018 45941 PM

113बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

अभयास-वशकषण क समय वzwjवदाथथी-वशकषको को अक कौशलो की परसतवत करी पड़ती ह वzwjववभन कौशलो क वzwjवकास हत पाठ योजा का वमागण करा होता ह वजस वzwjववभन वशकषण वबदओ क सहयोग स वzwjवकवसत वकया जाता ह पाठ की परसताzwjवा क परश बाा जो परतयक वzwjवदाथथी-वशकषक क वलए ि ौती होती ह परशीकरण कौशल म सपणग पाठ योजा म वzwjववभन परकार क परशो का वमागण करा होता ह यथाmdash परसताzwjवा परश बोध परश वzwjवकासातमक परश तथा प राzwjवकव क परश इतयावद वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए वzwjववशषटि उदशयो का िय और लख कम ि ौतीपणग ही रहता वयाखया वलख म भी वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आती ह वशकषण सहायक सामगरी बा म तो वzwjवदाथथी-वशकषको को अवधक समय द ा पड़ता ह

zwjवसततः वशकषक-परवशकषण ि ौतीपणग कायग ह इस परवशकषण क माधयम स वzwjवदाथथी-वशकषक वशकषण क कायगकलाप म दकषता परापत करता ह अभयास-वशकषण स वzwjवदाथथी-वशकषक म कौशलो का वzwjवकास ही ही होता अवपत जीzwjव को सफल बा zwjवाल वzwjववभन ततzwjवो का भी वzwjवकास होता ह इस अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषक म समय परबध ककषा परबध अशास सहयोग वयाzwjवहाररकता समायोज तथा धयग कषमा आवद गण भी वzwjवकवसत होत ह य वzwjवदाथथी-वशकषक वzwjववभन वzwjवषयो म सातक एzwjव परासातक की वशकषा गरहण कर क बाद आत ह वकत वज वzwjवषयो स उका सामा होता ह zwjव उक वलए zwjवी होत ह वजसस उक दवषटिकोण म गणातमक पररzwjवतग आता ह

वशकषक अप वzwjवदाथथी तथा समाज दोो क वलए रोल मॉडल होता ह इसवलए उसक वयवकततzwjव म उ गणो का समाzwjवश होा अतयत आzwjवशयक ह जो उस एक अचा ागररक बा सक साथ ही सामावजक समसयाओ क समाधा हत उचि सतर क वित का भी वzwjवकास कर सक वशकषक सामावजक समसयाओ क समाधा हत उतकक षटि तकग और वzwjविार परसतत करता ह वजसक सहयोग स भाzwjवी पीढ़ी भवzwjवषय की योजाओ का वमागण करती ह तथा अप वलए सदर समाज का सकज करती ह समाज की वदशा और दशा को तय कर का दावयतzwjव भी वशकषक का ही होता ह zwjवह वजस सतर तक वितशील होता ह उसी सतर पर वदशा और दशा भी वधागररत होती ह

वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क समय कौशलो क वzwjवकास म कवठाई का सामा करा पड़ता ह मल समसया यह होती ह वक परभाzwjवी वशकषण कस वकया जाए परभाzwjवी वशकषण क वलए वzwjवषय का जा होा परथम शतग ह वशकषण क वलए उतसाह और सzwjवदशीलता क साथ ही सकजातमकता और गणzwjवा का होा भी आzwjवशयक ह जब वzwjवदाथथी-वशकषक ककषा म वशकषण कायग कर रहा होता ह उस समय उस एक साथ कई वबदओ क मधय सामजसय सथावपत करा पड़ता ह जस mdash ककषा का परबध ककषा का अशास वzwjवदावथगयो क साथ अतवकरया वशकषण कौशलो का यथासथा परयोग वzwjवषय जा आतमवzwjवशzwjवास आवद इ सभी वबदओ पर पयगzwjवकषक की वटिपपणी ही परकाश डालती ह

अभयास-वशकषण पर पzwjवग म हए शोधो म भागगzwjव (2009) ldquoटिीविग परवकटिस फॉर सटिडटि-टिीिर

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114 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ऑफ बी एड परोगराम mdash इशयज परीवडकामटिस एड सजशसrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषक बहआयामी समसयाओ का सामा करत ह वजसस वशकषण कायग म आzwjवशयक अभzwjव कौशल और आतमवzwjवशzwjवास म कमी आ जाती ह पयगzwjवकषको बताया वक जब zwjव परकषण का कायग परारभ करत थ तब zwjव सवकरय हो जात थ भाzwjवी वशकषको यह सzwjवीकार वकया वक जब पयगzwjवकषक ककषा म परकषण हत बठत थ तब zwjव वशकषण पाठय-zwjवसत भल जात थ और असहज महसस करत थ

अहमद और अनय (2010) ldquoटिीविग परवकटिसmdash परॉबलमस एड इशयज इ पावकसताrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको को अभयास-वशकषण हत वzwjवदालयो म जा स पzwjवग वयमो और अवधवयमो की वददवशका उपलबध ही कराई जाती पयगzwjवकषको दारा भी पाठ-योजा की पणग तयारी ही कराई जाती थी तथा उकी परभाzwjवी भवमका आतमवzwjवशzwjवास म zwjवकवदध दवषटिकोण तथा दकषता स सबवधत परवतपवषटि भी ही दी जाती थी वजसस उका अभयास-वशकषण कायग परभावzwjवत होता था

रज (2013) ldquoए सटिडी ऑफ परवकटिस टिीविग परोगराम mdash ए zwjटासलश फज फार सटिडटि-टिीिसगrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको का जो अभयास-वशकषण होता ह zwjवह अपयागपत ह वzwjवशषतया तब जब उकी तयारी वzwjवदालयो म हो zwjवाल परीकषा स पहल कराई जाती ह उस समय वzwjवदालयो क वशकषक अप वzwjवदावथगयो को लकर अतयवधक सकटिगरसत रहत ह अतः इस कारण स zwjव अपी ककषाओ को ोड़ क परवत

अवचक होत ह उस दशा म भाzwjवी वशकषको क अभयास-वशकषण का उदशय परभावzwjवत होता ह भाzwjवी वशकषक सामानयतया सzwjवारत सदसयो दारा असममा का भाzwjव महसस करत ह तथा जब उको वzwjवदालयो की वzwjववभन गवतवzwjववधयो म सवममवलत हो स मा वकया जाता ह तो उका उतसाह भग हो जाता ह उकत शोध अधययो क अधयय क आधार पर तथा zwjवतगमा म एसीटिीई रगयलश 2014 क आधार पर दो zwjवषथीय पाठयकरम म अभयास-वशकषण की अzwjववध 16 सपताह वकए जा क कारण इस शोध अधयय की आzwjवशयकता परतीत हई

उदशइस शोध अधयय क वमवलवखत उदशय थmdash1 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण

क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया का अधयय करा

2 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया का अधयय करा

3 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया का अधयय करा

4 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा

5 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा तथा

6 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग का अधयय करा

Chapter 11indd 114 732018 45941 PM

115बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

विविइस शोध अधयय की परकक वत सzwjवदकषण थी

परवदिशपरवतदशग क रप म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) म सतर 2015ndash16 म अधययरत बीएड क 65 वzwjवदाथथी-वशकषको को सवममवलत वकया गया था इका िय उदशयपणग परवतदशग वzwjववध स वकया गया था

उपकरण इस शोध अधयय हत सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर का परयोग वकया गया था उपकरण म ह वशकषण कौशलो क परयोग तथा परयोग क समय उतपन हो zwjवाली कवठाइयो स सबवधत परश थ साथ ही वशकषण क दौरा वकस परकार की अवधक समसया आई और वकसस अवधक सहयोग परापत हआ जस वबदओ को भी सवममवलत वकया गया था उपकरण म पाठ योजा का वमागण वशकषण अzwjववध म परयकत कौशल ककषा परबध क समय समसया सपणग वशकषण अzwjववध म उतपन समसया

तथा अभयास-वशकषण अzwjववध म परापत सहयोग को सवममवलत वकया गया था

आकड़ो कया सकलनआकड़ो का सकल सतर 2015ndash16 म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) क बी एड वzwjवभाग म अधयय कर रह 65 वzwjवदाथथी-वशकषको पर सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर परशावसत कर वकया गया

विशलषण एि वयाखयाउदश 1 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 1 म वदया गया ह

सारणी 1 क आधार पर सपषटि ह वक पाठ योजा क वमागण म परसताzwjवा परश बा म सzwjवागवधक 5846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई जबवक पराथवमकता क आधार पर सबस कम (154 परवतशत) वयाखया वलख म समसया आई 1692 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को उदशय लख म तथा शयामपट साराश लख म 1538 परवतशत एzwjव 770

सयारणी 1mdash पयाठ-ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया

करम सखया पयाठ ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया परवि1 उदशय लख म 1692

2 परसताzwjवा परश बा म 5846

3 वयाखया वलख म 154

4 परश बा म 770

5 शयामपट साराश वलख म 1538

योग 10000

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116 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को बोध एzwjव वzwjवकास परश बा म समसयाए उतपन हइइ िवक वकसी भी परकरण हत परसताzwjवा परश बा म वzwjववभन परकार की कवठाइया आती ह जस mdash परवशकषक दारा वzwjवसतकत ििाग कर पाा वzwjवदाथथी-वशकषक दारा वzwjवषय-zwjवसत को समझ पाा एzwjव अभयास का कम होा हो सकता ह परसताzwjवा क परथम परश को पzwjवग जा स जोड़ा तथा समसयातमक परश का सटिीक उर वzwjवदाथथी स अपवकषत रहता ह वजसकी अपवसथवत वयापक तयारी का अभाzwjव हो सकता ह उदश 2 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो का वzwjवशलषण सारणी 2 म वदया गया ह

सारणी 2 स सपषटि ह वक सzwjवागवधक (5846 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को परकरण वकलzwjवा म समसया आई तथा सबस कम (154 परवतशत) परशो को प म समसया हई ततपशिात वयाखया कर म 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई

प बगल कौशल क परयोग म 615 परवतशत एzwjव उदीप पररzwjवतग म 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया आई शयामपट कायग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा परकरण वकलzwjवाा वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए हमशा ि ौती रहती ह वजसका कारण वzwjवदावथगयो क मावसक सतर पर परशो का वमागण होा हो सकता ह तथा उदीप पररzwjवतग म आ zwjवाली समसया कौशलो का पयागपत अभयास होा और आतमवzwjवशzwjवास की कमी हो सकती ह भागगzwjव (2009) भी अप शोध वषकषग म इस ओर सकत वकया ह उदश 3 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 3 म वदया गया ह

सारणी 3 स सपषटि ह वक ककषा परबध म सzwjवागवधक (5538 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदावथगयो स समसया आई तथा सबस कम (615 परवतशत)

सयारणी 2 mdash कौिलो क परोग म सियाशविक समसया

करम सखया कौिलो क परोग म सियाशविक समसया परवि1 परकरण वकाल म 5846

2 वयाखया कर म 308

3 परशो को प म 154

4 प बगल द म 615

5 उदीप पररzwjवतग कर म 2308

6 शयामपट कायग म 770

योग 10000

Chapter 11indd 116 732018 45942 PM

117बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

पाठयियाग स समसया हई ततपशिात वzwjवदालय क वशकषको स 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384 परवतशत एzwjव ककषा क अदर की सामगरी स 1693 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई वzwjवदालय क परधाािायग स वकसी भी वzwjवदाथथी-वशकषक को वकसी परकार की समसया का सामा ही करा पड़ा ककषा परबध एक कला ह वzwjवदाथथी-वशकषक परवशकषण हत zwjवासतवzwjवक पररवसथवत

म पहली बार वकसी ककषा का सामा कर रह होत ह वजसम अतयवधक वzwjववभनता रहती ह साथ ही वzwjवदालयो का अशासही शवकषक zwjवाताzwjवरण तथा ककषा म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता ह उदश 4 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 4 म वदया गया ह

सयारणी 3 mdash ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवदावथगयो स 5538

2 वzwjवदालय क वशकषको स 770

3 परधाािायग स 000

4 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384

5 पाठयियाग स 615

6 ककषा क अदर की सामरगी स 1693

योग 10000

सयारणी 4 mdash सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवषय-zwjवसत स 1845

2 वzwjवदावथगयो स 2769

3 वशकषण zwjवाताzwjवरण स 2308

4 भाषा स 1077

5 कौशल क परयोग स 770

6 वशकषण शली क वzwjवकास म 923

7 पयगzwjवकषको स 308

योग 10000

Chapter 11indd 117 732018 45942 PM

118 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारणी 4 म सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध को सपषटि वकया गया ह वजसम सzwjवागवधक (2769 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क दौरा वzwjवदावथगयो स समसया हई ततपशिात वशकषण zwjवाताzwjवरण दारा 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई वzwjवषय-zwjवसत स 1845 परवतशत एzwjव भाषा दारा 1077 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई कौशल क परयोग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा जबवक वशकषण शली क वzwjवकास म 923 परवतशत एzwjव कzwjवल 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको दारा सपणग अभयास-वशकषण की अzwjववध म समसया हई सपणग वशकषण अzwjववध म वzwjवदावथगयो दारा सzwjवागवधक समसया उतपन की गई इसका कारण वzwjवदाथथी सपणग सतर म अप सथायी वशकषक दारा पढ़ता ह और कzwjवल 20 कायग वदzwjवसो म zwjवह अभzwjवही वzwjवदाथथी-वशकषको दारा साथ ही तला भी करता ह और लगातार ककषाओ क सिाल स परशा होकर ककषा स दर भागा या वफर वzwjववभन परकार क वकरयाकलापो दारा समसया उतपन करा हो सकता ह

उदश 5 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 5 म वदया गया ह

सारणी 5 म वशकषण क वzwjववभन कारको दारा उतपन समसयाओ को परदवशगत वकया गया ह सzwjवागवधक (5077 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदालय तक पहि म की जा zwjवाली यातरा स समसया आई ततपशिात वzwjवदालय की समय-सारणी भी 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया उतपन की आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स भी 2615 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषक समसयागरसत रह वशकषण क समय परवशकषण क दर यवद दर ह तथा यातायात क साधो का अभाzwjव ह तो इस परकार की समसया सzwjवाभावzwjवक ह साथ ही वzwjवदालय परशास और परवशकषको म सामजसय का अभाzwjव ह तो समय-सारणी की भी समसया आ सकती ह अकसर वzwjवदालयो म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इ समसयाओ क कारण होता हउदश 6 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 6 म वदया गया ह

सयारणी 5 mdash विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया परवि

1 वzwjवदालय तक पहि म यातरा स 5077

2 समय-सारणी स 2308

3 आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स 2615

योग 10000

Chapter 11indd 118 732018 45942 PM

119बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

सारणी 6 म अभयास-वशकषण की अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषको को वमल zwjवाल सहयोग का वzwjवzwjवरण परदवशगत वकया गया ह वzwjवदालय क कमगिाररयो स (2308 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को सहयोग परापत हआ 3846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको एzwjव साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स इस अzwjववध म सहयोग परापत हआ परवशकषण की अzwjववध म साथी वzwjवदाथथी-वशकषक महतzwjवपणग भवमका वभात ह zwjव पाठ योजा तयार करा म वशकषण क समय आतमवzwjवशzwjवास बढ़ा म सहयोग करत ह पयगzwjवकषक भी अप वzwjवदाथथी-वशकषको का पयागपत सहयोग करत ह

वनषकषशवषकषग क रप म कहा जा सकता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया वzwjवदावथगयो दारा ही आती ह साथ ही वशकषण zwjवाताzwjवरण स भी समसया उतपन हो रही ह अधयय म पाया गया वक वशकषण कौशलो क जा का अभाzwjव तथा परयोग की पयागपत जाकारी का होा समसया उतपन करता ह इस समसया का मखय कारण परवशकषण ससथाो म परवशकषको की कमी तथा ीवतयो म वयापक समनzwjवयता का अभाzwjव ह इसका एक अनय कारण

सयारणी 6 mdash अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग

करम सखया अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग परवि

1 वzwjवदालय क कमगिाररयो स 2308

2 पयगzwjवकषको स 3846

3 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 3846

योग 10000

ससथाो क पास सzwjवय क वzwjवदालय ही ह जहा वयzwjववसथत तथा पणगकावलक परवशकषण सपन कराया जा सक

सzwjवागवधक वzwjवदाथथी-वशकषक मात ह वक उनह परसताzwjवा क परश बा म और परकरण वकलzwjवा म समसया आती ह यह परवशकषको एzwjव परवशकषण ससथाो क वलए ि ौती ह वशकषण क आधवक उपकरण अपलबध ह तथा वशकषण मशी मकदल उपागम तथा परोगराम इसzwjटकशस की कमी भी रहती ह

िवकषक वनवहयारशइस अधयय स यह सपषटि होता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को परसताzwjवा परश बा म परकरण वकलzwjवा म उदीप पररzwjवतग कर म सzwjवागवधक समसया उतपन हो रही ह साथ ही ककषा-ककष की पररवसथवतयो म वzwjवदाथथी अवधक समसया उतपन कर रह ह सभी वशकषक-परवशकषण ससथाो क परवशकषक गभीरतापzwjवगक वzwjविार कर उपयोगी वशकषण कौशलो को तयार करा क उपरात यह सववशित कर वक वzwjवदाथथी-वशकषको म वशकषण कायग क परवत आतमवzwjवशzwjवास आ गया ह तब अभयास-वशकषण हत भज वजसस zwjवह पणग मोयोग क साथ वशकषण कर सकगा और एक अचा वशकषक बकर तयार हो सकगा

Chapter 11indd 119 732018 45942 PM

120 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरश

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सपादकीय समिमत अकादििकसपादक षजिनzwjदरकमारपाटीदार िखzwjयसपादक शििाउपपल

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ISSN 0972-5636

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      • Prelims
      • Chapter 1
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ISSN 0972-5636

भारतीय आधनिक निका

वरष 38 अक 1 जलाई 2017

इस अक म

सपादकीय 3

भारतममहिलासाकषरतासबधीचनौहतया रहमशीवासतव 5

बालकोमजाननऔरसमझनसबधीउपकरणोकाहवकास इनददहिया 17एकवयाविाररकउपागम बीएसडागर

सजनातमकतादयकलाएवगसालवादीहवचारधारा परहतभा 32एकहवलषणातमकअधययन

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हिकषाकअहधकारकाननकाया थि सनीताहसि 55एकहववचना

गहतहवहधआधाररतहिकषणदाराहवदाहथियो सररताबोबड 67कसवततररपससीखनकअवसरोकाअधययन मधहलकावमाथि

इ रमीहडएसतरकहवदाह थियोकीवयावसाहयक सजीवकमारिकला 75अहभरहचयोकातलनातमकअधययन (वाहणजयऔरहवजानवयवसायकहविषसदभथिम)

वहदकगहणतहवहधएवपरपरागतगहणतहिकषणहवहधका आरतीिाकया 84हवदाह थियोकीतकथि िहकतकपररपरकयमतलनातमकअधययन अचथिनादब

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झकातकनीक भारती 93 डीएनसनसनवाल

दोवषषीयबीएडपाठयकरमकपरहत रजनीहसि 100हवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणकाअधययन हववकनाहतरपाठी

बीएडहवदाषी-हिकषकोकअभयास-हिकषणमहिकषण तारकवरगपता 111कौिलोकपरयोगकसमयउतपननसमसयाओकाअधययन

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सपादकीय

जलाईकामिीनािमार हलए हविषमितव रखताि इस मिीन का सरोकार ससार म आबादी कहवहभननपिलओपरहवचार-हवमिथिएवहचतनकरनस ि हजस lsquoहवव जनसखया हदवसrsquo किा जातािजो11जलाईकोपरहतवषथिमनायाजातािइसहदवस पर िमार दि म भीआबादी की गणवताबढानिततमामपरयासोपरम नहकयागयाइनिीपरयासोमहिकषाएकपरमखघकिहिकषाककषतरम बाहलकाओदारा हवहभनन परीकषाओमअववलरिना दि की सामाहजक वयवसा म रचनातमकपररवतथिनकोदिाथिताि

हिकषाआयोग(1964ndash66)नअपनीररपो थिमकिाा lsquoलडहकयोकी हिकषाका हकतनामितविइसपर हजतनाजोर हदयाजाएउतनािीोडाििमारमानवीयसाधनो कपणथि हवकासघरो कसधारहनमाथिणकहलएमहिलाओकीहिकषापरषोकीहिकषासभीजयादामितवपणथििजसाहकपिलकिागयािमहिलाओकी हिकषापरजननदरकोघानमकाफीसिायताकरसकतीिrsquoपरतवतथिमानदौरमपरजननदरपरहनयतरणतोिआलहकनउसकापरतयकषपरभावलडहकयोकीजनम-दरपरपडादिमकरलएकऐसाराजयिजिापरलडकोकीतलनामलडहकयाअहधकिबाहकराजयोमयिहसहतएकदमहवपरीतिअाथितलडहकयाकमवलडकअहधकयिीजडरअनपातमअसमानतासमाजकहलएगभीरसमसयािोगईि

इस समसया का मकाबला करन म हिकषाहविषकरबाहलका हिकषायायिकि हकमहिलाहिकषा मितवपणथि साधन ि इसी कडी म रहमशीवासतव का लख ldquoभारत म महिला साकषरतासबधी चनौहतयाrdquo ता इन चनौहतयो का सामनाकरन ित सझाए गए उपाय महिला हिकषा कोबढावा दन म मदद करग विी इनद दहियाऔरबी एस डागर क लख ldquoबालको म जाननऔरसमझन सबधी उपकरणो का हवकासmdashएकवयाविाररकउपागमrsquorsquoबचचोमसवततरहचतनकरनाहसखान परजोर दता ि बचचोम हवलषणातमकताहकथि ककषमताकाहवकासिोनपरअधयापकउनिसलषणातमकताअाथितपणथिताकीओरलजाएगायिी पणथिता गसालवादी हवचारधारा कीओर लजातीिहजसमबालककलासमीकषासौदयाथिनभहतसजनातमकता आहद सजानातमक भावातमक एवहकरयातमक हकरयाएकरता ि इनिी सभी बातोकासमाविपरहतभानअपनिोधपतरमहकयाि

िमारदिम1अपरल2010सहनःिलकएवअहनवायथि बाल हिकषा का अहधकार अहधहनयम2009लागहकयागयािजोबचचोकोगणवतापणथिपरारहभकहिकषाकामौहलकअहधकारपरदानकरताि इसी मौहलक हिकषा की गणवता को परखनका काम सीमा िमाथि दारा ldquoहिकषा का अहधकारअहधहनयम 2009का हवदाह थियो की हनयहमतताव िहकषक उपलहध पर परभावrdquo पर हकए गए

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4 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िोध अधययन ता ldquoहिकषा क अहधकार काननका या थिmdashएक हववचनाrdquo पर सनीता हसि दारािोधअधययनकमाधयमसहकयागयादोनोिोधअधययनोदाराबचचोकोमौहलकहिकषापरदानकरनकतमामपरयासोका हवलषणातमकअधययनकरवासतहवकतासअवगतकरायागयाि

हिकषा क अहधकार न बालको को सहकरयरखत िए हसखानपरजोर हदया हजसमगहतहवहधआधाररत हिकषण परमख ि इस पर सररता बोबडऔरमधहलकावमाथिनldquoगहतहवहधआधाररतहिकषणदाराहवदाह थियोकसवततररपससीखनकअवसरोकाअधययनrdquoनामकिोधअधययनहकया

सजीव िकला न ldquoइ रमीहडए सतर कहवदाह थियो की वयावसाहयक अहभरहचयो कातलनातमकअधययनrdquoपरिोधकायथिहकयायिकायथिवाहणजयवहवजानसकायकसामानयवगथिहपछडवगथिताअनसहचतजाहतकहवदाह थियोपरहकयागयाविी हवदाह थियोम तकथि िहकतबढानवाली ldquoवहदकगहणत हिकषण हवहध एव परपरागत गहणत हिकषणहवहध म तलनातमक अधययनrdquo परआरती िाकयऔरअचथिनादबनिोधअधययनहकया

िम ऐसी हिकषण हवहधयो की बात करत िजोअहधगमकताथिकोसतकथि वसहकरयरख हजससउनमगरिणिीलताबढउनहवहधयोमसएकऐसीहवहध या तकनीक ि हजस हविषकर उचच सतरकीककषाओमअधयापकोदाराअधयापनकदौरानउपयोगकरनपरअहधगमकताथिअहधकसीखसकतिइसतकनीककोझकातकनीककिाजाताि

इस तकनीक पर डी एन सनसनवाल क अगरजीम हलखमौहलकलखकाभारतीदारा हिदीभाषीपाठकोकहलएभाषातरहकयागयािइसीकडीमजबगणवतापणथिहिकषकहिकषाकीबातकरतितोिमएनसीीईहवहनयम2014परधयानदनकीआवयकताि इस हवहनयमम हिकषक हिकषा ककछपाठयकरमोकीअवहधएकवषथिसदोवषथिकरदीगईिइसकसािीअभयास-हिकषण(इ नथिहिप)कीअवहधभी16सपतािकरदीगईि इसीपरआधाररत रजनी हसिऔर हववकना हतरपाठीकािोध पतर दिाथिता ि हक सरकारी एव गर-सरकारीहिकषक हिकषा ससानो ता उनम पढान वालहिकषक-परहिकषकोवहवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणमकोईहविषपररवतथिननिीआयाि

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आप सभी की परहतहकरयाओ की िम सदवपरतीकषा रिती ि आप िम हलख हक यि अकआपको कसालगा सा िीआिाकरत ि हकआपिमअपनमौहलकतापरभावीलखएविोधपतरपरकािनितभजगआपअपनलखएविोधपतर िम ई-मल journalsncertdtegmailcomपरभीभजसकति

अकादमिक सपादकीय समिमि

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भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

रशमि शरीवासतव

साकषरता एक मानव अधिकार ह सशधzwjततकरण का मारग ह और समाज तथा वयधzwjतत क धवकास का सािन इस तथय को सववीकार करत हए भारत सरकार धनरकषरता उनममलन हत परयासरत ह धजसम राषटवीय साकषरता धमशन की शरआत 5 मई 1988 म की रई थवी इस कायगकरम को आर बढ़ात हए तथा इसम सिार करत हए साकषर भारत कायगकरम 2009 स लारम धकया रया इसक अलावा मधहला धशकषा को बढ़ावा दन क धलए मधयाहन भोजन कसतमरबा रािवी बाधलका योजना बटवी बचाओ बटवी पढ़ाओ योजना आधद योजनाए धकरयाधनवत की जा चकी ह धिर भवी हमार दश म मधहला साकषरता सबिवी अनक चनौधतया ह धजनम परषो क मकाबल मधहलाओ की धनमन साकषरता दर की चनौतवी राजयवार मधहला साकषरता की दशा व चनौतवी अनसमधचत जाधत तथा अनसमधचत जनजाधत की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया शहरवी तथा गामवीण कषतर की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया समचना तथा धवधिक साकषरता सबिवी नववीन चनौधतया ह इस लख म इनही चनौधतयो का तथयपमवगक धवशलषणातमक अधययन कर उधचत समािान सझान का परयास धकया रया ह

अधससटट परोिसर (बरीएड) मिशिला शवदालय परीजरी कॉलज लखनऊ उततर परदश 226 007

शशका आयोग (1964ndash66) न अपनरी ररपोरट मि किा था lsquoलड़शकयो की शशका का शकतना मिितव ि इस पर शजतना जोर शदया जाए उतना िरी थोड़ा ि िमिार मिानवरीय साधनो क परट शवकास घरो क सधार शनमिाटर क शलए मिशिलाओ की शशका परषो की शशका स भरी जयादा मिितवपरट ि जसा शक पिल किा गया ि मिशिलाओ की शशका परजनन दर को घरान मि काफी सिायता कर सकतरी िrsquo भारत मि मिशिला शशका की इस सवरीकारोशzwjतत क बावजद वयविार मि मिशिला शशका क वयवसथापन की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि एक लबरी अवशध

भारत की मिशिलाओ न चारदरीवाररी क भरीतर शबताई ि शजसस तमिामि पाररवाररक सामिाशजक वयवसथाए उसरी क अनरप बनतरी रिरी ि इन वयवसथाओ और मिानयताओ की जड़ इतनरी मिजबत एव दढ़ ि शक नयरी वयवसथाए आसानरी स इनक साथ शिल-शमिल निी पाती मिशिला शशका क परसार मि भरी यि समिसया आड़ आतरी रिरी ि सवततर भारत मि उनकी शशका क तमिामि परावधानो तमिामि सिशलयतो क बावजद िमि शत-परशतशत लकय परापत निी कर सक ि िालात यि ि शक आज भरी बड़री सखया मि मिशिलाए अकर जान स भरी वशचत ि

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6 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साकरता शशका की परारशभक अवसथा ि यशद िमि अपनरी मिशिलाओ को साकरता क घर मि िरी ना ला सक तो आग शसथशतया ठरीक निी िोगरी यिा सबस पिल नजर डाल साकरता क आशय पर साकरता का अथट ि ndash साकर िोना अथाटत अकरो की जानकाररी स यzwjतत िोना पढ़न-शलखन की कमिता रखन वाला भारत की जनगरना ररपोरट (1981) क अनसार lsquoजनगरना परयोजन क शलए साकर उस वयशzwjतत को मिाना जाता ि जो शकसरी भरी भाषा को समिझ सकता ि उस भाषा मि शलख सकता ि और उस पढ़ सकता ि वि वयशzwjतत जो शकसरी भाषा को कवल पढ़ लता ि लशकन शलख निी सकता साकर निी मिाना जाताrsquo

साकषरता दर शकसरी भरी दश या भ-भाग की साकरता दर विा क कल लोगो की जनसखया व पढ़-शलख लोगो क अनपात को किा जाता ि इस जयादातर परशतशत मि दशाटत ि किी-किी इस परशत िजार पर भरी दशाटया जाता ि साकरता दर को समिझन का गशरतरीय सतर ि साकरता दर परशतशत = शशशकत जनसखयाकल जनसखया times 100 अथाटत परतयक सौ की जनसखया मि शकतन लोग साकर ि भारत की शशका वयवसथा मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान क शलए कत सकलप रिरी ि राषटरीय शशका नरीशत (1986) न इस सबध मि उललख भरी शकया ि lsquoशशका का उपयोग मिशिलाओ की शसथशत मि बशनयादरी पररवतटन लान क शलए एक साधन क रप मि शकया जाएगा अतरीत स चलरी आ रिरी शवकशतयो और शवषमिताओ को खतमि करन क शलए शशका वयवसथा का सपषर झकाव

मिशिलाओ क पक मि िोगाrsquo मिशिलाओ की साकरता क परशत सवदनशरीलता शदखात िए राषटरीय शशका नरीशत मि किा गया ि शक lsquoमिशिलाओ मि साकरता परसार को तथा उन रकावरो को दर करन को शजसक कारर लड़शकया परारशभक शशका स वशचत रि जातरी ि सववोपरर पराथशमिकता दरी जाएगरी इस कामि क शलए शवशष वयवसथा की जाएगरी समियबदध लकय शनधाटररत शकए जाएग और उनक कायाटनवयन पर कड़री शनगाि रखरी जाएगरीrsquo

भारत म महिला साकषरता क हिकास ित परमख परयाससाकरता एक मिानव अशधकार ि सशशzwjततकरर का मिागट ि और समिाज तथा वयशzwjतत क शवकास का साधन ि इस तथय को सवरीकार करत िए भारत सरकार शनरकरता उनमिलन ित परयासरत रिरी ि शशका नरीशत की इस सदभट मि परशतबदधता क मिदनजर मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ान क शलए भारत सरकार दारा तमिामि परयास भरी शकए गए ि इनमि स कछ परमिख उपायो पर एक नजर डाल ldquoराषटरीय साकरता शमिशनrdquo दश भर मि साकरता क परसार की एक मिितवपरट योजना ि इस शमिशन की शरआत 5 मिई 1988 मि की गई थरी इस शमिशन का मिखय उद य 2007 तक 15 स 34 आय वगट क उतपादक और पनरतपादक समिि क शनरकर लोगो को वयाविाररक साकरता परदान करत िए 75 परशतशत साकरता का लकय िाशसल करना था 2009 मि इस कायटकरमि को आग बढ़ात िए तथा इसमि सधार करत िए साकर भारत कायटकरमि लाग शकया गया इस शमिशन को ततकालरीन परधानमितररी डॉ मिनमिोिन शसि दारा शर शकया गया था परारभ मि यि योजना 31 मिाचट 2012

Chapter 1indd 6 742018 100407 AM

7भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

तक िरी लाग की गई तथा इस 12वी पचवषषीय योजना (2012ndash17) मि भरी शाशमिल शकया गया

शनरकरता उनमिलन क शलए राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि क एक सिायक कायटकरमि क रप मि गामिरीर कायाटतमिक साकरता कायटकरमि मिई 1986 मि शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य अशधगमिकताट मि पढ़न-शलखन की कमिता का शवकास करना अशधगमिकताट मि अपन अशधकार एव कततटवयो क परशत जागरकता उतपनन करना आशद था यि कायटकरमि राषटरीय सवा योजना मििाशवदालयो और शववशवदालयो क शवदाशथटयो क सियोग स सचाशलत शकया गया था परौढ़ मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि 2 अzwjततबर 1978 को शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य 15ndash35 आय वगट की मिशिलाओ और परषो को शशशकत करना व साकरता क शलए परररत करना था यि कायटकरमि क दर सरकार राजय सरकार क दर शाशसत परदशो क परशासको शववशवदालयो मििाशवदालयो सवयसवरी ससथाओ और यवा क दरो क सयzwjतत परयासो स शकरयाशनवत शकया गया

क दर व राजय सरकार अपन-अपन सतर पर शनरकरता उनमिलन ित अनक योजनाए सचाशलत कर रिरी ि आपरशन बलक बोडट मिधयाहन भोजन कायटकरमि शजला पराथशमिक शशका कायटकरमि मिशिला सामिाखया लोक जशबश कसतरबा गाधरी बाशलका योजनाए इनमि परमिख ि आशथटक दशषर स कमिजोर तथा अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए साकरता क दायर मि आ सक इसक शलए भरी पयाटपत परयास शकए जा रि ि अनसशचत जाशतअनसशचत जनजाशत एव आशथटक

भलाई मि शशकक शवकास मिितवपरट भशमिका शनभाता ि भारत सरकार न समिाज क कमिजोर वगट क शितो को परोतसाशित करन और समिानता सशनशचत करन क शलए कई कदमि उठाए ि शशकक ससथाओ की सखया बढ़ाकर बितर पिच सशनशचत करन क परयास भरी शकए गए ि बाशलका शशका को परोतसाशित शकए जान की योजना lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओ योजनाrsquo भरी शकरयाशनवत की जा चकी ि

साकरता क शवकास ित राषटरीय सतर पर राषटरीय साकरता शमिशन पराशधकरर (एनएलएमिए) की वयवसथा ि यि राषटरीय सतर की शरीषट एजसरी ि इसकी सथापना 1988 मि मिशतरमिडल क अनमिोदन स मिानव ससाधन शवकास मितरालय (ततकालरीन शशका शवभाग) क सवततर और सवायततशासरी खड क रप मि की गई थरी lsquoसाकर भारतrsquo क सजन का सवपन साकार करन क शलए क दररीय एव राजय सरकारो पचायत राज ससथानो गर-सरकाररी सगठनो (एनजरीओ) और समिाज को शमिलकर कामि करना ि lsquoसाकर भारतrsquo का शनरपर 2009 मि परष और मिशिला साकरता क अतर को अशधक स अशधक 10 परशतशत तक कमि करन की पररकलपना क साथ परौढ़ मिशिला साकरता पर फोकस स राषटरीय सतर पर 2012 तक 80 परशतशत साकरता सतर परापत करन क उद य स शकया गया था शमिशन क चार परमिख उद य थ mdash1 गर साकरो को कायाटतमिक साकरता और अकर

जान परदान करना2 औपचाररक शशका पररालरी की समितलयता

परापत करना3 सगत कौशल शवकास कायटकरमि करना तथा

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8 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 सतत शशका क शलए अवसर परदान करक जानवान समिाज को बढ़ावा दनातमिामि सवशzwjछक सगठन एव समिाजसवरी ससथाए

भरी इस कतर मि सशकरय ि इनमि मिशिला साकरता क परशत सवदनशरीलता सववोपरर रिरी ि खद का शवषय ि शक तमिामि परयासो क बावजद आज भरी भाररी सखया मि मिशिलाए अकर जान स वशचत ि भारत दश मि मिशिला साकरता दर को बढ़ान की अपनरी शवशष चनौतरी ि इसमि कोई दो राय निी

भारत म महिला साकषरता सबधी चनौतीसाकरता अथवा अकर जान शशका का वि परथमि पायदान ि जो आग का मिागट परशसत करता ि शकत आज भरी शवव की लगभग 30 परशतशत शनरकर जनसखया भारतरीय ि यनसको की 2015 की ररपोरट क अनसार शवव मि मिशिलाओ की कल साकरता दर 827 परशतशत ि जबशक भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 628 परशतशत ि जो शक शवव मि शनचल पायदान पर ि इस ररपोरट क अनसार शरीलका जस छोर स दश मि साकरता दर 917 परशतशत ि चरीन बाजरील तथा जापान मि मिशिला

साकरता दर करमिशः 945 परशतशत 929 परशतशत तथा 990 परशतशत ि जो शक भारत दश की तलना मि काफी ऊचा सतर ि

शवगत अनक वषषो मि परौढ़ शशका क परसार और पराथशमिक शशका को अशनवायट बनान क भरसक परयासो क बावजद भारत मि शनरकर मिशिलाओ की सखया को खतमि निी शकया जा सका ि भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि मिशिला साकरता भरी इसस अछतरी निी ि शजसकी करमिबदध शववचना इस परकार ि mdash

परषो क मकाबल निमि साकषरता दर की चिौतीपरष परधान भारत दश मि एक बालक और बाशलका को सकल भज जान क परन मि परारशभक मिितता बालक की ि िमि अपन आस-पास क दशनक जरीवन मि इस तरि क तमिामि उदािरर दख सकत ि जिा बाशलका की शशका का परन दोयमि दजज का ि भारत की जनगरना 2011 क परापत आकड़ो स सपषर पता चलता ि शक तमिामि सवधाशनक वयवसथाओ और सरकाररी एव गर-सरकाररी परयासो क बावजद आज भरी मिशिलाओ की साकरता दर परषो स किी कमि ि

सारणी 1 mdash भारत म महिला तथा परषो की साकषरता दर (1951ndash2011)

िषष वयहzwjतत परष महिला1951 183 272 891961 283 404 1541971 345 460 2201981 436 564 2981991 522 641 3992001 648 753 5372011 730 809 646

(1951ndash1971mdash आय 5+ 1981ndash2011mdash आय 7+)सोत mdash एजकशन सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी आफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर

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9भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

सारररी 1 मि परदशशटत आकड़ो मि 1951 1961 तथा 1971 की जनगरना मि साकरता दर पाच वषट और उसस ऊपर की आबादरी स सबशधत ि 1981 1991 2001 तथा 2011 की जनगरना मि साकरता दर सात वषट और उसस अशधक की आबादरी स सबशधत ि सारररी 1 दारा सपषर ि शक सवततरता पराशपत क पचात सन 1951 मि भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 89 थरी िषट का शवषय ि शक 2011 तक मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 646 िो गई ि शकत तलनातमिक दशषर स य वशदध बित उतसािवधटक निी ि िमि आज भरी शत-परशतशत मिशिलाओ को साकरता की पररशध मि लान मि नाकामि रि ि साकरता अथवा अकर जान जो शक शशका का परथमि पायदान ि यशद यिा िमि अपन लकय स मिरीलो दर ि तो मिशिलाओ को बितर शशका शदला सकन का लकय एक सवपन मिातर िोगा शनससदि परषो क मिकाबल मिशिलाओ की साकरता दर आज भरी शनन ि िमि अपनरी तमिामि वयवसथाओ को और सदढ़ तथा नवरीनरीकत करक मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ाना िोगा

राजयवार मनिला साकषरता की दशा एव चिौतीभारत मि अलग-अलग राजयो मि मिशिला साकरता दर की अपनरी शवशष चनौशतया ि सारररी 2 पर

नजर डालन पर पता चलता ि शक जिा करल शमिजोरमि लकदरीप गोवा तथा शतरपरा मि मिशिला साकरता दर करमिशः 921 893 879 847 तथा 827 ि विी शबिार राजसथान झारखड जमि और कमिरीर तथा उततर परदश मि यि परशतशत करमिशः 515 521 554 564 तथा 572 मिातर ि िमि धयान दना िोगा शवकास की गशत सदा एक साथ एक लय मि चलन पर जयादा सिज व सतशलत िोतरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि इतना अशधक अतर सतशलत शवकास का पयाटय निी ि िमिार नरीशत-शनमिाटताओ शशकाशवदो तथा समिाज सवरी ससथाओ को इस ओर भरी धयान दना िोगा शक जो राजय मिशिला साकरता क लकय मि बित अशधक शपछड़ िए ि उन पर शवशष धयान शदया जाए शवशष आशथटक सिायता तथा सदढ़ कायटकरमिो दारा विा की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान का परयास शकया जाए यिा इस बात की खोज करना भरी जरररी ि शक राजय शवशष की मिशिलाओ की साकरता दर शनन zwjतयो रिरी उन काररो को दर करना भरी एक परमिख चनौतरी ि

सारणी 2 mdash जनगणना 2011 की कल साकषरता दर म परष और महिलाओ क आकड़ो क आधार पर राजयोक दर शाहसत परदशो का सथान

कल वयहzwjतत परष महिला

राजयसघ कषतर साकषरता दर राजयसघ कषतरसाकषरता

दरराजयसघ कषतर

साकषरता दर

1 करल 940 करल 961 करल 921

2 लकदरीप 918 लकदरीप 956 लकदरीप 893

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10 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

3 शमिजोरमि 913 शमिजोरमि 933 शमिजोरमि 879

4 गोवा 887 गोवा 926 गोवा 847

5 शतरपरा 872 दमिन और दरीव 915 शतरपरा 827

6 दमिन और दरीव 871 शतरपरा 915 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

824

7अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

866 पदचररी 913 चडरीगढ़ 812

8राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

862 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

909 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

808

9 चडरीगढ़ 860 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

903 पदचररी 807

10 पदचररी 858 चडरीगढ़ 900 दमिन और दरीव 795

11 शिमिाचल परदश 828 शिमिाचल परदश 895 नागालड 761

12 मििाराषट 823 मििाराषट 884 शिमिाचल परदश 759

13 शसशzwjतकमि 814 उततराखड 874 मििाराषट 759

14 तशमिलनाड 801 तशमिलनाड 868 शसशzwjतकमि 756

15 नागालड 796 शसशzwjतकमि 866 तशमिलनाड 734

16 मिशरपर 792 मिशरपर 861 मिघालय 729

17 उततराखड 788 गजरात 858 मिशरपर 724

18 गजरात 780 दादरा और नागर िवलरी

852 पजाब 707

19 पशचमि बगाल 763 िररयारा 841 पशचमि बगाल 705

20दादरा और नागर िवलरी

762 नागालड 828 उततराखड 707

21 पजाब 758 कनाटरक 825 गजरात 697

22 िररयारा 756 पशचमि बगाल 817 कनाटरक 681

23 कनाटरक 756 ओशडशा 824 असमि 672

24 मिघालय 744 पजाब 804 िररयारा 659

25 ओशडशा 729 छततरीसगढ़ 803 दादरा और नागर िवलरी 643

26 असमि 722 राजसथान 792 ओशडशा 644

27 छततरीसगढ़ 703 मिधय परदश 787 छततरीसगढ़ 602

28 मिधय परदश 693 असमि 778 मिधय परदश 592

Chapter 1indd 10 742018 100408 AM

11भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

अिसनचत जानत तथा अिसनचत जिजानत की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाभारत मि मिशिला शशका सबधरी चनौशतयो मि एक बड़री चनौतरी अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान की ि जाशतगत आधार पर भारतरीय समिाज उzwjच तथा शनन जाशत वगट मि बरा िआ ि िमि दखत ि शक मिशिला शशका क नजररय स इन जाशत वगट की मिशिलाओ की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि इन दोनो िरी वगषो की मिशिलाए एक लबरी अवशध तक शशका क परकाश स वशचत रिी शकत ऊचरी जाशत की मिशिलाए इस शनरकरता क बरीच भरी पररवारो मि शशका क परभाव

क ससगट को खद-ब-खद पातरी रिी उनिोन अपन शपता पशत और पतरो को शासतर पढ़त-बोलत दखा उस पर चचाट िोत सना जबशक अनसशचत जाशत और अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की शसथशत पर नजर डाल तो इन मिशिलाओ न अपन शपता पशत और पतरो को भरी अशशशकत िरी दखा उनका शकताबो काशपयो मि शलख-पढ़ जान वाल अकरो स दर-दर तक कोई वासता निी था अतः आधशनक काल मि जब मिशिलाओ को अकर जान (साकरता) की पररशध मि लान क लकय शनधाटररत शकए गए तो अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए अशधक जशरलता मि शदखी

29 उततर परदश 677 उततर परदश 773 आधर परदश 591

30 जमि और कमिरीर 672 झारखड 768 अरराचल परदश 577

31 आधर परदश 670 जमि और कमिरीर 768 उततर परदश 572

32 झारखड 664 मिघालय 760 जमि और कमिरीर 564

33 राजसथान 661 आधर परदश 749 झारखड 554

34 अरराचल परदश 654 अरराचल परदश 726 राजसथान 521

35 शबिार 618 शबिार 712 शबिार 515

सारणी 3 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (7+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानतयोग 648 547 471 730 661 590 परष 753 670 590 809 752 685

महिला 537 420 350 646 565 494

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर बयरो ऑफ पलाशनग

हिपपणीmdash 2011 की जनगरना क शलए 7 वषट और उसस ऊपर की आय की साकरता दर क सबध मि मिशरपर क आकड़ो मि सनापशत शजल क तरीन सब-शडशवजनोmdashमिाओमिारमि पावोमिाता और परल क आकड़ शाशमिल निी ि

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12 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारररी 3 व 4 मि शदए गए आकड़ो पर एक नजर डालन पर पता चलता ि शक सन 2001 मि भारत की कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (648) मि 7+ आय वगट की अनसशचत जाशत की बाशलकाओ की साकरता दर मिातर 420 ि अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ की साकरता दर 350 मिातर ि 2011 मि कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (730) मि अनसशचत जाशत की मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 565 तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 494 िो गई ि जो शक बित सतोषजनक निी ि अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ का एक बड़ा वगट आज भरी साकरता क दायर स बािर ि पदरि वषट स ऊपर आय वगट की अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 2011 मि करमिशः 486 तथा 402 मिातर थरी जो शक 7+ आय वगट स नरीच सतर पर ि सपषर ि शक भारतरीय समिाज का यि वगट अपनरी शशकक समिसयाओ स उबर निी सका ि अतः आवयक ि शक अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकर करन ित शवशष

कायटकरमि चलाए जाए इनमि जागरकता व परोतसािन कायटकरमिो की अपनरी शवशष मिितता ि

शिरी एव गामीण कषतर की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाशिररी एव गामिरीर पररवश मि मिशिला शशका क परचार-परसार की अपनरी शवशष समिसयाए ि शिररी कतरो मि आधशनकीकरर क परसार सचार साधनो की पिच व तरीवर आशथटक शवकास क कारर मिशिला शशका सबधरी जागरकता भरी तरीवर रिरी ि शिररी कतर की मिशिलाओ को तजरी स बदलत सामिाशजक पररवश मि सिजता स समिायोशजत िोन क अवसर शमिल ि शजसस उनिोन इन बदलावो को सरल रप मि सवरीकार भरी शकया ि जबशक गामिरीर पररवश मि आज भरी रशढ़वादरी परपराए पदाट परथा और ससाधनो की अनपलबधता विा की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान मि समिसया खड़री कर रिरी ि नशनल फशमिलरी िलथ सवजmdash 3 (2005ndash06) की ररपोरट क अनसार गामिरीर कतरो मि परष-मिशिला साकरता अनपात मि अतर शिररी कतर स अशधक ि शिररी कतरो मि परषो की साकरता दर 88 परशतशत तथा

सारणी 4 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (15+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानतअिसनचत जिजानत

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत

योग 610 441 408 693 604 519

परष 734 593 548 788 716 637

महिला 478 285 267 593 486 402

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ ियमिन ररसोसट शडवलपमिर

Chapter 1indd 12 742018 100408 AM

13भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

मिशिलाओ की साकरता दर 75 ि विी गामिरीर कतरो मि परष साकरता दर 75 परशतशत की तलना मि मिशिला साकरता दर मिातर 46 परशतशत ि ऐसा दखा गया ि शक परायः सदर बशसतयो एव गामिरीर इलाको मि सरकाररी नरीशतयो का सिरी परकार स पालन निी िो पाता भौगोशलक जशरलताए इन कतरो मि शशकको की उपलबधता को भरी बाशधत करतरी ि परष परधान मिानशसकता बाल शववाि तथा घरल कामि-काज मि मिशिलाओ की भागरीदाररी आशद अनक ऐसरी समिसयाए ि जो गामिरीर कतरो मि मिशिला शशका को बाशधत कर रिरी िभदौररया और गोर (2011) उललख करतरी ि शक सामिाशजक व सासकशतक शवसगशतया तथा कररीशतया भरी मिशिलाओ की साकरता मि बाधक ि जानवरो क शलए चारा लाना उपल बनाना खाना बनाना पररवार की आय क शलए योगदान दना पदाट परथा घरल कामि-काज मि अतयशधक वयसतता आशद अनक बशदश मिशिलाओ को औपचाररक शशकर ससथाओ मि पढ़न स वशचत करतरी ि गामिरीर अचल की मिशिलाओ को साकर बनान ित उनक बरीच जाकर उनक िरी साथ शमिलकर परयास करन िोग गामिरीर कतर क सथानरीय लोगो को साकरता कायटकरमिो मि शाशमिल करक इन कायटकरमिो को अशधक सफल बनाया जा सकता ि मिशिलाओ की शशका क शलए मिशिलाओ की िरी मिदद भरी इस शदशा मि सकारातमिक परयास िो सकता ि

सचिा एव नवनधक साकषरता सबधी िवीि चिौनतयाभारत एक शवकासशरील दश ि और शवव क साथ कध स कधा शमिलाकर चलन को कतसकलप ि

शवजान एव तकनरीकी क तरीवर शवकास न आज िमिार समिक नयरी चनौशतया पदा की ि भारत मि मिशिलाओ को शवकास की धारा स जोड़न उनि बराबररी का दजाट शदलान और शवशभनन सामिाशजक आशथटक एव शशकक सिशलयत परदान करन क शलए तमिामि काननरी वयवसथाए सशनशचत की गई ि अतः यिा मिशिला साकरता कायटकरमिो की बड़री चनौतरी इन मिशिलाओ को सचना साकर एव शवशधक साकर बनाना भरी ि सचना साकरता स आशय एक वयशzwjतत की उस योगयता स ि शजसस उस शजस सचना की जररत ि वि उस सचना क सदशभटत सोतो को जान सक एक सचना साकर वयशzwjतत मि उस सचना का मिलयाकन करन और उस सचना का परभावरी ढग स उपयोग करन की योगयता भरी िो चशक आज का यग सचना का यग ि िर तरफ स सचना का शवसफोर िो रिा ि अतः यि जरररी शदखता ि शक िमि कमि-स-कमि समिय मि सिरी सचना पराशपत क सोतो क जानकार िो मिशिलाओ मि सचना साकरता की शवशष आवयकता उनक सशशzwjततकरर स सबशधत ि

अतः यि जरररी शदखाई दता ि शक साकरता अशभयानो मि मिशिलाओ को सचना साकरता क दायर मि भरी लान क परयास सशमिशलत शकए जाए यिा एक अनय मिदा शवशधक साकरता का भरी ि शवशधक साकरता का आशय जनता को कानन स सबशधत सामिानय बातो स पररशचत कराकर उनका सशzwjततरीकरर करन स ि पवट मि शवशधक रप मि साकर िोन का अथट काननरी दसतावजा शवचारो शनरटयो काननो आशद को शलखपढ़ जान की कमिता स था शकत अब इसका आशय कानन स सबशधत इतनरी

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14 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

कमिता स ि जो शकसरी काननरी समिाज मि अथटपरट जरीवन जरीन क शलए जरररी ि भारत मि मिशिलाओ का बड़ा तबका शवशधक साकरता स दर ि शवशधक शनरकरता क कारर मिशिलाए परायः कानन स भयभरीत रितरी ि और उसस दर िरी रिना चाितरी ि कभरी-कभरी जानकाररी क अभाव मि कानन क शवपररीत आचरर भरी कर सकतरी ि व परायः समिसया की शसथशत मि कानन स सिायता परापत कर सकन मि अकमि िोतरी ि शवशधक रप स शनरकर मिशिलाए अपन शवशधक अशधकारो स भरी अनजान िोतरी ि व उनका उपयोग निरी कर पाती

भारतरीय सशवधान क अनzwjछद 39(A) मि सभरी क शलए नयाय सशनशचत शकया गया ि गररीबो तथा समिाज क कमिजोर वगषो क शलए शनःशलक काननरी सिायता की वयवसथा ि 1987 मि पाररत शवशधक सवा पराशधकरर अशधशनयमि क तित राषटरीय शवशधक सवा पराशधकरर (नालसा) का गठन इस शदशा मि सकारातमिक पिल ि नालसा का अशत शवसतत कायटकतर mdash मिफत काननरी सवाए काननरी सिायता योजना सलाि और समिाधान योजना सवशzwjछक सामिाशजक सवा ससथाओ का सतयापन आशद ि शजसक तित नालसा दश क शवशभनन शिससो मि काननरी सवा कायटकरमिो स जड़री बठक सशमिनार और कायटशालाए आयोशजत करक शवशधक साकरता का परचार करता ि शनससदि मिशिलाए इसका एक शिससा भर ि शवशधक समिसयाओ की जशरलता स जझ रिरी भारत की मिशिलाओ क शलए इस सबध मि भरी बितर परयास करन िोग

उपयटzwjतत शवलषर दारा सपषर ि शक भारत मि मिशिला साकरता आज भरी एक समिसयातमिक परन ि

सवततरता पराशपत क इतन वषषो बाद भरी िमि अपन दश की बाशलकाओ यिा की मिशिलाओ को शत-परशतशत साकरता क दायर मि निी ला सक ि मिशिला साकरता मि उततरोततर शवकास क बावजद परषो क मिकाबल उनका परशतशत कमि िरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि भाररी असमिानता ि उततर परदश जमि कमिरीर झारखड राजसथान एव शबिार जस राजयो मि मिशिला साकरता दर अतयत शपछड़री िई ि िमि अनसशचत जाशत अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को भरी उzwjच जाशत वगट की मिशिलाओ क समिकक निी ला सक ि कशष परधान गामिरीर पषठभशमि क भारत दश मि गामिरीर सतर की मिशिलाओ की साकरता दर भरी शिररी कतर स किी शपछड़री िई ि िाल क वषषो मि सचना साकरता एव शवशधक साकरता भरी मिशिलाओ क शलए एक चनौतरी साशबत िो रिरी ि िमिार दश की मिशिलाओ का एक बड़ा वगट इनक दायर स दर ि अतः जरररी शदखाई दता ि शक िमिाररी सरकार सवशzwjछक सगठन एव समिाज सवरी ससथाए एकजर िोकर इस शदशा मि वयवशसथत रप मि परयास कर मिशिला साकरता को बढ़ावा दन ित कछ परभावरी परयास सझाए गए ि जो इस परकार िो सकत िmdash

bull सरकार दारा चलाए जा रि शशकक कायटकरमिो का परा-परा लाभ मिशिलाओ तक पिचना सशनशचत शकया जाए परायः दखा यिरी जाता ि शक शवशवध राजनरीशतक काररो स अzwjछरी स अzwjछरी योजनाए अपन लकय को पररी तरि परापत निी कर पातरी ि

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15भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

bull भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि अतः शकसरी भरी योजना क शकरयानवयन मि मिशिलाओ ित पथक कायटकरमि उनकी जररतो क अनसार सशनशचत शकए जाए मिशिलाओ और परषो क शलए सामिशिक रप स शकरयाशनवत योजनाए परायः मिशिलाओ को परा-परा लाभ निी द पातरी ि

bull मिशिला साकरता चशक दश क एक-एक वगट दश क एक-एक शिसस गलरी-गलरी दरसथ व भौगोशलक दशषर क चनौतरीपरट सथानो मि शनवास कर रिरी मिशिलाओ स सबशधत ि अतः यिा एक लकय ित एक जसरी योजना स सफलता निी शमिलगरी इन सभरी की जररतो क अनरप वयवसथाए िरी इनि घरो स शनकाल कर अकरजान क कररीब ला सक गरी

bull मिशिलाओ को साकर बनान मि एक बड़री चनौतरी पररवारो मि मिशिलाओ की शशका को उपका स दखा जाना भरी ि आज भरी दर-दराज क गावो कसबो मि बाशलकाओ क अशभभावक यि कित शदख िरी जाएग शक lsquoकौन-सरी नौकररी करनरी ि घर मि रि घर का कामि-काज सरीखrsquo इस परकार की मिानशसकता क बरीच रि रिरी मिशिलाओ की साकरता अपन आप मि एक बड़री चनौतरी ि अतः जागरकता कायटकरमि भरी मिशिला साकरता कायटकरमिो का एक शिससा िो शपछड़ वगषो अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान क शलए भरी शवशष परयास करन िोग शजसमि परोतसािन एव परसकार की अपनरी शवशष मिितता िो सकतरी ि

bull मिशिला साकरता की एक बड़री चनौतरी खद मिशिलाओ मि कागज-पन को िाथ मि पकड़न स िोन वालरी शिचक भरी ि सकलो क भरीतर

ना जा पान वालरी तमिामि बाशलकाओ और मिशिलाओ की सोच परायः यिरी िो जातरी ि शक य कागज पन पशसल तो उनक शलए ि िरी निी िमि अपनरी बाशलकाओ और मिशिलाओ को इस मिानशसकता स शनकालना िोगा उनि इस मिानशसकता स शनकाल कर अकर जान परदान कर आतमिशववास स पररपरट करना िोगा

bull मिशिला साकरता कायटकरमिो मि शनरकर मिशिलाओ क शलए साकर मिशिलाओ की उपलबधता भरी एक कारगार उपाय िो सकतरी ि मिशिला सचाशलत क दरो मि व अशधक सिजता स पढ़न आ सक गरी

bull शवदालयो व साकरता क दरो स दर मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित घरो क भरीतर गलरी-मििललो मि एकजर िोकर एक अशभयान क रप मि शनरकरता उनमिलन भाव भरी इस समिसया क समिाधान मि मिितवपरट कड़री िो सकता ि िमिमि स परतयक साकर यशद एक शनरकर को अकर जान शदए जान क शलए कतसकलप िो उठ तो दश की एक-एक मिशिला को साकर िोत दर निी लगगरी िमि दखत ि शक तमिामि घरल कामि-काज व िनर जसmdash खाना पकाना शसलाई बनाई कढ़ाई आशद अनक िनर िमिार दश की बाशलकाए घरो क भरीतर एक-दसर की मिदद स आसानरी स सरीख जातरी ि िमिार घरो क भरीतर मिशिला साकरता क शलए सवदनशरीलता यशद मिखररत िो उठ तो य िनरमिद मिशिलाए शनरकरता क कलक स उबर उठगरी

bull अतः य जरररी शदखाई दता ि शक शनरकरता उनमिलन एक आदोलन क रप मि िमिार दरो-शदवारो पर फल जाए

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bull पररवशतटत सामिाशजक पररवश मि मिशिलाओ को

सचना एव शवशधक साकरता क दायर मि लाना

भरी आन वाल समिय मि एक बड़री चनौतरी बनगरी

अतः आवयक ि शक िमि इस सबध मि भरी

सचत िो और अपन साकरता कायटकरमिो मि इनि

भरी शाशमिल कर

आज क आधशनक पररवश मि एक भरी मिशिला की शनरकरता िमिाररी शशकक वयवसथा पर गिरा काला धबबा ि िमि अपन दश की एक-एक मिशिला क िाथो तक अकरो की पिचान उनकी बनावर की कला और उसस शनकलत अथट की समिझ पिचानरी िोगरी एक-एक नजर को साकरता क गमिान स सनिररी रगत द उनि नजर उठा दशनया दखन की ताकत दनरी िोगरी

सदभष

एडलर शलटसरी रर पापलशन 15+ इयर यआईएस डरा सनरर यनसको अगसत 2015नशनल फशमिलरी िलथ सवज (एमिएफएचएसndash3) इशडया (2005ndash06) जडर इzwjतवशलररी एड वमिन इपावरमिर इन इशडया

अगसत 2009 इररनशनल इनसररीरयर फॉर पापयलशन साइस शडयोनार मि बईभदौररया मिदला और रशमि गोर 2011 भारतवषट मि साकरता क शवशभनन पिल भारतवीय आिधनक धशकषा वषट 32 अक 1

2011 एनसरीईआरररी नयरी शदललरी प 94भारत की जनगरना 1981 खला-1 भारत जनसखया क अनशनतमि आकड़ भारत क मििापजरीकार और जनगरना

आयzwjतत भारत सरकार नयरी शदललरी प 43मिानव ससाधन शवकास मितरालय 1986 राषटवीय धशकषा नवीधत mdash 1986 भारत सरकार शशका शवभाग नयरी शदललरी प 4ndash5mdashmdash 2014 एजकशन सटधटधसटzwjतस एट ए गलास बयरो ऑफ पलाशनग मिॉशनरररग एड सरशरशसरzwjतस गवमिमर ऑफ इशडया

नयरी शदललरीशशका मितरालय 1968 धशकषा आयोर की ररपोटग (1964ndash66) mdash धशकषा और राषटवीय धवकास परथमि ससकरर शिदरी शशका

मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प152 mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग सचना और परसारर मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प

284ndash285mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग www mhrdgovinwww papersssrncom

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बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकास एक वािहाररक उपागम

इनद हियाबीएस डागर

यह शोध पतर इककीसवी शताबदी लिए लशका पर बन यनसो डिसस आयोग (1996) पर आधाररत ह इस पक म आयोग दारा परसतालवत लशका चार सततभ म स परथम सततभ की ाशसलन तथा मनोवजालन वयाखया ह इस आयोग की ररपोरस ा शदीरस ldquoिलनिगmdash ल टजर लवइनrdquo (Learning The Treasure Within) ह इस डिसस आयोग नाम स जाना जाता ह इस शोध पतर ा आशय ए पराथलम अधयाप लिए उन परायोलग शकलि लनलहताथथो ो सपषर रना ह लजन आधार पर वह बचचो ो सवयत लचततन रन म सहायता र सत ह इस बात लिए ल बचच सवयत लचततन रना सदीख जाए उनह सवसपरथम सवयत ो जानन तथा बोध (समझ) लिए अलनवायस साधनो या उपरिो ा लवास रना होगा आयोग अनसार य उपरि ह mdash एागरता की शलकत ा लवास सममलत एवत लवचारि की शलकत ा लवास इन शलकतयो लवास म सकम होन लिए ए अधयाप ो चालहए ल वह बचचो म उनकी लववचनातम योगयता की उतपररिा म सहायता र उनकी बौलधि लजजासा जागरत र और वजालन लवलध ा जान परापत रन म उनकी सहायता र इस पतर ो तयार रन म ए परायोलग तथा वयावहारर उपागम ो आधार बनाया गया ह लजसम उाहरिो अभयास मािाओ त और सादषयो ा भरपर परयोग लया गया ह इस बात लिए ल बचच अपन अनभवो आधार पर लचततन तथा त स ा परयोग र स लन जदीवन अनभवो पर आधाररत उपयकत परशनो तथा लसथलतयो ा लनमासि लया गया ह जो उनह उना हि ढढ़न लिए परररत र सत ह बचच लसदी समसया ा समाधान रन लिए स त स रना सदीख सत ह इसा ए सरि शसन परसतत लया गया लजसम लनगलम (Deductive) और आगलम (Inductive) ोनो परार तथो उाहरि लए गए ह

बीएमसी लीलावती मदशी कॉलज ऑफ एजदकशन कसततरबा गाधी मागग नयी हलली 110 001 परोफसर (सवाहनवतत) हशका हवभाग मिहग यान हवशवहवदालय ररोितक (िररयाणा) 124 001

डलसग आयरोग (1996) का मानना ि हक वतगमान सभयता एक जान सचाहलत सभयता ि जिा हनरतर रप स वतगमान जान तथा कौशलो का हवकास िरो

रिा ि और जरो भहवषय की कद शलताओ का आधार हनहमगत करती ि हशका की अपकाओ क पहत पारपररक तरीक अहनवायगतः मातातमक तथा सतचना

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आधाररत रि ि अतः वतगमान हसथहत म व उपयदकत निी ि अथागत एक बचच करो हशहकत करन का अथग यि निी ि हक पतयक बचच करो ढर सारा जान पान करन की आवशयकता िरोगी अहपतद आवशयकता इस बात की ि हक उस ऐस उपकरणो या साधनो स लस हकया जाए हजसस वि सवय सीखन अपन कौशलो व अहभवहततयो करो अहधक वयापक बनान अपन पररवश करो समझन और उसक अनदरप अपन आपकरो ढालन या रपातररत करन क अवसरो करो समझ सक इककीसवी शताबी क हलए हशका पर पकाहशत अतरागषzwjटीय आयरोग की इस ररपरोरग म (हजस सामानयतः डलसग आयरोग क नाम स भी जाना जाता ि) हशका की कलपना एक ऐसी इमारत क रप म की गई ि जरो चार सतभो पर खड़ी ि इस आयरोग क अनदसार य सतभ िmdash (1) जानना सीखना (2) करना सीखना (3) परसपर रिना सीखना तथा (4) अपन अहसततव करो बनाए रखना सीखना (अपन वयहकततव म अतहनगहित जनमजात कमताओ का पसफद रन या पकरीकरण करना सीखना) एक रप म य चार पकार क अहधगम ि

यिा पर अतयत सहकपत रप म lsquoजानना सीखनाrsquo का अथग ि mdash समझ या हववक क उपकरणो की यरोगयता करो अहजगत करना lsquoकरक सीखनाrsquo स अहभपाय ि अपन पररवश करो सजनातमक रप स पभाहवत करन या बलन की यरोगयता पापत करना lsquoहमलजदल कर (परसपर) रिना सीखनाrsquo स तातपयग ि समसत मानव हरियाकलापो म तसर वयहकतयो क साथ सिभाहगता व सियरोगपतवगक रिना सीखना तथा अहसततव की पिचान करना सीखना हशका

क चौथ सतभ करो इहगत करता ि हजसम सवय करो एक हवहशषर अहवितीय अवसथा पिचान पकहत या भतहमका क रप म पसफद हरत करना ि पतयक वयहकत म जनम स िी बित सारी यरोगयताए अतहनगहित िरोती ि हजनि साकार करना चौथ सतभ का आशय ि यि चौथा सतभ अहनवायगतः उपयदगकत तीनो पकार क अहधगमो स अगरसर िरोता ि अहधगम अथवा जान क य चार पग (मागग) एक सघहरत समहषर का हनमागण करत ि जरो हशका का सार ि एक कका अधयापक क हलए इनम स पतयक पकार क अहधगम क वयापक हनहिताथग ि हजनक विारा हवदाहथगयो करो जान का सवय हनमागण करन म हशहकत हकया जा सकता ि हनससि यि सब अधयापक क मागगशगन म भली-भाहत िरो सकता ि इस लख म इन चार सतभो म स पथम सतभ lsquoजानना सीखनाrsquo की हवसतार स वयाखया की गई ि

डलसग (1996) क अनदसार lsquoसीखन क हलए सीखनाrsquo अलग-अलग (मवार) जान पापत करन का हवय निी ि अहपतद जानन समझन या खरोज करन का साधन ि हजसस वयहकत करो वयहकतक शरोध क सदख की अनदभतहत िरोती ि यि अहधगम अनय पकार क अहधगमो की अपका अहधक मौहलक और आधाररक ि

बौवधिक वजजासा को उतपररत करना बचचो करो हशहकत करन या पवहतगत करन क हलए सवगपथम अधयापक करो उन तरीको क हवय म हवचार करना चाहिए हजनस व बचचो की बौहधिक हजजासा करो उतपररत कर सक ऐसा करन क हलए आप बचचो स हवहभनन पकार क पशन पतछ सकत ि अथवा ऐसी

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19बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हसथहतयो का हनमागण कर सकत ि हजनस उनकी हजजासा जागरत िरो सक बचच क बालयकाल का एक अहत मितवपतणग पक ि उसक शरीर म हवदमान पाच जानहरियो का बरोध बचच जस-जस अपन वातावरण का पकण करत ि साथ-साथ व हवहभनन धवहनयो दशयो गधो सवाो तथा सवनाओ करो पिचानना तथा उनम भ करना रोनो सीख जात ि ऐस अनदभवो क आधार पर व सवय क तथा अपन वातावरण क पहत हजजासा का भाव हवकहसत कर लत ि जरो सवय करो समझन म उनकी सिायता करता ि समरण रि हक हजजासा करो सफलता या हनषपहतत का सरोत भी किा जा सकता ि बौहधिक हजजासा एक जनमजात अहभपरणा िरोती ि जरो उस सीखन क हलए पररत करती ि (लरोवसरीन 1994)

बचच करो बौहधिक हजजासा की ओर अगरसर करन क हलए यि आवशयक ि हक कका-कक भली-भाहत पकाहशत िरो पमदहत करन वाला िरो तथा आकगक िरो तसरा पाठ करो पढ़ात समय िम सदहनहशचत कर हक बचचो की अहधकाहधक जानहरियो करो सहमहलत हकया गया ि और सभी बचच पाठ क हवकास म सिभागी िो न कवल व बचच जरो अपना िाथ उठात िो इसस भी मितवपतणग ि हक बचचो करो छान-बीन करन हचतन करन तथा खरोजन क हलए समय हया जाए हकसी पशन का ततकाल उततर निी मागना चाहिए बचचो करो हसखाया निी जाना चाहिए उनम तरो जाच पड़ताल करन की पहवत हजजासा जनमजात िी िरोती ि जसा आइसरीन मिरोय न किा था

बचचो की वििचनातमक ोगता को उतपररत करना इसक हलए ऐस उतपरकोउदीपको क हवय म आप जरो सरोच उनि पान कर सकत ि हववचनातमक रप स सीखना बचचो क सवागहधक मितवपतणग कौशलो म स एक ि जरो उनक भहवषय क हलए अहनवायग ि हववचनातमक अहभवहत क हवकास म बचचो की सिायता करन क हलए एक अधयापक या अहभभावक क रप म आप करो चाहिए हक (1) उनि खलन क हलए अहधकाहधक अवसर पान कर तथा (2) बचचो स हकसी भी पशन का उततर जानन क हलए थरोड़ा रक पतीका कर और उनि सरोचन क हलए उपयदकत समय ततकाल िसतकप कभी न कर बचचो स जरो पशन पतछ जाए व हववरणातमक िो न हक सतचनातमक और इसस भी मितवपतणग हक यह बचच पशन या समसया क हवय म करोई पररकलपना सथाहपत करना चाि तरो उसम उनकी सिायता कर तथा परोतसाहित कर

थाथथता क भाि का वनमाथण करना यथाथगता क हवय म जरो भी बचचो का बरोध ि उस अहभवयकत करन क हलए अहभपररत कर इस पकार की अहभवयहकत की सवततता उनम हसथहतयो का अथग हनकालन या उनकी वयाखया करन म सिायक िरोगी और व सवय यथाथगता करो अथग पान करना या सरोचना सीख जाएग और उनम सवतत हनणगय लन की कमता का हवकास आरभ िरो जाएगा डी नरोरा की दहषर म हजन भी यथाथगताओ करो िम वासतहवक िरोन की सजा त ि व वासतहवक समय म िमार

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20 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

मानय ससथाहपत वयविार ि वासतव म जरो िमस पर हवदमान ि वि तरो अपन आप म जानातीत ि तथा जरो िम अहभवयकत करत ि वि िमारी वयहकतगत वयाखया ि ऐस वयविारो क अतगगत बित सारी चीज आती ि जस mdash पौदरोहगकी पाथग वयहकत घरनाए सकत वयाखया तथा मीहडया आह इन वयविारो का परीकण सपषर करता ि हक वासतहवकता (या कि हक उसकी िमारी वयाखया) सव आभासी रप स िी वासतहवक िरोती ि जरो वयहकत विारा सरलीकत या हनपतणगतापतवगक हनहमगत िरोती ि तथाहप यथाथगता का भाव (या वयाखया) जरो वयहकत उस पान करता ि अपन पररणामो क आधार पर वासतहवक िरोता ि (गहलवसकी 2013)

िजावनक विवध क जान को अवजथत करन अथिा समझन म बचचो की सहाता करना यह आप एक अधयापक क रप म इस सफलतापतवगक कर सकत ि तरो बचच जीवनपययत हवजान क हमत और जान क सजक बन जाएग ऐसा कर सकन क हलए अधयापक करो सवय हचतन करना िरोगा ताहक व बचचो करो सवय हचतन करना हसखान म सकम िरो सक कयोहक जरो अधयापक सवय हचतन निी करता वि बचचो म हचतन की यरोगयता का हवकास निी कर सकता

उपयदगकत चार यरोगयताओ का हवकास करन क हलए हकस-हकस पकार क पशन बचचो क सामन पसतदत हकए जा सकत ि या हकस पकार की हसथहतयो का हनमागण हकया जा सकता ि यि अधयापक करो पिल िी सरोच कर कका म आना िरोगा ऐसी

अहभवहतत का हवकास िरोन क साथ बचचा धीर-धीर सवय सरोचना आरभ कर गा

यि समरण रि हक पतयक बचच म उपयदगकत सभी कमताए जनम स िी िरोती ि िम धयान ना िरोगा हक बचचो करो पतयक चीज करो कठसथ करन क हलए पररत न कर यह बचच जानन की हवहध करो सीख जाए तरो व सवतत रप स सवय िी जान का हनमागण कर लग और जब बचचा वजाहनक हवहध का अनदपयरोग करक अपन पयासो स सीखता ि तरो उसम एक समगर अहधगम अहभवहतत का हवकास िरो जाता ि यिी ि शरोध का आन जरो अननय रप स आतमसतरोी िरोता ि इसक अलावा इस बात स भी हनराहशत न िो हक शरोध तरो मात वयसको क हचतन का कत ि या उनका हवश ाहधकार ि वसतदतः यि तरो एक जनमजात लकण या गदण ि कार क अनदसार यि एक वचाररक रप ि या एक ऐसा साचा ि हजसक अनदसार पतयक मानव सरोचता ि बचच करो एक लघद वजाहनक समझा जाता ि समसत खल-हरियाकलाप अहधगम हरियाकलाप िरोत ि उािरणाथग एक रो या तीन साल का बचचा जब बार-बार अपन हखलौन करो जमीन पर फ कता ि तरो वि उन सभी हवहभनन पकार की धवहनयो या गहतहवहधयो करो सीखता ि जरो हखलौन विारा जमीन क कठरोर या नरम तल स रकरान स उतपनन िरोती ि इन रोनो अवसथाओ स रकरान स उतपनन धवहनयो अथवा गहतहवहध क अतर करो बचचा समझ लता ि यदहप उस अभी तक भाहक अहभवयहकत करनी निी आती ऐसी हसथहत म एक अधयापक या अहभभावक स यि अपहकत ि हक वि

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21बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

बचचो की गहतहवहधयो का धयानपतवगक अवलरोकन कर और उनि आग सीखन क हलए अनय पकार की हसथहतयो का हनमागण कर

जब िम हकसी हसथहत म सवय सरोचकर सवतत हनणगय लत ि तरो समहझए हक िम यथाथगता की वयाखया कर रि ि एक अवधारणा क रप म यथाथगता वि ि हजसका अहसततव िमार मन स पर हवदमान ि परतद वयविार म जरो िम स पर सवतत रप म हवदमान ि वि तरो जानातीत ि उसका जान उसक सिी रप म काहप निी िरोता इस अनदभव हकया जाता ि और पतयक अनदभव वयहकतपरक िरोता ि कयोहक वि उस वयहकत की जानहरियो क माधयम स आता ि

हकसी घरना या वसतद करो खकर जरो अनदभतहत मदझ िरोगी उसी वसतद या घरना करो खकर हकसी अनय वयहकत की अनदभतहत अथवा वयाखया मरी अनदभतहत अथवा वयाखया स हकसी न हकसी रप म अलग िरोगी अतः यथाथगताए जरो बािर मौजत ि उनकी वयाखया िरोती ि जन शगन म इस सयावा की सजा ी गई ि हजस सापकता का हसधिात भी किा जाता ि

तथाहप अधयापक क रप म िम ऐसी हसथहतयो (चाि वासतहवक िरो अथवा कालपहनक) करो पसतदत कर सकत ि और बचचो स जरो भी व अनदभव करत ि उन हसथहतयो की वयाखया करवा सकत ि जरो उनक सवय क हनणगयो पर आधाररत िरोगी जब भी बचच हकसी भी चीज क हवय म सवतत रप स सरोच कर हनणगय लत ि तरो समहझए हक व वासतहवकता की वयाखया कर रि ि बचचो विारा की गई यथाथगता

की वयाखया वयसको की वयाखया स हभनन िरो सकती ि परतद इसका अथग यि काहप निी लगाना चाहिए हक बचच गलत ि यि सभव ि हक बचच वयसको स अहधक सजनातमक तथा सदसपषर िो

इसी पकार यि भी निी समझना चाहिए हक वजाहनक हवहध जाच या खरोज की एक उननत हवहध ि हजसका पयरोग मात वयसक िी कर सकत ि वसतदतः यि बात पतयक बचचा समझता ि हक यह कद छ घहरत िआ ि करोई चीज तरो ि हजसक कारण ऐसा िआ ि अधयापक करो चाहिए हक व ऐस अवसरो क पहत सतगक रि और बचचो क समक उनि उािरण क रप म पसतदत कर हजसस बचचो म कारण-पभाव क सबधो की समझ हवकहसत िरो इस पकार व बचचो की हजजासा और इस हववचनातमक समझ करो उदीपत कर सकत ि हक यह करोई कारण ि तरो उसका करोई पभाव भी िरोगा और यह पभाव अनदभव िरो रिा िरो तरो वि हकसी कारण स िी िरोगा और अततः यि भी समझ म आ जाएगा हक अकारण कद छ भी निी िरोता ि

यिा यि समरण रि हक बचचा करोई एक मात सववोततम या सवगमानय उततर न या कारण बतान का पयास निी करगा इसक हवपरीत वि कई सार सभाहवत उततर सकता ि यह ऐसा िरोता ि तरो जाहनए हक यि हचतन करन या वजाहनक रप स वयविार करन की अवसथा ि तसर शबो म यि पररकलपना हनमागण या सजनातमक हचतन की अवसथा ि इस अवसथा करो मिान जमगन हवचारक कार न lsquoकारण-पभाव का बरोधrsquo (एक वचाररक रप) की सजा ी वि इसी पकार क बारि वचाररक

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22 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

रपो की बात करत ि हजनि तीन-तीन रपो क चार समतिो म हवभकत हकया गया ि य चार समति िmdash माता लकण (गदणधमग) सबध तथा रपातमकता उािरणाथगः माता करो िम एकतव अनकतव या समहषर क रप म सरोचत ि य तीन व रप ि हजनक विारा िम माता क बार म सरोच सकत ि सभी 12 वचाररक रप एक तरीक स व साच ि हजनम करोई मनदषय सरोच सकता ि अथवा जगत की यथाथगता करो समझ सकता ि हजनका अहसततव िमार मन स पर ि य सभी वचाररक रप जनम स िी िमार पास िरोत ि अथागत य वचाररक रप जनमजात ि जब भी िम ससार क हवय म करोई हचतन करत ि तरो िम इन चार समतिो (माता हवश ता सबध तथा रपातमकता) स बािर निी सरोच सकत इनक उपयरोग क हबना वासतव म सरोचना सभव िी निी ि ऐसा कार का मानना ि

उािरण क रप म कारण-पभाव क सबध म आप करोई पभाव हखाकर बचचो स उसका कारण जात करवा सकत ि और करोई कारण कर उसक पभावो करो जानन क हलए उनि पररत कर सकत ि जस mdash1 यह आप हकसी ग करो लबवत (ऊधवागधर)

हशा म ऊपर की ओर फ कत ि तरो कया िरो सकता ि करक हखए

2 यह आपक भी पहकयो जस पख िो तरो आप कया-कया कर सकत िरो

3 यह आप पानी स भरी हकसी बालरी की तली म एक लकड़ी का रदकड़ा रख तरो कया िरोगा और यह लकड़ी की बजाए एक पतथर का रदकड़ा िरो तरो कया िरोगा

4 यह करोई बालक कका म हचलला रिा ि तरो आपक हवचार म उस बालक क इस वयविार का कया कारण िरो सकता िसकत ि

5 भरोजन अवकाश क समय जब आपन अपन भरोजन का हडबबा खरोला तरो खा हक वि तरो खाली ि उस समय आप कसा अनदभव करग बता सकत ि हक ऐसा कयो िआ िरोगा

6 शहनवार करो आप अपना रोपिर का भरोजन करना भतल गए और भरोजन क हडबब करो घर भी ल जाना भतल गए वि आपक डसक म पड़ा रिा सरोमवार करो जब आप हवदालय म आए और अपना भरोजन का हडबबा खरोला तरो पाया हक उसम स बबत आ रिी ि ऐसा कयो िआइसी पकार आप उपयदगकत पकार की बित सारी

हसथहतयो पर हवचार कर सकत ि हजनका सबध बचचो क हनक अनदभवो स िरो ऐसी हसथहतयो करो पसतदत कर आप बचचो करो कारण-पभाव हनयम समझन क हलए पररत कर सकत ि यह आप सफलतापतवगक ऐसा करत िरो तरो हनशचय िी आप उनि सिी रप म हचतनरोनमदख बनान की हशा म चल रि ि ऐसा करन स आप उनम समझ या हववक क उपकरणो करो हवकहसत करन म सिायता कर रि िरो

डलसग (1996 प87) क अनदसार जानना सीखन की पररकलपना ि हक सीखा कस जाता ि हजसक हलए एकागरता समहत तथा हचतन शहकत अपहकत िरोती ि अधयापक क रप म िमारा लकय यि ि हक बचचो क धयान क रिण (एकागरहचततता) करो वसतदओ पहरियाओ और घरनाओ पर क हरित करन म सिायता करना ि परतद दःख की बात ि हक आजकल बचच एकागरहचततता क अभाव म तजी स

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23बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

एक क बा एक सतचनाओ करो महसतषक परल पर ौड़ात रित ि जरो खरोज पहरिया करो समझन क हलए अतयत िाहनकर िरोती ि कयोहक खरोज पहरिया म समय लगता ि तथा अपका की जाती ि हक पापत सतचना की ति तक जाया जाए

एकागरता का अभासएकागरता सीखना कई पकार स िरो सकता ि और इसम कई पकार की अवहसथहतयो का पयरोग हकया जा सकता ि उािरणाथगmdash खल उदरोग म पहशकण काल याता पयरोगातमक पायरोहगक कायग इतयाह स सबहधत हजसम भी बचच की रहच िरो अधयापक क रप म िम ऐसी चदनौतीपतणग हसथहतयो का हनमागण करना चाहिए जरो बचचो क हलए रहचकर िो तथा उनका धयानाकगण कर सकती िो तथाहप िम यि भी समरण रखना चाहिए हक सभी बचचो करो एक िी पकार की अवहसथहतया अथवा हरियाकलाप ररोचक निी लगग अतः िम हवहभनन पकार की अवहसथहतयो या हरियाकलापो क हवय म सरोचना िरोगा हजनम स व अपनी-अपनी रहच अनदसार हकसी हसथहत हवश का चयन कर सक इसक हलए आप उपयदकत यरोगाभयास सबधी हवहधयो का चदनाव भी कर सकत ि बशतत यरोग हरियाओ क पहत उनकी अहभरहच िरो (उािरणाथग हवहभनन पकार क तारक अनदलरोम-हवलरोम पाणायाम इतयाह)

सममवत का विकाससमहत का हवकास समहत क उपयरोग स िरोता ि समहत का अथग ि अतीत म घहरत घरनाओगहतहवहधयो बातो का समरण करना परतद पशन यि

ि हक िम बचचो की सिायता कस कर हक व अपनी समहत क उपयरोग म वहधि कर सक सभवतः बचचो करो खल-खल म उनक अनदभवो क हवय म पतछा जाए तरो िम उनकी समहत क उपयरोग करो बितर रप स बढ़ा सकत ि िम जानत ि हक समहत रो पकार की िरोती िmdash ीघागवहध (ीघगकाहलक) तथा अलपावहध (अलपकाहलक)

अलपकालिक समलि का लिकास अलपकाहलक समहत का हवकास करन क हलए आप बचचो करो हकसी ररोचक सथान क भरमण पर ल जा सकत ि अगल हन जब बचच कका म आए तरो आप उनस भरमण का हवसतत वततात हलखन अथवा बतान क हलए कि सकत ि इस कायग क हलए पतयक बचच करो उपयदकत सकारातमक पबलन ताहक व परोतसाहित िरो

तसरा आप कका म फलप चारग पर बचचो करो कद छ सकड क हलए करोई सखया हलखकर हखाए ततपशचात तदरत आप एक-एक करक बचचो स उस सखया क अको करो उसी रिम म बरोलन क हलए कि आप यि आकलन कर हक हकतन बचच सिी रिम म सखया क अको करो बतान म सफल िरोत ि आप हनरतर अको की सखया बढ़ात रि और उसी पकार बचचो का मतलय हनधागरण करत रि तथा पररणाम नरोर करत रि

कद छ हनो क पशचात इस पयरोग करो रोिराए कद छ अवलरोकनो क पशचात ख हक बचचो की अलपकाहलक समहत म हकतनी वहधि िई इस पयरोग करो खल की भावना स कर तथा बचचो करो हकसी भी पकार का ड न कवल उनि परोतसाहित कर

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24 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

समरण रि हक जब भी आप इस पकार का पयरोग कर तरो आरभ म बचचो करो िसाकर तनावरहित कर और हफर कि आओ अब एक खल खल ऐस हरियाकलापो की सखया बढ़ान क हलए आप बचचो विारा वतगमान म हकए गए हरियाकलाप का वणगन करवा सकत ि अथवा उनक विारा खी गई घरनाओ का हलहखत या मौहखक वणगन करन क हलए भी कि सकत ि

दीरघकालिक समलि का लिकास ीघगकाहलक समहत का हवकास करन क हलए अधयापक बचचो करो अतीत क अनदभवो या घरनाओ का हववरण न क हलए कि सकत ि ऐस अनदभव हजनिोन बचचो करो सकारातमक या नकारातमक रप स पभाहवत हकया िरो या हकसी न हकसी रप म व ररोचक रि िो उािरणाथग बचचो स कि सकत ि हक व अपन बचपन की हकनिी रो घरनाओ का वणगन कर जरो उनकरो बित अचछी अथवा अहपय या डरावनी लगी िो जस तद िार बचपन म ऐसी कौन-सी घरना थी हजसन तद ि भयभीत कर हया िरो और अब आप उसक हवय म कसा अनदभव करत िरो (आपकरो बचचो करो आशवसत करना िरोगा हक यि अनदभव या घरना पतणग रप स गरोपनीय रखी जाएगी)

ऐस अनदभवो क वणगन स न कवल बचचो की ीघगकाहलक समहत का हवकास करन म सिायता हमलगी अहपतद बचचो करो मनरोवजाहनक रप स तथा पतणग रप स समझन म भी सिायता हमलगी हजसका जान अधयापको क हलए अतयत आवशयक ि

बचचो की ीघगकाहलक अथवा अलपकाहलक समहत क हवकास म सिायता करन क हलए हवहभनन

पकार क हरियाकलाप िरो सकत ि अधयापक ऐसी अभयास-मालाओ की एक लबी सतची तयार कर सकत ि हजनि व बचचो क खाली समय क सदपयरोग ितद सक ऐस हरियाकलापो का अभयास करन स बचचो की समहत क साथ-साथ उनकी सजनातमक कलपनाशहकत का हवकास भी िरो सकता ि जरो हशका का एक मितवपतणग उदशय ि

परतद इस अवसर पर एक सावधानी बरतन की भी आवशयकता ि वि यि ि हक िम lsquoसमहत का उपयरोगrsquo नामक सदहकत (मदिावरा) करो lsquoररनाrsquo निी समझ लना चाहिए lsquoररनाrsquo शब स तातपयग ि हबना अथगगरिण हकए हकसी चीज करो कठसथ कर लना जसmdash करोई वयहकत जरो जमगन भाा निी जानता वि जमगन म हलखी हकसी सतहकत करो रर लता ि अतयहधक तथयातमक सतचनाओ करो ररन करो बौहधिक हवकास का सकतक निी मानना चाहिए उािरणसवरप आपन रलीहवजन पर कद छ बचचो करो खा िरोगा हजनि दहनया की असखय सतचनाए कठसथ ि और व फराफर हकसी भी पशन का उततर त ि ऐस बचचो की समरणशहकत तरो हवलकण ि िी परतद सवसथ बौहधिक हवकास क हलए यि हबलकद ल आवशयक निी ि कयोहक ऐसा करन म हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का उपयरोग या हवकास हनहित निी ि और अततरोगतवा बचच क बौहधिक हवकास म यि साधक निी अहपतद बाधक िी िरोगा ररना वासतव म हकसी चीज करो याहतक अहववहचत तथा मौहखक रप स रोिराना ि जबहक lsquoसमहत का उपयरोगrsquo िमार हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का अग ि जरो अवयकत सतर पर िरोता ि कद छ चीजो अथवा घरनाओ का भतलना उतना िी आवशयक ि हजतना

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25बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हक चीजो करो या रखना बहलक मनरोवजाहनक दहषर स यि भी किा जाता ि हक हवसमरण समरण क हलए सिायक या साधन िरोता ि यदहप अहधगम क एक साधन या उपकरण क रप म कठसथीकरण की अनदशसा बचचो की हशका म कम-स-कम की जाती ि तथाहप बचचो क हवकास क हकसी सतर पर या कद छ सभभो या मामलो म इसका वणागतमक उपयरोग पतणग रप स हनरथगक निी िरोता ि अहपतद उपयरोगी और आवशयक िरोता ि उािरणाथगmdash हगनती सीखना पिाड़ या करना कद छ सततो (फामतगलो) आह करो समरण रखना इतयाह

इसक अहतररकत समहत कमता करो सािचयग क गदण उपयरोग का उपयरोग कर बढ़ाया जा सकता ि उािरणाथग हकसी वयहकत की चाल खकर हकसी वयहकत हवश का समरण िरो जाता ि समहत वसतदओ हसथहतयो अथवा वयहकतयो म पाए जान वाल लकणो या ततवो की समानता अथवा हवमता क आधार पर कायग करती ि अतः बचचो म समहत का उपयरोग हवकहसत करन अथवा उस बढ़ान क हलए िम ऐसी हसथहतयो का सजन कर सकत ि जसmdash शबो तथा उनक अथभो पाहणयो परोशाको वयहकत की चाल सासकहतक रपो रीहत-ररवाजो बालो क रगो मदखाकहत शारीररक गठन हवहभनन जानवरो अथवा हवहभनन सगीतीय यतो की आवाज और इसी पकार वसतदओ वयहकतयो हसथहतयो की अनय हवहशषरताओ लकणो या हवश ताओ (हवश कर व जरो बचचो क वयहकतक अनदभवो क अतगगत आती िो) पर आधाररत अभयासो का उपयरोग हकया जा सकता ि ऐस अभयासो करो अनदसरण या पिचान

तकनीको का उपयरोग कर हवकहसत हकया जा सकता ि ऐसी तकनीको का उपयरोग बचचो क हलए रो या अहधक अवधारणाओ वसतदओ इतयाह म अतर करन की यरोगयता का हवकास करन म भी सिायक िरोगा साथ िी उनकी हववचनातमक तथा हवमगक कमता का हवकास भी िरोगा अधयापक करो चाहिए हक बचचो करो समझान क हलए कद छ उािरण पसतदत कर और बचचो करो भी ऐस अनय उािरण सहजत करन क हलए परोतसाहित कर

विचारण ोगता का विकासहवचारण या हववचन यरोगयता क अतगगत कद छ पततो अथवा कद छ तकग वाकयो क आधार पर हकसी हनषकग या हनणगय पर पिचना सहमहलत िरोता ि ऐसा करन क हलए िम तकग का उपयरोग करत ि तकग मतलरप स तीन पकार क िरो सकत िmdash (i) हनगमनातमक तकग (Deductive) (ii) आगमनातमक तकग तथा (Inductive) (iii) अहभवहतगत या अपवहतगत तकग (Abductive)

लिगिातक िकघ हनगमनातमक तकग एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि हजसम सामानय पकार क कथन (हजनि आधार-वाकय किा जाता ि) का उपयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि उािरणाथग अहनता रहशम स बड़ी ि तथा रहशम रखा स बड़ी ि तरो रखा अहनता स छरोरी िरोगी सभी जीव नशवर िरोत ि मनदषय एक जीव ि अतः मनदषय नशवर ि इसी पकार िम गहणत क उािरण भी ल सकत िmdash A की लबाई B की लबाई स अहधक ि तथा

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26 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

B की लबाई C स अहधक ि तरो िम हनहशचत रप स कि सकत ि हक A की लबाई C की लबाई स अहधक िरोगी अथवा C की लबाई A की लबाई स कम िरोगी एक अधयापक क रप म आप बित सार ऐस पशनो का हनमागण कर बचचो स उततर हनकलवा सकत ि हजस पकार क तकग का उललख उपयदगकत उािरणो म हया गया ि अथागत हजसम सामानय कथनो क आधार पर हवहशषर हनषकग पर पिचा जा सकता ि य हनगमनातमक तकग क उािरण ि अतः हनगमनातमक तकग हजस हनगमनातमक तकग शासत भी किा जाता ि एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि जिा सामानय कथनो (आधार वाकयो) का पयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि इस पकार तकग की हवशता ि हक यह आधार वाकय सिी या सतय िोग तरो हनषकग भी अहनवायगतः सतय िी िोग परतद यह आधार वाकयो म स करोई भी वाकय असतय िरोगा तरो यि आवशयक निी हक हनषकग सतय िरो बशक हनषकग ताहकग क दहषर स वध कयो न िरो हनगमनातमक तकग म हनषकग की सतयता अथवा असतयता आधार वाकय की सतयता अथवा असतयता पर आहरित िरोती ि उािरणाथग mdash सभी वधि वयहकत शारीररक रप स दबगल िरोत ि रिीमान अबदललाि 65 वग क ि अतः रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल ि कयोहक उपयदकत उािरण म पाथहमक आधार वाकय अहनवायग रप स सतय निी ि अतः यि आवशयक निी हक रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल िो

अभयास क हलए कद छ उािरण नीच हए गए ि mdash1 सभी पालतत जानवर घास खात ि िमन हजतन

भी पालतत जानवर ख व घास खात ि अथवा िमन एक भी पालतत जानवर निी खा जरो घास निी खाता ि अतः कद तता खाता ि

2 सभी जानवर हजनक शवाड (वधअवध) पन और लब िरोत ि व मासािारी िरोत ि कद तत क शवाड लब और पन िरोत ि अतः कद तत िरोत ि

3 पकी सतयागसत क पशचात निी उड़त अब रात करो अधरा िरो चदका ि अतः आप आकाश म हकसी पकी करो निी खग

4 हचकना धरातल हफसलनयदकत िरोता ि इस बराम का फशग बित हचकन पतथर स बना ि धयान स चल वरना जाओग

5 सभी सखयाए हजनका अहतम अक सम िरो रो स हवभाहजत िरो जाती ि बताइए 315979 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी इस पकार सखया 195883 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी

6 करोई सखया हजनक अको का यरोग तीन स हवभाहजत िरो जाता ि तरो वि सखया भी तीन स हवभाहजत िरो जाएगी बताइए कया सखया 259734 तीन स हवभाहजत िरो जाएगी अथवा निी

7 करोई भी ब आकहत हजसकी चार भदजाए िरोती ि चतदभदगज किलाती ि अतः एक वगग और एक आयत ि

8 सभी शीत रकत जानवर रगत ि क चदआ रग कर चलता ि अतः क चदआ शीत रकतक ि वधअवध

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27बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

9 कद ततो की सतघन की शहकत अहत तीवर िरोती ि अतः पायः कद ततो का उपयरोग पदहलस विारा अपराहधयो करो क हलए हकया जाता ि

10 मर पररवार म कद ल तीन ससय ि और एक भी ाए िाथ स निी हलखता ि अतः मर पररवार म सभी ससय ि

लिगिातक िकघ क अनय पारप1 यि हबलली गदराग रिी ि अतः सतकग रहिए यि

आपकरो कार न ल2 मदझ हवदालय स घर जान म डढ़ घरा लगता

ि अब सायकाल क साढ़ चार बज ि म बज तक घर पिच सकता ि

3 यि सड़क हफसलन वाली ि अपनी साईहकल धयान स चलाए अनयथा आप सकत िएक अधयापक क रप म आप इस पकार की

बित सारी अभयास-मालाओ का हनमागण कर सकत ि हजनक विारा आप बचचो की अतहनगहित तकग शहकत का पता लगा सकत ि और उसका हवकास भी कर सकत ि इस पकार क अभयास हजसम बचच अनदमान लगाकर ररकत सथानो करो भर बचचो की हवचारणशहकत क हवकास क हलए एक पभावी माधयम या उपकरण ि

लिगिातक िकघ पर आधाररि िकघ या यलzwjति की िधिा को सझिातकग शासत क अनदसार रो ऐस मानड ि हजनक आधार पर यि मालतम कर सकत ि हक करोई तकग वध ि अथवा निी1 करोई तकग वध समझा जाएगा यह आधार

वाकयो की सतयता हनषकग की सतयता करो आशवसत करती िरो

2 करोई तकग अवध िरोगा यह सभी आधार वाकय सिी िरोन पर भी हनषकग असतय िरो

कद छ उािरणmdash1 या तरो रसरोई म आग लग गई ि अथवा तव पर

ररोरी जल उठी ि म ख सकता ि हक रसरोई म आग तरो निी लगी ि अतः तव पर ररोरी जल रिी ि (वध)

2 पॉश कॉलरोहनयो म रिन वाल वयहकत धनाढय िरोत ि सदरिी रणद गररर कलाश कॉलरोनी नयी हलली म रिती ि अतः वि अवशय िी धनाढय िोगी (अवध)

3 भारत म धनवान वयहकतयो न हवमदरिीकरण का हवररोध हकया सवामीनाथन एक बित धनाढय वयहकत ि अतः सवामीनाथन न हवमदरिीकरण का अवशय हवररोध हकया िरोगा (अवध)

तकग की पामाहणकता1 एक हनगमनातमक तकग पामाहणक किलाएगा

यहmdash (अ) यि वध िरो अथवा (ब) यह इसक सभी आधार वाकय सतय िो2 करोई हनगमनातमक तकग अपामाहणक िरोगा

यहmdash (अ) या तरो यि अवध िरो अथवा (ब) इसका कम स कम एक आधार वाकय

असतय िरो

आगिातक िकघआगमनातमक तकग म िम कद छ हवहशषर पकणो क आधार पर हकसी हनषकग अथवा सामानयीकरण पर पिचत ि उािरणाथगmdash

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28 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 जब म िाइडलबगग म गया तरो खा हक पतयक वािन सड़क क ाइय और चलत ि इसी पकार जब जमगनी क अनय शिरो म गया तरो भी ऐसा िी पाया इन पकणो क आधार पर िम हवशवसतता क साथ इस हनषकग पर पिच सकत ि हक जमगनी म वािन सड़क क ायी ओर िी चलाए जात ि

2 मन जब भी करोई छरोरा कद तता खा उसक शरीर पर गिर लब लरोम थ अतः िम हवशवास क साथ कि सकत ि हक छरोर कद ततो क शरीर पर लब गिर लरोम िरोत िआगमनातमक तकग क आधार पर हनकाल गए

हनषकभो अथवा सामानयीकरणो पर भररोसा हकया जा सकता ि या व सतय िरो सकत ि परतद यि आवशयक निी हक अहनवायगतः सतय िी िो तथा सव और सभी पररहसथहतयो म सतय िो इसका कारण ि हक िमन मात कद छ सीहमत मामलो का अवलरोकन हकया ि ऐस सामानयीकरण जरो िमारी जानहरियो पर आधाररत िो उनि आगमनातमक (आगहमक) या अनदभवजनय सामानयीकरण अथवा हनषकग किा जाता ि जसmdash चीनी का सवा मीठा िरोता ि कद नीन की गरोली कड़वी िरोती ि यह आकाश साफ िरोता ि तरो वि नील रग का िरोता ि िवाई जिाज की गहत रल या कार की गहत स अहधक िरोती ि यह आप गमग तव करो छत एग तरो आपका िाथ जल सकता ि यह आप ककर करो छत स नीच छरोड़ तरो वि सवतः िी जमीन पर हगरगा यह आप अपन दपहिया वािन करो हफसलन वाली जगि पर चलाएग तरो आप हगर सकत ि आप ऐस सकड़ो उािरण सकत ि

हकसी आगमनातमक तकग म िम हकसी घरना करो पकहत म बार-बार िरोत खत ि इन अवलरोकनो क

आधार पर िम एक परनग या पहतरप खत ि हजसक आधार पर िम एक सामानयीकरण अथवा हनषकग हनकालत ि इन सामानयीकरणो क आधार पर उस घरना की वयाखया करत ि अथवा सपषरीकरण त ि एक पररकलपना करत ि और अत म उस पररकलपना का परीकण कर एक हसधिात पर पिचत ि

हकसी भी वजाहनक शरोध म आगहमक अनदमान या हनषकग (जरो हवहशषर अवलरोकनो पर आधाररत िरोता ि) तथा हनगमनातमक हनषकग (जरो हकसी हसधिात पर आधाररत िरोता ि) क मधय एक पारसपररक पभाव या अनयरोनय हरिया िरोती ि इस पकार िम सतयता क बित हनकर पिच जात ि परतद पतणग सतय का पता निी लगा सकत यिी कारण ि हक वजाहनक हसधिात सव सभावय तरो िरोत ि परतद अहनवायग निी जबहक गहणत या लॉहजक (तकग ) क आधार पर हनकाल गए हनषकग अहनवायग रप स हनहशचत िरोत ि (कयोहक उनम वसतदहनषठता िरोती ि)

अतः आगहमक (आगमनातमक) तकग म िम ऐस अवलरोकनो स आरभ करत ि हजनका कायगकत सीहमत तथा हवहशषर िरोता ि इनक आधार पर एक सामानयीकत हनषकग की ओर अगरसर िरोत ि जरो सहचत तथयो या साकयो क पकाश म सभव तरो अवशय ि परतद हनहशचत या अहनवायग निी िरोता ि आगहमक तकग क आधार पर पापत हनषकग सभव इसहलए िरोत ि कयोहक पापत साकय समावशी या हनणागयक निी िरोत अतः हवहशषर रप स इनकी पिचान पहतजाहपतयो म स हकसी एक अथवा रोनो और हनषकग क सभाहवत ावो क रप म िरोती ि आगहमक तकग म साहखयकीय तथा जनसाहखयकीय

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29बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

तकग पतवागनदमान सायानदमान (analogies) तथा वयाखयाए सहमहलत िरोती िकद छ उािरणmdash1 यि पदरसकार या तरो सदरश करो अथवा िरीश करो

हमल सकता ि∙ सदरश इस पापत निी कर पाया∙ अतः यि िरीश करो िी हमला िरोगा

2 मरा मानना ि हक lsquoXrsquo की ितया lsquoYrsquo न की िरोगी कयोहक lsquoYrsquo क पास कारण या अहभपायः भी था अवसर भी उसक खतन स रग सतान ितया सथल स हमल और ऐसा करोई सबतत निी हमला हक ितया क समय lsquoYrsquo किी और था

3 मदझ हवशवास ि हक रजनी तरना जानती िरोगी कयोहक उसक अड़रोस-पड़रोस म रिन वाल अहधकाश वयहकत तरना जानत ि

4 यह आप धतमरपान ब कर तरो आप अहधक समय तक जीहवत रिग वतगमान शरोधो स यि सपषर िआ ि हक जरो वयहकत धतमरपान निी करत उनकी आयद धतमरपान करन वाल वयहकतयो स औसतन 5ndash6 साल अहधक िरोती ि

तकथ क विवभनन पारपतकग चाि वि आगहमक िरो अथवा हनगहमक इस शाहबक तथा अशाहबक रो रपो म हनहशगत हकया जा सकता ि शाहबक तकग क अतगगत शबो म अहभवयकत अवधारणाओ करो समझना और तकग करना ि इसका लकय सजनातमक रप स सरोच-हवचार करना िरोता ि अशाहबक तकग क अतगगत हचतातमक अथवा आरखीय दशय पततो करो समझना वयाखया करना तथा हवशलण करना अशाहबक तकग म समसया का समाधान सहमहलत

िरोता ि कयोहक अशाहबक परीकण म पशन अथवा समसयाए आरखीय या हचतातमक रप म पसतदत की जाती ि अतः इन परीकणो करो अमततग हचतन परीकण भी किा जाता ि तकग क इन रोनो रपो करो आररोिी वयदतरिम म रिणीकत हकया जा सकता ि इस आररोिी वयदतरिम का आधार बचचो का आयद रिम िरो सकता ि इस तरि क परीकण हवदालयो म सामानय अथवा हवहशषर पयरोग करन क हलए बाजार म उपलबध ि शाहबक या अशाहबक तकग परीकणो का हनमागण इनक उपवगभो क आधार पर िरो सकता ि इनकरो समझन क हलए शाहबक तथा अशाहबक तकग परीकण अभयास क कद छ उािरण नीच हए जा रि ि mdash

शालदक िकघ अभयास क लिए कछ उदाहरण(आयद वगग 11ndash12 क हलए)1 सखया-शब करोड का उपयरोग

∙ यह MEND का करोड 5163 िरो तरोmdash i DEN का करोड कया िरोगा ii 163 हकसका करोड िरोगा

∙ यह SPACE का करोड 25378 िरो तरोmdash i तरो APE का करोड कया िरोगा ii 2587 हकसका करोड िरोगा2 अकर सबध अभयास

∙ L का N स विी सबध ि जरो T का स ि∙ D का A स विी सबध ि जरो X का स ि

3 अकर शब करोड∙ यह HAND का करोड JCOF िरो तरो AND

का करोड कया िरोगा∙ यह LOCAL का करोड JMAJY िरो तरो

CALL का करोड कया िरोगा

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30 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 ताहकग क वाकय (हनगहमक तकग ) क) हचतकार बदशो तथा रगो का पयरोग करत ि

i सदमश एक हचतकार िii बताइए हननहलहखत म स कौन-स

वाकय सिी ि∙ हचतकार हशहकत वयहकत िरोत ि∙ सदरश क पास बित सार बदश ि∙ सदरश एक फरोररोगराफर ि

ख) वको पर पतत िरोत ि बरग एक वक ि अतः

i वक बड़ िरोत िii बरग क पतत झड़ जात िiii बरग पर पतत ि

ग) अजिर एक हचहकतसक ि हचहकतसको क पास हचहकतसा का कायग करन क हलए लाइसस पजीकरण िरोना अहनवायग ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन अहनवायग रप स सतय िi अजिर क पास हचहकतसा अभयास

करन क हलए लाइसस िii कद छ हचहकतसको करो अभयास क हलए

लाइसस की आवशयकता निी िरोतीiii सभी पशवर हचहकतसको क पास

हचहकतसा म सनातक हडगरी िरोती ि5 पिली िल करना

क) गायती रजनी िनीफा तथा डाना चमच-अडा ौड़ म भाग लती ि िनीफा ौड़ म हवजयी िरोती ि डाना चौथ सथान पर

आती ि रजनी हवितीय सथान पापत करती ि गायती का सथान अहतम निी ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन सिी निी िरो सकता

i िनीफा पथम सथान पापत करती िii रजनी हवितीय सथान पापत करती िiii गायती ौड़ करो जीत लती िiv डाना अहतम सथान पर रिती ि

ख) अिम हजम मिनरि और अणगव एक पायरोहजत ौड़ म भाग लत ि अणगव सबस तर तक जाता ि मिनरि 8 हकमी चलता ि हजम मिनरि स 2 हकमी अहधक चलता ि अिम कवल 4 हकमी की तरी तय कर पाता ि

यह उपयदगकत कथन सिी िो तरो हननहलहखत म स कौन-सा एकमात कथन सिी िi अिम 5 हकमी चलता िii मिनरि सबस अहधक तरी तय करता िiii हजम 6 हकमी चलता िiv हजम मिनरि स अहधक तरी तक जाता ि

6 तथयो करो ढतढ़नािमा सरोनी कलपना तथा रवती अपनी-अपनी पस क फलो क हवय म बातचीत कर रिी ि िमा और कलपना करो सब पस ि कलपना सरोनी और रवती करो सतर पस ि िमा कलपना और सरोनी करो आलदबदखारा पस ि सबस कम फल हकस पस ि

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31बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

7 शब-सबध i अगदली का िाथ स विी सबध ि जरो पर क

अगतठ का (पर म ान चलना) स ि ii तरन का ताल स विी सबध ि जरो जाहगग

का (करोरग म ान zwjटक) स ि8 नीच हए गए शबो करो पदनगगहठत कीहजए ताहक

एक वाकय बन जाएmdash i I sweet apples like ii My project prize first won

9 अकर अनदरिम i S R Q P ( ) ii M O Q S ( ) iii T P L H ( )

नरोरmdash अशाहबक या अमततग तकग क उािरण आप हकसी मानकीकत परीकण पत स पापत कर सकत ि ऐस परीकण बाजार म उपलबध ि

सदभथ

गहलसकी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसगरोसवामी उा 2010 इतडलकरव एतड लडडलकरव रदीजलनतग ndash हडब ऑफ चाइलडहड ॉलगनलरव डविपमर अधयाय 15

पहबलशड ऑनलाइनगरोसवामी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसजॉनसन बन 2010 हाऊ र इगनाइर इतरिकचअि कयररयोलसरदी इन सरडरस जॉजग लदकास एजदकशनल फाउडशन यतकडलसग जकवी 1996 िलनिग ndash टजर लवइन ndash ररपवोर रत यतनसकरो ऑफ इररनशनल कहमशन ऑन एजदकशन फॉर

21st सचदरी यतनसकरो पररसडी नरोरा रीआ 2014 मल त ग सस ऑफ ररयलिरदी ndash लचर एतड लपरसपशन इन परवदी ड िाइफ सज पहबलकशन यत कलरोवसरीन जी 1994 साइकरोलॉजी ऑफ कयतररयरोहसरी साइोिॉलजि बिलरन वॉलयतम 116शकरर ज 2013 एतसाइकिोपदीलडया ऑफ माइतड सज पहबलकशन यतकwwwetlearningcom Early childhood learning ndash 5 way to develop your childrsquos curiosityHTTPSwwwasueduHTTPSwwwlaneccedu

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सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधारा एक ववशलषणातमक अधययन

परतिभा

कला समीका सौदरायानभति सजनातमकिा आतद परतरिराए मानव की सजानातमक तरिराओ स सबदध होिी ह आधतनक रग क अनक तवदानो न मनोतवजान क अधररनो म सजनातमकिा क सजानातमक आधार पर अपनी तवचारधाराए सातपि की ह रह शोध सजानातमक तवचारधाराओ क अिगयाि एक परमख तवचारधारा गसालवाद का दशरकला क पररपरकर म अधररन को इतगि करिा ह गसालवादी तवचारधारा का मि ह तक मनषर तकसी भी आकार को अलग-अलग इकाइरो क रप म न दखकर परयािा क सा दखिा व अनभव करिा ह जो कवल परतरकर ही नही बतलक मानव अतधगम समति और तवचार आतद को भी परदतशयाि करिा ह इस शोध अधररन म तवतभनन दशरकला तचतो का तवशलषर इसी तवचारधारा क सदभया म तकरा गरा ह

अतित तशतककातिकातिभागतिकातिदिालयतदलललीसरकारतदललली302िदाििगलीिअपारटमरजलीरलीरोडसातिबाबादगातजयाबाद201005

परसतावनामाििजलीििमकलातिकाकातििषसाििोिािइसकमितिकोउजागरकरििएराषzwjटलीयपाठयचयाटकीरपरखाmdash2005मसपषररपसइतगितकयागयाि तकlsquoिमकलाकमितिकीअतिकसमयिकउपकाििीकरसकिऔरिमबचचोमकलासबिली जागरकिा ि रतच क परसार-परोतसािि कतलएसारसभातििससाििऔरसारलीऊजाटलगादिलीचातिएिमारदिमकलािमटतिरपकिाऔरसासकतिकतितिििाकाजलीिा-जागिाउदािरणिउसमदिकिरभागकलोकऔरिासzwjतलीयगायिितय सगलीि पिल बिािा तमटली का कामआतद

िातमल ि इिम स तकसली भलीकलाकाअधययििमारयिा तिदात टयो कजािकोि किलसमदधकरगा बतलक िि सकक ल क बािर भली जलीिि भरउिककामआएगा

दशय और परदिटि दोिो िली कलाओ कोपाठयचयाटमतिकाकामितिपकणटतिससाबिाएजािकी जररि ि बचच इि कzwjतो म किल मिोरजिकतलएिलीकौिलिातसलिकरबतलकऔरभलीदकिाएतिकतसिकरकलाकीपाठयचयाटकदारातिदात टयोकोदिकीतितििकलातमकपरपराओसपररचयकरिािाचातिएकलातिकाआिशयकरपसएकउपकरणऔरतिषयकरपमतिकाका

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33सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

तिससा(कका10िक)िोऔरिरसकक लमइसससबतििसतििाएिोकलाकअिगटिसगलीिितयदशयकलाऔरिारकचारोकोिातमलतकयाजािाचातिएकलाकमितिकसबिमअतभभािकोसकक लअतिकाररयोऔरपरिासकोकोअिगिकराएजािकीजररििकलातिकणमजोरसलीखिपरिोितकतसखािपरऔरइसमदतषरसिभातगिापरआिाररििोrsquo

तिदालयलीतिकाकदौराििरसिरपरकलाकतितििमाधयमऔरसिरपबचचोकोखल-खलमिातिषयबदधरपमतिकतसििोिममददकरििउनिअतभवयतzwjतिककईरासितसखाििसगलीिितयऔर िारक तिदात टयो कआतमबोि उिकजािातमकऔरसामातजकतिकासमसिायकिोिि पकिट परातमकऔर परातमक सिरो पर य सभलीकलाए बिद मितिपकणट ि बचचभाषा परकति करपोकीखोजसियकीऔरअनयकीसमझआतदकोकला कमाधयमसआसािलीस तिकतसिकरसकििकलाकीपरितििलीऐसलीिोिलीितकसभलीबचचउसमभागलीदारलीकरसकिि

कलाऔरतिरासितिलपोकोतिकासजोड़िक ससािि िर सकक ल म उपलबि िोि चातिएइसतलए यि मितिपकणट ि तक पाठयचयाट म कलागतितितियोकतलएपयाटपिसमयिोिारक-ितयमकतिटकलासबिलीककाओकतलएघर-डढ़-घरकासमयचातिएजोर इसबािपरििीिो तकबचचियसकोकमािकोकतिसाबसकलासलीखयापकणटकलाकातिकासिोबतलककला-तिकाकमाधयमस बचचकोअपिआप तिकतसििोिका मौका

तदया जाए उि पर अतिक दबाि ि डाला जाएकछसालोमतिकककीसिायिासतिदाथीअपिसमपटणिमिििससििzwjतकलापररयोजिाएपरसििकरपाएगतजसकसाउिमसौदयटबोिगणितािशषठिाभलीपिपसकगली

सकक लोममाधयतमकऔरउचचमाधयतमकसिरपरकलापाठयचयाटकअिगटितिदाथीकोअपिलीरतचकीतकसलीभलीकलामतििषजिालिदलीजाएकलाकी िाललीम लिऔर उसकाअभयासकरिसमयतिदाथीइसउमरिककलािसौदयटबोिकसबिमकछसदधातिकजािभलीपरापिकरसकििजोजािकइसकzwjतकमितिकोगिराईससमझिममददकरगालोकतपरयकलाचचाटमसिभातगिाकरि पर तितभनि परकार की कला-परपराओ एिरचिातमकिाकीतििाओसतिदात टयोकोउिकीअलग-अलग रतचयो एि परपराओकी जािकारलीभली तमल सकगली इसतलए यि मितिपकणट ि तकपाठयचयाटमउचचयातिमिकलाकाउललखििोउसमिासzwjतलीयऔरलोककलाकाभदििोइससितिदाथीभलीियारिोसक गजोबारििीकतलएकलाकातििषअधययिकरिाचाििियाआगकलाकोिलीअपिावयिसायबिािाचाििि

िसििःlsquoसौदयटएिकलाकतितभनिरपोकोसमझिािउसकाआिदउठािामाििजलीििकाअतभनिअगिकलासातितयऔरजािकअनयकzwjतोमसजिातमकिाकाएक-दकसरसघतिषठसबििबचचकीरचिातमकअतभवयतzwjतिऔरसौदयाटतमकआसिादिकीकमिाकतिसिारकतलएसाििऔरअिसरमियाकरािातिकाकाअतििायटकतटवयि

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34 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अिः कला तिका पर तिकको को अतिकससािि सामगली दली जाए तिकक-परतिकण औरउनमखलीकरणमकलाससबतििमितिपकणटअियििोिचातिएिातकतिककदकिासऔररचिातमकढगसकलाका तिकणकरसक सािलीबालभििोकोसभली तजलाऔरखडसिरपरसातपितकया जाए इसस कलाऔर तिलप सबिली जािऔरअिभिकाअतिररzwjतितिकासिोसकगाऔरबचचोको तकसलीकलाको परतयकरपस सलीखिकाअिसरतमलसकगाइसकपररणामसिरपउिमसजिातमकिाकाअातिभाटिभलीिोसकगा

समलीकातमकरपमदखाजाएिोसौदयटिासzwjतकी मिोतिशलषणातमक परपरा कला समलीकाककzwjत मअपिा एकमितिपकणट साि रखिली िसौदयटिातसzwjतयो ि कला समलीका क तलए अिकदतषरकोण तदए कभली उनिोि तचzwjतो की समलीकाउिक भौतिक सिरप क आिार पर की कभलीउसस उतपनि िोि िालली माितसक परतरियाओ कआिार पर तकि गसरालरिादली तिचारिारा मकलाकारकीमाितसकअिसाको िलीअधययिकाआिारबिायागया तिदािो ियिमािा तकमिोिजातिकयगमतचzwjतदखिासमझिाअिभिकरिायाआिदपरापिकरिाइिसभलीकीपरतरियाएक समाि िली िोिली ि अाटि कलाकार अपिलीतचzwjत रचिा म तजस माितसक परतरिया स गजरिािदिटकभलीउसलीपरतरियासगजरिािऔरइिकामाििाि तकयतददिटककलाकार कसमािउसमाितसकपरतरियासगजरगािभलीििउसतचzwjतकायाटआिदलपाएगा

गसालवादी ववचारधारा यिआितिकमिोतिजािकीपरमखतिचारिाराओमसएकिआितिककालमपरायःसभलीतिदािोिमाििजलीिि क तितििपकोकोआिारबिाकरमिोतिजािसबिलीतिचारपरतिपातदितकएिआितिक मिोतिजाि का तिकास लगभग 20िीििाबदली क मधय स मािा जािा ि 1860 कबाद अिक तिचारिाराओ काआतिभाटि िआइसदतषरसिषट1860कबादस1905िककासमयभलीसपकणट तिशिमअतयिमितिपकणटकालरिा पतशचम म परायः सभली आितिक कला कआनदोलिो जसmdash परभाििाद उतरपरभाििादिििाद फाििाद सरलीलिाद आतद सभली इससमयमौजकदयतदभारििषटकसदभटमदखिोइसकसमकाललीिबगालिललीककलाकारकायटकररिऔरउिकसािलीआिदकमारसिामलीईबली ििल अरतिनद घोष रतिनदरिा ठाकरतििोदतबिारलीमखजथीअतसिकमारिलदरआतदकलाकारकलासबिलीपरयोगकरकलासौदयटपरअपितिचारवयzwjतिकररि

इसली परकार जमटिली म भली अिक तिदाि इसदौरािकायटकररि औरउसलीदौराििारसििामकतिदाििवयििारसबिलीअपितिचारपरसिितकएइसलीदौरािबतलटितिशितिदालयकिलीििियिकोिदथीमर कोिलरऔर कोफका ि अपि अधययिोकआिार पर गसरालर मिोतिजािकी िीि रखलीइि मिोिजातिको क मिािसार मािि मिअतयिजतरलएिअ टपकणटिोिािऔरतकसलीभलीवयतzwjतिकजलीििमउसकाअिदटिटिबििमितिपकणटिोिा

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35सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

िइितिचारकोिमाििमतसिषककोसजािातमकरप स समझि िए िातकट क दतषर स बौतदधकपषठभकतमकोसमझिकीचषराकीलगभग1910स1912िकइिलोगोिचलतचzwjतोकमिोिजातिकपिलओपरपरयोगतकएइसकतलएइनिोिकमरसअलग-अलगआसिोमतचzwjततलएपरतयकतचzwjतअपिआपम तसर िोिा िऔर इसक तलए इनिोि कछपरयोगतकएयतददोतचzwjतोकोकछसमयािरालसतदखायाजाएिोिदोअलग-अलगतचzwjततदखिितकियतददोिोतचzwjतोकोइििाजलदलीतदखायाजाएतकबलीचमसमयािरालििोिोिएकिलीतचzwjतकसमाितदखिििदथीमरिअपिपरयोगकदारायितिषकषटतिकालातकएककबाददकसरातफरिलीसराऔरइसलीपरकारकईतचzwjतजबजलदली-जलदलीतदखाएजािििोचलिकाआभासिोिाि

यदतपइितचzwjतोमतकसलीभलीिसिमगतिििीिोिलीऔरििलीपरदपरतदखाएजािपरउिमगतिआिलीिपरिजबउनिपरदपरतदखािििबदोतचzwjतोकबलीचमसपरकाििरातदयाजािाििोउसअिरकोदिटकसमझििीपाििपररणामसिरपदखििालकोगतिकाआभासिोिाि

इसलीपरकारउनिोिरखाओकोलकरभलीपरयोगतकए जस तक दो रखाए सा-साखीचली गइइऔरउिककोि तिपरलीितदिामकरतदएगएिोउससएकियपरकारकभरमकायागतिकाभािउतपनििोिाि

िदथीमरकामाििाा तक इसपरकार रखाओम गति सपषर या परतयक तदखाई दिली िऔरगतिसिदिा का अग ि इि परयोगो क आिार परगसरालरमिोिजातिको ियितिषकषट तिकालातकरखाओकपरयोगम पकणटिाकामितिपकणटयोगदाििोिािआकारकीपकणटिाकोिलीइिमिोिजातिकोिगसरालरकािामतदया

गसरालरिबदअगजलीभाषाकिबदगसरालरि(Gestalten) िाजमटिभाषा किबद गसरालरिकसमािि तकसलीभलीिसि कजािकोजोउसकआकार रगरपगतिआतद क दारा िोिा िकोगसरालरि किा जािा ि तजसकाअ ट िmdashरप(form)िापकणट(whole)जमटिभाषामगसरालरिबदतिमिदोअथोमपरयzwjतििोिािmdash1 तकसलीभलीपदा ट करपम उसकाआकारmdash

इसअ टम तzwjतभजकीतzwjतभजकाररिाचिभटजकी चिभटजकाररिा कसथी मज फक ल पतलीआतदकसपकणटआकारकोगसरालरकिग

2 गतिकरिमकोभलीगसरालरकिििजसmdashिाचिादौड़िाचलिाआतदअिःगसरालरिबदकापरयोगिमटऔरिमथी

(कमटऔरकिाट)दोिोअथोमतकयाजािािऔरइनिी परआग परयोगकरि िए गसरालरिातदयो िकछतसदधािोअिातियमोकीसापिाकीपरयोगोकआिारपरसातपितियमतिमििििmdash

समीपता का नियमयितियमबिािाितकजबकोईवयतzwjतिपषठभकतमम तकनिी तचििोकोदखिािऔरि तचििएकरिमबदधरपिारणतकएिएिोिििोउिकाकोई

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36 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अतसितिििीिोिापरियतदउनिपासलायाजाएिोिएक-दकसरकोअ टपरदािकरिितचzwjत1काअिलोकिकरिस इस तियमकाबोि सििः िोजािाि

तचzwjत1

तचzwjत3

तचzwjत2

समािता का नियमसमाििाकातियमबिािाितकजोिसिएआपसमसमाििोिलीियतदितकसलीभलीसमकिमतसरििोिअपिरपकोउससमकिमसपषरिापरदतिटिकरदिलीितचzwjत2मइसआियकाबोिसपषरिोिाि

परणता का नियमयि तियम सपषरकरिा ि तक तकसली िसि म यतदअिरालिया ररzwjतिसािियाउसक तिससकरिएििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआितिमभरिएतदखाईदिितचzwjत3काअिलोकिकरिसइसतियमकाबोििोिाि

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37सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

निरतरता का नियमयि तियम इस बाि का बोि करािा ि तक तजिउतजिाओकसाएकतदिामजाियाआिकीतिरिरिादखलीजािलीििोवयतzwjतिउनिएकसमकिमसगतठिकरकपरतयकलीकरणकरिाितचzwjत4मइसआियकाबोिसििःसपषरिोिाि

मिोतिजाि क अिगटि कायट करिा ि जो किलपरतयकणिलीििीबतलकमाििअतिगमसमतिऔरतिचारआतदकोभलीपरदतिटिकरिाि

िषट 1940 म कोफका ि lsquoपररॉबलम इि दसाइकोलरॉजलीइिआरटrsquoिामकतिषयपरवयाखयािदि िए अपि तिचार परकर तकए कोफका कामाििा ा तक तचzwjत क दारा कला का रसासिादितकयाजासकिाििाकलाएिकलासमलीकापरआिाररि मकलभकि तियमो काआिार लकर कलाकोपरसिितकयाजासकिािपिलकलाकतियाकोईभलीकतिएकदशयरपमपरतयकणकतियमोपरपरकरिोिलीिदकसराइसतरियामभौतिककलाकतिकीउपतसतििोिलीिअाटिजबतकसलीकलाकतिकीबािकरि ि िो दिटककी तचzwjत क परति िोििाललीमिोिजातिकतरियाभलीउसमसमातिििोिलीि

कोफकाका माििा ि तक तचzwjत म िसि जसलीतदखिलीिजररलीििीतकया टमभलीिसलीिोयितचzwjतमlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणिोिािlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणकाअ टितकसलीकचिरकीमखमदराओकोसमझिायापरसििकरिायिगण तकसली कचिरकीखिलीयादखकोपरसििकरिािकोफकाकामाििाितकतफतजयोिरॉमलीतचzwjतकीतििषिािोिलीि उसका परतयक तचzwjत मअपिा मितिपकणट साििोिािजसतकरगआतदकािोिाितफतजयोिरॉमलीतििषिः सिय म तििष गण ि उस तकसलीऔरिसिमििीबदलाजासकिािजसmdashकोईदशयउदासयादखली तदखाईदिाििो इसकायिअ टििीितकदशयतचzwjतिासििमउदासििरिउसतचzwjत को दखकर िो सकिा ि तक िम खिली का

तचzwjत4

गसाल मनोववजान और दशयकलाकोफकाकोिलरऔरिदथीमरिामकमिोिजातिकोको गसरालरमिोतिजािकाजिकमािाजािा ियदतप उनिोि कला पर सलीि-सलीि फोकस ििीतकयाा तकिउिक तिचारकलास िजदलीकसजड़िएिगसरालरतिचारिारामयिमािागयातकमिषयतकसलीभलीआकारकोअलग-अलगइकाइयोक रप म ि दखकर पकणटिा क सा दखिाऔरअिभिकरिािगसरालरमिोतिजािसजािातमक

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38 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

आभास उतपनि िो उस अतभवयतzwjति म तचzwjत कसपकणटितिसमातिििोििसपकणटिाकीतििषिाए(Propertiesofwhole)गसरालरतिचारिाराकामकलिजसmdashतबदिादकअिगटिजाजटसयकरादारातितमटि कति lsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo (A Sunday Afternoon on the Island of La Grande)यिकतिरगोकछोर-छोरतबदओदारातितमटिकीगईिपाससदखिपरतबदसपषररपस तदखाईदििपरियतदइसकलाकतिकोसपकणटिाकतसदधािपरदखाजाएिोएकसदरदशयिमारसामिआिािऔरिमउसदशयकाआिदलिि तचzwjत5मसपकणटिाकइसतसदधािकाआभासिोिाि

गसरालरतिचारािाराकाएकअचछाउदािरणििरली मातिस (Henry Matisse) दारा तितमटिकतिlsquoलाडासrsquo(La Danse)िजो तकगसरालर

तचzwjत5mdashजाजटसयकरादारातितमटिकतिlsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo

तिचारिारा क पकणटिा क तियम िा तिरिरिा कतियमपरआिाररििपकणटिाकतियमकअिसारतकसलीिसिमयतदअिरालियाररzwjतिसािििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआकतिकरपमतदखाईदिलीिइसलीपरकारमातिसकीइसकतिमआकतियोदाराबिायागयागोलआकारपकणटििीिउसमररzwjतिसािििबभलीिमपरतयकलीकरणकदाराउसपकणटपरिलीिकरििसािलीतिरिरिाकतियमकअिसारआकारोकोएकतदिामघकमि तचतzwjतितकयागयाििोदिटकउनिएकसमकिमसगतठिकरकउिकापरतयकलीकरणकरिा ि यदतप उिकीगति दोआकारो क िाोकबलीचकअिरालककारणरकरसकिलीिपरिसगठिकपरतयकलीकरणकदारादिटकउिकातिरिरगतिमिलीपरतयकलीकरणकरिािजसातकतचzwjत6ससपषरिोरिाि

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39सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

कोफकाकअिसारमाििपरतयकलीकरणमएकपरितििोिलीितकििसिलिकोपसदकरिाियाउसदखिाचाििाितकसलीभलीअसितलििसिकोदखकरििउसकसिलिकीकामिारखिाि

वनषकषषयि किा जा सकिा ि तक परतयकलीकरण एकसजिातमकितzwjतििजोlsquoगडगसरालरrsquoकीिरफलजािलीिअिःकोईभलीकलाकतिसियमlsquoगडगसरालरrsquoबिजािलीिकोफकाकायिभलीमाििाि तककोई भलीकलाकतिकलाकार क सियकीआिररकदतियाकाबाियपरकरलीकरणियितचत

याकायटकीिदधिासियमिलीदिटककोअपिलीदतिया म आमतzwjति करि की योगयिा रखिली िइसकतलएतकसलीअनयउपकरणकीआिशयकिाििी िोिली इसतलए कलाकार की अपि तचzwjत मगििआतमसाि िोिकी परतरिया उसक तचतमउसकीदतियाकोसजलीिरपमपरसििकरपािलीिअिःकिाजासकिाितककलाकारदारातकएगएतचzwjतणसउसकीसजिातमकिाकाबोििोिाि जो तक परतयकलीकरण दारा सपषर िो जािा िzwjतयोतकदखििालकोउसमसपकणटिाकाआभासिोिाि

तचzwjत6mdashििरलीमातिस(HenryMatisse)दारातितमटिकतिlsquoलाडासrsquo

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40 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरष

अिटिलीमरडरॉलफ1969तवजअल ततकगकतलफोतिटयायकतिितसटरलीपरसअसािातितपि2002मनोतवजान और तशका म मापन एव मलराकनतििोदपसिकमतदरआगराएमरतमकल(सपादक)1993द तवजअल माइड आ या एड म मतकसक तबजदएमआईपलीपरसकतजटबकसडली1987तवजअल इमतजनशन ndash एन इटोडकशन आ याएगलिडतzwjतलफसपरतरसिरॉलजयपरकािऔरदिली दयाल1973आधतनक मनोतवजान की ऐतिहातसक पषzwjठभतममधयपरदि तिदलीगअकादमली

भोपालमधयपरदिराषzwjटलीयितककअिसिािअौरपरतिकणपररषद2005राषटीर पाzwjठरचराया की रपरखाmdash 2005एिसलीईआररलीियली

तदलललीिमाटरामपालतसि1988मनोतवजान क समपरदारतििोदपसिकमतदरआगराउतरपरदििातसयायि1992वरवहाररक मनोतवजानकदारिारामिापरकाििमरठतिगिमाकट 2006ततकग तवजअलीएिलीएपतबलिसटतसिरजरलडwwwenotescomwwwwikipediaorgwikivisualperceptionwwwjstororg

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शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाश थियो की शियशमततषा ि िशकक उपलशि पर परभषाि

सीमा शमामा

शिकषा कषा लकषय मषानव वषयशzwjतzwjितव कषा परण शवकषास और मषानव अशिकषारो एव मौशलक सवzwjितरzwjिषाओ की परशzwjिषzwjषा को बढ़षानषा ह भषारzwjिीषय सशविषान क 86व सिोिन क दषारषा अनचद 21 (अ) को जोड़षा गषयषा ह शजसम 6 स 14 वरण zwjिक क बचचो क शलए शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार कषा परषाविषान शकषयषा गषयषा ह शजस शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 कहzwjि ह षयह अशिशनषयम 1 अपरल 2010 स दि भर म लषाग हो गषयषा इस कषानन म बचचो क शलए गरवतषापरण शिकषा की भी बषाzwjि कही गई ह इसी पररपरकषय म िोशिकषा दषारषा इस शवरषय पर िोि शकए जषान की आवशषयकzwjिषा महसस की गई zwjिथषा षयह जषाzwjि करन कषा परषयषास शकषयषा गषयषा शक शवदषालषय शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009 क शनषयमो कषा पषालन शकस सzwjिर zwjिक कर पषा रह ह शवदषाशथणषयो न शवदषालषयो म परवि ल zwjिो शलषयषा ह पर zwjतषयषा व उस शवदषालषय म शमतरो व शिकको स समषाषयोजन कर पषा रह ह zwjतषयषा व शवदषालषय म शनषयशमzwjि उपशसथzwjि हो रह ह इसकषा शवदषाशथणषयो की िशकक उपलशि पर zwjतषयषा परभषाव पड़ रहषा ह षयह िोि अधषयषयन मधषय परदि रषाजषय क zwjिीन शजलो mdash सीहोर होिगषाबषाद एव रषाषयसन क िहरी एव गषामीर कतरो क िषासकीषय व अिषासकीषय शवदषालषयो क ककषा 6 और 7 क 750 शवदषाशथणषयो 300 शिकक-शिशककषाओ 300 अशभभषावको क नषयषादिण पर शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन की परकशzwjि सववकर थी िोि अधषयषयन म परदत सकलन हzwjि उपकररो म (परषाथशमक सोzwjिो क रप म) शवदषाशथणषयो क शलए क शदरzwjि समह चचषाण व सषाकषातकषार अनसची शिकको व परिषानषाधषयषापको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली अशभभषावको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली िशकक उपलशि परीकर (शहदी गशरzwjि व अगजी शवरषयो क शलए) zwjिथषा सव-अवलोकन परपतर एव शदzwjिीषयक सोzwjि क रप म शवदषालषय उपशसथशzwjि रशजसटर zwjिथषा परीकषा परररषामो कषा परषयोग शकषयषा गषयषा परदतो कषा शवशलरर परशzwjििzwjि मधषयमषान परमषाशरक शवचलन ldquoटीrdquo परीकर zwjिथषा सहसबि दषारषा जषाzwjि शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन म शनषकरण क रप म पषाषयषा गषयषा शक शवदषालषय म शवदषाशथणषयो की शनषयशमzwjिzwjिषा औसzwjि स भी कम रहzwjिी ह zwjिथषा उनकी िशकक उपलशि भी शनमन पषाई गई शवदषाशथणषयो को ककषा म रोकन और शनषकषासन क शनरि परषाविषान क zwjिहzwjि रोकन पर भी व पढ़षाई म रशच नही लzwjि षयह शनषकरण भी सषामन आषयषा शक इस अशिशनषयम क लषाग होन क ह सषाल बीzwjिन क बषाद भी शवदषालषयो म पषयषाणपzwjि ससषािन उपलि नही हो पषाए ह शवदषालषयो म बषालक व बषाशलकषा क शलए पथक िौचषालषय zwjिक नही ह और जहषा पर पथक िौचषालषय ह वहषा की सफषाई नही होzwjिी ह शवदषालषयो म पसzwjिकषालषय की सशविषा सरकषा हzwjि बषाउणडीवषाल व गट की कमी ह कल शमलषाकर बचचो क शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009

सहषाषयक परषाधषयषापक (बीएड) बरकतउलाह विशिविदाय भोपा (मधय परदश) 462 026

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42 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

बच राषzwjटर क सिवोच भविषzwjय ह उनकी दखभा और वता करना हमारी विममदारी ह बचो की आिशयकताओ और उनक परवत हमार दावयति सविधान म बताए गए ह सविधान की धारा 26 क अनसार परतयक वयवzwjतत को वशका पान का अवधकार ह वशका का कय मानि वयवzwjततति का परमा विकास एि मानि अवधकारो एि मौवक सिततरताओ की परवतषzwjzwjा को बढ़ाना होगा भारतीय सविधान क 86ि सशोधन क दारा अनचद 21 (अ) को िोड़ा गया ह विसम 6 स 14 िरमा तक क बचो क वए वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परािधान वकया गया ह ससद दारा पाररत वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 बचो की शवकक आिशयकताओ क बार म राषzwjटर की नीवत को वनददवशत करता ह आि वकसी भी राषzwjटर की वसथिवत का आकन वशका क सतर दारा ही वकया िाता ह zwjतयोवक वशका ही नागररको की सपननता समवधि एि सरका क सतर को वनधामाररत करती ह वशका ही सामाविक आवथिमाक और सासकवतक पररितमान का शवzwjततशाी साधन ह वशका क दारा ही विदावथिमायो क कौश एि जान म िवधि होती ह भारत क विममदार और सवरिय नागररक बनन क वए वशका आिशयक ह इसी उदशय को कर 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश

भर म ाग हआ विस वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 कहत ह

िोि की आिशयकतषा एि औशितय 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश भर म ाग हआ सभी बचो को वनःशलक एि अवनिायमा वशका दन क उदशय स दश म सिमा वशका अवभयान कायमारिम को आरभ वकया गया थिा इसम सदह नही वक सिमा वशका अवभयान क अतगमात वकए गए परयासो स वशका स िवत अनक बचो का सको म दावखा कराया गया मिमदार (2011) क शोध दारा यह परदवशमात होता ह वक lsquoसक ो अवभयानrsquo स विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत बढ़ी ह बचो क शाा तयागन की सखया म भी कमी आई ह वकन आजादी क ह दशक बीतन क बाद आि भी हमार दश म बड़ी सखया म ऐस बच ह िो सक क बाहर ह एक सिदकर ररपोरमा क अनसार दश म 6 स 14 िरमा की आय क बचो की क सखया अनमानतः 22 करोड़ ह और इस आय िगमा क 46 परवतशत बाक (गभग 92 ाख) अभी भी विदाय की ौखर तक नही पह पात ह वशका का अवधकार कानन बचो को वनःशलक एि अवनिायमा बवनयादी वशका का अवधकार दता ह इस कानन म गरितापरमा वशका की भी बात कही गई ह परत उनका वरियानियन

कषा खलआम उललघन हो रहषा ह पषयषाणवरर सबिी समसषयषाओ उनक कषारर zwjिथषा शनरषाकरर आशद क बषार म अशिकषाि वषयशzwjतzwjिषयो कषा जषान zwjिथषयो zwjिक ही सीशमzwjि ह षयही कषारर ह शक अब zwjिक हम पषयषाणवरर सबिी शवशव दशषटकोर कषा शवकषास नही कर सक षयहषा zwjिक शक अपन ही भशवषषय क बषार म हम अब zwjिक वzwjिणमषान पीढ़ी को सचzwjि सवदनिील एव सषाविषान करन म असफल रह ह

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43शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

समवत रप स विदाय म नही हो पा रहा ह आायमा (2013) न अवनिायमा पराथिवमक वशका की नीवतयो क वरियानियन स सबवधत शोध वकया और पाया वक सक परशासको वशकको अवभभािको को वशका नीवतयो एि सरकारी सविधाओ की िानकारी का अभाि ह और ि इनह िानन म भी रव नही त ह वयास (2011) न शोध म यह पाया वक 45 परवतशत अशासकीय विदायो म कायमारत वशकको म वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 क परािधानो की िानकारी का अभाि ह फावससका (2008) न भारत म बचो को शाय उपवसथिवत एि उनकी माताओ क काम क बहसतरीय मॉड पर शोध म पाया वक िब माता को काम की अवधक अािशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनम बचो को सक भिन की परिवत कम होती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह मिमदार और रायौधरी (2011) न पराथिवमक सतर पर विदावथिमायो की शवकक उपवधयो क वए विममदार कारको का अधययन कर वनषzwjकरमा वनकाा वक विदावथिमायो को उनकी वनयवमत उपवसथिवत हत परररत वकया िाना ावहए वनयवzwjतत विभाग को विदावथिमायो क गरितापरमा परदशमान हत परवशवकत वशकको की वनयवzwjतत की िानी ावहए तावक सक ोड़ हए विदाथिथी भी शावम हो सक शरीिासति (2012) न आवदिासी विदावथिमायो म सक ोड़न की परिवत

आवदिासी विदावथिमायो क वए होसर सविधा 1961 स 2001 तक आवदिासी एि सामानय िनो म साकरता िवधि दर पर अधययन म पाया वक वप ौबीस िरयो म सामानय िन की अपका अनसवत िनिावत म साकरता दर बढ़ी ह 1981ndash1991 क दौरान मवहा साकरता दर अनसवत िनिावत म अानक बढ़ी वकत अनसवत िनिावत म सक ोड़न की दर भी बहत अवधक ह सामानयतः परारवभक वशका क बाद सक ोड़न की दर अवधक ह इसक परमख कारर हmdashखतो पर कायमा करना मजदरी पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद गाधी और यादि (2013) न पराथिवमक विदायो क वशकको की वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 क परवत िागरकता का अधययन वकया शोध अधययन स वनषzwjकरमा वनका वक मवहा ि परर वशकको की िागरकता म साथिमाक अतर ह परत शासकीय ि अशासकीय वशकको की अवधवनयम क परवत िागरकता म साथिमाक अतर नही ह

कमार (2014) न हररयारा परदश की नोड तहसी क पराथिवमक विदायो पर lsquoवनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009rsquo क परभाि का अधययन वकया शोध म पाया वक अवधवनयम क परभाि स विदायो म विदावथिमायो की नामाकन सखया बढ़ी ह अवधवनयम क वरियानियन क फसिरप वशकको क कायमाभार म िवधि हई अवधवनयम क वरियानियन क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ अवधवनयम क वरियानियन क बाद वशकर

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44 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवरिया म सधार हआ अवधवनयम क परभाि स विदाय म कायमापरराी म पररितमान आया अवधवनयम क परभाि स विदायो म आधारभत सविधाओ म विसतार हआ शzwjता (2014) न माधयवमक शााओ म भौवतक मानिीय ससाधनो का विदावथिमायो की उपवसथिवतयो उपवधयो पर पड़न िा परभाि का अधययन वकया उनहोन पाया वक विन शााओ म भौवतक ि मानिीय ससाधन पयामापत ह िहा विदावथिमायो की उपवसथिवत ि उपवध का सतर अचा ह पाणडय (2015) दारा शासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क काररो का त नातमक अधययन होशगाबाद ि इरारसी शहर क सदभमा म वकया गया शोध क वनषzwjकरमा क रप म पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

अतः इस विरय पर शोध वकए िान की आिशयकता ह वक विदाय (आररीई एzwjतर 2009) क वनयमो का पान वकस सतर तक कर पा रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर zwjतया ि उस विदाय म वमतरो ि वशकको स समायोिन कर पा रह ह zwjतया ि विदाय म वनयवमत उपवसथित हो रह ह इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इसी विजासािश शोवधका न इस विरय पर शोध करना आिशयक समझा

िोि क उदशय इस शोध कायमा क वनमनववखत उदशय थि mdash1 विदावथिमायो की वनयवमतता पर वनःशलक एि

अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना2 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर वनःशलक

एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना

3 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान का परभाि िानना

4 शवकक उपवध पर शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान का परभाि िानना तथिा

5 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय सहसबध जात करना

िोि की पररकलपिषाए इस शोध कायमा की वनमनववखत पररकलपनाए थिी mdash1 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार

अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह

2 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

3 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह

4 कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

5 शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

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45शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

6 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह

नयषादिथि परषारपइस शोध अधययन म मधय परदश राजय क तीन

विोmdashसीहोर होशगाबाद एि रायसन क शहरी एि

गामीर कतरो क शासकीय ि अशासकीय विदायो

क क 750 विदाथिथी 300 वशकक-वशवककाए तथिा

300 अवभभािक सवममवत थि इन 750 विदावथिमायो

म स 600 विदाथिथी शासकीय ि अशासकीय

सषारणी 1 mdash नयषादिथि कषा शिलिषार शििरण

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी

1 सीहोर 125 125 250

2 होशगाबाद 125 125 250

3 रायसन 125 125 250

कल 375 375 750

सषारणी 2 mdash नयषादिथि म सशमशलत अिषासकीय शिदषालयो म शिःिलक परिशित शिदषाथी सखयषा

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी1 सीहोर 25 25 50

2 होशगाबाद 25 25 50

3 रायसन 25 25 50

कल 75 75 150

सषारणी 3 mdash नयषादिथि म सशमशलत शिकको की सखयषा

कर स शिलषा शिकक शिशककषाए कल शिकक-शिशककषाए1 सीहोर 50 50 100

2 होशगाबाद 50 50 100

3 रायसन 50 50 100

कल 150 150 300

विदायो क कका 6 ि 7 क विदाथिथी थि और

150 विदाथिथी अशासकीय विदायो क वनःशलक

परिवशत विदाथिथी थि

िोि शिशिइस शोध अधययन हत शोधाथिथी न िरमानातमक

सिदकर विवध का परयोग वकया थिा

उपकरण इस शोध अधययन हत वनमनववखत उपकररो का

उपयोग वकया गया थिाmdash

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46 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 पराथिवमक सोत bull विदावथिमायो क वए क वरित समह ामा ि

साकातकार अनस ी bull वशकको एि परधान अधयापको क वए

सिवनवममात परशनािी bull अवभभािको क वए सिवनवममात परशनािी bull शवकक उपवध परीकर (वहदी गवरत

एि अगजी विरयो क वए)2 वदतीयक सोत (विदाय उपवसथिवत रविसरर

एि परीका पररराम)3 सि-अिोकन परपतर

परदतो क शिशलषण हत सषाशखयकी इस शोध अधययन म परदतो का विशरर करन क वए परवतशत मधयमान परमावरक विन lsquoरीrsquo-परीकर तथिा सह-सबध जात करन हत सकरर डायगाम और एसपीएसएस सॉफ़रियर का परयोग वकया गया

विशzwjलषण एि परिणामपररकलपना 1 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह वनःशलक एि

सषारणी 4 mdash नयषादिथि म सशमशलत अशभभषािको की सखयषामशहलषा परष कल100 100 200

अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता को विदायो म अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा जात वकया गया परापत आकड़ो को परवतशत म साररी 5 म दशामाया गया ह

साररी 5 क आधार पर सपषzwjर होता ह वक सीहोर वि म वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 32 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय म आत ह होशगाबाद वि क 40 परवतशत विदाथिथी परवतवदन विदाय आत ह तथिा रायसन वि म परवतवदन आन िा विदावथिमायो का परवतशत 36 ह इस परकार यह जात होता ह वक वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन ह असिीकत की िाती ह

सषारणी 5 mdash शिलिषार शिदषाश थियो की शियशमततषाकरस शिलषा कल शिदषाथी उपशशत शिदषाथी परशतित

1 सीहोर 50 16 32

2 होशगाबाद 50 20 40

3 रायसन 50 18 36

कल शिदषाथी 150 54 36

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47शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

पररकलपनषा 2 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत विदावथिमायो पर उपवध परीकर परशावसत वकया गया विसक पररराम साररी 6 म वदए गए ह

साररी 6 क आधार पर सपषzwjर ह वक 68 परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवत या करत ह 39 परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 परवतशत ह 51 परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो की अगजी क बड़ ि ोर अकरो को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह 69 परवतशत विदाथिथी आसान स शदो की सपवग भी नही वख पात ह 72 परवतशत विदाथिथी आसान

सषारणी 6 mdash शिदषाश थियो कषा िशकक उपलशि सबिी परशतित

कर स मखय शबद परशतित

1 वहदी म मातराओ की गवतया करना 68

2 बारहखड़ी का सही जान न होना 39

3 नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39

4 अगजी क ोर ि बड़ अकर न पहानन िा विदावथिमायो का परवतशत 51

5 अगजी का वहदी म अथिमा न िानन िा विदाथिथी 38

6 आसान शदो की ितमानी (सपवग) न बता पान िा विदाथिथी 69

7 सॉरी और थिzwjतय िस शद न वख पान िा विदाथिथी 72

8 पहाड़ और वगनती भी न सना पान िा विदाथिथी 57

9 िोड़ना और घराना क साधारर परशन ह न कर पान िा विदाथिथी 56

10 गरा और भाग नही कर पान िा विदाथिथी 67

स शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह 56 परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन भी ह नही कर पात ह 67 परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत पररराम स जात हआ वक मातर 39 परवतशत विदाथिथी ही उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 3 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह ातर एि

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48 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ातराओ की शवकक उपवधयो म साथिमाक अतर ह या नही यह दखन क वए री-परीकर का परयोग वकया गया परापत आकड़ो को साररी म दशामाया गया ह

साररी 7 क आधार पर सपषzwjर ह वक ातर एि ातराओ की शवकक उपवध परीकर क विशरर स परापत री-मान 198 ह िो वक df = 358 क वए 001 साथिमाकता सतर पर परापत मान 201 स कम ह अतः ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह सिीकत की िाती ह

सषारणी 7 mdash छषातर एि छषातरषाओ की िशकक उपलशि कषा टी-मषाि मधयमषाि ि अतर की सषा थिकतषा

करस समहकल सखयषा

मधयमषाि M

परमषाशणक शििलि SD

मषािक तरशटSE

टी-कषा सषारणी मषाि

शिषकषथिटी- मान

005 सारथकतासति पि

001सारथकतासति पि

1 ातर 180 217 361 0467 198 268 201

साथिमाक अतर नही2 ातरा 180 2206 415

पररकलपनषा 4 mdash कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर शवकक उपवध परशनािी परसावशत की गई थिी विसस परापत पररराम साररी 8 म वदए गए ह

साररी 8 स सपषzwjर होता ह वक वशकक परशनािी म विदावथिमायो की शवकक उपवध को जात करन स सबवधत परथिम परशन विदावथिमायो की पढ़ाई क परवत रव स सबवधत थिा विसम 86 परवतशत

सषारणी 8 mdash ककषा म रोकि और शिषकषासि कषा शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही 1 पढ़ाई क परवत रव 14 86

2 वनयवमत उपवसथिवत 36 64

3 विदाथिथी एि वशकक सबध 26 74

4 शवकक उपवध 34 66

5 परािधान का नकारातमक परभाि 21 79

कल परशतित 28 72

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49शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

वशकको न बताया वक विदाथिथी पढ़ाई म रव रह ह 36 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत वनयवमत ह िबवक 64 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िाएगा इसवए ि विदाय नही आत ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी एि वशकको क मधय सबध पिमा की त ना म अच नही ह िबवक 26 परवतशत वशकक सबधो को सामानय बतात ह 66 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की शवकक उपवध नयनतम ह 34 परवतशत वशकको का कहना ह वक पररवसथिवतयो को दखत हए विदावथिमायो की शवकक उपवध zwjीक ह 79 परवतशत वशकक यह मानत ह वक परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत सभी वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता

ह वक 72 परवतशत कारर यह सपषzwjर करत ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम ह कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह अतः पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 5 mdash शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परशनािी परशावसत की गई थिी विसस परापत आकड़ो को साररी 9 म दशामाया गया ह

सषारणी 9 mdash िषारीररक दड और मषािशसक उतपीड़ि क शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही

1 वनदानातमक ककाओ का आयोिन 74 26

2 अवतररzwjतत ककाओ म उपवसथित रहना 24 76

3 वनयवमत विदाय न आना 84 16

4 परीका क परवत ापरिाही 74 26

5 वशकर म रव का अभाि 86 14

6 वशकक की आजा का पान 26 74

7 अनशासनहीनता 79 21

8 शवकक उपवध 36 64

9 परािधान का नकारातमक परभाि 77 33

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50 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साररी 9 स सपषzwjर ह वक विदायो म 74 परवतशत वशकको का कहना ह वक ि वनदानातमक ककाओ का आयोिन करत ह परत 76 परवतशत विदाथिथी उन ककाओ म नही आत ह वनयवमत विदाय न आन िा विदावथिमायो का परवतशत 84 परवतशत ह 74 परवतशत वशकक यह बतात ह वक विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि विदाय म परीका क परवत भी ापरिाही करत ह 86 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म वशकर म रव का अभाि ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह 79 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म अनशासनहीनता ह विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परवतशत 36 परापत हआ 77 परवतशत वशकको का कहना ह वक शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम हई ह अतः पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 6 mdash विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क मधय साथिमाक सहसबध ह या नही यह दखन क वए वनयवमतता ि शवकक उपवध क परापताको क आधार पर एसपीएसएस क दारा सहसबध गराक की गरना की गई गरना स परापत आकड़ो को साररी 10 म दशामाया गया ह

साररी 10 स सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क विशरर स परापत r का मान 031 ह िो वक 001 साथिमाकता सतर पर मान 025 स अवधक ह इस परकार पररकलपना वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह सिीकत की िाती ह अतः विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध म साथिमाक सहसबध ह

सषारणी 10 mdash शियशमततषा ि िशकक उपलशि क मधय सहसबि गणषाक r कषा मषाि

करस िर कल सखयषा df r मषाि

r-सषारणी मषाि

005सारथकतासति पि

001 सारथकतासति पि

1 वनयवमतता 200 199031 019 025

2 शवकक उपवध 200 199

िोि अधययि स परषापत शिषकषथि इस शोध अधययन म शोधाथिथी दारा उदशयिार सि-वनवममात उपकररो एि वदतीयक आकड़ो क माधयम स िानकारी क सकन और साररीयन क उपरात उनका विरय-िसत विशरर एि सावखयकीय विवधयो क दारा विशरर वकया गया विसक उदशयिार वनषzwjकरमा इस परकार ह mdash

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51शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि का परभािवनःशलक एि अवनिायमा वशका क परािधान क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता की िा शोधाथिथी दारा सि-अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा की गई परापत आकड़ो का परवतशत वनकान पर पाया गया वक 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह 34 परवतशत विदाथिथी कभी-कभी विदाय आत ह और 30 परवतशत विदावथिमायो की उपवसथिवत मातर 20 परवतशत ही ह य ि विदाथिथी ह विनकी पाररिाररक वसथिवत zwjीक नही ह य विदाथिथी खती क काम म माता-वपता क साथि रहत ह या माता-वपता क मजदर होन पर ोर-भाई बहनो की दखभा करत ह तथिा क विदाथिथी ापरिाही या माता-वपता क धयान न वदए िान क कारर झzwj-बोकर विदाय नही िात ह इस परकार शोध की पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह असिीकत की िाती ह

इस शोध क उzwjतत वनषzwjकरमा की पवषzwjर फावससका (2008) क शोध स परापत वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक िब माता को काम की अवधक आिशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनक बचो म सक िान की परिवत कम होती िाती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता

बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह साथि ही इस शोध क वनषzwjकरमा की पवषzwjर शरीिासति (2012) क शोध स भी होती ह विसक वनषzwjकरमा म पाया गया वक परारवभक वशका को विदाथिथी का खतो म कायमा करना मजदरी करना पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद परभावित करत ह

ौतीस परवतशत विदाथिथी विदाय म कभी-कभी विदाय आत ह विदावथियो क साथि समह ामा म वनषzwjकरमा परापत हआ वक य ि विदाथिथी ह िो वक वनयवमत विदाय आन म रव नही त ह और विनह वशकको का वयिहार अचा नही गता ह तो क क अनसार िब ि विदाय आत ह तो वशकको दारा डारा िाता ह पढ़ाई म मन नही गता ह इस शोध क उzwjतत कायमा की पवषzwjर पाणडय (2015) क दारा वकए गए शोध कायमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

शवकक उपzwjवि पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि अविवनयम का परभािइस शोध म पाया गया वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत परररामो स वनषzwjकरमा परापत हआ वक 39 परवतशत विदाथिथी ही शवकक उपवध परीकर म उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका

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52 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

bull अड़सzwj परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवतया करत ह

bull उनताीस परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 ह

bull इzwjतयािन परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो वक अगजी क बड़ ि ोर अकर को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह

bull उनहार परवतशत विदाथिथी आसान शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह

bull बहार परवतशत विदाथिथी सॉरी और थिzwjतय िस शद भी नही वख पात ह

bull पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह

bull पपन परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन ह नही कर पात ह

bull सड़सzwj परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात हइस शोध वनषzwjकरमा की पवषzwjर खरि (2014) क

शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक शोध वनदानातमक ककाओ क अभाि म अगजी विरय क पररराम म कमी पाई िाती ह कमार (2014) क शोध वनषzwjकरमा म पाया गया वक अवधवनयम क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ इसका कारर यह हो सकता ह वक अवधवनयम क परािधान क अनसार विदावथिमायो को कका म रोकन और

वनषzwjकासन का वनरध ह अतः परीका परररामो म सधार हआ परत विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन हई ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि कका म िोकनल औि वनषकासन का वनषलि पराििान का परभाि इस शोध म पाया गया वक कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िा सकता इसवए ि विदाय नही आत ह तथिा पढ़ाई म रव भी नही त ह परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि शािीरिक दड औि मानवसक उतपीड़न का वनषलि पराििान का परभाि शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती असिीकत की िाती ह विदायो म विदाथिथी वनदानातमक ककाओ म उपवसथित ही नही होत ह विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि परीकाओ म भी ापरिाही करत ह विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह अथिामात अनशासनहीनता ह

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53शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता का शवकक उपzwjवि कल मधय सहसबि विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध ह अथिामात यवद विदाथिथी विदाय म वनयवमत विदाय िाता ह तो उसकी शवकक उपवध उच होगी इस शोध दारा परापत वनषzwjकरमा की पवषzwjर ॉस (2013) और अशमारी (2011) क शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो की उपवसथिवत दर का उनक सपरमा शाय उपवधयो पर गहरा परभाि पड़ता ह िो बच वनयवमत रप स वशकको का मागमादशमान परापत करत ह उनम अवधगम बहतर होता िाता ह

विदाzwjयो की वसरवत विदाय बचो क वए जान और मनोरिन का क रि होता ह विदावथिमायो का सपरमा िीिन विदाय स परभावित होता ह वशका का उदशय बचो को वनभमाय जानी सकम और समधि बनाना ह वकत विस तरह क विदाय भिनो म वशका दी िाती ह उसस जयादा कौश विकास की उममीद नही की िा सकती ह बचो क पढ़न क वए हर ककानसार कमर नही ह सको म वबिी साफ पयि का पखता इतजाम नही ह इस शोध अधययन स यह वनषzwjकरमा सामन आता ह वक इस अवधवनयम क ाग होन क ह सा बीतन क बाद भी विदायो म पयामापत ससाधन उपध नही हो पाए ह सपरीम कोरमा क बार-बार आदश दन क बाद भी सको म बाक ि बावका क वए पथिक शौाय तक नही ह और िहा पर पथिक शौाय ह िहा की सफाई नही होती ह सको म पसतकाय

की सविधा सरका हत बाउणडीिा ि गर की कमी ह क वमाकर बचो क वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 का ख आम उलघन हो रहा ह

िोि अधययि क िशकक शिशहतषा थिवनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम ितमामान समय म एक आशा की वकरर ह िो हमार विदावथिमायो क हमखी विकास और सिवरमाम भविषzwjय की नीि क रप म परसतत ह इसम बा-क वरित गवतविवधयो खोि आधाररत वशका ख -ख म वशका परीका क डर स दर भयमzwjतत िातािरर म वशका की बात परमख परािधानो म सवममत ह शासन ाह तो इस शोध अधययन क वनषzwjकरयो क अनसार िनवहत म नीवतगत वनरमाय वए िा सकत ह सममाननीय कायमा वसथिवत ि उवत ितन की वयिसथिा कर वशकको को परोतसावहत वकया िा सकता ह विसस वशकक खशी-खशी अपना कायमा कर

शोध अधययन क आधार पर जात हआ वक विदाय वशका क अवधकार अवधवनयम क परािधानो का वकस सतर तक पान कर रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर ि विदायो म वमतरो ि वशकको स वकस तरह समायोिन कर पा रह ह ि विदाय म वकतना वनयवमत उपवसथित हो रह ह तथिा इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इस शोध अधययन स नए तथय परकाश म आए ह इन तथयो पर आधाररत नीवतगत वनरमाय न और वरियानियन करन स हमार दश तथिा समाि का भविषzwjय उननत उजजि एि परभािकारी होगा

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54 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदभथि

अगिा वििय 2006 पढ़ो zwjिो ऐस पढ़ो इनरिा पववशग हाऊस भोपा मधय परदशआायमा ए 2013 कमपलसरी परषाइमरी एजकिन इन आधरपरदिmdashए पषाशलसी पीए डी शोध परबध आसाम

विशिविदाय असमआयमा पीक 2006 बचचो की परशzwjिभषा कस शनखषार मनोि पवकशस वदलीक रॉ 1969 कणzwjषा एव ददmdashअसषामषानषय मनोशवजषान मोतीा बनारसीदास वदली प107कमार अवन 2014 lsquoहररयारा परदश की होड तहसी क पराथिवमक विदायो पर वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका

का अवधकार अवधवनयम 2009 क परभाि का अधययनrsquo पीएडी शोध परबध बरकतउलाह विशिविदाय भोपा

कौ ोकश 2001 िशकक अनसिषान की कषाषयणपररषाली विकास पववशग हाउस पराव नयी वदलीकौवशक एसए 1977 शिकषा करम शवकषास वहदी गथि अकादमी ियपर रािसथिानकतरपा बीएस 2011 शनःिलक बषाल शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 एव शनषयम 2010 कतरपा पवकशन

इदौर मधय परदशखरि परदीप 2014 lsquoआवदिासी गामीर कतर की हाईसक म अगजी क पररराम का त नातमक अधययनrsquo एम एड घ

शोध परबध वशका महाविदाय खडिािॉन होलर 2002 बचच असफल कस होzwjि ह एकवय परकाशन भोपा मधय परदशपाडय और पाडय सिीि 2015 lsquoशासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क

काररो का त नातमक अधययनrsquo सषामषाशजक िोि षयोजनषा िॉलयम-2 प14पा एआर 2008 िशकक िोि मधयपरदश वहदी गथि अकादमी भोपाबघका वगिभाई 2001 मषाzwjिषा-शपzwjिषा स मारसरी बा वशकर सवमवतबघ रिािी और भपनरि वनगम 2009 िोि मथन ररसचण डषाzwjतषयमनटmdash2009 राजय वशका क रि भोपा प149मिमदार और रामौधरी 2011 lsquoअरडस इज िन ऑफ द मिर फzwjतरर फॉर अकडवमक परफॉमस ऑफ द सरडरस ऑफ

एीमटरी zwjतासस इशडषयन एजकिनल ररवषय िॉलयम-50 प47 एनसीईआररी नयी वदली

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शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथ एक शििचनषा

सनीता ससह

निःशलक एव अनिवारय बाल नशका का अनिकार अनिनिरम 2009 (आरटीईएकट 2009) क लाग होि क बाद पारनिक नशका का शनकक सतर कहा तक पहचा ह इस रथाथय को जािि क नलए इस शोि का चरि नकरा गरा था अनिनिरम क लाग होि क बाद निससदह बचचो क नलए साकर अनिकार सपनि मजबत बिि क रासत खल ह नकत नपछल सात दशको क बाद िी पारनिक नशका सावयिौनमकीकरण एव नरितम अनिगम सतर आिाररत शकनणक गणवता क लकर स काफी दर ह इस शोि अधररि हत शोनिका दारा उतर पदश राजर क पतापगढ़ और नमजायपर नजल क पाच पाथनमक एव उचच पाथनमक नवदालरो का चरि कर शोि अधररि नकरा गरा इस शोि अधररि म शोनिका दारा सवर चरनित नवदालरो का अवलोकि कर तथर एकनरित नकए गए इस शोि परि म नशका क अनिकार अनिनिरम स लािाननवत बालको का रथाथय पाथनमक नवदालर की शनकक गणवता का रथाथय पाथनमक नवदालरो की नगरती शकनणक गणवता क कारण नवदालर पबि सनमनत व नवदालर नवकास रोजिा का रथाथय निजी पड़ोसी नवदालरो का रथाथय निःशलक का रथाथय नवदालर दरी का रथाथय मलराकि (िो निटनशि पॉनलसी) पणाली का रथाथय तथा नशका क अनिकार कािि म वरापत नवरोिािास एव सशोिि की आवशरकता पर कछ सझावो स पररचर करारा गरा ह

सहारक आचारय राजीव गाधी दसषिणी पररसर बरकछा काशी सहद सवशवसवदालय मीराापर 231 001

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम स लषाभषाशित बषालको कषा यथषाथथसशषिा क असधकार कानन क दारा समाज का कौन-सा वगा सबस असधक लाभासवत ह इसक यथाथा को जानन क सलए परतापगढ़ जनपद क सदर बलाक क कछ गावो का चयन सवसभन जासत वगा की जनसखया बाहलयता क आधार पर सकया गया चयसनत गावो क पराथसमक व उचच पराथसमक सवदालयो का अवलोकन

आरटीईएकट 2009 म वसणात कछ सबदओ जसmdashसवदाथथी पजीकरण सखया सवदाथथी-सशषिक अनपात कषिो असतररकत कषिो की सखया सवदालय परबध ससमसत पयजल शौचालय (बालकबासलका) वयवसथा क असतररकत मधया भोजन कायाकरम का सकरयावयन सनःशलक पाठयपसतक यनीफॉमा सवतरण आसद को लकर सकया गया अवलोकन क दौरान नामासकत सवदासथायो क वगा सवशष को

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56 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

जानन का परयास सकया गया और चयसनत पराथसमक एव उचच पराथसमक सवदालयो क परधानाधयापको स पराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क कारणो को लकर सवसततत वाताा की गई तथा उनक दारा बताए गए कारण एव सझाव इस परकार ह

चयसनत परथम पराथसमक सवदालय बहलोलपर लोसहया गामmdashबहलोलपर जनपदmdashपरतापगढ़ म दो सहायक अधयापक व एक परधानाधयापक 80 छातो क सापषि सवारत थ सवदालय म सामाय जासत क दो तथा अय अनससचत जासत एव सपछड़ वगा क सवदाथथी थ सवदालय म एक शौचालय दो बाथरम व एक हडपप था एक असतररकत कषि सनसमात था परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता का कारण जानन पर उहोन कहा सक इन सवदालयो को मात गरीब मरदर शरसमक वगा क लोगो की मजबररयो न जीसवत रखा ह वतामान म सनयकत असधकाश अधयापक वासछत योगयता स उचच सशषिाधारी ह अतः बरोरगारी को दखत हए मजबरी म व नौकरी करत ह अतः सशषिक एव सवदाथथी दोनो को मजबरी खीचकर सवदालय म लाई ह ऐस म गणवता की आशा कस कर सकत ह पनः उनक दारा सवदालय म कम उपससथसत का कारण सवदासथयो का फसल कटाई घरल काययो मरदरी आसद म लग रहना बताया गया तथा एक कारण पराथसमक सवदालय क सशषिको का पराथसमक सशषिक सघ बनाकर नतासगरी करन और सशषिण असधगम म कम रसच रखन की परवतसत को भी बताया गया

उनका मानना था सक मधया भोजन कायाकरम क बहत स सकारातमक पषि ह परत इसक सकरयावयन म

सवदालय का एक सशषिक सबरी गस मसाला फल दध खरीदन तथा परसतसदन सखलान का सहसाब लगान म वयसत रहकर अधयापक वतसत स दर हो जाता ह और यह ससथसत सवदासथायो की एकागता को बासधत करती ह उहोन पयावषिण काया को सशषिा सवभाग क असतररकत अय सवभागो दारा करान और सरकारी पदो पर कायारत असभभावको क बचचो का परवश मात सरकारी पाठशालाओ म करान पर बल सदया उहोन सशषिको दारा सकए जान वाल गर-शषिसणक काययो को कम करवान पर भी बल सदया

चयसनत सदतीय सवदालय लोसहया गाम बहलोलपर का उचच पराथसमक सवदालय था जहा सवदाथथी पजीकत त सखया 35 पर तीन मसहला और तीन परष सशषिक सनयकत थ परष सशषिको म एक बससक सशषिा असधकारी (बीएसए) कायाालय व दो खडपरखड ससाधन क दर (बीआरसी) पर सलगन थ दो शौचालय (बालकबासलका) एक बाथरम व हडपप खराब ससथसत म था दो असतररकत कषि जजार ससथसत म थ परधानाधयासपका नसीम फासतमा जी न मायता परापत सनजी सवदालयो की मायता रदद करन पर रोर सदया व मधया भोजन कायाकरम क सचालन स परशान सदखी उनका कहना था सक कायाकरम दारा सरकार हमस चोरी करन को कहती ह और हम करत ह उहोन कहा सक सवदालय म कल नामासकत सवदाथथी पतीस ह सजनम स परसतसदन पचचीस ही आत ह यसद हम सवदासथायो की वासतसवक सखया रसजसटर पर चढ़ाए तो सवदालय बद हो जाएगा व सशषिक हटा सदए जाएग और कागर पर हम फसग अतः लगभग सभी पराथसमक सवदालयो म सखया बढ़ाकर भजी

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57शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

जाती ह मधया भोजन कायाकरम क सथान पर उहोन सवदासथायो क सनधााररत बक एकाउट म धन डालन का सझाव सदया उहोन कवल सरकारी सवदालय म पढ़ रह सवदासथायो एव उनक असभभावको को ही सरकारी योजनाओ की ससवधा सदए जान पर बल सदया परधानाधयासपका स लोसहया गाम होन क फायद पछन पर उहोन कहा सक सवदालय को कोई सवशष फायदा नही समला ह हा सड़क अवशय बन गई ह और परशाससनक असधकाररयो क औचक पयावषिण क डर स सशषिक सवदालय समय स आत-जात ह

सदतीय गाव सवकरमपर सवधानसभा षितndash सदरmdashपरतापगढ़ स दो पराथसमक सवदालय और एक उचच पराथसमक सवदालय का चयन सकया गया पराथसमक सवदालय सवकरमपर म एक परधानाधयापक एव कल चार सशषिक-सशसषिकाए सवदाथथी सखया साठ क सापषि सनयकत थ असधकाश सवदाथथी गरीबी रखा स नीच जीवनयापन करन वाल (बीपीएल) व अनससचत जनजासत वगा क थ पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा (सवकरमपर) म दो सशषिक एक सशसषिका एक परधानाधयासपका पजीकत त सवदाथथी सखया उतासलस क सापषि सवारत थ सवदालय म 20 स 25 सवदाथथी ही उपससथत समल उचच पराथसमक सवदालय सवकरमपर म कल चार सशसषिकाए नामासकत सवदाथथी सखया 31 क सापषि सवारत थी दोनो ही सवदालय सड़क सकनार थ अतः सशसषिकाओ की सखया सवदाथथी सखया क अनपात म असधक थी सवदालय म दो असतररकत कषि दो शौचालय व एक हडपप था असतररकत कषि म आगनवाड़ी क दर सचासलत था

पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा क परधानाधयापक क दारा मफत सशषिा पर असभभावको का कम भरोसा अगरी माधयम न होन सीध कषिा एक म सवदासथायो क परवश स सबसधत कारणो पर बल सदया गया उनका सझाव था सक यसद पराथसमक सवदालयो म अय सनजी सवदालयो की भासत पवा पराथसमक सवदालय (पल गप) सशषिा को भी जोड़ सदया जाए तो सरकारी सवदालयो की नामाकन एव शसषिक गणवता म वतसधि होगी उचच पराथसमक सवदालय की परधानाधयासपका और सशसषिकाओ न एक सवर म मधया भोजन कायाकरम को कवल कषिा एक स पाच तक लाग करन पर बल सदया वहा की एक सशसषिका न सझाव सदया सक सरकार को परतयक गाव म मधया भोजन योजना क दरो को राषzwjटीय खाद सरषिा असधसनयम 2013 क तहत खोल दना चासहए सजसस बचचो सक भोजन और सशषिा दोनो पराथसमक आवशयकताए गणवतापणा एव पारदशथी तरीक स पणा हो सक

तततीय गाव सजला मसजसzwjटट परतापगढ़ दारा चयसनत आदशा गाव बड़नपर चयसनत सकया गया जहा क पराथसमक सवदालय बड़नपर म नामासकत सवदाथथी सखया 63 पर छह अधयासपकाए कायारत थी सड़क सकनार सवदालय होन क कारण सशसषिकाओ की सखया बहत असधक थी सवदालय म चहार दीवारी चार शौचालय पयजल हत नल चार असतररकत कषि उतम बठक वयवसथा एव भौसतक ससाधन शयामपटट आसद उपलबध थ परधानाधयासपका स पछन पर सक आपक सवदालय म भौसतक ससाधन और सशसषिकाओ की कोई कमी नही सफर भी गाव

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क असधकाश सवदाथथी सनजी सवदालयो म कयो जात ह उहोन कहा हम भी बचचो को पढ़ाना चाहत ह मगर सजस असभभावक क पास फीस दन भर का पसा ह वह पराथसमक सवदालयो क माहौल को खराब मानकर अपन बचचो को यहा भजना अपमान समझत ह उनका मानना ह सक पसा दन पर ही सही सशषिा समलती ह नामासकत सवदासथायो म सभी अनससचत जासत-जनजासत वगा एव बीपीएल पररवार क थ परधानाधयासपका न सशषिको की सशषिण परसतबधिता म आई कमी को सशषिा की गणवता म सगरावट क सलए सजममदार बताया

चतथा गाव आसथाक रप स मधयम एव असधक जनसखया वाला गाम कमईपर चयसनत सकया गया पराथसमक सवदालय कमईपर म परभारी सहायक अधयासपका एक परसशषि-अधयापक एव एक सशषिासमत नामासकत सवदाथथी सखया 56 पर सवारत थ हडपप स गदा पानी सनकल रहा था दो शौचालय दो असतररकत कषि थ सवदासथायो क बठन हत चटाई थी सवदाथथी अनससचत जासत अनससचत जनजासत एव बीपीएल पररवारो स थ गामवाससयो का पराथसमक सवदालय क परसत दसषटकोण नकारातमक लगा व मानत ह सक 4 रपय 75 पस का परसत सवदाथथी भोजन व शलक सवहीन सशषिा गणवतापणा नही हो सकती सवदालय म कछ सवदाथथी नामासकत थ जो पराथसमक सवदालय म तो नामासकत थ परत सनजी सवदालयो म सशषिा गहण करत थ कारण पछन पर पता लगा सक य बालक कषिा पाच क बाद गामीण षित स नवोदय सवदालय की परवश परीषिा

म बठना चाहत ह अतः गामीणो की नकारातमकता कवल सरकारी पराथसमक सवदालयो स थी जबसक व नवोदय सवदालय और अय सरकारी सवदालयो को सममान की दसषट स दखत थ

पचम गाव मससलम बाहलय कटरा मदनीगज सवधानसभा षितmdashसदर जनपदmdashपरतापगढ़ स पराथसमक सवदालय कटरा म नामासकत सवदाथथी सखया 50 क सापषि चार सशषिक सवारत थ मससलम बाहलय होत हए भी मससलम सवदासथायो का अनपात कम था मससलम असभभावको को मदरसो पर असधक सवशवास था सवदालय म मससलम लड़सकया (बड़ी उमर 11ndash14 वषा) मात पाच थी व घरल काययो ससलाई एव साड़ी बनन म परायः वयसत रहती थी सवदालय म दो शौचालय (बालकबासलका) एक हडपप और दो असतररकत कषि थ बठक वयवसथा हत चटाई और दररया थी परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता क कारणो पर उपरोकत अय क भासत ही परकाश डाला गया

इस परकार लाभासवत बालको की दसषट स दख तो इस आरटीई एकट 2009 क लाग होन स अनससचत जासत-जनजासत गरीब बीपीएल काडा धारी एव कछ सपछड़ी जासत क बालक-बासलकाओ को सवाासधक लाभ हआ ह वही य सवदालय समावशी समाज की सकलपना स दर गरीबो क सवदालय क रप म सरसचत हए ह सपन एव अलपसखयक वगयो क सवदासथायो को इस एकट न कम आकसषात सकया ह अवलोकन स सवदालयो म चहारदीवारी एव खल क मदान की महती आवशयकता पररलसषित हई

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59शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

पषाथशमक शिदषालय की िशकक गणितषा कषा यथषाथथशसषिक गणवता बढ़ान क सदभा म सशषिा आयोग (1964ndash66) की ररपोटा म कहा गया ह सक ldquoसभी पराथसमक सवदालयो का यनतम सनधााररत सतर तक सधार करना परथम काया हrdquo सशषिा का असधकार असधसनयम म भी कोठारी आयोग क सझावो को सवीकार सकया गया ह सनससदह आरटीईएकट 2009 क लाग होन क बाद पराथसमक सशषिा म नामाकन 92 परसतशत (2005) स बढ़कर 96 परसतशत तक पहच चका ह परत ldquoअसरrdquo (सशषिा क सतर पर वासषाक ररपोटाmdash2014) की ररपोटा क अनसार गामीण भारत क आध बचच सामाय सतर स तीन कषिा सनचल सतर की शषिसणक गणवता रखत ह

यहा शषिसणक गणवता स तातपया बचचो की सहदी और अगरी भाषा की पसतक क पठन-पाठन गसणत की ससकरयाओ को हल करन एव लखन स सबसधत उपलसबधयो स ह शषिसणक गणवता का सशषिा का असधकार असधसनयम लाग होन क बाद क तलनातमक अधययन हत असर (गर-सरकारी सगठन) दारा सतmdash2008 2009 2010 और 2011 क अधययनरत सवदासथायो का करमशः अगली तीनो कषिाओ तक शसषिक उपलसबध का अधययन करन पर जात हआ ह सक सत 2008 क नामासकत सवदासथायो की शसषिक उपलसबध शष सत क सवदासथायो स अचछी थी सजला सतर की सशषिा हत सचना परणाली (डीआईएसई) की ररपोटा क अनसार कषिा दो क सवदासथायो को पढ़ना सलखना और 100 तक की सखयाओ की बनयादी ससकरयाए आनी चासहए

जबसक असर की ररपोटा क अनसार सत 2010 म 134 परसतशत 2012 म 248 परसतशत 2013 म 285 परसतशत 2014 म 325 परसतशत बचच अषिर नही पहचान पा रह थ सनषकषातः यह कहा जा सकता ह सक सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद अषिर न पहचान पान क करम म करमशः बढ़ोतरी हई ह गसणत की शषिसणक गणवता क सदभा म असर न कषिा 6 7 8 क सवदासथायो पर सकए गए सवव म पाया सक करमशः 322 परसतशत 378 परसतशत 442 परसतशत ही भाग ससकरयाओ म सषिम थ जबसक आठ वषथीय सकल सशषिण परणाली पणा करन क बाद 100 परसतशत सवदासथायो दारा भाग ससकरया हल कर लना यनतम सनधााररत मानदड क अतगात आता ह जबसक 50 परसतशत स भी कम सवदाथथी इस परापत कर पा रह ह अतः परशन यह ह सक कया य सवदाथथी अगली कषिाओ क सामाय गसणत ससकरयाओ को समझ सक ग

अगरी सवषय को पराथसमक सवदालयो म कषिा 1 स ही पढ़ाया जाता ह अतः अगरी शबदो वाकयो को पढ़न एव उनक अथा को समझन को लकर असर दारा सकए गए सवव स जात हआ सक कषिा 6 स 8 तक कवल 69 परसतशत बचच सकताब पढ़न म सषिम ह 20 परसतशत बचच अषिर पहचानत ह वही 14 परसतशत शबदो को पढ़ लत ह परत लब वाकय नही पढ़ पात ह 19 परसतशत वाकय पढ़त ह तो लब पाठ नही पढ़ पात ह इस परकार य आकड़ सगरती शषिसणक गणवता क यथाथा की सववचना करत ह डाइस (2013ndash14) की ररपोटा म कहा गया ह सक दश म कषिा 3 क आठ करोड़ बचच ह जो सरकारी

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सवदालयो म अधययनरत ह इनकी शसषिक गणवता पर ततकाल धयान दन की आवशयकता ह सजसस व बसनयादी षिमताओ को हाससल कर सक यदसप सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद कछ राजयो जसmdashमहाराषzwjट छतीसगढ़ पजाब आधरपरदश और कनााटक म पराथसमक सशषिा म सतोषजनक सधार भी आए ह (असर ररपोटा 2013ndash14)

पषाथशमक शिदषालयो की शगरती िकशणक गणितषा क कषारणपराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क सवसभन कारण ह सजनम स कछ सशषिक समदाय स कछ असभभावको स और कछ सरकार क ढलमल रवय तथा सशषिा का असधकार असधसनयम क कमरोर सकरयावयन पषि स जड़ ह अवलोकन क दौरान कछ महतवपणा कारण जात हए जसmdashपराथसमक उचच पराथसमक सवदालयो म सजममदार अनभवी परधानाधयापको का अभाव ह परायः सवदालय आपसी तालमल क दारा समतलय सहायक अधयापको क परभारी परधानाधयापक कायाभार गहण करन स चलता रहता ह अतः सवदालयो म अधयापक अनपससथसत की दर परायः बढ़ जाती ह दो सशषिकीय सवदालय एक सशषिक की अनपससथसत म एकल सवदालय म पररवसतात हो जाता ह उपससथत अधयापक सजगता स सवदालय खोलकर मधया भोजन को यथावत चलाकर पनः समय स सवदालय बद कर दता ह सवदालयो की शसषिक गणवता स सशषिक का कोई लना-दना नही होता ह सवदालयो म इस परकार

की खानापसता को राकन क सलए कशल अनभवी पररशरमी परधानाधयापक का होना आवशयक ह

पराथसमक सतर पर सजममदाररयो का सवक दरीकरण क दर स राजय राजय स सजला व सजला स खडपरखड ससाधन सतर एव याय पचायत ससाधन सतर और सथानीय सवदालय क परधानाधयापको सशषिको तक सकया गया ह इसक असतररकत परतयक सजल म सजला सशषिा परसशषिण ससथान भी शषिसणक गणवता सवधान म महतवपणा भसमका सनभाती ह परत य सभी पयावषिक सवा सशषिा असभयान मधया भोजन कायाकरम कसतरबा गाधी सवदालय सनःशलक पसतक सवतरण डस सवतरण भवन चहारदीवारी शौचालय असतररकत कषि सनमााण सवदालयो की रगाई-पताई सवसभन परकार क परसशषिण जनगणना मतगणना बथ सतर क असधकारी क रप म (बीएलओ) काया टीकाकरण आसदवासी जनजासत सवदालयो क सचालन आसद काययो म वयसत रहत ह अतः इन सभी योजनाओ क बीच शषिसणक गणवता का अहम काया परभासवत होता ह

अवलोकन क दौरान चचाा करन पर पता चला सक पराथसमक सतर पर कोई भी सथानीय नता अपन परभाव को सदखाकर अपन नरदीकी सशषिक नताओ को मनपसद सवदालय स सबधि करवा दत ह और बससक सशषिा असधकारी भी धन अजान की दसषट रखत हए सशषिको क मन मतासबक सथानातरण एव सबधिीकरण करत ह सजसस सवदाथथी-सशषिक अनपात सबगड़ता ह पररणामतः शसषिक गणवता परभासवत होती ह

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61शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

सशषिा क असधकार कानन क लाग होन क बाद सनससदह भवन एव असतररकत कषि सनमााण का काया बहत तीवरता स सकया गया ह इसक पीछ कारण ह सक सशषिको न सशषिण क सथान पर ठकदारी म अचछी रसच सदखाई ह कयोसक इसस कछ असतररकत धन कमाया जा सकता ह

शसषिक गणवता सगरन का एक और कारण उचच पराथसमक सवदालयो की पराथसमक सवदालयो क सापषि सखया म कमी होना ह उतर परदश राजय क परतापगढ़ सजल म परसत 108 सरकारी पराथसमक सवदालयो क सापषि 35 उचच पराथसमक शालाए ह माधयसमक एव उचचतर माधयसमक शालाओ (कषिा 9 स 12 तक) का अनपात यन ह परतापगढ़ सजल क सववषिण अनसार असधकाश गामीण सरकारी उचचतर माधयसमक शालाओ म गसणत एव सवजान सशषिको की कमी ह इस कारण गामीण सवदाथथी सवजान सवषय नही पढ़ पात ह तथा कोसचग की धारणा को बढ़ावा समलता ह इस परकार सरकारी योजनाओ और सशषिा क असधकार कानन का यथाथातः सकरयावयन नही हो रहा ह गणवता क आकड़ कागरो पर सदखाई दत ह ऐस म सरकार स उममीद ह सक वह दढ इचछाशसकत सदखात हए पराथसमक सशषिा म बढ़ रही घसखोरी को सनयसतत करन का परयास कर सजसस योजनाओ का सही एव धरातलीय सकरयावयन हो सक

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शिदषालय पबि सशमशत एि शिदषालय शिकषास योजनषा कषा यथषाथथ सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 म भाग 2 म सवदालय परबध ससमसत का गठन एव कतावय का

सववरण ह असर क आकड़ो क अनसार यह ससमसत सवदालयो म असभलख सवरप ह सजसम गाव क कछ लोग और असभभावको क नाम कल 15 की सखया म दजा सकए गए ह सवदालय परबध ससमसत (एसएमसी) बठक सवदालय म कम होती ह 743 परसतशत बठक जलाई-ससतमबर क बीच हई ह बठको म उपससथत सदसयो का परसतशत मात 13 ह सवदालय परबध ससमसत क सचालन का यथाथा जानन क सलए परतापगढ़ सजल क सदर बलॉक क सात पराथसमक सवदालयो को चयसनत कर वहा क सवदालय परबध ससमसत क सदसयो दारा सवसनसमात सवदालय परबध असधकार व जागरकता परशनावली को भरवाया गया आसानी स उपलबध 20 असभभावको का साषिातकार भी सलया गया इसस जात हआ सक 90 परसतशत सवदालय परबध ससमसत सदसयो असभभावको को इसक कतावय तथा असधकारो की जानकारी नही ह कवल 20 परसतशत जागरक असभभावको न सवदालय स जड़ी समसयाओ जसmdash चहारदीवारी सवचछ पयजल बठक वयवसथा आसद पर अपना सवचार सदया कछ असभभावको दारा बठक स सबसध त परशन पछन पर उहोन कहा सक जलाई माह म परवश करान आए थ तब मासटर साहब न हसताषिर करवाए थ परधानाधयासपका तथा अधयापको दारा सवदालय परबध ससमसत स सबसधत कोई भी जानकारी पवा म नही दी गई थी

इस परकार चाह सवदालय म परबध गाम सशषिा या अय और कोई नवीन ससम सत भी बन जाए जब तक उसक परसत जागरकता सतर एव उसक सकरयावयन पषि को मरबती स लाग नही सकया

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जाएगाmdashशसषिक गणवता म सधार सभव नही ह सवदालय सवकास योजना क यथाथा को जानन क सलए असर क आकड़ो का सहारा सलया गया ह असर (2013ndash14) की ररपोटा क अनसार लगभग 19 परसतशत सवदालयो न सवदालय सवकास योजना बनान की बात सवीकार की परत परतयषि परमाण नही सदखाए जबसक 423 परसतशत म सवदालयो म सवकास योजना का परतयषि परमाण उपलबध था वही 388 परसतशत सवदालयो म सवदालय सवकास योजना स सबसधत दसतावर सनसमात नही सकए गए थ इस परकार सशषिा का असधकार असधसनयम म वसणात सवदालय परबध ससमसत एव सवदालय सवकास योजना मात ससधिात बन कर रह गए ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शनजी पड़ोसी शिदषालयो कषा यथषाथथतलनातमक रप स भारत व अय दशो जसmdashजी-8 व कनाडा आसद दशो क पड़ोसी सवदालय सावाजसनक सकल परणाली को अधययन करन स जात हआ सक इन दशो म पड़ोसी सवदालय वह सवदालय ह सजसका अपना पड़ोसी होता ह और वहा की सरकार दारा इस पड़ोसी सवदालय षित क अतगात चाह सजस वगा (वसचत गरीब अमीर सासद सवधायक मरदर सकसान) का बालक हो वह उसी षित वाल सवदालय म सशषिा पान का हकदार होता ह उन सवदालयो की सजममदारी ह सक सबना छटाई जाच-सवाल क वह उन बालको को परवश द व मफत सशषिा द इस परकार वहा क पड़ोसी सवदालय यहा क पड़ोसी सनजी सवदालय की तलना म समावशी समाज क लकय को सावाजसनक

सकल परणाली क अतगात आसानी स परापत कर लत ह अतः सनयोजनकतााओ व सरकार को सशषिा क असधकार असधसनयम म सनसहत पड़ोसी सवदालय सपरतयय को वयापकता दकर सनजी सवदालयो को सनयसतत कर सरकारी सवदालयो की शसषिक दगासत को रोकन एव बढ़त बारारीकरण पर अकश लगान क सलए परसतबधि होना होगा

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शनःिलक कषा यथषाथथसशषिा क असधकार असधसनयम म वसणात सनःशलक का तातपया सनजी सवदालय टयशन फीस माफ करन क रप म लत ह वहा पढ़ रह 25 परसतशत वासछत वगा क बालको स अय मदो जसmdashपरीषिा पररवहन खलकद रडकरास सकाउसटग एव सवकास क नाम पर फीस ली जाती ह इस तरह परतयक तीसर माह य बचच 300ndash400 र तक सवदालय म फीस जमा करत ह जो सामायतया उनकी पहच स जयादा होता ह इस परकार असधसनयम म वसणात सनःशलक की अवधारणा को वयापक बनात हए मफत सशषिा दन की आवशयकता ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शिदषालय दरी कषा यथषाथथ एि सझषािकछ राजयो जसmdashसदलली उतर परदश तसमलनाड पजाब इतयासद म बालको को बस या अय पररवहन साधन स करमशः 125 सकमी 5 सकमी 7 सकमी 75 सकमी की दरी सवदालय पहचन म तय करनी पड़ती ह वही असधसनयम क भाग 4 क छठव सबद म सवदालय दरी पराथसमक व उचच पराथासमक सवदालयो क सदभा म करमशः 1 व 3 सकलोमीटर तय की गई ह असधसनयम क लाग होन क परारसभक

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63शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

दशक म इस मानक को परापत करना कसठन ह अतः उचच पराथसमक सवदालयो को पररवहन वयवसथा दकर सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) तथा सवषयवार सशषिण-असधगम की आवशयकता नामाकन दर एव शसषिक गणवता को आसानी स बढ़ाया जा सकता ह इसक असतररकत नवीन सवदालयो की सथापना स पवा सवदालय क सथान की जाच की महती आवशयकता ह

शिदषालय सरचनषा स सबशित सझषािसनजी सवदालयो की सवदालयी सरचना इस परकार की होती ह सक कषिा 1 स 8 या 12 तक क सवदाथथी एक ही सवदालय म अधययन करत ह पररणामसवरप सवदासथायो का सवदालयो क अधयापको व अय सवदासथायो स सबध मरबत होता ह जबसक सरकारी सवदालयो म नामासकत सवदाथथी को 1 स 12 तक की सशषिा परी करन म लगभग तीन सवदालयो म परवश लना होता ह पररणामतः सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) सभावना बढ़ जाती ह अतः भसवषय म उचच पराथसमक एव पराथसमक सतर तक क सवदालयो को एक चहारदीवारी क अदर सरसचत करन की आवशयकता ह सजसस अनभवी परधानाधयापको सशषिको एव पयजल की वयवसथा की कमी स सनपटा जा सक

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित मलयषाकन (नो शिटिन पॉशलसी) पणषाली कषा यथषाथथ एि सझषािभारतीय परपरागत सशषिा परणाली बालको की परीषिा जाच-परख मलयाकन परीषिा परणाली पर सनभार थी बदलत समय क साथ सतत एव समग मलयाकन गसडग परणाली को अपनाना सनसशचत

रप स सकरातमक कदम ह कयोसक इसस सवसथ परसतसपधाातमक वातावरण एव समग वयसकततव सनसमात होता ह परत सतत एव समग मलयाकन क तहत नो सडटशन पॉसलसी कषिा 1 स 8 तक सवदासथायो की बोडा की कोई परीषिा न लना (आरटीईएकट 2009 की धारा 30 (1) क अनसार) बोडा परीषिाओ का समापत करना सशषिको को नो सडटशन पॉसलसी क सदभा म परसशषिण न द पाना आसद कछ ऐस महतवपणा कारक ह जो सशषिा का असधकार असधसनयम क लाग होन क बाद-सगरती हई शषिसणक गणवता का कारण बन गए ह

शिकषा क अशिकषार कषानन म वयषापत शिरोिषाभषास एि सिोिन की आिशयकतषा1 सनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा असधकार

असधसनयम 2009 लाग होन क बाद सवसभन सवदान सशषिासवदो क मतमतातर को पढ़न और सनन क बाद कानन क परसत समझ सवकससत हो जान पर कछ सबदओ म सवरोधाभास पररलसषित होता ह जसmdashअसधसनयम की धारा चार म परवश की उमर क सबध म कहा गया ह सक सजन बालको न पढ़ाई छोड़ दी ह या पढ़ाई परी नही की ह यसद व 6 वषा की आय क ऊपर सवदालय म परवश लन आत ह तो उनको उनकी उमर अनसार कषिा म परवसशत सकया जाए सदतीय सवशष परसशषिण सदया जाए तततीय 14 वषा क बाद भी इह परारसभक सशषिा पणा करन का असधकार होगा शाला म परवसशत सकसी भी बालक को अनतीणा न करन का परावधान ह धारा 30 (1) म बोडा परीषिा स

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मसकत व धारा 30 (2) म परारसभक सशषिा पणा करन वाल बालको को सनधााररत रीसत क परमाण पत दन का परावधान ह इन सभी परावधानो को यसद एक ही शाला सजसम दो सशषिक दो बड़ी कषिा एव एक बरामदा ह उसम लाग सकया जाए तो बहकषिीय और बहसतरीय असधगम परणाली को लाग करन की आवशयकता होती ह जो वयावहाररक रप स ऐस सवदालयो म सभव ही नही ह इस परकार वसणात परावधानो को यसद लाग भी सकया जाए तो आरटीई एकट 2009 क शरआती वषयो म सशषिको की सजममदारी बढ़ जाती ह जसmdash परथमतः वह वासछत बचचो को सचसहत कर सवदालय लाए उह उमर अनसार कषिा म परवश द सवशष परसशषिण द परत इन सब क दौरान वह उह अनशासनहीनता पर दसडत नही कर सकता ह न फल कर सकता ह अतः जहा सशषिक की सवायता पर सनयतण ह वही उस पर असतररकत सशषिण बोझ भी सदखाई दता ह

2 सशषिा क असधकार असधसनयम का सामासजक आधार समावशी समाज को सनसमात करना ह परत असधसनयम म वसणात कई सनयम सवसभन सवदालयो जसmdashसरकारी अनदान परापत सवशष शरणी सकल अनदान न पान वाल सनजी सकलो पर समान रप स लाग नही होत ह तदपरात शसषिक भदभाव एव सवषमता उतपन होती ह परायः धनाडय लोगो क बचचो क परवश हत चयसनत सवदालय को वतामान समय म एक परसतषठा का सवषय मानत ह व नही चाहत सक

जहा उनकी बाई चपरासी डाइवर का बचचा पढ़ वहा उनका बचचा भी अधययनरत हो इसी पररपरकय म यथााथ ससथसत को जानन क सलए डीएलएड परथम वषा क सवदाथथी-सशषिको क 14 सदवसीय इटनासशप क दौरान समराापर शहर क राजकीय इटर कॉलज बीएलज इटर कॉलज आया कया इटर कॉलज शरी माता परसाद माता भीख इटर कॉलज क कषिा 6 7 8 क सवदासथायो का सामासजक-आसथाक आधार जानन स जात हआ सक उपरोकत सभी सवदालयो क 80 परसतशत सवदासथायो क सपता सकसान मरदर दरथी मोची ठला लगान पचर जोड़न का काया करत ह य सभी सवदाथथी बीपीएल पररवारो स थ अवलोकन दारा यह भी पररलसषित हआ सक सरकारी सवदालायो म पढ़ान वाल सशषिक परधानाचाया या चपरासी का भी बचचा उस सवदालय म नही पढ़ता था असर क आकड़ो म भी असधसनयम क लाग होन क बाद उतर परदश राजय म सनजी सवदालयो म सवदाथथी नामाकन बढ़न क तथय सदए गए ह उदाहरणतया 2006 म जहा 322 परसतशत सवदाथथी नामासकत थ वही 2014 म यह परसतशत 458 ह

असधसनयम म 6 स 14 वषा आय को सनधााररत सकया गया ह जबसक सयकत राषzwjट बाल असधकार सममलन को आधार मानत हए 18 वषा को बालय उमर क मानक क रप म सवीकार सकया गया ह भारतीय ससवधान क अनचछद 45 एव नीसत सनदवशक ससधिातो म

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65शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

भी 0ndash6 आय वगा को जोड़ा गया ह सववोचच यायालय क 1993 उनीकत षणन फसल न भी इस पषट सकया ह अतः पराथसमक सशषिा को पवा पराथसमक सशषिा एव उचच पराथसमक को माधयसमक सशषिा म सयोसजत करत हए उमर पररसध को बढ़ान की महती आवशयकता ह

3 सशषिा क असधकार कानन म शाला सशषिण सवसध सीखन का मलयाकन सभी की सधिासतक वयाखया की गई ह परत इसक वयावहाररक सकरयावयन म अतराल सदखाई दता ह जस कषिा 1 स 5 तक एकल सशषिक सवदालय म सीखना-ससखाना गसतसवसध अवषण सवसध आसद स कर पाना मात पररकलपना ह

4 सशषिा क असधकार असधसनयम म सशषिको की यनतम अहाताओ को सशसथलीकरण करत हए 23 (2)व सबद पर पाच वषा की अवसध क भीतर यनतम अहाताए असजात करन क सलए अधयापक सशषिण ससवधा उपलबध करन की बात कही गई ह सवसभन राजय सरकारो दारा परा सशषिक सशषिाकमथी ससवदा सशषिक अनदशक आसद को सजला सतर पर सनयसकत दी जाती ह सजसस सशषिक पद की जवाबदही घट गई ह वतामान समय म उतर परदश म सशषिा समतो की सथायीकरण एव उनकी शसषिक योगयता का मददा यायालय म लसब त भी ह राजय सरकारो दारा सशषिक पातता परीषिा (टट) जसी परीषिा को पास करन का सनयम एक सधारातमक कदम ह सफर भी पारदसशाता और उचच सशषिक परसशषिणो की आवशयकता ह इसक सलए सजला

सशषिा-परसशषिण ससथानो म सशषिक-परसशषिको की तवररत सनयसकत की आवशयकता ह

5 सशषिा का असधकार असधसनयम क अधयाय 5 की धारा 29 (1) व (2) क अकादसमक परासधकारी उपधारा (1) म उललसखत पाठयचयाा और मलयाकन क सनमााण म वसणात कछ सबद जसmdashसशषिा स बालक का सवाागीण सवकास बालक की जान षिमताओ परसतभा का सपणा सवकास तथा शारीररक एव मानससक षिमताओ का सपणा सवकास कवल लाइनो को बढ़ाना ह य दोहराव सशषिा का असधकार असधसनयम क परसत समझ व सपषटता को कम करत ह

6 सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 क सफल सकरयावयन हत अफसरशाही सनयतणो को परसतसथासपत कर समान गणवतापरक सकल पधिसत को लाग करन की आवशयकता ह जो सनससदह दषपरापय तो ह परत सभव नही ह इसस सवततता क असधकार का हनन तो होगा सकत समानता और समावशी समाज की सकलपना सच हो सकगी इसस सवततता क नाम पर बढ़त कोसचग ससथानो सवदालयी सशषिा क वयावसायीकरण पर अकश भी लगगा इसका फायदा उचच सशषिा क पररपरकय म होगा कयोसक यसद सभी सवदालयो म समान पाठयकरम समान वातावरण समान माधयम लाग होगा तो उचच सशषिा की परवश परीषिाए सवतः ही अतग यहण षिमता की जाच पर आधाररत होगी न सक जान की माता को जाचन वाली ऐसी पररससथसतयो म सवदासथायो का सवाागीण सवकास सभव हो पाएगा

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सदभथ

असर 2014 एिअल सटटस ऑफ एजकशिल ररपोटय असर नयी सदललीकमार कत षण 2009 सशषिा का असधकार कानन (इटरवय) नशका नवमशय नवबर-सदसबर सवशषाक पत 17ndash16 जयपरजन पकज एस और रवीदर एच ढोलसकया 2009 सशषिा क असधकार सवधयक को अमल म लान की सभावयता या

वयवहायाता इकॉिोनमक एि पॉनलनटकल वीकली भाग 11 अक-25 जन पत 38ndash43 मबईडाइस 2013 सकल एजकशन इन इसडयाndashररपोटा यपा नयी सदललीधनकर रोसहत 2014 सशषिा दशान रररत और अथा नशका नवमशय सवशषाक मई-जन पत 24ndash29 जयपरभारत का राजपत lsquoसनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा का असधकार असधसनयम 2009rsquo सखया-39 अगसत 27 2009

भारत सरकार नयी सदललीरना सवनोद 2009 सशषिा का असधकार कानन कोठारी आयोग क समान सकल क ससधिात स तलना नशका नवमशय नवबर-

सदसबर सवशषाक पत 8ndash16 जयपरसदगोपाल असनल 2009 सशषिा का असधकार काननmdash नव उदारवाद का नया चहरा नशका नवमशय नवबर-सदसबर

सवशषाक पत 49ndash61 जयपरसारगपासण एम पदा 2009 कम लागत की सनजी सकल सशषिा गणवता वयावहाररकता और वाछनीयता नशका नवमशय

नवबर-सदसबर सवशषाक पत 40ndash43 जयपरwwwdisein

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गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदात थियो क सिितर रप स सीखन क अिसिो का अधययन

सरिता बोबडमधलिका वमामा

भारत का भविषय ककाओ म विवममित होता ह विसम सिततर रप स विकण अविगम क अिसर वमलत ह राषटरीय पाठयचयामि की रपरखाmdash2005 की अििसा और विःिलक एि अवििायमि बाल विका का अविकार अविवियम 2009 क अिरप गवतविवि (एबरीएल) आिाररत अविगम कायमिकरम आरभ वकया गया था यह िोि अधययि सिवकणातमक था इसम इदौर विल क गवतविवि आिाररत अविगम दारा विकण पापत कर रह विदावथमियो म सिततर रप स सरीखि क अिसरो का अधययि वकया गया उपकरण क रप म अिलोकि मापिरी का उपयोग वकया गया विसम गवतविवि आिाररत अविगम सामगरी स सबवित 12 कथि बिाए गए थ नयादिमि म इदौर विल क सरकाररी विदालयो म चल रह गवतविवि आिाररत विकण क अतगमित अधययि करिा रह विदालयो क कका पाचिी क विदावथमियो एि विकको को वलया गया अधययि स पापत पदतो का विशलषण पवतिताक विवि स वकया गया विसम विदावथमियो ि गवतविवि आिाररत अविगम क विवभनि लोगो (वचहिो) क उपयोग पर 1250 पवतित ि हा पर एि 8750 पवतित िही विकलप पर सहमवत दरी डरॉप बरॉकस का उपयोग िाल कथि पर 8150 पवतित ि हा पर एि 1850 पवतित ि िही विकलप पर सहमवत दरी वकट सामगरी का उपयोग पर 86 पवतित ि हा विकलप पर एि 14 पवतित ि िही पर सहमवत दरी गवतविवि क दौराि सिततरता पर 82 पवतित बचचो ि सहमवत वयकत की विकक सहयोग पर 8550 पवतित ि सहमवत दरी माइलसटोि का उपयोग करि की सिततरता पर 8650 पवतित तथा कका म बात करि की सिततरता पर 93 पवतित ि सहमवत िताई इस पकार गवतविवि आिाररत अविगम पर औसति 64 पवतित विदावथमियो ि सहमवत वयकत की एि 36 पवतित ि असहमवत वयकत की अतः विदावथमियो क सिततर रप स सरीखि क अिसरो क सदभमि म गवतविवि आिाररत विकण पभािरी पाया गया

पीएचडी िोिाथथी लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001 िररषठ वयाखयाता लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001

परसिािनाभाित का भलवषय तथा भागय कका म लनलममात िोता ि इसलिए लिकण अलधगम परलरिया एक मखय लबद ि इसक लिए लिकक दािा सतत रप स परयास लकए

जा िि ि लक लिकण अलधगम परलरिया को सधािा जा सक (कोठािी आयोग 1966) परािलभक लिका क िोक-वयापीकिण ित सवमा लिका अलभयान को आग बढात िए सबकी अपका ि लक परतयक बचच को

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सीखन क बिति अवसि औि परिलथलतया उपिबध िो अनक कािणो स परािलभक ककाओ म दो या तीन लिकक कायमाित ि औि उनि एक साथ एक िी समय म दो या दो स अलधक ककाओ का सचािन किना पड ििा ि अतः एक साथ इन ककाओ का सचािन किना अतयत चनौतीपणमा ि लजसका उलचत समाधान किना िमािी आवशयकता बन गई ि अतः लनःिलक एव अलनवायमा बाि लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो म भी पराथलमक ककाओ म 30 बचचो पि एक लिकक का परावधान लकया गया ि

िाषटीय पाठयचयामा की रपिखा mdash 2005 की अनसिा क अनरप मधय परदि म सन 2008ndash09 म गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम का आिभ लकया गया था लवगत पाच वरषो क ककागत अनभवो लिकको बचचो पािको लिकालवदो िोध लनषकरषो स परापत सझावो एव बचचो क लनःिलक एव अलनवायमा लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो क परिपरकय म परचलित गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम की समीका किना आवशयक परतीत िो गया था बचचो को गलतलवलध आधारित लिकण क साथ मानलसक तनाविलित सतत एव समगर मलयाकन उपिबध किाया जाए यि सभावनाए क वि गलतलवलध आधारित अलधगम म सलनलशचत की जा सकती ि इस अवलध म लिकक साथी बचचो को रलचपणमा व िोचक तिीक स गलतलवलध आधारित लिकण किा सक ग कयोलक छोटी ककाओ म अधययनित बचचो क सीखन का ति उनक सीखन की गलत औि सीखन की कमता म भी वयापक अति िोता ि अथामात िम कि सकत

ि लक पथक-पथक लवरय म परतयक बचच की सीखन की गलत औि कमता भी पथक-पथक िोती ि

भाित म गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सात िाजयो पलशचम बगाि ओलडिा िाजथान लबिाि गजिात छतीसगढ औि मधय परदि म सचालित िो ििा ि मधय परदि क इदौि लजि म यि 40 लवदाियो म चि ििा ि लजसम इदौि गरामीण कतर म 20 लवदािय एव इदौि ििि म 20 लवदािय िालमि ि

गतितिति आिारिि अतिगम तिकषण गलतलवलध दािा लिकण म लवदाथथी पणमा रप स सलरिय िोता ि साथ िी उसम उसकी अलधकालधक इलरियो का परयोग िोता ि लजसस वि अलधक सीखता ि औि जान थायी िो जाता ि गलतलवलध उसक जान को वयाविारिक जीवन स जोडती ि इसस एक तिफ तो लवदाथथी म उस लवरय क परलत नीिसता समापत िो जाती ि विी दसिी ओि उसकी तकमा िलकत का लवकास िोता ि उसकी लरियािीिता एव सिभालगता बढ जाती ि इन सबका परभाव उसकी अलधगम कमता पि पडता ि लजसस उसकी अलधगम कमता का ति बढ जाता ि

गलतलवलध आधारित लिकण का मखय उदशय सभी गणो स सपनन आदिमा मनषय का लनमामाण किना ि कयोलक गलतलवलधयो दािा लिकण किन स लवदालथमायो का सवाागीण लवकास िो सकता ि

गतितिति तिकषण की परिभाषाएडोलफ फ िि (1963) क िबदो म ldquoलरियािीि लिकण बािक की वातलवक परकलत की सभी सववोतम बातो का लवकास किन का परयास किता

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69गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

ि इसकी परिभारा कायमारिम लिकण लवलध स लनलशचत निी की जा सकती इसम गलतलििता परिवतमानीय िrdquo

गलतलवलध लिकण म ज सी मोिीसन (1996) का नाम भी परलसदध ि इनक अनसाि ldquoइस लिकण कायमारिम म बित स कायमा लकए जात ि लजसस लक पाठयरिम म लवलभनन गलतलवलधयो को समालित लकया जा सक इसम बािक िोध औि िाव-भाव की गलतलवलधयो म तथा अपन कायमा कतर म अपनी परलतलदन की गलतलवलधयो की योजना बनान म काम िता िrdquo

गतितिति आिारिि अतिगम क घटकगलतलवलध आधारित लिकण कायमारिम म बचचो को वततर रप स सीखन पि मितव लदया गया ि इसलिए इस कायमारिम म सीखन क उदशयो की परालपत क सभी ततवो को एक-दसि स कलडयो क रप म जडना आवशयक ि तथा इनकी सामगरी क उपयोग को भी इतना आसान बनाना जरिी ि लक बचच वय इनका उपयोग किना सीख सक इस कायमारिम म सभी घटको को छोट-छोट मोलतयो की मािा क रप म लपिोया गया ि गलतलवलध आधारित लिकण म बचचा सीखन की परलरिया म रिमबदध रप स आग बढता जाता ि

गतितिति आिारिि अतिगम क घटको क जडन की परतरिया

bull माइलसटटोन mdash गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम म सीखन क उदशयो को पाठयरिम क अनसाि रिमबदध रप स कई चिणो म बाटा गया ि एव परतयक चिण को माइिटोन किा गया ि इसम बचच अनक िोचक औि आनददायी गलतलवलधयो स सीखत िए रिमबदध रप स आग बढत ि

bull लटोगटो (तिहन)mdashपरतयक माइिटोन म लकसी एक लवरय-वत को सीखन क लिए कई अिग-अिग गलतलवलधया दी गई ि िि एक गलतलवलध को लकसी एक परतीक लचिन स दिामाया गया ि परतीक लचिन को िोगो किा गया ि lsquoिोगोrsquo यानी सक त लचिन परिवकीय वतओ पि आधारित ि औि बचच उनस परिलचत िित ि

bull सीखन की सीढ़ी mdash माइिटोन औि िोगो को रिमबदध रप स बढत रिम म वयवलथत लकया गया ि लजस सीखन की सीढी नाम लदया ि यि सीढी बचचो को रिमवाि गलतलवलधयो स सीखन क लिए लनददलित किती ि िोगो को दखकि बचचो क मन म अलधक तथयो को वय किक सीखन की इचछा बिवती िोती ि

bull डरॉप बरॉकस mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम क अतगमात बचचो को परोतसालित लकए जान क लिए कई गलतलवलधया दी गई ि परलतलदन लवदािय म िोन वािी गलतलवलधयो क साथ-साथ अपन घि परिवाि औि समाज क बीच घटनाओ या समिण क बाि म अपन लवचाि अपनी बात अपन सझाव लिखकि डरॉप बरॉकस म डाि सकत ि इस बरॉकस म बचच उपकाओ औि समयाओ को भी लिखकि डाि सकत ि

bull तकट सामगी mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम म गलतलवलधयो पि आधारित सामगरी को गलतलवलध आधारित अलधगम लकट क रप म पराथलमक लवदाियो को उपिबध किाया गया ि लजसम इस सामगरी को िखा गया ि

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जसmdash काडमास लिकण अलधगम सामगरी िोगो टीकि समि िोगो सीखन की सीढी अभयास पलतका गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण लिकक मागमादलिका पोटसमा आलद

िटोि का उदशयगलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसिो का अधययन किना

िटोि की परिकलपनागलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसि परापत िए िोग

नयादिथि इस िोध अधययन का परकाि सवदकणातमक था इस िोध कायमा म नयादिमा क रप म इदौि लजि क सिकािी लवदाियो म चि िि गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण क अतगमात अधययन किवा िि लवदाियो क कका पाचवी क लवदालथमायो तथा लिकको को लिया गया लजसम 10 लवदािय गरामीण एव 10 लवदािय िििी थ लवदालथमायो एव लिकको का सामालजक-आलथमाक ति समान था औि य सभी लनमन एव मधयमवगथीय परिवािो स सबलधत थ लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध दािा लकया गया गलतलवलध का माधयम लिदी भारा था

उपकिणइस िोध अधययन म लजन आलरित चिो का आकिन लकया गया उसम गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम की परभाविीिता क अधययन

ित वततर सीखन क अवसि अविोकन मापनी लनलममात की गई अविोकन मापनी म गलतलवलध आधारित अलधगम सामगरी स सबलधत 12 कथन थ जो लक लवदालथमायो क पाठयरिम स सबलधत थ इस अविोकन मापनी को लवदालथमायो दािा भिवाया गया इसम कोई समय सीमा निी दी गई थी एव उति एक िाइन म लिया गया

परदतत सकलन तितिइस िोध अधययन ित नयादिमा क रप म इदौि लजि क गलतलवलध आधारित अलधगम लवलध दािा सचालित िासकीय पराथलमक लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध स लकया गया

नयादिमा क रप म 20 लवदाियो का चयन लकया गया लजसम स 10 िििी एव 10 गरामीण गलतलवलध आधारित लवदािय थ नयादिमा म लवदािय क कका पाचवी क समत लवदालथमायो एव लिकको को लिया गया नयादिमा क लिए गलतलवलध का माधयम लिदी िखा गया िोध उपकिणो की सिायता स परदत एकलतरत लकए गए कायमा योजना का अनसिण कित िोधाथथी दािा वय लवदािय जाकि अविोकन लकया गया लजसम माइिटोन िोगो सीखन की सीढी डरॉप बरॉकस का अविोकन लकया गया

सातयकीय िकनीकइस िोध अधययन म परदतो का लवशिरण परलतिताक लवलध दािा लकया गया

परिणामो की तिििनाइस िोध अधययन म गलतलवलध आधारित लिकण की ककाओ क लवदालथमायो को सीखन क वततर

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71गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

अवसिो की मापनी दी गई मापनी स परापत परदतो का परिणाम एव लवशिरण सािणी 1 क अनसाि लदया गया िपरम कनmdashldquoसीढी क लकतन पद वय बनाए िrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी अतः किा जा सकता ि लक लवदालथमायो न ldquoसीढीrdquo क पद वय निी बनाएतदिीय कनmdashldquoिोगो का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा पि अपनी सिमलत

सािणी 1mdashतिदात थियो म सीखन क सिितर अिसि अिलटोकन मापनी स परापि परिणाम

करमाक कनपरतििि

हा नही1 सीढी क लकतन पद वय बनाए ि 1250 8750

2 िोगो (लचिन) का उपयोग लकस परकाि लकया गया 1250 8750

3 डरॉप बरॉकस का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8150 1850

4 लकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8600 1400

5 गलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गई 8200 1800

6 आपको वततर रप स सीखन क लकतन अवसि लमित ि 8150 1850

7 कया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात ि 8550 1450

8 कया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता ि 8750 1250

9 कया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती ि 3100 6900

10कया आपको अपनी इचछा क अनसाि माइिटोन स अभयास किन की वततरता ि

8650 1350

11कया आपको अपनी रलच क अनसाि (िोगो) का उपयोग किक पढन की वततरता ि

700 9300

12 कया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता ि 9600 400

दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो न ldquoिोगोrdquo गलतलवलध का कम उपयोग लकयाििीय कनmdashldquoडरॉप बाकस का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8150 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो दािा ldquoडरॉप बरॉकसrdquo का उपयोग लकया गयािि थि कनmdashldquoलकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन पि 86 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 14 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः

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72 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

गलतलवलध आधारित अलधगम म लकट सामगरी का उपयोग लकया जाता ि जो लक गलतलवलध लिकण म सिायक सामगरी िपिम कनmdashldquoगलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गईrdquo इस कथन पि 82 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 18 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो को गलतलवलधयो की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो क अलधगम म वलदध िोती िछठा कनmdashldquoआपको वततर रप स सीखन क लकतन वततर अवसि लमित िrdquo इस कथन पि 8150 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को सीखन क अलधक-स-अलधक अवसि परदान लकए जात ि लजसस लवदालथमायो म लिकण क परलत रलच बढती ि अतः यि परभावी लिकण िसाििा कनmdashldquoकया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात िrdquo इस कथन म 8550 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1450 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लवकलप लिकण म लिकक सभी लवदालथमायो की मदद कित िआठिा कनmdashldquoकया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता िrdquo इस कथन पि 8750 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न निी

लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लिकण कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि िर िो जाता िनौिा कनmdashldquoकया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती िrdquo इस कथन पि 69 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी एव 31 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप चना अतः गलतलवलध अलधगम म ldquoलकट सामगरीrdquo लवदालथमायो को अपन पास निी िखन दी जातीदसिा कनmdashldquoकया आपको अपनी इचछानसाि lsquoमाइिटोनrsquo स अभयास की वततरता िrdquo इस कथन पि 8650 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1350 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः किा जा सकता ि लक गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी इचछानसाि माइिटोन स अभयास की वततरता दी जाती िगयािहिा कनmdashldquoकया आपको अपनी रलच क अनसाि िोगो का उपयोग किक पढन की वततरता िrdquo इस कथन म 93 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना एव 07 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप को चना अतः गलतलवलध आधारित लिकण म लवदालथमायो को अपनी रलच क अनसाि ldquoिोगोrdquo का उपयोग किक पढन की वततरता परदान निी की गईबािहिा कनmdashldquoकया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता िrdquo इस कथन म 96 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप का चयन लकया एव 4 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी

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73गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

बात किन की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो म अपनी बातो को किन की कमता बढती ि अतः यि परभावी ि

गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण की परभाविीिता का अधययन लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म लकया गया ि लवदालथमायो म सीखन क वततर अवसि अविोकन मापनी क आधाि पि अधययन लकया गया गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि परिणाम परापत िए लजसम िा का परलतित 6496 परलतित पाया गया एव निी का परलतित 3504 परलतित पाया गया अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सीखन क वततर अवसिो क सदभमा म लवदालथमायो क लिए परभावी पाया गया अथामात लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि किा जा सकता ि लक लवदालथमायो को सीखन क वततर अवसि परापत िए अतः िोध अधययन की परिकलपना सतय सालबत िोती ि

तनषकषथि bull लवदालथमायो क सीखन क वततर अवसि म

ldquoिोगोrdquo एव ldquoमाइिटोनrdquo का कम उपयोग लकया गया अतः लवदालथमायो को िोगो एव माइिटोन उपयोग की जानकािी कम थी

bull लवदालथमायो न डरॉप बरॉकस एव लकट सामगरी का गलतलवलध क दौिान वततर रप स सीखन म अचछा उपयोग लकया

bull गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी बात किन की पणमा वततरता एव इचछानसाि माइिटोन का उपयोग किक सीखन की वततरता भी ििती ि

bull गलत लव लध आधारित अलध गम लि कण म समि म गलतलवलध क दौिान समय परबधन एव समि बनान म समया आती ि

ितकषक तनतहिा थि लिका क कतर म कायमा किन वाि समत वयलकतयो क लिए वतमामान िोध का मितवपणमा उपयोग ि इस िोध स परापत परिणामो का उपयोग कि पाठयप तक िखक लिकक लवदाथथी औि िोधाथथी मागमादिमान ि सकत ितिकषकmdashअगि लिकक गलतलवलध आधारित लिकण कायमा कित ि तो व अपन लवरय म अलधक स अलधक अलधगम उदशयो को परापत कि सकत ि तिदाथीmdashलवदाथथी लकसी कलठन परकिण को गलतलवलध आधारित अलधगम क माधयम स सििता स समझ सकत ि िटोिाथीmdashिोधाथथी इस िोध अधययन क आधाि पि अलधगमकतामा की आवशयकता को धयान म िखकि लवलभनन लवरयो क लवलभनन परकिणो की गलतलवलधयो का लवकास कि सकत ि

सदभथि कापस वरामा 2012 कका सातवी क गलणत लवरय ित गलतलवलध लिकण का लवदालथमायो की िकलणक उपिलबध एव

लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

गपत िाम बाब 1995 भारतरीय विका और उसकी समसयाएmdashमदावलयर कमरीिि ितन परकािन मलदि आगिा उति परदि

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74 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

जिा तबसम 1993 पवमा-पराथलमक लिकक परलिकण ति पि लरिया आधारित अनदिन की परभालवता का अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

जन िलिकिा औि पलणमामा पलडत 2014 पराथलमक िािा क गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम लजिा लिका एव परलिकण सथान बीजिपि इदौि मधय परदि

झािानी एम 2014 मधय पदि गवतविवि आिाररत अविगम कायमिकरमmdashविकक मागमिदविमिका िाजय लिका क रि भोपाि मधय परदि

बच एमबी 1983ndash1988 फाथमि सिव ऑफ एिकििल ररसचमि वरॉलयम 2 एनसीईआिटी नयी लदलिीभािदाज एस औि एम कटािा 2005 एलकटलवटी बड टीलचग िलनाग टटजीस इन िाजमा किासरमस साइको वलविवसटक

असोवसएिि ऑफ इविया वरॉलयम 1 प 70ndash76िाषटीय िलकक अनसधान औि परलिकण परिरद 2005 िाषटीय पाठयचयामा की रपिखाmdash2005 एनसीईआिटी

नयी लदलिीिलिथा एमएस 1981 इफ लकटवनस ऑफ ए टटजी ऑफ टलनग फरॉि इटीगरलटग टीलचग लकलस ऑन टीलचग कपीटस

ऑफ टडट टीचसमा लडपाटमामट ऑफ परॉट-गरजएट टडीज एड रिसचमा इन एजक िन मसि लवशवलवदािय इलडया साि िाक ि कमाि 1996 कका पाचवी क लिए पयामाविणीय लिका ित लवजान पाठयरिम गलतलवलध का लवकास क सदभमा म

अधययन एम एि अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदिलसि नवनीत 2013 कका छठी क लवदालथमायो ित लवजान लवरय पि परदिमान लवलध एव लवकलसत गलतलवलधयो की परभालवता

का लवजान लवरय म उपिलबध एव परदिमान लवलध क परलत परलतलरियाओ क आधाि पि अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

िरिििण पी 2005 इफ लकटवनस ऑफ एलकटलवटी ब ड िलनाग मथडोिोजी फाि एिीमटी कि एजक िन wwwcryorghttpwwwncertnicinrightsidelinkspdfframeworkncf_hindi_2005ncf2005pdf

निनि परॉलिसी ऑन एजक िन 1986 httpwwwncertnicinoth_anounnpe86pdf

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इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक अधययन

(ियाडिजय और डिजयान वयिसयाय क डिशष सदिथि म)

सजीव कमार शका

इस शोध अधययन स यह जञात करन कञा परयञास ककयञा गयञा कक कयञा वगग कवशष क कवदञाक गयो की अकिरकियञा ककसी दसर वगग कवशष क कवदञाथी स किनन-किनन होती ह परतयक बञालक की रकि परवकति कषमतञा योगयतञा किनन होती ह आज अकधकञाश कवदञाक गयो क सञामन शककषक एव वयञावसञाकयक समसयञाए बनी रहती ह कजनह व सवय नही सलझञा सकत बञालको कञा सवञाागीण कवकञास करन क कलए यह जञाननञा आवशयक ह कक व ककस कषतर म आग बढ़ सकत ह बञालको की िञावी सफलतञा म उनकी अकिरकियो कञा कञाफी सीमञा तक योगदञान रहतञा ह इन बञातो कञा धयञान रखत हए शोधञाथी न अपन शोध अधययन क कलए इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो को िनञा और शोध कवषय क रप म ldquoइटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो कञा तलनञातमक अधययनrdquo ककयञा इसक कलए शोधञाथी न सीतञापर जनपद क कहदी िञाषञा मञाधयम क इटरमीकिएट सतर क सतर 2015ndash16 म अधययनरत कवदञाक गयो को कलयञा तञा शोध अधययन क कलए सववकषण कवकध कञा परयोग ककयञा इस शोध अधययन म इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो क मधय अतर की सञा गकतञा जञात करन क कलए कञाई-वगग परीकषण कञा परयोग ककयञा गयञा इस शोध अधययन म पञायञा गयञा कक वञाकणजय क कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही ह जबकक सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर पञायञा गयञा दसरी ओर कवजञान कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही पञायञा गयञा

परवकतञा बीएड ववभाग शी गाधी महाववदाय वसधौी सीतापर उततर परदश 261 303

परसतयािनया ldquoवकसी राषटर का धन व समवधि औदयोगीकरण दारा उसक मानव तथा भौवतक साधनो क समवित उपययोग पर वनभभर करता ह मनषय का औदयोगीकरण

म उपययोग करन क वए यह जररी ह वक उस ववजान की वशका तथा तकनीकी कौश का परवशकण वदया जाए उदयोग दारा परतयक वयवकत क वए अवधक सपननता की सभावनाए उतपनन हयो जाती ह भारत की

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76 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

जनशवकत का पयाभपत साधन वशवकत तथा परवशवकत हयोन पर ही आधवनक ससार म उपययोगी सपवतत बन सकता हrdquo आज क तकनीकी और वजावनक यग म आजीववका या रयोटी की समसया सपणभ मानव जावत क सामन ह इस समसया क वनराकरण हत वयवकत वकसी न वकसी परकार का रयोजगार (वयवसाय) करता ह परत वयवकत कयो अपन वयवसाय म पणभतः सफता पान क वए उसका सवय का वशवकत हयोना अतयत आवशयक ह

मदावयर कमीशन (1952ndash53) न ववदावथभयो म वयावसावयक कशता क ववकास पर ब वदया ह उसक अनसार माधयवमक वशका म औदौवगक एव वयावसावयक ववषयो कयो सथान वदया जाना िावहए इन ववषयो की वशका स ववदावथभयो और दश दयोनो का वहत हयोगा ववदाथथी अपनी वशका समापत करन क पशिात वकसी वयवसाय कयो सवततर रप स गरहण कर सक ग अतः उनकयो नौकरी खयोजन क वए इधर-उधर भटकना नही पड़गा दश का वहत यह हयोगा वक उस अपन वववभनन उदयोगो एव वयवसायो क वए परवशवकत वयवकत सरता स वम जाएग

वशका और रयोजगार परणाी पर कयोठारी कमीशन (1964ndash66) न भी अपन वविार परसतत वकए कमीशन का वविार ह वक mdash ldquoमौजदा वशका परणाी म वशका और रयोजगार क बीि कयोई सीधा सबध नही ह यही नही वशका परणाी दारा तयार वकए गए वयवकतयो की सखया तथा अपवकत जनशवकत या नौकरी क अवसरो क बीि गहरा सबध सथावपत करक वशका तथा रयोजगार क मधय परयोक सबध सथावपत करन की कयोवशश भी नही की गई ह

कयोठारी कमीशन न वयावहाररक रप स ऐसा अनभव वकया वक वशका और जीवन का आपसी ताम नही बठ रहा ह अतः जीवन क वए वशका हयो ववदाय सतर पर वयावसावयक पाठयकरम ाग करन का सझाव वदया तथा कहा वक वयावसावयक वशका दन म ववदावथभयो की रवि तथा सवभाव पर ववशष धयान वदया जाए कयोवक यवद उनकी अवभरवि क अनसार वयवसाय स सबवधत वशका वमगी तयो सफता की सभावना बढ़ सकती ह

रवि वयवकत क सपणभ वयवकततव की एक महतवपणभ ववधा ह शारीररक गठन मानवसक ययोगयता सवभाव आिार-वविार बवधि अवभकमता अवभववततया ववषयो वयवकतयो वसतओ वकरयाओ वयवसायो आवद क परवत वयवकतयो की रविया वभनन-वभनन हयोती ह कयोई भी वयवकत आईएएस डॉकटर वकी अवभयनता अधयापक वयवसायी तथा उदमी आवद बनना िाहता ह वभनन-वभनन ववदाथथी कयो वभनन-वभनन ववषय जस mdash गवणत इवतहास वहदी वितरका तथा ववजान आवद अचा गता ह वकसी वयवकत कयो अवकाश क समय म सावहतय पढ़न का शौक हयोता ह वकसी कयो आराम करन का मन हयोता ह तथा वकसी कयो वाताभाप करन की इचा हयोती ह इस परकार क सभी अतर रवियो की वववभननताओ क कारण हयोत ह वकसी कायभ म रवि हयोन पर वयवकत उस कायभ कयो सरता शीघरता और मनयोययोग स करता ह तथा सफता परापत करता ह इसक ववपरीत रवि क अभाव म वयवकत मन गाकर कायभ नही करता ह पररणामतः परायः असफ हयो जाता ह यही कारण ह वक शवकक एव

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77इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

वयावसावयक वनददशन व परामशभ म रवियो का भी धयान रखा जाता ह

वभनन-वभनन वयवकतयो म शारीररक मानवसक सवभाव अवभरवि तथा ययोगयता की दवषट स अतर हयोता ह आज वशवीकरण औदयोगीकरण एव वडवजट करावत क कारण वयवसायो की सखया म वनरतर ववधि हयो रही ह ववववध परकार क वयवसायो क वए वभनन-वभनन ययोगयता तथा कमता वा वयवकतयो की आवशयकता हयोती ह इसवए वववभनन वयवसायो क वए उपयकत वयवकतयो का िनाव करन क वए परतयक बाक की वयवकतगत ययोगयता कमता कौशो तथा रवि का अधययन भी आवशयक ह

वयवसायो की अवधकता क कारण ववदाथथी यह समझ नही पाता ह वक उस कौन-सा वयवसाय अपनाना िावहए अवधकाश ववदाथथी अपन माता-वपता की उचि आकाका की पवतभ क वए उन ववषयो का िनाव कर त ह वजन वयवसायो म उनकी रवि नही हयोती ह व ववदाथथी अरविकर ववषयो कयो कर एक ही कका म दयो-तीन सा तक फ हयोत रहत ह वजसस उन ववदाथथी कयो तयो वनराशा का सामना करना ही पड़ता ह साथ-ही-साथ उनक माता-वपता भी दःखी हयोत ह बाको क सवाागीण ववकास क वए यह जानना आवशयक ह वक बाक वकस कतर म आग बढ़ सकत ह बाको की भावी समसया म उनकी अवभरवियो का काफी सीमा तक ययोगदान रहता ह

वयावसावयक अवभरवियो पर पवभ म भी शयोध अधययन वकए जा िक ह जस mdash जन (1951) न lsquoवयोकशन इटरसट ऑफ हमनrsquo अधययन दारा

वसतरयो की वयावसावयक रवियो कयो जानन का शयोध अधययन वकया उनहोन पाया वक वववभनन वयवसायो म स वकस वयवसाय म वसतरयो की रवि अवधक ह और वकसम कम ह इसक वए इनहोन रवि क वसतवनषठ एव वनबधातमक परीकणो कयो अपनाया पररणाम यह आया वक वसतरयो म सबस अवधक रवि वशकण क कतर म थी और वयवसायो क परवत उनक वविार अवनवशित थ शमाभ (1955) न ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो एव ियन पर शयोध अधययन वकया उनहोन वदली शहर और गरामीण कतरो क सको क 250 ववदावथभयो का ियन वकया वनषकषभ म पाया गया वक पाररवाररक वातावरण तथा वपता की इचा का ववदावथभयो की रवियो पर बहत परभाव पड़ता ह

अवभाषी (1957) न पवभ सनातक सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो पर शयोध अधययन वकया उनहोन राजसथान क उदयपर शहर क का और ववजान क 250 ववदावथभयो का ियन नयादशभ क रप म वकया शयोध अधययन म पाया गया वक िार परवतशत ववदाथथी वयवसाय स पररवित थ तथा उनह पह स उनका अनभव था अवधकाश ववदावथभयो न इजीवनयर डॉकटर तथा वशकक बनन की वरीयता दी इस वरीयता क कारण का आधार ववदावथभयो न अपनी रवि दश की सवा माता-वपता की इचा आवद कयो बताया ए वसध (1967) न lsquoपटनसभ ऑफ एजकशन एड वयोकशन एड इटरसट ऑफ एडयोससrsquo नामक शयोध अधययन दारा वकशयोर ववदावथभयो की शवकक और वयावसावयक रवियो का अधययन वकया शयोध अधययन का मखय उदशय था वक नगरीय और गरामीण कतरो क वकशयोर ड़क और ड़वकयो की शवकक

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78 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

और वयावसावयक रवियो क कया आदशभ ह इस अधययन म उनहोन नगर और गाव म 500 ववदावथभयो का नयादशभ वया वजसम उनहोन नगर एव गाव क करमशः 125ndash125 ड़क और 125ndash125 ड़वकयो कयो वया इस सबध म उनहोन सह-सबध तथा इनकम रज टसट का परययोग वकया इस शयोध अधययन स पाया गया वक वकशयोर ातरो और ातराओ की शवकक और वयावसावयक रवियो क परवत कयोई परतयक सबध नही ह वववभनन कतरो क ववदावथभयो की शवकक व वयावसावयक रवि म वभननता ह नगर की ातराओ की अनय वयवसायो म अवधक रवि ह जबवक गाव की ातराए कव घर वयवसाय करती ह दयोनो ही ातराओ म कवष वयवसाय क परवत कम-स-कम रवि ह वसनहा और दास (1959) न वयावसावयक वरीयता म पररणा ततव पर शयोध अधययन वकया इस शयोध अधययन म पाया वक सामावजक परवतषठा मखय कारक क रप म तथा धन वयय ियन म गौण कारक हयोता ह

उपरयोकत शयोध अधययनो स यह सपषट हयोता ह वक अभी तक वयावसावयक अवभरवि पर तयो शयोध अधययन हए ह परत इसम इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की अवभरवि का अधययन करन पर कयोई शयोध अधययन नही हआ ह अतः इस ररकतता की पवतभ क वए इस शयोध अधययन की आवशयकता परतीत हयोती ह

उदशयइस शयोध अधययन क उदशय वनमनववखत थ mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

पररकलपनयाएइस शयोध अधययन की वनमनववखत शनय पररकलपनाए थी mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवियो म साथभक अतर नही ह

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

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79इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शोध डिडध इस शयोध अधययन क वए सवदकण वववध का परययोग वकया गया था इस वणभनातमक अनसधान वववध क नाम स भी जाना जाता ह

नययादशथि इस शयोध अधययन म उततर परदश क सीतापर जनपद क वहदी भाषा माधयम क इटरमीवडएट सतर पर अधययनरत ववदावथभयो का ियन वकया गया था नयादशभ क रप म सामानय वपड़ा एव अनसवित जावत वगभ क ववदावथभयो का ियन उदशयातमक नयादशभ वववध दारा वकया गया परतयक वगभ म 50 ववदावथभयो का ियन वकया गया था अतः नयादशभ म तीनो वगगो स वमाकर क 150 ववदावथभयो का ियन वकया गया था

उपकरि इस शयोध अधययन म डी एन शीवासतव और बी पी बस दारा वनवमभत lsquoवयावसावयक रवि परपतरrsquo का परययोग वकया गया था शीवासतव और बस दारा

वनवमभत वयावसावयक रवि परपतर म परारभ म 176 पद थ वजनह दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया था वकन बाद म इसम 128 पदो कयो रखा गया और इन 128 पदो कयो दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया

परदतो कया डिशलषि एि वययाखययापररकलपनया 1 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 1 म वदए गए ह

सारणी 1 म काई-वगभ का परापत मान 158 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जाता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 2 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 1 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=158सामानय वगभ 28 25 13 14 9 11 0 0 0 0 50

वपड़ा वगभ 22 25 15 14 13 11 0 0 0 0 50

ययोग 50 28 22 0 0 100

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80 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 2 म वदए गए ह

सारणी 2 म काई-वगभ का परापत मान 1550 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स अवधक ह अतः यह साथभक ह इस साथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो असवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो असवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर हपररकलपनया 3 mdash वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 3 म वदए गए हसारणी 3 म काई-वगभ का परापत मान 430 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय वयवसाय क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 4 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 2 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=1550सामानय वगभ 28 20 13 175 9 75 0 1 0 0 50

अनसवित जावत 12 20 22 175 14 75 2 1 0 0 50

ययोग 40 35 23 2 0 100

सयारिी 3 mdash ियाडिजय वयिसयाय म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=430वपड़ा वगभ 22 17 15 185 13 135 0 1 0 0 50अनसवित जावत 12 17 22 185 14 135 2 1 0 0 50ययोग 34 37 27 2 0 100

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81इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 4 म वदए गए ह

सारणी 4 म काई-वगभ का परापत मान 278 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 5 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 5 म वदए गए ह

सारणी 5 म काई-वगभ का परापत मान 658 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 6 mdash ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 6 म वदए गए ह

सारणी 6 म काई-वगभ का परापत मान 338 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम

सयारिी 4 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=278सामानय वगभ 7 75 23 215 12 15 6 45 2 15 50

वपड़ा वगभ 8 75 20 215 18 15 3 45 1 15 50

ययोग 15 43 30 9 3 100

सयारिी 5 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=658सामानय वगभ 7 6 23 185 12 18 6 55 2 2 50

अनसवित जा वत 5 6 14 185 24 18 5 55 2 2 50

ययोग 12 37 36 11 4 100

Chapter 7indd 81 752018 111202 AM

82 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शडकक डनडितया थि वशका न कव समाज बवलक सपणभ राषटर की उननवत का म आधार मानी जाती ह राषटर की उननवत वयवसायो की उननवत पर वनभभर करती ह वववभनन परकार क वयवसायो की उननवत सफ ववदावथभयो पर वनभभर करती ह ववदाथथी एक वयवसाय म तभी सफ हयोगा जबवक उस वयवसाय क परवत ववदाथथी की भी रवि हयो

इस शयोध अधययन म इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक अवभरवियो का त नातमक अधययन वकया गया इस शयोध अधययन स वशकक ाभावनवत होग वशकक कयो ववदावथभयो की रवियो क बार म पता हयोन पर वह ववदाथथी की उननवत क वए उवित वनददशन और परामशभ द सकत ह ववदाथथी की नकारातमक रवियो कयो सकारातमक

कायभ की ओर गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो अनय वयवसाय क परवत भी गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो सही वदशावनददश दकर उस सफ नागररक बना सकत ह

वववभनन वयवसायो क परवत अपन बाक की रविया जानन क पशिात अवभभावको स अपन बाक कयो सही रप म पहिानन म भ नही हयोगी अवभभावक कयो यह पता हयोगा वक बचिा वकस वयवसाय म अवधक रवि रखता ह वजसस वक व अपनी आकाका कयो योड़कर बाक की उननवत क ववषय म अवधक सयोि सक ग

अपनी रविया जानन क पशिात ववदाथथी सवय भी ाभावनवत होग कयोवक आज औदयोगीकरण क कारण वयवसायो की सखया बहत अवधक हयो गई ह ववदावथभयो कयो सवय ही पता नही हयोता वक उनकी रवि वकस कतर म अवधक ह व जान-अनजान म उस पाठयकरम कयो पढ़त रहत ह वजसम उनकी रवि नही हयोती ह रविया जानन क पशिात ववदाथथी उस वयवसाय कयो ही अपनाएग वजनम उनकी अवधक रवि हयोगी और उनह वनराशा की वसथवत का सामना नही करना पड़गा

सयारिी 6 mdash डिजयान क कतर म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=338वपड़ा वगभ 6 65 20 17 18 21 3 4 1 15 50

अनसवित जावत 5 65 14 17 24 21 5 4 2 15 50

ययोग 13 34 42 8 3 100

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83इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

अतः सपषट ह वक यह शयोध अधययन वशका क कतर म तथा वनददशन क कतर म अमलय ययोगदान द सकता ह आज क इस यग म जब वयवसायो क इतन अवधक कतर ह जहा बाक यह वनणभय न म

असमथभ हयोता ह वहा पर यह शयोध अधययन उसकी सहायता कर सकता ह अतः इस शयोध अधययन क पररणाम वशका जगत क वए अतयत उपययोगी वसधि होग

सदिथि

कवप एिक 2004 अनसधञान कवकधयञा एिपी भागभव बक हाउस आगरागपता एसपी और अका गपता 2011 सञाकयकीय कवकधयञा शारदा पसतक भवन इाहाबाद उततर परदशतयागी रिना और धीरनदर विकारा 2011 lsquoसरकारी सहायता परापत ववदायो क आठवी कका क ववदावथभयो म वहदी और

अगरजी भाषा की समझ और पढ़न म रवि mdash एक अधययनrsquo मलय-अवमलयन वषभ-1 अक-3 अकटबर-2011 पषठ-18 व 38 सारग परकाशन खीमपर-खीरी

पाणडय कसम 1989 इाहाबाद ववशवववदाय की सनातकयोततर ातराओ म वयावसावयक आकाका का अधययन अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदश

भटनागर सरश 2010 कोठञारी कमीशन और शककषक पररवतगन आरा बक वडपयो मरठ उततर परदशराम पयार 1985 सटडी ऑफ वयोकशन इटरसट एड इटीजस ऑफ बीएस-सी बीकाम एड बीए ऑफ इाहाबाद

ववशवववदाय अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदशराय पारसनाथ 1996 अनसधञान पररिय कमीनारायण अगरवा परकाशन आगरा उततर परदशसवखया एसपी पीवी महरयोतरा और आरएन महरयोतरा 1990 शककषक अनसधञान क मल ततव ववनयोद पसतक मवदर

आगरा उततर परदशवसह अरण कमार 2009 कशकषञा मनोकवजञान भारती भवन पवशसभ एड वडसटरीयटसभ पटना वबहार

Chapter 7indd 83 752018 111202 AM

वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदाद थियो की तकथि िदzwjत क पररपकय म तलनातमक अधययन

आरती शाका अरचना दब

इस शोध अधययन क अतरगत नौवी ककषा क ववदषाव गयो कषा वविक रवित वववध एव परपरषारत रवित वशकि वववध म तकग शवzwjत क पररपकय म तलनषातमक अधययन वकयषा रयषा शोध क वलए मह शहर क ववदषालयो म अधययनरत नौवी ककषा क कल 50 ववदषाव गयो को नयषािशग क रप म वलयषा रयषा शोध क वलए पवग परीकि पशzwjच परीकि वनयवरित समह अविकलप कषा पयोर वकयषा रयषा विसम पयोरषातमक समह को वविक रवित वववध स तषा वनयवरित समह को परपरषारत वशकि वववध स 30 विनो तक पवतविन 40 वमनट की अववध तक पढ़षायषा रयषा पितो क सकलन क वलए शोवधकषा न बषायती (1984) दषारषा वनवमगत तकग शवzwjत परीकि कषा उपयोर वकयषा पषापत पितो क ववशलषि क वलए सषावयकीय तकनीक एक-मषारगीय एनकोवषा कषा पयोर वकयषा रयषा शोध अधययन स पषायषा रयषा वक वविक रवित वववध परपरषारत रवित वशकि वववध स सषागक रप स पिषावी ह

पसतावनागणित मानव मणतषक की खोज ह ह एक ऐसा साधन ह णजसक माधम स णवदारथी णकत कत ढग स णरतन बोध तकच -णवतकच णवशzwjषि एव पषzwjीकरि करन की ोगता अणजचत करता ह एक णवणशषzwj णवष होन क अणतररकत गणित को ऐस णकसी भी णवष का सहवतथी माना जाता ह णजनम णवशzwjषि एव तकच शणकत की आवशकता ह सामानता णवदारथी गणित णवष को कणिन समझत ह कोणक गणित म उचर तर की तकच शणकत होती ह गणित ताणकच क

दणषzwjकोि पदा करता ह णजसस णवदारथी को सही उततर पापत करन म सहाता णमzwjती ह

तकथि िदzwjत का अ थि तकच अतीत क अनभवो को इस पकार जोड़ता ह णक समा का समाधान हो जाए तकच समा स जड़ णपछzwj समाधानो को पनः ाद कर वतचमान समा क समाधान को खोजन म सहाता करता ह गरzwj (1961) क अनसार lsquoतकच करमानसार णरतन ह णजसका मणतषक म पोजन अरवा zwjक होता हrsquo

सहषायक पषाधयषापक शी गजराती समाज बीएड कॉzwjज इदौर मध पदश 452 001 पोफसर णशका अधनशाzwjा दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश 452 001

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85वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

वि का अ थि वद शबद की वतपणतत स जो अरच णनकzwjता ह उसका तातप च ह णक वदो म मानव समाज क णzwjए आवशक न कवzwj आधाणतमक वरन इहzwjौणकक सासाररक ा वावहाररक सपिच जान होता ह वदो म सारी मानव जाणत क णवकास की णजतनी भी णदशाए सभव ह उनकी सवाागीि सपिच तरा अणधकतम सफzwjता क णzwjए भी आवशक जान होता ह उनम णनणहत जान पर णकसी भी णवष म णकसी भी णदशा म सीमा बाधन वाzwjा णवशzwjषि ा बधन नही हो सकता ह भारती सकक णत म रार वद ह उनक रार उपवद ह तरा छह वदाग भी ह सभी णमzwjकर उस णदव जान का अभाज सगरह बनात ह

वि उपविऋगवद आववद

सामवद गधवचवद

जववद धनववद

अरवचवद रापतवद

वदिक गदित क मखय गि 1 वणदक गणित क सतर गणित की सभी शाखाओ

क सभी अधाो क सभी णवभागो पर zwjाग होत ह

2 वणदक गणित क सतर सहज ही समझ म आ जात ह उनका अनपोग सरzwj ह व सहज ही ाद हो जात ह तरा सारी पणकरा lsquoमौणखकrsquo ह

3 कई ररिो की पणकरा वाzwj जणzwjzwj पशनो को हzwj करन म आधणनक पाशरात णवणध (परणzwjत) की अपका वणदक गणित णवणध स एक णतहाई रौराई दसवा तरा उसस भी कम सम zwjगता ह

औदितयपवच शोध अधनो क अनसार zwjाzwj दारा (1982 1983 एव 1985) म पारीन गणित पर िी म मवटzwjस एिकशन पणतरका म अनक zwjख पकाणशत णकए गए णजसम पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको को णवतार स समझाा गा ह तरा वतचमान म उसकी उपोणगता बताई गई ह

राव (1983) न गणित म अणभकरणमत अणधगम और परपरागत णवणध का तzwjनातमक अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत अणधगम णवणध का माध उपzwjणबध फzwjाक परपरागत णवणध क माध उपzwjणबध फzwjाक की तzwjना म सारचक रप स उचर ह णरतकारा (1985) न गणित उपzwjणबध पर णवणभनन णशकि णवणधो की पभावशीzwjता का अधन णzwjग बणधिzwjणबध तरा वणकततव क सदभच म णका शोध म रार णशकि णवणधो वाखान सह रराच आगमनातमक अभास और वणनदवणशत समह रराच की तzwjना परपर की गई शोध म पाा गा णक गणित उपzwjणबध क सदभच म तीनो णशकि णवणधा समान रप स पभावी ह भाzwjवनकर (1983) न एकसपोणि zwjरी एपोर (Expository Approach) और णनदवणशत खोज णवणध की सापणकक तzwjना बणधि क णवणभनन तरो पर गणित की उपzwjणबध क सदभच म शोध अधन णका शोध पररिाम म पाा गा णक दोनो णवणधा जान और अवबोध तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर णनदवणशत खोज णवणध स बहतर रही उचर बणधिकत णवदाणरचो क णzwjए अनपोग तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर बहतर रही

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86 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

नागर (1988) न णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन णका तरा पाा णक (i) गणित णशकि म कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) णशकक तरा णवदारथी दोनो क णzwjए zwjाभदाक ह (ii) CAT स णवदाणरच ो को वणकतगत रप स नए कतरो म सकजनातमकता बढ़ान म मदद णमzwjती ह जो णवष-वत क माधम स नही हो पाता (iii) CAT स अधन क णzwjए कपzwjर का जान होना आवशक नही ह तरा णवदाzwjो म कपzwjर की सणवधा कम री (iv) णवदाzwj म कपzwjर क पणत जागरकता का अभाव पाा गा (v) CAT क माधम स वणकतगत अधन को बढ़ावा णमzwjता ह णजसम णशकको पर काम का दबाव कम होता ह शमाच (1989) न कका आिवी क गणित क णवदाणरच ो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का पाोणगक शोध अधन णका शोध अधन म ह पाा गा णक पाोणगक समह क समाोणजत माध तरा णनणतरत समह क समाोणजत माध म सारचक अतर ह ह भी पाा गा णक मलाकन णवणध परपरागत णवणध की तzwjना म गणित णशकि क णzwjए अणधक उपोगी ह दतत (1990) न गणित णशकि क णzwjए दश-शव सामगरी का णनमाचि कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक दश-शव सामगरी क माधम स रखा गणित सबधी सकलपना म णवदाणरच ो की रणर पाई गई तरा पषzwjता एव धारि करन की शणकत का णवकास हआ

वाघ (1991) न णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरच ो क णzwjए

मलzwjीमीणडा इ zwjीzwjशनzwj णसzwjम (Multimedia Institutional SystemmdashMMIS) का णवकास कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णवदारथी णभनन सखा तरा उसकी णकराओ णत चकगिा जोड़-घzwjाना गिा भाग म सामान तौर पर गzwjणता करत ह एमएमआईएस णवणध न परपरागत णवणध स अणधक समझ पदा की नzwjणनी (1991) न पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक पाोणगक समह का माध णनणतरत समह क माध स उचर तरी रा अक खzwj णवणध णवदारथी क पररकzwjन कौशzwj क णवकास को पररत करती ह पभा (1992) न गणित म अणभकरणमत पािप तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध पर शोध अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत पािप तक समह और परपरागत णवणध क मध सारचक अतर ह तरा अणभकरणमत पािप तक क माधम स अधन क णzwjए पवच उपzwjणबध की कोई भणमका नही होती ह णसह (1992) न जानातमक और अजानातमक ररो पर कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म णशकि की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णजस समह को CAT स पढ़ाा गा उसम पाचपत वकणधि हई CAT णवणध गणित म अणधक पभावी रही तरा णनरीकि स पापत हआ णक पाोणगक समह क ववहार म णनणतरत समह की तzwjना म सारचक पररवतचन आा कोलह (2004) न वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध का

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87वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

तzwjनातमक अधन नौवी कका क णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध एव पणतणकराओ क पररपक म णका शोध अधन म पाा गा णक वणदक गणित णवणध णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध क सदभच म परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णवणध क पणत पाोणगक समह क णवदाणरचो की पणतणकरा सकारातमक पाई गई

पाः दखा गा ह णक परपरागत णशकि णवणध स णवदारथी कका म रणर नही zwjता ह णशकक कका म एक ही णवणध का उपोग करता ह गणित को रणरकर बनान क णzwjए गणित म पोग तरा वणदक गणित का उपोग करना राणहए वणदक गणित स णवदारथी पणतोगी परीकाओ म कम सम म गणित क अणधक पशनो को हzwj कर सकत ह वतचमान सम पणतोणगता तरा पररवतचन का सम ह णजसम वणकत अपनी णरणत को बनाए रखन क णzwjए सदव पतनशीzwj रहता ह णवदारथी णशकि कतर म भी अपनी शिी बनाए रखन क णzwjए अरक पास करत ह णवणभनन णवषो म अणधक अक पापत करन क णzwjए णवदारथी अzwjग-अzwjग पकार की णवणधा स अधन करता ह गणित एक ऐसा कणिन णवष ह णजसम णवदारथी मातर उततीिच होन की उममीद करत ह और ऐसी णवणध राहत ह जो सरzwj हो णजसकी सहाता स पशन कम सोपानो म हzwj हो जाए

उपचकत शोध अधनो स जात होता ह णक वतचमान गणित णशकि म अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक तरा खzwj इताणद

णवणधो का पोग णका गा खzwj णवणध का गणित णशकि म पोग मातर पारणमक तर तक ही णका जा सकता ह उचर कका क णzwjए इस णवणध का पोग नही कर सकत अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक की णवणधा आणद कछ णवशष णवदाzwjो तक ही सीणमत ह इनका पोग करना सामान णवदाzwjो क णzwjए सभव नही ह तरा पतक णवदारथी तक इसका zwjाभ पहराना सभव नही ह वणदक गणित पारीन वदो स बनाए 16 सतरो पर आधाररत ह गणित की पणतरका िी ममवटzwjस एिकशन म पकाणशत zwjखो स जात होता ह णक वणदक गणित गणित की सभी शाखाओ म उपोगी ह

जात शोध अधनो स पता रzwjता ह णक वणदक गणित णवणध स सबणधत कछ ही सतरो को zwjकर शोध का च णका गा ह इस शोध अधन म अन न सतरो को भी शाणमzwj णका गा ह ह शोध वणदक गणित णवणध की पभावशीzwjता का अधन करन स सबणधत ह इस शोध क दारा ह जानन का पतन णका गा ह णक का वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स तzwjनातमक रप स पभावी ह

उदशयइस शोध अधन का उदश रा mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

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88 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

पररकलपनाइस शोध अधन की पररकलपना री mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

नयाििथिइस शोध का च क णzwjए शवत पणबzwjक हार सक डी णवदाzwj मह इदौर (मध पदश) क नौवी कका क दो वगगो को णzwjा गा णजसम णवदाणरचो की कzwj सखा 50 री णवदाणरचो को दो समहो म ादणचछक णवणध स णवभाणजत णका गा परम समह म 25 णवदारथी और णदती समह म 25 णवदारथी र परम समह को पाोणगक समह और णदती समह को णनणतरत समह नाम णदा गा नादशच म रणनत सभी णवदारथी मध पदश माधणमक णशका मडzwj भोपाzwj स सबधि णवदाzwjो क णनणमत तरा णहदी माधम क णवदारथी र णजनकी उमर 15ndash16 वषच क मध री

उपकरिशोध अधन म रर क मापन क णzwjए शोणधका न बाती (1984) दारा णनणमचत परीकि का पोग णका इसम कzwj 84 पशन णदए गए ह तरा पतक पशन क सामन रार णवकलप णदए गए ह पशनो को हzwj करन क णzwjए 70 णमनzwj का सम णनधाचररत णका गा ह इस परीकि की णवशवसनीता अधचणवचछद णवणध स णनकाzwjी गई इसका णवशवसनीता गिाक

छातराओ क सदभच म 068 एव छातरो क सदभच म 028 तरा सामान 041 ह इसी पकार समवतथी वधता दब (1971) क परीकि क सार जात की गई वधता छातराओ क सदभच म 041 एव छातरो क सदभच म 041 ह तकच शणकत क मानक 13 स 16 वषच क णवदाणरचो क णzwjए णनधाचररत णकए गए ह

वणदक गणित पढ़ान क णzwjए रणनत पकरि णनमनणzwjणखत र mdash1 वगच जात करन की णवणधा अ एकाणधकन पववि ब एकननन पववि स ावदन तावदनीकक त वगच र ोजत2 घन जात करन की णवणधा अ वकणलपक णवणध ब णनणखzwjम सतर णवणध3 गिनखड जात करन की णवणधा अ समहन णवणध ब आदन-अनतम अनतन णवणध स ऊधवचणत चक णवणध4 भाग णवणध अ परावत च णवणध5 समीकरि हzwj करन की णवणध अ परावत च णवणध दारा गपत सरzwj समीकरि

पितत सकलन इस शोध अधन क णzwjए पदतत सकzwjन हत कका नौवी की गणित की पािप तक क वगच घन गिनखड भाग तरा समीकरि पकरिो का रन णका गा वगच जात करन की णवणधो म एकाणधकन पववि एकननन पववि ावदन तावदनीकक त वगच र

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89वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

ोजत घन जात करन की णवणधो म वकणलपक णवणध णनणखzwjम सतर गिनखड जात करन की णवणधो म समहन णवणध आदन-अनतम अनतन णवणध ऊधवचणत चक णवणध भाग जात करन की णवणध म परावत च णवणध तरा समीकरि हzwj करन म परावत च णनम दारा गपत सरzwj समीकरि णवणध का उपोग णका गा पदततो का सकzwjन सोदश नादशच णवणध दारा रणनत णवदाzwj म णका गा सवचपरम दोनो समहो पर बाती (1984) दारा णनणमचत तकच शणकत परीकि (पवच परीकि) पशाणसत णका गा इसक बाद पाोणगक समह को वणदक गणित णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश तरा णनणतरत समह को परपरागत णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश पणतणदन पढ़ाा गा 30 णदन क पशरात दोनो समहो पर पनः तकच शणकत परीकि पशाणसत णका गा

पररिाम दवविना एव ििाथिवणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो इसस सबणधत पदततो का णवशzwjषि

ANCOVA दारा णका गा इसक पररिाम सारिी 1 म णदए गए ह

सारिी 1 क अनसार उपरार क णzwjए समाोणजत F का मान 29017 ह जो णक सारचकता क 001 तर पर सारचक ह जबणक वततरता क अशो (df) का मान 150 ह इसस पता रzwjता ह णक पोगातमक तरा णनणतरत समहो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म सारचक अतर ह जबणक पवच तकच शणकत क पापताको को सहरर क रप म णzwjा गा ह इस पररपक म शन पररकलपना णक lsquoपोगातमक समह एव णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो णनरत की जाती ह

दोनो समहो क समाोणजत तकच शणकत माधो का अधन आवशक ह उपरार समहवार समाोणजत तकच शणकत माध सारिी 2 म णदए गए ह

सारिी 2 स पषzwj ह णक पोगातमक समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 4944 तरा णनणतरत समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 3904 ह इसस ह जात होता ह णक पोगातमक समह क णवदाणरचो का तकच शणकत माधमान 4944

सारिी 1mdash तकथि िदzwjत क दलए एक-मागगीय ANCOVA का सारािीकरि

दविरि क सतरोत df Ssyx Mssyx Fyxउपरार 1 895887 897887 29017

तरणzwj 49 142229 30-875

ोग 50 7128320

सारचकता क 001 तर पर सारचक

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90 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह जो णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत माधमान 3904 स उचर ह अतः कहा जा सकता ह णक वणदक गणित णवणध दारा अधन पभावी रहा ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

पररिामो की दवविनाशोध अधन स पापत पररिामो स ह णनषकषच णनकzwjता ह णक वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णशकि णवणध क पभावी होन क णनमन कारि हो सकत ह mdash

bull वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स रणरकर होन क कारि णवदाणरचो को अचछी zwjगी वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म सीखन म सरzwj ह

bull वणदक गणित णशकि णवणध म पशनो को हzwj करन की णवणधा सतरबधि ह णजसक कारि इन णवणधो को ाद रख पाना आसान ह

bull वणदक गणित णवणध स सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म कम सोपानो का पोग णका जाता ह णजसस सवाzwjो का उततर कम सम म तरा आसानी स

पापत हो जाता ह तरा सोपानो को ाद रखना सरzwj रहता ह

bull एक ही पकार क सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए अनक सतरो का पोग णका जा सकता ह

bull इस णवणध स सवाzwjो का उततर जलदी पापत होता ह पररिामवरप णवदाणरचो को उततर पाणपत स आतम सतणषzwj की अनभणत हई होगी

bull आतम सतणषzwj क कारि णवदारथी इस णवणध स अणधक सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए पररत हए होग

bull इस णवणध क दारा णवदारथी सवाzwjो को मौणखक रप स भी हzwj कर सकत ह

bull तकच शणकत का णवदाणरचो की उपzwjणबध पर भी पभाव पड़ता ह कोणक तकच शणकत क दारा णवदाणरचो म तकच कमता का णवकास होता ह पररिामवरप णवदारथी समा क णवणभनन पको का तकच क आधार पर णवशzwjषि कर समा का हzwj खोजता ह

िदकषक दनदिता थिइस शोध अधन का उपोग णनमनणzwjणखत पकार स णका जा सकता ह mdash

bull णवदारथी वणदक गणित क णवणभनन सतरो का तकच क आधार पर रन कर गणित क सवाzwjो को हzwj कर सकत ह

सारिी 2 mdash समिवार उपिार सखया और समायरोदित तकथि िदzwjत माधय एव मानक तदि

उपिार सतर सखया (N) समायरोदित तकथि िदzwjत माधय (Myx) मानक तदि

पोगातमक समह 25 4944 552328

णनणतरत समह 25 3904 965004

कzwj 50 4424 938857

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91वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

bull पतक अणभभावक अपन बचरो की गणित म उपzwjणबध क णzwjए पासरत रहता ह इसणzwjए अणभभावक वणदक गणित णवणध सीखकर अपन बचरो को घर पर ही गणित पढ़ा सकत ह

bull पाराच तरा कzwj पशासन क णzwjए भी ह शोध अधन उपोगी हो सकता ह इस णवणध स णशकि करवान क णzwjए अपन णवदाzwj म अzwjग स काzwjाश zwjगवा सकत ह

bull णzwjणपक वगच क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह

कोणक णzwjणपक वगच का सबध हमशा अको स होता ह उनह पणतणदन जोड़ घzwjाना गिा और भाग करना पड़ता ह इस णवणध का उपोग करन स गzwjती होन की सभावना कम रहती ह

bull परीकाओ की तारी करन वाzwj पणतभाणगो क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह कोणक पणतोगी परीकाओ म पतक पशन को हzwj करन क णzwjए zwjगभग 30ndash40 सक ड का सम होता ह णजसक णzwjए ह णवणध उणरत ह

सिरथि

कोलह मनीष 2004 वणदक गणित एव परपरागत गणित णशकि णवणध का तzwjनातमक अधन mdash नौवी कका क छातरो की गणित म उपzwjणबध व पणतणकराओ क पररपक म एमएड लघ शोध पबध (अपकषावशत) णशका सरान दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

गरzwj एरई और आरएस वडवरच 1981 सटवटवसटवzwjस इन सषाइकोलॉिी एड एिकशन वकीलस फरर एड साइमस णzwjणमzwjड मबई

गड सीवी 1952 वडzwjशनरी आफ एिकशन मकगरो णहzwj बक कपनी न ॉकच णरतकारा एम 1985 इफणकzwjवनस ऑफ णडफरzwj zwjटzwjजीस ऑफ zwjीणरग ऑन अरीवमzwj इन मरमणzwjकस इन ररzwjशन zwj

इzwjzwjीजस सकस एड पसचनणzwjzwjी सपादन म बर एम बी (सपादक) फॉ ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

दशमख दवनदर राव 1985 वविक रवित णवदाzwj भारती भोपाzwj मध पदशनzwjणनी 1991 पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता का अधन एमएड

लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशनागर 1988 णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत)

दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशपभा 1992 गणित म अणभकरणमत प तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध का

अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशबताzwj आनद 1981 वविक रवित सरणर साणहत नी णदलzwjीभzwjवाकर एजी 1985 ए zwjडी ऑफ इफकzwjस ऑफ एकसपोणजzwjरी एड गाइणडड णडकवरी मरडस ऑफ zwjीणरग

मरमणzwjकस ऑन अरीवमzwj ऑफ zwjडzwjस ऑफ णडफरzwj zwjवलस ऑफ इzwjीणzwjजस सपादन म एम बी (सपादक) फषा ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

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92 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

रावत एमएम 1985 रवित वशकि णवनोद प तक मणदर आगरा उततर पदशzwjाzwj 1985 पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको का णवतार स अधन एमएड लघ

शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशवाघ 1991 णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरचो क णzwjए बह माधम अनदशनातमक

पिाzwjी का णवकास एमएडलघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशशमाच रामनार 1979 वविक रवित तारा प तक भडार बजनारसम शमाच 1989 कका आिवी क गणित क णवदाणरचो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का

पाोणगक अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशणसह आरपी 1989 णहनद अरचमणzwjक एड ऑपरशन उसक अतगचत बीज गणिती सतरो का अधन िी म मवटzwjस

एिकशन वॉलम 23 अक 2णसह 1992 जानातमक और अजानातमक ररो पर सगिक सहाक अनदशन और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म

णशकि की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

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झटका तकनीक

भारतीडी एन सनसनवाल

समाज म बदलाव आधनिकीकरण और नवकास क नलए निका की महतवपणण भनमका होती ह अतः सभी दि अपिी कमतािसार आधनिक और उनित तकिीक का उपयोग कर निका को परभावी बिाि की कोनिि कर रह ह इनही परयासो क अतगणत इस लख म निकण-अनधगम हत झटका तकिीक (Jerk Technology) क बार म बताया गया ह जो नकफायती एव हर नथिनत म परयोग कर निका म सधार करि म मदद कर सकती ह इस तकिीक का निकको दारा कका म परयोग करि स नवदानथिणयो को सनरिय बिाया जा सकता ह कयोनक नवदानथिणयो क सनरिय रहि स उिकी गरहणिीलता बढ सकती ह अतः इस तकिीक क नवनभनि उपकरणो जसmdashदपणण परनतनबब लखि गर-आिपानतक िबद लखि लघ लखि दोहर िकारातमक वाकय िए असाधारण वाकय रििाए तानकण क रप स अतानकण क निषकरण समािाथिथी बह-िबदो का परयोग बमल उदाहरण दिा तथिा निकक की जात गलनतयो को उदाहरण दकर समझाया गया ह

सहायक पराधयापक ववशष आवशयकता समह वशका ववभाग एनसीईआरटी नयी विलली 110 016 परोफसर भतपवण निदिक एव डीि वशका ससान िवी अवहलया ववशवववदालय इिौर 452 001 दारा अगजी म वलख गए मौवलक लख का

भाषातर

ववशव म बिलाव आधवनकीकरण और ववकास क वलए वशका की महतवपणण भवमका होती ह अतः सभी िश अपनी कमतानसार आधवनक और उवित तकनीक का उपयोग कर वशका को परभावी बनान की कोवशश कर रह ह कवल यही नही भारत सरकार अपन सीवमत ससाधनो क सा वशका सधार क वलए आधवनक तकनीक (वडवि टल इवडया क माधयम स) का परयोग करन का परयतन कर रही ह लवकन आधवनक तकनीक िसmdashइटरनट मलटीमीवडया वीवडयो

कानफ वसग इतयावि सभी ववदालयो म उपलबध नही ह क दर क सा-सा राजय सरकारो क भी ईमानिार परयतनो स परतयक ववदालय महाववदालय और ववशवववदालयो तक तकनीक पहिान का परयास वकया िा रहा ह वशकण-अवधगम हत एक ऐसी तकनीक क बार म सोिा िाना िावहए िो वशका म सधार ला सक िो वकफायती हो और हर वसवत म परयोग म लाई िा सक इस लख म वशकण-अवधगम म झटका तकनीक (Jerk Technology) पर ििाण की गई ह

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94 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवधकाश वशकको परािाययो परशासको अवभभावको इतयावि की राय और अनभव यही ह वक जयािातर कका-कक गवतवववधया नीरस होती ह ववदाथी सवरिय नही रहत लवकन उनह वशकक सवरिय बना सकत ह ववदाव णयो को सवरिय बनान की कमता वाली आधवनक एव शषzwjठतम तकनीको का परयोग वशकक अपन वशकण क िौरान कर सकत ह भारत म सभी असमानताओ को समान बनाना मवशकल ह कयोवक शायि वशकको क पास आधवनक तकनीक का अनभव नही होगा और न ही यह हर िगह उपलबध ही होगी इसक अवतररकत ककाओ क बड़ आकार परवशकण का अभाव सववधाओ का अभाव वशकण म रवि एव तयारी क समय का अभाव इतयावि क कारण वशकक कवल वयाखयान वववध का ही परयाग करत ह विसक कारण वशकक कका-कक की गवतवववधयो को नीरस बना ित ह

वतणमान कका-कक की तलना सपाट सड़क पर िलती बस स कर सकत ह अपन अनभव पयणवकण और कलपना क आधार पर कोई भी कह सकता ह वक सपाट सड़क पर िलती बस म बzwjठ लोग सो सकत ह इसवलए िालक यावरियो को सवरिय करन क वलए कभी-कभी बक लगा िता ह या गवत अवरोधक आ िान स बक लगाता ह इस कारण झटको स यारिी सवरिय हो िात ह इसी परकार स कका म ववदावणयो को भी सवरिय बनाया िा सकता ह कयोवक सवरियता क कारण ववदाव णयो की गहणशीलता बढ़ सकती ह

झटका तकनीक क उदशय वनमन उदशयो की परावzwjतत क वलए वशकक एव वशकक-परवशकक झटका तकनीक का परयोग कर सकत ह mdash

1 ववदाव णयो को सवरिय एव सीखन वाला बनान क वलए

2 अवधगम को आनििायी बनान म3 कका-कक म तनावमकत वातावरण बनान म4 अवधगमकताण की मिि यह िानन म करना वक

उस कया समझ आया ह5 कका-कक म अवधगमकताण की बौवधिक

विमागी उपवसवत को बढ़ाना6 वशकक और ववदाथी क बीि सवस सबध

सावपत करन म ता7 कका-कक की नीरसता तोड़न म

झटका तकनीक और उदीपन विविधता कौशल उदीपन ववववधता वशकण कौशलो म स एक ह इसका मखय उदशय ह वक आवाज म बिलाव दशय-शवय सहायक सामगी हाव-भाव इतयावि क परयोग स वशकण म ववववधता लाना िसरी ओर झटका तकनीक क वलए कछ वववशषट कौशलो की आवशयकता होगी झटका तकनीक क वलए उवित कौशल समह को अनसधान क जररए पहिानना होगा झटका तकनीक क वलए आवशयक कशलताओ म स एक उदीपन ववववधता कौशल भी हो सकता ह

कका वशकण म झटका िन क वभनन तरीक हो सकत ह इसका ियन लवकत समह उदशय ववषय-वसत सिभण वशकक क वयवकततव इतयावि पर वनभणर करता ह झटका तकनीक क वववभनन उपकरण वनमन हो सकत ह mdash

1 दरपण परतितिि लखन साधारण तौर पर यह िखा गया ह वक वशकक शयामपटट का जयािा उपयोग करत ह ववदाथी

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95झटका तकनीक

वबना समझ ही शयामपटट पर वलखी हई िानकारी अपनी कॉवपयो म उतार लत ह कभी-कभी तो ववदाव णयो को पता भी नही होता ह वक उनहोन शयामपटट स नकल कर अपनी कापी म कया वलखा ह शयामपटट स नकल करन क सा-सा ववदाथी आपस म बातिीत िटकल सनाना अपनी पसि की वकताब पढ़ना गहकायण इतयावि करत रहत ह ववदाव णयो का यह वयवहार यह िशाणता ह वक शयामपटट स नकल करत समय ववदाथी ववषय-वसत क परवत उिासीन रहत ह इस परी परवरिया म अचछी बात यह ह वक वशकक और ववदाथी की लखन गवत लगभग एक समान होती ह ववदाथी स कोई िक नही होती ह कछ ववदालयोससानो म वशकक शयामपटट की बिाए परोिकटर का उपयोग करना पसि करत ह कयोवक तयार सलाइडस (PPT) का परयोग बार-बार वकया िा सकता ह इन सलाइडस का वशकक आपस म आिान-परिान भी कर सकत ह सलाइडस की गवत को वशकक वनयवरित करता ह अतः पढ़ान की गवत सववधानसार बढ़ाई या कम की िा सकती ह वशकण गवत बढ़ िान की वसवत म ववदाथी वशकक की गवत स तालमल बzwjठान का परयास करत ह और िब इस परयास म वह ववफल हो िात ह तो अततः उनक पास कवल सनन और पढ़न का ही रासता रह िाता ह इस तरीक स ववदाथी सवरिय होन क बिाए वनवषरिय हो िात ह कया वकसी ववदाथी को शयामपटट अवा सलाइडस पर लखन की सहायता स सवरिय बनाया िा सकता ह हा यह सभव ह अगवलवखत को पढ़न की कोवशश कर और अतर महसस कीविए mdash

शायि आपन महसस वकया होगा वक शबिो क िपणण परवतवबब (लखनी) को पढ़न म आपको जयािा धयान लगान की आवशयकता ह वशकक िपणण परवतवबब लखनी का उपयोग कवल तब कर सकत ह िब वह ववदाव णयो का धयान महतवपणण वबिओ की ओर ल िाना िाह िपणण परवतवबब लखनी हर पररवसवत म और वभनन अवधगमकताणओ क वलए उपयोगी ह इसक वलए अवतररकत वयय की आवशयकता भी नही होती वशकक सवय को परवशवकत कर सकता ह वजावनक दवषटकोण वाला वशकक इसका परयोग करक (ववदाव णयो की उपलवबध पर) जरर परभाव जात करना िाहगा

2 गर-आनरातिक शबद लखन आपन सड़को क वकनार टीवीपर समािार-परिो इतयावि म ववजापन तो अवशय ही िख या पढ़ होग इनम लखनी म बहत अतर होता ह अाणत लखनी गर-आनपावतक होती ह ऐसी लखनी का परयोग लोगो का धयानाकषणण क उदशय स वकया िाता ह इसका उपयोग वशकक भी अपन वशकण क िौरान कर सकत ह जयािातर वशकक कका म शयामपटट पर एक समान वलखत ह इसस ववदाथी शयामपटट पर वलख हए पर धयान िन क वलए परोतसावहत नही होत अतः ववदाव णयो को परोतसावहत करन क वलए गर-आनपावतक शबि लखन का उपयोग वकया िा सकता ह उिाहरण क वलए mdash

सककलबालक

भारत

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96 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

वशकक

समय की बित3 लघ लखन

कका म शयामपटट पर बड़ा-बड़ा वलखकर वशकक वपछली बिो पर बzwjठ ववदाव णयो का ववशष धयान रखत ह शायि इसस ववदाव णयो का भला होता परतीत नही होता कयोवक वह वनवषरिय ही रहत ह इनह सवरिय करन क वलए शयामपटट पर महतवपणण शबिो को इतना जयािा छोटा-छोटा वलखना वक शयामपटट क एकिम सामन की बि पर बzwjठ ववदाव णयो स भी सरलता स न पढ़ा िाए िस ही आप ऐसा कछ शयामपटट पर वलखत ह लगभग सभी ववदाथी पछना शर कर िग की आपन शयामपटट पर कया वलखा ह िब ववदाथी पछ तो वशकक को पढ़कर बताना नही िावहए कछ ववदाथी शायि अपन आप पढ़न की कोवशश करग इस परकार वलखन स व सवरिय होग ता उनकी गहणशीलता म भी सधार आएगा िस mdash

सववधान

एनसीईआरटी

4 दोहर नकारातमक वाकय वशकण क िौरान वशकक कछ महतवपणण वाकय बोलत ह कभी-कभी ववदाथी को सावधान करन क वलए कहत ह वक lsquoकपया धयान िीविएrsquo lsquoधयान स सवनएrsquo lsquoयह महतवपणण हrsquo इतयावि इसक पररणामसवरप कछ ववदाथी धयान ित

ह सवरिय सतकण आवि भी हो िात ह लवकन अवधकाश ववदाथी वनवषरिय अवा सतकण नही रहत ह इन ववदाव णयो का धयान आकवषणत करन हत महतवपणण वाकयो को िोहर नकारातमक शबिो का उपयोग करक िख वक इसस ववदाव णयो को महतवपणण वविार पर धयान क वदरत कर समझन म सहायता वमलती ह वक नही िस mdash

bull वह कका आzwjठवी की परीका म असफल नही रहा ह

bull मझ नही लगता वक उस समझ नही आया ह bull यह परीकण अववशवसनीय नही ह bull यह ववषय अरविकर नही ह

5 असाधारण वाकय रचना सामानयतः सवभावानसार मानव को बिलाव पसि नही होता ह यह िवनक िीवन म तो िखन को वमलता ह लवकन वशकण क िौरान नही शरआत म असाधारण वाकय रिना अभयास कवzwjठन हो सकता ह लवकन इसक वनयवमत उपयोग करन और समय क सा यह वकसी क वलए भी सहि हो िाता ह कका म इसका उपयोग करक ववदाव णयो की एकागता सतर म बिलाव महसस वकया िा सकता ह असाधारण वाकय रिना क कछ उिाहरण नीि विए गए ह िस mdash

bull म तमह पसि करती ह लवकन म उस नापसि नही करती

bull कया यह सपषट रप स असपषट ह bull कया यह परीकण ववशवसनीय रप स

अववशवसनीय ह

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97झटका तकनीक

6 िातकप क रर स अिातकप क तनषकरप वशकण का एक महतवपणण अवयय ह सपषटीकरण हर सपषटीकरण क अत म वनषकषण क रप म एक कन विया िाता ह वनषकषण कन अतयत महतवपणण होता ह और ववदाव णयो स अपका होती ह वक वह इस समझग और याि रखग अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक ववदाथी वनषकषण कन और सपषटीकरण क कनो म शायि ही कोई अतर महसस करत ह इसका एक कारण शायि वनषकषण कन की भाषा म पाया िा सकता ह िो शायि जयािा वभनन नही होता ह सही सपषटीकरण क आधार पर अतावकण क वनषकषण वनकालन की कोवशश कीविए आपको आशियण होगा वक िो ववदाथी आि तक कका म नही बोल वह ववदाथी भी बोलना शर कर िग ववदाथी शायि कहग वक वनषकषण सही नही ह इस अवसर को खोय वबना ववदाव णयो स सही वनषकषण पवछए अत म वशकक को सही वनषकषण जरर बता िना िावहए िस mdash

bull झटका तकनीक का उपयोग कका-कक म ववदाव णयो की सतकण ता बढ़ाएगा बढ़ी सतकण ता क कारण शायि ववदाव णयो की एकागता म भी सधार हो िाएगा पररणामसवरप समझ म सधार होगा बढ़ती समझ क सा ववदाथी शायि परशन पछना शर कर िग इस परवकया म ववदाथी शायि ऐसा परशन भी पछ सकत ह विसका उततर उस समय शायि वशकक को भी नही पता हो ऐसी वसवत क बार-बार सामन आन स वशकक की

परवतषzwjठा पर आि आ सकती ह इस कारण कका म वशकक दारा झटका तकनीक का परयोग नही करना िावहए

bull िब कभी ववदाथी महनत करत ह और कका म एकाग रहत ह तो उनक असफल होन की सभावना बढ़ िाती ह

7 समानारथी िह-शबदो का परयोग सवणमानय अनभवो क आधार पर कहा िा सकता ह वक पढ़ अवा सन गए शबिो म स सब कछ को समझ और समाववषट नही कर सकत ह इसक कई कारण हो सकत ह एक कारण शायि यह भी ह वक कई बार पढ़न और सनन वाला एक या अवधक शबिो को समझ नही पाता पररणामसवरप परा अनचछि अवा बोला गया वाकय समझ म नही आता कका म इस समसया का हल मखय शबि की िगह समान अ ण वाल कई शबिो का परयोग करक वकया िा सकता ह यह समानाथी बह-शबि कई भाषाओ िसmdashअगजी वहिी उिण गिराती इतयावि म बोल िा सकत ह कका म बोल गए बह-शबिो म स वनवशित रप स कछ शबि तो ववदाव णयो को समरण रहग और इसस शायि उनकी समझ म ववधि हो िाए इसक सा-सा कका-कक क वातावरण म भी ववववधता आती ह विसस कका क वातावरण म सधार हो सकता ह

bull यह वनबध lsquoकवzwjठनrsquo lsquoमवशकलrsquo lsquoिवटलrsquo ह bull शोध म उपयकत उपकरणो का ववशवसनीय या

भरोसमि होना अवत आवशयक ह

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98 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

8 िमल उदाहरण दना िहा भी िब भी सभव होता ह वशकक ववषय-वसत को सरल एव अवधगम योगय बनान क वलए उिाहरण ित ह तावक वभनन योगयता वाल ववदाथी समझ सक यह सझाव विया िाता ह वक वशकक को अवधगमकताण क िवनक िीवन स िड़ उिाहरण िन िावहए इसक अवतररकत िहा तक सभव हो वकताब म विए गए उिाहरणो को कका वशकण क िौरान नही िना िावहए इन सबस ववदाव णयो म रवि िागत होती ह लवकन अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक इसक बाविि भी ववदाथी कका-कक वशकण म रवि नही लत ह इसक कई कारण हो सकत ह लवकन एक कारण शायि कका-कक का नीरस वशकण ह वशकक क उिाहरणो स कका-कक वशकण की नीरसता टटनी और ववषय-वसत की समझ म बढ़ोतरी होनी िावहए हालावक इस उदशय की पवतण नही होती ह कया इसका अ ण यह ह वक वशकण म उिाहरणो का परयोग नही वकया िाए वासतव म उिाहरण तो अवनवायण ह लवकन उिाहरणो म बिलाव की जररत ह सामानय रप स उवित उिाहरण ही विए िात ह उवित उिाहरणो क सा कया आपन कभी अनवित उिाहरण भी विए ह यवि हा तो आपन जरर िखा होगा वक कछ ववदाव णयो न शायि जरर कहा होगा वक यह उिाहरण अनवित ह अवा यह बमल उिाहरण ह यवि ऐस बमल उिाहरण नही विए गए होत तो

ववदाव णयो की परवतवरिया नही होती ववदाव णयो दारा वववभनन उिाहरणो की पहिान िशाणती ह वक वह ववषय-वसत को समझन क सा-सा कका-कक म सतकण भी ह अतः उवित और सही उिाहरणो क सा बमल उिाहरण िना भी लाभिायक ह बमल उिाहरणो का परयोग तब कर िब आप िाहत ह वक ववदाथी सवरिय रह अवा आप उनकी समझिारी का परीकण करन वाल हो

9 तशकषक की जाि गलतिया वशकको क बार म लोगो की यह धारणा ह वक वशकक जान िानकारी इतयावि का सरकक ह उनस अपका की िाती ह वक उनह सब कछ पता होगा वशकको को जान का भडार माना गया ह लोगो का यह िान लना जररी ह वक वशकक भी मानव ही ह वह कछ कमताओ क सा िनम लत ह ता कछ कमताए उस विए गए परवशकण स और ववकवसत हो िाती ह परतयक वशकक का ववकास वभनन होगा और कका-कक म उनका परिशणन भी वभनन होगा वशकण क िौरान वशकक कोवशश करता ह वक वह सही िानकारी ि सही वलख सही विरि बनाए परयोगशाला म सही तार िोड़ सही सरि वलख इतयावि इस कारण स ववदाथी यह मानकर िलत ह वक कका म िो कछ भी वशकक दारा वकया िा रहा ह वह सब सही ही होगा इसम कछ गलत नही ह लवकन यह धारणा खतरनाक ह और शायि कभी-कभी यह अवधगम ववरोधी भी हो सकती ह

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99झटका तकनीक

यह भी तथय ह वक यवि ववदाव णयो न कका म पढ़ाई िा रही ववषय-वसत का अधययन पहल स वकया ह तो वशकक क पढ़ान पर उनकी समझ क सतर म ववधि हईवशकक कोई गलती नही करता ह अतः ववदाथी

वनवषरिय एव असतकण होत ह इस पररवसवत म ववदाव णयो क भल क वलए वशकक सधार कर सकत ह वशकक िानबझकर गलती कर सकत ह िस वक कzwjतयटर परोगावमग पढ़ात समय वशकक िानत हए आिश गलत ि यवि ववदाथी पढ़ाई िा रही ववषय-वसत पर धयान ि रह ह और सतकण ह तो वह तरत गलत आिश क परयोग की ओर इशारा करग अाणत गलती पकड़ी िाएगी कवल उस एक ववदाथी क दारा िो कका म धयान ि रहा ह और सतकण ह िस ही गलती की ओर इशारा होता ह अनय ववदाथी भी सतकण हो िात ह िो पहल न तो सतकण और न ही कका म धयान ि रह इस कण वशकक पछ सकता ह वक इस lsquoआिशrsquo का उपयोग कयो नही वकया िा सकता यह परशन ववदाव णयो को कका-कक वशकण म सवरिय भागीिारी का अवसर िगा इस तरह स ववदाथी सीख सक ग और वशकक

को ववदाव णयो की समझ क बार म फीडबक भी वमल िाएगा

इसी तरह स वशकक विरि बनात समय परयोगशाला म परयोग करत समय शयामपटट पर सरि वलखत समय वतणनी वसखात समय आवि म कछ सोिी-समझी गलवतया कर सकता ह यहा याि रखन वाली महतवपणण बात यह ह वक यवि ववदाथी सवय गलती नही पकड़ पाए तो वशकक को ववदाव णयो का धयान गलती पर ल िाना िावहए यवि ववदाथी नही बता पाए तो वशकक को सवय समझाना िावहए इसस ववदाव णयो को सवरिय अवधगमकताण बनान क सा-सा शायि उनम समीकातमक वितन कौशल ववकवसत करन म भी मिि वमलगी इस तरह स वशकक की जात गलवतया वशकण को रोिक और उपयोगी बनान म एक अचछा परयोग हो सकता ह

उपसहारअवधकाश वशकक वबना कोवशश वकए वकसी वविार को छोड़ ित ह लवकन कछ ववरल वशकक होत ह िो वविार छोड़ िन स पहल कोवशश जरर करत ह पाzwjठको स अपका ह वक वह लख म ववणणत झटका तकनीक क तरीको का परयोग अपनी ककाओ म अवशय करग

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दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

रजनी सिहसििकनाथ सरिपाठी

शिकषा कषा क दर अधषापक होत ह और अधषापको की गणवतषा परतक कतर म परशतशिशित होती ह शिकक कषा शिकण शिकषा क समसत आषामो को परभषाशवत करतषा ह इस िोध पतर म िीएड शवदषारथी-शिकको क दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत दशzwjटzwjिकोण कषा अधन शकषा गषा ह इस िोध म अधन क शिए 200 शवदषारथी-शिकको कषा चन उदशपरक नषाददि शवशध स शकषा गषा शिसम 100 शवदषारथी-शिकक सरकषारी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र और 100 शनिी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र इस अधन को पणद करन हत वणदनषातमक अनसधषान क अतगदत सववकणषातमक िोध शवशध कषा परोग तरषा आकड़ो क शवशिरण हत परशतित परशवशध एव zwjिी-परीकण कषा परोग शकषा गषा इस िोध क पररणषाम ह ितषात ह शक ससरषानो म पषाठकरम एव एनसीzwjिीई शवशनम 2014 क अनसषार ककषा-कक परोगिषािषा एव अन भौशतक ससषाधनो कषा अभषाव पषाषा गषा मषानवी ससषाधन क रप म अशधकतम ससरषानो म परशिशकत शिकक उपिबध नही ह शवदषारथी-शिकको क अनसषार ससरषानो म परशिशकत शिकको कषा अभषाव भी पठन-पषाठन म समसषा कषा एक परमख कषारण ह अशधकतम शवदषारथी-शिकको न समषावशध को िकर दो वरथी िीएड पषाठकरम की आिोचनषा की और सझषाव शदषा शक सरकषार को पनः एक वरद कषा िीएड पषाठकरम िनषानषा चषाशहए दो वरथी पषाठकरम क परशत सरकषारी एव गर-सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको क दशzwjटzwjिकोण म अतर पषाषा गषा सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको कषा दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत सकषारषातमक दशzwjटzwjिकोण पषाषा गषा

परसिावनासिका का क दर अधापक होत ह और अधापको की गणिता सिका क परतक करि म परसतसिसित होती ह राषzwjटी जान आोग न सिकक को राषzwjटी सिकाि क

सिए एक महतिपणण कारक माना ह सिकक सिका क िमसत आामो को परभासित करत ह सिकक का सिका जगत पर पणण परभाि एि महति रहता ह सिकक ही राषzwjट को िही रप परदान करन म पणणतः

िोशधकषा सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005 सहषाक आचषा द सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005

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101दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

िकम होता ह सिकक का परसिसकत होना सिकण क सिए आधारभत ढाचा तार करना होता ह सिकक सिका म गणातमक िधार का सिकाि तभी िभि ह जि हमार अधापक सि म जान आिोक क पज होग अतः िधार हत ह आिशक हो जाता ह सक सिकण वििा को मनिा िाचा एि कमणणा ि अपनाा जाए और इिम सिकक सिका िसथान की नसतक सजममदारी भी होनी चासहए तथा उिका िाधन िपनन होना भी आिशक ह िसकन इिि भी असधक आिशक ह ह सक सिकक को अपन का ण म सि दक होना चासहए िमाज म एक तरफ भमडिीकरण और िाजारिाद का परभाि एि दिाि सजि गसत ि िढ़ता जा रहा ह उिी परकार सिकक सिका को विससथत करना आिशक हो गा ह हम ह भी धान रखना पड़गा सक हमार सिकक सिका िसथान उिी परकार क सिकक तार कर जो चनौसतो को सिीकार कर िक तथा आगामी िमाज को उिकी मानसिकता क अनिार अधापको को तार कर िक

िहत सदनो ि सिकक सिका क सिसभनन पाठकरमो की िमीका की आिशकता महिि की जा रही थी और ह आिशक भी ह सक िम पर िमाज की आिशकता क अनिार पाठकरम का पररमाजणन एि निीनीकरण सका जाए तासक पाठकरम उन ितणमान सिदासथणो की सिकण दकता वाििासक कौििो को परा कर िक इि ससथसत को धान म रखत हए राषzwjटी अधापक सिका पररषद न सिकक सिका म सिसनम 2014 िाग कर सदा जो िरि 2015 ि परभािी ह इि सिसनम म िीएड

पाठकरम की अिसध एक िषण ि िढ़ाकर दो िषण कर दी गई सिदासथणो म परसिकण कौििो क सिकाि क सिए अभाि-सिकण जो एक माह का हआ करता था उिकी अिसध को चार माह कर सद ा गा और अन असतररकत सिषो को भी पाठकरम म िसममसित सका गा ह इि अधन म ह जानन का पराि सका गा ह सक ितणमान सिकक सिका पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण का ह इि पाठकरम क सिसभनन पको क परसत ि का िोचत ह और उनका अपना सिचार का ह पाठकरम क दौरान उनको सकन-सकन िमसाओ का िामना करना पड़ा इि पाठकरम को कि परभािी िनाा जाए आसद िातो का अधन करन क सिए इि िोध िमसा का चन सका गा

सकिी भी दि की परगसत उि दि की सिका की गणिता पर सनभणर करती ह और सिका की गणिता उि दि क सिकको पर सनभणर करती ह िशिीकरण एि सनजीकरण न अधापक सिका को िहत जादा परभासित सका ह असधकतम सिकक सिका िसथानो दारा राषzwjटी अधापक सिका पररषद दारा सनधाणररत सदिासनददिो का पािन नही सका जाता और सका जाता ह तो सिफण कागजो म इि कारण अधापक सिका की गणिता सदन-परसतसदन सगरती जा रही ह 2011 म मानि ििाधन सिकाि मरिाि दारा क दरी अधापक पारिता परीका की िरआत की गई और अधापक िनन क सिए पारिता परीका असनिा ण कर दी गई परत इि परीका म उतीणण सिदाथथी-सिकको की िखा िहत ही कम रही ही ससथसत िगभग िभी राजो म रही जो

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102 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अधापक सिका और अधापको की गणिता को दिाणता ह इन सिकक सिका िसथानो दारा सकि परकार परसिकण सदा जाए कि ििाधन उपिबध कराए जाए आसद कछ महतिपणण सिदओ को धान म रखत हए इि िोध िमसा का चन सका गा तासक इन सिदओ जिmdashपाठकरम पाठकरम का िदासतक एि परोगातमकवािहाररक पक अिसध मलाकन परसिसध अभाि-सिकण ििाधन आसद पर सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन सका जा िक

उदशय इि िोध अधन क सनमनसिसखत उदश थmdash1 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-

सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना2 िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका

िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना

3 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना तथा

4 दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना

नयादिशइि िोध अधन म 200 सिदाथथी-सिकको का चन उदशपरक नादिण सिसध ि सका गा सजिम 100 िरकारी सिकक सिका एि 100 गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत

सिदाथथी-सिकको को सिा गा इि चन परसकरा म किा एि सिजान िगण क सिदाथथी-सिकको का चन िमान रप ि सका गा

सातयकी िकनीकइि िोध अधन म आकड़ो क सिशिषण हत परसतित zwjिी-परीकण सिसध का परोग सका गा

उपकरण इि िोध अधन म आकड़ो क िगरह हत िोधकताण दारा सिकसित तीन सिदओ पर आधाररत दसषzwjिकोण मापनी का परोग सका गा सजिम पाठकरम की अिसध मलाकन परसिसध ििाधन सिकक पाठकरम का िदासतक एि परोगातमक पक आसद ि ििसधत कि 30 कथन थ सजिम दो कथन मकत परकसत क थ

तवशzwjरण एव वयाया दसषzwjिकोण मापनी दारा परापत आकड़ो का सिशिषण एि वाखा उदशो क अनिार की गई ह उदशय 1 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करन क सिए परसतित परसिसध का परोग सका गा सिशिषण ि परापत पररणाम और परसतित का मान िारणी 1 म सदा गा ह

दो िषथी िीएड पाठकरम क सिसभनन सिदओ क पररपरक म िारणी 1 क अनिार सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण की वाखा इि परकार ह mdash

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103दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सारणी 1mdash दो वरषीय बीएड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको का दतzwjटzwjिकोण (परतििि म)

करम स या करन सहमि असहमि अतनतशzwjिि1 अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि 50 50 mdash

2 अिसध िढ़ा दन ि गणिता म िसद 61 39 mdash

3 एनिीzwjिीई को परभािपणण तरीक ि िाग न करना 56 44 mdash

4 अिसध िढ़ान ि नामाकन का घzwjिना 63 30 7

5 पाठकरम क िचािन हत ििाधनो का उपिबध न होना 90 2 8

6 पाठकरम क अनकि पसतकाि म पसतक उपिबध न होना 60 15 25

7 पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि न होना 43 375 195

8 पाठकरम को िाग करन हत सिसभनन सिदओ पर धान 55 395 105

9 ितणमान वाििासक आिशकताओ की पसतण 55 mdash 45

10 अतसधक सिषो का न होना mdash 69 31

11 परसतिदता ि ििसधत सिसभनन आाम 10 30 60

12 पाठकरम और आदिण सिकक क गण न होना 595 mdash 405

13 पाठकरम और आतमसिशिाि 40 mdash 60

14 पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का सिकाि 50 50 mdash

15 सिकण कौििो का असधक होना mdash mdash mdash

16 पाठकरम िहाक िामगरी एि पसतको की उपिबधता 60 15 25

17 पाठकरम म िदासतक सिषो की अपका वािहाररक पक 56 33 11

18 पाठकरम म पाठ िहगामी सकराए 68 16 16

19 पाठकरम एि परोगातमक वािहाररकपक 88 12 mdash

20 िकम सिकण एि सिसभनन सिकण कौिि 52 mdash 48

21 पाठकरम एि अभाि-सिकण की अिसध 45 525 25

22 परसिकण एि उपससथसत का परसतित 60 40 mdash

23 पाठकरम की अिसध कम कर दना चासहए 90 10 mdash

24 ितणमान पाठकरम एि मलाकन परसिसध ि अितषzwjि 51 21 28

25 िमसzwjिर परणािी का उसचत होना 55 41 4

26 आतररक मलाकन को असधक महति न दना 555 425 2

27 पाठकरम परी तरह िमझ आ रहा ह mdash mdash mdash

28 सिकक mdash mdash mdash

29 िमसाओ का िामना करना पड़ा

30 िचािन हत िझाि

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104 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवतिmdash िीएड पाठकरम की अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि ह क ििध म 50 परसतित सिदाथथी-सिकको न उसचत एि अचछा पराि िताा जिसक 50 परसतित सिदाथथी-सिकक िरकार क अिसध िढ़ान िाि पराि को उसचत नही ितात ह िही जि सिदाथथी-सिकको ि अिसध िढ़ान ि गणिता म िसद होगी इि ििध म सिचार सिा तो िगभग 61 परसतित सिदाथथी-सिकको न इिको िही एि उसचत िताा सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक परसिकण की अिसध िढ़ान ि अधापक सिका म गणिता की िसद होगी जिसक 39 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार अिसध एि गणिता म कोई ििध नही ह

नबि परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार करत ह सक नामाकन िढ़ान हत िरकार को पाठकरम की अिसध कम कर दनी चासहए जिसक किि 10 परसतित इि ििध म अिहमसत वकत करत ह दो वरषीय पाठयकरम को zwjाग करना mdash परिािन दारा एनिीzwjिीई सिसनम 2014 को परभािपणण रप ि िाग करन हत महतिपणण भसमका सनभाई जा रही ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार परिािन इि दो िषथी पाठकरम को पणण रप ि िाग करन क सिए पणण भसमका नही सनभा रहा ह िही किि 44 परसतित इि िात पर िहमसत वकत करत ह सक परिािन अपनी महतिपणण भसमका अदा कर रहा ह सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक सिसनम 2014 को परभािपणण तरीक ि िाग करन क सिए परिािन अपनी महतिपणण भसमका नही सनभा रहा ह

नामाकन mdash सतरिठ परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम की अिसध िढ़ा दन ि ही िीएड म नामाकन घzwjिता जा रहा ह जिसक 30 परसतित अिहमसत वकत करत ह किि 7 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपना कोई मत नही दत हससािन mdash नबि परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म दो िषथी िीएड पाठकरम क परभािपणण िचािन हत पाणपत मारिा म मानिी एि भौसतक ििाधन उपिबध नही ह किि दो परसतित सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक ििाधन उपिबध ह िही पर 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम क अनिार पसतकाि म पसतक भी उपिबध नही हपाठयकरम mdash ितणमान पाठकरम वाििासक कौििो की पसतण करता ह एि पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सकए जान क ििध म करमिः 31 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपन सिचारो म असनसशचतता परकzwjि की िही पर 69 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सका जाना उसचत नही ह सिदाथथी-सिकको न ह िताा सक पाठकरम को परभािी तरीक ि िाग करन ि ििसधत सिसभनन सिदओ पर धान नही सदा गा 595 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आदिण सिकक िनान क सिए एि मलो क सिकाि हत पाणपत परािधान नही ह िगभग 50 परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार कर रह ह सक दो िषथी पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का

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105दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सिकाि हो रहा ह िही उतन ही परसतित इि ििध म अिहमसत वकत कर रह ह किि 43 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक ह पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि नही ह जिसक 375 परसतित ह मान रह ह सक पाठकरम सपषzwjि एि िरि ह िही 60 परसतित सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक पाठकरम क अनिार पसतकाि म पाणपत मारिा म पसतक उपिबध नही ह किि 15 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मान रह ह की पसतक उपिबध हपाठयकरम का सदातिक पकष mdash सिकक सिका पाठकरम म िदासतक पक की अपका वािहाररक पक को असधक महति सदा गा ह जो एक अचछा पराि ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपनी िहमसत 33 परसतित न अिहमसत और किि 11 परसतित न कोई सिचार परसतत नही सकए 68 परसतित ि असधक अथाणत असधकतम सिदाथथी-सिकको न िताा की ितणमान पाठकरम म पाठ-िहगामी सकराओ को सििष महति सदा गा ह जिसक किि 16 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपनी अिमणथता वकत करत हपाठयकरम म वयावहाररक पकष mdash अभाि-सिकण की अिसध असधक होन क ििध म 45 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक इिि सिकण कौििो क सिकाि म कोई परभाि नही पड़गा िही पर 525 परसतित सिदाथथी-सिकक ह भी सिीकार करत ह सक िकम सिकण की अिसध एि कौििो को िढ़ाा जाना (पणण) परसिकण क दसषzwjिकोण ि एक उसचत कदम नही ह दिरी तरफ

असधकतम सिदाथथी-सिकक (88 परसतित) न ह सिीकार सका सक वािहाररक पक पर सि िष धान दत हए िदासतक सिषो को कम कर दना चासहएतिकषक mdash सिकक सिका का णकरम क पाठकरम को परा करन हत सिकक पणण रप ि परसिसकत हो क ििध म सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक सिकक ितणमान पाठकरम क अनिार परसिसकत हउपतसरति mdash उपससथसत का परसतित िढ़ा दन ि सिदाथथी-सिकको क परसिकण ससथसत पर अिर पड़गा क ििध म 60 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि उसचत माना जिसक 40 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार उपससथसत का परसिकण ि कोई ििध नही हमलयाकन परतवतिmdash इकािन परसतित सिदाथथी-सिकक ितणमान पाठकरम की मलाकन परसिसध ि परी तरह अितषzwjि ह 28 परसतित सिदाथथी-सिकको न मलाकन परसकरा क िार म कोई सिचार परसतत नही सकए जिसक किि 21 परसतित सिदाथथी-सिकक मलाकन की परसिसध को उसचत मानत ह िही पर 555 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन पर असधक महति नही सदा गा ह जिसक 425 इि पक म ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन को महति सदा गा ह

ितणमान पाठकरम म िमसzwjिर परणािी एक उसचत कदम ह क ििध म 55 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि िही ठहराा जिसक 41 परसतित न गित किि 4 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि ििध म असनसशचतता वकत की

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106 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िारणी 2 ि सपषzwjि ह सक zwjिी-अनपात का मान 262 ह जो 01 सतर पर िाथणकता क सिए आिशक मान 260 ि असधक ह अतः पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही ह को असिीकार सका जाता ह सनषकषण क रप म कहा जा िकता ह सक दो िषथी पाठकरम म परसत

िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह मधमान क आधार पर ह भी कहा जा िकता ह सक िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण हउदशय 3 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क दौरान सिदाथथी-सिकको को होन िािी िमसाओ ि ििसधत परापत पररणाम िारणी 3 म सदए गए ह

पचानि परसतित ि असधक सिदाथथी-सिकको न अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना िताा जो सिना पाररशरसमक एि सनरीकण क हो रहा ह एक परमख िमसा ह िही पर 85 परसतित सिदाथथी-सिकको न िताा सक मॉडि सिदाि अथाणत परसिकण क सिए सिदाि का न होना ा दर

सारणी 2 mdash समहवार नयादिश मधयमान मानक तवzwjिzwjन एव zwjिी-परापिाक को दिाशिी सारणी

समहनयादिश की स या

मधयमान (M)

मानक तवzwjिzwjन (SD)

दोनो समह क बीzwjि मधयमान का अिर

मानक तवzwjिzwjन का अिर

zwjिी-परापिाक

िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7443 724

27 103 262गर-िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7173 754

उदशय 2 mdash िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना इि हत िन पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही हrdquo इि पररकलपना की जाच हत zwjिी-परीकण का परोग सका जो िारणी 2 म सदा गा ह

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107दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

नही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह 95 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो क पसतकािो म निीन पाठकरम क अनिार पसतको का अभाि ह जो हम िोगो क सिए एक िहत िड़ी िमसा ह सजिक कारण अधन िासधत होता ह किि 20 परसतित सिदाथथी-सिकक अनपकत सिष जो पाठकरम म ह ऐि सिष जो भसिष म उपोगी न हो को िमसा क रप म परदसिणत कर रह ह

उदशय 4 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना इि हत सिदाथथी-सिकको न अपन सनमनसिसखत िझाि परदान सकएmdash

bull औित ि असधक सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा की पाठकरम म िदासतक सिषो

होना भी एक िहत िड़ी िमसा ह सजिि आसथणक िोझ िढ़ गा ह िीएड पाठकरम की अिसध दो िषण होना 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार एक िमसा ह कोसक सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक अिसध असधक होन ि फीि म िसद हो गई ह जो एक आसथणक िमसा का परमख कारण िन रही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार दो िषण का पाठकरम होन ि धन का अपव हो रहा ह आग उनह िलक आिाि क खचण आसद क रप म आसथणक िमसाओ का िामना करना पढ़ रहा ह

िगभग 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध

सारणी 3 mdash पाठयकरम क दौरान तवदारषी-तिकषको को होन वाzwjी समसयाए

करम स या करन स या परतििि1 पाठकरम की अिसध का असधक होना 180 90

2 धन का अपव एि फीि िसद 120 60

3 ििाधनो की कमी 180 90

4 िम का दरपोग 140 70

5 पाठकरम का भसिष म कोई उपोग नही 40 20

6 परसिसकत सिकको का अभाि 120 60

7 अतसधक पाठकरम 140 70

8 पसतको का अभाि 190 95

10 मॉडि सिदाि परसिकण क सिए सिदाि का न होना 170 85

11 अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना 190 95

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108 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

को कम कर परोगातमक परसिकण पर सििष धान सदा जाए

bull पाठकरम अतत वापक ह और उिम अतसधक अनािशक सिषो को िसममसित सका गा ह जो ितणमान दसषzwjि ि उपोगी नही ह उन सिषो को हzwjिाा जाए

bull असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए

bull सिदाथथी-सिकको न पाठकरम क अनकि ििाधनो को उपिबध कराकर पाठकरम िाग करना चासहए था उनक अनिार परतक सिकक सिका िसथानो म सिकको का अभाि ह िरकार को आिशक मानिी एि भौसतक ििाधनो की विसथा करनी चासहए

bull सिदाथथी-सिकको की मलाकन परणािी को और िदढ़ िनाा जाए पररणाम िम पर सनकािा जाए और परसिकण परापत करन िाि सिदाथथी-सिकको को रोजगार भी उपिबध करान का िझाि सदा जाए

bull मलाकन म सिकको की सिकण ििी का मलाकन सका जाए एि हमारी उतर पससतकाए सदखान का परािधान सका जाए क िि ध म िझाि सदा

bull सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा सक दो िषथी पाठकरम होन ि िलक िढ़ गा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको को िमसाओ का िामना करना पड़ता ह अतः िलक कम सका जाए

bull पाठकरम क अनकि पसतकािो म पसतक उपिबध कराई जाए

bull िीएड पाठकरम क िाथ-िाथ परसतोगी परीकाओ की तारी हत ककाओ का परािधान सका जाए

bull पाठकरम म उसचत उपोगी एि भसिष क दसषzwjिकोण ि िाभदाक सिषो को िसममसित सका जाए परसिकण क सिए िरकार को अभाि-सिकण हत पाणपत सिदाि उपिबध कराना चासहए

तनzwjटकरशिोध अधन क पररणाम ह ितात ह सक सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध नही ह सिदाथथी-सिकको क अनिार िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए दो िषथी पाठकरम म परसत िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह िरकारी िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण ह

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109दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

अनय महतवपणश सझाव परसिकण म कमी हमिा वसकतगत कारणो ि नही होती कछ िामासजक एि आसथणक कारणो ि भी होती ह हम उि वििा की िासतसिक ससथसत का आकिन कर िकारातमक सदिा म पराि करना चासहए

bull अधापक सिका म का णरत िकसणक िसथाओ को चासहए सक ि अपन िसथानो म ऐि सिकको को तार कर जो पणण रप ि अपन कतणवो का पािन कर तथा िमाज म एक परसिसकत सिकक क रप म अपनी पहचान िना िक

bull हम इि पर सिचार करन की आिशकता ह सक अधापको क परसिकण हत का रणनीसत अपनाई जाए सजिि अधापको म परसिकण क सतर को िढ़ाा जाए तथा का ण क परसत ििदनिीिता िढ़ान की आिशकता ह

bull सिकको म मलो क अभाि एि कारणो जिािदही की कमी एि आतम चतना म कमी क कारणो का पता िगाा जाए तथा मलो क िरकण जिािदही का सनधाणरण सका जाए सजिि परसिकण म िकारातमक िधार िाा जा िक

bull िमसत सिकक सिका िसथानो सिदािो एि सिशिसिदािो म परसिकण का णकरमो म परसिकण क महति को िताा जाए तथा पाठकरम म परसिकण को उसचत सथान सदा जाए

bull अधापक सिका म परसिकण म होती कमी ा सगरािzwjि क कारणो का पता िगाकर उि दर करन की आिशकता ह

bull परसिकण क सिए जागरकता का णकरम का णिािाओ एि िगोसषठो का आोजन सका जाए अधापक सिका ि ििसधत सनमो मलो एि जिािदही का सनधाणरण सका जाए अधापक को उनक दासतिो एि कतणवो का िोध कराा जाए तथा इिक परसत उनम जागरकता िाई जाए परसिकण ि ििसधत अभाि का ण पाठकरम म िाा जाए

bull िकसणक परसकरा क िपादन परिधन एि पाठकरम क सिकाि म सिकको की भसमका दी जाए सजिि उनकी जिािदही का सनधाणरण सका जाए तथा उनकी उपिसबध का आकिन सका जाए

सदरश

अहमद िमीम 2012 परिपिन ररगासडग ओइआर द कि ऑफ पिणपसकzwjिि zwjिीचिण िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 37 निमिर-4 फरिरी 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एडिडण एिन 1969 zwjिशन स ऑफ एशzwjिzwjिड सकि कसटरिन िसकिि सफफर एड िाइमि पराइिzwjि सिसमzwjिड िामि सिद जिाइzwjि इसडन अमररकन परोगराम

कमार 2004 परारसभक सिका क भािी सिकको की सिकक असभिसतो तथा सिकण वििा क परसत िचनिदता एि िमपणण सतर का अधन

गपता ए पी 2005 सषाशकी शवशधषा िारदा पसतक भिन परकािन इिाहािाद

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110 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

गिहान ज एि 2008 इनोिसzwjिि एपरोच zwjि द िीएड करीकिम इन द सनिसिणzwjिीज ऑफ महाराषzwjट िनदि ऑफ एिकिन ररसचद एड एसzwjििन िॉलम-45 अक 4 अकतिर-सदिमिर 2008 पषठ 1ndash11 कोइमिzwjिर

जान िी िसzwjि 2000 ररसचद इन एिकिन परसzwjिि हाि ऑफ इसडा सिसमzwjिडजन ररचा 2012 ऐसzwjि zwjिड ऑफ zwjिीचिण zwjििडण zwjिीसचग परोिि zwjटनड थ फॉमणि एड सडसzwjिनि मोड िनदि ऑफ इशडन

एिकिन एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड एम एम 2005 किासिzwjिी एना सिसिि ऑफ िीएड करीकिम इमपसिमzwjििन एड ऑउzwjिकम परोजकzwjि ऑफ द

आरआईई अजमर ररपोzwjिणि िाए इररक एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड ोगनदर और िरन कमार दि 2012 परॉबिम फिड िाई सपिि zwjिीचिण इन इमपसिमसzwjिग इकिसिि एजकिन अडर

ििण सिका असभान िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 निमिर 1 मई 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

पार आर क 2011 इफकzwjि ऑफ परोफिनि डििपमzwjि परोगराम ऑन दी ऐसzwjिzwjिड ऑफ परी-िसिणि zwjिीचिण zwjििडण सzwjिडzwjिि सिद सपिि नीडि िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 पषठ 46ndash58 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

िधोपाधा 2006 सिकक भषारती आधशनक शिकषा जिाई-अकतिर ि कताक िषण 25 अक 1-2 पषठ 1ndash5 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

सनसनाि एन पी और एिक िखरा 2007 नािज एड अिरनि ििि ऑफ zwjिीचिण अडर गोसइग िीएड zwjटसनग थ सडसzwjिनि मोड आन एच आइ िी इशडन िनदि आफ पषापििन एिकिन पषठ 61ndash69 नी सदलिी

ादि ितीि 2009 अधापक सिका िमसाए एि चनौसता भषारती आधशनक शिकषा िषण 30 अक 2 पषठ 79ndash85एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

शरीिासति राजि 2012 जनजाती सिका म सिकको की भसमका भषारती आधशनक शिकषा िषण-32 अक-4 अपरि 2012 पषठ 19ndash25 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एनिीzwjिीई रगििन 2014

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बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग क सम उतपनन समसयाओ कया अधन

तारकशzwjवर गपता

शिकषक शिकषषा महतवपरण कषारणकरम ह शिकषक शिकषषा म पषारोशिक शकररषाओ क अतिणत अभरषास-शिकषर (इटरणशिप) कषा शविष महतव होतषा ह तथषा शिकषर कौिलो कषा जषार शिकषषा क पसषार को िरवतषा पदषार करतषा ह शिकषर कौिलो कषा जषार एव शवकषास तथषा वषासतशवक पररशसथशत म परोि शिकषक की शवशिषट रोगरतषा को पदशिणत करतषा ह इस िोध पतर म शवदषाथथी-शिकषको म कौिल रकत शिकषषा पषापत करर एव अधरषापर कषारण म पवीर करर म आर वषाली समसरषाओ एव ततसबधी तथरो पर पकषाि डषालर कषा परषास शकरषा िरषा ह इस िोध अधररर की पकशत सववकषर थी इसम उदशरपरण पशतदिणर शवशध स चरशरत पशतदिण क रप म महषारषारषा पतषाप रषाजकीर सरषातकोतर महषाशवदषालर हरदोई (उर पदि) म सतर 2015ndash16 म अधररररत बी एड क 65 शवदषाथथी-शिकषको को सशमशलत शकरषा िरषा थषा उपकरर क रप म िोधक दषारषा सव-शरशमणत अभरषास-शिकषर सचरषा पतर कषा परोि शकरषा िरषा थषा शजसम छह शिकषर कौिलो क परोि तथषा उरक परोि क समर उतपनर होर वषाली कशिरषाइरो स सबशधत पशर थ इस िोध अधररर म पषारषा िरषा शक शवदषाथथी-शिकषको को सवषाणशधक समसरषा शवदषाशथणरो दषारषा ही आती ह सषाथ ही शिकषर वषातषावरर स भी समसरषा उतपनर होती ह शिकषर कौिलो क जषार कषा अभषाव तथषा परोि की परषाणपत जषारकषारी कषा र होरषा भी समसरषा उतपनर करतषा ह इर समसरषाओ कषा मखर कषारर पशिकषर ससथषारो म पशिकषको की कमी तथषा रीशतरो म वरषापक समनवरतषा कषा अभषाव पषारषा िरषा इसकषा एक अनर कषारर ससथषारो क पषास सवर क शवदषालर रही ह जहषा वरवशसथत तथषा परणकषाशलक पशिकषर सपनर करषारषा जषा सक

अशससटट पोफसर (बीएडवzwjवभाग) महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) 241 001

परसयािनयाldquoराषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का महतzwjव zwjवजावक दवषटिकोण की आzwjवशयकता अप काम म उतकक षटिता क वलए परवतबदध रहा और अप समाज क वलए विवतत होाrdquo एक य वशकषक की अवभकलपा होी िावहए िटोपाधयाय आयोग

(1983ndash85) एक वशकषक हमशा अप काम की उतकक षटिता क वलए परवतबदध और अप समाज क वलए विवतत रहता ह उस समय-समय पर उवित मागगदशग की आzwjवशयकता होती ह समाज वकस वदशा म अगरसर हो रहा ह उस पर उसकी दवषटि रहती ह य समाज की सरिा म य लोगो की ही भवमका होी

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112 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िावहए कयोवक उनह ही उस समाज म रहा ह तथा आ zwjवाली पीढ़ी क वलए य ससकार द ह वशकषक ब हत परवशकषण परापत कर रह वzwjवदाथथी-वशकषको म राषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का सिार तथा zwjवजावक दवषटिकोण को वzwjवकवसत करा एzwjव वशकषण कौशल सीखा आzwjवशयक ह

कोठारी आयोग (1964ndash66) वशकषा म गणातमक सधार क वलए वशकषको को बतौर पशzwjवर तयार कर पर बल वदया था आयोग का मत थाmdash ldquoवशकषक-वशकषा को एक तरफ वzwjवशzwjववzwjवदालयो की अकादवमक मखयधारा म और दसरी ओर सकली जीzwjव तथा शवकषक वzwjवकास म ला की बात पर जोर वदया जाएrdquo zwjवतगमा वशकषक-परवशकषण कायगकरम वशकषको को एक ऐसी वयzwjवसथा म समायोवजत कर क वलए परवशकषण दता ह वजसम वशकषा क बार म यह समझा जाता ह वक उसम कzwjवल सिाओ का परसार होता ह परिवलत वशकषक-परवशकषण कायगकरम म तो य वzwjविारो को सदभग म वलया जाता ह ही सकल और समाज स जड़ मदो की इसम ििाग हो पाती ह इसम य परकार क शकषवणक अभzwjवो क वलए कोई जगह ही होती वशकषक-परवशकषण क अभzwjवो स पता िलता ह वक उसम जा को परद की तरह वबा सzwjवाल उठाए पाठयियाग म बाध वदया जाता ह और उस तो वzwjवदाथथी-वशकषको दारा परीकषण वदया जाता ह ही वकसी अनय वशकषक दारा

समाज म समसयाए बहत ह वजक वराकरण क वलए सामावजक मलय वतक मलय एzwjव राजवतक मलयो को आतमसात कर की आzwjवशयकता होती ह वशकषक सzwjवय म इ मलयो को धाररत करता ह

तथा अप धमग का वzwjवागह करता ह वशकषक का धमग दश काल की पररवसथवतयो क असार समाज क ागररको को तयार करा तथा भाzwjवी सभाzwjवाओ की खोज करा ह मषय क जीzwjव को उनत बा क वलए वशकषा ही एकमातर साध ह वशकषा स मषय अप अवसततzwjव जीzwjव का उदशय तथा सामावजक सबधो एzwjव जीzwjव मलयो को समझ म सकषम हो पाता ह समाज की जवटिलताओ जीzwjव की उलझो का समाधा कर क साधो की खोज म वशकषा सहयोग परदा करती ह वशकषा क माधयम स मषय परकक वत क उ रहसयो को समझ पाता ह जो उसक वलए आशियग स कम ही होत वजको जा और समझ म मषय य-य आवzwjवषकार करता आ रहा ह इ आवzwjवषकारो मषय को भौवतक सवzwjवधाओ की उपलबधता परदा की ह

वशकषक ब की परवकरया म अधययरत वzwjवदाथथी-वशकषक जो इस कषतर म वबलकल य होत ह और वzwjववभन वzwjवषयो की पकषठभवम स जड़ होत ह वजनह zwjवी वzwjवषय वशकषा दशग वशकषा मोवzwjवजा वशकषा तकीकी वशकषा का इवतहास वशकषा परबध इतयावद का अधयय करा पड़ता ह इ सभी वzwjवषयो का जा एक वशकषक को आzwjवशयक ह इ वzwjवषयो क अभाzwjव म वशकषक अधयाप की पणगता को परापत कर म असमथग ह उचि वशकषा का यह कषतर अतयत महतzwjवपणग ह इस कषतर की गणzwjवा वशकषा क सभी सतरो को परभावzwjवत करती ह वशकषक वशकषा म वसदधात क अवतररकत परायोवगक वसथवत अतयत महतzwjवपणग ह वजसस वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjववभन ि ौवतयो का सामा करा पड़ता ह

Chapter 11indd 112 732018 45941 PM

113बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

अभयास-वशकषण क समय वzwjवदाथथी-वशकषको को अक कौशलो की परसतवत करी पड़ती ह वzwjववभन कौशलो क वzwjवकास हत पाठ योजा का वमागण करा होता ह वजस वzwjववभन वशकषण वबदओ क सहयोग स वzwjवकवसत वकया जाता ह पाठ की परसताzwjवा क परश बाा जो परतयक वzwjवदाथथी-वशकषक क वलए ि ौती होती ह परशीकरण कौशल म सपणग पाठ योजा म वzwjववभन परकार क परशो का वमागण करा होता ह यथाmdash परसताzwjवा परश बोध परश वzwjवकासातमक परश तथा प राzwjवकव क परश इतयावद वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए वzwjववशषटि उदशयो का िय और लख कम ि ौतीपणग ही रहता वयाखया वलख म भी वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आती ह वशकषण सहायक सामगरी बा म तो वzwjवदाथथी-वशकषको को अवधक समय द ा पड़ता ह

zwjवसततः वशकषक-परवशकषण ि ौतीपणग कायग ह इस परवशकषण क माधयम स वzwjवदाथथी-वशकषक वशकषण क कायगकलाप म दकषता परापत करता ह अभयास-वशकषण स वzwjवदाथथी-वशकषक म कौशलो का वzwjवकास ही ही होता अवपत जीzwjव को सफल बा zwjवाल वzwjववभन ततzwjवो का भी वzwjवकास होता ह इस अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषक म समय परबध ककषा परबध अशास सहयोग वयाzwjवहाररकता समायोज तथा धयग कषमा आवद गण भी वzwjवकवसत होत ह य वzwjवदाथथी-वशकषक वzwjववभन वzwjवषयो म सातक एzwjव परासातक की वशकषा गरहण कर क बाद आत ह वकत वज वzwjवषयो स उका सामा होता ह zwjव उक वलए zwjवी होत ह वजसस उक दवषटिकोण म गणातमक पररzwjवतग आता ह

वशकषक अप वzwjवदाथथी तथा समाज दोो क वलए रोल मॉडल होता ह इसवलए उसक वयवकततzwjव म उ गणो का समाzwjवश होा अतयत आzwjवशयक ह जो उस एक अचा ागररक बा सक साथ ही सामावजक समसयाओ क समाधा हत उचि सतर क वित का भी वzwjवकास कर सक वशकषक सामावजक समसयाओ क समाधा हत उतकक षटि तकग और वzwjविार परसतत करता ह वजसक सहयोग स भाzwjवी पीढ़ी भवzwjवषय की योजाओ का वमागण करती ह तथा अप वलए सदर समाज का सकज करती ह समाज की वदशा और दशा को तय कर का दावयतzwjव भी वशकषक का ही होता ह zwjवह वजस सतर तक वितशील होता ह उसी सतर पर वदशा और दशा भी वधागररत होती ह

वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क समय कौशलो क वzwjवकास म कवठाई का सामा करा पड़ता ह मल समसया यह होती ह वक परभाzwjवी वशकषण कस वकया जाए परभाzwjवी वशकषण क वलए वzwjवषय का जा होा परथम शतग ह वशकषण क वलए उतसाह और सzwjवदशीलता क साथ ही सकजातमकता और गणzwjवा का होा भी आzwjवशयक ह जब वzwjवदाथथी-वशकषक ककषा म वशकषण कायग कर रहा होता ह उस समय उस एक साथ कई वबदओ क मधय सामजसय सथावपत करा पड़ता ह जस mdash ककषा का परबध ककषा का अशास वzwjवदावथगयो क साथ अतवकरया वशकषण कौशलो का यथासथा परयोग वzwjवषय जा आतमवzwjवशzwjवास आवद इ सभी वबदओ पर पयगzwjवकषक की वटिपपणी ही परकाश डालती ह

अभयास-वशकषण पर पzwjवग म हए शोधो म भागगzwjव (2009) ldquoटिीविग परवकटिस फॉर सटिडटि-टिीिर

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114 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ऑफ बी एड परोगराम mdash इशयज परीवडकामटिस एड सजशसrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषक बहआयामी समसयाओ का सामा करत ह वजसस वशकषण कायग म आzwjवशयक अभzwjव कौशल और आतमवzwjवशzwjवास म कमी आ जाती ह पयगzwjवकषको बताया वक जब zwjव परकषण का कायग परारभ करत थ तब zwjव सवकरय हो जात थ भाzwjवी वशकषको यह सzwjवीकार वकया वक जब पयगzwjवकषक ककषा म परकषण हत बठत थ तब zwjव वशकषण पाठय-zwjवसत भल जात थ और असहज महसस करत थ

अहमद और अनय (2010) ldquoटिीविग परवकटिसmdash परॉबलमस एड इशयज इ पावकसताrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको को अभयास-वशकषण हत वzwjवदालयो म जा स पzwjवग वयमो और अवधवयमो की वददवशका उपलबध ही कराई जाती पयगzwjवकषको दारा भी पाठ-योजा की पणग तयारी ही कराई जाती थी तथा उकी परभाzwjवी भवमका आतमवzwjवशzwjवास म zwjवकवदध दवषटिकोण तथा दकषता स सबवधत परवतपवषटि भी ही दी जाती थी वजसस उका अभयास-वशकषण कायग परभावzwjवत होता था

रज (2013) ldquoए सटिडी ऑफ परवकटिस टिीविग परोगराम mdash ए zwjटासलश फज फार सटिडटि-टिीिसगrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको का जो अभयास-वशकषण होता ह zwjवह अपयागपत ह वzwjवशषतया तब जब उकी तयारी वzwjवदालयो म हो zwjवाल परीकषा स पहल कराई जाती ह उस समय वzwjवदालयो क वशकषक अप वzwjवदावथगयो को लकर अतयवधक सकटिगरसत रहत ह अतः इस कारण स zwjव अपी ककषाओ को ोड़ क परवत

अवचक होत ह उस दशा म भाzwjवी वशकषको क अभयास-वशकषण का उदशय परभावzwjवत होता ह भाzwjवी वशकषक सामानयतया सzwjवारत सदसयो दारा असममा का भाzwjव महसस करत ह तथा जब उको वzwjवदालयो की वzwjववभन गवतवzwjववधयो म सवममवलत हो स मा वकया जाता ह तो उका उतसाह भग हो जाता ह उकत शोध अधययो क अधयय क आधार पर तथा zwjवतगमा म एसीटिीई रगयलश 2014 क आधार पर दो zwjवषथीय पाठयकरम म अभयास-वशकषण की अzwjववध 16 सपताह वकए जा क कारण इस शोध अधयय की आzwjवशयकता परतीत हई

उदशइस शोध अधयय क वमवलवखत उदशय थmdash1 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण

क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया का अधयय करा

2 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया का अधयय करा

3 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया का अधयय करा

4 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा

5 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा तथा

6 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग का अधयय करा

Chapter 11indd 114 732018 45941 PM

115बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

विविइस शोध अधयय की परकक वत सzwjवदकषण थी

परवदिशपरवतदशग क रप म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) म सतर 2015ndash16 म अधययरत बीएड क 65 वzwjवदाथथी-वशकषको को सवममवलत वकया गया था इका िय उदशयपणग परवतदशग वzwjववध स वकया गया था

उपकरण इस शोध अधयय हत सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर का परयोग वकया गया था उपकरण म ह वशकषण कौशलो क परयोग तथा परयोग क समय उतपन हो zwjवाली कवठाइयो स सबवधत परश थ साथ ही वशकषण क दौरा वकस परकार की अवधक समसया आई और वकसस अवधक सहयोग परापत हआ जस वबदओ को भी सवममवलत वकया गया था उपकरण म पाठ योजा का वमागण वशकषण अzwjववध म परयकत कौशल ककषा परबध क समय समसया सपणग वशकषण अzwjववध म उतपन समसया

तथा अभयास-वशकषण अzwjववध म परापत सहयोग को सवममवलत वकया गया था

आकड़ो कया सकलनआकड़ो का सकल सतर 2015ndash16 म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) क बी एड वzwjवभाग म अधयय कर रह 65 वzwjवदाथथी-वशकषको पर सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर परशावसत कर वकया गया

विशलषण एि वयाखयाउदश 1 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 1 म वदया गया ह

सारणी 1 क आधार पर सपषटि ह वक पाठ योजा क वमागण म परसताzwjवा परश बा म सzwjवागवधक 5846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई जबवक पराथवमकता क आधार पर सबस कम (154 परवतशत) वयाखया वलख म समसया आई 1692 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को उदशय लख म तथा शयामपट साराश लख म 1538 परवतशत एzwjव 770

सयारणी 1mdash पयाठ-ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया

करम सखया पयाठ ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया परवि1 उदशय लख म 1692

2 परसताzwjवा परश बा म 5846

3 वयाखया वलख म 154

4 परश बा म 770

5 शयामपट साराश वलख म 1538

योग 10000

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116 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को बोध एzwjव वzwjवकास परश बा म समसयाए उतपन हइइ िवक वकसी भी परकरण हत परसताzwjवा परश बा म वzwjववभन परकार की कवठाइया आती ह जस mdash परवशकषक दारा वzwjवसतकत ििाग कर पाा वzwjवदाथथी-वशकषक दारा वzwjवषय-zwjवसत को समझ पाा एzwjव अभयास का कम होा हो सकता ह परसताzwjवा क परथम परश को पzwjवग जा स जोड़ा तथा समसयातमक परश का सटिीक उर वzwjवदाथथी स अपवकषत रहता ह वजसकी अपवसथवत वयापक तयारी का अभाzwjव हो सकता ह उदश 2 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो का वzwjवशलषण सारणी 2 म वदया गया ह

सारणी 2 स सपषटि ह वक सzwjवागवधक (5846 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को परकरण वकलzwjवा म समसया आई तथा सबस कम (154 परवतशत) परशो को प म समसया हई ततपशिात वयाखया कर म 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई

प बगल कौशल क परयोग म 615 परवतशत एzwjव उदीप पररzwjवतग म 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया आई शयामपट कायग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा परकरण वकलzwjवाा वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए हमशा ि ौती रहती ह वजसका कारण वzwjवदावथगयो क मावसक सतर पर परशो का वमागण होा हो सकता ह तथा उदीप पररzwjवतग म आ zwjवाली समसया कौशलो का पयागपत अभयास होा और आतमवzwjवशzwjवास की कमी हो सकती ह भागगzwjव (2009) भी अप शोध वषकषग म इस ओर सकत वकया ह उदश 3 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 3 म वदया गया ह

सारणी 3 स सपषटि ह वक ककषा परबध म सzwjवागवधक (5538 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदावथगयो स समसया आई तथा सबस कम (615 परवतशत)

सयारणी 2 mdash कौिलो क परोग म सियाशविक समसया

करम सखया कौिलो क परोग म सियाशविक समसया परवि1 परकरण वकाल म 5846

2 वयाखया कर म 308

3 परशो को प म 154

4 प बगल द म 615

5 उदीप पररzwjवतग कर म 2308

6 शयामपट कायग म 770

योग 10000

Chapter 11indd 116 732018 45942 PM

117बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

पाठयियाग स समसया हई ततपशिात वzwjवदालय क वशकषको स 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384 परवतशत एzwjव ककषा क अदर की सामगरी स 1693 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई वzwjवदालय क परधाािायग स वकसी भी वzwjवदाथथी-वशकषक को वकसी परकार की समसया का सामा ही करा पड़ा ककषा परबध एक कला ह वzwjवदाथथी-वशकषक परवशकषण हत zwjवासतवzwjवक पररवसथवत

म पहली बार वकसी ककषा का सामा कर रह होत ह वजसम अतयवधक वzwjववभनता रहती ह साथ ही वzwjवदालयो का अशासही शवकषक zwjवाताzwjवरण तथा ककषा म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता ह उदश 4 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 4 म वदया गया ह

सयारणी 3 mdash ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवदावथगयो स 5538

2 वzwjवदालय क वशकषको स 770

3 परधाािायग स 000

4 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384

5 पाठयियाग स 615

6 ककषा क अदर की सामरगी स 1693

योग 10000

सयारणी 4 mdash सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवषय-zwjवसत स 1845

2 वzwjवदावथगयो स 2769

3 वशकषण zwjवाताzwjवरण स 2308

4 भाषा स 1077

5 कौशल क परयोग स 770

6 वशकषण शली क वzwjवकास म 923

7 पयगzwjवकषको स 308

योग 10000

Chapter 11indd 117 732018 45942 PM

118 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारणी 4 म सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध को सपषटि वकया गया ह वजसम सzwjवागवधक (2769 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क दौरा वzwjवदावथगयो स समसया हई ततपशिात वशकषण zwjवाताzwjवरण दारा 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई वzwjवषय-zwjवसत स 1845 परवतशत एzwjव भाषा दारा 1077 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई कौशल क परयोग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा जबवक वशकषण शली क वzwjवकास म 923 परवतशत एzwjव कzwjवल 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको दारा सपणग अभयास-वशकषण की अzwjववध म समसया हई सपणग वशकषण अzwjववध म वzwjवदावथगयो दारा सzwjवागवधक समसया उतपन की गई इसका कारण वzwjवदाथथी सपणग सतर म अप सथायी वशकषक दारा पढ़ता ह और कzwjवल 20 कायग वदzwjवसो म zwjवह अभzwjवही वzwjवदाथथी-वशकषको दारा साथ ही तला भी करता ह और लगातार ककषाओ क सिाल स परशा होकर ककषा स दर भागा या वफर वzwjववभन परकार क वकरयाकलापो दारा समसया उतपन करा हो सकता ह

उदश 5 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 5 म वदया गया ह

सारणी 5 म वशकषण क वzwjववभन कारको दारा उतपन समसयाओ को परदवशगत वकया गया ह सzwjवागवधक (5077 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदालय तक पहि म की जा zwjवाली यातरा स समसया आई ततपशिात वzwjवदालय की समय-सारणी भी 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया उतपन की आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स भी 2615 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषक समसयागरसत रह वशकषण क समय परवशकषण क दर यवद दर ह तथा यातायात क साधो का अभाzwjव ह तो इस परकार की समसया सzwjवाभावzwjवक ह साथ ही वzwjवदालय परशास और परवशकषको म सामजसय का अभाzwjव ह तो समय-सारणी की भी समसया आ सकती ह अकसर वzwjवदालयो म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इ समसयाओ क कारण होता हउदश 6 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 6 म वदया गया ह

सयारणी 5 mdash विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया परवि

1 वzwjवदालय तक पहि म यातरा स 5077

2 समय-सारणी स 2308

3 आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स 2615

योग 10000

Chapter 11indd 118 732018 45942 PM

119बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

सारणी 6 म अभयास-वशकषण की अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषको को वमल zwjवाल सहयोग का वzwjवzwjवरण परदवशगत वकया गया ह वzwjवदालय क कमगिाररयो स (2308 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को सहयोग परापत हआ 3846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको एzwjव साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स इस अzwjववध म सहयोग परापत हआ परवशकषण की अzwjववध म साथी वzwjवदाथथी-वशकषक महतzwjवपणग भवमका वभात ह zwjव पाठ योजा तयार करा म वशकषण क समय आतमवzwjवशzwjवास बढ़ा म सहयोग करत ह पयगzwjवकषक भी अप वzwjवदाथथी-वशकषको का पयागपत सहयोग करत ह

वनषकषशवषकषग क रप म कहा जा सकता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया वzwjवदावथगयो दारा ही आती ह साथ ही वशकषण zwjवाताzwjवरण स भी समसया उतपन हो रही ह अधयय म पाया गया वक वशकषण कौशलो क जा का अभाzwjव तथा परयोग की पयागपत जाकारी का होा समसया उतपन करता ह इस समसया का मखय कारण परवशकषण ससथाो म परवशकषको की कमी तथा ीवतयो म वयापक समनzwjवयता का अभाzwjव ह इसका एक अनय कारण

सयारणी 6 mdash अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग

करम सखया अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग परवि

1 वzwjवदालय क कमगिाररयो स 2308

2 पयगzwjवकषको स 3846

3 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 3846

योग 10000

ससथाो क पास सzwjवय क वzwjवदालय ही ह जहा वयzwjववसथत तथा पणगकावलक परवशकषण सपन कराया जा सक

सzwjवागवधक वzwjवदाथथी-वशकषक मात ह वक उनह परसताzwjवा क परश बा म और परकरण वकलzwjवा म समसया आती ह यह परवशकषको एzwjव परवशकषण ससथाो क वलए ि ौती ह वशकषण क आधवक उपकरण अपलबध ह तथा वशकषण मशी मकदल उपागम तथा परोगराम इसzwjटकशस की कमी भी रहती ह

िवकषक वनवहयारशइस अधयय स यह सपषटि होता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को परसताzwjवा परश बा म परकरण वकलzwjवा म उदीप पररzwjवतग कर म सzwjवागवधक समसया उतपन हो रही ह साथ ही ककषा-ककष की पररवसथवतयो म वzwjवदाथथी अवधक समसया उतपन कर रह ह सभी वशकषक-परवशकषण ससथाो क परवशकषक गभीरतापzwjवगक वzwjविार कर उपयोगी वशकषण कौशलो को तयार करा क उपरात यह सववशित कर वक वzwjवदाथथी-वशकषको म वशकषण कायग क परवत आतमवzwjवशzwjवास आ गया ह तब अभयास-वशकषण हत भज वजसस zwjवह पणग मोयोग क साथ वशकषण कर सकगा और एक अचा वशकषक बकर तयार हो सकगा

Chapter 11indd 119 732018 45942 PM

120 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरश

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ऑरलषाइर जरणल ऑफ शडसटस एजकिर 10(2) 1ndash7मगल एस क और उमा मगल 2009 शिकषषा तकरीकी पी एि आई लवइग पराइzwjवटि वलवमटिड यी वदललीराषzwjटीय शवकषक असधा और परवशकषण पररषद 2009 रषाषzwjटीर फोकस समह कषा आधषार पतर mdash शिकषक शिकषषा राषzwjटीय

शवकषक असधा और परवशकषण पररषद यी वदललीवसह ए क 2005 मरोशवजषार समषाजिषासतर तथषा शिकषषा म िोध शवशधरषा भारती भzwjव पवबलशसग एzwjव वडसzwjटीबयटिसग पटिा

वबहार

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सलाहकार समिमत िनदशकराशअपरप षिकशसनापषि अधzwjयकषअषशषि राजरानी अधzwjयकषपरकाशनपरभाग एमषसराजअनिर

सपादकीय समिमत अकादििकसपादक षजिनzwjदरकमारपाटीदार िखzwjयसपादक शििाउपपल

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निजीिनटरसटभिनडाकघरनिजीिनअहिदाबाद 380 014 फोन079-27541446

सीडबलzwjयसीक पसधनकलबससटटॉपकसामनपषनहटीकोलकाता 700 114 फोन033-25530454

सीडबलzwjयसीकटॉमपलकसमालीगािगवाहाटी 781 021 फोन0361-2674869

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अकादमिक सपादकभारतीय आिमनक मशषिाअधयापक मशषिा मवभाग

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ISSN 0972-5636

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      • Prelims
      • Chapter 1
      • Chapter 2
      • Chapter 3
      • Chapter 4
      • Chapter 5
      • Chapter 6
      • Chapter 7
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      • Chapter 9
      • Chapter 10
      • Chapter 11
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        • Page 1
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झकातकनीक भारती 93 डीएनसनसनवाल

दोवषषीयबीएडपाठयकरमकपरहत रजनीहसि 100हवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणकाअधययन हववकनाहतरपाठी

बीएडहवदाषी-हिकषकोकअभयास-हिकषणमहिकषण तारकवरगपता 111कौिलोकपरयोगकसमयउतपननसमसयाओकाअधययन

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सपादकीय

जलाईकामिीनािमार हलए हविषमितव रखताि इस मिीन का सरोकार ससार म आबादी कहवहभननपिलओपरहवचार-हवमिथिएवहचतनकरनस ि हजस lsquoहवव जनसखया हदवसrsquo किा जातािजो11जलाईकोपरहतवषथिमनायाजातािइसहदवस पर िमार दि म भीआबादी की गणवताबढानिततमामपरयासोपरम नहकयागयाइनिीपरयासोमहिकषाएकपरमखघकिहिकषाककषतरम बाहलकाओदारा हवहभनन परीकषाओमअववलरिना दि की सामाहजक वयवसा म रचनातमकपररवतथिनकोदिाथिताि

हिकषाआयोग(1964ndash66)नअपनीररपो थिमकिाा lsquoलडहकयोकी हिकषाका हकतनामितविइसपर हजतनाजोर हदयाजाएउतनािीोडाििमारमानवीयसाधनो कपणथि हवकासघरो कसधारहनमाथिणकहलएमहिलाओकीहिकषापरषोकीहिकषासभीजयादामितवपणथििजसाहकपिलकिागयािमहिलाओकी हिकषापरजननदरकोघानमकाफीसिायताकरसकतीिrsquoपरतवतथिमानदौरमपरजननदरपरहनयतरणतोिआलहकनउसकापरतयकषपरभावलडहकयोकीजनम-दरपरपडादिमकरलएकऐसाराजयिजिापरलडकोकीतलनामलडहकयाअहधकिबाहकराजयोमयिहसहतएकदमहवपरीतिअाथितलडहकयाकमवलडकअहधकयिीजडरअनपातमअसमानतासमाजकहलएगभीरसमसयािोगईि

इस समसया का मकाबला करन म हिकषाहविषकरबाहलका हिकषायायिकि हकमहिलाहिकषा मितवपणथि साधन ि इसी कडी म रहमशीवासतव का लख ldquoभारत म महिला साकषरतासबधी चनौहतयाrdquo ता इन चनौहतयो का सामनाकरन ित सझाए गए उपाय महिला हिकषा कोबढावा दन म मदद करग विी इनद दहियाऔरबी एस डागर क लख ldquoबालको म जाननऔरसमझन सबधी उपकरणो का हवकासmdashएकवयाविाररकउपागमrsquorsquoबचचोमसवततरहचतनकरनाहसखान परजोर दता ि बचचोम हवलषणातमकताहकथि ककषमताकाहवकासिोनपरअधयापकउनिसलषणातमकताअाथितपणथिताकीओरलजाएगायिी पणथिता गसालवादी हवचारधारा कीओर लजातीिहजसमबालककलासमीकषासौदयाथिनभहतसजनातमकता आहद सजानातमक भावातमक एवहकरयातमक हकरयाएकरता ि इनिी सभी बातोकासमाविपरहतभानअपनिोधपतरमहकयाि

िमारदिम1अपरल2010सहनःिलकएवअहनवायथि बाल हिकषा का अहधकार अहधहनयम2009लागहकयागयािजोबचचोकोगणवतापणथिपरारहभकहिकषाकामौहलकअहधकारपरदानकरताि इसी मौहलक हिकषा की गणवता को परखनका काम सीमा िमाथि दारा ldquoहिकषा का अहधकारअहधहनयम 2009का हवदाह थियो की हनयहमतताव िहकषक उपलहध पर परभावrdquo पर हकए गए

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4 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िोध अधययन ता ldquoहिकषा क अहधकार काननका या थिmdashएक हववचनाrdquo पर सनीता हसि दारािोधअधययनकमाधयमसहकयागयादोनोिोधअधययनोदाराबचचोकोमौहलकहिकषापरदानकरनकतमामपरयासोका हवलषणातमकअधययनकरवासतहवकतासअवगतकरायागयाि

हिकषा क अहधकार न बालको को सहकरयरखत िए हसखानपरजोर हदया हजसमगहतहवहधआधाररत हिकषण परमख ि इस पर सररता बोबडऔरमधहलकावमाथिनldquoगहतहवहधआधाररतहिकषणदाराहवदाह थियोकसवततररपससीखनकअवसरोकाअधययनrdquoनामकिोधअधययनहकया

सजीव िकला न ldquoइ रमीहडए सतर कहवदाह थियो की वयावसाहयक अहभरहचयो कातलनातमकअधययनrdquoपरिोधकायथिहकयायिकायथिवाहणजयवहवजानसकायकसामानयवगथिहपछडवगथिताअनसहचतजाहतकहवदाह थियोपरहकयागयाविी हवदाह थियोम तकथि िहकतबढानवाली ldquoवहदकगहणत हिकषण हवहध एव परपरागत गहणत हिकषणहवहध म तलनातमक अधययनrdquo परआरती िाकयऔरअचथिनादबनिोधअधययनहकया

िम ऐसी हिकषण हवहधयो की बात करत िजोअहधगमकताथिकोसतकथि वसहकरयरख हजससउनमगरिणिीलताबढउनहवहधयोमसएकऐसीहवहध या तकनीक ि हजस हविषकर उचच सतरकीककषाओमअधयापकोदाराअधयापनकदौरानउपयोगकरनपरअहधगमकताथिअहधकसीखसकतिइसतकनीककोझकातकनीककिाजाताि

इस तकनीक पर डी एन सनसनवाल क अगरजीम हलखमौहलकलखकाभारतीदारा हिदीभाषीपाठकोकहलएभाषातरहकयागयािइसीकडीमजबगणवतापणथिहिकषकहिकषाकीबातकरतितोिमएनसीीईहवहनयम2014परधयानदनकीआवयकताि इस हवहनयमम हिकषक हिकषा ककछपाठयकरमोकीअवहधएकवषथिसदोवषथिकरदीगईिइसकसािीअभयास-हिकषण(इ नथिहिप)कीअवहधभी16सपतािकरदीगईि इसीपरआधाररत रजनी हसिऔर हववकना हतरपाठीकािोध पतर दिाथिता ि हक सरकारी एव गर-सरकारीहिकषक हिकषा ससानो ता उनम पढान वालहिकषक-परहिकषकोवहवदाषी-हिकषकोकदहzwjटकोणमकोईहविषपररवतथिननिीआयाि

तारकवरगपताकािोधपतरबीएडहवदाषी-हिकषकोकअभयास-हिकषणमहिकषणकौिलोकपरयोग क समय उतपनन समसयाओ का अधययनकरतािइसकअलावाइसिोधमहिकषकहिकषाससानो म परहिकषको की कमी ता नीहतयो मवयापकसमनवयताकाअभावपायागया

आप सभी की परहतहकरयाओ की िम सदवपरतीकषा रिती ि आप िम हलख हक यि अकआपको कसालगा सा िीआिाकरत ि हकआपिमअपनमौहलकतापरभावीलखएविोधपतरपरकािनितभजगआपअपनलखएविोधपतर िम ई-मल journalsncertdtegmailcomपरभीभजसकति

अकादमिक सपादकीय समिमि

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भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

रशमि शरीवासतव

साकषरता एक मानव अधिकार ह सशधzwjततकरण का मारग ह और समाज तथा वयधzwjतत क धवकास का सािन इस तथय को सववीकार करत हए भारत सरकार धनरकषरता उनममलन हत परयासरत ह धजसम राषटवीय साकषरता धमशन की शरआत 5 मई 1988 म की रई थवी इस कायगकरम को आर बढ़ात हए तथा इसम सिार करत हए साकषर भारत कायगकरम 2009 स लारम धकया रया इसक अलावा मधहला धशकषा को बढ़ावा दन क धलए मधयाहन भोजन कसतमरबा रािवी बाधलका योजना बटवी बचाओ बटवी पढ़ाओ योजना आधद योजनाए धकरयाधनवत की जा चकी ह धिर भवी हमार दश म मधहला साकषरता सबिवी अनक चनौधतया ह धजनम परषो क मकाबल मधहलाओ की धनमन साकषरता दर की चनौतवी राजयवार मधहला साकषरता की दशा व चनौतवी अनसमधचत जाधत तथा अनसमधचत जनजाधत की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया शहरवी तथा गामवीण कषतर की मधहलाओ की साकषरता सबिवी चनौधतया समचना तथा धवधिक साकषरता सबिवी नववीन चनौधतया ह इस लख म इनही चनौधतयो का तथयपमवगक धवशलषणातमक अधययन कर उधचत समािान सझान का परयास धकया रया ह

अधससटट परोिसर (बरीएड) मिशिला शवदालय परीजरी कॉलज लखनऊ उततर परदश 226 007

शशका आयोग (1964ndash66) न अपनरी ररपोरट मि किा था lsquoलड़शकयो की शशका का शकतना मिितव ि इस पर शजतना जोर शदया जाए उतना िरी थोड़ा ि िमिार मिानवरीय साधनो क परट शवकास घरो क सधार शनमिाटर क शलए मिशिलाओ की शशका परषो की शशका स भरी जयादा मिितवपरट ि जसा शक पिल किा गया ि मिशिलाओ की शशका परजनन दर को घरान मि काफी सिायता कर सकतरी िrsquo भारत मि मिशिला शशका की इस सवरीकारोशzwjतत क बावजद वयविार मि मिशिला शशका क वयवसथापन की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि एक लबरी अवशध

भारत की मिशिलाओ न चारदरीवाररी क भरीतर शबताई ि शजसस तमिामि पाररवाररक सामिाशजक वयवसथाए उसरी क अनरप बनतरी रिरी ि इन वयवसथाओ और मिानयताओ की जड़ इतनरी मिजबत एव दढ़ ि शक नयरी वयवसथाए आसानरी स इनक साथ शिल-शमिल निी पाती मिशिला शशका क परसार मि भरी यि समिसया आड़ आतरी रिरी ि सवततर भारत मि उनकी शशका क तमिामि परावधानो तमिामि सिशलयतो क बावजद िमि शत-परशतशत लकय परापत निी कर सक ि िालात यि ि शक आज भरी बड़री सखया मि मिशिलाए अकर जान स भरी वशचत ि

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6 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साकरता शशका की परारशभक अवसथा ि यशद िमि अपनरी मिशिलाओ को साकरता क घर मि िरी ना ला सक तो आग शसथशतया ठरीक निी िोगरी यिा सबस पिल नजर डाल साकरता क आशय पर साकरता का अथट ि ndash साकर िोना अथाटत अकरो की जानकाररी स यzwjतत िोना पढ़न-शलखन की कमिता रखन वाला भारत की जनगरना ररपोरट (1981) क अनसार lsquoजनगरना परयोजन क शलए साकर उस वयशzwjतत को मिाना जाता ि जो शकसरी भरी भाषा को समिझ सकता ि उस भाषा मि शलख सकता ि और उस पढ़ सकता ि वि वयशzwjतत जो शकसरी भाषा को कवल पढ़ लता ि लशकन शलख निी सकता साकर निी मिाना जाताrsquo

साकषरता दर शकसरी भरी दश या भ-भाग की साकरता दर विा क कल लोगो की जनसखया व पढ़-शलख लोगो क अनपात को किा जाता ि इस जयादातर परशतशत मि दशाटत ि किी-किी इस परशत िजार पर भरी दशाटया जाता ि साकरता दर को समिझन का गशरतरीय सतर ि साकरता दर परशतशत = शशशकत जनसखयाकल जनसखया times 100 अथाटत परतयक सौ की जनसखया मि शकतन लोग साकर ि भारत की शशका वयवसथा मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान क शलए कत सकलप रिरी ि राषटरीय शशका नरीशत (1986) न इस सबध मि उललख भरी शकया ि lsquoशशका का उपयोग मिशिलाओ की शसथशत मि बशनयादरी पररवतटन लान क शलए एक साधन क रप मि शकया जाएगा अतरीत स चलरी आ रिरी शवकशतयो और शवषमिताओ को खतमि करन क शलए शशका वयवसथा का सपषर झकाव

मिशिलाओ क पक मि िोगाrsquo मिशिलाओ की साकरता क परशत सवदनशरीलता शदखात िए राषटरीय शशका नरीशत मि किा गया ि शक lsquoमिशिलाओ मि साकरता परसार को तथा उन रकावरो को दर करन को शजसक कारर लड़शकया परारशभक शशका स वशचत रि जातरी ि सववोपरर पराथशमिकता दरी जाएगरी इस कामि क शलए शवशष वयवसथा की जाएगरी समियबदध लकय शनधाटररत शकए जाएग और उनक कायाटनवयन पर कड़री शनगाि रखरी जाएगरीrsquo

भारत म महिला साकषरता क हिकास ित परमख परयाससाकरता एक मिानव अशधकार ि सशशzwjततकरर का मिागट ि और समिाज तथा वयशzwjतत क शवकास का साधन ि इस तथय को सवरीकार करत िए भारत सरकार शनरकरता उनमिलन ित परयासरत रिरी ि शशका नरीशत की इस सदभट मि परशतबदधता क मिदनजर मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ान क शलए भारत सरकार दारा तमिामि परयास भरी शकए गए ि इनमि स कछ परमिख उपायो पर एक नजर डाल ldquoराषटरीय साकरता शमिशनrdquo दश भर मि साकरता क परसार की एक मिितवपरट योजना ि इस शमिशन की शरआत 5 मिई 1988 मि की गई थरी इस शमिशन का मिखय उद य 2007 तक 15 स 34 आय वगट क उतपादक और पनरतपादक समिि क शनरकर लोगो को वयाविाररक साकरता परदान करत िए 75 परशतशत साकरता का लकय िाशसल करना था 2009 मि इस कायटकरमि को आग बढ़ात िए तथा इसमि सधार करत िए साकर भारत कायटकरमि लाग शकया गया इस शमिशन को ततकालरीन परधानमितररी डॉ मिनमिोिन शसि दारा शर शकया गया था परारभ मि यि योजना 31 मिाचट 2012

Chapter 1indd 6 742018 100407 AM

7भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

तक िरी लाग की गई तथा इस 12वी पचवषषीय योजना (2012ndash17) मि भरी शाशमिल शकया गया

शनरकरता उनमिलन क शलए राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि क एक सिायक कायटकरमि क रप मि गामिरीर कायाटतमिक साकरता कायटकरमि मिई 1986 मि शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य अशधगमिकताट मि पढ़न-शलखन की कमिता का शवकास करना अशधगमिकताट मि अपन अशधकार एव कततटवयो क परशत जागरकता उतपनन करना आशद था यि कायटकरमि राषटरीय सवा योजना मििाशवदालयो और शववशवदालयो क शवदाशथटयो क सियोग स सचाशलत शकया गया था परौढ़ मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित राषटरीय परौढ़ शशका कायटकरमि 2 अzwjततबर 1978 को शर शकया गया इस कायटकरमि का उद य 15ndash35 आय वगट की मिशिलाओ और परषो को शशशकत करना व साकरता क शलए परररत करना था यि कायटकरमि क दर सरकार राजय सरकार क दर शाशसत परदशो क परशासको शववशवदालयो मििाशवदालयो सवयसवरी ससथाओ और यवा क दरो क सयzwjतत परयासो स शकरयाशनवत शकया गया

क दर व राजय सरकार अपन-अपन सतर पर शनरकरता उनमिलन ित अनक योजनाए सचाशलत कर रिरी ि आपरशन बलक बोडट मिधयाहन भोजन कायटकरमि शजला पराथशमिक शशका कायटकरमि मिशिला सामिाखया लोक जशबश कसतरबा गाधरी बाशलका योजनाए इनमि परमिख ि आशथटक दशषर स कमिजोर तथा अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए साकरता क दायर मि आ सक इसक शलए भरी पयाटपत परयास शकए जा रि ि अनसशचत जाशतअनसशचत जनजाशत एव आशथटक

भलाई मि शशकक शवकास मिितवपरट भशमिका शनभाता ि भारत सरकार न समिाज क कमिजोर वगट क शितो को परोतसाशित करन और समिानता सशनशचत करन क शलए कई कदमि उठाए ि शशकक ससथाओ की सखया बढ़ाकर बितर पिच सशनशचत करन क परयास भरी शकए गए ि बाशलका शशका को परोतसाशित शकए जान की योजना lsquoबररी बचाओ बररी पढ़ाओ योजनाrsquo भरी शकरयाशनवत की जा चकी ि

साकरता क शवकास ित राषटरीय सतर पर राषटरीय साकरता शमिशन पराशधकरर (एनएलएमिए) की वयवसथा ि यि राषटरीय सतर की शरीषट एजसरी ि इसकी सथापना 1988 मि मिशतरमिडल क अनमिोदन स मिानव ससाधन शवकास मितरालय (ततकालरीन शशका शवभाग) क सवततर और सवायततशासरी खड क रप मि की गई थरी lsquoसाकर भारतrsquo क सजन का सवपन साकार करन क शलए क दररीय एव राजय सरकारो पचायत राज ससथानो गर-सरकाररी सगठनो (एनजरीओ) और समिाज को शमिलकर कामि करना ि lsquoसाकर भारतrsquo का शनरपर 2009 मि परष और मिशिला साकरता क अतर को अशधक स अशधक 10 परशतशत तक कमि करन की पररकलपना क साथ परौढ़ मिशिला साकरता पर फोकस स राषटरीय सतर पर 2012 तक 80 परशतशत साकरता सतर परापत करन क उद य स शकया गया था शमिशन क चार परमिख उद य थ mdash1 गर साकरो को कायाटतमिक साकरता और अकर

जान परदान करना2 औपचाररक शशका पररालरी की समितलयता

परापत करना3 सगत कौशल शवकास कायटकरमि करना तथा

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8 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 सतत शशका क शलए अवसर परदान करक जानवान समिाज को बढ़ावा दनातमिामि सवशzwjछक सगठन एव समिाजसवरी ससथाए

भरी इस कतर मि सशकरय ि इनमि मिशिला साकरता क परशत सवदनशरीलता सववोपरर रिरी ि खद का शवषय ि शक तमिामि परयासो क बावजद आज भरी भाररी सखया मि मिशिलाए अकर जान स वशचत ि भारत दश मि मिशिला साकरता दर को बढ़ान की अपनरी शवशष चनौतरी ि इसमि कोई दो राय निी

भारत म महिला साकषरता सबधी चनौतीसाकरता अथवा अकर जान शशका का वि परथमि पायदान ि जो आग का मिागट परशसत करता ि शकत आज भरी शवव की लगभग 30 परशतशत शनरकर जनसखया भारतरीय ि यनसको की 2015 की ररपोरट क अनसार शवव मि मिशिलाओ की कल साकरता दर 827 परशतशत ि जबशक भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 628 परशतशत ि जो शक शवव मि शनचल पायदान पर ि इस ररपोरट क अनसार शरीलका जस छोर स दश मि साकरता दर 917 परशतशत ि चरीन बाजरील तथा जापान मि मिशिला

साकरता दर करमिशः 945 परशतशत 929 परशतशत तथा 990 परशतशत ि जो शक भारत दश की तलना मि काफी ऊचा सतर ि

शवगत अनक वषषो मि परौढ़ शशका क परसार और पराथशमिक शशका को अशनवायट बनान क भरसक परयासो क बावजद भारत मि शनरकर मिशिलाओ की सखया को खतमि निी शकया जा सका ि भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि मिशिला साकरता भरी इसस अछतरी निी ि शजसकी करमिबदध शववचना इस परकार ि mdash

परषो क मकाबल निमि साकषरता दर की चिौतीपरष परधान भारत दश मि एक बालक और बाशलका को सकल भज जान क परन मि परारशभक मिितता बालक की ि िमि अपन आस-पास क दशनक जरीवन मि इस तरि क तमिामि उदािरर दख सकत ि जिा बाशलका की शशका का परन दोयमि दजज का ि भारत की जनगरना 2011 क परापत आकड़ो स सपषर पता चलता ि शक तमिामि सवधाशनक वयवसथाओ और सरकाररी एव गर-सरकाररी परयासो क बावजद आज भरी मिशिलाओ की साकरता दर परषो स किी कमि ि

सारणी 1 mdash भारत म महिला तथा परषो की साकषरता दर (1951ndash2011)

िषष वयहzwjतत परष महिला1951 183 272 891961 283 404 1541971 345 460 2201981 436 564 2981991 522 641 3992001 648 753 5372011 730 809 646

(1951ndash1971mdash आय 5+ 1981ndash2011mdash आय 7+)सोत mdash एजकशन सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी आफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर

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9भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

सारररी 1 मि परदशशटत आकड़ो मि 1951 1961 तथा 1971 की जनगरना मि साकरता दर पाच वषट और उसस ऊपर की आबादरी स सबशधत ि 1981 1991 2001 तथा 2011 की जनगरना मि साकरता दर सात वषट और उसस अशधक की आबादरी स सबशधत ि सारररी 1 दारा सपषर ि शक सवततरता पराशपत क पचात सन 1951 मि भारत मि मिशिला साकरता दर मिातर 89 थरी िषट का शवषय ि शक 2011 तक मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 646 िो गई ि शकत तलनातमिक दशषर स य वशदध बित उतसािवधटक निी ि िमि आज भरी शत-परशतशत मिशिलाओ को साकरता की पररशध मि लान मि नाकामि रि ि साकरता अथवा अकर जान जो शक शशका का परथमि पायदान ि यशद यिा िमि अपन लकय स मिरीलो दर ि तो मिशिलाओ को बितर शशका शदला सकन का लकय एक सवपन मिातर िोगा शनससदि परषो क मिकाबल मिशिलाओ की साकरता दर आज भरी शनन ि िमि अपनरी तमिामि वयवसथाओ को और सदढ़ तथा नवरीनरीकत करक मिशिलाओ की साकरता दर को बढ़ाना िोगा

राजयवार मनिला साकषरता की दशा एव चिौतीभारत मि अलग-अलग राजयो मि मिशिला साकरता दर की अपनरी शवशष चनौशतया ि सारररी 2 पर

नजर डालन पर पता चलता ि शक जिा करल शमिजोरमि लकदरीप गोवा तथा शतरपरा मि मिशिला साकरता दर करमिशः 921 893 879 847 तथा 827 ि विी शबिार राजसथान झारखड जमि और कमिरीर तथा उततर परदश मि यि परशतशत करमिशः 515 521 554 564 तथा 572 मिातर ि िमि धयान दना िोगा शवकास की गशत सदा एक साथ एक लय मि चलन पर जयादा सिज व सतशलत िोतरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि इतना अशधक अतर सतशलत शवकास का पयाटय निी ि िमिार नरीशत-शनमिाटताओ शशकाशवदो तथा समिाज सवरी ससथाओ को इस ओर भरी धयान दना िोगा शक जो राजय मिशिला साकरता क लकय मि बित अशधक शपछड़ िए ि उन पर शवशष धयान शदया जाए शवशष आशथटक सिायता तथा सदढ़ कायटकरमिो दारा विा की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान का परयास शकया जाए यिा इस बात की खोज करना भरी जरररी ि शक राजय शवशष की मिशिलाओ की साकरता दर शनन zwjतयो रिरी उन काररो को दर करना भरी एक परमिख चनौतरी ि

सारणी 2 mdash जनगणना 2011 की कल साकषरता दर म परष और महिलाओ क आकड़ो क आधार पर राजयोक दर शाहसत परदशो का सथान

कल वयहzwjतत परष महिला

राजयसघ कषतर साकषरता दर राजयसघ कषतरसाकषरता

दरराजयसघ कषतर

साकषरता दर

1 करल 940 करल 961 करल 921

2 लकदरीप 918 लकदरीप 956 लकदरीप 893

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10 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

3 शमिजोरमि 913 शमिजोरमि 933 शमिजोरमि 879

4 गोवा 887 गोवा 926 गोवा 847

5 शतरपरा 872 दमिन और दरीव 915 शतरपरा 827

6 दमिन और दरीव 871 शतरपरा 915 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

824

7अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

866 पदचररी 913 चडरीगढ़ 812

8राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

862 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

909 राषटरीय राजधानरी कतर शदललरी

808

9 चडरीगढ़ 860 अडमिान और शनकोबार दरीप समिि

903 पदचररी 807

10 पदचररी 858 चडरीगढ़ 900 दमिन और दरीव 795

11 शिमिाचल परदश 828 शिमिाचल परदश 895 नागालड 761

12 मििाराषट 823 मििाराषट 884 शिमिाचल परदश 759

13 शसशzwjतकमि 814 उततराखड 874 मििाराषट 759

14 तशमिलनाड 801 तशमिलनाड 868 शसशzwjतकमि 756

15 नागालड 796 शसशzwjतकमि 866 तशमिलनाड 734

16 मिशरपर 792 मिशरपर 861 मिघालय 729

17 उततराखड 788 गजरात 858 मिशरपर 724

18 गजरात 780 दादरा और नागर िवलरी

852 पजाब 707

19 पशचमि बगाल 763 िररयारा 841 पशचमि बगाल 705

20दादरा और नागर िवलरी

762 नागालड 828 उततराखड 707

21 पजाब 758 कनाटरक 825 गजरात 697

22 िररयारा 756 पशचमि बगाल 817 कनाटरक 681

23 कनाटरक 756 ओशडशा 824 असमि 672

24 मिघालय 744 पजाब 804 िररयारा 659

25 ओशडशा 729 छततरीसगढ़ 803 दादरा और नागर िवलरी 643

26 असमि 722 राजसथान 792 ओशडशा 644

27 छततरीसगढ़ 703 मिधय परदश 787 छततरीसगढ़ 602

28 मिधय परदश 693 असमि 778 मिधय परदश 592

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11भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

अिसनचत जानत तथा अिसनचत जिजानत की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाभारत मि मिशिला शशका सबधरी चनौशतयो मि एक बड़री चनौतरी अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान की ि जाशतगत आधार पर भारतरीय समिाज उzwjच तथा शनन जाशत वगट मि बरा िआ ि िमि दखत ि शक मिशिला शशका क नजररय स इन जाशत वगट की मिशिलाओ की अपनरी शवशष चनौशतया रिरी ि इन दोनो िरी वगषो की मिशिलाए एक लबरी अवशध तक शशका क परकाश स वशचत रिी शकत ऊचरी जाशत की मिशिलाए इस शनरकरता क बरीच भरी पररवारो मि शशका क परभाव

क ससगट को खद-ब-खद पातरी रिी उनिोन अपन शपता पशत और पतरो को शासतर पढ़त-बोलत दखा उस पर चचाट िोत सना जबशक अनसशचत जाशत और अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की शसथशत पर नजर डाल तो इन मिशिलाओ न अपन शपता पशत और पतरो को भरी अशशशकत िरी दखा उनका शकताबो काशपयो मि शलख-पढ़ जान वाल अकरो स दर-दर तक कोई वासता निी था अतः आधशनक काल मि जब मिशिलाओ को अकर जान (साकरता) की पररशध मि लान क लकय शनधाटररत शकए गए तो अनसशचत जाशत एव जनजाशत की मिशिलाए अशधक जशरलता मि शदखी

29 उततर परदश 677 उततर परदश 773 आधर परदश 591

30 जमि और कमिरीर 672 झारखड 768 अरराचल परदश 577

31 आधर परदश 670 जमि और कमिरीर 768 उततर परदश 572

32 झारखड 664 मिघालय 760 जमि और कमिरीर 564

33 राजसथान 661 आधर परदश 749 झारखड 554

34 अरराचल परदश 654 अरराचल परदश 726 राजसथान 521

35 शबिार 618 शबिार 712 शबिार 515

सारणी 3 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (7+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानतयोग 648 547 471 730 661 590 परष 753 670 590 809 752 685

महिला 537 420 350 646 565 494

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ हमिन ररसोसट शडवलपमिर बयरो ऑफ पलाशनग

हिपपणीmdash 2011 की जनगरना क शलए 7 वषट और उसस ऊपर की आय की साकरता दर क सबध मि मिशरपर क आकड़ो मि सनापशत शजल क तरीन सब-शडशवजनोmdashमिाओमिारमि पावोमिाता और परल क आकड़ शाशमिल निी ि

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12 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारररी 3 व 4 मि शदए गए आकड़ो पर एक नजर डालन पर पता चलता ि शक सन 2001 मि भारत की कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (648) मि 7+ आय वगट की अनसशचत जाशत की बाशलकाओ की साकरता दर मिातर 420 ि अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ की साकरता दर 350 मिातर ि 2011 मि कल अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की साकरता दर (730) मि अनसशचत जाशत की मिशिलाओ की साकरता दर बढ़कर 565 तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 494 िो गई ि जो शक बित सतोषजनक निी ि अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की बाशलकाओ का एक बड़ा वगट आज भरी साकरता क दायर स बािर ि पदरि वषट स ऊपर आय वगट की अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ की साकरता दर 2011 मि करमिशः 486 तथा 402 मिातर थरी जो शक 7+ आय वगट स नरीच सतर पर ि सपषर ि शक भारतरीय समिाज का यि वगट अपनरी शशकक समिसयाओ स उबर निी सका ि अतः आवयक ि शक अनसशचत जाशत तथा अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकर करन ित शवशष

कायटकरमि चलाए जाए इनमि जागरकता व परोतसािन कायटकरमिो की अपनरी शवशष मिितता ि

शिरी एव गामीण कषतर की मनिलाओ की साकषरता सबधी चिौनतयाशिररी एव गामिरीर पररवश मि मिशिला शशका क परचार-परसार की अपनरी शवशष समिसयाए ि शिररी कतरो मि आधशनकीकरर क परसार सचार साधनो की पिच व तरीवर आशथटक शवकास क कारर मिशिला शशका सबधरी जागरकता भरी तरीवर रिरी ि शिररी कतर की मिशिलाओ को तजरी स बदलत सामिाशजक पररवश मि सिजता स समिायोशजत िोन क अवसर शमिल ि शजसस उनिोन इन बदलावो को सरल रप मि सवरीकार भरी शकया ि जबशक गामिरीर पररवश मि आज भरी रशढ़वादरी परपराए पदाट परथा और ससाधनो की अनपलबधता विा की मिशिलाओ को शशका क दायर मि लान मि समिसया खड़री कर रिरी ि नशनल फशमिलरी िलथ सवजmdash 3 (2005ndash06) की ररपोरट क अनसार गामिरीर कतरो मि परष-मिशिला साकरता अनपात मि अतर शिररी कतर स अशधक ि शिररी कतरो मि परषो की साकरता दर 88 परशतशत तथा

सारणी 4 mdash अनसहचत जाहत एि अनसहचत जनजाहत की महिलाओ की साकषरता दर (15+ आय िगष)(परहतशत म)

2001 2011

योग अिसनचत जानतअिसनचत जिजानत

योग अिसनचत जानत अिसनचत जिजानत

योग 610 441 408 693 604 519

परष 734 593 548 788 716 637

महिला 478 285 267 593 486 402

एजकशनल सरशरशसरzwjतस एर ए गलास गवमिमर ऑफ इशडया शमिशनसटरी ऑफ ियमिन ररसोसट शडवलपमिर

Chapter 1indd 12 742018 100408 AM

13भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

मिशिलाओ की साकरता दर 75 ि विी गामिरीर कतरो मि परष साकरता दर 75 परशतशत की तलना मि मिशिला साकरता दर मिातर 46 परशतशत ि ऐसा दखा गया ि शक परायः सदर बशसतयो एव गामिरीर इलाको मि सरकाररी नरीशतयो का सिरी परकार स पालन निी िो पाता भौगोशलक जशरलताए इन कतरो मि शशकको की उपलबधता को भरी बाशधत करतरी ि परष परधान मिानशसकता बाल शववाि तथा घरल कामि-काज मि मिशिलाओ की भागरीदाररी आशद अनक ऐसरी समिसयाए ि जो गामिरीर कतरो मि मिशिला शशका को बाशधत कर रिरी िभदौररया और गोर (2011) उललख करतरी ि शक सामिाशजक व सासकशतक शवसगशतया तथा कररीशतया भरी मिशिलाओ की साकरता मि बाधक ि जानवरो क शलए चारा लाना उपल बनाना खाना बनाना पररवार की आय क शलए योगदान दना पदाट परथा घरल कामि-काज मि अतयशधक वयसतता आशद अनक बशदश मिशिलाओ को औपचाररक शशकर ससथाओ मि पढ़न स वशचत करतरी ि गामिरीर अचल की मिशिलाओ को साकर बनान ित उनक बरीच जाकर उनक िरी साथ शमिलकर परयास करन िोग गामिरीर कतर क सथानरीय लोगो को साकरता कायटकरमिो मि शाशमिल करक इन कायटकरमिो को अशधक सफल बनाया जा सकता ि मिशिलाओ की शशका क शलए मिशिलाओ की िरी मिदद भरी इस शदशा मि सकारातमिक परयास िो सकता ि

सचिा एव नवनधक साकषरता सबधी िवीि चिौनतयाभारत एक शवकासशरील दश ि और शवव क साथ कध स कधा शमिलाकर चलन को कतसकलप ि

शवजान एव तकनरीकी क तरीवर शवकास न आज िमिार समिक नयरी चनौशतया पदा की ि भारत मि मिशिलाओ को शवकास की धारा स जोड़न उनि बराबररी का दजाट शदलान और शवशभनन सामिाशजक आशथटक एव शशकक सिशलयत परदान करन क शलए तमिामि काननरी वयवसथाए सशनशचत की गई ि अतः यिा मिशिला साकरता कायटकरमिो की बड़री चनौतरी इन मिशिलाओ को सचना साकर एव शवशधक साकर बनाना भरी ि सचना साकरता स आशय एक वयशzwjतत की उस योगयता स ि शजसस उस शजस सचना की जररत ि वि उस सचना क सदशभटत सोतो को जान सक एक सचना साकर वयशzwjतत मि उस सचना का मिलयाकन करन और उस सचना का परभावरी ढग स उपयोग करन की योगयता भरी िो चशक आज का यग सचना का यग ि िर तरफ स सचना का शवसफोर िो रिा ि अतः यि जरररी शदखता ि शक िमि कमि-स-कमि समिय मि सिरी सचना पराशपत क सोतो क जानकार िो मिशिलाओ मि सचना साकरता की शवशष आवयकता उनक सशशzwjततकरर स सबशधत ि

अतः यि जरररी शदखाई दता ि शक साकरता अशभयानो मि मिशिलाओ को सचना साकरता क दायर मि भरी लान क परयास सशमिशलत शकए जाए यिा एक अनय मिदा शवशधक साकरता का भरी ि शवशधक साकरता का आशय जनता को कानन स सबशधत सामिानय बातो स पररशचत कराकर उनका सशzwjततरीकरर करन स ि पवट मि शवशधक रप मि साकर िोन का अथट काननरी दसतावजा शवचारो शनरटयो काननो आशद को शलखपढ़ जान की कमिता स था शकत अब इसका आशय कानन स सबशधत इतनरी

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14 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

कमिता स ि जो शकसरी काननरी समिाज मि अथटपरट जरीवन जरीन क शलए जरररी ि भारत मि मिशिलाओ का बड़ा तबका शवशधक साकरता स दर ि शवशधक शनरकरता क कारर मिशिलाए परायः कानन स भयभरीत रितरी ि और उसस दर िरी रिना चाितरी ि कभरी-कभरी जानकाररी क अभाव मि कानन क शवपररीत आचरर भरी कर सकतरी ि व परायः समिसया की शसथशत मि कानन स सिायता परापत कर सकन मि अकमि िोतरी ि शवशधक रप स शनरकर मिशिलाए अपन शवशधक अशधकारो स भरी अनजान िोतरी ि व उनका उपयोग निरी कर पाती

भारतरीय सशवधान क अनzwjछद 39(A) मि सभरी क शलए नयाय सशनशचत शकया गया ि गररीबो तथा समिाज क कमिजोर वगषो क शलए शनःशलक काननरी सिायता की वयवसथा ि 1987 मि पाररत शवशधक सवा पराशधकरर अशधशनयमि क तित राषटरीय शवशधक सवा पराशधकरर (नालसा) का गठन इस शदशा मि सकारातमिक पिल ि नालसा का अशत शवसतत कायटकतर mdash मिफत काननरी सवाए काननरी सिायता योजना सलाि और समिाधान योजना सवशzwjछक सामिाशजक सवा ससथाओ का सतयापन आशद ि शजसक तित नालसा दश क शवशभनन शिससो मि काननरी सवा कायटकरमिो स जड़री बठक सशमिनार और कायटशालाए आयोशजत करक शवशधक साकरता का परचार करता ि शनससदि मिशिलाए इसका एक शिससा भर ि शवशधक समिसयाओ की जशरलता स जझ रिरी भारत की मिशिलाओ क शलए इस सबध मि भरी बितर परयास करन िोग

उपयटzwjतत शवलषर दारा सपषर ि शक भारत मि मिशिला साकरता आज भरी एक समिसयातमिक परन ि

सवततरता पराशपत क इतन वषषो बाद भरी िमि अपन दश की बाशलकाओ यिा की मिशिलाओ को शत-परशतशत साकरता क दायर मि निी ला सक ि मिशिला साकरता मि उततरोततर शवकास क बावजद परषो क मिकाबल उनका परशतशत कमि िरी ि शवशभनन राजयो मि मिशिला साकरता दर मि भाररी असमिानता ि उततर परदश जमि कमिरीर झारखड राजसथान एव शबिार जस राजयो मि मिशिला साकरता दर अतयत शपछड़री िई ि िमि अनसशचत जाशत अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को भरी उzwjच जाशत वगट की मिशिलाओ क समिकक निी ला सक ि कशष परधान गामिरीर पषठभशमि क भारत दश मि गामिरीर सतर की मिशिलाओ की साकरता दर भरी शिररी कतर स किी शपछड़री िई ि िाल क वषषो मि सचना साकरता एव शवशधक साकरता भरी मिशिलाओ क शलए एक चनौतरी साशबत िो रिरी ि िमिार दश की मिशिलाओ का एक बड़ा वगट इनक दायर स दर ि अतः जरररी शदखाई दता ि शक िमिाररी सरकार सवशzwjछक सगठन एव समिाज सवरी ससथाए एकजर िोकर इस शदशा मि वयवशसथत रप मि परयास कर मिशिला साकरता को बढ़ावा दन ित कछ परभावरी परयास सझाए गए ि जो इस परकार िो सकत िmdash

bull सरकार दारा चलाए जा रि शशकक कायटकरमिो का परा-परा लाभ मिशिलाओ तक पिचना सशनशचत शकया जाए परायः दखा यिरी जाता ि शक शवशवध राजनरीशतक काररो स अzwjछरी स अzwjछरी योजनाए अपन लकय को पररी तरि परापत निी कर पातरी ि

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15भारत म महिला साकषरता सबधी चनौहतया

bull भारत मि मिशिला शशका की अपनरी शवशष चनौशतया ि अतः शकसरी भरी योजना क शकरयानवयन मि मिशिलाओ ित पथक कायटकरमि उनकी जररतो क अनसार सशनशचत शकए जाए मिशिलाओ और परषो क शलए सामिशिक रप स शकरयाशनवत योजनाए परायः मिशिलाओ को परा-परा लाभ निी द पातरी ि

bull मिशिला साकरता चशक दश क एक-एक वगट दश क एक-एक शिसस गलरी-गलरी दरसथ व भौगोशलक दशषर क चनौतरीपरट सथानो मि शनवास कर रिरी मिशिलाओ स सबशधत ि अतः यिा एक लकय ित एक जसरी योजना स सफलता निी शमिलगरी इन सभरी की जररतो क अनरप वयवसथाए िरी इनि घरो स शनकाल कर अकरजान क कररीब ला सक गरी

bull मिशिलाओ को साकर बनान मि एक बड़री चनौतरी पररवारो मि मिशिलाओ की शशका को उपका स दखा जाना भरी ि आज भरी दर-दराज क गावो कसबो मि बाशलकाओ क अशभभावक यि कित शदख िरी जाएग शक lsquoकौन-सरी नौकररी करनरी ि घर मि रि घर का कामि-काज सरीखrsquo इस परकार की मिानशसकता क बरीच रि रिरी मिशिलाओ की साकरता अपन आप मि एक बड़री चनौतरी ि अतः जागरकता कायटकरमि भरी मिशिला साकरता कायटकरमिो का एक शिससा िो शपछड़ वगषो अनसशचत जाशत एव अनसशचत जनजाशत की मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान क शलए भरी शवशष परयास करन िोग शजसमि परोतसािन एव परसकार की अपनरी शवशष मिितता िो सकतरी ि

bull मिशिला साकरता की एक बड़री चनौतरी खद मिशिलाओ मि कागज-पन को िाथ मि पकड़न स िोन वालरी शिचक भरी ि सकलो क भरीतर

ना जा पान वालरी तमिामि बाशलकाओ और मिशिलाओ की सोच परायः यिरी िो जातरी ि शक य कागज पन पशसल तो उनक शलए ि िरी निी िमि अपनरी बाशलकाओ और मिशिलाओ को इस मिानशसकता स शनकालना िोगा उनि इस मिानशसकता स शनकाल कर अकर जान परदान कर आतमिशववास स पररपरट करना िोगा

bull मिशिला साकरता कायटकरमिो मि शनरकर मिशिलाओ क शलए साकर मिशिलाओ की उपलबधता भरी एक कारगार उपाय िो सकतरी ि मिशिला सचाशलत क दरो मि व अशधक सिजता स पढ़न आ सक गरी

bull शवदालयो व साकरता क दरो स दर मिशिलाओ को साकरता क दायर मि लान ित घरो क भरीतर गलरी-मििललो मि एकजर िोकर एक अशभयान क रप मि शनरकरता उनमिलन भाव भरी इस समिसया क समिाधान मि मिितवपरट कड़री िो सकता ि िमिमि स परतयक साकर यशद एक शनरकर को अकर जान शदए जान क शलए कतसकलप िो उठ तो दश की एक-एक मिशिला को साकर िोत दर निी लगगरी िमि दखत ि शक तमिामि घरल कामि-काज व िनर जसmdash खाना पकाना शसलाई बनाई कढ़ाई आशद अनक िनर िमिार दश की बाशलकाए घरो क भरीतर एक-दसर की मिदद स आसानरी स सरीख जातरी ि िमिार घरो क भरीतर मिशिला साकरता क शलए सवदनशरीलता यशद मिखररत िो उठ तो य िनरमिद मिशिलाए शनरकरता क कलक स उबर उठगरी

bull अतः य जरररी शदखाई दता ि शक शनरकरता उनमिलन एक आदोलन क रप मि िमिार दरो-शदवारो पर फल जाए

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16 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

bull पररवशतटत सामिाशजक पररवश मि मिशिलाओ को

सचना एव शवशधक साकरता क दायर मि लाना

भरी आन वाल समिय मि एक बड़री चनौतरी बनगरी

अतः आवयक ि शक िमि इस सबध मि भरी

सचत िो और अपन साकरता कायटकरमिो मि इनि

भरी शाशमिल कर

आज क आधशनक पररवश मि एक भरी मिशिला की शनरकरता िमिाररी शशकक वयवसथा पर गिरा काला धबबा ि िमि अपन दश की एक-एक मिशिला क िाथो तक अकरो की पिचान उनकी बनावर की कला और उसस शनकलत अथट की समिझ पिचानरी िोगरी एक-एक नजर को साकरता क गमिान स सनिररी रगत द उनि नजर उठा दशनया दखन की ताकत दनरी िोगरी

सदभष

एडलर शलटसरी रर पापलशन 15+ इयर यआईएस डरा सनरर यनसको अगसत 2015नशनल फशमिलरी िलथ सवज (एमिएफएचएसndash3) इशडया (2005ndash06) जडर इzwjतवशलररी एड वमिन इपावरमिर इन इशडया

अगसत 2009 इररनशनल इनसररीरयर फॉर पापयलशन साइस शडयोनार मि बईभदौररया मिदला और रशमि गोर 2011 भारतवषट मि साकरता क शवशभनन पिल भारतवीय आिधनक धशकषा वषट 32 अक 1

2011 एनसरीईआरररी नयरी शदललरी प 94भारत की जनगरना 1981 खला-1 भारत जनसखया क अनशनतमि आकड़ भारत क मििापजरीकार और जनगरना

आयzwjतत भारत सरकार नयरी शदललरी प 43मिानव ससाधन शवकास मितरालय 1986 राषटवीय धशकषा नवीधत mdash 1986 भारत सरकार शशका शवभाग नयरी शदललरी प 4ndash5mdashmdash 2014 एजकशन सटधटधसटzwjतस एट ए गलास बयरो ऑफ पलाशनग मिॉशनरररग एड सरशरशसरzwjतस गवमिमर ऑफ इशडया

नयरी शदललरीशशका मितरालय 1968 धशकषा आयोर की ररपोटग (1964ndash66) mdash धशकषा और राषटवीय धवकास परथमि ससकरर शिदरी शशका

मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प152 mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग सचना और परसारर मितरालय भारत सरकार नयरी शदललरी प

284ndash285mdashmdash 2016 भारतmdash वाधषगक सदभग गथ परकाशन शवभाग www mhrdgovinwww papersssrncom

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बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकास एक वािहाररक उपागम

इनद हियाबीएस डागर

यह शोध पतर इककीसवी शताबदी लिए लशका पर बन यनसो डिसस आयोग (1996) पर आधाररत ह इस पक म आयोग दारा परसतालवत लशका चार सततभ म स परथम सततभ की ाशसलन तथा मनोवजालन वयाखया ह इस आयोग की ररपोरस ा शदीरस ldquoिलनिगmdash ल टजर लवइनrdquo (Learning The Treasure Within) ह इस डिसस आयोग नाम स जाना जाता ह इस शोध पतर ा आशय ए पराथलम अधयाप लिए उन परायोलग शकलि लनलहताथथो ो सपषर रना ह लजन आधार पर वह बचचो ो सवयत लचततन रन म सहायता र सत ह इस बात लिए ल बचच सवयत लचततन रना सदीख जाए उनह सवसपरथम सवयत ो जानन तथा बोध (समझ) लिए अलनवायस साधनो या उपरिो ा लवास रना होगा आयोग अनसार य उपरि ह mdash एागरता की शलकत ा लवास सममलत एवत लवचारि की शलकत ा लवास इन शलकतयो लवास म सकम होन लिए ए अधयाप ो चालहए ल वह बचचो म उनकी लववचनातम योगयता की उतपररिा म सहायता र उनकी बौलधि लजजासा जागरत र और वजालन लवलध ा जान परापत रन म उनकी सहायता र इस पतर ो तयार रन म ए परायोलग तथा वयावहारर उपागम ो आधार बनाया गया ह लजसम उाहरिो अभयास मािाओ त और सादषयो ा भरपर परयोग लया गया ह इस बात लिए ल बचच अपन अनभवो आधार पर लचततन तथा त स ा परयोग र स लन जदीवन अनभवो पर आधाररत उपयकत परशनो तथा लसथलतयो ा लनमासि लया गया ह जो उनह उना हि ढढ़न लिए परररत र सत ह बचच लसदी समसया ा समाधान रन लिए स त स रना सदीख सत ह इसा ए सरि शसन परसतत लया गया लजसम लनगलम (Deductive) और आगलम (Inductive) ोनो परार तथो उाहरि लए गए ह

बीएमसी लीलावती मदशी कॉलज ऑफ एजदकशन कसततरबा गाधी मागग नयी हलली 110 001 परोफसर (सवाहनवतत) हशका हवभाग मिहग यान हवशवहवदालय ररोितक (िररयाणा) 124 001

डलसग आयरोग (1996) का मानना ि हक वतगमान सभयता एक जान सचाहलत सभयता ि जिा हनरतर रप स वतगमान जान तथा कौशलो का हवकास िरो

रिा ि और जरो भहवषय की कद शलताओ का आधार हनहमगत करती ि हशका की अपकाओ क पहत पारपररक तरीक अहनवायगतः मातातमक तथा सतचना

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18 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

आधाररत रि ि अतः वतगमान हसथहत म व उपयदकत निी ि अथागत एक बचच करो हशहकत करन का अथग यि निी ि हक पतयक बचच करो ढर सारा जान पान करन की आवशयकता िरोगी अहपतद आवशयकता इस बात की ि हक उस ऐस उपकरणो या साधनो स लस हकया जाए हजसस वि सवय सीखन अपन कौशलो व अहभवहततयो करो अहधक वयापक बनान अपन पररवश करो समझन और उसक अनदरप अपन आपकरो ढालन या रपातररत करन क अवसरो करो समझ सक इककीसवी शताबी क हलए हशका पर पकाहशत अतरागषzwjटीय आयरोग की इस ररपरोरग म (हजस सामानयतः डलसग आयरोग क नाम स भी जाना जाता ि) हशका की कलपना एक ऐसी इमारत क रप म की गई ि जरो चार सतभो पर खड़ी ि इस आयरोग क अनदसार य सतभ िmdash (1) जानना सीखना (2) करना सीखना (3) परसपर रिना सीखना तथा (4) अपन अहसततव करो बनाए रखना सीखना (अपन वयहकततव म अतहनगहित जनमजात कमताओ का पसफद रन या पकरीकरण करना सीखना) एक रप म य चार पकार क अहधगम ि

यिा पर अतयत सहकपत रप म lsquoजानना सीखनाrsquo का अथग ि mdash समझ या हववक क उपकरणो की यरोगयता करो अहजगत करना lsquoकरक सीखनाrsquo स अहभपाय ि अपन पररवश करो सजनातमक रप स पभाहवत करन या बलन की यरोगयता पापत करना lsquoहमलजदल कर (परसपर) रिना सीखनाrsquo स तातपयग ि समसत मानव हरियाकलापो म तसर वयहकतयो क साथ सिभाहगता व सियरोगपतवगक रिना सीखना तथा अहसततव की पिचान करना सीखना हशका

क चौथ सतभ करो इहगत करता ि हजसम सवय करो एक हवहशषर अहवितीय अवसथा पिचान पकहत या भतहमका क रप म पसफद हरत करना ि पतयक वयहकत म जनम स िी बित सारी यरोगयताए अतहनगहित िरोती ि हजनि साकार करना चौथ सतभ का आशय ि यि चौथा सतभ अहनवायगतः उपयदगकत तीनो पकार क अहधगमो स अगरसर िरोता ि अहधगम अथवा जान क य चार पग (मागग) एक सघहरत समहषर का हनमागण करत ि जरो हशका का सार ि एक कका अधयापक क हलए इनम स पतयक पकार क अहधगम क वयापक हनहिताथग ि हजनक विारा हवदाहथगयो करो जान का सवय हनमागण करन म हशहकत हकया जा सकता ि हनससि यि सब अधयापक क मागगशगन म भली-भाहत िरो सकता ि इस लख म इन चार सतभो म स पथम सतभ lsquoजानना सीखनाrsquo की हवसतार स वयाखया की गई ि

डलसग (1996) क अनदसार lsquoसीखन क हलए सीखनाrsquo अलग-अलग (मवार) जान पापत करन का हवय निी ि अहपतद जानन समझन या खरोज करन का साधन ि हजसस वयहकत करो वयहकतक शरोध क सदख की अनदभतहत िरोती ि यि अहधगम अनय पकार क अहधगमो की अपका अहधक मौहलक और आधाररक ि

बौवधिक वजजासा को उतपररत करना बचचो करो हशहकत करन या पवहतगत करन क हलए सवगपथम अधयापक करो उन तरीको क हवय म हवचार करना चाहिए हजनस व बचचो की बौहधिक हजजासा करो उतपररत कर सक ऐसा करन क हलए आप बचचो स हवहभनन पकार क पशन पतछ सकत ि अथवा ऐसी

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19बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हसथहतयो का हनमागण कर सकत ि हजनस उनकी हजजासा जागरत िरो सक बचच क बालयकाल का एक अहत मितवपतणग पक ि उसक शरीर म हवदमान पाच जानहरियो का बरोध बचच जस-जस अपन वातावरण का पकण करत ि साथ-साथ व हवहभनन धवहनयो दशयो गधो सवाो तथा सवनाओ करो पिचानना तथा उनम भ करना रोनो सीख जात ि ऐस अनदभवो क आधार पर व सवय क तथा अपन वातावरण क पहत हजजासा का भाव हवकहसत कर लत ि जरो सवय करो समझन म उनकी सिायता करता ि समरण रि हक हजजासा करो सफलता या हनषपहतत का सरोत भी किा जा सकता ि बौहधिक हजजासा एक जनमजात अहभपरणा िरोती ि जरो उस सीखन क हलए पररत करती ि (लरोवसरीन 1994)

बचच करो बौहधिक हजजासा की ओर अगरसर करन क हलए यि आवशयक ि हक कका-कक भली-भाहत पकाहशत िरो पमदहत करन वाला िरो तथा आकगक िरो तसरा पाठ करो पढ़ात समय िम सदहनहशचत कर हक बचचो की अहधकाहधक जानहरियो करो सहमहलत हकया गया ि और सभी बचच पाठ क हवकास म सिभागी िो न कवल व बचच जरो अपना िाथ उठात िो इसस भी मितवपतणग ि हक बचचो करो छान-बीन करन हचतन करन तथा खरोजन क हलए समय हया जाए हकसी पशन का ततकाल उततर निी मागना चाहिए बचचो करो हसखाया निी जाना चाहिए उनम तरो जाच पड़ताल करन की पहवत हजजासा जनमजात िी िरोती ि जसा आइसरीन मिरोय न किा था

बचचो की वििचनातमक ोगता को उतपररत करना इसक हलए ऐस उतपरकोउदीपको क हवय म आप जरो सरोच उनि पान कर सकत ि हववचनातमक रप स सीखना बचचो क सवागहधक मितवपतणग कौशलो म स एक ि जरो उनक भहवषय क हलए अहनवायग ि हववचनातमक अहभवहत क हवकास म बचचो की सिायता करन क हलए एक अधयापक या अहभभावक क रप म आप करो चाहिए हक (1) उनि खलन क हलए अहधकाहधक अवसर पान कर तथा (2) बचचो स हकसी भी पशन का उततर जानन क हलए थरोड़ा रक पतीका कर और उनि सरोचन क हलए उपयदकत समय ततकाल िसतकप कभी न कर बचचो स जरो पशन पतछ जाए व हववरणातमक िो न हक सतचनातमक और इसस भी मितवपतणग हक यह बचच पशन या समसया क हवय म करोई पररकलपना सथाहपत करना चाि तरो उसम उनकी सिायता कर तथा परोतसाहित कर

थाथथता क भाि का वनमाथण करना यथाथगता क हवय म जरो भी बचचो का बरोध ि उस अहभवयकत करन क हलए अहभपररत कर इस पकार की अहभवयहकत की सवततता उनम हसथहतयो का अथग हनकालन या उनकी वयाखया करन म सिायक िरोगी और व सवय यथाथगता करो अथग पान करना या सरोचना सीख जाएग और उनम सवतत हनणगय लन की कमता का हवकास आरभ िरो जाएगा डी नरोरा की दहषर म हजन भी यथाथगताओ करो िम वासतहवक िरोन की सजा त ि व वासतहवक समय म िमार

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20 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

मानय ससथाहपत वयविार ि वासतव म जरो िमस पर हवदमान ि वि तरो अपन आप म जानातीत ि तथा जरो िम अहभवयकत करत ि वि िमारी वयहकतगत वयाखया ि ऐस वयविारो क अतगगत बित सारी चीज आती ि जस mdash पौदरोहगकी पाथग वयहकत घरनाए सकत वयाखया तथा मीहडया आह इन वयविारो का परीकण सपषर करता ि हक वासतहवकता (या कि हक उसकी िमारी वयाखया) सव आभासी रप स िी वासतहवक िरोती ि जरो वयहकत विारा सरलीकत या हनपतणगतापतवगक हनहमगत िरोती ि तथाहप यथाथगता का भाव (या वयाखया) जरो वयहकत उस पान करता ि अपन पररणामो क आधार पर वासतहवक िरोता ि (गहलवसकी 2013)

िजावनक विवध क जान को अवजथत करन अथिा समझन म बचचो की सहाता करना यह आप एक अधयापक क रप म इस सफलतापतवगक कर सकत ि तरो बचच जीवनपययत हवजान क हमत और जान क सजक बन जाएग ऐसा कर सकन क हलए अधयापक करो सवय हचतन करना िरोगा ताहक व बचचो करो सवय हचतन करना हसखान म सकम िरो सक कयोहक जरो अधयापक सवय हचतन निी करता वि बचचो म हचतन की यरोगयता का हवकास निी कर सकता

उपयदगकत चार यरोगयताओ का हवकास करन क हलए हकस-हकस पकार क पशन बचचो क सामन पसतदत हकए जा सकत ि या हकस पकार की हसथहतयो का हनमागण हकया जा सकता ि यि अधयापक करो पिल िी सरोच कर कका म आना िरोगा ऐसी

अहभवहतत का हवकास िरोन क साथ बचचा धीर-धीर सवय सरोचना आरभ कर गा

यि समरण रि हक पतयक बचच म उपयदगकत सभी कमताए जनम स िी िरोती ि िम धयान ना िरोगा हक बचचो करो पतयक चीज करो कठसथ करन क हलए पररत न कर यह बचच जानन की हवहध करो सीख जाए तरो व सवतत रप स सवय िी जान का हनमागण कर लग और जब बचचा वजाहनक हवहध का अनदपयरोग करक अपन पयासो स सीखता ि तरो उसम एक समगर अहधगम अहभवहतत का हवकास िरो जाता ि यिी ि शरोध का आन जरो अननय रप स आतमसतरोी िरोता ि इसक अलावा इस बात स भी हनराहशत न िो हक शरोध तरो मात वयसको क हचतन का कत ि या उनका हवश ाहधकार ि वसतदतः यि तरो एक जनमजात लकण या गदण ि कार क अनदसार यि एक वचाररक रप ि या एक ऐसा साचा ि हजसक अनदसार पतयक मानव सरोचता ि बचच करो एक लघद वजाहनक समझा जाता ि समसत खल-हरियाकलाप अहधगम हरियाकलाप िरोत ि उािरणाथग एक रो या तीन साल का बचचा जब बार-बार अपन हखलौन करो जमीन पर फ कता ि तरो वि उन सभी हवहभनन पकार की धवहनयो या गहतहवहधयो करो सीखता ि जरो हखलौन विारा जमीन क कठरोर या नरम तल स रकरान स उतपनन िरोती ि इन रोनो अवसथाओ स रकरान स उतपनन धवहनयो अथवा गहतहवहध क अतर करो बचचा समझ लता ि यदहप उस अभी तक भाहक अहभवयहकत करनी निी आती ऐसी हसथहत म एक अधयापक या अहभभावक स यि अपहकत ि हक वि

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21बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

बचचो की गहतहवहधयो का धयानपतवगक अवलरोकन कर और उनि आग सीखन क हलए अनय पकार की हसथहतयो का हनमागण कर

जब िम हकसी हसथहत म सवय सरोचकर सवतत हनणगय लत ि तरो समहझए हक िम यथाथगता की वयाखया कर रि ि एक अवधारणा क रप म यथाथगता वि ि हजसका अहसततव िमार मन स पर हवदमान ि परतद वयविार म जरो िम स पर सवतत रप म हवदमान ि वि तरो जानातीत ि उसका जान उसक सिी रप म काहप निी िरोता इस अनदभव हकया जाता ि और पतयक अनदभव वयहकतपरक िरोता ि कयोहक वि उस वयहकत की जानहरियो क माधयम स आता ि

हकसी घरना या वसतद करो खकर जरो अनदभतहत मदझ िरोगी उसी वसतद या घरना करो खकर हकसी अनय वयहकत की अनदभतहत अथवा वयाखया मरी अनदभतहत अथवा वयाखया स हकसी न हकसी रप म अलग िरोगी अतः यथाथगताए जरो बािर मौजत ि उनकी वयाखया िरोती ि जन शगन म इस सयावा की सजा ी गई ि हजस सापकता का हसधिात भी किा जाता ि

तथाहप अधयापक क रप म िम ऐसी हसथहतयो (चाि वासतहवक िरो अथवा कालपहनक) करो पसतदत कर सकत ि और बचचो स जरो भी व अनदभव करत ि उन हसथहतयो की वयाखया करवा सकत ि जरो उनक सवय क हनणगयो पर आधाररत िरोगी जब भी बचच हकसी भी चीज क हवय म सवतत रप स सरोच कर हनणगय लत ि तरो समहझए हक व वासतहवकता की वयाखया कर रि ि बचचो विारा की गई यथाथगता

की वयाखया वयसको की वयाखया स हभनन िरो सकती ि परतद इसका अथग यि काहप निी लगाना चाहिए हक बचच गलत ि यि सभव ि हक बचच वयसको स अहधक सजनातमक तथा सदसपषर िो

इसी पकार यि भी निी समझना चाहिए हक वजाहनक हवहध जाच या खरोज की एक उननत हवहध ि हजसका पयरोग मात वयसक िी कर सकत ि वसतदतः यि बात पतयक बचचा समझता ि हक यह कद छ घहरत िआ ि करोई चीज तरो ि हजसक कारण ऐसा िआ ि अधयापक करो चाहिए हक व ऐस अवसरो क पहत सतगक रि और बचचो क समक उनि उािरण क रप म पसतदत कर हजसस बचचो म कारण-पभाव क सबधो की समझ हवकहसत िरो इस पकार व बचचो की हजजासा और इस हववचनातमक समझ करो उदीपत कर सकत ि हक यह करोई कारण ि तरो उसका करोई पभाव भी िरोगा और यह पभाव अनदभव िरो रिा िरो तरो वि हकसी कारण स िी िरोगा और अततः यि भी समझ म आ जाएगा हक अकारण कद छ भी निी िरोता ि

यिा यि समरण रि हक बचचा करोई एक मात सववोततम या सवगमानय उततर न या कारण बतान का पयास निी करगा इसक हवपरीत वि कई सार सभाहवत उततर सकता ि यह ऐसा िरोता ि तरो जाहनए हक यि हचतन करन या वजाहनक रप स वयविार करन की अवसथा ि तसर शबो म यि पररकलपना हनमागण या सजनातमक हचतन की अवसथा ि इस अवसथा करो मिान जमगन हवचारक कार न lsquoकारण-पभाव का बरोधrsquo (एक वचाररक रप) की सजा ी वि इसी पकार क बारि वचाररक

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22 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

रपो की बात करत ि हजनि तीन-तीन रपो क चार समतिो म हवभकत हकया गया ि य चार समति िmdash माता लकण (गदणधमग) सबध तथा रपातमकता उािरणाथगः माता करो िम एकतव अनकतव या समहषर क रप म सरोचत ि य तीन व रप ि हजनक विारा िम माता क बार म सरोच सकत ि सभी 12 वचाररक रप एक तरीक स व साच ि हजनम करोई मनदषय सरोच सकता ि अथवा जगत की यथाथगता करो समझ सकता ि हजनका अहसततव िमार मन स पर ि य सभी वचाररक रप जनम स िी िमार पास िरोत ि अथागत य वचाररक रप जनमजात ि जब भी िम ससार क हवय म करोई हचतन करत ि तरो िम इन चार समतिो (माता हवश ता सबध तथा रपातमकता) स बािर निी सरोच सकत इनक उपयरोग क हबना वासतव म सरोचना सभव िी निी ि ऐसा कार का मानना ि

उािरण क रप म कारण-पभाव क सबध म आप करोई पभाव हखाकर बचचो स उसका कारण जात करवा सकत ि और करोई कारण कर उसक पभावो करो जानन क हलए उनि पररत कर सकत ि जस mdash1 यह आप हकसी ग करो लबवत (ऊधवागधर)

हशा म ऊपर की ओर फ कत ि तरो कया िरो सकता ि करक हखए

2 यह आपक भी पहकयो जस पख िो तरो आप कया-कया कर सकत िरो

3 यह आप पानी स भरी हकसी बालरी की तली म एक लकड़ी का रदकड़ा रख तरो कया िरोगा और यह लकड़ी की बजाए एक पतथर का रदकड़ा िरो तरो कया िरोगा

4 यह करोई बालक कका म हचलला रिा ि तरो आपक हवचार म उस बालक क इस वयविार का कया कारण िरो सकता िसकत ि

5 भरोजन अवकाश क समय जब आपन अपन भरोजन का हडबबा खरोला तरो खा हक वि तरो खाली ि उस समय आप कसा अनदभव करग बता सकत ि हक ऐसा कयो िआ िरोगा

6 शहनवार करो आप अपना रोपिर का भरोजन करना भतल गए और भरोजन क हडबब करो घर भी ल जाना भतल गए वि आपक डसक म पड़ा रिा सरोमवार करो जब आप हवदालय म आए और अपना भरोजन का हडबबा खरोला तरो पाया हक उसम स बबत आ रिी ि ऐसा कयो िआइसी पकार आप उपयदगकत पकार की बित सारी

हसथहतयो पर हवचार कर सकत ि हजनका सबध बचचो क हनक अनदभवो स िरो ऐसी हसथहतयो करो पसतदत कर आप बचचो करो कारण-पभाव हनयम समझन क हलए पररत कर सकत ि यह आप सफलतापतवगक ऐसा करत िरो तरो हनशचय िी आप उनि सिी रप म हचतनरोनमदख बनान की हशा म चल रि ि ऐसा करन स आप उनम समझ या हववक क उपकरणो करो हवकहसत करन म सिायता कर रि िरो

डलसग (1996 प87) क अनदसार जानना सीखन की पररकलपना ि हक सीखा कस जाता ि हजसक हलए एकागरता समहत तथा हचतन शहकत अपहकत िरोती ि अधयापक क रप म िमारा लकय यि ि हक बचचो क धयान क रिण (एकागरहचततता) करो वसतदओ पहरियाओ और घरनाओ पर क हरित करन म सिायता करना ि परतद दःख की बात ि हक आजकल बचच एकागरहचततता क अभाव म तजी स

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23बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

एक क बा एक सतचनाओ करो महसतषक परल पर ौड़ात रित ि जरो खरोज पहरिया करो समझन क हलए अतयत िाहनकर िरोती ि कयोहक खरोज पहरिया म समय लगता ि तथा अपका की जाती ि हक पापत सतचना की ति तक जाया जाए

एकागरता का अभासएकागरता सीखना कई पकार स िरो सकता ि और इसम कई पकार की अवहसथहतयो का पयरोग हकया जा सकता ि उािरणाथगmdash खल उदरोग म पहशकण काल याता पयरोगातमक पायरोहगक कायग इतयाह स सबहधत हजसम भी बचच की रहच िरो अधयापक क रप म िम ऐसी चदनौतीपतणग हसथहतयो का हनमागण करना चाहिए जरो बचचो क हलए रहचकर िो तथा उनका धयानाकगण कर सकती िो तथाहप िम यि भी समरण रखना चाहिए हक सभी बचचो करो एक िी पकार की अवहसथहतया अथवा हरियाकलाप ररोचक निी लगग अतः िम हवहभनन पकार की अवहसथहतयो या हरियाकलापो क हवय म सरोचना िरोगा हजनम स व अपनी-अपनी रहच अनदसार हकसी हसथहत हवश का चयन कर सक इसक हलए आप उपयदकत यरोगाभयास सबधी हवहधयो का चदनाव भी कर सकत ि बशतत यरोग हरियाओ क पहत उनकी अहभरहच िरो (उािरणाथग हवहभनन पकार क तारक अनदलरोम-हवलरोम पाणायाम इतयाह)

सममवत का विकाससमहत का हवकास समहत क उपयरोग स िरोता ि समहत का अथग ि अतीत म घहरत घरनाओगहतहवहधयो बातो का समरण करना परतद पशन यि

ि हक िम बचचो की सिायता कस कर हक व अपनी समहत क उपयरोग म वहधि कर सक सभवतः बचचो करो खल-खल म उनक अनदभवो क हवय म पतछा जाए तरो िम उनकी समहत क उपयरोग करो बितर रप स बढ़ा सकत ि िम जानत ि हक समहत रो पकार की िरोती िmdash ीघागवहध (ीघगकाहलक) तथा अलपावहध (अलपकाहलक)

अलपकालिक समलि का लिकास अलपकाहलक समहत का हवकास करन क हलए आप बचचो करो हकसी ररोचक सथान क भरमण पर ल जा सकत ि अगल हन जब बचच कका म आए तरो आप उनस भरमण का हवसतत वततात हलखन अथवा बतान क हलए कि सकत ि इस कायग क हलए पतयक बचच करो उपयदकत सकारातमक पबलन ताहक व परोतसाहित िरो

तसरा आप कका म फलप चारग पर बचचो करो कद छ सकड क हलए करोई सखया हलखकर हखाए ततपशचात तदरत आप एक-एक करक बचचो स उस सखया क अको करो उसी रिम म बरोलन क हलए कि आप यि आकलन कर हक हकतन बचच सिी रिम म सखया क अको करो बतान म सफल िरोत ि आप हनरतर अको की सखया बढ़ात रि और उसी पकार बचचो का मतलय हनधागरण करत रि तथा पररणाम नरोर करत रि

कद छ हनो क पशचात इस पयरोग करो रोिराए कद छ अवलरोकनो क पशचात ख हक बचचो की अलपकाहलक समहत म हकतनी वहधि िई इस पयरोग करो खल की भावना स कर तथा बचचो करो हकसी भी पकार का ड न कवल उनि परोतसाहित कर

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24 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

समरण रि हक जब भी आप इस पकार का पयरोग कर तरो आरभ म बचचो करो िसाकर तनावरहित कर और हफर कि आओ अब एक खल खल ऐस हरियाकलापो की सखया बढ़ान क हलए आप बचचो विारा वतगमान म हकए गए हरियाकलाप का वणगन करवा सकत ि अथवा उनक विारा खी गई घरनाओ का हलहखत या मौहखक वणगन करन क हलए भी कि सकत ि

दीरघकालिक समलि का लिकास ीघगकाहलक समहत का हवकास करन क हलए अधयापक बचचो करो अतीत क अनदभवो या घरनाओ का हववरण न क हलए कि सकत ि ऐस अनदभव हजनिोन बचचो करो सकारातमक या नकारातमक रप स पभाहवत हकया िरो या हकसी न हकसी रप म व ररोचक रि िो उािरणाथग बचचो स कि सकत ि हक व अपन बचपन की हकनिी रो घरनाओ का वणगन कर जरो उनकरो बित अचछी अथवा अहपय या डरावनी लगी िो जस तद िार बचपन म ऐसी कौन-सी घरना थी हजसन तद ि भयभीत कर हया िरो और अब आप उसक हवय म कसा अनदभव करत िरो (आपकरो बचचो करो आशवसत करना िरोगा हक यि अनदभव या घरना पतणग रप स गरोपनीय रखी जाएगी)

ऐस अनदभवो क वणगन स न कवल बचचो की ीघगकाहलक समहत का हवकास करन म सिायता हमलगी अहपतद बचचो करो मनरोवजाहनक रप स तथा पतणग रप स समझन म भी सिायता हमलगी हजसका जान अधयापको क हलए अतयत आवशयक ि

बचचो की ीघगकाहलक अथवा अलपकाहलक समहत क हवकास म सिायता करन क हलए हवहभनन

पकार क हरियाकलाप िरो सकत ि अधयापक ऐसी अभयास-मालाओ की एक लबी सतची तयार कर सकत ि हजनि व बचचो क खाली समय क सदपयरोग ितद सक ऐस हरियाकलापो का अभयास करन स बचचो की समहत क साथ-साथ उनकी सजनातमक कलपनाशहकत का हवकास भी िरो सकता ि जरो हशका का एक मितवपतणग उदशय ि

परतद इस अवसर पर एक सावधानी बरतन की भी आवशयकता ि वि यि ि हक िम lsquoसमहत का उपयरोगrsquo नामक सदहकत (मदिावरा) करो lsquoररनाrsquo निी समझ लना चाहिए lsquoररनाrsquo शब स तातपयग ि हबना अथगगरिण हकए हकसी चीज करो कठसथ कर लना जसmdash करोई वयहकत जरो जमगन भाा निी जानता वि जमगन म हलखी हकसी सतहकत करो रर लता ि अतयहधक तथयातमक सतचनाओ करो ररन करो बौहधिक हवकास का सकतक निी मानना चाहिए उािरणसवरप आपन रलीहवजन पर कद छ बचचो करो खा िरोगा हजनि दहनया की असखय सतचनाए कठसथ ि और व फराफर हकसी भी पशन का उततर त ि ऐस बचचो की समरणशहकत तरो हवलकण ि िी परतद सवसथ बौहधिक हवकास क हलए यि हबलकद ल आवशयक निी ि कयोहक ऐसा करन म हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का उपयरोग या हवकास हनहित निी ि और अततरोगतवा बचच क बौहधिक हवकास म यि साधक निी अहपतद बाधक िी िरोगा ररना वासतव म हकसी चीज करो याहतक अहववहचत तथा मौहखक रप स रोिराना ि जबहक lsquoसमहत का उपयरोगrsquo िमार हचतन कलपनाशहकत या बदहधि का अग ि जरो अवयकत सतर पर िरोता ि कद छ चीजो अथवा घरनाओ का भतलना उतना िी आवशयक ि हजतना

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25बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

हक चीजो करो या रखना बहलक मनरोवजाहनक दहषर स यि भी किा जाता ि हक हवसमरण समरण क हलए सिायक या साधन िरोता ि यदहप अहधगम क एक साधन या उपकरण क रप म कठसथीकरण की अनदशसा बचचो की हशका म कम-स-कम की जाती ि तथाहप बचचो क हवकास क हकसी सतर पर या कद छ सभभो या मामलो म इसका वणागतमक उपयरोग पतणग रप स हनरथगक निी िरोता ि अहपतद उपयरोगी और आवशयक िरोता ि उािरणाथगmdash हगनती सीखना पिाड़ या करना कद छ सततो (फामतगलो) आह करो समरण रखना इतयाह

इसक अहतररकत समहत कमता करो सािचयग क गदण उपयरोग का उपयरोग कर बढ़ाया जा सकता ि उािरणाथग हकसी वयहकत की चाल खकर हकसी वयहकत हवश का समरण िरो जाता ि समहत वसतदओ हसथहतयो अथवा वयहकतयो म पाए जान वाल लकणो या ततवो की समानता अथवा हवमता क आधार पर कायग करती ि अतः बचचो म समहत का उपयरोग हवकहसत करन अथवा उस बढ़ान क हलए िम ऐसी हसथहतयो का सजन कर सकत ि जसmdash शबो तथा उनक अथभो पाहणयो परोशाको वयहकत की चाल सासकहतक रपो रीहत-ररवाजो बालो क रगो मदखाकहत शारीररक गठन हवहभनन जानवरो अथवा हवहभनन सगीतीय यतो की आवाज और इसी पकार वसतदओ वयहकतयो हसथहतयो की अनय हवहशषरताओ लकणो या हवश ताओ (हवश कर व जरो बचचो क वयहकतक अनदभवो क अतगगत आती िो) पर आधाररत अभयासो का उपयरोग हकया जा सकता ि ऐस अभयासो करो अनदसरण या पिचान

तकनीको का उपयरोग कर हवकहसत हकया जा सकता ि ऐसी तकनीको का उपयरोग बचचो क हलए रो या अहधक अवधारणाओ वसतदओ इतयाह म अतर करन की यरोगयता का हवकास करन म भी सिायक िरोगा साथ िी उनकी हववचनातमक तथा हवमगक कमता का हवकास भी िरोगा अधयापक करो चाहिए हक बचचो करो समझान क हलए कद छ उािरण पसतदत कर और बचचो करो भी ऐस अनय उािरण सहजत करन क हलए परोतसाहित कर

विचारण ोगता का विकासहवचारण या हववचन यरोगयता क अतगगत कद छ पततो अथवा कद छ तकग वाकयो क आधार पर हकसी हनषकग या हनणगय पर पिचना सहमहलत िरोता ि ऐसा करन क हलए िम तकग का उपयरोग करत ि तकग मतलरप स तीन पकार क िरो सकत िmdash (i) हनगमनातमक तकग (Deductive) (ii) आगमनातमक तकग तथा (Inductive) (iii) अहभवहतगत या अपवहतगत तकग (Abductive)

लिगिातक िकघ हनगमनातमक तकग एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि हजसम सामानय पकार क कथन (हजनि आधार-वाकय किा जाता ि) का उपयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि उािरणाथग अहनता रहशम स बड़ी ि तथा रहशम रखा स बड़ी ि तरो रखा अहनता स छरोरी िरोगी सभी जीव नशवर िरोत ि मनदषय एक जीव ि अतः मनदषय नशवर ि इसी पकार िम गहणत क उािरण भी ल सकत िmdash A की लबाई B की लबाई स अहधक ि तथा

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26 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

B की लबाई C स अहधक ि तरो िम हनहशचत रप स कि सकत ि हक A की लबाई C की लबाई स अहधक िरोगी अथवा C की लबाई A की लबाई स कम िरोगी एक अधयापक क रप म आप बित सार ऐस पशनो का हनमागण कर बचचो स उततर हनकलवा सकत ि हजस पकार क तकग का उललख उपयदगकत उािरणो म हया गया ि अथागत हजसम सामानय कथनो क आधार पर हवहशषर हनषकग पर पिचा जा सकता ि य हनगमनातमक तकग क उािरण ि अतः हनगमनातमक तकग हजस हनगमनातमक तकग शासत भी किा जाता ि एक हवहशषर पकार का तकग िरोता ि जिा सामानय कथनो (आधार वाकयो) का पयरोग एक हवहशषर हनषकग पर पिचन क हलए हकया जाता ि इस पकार तकग की हवशता ि हक यह आधार वाकय सिी या सतय िोग तरो हनषकग भी अहनवायगतः सतय िी िोग परतद यह आधार वाकयो म स करोई भी वाकय असतय िरोगा तरो यि आवशयक निी हक हनषकग सतय िरो बशक हनषकग ताहकग क दहषर स वध कयो न िरो हनगमनातमक तकग म हनषकग की सतयता अथवा असतयता आधार वाकय की सतयता अथवा असतयता पर आहरित िरोती ि उािरणाथग mdash सभी वधि वयहकत शारीररक रप स दबगल िरोत ि रिीमान अबदललाि 65 वग क ि अतः रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल ि कयोहक उपयदकत उािरण म पाथहमक आधार वाकय अहनवायग रप स सतय निी ि अतः यि आवशयक निी हक रिीमान अबदललाि शारीररक रप स दबगल िो

अभयास क हलए कद छ उािरण नीच हए गए ि mdash1 सभी पालतत जानवर घास खात ि िमन हजतन

भी पालतत जानवर ख व घास खात ि अथवा िमन एक भी पालतत जानवर निी खा जरो घास निी खाता ि अतः कद तता खाता ि

2 सभी जानवर हजनक शवाड (वधअवध) पन और लब िरोत ि व मासािारी िरोत ि कद तत क शवाड लब और पन िरोत ि अतः कद तत िरोत ि

3 पकी सतयागसत क पशचात निी उड़त अब रात करो अधरा िरो चदका ि अतः आप आकाश म हकसी पकी करो निी खग

4 हचकना धरातल हफसलनयदकत िरोता ि इस बराम का फशग बित हचकन पतथर स बना ि धयान स चल वरना जाओग

5 सभी सखयाए हजनका अहतम अक सम िरो रो स हवभाहजत िरो जाती ि बताइए 315979 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी इस पकार सखया 195883 रो स हवभाहजत िरो सकती ि अथवा निी

6 करोई सखया हजनक अको का यरोग तीन स हवभाहजत िरो जाता ि तरो वि सखया भी तीन स हवभाहजत िरो जाएगी बताइए कया सखया 259734 तीन स हवभाहजत िरो जाएगी अथवा निी

7 करोई भी ब आकहत हजसकी चार भदजाए िरोती ि चतदभदगज किलाती ि अतः एक वगग और एक आयत ि

8 सभी शीत रकत जानवर रगत ि क चदआ रग कर चलता ि अतः क चदआ शीत रकतक ि वधअवध

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27बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

9 कद ततो की सतघन की शहकत अहत तीवर िरोती ि अतः पायः कद ततो का उपयरोग पदहलस विारा अपराहधयो करो क हलए हकया जाता ि

10 मर पररवार म कद ल तीन ससय ि और एक भी ाए िाथ स निी हलखता ि अतः मर पररवार म सभी ससय ि

लिगिातक िकघ क अनय पारप1 यि हबलली गदराग रिी ि अतः सतकग रहिए यि

आपकरो कार न ल2 मदझ हवदालय स घर जान म डढ़ घरा लगता

ि अब सायकाल क साढ़ चार बज ि म बज तक घर पिच सकता ि

3 यि सड़क हफसलन वाली ि अपनी साईहकल धयान स चलाए अनयथा आप सकत िएक अधयापक क रप म आप इस पकार की

बित सारी अभयास-मालाओ का हनमागण कर सकत ि हजनक विारा आप बचचो की अतहनगहित तकग शहकत का पता लगा सकत ि और उसका हवकास भी कर सकत ि इस पकार क अभयास हजसम बचच अनदमान लगाकर ररकत सथानो करो भर बचचो की हवचारणशहकत क हवकास क हलए एक पभावी माधयम या उपकरण ि

लिगिातक िकघ पर आधाररि िकघ या यलzwjति की िधिा को सझिातकग शासत क अनदसार रो ऐस मानड ि हजनक आधार पर यि मालतम कर सकत ि हक करोई तकग वध ि अथवा निी1 करोई तकग वध समझा जाएगा यह आधार

वाकयो की सतयता हनषकग की सतयता करो आशवसत करती िरो

2 करोई तकग अवध िरोगा यह सभी आधार वाकय सिी िरोन पर भी हनषकग असतय िरो

कद छ उािरणmdash1 या तरो रसरोई म आग लग गई ि अथवा तव पर

ररोरी जल उठी ि म ख सकता ि हक रसरोई म आग तरो निी लगी ि अतः तव पर ररोरी जल रिी ि (वध)

2 पॉश कॉलरोहनयो म रिन वाल वयहकत धनाढय िरोत ि सदरिी रणद गररर कलाश कॉलरोनी नयी हलली म रिती ि अतः वि अवशय िी धनाढय िोगी (अवध)

3 भारत म धनवान वयहकतयो न हवमदरिीकरण का हवररोध हकया सवामीनाथन एक बित धनाढय वयहकत ि अतः सवामीनाथन न हवमदरिीकरण का अवशय हवररोध हकया िरोगा (अवध)

तकग की पामाहणकता1 एक हनगमनातमक तकग पामाहणक किलाएगा

यहmdash (अ) यि वध िरो अथवा (ब) यह इसक सभी आधार वाकय सतय िो2 करोई हनगमनातमक तकग अपामाहणक िरोगा

यहmdash (अ) या तरो यि अवध िरो अथवा (ब) इसका कम स कम एक आधार वाकय

असतय िरो

आगिातक िकघआगमनातमक तकग म िम कद छ हवहशषर पकणो क आधार पर हकसी हनषकग अथवा सामानयीकरण पर पिचत ि उािरणाथगmdash

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28 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 जब म िाइडलबगग म गया तरो खा हक पतयक वािन सड़क क ाइय और चलत ि इसी पकार जब जमगनी क अनय शिरो म गया तरो भी ऐसा िी पाया इन पकणो क आधार पर िम हवशवसतता क साथ इस हनषकग पर पिच सकत ि हक जमगनी म वािन सड़क क ायी ओर िी चलाए जात ि

2 मन जब भी करोई छरोरा कद तता खा उसक शरीर पर गिर लब लरोम थ अतः िम हवशवास क साथ कि सकत ि हक छरोर कद ततो क शरीर पर लब गिर लरोम िरोत िआगमनातमक तकग क आधार पर हनकाल गए

हनषकभो अथवा सामानयीकरणो पर भररोसा हकया जा सकता ि या व सतय िरो सकत ि परतद यि आवशयक निी हक अहनवायगतः सतय िी िो तथा सव और सभी पररहसथहतयो म सतय िो इसका कारण ि हक िमन मात कद छ सीहमत मामलो का अवलरोकन हकया ि ऐस सामानयीकरण जरो िमारी जानहरियो पर आधाररत िो उनि आगमनातमक (आगहमक) या अनदभवजनय सामानयीकरण अथवा हनषकग किा जाता ि जसmdash चीनी का सवा मीठा िरोता ि कद नीन की गरोली कड़वी िरोती ि यह आकाश साफ िरोता ि तरो वि नील रग का िरोता ि िवाई जिाज की गहत रल या कार की गहत स अहधक िरोती ि यह आप गमग तव करो छत एग तरो आपका िाथ जल सकता ि यह आप ककर करो छत स नीच छरोड़ तरो वि सवतः िी जमीन पर हगरगा यह आप अपन दपहिया वािन करो हफसलन वाली जगि पर चलाएग तरो आप हगर सकत ि आप ऐस सकड़ो उािरण सकत ि

हकसी आगमनातमक तकग म िम हकसी घरना करो पकहत म बार-बार िरोत खत ि इन अवलरोकनो क

आधार पर िम एक परनग या पहतरप खत ि हजसक आधार पर िम एक सामानयीकरण अथवा हनषकग हनकालत ि इन सामानयीकरणो क आधार पर उस घरना की वयाखया करत ि अथवा सपषरीकरण त ि एक पररकलपना करत ि और अत म उस पररकलपना का परीकण कर एक हसधिात पर पिचत ि

हकसी भी वजाहनक शरोध म आगहमक अनदमान या हनषकग (जरो हवहशषर अवलरोकनो पर आधाररत िरोता ि) तथा हनगमनातमक हनषकग (जरो हकसी हसधिात पर आधाररत िरोता ि) क मधय एक पारसपररक पभाव या अनयरोनय हरिया िरोती ि इस पकार िम सतयता क बित हनकर पिच जात ि परतद पतणग सतय का पता निी लगा सकत यिी कारण ि हक वजाहनक हसधिात सव सभावय तरो िरोत ि परतद अहनवायग निी जबहक गहणत या लॉहजक (तकग ) क आधार पर हनकाल गए हनषकग अहनवायग रप स हनहशचत िरोत ि (कयोहक उनम वसतदहनषठता िरोती ि)

अतः आगहमक (आगमनातमक) तकग म िम ऐस अवलरोकनो स आरभ करत ि हजनका कायगकत सीहमत तथा हवहशषर िरोता ि इनक आधार पर एक सामानयीकत हनषकग की ओर अगरसर िरोत ि जरो सहचत तथयो या साकयो क पकाश म सभव तरो अवशय ि परतद हनहशचत या अहनवायग निी िरोता ि आगहमक तकग क आधार पर पापत हनषकग सभव इसहलए िरोत ि कयोहक पापत साकय समावशी या हनणागयक निी िरोत अतः हवहशषर रप स इनकी पिचान पहतजाहपतयो म स हकसी एक अथवा रोनो और हनषकग क सभाहवत ावो क रप म िरोती ि आगहमक तकग म साहखयकीय तथा जनसाहखयकीय

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29बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

तकग पतवागनदमान सायानदमान (analogies) तथा वयाखयाए सहमहलत िरोती िकद छ उािरणmdash1 यि पदरसकार या तरो सदरश करो अथवा िरीश करो

हमल सकता ि∙ सदरश इस पापत निी कर पाया∙ अतः यि िरीश करो िी हमला िरोगा

2 मरा मानना ि हक lsquoXrsquo की ितया lsquoYrsquo न की िरोगी कयोहक lsquoYrsquo क पास कारण या अहभपायः भी था अवसर भी उसक खतन स रग सतान ितया सथल स हमल और ऐसा करोई सबतत निी हमला हक ितया क समय lsquoYrsquo किी और था

3 मदझ हवशवास ि हक रजनी तरना जानती िरोगी कयोहक उसक अड़रोस-पड़रोस म रिन वाल अहधकाश वयहकत तरना जानत ि

4 यह आप धतमरपान ब कर तरो आप अहधक समय तक जीहवत रिग वतगमान शरोधो स यि सपषर िआ ि हक जरो वयहकत धतमरपान निी करत उनकी आयद धतमरपान करन वाल वयहकतयो स औसतन 5ndash6 साल अहधक िरोती ि

तकथ क विवभनन पारपतकग चाि वि आगहमक िरो अथवा हनगहमक इस शाहबक तथा अशाहबक रो रपो म हनहशगत हकया जा सकता ि शाहबक तकग क अतगगत शबो म अहभवयकत अवधारणाओ करो समझना और तकग करना ि इसका लकय सजनातमक रप स सरोच-हवचार करना िरोता ि अशाहबक तकग क अतगगत हचतातमक अथवा आरखीय दशय पततो करो समझना वयाखया करना तथा हवशलण करना अशाहबक तकग म समसया का समाधान सहमहलत

िरोता ि कयोहक अशाहबक परीकण म पशन अथवा समसयाए आरखीय या हचतातमक रप म पसतदत की जाती ि अतः इन परीकणो करो अमततग हचतन परीकण भी किा जाता ि तकग क इन रोनो रपो करो आररोिी वयदतरिम म रिणीकत हकया जा सकता ि इस आररोिी वयदतरिम का आधार बचचो का आयद रिम िरो सकता ि इस तरि क परीकण हवदालयो म सामानय अथवा हवहशषर पयरोग करन क हलए बाजार म उपलबध ि शाहबक या अशाहबक तकग परीकणो का हनमागण इनक उपवगभो क आधार पर िरो सकता ि इनकरो समझन क हलए शाहबक तथा अशाहबक तकग परीकण अभयास क कद छ उािरण नीच हए जा रि ि mdash

शालदक िकघ अभयास क लिए कछ उदाहरण(आयद वगग 11ndash12 क हलए)1 सखया-शब करोड का उपयरोग

∙ यह MEND का करोड 5163 िरो तरोmdash i DEN का करोड कया िरोगा ii 163 हकसका करोड िरोगा

∙ यह SPACE का करोड 25378 िरो तरोmdash i तरो APE का करोड कया िरोगा ii 2587 हकसका करोड िरोगा2 अकर सबध अभयास

∙ L का N स विी सबध ि जरो T का स ि∙ D का A स विी सबध ि जरो X का स ि

3 अकर शब करोड∙ यह HAND का करोड JCOF िरो तरो AND

का करोड कया िरोगा∙ यह LOCAL का करोड JMAJY िरो तरो

CALL का करोड कया िरोगा

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30 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

4 ताहकग क वाकय (हनगहमक तकग ) क) हचतकार बदशो तथा रगो का पयरोग करत ि

i सदमश एक हचतकार िii बताइए हननहलहखत म स कौन-स

वाकय सिी ि∙ हचतकार हशहकत वयहकत िरोत ि∙ सदरश क पास बित सार बदश ि∙ सदरश एक फरोररोगराफर ि

ख) वको पर पतत िरोत ि बरग एक वक ि अतः

i वक बड़ िरोत िii बरग क पतत झड़ जात िiii बरग पर पतत ि

ग) अजिर एक हचहकतसक ि हचहकतसको क पास हचहकतसा का कायग करन क हलए लाइसस पजीकरण िरोना अहनवायग ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन अहनवायग रप स सतय िi अजिर क पास हचहकतसा अभयास

करन क हलए लाइसस िii कद छ हचहकतसको करो अभयास क हलए

लाइसस की आवशयकता निी िरोतीiii सभी पशवर हचहकतसको क पास

हचहकतसा म सनातक हडगरी िरोती ि5 पिली िल करना

क) गायती रजनी िनीफा तथा डाना चमच-अडा ौड़ म भाग लती ि िनीफा ौड़ म हवजयी िरोती ि डाना चौथ सथान पर

आती ि रजनी हवितीय सथान पापत करती ि गायती का सथान अहतम निी ि यह उपयदगकत कथन सिी िरो तरो हननहलहखत म स कौन-सा कथन सिी निी िरो सकता

i िनीफा पथम सथान पापत करती िii रजनी हवितीय सथान पापत करती िiii गायती ौड़ करो जीत लती िiv डाना अहतम सथान पर रिती ि

ख) अिम हजम मिनरि और अणगव एक पायरोहजत ौड़ म भाग लत ि अणगव सबस तर तक जाता ि मिनरि 8 हकमी चलता ि हजम मिनरि स 2 हकमी अहधक चलता ि अिम कवल 4 हकमी की तरी तय कर पाता ि

यह उपयदगकत कथन सिी िो तरो हननहलहखत म स कौन-सा एकमात कथन सिी िi अिम 5 हकमी चलता िii मिनरि सबस अहधक तरी तय करता िiii हजम 6 हकमी चलता िiv हजम मिनरि स अहधक तरी तक जाता ि

6 तथयो करो ढतढ़नािमा सरोनी कलपना तथा रवती अपनी-अपनी पस क फलो क हवय म बातचीत कर रिी ि िमा और कलपना करो सब पस ि कलपना सरोनी और रवती करो सतर पस ि िमा कलपना और सरोनी करो आलदबदखारा पस ि सबस कम फल हकस पस ि

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31बालको म जानन और समझन सबधी उपकरणो का विकासmdashएक वािहाररक उपागम

7 शब-सबध i अगदली का िाथ स विी सबध ि जरो पर क

अगतठ का (पर म ान चलना) स ि ii तरन का ताल स विी सबध ि जरो जाहगग

का (करोरग म ान zwjटक) स ि8 नीच हए गए शबो करो पदनगगहठत कीहजए ताहक

एक वाकय बन जाएmdash i I sweet apples like ii My project prize first won

9 अकर अनदरिम i S R Q P ( ) ii M O Q S ( ) iii T P L H ( )

नरोरmdash अशाहबक या अमततग तकग क उािरण आप हकसी मानकीकत परीकण पत स पापत कर सकत ि ऐस परीकण बाजार म उपलबध ि

सदभथ

गहलसकी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसगरोसवामी उा 2010 इतडलकरव एतड लडडलकरव रदीजलनतग ndash हडब ऑफ चाइलडहड ॉलगनलरव डविपमर अधयाय 15

पहबलशड ऑनलाइनगरोसवामी एलन 2013 माइतग इन मल त ग ndash सवन असलशयि लसलस ऐवदी चाइलड नदीडस गतगल बदकसजॉनसन बन 2010 हाऊ र इगनाइर इतरिकचअि कयररयोलसरदी इन सरडरस जॉजग लदकास एजदकशनल फाउडशन यतकडलसग जकवी 1996 िलनिग ndash टजर लवइन ndash ररपवोर रत यतनसकरो ऑफ इररनशनल कहमशन ऑन एजदकशन फॉर

21st सचदरी यतनसकरो पररसडी नरोरा रीआ 2014 मल त ग सस ऑफ ररयलिरदी ndash लचर एतड लपरसपशन इन परवदी ड िाइफ सज पहबलकशन यत कलरोवसरीन जी 1994 साइकरोलॉजी ऑफ कयतररयरोहसरी साइोिॉलजि बिलरन वॉलयतम 116शकरर ज 2013 एतसाइकिोपदीलडया ऑफ माइतड सज पहबलकशन यतकwwwetlearningcom Early childhood learning ndash 5 way to develop your childrsquos curiosityHTTPSwwwasueduHTTPSwwwlaneccedu

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सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधारा एक ववशलषणातमक अधययन

परतिभा

कला समीका सौदरायानभति सजनातमकिा आतद परतरिराए मानव की सजानातमक तरिराओ स सबदध होिी ह आधतनक रग क अनक तवदानो न मनोतवजान क अधररनो म सजनातमकिा क सजानातमक आधार पर अपनी तवचारधाराए सातपि की ह रह शोध सजानातमक तवचारधाराओ क अिगयाि एक परमख तवचारधारा गसालवाद का दशरकला क पररपरकर म अधररन को इतगि करिा ह गसालवादी तवचारधारा का मि ह तक मनषर तकसी भी आकार को अलग-अलग इकाइरो क रप म न दखकर परयािा क सा दखिा व अनभव करिा ह जो कवल परतरकर ही नही बतलक मानव अतधगम समति और तवचार आतद को भी परदतशयाि करिा ह इस शोध अधररन म तवतभनन दशरकला तचतो का तवशलषर इसी तवचारधारा क सदभया म तकरा गरा ह

अतित तशतककातिकातिभागतिकातिदिालयतदलललीसरकारतदललली302िदाििगलीिअपारटमरजलीरलीरोडसातिबाबादगातजयाबाद201005

परसतावनामाििजलीििमकलातिकाकातििषसाििोिािइसकमितिकोउजागरकरििएराषzwjटलीयपाठयचयाटकीरपरखाmdash2005मसपषररपसइतगितकयागयाि तकlsquoिमकलाकमितिकीअतिकसमयिकउपकाििीकरसकिऔरिमबचचोमकलासबिली जागरकिा ि रतच क परसार-परोतसािि कतलएसारसभातििससाििऔरसारलीऊजाटलगादिलीचातिएिमारदिमकलािमटतिरपकिाऔरसासकतिकतितिििाकाजलीिा-जागिाउदािरणिउसमदिकिरभागकलोकऔरिासzwjतलीयगायिितय सगलीि पिल बिािा तमटली का कामआतद

िातमल ि इिम स तकसली भलीकलाकाअधययििमारयिा तिदात टयो कजािकोि किलसमदधकरगा बतलक िि सकक ल क बािर भली जलीिि भरउिककामआएगा

दशय और परदिटि दोिो िली कलाओ कोपाठयचयाटमतिकाकामितिपकणटतिससाबिाएजािकी जररि ि बचच इि कzwjतो म किल मिोरजिकतलएिलीकौिलिातसलिकरबतलकऔरभलीदकिाएतिकतसिकरकलाकीपाठयचयाटकदारातिदात टयोकोदिकीतितििकलातमकपरपराओसपररचयकरिािाचातिएकलातिकाआिशयकरपसएकउपकरणऔरतिषयकरपमतिकाका

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33सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

तिससा(कका10िक)िोऔरिरसकक लमइसससबतििसतििाएिोकलाकअिगटिसगलीिितयदशयकलाऔरिारकचारोकोिातमलतकयाजािाचातिएकलाकमितिकसबिमअतभभािकोसकक लअतिकाररयोऔरपरिासकोकोअिगिकराएजािकीजररििकलातिकणमजोरसलीखिपरिोितकतसखािपरऔरइसमदतषरसिभातगिापरआिाररििोrsquo

तिदालयलीतिकाकदौराििरसिरपरकलाकतितििमाधयमऔरसिरपबचचोकोखल-खलमिातिषयबदधरपमतिकतसििोिममददकरििउनिअतभवयतzwjतिककईरासितसखाििसगलीिितयऔर िारक तिदात टयो कआतमबोि उिकजािातमकऔरसामातजकतिकासमसिायकिोिि पकिट परातमकऔर परातमक सिरो पर य सभलीकलाए बिद मितिपकणट ि बचचभाषा परकति करपोकीखोजसियकीऔरअनयकीसमझआतदकोकला कमाधयमसआसािलीस तिकतसिकरसकििकलाकीपरितििलीऐसलीिोिलीितकसभलीबचचउसमभागलीदारलीकरसकिि

कलाऔरतिरासितिलपोकोतिकासजोड़िक ससािि िर सकक ल म उपलबि िोि चातिएइसतलए यि मितिपकणट ि तक पाठयचयाट म कलागतितितियोकतलएपयाटपिसमयिोिारक-ितयमकतिटकलासबिलीककाओकतलएघर-डढ़-घरकासमयचातिएजोर इसबािपरििीिो तकबचचियसकोकमािकोकतिसाबसकलासलीखयापकणटकलाकातिकासिोबतलककला-तिकाकमाधयमस बचचकोअपिआप तिकतसििोिका मौका

तदया जाए उि पर अतिक दबाि ि डाला जाएकछसालोमतिकककीसिायिासतिदाथीअपिसमपटणिमिििससििzwjतकलापररयोजिाएपरसििकरपाएगतजसकसाउिमसौदयटबोिगणितािशषठिाभलीपिपसकगली

सकक लोममाधयतमकऔरउचचमाधयतमकसिरपरकलापाठयचयाटकअिगटितिदाथीकोअपिलीरतचकीतकसलीभलीकलामतििषजिालिदलीजाएकलाकी िाललीम लिऔर उसकाअभयासकरिसमयतिदाथीइसउमरिककलािसौदयटबोिकसबिमकछसदधातिकजािभलीपरापिकरसकििजोजािकइसकzwjतकमितिकोगिराईससमझिममददकरगालोकतपरयकलाचचाटमसिभातगिाकरि पर तितभनि परकार की कला-परपराओ एिरचिातमकिाकीतििाओसतिदात टयोकोउिकीअलग-अलग रतचयो एि परपराओकी जािकारलीभली तमल सकगली इसतलए यि मितिपकणट ि तकपाठयचयाटमउचचयातिमिकलाकाउललखििोउसमिासzwjतलीयऔरलोककलाकाभदििोइससितिदाथीभलीियारिोसक गजोबारििीकतलएकलाकातििषअधययिकरिाचाििियाआगकलाकोिलीअपिावयिसायबिािाचाििि

िसििःlsquoसौदयटएिकलाकतितभनिरपोकोसमझिािउसकाआिदउठािामाििजलीििकाअतभनिअगिकलासातितयऔरजािकअनयकzwjतोमसजिातमकिाकाएक-दकसरसघतिषठसबििबचचकीरचिातमकअतभवयतzwjतिऔरसौदयाटतमकआसिादिकीकमिाकतिसिारकतलएसाििऔरअिसरमियाकरािातिकाकाअतििायटकतटवयि

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34 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अिः कला तिका पर तिकको को अतिकससािि सामगली दली जाए तिकक-परतिकण औरउनमखलीकरणमकलाससबतििमितिपकणटअियििोिचातिएिातकतिककदकिासऔररचिातमकढगसकलाका तिकणकरसक सािलीबालभििोकोसभली तजलाऔरखडसिरपरसातपितकया जाए इसस कलाऔर तिलप सबिली जािऔरअिभिकाअतिररzwjतितिकासिोसकगाऔरबचचोको तकसलीकलाको परतयकरपस सलीखिकाअिसरतमलसकगाइसकपररणामसिरपउिमसजिातमकिाकाअातिभाटिभलीिोसकगा

समलीकातमकरपमदखाजाएिोसौदयटिासzwjतकी मिोतिशलषणातमक परपरा कला समलीकाककzwjत मअपिा एकमितिपकणट साि रखिली िसौदयटिातसzwjतयो ि कला समलीका क तलए अिकदतषरकोण तदए कभली उनिोि तचzwjतो की समलीकाउिक भौतिक सिरप क आिार पर की कभलीउसस उतपनि िोि िालली माितसक परतरियाओ कआिार पर तकि गसरालरिादली तिचारिारा मकलाकारकीमाितसकअिसाको िलीअधययिकाआिारबिायागया तिदािो ियिमािा तकमिोिजातिकयगमतचzwjतदखिासमझिाअिभिकरिायाआिदपरापिकरिाइिसभलीकीपरतरियाएक समाि िली िोिली ि अाटि कलाकार अपिलीतचzwjत रचिा म तजस माितसक परतरिया स गजरिािदिटकभलीउसलीपरतरियासगजरिािऔरइिकामाििाि तकयतददिटककलाकार कसमािउसमाितसकपरतरियासगजरगािभलीििउसतचzwjतकायाटआिदलपाएगा

गसालवादी ववचारधारा यिआितिकमिोतिजािकीपरमखतिचारिाराओमसएकिआितिककालमपरायःसभलीतिदािोिमाििजलीिि क तितििपकोकोआिारबिाकरमिोतिजािसबिलीतिचारपरतिपातदितकएिआितिक मिोतिजाि का तिकास लगभग 20िीििाबदली क मधय स मािा जािा ि 1860 कबाद अिक तिचारिाराओ काआतिभाटि िआइसदतषरसिषट1860कबादस1905िककासमयभलीसपकणट तिशिमअतयिमितिपकणटकालरिा पतशचम म परायः सभली आितिक कला कआनदोलिो जसmdash परभाििाद उतरपरभाििादिििाद फाििाद सरलीलिाद आतद सभली इससमयमौजकदयतदभारििषटकसदभटमदखिोइसकसमकाललीिबगालिललीककलाकारकायटकररिऔरउिकसािलीआिदकमारसिामलीईबली ििल अरतिनद घोष रतिनदरिा ठाकरतििोदतबिारलीमखजथीअतसिकमारिलदरआतदकलाकारकलासबिलीपरयोगकरकलासौदयटपरअपितिचारवयzwjतिकररि

इसली परकार जमटिली म भली अिक तिदाि इसदौरािकायटकररि औरउसलीदौराििारसििामकतिदाििवयििारसबिलीअपितिचारपरसिितकएइसलीदौरािबतलटितिशितिदालयकिलीििियिकोिदथीमर कोिलरऔर कोफका ि अपि अधययिोकआिार पर गसरालर मिोतिजािकी िीि रखलीइि मिोिजातिको क मिािसार मािि मिअतयिजतरलएिअ टपकणटिोिािऔरतकसलीभलीवयतzwjतिकजलीििमउसकाअिदटिटिबििमितिपकणटिोिा

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35सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

िइितिचारकोिमाििमतसिषककोसजािातमकरप स समझि िए िातकट क दतषर स बौतदधकपषठभकतमकोसमझिकीचषराकीलगभग1910स1912िकइिलोगोिचलतचzwjतोकमिोिजातिकपिलओपरपरयोगतकएइसकतलएइनिोिकमरसअलग-अलगआसिोमतचzwjततलएपरतयकतचzwjतअपिआपम तसर िोिा िऔर इसक तलए इनिोि कछपरयोगतकएयतददोतचzwjतोकोकछसमयािरालसतदखायाजाएिोिदोअलग-अलगतचzwjततदखिितकियतददोिोतचzwjतोकोइििाजलदलीतदखायाजाएतकबलीचमसमयािरालििोिोिएकिलीतचzwjतकसमाितदखिििदथीमरिअपिपरयोगकदारायितिषकषटतिकालातकएककबाददकसरातफरिलीसराऔरइसलीपरकारकईतचzwjतजबजलदली-जलदलीतदखाएजािििोचलिकाआभासिोिाि

यदतपइितचzwjतोमतकसलीभलीिसिमगतिििीिोिलीऔरििलीपरदपरतदखाएजािपरउिमगतिआिलीिपरिजबउनिपरदपरतदखािििबदोतचzwjतोकबलीचमसपरकाििरातदयाजािाििोउसअिरकोदिटकसमझििीपाििपररणामसिरपदखििालकोगतिकाआभासिोिाि

इसलीपरकारउनिोिरखाओकोलकरभलीपरयोगतकए जस तक दो रखाए सा-साखीचली गइइऔरउिककोि तिपरलीितदिामकरतदएगएिोउससएकियपरकारकभरमकायागतिकाभािउतपनििोिाि

िदथीमरकामाििाा तक इसपरकार रखाओम गति सपषर या परतयक तदखाई दिली िऔरगतिसिदिा का अग ि इि परयोगो क आिार परगसरालरमिोिजातिको ियितिषकषट तिकालातकरखाओकपरयोगम पकणटिाकामितिपकणटयोगदाििोिािआकारकीपकणटिाकोिलीइिमिोिजातिकोिगसरालरकािामतदया

गसरालरिबदअगजलीभाषाकिबदगसरालरि(Gestalten) िाजमटिभाषा किबद गसरालरिकसमािि तकसलीभलीिसि कजािकोजोउसकआकार रगरपगतिआतद क दारा िोिा िकोगसरालरि किा जािा ि तजसकाअ ट िmdashरप(form)िापकणट(whole)जमटिभाषामगसरालरिबदतिमिदोअथोमपरयzwjतििोिािmdash1 तकसलीभलीपदा ट करपम उसकाआकारmdash

इसअ टम तzwjतभजकीतzwjतभजकाररिाचिभटजकी चिभटजकाररिा कसथी मज फक ल पतलीआतदकसपकणटआकारकोगसरालरकिग

2 गतिकरिमकोभलीगसरालरकिििजसmdashिाचिादौड़िाचलिाआतदअिःगसरालरिबदकापरयोगिमटऔरिमथी

(कमटऔरकिाट)दोिोअथोमतकयाजािािऔरइनिी परआग परयोगकरि िए गसरालरिातदयो िकछतसदधािोअिातियमोकीसापिाकीपरयोगोकआिारपरसातपितियमतिमििििmdash

समीपता का नियमयितियमबिािाितकजबकोईवयतzwjतिपषठभकतमम तकनिी तचििोकोदखिािऔरि तचििएकरिमबदधरपिारणतकएिएिोिििोउिकाकोई

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36 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अतसितिििीिोिापरियतदउनिपासलायाजाएिोिएक-दकसरकोअ टपरदािकरिितचzwjत1काअिलोकिकरिस इस तियमकाबोि सििः िोजािाि

तचzwjत1

तचzwjत3

तचzwjत2

समािता का नियमसमाििाकातियमबिािाितकजोिसिएआपसमसमाििोिलीियतदितकसलीभलीसमकिमतसरििोिअपिरपकोउससमकिमसपषरिापरदतिटिकरदिलीितचzwjत2मइसआियकाबोिसपषरिोिाि

परणता का नियमयि तियम सपषरकरिा ि तक तकसली िसि म यतदअिरालिया ररzwjतिसािियाउसक तिससकरिएििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआितिमभरिएतदखाईदिितचzwjत3काअिलोकिकरिसइसतियमकाबोििोिाि

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37सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

निरतरता का नियमयि तियम इस बाि का बोि करािा ि तक तजिउतजिाओकसाएकतदिामजाियाआिकीतिरिरिादखलीजािलीििोवयतzwjतिउनिएकसमकिमसगतठिकरकपरतयकलीकरणकरिाितचzwjत4मइसआियकाबोिसििःसपषरिोिाि

मिोतिजाि क अिगटि कायट करिा ि जो किलपरतयकणिलीििीबतलकमाििअतिगमसमतिऔरतिचारआतदकोभलीपरदतिटिकरिाि

िषट 1940 म कोफका ि lsquoपररॉबलम इि दसाइकोलरॉजलीइिआरटrsquoिामकतिषयपरवयाखयािदि िए अपि तिचार परकर तकए कोफका कामाििा ा तक तचzwjत क दारा कला का रसासिादितकयाजासकिाििाकलाएिकलासमलीकापरआिाररि मकलभकि तियमो काआिार लकर कलाकोपरसिितकयाजासकिािपिलकलाकतियाकोईभलीकतिएकदशयरपमपरतयकणकतियमोपरपरकरिोिलीिदकसराइसतरियामभौतिककलाकतिकीउपतसतििोिलीिअाटिजबतकसलीकलाकतिकीबािकरि ि िो दिटककी तचzwjत क परति िोििाललीमिोिजातिकतरियाभलीउसमसमातिििोिलीि

कोफकाका माििा ि तक तचzwjत म िसि जसलीतदखिलीिजररलीििीतकया टमभलीिसलीिोयितचzwjतमlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणिोिािlsquoतफतजयोिरॉमलीrsquoगणकाअ टितकसलीकचिरकीमखमदराओकोसमझिायापरसििकरिायिगण तकसली कचिरकीखिलीयादखकोपरसििकरिािकोफकाकामाििाितकतफतजयोिरॉमलीतचzwjतकीतििषिािोिलीि उसका परतयक तचzwjत मअपिा मितिपकणट साििोिािजसतकरगआतदकािोिाितफतजयोिरॉमलीतििषिः सिय म तििष गण ि उस तकसलीऔरिसिमििीबदलाजासकिािजसmdashकोईदशयउदासयादखली तदखाईदिाििो इसकायिअ टििीितकदशयतचzwjतिासििमउदासििरिउसतचzwjत को दखकर िो सकिा ि तक िम खिली का

तचzwjत4

गसाल मनोववजान और दशयकलाकोफकाकोिलरऔरिदथीमरिामकमिोिजातिकोको गसरालरमिोतिजािकाजिकमािाजािा ियदतप उनिोि कला पर सलीि-सलीि फोकस ििीतकयाा तकिउिक तिचारकलास िजदलीकसजड़िएिगसरालरतिचारिारामयिमािागयातकमिषयतकसलीभलीआकारकोअलग-अलगइकाइयोक रप म ि दखकर पकणटिा क सा दखिाऔरअिभिकरिािगसरालरमिोतिजािसजािातमक

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38 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

आभास उतपनि िो उस अतभवयतzwjति म तचzwjत कसपकणटितिसमातिििोििसपकणटिाकीतििषिाए(Propertiesofwhole)गसरालरतिचारिाराकामकलिजसmdashतबदिादकअिगटिजाजटसयकरादारातितमटि कति lsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo (A Sunday Afternoon on the Island of La Grande)यिकतिरगोकछोर-छोरतबदओदारातितमटिकीगईिपाससदखिपरतबदसपषररपस तदखाईदििपरियतदइसकलाकतिकोसपकणटिाकतसदधािपरदखाजाएिोएकसदरदशयिमारसामिआिािऔरिमउसदशयकाआिदलिि तचzwjत5मसपकणटिाकइसतसदधािकाआभासिोिाि

गसरालरतिचारािाराकाएकअचछाउदािरणििरली मातिस (Henry Matisse) दारा तितमटिकतिlsquoलाडासrsquo(La Danse)िजो तकगसरालर

तचzwjत5mdashजाजटसयकरादारातितमटिकतिlsquoअ सड आफ़रनन ऑन द आइलड ऑफ ला गडrsquo

तिचारिारा क पकणटिा क तियम िा तिरिरिा कतियमपरआिाररििपकणटिाकतियमकअिसारतकसलीिसिमयतदअिरालियाररzwjतिसािििोपरतयकलीकरणकदाराकतिपकतिटकतसदधािकआिारपरपकणटआकतिकरपमतदखाईदिलीिइसलीपरकारमातिसकीइसकतिमआकतियोदाराबिायागयागोलआकारपकणटििीिउसमररzwjतिसािििबभलीिमपरतयकलीकरणकदाराउसपकणटपरिलीिकरििसािलीतिरिरिाकतियमकअिसारआकारोकोएकतदिामघकमि तचतzwjतितकयागयाििोदिटकउनिएकसमकिमसगतठिकरकउिकापरतयकलीकरणकरिा ि यदतप उिकीगति दोआकारो क िाोकबलीचकअिरालककारणरकरसकिलीिपरिसगठिकपरतयकलीकरणकदारादिटकउिकातिरिरगतिमिलीपरतयकलीकरणकरिािजसातकतचzwjत6ससपषरिोरिाि

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39सजनातमकता दशयकला एव गसालवादी ववचारधाराmdash एक ववशलषणातमक अधययन

कोफकाकअिसारमाििपरतयकलीकरणमएकपरितििोिलीितकििसिलिकोपसदकरिाियाउसदखिाचाििाितकसलीभलीअसितलििसिकोदखकरििउसकसिलिकीकामिारखिाि

वनषकषषयि किा जा सकिा ि तक परतयकलीकरण एकसजिातमकितzwjतििजोlsquoगडगसरालरrsquoकीिरफलजािलीिअिःकोईभलीकलाकतिसियमlsquoगडगसरालरrsquoबिजािलीिकोफकाकायिभलीमाििाि तककोई भलीकलाकतिकलाकार क सियकीआिररकदतियाकाबाियपरकरलीकरणियितचत

याकायटकीिदधिासियमिलीदिटककोअपिलीदतिया म आमतzwjति करि की योगयिा रखिली िइसकतलएतकसलीअनयउपकरणकीआिशयकिाििी िोिली इसतलए कलाकार की अपि तचzwjत मगििआतमसाि िोिकी परतरिया उसक तचतमउसकीदतियाकोसजलीिरपमपरसििकरपािलीिअिःकिाजासकिाितककलाकारदारातकएगएतचzwjतणसउसकीसजिातमकिाकाबोििोिाि जो तक परतयकलीकरण दारा सपषर िो जािा िzwjतयोतकदखििालकोउसमसपकणटिाकाआभासिोिाि

तचzwjत6mdashििरलीमातिस(HenryMatisse)दारातितमटिकतिlsquoलाडासrsquo

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40 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरष

अिटिलीमरडरॉलफ1969तवजअल ततकगकतलफोतिटयायकतिितसटरलीपरसअसािातितपि2002मनोतवजान और तशका म मापन एव मलराकनतििोदपसिकमतदरआगराएमरतमकल(सपादक)1993द तवजअल माइड आ या एड म मतकसक तबजदएमआईपलीपरसकतजटबकसडली1987तवजअल इमतजनशन ndash एन इटोडकशन आ याएगलिडतzwjतलफसपरतरसिरॉलजयपरकािऔरदिली दयाल1973आधतनक मनोतवजान की ऐतिहातसक पषzwjठभतममधयपरदि तिदलीगअकादमली

भोपालमधयपरदिराषzwjटलीयितककअिसिािअौरपरतिकणपररषद2005राषटीर पाzwjठरचराया की रपरखाmdash 2005एिसलीईआररलीियली

तदलललीिमाटरामपालतसि1988मनोतवजान क समपरदारतििोदपसिकमतदरआगराउतरपरदििातसयायि1992वरवहाररक मनोतवजानकदारिारामिापरकाििमरठतिगिमाकट 2006ततकग तवजअलीएिलीएपतबलिसटतसिरजरलडwwwenotescomwwwwikipediaorgwikivisualperceptionwwwjstororg

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शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाश थियो की शियशमततषा ि िशकक उपलशि पर परभषाि

सीमा शमामा

शिकषा कषा लकषय मषानव वषयशzwjतzwjितव कषा परण शवकषास और मषानव अशिकषारो एव मौशलक सवzwjितरzwjिषाओ की परशzwjिषzwjषा को बढ़षानषा ह भषारzwjिीषय सशविषान क 86व सिोिन क दषारषा अनचद 21 (अ) को जोड़षा गषयषा ह शजसम 6 स 14 वरण zwjिक क बचचो क शलए शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार कषा परषाविषान शकषयषा गषयषा ह शजस शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 कहzwjि ह षयह अशिशनषयम 1 अपरल 2010 स दि भर म लषाग हो गषयषा इस कषानन म बचचो क शलए गरवतषापरण शिकषा की भी बषाzwjि कही गई ह इसी पररपरकषय म िोशिकषा दषारषा इस शवरषय पर िोि शकए जषान की आवशषयकzwjिषा महसस की गई zwjिथषा षयह जषाzwjि करन कषा परषयषास शकषयषा गषयषा शक शवदषालषय शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009 क शनषयमो कषा पषालन शकस सzwjिर zwjिक कर पषा रह ह शवदषाशथणषयो न शवदषालषयो म परवि ल zwjिो शलषयषा ह पर zwjतषयषा व उस शवदषालषय म शमतरो व शिकको स समषाषयोजन कर पषा रह ह zwjतषयषा व शवदषालषय म शनषयशमzwjि उपशसथzwjि हो रह ह इसकषा शवदषाशथणषयो की िशकक उपलशि पर zwjतषयषा परभषाव पड़ रहषा ह षयह िोि अधषयषयन मधषय परदि रषाजषय क zwjिीन शजलो mdash सीहोर होिगषाबषाद एव रषाषयसन क िहरी एव गषामीर कतरो क िषासकीषय व अिषासकीषय शवदषालषयो क ककषा 6 और 7 क 750 शवदषाशथणषयो 300 शिकक-शिशककषाओ 300 अशभभषावको क नषयषादिण पर शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन की परकशzwjि सववकर थी िोि अधषयषयन म परदत सकलन हzwjि उपकररो म (परषाथशमक सोzwjिो क रप म) शवदषाशथणषयो क शलए क शदरzwjि समह चचषाण व सषाकषातकषार अनसची शिकको व परिषानषाधषयषापको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली अशभभषावको क शलए सव-शनशमणzwjि परशनषावली िशकक उपलशि परीकर (शहदी गशरzwjि व अगजी शवरषयो क शलए) zwjिथषा सव-अवलोकन परपतर एव शदzwjिीषयक सोzwjि क रप म शवदषालषय उपशसथशzwjि रशजसटर zwjिथषा परीकषा परररषामो कषा परषयोग शकषयषा गषयषा परदतो कषा शवशलरर परशzwjििzwjि मधषयमषान परमषाशरक शवचलन ldquoटीrdquo परीकर zwjिथषा सहसबि दषारषा जषाzwjि शकषयषा गषयषा िोि अधषयषयन म शनषकरण क रप म पषाषयषा गषयषा शक शवदषालषय म शवदषाशथणषयो की शनषयशमzwjिzwjिषा औसzwjि स भी कम रहzwjिी ह zwjिथषा उनकी िशकक उपलशि भी शनमन पषाई गई शवदषाशथणषयो को ककषा म रोकन और शनषकषासन क शनरि परषाविषान क zwjिहzwjि रोकन पर भी व पढ़षाई म रशच नही लzwjि षयह शनषकरण भी सषामन आषयषा शक इस अशिशनषयम क लषाग होन क ह सषाल बीzwjिन क बषाद भी शवदषालषयो म पषयषाणपzwjि ससषािन उपलि नही हो पषाए ह शवदषालषयो म बषालक व बषाशलकषा क शलए पथक िौचषालषय zwjिक नही ह और जहषा पर पथक िौचषालषय ह वहषा की सफषाई नही होzwjिी ह शवदषालषयो म पसzwjिकषालषय की सशविषा सरकषा हzwjि बषाउणडीवषाल व गट की कमी ह कल शमलषाकर बचचो क शनःिलक एव अशनवषाषयण शिकषा क अशिकषार अशिशनषयम 2009

सहषाषयक परषाधषयषापक (बीएड) बरकतउलाह विशिविदाय भोपा (मधय परदश) 462 026

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42 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

बच राषzwjटर क सिवोच भविषzwjय ह उनकी दखभा और वता करना हमारी विममदारी ह बचो की आिशयकताओ और उनक परवत हमार दावयति सविधान म बताए गए ह सविधान की धारा 26 क अनसार परतयक वयवzwjतत को वशका पान का अवधकार ह वशका का कय मानि वयवzwjततति का परमा विकास एि मानि अवधकारो एि मौवक सिततरताओ की परवतषzwjzwjा को बढ़ाना होगा भारतीय सविधान क 86ि सशोधन क दारा अनचद 21 (अ) को िोड़ा गया ह विसम 6 स 14 िरमा तक क बचो क वए वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परािधान वकया गया ह ससद दारा पाररत वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 बचो की शवकक आिशयकताओ क बार म राषzwjटर की नीवत को वनददवशत करता ह आि वकसी भी राषzwjटर की वसथिवत का आकन वशका क सतर दारा ही वकया िाता ह zwjतयोवक वशका ही नागररको की सपननता समवधि एि सरका क सतर को वनधामाररत करती ह वशका ही सामाविक आवथिमाक और सासकवतक पररितमान का शवzwjततशाी साधन ह वशका क दारा ही विदावथिमायो क कौश एि जान म िवधि होती ह भारत क विममदार और सवरिय नागररक बनन क वए वशका आिशयक ह इसी उदशय को कर 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश

भर म ाग हआ विस वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 कहत ह

िोि की आिशयकतषा एि औशितय 1 अपर 2010 स वशका का अवधकार कानन दश भर म ाग हआ सभी बचो को वनःशलक एि अवनिायमा वशका दन क उदशय स दश म सिमा वशका अवभयान कायमारिम को आरभ वकया गया थिा इसम सदह नही वक सिमा वशका अवभयान क अतगमात वकए गए परयासो स वशका स िवत अनक बचो का सको म दावखा कराया गया मिमदार (2011) क शोध दारा यह परदवशमात होता ह वक lsquoसक ो अवभयानrsquo स विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत बढ़ी ह बचो क शाा तयागन की सखया म भी कमी आई ह वकन आजादी क ह दशक बीतन क बाद आि भी हमार दश म बड़ी सखया म ऐस बच ह िो सक क बाहर ह एक सिदकर ररपोरमा क अनसार दश म 6 स 14 िरमा की आय क बचो की क सखया अनमानतः 22 करोड़ ह और इस आय िगमा क 46 परवतशत बाक (गभग 92 ाख) अभी भी विदाय की ौखर तक नही पह पात ह वशका का अवधकार कानन बचो को वनःशलक एि अवनिायमा बवनयादी वशका का अवधकार दता ह इस कानन म गरितापरमा वशका की भी बात कही गई ह परत उनका वरियानियन

कषा खलआम उललघन हो रहषा ह पषयषाणवरर सबिी समसषयषाओ उनक कषारर zwjिथषा शनरषाकरर आशद क बषार म अशिकषाि वषयशzwjतzwjिषयो कषा जषान zwjिथषयो zwjिक ही सीशमzwjि ह षयही कषारर ह शक अब zwjिक हम पषयषाणवरर सबिी शवशव दशषटकोर कषा शवकषास नही कर सक षयहषा zwjिक शक अपन ही भशवषषय क बषार म हम अब zwjिक वzwjिणमषान पीढ़ी को सचzwjि सवदनिील एव सषाविषान करन म असफल रह ह

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43शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

समवत रप स विदाय म नही हो पा रहा ह आायमा (2013) न अवनिायमा पराथिवमक वशका की नीवतयो क वरियानियन स सबवधत शोध वकया और पाया वक सक परशासको वशकको अवभभािको को वशका नीवतयो एि सरकारी सविधाओ की िानकारी का अभाि ह और ि इनह िानन म भी रव नही त ह वयास (2011) न शोध म यह पाया वक 45 परवतशत अशासकीय विदायो म कायमारत वशकको म वशका का अवधकार अवधवनयम 2009 क परािधानो की िानकारी का अभाि ह फावससका (2008) न भारत म बचो को शाय उपवसथिवत एि उनकी माताओ क काम क बहसतरीय मॉड पर शोध म पाया वक िब माता को काम की अवधक अािशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनम बचो को सक भिन की परिवत कम होती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह मिमदार और रायौधरी (2011) न पराथिवमक सतर पर विदावथिमायो की शवकक उपवधयो क वए विममदार कारको का अधययन कर वनषzwjकरमा वनकाा वक विदावथिमायो को उनकी वनयवमत उपवसथिवत हत परररत वकया िाना ावहए वनयवzwjतत विभाग को विदावथिमायो क गरितापरमा परदशमान हत परवशवकत वशकको की वनयवzwjतत की िानी ावहए तावक सक ोड़ हए विदाथिथी भी शावम हो सक शरीिासति (2012) न आवदिासी विदावथिमायो म सक ोड़न की परिवत

आवदिासी विदावथिमायो क वए होसर सविधा 1961 स 2001 तक आवदिासी एि सामानय िनो म साकरता िवधि दर पर अधययन म पाया वक वप ौबीस िरयो म सामानय िन की अपका अनसवत िनिावत म साकरता दर बढ़ी ह 1981ndash1991 क दौरान मवहा साकरता दर अनसवत िनिावत म अानक बढ़ी वकत अनसवत िनिावत म सक ोड़न की दर भी बहत अवधक ह सामानयतः परारवभक वशका क बाद सक ोड़न की दर अवधक ह इसक परमख कारर हmdashखतो पर कायमा करना मजदरी पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद गाधी और यादि (2013) न पराथिवमक विदायो क वशकको की वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 क परवत िागरकता का अधययन वकया शोध अधययन स वनषzwjकरमा वनका वक मवहा ि परर वशकको की िागरकता म साथिमाक अतर ह परत शासकीय ि अशासकीय वशकको की अवधवनयम क परवत िागरकता म साथिमाक अतर नही ह

कमार (2014) न हररयारा परदश की नोड तहसी क पराथिवमक विदायो पर lsquoवनःशलक एि अवनिायमा बा वशका का अवधकार अवधवनयम 2009rsquo क परभाि का अधययन वकया शोध म पाया वक अवधवनयम क परभाि स विदायो म विदावथिमायो की नामाकन सखया बढ़ी ह अवधवनयम क वरियानियन क फसिरप वशकको क कायमाभार म िवधि हई अवधवनयम क वरियानियन क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ अवधवनयम क वरियानियन क बाद वशकर

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44 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवरिया म सधार हआ अवधवनयम क परभाि स विदाय म कायमापरराी म पररितमान आया अवधवनयम क परभाि स विदायो म आधारभत सविधाओ म विसतार हआ शzwjता (2014) न माधयवमक शााओ म भौवतक मानिीय ससाधनो का विदावथिमायो की उपवसथिवतयो उपवधयो पर पड़न िा परभाि का अधययन वकया उनहोन पाया वक विन शााओ म भौवतक ि मानिीय ससाधन पयामापत ह िहा विदावथिमायो की उपवसथिवत ि उपवध का सतर अचा ह पाणडय (2015) दारा शासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क काररो का त नातमक अधययन होशगाबाद ि इरारसी शहर क सदभमा म वकया गया शोध क वनषzwjकरमा क रप म पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

अतः इस विरय पर शोध वकए िान की आिशयकता ह वक विदाय (आररीई एzwjतर 2009) क वनयमो का पान वकस सतर तक कर पा रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर zwjतया ि उस विदाय म वमतरो ि वशकको स समायोिन कर पा रह ह zwjतया ि विदाय म वनयवमत उपवसथित हो रह ह इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इसी विजासािश शोवधका न इस विरय पर शोध करना आिशयक समझा

िोि क उदशय इस शोध कायमा क वनमनववखत उदशय थि mdash1 विदावथिमायो की वनयवमतता पर वनःशलक एि

अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना2 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर वनःशलक

एि अवनिायमा वशका क अवधकार का परभाि िानना

3 विदावथिमायो की शवकक उपवध पर कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान का परभाि िानना

4 शवकक उपवध पर शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान का परभाि िानना तथिा

5 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय सहसबध जात करना

िोि की पररकलपिषाए इस शोध कायमा की वनमनववखत पररकलपनाए थिी mdash1 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार

अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह

2 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

3 वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह

4 कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

5 शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह

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45शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

6 विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह

नयषादिथि परषारपइस शोध अधययन म मधय परदश राजय क तीन

विोmdashसीहोर होशगाबाद एि रायसन क शहरी एि

गामीर कतरो क शासकीय ि अशासकीय विदायो

क क 750 विदाथिथी 300 वशकक-वशवककाए तथिा

300 अवभभािक सवममवत थि इन 750 विदावथिमायो

म स 600 विदाथिथी शासकीय ि अशासकीय

सषारणी 1 mdash नयषादिथि कषा शिलिषार शििरण

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी

1 सीहोर 125 125 250

2 होशगाबाद 125 125 250

3 रायसन 125 125 250

कल 375 375 750

सषारणी 2 mdash नयषादिथि म सशमशलत अिषासकीय शिदषालयो म शिःिलक परिशित शिदषाथी सखयषा

करस शिलषा छषातर छषातरषाए कल शिदषाथी1 सीहोर 25 25 50

2 होशगाबाद 25 25 50

3 रायसन 25 25 50

कल 75 75 150

सषारणी 3 mdash नयषादिथि म सशमशलत शिकको की सखयषा

कर स शिलषा शिकक शिशककषाए कल शिकक-शिशककषाए1 सीहोर 50 50 100

2 होशगाबाद 50 50 100

3 रायसन 50 50 100

कल 150 150 300

विदायो क कका 6 ि 7 क विदाथिथी थि और

150 विदाथिथी अशासकीय विदायो क वनःशलक

परिवशत विदाथिथी थि

िोि शिशिइस शोध अधययन हत शोधाथिथी न िरमानातमक

सिदकर विवध का परयोग वकया थिा

उपकरण इस शोध अधययन हत वनमनववखत उपकररो का

उपयोग वकया गया थिाmdash

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46 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

1 पराथिवमक सोत bull विदावथिमायो क वए क वरित समह ामा ि

साकातकार अनस ी bull वशकको एि परधान अधयापको क वए

सिवनवममात परशनािी bull अवभभािको क वए सिवनवममात परशनािी bull शवकक उपवध परीकर (वहदी गवरत

एि अगजी विरयो क वए)2 वदतीयक सोत (विदाय उपवसथिवत रविसरर

एि परीका पररराम)3 सि-अिोकन परपतर

परदतो क शिशलषण हत सषाशखयकी इस शोध अधययन म परदतो का विशरर करन क वए परवतशत मधयमान परमावरक विन lsquoरीrsquo-परीकर तथिा सह-सबध जात करन हत सकरर डायगाम और एसपीएसएस सॉफ़रियर का परयोग वकया गया

विशzwjलषण एि परिणामपररकलपना 1 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह वनःशलक एि

सषारणी 4 mdash नयषादिथि म सशमशलत अशभभषािको की सखयषामशहलषा परष कल100 100 200

अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता को विदायो म अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा जात वकया गया परापत आकड़ो को परवतशत म साररी 5 म दशामाया गया ह

साररी 5 क आधार पर सपषzwjर होता ह वक सीहोर वि म वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 32 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय म आत ह होशगाबाद वि क 40 परवतशत विदाथिथी परवतवदन विदाय आत ह तथिा रायसन वि म परवतवदन आन िा विदावथिमायो का परवतशत 36 ह इस परकार यह जात होता ह वक वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन ह असिीकत की िाती ह

सषारणी 5 mdash शिलिषार शिदषाश थियो की शियशमततषाकरस शिलषा कल शिदषाथी उपशशत शिदषाथी परशतित

1 सीहोर 50 16 32

2 होशगाबाद 50 20 40

3 रायसन 50 18 36

कल शिदषाथी 150 54 36

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47शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

पररकलपनषा 2 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत विदावथिमायो पर उपवध परीकर परशावसत वकया गया विसक पररराम साररी 6 म वदए गए ह

साररी 6 क आधार पर सपषzwjर ह वक 68 परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवत या करत ह 39 परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 परवतशत ह 51 परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो की अगजी क बड़ ि ोर अकरो को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह 69 परवतशत विदाथिथी आसान स शदो की सपवग भी नही वख पात ह 72 परवतशत विदाथिथी आसान

सषारणी 6 mdash शिदषाश थियो कषा िशकक उपलशि सबिी परशतित

कर स मखय शबद परशतित

1 वहदी म मातराओ की गवतया करना 68

2 बारहखड़ी का सही जान न होना 39

3 नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39

4 अगजी क ोर ि बड़ अकर न पहानन िा विदावथिमायो का परवतशत 51

5 अगजी का वहदी म अथिमा न िानन िा विदाथिथी 38

6 आसान शदो की ितमानी (सपवग) न बता पान िा विदाथिथी 69

7 सॉरी और थिzwjतय िस शद न वख पान िा विदाथिथी 72

8 पहाड़ और वगनती भी न सना पान िा विदाथिथी 57

9 िोड़ना और घराना क साधारर परशन ह न कर पान िा विदाथिथी 56

10 गरा और भाग नही कर पान िा विदाथिथी 67

स शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह 56 परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन भी ह नही कर पात ह 67 परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत पररराम स जात हआ वक मातर 39 परवतशत विदाथिथी ही उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 3 mdash वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह ातर एि

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48 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ातराओ की शवकक उपवधयो म साथिमाक अतर ह या नही यह दखन क वए री-परीकर का परयोग वकया गया परापत आकड़ो को साररी म दशामाया गया ह

साररी 7 क आधार पर सपषzwjर ह वक ातर एि ातराओ की शवकक उपवध परीकर क विशरर स परापत री-मान 198 ह िो वक df = 358 क वए 001 साथिमाकता सतर पर परापत मान 201 स कम ह अतः ातर ि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम स ातर एि ातराओ की शवकक उपवध म साथिमाक अतर नही ह सिीकत की िाती ह

सषारणी 7 mdash छषातर एि छषातरषाओ की िशकक उपलशि कषा टी-मषाि मधयमषाि ि अतर की सषा थिकतषा

करस समहकल सखयषा

मधयमषाि M

परमषाशणक शििलि SD

मषािक तरशटSE

टी-कषा सषारणी मषाि

शिषकषथिटी- मान

005 सारथकतासति पि

001सारथकतासति पि

1 ातर 180 217 361 0467 198 268 201

साथिमाक अतर नही2 ातरा 180 2206 415

पररकलपनषा 4 mdash कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर शवकक उपवध परशनािी परसावशत की गई थिी विसस परापत पररराम साररी 8 म वदए गए ह

साररी 8 स सपषzwjर होता ह वक वशकक परशनािी म विदावथिमायो की शवकक उपवध को जात करन स सबवधत परथिम परशन विदावथिमायो की पढ़ाई क परवत रव स सबवधत थिा विसम 86 परवतशत

सषारणी 8 mdash ककषा म रोकि और शिषकषासि कषा शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही 1 पढ़ाई क परवत रव 14 86

2 वनयवमत उपवसथिवत 36 64

3 विदाथिथी एि वशकक सबध 26 74

4 शवकक उपवध 34 66

5 परािधान का नकारातमक परभाि 21 79

कल परशतित 28 72

Chapter 4indd 48 762018 105438 AM

49शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

वशकको न बताया वक विदाथिथी पढ़ाई म रव रह ह 36 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की विदाय म उपवसथिवत वनयवमत ह िबवक 64 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िाएगा इसवए ि विदाय नही आत ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाथिथी एि वशकको क मधय सबध पिमा की त ना म अच नही ह िबवक 26 परवतशत वशकक सबधो को सामानय बतात ह 66 परवतशत वशकको क अनसार विदावथिमायो की शवकक उपवध नयनतम ह 34 परवतशत वशकको का कहना ह वक पररवसथिवतयो को दखत हए विदावथिमायो की शवकक उपवध zwjीक ह 79 परवतशत वशकक यह मानत ह वक परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत सभी वबदओ क आधार पर सपषzwjर होता

ह वक 72 परवतशत कारर यह सपषzwjर करत ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम ह कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह अतः पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 5 mdash शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध पर परभाि को िानन हत वशकको पर विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परशनािी परशावसत की गई थिी विसस परापत आकड़ो को साररी 9 म दशामाया गया ह

सषारणी 9 mdash िषारीररक दड और मषािशसक उतपीड़ि क शिषि परषाििषाि स शिदषाश थियो की िशकक उपलशि सबिी परशतित

करस मखय शबद हषा िही

1 वनदानातमक ककाओ का आयोिन 74 26

2 अवतररzwjतत ककाओ म उपवसथित रहना 24 76

3 वनयवमत विदाय न आना 84 16

4 परीका क परवत ापरिाही 74 26

5 वशकर म रव का अभाि 86 14

6 वशकक की आजा का पान 26 74

7 अनशासनहीनता 79 21

8 शवकक उपवध 36 64

9 परािधान का नकारातमक परभाि 77 33

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50 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

साररी 9 स सपषzwjर ह वक विदायो म 74 परवतशत वशकको का कहना ह वक ि वनदानातमक ककाओ का आयोिन करत ह परत 76 परवतशत विदाथिथी उन ककाओ म नही आत ह वनयवमत विदाय न आन िा विदावथिमायो का परवतशत 84 परवतशत ह 74 परवतशत वशकक यह बतात ह वक विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि विदाय म परीका क परवत भी ापरिाही करत ह 86 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म वशकर म रव का अभाि ह 74 परवतशत वशकक यह मानत ह वक विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह 79 परवतशत वशकको क अनसार विदाय म अनशासनहीनता ह विदावथिमायो का शवकक उपवध सबधी परवतशत 36 परापत हआ 77 परवतशत वशकको का कहना ह वक शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह उपरोzwjतत वबदओ क आधार पर सपषzwjर ह वक विदावथिमायो की शवकक उपवध कम हई ह अतः पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

पररकलपनषा 6 mdash विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क मधय साथिमाक सहसबध ह या नही यह दखन क वए वनयवमतता ि शवकक उपवध क परापताको क आधार पर एसपीएसएस क दारा सहसबध गराक की गरना की गई गरना स परापत आकड़ो को साररी 10 म दशामाया गया ह

साररी 10 स सपषzwjर होता ह वक विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध क विशरर स परापत r का मान 031 ह िो वक 001 साथिमाकता सतर पर मान 025 स अवधक ह इस परकार पररकलपना वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध होता ह सिीकत की िाती ह अतः विदावथिमायो की वनयवमतता और शवकक उपवध म साथिमाक सहसबध ह

सषारणी 10 mdash शियशमततषा ि िशकक उपलशि क मधय सहसबि गणषाक r कषा मषाि

करस िर कल सखयषा df r मषाि

r-सषारणी मषाि

005सारथकतासति पि

001 सारथकतासति पि

1 वनयवमतता 200 199031 019 025

2 शवकक उपवध 200 199

िोि अधययि स परषापत शिषकषथि इस शोध अधययन म शोधाथिथी दारा उदशयिार सि-वनवममात उपकररो एि वदतीयक आकड़ो क माधयम स िानकारी क सकन और साररीयन क उपरात उनका विरय-िसत विशरर एि सावखयकीय विवधयो क दारा विशरर वकया गया विसक उदशयिार वनषzwjकरमा इस परकार ह mdash

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51शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि का परभािवनःशलक एि अवनिायमा वशका क परािधान क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता की िा शोधाथिथी दारा सि-अिोकन ि कका उपवसथिवत रविसरर क दारा की गई परापत आकड़ो का परवतशत वनकान पर पाया गया वक 36 परवतशत विदाथिथी ही वनयवमत विदाय आत ह 34 परवतशत विदाथिथी कभी-कभी विदाय आत ह और 30 परवतशत विदावथिमायो की उपवसथिवत मातर 20 परवतशत ही ह य ि विदाथिथी ह विनकी पाररिाररक वसथिवत zwjीक नही ह य विदाथिथी खती क काम म माता-वपता क साथि रहत ह या माता-वपता क मजदर होन पर ोर-भाई बहनो की दखभा करत ह तथिा क विदाथिथी ापरिाही या माता-वपता क धयान न वदए िान क कारर झzwj-बोकर विदाय नही िात ह इस परकार शोध की पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम क अतगमात परिवशत विदावथिमायो की वनयवमतता औसतन होती ह असिीकत की िाती ह

इस शोध क उzwjतत वनषzwjकरमा की पवषzwjर फावससका (2008) क शोध स परापत वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक िब माता को काम की अवधक आिशयकता होती ह तब उसक बचो की शरम एि घर काययो म गन की अवधक सभािनाए रहती ह शहरी गरीब माताओ म विनका काम क परवत अवधक झकाि ह उनक बचो म सक िान की परिवत कम होती िाती ह माताओ की काम को दी गई अवधक िरीयता

बचो की सक उपवसथिवत पर नकारातमक परभाि डाती ह साथि ही इस शोध क वनषzwjकरमा की पवषzwjर शरीिासति (2012) क शोध स भी होती ह विसक वनषzwjकरमा म पाया गया वक परारवभक वशका को विदाथिथी का खतो म कायमा करना मजदरी करना पश राना आवथिमाक विपननता शवकक सविधाओ की कमी आवद परभावित करत ह

ौतीस परवतशत विदाथिथी विदाय म कभी-कभी विदाय आत ह विदावथियो क साथि समह ामा म वनषzwjकरमा परापत हआ वक य ि विदाथिथी ह िो वक वनयवमत विदाय आन म रव नही त ह और विनह वशकको का वयिहार अचा नही गता ह तो क क अनसार िब ि विदाय आत ह तो वशकको दारा डारा िाता ह पढ़ाई म मन नही गता ह इस शोध क उzwjतत कायमा की पवषzwjर पाणडय (2015) क दारा वकए गए शोध कायमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो क अनपवसथित होन का कारर वशकक का विदावथिमायो क परवत उदासीन रहना कका म अशावत का िातािरर होना तथिा अतयवधक गहकायमा दना ह

शवकक उपzwjवि पि वनःशलक एि अवनिायथ वशका कल अविकाि अविवनयम का परभािइस शोध म पाया गया वक विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन ह विदावथिमायो म नयनतम शवकक योगयता भी नही ह शवकक उपवध परीकर दारा परापत परररामो स वनषzwjकरमा परापत हआ वक 39 परवतशत विदाथिथी ही शवकक उपवध परीकर म उतीरमा हए िबवक 61 परवतशत विदाथिथी अनतीरमा हो गए अतः पररकलपना वनःशलक एि अवनिायमा वशका

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52 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

क अवधकार अवधवनयम स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह

bull अड़सzwj परवतशत विदाथिथी वहदी म मातराओ की गवतया करत ह

bull उनताीस परवतशत विदावथिमायो को बारहखड़ी का सही जान भी नही ह नयनतम उतीरमा अक तक ही पह न िा विदावथिमायो का परवतशत 39 ह

bull इzwjतयािन परवतशत विदाथिथी ऐस ह िो वक अगजी क बड़ ि ोर अकर को भी नही वख पात ह अगजी को वहदी म न वख पान िा विदावथिमायो का परवतशत 38 ह

bull उनहार परवतशत विदाथिथी आसान शदो की भी ितमानी (सपवग) नही वख पात ह

bull बहार परवतशत विदाथिथी सॉरी और थिzwjतय िस शद भी नही वख पात ह

bull पहाड़ और वगनती न सना पान िा विदावथिमायो का परवतशत 57 ह

bull पपन परवतशत विदाथिथी िोड़न और घरान क परशन ह नही कर पात ह

bull सड़सzwj परवतशत विदाथिथी गरा और भाग क परशन ह नही कर पात हइस शोध वनषzwjकरमा की पवषzwjर खरि (2014) क

शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक शोध वनदानातमक ककाओ क अभाि म अगजी विरय क पररराम म कमी पाई िाती ह कमार (2014) क शोध वनषzwjकरमा म पाया गया वक अवधवनयम क उपरात विदावथिमायो क परीका परररामो म सधार हआ इसका कारर यह हो सकता ह वक अवधवनयम क परािधान क अनसार विदावथिमायो को कका म रोकन और

वनषzwjकासन का वनरध ह अतः परीका परररामो म सधार हआ परत विदावथिमायो की शवकक उपवध वनमन हई ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि कका म िोकनल औि वनषकासन का वनषलि पराििान का परभाि इस शोध म पाया गया वक कका म रोकन और वनषzwjकासन का वनरध परािधान स विदाथिथी पढ़ाई म रव नही रह ह पररकलपना कका म रोकन और वनषzwjकासन क वनरध परािधान स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती ह असिीकत की िाती ह विदाथिथी यह िानत ह वक उनह कका म अनतीरमा नही वकया िा सकता इसवए ि विदाय नही आत ह तथिा पढ़ाई म रव भी नही त ह परािधान का विदावथिमायो की पढ़ाई पर नकारातमक परभाि पड़ा ह

विदावरथयो की शवकक उपzwjवि पि शािीरिक दड औि मानवसक उतपीड़न का वनषलि पराििान का परभाि शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध का विदावथिमायो की शवकक उपवध पर नकारातमक परभाि पड़ा ह पररकलपना शारीररक दड और मानवसक उतपीड़न क वनरध स विदावथिमायो की शवकक उपवध उच होती असिीकत की िाती ह विदायो म विदाथिथी वनदानातमक ककाओ म उपवसथित ही नही होत ह विदावथिमायो को वकसी भी परकार का भय नही ह ि परीकाओ म भी ापरिाही करत ह विदाय म वशकको की आजा का पान नही होता ह अथिामात अनशासनहीनता ह

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53शिकषा कषा अशिकषार अशिशियम 2009 कषा शिदषाशथियो की शियशमततषा

विदावरथयो की वनयवमतता का शवकक उपzwjवि कल मधय सहसबि विदावथिमायो की वनयवमतता का शवकक उपवध क मधय उच सहसबध ह अथिामात यवद विदाथिथी विदाय म वनयवमत विदाय िाता ह तो उसकी शवकक उपवध उच होगी इस शोध दारा परापत वनषzwjकरमा की पवषzwjर ॉस (2013) और अशमारी (2011) क शोध वनषzwjकरमा स होती ह विसम पाया गया वक विदावथिमायो की उपवसथिवत दर का उनक सपरमा शाय उपवधयो पर गहरा परभाि पड़ता ह िो बच वनयवमत रप स वशकको का मागमादशमान परापत करत ह उनम अवधगम बहतर होता िाता ह

विदाzwjयो की वसरवत विदाय बचो क वए जान और मनोरिन का क रि होता ह विदावथिमायो का सपरमा िीिन विदाय स परभावित होता ह वशका का उदशय बचो को वनभमाय जानी सकम और समधि बनाना ह वकत विस तरह क विदाय भिनो म वशका दी िाती ह उसस जयादा कौश विकास की उममीद नही की िा सकती ह बचो क पढ़न क वए हर ककानसार कमर नही ह सको म वबिी साफ पयि का पखता इतजाम नही ह इस शोध अधययन स यह वनषzwjकरमा सामन आता ह वक इस अवधवनयम क ाग होन क ह सा बीतन क बाद भी विदायो म पयामापत ससाधन उपध नही हो पाए ह सपरीम कोरमा क बार-बार आदश दन क बाद भी सको म बाक ि बावका क वए पथिक शौाय तक नही ह और िहा पर पथिक शौाय ह िहा की सफाई नही होती ह सको म पसतकाय

की सविधा सरका हत बाउणडीिा ि गर की कमी ह क वमाकर बचो क वनःशलक एि अवनिायमा वशका क अवधकार अवधवनयम 2009 का ख आम उलघन हो रहा ह

िोि अधययि क िशकक शिशहतषा थिवनःशलक एि अवनिायमा वशका का अवधकार अवधवनयम ितमामान समय म एक आशा की वकरर ह िो हमार विदावथिमायो क हमखी विकास और सिवरमाम भविषzwjय की नीि क रप म परसतत ह इसम बा-क वरित गवतविवधयो खोि आधाररत वशका ख -ख म वशका परीका क डर स दर भयमzwjतत िातािरर म वशका की बात परमख परािधानो म सवममत ह शासन ाह तो इस शोध अधययन क वनषzwjकरयो क अनसार िनवहत म नीवतगत वनरमाय वए िा सकत ह सममाननीय कायमा वसथिवत ि उवत ितन की वयिसथिा कर वशकको को परोतसावहत वकया िा सकता ह विसस वशकक खशी-खशी अपना कायमा कर

शोध अधययन क आधार पर जात हआ वक विदाय वशका क अवधकार अवधवनयम क परािधानो का वकस सतर तक पान कर रह ह विदावथिमायो न विदायो म परिश तो वया ह पर ि विदायो म वमतरो ि वशकको स वकस तरह समायोिन कर पा रह ह ि विदाय म वकतना वनयवमत उपवसथित हो रह ह तथिा इसका विदावथिमायो की शवकक उपवध पर zwjतया परभाि पड़ रहा ह इस शोध अधययन स नए तथय परकाश म आए ह इन तथयो पर आधाररत नीवतगत वनरमाय न और वरियानियन करन स हमार दश तथिा समाि का भविषzwjय उननत उजजि एि परभािकारी होगा

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सदभथि

अगिा वििय 2006 पढ़ो zwjिो ऐस पढ़ो इनरिा पववशग हाऊस भोपा मधय परदशआायमा ए 2013 कमपलसरी परषाइमरी एजकिन इन आधरपरदिmdashए पषाशलसी पीए डी शोध परबध आसाम

विशिविदाय असमआयमा पीक 2006 बचचो की परशzwjिभषा कस शनखषार मनोि पवकशस वदलीक रॉ 1969 कणzwjषा एव ददmdashअसषामषानषय मनोशवजषान मोतीा बनारसीदास वदली प107कमार अवन 2014 lsquoहररयारा परदश की होड तहसी क पराथिवमक विदायो पर वनःशलक एि अवनिायमा बा वशका

का अवधकार अवधवनयम 2009 क परभाि का अधययनrsquo पीएडी शोध परबध बरकतउलाह विशिविदाय भोपा

कौ ोकश 2001 िशकक अनसिषान की कषाषयणपररषाली विकास पववशग हाउस पराव नयी वदलीकौवशक एसए 1977 शिकषा करम शवकषास वहदी गथि अकादमी ियपर रािसथिानकतरपा बीएस 2011 शनःिलक बषाल शिकषा कषा अशिकषार अशिशनषयम 2009 एव शनषयम 2010 कतरपा पवकशन

इदौर मधय परदशखरि परदीप 2014 lsquoआवदिासी गामीर कतर की हाईसक म अगजी क पररराम का त नातमक अधययनrsquo एम एड घ

शोध परबध वशका महाविदाय खडिािॉन होलर 2002 बचच असफल कस होzwjि ह एकवय परकाशन भोपा मधय परदशपाडय और पाडय सिीि 2015 lsquoशासकीय एि अशासकीय विदायो म अधययनरत विदावथिमायो की अनपवसथिवत क

काररो का त नातमक अधययनrsquo सषामषाशजक िोि षयोजनषा िॉलयम-2 प14पा एआर 2008 िशकक िोि मधयपरदश वहदी गथि अकादमी भोपाबघका वगिभाई 2001 मषाzwjिषा-शपzwjिषा स मारसरी बा वशकर सवमवतबघ रिािी और भपनरि वनगम 2009 िोि मथन ररसचण डषाzwjतषयमनटmdash2009 राजय वशका क रि भोपा प149मिमदार और रामौधरी 2011 lsquoअरडस इज िन ऑफ द मिर फzwjतरर फॉर अकडवमक परफॉमस ऑफ द सरडरस ऑफ

एीमटरी zwjतासस इशडषयन एजकिनल ररवषय िॉलयम-50 प47 एनसीईआररी नयी वदली

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शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथ एक शििचनषा

सनीता ससह

निःशलक एव अनिवारय बाल नशका का अनिकार अनिनिरम 2009 (आरटीईएकट 2009) क लाग होि क बाद पारनिक नशका का शनकक सतर कहा तक पहचा ह इस रथाथय को जािि क नलए इस शोि का चरि नकरा गरा था अनिनिरम क लाग होि क बाद निससदह बचचो क नलए साकर अनिकार सपनि मजबत बिि क रासत खल ह नकत नपछल सात दशको क बाद िी पारनिक नशका सावयिौनमकीकरण एव नरितम अनिगम सतर आिाररत शकनणक गणवता क लकर स काफी दर ह इस शोि अधररि हत शोनिका दारा उतर पदश राजर क पतापगढ़ और नमजायपर नजल क पाच पाथनमक एव उचच पाथनमक नवदालरो का चरि कर शोि अधररि नकरा गरा इस शोि अधररि म शोनिका दारा सवर चरनित नवदालरो का अवलोकि कर तथर एकनरित नकए गए इस शोि परि म नशका क अनिकार अनिनिरम स लािाननवत बालको का रथाथय पाथनमक नवदालर की शनकक गणवता का रथाथय पाथनमक नवदालरो की नगरती शकनणक गणवता क कारण नवदालर पबि सनमनत व नवदालर नवकास रोजिा का रथाथय निजी पड़ोसी नवदालरो का रथाथय निःशलक का रथाथय नवदालर दरी का रथाथय मलराकि (िो निटनशि पॉनलसी) पणाली का रथाथय तथा नशका क अनिकार कािि म वरापत नवरोिािास एव सशोिि की आवशरकता पर कछ सझावो स पररचर करारा गरा ह

सहारक आचारय राजीव गाधी दसषिणी पररसर बरकछा काशी सहद सवशवसवदालय मीराापर 231 001

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम स लषाभषाशित बषालको कषा यथषाथथसशषिा क असधकार कानन क दारा समाज का कौन-सा वगा सबस असधक लाभासवत ह इसक यथाथा को जानन क सलए परतापगढ़ जनपद क सदर बलाक क कछ गावो का चयन सवसभन जासत वगा की जनसखया बाहलयता क आधार पर सकया गया चयसनत गावो क पराथसमक व उचच पराथसमक सवदालयो का अवलोकन

आरटीईएकट 2009 म वसणात कछ सबदओ जसmdashसवदाथथी पजीकरण सखया सवदाथथी-सशषिक अनपात कषिो असतररकत कषिो की सखया सवदालय परबध ससमसत पयजल शौचालय (बालकबासलका) वयवसथा क असतररकत मधया भोजन कायाकरम का सकरयावयन सनःशलक पाठयपसतक यनीफॉमा सवतरण आसद को लकर सकया गया अवलोकन क दौरान नामासकत सवदासथायो क वगा सवशष को

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जानन का परयास सकया गया और चयसनत पराथसमक एव उचच पराथसमक सवदालयो क परधानाधयापको स पराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क कारणो को लकर सवसततत वाताा की गई तथा उनक दारा बताए गए कारण एव सझाव इस परकार ह

चयसनत परथम पराथसमक सवदालय बहलोलपर लोसहया गामmdashबहलोलपर जनपदmdashपरतापगढ़ म दो सहायक अधयापक व एक परधानाधयापक 80 छातो क सापषि सवारत थ सवदालय म सामाय जासत क दो तथा अय अनससचत जासत एव सपछड़ वगा क सवदाथथी थ सवदालय म एक शौचालय दो बाथरम व एक हडपप था एक असतररकत कषि सनसमात था परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता का कारण जानन पर उहोन कहा सक इन सवदालयो को मात गरीब मरदर शरसमक वगा क लोगो की मजबररयो न जीसवत रखा ह वतामान म सनयकत असधकाश अधयापक वासछत योगयता स उचच सशषिाधारी ह अतः बरोरगारी को दखत हए मजबरी म व नौकरी करत ह अतः सशषिक एव सवदाथथी दोनो को मजबरी खीचकर सवदालय म लाई ह ऐस म गणवता की आशा कस कर सकत ह पनः उनक दारा सवदालय म कम उपससथसत का कारण सवदासथयो का फसल कटाई घरल काययो मरदरी आसद म लग रहना बताया गया तथा एक कारण पराथसमक सवदालय क सशषिको का पराथसमक सशषिक सघ बनाकर नतासगरी करन और सशषिण असधगम म कम रसच रखन की परवतसत को भी बताया गया

उनका मानना था सक मधया भोजन कायाकरम क बहत स सकारातमक पषि ह परत इसक सकरयावयन म

सवदालय का एक सशषिक सबरी गस मसाला फल दध खरीदन तथा परसतसदन सखलान का सहसाब लगान म वयसत रहकर अधयापक वतसत स दर हो जाता ह और यह ससथसत सवदासथायो की एकागता को बासधत करती ह उहोन पयावषिण काया को सशषिा सवभाग क असतररकत अय सवभागो दारा करान और सरकारी पदो पर कायारत असभभावको क बचचो का परवश मात सरकारी पाठशालाओ म करान पर बल सदया उहोन सशषिको दारा सकए जान वाल गर-शषिसणक काययो को कम करवान पर भी बल सदया

चयसनत सदतीय सवदालय लोसहया गाम बहलोलपर का उचच पराथसमक सवदालय था जहा सवदाथथी पजीकत त सखया 35 पर तीन मसहला और तीन परष सशषिक सनयकत थ परष सशषिको म एक बससक सशषिा असधकारी (बीएसए) कायाालय व दो खडपरखड ससाधन क दर (बीआरसी) पर सलगन थ दो शौचालय (बालकबासलका) एक बाथरम व हडपप खराब ससथसत म था दो असतररकत कषि जजार ससथसत म थ परधानाधयासपका नसीम फासतमा जी न मायता परापत सनजी सवदालयो की मायता रदद करन पर रोर सदया व मधया भोजन कायाकरम क सचालन स परशान सदखी उनका कहना था सक कायाकरम दारा सरकार हमस चोरी करन को कहती ह और हम करत ह उहोन कहा सक सवदालय म कल नामासकत सवदाथथी पतीस ह सजनम स परसतसदन पचचीस ही आत ह यसद हम सवदासथायो की वासतसवक सखया रसजसटर पर चढ़ाए तो सवदालय बद हो जाएगा व सशषिक हटा सदए जाएग और कागर पर हम फसग अतः लगभग सभी पराथसमक सवदालयो म सखया बढ़ाकर भजी

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57शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

जाती ह मधया भोजन कायाकरम क सथान पर उहोन सवदासथायो क सनधााररत बक एकाउट म धन डालन का सझाव सदया उहोन कवल सरकारी सवदालय म पढ़ रह सवदासथायो एव उनक असभभावको को ही सरकारी योजनाओ की ससवधा सदए जान पर बल सदया परधानाधयासपका स लोसहया गाम होन क फायद पछन पर उहोन कहा सक सवदालय को कोई सवशष फायदा नही समला ह हा सड़क अवशय बन गई ह और परशाससनक असधकाररयो क औचक पयावषिण क डर स सशषिक सवदालय समय स आत-जात ह

सदतीय गाव सवकरमपर सवधानसभा षितndash सदरmdashपरतापगढ़ स दो पराथसमक सवदालय और एक उचच पराथसमक सवदालय का चयन सकया गया पराथसमक सवदालय सवकरमपर म एक परधानाधयापक एव कल चार सशषिक-सशसषिकाए सवदाथथी सखया साठ क सापषि सनयकत थ असधकाश सवदाथथी गरीबी रखा स नीच जीवनयापन करन वाल (बीपीएल) व अनससचत जनजासत वगा क थ पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा (सवकरमपर) म दो सशषिक एक सशसषिका एक परधानाधयासपका पजीकत त सवदाथथी सखया उतासलस क सापषि सवारत थ सवदालय म 20 स 25 सवदाथथी ही उपससथत समल उचच पराथसमक सवदालय सवकरमपर म कल चार सशसषिकाए नामासकत सवदाथथी सखया 31 क सापषि सवारत थी दोनो ही सवदालय सड़क सकनार थ अतः सशसषिकाओ की सखया सवदाथथी सखया क अनपात म असधक थी सवदालय म दो असतररकत कषि दो शौचालय व एक हडपप था असतररकत कषि म आगनवाड़ी क दर सचासलत था

पराथसमक सवदालय बड़ाकापरवा क परधानाधयापक क दारा मफत सशषिा पर असभभावको का कम भरोसा अगरी माधयम न होन सीध कषिा एक म सवदासथायो क परवश स सबसधत कारणो पर बल सदया गया उनका सझाव था सक यसद पराथसमक सवदालयो म अय सनजी सवदालयो की भासत पवा पराथसमक सवदालय (पल गप) सशषिा को भी जोड़ सदया जाए तो सरकारी सवदालयो की नामाकन एव शसषिक गणवता म वतसधि होगी उचच पराथसमक सवदालय की परधानाधयासपका और सशसषिकाओ न एक सवर म मधया भोजन कायाकरम को कवल कषिा एक स पाच तक लाग करन पर बल सदया वहा की एक सशसषिका न सझाव सदया सक सरकार को परतयक गाव म मधया भोजन योजना क दरो को राषzwjटीय खाद सरषिा असधसनयम 2013 क तहत खोल दना चासहए सजसस बचचो सक भोजन और सशषिा दोनो पराथसमक आवशयकताए गणवतापणा एव पारदशथी तरीक स पणा हो सक

तततीय गाव सजला मसजसzwjटट परतापगढ़ दारा चयसनत आदशा गाव बड़नपर चयसनत सकया गया जहा क पराथसमक सवदालय बड़नपर म नामासकत सवदाथथी सखया 63 पर छह अधयासपकाए कायारत थी सड़क सकनार सवदालय होन क कारण सशसषिकाओ की सखया बहत असधक थी सवदालय म चहार दीवारी चार शौचालय पयजल हत नल चार असतररकत कषि उतम बठक वयवसथा एव भौसतक ससाधन शयामपटट आसद उपलबध थ परधानाधयासपका स पछन पर सक आपक सवदालय म भौसतक ससाधन और सशसषिकाओ की कोई कमी नही सफर भी गाव

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क असधकाश सवदाथथी सनजी सवदालयो म कयो जात ह उहोन कहा हम भी बचचो को पढ़ाना चाहत ह मगर सजस असभभावक क पास फीस दन भर का पसा ह वह पराथसमक सवदालयो क माहौल को खराब मानकर अपन बचचो को यहा भजना अपमान समझत ह उनका मानना ह सक पसा दन पर ही सही सशषिा समलती ह नामासकत सवदासथायो म सभी अनससचत जासत-जनजासत वगा एव बीपीएल पररवार क थ परधानाधयासपका न सशषिको की सशषिण परसतबधिता म आई कमी को सशषिा की गणवता म सगरावट क सलए सजममदार बताया

चतथा गाव आसथाक रप स मधयम एव असधक जनसखया वाला गाम कमईपर चयसनत सकया गया पराथसमक सवदालय कमईपर म परभारी सहायक अधयासपका एक परसशषि-अधयापक एव एक सशषिासमत नामासकत सवदाथथी सखया 56 पर सवारत थ हडपप स गदा पानी सनकल रहा था दो शौचालय दो असतररकत कषि थ सवदासथायो क बठन हत चटाई थी सवदाथथी अनससचत जासत अनससचत जनजासत एव बीपीएल पररवारो स थ गामवाससयो का पराथसमक सवदालय क परसत दसषटकोण नकारातमक लगा व मानत ह सक 4 रपय 75 पस का परसत सवदाथथी भोजन व शलक सवहीन सशषिा गणवतापणा नही हो सकती सवदालय म कछ सवदाथथी नामासकत थ जो पराथसमक सवदालय म तो नामासकत थ परत सनजी सवदालयो म सशषिा गहण करत थ कारण पछन पर पता लगा सक य बालक कषिा पाच क बाद गामीण षित स नवोदय सवदालय की परवश परीषिा

म बठना चाहत ह अतः गामीणो की नकारातमकता कवल सरकारी पराथसमक सवदालयो स थी जबसक व नवोदय सवदालय और अय सरकारी सवदालयो को सममान की दसषट स दखत थ

पचम गाव मससलम बाहलय कटरा मदनीगज सवधानसभा षितmdashसदर जनपदmdashपरतापगढ़ स पराथसमक सवदालय कटरा म नामासकत सवदाथथी सखया 50 क सापषि चार सशषिक सवारत थ मससलम बाहलय होत हए भी मससलम सवदासथायो का अनपात कम था मससलम असभभावको को मदरसो पर असधक सवशवास था सवदालय म मससलम लड़सकया (बड़ी उमर 11ndash14 वषा) मात पाच थी व घरल काययो ससलाई एव साड़ी बनन म परायः वयसत रहती थी सवदालय म दो शौचालय (बालकबासलका) एक हडपप और दो असतररकत कषि थ बठक वयवसथा हत चटाई और दररया थी परधानाधयापक दारा सगरती शषिसणक गणवता क कारणो पर उपरोकत अय क भासत ही परकाश डाला गया

इस परकार लाभासवत बालको की दसषट स दख तो इस आरटीई एकट 2009 क लाग होन स अनससचत जासत-जनजासत गरीब बीपीएल काडा धारी एव कछ सपछड़ी जासत क बालक-बासलकाओ को सवाासधक लाभ हआ ह वही य सवदालय समावशी समाज की सकलपना स दर गरीबो क सवदालय क रप म सरसचत हए ह सपन एव अलपसखयक वगयो क सवदासथायो को इस एकट न कम आकसषात सकया ह अवलोकन स सवदालयो म चहारदीवारी एव खल क मदान की महती आवशयकता पररलसषित हई

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59शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

पषाथशमक शिदषालय की िशकक गणितषा कषा यथषाथथशसषिक गणवता बढ़ान क सदभा म सशषिा आयोग (1964ndash66) की ररपोटा म कहा गया ह सक ldquoसभी पराथसमक सवदालयो का यनतम सनधााररत सतर तक सधार करना परथम काया हrdquo सशषिा का असधकार असधसनयम म भी कोठारी आयोग क सझावो को सवीकार सकया गया ह सनससदह आरटीईएकट 2009 क लाग होन क बाद पराथसमक सशषिा म नामाकन 92 परसतशत (2005) स बढ़कर 96 परसतशत तक पहच चका ह परत ldquoअसरrdquo (सशषिा क सतर पर वासषाक ररपोटाmdash2014) की ररपोटा क अनसार गामीण भारत क आध बचच सामाय सतर स तीन कषिा सनचल सतर की शषिसणक गणवता रखत ह

यहा शषिसणक गणवता स तातपया बचचो की सहदी और अगरी भाषा की पसतक क पठन-पाठन गसणत की ससकरयाओ को हल करन एव लखन स सबसधत उपलसबधयो स ह शषिसणक गणवता का सशषिा का असधकार असधसनयम लाग होन क बाद क तलनातमक अधययन हत असर (गर-सरकारी सगठन) दारा सतmdash2008 2009 2010 और 2011 क अधययनरत सवदासथायो का करमशः अगली तीनो कषिाओ तक शसषिक उपलसबध का अधययन करन पर जात हआ ह सक सत 2008 क नामासकत सवदासथायो की शसषिक उपलसबध शष सत क सवदासथायो स अचछी थी सजला सतर की सशषिा हत सचना परणाली (डीआईएसई) की ररपोटा क अनसार कषिा दो क सवदासथायो को पढ़ना सलखना और 100 तक की सखयाओ की बनयादी ससकरयाए आनी चासहए

जबसक असर की ररपोटा क अनसार सत 2010 म 134 परसतशत 2012 म 248 परसतशत 2013 म 285 परसतशत 2014 म 325 परसतशत बचच अषिर नही पहचान पा रह थ सनषकषातः यह कहा जा सकता ह सक सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद अषिर न पहचान पान क करम म करमशः बढ़ोतरी हई ह गसणत की शषिसणक गणवता क सदभा म असर न कषिा 6 7 8 क सवदासथायो पर सकए गए सवव म पाया सक करमशः 322 परसतशत 378 परसतशत 442 परसतशत ही भाग ससकरयाओ म सषिम थ जबसक आठ वषथीय सकल सशषिण परणाली पणा करन क बाद 100 परसतशत सवदासथायो दारा भाग ससकरया हल कर लना यनतम सनधााररत मानदड क अतगात आता ह जबसक 50 परसतशत स भी कम सवदाथथी इस परापत कर पा रह ह अतः परशन यह ह सक कया य सवदाथथी अगली कषिाओ क सामाय गसणत ससकरयाओ को समझ सक ग

अगरी सवषय को पराथसमक सवदालयो म कषिा 1 स ही पढ़ाया जाता ह अतः अगरी शबदो वाकयो को पढ़न एव उनक अथा को समझन को लकर असर दारा सकए गए सवव स जात हआ सक कषिा 6 स 8 तक कवल 69 परसतशत बचच सकताब पढ़न म सषिम ह 20 परसतशत बचच अषिर पहचानत ह वही 14 परसतशत शबदो को पढ़ लत ह परत लब वाकय नही पढ़ पात ह 19 परसतशत वाकय पढ़त ह तो लब पाठ नही पढ़ पात ह इस परकार य आकड़ सगरती शषिसणक गणवता क यथाथा की सववचना करत ह डाइस (2013ndash14) की ररपोटा म कहा गया ह सक दश म कषिा 3 क आठ करोड़ बचच ह जो सरकारी

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सवदालयो म अधययनरत ह इनकी शसषिक गणवता पर ततकाल धयान दन की आवशयकता ह सजसस व बसनयादी षिमताओ को हाससल कर सक यदसप सशषिा का असधकार असधसनयम 2009 क लाग होन क बाद कछ राजयो जसmdashमहाराषzwjट छतीसगढ़ पजाब आधरपरदश और कनााटक म पराथसमक सशषिा म सतोषजनक सधार भी आए ह (असर ररपोटा 2013ndash14)

पषाथशमक शिदषालयो की शगरती िकशणक गणितषा क कषारणपराथसमक सवदालयो की सगरती शषिसणक गणवता क सवसभन कारण ह सजनम स कछ सशषिक समदाय स कछ असभभावको स और कछ सरकार क ढलमल रवय तथा सशषिा का असधकार असधसनयम क कमरोर सकरयावयन पषि स जड़ ह अवलोकन क दौरान कछ महतवपणा कारण जात हए जसmdashपराथसमक उचच पराथसमक सवदालयो म सजममदार अनभवी परधानाधयापको का अभाव ह परायः सवदालय आपसी तालमल क दारा समतलय सहायक अधयापको क परभारी परधानाधयापक कायाभार गहण करन स चलता रहता ह अतः सवदालयो म अधयापक अनपससथसत की दर परायः बढ़ जाती ह दो सशषिकीय सवदालय एक सशषिक की अनपससथसत म एकल सवदालय म पररवसतात हो जाता ह उपससथत अधयापक सजगता स सवदालय खोलकर मधया भोजन को यथावत चलाकर पनः समय स सवदालय बद कर दता ह सवदालयो की शसषिक गणवता स सशषिक का कोई लना-दना नही होता ह सवदालयो म इस परकार

की खानापसता को राकन क सलए कशल अनभवी पररशरमी परधानाधयापक का होना आवशयक ह

पराथसमक सतर पर सजममदाररयो का सवक दरीकरण क दर स राजय राजय स सजला व सजला स खडपरखड ससाधन सतर एव याय पचायत ससाधन सतर और सथानीय सवदालय क परधानाधयापको सशषिको तक सकया गया ह इसक असतररकत परतयक सजल म सजला सशषिा परसशषिण ससथान भी शषिसणक गणवता सवधान म महतवपणा भसमका सनभाती ह परत य सभी पयावषिक सवा सशषिा असभयान मधया भोजन कायाकरम कसतरबा गाधी सवदालय सनःशलक पसतक सवतरण डस सवतरण भवन चहारदीवारी शौचालय असतररकत कषि सनमााण सवदालयो की रगाई-पताई सवसभन परकार क परसशषिण जनगणना मतगणना बथ सतर क असधकारी क रप म (बीएलओ) काया टीकाकरण आसदवासी जनजासत सवदालयो क सचालन आसद काययो म वयसत रहत ह अतः इन सभी योजनाओ क बीच शषिसणक गणवता का अहम काया परभासवत होता ह

अवलोकन क दौरान चचाा करन पर पता चला सक पराथसमक सतर पर कोई भी सथानीय नता अपन परभाव को सदखाकर अपन नरदीकी सशषिक नताओ को मनपसद सवदालय स सबधि करवा दत ह और बससक सशषिा असधकारी भी धन अजान की दसषट रखत हए सशषिको क मन मतासबक सथानातरण एव सबधिीकरण करत ह सजसस सवदाथथी-सशषिक अनपात सबगड़ता ह पररणामतः शसषिक गणवता परभासवत होती ह

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61शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

सशषिा क असधकार कानन क लाग होन क बाद सनससदह भवन एव असतररकत कषि सनमााण का काया बहत तीवरता स सकया गया ह इसक पीछ कारण ह सक सशषिको न सशषिण क सथान पर ठकदारी म अचछी रसच सदखाई ह कयोसक इसस कछ असतररकत धन कमाया जा सकता ह

शसषिक गणवता सगरन का एक और कारण उचच पराथसमक सवदालयो की पराथसमक सवदालयो क सापषि सखया म कमी होना ह उतर परदश राजय क परतापगढ़ सजल म परसत 108 सरकारी पराथसमक सवदालयो क सापषि 35 उचच पराथसमक शालाए ह माधयसमक एव उचचतर माधयसमक शालाओ (कषिा 9 स 12 तक) का अनपात यन ह परतापगढ़ सजल क सववषिण अनसार असधकाश गामीण सरकारी उचचतर माधयसमक शालाओ म गसणत एव सवजान सशषिको की कमी ह इस कारण गामीण सवदाथथी सवजान सवषय नही पढ़ पात ह तथा कोसचग की धारणा को बढ़ावा समलता ह इस परकार सरकारी योजनाओ और सशषिा क असधकार कानन का यथाथातः सकरयावयन नही हो रहा ह गणवता क आकड़ कागरो पर सदखाई दत ह ऐस म सरकार स उममीद ह सक वह दढ इचछाशसकत सदखात हए पराथसमक सशषिा म बढ़ रही घसखोरी को सनयसतत करन का परयास कर सजसस योजनाओ का सही एव धरातलीय सकरयावयन हो सक

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शिदषालय पबि सशमशत एि शिदषालय शिकषास योजनषा कषा यथषाथथ सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 म भाग 2 म सवदालय परबध ससमसत का गठन एव कतावय का

सववरण ह असर क आकड़ो क अनसार यह ससमसत सवदालयो म असभलख सवरप ह सजसम गाव क कछ लोग और असभभावको क नाम कल 15 की सखया म दजा सकए गए ह सवदालय परबध ससमसत (एसएमसी) बठक सवदालय म कम होती ह 743 परसतशत बठक जलाई-ससतमबर क बीच हई ह बठको म उपससथत सदसयो का परसतशत मात 13 ह सवदालय परबध ससमसत क सचालन का यथाथा जानन क सलए परतापगढ़ सजल क सदर बलॉक क सात पराथसमक सवदालयो को चयसनत कर वहा क सवदालय परबध ससमसत क सदसयो दारा सवसनसमात सवदालय परबध असधकार व जागरकता परशनावली को भरवाया गया आसानी स उपलबध 20 असभभावको का साषिातकार भी सलया गया इसस जात हआ सक 90 परसतशत सवदालय परबध ससमसत सदसयो असभभावको को इसक कतावय तथा असधकारो की जानकारी नही ह कवल 20 परसतशत जागरक असभभावको न सवदालय स जड़ी समसयाओ जसmdash चहारदीवारी सवचछ पयजल बठक वयवसथा आसद पर अपना सवचार सदया कछ असभभावको दारा बठक स सबसध त परशन पछन पर उहोन कहा सक जलाई माह म परवश करान आए थ तब मासटर साहब न हसताषिर करवाए थ परधानाधयासपका तथा अधयापको दारा सवदालय परबध ससमसत स सबसधत कोई भी जानकारी पवा म नही दी गई थी

इस परकार चाह सवदालय म परबध गाम सशषिा या अय और कोई नवीन ससम सत भी बन जाए जब तक उसक परसत जागरकता सतर एव उसक सकरयावयन पषि को मरबती स लाग नही सकया

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जाएगाmdashशसषिक गणवता म सधार सभव नही ह सवदालय सवकास योजना क यथाथा को जानन क सलए असर क आकड़ो का सहारा सलया गया ह असर (2013ndash14) की ररपोटा क अनसार लगभग 19 परसतशत सवदालयो न सवदालय सवकास योजना बनान की बात सवीकार की परत परतयषि परमाण नही सदखाए जबसक 423 परसतशत म सवदालयो म सवकास योजना का परतयषि परमाण उपलबध था वही 388 परसतशत सवदालयो म सवदालय सवकास योजना स सबसधत दसतावर सनसमात नही सकए गए थ इस परकार सशषिा का असधकार असधसनयम म वसणात सवदालय परबध ससमसत एव सवदालय सवकास योजना मात ससधिात बन कर रह गए ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित शनजी पड़ोसी शिदषालयो कषा यथषाथथतलनातमक रप स भारत व अय दशो जसmdashजी-8 व कनाडा आसद दशो क पड़ोसी सवदालय सावाजसनक सकल परणाली को अधययन करन स जात हआ सक इन दशो म पड़ोसी सवदालय वह सवदालय ह सजसका अपना पड़ोसी होता ह और वहा की सरकार दारा इस पड़ोसी सवदालय षित क अतगात चाह सजस वगा (वसचत गरीब अमीर सासद सवधायक मरदर सकसान) का बालक हो वह उसी षित वाल सवदालय म सशषिा पान का हकदार होता ह उन सवदालयो की सजममदारी ह सक सबना छटाई जाच-सवाल क वह उन बालको को परवश द व मफत सशषिा द इस परकार वहा क पड़ोसी सवदालय यहा क पड़ोसी सनजी सवदालय की तलना म समावशी समाज क लकय को सावाजसनक

सकल परणाली क अतगात आसानी स परापत कर लत ह अतः सनयोजनकतााओ व सरकार को सशषिा क असधकार असधसनयम म सनसहत पड़ोसी सवदालय सपरतयय को वयापकता दकर सनजी सवदालयो को सनयसतत कर सरकारी सवदालयो की शसषिक दगासत को रोकन एव बढ़त बारारीकरण पर अकश लगान क सलए परसतबधि होना होगा

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शनःिलक कषा यथषाथथसशषिा क असधकार असधसनयम म वसणात सनःशलक का तातपया सनजी सवदालय टयशन फीस माफ करन क रप म लत ह वहा पढ़ रह 25 परसतशत वासछत वगा क बालको स अय मदो जसmdashपरीषिा पररवहन खलकद रडकरास सकाउसटग एव सवकास क नाम पर फीस ली जाती ह इस तरह परतयक तीसर माह य बचच 300ndash400 र तक सवदालय म फीस जमा करत ह जो सामायतया उनकी पहच स जयादा होता ह इस परकार असधसनयम म वसणात सनःशलक की अवधारणा को वयापक बनात हए मफत सशषिा दन की आवशयकता ह

शिकषा क अशिकषार अशिशनयम 2009 म िशणथत शिदषालय दरी कषा यथषाथथ एि सझषािकछ राजयो जसmdashसदलली उतर परदश तसमलनाड पजाब इतयासद म बालको को बस या अय पररवहन साधन स करमशः 125 सकमी 5 सकमी 7 सकमी 75 सकमी की दरी सवदालय पहचन म तय करनी पड़ती ह वही असधसनयम क भाग 4 क छठव सबद म सवदालय दरी पराथसमक व उचच पराथासमक सवदालयो क सदभा म करमशः 1 व 3 सकलोमीटर तय की गई ह असधसनयम क लाग होन क परारसभक

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63शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

दशक म इस मानक को परापत करना कसठन ह अतः उचच पराथसमक सवदालयो को पररवहन वयवसथा दकर सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) तथा सवषयवार सशषिण-असधगम की आवशयकता नामाकन दर एव शसषिक गणवता को आसानी स बढ़ाया जा सकता ह इसक असतररकत नवीन सवदालयो की सथापना स पवा सवदालय क सथान की जाच की महती आवशयकता ह

शिदषालय सरचनषा स सबशित सझषािसनजी सवदालयो की सवदालयी सरचना इस परकार की होती ह सक कषिा 1 स 8 या 12 तक क सवदाथथी एक ही सवदालय म अधययन करत ह पररणामसवरप सवदासथायो का सवदालयो क अधयापको व अय सवदासथायो स सबध मरबत होता ह जबसक सरकारी सवदालयो म नामासकत सवदाथथी को 1 स 12 तक की सशषिा परी करन म लगभग तीन सवदालयो म परवश लना होता ह पररणामतः सवदासथायो की सवदालय छोड़न की दर (डाप आउट रट) सभावना बढ़ जाती ह अतः भसवषय म उचच पराथसमक एव पराथसमक सतर तक क सवदालयो को एक चहारदीवारी क अदर सरसचत करन की आवशयकता ह सजसस अनभवी परधानाधयापको सशषिको एव पयजल की वयवसथा की कमी स सनपटा जा सक

शिकषा कषा अशिकषार अशिशनयम 2009 म शनशित मलयषाकन (नो शिटिन पॉशलसी) पणषाली कषा यथषाथथ एि सझषािभारतीय परपरागत सशषिा परणाली बालको की परीषिा जाच-परख मलयाकन परीषिा परणाली पर सनभार थी बदलत समय क साथ सतत एव समग मलयाकन गसडग परणाली को अपनाना सनसशचत

रप स सकरातमक कदम ह कयोसक इसस सवसथ परसतसपधाातमक वातावरण एव समग वयसकततव सनसमात होता ह परत सतत एव समग मलयाकन क तहत नो सडटशन पॉसलसी कषिा 1 स 8 तक सवदासथायो की बोडा की कोई परीषिा न लना (आरटीईएकट 2009 की धारा 30 (1) क अनसार) बोडा परीषिाओ का समापत करना सशषिको को नो सडटशन पॉसलसी क सदभा म परसशषिण न द पाना आसद कछ ऐस महतवपणा कारक ह जो सशषिा का असधकार असधसनयम क लाग होन क बाद-सगरती हई शषिसणक गणवता का कारण बन गए ह

शिकषा क अशिकषार कषानन म वयषापत शिरोिषाभषास एि सिोिन की आिशयकतषा1 सनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा असधकार

असधसनयम 2009 लाग होन क बाद सवसभन सवदान सशषिासवदो क मतमतातर को पढ़न और सनन क बाद कानन क परसत समझ सवकससत हो जान पर कछ सबदओ म सवरोधाभास पररलसषित होता ह जसmdashअसधसनयम की धारा चार म परवश की उमर क सबध म कहा गया ह सक सजन बालको न पढ़ाई छोड़ दी ह या पढ़ाई परी नही की ह यसद व 6 वषा की आय क ऊपर सवदालय म परवश लन आत ह तो उनको उनकी उमर अनसार कषिा म परवसशत सकया जाए सदतीय सवशष परसशषिण सदया जाए तततीय 14 वषा क बाद भी इह परारसभक सशषिा पणा करन का असधकार होगा शाला म परवसशत सकसी भी बालक को अनतीणा न करन का परावधान ह धारा 30 (1) म बोडा परीषिा स

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मसकत व धारा 30 (2) म परारसभक सशषिा पणा करन वाल बालको को सनधााररत रीसत क परमाण पत दन का परावधान ह इन सभी परावधानो को यसद एक ही शाला सजसम दो सशषिक दो बड़ी कषिा एव एक बरामदा ह उसम लाग सकया जाए तो बहकषिीय और बहसतरीय असधगम परणाली को लाग करन की आवशयकता होती ह जो वयावहाररक रप स ऐस सवदालयो म सभव ही नही ह इस परकार वसणात परावधानो को यसद लाग भी सकया जाए तो आरटीई एकट 2009 क शरआती वषयो म सशषिको की सजममदारी बढ़ जाती ह जसmdash परथमतः वह वासछत बचचो को सचसहत कर सवदालय लाए उह उमर अनसार कषिा म परवश द सवशष परसशषिण द परत इन सब क दौरान वह उह अनशासनहीनता पर दसडत नही कर सकता ह न फल कर सकता ह अतः जहा सशषिक की सवायता पर सनयतण ह वही उस पर असतररकत सशषिण बोझ भी सदखाई दता ह

2 सशषिा क असधकार असधसनयम का सामासजक आधार समावशी समाज को सनसमात करना ह परत असधसनयम म वसणात कई सनयम सवसभन सवदालयो जसmdashसरकारी अनदान परापत सवशष शरणी सकल अनदान न पान वाल सनजी सकलो पर समान रप स लाग नही होत ह तदपरात शसषिक भदभाव एव सवषमता उतपन होती ह परायः धनाडय लोगो क बचचो क परवश हत चयसनत सवदालय को वतामान समय म एक परसतषठा का सवषय मानत ह व नही चाहत सक

जहा उनकी बाई चपरासी डाइवर का बचचा पढ़ वहा उनका बचचा भी अधययनरत हो इसी पररपरकय म यथााथ ससथसत को जानन क सलए डीएलएड परथम वषा क सवदाथथी-सशषिको क 14 सदवसीय इटनासशप क दौरान समराापर शहर क राजकीय इटर कॉलज बीएलज इटर कॉलज आया कया इटर कॉलज शरी माता परसाद माता भीख इटर कॉलज क कषिा 6 7 8 क सवदासथायो का सामासजक-आसथाक आधार जानन स जात हआ सक उपरोकत सभी सवदालयो क 80 परसतशत सवदासथायो क सपता सकसान मरदर दरथी मोची ठला लगान पचर जोड़न का काया करत ह य सभी सवदाथथी बीपीएल पररवारो स थ अवलोकन दारा यह भी पररलसषित हआ सक सरकारी सवदालायो म पढ़ान वाल सशषिक परधानाचाया या चपरासी का भी बचचा उस सवदालय म नही पढ़ता था असर क आकड़ो म भी असधसनयम क लाग होन क बाद उतर परदश राजय म सनजी सवदालयो म सवदाथथी नामाकन बढ़न क तथय सदए गए ह उदाहरणतया 2006 म जहा 322 परसतशत सवदाथथी नामासकत थ वही 2014 म यह परसतशत 458 ह

असधसनयम म 6 स 14 वषा आय को सनधााररत सकया गया ह जबसक सयकत राषzwjट बाल असधकार सममलन को आधार मानत हए 18 वषा को बालय उमर क मानक क रप म सवीकार सकया गया ह भारतीय ससवधान क अनचछद 45 एव नीसत सनदवशक ससधिातो म

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65शिकषा क अशिकषार कषानन कषा यथषाथथmdashएक शििचनषा

भी 0ndash6 आय वगा को जोड़ा गया ह सववोचच यायालय क 1993 उनीकत षणन फसल न भी इस पषट सकया ह अतः पराथसमक सशषिा को पवा पराथसमक सशषिा एव उचच पराथसमक को माधयसमक सशषिा म सयोसजत करत हए उमर पररसध को बढ़ान की महती आवशयकता ह

3 सशषिा क असधकार कानन म शाला सशषिण सवसध सीखन का मलयाकन सभी की सधिासतक वयाखया की गई ह परत इसक वयावहाररक सकरयावयन म अतराल सदखाई दता ह जस कषिा 1 स 5 तक एकल सशषिक सवदालय म सीखना-ससखाना गसतसवसध अवषण सवसध आसद स कर पाना मात पररकलपना ह

4 सशषिा क असधकार असधसनयम म सशषिको की यनतम अहाताओ को सशसथलीकरण करत हए 23 (2)व सबद पर पाच वषा की अवसध क भीतर यनतम अहाताए असजात करन क सलए अधयापक सशषिण ससवधा उपलबध करन की बात कही गई ह सवसभन राजय सरकारो दारा परा सशषिक सशषिाकमथी ससवदा सशषिक अनदशक आसद को सजला सतर पर सनयसकत दी जाती ह सजसस सशषिक पद की जवाबदही घट गई ह वतामान समय म उतर परदश म सशषिा समतो की सथायीकरण एव उनकी शसषिक योगयता का मददा यायालय म लसब त भी ह राजय सरकारो दारा सशषिक पातता परीषिा (टट) जसी परीषिा को पास करन का सनयम एक सधारातमक कदम ह सफर भी पारदसशाता और उचच सशषिक परसशषिणो की आवशयकता ह इसक सलए सजला

सशषिा-परसशषिण ससथानो म सशषिक-परसशषिको की तवररत सनयसकत की आवशयकता ह

5 सशषिा का असधकार असधसनयम क अधयाय 5 की धारा 29 (1) व (2) क अकादसमक परासधकारी उपधारा (1) म उललसखत पाठयचयाा और मलयाकन क सनमााण म वसणात कछ सबद जसmdashसशषिा स बालक का सवाागीण सवकास बालक की जान षिमताओ परसतभा का सपणा सवकास तथा शारीररक एव मानससक षिमताओ का सपणा सवकास कवल लाइनो को बढ़ाना ह य दोहराव सशषिा का असधकार असधसनयम क परसत समझ व सपषटता को कम करत ह

6 सशषिा क असधकार असधसनयम 2009 क सफल सकरयावयन हत अफसरशाही सनयतणो को परसतसथासपत कर समान गणवतापरक सकल पधिसत को लाग करन की आवशयकता ह जो सनससदह दषपरापय तो ह परत सभव नही ह इसस सवततता क असधकार का हनन तो होगा सकत समानता और समावशी समाज की सकलपना सच हो सकगी इसस सवततता क नाम पर बढ़त कोसचग ससथानो सवदालयी सशषिा क वयावसायीकरण पर अकश भी लगगा इसका फायदा उचच सशषिा क पररपरकय म होगा कयोसक यसद सभी सवदालयो म समान पाठयकरम समान वातावरण समान माधयम लाग होगा तो उचच सशषिा की परवश परीषिाए सवतः ही अतग यहण षिमता की जाच पर आधाररत होगी न सक जान की माता को जाचन वाली ऐसी पररससथसतयो म सवदासथायो का सवाागीण सवकास सभव हो पाएगा

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सदभथ

असर 2014 एिअल सटटस ऑफ एजकशिल ररपोटय असर नयी सदललीकमार कत षण 2009 सशषिा का असधकार कानन (इटरवय) नशका नवमशय नवबर-सदसबर सवशषाक पत 17ndash16 जयपरजन पकज एस और रवीदर एच ढोलसकया 2009 सशषिा क असधकार सवधयक को अमल म लान की सभावयता या

वयवहायाता इकॉिोनमक एि पॉनलनटकल वीकली भाग 11 अक-25 जन पत 38ndash43 मबईडाइस 2013 सकल एजकशन इन इसडयाndashररपोटा यपा नयी सदललीधनकर रोसहत 2014 सशषिा दशान रररत और अथा नशका नवमशय सवशषाक मई-जन पत 24ndash29 जयपरभारत का राजपत lsquoसनःशलक एव असनवाया बाल सशषिा का असधकार असधसनयम 2009rsquo सखया-39 अगसत 27 2009

भारत सरकार नयी सदललीरना सवनोद 2009 सशषिा का असधकार कानन कोठारी आयोग क समान सकल क ससधिात स तलना नशका नवमशय नवबर-

सदसबर सवशषाक पत 8ndash16 जयपरसदगोपाल असनल 2009 सशषिा का असधकार काननmdash नव उदारवाद का नया चहरा नशका नवमशय नवबर-सदसबर

सवशषाक पत 49ndash61 जयपरसारगपासण एम पदा 2009 कम लागत की सनजी सकल सशषिा गणवता वयावहाररकता और वाछनीयता नशका नवमशय

नवबर-सदसबर सवशषाक पत 40ndash43 जयपरwwwdisein

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गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदात थियो क सिितर रप स सीखन क अिसिो का अधययन

सरिता बोबडमधलिका वमामा

भारत का भविषय ककाओ म विवममित होता ह विसम सिततर रप स विकण अविगम क अिसर वमलत ह राषटरीय पाठयचयामि की रपरखाmdash2005 की अििसा और विःिलक एि अवििायमि बाल विका का अविकार अविवियम 2009 क अिरप गवतविवि (एबरीएल) आिाररत अविगम कायमिकरम आरभ वकया गया था यह िोि अधययि सिवकणातमक था इसम इदौर विल क गवतविवि आिाररत अविगम दारा विकण पापत कर रह विदावथमियो म सिततर रप स सरीखि क अिसरो का अधययि वकया गया उपकरण क रप म अिलोकि मापिरी का उपयोग वकया गया विसम गवतविवि आिाररत अविगम सामगरी स सबवित 12 कथि बिाए गए थ नयादिमि म इदौर विल क सरकाररी विदालयो म चल रह गवतविवि आिाररत विकण क अतगमित अधययि करिा रह विदालयो क कका पाचिी क विदावथमियो एि विकको को वलया गया अधययि स पापत पदतो का विशलषण पवतिताक विवि स वकया गया विसम विदावथमियो ि गवतविवि आिाररत अविगम क विवभनि लोगो (वचहिो) क उपयोग पर 1250 पवतित ि हा पर एि 8750 पवतित िही विकलप पर सहमवत दरी डरॉप बरॉकस का उपयोग िाल कथि पर 8150 पवतित ि हा पर एि 1850 पवतित ि िही विकलप पर सहमवत दरी वकट सामगरी का उपयोग पर 86 पवतित ि हा विकलप पर एि 14 पवतित ि िही पर सहमवत दरी गवतविवि क दौराि सिततरता पर 82 पवतित बचचो ि सहमवत वयकत की विकक सहयोग पर 8550 पवतित ि सहमवत दरी माइलसटोि का उपयोग करि की सिततरता पर 8650 पवतित तथा कका म बात करि की सिततरता पर 93 पवतित ि सहमवत िताई इस पकार गवतविवि आिाररत अविगम पर औसति 64 पवतित विदावथमियो ि सहमवत वयकत की एि 36 पवतित ि असहमवत वयकत की अतः विदावथमियो क सिततर रप स सरीखि क अिसरो क सदभमि म गवतविवि आिाररत विकण पभािरी पाया गया

पीएचडी िोिाथथी लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001 िररषठ वयाखयाता लिका अधययनिािा दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि 452 001

परसिािनाभाित का भलवषय तथा भागय कका म लनलममात िोता ि इसलिए लिकण अलधगम परलरिया एक मखय लबद ि इसक लिए लिकक दािा सतत रप स परयास लकए

जा िि ि लक लिकण अलधगम परलरिया को सधािा जा सक (कोठािी आयोग 1966) परािलभक लिका क िोक-वयापीकिण ित सवमा लिका अलभयान को आग बढात िए सबकी अपका ि लक परतयक बचच को

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सीखन क बिति अवसि औि परिलथलतया उपिबध िो अनक कािणो स परािलभक ककाओ म दो या तीन लिकक कायमाित ि औि उनि एक साथ एक िी समय म दो या दो स अलधक ककाओ का सचािन किना पड ििा ि अतः एक साथ इन ककाओ का सचािन किना अतयत चनौतीपणमा ि लजसका उलचत समाधान किना िमािी आवशयकता बन गई ि अतः लनःिलक एव अलनवायमा बाि लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो म भी पराथलमक ककाओ म 30 बचचो पि एक लिकक का परावधान लकया गया ि

िाषटीय पाठयचयामा की रपिखा mdash 2005 की अनसिा क अनरप मधय परदि म सन 2008ndash09 म गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम का आिभ लकया गया था लवगत पाच वरषो क ककागत अनभवो लिकको बचचो पािको लिकालवदो िोध लनषकरषो स परापत सझावो एव बचचो क लनःिलक एव अलनवायमा लिका का अलधकाि अलधलनयम 2009 क परावधानो क परिपरकय म परचलित गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम की समीका किना आवशयक परतीत िो गया था बचचो को गलतलवलध आधारित लिकण क साथ मानलसक तनाविलित सतत एव समगर मलयाकन उपिबध किाया जाए यि सभावनाए क वि गलतलवलध आधारित अलधगम म सलनलशचत की जा सकती ि इस अवलध म लिकक साथी बचचो को रलचपणमा व िोचक तिीक स गलतलवलध आधारित लिकण किा सक ग कयोलक छोटी ककाओ म अधययनित बचचो क सीखन का ति उनक सीखन की गलत औि सीखन की कमता म भी वयापक अति िोता ि अथामात िम कि सकत

ि लक पथक-पथक लवरय म परतयक बचच की सीखन की गलत औि कमता भी पथक-पथक िोती ि

भाित म गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सात िाजयो पलशचम बगाि ओलडिा िाजथान लबिाि गजिात छतीसगढ औि मधय परदि म सचालित िो ििा ि मधय परदि क इदौि लजि म यि 40 लवदाियो म चि ििा ि लजसम इदौि गरामीण कतर म 20 लवदािय एव इदौि ििि म 20 लवदािय िालमि ि

गतितिति आिारिि अतिगम तिकषण गलतलवलध दािा लिकण म लवदाथथी पणमा रप स सलरिय िोता ि साथ िी उसम उसकी अलधकालधक इलरियो का परयोग िोता ि लजसस वि अलधक सीखता ि औि जान थायी िो जाता ि गलतलवलध उसक जान को वयाविारिक जीवन स जोडती ि इसस एक तिफ तो लवदाथथी म उस लवरय क परलत नीिसता समापत िो जाती ि विी दसिी ओि उसकी तकमा िलकत का लवकास िोता ि उसकी लरियािीिता एव सिभालगता बढ जाती ि इन सबका परभाव उसकी अलधगम कमता पि पडता ि लजसस उसकी अलधगम कमता का ति बढ जाता ि

गलतलवलध आधारित लिकण का मखय उदशय सभी गणो स सपनन आदिमा मनषय का लनमामाण किना ि कयोलक गलतलवलधयो दािा लिकण किन स लवदालथमायो का सवाागीण लवकास िो सकता ि

गतितिति तिकषण की परिभाषाएडोलफ फ िि (1963) क िबदो म ldquoलरियािीि लिकण बािक की वातलवक परकलत की सभी सववोतम बातो का लवकास किन का परयास किता

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69गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

ि इसकी परिभारा कायमारिम लिकण लवलध स लनलशचत निी की जा सकती इसम गलतलििता परिवतमानीय िrdquo

गलतलवलध लिकण म ज सी मोिीसन (1996) का नाम भी परलसदध ि इनक अनसाि ldquoइस लिकण कायमारिम म बित स कायमा लकए जात ि लजसस लक पाठयरिम म लवलभनन गलतलवलधयो को समालित लकया जा सक इसम बािक िोध औि िाव-भाव की गलतलवलधयो म तथा अपन कायमा कतर म अपनी परलतलदन की गलतलवलधयो की योजना बनान म काम िता िrdquo

गतितिति आिारिि अतिगम क घटकगलतलवलध आधारित लिकण कायमारिम म बचचो को वततर रप स सीखन पि मितव लदया गया ि इसलिए इस कायमारिम म सीखन क उदशयो की परालपत क सभी ततवो को एक-दसि स कलडयो क रप म जडना आवशयक ि तथा इनकी सामगरी क उपयोग को भी इतना आसान बनाना जरिी ि लक बचच वय इनका उपयोग किना सीख सक इस कायमारिम म सभी घटको को छोट-छोट मोलतयो की मािा क रप म लपिोया गया ि गलतलवलध आधारित लिकण म बचचा सीखन की परलरिया म रिमबदध रप स आग बढता जाता ि

गतितिति आिारिि अतिगम क घटको क जडन की परतरिया

bull माइलसटटोन mdash गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम म सीखन क उदशयो को पाठयरिम क अनसाि रिमबदध रप स कई चिणो म बाटा गया ि एव परतयक चिण को माइिटोन किा गया ि इसम बचच अनक िोचक औि आनददायी गलतलवलधयो स सीखत िए रिमबदध रप स आग बढत ि

bull लटोगटो (तिहन)mdashपरतयक माइिटोन म लकसी एक लवरय-वत को सीखन क लिए कई अिग-अिग गलतलवलधया दी गई ि िि एक गलतलवलध को लकसी एक परतीक लचिन स दिामाया गया ि परतीक लचिन को िोगो किा गया ि lsquoिोगोrsquo यानी सक त लचिन परिवकीय वतओ पि आधारित ि औि बचच उनस परिलचत िित ि

bull सीखन की सीढ़ी mdash माइिटोन औि िोगो को रिमबदध रप स बढत रिम म वयवलथत लकया गया ि लजस सीखन की सीढी नाम लदया ि यि सीढी बचचो को रिमवाि गलतलवलधयो स सीखन क लिए लनददलित किती ि िोगो को दखकि बचचो क मन म अलधक तथयो को वय किक सीखन की इचछा बिवती िोती ि

bull डरॉप बरॉकस mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम क अतगमात बचचो को परोतसालित लकए जान क लिए कई गलतलवलधया दी गई ि परलतलदन लवदािय म िोन वािी गलतलवलधयो क साथ-साथ अपन घि परिवाि औि समाज क बीच घटनाओ या समिण क बाि म अपन लवचाि अपनी बात अपन सझाव लिखकि डरॉप बरॉकस म डाि सकत ि इस बरॉकस म बचच उपकाओ औि समयाओ को भी लिखकि डाि सकत ि

bull तकट सामगी mdash गलतलवलध आधारित अलधगम कायमारिम म गलतलवलधयो पि आधारित सामगरी को गलतलवलध आधारित अलधगम लकट क रप म पराथलमक लवदाियो को उपिबध किाया गया ि लजसम इस सामगरी को िखा गया ि

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जसmdash काडमास लिकण अलधगम सामगरी िोगो टीकि समि िोगो सीखन की सीढी अभयास पलतका गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण लिकक मागमादलिका पोटसमा आलद

िटोि का उदशयगलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसिो का अधययन किना

िटोि की परिकलपनागलतलवलध आधारित लिकण दािा कका पाचवी क लवदालथमायो म वततर रप स सीखन क अवसि परापत िए िोग

नयादिथि इस िोध अधययन का परकाि सवदकणातमक था इस िोध कायमा म नयादिमा क रप म इदौि लजि क सिकािी लवदाियो म चि िि गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण क अतगमात अधययन किवा िि लवदाियो क कका पाचवी क लवदालथमायो तथा लिकको को लिया गया लजसम 10 लवदािय गरामीण एव 10 लवदािय िििी थ लवदालथमायो एव लिकको का सामालजक-आलथमाक ति समान था औि य सभी लनमन एव मधयमवगथीय परिवािो स सबलधत थ लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध दािा लकया गया गलतलवलध का माधयम लिदी भारा था

उपकिणइस िोध अधययन म लजन आलरित चिो का आकिन लकया गया उसम गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम की परभाविीिता क अधययन

ित वततर सीखन क अवसि अविोकन मापनी लनलममात की गई अविोकन मापनी म गलतलवलध आधारित अलधगम सामगरी स सबलधत 12 कथन थ जो लक लवदालथमायो क पाठयरिम स सबलधत थ इस अविोकन मापनी को लवदालथमायो दािा भिवाया गया इसम कोई समय सीमा निी दी गई थी एव उति एक िाइन म लिया गया

परदतत सकलन तितिइस िोध अधययन ित नयादिमा क रप म इदौि लजि क गलतलवलध आधारित अलधगम लवलध दािा सचालित िासकीय पराथलमक लवदाियो का चयन यादलचछक लवलध स लकया गया

नयादिमा क रप म 20 लवदाियो का चयन लकया गया लजसम स 10 िििी एव 10 गरामीण गलतलवलध आधारित लवदािय थ नयादिमा म लवदािय क कका पाचवी क समत लवदालथमायो एव लिकको को लिया गया नयादिमा क लिए गलतलवलध का माधयम लिदी िखा गया िोध उपकिणो की सिायता स परदत एकलतरत लकए गए कायमा योजना का अनसिण कित िोधाथथी दािा वय लवदािय जाकि अविोकन लकया गया लजसम माइिटोन िोगो सीखन की सीढी डरॉप बरॉकस का अविोकन लकया गया

सातयकीय िकनीकइस िोध अधययन म परदतो का लवशिरण परलतिताक लवलध दािा लकया गया

परिणामो की तिििनाइस िोध अधययन म गलतलवलध आधारित लिकण की ककाओ क लवदालथमायो को सीखन क वततर

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71गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

अवसिो की मापनी दी गई मापनी स परापत परदतो का परिणाम एव लवशिरण सािणी 1 क अनसाि लदया गया िपरम कनmdashldquoसीढी क लकतन पद वय बनाए िrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी अतः किा जा सकता ि लक लवदालथमायो न ldquoसीढीrdquo क पद वय निी बनाएतदिीय कनmdashldquoिोगो का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8750 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि अपनी सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न िा पि अपनी सिमलत

सािणी 1mdashतिदात थियो म सीखन क सिितर अिसि अिलटोकन मापनी स परापि परिणाम

करमाक कनपरतििि

हा नही1 सीढी क लकतन पद वय बनाए ि 1250 8750

2 िोगो (लचिन) का उपयोग लकस परकाि लकया गया 1250 8750

3 डरॉप बरॉकस का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8150 1850

4 लकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गया 8600 1400

5 गलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गई 8200 1800

6 आपको वततर रप स सीखन क लकतन अवसि लमित ि 8150 1850

7 कया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात ि 8550 1450

8 कया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता ि 8750 1250

9 कया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती ि 3100 6900

10कया आपको अपनी इचछा क अनसाि माइिटोन स अभयास किन की वततरता ि

8650 1350

11कया आपको अपनी रलच क अनसाि (िोगो) का उपयोग किक पढन की वततरता ि

700 9300

12 कया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता ि 9600 400

दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो न ldquoिोगोrdquo गलतलवलध का कम उपयोग लकयाििीय कनmdashldquoडरॉप बाकस का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन क लिए 8150 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लवदालथमायो दािा ldquoडरॉप बरॉकसrdquo का उपयोग लकया गयािि थि कनmdashldquoलकट सामगरी का उपयोग लकस परकाि लकया गयाrdquo इस कथन पि 86 परलतित लवदालथमायो न िा पि सिमलत दी एव 14 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी अतः

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गलतलवलध आधारित अलधगम म लकट सामगरी का उपयोग लकया जाता ि जो लक गलतलवलध लिकण म सिायक सामगरी िपिम कनmdashldquoगलतलवलध क दौिान लकतनी वततरता परदान की गईrdquo इस कथन पि 82 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 18 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो को गलतलवलधयो की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो क अलधगम म वलदध िोती िछठा कनmdashldquoआपको वततर रप स सीखन क लकतन वततर अवसि लमित िrdquo इस कथन पि 8150 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1850 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को सीखन क अलधक-स-अलधक अवसि परदान लकए जात ि लजसस लवदालथमायो म लिकण क परलत रलच बढती ि अतः यि परभावी लिकण िसाििा कनmdashldquoकया लिकक गलतलवलधयो क दौिान आप सभी की मदद कि पात िrdquo इस कथन म 8550 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1450 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लवकलप लिकण म लिकक सभी लवदालथमायो की मदद कित िआठिा कनmdashldquoकया अधययन कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि परािभ िोता िrdquo इस कथन पि 8750 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत दी एव 1250 परलतित लवदालथमायो न निी

लवकलप चना अतः गलतलवलध आधारित अलधगम म लिकण कायमा परलतलदन लनलशचत समय पि िर िो जाता िनौिा कनmdashldquoकया लकट सामगरी आपको अपन पास िखन दी जाती िrdquo इस कथन पि 69 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप पि सिमलत दी एव 31 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप चना अतः गलतलवलध अलधगम म ldquoलकट सामगरीrdquo लवदालथमायो को अपन पास निी िखन दी जातीदसिा कनmdashldquoकया आपको अपनी इचछानसाि lsquoमाइिटोनrsquo स अभयास की वततरता िrdquo इस कथन पि 8650 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप पि सिमलत परदान की एव 1350 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप चना अतः किा जा सकता ि लक गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी इचछानसाि माइिटोन स अभयास की वततरता दी जाती िगयािहिा कनmdashldquoकया आपको अपनी रलच क अनसाि िोगो का उपयोग किक पढन की वततरता िrdquo इस कथन म 93 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना एव 07 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप को चना अतः गलतलवलध आधारित लिकण म लवदालथमायो को अपनी रलच क अनसाि ldquoिोगोrdquo का उपयोग किक पढन की वततरता परदान निी की गईबािहिा कनmdashldquoकया आपको कका म अपनी बात किन की वततरता िrdquo इस कथन म 96 परलतित लवदालथमायो न िा लवकलप का चयन लकया एव 4 परलतित लवदालथमायो न निी लवकलप को चना अतः गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी

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73गतितिति आिारिि तिकषण दािा तिदातथियो क सिितर रप स सीखन

बात किन की पणमा वततरता परदान की जाती ि लजसस लवदालथमायो म अपनी बातो को किन की कमता बढती ि अतः यि परभावी ि

गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण की परभाविीिता का अधययन लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म लकया गया ि लवदालथमायो म सीखन क वततर अवसि अविोकन मापनी क आधाि पि अधययन लकया गया गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण म लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि परिणाम परापत िए लजसम िा का परलतित 6496 परलतित पाया गया एव निी का परलतित 3504 परलतित पाया गया अतः गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण सीखन क वततर अवसिो क सदभमा म लवदालथमायो क लिए परभावी पाया गया अथामात लवदालथमायो की परलतलरिया क आधाि पि किा जा सकता ि लक लवदालथमायो को सीखन क वततर अवसि परापत िए अतः िोध अधययन की परिकलपना सतय सालबत िोती ि

तनषकषथि bull लवदालथमायो क सीखन क वततर अवसि म

ldquoिोगोrdquo एव ldquoमाइिटोनrdquo का कम उपयोग लकया गया अतः लवदालथमायो को िोगो एव माइिटोन उपयोग की जानकािी कम थी

bull लवदालथमायो न डरॉप बरॉकस एव लकट सामगरी का गलतलवलध क दौिान वततर रप स सीखन म अचछा उपयोग लकया

bull गलतलवलध लिकण म लवदालथमायो को अपनी बात किन की पणमा वततरता एव इचछानसाि माइिटोन का उपयोग किक सीखन की वततरता भी ििती ि

bull गलत लव लध आधारित अलध गम लि कण म समि म गलतलवलध क दौिान समय परबधन एव समि बनान म समया आती ि

ितकषक तनतहिा थि लिका क कतर म कायमा किन वाि समत वयलकतयो क लिए वतमामान िोध का मितवपणमा उपयोग ि इस िोध स परापत परिणामो का उपयोग कि पाठयप तक िखक लिकक लवदाथथी औि िोधाथथी मागमादिमान ि सकत ितिकषकmdashअगि लिकक गलतलवलध आधारित लिकण कायमा कित ि तो व अपन लवरय म अलधक स अलधक अलधगम उदशयो को परापत कि सकत ि तिदाथीmdashलवदाथथी लकसी कलठन परकिण को गलतलवलध आधारित अलधगम क माधयम स सििता स समझ सकत ि िटोिाथीmdashिोधाथथी इस िोध अधययन क आधाि पि अलधगमकतामा की आवशयकता को धयान म िखकि लवलभनन लवरयो क लवलभनन परकिणो की गलतलवलधयो का लवकास कि सकत ि

सदभथि कापस वरामा 2012 कका सातवी क गलणत लवरय ित गलतलवलध लिकण का लवदालथमायो की िकलणक उपिलबध एव

लवदालथमायो की परलतलरिया क सदभमा म अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

गपत िाम बाब 1995 भारतरीय विका और उसकी समसयाएmdashमदावलयर कमरीिि ितन परकािन मलदि आगिा उति परदि

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जिा तबसम 1993 पवमा-पराथलमक लिकक परलिकण ति पि लरिया आधारित अनदिन की परभालवता का अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

जन िलिकिा औि पलणमामा पलडत 2014 पराथलमक िािा क गलतलवलध आधारित अलधगम लिकण कायमारिम लजिा लिका एव परलिकण सथान बीजिपि इदौि मधय परदि

झािानी एम 2014 मधय पदि गवतविवि आिाररत अविगम कायमिकरमmdashविकक मागमिदविमिका िाजय लिका क रि भोपाि मधय परदि

बच एमबी 1983ndash1988 फाथमि सिव ऑफ एिकििल ररसचमि वरॉलयम 2 एनसीईआिटी नयी लदलिीभािदाज एस औि एम कटािा 2005 एलकटलवटी बड टीलचग िलनाग टटजीस इन िाजमा किासरमस साइको वलविवसटक

असोवसएिि ऑफ इविया वरॉलयम 1 प 70ndash76िाषटीय िलकक अनसधान औि परलिकण परिरद 2005 िाषटीय पाठयचयामा की रपिखाmdash2005 एनसीईआिटी

नयी लदलिीिलिथा एमएस 1981 इफ लकटवनस ऑफ ए टटजी ऑफ टलनग फरॉि इटीगरलटग टीलचग लकलस ऑन टीलचग कपीटस

ऑफ टडट टीचसमा लडपाटमामट ऑफ परॉट-गरजएट टडीज एड रिसचमा इन एजक िन मसि लवशवलवदािय इलडया साि िाक ि कमाि 1996 कका पाचवी क लिए पयामाविणीय लिका ित लवजान पाठयरिम गलतलवलध का लवकास क सदभमा म

अधययन एम एि अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदिलसि नवनीत 2013 कका छठी क लवदालथमायो ित लवजान लवरय पि परदिमान लवलध एव लवकलसत गलतलवलधयो की परभालवता

का लवजान लवरय म उपिलबध एव परदिमान लवलध क परलत परलतलरियाओ क आधाि पि अधययन अपकावित लघ िोि पबि दवी अलिलया लवशवलवदािय इदौि मधय परदि

िरिििण पी 2005 इफ लकटवनस ऑफ एलकटलवटी ब ड िलनाग मथडोिोजी फाि एिीमटी कि एजक िन wwwcryorghttpwwwncertnicinrightsidelinkspdfframeworkncf_hindi_2005ncf2005pdf

निनि परॉलिसी ऑन एजक िन 1986 httpwwwncertnicinoth_anounnpe86pdf

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इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक अधययन

(ियाडिजय और डिजयान वयिसयाय क डिशष सदिथि म)

सजीव कमार शका

इस शोध अधययन स यह जञात करन कञा परयञास ककयञा गयञा कक कयञा वगग कवशष क कवदञाक गयो की अकिरकियञा ककसी दसर वगग कवशष क कवदञाथी स किनन-किनन होती ह परतयक बञालक की रकि परवकति कषमतञा योगयतञा किनन होती ह आज अकधकञाश कवदञाक गयो क सञामन शककषक एव वयञावसञाकयक समसयञाए बनी रहती ह कजनह व सवय नही सलझञा सकत बञालको कञा सवञाागीण कवकञास करन क कलए यह जञाननञा आवशयक ह कक व ककस कषतर म आग बढ़ सकत ह बञालको की िञावी सफलतञा म उनकी अकिरकियो कञा कञाफी सीमञा तक योगदञान रहतञा ह इन बञातो कञा धयञान रखत हए शोधञाथी न अपन शोध अधययन क कलए इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो को िनञा और शोध कवषय क रप म ldquoइटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो कञा तलनञातमक अधययनrdquo ककयञा इसक कलए शोधञाथी न सीतञापर जनपद क कहदी िञाषञा मञाधयम क इटरमीकिएट सतर क सतर 2015ndash16 म अधययनरत कवदञाक गयो को कलयञा तञा शोध अधययन क कलए सववकषण कवकध कञा परयोग ककयञा इस शोध अधययन म इटरमीकिएट सतर क कवदञाक गयो की वयञावसञाकयक अकिरकियो क मधय अतर की सञा गकतञा जञात करन क कलए कञाई-वगग परीकषण कञा परयोग ककयञा गयञा इस शोध अधययन म पञायञा गयञा कक वञाकणजय क कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही ह जबकक सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर पञायञा गयञा दसरी ओर कवजञान कषतर म सञामञानय वगग एव कपछड़ञा वगग क कवदञाक गयो सञामञानय वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो तञा कपछड़ञा वगग एव अनसकित जञाकत क कवदञाक गयो की अकिरकि म सञा गक अतर नही पञायञा गयञा

परवकतञा बीएड ववभाग शी गाधी महाववदाय वसधौी सीतापर उततर परदश 261 303

परसतयािनया ldquoवकसी राषटर का धन व समवधि औदयोगीकरण दारा उसक मानव तथा भौवतक साधनो क समवित उपययोग पर वनभभर करता ह मनषय का औदयोगीकरण

म उपययोग करन क वए यह जररी ह वक उस ववजान की वशका तथा तकनीकी कौश का परवशकण वदया जाए उदयोग दारा परतयक वयवकत क वए अवधक सपननता की सभावनाए उतपनन हयो जाती ह भारत की

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जनशवकत का पयाभपत साधन वशवकत तथा परवशवकत हयोन पर ही आधवनक ससार म उपययोगी सपवतत बन सकता हrdquo आज क तकनीकी और वजावनक यग म आजीववका या रयोटी की समसया सपणभ मानव जावत क सामन ह इस समसया क वनराकरण हत वयवकत वकसी न वकसी परकार का रयोजगार (वयवसाय) करता ह परत वयवकत कयो अपन वयवसाय म पणभतः सफता पान क वए उसका सवय का वशवकत हयोना अतयत आवशयक ह

मदावयर कमीशन (1952ndash53) न ववदावथभयो म वयावसावयक कशता क ववकास पर ब वदया ह उसक अनसार माधयवमक वशका म औदौवगक एव वयावसावयक ववषयो कयो सथान वदया जाना िावहए इन ववषयो की वशका स ववदावथभयो और दश दयोनो का वहत हयोगा ववदाथथी अपनी वशका समापत करन क पशिात वकसी वयवसाय कयो सवततर रप स गरहण कर सक ग अतः उनकयो नौकरी खयोजन क वए इधर-उधर भटकना नही पड़गा दश का वहत यह हयोगा वक उस अपन वववभनन उदयोगो एव वयवसायो क वए परवशवकत वयवकत सरता स वम जाएग

वशका और रयोजगार परणाी पर कयोठारी कमीशन (1964ndash66) न भी अपन वविार परसतत वकए कमीशन का वविार ह वक mdash ldquoमौजदा वशका परणाी म वशका और रयोजगार क बीि कयोई सीधा सबध नही ह यही नही वशका परणाी दारा तयार वकए गए वयवकतयो की सखया तथा अपवकत जनशवकत या नौकरी क अवसरो क बीि गहरा सबध सथावपत करक वशका तथा रयोजगार क मधय परयोक सबध सथावपत करन की कयोवशश भी नही की गई ह

कयोठारी कमीशन न वयावहाररक रप स ऐसा अनभव वकया वक वशका और जीवन का आपसी ताम नही बठ रहा ह अतः जीवन क वए वशका हयो ववदाय सतर पर वयावसावयक पाठयकरम ाग करन का सझाव वदया तथा कहा वक वयावसावयक वशका दन म ववदावथभयो की रवि तथा सवभाव पर ववशष धयान वदया जाए कयोवक यवद उनकी अवभरवि क अनसार वयवसाय स सबवधत वशका वमगी तयो सफता की सभावना बढ़ सकती ह

रवि वयवकत क सपणभ वयवकततव की एक महतवपणभ ववधा ह शारीररक गठन मानवसक ययोगयता सवभाव आिार-वविार बवधि अवभकमता अवभववततया ववषयो वयवकतयो वसतओ वकरयाओ वयवसायो आवद क परवत वयवकतयो की रविया वभनन-वभनन हयोती ह कयोई भी वयवकत आईएएस डॉकटर वकी अवभयनता अधयापक वयवसायी तथा उदमी आवद बनना िाहता ह वभनन-वभनन ववदाथथी कयो वभनन-वभनन ववषय जस mdash गवणत इवतहास वहदी वितरका तथा ववजान आवद अचा गता ह वकसी वयवकत कयो अवकाश क समय म सावहतय पढ़न का शौक हयोता ह वकसी कयो आराम करन का मन हयोता ह तथा वकसी कयो वाताभाप करन की इचा हयोती ह इस परकार क सभी अतर रवियो की वववभननताओ क कारण हयोत ह वकसी कायभ म रवि हयोन पर वयवकत उस कायभ कयो सरता शीघरता और मनयोययोग स करता ह तथा सफता परापत करता ह इसक ववपरीत रवि क अभाव म वयवकत मन गाकर कायभ नही करता ह पररणामतः परायः असफ हयो जाता ह यही कारण ह वक शवकक एव

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77इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

वयावसावयक वनददशन व परामशभ म रवियो का भी धयान रखा जाता ह

वभनन-वभनन वयवकतयो म शारीररक मानवसक सवभाव अवभरवि तथा ययोगयता की दवषट स अतर हयोता ह आज वशवीकरण औदयोगीकरण एव वडवजट करावत क कारण वयवसायो की सखया म वनरतर ववधि हयो रही ह ववववध परकार क वयवसायो क वए वभनन-वभनन ययोगयता तथा कमता वा वयवकतयो की आवशयकता हयोती ह इसवए वववभनन वयवसायो क वए उपयकत वयवकतयो का िनाव करन क वए परतयक बाक की वयवकतगत ययोगयता कमता कौशो तथा रवि का अधययन भी आवशयक ह

वयवसायो की अवधकता क कारण ववदाथथी यह समझ नही पाता ह वक उस कौन-सा वयवसाय अपनाना िावहए अवधकाश ववदाथथी अपन माता-वपता की उचि आकाका की पवतभ क वए उन ववषयो का िनाव कर त ह वजन वयवसायो म उनकी रवि नही हयोती ह व ववदाथथी अरविकर ववषयो कयो कर एक ही कका म दयो-तीन सा तक फ हयोत रहत ह वजसस उन ववदाथथी कयो तयो वनराशा का सामना करना ही पड़ता ह साथ-ही-साथ उनक माता-वपता भी दःखी हयोत ह बाको क सवाागीण ववकास क वए यह जानना आवशयक ह वक बाक वकस कतर म आग बढ़ सकत ह बाको की भावी समसया म उनकी अवभरवियो का काफी सीमा तक ययोगदान रहता ह

वयावसावयक अवभरवियो पर पवभ म भी शयोध अधययन वकए जा िक ह जस mdash जन (1951) न lsquoवयोकशन इटरसट ऑफ हमनrsquo अधययन दारा

वसतरयो की वयावसावयक रवियो कयो जानन का शयोध अधययन वकया उनहोन पाया वक वववभनन वयवसायो म स वकस वयवसाय म वसतरयो की रवि अवधक ह और वकसम कम ह इसक वए इनहोन रवि क वसतवनषठ एव वनबधातमक परीकणो कयो अपनाया पररणाम यह आया वक वसतरयो म सबस अवधक रवि वशकण क कतर म थी और वयवसायो क परवत उनक वविार अवनवशित थ शमाभ (1955) न ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो एव ियन पर शयोध अधययन वकया उनहोन वदली शहर और गरामीण कतरो क सको क 250 ववदावथभयो का ियन वकया वनषकषभ म पाया गया वक पाररवाररक वातावरण तथा वपता की इचा का ववदावथभयो की रवियो पर बहत परभाव पड़ता ह

अवभाषी (1957) न पवभ सनातक सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक रवियो पर शयोध अधययन वकया उनहोन राजसथान क उदयपर शहर क का और ववजान क 250 ववदावथभयो का ियन नयादशभ क रप म वकया शयोध अधययन म पाया गया वक िार परवतशत ववदाथथी वयवसाय स पररवित थ तथा उनह पह स उनका अनभव था अवधकाश ववदावथभयो न इजीवनयर डॉकटर तथा वशकक बनन की वरीयता दी इस वरीयता क कारण का आधार ववदावथभयो न अपनी रवि दश की सवा माता-वपता की इचा आवद कयो बताया ए वसध (1967) न lsquoपटनसभ ऑफ एजकशन एड वयोकशन एड इटरसट ऑफ एडयोससrsquo नामक शयोध अधययन दारा वकशयोर ववदावथभयो की शवकक और वयावसावयक रवियो का अधययन वकया शयोध अधययन का मखय उदशय था वक नगरीय और गरामीण कतरो क वकशयोर ड़क और ड़वकयो की शवकक

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78 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

और वयावसावयक रवियो क कया आदशभ ह इस अधययन म उनहोन नगर और गाव म 500 ववदावथभयो का नयादशभ वया वजसम उनहोन नगर एव गाव क करमशः 125ndash125 ड़क और 125ndash125 ड़वकयो कयो वया इस सबध म उनहोन सह-सबध तथा इनकम रज टसट का परययोग वकया इस शयोध अधययन स पाया गया वक वकशयोर ातरो और ातराओ की शवकक और वयावसावयक रवियो क परवत कयोई परतयक सबध नही ह वववभनन कतरो क ववदावथभयो की शवकक व वयावसावयक रवि म वभननता ह नगर की ातराओ की अनय वयवसायो म अवधक रवि ह जबवक गाव की ातराए कव घर वयवसाय करती ह दयोनो ही ातराओ म कवष वयवसाय क परवत कम-स-कम रवि ह वसनहा और दास (1959) न वयावसावयक वरीयता म पररणा ततव पर शयोध अधययन वकया इस शयोध अधययन म पाया वक सामावजक परवतषठा मखय कारक क रप म तथा धन वयय ियन म गौण कारक हयोता ह

उपरयोकत शयोध अधययनो स यह सपषट हयोता ह वक अभी तक वयावसावयक अवभरवि पर तयो शयोध अधययन हए ह परत इसम इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की अवभरवि का अधययन करन पर कयोई शयोध अधययन नही हआ ह अतः इस ररकतता की पवतभ क वए इस शयोध अधययन की आवशयकता परतीत हयोती ह

उदशयइस शयोध अधययन क उदशय वनमनववखत थ mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर का अधययन करना

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि का साथभक अतर का अधययन करना

पररकलपनयाएइस शयोध अधययन की वनमनववखत शनय पररकलपनाए थी mdash1 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा

वगभ क ववदावथभयो की अवभरवियो म साथभक अतर नही ह

2 वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

3 वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

4 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

5 ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

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79इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

6 ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शोध डिडध इस शयोध अधययन क वए सवदकण वववध का परययोग वकया गया था इस वणभनातमक अनसधान वववध क नाम स भी जाना जाता ह

नययादशथि इस शयोध अधययन म उततर परदश क सीतापर जनपद क वहदी भाषा माधयम क इटरमीवडएट सतर पर अधययनरत ववदावथभयो का ियन वकया गया था नयादशभ क रप म सामानय वपड़ा एव अनसवित जावत वगभ क ववदावथभयो का ियन उदशयातमक नयादशभ वववध दारा वकया गया परतयक वगभ म 50 ववदावथभयो का ियन वकया गया था अतः नयादशभ म तीनो वगगो स वमाकर क 150 ववदावथभयो का ियन वकया गया था

उपकरि इस शयोध अधययन म डी एन शीवासतव और बी पी बस दारा वनवमभत lsquoवयावसावयक रवि परपतरrsquo का परययोग वकया गया था शीवासतव और बस दारा

वनवमभत वयावसावयक रवि परपतर म परारभ म 176 पद थ वजनह दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया था वकन बाद म इसम 128 पदो कयो रखा गया और इन 128 पदो कयो दयो वयावसावयक कतरो म बाटा गया

परदतो कया डिशलषि एि वययाखययापररकलपनया 1 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 1 म वदए गए ह

सारणी 1 म काई-वगभ का परापत मान 158 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जाता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 2 mdash वावणजय वयवसाय म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 1 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=158सामानय वगभ 28 25 13 14 9 11 0 0 0 0 50

वपड़ा वगभ 22 25 15 14 13 11 0 0 0 0 50

ययोग 50 28 22 0 0 100

Chapter 7indd 79 752018 111201 AM

80 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 2 म वदए गए ह

सारणी 2 म काई-वगभ का परापत मान 1550 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स अवधक ह अतः यह साथभक ह इस साथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो असवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो असवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर हपररकलपनया 3 mdash वावणजय वयवसाय म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 3 म वदए गए हसारणी 3 म काई-वगभ का परापत मान 430 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक वावणजय वयवसाय क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 4 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण

सयारिी 2 mdash ियाडिजय वयिसयाय म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=1550सामानय वगभ 28 20 13 175 9 75 0 1 0 0 50

अनसवित जावत 12 20 22 175 14 75 2 1 0 0 50

ययोग 40 35 23 2 0 100

सयारिी 3 mdash ियाडिजय वयिसयाय म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=430वपड़ा वगभ 22 17 15 185 13 135 0 1 0 0 50अनसवित जावत 12 17 22 185 14 135 2 1 0 0 50ययोग 34 37 27 2 0 100

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81इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 4 म वदए गए ह

सारणी 4 म काई-वगभ का परापत मान 278 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान कतर म सामानय वगभ एव वपड़ा वगभ क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 5 mdash ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 5 म वदए गए ह

सारणी 5 म काई-वगभ का परापत मान 658 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म सामानय वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही हपररकलपनया 6 mdash ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह इस पररकलपना का परीकण करन क वए काई-वगभ वववध का परययोग वकया गया एव परापत पररणाम सारणी 6 म वदए गए ह

सारणी 6 म काई-वगभ का परापत मान 338 सारणी मान (05 साथभकता सतर पर 9488) स कम

सयारिी 4 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि डपछड़या िरथि क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=278सामानय वगभ 7 75 23 215 12 15 6 45 2 15 50

वपड़ा वगभ 8 75 20 215 18 15 3 45 1 15 50

ययोग 15 43 30 9 3 100

सयारिी 5 mdash डिजयान क कतर म सयामयानय िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=658सामानय वगभ 7 6 23 185 12 18 6 55 2 2 50

अनसवित जा वत 5 6 14 185 24 18 5 55 2 2 50

ययोग 12 37 36 11 4 100

Chapter 7indd 81 752018 111202 AM

82 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह अतः यह साथभक नही ह इस असाथभक काई-वगभ क आधार पर शनय पररकलपना कयो सवीकार करत हए सवततर ववतरण की पररकलपना कयो सवीकार वकया जा सकता ह अतः यह कहा जा सकता ह वक ववजान क कतर म वपड़ा वगभ एव अनसवित जावत क ववदावथभयो की अवभरवि म साथभक अतर नही ह

शडकक डनडितया थि वशका न कव समाज बवलक सपणभ राषटर की उननवत का म आधार मानी जाती ह राषटर की उननवत वयवसायो की उननवत पर वनभभर करती ह वववभनन परकार क वयवसायो की उननवत सफ ववदावथभयो पर वनभभर करती ह ववदाथथी एक वयवसाय म तभी सफ हयोगा जबवक उस वयवसाय क परवत ववदाथथी की भी रवि हयो

इस शयोध अधययन म इटरमीवडएट सतर क ववदावथभयो की वयावसावयक अवभरवियो का त नातमक अधययन वकया गया इस शयोध अधययन स वशकक ाभावनवत होग वशकक कयो ववदावथभयो की रवियो क बार म पता हयोन पर वह ववदाथथी की उननवत क वए उवित वनददशन और परामशभ द सकत ह ववदाथथी की नकारातमक रवियो कयो सकारातमक

कायभ की ओर गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो अनय वयवसाय क परवत भी गा सकत ह वशकक ववदाथथी की रवियो कयो सही वदशावनददश दकर उस सफ नागररक बना सकत ह

वववभनन वयवसायो क परवत अपन बाक की रविया जानन क पशिात अवभभावको स अपन बाक कयो सही रप म पहिानन म भ नही हयोगी अवभभावक कयो यह पता हयोगा वक बचिा वकस वयवसाय म अवधक रवि रखता ह वजसस वक व अपनी आकाका कयो योड़कर बाक की उननवत क ववषय म अवधक सयोि सक ग

अपनी रविया जानन क पशिात ववदाथथी सवय भी ाभावनवत होग कयोवक आज औदयोगीकरण क कारण वयवसायो की सखया बहत अवधक हयो गई ह ववदावथभयो कयो सवय ही पता नही हयोता वक उनकी रवि वकस कतर म अवधक ह व जान-अनजान म उस पाठयकरम कयो पढ़त रहत ह वजसम उनकी रवि नही हयोती ह रविया जानन क पशिात ववदाथथी उस वयवसाय कयो ही अपनाएग वजनम उनकी अवधक रवि हयोगी और उनह वनराशा की वसथवत का सामना नही करना पड़गा

सयारिी 6 mdash डिजयान क कतर म डपछड़या िरथि एि अनसडित जयाडत क डिदयाड थियो की अडिरडि म अतर

डिदयाथीकम

औसत स कम

औसतऔसत स ऊपर

उचि योर सया थिकतया सतर

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

fo

fe

N

काई-वगभ( 2χ )=338वपड़ा वगभ 6 65 20 17 18 21 3 4 1 15 50

अनसवित जावत 5 65 14 17 24 21 5 4 2 15 50

ययोग 13 34 42 8 3 100

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83इटरमीडिएट सतर क डिदयाड थियो की वययािसयाडयक अडिरडियो कया तलनयातमक

अतः सपषट ह वक यह शयोध अधययन वशका क कतर म तथा वनददशन क कतर म अमलय ययोगदान द सकता ह आज क इस यग म जब वयवसायो क इतन अवधक कतर ह जहा बाक यह वनणभय न म

असमथभ हयोता ह वहा पर यह शयोध अधययन उसकी सहायता कर सकता ह अतः इस शयोध अधययन क पररणाम वशका जगत क वए अतयत उपययोगी वसधि होग

सदिथि

कवप एिक 2004 अनसधञान कवकधयञा एिपी भागभव बक हाउस आगरागपता एसपी और अका गपता 2011 सञाकयकीय कवकधयञा शारदा पसतक भवन इाहाबाद उततर परदशतयागी रिना और धीरनदर विकारा 2011 lsquoसरकारी सहायता परापत ववदायो क आठवी कका क ववदावथभयो म वहदी और

अगरजी भाषा की समझ और पढ़न म रवि mdash एक अधययनrsquo मलय-अवमलयन वषभ-1 अक-3 अकटबर-2011 पषठ-18 व 38 सारग परकाशन खीमपर-खीरी

पाणडय कसम 1989 इाहाबाद ववशवववदाय की सनातकयोततर ातराओ म वयावसावयक आकाका का अधययन अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदश

भटनागर सरश 2010 कोठञारी कमीशन और शककषक पररवतगन आरा बक वडपयो मरठ उततर परदशराम पयार 1985 सटडी ऑफ वयोकशन इटरसट एड इटीजस ऑफ बीएस-सी बीकाम एड बीए ऑफ इाहाबाद

ववशवववदाय अपरकञाकशत लघ शोध परबध इाहाबाद ववशवववदाय इाहाबाद उततर परदशराय पारसनाथ 1996 अनसधञान पररिय कमीनारायण अगरवा परकाशन आगरा उततर परदशसवखया एसपी पीवी महरयोतरा और आरएन महरयोतरा 1990 शककषक अनसधञान क मल ततव ववनयोद पसतक मवदर

आगरा उततर परदशवसह अरण कमार 2009 कशकषञा मनोकवजञान भारती भवन पवशसभ एड वडसटरीयटसभ पटना वबहार

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वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदाद थियो की तकथि िदzwjत क पररपकय म तलनातमक अधययन

आरती शाका अरचना दब

इस शोध अधययन क अतरगत नौवी ककषा क ववदषाव गयो कषा वविक रवित वववध एव परपरषारत रवित वशकि वववध म तकग शवzwjत क पररपकय म तलनषातमक अधययन वकयषा रयषा शोध क वलए मह शहर क ववदषालयो म अधययनरत नौवी ककषा क कल 50 ववदषाव गयो को नयषािशग क रप म वलयषा रयषा शोध क वलए पवग परीकि पशzwjच परीकि वनयवरित समह अविकलप कषा पयोर वकयषा रयषा विसम पयोरषातमक समह को वविक रवित वववध स तषा वनयवरित समह को परपरषारत वशकि वववध स 30 विनो तक पवतविन 40 वमनट की अववध तक पढ़षायषा रयषा पितो क सकलन क वलए शोवधकषा न बषायती (1984) दषारषा वनवमगत तकग शवzwjत परीकि कषा उपयोर वकयषा पषापत पितो क ववशलषि क वलए सषावयकीय तकनीक एक-मषारगीय एनकोवषा कषा पयोर वकयषा रयषा शोध अधययन स पषायषा रयषा वक वविक रवित वववध परपरषारत रवित वशकि वववध स सषागक रप स पिषावी ह

पसतावनागणित मानव मणतषक की खोज ह ह एक ऐसा साधन ह णजसक माधम स णवदारथी णकत कत ढग स णरतन बोध तकच -णवतकच णवशzwjषि एव पषzwjीकरि करन की ोगता अणजचत करता ह एक णवणशषzwj णवष होन क अणतररकत गणित को ऐस णकसी भी णवष का सहवतथी माना जाता ह णजनम णवशzwjषि एव तकच शणकत की आवशकता ह सामानता णवदारथी गणित णवष को कणिन समझत ह कोणक गणित म उचर तर की तकच शणकत होती ह गणित ताणकच क

दणषzwjकोि पदा करता ह णजसस णवदारथी को सही उततर पापत करन म सहाता णमzwjती ह

तकथि िदzwjत का अ थि तकच अतीत क अनभवो को इस पकार जोड़ता ह णक समा का समाधान हो जाए तकच समा स जड़ णपछzwj समाधानो को पनः ाद कर वतचमान समा क समाधान को खोजन म सहाता करता ह गरzwj (1961) क अनसार lsquoतकच करमानसार णरतन ह णजसका मणतषक म पोजन अरवा zwjक होता हrsquo

सहषायक पषाधयषापक शी गजराती समाज बीएड कॉzwjज इदौर मध पदश 452 001 पोफसर णशका अधनशाzwjा दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश 452 001

Chapter 8indd 84 6262018 92358 AM

85वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

वि का अ थि वद शबद की वतपणतत स जो अरच णनकzwjता ह उसका तातप च ह णक वदो म मानव समाज क णzwjए आवशक न कवzwj आधाणतमक वरन इहzwjौणकक सासाररक ा वावहाररक सपिच जान होता ह वदो म सारी मानव जाणत क णवकास की णजतनी भी णदशाए सभव ह उनकी सवाागीि सपिच तरा अणधकतम सफzwjता क णzwjए भी आवशक जान होता ह उनम णनणहत जान पर णकसी भी णवष म णकसी भी णदशा म सीमा बाधन वाzwjा णवशzwjषि ा बधन नही हो सकता ह भारती सकक णत म रार वद ह उनक रार उपवद ह तरा छह वदाग भी ह सभी णमzwjकर उस णदव जान का अभाज सगरह बनात ह

वि उपविऋगवद आववद

सामवद गधवचवद

जववद धनववद

अरवचवद रापतवद

वदिक गदित क मखय गि 1 वणदक गणित क सतर गणित की सभी शाखाओ

क सभी अधाो क सभी णवभागो पर zwjाग होत ह

2 वणदक गणित क सतर सहज ही समझ म आ जात ह उनका अनपोग सरzwj ह व सहज ही ाद हो जात ह तरा सारी पणकरा lsquoमौणखकrsquo ह

3 कई ररिो की पणकरा वाzwj जणzwjzwj पशनो को हzwj करन म आधणनक पाशरात णवणध (परणzwjत) की अपका वणदक गणित णवणध स एक णतहाई रौराई दसवा तरा उसस भी कम सम zwjगता ह

औदितयपवच शोध अधनो क अनसार zwjाzwj दारा (1982 1983 एव 1985) म पारीन गणित पर िी म मवटzwjस एिकशन पणतरका म अनक zwjख पकाणशत णकए गए णजसम पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको को णवतार स समझाा गा ह तरा वतचमान म उसकी उपोणगता बताई गई ह

राव (1983) न गणित म अणभकरणमत अणधगम और परपरागत णवणध का तzwjनातमक अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत अणधगम णवणध का माध उपzwjणबध फzwjाक परपरागत णवणध क माध उपzwjणबध फzwjाक की तzwjना म सारचक रप स उचर ह णरतकारा (1985) न गणित उपzwjणबध पर णवणभनन णशकि णवणधो की पभावशीzwjता का अधन णzwjग बणधिzwjणबध तरा वणकततव क सदभच म णका शोध म रार णशकि णवणधो वाखान सह रराच आगमनातमक अभास और वणनदवणशत समह रराच की तzwjना परपर की गई शोध म पाा गा णक गणित उपzwjणबध क सदभच म तीनो णशकि णवणधा समान रप स पभावी ह भाzwjवनकर (1983) न एकसपोणि zwjरी एपोर (Expository Approach) और णनदवणशत खोज णवणध की सापणकक तzwjना बणधि क णवणभनन तरो पर गणित की उपzwjणबध क सदभच म शोध अधन णका शोध पररिाम म पाा गा णक दोनो णवणधा जान और अवबोध तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर णनदवणशत खोज णवणध स बहतर रही उचर बणधिकत णवदाणरचो क णzwjए अनपोग तर पर एकसपोणि zwjरी एपोर बहतर रही

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86 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

नागर (1988) न णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन णका तरा पाा णक (i) गणित णशकि म कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) णशकक तरा णवदारथी दोनो क णzwjए zwjाभदाक ह (ii) CAT स णवदाणरच ो को वणकतगत रप स नए कतरो म सकजनातमकता बढ़ान म मदद णमzwjती ह जो णवष-वत क माधम स नही हो पाता (iii) CAT स अधन क णzwjए कपzwjर का जान होना आवशक नही ह तरा णवदाzwjो म कपzwjर की सणवधा कम री (iv) णवदाzwj म कपzwjर क पणत जागरकता का अभाव पाा गा (v) CAT क माधम स वणकतगत अधन को बढ़ावा णमzwjता ह णजसम णशकको पर काम का दबाव कम होता ह शमाच (1989) न कका आिवी क गणित क णवदाणरच ो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का पाोणगक शोध अधन णका शोध अधन म ह पाा गा णक पाोणगक समह क समाोणजत माध तरा णनणतरत समह क समाोणजत माध म सारचक अतर ह ह भी पाा गा णक मलाकन णवणध परपरागत णवणध की तzwjना म गणित णशकि क णzwjए अणधक उपोगी ह दतत (1990) न गणित णशकि क णzwjए दश-शव सामगरी का णनमाचि कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक दश-शव सामगरी क माधम स रखा गणित सबधी सकलपना म णवदाणरच ो की रणर पाई गई तरा पषzwjता एव धारि करन की शणकत का णवकास हआ

वाघ (1991) न णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरच ो क णzwjए

मलzwjीमीणडा इ zwjीzwjशनzwj णसzwjम (Multimedia Institutional SystemmdashMMIS) का णवकास कर उसकी पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णवदारथी णभनन सखा तरा उसकी णकराओ णत चकगिा जोड़-घzwjाना गिा भाग म सामान तौर पर गzwjणता करत ह एमएमआईएस णवणध न परपरागत णवणध स अणधक समझ पदा की नzwjणनी (1991) न पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक पाोणगक समह का माध णनणतरत समह क माध स उचर तरी रा अक खzwj णवणध णवदारथी क पररकzwjन कौशzwj क णवकास को पररत करती ह पभा (1992) न गणित म अणभकरणमत पािप तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध पर शोध अधन णका तरा पाा णक अणभकरणमत पािप तक समह और परपरागत णवणध क मध सारचक अतर ह तरा अणभकरणमत पािप तक क माधम स अधन क णzwjए पवच उपzwjणबध की कोई भणमका नही होती ह णसह (1992) न जानातमक और अजानातमक ररो पर कपzwjर अणसzwjड zwjीणरग (CAT) और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म णशकि की पभावशीzwjता पर शोध अधन णका तरा पाा णक णजस समह को CAT स पढ़ाा गा उसम पाचपत वकणधि हई CAT णवणध गणित म अणधक पभावी रही तरा णनरीकि स पापत हआ णक पाोणगक समह क ववहार म णनणतरत समह की तzwjना म सारचक पररवतचन आा कोलह (2004) न वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध का

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87वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

तzwjनातमक अधन नौवी कका क णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध एव पणतणकराओ क पररपक म णका शोध अधन म पाा गा णक वणदक गणित णवणध णवदाणरचो की गणित म उपzwjणबध क सदभच म परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णवणध क पणत पाोणगक समह क णवदाणरचो की पणतणकरा सकारातमक पाई गई

पाः दखा गा ह णक परपरागत णशकि णवणध स णवदारथी कका म रणर नही zwjता ह णशकक कका म एक ही णवणध का उपोग करता ह गणित को रणरकर बनान क णzwjए गणित म पोग तरा वणदक गणित का उपोग करना राणहए वणदक गणित स णवदारथी पणतोगी परीकाओ म कम सम म गणित क अणधक पशनो को हzwj कर सकत ह वतचमान सम पणतोणगता तरा पररवतचन का सम ह णजसम वणकत अपनी णरणत को बनाए रखन क णzwjए सदव पतनशीzwj रहता ह णवदारथी णशकि कतर म भी अपनी शिी बनाए रखन क णzwjए अरक पास करत ह णवणभनन णवषो म अणधक अक पापत करन क णzwjए णवदारथी अzwjग-अzwjग पकार की णवणधा स अधन करता ह गणित एक ऐसा कणिन णवष ह णजसम णवदारथी मातर उततीिच होन की उममीद करत ह और ऐसी णवणध राहत ह जो सरzwj हो णजसकी सहाता स पशन कम सोपानो म हzwj हो जाए

उपचकत शोध अधनो स जात होता ह णक वतचमान गणित णशकि म अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक तरा खzwj इताणद

णवणधो का पोग णका गा खzwj णवणध का गणित णशकि म पोग मातर पारणमक तर तक ही णका जा सकता ह उचर कका क णzwjए इस णवणध का पोग नही कर सकत अणभकरणमत अणधगम सामगरी कपzwjर सहाक अनदशन दश-शव सामगरी अणभकरणमत पािप तक की णवणधा आणद कछ णवशष णवदाzwjो तक ही सीणमत ह इनका पोग करना सामान णवदाzwjो क णzwjए सभव नही ह तरा पतक णवदारथी तक इसका zwjाभ पहराना सभव नही ह वणदक गणित पारीन वदो स बनाए 16 सतरो पर आधाररत ह गणित की पणतरका िी ममवटzwjस एिकशन म पकाणशत zwjखो स जात होता ह णक वणदक गणित गणित की सभी शाखाओ म उपोगी ह

जात शोध अधनो स पता रzwjता ह णक वणदक गणित णवणध स सबणधत कछ ही सतरो को zwjकर शोध का च णका गा ह इस शोध अधन म अन न सतरो को भी शाणमzwj णका गा ह ह शोध वणदक गणित णवणध की पभावशीzwjता का अधन करन स सबणधत ह इस शोध क दारा ह जानन का पतन णका गा ह णक का वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स तzwjनातमक रप स पभावी ह

उदशयइस शोध अधन का उदश रा mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

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88 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

पररकलपनाइस शोध अधन की पररकलपना री mdash वणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

नयाििथिइस शोध का च क णzwjए शवत पणबzwjक हार सक डी णवदाzwj मह इदौर (मध पदश) क नौवी कका क दो वगगो को णzwjा गा णजसम णवदाणरचो की कzwj सखा 50 री णवदाणरचो को दो समहो म ादणचछक णवणध स णवभाणजत णका गा परम समह म 25 णवदारथी और णदती समह म 25 णवदारथी र परम समह को पाोणगक समह और णदती समह को णनणतरत समह नाम णदा गा नादशच म रणनत सभी णवदारथी मध पदश माधणमक णशका मडzwj भोपाzwj स सबधि णवदाzwjो क णनणमत तरा णहदी माधम क णवदारथी र णजनकी उमर 15ndash16 वषच क मध री

उपकरिशोध अधन म रर क मापन क णzwjए शोणधका न बाती (1984) दारा णनणमचत परीकि का पोग णका इसम कzwj 84 पशन णदए गए ह तरा पतक पशन क सामन रार णवकलप णदए गए ह पशनो को हzwj करन क णzwjए 70 णमनzwj का सम णनधाचररत णका गा ह इस परीकि की णवशवसनीता अधचणवचछद णवणध स णनकाzwjी गई इसका णवशवसनीता गिाक

छातराओ क सदभच म 068 एव छातरो क सदभच म 028 तरा सामान 041 ह इसी पकार समवतथी वधता दब (1971) क परीकि क सार जात की गई वधता छातराओ क सदभच म 041 एव छातरो क सदभच म 041 ह तकच शणकत क मानक 13 स 16 वषच क णवदाणरचो क णzwjए णनधाचररत णकए गए ह

वणदक गणित पढ़ान क णzwjए रणनत पकरि णनमनणzwjणखत र mdash1 वगच जात करन की णवणधा अ एकाणधकन पववि ब एकननन पववि स ावदन तावदनीकक त वगच र ोजत2 घन जात करन की णवणधा अ वकणलपक णवणध ब णनणखzwjम सतर णवणध3 गिनखड जात करन की णवणधा अ समहन णवणध ब आदन-अनतम अनतन णवणध स ऊधवचणत चक णवणध4 भाग णवणध अ परावत च णवणध5 समीकरि हzwj करन की णवणध अ परावत च णवणध दारा गपत सरzwj समीकरि

पितत सकलन इस शोध अधन क णzwjए पदतत सकzwjन हत कका नौवी की गणित की पािप तक क वगच घन गिनखड भाग तरा समीकरि पकरिो का रन णका गा वगच जात करन की णवणधो म एकाणधकन पववि एकननन पववि ावदन तावदनीकक त वगच र

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89वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

ोजत घन जात करन की णवणधो म वकणलपक णवणध णनणखzwjम सतर गिनखड जात करन की णवणधो म समहन णवणध आदन-अनतम अनतन णवणध ऊधवचणत चक णवणध भाग जात करन की णवणध म परावत च णवणध तरा समीकरि हzwj करन म परावत च णनम दारा गपत सरzwj समीकरि णवणध का उपोग णका गा पदततो का सकzwjन सोदश नादशच णवणध दारा रणनत णवदाzwj म णका गा सवचपरम दोनो समहो पर बाती (1984) दारा णनणमचत तकच शणकत परीकि (पवच परीकि) पशाणसत णका गा इसक बाद पाोणगक समह को वणदक गणित णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश तरा णनणतरत समह को परपरागत णवणध स 30 णदन तक 40 णमनzwj पणत काzwjाश पणतणदन पढ़ाा गा 30 णदन क पशरात दोनो समहो पर पनः तकच शणकत परीकि पशाणसत णका गा

पररिाम दवविना एव ििाथिवणदक गणित णवणध एव परपरागत गणित णशकि णवणध दारा उपराररत णवदाणरचो की तकच शणकत क समाोणजत माध फzwjाको की तzwjना करना जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो इसस सबणधत पदततो का णवशzwjषि

ANCOVA दारा णका गा इसक पररिाम सारिी 1 म णदए गए ह

सारिी 1 क अनसार उपरार क णzwjए समाोणजत F का मान 29017 ह जो णक सारचकता क 001 तर पर सारचक ह जबणक वततरता क अशो (df) का मान 150 ह इसस पता रzwjता ह णक पोगातमक तरा णनणतरत समहो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म सारचक अतर ह जबणक पवच तकच शणकत क पापताको को सहरर क रप म णzwjा गा ह इस पररपक म शन पररकलपना णक lsquoपोगातमक समह एव णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत पापताको क मधमानो म कोई सारचक अतर नही ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो णनरत की जाती ह

दोनो समहो क समाोणजत तकच शणकत माधो का अधन आवशक ह उपरार समहवार समाोणजत तकच शणकत माध सारिी 2 म णदए गए ह

सारिी 2 स पषzwj ह णक पोगातमक समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 4944 तरा णनणतरत समह म तकच शणकत का समाोणजत माध 3904 ह इसस ह जात होता ह णक पोगातमक समह क णवदाणरचो का तकच शणकत माधमान 4944

सारिी 1mdash तकथि िदzwjत क दलए एक-मागगीय ANCOVA का सारािीकरि

दविरि क सतरोत df Ssyx Mssyx Fyxउपरार 1 895887 897887 29017

तरणzwj 49 142229 30-875

ोग 50 7128320

सारचकता क 001 तर पर सारचक

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90 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ह जो णनणतरत समह क णवदाणरचो क तकच शणकत माधमान 3904 स उचर ह अतः कहा जा सकता ह णक वणदक गणित णवणध दारा अधन पभावी रहा ह जबणक पवच तकच शणकत को सहरर क रप म णzwjा गा हो

पररिामो की दवविनाशोध अधन स पापत पररिामो स ह णनषकषच णनकzwjता ह णक वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स पभावी ह वणदक गणित णशकि णवणध क पभावी होन क णनमन कारि हो सकत ह mdash

bull वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध स रणरकर होन क कारि णवदाणरचो को अचछी zwjगी वणदक गणित णशकि णवणध परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म सीखन म सरzwj ह

bull वणदक गणित णशकि णवणध म पशनो को हzwj करन की णवणधा सतरबधि ह णजसक कारि इन णवणधो को ाद रख पाना आसान ह

bull वणदक गणित णवणध स सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए परपरागत गणित णशकि णवणध की तzwjना म कम सोपानो का पोग णका जाता ह णजसस सवाzwjो का उततर कम सम म तरा आसानी स

पापत हो जाता ह तरा सोपानो को ाद रखना सरzwj रहता ह

bull एक ही पकार क सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए अनक सतरो का पोग णका जा सकता ह

bull इस णवणध स सवाzwjो का उततर जलदी पापत होता ह पररिामवरप णवदाणरचो को उततर पाणपत स आतम सतणषzwj की अनभणत हई होगी

bull आतम सतणषzwj क कारि णवदारथी इस णवणध स अणधक सवाzwjो को हzwj करन क णzwjए पररत हए होग

bull इस णवणध क दारा णवदारथी सवाzwjो को मौणखक रप स भी हzwj कर सकत ह

bull तकच शणकत का णवदाणरचो की उपzwjणबध पर भी पभाव पड़ता ह कोणक तकच शणकत क दारा णवदाणरचो म तकच कमता का णवकास होता ह पररिामवरप णवदारथी समा क णवणभनन पको का तकच क आधार पर णवशzwjषि कर समा का हzwj खोजता ह

िदकषक दनदिता थिइस शोध अधन का उपोग णनमनणzwjणखत पकार स णका जा सकता ह mdash

bull णवदारथी वणदक गणित क णवणभनन सतरो का तकच क आधार पर रन कर गणित क सवाzwjो को हzwj कर सकत ह

सारिी 2 mdash समिवार उपिार सखया और समायरोदित तकथि िदzwjत माधय एव मानक तदि

उपिार सतर सखया (N) समायरोदित तकथि िदzwjत माधय (Myx) मानक तदि

पोगातमक समह 25 4944 552328

णनणतरत समह 25 3904 965004

कzwj 50 4424 938857

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91वदिक गदित दवदि एव परपरागत गदित दिकषि दवदि का दवदादथियो की तकथि िदzwjत

bull पतक अणभभावक अपन बचरो की गणित म उपzwjणबध क णzwjए पासरत रहता ह इसणzwjए अणभभावक वणदक गणित णवणध सीखकर अपन बचरो को घर पर ही गणित पढ़ा सकत ह

bull पाराच तरा कzwj पशासन क णzwjए भी ह शोध अधन उपोगी हो सकता ह इस णवणध स णशकि करवान क णzwjए अपन णवदाzwj म अzwjग स काzwjाश zwjगवा सकत ह

bull णzwjणपक वगच क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह

कोणक णzwjणपक वगच का सबध हमशा अको स होता ह उनह पणतणदन जोड़ घzwjाना गिा और भाग करना पड़ता ह इस णवणध का उपोग करन स गzwjती होन की सभावना कम रहती ह

bull परीकाओ की तारी करन वाzwj पणतभाणगो क णzwjए भी उपोगी हो सकता ह कोणक पणतोगी परीकाओ म पतक पशन को हzwj करन क णzwjए zwjगभग 30ndash40 सक ड का सम होता ह णजसक णzwjए ह णवणध उणरत ह

सिरथि

कोलह मनीष 2004 वणदक गणित एव परपरागत गणित णशकि णवणध का तzwjनातमक अधन mdash नौवी कका क छातरो की गणित म उपzwjणबध व पणतणकराओ क पररपक म एमएड लघ शोध पबध (अपकषावशत) णशका सरान दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

गरzwj एरई और आरएस वडवरच 1981 सटवटवसटवzwjस इन सषाइकोलॉिी एड एिकशन वकीलस फरर एड साइमस णzwjणमzwjड मबई

गड सीवी 1952 वडzwjशनरी आफ एिकशन मकगरो णहzwj बक कपनी न ॉकच णरतकारा एम 1985 इफणकzwjवनस ऑफ णडफरzwj zwjटzwjजीस ऑफ zwjीणरग ऑन अरीवमzwj इन मरमणzwjकस इन ररzwjशन zwj

इzwjzwjीजस सकस एड पसचनणzwjzwjी सपादन म बर एम बी (सपादक) फॉ ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

दशमख दवनदर राव 1985 वविक रवित णवदाzwj भारती भोपाzwj मध पदशनzwjणनी 1991 पारणमक तर पर अक गणित म अक खzwj णवणध स अधापन की पभावशीzwjता का अधन एमएड

लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशनागर 1988 णवदाzwj तर पर गणित णशकि म कपzwjर की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत)

दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशपभा 1992 गणित म अणभकरणमत प तक णवणध और परपरागत णवणध स णशकि म पापत उपzwjणबध क बीर सबध का

अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशबताzwj आनद 1981 वविक रवित सरणर साणहत नी णदलzwjीभzwjवाकर एजी 1985 ए zwjडी ऑफ इफकzwjस ऑफ एकसपोणजzwjरी एड गाइणडड णडकवरी मरडस ऑफ zwjीणरग

मरमणzwjकस ऑन अरीवमzwj ऑफ zwjडzwjस ऑफ णडफरzwj zwjवलस ऑफ इzwjीणzwjजस सपादन म एम बी (सपादक) फषा ग सवव ऑफ ररसzwjचग इन एिकशन (1983ndash88) वॉलम 1 और 2 एनसीईआरzwjी नी णदलzwjी

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रावत एमएम 1985 रवित वशकि णवनोद प तक मणदर आगरा उततर पदशzwjाzwj 1985 पारीन वदो तरा उपवदो म गणित क णवणभनन णवषो पर णzwjख शzwjोको का णवतार स अधन एमएड लघ

शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशवाघ 1991 णभनन सखा म सधारातमक करन क रप म कका आिवी क णवदाणरचो क णzwjए बह माधम अनदशनातमक

पिाzwjी का णवकास एमएडलघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशशमाच रामनार 1979 वविक रवित तारा प तक भडार बजनारसम शमाच 1989 कका आिवी क गणित क णवदाणरचो पर मलाकन णवणध और परपरागत णवणध की पभावशीzwjता का

पाोणगक अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदशणसह आरपी 1989 णहनद अरचमणzwjक एड ऑपरशन उसक अतगचत बीज गणिती सतरो का अधन िी म मवटzwjस

एिकशन वॉलम 23 अक 2णसह 1992 जानातमक और अजानातमक ररो पर सगिक सहाक अनदशन और परपरागत णवणध की सहाता स गणित म

णशकि की पभावशीzwjता का अधन एमएड लघ शोध (अपकषावशत) दवी अणहला णवशवणवदाzwj इदौर मध पदश

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झटका तकनीक

भारतीडी एन सनसनवाल

समाज म बदलाव आधनिकीकरण और नवकास क नलए निका की महतवपणण भनमका होती ह अतः सभी दि अपिी कमतािसार आधनिक और उनित तकिीक का उपयोग कर निका को परभावी बिाि की कोनिि कर रह ह इनही परयासो क अतगणत इस लख म निकण-अनधगम हत झटका तकिीक (Jerk Technology) क बार म बताया गया ह जो नकफायती एव हर नथिनत म परयोग कर निका म सधार करि म मदद कर सकती ह इस तकिीक का निकको दारा कका म परयोग करि स नवदानथिणयो को सनरिय बिाया जा सकता ह कयोनक नवदानथिणयो क सनरिय रहि स उिकी गरहणिीलता बढ सकती ह अतः इस तकिीक क नवनभनि उपकरणो जसmdashदपणण परनतनबब लखि गर-आिपानतक िबद लखि लघ लखि दोहर िकारातमक वाकय िए असाधारण वाकय रििाए तानकण क रप स अतानकण क निषकरण समािाथिथी बह-िबदो का परयोग बमल उदाहरण दिा तथिा निकक की जात गलनतयो को उदाहरण दकर समझाया गया ह

सहायक पराधयापक ववशष आवशयकता समह वशका ववभाग एनसीईआरटी नयी विलली 110 016 परोफसर भतपवण निदिक एव डीि वशका ससान िवी अवहलया ववशवववदालय इिौर 452 001 दारा अगजी म वलख गए मौवलक लख का

भाषातर

ववशव म बिलाव आधवनकीकरण और ववकास क वलए वशका की महतवपणण भवमका होती ह अतः सभी िश अपनी कमतानसार आधवनक और उवित तकनीक का उपयोग कर वशका को परभावी बनान की कोवशश कर रह ह कवल यही नही भारत सरकार अपन सीवमत ससाधनो क सा वशका सधार क वलए आधवनक तकनीक (वडवि टल इवडया क माधयम स) का परयोग करन का परयतन कर रही ह लवकन आधवनक तकनीक िसmdashइटरनट मलटीमीवडया वीवडयो

कानफ वसग इतयावि सभी ववदालयो म उपलबध नही ह क दर क सा-सा राजय सरकारो क भी ईमानिार परयतनो स परतयक ववदालय महाववदालय और ववशवववदालयो तक तकनीक पहिान का परयास वकया िा रहा ह वशकण-अवधगम हत एक ऐसी तकनीक क बार म सोिा िाना िावहए िो वशका म सधार ला सक िो वकफायती हो और हर वसवत म परयोग म लाई िा सक इस लख म वशकण-अवधगम म झटका तकनीक (Jerk Technology) पर ििाण की गई ह

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94 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवधकाश वशकको परािाययो परशासको अवभभावको इतयावि की राय और अनभव यही ह वक जयािातर कका-कक गवतवववधया नीरस होती ह ववदाथी सवरिय नही रहत लवकन उनह वशकक सवरिय बना सकत ह ववदाव णयो को सवरिय बनान की कमता वाली आधवनक एव शषzwjठतम तकनीको का परयोग वशकक अपन वशकण क िौरान कर सकत ह भारत म सभी असमानताओ को समान बनाना मवशकल ह कयोवक शायि वशकको क पास आधवनक तकनीक का अनभव नही होगा और न ही यह हर िगह उपलबध ही होगी इसक अवतररकत ककाओ क बड़ आकार परवशकण का अभाव सववधाओ का अभाव वशकण म रवि एव तयारी क समय का अभाव इतयावि क कारण वशकक कवल वयाखयान वववध का ही परयाग करत ह विसक कारण वशकक कका-कक की गवतवववधयो को नीरस बना ित ह

वतणमान कका-कक की तलना सपाट सड़क पर िलती बस स कर सकत ह अपन अनभव पयणवकण और कलपना क आधार पर कोई भी कह सकता ह वक सपाट सड़क पर िलती बस म बzwjठ लोग सो सकत ह इसवलए िालक यावरियो को सवरिय करन क वलए कभी-कभी बक लगा िता ह या गवत अवरोधक आ िान स बक लगाता ह इस कारण झटको स यारिी सवरिय हो िात ह इसी परकार स कका म ववदावणयो को भी सवरिय बनाया िा सकता ह कयोवक सवरियता क कारण ववदाव णयो की गहणशीलता बढ़ सकती ह

झटका तकनीक क उदशय वनमन उदशयो की परावzwjतत क वलए वशकक एव वशकक-परवशकक झटका तकनीक का परयोग कर सकत ह mdash

1 ववदाव णयो को सवरिय एव सीखन वाला बनान क वलए

2 अवधगम को आनििायी बनान म3 कका-कक म तनावमकत वातावरण बनान म4 अवधगमकताण की मिि यह िानन म करना वक

उस कया समझ आया ह5 कका-कक म अवधगमकताण की बौवधिक

विमागी उपवसवत को बढ़ाना6 वशकक और ववदाथी क बीि सवस सबध

सावपत करन म ता7 कका-कक की नीरसता तोड़न म

झटका तकनीक और उदीपन विविधता कौशल उदीपन ववववधता वशकण कौशलो म स एक ह इसका मखय उदशय ह वक आवाज म बिलाव दशय-शवय सहायक सामगी हाव-भाव इतयावि क परयोग स वशकण म ववववधता लाना िसरी ओर झटका तकनीक क वलए कछ वववशषट कौशलो की आवशयकता होगी झटका तकनीक क वलए उवित कौशल समह को अनसधान क जररए पहिानना होगा झटका तकनीक क वलए आवशयक कशलताओ म स एक उदीपन ववववधता कौशल भी हो सकता ह

कका वशकण म झटका िन क वभनन तरीक हो सकत ह इसका ियन लवकत समह उदशय ववषय-वसत सिभण वशकक क वयवकततव इतयावि पर वनभणर करता ह झटका तकनीक क वववभनन उपकरण वनमन हो सकत ह mdash

1 दरपण परतितिि लखन साधारण तौर पर यह िखा गया ह वक वशकक शयामपटट का जयािा उपयोग करत ह ववदाथी

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95झटका तकनीक

वबना समझ ही शयामपटट पर वलखी हई िानकारी अपनी कॉवपयो म उतार लत ह कभी-कभी तो ववदाव णयो को पता भी नही होता ह वक उनहोन शयामपटट स नकल कर अपनी कापी म कया वलखा ह शयामपटट स नकल करन क सा-सा ववदाथी आपस म बातिीत िटकल सनाना अपनी पसि की वकताब पढ़ना गहकायण इतयावि करत रहत ह ववदाव णयो का यह वयवहार यह िशाणता ह वक शयामपटट स नकल करत समय ववदाथी ववषय-वसत क परवत उिासीन रहत ह इस परी परवरिया म अचछी बात यह ह वक वशकक और ववदाथी की लखन गवत लगभग एक समान होती ह ववदाथी स कोई िक नही होती ह कछ ववदालयोससानो म वशकक शयामपटट की बिाए परोिकटर का उपयोग करना पसि करत ह कयोवक तयार सलाइडस (PPT) का परयोग बार-बार वकया िा सकता ह इन सलाइडस का वशकक आपस म आिान-परिान भी कर सकत ह सलाइडस की गवत को वशकक वनयवरित करता ह अतः पढ़ान की गवत सववधानसार बढ़ाई या कम की िा सकती ह वशकण गवत बढ़ िान की वसवत म ववदाथी वशकक की गवत स तालमल बzwjठान का परयास करत ह और िब इस परयास म वह ववफल हो िात ह तो अततः उनक पास कवल सनन और पढ़न का ही रासता रह िाता ह इस तरीक स ववदाथी सवरिय होन क बिाए वनवषरिय हो िात ह कया वकसी ववदाथी को शयामपटट अवा सलाइडस पर लखन की सहायता स सवरिय बनाया िा सकता ह हा यह सभव ह अगवलवखत को पढ़न की कोवशश कर और अतर महसस कीविए mdash

शायि आपन महसस वकया होगा वक शबिो क िपणण परवतवबब (लखनी) को पढ़न म आपको जयािा धयान लगान की आवशयकता ह वशकक िपणण परवतवबब लखनी का उपयोग कवल तब कर सकत ह िब वह ववदाव णयो का धयान महतवपणण वबिओ की ओर ल िाना िाह िपणण परवतवबब लखनी हर पररवसवत म और वभनन अवधगमकताणओ क वलए उपयोगी ह इसक वलए अवतररकत वयय की आवशयकता भी नही होती वशकक सवय को परवशवकत कर सकता ह वजावनक दवषटकोण वाला वशकक इसका परयोग करक (ववदाव णयो की उपलवबध पर) जरर परभाव जात करना िाहगा

2 गर-आनरातिक शबद लखन आपन सड़को क वकनार टीवीपर समािार-परिो इतयावि म ववजापन तो अवशय ही िख या पढ़ होग इनम लखनी म बहत अतर होता ह अाणत लखनी गर-आनपावतक होती ह ऐसी लखनी का परयोग लोगो का धयानाकषणण क उदशय स वकया िाता ह इसका उपयोग वशकक भी अपन वशकण क िौरान कर सकत ह जयािातर वशकक कका म शयामपटट पर एक समान वलखत ह इसस ववदाथी शयामपटट पर वलख हए पर धयान िन क वलए परोतसावहत नही होत अतः ववदाव णयो को परोतसावहत करन क वलए गर-आनपावतक शबि लखन का उपयोग वकया िा सकता ह उिाहरण क वलए mdash

सककलबालक

भारत

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96 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

वशकक

समय की बित3 लघ लखन

कका म शयामपटट पर बड़ा-बड़ा वलखकर वशकक वपछली बिो पर बzwjठ ववदाव णयो का ववशष धयान रखत ह शायि इसस ववदाव णयो का भला होता परतीत नही होता कयोवक वह वनवषरिय ही रहत ह इनह सवरिय करन क वलए शयामपटट पर महतवपणण शबिो को इतना जयािा छोटा-छोटा वलखना वक शयामपटट क एकिम सामन की बि पर बzwjठ ववदाव णयो स भी सरलता स न पढ़ा िाए िस ही आप ऐसा कछ शयामपटट पर वलखत ह लगभग सभी ववदाथी पछना शर कर िग की आपन शयामपटट पर कया वलखा ह िब ववदाथी पछ तो वशकक को पढ़कर बताना नही िावहए कछ ववदाथी शायि अपन आप पढ़न की कोवशश करग इस परकार वलखन स व सवरिय होग ता उनकी गहणशीलता म भी सधार आएगा िस mdash

सववधान

एनसीईआरटी

4 दोहर नकारातमक वाकय वशकण क िौरान वशकक कछ महतवपणण वाकय बोलत ह कभी-कभी ववदाथी को सावधान करन क वलए कहत ह वक lsquoकपया धयान िीविएrsquo lsquoधयान स सवनएrsquo lsquoयह महतवपणण हrsquo इतयावि इसक पररणामसवरप कछ ववदाथी धयान ित

ह सवरिय सतकण आवि भी हो िात ह लवकन अवधकाश ववदाथी वनवषरिय अवा सतकण नही रहत ह इन ववदाव णयो का धयान आकवषणत करन हत महतवपणण वाकयो को िोहर नकारातमक शबिो का उपयोग करक िख वक इसस ववदाव णयो को महतवपणण वविार पर धयान क वदरत कर समझन म सहायता वमलती ह वक नही िस mdash

bull वह कका आzwjठवी की परीका म असफल नही रहा ह

bull मझ नही लगता वक उस समझ नही आया ह bull यह परीकण अववशवसनीय नही ह bull यह ववषय अरविकर नही ह

5 असाधारण वाकय रचना सामानयतः सवभावानसार मानव को बिलाव पसि नही होता ह यह िवनक िीवन म तो िखन को वमलता ह लवकन वशकण क िौरान नही शरआत म असाधारण वाकय रिना अभयास कवzwjठन हो सकता ह लवकन इसक वनयवमत उपयोग करन और समय क सा यह वकसी क वलए भी सहि हो िाता ह कका म इसका उपयोग करक ववदाव णयो की एकागता सतर म बिलाव महसस वकया िा सकता ह असाधारण वाकय रिना क कछ उिाहरण नीि विए गए ह िस mdash

bull म तमह पसि करती ह लवकन म उस नापसि नही करती

bull कया यह सपषट रप स असपषट ह bull कया यह परीकण ववशवसनीय रप स

अववशवसनीय ह

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97झटका तकनीक

6 िातकप क रर स अिातकप क तनषकरप वशकण का एक महतवपणण अवयय ह सपषटीकरण हर सपषटीकरण क अत म वनषकषण क रप म एक कन विया िाता ह वनषकषण कन अतयत महतवपणण होता ह और ववदाव णयो स अपका होती ह वक वह इस समझग और याि रखग अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक ववदाथी वनषकषण कन और सपषटीकरण क कनो म शायि ही कोई अतर महसस करत ह इसका एक कारण शायि वनषकषण कन की भाषा म पाया िा सकता ह िो शायि जयािा वभनन नही होता ह सही सपषटीकरण क आधार पर अतावकण क वनषकषण वनकालन की कोवशश कीविए आपको आशियण होगा वक िो ववदाथी आि तक कका म नही बोल वह ववदाथी भी बोलना शर कर िग ववदाथी शायि कहग वक वनषकषण सही नही ह इस अवसर को खोय वबना ववदाव णयो स सही वनषकषण पवछए अत म वशकक को सही वनषकषण जरर बता िना िावहए िस mdash

bull झटका तकनीक का उपयोग कका-कक म ववदाव णयो की सतकण ता बढ़ाएगा बढ़ी सतकण ता क कारण शायि ववदाव णयो की एकागता म भी सधार हो िाएगा पररणामसवरप समझ म सधार होगा बढ़ती समझ क सा ववदाथी शायि परशन पछना शर कर िग इस परवकया म ववदाथी शायि ऐसा परशन भी पछ सकत ह विसका उततर उस समय शायि वशकक को भी नही पता हो ऐसी वसवत क बार-बार सामन आन स वशकक की

परवतषzwjठा पर आि आ सकती ह इस कारण कका म वशकक दारा झटका तकनीक का परयोग नही करना िावहए

bull िब कभी ववदाथी महनत करत ह और कका म एकाग रहत ह तो उनक असफल होन की सभावना बढ़ िाती ह

7 समानारथी िह-शबदो का परयोग सवणमानय अनभवो क आधार पर कहा िा सकता ह वक पढ़ अवा सन गए शबिो म स सब कछ को समझ और समाववषट नही कर सकत ह इसक कई कारण हो सकत ह एक कारण शायि यह भी ह वक कई बार पढ़न और सनन वाला एक या अवधक शबिो को समझ नही पाता पररणामसवरप परा अनचछि अवा बोला गया वाकय समझ म नही आता कका म इस समसया का हल मखय शबि की िगह समान अ ण वाल कई शबिो का परयोग करक वकया िा सकता ह यह समानाथी बह-शबि कई भाषाओ िसmdashअगजी वहिी उिण गिराती इतयावि म बोल िा सकत ह कका म बोल गए बह-शबिो म स वनवशित रप स कछ शबि तो ववदाव णयो को समरण रहग और इसस शायि उनकी समझ म ववधि हो िाए इसक सा-सा कका-कक क वातावरण म भी ववववधता आती ह विसस कका क वातावरण म सधार हो सकता ह

bull यह वनबध lsquoकवzwjठनrsquo lsquoमवशकलrsquo lsquoिवटलrsquo ह bull शोध म उपयकत उपकरणो का ववशवसनीय या

भरोसमि होना अवत आवशयक ह

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98 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

8 िमल उदाहरण दना िहा भी िब भी सभव होता ह वशकक ववषय-वसत को सरल एव अवधगम योगय बनान क वलए उिाहरण ित ह तावक वभनन योगयता वाल ववदाथी समझ सक यह सझाव विया िाता ह वक वशकक को अवधगमकताण क िवनक िीवन स िड़ उिाहरण िन िावहए इसक अवतररकत िहा तक सभव हो वकताब म विए गए उिाहरणो को कका वशकण क िौरान नही िना िावहए इन सबस ववदाव णयो म रवि िागत होती ह लवकन अनभव क आधार पर कहा िा सकता ह वक इसक बाविि भी ववदाथी कका-कक वशकण म रवि नही लत ह इसक कई कारण हो सकत ह लवकन एक कारण शायि कका-कक का नीरस वशकण ह वशकक क उिाहरणो स कका-कक वशकण की नीरसता टटनी और ववषय-वसत की समझ म बढ़ोतरी होनी िावहए हालावक इस उदशय की पवतण नही होती ह कया इसका अ ण यह ह वक वशकण म उिाहरणो का परयोग नही वकया िाए वासतव म उिाहरण तो अवनवायण ह लवकन उिाहरणो म बिलाव की जररत ह सामानय रप स उवित उिाहरण ही विए िात ह उवित उिाहरणो क सा कया आपन कभी अनवित उिाहरण भी विए ह यवि हा तो आपन जरर िखा होगा वक कछ ववदाव णयो न शायि जरर कहा होगा वक यह उिाहरण अनवित ह अवा यह बमल उिाहरण ह यवि ऐस बमल उिाहरण नही विए गए होत तो

ववदाव णयो की परवतवरिया नही होती ववदाव णयो दारा वववभनन उिाहरणो की पहिान िशाणती ह वक वह ववषय-वसत को समझन क सा-सा कका-कक म सतकण भी ह अतः उवित और सही उिाहरणो क सा बमल उिाहरण िना भी लाभिायक ह बमल उिाहरणो का परयोग तब कर िब आप िाहत ह वक ववदाथी सवरिय रह अवा आप उनकी समझिारी का परीकण करन वाल हो

9 तशकषक की जाि गलतिया वशकको क बार म लोगो की यह धारणा ह वक वशकक जान िानकारी इतयावि का सरकक ह उनस अपका की िाती ह वक उनह सब कछ पता होगा वशकको को जान का भडार माना गया ह लोगो का यह िान लना जररी ह वक वशकक भी मानव ही ह वह कछ कमताओ क सा िनम लत ह ता कछ कमताए उस विए गए परवशकण स और ववकवसत हो िाती ह परतयक वशकक का ववकास वभनन होगा और कका-कक म उनका परिशणन भी वभनन होगा वशकण क िौरान वशकक कोवशश करता ह वक वह सही िानकारी ि सही वलख सही विरि बनाए परयोगशाला म सही तार िोड़ सही सरि वलख इतयावि इस कारण स ववदाथी यह मानकर िलत ह वक कका म िो कछ भी वशकक दारा वकया िा रहा ह वह सब सही ही होगा इसम कछ गलत नही ह लवकन यह धारणा खतरनाक ह और शायि कभी-कभी यह अवधगम ववरोधी भी हो सकती ह

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99झटका तकनीक

यह भी तथय ह वक यवि ववदाव णयो न कका म पढ़ाई िा रही ववषय-वसत का अधययन पहल स वकया ह तो वशकक क पढ़ान पर उनकी समझ क सतर म ववधि हईवशकक कोई गलती नही करता ह अतः ववदाथी

वनवषरिय एव असतकण होत ह इस पररवसवत म ववदाव णयो क भल क वलए वशकक सधार कर सकत ह वशकक िानबझकर गलती कर सकत ह िस वक कzwjतयटर परोगावमग पढ़ात समय वशकक िानत हए आिश गलत ि यवि ववदाथी पढ़ाई िा रही ववषय-वसत पर धयान ि रह ह और सतकण ह तो वह तरत गलत आिश क परयोग की ओर इशारा करग अाणत गलती पकड़ी िाएगी कवल उस एक ववदाथी क दारा िो कका म धयान ि रहा ह और सतकण ह िस ही गलती की ओर इशारा होता ह अनय ववदाथी भी सतकण हो िात ह िो पहल न तो सतकण और न ही कका म धयान ि रह इस कण वशकक पछ सकता ह वक इस lsquoआिशrsquo का उपयोग कयो नही वकया िा सकता यह परशन ववदाव णयो को कका-कक वशकण म सवरिय भागीिारी का अवसर िगा इस तरह स ववदाथी सीख सक ग और वशकक

को ववदाव णयो की समझ क बार म फीडबक भी वमल िाएगा

इसी तरह स वशकक विरि बनात समय परयोगशाला म परयोग करत समय शयामपटट पर सरि वलखत समय वतणनी वसखात समय आवि म कछ सोिी-समझी गलवतया कर सकता ह यहा याि रखन वाली महतवपणण बात यह ह वक यवि ववदाथी सवय गलती नही पकड़ पाए तो वशकक को ववदाव णयो का धयान गलती पर ल िाना िावहए यवि ववदाथी नही बता पाए तो वशकक को सवय समझाना िावहए इसस ववदाव णयो को सवरिय अवधगमकताण बनान क सा-सा शायि उनम समीकातमक वितन कौशल ववकवसत करन म भी मिि वमलगी इस तरह स वशकक की जात गलवतया वशकण को रोिक और उपयोगी बनान म एक अचछा परयोग हो सकता ह

उपसहारअवधकाश वशकक वबना कोवशश वकए वकसी वविार को छोड़ ित ह लवकन कछ ववरल वशकक होत ह िो वविार छोड़ िन स पहल कोवशश जरर करत ह पाzwjठको स अपका ह वक वह लख म ववणणत झटका तकनीक क तरीको का परयोग अपनी ककाओ म अवशय करग

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दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

रजनी सिहसििकनाथ सरिपाठी

शिकषा कषा क दर अधषापक होत ह और अधषापको की गणवतषा परतक कतर म परशतशिशित होती ह शिकक कषा शिकण शिकषा क समसत आषामो को परभषाशवत करतषा ह इस िोध पतर म िीएड शवदषारथी-शिकको क दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत दशzwjटzwjिकोण कषा अधन शकषा गषा ह इस िोध म अधन क शिए 200 शवदषारथी-शिकको कषा चन उदशपरक नषाददि शवशध स शकषा गषा शिसम 100 शवदषारथी-शिकक सरकषारी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र और 100 शनिी शिकक शिकषा ससरषान स शिए गए र इस अधन को पणद करन हत वणदनषातमक अनसधषान क अतगदत सववकणषातमक िोध शवशध कषा परोग तरषा आकड़ो क शवशिरण हत परशतित परशवशध एव zwjिी-परीकण कषा परोग शकषा गषा इस िोध क पररणषाम ह ितषात ह शक ससरषानो म पषाठकरम एव एनसीzwjिीई शवशनम 2014 क अनसषार ककषा-कक परोगिषािषा एव अन भौशतक ससषाधनो कषा अभषाव पषाषा गषा मषानवी ससषाधन क रप म अशधकतम ससरषानो म परशिशकत शिकक उपिबध नही ह शवदषारथी-शिकको क अनसषार ससरषानो म परशिशकत शिकको कषा अभषाव भी पठन-पषाठन म समसषा कषा एक परमख कषारण ह अशधकतम शवदषारथी-शिकको न समषावशध को िकर दो वरथी िीएड पषाठकरम की आिोचनषा की और सझषाव शदषा शक सरकषार को पनः एक वरद कषा िीएड पषाठकरम िनषानषा चषाशहए दो वरथी पषाठकरम क परशत सरकषारी एव गर-सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको क दशzwjटzwjिकोण म अतर पषाषा गषा सरकषारी शिकक शिकषा ससरषानो म अधनरत शवदषारथी-शिकको कषा दो वरथी िीएड पषाठकरम क परशत सकषारषातमक दशzwjटzwjिकोण पषाषा गषा

परसिावनासिका का क दर अधापक होत ह और अधापको की गणिता सिका क परतक करि म परसतसिसित होती ह राषzwjटी जान आोग न सिकक को राषzwjटी सिकाि क

सिए एक महतिपणण कारक माना ह सिकक सिका क िमसत आामो को परभासित करत ह सिकक का सिका जगत पर पणण परभाि एि महति रहता ह सिकक ही राषzwjट को िही रप परदान करन म पणणतः

िोशधकषा सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005 सहषाक आचषा द सिका सिभाग सहमाचि परदि सिशिसिदाि सिमिा 171 005

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101दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

िकम होता ह सिकक का परसिसकत होना सिकण क सिए आधारभत ढाचा तार करना होता ह सिकक सिका म गणातमक िधार का सिकाि तभी िभि ह जि हमार अधापक सि म जान आिोक क पज होग अतः िधार हत ह आिशक हो जाता ह सक सिकण वििा को मनिा िाचा एि कमणणा ि अपनाा जाए और इिम सिकक सिका िसथान की नसतक सजममदारी भी होनी चासहए तथा उिका िाधन िपनन होना भी आिशक ह िसकन इिि भी असधक आिशक ह ह सक सिकक को अपन का ण म सि दक होना चासहए िमाज म एक तरफ भमडिीकरण और िाजारिाद का परभाि एि दिाि सजि गसत ि िढ़ता जा रहा ह उिी परकार सिकक सिका को विससथत करना आिशक हो गा ह हम ह भी धान रखना पड़गा सक हमार सिकक सिका िसथान उिी परकार क सिकक तार कर जो चनौसतो को सिीकार कर िक तथा आगामी िमाज को उिकी मानसिकता क अनिार अधापको को तार कर िक

िहत सदनो ि सिकक सिका क सिसभनन पाठकरमो की िमीका की आिशकता महिि की जा रही थी और ह आिशक भी ह सक िम पर िमाज की आिशकता क अनिार पाठकरम का पररमाजणन एि निीनीकरण सका जाए तासक पाठकरम उन ितणमान सिदासथणो की सिकण दकता वाििासक कौििो को परा कर िक इि ससथसत को धान म रखत हए राषzwjटी अधापक सिका पररषद न सिकक सिका म सिसनम 2014 िाग कर सदा जो िरि 2015 ि परभािी ह इि सिसनम म िीएड

पाठकरम की अिसध एक िषण ि िढ़ाकर दो िषण कर दी गई सिदासथणो म परसिकण कौििो क सिकाि क सिए अभाि-सिकण जो एक माह का हआ करता था उिकी अिसध को चार माह कर सद ा गा और अन असतररकत सिषो को भी पाठकरम म िसममसित सका गा ह इि अधन म ह जानन का पराि सका गा ह सक ितणमान सिकक सिका पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण का ह इि पाठकरम क सिसभनन पको क परसत ि का िोचत ह और उनका अपना सिचार का ह पाठकरम क दौरान उनको सकन-सकन िमसाओ का िामना करना पड़ा इि पाठकरम को कि परभािी िनाा जाए आसद िातो का अधन करन क सिए इि िोध िमसा का चन सका गा

सकिी भी दि की परगसत उि दि की सिका की गणिता पर सनभणर करती ह और सिका की गणिता उि दि क सिकको पर सनभणर करती ह िशिीकरण एि सनजीकरण न अधापक सिका को िहत जादा परभासित सका ह असधकतम सिकक सिका िसथानो दारा राषzwjटी अधापक सिका पररषद दारा सनधाणररत सदिासनददिो का पािन नही सका जाता और सका जाता ह तो सिफण कागजो म इि कारण अधापक सिका की गणिता सदन-परसतसदन सगरती जा रही ह 2011 म मानि ििाधन सिकाि मरिाि दारा क दरी अधापक पारिता परीका की िरआत की गई और अधापक िनन क सिए पारिता परीका असनिा ण कर दी गई परत इि परीका म उतीणण सिदाथथी-सिकको की िखा िहत ही कम रही ही ससथसत िगभग िभी राजो म रही जो

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102 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अधापक सिका और अधापको की गणिता को दिाणता ह इन सिकक सिका िसथानो दारा सकि परकार परसिकण सदा जाए कि ििाधन उपिबध कराए जाए आसद कछ महतिपणण सिदओ को धान म रखत हए इि िोध िमसा का चन सका गा तासक इन सिदओ जिmdashपाठकरम पाठकरम का िदासतक एि परोगातमकवािहाररक पक अिसध मलाकन परसिसध अभाि-सिकण ििाधन आसद पर सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन सका जा िक

उदशय इि िोध अधन क सनमनसिसखत उदश थmdash1 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-

सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना2 िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका

िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना

3 दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना तथा

4 दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना

नयादिशइि िोध अधन म 200 सिदाथथी-सिकको का चन उदशपरक नादिण सिसध ि सका गा सजिम 100 िरकारी सिकक सिका एि 100 गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत

सिदाथथी-सिकको को सिा गा इि चन परसकरा म किा एि सिजान िगण क सिदाथथी-सिकको का चन िमान रप ि सका गा

सातयकी िकनीकइि िोध अधन म आकड़ो क सिशिषण हत परसतित zwjिी-परीकण सिसध का परोग सका गा

उपकरण इि िोध अधन म आकड़ो क िगरह हत िोधकताण दारा सिकसित तीन सिदओ पर आधाररत दसषzwjिकोण मापनी का परोग सका गा सजिम पाठकरम की अिसध मलाकन परसिसध ििाधन सिकक पाठकरम का िदासतक एि परोगातमक पक आसद ि ििसधत कि 30 कथन थ सजिम दो कथन मकत परकसत क थ

तवशzwjरण एव वयाया दसषzwjिकोण मापनी दारा परापत आकड़ो का सिशिषण एि वाखा उदशो क अनिार की गई ह उदशय 1 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण का अधन करन क सिए परसतित परसिसध का परोग सका गा सिशिषण ि परापत पररणाम और परसतित का मान िारणी 1 म सदा गा ह

दो िषथी िीएड पाठकरम क सिसभनन सिदओ क पररपरक म िारणी 1 क अनिार सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण की वाखा इि परकार ह mdash

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103दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सारणी 1mdash दो वरषीय बीएड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको का दतzwjटzwjिकोण (परतििि म)

करम स या करन सहमि असहमि अतनतशzwjिि1 अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि 50 50 mdash

2 अिसध िढ़ा दन ि गणिता म िसद 61 39 mdash

3 एनिीzwjिीई को परभािपणण तरीक ि िाग न करना 56 44 mdash

4 अिसध िढ़ान ि नामाकन का घzwjिना 63 30 7

5 पाठकरम क िचािन हत ििाधनो का उपिबध न होना 90 2 8

6 पाठकरम क अनकि पसतकाि म पसतक उपिबध न होना 60 15 25

7 पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि न होना 43 375 195

8 पाठकरम को िाग करन हत सिसभनन सिदओ पर धान 55 395 105

9 ितणमान वाििासक आिशकताओ की पसतण 55 mdash 45

10 अतसधक सिषो का न होना mdash 69 31

11 परसतिदता ि ििसधत सिसभनन आाम 10 30 60

12 पाठकरम और आदिण सिकक क गण न होना 595 mdash 405

13 पाठकरम और आतमसिशिाि 40 mdash 60

14 पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का सिकाि 50 50 mdash

15 सिकण कौििो का असधक होना mdash mdash mdash

16 पाठकरम िहाक िामगरी एि पसतको की उपिबधता 60 15 25

17 पाठकरम म िदासतक सिषो की अपका वािहाररक पक 56 33 11

18 पाठकरम म पाठ िहगामी सकराए 68 16 16

19 पाठकरम एि परोगातमक वािहाररकपक 88 12 mdash

20 िकम सिकण एि सिसभनन सिकण कौिि 52 mdash 48

21 पाठकरम एि अभाि-सिकण की अिसध 45 525 25

22 परसिकण एि उपससथसत का परसतित 60 40 mdash

23 पाठकरम की अिसध कम कर दना चासहए 90 10 mdash

24 ितणमान पाठकरम एि मलाकन परसिसध ि अितषzwjि 51 21 28

25 िमसzwjिर परणािी का उसचत होना 55 41 4

26 आतररक मलाकन को असधक महति न दना 555 425 2

27 पाठकरम परी तरह िमझ आ रहा ह mdash mdash mdash

28 सिकक mdash mdash mdash

29 िमसाओ का िामना करना पड़ा

30 िचािन हत िझाि

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104 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

अवतिmdash िीएड पाठकरम की अिसध िढ़ा दना िरकार का एक अचछा पराि ह क ििध म 50 परसतित सिदाथथी-सिकको न उसचत एि अचछा पराि िताा जिसक 50 परसतित सिदाथथी-सिकक िरकार क अिसध िढ़ान िाि पराि को उसचत नही ितात ह िही जि सिदाथथी-सिकको ि अिसध िढ़ान ि गणिता म िसद होगी इि ििध म सिचार सिा तो िगभग 61 परसतित सिदाथथी-सिकको न इिको िही एि उसचत िताा सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक परसिकण की अिसध िढ़ान ि अधापक सिका म गणिता की िसद होगी जिसक 39 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार अिसध एि गणिता म कोई ििध नही ह

नबि परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार करत ह सक नामाकन िढ़ान हत िरकार को पाठकरम की अिसध कम कर दनी चासहए जिसक किि 10 परसतित इि ििध म अिहमसत वकत करत ह दो वरषीय पाठयकरम को zwjाग करना mdash परिािन दारा एनिीzwjिीई सिसनम 2014 को परभािपणण रप ि िाग करन हत महतिपणण भसमका सनभाई जा रही ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार परिािन इि दो िषथी पाठकरम को पणण रप ि िाग करन क सिए पणण भसमका नही सनभा रहा ह िही किि 44 परसतित इि िात पर िहमसत वकत करत ह सक परिािन अपनी महतिपणण भसमका अदा कर रहा ह सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक सिसनम 2014 को परभािपणण तरीक ि िाग करन क सिए परिािन अपनी महतिपणण भसमका नही सनभा रहा ह

नामाकन mdash सतरिठ परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम की अिसध िढ़ा दन ि ही िीएड म नामाकन घzwjिता जा रहा ह जिसक 30 परसतित अिहमसत वकत करत ह किि 7 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपना कोई मत नही दत हससािन mdash नबि परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म दो िषथी िीएड पाठकरम क परभािपणण िचािन हत पाणपत मारिा म मानिी एि भौसतक ििाधन उपिबध नही ह किि दो परसतित सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक ििाधन उपिबध ह िही पर 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम क अनिार पसतकाि म पसतक भी उपिबध नही हपाठयकरम mdash ितणमान पाठकरम वाििासक कौििो की पसतण करता ह एि पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सकए जान क ििध म करमिः 31 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपन सिचारो म असनसशचतता परकzwjि की िही पर 69 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार पाठकरम म अतसधक सिषो को िासमि सका जाना उसचत नही ह सिदाथथी-सिकको न ह िताा सक पाठकरम को परभािी तरीक ि िाग करन ि ििसधत सिसभनन सिदओ पर धान नही सदा गा 595 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आदिण सिकक िनान क सिए एि मलो क सिकाि हत पाणपत परािधान नही ह िगभग 50 परसतित सिदाथथी-सिकक ह सिीकार कर रह ह सक दो िषथी पाठकरम ि परभािी ििाद कौििो का

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105दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

सिकाि हो रहा ह िही उतन ही परसतित इि ििध म अिहमसत वकत कर रह ह किि 43 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक ह पाठकरम िमझन म सपषzwjि एि िरि नही ह जिसक 375 परसतित ह मान रह ह सक पाठकरम सपषzwjि एि िरि ह िही 60 परसतित सिदाथथी-सिकको का दसषzwjिकोण ह ह सक पाठकरम क अनिार पसतकाि म पाणपत मारिा म पसतक उपिबध नही ह किि 15 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मान रह ह की पसतक उपिबध हपाठयकरम का सदातिक पकष mdash सिकक सिका पाठकरम म िदासतक पक की अपका वािहाररक पक को असधक महति सदा गा ह जो एक अचछा पराि ह इि ििध म 56 परसतित सिदाथथी-सिकको न अपनी िहमसत 33 परसतित न अिहमसत और किि 11 परसतित न कोई सिचार परसतत नही सकए 68 परसतित ि असधक अथाणत असधकतम सिदाथथी-सिकको न िताा की ितणमान पाठकरम म पाठ-िहगामी सकराओ को सििष महति सदा गा ह जिसक किि 16 परसतित सिदाथथी-सिकक इि ििध म अपनी अिमणथता वकत करत हपाठयकरम म वयावहाररक पकष mdash अभाि-सिकण की अिसध असधक होन क ििध म 45 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक इिि सिकण कौििो क सिकाि म कोई परभाि नही पड़गा िही पर 525 परसतित सिदाथथी-सिकक ह भी सिीकार करत ह सक िकम सिकण की अिसध एि कौििो को िढ़ाा जाना (पणण) परसिकण क दसषzwjिकोण ि एक उसचत कदम नही ह दिरी तरफ

असधकतम सिदाथथी-सिकक (88 परसतित) न ह सिीकार सका सक वािहाररक पक पर सि िष धान दत हए िदासतक सिषो को कम कर दना चासहएतिकषक mdash सिकक सिका का णकरम क पाठकरम को परा करन हत सिकक पणण रप ि परसिसकत हो क ििध म सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक सिकक ितणमान पाठकरम क अनिार परसिसकत हउपतसरति mdash उपससथसत का परसतित िढ़ा दन ि सिदाथथी-सिकको क परसिकण ससथसत पर अिर पड़गा क ििध म 60 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि उसचत माना जिसक 40 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार उपससथसत का परसिकण ि कोई ििध नही हमलयाकन परतवतिmdash इकािन परसतित सिदाथथी-सिकक ितणमान पाठकरम की मलाकन परसिसध ि परी तरह अितषzwjि ह 28 परसतित सिदाथथी-सिकको न मलाकन परसकरा क िार म कोई सिचार परसतत नही सकए जिसक किि 21 परसतित सिदाथथी-सिकक मलाकन की परसिसध को उसचत मानत ह िही पर 555 परसतित सिदाथथी-सिकक ह मानत ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन पर असधक महति नही सदा गा ह जिसक 425 इि पक म ह सक पाठकरम म आतररक मलाकन को महति सदा गा ह

ितणमान पाठकरम म िमसzwjिर परणािी एक उसचत कदम ह क ििध म 55 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि िही ठहराा जिसक 41 परसतित न गित किि 4 परसतित सिदाथथी-सिकको न इि ििध म असनसशचतता वकत की

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106 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िारणी 2 ि सपषzwjि ह सक zwjिी-अनपात का मान 262 ह जो 01 सतर पर िाथणकता क सिए आिशक मान 260 ि असधक ह अतः पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही ह को असिीकार सका जाता ह सनषकषण क रप म कहा जा िकता ह सक दो िषथी पाठकरम म परसत

िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह मधमान क आधार पर ह भी कहा जा िकता ह सक िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण हउदशय 3 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत सिदाथथी-सिकको को आन िािी िमसाओ का अधन करना इि हत दो िषथी िीएड पाठकरम क दौरान सिदाथथी-सिकको को होन िािी िमसाओ ि ििसधत परापत पररणाम िारणी 3 म सदए गए ह

पचानि परसतित ि असधक सिदाथथी-सिकको न अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना िताा जो सिना पाररशरसमक एि सनरीकण क हो रहा ह एक परमख िमसा ह िही पर 85 परसतित सिदाथथी-सिकको न िताा सक मॉडि सिदाि अथाणत परसिकण क सिए सिदाि का न होना ा दर

सारणी 2 mdash समहवार नयादिश मधयमान मानक तवzwjिzwjन एव zwjिी-परापिाक को दिाशिी सारणी

समहनयादिश की स या

मधयमान (M)

मानक तवzwjिzwjन (SD)

दोनो समह क बीzwjि मधयमान का अिर

मानक तवzwjिzwjन का अिर

zwjिी-परापिाक

िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7443 724

27 103 262गर-िरकारी सिकक सिका िसथान क सिदाथथी-सिकक

100 7173 754

उदशय 2 mdash िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण का तिनातमक अधन करना इि हत िन पररकलपना ldquoिरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत दसषzwjिकोण म कोई िाथणक अतर नही हrdquo इि पररकलपना की जाच हत zwjिी-परीकण का परोग सका जो िारणी 2 म सदा गा ह

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107दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

नही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह 95 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो क पसतकािो म निीन पाठकरम क अनिार पसतको का अभाि ह जो हम िोगो क सिए एक िहत िड़ी िमसा ह सजिक कारण अधन िासधत होता ह किि 20 परसतित सिदाथथी-सिकक अनपकत सिष जो पाठकरम म ह ऐि सिष जो भसिष म उपोगी न हो को िमसा क रप म परदसिणत कर रह ह

उदशय 4 mdash दो िषथी िीएड पाठकरम का परभािी तरीक ि िचािन हत िझाि परापत करना इि हत सिदाथथी-सिकको न अपन सनमनसिसखत िझाि परदान सकएmdash

bull औित ि असधक सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा की पाठकरम म िदासतक सिषो

होना भी एक िहत िड़ी िमसा ह सजिि आसथणक िोझ िढ़ गा ह िीएड पाठकरम की अिसध दो िषण होना 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार एक िमसा ह कोसक सिदाथथी-सिकक ह िता रह ह सक अिसध असधक होन ि फीि म िसद हो गई ह जो एक आसथणक िमसा का परमख कारण िन रही ह िगभग 60 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार दो िषण का पाठकरम होन ि धन का अपव हो रहा ह आग उनह िलक आिाि क खचण आसद क रप म आसथणक िमसाओ का िामना करना पढ़ रहा ह

िगभग 90 परसतित सिदाथथी-सिकको क अनिार सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम सिकक सिका िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध

सारणी 3 mdash पाठयकरम क दौरान तवदारषी-तिकषको को होन वाzwjी समसयाए

करम स या करन स या परतििि1 पाठकरम की अिसध का असधक होना 180 90

2 धन का अपव एि फीि िसद 120 60

3 ििाधनो की कमी 180 90

4 िम का दरपोग 140 70

5 पाठकरम का भसिष म कोई उपोग नही 40 20

6 परसिसकत सिकको का अभाि 120 60

7 अतसधक पाठकरम 140 70

8 पसतको का अभाि 190 95

10 मॉडि सिदाि परसिकण क सिए सिदाि का न होना 170 85

11 अभाि-सिकण की अिसध का असधक होना 190 95

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108 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

को कम कर परोगातमक परसिकण पर सििष धान सदा जाए

bull पाठकरम अतत वापक ह और उिम अतसधक अनािशक सिषो को िसममसित सका गा ह जो ितणमान दसषzwjि ि उपोगी नही ह उन सिषो को हzwjिाा जाए

bull असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए

bull सिदाथथी-सिकको न पाठकरम क अनकि ििाधनो को उपिबध कराकर पाठकरम िाग करना चासहए था उनक अनिार परतक सिकक सिका िसथानो म सिकको का अभाि ह िरकार को आिशक मानिी एि भौसतक ििाधनो की विसथा करनी चासहए

bull सिदाथथी-सिकको की मलाकन परणािी को और िदढ़ िनाा जाए पररणाम िम पर सनकािा जाए और परसिकण परापत करन िाि सिदाथथी-सिकको को रोजगार भी उपिबध करान का िझाि सदा जाए

bull मलाकन म सिकको की सिकण ििी का मलाकन सका जाए एि हमारी उतर पससतकाए सदखान का परािधान सका जाए क िि ध म िझाि सदा

bull सिदाथथी-सिकको न ह िझाि सदा सक दो िषथी पाठकरम होन ि िलक िढ़ गा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको को िमसाओ का िामना करना पड़ता ह अतः िलक कम सका जाए

bull पाठकरम क अनकि पसतकािो म पसतक उपिबध कराई जाए

bull िीएड पाठकरम क िाथ-िाथ परसतोगी परीकाओ की तारी हत ककाओ का परािधान सका जाए

bull पाठकरम म उसचत उपोगी एि भसिष क दसषzwjिकोण ि िाभदाक सिषो को िसममसित सका जाए परसिकण क सिए िरकार को अभाि-सिकण हत पाणपत सिदाि उपिबध कराना चासहए

तनzwjटकरशिोध अधन क पररणाम ह ितात ह सक सिकक सिका िसथानो म पाठकरम एि एनिीzwjिीई सिसनम 2014 क अनिार कका-कक परोगिािा एि अन भौसतक ििाधनो का अभाि ह मानिी ििाधन क रप म असधकतम िसथानो म परसिसकत सिकक उपिबध नही ह सिदाथथी-सिकको क अनिार िसथानो म परसिसकत सिकको का अभाि भी पठन-पाठन म िमसा का एक परमख कारण िन रहा ह असधकतम सिदाथथी-सिकको न िमािसध को िकर दो िषथी िीएड पाठकरम की आिोचना की और िझाि सदा सक िरकार को पनः एक िषण का िीएड पाठकरम िनाना चासहए दो िषथी पाठकरम म परसत िरकारी एि गर-िरकारी सिकक सिका िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको क दसषzwjिकोण म अतर ह िरकारी िसथानो म अधनरत सिदाथथी-सिकको का दो िषथी िीएड पाठकरम क परसत िकारातमक दसषzwjिकोण ह

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109दो वरषीय बी एड पाठयकरम क परति तवदारषी-तिकषको क दतzwjटzwjिकोण का अधययन

अनय महतवपणश सझाव परसिकण म कमी हमिा वसकतगत कारणो ि नही होती कछ िामासजक एि आसथणक कारणो ि भी होती ह हम उि वििा की िासतसिक ससथसत का आकिन कर िकारातमक सदिा म पराि करना चासहए

bull अधापक सिका म का णरत िकसणक िसथाओ को चासहए सक ि अपन िसथानो म ऐि सिकको को तार कर जो पणण रप ि अपन कतणवो का पािन कर तथा िमाज म एक परसिसकत सिकक क रप म अपनी पहचान िना िक

bull हम इि पर सिचार करन की आिशकता ह सक अधापको क परसिकण हत का रणनीसत अपनाई जाए सजिि अधापको म परसिकण क सतर को िढ़ाा जाए तथा का ण क परसत ििदनिीिता िढ़ान की आिशकता ह

bull सिकको म मलो क अभाि एि कारणो जिािदही की कमी एि आतम चतना म कमी क कारणो का पता िगाा जाए तथा मलो क िरकण जिािदही का सनधाणरण सका जाए सजिि परसिकण म िकारातमक िधार िाा जा िक

bull िमसत सिकक सिका िसथानो सिदािो एि सिशिसिदािो म परसिकण का णकरमो म परसिकण क महति को िताा जाए तथा पाठकरम म परसिकण को उसचत सथान सदा जाए

bull अधापक सिका म परसिकण म होती कमी ा सगरािzwjि क कारणो का पता िगाकर उि दर करन की आिशकता ह

bull परसिकण क सिए जागरकता का णकरम का णिािाओ एि िगोसषठो का आोजन सका जाए अधापक सिका ि ििसधत सनमो मलो एि जिािदही का सनधाणरण सका जाए अधापक को उनक दासतिो एि कतणवो का िोध कराा जाए तथा इिक परसत उनम जागरकता िाई जाए परसिकण ि ििसधत अभाि का ण पाठकरम म िाा जाए

bull िकसणक परसकरा क िपादन परिधन एि पाठकरम क सिकाि म सिकको की भसमका दी जाए सजिि उनकी जिािदही का सनधाणरण सका जाए तथा उनकी उपिसबध का आकिन सका जाए

सदरश

अहमद िमीम 2012 परिपिन ररगासडग ओइआर द कि ऑफ पिणपसकzwjिि zwjिीचिण िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 37 निमिर-4 फरिरी 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एडिडण एिन 1969 zwjिशन स ऑफ एशzwjिzwjिड सकि कसटरिन िसकिि सफफर एड िाइमि पराइिzwjि सिसमzwjिड िामि सिद जिाइzwjि इसडन अमररकन परोगराम

कमार 2004 परारसभक सिका क भािी सिकको की सिकक असभिसतो तथा सिकण वििा क परसत िचनिदता एि िमपणण सतर का अधन

गपता ए पी 2005 सषाशकी शवशधषा िारदा पसतक भिन परकािन इिाहािाद

Chapter 10indd 109 762018 110937 AM

110 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

गिहान ज एि 2008 इनोिसzwjिि एपरोच zwjि द िीएड करीकिम इन द सनिसिणzwjिीज ऑफ महाराषzwjट िनदि ऑफ एिकिन ररसचद एड एसzwjििन िॉलम-45 अक 4 अकतिर-सदिमिर 2008 पषठ 1ndash11 कोइमिzwjिर

जान िी िसzwjि 2000 ररसचद इन एिकिन परसzwjिि हाि ऑफ इसडा सिसमzwjिडजन ररचा 2012 ऐसzwjि zwjिड ऑफ zwjिीचिण zwjििडण zwjिीसचग परोिि zwjटनड थ फॉमणि एड सडसzwjिनि मोड िनदि ऑफ इशडन

एिकिन एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड एम एम 2005 किासिzwjिी एना सिसिि ऑफ िीएड करीकिम इमपसिमzwjििन एड ऑउzwjिकम परोजकzwjि ऑफ द

आरआईई अजमर ररपोzwjिणि िाए इररक एनिीईआरzwjिी नी सदलिीपाणड ोगनदर और िरन कमार दि 2012 परॉबिम फिड िाई सपिि zwjिीचिण इन इमपसिमसzwjिग इकिसिि एजकिन अडर

ििण सिका असभान िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 निमिर 1 मई 2012 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

पार आर क 2011 इफकzwjि ऑफ परोफिनि डििपमzwjि परोगराम ऑन दी ऐसzwjिzwjिड ऑफ परी-िसिणि zwjिीचिण zwjििडण सzwjिडzwjिि सिद सपिि नीडि िनदि ऑफ इशडन एिकिन िॉलम 38 पषठ 46ndash58 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

िधोपाधा 2006 सिकक भषारती आधशनक शिकषा जिाई-अकतिर ि कताक िषण 25 अक 1-2 पषठ 1ndash5 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

सनसनाि एन पी और एिक िखरा 2007 नािज एड अिरनि ििि ऑफ zwjिीचिण अडर गोसइग िीएड zwjटसनग थ सडसzwjिनि मोड आन एच आइ िी इशडन िनदि आफ पषापििन एिकिन पषठ 61ndash69 नी सदलिी

ादि ितीि 2009 अधापक सिका िमसाए एि चनौसता भषारती आधशनक शिकषा िषण 30 अक 2 पषठ 79ndash85एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

शरीिासति राजि 2012 जनजाती सिका म सिकको की भसमका भषारती आधशनक शिकषा िषण-32 अक-4 अपरि 2012 पषठ 19ndash25 एनिीईआरzwjिी नी सदलिी

एनिीzwjिीई रगििन 2014

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बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग क सम उतपनन समसयाओ कया अधन

तारकशzwjवर गपता

शिकषक शिकषषा महतवपरण कषारणकरम ह शिकषक शिकषषा म पषारोशिक शकररषाओ क अतिणत अभरषास-शिकषर (इटरणशिप) कषा शविष महतव होतषा ह तथषा शिकषर कौिलो कषा जषार शिकषषा क पसषार को िरवतषा पदषार करतषा ह शिकषर कौिलो कषा जषार एव शवकषास तथषा वषासतशवक पररशसथशत म परोि शिकषक की शवशिषट रोगरतषा को पदशिणत करतषा ह इस िोध पतर म शवदषाथथी-शिकषको म कौिल रकत शिकषषा पषापत करर एव अधरषापर कषारण म पवीर करर म आर वषाली समसरषाओ एव ततसबधी तथरो पर पकषाि डषालर कषा परषास शकरषा िरषा ह इस िोध अधररर की पकशत सववकषर थी इसम उदशरपरण पशतदिणर शवशध स चरशरत पशतदिण क रप म महषारषारषा पतषाप रषाजकीर सरषातकोतर महषाशवदषालर हरदोई (उर पदि) म सतर 2015ndash16 म अधररररत बी एड क 65 शवदषाथथी-शिकषको को सशमशलत शकरषा िरषा थषा उपकरर क रप म िोधक दषारषा सव-शरशमणत अभरषास-शिकषर सचरषा पतर कषा परोि शकरषा िरषा थषा शजसम छह शिकषर कौिलो क परोि तथषा उरक परोि क समर उतपनर होर वषाली कशिरषाइरो स सबशधत पशर थ इस िोध अधररर म पषारषा िरषा शक शवदषाथथी-शिकषको को सवषाणशधक समसरषा शवदषाशथणरो दषारषा ही आती ह सषाथ ही शिकषर वषातषावरर स भी समसरषा उतपनर होती ह शिकषर कौिलो क जषार कषा अभषाव तथषा परोि की परषाणपत जषारकषारी कषा र होरषा भी समसरषा उतपनर करतषा ह इर समसरषाओ कषा मखर कषारर पशिकषर ससथषारो म पशिकषको की कमी तथषा रीशतरो म वरषापक समनवरतषा कषा अभषाव पषारषा िरषा इसकषा एक अनर कषारर ससथषारो क पषास सवर क शवदषालर रही ह जहषा वरवशसथत तथषा परणकषाशलक पशिकषर सपनर करषारषा जषा सक

अशससटट पोफसर (बीएडवzwjवभाग) महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) 241 001

परसयािनयाldquoराषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का महतzwjव zwjवजावक दवषटिकोण की आzwjवशयकता अप काम म उतकक षटिता क वलए परवतबदध रहा और अप समाज क वलए विवतत होाrdquo एक य वशकषक की अवभकलपा होी िावहए िटोपाधयाय आयोग

(1983ndash85) एक वशकषक हमशा अप काम की उतकक षटिता क वलए परवतबदध और अप समाज क वलए विवतत रहता ह उस समय-समय पर उवित मागगदशग की आzwjवशयकता होती ह समाज वकस वदशा म अगरसर हो रहा ह उस पर उसकी दवषटि रहती ह य समाज की सरिा म य लोगो की ही भवमका होी

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112 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

िावहए कयोवक उनह ही उस समाज म रहा ह तथा आ zwjवाली पीढ़ी क वलए य ससकार द ह वशकषक ब हत परवशकषण परापत कर रह वzwjवदाथथी-वशकषको म राषzwjटीय अखडता और एकता की भाzwjवा का सिार तथा zwjवजावक दवषटिकोण को वzwjवकवसत करा एzwjव वशकषण कौशल सीखा आzwjवशयक ह

कोठारी आयोग (1964ndash66) वशकषा म गणातमक सधार क वलए वशकषको को बतौर पशzwjवर तयार कर पर बल वदया था आयोग का मत थाmdash ldquoवशकषक-वशकषा को एक तरफ वzwjवशzwjववzwjवदालयो की अकादवमक मखयधारा म और दसरी ओर सकली जीzwjव तथा शवकषक वzwjवकास म ला की बात पर जोर वदया जाएrdquo zwjवतगमा वशकषक-परवशकषण कायगकरम वशकषको को एक ऐसी वयzwjवसथा म समायोवजत कर क वलए परवशकषण दता ह वजसम वशकषा क बार म यह समझा जाता ह वक उसम कzwjवल सिाओ का परसार होता ह परिवलत वशकषक-परवशकषण कायगकरम म तो य वzwjविारो को सदभग म वलया जाता ह ही सकल और समाज स जड़ मदो की इसम ििाग हो पाती ह इसम य परकार क शकषवणक अभzwjवो क वलए कोई जगह ही होती वशकषक-परवशकषण क अभzwjवो स पता िलता ह वक उसम जा को परद की तरह वबा सzwjवाल उठाए पाठयियाग म बाध वदया जाता ह और उस तो वzwjवदाथथी-वशकषको दारा परीकषण वदया जाता ह ही वकसी अनय वशकषक दारा

समाज म समसयाए बहत ह वजक वराकरण क वलए सामावजक मलय वतक मलय एzwjव राजवतक मलयो को आतमसात कर की आzwjवशयकता होती ह वशकषक सzwjवय म इ मलयो को धाररत करता ह

तथा अप धमग का वzwjवागह करता ह वशकषक का धमग दश काल की पररवसथवतयो क असार समाज क ागररको को तयार करा तथा भाzwjवी सभाzwjवाओ की खोज करा ह मषय क जीzwjव को उनत बा क वलए वशकषा ही एकमातर साध ह वशकषा स मषय अप अवसततzwjव जीzwjव का उदशय तथा सामावजक सबधो एzwjव जीzwjव मलयो को समझ म सकषम हो पाता ह समाज की जवटिलताओ जीzwjव की उलझो का समाधा कर क साधो की खोज म वशकषा सहयोग परदा करती ह वशकषा क माधयम स मषय परकक वत क उ रहसयो को समझ पाता ह जो उसक वलए आशियग स कम ही होत वजको जा और समझ म मषय य-य आवzwjवषकार करता आ रहा ह इ आवzwjवषकारो मषय को भौवतक सवzwjवधाओ की उपलबधता परदा की ह

वशकषक ब की परवकरया म अधययरत वzwjवदाथथी-वशकषक जो इस कषतर म वबलकल य होत ह और वzwjववभन वzwjवषयो की पकषठभवम स जड़ होत ह वजनह zwjवी वzwjवषय वशकषा दशग वशकषा मोवzwjवजा वशकषा तकीकी वशकषा का इवतहास वशकषा परबध इतयावद का अधयय करा पड़ता ह इ सभी वzwjवषयो का जा एक वशकषक को आzwjवशयक ह इ वzwjवषयो क अभाzwjव म वशकषक अधयाप की पणगता को परापत कर म असमथग ह उचि वशकषा का यह कषतर अतयत महतzwjवपणग ह इस कषतर की गणzwjवा वशकषा क सभी सतरो को परभावzwjवत करती ह वशकषक वशकषा म वसदधात क अवतररकत परायोवगक वसथवत अतयत महतzwjवपणग ह वजसस वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjववभन ि ौवतयो का सामा करा पड़ता ह

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113बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

अभयास-वशकषण क समय वzwjवदाथथी-वशकषको को अक कौशलो की परसतवत करी पड़ती ह वzwjववभन कौशलो क वzwjवकास हत पाठ योजा का वमागण करा होता ह वजस वzwjववभन वशकषण वबदओ क सहयोग स वzwjवकवसत वकया जाता ह पाठ की परसताzwjवा क परश बाा जो परतयक वzwjवदाथथी-वशकषक क वलए ि ौती होती ह परशीकरण कौशल म सपणग पाठ योजा म वzwjववभन परकार क परशो का वमागण करा होता ह यथाmdash परसताzwjवा परश बोध परश वzwjवकासातमक परश तथा प राzwjवकव क परश इतयावद वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए वzwjववशषटि उदशयो का िय और लख कम ि ौतीपणग ही रहता वयाखया वलख म भी वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आती ह वशकषण सहायक सामगरी बा म तो वzwjवदाथथी-वशकषको को अवधक समय द ा पड़ता ह

zwjवसततः वशकषक-परवशकषण ि ौतीपणग कायग ह इस परवशकषण क माधयम स वzwjवदाथथी-वशकषक वशकषण क कायगकलाप म दकषता परापत करता ह अभयास-वशकषण स वzwjवदाथथी-वशकषक म कौशलो का वzwjवकास ही ही होता अवपत जीzwjव को सफल बा zwjवाल वzwjववभन ततzwjवो का भी वzwjवकास होता ह इस अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषक म समय परबध ककषा परबध अशास सहयोग वयाzwjवहाररकता समायोज तथा धयग कषमा आवद गण भी वzwjवकवसत होत ह य वzwjवदाथथी-वशकषक वzwjववभन वzwjवषयो म सातक एzwjव परासातक की वशकषा गरहण कर क बाद आत ह वकत वज वzwjवषयो स उका सामा होता ह zwjव उक वलए zwjवी होत ह वजसस उक दवषटिकोण म गणातमक पररzwjवतग आता ह

वशकषक अप वzwjवदाथथी तथा समाज दोो क वलए रोल मॉडल होता ह इसवलए उसक वयवकततzwjव म उ गणो का समाzwjवश होा अतयत आzwjवशयक ह जो उस एक अचा ागररक बा सक साथ ही सामावजक समसयाओ क समाधा हत उचि सतर क वित का भी वzwjवकास कर सक वशकषक सामावजक समसयाओ क समाधा हत उतकक षटि तकग और वzwjविार परसतत करता ह वजसक सहयोग स भाzwjवी पीढ़ी भवzwjवषय की योजाओ का वमागण करती ह तथा अप वलए सदर समाज का सकज करती ह समाज की वदशा और दशा को तय कर का दावयतzwjव भी वशकषक का ही होता ह zwjवह वजस सतर तक वितशील होता ह उसी सतर पर वदशा और दशा भी वधागररत होती ह

वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क समय कौशलो क वzwjवकास म कवठाई का सामा करा पड़ता ह मल समसया यह होती ह वक परभाzwjवी वशकषण कस वकया जाए परभाzwjवी वशकषण क वलए वzwjवषय का जा होा परथम शतग ह वशकषण क वलए उतसाह और सzwjवदशीलता क साथ ही सकजातमकता और गणzwjवा का होा भी आzwjवशयक ह जब वzwjवदाथथी-वशकषक ककषा म वशकषण कायग कर रहा होता ह उस समय उस एक साथ कई वबदओ क मधय सामजसय सथावपत करा पड़ता ह जस mdash ककषा का परबध ककषा का अशास वzwjवदावथगयो क साथ अतवकरया वशकषण कौशलो का यथासथा परयोग वzwjवषय जा आतमवzwjवशzwjवास आवद इ सभी वबदओ पर पयगzwjवकषक की वटिपपणी ही परकाश डालती ह

अभयास-वशकषण पर पzwjवग म हए शोधो म भागगzwjव (2009) ldquoटिीविग परवकटिस फॉर सटिडटि-टिीिर

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114 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

ऑफ बी एड परोगराम mdash इशयज परीवडकामटिस एड सजशसrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषक बहआयामी समसयाओ का सामा करत ह वजसस वशकषण कायग म आzwjवशयक अभzwjव कौशल और आतमवzwjवशzwjवास म कमी आ जाती ह पयगzwjवकषको बताया वक जब zwjव परकषण का कायग परारभ करत थ तब zwjव सवकरय हो जात थ भाzwjवी वशकषको यह सzwjवीकार वकया वक जब पयगzwjवकषक ककषा म परकषण हत बठत थ तब zwjव वशकषण पाठय-zwjवसत भल जात थ और असहज महसस करत थ

अहमद और अनय (2010) ldquoटिीविग परवकटिसmdash परॉबलमस एड इशयज इ पावकसताrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको को अभयास-वशकषण हत वzwjवदालयो म जा स पzwjवग वयमो और अवधवयमो की वददवशका उपलबध ही कराई जाती पयगzwjवकषको दारा भी पाठ-योजा की पणग तयारी ही कराई जाती थी तथा उकी परभाzwjवी भवमका आतमवzwjवशzwjवास म zwjवकवदध दवषटिकोण तथा दकषता स सबवधत परवतपवषटि भी ही दी जाती थी वजसस उका अभयास-वशकषण कायग परभावzwjवत होता था

रज (2013) ldquoए सटिडी ऑफ परवकटिस टिीविग परोगराम mdash ए zwjटासलश फज फार सटिडटि-टिीिसगrdquo शीषगक क अतगगत अप शोध पररणाम म पाया वक भाzwjवी वशकषको का जो अभयास-वशकषण होता ह zwjवह अपयागपत ह वzwjवशषतया तब जब उकी तयारी वzwjवदालयो म हो zwjवाल परीकषा स पहल कराई जाती ह उस समय वzwjवदालयो क वशकषक अप वzwjवदावथगयो को लकर अतयवधक सकटिगरसत रहत ह अतः इस कारण स zwjव अपी ककषाओ को ोड़ क परवत

अवचक होत ह उस दशा म भाzwjवी वशकषको क अभयास-वशकषण का उदशय परभावzwjवत होता ह भाzwjवी वशकषक सामानयतया सzwjवारत सदसयो दारा असममा का भाzwjव महसस करत ह तथा जब उको वzwjवदालयो की वzwjववभन गवतवzwjववधयो म सवममवलत हो स मा वकया जाता ह तो उका उतसाह भग हो जाता ह उकत शोध अधययो क अधयय क आधार पर तथा zwjवतगमा म एसीटिीई रगयलश 2014 क आधार पर दो zwjवषथीय पाठयकरम म अभयास-वशकषण की अzwjववध 16 सपताह वकए जा क कारण इस शोध अधयय की आzwjवशयकता परतीत हई

उदशइस शोध अधयय क वमवलवखत उदशय थmdash1 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण

क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया का अधयय करा

2 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया का अधयय करा

3 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया का अधयय करा

4 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा

5 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया का अधयय करा तथा

6 बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग का अधयय करा

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115बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

विविइस शोध अधयय की परकक वत सzwjवदकषण थी

परवदिशपरवतदशग क रप म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) म सतर 2015ndash16 म अधययरत बीएड क 65 वzwjवदाथथी-वशकषको को सवममवलत वकया गया था इका िय उदशयपणग परवतदशग वzwjववध स वकया गया था

उपकरण इस शोध अधयय हत सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर का परयोग वकया गया था उपकरण म ह वशकषण कौशलो क परयोग तथा परयोग क समय उतपन हो zwjवाली कवठाइयो स सबवधत परश थ साथ ही वशकषण क दौरा वकस परकार की अवधक समसया आई और वकसस अवधक सहयोग परापत हआ जस वबदओ को भी सवममवलत वकया गया था उपकरण म पाठ योजा का वमागण वशकषण अzwjववध म परयकत कौशल ककषा परबध क समय समसया सपणग वशकषण अzwjववध म उतपन समसया

तथा अभयास-वशकषण अzwjववध म परापत सहयोग को सवममवलत वकया गया था

आकड़ो कया सकलनआकड़ो का सकल सतर 2015ndash16 म महाराणा परताप राजकीय सातकोर महावzwjवदालय हरदोई (उर परदश) क बी एड वzwjवभाग म अधयय कर रह 65 वzwjवदाथथी-वशकषको पर सzwjव-ववमगत अभयास-वशकषण सिा पतर परशावसत कर वकया गया

विशलषण एि वयाखयाउदश 1 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय पाठ योजा वमागण म कौशलो क लख की समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 1 म वदया गया ह

सारणी 1 क आधार पर सपषटि ह वक पाठ योजा क वमागण म परसताzwjवा परश बा म सzwjवागवधक 5846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई जबवक पराथवमकता क आधार पर सबस कम (154 परवतशत) वयाखया वलख म समसया आई 1692 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को उदशय लख म तथा शयामपट साराश लख म 1538 परवतशत एzwjव 770

सयारणी 1mdash पयाठ-ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया

करम सखया पयाठ ोजनया वनमयाशण म कौिलो की समसया परवि1 उदशय लख म 1692

2 परसताzwjवा परश बा म 5846

3 वयाखया वलख म 154

4 परश बा म 770

5 शयामपट साराश वलख म 1538

योग 10000

Chapter 11indd 115 732018 45941 PM

116 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को बोध एzwjव वzwjवकास परश बा म समसयाए उतपन हइइ िवक वकसी भी परकरण हत परसताzwjवा परश बा म वzwjववभन परकार की कवठाइया आती ह जस mdash परवशकषक दारा वzwjवसतकत ििाग कर पाा वzwjवदाथथी-वशकषक दारा वzwjवषय-zwjवसत को समझ पाा एzwjव अभयास का कम होा हो सकता ह परसताzwjवा क परथम परश को पzwjवग जा स जोड़ा तथा समसयातमक परश का सटिीक उर वzwjवदाथथी स अपवकषत रहता ह वजसकी अपवसथवत वयापक तयारी का अभाzwjव हो सकता ह उदश 2 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय वशकषण कौशलो क परयोग क समय उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो का वzwjवशलषण सारणी 2 म वदया गया ह

सारणी 2 स सपषटि ह वक सzwjवागवधक (5846 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को परकरण वकलzwjवा म समसया आई तथा सबस कम (154 परवतशत) परशो को प म समसया हई ततपशिात वयाखया कर म 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई

प बगल कौशल क परयोग म 615 परवतशत एzwjव उदीप पररzwjवतग म 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया आई शयामपट कायग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा परकरण वकलzwjवाा वzwjवदाथथी-वशकषको क वलए हमशा ि ौती रहती ह वजसका कारण वzwjवदावथगयो क मावसक सतर पर परशो का वमागण होा हो सकता ह तथा उदीप पररzwjवतग म आ zwjवाली समसया कौशलो का पयागपत अभयास होा और आतमवzwjवशzwjवास की कमी हो सकती ह भागगzwjव (2009) भी अप शोध वषकषग म इस ओर सकत वकया ह उदश 3 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क अभयास-वशकषण क समय ककषा परबध म उतपन समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 3 म वदया गया ह

सारणी 3 स सपषटि ह वक ककषा परबध म सzwjवागवधक (5538 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदावथगयो स समसया आई तथा सबस कम (615 परवतशत)

सयारणी 2 mdash कौिलो क परोग म सियाशविक समसया

करम सखया कौिलो क परोग म सियाशविक समसया परवि1 परकरण वकाल म 5846

2 वयाखया कर म 308

3 परशो को प म 154

4 प बगल द म 615

5 उदीप पररzwjवतग कर म 2308

6 शयामपट कायग म 770

योग 10000

Chapter 11indd 116 732018 45942 PM

117बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

पाठयियाग स समसया हई ततपशिात वzwjवदालय क वशकषको स 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384 परवतशत एzwjव ककषा क अदर की सामगरी स 1693 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई वzwjवदालय क परधाािायग स वकसी भी वzwjवदाथथी-वशकषक को वकसी परकार की समसया का सामा ही करा पड़ा ककषा परबध एक कला ह वzwjवदाथथी-वशकषक परवशकषण हत zwjवासतवzwjवक पररवसथवत

म पहली बार वकसी ककषा का सामा कर रह होत ह वजसम अतयवधक वzwjववभनता रहती ह साथ ही वzwjवदालयो का अशासही शवकषक zwjवाताzwjवरण तथा ककषा म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता ह उदश 4 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 4 म वदया गया ह

सयारणी 3 mdash ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया ककषया परबिन म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवदावथगयो स 5538

2 वzwjवदालय क वशकषको स 770

3 परधाािायग स 000

4 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 1384

5 पाठयियाग स 615

6 ककषा क अदर की सामरगी स 1693

योग 10000

सयारणी 4 mdash सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया सपणश अभयास-विकषण अिवि म उतपनन सियाशविक समसया परवि1 वzwjवषय-zwjवसत स 1845

2 वzwjवदावथगयो स 2769

3 वशकषण zwjवाताzwjवरण स 2308

4 भाषा स 1077

5 कौशल क परयोग स 770

6 वशकषण शली क वzwjवकास म 923

7 पयगzwjवकषको स 308

योग 10000

Chapter 11indd 117 732018 45942 PM

118 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सारणी 4 म सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध को सपषटि वकया गया ह वजसम सzwjवागवधक (2769 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को अभयास-वशकषण क दौरा वzwjवदावथगयो स समसया हई ततपशिात वशकषण zwjवाताzwjवरण दारा 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया आई वzwjवषय-zwjवसत स 1845 परवतशत एzwjव भाषा दारा 1077 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया हई कौशल क परयोग म कzwjवल 770 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया का सामा करा पड़ा जबवक वशकषण शली क वzwjवकास म 923 परवतशत एzwjव कzwjवल 308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको दारा सपणग अभयास-वशकषण की अzwjववध म समसया हई सपणग वशकषण अzwjववध म वzwjवदावथगयो दारा सzwjवागवधक समसया उतपन की गई इसका कारण वzwjवदाथथी सपणग सतर म अप सथायी वशकषक दारा पढ़ता ह और कzwjवल 20 कायग वदzwjवसो म zwjवह अभzwjवही वzwjवदाथथी-वशकषको दारा साथ ही तला भी करता ह और लगातार ककषाओ क सिाल स परशा होकर ककषा स दर भागा या वफर वzwjववभन परकार क वकरयाकलापो दारा समसया उतपन करा हो सकता ह

उदश 5 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म अनय कारको दारा उतपन सzwjवागवधक समसया क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 5 म वदया गया ह

सारणी 5 म वशकषण क वzwjववभन कारको दारा उतपन समसयाओ को परदवशगत वकया गया ह सzwjवागवधक (5077 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को वzwjवदालय तक पहि म की जा zwjवाली यातरा स समसया आई ततपशिात वzwjवदालय की समय-सारणी भी 2308 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको को समसया उतपन की आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स भी 2615 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषक समसयागरसत रह वशकषण क समय परवशकषण क दर यवद दर ह तथा यातायात क साधो का अभाzwjव ह तो इस परकार की समसया सzwjवाभावzwjवक ह साथ ही वzwjवदालय परशास और परवशकषको म सामजसय का अभाzwjव ह तो समय-सारणी की भी समसया आ सकती ह अकसर वzwjवदालयो म आzwjवशयक सवzwjवधाओ का अभाzwjव भी इ समसयाओ क कारण होता हउदश 6 mdash बीएड वzwjवदाथथी-वशकषको क सपणग अभयास-वशकषण अzwjववध म वzwjवदालय क कमगिाररयो दारा परापत सहयोग क अधयय स परापत आकड़ो क वzwjवशलषण को सारणी 6 म वदया गया ह

सयारणी 5 mdash विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया

करम सखया विकषण क अन कयारको दयारया उतपनन सियाशविक समसया परवि

1 वzwjवदालय तक पहि म यातरा स 5077

2 समय-सारणी स 2308

3 आzwjवशयक सवzwjवधाओ क अभाzwjव स 2615

योग 10000

Chapter 11indd 118 732018 45942 PM

119बी एड विदयारथी-विकषको क अभयास-विकषण म विकषण कौिलो क परोग

सारणी 6 म अभयास-वशकषण की अzwjववध म वzwjवदाथथी-वशकषको को वमल zwjवाल सहयोग का वzwjवzwjवरण परदवशगत वकया गया ह वzwjवदालय क कमगिाररयो स (2308 परवतशत) वzwjवदाथथी-वशकषको को सहयोग परापत हआ 3846 परवतशत वzwjवदाथथी-वशकषको सzwjवीकार वकया वक उनह पयगzwjवकषको एzwjव साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स इस अzwjववध म सहयोग परापत हआ परवशकषण की अzwjववध म साथी वzwjवदाथथी-वशकषक महतzwjवपणग भवमका वभात ह zwjव पाठ योजा तयार करा म वशकषण क समय आतमवzwjवशzwjवास बढ़ा म सहयोग करत ह पयगzwjवकषक भी अप वzwjवदाथथी-वशकषको का पयागपत सहयोग करत ह

वनषकषशवषकषग क रप म कहा जा सकता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को सzwjवागवधक समसया वzwjवदावथगयो दारा ही आती ह साथ ही वशकषण zwjवाताzwjवरण स भी समसया उतपन हो रही ह अधयय म पाया गया वक वशकषण कौशलो क जा का अभाzwjव तथा परयोग की पयागपत जाकारी का होा समसया उतपन करता ह इस समसया का मखय कारण परवशकषण ससथाो म परवशकषको की कमी तथा ीवतयो म वयापक समनzwjवयता का अभाzwjव ह इसका एक अनय कारण

सयारणी 6 mdash अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग

करम सखया अभयास-विकषण की अिवि म परयाप सियाशविक सहोग परवि

1 वzwjवदालय क कमगिाररयो स 2308

2 पयगzwjवकषको स 3846

3 साथी वzwjवदाथथी-वशकषको स 3846

योग 10000

ससथाो क पास सzwjवय क वzwjवदालय ही ह जहा वयzwjववसथत तथा पणगकावलक परवशकषण सपन कराया जा सक

सzwjवागवधक वzwjवदाथथी-वशकषक मात ह वक उनह परसताzwjवा क परश बा म और परकरण वकलzwjवा म समसया आती ह यह परवशकषको एzwjव परवशकषण ससथाो क वलए ि ौती ह वशकषण क आधवक उपकरण अपलबध ह तथा वशकषण मशी मकदल उपागम तथा परोगराम इसzwjटकशस की कमी भी रहती ह

िवकषक वनवहयारशइस अधयय स यह सपषटि होता ह वक वzwjवदाथथी-वशकषको को परसताzwjवा परश बा म परकरण वकलzwjवा म उदीप पररzwjवतग कर म सzwjवागवधक समसया उतपन हो रही ह साथ ही ककषा-ककष की पररवसथवतयो म वzwjवदाथथी अवधक समसया उतपन कर रह ह सभी वशकषक-परवशकषण ससथाो क परवशकषक गभीरतापzwjवगक वzwjविार कर उपयोगी वशकषण कौशलो को तयार करा क उपरात यह सववशित कर वक वzwjवदाथथी-वशकषको म वशकषण कायग क परवत आतमवzwjवशzwjवास आ गया ह तब अभयास-वशकषण हत भज वजसस zwjवह पणग मोयोग क साथ वशकषण कर सकगा और एक अचा वशकषक बकर तयार हो सकगा

Chapter 11indd 119 732018 45942 PM

120 भारतीय आधिनक िशका ndash जलाई 2017

सदरश

बसटि जो डबलय और जमस का बी 2008 ररसचण इर एजकिर वपयसग परवटिस हॉल यी वदललीभागगzwjव ए 2009 टिीविग परवकटिस फार सटिडटि-टिीिसग ऑफ बीएड परोगराम mdash इशयज परीवडकामटिस एड सजशस तशकण ि

ऑरलषाइर जरणल ऑफ शडसटस एजकिर 10(2) 1ndash7मगल एस क और उमा मगल 2009 शिकषषा तकरीकी पी एि आई लवइग पराइzwjवटि वलवमटिड यी वदललीराषzwjटीय शवकषक असधा और परवशकषण पररषद 2009 रषाषzwjटीर फोकस समह कषा आधषार पतर mdash शिकषक शिकषषा राषzwjटीय

शवकषक असधा और परवशकषण पररषद यी वदललीवसह ए क 2005 मरोशवजषार समषाजिषासतर तथषा शिकषषा म िोध शवशधरषा भारती भzwjव पवबलशसग एzwjव वडसzwjटीबयटिसग पटिा

वबहार

Chapter 11indd 120 732018 45942 PM

सलाहकार समिमत िनदशकराशअपरप षिकशसनापषि अधzwjयकषअषशषि राजरानी अधzwjयकषपरकाशनपरभाग एमषसराजअनिर

सपादकीय समिमत अकादििकसपादक षजिनzwjदरकमारपाटीदार िखzwjयसपादक शििाउपपल

अनय सदसय राजरानी रजनाअरोडा उिाशमामा मधzwjाषलकाएसपटल बीपीभारदाज

परकाशन िडल िखzwjयवzwjयापारपरबधक गौिमगागली

िखzwjयउतपादनअिधकारी अणषचिकारा उतपादनसहाzwjयक परकाशिीरषसह

आवरणअषमिशीिासिि

हिार कायायालय

परकाशनपरभाग

एनसीईआरटीक पस

शीअरषिदमागमानयी मदलली 110 016 फोन011-26562708

108100फीटरोडहोसकरहललीएकसटशनबनाशकरीसटजबगलर 560 085 फोन080-26725740

निजीिनटरसटभिनडाकघरनिजीिनअहिदाबाद 380 014 फोन079-27541446

सीडबलzwjयसीक पसधनकलबससटटॉपकसामनपषनहटीकोलकाता 700 114 फोन033-25530454

सीडबलzwjयसीकटॉमपलकसमालीगािगवाहाटी 781 021 फोन0361-2674869

िलय एकपरषि`50 िाषिमाक`200

पमरzwjिका क बार िभारतीzwjयआधिनकिशकषाराषटरीzwjशषकषकअनसधानऔरपरषशकषणपररिदकीएकतमाषसकपषतकाहइसपषतकाकामखzwjउदशzwjह षशकषाषिदोशषकषकपरशासको षशकषक-परषशकषको षशकषकोशोधकोएि षिदारथी-षशकषकोकोएकमचपरदानकरनाषशकषाएिषशकषकषशकषाकषिषभनzwjनअाzwjामोजसmdashबालzwjािसरामषिकाससमकालीनभारिएिषशकषाषशकषामदाशमाषनकएिसामाषजकपररपरकषzwjजानकआधारएिपाठzwjचzwjामाअषधगमकाआकलनअषधगमएिषशकषणसमाजएिषिदालzwjकसदभमामजडरसमािशीषशकषाषशकषाएिषशकषकषशकषाहिआईसीटीमनिीनषिकासराषटरीzwjएिअिरामाषटरीzwjसिरपरषशकषाएिषशकषकषशकषाकासिरपषिषभनzwjनराजzwjोमषशकषाएिषशकषकषशकषाकीषसरषिपरमौषलकएिआलोचनातमकषचिनकोपरोतसाषहिकरनािराषशकषाएिषशकषकषशकषाकीगणितामसधारएिषिकासकोबढािादनालखकोदाराभजगएसभीलखशोध-पतआषदकापरकाशनकरनसपयिमासबषधिलखशोध-पतआषदकासमककषषिदानोदारापयणमाषनषपकषिापयिमाकपनरीकषणषकzwjाजािाहलखकोदारावzwjकिषकएगएषिचारउनकअपनहअिzwj षकसीभीपरकारसपररिदकीनीषिzwjोकोपरसििनहीकरिइसषलएइससबधzwjामपररिदकाकोईउतरदाषzwjतिनहीह

copy 2018 पमरzwjिका ि परकामशत लखो का राशअपरप दारा सवायामिकार सरमषित ह पररषद की पवया अनिमत क मबना लखो का पनियादरण मकसी भी रप ि िानय नही होगा

लखको क मलए मदशामनददशलखकअपनमौषलकलख शोध-पतआषदसटॉफ़टकटॉपी(जहािकसभिहोzwjयनीकोडम)कसारषनमनपिzwjाई-मलjournalsncertdtegmailcomपरभजndash

अकादमिक सपादकभारतीय आिमनक मशषिाअधयापक मशषिा मवभाग

राषzwjटीय शमषिक अनसिान और परमशषिण पररषदशी अरमवद िागया नयी मदलली 110 016

लखक धयान रख मक लख शोि-परzwjि mdash ∙ सरलएिवzwjािहाषरकभािामहोजहािकसभिहोलख शोध-पतअाषदमवzwjािहाषरकचचामाएिदषनक

जीिनसजडउदाहरणोकासमािशकर∙ षििzwj-िसिलगभग2500स3000शबदोzwjाअषधकमषहदीफोटमटषकिहो∙ षििzwj-िसिकसारहीिाषलकाएिगाफहोिरावzwjाखzwjामिाषलकामषदएगएिथzwjोएिगाफकाउललखहो∙ गाफअलगसएकसलफाइल(ExcelFile)मभीभज∙ षििzwj-िसिमzwjषदषचतहोिोउनकसरानपरखालीबटॉकसबनाकरषचतसखzwjाषलखएिषचतअलगस

JPEGफटॉममटमभजषजसकाआकारकमसकम300dotsperinch(dpi)हो∙ लखकशोधकअपनासषकषपिषििरणभीद∙ सदभमािहीषलखजोलखशोत-पतआषदमआएहअरामािषजनकािणमानलखशोध-पतआषदमषकzwjागzwjा

हसदभमाषलखनकापरारपएनसीईआरटीकअनसारहोजसmdashपालहसराज2006परगतिशकषािनोिवजानषहदीमाधzwjzwjमकाzwjामानzwjिzwjषनदशालzwjषदललीषिशिषिदालzwjषदलली

लख शोि-परzwjि ∙ लखकीििमामानपररपरकषzwjपरआधाषरिसारमाकपरसिािनाषलखजोआपकलखकशीिमाकससबषधिहो

अरामािििमामानमषशकषाएिषशकषकषशकषापरराषटरीzwjzwjाराजzwjसिरपरजोनीषिगिपररििमानआएहउनकासमािशकरनकापरzwjासकर

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ISSN 0972-5636

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      • Prelims
      • Chapter 1
      • Chapter 2
      • Chapter 3
      • Chapter 4
      • Chapter 5
      • Chapter 6
      • Chapter 7
      • Chapter 8
      • Chapter 9
      • Chapter 10
      • Chapter 11
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