premchand ki kahaniyan (part - 10)

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Page 1: Premchand Ki Kahaniyan (Part - 10)

प्रे�मचं�द

Page 2: Premchand Ki Kahaniyan (Part - 10)

ईर्ष्या�सु शी�ला की� म�त् वि�रजन की� वि�दकीमलाचंरण की� मिमत्रकीपलाटभ्रमकीर्त�व्य और प्रे�म की सु�घर्ष�

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1ईर्ष्या�

प्रता�पचन्द्र ने वि�रजने के घर आने�-ज�ने� वि���ह के के� छ दि�ने प��� से ह� त्या�ग दि�या� था�। �ह वि���ह के विकेसे� भी� के�या� में" सेम्मि$मेंलि&ता नेह' हुआ। याह) ताके विके मेंहवि*& में" भी� ने गया�। मेंलि&ने मेंने विकेया, में�ह+ &टके�या, अपने घर बै/ठा� रह�, में�1शी� से1ज��ने&�&�, से�शी�&�, से���में� सेबै विबैनेता� केरके ह�र गया, पर उसेने बै�र�ता के4 ओर दृष्टि8 ने * र�। अ1ता में" में�1शी�ज� के� मेंने ट�ट गया� और वि*र के� छ ने बै:&। याह �शी� वि���ह के ह:ने ताके था�। वि���ह के पश्चा�ता ता: उसेने इधर के� में�ग� ह� त्या�ग दि�या�। स्के� & ज�ता� ता: इसे प्रके�र एके ओर से विनेके& ज�ता�, में�ने@ आग के:ई बै�घ बै/ठा� हुआ ह/, या� ज/से मेंह�जने से के:ई ऋणी� मेंने�ष्या ऑख बैच�केर विनेके& ज�ता� ह/। वि�रजने के4 ता: परछ�ई से भी�गता�। यादि� केभी� उसे अपने घर में" �ख प�ता� ता: भी�तार पग ने �ता�। में�ता� सेमेंझा�ता�-बैट�। वि�रजने से बै:&ता-च�&ता क्या@ नेह' ? क्या@ उसेसे यासेमेंने में:ट� विकेया हुए ह: ? �ह आ-आकेर घण्ट@ र:ता� ह/ विके में/ने क्या� विकेया� ह/ जिजसेसे �ह रू8 ह: गया� ह/। �ख@, ता�में और �ह विकेताने दि�ने@ ताके एके से1ग रह ह:। ता�में उसे विकेताने� प्या�र केरता था। अकेस्में�ताM ता�मेंके: क्या� ह: गया�? यादि� ता�में ऐसे ह� रूठा रह:ग ता: बैच�र� &ड़के4 के4 ज�ने पर बैने ज�याग�। से�खकेर के)ट� ह: गया� ह/। ईश्वर ह� ज�नेता� ह/, में�झा उसे �खकेर केरूणी� उत्पन्न ह:ता� ह/। ता�$ह�र� च�च� के अवितारिरक्त उसे के:ई बै�ता ह� नेह' भी�ता�।

प्रता�प ऑख" ने�च� विकेया हुए सेबै से�नेता� और च�पच�प सेरके ज�ता�। प्रता�प अबै भी:&� बै�&के नेह' था�। उसेके ज��नेरूप� �Tक्ष में" याV�नेरूप� के:प&" *� ट रह� था�। उसेने बैहुता दि�ने@ से-उसे� सेमेंया से जबै से उसेने ह:शी से1भी�&�-वि�रजने के ज��ने के: अपने ज��ने में" शी�केर� क्ष�र के4 भी)विता ष्टिमें&� लि&या� था�। उने मेंने:हर और से�ह��ने स्�प्नों@ के� इसे केठा:रता� और विने��याता� से ध�& में" ष्टिमें&�या� ज�ने� उसेके के:में& हृ�या के: वि��Yणी� केरने के लि&ए के�*4 था�, �ह ज: अपने वि�च�र@ में" वि�रजने के: अपने� से��स्� सेमेंझाता� था�, केह' के� ने रह�, और अपने वि�च�र@ में" वि�रजने के: अपने� से��स्� सेमेंझाता� था�, केह' के� ने रह�, और �ह, जिजसेने वि�रजने के: एके प& के लि&ए भी� अपने ध्या�ने में" स्था�ने ने दि�या� था�, उसेके� से��स्� ह: गया�। इसे वि�ता�के से उसेके हृ�या में" व्या�के� &ता� उत्पन्न ह:ता� था� और ज� च�हता� था� विके जिजने &:ग@ ने मेंर� स्�प्नों�ता भी��ने�ओं के� ने�शी विकेया� ह/ और मेंर ज��ने के4 आशी�ओं के: ष्टिमेंटटY में" ष्टिमें&�या� ह/, उन्ह" में^ भी� ज&�उ1। सेबैसे अष्टिधके क्रो:ध उसे जिजसे पर आता� था� �ह बैच�र� से�शी�&� था�।

शीने/:-शीने/: उसेके4 याह �शी� ह: गई विके जबै स्के� & से आता� ता: केमें&�चरणी के से$बैन्ध के4 के:ई घटने� अ�श्या �णी�ने केरता�। वि�शीष केर उसे सेमेंया जबै से�शी�&� भी� बै/ठाc रहता�। उसे बैच�र� के� मेंने दुख�ने में" इसे बैडा� ह� आनेन्� आता�। याद्यविप अव्याक्त र�विता से उसेके� केथाने और ��क्या-गविता ऐसे� हृ�या-भीदि�ने� ह:ता� था� विके से�शी�&� के के&ज में" ता�र के4 भी�1विता &गता� था�। आज मेंह�शीया केमें&�चरणी विताप�ई के ऊपर खड़ था, मेंस्ताके गगने के� स्पशी� केरता� था�। परन्ता� विने&�ज्ज इताने बैड़ विके जबै में^ने उनेके4 ओर से1के ता विकेया� ता: खड़-खड़ ह+सेने &ग। आज बैडा� तामें�शी� हुआ। केमें&� ने एके &ड़के के4 घडा� उड़� �Y। उसेने में�स्टर से लिशीके�याता के4। उसेके सेमें�प � ह� मेंह�शीया बै/ठा हुए था। में�स्टर ने ख:ज के4 ता: आप ह� * ट" से घडा� ष्टिमें&�। वि*र क्या� था� ? बैडा में�स्टर के याह) रिरप:ट� हुई। �ह से�नेता ह� झ्ल्&� गया और के:ई ता�ने �ज�ने बै"ता" &ग�या', सेड़�सेड़। से�र� स्के� & याह केVता�ह& �ख रह� था�। जबै ताके बै"ता"

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पड़� के4, मेंह�श्या लिचल्&�या� विकेया, परन्ता� बै�हर विनेके&ता ह� खिख&खिख&�ने" &ग और में�1छ@ पर ता�� �ने &ग। च�च�। नेह' से�ने� ? आज &डाके: ने ठाcके सेके� & के *�टके पर केमें&�चरणी के: प�ट�। में�रता-में�रता बैसे�ध केर दि�या�। से�शी�&� या बै�ता" से�नेता� और से�ने-से�सेनेकेर के� ढता�। ह)। प्रता�प ऐसे� के:ई बै�ता वि�रजने के से�मेंने ने केरता�। यासेदि� �ह घर में" बै/ठाc भी� ह:ता� ता: जबै ताके च&� ने ज�ता�, याह चच�� ने छडाता�। �ह च�हता� था� विके मेंर� बै�ता से इसे के� छ दुख: ने ह:।

सेमेंया-सेमेंया पर में�1शी� से1ज��ने&�& ने भी� केई बै�र प्रता�प के4 केथा�ओं के4 प�ष्टि8 के4। केभी� केमें&� ह�ट में" बै�&बै�& &ड़�ता ष्टिमें& ज�ता�, केभी� ग�ण्डा@ के से1ग लिसेगरट प�ता, प�ने चबै�ता, बैढ1गपने से घ�मेंता� हुआ दि�ख�या� �ता�। में�1शी�ज� जबै ज�में�ता� के4 याह �शी� �खता ता: घर आता ह� स्त्री� पर क्रो:ध विनेके�&ता- याह सेबै ता�$ह�र� ह� केरता�ता ह/। ता�$ह� ने केह� था� घर-�र �:ने@ अच्छे ह̂, ता�$ह' र�झा� हुई था'। उन्ह" उसे क्षणी याह वि�च�र ने ह:ता� विके ज: �:ष�र:पणी से�शी�& पर ह/, केमें-से-केमें में�झा पर ह� उताने� ह� ह/। �ह बैच�र� ता: घर में" बैन्� रहता� था�, उसे क्या� ज्ञा�ता था� विके &डाके� के/ से� ह/। �ह से�में�दिद्रके वि�द्य� था:डा ह� पढY था� ? उसेके में�ता�-विपता� के: सेभ्या �ख�, उनेके4 के� &�नेता� और �/भी� पर सेहमेंता ह: गया�। पर में�1शी�ज� ने ता: अकेमें�ण्याता� और आ&स्या के के�रणी छ�ने-बै�ने ने के4, याद्यविप उन्ह" इसेके अनेके अ�सेर प्र�प्ता था, और आ&स्या के के�रणी छ�ने-बै�ने ने के4, याद्यविप उन्ह" इसेके अनेके अ�सेर प्र�प्ता था, और में�1शी�ज� के अगणिणीता बै�न्ध� इसे� भी�रता�ष� में" अबै भी� वि�द्यमें�ने ह/ ज: अपने� प्या�र� केन्या�ओं के: इसे� प्रके�र नेत्री बैन्� केरके के के� ए में" ढके & दि�या� केरता ह̂।

से�शी�&� के लि&ए वि�रजने से विप्रया जगता में" अन्या �स्ता� ने था�। वि�रजने उसेके� प्र�णी था�, वि�रजने उसेके� धमें� था� और वि�रजने ह� उसेके� सेत्या था�। �ह� उसेके4 प्र�णी�ध�र था�, �ह� उसेके नेयाने@ के: ज्या:विता और हृ�या के� उत्से�ह था�, उसेके4 से�tच्च से�1से�रिरके अणिभी&�ष� याह था� विके मेंर� प्या�र� वि�रजने अच्छे घर ज�या। उसेके से�से-सेसे�र, ���-��ता� ह@। उसेके पविता लिशी8ता� के4 में�र्तिताw और श्री�र�मेंच1द्र के4 भी�1विता से�शी�& ह:। उसे पर के8 के4 छ�या� भी� ने पडा। उसेने मेंर-मेंरकेर बैड़� ष्टिमेंन्नता@ से याह प�त्री� प�या� था� और उसेके4 इच्छे� था� विके इने रसे�& नेयाने@ ��&�, अपने� भी:&�-भी�&� बै�&� के: अपने मेंरणी-पया�न्ता आ1ख@ से अदृश्या ने ह:ने दूं1ग�। अपने ज�में�ता� के: भी� याह� बै�&�केर अपने घर रख�1ग�। ज�में�ता� में�झा में�ता� केहग�, में^ उसे &डाके� सेमेंझा�ग�। जिजसे हृ�या में" ऐसे मेंने:रथा ह@, उसे पर ऐसे� ��रूणी और हृ�यावि���रणी� बै�ता@ के� ज: के� छ प्रभी�� पड़ग�, प्रकेट ह/।

ह�1। हन्ता। �Yने� से�शी�&� के से�र मेंने:रथा ष्टिमेंट्टीY में" ष्टिमें& गया। उसेके4 से�र� आशी�ओं पर ओसे पड़ गया�। क्या� से:चता� था� और क्या� ह: गया�। अपने मेंने के: बै�र-बै�र सेमेंझा�ता� विके अभी� क्या� ह/, जबै केमें&� सेया�ने� ह: ज�एग� ता: सेबै बै�र�इया�1 स्�या1 त्या�ग �ने�। पर एके विनेन्�� के� घ�� भीरने नेह' प�ता� था� विके वि*र के:ई ने��ने घटने� से�नेने में" आ ज�ता�। इसे� प्रके�र आघ�ता-पर-आघ�ता पडाता गया। ह�या। नेह' में�&�में वि�रजने के भी�ग्या में" क्या� बै�� ह/ ? क्या� याह ग�ने के4 में�र्तिताw, मेंर घर के4 �Yप्तिप्ता, मेंर शीर�र के� प्र�णी इसे� दुष्केT ता मेंने�ष्या के से1ग ज��ने व्याता�ता केरग� ? क्या� मेंर� श्या�में� इसे� विगद्व के प�& पडाग� ? याह से:चकेर से�शी�&� र:ने &गता� और घ1ट@ र:ता� रहता� ह/। पविह& वि�रजने के: केभी�-केभी� डा�1ट-डापट भी� दि�या� केरता� था�, अबै भी�&केर भी� के:ई बै�ता ने केहता�। उसेके� में1ह �खता ह� उसे या�� आ ज�ता�। एके क्षणी के लि&ए भी� उसे से�मेंने से अदृश्या ने ह:ने �ग�। यादि� जर� �र के लि&ए �ह से���में� के घर च&� ज�ता�, ता: स्�या1 पहु1च याज�ता�। उसे ऐसे� प्रता�ता ह:ता� में�ने@ के:ई उसे छYनेकेर & भी�गता� ह/। जिजसे

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प्रके�र ��ष्टिधके के4 छ� र� के ता& अपने बैछड़ के: �खकेर ग�या के� र:में-र:में के�1पने &गता� ह/, उसे� प्रके�र वि�रजने के दुख के� ध्या�ने केरके से�शी�&� के4 आ1ख@ में" से1से�र से�ने� ज�ने� पडाता� था�। इने दि�ने@ वि�रजने के: प&-भीर के लि&ए नेत्री@ से दूंर केरता उसे �ह के8 और व्या�के� &ता� ह:ता�,ज: लिचविडाया� के: घ@से& से बैच्च के ख: ज�ने पर ह:ता� ह/।

से�शी�&� एके ता: या: ह� ज�णी� र:विगणी� था�। उसे पर भी��म्मिष्या के4 असे�ध्या लिचन्ता� और ज&ने ने उसे और भी� ध�&� डा�&�। विनेन्��ओं ने के&ज� च&� केर दि�या�। छ: में�से भी� बै�ताने ने प�या था विके क्षयार:ग के लिचहृने दि�ख�या� दि�ए। प्रथामें ता: के� छ दि�ने@ ताके से�हसे केरके अपने दु:ख के: लिछप�ता� रह�, परन्ता� केबै ताके ? र:ग बैढने &ग� और �ह शीलिक्तह�ने ह: गया�। च�रप�ई से उठाने� केदिठाने ह: गया�। �/द्य और डा�क्टर औषष्टिघ केरने &ग। वि�रयाजने और से���में� �:ने@ र�ता-दि�ने उसेके प�1से बै/ठाc रहता�। वि�रजने एके प& के लि&ए उसेके4 दृष्टि8 से ओझा& ने ह:ता�। उसे अपने विनेकेट ने �खकेर से�शी�&� बैसे�ध-से� ह: ज�ता� और *� ट-*� टकेर र:ने &गता�। में�1शी� से1ज��ने&�& पविह& ता: ध/या� के से�था ��� केरता रह, पर जबै �ख� विके विकेसे� उप�या से के� छ &�भी नेह' ह:ता� और बै�में�र� के4 �शी� दि�ने-दि�ने विनेकेT 8 ह:ता� ज�ता� ह/ ता: अ1ता में" उन्ह@ने भी� विनेर�शी ह: उद्य:ग और से�हसे केमें केर दि�या�। आज से केई से�& पह& जबै से���में� बै�में�र पडा� था� ताबै से�शी�&� ने उसेके4 से��-शी�श्री�ष� में" प�णी� परिरश्रीमें विकेया� था�, अबै से���में� बै�में�र पडा� था� ताबै से�शी�&� ने उसेके4 से��-से�श्री�ष� में" प�णी� परिरश्रीमें विकेया� था�,अबै से���में� के4 बै�र� आया�। उसेने पडा:से� और भीविगने� के धमें� के� प�&ने भी&�-भी�1विता विकेया�। रूगणी-से�� में" अपने गTहके�या� के: भी�&-से� गई। �:-�@ ता�ने-ता�ने दि�ने ताके प्रता�प से बै:&ने के4 नेVबैता ने आया�। बैहुध� �ह विबैने� भी:जने विकेया ह� स्के� & च&� ज�ता�। परन्ता� केभी� के:ई अविप्रया शीब्� में�ख से ने विनेके�&ता�। से�शी�&� के4 रूग्णी��स्था ने अबै उसेके4 द्वष�र�विगने के: बैहुता केमें केर दि�या� था�। द्वष के4 अखिग्ने द्व8� के4 उन्नविता और दु��शी� के से�था-से�था ता�व्र और प्रज्ज�लि&ता ह: ज�ता� ह/ और उसे� सेमेंया शी�न्ता ह:ता� ह/ जबै द्व8� के ज��ने के� �Yपके बै�झा ज�ता� ह/।

जिजसे दि�ने �Tजर�ने� के: ज्ञा�ता ह: ज�ता� विके आज प्रता�प विबैने� भी:जने विकेया स्के� & ज� रह� ह/, उसे दि�ने �ह के�में छ:ड़केर उसेके घर �Vड़ ज�ता� और भी:जने केरने के लि&ए आग्रह केरता�, पर प्रता�प उसेसे बै�ता ने केरता�, उसे र:ता� छ:डा बै�हर च&� ज�ता�। विनेस्से1से�ह �ह वि�रजने के: प�णी�ता:विने��ष सेमेंझाता� था�, परन्ता� एके ऐसे से1बैध के:, ज: �ष� छ: में�से में" ट�ट ज�ने ��&� ह:, �ह पह& ह� से ता:ड़ �ने� च�हता� था�। एके�न्ता में" बै/ठाकेर �ह आप-ह�-आप *� ट-*� टकेर र:ता�, परन्ता� प्रमें के उद्वग के: अष्टिधके�र से बै�हर ने ह:ने �ता�।

एके दि�ने �ह स्के� & से आकेर अपने केमेंर में" बै/ठा� हुआ था� विके वि�रजने आया�। उसेके केप:& अश्री� से भी�ग हुए था और �ह &1बै�-&1बै� लिसेसेविकेया�1 & रह� था�। उसेके में�ख पर इसे सेमेंया के� छ ऐसे� विनेर�शी� छ�ई हुई था� और उसेके4 दृष्टि8 के� छ ऐसे� केरूणी@त्प��के था� विके प्रता�प से ने रह� गया�। सेज& नेयाने ह:केर बै:&�-‘क्या@ वि�रजने। र: क्या@ रह� ह: ? वि�रजने ने के� छ उतार ने दि�या�, �रने और विबै&ख-विबै&खकेर र:ने &ग�। प्रता�प के� ग�म्भी�या� ज�ता� रह�। �ह विनेस्से1के:च ह:केर उठा� और वि�रजने के4 आ1ख@ से आ1से� प@छने &ग�। वि�रजने ने स्�र से1भी�&केर केह�-&ल्&� अबै में�ता�ज� ने ज�या"ग�, में^ क्या� केरू1 ? याह केहता-केहता वि*र लिसेसेविकेया�1 उभीरने &ग�।

प्रता�प याह सेमें�च�र से�नेकेर स्ताब्ध ह: गया�। �Vड़� हुआ वि�रजने के घर गया� और से�शी�&� के4 च�रप�ई के सेमें�प खड़� ह:केर र:ने &ग�। हमें�र� अन्ता सेमेंया के/ से� धन्या ह:ता� ह/।

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�ह हमें�र प�से ऐसे-ऐसे अविहताके�रिरया@ के: ख'च &�ता� ह/, ज: के� छ दि�ने प��� हमें�र� में�ख नेह' �खने� च�हता था, और जिजन्ह" इसे शीलिक्त के अवितारिरकेता से1से�र के4 के:ई अन्या शीलिक्त पर�जिजता ने केर सेकेता� था�। ह�1 याह सेमेंया ऐसे� ह� बै&��ने ह/ और बैडा-बैडा बै&��ने शीत्री�ओं के: हमें�र अध�ने केर �ता� ह/। जिजने पर हमें केभी� वि�जया ने प्र�प्ता केर सेकेता था, उने पर हमेंके: याह सेमेंया वि�जया� बैने� �ता� ह/। जिजने पर हमें विकेसे� शीत्री� से अष्टिधके�र ने प� सेकेता था उने पर सेमेंया और शीर�र के श्क्तिश्क्तह�ने ह: ज�ने पर भी� हमेंके: वि�जया� बैने� �ता� ह/। आज प�र �ष� भीर पश्चा�ता प्रता�प ने इसे घर में" प���पणी विकेया�। से�शी�&� के4 आ1ख" बैन्� था�, पर में�खमेंण्डा& ऐसे� वि�केलिसेता था�, ज/से प्रभी�ताके�& के� केमें&। आज भी:र ह� से �ह रट &ग�या हुए था� विके &ल्&� के: दि�ख� �:। से���में� ने इसे�लि&ए वि�रजने के: भीज� था�।

से���में� ने केह�-बैविहने। आ1ख" ख:&@। &ल्&� खड़� ह/। से�शी�&� ने आ1ख" ख:& �� और �:ने@ ह�था प्रमें-बै�हुल्या से */ &� दि�या। प्रता�प के हृ�या

से वि�र:ध के� अप्तिन्तामें लिचहृने भी� वि�&�ने ह: गया�। यादि� ऐसे के�& में" भी� के:ई मेंत्सेर के� में/& रहने �, ता: �ह मेंने�ष्या केह&�ने के� हके��र नेह' ह/। प्रता�प सेच्च प�त्रीत्�-भी�� से आग बैढ़ा� और से�शी�&� के प्रमें�1के में" ज� लि&पट�। �:ने@ आध घ1ण्ट ताके र:ता रह। से�शी�&� उसे अपने �:ने@ बै�1ह@ में" इसे प्रके�र �बै�या हुए था� में�ने@ �ह केह' भी�ग� ज� रह� ह/। �ह इसे सेमेंया अपने के: सेक̂ेडा@ ष्टिघक्के�र � रह� था� विके में^ ह� इसे दुखिखया� के� प्र�णीह�र� हूं1। में/ने ह� द्वष-दुर��ग के �शी�भी�ता ह:केर इसे इसे गविता के: पहु1च�या� ह/। में^ ह� इसे प्रमें के4 में�र्तिताw के� ने�शीके हूं1। ज्या@-ज्या@ याह भी��ने� उसेके मेंने में" उठाता�, उसेके4 आ1ख@ से आ1से� बैहता। विने��ने से�शी�&� बै:&�-&ल्&�। अबै में^ �:-एके दि�ने के4 ओर मेंहमें�ने हूं1। मेंर� ज: के� छ केह�-से�ने� ह:, क्षमें� केर:।

प्रता�प के� स्�र उसेके �शी में" ने था�, इसेलि&ए उसेने के� छ उतार ने दि�या�।से�शी�&� वि*र बै:&�-ने ज�ने क्या@ ता�में में�झासे रू8 ह:। ता�में हमें�र घर नेह� आता। हमेंसे

बै:&ता नेह'। ज� ता�$ह" प्या�र केरने के: तारसे-तारसेकेर रह ज�ता� ह/। पर ता�में मेंर� ताविनेके भी� से�ष्टिध नेह' &ता। बैता�ओं, अपने� दुखिखया� च�च� से क्या@ रू8 ह: ? ईश्वर ज�नेता� ह/, में^ ता�मेंके: से�� अपने� &ड़के� सेमेंझाता� रह�। ता�$ह" �खकेर मेंर� छ�ता� *� & उठाता� था�। याह केहता-केहता विनेबै�&ता� के के�रणी उसेके4 बै:&� ध�में� ह: गया�, ज/से णिक्षविताज के अथा�ह वि�स्ता�र में" उड़ने��& पक्ष� के4 बै:&� प्रविताक्षणी मेंध्यामें ह:ता� ज�ता� ह/-याह�1 ताके विके उसेके शीब्� के� ध्या�नेमें�त्री शीष रह ज�ता� ह/। इसे� प्रके�र से�शी�&� के4 बै:&� ध�में� ह:ता-ह:ता के �& से�1या-से�1या रह गया�।

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2सु शी�ला की� म�त्

ता�ने दि�ने और बै�ता, से�शी�&� के ज�ने के4 अबै के:ई से1भी��ने� ने रह�। ता�ने@ दि�ने में�1शी� से1ज��ने&�& उसेके प�से बै/ठा उसेके: से�न्त्�ने� �ता रह। �ह ताविनेके �र के लि&ए भी� �ह�1 से विकेसे� के�में के लि&ए च& ज�ता, ता: �ह व्या�के� & ह:ने &गता� और र:-र:केर केहने &गता�-में�झा छ:ड़केर केह' च& गया। उनेके: नेत्री@ के से$में�ख �खकेर भी� उसे से1ता:ष ने ह:ता�। रह-रहकेर उता��&पने से उनेके� ह�था पकेड़ &ता� और विनेर�शी भी�� से केहता�-में�झा छ:ड़केर केह' च& ता: नेह' ज�ओग ? में�1शी�ज� याद्यविप बैड़ दृढ-लिचता मेंने�ष्या था, ताथा�विप ऐसे� बै�ता" से�नेकेयार आद्र�नेत्री ह: ज�ता। था:डा�-था:डा� �र में" से�शी�&� के: में�छ��-से� आ ज�ता�। वि*र च�केता� ता: इधर-उधर भी�जक्के4-से� �खने &गता�। � केह�1 गया? क्या� छ:ड़केर च& गया" ? विकेसे�-विकेसे� बै�र में�छ�� के� इताने� प्रके:प ह:ता� विके में�न्शी�ज� बै�र-बै�र केहता-में^ याह� हूं1,घबैर�ओं नेह'। पर उसे वि�श्व�से ने आता�। उन्ह' के4 ओर ता�केता� और प�छता� विके –केह�1 ह/ ? याह�1 ता: नेह' ह/। केह�1 च& गया ? था:डा� �र में" जबै चता ह: ज�ता� ता: च�प रह ज�ता� और र:ने &गता�। ता�ने@ दि�ने उसेने वि�रजने, से���में�, प्रता�प एके के4 भी� से�ष्टिध ने के4। � सेबै-के -सेबै हर घडा� उसे� के प�से खडा रहता, पर ऐसे� ज�ने पडाता� था�, में�ने@ �ह में�शी'ज� के अवितारिरक्त और विकेसे� के: पहच�नेता� ह� नेह' ह/। जबै वि�रजने बै/च/ने ह: ज�ता� और ग& में" ह�था डा�&केर र:ने &गता�, ता: �ह ताविनेके आ1ख ख:& �ता� और प�छता�-‘केVने ह/, वि�रजने ? बैसे और के� छ ने प�छता�। ज/से, से�में के हृ�या में" मेंरता सेमेंया अपने गडा हुए धने के लिसे��या और विकेसे� बै�ता के� ध्या�ने नेह' रहयाता� उसे� प्रके�र विहन्दूं-सेत्री� अन्ता सेमेंया में" पविता के अवितारिरक्त और विकेसे� के� ध्या�ने नेह' केर सेकेता�।

केभी�-केभी� से�शी�&� च�के पड़ता� और वि�स्मिस्मेंता ह:केर प�छता�-‘अर। याह केVने खडा� ह/ ? याह केVने भी�ग� ज� रह� ह/ ? उन्ह" क्या@ & ज�ता ह/ ? ने� में^ ने ज�ने दूं1ग�। याह केहकेर में�1शी�ज� के �:ने@ ह�था पकेड़ &ता�। एके प& में" जबै ह:शी आ ज�ता�, ता: &जिजजता ह:केर केहता�....’में^ सेपने� �ख रह� था�, ज/से के:ई ता�$ह" लि&या ज� रह� था�। �ख:, ता�$ह" हमें�र� सेVह1 ह/, केह' ज�ने� नेह'। ने ज�ने केह�1 & ज�याग�, वि*र ता�$ह" के/ से �ख�1ग� ? में�न्शी�ज� के� के&ज� मेंसे:सेने &गता�। उसेके4 ओर पविता केरूणी�-भीर� स्नेह-दृष्टि8 डा�&केर बै:&ता-‘नेह', में^ ने ज�उ1ग�। ता�$ह" छ:ड़केर केह�1 ज�उ1ग� ? से���में� उसेके4 �शी� �खता� और र:ता� विके अबै याह �Yपके बै�झा� ह� च�हता� ह/। अ�स्था� ने उसेके4 &ज्ज� दूंर केर �Y था�। में�न्शी�ज� के से$में�ख घ1ट@ में�1ह ख:& खड़� रहता�।

चVथा दि�ने से�शी�&� के4 �शी� से1भी& गया�। में�न्शी�ज� के: वि�श्व�से ह: गया�, बैसे याह अप्तिन्तामें सेमेंया ह/। �Yपके बै�झाने के पह& भीभीके उठाता� ह/। प्र�ता:के�& जबै में�1ह ध:केर � घर में" आया, ता: से�शी�&� ने से1के ता द्व�र� उन्ह" अपने प�से बै�&�या� और केह�-‘में�झा अपने ह�था से था:ड़�-से� प�ने� विप&� �:’’। आज �ह सेचता था�। उसेने वि�रजने, प्रता�प, से���में� सेबैके: भी&�-भी�1विता पविहच�ने�। �ह वि�रजने के: बैड़� �र ताके छ�ता� से &ग�या र:ता� रह�। जबै प�ने� प� च�के4 ता: से���में� से बै:&�-‘बैविहने। ताविनेके हमेंके: उठा�केर विबैठा� �:, स्��में� ज� के चरणी छ� 1 &�1। वि*र ने ज�ने केबै इने चरणी@ के �शी�ने ह@ग। से���में� ने र:ता हुए अपने ह�था@ से सेह�र� �केर उसे ताविनेके उठा� दि�या�। प्रता�प और वि�रजने से�मेंने खड़ था। से�शी�&� ने में�न्शी�ज� से केह�-‘मेंर

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सेमें�प आ ज�ओ’। में�न्शी�ज� प्रमें और केरूणी� से वि�हृ& ह:केर उसेके ग& से लि&पट गया और ग�ग� स्�र में" बै:&-‘घबैर�ओ नेह', ईश्वर च�हग� ता: ता�में अच्छेY ह: ज�ओग�’। से�शी�&� ने विनेर�शी भी�� से केह�-‘ह)’ आज अच्छेY ह: ज�उ1ग�। जर� अपने� प/र बैढ़ा� �:। में^ में�था &ग� &�1। में�न्शी�ज� विहचविकेच�ता रह। से���में� र:ता हुए बै:&�-‘प/र बैढ़ा� �Yजिजए, इनेके4 इच्छे� प�र� ह: ज�या। ताबै में�1शी�ज� ने चरणी बैढ� दि�या। से�शी�&� ने उन्ह" �:ने@ ह�था@ में" पकेडा केर केई बै�र च�में�। वि*र उने पर ह�था रखकेर र:ने &ग�। था:ड़ ह� �र में" �:ने@ चरणी उष्णी ज&-केणी@ से भी�ग गया। पविताव्रता� स्त्री� ने प्रमें के में:ता� पविता के चरणी@ पर विनेछ:�र केर दि�या। जबै आ��ज से1भी&� ता: उसेने वि�रजने के� एके ह�था था�में केर में�न्शी�ज� के ह�था में" दि�या� और अविता मेंन्� स्�र में" केह�-स्��में�ज�। आपके से1ग बैहुता दि�ने रह� और ज��ने के� परमें से�ख भी:ग�। अबै प्रमें के� ने�ता� ट�टता� ह/। अबै में^ प&-भीर के4 और अवितालिथा हूं1। प्या�र� वि�रजने के: ता�$ह" से�प ज�ता� हूं1। मेंर� याह� लिचहृने ह/। इसे पर से�� �या�-दृष्टि8 रखने�। मेंर भी�ग्या में" प्या�र� प�त्री� के� से�ख �खने� नेह' बै�� था�। इसे में/ने केभी� के:ई केट� �चने नेह' केह�, केभी� केठा:र दृष्टि8 से नेह' �ख�। याह मेंर ज��ने के� *& ह/। ईश्वर के लि&ए ता�में इसेके4 ओर से बैसे�ध ने ह: ज�ने�। याह केहता-केहता विहचविकेया�1 बै1ध गया' और में�छ��-से� आ गया�।

जबै के� छ अ�के�शी हआ ता: उसेने से���में� के से$में�ख ह�था ज:ड़ और र:केर केह�- ‘बैविहने’। वि�रजने ता�$ह�र सेमेंप�णी ह/। ता�$ह' उसेके4 मेंता� ह:। &ल्&�। प्या�र। ईश्वर केर ता�में ज�ग-ज�ग ज�ओ। अपने� वि�रजने के: भी�&ने� मेंता। याह ता�$ह�र� �Yने� और में�ताTह�ने� बैविहने ह/। ता�मेंमें" उसेके प्र�णी बैसेता ह/। उसे रू&�ने� मेंता, उसे के� ढ�ने� मेंता, उसे केभी� केठा:र �चने मेंता केहने�। उसेसे केभी� ने रूठाने�। उसेके4 ओर से बैसे�ध ने ह:ने�, नेह' ता: �ह र:-र: केर प्र�णी � �ग�। उसेके भी�ग्या में" ने ज�ने क्या� बै�� ह/, पर ता�में उसे अपने� सेग� बैविहने सेमेंझाकेर से�� ढ�ढसे �ता रहने�। में^ था:ड़� �र में" ता�में &:ग@ के: छ:डाकेर च&� ज�ऊ1 ग�, पर ता�$ह" मेंर� से:ह, उसेके4 ओर से मेंने में:ट� ने केरने� ता�$ह' उसेके� बैड़� प�र &ग�ओग। मेंर मेंने में" बैड़�-बैड़� अणिभी&�ष�ए1 था', मेंर� &�&से� था� विके ता�$ह�र� ब्या�ह केरू1 ग�, ता�$ह�र बैच्च के: खिख&�उ1ग�। पर भी�ग्या में" के� छ और ह� बै�� था�।

याह केहता-केहता �ह वि*र अचता ह: गया�। से�र� घर र: रह� था�। मेंहरिरया�1, मेंहर�जिजने" सेबै उसेके4 प्रशी1से� केर रह� था� विके स्त्री� नेह', ��� था�।

रष्टिधया�-इताने दि�ने टह& केरता हुए, पर केभी� केठा:र �चने ने केह�। मेंहर�जिजने-हमेंके: बैटY के4 भी�1विता में�नेता� था'। भी:जने के/ से� ह� बैने� दूं1 पर केभी�

ने�र�ज नेह' हुई। जबै बै�ता" केरता', में�स्केर� के । मेंहर�ज जबै आता ता: उन्ह" जरूर से�ध� दि�&��ता� था�।

सेबै इसे� प्रके�र के4 बै�ता" केर रह था। �:पहर के� सेमेंया हुआ। मेंहर�जिजने ने भी:जने बैने�या�, परन्ता� ख�ता� केVने ? बैहुता हठा केरने पर में�1शी�ज� गया और ने�में केरके च& आया। प्रता�प चVके पर गया� भी� नेह'। वि�रजने और से���में� के: ग& &ग�ता�, केभी� प्रता�प के: च�मेंता� और केभी� अपने� बै�ता� केह-केहकेर र:ता�। ता�सेर पहर उसेने सेबै नेVकेर@ के: बै�&�या� और उनेसे अपर�ध क्षमें� केर�या�। जबै � सेबै च& गया ताबै से�शी�&� ने से���में� से केह�- बैविहने प्या�से बैहुता &गता� ह/। उनेसे केह �: अपने ह�था से था:ड़�-से� प�ने� विप&� �"। में�1शी�ज� प�ने� &�या। से�शी�&� ने केदिठानेता� से एके घ�1ट प�ने� केण्ठा से ने�च उता�र� और ऐसे� प्रता�ता हुआ, में�ने: विकेसे� ने उसे अमेंTता विप&� दि�या� ह:। उसेके� में�ख उज्ज�& ह: गया� आ1ख@ में" ज& भीर आया�। पविता के ग& में" ह�था डा�&केर बै:&�—में/ ऐसे� भी�ग्याशी�लि&ने� हूं1 विके ता�$ह�र� ग:� में"

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मेंरता� हूं1। याह केहकेर �ह च�प ह: गया�, में�ने@ के:ई बै�ता केहने� ह� च�हता� ह/, पर से1के:च से नेह' केहता�। था:डा� �र पश्चा�ताM उसेने वि*र में�1शी�ज� के� ह�था पकेड़ लि&या� और केह�-‘यादि� ता�मेंसे के� छ में�1ग�,ता: �:ग ?

में�1शी�ज� ने वि�स्मिस्मेंता ह:केर केह�-ता�$ह�र लि&ए में�1गने के4 आ�श्याकेता� ह/? विने:से1के:च केह:।

से�शी�&�-ता�में मेंर� बै�ता केभी� नेह' ट�&ता था। में�न्शी�ज�-मेंरता �में ताके केभी� ने ट�&�1ग�। से�शी�&�-डार &गता� ह/, केह' ने में�ने: ता:...में�न्शी�ज�-ता�$ह�र� बै�ता और में^ ने में�ने�1 ?से�शी�&�-में^ ता�मेंके: ने छ:डा� 1ग�। एके बै�ता बैता&� �:-लिसेल्&�(से�शी�&�)मेंर

ज�याग�, ता: उसे भी�& ज�ओग ?में�न्शी�ज�-ऐसे� बै�ता ने केह:, �ख: वि�रजने र:ता� ह/। से�शी�&�-बैता&�ओं, में�झा भी�&:ग ता: नेह' ?में�न्शी�ज�-केभी� नेह'।से�शी�&� ने अपने से�ख केप:& में�शी'ज� के अधर@ पर रख दि�या और �:ने@ बै�1ह" उनेके

ग& में" डा�& ��। वि*र वि�रजने के: विनेकेट बै�&�केर ध�र-ध�र सेमेंझा�ने &ग�-�ख: बैटY। &�&�ज� के� केहने� हर घडा� में�नेने�, उनेके4 से�� मेंने &ग�केर केरने�। गTह के� से�र� भीर अबै ता�$ह�र ह� में�था ह/। अबै ता�$ह" केVने सेभी�1&ग� ? याह केह केर उसेने स्��में� के4 ओर केरूणी�प�णी� नेत्री@ से �ख� और केह�- में^ अपने मेंने के4 बै�ता नेह' केहने प�या�, ज� डा�बै� ज�ता� ह/।

में�न्शी�ज�-ता�में व्याथा� असेमें1जसे में" पडा� ह:। से�शी�&�-ता�में मेंर ह: विके नेह' ?में�न्शी�ज�-ता�$ह�र� और आमेंरणी ता�$ह�र�।से�शी�&�- ऐसे� ने ह: विके ता�में में�झा भी�& ज�ओं और ज: �स्ता� मेंर� था� �ह अन्या के ह�था

में" च&� ज�ए। से�शी�&� ने वि�रजने के: वि*र बै�&�या� और उसे �ह छ�ता� से &ग�ने� ह� च�हता� था� विके

में�र्छिछwता ह: गई। वि�रजने और प्रता�प र:ने &ग। में�1शी�ज� ने के�1पता हुए से�शी�&� के हृ�या पर ह�था रख�। से�1से ध�र-ध�र च& रह� था�। मेंहर�जिजने के: बै�&�केर केह�-अबै इन्ह" भी�ष्टिमें पर लि&ट� �:। याह केह केर र:ने &ग। मेंहर�जिजने और से���में� ने ष्टिमें&केर से�शी�&� के: पTथ्�� पर लि&ट� दि�या�। तापदि�के ने हविडाडाया�1 ताके से�ख� डा�&� था�।

अ1धर� ह: च&� था�। से�र गTह में" शी:केमेंया और भीया��ह सेन्न�ट� छ�या� हुआ था�। र:ने��& र:ता था, पर केण्ठा बै�1ध-बै�1धकेर। बै�ता" ह:ता� था�, पर �बै स्�र@ से। से�शी�&� भी�ष्टिमें पर पडा� हुई था�। �ह से�के� में�र अ1ग ज: केभी� में�ता� के अ1ग में" प&�, केभी� प्रमें�1के में" प्रVढ�, केभी� *� &@ के4 सेज पर से:या�, इसे सेमेंया भी�ष्टिमें पर पडा� हुआ था�। अभी� ताके ने�डा� मेंन्�-मेंन्� गविता से च& रह� था�। में�1शी�ज� शी:के और विनेर�शी�ने� में" मेंग्ने उसेके लिसेर के4 ओर बै/ठा हुए था। अकेस्सेमें�ताM उसेने लिसेर उठा�या� और �:ने@ ह�था@ से में�1शी�ज� के� चरणी पकेड़ लि&या�। प्र�णी उड़ गया। �:ने@ केर उनेके चरणी के� मेंण्डा& बै�1ध ह� रह। याह उसेके ज��ने के4 अ1वितामें विक्रोया� था�।

र:ने��&:, र:ओ। क्या@विके ता�में र:ने के अवितारिरक्त केर ह� क्या� सेकेता ह:? ता�$ह" इसे सेमेंया के:ई विकेताने� ह� से�न्त्�ने� �, पर ता�$ह�र नेत्री अश्री�-प्र��ह के: ने र:के सेके" ग। र:ने�

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ता�$ह�र� केता�व्या ह/। ज��ने में" र:ने के अ�सेर के��लिचता ष्टिमें&ता ह̂। क्या� इसे सेमेंया ता�$ह�र नेत्री शी�ष्के ह: ज�याग" ? आ1से�ओं के ता�र बै1ध हुए था, लिसेसेविकेया@ के शीब्� आ रह था विके मेंहर�जिजने �Yपके ज&�केर घर में" &�या�। था:डा� �र पविह& से�शी�&� के ज��ने के� �Yपके बै�झा च�के� था�।

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3वि�रजन की� वि�द

र�ध�चरणी रूड़के4 के�&ज से विनेके&ता ह� में�र���बै�� के इ1ज�विनेयार विनेया�क्त हुए और चन्द्र� उनेके से1ग में�र���बै�� के: च&�। प्रमें�ता� ने बैहुता र:केने� च�ह�, पर ज�ने��& के: केVने र:के सेकेता� ह/। से�ता� केबै के4 सेसे�र�& आ च�के4 था�। याह�1 घर में" अके &� प्रमें�ता� रह गई। उसेके लिसेर घर के� के�में-के�ज पडा�। विने��ने याह र�या हुई विके वि�रजने के गVने के� से1�शी� भीज� ज�ए। विडाप्टY से�हबै सेहमेंता ने था, परन्ता� घर के के�में@ में" प्रमें�ता� ह� के4 बै�ता च&ता� था�।

से1ज��ने&�& ने से1�शी� स्��के�र केर लि&या�। के� छ दि�ने@ से � ता�था�या�त्री� के� वि�च�र केर रह था। उन्ह@ने क्रोमें-क्रोमें से से�1से�रिरके से1बै1ध त्या�ग केर दि�या था। दि�ने-भीर घर में" आसेने में�र भीग��ग�ता� और या:ग��लिशीष्ठ आदि� ज्ञा�ने-से1बैम्मिन्धने� प�स्ताके@ के� अध्यायाने विकेया� केरता था। से1ध्या� ह:ता ह� ग1ग�-स्ने�ने के: च& ज�ता था। �ह�1 से र�वित्री गया &Vटता और था:ड़�-से� भी:जने केरके से: ज�ता। प्र�या: प्रता�पचन्द्र भी� उनेके से1ग ग1ग�-स्ने�ने के: ज�ता�। याद्यविप उसेके4 आया� से:&ह �ष� के4 भी� ने था�, पर के� छ ता: याविनेज स्�भी��, के� छ प/ताTके से1स्के�र और के� छ से1गविता के प्रभी�� से उसे अभी� से �/ज्ञा�विनेके वि�षया@ पर मेंनेने और वि�च�र केरने में" बैडा� आनेन्� प्र�प्ता ह:ता� था�। ज्ञा�ने ताथा� ईश्वर से1बैम्मिन्धने� बै�ता" से�नेता-से�नेता उसेके4 प्र�Tविता भी� भीलिक्त के4 ओर च&� था�, और विकेसे�-विकेसे� सेमेंया में�न्शी�ज� से ऐसे से�क्ष्में वि�षया@ पर वि���� केरता� विके � वि�स्मिस्मेंता ह: ज�ता। �Tजर�ने� पर से���में� के4 लिशीक्ष� के� उसेसे भी� गहर� प्रभी�� पड़� था� जिजताने� विके प्रता�पचन्द्र पर में�न्शी�ज� के4 से1गविता और लिशीक्ष� के�। उसेके� पन्द्रह�� �ष� था�। इसे आया� में" नेया� उमें1ग" तार1विगता ह:ता� ह/ और लिचता�ने में" सेर&ता� च1च&ता� के4 तारह मेंने:हर रसे�&�पने बैरसेने &गता� ह/। परन्ता� �Tजर�ने� अभी� �ह� भी:&�-भी�&� बै�लि&के� था�। उसेके में�ख पर हृ�या के पवि�त्री भी�� झा&केता था और ��ता��&�प में" मेंने:ह�रिरणी� मेंध�रता� उत्पन्न ह: गया� था�। प्र�ता:के�& उठाता� और सेबैसे प्रथामें में�न्शी�ज� के� केमेंर� से�* केरके , उनेके प�ज�-प�ठा के4 से�मेंग्र� याथा:लिचता र�विता से रख �ता�। वि*र रसे:ई घर के धन्ध में" &ग ज�ता�। �:पहर के� सेमेंया उसेके लि&खने-पढने के� था�। से���में� पर उसेके� जिजताने� प्रमें और जिजताने� श्रीद्व� था�, उताने� अपने� में�ता� पर भी� ने रह� ह:ग�। उसेके4 इच्छे� वि�रजने के लि&ए आज्ञा� से केमें ने था�।

से���में� के4 ता: से$मेंविता था� विके अभी� वि���ई ने के4 ज�ए। पर में�न्शी�ज� के हठा से वि���ई के4 ता/या�रिरया�1 ह:ने &ग'। ज्या@-ज्या@ �ह वि�पविता के4 घडा� विनेकेट आता�, वि�रजने के4 व्या�के� &ता� बैढ़ाता� ज�ता� था�। र�ता-दि�ने र:या� केरता�। केभी� विपता� के चरणी@ में" पड़ता� और केभी� से���में� के प�@ में" लि&पट ज�ता�। प�र वि���विहता� केन्या� पर�या घर के4 ह: ज�ता� ह/, उसे पर विकेसे� के� क्या� अष्टिधके�र।

प्रता�पचन्द्र और वि�रजने विकेताने ह� दि�ने@ ताके भी�ई-बैहने के4 भी�1विता एके से�था रह"। पर जबै वि�रजने के4 आ1ख उसे �खता ह� ने�च के: झा�के ज�ता� था'। प्रता�प के4 भी� याह� �शी� था�। घर में" बैहुता केमें आता� था�। आ�श्याकेता��शी आया�, ता: इसे प्रके�र दृष्टि8 ने�च विकेए हुए और लिसेमेंट हुए, में�ने@ दु&विहने ह/। उसेके4 दृष्टि8 में" �ह प्रमें-रहस्या लिछप� हुआ था�, जिजसे �ह विकेसे� मेंने�ष्या-याह�1 ताके विके वि�रजने पर भी� प्रकेट नेह' केरने� च�हता� था�।

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एके दि�ने सेन्ध्या� के� सेमेंया था�। वि���ई के: के �& ता�ने दि�ने रह गया था। प्रता�प विकेसे� के�में से भी�तार गया� और अपने घर में" &/म्प ज&�ने &ग� विके वि�रजने आया�। उसेके� अ1च& आ1से�ओं से भी�ग� हुआ था�। उसेने आज �: �ष� के अनेन्तार प्रता�प के4 ओर सेज&-नेत्री से �ख� और केह�-&ल्&�। में�झासे के/ से सेह� ज�एग� ?

प्रता�प के नेत्री@ में" आ1से� ने आया। उसेके� स्�र भी�र� ने हुआ। उसेने से�दृढ भी�� से केह�-ईश्वर ता�$ह" ध/या� ध�रणी केरने के4 शीलिक्त �"ग।

वि�रजने के� लिसेर झा�के गया�। आ1ख" पTथ्�� में" पड़ गया' और एके लिसेसेके4 ने हृ�या-��ने� के4 याह अग�ध केथा� �णी�ने के4, जिजसेके� ह:ने� ��णी� द्व�र� असे1भी� था�।

वि���ई के� दि�ने &डाविकेया@ के लि&ए विकेताने� शी:केमेंया ह:ता� ह/। बैचपने के4 सेबै सेखिखया@-सेहलि&या@, में�ता�-विपता�, भी�ई-बैन्ध� से ने�ता� ट�ट ज�ता� ह/। याह वि�च�र विके में^ वि*र भी� इसे घर में" आ सेके�1 ग�, उसे ताविनेके भी� से1ता:ष नेह' �ता�। क्या@ अबै �ह आयाग� ता: अवितालिथाभी�� से आयाग�। उने &:ग@ से वि�&ग ह:ने�, जिजनेके से�था ज��ने:द्य�ने में" ख&ने� और स्��ता1�Mत्रीया-��दिटके� में" भ्रमेंणी केरने� उप&ब्ध हुआ ह:, उसेके हृ�या के: वि��Yणी� केर �ता� ह/। आज से उसेके लिसेर पर ऐसे� भी�र पडाता� ह/, ज: आमेंरणी उठा�ने� पडाग�।

वि�रजने के� श्रीTग�1र विकेया� ज� रह� था�। ने�इने उसेके ह�था@ � प/र@ में" में"ह�Y रच� रह� था�। के:ई उसेके बै�& ग�1था रह� था�। के:ई ज�डा में" से�गन्ध बैसे� रह� था�। पर जिजसेके लि&या या ता/या�रिरया�1 ह: रह� था�, �ह भी�ष्टिमें पर में:ता� के ��ने विबैखर रह� था�। इताने में" बै�रह से से1�शी� आया� विके में�हूं�ता ट&� ज�ता� ह/, जल्�Y केर@। से���में� प�से खडा� था�। वि�रजने, उसेके ग& लि&पट गया� और अश्री�-प्र��ह के� आ1ताके, ज: अबै ताके �बै� हुई अविगने के4 ने�ई से�&ग रह� था�, अकेस्में�ताM ऐसे� भीडाके उठा� में�ने@ विकेसे� ने आग में" ता& डा�& दि�या� ह/।

था:डा� �र में" प�&के4 द्व�र पर आया�। वि�रजने पडा:से के4 लिसेत्र्या@ से ग& ष्टिमें&�। से���में� के चरणी छ� ए, ताबै �:-ता�ने लिसेवित्रीया@ ने उसे प�&के4 के भी�तार विबैठा� दि�या�। उधर प�&के4 उठाc, इधर से���में� में�र्च्छिच्छेwता ह: भी�ष्टिमें पर विगर पडा�, में�ने@ उसेके ज�ता ह� के:ई उसेके� प्र�णी विनेके�&केर लि&या ज�ता� था�। घर से�ने� ह: गया�। से/के1 डा@ लिसेत्रीया�1 के� जमेंघट था�, परन्ता� एके वि�रजने के विबैने� घर *�डा ख�ता� था�।

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4कीमलाचंरण की� मिमत्र

ज/से लिसेन्दूंर के4 &�लि&में� से में�1ग रच ज�ता� ह/, ज/से ह� वि�रजने के आने से प्रमें�ता� के घर के4 रVनेके बैढ गया�। से���में� ने उसे ऐसे ग�णी लिसेख�या था विके जिजसेने उसे �ख�, में:ह गया�। याह�1 ताके विके से�ता� के4 सेह&� र�ने� के: भी� प्रमें�ता� के से$में�ख स्��के�र केरने� पड़� विके ता�$ह�र� छ:टY बैहूं ने हमें सेबै@ के� र1ग *4के� केर दि�या�। से�ता� उसेसे दि�ने-दि�ने भीर बै�ता" केरता� और उसेके� ज� ने ऊबैता�। उसे अपने ग�ने पर अणिभीमें�ने था�, पर इसे क्षत्री में" भी� वि�रजने बै�ज� & गया�।

अबै केमें&�चरणी के ष्टिमेंत्री: ने आग्रह केरने� शी�रू विकेया� विके भी�ई, नेई दु&विहने घर में" &�या ह:, के� छ ष्टिमेंत्री@ के4 भी� वि*क्रो केर@। से�नेता ह/ परमें से�न्�र� प�या ह:।

केमें&�चरणी के: रूपया ता: सेसे�र�& से ष्टिमें& ह� था, जबै खनेखने�केर बै:&-अज�, ���ता &:। शीर�बै" उड़�ओ। ह), बैहुता शी:रग�& ने मेंच�ने�, नेह' ता: केह' भी�तार खबैर ह:ग� ता: सेमेंझाग" विके या ग�ण्डा ह/। जबै से �ह घर में" आया� ह/, मेंर ता: ह:शी उड़ हुए ह/। केहता� हूं1, अ1ग्रज�, *�रसे�, से1स्केT ता, अ&में-ग&में सेभी� घ:ट बै/ठाc ह/। डारता� हूं1 केह' अ1ग्रज� में" के� छ प�छ बै/ठाc, या� *�रसे� में" बै�ता" केरने &ग, में�ह+ ता�केने के लिसे��या और क्या� केरू1 ग� ? इसेलि&ए अभी� ज� बैच�ता� वि*रता� हूं1।

या@ ता: केमें&�चरणी के ष्टिमेंत्री@ के4 से1ख्या� अपरिरष्टिमेंता था�। नेगर के जिजताने केबै�तार-बै�ज, केनेकेVएबै�ज� ग�ण्डा था सेबै उनेके ष्टिमेंत्री परन्ता� सेच्च ष्टिमेंत्री@ में" के �& प�1च मेंह�शीया था और सेभी�-के -सेभी� *�के मेंस्ता लिछछ:र था। उनेमें" सेबैसे अष्टिधके लिशीणिक्षता ष्टिमेंया� मेंज�� था। या केचहर� में" अर�याज विकेया� केरता था। ज: के� छ ष्टिमें&ता�, �ह सेबै शीर�बै में" भीट केरता। दूंसेर� ने$बैर हमें��1ख� के� था�। इने मेंह�शीया ने बैहुता प/ताTके से1पविता प�या� था�, परन्ता� ता�ने �ष� में" सेबै के� छ वि�&�से में" &�ट� �Y। अबै याह ढ1ग था� विके से�1या के: सेज-धजकेर ग�लि&या@ में" ध�& *)केता वि*रता था। ता�सेर हजरता से/या� हुसे/ने था-पक्के ज�आर�, ने�& के परमें भीक्त, से/के1 डा@ के ��1� &ग�ने ��&, स्त्री� गहने@ पर ह�था में)जने� ता: विनेत्या के� इनेके� के�में था�। शीष �: मेंह�शीया र�मेंसे�के&�&& और चन्हदूं&�& केचहर� में" नेVकेर था। �ताने केमें, पर ऊपर� आमें�ने� बैहुता था�। आध� से�र�प�ने के4 भीट केरता, आध� भी:ग-वि�&�से में" उडा�ता। घर में" &:ग भी�ख मेंर या� णिभीक्ष� में)ग", इन्ह" के �& अपने से�ख से के�में था�।

से&�ह ता: ह: च�के4 था�। आठा बैज जबै विडाप्टY से�हबै &ट ता: या प)च@ जने एकेत्री हुए और शीर�बै के �Vर च&ने &ग। प)च@ प�ने में" अभ्यास्ता था। अबै नेशी के� र1ग जमें�,बैहके-बैहकेकेर बै�ता" केरने &ग।

मेंज��-क्या@ भी�ई केमें&�चरणी, सेच केहने�, स्त्री� के: �खकेर ज� ख�शी ह: गया� विके नेह' ?

केमें&�-अबै आप बैहकेने &ग क्या@ ?र�मेंसे�के-बैता&� क्या@ नेह' �ता, इसेमें" झा"पने के4 केVने-से� बै�ता ह/ ?केमें&�-बैता&� क्या� अपने� लिसेर दूं1, केभी� से�मेंने ज�ने के� से1या:ग भी� ता: हुआ ह:। के&

विके��ड़ के4 �र�र से एके बै�र �ख लि&या� था�, अभी� ताके लिचत्री ऑख@ पर वि*र रह� ह/।चन्दूं&�&-ष्टिमेंत्री, ता�में बैड़ भी�ग्या��ने ह:।

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केमें&�-ऐसे� व्या�के� & हुआ विके विगरता-विगरता बैच�। बैसे, पर� सेमेंझा &:। मेंज��-ता: भीई, याह �:स्ता� विकेसे दि�ने के�में आयाग�। एके नेजर हमें" भी� दि�ख�ओं। से/या�-बैशीके �:स्ता� के याह� में�ने� ह/ विके आपसे में" के:ई प��� ने रह। चन्दूं&�&-�:स्ता� में" क्या� प��� ? अ1ग्रज: के: �ख@,बै�बै� डा:&� से उतार� नेह' विके या�र

�:स्ता ह�था ष्टिमें&�ने &ग। र�मेंसे�के-में�झा ता: विबैने� �ख च/ने ने आयाग� ? केमें&�-(एके धप &ग� केर) ज�भी के�ट &� ज�याग�, सेमेंझा ? र�मेंसे�के-के:ई लिचन्ता� नेह', ऑख" ता: �खने के: रह"ग�। मेंज��-भीई केमें&�चरणी, बै�र� में�नेने के4 बै�ता नेह', अबै इसे �क्त ता�$ह�र� *ज� ह/ विके

�:स्ता@ के4 *रमें�इशी प�र� केर:। केमें&�-अर। ता: में^ नेह' केबै केरता� हूं1 ?चन्दूं&�&-��ह मेंर शीर। या ह� में�� के4 से� बै�ता" ह/। ता: हमें &:ग बैने-ठानेकेर आ ज�या+,

क्या@ ?केमें&�-ज�, जर� में�1ह में" के�लि&ख &ग� &�जिजयाग�। बैसे इताने� बैहुता ह/। से/या�-ता: आज ह� ठाहर� ने। इधर ता: शीर�बै उड़ रह� था�, उधर वि�रजने प&1ग पर &टY हुई वि�च�र में" मेंग्ने ह: रह�

था�। बैचपने के दि�ने भी� के/ से अच्छे ह:ता ह̂। यादि� � दि�ने एके बै�र वि*र आ ज�ता। ओह। के/ से� मेंनेVहर ज��ने था�। से1से�र प्रमें और प्र�विता के4 ख�ने था�। क्या� �ह के:ई अन्या से1से�र था� ? क्या� उने दि�ने@ से1से�र के4 �स्ता�ए बैहुता से�न्�र ह:ता� था� ? इन्ह' वि�च�र@ में" ऑख झापके गया� और बैचपने के4 एके घटने� आ1ख@ के से�मेंने आ गया�। &ल्&� ने उसेके4 ग�विडाया� मेंर:डा �Y। उसेने उसेके4 विकेता�बै के �: पन्न *�डा दि�या। ताबै &ल्&� ने उसेके4 प�ठा में1 ज:र से च�टके4 &�, बै�हर भी�ग�। �ह र:ने &ग� और &ल्&� के: के:से रह� था� विके से��में� उसेके� ह�था पकेडा आया� और बै:&�-क्या@ बैटY इसेने ता�$ह" में�र� ह/ ने ? याह बैहुता में�र-में�र केर भी�गता� ह/। आज इसेके4 खबैर &ता� ह1, �ख�1 केह�1 में�र� ह/। &ल्&� ने डाबैडाबै�या� ऑख@ से वि�रजने के4 ओर �ख�। ताबै वि�रजने ने में�स्केर� केर केह�-में�झा उन्ह�1ने केह) में�र� ह/। या में�झा केभी� नेह' में�रता। याह केहकेर उसेके� ह�था पकेडा लि&या�। अपने विहस्से के4 ष्टिमेंठा�ई खिख&�ई और वि*र �:ने@ ष्टिमें&केर ख&ने &ग। �ह सेमेंया अबै केह�1 9

र�वित्री अष्टिधके बै�ता गया� था�, अच�नेके वि�रजने के: ज�ने पडा� विके के:ई से�मेंने ��&� �Y��र धमेंधमें� रह� ह/। उसेने के�ने &ग�केर से�ने�। बैर�बैर शीब्� आ रह था। केभी� रूके ज�ता वि*र से�ने�या� �ता। था:डा� �र में" ष्टिमेंट्टीY विगरने &ग�। डार के में�र वि�रजने के ह�था-प�1� *� &ने &ग। के&ज� धके-धके केरने &ग�। ज� केडा� केरके उठाc और मेंहर�जिजने चतार स्त्री� था�। सेमेंझा� विके लिचल्&�ऊ1 ग� ता: ज�ग ह: ज�याग�। उसेने से�ने रख� था� विके च:र पविह& सेध में" प�1� डा�&केर �खता ह/ ताबै आप घ�सेता ह/। उसेने एके डा1डा� उठा� लि&या� विके जबै प/र डा�&ग� ता: ऐसे� ता�नेकेर में�रू1 ग� विके ट)ग ट�ट ज�एग�। पर च:र ने प�1� के स्थाने पर लिसेर रख दि�या�। मेंहर�जिजने घ�ता में1 था� ह� डा1डा� च&� दि�या�। खटके के4 आ��ज आया�। च:र ने झाट सिंसेwर ख�च लि&या� और केहता� हुआ से�ने�या� दि�या�-‘उ* में�र डा�&�, ख:पडा� झान्न� गया�’। वि*र केई मेंने�ष्या@ के ह+सेने के4 ध्�विने आया� और तात्पश्चा�ता सेन्न�ट� ह: गया�। इताने में" और &:ग भी� ज�ग पडा और शीष र�वित्री बै�ताच�ता में" व्याता�ता हुई।

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प्र�ता:के�& जबै केमें&�चरणी घर में1 आया, ता: नेत्री &�& था और लिसेर में" से�जने था�। मेंहर�जिजमें ने विनेकेट ज�केर �ख�, वि*र आकेर वि�रजने से केह�-बैहूं एके बै�ता केहूं1। बै�र� ता: ने में�ने:ग� ?

वि�रजने – बै�र� क्या@ में�ने�ग', केह: क्या� केहता� ह:?मेंहर�जिजने – र�ता के: से"ध पड़� था� �ह च:र@ ने नेह' &ग�या� था�।वि�रजने –वि*र केVने था�? मेंहर�जिजने – घर ह� के भी�Y था। बै�हर� के:ई ने था�। वि�रजने – क्या� विकेसे� केह�रने के4 शीर�रता था�? मेंहर�जिजने – नेह', केह�र@ में" के:ई ऐसे� नेह' ह/।वि�रजने – वि*र केVने था�, स्प8 क्या@ नेह' केहता�? मेंह�र�जिजने – मेंर� ज�ने में" ता: छ:ट बै�बै� था। में^ने ज: &केड़� में�र� था�, �ह उनेके लिसेर

में" &ग�। लिसेर *� &� हुआ ह/। इताने� से�नेता ह� वि�रजने के4 भीTके� टY चढ़ा गया�। में�खमें1डा& अरुणी ह: आया�। क्रो� द्व ह:केर

बै:&� – मेंहर�जिजने, ह:शी से1भी�&केर बै�ता" केर:। ता�$ह" याह केहता हुए &�ज नेह' आता�? ता$ह" मेंर से$में�ख ऐसे� बै�ता केहने के� से�हसे के/ से हुआ? से�क्ष�ताM मेंर ऊपर के&1के के� टYके� &ग� रह� ह:। ता�$ह�र बै�ढ़ा�प पर �या� आता� ह/, नेह' ता: अभी� ता�$ह" याह�1 से खड़-खड़ विनेके&�� �ता�। ताबै ता�$ह" वि�दि�ता ह:ता� विके ज�भी के: �शी में" ने रखने के� क्या� *& ह:ता� ह/! याह�1 से उठा ज�ओ, में�झा ता�$ह�र� में�1ह �खकेर ज्�र-से� चढ़ा रह� ह/। ता�$ह" इताने� ने सेमेंझाM पड़� विके में^ के/ से� ��क्या में�1ह से विनेके�& रह� हूं1। उन्ह" ईश्वर ने क्या� नेह' दि�या� ह/? से�र� घर उनेके� ह/। मेंर� ज: के� छ ह/, उनेके� ह/। में^ स्�या1 उनेके4 चर� हूं1। उनेके से1बै1ध में" ता�में ऐसे� बै�ता केह बै/ठा�।

परन्ता� जिजसे बै�ता पर वि�रजने इताने� क्रो� द्व हुई, उसे� बै�ता पर घर के और &:ग@ के: वि�शी��से ह: गया�। विडाप्टY से�हबै के के�ने में" भी� बै�ता पहु1च�। � केमें&�चरणी के: उसेसे अष्टिधके दु8-प्रकेT विता सेमेंझाता था, जिजताने� �ह था�। भीया हुआ विके केह' याह मेंह�शीया बैहूं के गहने@ पर ने ह�था बैढ़ा�या": अच्छे� ह: विके इन्ह" छ�त्री�&या में" भीज दूं1। केमें&�चरणी ने याह उप�या से�ने� ता: बैहुता छटपट�या�, पर के� छ से:च केर छ�त्री�&या च&� गया�। वि�रजने के आगमेंने से प��� केई बै�र याह से&�ह हुई था�, पर केमें&� के हठा के आग एके भी� ने च&ता� था�। याह स्त्री� के4 दृष्टि8 में" विगर ज�ने के� भीया था�, ज: अबै के4 बै�र उसे छ�त्री�&या & गया�।

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5कीपलाट

पह&� दि�ने ता: केमें&�चरणी ने विकेसे� प्रके�र छ�त्री�&या में" के�ट�। प्र�ता: से से�या1के�& ताके से:या� विकेया। दूंसेर दि�ने ध्या�ने आया� विके आज ने��बै से�हबै और ता:ख ष्टिमेंज�� के बैटर@ में" बैढ़ा�ऊ ज:ड़ ह̂। के/ से-के/ से मेंस्ता पट्ठे ह̂! आज उनेके4 पकेड़ �खने के या:ग्या ह:ग�। से�र� नेगर *ट पड़ ता: आश्चाया� नेह'। क्या� दि�ल्&ग� ह/ विके नेगर के &:ग ता: आने1� उड़�या" और में^ पड़� र:ऊ1 । याह से:चता-से:चता उठा� और बै�ता-के4-बै�ता में" अख�ड़ में" था�।

याह�1 आज बैड़� भी�ड़ था�। एके में&�-से� &ग� हुआ था�। भी�श्ता� लिछड़के�� केर रह था, लिसेगरट, ख:मेंच ��& और ता$बै:&� सेबै अपने�-अपने� दुके�ने &ग�या बै/ठा था। नेगर के मेंनेच& या��के अपने ह�था@ में" बैटर लि&या या� मेंखमें&� अड्डों@ पर बै�&बै�&@ के: बै/ठा�या मेंटरगश्ता� केर रह था केमें&�चरणी के ष्टिमेंत्री@ के4 याह�1 क्या� केमें� था�? &:ग उन्ह" ख�&� ह�था �खता ता: प�छता – अर र�ज� से�हबै! आज ख�&� ह�था के/ से? इताने में" ष्टिमेंया�1, से/या� मेंज��, हमें�� आदि� नेशी में" च�र, लिसेगरट के ध�ऐं भीके�भीके उड़�ता �Yख पड़। केमें&�चरणी के: �खता ह� सेबै-के -सेबै सेरपट �Vड़ और उसेसे लि&पट गया।

मेंज�� – अबै ता�में केह�1 ग�याबै ह: गया था या�र, के� र�ने के4 केसेमें मेंके�ने के सेक̂ेड़: चक्केर &ग�या ह@ग।

र�मेंसे�के – आजके& आने1� के4 र�ता" ह̂, भी�ई! आ1ख" नेह' �खता ह:, नेशी�-से� चढ़ा� हुआ ह/।

चन्दु&�& – च/ने केर रह� ह/ पट्ठे�। जबै से से�न्�र� घर में" आया�, उसेने बै�ज�र के4 से�रता ताके नेह' �ख�। जबै �ख�या, घर में" घ�से� रहता� ह/। ख�बै च/ने केर & या�र!

केमें&� – च/ने क्या� ख�के केरु1 ? याह�1 ता: के/ � में" *1 से गया�। ता�ने दि�ने से बै:र्डिंडाwग में" पड़� हुआ हूं1।

मेंज�� - अर! ख��� के4 केसेमें?केमें&� – सेच केहता� हूं1, परसे@ से ष्टिमेंट्टीY प&�� ह: रह� ह/। आज सेबैके4 आ1ख

बैच�केर विनेके& भी�ग�।र�मेंसे�के – ख�बै उड़। �ह में�छ1�र से�परिरण्टण्डाण्ट झाल्&� रह� ह:ग�।केमें&� – याह में�के  के� ज:ड़ छ:ड़केर विकेता�बै@ में" लिसेर केVने में�रता�।से/या� – या�र, आज उड़ आया ता: क्या�? सेच ता: याह ह/ विके ता�$ह�र� �ह�1 रहने� आ*ता

ह/। र:ज ता: ने आ सेके:ग? और याह�1 आया दि�ने नेया� से/र, नेया�-नेया� बैह�र", के& &�&� विडाग्ग� पर, परसे@ प्रट पर, नेरसे@ बैड़@ के� में&�-केह�1 ताके विगने�ऊ1 , ता�$ह�र� ज�ने� बै�र� हुआ।

केमें&� – के& के4 केट�� ता: में^ जरुर �ख�1ग�, च�ह इधर के4 दुविनेया� उधर ह: ज�या।से/या� – और बैड़@ के� में&� ने �ख� ता: के� छ ने �ख�। ता�सेर पहर केमें&�चरणी ष्टिमेंत्री@ से विबै�� ह:केर उ��से मेंने छ�त्री�&या के4 ओर च&�।

मेंने में" एके च:र-से� बै/ठा� हुआ था�। द्व�र पर पहु1चकेर झा�1केने &ग�विके से�परिरण्टण्डाण्ट से�हबै ने ह@ ता: &तापकेकेर केमेंर में" ह: रहूं1। ता: याह �खता� ह/ विके �ह भी� बै�हर ह� के4 ओर आ रह ह̂। लिचत्त के: भी&�-भी�1विता दृढ़ा केरके भी�तार प/ठा�।

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से�रिरण्टण्डाण्ट से�हबै ने प�छ� – अबै ताके ह�1 था?‘एके के�में से बै�ज�र गया� था�’।‘याह बै�ज�र ज�ने के� सेमेंया नेह' ह/’।‘में�झा ज्ञा�ता नेह' था�, अबै ध्या�ने रख�1ग के: जबै केमें&� च�रप�ई पर &ट� ता: से:चने

&ग� – या�र, आज ता: बैच गया�, पर उत्तमें ताभी� ह: विके के& बैच�1। और परसे@ भी� मेंह�शीया के4 आ1ख में" ध�& डा�&�1। के& के� दृश्या �स्ता�ता:�शी�ने�या ह:ग�। पता1ग आके�शी में" बै�ता" केर"ग और &$बै-&$बै प"च ह@ग। याह ध्या�ने केरता-केरता से: गया�। दूंसेर दि�ने प्र�ता: के�& छ�त्री�&या से विनेके& भी�ग�। से�हृ�गणी &�& विडाग्ग� पर उसेके4 प्रता�क्ष� केर रह था। �खता ह� ग�ग�M ह: गया और प�ठा ठा@के4।

केमें&�चरणी के� छ �र ताके ता: केट�� �खता� रह�। वि*र शीVके चर��या� विके क्या@ ने में^ भी� अपने केनेकेVए में1ग�ऊ1 और अपने ह�था@ के4 से*�ई दि�ख&�ऊ1 । से/या� ने भीड़के�या�, बै�-बै�केर &ड़�ओ। रुपया हमें �"ग।चट घर पर आ�में� �Vड़� दि�या�। प�र� वि�श्व�से था� विके अपने में�1झा से सेबैके: पर�स्ता केर दूं1ग�। परन्ता� जबै आ�में� घर से ख�&� ह�था आया�, ताबै ता: उसेके4 �ह में" आग-से�-&ग गया�। हण्टर &केर �Vड़� और घर पहु1चता ह� केह�र@ के: एके ओर से सेटर-सेटर प�टने� आर1भी विकेया�। बैच�र बै/ठा हुक्के�: तामें�ख� केर रह था। विनेरपर�ध अच�नेके हण्टर पड़ ता: लिचल्&�-लिचल्&�केर र:ने &ग। से�र में�हल्& में" एके के:&�ह& मेंच गया�। विकेसे� के: सेमेंझा ह� में" ने आया� विके हमें�र� क्या� �:ष ह/? �ह�1 केह�र@ के� भी&�-भी�1विता सेत्के�र केरके केमें&�चरणी अपने केमेंर में" पहु1च�। परन्ता� �ह�1 के4 दु��शी� �खकेर क्रो:ध और भी� प्रज्ज्�लि&ता ह: गया�। पता1ग *ट हुए था, चर्खिखwया�1 ट�टY हुई था', में�1झा &श्क्तिच्छेया�1 उ&झाM पड़' था', में�ने: विकेसे� आपविता ने इने या�ने या:द्व�ओं के� सेत्या�ने�शी केर दि�या� था�। सेमेंझा गया� विके अ�श्या याह में�ता�ज� के4 केरता�ता ह/। क्रो:ध से &�& में�ता� के प�से गया� और उच्च स्�र से बै:&� – क्या� में�1! ता�में सेचमें�च मेंर प्र�णी ह� &ने पर आ गया� ह:? ता�ने दि�ने हुए के�र�ग�र में" णिभीज��या� पर इताने पर भी� लिचत्त के: से1ता:ष ने हुआ। मेंर वि�ने:� के4 से�मेंविग्रया@ के: ने8 केर डा�&� क्या@?

प्रमें�ता� – (वि�स्मेंया से) में^ने ता�$ह�र� के:ई च�ज़ नेह' छ� ई! क्या� हुआ?केमें&� – (विबैगड़केर) झा�ठा@ के में�ख में" के4ड़ पड़ता ह̂। ता�मेंने मेंर� �स्ता�ए1 नेह' छ� ई ता:

विकेसेके: से�हसे ह/ ज: मेंर केमेंर में" ज�केर मेंर केनेकेVए और चर्खिखwया�1 सेबै ता:ड़-*:ड़ डा�&, क्या� इताने� भी� नेह' �ख� ज�ता�।

प्रमें�ता� – ईश्वर से�क्ष� ह/। में^ने ता�$ह�र केमेंर में" प�1� भी� नेह' रख�। च&:, �ख�1 केVने-केVने च�ज़" ट�टY ह̂। याह केहकेर प्रमें�ता� ता: इसे केमेंर के4 ओर च&� और केमें&� क्रो:ध से भीर� आ1गने में" खड़� रह� विके इताने में" में�ध�� वि�रजने के केमेंर से विनेके&� और उसेके ह�था में" एके लिचट्टीY �केर च&� गया�। लि&ख� हुआ था�-

‘अपर�ध में^ने विकेया� ह/। अपर�ष्टिधने में^ हूं1। ज: �ण्डा च�ह �Yजिजए’।याह पत्री �खता ह� केमें&� भी�ग� विबैल्&� बैने गया� और �बै प�1� बै/ठाके के4 ओर च&�।

प्रमें�ता� प�  के4 आड़ से लिसेसेकेता हुए नेVकेर@ के: डा�1ट रह� था�, केमें&�चरणी ने उसे मेंने� विकेया� और उसे� क्षणी के� छ और केनेकेVए ज: बैच हुए था, स्�1या *�ड़ डा�&, चर्खिखwया�1 ट�केड़-ट�केड़ केर डा�&' और डा:र में" दि�या�से&�ई &ग� �Y। में�ता� के ध्या�ने ह� में" नेह' आता� था� विके क्या� बै�ता ह/? केह�1 ता: अभी�-अभी� इन्ह' �स्ता�ओं के लि&ए से1से�र लिसेर पर उठा� लि&या� था�, और केह� आप ह� उसेके� शीत्री� ह: गया�। सेमेंझा�, शी�या� क्रो:ध से ऐसे� केर रह� ह@ में�ने�ने &ग', पर

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केमें&� के4 आकेT विता से क्रो:ध ताविनेके भी� प्रकेट ने ह:ता� था�। लिसेथारता� से बै:&� – क्रो:ध में" नेह' हूं1। आज से दृढ़ा प्रविताज्ञा� केरता� हूं1 विके पता1ग केभी� नेउड़�ऊ¤ ग�1 मेंर� में�ख�ता� था�, इने �स्ता�ओं के लि&ए आपसे झागड़ बै/ठा�।

जबै केमें&�चरणी केमेंर में" अके &� रह गया� ता: से:चने &ग�-विनेस्सेन्�ह मेंर� पता1ग उड़�ने� उन्ह ने�पसेन्� ह/, इसेसे ह�र्दि�wके घTणी� ह/; नेह' ता: में�झा पर याह अत्या�च�र के��विप ने केरता'। यादि� एके बै�र उनेसे भी"ट ह: ज�ता� ता: प�छता� विके ता�$ह�र� क्या� इच्छे� ह/; पर के/ से में�¤ह दि�ख�ऊ¤ । एके ता: मेंह�में�शी�, वितासे पर केई बै�र अपने� में�ख�ता� के� परिरचया � च�के�। से"ध��&� घटने� के4 से�चने� उन्ह" अ�श्या ष्टिमें&� ह:ग�। उन्ह" में�ख दि�ख�ने के या:ग्या नेह' रह�। अबै ता: याह� उप�या ह/ विके ने ता: उनेके� में�ख �ख�¤ ने अपने� दि�ख�ऊ¤ , या� विकेसे� प्रके�र के� छ वि�द्य� से�ख�¤। ह�या ! इसे से�न्�र� ने के/ से�र स्�रुप प�या� ह/! स्त्री� ने�ह अप्सेर� ज�ने पड़ता� ह/। क्या� अभी� �ह दि�ने भी� ह:ग� जबै विके �ह में�झासे प्रमें केरग�? क्या� &�&-&�& रसे�& अधर ह/! पर ह/ केठा:र हृ�या। �या� ता: उसे छ� नेह� गया�। केहता� ह/ ज: �ण्डा दूं¤? यादि� प� ज�ऊ¤ हृ�या से &ग� &�। अच्छे�, ता: अबै आज से पढ़ाने� च�विहया। याह से:चता-से:चता उठा� और �रबै� ख:&केर केबै�तार@ के� उड़�ने &ग�। से/केड़: ज:ड़ था ओर एके-से-एके बैढ़ा-चढ़ाकेर। आके�शी में ता�र बैने ज�ए¤, ड़ ता: दि�ने-भीर उतारने के� ने�में ने &"। जगर के बै�तारबै�ज एके-एके ज:ड़ पर ग�&�में� केरने के: ता/या�र था। परन्ता� क्षणी-में�त्री में" सेबै-के -सेबै उड़� दि�या। जबै �रबै� ख�&� ह: ेगया�, ता: केह�रर@ के: आज्ञा� �Y विके इसे उठा� & ज�ओ और आग में" ज&� �:। छत्त� भी� विगर� �:, नेह' ता: सेबै केबै�तार ज�केर उसेके4 पर बै/ठा" ग"। केबै�तार@ के� के�में सेमें�प्ता केरके बैटर@ और बै�&बै�&@ के4 ओर च& और उनेके4 भी� के�र�ग�र से में�क्त केर दि�या�।

बै�हर ता: याह चरिरत्री ह: रह� था�, भी�तार प्रमें�ता� छ�ता� प�ट रह� था� विके ल़के� ने ज�ने क्या� केरने तार तात्पर हुआ ह/? वि�रजने के: बै�&�केर केह�-बैटY? बैच्च के: विकेसे� प्रके�र र:के:। ने-ज�ने उसेने मेंने में क्या� ठा�ने� ह/? याह केहके र:ने &ग�! वि�रजने के: भी� सेन्�ह ह: रह� था� विके अ�श्या इनेके4 के� छ और नेया�ता ह/ नेह' ता: याह क्रो:ध क्या@? याद्यविप केमें&� दुव्या�सेने� था�, दुर�च�र� था�, के� चरिरत्री था�, परन्ता� इने सेबै �:ष@ के ह:ता हुए भी� उसेमें" एके बैड़� ग�णी भी� था�, जिजसेके� के:ई स्त्री� अ�ह&ने� नेह' केर सेकेता�। उसे �Tजर�ने� से स्��� प्र�विता था�। और इसेके� ग�पM र�विता से केई बै�र परिरचया भी� ष्टिमें& गया� था�। याह� के�रणी था� जिजसेने वि�रजने के: इताने� ग��शी�& बैने� दि�या� था�। उसेने के�गज विनेके�&� और याह पत्री बै�हर भीज�।“विप्रयाता,

याह के:प विकेसे पर ह/? के �& इसे�लि&ए विके में^ने �:-ता�ने केनेकेVए *�ड̈ा डा�&? यादि� में�झा ज्ञा�ता ह:ता� विके आप इताने�-से� बै�ता पर ऐसे क्रो� द्व ह: ज�या"ग, ता: के��विप उने पर ह�था ने &ग�ता�। पर अबै ता: अपर�ध ह: गया�, क्षमें� के4जिजया। याह पह&� केसे�र ह/

आपके4�Tजर�ने�।”

केमें&�चरणी याह पत्री प�केर ऐसे� प्रमें�दि�ता हुआ, में�ने से�र जगता के4 से1पणित्त प्र�प्ता ह: गया�। उत्तर �ने के4 इच्छे� हुई, पर &खने� ह� नेह' उठाता� था�। ने प्रशीस्मिस्ता ष्टिमें&ता� ह/, ने प्रविताष्ठ�, ने आर1भी के� वि�च�र आता�, ने सेमें�प्तिप्ता के�। बैहुता च�हता ह̂ विके भी��प�णी� &ह&ह�ता� हुआ पत्री लि&ख�1, पर बै�विद्व ताविनेके भी� नेह' �Vड़ता�। आज प्रथामें बै�र केमें&�चरणी के: अपने� में�ख�ता� और

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विनेरक्षरता� पर र:ने� आया�। शी:के ! में^ एके से�ध�-से� पत्री भी� नेह' लि&ख सेकेता�। इसे वि�च�र से �ह र:ने &ग� और घर के द्व�र सेबै बैन्� केर लि&या विके के:ई �ख ने &।

ता�सेर पहर जबै में�1शी� श्या�में�चरणी घर आया, ता: सेबैसे पह&� �स्ता� ज: उनेके4 दृष्टि8 में" पड़�, �ह आग के� अ&��� था�। वि�स्मिस्मेंता ह:केर नेVकेर@ से प�डा�-याह अ&�� के/ से�?

नेVकेर@ ने उत्तर दि�या�-सेरके�र ! �रबै� ज& रह� ह/।में�1शी�ज�- (घ�ड़केकेर) इसे क्या@ ज&�ता ह:? अबै केबै�र केह�¤ रह"ग? केह�र-छ:ट बै�बै� के4 आज्ञा� ह/ विके सेबै �रबै ज&� �:में�1शी�ज�- केबै�तार केह�¤ गया? केह�र-सेबै उड़� दि�या, एके भी� नेह' रख�। केनेकेVए सेबै *�ड़ डा�&, डा:र ज&� �Y,

बैड़� ने�केसे�ने विकेया�।केहर@ ने अपने� सेमेंझा में" में�र-प�ट के� बैउ&� लि&या�। बैच�र सेमेंझा विके में�1शी�ज� इसे

ने�के�सेने के लि&या केमें&�चरणी के: बै�र�-भी&� केह"ग, परन्ता� में1शी�ज� ने याह सेमें�च�र से�ने� ता: भ̂ीचक्के -से रह गया। उन्ह� ज�ने�र@ पर केमें&�चरणी प्र�णी �ता� था�, आज अकेस्में�ताM क्या� के�या�प&ट ह: गया�? अ�श्या के� छ भी� ह/। केह�र से केह�- बैच्च के: भीज �:।

एके ष्टिमेंनेट में" केह�र ने आकेर केह�- हज�र, �र��ज� भी�तार से बैन्� ह/। बैहुता खटखट�या�, बै:&ता ह� नेह'।

इताने� से�नेने� था� विके में�1शी�ज� के� रुष्टिधर शी�ष्के ह: गया�। झाट सेन्�ह हुआ विके बैच्च ने वि�ष ख� लि&या�। आज एके जहर खिख&�ने के में�के�में" के� */ से&� विकेया� था�। ने1ग, प�¤� �Vड़ और बैन्� केमेंर के विके��ड़ पर बैजप���के &�ता में�र� और केह�- बैच्च�! बैच्च�! याह केहता-केहता ग&� रु¤ ध गया�। केमें&�चरणी विपता� के4 ��णी� पविहच�ने केर झाट उठा� और अपने आ¤से�1 प@छकेर विके��ड़ ख:& दि�या�। परन्ता� उसे विकेताने� आश्चाया� हुआ, जबै में�1शी�ज� ने ष्टिधक्के�र, *टके�र के बै�& उसे हृ�या से &ग� लि&या� और व्या�के� & ह:केर प�छ�-बैच्च�, ता�$ह मेंर लिसेर के4 केसेमें, बैता� �: ता�मेंने के� छ ख� ता: नेह' लि&या�? केमें&�चरणी ने इसे प्रश्न के� अथा� सेमेंझाने के लि&या में�1शी�ज� के4 ओर आ¤ख" उठा�या� ता: उनेमें" ज& भीर� था�, में�1शी�ज� के: प�र� वि�श्व�से ह: गया� विके अ�श्याशीM वि�पणित्त के� से�मेंने� हुआ। एके केह�र से केह�-डा�क्टर से�हबै के: बै�&� &�। केहने�, अभी� चलि&या।

अबै ज�केर दुबै��विद्व केमें&�चरणी ने विपता� के4 इसे घबैर�हट के� अथा� सेमेंझा�। �Vड़केर उनेसे लि&पट गया� और बै:&�- आपके: भ्रमें हुआ ह/। आपके लिसेर के4 केसेमें, में^ बैहुता अच्छेY तारह हूं¤।

परन्ता� विडाप्टY से�हबै के4 बै�विद्व श्क्तिस्थार ने था� ; सेमेंझा, याह में�झा र:केकेर वि�&$बै केरने� च�हता� ह/। वि�ने�ता भी�� से बै:&-बैच्च�? ईश्वर के लि&ए में�झा छ:ड़ �:, में^ सेन्दूंके से एके औषष्टिध & आऊ¤ । में^ क्या� ज�नेता� था� विके ता�में इसे ने�याता से छ�त्री�&या में" ज� रह ह:।

केमें&�चरणी- इश्व�र-से�क्ष� से केहता� हूं¤, में^ विबै&के� & अच्छे� हूं¤। में^ ऐसे� &ज्ज���ने ह:ता�, ता: इताने� में�ख� क्या@ बैने� रहता�? आप व्याथा� ह� डा�क्टर से�हबै के: बै�&� रह ह̂।

में�1शी�ज�- (के� छ-के� छ वि�श्व�से केरके ) ता: विके��ड़ बैन्� केर क्या� केरता था? केमें&�चरणी- भी�तार से एके पत्री आया� था�, उत्तर लि&ख रह� था�। में�1शी�ज�- और याह केबै�तार �ग/रह क्या@ उड़� दि�या?केमें&�- इसे�लि&ए विके विनेश्चिंश्चाwता�प���के पढ�¤ । इन्ह' बैखड़@ में" सेमेंया ने8 ह:ता� था�। आज

में/ने" इनेके� अन्ता केर दि�या�। अबै� आप �ख"ग विके में^ पढ़ाने में" के/ से� ज� &ग�ता� हूं¤।19

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अबै ज�के विडाप्टY से�हबै के4 बै�विद्व दिठाके�ने आया�। भी�तार ज�केर प्रमें�ता� से सेमें�च�र प�छ� ता: उसेने से�र� र�में�याणी केह से�ने�या�। उन्ह@ने जबै से�ने� विके वि�रजने ने क्रो:ध में" आकेर केमें&� के केनेकेVए *�ड़ डा�& और चर्खि¬wया� ता:ड़ डा�&� ता: ह1से पड़ और केमें&�चरणी के वि�ने:� के से��ने�शी के� भी� सेमेंझा में" आ गया�। बै:&-ज�ने पड़ता� ह/ विके बैहूं इने &�&ज� के: से�ध� केरके छ:ड़ग�।

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6भ्रम

�Tजर�ने� के4 वि���ई के पश्चा�ता से���में� के� घर ऐसे� से�ने� ह: गया�, में�ने: पिंपwजर से से�आ उड़ गया�। �ह इसे घर के� �Yपके और शीर�र के4 प्र�णी था�। घर �ह� ह/, पर च�र@ ओर उ��से� छ�या� हुई ह/। रहनेच�&� � ह� ह/। पर सेबैके में�ख मेंलि&ने और नेत्री ज्या:विताह�ने ह: रह ह/। ��दिटके� �ह� ह/, पर ऋता� पताझाड़ के4 ह/। वि���ई के एके में�से पश्चा�त्री में�1शी� से1ज��ने&�& भी� ता�था�या�त्री केरने च& गया। धने-से1पणित्त सेबै प्रता�प के: सेर्मिमेंwपता केर �Y। अपने सेग मेंTगछ�&�, भीग��M ग�ता� और के� छ प�स्ताके@ के अवितारिरक्त के� छ ने & गया।

प्रता�चन्द्र के4 प्रमें�के�1क्ष� बैड़� प्रबै& था' पर इसेके से�था ह� उसे �मेंने के4 असे�में शीलिक्त भी� प्र�प्ता था�। घर के4 एके-एके �स्ता� उसे वि�रजने के� स्मेंरणी केर�ता� रहता� था�। याह वि�च�र एके क्षणी के लि&ए भी� दूंर ने ह:ता� था� यादि� वि�रजने मेंर� ह:ता�, ता: ऐसे से�ख से ज��ने व्याता�ता ह:ता�। परन्ता� वि�च�र के: �ह हट�ता� रहता� था�। पढ़ाने बै/ठाता� ता: प�स्ताके ख�&� रहता� और ध्या�ने अन्यात्री ज� पहु1चता�। भी:जने केरने बै/ठाता� ता: वि�रजने के� लिचत्री नेत्री@ में" वि*रने &गता�। प्रमें�खिग्ने के: �मेंने के4 शीलिक्त से �बै�ता-�बै�ता उसेके4 अ�स्था� ऐसे� ह: गया�, में�ने: �ष� के� र:ग� ह/ प्रष्टिमेंया@ के: अपने� अणिभी&�ष� प�र� ह:ने के4 आशी� ह: या�ने ह:, परन्ता� � मेंने-ह�-मेंने अपने� प्रष्टिमेंके�ओं से ष्टिमें&ने के� आनेन्� उठा�ता रहता ह/। � भी��-से1से�र में अपने प्रमें-प�त्री से ��ता��&�प केरता ह̂, उसे छ:ड़ता ह̂, उसेसे रुठाता ह̂, उसे मेंने�ता ह/ और इने था��@ में" उन्ह" ताTप्तिप्ता ह:ता� ह/ आ /ेश्री मेंने के: एके से�ख� और रसेमेंया के�या� ष्टिमें& ज�ता� ह/। परन्ता� यादि� के:ई शीलिक्त उन्ह" इसे भी��:द्य�ने के4 से/र केरने से र:के , यादि� के:ई शीलिक्त ध्या�ने में" भी� उसे विप्रयातामें के� लिचत्रीM ने �खने �, ता: उने अभी�ग@ प्रष्टिमेंया@ के: क्या� �शी� ह:ग�? प्रता�प इन्ह� अभी�ग@ में" था�। इसेमें" से1�ह नेह' विके यादि� �ह च�हता� ता: से�ख� भी��@ के� आनेन्� भी:ग सेकेता� था�। भी��-से1से�र के� भ्रमेंणीअता�� से�खमेंया ह:ता� ह/, पर केदिठानेता� ता: याह था� विके �ह वि�रजने के� ध्या�ने भी� के� श्क्तित्सेता ��सेने�ओं से पवि�त्रीM रखने� च�हता� था�। उसेके4 लिशीक्ष� ऐसे पवि�त्री विनेयामें@ से हुई था� और उसे ऐसे पवि�त्रीत्में�ओं और ने�वितापर�याणी मेंने�ष्या@ के4 से1गविता से &�भी उठा�ने के अ�सेर ष्टिमें& था विके उसेके4 दृष्टि8 में" वि�च�र के4 पवि�त्र्ता� के4 भी� उताने� ह� प्रविताष्ठ� था� जिजताने� आच�र के4 पवि�त्रीता� के4। याह केबै से1भी� था� विके �ह वि�रजने के:-जिजसे केई बै�र बैविहने केह च�के� था� और जिजसे अबै भी� बैविहने सेमेंझाने के� प्रयात्ने केरता� रहता� था�- ध्या�ने��स्था� में" भी� ऐसे भी��@ के� के" द्र बैने�ता�, ज: के� ��सेने�ओं से भी& ह� शी�द्व ह:, पर मेंने के4 दूंविषता आ�ग@ से में�क्त नेह' ह: सेकेता था जबै ताके में�न्शी�ज� से1ज��ने&�& वि�द्यमें�ने था, उनेके� के� छ-ने-के� छ सेमेंया उनेके से1ग ज्ञा�ने और धमें�-चच�� में" केट ज�ता� था�, जिजसेसे आत्में� के: से1ता:ष ह:ता� था� ! परन्ता� उनेके च& ज�ने के पश्चा�ता आत्में-से�ध�र के� याह अ�सेर भी� ज�ता� रह�।

से���में� उसे या@ मेंलि&ने-मेंने प�ता� ता: उसे बैहुता दु:ख ह:ता�। एके दि�ने उसेने केह�- यादि� ता�$ह�र� लिचत्त ने &गता� ह:, प्रया�ग च& ज�ओ �ह�¤ शी�या� ता�$ह�र� ज� &ग ज�ए। याह वि�च�र प्रता�प के मेंने में" भी� केई बै�र उत्पन्न हुआ था�, परन्ता� इसे भीया से विके में�ता� के: याह�1 अके & रहने में" के8 ह:ग�, उसेने इसे पके के� छ ध्या�ने नेह' दि�या� था�। में�ता� के� आ�शी प�केर इर��� पक्के� ह: गया�। या�त्री� के4 ता/या�रिरया�1 केरने &ग�, प्रस्था�ने के� दि�ने विनेणिश्चाता ह: गया�। अबै से���में� के4 याह �शी� ह/ विके जबै �खिखए, प्रता�प के: पर�शी में" रहने-सेहने के4 लिशीक्ष�ए1 � रह�

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ह/-बैट�, �ख@ विकेसे� से झागड़� मेंता में:& &ने�।झागड़ने के4 ता�$ह�र� �/से भी� आ�ता नेह' ह/, परन्ता� सेमेंझा� �ता� हूं¤। पर�शी के4 बै�ता ह/ *�1 के-*�1 केकेर पग धरने�। ख�ने-प�ने में" असे1यामें ने केरने�। ता�$ह�र� याह बै�र� आ�ता ह/ विके ज�ड़@ में" से�1याके�& ह� से: ज�ता ह:, वि*र के:ई विकेताने� ह� बै�&�या पर ज�गता ह� नेह'। याह स्�भी�� पर�शी में" भी� बैने� रह ता: ता�$ह" से�1झा के� भी:जने के�ह के: ष्टिमें&ग�? दि�ने के: था:ड़� �र के लि&ए से: लि&या� केरने�। ता�$ह�र� आ1ख@ में" ता: दि�ने के: ज/से ने'� नेह' आता�।

उसे जबै अ�के�शी ष्टिमें&�, बैट के: ऐसे� सेमेंया:लिचता लिशीक्ष�ए1 दि�या� केरता�। विने��ने प्रस्था�ने के� दि�ने आ ह� गया�। ग�ड़� �से बैज दि�ने के: छ� टता� था�। प्रता�प ने से:च�- वि�रजने से भी"ट केर &�1। पर�शी ज� रह� हूं¤। वि*र ने ज�ने केबै भी"ट ह:। लिचता के: उत्से�के विकेया�। में�ता� से केह बै/ठा�। से���में� बैहुता प्रसेन्न हुई। से���में� बैहुता प्रसेन्न हुई। एके था�& में" में:�के सेमें:से और �:-ता�ने प्रके�र के में�रब्बै रखकेर रष्टिधया�के: दि�या विके &ल्&� के से1ग ज�। प्रता�प ने बै�& बैने��या, केपड़ बै�&। च&ने के: ता: च&�, पर ज्या@-ज्या@ पग आग उठा�ता� ह/, दि�& बै/ठा� ज�ता� ह/। भी�1विता-भी�1विता के वि�च�र आ रह ह/। वि�रजने ने ज�ने क्या� मेंने में" सेमेंझा, क्या� सेने सेमेंझा। च�र मेंह�ने बै�ता गया, उसेने एके लिचट्ठेY भी� ता: में�झा" अ&ग से नेह' लि&ख�। वि*र क्या@केर केहूं1 विके मेंर ष्टिमें&ने से उसे प्रसेन्नता� ह:ग�। अज�, अबै उसे ता�$ह�र� लिचन्ता� ह� क्या� ह/? ता�में मेंर भी� ज�ओ ता: �ह आ1से� ने बैह�या। याह�1 के4 बै�ता और था�। �ह अ�श्या उसेके4 आ¤ख@ में" खटके ग�। केह' याह ने सेमेंझा विके &�&�ज� बैने-ठानेकेर में�झा रिरझा�ने आया ह̂। इसे� से:च-वि�च�र में" गढ़ाता� च&� ज�ता� था�। याह�¤ ताके विके श्या�में�चरणी के� मेंके�ने दि�ख�ई �ने &ग�। केमें&� में/��ने टह& रह� था� उसे �खता ह� प्रता�प के4 �ह �शी� ह: गई विके ज: विकेसे� च:र के4 �शी� लिसेप�ह� के: �खकेर ह:ता� ह/ झाट एके घर केर आड़ में" लिछप गया� और रष्टिधया� से बै:&�- ता� ज�, या �स्ता�ए¤ � आ। में^ के� छ के�में से बै�ज�र ज� रह� हूं¤। &Vटता� हुआ ज�ऊ¤ ग�। याह केह केर बै�ज�र के4 ओर च&�, परन्ता� के �& �से ह� डाग च&� ह:ग� विके विपर मेंहर� के: बै�&�या� और बै:&�- में�झा शी�या� �र ह: ज�या, इसेलि&ए ने आ सेके�¤ ग�। के� छ प�छ ता: याह लिचट्ठेY � �ने�, केहकेर जबै से पस्मिन्से& विनेके�&� और के� छ प1लिक्तया�1 लि&खकेर � �Y, जिजसेसे उसेके हृ�या के4 �शी� के� भी&�-भी1विता परिरचया ष्टिमें&ता� ह/।

“में^ आज प्रया�ग ज� रह� हूं¤, अबै �ह' पढ�1ग�। जल्�Y के के�रणी ता�मेंसे नेह' ष्टिमें& सेके�। ज�वि�ता रहूं¤ग� ता: वि*र आऊ¤ ग�। केभी�-केभी� अपने के� शी&-क्षमें के4 से�चने� �ता� रहने�।

ता�$ह�र�प्रता�प”

प्रता�प ता: याह पत्री �केर च&ता� हुआ, रष्टिधया� ध�र-ध�र वि�रजने के घर पहु¤च�। �ह इसे �खता ह� �Vड़� और के� शी&-क्षमें प�छने &ग�-&�&� के4 के:ई लिचट्ठेY आया� था�?

रष्टिधया�- जबै से गया, लिचट्ठेY-पत्री� के� छ भी� नेह' आया�।वि�रजने- च�च� ता: से�ख से ह/?रष्टिधया�– &ल्&� बै�बै� प्रया�गर�ज ज�ता ह/ ता�ने ताविनेके उ��से रहता ह/।वि�रजने – (च�केकेर) &ल्&� प्रया�ग ज� रह ह̂।रष्टिधया� – ह�1, हमें सेबै बैहुता सेमेंझा�या� विके पर�शी में�1 केह�1 ज/ह:। में��� के:ऊ के4 सेने�ता

ह/?रध�या� – केबै ज�या"ग?

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रध�या� – आज �से बैज के4 ट से ज�य्या� ह/। ता�से भी"ट केरने आ�ता रहने, ता�ने दु��रिर पर आइ के &�ट गयाने।

वि�रजने – याह1 ताके आकेर &Vट गया। द्व�र पर के:ई था� विके नेह'?रध�या� – द्व�र पर केह�1 आया, सेड़के पर से च& गया।वि�रजने – के� छ केह� नेह', क्या�1 &Vट� ज�ता� हूं1?रध�या� – के� छ केह� नेह', इताने� बै:& विके ‘हमें�र टमें छविहट जह/, ताVने हमें ज�इता ह̂।’वि�रजने ने घड़� पर दृष्टि8 डा�&�, आठा बैजने ��& था। प्रमें�ता� के प�से ज�केर बै:&� –

में�ता�! &ल्&� आज प्रया�ग ज� रह ह̂, दि� आप केह" ता: उनेसे ष्टिमें&ता� आऊ1 । वि*र ने ज�ने केबै ष्टिमें&ने� ह:, केबै ने ह:। मेंहर� केहता� ह/ विके बैसे में�झासेष्टिमें&ने आता था, पर सेड़के के उसे� प�र से &Vट गया।

प्रमें�ता� – अभी� ने बै�& ग�1था��या, ने में�1ग भीर��या�, ने केपड़ बै�& बैसे ज�ने के: ता/या�र ह: गया�।

वि�रजने – मेंर� अ$में�1! आज ज�ने �Yजिजए। बै�& ग�1था��ने बै/ठा�1 ग� ता: �से याह' बैज ज�या"ग।

प्रमें�ता� – अच्छे�, ता: ज�ओ, पर से1ध्या� ताके &Vट आने�। ग�ड़� ता/या�र केर�� &:, मेंर� ओर से से���में� के: प�&गने केह �ने�।

वि�रजने ने केपड़ बै�&, में�ध�� के: बै�हर �Vड़�या� विके ग�ड़� ता/या�र केरने के लि&ए केह: और ताबै ताके के� छ ध्या�ने ने आया�। रध�या� से प�छ� – के� छ लिचट्टीY-पत्री� नेह' �Y?

रष्टिधया� ने पत्री विनेके�&केर � दि�या�। वि�रजने ने उसे हष� सेलि&या�, परन्ता� उसे पढ़ाता ह� उसेके� में�ख के� $ह&� गया�। से:चने &ग�विके �ह द्व�र ताके आकेर क्या@ &Vट गया और पत्री भी� लि&ख� ता: ऐसे� उखड़� और अस्प8। ऐसे� केVने जल्�Y था�? क्या� ग�ड़� के नेVकेर था, दि�नेभीर में" अष्टिधके नेह' ता: प�1च – छ: ग�विडाया�1 ज�ता� ह@ग�। क्या� में�झासे ष्टिमें&ने के लि&ए उन्ह �: घ1ट@ के� वि�&$बै भी� असेहया ह: गया�? अ�श्या इसेमें" के� छ-ने-के� छ भी� ह/। में�झासे क्या� अपर�ध हुआ? अच�नेके उसे उसे सेया के� ध्या�ने आया�, जबै �ह अविता व्या�के� & ह: प्रता�प के प�से गया� था� और उसेके में�ख से विनेके&� था�, ‘&ल्&� में�झासे के/ से सेह� ज�याग�!’वि�रजने के: अबै से पविह& केई बै�र ध्या�ने आ च�के� विके मेंर� उसे सेमेंया उसे �शी� में" ज�ने� बैहुता अने�लिचता था�। परन्ता� वि�श्व�से ह: गया� विके में^ अ�श्या &ल्&� के4 दृष्टि8 से विगर गया�। मेंर� प्रमें और मेंने अबै उनेके लिचत्तमें" नेह' ह/। एके ठाण्डा� से�1से &केर बै/ठा गया� और में�ध�� से बै:&� – के:च��ने से केह �:, अबै ग�ड़� ने ता/या�र केर"। में^ ने ज�ऊ1 ग�।

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7कीर्त�व्य और प्रे�म की सु�घर्ष�

जबै ताके वि�रजने सेसे�र�& से ने आया� था� ताबै ताके उसेके4 दृष्टि8 में" एके विहन्दु-पविताव्रता� के केता�व्या और आ�शी� के� के:ई विनेयामें श्क्तिस्थार ने हुआ था�। घर में" केभी� पविता-से$बै1ध� चच�� भी� ने ह:ता� था�। उसेने स्त्री�-धमें� के4 प�स्ताके" अ�श्या पढ़ाY था', परन्ता� उनेके� के:ई लिचरस्था�या� प्रभी�� उसे पर ने हुआ था�। केभी� उसे याह ध्या�ने ह� ने आता� था� विके याह घर मेंर� नेह1 ह/ और में�झा बैहुता शी�घ्र ह� याह�1 से ज�ने� पड़ग�।

परन्ता� जबै �ह सेसे�र�& में" आया� और अपने प्र�णीने�था पविता के: प्रविताक्षणी आ1ख@ के से�मेंने �खने &ग� ता: शीने/: शीने/: लिचताM-�Tविताया@ में" परिर�ता�ने ह:ने &ग�। ज्ञा�ता हुआविके में^ केVने हूं1, मेंर� क्या� केता�व्या ह/, मेंर� क्या� ध�में और क्या� उसेके विने���ह के4 र�विता ह/? अग&� बै�ता" स्�प्नों�ताM ज�ने पड़ने &ग'। ह�1 जिजसे सेमेंया स्मेंरणी ह: आता� विके अपर�ध में�झासे ऐसे� हुआ ह/, जिजसेके4 के�लि&में� के: में^ ष्टिमेंट� नेह' सेकेता�, ता: स्�1या &ज्ज� से मेंस्ताके झा�के� &ता� और अपने के: उसे आश्चाया� ह:ता� विके में�झा &ल्&� के से$में�ख ज�ने के� से�हसे के/ से हुआ! के��लिचताM इसे घटने� के: �ह स्�प्नों सेमेंझाने के4 च8� केरता�, ताबै &ल्&� के� सेVजन्याप�णी� लिचत्री उसे से�मेंने आ ज�ता� और �ह हृ�या से उसे आशी²��� �ता�, परन्ता� आज जबै प्रता�पच1द्र के4 क्ष�द्र-हृ�याता� से उसे याह वि�च�र केरने के� अ�सेर ष्टिमें&� विके &ल्&� उसे घटने� के: अभी� भी�&� नेह' ह/, उसेके4 दृष्टि8 में" अबै मेंर� प्रविता8� नेह' रह�, याह�1 ताकेविके �ह मेंर� में�ख भी� नेह' �खने� च�हता�, ता: उसे ग्&विनेप�णी� क्रो:ध उत्पन्न हुआ। प्रता�प के4 ओर से लिचत्त लि&ने ह: गया� और उसेके4 ज: प्रमें और प्रविता8� उसेके हृ�या में" था� �ह प&-भीर में" ज&-केणी के4 भी�1विता उड़ने &ग�। स्त्री�या@ के� लिचत्त बैहुता शी�घ्र प्रभी��ग्र�ह� ह:ता� ह/,जिजसे प्रता�प के लि&ए �ह अपने� असेवितात्� ध�& में"ष्टिमें&� �ने के: तात्पर था�, �ह� उसेके एके बै�&-व्या�ह�र के: भी� क्षमें� नेह' केर सेकेता�, क्या� उसेके� हृ�या ऐसे� से1के³णी ह/? याह वि�च�र वि�रजने के हृ�या में" के�1ट" के4 भी�1विता खटकेने &ग�।

आज से वि�रजने के4 सेज��ता� &�प्ता ह: गया�। लिचत्त पर एके बै:झा-से� रहने &ग�। से:चता�विके जबै प्रता�प में�झा भी�& गया और मेंर� रत्त�-भीर भी� प्रविता8� नेह' केरता ता: इसे शी:के से में/। क्या@ अपने� प्र�णी घ�&�ऊ1 ? ज/से ‘र�में ता�&से� से, �/से ता�&से� र�में से’। यादि� उन्ह" मेंझासे घTणी� ह/, यादि� �ह मेंर� में�ख नेह' �खने� च�हता ह̂, ता: में^ भी� उनेके� में�ख �खने से घ्रणी� केरता� हूं1 और में�झा उनेसे ष्टिमें&ने के4 इच्छे� नेह'। अबै �ह अपने ह� ऊपर झाल्&� उठाता�विके में^ प्रविताक्षणी उन्ह' के4 बै�ता" क्या@ से:चता� हूं1 और से1केल्प केरता� विके अबै उनेके� ध्या�ने भी� मेंने में" ने आने दूं1ग�, पर ताविनेके �र में" ध्या�ने वि*र उन्ह' के4 ओर ज� पहु1चता� और � ह� वि�च�र उसे बैच/ने केरने &गता। हृ�या के इसे से1ता�प के: शी�1ता केरने के लि&ए �ह केमें&�चरणी के: सेच्च प्रमें के� परिरचया �ने &ग�। �ह था:ड़� �र के लि&ए केह' च&� ज�ता�, ता: उसे उ&�हने� �ता�। जिजताने रुपया जमें� केर रख था, � सेबै � दि�या विके अपने लि&ए से:ने के4 घड़� और चने में:& & &:। केमें&� ने इ1के�रविकेया� ता: उ��से ह: गया�। केमें&� या@ ह� उसेके� ��से बैने� हुआ था�, उसेके प्रमें के� बै�हुल्या �खकेर और भी� ज�ने �ने &ग�। ष्टिमेंत्री@ ने से�ने� ता: धन्या��� �ने &ग। ष्टिमेंया�1 हमें�� और से/या� अपने भी�ग्या के: ष्टिधके�रने &ग विके ऐसे� स्नेह� स्त्री� हमेंके: ने ष्टिमें&�। ता�$ह" �ह विबैने में�1ग ह� रुपया �ता� ह/ और याह�1 स्त्री�या@ के4 ख'चता�ने से ने�के में" �में ह/। च�हह अपने प�से के�ने� केVड़� ने ह:, पर उनेके4 इच्छे� अ�श्या प�र� ह:ने� च�विहया, नेह' ता: प्र&या मेंच ज�या।

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अज� और क्या� केह", केभी� घर में" एके बै�ड़ प�ने के लि&ए भी� च& ज�ता ह̂, ता: �ह�1 भी� �से-प�1च उल्टY-से�ध� से�ने विबैने� नेह' च&ता�। ईश्वर हमेंके: भी� ता�$ह�र�-से� बै��� �।

याह सेबै था�, केमें&�चरणी भी� प्रमें केरता� था� और �Tजर�ने� भी� प्रमें केरता� था� परन्ता� प्रष्टिमेंया@ के: से1या:ग से ज: हष� प्र�प्ता ह:ता� ह/, उसेके� वि�रजने के में�ख पर के:ई लिचह्न दि�ख�या� नेह' �ता� था�। �ह दि�ने-दि�ने दुबै&� और पता&� ह:ता� ज�ता� था�। केमें&�चरणी शीपथा �-�केर प�छता�विके ता�में दुबै&� क्या@ ह:ता� ज�ता� ह:? उसे प्रसेन्नM केरने के ज:-ज: उप�या ह: सेकेता केरता�, ष्टिमेंत्री@ से भी� इसे वि�षया में" से$मेंविता &ता�, पर के� छ &�भी ने ह:ता� था�। �Tजर�ने� ह1सेकेर केह दि�या� केरता�विके ता�में के� छ लिचन्ता� ने केर:, में^ बैहुता अच्छेY तारह हूं1। याह केहता-केहता उठाकेर उसेके बै�&@ में" के1 घ� &ग�ने &गता� या� प1ख� झा&ने &गता�। इने से�� और सेत्के�र@ से केमें&�चरणी *� &र ने सेमें�ता�। परन्ता� &केड़� के ऊपर र1ग और र:गने &ग�ने से �ह के4ड़� नेह' मेंरता�, ज: उसेके भी�तार बै/ठा� हुआ उसेके� के&ज� ख�या ज�ता� ह/। याह वि�च�र विके प्रता�पच1द्र में�झा भी�& गया और में^ उनेके4 में" विगर गया�, शी�& के4 भी�1विता उसेके हृ�या के: व्यालिथाता विकेया� केरता� था�। उसेके4 �शी� दि�ने@ – दि�ने@ विबैगड़ता� गया� – याह�1 ताके विके विबैस्तार पर से उठाने� ताके केदिठाने ह: गया�। डा�क्टर@ के4 ���ए1 ह:ने &ग'।

उधर प्रता�पच1द्र के� प्रया�ग में" ज� &गने &ग� था�। व्या�या�में के� ता: उसे व्यासेने था� ह�। �ह�1 इसेके� बैड़� प्रच�र था�। में�नेलिसेके बै:झा ह&के� केरने के लि&ए शी�र�रिरके श्रीमें से बैढ़ाकेर और के:ई उप�या नेह' ह/। प्र�ता: केसेरता केरता�, से�1याके�& और *� टबै�& ख&ता�, आठा-नेV बैज र�ता ताके ��दिटके� के4 से/र केरता�। इताने परिरश्रीमें के पश्चा�ताM च�रप�ई पर विगरता� ता: प्रभी�ता ह:ने ह� पर आ1ख ख�&ता�। छ: ह� में�से में" विक्रोके ट और *� टबै�& के� केप्ता�ने बैने बै/ठा� और �:-ता�ने में/च ऐसे ख& विके से�र नेगर में" ध�में ह: गया�।

आज विक्रोके ट में" अ&�गढ़ा के विनेप�णी खिख&�विडाया@ से उनेके� से�मेंने� था�। या &:ग विहन्दुस्ता�ने के प्रलिसेद्व खिख&�विडाया@ के: पर�स्ता केरवि�जया के� डा1के� बैज�ता याह�1 आया था। उन्ह" अपने� वि�जया में" ताविनेके भी� से1�ह ने था�। पर प्रया�ग��& भी� विनेर�शी ने था। उनेके4 आशी� प्रता�पच1द्र पर विनेभी�र था�। यादि� �ह आध घण्ट भी� जमें गया�, ता: रने@ के ढर &ग� �ग�। और यादि� इताने� ह� �र ताके उसेके� ग"� च& गया�, ता: वि*र उधर के� ��र-न्या�र� ह/। प्रता�प के: केभी� इताने� बैड़� में/च ख&ने के� से1या:ग नेष्टिमें&� था�। के&ज� धड़के रह� था� विके ने ज�ने क्या� ह:। �से बैज ख& प्र�र1भी हुआ। पह& अ&�गढ़ा��&@ के ख&ने के4 बै�र� आया�। �:-ढ�ई घ1ट ताके उन्ह@ने ख�बै केर�में�ता दि�ख&�ई। एके बैजता-बैजता ख& के� पविह&� भी�ग सेमें�प्ता हुआ। अ&�गढ़ा ने च�र सेV रने विकेया। अबै प्रया�ग��&@ के4 बै�र� आया� पर खिख&�विडाया@ के ह�था-प�1� *� & हुए था। वि�श्व�से ह: गया� विके हमें ने ज�ता सेके" ग। अबै ख& के� बैर�बैर ह:ने� केदिठाने ह/। इताने रने केVने केरग�। अके &� प्रता�प क्या� बैने� &ग� ? पविह&� खिख&�ड़� आया� और ता�सेर ग"� में वि��� ह: गया�। दूंसेर� खिख&�ड़� आया� और केदिठानेता� से पµच ग"� ख& सेके�। ता�सेर� आया� और पविह& ह� ग"� में" उड़ गया�। चVथा ने आकेर �:-ता�ने विहट &ग�या, पर जमें ने सेके�। पµच� से�हबै के�&ज में एके था, पर या�1 उनेके4 भी� एके ने च&�। था�प� रखता-ह�-रखता च& दि�या। अबै प्रता�पचन्द्र दृढ़ाता� से प/र उठा�ता�, बै/ट घ�में�ता� में/��ने में" आया�1 �:ने@ पक्ष��&@ ने केरता& ध्�विने के4। प्रया:ग��&@ के4 शी अकेथाने�या था�। प्रत्याके मेंने�ष्या के4 दृष्टि8 प्रता�पचन्द्र के4 ओर &ग� हुई था�। सेबैके हृ�या धड़के रह था। चता�र्दि�wके सेन्न�ट� छ�या� हुआ था�। के� छ &:ग दूंर बै/ठाकेर ��श्वर से प्र�था�ने� केर रह था विके प्रता�प के4 वि�जया ह:। ���-��ता� स्मेंरणी विकेया ज: रह था। पविह&� ग"� आया�, प्रता�प नेख&� दि�या�। प्रया:ग��&@ के� से�हसे घट गया�। दूंसेर� आया�,

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�ह भी� ख�&� गया�। प्रया�ग��&@ के�, के&ज� ने�णिभी ताके बै/ठा गया�। बैहुता से &:ग छतार� से1भी�& घर के4 ओर च&। ता�सेर� ग"� आया�। एके पड़�के के4 ध्�विने हुई ओर ग"� &� (गमें� ह��) के4 भीµविता गगने भी�ने केरता� हुआ विहट पर खड़ ह:ने��& खिख&�ड़� से सेसेV गज ओग विगर�। &:ग@ ने ता�लि&याµ बैज�या�या1। से�ख ध�ने में" प�ने� पड़�। ज�ने��& दिठाठाके गया। विनेरशी" के: आशी� बै¤ध�। चVथा� ग1� आया� और पह& ग"� से �से गज आग विगर�। *4ल्डर च�के , विहट पर में�� पह¤च�या�! पµच�µ ग"� आया� और केट पर गया�। इताने में" ओ�र हुआ। बै�&र बै�&, नेया बै�&र प�र बैष्टिधके था। घ�ताके ग"� *" केता था। पर उनेके पविह& ह� ग"� के: प्रता�प के आके�शी में" भीजकेर से�या� से स्प�शी केर� दि�या�। वि*र ता: ग"� और उसेके4 था�प� में" में/त्री�-से� ह: गया�। ग"� आता� और था�प� से प�श्व� ग्रहणी केरके केभी� प��� के� में�ग� &ता�, केभी� पणिश्चामें के� , केभी� उत्तर के� और केभी� �णिक्षणी के�, �Vड़ता-�Vड़ता *4ल्डर@ के4 सेµसे" *� & गया', प्रया�ग��& उछ&ता था और ता�लि&याµ बैज�ता था। ट:विपयाµ ��या� में" उछ& रह� था'। विकेसे� ने रुपया &�ट� दि�या और विकेसे� ने अपने� से:ने के4 ज1ज�र &�ट� �Y। वि�पक्ष� सेबै मेंने में के� ढ़ाता, झाल्&�ता, केभी� क्षत्री के� क्रोमें परिर�ता�ने केरता, केभी� बै�&र परिर�ता�ने केरता। पर च�ता�र� और क्रो4ड़�-केVशी& विनेरथा�के ह: रह� था�। ग"� के4 था�प� से ष्टिमेंत्रीता� दृढ़ा ह: गया� था�। प�र �: घन्ट ताके प्रता�प पड़�के , बैमें-ग:& और ह��इयाµ छ:ड़तामें� रह� और *4ल्डर ग1� के4 ओर इसे प्रके�र &पकेता ज/से बैच्च चन्द्रमें� के4 ओर &पकेता ह̂। रने@ के4 से1ख्या� ता�ने सेV ताके पहु¤च गई। वि�पणिक्षया@ के छक्के छ� ट। हृ�या ऐसे� भीर�� गया� विके एके ग"� भी� से�ध� था�। याह�1 ताके विके प्रता�प ने पच�से रने और विकेया और अबै उसेने अम्प�यार से ताविनेके वि�श्री�में केरने के लि&ए अ�के�शी मेंµग�। उसे आता� �खकेर सेहस्रों@ मेंने�ष्या उसे� ओर�Vड़ और उसे बै�र�-बै�र� से ग:� में" उठा�ने &ग। च�र@ ओर भीग�ड़ मेंच गया�। से/केड़: छ�ता, छविड़याµ ट:विपयाµ और ज�ता ऊध्��ग�में� ह: गया में�ने: � भी� उमें1ग में" उछ& रह था। ठाcके उसे� सेमेंया ता�रघर के� चपर�से� बै�इलिसेके& पर आता� हुआ दि�ख�या� दि�या�। विनेकेट आकेर बै:&�-‘प्रता�पच1द्र विकेसेके� ने�में ह/!’ प्रता�प ने च�केकेर उसेके4 ओर �ख� और चपर�से� ने ता�र के� लि&*�*� उसेके ह�था में" रख दि�या�। उसे पढ़ाता ह� प्रता�प के� बै�ने प�&� ह: गया�। �Yघ� श्व�से &केर के� से² पर बै/ठा गया� और बै:र&�-या�र: ! अबै में/च के� विनेबैट�र� ता�$ह�र ह�था में" ह/। में"ने अपने� केता�व्या-प�&ने केर दि�या�, इसे� डा�के से घर च&� ज�¤ऊग�।

याह केहकेर �ह बै:र्डिंडाwग ह�उसे के4 ओर च&�। से/केड़@ मेंने�ष्या प�छने &ग-क्या� ह/ ? क्या� ह/ ? &:ग@ के में�ख पर उ��से� छ� गया� पर उसे बै�ता केरने के� केहµ अ�के�शी ! उसे� सेमेंया ताµग पर चढ़ा� और स्टशीने के4 ओर च&�। र�स्ता-भीर उसेके मेंने में" ताके� -वि�ताके� ह:ता रह। बै�र-बै�र अपने के: ष्टिधक्के�र �ता� विके क्या@ ने च&ता सेमेंया उसेसे ष्टिमें& लि&या� ? ने ज�ने अबै भी"ट ह: विके ने ह:। ईश्वर ने केर केह' उसेके �शी�ने से �1लिचता रहूं¤; यादि� रह� ता: में^ भी� में�¤ह में के�लि&ख प:ता केह' मेंर रहूं¤ग�। याह से:च केर केई बै�र र:या�। नेV बैज र�ता के: ग�ड़� बैने�रसे पहु¤च�। उसे पर से उतारता ह� से�ध� श्या�में�चरणी के घर के4 ओर च&�। लिचन्ता� के में�र ऑंख" डाबैडाबै�या� हुईं था� और के&ज� धड़के रह� था�। विडाप्टY से�हबै लिसेर झा�के�या के� से² पर बै/ठा था और केमें&� डा�क्टर से�हबै के याहµ ज�ने के: उद्यता था�। प्रता�पचन्द्र के: �खता ह� �Vड़केर लि&पट गया�। श्या�में�चरणी ने भी� ग& &ग�या� और बै:&-क्या� अभी� से�ध इ&�ह�बै�� से च& आ रह ह: ?

प्रता�प-ज� हµ ! आज में�ता�ज� के� ता�र पहु¤च� विके वि�रजने के4 बैहुता बै�र� �शी� ह/। क्या� अभी� �ह� �शी� ह/ ?

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श्या�में�चरणी-क्या� केहूं¤ इधर �:-ता�ने में�से से दि�ने@दि�ने उसेके� शीर�र क्ष�णी ह:ता� ज�ता� ह/, औषष्टिधया@ के� के� छ भी� असेर नेह' ह:ता�। �ख", ईश्वर के4 क्या� इच्छे� ह/! डा�क्टर से�हबै ता: केहता था, क्षयार:ग ह/। पर �/द्यर�ज ज� हृ�या-�Vबै�ल्या बैता&�ता ह̂।

वि�रजने के: जबै से से�चने� ष्टिमें&� विके प्रता�पचन्द्र आया ह̂, ताबै से उसेके हृ�या में" आशी� और भीया घ�ड़�Vड़ मेंच� हुई था�। केभी� से:चता� विके घर आया ह@ग, च�च� ने बैरबैसे ठा&-ठा�&केर याहµ भीज दि�या� ह:ग�। वि*र ध्या�ने हुआ, ह: ने ह:, मेंर� बै�में�र� के� सेमें�च�र प�, घबैड़�केर च& आया ह@, परन्ता� नेह'। उन्ह" मेंर� ऐसे� क्या� लिचन्ता� पड़� ह/ ? से:च� ह:ग�-नेह' मेंर ने ज�ए, च&�¤ से�1से�रिरके व्या�ह�र प�र� केरता� आऊ1 । उन्ह" मेंर मेंरने-ज�ने के� क्या� से:च ? आज में^ भी� मेंह�शीया से ज� ख:&केर बै�ता" केरु1 ग� ? पर नेह' बै�ता@ के4 आ�श्याकेता� ह� क्या� ह/ ? उन्ह@ने च�प से�ध� ह/, ता: में^ क्या� बै:&�¤ ? बैसे इताने� केह दूं¤ग� विके बैहुता अच्छेY हूं¤ और आपके के� शी& के4 के�मेंने� रखता� हूं¤ ! वि*र में�ख ने ख:&�¤ग� ! और में^ याह में/&�-के� च/&� से�ड़� क्या@ पविहने हूं¤ ? ज: अपने� सेह��Y ने ह: उसेके आग याह �शी बैने�या रखने से &�भी? �ह अवितालिथा के4 भीµविता आया ह̂। में^ भी� प�हुने� के4 भीµविता उनेसे ष्टिमें&�¤ग�। मेंने�ष्या के� लिचत्त के/ से� चच1& ह/? जिजसे मेंने�ष्या के4 अकेT प� ने वि�रजने के4 याह गविता बैने� �Y था�, उसे� के: ज&�ने के लि&ए ऐसे-ऐसे उप�या से:च रह� ह/।

�से बैज के� सेमेंया था�। में�ध�� बै/ठाc पख झा& रह� था�। औषष्टिधया@ के4 शी�लिशीया�¤ इधर-उधर पड़� हुई था' और वि�रजने च�रप�ई पर पड़� हुई या ह� सेबै बै�ता" से:च रह� था� विके प्रता�प घर में" आया�। में�ध�� च�केकेर बै:&�-बैविहने, उठा: आ गया। वि�रजने झापटकेर उठाc और च�रप�ई से उतारने� च�हता� था� विके विनेबै�&ता� के के�रणी पTथ्�� पर विगर पड़�। प्रता�प ने उसे से¤भी�&� और च�रप�ई पर &ट� दि�या�। ह�! याह �ह� वि�रजने ह/ ज: आज से केई में�से प��� रुप ए�1 &���ण्या के4 में�र्तिताw था�, जिजसेके में�खड़ पर चमेंके और ऑख@ में" ह¤से� के� �प�से था�, जिजसेके� भी�षणी श्या�में� के� ग�ने� और ह¤सेने� मेंने के� &�भी�ने�था। �ह रसे�&� ऑख@��&�, में�ठाc बै�ता@ ��&� वि�रजने आज के �& अश्क्तिस्थाचमें���शीष ह/। पहच�ने� नेह' ज�ता�। प्रता�प के4 ऑख@ में" ऑंसे�1 भीर आया। के� शी& प�छने� च�हता� था�, पर में�ख से के �& इताने� विनेके&�-वि�रजने ! और नेत्री@ से ज&-विबैन्दु बैरसेने &ग। प्रमें के4 ऑंख मेंनेभी��@ के परखने के4 केसेVटY ह/। वि�रजने ने ऑंख उठा�केर �ख� और उने अश्री�-विबैन्दुओं ने उसेके मेंने के� से�र� में/& ध: दि�या�।

ज/से के:ई सेने�पविता आने��& या�द्व के� लिचत्री मेंने में" से:चता� ह/ और शीत्री� के: अपने� प�ठा पर �खकेर बै�ह��से ह: ज�ता� ह/ और उसे विनेध�रिरता लिचत्री के� के� छ ध्या�ने भी� नेह' रहता�, उसे� प्रके�र वि�रजने प्रता�पचन्द्र के: अपने से$में�ख �खकेर सेबै बै�ता" भी�& गया�, ज: अभी� पड़�-पड़� से:च रह� था� ! �ह प्रता�प के: र:ता �खकेर अपने� सेबै दु:ख भी�& गया� और च�रप�ई से उठा�केर ऑंच& से ऑसे�1 प@छने &ग�। प्रता�प, जिजसे अपर�ध� केह सेकेता ह̂, इसे सेमेंया �Yने बैने� हुआ था� और वि�रजने –जिजसेने अपने के: सेखकेर इसे शी ताके पहु¤च�या� था�-र:-र:केर उसे केह रह� था�- &ल्&� च�प रह:, ईश्वर ज�नेता� ह/, में^ भी&�-भीµविता अच्छेY हूं¤। में�ने: अच्छे� ने ह:ने� उसेके� अपर�ध था�। स्त्री�या@ के4 से1��नेशी�&ता� के/ से� के:में& ह:ता� ह/! प्रता�पचन्द्र के एके सेध�रणी से1के:च ने वि�रजने के: इसे ज��ने से उपणिक्षता बैने� दि�या� था�। आज ऑंसे� के� छ बै�¤�@ के4 उसेके हृ�या के उसे सेन्ता�प, उसे ज&ने और उसे अखिग्ने के:शीन्ता केर दि�या�, ज: केई मेंह�ने@ से उसेके रुष्टिधर और हृ�या के: ज&� रह� था�। जिजसे रग के: बैड़-बैड़ �/द्य और डा�क्टर

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Page 28: Premchand Ki Kahaniyan (Part - 10)

अपने� औषष्टिध ताथा� उप�या से अच्छे� ने केर सेके था, उसे अश्री�-विबैन्दुओं ने क्षणी-भीर में" च1ग� केर दि�या�। क्या� �ह प�ने� के विबैन्दु अमेंTता के विबैन्दु था ?

प्रता�प ने ध�रज धरकेर प�छ�- वि�रजने! ता�मेंने अपने� क्या� गविता बैने� रख� ह/ ? वि�रजने (ह¤सेकेर)- याह गविता में^ने नेह' बैने�या�, ता�मेंने बैने�या� ह/।प्रता�प-में�ता�ज� के� ता�र ने पहु¤च� ता: में�झा से�चने� भी� ने ह:ता�। वि�रजने-आ�श्याकेता� ह� क्या� था� ? जिजसे भी�&�ने के लि&ए ता: ता�में प्रया�ग च& गए,

उसेके मेंरने-ज�ने के4 ता�$ह" क्या� लिचन्ता� ? प्रता�प-बै�ता" बैने� रह� ह:। पर�या के: क्या@ पत्री लि&खता' ? वि�रजने-विकेसे आशी� था� विके ता�में इताने� दूंर से आने के� या� पत्री लि&खने के� के8

उठा�ओग ? ज: द्व�र से आकेर वि*र ज�ए और में�ख �खने से घणी केर उसे पत्री भीजकेर क्या� केरता�?

प्रता�प- उसे सेमेंया &Vट ज�ने के� जिजताने� दु:ख में�झा हुआ, मेंर� लिचत्त ह� ज�नेता� ह/। ता�मेंने उसे सेमेंया ताके मेंर प�से के:ई पत्री ने भीज� था�। में^ने सेझा, अबै से�ध भी�& गया�।

वि�रजने-यादि� में^ ता�$ह�र� बै�ता@ के: सेच ने सेमेंझाता� ह:ता� ह: केह �ता� विके या सेबै से:च� हुई बै�ता" ह̂।

प्रता�प-भी&� ज: सेमेंझा:, अबै याह बैता�ओ विके के/ से� ज� ह/? में^ने ता�$ह" पविहच�ने� नेह', ऐसे� में�ख *4के� पड़ गया� ह/।

वि�रजने- अबै अच्छेY ह: ज�¤ऊग�, औषष्टिध ष्टिमें& गया�।प्रता�प सेके ता सेमेंझा गया�। ह�, शी:के! मेंर� ताविनेके-से� च�के ने याह प्र&या केर दि�या�। �र

ताके उसे सेझाता� रह� और प्र�ता:के�& जबै �ह अपने घर ता: च&� ता: वि�रजने के� बै�ने वि�केलिसेता था�। उसे वि�श्व�से ह: गया� विके &ल्&� में�झा भी�& नेह' ह/ और मेंर� से�ध और प्रविताष्ठ� उनेके हृ�या में" वि�द्य�मेंने ह/। प्रता�प ने उसेके मेंने से �ह केµट� विनेके�& दि�या�, ज: केई में�से से खटके रह� था� और जिजसेने उसेके4 याह गविता केर रख� था�। एके ह� सेप्ता�ह में" उसेके� में�खड़� स्�णी� ह: गया�, में�ने: केभी� बै�में�र ह� ने था�।

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