रुद्राक्ष अपहरण व हत्याकांड

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ȟʼnाȦ अपहरण हāया कांड दैिनक भाĒकर, कोटा, शुĸवार, 23 जनवरी, 2015 ȟʼnाȦ अपहरण हāयाकांड की टाइम लाइन 20-21-22 अòटȴबर: मानव Ŗृंखला बनाकर िवरोध िकया। Ōदेशभर मɞ सटोȫरयɻ पर चल रही कारɑवाई तेज करकɁ दो को जेल भेजा। जयपुर से वापस कोटा आकर एडीजी िसंह ने मामले का ȫरďयू िलया। तलवंडी हनुमान मंिदर पाकɒ का नाम बदलकर ȟʼnाȦ पाकɒ िकया गया। 9 अòटȴबर: तलवंडी कɁ हनुमान मंिदर पाकɒ से अंकȱर ने शाम 7 बजे सात साल कɁ बƸे ȟʼnाȦ का अपहरण िकया। बूंदी सɞłल कोऑपरेिटव बɡक मɞ मैनेजर िपता पुनीत हांडा से शाम 7.30 बजे 2 करोड़ की िफरौती मांगी। रात तक पूरा शहर एक हो गया। जयपुर से सीएम ने भी जानकारी मांगी। 10 अòटȴबर: तालेड़ा, जाखमुंड ȬĒथत दाʚ मुóय नहर मɞ सुबह 6 बजे ȟʼnाȦ का शव िमला। सरकार ने दो मंŇी एडीजी ĸाइम अिजत िसंह को शाम को कोटा भेजा। सीआई हȫरचरण को सĒपɞड िकया। चार माह से खाली चल रहे पद पर कोटा मɞ एसपी डॉ. अमनदीप िसंह को लगाया गया। 11 अòटȴबर : ȟʼnाȦ कɁ िलए पहली बार Ēवतः Ēफȳतɑ कोटा बंद रहा। शहरभर मɞ जगह-जगह कɢडल माचɑ िनकले, धरने-Ōदशɑन शुȠ हो गए। शाम को पȫरजनɻ ने Ōेसवाताɑ कɁ दौरान सीबीआई जांच की मांग कर दी। जवाहर नगर थाने मɞ भगवत िसंह िहंगड़ को सीआई लगाया। 13 अòटȴबर : शॉिपंग सɞटर कɁ पंजाब सभा भवन मɞ पȫरजनɻ सिहत शहरभर कɁ लोगɻ ने ȟʼnाȦ को Ŗnjांजिल दी। पुिलस ने आरोपी कɁ सुराग लगने की बात कही। 12 अòटȴबर : तलवंडी से पȫरजनɻ ने जवाहर नगर थाने तक मौन जुलूस िनकाला। सीआई को ȧापन सɼपा। सीकर मɞ डीजीपी ओमेąʼn भारǑाज ने बयान िदया - पुिलस ने कोई तĂय नहȮ िछपाया। Ōदशɑन जारी रहे। 14 अòटȴबर : रात 12 बजे एडीजी अिजत िसंह ने Ōेसवाताɑ मɞ मुóय आरोपी कɁ Ƞप मɞ अंकȱर पािड़या कɁ नाम का खुलासा िकया। ओम एनòलेव मɞ पुिलस पहरा और पूरे शहर मɞ नाकाबंदी Ōदेश की łɂनɻ मɞ चैिकȽग तेज। 15 अòटȴबर : हāया कɁ बाद अंकȱर ďहाüस एप पर ȟʼnाȦ को Ŗnjांजिल दे रहा था, इसका खुलासा। िकĸɁट सƾɂ मɞ लाखɻ ȟपए गंवाने का मामला सामने आया। पुिलस ने पȫरजनɻ ȫरĐतेदारɻ से पूछताछ तेज की। 16-17 अòटȴबर : सहकाȫरता मंŇी पȫरजनɻ से िमलने पहुंचे। बारां रोड झालावाड़ रोड की मčटीĒटोरी मɞ पुिलस पहरा तेज। पुिलस ने अंकȱर को पकड़ने कɁ िलए जनता से मदद की अपील की। 18-19 अòटȴबर : िपता पुनीत हांडा कलेòłɂट पर चल रहे अिनȬĐचत कालीन धरने मɞ शािमल हुए। कलेòłɂट पर चल रहा आंदोलन तेज हो गया। अंकȱर की कार की जĈती िदखाई। Ōदेशभर मɞ सटोȫरयɻ पर चल रही कारɑवाई तेज करकɁ चार को िगरćतार िकया। 25 अòटȴबर : ȟʼnाȦ सेफ िसटी कɁ नाम पर 800 कɃमरे लाइटɠ लगाने कɁ काम का एेलान। 26-27 अòटȴबर : पȫरजनɻ ने आईजी को ȧापन सɼपा। 27 अòटȴबर को दोपहर पूवɑ गृहमंŇी का Ōदशɑन पुतला दहन। इसी िदन दोनɻ भाई उƫर Ōदेश से पकड़ɂ गए। दृĐय-1: समझा कोई एफएम रेिडयो से मजाक कर रहा है तलवंडी कɁ मकान नंबर 390-मɞ पुनीत हांडा और उनकी पƚी Ŗnjा शाम को घर मɞ बैठɂ बातɞ कर रहे थे। बेटा ȟʼnाȦ हर रोज की तरह सामने कɁ पाकɒ मɞ खेलने गया था। शाम 7 बजे अचानक घर कɁ लɡडलाइन फोन की घंटी बजी। Ŗnjा ने फोन उठाया तो अंजान ďयȬòत की बनावटी रौबदार आवाज सुनाई दी। मɡ जफर बोल रहा हू, तुĊहारे बेटɂ का अपहरण कर िलया है।पहले तो Ŗnjा ने समझा कोई एफएम रेिडयो से मजाक कर रहा है, लेिकन उसने यही बात दोहराई तो फोन पुनीत को दे िदया। पुनीत से उसने दो करोड़ की िफरौती मांगी। पित-पƚी ȫरसीवर पटक कर पाकɒ की तरफ दौड़ɂ। वहां बƸɻ ने बताया िȟʼnाȦ तो िकसी अंकल कɁ साथ गया है। इतना सुनते ही कोहराम मच गया। दृĐय-2:- ōȽटसीट कɁ लेग Ēपेस मɞ ठȴȾस कर ले गया था मारने पाकɒ से अंकȱर ȟʼnाȦ को बड़ी टॉफी िदलाने कɁ बहाने से ले गया था। कȱछ दूर खड़ी कार मɞ ōȽट सीट पर बैठाया। कार मɞ बैठते ही ȟʼnाȦ ने कहा अंकल टॉफी कहां है। अंकȱर बोला, अभी आगे दुकान से खरीदɞगे। वहां से वो सीएडी सिकɒल होता हुआ एरोńम की तरफ बढ़ा। राĒते मɞ सोिफया Ēकȳल कɁ पास उसने ȟʼnाȦ को òलोरोफामɑ सुंघाने की कोिशश की। लेिकन, ȟʼnाȦ कɁ रोने कɁ कारण सुंघा नहȮ सका। एरोńम सिकɒल से उसने यूटनɑ िलया और िवȧाननगर की तरफ गया। राĒते मɞ बीएसएनल आॅिफस कɁ पास उसने कार को रोका और उतरकर ȟʼnाȦ कɁ पास आया। उसे समझाया िमɡ भी तुĊहारे पापा की तरह हूं। उससे घर कɁ लɡड लाइन नंबर अąय जानकारी ली। वहां से वापस टनɑ कर महालȤमीपुरम पहुंचा। गाड़ी िलćट कɁ पास लगाई। ȟʼnाȦ को पकड़कर िलćट से ćलैट मɞ पहुंचा। ȟʼnाȦ को बेड पर बैठाया और कहा िबस अभी घर लेकर चलूंगा। िकसी खतरे से अनजान मासूम पलंग पर बैठ गया। अंकȱर पीछɂ से आया और उसे òलोरोफामɑ सुंघा िदया। मासूम ने िवरोध िकया, लेिकन ùयादा संघषɑ नहȮ कर सका। कȱछ पल छटपटाने कɁ बाद ȟʼnाȦ िनढाल हो गया। अंकȱर ने उसकɁ हाथ-पैर मुंह बांधे। उसे वहȮ छोड़ िनकला और Ēटɂिडयम रोड पहुंचा। वहां से उसने िफरौती का फोन िकया। िजस मोबाइल से फोन िकया उसे सीवी गाडɓन कɁ सामने फɟक िदया। वहां से ओम एनòलेव अपने घर पहुंचा। दोĒतɻ को फोन िकया और मेले मɞ चला गया। इसी दौरान अंकȱर कɁ पास उसकी मां का फोन आया ितेरी माइĸा कार कɁ बारे मɞ पुिलस पछ रही है। उसने वहȮ से डीएसपी तृĆती को फोन िकया और कहा िकागज सुबह िदखा देगा। अंकȱर मेले से घर पहुंचा, पƚी को कहा िअजɲट िदčली जाना है। पƚी ने टोका, जȠरी हो तो जाओ वरना रहने दो। अंकȱर घर से िनकला और माइĸा कार वहȮ छोड़कर भाई की ईको Ēपोüसɑ कार से Ēटɂशन पहुंचा। िटकट łɂन नहȮ होने से बाहर गया। कार उठाई और ȟʼnाȦ को िठकाने लगाने कɁ िलए जगह देखने थमɑल चौराहे से नांता नहर और िटपटा साईबाबा मंिदर तक पहुंचा। वहां से वापस बैराज होकर महालȤमीपुरम पहुंचा। बेहोश ȠʼnाȦ को लेकर नीचे आया, कार मɞ ōȽट सीट कɁ नीचे खाली जगह पर उसे ठȴȾस िदया। वहां से लेकर नांता नहर पर पहुंचा। नहर की दीवार पर उसे रखा और धòका मार िदया। पुिलस को सामने देख कांप उठा था हāयारा, हाथ से छȴटा दिलया का कटोरा ȠʼnाȦ को नहर मɞ फɟकने कɁ बाद अंकȱर िफर से अपने घर ओम एनòलेव पहुंचा। तब तक सुबह की 4 बज चुकɁ थे। अंकȱर ने नीचे से पƚी को फोन िकया िमɡ रहा हूदरवाजा खोलɻ तािक कोई और जाग जाए। पƚी को कहा िटकट नहȮ िमला था इसिलए नहȮ जा सका। 10 अòटȴबर की सुबह अंकȱर ने िफर पƚी को कहा ििदčली जाना है। छावनी मɞ िटकट एजɞट से िटकट मांगा। łɂन से गुड़गांव पहुंच गया। वहां से अपने भाई अनूप को फोन िकया और अपनी करतूत बताई। भाई ने भी डांटने की बजाय हɼसला अफजाई की िकोई बात नहȮ, डरने की जȠरत नहȮ है। वहां से उसने Ćलेन का िटकट उपलĈध करवाया और उसे लखनऊ बुलवा िलया। वहां दो िदन रहने कɁ बाद अनूप ने भिवđय की योजना बताकर उसे वापस कोटा भेज िदया। कोटा आकर अंकȱर अपनी शॉप पर गया। वहां िनशान माइĸा कार की िफčम हटाई। वहां से िफčम लेकर वो भाई संदीप कɁ रानपुर ȬĒथत वकɒशॉप पर पहुंचा। छत पर जाकर िफčम जलाई और òलोरोफामɑ की शीशी िछपा दी। वहां से वो ओम एनòलेव मɞ ही भाई सुमीत कɁ ćलैट पर पहुंचा। वहां डीएसपी तृȬĆत का फोन आया िगाड़ी कɁ कागज िदखाʠ। अंकȱर ने अपने नौकर महावीर को खुद कɁ ćलैट पर पेपर लेने भेजा। कȱछ ही देर मɞ नौकर का फोन अया िćलैट पर पुिलस ही पुिलस है। ये सुनकर अंकȱर ने नौकर को बाइक लेकर ओम एनòलेव कɁ छोटɂ वाले गेट पर बुलाया। वहां से उसकɁ साथ गोबȫरयाबावड़ी होता हुआ ढकिनया Ēटɂशन पहुंचा। वहां से लोकल łɂन मɞ बैठकर मुóय Ēटɂशन पहुंचा। कोई łɂन नहȮ थी तो रंगपुर की तरफ चला गया। जहां उसने अपने बाल कटवाए। वापस Ēटɂशन आया। रतलाम कɁ िलए łɂन थी। उससे रतलाम पहुंचा। वहां से भुवनेĐवर होता हुआ लखनऊ पहुंचा। लखनऊ और कानपुर कɁ बीच िछपता रहा। इसी बीच पुिलस ने अंकȱर और अनूप की तमाम जानकािरयɻ कɁ आधार पर कड़ी से कड़ी जोड़ ली थी। पुिलस की टीम लखनऊ कानपुर मɞ डɂरा डाल चुकी थी। लगातार रैकी कɁ बाद पहले अनूप को दबोचा। अपून से पुिलस को òलू िमला िअंकȱर कɁ पास उिड़सा की आईडी है। इसकɁ आधार पर पुिलस ने होटल खंगाले। एक होटल मɞ इसी आइडी से Ƞम नंबर 102 मɞ एक कĒटमर ठहरा था। वेटर से पूछा तो बताया अभी उसे दिलया देकर आया हूं। एएसपी शांतनु, हɡडकांĒटɂबल Ōताप वेटर को आगे कर Ƞम कɁ दरवाजे पर पहुंचे। वेटर ने दĒतक दी। एक हाथ मɞ दिलया का बतɑन थामे अंकȱर ने जैसे ही दरवाजा खोला तो पीछɂ पुिलस को देखकर वो कांपने लगा। हाथ से दिलया छȴट गया। पुिलस ने दबोचा और कोटा ले आए। 3. भनक लगने कɁ बाद भागा, हुिलया बदला, लेिकन दबोचा गया अंकȱर 4. भाई अनूप और शाितर, हāयारे अंकȱर को भेजना चाहता था Ƞस आज भी सैकड़ɻ पȫरवारɻ को बबाɑद कर रहा है सğटा सƾɂ कɁ 1.40 कराेड़ ȟपए कɁ कजɑ ने ही करवाई थी वारदात पुिलस ने òया जबरदĒत काम िकया 1 पूरे मामले मɞ तकनीकी दृȬđट से अ÷छा काम िकया। एक फजȯ िसम नंबर से अपराधी का नाम खोजा। गूगल तक पहुंचे और वहां से इंटरनेट यूज कर रहे अंकȱर का पता लगाया। 2 उƸ अिधकाȫरयɻ की डɂ-टȴ-डɂ मॉिनटȫरंग का लाभ िमला। 3 पुिलस ने वैभव अपहरण कांड से सीख ली और उस समय कɁस को हɡडल करने वाले सीआई से लेकर एएसपी तक को लगाया। 4 कɁवल अपहरणकताɑʠ कɁ अलावा अąय उन सभी को मुȬčजम बनाया, िजąहɻने सहयोग िकया था। लेिकन, िफर भी रह गई कȱछ किमयां 1 पहले ही िदन पुिलस Ǒारा कɁस को ठीक Ōकार से हɡडल नहȮ कर पाना। िजससे शहर मɞ खबर फɃल गई। 2 िफरौती कɁ िलए कॉल िकए गए मोबाइल की िडटɂल मंगवाने मɞ देरी। 3 वारदात मɞ चोरी की िसम का जबरदĒत इĒतेमाल हुआ था। लेिकन, चोरी की िसम बाजारɻ मɞ िबक रही है। पूरे देश मɞ पुिलस का कोई अंकȱश नहȮ। 4 काले शीशे वाली गािड़यांपर आज भी पुिलस का कोई अंकȱश नहȮ। पहले ही सóती होती तो अपराध ही नहȮ होते। समय बीतते-बीतते कारɑवाई हुई ढीली कोटा| शहर मɞ सƾɂ कɁ कारोबार का पूरा नेटवकɒ चल रहा है। िजसमɞ िĸकɁट का सƾा Ōमुख है। पुिलस आज भी कारɑवाई कɁ नाम कɁवल माह मɞ एक बार छोटɂ सटोȫरयɻ को पकड़कर िनरोधाāमक कारɑवाई का खाना भर लेती है। हां कोई łɂनी आईपीएस या आरपीएस आए तो उąहɞ कारɑवाई करवाने कɁ िलए सीआई अपने इलाकɁ मɞ एक-दो बड़ी कारɑवाई करवा देते हɡ। अब तो सƾा इस हद तक पीड़ादायक हो चुका हɡ िइसकɁ चòकर मɞ आāमहāया से लेकर हāया तक होने लगी है बावजूद इसकɁ पुिलस की सेहत पर कोई फकɒ नहȮ पड़ रहा। ȟʼnाȦ वाले मामले मɞ भी अंकȱर Ǒारा िफरौती कɁ िलए बƸे का अपहरण करने कɁ पीछɂ यही कहानी थी। अंकȱर िĸकɁट कɁ सƾɂ कɁ चòकर मɞ पड़कर 1.40 करोड़ ȟपए कɁ कजɑ मɞ डȴब चुका था। बड़ɂ-बड़ɂ सğ्टɂबाज उससे वसूली कɁ िलए धमका रहे थे। जब ये बात पुिलस कɁ सामने आई तो पुिलस ने धड़ाधड़ 5 नामी सटोȫरयɻ को धरदबोचा। पुिलस ऐसे पकड़कर लाई जैसे लंबे समय से उनकी रेकी कर रही हो। जब पुिलस की इƻत दांव पर लगी तो सƾɂबाजɻ पर कारɑवाई की। ऐसी पहले और बाद मɞ òयɻ नहȮ की। फरारी कɁ िलए थे 5 लाख ȟपए फरारी कɁ दौरान अपनी पƚी नेहा को लगातार फोन एसएमएस कɁ जȫरए यही बताया था िवो िदčली अजɲट मीिटȾग कɁ िलए जा रहा है, जहां उसे 7 लाख ȟपए की आवĐयकता है। नेहा ने अपने िपता को बताया तो उąहɻने 5 लाख ȟपए दे िदए और 2 लाख ȟपए कȱछ िदनɻ बाद देने की बात कहȮ। ȟʼnाȦ हāयाकांड की गुāथी सुलझाने मɞ तāकालीन एडीजी ĸाइम अिजत िसंह ने पूरी टीम को लीड िकया। उनकɁ िनदɨशन मɞ आईजी डॉ. रिव Ōकाश, एसपी डॉ. अमनदीप िसंह कपूर, एसपी डॉ. िवकास पाठक सिहत कȱल 120 छोटɂ-बड़ɂ अिधकारी िदन-रात जुटɂ रहे। पुिलस ने 88वɞ िदन चालान पेश कर िदया। चालान तैयार करने कɁ िलए डीएसपी भगवत िसंह िहंगड़ कɁ नेतृāव मɞ तीन जनɻ की िवशेष टीम 87 िदनɻ तक जुटी रही। रोजाना 8-8 घंटɂ और शुȠ मɞ 10-10 घंटɂ काम िकया। टीम मɞ एसआई िजतेąʼn िसंह, एएसआई बुिnjŌकाश नामा, हैड कांĒटɂबल देवकीनंदन, कांĒटɂबल रिवąʼn िसंह पूरे समय जुटɂ रहे। चालान को पुिलस ने 5 बार अलग-अलग िहĒसɻ मɞ चैक िकया तािक कोई कमी रह जाए। एडीजी से लेकर हैड कांĒटɂबल तक ने लगा दी थी पूरी जान 87 िदन तक रोज 8 घंटɂ काम कर तैयार िकया चालान पुिलस ने िकया िदन-रात संघषɑ चालान इतना मजबूत िहāयारा बच पाए 2 रोज 150 होटलɻ को खंगाला एएसपी शांतनु कȱमार िसंह ने अंकȱर को यूपी से िगरćतार करने मɞ सबसे अहम भूिमका िनभाई। यूŌāयȦ Ƞप से तो वे इस कɁस से यहां पदĒथािपत होने कɁ बाद जुड़ɂ थे, लेिकन अŌāयȦ Ƞप से उąहɻने अपहरएण वाले िदन से काम करना शुȠ कर िदया था। इसकɁ िलए उąहɻने यूपी मɞ हर रोज 150 हाेटलɻ को खंगाला। 300 से अिधक आम आदमी से लेकर अपरािधयɻ तक से पूछताछ की। अंकȱर कɁ पुराने दोĒतɻ से उसकी हɡडराइिटȾग का नमूना जुगाड़ िकया। 3 अनूप पर थी हर पल िनगाह कोटा की पुिलिसंग पर अ÷छी पकड़ रखने वाले एएसपी पारस जैन ने मोबाइल कȽपिनयाेऔर गूगल से तकनीिक साȤय जुटाए। मोबाइल łɂस करने कɁ िलए आईपी एńɂस से लेकर टॉवर लोकɁशन लेने तक का काम इąहɻने िकया। मोबाइल लोकɁशन, एसएमएस और -मेल कɁ आधार पर इąहɻने अंकȱर कɁ समानांतर दूसरा जाल अनूप कɁ िलए िबछाया। आिखरकार पांच साल से फरार अनूप को यूपी से िगरćतार कर पारस जैन कोटा ले आए। 4 मोबाइल नंबर, -मेल, फȱटɂज खंगालने मɞ महारत हािसल टीम कɁ सबसे जूनीयर हैड़ कांĒटɂबल Ōताप िसंह एसपी ऑिफस की Ēपेशल सेल मɞ हɡ। इनको आईटी सेòटर मɞ काम करने मɞ महारत हािसल है। इस कɁस मɞ इąहɻने अंकȱर कɁ मोबाइल से जुड़ɂ करीब 1 हजार मोबाइल नंबर जांचे। 80 -मेल और 150 सीसीटीवी फȱटɂज खंगाले। अंकȱर को पकड़ने लखनऊ टीम मɞ शािमल रहे। इनकɁ पास गɡगĒटर भानू Ōताप को पकड़ना, वैभव अपहरणकांड, ओम जैन लूट Ōकरण सॉčव करने जैसे बड़ɂ अनुभव है। 1 देशभर की पुिलस से तालमेल बैठा 4 िदनɻ मɞ आरोपी łɂस िकया ȟʼnाȦ की हāया कɁ बाद तāकालीन एडीजी ĸाइम अिजत िसंह को जयपुर से Ēपेशल कोटा भेजा गया। उąहɻने राजĒथान, कानपुर, गुजरात और िदčली की पुिलस कɁ अलावा एटीएस, एसटीएफ कɁ साथ कोटा पुिलस का गजब का तालमेल बैठाया। िसंह को अपहरण कɁस खोलने मɞ महारत हािसल है। इसका फायदा इस कɁस को िमला और 4 िदनɻ मɞ आरोपी को łɂस कर िलया गया। कɁस ऑिफसर Ēकीम मɞ लेकर जčद िदलाएंगे सजा ^ आरोप पŇ पेश कर िदया है। पुिलस ने इस कɁस को पहले िदन से एक चुनौती कɁ Ƞप मɞ िलया और टीम कɁ Ƞप मɞ काम िकया। इसे कɁस ऑिफसर Ēकीम मɞ लेने कɁ संबंध मɞ जčद ही आदेश जारी कर िदए जाएंगे। कɁस ऑिफसर एक-एक गवाह को लाएंगे और Ōयास करɞगे िमामले मɞ जčदी से जčदी अिभयुòतɻ को सजा िमले।- डॉ. अमनदीप िसंह कपर, एसपी (शहर) आज से 3 महीने 11 िदन पहले 9 अòटȴबर को शहर मɞ सयɿदय भी आम िदनɻ की तरह हुआ और रोजमराɑ की आपाधापी भी हर आदमी की वही थी। दćतरɻ की छȲğटी हुई, कȱछ बाजार भी बंद होने लगे थे। शहर का आम आदमी इस आपाधापी से कȱछ पल आराम कɁ िलए घर िनकला ही था िएक खबर ने परे शहर की आāम को िहला कर रख िदया। हर मोबाइल पर ďहाüस एप था- तलवंडी से ȟʼnाȦ का अपहरण हो गया। अगली सुबह तो शहर का हर मां-बाप रो रहा था, डर से कांप रहा था। हāयारे ने ȟʼnाȦ को बेरहमी से बांधकर नहर मɞ फɟककर मार िदया था। लेिकन, पुिलस ने 27 अòटȴबर को हāयारे अंकȱर को लखनऊ से पकड़ा और 87 िदन की लंबी मĐòकत कɁ बाद कोटɓ मɞ 1464 पƞɻ का चालान पेश कर िदया। इसमɞ 110 गवाहɻ कɁ बयान हɡ और बारीक तकनीकी छानबीन की 10 सीडी भी शािमल हɡ। बेहोश मासूम को नहर की दीवार पर रखा और दे िदया धòका चालान पेश| ȟʼnाȦ मामले मɞ पुिलस कɁ सामने सबसे बड़ी चुनौती थी अंकȱर तक पहुंचना और उससे भी बड़ी चुनौती तकनीकी सबूत जुटाना संतोष की फोटो पर एसपी ने दाढ़ी बनाई तो पता चला िये अनूप है एएसपी ने बताई भाĒकर को िगरćतारी की पूरी कहानी {शांतनु, एएसपी (िसटी) कोटा मɡ ने घटना कɁ बाद 21 अòटȴबर को ही कोटा मɞ ùवाॅइन िकया था। इससे पहले तकनीकी साȤयɻ कɁ आधार पर अंकȱर की तलाशी कɁ िलए एएसपी पारस जैन हैड कांĒटɂबल Ōताप िसंह की टीम लखनऊ जा चुकी थी। टीम को आरोपी अंकȱर की लखनऊ कɁ संतोष िसंह नाम कɁ ďयȬòत से लगातार हो रहे संपकɒ पर नजर रखनी थी। आिखर यह ďयȬòत कौन हɡ? शाम को एसपी डॉ. अमनदीप िसंह कपूर कɁ ďहाüस एप पर एएसपी जैन ने लखनऊ से एक फोटो भेजा। बताया ि, िजन नĊबरɻ पर अंकȱर की बार-बार बात हो रही है, वह यही शóस है। इसका नाम संतोष िसंह है। एक और इनपुट जैन ने यह िदया िसंतोष का आज बथɑ-डɂ है और सभी दोĒत उसे बथɑ डɂ िवश कर रहे हɡ। अंकȱर का नाम łɂस हो ही चुका था, ऐसे मɞ यह पुóता करना था संतोष की शòल मɞ रह रहा यह ďयȬòत उसका भाई अनूप तो नहȮ? जो खुद लंबे समय से फरार है। फोटो को कोई पहचान नहȮ पा रहा था, तभी एसपी साने आइिडया िदया िअनूप की बथɑ डɂट पता कराओ। इसकɁ िलए सɞट पॉčस Ēकȳल पȫरवहन कायाɑलय मɞ टीम भेजी गई। दोनɻ जगह से बताया गया िबथɑ डɂट 21 अòटȴबर ही है। यह सूचना आते ही हम सभी कɁ चेहरे िखले। सीआई भगवत िसंह िहंगड़ ने अनूप का पुराना फोटो उपलĈध करवाया, िजससे लखनऊ से ŌाĆत फोटो को िमलान कराया। नए फोटो मɞ दाढ़ी थी और पुराने मɞ दाढ़ी नहȮ थी। ऐसे मɞ एसपी साने ĒकɃच से उसकɁ पुराने फोटो पर दाढ़ी बनाई और िमलान कराया तो शक पूरी तरह पुóता हो गया। मɡ एक और टीम लेकर लखनऊ कɁ िलए िनकल गया और 25 अòटȴबर को वहां पहुंच गया। अगले िदन 27 अòटȴबर को हमने अनूप को उठा िलया। लखनऊ मɞ संतोष बनकर रह रहा था अनूप पािड़या अनूप कɁ पुराने फोटो पर दाड़ी बनाई गई तो वह लखनऊ मɞ रह रहे संतोष िसंह से पूरी तरह मैच हो गया। लखनऊ से एएसपी पारस जैन ने अनूप उफɒ संतोष िसंह की यही फोटो ďहाüस एप से भेजी थी। आरोिपयɻ को मौका अिभयोजन पȦ कɁ गवाह पूणɑ होने पर बयान मुȬčजम दजɑ हɻगे और ŌितरȦा साȤय का अवसर िमलेगा। इसकɁ बाद अंितम बहस होगी और िनणɑय आएगा। इसमɞ ąयूनतम 15 िदन लगते हɡ। छȲिट्टयां और कोटɓ की ȟटीन ąयाय Ōिĸया एòसपटɓ पैनल ने राय दी िकोटɓ मɞ कई ऐसी पेचीदिगयां होती हɡ, िजनमɞ अनावĐयक Ōकरण मɞ िवलंब होता है। जैसे आरोपी पȦ की ओर से बार-बार जमानत अąय Ōकȵित कɁ आवेदन लगाना। हालांिक ये आरोिपयɻ का कानूनी अिधकार है, ऐसे मɞ रोका नहȮ जा सकता। इसकɁ अलावा गवाहɻ कɁ समय पर कोटɓ नहȮ पहुंचने, छȲिğटयां होने तथा दूसरे कई मामले लंिबत होने से कोटɓ मɞ हर Ōकरण मɞ समय लंबा िखंच जाता है। और अंत मɞ जो धाराएं पुिलस ने चालान मɞ लगाई हɡ, यिद वे सािबत हो पाती हɡ तो एòसपटɓ पैनल कɁ अनुसार उनमɞ सजा--मौत तक का Ōावधान है। एòसपटɓ पैनल रवȮʼn िवजय सीिनयर एडवोकɁट ये है भाĒकर का एòसपटɓ पैनल िजąहɻने परे मामले का संभािवत काननी रोडमैप तैयार िकया। िववेक नंदवाना सीिनयर एडवोकɁट िदनेश िसंह चौहान सीिनयर एडवोकɁट चालान पेश अब आगे òया... आरोिपयɻ को बताएंगे आरोप चाजɑ बहस सुनने कɁ बाद अिभयुòतɻ पर चाजɑ लगाए जाएंगे। इसमɞ आरोिपयɻ को बताया जाएगा िउन पर òया-òया आरोप लगाए गए हɡ। इसमɞ कम से कम 15 िदन का समय लगेगा। 110 गवाहɻ कɁ दजɑ हɻगे बयान अिभयोजन पȦ को उसका Ōकरण िसnj करने कɁ िलए गवाह ŌĒतुत करने का अवसर िमलेगा। एक-एक कर गवाहɻ को पेश िकया जाएगा। ùयादातर गवाह बाहर कɁ हɡ। ये सब उपȬĒथत हो तो भी 6 माह लगɞगे। 07 िदन 15 िदन 15 िदन 06 महीने 15 िदन 4 महीने अंकȱर की ȫरमांड का फोटो हुआ था वायरल कȱछ यूहो सकता है कानूनी कारɑवाई का रोडमैप एक साल मɞ अंजाम तक पहंुच सकता है हāयारा चालान पेश होने कɁ बाद यह बहुचिचɑत Ōकरण कब मुकाम तक पहुंचेगा? इस बीच कौन- कौनसी काननी Ōिĸया से गुजरेगा? और, अगर इस Ōिĸया से जुड़ा Ōāयेक ďयȬòत परी ईमानदारी से िजĊमेदारी िनभाए तो कम से कम िकतने समय मɞ ȟʼnाȦ कɁ माता-िपता को ąयाय िमल सकता है? इसे लेकर भाĒकर ने वȫरđठ अिधवòताʠ का एòसपटɓ पैनल तैयार िकया। पैनल कɁ सदĒय अिधवòता रवीąʼn िवजय, िदनेश िसंह चौहान िववेक नंदवाना ने इसकɁ सभी नेगेिटव-पॉिजिटव पहलुʠ पर चचाɑ कɁ बाद बताया िइसे अंजाम तक पहुंचने मɞ कम से कम एक साल लगेगा? यह ȬĒथित तब रहेगी, जब पुिलस कɁस ऑिफसर Ēकीम मɞ āवȫरत गवाही कराए और संबंिधत ąयायालय मɞ पीठासीन अिधकारी का पद खाली रहे। आइए जानते हɡ, कɃसे अंजाम तक पहुंचेगा यह Ōकरण- 1464 पƞɻ का चालान चालान पर ȫरपोटɓ कɁ बाद ąयायालय Ōकरण को किमट करेगा, इसकɁ तहत चालान सेशन ąयायालय कɁ पास जाएगा। सेशन ąयायालय Ōसंȧान लेकर या तो Ōकरण को Ēवयं कɁ पास रखɞ या िफर अितȫरòत सेशन ąयायालय को भेज सकता है। इस Ōिĸया मɞ 7 िदन का समय लगेगा। चाजɑ बहस और आरोिपयɻ कɁ िलए वकील की िनयुȬòत होगी िवचारण ąयायालय Ōकरण मɞ चाजɑ बहस कɁ िलए तारीख िनयत करेगा। इससे पहले यह भी सुिनȬĐचत करेगा िअिभयुòतɻ को आरोप पŇ की Ōित ŌाĆत हो गई òया? साथ ही बार कɁ बिहđकार कɁ चलते यिद कोई अिधवòता नहȮ हो तो ŌितरȦा कɁ िलए ąयाय िमŇ कɁ Ƞप मɞ अिधवòता िनयुòत करɞ। इसमɞ 15 िदन या इससे ùयादा समय लगेगा। िगरćतारी कɁ बाद जब अंकȱर पािड़या से पूछताछ की जा रही थी, तब ȫरमांड Ƞम मɞ उसकɁ हथकड़ी कɁ साथ बैठɂ होने और पुिलस अिधकाȫरयɻ Ǒारा पूछताछ का यह फोटो ďहाüस एप पर वायरल हुआ था। अंकȱर कɁ मॉȫरशस मɞ छȲिƾयां मनाने कɁ फोटो कɁ साथ इस फोटो को डालकर लोगɻ ने खूब कमɞट िकए थे। 10 अòटȴबर को ȟʼnाȦ की हāया की खबर फɃलते ही परा शहर सड़कɻ पर गया। जबरदĒत आंदोलन शुȠ हो गए। यं तो पुिलस पहले से तेज गित से काम कर रही थी, लेिकन इन आंदोलनɻ ने भी ȟʼnाȦ कɁ पȫरवार को ąयाय िमलने का ढांढस बंधाया। गवाहɻ मɞ शहर कɁ Ōमुख चेहरे भी डीएसपी तृȬĆत को लेकर नहȮ बोला कोई अिधकारी कोटा| पुिलस ने इस पूरे Ōकरण मɞ 110 गवाह बनाए हɡ। िजनमɞ शहर कɁ कई Ōमुख ŌितȬđठत चेहरे भी है। ये वे लोग है जो अपने िबजनेस मɞ काफी ďयĒत है। उसकɁ बावजूद ȠʼnाȦ को ąयाय िदलाने और समाज मɞ िछपे अंकȱर जैसे आरोिपयɻ को उसकɁ िकए की सजा िदलवाने कɁ िलए कȵतसंकȬčपत है। उąहɻने भाĒकर कɁ पास सभी कɁ नाम और पदनाम तक की सूची है, लेिकन नाम उजागर होने से उąहɞ भिवđय मɞ कोई परेशानी हो इसिलए हम उनकɁ नाम Ōकाशत नहȮ कर रहे हɡ। गवाहɻ मɞ शहर कɁ नामी डाòटर, ďयवसायी, कोिचंग टीचर, नेता, मोबाइल कȽपिनयɻ कɁ अिधकारी, पुिलस अिधकारी आिद शािमल है। कोटा| ȟʼnाȦ मामले मɞ सवाɑिधक िववादɻ मɞ रही łɄिफक डीएसपी तृȬĆत िवजयवगȯय कɁ िखलाफ आज तक कोई कारɑवाई नहȮ हुई। पुिलस कɁ अंदȠनी सूŇɻ की मानɞ तो तćतीश मɞ भी इस िवषय को मौन रखा गया है। पुóता खबर यह है िआरोप पŇ मɞ भी इसका कोई िजĸ नहȮ िकया गया। एक ओर जहां इस कɁस ने पूरी राùय पुिलस को िहलाए रखा, वहȮ दूसरी ओर इस डीएसपी पर कोई कारɑवाई नहȮ होने से शहरवासी और ȟʼnाȦ कɁ पȫरजन भी खासे खफा है। असल मɞ डीएसपी तृȬĆत का ćलैट इस कɁस कɁ सूŇधार अंकȱर कɁ सामने ही है। घटना कɁ बाद सवाल यह भी उठɂ िअंकȱर की कार का सāयापन करने गए पुिलस दल को उąहɻने ही यह कहकर भेज िदया िउसे वे जानती हɡ। इस चòकर मɞ घटना वाली रात कार का सāयापन नहȮ हो पाया और अगले िदन को नहर मɞ ȟʼnाȦ का शव ही बरामद हो गया। मुझे पता चला िमेरे Ēटȴडɠट ने ऐसा िकया तो धòका सा लगा मɡ òया Ēकȳल से जुड़ा हर ďयȬòत ȟʼnाȦ अपहरण हāयाकांड कɁ बाद िवचिलत था। जब मुझे यह पता चला िȟʼnाȦ की हāया मेरे Ēटȴडɠट अंकȱर ने की है, तो मुझे खड़ɂ-खड़ɂ एक धòका सा लगा। मɡ एकाएक सोच मɞ पड़ गया ििजस बƸे को इतने बेहतरीन संĒकार और िशȦा दी हो, वो ऐसा कɃसे कर सकता है? टीवी चैनल, अखबार सब बोल रहे थे, लेिकन मन को यकीन नहȮ हुआ िअंकȱर ने ऐसा िकया है। सच बोलूतो मɡ आज भी इस उलझन मɞ हूिउसने जानबूझकर िकया अथवा िकसी भारी वजह ने उसे ऐसा करने को मजबूर िकया। - सर लुईस, अंकȱर कɁ òलास टीचर मɡ मानता हूिअंकȱर ने गुनाह िकया, पर पुिलस भी कम नहȮ अंकȱर ने गुनाह िकया, यह मɡ मानता हूं। लेिकन, अब जो पुिलस कर रही है , òया वो सही है। पुिलस तĂयɻ से खेल रही है। उनको तोड़-मरोड़कर पेश िकया जा रहा है। जो सāय है , उसे Ēवीकारने मɞ कोई िदòकत नहȮ, लेिकन बेवजह और लोगɻ को परेशान करना गलत है। िजस òलोरोफोम को पुिलस ने फɃòłी से बरामद बताया, वो òलोरोफोम तो पुिलस को इसी घर मɞ िमल गया था। इन तĂयɻ को òयɻ तोड़-मरोड़कर पेश िकया जा रहा है ? अभी बहुत से ऐसे तĂय हɡ , जो मɡ वòत आने पर आॅन ȫरकाॅडɓ पेश कȠȽगा। - Ŗवणलाल पािड़या, अंकȱर कɁ िपता मुझे आज भी याद है, जब ȟʼnाȦ ने टॉप िकया था मɡ ȟʼnाȦ की òलास टीचर रही हूं। मुझे आज भी वो पल याद है जब ȟʼnाȦ ने òलास मɞ टॉप िकया था। ȟʼnाȦ की मां Ŗnjा हाथɻ मɞ एक िगćट लेकर मेरे पास Ēकȳल मɞ आई ओर बोला- मैडम Ćलीज, आप ȟʼnाȦ को यह िगćट दे दो, मɡने उसको Ōोिमस िकया था ितुम टॉप नंबर लाओगे तो मैडम तूĊहɞ िगćट देंगी। इसकɁ बाद मेरा जुड़ाव ȟʼnाȦ से ùयादा हो गया था। मɡ आज भी उसकी òलास मɞ जाती हू, तो उसका चेहरा नजर जाता है। जब 10 अòटȴबर को सुबह घटना सुनी तो पूरे Ēटाफ ने खाना नहȮ खाया था। - मेडम माला, ȟʼnाȦ की òलास टीचर अंकȱर ने गुनाह िकया है, उसको सजा दो, पȫरवार को नहȮ अंकȱर ने मासूम ȟʼnाȦ का अपहरण करकɁ गलत काम िकया है , इसकी जो भी सजा हो, िजतनी भी सóत, वो उसको िमलनी चािहए। òयɻिक, बƸे को खोना òया होता है यह मुझे मालूम है। मɡने भी पेट मɞ पल रहा अपना बƸा ȟʼnाȦ कांड कɁ बाद खो िदया है। लेिकन, अब मेरा कहना इतना सा है िपुिलस अंकȱर कɁ गुनाहɻ की सजा उसे दे , पूरे पȫरवार को òयɻ दे रही है ? संदीप भैया ने िकसी का òया िबगाड़ा है। òया पैसे कमा लेना भी गुनाह होता है। पुिलस जबरदĒती उąहɞ भी कɁस मɞ फȽसाने पर आमाद है। - नेहा पािड़या, अंकȱर की पƚी संĒकार तो अ÷छɂ िदए थे, वो हāयारा कɃसे बन गया: अंकȱर कɁ टीचर 8-9 िफरौती वाला नंबर सबसे बड़ा òलू, दजɑनɻ िसम का डाटा खंगाला तो अंकȱर नाम आया हāया कɁ बाद शाितर अंकȱर ने हर कदम पर पुिलस को गƸा देने की कोिशश की, लेिकन पुिलस हर मोड़ पर उससे एक कदम आगे थी। जािनए, सबसे पहले कब आया अंकȱर का नाम- 2. एक िसम नंबर से łɂस हुआ, लंबे डɂटा एनािलिसस कɁ बाद कȽĆयूटर से पकड़ मɞ आया 1. एकमाŇ òलू: ȟʼnाȦ कɁ घर लɡडलाइन पर िफरौती की कॉल से तćतीश शुȠ हुई। पता चला िकॉल 0888282745 से कॉल हुई। 2 िसम फजȯ आईडी पर थी। आईएमईआई से पता चला िअपहरण कɁ बाद मोबाइल मɞ बीएसएनएल की िसम भी चली थी। 9 िसम कɁ बारे मɞ करणजीत ने बताया ि15 अगĒत को उसे 10 िसम लावाȫरस िमली थी, इनमɞ से 9 िसम 23 िसतंबर को 1100 ȟपए मɞ िकसी को बेची। पुिलस को उसकी डायरी मɞ सभी िसमɻ कɁ नंबर िमल गए और ले जाने वाले का हुिलया भी बता िदया। 10 इąहȮ मɞ से 6 माेबाइलɻ मɞ िफरौती कɁ िलए Ōयुòत िसम लगाई गई थी। इसकɁ अलावा 5 और िसम भी इनमɞ लगी थȮ। इन सभी की 23 िसतĊबर की लोकɁशन पहाड़गंज, नई िदčली आई। यहȮ पुिलस का माथा ठनका। 17 इसकɁ बाद पुिलस ने अंकȱर कɁ अąय मोबाइल नĊबरɻ को खंगाला तो लोकɁशन से सारा राज खुल गया। घटना वाले िदन इन नĊबरɻ की लोकɁशन सटीक बैठ रही थी। तलवंडी से बƸे को उठाने कɁ समय की लोकɁशन भी वहȮ की आई। 3 यह िसम चला रहे मŌ कɁ गरोठ िजले कɁ संजय शमाɑ ने बताया िउसने सीवी गाडɓन कɁ पास लावाȫरस िमले मोबाइल मɞ िसम लगाई थी। (यहां इसे अंकȱर ने फɟका था।) 8 इसी मोबाइल मɞ 19 िसतंबर को वह िसम चली थी, िजससे 9 अòटȴबर को िफरौती कॉल हुआ था। 11 इनमɞ से एक मोबाइल नंबर की कॉल िडटɂल ली तो पता चला िइस की 2 अòटȴबर की लोकɁशन रोड नंबर-2, झालावाड़ रोड, कोटा रही है। इसकɁ बाद इसकी लोकɁशन अनंतपुरा और 3 अòटȴबर को सूरत मɞ आई। 16 इस एमडीएन नĊबर कɁ यूजर कɁ बारे मɞ कĊपनी ने पुिलस को बताया ियह अंकȱर पािड़या कɁ नाम है, इसमɞ पता दादाबाड़ी का था। 4 अब पुिलस ने िफरौती कɁ कॉल वाली िसम की 1 जुलाई से 9 अòटȴबर तक की कॉल िडटɂल ली। पता चला िसम 8 मोबाइलɻ मɞ चली है। इनमɞ से एक मɞ िदčली वोडाफोन की िसम यूज होने की बात सामने आई। 7 िदčली मɞ ही राजĒथान पुिलस की टीम को करणजीत िसंह सरदार ने बताया ियह मोबाइल 6 िसतĊबर काे िकसी से खरीदा था, िजसे Ōमोद को बेच िदया। 12 इससे दो मोबाइल एक लɡडलाइन नं . पर कॉल हुआ। एक मोबाइल लɡडलाइन नĊबर कोटा तथा दूसरा मोबाइल सूरत कɁ कɁिमकल सĆलायर का था। 15 इंटरनेट कĊपिनयɻ ने पुिलस को बताया िइनमɞ से एक आईपी एńɂस एमटीएस दूसरा टाटा का है। कĊपनी ने एमटीएस कɁ आईपी कɁ एमडीएन नंबर भी दे िदए। 5 िसम की आईडी ĺेटर कɃलाश, नई िदčली िनवासी राजेąʼn बाफना की नाम आई, लेिकन िसम का इĒतेमाल उसका कमɑचारी Ōमोद जैन करता है। 6 Ōमोद ने बताया िउसने नोिकया मोबाइल 21 िसतंबर को गćफार माकɩट मɞ करणजीत िसंह से 2500 ȟपए मɞ िलया था। 13 सĆलायर ने बताया खुद को झालावाड़ िनवासी बताने वाले ने -मेल से लैब का सामान और òलोरोफॉमɑ मांगा था। 14 पुिलस का सारा जोर अब इस मेल आईडी पर था। गूगल ने पुिलस को इस मेल आईडी कɁ यूज कɁ संबंध मɞ दो आईपी एńɂस िदए। लखनऊ मɞ अनूप की इसी कार का पीछा कर पुिलस अंकȱर तक पहुंची। 1. कɃसे ȟʼnाȦ का अपहरण हुआ और हāयारा नहर मɞ फɢक आया ćलैट पर ले जाकर 20 सैकȽड तक सुंघाया था ȟʼnाȦ काे òलोरोफॉमɑ आज भी वैसा ही रखा है ȟʼnाȦ का Ēकȳल बैग और उसकी िकताबɞ ȟʼnाȦ कɁ िबना घर सूना और जीवन िनराश हो चला है। हमारी छोटी-सी, मगर बेहद खूबसूरत दुिनया का नąहा सा फȳल मुरझा गया है। उसकɁ िखलौने, उसका Ēकȳल बैग, उसकी ńɂसɞ आज भी उसकɁ होने का अहसास कराते हɡ। वो सभी िखलौने आज भी सुरिȦत हɡ, वो Ēकȳल बैग उसकɁ जाने कɁ बाद से आज तक नहȮ खोला। हां, बस उसकी याद मɞ िखलौनɻ को देखकर चुपकɁ-चुपकɁ रो लेते हɡ। ये िखलौने ȟʼnाȦ की दौलत थी, अब हमारी। पॉश कॉलोनी मɞ घर लेना, हमारा जीवन खāम कर देगा, हमने नहȮ सोचा था। हम यही चाहते हɡ िȟʼnाȦ कɁ हāयारे अंकȱर को फाĒट łɄक कोटɓ Ǒारा जčद से जčद सजा िमले, तािक िफर पाकɒ मɞ खेलते िकसी ȟʼnाȦ को कोई अंकȱर उठा ले जाए। - Ŗnjा पुनीत हांडा, ȟʼnाȦ कɁ माता-िपता ȫरपोिटɗग: समिकत जैन, शैलɞʼn माथुर, आशीष जैन। कȽसेĆट: Ōदीप शमाɑ िवजुअलाइजर: िहतेश कȱमावत टीम भाĒकर

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  1. 1. , , , 23 , 2015 20-21-22 : 9 : 7 7.30 2 10 :, 6 . 11 : - , - 13 : 12 : - 14 : 12 15 : , 16-17 : 18-19 : 25 : 800 26-27 : 27 -1: 390- 7 , , - -2:- , , , - , , , , 4 10 , 102 , 3. , , 4. , 1.40 1 2 -- 3 4 , , 1 2 3 , 4 - | - 1.40 - 5 5 , 7 5 2 . , . , . 120 - - 88 87 8-8 10-10 , , , 5 - 87 8 - 2 150 , 150 300 3 , - 4 , -, 1 80 - 150 , , 1 4 , , , 4 ^ - - . , () 3 11 9 , - - , , 27 87 1464 110 10 | {, () 21 ? . , - , - , ? , 21 , 25 27 15 , - , , , -- ... - 15 110 - 6 07 15 15 06 15 4 ? - ? , - ? , - ? , , - 1464 , 7 ? 15 , 10 , | 110 , , , , , , | , , - , ? , , - , , , , , - , , , - ? , - , , - , , , 10 - , , , , , , , , , ? - , , : 8-9 , , , - 2. , 1. : 0888282745 2 9 15 10 , 9 23 1100 10 6 5 23 , 17 3 ( ) 8 19 , 9 11 2 -2, , 3 16 , 4 1 9 8 7 6 , 12 . 15 5 , , 6 21 2500 13 - 14 1. 20 -, , , , , - , , , , - , - : , , : :