ों...आ ख हब बत क ज ऽ ह त म ह ह च हत क स द ह ह ज...

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  • मेरी आँख ों में मुहब्बत के ज मोंऽर हैं

    तुम्हारी ही चाहत ों के समोंदर हैं

    मैं हर र ज चाहता हँ कक तुझसे ये कह दँू मगर

    लब ों तक नही ों आता, ज मेरे कदल के अन्दर है !

    प्यार में मौत से डरता क न है ।

    प्यार ह जाता है करता क न है।

    आप जैसे यार पर हम त क्या सारी दुकनयाों किदा है।

    लेककन हमारी तरह आप पर मरता कौन है।

    मेरी आँख ों क तेरी सूरत जानी पहचानी लगती है

    मेरी कहानी तुमसे शुरू तुमसे ऻतम ह ती है

    कमलके तुझसे मेरे कदल ने बहुत खवाब देखे है

    तुझसे ढलती मेरी शाम और सुबह ह ती है

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  • मेरे कदल के कलए मेहमान ह तुम

    मेरे गम से अभी अनजान क तुम

    खुदा ने भेजा तुझे मेरे कलए

    मेरी जान ह और मेरी पहचान ह तुम

    हम भी जीते थे कभी इोंसान की तरह

    आज तेरी चाहत ने बेईमान कर डाला

    तुझमे ख कर दुकनया भूल कर

    आज तुझे अपना खुदा कह डाला

    सपन में आने वाली तेरा शुकिया

    कदल क धाकाने वाली तेरा शुकिया

    कौन करता है आज जहाँ में ककसी से इतनी मह बत

    हमें अपनी कऽोंदगी में शाकमल करने वाली तेरा शुकिया

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  • ख्वाब में आकर कदल में उतर जाता ह ,

    खुशबू बन कर साोंस ों में कबखर जाते ह ,

    क्य ों करते ह इश्क का जादू,

    अब त हर तरि तुम ही तुम नऽर आते ह

    कमलेगा तेरा प्यार त सवार जायेंगे

    नही ों त इस दुकनया में कबखर जायेंगे हम

    तुम रहते ह कजस्म में जान बन कर

    छ ा के ऐसे जाओगे त मर जायेंगे हम

    आप हर मोंकऽल क मुश्कश्कल समझते है

    हम आपक क अपनी मोंकऽल समझते है

    ज़्यादा िकक है आपकी और मेरी नऽर में

    आप हमें सपना और हम आपक अपना समझते है

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  • प्यास ऐसी की तुझे प्यार ही प्यार दे दू

    ददक ऐसा की पूरी ककताब कलख दू

    ये जवानी क्या है अपनी कहानी क्या है

    तेरे नाम पे आज मैं पूरी कऽोंदगानी कलख दू

    आपकी परछाई हमारे कदल में है,

    आपकी यादें हमारी आँख ों में हैं,

    आपक हम भुलाएों भी कैसे,

    आपकी म हब्बत हमारी साोंस में हैं।

    क्य ों सताते ह हमें बेगान की तरह

    कभी त याद कर चाहने वाल ों की तरह

    हम में थी क ई कमी ज आपक याद ना आये

    आपमें थी कुछ बात ज हम आपक भुला ना पाये ।।

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  • अपनी उल्ीत का यकीन कदला सकते नही।

    सारी कऽन्दगी आपक भुला सकते नही।

    हम ओर क्या दे आपक प्यार के कसवा।

    चाँद ओर तारे त ला सकते नही।

    आ जाओ के तुमे्ह अब भी याद करते है

    कऽोंदगी से जयादा हुमे्ह प्यार करते है

    आप कजस रासे्त से गुऽरते भी नही ों

    हम उन रास्त में भी आपका इोंतऽार करते है ।।

    आपकी चाहत मे दुकनया भुला देंगे

    इस तरह से आपक कदल मे बसा लेंगे

    दूर न जायँगे कभी आपसे हम

    इस ऺदर से आपक खुदा से माोंग लेंगे

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  • आपकी चाहत हमारी कहानी है

    ये कहानी इस वक़्त की मेहरबानी है

    हमारी मौत का त पता नही ों

    पर हमारी ये कऽोंदगानी कसिक आपकी दीवानी है |

    आपसे कमलने का मन कर रहा है

    मन क समझाया त कदल ताप रहा है

    कदल क बताया त आँखें र पाी

    उन्हें चुप कराया त साँसे ब ल पाी "आयी कमस यू "

    बादल गरजा पर बरसात नही ों आयी

    कदल धाका पर आवाऽ नही ों आयी

    कबना कहचकी के गुऽर गया कल का कदन

    क्या एक पल के कलए भी हमारी याद नही ों आयी

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  • कदल की आवाऽ क इऽहार कहते है

    झुकी कनगाह ों क इकरार कहते है

    कसिक जताने का नाम इश्क़ नही ों

    ककसी की याद ों में जीने क भी प्यार कहते है

    ज पल पल जले व रौशनी

    ज पल पल महके व खुशबु

    ज पल पल धाके व कदल

    ज पल पल याद आये व आप

    क्य ों तेरे आँचल क छ ा दू

    ऽरा इस आँचल में मुझे कलपट जाने दे

    खुदा के कलए एक बार म म बन जा

    मेरी चाहत क उसमे कपघल जाने दे

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  • जब खाम श कनगाह ों से बात ह ती है,

    त ऐसे ही म हब्बत की शुरुआत ह ती है,

    हमत बस ख ये ही रहतें हैं उनके ख्याल ों में,

    पता ही नही चलता कब कदन कब रात ह ती है।

    तुमने न सुनी धाकन हमारी

    पर हमने महसूस की साँसे तुम्हारी

    इतने दूर ह कर भी पास ह कदल के

    शायद यही है म हब्बत हमारी

    आज इस प्यासी ऽमी पे बूोंद की छम-छम ह गी

    कदल की मुसु्कराती कली के चेहरे पे शमक ह गी

    आज ह ोंगे कई वादे बिें गे इरादे

    जावा द कदल की धाकन मे आज बाी उिान ह गी

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  • इश्क करती हँ तुझसे अपनी कजोंदगी से ज्यादा,

    मैं डरती ों हँ मौत से नही तेरी जुदाई से ज्यादा,

    चाहे त हमे आऽमा कर देख ककसी और से ज्यादा,

    मेरी कजोंदगी में कुछ नही तेरी आवाऽ से ज्यादा।

    चाँद क अपनी कनगाह में उतार त सही

    हम चले आएों गे पुकार त सही

    कदल की देहलीज म हब्बत से सजा रखी है

    आप एक शाम हमारे साथ गुऽार त सही

    कदल मे आरऽू के कदये जलते रहेगे।

    आँख ों से म ती कनकलते रहेगे।

    तुम शमा बन कर कदल में र शनी कर ।

    हम म म की तरह कपघलते रहेंगे।

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  • कभी आँख ों मे आोंखें डालकर बातें करती ह

    कभी शमाकती ह त कभी पास आने से डरती ह

    क्या स चती ह कदल में क्य ों ऐसा करती ह

    खुद करके आज मुझे क्य ों र कती ह

    मेरे ख्वाब ों मैं वह तीर चला के चली गयी

    मै स या था जगा कर चली गयी

    मैंने पूछा चाँद कनकलता है कैसे

    त चेहरे से ऽुल्ीे हटा के चली गयी

    तरसती नऽर ने हर पल आपक ऐसे माँगा।

    जैसे हर अमावस में चाोंद माँगा।

    रूठ गया व खुदा भी हमसे ।

    जब हमने अपनी हर दुआ में आपक माँगा।

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  • तेरी झील सी आँख ों में डूब जाने का कदल चाहता है,

    वीा पर तेरी बबाकद ह जाने का कदल चाहता है,

    क ई सम्भाले हमे, बहक रहे हैं कदम,

    तेरे इश्क में मर जाने का कदल चाहता है।

    यह ज तेरा नऽरे चुरा के मुसु्कराना है न

    यह बाा ऺाकतल है और सुनले

    तेरे इस अदा से कजस कजस कदल का ऺत्ल हुआ है न

    उसमे मेरा नाम भी शाकमल है

    अपना बनाकर हमें अपनी आ़ श में भर ल ,

    ह ोंगे नही ों कभी जुदा हम आज ये वादा कर ल ,

    कबखर जाएों गे तुमसे अगर ज दूर ह गए,

    कल ह सके न ह सके आज चोंद बातें कर ल

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  • छुपाना चाहता हँ तुमे्ह अपनी आ़ श में इस ऺदर,

    कक हवा भी गुऽरने की इऽाजत माँगे,

    ह जाऊँ मैं मदह श तुम्हारे इश्क़ में इस ऺदर,

    कक ह श भी आने की इऽाजत माँगे।

    बबाकद कर कदया मुझे,

    तेरी इन मस्त कनगाह ों ने,

    सौ साल जी लेते,

    अगर दीदार-ऐ-हुस्न तेरा ना ककया ह ता…

    चेहरे पर हँसी छा जाती है।

    आँख ों में सुरूर आ जाता है।

    जब तुम मुझे अपना कहते ह ।

    अपने आप पर ़ुरूर आ जाता है।

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  • व करते हैं कशकायत हमसे

    कक हम हर ककसी क देखकर मुसु्कराते हैं,

    शायद उन्हें नही ों पता कक

    हमें हर मुखाे में कसिक व ही नऽर आते हैं।

    कजोंदगी में क ई प्यार से प्यारा नही कमलता,

    कजोंदगी में क ई प्यार से प्यारा नही कमलता,

    ज है पास आपके उसक सम्भाल कर रखना,

    क्य ोंकक एक बार ख कर प्यार द बारा नही कमलता।

    तुझे देख कर ये जहाँ रोंगीन नजर आता है,

    तेरे कबना कदल क चैन कहाों आता है,

    तू ही है मेरे इस कदल की धाकन,

    तेरे कबना ये जहाों बेकार नऽर आता है।

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  • ह ठ ों ने कजसका कऽकर न ककया ह

    आँखें आपका पैगाम देती है

    दुकनया से आपक छुपाये कैसे

    हर धाकन आपका ही त नाम लेती है

    जब रात क आपकी याद आती है

    कसतार ों मैं आपकी तस्वीर नऽर आती है

    ख जती है आँखें आपक और

    आपकी याद ों मैं सुबह ह जाती है

    ऻाम श रात में कसतारे नई ह ते

    उदास आँख ों में रोंगीन नऽारे नई ह ते

    हम कभी ना करते याद आपक

    अगर आप इतने प्यारे ना ह ते

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  • ऻाम शी मैं ज सुन गे वह आवाऽ मेरी ह गी

    कऽन्दगी भर साथ रहे वह वीा मेरी ह गी

    दुकनया की हर ऻुशी एक कदन तुम्हारी ह गी

    कू्योंकक इन सबके पीछे दुआ हमारी ह गी

    खुदा करे वह कदन कभी न आये

    जब कभी हम तेरा कदल दुखाये

    कजस कदन भी आये तेरी आँख ों में आोंसू मेरी वजह से

    वह कदन मेरी कऽन्दगी का आखरी कदन बन जाए

    मीठी मीठी यादे पलक ों पे सजा लेना

    एक साथ गुऽारे पल क कदल में बसा लेना

    नऽर ना आऊों हकीकत में अगर

    मुसु्करा कर मुझे सपन में बुला लेना ।।

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  • माना हम हालात से मजबूर रहते है

    किर भी तेरे ख्याल ों में चूर रहते है

    आख ों में रहती है तस्वीर तुम्हारी

    क्या हुआ ज हम तुमसे दूर दूर रहते है

    उदास नऽर में ख़्वाब कमलेंगे।

    कभी काटे त कभी गुलाब कमलेंगे।

    मेरे कदल की ककताब क मेरी नऽर से पि कर त देख ।

    कही आपकी यादे त कही आप कमलेंगे ।

    बहुत सुकून कमलता है जब उनसे हमारी बात ह ती है,

    व हजार रात ों में व एक रात ह ती है,

    जब कनगाहें उठा कर देखते हैं व मेरी तरि,

    तब व ही पल मेरे लीये पूरी कायनात ह ती है।

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  • भरी जवानी ह अभी गुलाब लगती ह

    इश्क़ वाले की नऽर मे शराब कदखती ह

    आज हर ककसी पर तेरी हुस्न का जादू चलता है

    लाजवाब ह ज लाख के कजगर पर राज करती ह

    कबखरे ररश् ों क क ई रूप देद

    श्कखलते िूल ों क थ ाी धुप देद

    आपकी याद आयी हे त मैसेज ककया हमने

    आप भी हमारी याद आने का क ई सबूत देद

    जान है मुझे कऽोंदगी ों से प्यारी .

    जान के कलए कर दू कुबाकन यारी

    जान के कलए छ ा दू यारी तुम्हारी .

    पर तुमसे क्या छुपाना तुम ही त ह जान हमारी

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  • जब भी तार ों ने चाँद से गुफ्तगू की है

    दुआ हमने आपके कलए बावऽू की है

    खुदा हर ऻुशी से नवाऽे आपक

    यही खुदा से हमने आरऽू की है

    खुदा से क ई बात अनजान नही ों ह ती

    इोंसान की बोंदगी बेईमान नही ों ह ती

    कभी त माँगा ह गा हमने एक प्यारा सा ररश्ा

    वरना यँू ही आपकी हमसे पहचान नही ों ह ती

    ककसी न ककसी क ककसी पर एतवार ह जाता है,

    एक अजनबी सा चेहरा ही यार ह जाता है,

    खूकबय ों से ही नही ह ती म हब्बत सदा,

    ककसी की ककमय ों से भी कभी प्यार ह जाता है।

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  • तुम दूर ह मगर कदल में ये एहसास ह ता है

    क ई है ज हर पल कदल के पास ह ता है

    याद त सब की आती है मगर

    तुम्हारी याद का एहसास ही कुछ ऻास ह ता है ….

    त डना ह ता त ररश्ा हम ना बनाते

    उम्मीद ना ह ती त हम सपने नही ों सजाते

    इतबार है हमें आपके प्यार पे

    भर सा ना ह ता त प्यार के कलए हाथ आगे ना बिाते

    पते्त कगर सकते है पर पेा नही ों

    सूरज दुब सकता है पर आसमान नही ों

    धरती सुख सकती है पर सागर नही ों

    तुमे्ह दुकनया भूल सकती है पर हम नही ों ।।

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  • प्यार के रासे्त बेविा ह नही ों सकते

    हम आपसे खिा ह नही ों सकते

    आप बेशक हमें भूल कर स जाओ

    मगर हम आपक याद ककये कबना स नही ों सकते ||

    एक त आप प्यारे बहुत है

    अगर बात करे क ई आपसे इतराते बहुत है

    कदल चाहता है मैसेज न करू आपक

    पर सुना है आप मैसेज पि कर मुसु्कराते बहुत ह

    क ई अच्छी सी सजा द मुझे

    चल ऐसा कर रुला द मुझे

    तुमे्ह भूलू त मौत आ जाये

    कदल की गहेराई से यह दुआ द मुझे

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  • कदल तापाता है त तापने द

    थ ाा ददक का उसे भी अहसास ह ने द

    प्यार बि जायगा कमलने की चाहत और बिेगी

    साथ देने से पहले थ ाा इोंतऽार करने द

    प्यार नाम हे सुख दुुःख की कहानी का

    प्यार राऽ हे सदा मुसु्कराने का

    यह क ई पल द पल की पहचान नही ों

    प्यार ऺऽक हे कऽन्दगी भर साथ कनभाने का

    क ई आँख ों से बात कर लेता है

    क ई आँख ों में मुलाऺात कर लेता है

    बाा मुश्कश्कल ह ता है जवाब देना

    जब क ई खाम श रहकर सवाल कर लेता है

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  • सूरज व ज कदन भर आसमान का साथ दे

    चाँद व ज रात भर तार ों का साथ दे

    प्यार व ज कऽोंदगी भर साथ दे

    और द स्ती व ज पल पल साथ दे |

    इन दूररय ों क जुदाई मत समझना

    इन खाम कशय क नाराजगी मत समझना

    हर हाल में साथ देंगे आपका

    कऽोंदगी ने साथ न कदया त बेविाई मत समझना ।।

    कदल पर ककसी का ऽ र नही ों ह ता

    कदल की आवाऽ से श र नही ों ह ता

    इस के ख ने का गम कहे भी त कैसे

    क्य ोंकी कदल चुराने वाला भी च र नही ों ह ता

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  • किर वही ीसाना अिसाना सुनते ह तुम

    कदल के पास हु कह कर जलाते ह तुम

    बेकरार हे आकतश -ए -नऽर तुमसे कमलने क

    किर क्य ों नही ों नऽर आते ह तुम

    रस्म -ररवाऽ ों की ज परवा करते है

    प्यार में वह ल ग गुनाह करते है

    इश्क़ त वह जूनून है

    कजसमे दीवाने अपनी ऻुशी से

    खुद क िना करते है

    ककसी क नऽर अोंदाऽ ककया नही ों जाता

    कजने्ह भूल न पाए उन्हें याद ककया नही ों जाता

    यादें त गवाह हे उन लम्ह की

    कजन लम्ह क द बारा कजया नही ों जाये

  • ना समझ कक हम आपक भुला सकें गे।

    आप नही जानते की कदल मे छुपा कर रखेंगे।

    देख ना ले आपक क ई हमारी आँख ों मे दूर से।

    इसी कलए हम पालखे झुका के रखेंगे।

    कदल का हाल बताना नही आता,

    हमे ऐसे ककसी क तापाना नही आता,

    सुनना त चाहतें हैं हम उनकी आवाऽ क ,

    पर हमे क ई बात करने का बहाना नही आता।

    खुकशयाों करीब ह , तुमे्ह राहत नसीब ह

    आप चाहे कजसे वह आपका हबीब ह

    कुछ इस तरह ह करम अल्लाह का

    ज नसीब में न ह वह भी आपक नसीब ह

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  • आँख ों मैं तेरे अरमान छ ा जायेंगे

    कऽन्दगी मैं तेरी कनशाँ छ ा जायेंगे

    बस ले जायेंगे अपने कलए एक तेरी याद

    तेरे कलए सारा जाहाों छ ा जायेंगे

    इस नजर ने उस नजर से बात करली,

    रहे खाम श मगर किर भी बात करली,

    जब म हब्बत की कीऽा क खुश पाया,

    त द न ों कनगाह ों ने र र कर बरसात करली।

    एक कदन जब हम दुकनया से चले जायेंगे

    मत स चना की आपक भूल जायेंगे

    बस एक बार आसमान की तरि देखना

    मेरे मैसेज कसतार ों पे कलखे नऽर आएों गे

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  • कदल के क ने से एक आवाऽ आती है

    हमें हर पल उनकी याद आती है

    कदल पूछता है बार – बार हमसे

    के कजतना हम याद करते है उन्हें

    क्या उन्हें भी हमारी याद आती है

    एक सपने की तरह सजा कर रखु

    अपने इस कदल में हमेशा छुपा कर रखु

    मेरी तऺदीर मेरे साथ नही ों वनाक

    कऽोंदगी भर के कलए उसे अपना बना कर रखु ।

    गुल ने गुलशन से गुलिाम भेजा है

    कसतार ों ने आसमा से सलाम भेजा है

    मुबारक ह आपक नया साल

    हमने आपक ये पैगाम भेजा है

  • हमारे कबन अधूरे तुम रह गे।

    कभी चाहा ककसी ने खुद तुम कह गे।

    हम ना ह ोंगे त ये आलम ना ह गा।

    कमलेंगे बहुत से पर हम सा क ई पगल ना ह गा ।

    हकीकत कह त उन्हें ख्वाब लगता है,

    कशकवा कर त उन्हें मऽाक लगता है,

    ककतनी कशद्दत से हम उन्हें याद करते हैं,

    और एक व हैं कजन्हें ये सब मजाक लगता है।

    हर कदम हर पल हम आपके साथ है,

    भले ही आपसे दूर सही, लेककन आपके पास हैं,

    कजोंदगी में हम कभी आपके ह या न ह ों,

    लेककन हमे आपकी कमी का हर पल एहसास हैं।

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  • जान है मुझक कऽन्दगी से प्यारी

    जान के कलए कर दू कुबाकन यारी

    अब आप से ही क्या छुपाना

    आप ही त ह जान हमारी

    जुदा मुझसे मेरी म हब्बत ह न जाये

    यह कऽन्दगी दुष्वार ह न जाये

    खुदा ऻतम न करना यह कऽन्दगी तब तक

    जब तक मेरी म हब्बत क मुझसे म हब्बत ह न जाये

    कभी लगा के वह हमें सता रहे हे

    दूसरे पल लगा के वह ऺरीब आ रहे हे

    कुछ ल ग ह ते हे आोंसुओों के तरह

    पता नही ों साथ दे रहे हे या छ ा के जा रहे हे

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  • ख्वाब में आएों गे sms की तरह

    कदल में बस जायेंगे ringtone की तरह

    प्यार कभी काम न ह गा balance की तरह

    बस आप busy ना रहना network की तरह

    ककसी की धाकन ों के पीछे क ई बात ह ती है।

    हर ददक के पीछे क ई याद ह ती ह ती है।

    आपक पता ह या ना ह ।

    आपकी हँसी या खुशी के पीछे हमारी ीरयाद ह ती है।

    क ई है ज दुआ करता है

    अपन ों मे मुझे भी कगना करता है

    ब हत खुशनसीब समझते है खुद क हम

    दूर रह कर भी जब क ई प्यार ककया करता है

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  • मर जायँगे ऐ द स्त सभी जीने वाले

    अमर रहेंगे वही ज है प्यार करने वाले

    कजयेंगे यहाँ कल भी हौसला रखने वाले

    दुकनया बदलते है बस कदल क समझने वाले

    कमले ह आप मुझे त दूर नही ों जाना

    कऽन्दगी में अकेले मुझे छ ा मत जाना

    खता ज जाए त माी कर देना

    मगर दूसरे के सहारे छ ा मत जाना

    न कदल में बसा कर भुलाया करते है

    न हँसा कर रुलाया करते है

    कभी महसूस कर के देख लेना

    हम त कदल से ररशे् कनभाया करते है

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  • ररशे् ककसी से कुछ यँू कनभा ल

    की उसके कदल के सारे गम चुरा ल

    इतना असर छ ा द ककसी पर अपना

    के हर क ई कहे हमें भी अपना बना ल …

    सुबह भी उदास थी शाम भी उदास थी

    कीन में कलपटी मेरे म हब्बत की लाश थी

    अरे दुकनया वाल मुझे दीन वहा करना

    जहाँ मेरे और उसकी पहली मुलाऺात थी

    वक़्त गुऽरेगा हम कबखर जायेंगे

    कौन जाने के हम ककधर जायेंगे

    हम आपकी परछाई है याद रखना

    जहाँ तन्हाई कमली वहाों हम नऽर आएों गे

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  • कऽोंदगी लेहर थी आप साकहल हुए

    ना जाने कैसे हम आपके काकबल हुए

    ना भुला पाएों गे हम उस हसी ों पल क

    जब आप हमारी कऽोंदगी में शाकमल हुए ।

    कभी रूठ ना जाना मुझे मनाना नही ों आता

    कभी दूर ना जाना मुझे पास बुलाना नही ों आता

    अगर तुम भूल जाओ त व तुम्हारी मजी

    हमें त भूल जाना भी नही ों आता|

    तेरे कबना कऽोंदगी अधूरी है यारा

    तुम कमल जाओ त कऽोंदगी पूरी है यारा

    तेरे साथ कऽोंदगी की सारी खुकशया

    दुसर के साथ हसना त मऽबूरी है यारा ।।

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  • ददक बन कर कदल में छुपा कौन है

    रह रह कर इसमें चुभता कौन है

    एक तरि कदल है और एक तरि आइना

    देखते है इस बार पहले टूटता कौन है ।।

    कदल का तमाशा देखा नही ों जाता

    टुटा हुआ कसतारा देखा नही ों जाता

    अपनी हीसे की सारी ऻुशी आपक दे दँू

    मुझसे आपका ये उदास चेहरा देखा नही ों जाता

    बनके अजनबी कमले है कऽोंदगी के सिर में

    इन याद ों क हम कमटायेंगे नही ों

    अगर याद करना कितरत है आपकी

    त वादा है हम भी आपक भुलायेंगे नही ों ।।

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  • क ई कहता है प्यार नशा बन जाता है!

    क ई कहता है प्यार सऽा बन जाता है!

    पर प्यार कर अगर सचे्च कदल से,

    त व प्यार ही जीने की वजह बन जाता है..!

    Thank You

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