िनिष्कर्षर बजट...

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िषर बजट 2011-12 भारत सरार पेट् रियम और राृ ित गैस मंराय 1

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  • िनिष्कर्षर बजट 2011-12

    भारत सरकर्ारपेट्रोलिलियम और प्राकृर्ितकर् गैस मंत्रालिय

    1

  • वर्षर 2011-12 केर् िलिए िनि ष् कर्षर बजट

    िवर्षय सूची

    क्रम सं. अध्याय सं. िवर्षय पषृ्ठ सं.1. कार्यकार्री सार्र 12. I अधिधिदेश, दृष्टिष्टिकोण, लक्ष्य और उद्दशे्य तथार् नीतितगत ढार्ंचार् 5

    3. II गैर-योजनार् और योजनार् परिरव्यय तथार् 2011-12 के िलए िनष्कष�र• अधनबुधंि II-क

    वर्ष�र 2010-11 के िलए गैर-योजनार् िनष्कष�र बजटि• अधनबुधंि II-ख

    वर्ष�र 2010-11 के िलए योजनार् िनष्कष�र बजटि

    11

    4. III नीतितगत परहल और सधुिार्र उपरार्य 1215. IV 100 करोड रुपरए यार् उससे अधिधिक तथार् 100 करोड रुपरए तक कीत लार्गत वर्ार्लीत चल

    रहीत/नई परिरयोजनार्ओं कीत प्रगित िरपरोटिर• िवर्वर्रण-I

    100 करोड रुपरए तक कीत लार्गत वर्ार्लीत परिरयोजनार्ओं कीत भौतितक तथार् िवर्त्तीतय प्रगित• िवर्वर्रण-II 100 करोड रुपरए और उससे अधिधिक लार्गत वर्ार्लीत परिरयोजनार्ओं कीत भौतितक वर् िवर्त्तीतय

    प्रगित

    135

    6. V कार्यरक्रम/कार्यकलार्परो कीत िवर्त्तीतय समीतक्षार्• िवर्वर्रण-I• वर्ष�र 2011-12 के िलए गैर-योजनार् बजटि• िवर्वर्रण-II भार्ग-कसार्वर्जिनक क्षेत्र के उपरक्रमो ंके प्रत्येक कार्यरक्रम/गितिवर्िधि के िलए वर्ार्िष�रक परिरव्यय

    2010-11 (बजटि अधनमुार्न और सशंोिधित अधनमुार्न) तथार् 2011-12 (बजटि अधनमुार्न)

    • िवर्वर्रण-II भार्ग-ख• वर्ष�र 2011-12 के िलए बजटि अधनमुार्न तथार् उसकार् िवर्त्तीतय पैरटिनर• िवर्वर्रण-II भार्ग-ग क्षेत्रवर्ार्र योजनार् परिरव्यय

    237

    7. VI सार्ंिवर्िधिक और स्वर्ार्यत्त िनकार्यों के िनष्परार्दन कीत समीतक्षार् 2718. सिंक्षिप्तयार्ं 283

    2

  • कर्ायकर्ारी र सार

    1. वर्ष�र 2011-12 के िलए िनष्कष�र बजटि दस्तार्वेर्ज मे िवर्त्तीतय परिरव्ययों के वर्ार्स्तिवर्क और गणुार्त्मक आयार्मों कार् िवर्स्तार्र से िवर्वर्रण है, िजसमे 2009-10 मे वर्ार्स्तिवर्क कार्यर-िनष्परार्दन, 2010-11 के परहले 9 महीतनों मे कार्यर िनष्परार्दन और 2011-12 के दौतरार्न लिक्षत कार्यर-िनष्परार्दन इंिगत िकयार् गयार् है। इसमे अधिधिदेश, लक्ष्यो ंऔर उद्दशे्यों, नीतितगत ढार्ंचे और मतं्रार्लय द्वार्रार् कीत गई िवर्िभन्न नीतितगत परहलों और सधुिार्र उपरार्यो ंकार् भीत वर्णरन है।

    2. हार्इड्रोकार्बरन क्षेत्र के िवर्कार्स के िलए दीतघार्वर्िधि दृष्टिष्टिकोण मे बढे़ हुए स्वर्देशीत उत्परार्दन और िवर्देश मे इिक्वर्टिीत तेल और गैस के अधजरन के मार्ध्यम से ऊर्जार्र सरुक्षार् प्रार्प्त करने परर बल िदयार् गयार् है। िनयतं्रणमकु्त अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन व्यार्वर्सार्ियक वर्ार्तार्वर्रण मे सरकार्र नई अधन्वेर्ष�ण लार्इसेिसगं नीतित (एनईएलपरीत) परहल के मार्ध्यम से घरेलू अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन मे वर्ृष्टिद करने के सभीत प्रयार्स कर रहीत है िजसके अधंतगरत आठ दौतर परहले हीत पररेू हो चकेु हैं। शोधिन और िवर्परणन क्षेत्रों मे सरकार्र कार् प्रयार्स सार्रे पेरट्रोिलयम उत्परार्दों के उत्परार्दन मे न केवर्ल आत्म-िनभरतार्र प्रार्प्त करनार् है, बिल्क िनयार्रत क्षमतार् कार् िवर्कार्स करनार् भीत है िजससे शोधिन उद्योग िवर्श्वर्व्यार्परीत रूपर से प्रितस्परधिार्रत्मक हो जार्ए।

    3. वर्ष�र 2011-12 के िलए मतं्रार्लय कार् गैर-योजनार् बजटि 23676.20 करोड रुपरए है, िजसमे मखु्य रूपर से घरेल ूएलपरीतजीत और परीतडीतएस िमट्टिीत तेल के िलए रार्जसहार्यतार्; दरू-दरार्ज के क्षेत्रों के िलए खदुरार् उत्परार्दों परर भार्डार् रार्जसहार्यतार्; और परवूर्ोरत्तर क्षेत्र को प्रार्कृष्ट ितक गैस कीत आपरिूतर के िलए रार्जसहार्यतार् सिम्मिलत है। योजनार् बजटि मे सार्वर्जिनक क्षेत्र के िवर्िभन्न तेल उपरक्रमों के परूंजीतगत व्यय के िलए उनके आतंिरक और अधितिरक्त बजटि ससंार्धिन (आईईबीतआर) सिम्मिलत होते हैं। सार्वर्जिनक क्षेत्र के तेल उपरक्रमो ंके सबंधंि मे 2011-12 के िलए वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय मे 74811.82 करोड रुपरए प्रस्तार्िवर्त हैं; िजसमे अधपरस्ट्रीतम कार्यो के िलए 48292.84 करोड रुपरए; शोधिन और िवर्परणन कार्यो के िलए 24883.54 करोड रुपरए; पेरट्रोरसार्यनों के िलए 1567.44 करोड रुपरए और इंजीतिनयिरगं कार्यो के िलए 68 करोड रुपरए सिम्मिलत हैं। सकल बजटि सहार्यतार् (योजनार्) के रूपर मे 2011-12 मे 40 करोड रुपरए कार् प्रार्वर्धिार्न है (i) उत्तर प्रदेश मे रार्जीतवर् गार्ंधिीत पेरट्रोिलयम प्रौतद्योिगकीत ससं्थार्न स्थार्िपरत करने के िलए प्रार्रिंभक परूजंीतगत व्यय को वर्हन करने हेत ु; तथार् (ii) िसलणे्डर और रेगलुटेिर कीत सरुक्षार् जमार् रार्िश के िलए बीतपरीतएल परिरवर्ार्रो ंको प्रित एलपरीतजीत कनेक्शन 1400/- रुपरए कीत एक-बार्रगीत सहार्यतार् उपरलब्धि करार्ने हेत ु एक प्लार्न योजनार् बनार्ई गई है, िजसके अधंतगरत ऐस ेलगभग 70 लार्ख बीतपरीतएल परिरवर्ार्रों को शार्िमल िकयार् जार्एगार्, िजनके परार्स एसकेओ रार्शन कार्डर है लिेकन जो वर्तमार्रन मे एलपरीतजीत कार् इस्तेमार्ल नहीत ं कर रहे हैं।

    4. देश कीत तेल और गैस सरुक्षार् बढ़ार्ने के िलए मतं्रार्लय द्वार्रार् कीत गई मखु्य नीतितगत परहले एनईएलपरीत के अधंतगरत तेल और गैस उत्परार्दन को बढ़ार्ने के िलए हैं। सरकार्र ने एनईएलपरीत के अधंतगरत 235 उत्परार्दन िहस्सदेार्रीत सिंवर्दार्ओं (परीतएससीतज) परर हस्तार्क्षर िकए हैं। एनईएलपरीत के परहले आठ दौतर मे प्रितबद िनवेर्श लगभग 11.1 िबिलयन अधमरीतकीत डॉलर कार् है। इसीत प्रकार्र, कोल बेड मीतथेन (सीतबीतएम) नीतित के अधंतगरत परहले तीतन दौतर के अधंतगरत 26 ब्लॉक प्रदार्न िकए गए हैं। सरकार्र ने देश मे तीतन स्थार्नो ंमे आरिंभक चरण मे 5 एमएमटिीत कार्यनीतितक कच्चार् तेल भडंार्रण सिुवर्धिार् स्थार्िपरत करने कार् भीत िनणरय िकयार् है।

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  • 5. देश मे घरेलू शोधिन क्षमतार् 184.386 एमएमटिीत थीत, िजसमे से 113.886 एमएमटिीत सार्वर्जिनक क्षेत्र कीत शोधिन क्षमतार् थीत और शेष� 70.50 एमएमटिीत िनजीत क्षेत्र कीत थीत। देश न केवर्ल अधपरनीत स्वर्देशीत खपरत के िलए शोधिन क्षमतार् मे आत्मिनभरर है बिल्क पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कार् कार्फीत िनयार्रत भीत करतार् है। िरफार्इनिरयार्ं अधब आटिो ईधंिन नीतित के अधंतगरत िदए गए मार्नकों के अधनरुूपर अधिधिक स्वर्च्छ ईधंिनों कार् उत्परार्दन कर रहीत हैं। सरकार्र पररेू देश मे एथनोल िमिश्रत पेरट्रोल और बॉयो डीतजल के उपरयोग को भीत बढ़ार्वर्ार् दे रहीत है। मतं्रार्लय पेरट्रोिलयम सरंक्षण और अधनसुधंिार्न सघं (परीतसीतआरए) के तत्वर्ार्वर्धिार्न मे ऊर्जार्र के कुशल उपरयोग के बार्रे मे लोगों को जार्गरुक करने वर्ार्ले अधिभयार्नों के जिरए ऊर्जार्र सरंक्षण उपरार्यो ंको भीत बढ़ार्वर्ार् दे रहार् है।

    6. सरकार्र द्वार्रार् 3.4.2006 को अधिधिसिूचत पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस िवर्िनयार्मक बोडर (परीतएनजीतआरबीत) अधिधििनयम, 2006 मे पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस िवर्िनयार्मक बोडर गिठत करने कार् प्रार्वर्धिार्न है। अधिधििनयम मे अधन्य बार्तों के सार्थ-सार्थ डार्उनस्ट्रीतम क्षेत्र िवर्िनयमों और प्रार्कृष्ट ितक गैस परार्इपरलार्इनों और नगर/स्थार्नीतय गैस िवर्तरण नेटिवर्कर के िवर्कार्स के िलए कार्ननूीत ढार्ंचे कार् प्रार्वर्धिार्न है। िदनार्ंक 25.6.2007 कीत अधिधिसचूनार् सं. 459(ई) के तहत पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस िवर्िनयार्मक बोडर गिठत िकयार् गयार् है। एक अधध्यक्ष और चार्र सदस्यो ं ने जनू, 2007 मे कार्यभार्रर ग्रहण कर िलयार् है। सरकार्र ने 1.10.2007 से पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस िवर्िनयार्मक बोडर अधिधििनयम के उपरबधंिों (खडं 16 को छोडकर) को लार्गू कर िदयार् है।

    7. तेल कंपरिनयों द्वार्रार् कार्यार्रन्वर्यन के िवर्िभन्न चरणो ंपरर वर्तमार्रन मे 100 करोड रुपरए यार् इससे अधिधिक कीत लार्गत कीत 140 बडीत परिरयोजनार्एं हैं। इन परिरयोजनार्ओं को पररूार् करने से अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन कार्यो मे तेजीत लार्ने, शोधिन और पेरट्रोरसार्यन क्षमतार् मे वर्ृष्टिद करने और देश मे परार्इपरलार्इन नेटिवर्कर बढ़ार्ने मे मदद िमलगेीत।

    8. सार्वर्जिनक क्षेत्र के नौत उपरक्रम हैं िजनमे सरकार्र कीत प्रत्यक्ष इिक्वर्टिीत शेयरधिार्िरतार् है। ये हैं ओएनजीतसीत, ओआईएल, गेल, आईओसीत, एचपरीतसीतएल, बीतपरीतसीतएल, ईआईएल, बीतको लार्रीत और बार्मर लार्रीत होिल्डंग िलिमटेिड। ये तेल के अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन, गैस के परिरवर्हन, पेरट्रोिलयम उत्परार्दों के शोधिन और िवर्परणन आिद मे लगे वर्ार्िणिज्यक सगंठन हैं। ऐसे कुछ स्वर्ार्यत्त सगंठन नार्मत: सीतएचटिीत, ओआईएसडीत, परीतसीतआरए, ओआईडीतबीत और डीतजीतएच भीत हैं िजन्हे कुछ िवर्शेष� कार्म करने कीत िजम्मेदार्रीत सौतपंरीत गई है और इनकार् िवर्त्त'परोष�ण कच्चे तेल उपर-कर से प्रार्प्त अधनदुार्नों के मार्ध्यम से िकयार् जार्तार् है। वर्ष�र 2009-10 के दौतरार्न सार्वर्जिनक क्षेत्र के तेल उपरक्रमो ंद्वार्रार् अधिजरत कर परवूर्र लार्भ (परीतबीतटिीत) और कर परश्चार्त् लार्भ (परीतएटिीत) क्रमश: 59610.49 करोड रुपरए और 40169.81 करोड रुपरए थार्।

    9. सार्वर्जिनक क्षेत्र के तेल उपरक्रमो ंने अधपरने प्रचार्लन/परिरयोजनार् क्षेत्रो ंमे जेन्डर बजिटंिग परहले और िनगिमत सार्मार्िजक िजम्मेदार्रीत परिरयोजनार्एं आरभं कीत हैं। उन्होनें िवर्िभन्न िवर्कार्सार्त्मक उपरार्य जैसे अधपरनीत मिहलार् कमचार्िरयो कार् प्रिशक्षण और क्षमतार् िनमार्रण तथार् मिहलार्ओं और समार्ज के कमजोर वर्गो को लार्भ परहुचंार्ने वर्ार्ले सार्मार्िजक और सार्मदुार्ियक िवर्कार्स कार्यरक्रम आरभं िकए हैं।

    10. िनगरार्नीत व्यवर्स्थार् और सार्वर्जिनक सचूनार् प्रणार्लीत

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  • मतं्रार्लय के प्रशार्सिनक िनयतं्रण के अधंतगरत ज्यार्दार्तर तेल उपरक्रम नवर्रत्न यार् लघु रत्न कंपरिनयार्ं हैं। इन उपरक्रमों कीत परिरयोजनार्ओं और अधन्य कार्यो कीत िनगरार्नीत समझौततार्-ज्ञार्परन लक्ष्यो ंकीत स्थार्परनार् द्वार्रार् और सिचवर् स्तर परर अधलग-अधलग तेल उपरक्रमो ंकीत ितमार्हीत कार्यिनष्परार्रदन समीतक्षार्एं (क्यपूरीतआर) करके मतं्रार्लय द्वार्रार् कीत जार्तीत है। मतं्रार्लय द्वार्रार् िनगरार्नीत कक्ष (एमएमसीत) जो 1981 से कार्म कर रहार् है, के जिरए तेल उपरक्रमों कीत बडीत परिरयोजनार्ओं कीत िनगरार्नीत कीत जार्तीत है।

    (क) समझौततार् - ज्ञार्परनों के मार्ध्यम से कार्यर - िनष्परार्दन िनगरार्नीत

    तेल सार्वर्जिनक क्षेत्र उपरक्रमों के समझौततार्-ज्ञार्परन लक्ष्यों परर कार्यर बल सिमितयों, िजनमे सार्वर्जिनक उद्यम िवर्भार्ग, पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस मतं्रार्लय और तेल कंपरिनयों के िवर्शेष�ज्ञ और प्रितिनिधि होते हैं, मे चचार्र कीत जार्तीत है और उन्हे अधंितम रूपर िदयार् जार्तार् है। इन बैठकों के दौतरार्न प्रभार्वर्परणूर लक्ष्यों, जो िपरछले वर्ष�र कीत उपरलिब्धियो ंसे अधिधिक होते हैं, को तय करने परर बल िदयार् जार्तार् है। जब लक्ष्यो ंको अधंितम रूपर दे िदयार् जार्तार् है, तब तेल सार्वर्जिनक क्षेत्र उपरक्रमो ंऔर मतं्रार्लय के बीतच प्रत्येक वर्ष�र 31 मार्चर तक समझौततार्-ज्ञार्परनों परर हस्तार्क्षर िकए जार्ते हैं।

    (ख) ितमार्हीत कार्यर - िनष्परार्दन समीतक्षार् बैठके

    समझौततार्-ज्ञार्परन लक्ष्यों और अधन्य सगंत मार्नदडंों के सबंधंि मे प्रगित और उपरलिब्धियों कीत समीतक्षार् करने के िलए सिचवर् कीत अधध्यक्षतार् मे प्रत्येक उपरक्रम के िलए ितमार्हीत कार्यर-िनष्परार्दन समीतक्षार् बैठके आयोिजत कीत जार्तीत हैं। यिद कोई कमीत परार्ई जार्तीत है तो उसके कार्रणो ंकार् िवर्श्लषे�ण िकयार् जार्तार् है और कंपरिनयों को शीतघ्र सधुिार्रार्त्मक कार्रवर्ार्रई करने कार् पररार्मशर िदयार् जार्तार् है।

    (ग) मतं्रार्लय के िनगरार्नीत कक्ष द्वार्रार् मखु्य परिरयोजनार्ओं कीत िनगरार्नीत

    मतं्रार्लय कार् िनगरार्नीत कक्ष (एमएमसीत) प्रिक्रयार् िडजार्इन/आधिार्रभतू इंजीतिनयिरगं से लकेर परणूतार्र के चरण तक सभीत परहलओुं को सिम्मिलत करते हुए मखु्य परिरयोजनार्ओं कीत स्वर्ततं्र रूपर से िनगरार्नीत करतार् है। यह मार्िसक िरपरोटिर तैयार्र करतार् है िजसमे, यिद कोई िवर्लबं हो तो उसके कार्रणो ंके सार्थ िवर्िभन्न परिरयोजनार्ओं के कार्यार्रन्वर्यन कीत वर्तमार्रन िस्थित कार् उल्लखे होतार् है। महत्वर्परणूर क्षेत्र, जो प्रगित को प्रभार्िवर्त कर सकते हैं, कार् भीत िवर्श्लषे�ण िकयार् जार्तार् है।

    (घ) सार्वर्जिनक सचूनार् प्रणार्लीत

    सार्वर्जिनक सचूनार् प्रणार्लीत के भार्ग के रूपर मे मतं्रार्लय कार् सिुवर्धिार् केन्द्र मतं्रार्लय के महत्वर्परणूर कार्यकलार्परो, नीतितयों इत्यार्िद से सबंिंधित सचूनार् के प्रसार्र के िलए कार्यर कर रहार् है। मतं्रार्लय द्वार्रार् एक वेर्बसार्इटि (www.petroleum.nic.in) बनार्ई गई है और इसे समय-समय परर अधद्यतन िकयार् जार्तार् है। इसमे नीतितगत िदशार्िनदेशो, वर्तमार्रन मदु्दों परर प्रेस िवर्ज्ञिप्तयों, नार्गिरक घोष�णार्-परत्र, िनवेर्श अधवर्सरों, अधंतरार्ष्ट्रीय सहयोग, पेरट्रोिलयम सार्ंिख्यकीत, समय-समय परर जार्रीत िकए गए िनयतं्रण आदेशों जैसीत महत्वर्परणूर सचूनार् होतीत है।

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  • अध् याय I

    अिधिदेश , दृिष्टकर्ोलण , लिक्ष्य वर् उदेश्य और निीितगत ढांचा

    आिथरक िवर्कार्स तेज करने के िलए ऊर्जार्र एक महत्वर्परणूर आदार्न है और इसकीत उपरलब्धितार् रार्ष्ट्रीतय अधथव्यवर्स्थार्र और नार्गिरकों के जीतवर्न, दोनों कीत गणुवर्त्तार् तय करतीत है। स्थार्यीत आिथरक िवर्कार्स स्थार्यीत और प्रितस्परधिी रूपर से मलू्यार्ंिकत ऊर्जार्र आपरिूतर को बनार्ए रखने परर िटिकार् होतार् है। कोयले के बार्द, हार्इड्रोकार्बरन प्रार्थिमक ऊर्जार्र खपरत बार्िस्कटि मे लगभग 45% िहस्सदेार्रीत के सार्थ देश के िलए महत्वर्परणूर ऊर्जार्र कार् स्रोत है। आिथरक वर्ृष्टिद कीत उच्च दर से तेल कीत अधिधिक खपरत मार्ंग हुई है और परिरणार्मस्वर्रूपर आयार्त मे वर्ृष्टिद होतीत रहीत है। 10 वर्ीत ं योजनार् अधवर्िधि (2002-07) मे पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कीत खपरत मे वर्ृष्टिद लगभग 4% प्रितवर्ष�र थीत। भार्रत मे कच्चे तेल के स्वर्देशीत उत्परार्दन मे पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कीत खपरत और मार्ंग के अधनरुूपर वर्ृष्टिद नहीत ं हुई है। वर्ष�र 2009-10 के दौतरार्न पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कीत वर्ार्स्तिवर्क खपरत 138.9 एमएमटिीत थीत और 2010-11 (िदसम्बर, 2010 तक) के दौतरार्न यह 105.27 एमएमटिीत थीत।

    प्रार्कृष्ट ितक गैस तरल हार्इड्रोकार्बरन के िवर्कल्पर के रूपर मे तेजीत से उभर रहीत है। वर्तमार्रन मे, प्रार्कृष्ट ितक गैस प्रार्थिमक ऊर्जार्र मार्ंग कार् लगभग 9% पररूार् करतीत है। तेल से प्रार्कृष्ट ितक गैस के ऊर्जार्र िमश्रण मे परिरवर्तरन कीत वैर्िश्वर्क प्रवर्ृष्टित को ध्यार्न मे रखते हुए भार्रतीतय सदंभर मे हार्इड्रोकार्बरन खपरत परदित मे प्रार्कृष्ट ितक गैस कार् िहस्सार् आने वर्ार्ल ेिदनों मे महत्वर्परणूर रूपर से बढ़ने कीत सभंार्वर्नार् है।

    2. अिधिदेश

    कार्यर के आबटंिन के रूपर मे इस मतं्रार्लय के अधिधिदेश मे िनम्निलिखत शार्िमल हैं

    (i) तरल और गैसीतय हार्इड्रकोबरन कार् अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन।

    (ii) पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कार् उत्परार्दन, आपरिूतर, िवर्तरण, िवर्परणन, सरंक्षण और मलू्य-िनधिार्ररण।

    (iii) मतं्रार्लय के क्षेत्रार्िधिकार्र के सभीत सबंद अधथवर्ार् अधधिीतनस्थ कार्यार्रलय और अधन्य सगंठन।

    (iv) तेल क्षेत्र कीत सवेर्ार्ओं कीत आयोजनार्, िवर्कार्स और िवर्िनयमन।

    (v) मतं्रार्लय को आबिंटित िवर्ष�यों से सबंिंधित िवर्िभन्न अधिधििनयमों और उनके अधंतगरत बनार्ए गए िनयमों कार् प्रशार्सन।

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  • 3. दृिष्टकर्ोलण िवर्वर्रण हार्इड्रोकार्बरन क्षेत्र देश कीत आिथरक वर्ृष्टिद मे एक अधहम भिूमकार् अधदार् करतार् है। देश कीत भार्वर्ीत आवर्श्यकतार्ओं को पररूार्

    करने के िलए यह आवर्श्यक है िक हार्इड्रोकार्बरन क्षेत्र के िवर्कार्स के िलए एक दीतघार्वर्िधिक नीतितगत ढार्ंचार् हो।

    मतं्रार्लय द्वार्रार् तैयार्र िकए गए हार्इड्रोकार्बरन दृष्टिष्टिकोण-2025 मे इस ढार्ंचे कार् उल्लखे िकयार् गयार् है िजससे हार्इड्रोकार्बरन क्षेत्र से सबंिंधित नीतितयार्ं िनदेिशत हो रहीत हैं। हार्इड्रोकार्बरन दृष्टिष्टिकोण 2025 मे परिरकिल्परत दृष्टिष्टिकोण िवर्वर्रण मे िनम्निलिखत शार्िमल हैं

    (क) न केवर्ल वर्िधिरत स्वर्देशीत उत्परार्दन के मार्ध्यम से बिल्क िवर्देश मे इिक्वर्टिीत तेल और गैस के अधजरन के मार्ध्यम से भीत आत्मिनभरतार्र प्रार्प्त करके ऊर्जार्र सरुक्षार् सिुनिश्चत करनार्।

    (ख) स्वर्च्छ और हरार्-भरार् भार्रत बनार्ने के िलए उत्परार्द मार्नकों मे िनरन्तर सधुिार्र करके जीतवर्न स्तर कीत गणुवर्त्तार् मे वर्ृष्टिद करनार्।

    (ग) प्रौतद्योिगकीत उन्नयन और उद्योग के सभीत परहलओुं मे क्षमतार् िनमार्रण के मार्ध्यम से वैर्िश्वर्क रूपर से प्रितस्परधिी उद्योग के रूपर मे घरेल ूहार्इड्रकोबरन क्षेत्र कार् िवर्कार्स करनार् तार्िक िवर्श्वर् मे उत्कृष्ट ष्टि श्रेणीत मे परहुचंार् जार् सके।

    (घ) मकु्त बार्जार्र मे प्रितस्परधिार्र करनार् और अधन्य प्रितस्परिधियो के बीतच स्वर्स्थ प्रितस्परधिार्र करनार् तथार् ग्रार्हक सवेर्ार् मे सधुिार्र करनार्।

    (ड.) कार्यनीतितक और सरुक्षार् प्रयोजनों को ध्यार्न मे रखते हुए देश के िलए तेल सरुक्षार् सिुनिश्चत करनार्।

    4. लिक्ष्य , उदेश्य तथा निीितगत ढांचा

    दृष्टिष्टिकोण िवर्वर्रण को कार्यार्िन्वर्त करने के िलए नीतितगत ढार्ंचे के सार्थ-सार्थ कार्यकलार्रपर-वर्ार्र कुछ लक्ष्य िनधिार्िरत िकए गए हैं, तार्िक इन लक्ष्यो ंको प्रार्प्त िकयार् जार् सके।

    अन्वेर्षण और उत्पादनि

    भार्रत अधपरनीत तेल और गैस ज़रूरतों के िलए आयार्त परर अधत्यिधिक िनभरर है। वर्ष�र 2010-11 के दौतरार्न िदसबंर 2010 तक कच्चे तेल और पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कार् हमार्रार् कुल आयार्त लगभग 134.17 िमिलयन मीतिट्रक टिन (एमएमटिीत) थार् िजसकार् मलू्य लगभग 3,54,731 करोड रुपरए बनतार् है। देश ने सबंिंधित अधवर्िधि के दौतरार्न 41.64 एमएमटिीत मार्त्रार् के पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कार् िनयार्रत भीत िकयार्, िजससे लगभग 1,25,590 करोड रुपरए मलू्य कीत िवर्देशीत मदु्रार् अधिजरत कीत गई।

    स्वर्देशीत स्रोतों से प्रार्प्त कच्चे तेल और गैस कीत उपरलब्धितार् और उनकीत मार्ंग के बीतच कार् अधन्तर कुछ वर्ष�ो मे बढ़ने कीत सभंार्वर्नार् है। गैस के मार्मले मे यह अधंतर केजीत बेिसन से गैस कार् उत्परार्दन होने से कम हो गयार् है। मार्ंग और आपरिूतर के बीतच बढ़ते अधंतर के कार्रण अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन परर बल िदए जार्ने कीत आवर्श्यकतार् है।

    अन्वेर्षण और उत्पादनि कर्ायकर्लिापोलर कर्ा उदेश्य

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  • क) हार्इड्रोकार्बरन कीत सभंार्वर्नार्एं तलार्श करने के िलए भार्रतीतय तलछटि बेिसन कार् सपंरणूर मलू्यार्ंकन करनार्।

    ख) अधत्यन्त कार्यकुर शल तरीतके से कच्चे तेल और प्रार्कृष्ट ितक गैस के उत्परार्दन को अधिधिकतम करनार्।

    ग) प्रौतद्योिगकीतय उन्नयन के सार्थ कदम से कदम िमलार्कर चलनार् और वैर्िश्वर्क अधन्वेर्ष�ण तथार् उत्परार्दन उद्योग मे प्रौतद्योिगकीतय रूपर से आगे बने रहनार्।

    घ) परयार्रवर्रण परर लगभग शनू्य प्रभार्वर् प्रार्प्त करनार्।

    अपस्ट्रीम लिक्ष्योलं कर्ोल प्राप्त कर्रनेि केर् िलिए निीितगत ढांचा

    क) 11 वर्ीत ं योजनार् अधवर्िधि के दौतरार्न 80% तलछटि बेिसन क्षेत्र कार् अधन्वेर्ष�ण करने कीत परिरकल्परनार् कीत गई है। इस क्षेत्र कीत पेरशकश नई अधन्वेर्ष�ण लार्इसेस नीतित (एनईएलपरीत) के मार्ध्यम से कीत गई है। हार्ल मे भार्रत सरकार्र ने एनईएलपरीत के नौतवेंर् दौतर के अधंतगरत भार्रत सरकार्र ने 34 अधन्वेर्ष�ण ब्लार्क देने कार् प्रस्तार्वर् िकयार् गयार् है, िजसमे 8 गहरे परार्नीत के ब्लॉक, 7 उथल ेपरार्नीत के ब्लॉक तथार् 19 तटिीतय ब्लॉक शार्िमल थ।े एनईएलपरीत के नौतवेंर् दौतर मे प्रस्ततु क्षेत्र लगभग 88,807 वर्गर िक.मीत. है।

    ख) कोल बेड मीतथेन (सीतबीतएम) नीतित कोयलार् क्षेत्र से मीतथेन गैस िनकार्लने के िलए कार्यार्िन्वर्त कीत जार्तीत है। सरकार्र ने सीतबीतएम के िलए परहले हीत 17,200 वर्गर िक.मीत. क्षेत्र दे िदयार् है जो देश मे उपरलब्धि कुल सीतबीतएम क्षेत्र कार् लगभग 66% है।

    ग) तेल क्षेत्र (िवर्िनयमन और िवर्कार्स) अधिधििनयम, 1948 (1948 कार् 53) (इसके बार्द इसे ''अधिधििनयम'' कहार् गयार् है) और इसके अधंतगरत बनार्ई गई पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस िनयमार्वर्लीत, 1959 (इसके परश्चार्त् इसे ''िनयमार्वर्लीत'' कहार् गयार् है) मे अधन्य बार्तो ंके सार्थ-सार्थ पेरट्रोिलयम प्रचार्लनों के िवर्िनयमन और भार्रत मे पेरट्रोिलयम के अधन्वेर्ष�ण, िवर्कार्स और उत्परार्दन के िलए लार्इसेस और परट्टेि देने के िलए प्रार्वर्धिार्न हैं।

    घ) क्षेत्रीतय जल, महार्द्वीतपरीतय शेल्फ, अधनन्य आिथरक क्षेत्र और अधन्य सार्मिुद्रक क्षेत्र अधिधििनयम, 1976 (1976 कार् 80) मे महार्द्वीतपरीतय शेल्फ और अधनन्य आिथरक क्षेत्र के स्रोतों कार् अधन्वेर्ष�ण और दोहन करने के िलए सरकार्र द्वार्रार् लार्इसेस िदए जार्ने कार् प्रार्वर्धिार्न है तथार् इसके तहत कोई भीत पेरट्रोिलयम प्रचार्लन केन्द्र सरकार्र द्वार्रार् िदए गए लार्इसेस के तहत चलार्यार् जार्एगार्।

    ड.) नई अधन्वेर्ष�ण लार्इसेस नीतित (एनईएलपरीत) और कोल बेड मीतथेन (सीतबीतएम) नीतित के तहत अधवर्ार्डर िकए गए ब्लार्को ंके िलए अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन क्षेत्र मे 100% प्रत्यक्ष िवर्देशीत िनवेर्श कीत अधनमुित है।

    च) कार्यरक्रम के अधनसुार्र गैस हार्ईड्रेटि के िलए अधनसुधंिार्न और िवर्कार्स प्रयार्स िकए जार् रहे हैं। भार्रत अधमेिरकार् और जार्परार्न के बार्द गैस हार्इड्रेटि के नमनूों को एकत्र करने वर्ार्लार् दिुनयार् कार् तीतसरार् देश बन गयार् है। गैस हार्इड्रेटि के िलए ससंार्धिन अधनमुार्न लगार्यार् जार् रहार् है।

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  • 5. तेलि सरुक्षा

    हार्इड्रोकार्बरन क्षेत्र मे िवर्शेष�त: कच्चे तेल कीत बढ़तीत आयार्त िनभरतार्र और सार्थ हीत अधंतररार्ष्ट्रीतय बार्ज़ार्रो ंमे इसके उच्च मलू्यों एवंर् अधिस्थरतार् के कार्रण तेल सरुक्षार् कार् मार्मलार् अधित महत्वर्परणूर है।

    तेलि सरुक्षा निीित केर् उदेश्य

    तेल सरुक्षार् नीतित कार् उद्दशे्य घरेल ू हार्इड्रोकार्बरन उपरलब्धितार् को बढ़ार्नार्, िवर्देशो ं से स्थार्यीत, सिुनिश्चत, िकफार्यतीत हार्इड्रोकार्बरन ऊर्जार्र से किमयों को पररूार् करनार् और आपरिूतर मे लघु अधवर्िधि कीत रुकार्वर्टिों को दरू करने सिहत हर समय परर तेल और गैस कीत उपरलब्धितार् को सिुनिश्चत करनार् है।

    तेलि सरुक्षा उदेश्योलं कर्ोल प्राप्त कर्रनेि केर् िलिए निीितगत ढांचा

    क) एनईएलपरीत के मार्ध्यम से हार्इड्रोकार्बरन कीत घरेलू उपरलब्धितार् को बढ़ार्नार्।

    ख) रार्ष्ट्रीतय तेल कंपरिनयों को अधिधिकार्र सपंरन्न बनार्ने हेत ु उिचत प्रोत्सार्हन देते हुए अधंतरार्ष्ट्रीय तेल कंपरिनयों के सार्थ प्रितस्परधिार्र योग्य बनार्ने के िलए ईएडंपरीत व्यार्परार्र कार् िवर्िनयमन करनार्।

    ग) िवर्देशों से गणुवर्त्तार् कीत ई एण्ड परीत परिरयोजनार्ओं को प्रार्प्त करने के िलए भार्रत कीत 'क्रय शिक्त' को मजबतू करनार्। ई एण्ड परीत परिरयोजनार्ओं कीत पेरशकश करने वर्ार्ल ेदेशों के सार्थ मजबतू तथार् नीतितगत सबंधंि बनार्ने के दृष्टिष्टिकोण परर बल देनार् और अधपरनीत हार्इड्रोकार्बरन आवर्श्यकतार्ओं को पररूार् करने मे भार्रत कीत भार्गीतदार्रीत के िलए अधन्य देशो ंमे सभंार्वर्नार् कार् परतार् लगार्नार्।

    घ) आपरिूतर कीत लघु अधवर्िधि कीत रुकार्वर्टिों को दरू करने के िलए नीतितगत भडंार्र िनमार्रण करनार्।

    6. िरफाइनिनंिग और िवर्पणनि

    पेरट्रोिलयम उत्परार्दों मे आत्म-िनभरतार्र प्रार्प्त करने और उपरभोक्तार् अधिभमखुीत प्रितस्परधिी बार्जार्र मे प्रवेर्श करने के िलए िरफार्इिनगं और िवर्परणन िक्रयार्कलार्परों कार् िवर्कार्स अधित महत्वर्परणूर है।

    िरफाइनिनंिग और िवर्पणनि िक्रयाकर्लिापोलं कर्ा उदेश्य

    क) अधन्तरार्ष्ट्रीय तेल कंपरिनयों सिहत रार्ष्ट्रीतय तेल कंपरिनयों और िनजीत कंपरिनयों द्वार्रार् िरफार्इिनगं क्षमतार्ओं मे उिचत वर्ृष्टिद द्वार्रार् सभीत पेरट्रोिलयम उत्परार्दों मे आत्मिनभरतार्र बनार्ए रखनार्।

    ख) पेरट्रोिलयम उत्परार्दों मे िनयार्रत क्षमतार्ओं कार् िवर्कार्स करनार्, िजससे िरफार्इिनगं उद्योग िवर्श्वर्व्यार्परीत प्रितस्परधिी बन सके और तेल सरुक्षार् बढ़ सके।

    ग) कुशल तेल उद्योग के िलए बदंरगार्हों, परार्इपरलार्इनों और िडपरो आिद सिहत सगंत बिुनयार्दीत ढार्ंचे कार् िवर्कार्स करनार्।

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  • घ) सवेंर्दनशीतल पेरट्रोिलयम उत्परार्दों के िलए रार्जसहार्यतार् जार्रीत रखकर उिचत कीतमतों परर गणुवर्त्तार् ईधंिनों को उपरलब्धि करार्नार्।

    ड.) बेहतर खदुरार् प्रिक्रयार्ओं और प्रितस्परधिार्र के मार्ध्यम से उपरभोक्तार् सवेर्ार्ओं मे सधुिार्र करनार्।

    िरफाइनिनंिग और िवर्पणनि उदेश्योलं कर्ोल प्राप्त कर्रनेि केर् िलिए निीितगत ढांचा

    क) नौतवर्हन और अधन्य सभंार्र ततं्र व्यवर्स्थार्ओं और सरुक्षार् के रूपर मे िवर्त्तीतय नीतितगत ढार्ंचे सिहत जोिखम प्रबधंिन योग्यतार्ओं के सबंधंि मे अधपरनीत कच्चे तेल कीत आवर्श्यकतार्ओं के स्रोतों को बढ़ार्ने मे िरफार्इनिरयों मे सचंार्लनार्त्मक क्षमतार्ओं को बढ़ार्नार्।

    ख) सवर्ोत्कृष्टर ष्टि िवर्श्वर्व्यार्परीत प्रिक्रयार्ओं के अधनरुूपर उत्सजरन मार्नकों को पररूार् करने के िलए िरफार्इनिरयार्ं और िवर्परणन कंपरिनयों द्वार्रार् उत्परार्द गणुवर्त्तार् मार्नकों को प्रार्प्त करने के िलए एक समय-सार्रणीत बनार्नार्।

    ग) िरफार्इिनगं, परार्इपरलार्इन और िवर्परणन आधिार्िरत सरंचनार् मे िनवेर्श को सगुम बनार्ने हेत ु एक स्थार्यीत, दीतघार्वर्िधि रार्जकोष�ीतय नीतित कार् िनमार्रण करनार्।

    घ) िवर्परणन नेटिवर्कर स्थार्िपरत करने और उसे बनार्ये रखने के िलए तेल उपरक्रमो ंको प्रचार्लन सबंधंिीत परणूर स्वर्ततं्रतार् प्रदार्न करनार् और परार्रदशी एवंर् स्परष्टि प्रवेर्श मार्नदण्डों के मार्ध्यम से िवर्परणन क्षेत्र मे नई कंपरिनयों को अधनमुित प्रदार्न करनार्।

    ड.) िवर्परणन के िलए अधपरनार् िवर्तरण नेटिवर्कर स्थार्िपरत करने हेत ु नये प्रवेर्शकों को समथर बनार्ने हेत ु ततं्र कीत स्थार्परनार् करनार्।

    च) पेरट्रोिलयम एवंर् प्रार्कृष्ट ितक गैस िनयार्मक बोडर को कार्यशील बनार्नार् तार्िक एक सार्मार्न्य िनयार्मक ततं्र उपरलब्धि हो सके और एक-समार्न अधवर्सर िमल सके।

    छ) पेरट्रोिलयम उत्परार्दों परर करार्धिार्न कीत एक-समार्न रार्ज्य स्तरीतय दर लार्गू करने के िलए रार्ज्य सरकार्रों के सार्थ बार्तचीतत करनार्, िजसमे प्रवेर्श कर और चुगंीत जैसीत नगरपरार्िलकार् करों को सटेि आफ करने के िलए वैर्टि को लार्गू करनार् भीत शार्िमल है।

    ज) घरेलू उत्परार्दों के सार्थ-सार्थ आयार्ितत उत्परार्दों के िलए कर कीत समार्न दरों कार् िनधिार्ररण करनार्।

    7. टैिरफ और मलू्य - िनिधिाररण

    एक व्यवर्िस्थत टैििरफ और मलू्य-िनधिार्ररण नीतित कीत हार्इड्रोकार्बरन क्षेत्र के स्वर्स्थ िवर्कार्स को सिुनिश्चत करने और उपरभोक्तार्ओं के िहतों कार् सरंक्षण करने मे प्रमखु भिूमकार् है।

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  • टैिरफ और मलू्य - िनिधिाररण निीित केर् उदेश्य

    क) परयार्रवर्रण के अधनकूुल हार्इड्रोकार्बरन क्षेत्र को प्रोत्सार्िहत करने के िलए स्वर्च्छ हिरत और गणुवर्त्तार् वर्ार्ले ईधंिन के िलए प्रोत्सार्हन देनार्।

    ख) एिशयार्-प्रशार्न्त देशो ंके करों और शलु्कों तथार् अधन्तरार्ष्ट्रीय स्तर के मलू्यों के समार्न हीत कर और शलु्क को करने कीत आवर्श्यकतार् है तार्िक सरकार्र के रार्जस्वर् मे वर्ृष्टिद हो।

    ग) घरेल ूउत्परार्दको ंकीत परयार्रप्त सरुक्षार् सिुनिश्चत करके नए िनवेर्शों को बढ़ार्वर्ार् देनार्।

    टैिरफ और मलू्य - िनिधिाररण उदेश्योलं कर्ोल प्राप्त कर्रनेि केर् िलिए निीितगत ढांचा

    क) यह सिुनिश्चत करनार् िक समार्ज के परार्त्र वर्गो, िवर्शेष�कर गरीतबीत रेखार् से नीतचे रहने वर्ार्ले परिरवर्ार्रों को रार्जसहार्यतार् कार् लार्भ िमल।े

    ख) हार्इड्रोकार्बरन ईधंिनों मे िमलार्वर्टि को समार्प्त करने के िलए टैििरफ को तकर सगंत बनार्नार्। 8. संगठनिात्मकर् ढांचा

    पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस मतं्रार्लय को तेल और प्रार्कृष्ट ितक गैस कार् अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन (तरलीतकृष्ट त प्रार्कृष्ट ितक गैस के आयार्त सिहत) शोधिन, िवर्तरण और िवर्परणन, आयार्त, िनयार्रत तथार् प्रार्कृष्ट ितक उत्परार्दों के सरंक्षण कीत िजम्मेदार्रीत सौतपंरीत गई है। मतं्रार्लय कार् सगंठनार्त्मक चार्टिर नीतचे िदयार् गयार् है:-

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  • कंेर्द्रीय मंत्री

    राज्य मंत्री

    सिचवर्

    अपर सिचवर्

    संयकु्त सिचवर् (अन्तराष्ट्री रय

    सहयोलग)संयकु्त सिचवर्(िवर्पणनि)

    आर्थिथरकर् सलिाहकर्ार

    िनिदेशकर्(अन्तराष्ट्री रय

    सहयोलग)िनिदेशकर्

    (िवर्तरण एवंर् संरक्षण)

    िनिदेशकर्(िवर्पणनि)

    िनिदेशकर्(गैस

    पाइनपलिाइननि)

    िवर्शेष सिचवर्एवंर्

    िवर्त्तीय सलिाहकर्ार

    Addl. Secretary

    संयकु्त सिचवर्(िरफाइननिरी)

    उप सिचवर्(आर्थईओसी एवंर्

    एनिसी)िनिदेशकर्

    िनिदेशकर्

    (िरफाइननिरी एवंर् प्रशासनि)

    िनिदेशकर्

    (आर्थपूित एवंर् मूरल्य िनिधिारण एवंर् सीरए)

    िनिदेशकर् (एससीटी एवंर् रोलकर्ड)

    उप सिचवर्(सामान्य) िनिदेशकर्(अन्वेर्षण-।)

    िनिदेशकर्(अन्वेर्षण-।।)

    िनिदेशकर्(अन्वेर्षण-।।।

    )

    संयकु्त सलिाहकर्ार

    (िवर्त्त)

    उप सिचवर्

    (िवर्त्त ।। एवंर् ।।।)

    संयकु्त सिचवर्(अन्वेर्षण)

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  • अध् याय - II

    गैर-योलजनिा और योलजनिा पिरव्यय तथा िनिष्कर्षर

    यह अधध्यार्य पेरट्रोिलयम और प्रार्कृष्ट ितक गैस मतं्रार्लय के गैर-योजनार् और योजनार् परिरव्यय, सपुरदुगी-योग्य उत्परार्दनों तथार् पेरट्रोिलयम एवंर् प्रार्कृष्ट ितक गैस मतं्रार्लय के िनष्कष�ो स ेसबंिंधित है।

    1. मतं्रार्लय के 23676.20 करोड रुपरए के गैर-योजनार् बजटि (2011-12) मे मखु्य रूपर से घरेलू एलपरीतजीत और परीतडीतएस और िमट्टिीत तेल परर रार्जसहार्यतार्, दरू-दरार्ज के क्षेत्रों के िलए फुटिकर उत्परार्दों परर भार्डार् रार्जसहार्यतार्, परवूर्ोरत्तर क्षेत्र मे प्रार्कृष्ट ितक गैस कीत आपरिूतर के िलए रार्जसहार्यतार् और पेरट्रोिलयम िवर्िनयार्मक बोडर कार् गठन करनार् शार्िमल है। इसमे सवेंर्दनशीतल पेरट्रोिलयम उत्परार्दों कीत िबक्रीत के कार्रण अधल्पर वर्सिूलयों के िलए तेल कंपरिनयों को मआुवर्जार् दनेे के िलए 20000 करोड रुपरए कार् प्रार्वर्धिार्न भीत शार्िमल है। इन गैर-योजनार् स्कीतमों कार् ब्यौतरार् िनधिार्िरत प्रपरत्र परर अनिबंुधि ।।-कर् परर िदयार् गयार् है।

    2. घरेलू एलपरीतजीत और परीतडीतएस िमट्टिीत तेल कीत रार्जसहार्यतार् योजनार् घरों मे रार्जसहार्यतार् प्रार्प्त और वर्हनीतय कीतमतों परर परीतडीतएस िमट्टिीत तेल और घरेलू एलपरीतजीत उपरलब्धि करार्ने के िलए बनार्ई गई है। 2011-12 के दौतरार्न इस योजनार् के अंधतगरत 3050 करोड रुपरए कीत रार्िश आबिंटित कीत गई है। इसीत प्रकार्र, 'दरू-दरार्ज के क्षेत्रों मे खदुरार् उत्परार्दों परर भार्डार् रार्जसहार्यतार्' योजनार् कार् उद्देश्य देश के शेष� भार्गों कीत तरह दरू-दरार्ज तथार् दगुरम क्षेत्रों मे समार्न मलू्य परर परीतडीतएस केरोिसन और घरेलू एलपरीतजीत उपरलब्धि करार्नार् है। वर्ष�र 2011-12 के दौतरार्न इस योजनार् के अंधतगरत 26 करोड रुपरए कार् गैर-योजनार् परिरव्यय रखार् गयार् है।

    3. परवूर्ोरत्तर क्षेत्र मे प्रार्कृष्ट ितक गैस कीत कीतमत प्रित एमसीतएम 4091 रुपरए िस्थर कीत गई है अधथार्रत् यह दशे मे अधन्यत्र िवर्द्यमार्न कीतमत कार् 60% है। वर्ष�र 2006-07 से परवूर्ोरत्तर क्षेत्र मे प्रार्कृष्ट ितक गैस कीत उत्परार्दक कीतमत और उपरभोक्तार् कीतमत के बीतच कार् अंधतर सरकार्रीत बजटि द्वार्रार् वर्हन िकयार् जार् रहार् है। परवूर्ोरत्तर क्षेत्र मे उपरभोक्तार्ओं को प्रार्कृष्ट ितक गैस योजनार् के अंधतगरत आपरिूतर दशे के अधन्य भार्गों के िलए प्रित एमएमएससीतएम 6818 रुपरए कीत तलुनार् मे प्रित एमएमसीतएम 4091 रुपरए कीत िरयार्यतीत दर परर कीत जार्एगीत। वर्ष�र 2011-12 के दौतरार्न इस योजनार् के अंधतगरत 564 करोड रुपरए कार् गैर-योजनार् परिरव्यय रखार् गयार् है।

    4. इस मतं्रार्लय के योजनार् बजटि मे तेल उपरक्रमों के केवर्ल आतंिरक और अधितिरक्त बजटिीतय स्रोत (आईईबीतआर) शार्िमल हैं। योजनार् आयोग, िवर्िभन्न परिरयोजनार्ओं के कार्यार्रन्वर्यन के िलए तेल उपरक्रमों कीत वर्ार्िष�रक योजनार् अधनमुोिदत करतार् है। योजनार् आयोग द्वार्रार् 2011-12 कीत अधनमुोिदत वर्ार्िष�रक योजनार् 74811.82 करोड रुपरए है। इन परिरयोजनार्ओं कार् कार्यार्रन्वर्यन तेल उपरक्रमों द्वार्रार् अधपरने आतंिरक स्रोतों और ऋणों स े िकयार् जार्तार् है। सरकार्र उनको कोई बजटिीतय सहार्यतार् नहीत ंदतेीत है। तथार्िपर, वर्ष�र 2011-12 मे जेस, रार्यबरेलीत मे रार्जीतवर् गार्ंधिीत पेरट्रोिलयम प्रौतद्योिगकीत ससं्थार्न कीत स्थार्परनार् करने के िलए प्रार्रिंभक व्यय को वर्हन करने हेत ु योजनार् सहार्यतार् के रूपर मे 39 करोड रुपरए तथार् िसलेण्डर और रेगलुटेिर कीत सरुक्षार् जमार् रार्िश के िलए बीतपरीतएल परिरवर्ार्रों को प्रित एलपरीतजीत कनेक्शन 1400/- रुपरए कीत एक-बार्रगीत सहार्यतार् उपरलब्धि करार्ने हेत ु बनार्ई गई प्लार्न योजनार्, िजसके अंधतगरत ऐसे लगभग 70 लार्ख बीतपरीतएल परिरवर्ार्रों को शार्िमल िकयार् जार्एगार्, िजनके परार्स एसकेओ रार्शन कार्डर है लेिकन जो वर्तमार्रन मे एलपरीतजीत कार् इस्तेमार्ल नहीत ं कर रहे हैं, के िलए 1 करोड रुपरए कीत रार्िश कार् सार्केंितक प्रार्वर्धिार्न िकयार् गयार् है।

    5. तेल उपरक्रमों के सबंधंि मे िनधिार्िरत प्रपरत्र मे कंपरनीत-वर्ार्र और परिरयोजनार्-वर्ार्र ब्यौतरार् अनिबंुधि ।।-ख मे िदयार् गयार् है। वर्ार्िष�रक योजनार् 2011-12 के कंपरनीत-वर्ार्र सिंक्षप्त ब्यौतरार् नीतचे िदयार् गयार् है।

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  • (i) ओएनिजीसी और इनसकर्ी सहायकर् कंर्पिनियां

    ओएनजीतसीत कार् 2011-12 के िलए वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 30040.02 करोड रुपरए है। वर्ष�र 2011-12 के िलए ओएनजीतसीत कीत वर्ार्िष�रक योजनार् कार् मखु्य भार्ग अधन्वेर्ष�ण सवेर्क्षण और िवर्कार्स वेर्धिन के कार्रण है। ओएनजीतसीत द्वार्रार् परूजँीतगत परिरयोजनार्ओं, क्रय अधनसुधंिार्न और िवर्कार्स, स्वर्देशीत और एकीतकृष्ट त परिरयोजनार्ओं आिद के िलए वर्ष�र 2011-12 के दौतरार्न परूजंीतगत व्यय बजटि मार्ंगार् गयार् है। वर्ष�र 2011-12 के िलए ओवर्ीतएल के सबंधंि मे वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 8686.93 करोड रुपरए कार् है। ओवर्ीतएल के बजटि अधनमुार्न वर्ष�र 2011-12 के प्रस्तार्वर् मे िवर्यतनार्म, रूस, सडूार्न, कोलिम्बयार्, म्यार्ंमार्र, लीतिबयार्, सीतिरयार्, क्यबूार्, ब्रार्जीतल, िमस्र, आइवर्रीत कोस्टि, आिद मे सपंरितयों मे िनवेर्श करनार् शार्िमल है। अधपरनीत तरह कीत अधकेलीत िरफार्इनरीत एमआरपरीतएल, ओएनजीतसीत कीत डार्उनस्ट्रीतम सहार्यक कपरनंीत है। वर्ष�र 2011-12 के दौतरार्न एमआरपरीतएल कार् वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 5164 करोड रुपरए कार् है। वर्ार्िष�रक योजनार् मे िरफार्इनरीत उन्नयन-सह-िवर्स्तार्र चरण-।।।, सीतडीतयू/वर्ीतडीतय ूके परनुरुदार्र, आिद के िलए प्रार्वर्धिार्न िकयार् गयार् है।

    (ii) ओआर्थईएलि

    वर्ष�र 2011-12 के िलए ओआईएल कार् वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 3180 करोड रुपरए है जो मखु्यत: सवेर्क्षण और भवैूर्ज्ञार्िनक, अधन्वेर्ष�णार्त्मक वेर्धिन, िवर्कार्स वेर्धिन, परूजंीतगत उपरकरण और सिुवर्धिार्ओ ,ं एनईएलपरीत परिरयोजनार्ओं, अधसम मे खगोिरजार्न तेल क्षेत्र से परनु: उत्परार्दन करनार्, िवर्देशीत उद्यम लगार्नार्, आिद प्रस्तार्िवर्त व्यय के िलए है।

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  • (iii) गेलि

    वर्ष�र 2011-12 के िलए गेल कार् वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 5150 करोड रुपरए है। बजटि अधनमुार्न 2011-12 के िलए यथार् प्रस्तार्िवर्त गेल के मखु्य परिरयोजनार् प्रस्तार्वर् मे नई परार्इपरलार्इन - परिरयोजनार् िवर्कार्स, दार्हेज-िवर्जयपररु चरण-।। परार्इपरलार्इन परिरयोजनार्, बवर्ार्नार्-नार्ंगल परार्इपरलार्इन परिरयोजनार्, कोिच्च-कंजरीतकोड-बैंगलोर/मैंगलोर परार्इपरलार्इन, झझर-िहसार्र परार्इपरलार्इन परिरयोजनार्, दार्भोल-बगंलरुु परार्इपरलार्इन परिरयोजनार्, आरजीतपरीतपरीतएल, अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन, सयंकु्त उद्यम मे इिक्वर्टिीत भार्गीतदार्रीत शार्िमल हैं।

    (iv) आर्थईओसी और उसकर्ी सहायकर् कंर्पिनियां

    वर्ष�र 2011-12 के िलए आईओसीत कार् वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 14500 करोड रुपरए है। इसमे परार्रार्दीतपर िरफार्इनरीत परिरयोजनार्, परार्रार्दीतपर-सबंलपररु-रार्यपररु-रार्ंचीत परार्इपरलार्इन, परार्नीतपरत िरफार्इनरीत मे नेफ्थार् क्रैकर यिूनटि, अधवर्िशष्टि उन्नयन और एमएस/एचएसडीत गणुवर्त्तार् सधुिार्र परिरयोजनार्-गजुरार्त िरफार्इनरीत, एमएस गणुवर्त्तार् सधुिार्र परिरयोजनार्, बरौतनीत िरफार्इनरीत, आिद शार्िमल हैं। सीतपरीतसीतएल और बीतआरपरीतएल आईओसीत कीत दो सहार्यक कंपरिनयार् ं हैं। वर्ष�र 2011-12 के िलए सीतपरीतसीतएल कीत वर्ार्िष�रक योजनार् 1053.92 करोड रुपरए कीत है। वर्ष�र 2011-12 के िलए सीतपरीतसीतएल कीत वर्ार्िष�रक योजनार् मे सीतडीतयजू/वर्ीतडीतयजू कार् परनुरुदार्र, यरूो-IV िवर्िशिष्टियों को पररूार् करने के िलए आटिो ईधंिन परिरयोजनार्, अधवर्िशष्टि उन्नयन परिरयोजनार्, आिद शार्िमल हैं।

    (v) एचपीसीएलि

    एचपरीतसीतएल कार् 2011-12 के िलए वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 4003 करोड रुपरए है। वर्ष�र 2011-12 के दौतरार्न एचपरीतसीतएल के परूजंीतगत खचर कार्यरक्रम परिरयोजनार्ओं नार्मत: मुबंई िरफार्इनरीत मे एलओबीतएस गणुवर्त्तार् उन्नयन परिरयोजनार्, रेवर्ार्डीत से कार्नपररु तक एलपरीतजीत परार्इपरलार्इन, मैंगलोर-हसन-मैसरू-बैंगलोर से एलपरीतजीत परार्इपरलार्इन, एचपरीतसीतएल बॉयो-ईधंिन मे िनवेर्श और एचपरीतसीतएल-िमत्तल ऊर्जार्र, आिद परर व्यय शार्िमल है।

    (vi) बीपीसीएलि

    बीतपरीतसीतएल के सबंधंि मे 2011-12 के िलए कुल वर्ार्िष�रक योजनार् परिरव्यय 2865.15 करोड रुपरए है। इनमे अधन्वेर्ष�ण और उत्परार्दन, क्षमतार्-सह-आधििुनकीतकरण परिरयोजनार् चरण-।।, मबंई िरफार्इनरीत से उरार्न तक परार्इपरलार्इन, गैस परार्इपरलार्इनों मे िनवेर्श, आिद परिरयोजनार्ए ंशार्िमल हैं। वर्ष�र 2011-12 के दौतरार्न एनआरएल कीत 100.47 करोड रुपरए कीत परूजंीतगत परिरयोजनार् मे िसलीतगडुीत िवर्परणन टििमरनल, डीतजल गणुवर्त्तार् उन्नयन परिरयोजनार्, आिद मे िनवेर्श शार्िमल है।

    सकर्लि बजटीय सहायता

    राजीवर् गांधिी पेट्रोलिलियम प्रौद्योलिगकर्ी संस्थानि

    रार्जीतवर् गार्ंधिीत पेरट्रोिलयम प्रौतद्योिगकीत ससं्थार्न (आरजीतआईपरीतटिीत) कीत स्थार्परनार्, जैस, रार्यबरेलीत मे भार्रत और िवर्श्वर् मे शैिक्षक और प्रिशक्षण आवर्श्यकतार् को पररूार् करने के िलए पेरट्रोिलयम क्षेत्र कार् एक उत्कृष्ट ष्टि ससं्थार्न खोलने के उद्देश्य से कीत जार् रहीत है। इस परिरयोजनार् कीत कुल अधनमुार्िनत लार्गत 695.58 करोड रुपरए है िजसमे से 435 करोड रुपरए परूजंीतगत व्यय के िलए होगीत। 11 वर्ीत ं योजनार् के दौतरार्न 285

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  • करोड रुपरए कीत बजटि सहार्यतार् अधनमुोिदत कीत गई है। वर्ष�र 2011-12 के िलए 39 करोड रुपरए कीत सकल बजटि सहार्यतार् अधनमुोिदत कीत गई है।

    बीपीएलि पिरवर्ारोलं कर्ोल एलिपीजी कर्नेिक्शनि प्रदानि कर्रनेि हेतु स्कर्ीम :

    िसलेण्डर और रेगलुटेिर कीत सरुक्षार् जमार् रार्िश के िलए बीतपरीतएल परिरवर्ार्रों को प्रित एलपरीतजीत कनेक्शन 1400/- रुपरए कीत एक-बार्रगीत सहार्यतार् उपरलब्धि करार्ने हेत ु प्लार्न योजनार् बनार्ई गई है, िजसके अंधतगरत ग्यार्रहवर्ीत ं परचंवर्ष�ीय योजनार् कीत शेष� अधवर्िधि के दौतरार्न ऐसे लगभग 70 लार्ख बीतपरीतएल परिरवर्ार्रों को शार्िमल िकयार् जार्एगार्, िजनके परार्स एसकेओ रार्शन कार्डर है लेिकन जो वर्तमार्रन मे एलपरीतजीत कार् इस्तेमार्ल नहीत ंकर रहे हैं। वर्ष�र 2011-12 के िलए 1 करोड रुपरए कीत रार्िश कार् सार्ंकेितक प्रार्वर्धिार्न िकयार् गयार् है।

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  • अनिबंुधि-।। कर्(गैर-योजनार्)

    पेट्रोलिलियम और प्राकृर्ितकर् गैस मंत्रालिय िनिष्कर्षर बजट 2011-12 (गैर-योलजनिा) (कर्रोलड रुपए) क्र.सं.

    योलजनिा/पिरयोलजनिा कर्ा निाम

    उदशे्य/िनिष्कर्षर पिरव्यय 2011-12 मात्रात्मकर् सपुदुिगयार ँ/वर्ास्तिवर्कर् उत्पादनि